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मूसा के मारे जाने के चलते कश्मीर के कुछ हिस्सों में दूसरे दिन भी कर्फ्यू जारी

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श्रीनगर, 25 मई, अलकायदा से जुड़े एक समूह के तथाकथित प्रमुख जाकिर मूसा को सुरक्षाबलों द्वारा मार गिराए जाने के बाद कश्मीर के कुछ हिस्सों में लागू कर्फ्यू दूसरे दिन शनिवार को भी जारी है।  मूसा शुक्रवार को पुलवामा में सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया था। अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर, कुलगाम और पुलवामा के कुछ हिस्सों में अभी भी कर्फ्यू जारी है। उन्होंने बताया कि स्कूल और कॉलेज बंद हैं। घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवा निलंबित है। बारामूला-बनिहाल लाइन पर रेल सेवा भी बाधित है। उन्होंने कहा, ‘‘कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में आज (शनिवार) को कर्फ्यू जारी रहेगा।’’  अधिकारियों ने श्रीनगर में बताया कि नौहाटा, रैनावाड़ी, खान्यार, सफाकदल और एमआर गुंग थाना क्षेत्रों में ‘‘कड़े प्रतिबंध’’ जारी हैं जबकि मैसुमा और क्राललखुद इलाकों में ‘‘आंशिक प्रतिबंध’’ जारी हैं। दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिले के त्राल इलाके के एक गांव में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में अलकायदा से जुड़े समूह अंसार गजावत-उल-हिंद का स्वयंभू सरगना जाकिर राशिद भट उर्फ जाकिर मूसा शुक्रवार को मारा गया था। मूसा पाकिस्तान की निंदा के बाद कश्मीर घाटी में सुर्खियों में आया था और उसने प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन से रिश्ते तोड़कर अलकायदा के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की थी। कैरम खिलाड़ी मूसा ने किशोरावस्था में जम्मू कश्मीर का विभिन्न स्तरों पर राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व किया था। मूसा अप्रैल 2013 से आतंकी वारदातों में सक्रिय था। मूसा ने जब बुरहान वानी से मिलकर हथियार उठाया था तो तब वह इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष का छात्र था। बुरहान वानी को सुरक्षाबलों ने 2016 में एक मुठभेड़ में मार गिराया था। दक्षिण कश्मीर के स्थानीय लोगों के बीच मूसा की लोकप्रियता बीते तीन साल के दौरान बढ़ी और उसे वानी की मौत के बाद उसके स्वाभाविक उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाने लगा। उसने हालांकि 2016 में हुर्रियत नेताओं को एक वीडियो में धमकी देकर आतंकी समूहों और अलगाववादियों को चौंका दिया था। उसने कहा था कि अलगाववादी नेता कश्मीर के पाकिस्तान में विलय की बात को समर्थन देना बंद करें।

लोकसभा में द्रमुक होगी तीसरी सबसे बड़ी पार्टी, तृणमूल और वाईएसआर चौथे नंबर पर

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नयी दिल्ली, 24 मई, लोकसभा में संख्याबल के मामले में द्रमुक तीसरी सबसे बड़ी पार्टी रहेगी जबकि तृणमूल कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर रहेंगे।  आम चुनावों के कल आए नतीजों में भाजपा ने सर्वाधिक 303 सीटें जीतीं जबकि कांग्रेस 52 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। द्रमुक 23 सांसदों के साथ इस सूची में तीसरे जबकि तृणमूल कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस 22-22 सीटों के साथ चौथे स्थान पर रहे। थिंक टैंक ‘पीआरएस लेजिस्लेटिव’ ने कहा कि इस बार करीब 397 सांसद राष्ट्रीय दलों से चुने गये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से 303 सांसद भाजपा, 52 सांसद कांग्रेस और 22 सांसद तृणमूल कांग्रेस से जीतकर आए हैं। प्रादेशिक दलों में से द्रमुक (23) और वाईएसआर कांग्रेस (22) ने सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं।’’  पिछले आम चुनावों में, जयललिता नीत अन्नाद्रमुक तीसरी सबसे बड़ी पार्टी रही थी जबकि ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस चौथे स्थान पर रही थी।

प्रचंड जीत के बाद मोदी रविवार को मां का आशीर्वाद लेंगे

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नयी दिल्ली, 25 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की प्रचंड जीत के बाद मां का आशीर्वाद लेने रविवार को गुजरात जाएंगे। मोदी सोमवार को अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी जाएंगे जहां से उन्होंने 4.79 लाख मतों के अंतर से चुनाव जीता है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मां का आशीर्वाद लेने कल शाम गुजरात जाऊंगा। उसके अगले दिन सुबह मैं काशी में हूंगा और इस महान भूमि के लोगों ने मुझ पर जो भरोसा दिखाया है, उसके लिए उनका शुक्रिया अदा करूंगा। ’’ 

ओडिशा विधानसभा में पटनायक अभी भी पहली पसंद

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लोकसभा में मोदी को बराबर की तव्वजो
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भुवनेश्वर, 25 मई, ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे, लेकिन कई निर्वाचन क्षेत्रों में लोगों ने देश और प्रदेश के मुद्दे को बिल्कुल अलग-अलग रखते हुए संसदीय चुनाव में एक पार्टी के पक्ष में, तो वहीं विधानसभा चुनाव में दूसरी पार्टी के पक्ष में मतदान किया। ओडिशा में लोकसभा की 21 और विधानसभा की 147 सीट हैं। बीजू जनता दल ने 12 लोकसभा सीट जीतीं, जबकि भाजपा को आठ और कांग्रेस को एक सीट मिली है, लेकिन राज्य विधानसभा चुनाव में बीजद को 112 सीट मिली हैं, जबकि भाजपा को 23 और कांग्रेस को केवल नौ सीटों पर जीत मिली है। प्रतिष्ठित भुवनेश्वर लोकसभा सीट पर, भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाली पूर्व आईएएस अधिकारी अपराजिता सारंगी को विभाजित वोटों का लाभ मिला। उन्होंने इस सीट पर अपने बीजद प्रतिद्वंद्वी व मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त अरुप पटनायक को 23, 939 मतों से हराया, जबकि भुवनेश्वर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सात विधानसभा सीटों में से किसी पर भी भाजपा का कोई उम्मीदवार नहीं जीत पाया। भुवनेश्वर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सात विधानसभा सीटों में भुवनेश्वर-मध्य, भुवनेश्वर-उत्तर, एकाम्रा-भुवनेश्वर, जतनी, जयदेव, खुर्दा और बेगुनिया आती हैं।  सारंगी को 4,86,991 मत (48.45 प्रतिशत) मिले, जबकि इस लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली सातों विधानसभा सीटों पर खड़े सभी भाजपा प्रत्याशियों को कुल मिलाकर केवल 2,90,607 वोट यानी 29.3 फीसदी वोट ही मिले, जिसमें 19.15 फीसदी का अंतर है। इसी तरह कोरापुट लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार सप्तगिरि उल्लाका ने जीत दर्ज की, लेकिन इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ज्यादातर सीटों पर बीजद ने जीत हासिल की। इसी तरह से बालासोर, बारागढ़, बोलंगीर, कालाहांडी, संबलपुर और सुंदरगढ़ लोकसभा क्षेत्रों में भी कमोबेश यही स्थिति रही।

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुरू, हार के कारणों पर होगा मंथन

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नयी दिल्ली, 25 मई, लोकसभा चुनाव में करारी हार के कारणों पर मंथन करने के लिए कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक शनिवार को आरंभ हो गई। ऐसी खबरें हैं कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी इस बैठक में अपने इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन अटकलों को अफवाह करार दिया है। बैठक के बारे में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सीडब्ल्यूसी की बैठक में मुख्य रूप से हार के कारणों पर विचार किया जाएगा। इस बारे में भी चर्चा होगी कि पार्टी को किस तरह से मजबूत किया जा सकता है।’’ इस बैठक में राहुल गांधी के अलावा संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कार्यसमिति के अन्य सदस्य शामिल हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है। वह 52 सीटों पर सिमट गई है। 2014 के चुनाव में 44 सीटें जीतने वाली पार्टी को इस बार बेहतर की उम्मीद थी, लेकिन उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया।

राष्ट्रपति ने 16 वीं लोकसभा भंग की

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नयी दिल्ली 25 मई, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 16वीं लोकसभा भंग करने की कैबिनेट की सिफारिश को मंजूरी दे दी। राष्ट्रपति भवन ने यह जानकारी दी है। शुक्रवार को कैबिनेट ने 16वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की थी और राष्ट्रपति से इसे तत्काल प्रभाव से भंग करने का आग्रह किया था।राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ने कैबिनेट की इस सिफारिश को स्वीकार करते हुए संविधान के अनुच्छेद 85 के उपबंध 2 के सह उपबंध  के तहत प्राप्त अधिकारियों का प्रयोग करते हुए 16वीं लोकसभा भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए । 16वीं लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है । इसकी पहली बैठक 4 जून 2014 को बुलाई गई थी और तब सदस्यों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी।केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को 16 वीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश की थी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया था । राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री सहित मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री से नयी सरकार बनने तक पद पर बने रहने का आग्रह किया है।

नयी सरकार के गठन का दावा पेश करने के लिए राष्ट्रपति से मिलेंगे मोदी

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नयी दिल्ली 25 मई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नयी सरकार के गठन का दावा पेश करने के लिए शनिवार रात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री रात करीब आठ बजे राष्ट्रपति से मिलने जा सकते हैं और इससे पहले शाम सात बजे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गंठबंधन (राजग) के नेता कोविंद से मिलेंगे।लोकसभा चुनाव में राजग बड़े बहुमत के साथ वापस लौटा है और भाजपा ने अकेले 303 सीटें हासिल की हैं। 543 में से 542 सीटों पर चुनाव हुए थे। वेल्लोर लोकसभा सीट पर धन के दुरुपयोग के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग ने मतदान निरस्त कर दिया था। जब सूत्रों से पूछा गया कि क्या मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में विदेशी मेहमानों को आमंत्रित किया जाएगा तो उन्होंने कहा, ‘‘अभी इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। फैसला हो जाए तो हम जानकारी साझा करेंगे।’’ मोदी ने 2014 में अपने शपथ ग्रहण समारोह में दक्षेस के सदस्य देशों के प्रमुखों को आमंत्रित किया था। इस बीच, मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों समेत चुनाव आयोग के अधिकारियों ने शनिवार को राष्ट्रपति कोविंद से मिलकर उन्हें लोकसभा के 542 नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची सौंपी।

कार्य समिति ने राहुल को पार्टी में बदलाव के लिए अधिकृत किया

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नयी दिल्ली 25 मई, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए शनिवार को पार्टी की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में इस्तीफे की पेशकश की, लेकिन सदस्यों ने इसे ठुकरा दिया और प्रतिकूल परिस्थिति में उनसे पार्टी का नेतृत्व करते रहने का आग्रह किया। साथ ही सीडब्ल्यूसी की बैठक में गांधी को पार्टी संगठन में आमूलचूल परिवर्तन के लिए अधिकृत किया गया। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में लोकसभा चुनाव में करारी हार के कारणों पर मंथन किया गया और एक प्रस्ताव पारित किया गया। बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने संवादाताओं से कहा, 'राहुल गांधी जी ने इस्तीफे की पेशकश की। सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से उनकी पेशकश को खारिज किया और आग्रह किया कि आपके नेतृत्व की जरूरत है और आगे भी रहेगी।'उन्होंने कहा, 'अगर कोई नेता राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष की भूमिका निभा सकता है तो वह राहुल गांधी हैं।'पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने कहा, "पार्टी का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा। पार्टी इस पर विचार करेगी। हम तत्काल किसी निष्कर्ष नहीं पहुंच सकते कि क्यों हारे? इस पर विस्तृत चर्चा होगी।'सीडब्ल्यूसी की बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया है, 'कांग्रेस कार्यसमिति 12.13 करोड़ साहसी व सजग मतदाताओं को धन्यवाद देती है, जिन्होंने कांग्रेस पार्टी में अपना विश्वास व्यक्त किया। कांग्रेस पार्टी एक जिम्मेदार व सकारात्मक विपक्ष के रूप में अपना कर्तव्य निभाएगी और देशवासियों की समस्याओं को सामने रख, उनके प्रति सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करेगी।'सीडब्ल्यूसी ने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति के सम्मुख अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे की पेशकश की, मगर कार्यसमिति के सदस्यों ने सर्वसम्मति व एक स्वर से इसे खारिज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष का आह्वान किया कि प्रतिकूल व चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में पार्टी को राहुल गांधी के नेतृत्व व मार्गदर्शन की आवश्यकता है।'प्रस्ताव में कहा गया है, "कांग्रेस कार्यसमिति ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देश के युवाओं, किसानों, महिलाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति/पिछड़ों, गरीबों, शोषितों व वंचितों की समस्याओं के लिए आगे बढ़कर जूझने का आग्रह किया।' 

सीडब्ल्यूसी ने कहा, 'कांग्रेस कार्यसमिति उन चुनौतियों, विफलताओं और कमियों को स्वीकार करती है, जिनकी वजह से ऐसा जनादेश आया। कांग्रेस कार्यसमिति पार्टी के हर स्तर पर संपूर्ण आत्मचिंतन के साथ साथ कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत करती है कि वह पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में आमूलचूल परिवर्तन एवं विस्तृत पुनर्संरचना करें। इसके लिए योजना जल्द से जल्द लागू की जाए।'प्रस्ताव में यह भी कहा गया है, 'कांग्रेस पार्टी ने चुनाव हारा है, लेकिन हमारा अदम्य साहस, हमारी संघर्ष की भावना और हमारे सिद्धांतों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पहले से ज्यादा मजबूत है। कांग्रेस पार्टी नफरत और विभाजन की ताकतों से लोहा लेने के लिए सदैव कटिबद्ध है।'कांग्रेस कार्यसमिति ने देश के समक्ष मौजूदा समय में अनेकों चुनौतियों का संज्ञान लिया जिनका हल नई सरकार को ढूंढना है। सीडब्ल्यूसी की बैठक में राहुल गांधी के अलावा संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कार्यसमिति के अन्य सदस्य शामिल हुए।गौरतलब है कि इस लोकसभा चुनाव में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। वह 52 सीटों पर सिमट गई है। 2014 के चुनाव में 44 सीटें जीतने वाली पार्टी को इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया।


निर्वाचन आयोग ने लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची राष्ट्रपति को सौंपी

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नयी दिल्ली 25 मई, मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने 17वीं लोकसभा के लिये संपन्न हुये चुनाव में जीते उम्मीदवारों की सूची शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंप दी।राष्ट्रपति को चुनाव परिणाम सौंपे जाने के समय निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा और सुशील चंद्रा भी अरोड़ा के साथ थे। चुनाव परिणाम के आधार पर 17वीं लोकसभा का गठन होगा।इसके पहले राष्ट्रपति कोविंद ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश पर 16वीं लोकसभा को भंग कर दिया। इसके साथ ही 17वीं लोकसभा के गठन की औपचारिक शुरुआत हो गयी। निर्वाचन आयोग ने लोकसभा की 543 सीटों पर मतदान के लिये 10 मार्च को चुनाव कार्यक्रम घोषित किया था। सात चरणों में, 11 अप्रैल से 19 मई तक, लोकसभा की 542 सीट पर हुये मतदान के बाद 23 मई को मतगणना हुयी। तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर धनबल के इस्तेमाल की शिकायतों के आधार पर आयोग ने मतदान से पहले ही चुनाव स्थगित कर दिया था। इस सीट पर अभी चुनाव होना बाकी है। दो दिन तक चली मतगणना के बाद शुक्रवार को घोषित चुनाव परिणाम के आधार पर सत्तारूढ़ भाजपा को सर्वाधिक 303 सीट मिलीं। वहीं, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस महज 52 सीट पर सिमट गयी। चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक आयोग को 17वीं लोकसभा के चुनाव की प्रकिया 27 मई से पहले पूरी करनी है।

सरकार गिराने में भाजपा की रूचि नहीं : चौहान

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भोपाल 25 मई, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि भाजपा की रूचि कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत मध्यप्रदेश सरकार को गिराने में नहीं है। लेकिन यदि वह अपने आप गिर जाये तो क्या कर सकते हैं।  प्रेस से मिलिये’ कार्यक्रम में मध्यप्रदेश में भाजपा द्वारा अगली सरकार बनाए जाने के बारे में पूछने पर चौहान ने कहा, ‘‘भाजपा किसी प्रकार की तोड़फोड़ और खरीद फरोख्त में विश्वास नहीं रखती है। हम ऐसा नहीं करेंगे, लेकिन कांग्रेस के अंतर्विरोध एवं जिन्होंने उन्हें समर्थन दिया है, उनके कुछ कारणों से कुछ भी हो सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही के लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट आवंटन के बाद गुना लोकसभा सीट के बसपा प्रत्याशी (लोकेन्द्र सिंह) कांग्रेस में शामिल हो गये। अब मायावती जी की दृष्टि वक्र हो जाये और वो कुछ करे, या अंदरूनी कुछ हो जाये .. । नहीं तो मैं सच कहता हूं अगर हम चाहते तो मध्यप्रदेश में सरकार (कांग्रेस की) नहीं बनने देते।’’ गौरतलब है कि बसपा प्रत्याशी लोकेन्द्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने की घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए मायावती ने मध्यप्रदेश की कांग्रेस नीत सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की धमकी दी थी। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए पिछले साल नवंबर में हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी उभर कर आई थी। कांग्रेस ने बसपा के दो विधायकों, सपा के एक विधायक एवं चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है। भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 25 मई

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मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना के संबंध में संशोधित निर्देश जारी, 31 मई तक होगा ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन

मध्यप्रदेश शासन, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा जारी आदेश में जानकारी दी गई कि प्रदेश के किसानों को प्याज का उचित मूल्य दिलाने के लिए उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्सान योजना लागू की गई है। इस संबंध में 30 मार्च 2019 के जारी दिशा निर्देशों में संशोधन कर दिया गया है।  इस योजना के अनुसार अधिसूचित मंडियों में प्याज का मॉडल विक्रय दर रबी प्याज की फसल हेतु निर्धारित अवधि में 800 रुपये प्रति क्विंटल से कम रहता है तब‍ अधिसूचित मंडियों में किसान द्वारा प्याज विक्रय दर एवं समर्थन मूल्य 800 रुपये प्रति क्विंटल के अंतर की राशि ई-उपार्जन पोर्टल पर पजीकृत किसानों के द्वारा विक्रय करने पर बैंक खातों में सीधे डाली की जाएगी। 20 मई से 31 मई तक किसानों का ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराया जाएगा एवं पंजीकृत किसानों के स्थल का भौतिक सत्यापन राजस्व एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। 1 जून से 30 जून तक पूरे प्रदेश की अधिसूचित मंडियों में 800 रुपये प्रति क्विंटल से कम विक्रय मूल्य प्राप्त होने पर योजना अन्तर्गत प्रोत्साहन राशि निर्धारित की जाएगी। खा़द्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा ई-उपार्जन पोर्टल से व्यवस्था बनाई जाएगी कि गिरदावरी पोर्टल से real time sharing व्यवस्था बनाएं जिससे राजस्व विभाग को जानकारी में विसंगति होने से स्वमेंव परीक्षण एवं सत्यापन करने में सुविधा हो। सत्यापन के उपरांत निर्धारित तिथि को ई-गिरदावरी की प्रविष्टियां अंतिम सूची मानी जाएगी एवं यही जानकारी ई-उपार्जन के लिए भी मान्य होगी। राज्य स्तर पर ई-उपार्जन पोर्टल से पंजीकृत कृषक/खसरों की जानकारी का मिलान भू अभिलेख डाटा से किया जाएगा। योजना का लाभ केवल अधिसूचित मंडी में हुए संव्यवहारों पर ही होगा। वर्तमान में प्याज विक्रय मंडी अधिनियम के दायरे में शामिल नहीं होने से मंडी प्रांगण में बेचने की बाध्यता नहीं है। केवल प्याज के लिए मंडी अधिनियम के अन्तर्गत अधिसूचना जारी कर चिन्हित मंडियों में नगर निगम/नगर पालिका/नगर पंचायत में प्याज का विक्रय मंडी प्रांगण के अंदर किया जाना बंधनकारी बनाया जाएगा। मंडी बोर्ड द्वारा यह सुनिश्चत किया जाएगा कि प्याज की घोष विक्रय नीलामी चिन्हित मंडियों में नियमित रूप से हो।

योजना के क्रियान्वयन के लिए होगा समिति का गठन

योजना के क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला क्रियान्वयन समिति का गठन किया जाएगा। क्रियान्वयन समिति में अध्यक्ष कलेक्टर श्री गणेश शंकर मिश्रा, सदस्य सचिव उप/सहायक संचालक उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी एवं सदस्य मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, अतिरिक्त कलेक्टर राजस्व, उप पंजीयक सहकारी संस्थाए, जिला खाद्य अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम, जिला प्रबंधक मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ, जिला मुख्यालय का मंडी सचिव, जिला लीड बैंक अधिकारी रहेंगे।

अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू एवं धुम्रपान निषेध दिवस 31 मई को

हर साल की तरह इस साल भी 31 मई को अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस मनाया जायेगा। इस दिवस पर युवाओं, छात्र-छात्राओं एवं जनसामान्य में तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन की बढ़ती आदत पर रोक लगाने के लिये विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रम में तम्बाकू, बीड़ी एवं सिगरेट के उपयोग से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्परिणामों को बताया जायेगा। दिवस पर जिले में तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन के दुष्परिणामो की जानकारी  देने के लिये सेमीनार, रैली, पोस्टर, प्रदर्शनी, वाद-विवाद, निबंध-लेखन, प्रश्नमंच, चित्रकला प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, गीत, नृत्य कार्यक्रमो आयोजन होगा।  मध्यप्रदेश स्वास्थ्य आयुक्त द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि जिला मुख्यालय एवं प्रत्येक विकासखंड मुख्यालय पर सार्वजनिक स्थान पर तंबाकू के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया जाए। जिसमें जन प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, पत्रकार, शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हों। जनसमुदाय द्वारा तंबाकू का सेवन किसी भी रूप में न करने एवं अपने कार्यालय/दुकानों को तंबाकू सेवन से मुक्त रखने की शपथ ग्रहण करें। क्षेत्र के प्रमुख स्थानों पर रैली निकालकर जनजागरुकता लाई जावे एवं किशोर-किशोरियों, युवाओं के द्वारा वाद विवाद प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, हस्ताक्षर अभियान चलाया जाए। जिला मुख्यालय में आयोजित होने वाला कार्यक्रम कलेक्टर/जनप्रतिनिधियों की अध्यक्षता में एवं विकासखंड में आयोजित होने वाला कार्यक्रम अनुविभागीय अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित किया जाए।  प्रत्येक ग्राम पंचायत में तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभावों के संबंध में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया जावे एवं साइकिल रैली, दौड़ प्रतियोगिता, गांव में नारे लेखन का कार्य किया जाए। प्रत्येक विद्यालय/महाविद्यालय स्तर पर जागरुकता कार्यक्रम, प्रश्नमंच, निबंध, चित्रकला प्रतियोगिता, पोस्टर, रैली का आयोजन किया जाए।

10 जून से 20 जुलाई तक चलेगा दस्तक अभियान

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि इस वर्ष पुनः दस्तक अभियान 10 जून से 20 जुलाई 2019 तक आयोजित किया जायेगा। जिसमें एएनएम, आशा कार्यकर्ता तथा आंगनबाडी कार्यकर्ता का संयुक्त दल बनाकर उनके द्वारा सभी ग्रामों में घर-घर जा कर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण, गंभीर एनीमिया, निमोनिया, दस्त रोग की पहचान, एस.एन.सी.यू. एवं एनआरसी से छुट्टी प्राप्त बच्चों का फालोअप कर, बच्चों में जन्मजात विकृति की पहचान तथा सभी बच्चों में विटामिन ए का अनुपूरण किया जायेगा। दस्तक अभियान का उद्देश्य है कि 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान द्वारा त्वरित प्रबंधन ताकि बाल मृत्यु दर पर में वांछित कमी लाई जा सके।अभियान के दौरान समुदाय में बीमार नवजातों और बच्चों की पहचान की जायेगी।  जिला टीकाकरण अधिकारी  ने बताया कि दस्तक अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु 27 मई से प्रशिक्षण दिया जायेगा जिसमें जिले के समस्त विकासखंडों में पदस्थ एएनम, एमपीडब्ल्यू एवं एलएचव्ही को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।

लू-तापघात से बचने के उपाय 

इस समय गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। ऐसे में लू-तापघात सभी उम्र वर्ग में होने की संभावनाएं अधिक रहती है, लेकिन वृद्ध, गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशु, युवा, क्रोनिक बीमारियों से ग्रसित मरीजों को यह संभावना अधिक पाई जाती है। अत्यधिक गर्मियों में लू-तापघात जानलेवा भी हो सकता है। इस समय हमें सीधी धूप से बचना चाहिये। घर के अंदर हवादार ठंडे स्थान पर रहना चाहिए। पंखे का उपयोग करें, किन्तु अधिक तापमान होने पर ठंडे पानी से नहाये तथा कूलर या एयरकडिंशन का प्रयोग करें। हल्के रंग के ढीले व पतले वस्त्रों का प्रयोग करें। धूप में जाने से पहले सिर को छाते, कपड़े अथवा टोपी से ढकें। जूते-चप्पल तथा नजर के काले चश्में का प्रयोग करें। भोजन करके एवं पानी पीकर ही बाहर निकलें। पानी का अधिक मात्रा में सेवन करें तथा प्यास लगने का इंतजार न करें। अधिक से अधिक पेय पदार्थ जैसे नीबू पानी, लस्सी, छाछ, जलजीरा, आम पना, दही, नारियल पानी आदि का सेवन करें। अल्कोहलयुक्त नशीले पेय पदार्थों का उपयोग न करें। चाय, काफी, सॉफ्ट ड्रिंक तथा ऐसे पेय पदार्थ, जिनमें शक्कर की मात्रा अधिक होती है, के सेवन से परहेज करें। फल तथा सब्जी, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है। (तरबूज, खीरा, अनन्नास, संतरा, अंगूर आदि) का अधिक मात्रा में सेवन करें। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शिशुओं तथा बच्चों 65 वर्ष से अधिक आयु के महिला-पुरूषों, घर के बाहर काम करने वाले, मानसिक रोगियों तथा उच्च रक्तचाप वाले मरीजों का विशेष ध्यान रखें। बंद गाड़ी के अंदर का तापमान बाहर से अधिक होता है। अत: कभी भी किसी को बंद, पार्किंग में रखी गाड़ी में अकेला न छोड़ें। यदि बाहर कार्य करना अति आवश्यक हो तो-बाहरी गतिविधियाँ सुबह व शाम के समय में ही करें। अत्यधिक शारीरिक श्रम वाली गतिविधियां दिन के अधिकतम तापमान वाले घरों में न करें। बहुत अधिक भीड़, गर्म घुटन  भरे कमरों, रेल, बस आदि की यात्रा गर्मी के मौसम में अत्यावश्यक होने पर ही करें। यदि कोई व्यक्ति लू-तापघात से प्रभावित होता है, तो उसका तत्काल तरीकों से प्राथमिक उपचार किया जाये। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री प्रभाकर तिवारी ने बताया कि रोगी को तुरंत छायादार जगह पर कपड़े ढीले कर लिटा दें एवं हवा करें, रोगी को होश में आने की दशा में प्याज का रस अथवा जौ का आटा भी ताप नियंत्रण हेतु मला जा सकता है। रोगी के शरीर का ताप कम करने के लिये यदि संभव हो तो उसे ठण्डे पानी से स्नान करायें या उसके शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखकर पूरे शरीर को ढक दें। इस पक्रिया को तब तक दोहरायें जब तक कि शरीर का ताप कम नहीं होता है। उपरोक्त उपचार से यदि मरीज ठीक नहीं होता है तो उसे तत्काल निकट की चिकित्सा केन्द्र में लेकर जायें।

महिलाओं हेतु स्वरोजगार प्रशिक्षण ’’वस्त्र की रूपरेखा एवं सिंलाई’’ का आयोजन

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सीआरडीई कृषि विज्ञान केन्द्र  सेवनिया जिला द्वारा 05 दिवसीय महिलाओं हेतु स्वरोजगार प्रषिक्षण ’’वस्त्र की रूपरेखा एवं सिलाई’’ विषय पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में 20 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देष्य प्रतिभागियों द्वारा स्वंय के परिधान व परिवार के अन्य सदस्यों के परिधान व स्वरोजगार हेतु सिंलाई सिखाकर स्वरोजगार को स्थापित करना। इस कार्यक्रम के प्रतिभागियों को वस्त्र की रूपरेखा, वस्त्रों की पहचान, रेषा, सिलाई हेतु आवष्यक उपकरणों की जानकारी कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनिया जिला कुसुम सुखवाल, कार्यक्रम सहायिका, गृह विज्ञान द्वारा विस्तार से दी गई।  05 दिवसीय स्वरोगजार प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रत्येक दिवस तैयार कार्यक्रम अनुसार प्रषिक्षणार्थियों को सिलाई हेतु उपयोग उपकरण जैसे - सिंलाई मशीन एवं मशीन के पार्ट, इंचटेप, स्केल, चोक, कैंची इत्यादि, नाप लेने का तरीका, नाप लेते समय ध्यान देने वाली महत्वपूर्ण सावधानियां नाप रिकार्ड करने के तरीके, प्रारूप निर्माण व पेपर पैर्टन निर्माण व पैर्टन की सहायता ये कपड़ों के विभिन्न भागों की कटाई, कटे हुए कपडों की सिलाई व पूर्ण आकार देना, सिले हुए वस्त्रों में आवष्यकतानुसार परिवर्तन का तरीका, साथ ही साथ विभिन्न कपड़ों की डिजाईन के प्रारूपों इत्यादि विषयों पर विस्तार से प्रषिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा अपने साथीगणों का नाप लिया गया, वस्त्र सिलाई हेतु ड्राफ्ट भी तैयार किये, पैर्टन की सहायता से कपडों की कटाई भी की। प्रतिभागियों को प्रत्येक दिवस विभिन्न प्रकार के परिधानों की ड्राफ्टिंग व पैर्टन का कार्य सिखाया गया, जिसमें मुख्यतः ब्लाउज, सलवार एवं कुर्ता आदि का सजीव प्रदर्शन कर प्रषिक्षणार्थियों द्वारा स्वयं द्वारा वस्त्रों को तैयार कर एक प्रारूप भी तैयार किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रषिक्षणार्थियों द्वारा कार्यक्रम के अनुरूप अपनी सहभागिता सुनिष्चित की गयी। प्रशिक्षण समापन अवसर पर वैज्ञानिक संदीप ने प्रतिभागियों से प्रशिक्षण विषय पर विस्तृत चर्चा कर अपने अनुभवों को साझा किया। साथ ही प्रशिक्षण में सम्मिलित प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित कर स्वरोजगार के स्थापन हेतु प्रेरित भी किया।

महिला उत्पीड़न एवं आंतरिक परिवाद समिति की  जिला स्तरीय त्रैमासिक बैठक संपन्न

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चन्द्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय में शनिवार को महिला उत्पीड़न एवं आंतरिक परिवाद समिति की जिला स्तरीय त्रैमासिक बैठक का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. आशा गुप्ता की अध्यक्षता में प्राचार्य कक्ष में आयोजित की गई। डॉ. सुमन तनेजा प्राचार्य शासकीय कन्या महाविद्यालय, श्रीमती गौमती गोलाईत सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास सीहोर, सुश्री अनुभा सिंह जन संम्पर्क अधिकारी जिला, सुश्री प्रियंका बंशीबाल श्रम पदाधिकारी जिला सीहोर एवं महाविद्यालय की महिला उत्पीड़न समिति सदस्य इस कार्य हेतु माननीय कलेक्टर सीहोर द्वारा नामांकित किये गये थे । संबंधित समिति सदस्यों द्वारा दिये गये ऐजेण्डा के अनुसार महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर चर्चा की गई एवं कैसे कार्य का क्रियान्वयन किया जाना है इस पर निर्णय लिया गया । समस्त शासकीय एवं अषासकीय संस्थाओं से कार्य उपरांत प्रतिवेदन प्राप्त किया जा चुका है इस महाविद्यालय में बुनियादी सुविधाये उपलब्ध करवाई गयी जैसे शिकायत पेटी रखी गयी अन्य सुविधाये जैसे प्राथकम उपचार पेटी महिला प्रसाधन कक्ष सिक रुम एवं कामन रुम जैसी अन्य सुविधाये भी उपलब्ध करवाई जाये यह भी निर्णय लिया गया की समय समय पर निरीक्षण समिति द्वारा अन्य संस्थाओं का निरीक्षण किया जायेगा ताकि संबंधित कार्यो का क्रियान्वयन सफलतापूर्वक किया जा सके और प्रत्येक माह मे एक बार संबंधित अधिकारी के समक्ष पेटी खोलकर षिकायतो का निवारण किया जाये बैठक मे डॉ.सुमन तनेजा, श्रीमती गौमती गोलाईत, डॉ.फरजाना रिजवी, डॉ.प्रमिला जैन, डॉ.नोरारुथ कुमार एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे।

ग्रीष्मऋतु में पेयजल संकट के संबंध में बैठक संपन्न

अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी एवं परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण की अध्यक्षता में पेयजल संकट के संबंध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आष्टा एवं सीहोर, आष्टा, जावर, कोठरी एवं इछावर के मुख्य नगरपालिका अधिकारी उपस्थित थे। अपर कलेक्टर एवं परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण द्वारा उपस्थित नगरीय निकायों के सीएमओ से नगरीय निकायों में पेजल आपूर्ति के संबंध में चर्चा की गई। नगरपालिका आष्टा के मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री नीरज श्रीवास्तव एवं अनुविभागीय अधिकारी द्वारा नगर की पेयजल आपूर्ति के संबंध में अवगत कराया गया कि आष्टा नगर में वर्तमान में दो दिवस छोड़कर 30-45 मिनट पेयजल आपूर्ति की जा रही है, पेजल आपूर्ति के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अनुविभागीय अधिकारी द्वारा लगभग 26 बोर अधिग्रहित किये गये थे, वर्तमान में 10-15 बोर का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण उपयोग में नहीं आ रहे हैं, शेष शहरी क्षेत्र के लगभग 9 बोरों का नगर की पाईपलाइन से जाड़कर नगर के विभिन्न वार्डों में जल प्रदाय आपूर्ति की जा रही है, ग्रामीण क्षेत्रों में किये गये अधिग्रहित बोरों से एवं बगैर पाईपलाइन के द्वारा लगभग 11.50 लाख लीटर पानी एकत्रित किया जाता है। अपर कलेक्टर श्री चतुर्वेदी द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आष्टा एवं सीएमओ को निर्देशित किया गया कि आष्टा नगर में पेयजल आपूर्ति अंतर्गत अधिग्रहित किये गये बोरों पर शतत निगरानी की जाए एवं नगर में पानी की उपलब्धता के संबंध में अन्य बोरों को भी अधिग्रहित करें, ताकि जलस्तर की कमी होने पर उन बोरों में निकाय के साधन-संसाधन का उपयोग कर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चत की जा सके। नगर परिषद जावर के सीएमओ श्री मकसूद अली द्वारा नगर में पेयजल आपूर्ति किये जाने की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया गया कि नगर में दो दिवस छोड़कर जल प्रदाय किया जा रहा है। नगरीय निकाय में 4 नवीन बोर कराये गये थे जिसमें से 2 बोरों का जलस्तर खत्म होने के कारण शेष दो से एवं अधिग्रहित किये गय 10 बोर में से 8 बोरों का जलस्तर न्यूनतम हो जाने से शेष 2 बचे बोरों से प्रदाय किया जा रहा है। अपर कलेक्टर श्री चतुर्वेदी द्वारा बैठक में अनुपस्थित नगरपरिषद जावर के उपयंत्री श्री दीपक बागरी को अपर कलेक्टर एवं परियोजना अधिकारी द्वारा कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया।  नगर परिषद कोठरी के सीएमओ श्री अशफाक खान द्वारा कोडरी में पेयजल आपूर्ति किये जाने की स्थिति से अवगत कराया गया कि नगर में 2 दिवस छोड़कर जल प्रदाय किया जा रहा है, नगरीय निकाय में 10 ट्यूबबेल में से मात्र 1 ट्यूबबेल में पर्याप्त पानी है। निकाय द्वारा 2 नवीन ट्यूबबेल का परिवहन किराये के ट्रैक्टर द्वारा पूर्व में की गई स्वीकृति अनुसार करवाया जा रहा है।  नगर परिषद इछावर के सीएमओ श्री के.एल.सुमन द्वारा इछावर में पेयजल आपूर्ति किये जाने की स्थिति से अवगत कराया गया है कि नगर में 2 दिवस छोड़कर जल प्रदाय किया जा रहा है, नगरीय निकाय द्वारा 8 बोरों को अधिग्रहित किया गया है एवं जलप्रदाय का परिवहन किराये के ट्रैक्टर एवं टेंकरों द्वारा करवाया जा रहा है। नगरपालिका सीहोर के सहायक यंत्री श्री दीपक शर्मा द्वारा सीहोर में पेयजल आपूर्ति किये जाने की स्थिति से अवगत कराया गया कि नगर में वर्तमान में 2 दिवस छोड़कर जलप्रदाय किया जा रहा है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र से लगभग 75 नलकूपों को अधिग्रहित किया गया है, अधिकग्रहण किये गये बोरों में अधिकांश बोर जलस्तर न्यूनतम हो जाने के कारण बंद हो गये हैं। जो बोर वर्तमान में चालू हैं उन्हें वार्डों में स्थापित नगर पालिका की पाईपलाईन से जोड़कर एवं नगरपालिका द्वारा वार्डों में रखवाई गई पानी की टंकी से कनेक्शन कर स्थापित टंकियों में टोटियां लगाकर पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था भी की गई है। साथ ही जमुनिया डेम का जलस्तर के आंकलन अनुसार पानी की उपलब्धता से एक माह तक पेयजल आपूर्ति नगर में की जा सकेगी। अपर कलेक्टर श्री चतुर्वेदी द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं सहायक यंत्री नगरपालिका को निर्देशित किया गया है जहांगीरपुरा क्षेत्र का निरीक्षण कर प्रस्तावित की गई कार्ययोजना को मूर्तरुप दिए जाने हेतु कार्यवाही प्रारंभ करें। बैठक के अंत में अपर कलेक्टर एवं परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी, उपयंत्री/सहायक यंत्री को सौंपे गये दायित्वों का निर्वाहन समय सीमा में विधि अनुसार करें जिससे कि जिले की समस्याग्रस्त नगरीय निकाय में पेयजल संकट की स्थिति से निपटान एवं नगर में पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चत किये जाने के लिए निर्देशित किया गया।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 25 मई

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अटारीखेजड़ा की भागवत कथा में हुआ कृष्ण-रुक्मणी विवाह
कथावाचक अंकितकृष्ण तेनगुरिया के गाए भजनों पर झूमे श्रद्धालु
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विदिशा -ग्राम अटारीखेजड़ा में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन पंडित अंकितकृष्ण तेनगुरिया (बटुकजी) ने अपने मुखारबिंद से उपस्थित श्रद्धालुओं पर अमृत वर्षा करते हुए श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह का बहुत ही सुन्दर चित्रण प्रस्तुत किया । संकट मोचन हनुमान मंदिर परिसर में चल रही संगीतमय कथा में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बटुकजी ने कहा कि निष्काय प्रेम और भक्ति से ही भगवान की कृपा प्राप्त की जा सकती है जब रुक्मणीजी का विवाह होने वाला था किन्तु रुक्मणीजी केवल श्रीकृष्ण को अपना वर मान चुकी थीं,  उनके मन में तो श्याम बसे थे इसलिए उन्होंने कृष्ण को संदेश भेजा। भगवान ने भी रुक्मणी की पुकार सुनी और रुक्मणी के सार संकटों को हर लिया । सच्चे मन से की गई पुकार को भगवान कभी भी नजरअंदाज नहीं करते । इस अवसर पर बटुकजी ने द्वारा गाए भजनों पर पंडाल में मौजूद माताएं-बहनें खुद को थिरकने से नहीं रोक सकीं । इस अवसर पर कृष्ण और रुक्मणी की एक सुंदर झांकी भी सजाई गई और पूरे विधि-विधान और मंत्रोच्चार से भगवान की झांकी की पूजा-अर्चना की गई।  झांकी के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मची रही । इस मौके पर कथावाचक पंडित अंकित महाराज ने कहा कि आज के समय में जरा-जरा सी बात पर रिश्तों में दरार पैदा हो जाती है, किसी से रिश्ता बनाओ तो उसे जीवनभर प्रेम से निभाओ । लेकिन आज के रिश्ते स्वार्थ से भरपूर हो चले हैं । महाराजश्री बटुकजी ने श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए रिश्तों को प्रेमपूर्वक निभाने की अपील की । भगवान के विवाह उत्सव में संकट मोचन हनुमान मंदिर के पुजारी महेश महाराज और मुख्य यजमान ने भगवान की झांकी भी आरती उतारी । आचार्य सतेंद्र महाराज ने बताया कि रविवार को कथा का विश्राम दिवस रहेगा, इस मौके पर पूर्णाहूति दी जाएगी और कथा में कृष्ण-सुदामा मिलने के प्रसंग पर प्रवचन किए जाएंगे । कथा आयोजक ने बताया कि सभी ग्रामवासियों के सहयोग से कल प्रसादी का वितरण भी किया जाएगा, उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों से अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक संख्या में पधारकर प्रसाद ग्रहण कर धर्म का लाभ लें । 

प्याज विक्रय हेतु किसान ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन की अंतिम तिथि 31 मई 

जिले के ऐसे कृषक जो प्याज को अधिसूचित मंडियो में माॅडल दर पर विक्रय करना चाहते है वे ई-उपार्जन पोर्टल पर 31 मई तक पंजीयन करा सकते है। पंजीकृत किसानों के स्थान का भौतिक सत्यापन राजस्व एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।  उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना में संशोधन संबंधी आदेश 25 मई को जारी किया गया है जिसके अनुसार प्रदेश की प्याज हेतु अधिसूचित मंडियो में प्याज का माॅडल विक्रय दर रबी प्याज की फसल हेतु निर्धारित अवधि में आठ सौ रूपए प्रति क्ंिवटल से कम रहता है तब उक्त स्थिति में अधिसूचित मंडियों में किसान द्वारा प्याज विक्रय दर एवं समर्थन मूल्य (आठ सौ रूपए प्रति क्ंिव) के अंतर की राशि ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत किसानो के द्वारा विक्रय करने पर बैंक खातो में सीधे अंतरित की जाएगी। सहायक संचालक श्री मिश्रा ने योजनांतर्गत प्रोत्साहन राशि के संबंध में हुए संशोधन की जानकारी देते हुए बताया कि एक से 30 जून तक पूरे प्रदेश की अधिसूचित मंडियो में आठ सौ रूपए प्रति क्ंिवटल से कम विक्रय मूल्य प्राप्त होने पर योजनातंर्गत प्रोत्साहन राशि निर्धारित की जाएगी। योजना का लाभ लेने के लिए मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना, किसान के नाम पर स्वंय की जमीन (बी-1, बी-2) में नाम होने एवं वन पटटाधारी भी मान्य होंगे। योजना का लाभ 250 क्ंिवटल प्रति हेक्टेयर की औसत उत्पादकता के आधार पर उत्पादन की सीमा तथा उत्पादन का रकबा अधिकतम दो हेक्टेयर अथवा जो भी कम हो तक प्रति कृषक ही अंतर की राशि देय होगी। 

समिति का गठन
मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना के क्रियान्वयन हेतु जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में क्रियान्वयन समिति का गठन किया गया है। समिति का सदस्य सचिव उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी के सहायक संचालक को दायित्व सौंपा गया है इसके अलावा समिति मंे नौ सदस्य भी शामिल किए गए है जिसमें जिला पंचायत सीईओ, अतिरिक्त कलेक्टर (राजस्व), उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, जिला खाद्य अधिकारी, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक का सीईओ, नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक, मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ का जिला प्रबंधक, जिला मुख्यालय की मंडी के सचिव को तथा लीड़ बैंक अधिकारी शामिल है। 

पूर्णिया : बिग कंट्रोवर्सी, डस्टबिन खरीद मामला...

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नगर निगम में बढ़ गई राजनीतिक रस्साकसी : मेयर ने कहा विभागीय आदेश पर हर हाल में 30 जून तक बांटा जाएगा डस्टबिन तो डिप्टी मेयर ने कहा हो उच्च स्तरीय जांच 
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कुमार गौरव । पूर्णिया :नगर निगम पूर्णिया के सभागार में मेयर सविता देवी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण अधिनियम (एनजीटी) की बैठक सोमवार को काफी गहमा गहमी भरे माहौल में हुई। जिसमें डिप्टी मेयर विभा कुमारी ने नगर निगम की कार्यशैली पर ताबड़तोड़ सवालों का बौछार कर निगम के अराजक माहौल को पटरी पर लाने का आग्रह मेयर व नगर आयुक्त विजय कुमार सिंह से किया। इस बैठक में डिप्टी मेयर का मुखर होना कोई अचानक नहीं था बल्कि उनके कार्यकाल में जिस डस्टबिन की निविदा (टेंडर) को घोटाला बताया गया था उसी मामले में अब नया मोड़ आ गया है। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर मामले को तूल दे दिया है कि आखिर किस कारण से उनके कार्यकाल में खरीदे गए 70 हजार डस्टबिन को बेकार व दोयम दर्जे का करार दिया गया था और यदि सबकुछ साफ नहीं हुआ तो उन्होंने इस मामले में कोर्ट का दरवाजा तक खटखटाने की बात कही है। लिहाजा, पर्दा उठना अभी बाकी है लेकिन पर्दे के पीछे जो खेल चल रहा है उसमें राजनीतिक रस्साकसी के सिवाय कुछ भी फिलहाल नजर नहीं आता है। हालांकि डिप्टी मेयर ने पलटवार किया है और मेयर के कार्यकाल में ही डस्टबिन घोटाले को अंजाम देने के आरोप मढ़े जा रहे हैं। जिससे नगर निगम में राजनीतिक उबाल की संभावना के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं इस पूरे मामले में मेयर सविता देवी ने अपना पक्ष रखते हुए इसे महज राजनीतिक स्टंट करार दिया है। उनका कहना है कि जब पूर्व मेयर के कार्यकाल में डस्टबिन के टेंडर हुए और खरीदारी तक हुई तो इसमें मेरी संलिप्तता कहां है। मैंने तो बस विभागीय आदेश का अनुसरण किया है और 30 जून तक हर हाल में घर घर डस्टबिन बांटने को लेकर बैठक बुलाई। उन्होंने कहा कि क्रय समिति के सदस्य के तौर पर पूर्व मेयर बाकायदा दल में शामिल थी। ऐसे में उन पर अब आरोप मढ़ा जाना न्यायसंगत नहीं है। बता दें कि डस्टबिन की खरीदारी को लेकर 10 फरवरी 2018 को निविदा प्रकाशित की गई थी। जिसमें टेंडर करने की अंतिम तिथि 28 फरवरी से बढ़ाकर 06 मार्च 2018 कर दी गई थी। 

...डिप्टी मेयर ने बैठक पर ही उठाया सवाल : 
डिप्टी मेयर विभा कुमारी ने ज्ञापांक 393 दिनांक 17 मई 2019 से संबंधित पत्र का हवाला देते हुए कहा कि यह बोर्ड की बैठक है या अनौपचारिक बैठक है। यदि यह बोर्ड की बैठक है तो सर्वप्रथम यह बताने का कष्ट करें कि क्या वित्तीय वर्ष 2019-20 का बजट पारित है या नहीं। अगर नहीं है तो पहले बजट की बैठक होनी चाहिए थी न कि ठोस अवशिष्ट से संबंधित। अगर यह बोर्ड की बैठक है तो पूर्व की बोर्ड की बैठकों का क्रियान्वयन से संबंधित छायाप्रति संलग्न क्यों नहीं है। यही नहीं उन्होंने कहा कि क्या सभी 46 वार्डों में डोर टू डोर कचरा का संग्रहण नहीं हो रहा है। ऐसी सूरत में हर घर सूखा और गीला कचरा डस्टबिन वितरण किस आधार पर किया जा सकता है। डोर टू डोर कचरा का संग्रहण कर इसका भंडारण कहां होगा। 

...डिप्टी मेयर के इन सवालों पर गरमाया है निगम का माहौल : 
- नगर निगम पूर्णिया के भंडार में संग्रहित जो 4 तरह के डस्टबिन क्रमशः 240 लीटर, 1100 लीटर व 10-20 लीटर का है। जिसके पृथककरण की बात हो रही है उसके संदर्भ में वितरण के लिए पत्र में आखिर उल्लेख क्यों नहीं है ? 
- 1100 लीटर का ग्लोबनाइज्ड डस्टबिन जो शहर में कई जगहों पर दिखाई पड़ रहा है वह बिना बोर्ड की बैठक के कैसे वितरित हो गया और जब वितरण हो गया तो 10-10 लीटर वाले हरे नीले रंग के डस्टबिन को वितरण के लिए आखिर क्यों बोर्ड की बैठक आहूत की गई है? यह किसी खास दिशा और दशा को प्रभावित करने का संकेत तो नहीं ? 
- 1100 लीटर का ग्लोबनाइज्ड डस्टबिन जो वितरण किया गया है उसकी जांच क्यों नहीं की गई? 
- बिना किसी बैठक के पूर्व से आपूर्ति की गई डस्टबिन की कुछ राशि भुगतान कर दिया गया है और 1100 लीटर का डस्टबिन खास जगहों पर लगाया जाना और डस्टबिन से संबंधित भुगतान करना डस्टबिन घोटाले को स्पष्ट रूप से साबित नहीं करता है, तकनीकी विषेषज्ञों से इसकी जांच क्यों नहीं कराई गई? 
- डिप्टी मेयर ने कहा कि मेरे मेयर रहते हुए डस्टबिन महाघोटाला होने का आरोप मढ़ा गया था। जिसमें नगर आयुक्त, मेयर एवं पूर्व डिप्टी मेयर ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया था कि डस्टबिन निविदा में मैंने महाघोटाला किया है। डिप्टी मेयर ने पूछा कि डस्टबिन महाघोटाला मेरे कार्यकाल में हुआ था तो वैसे सभी डस्टबिन को वापस क्यों नहीं किया गया? 
- जबकि नियमतः आपूर्ति किए गए डस्टबिन की गुणवत्ता की जांच के उपरांत ही भुगतान किया जाना था और मेरे कार्यकाल में डस्टबिन आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान नहीं किया गया था। आखिर जांच से पूर्व ही बोर्ड के पदाधिकारी एवं कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा किस आधार पर मेरे कार्यकाल के बोर्ड को डस्टबिन महाघोटाला का आरोपी बना दिया गया?
- 1100 लीटर के डस्टबिन की जांच तकनीकी विशेषज्ञों से क्यों नहीं कराई गई और बिना किसी बोर्ड की सहमति के किस आधार पर सिर्फ 1100 लीटर वाले डस्टबिन का वितरण किया गया? 

...30 जून तक सभी घरों में कर दिया जाएगा डस्टबिन का वितरण : 
शहर में कचरा निस्तारण के लिए पूर्व मेयर के कार्यकाल में ही डस्टबिन की खरीदारी हुई थी। इसे लेकर मेरे ऊपर जो भी आरोप मढ़े जा रहे हैं वो बेबुनियाद हैं। विभागीय आदेश पर हर हाल में 30 जून तक सभी 35 हजार घरों में 70 हजार डस्टबिन का वितरण कर दिया जाएगा।  : सविता देवी, मेयर, नगर निगम पूर्णिया।

पूर्णिया : राम मंदिर अब धर्म का विषय नहीं रहा, हो रही वोट बैंक की राजनीति : शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती

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- देश में हिन्दु धर्म और आस्था के साथ हो रही राजनीति
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कुमार गौरव । पूर्णिया : देश में इन दिनों लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीेटें मिली और कौन सरकार बनाएगा इस बात पर तो चर्चा का दौर जारी है लेकिन धर्म और कर्म के ऊपर किसी भी प्रकार की चर्चा तक नहीं है। चुनाव से पहले राम मंदिर एक धर्म का मुद्दा बन गया था लेकिन चुनाव समाप्त होते ही यह मुद्दा विलुप्त हो गया। अब धर्म सिर्फ वोट बैंक की राजनीति बन कर रह गई है। यह बात गोवर्धन मठ पुरी के सद्गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने शनिवार को जिला स्कूल रोड स्थित वीरेंद्र मोहन ठाकुर के आवास पर दीक्षांत सह धर्म सभा समारोह के दौरान कही। शंकराचार्य ने कहा कि देश के आजाद होने से वर्तमान समय तक रामजन्म भूमि का मुद्दा क्यों नहीं सुलझ पाया इस पर विशेष रूप से चर्चा की जानी चाहिए। शंकराचार्य ने कहा वो हमेशा रामजन्म भूमि पर राम मंदिर के निर्माण के पक्षधर रहे हैं। लेकिन देश के कुछ राजनेता रामजन्म भूमि को राजनीति और वोट बैंक बना कर रख दिया है। शंकराचार्य ने कहा जब इस बात का विरोध किया तो मुझे धोखे से दो बार विषपान तक करा दिया गया। लेकिन भगवान श्रीराम की कृपा से मुझे कुछ नहीं हुआ। उसके बाद भी मुझे पांच बार शीशे का चूर्ण धोखे से दूध में मिला कर पिला दिया गया लेकिन मेरी मृत्यु नहीं हुई। 

...विहिप व आरएसएस का हुआ राजनीतिक इस्तेमाल :
शंकराचार्य ने कहा राम मंदिर का ढांचा तोड़ने के लिए साम, दाम, दंड व भेद सभी तरह के उपाय किए गए थे। इसके लिए विश्व हिन्दू परिषद व आरएसएस को इस्तेमाल में लाया गया। जब घटना हुई तो राजनेताओं ने सभी दोष विश्व हिन्दू परिषद और आरएसएस के ऊपर मढ़ दिया और खुद बच गए। उन्होंने कहा खतरा सिर्फ राम मंदिर पर ही नहीं है बल्कि पूरे हिन्दू धर्म पर मंडरा रहा है। हिन्दू धर्म और हिन्दू धर्मावलंबियों को समाप्त करने की बहुत बड़ी साजिश हो रही है। देश में दूसरे धर्मावलंबियों की संख्या अधिक और हिन्दूओं की संख्या लगातार कम हो रही है। यदि समय पर नहीं चेता गया तो एक दिन हिन्दू धर्म और हिन्दू सिर्फ कागज के पन्नों पर ही सिमट कर रह जाएंगे। शंकराचार्य ने कहा देश का प्रतिनिधि बनाना या प्रतिनिधित्व करना अलग बात है लेकिन हिन्दू धर्म के नाम पर राजनीति करना और मंदिर का मुद्दा बना कर शासन करना यह अशुद्धि और दुराचार है। शंकराचार्य ने कहा शंकराचार्य के नाम पर कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं। कुछ लोग नकली शंकराचार्य बन कर हिन्दू आस्था और विश्वास के साथ विश्वासघात करने में लगे हैं। ऐसे शंकराचार्य किसी राजनीति पार्टी के महज प्रवक्ता और प्रचारक बने हुए हैं। जरूरत है ऐसे शंकराचार्यों से सावधान होने की। उन्होंने कहा धर्म के नाम पर राजनीति करना महापाप ही नहीं धार्मिक अपराध भी है। 

...हर किसी ने बनाया राम मंदिर को चुनावी मुद्दा : 
पीएम जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, चंद्रशेखर, बीपी सिंह, राजीव गांधी, नरसिम्हा राव, अटल बिहारी बाजपेयी से लेकर नरेंद्र मोदी तक राम मंदिर को सिर्फ आज तक चुनावी मुद्दा ही बनाया गया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया। शंकराचार्य ने कहा यदि राम मंदिर के आसपास मस्जिद का निर्माण हुआ तो समझिए कि देश में तीन तीन पाकिस्तान बन जाएंगे। भाजपा और आरएसएस का गठजोड़ चल रहा है। आरएसएस भाजपा के उकसाने पर ही कुछ कर पाता है। देश की हालत यह है कि चुनाव से पहले देश का मालिक जनता होती है लेकिन जैसे ही चुनाव समाप्त होता है राजनेता जनता पर हुकुमत चलाने लगते हैं और नेता जनता के ऊपर भारी पड़ने लगता है। जनता को हर काम और बात सरकार की अनुमति से ही करना पड़ता है। 

...गौ का भोजन बनाने वालों की संख्या अधिक व रक्षक कम : 
शंकराचार्य ने भक्तों के सवाल के जवाब में कहा गौ रक्षा जब तक सैद्धांतिक और संवैधानिक रूप नहीं लेता है तब तक गौ माता की हत्या होगी। गौ कुछ लोगों के लिए भोजन का संसाधन बन गई है इसलिए गौ माता की हत्या हो रही है। शंकराचार्य ने कहा गौ की रक्षा इसलिए नहीं हो पा रही है कि गौ का भोजन बनाने वालों की संख्या ज्यादा है और रक्षक की संख्या विलुप्त होने के कागार पर है। यह सब राजनेताओं द्वारा धर्म को राजनीति बनाने के कारण हुआ है। उन्होंने कहा दिग्विजय सिंह जैसे लोग जब तक देश में हैं तब तक शंकराचार्यों का अस्तित्व खतरा में रहेगा और गौ माता की हत्या होगी। नरेंद्र मोदी के उकसाने पर ही रामजन्म भूमि और राम मंदिर का मुद्दा उठाया गया लेकिन यह सिर्फ चुनावी मुद्दा ही बन कर रह गया। इसके लिए कई शंकराचार्य और बाबा को उकसाया गया था। लेकिन चुनाव समाप्त होते ही राम मंदिर का मुद्दा कहां गया यह किसी को पता तक नहीं है। 

...साईं बाबा की प्रतिमा मस्जिद, गुरूद्धारा या चर्च में क्यों नहीं लगाई जाती : 
साईं बाबा के घर में मूर्ति स्थापना को लेकर शंकराचार्य ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा वर्तमान समय में देश की शिक्षा नीति पू्र्ण रूप से भ्रष्ट और व्यापारीकरण हो चुका है। जिस कारण बचे खुचे हिन्दू समाज में विकृति फैल रही है। शंकराचार्य ने कहा जिसको धर्म और आस्था का ज्ञान नहीं है वहीं सांई बाबा की मूर्ति अपने घर में स्थापित करते हैं। लोग आस्था और विश्वास के नाम पर अपने धर्म को खुद ही नष्ट करने में लगे हैं। यदि सांई बाबा किसी भी जाति या धर्म के नहीं थे तो मस्जिद, गुरूद्धारा या चर्च में उनका मूर्ति क्यों नहीं लगाई जाती है। इसलिए कि वे लोग अपने धर्म के प्रति काफी अास्थावान व सजग हैं। आज इसी अंधविश्वास के कारण लोगों के घर में रामलला की जगह सांई बाबा की मूर्ति लग रही है और राम मंदिर मात्र एक चुनावी व राजनीति मुद्दा बन कर रह गया है। वहीं शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती की मौजूदगी में संध्या पूर्णिया सिटी स्थित सराय दुर्गा मंदिर में भी दीक्षांत सह धर्म सभा का आयोजन किया और हिन्दू धर्म की रक्षा व राम मंदिर निर्माण पर चर्चा की गई।

पश्चिमी दिल्ली रोप स्किपिंग प्रतियोगिता - 2019 का आयोजित

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नई दिल्ली (आर्यावर्त संवाददाता) । रोप स्किपिंग फडरेशन ऑफ़ इंडिया के निर्देशानुसार जम्प रोप एसोसिएशन ने गुरू हरिकिशन पब्लिक स्कूल पंजाबी बाग के सहयोग से पश्चिमी दिल्ली रोप स्किपिंग प्रतियोगिता - 2019 का आयोजन गुरू हरिकिशन पब्लिक स्कूल पंजाबी बाग के सभागार में किया गया। पश्चिमी दिल्ली के लगभग 30 से अधिक स्कूलों के बच्चों ने प्रतियोगिता में अपना प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता का शुभारम्भ स्कूल के प्राचार्य अमरदीप सिंह छिदवाल,रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया ने मीडिया सलाहकार अशोक कुमार निर्भय शारीरिक शिक्षक सरदार बलदेव सिंह गिल,सरदार तरविंदर सिंह,जतिंदर सिंह,अंकुर राजपूत,दिल्ली जम्प रोप के टेक्नीकल हेड विवेक सोनी,आयोजन सचिव रामकुमार शर्मा ने  दीप जलाकर किया। इस मौके पर प्राचार्य अमरदीप सिंह छिदवाल ने कहा कि हमें बहुत खुशी हो रही है कि हम बच्चों की रोप स्किपिंग प्रतियोगिता को आयोजित कर पा रहे हैं। इस प्रतियोगिता ने हिस्सा लेने आये बच्चे अपने परिश्रम के अनुसार अपनी क्षमता का प्रदर्शन करके पदक जीतेंगे ऐसा मेरा विश्वास है। लेकिन ऐसे आयोजन का होना जरुरी है क्योंकि ऐसी प्रतियोगिता से हम बच्चे की योग्यता और उनकी क्षमता का आंकलन करते हैं वही बच्चों के कम्पीटिशन की भावना उन्हें अधिक मेहनत के लिए प्रेरित करती है। इस मौके पर रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के मीडिया एडवाइजर अशोक कुमार निर्भय ने कहा कि आज रोप स्किपिंग यानि रस्सी कूदने से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और शरीर सुडौल व छरहरा बनता है। रस्सी कूदने से शरीर के वजन को तेजी से कम किया जा सकता है। रस्‍सी कूदने से दिल भी स्‍वस्‍थ रहता है। इसके कारण दिल तेजी से धड़कता है जिसके फलस्वरूप आक्सीजन अधिक मात्रा में फेफड़ों में जाती हैं व पूरे शरीर में रक्त का संचार तीव्र गति से होता है। इससे शरीर का तनाव कम होता है और शरीर के सभी अंग अधिक कार्यक्षमता से कार्य करते हैं। हमने विश्विद्यालय खेलों की राष्ट्रीय प्रतियोगिता का सफल आयोजन कलिंगा युनिवर्सिटी भुवनेशर उड़ीसा में किया है। दिल्ली ओलम्पिक खेलों में रोप स्किपिंग प्रतियोगिता आयोजित करके बच्चों को हमेशा आगे बढ़ाने का काम किया है। इस मौके पर रोप स्किपिंग प्रशिक्षक दीपक कुमार शर्मा,हरीश सैनी,संदीप कुमार,कन्हैया कुमार,दीपक,नायरा शर्मा,अलका मिश्रा,मनीषा,मीनाक्षी,श्रीमती धारणा गुलानी,रवि पासवान समेत शिक्षा एवं खेल जगत की जानी मानी हस्तियां उपस्थित थी। 

बिहार : किशनगंज सांसद ने बायसी में निकाला विजय जुलुस, लोगों का किया शुक्रिया अदा

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बायसी (आर्यावर्त संवाददाता)  :किशनगंज सांसद डॉ जावेद आजाद की जीत पर विजय जुलुस निकाला गया। यह जुलुस उनके निवास से किशनगंज पश्चिम पाली होते हुए गाछपारा, बेलवा, सिंधिया, पानीसाल, दामलबाड़ी, पोठिया, चिचवाबाड़ी, तैयबपुर, ठाकुरगंज, गलबर्ट, पौवाखाली, लोहागाड़ा, बहादुरगंज, विसनपुर, सोनथा, महादिग्घी चौक, बरबट्टा, रौटा, अमौर होते हुए बायसी स्थित तंजीमुल मदरसा पहुंच कर लोगों का धन्यवाद किया गया। इस मौके पर सांसद ने कहा कि किशनगंज, बायसी, अमौर व डगरूआ की जनता ने हमें बहुमूल्य वोट देकर विजयी बनाया है। हमें किशनगंज क्षेत्र की जनता पर नाज है। अब हमें जनता के लिए 24 घंटे काम करके दिखाना है। जिस तरह हमें किशनगंज लोकसभा की जनता ने चुना है उसी तरह हम अपने वादों में कायम रहेंगे। वहीं बायसी पूरब चौक में सांसद डॉ जावेद आजाद के पहुंचते ही बायसी विधायक हाजी अब्दुस सुबहान ने फूलों की माला से भव्य स्वागत किया। उसके बाद सांसद ने सभी जनता के साथ बायसी तंजीमुल मदरसा में इफ्तार पार्टी में शरीक हुए। इस मौके पर लोगों ने कहा कि रमजान माह में इफ्तार की पार्टी में शामिल होना बड़े ही शबाब का काम है। इस माह में प्रतिदिन मुस्लिम भाई एक दूसरे को रोजा इफ्तार का दावत देते हैं। वहीं पूर्णिया जिलाध्यक्ष इन्दू सिन्हा ने कहा सांसद को किशनगंज इलाके से जीत मिली है और आपलोगों का शुक्रिया करने आए हैं। इस मौके पर प्रखंड अध्यक्ष मो फुरकान आलम, पिंटू चौधरी जिलाध्यक्ष किशनगंज, प्रवेश आलम विधायक प्रतिनिधि, प्रखंड अध्यक्ष किशनगंज, प्रखंड कोषाध्यक्ष मो जिन्नुरैन, फिरोज आलम, मुखिया संघ अध्यक्ष जाबेद एकवाल, राजद प्रखंड अध्यक्ष सबनूर आलम, मो समसीर आलम, नूर आलम, मुंशी एकवाल सहित बड़ी संख्या मंे गणमान्य नागरिक व छात्र छात्राएं व महिलाएं मौजूद थे।

पूर्णिया विवि में होगा क्रॉप साईंस और बायो टेक्नोलॉजी के प्रथम विश्वस्तरीय कांग्रेस का आयोजन

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- 21 वीं सदी के लिए तेजी से हो रहा पर्यावरण परिवर्तन एक चिंता का विषय है और चिंतन का भी
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कुमार गौरव । पूर्णिया :पूर्णिया विश्वविद्यालय, पूर्णिया नया विवि होते हुए भी अपने स्थापना के दिन से ही चर्चित रहा है। स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर विभिन्न विषयों की पढ़ाई यहां हो रही है। पूर्णिया उत्तर पूर्व बिहार का महत्वपूर्ण शैक्षणिक केंद्र है। पीयू में क्रॉप साइंटिस्ट एवं बायोटेक्नोलॉजिस्ट सोसायटी द्वारा आयोजित प्रथम विश्वस्तरीय कांग्रेस का आयोजन होने जा रहा है। पीयू, नेपाल और बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है। पूरे भारत में पूर्णिया जिला अपनी चिकनी बालुई बाढ़ कछारी मिट्टी के लिए प्रसिद्ध है। जो विभिन्न प्रकार की फसलों की खेती के लिए उपादेय हैं। 21 वीं सदी के लिए तेजी से हो रहा पर्यावरण परिवर्तन एक चिंता का विषय है और चिंतन का भी। बायोटेक्नोलॉजी और क्रॉप साइंस, दोनों के सहयोग से फसल की पैदावार में गुणात्मक परिवर्तन संभव है। इस कांग्रेस में उभरती हुई फसल पैदावार तकनीक, पर्यावरण परिवर्तन के परिस्थितिक और मानवीय पहलुओं, फसल पैदावार, बीज रोपण तकनीक और बायोटेक्नोलॉजिकल दृष्टि से फसल विज्ञान से जुड़े कई पहलुओं पर महत्वपूर्ण विचार विमर्श होगा। कुलपति कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वैश्विक कांग्रेस से प्रसिद्ध वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, विद्वानों ओर छात्रों द्वारा अंतरराष्ट्रीय एवं स्थानीय कृषि क्षेत्र में किए गए शोध और नए प्रयोगों की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। इस कांग्रेस का लक्ष्य है आपस के महत्वपूर्ण तथ्यपरख शोध कार्यों, नई खोजों के आदान प्रदान से निकल कर आए तथ्यों से नए शोधकर्ताओं, नीति निर्धारकों को लाभ पहुंचे और सामान्य जनता भी क्रॉप साइंस और बायोटेक्नोलॉजी के साथ जुड़कर कृषि क्षेत्र में लाभ उठा सके। इस कांग्रेस में शोधकर्ताओं से शोध आलेख भी मांगे गए हैं और सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ताओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा। यह वैश्विक कांग्रेस जो क्रॉप साइंस और बायोटेक्नोलॉजी पर आधारित है। 

...तीन चरणों में संपन्न होगा : 
प्री कांग्रेस (28-30 जून 2019) दार्जिलिंग में, मुख्य कांग्रेस (02-04 जुलाई 2019) पीयू में तथा पोस्ट कांग्रेस (05-07 जुलाई 2019) सिक्किम में आयोजित होने जा रहा है। क्रॉप साइंस और बायोटेक्नोलॉजी पर आधारित इस वैश्विक कांग्रेस की अध्यक्षता पीयू के कुलपति प्रो राजेश सिंह करेंगे। इस कांग्रेस में पूर्वांचल विवि, नेपाल, त्रिभुवन विवि, नेपाल, रॉयल विवि भूटान, यांगून विवि, म्यांमार, नेशनल विवि, बांग्लादेश की भी भागीदारी रहेगी।

पूर्णिया : पीयू के कुलपति ने अकादमिक एक्सचेंज प्रोग्राम को ले अमेरिकी विश्वविद्यालयों का किया दौरा

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कुमार गौरव । पूर्णिया : पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति ने 9 से 17 मई 2019 तक अमेरिका के कुछ सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों का दौरा किया। कुलपति प्रो राजेश सिंह ने यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो, बोल्डर, कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी, फोर्ट कॉलिन्स, मिशिगन यूनिवर्सिटी, ईस्ट लांसिंग, मैरीलैंड विवि, कॉलेज पार्क, बाल्टीमोर विवि, बाल्टीमोर, जॉन हॉपकिंस विवि, बाल्टीमोर, प्रिंसटन विवि, न्यू जेर्सी, मोंटगोमरी कॉलेज, मैरीलैंड, मैरीलैंड विवि के समूह और वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास का दौरा किया। प्रो राजेश सिंह ने यात्रा के दौरान कोलंबिया विवि, बाल्टीमोर की मदद से उद्यमिता सेल और युवा लैब स्थापित करने के संबंध में बातचीत की। उद्यमशीलता, होटल प्रबंधन, पैकेजिंग, खाद्य प्रसंस्करण, मूल्य परिवर्धन, मूल्य श्रृंखला, जैव-तकनीक, शिक्षा और प्रौद्योगिकी पहुंच कार्यक्रम जैसे पाठ्यक्रमों के लिए आभासी कक्षा के माध्यम से व्याख्यान देने की व्यवस्था पर विचार विमर्श भी किया गया। वार्ता के दौरान, यूएस विवि के अधिकारियों के साथ प्रो राजेश सिंह ने हाल के घटनाक्रमों पर चर्चा की। साथ ही अमेरिका के शीर्ष विवि के तरीकों और तकनीकों को सीखकर बिहार के विवि को अंतर्राष्ट्रीय पोडियम पर लाने की बात कही। दोनों पक्ष शैक्षणिक और अनुसंधान दोनों क्षेत्र में बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न संवाद तंत्रों में तेजी लाने की आवश्यकता पर सहमत हुए। प्रो राजेश राजेश ने आश्वासन दिया कि उन्होंने एक शैक्षिक पुल बनाने की आवश्यकता जताई है जो व्यवसाय इनक्यूबेटर, यूथ लैब और उद्यमिता सेल, रिकॉर्डिंग/साक्षात्कार कक्ष और अन्य सेल को स्थापित करेगा। उनके लिए उपयुक्त रास्ता बनाएगा। साथ ही बिहार के विवि के पाठ्यक्रम का अंतर्राष्ट्रीयकरण करना भी एक महत्वपूर्ण कार्य हैं। अपनी यात्रा के दौरान प्रो राजेश सिंह ने माइक फ्रीमैन, सीईओ बिजनेस इनक्यूबेटर, फोर्ट कॉलिंस, डॉ अजय झा, सीईओ यूथ लैब और कोलोराडो के फोर्ट कॉलिन्स में एंटरप्रेन्योरशिप सेल के साथ बातचीत की। जॉन होपकिन्स यूनिवर्सिटी से डॉ एसएन बानिक, प्रो राय, उपाध्यक्ष मॉन्टगोमरी कॉलेज, डॉ केएम मरेडिया, निदेशक, वर्ल्ड टेक्नोलॉजी एक्सेस प्रोग्राम, संतोष झा, आईएफएस, मिशन के उप प्रमुख और अनुराग कुमार, आईपीएस, भारतीय दूतावास में कम्यूनिटी अफेयर्स मंत्री और मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी, बाल्टीमोर विवि मैरीलैंड विवि और प्रिंसटन विवि, न्यू जेर्सी के साथ अन्य अधिकारियों के साथ मुलाकात और विचार विमर्श किया।

बिहार : ट्रक और बाइक के टक्कर में एक कि मौत और दो गम्भीर रूप से हुआ घायल

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घटना खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के सागी तीखी मोर के पास बीती देर रात की है।
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अरुण कुमार (आर्यावर्त)  बेगूसराय। खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के सागी तीखी मोड़ के पास शुक्रवार की देर रात्रि में हुई सड़क दुर्घटना में एक बाइक सवार समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।घटना के बारे में बताया जाता है कि एक बाइक पर सवार  तीन युवक भगवानपुर थाना क्षेत्र के बसही गाँव से अपने रिश्तेदार की बाराती में रोसड़ा से बाराती में शामिल होते हुए अपने गाँव मिर्जापुर जा रहा था।इसी क्रम में सागी तीखी मोड़ के पास विपरीत दिशा से आ रही ट्रक में आमने सामने बाइक के साथ टक्कर हो गई। जिसमें एक बाइक सवार व्यक्ति की मौत घटनास्थल पर हो गई।वहीं दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए।मृतक व्यक्ति की पहचान दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के बुलाकी पुर गाँव निवासी राजेंद्र शर्मा के पुत्र प्रदीप शर्मा 26 वर्ष के रूप में हुई है । वहीं समस्तीपुर जिला के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के चचाई भरपुरा गाँव के सूर्यनारायण शर्मा के पुत्र रामबाबू शर्मा और समस्तीपुर जिला के नरहन गाँव के संजीत कुमार शर्मा नामक दोनो बाइक सवार व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है।जिसका इलाज बेगूसराय के निजी क्लिनिक में चल रहा है।इस दुर्घटना के बाद ट्रक लेकर ट्रक चालक भागने में सफल रहा। घटना की सूचना मिलने के बाद खोदावंदपुर थाना अध्यक्ष दिनेश कुमार अपने सशस्त्र पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुँचकर गंभीर रूप से घायल दोनो व्यक्ति को इलाज के लिए बेगूसराय अस्पताल भेज दिया।वहीं मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर बेगूसराय सदर अस्पताल पोस्टमार्टम कराने के लिए शनिवार को भेज दिया।सामाचार लिखने तक उक्त सामाचार सम्बंधित अन्य कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है।

सरकार गिराने में भाजपा की रूचि नहीं : शिवराज चौहान

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भोपाल, 25 मई, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि भाजपा की रूचि कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत मध्यप्रदेश सरकार को गिराने में नहीं है। लेकिन यदि वह अपने आप गिर जाये तो क्या कर सकते हैं। ‘प्रेस से मिलिये’ कार्यक्रम में मध्यप्रदेश में भाजपा द्वारा अगली सरकार बनाए जाने के बारे में पूछने पर चौहान ने कहा, ‘‘भाजपा किसी प्रकार की तोड़फोड़ और खरीद फरोख्त में विश्वास नहीं रखती है। हम ऐसा नहीं करेंगे, लेकिन कांग्रेस के अंतर्विरोध एवं जिन्होंने उन्हें समर्थन दिया है, उनके कुछ कारणों से कुछ भी हो सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही के लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट आवंटन के बाद गुना लोकसभा सीट के बसपा प्रत्याशी (लोकेन्द्र सिंह) कांग्रेस में शामिल हो गये। अब मायावती जी की दृष्टि वक्र हो जाये और वो कुछ करे, या अंदरूनी कुछ हो जाये .. । नहीं तो मैं सच कहता हूं अगर हम चाहते तो मध्यप्रदेश में सरकार (कांग्रेस की) नहीं बनने देते।’’ गौरतलब है कि बसपा प्रत्याशी लोकेन्द्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने की घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए मायावती ने मध्यप्रदेश की कांग्रेस नीत सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की धमकी दी थी। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए पिछले साल नवंबर में हुए चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी उभर कर आई थी। कांग्रेस ने बसपा के दो विधायकों, सपा के एक विधायक एवं चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है। भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही।
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