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बिहार में विपक्ष की रणनीति पर भारी पड़ी एनडीए की ठोस नीति

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बिहार में महागठबंधन को भारी पराजय का सामना करना पड़ा है महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद तो सूबे में अपना खाता तक नहीं खोल पायी। विपक्ष में सिर्फ कांग्रेस को एक सीट से संतोष करना पड़ा। वहीं एनडीए ने 40 सीटों में से 39 सीटों पर कब्जा जमाकर एक नए समीकरण को जन्म दे दिया है।  अगर हम बिहार में डाले गए कुल वोटो की वोट परसेंट की बात करें तो सबसे अधिक भाजपा के पक्ष में लोगों ने मतदान किया है। भाजपा को 23.58 फीसदी वोटरों ने अपना मतदान किया है। जबकि दूसरे नंबर पर जदयू को 21.81 फीसदी मत मिला है। एनडीए के घटक दल LJP को 7.86 फीसदी मत प्राप्त हुआ है। अगर हम बात करें विपक्ष की तो बिहार की सबसे बड़ी पार्टी कही जाने वाली राजद को 15.4 फीसदी मत मिला जबकि कांग्रेस को 7.70 फीसदी वोट प्राप्त हुआ है।
बिहार की 40 सीटः क्या खोया, क्या पाया 

  दल               प्रतिशत-2019      पहले प्रतिशत
भाजपा-              23.58%                       23.06 %
जदयू-                21.81%                       21.08 %
कांग्रेस-             7.70%                            7.7 %
लोजपा-             7. 86%                           7.9 %
राजद-               15.36%                         15.4%
बसपा-               1.67%                           1.7 %
भाकपा-              1.67%                           1.7 %
बीएलएसपी           3.58%                           3.6%
अन्य-                    14.49%                       14.5 %

लोकसभा चुनाव के आए परिणाम से यह साफ हो गया है कि बिहार में भी एनडीए के पक्ष में जबरदस्त वोटिंग हुई है। इसकी एक वजह ये है कि इस बार युवा मतदाता जिन्होंने पहली बार मतदान किया है उनको नहीं भुलाया जा सकता है और उन लोगों ने जमकर एनडीए को मतदान कर समीकरण को बदलने में काफी मददगार साबित हुए हैं। 

गठबंधन की गांठ पड़ी कमजोर
महागठबंधन का जातीय समीकरण और जातिगत आंकड़ा इन चुनावों में पूरी तरह से फेल होता नजर आया। बिहार की राजनीति के किंग लालू यादव के परिवार के दोनों सदस्य समधी चंद्रिका राय और बेटी मीसा भारती को हार झेलनी पड़ी। बिहार में मुस्लियम-यादव गठजोड़ की जो बात कही जाती रही, वह जमीन पर वोट में बदलता नजर नहीं आया। इस बार के चुनाव में मतदाताओं के मनोमिजाज को विपक्ष समझ नहीं पायी ये पहली समस्या रही तो दूसरी समस्या ये रही की अपने में महागठबंधन की ही गांठ कमजोर नजर आ रही थी। जिसका खामियाजा इन्हें बूरी तरह से भुगतना पड़ा है। तीन नए दलों- हम, वीआईपी और रालोसपा को लेकर उसने अपना कुनबा तो बढ़ा लिया, मगर इसका लाभ गठबंधन को नहीं मिला। मतदाताओं विपक्ष इसे भांपने में नाकामयाब रहा। स्पष्ट तौर पर बिहार में भी इस चुनाव में राष्ट्रवाद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों का जादू मतदाताओं के सिर चढ़कर बोला। इसके अलावे एनडीए की चुनावी रणनीति का भी विशेष फायदा एनडीए को हुआ और 40 में 39 सीटों को जीतकर एक नया रिकॉर्ड खड़ा कर दिया। महागठबंधन को इस वक्त आत्मचिंतन करना होगा। इन्हें स्वीकार करना होगा कि विपक्ष जनता की नब्ज पहचान पाने में असफल रही है। महागठबंधन को इस वक्त आत्मचिंतन करना होगा। इन्हें स्वीकार करना होगा कि विपक्ष जनता की नब्ज पहचान पाने में असफल रही है। 

किसी के लिए मंथन तो किसी के लिए चुनौती
बिहार में एनडीए (भाजपा-लोजपा-रालोसपा) ने यहां 40 में से 31 सीटें जीत दर्ज की थी। जबकि यूपीए (कांग्रेस-राजद-एनसीपी) को सिर्फ 7 सीटों के साथ समझौता करना पड़ा था। जबकि जदयू उस चुनाव में भाजपा से अलग होकर लड़ी थी, जिसमें उनको 2 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। लेकिन इस बार 2019 के चुनाव में जदयू-भाजपा चुनाव लड़ी, जबकि इस बार रालोसपा कांग्रेस और राजद के साथ महागठबंधन के खेमे में शामिल हुई। ओवर ऑल इनके कमजोर प्रबंधन और आपसी मतभेदों का नतीजा हुआ कि बिहार में भी कोई समीकरण काम नहीं आया और जाति से ऊपर उठकर लोगों ने मतदान किया जिसका नतीजा आपके सामने नजर आ रहा है। हालांकि इस छोटी सी गलती से जहां महागठबंधन को सीख लेनी चाहिए आगे के लिए वहीं एनडीए के लिए भी आगे का सफर चुनौतियों से भरा होगा और अपनी जीत पर इतराने की बजाए बेहतर काम करने की जरुरत है।



--मुरली मनोहर श्रीवास्तव--
(लेखक सह पत्रकार)
पटना
मो.9430623520

बिहार : एसटीएफ जवानों को मिली बड़ी सफलता, हथियार समेत तीन अपराधी गिरफ्तार

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आलोक में,पटनाबिहार पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स को अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता मिली है। आईजी अभियान सुशील मानसिंह खोपड़े के निर्देश पर एसटीएफ की टीम ने कटिहार और भागलपुर के कुख्यात अपराधी सरगना सुमन कुंवर और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है।तीन अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है और उन अपराधियों के पास से हथियारों की  भी बरामदगई हुई है।

सुमन कुंवर सहित तीन अपराधी गिरफ्तार।
एसटीएफ़ के एसओजी वन की टीम को सूचना मिली थी कि सीमांचल इलाके के कुछ अपराधी कटिहार में जमा हुए हैं।सूचना के बाद आईजी अभियान के निर्देश पर एसटीएफ़ एसपी रंजीत मिश्रा के नेतृत्व में एसओजी वन की टीम को छापामारी के लिए भेजा गया।कटिहार के सेमापुर में छापामारी के दौरान एसटीएफ की घेराबंदी में सुमन कुंवर नाम का अपराधी गिरफ्तार कर लिया गया है।उसके बाद उससे हुई पूछताछ के आधार पर ओंकार राय और चंदन कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।चंदन कुमार कटिहार के बरारी का रहने वाला है जबकि ओंकार राय झारखंड के साहिबगंज का रहने वाला है।सुमन कुमार भागलपुर का बाखरपुर इलाके का कुख्यात अपराधी है।इसके नाम कई आपराधिक मामले थाने में दर्ज हैं।इसका जुड़ाव बासुकी ठाकुर गैंग से है।एसटीएफ़ बासुकी ठाकुर की भी तलाश कर रही है।

हथियार भी बरामद किया गया है।
सूत्रों के अनुसार एसटीएफ़ की छापेमारी में हथियार भी बरामद हुआ है।एसटीएफ़ ने एक थ्री फिफ़्टीन राइफल, दो देसी कट्टा, थ्री फिफ़्टीन की दो जिंदा गोलियां बरामद की है।एसटीएफ़ ने  गिरफ्तार अपराधियों को कटिहार के सेमापुर ओपी को सौंप दिया है।

बिहार : पटना महाधर्मप्रांत के पुरोहितों में सबसे उम्रदराज पुरोहित का निधन

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याजक एवं लोकधर्मियों में शोक का माहौल व्याप्त
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पटना,24 मई।सेवा केन्द्र के परिसर में है प्रेरणा भवन। यहां पर पटना महाधर्मप्रांत के पुरोहितों के साथ वयोवृद्ध पुरोहित भी रहे हैं। उन पुरोहितों में सबसे अधिक उम्रदराज पुरोहित हैं अलोसियुस सीकेरा। आज उनका निधन हो गया। वे 91 साल के थे। मंगलौर के निवासी फादर का जन्म 10 दिसम्बर,1928 को हुआ था।उनका पुरोहिताभिषेक 3 दिसम्बर,1959 को हुआ। एक पुरोहित बनकर शानदार 60 साल तक कार्य किए। विभिन्न जगहों के पल्ली पुरोहित और निदेशक के पद पर कार्य किए थे। कुछ अस्वस्थ रहने के कारण  कुछ दिन पहले कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल में भर्ती कराए गए थे। पटना महाधर्मप्रांत के प्रवक्ता फादर अमल राज ने कहा कि आज फादर बारह बजे दिन में खाना खाकर सोने चले गए थे। प्रत्येक दिन भोजन करने के बाद विश्राम करने चले जाते थे। विश्राम करने के बाद चाय समय में उठकर आ जाते थे। उन्होंने कहा कि दिनचर्या के अनुसार आज भी फादर खाने के बाद सोने गए थे। मगर फादर तीन बजे वाली चाय पर नहीं आए। कुछ संदेह हुआ तो फादर के कमरे में अन्य लोग गए। गंभीर स्थिति को देख अन्य पुरोहित भी गए। पल्स और ह्दयगति बंद हो गया था। उस समय साढ़े तीन बज रहा। तब भी फादर को उठाकर कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल लिया गया। वहां पर क्लिनिकल डेथ घोषित कर दिए। उनका पार्थिव शरीर को हॉस्पिटल में रखा गया है। उन्होंने कहा कि फादर के रिश्तेदारों के आगमन के बाद आर्चबिशप विलियम डिसूजा अंतिम संस्कार का समय निर्धारित करेंगे। मंगलौर के रहने वाले हैं। कुर्जी पल्ली में स्थित स्पेशल कब्रिस्तान में दफन किया जाएगा। सर्वत्र शोक व्याप्त है। सिसिल साह, राजन क्लेमेंट साह, रवि रौशन, नीतू सिंह, ज्योति साह आदि ने फादर के निधन पर श्रंद्धाजलि अर्पित की हैं।

197 सांसद 2019 में दोबारा चुनकर आये

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नयी दिल्ली, 24 मई, निवर्तमान 16वीं लोकसभा के कुल 197 सांसद 17वीं लोकसभा में दोबारा सांसद चुनकर आए हैं। इनमें 27 महिला सांसद भी शामिल हैं।  किरेन रिजीजू, जुअल ओरम, राजा मोहन सिंह, नितिन गडकरी और बाबुल सुप्रियो भाजपा के मौजूदा 145 ऐसे सांसद हैं जिन्होंने अपनी सीट बरकरार रखी है।  बिहार में भाजपा के 12 सांसद फिर से लोकसभा जा रहे हैं। कांग्रेस के सुपौल के सांसद हार गए। कांग्रेस ने भाजपा के पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को पटना साहिब से टिकट दिया था लेकिन वह फिर से संसद का रास्ता तय नहीं कर पाए। मौजूदा दो सांसदों को जदयू और तीन सांसदों को लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने टिकट दिया था। यह तीनों जीतने में सफल रहे। राजद ने भी अपने तीन सांसदों को टिकट तो दिया था लेकिन वह जीत नहीं पाए।  राष्ट्रीय राजधानी में भी पांच मौजूदा सांसद दोबारा चुने जाने में सफल रहे।  आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी ने अपने नौ सांसदों को टिकट दिया था लेकिन सिर्फ दो ही सीट पर उनके सांसद जीत पाए। वाईएसआर कांग्रेस कड़प्पा और राजमपेट सीट से जीतने में सफल रहे।  असम में भाजपा और कांग्रेस से दो-दो वर्तमान सांसद इस बार चुनाव लड़ रहे थे। भाजपा के दोनों उम्मीदवार जीत गए जबकि कांग्रेस का एक उम्मीदवार ही सीट बचाने में सफल रहा। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट धुबरी सीट बचाने में सफल रहा।  राकांपा ने लक्षद्वीप के सांसद मोहम्मद फैजल पीपी को दोबारा टिकट दिया और वह जीतने में भी सफल रहे।  माकपा ने त्रिपुरा में अपने दो सांसदों को उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह दोनों ही चुनाव हार गए।  तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने तेलंगाना में अपने छह सांसदों को फिर से उम्मीदवार बनाया था लेकिन सिर्फ दो ही जीतने में सफल रहे।  अन्नाद्रमुक ने मौजूदा सात सांसदों को टिकट दिया था लेकिन उनमें से कोई भी जीत नहीं सका।  पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने अपने 23 सांसदों को टिकट दिया था और उनमें से नौ अपनी सीट नहीं बचा सके। भाजपा ने दोबारा सिर्फ एक मौजूदा सांसद को टिकट दिया था और वह जीतने में सफल रहे।  राजस्थान में भाजपा ने मौजूदा 16 सांसदों को टिकट दिया था और उनमें से सभी जीतने में सफल रहे। महाराष्ट्र में 15 में से 14 सांसद अपनी सीट बचाने में सफल रहे। शिवसेना के 15 सांसद अपनी सीट बचाने में सफल रहे।  इसी तरह देश के अन्य हिस्सों में कई सांसद अपनी सीट बचाने में सफल रहे। 

भाजपा की सुनामी में बह गया सपा-बसपा गठबंधन

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लखनऊ, 24 मार्च, उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन कोई करिश्मा नहीं दिखा पाया और भारतीय जनता पार्टी की सुनामी में बह गया । गठबंधन से तमाम उम्मीदों के बावजूद बात अगर बसपा और सपा की अलग अलग करें तो सपा के हिस्से मात्र पांच सीट और बसपा के खाते में दस सीटें आयीं । सपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी पांच सीटें जीती थीं हालांकि उसका वोट प्रतिशत इस बार चार प्रतिशत गिर गया । 2014 में यह 22 . 35 प्रतिशत था जो इस बार घटकर 18 प्रतिशत से कुछ नीचे आ गया । पिछले चुनाव में बसपा का खाता ही नहीं खुल पाया था लेकिन इस बार वह दस सीटें जीत गयी । बसपा ने 38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे । कुल मिलाकर गठबंधन मात्र 15 सीटें ही जीत पाया । भाजपा और उसकी सहयोगी अपना दल :एस: ने मिलकर 64 सीटें जीतीं हालांकि 2014 में दोनों दलों ने मिलकर 73 सीटें जीती थीं । राजनीतिक विश्लेषक राकेश पाण्डेय ने गठबंधन की पराजय की वजह बतायी कि गठबंधन गैर यादव ओबीसी, जाट, ऊंची जाति और दलितों को भाजपा से दूर करने में विफल रहे जो पिछले चुनाव में ही भाजपा के साथ चले गये थे । उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की कल्याण योजनाओं का सीधा सीधा लाभ किसानों को मिला, वह चाहे कुकिंग गैस कनेक्शन हो, ग्रामीण आवास हो, शौचालय हो या गरीब किसानों को छह हजार रूपये का भत्ता हो । ग्रामीण क्षेत्र में सपा—बसपा का वोट बैंक भाजपा के पाले में चला गया । पाण्डेय ने यह दलील देते हुए कहा कि सपा यादवों के गढ़ में हार गयी । कन्नौज और बदायूं उनके हाथ से चला गया । इससे साफ संकेत है कि उक्त जातियों ने भाजपा का साथ दिया । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का गठबंधन का प्रयोग दूसरी बार विफल साबित हुआ । अखिलेश ने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था । इन चुनावों में सपा की सीटें मात्र 47 तक सिमट गईं, जो 2012 में 224 थीं । भाग्य ने यादव परिवार का भी साथ नहीं दिया । मुलायम सिंह यादव और अखिलेश तो जीत गये लेकिन अखिलेश की पत्नी डिम्पल और चचेरे भाई धर्मेन्द्र एवं अक्षय हार गये । फिरोजाबाद सीट पर अखिलेश के नाराज चाचा शिवपाल यादव भी चुनाव मैदान में थे । वह तीसरे नंबर पर आये । अखिलेश की ही तरह मायावती ने भी गठबंधन का हिस्सा बनने का फैसला कर बडा जोखिम उठाया था । बसपा सुप्रीमो ना सिर्फ अपनी धुर विरोधी सपा से जुडीं बल्कि कभी दुश्मन नंबर एक रहे मुलायम सिंह यादव के साथ मैनपुरी में संयुक्त रैली कर डाली । उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि वे पुरानी कडवाहट भूलकर सपा प्रत्याशी को वोट दें । मायावती ने अखिलेश के साथ भी संयुक्त रैलियां कीं । चर्चाएं मायावती को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने को लेकर गर्म रहीं लेकिन खराब प्रदर्शन ने पानी फेर दिया । आंबेडकर नगर की एक रैली में मायावती ने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो 'हो सकता है कि मुझे यहां से चुनाव लडना पडे क्योंकि राष्ट्रीय राजनीति की सडक आंबेडकर नगर से होकर गुजरती है ।’’

भिलाई इस्पात संयत्र में आग, कोई हताहत नहीं

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दुर्ग, 24 मई , छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित भारतीय इस्पात प्राधिकरण के भिलाई इस्पात संयंत्र में आग लग गई। इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है। भिलाई इस्पात संयंत्र ने आज एक बयान जारी कर बताया कि आज सुबह साढ़े आठ बजे भिलाई इस्पात संयंत्र के टार डिस्टिलेशन यूनिट में आग लगने की सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद अग्निशमन की गाड़ियों को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया तथा संयंत्र के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सहित उच्च अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। बयान में बताया गया है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के अग्निशमन सेवाएं विभाग की लगभग 10 गाड़ियों, 50 अग्निशमन कर्मियों और अधिकारियों ने लगभग 11.30 बजे तक आग पर काबू पा लिया था। आग लगने की सूचना मिलने के बाद एनएसपीसीएल से एक वाहन और रायपुर व दुर्ग नगर निगम से दो- दो वाहन भी पहुंच गए थे। भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकारियों ने बताया कि प्रबंधन ने इस अग्निदुर्घटना की जांच के लिए संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित करने का आदेश जारी किया है। यह समिति अग्नि दुर्घटना के कारणों और होने वाली क्षति का आकलन करेगी।

गौवंश का मांस बरामद, दो आरोपी गिरफ्तार

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नोएडा, 24 मई , थाना जारचा क्षेत्र के नूरपुर गांव में एक व्यक्ति के मकान से गौवंश का मांस बरामद हुआ है।  पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए आरोपी के घर से फ्रिज में रखे लगभग 20 किलो मांस को बरामद किया है। पशुओं को काटने में इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार एवं अवैध बंदूक और जिंदा कारतूस भी मिले हैं। पुलिस ने आरोपी का सहयोग करने वाले उसके पड़ोसी सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पशु चिकित्सा विभाग की एक टीम ने मौके पर पहुंचकर मांस के नमूने लिए, जिन्हें जांच के लिए मथुरा वेटेनरी लैब भेजा जाएगा।  दादरी के पुलिस उपाधीक्षक अवनीश कुमार ने बताया कि जारचा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि नूरपुर गांव निवासी जाहिद के घर पर गौवंश का मांस रखा है।  उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरन्त उक्त स्थान पर पुलिस ने छापेमारी की। पुलिस को मिली सूचना सही साबित हुई और आरोपी के फ्रिज से लगभग 20 किलो मांस बरामद कर लिया।  आरोपी जाहिद को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर पता चला कि उसका पड़ोसी याकूब भी इस घटना में शामिल था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उसे भी हिरासत में ले लिया।  उन्होंने बताया कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को पशु क्रूरता कानून, गौवंश कानून और अवैध शस्त्र रखने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। मामले में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व थाना जारचा क्षेत्र के ही बिसाहड़ा गांव में गोवंश की हत्या के चलते उन्माद फैल गया था तथा लोगों ने पीट-पीटकर अखलाक नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी।

बिहार : प्रदेश मंत्री राजन क्लेमेंट साह ने अपने आवास पर पार्टी दिया

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देश-विदेश-प्रदेश मोदीमय होने के उपलक्ष्य में
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पटना,24 मई।बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री हैं राजन क्लेमेंट साह। विपरित परिस्थिति में बीजेपी के साथ हैं। प्रदेश मंत्री को चारों तरफ से दबाव है कि कांग्रेस को छोड़ बीजेपी का दामन क्यों थामा है। चारों तरफ के दबाव होने के बावजूद भी प्रदेश मंत्री जमकर बीजेपी के साथ हैं।उनका कहना है कि सबका साथ सबका विकास करने वाले लोकप्रिय नेता और पीएम नरेन्द्र दामोदर मोदी के साथ हैं। सबका साथ सबका विकास करने वाले को लेकर कोई भी कुर्बानी क्यों न देना पड़े, उसके लिए तैयार हैं।  खैर, पटना साहिब के लोकप्रिय केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और भाजपा के प्रचण्ड बहुमत प्राप्त होने के साथ देश-विदेश-प्रदेश मोदीमय होने के उपलक्ष्य में प्रदेश मंत्री ने अपने आवास पर पार्टी दिया। इस अवसर पर और जीत की खुशी में दीघा विधान सभा के लोकप्रिय विधायक श्री संजीव चैरासिया जी, आरएसएस परिवार के नीरज गौतम जी, अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष श्री तुफैल कादरी के साथ ईसाई समुदाय के युवा शैलेश अन्थोनी, नितेश आल्फ्रेड, रोहित, रितेश, नीरज, मनोज टूड्डू और अन्य ईसाई युवा नेताओं में श्री सुशील लोबो आदि शामिल हुए।


ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने इस्तीफे की घोषणा की

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लंदन, 24 मई, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने देश हित में सात जून को कंजर्वेटिव नेता का पद छोड़ देने की शुक्रवार को घोषणा की। इसके साथ ही ब्रिटेन में एक नया प्रधानमंत्री चुनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।  दरअसल, टेरेसा मे यूरोपीय संघ से ब्रिटेन को अलग करने की एक संशोधित रणनीति के साथ अपने मंत्रियों को सहमत करने में नाकाम रही।  नम आंखों के साथ टेरेसा ने कहा कि वह सात जून को कंजर्वेटिव पार्टी की नेता पद से इस्तीफा देंगी, जिसके बाद 10 जून से शुरू होने वाले हफ्ते में एक नये प्रधानमंत्री के लिए प्रतिस्पर्धा शुरू हो जाएगी। हालांकि, नया नेता चुने जाने तक वह कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहेंगी।  जुलाई के अंत में एक नये टोरी नेता के उनकी जगह प्रधानमंत्री का पदभार संभालने की उम्मीद है।  दिसंबर के अंत में एक अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के बाद से टेरेसा पर इस्तीफा देने का लगातार दबाव पड़ रहा था।  टेरेसा (62) ने कहा, ‘‘मैं जल्द ही यह पद छोड़ दूंगी और जो मेरे जीवन का एक सबसे बड़ा सम्मान रहा है।’’  उन्होंने कहा, ‘‘मैं दूसरी महिला प्रधानमंत्री थी, लेकिन आखिरी नहीं...। मैंने किसी के प्रति दुर्भावना नहीं रखते हुए काम किया, जिस देश से मैं प्यार करती हूं उसकी सेवा का अवसर देने के लिए आपका आभार प्रकट करती हूं।’’  निवर्तमान प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने पद छोड़ने के अपने समय के बारे में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को अवगत रखा था,जिसका मतलब है कि जून की शुरूआत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की राजकीय यात्रा के दौरान वह बैठक की अध्यक्षता करेंगी।  टेरेसा ने व्यापार घाटे से निपटने, बेरोजगारी कम करने और मानसिक स्वास्थ्य के लिए धन का आवंटन बढ़ाने सहित अपनी सरकार की कई उपलब्धियों को गिनाया।  हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया, ‘‘यह हमेशा ही मेरे लिए बहुत अफसोस की बात रहेगी कि में ब्रेक्जिट को अंजाम नहीं दे सकी। ’’  वहीं, ब्रिटेन में सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी ने कहा है कि पार्टी नेता के तौर पर सात जून को इस्तीफा देने की टेरेसा की घोषणा दुखद है लेकिन यह समझा जा सकता है कि इस तरह के कदम की जरूरत क्यों पड़ी।  ब्रिटेन को 29 मार्च को 28 सदस्यीय आर्थिक संगठन (ईयू) को छोड़ना था लेकिन उस समय सीमा को पूरा नहीं किया जा सका और अब ब्रेक्जिट से बाहर होने की नयी समय सीमा 31 अक्टूबर रखी गई है।  टेरेसा मे ने कहा, ‘‘मैंने ब्रेक्जिट समझौते के समर्थन के लिए सांसदों को मनाने के लिए वह सबकुछ किया, जो मैं कर सकती थी। लेकिन दुख की बात है कि मैं उन्हें मनाने में नाकाम रही। मैंने तीन बार कोशिश की।’’  उन्होंने कहा कि अब यह जिम्मेदारी उनके उत्तराधिकारी को निभानी है। हालांकि, इस दिशा में सफल होने के लिए नये नेतृत्व को संसद के अंदर आमराय बनानी होगी, जहां वह (टेरेसा) नहीं होंगी।  गौरतलब है कि ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने बृहस्पतिवार को डाउनिंग स्ट्रीट में टेरेसा मे से मुलाकात के दौरान ब्रेक्जिट से अलग होने के समझौता विधेयक को हाउस ऑफ कॉमंस में लाने की उनकी नयी कोशिश पर असंतोष जाहिर किया।  टोरी पार्टी मुख्यालय एवं पार्टी के सांसदों की प्रभावशाली 1922 कमेटी के उपाध्यक्षों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि कंजर्वेटिव दल ने पार्टी के एक नेता को चुनने की प्रक्रिया तय की है जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के तौर पर टेरेसा के उत्तराधिकारी होंगे।  बयान में कहा गया है कि पार्टी नेता एवं प्रधानमंत्री के तौर पर टेरेसा के उत्तराधिकारी के 20 जुलाई तक पदभार संभालने की उम्मीद है।  पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन और कैबिनेट मंत्री रोरी स्टीवर्ट इस पद की दौड़ में आगे माने जा रहे हैं और पूर्व मंत्री ईस्टर मैकवे पहले ही कह चुके हैं कि वे पार्टी का नेतृत्व करना चाहते हैं। समझा जा रहा है कि इसके अलावा, दर्जन भर से अधिक नेता भी इस प्रतिस्पर्धा में शामिल होने के लिए गंभीरतापूर्वक विचार कर रहे हैं।  इस बीच, ब्रसेल्स से प्राप्त एएफपी की एक खबर के मुताबिक यूरोपीय संघ ने शुक्रवार को कहा कि टेरेसा के इस्तीफे से ब्रेक्जिट पर उसके रुख में कुछ भी बदलाव नहीं होगा, जिस पर उसके सदस्यों की ब्रिटेन के साथ सहमति बनी थी। 

ट्रंप ने मोदी को दी मुबारकबाद, दोनों जी.20 में करेंगे मुलाकात

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वाशिंगटन, 24 मई , अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आम चुनाव में ‘‘ऐतिहासिक’’ जीत के लिए बधाई दी । फोन पर हुई इस बातचीत में दोनों नेताओं ने भारत और अमेरिका के संबंधों को लगातार मजबूती प्रदान करने के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमति जतायी। मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी ने आम चुनाव में शानदार बहुमत के साथ सत्ता में दोबारा वापसी की है और 543 सदस्यीय लोकसभा की 303 सीटों पर जीत हासिल की है। मोदी और ट्रंप ने फोन पर हुई बातचीत में जी 20 शिखर सम्मेलन में एक दूसरे से मुलाकात करने पर भी सहमति जतायी । जी 20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 28 . 29 जून को जापान के ओसाका में होने जा रहा है। व्हाइट हाउस के अनुसार, ‘‘ राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री के साथ बातचीत में अमेरिका भारत के बीच पिछले दो सालों में प्राप्त उपलब्धियों के आधार पर बनी रणनीतिक भागीदारी को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता जतायी ।’’ 

बंगाल में भाजपा को तृणमूल के मुकाबले तीन गुना डाक मत मिले

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नयी दिल्ली, 24 मई, पश्चिम बंगाल में भाजपा को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की अपेक्षा तीन गुना डाक मत मिले हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि राज्य सरकार के कर्मचारियों ने तृणमूल की तुलना में भाजपा को तरजीह दिया है। उल्लेखनीय है कि तृणमूल प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी तुलना भौंकने वालों से की थी। चुनाव ड्यूटी में तैनात सुरक्षाकर्मी और राज्य सरकार के कर्मचारी अपने मत डाक मतपत्रों से देते हैं। भाजपा को डाक मतपत्रों के माध्यम से 73,541 मत मिले जबकि तृणमूल को केवल 25,793 वोट मिले। वाम मोर्चे को लगभग 7,377 मत मिले वहीं कांग्रेस को लगभग 5,770 मत मिले। नोटा के पक्ष में 5,143 मत पड़े। प्रदेश भाजपा के नेता कालीचरण शॉ ने कहा कि यह अपेक्षा के अनुरूप है। राज्य में सुरक्षाकर्मियों ने भाजपा को वोट दिया है। राज्य सरकार के कर्मचारी महंगाई भत्ते के मुद्दे पर लंबे समय से परेशान हैं।  ममता ने सितंबर 2017 में राज्य सरकार के कर्मचारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कर्मचारियों की आलोचना की थी

पीएम मोदी पर कीचड़ उछालने वालों का पूरा सफाया हो गया : रविशंकर प्रसाद

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पटना, 24 मई, बिहार की पटना साहिब लोकसभा सीट से विजयी हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कीचड़ उछालने वालों का लोकसभा चुनावों में पूरी तरह सफाया हो गया। संभवत: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की तरफ इशारा करते हुए प्रसाद ने कहा कि एक पार्टी का तो लोकसभा चुनावों में ऐसा सफाया हुआ कि वह राज्य में अपना खाता तक नहीं खोल पाई। प्रसाद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘हमारे प्रधानमंत्री के खिलाफ कीचड़ उछालने वालों का पूरा सफाया हो गया और कीचड़ में कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) खिल गया।’’  बिहार में सिर्फ किशनगंज सीट पर जीत हासिल करने वाली कांग्रेस के महागठबंधन सहयोगी राजद, हम (से), वीआईपी और रालोसपा का राज्य में खाता तक नहीं खुला। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की अगुवाई वाले राजद ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह एक भी सीट नहीं जीत सकी। प्रसाद की जीत पर भाजपा के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उनका अभिनंदन किया। उन्होंने अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा को 2.84 लाख से ज्यादा वोटों से हराया। उन्होंने वादा किया कि वह हर 15 दिन पर कम से कम एक बार अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों से मिलेंगे और ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य सुनिश्चित करेंगे।  दिल्ली रवाना होने से पहले प्रसाद ने जदयू अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। 

इस सरकार का सूर्यास्त लेकिन लालिमा से जिंदगी रोशन रहेगी : मोदी

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नयी दिल्ली, 24 मई, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा केंद्रीय मंत्रियरों का इस्तीफा स्वीकार किये जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि इस सरकार के कार्यकाल का सूरज भले ही अस्त हो गया है लेकिन इसके काम की रोशनी से लोगों की जिंदगी में उजाला बिखरता रहेगा ।  भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ दोबारा सरकार बनाने जा रहा है और मोदी अगले सप्ताह प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे । राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्रियों से अगली सरकार के गठन तक कामकाज संभालने को कहा है ।  मोदी ने ट्वीट किया ,‘‘ इस कार्यकाल का सूर्य अस्त हो गया लेकिन हमारे काम की रोशनी लाखों लोगों की जिंदगी में उजाला बिखेरती रहेगी । नये सूर्योदय का इंतजार है । नया कार्यकाल शुरू होगा ।’’  उन्होंने कहा कि उनकी सरकार 130 करोड़ भारतीयों के सपने पूरे करने और ‘हम सभी के सपने के नये भारत ’ के निर्माण के लिये और दृढप्रतिज्ञ है । इस बीच वाराणसी से भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें चुनाव जीतने का आधिकारिक प्रमाण पत्र सौंपा ।  मोदी ने चार लाख 79 हजार मतों से वाराणसी से दोबारा चुनाव जीता ।  उन्होंने ट्वीट किया ,‘‘ भारतीय संस्कृति के सबसे पुरातन और जीवंत केंद्र का प्रतिनिधित्व करके हर्षित हूं ।’’  इससे पहले मोदी ने दिन में साउथ ब्लाक स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों से मुलाकात की । आधिकारिक बयान में कहा गया ,‘‘ प्रधानमंत्री ने पिछले पांच साल में समूचे पीएमओ की प्रतिबद्धता और प्रयासों की सराहना की । उन्होंने हर किसी से फिर उसी प्रतिबद्धता से और मेहनत करके भारत के लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं पर खरे उतरने का आग्रह किया ।’’  इसमें कहा गया ,‘‘ उन्होंने कहा कि लोगों को सरकार से काफी अपेक्षायें हैं और इन अपेक्षाओं से टीम पीएमओ को डटकर काम करने की ऊर्जा मिलेगी ।’’ 

इप्टा स्थापना दिवस पर होगा प्रतियोगिता-सह-सांस्कृतिक कार्यक्रम

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) भारतीय जननाट्य संघ (इप्टा) मधुबनी इकाई शनिवार को स्थानीय जे.एम.डी.पी.एल.  महिला कॉलेज में दोपहर 2 बजे से स्थापना दिवस का आयोजन करने जा रही है। मधुबनी इप्टा के सचिव अर्जुन राय ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि इस दिवस को पूरे देश मे जन संस्कृति दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में मधुबनी इकाई भी एक प्रतियोगिता-सह-सांस्कृतिक संध्या आयोजित कर रही है। जिसमें एक सत्र में कविता, चित्रकला, लघुनाटक, लोकनृत्य व भाषण प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। एवं दूसरे सत्र में इप्टा मधुबनी इकाई के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक संध्या पर विभिन्न प्रस्तुति दी जाएगी।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 25 मई

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षिक्षा, स्वास्थ्य एवं पलायन की समस्या के निराकरण के लिये सबसे ज्यादा दिया जावेगा ध्यान- सांसद गुमानसिंह डामोर
सकल व्यापारी संघ ने किया सांसद श्री डामोर का आत्मीय स्वागत

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झाबुआ । इस अंचल के समग्र विकास के साथ हीद तीन बिन्दुओं पर झाबुआ आलीराजपुर जेसे आदिवासी अंचल में गंभीरता से ध्यान देकर जन जन की समस्याओं को निराकृत करना मेरा प्रथम नैतिक दायित्व रहेगा । स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पलायन इस आदिवासी अंचल की मुख्य समस्या है । गा्रमीण जनता को स्वास्थ्य सेवायें जो वर्तमान में उपलब्ध हो रही है वह नाकाफी है, विभिन्न जांचों एवं निदान के लिये यहां के गरीब लोगों को गुजरात, एवं प्रदेश के अन्य बडे नगरों में जाना मजबुरी है। मेरा प्रयास रहेगा कि यहां स्वास्थ्य के मामले में तमाम सुविधायें मिल सकें इसके लिये मेरे प्रयासों में कोई कमी नही रहेगी । शिक्षा के क्षेत्र में भी इस आदिवासी अंचल में और अधिक ध्यान देना मेरा प्राथमिकता रहेगी। हर गा्रम में प्रतिभाशाली बच्चों की कोई कमी नही है किन्तु उन्हे उचित मार्ग दर्शन एवं शिक्षा नही मिल पाने के कारण वे आगे पढाई नही कर पाते है , ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली शिक्षा मानक स्तर की मिले इसके लिये  भी मै ऐसे प्रयास करना चाहता हूं कि आने वालें दिनों में शिक्षा के क्षेत्र में यह अंचल पीछे नही रहे और यहां के प्रतिभाशाली बच्चों को आगे बढने का मौका मिले । वही तीसरी समस्या पलायन की है जो नासूर की तरह यहां व्याप्त है । मेरा प्रायास रहेगा कि इस आदिवासी अंचल में ऐसे उद्योगों की स्थापना हो तािा यहां के मजदूर गा्रमीण भाई बहिनों को काम की तलाश में अन्यत्र नही जाना पडे । यह बात शुक्रवार को प्रातः भाजपा लोकसभा कार्यालय पर सकल व्यापारी संघ द्वारा आयोजित नव निर्वाचित सांसद गुमानसिंह डामोर के स्वागत समारोह के अवसर पर उपस्थित व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहीं । इस अवसर पर श्रीमती सूरज डामोर, जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी ने बताया कि सकल व्यापारी संघ की और से  संगठन के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर की अगुवाई में कमलेश पटेल, पंकज मोगरा, हरिशचन्द्रशाह लाला, राजेश शाह, अशोक शर्मा, निर्मल अग्रवाल, दीपक माहेश्वरी, संजय शाह, विकास शाह, नुरूद्दीनभाई पिटोलवाला,भूपेन्द्र बाबेल, राजेन्द्र संघवी, सतीश माहेश्वरी, संतोष नाकोडा, अमीत जैन, श्याम सावलानी, प्रांशु शाह, राजनारायणगुप्ता, लोकेश गुप्ता, रविराजसिंह राठौर, राजेश नागर, अब्बास बोहरा, अली असगर बोहरा, श्रीराम चैहान, सुनील चैहान, मनोज बाबेल सहित बडी संख्या में व्यापारीगणो उपस्थित की उपस्थिति मे नव निर्वाचित सांसद का बडी पुष्पमाला से सामुहिक स्वागत किया गया । इस अवसर पर पंकज मोगरा ने स्वागत भाषण देते हुए नव निर्वाचित सांसद श्री गुमानसिंह डामोर से अंचल में रोजगार बढाने के अवसरों के साथ ही उद्योगों की व्यवस्थित स्थापना के बारे में अनुरोध किया । नव निर्वाचित सांसद गुमानसिंह डामोर ने कहा कि  तत्कालीन विधायक बापूसिंह डामोर ने 1980-83 के दौरान राज्य सरकार से पारा क्षेत्र के विकास के लिये तथा कृषि विकास के लिये सिंचाई के साधनों के लिये जो सार्थक प्रयास करके इस अंचल को हरा भरा एवं किसानों की आर्थिक स्थिति को बढाने वाला काम किया उसी तर्जपर झाबुआ के आसपास की पथरिली उबड खाबड जमीन को भी पानी की भरपुर व्यवस्था के लिये संसाधन एवं तालाबों आदि के निर्माण के माध्यम से हरा भरा करने के लिये योजनाबद्ध तरिके से काम करेगें तथा किसानों को उनकी उपज का अधिक से अधिक लाभ मिले और आर्थिक संपन्नता के लिये वे काम करके दिखायेगें । श्री डामोर ने अशिक्षा के चलते कृषि के आधुनिक वैज्ञानिक साधनों के उपयोग नही हो पाने का जिक्र करते हुए कहा कि यहां कृषि उत्पाद  के लिये प्रभावी कार्य करना उनकी प्राथमिकता रहेगी । श्री डामोर ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि वे उनके द्वारा समय समय पर दिये गये सुझावों के अनुसार पूरा सहयोग प्रदान करेगें । उन्होने कहा कि पानी की समस्या के लिये माही या नर्मदा से पानी लानें के प्रयासों को साकार करेगें । मेघनगर में उद्योगों के व्यवस्थित विकास का जिक्र करते हुए कहा कि  यहां पूरी सुविधायें मिल सकें तथा व्यवस्थित उद्योग लगाये जाये इस दिशा में काम करेगें तथा केमिकल उद्योग नही लगे बल्कि जन स्वास्थ्य के साथ ही लोगों को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके ऐसे उद्योग स्थापित करानें के लिये कृत संकल्पित है । उन्होने गुजरात के रेगिस्तान कहे जाने वाले भुज क्षेत्र के नरेन्द्र मोदी द्वारा उद्योगों के क्षेत्र में अग्रणी स्थान दिलाने का जिक्र करते हुए उसका अनुसरण यहां भी करने की बात कही । इस अवसर पर श्रीमती सूरज डामोर ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यहां स्वयं सहायता समूहों को सक्रिय करने के लिये प्रयास होगें । भूंज का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां स्वयं सहायता समतूह की महिलाओं का 400 करोड का ग्रुप है और वे तेजी से प्रगति पथ पर अग्रसर हुए है ऐसा ही इस आदिवासी अंचल मे किये जाने के प्रयास सांसद के माध्यम से किये जावेगें । इस अवसर पर रतलाम,सहित गा्रमीण अंचलों स आये लोगों ने भी गुमानसिंह डामोर को बधाईया देते हुए पुष्पमालाओं से स्वागत कर मिठाईया खिलाई । अन्त मे आभार प्रदर्शन जिला भाजपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने किया । नव निर्वाचित सांसद का पूरे लोक सभा क्षेत्र में आत्मीय स्वागत का क्रम प्रारंभ हो चुका है तथा शुक्रवार को वे कालीदेवी, मेघनगर, थांदला, खवासा, पेटलावद, एवं रतलाम में आयोजित स्वागत समारोह में शामील हुए ।

मोदी की सरकार बनने एवं भाजपा प्रत्याषी के विजयी होने पर भाजपा पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं ने शहर के वार्ड क्र. 12 में की जमकर आतिष्बाजी

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झाबुआ। देष में एक बार फिर नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने एवं रतलाम-झाबुआ-आलीराजपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याषी गुमानसिंह डामोर के विजयी होने पर भाजपा नगर मंडल के नेतृत्व में शहर के वार्ड क्र. 12, गोपाल काॅलोनी में 23 मई, गुरूवार की शाम जमकर आतिष्बाजी कर खुषियां मनाई गई। 23 मई गुरूवार को लोकसभा चुनाव की मतगणना के दिन जैसे-जैसे पूरे देष में भाजपा के पक्ष में परिणाम आते गए, वैसे-वैसे पूरे देष में भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं में जष्न और खुषी का माहौल छाने लगा। इसी क्रम में देष में मोदी की सरकार बनने एवं रतलाम संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याषी गुमानसिंह डामोर के विजयी घोषित होने की सूचना मिलने पर गुरूवार शाम वार्ड क्र. 12 गोपाल काॅलोनी में भाजपा नगर मंडल उपाध्यक्ष अंकुर पाठक के साथ सचिन वाणी, देवांष शर्मा, दिनेष परमार, राष्मिीक मोड़िया, अजय बैरागी, राजेष कोहली, चीनू आदि युवाओं ने एक-दूसरे को गले मिलकर एवं आतिष्बाजी कर जमकर खुषियां मनाई। इस दौरान हर-हर मोदी, घर-घर मोदी, मोदी है तो मुमकिन है एवं भाजपा पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए जीत का सिंबोल दिखाया

देश के प्रधानमंत्री देषवासियों के विष्वास पर खरे उतरे
इस अवसर पर भाजपा नगर मंडल उपाध्यक्ष अंकुर पाठक ने कहा कि हमारे देष के यषस्वी एवं ओजस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक बार फिर देष में ऐसी सुनामी चली कि पूरे देष में भाजपा को सर्वाधिक सीटे प्राप्त हुई है। नरेन्द्र मोदी राष्ट्रहित की बाते करते है, इसलिए देषवासियों ने उन पर एवं भाजपा पर भरोसा किया है। मोदीजी ने यह साबित कर दिया है उनके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है। सभी देषवासी नरेन्द्र मोदी की एक बार फिर सरकार बनने एवं संसदीय क्षेत्रवासी संसदीय क्षेत्र में कमल का फूल खिलने से अत्यधिक प्रसन्नचित है।

मोदी टी-स्टाॅल लगाकर बाबेल चैराहावासियों ने लोगों को पिलाई मोदी चाय, मोदी-मोदी के लगाए नारे

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झाबुआ। 23 मई, गुरूवार को लोकसभा चुनाव के परिणााम देष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में आने एवं संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याषी के विजयी होने के उपलक्ष में शहर के मध्य बाबेल चैराहा पर चैराहावासियों द्वारा जमकर खुषियां मनाते हुए चैराहे पर मोदी टी-स्टाॅल लगाया गया, जहां लोगों को मोदी चाय पिलाई। साथ ही इस दौरान मोदी के समुधर गीत बजाकर ‘‘मोदी है तो मुमकिन है’’ के जमकर नारे लगाए। बाबेल चैराहे पर सुबह 10 बजे से बाबेल चैराहे के रहवासियों में लोकेन्द्र बाबेल, विनोद कटकानी, सुनिल कटकानी, प्रेमप्रकाष कोठारी, मनोज कटकानी, कैलाचन्द्र श्रीमाल, हेमेन्द्र बाबेल, अनूप सोनी, हरिष शाह लालाभाई, विजय कटकानी, अषोक कटकानी, अनिल कटकानी, कैलाष कटारिया, विकास कटारिया, प्रदीप कटकानी, शुभम कटकानी, जितेन्द्र मालवीय बुई भाई, कु. भूमिका माहेष्वरी, सलोनी कटकानी, सीमा गांधी, दीपमाला कटकानी, दीपिका सोनी, सोना कटकानी, सोनल बाबेल आदि ने मोदी टी स्टाॅल लगाकर देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक बार फिर जीत एवं संसदीय क्षेत्र में भाजपा प्रत्याषी गुमानसिंह डामोर के विजयी होने पर राह चलते लोगों को चाय पिलाई गई।

ठंडा पानी भी पिलाया
साथ ही भीषण गर्मी में राहत के लिए पानी की वाॅटर केन रखकर सभी को पानी की पिलाया गया। यह स्टाॅल शाम 6.30 बजे तक यहां लगा रहा। इस दौरान आयोजक रहवासियों में जर्बदस्त उत्साह देखने को मिला। उन्होंने ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाकर जीत का सिंबोल भी दिखाया।

2 जून को भारत को विष्व गुरू बनाने हेतु पूरे देष में होगा गायत्री यज्ञ का आयोजन, झाबुआ जिले में घरों में यज्ञ करवाने हेतु इनसे करे संपर्क

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झाबुआ। अखिल विष्व गायत्री परिवार शातिंकुज हरिद्वार के तत्वावधान में आगामी 2 जून को पं. श्री राम शर्मा आचार्यजी के महाप्रयाण दिवस पर पूरे देष में एक साथ एक समय पर गायत्री यज्ञ का आयोजन होगा। इसी के तहत झाबुआ जिले में भी गायत्री यज्ञ का आयोजन किया जाना है। जिसकी तैयारियां गायत्री शक्तिपीठ काॅलेज मार्ग झाबुआ एवं उससे जुड़े के समस्त गायत्री परिजन भाई-बहनों द्वारा जोर-षोर से की जा रहीं है। यह जानकारी देते हुए गायत्री परिवार नारी जागरण अभियान की जिला संयोजिका श्रीमती नलिनी बैरागी ने बताया कि गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देषों के अनुरूप देष को सषक्त एवं विष्व गुरू बनाने की ओर अग्रसर करने एवं मनुष्यांें में देवतत्व की भावना स्थापित करने हेतु गृहे-गृहे, ग्राम-ग्राम 2 जून को यह आयोजन पूरे देष में एक साथ एक समय पर सुबह 8 से दोपहर 12.30 बजे के बीच संपन्न होगा। श्री बैरागी ने आगे बताया कि इसी कड़ी झाबुआ जिले में भी यह यज्ञ 1100 से अधिक घरों मे करवायाएं जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

सत््त दिया जा रहा प्रषिक्षण एवं चला रहा बैठकों का दौर
इस वृहद स्तर पर होने वाले आयोजन हेतु काॅलेज मार्ग झाबुआ स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर प्रतिदिन सुबह एवं शाम, दो समय जिलेभर से आने वाले गायत्री परिवार के महिला-पुरूषों एवं युवाओं को प्रषिक्षण दिया जा रहा है। प्रषिक्षण गायत्री परिवार के जिला समन्वयक पं. घनष्याम बैरागी दे रहे है। उनके द्वारा प्रषिक्षण में गायत्री यज्ञ करने की विधि सिखाने के साथ इनके महत्व की भी जानकारी दी जा रहंी है। इसके अतिरिक्त पूरे जिले में गायत्री परिवारजनों की उक्त आयोजन को लेकर बैठके भी सत्त चल रहीं है।

पंजीयन के लिए इनके करे संपर्क
शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में जो साधक अपने घर में 2 जून को यज्ञ करवाना चाहता है, वह गायत्री परिवार नारी जागरण अभियान की जिला संयोजिका श्रीमती नलिनी बैरागी से उनके मोबाईल नंबर- 94251-01214 पर संपर्क कर पंजीयन करवाने के साथ ही गायत्री शक्तिपीठ काॅलेज मार्ग झाबुआ पर आकर भी अपना लिखवा सकता है। श्री बैरागी के अनुसार यह यज्ञ कोई भी साधक, चाहे किसी धर्म, संप्रदाय का हो, यदि अपने घर पर यज्ञ करवाने का इच्छुक हो तो, वह अपना नाम लिखवाकर गायत्री यज्ञ करवा सकता है।

मालवा के श्री संघांे ने राजनगर पहुंचकर आचार्यद्वय की कुशलक्षेम पूछकर लिया आशीर्वाद, 19 मुमुक्षुओं की भव्य दीक्षा का आयोजन संपन्न

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झाबुअ। मालवा क्षेत्र के झाबुआ, मेघनगर ,थांदला, पेटलावद, झकनावदा, राजगढ़, रतलाम, कुक्षी, टांडा नागदा जंक्शन, जावरा, रिंगनोद, मोहनखेड़ा म्यूजियम, रायपुरिया, आलोट, बदनावर सहित कई श्री संघो ने सुधर्मा स्वामी की सुविहित परंपरा के आत्मस्थ युगपुरुष श्री सौधर्म ब्रम्हतपोगछिय राजेन्द्र सूरीष्वरजी मसा के षष्ठम पट्टधर पूण्य सम्राट जयंतसेनसूरिजी मसा समुदायवर्ती गच्छाधिपति आचार्य श्री नित्यसेन सूरीष्वरजी मसा एवं भांडवपुर तीर्थ प्रेरक आचार्य श्री जयरत्न सूरीष्वरजी मसा की पावन निश्रा में राजनगर आत्मोद्धार भाग-3 में 19 आत्मार्थियों का आत्मोद्धारक आयोजन में पहुंचकर आचार्यद्वय मुनि मंडल एवं साध्वी मंडल की कुशलक्षेम पूछी एवं आशीर्वाद लिया। उक्त आयोजन के पूर्व 22 मई को अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गइर्। जिसमें परिषद परिवार द्वारा संचालित की गतिविधियों एवं आगामी आयोजन पर होने वाली गतिविधियों पर परिषद के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने प्रकाश डाला। साथ ही आचार्य श्रीजी के समक्ष बैठ कर संचालित आयोजन एवं आगामी पूज्यश्री के पिपलोदा भव्य चातुर्मास के प्रवेश को लेकर चर्चा की गई।

मुमुक्षुआंे को प्रदान की दीक्षा
आचार्यद्वय द्वारा संपूर्ण विधि-विधान से दीक्षार्थी भाई-बहनों को रजोहरण प्रदान किया गया। तत्पश्चात समस्त दीक्षार्थी रजोहरण प्रदान होने पर मंच पर खुशी से झूमने लगे। तत्पश्चात कई महत्त्वपूर्ण चढ़ावे बोले गए। जिसमे समस्त गुजरात, थराद, मुंबई ,सूरत, अहमदाबाद के लाभार्थियों ने बढ़-चढ़ कर चढ़ावे लिए। जिसके बाद समस्त क्रियाओं के पश्चात आचार्यद्वय द्वारा नूतन दीक्षार्थीयों का सांसारिक नाम बदल कर संयमी नामकरण किया गया। जिसमें श्री विशेष कुमार से संयमी नाम मुनिश्री जंबुसेन विजयजी मसा, श्री संयमकुमारजी से संयमी नाम सुधर्मसेन विजयजी मसा, कुमारी मिली का संयमी नाम साध्वीश्री मोर्यनिधि श्रीजी मसा, कु. .निराली का संयमी नाम साध्वीश्री नित्यश्रुत प्रिया श्रीजी मसा, कु.सिल्की बहन से संयमी नाम साध्वीश्री श्रुतान्शप्रियाश्रीजी मसा, कु.निशी बहन से संयमी नाम साध्वीश्री निर्मलप्रिया श्रीजी म.सा., कु.नियति बहन का संयमी नाम साध्वीश्री वन्दननिधि श्रीजी म.सा. कु.रोशनी से संयमी नाम साध्वीश्री वज्ररेखा श्रीजी मसा, कु.. रिंकल बेन से संयमी नाम साध्वीश्री धर्मरेखा श्रीजी मसा, कु. मीना बेन से संयमी नाम साध्वीश्री महावीर निधि श्रीजी म.सा. ,कु.प् ूजा बहन से संयमी नाम साध्वी श्री प्रभुप्रियाश्रीजी मसा, कु.रिद्धि से संयमी नाम साध्वीश्री रैवत निधिश्रीजी म.सा.,कु. क्रीना बहन से संयमी नाम साध्वीश्री क्षमानिधि श्रीजी म.सा.,कु.आंगी बहन का संयमी नाम साध्वीश्री आर्यनिधिश्रीजी म.सा.,कु.मित्तल बेन से संयमी नाम साध्वीश्री मृदुनिधिश्रीजी म.सा., कु. .पूजा बेन से संयमी नाम साध्वीश्री पश््र्वप्रिया श्रीजी मसा, कु.मोक्षाली बेन से संयमी नाम साध्वीश्री ऋषभनिधि श्रीजी मसा, कु. वैरागी बेन से संयमी नाम साध्वीश्री पुंडरीक निधिश्रीजी मसा, कु. जिनल बेन का संयमी नाम साध्वीश्री केवलदीप निधिश्रीजी म.सा. नाम रखा गया। अब इन मुमुक्षुओं की पहचान इन संयमी नामांे से होगी। इस पर नामकरण के बाद पूरा परिसर जय-जयकार जय-जयकार पुण्य सम्राट की जय-जयकार एवं आचार्यद्वय की जयकारों से गूंज उठा। साथ ही उपस्थितजनों ने नूतन दीक्षार्थी अमर रहे के गगन भेदी नारे लगाए।

इनकी रहीं विषेष सहभागिता
इस अवसर पर परिषद् से राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेशभाई धरु मुंबई ,वागजी भाई, अशोक श्रीमाल इंदौर, ब्रजेश बोहरा नागदा जंक्शन, मनीष कुमट झकनावदा, राहुल रांका आलोट, कमलेश मांडोत आलोट, रजत कावड़िया मेघनगर, बाबूलाल मामा राजगढ़, मोनू जैन पारा , पेलेस मोरखिया अहमदाबाद उपस्थित थे। उक्त आयोजन में गुजरात के थराद, सूरत, अहमदाबाद सहित कई श्रीसंघो की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस पर आचार्यद्वय ने समस्त श्रीसंघो की खूब-खूब अनुमोदना की एवं साथ ही आशीर्वाद दिया।

निःशुल्क नेत्र परीक्षण एवं आॅपरेषन षिविर 26 मई, रविवार को 

झाबुआ। वर्ष 1991 से सेवा में कार्यरत अंर्तराष्ट्रीय स्तर के शोध एवं प्रषिक्षण कंेद्र दृष्टि नेत्रालय दाहोद द्वारा स्व. शारदाबेन शाह की स्मृति में दिव्या इलेक्ट्रªानिक्स झाबुआ के संजय शाह एवं परिवार की ओर से निःषुल्क नेत्र परीक्षण एवं आॅपरेषन षिविर का आयोजन 26 मई, रविवार को शहर के मध्य राजवाड़ा चैक पर श्री सत्यनारायण मंदिर के समीप किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए षिविर के आयोजक आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर ने बताया कि षिविर का समय सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक रखा गया है। षिविर में दृष्टि नेत्रालय दाहोद के चिकित्सक एवं समस्त टीम अपनी सेवाएं देंगी। इस दौरान समस्त प्रकार की आंखों से संबंधित बिमारियों की जांच एवं उपचार निःषुल्क किया जाएगा। मोतियाबिंद का आॅपरेषन लेंस प्रत्यारोपण के साथ निःषुल्क होगा। मोतियाबिंद के रोगियों को आॅपरेषन हेतु दाहोद चिकित्सालय ले जाने हेतु वाहन सुविधा एवं आवास-भोजन की व्यवस्था भी चिकित्सालय प्रबंधन की ओर से निःषुल्क की जाएगी। षिविर में आंखों की जांच पश्चात् निःषुल्क दवाईयों का वितरण भी षिविर स्थल पर ही होगा।

पूर्व में भी षिविर का सफल आयोजन हो चुका
ज्ञातव्य रहे कि आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा इससे पूर्व स्व. पांचुलालजी देषलहराजी की स्मृति में अतिषय देषलहरा परिवार द्वारा विगत 16 अप्रेल को भी षिविर का सफल आयोजन झाबुआ में किया जा चुका है, जिसमें मोतियाबिंद के 5 मरीज आने पर उन्हें चिकित्सालय प्रबंधन की ओर आॅपरेषन संबंधी समस्त सुविधाएं निःषुल्क प्रदान की गई थी एवं उनका सफल आॅपरेषन होनेे से अब वह राहत महसूस कर रहे हे।

षिविर में पंजीयन हेतु इनसे कर संपर्क
26 मई को होने वाले निःषुल्क नेत्र परीक्षण एवं आॅपरेषन षिविर का लाभ लेने हेतु शहर एवं आसपास के क्षेत्रों के आंखों के रोगो संबंधी मरीज पंजीयन हेतु आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर से उनके मोबाईल नंबर 94251-02276, संस्थापक सचिव नीरजसिंह राठौर से मोेबाईल नंबर 94251-02371, सेवा प्रकल्प परामर्षदाता सुधीरसिंह कुषवाह से मोबाईल नंबर-94259-70774, अध्यक्ष रविराजसिंह राठौर से मोबाईल नंबर 89894-52654, सुनिल चैहान से मोबाईल नंबर 94250-33541 एवं संजय शाह (दिव्या इलेक्ट्रानिक्स) से मोबाईल नंबर - 94259-25924 पर संपर्क कर करवाया जा सकता है।

षिविर का अधिकाधिक लाभ लेने की अपील
आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के मेनेजिंग ट्रस्टी यषवंत भंडारी, कोषाध्यक्ष पं. द्विजेन्द्र व्यास, वरिष्ठ सदस्यों में अषोक शर्मा, इंदरसेन संघवी, राजकुमार पाटीदार, नवटर सोनी, लक्ष्मीकांत सोनी, मीडिया प्रभारी दौलत गोलानी, अतिषय देषलहरा, महिलाओं में आजीवन अध्यक्ष श्रीमती वंदना व्यास, सुषीला भट्ट, लीना नागर, आषा त्रिवेदी, चंचला सोनी, सीमा चैहान, पवित्रा भावसार, मंजुला देराश्री, रूक्मणी वर्मा आदि ने शहर एवं आसपास के क्षेत्रों के समस्तजनों से षिविर का अधिकाधिक लाभ लेकर इसे सफल बनाने का आव्हान किया है।

सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया निर्विघ्न सम्पन्न कराने पर प्रषासन ने प्रकट किया आभार

झाबुआ । कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने लोकसभा निर्वाचन की सम्पूर्ण प्रक्रिया निर्विघ्न एवं शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिये जिले के समस्त अभ्यर्थियों, राजनैतिक दलों के पदााधिकारियों एवं सदस्यों, मीडिया प्रतिनिधियों, नागरिकों तथा जिला एवं पुलिस प्रषासन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति आभार प्रकट किया है। लोकसभा निर्वाचन की चुनावी प्रक्रिया के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के प्रावधानों को लागू कराने हेतु अभ्यर्थियों एवं राजनैतिक दलों के लोगांे द्वारा दिये गये सक्रिय सहयोग के कारण झाबुआ जिले में सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गई। पुलिस एवं जिला प्रषासन से जुडे़ सभी विभागांे के अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित केन्द्रीय कर्मचारियों द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया में सौंपे गये दायित्वों का समय पर शत-प्रतिषत निर्वहन करने के लिये दिये गये सहयोग के प्रति आभार प्रकट किया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिले के मीडिया प्रतिनिधियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुये कहा कि मीडिया के सक्रिय सहयोग के चलते जिले में लोकसभा निर्वाचन प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने में मदद मिली। मीडिया द्वारा समर्पित भाव से निर्वाचन प्रक्रिया के प्रचार-प्रसार में अपेक्षित सहयोग दिया गया है।

पेंशन के लिये डिजीटल जीवन प्रमाण पत्र/पुनर्विवाह नहीं होने संबंधी प्रमाण पत्र जमा करने की सलाह

झाबुआ । भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार कर्मचारी भविष्य निधि पेंशनरों को प्रत्येक वर्ष नवंबर माह के दौरान जीवन प्रमाण पत्र प्रोग्राम के माध्यम से डिजीटल जीवन प्रमाण पत्र/पुनर्विवाह नहीं होने संबंधी प्रमाण पत्र जमा किया जाना अनिवार्य है। जिन पेंशनरों द्वारा निर्धारित समय सीमा में डिजीटल जीवन प्रमाण पत्र/पुनर्विवाह नहीं होने संबंधी प्रमाण पत्र जमा नहीं किये गये है उनकी पेंशन रोक दी गई है। ऐसे पेंशनरों को क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त जबलपुर श्री मोहम्मद अशरफ कामिल द्वारा सलाह दी गई है कि वे तत्काल डिजीटल जीवन प्रमाण पत्र/पुनर्विवाह नहीं होने संबंधी प्रमाण पत्र जमा करायें। उन्होंने बताया कि पेंशनरों के लिये अपनी पेंशन संवितरण बैंक शाखा या कॉमन सर्विस सेंटर या जबलपुर स्थित भविष्य निधि कार्यालय या संबंधित जिला कार्यालय में डिजीटल जीवन प्रमाण पत्र अधिकृत कराये जाने की व्यवस्था कराई गई है। इन स्थानों में संपर्क करते समय पेंशनर अपना पी.पी.ओ. नंबर, पेंशन ली जाने वाली बैंक खाता पासबुक, आधार कार्ड और मोबाईल साथ ले जाये जिससे उनकी पेंशन निरंतर जारी की जा सके।

बाढ़, अति-वृष्टि से निपटने जिला स्तर पर बनायें एक्शन प्लान प्रमुख सचिव राजस्व के कलेक्टर्स को निर्देश

झाबुआ । राज्य शासन ने सभी संभागायुक्त और कलेक्टर को बाढ़ एवं अति-वृष्टि की स्थिति से निपटने के लिये बचाव और राहत कार्य के लिये जिला स्तर पर एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिये हैं। निर्देशों में बाढ़ की आशंका वाले जिलों में जिला स्तर पर 15 जून या मानसून की वर्षा प्रारंभ होते ही कन्ट्रोल रूम बनाने और आवश्यक होने पर तहसील स्तर पर भी कन्ट्रोल रूम बनाने को कहा गया है। प्रभारी अधिकारी बाढ़ संबंधी जानकारी से राहत आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों को अपडेट रखने, बाढ़ की संभावना होने पर कन्ट्रोल रूम के 24 घंटे कार्य करने और राज्य स्तरीय कन्ट्रोल रूम के साथ सेना के सब-एरिया कमाण्डर भोपाल को भी तत्काल सूचित करने का निर्देश भी दिये गये है।

बाढ़ोन्मुख क्षेत्रों में निगरानी की विशेष व्यवस्था
जिन क्षेत्रों में अक्सर बाढ़ आती है, वहाँ निगरानी के लिये विशेष व्यवस्थाएँ करने, आवश्यकता पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने, ठहराने आदि के लिये स्थानों की पहचान के साथ सम्पूर्ण योजना तैयार करने को कहा गया है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों के लोगों को पंचायत, नगरपालिका, स्थानीय स्वयंसेवी संस्था आदि के सहयोग से बचाव की जानकारी का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।

बाढ़ बचाव उपकरणों को करायें दुरूस्त
जिला कलेक्टरों से बाढ़ बचाव के उपकरणों, नावों की मरम्मत और उपलब्ध संसाधनों और प्रशिक्षित गोताखोर आदि को सूचीबद्ध करने, आसपास के जिलों में उपलब्ध सामग्री की सूची बनाने और बाढ़ की स्थिति बनने पर अपने जिले के साथ पड़ोसी जिले से बचाव उपकरण और प्रशिक्षित जवानों की टुकड़ी मँगवाकर बचाव और राहत कार्य तुरंत शुरू करने को कहा गया है। साथ ही जिले में उपलब्ध बोट्स और मोटर बोट्स की जानकारी तुरंत राहत आयुक्त कार्यालय भेजने के निर्देश दिये गये हैं। प्रशिक्षित बोट चालक, गोताखोर और प्रशिक्षित जवानों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है। बाढ़ की स्थिति में पुलिस बल एवं होमगार्ड की मदद लेने के बावजूद स्थिति बिगड़ने की स्थिति के समय में संभागायुक्त से विचार-विमर्श कर सेना की मदद हासिल करने और सेना की निकटस्थ छावनी के अधिकारियों से वर्षा ऋतु के दौरान निरंतर सम्पर्क में रहने की भी हिदायत दी गई है।

स्थानीय लोगों को सचेत करें
प्रमुख सचिव राजस्व ने कहा है कि बाढ़ की स्थिति बनने पर दूरदर्शन, आकाशवाणी और अन्य जन-संचार माध्यमों से स्थानीय लोगों को सचेत करते रहें। जिन जिलों में बड़ी नदी और नाले बहते हैं, उनके जल-स्तर पर लगातार नजर रखने और उसके खतरे के निशान पर पहुँचने की संभावना पर फौरन राज्य स्तरीय कन्ट्रोल रूम के साथ निचले जिलों को लगातार सूचना देने की व्यवस्था करने और अति-वर्षा की स्थिति में जलाशयों के जल-स्तर पर सतत् निगाह रखने के निर्देश दिये गये हैं। पूर्ण भराव होने पर जलाशयों से नियंत्रित रूप से जल-निकासी और जल भराव वाले क्षेत्रों में अग्रिम सूचना भिजवायी जायेगी।

दुर्गम क्षेत्रों में खाद्य सामग्री का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें
ऐसे दुर्गम स्थल जहाँ वर्षा ऋतु में पहुँचना मुश्किल होता है, वहाँ पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री, जीवन रक्षक दवाओं आदि का पर्याप्त भंडारण और बाढ़ के पानी से घिर जाने वाले क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये वहाँ उपलब्ध पेयजल स्त्रोतों को चिन्हांकित कर कार्य-योजना बनाने के लिये कहा गया है।

राज्य-केन्द्र शासन को भेजेंगे बाढ़ हानि की जानकारी
संभागायुक्त और कलेक्टरों से कहा गया है कि बाढ़ से होने वाली हानि की जानकारी नियमित रूप से भारत शासन के गृह मंत्रालय और राज्य स्तरीय कन्ट्रोल रूम को टेलीफोन और फैक्स पर भेजें। राज्य स्तरीय कन्ट्रोल रूम में यह जानकारी प्रमुख सचिव राजस्व, अपर सचिव और उप राहत आयुक्त को भेजी जाए।

नदी, नालों, तालाबों की सफाई
कलेक्टरों से कहा गया है कि जिले के नदी, नालों और तालाबों की सफाई करवाकर पानी की निर्बाध निकासी सुनिश्चित करें। नगरीय क्षेत्रों की निचली बस्तियों को अन्यत्र बसाने की वैकल्पिक व्यवस्था करने, जलमग्न सड़कों और पुलियों पर दुर्घटना रोकने के लिये चेतावनी बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिये गये हैं। 

आय एवं सम्पत्ति प्रमाण पत्र जारी करने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व व तहसीलदार अधिकृत

झाबुआ । राज्य शासन ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को आय एवं सम्पत्ति का प्रमाण पत्र जारी करने के लिए संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और तहसीलदार को अधिकृत किया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जिला कलेक्टर्स को तदाशय के निर्देश प्रदान कर दिए गए हैं। भारत सरकार द्वारा 103वें संविधान संशोधन के माध्यम से भारत सरकार की सेवाओं एवं शिक्षण संस्थाओं में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, जो वर्तमान आरक्षण की योजनाओं में नहीं आते हैं, को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है। इसका लाभ लेने हेतु आय एवं सम्पत्ति का प्रमाण पत्र होना जरूरी है। इसलिए केन्द्रीय सेवाओं व शिक्षण संस्थानों में प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को इसका लाभ प्राप्त करने के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रारूप में आय एवं सम्पत्ति का प्रमाण पत्र संलग्न करना जरूरी है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व व तहसीलदार को निर्देशित किया गया है कि वे आय एवं सम्पत्ति का प्रमाण पत्र समुचित जांच एवं संतुष्टि के बाद ही जारी करें।

जिले की राजस्व सीमा क्षेत्र के खेतो मे नरवाई जलाने हेतु प्रतिबंधित आदेष जारी

झाबुआ । उप संचालक कृषि झाबुआ श्री त्रिवेदी ने बताया कि झाबुआ जिले मे रबी फसल की कटाई के बाद किसान शेष बची फसल अवषेष (नरवाई) को जला देते है, जिससे मिट्टी मे मौजूद पोषक तत्व एवं मित्र कीट खत्म हो जाते है तथा जमीन बंजर होकर पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। इस संबंध मे किसानो को खेतो मे नरवाई नही जलाने हेतु विभिन्न माध्यमो से जागरूक किया गया है, किंतु फिर भी खेतो मे नरवाई भूमि के साथ साथ पर्यावरण भी प्रदूषित किया जा रहा है। नरवाई जलाने के कारण प्रदेष मे अग्नि दुर्घटनाये घटित हो रही है तथा संपत्ति की हानि कारित हुई है। ग्रीष्म ऋतु मे बढते हुए जल संकट मे इससे बढोत्तरी तो होती है, साथ ही कानून व्यवस्था के लिये भी विपरीत परिस्थितियां निर्मित होने से उप संचालक कृषि झाबुआ द्वारा इसे रोकने हेतु प्रतिबंधात्मक आदेष पारित करने हेतु लेख किया गया है। अतएव खेतोे मे फसल कटाई उपरांत नरवाई को जलाने पर कार्यवाही हेतु प्रदेष मे फसलो विषेषतः धान, गेहूं की फसल कटाई उपरांत फसल अवषेषो को खेतो मे जलाये जाने को प्रतिबंधित किया जाने व उप संचालक कृषि के प्रतिवेदन से सहमत होते हुए जिले की सीमा मे खेतो मे नरवाई जलाने से अग्नि दुर्घटनाएं घटित होने व आग लगाने से हानिकारक गैसो के उत्सर्जन से पर्यारवरण प्रदूषण, संपत्ति की हानि, आमजन के जान माल को आसन्न खतरा उत्पन्न होने, कानून एवं व्यवस्था के साथ साथ मानव व्यवस्था पर पडने वाले प्रतिकूल प्रभाव की स्थिति को रोकने हेतु इस पर अंकुष लगाये जाने की आवष्यकता को देखते हुए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री प्रबल सिपाहा ने जनसामान्य के हित/जानमाल एवं लोक षांति को बनाये रखने हेतु झाबुआ जिले की राजस्व सीमा क्षेत्र के खेतो मे नरवाई जलाने हेतु प्रतिबंधित आदेष जारी किया है। आदेष की सूचना जिला कार्यालय, संबंधित तहसील, संबंधित थाना, नगर पालिका, नगर पंचायत एवं विकासखंड के नोटिस बोर्ड पर चस्पा की गई है। संबंधित थाना प्रभारी अपने क्षेत्र मे इस आदेष का पालन करना सुनिष्चित करेंगे एवं प्रत्येक ग्राम/कस्बा/षहरी क्षेत्र मे लाउड स्पीकर तथा डोंडी पिटवाकर सर्व साधारण को जानकारी हेतु प्रचार प्रसार करायेंगे तथा सार्वजनिक एवं सहज दृष्टि गोचर स्थलो पर चस्पा कर प्रकाषित करेंगे ताकि सर्व साधारण को इसकी जानकारी हो सके।

शासन ने आदिवासी दिवस 9 अगस्त को सामान्य अवकाश घोषित किया

झाबुआ । राज्य शासन द्वारा 9 अगस्त 2019 शुक्रवार को आदिवासी दिवस पर सामान्य अवकाश घोषित किया गया है। उल्लेखनीय है कि आदिवासी दिवस 9 अगस्त को पूर्व में ऐच्छिक अवकाश घोषित किया गया था, अब शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि उक्त एच्छिक अवकाश के स्थान पर 9 अगस्त को सामान्य अवकाश घोषित किया गया है। 

किसान स्वयं के तैयार बीज की साफ-सफाई कर उसके अंकुरण प्रतिषत की जांच करे
नया बगीचा लगाने हेतु उचित दूरी पर गड्ढे तैयार करे
झाबुआ । कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ द्वारा किसानो को सलाह दी गई है कि आगामी 5 दिवसों में आसमान मे साफ से छिटपुट बादल रहने, तापमान सामान्य रहने व वर्षा नही होने की संभावना है, इसे देखते हुए खेत मे लगी फसल, सब्जी व पौधो की सिंचाई दोपहर के समय न करे, सिंचाई सुबह, षाम व रात मे करे। कटाई उपरांत खेत से मिट्टी परीक्षण हेतु मिट्टी के नमूने ले। परीक्षण हेतु प्रयोगषाला भेजे, इसके बाद गहरी जुताई कराये। कटाई उपरांत खेत मे बचे अवषेष (नरवाई) को जलाये नही, गहरी जुताई कर मिट्टी मे मिलाएं। ग्रीष्मकालीन मूंग, भिण्डी व कद्दवर्गीय सब्जियों की 7 से 8 दिन के अतंराल से सिंचाई कर अनुसंषित उर्वरक की मात्रा देे। नया बगीचा लगाने हेतु उचित दूरी पर गड्ढे तैयार करे। स्वयं के तैयार बीज की साफ-सफाई कर उसके अंकुरण प्रतिषत की जांच करे।

राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के पदक विजेता खेलवृत्ति के लिए 31 मई तक कर सकते हैं आवेदन

झाबुआ । खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा वर्ष 2019-20 में विगत वित्तीय वर्ष 2018-19 में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को खेलवृत्ति प्रदान करने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने विगत वित्तीय वर्ष 01 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 तक मान्यता प्राप्त राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं, राज्य स्तरीय महिला एवं ग्रामीण खेल प्रतियोगिताओं, राज्य स्तरीय स्कूल गेम्स, विशेष राज्य ग्रामीण एवं महिला खेल प्रतियोगिता तथा खेल संघो द्वारा आयोजित मान्यता प्राप्त राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण, रजत, कांस्य पदक प्राप्त किया हो, वह 31 मई 2019 को शाम 05.30 बजे तक जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी कार्यालय झाबुआ में आवेदन जमा कर सकते हैं। खेलवृत्ति हेतु आवेदन करने वाले खिलाड़ी की आयु 01 अप्रैल की स्थिति में 19 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए तथा खिलाड़ी मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए। खेलवृत्ति हेतु आवेदन करने के लिए पूर्व के वित्तीय वर्ष में खिलाड़ी द्वारा अधिकृत राज्य स्तरीय चैम्पियनशिप में पदक प्राप्त करना अनिवार्य है। खेल अकादमी, प्रशिक्षण केन्द्र तथा खेल छात्रावास में निवासरत खिलाड़ियों को खेलवृत्ति की पात्रता नहीं होगी। भारतीय खेल प्राधिकरण साई या अन्य किसी स्त्रोत से खेलवृत्ति प्राप्त कर रहे खिलाड़ी को खेलवृत्ति की पात्रता नहीं होगी। दिव्यांग वर्ग की अधिकृत राज्य स्तरीय चैम्पियनशिप में पदक अर्जित करने वाले खिलाड़ी को खेलवृत्ति की पात्रता होगी। एक खिलाड़ी द्वारा एक से अधिक प्रतियोगिताओं में पदक प्राप्त करने की स्थिति में एक ही खेलवृत्ति दी जाएगी। खेलवृत्ति के लिए आवेदन करते समय आवेदक को सक्षम अधिकारी द्वारा जारी मूल निवासी प्रमाण पत्र की छायाप्रति अनिवार्य रूप से संलग्न करना होगा। इसके साथ ही आवेदक को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पदक अर्जित के प्रमाण पत्र की अभिप्रमाणित छायाप्रति, जन्म प्रमाण पत्र या 10वीं कक्षा की अंकसूची की अभिप्रमाणित छायाप्रति, आधार कार्ड की छायाप्रति भी संलग्न करना होगा। आवेदक पत्र के साथ बैंक का नाम, स्थान, खाता नम्बर तथा आईएफएससी कोड, खाते का प्रकार, पेन नम्बर, लिंक आधार कार्ड सहित अंकित करना होगा। आवेदक को विगत वर्षो में प्रदाय खेलवृत्ति की सही जानकारी देनी होेगी तथा गलत जानकारी देने पर आवेदन निरस्त किया जाएगा। खेलवृत्ति हेतु आवेदन पत्र कार्यालय जिला खेल एवं युवा कल्याण विभाग जिला खेल परिसर झाबआ से कार्य दिवसों में प्राप्त किए जा सकते हैं। विकासखण्ड स्तर पर विकासखण्डों में पदस्थ समन्वयक तथा विभागीय वेबसाइट ूूूण्केलूउचण्हवअण्पद से भी प्राप्त किए जा सकते हैं।

बेगूसराय : बिजली करंट लगने से दो व्यक्तियों की हुई मौत

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अरुण कुमार (आर्यावर्त) बेगूसराय :-बखरी प्रखंड के सलौना गांव में शनिवार को करंट लगने से दो मजदूरों की मौत हो गई।घटना सलौना पंचायत के वार्ड नम्बर 11 निवासी सीताराम दास के पुत्र नागेश्वर दास उर्फ नागो दास के घर के छत पर की घटना है।जहाँ राजमिस्त्री एवं मजदूर भवन निर्माण करने के लिए गए हुए थे।छत पर सैंटरिंग के बाद अचानक छड बिजली की नंगी तार में सट गई।जिससे दो मजदूरों की मौत मौके पर ही हो गई।प्राप्त जानकारी के मुताबिक बखरी नगर पंचायत वार्ड नम्बर 04 रामपुर निवासी स्वर्गीय रामेश्वर दास के 50 वर्षीय पुत्र राजमिस्त्री राम सुंदर दास तथा सलौना पंचायत के वार्ड नम्बर 11 निवासी भगलु साह के मजदूर पुत्र प्रभु साह बताया जाता है।मौत की सूचना मिलते ही गाँव व आसपास के क्षेत्र में कोहराम मच गया।आनन-फानन में लोगों के द्वारा दोनों मजदूरों को बखरी पीएचसी लाया गया,जहाँ डॉक्टरों ने मजदूरों को मृत घोषित कर दिया।घटना की सूचना मिलते ही बखरी थाना के एएसआई राजेश कुमार पुलिस बल के साथ बखरी पीएचसी पहुँचकर दोनों शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु बेगूसराय भेज दिया।इधर पीएचसी परिसर में पहुंचे परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।

आलेख : जातिवाद से आजाद होता देश का लोकतंत्र

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2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम कई मायनों में ऐतिहासिक रहे।  इस बार के चुनावों की खास बात यह थी कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के चुनाव परिणामों पर देश ही नहीं दुनिया भर की नज़रें टिकी थीं। और इन चुनावों के  परिणामों ने विश्व में जो आधुनिक भारत की नई छवि बन रही थी उस पर अपनी ठोस मोहर लगा दी है कि ये वो भारत है जिसका केवल नेतृत्व ही नहीं बदला बल्कि यहां का जनमानस भी बदला है उसकी सोच भी बदल रही है। ये वो भारत है जो केवल  बाहर से ही नहीं भीतर से भी बदल रहा है। इस भारत का  लोकतंत्र भी बदल रहा है। जो लोकतंत्र जातिवाद मजहब समुदाय की बेड़ियों में कैद था उसे विकास ने आज़ाद करा लिया है। इसकी बानगी दिखी नतीज़ों के बाद जब सेंसेक्स ने भी मोदी  सरकार की वापसी पर रिकॉर्ड  40000 की उछाल दर्ज की।

आज़ाद भारत के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी गैर कांग्रेस सरकार को दोबारा जनता ने सत्ता की बागडोर सौंप दी हो वो भी पिछली बार से ज्यादा बहुमत के साथ।  और आज़ाद भारत के इतिहास में कांग्रेस के साथ लगातार दूसरी बार ऐसा हुआ है कि  वो संसद में विपक्ष का प्रतिनिधित्व करने लायक संख्याबल भी नहीं जुटा पाई हो। कांग्रेस के लिए यह आत्ममंथन का विषय होना चाहिए कि उसका यह प्रदर्शन तो आपातकाल के बाद हुए चुनावों में भी नहीं था।1977 के  अपने उस सबसे बुरे दौर में भी कांग्रेस ने 152 सीटें जीती थीं। दरअसल इन पांच सालों में और खास तौर पर चुनावों के दौरान देश को अगर किसी ने निराश किया है तो कांग्रेस ने। क्योंकि इन पांच सालों में उसने अपने किसी भी काम से ना तो भाजपा को चुनौती दी और ना ही खुद को लोगों के सामने भाजपा अथवा मोदी के विकल्प के रूप में प्रस्तुत करने के लिए कोई ठोस कदम उठाए। वो अपनी परफॉर्मेंस सुधारने की कोशिश करने के बजाए भाजपा की खराब परफॉर्मेंस का इंतजार करती रही। शायद कांग्रेस ने राजनैतिक पंडितों के इस गणित पर भरोसा कर लिया था कि भाजपा 2014 में अपना सर्वश्रेष्ठ दे चुकी है और उसने हर राज्य में इतना अच्छा परफॉर्म कर लिया है कि वो अपने इस प्रदर्शन को किसी भी हालत में दोहरा नहीं सकती। और सत्ताविरोधी लहर के चलते उसकी सीटें हर राज्य में निश्चित ही कम होंगी। इसके अलावा  उत्तरप्रदेश में सपा बसपा का गठजोड़ उसे 15 - 20 सीटों तक समेट देगा। यह वाकई निराशाजनक है कि भाजपा की हार में से ही कांग्रेस अपनी जीत के रास्ते खोजती रही।   लेकिन वो भूल गई कि शॉर्टकटस से लंबे रास्ते तय नहीं होते और ना ही किसी की असफलता किसी की सफलता की वजह बन सकती है। सफलता तो नेक नियत और कठोर परिश्रम से हासिल होती है। इसलिए  देश की जनता खास तौर पर उत्तर प्रदेश की जनता को सलाम है कि उसने वोटबैंक की राजनीति करने वाले सभी राजनैतिक दलों को एक सकारात्मक संदेश दे दिया है।  उत्तरप्रदेश की जनता वाकई बधाई की पात्र है कि जिस राज्य में राजनैतिक दल दलितों यादवों मुसलमानों आदि के वोट प्रतिशत के हिसाब से अपना अपना वोट शेयर आंक कर अपनी सीटों का गणित लगाते थे उस प्रदेश में विकास और अपने काम के बल पर   अकेले भाजपा को 50% और कहीं कहीं तो 60% तक का वोट शेयर मिला। जबकि वोटबैंक की राजनीति करने वाले बुआ बबुआ का गठबंधन जो भाजपा को 20 सीटों के अंदर समेट रहा था वो खुद 15 पर सिमट गया। यह पहली बार हुआ कि वोटबैंक की राजनीति करने वाले हर दल को पूरे देश ने एक ही जवाब दिया। जो कांग्रेस एनआरसी के मुद्दे पर भाजपा को घेर रही थी उसे असम की जनता ने जवाब दे दिया। जो महबूबा मुफ्ती 370 हटाने पर कश्मीर में भारत के झंडे का अपमान करने की बात करती थीं उन्हें जम्मूकश्मीर की जनता ने जवाब दे दिया। जो ममता प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री मानने से ही इंकार कर रही थीं और उन्हें जेल में डालने की बात करती थीं उन्हें बंगाल की जनता ने जवाब दे दिया है। 

नोटबन्दी और जीएसटी पर सरकार को लगातार घेरने वाले विपक्ष को देश ने जवाब दिया। विश्व के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जीएसटी लागू करने वाली किसी सरकार की सत्ता में वापसी हुई हो। इसलिए भाजपा की इस अभूतपूर्व विजय में मध्यम वर्ग का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। खुद प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि  देश के इतिहास में इतना मतदान पहली बार हुआ है। और आंकड़े बताते है कि जब जब मध्यम वर्ग ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है  मतदान का प्रतिशत बढ़ा है। दरअसल जो मध्यम वर्ग पहले वोटिंग के प्रति उदासीन रहता था उसने भी इस बार मतदान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। जो राजनैतिक पंडित उज्ज्वला योजना आयुष्मान योजना प्रधानमंत्री आवास योजना शौचालय निर्माण जैसी योजनाओं के कारण केवल दलितों शोषितों वंचितों का जात और मजहब से ऊपर उठकर भाजपा के पक्ष में मतदान करने को ही भाजपा की जीत का एकमात्र कारण मान रहे हैं वो या तो नादानी वश कर रहे हैं या फिर स्वार्थवश ऐसा कह रहे है।  लेकिन इस सब से परे इन नतीजों ने बहुत से पुराने मिथक तोड़े हैं तो कई नई उम्मीदें भी जगाई हैं। ये वो नतीजे हैं जिन्होंने चुनावों की परिभाषा ही बदल  दी। इन नतीजों ने बता  दिया कि चुनाव सीटों के अंकगणित का खेल नहीं बल्कि मतदाता का अपने नेता के ऊपर विश्वास के रसायन  से उपजे समीकरण हैं। इसलिए चुनावो में गणित की तर्ज पर दो और दो मिल चार कभी नहीं होते बल्कि दो और दो मिलकर बाईस होंगे या बैक फायर होकर शून्य बन जाएंगे यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है। जैसे जिस पिछले चुनावों में विपक्ष के लिए मोदी को चाय वाला और नीच कहना भारी पड़ गया तो इस बार चौकीदार चोर है के नारे लगवाना। झूठे नैरेटिव बना कर जो चोर न हो उसे चोर कहना जो भ्रष्ट ना हो उसे भृष्ट कहना जो ईमानदार है उसे बेईमान कहना विपक्ष को किस कदर  भारी पड़ने वाला है इसका अंदाज़ा शायद उन्हें भी नहीं था। दरसअल स्वार्थ वंशवाद अवसरवाद की राजनीति को जनता अब समझने लगी है। इन चुनाव परिणामों से जनता ने जवाब दे दिया है कि जो काम करेगा वो ही राज करेगा। लेकिन विपक्ष की परेशानी यह है कि मोदी ने एक बहुत बड़ी रेखा खींच ली है और अफसोस की बात यह है कि उस रेखा की बराबरी करने की ताकत विपक्ष में हो ना हो लेकिन जज्बा नहीं है। शायद इसलिए वो लगातार मोदी की बनाई लकीर को छोटी करने में लगा है।



डॉ नीलम महेंद्र

विशेष : वर्षों से स्टूडेंट्स के रोल मॉडल बने हुए हैं बिहार के मैथेमेटिक्स गुरु, प्रतिभाओं को दे रहे हैं उड़ान

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“आनंद कुमार, अभयानंद और आरके श्रीवास्तव जैसे शिक्षक हैं हजारों युवायों के रोल मॉडल। अपने क़डी मेहनत, उच्ची सोच और पक्का इरादा के बल पर विश्वपटल पर बनायी इन शिक्षकों ने पहचान”बिहार का मान सम्मान को विश्व पटल पर बढ़ाने वाले मैथमेटिक्स गुरु फेम आरके श्रीवास्तव है हजारो स्टूडेंट्स के रोल मॉडल। सैकड़ो गरीब प्रतिभाओ के सपने को आईआईटी,एनआईटी, एनडीए,बीसीईसीई में सफलता दिलाकर लगा चुके है पंख। अमेरिकी विवि डॉक्टरेट की मानद उपाधि से कर चुका है सम्मानित।
  • पिछले 10 वर्षों से गरीब बच्चों को गणित पढ़ा रहा एक नौजवान

प्रतियोगिता का दौर, गिरता शिक्षा स्तर और स्टूडेंट्स की मजबूरी-- शायद इन्ही कारणों से कोचिंग संस्थानों का बाजार गर्म है। लेकिन व्यवसीयकता के इस दौर में बिहार के युवा गणितज्ञ मैथमेटिक्स गुरु फेम आरके श्रीवास्तव के लिए शिक्षा कोई 'बजारू'चीज नही है। वे छात्रों का भविष्य सवारने और कोचिंग संस्थानों को करारा जवाब देने के लिए पिछले 10 वर्षो से निःशुल्क शिक्षा दे रहे है।

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आमतौर पर शिक्षा स्तर का गिरावट का सबसे बड़ा खामियाजा इंजीनियरिंग और मेडिकल जैसे तकनीकी विषयो की पढ़ाई करने वाले छात्र- छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। जिन्हें कोचिंग के लिए लाखों रुपये देने पड़ रहे है। पिछले कई वर्षो से आरके श्रीवास्तव ने शिविर लगाकर इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे हजारो गरीब स्टूडेंट्स को नाईट क्लासेज प्रारूप के माध्यम से पूरे रात लगातार 12 घण्टे तक गणित के सवाल हल करने की नई -नई तकनीको और बारीकियों की जानकारी दे रहे। आरके श्रीवास्तव के नाईट क्लासेज प्रारूप के तहत लगातार 12 घण्टे निःशुल्क शिक्षा देने हेतु इनका नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड एवम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो चुका है। उनका दावा है कि इस शिविर में पढ़ाई करने वाले में से प्रत्येक वर्ष 60% से अधिक छात्र-छात्राएं आईआईटी, एनआईटी, एनडीए सहित तकनीकी प्रवेश परीक्षाओं में सफल होते है। छात्रों के इस नाईट क्लासेज शिविर की ओर आकर्षित होने के चलते हजारो स्टूडेंट्स के रोल मॉडल बन चुके है। मैथमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव न सिर्फ बिहार में लोकप्रिय है बल्कि अपने गणित पढ़ाने के जादुई तरीके एवम गणितीय शोध के लिए प्रायः सुर्खियों में भी रहते है। क्लासरूम प्रोग्राम में पाइथागोरस प्रमेय को 50 से ज्यादा तरीको से सिद्ध कर आरके श्रीवास्तव ने गणित विरादरी में काफी वाहवाही लुटा। गूगल बॉय कौटिल्य पंडित के गुरु के रूप में भी देश इन्हें जानता है। फिलहाल वह गरीब छात्रों को निःशुल्क शिक्षा देने में जुटे हुए है। उनके इस प्रयास से प्रभावित होकर अलग- अलग क्षेत्रों के उच्चे ओहदे के कुछ लोगो ने शिविर में अतिथि शिक्षक के बतौर छात्र- छात्राओ को पढ़ाया। बकौल आरके श्रीवास्तव कहते है की गणित की शिक्षा देना मेरा पेशा नही बल्कि शौक है, ब्यवसायिक शिक्षण में छात्र- छात्राओं और शिक्षकों के बीच परस्पर प्रेम और विश्वास का संबंध नही रह पाता।

आपको बताते चले कि आरके श्रीवास्तवा के नाईट क्लास के मॉडल को जानने और समझने के लिए अभिभावक सहित शिक्षक भी उनके क्लास में बैठते है की कैसे आरके श्रीवास्तवा पूरे रात लगातार 12 घण्टे विद्यार्थियों को पूरे अनुसाशन के साथ मैथमेटिक्स का गुर सीखा रहे। सुबह क्लास खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स के माता पिता इस बात से काफी चकित थे की मेरा बेटा-बेटी घर पर एक घण्टे भी ठीक से पढ़ नही पाते उन्हें आरके श्रीवास्तव ने लगातार पूरे रात 12 घण्टे तक अनुसाशन के साथ बैठाकर मैथमेटिक्स का गुर सिखाया। उन्हें सेल्फ स्टडी के प्रति प्रेरित किया गया कि कैसे आप पूरे रातभर पढ़ सकते है। आर के श्रीवास्तव के नाइट क्लास के रूप मे लगातार पूरे 12 घंटे बच्चों को शिक्षा देने के मुहिम अब देशव्यापी रूप लेने लगा है।आर के श्रीवास्तव को देश के विभिन्न राज्यों के शैक्षणिक संस्थाएँ गेस्ट फैक्लटी के रूप मे अपने यहाँ शिक्षा देने के लिए बुलाती है. शिक्षक भी बच्चों के साथ आर के श्रीवास्तव के क्लास लेने के तरीकों को समझने के लिए क्लास मे बैठते है की कैसे पूरे रात अनुशासन मे बच्चों को पढ़ाया जा सकता है. क्लास देखकर बच्चे सहित शिक्षक भी श्रीवास्तव को धन्यवाद देते है की पढ़ाने की ऐसी कला सारे शिक्षकों मे आ जाये तो कोई बच्चा शिक्षा से अपने को दूर नही कर पायेगा,और सफलता उसके कदम चूमेगी। रोहतास निवासी आरके श्रीवास्तव बताते हैं कि उन्हें बचपन से ही गणित में बहुत अधिक रुचि थी जो नौंवी और दसवी तक आते-आते परवान चढ़ी। 

आर के श्रीवास्तवा की बचपन भी काफी गरीबी से गुजरा है. परन्तु अपने कड़ी मेहनत, उच्ची सोच, पक्का इरादा के बल पर आज देश मे मैथमेटिक्स गुरु के नाम से मशहूर है, वे कहते हैं कि मेरे जैसे देश के कई बच्चे होंगे जो पैसों के अभाव में पढ़ नहीं पाते।आरके श्रीवास्तवा अपने छात्रों में एक सवाल को अलग-अलग मेथड से हल करना भी सिखाते हैं. वे सवाल से नया सवाल पैदा करने की क्षमता का भी विकास करते है।

आनंद कुमार----
शिक्षा के क्षेत्र में पटना के आनंद कुमार और उनकी संस्था ‘सुपर 30’ को कौन नहीं जानता। हर साल आईआईटी रिजल्ट्स के दौरान उनके ‘सुपर 30’ की चर्चा अखबारों में खूब सुर्खियाँ बटोरती हैं। आनंद कुमार अपने इस संस्था के जरिए गरीब मेधावी बच्चों के आईआईटी में पढ़ने के सपने को हकीकत में बदलते हैं। सन् 2002 में आनंद सर ने सुपर 30 की शुरुआत की और तीस बच्चों को नि:शुल्क आईआईटी की कोचिंग देना शुरु किया। पहले ही साल यानी 2003 की आईआईटी प्रवेश परीक्षाओं में सुपर 30 के 30 में से 18 बच्चों को सफलता हासिल हो गई। उसके बाद 2004 में 30 में से 22 बच्चे और 2005 में 26 बच्चों को सफलता मिली। इसीप्रकार सफलता का ग्राफ लगातार बढ़ता गया। सन् 2008 से 2010 तक सुपर 30 का रिजल्ट सौ प्रतिशत रहा। आज आनंद कुमार राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय मंचों को संबोधित करते हैं। उनके सुपर 30 की चर्चा विदेशों तक फैल चुकी है। कई विदेशी विद्वान उनका इंस्टीट्यूट देखने आते हैं और आनंद कुमार की कार्यशैली को समझने की कोशिश करते हैं। हाल ही में आनंद कुमार को विश्व के प्रतिष्ठित विश्विद्यालय हार्वर्ड ने अपने यहाँ लेक्चर के लिए बुलाया है। आज आनंद कुमार का नाम पूरी दुनिया जानती है और इसमें कोई शक नहीं कि आनंद कुमार बिहार का गौरव हैं।

अभयानंद---
पढ़ाने का जुनून हो, कुछ अलग करने का हौसला हो तो वक्त की कमी तो बस बहाना है। आईजी अंकल के नाम से मशहूर बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद को भी एक एेसा ही जुनून है- बच्चों को पढ़ाना और आईआईटी की तैयारी कराना। अभयानंद की संस्था ‘सुपर 30’ देश में हर साल सैकड़ों गरीब मेधावी छात्रों का दाखिला आईआईटी में करवाती है। बिहार पुलिस में अपनी सेवा के समय से ही वह बच्चों को पढ़ा रहें हैं और उनका मार्गदर्शन कर रहें है। बच्चों के आईजी अंकल एडीजी हुए और डीजीपी होने के बाद कुछ वर्ष पहले रिटायर भी हो गए हैं मगर पढ़ाने और पढ़ने का सिलसिला आज भी लगातार जारी है।


मुरली मनोहर श्रीवास्तव
(लेखक सह पत्रकार), पटना,  
मोबाइलः 9430623520

मतदाता कर रहे अपराधियों का समर्थन : वेलिंगकर

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पणजी, 25 मई, गोवा की चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में तीन पर भाजपा की जीत के एक दिन बाद प्रदेश-आरएसएस के पूर्व प्रमुख व गोवा सुरक्षा मंच के प्रमुख सुभाष वेलिंगकर ने कहा कि मतदाता ‘‘आपराधिक और अनैतिक’’ व्यवहार वाले नेताओं का समर्थन करते प्रतीत होते हैं। वेलिंगकर पणजी विधानसभा सीट से कांग्रेस के एतानासिओ मोंसेरात से हार गए हैं। मोंसेरात के खिलाफ बलात्कार के आरोप हैं। मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के मार्च में निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई थी। वेलिंगकर ने शुक्रवार को कहा कि इस चुनाव परिणाम से समाज को चिंता होनी चाहिए क्योंकि राजनीति में अनैतिकता और अपराधीकरण का प्रवेश हो गया है और मतदाता उसका साथ दे रहे हैं।  उन्होंने कहा, ‘‘हम भी इस तरह के रुझान से चिंतित हैं।’’  वेलिंगकर ने कहा, ‘‘अब हम चकित हैं कि क्या समाज ने राजनीति में अनैतिक राजनीति का समर्थन करना शुरू कर दिया है? फिर तो यह चिंता की बात है।’’ 

राष्ट्रपति ने 16वीं लोकसभा भंग की

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नयी दिल्ली, 25 मई , राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 16वीं लोकसभा भंग करने की कैबिनेट की सिफारिश को मंजूरी दे दी ।  राष्ट्रपति भवन ने यह जानकारी दी है ।  शुक्रवार को कैबिनेट ने 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की थी और राष्ट्रपति से इसे तत्काल प्रभाव से भंग करने का आग्रह किया था । राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ने कैबिनेट की इस सिफारिश को स्वीकार करते हुए संविधान के अनुच्छेद 85 के उपबंध 2 के सह उपबंध :ब: के तहत प्राप्त अधिकारियों का प्रयोग करते हुए 16वीं लोकसभा भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए ।  16वीं लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है । इसकी पहली बैठक 4 जून 2014 को बुलाई गई थी और तब सदस्यों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी ।  केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की थी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया था । राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री सहित मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री से नयी सरकार बनने तक पद पर बने रहने का आग्रह किया है।
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