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हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (09 अगस्त)

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राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने रक्षा बंधन की बधाई दी

शिमला, 09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) । राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह और मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेशवासियों को रक्षा बंधन के पावन अवसर पर बधाई दी है। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि यह त्यौहार न केवल भ्रातृभाव की भावना प्रगाढ़ करता है बल्कि समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।  मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने इस पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि भाई-बहन के प्यार का प्रतीक यह त्यौहार लोगों को सद्भावना और प्रेम का संदेश देता है। 

हिम लोक सम्पर्क फील्ड स्टाफ संघ

शिमला, 09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) । हिम लोक सम्पर्क फील्ड स्टाफ संघ के अध्यक्ष श्री मान सिंह कश्यप, महासचिव श्री अशोक सहगल, श्री रमेश ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष श्री सुरेश ठाकुर व संघ के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने श्री हरीश गुप्ता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उनका गत सायं शिमला में निधन हो गया। वह अपने पीछे पत्नी व दो पुत्र छोड़ गए हैं। हरीश गुप्ता सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से सहायक रेडियो अभियन्ता के पद से जनवरी, 2010 में सेवानिवृत्त हुए थे।गुप्ता हिम लोक सम्पर्क फील्ड स्टाफ संघ के कई वर्षों तक महासचिव रहे और संघ के फाउंडर सदस्यों में से एक थे। संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री के.के. चौहान ने श्री गुप्ता के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि श्री हरीश गुप्ता ईमानदार एवं समर्पित कर्मचारी थे, जिन्होंने पूर्ण निष्ठा के साथ अपना कार्य निभाया। संघ के सभी सदस्यों ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए परमपिता  परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना तथा शोक संतप्त परिजनों को इस असहनीय दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

मतदान केन्द्रों के प्रारूप का प्रकाशन

शिमला, 09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) । जिला निर्वाचन अधिकारी, श्री दिनेश मल्होत्रा ने आज यहां कहा कि जिला शिमला के 60-चौपाल, 61 ठियोग, 62 कसुम्पटी, 63-शिमला, 64 शिमला (ग्रामीण), 65-जुब्बल-कोटखाई, व 67-रोहडू सभी निर्वाचन क्षेत्रों जो कि 4-शिमला संसदीय निर्वाचन क्षेत्र तथा 66-रामपुर (अ.जा.) सभा निर्वाचन क्षेत्र जो 2-मण्डी निर्वाचन क्षेत्र में समविष्ट है, के मतदान केन्द्रों की सूची को प्रारूप में प्रकाशन तैयार कर लिया गया है । मतदान केन्दों की सूची की एक प्रति जिला निर्वाचन कार्यालय, शिमला में कार्यालय समय के दौरान निरीक्षण के लिए 6 अगस्त, 2014 से 13 अगस्त, 2014 तक उपलब्ध रहेगी ।श्री दिनेश मल्होत्रा ने कहा कि मतदान केन्द्रों की प्रस्तावित सूची की स्थापना तथा समायोजन हेतू किसी प्रकार की आपती तथा सुझाव हों तो वह जिला निर्वाचन कार्यालय, शिमला में दिनांक 13 अगस्त, 2014 सांय 5 बजे तक या इससे पूर्व लिखित रूप में प्रस्तुत कर सकते है ।  उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों की प्रस्तावना के प्रारूप पर प्राप्त हुई आपतियों व सुझावों की मन्त्रणा के लिए 22 अगस्त, 2014 को 11 बजे संसद/विधान सभा सदस्यों व राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में की जाएगी । यदि कोई व्यक्ति जिसने उपरोक्त विषय पर आपती या सुझाव दिए हों तो वह निश्चित कि गई बैठक में निर्धारित समय पर उपस्थित हो सकते हैं ।

बागवानी विकास योजना के तहत 1000 करोड़ की राशि प्राप्त- स्टोक्स

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शिमला, 09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) । केंद्र से बागवानी विकास के लिए प्राप्त एक हजार करोड रूपये की राशि प्राप्त हो चुकी है, जल्द ही विश्व बैंक का दल प्रदेश में आकर सर्वेक्षण करेगा ताकि इस योजना को लागू करने के लिए विश्व बैंक के दल द्वारा प्रदेश में आकर निरीक्षण किया जायेगा ।यह जानकारी आज सिंचाई, जनस्वास्थ्य, बागवानी एवं सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने कोटगढ वन मंडल के तहत नागकेली में 65वें मंडल स्तरीय वन महोत्सव में पौधारोपण कार्यक्रम के उपरांत जनसभा में दी। श्रीमती स्टोक्स ने बताया कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार कटिबद्ध है जिसके लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनायें लागू की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोटगढ वनमंडल में इस वर्ष 75 हैक्ट. भूमि पर पौधारोपण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके तहत 80270 पौधे रौपे जाएंगें जिसपर 27 लाख रूपये की राशि खर्च होगी। उन्होंने बताया कि इस लक्ष्य को इसी मानसून सत्र में पूरा कर लिया जायेगा। वन सम्पदा के संरक्षण के लिए वनीकरण अभियान को और प्रभावी तरीके से क्रियान्वित करने के लिए जर्मन तकनीकी संस्थान द्वारा 25 करोड़ की राशि उपलब्ध करवाने पर सहमति प्रदान की गई है। उन्होंने बागवानों से अपील की कि वो सरकार द्वारा निर्धारित 22.50 किलो भार की सेबों की पैकिंग मंडियों में लाएं ताकि अंर्तराष्ट्रीय स्तर के मानकों के स्तर को प्राप्त किया जा सके। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश मार्किटिंग कमेटी के उपाध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने कहा कि वनों के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस सरकार के पूर्व कार्यकाल के दौरान लकड़ी की पेटी को बंद करके गत्ते की पेटियों का चलन आरम्भ की गई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बागवानों के हितो के लिए अनेक योजनाएं आरम्भ की गई है। ग्राम पंचायम मैलन के प्रधान प्रकाश शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और पंचायत की समस्याओं से अवगत कराया। इस अवसर पर कोटगढ पंचायत की प्रधान नमिता भैक, जरोल पंचायत प्रधान रत्न मुख्यान, मधावनी के रोशनलाल, शिमला ग्रामीण कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेम कैंथला, मंडलाध्यक्ष कैप्टन नत्थू राम, कोटगढ युवा कांग्रेस मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल, पर्यटन निदेशक रूपेश कंवल, मुख्य अरण्यपाल श्री सी. बी.पांडेय, वन मंडलाधिकारी प्रदीप, उपमंडलाधिकारी दलीप नेगी व अन्य विभागो के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।

जिला प्रशासन ने मोके पर पहुंच कर की मदद

धर्मशाला  09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) । धर्मशाला में उस समय दहशत में का माहोल पैदा हो गया जब धर्मशाला के चोहला व पटोला गावो के 13 परिवार बेघर हो गये अचानक अफरातफरी का माहोल गाव में पैदा हो गया यह घटना शनिवार सुबह करीब 3 बजे हुई जेसे ही लहासा घरो की और बहने लगा तभी अचानक गाव वासी अपने घरो से बाहर निकल आए पहाडियों से गीर रहा मलवा इतना था की उनके मकानों के अंदर भी मलवा पहुंच गया जेसे तेसे लोगो ने रात में एकत्रित होकर सभी को बहर निकला अन्यथा कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था स्थानीय लोगो की माने तो लगातार हो रही बारिश के कारण गाव के साथ बह रहे नाले में पानी का बहाव अधिक होने के कारण पहाड़ी से मलवा बहने लगा मलवा इतना अधिक था की वे घरो के अंदर तक आ गया सभी गाव वासियों ने मिल कर सुबह मलवा निकाल कर अपना कीमती सामान सुरक्षित किया जेसे ही जिला प्रशासन को इसकी सुचना मिली प्रशासन मोके पर पहुंचा व लोगो को राहत राशी प्रदान की व साथ ही टेंट इत्यादि की सहायता भी मुहिया करवाई इस दोरान हिमुडा के निदेशक सुरेश पापी , विजेंद्र कर्ण , राकेश राणा व अन्य सभी कांग्रेस कार्यकता भी मोजूद रहे व लोगो को सरकार की और से सहायता प्रदान करवाने का आश्वासन दिया हिमुडा के निदेशक सुरेश पप्पी का कहना है की जेसे ही स्थानीय विधायक व मंत्री को इस घटना की सुचना मिली उन्होंने प्रशासन को तत्काल मोके पर पहुंचने के निर्देश दिए और प्रशासन ने मोके पर पहुंच कर पीडि़त परिवारों को राहत प्रदान की उन्होंने कहा की सुधीर शर्मा खुद आ रहे थे लेकिन विधान सभा के चलते वे नही आ पाए लेकिन वे जल्द ही पीडि़त परिवारों से मिलने पहुंचे गे  एस डी एम बलबीर ठाकुर का कहना है की जेसे ही उन्हें इस दुखद घटना के बारे में पता चला वे मोके पर पहुंचे व प्रभावित लोगो को मोके पर ही पांच हजार की राशी व टेंट इत्यादि आवश्यक चीजो का प्रावधान करवाया गया लोगो के घरो का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई भी कागजी कार्यवाही के बाद कर दी जाए गी धर्मशाला के स्थानीय विधायक व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा का कहना है की जेसे ही उन्हें इस घटना की सुचना मिली प्रशासन को मोके पर पहुंचने के निर्देश दे दिए गये व मोके पर मदद की गई मै खुद 16 को पहुंच कर मोके का दोरा करेंगे

समीक्षा बैठक का आयोजन

धर्मशाला  09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) । कृषि विज्ञान केन्द्र में चल रही विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा बैठक का आयोजन चौधरी सरवन कुमार कृषि विवि पालमपुर के कुलपति डॉ0 केके कटोच की अध्यक्षता में किया गया। उन्होंने कहा कि किसानों के सामाजिक -आर्थिक उत्थान के लिए आधुनिक कृषि तकनीकों का तेजी से किसानों तक पहुंचााना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कृषि से जुड़ी सूचनाओं के सम्पे्रषण की व्यवस्था को भी शीघ्र ही चुस्त-दुरस्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्रों को ठीक तरह से फीडबैक लेकर अपने कार्यक्रमों में तेजी लानी होगी। उन्होंने बताया कि प्रगतिशील किसानों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। उन्होंने किसानों किसानों के उत्थान के लिए सभी कदम उठाने का आश्वासन दिया। उपाध्यक्ष हिप्र राज्य वन निगम व विवि प्रबंधन बोर्ड के सदस्य केवल सिंह पठानिया ने कहा कि कृषि विकास के लिए विभिन्न योजनाओं की पूरी जानकारी सभी किसानों तक पहुंचनी चाहिए। इनके सफल क्रियान्वयन में भी समुचित प्रयास किये जाने चाहिए। उन्होंने सलाह दी कि अधिकांश प्रशिक्षण, प्रदर्शन व अन्य कार्यक्रम किसानों के बीच जाकर उनकी भाषा में आयोजित करने चाहिए। प्रगतिशील किसानों की सूची नियमित रूप से अपडेट हो व सभी विभागें के समन्वय से सघ्भी किसानों का विकास हो। उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि केन्द्र इस तरफ ध्यान देगा। प्रसार निदेशक डॉ0 अतुल ने बताया कि किसानों के पास इस युग में दृश्य -श्रवण साधन उपलब्ध हैं इसलिए विवि प्रयास करेगा कि आधुनिक संचार साधनों व तकनीक का भी कृषि  हस्तातंरण व किसानों तक पहुंचने मं इस्तेमाल किया जाऐ। उन्होंने विभिन्न प्रसार गतिविधियों की जानकारी भी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ0 संजीब उपाध्याय ने प्रमुख उपलब्धियों के बारे में बताया। इसी केन्द्र के प्रसार विशेषज्ञ डॉ0 दीपिका , नीतू शर्मा, दीप कुमार व गिरीश महाजन ने भी विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। इस अवसर पर विवि के संयुक्त निदेशक(सूचना एवं जन सम्पर्क)हृदयपाल सिंह व अन्य वैज्ञानिकों सहित प्रगतिशील किसान देवदत्त शर्मा, सुशील कुमार सचिव जिला कांगे्रस कमेटी उपस्थित थे। 

निरीक्षण कुटीर जनता को समर्पित

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धर्मशाला  09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) । परिवहन, खाद्य आपूर्ति एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री जीएस बाली नगरोटा विस के चंगर क्षेत्र में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए 15 करोड़ रुपये की नई योजना नाबार्ड को स्वीकृति के लिए भेजी गई है। इस योजना से इलाके में चलाई जा रही अन्य योजनाओं को जोडक़र उनकी क्षमता में बढौतरी की जाएगी। इससे चंगर क्षेत्र की 12 पंचायतों के 14-15 हजार आबादी को फायदा पहुंचेगा। 
बाली आज नगरोटा विस के चंगर क्षेत्र के झपटेड़ में 32 लाख रुपये की लागत से निर्मित आईपीएच की निरीक्षण कुटीर का उदघाटन करने के उपरान्त जनसभा को संबोधित रहे थे।  उन्होंने कहा कि चंगर क्षेत्र में 14 करोड़ रुपये की लागत से बन रही 8 नई पेयजल योजनाओं का कार्य प्रगति पर है और यह योजनाएं दो वर्ष के भीतर तैयार कर जनता को समर्पित कर दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि सरकार के डेढ वर्ष के थोड़े से कार्यकाल में ही 4 करोड़ रुपये की तीन योजनाएं जनता को समर्पित की जा चुकी हैं और इस दौरान पानी की कमी वाले क्षेत्रों में 60 नए हैण्डपम्प भी स्थापित किए गए हैं। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि निरीक्षण कुटीर की सुविधा उपलब्ध होने से लोगों को फायदा पहुंचेगा। अब अधिकारी उनके घर-द्वार पर पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और वह खुद भी दो महीने में एक बार यहां पहुंचकर उनकी समस्याओं का निराकण करेंगे। इस निरीक्षण कुटीर में एक वीआईपी रूम सहित तीन सैट बनाए गए हैं। बाली ने कुटीर में दो एसी और एक कमरा तथा चारदीवारी लगाने के लिए 15 लाख रुपये स्वीकृत किये।। उन्होंने खाद्य आपूर्ति विभाग को झपटेड़ गांव मेें गैस वितरण के लिए गाड़ी को भेजने निर्देश दिए तथा एचआरटीसी को गांव में सुबह और शाम को सोमबार से बस चलाने के भी आदेश दिये। बाली ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा नई परिवहन नीति बनाई जा रही है जिसके अन्र्तगत गांव में चलने वाली बसों पर टैक्स नहीं लेने का प्रावधान किया जाएगा। इसमें रूट वितरण में युवाओं और स्वयं सहायता समूहों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने खाद्य आपूर्ति विभाग को गांव में कैंप लगाकर सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्र्तगत दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा इलैक्ट्रानिक राशन कार्ड बनाए जायेंगे जिसके अन्र्तगत कार्डधारक किसी भी डिपो से खाद्य सामग्री प्राप्त कर सकेगा। उन्होंने बताया कि  लोगों की सार्वजनिक वितरण प्रणाली से संबंधित शिकायतों का कम से कम समय में निपटारा करने के लिए टेलीफोन निर्देशिका बनाई गई है। जिसमें प्रदेश की सभी उचित मूल्य की दुकानों की जानकारी कोडिंग सहित व उचित मूल्य दुकान पहचान संख्या भी दी गई है। उन्होंने बताया कि नगरोटा विस के चंगर क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए उन्होंने प्रदेश का दूसरा इंजनियरिंग कॉलेज चंगर क्षेत्र में खोला है और इसका विस्तार भी चंगर क्षेत्र में ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 150 करोड़ रुपये से बनने वाले इस कॉलेज के लिए 25 करोड़ रुपये का प्रावधान कर दिया गया है। इस अवसर पर बाली ने लोगों की समस्याओं को भी सुना। इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष नगरोटा विस मान सिंह, मनोज मैहता महासचिव, एसई आईपीएच बख्शी, अधिशाषी अभियन्ता आईपीएच दीपक गर्ग, लोक निर्माण विजय चौधरी, प्रताप चौधरी पंचायत प्रधान देशराज, विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।  

हमीरपुर जिला में फसल विविधीकरण पर खर्च होंगे 16 करोड़ : लखनपाल 
  • 38 गांवों के किसानों को मिलेगी सिंचाई की बेहतर सुविधा
  • बड़ू में किसान मेले का किया शुभारंभ, प्रदर्शनी का भी अवलोकन

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हमीरपुर, 09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) । हमीरपुर जिला में नकदी फसलों के उत्पादन एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने के दृष्टिगत जायका प्रोजेक्ट के तहत 16 करोड़ 43 लाख की राशि व्यय की जाएगी इस के लिए 38 उपपरियोजनाएं तैयार की गई हैं जिसमें पंजाली, दियोट, चलाड़ा, नेरी, समलोग, सेर, धंगोटा लोखरियां, किरवीं, चलैली, अमनेड़, बाहल ठाकरू, ख्याह ब्राह्मणा, मांजरा, ब्राह्मणी मंज, मझोट, डगोह, धुनेतर, अंबोटा, कुठेड़ा, गलोड़ खास, गुरीयां, नाहलवीं, बुद्वाना, जियाना, द्रोंदला, मटोली महारल, चकराला, कसीयाना, मांजरू, अमरोह, भोला, जजरी, चमियाणा, ठारा चमियाणा गांवों में किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि कृषि पैदावार में बढ़ोतरी हो सके। इससे पहले मुख्य संसदीय सचिव ने किसान मेले में प्रगतिशील किसानों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया गया। लखनपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश के सत्तर प्रतिशत लोग सीधे तौर पर कृषि पर निर्भर हैं। राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि व इससे जुड़े क्षेत्रों का लगभग बीस प्रतिशत योगदान है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कृषि को बढ़ावा देने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री आदर्श कृषि गांव योजना भी आरंभ की गई है इसके तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की एक-एक पंचायत के लिए कृषि विकास योजना तैयार की जा रही है, चयनित पंचायत में कृषि संबंधी अधोसंरचना पर दस लाख रूपये की राशि व्यय की जाएगी। सीपीएस ने कहा कि हिमाचल को सेब के राज्य के रूप में पूरे विश्व में अलग पहचान मिली है तथा अब सब्जी उत्पादन में भी किसान प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं आरंभ की गई हैं तथा किसानों को इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठाना चाहिए। इससे पहले कृषि वैज्ञानिक डा चौहान तथा डा पीसी पटियाल ने भी सब्जी उत्पादन तथा सब्जियों में रोगों की रोकथाम बारे किसानों को विस्तार से जानकारी दी गई। जिला परियोजना प्रबंधक डा पीसी शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए जायका प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। ब्लाक परियोजना प्रबंधक कुलदीप कुमार ने किसान मेले में भाग लेने के लिए सभी अतिथियों एवं किसानों का आभार भी व्यक्त किया गया। इस अवसर पर केसीसीबी के उपाध्यक्ष कुलदीप पठानिया, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दीपक शर्मा, जिलाध्यक्ष नरेश ठाकुर, सेवादल के प्रदेश मीडिया प्रभारी नरेश लखनपाल, सेवादल के संयोजक डा ख्याली राम गर्ग, महासचिव राजेश चौधरी, मनोनीत पार्षद राजेश तथा एडवोकेट अश्वनी शर्मा, उपाध्यक्ष सुमन भारती, महासचिव अजय शर्मा, ब्लाक महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रीता खन्ना, शहरी इकाई के अध्यक्ष मनोज कुमार, राजपूत कल्याण बोर्ड के सदस्य संजीव ठाकुर, सचिव विवेक राही, सेवादल के सचिव राजीव चोपड़ा, पवन छिंदी, कौश्लया देवी,हिमफेड के डायरेक्टर आरसी डोगरा, कमलेश कुमारी, सचिव सुनील शर्मा, सत्तीश बन्याल, मनोहर कानूनगो सहित विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

सीपीएस ने किसानों को किया सम्मानित
   
हमीरपुर, 09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) ।  किसान मेले में सब्जी की बेहतर वैरायटी के उत्पादन के लिए मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने किसानों को सम्मानित भी किया गया। पंज्याली के ध्यान सिंह को भिंडी उत्पादन, दियोट की सुषमा देवी को करेला, दियोट की कांता देवी को घिया के उत्पादन के लिए क्रमश: पहला, दूसरा तथा तीसरा स्थान मिलने पर पुरस्$कृत किया गया जबकि राजोल की विमला देवी को आम, लाहलड़ी के परमिंदर को लहसून तथा राजोल की सत्या देवी को घिया उत्पादन में सांत्वना पुरस्कार दिए गए। इसी तरह से आस्था स्वयं सहायता समूह पंजाली, जाग्रति स्वयं सहायता समूह दियोट, अमनेड स्वयं सहायता समूह, शीतला स्वयं सहायता समूह दियोट-दो, भोले शंकर स्वयं सहायता समूह लाहलड़ी, तथा गौरी कृषि महिला समूह बलोह को भी पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त  प्रगतिशील किसानों  जय चंद, परविंद्र सिंह तथा जागीर सिंह को भी कृषि उत्पादन में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

41 करोड़ की बीत एरिया सिंचाई योजना दो साल में होगी तैयार
  • ऊना-रामपुर-हरोली-पालकवाह-पोलियां-जैजों सडक़ ‘मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड’  घोषित: अग्रिहोत्री 

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ऊना,   09 अगस्त  (विजयेन्दर   शर्मा) । उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा है कि 41 करोड़ लागत की बीत क्षेत्र सिंचाई योजना लघु सिंचाई में जिला ऊना की अब तक की सबसे बड़ी योजना है जो दो साल में पूरी करके जनता को समर्पित कर दी जायेगी। आज हरोली में जनसमूह को संबोधित करते हुए मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि इस योजना क ा पूरा पैसा आ गया है और इसके टैंडर भी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मध्यम सिंचाई योजना में विभौर साहिब जिला की सबसे बड़ी योजना है जबकि माईनर इरीगेशन में बीत एरिया सिंचाई योजना को जिला की सबसे बड़ी योजना कहलवाने का गौरव मिला है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 13 करोड़ 50 लाख रूपए की राशि होदियां व नालियां बनाने पर खर्च होगी जबकि करीब 28 करोड़ रूपए पानी लिफ्ट करने पर व्यय होंगे। उन्होंने कहा 18 बड़े नलकूप इस योजना के तहत बनेंगे जबकि सिंगा व अमराली में दो विशाल वाटर टैंक भी निर्मित किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि बीत क्षेत्र को सिंचाई सुविधा प्रदान करना 12 साल से उनका सपना था और वह निरंतर इसके लिए प्रयासरत थे। पूर्व यूपीए सरकार ने बीत की जनता को यह अनमोल तोहफा प्रदान किया। 

मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड का तोहफा मिला
उद्योग मंत्री ने यह जानकारी भी दी कि ऊना से रामपुर- हरोली- पालकवाह-पोलियां-जैजों सडक़ को सरकार ने मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड़ घोषित किया है । इससे सडक़ नेटवर्क और सुदृढ़ होगा। उन्होंने यह भी बताया हरोली में 5 करोड़ की लागत से बनने जा रहे मार्डन रूरल हैल्थ इंस्टीटयूट के लिए पूरा पैसा आ गया है। इसके तहत एक करोड़ रूपए की राशि बिल्डिंग के निर्माण पर खर्च होगी जबकि शेष राशि से उपकरण स्थापित किए जायेंगे। सिविल हस्पताल हरोली का भी पूरा पैसा आ गया है और यहां 6 डाक्टर बैठेंगे। हरोली में मिनी सचिवालय के टैंडर भी कर दिए गए हैं। हरोली में 15 लाख की लागत से सुविधागृह का निर्माण भी किया जायेगा जिसमें सुलभ शौचालय सुविधा उपलब्ध होगी। 

घालूवाल में बनेगा खूबसूरत चौक
उद्योग मंत्री ने बताया कि झलेड़ा में निर्मित चौक की तर्ज पर घालूवाल में भी भव्य चौक काद निर्माण किया जायेगा। 25 करोड़ से स्तरोन्नत होने जा रही झलेड़ा - बनखड़ी सडक़ के पहले चरण में झलेड़ा से पंडोगा तक सडक़ निर्माण के लिए 15 करोड़ के टैंडर कर दिए गए हैं। अजौली- लालूवाल सडक़ 15 करोड़ 15 लाख से संवर रही है जिस पर अभी एक और परत बिछाई जायेगी। पूबोवाल में 70 लाख की लागत से खूबसूरत पार्क बनाने के लिए टैंडर कर दिए गए हैं। पहले चरण में पार्क के चारों ओर अनारकली रेलिंग लगेगी। दुलैहड़ में जलाशय के निर्माण के लिए 50 लाख रूपए मंजूर किए गए हैं। इसमें खूबसूरत ट्रैक का निर्माण भी किया जायेगा। ललड़ी में उद्योग विभाग भव्य पार्क बनायेगा। कांगड़ में 65 लाख की लागत से वाले पर्यटन सूचना एवं सुविधा केन्द्र निर्मित होने जा रहा है।  कांगड़ को पर्यटक सैरगाह के रूप में विकसित करने के लिए चुना गया है। पंडोगा में 112 करोड़ की लागत से बनने वाले औद्योगिक क्षेत्र की सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हरोली हलके में 17 गलियों के निर्माण के लिए लेक निर्माण विभाग को 1 करोड़ रूपए जारी कर दिए गए हैं। 

44 लोगों को बांटे 17 लाख के चैक
उद्योग मंत्री ने इस अवसर पर हरोली विधानसभा क्षेत्र के 44 गरीब व जरूरतमंद लोगों को 17 लाख की राशि के चैक भी प्रदान किये। कई ऐसे लोग भी थे जो बैसाखियों के सहारे कार्यक्रम में पहुंचे थे। मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि जरूरतमंद की मदद करना उनका एजेंड़ा है जिसे वह लगातार पूरा कर रहे हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर गरीब की मदद की जा रही है । उन्होंने कहा कि वह मुयमंत्री वीरभद्र सिंह के इस बात के लिए आभारी हैं कि जब भी वह उनसे किसी जरूरतमंद की मदद बारे बताते हैं तो मुयमंत्री उसी वक्त मदद प्रदान करते हैं। इस अवसर पर उपायुक्त ऊना अभिषेक जैन, एसपी अनुपम शर्मा, एसडीएम धनवीर ठाकुर, डीएसपी सुरेन्द्र शर्मा, एक्सियन लोक निर्माण जीएस राणा, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण बोर्ड के सदस्य धर्मसिंह, निदेशक सामान्य उद्योग निगम पवन ठाकुर, , कामगार कल्याण बोर्ड की सदस्या एवं प्रधान ग्राम पंचायत बाथू सुरेखा राणा, केसीसी बैंक के निदेशक जोगराज जोगा, सैनिक बोर्ड के सदस्य कैप्टन शक्ति सिंह, हरोली ब्लाक महिला कांग्रेस की अध्यक्षा मधु धीमान, तिलक राज पुरी, दुलैहड़ के प्रधान सुभाष, सिंगा के पूर्व प्रधान चडढ़ा, राकेश कौशल तथा इलाके के कई पंचायत प्रधान व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।    

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (09 अगस्त)

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भारत छोड़ो आन्दोलन की भावना का सम्मान करें कांग्रेसी कार्यकर्ता

देहरादून,9 अगस्त,(निस)। हर उस कार्यकर्ता को जो कांग्रेस विचारधारा के प्रति सम्मान रखता है, उससे जुड़ा है और समाज और राष्ट्र निर्माण की अपेक्षा रखता है, उसे 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन की भावना का सम्मान और उसे अक्षुण रखने का संकल्प लेना होगा। यह बात शनिवार को अगस्त क्रांन्ति की 72वीं वर्षगांठ के अवसर पर उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी सभागार, राजीव भवन में ‘‘शहादत स्मरण एवं नमन’’ कार्यक्रम एवं गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कही। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह भी अपील की कि जो संदेश उत्तराखण्ड कांग्रेस ने तीन विधानसभा उपचुनाव और त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव जीत कर देश की जनता केा दिया है, कांग्रेस पार्टी में जो आत्म विश्वास और एक नई चेतना की दिशा जागृत की है उसे बनाये रखने के लिए परिश्रम और निष्ठा के साथ जुटे रहना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि हर उस कार्यकर्ता को जो कांग्रेस विचारधारा के प्रति सम्मान रखता है, उससे जोड़ा है तथा उससे समाज और राष्ट्र निर्माण की अपेक्षा रखता है, उसे 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन की भावना का सम्मान और उसे अक्षुण रखने का संकल्प भी लेना होगा। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह भी अपील की कि जो संदेश उत्तराखण्ड कांग्रेस ने तीन विधानसभा उपचुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जीत कर देश की जनता केा दिया है, कांग्रेस पार्टी में जो आत्म विश्वास और एक नई चेतना की दिशा जागृत की है उसे बनाये रखने के लिए परिश्रम और निष्ठा के साथ जुटे रहना है। आन्दोलनकारी उत्तराधिकारी संगठन के सदस्य राकेश डोभाल ने उस समय के आन्दोलन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर और आर्येन्द्र शर्मा ने विस्तार से 1942 के इस आन्दोलन की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के सदस्य राकेश डोभाल एवं मुकलेश कुकरेती का शाॅल ओढाकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस के मुख्य समन्वयक जोत ंिसह बिष्ट ने अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन की ऊर्जा और भावना से प्रेरित होकर उत्तराखण्ड में भी भाजपा उत्तराखण्ड छोड़ो का नारा देते हुए 2017 की जीत का आह्रवान किया। कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष दीन मोहम्मद, पूर्व जिलाध्यक्ष चैधरी महेन्द्र सिंह, देहरादून जिला पंचायत अध्यक्ष चमन सिंह, राजेन्द्र शाह, प्रयाग भट्ट, अजय ंिसह, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, अमरजीत सिंह, मथुरादत्त जोशी, अये्र्रन्द्र शर्मा, सुलेमान अहमद, विवेक खण्डूरी, दीपक बडोला, रामविलास रावत, कुंवर सिंह यादव, आशीष उनियाल, कर्नल विजय घिल्डियाल, टीका राम पाण्डे, सुनीता प्रकाश, शुधा शुक्ला, कमलेश रमन, शिल्पी अरोड़ा, अनिल रावत, धर्मंिसह पंवार, जगदीश धीमान, रामकुमार वालिया, नवीन जोशी, विपुल नौटियाल, अनिल गुप्ता, कै0 बलवीर सिह रावत, ममता गुरूंग, नजमा खान, रोशनी गोदियाल, आशा टम्टा, सुशील डिमरी, दीप जोशी आदि अनेक कांग्रेसजन उपस्थित थे। 

पात्र को राशन कार्ड नहीं और अपात्र के बने कार्ड पर मंत्री नाराज 

देहरादून,9 अगस्त,(निस)। जनपद देहरादून के प्रभारी मंत्री यशपाल आर्य द्वारा कलक्ट्रेट सभागार में खाद्य सुरक्षा योजना की समीक्षा की गई, जिसमें उन्होने पाया कि खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पात्र व्यक्तियों के कार्ड नही बन पाये है तथा जो अपात्र व्यक्ति है उनके कार्ड बनाये गये है जिस पर उन्होने नारजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी को निर्देश दिये है कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में जिन अपात्र व्यक्तियों के राशन कार्ड बनाये गये है उन्हे चिन्हीकरण कर उन राशन कार्डो को अविलम्ब निरस्त किया जाय ताकि पात्र व्यक्ति इस योजना से वंचित न रहे तथा उसको योजना का लाभ मुहैया हो सके। उन्होने निर्देश दिये कि खास कर शहर के मलिन बस्तियों में निवास कर रहे पात्र व्यक्तियों का चिन्हीकरण किया जाय तथा उनके हर हाल में राशन कार्ड बनाये जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि अगले माह के प्रथम सप्ताह में बैठक आहूत कर इसमें क्षेत्रीय विधायकों,पार्षदों एवं जन प्रतिनिधियों को भी आंमत्रित किया जाय ताकि इस योजना में आ रही समस्या के सम्बन्ध में भी उनके सुझाव लिये जाय। उन्होने कहा कि सरकार की मंशा है कि इस योजना के तहत कोई भी पात्र व्यक्ति योजना से वंचित न रहे तथा इस कार्य में लगें अधिकारी एवं कर्मचारी पात्र व्यक्तियों का चयन कर उन्हे योजना से लाभान्वित करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन झरना कमठान, सयुक्त मजिस्ट्रेट रंजना वर्मा, जिला विकास अधिकारी सुशील डोभाल, जिला पूर्ति अधिकारी श्याम आर्य सहित सम्बन्धित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने जनता की शिकायतों व समस्याओं को फोन से सुना

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देहरादून, 9 अगस्त, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज फोन पर जनता की शिकायतों व समस्याओं को सुना। अनेक समस्याओं का निस्तारण तत्काल कर दिया गया। राज्य के पिथौरागढ़, टिहरी, नैनीताल व अन्य दूरस्थ क्षेत्रों से लोगों ने फोन कर सीएम को अपनी समस्याओं की जानकारी दी। किसी को इंदिरा आवास ना मिलने की शिकायत थी तो किसी को खेल में आगे बढ़ने के लिए सहायता की दरकार थी। इसके अलावा कुछ लोगों ने फोन पर आम जनता से सीधे  संवाद की प्रक्रिया शुरू करने पर बधाई दी और मुख्यमंत्री के कुशलक्षेम की कामना की। कईयों की शिकायतें अपने क्षेत्र में सड़क, बिजली, पेयजल की समस्याओं को लेकर थी, कोई चिकित्सा के लिए आर्थिक सहायता चाहता था तो किसी ने हड़ताल के कारण जनता को होने वाली परेशानियों के बारे में सीएम को जानकारी दी। बाद में सीएम ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए कहा कि फोन पर जनता से सीधा संवाद होने से दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सीएम तक अपनी बात पहुंचाने के लिए देहरादून आने से छुटकारा मिलेगा। अब दूरदारज के दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में  रह रही जनता भी हर शनिवार को प्रातः 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक उनसे 0135-2750033 नम्बर पर फोन कर सीधे बात कर सकती है। लोगों की शिकायतों व समस्याओं को ना केवल उनके द्वारा सुना जाता है बल्कि इसे सीएम कार्यालय में बाकायदा दर्ज भी किया जाता है और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देशों के साथ अग्रसारित किया जाता है। सीएम ने कहा कि फोन पर जनता से बात करने पर उन्हें भी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों के संबंध में महत्वपूर्ण फीडबैक मिलता है। वहीं मुख्यमंत्री ने शनिवार को बीजापुर में पत्रकारों द्वारा अनौपचारिक वार्ता के दौरान काॅलेजों में प्रवेश के संबंध में नैनीताल उच्च न्यायालय के निर्णय के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार प्रयासरत है कि छात्रों के हित में आवश्यक प्रबंध किए जा सके। हालांकि समस्या को पूरी तरह से दूर करने में समय लगेगा परंतु सरकार तात्कालिक तौर पर भी कुछ उपायों पर विचार कर रही है। इनमें कालेजों में संध्याकालीन कक्षाएं शुरू करवाना, जहां सम्भव हो वहां छात्र संख्या को बढ़ाना सहित कई अन्य बातों पर विचार किया जा रहा है। कोशिश कर रहे हैं कि अन्य उच्च शिक्षण संस्थाओं की सुविधाओं का उपयोग कर सकें। दीर्घकालीन नीति के तहत निजी क्षेत्र के सहयोग से उच्च शिक्षा में सुधार पर बल दिया जाएगा। सीएम ने छात्रों से सरकार के प्रयासों में सहयोग करने की भी अपील की।

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दी रक्षा बन्धन के पर्व पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं
  • बहनो को राज्य परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा करने की सुविधा

देहरादून, 9 अगस्त,(निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रक्षा बन्धन के पर्व पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने भाई-बहन के रिश्ते के इस पावन पर्व को आपसी प्रेम एवं भाईचारे की भावना से मनाने की अपील की है। मुख्यमंत्री रावत ने रक्षा बंधन पर्व पर जारी अपने संदेश मंे कहा कि उत्तराखण्ड में सभी पर्वों को मिल-जुलकर मनाने की आदर्श परम्परा रही है। रक्षा बन्धन का त्यौहार हमंे भारतीय इतिहास के सुनहरे पन्नों की याद दिलाता है, जिसमंें रानी कर्णवती ने मुगल शासक हुमांयू को राखी भेजकर एक महान परम्परा का निर्वहन किया था, हमंे उस परम्परा को आज भी अपनाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि रक्षा बन्धन का पर्व महिलाओं को सम्मान देने की भी प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षा बंधन के दिन महिलाओं को उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा करने की सुविधा राज्य सरकार ने प्रदान की है, ताकि वे अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए सुगमता से जा सके।

मैथिली पुस्तक अब अंग्रेजी में

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dakchal debalमैथिली के छठे दशक के परिचित कथाकार बलराम के कहानी संग्रह 'दकचल देबाल'का अंग्रेजी अनुवाद 'द स्क्रैच्ड वॉल'का लोकार्पण बिहार के मधुबनी जिले के मधेपुर प्रखंड स्थित हर्षपति सिंह महाविद्यालय के सभागार में शनिवार को हुआ। अंग्रेजी अनुवाद भैरवेश्वर झा ने किया है। मैथिली कवि और बलराम के सुपुत्र सारंग कुमार ने इस पुस्तक का लोकार्पण किया। इस अवसर पर प्रो. देवकांत झा, डॉ. श्रीपति सिंह, शुभेंदु चौधरी और प्रो.मदनेश्वर झा ने अपने उद्गार व्यक्त किए एवं संस्मरण सुनाए। इस पुस्तक का प्रकाशन धर्मानंद शोध संस्थान, मधेपुर ने किया है। 


इस अवसर पर मदनेश्वर झा ने कहा कि दकचल देबाल की कहानियां विश्व स्तर की हैं। इनका अनुवाद अंतर्राष्ट्रीय भाषा में होने से मैथिली कहानियों के स्तर से अन्य भारतीय भाषाओं एवं देश से बाहर के लोग भी परिचित होंगे। 

विधानसभा चुनाव के लिए हो जाएं तैयार : अमित शाह

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Amit Shah'
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को पार्टी के जमीनी स्तर से शिखर तक के कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयार हो जाने को कहा ताकि पार्टी अपने दम पर सरकार बना सके। शाह लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे। जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की एक दिवसीय बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति का अनुमोदन किया गया।

बैठक में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पार्टी भारत को न केवल एक आर्थिक शक्ति के रूप में उभरने में, बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत को भी पुनस्र्थापित करने में भी मदद करेगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 'नीतिगत लकवे'को दूर करने के लिए मोदी सरकार की सराहना की। अमित शाह (49) ने अपने संबोधन में कहा कि आम चुनाव में भाजपा इसलिए आम लोगों का समर्थन हासिल करने में कामयाब रही क्योंकि इसने एक ऐसे नेता को पेश किया जो लोगों की विकास संबंधी भूख को शांत करने की क्षमता रखता है। उन्होंने राज्यों में होने जा रहे चुनाव में भी यही कथा दोहराने की अपील कार्यकर्ताओं से की।

उन्होंने भाजपा के सभी आम-ओ-खास से झारखंड, हरियाणा, महाराष्ट्र और बिहार के विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी में जुट जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने दम पर सरकार बना सके। उन्होंने कहा, "बिहार में धुर विरोधी रहे नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव गलबहियां कर चुके हैं। लेकिन वे नहीं जानते कि कोई भी पार्टी अपनी विचारधारा और अपने कार्यकर्ताओं में बसती है। हम बिहार में अपने दम पर सरकार बनाएंगे।"उन्होंने कहा कि पूर्व में गंगा की सफाई पर करोड़ों रुपये खर्च हुए, लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला। इसका कारण यह था कि गंगा की सफाई को एक कार्यक्रम की तरह लिया गया न कि जनांदोलन के तौर पर। शाह ने कहा, "हमें गरीबों का समर्थन मिला। हम गरीबों की पार्टी के रूप में बढ़ रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान गरीबों को लगा 'भाजपा उनकी पार्टी है और चाय बेचने वाला (नरेंद्र मोदी) प्रधानमंत्री बनने जा रहा है।'उन्होंने कहा कि भाजपा में जमीनी स्तर पर काम करने की परंपरा रही है और इसमें नेतृत्व का फैसला पारिवारिक पृष्ठभूमि के आधार पर नहीं किया जाता।  शाह ने कहा, "हममें से कई ने अटलजी (बिहारी वाजेपी) जैसा नेता नहीं देखा, जो पार्टी के सम्मेलनों में प्रतिनिधियों को भोजन परोसता हो। (लालकृष्ण ) आडवाणी जी ने दशकों तक बिना किसी लाभ के पार्टी का दस्तावेज तैयार किया। कुशाभाउ ठाकरे से लेकर नितिन गडकरी तक सभी नेता कार्यकर्ता से शीर्ष पद पर पहुंचे।"

उन्होंने कहा, "मोदी का पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत करना और एक आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार से होते हुए हमारे लोकतंत्र के शीर्ष स्थान पर पहुंचना, इसी परंपरा का उदाहरण है।"शाह ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बूथ कमेटी के सामान्य कार्यकर्ता के रूप में की थी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अध्यक्ष बनाना पार्टी के कार्यकर्ताओं का सम्मान है। 

संबंधों को प्रगाढ़ बनाएं आसियान देश : सुषमा स्वराज

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Sushma Swaraj in Myanmar for ASEAN Meet
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को यहां कहा कि आसियान के 10 देशों के साथ भारत का संबंध एक महत्वपूर्ण चरण पर पहुंच गया है, जिसे 2016 में शुरू होने वाले पंचवर्षीय कार्य योजना से आगे बढ़ाया जा सकता है। म्यांमार की राजधानी नेपेडा में 12वीं भारत-आसियान विदेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए सुषमा ने बाजारों के एकीकरण और दोनों पक्षों के मानवी और संसाधन क्षमता के अधिकतम दोहन के लिए संपर्क, व्यापार और पर्यटन पर जोर दिया।

उन्होंने आशा जताई कि महीने के अंत में जब आर्थिक व वाणिज्य मंत्री मिलेंगे, तो वे मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर करने में सक्षम होंगे और एक समर्पित आसियान भारत व्यापार एवं निवेश केंद्र स्थापित करने के तौरतरीकों पर सहमत होंगे।  स्वराज ने कहा, "हमने भारत, म्यांमार और थाईलैंड के बीच एक पारगमन परिवहन समझौते पर जल्द से जल्द वार्ता शुरू करने का सुझाव दिया है, ताकि यह समझौता 2016 में त्रिपक्षीय राजमार्ग पूरा होने के साथ ही पूरा हो सके।"

स्वराज ने कहा कि आसियान और भारत साथ मिलकर खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन का वैश्विक समाधान निकाल सकते हैं, जिससे निरंतर विकास को गति मिलेगी। स्वराज ने आसियान भारत की आधिकारिक वेबसाइट (आसियानइंडिया डॉट कॉम) को फिर से शुरू करने की घोषणा की। इस वेबसाइट का विकास किया जाएगा।

उन्होंने वियतनाम के विदेश मंत्री फाम बिन्ह मिन्ह से वार्ता जारी रखने के लिए वियतनाम यात्रा करने और 25 अगस्त को आसियान-भारत नेटवर्क ऑफ थिंक टैंक के तीसरे गोलमेज के उद्घाटन की घोषणा की। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (09 अगस्त)

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विश्व आदिवासी दिवस समारोह मनाया

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झाबुआ--- संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित विश्व आदिवासी दिवस झाबुआ में डाॅ भीमराव अंबेडकर पार्क में मनाया गया सभी राजनैतिक, धार्मिक, सामाजिक तथा कर्मचारी संगठन ने उपर उठकर यहां विश्व आदिवासी दिवस समारोह में राजनैति प्रतिनिधियों , सामाजिक कार्यकर्ताओं ने तथा शासकीय कर्मचारियों के संगठन के प्रमुख ने बढचढ कर भाग लिया। कर्यक्रम का शुभारंभ शहीद टंटीया मामा की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ प्रारंभ हुआ। शहीद टंटिया मामा के माल्यार्पण में दोनों पार्टियों के आदिवासी प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि राजनिती तथा सभी संगठनों से उपर उठकर सभी मिलकर आदिवासी समाज की सेवा, आदिवासी संस्कृति की पहचान, अस्मिता एवं आत्मा सम्मान बनाए रखने के लिए यह दिवस मनाया जा रहा है। उन्होने कार्यक्रम की सराहना करते हुए ऐसे नवयुवकों को निःस्वार्थ सेवा के लिए बिना भोदभाव किए आगे आना चाहिए। माल्यार्पण समारोह पश्चात रैली निकाली गई। जिसमें सभी ने भाग लिया। ज्ुलुस बस स्टेंड से मुख्य बाजार होते हुए बाबेल चैराहा, राजवाडा, राजगढ नाका होते हुए सभा स्थल डाॅ भीमराव अंबेडकर पार्क पहुंचे जहां अनेक आदिवसी वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। जिसमें श्रीमती अनु भाबर ने आदिवासियों को अपनत्व की भावना से देखने का कार्य करने की बात कहीं उन्होने साफ तौर पर कहा कि कई बडे अधिकारी आदिवासी होकर भी आदिवासियों का कार्य करने से इन्कार कर देते है और अपने आपको आदिवासी कहलाने से शर्मिदगी महसूस करते है यह आदिवासियों के लिए अभिशाप है। श्रीमती मंगला गरवान ने आदिवासी संस्कृति इसकी अस्मिता व आत्म सम्मान को बनाए रखने की बात कही। कल्याणसिंह डामोर ने कहा कि भारत की आजादी के लिए आदिवासी क्रांतिकारियों ने अपने आप को न्यौछावर कर दिया जबकि उनका कई वर्षो तक इतिहास के पन्नों पर नाम तक नही था, उन्होने टंटिया भील, अजयसिंह मुण्डा, बिरसा मुण्डा, रानी दुर्गावती आदि क्रातिकारियों एवं शहीदों के नाम गिनाए। कन्या महाविद्यालय प्राचार्य सीएस चैहान एवं छितुसिंह मेडा ने भी आदिवासियों की सामाजिक कुरितियो को दुर करने के विचार रखे। सभा को फुल पगारे, बेनेडिक्ट डामोर, श्री विरम दुध डेरी झाबुआ, महेश भाबर, डीएस भयडिया, सागर डामोर, विनय भाबोर ने भी संबोधित किया। पूर्व जज एवं समारोह के संयोजक नरवरसिंह भूरिया ने आशा जताई की आगामी वर्षो में इस दिवस को व्यापक रूप से मनाए जाने एवं इसी संगठन के बलबुते आदिवासी कमजोर वर्ग के लोगों का निःशुल्क कानुनी सलाह देने का संकल्प दोहराया। उन्होने जोर देकर कहा कि यह संगठन सिर्फ आदिवासी समाज के हितों की रक्षा के लिए सतत् प्रयासरत रहेगा। समारोह को सफल बनाने के लिए सुरबानसिंह, शंभूसिंह डोडियार, मंगला गरवान, बेनेडिक्ट डामोर, महेश भाबर, आरएस बिलवाल, केसी माल, फ्रांसिस कटारा, अनु भाबर, सागर डामोर आदि का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालक भीमसिंह मसानिया एवं आभार पीटर बबेरिया ने माना।

ठा. हनुमंतसिह डाबडी प्रभारी जिलाध्यक्ष एवं कैलाष डामोर ब्लाक अध्यक्ष रानापुर नियुक्त

झाबुआ --- जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शांतिलाल पडियार ने पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया एवं वरिष्ट कांग्रेस नेताओं की सहमति से ठाकुर हनुमंतसिंह डाबडी को प्रभारी जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है । पडियार ने समस्त पदाधिकारी एवं ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षगणों से को निर्देष देते हुए कहा कि श्री हनुमंतसिंह डाबडी के साथ सहयोग करें तथा को मजबुती प्रदान करे । इसी तरह श्री पडियार ने रानापुर ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर श्री कैलाष डामोर (नगर पंचायत रानापुर अध्यक्ष ) को नियुक्त किया गया है। इन की नियुक्ति पर जिला कांग्रेस के पदाधिकारी ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ,पूर्व विधायकगण जनप्रतिनिधिगण महिला कांग्रेस ,सेवादल, युवक कांग्रेस एनएसयुआई किसान मोर्चा संगठन आदि ने बधाई दी है।

रक्षा बंधन पर पूर्व प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष भूरिया द्वारा बधाई

झाबूआ---भोपाल पूर्व प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष, पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया ने भाई-बहनों के स्नेह के प्रतीक पारंपरिक त्यौहार रक्षा बंधन के पावन अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। आपने कहा है कि आजकल समाज में सामाजिक रिश्तों को लेकर जो संकट के हालात दिखाई दे रहे हैं, उन हालातों से निपटने और अपने रिश्तों को अक्षुण्ण रखने के लिए रक्षा बंधन पर्व से नई पीढ़ी को प्रेरणा और बल मिलेगा। श्री भूरिया ने सभी भाइयों और बहनों से आग्रह किया है कि वे अपने पवित्र रिश्तों को सुदृढ़ बनाने के लिए लगातार प्रयास करें। जिला कांग्रेस अध्यक्ष षातिलाल पडियार पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेषचन्द्र जैन , जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया सहित पूर्व विधायकगण जनप्रतिनिधिगण समस्त कांग्रेस पदाधिकारी ने इस अवसर पर अपनी ओर बधाई दी हे।

पूर्व सांसद ने दी टांटीया भील को श्रृद्वाजंली

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झाबुआ--- आज नौ अगस्त को 73 वें अगस्त क्राति दिवस भारत छोडो आन्दोलन के अवसर पर पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष एवं म0प्र0 आदिवासी विकास परिशद के अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने स्थानीय बसं स्टेण्ड पर एक समारोह में आदिवासी क्रांतिकारी टाटीयाभील की प्रतिमा पर पुश्पहार पहनाकर अपनी ओर से श्रृद्वाजंली अर्पित की श्री भूरिया ने अपने संदेष में कहा कि भारतीय स्वतंत्रा सग्राम के दौरान 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी के आव्हान पर समुचे देष में भारत छोडो आन्दोलन एक साथ प्रारंभ हुआ था।यह भारत को तुरंत आजाद करने के लिए अंग्रेज षासन के विरूश् एक सविनय अवज्ञा आन्दोलन था। अगस्त 1942 में प्रारंभ हुए इस आन्दोलन को अंग्रेजों भारत छोडो का नाम दिया गया था।इस आन्दोलन को पूरे भारत में चलाकर महात्मा गांधी ने अंग्रेजों को भारत छोडने पर मजबुर किया इस आन्दोलन में सहयोग करने वाले सभी दिवंगत स्वतत्रासंग्राम सेनानी को अपनी ओर से श्रृद्वाजंली प्रेशित की है।

घमकी देकर करता रहा बलात्कार 

झाबूआ---फरियादिया ने बताया कि वह पारा हाट से बाबा का लडका वेलसिंह के साथ मोटर सायकल से घर जा रही थी कि रास्ते में पीडिता के पूर्व पति का बडा भाई मानसिंह मिला व मो0सा0 पर बैठ गया। आरोपी उसके बाबा का लड़का वेलसिंह पिता बुचा मेडा एवं मानसिंह पिता नेवसिंह वसुनिया निवासीगण ठोचका ने उसे चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी देकर जबरन दाहोद ले गये तथा दाहोद से आरोपी रामसिंह जामनगर ले गया व बलात्कार करता रहा, वह मौका पाकर भाग आयी। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्र0 587/14, धारा 366,376(घ) 506,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। माधौपुरा निवासियों के लिये सीमेण्ट-कांक्रीट का रोड निर्माण किये जाने हेतु प्रस्ताव भेजा माधौपुरा निवासियों के आने-जाने हेतु रहेगे दो मार्ग  झाबूआ---वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0पी0सिंह ने बताया कि पुलिस लाईन झाबुआ में 200 शासकीय क्वाटर होकर पुलिस परिवार रहता है। पुलिस लाईन की महिलाओं द्वारा शिकायत की गई थी कि आवारा किस्म के लोग पुलिस लाईन ग्राउण्ड में आकर शराब पीते हैं, साथ ही अभद्रतापूर्ण व्यवहार भी करते हैं। पुलिस लाईन झाबुआ में जिलें का रिजर्व आम्र्स-एम्युनेशन भी रखा हुआ है। पुलिस मुख्यालय भोपाल से मध्यप्रदेश में सिमी की गतिविधियों को देखते हुए जिले के आम्र्स एम्युनेशन की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश भी प्राप्त हुए थे। उपरोक्त तथ्यों को देखते हुए पुलिस लाईन में माधौपुरा तरफ गेट लगवाकर दिन में पैदल आने-जानें हेतु नागरिकों को अनुमति/सुविधा दी हुई है। पुलिस लाईन झाबुआ के पीछे आवासीय काॅलोनी के बीच में 400 मीटर लंबा रास्ता है। इस रास्ते पर सीमेण्ट-कांक्रीट का रोड, जिसकी लागत लगभग 05 लाख रू0 आवेगी, मान0 विधायक मद से या अन्य मद से रोड स्वीकृत करवाने हेतु माननीय झाबुआ विधायक से चर्चा उपरांत दान पत्र एवं नक्शे की फोटोप्रति संलग्न कर उन्हें प्रस्ताव/पत्र प्रेषित किया गया है ताकि माधौपुरा निवासियों को एक वैकल्पिक दूसरा रास्ता भी स्थई रूप से चालू होकर समस्या का स्थाई निदान हो सके। माननीय विधायक झाबुआ द्वारा इस प्रस्ताव पर शीघ्र ही स्वीकृति दी जाकर निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया जावेगा। पुलिस लाईन झाबुआ के पीछे माधौपुरा स्थित आबादी हेतु रामकृष्ण नगर की ओर जाने के लिये एक वैकल्पिक मार्ग का निर्माण (इक्को सेण्टर वाले मार्ग के अतिरिक्त) कराये जाने के संबंध में पुलिस लाईन माधौपुरा से रामकृष्ण नगर की ओर लगभग 400 मीटर की जमीन पुलिस प्र0आर0 चैनसिंह एवं उसके भाई शंकर, रमेश, जालमसिंह पिता वेसिया सिंगाड़, निवासी ग्राम किशनपुरी ने सड़क हेतु दान पत्र द्वारा दान की गई है। दान पत्र द्वारा दी गई जमीन पर सीमेण्ट-कांक्रीट का रोड बनाने हेतु कार्यवाही की जा रही है ताकि निकट भविष्य में माधौपुरा स्थित काॅलोनी से रामकृष्ण नगर की ओर भी एक दूसरा वैकल्पिक मार्ग बारह महीने-24 घण्टे उपलब्ध रह सके। माधौपुरावासियों को रामकृष्ण नगर की ओर जाने के लिये पुलिस के एक भवन को तुड़वाकर कच्चा रास्ता लगभग एक वर्ष पूर्व से ही चालू करवा दिया गया है। सीमेण्ट-कांक्रीट रोड निर्माण से दाहिने एवं बांयी दोनों तरफ से माधौपुरा वासी कभी-भी आ-जा सकेंगे। इस रोड निर्माण से पुलिस विभाग के आम्र्स-एम्युनेशन को कोई खतरा न होकर उनकी सुरक्षा रहेगी। 

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (09 अगस्त)

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वृक्षों को रक्षा सूत्र बांध कर मनाएंगे रक्षाबंधन

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विदिशा की मुक्ति सेवा धाम समिति और बेतवा उत्थान समिति रक्षाबंधन पावन पर्व को अलग तरीके से मना रही है। पहली बार समिति के पदाधिकारियों, सदस्यों के द्वारा वृक्षों को रक्षा सूत्र बांध कर रक्षाबंधन की शुरूआत करेंगे। मुक्ति धाम सेवा समिति के सचिव श्री मनोज पांडे ने बताया है कि रक्षाबंधन के पर्व पर मुक्तिधाम प्रागंण में सुबह सात बजे से पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। वही श्रमदानियों के दौरान पूर्व के वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधकर उनकी रक्षादायित्व का निर्वहन करने का संकल्प लिया जाएगा।पौधरोपण कार्यक्रम में नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती ज्योति शाह के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि और कलेक्टर श्री एमबी ओझा तथा पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी समेत अन्य अधिकारी, कर्मचारी पौधरोपण में सहभागिता निभाएंगे। समिति के सचिव श्री पाण्डेय ने नगर के गणमान्य नागरिकों से पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया गया है। 


पारी से हारा भारत, इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे

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moin ali
ओल्ड ट्राफोर्ड स्टेडियम में हुए चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भारत की दूसरी पारी 161 रनों पर समेटते हुए मैच पारी और 54 रनों के अंतर से अपने नाम कर लिया। इसके साथ ही इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 की अपराजेय बढ़त हासिल कर ली। भारतीय बल्लेबाजों ने लगातार दूसरी पारी में शर्मनाक प्रदर्शन किया। रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 46) दूसरी पारी में भारत के सर्वोच्च स्कोरर रहे, जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने 27 रनों का योगदान दिया।

पूरी शीर्ष बल्लेबाजी और मध्यक्रम जैसे इंग्लैंड की गेंदबाजी के आगे लाचार नजर आया और लगातार अंतराल पर विकेट गिरते रहे। मुरली विजय (18), गौतम गंभीर (18), चेतेश्वर पुजारा (17), विराट कोहली (7), अजिंक्य रहाणे (1), रविंद्र जडेजा (4) कोई भी टिककर नहीं खेल सका।

इंग्लैंड के लिए मोइन अली ने दूसरी पारी में सर्वाधिक चार विकेट हासिल किए, जबकि जेम्स एंडरसन और क्रिस जॉर्डन को दो-दो विकेट मिले। बल्लेबाजी के दौरान गेंद लग जाने से रिटायर्ड हर्ट हुए तथा पहली पारी में छह विकेट चटकाने वाले स्टूअर्ट ब्रॉड दूसरी पारी खेलने नहीं उतर सके।

शनिवार को इंग्लैंड ने पहली पारी में 367 रन बनाए और पहली पारी के आधार पर भारत पर 215 रनों की विशाल बढ़त हासिल कर ली। इंग्लैंड के लिए शनिवार को बटलर और जोए रूट (77) ने दूसरे दिन की अपनी 67 रनों की साझेदारी को सधे अंदाज में आगे बढ़ाना शुरू किया। इस बीच दोनों बल्लेबाजों ने अपना-अपना अर्धशतक पूरा किया। बटलर और रूट की इंग्लिश जोड़ी ने तीसरे दिन भारतीय गेंदबाजों को लगभग 22 ओवरों तक विकेट के लिए तरसाए रखा।

शनिवार को भारत को पहली सफलता करियर का दूसरा मैच खेल रहे पंकज सिंह ने दिलाई। पंकज ने रूट का विकेट चटका अपने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट करियर का पहला विकेट हासिल किया। पंकज की गेंद रूट का बल्ला छूकर गेंद विकेट के पीछे गई, जहां कप्तान एवं विकेटकीपर महेंद्र सिंह धौनी ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। रूट के विकेट के साथ ही पंकज ने टेस्ट करियर का पहला विकेट हासिल किया। रूट ने इस बीच 161 गेंदों की अपनी संयमभरी पारी में सात चौके लगाए।

बटलर इस बीच खुलकर शॉट खेलने लगे थे। पंकज को दूसरा विकेट देने से पहले बटलर ने 130 गेंदों का सामना कर 10 गेंदों को सीमा पार भेजा। भोजनकाल से ठीक पहले आखिरी ओवर में जोस बटलर (70) पंकज की गेंद पर चेतेश्वर को कैच थमा पवेलियन लौटे। भारतीय टीम पहली पारी में भी 152 रनों पर ढेर हो गया था। कप्तान धौनी ने पहली पारी में सर्वाधिक 71 रन, रविचंद्रन अश्विन ने 40 और अजिंक्य रहाणे ने 24 रनों का योगदान दिया था।

विशेष आलेख : शिक्षा की बदहाल होती व्यवस्था

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शिक्षा हासिल करना सभी का मूलभूत अधिकार है। लेकिन आज भी बहुत से बच्चे अपने इस मूलभूत अधिकार से वंचित हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम,2009 के लागू ह¨ जाने के बाद भी देश के सरकारी विद्यालय¨ं अ©र उसमें मिलने वाली शिक्षा की गुणवŸाा की दशा श¨चनीय है। देष के ग्रामीण क्षेत्रों में त¨  स्थिति अ©र भी दयनीय है। अगर जम्मू एवं कष्मीर के सरहदी इलाकों की बात की जाए तो हालात और भी बदतर नजर आते हैं। जम्मू प्रांत का सरहदी जि़ला पुंछ षिक्षा की दृश्टि से आज भी काफी पिछड़ा हुआ है। खनेतर गांव जोकि पुंछ हेडक्र्वाटर से तकरीबन 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है षिक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करने के लिए काफी है। इसकी जीती जागती मिसाल है खनेतर का हाईस्कूल । इस स्कूल के बारे में गांव के स्थानीय निवासी मोहम्मद अज़ीज चैहान (55) का कहना है कि 1986 में इस स्कूल को हाईस्कूल का दर्जा दिया गया था। 28 साल गुज़र जाने के बाद भी स्कूल की हालत खस्ताहाल ही है। स्कूल में दी जाने भी षिक्षा की हालत भी बहुत अच्छी नहीं है। गौरतलब है कि 2012 में खनेतर गांव को आदर्श गांव का दर्जा दिया गया था। जिसके तहत यहां सभी बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाना था। यहां की जनता ने आदर्श गांव की खुषी में काफी सारे विकास के सपने अपनी आंखों में संजोए थे। मगर अफसोस उनके यह सपने आज तक सपने ही बने हुए हैं। 
         
तमाम मूलभूत सुविधाओं से वंचित होने के बावजूद भी यहां के लोग चाहते हैं कि उनके बच्चे पढ़कर लिखकर गांव और देष का नाम रोषन करें। मगर षिक्षा का उचित बंदोबस्त न होने की वजह से माता-पिता के साथ उनके बच्चों के सपने भी तार तार हो रहे हैं। गांव में षिक्षा की बदहाली का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खनेतर हाईस्कूल की बिल्डिंग में ग्यारह कमरे हैं जिसमें एक कमरे में कार्यालय, एक में स्टाफ या लैब, एक में लाइब्रेरी, एक में प्रयोगषाला और एक में बावर्चीखाना है जबकि बाकी के छह कमरों में कक्षा 10 तक की कक्षाएं लगती हैं। स्कूल में नवीं के तीन और दसवीं के दो सेक्षन हैं। यह सोचने का विशय है कि 13 कक्षाओं का संचालन 6 कमरों में कैसे होता होगा? इन्हीं हालातों में यहां के बच्चे गर्मी, सर्दी और बरसात के दिनों में षिक्षा ग्रहण करते हैं। ऐसे हालात¨ं में जहां पर किसी सामान्य इंसान द्वारा एक दिन काट पाना मुश्किल ह¨गा हमारे देश के न©-निहाल शिक्षा ग्रहण करने जैसा महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं। वह शिक्षा ज¨ उनके अ©र इस देश के भविष्य का निर्माण करेगी।
          
इस स्कूल को हायर सेकेंडरी स्कूल बनाने की मांग काफी लंबे अर्से से हो रही है लेकिन राजनेताओं के ज़रिए अभी तक इस मांग को पूरा नहीं किया गया है। लेकिन जब चुनाव का दौर आता है तो राजनेताओं के ज़रिए जनता की भावनाओं से खेलते हुए यह एलान किया जाता है कि खनेतर हाईस्कूल को हायर सेंकेडरी का दर्जा दे दिया जाएगा । लेकिन हकीकत बिल्कुल इसके उलट है। हाईस्कूल खनेतर में 13 कक्षाएं 6 कमरों में चलती हैं तो क्या ऐसे में स्कूल की बिल्डिंग इसके हायर सेकेंडरी होने की इजाजत देती है। सवाल यह पैदा होता है कि हर बार चुनाव का वक्त नज़दीक आते ही राजनेता जनता से झूठे वादे क्यों करते हैं? खनेतर हाईस्कूल में ही जब इस वक्त बच्चों के बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है तो इसको हायर सेकेंडरी का दर्जा दिलवाने का झूठा वादा राजनेता क्यों करते हैं, समझ से परे है? खनेतर की जनता सरकार से अपील करते हुए कहती कि जल्द से जल्द खनेतर हाईस्कूल की बिल्डिंग केनिर्माण का काम पूरा करने के साथ इसको हायर सेकेंडरी का दर्जा भी दिया जाए ताकि यहां के आगे की पढ़ाई हासिल कर अपना भविश्य संवार सकें। खनेतर में कुल  तीन पंचायते हैं और यह क्षेत्र  चुनाव में हवेली तहसील हवेली के उम्मीदवार की जीत में एक अहम रोल अदा करता है। बावजूद इसके इस क्षेत्र  से जनप्रतिनिधियों की इतनी बेरूखी समझ से परे है। यहां की जनता सरकार से अपील करते हुए कहती है कि क्या खनेतर क्षेत्र  हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं, अगर है तो अब तक हम मूलभूत सुविधाओं से वंचित क्यों हैं ?




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अनीस-उल-हक़
(चरखा फीचर्स)

राखी आलेख : मर्यादाओं का बोधपर्व है रक्षाबंधन उत्सव

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रक्षाबंधन या राखी सिर्फ धागे से जुड़ा हुआ पर्व ही नहीं है कि बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध दें और उनकी रक्षा के लिए साल भर का गारंटी नामा फिर रिन्यू हो जाए। रक्षाबंधन अपने आप में कई मायनों में बहुआयामी पर्व है जो इकाई को समुदाय और देश के लिए समर्पित होने तथा आन-बान और शान की रक्षा के लिए जीने-मरने तक की भावनाओं के चरमोत्कर्ष को प्रकट करता है।

आमतौर पर हम अपनी बहनों के हाथों से राखी बंधवा लेते हैं, बहनों को मिठाई, वस्त्रों, रुपये-पैसों से खुश कर देने के जतन करते हैं और एक दिन के अपनी बहनों को चाहे-अनचाहे वीआईपी ट्रीटमेंट दे दिया करते हैं, फिर साल भर के लिए बहनों को भूल जाते हैं। कई बार धर्मभाइयों की तरह धर्म बहनों से राखी बंधवा लेते हैं और फिर भूल जाते हैं कि हमने कभी राखी भी बंधवायी थी।

बहनों से हमारा तात्पर्य सिर्फ हमारी सहोदर बहनें ही नहीं हैं बल्कि वे सभी हमारी बहनें हैं जो हमारे इलाके में जायी-जन्मी हैं, हमारे आस-पास रहती हैं। पारस्परिक सुरक्षा तंत्र के नेटवर्क को और अधिक प्रगाढ़ता देने तथा एक-दूसरे की रक्षा के लिए हर क्षण तत्पर रहने का संदेश देता है यह रक्षाबंधन पर्व।

बहनें जिस उच्चतम भावना प्रवाह के साथ हमारी कलाई पर राखी बांधती हैं उसका दशांश भी हममें ज़ज़्बा नहीं दिखता उनके लिए कुछ करने का। असल में हमने रक्षाबंधन को एक दिन का औपचारिक धागा बंधन पर्व ही मान लिया है और बस उसी दिन भाइयों और बहनों के संबंधों को निभाने की दुहाई दे डालते हैं। 

आज गैंगरेप, बलात्कार, अपहरण और बहनों के साथ जो अमानवीय हरकतें हो रही हैं, जिन घटनाओं ने समाज को शर्मसार कर रखा है, बहनों की इज्जत लूटी जा रही है और बहनें सुरक्षित नहीं हैं। यह सब इस बात को साफ-साफ इंगित करता है कि हमारा रक्षाबंधन पर्व सिर्फ औपचारिक होकर रह गया है।

हम इस पर्व को अब निभाऊ रस्म से कुछ अधिक नहीं समझ पा रहे हैं और बहनों की रक्षा के लिए हमारी कलाइयों में बांधी गई राखी का कोई मान रखने में हम गंभीर नहीं हैं। हमें वर्तमान हालातों में सच्चे मन से यह स्वीकारने में कोई हिचक नहीं होनी चाहिए कि हम सिर्फ नाम के आदमी रह गए हैं, हममें खुद की रक्षा करने की शक्ति नहीं रही, बहनों की रक्षा की बात तो दूर की है। 

आज जिन महिलाओं के साथ अशोभनीय और अमानवीय घटनाएं हो रही हैं, वे क्या हमारी अपनी बहनें नहीं हैं? सच तो यही है कि हमने उन्हें अपनी बहन माना ही नहीं।  जो सहोदर बहन के लिए हमारे कत्र्तव्य हैं वे उन सभी माँ-बहनों और बेटियों के लिए भी हैं जो समाज में हैं। इन सभी की रक्षा का दायित्व हमारा अपना है।

समाज में कुछ आसुरी वृत्तियों का बोलबाला जरूर है जो स्त्री को सिर्फ भोग का संसाधन मानते हैं और हम हैं कि इन गए-गुजरे लोगों की चरणवन्दना, परिक्रमा और जयगान में लगे हुए हैं। हमारे में से ही जाने कितने नालायक लोग हैं जो इन घटनाओं को भी मामूली बताकर जाने कैसे-कैसे पागलपन भरे बयानों की बोछारें करते हुए अपने कुरते-कमीजों को पाक-साफ रखने के धोबीघाट पर चिल्लपों मचा रहे हैं, बेतुकी सफाई दे रहे हैं और ऎसी हरकतें कर रहे हैं जैसे बलात्कार कोई बच्चों का खेल ही हो गए हों। लानत हैं उन महान पुरुषों पर, जिनके लिए माँ-बहन-बेटियों की कोई इज्जत ही नहीं है, हो भी कैसे, कइयों को तो पता ही नहीं होगा कि माँ-बहन और बेटियों का क्या वजूद होता है।

‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते-रमन्ते तत्र देवता’ का उद्घोष करने वाले भारत जैसे देश में स्त्री पर अत्याचारों की श्रृंखला हो जाए, उन्हें नज़रबंद किया जाकर बलात्कार किया जाए, शारीरिक यंत्रणा दी जाए, उनका मातृत्व छीन लिया जाए और स्त्रीत्व को कलंकित किया जाए, ऎसे में हमारा रक्षाबंधन पर्व मनाना कितना जायज  है, यह सोचने की जरूरत है।

अपनी सारी महानता, विद्वत्ता, लोकप्रियता, पूंजीवाद, संतत्व, पौरूषी दंभ और सामाजिक प्राणी होने के अहंकारों से ऊपर उठकर सोचें तो हमें साफ पता लगेगा कि इन परिस्थितियों में हमें इंसान कहलाने तक का कोई हक नहीं रह गया है।

रक्षा से तात्पर्य केवल बहनों की रक्षा तक सीमित नहीं है बल्कि कुटुम्ब से लेकर राष्ट्र रक्षा तक के दायित्वों को समर्पित होकर निभाने के संकल्पों को दृढ़ करने का पर्व है रक्षाबंधन। जब समाज और राष्ट्र सुरक्षित होगा तभी हमारी बहन-बेटियों की इज्जत सुरक्षित रह पाएगी। इस तथ्य को जानकर भी जो अनजान बने हुए हैं वे सारे अपनी बहनों के साथ धोखाधड़ी तो कर ही रहे हैं, राष्ट्रद्रोही, मातृद्रोही और गद्दार भी हैं।

इतिहास गवाह है कि जब-जब देश संकट में आया, हमारी माता-बहनों और बेटियों की इज्जत बेरहमी से लूटी गई और हम सारे कलंकित हुए। पिछली सदियों के अभिशापों भरी घोर गुलामी के अनुभवों से भी हम सीख नहीं ले पा रहे हैं, यह हमारा शर्मनाक और घृणित दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है।

रक्षाबंधन का यह दिन हमें यही संदेश देने हर साल आता है कि हम बहनों से लेकर सीमाओं तक की रक्षा करने में पीछे नहीं रहें। हमारी बहन-बेटियों और माँ की रक्षा में सर्वाधिक आड़े वे लोग आते हैं जिन्हें दीमकों के डेरों से प्यार है,  जिनमें न धर्म और संस्कार हैं, न संस्कृति है न सामाजिक मूल्य। न मानवीय संवेदनाएं हैं न इंसानी जज़्बात। ऎसे ही लोग बहन-बेटियों की आबरू के साथ खिलवाड़ करते हैं और हम हैं कि इन कमीनों को चुपचाप देखते और सहते चले जा रहे हैं।

यह ठीक है कि हमारे बीच भी ऎसे वर्णसंकर और पूर्वजन्म के असुरों की भरमार है जिनके लिए अपनी साम्रा
ज्यवादी भूमिका और अहमियत बनाए रखने के आगे बहनों की इज्जत से लेकर देश की प्रतिष्ठा और रक्षा सब कुछ गौण है। पहले अपने भीतर बैठे इन लोगों को ठीक करने की जरूरत है। यों भी बहनों और देश की सुरक्षा में जो आड़े आते हैं उन्हें ठीक किए बगैर हमारी कलाई में बांधी गई राखी का कोई मूल्य नहीं है।

इस मामले में वे सारे के सारे लोग आतंकवादियों की श्रेणी में रखे जाने चाहिएं जो भारतमाता के लिए परोक्ष-अपरोक्ष रूप से खतरा बने हुए हैं।  हमारे उन भाइयों को भी गंभीरता से यह सोचने की जरूरत है कि वे जिन लोगों का साथ दे रहे हैं, जिनके साथ रिश्ते निभा रहे हैं, मुफ्त का खाने-पीने और भोग लूटने में लगे हुए हैं वे किसी के न हो सके हैं, न होंगे। इन लोगों से हमें आज नहीं तो कल खतरा ही है।

रक्षाबंधन को भाई-बहन के संबंधों का ही प्रतीक मानकर एक दिन में ही इतिश्री न कर लें। जो कुछ हमारे अपने हैं उनकी रक्षा हमारा वैयक्तिक और सामाजिक फर्ज है और इस फर्ज को पूरा करने तथा रक्षाबंधन के कत्र्तव्यों के निर्वहन में जो भी लोग आड़े आते हैं, जो हमारी अस्मिता मिटाने के षड़यंत्रों में जुटे हुए हैं, जो हमारी बहन-बेटियों की इज्जत नहीं करते, उनके साथ दुव्र्यवहार करते हैं वे सारे के सारे लोग समाजकंटक हैं, देशद्रोही हैं और उन्हें किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। ऎसे लोगों के लिए हमारे हाथ में बांधा गया सूत्र कालपाश और नागपाश की तरह कहर ढाने वाला बन जाना चाहिए।

राजा और प्रजा के मध्य संबंधों से लेकर आम आदमी की रक्षा के सरोकारों की गारंटी देने वाले इस पर्व को मनाने का औचित्य तभी है जब हम सभी लोग हर क्षण निर्भय, मुक्त और प्रसन्न रहे सकें, पूरी आजादी और आनंद के साथ विचरण कर सकें और हमें जहां कहीं जरूरी हो, पूरी सुरक्षा का माहौल मिले। 




सभी को रक्षाबंधन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ ...





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---डॉ. दीपक आचार्य---
94133060777
dr.deepakaacharya@gmail.com

बिहार : आगे हरी सब्जी और पीछे गंदगी

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  • महापर्व छठ के अवसर पर भी नहीं हटती गंदगी

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पटना। पापी पेट का सवाल है। तो जरूर ही दो जून की रोटी जुगाड करना है। लगातार आठ-नौ घंटे तक ठेला के पास खड़ा होकर बदबूदार माहौल में सब्जी बिक्री करनी पड़ती है। कुत्ते और सुअर के थुथुन से कूड़ा को उखेरकर और अधिक मुसीबत खड़ा कर देते हैं। यहीं पर पोश एरिया के लोग हरी-हरी सब्जी खरीदने आते हैं। आगे सब्जी बेचते हैं। उनके पीछे गंदगी का अम्बार है। गंदगी को महापर्व छठ के अवसर पर भी नहीं हटाते हैं। यह हाल पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के सामने का है। गोसाई टोला से पाटलिपुत्र थाना तक जाने वाले मार्ग पर गंदगी का अम्बार है। कोई तीन जगहों पर कूड़ो का ढेर है। इसे हटाने का प्रयास नहीं किया जाता है। बायीं ओर पूर्वी मैनपुरा गा्रम पंचायत और दाहिनी ओर पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत का क्षेत्र पड़ता है। इन दोनों पंचायतों के मुखिया का दायित्व बनता है। इस गंदगी को हटाने की। इस मार्ग पर चलना मुश्किल है। नाक पर रूमाल रखकर चलना पड़ता है।
  
कानून को पालन करवाने वाले ही पीछेः पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के सामने ठेला पर लोग सब्जी बेचते हैै। बदबूदार मार्ग से आवाजाही करते हैं। कानून पालने करवाने को दिखायी ही नहीं देता है। कैसी स्थिति में लोग सब्जी बेचते और सब्जी खरीदते हैं। उसी तरह स्वास्थ्य विभाग का भी ध्यान नहीं जाता है। सबसे अहम चीज यह है कि गंदगी के विरूद्ध में सामाजिक कार्यकर्ता भी मुंह नहीं खोलते हैं। कोई किसी तरह का आवेदन मुखिया के दरबार में नहीं पहुंचाते हैं। कुल मिलाकर आमलोग परेशान हैं।


आलोक कुमार
बिहार 

बिहार : राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति को कानून का रूप नहीं दिलवा सकें।

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पटना। पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण विकास समिति जयराम रमेश ने कहा था कि केन्द्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति को मंजूरी देकर नीति को लागू कर दिया जाएगा। लगातार जन संगठन एकता परिषद के साथ दोस्ताना संबंध रखने के बावजूद भी राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति को कानून का रूप नहीं दिलवा सकें। इसका खामियाजा यूपीए-2 सरकार को भुगतनी पड़ी। 

जब राष्ट्रीय संचालन समिति के सदस्य रमेश शर्मा पटना में आए थे। तब उन्होंने पूर्ण विश्वास के साथ कहा कि आम जनता को बहुत जल्द ही राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति मिल जाएगी। पटना में शनिवार को रमेश शर्मा आए थे। अनुग्रह नारायण सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान में क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित आवासीय भूमिहीनों को घर का अधिकार बिल-2013 पर परामर्श में भाग लिए। जब रमेश शर्मा से राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति के बारे में पूछा गया। तब पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण विकास समिति जयराम रमेश के माथे पर डालकर कहा कि उन्होंने कानून बनाने में दिलचस्पी नहीं लिए। इसके कारण यूपीए-2 सरकार रसातल में चली गयी। अभी भी यूपीए-2 सरकार के द्वारा किए गए भूमि सुधार संबंधित कार्रवाही जीर्वित है। उसे लागू करने का आग्रह मोदी सरकार से की गयी है। 

इसके पहले विभिन्न प्रदेशों में आवासीय भूमिहीनों को घर का अधिकार बिल-2013 पर परामर्श करके बिल को मजबूत बनाया जा रहा है। इसे दिल्ली की बैठक में रखी जाएगी। वहीं पर निर्णय होगा कि कब बिल को मोदी सरकार को सौंपा जाए। 


आलोक कुमार
बिहार 

बिहार में आवासीय भूमिहीनों को घर का अधिकार कानून बना

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  • मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मिसाल पेश करें

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पटना। ऐतिहासिक गांधी मैदान में 15 अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी झंडा लहराएंगे। इसको लेकर तैयारी शुरू है। विभिन्न विभागों के कृत कार्य उपलब्धि को झांकी के माध्यम से प्रदर्शन किया जाएगा।  कार्य उपलब्धियों की झांकी को वाहन में सजाया जाएगा। वाहनों को कतार में खड़ा किया गया है। अब कुशल कारीगरों के द्वारा कला दिखाने का प्रयास होगा।

एक मायने में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के लिए यादगार पल होगा। मुख्यमंत्री की हैसियत से झंडा फहराएंगे। इस पल को और अधिक यादगार बना सकते हैं। जब समाज के किनारे ठहर गए लोगों के हित में योजनाओं की घोषणा कर दें। वहीं आवासीय भूमिहीनों के साथ लगातार छलावा हो रहा है। सरकार के द्वारा दी जाने वाली जमीन को कतरकर छोटा कर दी जा रही है। 12.5 डिसमिल से कम करके 3 डिसमिल जमीन कर दी गयी है। अब सरकारी भाव में जमीन खरीदकर देने की बात हो रही है। जो आदेश प्रखंड स्तर तक नहीं पहुंच पाया है। 

कई संस्था-संगठनों की मांग है कि आवासीय भूमिहीनों को घर का अधिकार दिया जाए। इसके लिए कानून बना दी जाए। जिस प्रकार बिहार ने भूमि सुधार को लेकर कानून बनाकर मिसाल कायम किया था। वहीं मिसाल मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पेश करें। बिहार में आवासीय भूमिहीनों को घर का अधिकार कानून बना दें। ऐसा करने से महादलितों को खास  फायदा होगा। 

बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का कहना है कि 20 पसेरी चावल के बदले पूरी जिंदगी की गुलामी करने वाली शर्त थी। खैर, साहब आप तो बच निकले। आज भी हजारों की संख्या में गुलामी करने वाले मुसहर समुदाय के लोग हैं। जो गुलाम बनकर रह गए हैं। ऐसे लोग मालिक के खुट्टे में बंधे हैं। जरूरत है कि ऐसे लोगों को निकाल बाहर करना। मगर मालिक के डर से मुंह भी नहीं खोलते हैं। उनको डर है। मालिक लोक से परलोक न भेज दें। आपके नौकरशाह और आयोग में दरखास्त देने के बाद भी कार्रवाई न होने पर जान चली जाती है। सो खौफ बरकरार है। अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है। अपराधी मस्त हैं और पुलिस पस्त हैं।



आलोक कुमार
बिहार 

पीयूसीएल के जिला सम्मेलन में उठा मानवाधिकार को परिभाषित करने मुद्दा

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दुद्धी (सोनभद्र), 09 अगस्त 2014। लोक स्वतंत्र मानवाधिकार संगठन "पीपुल्स यूनियन ऑफ सिविल लिबर्टी (पीयूसीएल)"की सोनभद्र इकाई के वार्षिक सम्मेलन में मानवाधिकार को परिभाषित करने का मुद्दा उठा। स्थानीय इच्छितापुरम् कॉलोनी स्थित एक गेस्ट हाउस में शनिवार को आयोजित सम्मेलन में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष चितरंजन सिंह ने कहा कि सरकार ने आज तक मानवाधिकार का परिभाषा घोषित नहीं किया है। इस वजह से मानव अधिकारों को लेकर हमेशा संशय बना रहता है। मनुष्य के लिए जो जरूरत की चीजें हैं, सत्ता ने लोगों को उससे दूर रखा है। देश और प्रदेश में बड़े पैमाने पर मानवाधिकार का उल्लंघन हो रहा है। इसलिए मानवाधिकार को नए सिरे से परिभाषित किए जाने की जरूरत है।

उन्होंने देश में किसानों और गरीबों की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि देश में साढ़े चार लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। करीब सवा एक लाख लोगों की मौत हर साल भूख से हो रही है। इसलिए विकास के मॉडल को मानवाधिकार के नजरिए से भी देखने की जरूरत है। हमें मानवाधिकार के क्षेत्र को और अधिक विकसित करना पड़ेगा। वहीं, संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा कि भारतीय बाजार विदेशियों के लिए खोला जाना चिंताजनक है। इसने भारतीय बाजार को तबाह कर दिया है जिससे मानवाधिकारों का उल्लंघन बड़े पैमाने पर हो रहा है। पीयूसीएल के प्रदेश संगठन सचिव और अधिवक्ता विकास शाक्य ने संगठन का परिचय देते हुए कहा कि मानवाधिकार स्वतंत्र रूप से अपने फैसले को लागू नहीं करा सकता है और ना ही वह किसी मामले की जांच करा सकता है। उसे अपने फैसले को लागू कराने के लिए सरकारी एजेंसियों और निर्वाचित सरकार पर निर्भर रहना पड़ता है। इस वजह से लोगों के मानवाधिकार उल्लंघन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। वास्तव में मानवाधिकार उल्लंघन के लिए एक स्वतंत्र जांच एजेंसी होनी चाहिए और कानून में यह प्रावधान होना चाहिए कि वह अपने फैसले का अनुपालन सुनिश्चित करा सके। पीयूसीएल की दुद्धी इकाई के संरक्षक डॉ. लवकुश प्रजापति ने मानवाधिकार के साथ-साथ मनुष्य की बुनियादी जरूरतों पर भी ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर भी चिंतन करना चाहिए कि मनुष्य की जो जरूरते हैं, उसके आधार पर मानवाधिकार को परिभाषित किया जाए। 

पूर्व छात्र नेता और सामाजिक कार्यकर्ता विजय शंकर यादव ने कहा कि मानवाधिकारों की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए भारत के प्रत्येक नागरिक को जागरूक होना पड़ेगा। जबतक हर नागरिक अपने अधिकारों के लिए लड़ने का जज्बा नहीं बना लेता, तब तक सही मायने में मानव अधिकारों को सुरक्षा नहीं मिल पाएगा। इसके लिए अभियान चलाने की जरूरत है। आदिवासी बहुल सोनभद्र से प्रकाशित हिन्दी साप्ताहिक समाचार-पत्र "वनांचल एक्सप्रेस"के संपादक शिव दास प्रजापति ने कहा कि सत्ता में काबिज सरकारें और उनकी पुलिस संगठित रूप से मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही हैं। देश और प्रदेश में फर्जी मुठभेड़ों में खुलेआम बेगुनाहों का कत्ल किया जा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने इन कत्लेआम को अंजाम देने के लिए अपना तरीका भी बदल दिया। वे अब एक सोची-समझी साजिश के तहत खनिज संपदा से परिपूर्ण इलाकों में अवैध खनन को अंजाम दे रही हैं। वहां खुलेआम मजदूरों के मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है जिससे वे हर दिन हजारों की संख्या में मारे जा रहे हैं। सोनभद्र-मिर्जापुर समेत प्रदेश के विभिन्न इलाकों में हुए खनन हादसे इस बात के गवाह हैं। उसमें मारे गए लोगों को आज तक मुआवजा नहीं मिला है क्योंकि सत्ता द्वारा मामले की जांच के लिए बैठाई गई जांच कमेटी सालों बीत जाने के बाद भी अपनी रिपोर्ट शासन-प्रशासन को नहीं सौंप रही हैं। 27 फरवरी, 2012 को बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में हुआ खनन हादसा इसका जीवंत उदाहरण है जिसकी जांच रिपोर्ट ढाई सालों बाद भी राज्य सरकार को नहीं सौंपी गई है। जबकि सोनभद्र में अवैध खनन का मामला उच्चतम न्यायालय में भी उठ चुका है और उसने इसे पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कराने का आदेश दिया है।


सम्मेलन को डॉ. एके गुप्ता, डॉ. तेजबल वैद्य, शोहराब खान, प्रभु सिंह एडवोकेट, प्रमोद चौबे, देवमणि, फौजदार सिंह परस्ते, कमलेश सिंह आदि ने भी संबोधित किया। इस मौके पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष चितरंजन सिंह, उपाध्यक्ष अजित सिंह और पूर्व छात्र नेता विजय शंकर यादव को उनके संघर्षों के लिए अंगवस्त्रम् भेंटकर सम्मानित भी किया गया। सम्मेलन के द्वितीय पारी में सर्वसम्मति से अधिवक्ता महेन्द्र सिंह कुशवाहा को पीयूसीएल का नया जिलाध्यक्ष चुना गया। वहीं अभिषेक विश्वकर्मा को जिला संगठन सचिव, जितेन्द्र चंद्रवंशी, गोविंद अग्रहरी और संजय गुप्ता को जिला उपाध्यक्ष चुना गया। निवर्तमान जिलाध्यक्ष श्यामाचरण गिरी ने आगंतुकों को धन्यवाद ज्ञापित किया जबकि कार्यक्रम का संचालन संगठन के दुद्धी इकाई के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार चंद्रवंशी ने किया। इस मौके पर सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित रहे। 

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (10 अगस्त)

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वृक्षों को रक्षा सूत्र बांध कर रक्षाबंधन की शुरूआत, मुक्तिधाम परिसर मंे पौधरोपण

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नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती ज्योति शाह, कलेक्टर श्री एमबी ओझा तथा पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी समेत अन्य अधिकारी, कर्मचारी और बेतवा श्रमदानियों ने रक्षाबंधन पावन पर्व की शुरूआत विदिशा के मुक्तिधाम परिसर में पौधरोपण कर की। वही इन सबके द्वारा वृक्षों को रक्षा सूत्र बांधकर अनोखी पहल की शुरूआत की है। बेतवा नदी के तट पर स्थित मुक्तिधाम परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि समिति के पदाधिकारियों द्वारा यह अनोखी पहल है। पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा किए गए इस कृत का अनुसरण अन्य सभी को भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को हम विरासत में अच्छा पर्यावरण देने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं और उनकी रक्षादायित्व का निर्वहन करें। पुलिस अधीक्षक श्री चैधरी ने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व रक्षा का प्रतीक है अतः हम सब इस बात का विशेष ध्यान रखंे कि जो पौधे हमने रोपित किए है वे वृक्ष का रूप लें। वृक्ष सदैव मानव को देने का काम करते है चाहे वह शुद्ध आक्सीजन हो, लकड़ी के अलावा वर्षा और बाढ़ नियंत्रण में भी मदद करते है।नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती ज्योतिशाह ने मुक्तिधाम सेवा समिति के कार्यो की भूरि-भूरि प्रशंसा की। बेतवा उत्थान समिति के सचिव श्री अतुल शाह ने इस दौरान बतलाया कि मुख्यमंत्री जी से तीन मांगे क्रमशः बेतवा के तट पर पौधरोपण, दूषित पानी ना मिले, और वाटर ट्रीटमेन्ट प्लांट की क्षमता बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की गई है। इस अवसर पर मुक्तिधाम सेवा समिति के सचिव श्री मनोज पांडे, तहसीलदार श्री रविशंकर राय, नगरपालिका अधिकारी श्री आरपी मिश्रा के अलावा पत्रकारगण और श्रमदानी मौजूद थे।

रक्षा बंधन पर्व धूमधाम से मनाया गया

विदिषा। आज नगर में रक्षा बंधन का पर्व उल्लास पूर्वक मनाया गया।  जहंा बहनों ने अपने भाईयों कों राखी बंाधी वहीं सामाजिक सघंठनों एवं धार्मिक सघंठनो द्वारा भी शहर के गणमान्य नागरिकों एवं वरिष्ठ अधिकारियों को भी राखी बंाधकर रक्षा बंधन पर्व की शुभकामनाएॅं दी गईं। आज सुवह ब्रहमाकुमारी आश्रम किलेअंदर की बी.केे.बहन कौषल्या डाॅं बी.के.जीवनलाल एवं अन्य भाई बहनों ने पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र चैधरी के निवास स्थान  जा कर श्री चैधरी को राखी बंाधी एवं उनके परिवार कों रक्षाबंधन पर्व की शुभकामनाएॅं दी। इसी कडीं़ में आम आदमी पार्टी की शबनम खान ,खुषहालसिंह,दिव्या गौर,अंषु जैन ,हजरत आली, जिला प्रवक्ता सिद्धी कुषवाह आदि ने भी देहात थाना जा कर पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र चैधरी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायहिसंह नरवरिया,नगर पुलिस अधीक्षक नागेन्द्र पटेरिया,ंथाना प्रभारी कलवेन्द्र कलचुरी एवं थाने के स्टाफ को राखी बंाधकर शुभकामानाएॅं दीं।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (10 अगस्त)

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भाजपा ने किया पलटवार - कांग्रेस अब अनर्गल बयानों से अराजकता फैलाने मे लगी 
  • 60 साल जिसने राज किया वही अब 60 दिनों वाले से पुछ रहे सवाल 

झाबुआ--- काग्रेस पार्टी अपनी करारी हार को लेकर अब विपक्ष की भूमिका निभाने की बजाय अराजकता फैलाने जैसे कृत्य कर रही है । कांग्रेस पार्टी के नेताओं को जिले,प्रदेश एवं देश में  अपना जनाधार पूरी तरह खो चुकी है और बौखलाहट के चलते सही मायने में विपक्ष की  भूमिका करना ही नही जानती है और अब अराजकरता फैलाने के लिये ओछी हरकते एवं हथकंडे अपना कर  विपक्ष की मर्यादा को ही तिलांजजि दे रही है । उक्त आरोप जिला  भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे, विधायक शांतिलाल बिलवाल, विधायक निर्मला भूरिया एवं विधायक कलसिंह भाबर ने 8 अगस्त को  कांग्रेस द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी विधायक राउ जितू पटवारी एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया के कृत्यों एवं भूमिका को लेकर लगाते हुए कहा है कि जिन लोगों ने 60 सालों तक देश मे निरकुंशता के साथ शासन किया वही लोग अब 60 दिनों की भाजपा सरकार से हिसाब मांग रहे है जिसका उन्हे जरा भी नैतिक अधिकार नही है ।जिला भाजपाध्यक्ष शैलेष दुबे एवं विधायक त्रय ने आगे कहा कि कांतिलाल भूरिया की हालत खिसीयानी बिल्ली खंभा नोचे वाली हो गई है ं उन्हे अब विपक्ष की भूमिका ही रास नही आरही है । और उुलुल जुलुस एवं आधार हिन बयान देकर अराजतका फैलाने का काम कर रहे है । भाजपा नेताओं का कहना है कि पिछले शुक्रवार को कलेक्टोरेट में कांग्रेस ने आधार विहन मुद्दो को लेकर धरना प्रदर्शन आयोजित करके जिले के प्रशासनिक अधिकारी से जो सुलुक किया एवं जीतू पटवारी ने जिन शब्दों का उपयोग किया वह कभी भी मर्यादित श्रेणी मे नही माना जासकता है । इस प्रकार श्री पटवारी ने झाबुआ जैसे शांत क्षेत्र में अराजकता की पराकाष्टा है, पटवारी ने ओछी लोकप्रियता हांसील करने के लिये इस प्रकार अराजकाता फैलाने का कुत्सित एवं असफल प्रयास ही किया है । भाजपा नेताओं का कहना है कि उनकी पार्टी बरसों तक सशक्त एवं सकारात्मक विपक्ष की भूमिका में मर्यादित सीमा में विपक्ष की भूमिका का निर्वाह किया है । श्री दुबे एव ंविधायक त्रय का कहना है कि जीतू पटवारी ने प्रदर्शन के दौरान एसडीएम से कथित प्रश्न उठाये हे अच्छा होता यदि वे इस प्रकार की आवाज विधानसभा में उठाते । केवल सस्ती लोकप्रियता हांसील करने के लिये पटवारी द्वारा ्रभाजपा नेताओं की जहां भी मिले पंचायती करने के बयानों पर कहा कि जीतू पटवारी अपनी ही विधानसभा क्षेत्र में पूरी तरह नाकामा सिद्ध हो चुके है, जनता उनकी किसी भी बात को सुनना पसंद नही करती है, उनकी भूमिका को लेकर उनकी ही विधानसभा के लोग उन्हे ढुण्ड रहे है और उनकी ही पंचायती करने की सोच रहे है । जिला भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जिला प्रशासन एवं प्रशासन मे बैठे सभी अधिकारी पूरी निष्ठा के साथ ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का संचालन कर रहे है तथा भाजपा उनसे आव्हान करती है कि वे पूरी तरह निर्भिक होकर शासकीय कार्यो को सम्पादित करें उन्हे इस प्रकार के लोगों जो केवल भभकिया देना एवं अराजकता फैलाने जेसे काम करते है उपसे डरने की आवश्यकता नही है। भाजपा जिलाध्यक्ष एवं विधायकों ने शासकीय एवं प्रशासनिक अधिकारियों से अपील की है कि वे प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन मे निडरता के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करें । कांग्रेस पार्टी अब पूरी तरह बौखला चुकी है और सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने में भी पूरी तरह  असफल सिद्ध हो रही है । और कांग्रेस की इन्ही अराजकतावादी नीतियों के कारण ही जनता ने उन्हे एक सिरे से नकारा दिया है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस को सतर्क किया है कि वे मर्यादित होकर  विपक्ष के दायित्वों का निर्वाह करना सीखे अन्यथा जनता हर बार इसी तरह से उन्हे दण्डित करती रहेगी । उक्त जानकारी जिला भाजपा मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी ने दी ।

जिला भाजपा ने दी रक्षाबंधन पर्व की बधाई

झाबुआ--- जिला भाजपा द्वारा रक्षाबंधन पर्व की समस्त जिलेवासियों को बधाई दी गई है। रक्षा बंधन का पर्व भाई और बहन के पवित्र प्रेम का पर्व होता है। सांप्रदायिक एकता एवं भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने में इस पर्व का विशेष योगदान है। सांसद दिलीपसिंह भूरिया, जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे, विधायकत्रय निर्मला भूरिया, शांतिलाल बिलवाल एवं कलसिंह भाबर ने रक्षा बंधन पर्व की सभी जिलेवासियों को बधाईयां देते हुए सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की।

आत्म कल्याण के लिये आत्म साधना के साथ आत्म चिन्तन जरुरी :  आचार्य रवीन्द्रसूरि

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झाबूआ---राजगढ मोहनखेडा प.पू. अर्हत ध्यानयोगी गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. ने ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा. की निश्रा में मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा. की सानिध्यता में प्रवचन के दौरान कहा भगवान महावीर का पूरा जीवन ध्यानमयी रहा । अरिहंत परमात्मा जब ध्यान करते थे । उस समय कोई मंत्र और किसी महापूरुष का स्मरण नहीं करते थे । वे सिर्फ अपनी आत्मा के कल्याण के लिये आत्म ध्यान करते थे । मनुष्य को मनुष्य बनकर जीवन में देव तत्व लाना है तो धर्म ही देव तत्व बनने का मार्ग है । प्रभु आत्मा के विकास क्रम में बहुत आगे है और हम बहुत पीछे है । गर्भस्थ शिशु माता की प्रत्येक क्रिया एवं सवेदना ग्रहण करता है । माॅं की हर क्रिया पर शिशु का ध्यान होता है और अज्ञान के कारण शिशु अपने जीवन माॅं के गर्भ से ही संघर्ष के बीज साथ में लेकर जन्म लेता है । परिणाम स्वरुप जीवन भर उस शिशु को तकलीफ उठाना पड़ती है । गर्भस्थ शिशु के प्रति गर्भकाल के दौरान शिशु को पर्याप्त प्रेम, स्नेह, प्यार नहीं मिलता है । लड़का और लड़की के भेदभाव के चक्कर में वो संतान जन्म के बीस वर्ष बाद तकलीफ दायक हो जाती हैं । 16 वर्ष की आयु तक लड़का और लड़की का ह्रदय कोमल होता है । उसके पश्चात् लड़का पूरुषत्व एवं लड़की महिला तत्व में परिवर्तित हो जाती है । दुनिया में जन्म लेना सरल नहीं है । यदि हमें कर्म परमाणु गलत मिले तो अशुद्ध आत्मा जन्म ले लेती है और सदाचार व पूण्योपार्जन है । तो उस जीव कों संस्कार वान माता की कुक्षी मिलती है । विज्ञान पैदा करने के लिये प्रकर्ष बुद्धि की जरुरत होती हैं । अन्र्त शरीर का ध्यान ही आत्म साधना का श्रेष्ठतम मार्ग हैं । आज श्रावण सुदी पूर्णिमा के अवसर पर चातुर्मास महाकुंभ 2014 की तृतीय महामांगलिक भरतपूर नगर पाण्डाल में आचार्य श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा., मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. के मुखारबिंद से श्रवण कराई गई । आज की इस महामांगलिक के भव्य आयोजन में महामृत्युजंय मासक्षमण के तपस्वी कुक्षी निवासी जयेश भाई डुंगरवाल की तपस्या की पूर्णाहुति पर चातुर्मास समिति अध्यक्ष बाबुलाल जी वर्धन, बड़ी तपस्या के बहुमान के लाभार्थी भंवरलाल जी शाह जी, बहुमान लाभार्थी महेन्द्र जी भण्डारी द्वारा साफा, शाल, श्रीफल, माला से बहुमान किया गया । इस महामांगलिक में गुरु चरण पूजा का लाभ श्रीमती कुसुमबेन प्रकाशचंद जी मनीष जी चाईस द्वारा लाभ लिया गया । प्रभु आरती का लाभ मोहनलाल जी सुजानमल जी सेठ परिवार द्वारा एवं गुरु आरती का लाभ श्रीमती धापुबेन उकचंद जी आकोली एवं णमोकार महामंत्र की आरती का लाभ श्री महेन्द्रकुमार जी जैन बागवालों द्वारा लिया गया । 11 अगस्त तलेटी यात्रा के संघपति बनने का लाभ डाॅ. बाबुलाल जी जैन द्वारा लिया गया । आज की महामांगलिक का ूूूण्ेीतपउवींदाीमकंण्बवउ पर लाईव टेलीकास्ट किया गया । मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा. की सानिध्यता में आज प्रवचन के समय सयंम जीवन में उपयोग आने वाले सारे उपकरण को गाजते - बाजते प्रवचन पाण्डाल में आराधकों द्वारा शौभायात्रा के रुप में लाया गया । तत् पश्चात् उपकरण वन्दनावली का संगीतमय कार्यक्रम आयोजित हुआ । उक्त कार्यक्रम में सयंम जीवन में उपयोग आने वाले इन सभी उपकरण को आराधकों को अपनी - अपनी भावना अनुसार त्याग के आधार पर वितरित किया गया । उक्त कार्यक्रम में संगीतमय प्रस्तुति हेमन्त वेदमुथा व जीवन चैहान द्वारा दी गई । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर दादा गुरूदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म. सा. की पाट परम्परा के शासनप्रभावक सप्तम पटधर वर्तमान प.पू. गच्छााधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म. सा. शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म. सा., सेवाभावी साध्वी श्री संघवणश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावनतप निश्रा में धर्म बिन्दु एवं चन्द्रराजा चरित्र वांचन चल रहा है । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर यशस्वी चातुर्मास के दौरान 45 दिन की सिद्वितप आराधना में 20 आराधक आराधना कर रहे है । 1 आराधक भद्रतप की तपस्या में लीन है साथ ही तीर्थ पर सांकली अट्ठम तपाराधना निरन्तर गतिमान है । तीर्थ में श्री राजेन्द्रसूरि गुरुतप आराधना में 309 आराधक आराधना कर रहे है । णमोकार महामंत्र आराधना की पूर्णाहुति की गई।

रक्षाबंधन पर्व पर गुरूदेव ने दी बधाईयां 

झाबुआ --- मोहनखेडा मेंइन दिनोें चातुर्मास मे बिराजित गुरूदेव के सानिध्य में धर्म एवं ज्ञान की गंगा प्रवाहित होरही है । नगर से प्रति रविवार को  संतोष नाकोडा के सौजन्य से  मोहनखेडा तीर्थ में लाभ प्राप्त करने के लिये बडी संख्या में श्रावकों ने मोहनखेडातीर्थ पहूंच कर भगवान आदिनाथ एवं गुरूदेव के दर्शन वंदन का लाभ प्राप्त किया और चातुर्मास के लिये बिराजित आचार्य भगवंतों के  जीवन निर्माण के व्याख्यानों की ज्ञान गंगा मे डूबकी लगा कर धर्म लाभ प्राप्त किया । रिकूं रूनवाल के अनुसार मोहनखेडा में चातुर्मास मे बिराजित गुरूदेव श्री ऋषभचंद्र विजय जी मसा ने रविवार को रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर समुचे मालवांचल एवं देष के लोगों को रक्षाबंधन पर्व की बधाईया देते हुए सभी के ज्वाज्वल्यमन जीवन की कामना कर आशीर्वाद प्रदान किया है ।

अपहरण का अपराध पंजीबद्ध

झाबूआ---फरियादिया शीलाबाई पति नरेन्द्र परमार उम्र 52 वर्ष निवासी मेघनगर ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने उसका पोता हर्षित पिता नाना उर्फ कमल किशोर उम्र 09 वर्ष निवासी मेघनगर जो मिशन स्कूल थांदला में पढ़ता था व मिशन छात्रावास में रहा था दिनांक 31.7.14 को घर से स्कूल जाने का कहकर गया, जो स्कूल में नही पहुचा। आसपास तलाश करने पर नही मिला।  प्र्रकरण में थाना मेघनगर में अपराध क्र0 153/14, धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

कुए मे डूबने से मौत

झाबूआ---फरियादी वजहिग पिता अपसिंग भाबर उम्र 50 वर्ष निवासी ढेबर ने बताया कि उसकी पत्नी अजुबाई पति वजहिंग भाबर उम्र 48 वर्ष निवासी ढेबर ने कुएं पर नहाने गई थी, जिसकी डूबने से मृत्यु हो गई। प्र्रकरण में थाना कल्याणपुरा में मर्ग क्र0 25/14, धारा 174 जाफौ. का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (10 अगस्त)

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ब्रह्मकुमारियों ने राज्यपाल को बांधी राखी 

Brahmkumari ties a rakhi on the wrist of Governor Aziz Qureshi
देहरादून,10 अगस्त,(निस)। रक्षाबंधन के त्यौहार के अवसर पर आज राजभवन में उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा0 अजीज कुरैशी को प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, की ब्रह्मकुमारी बहन मंजू, बहन मीनू, ब्रह्म कुमार रमेश तथा ब्रह्म कुमार राकेश सहित अनेक लोगो नेे राखी बांधी। घनसाली के विधायक भीमलाल आर्य के नेतृत्व में उत्तरकाशी के आपदा पीडि़त क्षेत्र के प्रतिनिधिमण्डल ने भी राज्यपाल को राखी बांधी और उत्तरकाशी क्षेत्र के उन सभी आपदा पीडि़तो की ओर से राज्यपाल का आभार व्यक्त किया जहाँ विगत वर्ष की आपदा के बाद राज्यपाल ने क्षेत्र भ्रमण किया था और उनकी समस्याओं का मौके पर ही निराकरण की व्यवस्था सुनिश्चित की थी। इस प्रतिनिधि मण्डल में प्रदीप भट् और प्रताप पोखरियाल शामिल थे। भाई-बहन के प्रेम व पारिवारिक सम्बन्धों को सुदृढ़ता देने के साथ-साथ समाज में परस्पर विश्वास, स्नेह तथा सौहार्द की भावनाओं को भी मजबूत करने वाले इस पर्व के अवसर पर राज्य के सभी नागरिकों को बधाई देते हुए राज्यपाल ने हुमायूॅ तथा कर्मावती का उल्लेख किया। उन्होनें कहा कि प्रेम, विश्वास तथा सम्मान का प्रतीक पर्व ’’रक्षा बंधन’’ की पवित्रता का इतिहास भी गवाह है। उन्होनें कहा ‘‘यह त्यौहार धर्म, जाति,सम्प्रदाय, अमीर-गरीब के बीच कोई भेद-भाव नही करता। एक बार किसी से भी अपने हाथ में रक्षा सूत्र बधंवाने का मतलब है जिंदगी भर उसके मान-सम्मान की रक्षा के लिए वचन-बद्ध होना, यही भावना समाज में आपसी प्रेम, सहयोग व सौहार्द को बढाती है हम सबको इस भावना का आदर करते हुए इस पर्व में निहित पवित्रता को सुरक्षित रखने का संकल्प लेना होगा।‘‘

18 अगस्त को गलांती में होगी जनमोर्चा की जनपंचायत, सीएम की विधानसभा में पहले आन्दोलन की घोषणा

देहरादून,10 अगस्त,(निस)। उत्तराखंड जनमोर्चा ने सीएम की विधानसभा धारचूला में बिजली की समस्या को लेकर पहले आन्दोलन की घोषणा कर दी। मोर्चा ने कहा कि 18 अगस्त को धारचूला तहसील के गलांती में जनपंचायत लगायी जायेगी। सीएम की विधानसभा में आन्दोलन का ऐलान करने वाली जनमोर्चा पहला संगठन बन गया है। मोर्चा ने कहा कि सोमवार को जिलाधिकारी को आन्दोलन का नोटिस थमाया जायेगा। वीआईपी विधानसभा बनने के बाद भी अधिकारी और कर्मचारियों के कार्यव्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया है। सीएम देहरादून में बैठकर केवल बकवास कर रहे हैं। जनमोर्चा के संयोजक जगत मर्तोलिया ने बताया कि आपदा के बाद गलांती ग्राम पंचायत के विद्युतीकृत तोकों की बिजली व्यवस्था चरमरा गयी थी। जलविद्युत निगम के कंच्योती परियोजना के आपदा में बह जाने के बाद इस क्षेत्र को हाट स्थित 33केवी सब स्टेषन से जोड़ने की मांग की जा रही है। वर्तमान में गलांती क्षेत्र को रांथी लाइन से जोड़ा गया है। आपदा के बाद इस इलाके में कभी भी एक सप्ताह तक बिजली के दर्षन नहीं हुए हैं। इन दिनों दस दिनों से गलांती के इलाके में अंधकार छाया हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की विधानसभा बन जाने के बाद जनमोर्चा लगातार धारचूला के अवर अभियंता से लेकर विद्युत कारपोेरेशन के एमडी तक पत्राचार कर रहे हैं, लेकिन किसी भी अधिकारी की ओर से इस बिजली लाइन के निर्माण के लिये पहल नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देहरादून से नौकरशाहों को सुधरने की हिदायत दे रहे हैं। नसीहत की जगह मुख्यमंत्री को धरातल में आकर कार्य करना चाहिए। मुख्यमंत्री जान लें कि उनकी विधानसभा में ही जनता की समस्याओं से किसी भी नौकरशाह का कोई लेना देना नहीं रह गया है। शिकायतों पर कार्यवाही तो रही, गौर तक नहीं फरमाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोमवार को जिलाधिकारी को आन्दोलन का नोटिस देते हुए 18 अगस्त तक कार्यवाही करने का अल्टीमेटम थमाया जायेगा। उन्होंने कहा कि 18 अगस्त को ग्राम पंचायत गलाती के पंचायतघर में जनपंचायत लगायी जायेगी। जिसमें सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण षिरकत करेंगे। 

वन्य जीव कर रहे फसलें बर्बाद

देहरादून,10 अगस्त,(निस)। जंगली सुअर और बंदर किसानों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। खेतों में रोपी गई धान की पौध के अलावा मडुवा, मक्का, बाजरा, गहत, उड़द, गडेरी और सब्जी इन वन्यजीवों ने बर्बाद कर दी है। जानकारी के अनुसार सोमेश्वर, लोद घाटी, मनसारीनाला, मनान, चनौदा आदि इलाकों में काश्तकार खेती पर निर्भर है। कुछ दिन पूर्व काश्तकारों ने खेतों में धान की रोपाई की थी। सुअरों के झुंड रात में आकर खेत खोद दिए हैं। इससे काश्तकारों की आजीविका पर संकट आ गया है। अर्जुनराठ के शिवेंद्र बोरा का कहना है कि सुअर खेती को तेजी से नुकसान पहुंचा रहे है, लेकिन इसके एवज में मुआवजा नाममात्र का मिलता है। यदि सरकार काश्तकारों की हितैषी है तो मुआवजे की राशि बढ़ाई जानी चाहिए। साथ ही सूअरों से छुटकारा दिलाने को योजना बनाए। पल्यूड़ा गांव निवासी शंकर गोस्वामी का कहना है सूअर और बंदर के भय से कई किसानों ने फसल की बुवाई छोड़ दी है। भानाराठ के पूर्व प्रधान राजेंद्र बोरा कहते हैं कि सुअरों को मारने के लिए हर गांव में एक व्यक्ति को बंदूक का लाइसेंस सरकार को देना चाहिए। मालागांव के दिनेश जोशी का कहना है कि जिन काश्तकारों को नुकसान हुआ है उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए।

भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट

देहरादून,10 अगस्त,(निस)। स्वतंत्रता दिवस पर भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट रहेगा। सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को नेपाल सीमा के साथ ही चंपावत के प्रवेश द्वार जगबूृड़ा पुल, धनुष पुल और सेनापानी जंगल में भी गश्त बढ़ाने और सघन चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। स्वतंत्रता दिवस की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस, सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया विभागों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। एसएसबी के कमांडेंट केसी राणा ने बताया कि एसएसबी जवानों को सीमा पर सघन चेकिंग और नियमित पेट्रोलिंग करने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि अनजान व्यक्तियों, आईएसआई की गतिविधियों से खास सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। सीओ पीएस पांगती ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस पर बार्डर में हाई अलर्ट रहेगा। अभी से ही सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। नेपाल से आने वालों पर कड़ी नजर रहेगी। होटलों, खुफिया रास्तों, धार्मिक स्थलों और राष्ट्रीय संपत्तियों पर पुलिस की विशेष नजर रहेगी। सीआईएसएफ के एसी बीएस डौंगों ने बताया कि सुरक्षा के तहत एनएचपीसी में भी विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।

भूकटाव रोकने को नहीं किये गये कोई उपाय

देहरादून,10 अगस्त,(निस)। इस तहसील के जाखधौलेत ग्राम पंचायत के ओड़गांव तोक में रहने वाले एक दर्जन से अधिक परिवार हर बारिश के सीजन में गांव छोड़कर डीडीहाट और अन्य स्थानों पर अपने रिश्तेदारों के यहां रहने को आ जाते हैं। 2007 में यह गांव भूकटाव के कारण खतरे में आ गया था। तब से न तो गांव के लोगों का पुनर्वास हुआ और न भूकटाव रोकने के लिए कदम उठाए गए। ओड़गांव में गरीब परिवारों के लोग रहते हैं। 2007 में गांव के पीछे की पहाड़ी में भूकटाव हो गया और पूरा गांव खतरे की जद में आ गया। तब प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा। सात वर्ष बीतने के बावजूद पुनर्वास की कोई कार्यवाही नहीं हुई है। गांव की सामाजिक कार्यकर्ता भागीरथी देवी का कहना है कि गांव को जाने वाले रास्ते दबते जा रहे हैं। गांव के लोगों को जून में बारिश शुरू होते ही अपने परिवारों को डीडीहाट शिफ्ट करना पड़ता है। यह प्रक्रिया कब तक चलती रहेगी कहा नहीं जा सकता। तहसीलदार पीसी पंत का कहना है कि ओड़गांव को पुनर्वास करने का प्रस्ताव शासन को पूर्व में भेजा जा चुका है। शासन से स्वीकृति मिलते ही ओड़गांव के लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाएगा। गांव केे लोगों का कहना है कि इस तरह के आश्वासन कई वर्षों से मिल रहे हैं, लेकिन लोगों की समस्या हल नहीं हुई। लोग चाहते हैं कि समस्या हल होनी चाहिए।

बिहार : रक्षा बंधन के दिन भाई ने लाडली बहन रूचि कुमारी के हत्यारों पर कार्रवाई करने की मांग की

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  • रूचि कुमारी की हत्या के आलोक में आगे की कार्रवाई करने में पुलिस की रूचि नहीं 

bihar news
पटना। प्रत्येक साल रक्षा बंधन के दिन रूचि कुमारी भाई की कलाई पर प्यार और रक्षा की बंधन बांधती थीं। मगर इस साल ऐसा नहीं हो सका। विवाहित रूचि कुमारी के ससुराल वालों ने 25 जुलाई,2014 को हत्या कर दी है। वहीं बिहटा थाना के थानाध्यक्ष और पुलिसकर्मी कर्तव्य निभा नहीं रहे रहे हैं। एफ.आई.आर.दर्ज नहीं करतेे हैं। एफ.आई.आर. दर्ज करवाने के लिए एसएसपी के समक्ष गुहार लगाना पड़ता है। तब जाकर एफ.आई.आर.दर्ज हो पाता है। इसके बाद आगे की कार्रवाई करने में रूचि नहीं दिखाते हैं। 

बिहटा थाने में आकर लोगों के द्वारा पुलिसकर्मियों के समक्ष चिरौली करना पड़ता है!ः पटना जिले में है बिहटा थाना । एक महिला तीन दिनों से ससुराल वालों द्वारा अपनी बेटी की हत्या का एफ० आई० आर० दर्ज करवाने के लिए थानाध्यक्ष से विनती कर रही थी । उसी महिला ने पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक को फ़ोन पर सुचना दी कि मेरी बेटी की हत्या का एफ० आई० आर० दर्ज नहीं हुआ है। उसी समय एक दुसरे की बेटी की हत्या हो गयी । जिसपर वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना ने उस महिला से पूछा जो दूसरी हत्या हुई है उसके परिजन वहाँ मौजूद हैं की नहीं, इसपर उस महिला ने कहा की वह यहीं मौजूद है तब वरीय पुलिस अधीक्षक ने हमलोगों से बात की और बिहटा थाना प्रभारी को अविलम्ब करवाई करने का आदेश दिया । इस आदेश के बाद हमलोगों का एफ० आई० आर० दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गयी ।

एक बार नहीं चार बार एफ.आई.आर. फाड़ दिया गयाः  वरीय आरक्षी अधीक्षक को फोन करने के बाद लिखित एफ़० आई० आर० थानाध्यक्ष को दिया गया। उन्होंने एक बार नहीं चार बार यह कह कर आवेदन पत्र फाड़ दिया कि एफ० आई० आर० में इतने लोगों का नाम नहीं होता है, उसके बाद हमलोगों ने दुबारा वरीय पुलिस अधीक्षक को फ़ोन लगाना चाहा जिससे डर कर बिहटा थाना प्रभारी ने हमलोगों का एफ़० आई० आर० दर्ज किया । दस दिन बीत जाने के बाद भी बिहटा थाना ने मुख्य आरोपियों को पकड़ने में नाकाम दिखी । आरोपियों में से एक सचिवालय कर्मी है जो गिरफ़्तारी के आदेश के वावजूद सचिवालय कार्यालय में नियमित रूप से उपस्थित हैं लेकिन पुलिस उसे भी आज तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है । 

जब आई.ओ. ने हमलोगों से फोर व्हीलर लेकर आने को कहा: सभी आरोपियों के पटना में निश्चित स्थान पर छुपे रहने की जानकारी केस के आई० ओ० को दी जिसपर आई० ओ० ने हमलोगों से फोर व्हीलर लेकर आने को कहा । बिहटा थाना 07 अगस्त 2014 को आरोपियों के घर छापामारी और गिरफ़्तारी के उद्धेश्य से गयी लेकिन वहाँ पर मौजूद पिंटू मुखिया ने बिहटा थाना को कानूनी करवाई करने से रोका जिस कारण बिहटा थाना पटना केस नंबर-516/14 का एक आरोपी अनीता देवी भागने में सफल रही । पूरी घटनाक्रम से यह स्पष्ट प्रतीत होता है की बिहटा थाना आरोपियों के उपद्रवी और प्रभावी समर्थकों की वजह से केस को सही अंजाम तक ले जाने में सक्षम नहीं है । यह भी स्पष्ट होता है की मेरा मामला एकलौता नहीं है इस थाना क्षेत्र में और भी ऐसे पीडि़त हैं जिसके पक्ष में बिहटा पुलिस सही कारवाई करने में सक्षम नहीं है । श्रीमान से अनुरोध है कि आरोपियों की गिरफ़्तारी और उनके घरों की कुर्की-जब्ती के लिए बिहटा थाना की कमान आर्मी को सौंप दी जाए और बिहटा थाना पटना केस नंबर-516/14 की जांच सी० बी० आई० से और केस की सुनवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाए ताकि लोगों का भरोसा कानून में कायम रह सके।



आलोक कुमार/प्रभाष चन्द्रा
बिहार 

विशेष : विश्‍व आदिवासी दिवस-मनुवादी-आर्य शुभचिन्तक नहीं, शोषक हैं

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world tribal day
‘‘9 अगस्त, 2014 को पूरे विश्‍व में विश्‍व आदिवासी दिवस मनाया गया। यदि इस अवसर पर कोई मौन रहा तो वो थी हिन्दुओं की तथाकथत संरक्षक विचारधारा की पोषक भारतीय जनता पार्टी की भारत सरकार, जिसकी ओर से इस असर पर एक शब्द भी आदिवासियों के उत्थान के लिये या आदिवासियों के बदतर हालातों के बारे में नहीं कहा गया। बल्कि भाजपा अपने राष्ट्रीय आयोजन के माफर्र्त देश को गुमराह करने में मशगूल दिखी। इससे एक बार फिर से यह बात सच साबित हो गयी कि हिन्दूवादी ताकतें, जिन पर आर्यों और मनुवादियों का शिकंजा कसा हुआ है, वे आदिवासियों को आदिवासी तक मानने को ही तैयार नहीं हैं। बल्कि इसके ठीक विपरीत मनुवादी-आर्यों द्वारा शासित हिन्दूवादी ताकतें आर्यों को ही इस देश के मूल निवासी सिद्ध करने में लगी हुई हैं और भारत के असली मालिक और यहॉं के मूल निवासी आदिवासियों को वनवासी कहकर नष्ट करने का सुनियोजित षड़यंत्र चलाया जा रहा है।’’

विश्‍व में विश्‍व आदिवासी दिवस के अवसर पर यह सारांश भारत के विभिन्न राज्यों के आदिवासियों के आक्रोश और विचारों का देखने को मिला है। जो विभिन्न माध्यमों से 09 अगस्त, 2014 को आयोजनों, सभाओं और संदेशों के मार्फ़त विश्‍व आदिवासी दिवस को प्रकट हुआ है। 

इसके अलावा अन्तरजाल पर मोबाइल के मार्फत तकनीक का अब आदिवासी भी उपयोग करना सीख रहा है, जहॉं पर मनुवादी-आर्यों द्वारा शासित हिन्दूवादी ताकतें पूरी तरह से हावी हैं और वो देश और समाज को बरगाले में पीछे नहीं हैं। ये अहसास अब अनार्यों को भी हो रहा है। इस बात का जवाब भारत के विभिन्न राज्यों में भिन्न-भिन्न कारणों से फैले राजस्थान और मध्य प्रदेश के आदिवासियों ने विश्‍व आदिवासी दिवस पर देने का प्रयास किया है। इस दौरान आदिवासियों की ओर से विश्‍व आदिवासी दिवस तो हजारों स्थानों पर चर्चा, बैठक, रैली, सभा, गोष्ठी आदि के जरिये बढचढकर मनाया तो गया ही, इसके साथ-साथ जागरूक आदिवासियों की और से जो सन्देश आपस में प्रसारित किये गये, वे इस देश और इस देश के मूल निवासी आदिवासियों तथा अनार्यों के आने वाले कल के बारे में बहुत कुछ बयां करते हैं। यहॉं ऐसे ही कुछ संदेशों का सारांश और भावार्थ प्रस्तुत हैं :-

world tribal day
1. ‘‘पे बेक टू सोसायटी-एक सामाजिक जिम्मेदारी है।’’ : यह एक विचारधारा है, जिसके अनुसार हम जिस समाज के कर्जदार हैं, उसके प्रति हमारी कुछ नैतिक जिम्मेदारी है। जिसका निर्वाह करना समाज के प्रत्येक व्यक्ति का अनिवार्य कर्त्तव्य है। यह विचारधारा किसी संगठन की मोहताज नहीं है। हम में से कोई भी किसी भी संगठन से जुड़ा हो पर हमारा प्रथम कर्त्तव्य है कि भारत के असली मालिक और यहॉं के मूल निवासी आदिवासी जो आर्यों की नजर में अनार्य हैं, वे सब मिलकर आपास में एक दूसरे की मदद और सहयोग करें। जिसकी शुरुआत हम इस ग्रुप से जुड़े लोगों का सहयोग करके कर सकते हैं। पे बेक टू सोसायटी ग्रुप में अगर किसी भी सदस्य को परेशानी हो या समाज के किसी भी सदस्य की परेशानी का पता चले तो सभी उसका तत्काल सहयोग करें। सहयोग की ये भावना ही हम सभी को एक सूत्र में जोड़ेगी और हमारे आदिवासी प्रेम को प्रमाणित करेगी। सभी आदिवासी चाहे वो किसी भी जाति के हो या किसी भी राज्य में रहते हों, हम सभी  एक दूसरे के सहयोग की कसम खाते हैं। सभी भाइयों से अनुरोध है की वो सभी अपनी-अपनी जगह विश्‍व आदिवासी दिवस को "पे बेक टू सोसायटी-एक सामाजिक जिम्मेदारी"के नाम से अपने मित्र सगे सम्बन्धी और मिलने वाले सभी लोगों के साथ हर्षोल्लास के साथ अपने घरों पर दीप जलाकर मनायें और उसकी फोटो एक दूसरे को भेजें तथा आदिवासी समाज के विकास और एकता पर चर्चा करें। आज का दिन हम सभी के आने वाले भविष्य के लिए ऐतिहासिक दिन होने वाला है। हम सभी का आपसी सहयोग और कड़ा परिश्रम आदिवासी समाज तथा देश की एकता के लिए मिसाल बने। जय अदिवासी एकता।

2. आदिवासी युवा शक्ति का आह्वान : ‘‘वक्त आने दे बता देंगे, तुझे ऐ आसमां...हम अभी से क्या बताएँ, क्या हमारे दिल में है।’’ विश्‍व आदिवासी दिवस के मौके पर आर्यों के वंशज शोषकों को ज्ञात हो जाना चाहिये कि भारत का मूल निवासी अब जाग गया है। अब हम गॉंव-गॉंव ढाणी-ढाणी घूम-घूम कर लोगों को इस बात को बतायेंगे कि मनुवादी-आर्यों द्वारा शासित हिन्दूवादी ताकतें हिन्दुत्व के नाम पर आदिवासियों को और अनार्यों को किस प्रकार से आर्यों की गुलाम बनाये रखने के लिये काम कर रही हैं? हम प्रतिज्ञा करते हैं कि इस देश में मनुवाद अधिक दिन तक चलने वाला नहीं है। इस देश को आर्यों के चंगुल और मनुवाद की मानसिक गुलामी से मुक्त करवाना ही होगा। इस आह्वान को जमीनी स्तर पर प्रमाणित करने वाले आयोजन जैसे सभा, रैली आदि भी देशभर में देखने को मिले।  

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3. जयस संगठन का आह्वान : सभी साथियों को विश्‍व आदिवासी दिवस की बहुत सारी शुभकामनावों के साथ आज 9 अगस्त को जयस घोषणा करता है की जो भी आदिवासिओं के जल, जंगल, जमीन और आदिवासियों आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के साथ-साथ आदिवासियों की संस्कृति के साथ खिलावाड़ करेगा जयस (मध्य प्रदेश से संचालित संगठन) उनके खिलाफ खुली लड़ाई लड़ेगा और आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावो में उन सभी राजनैतिक पार्टियों का खुला विरोध करेगा। जिनकी नीतियां आदिवासियों के हितों के खिलाफ बनाई जा रही हैं। जिनकी नीतिओं में आदिवासी बच्चों को भूख और कुपोषण से मरने को मजबूर किया जा रहा है। आज जयस घोषणा करता है कि देश के उन सभी आदिवासी जनप्रतिनिधियों का भी खुल्लम खुल्ला विरोध करेगा जो विधायक और सांसद बनने के बाद पूरे पांच साल तक आदिवासी मुद्दों पर चुप रहकर  अपनी अपनी राजनैतिक पार्टियों की गुलामी करते हैं। जयस देश के सभी आदिवासी युवाओं से अनुरोध करता है कि आप किसी भी राजनैतिक पार्टी का समर्थन करने की बजाय आदिवासी समुदाय के उन पढे-लिखे आदिवासी युवाओं को चुनकर विधानसभा और लोकसभा में भेजें जो आदिवासिओं के संवैधानिक अधिकारों के जानकार होने के साथ साथ संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ने वाले हों। दोस्तों यही बदलाव की सच्ची शुरुआत है और इसके लिए हम आप सभी को मिलकर लड़ना है, तभी हम यह लड़ाई जीत पाएंगे।

4. आरक्षण भीख नही है : जब सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू की रिपोर्ट से भी ये साबित हो चुका है कि भारत के असली उतराधिकारी आठ फीसदी आदिवासी ही हैं तो फिर आरक्षण पर सवाल उठाने वाले षड़यंत्रकारी मनुवादी लोगों को खुद की गिरवान में झांकना चाहिये कि वो कितने बड़े गुनेहगारों के वंशज है। जिन्होंने देश के मूल निवासियों को इन बदतर हालातों में पहुंचा दिया है। इस बात को एक उदाहरण के जरिये समझ सकते हैं कि-कोई आपके पास आपके मकान में किराये से रहने के लिए आता है और आप उसे मकान किराया पर दे देते है, लेकिन वो आपके मकान पर कब्जा कर लेता है, आप मकान खाली कराने को प्रयास करते हैं तो किरायेदार मकान मालिक को उसके ही मकान के 10 कमरों में से एक कमरा रहने को दे

देता है। मकान मालिक इतना प्रताड़ित आतंकित किया जाता है कि सब कुछ भूलकर उस एक कमरे में जीवन बिताने को मजबूर हो जाता है, लेकिन मकान पर जबरन काबिज आपराधिक प्रवृत्ति के लोग, मकान के मालिक को उस एक कमरे में से भी बेदखल करके बाहर निकालने के षड़यंत्र लगातार रचते रहते हैं। क्या यह न्याय है??????? आज इस देश में हमारे साथ यही नहीं हो रहा है? जिस देश की आदिवासियों का शतप्रतिशत हक था, उस हक को साढे सात फीसदी पर सीमित कर दिया गया और अब उसको भी छीने जाने के नये-नये कुचक्र चले जा रहे हैं। इस उदाहरण से कोई भी समझ सकता है कि सम्पूर्ण मकान अर्थात् पूरा भारत देश हमारा है, जिसमें आर्य लोग आकर ऐसे घुसे कि पूरे देश पर ही कब्जा कर लिया और हमारे सभी हकों छीनकर उन पर काबिज हो हो गये। एक कमरा अर्थात् जो संवैधानिक आरक्षण हमें डॉ. अम्बेड़कर के साथ गॉंधी द्वारा किये गए के धोखे के बाद दिया गया, अब उस आरक्षण को भी हटाने की मुहिम अन्य मूल आरक्षित वर्गों के साथ-साथ आदिवासियों के विरुद्ध भी तेजी से चलाई जा रही है। यह कितनी मनमानी और कितनी अन्याय पूर्ण बात है, इसे कोई भी इंसाफ पसन्द व्यक्ति आसनी से समझकर महसूस कर सकता है। इस प्रकार मनुवादी-आर्यों द्वारा शासित हिन्दूवादी ताकतें आदिवासियों को उनके बचे कुचे हकों से भी वंचित करने जा रही हैं। हमें इसका साहसपूर्वक सामना करना होगा। अन्यथा मनुवादी-आर्यों द्वारा शासित हिन्दूवादी ताकतें हमें कुचल देंगी, हमें नेस्तनाबूद कर देंगी। क्योंकि संविधान द्वारा बनाये गये सभी निकायों पर इनका एक छत्र कब्जा है। इसे हटाने के लिये सभी अनार्य जिनकी आबादी 90 फीसदी से अधिक है को एकजुट और संगठित होना होगा।

5. जयपुर में संयुक्त जनजाति संस्थान की सभा : इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति संयुक्त संस्थान जयपर की सभा में आदिवासियों के साथ किये जा रहे भेदभाव के प्रति आक्रोश व्यक्त करने के साथ-साथ, संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव व यूनिसेफ के महानिदेशक के संदेशों को बैठक में पढकर सुनाया गया। इन संदेशों में आदिवासियों के हितों के लिए दिए गए सुझावोंं के क्रियान्वयन के लिए वृहद रूप रेखा तैयार की गई। जिसमें मुख्य रूप से यह संकल्प लिया गया कि राज्य के सभी आदिवासी एकजुट होकर अपने हितों की रक्षा के लिये आवश्यक कदम उठायेंगे। सरकार द्वारा फिर भी उदासीनता बरती गयी तो संस्थान को आन्दोलनात्मक कदम उठाने को मजबूर होना पड़ेगा।

6. निराशा भी दिखी : मोबाइलों पर देखने को मिला कि दोस्तों नेट, मोबाइल, फेसबुक और व्हाट्सअप पर कई सन्देश डालने के बाद भी सभी आदिवासी युवा उनके प्रचार-प्रसार करने में आगे नहीं आ रहा है। विश्‍व आदिवासी दिवस के मौके पर फालतू बातें डिस्कस करने की बजाय अपने संवैधानिक अधिकारों के बारे में चर्चा करें। ताकि आदिवासी समुदाय के पढेे लिखे लोगों में अपने संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूकता आये। लेकिन जयादातर पढेे लिखे आदिवासी युवा फालतू बातें करने में और भेड़ चाल चलने में आगे रहते हैं, जबकि अपने आदिवासी समुदाय की बात करने में उनको शर्म आती है जो कि आदिवासी समुदाय के अस्तित्व के लिए ठीक नहीं है। ऐसे लोगों को आदिवासियों की मूल जागरूक धारा के साथ जोड़ने के सन्देश भी जारी किये गए। 

7. दीप, सभा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया आदिवासी दिवस : राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित देश के तकरीबन सभी आदिवासी बहुल राज्यों में और जहां-जहां भी आदिवासी वर्ग के लोग किसी भी वजह से निवास करते हैं, उन सभी ने विश्‍व आदिवासी दिवस को व्यक्तिगत रूप से अपने-अपने घरों में दीप जलाकर और बैठक व सभाओं में आपसी चर्चा करके हर्षोल्लास के साथ मनाया। पढेलिखे आदिवासियों ने वाटसेप, मेल और फेसबुक के जरिये भी विश्‍व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएँ एक-दूसरे को ज्ञापित की। जिसे प्रस्तुत फोटोग्राफ से बखूबी समझा जा सकता है। यह अपने आप में आदिवासियों में तकनीक के इस्तेमाल के जरिये एक बड़ा बदलाव देखा जा सकता है।

8. हम हिन्दू नहीं, हम आदिवासी हैं, धार्मिक कोड की मांग : विश्‍व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासियों के अनेक समूहों की ओर से इस बात को भी ताकत से उठाया गया कि आदिवासी हिन्दू नहीं है, बल्कि मनुवादी-आर्यों द्वारा उसे जबरन हिन्दू बनाये रखने के अनैतिक प्रयास और षड़यंत्र किये जाते रहते हैं। आदिवासियों को अलग से आदिवासी धर्म के रूप में धार्मिंक कोड प्रदान किये जाने की आवाज भी उठायी गयी। जिसका देश के अनेक राज्यों के आदिवासियों की ओर से पुरजोर समर्थन किया गया।

9. आदिवासियों में सभी सरकारों के प्रति आक्रोश : सारे देश के आदिवासियों में इस बात को लेकर गहरा आक्रोश और गुस्सा देखा गया कि भारत की केन्द्र सरकार सहित तकरीबन सभी राज्य सरकारों ने विश्‍व आदिवासी दिवस का सरकारी स्तर पर आयोजन नहीं किया और इस दिन की कोई परवाह नहीं की और सभी सरकारों की ओर से इस प्रकार से आदिवासियों को सरेआम अपमानित करने का प्रयास किया गया। जो आदिवासियों के बीच गहरी चिन्ता का विषय बन गया है। आदिवासियों की परवाह करने के बजाय सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी अपने राष्ट्रीय जलसे के आयोजन में मशगूल रही। भाजपा सहित प्रधानमंत्री या किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री ने विश्व आदिवासी दिवस के दिन आदिवासियों के हिट में कोई कदम नहीं उठाया।  इससे आदिवासियों को इस बात का अहसास हो गया की उनकी औकात राजनैतिक दलों की नजर में वोट बैंक के आलावा कुछ भी नहीं है। आदिवासियों ने इस मौके पर तय किया है कि हमें हमारे सच्चे नेतृत्व तथा समर्पित को आगे लाना होगा और आदिवासियों की राजनैतिक ताकत को दलितों तथा अन्य कमजोर अनार्य जातियों के साथ मिलकर दिखाना होगा। 

 10. मनुवादी-आर्य शुभचिन्तक नहीं, शोषक और दुश्मन हैं : विश्‍व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासियों के सभी समूहों में यह एक बात समान रूप से सामने आयी है कि आदिवासी जो इस देश का असली मालिक है, उसे इस अब बात का अहसास होने लगा है कि मनुवादी-आर्यों द्वारा शासित हिन्दूवादी ताकतें उनकी मित्र या शुभचिन्तक नहीं, बल्कि उनकी असली दुश्मन और शोषक हैं। जिनका आम आदिवासियों और अनार्यों के पर्दाफाश किया जाना समय की मांग है। जिसके लिये सभी उम्र के आदिवासी समूहों को जागरूक किये जाने की सख्त जरूरत है। इसके लिये पे-बैक टू सोसायटी ग्रुप की ओर से सभी अनार्यों जातियों और वर्गों के सहयोग से एक मुहिम चलाने के लिये अलग-अलग ग्रुप तैयार किये जाने की बात भी कही गयी है। यदि आदिवासी इस मुहिम को चलाने में सफल हो पाते हैं तो आने वाले कुछ ही वर्षों में इस देश के मनुवाद के धार्मिक शिकंजे में कैद आदिवासी और अनार्यों की तकदीर में क्रान्तिकारी बदलाव की शुरूआत हो सकती है। 

11. आदिवासियों को तकनीक का उपयोग समझ में आया : विश्‍व आदिवासी दिवस के अवसर पर, देशभर में सबसे बड़ी और उल्लेखनीय बात यह देखने में आयी कि तकनीक के जरिये आदिवासियों द्वारा विचार विनिमय किये जाने की शुरूआत हो गयी है, जो आने वाले भविष्य में आदिवासियों के सभी समूहों को एक दूसरे के करीब लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मुहिम सिद्ध हो सकती है।






डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
संपर्क : 09875066111

झारखंड में झामुमो, जदयू के विधायक भाजपा में शामिल

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saiman marandhi
इस वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले दूसरी पार्टियों को झटका देने में जुटी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को तगड़ा झटका दिया है। पार्टी के कद्दावर नेता साइमन मरांडी और जनता दल-युनाइटेड (जदयू) के विधायक राजा पीटर रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के सामने भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में जाने वाले अन्य प्रमुख नेताओं में पूर्व मंत्री और झामुमो नेता दुलाल भुइयां और रांची के पूर्व उपमेयर अजय नाथ शाहदेव हैं।

पार्टी में शामिल होने वाले नए नेताओं का स्वागत करते हुए मुंडा ने कहा, "भाजपा मूल्यों की पार्टी है। चूंकि लोगों ने दिल्ली में भाजपा को स्पष्ट बहुमत दिया है, हमें उम्मीद है कि झारखंड के लोग भी पार्टी को राज्य में वैसा ही जनादेश देंगे।"कुछ ही दिनों पहले झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक के चार विधायक नई दिल्ली में अमित शाह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए थे। रांची में भी दो पूर्व मंत्रियों ने भाजपा का दामन थामा था।
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