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पूर्णिया सांसद के जीत पर समर्थकों ने दी बधाई

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पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता) :पूर्णिया में सांसद के चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद पूर्णिया पूर्व प्रखंड क्षेत्र के लोगों एवं समर्थकों ने संतोष कुशवाहा को बधाई दी। ग्रामीणों एवं समर्थकों ने इस जीत को लोकतंत्र की सबसे बड़ी जीत बताई है। इस जीत के बाद रानीपतरा, दिवानगंज, महेंद्रपुर, मंझेली आदि इलाकों में ग्रामीणों ने जीत का इजहार पटाखे फोर कर व एक दूसरे को गुलाल लगाकर किया। वहीं रानीपतरा काॅलेज के प्रिंसिपल कमलेश्वरी मेहता ने संतोष कुशवाहा को बधाई देते हुए इस जीत को ऐतिहासिक जीत बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार में बहुत बड़ी जीत हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के विचारधारा से लोग काफी प्रभावित हैं। जिसका असर व्यापक रूप से पूर्णिया में देखने को मिला। भाजपा अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष अंगद मंडल ने इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी जी को देते हुए निवर्तमान सांसद संतोष कुशवाहा व कार्यकर्ता की कड़ी मेहनत का नतीजा बताया। इस जीत की बधाई देने वाले में दिलीप मेहता, सिंघेश्वर मेहता, बैधनाथ मेहता, डब्बू गुप्ता, शंकर दास, गणेश गुप्ता, संजय साह, बलवीर साह सहित दर्जनों समर्थक व ग्रामीण मौजूद थे।

पूर्णिया : मतगणना को ले सुबह से ही दिखा उत्साह का माहौल, शाम होते कहीं खुशी कहीं गम

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पूर्णिया : लोकसभा चुनाव के बाद जैसे ही मतपेटी खुली तो एनडीए खेमे में सुबह से ही खुशी व उत्साह की लहर देखी गई। दिन भर बढ़त कायम रखने के कारण एनडीए समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। लोग अपने घर से लेकर प्रतिष्ठान और कई जगहों पर टीवी के पास चिपके रहे और पल पल का अपडेट लेते रहे। वहीं राजनीतिक पार्टी के जनप्रतिनिधि भी अपने आवास और कार्यालय में कुर्सी लगा कर एलईडी टीवी लगाकर चुनाव का परिणाम देखते हुए नजर आए। कुछ जनप्रतिनिधि ने तो अपने कार्यालय के सामने हवन व पूजा पाठ का भी आयोजन किया था। वहीं सदर अस्पताल में भी यह नजारा देखने को मिला। 

...सांसद संतोष कुशवाहा के आवास, रामबाग का नजारा :
पूर्णिया सांसद सह एनडीए प्रत्याशी संतोष कुशवाहा के आवास पर लोगों की भीड़ लगी थी। बाहर आंगन में छत के नीचे एलईडी टीवी लगा हुआ था और टीवी के सामने कुर्सी पर सैंकड़ों समर्थक बैठे हुए थे। टीवी पर न्यूज चैनल चल रहा था और सभी की आंखें टीवी पर टिकी थी। लोग चुनाव का पल पल का परिणाम देखने में व्यस्त थे। एनडीए की सीट बढ़ोत्तरी की खबर चैनल पर आते ही सभी के चेहरे पर खुशी थे। सभी लोग आपस में मोदी लहर की चर्चा करते रहे। वहीं आगंतुकों के बीच मिठाई परोसी जा रही थी। सांसद संतोष कुशवाहा अंदर अपने समर्थकों के साथ बैठ कर चुनाव के परिणाम पर चर्चा कर रहे थे। यानी मिला जुला कर सांसद आवास पर खुशी और मोदी लहर दिखाई दी।

...सदर विधायक विजय खेमका का कार्यालय, गुलाबबाग का नजारा :
सदर विधायक विजय खेमका का जनसंपर्क कार्यालय, गुलाबबाग में सबसे अधिक मोदी लहर का प्रभाव दिखने को मिला। कार्यालय के बाहर विधायक विजय खेमका ठाकुरबाड़ी मंदिर के पुजारी संत मुरारी दास व अपने समर्थकों के साथ बैठे थे। बाहर बरामदे पर एलईडी टीवी लगा था और सभी की निगाहें टीवी पर टिकी थी। लोग न्यूज चैनल के माध्यम से हर पल का चुनाव परिणाम देख रहे थे। एनडीए का सीट बढ़ोत्तरी की खबर आते ही समर्थक मोदी के जयकारे लगाते दिखे। वहीं जीत की उम्मीद पर पहले से ही अबीर गुलाल व पटाखे तैयार करके रखा गया था। वहीं बगल में मोदी सरकार की जीत के लिए हवन किया जा रहा था। पंडित अपने वैदिक मंत्र का उच्चारण करने में लगे थे और शंखनाद के गूंज से पूरे क्षेत्र भक्तिमय हो गया था। विधायक विजय खेमका व उनके समर्थकों का चेहरा खुशी से साफ तौर पर चमक रहा था। विजय खेमका ने कहा जीत की खुशी में शांति हवन का आयोजन किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के अच्छे काम और कर्म करने पर देश के जनता ने एक बार फिर उनको चुना है। इसके लिए पूरे देश की जनता को बधाई। 

...सदर अस्पताल, लाइन बाजार का नजारा :
चुनावी लहर और मतगणना का असर सदर अस्पताल में भी दिखने को मिला। सदर अस्पताल के पुरूष सर्जिकल वार्ड में टीवी चल रहा था। टीवी पर न्यूज चैनल पर मरीज से लेकर उनके परिजनों तक की आंखे एकटक लगी थी। टीवी पर हर पल का चुनाव परिणाम दिखाया जा रहा था। जो मरीज दिन भर दर्द से कराहते थे वो चुनाव परिणाम देखने में अपने दर्द और घाव को भुल चुके थे। मरीज और परिजन आपस में चुनाव परिणाम की घोषणा पर चर्चा परिचर्चा करते हुए दिखाई दिए। वार्ड में मरीज के साथ अन्य लोगों की भीड़ लगी थी। मतगणना को लेकर अन्य दिनों की तुलना में अस्पताल में लोगों की भीड़ कम दिखाई दी। वहीं लाइन बाजार में अन्य दिनों की तुलना में सड़क और डॉक्टरों के क्लीनिक में भीड़ कम थी।

...पूर्व सांसद सह महागठबंधन प्रत्याशी उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह के आवास का नजारा : 
पूर्व सांसद सह महागठबंधन प्रत्याशी उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह के मधुबनी स्थित आवास पर जहां हर समय चहल पहल और समर्थकों की भीड़ लगी रहती थी मतगणना के दिन आवास पर सन्नाटा पसरा रहा। वैसे 10-15 की संख्या में समर्थक एक तरफ कुर्सी पर बैठ कर आपस में बात कर रहे थे। लेकिन किसी के भी चेहरे पर मुस्कुराहट नहीं थी। सभी का चेहरा उदास दिखाई दिया। वहां कोई भी टीवी नहीं रखा गया था इससे यह पता चल रहा था कि उदय सिंह के आवास पर समर्थकों को पहले से ही हार का अाभास था। जब मीडिया कर्मी ने बैठे लोगों का फोटो खींचना चाहा तो समर्थकों ने फोटो खींचने से साफतौर पर मना कर दिया।

फिर एक बार भाजपा सरकार, पूरे देश में प्रचंड मोदी लहर

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नयी दिल्ली, 23 मई , लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार 'प्रचंड मोदी लहर'पर सवार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) रिकॉर्ड सीटों के साथ फिर से केंद्र की सत्ता पर काबिज होने जा रही है। निर्वाचन आयोग की ओर से बृहस्पतिवार को जारी मतगणना की ताजा जानकारी के अनुसार भाजपा ने जहां एक सीट अपनी झोली में डाल ली है, वहीं 299 सीटों पर आगे चल रही है। उधर, कांग्रेस 50 सीटों पर आगे है। आयोग ने 542 सीटों के रुझान/परिणाम जारी किये हैं। कर्नाटक की हावेरी सीट पर भाजपा के उदासी एस सी ने एक लाख 40 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की है।  ये चुनाव 68 वर्षीय मोदी को दशक के सबसे लोकप्रिय नेता के तौर पर स्थापित कर रहे हैं, निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मतगणना के आंकड़े दिखाते हैं कि भाजपा अपने 2014 के प्रदर्शन से भी बेहतर करने जा रही है। वाराणसी से चुनाव लड़ रहे मोदी अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से करीब डेढ़ लाख वोटों से आगे चल रहे थे जबकि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह गांधीनगर में अपने करीबी उम्मीदवार से चार लाख से ज्यादा मतों से आगे चल रहे थे।  गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'आम चुनावों में यह ऐतिहासिक जीत मोदीजी के दूरदर्शी नेतृत्व, अमित शाहजी के जोश और जमीनी स्तर पर लाखों भाजपा कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम का नतीजा है।'  चुनाव रुझानों का बाजार ने भी स्वागत किया है। बीएसई के सेंसेक्स ने पहली बार 40 हजार की ऊंचाई को छुआ, वहीं एनएसई के निफ्टी ने 12 हजार के स्तर को पार किया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया भी 14 पैसे मजबूत होकर 69.51 पैसे पर रहा। अगर मौजूदा रुझान अंतिम परिणामों में परिवर्तित हुए तो भाजपा 2014 के अपने प्रदर्शन में सुधार कर ज्यादा सीटें जीतती दिख रही है। 2014 में भाजपा ने लोकसभा की 543 सीटों में से 282 सीटें जीती थीं जबकि इस बार वह अपने दम पर 300 सीटों के करीब पहुंचती दिख रही है। भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 2014 की 336 सीटों के मुकाबले 344 सीटों पर काबिज होता दिख रहा है।  विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। सुषमा ने ट्वीट किया, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी - भारतीय जनता पार्टी को इतनी बड़ी विजय दिलाने के लिए आपका बहुत बहुत अभिनन्दन । मैं देशवासियों के प्रति हृदय से कृतज्ञता व्यक्त करती हूँ । ’’  मतगणना के रुझानों के आधार पर चुनाव परिणामों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, उनकी सरकार के पिछले पांच साल के कार्यों और चुनाव प्रचार अभियान का नतीजा माना जा रहा है। चुनाव प्रचार राष्ट्रीय सुरक्षा, राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के इर्द-गिर्द रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार कांग्रेस पार्टी पर वंशवादी राजनीति को लेकर निशाना साधा। विपक्ष ने भाजपा पर ध्रुवीकरण और बांटने वाली राजनीति के आरोप लगाते हुए हमला बोला। 

मतगणना के रुझानों के अनुसार, मोदी लहर के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की चुनावी रणनीति ने भौगोलिक और जातीय, उम्र, लिंग जैसे समीकरणों को मात देते हुए विपक्ष का सफाया किया है।  राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में जहां समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन को एक कड़ी टक्कर के तौर पर पेश किया जा रहा था, वहां 80 लोकसभा सीटों में से 59 पर भाजपा आगे चल रही है जबकि सपा 6 सीटों पर और बसपा 12 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है। हालांकि, पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा का यह प्रदर्शन कई एग्जिट पोल में व्यक्त किये गए पूर्वानुमानों से कहीं बेहतर हैं।  उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक सीट पर आगे चल रही है। उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से करीब 9000 मतों से पीछे चल रहे हैं। हालांकि, केरल की वायनाड सीट पर राहुल गांधी एक लाख मतों से बढ़त बनाये हुए हैं।  कांग्रेस के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘रुझानों में जो दिख रहा है उससे हम निराश हैं। यह हमारी उम्मीद के मुताबिक नहीं है। लेकिन जब तक मतगणना संपन्न नहीं हो जाती तब तक किसी निष्कर्ष पर पहुंचना ठीक नहीं होगा।’’  उन्होंने कहा, “अगर वे (रुझान) बरकरार रहते हैं तो कांग्रेस को आत्मावलोकन करने की जरूरत होगी कि उसका प्रचार अभियान क्यों लोगों के दिलों में पैठ बनाने में विफल रहा।”  मोदी लहर ने हिंदी पट्टी और गुजरात में ही परचम नहीं लहराया है बल्कि पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी पार्टी को शानदार बढ़त दिलाई है। सिर्फ केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश ही अछूते दिखाई दिये हैं। यहां तक की तेलंगाना में भी भाजपा चार सीटों पर बढ़त बनाये हुए हैं। तेलंगाना राष्ट्र समिति नौ, कांग्रेस तीन सीटों पर आगे है, जबकि एक सीट पर एआईएमआईएम बढ़त बनाए हुए है। आंध्र प्रदेश ने हालांकि लोकसभा के साथ हुए विधानसभा चुनावों में चंद्रबाबू नायडू की सत्तारुढ़ तेलुगू देशम पार्टी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया और उसकी जगह जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पर अपना भरोसा व्यक्त किया है।  मतगणना के रुझानों के अनुसार, हिंदी भाषी राज्यों में भी भाजपा ने चौंकाया है। इनमें वे राज्य भी शामिल हैं जिनमें कांग्रेस ने हाल ही में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी।  मध्य प्रदेश में भाजपा 29 में से 28 लोकसभा सीटों पर आगे चल रही है। राजस्थान में भाजपा नीत राजग सभी 25 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है। छत्तीसगढ़ में भी भाजपा नौ सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस दो सीट पर बढ़त बनाये हुए है। हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से भाजपा नौ पर आगे है। 

भाजपा के अमित मालवीय ने कहा, ‘‘जमीन पर जनता ने विपक्ष की उस दलील को स्वीकार नहीं किया कि लोग खतरे में हैं। लोग अच्छा कर रहे हैं और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगली सरकार की तरफ देख रहे हैं। हमें यह स्वीकार करना होगा कि मोदी सरकार को विरासत में बेहद कमजोर अर्थव्यवस्था मिली थी और उन्होंने शानदार काम किया।’’  ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में से भाजपा सात सीटों पर जबकि बीजू जनता दल 14 सीटों पर बढ़त बनाये हुए है। 2014 में बीजद ने 20 सीटें जीती थीं जबकि भाजपा ने एक पर जीत दर्ज की थी।  ओडिशा में लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव हुए हैं, जिनमें बीजद के सत्ता में वापसी की उम्मीद है, जिससे साफ है कि मतदाताओं ने समझदारी पूर्वक केंद्र और राज्य में यथास्थिति बरकरार रखने के लिये मतदान किया है।  बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से भाजपा 16, जनता दल (यू) 15, लोजपा 6, कांग्रेस 1 और राजद दो सीटों पर आगे है।  पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 21 पर तृणमूल कांग्रेस बढ़त बनाये हुए है जबकि भाजपा 19 पर आगे है, वहीं कांग्रेस एक सीट पर आगे है। राज्य में वामदलों का सूपड़ा साफ हो गया है।  तमिलनाडु की 38 में से द्रमुक 23 सीटों पर आगे है जबकि अन्नाद्रमुक केवल दो सीटों पर बढ़त बनाये हुए है। राज्य की वेल्लूर सीट पर धन बल के अत्यधिक इस्तेमाल की वजह से मतदान रद्द कर दिया गया था। केरल की 20 लोकसभा सीटों में से यूडीएफ 18 सीटों पर आगे है।  मतगणना के रूझानों में बढ़त के साथ-साथ देशभर में भाजपा के दफ्तरों पर उत्सव का माहौल हो गया। ढोल-नगाड़ों के साथ नाचते-गाते कार्यकर्ताओं ने अपनी खुशी का इजहार शुरू कर दिया है।  मतगणना के रुझान एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों से काफी मिलते जुलते हैं जिनमें राजग को दूसरी बार केंद्र में सत्ता पर काबिज होते दिखाया गया था। वर्ष 2014 में भाजपा ने 282 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस अपने सर्वकालिक न्यूनतम आंकड़े 44 सीटों पर सिमट गयी थी। कांग्रेस ने 2009 में 206 सीटें जीती थी।  आयोग ने देश में 4000 से अधिक मतगणना केन्द्र बनाये हैं। मतगणना केन्द्रों से प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी ऑनलाइन सिस्टम के जरिये मतगणना के रुझानों को अपडेट करेंगे।  इस बीच चुनाव आयोग ने चुनाव परिणाम घोषित होने में देर होने की आशंका से बचने के लिये इस बार डाक मतपत्रों और ईवीएम के मतों की गिनती एक साथ कराने का फैसला किया।  उल्लेखनीय है कि इस चुनाव में पंजीकृत 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। भारतीय संसदीय चुनाव में यह अब तक का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत है। लोकसभा चुनाव में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के परिणामों का मिलान पेपर ट्रेल मशीनों से निकलने वाली पर्चियों से किया जाएगा। यह मिलान प्रति विधानसभा क्षेत्र में पांच मतदान केंद्रों में होगा। मतगणना से एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा की आशंका के मद्देनजर बुधवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट कर दिया । मंत्रालय ने नतीजों के बाद हिंसा की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया। 

दल बदलुओं का किस्मत ने नहीं दिया साथ

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नयी दिल्ली, 23 मई, लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी का दामन थामने वाले ‘दल बदलुओं’ का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार ऐसे 76 उम्मीदवारों में से अधिकतर अपनी सीटों पर हार की कगार पर हैं ।  अभिनय से राजनीति में आये शत्रुध्न सिन्हा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे । वह बिहार की पटना साहिब सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से दो लाख 83 हजार मतों से हार गए ।  मधेपुरा में पूर्व जद (यू) नेता और राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले शरद यादव जद (यू) के दिनेश चंद्र यादव से तीन लाख से अधिक मतों से पीछे हैं । शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आये तारिक अनवर कटिहार में जद (यू) के डी सी गोस्वामी से 57000 मतों से हार गए ।  क्रिकेट से राजनीति में आये कीर्ति आजाद धनबाद में तीन लाख 99 हजार मतों से पीछे हैं । वह चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आये थे जबकि दरभंगा से वह तीन बार भाजपा सांसद रह चुके हैं । पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र कांग्रेस के टिकट पर बाड़मेर से भाजपा के कैलाश चौधरी से तीन लाख 23 हजार मतों से हार गए ।  इस बीच भोजपुरी अभिनेता रवि किशन गोरखपुर में तीन लाख से अधिक मतों से जीत गए । रवि किशन पिछली बार जौनपुर से कांग्रेस के टिकट पर हार गए थे लेकिन इस बार वह भाजपा के उम्मीदवार हैं । कर्नाटक में तीन नेता कांग्रेस से भाजपा में आये जिनमें से दो आगे चल रहे है। उमेश यादव ने गुलबर्गा में कांग्रेसी दिग्गज मल्लिकार्जुन खडगे को हराया जबकि वाई देवेंद्रप्पा बेल्लारी में जीत गए । वहीं हासन से भाजपा उम्मीदवार ए मंजू पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पौत्र प्रज्जवल रेवन्ना से 1 . 41 लाख मतों से हार गए । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे सुजय विखे पाटिल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे । वह महाराष्ट्र की अहमदनगर सीट से 2 . 77 लाख मतों से आगे हैं ।  महाराष्ट्र की ही चंद्रपुर सीट से शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में आये सुरेश धानोरकर मौजूदा भाजपा सांसद हंसराज गंगाराम अहिर से आगे हैं ।  नांदेड़ में शिवसेना से भाजपा में आये प्रताप चिखलिकर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अशोक चव्हाण से 40000 मतों से आगे हैं । बीजद से निकाले गए बैजयंत पांडा केंद्रापाड़ा से भाजपा के टिकट पर एक लाख से अधिक मतों से पीछे है । कांग्रेस से तेदेपा में आई पूर्व केंद्रीय मंत्री पनबाका लक्ष्मी तिरूपति सीट पर दो लाख से अधिक मतों से पीछे हैं। आप के धरमवीर गांधी पंजाब में पटियाला में पीछे चल रहे हैं । उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के नसीमुद्दीन सिद्दीकी बिजनौर में पीछे चल रहे हैं जबकि सावित्री बाई फुले बहराइच में हार गई ।

सेंसेक्स पहली बार 40,000 अंक के पार, निफ्टी 12,000 अंक के रिकार्ड स्तर से ऊपर

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मुंबई, 23 मई, बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के शुरुआती कुछ घंटों में ही बृहस्पतिवार को पहली बार 40,000 अंक के पार पहुंच गया। सेंसेक्स का यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 12,000 अंक के पार पहुंच गया।  लोकसभा चुनाव परिणाम के शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को भारी बहुमत मिलने के संकेत से शेयर बाजार में जोरदार तेजी का रुख रहा।  बाजार की रिकार्ड चाल को देखते हुये विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया भी 14 पैसे बढ़कर 69.51 रुपये प्रति डालर पर पहुंच गया।  बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कारोबार के शुरुआती दौर में 900 अंक से अधिक चढ़कर 40,012.35 अंक पर पहुंच गया। इसी प्रकार एनएसई का निफ्टी भी 265 अंक बढ़कर 12,000 अंक के स्तर को पार करता हुआ 12,003.50 अंक पर पहुंच गया।  बाजार में यस बैंक, इंडसइंड बैंक, लार्सन एण्ड टुब्रो, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में आठ प्रतिशत से ऊपर की वृद्धि दर्ज की गई। इसके विपरीत वेदांता, आईटीसी और टीसीएस के शेयरों में 0.45 प्रतिशत तक की गिरावट रही।  शेयर कारोबारियों के मुताबिक चुनाव परिणाम के शुरुआती रुझानों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 300 से अधिक सीटों पर बढ़त दिखाये जाने से निवेशकों की धारणा सकारात्मक रही। अकेले भारतीय जनता पार्टी को 270 से अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं। जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को 100 के करीब सीटों पर बढ़त दिख रही है। 

स्थिर मजबूत सरकार से आर्थिक वृद्धि होगी तेज, बढ़ेगा विदेशी मुद्रा प्रवाह : उद्योग जगत

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नयी दिल्ली, 23 मई, देश के उद्योग जगत ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जताई है कि केन्द्र में स्थिर और मजबूत सरकार के आने से आर्थिक वृ्द्धि को बढ़ावा मिलेगा और विदेशी मुद्रा प्रवाह बढ़ेगा। लोकसभा चुनाव परिणाम के रुझान बता रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से भारी बहुमत के साथ सत्ता में लौट रही है।  जाने माने उद्योगपति और गोदरेज समूह के चेयरमैन आदि गोदरेज ने कहा कि नई सरकार से उम्मीद की जाती है कि वह देश की सकल आर्थिक उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि को और तेज करने की दिशा में काम करेगी।  उन्होंने कहा कि कंपनी कर को कम करने की दिशा में भी कदम उठाया जाना चाहिये। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी कंपनी कर की दरें दुनिया में सबसे ऊंची दरों में से एक हैं। इन्हें कम किया जाना चाहिये। हालांकि, सरकार ने कंपनी कर की दर को घटाकर 25 प्रतिशत पर लाने का वादा किया हुआ है।’’  कार्पोरेट कर के मामले में गोदरेज ने कहा, ‘‘उन्होंने छोटी कंपनियों के लिये इसे कम कर दिया है लेकिन बड़ी कंपनियों के मामले में ऐसा नहीं किया गया है। मेरा मानना है कि यह काफी महत्वपूर्ण है। और भी कई कदम हो सकते हैं जिनसे कि वृद्धि को बढ़ाने में मदद मिलेगी।’’  नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ ... यह बड़े सुधारों को आगे बढ़ाने और देश में पूरी तरह बदलाव लाने का समय है। सरकार को व्यावसाय और उद्यमियों के लिये स्वस्थ्य और अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है। इसके साथ ही उच्च-उत्पादकता के रोजगार पैदा करने की जिम्मेदारी भी लेनी चाहिये।’’  लोकसभा चुनावों में मोदी लहर के चलते भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 300 से अधिक सीटें मिल रही हैं। भारतीय जनता पार्टी अकेले 295 सीटों के साथ सत्ता में लौट रही है। जबकि 50 सीटों के आसपास रह गई है।  बंबई शेयर बाजार के सदस्य रमेश दमाणी का मानना है कि आने वाले समय में भारत में विदेशी मुद्रा प्रवाह बढ़ेगा। ‘‘नीतियों में निरंतरता बनी रहेगी। देश में अभी भी बड़े पैमाने पर निवेश करने वाली वैश्विक कंपनियां मौजूद हैं। इन कंपनियों का निवेश अब तेज होगा। पिछले छह माह के दौरान जो भी समझौते हुये हैं, वह अब क्रियान्वित होंगे। इस प्रकार बड़ी मात्रा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित होगा। मेरा मानना है कि इस चुनाव के बाद विदेशी मुद्रा प्रवाह तेज होगा।’’  हीरानंदानी हाउस के संस्थापक और निदेशक सुरेन्द्र हीरानंदानी ने कहा कि वह केन्द्र में स्थिर सरकार में विश्वास करते हैं। मजबूत सरकार के आने से रीयल एस्टेट क्षेत्र में वृद्धि और तेज होगी। 

जोकोविच के इतिहास बनाने के रास्ते में नडाल, फेडरर की चुनौती

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पेरिस, 23 मई, नोवाक जोकोविच फेंच ओपन में जीत के साथ टेनिस इतिहास में ऐसे दूसरे खिलाड़ी हो सकते है जिन्होंने दो बार सभी चारों ग्रैंडस्लैम खिताब को अपने नाम किया हो। टूर्नामेंट में दिग्गज रोजर फेडरर की वापसी और राफेल नडाल के लय में आने से विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज जोकोविच का रास्ता इतना आसान नहीं होगा। टूर्नामेंट के क्वालीफायर मुकाबले 20 मई से खेले जा रहे है जबकि मुख्य मुकाबले 26 मई से शुरू होंगे। जोकोविच इससे पहले 2016 में चारों गैंडस्लैम खिताब जीत चुके है। उन्होंने 2018 में विम्बलडन और यूएस ओपन का खिताब जीतने के बाद इस साल जनवरी में अपना सातवां ऑस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब जीता है।  जोकोविच ने अब तक 15 गैंडस्लैम खिताब जीते हैं जबकि इस मामले में फेडरर और नडाल क्रमश: 20 और 17 खिताब के साथ उनसे आगे है। इन दोनों खिलाड़ियों ने भी करियर स्लैम को पूरा किया है लेकिन एक साथ चारों बड़े खिताब एक बार में जीतने में सफल नहीं रहे हैं।  टेनिस के इतिहास में जोकोविच से पहले सिर्फ डान बुड्गे (1938) और राड लावेर (1962 और 1969) ही एक साथ चारों खिताब के विजेता रहे है। सर्बिया के जोकोविच को पिछले सप्ताह इटैलियन ओपन में नडाल ने हराया था और स्पेन का यह खिलाड़ी रोलां गैरो में अपना 12वां खिताब जीतना चाहेगा। रिकार्ड 11वीं बार फ्रेंच ओपन जीतने वाले नडाल ने रविवार को नौवीं बार इटैलियन ओपन चैम्पियन बनकर लय में होने का संकेत दे दिया है। फेडरर 2015 के बाद पहली बार इस टूर्नामेंट में खेलेंगे। अगर वह 37 साल की उम्र में इस खिताब को जीतते है तो फ्रेंच ओपन के सबसे उम्रदराज विजेता होंगे।  जोकोविच और फेडरर के अलावा विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज डोमनिक थिएम और छठे पायदान पर काबिज यूनान के स्टेफानोस सिटसिपास भी जीत के दावेदार होंगे। इस खेल के अगले बड़े खिलाड़ी के तौर पर देखे जा रहे जर्मनी के अलेक्जेंडर ज्वेरेव के प्रदर्शन पर भी सबकी निगाहें होगी।

भारतीय चुनावों की निष्पक्षता, ईमानदारी पर भरोसा है : अमेरिका

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वॉशिंगटन, 23 मई, अमेरिका ने भारतीय जनता की जमकर प्रशंसा करते हुये कहा है कि उसे भारतीय चुनावों की निष्पक्षता एवं ईमानदारी पर पूरा भरोसा है और चाहे जो भी जीते वह उसके साथ मिलकर काम करेगा। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मोर्गन ओर्तागस ने यहां कहा, ‘‘मैं अमेरिका के नजरिए से कहूंगी कि हमें भारतीय चुनाव प्रक्रिया की ईमानदारी एवं निष्पक्षता पर पूरा भरोसा है और चाहे कोई भी जीते या जो भी परिणाम आए, हम उनके साथ मिलकर काम करेंगे।’’  अमेरिका, भारतीय चुनाव आयोग की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र साख के कारण अन्य देशों की तरह भारत में अपने पर्यवेक्षक नहीं भेजता। ओर्तागस ने कहा, ‘‘हमारे भारत सरकार के साथ बहुत मजबूत संबंध हैं। (अमेरिका के) विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कई बार कहा है कि हम भारत के सच्चे सामरिक साझीदार हैं।’’  उन्होंने इतनी बड़ी प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए भारत और उसके लोगों की प्रशंसा की है। ‘‘किसी ने मुझे आज बताया कि भारत की चुनाव प्रक्रिया मानव इतिहास में सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया है।’’  गौरतलब है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की संसद के निचले सदन लोकसभा की 543 सीटों के लिए हुये चुनाव में लगभग 90 करोड़ मतदाताओं ने विभिन्न राजनीतिक दलों के 8,000 से अधिक उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया है। बृहस्पतिवार को जारी मतगणना के ताजा रुझान के अनुसार भाजपा एकबार फिर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।

मोदी की ‘सुनामी’, ममता ने कहा-सभी हारने वाले पराजित नहीं

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नयी दिल्ली, 23 मई, लोकसभा चुनाव के ताजा रुझानों में भाजपा के बड़े बहुमत से सत्ता पर काबिज होने के संकेतों के बीच पार्टी नेताओं ने बृहस्पतिवार को जोर दिया कि इससे स्पष्ट है कि अब ‘राजनीति का व्याकरण’ बदल चुका है और लोगों ने विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को खारिज कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों पर मुहर लगाई है । कई मंत्रियों और नेताओं ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ‘‘सुनामी’’ करार दिया। मतगणना के रुझानों से जहां भाजपा नीत राजग के खेमे में हर्ष छाया हुआ है, वहीं कांग्रेस और वाम दलों का उत्साह ठंडा पड़ चुका है।  भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा चुनावों में भाजपा की संभावित जीत को 'ऐतिहासिक'करार देते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मजबूत'और पार्टी प्रमुख अमित शाह के 'गतिशील'नेतृत्व का नतीजा बताया। सिंह ने अपने ट्वीट में कहा कि भारत के लोगों ने एक बार फिर मोदी के नेतृत्व में भरोसा दिखाया है और भाजपा नीत राजग को निर्णायक बहुमत दिया है। उन्होंने कहा, 'उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से फोन पर बात की है और लोकसभा चुनावों में भाजपा नीत राजग को शानदार जीत दिलाने के लिए उन्हें बधाई दी।'  सिंह ने कहा, 'मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व एवं गतिशील मार्गदर्शन में पार्टी निर्णायक जीत दर्ज कर रही है। मैं भाजपा नीत राजग को निर्णायक जनादेश देने के लिये लोगों का आभार प्रकट करता हूं। '  विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी - भारतीय जनता पार्टी को इतनी बड़ी विजय दिलाने के लिए आपका बहुत-बहुत अभिनंदन । मैं देशवासियों के प्रति हृदय से कृतज्ञता व्यक्त करती हूँ । ’’  

भाजपा उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने कहा, ‘‘ एक बार फिर से लोगों ने भाजपा और मोदी के प्रति व्यापक विश्वास व्यक्त किया है। जो संकेत मिले हैं, उससे स्पष्ट है कि अब ‘राजनीति का व्याकरण’ बदल चुका है और लोगों ने विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को खारिज कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों पर मुहर लगाने का काम किया है ।’’  भाजपा प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पार्टी का शानदार प्रदर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास कार्यों की जीत और विपक्ष की नकारात्मक राजनीति की पराजय है । उन्होंने कहा कि जो लोग यह सोचते थे कि जात-पात की राजनीति से वे विकास को पराजित कर देंगे, उन्हें यह समझना चाहिए कि यह नया युग है, मोदी युग है... यह विकास की राजनीति का युग है । लोजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने ट्वीट किया, ‘‘ यह चुनाव नहीं था, मोदी सुनामी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का दिल से हार्दिक अभिनंदन। ’’  केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, ‘‘ यह प्रचंड जीत कुछ और नहीं, पूरब से पश्चिम तक राजनीतिक सुनामी है... भाजपा सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है, यह वास्तविकता है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक लोगों ने एकमत विकल्प के लिए वोट दिया। लोगों की पसंद मोदी रहे ।’’ 

केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि भारत के लोगों ने मोदी को अपना आशीर्वाद दिया है। मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर ने कहा, ‘‘ मेरा जयपुर ग्रामीण सहित सम्पूर्ण भाजपा कार्यकर्ताओं को सलाम । यह राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा है । ’’  रुझानों में कांग्रेस की जबर्दस्त हार के संकेतों के बीच कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, ‘‘कांग्रेस निरुत्साहित महसूस कर रही है। रुझान पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप नहीं हैं। मतगणना पूरी होने तक मैं परिणाम के निष्कर्ष पर नहीं पहुंचूंगा।’’  उन्होंने कहा, ‘‘अगर रुझान सही साबित होते हैं तो कांग्रेस को यह आत्मावलोकन करने की जरूरत है कि क्यों इसका अभियान देश के लोगों को प्रेरित करने में विफल रहा।’’  वहीं, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में जीत की ओर बढ़ रहे उम्मीदवारों को बधाई दी और प्रक्रिया की पूर्ण समीक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वीवीपैट का मिलान मतगणना प्रक्रिया पूरी होने के बाद होगा। ममता ने ट्वीट किया, ‘‘विजेताओं को बधाई। लेकिन हारने वाले पराजित नहीं हैं।’’  उन्होंने कहा, ‘‘हमें पूर्ण समीक्षा करनी है और फिर हम आप सभी के साथ अपने विचार साझा करेंगे। मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने दीजिए और वीवीपैट का मिलान पूरा होने दीजिए।’’  रुझानों के तुरंत बाद विपक्षी खेमे में दरार पड़ गई। भाकपा के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा लिए गए फैसलों से विपक्ष के भीतर बिखराव हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वारिस की नीतियों ने नरेंद्र मोदी की जीत के द्वार खोल दिए। स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने रुझानों पर कहा, ‘‘यह मोदी नीत भाजपा को स्पष्ट जनादेश है...जातिगत समीकरण कागजों में देखने में अच्छा लगता है...लेकिन केवल जातिगत समीकरण ही काम नहीं करता। आपको एक बड़ा संदेश देने की जरूरत होती है जो कि विपक्ष ने नहीं किया।’’  मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी और अमित शाह का समीकरण बहुत ही अद्वितीय और महत्वपूर्ण है। यह विजय मोदी और शाह के नेतृत्व तथा लाखों पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत का नतीजा है।’’

नहीं चला "72 हजार", भारी पड़ा ‘चौकीदार’

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नयी दिल्ली, 23 मई, कांग्रेस ‘गरीबी पर वार, 72 हजार’ के नारे के साथ इस लोकसभा चुनाव में भाजपा को मात देने की रणनीति के साथ उतरी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘चौकीदार’ अभियान, बालाकोट हवाई हमला, राष्ट्रवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा और जनकल्याण से जुड़ी योजनाओं के आक्रामक प्रचार के आगे ढेर हो गई। इस चुनाव में मुख्य विपक्षी पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की स्थिति यह है कि वह 2014 के अपने 44 सीटों के आंकड़ों में महज कुछ सीटों की बढ़ोतरी करती दिख रही है।  चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान भी कई जानकारों का यह कहना था कि अगर कांग्रेस सीटों का शतक भी लगा लेती है तो वह उसके और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी लिए सहज स्थिति होगी, हालांकि ऐसा नहीं होता दिख रहा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में समूची पार्टी ने प्रचार अभियान प्रधानमंत्री मोदी पर केंद्रित रखा और राफेल विमान सौदे में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए ‘चौकीदार चोर है’ का प्रचार अभियान चलाया जिसके जवाब में मोदी और भाजपा ने ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान शुरू किया। राहुल गांधी ने राफेल मुद्दे के अलावा ‘न्यूनतम आय गारंटी’ (न्याय) योजना को मास्टरस्ट्रोक के तौर पर पेश किया। पार्टी को उम्मीद थी कि गरीबों को सालाना 72 हजार रुपये देने का उसका वादा भाजपा के राष्ट्रवाद वाले विमर्श की धार को कुंद कर देगा, जबकि हकीकत में ऐसा नहीं हुआ। जानकारों का मानना है कि कांग्रेस के ‘नकारात्मक’ प्रचार अभियान के साथ पार्टी अथवा विपक्षी गठबंधन की तरफ से नेतृत्व का स्पष्ट नहीं होना भी भारी पड़ा। पार्टी के प्रचार अभियान की कमान संभालते हुए गांधी प्रधानमंत्री पद अथवा विपक्ष की तरफ से नेतृत्व के सवाल को भी प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से टालते रहे। वह बार बार यही कहते रहे कि जनता मालिक है और उसका फैसला स्वीकार किया जाएगा। कांग्रेस 2014 के आम चुनाव में 44 सीटों पर सिमट गई थी। यह पार्टी का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन था। इसके बाद पिछले पांच वर्षों के सफर में कांग्रेस ने कई पराजयों का सामना किया, लेकिन पिछले साल नवंबर-दिसंबर में तीन राज्यों-मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में उसकी जीत ने पार्टी की लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदों को ताकत देने का काम किया।  यह बात अलग है कि पार्टी हवा के इस रुख को बरकरार नहीं पाई।

मोदी के पाँच साल के विकास और मजबूत नेतृत्व में जनता के विश्वास की जीत : शाह

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नयी दिल्ली, 23 मई, लोकसभा चुनाव मतगणना के रूझानों में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी के पांच साल के विकास और मजबूत नेतृत्व में जनता के विश्वास एवं युवा, गरीब, किसान की आशाओं की जीत है ।  शाह ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ यह जीत पूरे भारत की जीत है। देश के युवा, गरीब, किसान की आशाओं की जीत है। यह भव्य विजय प्रधानमंत्री मोदी जी की पांच साल के विकास और मजबूत नेतृत्व में जनता के विश्वास की जीत है। ’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ मैं भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से नरेन्द्र मोदी जी को हार्दिक बधाई देता हूं।’’  शाह ने कहा कि जन-जन के विश्वास और अभूतपूर्व विकास की प्रतीक ‘मोदी सरकार’ बनाने के लिए भारत की जनता को कोटि-कोटि नमन। सभी देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार 'प्रचंड मोदी लहर'पर सवार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) रिकॉर्ड सीटों के साथ केंद्र की सत्ता पर काबिज होने जा रही है। निर्वाचन आयोग की ओर से बृहस्पतिवार को जारी मतगणना के रुझानों के अनुसार भाजपा जहां 292 सीटों पर आगे चल रही थी वहीं, कांग्रेस 50 सीटों पर आगे थी। आयोग ने 542 सीटों के रुझान जारी किये हैं।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 24 मई

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भाजपा के गुमानसिह डामोर ने दि भुरिया को करारी मात

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झाबुआ । रतलाम झाबुआ संसदीय क्षेत्र के बहु प्रतिक्षित परिणाम गुरुवार को देर रात को प्राप्त हुवे। प्राप्त परिणाम मे भाजपा के गुमानसिह डामोर ने कांग्रेस के पुर्व संासद केन्दीय मंत्री कांतिलाल भुरिया को करारी मात देकर भुरिया का गढ ढहा दिया।   गत दिनो हुवे लोकसभा चुनाव 2019 के मतदान के बाद से ही पुरे रतलाम झाबुआ अलीराजपुर लोकसभा क्षेत्र मे अघोषित रुप से यह साफ हो गया था कि एक बार फिर से भाजपा इस सीट पर अपना परचम फहराएगी । पर राजनितिक अस्थिरता व बम्पर मतदान के बाद इस सीट को लेकर असमंजस बना रहा। कोई भी प्रत्याशी यह कहने का साहस नही जुटा पाया कि अबकि बार कोन सत्ता के सिंहासन पर पहुचेगा। करिब तीन सो किलोमीटर का लम्बा चोडा क्षेत्र व तीन जिलो को कवर करना व विपरीत भोगोलिक परिस्थियो मे घर घर तक पहुचना भी किसी आश्चर्य से कम नही। बावजुद यह सब कर दिखाया भाजपा के गुमान सिह डामोर ने सीर्फ बीस दिन मे । लगातार  18 से बीस घण्टे जनसम्पर्क कर गांव गाव तक पहुचे। एक बार फिर से कांग्रेस के क्षत्रप कांतिलाल भुरिया को 90636 मतो के अंतर से करारी मात देकर अपनी जीत दर्ज कि। 26 राउड कि मत गणना के पश्चात भाजपा के गुमान सिह डामोर को 696103 मत मीले वही कांग्रेस के कांतिलाल भुरिया को 605467 मत प्राप्त हुए। चार महिनो के अतंराल मे भाजपा के गुमान सिह डामोर ने पिता पुत्र दोनेा को हराकर क्षेत्र राजनिती ऐतिहासीक जीत दर्ज कि। ज्ञात हे कि श्री डामोर ने वर्तमान मे हुए मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन मे कांति लाल भुरिया के पुत्र डा विक्रांत भुरिया को भी पराजित किया था। वही भाजपा ने एक बार फिर से मात्र चार महीने के अंतराल पर श्री डामोर पर पुनः भरोसा जता कर अपना प्रत्याशी बनाया जिसमे श्री डामोर खरे उतरे व ऐतिहासीक जीत दर्ज कि।
       
पारा मण्डल ने निकाला भाजपा का विजयी जुलूस

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पारा -- लोकसभा निर्वाचन के अभुतपुर्व परिणाम आने के बाद देश भर मे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओ मे भारी खुशी लहर के चलते जीत के जश्न का माहोल हे। देश भर मे अतिशबाजी कर मिठाईया बांटी जा रही हे। वही रतलाम झाबुआ संसदीय क्षेत्र मे भाजपा के प्रत्याशी गुमान सिह डामोर कि प्रचंण्ड जीत से भी क्षेत्र के समस्त कार्यकर्ताओ मे हर्ष है। इसी जीत के चलते आज भाजपा के पारा मण्डल के कार्यकर्ताओ ने नगर के बस स्टेण्ड  पर आतीशबाजी कर जीत का जश्न मनाया व मिठाई वितरण कि। बाद मे कार्यकर्ताओ पारा का हाट के बाजार मे आतीशबाजी करते हुए डीजे साउड व ढोल ताशो के साथ नाचते व भाजपा व नरेन्द्र मोदी जिन्दा बाद के नारे लगाते हुए जुलुस निकाला। इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष ओंकारसिह डामोर, आनंद सरतलीया, प्रकाश छाजेड, अमृत राठोर , शेलेन्द्र राठोर,सरदार सिह डावर, शुभम सोनी, राजा सरतलीया, वेस्ता बामनीया, दिलीप किराड, अनिल वसुनिया,पिंजु भाई सालरपाडा, वेस्ता जमरा,भुवानसिह भाबोर, कुंजरसिह रावत,धर्मेन्द्र सोनी,राजा सोनी नवनीत राठोड सहीत कई भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

वर्ष 2014 का इतिहास 2019 मे गुमानसिंह डामोर ने भाजपा को विजय दिलाकर दोहराया

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झाबुआ । रतलाम झाबुआ अलिराजपुर लोकसभा क्षैत्र के चुनाव मे 23 तारीख को हुई गणना के अंतिम चरण की गणना तक भाजपा के प्रतयाशी गुमानसिंह डामोर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के पूर्व सांसद एवं प्रतयाशी कांतीलाल भुरिया से करीबन 102000 मतो से आगेे चलकर जीत की ओर बढ रहे है। बताया जाता है कि वर्ष 2014 का इतिहास 2019 मे गुमानसिंह डामोर ने भाजपा को विजय दिलाकर दोहराया है। रतलाम झाबुआ अलिराजपुर संसदीय क्षैत्र के अंतर्गत 8 विधानसभा क्षैत्र आते है जिसमे 23 मई को हुई मतगणना के अनुसार इस प्रकार स्थिति रही जो इस प्रकार है- अलिराजपुर विधानसभा से भाजपा ने  कांग्रेस से 285 की बढत बनाई है वही कांग्रेस ने जोबट विधानसभा मे 18000 से बढत बनाकर भाजपा से कांग्रेस आगे रही है। इसी प्रकार झाबुआ जिले की झाबुआ विधानसभा क्षैत्र से कांग्रेस ने 8900 से बढत बनाकर भाजपा को पीछे धकेल दिया यहा गौरतलब तथ्य यह है कि भाजपा प्रतयाशी झाबुआ विधानसभा क्षैत्र के विधायक भी है। इसी प्रकार थांदला विधानसभा क्षैत्र मे कांग्रेस ने 12120 की बढत बनाकर भाजपा को पीछे छोड दिया इसी प्रकार पेटलावद विधानसभा क्षैत्र से भाजपा ने 13412 की बढत बनाकर कांग्रेस को पीछे धकेल दिया है। ठीक इसी प्रकार रतलाम जिले की तीन विधानसभा सीट की स्थिति इस प्रकार रही - रतलाम शहर विधानसभा क्षैत्र मे 53138 की बढत बनाकर कांग्रेस को पीछे छोड दिया वही रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षैत्र मे भाजपा ने बढत बनाकर 36387 मत प्राप्त कर कांग्रेस को पीछे धकेल दिया है। तथा रतलाम सैलाना विधानसभा क्षेत्र मे कांग्रेस मे 2834 की बढत बनाकर भाजपा को पीछे छोडा। इस प्रकार रतलाम लोकसभा क्षैत्र मे 23 को हुई मतगणना के बाद जो तस्वीर सामने आई है उसमे अलिराजपुर, पेटलावद रतलाम शहर रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षैत्र मे भाजपा ने बढत प्राप्त की है। तो वही चार विधानसभा क्षैत्र मे कांग्रेस ने बढत बनाकर जोबट, झाबुआ, थांदला, ओर सैलाना  विधानसभा क्षेत्र मे भाजपा को हराकर अपनी बढत बनाई है। गुमानसिंह की शानदार विजय पर भाजपा के नेताओ ने बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। भाजपा के कार्यकारिणी सदस्य दौलत भावसार, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह मोटापाला, जिला महामंत्री प्रवीण सुराणा, संजय भंडारी, मुकेष परमार पारस गादिया कीर्ति भावसार अवि भावसार सोनिया औसारी सुनीता अजनार गोविंद अजनार थावरसिंह भुरिया कल्याणसिंह डामोर ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए पुष्पमालाओ से डामोर का स्वागत किया।

जीत का जुलुस निकाला

jhabua newsपिटोल । झाबुआ रतलाम अलीराजपुर संसदीय सीट के से श्री गुमान सिंह डामोर  की जीत के पहले ही पिटोल के  आसपास के सरपंच एवं वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं ने ढोल धमाके और पटाखों के साथ आतिशबाजी कर विजय जुलूस निकाला इसमें  भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष महेंद्र सिंह ठाकुर जगदीश बड़दवाल प्रतीक शाह भीमफलिया  सरपंच श्रीमती अंजू मेड़ा प्रतीक्षा काला खुट  सरपंच जोगड़ा बवेरिया थावा डामोर चिंटू पंडित नरपत भाबोर महेश मेवाड़ तान सिंह सरपंच काकरादरा हुसैन बोहरा बदन नायक विक्रम नायक मकना गुंडिया चुनिया गुंडिया मांगीलाल खतेड़िया एवं पिटोल के आसपास के भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता ने  संपूर्ण पिटोल नगर में फटाके फोड़े एवं रैली निकाली और मोदी सरकार एवं गुमान सिंह जी की जीत पर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया ।

जिला भाजपा ने माना आभार एवं दिया आत्मीय धन्यवाद

झाबुआ । भारतीय जनता पार्टी द्वारा रतलाम-झाबुआ-आलीराजपुर संसदीय सीट पर योग्य षिक्षित, सेवाभावी, अनुभवी एवं जन जन मे लोक प्रिय माननीय श्री गुमानसिंह जी डामोर सांसद महोदय की लोकसभा निर्वाचन मे ं प्रचंड मतों से जीत दर्ज कराने तथा उन्हे पूर्ण समर्थन एवं आषीर्वाद प्रदान करने में संसदीय क्षेत्र की जनता का आभार व्यक्त करते हुए पूरे संसदीय क्षेत्र की जनता का यह स्नेह कभी भूलाया जा सकता कि उनका भरपुर आषीर्वाद भाजपा को प्राप्त हुआ है । साथ ही इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया ने इस जीत को ऐतिहासिक बनाने  एवं जन जन तक भाजपा के विचारों को प्रवाहित करने में जो सकारात्मक भूमिका का निर्वाह कर सहयोग प्रदान किया उसके लिये समग्र मीडिया  साधुवाद कीे पात्र है तथा उनका धन्यवाद ज्ञापित करते करते हुए जिला भाजपा गौरवान्वित है । साथ ही हमारे कार्यकर्ताओं ने जो अथक परिश्रम किया और जनता ने मोदी जी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए अपना ऐतिहासिक समर्थन दिया। इसके लिए भाजपा सभी का धन्यवाद ज्ञापित करती है तथा श्री गुमानसिंहजी के नेतृत्व में पूरे संसदीय क्षेत्र के विकास और उसके सम्मान की दिशा में कोई कसर बाकी नहीं रहने दी जायेगी। पुनष्च आप सभी का कोटी कोटी वंदन एवं आभार।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 24 मई

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जिला कांग्रेस कार्यालय में दी गई कांग्रेस जिलाध्यक्ष ठाकुर को श्रद्धांजली 

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सीहेार। शुक्रवार को जिला कांग्रेस अध्यक्ष रतनसिंह ठाकुर को कांग्रेसजनों ने जिला कांग्रेस कार्यालय में विनम्र श्रद्धांजली दी। स्वर्गीय श्री ठाकुर के चित्र पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ अनीस खान, दर्शन वर्मा, राकेश राय, ओम वर्मा, सुरेश गुप्ता, नईम नबाव, सुरेश साबू, नरेंद्र खंगराले, राजेंद्र वर्मा, ममता त्रिपाठी, प्रेमलता राठौर, राजाराम बढे भाई, पवन राठौर, सीताराम भारती, श्याम सोनकर, सुनील दुबे, मुकेश ठाकुर भगत सिंह तोमर आदि कांग्रेसजनोने ने पुष्प अर्पित किए।

राज्य एवं जिला स्तरीय प्रावीण्य सूची में स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को कलेक्टर ने किया सम्मानित

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कलेक्टर श्री गणेश शंकर मिश्रा के निर्देशानुसार शुक्रवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में "प्रतिभा सम्मान समारोह कार्यक्रम"का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर द्वारा राज्य एवं जिला स्तर पर प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं का सम्मान कर ट्राफी, प्रमाण पत्र एवं नगद राशि प्रदान कर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा, अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस.पी.त्रिपाठी, जिला परियोजना समन्वयक श्री अनिल श्रीवास्तव सहित विभिन्न संस्थाओं के प्राचार्य एवं छात्र/छात्राओं के पालक भी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि सभी बच्चे आगे आने वाली चुनौतियों के लिए मानसिक रूप से तैयार रहें। जीवन अपने आप में एक बहुत बड़ी परीक्षा है जिसमें हमें प्रतिदिन संघर्ष करना होता है। धैर्य एवं कठिन परिश्रम से हर विपरीत परिस्थिति का सामना किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हार न मानने के जज्बे एवं सीखने की ललक से ही असफलता को सफलता में बदला जा सकता है। शिक्षकों और अभिभावकों को भी कलेक्टर ने बधाई दी।  राज्य स्तरीय प्रावीण्य सूची में - शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सीहोर से कक्षा 12 वीं के मनीष पिता बाबूलाल रघुवंशी ने 500 में से 476 अंक प्राप्त कर 8 वां स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार हाईस्कूल परीक्षा में होली एंजल स्कूल आष्टा के जय पिता विष्णुप्रसाद जाट ने 493 अंक प्राप्त कर 6 वां स्थान, नूतन बाल विद्या मंदिर सीहोर की छात्रा दीपिका पिता पुष्पेन्द्र मिश्रा एवं लूर्दमाता कांवेंट हायर सेकेंड्री सीहोर की छात्रा आंचल पिता अजय शर्मा ने 490 अंक प्राप्त कर 9 वां स्थान तथा गायत्री विद्या मंदिर चरनाल की छात्रा आरती पिता केला प्रसाद मीना ने 489 अंक प्राप्त कर प्रदेश में 10 वां स्थान प्राप्त किया है।  हायर सेकेंड्री की परीक्षा में जिला स्तरीय प्रावीण्य सूची में - मानविकीय संकाय में स्व. ठाकुर श्री प्यारे सिंह चौहान शासकीय उमावि छीपानेर की छात्रा आरती पिता अभय सिंह चौहान ने 442 अंक प्राप्त कर प्रथम एवं शासकीय हाईस्कूल राला नसरुल्लागंज से आयुष हरयाले पिता महेश हरयाले ने 440 अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। गणित एवं विज्ञान संकाय में शासकीय उत्कृष्ट उमावि सीहोर से आदित्य पिता विनोद राठौर ने 467 अंक प्राप्त कर प्रथम, पुष्प बाल विद्या मंदिर सीहोर से प्रियांशु पिता प्रेम कौशल व माडर्न पब्लिक हायर सेकेंड्री स्कूल आष्टा से ऋषभ पिता संजय जैन ने 463 अंक प्राप्त कर द्वितीय तथा टैलेंट इनोवेटिव हायर सेकेंड्री स्कूल आष्टा से अतुल पिता धर्मेन्द्र गोथी व न्यू अथोराईज कांवेट हायर सेकेंड्री स्कूल लाड़कुई से शिवानी पिता राजकुमार ठाकुर ने 459 अंक प्राप्त कर जिले में तृतीय स्थान प्राप्त किया है। वाण्ज्यि संकाय में लूर्द माता कांवेंट हायर सेकेंड्री सीहोर से योगिता पिता नारायण सिंह परमार व शासकीय आदर्श बालक उमावि नसरुल्लागंज से विकास पिता नेत्रपाल पंवार ने 473 अंक प्राप्त कर प्रथम तथा लूर्द माता कांवेंट हायर सेकेंड्री सीहोर से अंशिता पिता श्याम सुंदर मंत्री ने 472 अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। कृषि संकाय में शासकीय उमावि खामखेड़ा जत्रा, आष्टा से सुनील पिता लाल सिंह राजपूत ने 452 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जिला स्तरीय हाईस्कूल परीक्षा में प्रावीण्य सूची में - मॉर्टीनेट कांवेट हायर सेकेंड्री आष्टा से रानी पिता प्रकाश चंद्र शिवहरे व द ऑक्सफोर्ड कांवेंट हायर सेकेंड्री स्कूल सीहोर से जया पिता नन्नूलाल डंगोलिया ने 487 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान, अमलाहा पब्लिक हाईस्कूल से छाया पिता अनिल देवलिया, तनु पिता सीताराम वर्मा, दीनदयाल कांवेंट हायर सेकेंड्री बुधनी से अंजली पिता दिनेश पंवार एवं भारतीय विद्या मंदिर हायर सेकेंड्री स्कूल बुधनी से रागिनी पिता संतोष ठाकुर ने 486 अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान तथा ऐंजल्स पब्लिक हाई स्कुल आष्टा से रितेश पिता गजराज सिंह विश्वकर्मा, गायत्री विद्या मंदिर चरनाल से शीतल पिता महेन्द्र सोलंकी एवं संस्कृति विद्या मंदिर आष्टा से चिराग पिता मोहन सोनी ने 485 अंक प्राप्त कर जिले में तृतीय स्थान प्राप्त किया है।

उत्कृष्ट छात्रावासों में छात्र/छात्राओं को शाला समय, पश्चात कराई जाएगी एक घंटा विशेष कोचिंग  

जनजातीय कार्य विभाग सीहोर के जिला संयोजक श्री हरजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति तथा जनजातीय कार्य विभाग द्वारा जिले में संचालित उत्कृष्ट छात्रावास एवं महाविद्यालयीन छात्रावास सीहोर, आष्टा, इछावर, बुदनी एवं नसरुल्लागंज के उत्कृष्ट छात्रावासों में निवासरत छात्र/छात्राओं को शिक्षण सत्र 2019-20 में शाला समय पश्चात अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिक, रसायन, कम्प्यूटर विषय की शासकीय/अशासकीय विषय विशेषज्ञों से एक विषय कि एक घंटा कोचिंग कराई जाएगी। शासन द्वारा निर्धारित दर पर आंवटन प्राप्त होने पर विषय विशेषज्ञ/शिक्षकों को नियमानुसार मानदेय भुगतान किया जाएगी। शाला समय पश्चात छात्रावास में जाकर कोचिंग कार्य करने के इच्छुक विषय विशेषज्ञ/शिक्षक हिंदी में सादे कागज पर योग्यता का उल्लेख करते हुए योग्यता के दस्तावेजों व बैंक पासबुक की छायाप्रति के साथ आवेदन जमा कर सकते हैं। विषय विशेषज्ञ/शिक्षक अपना आवेदन अपने प्राचार्य/संकुल प्राचार्य/विकास खंड शिक्षा अधिकारी/जिला शिक्षा अधिकारी की अनुशंसा के साथ स्थानीय उत्कृष्ट/पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में अधीक्षक के पास 15 जून तक जमा करा सकते है। निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।

आदिवासी छात्रावासों में प्रवेश की अंतिम तिथि 15 जून  

जनजातीय कार्य विभाग सीहोर के जिला संयोजक श्री हरजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा जिले में संचालिक छात्रावासों में शिक्षण सत्र 2019-20 में छात्रावास में रिक्त सीट के लिए आवेदन आमंत्रित किये गए है। छात्रा/छात्राएं आवदेन फार्म संबंधित छात्रावास व आश्रम अधीक्षक से नि:शुल्क प्राप्त कर 15 जून तक जमा कर सकते हैं। छात्र/छात्रा का प्रोफाईल पंजीयन होना अनिवार्य है। आदिवासी वर्ग के जिले में संचालित छात्रावासों में नवीनीकरण/नवीन प्रवेश के लिए आवेदन MP TAAS पर ऑनलाईन भरे जाएंगे। आदिवासी छात्रावासों में प्रवेश के लिए ऑफलाईन प्राप्त आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।

शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत स्कूलों में निःशुल्क, प्रवेश के लिए आवेदन 29 मई तक  

निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन तथा कमजोर वर्ग एवं वंचित समूह के बच्चों को निःशुल्क प्रवेश की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से सत्र 2019-20 के लिए गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय स्कूलों में प्रवेश हेतु पालकों से 30 अप्रैल से 29 मई तक ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। पोर्टल से ऑनलाईन आवेदन की पावती एवं सत्यापन प्रपत्र 30 अप्रैल से 29 मई तक डाउनलोड किए जा सकते हैं। पात्रतानुसार अशासकीय विद्यालयों में निःशुल्क प्रवेश के लिए विद्यार्थियों का चयन ऑनलाईन लॉटरी के द्वारा 12 जून 2019 को किया जाएगा। ऑनलाईन आवेदन करने के पश्चात आवेदकों द्वारा निकटस्थ जन शिक्षा केन्द्र में 30 अप्रैल से 30 मई तक उपस्थित होकर सत्यापन कराना होगा। आवेदक 30 अप्रैल से 29 मई के मध्य त्रुटि सुधार भी करा सकेंगे, लेकिन सत्यापन पश्चात त्रुटि सुधार नहीं होगा। सत्यापनकर्ता अधिकारियों से सत्यापन प्रपत्र प्राप्त कर बीआरसी द्वारा पोर्टल पर प्रविष्टि करने के लिए 01 मई से 05 जून तक की तिथि निर्धारित की गई है। पोर्टल पर दर्ज हुए बच्चों में से रेण्डम पद्धति से ऑनलाईन लॉटरी द्वारा सीटों का आवंटन एवं चयनित आवेदकों को एसएमएस द्वारा सूचना 12 जून को दी जाएगी। आवेदकों द्वारा पोर्टल से आवंटन पत्र 12 जून से 20 जून तक डाउनलोड किए जा सकेंगे। अशासकीय स्कूल के आवंटन पश्चात अशासकीय शालाओं में प्रवेश के लिए 13 जून से 25 जून तक की तिथि निर्धारित की गई है। पात्र पाए गए बच्चों का स्कूलों में प्रवेश एवं प्रायवेट स्कूल द्वारा प्रवेशित बच्चों की पोर्टल पर रिपोर्टिंग दर्ज करना तथा प्रवेशित बच्चे का आधार सत्यापन 13 जून से 30 जून 2019 तक किया जाएगा।

श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता जगत में सर्वश्रेष्ठ-पुरोहित 
गीता मानस भवन में श्रीमद भागवत कथा 
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सीहोर। इस दुनिया में बहुत से रिश्ते व्यक्ति के जन्म लेते हीं उस से जुड़ जाते है,बहुत से रिश्ते व्यक्ति इस दुनिया में आवश्यकता अनुरूप स्थापित करता है लेकिन इस जगत में कितने हीं रिश्ते नाते मित्रता हुई है, लेकिन जो मित्रता भगवान श्रीकृष्ण और सुदामाजी के बीच में हुई उस का पार पाना असंभव है, श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता जगत में सर्वश्रेष्ठ है, उक्त विचार गीता मानस समिति द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा के दौरान शुकवार को कथा वाचक पंडित बीकेजे पुरोहित ने व्यक्त किए । कथा में पङ्क्षडत चेतन उपाध्याय ने श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता पर सुमधुर संगीतमय भजन प्रस्तुत किए।  कथा वाचक पुरोहित ने श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता का उल्लेख करते कहा की भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा बचपन में गुरू संदीपनी के आश्रम उज्जैन में शिक्षा प्राप्त की और फिर दोनों अपने अपने कत्र्तव्य पालन में लग गए। समय के फेर में सुदामाजी उलझ गए और एक समय ऐसा आया की उन्हे इतनी भी भिक्षा नहीं मिल पाती थी की वह अपना और अपने परिवार का पेट भर सके फिर भी सुदामाजी अपनी इस दशा में भी बढ़े खुश थे और भगवान श्री हरि पर उन्हे पूर्ण विश्वास था की एक दिन आवश्य मेरी समस्याओं का अंत होगा। एक दिन सुदामाजी की पत्नि सुशिला ने कहा की तुम अपने गुरू भाई द्वारकाधीश श्रीकृष्ण से क्यो नहीं मदद मांगते हो मुणे एैसा विश्वास है की यदि तुम उनसे कहोंगे तो वह हमारी मदद अवश्य करेंगे। फिर एक दिन सुदामाजी अपनी पत्नि के कहने पर द्वारका नगरी के लिए रवाना हुए और कई दिनों की यात्रा के बाद वह द्वारकानगरी पहुंचे। उन्होने द्वारपाल से निवेदन किया की मुझे आप द्वारकाधीश श्रीकृष्ण से मिलवा दिजीए वह मेरे बचपन के मित्र है। उक्त बाते सुनकर द्वारपाल सुदामा को विक्षिप्त समझने लगा लेकिन फिर बार बार मनोहार सुनकर द्वारपाल ने श्रीकृष्ण को सुदामा के आने का संदेश दिया। संदेश सुनकर भगवान श्रीकृष्ण बढे आनंदित हुए और उन्होने नंगे पैर हीं सुदामा से मिलने के लिए दौड़ लगा दी और सुदामाजी को गले से लगा लिया। और अनका काफी आदर सत्कार किया।  गीता मानस समिति अध्यक्ष प्रदीप बिजोरिया, बाबूलाल मिस्त्री, पंडित सुनील शर्मा,अनिल शर्मा, सुरेश शर्मा, विष्णुदयाल भार्तिया, जीपी उपाध्याय, चंद्रभान यादव, सुरेश वशिष्ठ, दिनेश जायसवाल, हरीश अग्रवाल प्रदीप चौहान पुरषोत्तम शर्मा शेलेंद्र सुतार ने कथा वाचक प्रोफेसर बीकेजे पुरोहित एवं पंडित चेतन उपाध्याय का मंगल तिलक कर एवं पुष्प माला पहनाकर आशिर्वाद लिया। 

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 24 मई

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ग्रीष्मकालीन खेल शिविरों का हुआ समापन 

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खेल एवं युवक कल्याण विभाग के द्वारा जिले में ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन जिला मुख्यालय के साथ-साथ सभी विकासखण्ड स्तरों पर किया गया था। विभिन्न प्रकार के खेलों के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के युवक-युवतियों को प्रशिक्षित किया गया है। लगातार एक माह तक चले खेल शिविरों का आज जिला मुख्यालय पर विविध कार्यक्रमों के माध्यम से समापन हुआ।  समापन कार्यक्रम खेल स्टेडियम में शुक्रवार को आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत सीईओ ने खिलाड़ियों का हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि खेलो से शारीरिक स्वस्थता बढ़ती है वही खेल अब भविष्य निर्माण में भी मददगार साबित हो रहे है। आधुनिक युग में अपने आप को स्वस्थ रखना है तो खेलना अति आवश्यक है।  डिप्टी कलेक्टर श्रीमती आरती यादव ने कहा कि बच्चों के द्वारा जो खेलो का हुनर प्रदर्शित किया गया है वही तारीफे काबिल है। उन्होंने बच्चों की लगन और कोच की मेहनत की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की।  जिला खेल अधिकारी श्रीमती पूजा कुरील ने ग्रीष्मकालीन शिविरों के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के अवकाश का सदुपयोग, शारीरिक स्वस्थता के रूप में हो के उद्वेश्य से 25 अपै्रल से खेल शिविरों का आयोजन किया गया था। ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर समापन कार्यक्रम मंे 72 उत्कृष्ट खिलाड़ियों एवं 50 कोचों को सम्माानित किया गया है। खिलड़ियों को प्रमाण पत्र, टी-शर्ट/शार्टस एवं प्रशिक्षकों को टेªकसूट अतिथियों द्वारा प्रदाय किए गए। कार्यक्रम को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री केएल बंजारे, डिप्टी कलेक्टर श्री बिजेन्द्र सिंह यादव, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अतुल कुमार मोदगिल ने भी सम्बोधित किया।  समापन समारोह में श्री महेन्द्र पासी, श्री बालाराम सूर्यवंशी एवं श्री भूपेन्द्र शर्मा के कराते एवं योगा में निपुण बच्चों द्वारा आत्म रक्षा संबंधी प्रदर्शन किया गया। वही ग्राम वर्धा के बच्चों द्वारा विभिन्न योगमुद्रा का प्रदर्शन किया। उनके द्वारा प्रदर्शन में खास बात यह रही कि माथे पर कांच की बरनी में मोमबत्ती को रखकर प्रदर्शन किया है।  समापन कार्यक्रम में श्री खेमचंद अहिरवार, श्री दिलीप सिंह थापा, श्री संतोष चतुर्वेदी, श्री लालता प्रसाद तिवारी, श्री गोपाल कुशवाह, श्री सतीश रैकवार, श्री रविकांत नामदेव, श्री आशीष मोदी, श्री संजय ठाकुर, श्री रामप्रसाद पासी, श्री भूपेन्द्र शर्मा, श्री सुरेन्द्र पहलवान, श्री दीपक विश्वकर्मा, श्री प्रदीप पाठक, श्रीमती सपना शर्मा, श्रीमती ज्योति ठाकुर, श्री अरविन्द ठाकुर, श्री केशव शर्मा, श्री फखरूद्दीन खाॅन, श्री दर्शन दुबे, श्री अजय श्रीवास्तव, श्री अजय चैहान, श्री योगेश धुर्वे, श्री धीरेन्द्र मिश्रा, श्री संतोष शाक्य, श्री सोनू शाक्य, श्री राकेश मरोठिया मौजूद रहें। कार्यक्रम का संचालन श्री हनीफ मंसूरी खाॅन द्वारा और आभार जिला खेल अधिकारी श्रीमती पूजा कुरील के द्वारा किया गया।

बेगूसराय : गंगा स्नान करते डूबने से एक लड़के की हुई मौत

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) बेगूसराय चकिया ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत शुक्रवार को सिमरिया गंगा घाट पर अपने परिवार के साथ आये स्नान करने के दौड़ान एक बालक की मौत गंगा नदी में स्नान करने के दौरान डूबकर हो गई है।मिली जानकारी के अनुसार मृतक बालक बरौनी थाना क्षेत्र के पिपरा देवस गांव निबासी महेश ताती का 14 वर्षीय पुत्र शिवम कुमार बताया जाता है। घटना की सूचना पाकर चकिया ओपी अध्यक्ष राकेश कुमार गुप्ता गंगा घाट स्थल पर पहुंचकर गोताखोरों के द्वारा उसके शव का खोजबीन करा रहे हैं । लेकिन समाचार प्रेषण तक उक्त बालक का शव बरामद नहीं हो पाया है।इसके एक दिन पहले भी एक युवक की मौत  गुरुवार को गंगा नदी में स्नान करने के दौरान सिमरिया घाट में हो गई थी।सामाचार लिखने तक लड़के का शव बरामद नहीं हो सका था।वैसे पुलिस की देख रेखरेख में मछुआरे और गोताखोरों की सहायता से लड़के की शव तलासने की कोशिश जारी है। 

बेगूसराय : पिकअप भान एवं सवारी गाड़ी के ठोकर से एक वृद्ध हुए जख्मी

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) घटना मुफसिल थानाक्षेत्रान्तर्गत एसएस 55 कोरिया नया टोला के समीप की है।कोरिया नया टोला के पास शुक्रवार के दिन एक पिकअप भान सवारी गाड़ी की ठोकर से एक वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गया।उस वृद्ध की पहचान कोरिया गांव निवासी स्वर्गीय खेदन शाह के पुत्र राम विलासा साह 75 वर्ष के रूप में हुआ है। ग्रामीणों ने पिकअप भान गाड़ी के ड्राइवर को मंझौल ओपी थाना के पास खदेड़ कर पकड़ा और उसके साथ मारपीट करने लगे।इसकी जानकारी मिलते ही मंझौल ओपी थानाध्यक्ष ने मारपीट कर रहे कोरिया गांव के ग्रामीणों को पकड़ कर थाना ले आया। इसकी जानकारी मिलते ही कोरिया गांव के सैकड़ों लोगों ने कोरिया नया टोला के पास एस एच 55 पर सड़क को जाम कर धरना पर बैठ गया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगाने लगे। बाद में जब इसकी सूचना मुफस्सिल थाना अध्यक्ष राजबिंदु प्रसाद  को मिला तो वह शीध्र अपने दलबल के साथ घटनास्थल पर पहूँचकर आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर सड़क जाम को हटवाया।उसके बाद आवागमन सामान्य हुआ।उक्त वृद्ध खतरे से बिल्कुल बाहर बताया जा रहा है। मुफस्सिल थाना अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने मंझौल ओपी थाना पहुंचकर कोरिया के ग्रामीणों को थाना से मुक्त कराया।

विशेष : नरेन्द्र मोदी : नाम का जादू बरकरार

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इस बार के लोकसभा चुनाव परिणामों में एक बार फिर नरेन्द्र मोदी के नाम का डंका बजा है। जहां सत्ता पक्ष ने तो मोदी के नाम पर वोट मांगे ही थे, वहीं विरोधी दलों ने भी किसी न किसी रुप में मोदी का नाम लेकर ही वोट मांगे। हालांकि विपक्षी दलों ने मोदी का नाम जैसे भी लिया हो, लेकिन वह उक्ति किसी काम नहीं आ सकी। भारतीय राजनीति में नरेन्द्र मोदी एक बहुत बड़ी राजनीतिक शक्ति बनकर उभरे हैं। इस बार के चुनाव परिणामों ने दिखा दिया कि देश में बहुत बड़ा अंडर करंट था, जिसे देश के राजनीतिक दल देख नहीं पा रहे थे। इस मोदी लहर में कांग्रेस के बड़े दिग्गज भी धराशायी होते दिखाई दिए।

अभी छह महीने पहले ही कांग्रेस ने जिन तीन बड़े राज्यों में भाजपा के हाथ से सत्ता छीनी थी, वहां तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ जैसा ही होगया। मध्यप्रदेश में जिस एक सीट छिन्दवाड़ा में कांग्रेस ने विजय प्राप्त की है, उसके बारे में राजनीतिक विश्लेषकों द्वारा यही कहा जा रहा है कि यह कांग्रेस की जीत नहीं है, बल्कि मुख्यमंत्री कमलनाथ की जीत है। अगर कांग्रेस की जीत होती तो मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भोपाल से और ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना से जीत जाते। मोदी लहर में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के पराजित होने के पीछे का कारण यह भी माना जा रहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बेदाग छवि को दागदार बनाने का असफल प्रयास किया। कहा जाता है कि जब एक स्वच्छ छवि के व्यक्ति को कठघरे में खड़ा करने का कुत्सित प्रयास किया जाता है तो स्वाभाविक रुप से जनता का समर्थन उसे मिल ही जाता है। संभवत: नरेन्द्र मोदी के साथ भी ऐसा ही हुआ है। वास्तविकता यही है कि विपक्षी दलों द्वारा मोदी की जीत के रास्ते तैयार किए गए। हम यह भी जानते हैं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने अहंकार में संवैधानिक व्यवस्था को चुनौती देते हुए कहती हैं कि मैं नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री नहीं मानती। यह एक प्रकार से उस जनादेश का अपमान ही था जो 2014 में देश की जनता ने दिया था। ऐसी गर्वोक्ति वाली भाषा को कोई भी पसंद नहीं कर सकता।

इस चुनाव परिणाम ने एक और बहुत बड़ा संदेश यह भी दिया है कि जनता ने वंशवाद को पूरी तरह से नकार दिया है। विरासती पृष्ठभूमि से राजनेता बने राहुल गांधी के नेतृत्व ने देश ने नकार दिया है और इसी कारण जनता ने उन्हें गांधी परिवार की परंपरागत सीट अमेठी में आइना दिखा दिया है। वह तो भला हो राहुल गांधी के सलाहकारों का उन्होंने उनको वायनाड जाने की सलाह दे दी। इससे कांग्रेस को दोहरा लाभ भी मिला है। केरल में कांग्रेस की स्थिति सुधरी है। सवाल यह आता है कि अगर राहुल गांधी वायनाड नहीं जाते तो केरल में कांग्रेस मजबूत नहीं होती। ऐसे में कांग्रेस की क्या गत होती, हम सभी जानते हैं। कांग्रेस को जितनी सीटें मिली हैं, उनमें से केरल की सीटों को हटा दिया जाए तो कांग्रेस की स्थिति 2014 से बुरी हो जाती। यह कांग्रेस की वास्तविकता है कि राहुल गांधी का नेतृत्व पूरी तरह से फैल हो गया है। जिन तीन राज्यों में कांग्रेस ने सत्ता प्राप्त की है, वह राहुल गांधी के नेतृत्व का कमाल नहीं, प्रादेशिक नेताओं के परिश्रम का परिणाम था, इसलिए इस उपलब्धि को राहुल के साथ जोड़ा जाना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं था। देश के विरोधी दलों द्वारा ईवीएम पर उठाए जाने वाले सवालों के बीच लोकसभा चुनाव के परिणामों ने एक प्रकार से उन सभी सर्वेक्षणों पर मुहर लगा दी है, जिसे विपक्ष पूरी तरह से एक पक्षीय बता रहा था। इसका आशय यह भी है कि जिस प्रकार का चित्र सर्वेक्षण दिखा रहे थे, वह वास्तविक ही थे, लेकिन विपक्षी दलों ने इन सर्वेक्षणों को सिरे से नकारने का प्रयास किया था। यहां तक कि विपक्ष ने संवैधानिक संस्थाओं पर भी निशाने पर लिया।

लोकसभा चुनावों के परिणामों ने बता दिया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के ऐसे दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं, जिन्होंने लगातार दूसरी बार अपनी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है। इससे पहले इस श्रेणी में केवल प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु का नाम आता है। भारतीय राजनीति में देखा जाए तो आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व के सामने कोई भी नेता आसपास भी दिखाई नहीं देता। इसमें नरेन्द्र मोदी की सबसे बड़ी विशेषता यही मानी जाएगी कि उन्होंने विरोधी दलों द्वारा दी जाने वाली गालियों को भी अपनी विजय का हथियार बना लिया। 2014 के चुनाव में भी ऐसा ही दृश्य देखने में आया था, जब कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी को चाय वाला कहकर मजाक उड़ाया था, वही चाय वाला मुद्दा मोदी को विजय दिला गया। इस चुनाव में भी कांग्रेस की ओर से फेंके गए सभी पांसे उलटे पड़ गए। चौकीदार चोर के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में माफी मांगने के बाद से ही कांग्रेस कमजोर होती चली गई। उसके बाद रही सही कसर ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सेम पित्रोदा ने पूरी कर दी। जिसमें उन्होंने सिख दंगों पर कहा था कि हुआ तो हुआ। इस बार जो जनादेश मिला है उसने यह भी प्रमाणित किया है कि जनता इस बार गठबंधन सरकार बनाने की मंशा में नहीं थी। अकेले भाजपा को दूसरी बार जनता ने स्पष्ट बहुमत देकर यह स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा आज भी जनता की पहली पसंद बनी हुई है। भाजपा की जीत का श्रेय निश्चित रुप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है, लेकिन सवाल यह आता है कि कांग्रेस की हार का ठीकरा किसके सिर फोड़ा जाएगा।


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सुरेश हिन्दुस्थानी
लश्कर ग्वालियर मध्यप्रदेश
मोबाइल-9770015780

सामयिकी : हिमालय में ग्लेशियर के पिघलने से जुड़े खतरे

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वर्तमान समय में पर्यावरण के समक्ष तरह-तरह की चुनौतियां गंभीर चिन्ता का विषय बनी हुई हैं। ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से ग्लेशियर तेजी से पिघल कर समुद्र का जलस्तर तीव्रगति से बढ़ा रहे हैं। जिससे समुद्र किनारे बसे अनेक नगरों एवं महानगरों के डूबने का खतरा मंडराने लगा है। हिमालय में ग्लेशियर का पिघलना कोई नई बात नहीं है। सदियों से ग्लेशियर पिघलकर नदियों के रूप में लोगों को जीवन देते रहे हैं। लेकिन पिछले दो-तीन दशकों में पर्यावरण के बढ़ रहे दुष्परिणामों के कारण इनके पिघलने की गति में जो तेजी आई है, वह चिंताजनक है। ग्लोबल वार्मिंग का खतरनाक प्रभाव अब साफतौर पर दिखने लगा है। देखा जा सकता है कि गर्मियां आग उगलने लगी हैं और सर्दियों में गर्मी का अहसास होने लगा है। इसकी वजह से ग्लेशियर तेजी से पिघल कर समुद्र का जलस्तर तीव्रगति से बढ़ा रहे हैं। ऐसे में मुंबई समेत दुनिया के कई हिस्सों एवं महानगरों-नगरों के डूबने की आशंका तेजी से बढ़ चुकी है। इसका खुलासा अमरीकन नेशनल अकादमी ऑफ साइंस ने किया है। उन्होंने अपने अध्ययन में दुनिया के 7 शहरों पर ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण पड़ने वाले प्रभाव के बारे में विस्तार से बताया है। अकादमी ने तापमान में दो और चार डिग्री बढ़त के आधार पर अपना निष्कर्ष जारी किया है और दावा किया गया है कि तापमान के दो डिग्री बढ़ने पर गेटवे ऑफ इंडिया चारों तरफ से पानी से जलमग्न हो जाएगा। इसका यदि तापमान 4 डिग्री बढ़ा तो मुंबई अरब सागर में समा जाएगी।

glashiar-in-himalayaपर्यावरण के निरंतर बदलते स्वरूप ने निःसंदेह बढ़ते दुष्परिणामों पर सोचने पर मजबूर किया है। औद्योगिक गैसों के लगातार बढ़ते उत्सर्जन और वन आवरण में तेजी से हो रही कमी के कारण ओजोन गैस की परत का क्षरण हो रहा है। इस अस्वाभाविक बदलाव का प्रभाव वैश्विक स्तर पर हो रहे जलवायु परिवर्तनों के रूप में दिखलाई पड़ता है। सार्वभौमिक तापमान में लगातार होती इस वृद्धि के कारण विश्व के ग्लेशियर तेजी से पिघलने लगे हैं। ग्लेशियर के तेजी से पिघलने के कारण महासागर में जलस्तर में ऐसी ही बढ़ोतरी होती रही तो महासागरों का बढ़ता हुआ क्षेत्रफल और जलस्तर एक दिन तटवर्ती स्थल, भागों और द्वीपों को जलमग्न कर देगा। ये स्थितियां भारत में हिमालय के ग्लेशियर के पिघलने से एक बड़े संकट का कारण बन रही है। ग्लेशियर का पिघलना सदियों से जारी है, लेकिन पर्यावरण पर हो रहे विभिन्न हमलों के कारण इनका दायरा हर साल बढ़ रहा है। खूब बारिश और बर्फबारी से ग्लेशियर लगातार बर्फ से ढ़के रहते थे। मौसम ठंडा होने की वजह से ऊपरी इलाकों में बारिश की बजाय बर्फबारी होती थी। लेकिन 1930 के आते-आते मौसम बदला और बर्फबारी में कमी आने लगी। असर ग्लेशियर पर भी पड़ा। ये बढ़ने की बजाय पहले स्थिर हुए, फिर पिघलते ग्लेशियरों का दायरा बढ़ने लगा। गंगोत्री ग्लेशियर पिछले दो दशक में हर साल पांच से बीस मीटर की गति से पिघल रहा है। उत्तराखंड के पांच अन्य प्रमुख ग्लेशियर सतोपंथ, मिलाम, नीति, नंदा देवी और चोराबाड़ी भी लगभग इसी गति से पिघल रहे हैं। भारतीय हिमालय में कुल 9,975 ग्लेशियर हैं। इनमें से 900 ग्लेशियर सिर्फ उत्तराखंड हिमालय में हैं। इन ग्लेशियरों से 150 से अधिक नदियां निकलती हैं, जो देश की 40 प्रतिशत आबादी को जीवन दे रही हैं। अब इसी बड़ी आबादी के आगे संकट है। हाल के दिनों में हिमालयी राज्यों में जंगलों में आग की जो घटनाएं घटीं, वे ग्लेशियरों के लिए नया खतरा हैं। वनों में आग तो पहले भी लगती रही हैं, पर ऐसी भयानक आग काफी खतरनाक है। आग के धुएं से ग्लेशियर के ऊपर जमी कच्ची बर्फ तेजी से पिघलने लगी हैं। इसके व्यापक दुष्परिणाम होंगे। काला धुआं कार्बन के रूप में ग्लेशियरों पर जम जाएगा, जो भविष्य में उस पर नई बर्फ को टिकने नहीं देगा।

पूरी दुनिया में ग्लेशियरों के पिघलने की घटनाओं पर व्यापक शोध एवं अनुसंधान हो रहे हैं, लेकिन भारतीय ग्लेशियरों के पिघलने की स्थितियों पर न अध्ययन हो रहा है, न ही उसको नियंत्रित करने के कोई उपाय होते हुए दिखाई दे रहे हैं।  इन गंभीर होती स्थितियों पर काम करने वाले कुछ पर्यावरण संरक्षकों ने देश के लिए ग्लोबल वार्मिंग के खतरों के संकेत देने शुरू कर दिए हैं। साथ ही यह सवाल भी खड़ा किया है कि भारत इसका मुकाबला कैसे करेगा? भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान के उपग्रह इमेजरी से हुए एक ताजा अध्ययन में 466 ग्लेशियरों के आंकड़ें जमा किए हैं, जिनसे पता चलता है कि 1962 से 2001 तक इनका आकार बीस फीसदी तक कम हुआ है। कई बड़े ग्लेशियर छोटे टुकडों में टूट गए हैं और सब तेजी से पिघल रहे हैं। इस इलाके के सबसे बड़े ग्लेशियरों में से एक पार्वती के अध्ययन में पाया गया है कि हर साल 170 फीट की रफ्तार से पिघल रहे हैं।  हिमालय के ग्लेशियरों के पिघलने से दुनिया खासी चिंतित हैं, खासतौर पर भारत और पड़ोसी देशों पर पड़ने वाले इसके दुष्प्रभाव को लेकर। हिमाचल में, जिन्हें दक्षिण एशिया की जल आपूर्ति का सेविंग अकाउंट माना जाता है। ये उन दर्जनों नदियों को जलमग्न बनाते हैं, जो करोड़ों लोगों का जीवन संवारती है, उनके जीने का आधार है। इसके तेजी से पिघलने का अर्थ है पीने के पानी की कमी और कृषि उत्पादन पर मंडराता खतरा, साथ ही बाढ़ और बीमारियांे जैसी समस्याएं हैं। एक अरब तीस करोड़ की आबादी के साथ लगातार तरक्की कर रहा भारत जल्द ही ग्रीन हाउस गैसों का ज्यादा बड़ा उत्पादक बन जाएगा। जो भी हो मानव की दखल से हो रहे इस जलवायु बदलाव का भारत पर असर काफी भयानक होगा। वैज्ञानिक जानकारी का अभाव भी इस खतरे को और बढ़ा सकता है। नदियों के प्रवाह के आंकड़े इतने कम है कि हम समझ ही नहीं सकते कि ग्लेशियर के किस हद तक पिघलने का नदियों पर क्या असर होगा। 

दुनिया भर में ग्लेशियर ग्लोबल वार्मिंग के बैरोमीटर माने जाते हैं। ग्रीन हाउस गैसों के असर से पूरी दुनिया के साथ ही हिमालय भी गरम हुआ है। हाल में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि उत्तर पश्चिमी हिमलाय के औसत तापमान में पिछले दो दशक में 2.2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। यह आंकड़ा उसके पहले के सौ साल में हुई बढ़ोतरी से कहीं ज्यादा है। अध्ययन में यह भी अनुमान लगाया गया है कि जैसे-जैसे ये ग्लेशियर पिघलेंगे, बाढ़ की विभीषका भी बढ़ेगी, प्राकृतिक आपदाएं घटित होंगी और उसके बाद नदियां सूखने लगेंगी। इसका दोष दुनिया के औद्योगिकीकरण एवं सुविधावादी जीवनशैली जिनमें बढ़ते वाहन एवं वातानुकूलित साधनों के विस्तार को ही दिया जा सकता है, जिनसे ऐसी गैसों का उत्सर्जन हो रहा है, जो ओजोन के साथ-साथ ग्लेशियरों के लिये खतरनाक है, उन पर पाबंदी लगाने में हम नाकाम हो रहे हंै। ग्लोबल वार्मिंग को रोकना तो सीधे तौर पर हमारे बस में नहीं है, लेकिन हम ग्लेशियर क्षेत्र में तेजी से बढ़ती मानवीय गतिविधियों को रोककर ग्लेशियरों पर बढ़ते प्रदूषण के प्रभाव को कम कर सकते हैं। इस क्षेत्र में मानवीय गतिविधियों को पूरी तरह प्रतिबंधित करने के अलावा कई ऐसी तकनीक है, जिनसे ग्लेशियर और बर्फ को लंबे समय तक बचाए रखा जा सकता है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में रहने वाले लोग पुराने समय में बरसात के समय छोटी-छोटी क्यारियां बनाकर पानी को रोक देते थे। तापमान शून्य से नीचे जाने पर यह पानी जमकर बर्फ बन जाता। इसके बाद स्थानीय लोग इस पानी के ऊपर नमक डालकर मलबे से ढक देते। लंबे समय तक यह बर्फ जमी रहती और गरमियों में लोग इसी से पानी की जरूरतें पूरी करते। इसी तरह, स्नो हार्वेस्टिंग का काम भी होना चाहिए। बर्फ की बड़ी सिल्लियों को मलबे में दबाकर रखा जा सकता है, जो लंबे समय तक बर्फ को जीवित रख सकती है। अब इन पुराने उपायों को फिर से अपनाने की जरूरत है साथ ही नवीन तकनीक विकसित किये जाने की जरूरत है ताकि इस बड़े संकट से बचा जा सके, मनुष्य जीवन पर मंडरा रहे खतरों को नियंत्रित किया जा सके। 




 (ललित गर्ग)
ई-253, सरस्वती कंुज अपार्टमेंट
25 आई. पी. एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92

बेगूसराय : लॉरी और ट्रक की आमने सामने की टक्कर में दो की मौत और एक जख्मी

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) बेगूसराय में ट्रक और दूध टंक लोरी ट्रक की आमने सामने टक्कर में 2 लोगों की मौत  ,एक  घायल।बरौनी-जीरोमाइल ओपी थाना क्षेत्र के जीरो माइल के पास लगभग 3:30 बजे अहले सुबह में एक कोयले लदी ट्रक और दूसरा दूध टैंकलोरी ट्रक की आमने-सामने हुई भिड़ंत में दूध टैंकलोरी ट्रक के ड्राइवर और उसके एक खलासी की मौत हो गई । वहीं कोयले लदी ट्रक का खलासी भी गंभीर रूप से घायल हो गया है।कोयले लदी ट्रक का ड्राइवर ट्रक को छोड़कर फरार हो गया।मृतक दूध टैंक लॉरी ट्रक के ड्राइवर और खलासी की पहचान कर ली गई है। मृतक ड्राइवर तेघड़ा थाना क्षेत्र के अंम्बा गांव निवासी रूपेश कुमार 25 वर्ष तथा खलासी बरौनी थाना क्षेत्र के असुरारी गांव निवासी कारी साह का पुत्र नीतीश कुमार 18 वर्ष के रूप में हुई है।घायल कोयला लदी ट्रक के खलासी का नाम दरोगी पासवान का पुत्र राहुल कुमार है।जो धनबाद  का रहने वाला बताया जा रहा है। घटना का कारण सुबह के समय होने की वजह से दोनो ड्राइवर को आंख लगना बताया जा रहा है। कोयले लदी ट्रक धनबाद से कोयले को लेकर सीतामढ़ी जा रही थी,वहीं दूध की टेंकलोरी ट्रक  दूध कलेक्शन करने के लिए सुबह में जा रही थी।  इस घटना की सूचना मिलते ही जीरोमाइल ओपी अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार अपने सशस्त्र पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घायल दूध टेंकलोरी के ट्रक ड्राइवर और खलासी को ट्रक से बाहर निकाल कर इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुँचा ।लेकिन दोनों ने अस्पताल पहुँचते-पहुँचते दम तोड़ दिया।पुलिस दोनों के शव को पोस्टमार्टम कराकर उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया। वहीं कोयले लदी ट्रक के खलासी का इलाज अस्पताल में चल रहा है।सामाचार प्रेषित करने तक इस सम्बन्ध में अन्य कोई सूचना नहीं है।

बेगूसराय : अपराधियों द्वारा देर रात घर मे घुसकर एक औरत की हत्या

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) बेगूसराय: बलिया थाना क्षेत्र के बड़ी बलिया दक्षिणी पंचायत में सदानंदपुर ढाला के पास एनएच 31 पर बसे पासवान जाती के एक महिला को पीट-पीटकर हत्या कर दी।ज्ञातव्य हो कि बड़ी बलिया निवासी बबलू पासवान प्रदेश में रहकर मजदूरी करता है।और उसकी पत्नी निशा देवी उर्फ गुड़िया देवी अपने बच्चों के साथ अपने घर पर रहती थी।शुक्रिवार की रात्रि में दर्जनों की संख्या में आए बदमाश ने निशा देवी को सोए अवस्था में पिट-पिटकर बेरहमी से हत्या कर दी है।फिलहाल मौके पर बलिया के डीएसपी अंजनी कुमार घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जांच कर रही है।अब सवाल यह उठता है कि निशा देवी की तो हत्या कर दी गई है तो हत्या का कारण बताएगा कौन,पति भी बाहर ही रहता है।पुलिसप्रशासन कि लिये मामला बड़ा ही उलझा हुआ तो है परन्तु यह भी विश्वास है कि पुलिसप्रशासन घर ईमानदारी से काम करते हुए चाहेगी तो अपराधियों तक पहुँचना पुलिसप्रशासन के लिये कोई बड़ी बात नहीं है।अपराधी कितना ही बड़ा शातिर क्यों न हो पुलिस के पहुँच से बाहर नहीं हो सकता है।क्योंकि कानून के हाथ लम्बे होते हैं यह महज़ कहावत ही नहीं यथार्त भी है।
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