Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74285 articles
Browse latest View live

विशेष : मोदी के खिलाफ विवादित बयानों की आंधी

$
0
0
controvercial-statement-modi
आम चुनाव के प्रचार में इनदिनों विवादित बयानों की बाढ़ आयी है, सभी राजनीतिक दल एक-दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे हैं, गाली-गलौच, अपशब्दों एवं अमर्यादित भाषा का उपयोग कर रहे हैं, जो लोकतंत्र के इस महापर्व में लोकतांत्रिक मूल्यों पर कुठाराघात है। विशेषतः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता और उनकी जन-कल्याण की योजनाओं से भड़के कांग्रेस एवं महागठबंधन के नेता अपनी जुबान संभाल नहीं पा रहे। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव का उग्र प्रचार होता जा रहा है वैसे-वैसे प्रधानमंत्री मोदी के प्रति विभिन्न राजनीतिक दलाओं के नेताओं की बौखलाहट बढ़ती जा रही है। नरेन्द्र मोदी के दर्शन, उनके विकासमूलक कार्यक्रमों, उनके व्यक्तित्व, उनकी बढ़ती ख्याति व उनकी कार्य-पद्धतियांे पर कीचड़ उछालने की हदें पार हो रही हैं, उनके खिलाफ अमर्यादित भाषा का उपयोग हो रहा हैं और उन्हें गालियां देकर विपक्षी नेता स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इस तरह कांग्रेस नेताओं द्वारा मोदी के लिए अपशब्दों एवं अमर्यादित भाषा का प्रयोग करना कोई नई बात नहीं है। आए दिन कोई-न-कोई कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्द कहता ही रहता है। राहुल गांधी तो चैकीदार चोर हैं के नारे को बुलन्द किये हुए हैं, लेकिन उन्होंने इस बात का कोई पुख्ता प्रमाण नहीं दिया कि चैकीदार यानी मोदी ने क्या चोरी की है। न केवल राजनीतिक बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर मोदी पर विवादित बयान का एक लम्बा सिलसिला जारी है, जिसे न केवल लोकतंत्र बल्कि राजनीतिक मर्यादा की दृष्टि से औचित्यपूर्ण नहीं माना जा सकता। 

लोकतंत्र के इस महा अनुष्ठान में यदि इस तरह जनतंत्र के आदर्शों को भुला दिया जाता है तो वहां लोकतंत्र के आदर्शों की रक्षा नहीं हो सकती। राजनैतिक लोगों से महात्मा बनने की आशा नहीं की जा सकती, पर वे अशालीनता एवं अमर्यादा पर उतर आये, यह ठीक नहीं है। मोदी के खिलाफ विवादित बयानों ने एक काला इतिहास ही रच दिया है। राहुल गांधी के करीबी बी नारायण राव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी शादी कर सकते हैं, लेकिन बच्चा नहीं हो सकते। इस तरह उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को नामर्द कहा। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने 16 मार्च को टीवी बहस के दौरान मोदी की तुलना आतंकी मसूद अजहर, ओसामा बिन लादेन, दाऊद इब्राहिम और आईएसआई से कर दी थी। राहुल गांधी की मौजूदगी में तेलंगाना यूनिट की अध्यक्ष विजयाशांति ने मोदी की तुलना आतंकवादी से करते हुए कहा, ‘वे (पीएम मोदी) आतंकी जैसा दिखते हैं। लोगों को प्यार करने के बजाय उन्हें वे डराते हैं। किसी प्रधानमंत्री को ऐसा नहीं होना चाहिए।’ कांग्रेस के वरिष्ठ राशिद अल्वी ने तो कई बार मोदी के लिये अपशब्दों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी खुद बड़े-बड़े महलों में रहते हैं, लाखों के सूट पहनते हैं, लेकिन अपनी बुजुर्ग मां को छोटे से कमरे में रखते हैं। पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मोदी की तुलना हिटलर से की है। शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी एक तानाशाह की तरह बर्ताव कर रहे हैं। बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष श्यामसुंदर सिंह धीरज ने मोदी को चोर और नटवरलाल कहा है। राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी को तुगलक कह डाला है। राजस्थान के कद्दावर नेता और बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा सीट से कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने गालीगलौज की तमाम हदों को पार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की मां के बारे में अपशब्द कहे। जिग्नेश मेवानी ने मोदी को नमक हराम कहा है। राजस्थान में कांग्रेस नेता विलासराव मुत्तेमवार ने मोदी के पिता को लेकर कहा कि राहुल गांधी की चार पीढ़ियों को पूरा देश जानता है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का बाप कौन हैं इसके बारे में कोई नहीं जानता? कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राज बब्बर ने इंदौर की एक चुनावी सभा में सारी हदों को पार करते हुए कहा कि आज डॉलर के सामने रुपया इतना गिर गया है कि पीएम मोदी की मां की उम्र के करीब पहुंचने लगा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गाली देने का सिलसिला थम नहीं रहा है। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने 9 नवंबर, 2018 को कहा कि, ‘हर बुरे काम के लिए ये लोग कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हैं। नरेन्द्र मोदी से बुरा तो कुछ है ही नहीं। इस तरह के तथाकथित बयानों से कांग्रेस पार्टी की न केवल फजीहत हो रही है, बल्कि ये बयान उसकी बौखलाहट को दर्शा रही है। 
कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के साथ-साथ प्रादेशिक एवं स्थानीय नेता भी अपने बड़बोलेपन, अशिष्ट एवं अशालीन भाषा के लिये चर्चित है। इस तरह के लोग राजनीति में जगह बनाने के लिये ऐसी अनुशासनहीनता एवं अशिष्टता करते हैं। यह पहला अवसर नहीं है जब कांग्रेसी नेताओं के इस तरह के ओछे, स्तरहीन एवं अशालीन शब्दों का प्रयोग किया है। इससे पहले मणिशंकर अय्यर ने 3 मार्च, 2013 को नरेंद्र मोदी को सांप, बिच्छू और गंदा आदमी कहा था। उन्होंने नवंबर, 2012 की एक चुनावी रैली में नरेंद्र मोदी को लहू पुरुष, पानी पुरुष और असत्य का सौदागर भी बताया। महात्मा गांधी ने कहा था कि मेरा ईश्वर दरिद्र-नारायणों में रहता है।’ आज यदि उनके भक्तों- कांग्रेसजनों से यही प्रश्न पूछा जाये तो संभवतः यही उत्तर मिलेगा कि हमारा ईश्वर कुर्सी में रहता है, सत्ता में रहता है। तभी उनमें अच्छाई-बुराई न दिखाई देकर केवल सत्तालोलुपता दिखती है। कभी सोनिया गांधी का वह बयान, जिसने वास्तव में गुजरात की जनता को झकझोर कर रख दिया था। तब सोनिया ने गुजरात के तत्कालीन और बेहद लोकप्रिय मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ बताया था। सोनिया ने कहा था, “मेरा पूरा भरोसा है कि आप ऐसे लोगों को मंजूर नहीं करेंगे जो जहर का बीज बोते हैं।“ ‘मौत का सौदागर’ के बाद ‘जहर की खेती’ के इस बयान ने गुजरात ही नहीं, देश की जनता की भावना को जगा दिया। नतीजा लोकसभा चुनाव के परिणाम के रूप में सामने आया, जिसमें बीजेपी को 278 और कांग्रेस को 45 सीटें मिली। जनता को बेवकूफ एवं नासमझ समझने की भूल कांग्रेस बार-बार करती रही है और बार-बार मात खाती रही है। 
आम लोकसभा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेसी नेताओं के बयान क्या रंग लायंेगे, यह भविष्य के गर्भ में हैं, लेकिन स्वस्थ एवं आदर्श लोकतंत्र के लिये देश के प्रधानमंत्री के लिये इस तरह के निम्न, स्तरहीन एवं अमर्यादित शब्दों का प्रयोग होना, एक विडम्बना है, एक त्रासदी है, एक शर्मनाक स्थिति है। केवल कांग्रेस ही नहीं, अन्य राजनीतिक दल के नेता भी ऐसी अपरिपक्वता एवं अशालीनता का परिचय देते रहे हैं। बात 6 अक्टूबर, 2016 की है जब देश सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जय-जयकार कर रहा था। विरोधी भी चुप रहने को मजबूर थे। हां, केजरीवाल जरूर सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे थे। ये तथाकथित लेता गाली ही नहीं देते रहे, बल्कि गोली तक की भाषा का इस्तेमाल करते रहे हैं। लेकिन क्या कोई गाली या गोली मोदी को नुकसान पहुंचा सकेंगी? क्योंकि उन्होंने अपनी योजनाओं एवं कार्यनिष्ठा से जनसमर्थन की ऊंचाइयों को पाया है। किसी ने मोदी को रैबिज से पीड़ित बताया तो किसी ने उन्हें केवल चूहे मात्र माना। चायवाले से तो वे चर्चित हैं। लेकिन मोदी के व्यक्तित्व की ऊंचाई एवं गहराई है कि उन्होंने अपने विरोध को सदैव विनोद माना। ये विपक्ष के नेता राजनीति कर सकते हैं और उसके लिए वे किसी भी सीमा तक जा सकते हैं। उनका लक्ष्य ”वोट“ है। सस्ती लोकप्रियता है। कभी-कभी प्रशंसा नहीं गालियां मोदी को ज्यादा प्रतिष्ठा देती हैं, ज्यादा जनप्रिय बनाती है, जनता का समर्थन देती है। पर कांग्रेस नेता भी जाने कि बिना श्रद्धा, प्रेम, सत्य, त्याग, राष्ट्रीयता के कोई विचार, आन्दोलन या पार्टी नहीं चल सकती। मोदी की राजनीति व धर्म का आधार सत्ता नहीं, सेवा है। जनता को भयमुक्त व वास्तविक आजादी दिलाना उनका लक्ष्य है। वे सम्पूर्ण भारतीयता की अमर धरोहर हैं। भ्रष्टाचार उन्मूलन, कालेधन पर शिकंजा कसने, वीआईपी संस्कृति को समाप्त करने, नया भारत निर्मित करने, स्वच्छता अभियान, दलितों के उद्धार और उनकी प्रतिष्ठा के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर रखा है। उनके जीवन की विशेषता कथनी और करनी में अंतर नहीं होना है। ये आज के तथाकथित ”नव मनु“ बड़ी लकीर नहीं खींच सकते। वे दूसरी को काटकर झूठी हुंकार भरते हैं। आज जैसे बुद्धिमानी एक ”वैल्यू“ है, वैसे बेवकूफी भी एक ”वैल्यू“ है और मूल्यहीनता के दौर में यह मूल्य काफी प्रचलित है। आज के माहौल में इस ”वैल्यू“ को फायदेमंद मानना राजनीति की एक अपरिपक्वता एवं नासमझी ही कही जायेगी। कांग्रेसी नेताओं एवं अन्य दलों के नेताओं की फिसली जुबान ने बीजेपी को संजीवनी ही दी है और इससे भाजपा का वोटों का समीकरण  सुधरता हुआ नजर आ रहा है।




(ललित गर्ग)
60, मौसम विहार, तीसरा माला, 
डीएवी स्कूल के पास, दिल्ली-110051
फोनः 22727486, 9811051133

झारखण्ड : दारू, मुर्गा, रूपया-पैसा के बल पर वोट को बर्बाद नहीं करने का आह्वान

$
0
0
जो 16 सूत्री मुद्धे को पूरा करेगा वह कुर्सी पर बैठने का अधिकारी होगा 
dont-waste-your-vote
चतरा,17 अप्रैल।एकता परिषद के द्वारा झारखंड के मतदातों को 16 सूत्री जन सरोकारों की मुद्धे पर गोलबंद  किया जा रहा है। वनाधिकार कानून 2006 में प्रदत ग्राम सभा की भौतिक सत्यापन करने की शक्ति को लागू करो। पेसा एक्ट 1996 को लागू करो। सीएनटी एण्ड एसपीटी एक्ट लागू करो। भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को लागू करो। भूमि सुधार परिषद को सक्रिय करो। राष्ट्रीय आवासीय अधिकार नीति लागू करो। राष्ट्रीय भूमि अधिकार नीति को लागू करो। राष्ट्रीय पानी अधिकार नीति लागू करो। जल,जंगल और जमीन का अधिकार ग्राम सभा को नीति बनाकर देना सुनिश्चित करो। सामुदायिक वन अधिकार एवं व्यक्तिगत वन पट्टा के निरस्त दावों को ग्राम सभा से भौति सत्यापन के लिए वापस करो।वन भिाग के द्वारा मुकदमा को वापस लो। वन भूमि पर बनाया आवास को गिराना बंद करो। 13 दिसम्बर 2005 से पूर्व काबिज वन भूमि पर, वन विभाग के द्वारा अतिक्रमण कराना बंद करो। भूमिहीनों को 10 डिसमिल जमीन दिलाना सुनिश्चित करो। लूटूतिलैया, बांह मसुरी तरी में बिजला ट्रांसफार्मर की व्यवस्था करो और वनाधिकारी कानून 2006 में चार स्तरीय समिति की बैठक को सुनिश्चित करो। आज बुधवार को 16 सूत्री मुद्धे को सहेजकर एकता परिषद के नेताओं ने चतरा में आयोजित एकता परिषद के तत्वावधान में नगर भवन के मैदान में जल,जंगल और जमीन के अधिकारों को लेकर ‘आदिवासियों एवं अन्य परम्परागत वन निवासियों तथा चतरा लोकसभा क्षेत्र के सभी पार्टियों के जन प्रतिनिधियों के बीच ‘महापंचायत सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गयी। इस महापंचायत में सदर चतरा, कल्हा,चट्टी,गिधौर प्रखंड एवं लावालौग प्रखंड के 146 गांवों के पांच हजार से अधिक संख्या में एकता परिषद के समर्थकों ने दिलखोल कर शामिल हुए।

मौके पर एकता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी, झारखंड एकता परिषद के राज्य संयोजक सरयू प्रसाद तथा राज्य संरक्षक रामस्वरूप तथा झारखंड बिहार के राज्य समन्वयक जगत भूषण तथा कोडरमा जिला के समन्वयक केदार यादव पलामू जिला समन्वयक अरूण कुमार श्रीवास्तव तपसी राम, गिरजा ठाकुर तथा एकता परिषद के दस जिला के प्रभारी ने जन सरोकार जन संवाद में अपना-अपना मतव्य में जोर दिया कि पार्टी सही उम्मीदवार नहीं दे पा रहे हैं जिसके चलते जना का काम नहीं हो पा रहा है, क्योंकि देष मेरा, राज्य मेरा ,वोट मेरा, मुद्धा मेरा और नेता मेरा नहीं होता है क्योंकि आज वोट को लोग खरीद फरोख्त करते हैं, गांव-गांव में दलाल भी बाहरी लोग होते हैं, और वोट के लिए जन प्रतिनिधि से वोट को दिलाने के नाम पर मोटी-मोटी रकम लेते हैं। तो इस बार एकता परिषद के सक्रिय सदस्यों ने यह निर्णय लिया है कि जो पार्टी जनता के बीच में पैसा, दारू,मुर्गा या किसी भी प्रकार का सामान वितरण करता है तो पार्टी के किसी भी प्रकार के प्रलोभन में नहीं आना है।किसी भी प्रकार के भय में जाति में धर्म में न जाकर जो जनता की समस्याओं के साथ देगा जमीन के अधिकार,जंगल के अधिकार, पानी के अधिकार, आवास के अधिकार एवं वनाधिकार कानून 2006 में प्रदत ग्राम सभा एव वनाधिकार समिति के भौतिक सत्यापन करने का अधिकार सरकार को गला उतर नहीं रहा है। भारत में जनता के जो जो अधिकार कानून में दिया गया है उसे भारत सरकार के कर्मचारी सही-सही जानकारी नहीं होता है और न उसे मानते हैं इसको जनता के जन प्रतिनिधि जनता की तरफ से जन वकालत नहीं करते है जिसके चलते आज तक जनता को कभी न्याय नहीं मिलता है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी लोकतंत्र के महापर्व में वोट की शक्ति को बताते हुए प्रधानमंत्री आपके वोट से बनता है और वहीं प्रधानमंत्री आपके गरीबी को ध्यान नहीं देता है वोट की कीमत को दारू, मुर्गा,रूपया-पैसा नहीं जो इस प्रकार से जनता के पीछे खर्च करेगा उसको वोट नहीं देना है। जन सरोकारों की 16 मुद्धों को जो साथ देंगे या करायेंगे उन्हीं को वोट देने का निर्णण उपस्थित सभी सम्मानित अगुवाकारी ग्रामीणों ने लिया। मुख्य रूप से महापंचायत की अध्यक्षता विजय भारती तथा मंच संचालन अशोक भारती ने किया। इनके महापंचायत के मुख्य ग्रामीण अथिति सरीता, अंजू,खुशहाल दांगी, लखन उरांव जयशिक्ता देवी ने किया।

बनमनखी : इस बार चुनावी वादों से दूर रही बनमनखी की चीनी मिल

$
0
0
banmankhi-suger-mil-in-election-agenda
बनमनखी (आर्यावर्त संवाददाता) :कभी नेताओं के लिए चुनावी वैतरणी पार लगाने का जरिया रही चीनी मिल इस बार चुनावी वादों से दूर रही। लिहाजा बनमनखी के लोगों के लिए इस बार का चुनाव काफी खास रहा। खास इस मायने में कि लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार अब थम गया लेकिन बंद पड़ी मिल पर सत्ता और विपक्ष दोनों की चुप्पी सधी रही। मिल की तकदीर संवारने का वादा कर चुनावी वैतरणी पार लगाने की जुगत लगाने वाले नेताओं के लिए इस मामले में जुबान इसकी दुर्दशा को देखकर नहीं खुली। गौरतलब है कि दशकों तक बनमनखी की नाक रही मिल की दुर्दशा ने पिछले चार सालो में रफ्तार पकड़ ली। मसलन विधानसभा चुनाव तक नेताओं को मुद्दा देने वाली मिल इस बार उनकी जुबान पर जगह तक नहीं बना पाई। हालांकि राहत भरी बात यह रही कि इसके कामगारों का बकाया चुका कर उनके साथ सरकार ने सहानुभूति जरूर दिखाई, लेकिन पूरी तरह अपनी अस्मिता लूटा चुकी मिल का भविष्य लगभग तय हो गया है। 

...होती रही चोरी, बंद रही जुबान :
वैसे तो बंद होने के कुछ साल बाद से ही मिल से सामान गायब होने लगे थे। लेकिन हाल के तीन चार सालों में इसपर पूरी तरह चोरो को कब्जा हो गया। प्रशासनिक अकर्मणता का बेहतरीन उदाहरण बनी मिल से होती रही चोरी पर नेताओं की जुबान भी बंद रही। जिससे मिल को बचाने के लिए उठने वाली आवाज भी दफन होती रही। रूस और जापान से मंगाई स्वचालित मशीनों एवं उत्पादन के लिए स्वबिजली उत्पन्न करने वाले संयंत्रों से लैस मिल आज अपने ढांचे को बचाए रखने के लिए जद्दोजहद कर रही है। लेकिन बनमनखी में विकास की इबारत लिखने का वादा करने वाले नेताओं की आह तक यहां के गौरव रही मिल के प्रति नहीं निकल पाई है। परिणामस्वरूप बेखौफ चोर अब दिन के उजाले में ढांचे तक को गिराने में लगे हैं। 

...गौरवशाली रहा इतिहास :
मिल का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। बंदी के वर्ष तक मिल कुल 833 कामगारो के परिवारों का आसरा थी। इनमें मौसमी 543, स्थाई 240 एवं 50 कैजुअल कामगार थे। इसके साथ साथ ही अनुमंडल तथा कोसी इलाके के अलावा असम एवं नेपाल तक के किसानों के लिए गन्ना विक्रय का मुख्य केंद्र रही थी। तब लगभग एक हजार हेक्टेयर में अकेले बनमनखी के किसान गन्ना उत्पादन कर मिल को आपूर्ति करते थे। कम लागत की यह फसल इलाके का मुख्य कैश क्राॅप रहा करता था। मिल की कुल 119 एकड़ जमीन मे से पचास फीसदी पर गन्ना का उत्पादन होता था। इसके अलावा मिल के आसपास दुकान लगाकर भी यहा के लोग रोजगार पाते थे। लेकिन 1998 के बाद से यह गुजरे जमाने की बात हो गई। 

...कहते हैं लोग :
अभाविप के प्रदेश सहमंत्री शशिशेखर कुमार का कहना है कि एशिया की सबसे बड़ी इस मिल के बंद हो जाने के कारण एक बड़ा तबका बेरोजगार है। ईमानदार प्रयास होता तो मिल खुल सकती थी। खैर मिल की 119 एकड़ जमीन अब बची हुई है, जिसपर मक्का अथवा आलू आधारित उद्योग लगाकर यहां के किसानों तथा युवाओं को रोजगार का अवसर प्रदान किया जा सकता है। ग्रामीण सुशील कुमार का कहना है कि मिल को मुद्दा बनाकर चुनावी वैतरणी पार लगाने वाले नेताओं को वास्तव में यहां की बेरोजगारी से कोई मतलब नहीं रहा। तभी रोजगार का केंद्र रही मिल अपनी अस्मिता को बचाने के लिए चीखती रही और यहां की एक बड़ी आबादी पलायन को मजबूर होती रही। मिल के कर्मी रहे अमरेंद्र यादव ने कहा कि मिल के बंद हो जाने के बाद बनमनखी की रौनकता समाप्त हो गई। खासकर मिल कामगार तथा यहां के किसानों की हालत बद से बदतर हो गई।

विचार : वायनाड से रिश्ता जोड़कर, क्या अमेठी से रिश्ता तोड़ेंगे राहुल ?

$
0
0
amethi-or-waynad-rahul-gandhi
केरल के वायनाड से नामांकन दाखिल करने के बाद राहुल गांधी  वायनाड के दौरे पर हैं। जहाँ उन्होंने कहा कि मैं यहाँ आप लोगों से उम्र भर का रिश्ता रखने के लिए आया हूँ। ऐसे में क्या अमेठी को छोड़ देंगें राहुल गांधी? उत्तर प्रदेश का जिला अमेठी जिसे राजनीति में कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है। कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2004  में अपनी सियासी पारी की शुरुआत अमेठी से की और  अब तक यहाँ से जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। अमेठी की जनता ने भी खुद को साबित करते हुए ये बतला दिया था कि जैसे वह सिर्फ कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को पहचानती हो। कुछ भी हो चौथी बार फिर से राहुल गांधी ने अमेठी से नामांकन कर दिया। लेकिन इस बार राहुल ने अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी अपना पर्चा दाखिल किया है। यानि राहुल गांधी दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ रहेंं हैं। ऐसे में कांग्रेस के अध्यक्ष के सामने यह चुनौती होगी की अगर वह दोनों सीटों से जीत हासिल करते हैं तो किस सीट को छोड़ेंगे? एक तरफ अमेठी की जनता जिसने वर्षों से कांग्रेस का साथ दिया तो दूसरी तरफ राहुल के लिए नई नवेली सीट वायनाड है। नामांकन दाखिल करने के बाद वायनाड दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने वहाँ कि जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि मैं( राहुल गांधी) यहाँ आप लोगों से उम्र भर का रिश्ता निभाने आया हूँ। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री की तरह झूठ नहीं बोलता। मैं यहाँ जीवन भर का साथ निभाने के लिए आया हूँ।  ऐसे में राहुल गांधी के बयान के यह मायने निकल कर आतें हैं कि अगर दोनों सीट पर राहुल को जीत मिलती है तो राहुल क्या अमेठी को छोड़ देगें? क्या राहुल अमेठी की जनता का भरोसा तोड़ देगें? यह वही जनता है जिसने 2014 में मोदी लहर होने के बाद भी अमेठी से कांग्रेस की लाज बचाई थी। ऐसे में राहुल के पास क्या रास्ता बचेगा, वह या तो अमेठी की जनता का विश्वास तोड़ेंगे या फिर वायनाड को दिए हुए अपने वादे को बचाएंंगे। 

अमेठी में सिर्फ़ दो बार हारी कांग्रेस
अमेठी में चुनाव और उपचुनाव मिलाकर  18 बार लोकसभा का चुनाव हुआ है। जिसमें कांंग्रेेेस ने 16 बार जीत हासिल की। पहली बार  जनता पार्टी के राघवेंद्र प्रताप सिंह 1977 मेंं और दूसरी बार 1998 में बीजेपी के डॉ. संजय सिंह के हाथों कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा। जबकि  बाकी चुनावों में गांधी परिवार के सदस्य यहां रिकॉर्ड मतों से जीतकर संसद में पहुंचते रहेंं। 

वायनाड से भावनात्मक रिश्ते ?
वायनाड दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने रैली करने से पहले थिरूनेल्ली मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरे में राहुल के राजनीतिक पहलू के अलावा भी भावनात्मक मायने भी हैं। 1991 में आत्मघाती हमले में राजीव गांधी की मृत्यु के बाद इसी मंदिर के निकट स्थित पापनाशिनी नदी में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की अस्थियां विसर्जित की गई थी।

राहुल के सामने सीट चुनने में होगी चुनौती- अमेठी और वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ रहे राहुल के लिए अमेठी छोड़ना आसान नहीं होगा अगर दोनों सीटों से उनको जीत मिलती हैं तो। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने बयान में साफ कहा था कि राहुल गांधी अमेठी नहीं छोड़ेंगे। ऐसे में वायनाड में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने उम्र भर का रिश्ता निभाने की जो बात कही थी उसके क्या मायने निकाले जाए। 1980 में इंदिरा गांधी आंध्रप्रदेश के मेडक और रायबरेली से चुनाव लड़ी थी। दोनों सीट में जीत हासिल करने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली रायबरेली सीट को छोड़ दिया था।  ऐसे में राहुल गांधी के बयान के क्या यही मायने निकलते हैं।



रवि श्रीवास्तव

पूर्णिया : पूर्णिया में संतोष बरकरार रखेंगे ताज या हाथ करेगा राज

$
0
0
- जिले के 2057 मतदान केंद्र पर 20 लाख से ज्यादा मतदाता पूर्णिया और किशनगंज लोकसभा के लिए मतदान 
sntosh-kushwaha-purnia
पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता) पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र का चुनाव गुरुवार को 1758 मतदान केंद्रों पर होगा। लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत इसके साथ ही एनडीए उम्मीदवार संतोष कुशवाहा, महागठबंधन उम्मीदवार उदय सिंह उर्फ़ पप्पू सिंह समेत 16 प्रत्याशियों का चुनावी भाग्य ईवीएम में बंद हो जाएगा, परिणाम 23 मई को आएगा।वहीं जिले के 2057 मतदान केंद्रों पर जिले के 20 लाख 62 हजार 456 मतदाता पूर्णिया और किशनगंज लोकसभा प्रत्याशी के भाग्य का फैसला करेंगे।जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम प्रदीप कुमार झा ने कहा कि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए हर बूथ पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात हैं। जिले के सात विधानसभा क्षेत्र 182 सेक्टर में बांटे गए है। 453 गस्ती दल बने हैं। बुधवार की सुबह से ही मतदानकर्मियों को कलस्टर से बूथ पर भेज दिया गया। मतदान अपने निर्धारित समय सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक आयोजित होगा। जो भी मतदाता शाम 6 बजे से पहले मतदान केंद्र तक पहुंच जाएंगे उन्हें मताधिकारी का मौक़ा मिलेगा। जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में 151 पिंक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें से सभी विधानसभा क्षेत्र मुख्यालय में एक-एक और पूर्णिया नगर निगम क्षेत्र के सभी 144 मतदान केंद्र शामिल हैं। जिले के 21 मतदान केंद्रों से लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। सातों विस क्षेत्रों में 3 -3 केंद्र को लाइव वेबकास्टिंग के लिए चिन्हित किए गए हैं। मतदान के लिए अब मतदाताओं को पहचान पत्र नहीं होने की परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। वोटर आईडी कार्ड के अलावे 11 अन्य पहचान पत्रों के आधार पर भी वे मतदान कर सकेंगे। अब मतदाता पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राज्य या केंद्र सरकार के उपक्रम द्वारा कर्मचारियों को जारी किया गया फोटोयुक्त पहचान पत्र, बैंक या डाकघर से जारी फोटोयुक्त बैंक पासबुक, पैन कार्ड, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉबकार्ड, श्रम मंत्रालय द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड आदि दिखाकर वोट डाल सकेंगे। 

...ये प्रत्याशी हैं चुनावी मैदान में :
एनडीए प्रत्याशी संतोष कुशवाहा, कांग्रेस प्रत्याशी उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह, बसपा प्रत्याशी जितेंद्र उरांव झामुमो से मंजू सोरेन के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मृत्युंजय कुमार झा, अशोक सिंह, अख्तर अली, अर्जुन सिंह, राजेश कुमार, मंजू मुर्मू, राजीव कुमार सिंह, सनोज कुमार चौहान, अनिरुद्ध मेहता, शोभा सोरेन, सुभाष कुमार ठाकुर, अशोक कुमार साह, सगीर अहमद चुनाव मैदान में हैं। 

... 854 पेट्रोलिंग कम क्लेकशन पार्टी ईवीएम और वीवीपैट मशीन लेकर मतदान केंद्रों पर रवाना 
लोकसभा चुनाव को लेकर बुद्धवार को पूर्णिया कॉलेज स्थित स्ट्रांग रूम से जिला निर्वाचन पदाधिकारी, एसपी समेत अन्य अधिकारियों की निगरानी में ईवीएम और वीवीपैट मशीन को रवाना किया गया।चुनाव को लेकर 854 पेट्रोलिंग कम क्लेकशन पार्टी का गठन किया गया है।मतदान के लिए सभी सातों विधानसभा में रिजर्व सहित 4001 बैलेट यूनिट,2369 कन्ट्रोलिंग यूनिट और 2543 वीवीपैट मशीन भेजा गया है।

...किस विधानसभा के लिए कितने ईवीएम और वीवीपैट हुए हैं आवंटित (रिजर्व सहित) :  विधानसभा बैलेट यूनिट, सीयू वीवीपैट
अमौर- 345 345 369
बायसी- 301 301 322
कसबा- 615 316 338
बनमनखी- 675 347 371
रुपौली- 686 352 377
धमदाहा- 711- 365 390
पूर्णिया- 668- 343- 367

जिले में मतदाताओं की संख्या - 20 लाख 62 हजार 456 
पुरुष मतदाताओं की संख्या - 10 लाख 74 हजार 244 
महिला मतदाताओं की संख्या - 9 लाख 88 हजार 144
थर्ड जेंडर -68 

...विधानसभा वार मतदाताओं की संख्या : 

अमौर- 2,99,481 पुरुष-1,57,705, महिला-1,41,765 थर्ड जेंडर-11 
बायसी- 2,67,453 पुरुष- 1,40,224, महिला-1,27,219,थर्ड जेंडर-10
कसबा-2,81,957,पुरुष-1,46,086 महिला-1,35,859 थर्ड जेंडर-12
बनमनखी-2,99,278 पुरुष-1,54,970, महिला- 1,44,301 थर्ड जेंडर-7
रुपौली-3,02,628-पुरुष-1,56,960 महिला- 1,45,655 थर्ड जेंडर-13
धमदाहा-3,07,345पुरुष-1,58,502, महिला - 1,48,836 थर्ड जेंडर-7
पूर्णिया-3,04,314-पुरुष-1,59,797, महिला - 1,44,509 थर्ड जेंडर-8
वोटरों की संख्या जो पहली बार करेंगे मतदान -17 हजार 359

...किस आयु वर्ग के कितने मतदाता : 

18-19 साल-17,359
20-29 साल-5,20,475
30-39 साल-5,95,452
40-49 साल-4,38,144
50-59 साल-2,53,504
60-69 साल-1,44,202
70-79 साल-68,084
80-89 साल-20,571
90-99 साल-3,982
100- 682

...किस विधानसभा क्षेत्र में कितने मतदान केंद्र : 

56-अमौर-300 
57-बायसी- 261 
58-कसबा- 274 
59-बनमनखी- 301 
60-रूपौली- 306 
61-धमदाहा- 317 
62-पूर्णिया-298 

कुल सात विधानसभा में 2057 मतदान केंद्र, लोकसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र - 1758 

58-कसबा- 274 
59-बनमनखी- 301 
60-रूपौली- 306 
61-धमदाहा- 317 
62-पूर्णिया-298 
69-कोढ़ा- 275 
लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या - 17 लाख 61 हजार 959 

...सूचना और शिकायतों के लिए इन नंबरों पर कॉल करें वोटर विधानसभा क्षेत्र कंट्रोल रूम नंबर : 
अमौर विधानसभा -06454- 242011
बायसी विधानसभा - 06454- 242012
कसबा विधानसभा -06454- 242013
बनमनखी विधानसभा -06454- 242014
रुपौली विधानसभा - 06454- 242015
धमदाहा विधानसभा - 06454- 242017 
पूर्णिया विधानसभा - 06454- 242018 
टोल फ्री नंबर 1950 

लोकसभा क्षेत्र में मतदान केंद्रों पर 17 लाख 61 हजार 959 करेंगे मतदान
182 सेक्टर में बांटे गए हैं 2057 मतदान केंद्र
जिले की संवेेदनशील केंद्रों की संख्या- 530
अतिसंवेदनशील केंद्रों की संख्या -374
पेट्रोलिंग कम कलेक्शन पार्टी - 854 
196 माइक्रो ऑब्जर्बर चुनाव पर रखेंगे नजर

जिसने नागरिकों का अधिकार छीना है, उन्हें वोट ना दें : रन सिंह

$
0
0
dont-waste-vote
बरियारढीह (आर्यावर्त संवाददाता)। देश-प्रदेश में जिन नेताओं की हाथ की ताकत से लोगों पर दमन,गरीबों पर अत्याचार और नागरिकों का अधिकार छीनने का काम किया गया  है, उस हाथ को कमजोर करने का समय आ गया है। उसे आप अपने बहुमूल्य वोट से कर सकते हैं।  जन संगठन एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.रन सिंह परमार ने यह बहुत ही महत्वपूर्ण बातों को रखी।उन्होंने कहा कि झारखंड में गत पांच वर्षों में बहुत बार आनाजाना रहा। महत्वपूर्ण सभा हुई है।कई तरह के आंदोलन हुए है। पदयात्रा सत्याग्रह  की गयी है। मगर सत्तासीन लोगों ने नकारात्मक कदम ही उठाया है। आदिवासी व परंपरागत वनवासियों की आशियाना को आग के हवाले कर दिया गया है। यह सब आंदोलन व संगठित एकता को कुचलने की साजिस के तहत की गयी।अभी मौका है उनके मनौबल को वोट के अस्त्र से कुचल देने का समय है। जल, जंगल और जमीन के अधिकारों लेकर आदिवासी एवं परंपरागत वनवासियों का चुनावी महापंचायत में आगे कहा कि यहां पर जमीन से जुड़े नेता बाबूलाल मरांडी के साथ अन्य नेतागण आए हैं।कहा जाता है कि प्रजातंत्र में वोटर ही राजा हैं। और पांच साल रंक बनकर रह जाते हैं। हां, आने वाले दिनों के लिए हजारों की संख्या में महापंचायत में आने वाले वोटर राजा हैं। पांच साल के लिए रंक न बने रहे तो ऐसा प्रत्याशी का चयन करें जो आपके साथ रहे और आपके मुद्धे को उठा सके। उन्होंने मौके पर कहा कि एक- एक वोट को जुटाना है यह आपलोगों का आह्वान किया जाता है कि आप जमीन के लिए देंगे वोट, जंगल के लिए देंगे वोट, जल के लिए देंगे वोट, न्याय के लिए देंगे वोट, झारखंड के लिए देंगे वोट, सम्मान के लिए देंगे वोट।इसके प्रति वोटरों की प्रतिबद्धता होनी चाहिए।

बिहार : लोकतांत्रिक जन पहल,बिहार के द्वारा गणतंत्र की पुनर्बहाली पर संगोष्ठी

$
0
0
seminar-for-democracy-bihar
पटना,17 अप्रैल।बुधवार को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण पटना में थे। लोकतांत्रिक जन पहल,बिहार के तत्वावधान में गणतंत्र की पुनर्बहाली पर संगोष्ठी बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, सिन्हा लाइब्रेरी रोड,पटना में आयोजित की गयी। मुख्य वक्ता जाने-माने-पहचाने सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण थे। उनके साथ  स्वराज अभियान के राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य अखिलेंडर प्रताप सिंह भी थे। आजकल बिहार में ‘नो वोटर विहाईण्ड लेफ्ट‘ चल रहा है। सामाजिक सरोकारों से तालुक्कात रखने वाले लोग जुड़े हैं।   मौके पर सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं स्वराज अभियान के अध्यक्ष प्रशांत भूषण ने कहा कि खुशी हो रही है यहां पर लोकतांत्रिक मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने की पहल जिंदा है। यहां पर दृढ़ता से लोकतंत्र को बचाने और बढ़ाने का कार्य हो रहा है। इसे गांव स्तर तक पहुंचाने की जरूरत है। 69 साल के पहले संविधान लागू हुआ। इसे लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष बनाया गया। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 में समानता का अधिकार मिला है। अनुच्छेद 19 में मौलिक अधिकार दिया गया है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 में जीने के अधिकार का प्रावधान है। लोकतांत्रिक पद्धति के तहत न्याय पालिका, कार्य पालिका और विधायिका बना है। इसके बाद चुनाव आयोग, सीबीआई आदि को स्वतंत्र बनाकर रखा गया। 

उनका कहना है कि गत पांच साल में धीरे-धीरे स्वतंत्र अस्तित्व रखने वाले ‘तोता‘ बन गया। इस समय डेली आचार संहिता को मोदी साहब और अमित साहब तोड़ रहे हैं और दोनों पर कार्रवाई नगणय है। दूसरी ओर सत्ताधारियों को विरोध करने वालों को परेशान किया जा रहा है। इस समय पैसा से सत्ता और सत्ता से पैसा कमाने का जरिया बन गया है। एक प्रत्याशी को 70 लाख रू.तक खर्च करना है। मगर इससे अधिक खर्च सत्ताधारी कर रहे हैं। एनजीओ विदेशी मनी नहीं ले सकते हैं। मगर राजनीतिज्ञ विदेशी मनी ले सकते हैं। कम्पनी आमदनी के सात प्रतिशत चंदा दे सकते हैं। मगर राजनीतिज्ञों को मुंहमांगा दे सकते हैं। बैंक से लेनदेन का चलन नहीं है। वहीं इलेक्ट्रोल ब्राॅड खरीद सकते हैं। इस पर किसी का नामोनिशान नहीं है। मनमर्जी ब्राॅड खरीद सकते हैं। इस समय 3 हजार करोड़ में 96 प्रतिशत बीजेपी के पास है।   नागरिक अधिकार एक्टिविस्ट एवं स्वराज अभियान के अध्यक्ष प्रशांत भूषण ने कहा कि जो जितना रकम खर्च कर रहा है उसका उतना ही विजुएलविटी दिखती है। इसी को मूलरूप देने में मीडिया की अहम भूमिका है। सच को झूठ और झूठ को सच बनाने में लगे हैं। इसमें सोशल मीडिया भी शामिल हो गया है। इस समय निरपेक्ष एनडी टीवी, हिन्दु, इंडियन एक्प्रेस आदि है। कुछ पत्रकारों को कोपभाजन बनना पड़ा है। उन्होने कहा कि हमलोगों ने मिलकर 11 ऐरिया को दुरूस्त करने हेतु माथापच्ची किए हैं। इसमें गोपाल गांधी, अरूणा राय, प्रो. दीपक नैयर, हर्ष वर्द्धन, एसपी शुक्ला, बजाज हबीउल आदि है। 


पूर्णिया : मतदान कर लोकतंत्र को करें मजबूत : प्राचार्य

$
0
0
- कृषि महाविद्यालय में मतदाता जागरुकता के लिए किया गया मतदाता जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन- अपना फर्ज निभाना, मत देने जरुर आना...लोकतंत्र हमसे, वोट करें गर्व से...आपका मतदान, लोकतंत्र की जान...वोट हमारा है अधिकार, कभी न करें इसे बेकार...के लगाए नारे 
caste-vote-make-dmocracy-stronge
पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता)  : भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय पूर्णिया की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के प्रभारी डाॅ पंकज कुमार यादव के नेतृत्व में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छात्र छात्राओं एवं शिक्षकों ने कार्यक्रम में सम्मिलित होकर मतदान के प्रति न सिर्फ आमलोगों को जागरूक किया बल्कि खुद भी मतदान की महत्ता की जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डाॅ पारसनाथ ने की। अपने संबोधन में प्राचार्य ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2019 के निर्वाचन कार्य में संलग्न महाविद्यालय के कर्मचारियों एवं वैज्ञानिकों को विभिन्न जिम्मेदारियों के निर्वहन करने की अतिरिक्त प्रभार जिला प्रसाशन सह निर्वाचन पदाधिकारी पूर्णिया द्वारा दिया गया है। हम अपने कर्मचारियों एवं वैज्ञानिकों को से अनुरोध करते हैं कि आपलोग जहां भी निर्वाचन कार्य करें वहां के लोगों में इतनी अधिक जागरूकता बढ़ाएं कि औसत मतदान से अधिक स्वच्छ एवं निश्पक्ष मतदान आपके कार्य क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर हो सके। प्राचार्य ने बताया कि भारत विश्व का एक बड़ा लोकतांत्रिक देश है जिसका तात्पर्य है राष्ट्र की जनता के द्वारा मतदान के माध्यम से प्रत्येक पांच वर्ष में इस प्रकार के चुनाव का महापर्व आता है मतदान के द्वारा ही परिवर्तन संभव है। इसलिए हम सभी अपने इस संवैधानिक अधिकार का प्रयोग करें। मतदान हमारा अधिकार, मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत करें। प्राचार्य ने कहा इस कार्यक्रम का आयोजन लोकसभा चुनाव 2019 के महत्व को ध्यान में रखते हुए कृषि महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई द्वारा मतदाता जगरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मतदाताओं से अनुराध किया कि 18 अप्रैल, 2019 को अपने अपने चुनाव केंद्रों पर जाकर अपना मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत करें। इस मौके पर छात्र छात्राओं ने विभिन्न स्लोगन के माध्यम से मतदाताओं को जागरुक करने का संदेश दिया। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए छात्र छात्राओं, शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। विशेष रूप से डाॅ जेएन श्रीवास्तव, डॉ जे प्रसाद, डाॅ पंकज कुमार यादव, डाॅ अनिल कुमार, डाॅ तपन गोराई, आशीष रंजन, डाॅ सुदय प्रसाद, डाॅ रुबि साहा, जयप्रकाश प्रसाद के साथ साथ स्नातक कृषि चतुर्थ वर्ष के राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयं सेवक छात्रों में अभिषेक आनंद, मो रिज्वानुल्लाह, कुमार संदीप, अमनराज, विकास कुमार, सुधांशु कुमार, दीपक कुमार मिश्रा, सतीश कुमार, देवाशीष कुमार, अंशु कुमार, राहुल कुमार गुप्ता छात्राओं में रचिता कुमारी, मोना कुमारी, ऋचा कुमारी, विभा कुमारी, नूतन सिन्हा, अंशुली आर्या, कृति सुमन, रजनी लता, अंशु कुमारी, संजु कुमारी, सुधा कुमारी, नेहा राज का योगदान सराहनीय रहा।

मधुबनी : मुख्यमंत्री के चुनावी सभा मे हजारों लोगों ने भाग लिया।

$
0
0

बासोपट्टी/मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता)बिहार सरकार के मुख्यमंत्री सह जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने उच्च विधालय बासोपट्टी के खेल मैदान में बुधवार को चुनावी सभा को सम्बोधित किया.मुख्यमंत्री करीब 11 बजकर 25 मिनट पर हेलीकॉप्टर से पहुँचे.उक्त कार्यक्रम की मंच संचालन भाजपा पूर्व विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने किया.मंच पर सभी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को पाग,दुपट्टा व माला से स्वागत किया.मुख्यमंत्री ने कहा कि एकमात्र एनडीए सरकार ने देश मे विकास हर गली तक पहुँचायी है.देश के हर कोने में विकास की लहर दौड़ रही है.बिहार में महिलाओं को सम्मान दिया जा रहा है.हर गांव में बिजली,सड़क,स्वास्थ्य,शिक्षा सहित अन्य सुविधाएं मुहैया करायी है.बिहार की जनता अब जाग चुकी है.सबसे अधिक बिहार में महिलाओं को नौकरी दिया गया है.महिलाओं की सुरक्षा के लिये सरकार गंभीर है.मुख्यमंत्री ने एनडीए प्रत्याशी रामप्रीत मंडल के पक्ष में मत देने का अपील जनसभा के दौरान किया.मौके पर बिहार सरकार के पीएचइडी मंत्री विनोद नारायण झा,एमएलसी सुमन महासेठ,पूर्व मंत्री रामलखन रमण,पूर्व एमएलसी विनोद सिंह,लोकसभा प्रभारी भोगेन्द्र ठाकुर सहित अन्य ने सभा को संबोधित कर एनडीए के पक्ष में वोट का अपील किया.इस सभा को देखने के लिए खजौली विधानसभा सहित अन्य इलाकों के दर्जनों नेताओ ने भाग लिया.मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन की ओर से पुख्त सुरक्षा का इंतजाम किया.चप्पे चप्पे पर पुलिस की कड़ी नजर थीं.हेलीपैड के निकट पूर्व से कई अधिकारी कड़ी नजर रखी थीं.डॉग स्कॉयड एवं कई उपकरण से सुरक्षा का जायजा लिया गया.एसडीओ शंकर शरण ओमी,जयनगर डीएसपी सुमित कुमार सहित कई थाना प्रभारी,सीओ एवं महिला पुलिस मौजूद दिखें.कार्यक्रम में जदयू प्रखंड अध्यक्ष नवल किशोर झा,विनय कुमार उर्फ गुड्डू,सिरियापुर पैक्स अध्यक्ष रामनरेश ठाकुर,संजय महतो, बीरेंद्र झा,विनय झा,संजीव झा,बीरेंद्र ठाकुर,जितेंद्र कुमार,अनारो देवी सहित अन्य ने भाग लिया.

मधुबनी : मतदाता जागरूकता अभियान चली

$
0
0
sveep-voter-caimpaign-madhubani
मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) आज स्वीप कोषांग टीम का भ्रमण बासोपट्टी के  सीरियापुर पंचायत स्थित मध्य विद्यालय सिरियापुर मतदान केन्द्र पर हुआ , जहाँ पिछले लोक सभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत कम था । इस केन्द्र पर विकास के मुद्दों को लेकर मतदाताओं में विरोधभास की स्थिति बनी हुई थीं लेकिन टीम लीडर परियोजना प्रबंधक डाक्टर ऋचा गार्गी के संबोधन एवं बात-चीत के बाद इस क्षेत्र के मतदाताओं ने शत प्रतिशत मतदान करने का अश्वासन दिया । मतदाता जागरूकता अभियान के अन्तर्गत , अल्पना निर्माण, साईकिल रैली, शपथ ग्रहण समारोह आदि का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में बीपीएम संजीव कुमार , रमण कुमार , पद्माकर मिश्र एवं बासोपट्टी प्रखंड के सभी कर्मी उपस्थित थे ।

पूनम सिन्हा होंगी लखनऊ से सपा प्रत्याशी

$
0
0
poonam-sinha-sp-candidate-lucknow
लखनऊ, 17 अप्रैल, अभिनेता सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा लखनऊ लोकसभा सीट से सपा की प्रत्याशी होंगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में यह एलान किया। इस दौरान पूनम भी मौजूद थीं। अखिलेश ने कहा कि उनकी पार्टी पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल में लखनऊ में किये गये विकास कार्यों के आधार पर वोट मांगेगी। जनता एक बार समाजवादी लोगों को चुनकर भेजे और देखे कि लखनऊ का काम कितनी ऊंचाइयों तक पहुंचता है। सपा अध्यक्ष ने मजाकिया लहजे में इस बार भाजपा चुनाव घोषणापत्र समिति के प्रमुख रहे और लखनऊ से पार्टी प्रत्याशी राजनाथ सिंह की तरफ इशारा करते हुए कहा 'इन लोगों की हमेशा यह साजिश रहती है कि वह जिससे घोषणापत्र जारी कराते हैं, आने वाले समय में उन्हें रिटायर कर देते हैं और टिकट काट देते हैं।'उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की तरफ संकेत करते हुए कहा कि जिन्होंने 2014 में भाजपा का घोषणापत्र बनाया था, उनका टिकट इस बार काट दिया गया। इस बार जिनसे घोषणापत्र बनाया, उसका भी टिकट काट दिया जाएगा।  उन्होंने आरोप लगाया कि इसी साजिश के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ का सारा विकास कार्य रोक दिया है। रामपुर से भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा को लेकर सपा उम्मीदवार आजम खान की टिप्पणी पर उठे विवाद पर अखिलेश ने इसे ध्यान हटाने की भाजपा की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बेटियों का जितना सम्मान सपा ने किया है, वह किसी दूसरे दल से कम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि खान के किसी शब्द को उठाकर इतनी चर्चा की गयी है। चूंकि चुनाव है, इसलिये भाजपा के लिये एक्सप्रेसवे मुद्दा नहीं हो सकता है। अखिलेश की पत्नी और सांसद डिम्पल ने इस मौके पर कहा कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह की टिप्पणी ठीक नहीं है। भाजपा के लोगों ने मायावती के प्रति जो अश्लील बात कही, उसे मीडिया ने क्यों नहीं उठाया। मेरे और प्रियंका गांधी के बारे में जो बातें हुईं, उन पर कोई विवाद क्यों नहीं हुआ? भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ कोई बात होती है, तभी क्यों उठती है?

जेट एयरवेज का परिचालन आधी रात से बंद

$
0
0
jet-airlines-shut-down
मुंबई, 17 अप्रैल, पिछले चार साल से नकद धन के संकट से जूझ रही निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज ने अंतत: बुधवार को परिचालन अस्थायी तौर पर स्थगित करने की घोषणा की। पिछले ढाई दशक से भी अधिक समय से सेवाएं दे रही इस एयरलाइन ने कहा है कि आज ही मध्यरात्रि को अमृतसर से नयी दिल्ली की उसकी उड़ान के बाद उसका परिचालन फिलहाल बंद किया जा रहा है। इस एयरलाइन के बैंकों के समूह ने उसे 400 करोड़ रुपये का आपतकालीन कर्ज देने से इनकार कर दिया। वित्तीय सहारे के अभाव में उसके प्रबंधकों को बची खुची सभी उड़ाने बंद करने का यह निर्णय लेना पड़ा। पट्टे के विमानों का किराया न चुका पाने के कारण उसकी उड़ानों की संख्या पहले ही बहुत सीमित रह गयी थी। जेट एयरवेज ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा है, ‘‘हम अपनी सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों को तुरंत प्रभाव से निरस्त करने के लिये मजबूर हैं। एयरलाइन की आज मध्यरात्रि को आखिरी उड़ान का परिचालन होगा।’’  एयरलाइन ने कहा कि रिणदाता बैंक की ओर से उसे परिचालन में बनाये रखने के लिये जरूरी कर्ज देने से इनकार करने के बाद यह निर्णय लिया गया है। जेट एयरवेज ने कहा, ‘‘कर्जदाताओं और अन्य किसी भी स्रोत से आपातकालीन कोष उपलब्ध नहीं होने से ईंधन और दूसरी अहम सेवाओं का भुगतान नहीं कर पाने की वजह से एयरलाइन अपने परिचालन को जारी रखने में सक्षम नहीं हो पायेगी।’’  इस स्थिति को देखते हुये जेट एयरवेज की आखिरी उड़ान उड़ान समय सारिणी के मुताबिक 2230 बजे अमृतसर हवाईअड्डे से नयी दिल्ली के लिये उड़ान भरेगी।  जेट एयरेवज की मंगलवार को हुई निदेशक मंडल की बैठक में प्रबंधन ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय दुबे को रिणदाता बैंकों से 400 करोड़ रुपये का आपात कोष उपलब्ध कराने की आखिरी बार अपील करने के लिये प्राधिकृत कर दिया। निदेशक मंडल ने यह भी कहा कि यदि उनकी मांग स्वीकार नहीं की जाती है तो वह बुधवार को एयरलाइन के भविष्य को लेकर अंतिम फैसला ले सकते हैं। भारतीय स्टेट बैंक ने बैंकों के रिणदाता समूह की ओर से कल देर रात जेट एयरवेज को सूचित कर दिया था कि वह एयरलाइन की अंतरिम कोष उपलब्ध कराने के आग्रह पर विचार करने में असमर्थ हैं। एयरलाइन ने अपने वक्तव्य में यह जानकारी दी है।

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान शुरू

$
0
0
second-phase-of-polling-today
नयी दिल्ली 18 अप्रैल, लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की 95 सीटों के लिए मतदान गुरुवार सुबह शुरू हो गया।दूसरे चरण में तमिलनाडु की सभी 39 में से 38 लोकसभा सीटों के साथ राज्य की 18 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है। इसके अलावा बिहार की 40 में से पांच, जम्मू कश्मीर की छह में से दो, उत्तर प्रदेश की 80 में से आठ, कर्नाटक की 28 में से 14, महाराष्ट्र की 48 में से 10 और पश्चिम बंगाल की 42 में से तीन सीटों पर मतदान जारी है। इस चरण में असम और ओडिशा की पांच पांच सीटों पर भी मतदान हो रहा है। इस दौर में उत्तर प्रदेश की जिन आठ सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें आगरा, मथुरा, नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस और फतेहपुर सीकरी शामिल हैं। वहीं बिहार की किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका लोकसभा सीट के लिये भी दूसरे चरण में मतदान हो रहा है। जम्मू कश्मीर की श्रीनगर और ऊधमपुर सीट के अलावा पश्चिम बंगाल की जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग और रायगंज सीटें भी दूसरे चरण के मतदान में शामिल हैं। 

इन सभी सीटों पर सुबह सात बजे से शाम पांच से आठ बजे तक मतदान चलेगा जबकि छत्तीसगढ़ की नक्सल प्रभावित कुछ सीटों पर सुबह सात बजे से दिन में तीन बजे तक और ओडिशा की कुछ सीटों पर सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा। इसके अलावा जम्मू कश्मीर की दो सीटों सहित उत्तर प्रदेश एवं बिहार सहित अन्य राज्यों की सभी सीटों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। सिर्फ तमिलनाडु की मदुरै सीट पर सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक मतदान चलेगा। दूसरे चरण में चुनाव वाली 95 सीटों पर 15.8 करोड़ मतदाता कुल 1635 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। दूसरे चरण के चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा, द्रमुक नेता दयानिधि मारन, ए राजा, कनिमोई, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजबब्बर, भाजपा की हेमा मालिनी, नेशनल कांफ्रेस के फारुख अब्दुल्ला और बसपा के दानिश अली की किस्मत दांव पर है। उम्मीदवारों की सूची में कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सी एस कर्णन भी शामिल हैं। वह चेन्नई लोकसभा क्षेत्र से एंटी करप्शन डायनमिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं। आयोग ने मतदान के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये हैं। जम्मू कश्मीर में केन्द्रीय सुरक्षा बल की 80 कंपनियां तैनात की गयी हैं। वहीं पश्चिम बंगाल की तीन सीटों पर कुछ इलाकों में सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्रों को देखते हुये सुरक्षा बलों की 194 कंपनियां तैनात की गयी हैं। लोकसभा की 543 सीटों के लिये सात चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण में 11 अप्रैल को हुये चुनाव में 20 राज्यों की 91 सीटों पर मतदान हो चुका है। मतगणना 23 मई को होगी।

मणिपुर में 11 बजे तक करीब 32 प्रतिशत मतदान

$
0
0
imphal-poll
 इंफाल, 18 अप्रैल, इनर मणिपुर लोकसभा सीट के लिए बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे तक करीब 32 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां कुल 9,28,626 मतदाता हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी पी के सिंह ने बताया कि पहले चार घंटे में 32.18 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरे चरण के मतदान के लिए यहां 1,300 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। यहां महिला मतदाताओं की संख्या 4,80,751 है। टी जी उच्चतर माध्यमिक स्कूल में मतदान करने के बाद मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने मतदाताओं से अपने लोकतांत्रिक अधिकार जाया नहीं करने की अपील की। नयी दिल्ली की मतदाता सूची से अपना नाम हटा कर इंफाल को अपना मतदान क्षेत्र बनाने वाली नजमा ने कहा, ‘‘हम जहां रहते हैं, हमें वहीं अपना वोट डालना चाहिए।’’ नजमा का नाम अब मणिपुर के इम्फाल वेस्ट जिले की सागोलबांद विधानसभा सीट के मतदाताओं की सूची में है।

ओडिशा में सुबह नौ बजे तक सात फीसदी मतदान

$
0
0
odisha-poll-tuesday
भुवनेश्वर 18 अप्रैल, ओडिशा में पांच लोकसभा और 35 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव के लिए गुरुवार को हो रहे मतदान के पहले दो घंटों में लगभग सात प्रतिशत मतदान हुआ ।दूसरे चरण के मतदान में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव सहित 279 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा। 76.93 लाख से अधिक मतदाता गुरुवार के मतदान में 279 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। यहां कुल 76,93,123 मतदाताओं में से 37,47,493 महिला मतदाता हैं। कम से कम 605 मतदाता थर्ड जेंडर के हैं। पुलिस ने बताया कि माओवादियों ने बुधवार को एक महिला चुनाव अधिकारी को गोली मार दी थी और मतदान केंद्रों पर जा रहे दो वाहनों और एक मोटरसाइकिल को आग लगा दी थी। दोनों घटनाएं नक्सल प्रभावित कंधमाल जिले में अलग-अलग स्थानों पर हुईं थीं, जहां नक्सलियों ने लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने के लिए कहा है। अधिकारियों ने क्षेत्र में सुचारू मतदान सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं। अस्का, कंधमाल, सुंदरगढ़, बारगढ़ और बलांगीर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान केंद्रों और इन क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले 35 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के साथ ही मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। अधिकारियों ने कहा कि मतदान के पहले दो घंटों के दौरान सुबह नौ बजे तक लगभग सात प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया और मतदान धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मतदान शांतिपूर्ण और सुचारू तरीके से चल रहा है। कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है, हालांकि ईवीएम में गड़बड़ी से कुछ जगहों पर मतदान शुरू होने में देरी हुई। खामियों को तुरंत ठीक कर लिया गया।’’ बीजद के राज्यसभा सदस्य और ओडिशा के पूर्व मंत्री प्रसन्ना आचार्य, और जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव ने क्रमशः बारगढ़ और सुंदरगढ़ में सुबह-सुबह मतदान किया, जहां से वे मैदान में उतरे हैं। ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव चार चरणों में एक साथ हो रहे हैं।


सुशील मोदी ने राहुल पर किया मानहानि का मुकदमा

$
0
0
sushil-modi-defamation-case
पटना 18 अप्रैल, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बृहस्पतिवार को पटना स्थित एक अदालत में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया है। उन्होंने गांधी की उस टिप्पणी के चलते यह मामला दर्ज कराया है, जिसमें उन्होंने मोदी उपनाम वाले हर व्यक्ति को कथित तौर पर चोर बताया था। सुशील ने राहुल के खिलाफ यह आपराधिक मुकदमा भादंवि की धारा 500 के तहत पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में दर्ज कराया। उन्होंने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी ने 13 अप्रैल को बेंगलुरु से कुछ दूरी पर स्थित कोलार में एक चुनावी रैली के दौरान अपने भाषण में मोदी उपनाम वाले हर व्यक्ति को चोर बताया था, जिससे समाज में उनकी छवि धूमिल हुई है तथा यह एक अपराधिक कृत्य है। इस मुकदमे में गवाह के तौर पर भाजपा विधायक संजीव चौरसिया और नितिन नविन ने हस्ताक्षर किए हैं।

कश्मीर के ढाई जिलों में सीमित रह गया है आतंकवाद: मोदी

$
0
0
kashmir-terrorist
अमरेली 18 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार आतंकवाद को जम्मू-कश्मीर के केवल ‘‘ढाई’’ जिलों तक सीमित करने में कामयाब रही है और देश के किसी अन्य हिस्से में पिछले पांच साल में कोई बम विस्फोट नहीं हुआ। मोदी ने गुजरात के अमरेली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने गुजरात में जो कुछ सीखा, उससे उन्हें 2017 में चीन के साथ डोकलाम गतिरोध के दौरान मदद मिली। उन्होंने देश में पहले हुए बम विस्फोट के विभिन्न मामलों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘देश के किसी अन्य हिस्से में पिछले पांच वर्ष में कोई बम विस्फोट नहीं हुआ। हम आतंकवाद को जम्मू-कश्मीर के केवल ढाई जिलों तक सीमित करने में सफल रहे हैं।’’ बालाकोट हवाई हमले के बाद भारत से संपर्क साधने की कोशिश संबंधी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर मोदी ने कहा कि नेता को ‘‘फोन उठाने के लिए हमसे सार्वजनिक रूप से अनुरोध करना पड़ा’’। उन्होंने देश में कांग्रेस नीत पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि सरदार सरोवर परियोजना 40 वर्ष पहले पूरी हो गई होती तो गुजरात बहुत बेहतर जगह होती। मोदी ने कहा कि कांग्रेस को 2014 में आजादी के बाद सबसे कम सीटों पर जीत मिली और 2019 में वह सबसे कम लोकसभा सीटों के लिए लड़ रही है, लेकिन तब भी वह सत्तारूढ़ पार्टी बनने का ‘‘सपना देख’’ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात में बनी सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा का मकसद दिवंगत प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का अनादर करना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए यह कोई चुनावी रैली नहीं है, बल्कि यह मेरे लिए गुजरात के लोगों को धन्यवाद देने की रैली है क्योंकि मैं यहीं निखरा।’’

महाराष्ट्र में तीन बजे तक 46.63 फीसदी मतदान

$
0
0
maharashtra-poll
मुंबई 18 अप्रैल, महाराष्ट्र की 10 लोकसभा सीटों पर दोपहर तीन बजे तक औसतन 46.63 प्रतिशत मतदान हुआ है। एक अधिकारी ने बताया कि बुलढाणा, अकोला, अमरावती, हिंगोली, नांदेड़, परभणी, बीड, उस्मानाबाद, लातूर और सोलापुर लोकसभा सीटों पर मतदान चल रहा है। इस चरण के चुनाव में नांदेड से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण जबकि पूर्व मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे सोलापुर सीट से मैदान में हैं। बीड भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे का गृह क्षेत्र है जहां से उनकी बेटी प्रीतम मुंडे फिर से मैदान में हैं। उनका मुकाबला राकांपा के बजरंग सोनावने से है।

केंद्र में मजबूत सरकार चुनें: मोदी

$
0
0
vote-for-powerful-government-modi
बगलकोट (कर्नाटक) 18 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में मजबूत सरकार बनवाने की अपील करते हुए गुरूवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की ‘‘असहाय’’ सरकार की खिल्ली उड़ाई। कुमारस्वामी राज्य की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार की अगुवाई कर रहे हैं। मोदी ने उत्तर कर्नाटक में एक रैली में कहा, ‘‘...यदि आप मजबूत सरकार देखना चाहते हैं तो दिल्ली में देखें; यदि आप असहाय सरकार देखना चाहते हैं तो कर्नाटक में देखें।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ‘‘असहाय’’ सरकार चाहती है और वोटरों को ‘‘असहाय’’ कुमारस्वामी को देखना चाहिए। कुमारस्वामी के अक्सर भावुक हो जाने का मजाक उड़ाते हुए मोदी ने कहा कि यह ‘‘नाटक’’ है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक और पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी शिविरों पर वायुसेना के हमले को ‘‘हमारी जीत’’ मानने के लिए तैयार नहीं है। कांग्रेस और उसके सहयोगी राष्ट्रहित के बारे में नहीं, सिर्फ अपने हित के बारे में सोचते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘.....विरोधियों ने गूगल पर खोजा कि बालाकोट कहां है और यह साबित करने में लग गए कि यह भारत में ही है। वे विश्वास ही नहीं कर सके कि भारत पाकिस्तान की सीमा में घुसकर हमला भी कर सकता है।’’  मोदी ने कहा कि 2008 के मुंबई हमलों के बाद कांग्रेस की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ‘‘रोती फिर रही थी’’, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘....अब पाकिस्तान जहां भी जाता है, आप उसकी चीख सुनते हैं कि मोदी उन पर हमला कर रहा है।’’  मोदी ने दावा किया कि जब भी कांग्रेस के वजूद पर खतरा मंडराता है तो वह समाज को बांटने की कोशिश करती है।

हिंसा की छिटपुट घटनाओं,ईवीएम में गड़बड़ी के बीच दूसरे चरण के मतदान ने जोर पकड़ा

$
0
0
violence-some-place-second-phase-poll
 यी दिल्ली 18 अप्रैल, लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 95 सीटों पर बृहस्पतिवार दोपहर मतदान ने जोर पकड़ा। वहीं, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के आईईडी विस्फोट, पश्चिम बंगाल में पथराव करने वालों पर पुलिस गोलीबारी और कुछ स्थानों से ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें भी मिली हैं।ओडिशा में 35 विधानसभा सीटों और तमिलनाडु में 18 विधानसभा सीटों पर भी मतदान जारी है।  तमिलनाडु में कुल 39 में से 38 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है जबकि हाल ही में कथित तौर पर द्रमुक के एक नेता के सहयोगी के पास से नकदी बरामद होने के बाद चुनाव आयोग ने मंगलवार को वेल्लोर लोकसभा सीट पर मतदान रद्द कर दिया था। तमिलनाडु के अलावा कर्नाटक में लोकसभा की 14 सीटों, महाराष्ट्र में 10, उत्तर प्रदेश में आठ, असम, बिहार और ओडिशा में पांच - पांच, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में तीन - तीन, जम्मू कश्मीर में दो और मणिपुर एवं पुडुचेरी में एक - एक सीट पर मतदान हो रहा है।  कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू कश्मीर की श्रीनगर सीट पर भी मतदान जारी है, जहां नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला फिर से निर्वाचित होने के लिए चुनाव मैदान में हैं। अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन क्षेत्र के आसपास के तीन जिलों - श्रीनगर, बडगाम और गंदेरबल में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। चुनाव अधिकारियों के मुताबिक जम्मू कश्मीर की उधमपुर और श्रीनगर सीटों पर दोपहर एक बजे तक करीब 30 प्रतिशत मतदान हुआ है। छत्तीसगढ़ में मतदान के दौरान हिंसा की घटना हुई। 


राज्य के राजनंदगांव जिले में नक्सलियों ने एक आईईडी विस्फोट किया जिसमें आईटीबीपी के एक जवान को मामूली चोटें आई हैं। तमिलनाडु की 38 सीटों पर पूर्वाह्न 11 बजे तक 30. 62 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान केंद्रों पर वोटरों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। वहां सुबह - सुबह वोट डालने वालों में मुख्यमंत्री के. पलानीसामी और द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन शामिल हैं। तमिलनाडु के मुख्य चुनाव अधिकारी सत्यव्रत साहू ने बताया कि अब तक मतदान शांतिपूर्ण रहा है और कुछ स्थानों पर तकनीकी गड़बड़ी जैसे मुद्दों का हल किया गया। कर्नाटक की 14 सीटों पर पूर्वाह्न 11 बजे तक करीब 19. 58 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। पुडुचेरी में लोकसभा की एकमात्र सीट के लिए दोपहर तक 23 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में हिंसा की छिटपुट घटनाएं दर्ज की गई हैं। राज्य में लोकसभा की तीन सीटों पर दोपहर एक बजे तक करीब 51. 6 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि न्यूज चैनल के एक रिपोर्टर और एक कैमरामैन से कथित तौर पर मारपीट की गई। वे लोग रायगंज निर्वाचन क्षेत्र के काटाफुलवाड़ी में मतदान की रिपोर्टिंग करने गए थे।


सूत्रों ने बताया कि क्षेत्र में उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में मतदाताओं ने कथित तौर पर सड़क की नाकेबंदी कर दी और मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बलों की गैर मौजूदगी की शिकायतें कीं। जिले के एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने चोपड़ा में अपने ऊपर अज्ञात लोगों द्वारा पथराव किए जाने और बम फेंके जाने के बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस ने इस सिलसिले में कम से कम तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इस बीच, रायगंज से माकपा उम्मीदवार मोहम्मद सलीम ने दावा किया कि उनकी कार पर अज्ञात लोगों ने उस वक्त हमला किया जब वह उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर में एक मतदान केंद्र पर गए थे। बिहार में लोकसभा की पांच सीटों पर दोपहर तक 25. 6 प्रतिशत मतदान हुआ। हालांकि, कुछ बूथों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतों और मतदान के बहिष्कार के चलते वोटिंग देर से शुरू हुई। अधिकारी ने बताया कि बांका में अमरपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत एक मतदान केंद्र से चुनाव बहिष्कार की खबर है। इसी क्षेत्र में दो मतदान केंद्रों पर शुरूआती घंटों में लोगों ने मतदान नहीं किया क्योंकि वे लोग कैथा गांव में एक किसान के मारे जाने का विरोध कर रहे थे। मतदान प्रक्रिया सुबह सवा दस बजे शुरू हुई। महाराष्ट्र में लोकसभा की 10 सीटों पर पूर्वाह्न 11 बजे तक 21. 47 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य के नांदेड़ से 78 ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। 



उत्तर प्रदेश में आठ सीटों पर दोपहर एक बजे तक 38 प्रतिशत मतदान हुआ है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य के कुछ हिस्सों में ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर चिंता प्रकट की है। असम में पांच सीटों पर दोपहर एक बजे तक करीब 46. 42 प्रतिशत मतदान हुआ। अधिकारियों के मुताबिक कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम में तकनीकी गड़बड़ी की शिकायतें हैं, लेकिन मतदान कर्मियों ने इस समस्या को दूर कर दिया। लोकसभा चुनाव के इस चरण में एक पूर्व प्रधानमंत्री और चार केंद्रीय मंत्री चुनाव मैदान में हैं। भाजपा अपनी 27 सीटों को बचाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस 2014 में इन निर्वाचन क्षेत्रों में जीती गई 12 सीटों को बचाने के साथ अपना प्रदर्शन बेहतर करने की उम्मीद कर रही है।

Viewing all 74285 articles
Browse latest View live




Latest Images