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बेगूसराय : जनार्दन बाबू की तीसरी पुण्यतिथि पर बाँटी गई पत्रिका "मुक्त-कथन"

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) "मुक्तकथन"के संपादक सह ज़िले के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद स्व.जनार्दन प्रसाद सिंह जी न सिर्फ बेगूसराय के साहित्यिक धरोहर थे बल्कि देशस्तर पर भी उन्होंने साहित्यिक समृद्धि में ज़िले को गौरवान्वित किया।आज उनके प्रेरणा से ही ज़िले का साहित्य फल फूल रहा है।ये बातें बिहार सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष सह बॉलीवुड एक्टर अमिय कश्यप ने शुक्रवार को शहर के सर्वोदयनगर स्थित शहीद सुखदेव सिंह सभागार में आयोजित साहित्यकार स्व.जनार्दन प्रसाद सिंह के तीसरे पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।कश्यप ने कहा कि वस्तुतः ज़िंदा कौमें ही इतिहास को सहेजकर रखती हैं और इस कड़ी में बेगूसराय के समाजसेवियों ने अपने बुजुर्गों को यादकर अपनी संस्कृति व संस्कार के प्रति अपनी श्रद्घा को दर्शाई है यह काबिले तारीफ है।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शहीद सुखदेव समन्वय समिति के संयोजक सह शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कहा की जनार्दन बाबू ने जो साहित्य की अलख जलाई आज बेगूसराय उसी रौशनी से जगमगा रहा है इसे और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।मौके पर उपस्थित चरित्र अभिनेता अरुण शांडिल्य ने स्व.जनार्दन बाबू से जुड़ी कई संस्मरणों को सुनाया।उक्त अवसर पर शिक्षक नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने उपस्थित लोगों के बीच "मुक्तकथन"पत्रिका का वितरण किया।मौके पर जे.पी.सेनानी के प्रदेश सचिव डॉ. शैलेंद्र कुमार सिंह, साहित्यकार प्रो.डॉ.चंद्रशेखर चौरसिया,चर्चित गीतकार प्रफुल्ल मिश्रा,पुष्कर प्रसाद सिंह,महिला सेल की सचिव सुनीता देवी, शिक्षक अजय सिंह, ज्ञानचंद्र पाठक,अभिषेक कुमार,अभिषेक पाठक,अनिकेत कुमार,अरविंद पासवान,उषा देवी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।

बिहार : बक्सर में अश्विनी चौबे और जगदानंद सिंह में है सीधी टक्कर

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पटना 16 मई, बिहार के बक्सर संसदीय क्षेत्र में हो रहे चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे तथा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रत्याशी जगदानंद सिंह के बीच सीधी टक्कर है। बिहार में सातवें तथा अंतिम चरण के लिये 19 मई को बक्सर में मतदान होना है ।गंगा के तट पर बसे बक्सर में राजद और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला होता रहा है।राजद की टिकट पर पूर्व मंत्री जगदानंद सिंह तो भाजपा की टिकट पर निवर्तमान सासंद और केन्द्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे चुनावी अखाड़े में ताल ठोक रहे हैं। बक्सर संसदीय सीट से जनतांत्रिक विकास पार्टी (जविपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार चुनावी रणभूमि में उतर कर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में है। वर्ष 2014 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी अश्विनी चौबे ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रत्याशी और पूर्व सांसद जगदानंद सिंह को एक लाख 32 हजार 338 मतों के भारी मतों के अंतर से पराजित किया था। इस बार के चुनाव में भाजपा और राजद दोनो दलों के प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। जगदानंद सिंह लालू यादव के मुस्लिम-यादव (एमवाई) समीकरण के बल पर चुनाव में जीत हासिल करना चाहते हैं। वहीं, भाजपा प्रत्याशी अश्विनी चौबे को विकास और मोदी के नाम का सहारा है। कभी कांग्रेस का अभेद्य दुर्ग कहे जाने वाले बक्सर लोकसभा क्षेत्र पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है। आजादी से लेकर अभी तक इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा का कब्जा पांच-पांच बार रहा। 1962 में कांग्रेस का विजयी अभियान शुरू हुआ तो 1977 की जनता पार्टी लहर को छोड़ लगातार 1984 तक उसका कब्जा बरकरार रहा। 1996 में उस समय सांसद रहे तेजनारायण सिंह को हराकर पहली बार भाजपा के लालमुनि चौबे ने यह सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) से झटक ली। वर्ष 2004 तक अनवरत भाजपा का कब्जा रहा, लेकिन परिसीमन के बाद 2009 के 15 वीं लोकसभा चुनाव में राजद के जगदानंद सिंह ने लालमुनि चौबे से यह सीट छीन ली । लेकिन अगली बार 2014 के चुनाव में फिर अश्विनी चौबे ने राजद को हराकर एक बार फिर ‘कमल’ को खिला दिया।

वर्ष 1957 से अस्तित्व में आने के बाद बक्सर संसदीय सीट पर हुए पहले आम चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार और डुमरांव के महाराजा कमल सिंह ने जीत हासिल की। 1962 में हुए आम चुनाव में कमल सिंह कांग्रेस प्रत्याशी अनंत प्रसाद शर्मा से चुनाव हार गए थे। वर्ष 1967 में कांग्रेस उम्मीदवार आरएस सिंह और वर्ष 1971 में कांग्रेस प्रत्याशी अनंत प्रसाद शर्मा बक्सर से निर्वाचित हुये। वर्ष 1977 में आपातकाल के बाद रामानंद तिवारी ने भारतीय लोक दल (बीएलडी) की टिकट पर जीत हासिल की। वर्ष 1980 और वर्ष 1984 में कांग्रेस के कमलाकांत तिवारी ने जीत हासिल की। इसके बाद वाम दल सशक्त हुआ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के तेज नारायण सिंह ने वर्ष 1989 तथा वर्ष 1991 में सफलता हासिल की। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी रहे दिग्गज भाजपा नेता लाल मुनि चौबे बक्सर सीट से लगातार चार बार सांसद चुने गए। 1996 में पहली बार इस सीट पर भाजपा का खाता खुला। 1996, 1998, 1999 और 2004 में लाल मुनि चौबे बक्सर से निर्वाचित होकर संसद पहुंचे। वर्ष 2009 लोकसभा चुनाव में लाल मुनि चौबे राजद प्रत्याशी जगदानंद सिंह से महज दो हजार वोट से चुनाव हार गए थे। बक्सर संसदीय क्षेत्र से पहली बार 2014 में चुनाव लड़े अश्विनी कुमार चौबे नरेन्द्र मोदी की लहर में राजद के कद्दावर नेता एवं तत्कालीन सांसद जगदानंद सिंह को हराकर निर्वाचित हुए। इससे पहले वह भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक तथा प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके थे। मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री बनाया गया। वर्ष 2019 के चुनाव में एक तरफ भाजपा प्रत्याशी अश्विनी कुमार चौबे प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे के बल पर मैदान में हैं वहीं महागठबंधन उम्मीदवार जगदानंद सिंह राजग सरकार की नाकामियों और जातीय समीकरण के आधार पर गोलबंदी की कोशिश में जुटे हैं। जनतांत्रिक विकास पार्टी (जविपा) की टिकट पर चुनाव लड़ रहे अनिल कुमार भी काफी सक्रिय हैं। रामगढ़, दिनारा, राजपुर और डुमरांव में उनकी अच्छी पकड़ है। वे मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में लगे हैं। बक्सर लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें डुमरांव, ब्रह्मपुर, राजपुर, बक्सर, रामगढ़ और दिनारा शामिल हैं। इनमें बक्सर जिले के चार विधानसभा क्षेत्र हैं। एक रोहतास जिले का दिनारा विधानसभा और एक कैमूर जिले का रामगढ़ शामिल हैं। इन सीटों पर तीन पर जदयू और अन्य तीन पर भाजपा ,राजद और कांग्रेस का कब्जा है।ब्रह्मपुर से शंभू नाथ यादव (राजद),बक्सर से संजय कुमार तिवारी (कांग्रेस) ,डुमरांव से ददन यादव (जदयू), राजपुर (सु) से संतोष कुमार निराला (जदयू), रामगढ़ से अशोक कुमार सिंह (भाजपा) और दिनारा से जय कुमार सिंह (जदयू) विधायक हैं। सतरहवें आम चुनाव (2019) में बक्सर संसदीय सीट से कुल 15 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें भाजपा,राजद,जविपा ,बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और पांच निर्दलीय सम्मेत 15 उम्मीदवार शामिल हैं। इस लोकसभा क्षेत्र में करीब 18 लाख 06 हजार मतदाता हैं। इनमें करीब नौ लाख 54 पुरुष और आठ लाख 52 हजार महिला शामिल हैं जो सातवे और अंतिम चरण में 19 मई को होने वाले मतदान में 15 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।

मधुबनी : जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिम सेंटर के लिए बैठक का आयोजन

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) :श्री शीर्षत कपिल अशोक, जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में शुक्रवार को समाहरणालय स्थित सभागार में खादी भंडार में संचालित किये जाने वाले व्यायामशाला(जिम सेंटर) के क्रियान्वयन को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में श्री अजय कुमार, एल0डी0एम0, मधुबनी, जिला खेल पदाधिकारी, मधुबनी, श्री विजय कुमार पंडित, डाॅ0 गिरीश पांडेय, श्री सप्पू बैरोलिया समेत कई बैंककमी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। बैठक में जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा जिला खेल पदाधिकारी, मधुबनी एवं अनुमंडल पदाधिकारी,सदर मधुबनी तथा सचिव,भारतीय रेड क्राॅस, मधुबनी को व्यायामशाला के क्रियान्व्यन से संबंधित रूपरेखा तीन दिनों के अंदर तैयार कर उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि व्यायामशाला में बैंककर्मियों एवं अन्य गणमान्य लोगों को सदस्यता तथा आजीवन सदस्यता दिलायी जायेगी। साथ ही बैंककर्मियों, पदाधिकारियों, महिलाओं एवं अन्य लोगों के लिए व्यायामशाला में अलग-अलग शिफ्ट के अुनसार संचालित कराये जाने का भी निदेश दिया गया। व्यायामशाला के क्रियान्वयन एवं प्रबंधन हेतु एक कमिटि का भी गठन किया जायेगा।

मधुबनी : सात निश्चय के तहत विभिन्न योजनाओं के क्रियान्व्यन की DM ने की समीक्षा

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) श्री शीर्षत कपिल अशोक, जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में शुक्रवार को स्थानीय डी0आर0डी0ए0 सभागार, मधुबनी में सात निश्चय योजनाओं के क्रियान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा की गयी।  इस अवसर पर उप-विकास आयुक्त, मधुबनी, श्री अजय कुमार सिंह, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधुबनी, श्री अवधेश कुमार आनंद, जिला परिवहन पदाधिकारी, मधुबनी, श्री सुशील कुमार समेत सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, कनीय अभियंता एवं पर्यवेक्षक उपस्थित थे। बैठक में जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत शौचालय निर्माण तथा उसके भुगतान की धीमी प्रगति को देख नाराजगी व्यक्त की गयी। तथा 10 दिनों के अंदर अधूरे पड़े शौचालय का निर्माण कराने एवं लंबित भुगतान करने का निदेश दिया गया। इसके साथ ही नल-जल योजना के तहत विभिन्न पंचायतों में अधूरे कार्य को शीघ्र पूर्ण करने का भी निदेश दिया गया। राशि की उपलब्धता के बावजूद भी कार्य नहीं शुरू कराने वाले वार्ड क्रियान्वयन समिति पर भी कार्रवाई हेतु चिन्हित करने का निदेश दिया गया। वैसे संवेदक जिनके द्वारा लंबे समय से अपने कार्यो को लंबित रखा गया है, या कार्य कराना छोड़ दिया है, उन पर भी कार्रवाई करने का निदेश दिया गया। तत्पश्चात जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा नली-गली, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि के प्रगति की भी समीक्षा की गयी। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों से मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन योजना में लाभुकों का चयन कर भुगतान करने एवं नये लाभुकों को चिन्हित कर उन्हें शीघ्र लाभान्वित करने का निदेश दिया गया। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को प्रखंडवार खराब पड़े चापाकलों को चिन्हित कर सूची उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया। ताकि शीघ्र लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के माध्यम से खराब पड़े चापाकलों का मरम्मति कराया जा सकें। सभी पदाधिकारियों से नल-जल योजना के तहत उपयोग हेतु विद्युत लोड की समस्या के संबंध में प्रतिवेदन देने का निदेश दिया गया। जिससे कि शीघ्र विद्युत विभाग से विद्युत आपूर्ति शुरू करायी जा सके।

मधुबनी : शहर के विभिन्न वार्डो का जिला पदाधिकारी ने किया निरीक्षण

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) :श्री शीर्षत कपिल अशोक, जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा गुरूवार की देर शाम को शहर के विभिन्न वार्डो में जल संकट की स्थिति उत्पन्न होने के कारण निरीक्षण किया गया।   इस अवसर पर श्री बुद्धप्रकाश, विशेष कार्य पदाधिकारी,मधुबनी, श्री सुनील कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी, मधुबनी, श्री विजय कुमार पंडित, प्रभारी जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, श्री सौरभ कुमार, सहायक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, मधुबनी, श्री अरूण कुमा  जिला पदाधिकारी, मधुबनी के द्वारा शहर के वार्ड नं. 02, वार्ड नं0 4, भौआड़ा, लाहोनगर चापाकल से पानी निकलने की जांच की गयी। लाहोनगर चौक के समीप सदर अस्पताल जानेवाली सड़क के बीचोबीच बड़ा गड्ढ़ा पाया गया। जिसे शीघ्र ठीक करने हेतु नगर परिषद के सिटी मैनेजर को निदेश दिया गया। साथ ही स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि नूरगंज मुहल्ला, ईद मोहम्मद चौक के समीप गली में, मदरसा इस्लामिया गेट पर तथा वार्ड नं. 23 में चापाकल खराब पाया गया। जिसे सिटी मैनेजर एवं सहायक अभियंता, पी0एच0ई0डी0, मधुबनी को जांच कर अविलंब मरम्मत कराने का निदेश दिया गया। उन्होंने सहायक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, मधुबनी एवं कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, मधुबनी को पांच हजार लीटर का पांच-पांच टैंकर क्रय कर वैसे क्षेत्र जहां चापाकल से पानी बिल्कुल नहीं निकल रहा है, वैसे लोगों तक शीघ्र पानी पहुंचाने हेतु अविलंब कार्रवाई का निदेश दिया गया। साथ ही मधुबनी क्षेत्रान्तर्गत बंद पड़े हुए सभी चापाकलों चापाकलों का अविलंब मरम्मति कराकर अनुपालन प्रतिवेदन शीघ्र भेजने का निदेश दिया गया। इसके साथ ही निरीक्षण के क्रम में शहरी क्षेत्र के प्रायः सभी वार्डो में यत्र-तत्र कूड़ा-करकट, नाला की सफाई का आभाव, नल-जल योजना का अधूरा कार्य इत्यादि पाया गया। जिसके कारण जिला पदाधिकारी के द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, मधुबनी को उपरोक्त समस्याओं को शीघ्र दूर करने हेतु निदेश दिया गया।

मधुबनी : नेपाल से समान की खरीदारी करने आइ महिला ग्राहक से दुकानदार के भाई ने कि मारपीट

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बेहतर ईलाज के लिए चिकित्सक ने डीएमसीएच किया रेफर
हरलाखी/मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) :  थाना क्षेत्र के हरिणे एसएसबी कैंप के समीप एक किराना दुकानदार के भाई व मां ने नेपाल से आए हुए एक महिला ग्राहक को मारपीट कर जख्मी कर दिया।जख्मी महिला की पहचान नेपाल धनुषा जिला के औरही थाना क्षेत्रस्थित झोंझी गांव निवासी प्रमिला देवी के रुप में हुई है।मिली जानकारी के अनुसार महिला हरिने गांव निवासी सुरेश साह के दुकान पर सरसों का तेल खरीदारी की।उक्त समय दुकान पर दुकानदार के भाई बजरंगी साह व उनके मां थी।तेल लेने के बाद महिला को संदेह हुआ की उसने तेल घटी तौल दिया।इसी बात पर दोनों के बीच बहस होते हुए मारपीट हो गया।स्थानीय लोगों ने झगड़ा को शांत कर उक्त महिला को पीएचसी उमगांव ले जाया गया।जहां महिला को बेहतर ईलाज के लिए चिकित्सक ने डीएमसीएच रेफर कर दिया।महिला का आरोप था की दुकानदार के भाई और मां ने रौड से मारपीट किया।और मारपीट के क्रम में ही गले से मंगल सूत्र भी गायब हो गया।इस बावत थानाध्यक्ष ने बताया की महिला के फर्द बयान पर मामला दर्ज की प्रक्रिया चल रही है।

मधुबनी : एफसी सी के द्वारा आयोजित टी 20 प्रीमियर लीग मैच में पिपरौन की टीम 70 रन से विजयी

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हरलाखी/मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता)  दीन दयाल उच्च विद्यालय उमगांव के प्रांगण फ्रेंड्स क्रिकेट क्लब के तत्वावधान में प्रीमियर लीग मैच का शुभारंभ शुक्रवार को हुई।उदघाटन टूर्नामेंट के अध्यक्ष ऋषिकेश झा,विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मो.अजीज,भूषन कुमार,सैयद ओमैर अहमद,जितेन्द्र कुमार महतो,अमरेश कुमार,अवधेश कुमार संतोष कुमार महतो व आशीष गुप्ता ने संयुक्त रुप से फीता काटकर किया।मैच पिपरौन व गंगौर के बीच खेला गया।जहां गंगौर के टीम ने टाॅस जीतकर फील्डिंग करने का निर्णय लिया।पिपरौन की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट पर 213 रन बनाया।वहीं जवाब में गंगौर की टीम ने 17.5 ओवर में 143 रन बनाते हुए सभी विकेट खो दिया।मुख्य अतिथि के रुप में भूषण कुमार ने कहा की मानसिक व शारीरिक विकास के लिए खेल जरुरी है।और निरंतर प्रयास करने से ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को भी बिहार से बाहर खेलने का अवसर मिल सकता है।

बिहार : आरा में भाजपा और भाकपा माले में है कांटे की टक्कर

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पटना 17 मई , बिहार में सातवें और अंतिम चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव में आरा संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री राज कुमार सिंह तथा भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के राजू यादव के बीच कांटे की टक्कर है । बिहार में सातवें तथा अंतिम चरण के लिये 19 मई को आरा में मतदान होना है । बाबू वीर कुंवर सिंह की धरती आरा में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) से सेवानिवृति के बाद राजनीति में आये केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री राज कुमार सिंह भाजपा के उम्मीदवार हैं। वहीं महागठबंधन की ओर से भाकपा माले की टिकट पर राजू यादव प्रत्याशी बनाये गये हैं। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी राज कुमार सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भगवान सिंह कुशवाहा को पराजित किया था। भाकपा माले प्रत्याशी राजू यादव तीसरे नंबर पर थे। इस बार के चुनाव में राजू यादव को राजद के अलावा महागठबंधन के अन्य दलों का भी समर्थन प्राप्त है।

आरा के चुनाव के केन्द्र में दो ही मुद्दे हैं एक विकास और दूसरा मोदी । आरा संसदीय क्षेत्र में चुनाव में जीत-हार का फैसला जिन मुद्दों पर होगा उनमें विकास सबसे ऊपर है । भाजपा प्रत्याशी राज कुमार सिंह को आरा में किए गए विकास कार्यों, अपनी छवि और मोदी लहर पर भरोसा है, वहीं माले उम्मीदवार राजू यादव सामाजिक न्याय की बात कर वोट जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। इस मुद्दे पर राजद भी उन्हें समर्थन कर रहा है । जीएसटी, नोटबंदी जैसे मुद्दों को लेकर महागठबंधन मोदी सरकार और भाजपा पर हमला कर रहा है। उसे उम्मीद है कि महागठबंधन के माय(मुस्लिम-यादव) समीकरण के साथ कुशवाहा भी उसके साथ गोलबंद होंगे। आरा पहले शाहाबाद संसदीय क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। वर्ष 1957 के आम चुनाव में शाहाबाद संसदीय सीट से कांग्रेस की टिकट पर बलिराम भगत चुने गये। इसके बाद वर्ष 1962,1967 और वर्ष 1971 में भी कांग्रेस की टिकट पर बलिराम भगत सांसद चुने गये। वर्ष 1977 में आपातकाल के बाद चंद्रदेव प्रसाद वर्मा ने भारतीय लोक दल(बीएलडी) की टिकट पर जीत हासिल की। वर्ष 1980 के चुनाव में भी चंद्रदेव प्रसाद वर्मा ने जनता पार्टी (सेक्यूलर) की टिकट पर सफलता प्राप्त की। 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या से उपजी सहानुभूति लहर में कांग्रेस प्रत्याशी बलिराम भगत फिर जीते। वर्ष 1989 में पहली बार इंडियन पीपुल फ्रंट के नेता रामेश्वर प्रसाद ने यहां जीत दर्ज की। इसके बाद वर्ष 1991 में जनता दल के राम लखन सिंह यादव ,वर्ष 1996 में जनता दल प्रत्याशी चंद्रदेव प्रसाद वर्मा , वर्ष 1998 में समता पार्टी के एचपी सिंह और वर्ष 1999 में राजद प्रत्याशी राम प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की। वर्ष 2004 में राजद की कांति सिंह और वर्ष 2009 में जनता दल यूनाईटेड (जदयू) की मीना सिंह ने सफलता प्राप्त की।

आजादी के बाद पहली बार आरा संसदीय सीट पर भाजपा का कमल खिला। वर्ष 2014 में भाजपा प्रत्याशी राज कुमार सिंह के लिये चुनाव जीतना आसान नहीं था और राजद के प्रत्याशी और पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री श्रीभगवान सिंह कुशवाहा से कड़ी टक्कर थी। तत्कालीन सांसद और जदयू प्रत्याशी मीना सिंह भी मैदान में थीं। इस सब के बावजूद मोदी लहर ने यहां से भाजपा प्रत्याशी राज कुमार सिंह आसानी से जीत दिला दी। पिछली बार की तुलना में इस बार की सियासी तस्वीर यहां बदली हुई है। 2014 में यहां भाजपा, जदयू, माले और राजद के अलग-अलग लड़ने से वोटों में बिखराव था। इस बार भाजपा और जदयू साथ हैं तो माले और राजद ने गठजोड़ कर रखा है। इस लिहाज से एकतरफा दिखने वाली लड़ाई में जातीय गोलबंदी के पुट के कारण थोड़ा रोमांच जरूर है। आरा के शहरी इलाकों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में बढ़त साफ दिखती है तो ग्रामीण इलाकों में भाजपा और माले के बीच लड़ाई है। तरारी और अगिआंव में लोग राज कुमार सिंह और राजू यादव के बीच बराबरी की लड़ाई मानते हैं। ये इलाके नक्सल प्रभावित रहे हैं। आरा संसदीय क्षेत्र में सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें अगियांव (सु), संदेश, शाहपुर, बड़हरा, तरारी, आरा और जगदीशपुर शामिल है। पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा ,जदयू से अलग होकर लड़ी थी और उसे किसी क्षेत्र में सफलता नहीं मिली थी। आरा से मोहम्मद नवाज आलम (राजद), बड़हरा से सरोज यादव (राजद) ,संदेश से अरूण कुमार (राजद) , जगदीशपुर से राम विशुन सिंह (राजद) ,शाहपुर से राहुल तिवारी (राजद) , तरारी से सुदामा प्रसाद (भाकपा माले) और अगियांव (सु) से प्रभुनाथ प्रसाद (जदयू) विधायक हैं। सतरहवें लोकसभा चुनाव (2019) में आरा संसदीय सीट से कुल 11 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं। इनमें भाजपा, भाकपा माले ,बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और चार निर्दलीय समेत 11 उम्मीदवार शामिल हैं। इस लोकसभा क्षेत्र में करीब 20 लाख 55 हजार मतदाता हैं। इनमें करीब 11 लाख 25 पुरुष और नौ लाख 30 हजार महिला शामिल हैं जो सातवे और अंतिम चरण में 19 मई को होने वाले मतदान में 11 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।

बिहार : अररिया में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या

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अररिया, 17 मई, बिहार में अररिया जिले के बैरगाछी पुलिस आउट पोस्ट के माधोपाड़ा गांव में अपराधियों ने एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि अपराधियों ने कल देर रात माधोपाड़ा गांव निवासी मोहम्मद आलम के घर धावा बोला। इसके बाद अपराधियों ने मोहम्मद आलम की पत्नी तबस्सुम (30) और उसके तीन बच्चे समीर (03) , शब्बीर (06) और आलिया (04) की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। सूत्रों ने बताया कि घटना के समय मोहम्मद आलम घर में मौजूद नही था।हत्या का कारण भूभि विवाद बताया जाता है। शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।

'एक अंगुली की गलती'ने मध्यप्रदेश को किया तबाह : मोदी

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खरगोन, 17 मई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को कर्जमाफी के मुद्दे पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 'एक अंगुली की गलती'ने प्रदेश को तबाह कर दिया। श्री मोदी आज यहां चुनाव प्रचार के आखिरी दिन खरगोन से पार्टी प्रत्याशी गजेंद्र पटेल के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार कर्जमाफी का दावा कर रही है, लेकिन असलियत ये है कि बैंक किसानों को नए कर्ज नहीं दे रही और घर पर पुलिस भेजी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में बिजली का बिल आधा करने की बात थी, पर कांग्रेस सरकार ने बिजली ही आधी कर दी। प्रधानमंत्री ने प्रदेश में 'ढाई सीएम'होने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी भी असमंजस में हैं और कोई काम नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि एक अंगुली की गलती ने मध्यप्रदेश को तबाह कर दिया और इसीलिए देश कांग्रेस को नकारता जा रहा है। श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने संगठन कार्यों के सिलसिले में लंबा समय मध्यप्रदेश में बिताया है।

जेएमएम ने संथाल की जनता को गरीब बनाया : रघुवर

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दुमका, 17 मई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएस) सुप्रीमों शिबू सोरेन पर दुमका का अपमान करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि जेएमएम ने संताल की जनता को ठग कर, छल कर एवं दुष्प्रचार कर गरीब बना दिया। श्री दास ने दुमका के रामगढ़ में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जेएमएम अब झारखण्ड मुद्रा मोचन पार्टी बन गयी है। यही जेएमएम का इतिहास है। उन्होंने कहा कि जेएमएम ने वर्षों से संथाल की जनता को ठग कर, छल कर, दुष्प्रचार कर गरीब बना दिया। इसी तरह की राजनीति कर सोरेन परिवार ने सबसे ज्यादा धन भ्रष्ट तरीके से अर्जित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “ साल 2014 में गुरुजी (शिबू सोरेन) को आपने सांसद बनाया, लेकिन वही सांसद छह महीने में एक बार संसद जाते है अपनी उपस्थिति दर्ज कराने ताकि उसकी सदस्यता समाप्त न हो जाए। यह दुमका संसदीय क्षेत्र की जनता के साथ विश्वासघात है। बड़ी उम्मीद ने आपने गुरुजी को चुना लेकिन उन्होंने आप सभी का अपमान किया है।”

विश्व कप विजेता टीम को मिलेंगे 28 करोड़ रुपये

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दुबई, 17 मई , इंग्लैंड में 30 मई से शुरू होने जा रहे एकदिवसीय क्रिकेट विश्व कप की विजेता टीम को 40 लाख डॉलर (लगभग 28 करोड़ रुपये) का इनाम दिया जायेगा जबकि उपविजेता टीम को 20 लाख डॉलर (लगभग 14 करोड़ रुपये) मिलेंगे। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को पुरस्कार राशि की घोषणा करते हुये इसकी जानकारी दी।
दस टीमों के बीच खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट की कुल पुरस्कार राशि एक करोड़ डॉलर है। पिछले विश्व कप 2015 में कुल पुरस्कार राशि 80 लाख डॉलर थी। गत विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूज़ीलैंड को फाइनल मुकाबले में हराकर खिताब और इनामी राशि जीती थी। पिछले विश्व कप में 14 टीमों ने हिस्सा लिया था। पिछले विश्व कप के मुकाबले इस विश्व कप विजेता और उपविजेता टीमों की पुरस्कार राशि में वृद्धि की गयी है। हाल में समाप्त हुए आईपीएल के 12वें संस्करण के विजेता को 20 करोड़ रुपये और उपविजेता को 12 करोड 50 लाख रुपये दिए गए थे। 2015 विश्व कप में विजेता टीम को 37 लाख 50 हज़ार डॉलर तथा उपविजेता टीम को 17 लाख 50 हज़ार डॉलर का इनाम दिया गया था। इस बार हालांकि विजेता और उपविजेता टीम की इनामी राशि को बढ़ा कर क्रमशः 40 और 20लाख डॉलर कर दिया गया है। 2015 के मुकाबले कुल राशि को भी 25 फीसदी बढ़ा कर एक करोड़ डॉलर कर दिया गया है।

बंगाल की तरह वाराणसी में नजर नहीं रख रहा चुनाव आयोग : मायावती

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लखनऊ 17 मई ,बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल उठाते हुये कहा कि बंगाल के घटनाक्रम पर पैनी नजर रखने वाले आयोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोई तवज्जो नहीं दे रहा है। सुश्री मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट किया “ पीएम श्री नरेन्द्र मोदी को वाराणसी में हर हाल में जितवाने की कोशिश में वहाँ के हर गली-कूचे व घर-घर में जो बाहरी लोगों के माध्यम से पहले लालच और फिर धमकी आदि दी जा रही है उससे वहाँ मतदान स्वतंत्र व निष्पक्ष कैसे हो पाएगा। चुनाव आयोग की, बंगाल की तरह, वाराणसी पर नजर क्यों नहीं है।” इससे पहले बंगाल की घटना के लिये भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुये बसपा अध्यक्ष ने गुरूवार को ट्वीट किया था “ जबसे देश में लोकसभा आमचुनाव घोषित हुये हैं तबसे खासकर बंगाल में आयदिन कोई ना कोई खबर जरूर सुर्खियों में बनी रहती है जिसके लिए वहाँ पूरे तौर से बीजेपी व आरएसएस के लोग ही जिम्मेवार है।” उन्होने कहा “ पीएम श्री मोदी व इनके चेले के नेतृत्व में उनकी पूरी पार्टी व सरकार ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत ममता सरकार को काफी लम्बे समय से टारगेट किया हुआ है तथा अब इस लोकसभा चुनाव में भी इनको षड्यन्त्र के तहत् टारगेट किया जा रहा है ताकि जनता का ध्यान अपनी कमियों व विफलताओं से बांट सकें।” सुश्री मायावती ने कहा “ उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी व आरएसएस के लोगों ने, बंगाल जैसी स्थिति पैदा करने की पूरी-पूरी कोशिश की थी, लेकिन यहाँ हमारे बने गठबन्धन ने इनके इस षड्यन्त्र व मनसूबे को अभी तक भी पूरा नहीं होने दिया है और आखिरी चरण के वोट पड़ने तक भी हम इसे पूरा नहीं होने देंगे। ”

प्रधानमंत्री में हिम्मत है तो प्रज्ञा को पार्टी से बाहर करने का साहस दिखाएं : कमलनाथ

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भोपाल, 17 मई , मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज भोपाल संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि देश सुश्री ठाकुर को उनके विवादित बयानों पर माफ नहीं करेगा और प्रधानमंत्री में हिम्मत है तो उन्हें पार्टी से बाहर करने का साहस दिखाएं। श्री कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री भोपाल प्रत्याशी को भले माफ करें या ना करें, लेकिन देश की जनता उन्हें बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे व शहीद हेमंत करकरे पर दिये बयान पर कभी माफ नहीं करेगी। देश की जनता सच्चाई जानती है कि प्रधानमंत्री ने ही उन्हें पार्टी का उम्मीदवार बनाया है, हिम्मत है तो वे उन्हें पार्टी से बाहर करने का साहस दिखायें।

प्रज्ञा को जीवन भर माफ नहीं कर पाऊंगा : मोदी

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नयी दिल्ली, 17 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नत्थूराम गोडसे के बारे में दिये गये बयान पर मचे बवाल पर आखिरकार चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि वह इसके लिए उन्हें जीवन भर माफ नहीं कर पायेंगे। श्री मोदी ने एक टेलीविजन चैनल के साथ साक्षात्कार में कहा कि साध्वी प्रज्ञा का बयान निंदनीय और अस्वीकार्य है। गलती से भी ऐसी गलती नहीं होनी चाहिए और कोई भी बात सोच समझकर कही जानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा ,“ उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांग ली है लेकिन मैं मन से उन्हें माफ नहीं कर पाऊंगा। जीवन भर माफ नहीं कर पाऊंगा। ” श्री मोदी ने भाजपा के टि्वटर हैंडल पर भी कहा , “ गांधी जी या गोडसे के बारे में जो बयान दिए गए हैं वो बहुत ख़राब हैं और समाज के लिए बहुत गलत हैं। ये अलग बात है की उन्होंने माफ़ी मांग ली, लेकिन मैं उन्हें मन से कभी माफ़ नहीं कर पाऊंगा। ” साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने एक बयान में कहा था “ गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। उन्हें हिंदू आतंकवादी बताने वाले अपने गिरेबान में झांककर देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।” बाद में उन्होंने अपने बयान पर खेद जताते हुए कहा था कि उनका मकसद किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था। वह महात्मा गांधी का सम्मान करती हैं और उन्होंन देश के लिए जो किया उसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा, “मेरे बयान से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगती हूं।” इससे पहले अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने गोडसे को पहला हिंदू आतंकवादी करार दिया था।

राजीव कुमार की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक हटी

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नयी दिल्ली, 17 मई, उच्चतम न्यायालय ने करोड़ों रुपये के शारदा चिटफंड घोटाला मामले में कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तार किये जाने पर लगी अंतरिम रोक शुक्रवार को हटा दी। न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की अवकाशकालीन पीठ ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक हटाये जाने का आदेश दिए। उन्होंने कहा, “हमने कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक हटा दी है। उन्हें सात दिन में कानूनी सहायता लेनी होगी।” सीबीआई का आरोप है कि श्री कुमार प्रभावशाली राजनेताओं को बचाने के लिए चिटफंड घोटाले के साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं।

प्रज्ञा, हेगडे तथा कटील के बयान भाजपा की विचारधारा के खिलाफ : शाह

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नयी दिल्ली, 17 मई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि पार्टी नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर, अनंत कुमार हेगडे तथा नलीन कटील द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के बारे में दिये गये बयानों से पार्टी का कोई लेना देना नहीं है आैर इन बयानों को पार्टी की अनुशासन समिति के पास भेजा गया है। श्री शाह ने इन बयानों को सार्वजनिक जीवन की गरिमा और भाजपा की विचारधारा के विपरीत बताया है। उन्होंने ट्वीट किया ,“ विगत दो दिनों में श्री अनंत कुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और श्री नलीन कटील के जो बयान आये हैं वे उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है।” भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इन लोगों ने अपने बयान वापस ले लिये हैं और इनके लिए माफी भी मांगी है ,लेकिन ये सार्वजनिक जीवन तथा भाजपा की विचारधारा के विपरीत हैं और पार्टी ने इन्हें गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि तीनों के बयानों को पार्टी की अनुशासन समिति के पास भेजने का निर्णय लिया गया है। श्री शाह ने कहा कि अनुशासन समिति तीनों नेताओं से जवाब मांग कर 10 दिन के अंदर पार्टी को रिपोर्ट अपनी सौंपेगी।

प्रचार में गांधी और विचार में गोडसेवादी हैं मोदी, शाह : कांग्रेस

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नयी दिल्ली, 17 मई, कांग्रेस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताने और इससे सहमति जताने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बयानों को स्वतंत्रता सेनानियों और इतिहास पुरुषों के खिलाफ़ एक छद्म युद्ध करार देते हुए कहा है कि इन नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने साबित कर दिया है कि वे प्रचार में गांधी और विचार में गोडसेवादी हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऐसा लगता है कि मोदी सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों और इतिहास पुरुषों के खिलाफ़ छद्म युद्ध छेड़ा हुआ है। रोज़ नया मुखौटा लगाकर एक मोदी अनुयायी भारत की आत्मा 'महात्मा'को अपमानित करता है। उन्होंने कहा कि यह भारत की अस्मिता के खिलाफ़ मोदी सरकार का गुरिल्ला युद्ध है। श्री सुरजेवाला ने भाजपा नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के गोडसे को राष्ट्रभक्त कहने और फिर केंद्र सरकार के मंत्री अनंत कुमार हेगड़े द्वारा उनके विचारों का अनुमोदन करने, मध्य प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी अनिल सौमित्र के महात्मा गांधी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता बताने तथा भाजपा नेता नलीन कटील के गोडसे का गुणगान करने और इस सभी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं किये जाने से साबित हो गया है कि मोदी-शाह की जोड़ी प्रचार में गांधी और विचार में गोडसेवादी है। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंसा और हिंसक मनोवृत्ति का प्रतिनिधित्व करती है और यह दल अहिंसक भारत के मूल विचारों के खिलाफ बना राजनैतिक संगठन है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी तथा शाह को बताना चाहिए कि क्या स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान भाजपा की असली जीवनशैली है और क्या भाजपा नेतृत्व अपने इन नेताओं के विचारों से सहमत है? श्री सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा यदि अपने इन नेताओं के बयानों से असहमति है तो श्री मोदी तथा श्री शाह को देश से माफ़ी मांगनी चाहिए और श्री हेगड़े को मंत्री पद से बर्खास्त कर प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी वापस लेनी चाहिए।

आने वाले पांच साल पानी की समस्या पर करेंगे काम : मोदी

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खरगोन, 17 मई,धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा चुनाव प्रचार की अपनी आखिरी सभा में विरोधियों को निशाने पर लेने के साथ कहा कि आने वाले पांच साल अब वे देश के बड़े हिस्से में व्याप्त पानी की समस्या को दूर करने की दिशा में काम करेंगे। श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के खरगोन में पार्टी प्रत्याशी गजेंद्र पटेल के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पांच साल के अपने कार्यकाल में किए गए कार्यों का ब्यौरा भी दिया। उन्होंने इस दौरान केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं और उससे देश को मिले लाभ का जिक्र किया। इसी सिलसिले में उन्होंने कहा कि वे आने वाले पांच साल में पानी की समस्या पर काम करेंगे। उन्होंने प्रख्यात समाजवादी चिंतक राममनोहर लोहिया का संदर्भ देते हुए कहा कि उन्होंने दशकों पहले महिलाओं की दो समस्याओं पानी और पाखाना को सबसे बड़ी समस्या बताया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय लोहिया ये बात बार-बार स्वर्गीय पंडित जवाहर लाल नेहरू के सामने भी बोलते थे, पर उन्होंने नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले पांच साल में स्वर्गीय लोहिया का सपना पूरा करने के लिए शौचालय बनाने का अभियान चलाया और अब आने वाले पांच साल वे पानी के लिए लगाने वाले हैं। आदिवासीबहुल इस सीट पर श्री मोदी ने कांग्रेस पर आदिवासियों को बरगलाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि उन्होंने आदिवासियों के कल्याण का रास्ता बताने के लिए एक किताब भी लिखी है और वे आदिवासियों की कमाई, सिंचाई, दवाई और सुनवाई के लिए काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने आदिवासी जननायक शहीद भीमा नायक को भी याद किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने शहीद भीमा की स्मृति में स्मारक बनवाया। खरगोन संसदीय क्षेत्र पर 19 मई को मतदान होना है। यहां भाजपा के श्री पटेल का मुकाबला कांग्रेस के डॉ गोविंद मुजाल्दा से है।

बिहार : शत्रु के विरोधी होंगे ‘खामोश’ या जनता करेगी उन्हें ‘खामोश’

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पटना 17 मई, बिहारी बाबू के नाम से चर्चित फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा इस बार पाला बदलकर कांग्रेस की टिकट पर पटना संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से सीधा मुकाबला करने उतरे हैं जिसमें तय हो जाएगा कि 'शत्रु 'अपने विरोधियों को 'खामोश'करते हैं या जनता उन्हें 'खामोश'करेगी । श्री सिन्हा भाजपा की स्थापना से ही उससे जुड़े थे और वह पार्टी के लिए स्टार प्रचारक थे । भाजपा ने उन्हें दो बार राज्य सभा का सदस्य बनाया और उसके बाद 2009 और 2014 में वह पटना साहिब संसदीय क्षेत्र से रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीतकर लोकसभा पहुंचे। इससे पहले वह वाजपयी मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य और जहाजरानी मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके है। भाजपा के दिग्गज नेता लाकृष्ण आडवाणी को अपना “ फ्रेंड, फिलॉसफर और गाइड ” मानने वाले शत्रुघ्न सिन्हा उसी समय से बागी हो गए थे जब वर्ष 2013 में श्री नरेंद्र मोदी को भाजपा ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था । वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें पटना साहिब से उम्मीदवार तो बना दिया लेकिन पार्टी ने वर्ष 2014 के बाद हुए विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव में उन्हें अपना स्टार प्रचारक नहीं बनाया। श्री सिन्हा को नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में भी जगह नहीं मिली जिसके बाद वह खुलेआम सरकार की आलोचना करने लगे । भाजपा के सांसद होने के बावजूद उन्होंने नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की। श्री सिन्हा कई बार विपक्ष के दिग्गज नेताओं के साथ मंच साझा करते भी नजर आए।

सार्वजनिक मंचों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को अटल-आडवाणी वाली भाजपा नहीं बल्कि “ वन मैन शो, टू मैन आर्मी ” वाली पार्टी बता कर तथा सरकार की नीतियों की आलोचना की इसके बावजूद पार्टी ने उनके खिलाफ कोई अनुशासनिक कार्यवाही करने से परहेज किया । इस बार उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए जब उम्मीदवार नहीं बनाया तब वह भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए । भाजपा ने इस बार पटना साहिब से केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। श्री प्रसाद पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। पेशे से वकील श्री प्रसाद बिहार में जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से रहे स्वर्गीय ठाकुर प्रसाद के पुत्र हैं । स्व. प्रसाद वर्ष 1977 में कर्पूरी ठाकुर मंत्रिमंडल में सदस्य भी थे । श्री प्रसाद की राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक छात्र नेता से हुई । देश में आपातकाल के समय वह जय प्रकाश नारायण की अगुवाई में बिहार में एक छात्र नेता के रूप में आन्दोलन में हिस्सा लिया और जेल भी गए । अखिल भारतीय विद्याथी परिषद् के साथ कई वर्षों तक जुड़े रहे श्री प्रसाद उस समय पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के सहायक महासचिव चुने गए थे जब श्री लालू प्रसाद यादव अध्यक्ष और श्री सुशील कुमार मोदी महासचिव थे । वर्ष 2000 में राज्यसभा के सदस्य चुने जाने के बाद वर्ष 2001 में केन्द्रीय कोयला एवं खनन राज्य मंत्री बनाए गए और 2002 में विधि एवं न्याय राज्य मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया । इसके बाद उन्हें 2003 से 2004 तक सूचना और प्रसारण मन्त्रालय में राज्य मत्री का स्वतन्त्र प्रभार दिया गया। वर्ष 2014 में जब फिर से भाजपा की सरकार बनी तब उन्हें केंद्रीय मंत्री विधि एवं न्याय और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई ।

वहीं पटना साहिब से जीत की हैट्रिक लगाने उतरे श्री सिन्हा कांग्रेस की टिकट पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले महागठबंधन के उम्मीदवार हैं । दिलचस्प बात है कि हाल तक दोनों एक ही दल के सदस्य थे और दोनों एक ही जाति से भी आते हैं। आज दोनों एक दूसरे के खिलाफ हैं लेकिन दोनों ने ही शालीनता और भाषा की मर्यादा बनाए रखी है। दोनों दावा करते हैं कि वे विचारों की लड़ाई लड़ रहे हैं, व्यक्तिगत कुछ भी नहीं है । श्री प्रसाद मोदी सरकार के कार्यों और राष्ट्रवाद के नाम पर वोट मांग रहे हैं वही श्री सिन्हा नोटबंदी, जीएसटी और बेरोजगारी को मोदी सरकार की सबसे बड़ी विफलता बता कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों जिस जाति से आते हैं उसके मतदाताओं की संख्या इस संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक है और वे भाजपा के समर्थक माने जाते हैं । श्री सिन्हा यदि इसमें सेंध लगाने में कामयाब रहे तो उनकी जीत तय हो जायेगी । वैसे कांटे की टक्कर में यहां का मतदाता श्री सिन्हा के बहुचर्चित फिल्मी डायलॉग ‘खामोश’पर तालियां तो बजा रहा है लेकिन चुनाव परिणाम ही बतायेगा कि इस चुनावी जंग में श्री सिन्हा अपने विरोधियों को खामोश करते हैं या जनता उन्हें खामोश करती है। वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में पटना सीट पटना साहिब हो गयी। उस वर्ष छोटे पर्दे के अमिताभ कहे जाने वाले अभिनेता शेखर सुमन कांग्रेस की टिकट पर पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे। वहीं, भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा चुनावी मैदान में थे। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी इस सीट पर विजय कुमार को उम्मीदवार बनाया था। श्री सिन्हा ने इस सीट पर भाजपा का परचम लहराया और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद के विजय कुमार को 166770 मतों से हराया। श्री सिन्हा को 316549 जबकि विजय कुमार को 149779 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी शेखर सुमन को महज 61308 मत मिले और वह तीसरे स्थान पर रहे।

इसी तरह 16 वें लोकसभा चुनाव (2014) में कांग्रेस की टिकट पर भोजपुरी सिनेमा के महानायक कुणाल सिंह चुनावी समर में उतरे। वहीं, भाजपा ने एक बार फिर श्री सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया। शत्रुघ्न सिन्हा को रिकॉर्ड 485905 वोट मिले। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी कुणाल सिंह को 265805 मतो के अंतर से मात दी। श्री सिंह को 220100 मत मिले। जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के गोपाल प्रसाद सिन्हा तीसरे स्थान पर रहे और उन्हें 91024 वोट हासिल हुये। पटनासाहिब संसदीय क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें बख्तियारपुर ,दीघा, बाँकीपुर ,कुम्हरार ,पटना साहिब और फतुहा शामिल है। पिछला विधानसभा चुनाव जदयू ,भाजपा से से अलग होकर लड़ी थी और उसे किसी क्षेत्र में सफलता नहीं मिली थी। बख्तिारपुर से रणविजय सिंह (भाजपा) ,दीघा से संजीव चौरसिया (भाजपा) ,बांकीपुर से नितीन नवीन (भाजपा),कुम्हरार से अरूण कुमार सिन्हा (भाजपा) ,पटनासाहिब से नंद किशोर यादव (भाजपा) और फतुहां से रामानंद यादव (राजद) के विधायक हैं। सतरहवें लोकसभा चुनाव (2019) में पटनासाहिब संसदीय सीट से भाजपा, कांग्रेस ,आठ निर्दलीय समेत 18 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं। इस लोकसभा क्षेत्र में 21 लाख 37 हजार मतदाता हैं। इनमें करीब 11 लाख 28 हजार पुरूष और 10 लाख 09 हजार महिला शामिल हैं जो सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को होने वाले मतदान में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
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