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Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
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बिहार : रसोई में गैस रिसाव के कारण लगी आग से एक महिला बुरी तरह झुलस गई

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) पुर्णिया:-जिले के टिकापट्टी थाना के गोरियर हटिया टोला में खाना बनाने के दौरान गैस सिलिंडर से गैस के रिसाव होने से आग लग गई।वहीं रसोई में खाना बना रही महिला बुरी तरह आग के चपेट में आने से झुलस गई ।परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से ईलाज के लिए  आग से झुलसी सोनी देवी को रेफरल अस्पताल रूपौली पहुँचाया।सूचना मिलते ही टिकापट्टी थानाध्यक्ष मनोज कुमार भी घटनास्थल पर पहुँचकर आग से बुरी तरह झुलसी महिला को अस्पताल पहुँचाने में मदद किया।सोनी देवी के पति रूपेश राय ने बताया कि हर दिन की भाँति मंगलवार को दिन का खाना बनाने उसकी पत्नी सोनी देवी रसोई में खाना बनाने गई।गैस जलाते ही आग की लपट उठने लगी।स्थानीय लोगो की मदद से काफी मसक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।जिससे बड़ी हादसा होने से टल गया।लेकिन सोनी बुरी तरह झुलस गई।सोनी देवी की स्थिति गंभीर देख बेहतर ईलाज के लिए सदर अस्पताल पूर्णिया रेफर कर दिया गया।

बिहार : एक भाई कांग्रेस को तो दूसरे भाई बीजेपी के समर्थन में आमने -सामने

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लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में कांग्रेस पूरी ताकत पटना साहिब सीट पर झोंकेगीपटना साहिब में यह लड़ाई कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा और भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद के बीच
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पटना,14 मई।जनसंख्या की हिसाब से अल्पसंख्यक है ईसाई समुदाय। राजधानी पटना में 15 हजार की संख्या में हैं ईसाई समुदाय। कुर्जी पल्ली में 7 से 8 हजार की जनसंख्या है। इतनी कम संख्या में पटना नगर निगम के वार्ड पार्षद का भी चुनाव जीत नहीं पाएंगे। बिहार विधान सभा और लोक सभा दूर की बात है। राजनीति क्षेत्र में किस्मत चमकाने का मंसूबा पाल रखे हैं सिसिल साह और राजन क्लेमेंट साह। जेपी आंदोलन के सिपाही हैं अनिल साह। एक टीचर हैं स्टेला साह। इनके पुत्र हैं सिसिल साह और राजन क्लेमेंट साह। अग्रज हैं सिसिल साह और अनुज हैं राजन क्लेमेंट साह। सहोदर भाई रहते हुए भी दोनों का राजनीति विचारधारा अलग-अलग है। बड़ा कांग्रेस का थामन पकड़ रखा है तो छोटा बीजेपी को जोर से पकड़ रखा है। राजनीतिज्ञों ने दोनों अल्पसंख्यक स्तर के ही नेता बनाकर रख दिया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष हैं सिसिल साह। वहीं बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री हैं राजन क्लेमेंट साह। पार्टी के अनुसार अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह पटना साहिब के कांग्रेसी के प्रत्याशी बिहारी बाबू शत्रुध्न प्रसाद सिंहा को विजयी बनाने को लेकर प्रयास रहते हैं। उसी तरह अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री राजन क्लेमेंट साह ने बीजेपी प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद को विजयी बनाने में लग गये हैं। दोनों भाई पार्टी लाइन में चलकर पार्टी के प्रत्याशी को विजयी बनाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं।  कांग्रेस पार्टी ने अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह पर अधिक भरोसा जताया है। उसने श्री साह को पर्यवेक्षक बनाकर कटिहार और समस्तीपुर भेजा। दोनों जगहों पर सप्ताह भर रहकर कांग्रेसी प्रत्याशी के समर्थन में पसीना टपकाकर जनसम्र्पक अभियान चलाकर प्रत्याशी के पक्ष में हवा तैयार किए। अभी पटना साहिब के प्रत्याशी बिहारी बाबू के समर्थन करने में लगे हैं। उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने वाली पूनम सिन्हा पटना आयी थीं। यहां पर आने के बाद कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयीं। यहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं से साथ मिटिंग करके बिहारी बाबू को भारी मतों से विजयी बनाने का आग्रह करती रहीं।  इस बीच खबर है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 16 मई को पटना आ रहे हैं और यहां वे रोड शो में भाग लेंगे। पटना में आजोजित राहुल गांधी रोड शो के लिए रूट तय हो गया है। राहुल गांधी पटना साहिब से पार्टी प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा के पक्ष में गांधी मैदान से डाक बंगला तक रोड शो करेंगे। शाम छह बजे शुरू होना वाला रोड शो पौने सात बजे समाप्त होगा। पार्टीजनों की कोशिश है कि रोड शो का रूट इनकम टैक्स गोलंबर तक हो जाए। राहुल गुरुवार को पहले पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से राजद प्रत्याशी मीसा भारती के समर्थन में बिक्रम में चुनावी रैली करेंगे।  प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ के अनुसार राहुल गांधी का हैलीकॉप्टर शाम छह बजे गांधी मैदान में उतरेगा। फिर रोड शो शुरू होगा। राहुल के कार्यक्रम की तैयारी को लेकर पार्टी की तैयारी बैठक सोमवार शाम सदाकत आश्रम बुलाई गई।  लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में कांग्रेस पूरी ताकत पटना साहिब सीट पर झोंकेगी। इस सीट से शत्रुघ्न सिन्हा प्रत्याशी हैं और आगामी 19 मई को मतदान होना है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जहां 16 मई को यहां रोड शो करेंगे, वहीं पार्टी के वार्ड संगठन से लेकर पूरी प्रदेश कांग्रेस यहीं डेरा डालेगी। हालांकि अंतिम चरण में सासाराम सीट भी कांग्रेस के खाते की है। वहां लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस के लिए चुनाव का अंतिम चरण बेहद महत्वपूर्ण है। इस चरण में पार्टी के हिस्से वाली दो सीटें हैं। दोनों ही जगह चुनाव लड़ने वाले बड़े नाम हैं। पटना साहिब और सासाराम में सीधे मुकाबले की स्थिति है। सासाराम में जहां मीरा कुमार का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी छेदी पासवान से है तो पटना साहिब में यह लड़ाई कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न   सिन्हा और भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद के बीच है। जहां तक कांग्रेस का सवाल है तो पार्टी की तैयारी पटना साहिब सीट पर पूरा दमखम झोंकने की है। पार्टी ने इस सीट के लिए अलग पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया है।  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने अन्य प्रमुख पार्टीजनों संग शत्रुघ्न के चुनाव कार्यालय पहुंचकर बैठक की है। वार्ड स्तर के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी बांटी गई है। योजना हर दरवाजे पर दस्तक देने की है। पार्टी पदाधिकारियों के साथ ही सांसद-विधायकों से भी चुनाव में जुटने को कहा गया है।

दुमका : भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच पार्टी नेताओं के विरुद्ध असंतोष की स्थिति

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कार्यकर्ताओं को यहाँ कोई नहीं पूछता
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दुमका (अमरेन्द्र सुमन) दुमका लोकसभा क्षेत्रान्तर्गत विस क्षेत्र शिकारीपाड़ा के प्रखण्ड रानेश्वर व शिकारीपाड़ा में भाजपा कार्यकर्ताओं को पार्टी की ओर से कोई तरजीह नहीं दिये जाने से आक्रोश व असंतोष की स्थिति देखी जा रही है। पार्टी के लोकसभा ़क्षेत्र के प्रभारी सत्येन्द्र सिंह व विधानसभा प्रभारी सुनील साहू के रवैये से कार्यकर्ताओं में मायूसी छायी हुई है। पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने दिन मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री कमलाकांत प्रसाद सिन्हा व जवाहर मिश्रा को अपना दुखड़ा सुनाया। इन कार्यकर्ताओं का कहना था कि पार्टी के लिये कैडर बनाने से लेकर भाजपा में आस्था रखने वालों को एकजुट करने के पिछले 5 वर्षों के उनके प्रयास बेकार हो गए। कोई भी पार्टी पदाधिकारी कार्यकर्ताओं से ठीक तरीके से बात तक नहीं करते। भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता व लोजपा से शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व प्रत्याशी शिवधन मुर्मू, बबलू दत्ता, अल्पना घोष, बड़ा गुलामसुली के किशोर टुडू, गयासुद्दिन अंसारी, अफजल अंसारी, संुरेश साह ने प्रखण्ड अध्यक्ष गट्टू कनारिया पर आरोप लगाया कि प्रचार-प्रसार के लिये न तो वे किसी कार्यकर्ता को पूछते हैं और न ही झंडा-बैनर ही देते हैं। मालूम हो शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या तकरीबन दो लाख है जिसमें 32 प्रतिशत संतालों की व 14 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। शिकारीपाड़ा प्रखण्ड के खाड़ूकदमा, शहरजोरी, विशनपुर, मंझलाडीह, ढेबाडीह व अन्य ग्रामों में मुस्लिमांे का रुझान भाजपा की तरह है। इसी तरह रानेश्वर के कई ग्रामांे में इसाई धर्मावलम्बियों की संख्या काफी है जिनमें से एक बड़ी आबादी भाजपा के पक्ष में अपना विश्वास रखते हैं। पूर्व विधायक व मंत्री कमलाकांत प्रसाद सिन्हा व भाजपा के वरिष्ठ नेता जवाहर मिश्रा ने एक-एक व्यक्ति की समस्या सुनी। कार्यकर्ताओं से उपरोक्त नेताओं के संपर्क के बाद भाजपा के भीतर का अन्तर्कलह खुलकर सामने आ पहुँचा है। मोदी के नाम पर भाजपा के छुटभैये नेताओं द्वारा पार्टी की ओर से कार्यकर्ताओं के प्रचार-प्रसार मद में दी जाने वाली राशियों की बंदरबांट का आरोप यह दर्शाता है कि यदि स्थानीय स्तर पर असंतुष्ट कार्यकर्ताओं को एकजुट नही किया गया तो भाजपा को इस क्षेत्र में बड़ा नुकसान हो सकता है। मालूम हो महागठबंधन की ओर से जहाँ एक ओर शिबू सोरेन बतौर प्रत्याशी मैदान में खड़े हैं वहीं दूसरी ओर भाजपा के प्रत्याशी के रुप में सुनील सोरेन तीसरी मर्तबा शिबू सोरेन से दो-दो हाथ करने को आतुर दिखलायी पड़ रहे हैं। इस क्षेत्र में झामुमों प्रत्याशी शिबू सोरेन से लोगांे की आस्था धीरे-धीेरे कम होती प्रतीत हो रही है। यदि भाजपा सिस्टमेटिक तरीके से इन इलाकांें में अपनी पैठ निर्वाध रख सके तो शिकारीपाड़ा से अच्छे मत की संभावना बन सकती है। आम नागरिकांे का कहना कि पिछले लोकसभा चुनाव में जेवीएम के कार्यकर्ता झामुमों के मोहजाल में नहीं फंसकर भाजपा की ओर जाना चाहते हैं किन्तु उन्हें पूछने वाला कोई नहीं है। 19 मई को ही ज्ञात हो पाएगा कि शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता मोदी को अपना आईकाॅन मानते हैं या फिर झारखण्ड आन्दोलन के प्रणेता शिबू सोरेन को। 

बेगूसराय : लोहिया नगर रेलवे गुमटी के पास एक युवक का शव हुआ बरामद

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) अपराधी बे-खौफ वारदातों को दे रहे अंजाम।जी हाँ,बेगूसराय रेलवे स्टेशन के पूर्वी आउटर सिग्नल के समीप मंगलवार की सुबह एक युवक का शव पड़ा पाया गया।शव मिलते ही लोगों की भीड़ वहाँ जमा हो गई।जीआरपी थाना अध्यक्ष मौके पर पहुँच कर मृतक की पहचान करने व मामले की पड़ताल में जुट गई।युवक के चेहरे पर एसिड डालने व छूरा घोंपने के निशान पाये गए थे।जिसे देखने से ऐसा लग रहा था कि हत्या के बाद शव को रेल पटरी के किनारे फेंका गया हो भीड़ युवक की पहचान जिले के डंडारी थाना क्षेत्र के शुगरन निवासी सुरेश पासवान के पुत्र रोहित कुमार (18वर्ष) के रूप में किया गया।इसके बाद जीआरपी थाना ने परिजनों को सूचित किया,तो मृतक की मां सहित कई लोग वहाँ पहुँच गए।उनलोगों ने भी रोहित के शव की पहचान की।घटना से आक्रोशित लोगों ने नगर थाना क्षेत्र के ट्रैफिक चौक के समीप एनएच 31 को जाम कर दिया तथा टायर जलाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।ये लोग हत्यारे की पहचान कर अविलंब गिरफ्तारी व पीड़ित परिवार को सरकारी मुआवजा देने की माँग करने लगे।बाद में पुलिस पदाधिकारियों ने लोगों को समझा-बुझाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।जहाँ शव-परीक्षण के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।परिजनों के अनुसार चार भाइयों में सबसे बड़े रोहित काँलेजिएट +2 स्कूल बेगूसराय में 11वीं कक्षा का छात्र थावह लोहियानगर टाबर चौक के समीप 28 नंबर रोड में नवीन सहनी के मकान में किराए पर रूम लेकर रहता था।सोमवार को 4 बजे वह शुगरन से बेगूसराय के लिए चला था।आज सुबह में उसका डेड बॉडी मिला।बेगूसराय नगर निगम के वार्ड पार्षद व दलित सेना के नेता दासो पासवान ने उच्चस्तरीय जांच कर हत्यारे को अविलंब गिरफ्तार करने की माँग की।पुलिस प्रशासन जाँच में जुटी है,सामाचार प्रेषित करने तक किसी की गिरफ्तारी या अन्य किसी बातों का खुलासा नहीं हो सका है।

अमित शाह के कोलकाता रोडशो में हिंसक झड़पें, आगजनी

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कोलकाता, 14 मई, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के शहर में मंगलवार को हुए विशाल रोड शो के दौरान भाजपा और तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। हालांकि शाह को किसी तरह की चोट नहीं आई और पुलिस उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गई। अधिकारियों ने बताया कि शहर के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क उठी जब विद्यासागर कॉलेज के भीतर से टीएमसी के कथित समर्थकों ने उनके काफिले पर पथराव किया जिससे दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच झड़प हुई।  गुस्साए भाजपा समर्थकों ने भी उसी तरह प्रतिक्रिया दी और कॉलेज के प्रवेशद्वार के बाहर टीएमसी प्रतिद्वंद्वियों के साथ मारपीट करते नजर आए।  बाहर खड़ी कई मोटरसाइकलों को आग के हवाले कर दिया गया। ईश्वर चंद्र विद्यासागर की आवक्ष प्रतिमा भी झड़प के दौरान तोड़ दी गई। पुलिसकर्मी पानी भरी बाल्टियों से आग बुझाने की कोशिश करते देखे गए।  रोडशो के लिए तैनात किए गए कोलकाता पुलिस के दस्ते ने तुरंत हरकत में आते हुए इन समूहों का पीछा किया। शाह ने एक टीवी चैनल से कहा, “टीएमसी के गुंडों ने मुझ पर हमला करने की कोशिश की। ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री) ने हिंसा भड़काने का प्रयास किया। लेकिन मैं सुरक्षित हूं।”  शाह ने कहा कि झड़पें होने के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही।  उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें बताया था कि रोडशो की इजाजत कॉलेज के पास समाप्त होती है और उन्हें स्वामी विवेकानंद के बिधान सारणी के पैतृक आवास पर ले जाया जाएगा।  शाह ने दावा किया, “वे (पुलिस) नियोजित मार्ग से हट गए और उस रास्ते पर ले गए जहां ट्रैफिक जाम था। मुझे श्रद्धांजलि देने के लिए विवेकानंद के आवास पर नहीं जाने दिया गया और मैं इससे दुखी हूं।”  बनर्जी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शाह को “गुंडा” बताया।  उन्होंने शहर के बेहाला की रैली में कहा, “अगर आप विद्यासागर तक हाथ ले जाते हैं तो मैं आपको गुंडे के अलावा क्या कहूंगी।”  उन्होंने कहा, “मुझे आपकी विचारधारा से घृणा है, मुझे आपके तरीकों से नफरत है।”  साथ ही उन्होंने विद्यासागर की आवक्ष प्रतिमा तोड़े जाने के खिलाफ बृहस्पतिवार को एक विरोध रैली की घोषणा की।  इससे पहले यह तनाव तब बढ़ गया था जब अमित शाह के काफिले के कॉलेज स्ट्रीट और स्वामी विवेकानंद के निवास के लिए उत्तरी कोलकाता में बिधान सारणी से गुजरते वक्त पथराव किया गया।  अधिकारियों ने बताया कि कॉलेज स्ट्रीट पर कलकत्ता विश्वविद्यालय परिसर के बाहर झड़प तब शुरू हो गई जब एक समूह ने शाह के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी।  हालांकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया था। 

वाराणसी में रोड शो करेंगी प्रियंका गांधी

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वाराणसी, 14 मई, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक रोड शो करेंगी।  करीब तीन हफ्ते पहले अपना नामांकन-पत्र दाखिल करने से पहले मोदी ने यहां रोड शो किया था। कांग्रेस नेताओं ने यहां बताया कि पार्टी की स्थानीय इकाई ने प्रियंका के रोड शो में भीड़ जुटाने के लिए व्यापक योजना बनाई है। रोड शो बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के गेट पर मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा से शुरू होगा और दशाश्वमेध घाट पर जाकर खत्म होगा। मोदी का रोड शो भी 25 अप्रैल को इन्हीं जगहों पर शुरू और खत्म हुआ था।  कांग्रेस की जिला इकाई के अध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने कहा कि रोड शो के बाद प्रियंका काशी विश्वनाथ मंदिर और फिर कोतवाली इलाके में काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी। कांग्रेस ने इस सीट पर मोदी के खिलाफ अजय राय को अपना उम्मीदवार बनाया है। सपा ने इस सीट पर शालिनी यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। अजय राय और कांग्रेस प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक ने मंगलवार को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र के लिए पार्टी का घोषणा-पत्र जारी किया। इस बीच, वृंदावन स्थित राम सेना, जिसके अध्यक्ष विष्णु विनोदम हैं, से जुड़े साधु-संत कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय के लिए यहां एक यज्ञ कर रहे हैं। राम सेना की सदस्य नीतू नारायणी ने कहा, ‘‘हमने कल अस्सी घाट पर यज्ञ शुरू किया और अगले तीन दिनों तक यह जारी रहेगा, ताकि कांग्रेस पार्टी आम चुनावों में जीत हासिल करे।’’ 

न्यायमूर्ति सीकरी होंगे एनबीएसए के नये प्रमुख

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नयी दिल्ली, 14 मई, न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने मंगलवार को जानकारी दी कि उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ए के सीकरी को न्यूज ब्रॉडकास्टिंग स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी (एनबीएसए) का प्रमुख नियुक्त किया गया है। एनबीएसए 24 घंटे समाचार प्रसारित करने वाले एनबीए के सदस्य चैनलों के स्वनियमन से जुड़ा एक स्वतंत्र निकाय है।  न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सीकरी न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आर वी रवींद्रन की जगह लेंगे जिनका कार्यकाल 25 मई को पूरा हो रहा है। न्यायमूर्ति सीकरी 26 मई को पद संभालेंगे। एनबीए अध्यक्ष रजत शर्मा ने एक बयान में बताया कि न्यायमूर्ति सीकरी का न्यायपालिका का अपार अनुभव समाचार चैनलों के लिए निश्चित रूप से लाभकारी होगा। शर्मा ने कहा कि एनबीएसए एक स्वतंत्र निकाय है जो एनबीए के किसी भी तरह के हस्तक्षेप से पूरी तरह मुक्त है।

साबित करो कि मैंने कोई बेनामी सम्पत्ति जुटाई : मोदी

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बलिया (उप्र), 14 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष को खुली चुनौती देते हुए मंगलवार को कहा कि 'महामिलावटी लोग'यह साबित करें कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल में कोई बेनामी सम्पत्ति जमा की है। मोदी ने यहां एक चुनावी सभा में कहा 'करीब दो दशक से मैं मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के तौर पर काम कर रहा हूं। मैं इन महामिलावटियों को खुली चुनौती देता हूं। ये लोग दिखा दें कि मैंने कोई बेनामी सम्पत्ति जमा की है।'उन्होंने कहा ‘‘यह बुआ—बबुआ मिलकर जितने साल मुख्यमंत्री नहीं रहे, उससे कहीं ज्यादा समय तक मैं गुजरात का मुख्यमंत्री रहा हूं। विपक्षी दल बताएं कि क्या मैंने कोई फार्महाउस या कोई शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनवाया है ? क्या मैंने विदेश में पैसे जमा कराये या करोड़ों सम्पत्ति खड़ी की है ? क्या मैंने लाखों की गाड़ियां खरीदीं या करोड़ों के बंगले बनाये हैं ? मैंने गरीब के पैसे लूटने का कोई पाप नहीं किया। मेरे लिये गरीब का कल्याण, मातृभूमि का सम्मान और उसकी रक्षा मेरी जिंदगी से भी ऊपर है।’’  मोदी ने इन दिनों खुद पर हमलावर बसपा प्रमुख मायावती पर कटाक्ष किया ‘‘मैं इनकी गालियों को उपहार मानता हूं। इसका जवाब मोदी को नहीं देना है, बल्कि हिन्दुस्तान की जनता कमल के निशान पर बटन दबाकर हर गाली का जवाब देने वाली है।’’  उन्होंने कहा कि महामिलावटी लोग हताशा में आकर मोदी की जाति पूछ रहे हैं। ‘‘मैंने अनेक चुनाव लड़े भी हैं और लड़ाए भी हैं, लेकिन कभी अपनी जाति का सहारा नहीं लिया। मैं भले ही अति पिछड़ी जाति में पैदा हुआ, लेकिन मेरा लक्ष्य हमारे हिन्दुस्तान को दुनिया में अगड़ा बनाने का है।’’  मोदी ने कहा कि उन्होंने गरीबों को घर, गैस चूल्हा और शौचालय उनकी जाति पूछकर नहीं दिया, इसलिये वोट भी जाति के नाम पर नहीं मांग रहे हैं। वह देश के लिये वोट मांग रहे हैं।  उन्होंने कहा कि उन्होंने गरीबी और पिछड़ेपन का दर्द भुगता है। ‘‘बलिया जैसे गुलामी के खिलाफ बागी हुआ, वैसे ही मोदी गरीबी से लड़ते—लड़ते गरीबी के खिलाफ बागी हो गया। मेरी एक ही जाति है, वह है गरीबी।’’  मोदी ने सपा—बसपा के बीच सिर—फुटव्वल होने का दावा करते हुए कहा 'कल मैं टीवी देख रहा था। सपा, बसपा कार्यकर्ता एक—दूसरे के सिर फोड़ रहे थे, कपड़े फाड़ रहे थे। अभी तो चुनाव बाकी है, पर अभी से ही हिसाब चुकाता करना शुरू कर दिया है।'  प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने बचपन में अपनी मां को रसोई में धुएं से जूझते हुए देखा है, शौचालय ना होने की वजह से घर और आसपास की महिलाओं को पीड़ा सहते देखा है। बरसात में टपकती छतों के कारण दिन—रात जागते देखा है। इलाज के अभाव में गरीब को मरते देखा है। ‘‘यही वह अनुभव थे, जिन्होंने मुझे गरीबी के खिलाफ बगावत के लिये प्रेरित किया। ’’ उन्होंने पूर्वांचल के विकास के लिये अपनी सरकार द्वारा उठाये गये कदमों का जिक्र करते हुए यह भी कहा 'हमारी सरकार ने मोबाइल कनेक्टिविटी पर भी बहुत जोर दिया है। मोबाइल फोन आज घर—घर पहुंच गया है, जिसके कारण भोजपुरी गीत-संगीत और सिनेमा को भी बहुत लाभ मिला है। पहले सरकार टू—जी घोटाले में व्यस्त थी, और हमने फोर—जी को गरीब से गरीब व्यक्ति तक पहुंचाया है। आज सबसे सस्ता इंटरनेट भी भारत में ही है।'  मोदी ने पाकिस्तान और आतंकवाद का जिक्र करते हुए कहा 'पाकिस्तान और उसके आतंकवादियों की सारी हेकड़ी आज हवा हो गयी है। जो आतंकवादी पाकिस्तान में खुलकर हथियारों की नुमाइश करते थे, वो आज जमीन के नीचे छुपकर मोदी को हटाने की दुआ कर रहे हैं। कभी वो जंगलों को तो कभी आसमान को और कभी समन्दर को देखते हैं कि कब कहां से भारत के सपूत आ धमकेंगे। मैंने देश के सपूतों को खुली छूट दे रखी है। इसलिये पहले सर्जिकल स्ट्राइक हुई, फिर एयर स्ट्राइक की गई। ’’  उन्होंने कहा ‘‘आज आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को हम सीमा के उस पार लेकर गये, लेकिन क्या आपने सपा, बसपा और कांग्रेस की महामिलावट को इस चुनाव में आतंकवाद पर या राष्ट्र-रक्षा पर एक बार भी बोलते हुए सुना है ? वह तो सिर्फ सपूतों के शौर्य पर सवाल उठाते हैं और पाक के नापाक सुबूतों पर विश्वास करते हैं।’’

भारत में ईसाइयों पर अत्याचारों का मामला उठाएगा ब्रिटेन

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लंदन, 14 मई, ब्रिटेन सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह भारत में ईसाइयों पर कथित जुल्मों के मुद्दे को उठाएगी।  हाउस ऑफ कॉमन्स में विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालय के लिए सवाल-जवाब के निर्धारित सत्र के दौरान ब्रिटेन के विदेश कार्यालय के मंत्री मार्क फील्ड ने कहा कि ब्रिटेन सरकार भारत में कथित धार्मिक अत्याचारों के सभी मामलों को अपने समकक्षों के साथ उठाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘जाहिर तौर पर भारत उन देशों में से एक है जहां हाल के वर्षों में ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं और हम निश्चित तौर पर वाणिज्य दूतावास स्तर पर सभी मामलों को उठाएंगे।’’ 

सरकार एयर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश के लिये प्रतिबद्ध : सिन्हा

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कोलकाता, 14 मई, नागर विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइन एयर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश को लेकर प्रतिबद्ध है। यहां इंडियन चैंबर आफ कामर्स के एक सत्र को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा कि सरकार एयर इंडिया को एक गतिशील वैश्विक एयरलाइन तथा बेहतर वैश्विक गतिविधियों के साथ उसकी सेवाओं को एक मानक बनाने के लिये कदम उठा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम आने वाले समय में एयर इंडिया को एक गतिशील वैश्विक एयरलाइन बनाना चाहते हैं।’’  जेट एयरवेज के बारे में मंत्री ने कहा, ‘‘बैंक की अगुवाई में समाधान योजना तैयार की गयी है, जिसपर काम जारी है।’’ वित्तीय समस्याओं से जूझ रही जेट एयरवेज का परिचालन फिलहाल बंद है।  उन्होंने कहा, ‘‘कुछ बोलियां प्राप्त हुई है और देखते हैं कि समाधान योजना कैसे आगे बढ़ती है।’’  सिन्हा ने कहा कि भारत में सर्वाधिक खुला और प्रतिस्पर्धी विमानन उद्योग है और हमारी इच्छा बेहतर वैश्विक गतिविधियों के साथ इसे एक मानक बनाने की है।

कोहली के आईपीएल कप्तानी रिकार्ड की भारत से तुलना न करें : गांगुली

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कोलकाता, 14 मई,पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने मंगलवार को कहा कि विराट कोहली की आईपीएल की कप्तानी का विश्व कप पर असर नहीं पड़ेगा क्योंकि एकदिवसीय कप्तान के रूप में उनका रिकार्ड अच्छा है।  गांगुली ने कहा कि कोहली के लिये सबसे बड़ा फायदा यह है कि उन्हें दो सफल कप्तानों महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा का साथ मिलेगा।  रायल चैलेंजर्स बेंगलोर की आईपीएल में लगातार नाकामी से कोहली की नेतृत्वक्षमता पर सवाल उठाये जा रहे हैं लेकिन गांगुली ने कहा कि भारतीय कप्तानी पूरी तरह से भिन्न है।  गांगुली ने एक कार्यक्रम से इतर पीटीआई से कहा, ‘‘विराट कोहली की आईपीएल कप्तानी रिकार्ड की भारत के साथ तुलना मत करो। भारत के लिये उनका कप्तानी रिकार्ड बहुत अच्छा है। उनके साथ रोहित जैसा उप कप्तान है। धोनी टीम में है। इसलिए उन्हें अच्छा सहयोग मिलेगा।’’  इस 46 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर का मानना है कि 30 मई से इंग्लैंड में शुरू होने वाले विश्व कप में हार्दिक पंड्या भारतीय अभियान में अहम भूमिका निभाएंगे।  उन्होंने कहा, ‘‘हार्दिक पंड्या अहम भूमिका निभाएंगे। वह बेहतरीन फार्म में है। भारत के लिये वह बहुत महत्वपूर्ण होगा। ’’  गांगुली ने सेमीफाइनल में पहुंचने वाली चार टीमों में भारत, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के अलावा पाकिस्तान को चुना।  उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान का इंग्लैंड में विश्व टूर्नामेंट में रिकार्ड उल्लेखनीय है। दो साल पहले उन्होंने चैंपियन्स ट्राफी जीती थी। उसने 2009 में विश्व टी20 भी इंग्लैंड में जीती थी। पाकिस्तान हमेशा इंग्लैंड में अच्छा खेलता रहा है। ’’  गांगुली ने हालांकि कहा कि कोहली की टीम को पाकिस्तान की चिंता करने की जरूरत नहीं है।  उन्होंने कहा, ‘‘मैं रिकार्ड में विश्वास नहीं करता। उस दिन दोनों टीमों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। भारत की टीम बहुत अच्छी है। उसे हराना बहुत मुश्किल होगा। जिस टीम में कोहली, रोहित और शिखर धवन जैसे खिलाड़ी हों उसे कमजोर नहीं कहा जा सकता है।’’ 

बीसीसीआई लोकपाल के समक्ष पेश हुए तेंदुलकर और लक्ष्मण

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नयी दिल्ली, 14 मई, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण ने हितों के टकराव के मामले में मंगलवार को बीसीसीआई आचार अधिकारी और लोकपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) डी के जैन के सामने अपने बयान दर्ज कराये।  शिकायतकर्ता संजीव गुप्ता भी अलग से पेश हुए और पता चला है कि बीसीसीआई लोकपाल जैन ने उन्हें लिखित में बयान दर्ज कराने के लिये कहा है।  तेंदुलकर और लक्ष्मण दोनों ने तीन घंटे से भी अधिक समय तक अपना पक्ष पेश किया। इस मामले में 20 मई को एक और सुनवाई हो सकती है।  तेंदुलकर और लक्ष्मण दोनों क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य हैं और इसके साथ ही वे आईपीएल फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन्स और सनराइजर्स हैदराबाद से भी जुड़े हुए हैं।  इन दोनों ने हितों के टकराव का खंडन किया था। तेंदुलकर ने कहा था कि मुंबई इंडियन्स के साथ वह स्वैच्छिक काम करते हैं जबकि लक्ष्मण ने कहा कि अगर उनका हितों का टकराव साबित हो जाता है तो वह सीएसी से त्यागपत्र दे देंगे। 

चुनाव सर्वेक्षण प्रकाशित करने वाले तीन मीडिया संगठनों को कारण बताओ नोटिस

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नयी दिल्ली, 14 मई, निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के दौरान कथित तौर पर चुनाव सर्वेक्षण जारी करने के लिये तीन मीडिया संगठनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के दौरान सर्वेक्षण आधारित इन मीडिया रिपोर्टों में लोकसभा चुनाव के संभावित परिणाम का आंकलन किया गया है।  आयोग ने तीनों मीडिया संगठनों से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा है। आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुये इन्हें अगले 48 घंटों में यह बताने के लिये कहा है कि क्यों न इनके खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 126ए के तहत कार्रवाई की जाये।  उल्लेखनीय है कि तीन मीडिया संगठनों ने हाल ही में लोकसभा सीटों पर हार जीत के अनुमान के आधार पर संभावित आंकड़े प्रस्तुत कर यह बताया था कि चुनाव में किस दल को कितनी सीटें मिलने का अनुमान है। आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुये इसे चुनाव सर्वेक्षण का ही एक तरीका माना है।  चुनाव आचार संहिता के नियमों के मुताबिक चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद मतदान प्रक्रिया पूरी होने तक चुनाव सर्वेक्षण या एक्जिट पोल जारी नहीं किये जा सकते हैं। 

मधुबनी : इंटरमीडिएट कम्पार्टमेंटल उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकण हेत निषेधाज्ञा लागू

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---- वाट्सन उच्च विद्यालय, मधुबनी को निर्धारित किया मूल्यांकण केन्द्र 
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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता): बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट कम्पार्टमेंटल-सह-विशेष परीक्षा 2019 की व्यवहृत एवं वारकोडेड उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकण हेतु जिला मुख्यालय स्थित वाट्सन उच्च विद्यालय, मधुबनी को मूल्यांकण केन्द्र निर्धारित किया गया है। मूल्यांकण का कार्य दिनांक 16.05.2019 से प्रारंभ होकर दिनांक 19.05.2019 तक चलेगा।    इस अवसर पर मूल्यांकण कार्य शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त वातावरण में संपन्न कराये जाने को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी,सदर मधुबनी के द्वारा उक्त मूल्यांकण केन्द्र पर मूल्यांकण अवधि में मूल्यांकण केन्द्र के 200 गज की परिधि में धारा-144 के अंतर्गत निषेधाज्ञा आदेश जारी किया गया है। प्रतिबंधित अवधि में प्रतिबंधित क्षेत्र के पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों का एक साथ जमा होने, मूल्यांकण से संबंधित विषय अथवा मूल्यांकण से संबंधित कोई भी कागजात बांटना या बांटने का कारण बनना उसे प्रकाशित करने का कारण बनना, मल्यांकण केन्द्र पर मटरगश्ती करने, मूल्यांकण केन्द्र पर ईंट, रोड़ा, पत्थर, भाला, गड़ासा,फरसा, बंदूक, आग्नेयास्त्र, विस्फोटक पदार्थ या अन्य घातक हथियार ले कर चलने/मोबाईल/काॅर्डलेस/सेल्यूलर फोन ले जाने, मूल्यांकण केन्द्र पर मूल्यांकण निदेशक एवं प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी को ऑफिसियल कार्य के लिए मोबाईल फोन करने की अनुमति होगी, शेष सभी लोग/प्रधान परीक्षक तथा सह-परीक्षक मोबाईल फोन, किसी तरह का कागज पूर्जा को लेकर मूल्यांकण केन्द्र पर जाने की मनाही की गयी है। इसके साथ ही यह आदेश कत्र्तव्य पर उपस्थित होने वाले सरकारी सेवकों के सद्भावी क्रिया कलापों पर, मूल्यांकण केन्द्र में शामिल होने वाले कर्मियों के सदभावी क्रिया कलापों पर सिक्ख समुदाय के मामले में कृपाण/कटारी एवं नेपाली नागरिकों के मामले में खुखरी धारण करने पर तथा शव यात्रा/धार्मिक अनुष्ठान पर अपवाद स्वरूप उपरोक्त आदेश शिथिल रहेगा।

कारोबारी की हत्या के बाद परिवार ने कहा, दूसरे इलाके में रहने चले जाएंगे

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नयी दिल्ली, 14 मई, बेटी से छेड़छाड़ का विरोध करने पर पड़ोसियों द्वारा कारोबारी की चाकू मारकर हत्या किये जाने के बाद अब उसके परिवार ने स्थानीय लोगों के “उदासीन” रवैये के बाद दूसरे इलाके में बसने का फैसला किया है।  पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर इलाके में कुछ लड़कों द्वारा बेटी पर भद्दी टिप्पणी का विरोध किये जाने पर 52 वर्षीय एक कारोबारी की कथित तौर पर चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। पीड़ित के परिवार के सदस्यों का आरोप है कि कुछ स्थानीय लोगों ने घटना का वीडियो तो बनाया लेकिन मदद के लिये हाथ नहीं बढ़ाया।  रविवार रात हुई इस घटना में कारोबारी का 19 वर्षीय बेटा भी जख्मी हो गया।  कारोबारी के एक भतीजे ने नाम न जाहिर करने का अनुरोध करते हुए कहा कि हम बसई दारापुर में 100 साल से ज्यादा समय से रह रहे हैं।  उन्होंने कहा, “हमारे पूर्वज करीब 400 साल पहले दिल्ली आकर बसे थे और जिस घर में हम अभी रह रहे हैं वह 100 साल पहले खरीदा गया था। यह दुखद है कि हमारे पड़ोसी तब हमारी मदद के लिये नहीं आए जब हमें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।”  भतीजे ने कहा कि उसे अब अपनी चाची और बहन की सुरक्षा की चिंता है जो इस घटना के बाद से “सदमे” में हैं और उन्हें रहने के लिये किसी दूसरी जगह भेजेंगे। उन्होंने  कहा, “उनके लिये यह बेहद दर्दनाक है। मेरी बहन ने अपने पिता को खो दिया जो उसकी गरिमा की रक्षा करने की कोशिश कर रहे थे और उसका भाई जो अपने पिता को बचाने की कोशिश कर रहा था वह आईसीयू में है। स्थानीय लोग और पड़ोसी जिन्हें हम अपना परिवार मानते थे, हमारी मदद तक को नहीं आए और वारदात का वीडियो बनाते रहे जो दर्दनाक है।”  उन्होंने  बताया,“मैं उन्हें ऐसी जगह रहने नहीं दूंगा जहां महिलाओं के लिये कोई सुरक्षा नहीं है और ऐसे उदासीन लोग रहते हों।”  परिजनों ने आरोप लगाया कि इस वारदात में आरोपी अकेले नहीं थे और इस कृत्य में उनके परिवार की महिलाएं भी शामिल थीं।  उन्होंने कहा, “मामले में गिरफ्तार 45 वर्षीय व्यक्ति और उसके बेटे के अलावा उसकी पत्नी और बेटी भी झगड़े में शामिल थीं और उनमें से एक ने आरोपी को चाकू दिया था जिससे उन्होंने मेरे चाचा को मारा।”  पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार महाबल मिश्रा ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और पुलिस को बचे हुए आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए।”  पुलिस ने कहा कि परिवार ने आरोप लगाया है कि 45 वर्षीय आरोपी की पत्नी और बेटी भी इस झगड़े में शामिल थीं। उन्हें हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी संलिप्तता पाई गई तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। दिल्ली महिला आयोग ने भी इस मामले में दिल्ली पुलिस से मंगलवार को जांच रिपोर्ट मांगी है।  दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले पर ट्वीट कर कहा कि “दिल्ली पुलिस को दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”  दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी इस घटना को दुखद और बेहद निंदनीय बताया है।  पुलिस ने इस मामले में 20 वर्षीय युवक और उसके 45 वर्षीय पिता को गिरफ्तार किया है। इस घटना के संबंध में 45 वर्षीय व्यक्ति के दो नाबालिग बेटों को भी पकड़ा गया है। 

केंद्रीय बल और पैसे से चुनाव नहीं जीत सकते मोदी : ममता बनर्जी

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कोलकाता 14 मई, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने चुनावों में पैसे का इतना खुल्लम-खुल्ला इस्तेमाल पहले कभी नहीं देखा और आरोप लगाया कि ये पैसे हवाला के हैं। सुश्री बनर्जी ने जाधवपुर में एक जनसभा को संबाेधित करते हुए कहा, “मैं आठ बार सांसद और दो बार विधायक चुनी गयी। मैंने कभी भी पैसे का इतना खुल्लम खुल्ला इस्तेमाल नहीं देखा। उन्हाेंने राज्य प्रशासन को हाईजैक कर लिया है। कोलकाता में करोड़ों रुपये बांटे जा रहे हैं। यह सब हवाला का पैसा है। वे प्रति मतदाता पांच हजार रुपये तक बांट रहे हैं। यह चुनाव है या मजाक?” उन्हाेंने कहा, “वे लोग जब यहां आते हैं तो क्या उनके हेलिकॉप्टर की जांच नहीं की जानी चाहिए? मैंने सुना है कि पैसों के बक्सों को एक जगह से दूसरी जगह लाने-ले जाने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के वाहनों का भी इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने त्रिपुरा में भी इसी तरह वोट खरीदें। वे बंगाल में सफल नहीं होंगे।” तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने आरोप लगाते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी को लगता है कि वह केंद्रीय बलों का इस्तेमाल कर चुनाव जीत जाएंगे। सुरक्षा बल आम लोगाें पर गोलियां कैसे चला सकते हैं। वे लोगों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव डाल रहे हैं। वे ऐसा कैसे कर सकते हैं। उन्हें हमारे राज्य, हमारी भाषा और हमारी संस्कृति के बारे में कोई जानकारी नहीं है।” सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा विभाजनकारी राजनीति करना चाहती है। वे राजनीतिक फायदे के लिए लोगों को धार्मिक आधार पर बांटना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव लगभग तीन महीने से चल रहा है। उन्होंने इतने लंबे समय तक चलने वाला चुनाव कभी नहीं देखा। मतदान की तारीखें इस तरह निर्धारित की गयी हैं कि भाजपा को फायदा हो सके। 

ईरान से तेल आयात पर चुनाव के बाद निर्णय लेगा भारत

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नयी दिल्ली 14 मई, भारत ने ईरान से कहा है कि वह अपने व्यावसायिक हितों,ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए उससे तेल आयात करने के बारे में कोई भी निर्णय लोकसभा चुनाव के बाद लेगा। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारत की यात्रा पर आये ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ से मुलाकात के दौरान मंगलवार को भारत की स्थिति स्पष्ट की। पिछले महीने भारत ने कहा था कि अमेरिका द्वारा प्रतिबंधों में दी गयी रियायत समाप्त होने के बाद वह तेल आपूर्ति की जरूत पूरी करने के लिए सऊदी अरब जैसे देशों से तेल आयात के विकल्पों पर विचार करेगा। ट्रंप प्रशासन ने अप्रैल में कहा था कि वह ईरान से तेल आयात करने वाले देशों को प्रतिबंधों में दी गयी छूट एक मई से समाप्त कर देगा। चीन के बाद भारत ही ईरान से सबसे अधिक तेल आयात करता है। वर्ष 2018-19 में भारत ने चीन से 2 करोड़ 40 लाख टन कच्चे तेल का आयात किया था। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने उस समय टि्वट किया था कि देश की रिफाइनरियों को तेल की आपूर्ति के लिए मजबूत योजना है। ईरानी विदेश मंत्री की यह यात्रा भारत को ईरान का रूख बताने के लिए हुई है। ईरान ने व्यापक संयुक्त कार्रवाई योजना तथा द्विपक्षीय सहयोग पर भी चर्चा की। ईरान तेल आपूर्ति के मुद्दे पर रूस, चीन, तुर्कमेनिस्तान और इराक के साथ भी बात कर चुका है। मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने चाबाहार बंदरगाह परियोजना पर चर्चा की और उससे संबंधित अनुबंध के क्रियान्यवयन पर संतोष व्यक्त किया। दोनों ने अफगानिस्तान की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया और भविष्य की स्थिति के संबंध में तालमेल बनाये रखने पर जोर दिया। 

अय्यर हों या कोई और, मर्यादा लांघने वाला हर बयान निंदनीय : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 13 मई, कांग्रेस ने पार्टी नेता मणिशंकर अय्यर की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में की गई टिप्पणी की निंदा करते हुए आज कहा कि  राजनीतिक मर्यादा को लांघने वाले हर बयान की भर्त्सना की जानी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीपसिंह सुरजेवाला ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल पर कहा कि अपशब्दों का इस्तेमाल कर दिये जाने वाले बयान सुर्खियों में बने रहने की कोशिश होती है और पार्टी श्री अय्यर सहित अन्य किसी भी नेता के राजनीतिक मर्यादा का उल्लंघन करने वाले बयान की निंदा करती है। प्रवक्ता ने एक अन्य सवाल पर कहा कि श्री अय्यर सहित ऐसे सभी बयान निंदनीय है और इस तरह के बयान अक्सर सुर्खियों में बने रहने के लिए दिये जाते हैं। गौरतलब है कि श्री अय्यर ने श्री मोदी के बारे में पहले की गयी अपनी ‘नीच आदमी’ की टिप्पणी को हाल में एक लेख में सही ठहराया है। उन्होंने श्री मोदी के बारे में जब यह टिप्पणी की थी तो उन्हें कांग्रेस ने तब निलम्बित किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि शब्दों की मर्यादा का उल्लंघन पांच साल में सबसे अधिक श्री मोदी ने किया है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए ‘कांग्रेस की विधवा’ जैसे अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया है। श्री सुरजेवाला ने कहा कि प्रधनमंत्री ने पिछले पांच साल के दौरान एक नहीं अनेक बार अपशब्दों का इस्तेमाल किया है और शब्दों की मर्यादा को लांघा है और इसके लिए उन्हें माफी मारनी चाहिए।

क्या राहुल मणिशंकर अय्यर के बयान से इस दफा सहमत हैं? : राजनाथ

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नयी दिल्ली, 14 मई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष एवं केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर फिर से की गयीं अभद्र टिप्पणियों पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल किया कि क्या वह इस दफा श्री अय्यर के विचारों से सहमत हैं। श्री सिंह ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में श्री अय्यर के बयान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि श्री अय्यर ने गुजरात विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री श्री मोदी को नीच कहा था जिसके बाद श्री अय्यर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। बाद में उनकी कांग्रेस में बहाली हो गयी थी। अब फिर श्री अय्यर उसी को दोहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बताये कि उसका अब क्या विचार है। गृह मंत्री का कहना था कि क्या श्री गांधी इस दफा श्री अय्यर के विचारों से सहमत हैं। पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए श्री सिंह ने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा का कोई स्थान नहीं है। कोई चाहे किसी भी दल से हो, राजनीतिक हिंसा को रोकना हर किसी की जिम्मेदारी है। राज्य में कानून व्यवस्था राज्य सरकार की पहली जिम्मेदारी होती है और इसीलिए पश्चिम बंगाल में जो कुछ भी हो रहा है, उसे रोकने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की है। उन्हें इस जिम्मेदारी को स्वीकार करना चाहिए। सुश्री बनर्जी द्वारा केन्द्रीय सुरक्षा बलों की वर्दी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं भाजपा के कार्यकर्ताअों को चुनाव में तैनात किये जाने का आरोप लगाये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सुरक्षा बल चुनाव के समय चुनाव आयोग के मांगने पर उन्हें दिये जाते हैं और वे आयोग के अधीन रहते हैं और उनकी तैनाती पूरी तरह से आयोग के हाथ में होती है। चुनावी ड्यूटी पर गये केन्द्रीय बल केन्द्र सरकार एवं गृह मंत्रालय के हाथ में नहीं होते हैं। उन्होंने सुश्री बनर्जी के श्री मोदी के प्रति व्यवहार की अालोचना की आैर कहा कि प्राकृतिक आपदा के वक्त भी प्रधानमंत्री का फोन नहीं उठाना और उनका तिरस्कार करना पूरी तरह से अनुचित है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन से भाजपा को चुनौती के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वह इसे कतई मजबूत गठबंधन नहीं मानते हैं। दोनों पार्टियां उत्तर प्रदेश में दो-दो, तीन-तीन बार सत्ता में रह चुकीं हैं, उनकी साख समाप्त हो चुकी है। वर्ष 2014 में हमें 73 सीटें मिलीं थी, इस बार हमारा लक्ष्य 74 सीटों का है। प्रधानमंत्री के खिलाफ चुनाव के बाद विपक्ष के महागठबंधन के बनाने की कोशिशों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले भी इस प्रकार का विपक्षी दलों का एक बड़ा गठबंधन बनाने का प्रयास किया गया था लेकिन हो नहीं पाया। इन दलों के नेता के बारे में भी कोई स्पष्टता नहीं है। उन्होंने कहा कि 2014 का चुनाव मोदी बनाम मनमोहन सिंह एवं सोनिया गांधी का था लेकिन 2019 का चुनाव मोदी बनाम अज्ञात का है। किसी स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता को साफ-साफ बताया जाना चाहिए कि उनका नेता कौन है। जनता को भ्रम में डालने या लुकाछिपी का खेल नहीं खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं हो पाया वैसे ही क्या गारंटी है कि चुनाव के बाद भी वे एक नेता चुन लेंगे। अमेरिकी पत्रिका टाइम में प्रधानमंत्री मोदी को डिवाइडर इन चीफ लिखे जाने के बारे में पूछे जाने पर श्री सिंह ने कहा कि डिवाइडर इन चीफ वो लोग हैं जो अल्पसंख्यकों में भय की भावना पैदा करके वोटों की फसल काटते हैं। श्री मोदी ने तो सबको साथ लेकर चलने का प्रयास किया है। उन्होंने नारा दिया है ‘सबका साथ सबका विकास’। किसी के कह देने या लिख देने से कुछ नहीं होता है। श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनावाें में देश के तकरीबन हर भाग में अब तक 110 चुनावी सभायें की हैं। कुल मिला कर देश की जनता का मूड देख कर उनका अनुमान है कि वर्ष 2014 की तुलना में भाजपा को पहले से अधिक सीटें हासिल होंगी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को दो तिहाई बहुमत हासिल होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव में जनता श्री मोदी को उम्मीद एवं आशा की दृष्टि से देख रही थी और 2019 में जनता उन्हें भरोसे एवं विश्वास से देख रही है। देश के अनेक भागों में श्री मोदी के पक्ष में एक अंडरकरंट यानी छिपी हुई लहर बह रही है। जनता के मन में मोदी सरकार के कामकाज को लेकर एक प्रकार की संतुष्टि का भाव है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के समय महंगाई कोई मुद्दा नहीं बन पायी है। आर्थिक मोर्चे पर कामयाबी के साथ ही भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कदमों के परिणाम दिखायी दिये हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के तीन हॉलमार्क रहे हैं - अंत्योदय, देश का विकास और सुरक्षा। तीनों मोर्चों पर सरकार को कामयाबी मिली है और परिणाम धरती पर दिख रहे हैं। 

बिहार : बिहार के सासाराम में मीरा कुमार छेदी पासवान की सीधी भिडंत

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पटना 14 मई, बिहार में इस बार के लोकसभा चुनाव में सातवें और अंतिम चरण में सासाराम (सु) सीट पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और कांग्रेस उम्मीदवार मीरा कुमार तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी छेदी पासवान के बीच सीधी टक्कर होगी। बिहार में सातवें तथा अंतिम चरण के लिये 19 मई को सासाराम (सु) में मतदान होना है । सासाराम संसदीय क्षेत्र की पहचान पूर्व उप-प्रधानमंत्री स्‍व.जगजीवन राम की कर्मभूमि के तौर पर होती है, जिन्‍हें लोग आज भी बाबूजी के नाम से याद करते हैं। जगजीवन राम वर्ष 1952 से लेकर 1984 तक आठ बार यहां से सांसद चुने गए।सासाराम कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। जगजीवन बाबू की विरासत अब उनकी पुत्री मीरा कुमार संभाल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चुनाव क्षेत्र वाराणसी कि सीमा से लगी सासाराम संसदीय सीट पर इस बार सियासी लडाई काफी रोचक होगी । कांग्रेस की टिकट पर जगजीवन राम की पुत्री मीरा कुमार प्रत्याशी बनायी गयी हैं वहीं भाजपा की टिकट पर निवर्तमान सासंद छेदी पासवान चुनावी रणभूमि में ताल ठोक रहे हैं। इस बार के चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों दल के प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी मीरा कुमार सासाराम में पूर्व में किये गये काम को आधार बनाकर जबकि भाजपा उम्मीदवार छेदी पासवान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश में किये विकास कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे हैं।इस सीट पर जहां मीरा कुमार के सामने अपने पिता बाबू जगजीवन राम की विरासत बचाने की चुनौती है, तो वहीं भाजपा प्रत्याशी छेदी पासवान के सामने इस क्षेत्र से चौथी बार जीत दर्ज करने की चुनौती है। सासाराम की ऐतिहासिक पहचान है। यह रोहतास जिले का मुख्‍यालय है। अफगानी शासक शेरशाह सूरी का मकबरा आज भी यहां उनकी स्‍मृतियों को संजोए हुए है।भारत-अफगान शैली में लाल बलुआ पत्थर से बना मकबरा झील के बीच में है। शेरशाह द्वारा बनवाया गया देश का प्रसिद्ध ग्रांड ट्रंक रोड इसी शहर से होकर गुज़रता है। यहीं पर एक पहाड़ी पर गुफा में अशोक का लघु शिलालेख संख्या एक को उकेरा गया है। इसी क्षेत्र में सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र का निवास स्थान है।यहां की अर्थव्‍यवस्‍था कृषि आधारित है। इसे धान का कटोरा भी कहा जाता है। सासाराम को पहले शाहाबाद नाम से जाना जाता था। यहां से जगजीवन राम लगातार आठ बार जीते। वर्ष 1952 के आम चुनाव में जगजीवन राम ने शाहाबाद (दक्षिण) संसदीय सीट से कांग्रेस की टिकट पर जीत हासिल की। इसके बाद जगजीवन राम सासाराम संसदीय सीट से वर्ष 1957, 1962 ,1967 और 1971 में भी कांग्रेस की टिकट पर जीत हासिल कर संसद पहुंचे।

वर्ष 1977 में आपातकाल के बाद जगजीवन राम ने इंदिरा गांधी से नाता तोड़ लिया था, तब भी सासाराम संसदीय क्षेत्र के लोग ‘बाबूजी’ के पक्ष में मजबूती से खड़े थे। जगजीवन राम ने भारतीय लोक दल (बीएलडी) की टिकट पर 1977 का लोकसभा चुनाव सासाराम संसदीय क्षेत्र से लड़ा एवं मजबूती के साथ जीत दर्ज की। वर्ष 1980 में जगजीवन राम ने जनता पार्टी और वर्ष 1984 में इंडियन कांग्रेस (जगजीवन) के टिकट पर चुनाव जीता।बाबू जगजीवन राम के निधन के बाद जब वर्ष 1989 के आम चुनाव हुये तब कांग्रेस ने मीरा कुमार को सासाराम संसदीय सीट से पार्टी का टिकट दिया था तब लोगों ने मान लिया था कि सासाराम में जगजीवन युग की वापसी हो जाएगी, लेकिन इस धारणा को छेदी पासवान ने ध्वस्त कर दिया। जनता दल के प्रत्याशी के रूप में छेदी पासवान ने एक लाख से ज्यादा वोटों से मीरा कुमार को शिकस्त दी थी।वर्ष 1991 के आम चुनाव में भी जनता दल प्रत्याशी छेदी पासवान ने कांग्रेस उम्मीदवार मीरा कुमार को मात दे दी। वर्ष 1996 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी और पूर्व आइएस ऑफिसर मुनि लाल ने जनता दल उम्मीदवार छेदी पासवान को पराजित कर सासाराम संसदीय क्षेत्र में पहली बार भाजपा का कमल खिलाया। इसके बाद वर्ष 1998 और वर्ष 1999 के चुनाव में भी भाजपा के मुनिलाल निर्वाचित हुये। वर्ष 2004 और वर्ष 2009 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार मीरा कुमार ने भाजपा उम्मीदवार मुनि लाल को शिकस्त दे दी।दो बार मुनिलाल के हारने के बाद भाजपा ने 2014 में छेदी पासवान पर दांव लगाया। छेदी पासवान ने मीरा कुमार को कड़े मुकाबले में 63327 हजार के मतो के अंतर से पराजित किया था। जदयू प्रत्याशी और पूर्व आइएस ऑफिसर के.पी.रमैय्या तीसरे स्थान पर रहे। सासाराम सुरक्षित संसदीय क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में तीन क्षेत्र कैमूर जिले के और तीन रोहतास जिले के हैं। इस संसदीय क्षेत्र में मोहनिया (सु), भभुआ, चैनपुर, चेनारी (सु), सासाराम और करगहर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में छह में से तीन सीट भाजपा के खाते में गयी थी। वहीं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा),राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) उम्मीदवार एक-एक सीट पर जीतने में कामयाब रहे थे। भभुआ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रहे आनंद भूषण पांडेय का निधन हो गया है। उपचुनाव में उनकी पत्नी रिंकी रानी पांडेय भाजपा की टिकट पर चुनाव जीतीं।चैनपुर से वृज किशोर बिंद (भाजपा) ,चेनारी (सु) से ललन पासवान(रालोसपा) , सासाराम से अशोक कुमार (राजद) ,मोहनिया (सु) से निरंजन राम (भाजपा) और करगहर से वशिष्ठ सिंह (जदयू) विधायक हैं।

सतरहवें आम चुनाव (2019) में सासाराम से कुल 13 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें भाजपा , कांग्रेस , बहुजन समाज पार्टी (बसपा), और छह निर्दलीय समेत 13 उम्मीदवार शामिल हैं। इस लोकसभा क्षेत्र में करीब 17 लाख 72 हजार मतदाता हैं। इनमें करीब नौ लाख 28 हजार पुरुष और आठ लाख 44 हजार महिला शामिल हैं।राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस चुनाव में महागठबंधन की प्रत्याशी मीरा कुमार और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) प्रत्याशी छेदी पासवान के बीच सीधा मुकाबला है। मीरा कुमार को इस बार राष्ट्रीय जनता दल, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी सहित कई छोटे दलों का समर्थन है, जबकि जदयू इस बार के चुनाव में भाजपा के साथ है। रालोसपा पिछले चुनाव में राजग के साथ थी, लेकिन इस बार वह महागठबंधन के साथ है। इस क्षेत्र में दुर्गावती जलाशय परियोजना का शिलान्यास तत्कालीन केंद्रीय कैबिनेट मंत्री जगजीवन राम ने 1976 में किया था। वह परियोजना पूर्ण नहीं हो पाई थी। इसे पूरा कराकर 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने उद्घाटन किया, हालांकि अभी भी नहरों का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज का शिलान्यास और केंद्रीय विद्यालय भवन का निर्माण हुआ। आरा रेल का विद्युतीकरण,ग्रामीण सड़क, पेयजल आदि से जुड़े कार्य भी हुए हैं। इस क्षेत्र में कई तरह की समस्‍याएं भी हैं, जिनमें किसानों को उपज का वाजिब दाम दिलाना, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, पर्यटन स्थलों का विकास का आदि प्रमुख हैं। मुंडेश्वरी-आरा रेललाइन का निर्माण भी बड़ा मुद्दा है।रोहतास जिले के पंडुका गांव की सोन नदी पर पुल निर्माण नहीं होने का दर्द क्षेत्र के लोगों को साल रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में विकास नहीं होने से इस क्षेत्र के लोगों में नाखुशी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले में एक भी अंगीभूत महिला कॉलेज नहीं है। संबद्ध कॉलेजों में छात्राएं डिग्री प्राप्त कर रही हैं। सरकारी स्कूलों की हालत भी बहुत अच्छी नहीं है।
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