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पश्चिम बंगाल के तीन विधायक भाजपा में शामिल

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नयी दिल्ली 28 मई, पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के दो और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एक विधायक आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये । पश्चिम बंगाल के बीजपुर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक शुभ्रांशु राय और विष्णुपुर से तुषारकांति भट्टाचार्य तथा हेमताबाद से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक देवेन्द्र नाथ राय ने यहां भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली । इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के कई पार्षदों ने भी भाजपा में शामिल हो गये । श्री शुभ्राशु राय श्री मुकुल राय के पुत्र हैं जो तृणमूल छोड़कर पहले ही भाजपा में शामिल हो गये थे । इस अवसर पर भाजपा के पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलास विजयवर्गीय तथा मीडिया प्रभारी अनिल बलुनी भी उपस्थित थे । लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा को मिली भारी जीत से राजनीति दलों में अफरा तफरी मची हुयी है ।

पूर्णिया : पीयू के वीसी प्रो राजेश कुमार सिंह को मिला अतिरिक्त प्रभार

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पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता) पूर्णिया विश्वविद्यालय के वीसी प्रो राजेश कुमार सिंह को महामहिम कुलाधिपति कार्यालय के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह के द्वारा जारी अधिसूचना संख्या बीयू (वीसी)-22/2019-1682/जीएस (1) दिनांक 29 मई 2019 को पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति को बीआर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के प्रभारी कुलपति के रुप में नियुक्त किया गया है। बीआर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर निवर्तमान कुलपति प्रो अमरेंद्र नारायण यादव के अपने पद से त्यागपत्र देने के उपरांत प्रो राजेश सिंह को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। प्राप्त सूचना के अनुसार प्रो राजेश सिंह 30 मई को बीआर बिहार विवि, मुजफ्फरपुर के कुलपति पद के लिए अपना प्रभार ग्रहण करेंगे। यह समाचार सुनने के बाद पूर्णिया विवि के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों में हर्ष का माहौल व्याप्त है। सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 29 मई

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आगामी 5 जून को आने वाले ईद-उल- फितर त्यौहार के संबंध में शांति समिति की बैठक आज

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आगामी 5 जून को आने वाले ईद-उल-फितर त्यौहार के संबंध में कलेक्टर श्री गणेश शंकर मिश्रा के निर्देशानुसार 30 मई को शांति समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक पुलिस अधीक्षक कार्यालय के नवनिर्मित कंट्रोल रूम में सायं 4 बजे आयोजित होगी। शांति समिति के सदस्यों शांति समिति की बैठक में उपस्थित होने की अपेक्षा की है। 

मानसून के पहले विद्युत रखरखाव के चलते सीहोर के विभिन्न क्षेत्रों में होगी बिजली कटौती

विद्युत विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मानसून के पहले विद्युत विद्युत रखरखाव के कारण 30 मई को सीहोर के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली कटौती की जाएगी। सीहोर के दशहरा वाला बाग अन्तर्गत खारपा पंप, चितावलिया, लसुड़ियाखास, मानाखेड़ा पंप, मुस्करा पंप, पचपीपलिया, विशनखेड़ा, सेमली पंप पर सुबह 10 बजे से सायं 4 बजे तक एवं दोराहा अन्तर्गत खाईखेड़ा में सुबह 10 से शाम 6 बजे तक एवं अमदपुर अन्तर्गत कउखेड़ी, पुराना बड़खेड़ा, पीपलखेड़ा, चरनाल, अहमदपुर कस्बा मंजाखेड़ा पर सुबह 10 से शाम 6 बजे तक विद्युत प्रवाह बंद रहेगा।

पॉक्सो एक्ट : बच्चों को सुरक्षा की गारंटी

समाज में नैतिक आचरण का ह्रास होता दिख रहा है। सबसे दुखद है छोटे बच्चों के साथ अनाचार। इससे न केवल बच्चे और उसके परिवार को त्रासदी से गुजरना पड़ता है बल्कि पूरा समाज इस अपराध से शर्मसार होता है। भारतीय संविधान में विभिन्न अपराधों के लिए सजा का प्रावधान है किन्तु बच्चों के साथ होने वाले यौन अपराधों के लिए कोई कानूनी प्रावधान नहीं था। इसका एकमात्र कारण यह है कि हमारे समाज ने इस तरह के अपराध की कल्पना भी नहीं की थी। कालान्तर में बच्चों के साथ निरंतर बढ़ते अपराधों की बढ़ती संख्या को देखकर सरकार ने इस पर नियंत्रण पाने के लिए वर्ष 2012 में एक विशेष कानून बनाया। प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल अफेंसेस (पॉक्सो) एक्ट 2012 यानी लैंगिक उत्पीडऩ से बच्चों के संरक्षण का यह अधिनियम। बच्चों को सेक्सुअल हैरेसमेंट, सेक्सुअल असॉल्ट और पोर्नोग्राफी जैसे गंभीर अपराधों, छेडख़ानी, बलात्कार और कुकर्म जैसे मामलों से सुरक्षा प्रदान करता है। वर्ष 2012 में बनाए गए इस कानून के तहत अलग-अलग अपराध के लिए अलग-अलग सजा तय की गई है। जिसका कड़ाई से पालन किया जाना भी सुनिश्चित किया गया है। इस अधिनियम की धारा 4 में वो मामले संज्ञान में लिये जाते हैं, जिनमें बच्चे के साथ दुष्कर्म या कुकर्म किया गया हो। इसमें सात साल सजा से लेकर उम्र कैद और अर्थ दंड भी लगाया जा सकता है। पॉक्सो एक्ट की धारा 6 के अधीन वे मामले लाए जाते हैं जिनमें बच्चों को दुष्कर्म या कुकर्म के बाद गम्भीर चोट पहुँचाई गई हो। इसमें दस साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है और साथ ही जुर्माना भी लगाया जा सकता है। पॉक्सो अधिनियम की धारा 7 और 8 के तहत वो मामले पंजीकृत किए जाते हैं जिनमें बच्चों के गुप्तांग से छेडछाड़ की जाती है। इन धारा के आरोपियों पर दोष सिद्ध हो जाने पर पाँच से सात साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है। पॉक्सो एक्ट की धारा 3 में पेनेट्रेटिव सेक्सुअल असॉल्ट को भी परिभाषित किया गया है, जिसमें बच्चे के शरीर के साथ किसी भी तरह की हरकत करने वाले शख्स को कड़ी सजा का प्रावधान है। 18 साल से कम उम्र के बच्चों से किसी भी तरह का यौन व्यवहार इस कानून के दायरे में आ जाता है। यह कानून लडक़े और लडक़ी को समान रूप से सुरक्षा प्रदान करता है। इस कानून के तहत पंजीकृत होने वाले मामलों की सुनवाई विशेष अदालत में होती है।

पास्को एक्ट में संशोधन
बारह वर्ष से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुष्कर्म में फाँसी की सजा का प्रावधान तो पहले ही हो गया था, लेकिन आइपीसी में हुए संशोधन से यौन शोषण का शिकार होने वाले बालक छूट गए थे। अब बालकों को भी यौन शोषण से बचाने और उनके साथ दुराचार करने वालों को फाँसी की सजा का प्रावधान किया गया है। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों (कोई भी - लडक़ी हो या लडक़ों) को यौन उत्पीडऩ से बचाने के बाल यौन अपराध संरक्षण कानून (पॉस्को) 2012 में संशोधन को 6 अगस्त 2018 को मंजूरी दी गयी है। संशोधित कानून में 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के साथ दुष्कर्म करने पर मौत की सजा तक का प्रावधान है। 

पॉस्को एक्ट के प्रावधान
पॉस्को एक्ट में यौन शोषण की परिभाषा में यौन उत्पीडऩ, अश्लील साहित्य, सेक्सुअल और गैर सेक्सुअल हमले को शामिल किया गया है। एक्ट में भारतीय दंड संहिता 1860 के अनुसार सहमति से सेक्स करने की उम्र को 16 से बढ़ाकर 18 साल किया गया है। एक्ट के अनुसार अगर कोई व्यक्ति (बच्चा, युवा व बुजुर्ग सभी) किसी बच्चे यानी 18 साल से कम उम्र के बच्चे या बच्ची के साथ उसकी सहमति या बिना सहमति के कोई यौन कृत्य करता है तो यह पॉक्सो एक्ट के दायरे में आएगा। यदि पति या पत्नी में से कोई भी 18 साल से कम उम्र का है और वे आपस में भी यौन कृत्य करते हैं, तो यह भी अपराध की श्रेणी में आएगा और उस पर केस दर्ज हो सकता है। इस एक्ट के तहत सभी अपराधों की सुनवाई एक स्पेशल कोर्ट में कैमरे के सामने होती है। एक्ट में कहा गया है कि सुनवाई के दौरान यह कोशिश होनी चाहिए कि पीड़ित के माता-पिता या वह जिस पर वह भरोसा करता है, मौजूद रहें। अगर अभियुक्त  किशोर है, तो उसके ऊपर किशोर न्यायालय अधिनियम 2000 (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) के तहत केस चलाया जाएगा। यदि पीड़ित बच्चा दिव्यांग है या मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर है, तो विशेष अदालत को उसकी गवाही को रेकॉर्ड करने या उसे समझने के लिए अनुवादक व विशेष शिक्षक की सहायता लेनी चाहिए। अगर आरोपी ने कुछ ऐसा अपराध किया है जो बाल अपराध कानून के अलावा अन्य कानून में भी अपराध है, तो उसे सजा उस कानून के तहत होगी, जो सबसे सख्त हो। इसमें खुद को निर्दोष साबित करने का दायित्व अभियुक्त पर होता है। इसके अलावा इसमें गलत आरोप लगाने, झूठी जानकारी देने व किसी की छवि को खराब करने पर भी सजा का प्रावधान किया गया है। ऐसे लोग जो गलत काम के लिए बच्चों का व्यापार करते हैं, वे भी इस कानून के दायरे में आते हैं। अधिनियम में यह प्रावधान भी है कि यदि कोई शख्स ये जानता है कि किसी बच्चे का यौन शोषण हुआ  है, तो इसकी रिपोर्ट नजदीकी थाने में देनी चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करता है, तो उसे 6 महीने की जेल और आर्थिक दंड की सजा मिल सकती है। यह कानून बाल संरक्षक की जिम्मेदारी पुलिस को सौंपता है। इसमें पुलिस को बच्चे की देखभाल सहित अन्य जिम्मेदारियाँ निभानी होती हैं। इसके अलावा पुलिस की यह जिम्मेदारी भी बनती है कि वह मामले की जानकारी 24 घंटे के अंदर बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को भी दे, जिससे सीडब्ल्यूसी बच्चे की सुरक्षा और संरक्षण के लिए जरूरी कदम उठा सके। एक्ट में ये भी प्रावधान किया गया है कि केस की सुनवाई अदालत बंद कमरे में दोस्ताना माहौल में करे। बच्चे की पहचान गुप्त रखी जाए। पॉक्सो के तहत स्पेशल कोर्ट पीड़ित बच्चे को दी जाने वाली मुआवजे की राशि का निर्धारण कर सकता है। एक्ट में यह भी कहा गया है कि केस को यौन शोषण होने की तारीख से एक साल के अंदर निपटाया जाना चाहिए।      पॉस्को एक्ट में अपराधियों के लिए कड़े दंड का प्रावधान है। निश्चित रूप से इस कानून से बाल यौन उत्पीडऩ को रोका जा सकेगा। इसमें समाज की सहभागिता भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए क्योंकि यौन उत्पीडऩ का शिकार किसी भी परिवार का कोई भी बच्चा या बच्ची हो सकती है। ऐसे में हमारा दायित्व है कि हम सब मिलकर अपराध को रोकें और अपराधी को दंड दिलायें ताकि अपराधियों के मन में डर बना रहे।

मोटर सायकल पर अवैध शराब ले जाने पर वाहन मालिक को कारण बताओ सूचना पत्र जारी

कलेक्टर श्री गणेश शंकर मिश्रा ‍द्वारा मोटर सायकिल पर अवैध मदिरा ले जाने के मामले में मोटर सायकिल मालिक को कारण बताओं सूचना पत्र जारी करते हुए निर्देशित किया है कि न्यायालय में उपस्थित होकर कारण दर्शाएं अन्यथा जप्त वाहन में अर्थदण्ड की कार्यवाही की जाएगी। जिले के आष्टा अन्तर्गत पार्वती थाने में पुलिस द्वारा गश्त के दौरान मुखबिर से प्राप्त सूचना पर 25 मार्च 2019 को एक व्यक्ति मोटर सायकल क्रमांक MP-37-MJ-0518 पर दोनों तरफ प्लास्टिक की बोरियों को रस्सी से बांधकर एवं एक सफेद रंग के झोले में अवैध मदिरा लेकर किलेरामा की तरफ जाता पाया गया। पुलिस द्वारा तलाशी के लिए मोटर सायकल चालक को रोकने का प्रयास किया गया लेकिन वह मोटर सायकल को रोड़ किनारे खेत में भागने लगा तब पुलिस द्वारा घेराबंदी कर उसे पकड़ा गया। पुलिस द्वारा मोटर सायकल की तलाशी ली गई तो उसमें शराब की 50  क्‍वाटर तथा 12 बाटल बीयर जो लगभग 61 लीटर होना पाया गया। जप्त की गई मदिरा को थाने में लाकर राजसात करने की कार्यवाही की गई। जप्त वाहन रजिस्ट्रेशन अनुसार लाड़सिंह पिता मोती सिंह निवासी मानाखेड़ी तहसील आष्टा जिला सीहोर का होना पाया गया जिस पर जिला आबकारी अधिकारी द्वारा जप्त वाहन एवं मदिरा को धारा 34(2) आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत राजसात करने की अनुशंसा की गई है। कलेक्टर श्री मिश्रा द्वारा कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया कि वाहन मालिक 10 जून को पूर्वान्ह कलेक्टर न्यायालय में उपस्थित होकर कारण दर्शाएं अन्यथा उसके विरुद्ध एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी।

अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू एवं धुम्रपान निषेध दिवस 31 मई को

हर साल की तरह इस साल भी 31 मई को अंतर्राष्ट्रीय तम्बाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस मनाया जायेगा। इस दिवस पर युवाओं, छात्र-छात्राओं एवं जनसामान्य में तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन की बढ़ती आदत पर रोक लगाने के लिये विभिन्न कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रम में तम्बाकू, बीड़ी एवं सिगरेट के उपयोग से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्परिणामों को बताया जायेगा। दिवस पर जिले में तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन के दुष्परिणामो की जानकारी  देने के लिये सेमीनार, रैली, पोस्टर, प्रदर्शनी, वाद-विवाद, निबंध-लेखन, प्रश्नमंच, चित्रकला प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, गीत, नृत्य कार्यक्रमो आयोजन होगा।  मध्यप्रदेश स्वास्थ्य आयुक्त द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि जिला मुख्यालय एवं प्रत्येक विकासखंड मुख्यालय पर सार्वजनिक स्थान पर तंबाकू के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया जाए। जिसमें जन प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, पत्रकार, शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हों। जनसमुदाय द्वारा तंबाकू का सेवन किसी भी रूप में न करने एवं अपने कार्यालय/दुकानों को तंबाकू सेवन से मुक्त रखने की शपथ ग्रहण करें।  क्षेत्र के प्रमुख स्थानों पर रैली निकालकर जनजागरुकता लाई जावे एवं किशोर-किशोरियों, युवाओं के द्वारा वाद विवाद प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, हस्ताक्षर अभियान चलाया जाए। जिला मुख्यालय में आयोजित होने वाला कार्यक्रम कलेक्टर/जनप्रतिनिधियों की अध्यक्षता में एवं विकासखंड में आयोजित होने वाला कार्यक्रम अनुविभागीय अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित किया जाए।  प्रत्येक ग्राम पंचायत में तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभावों के संबंध में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया जावे एवं साइकिल रैली, दौड़ प्रतियोगिता, गांव में नारे लेखन का कार्य किया जाए। प्रत्येक विद्यालय/महाविद्यालय स्तर पर जागरुकता कार्यक्रम, प्रश्नमंच, निबंध, चित्रकला प्रतियोगिता, पोस्टर, रैली का आयोजन किया जाए।  

मधुबनी : 1248 बोतल रॉयल स्टेज शराब और एक मोबाईल बरामद

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) मधुबनी नगर थाना अध्यक्ष अरुण कुमार राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि रात्रि गश्ती के दरमियान महाराजगंज स्थित मिट्टी तेल गोदाम के पास एक तेज गति से सुमो गाड़ी को जाते देख संदेह होने पर उसे  रात्री गस्ती पुलिस टीम ने रोका लेकिन पुलिस की गाड़ी देख ड्राइवर और उसमें बैठे लोग गाड़ी छोड़कर फरार हो गया गाड़ी के पास जब पहुंची पुलिस टीम और गाड़ी  की तलाशी ली गई तो गाड़ी में 1248 बोतल रॉयल स्टेज शराब और एक मोबाईल    बरामद किया गया बरामद सुमो गाड़ी मोबाइल और शराब की बोतल लेकर गस्ती गारी थाना पर ले  आई वही थाना सदर अरुण कुमार राय ने बताया कि गाड़ी और मोबाइल के बुनियाद पर शराब तस्कर की तलाश की जाएगी

दरभंगा : बौद्ध साहित्य में मिथिला की महिलाओं की हिस्सेदारी अन्य इलाकों से अधिक : शिव कुमार

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दरभंगा (आर्यावर्त संवाददाता) ।भारत का शिक्षा इतिहास बिना मिथिला के उल्लेख किए संभव नही है। वैदिक काल से लेकर आधुनिक काल तक मिथिला महिला शिक्षा का केन्द्र रहा है। बौद्ध साहित्य में भी मिथिला की महिलाओं की हिस्सेदारी किसी अन्य इलाके से अधिक देखने को मिलती है। बौद्ध साहित्य में मिथिला से थेरियों की एक लंबी सूची मिलती है जो मिथिला की महिलाओं के साहित्य सृजन के साथ ही उनके सशक्तिकरण को भी दर्शाता है। उक्त बातें बिहार रिसर्च सोसाइटी पटना के शोध सहायक डॉ. शिव कुमार मिश्र ने कही । आचार्य रामनाथ झा हेरिटेज सीरीज के तहत बौद्ध साहित्य में मिथिला की महिलाओं का योगदान बिषय पर गांधी सदन में आयोजित राम लोचन शरण स्मृति व्याख्यान देते हुए डॉ. मिश्र ने मिथिला की थेरियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बौद्ध साहित्य में सीहा, जयंती, विमला, रोहिणी आदि कई थेरियों का उल्लेखनीय योगदान रहा है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मिथिला का इतिहास महिला शसक्तीकरण का इतिहास है । जो चीजें हज़ारो वर्ष पहले मिथिला में मौजूद थी आज हमें उसकी जरूरत महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि मिथिला के गौरवशाली इतिहास को जीवंत करने के लिए एक बार फिर हमें महिला शिक्षा की ओर विशेष ध्यान देना होगा। सभा की अध्यक्षता करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी श्री गजानन मिश्र ने कहा कि विगत सदियों में मिथिला की महिलाओं की न केवल शैक्षणिक हिस्सेदारी कम हुई है बल्कि उनकी संख्या में भी अनुपातित ह्रास हुआ है । 1881 कि जनगणना में जहाँ पुरुषो के मुकाबले महिलाओं की संख्या अधिक थी वही 1961 आते-आते यह संख्या पुरुषो के बराबर हो गई। महिला शसक्तीकरण के क्षेत्र में भी महिलाओं को हिस्सेदारी कम हुई है। 1970 में जहाँ 1 एकड़ धान के खेत मे 50 से अधिक मजदूरों के बीच महिलाओं की संख्या 30 के करीब थी वही आज यह अनुपात 5:6 रह गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अभाव महिलाओं के आर्थिक शसक्तीकरण और साहित्य सृजन में उनकी हिस्सेदारी को कम किया है। ऐसे में महिलाओं में शिक्षा का प्रसार करके ही उन्हें पुनः उस मुकाम तक पहुचाया जा सकता है जहां वह बौद्ध काल मे दिखाई दे रही है। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार आशिष झा ने किया जबकि धन्यवादज्ञापन संतोष कुमार ने दिया। कार्यक्रम में दरभंगा राजपरिवार से बाबू रामदत्त सिंह, बाबू गोपालनन्दन सिंह व बाबू अजयधारी सिंह, विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, श्रुतिकर झा, दूरस्थ शिक्षा के निदेशक डॉ. सरदार अरविंद सिंह, उप-निदेशक डॉ. विजय कुमार, डॉ. शम्भू प्रसाद, डॉ. मंज़र सुलेमान, डॉ. अवनींद्र कुमार झा,  सुशांत भास्कर, चंद्रप्रकाश, आदि मौजूद थे।

मधुबनी : पंचायती राज प्रधान सचिव ने की सात निश्चय की समीक्षा

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प्रधान सचिव,पंचायती राज विभाग की अध्यक्षता में 7 निश्चय के तहत विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन एवं पथ निर्माण विभाग के सड़कों के मरम्मति की समीक्षा

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) अमृत लाल मीणा, भा0 प्र0 से0, प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार पटना की अध्यक्षता में बुधवार को समाहरणालय स्थित सभागार में 7 निश्चय के तहत विभिन्न विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन एवं पथ निर्माण विभाग के तहत सड़कों के मरम्मति की समीक्षा की गयी।  बैठक मेें जिला पदाधिकारी, मधुबनी, श्री शीर्षत कपिल अशोक, अपर समाहत्र्ता, मधुबनी, श्री दुर्गानंद झा, उप-विकास आयुक्त, मधुबनी, श्री अजय कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी, झंझारपुर, श्री अंशुल अग्रवाल, अनुमंडल पदाधिकारी, बेनीपट्टी, श्री मुकेश रंजन, अनुमंडल पदाधिकारी, जयनगर, श्री शंकर शरण ओमी, अनुमंडल पदाधिकारी, फुलपरास, श्री गणेश कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, श्री अजय कुमार आनंद समेत सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार पटना के द्वारा जिले में सात निश्चय योजना के तहत चल रहे नल-जल योजना के क्रियान्व्यन की प्रखंडवार समीक्षा की गयी। जिसमें राजनगर, पंडौल, घोघरडीहा, हरलाखी,बेनीपट्टी आदि प्रखंडों में कार्यो की धीमी प्रगति को देखते हुए असंतोष व्यक्त किया गया। साथ ही सभी  प्रखंड विकास पदाधिकारियों को जिले में पेयजल संकट की समस्या को देखते हुए सभी पंचायतों के सभी वार्डों में 15 जून तक नल-जल योजना का कार्य आरंभ करने का निदेश दिया गया। ताकि लोगों को पेयजल की समस्या से शीघ्र निजात दिलायी जा सके। उन्होंने सभी वार्डों में प्राथमिकता के आधार पर ट्यूबवेल की बोरिंग, कनेक्शन, वितरण, पाईप बिछाने तथा स्टैंजिंग के कार्यो में तेजी लाने का निदेश दिया। साथ ही सभी वार्ड क्रियान्वयन समिति को एडभांस राशि का भुगतान संवेदक को नहीं करने का निदेश दिया। 
          
उन्होंने कहा कि योजनाओं में प्रगति लाने के उदेश्य से पंचायत स्तर पर कलस्टरवार प्रभारी पर्यवेक्षक की प्रतिनियुक्ति कर पंचायतों मे कैंप कर कार्य कराने का निदेश दिया। सभी वार्डो में 15 जून तक कार्य प्रारंभ नहीं पाये जाने की स्थिति में संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी पर विभागीय कार्रवाई की जायेगी।  प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार पटना ने कहा कि सभी पंचायतों में आर0टी0पी0एस0 काउंटर खोला जाना है। जिसके लिए सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को आवश्यक तैयारियों को पूरा करने का निदेश दिया गया। उन्होंने जिला पदाधिकारी, मधुबनी को शीघ्र तकनीकि सहायक, लेखापाल तथा कार्यपालक सहायक को विभागीय निदेश प्राप्त होने के आलोक में चयन करने का निदेश दिया। बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारियों द्वारा माननीय वार्ड सदस्यों एवं मुखिया के द्वारा वार्ड योजनाओं के क्रियान्व्यन तथा वार्ड क्रियान्वयन समिति के खाते में राशि के हस्तांतरण में अनावश्यक विलंब के प्रति ध्यान आकृष्ट कराया गया। प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार पटना ने कार्य में रूचि नहीं लेने वाले वार्ड क्रियान्वयन समिति के सचिव एवं अन्य सदस्यों तथा मुखिया को 07 दिनों के अंदर नोटिस भेजकर कार्य में तेजी लाने अन्यथा विभागीय कार्रवाई हेतु प्रतिवेदन भेजने का निदेश दिया। उन्होंने सभी नल-जल से संबंधित योजनाओं के लिए विद्युत कनेक्शन हेतु कार्य प्रारंभ होने के समय ही आवेदन देने का निदेश दिया। विद्युत विपत्रों का भुगतान वार्ड क्रियान्वयन समिति के द्वारा किया जायेगा। जिसके लिए उन्हें प्रति परिवार से प्रतिदिन 01(एक रूपया) लिया जाना है। साथ ही अब विभागीय निदेश के आलोक में पंचायतों के द्वारा पंचायत सरकार भवन का निर्माण स्वयं किया जायेगा। जिसमें कलस्टर के अनुसार फेजवाईज अगली बड़ी पंचायतों में जमीन उपलब्धता से संबंधित प्रतिवेदन भेजना होगा। साथ ही नये नियमों के अनुसार पंचायत सरकार भवनों के चहारदीवारी का कार्य अब नहीं किया जायेगा। साथ ही एक साल के अंदर ही निर्माण कार्य पूर्ण करने का निदेश दिया गया है।
            
प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार पटना ने बताया कि सभी ग्राम पंचायतों के सभी वार्डो में 02 अक्टूबर, 2019 तक हर घर से डोर-टू-डोर गीला एवं सूखा ठोस अवशिष्ट का संगहण एवं पृथकीकरण की सुविधा स्थापित किया जाना है। जिसके लिए प्रत्येक 02 वार्डो पर एक कार्ट की व्यवस्था करनी होगी, जिसका दो वार्डो के स्वच्छता कर्मी संयुक्त संचालन करेंगे। पंचायत को वार्ड के प्रत्येक घर से सूखा एवं गीला कचरा संग्रहण के लिए अलग-अलग डस्टविन की व्यवस्था भी करनी होगी। प्रत्येक राजस्व ग्राम में, पंचायत द्वारा निर्धारित स्थल पर वर्मी कंपोस्ट ईकाई तैयार किया जायेगा। ठोस अवशिष्ट संग्रहण एवं संस्करण करने का कार्य ग्राम पंचायतें, जीविका संगठनों के माध्यम से करा सकती है। यदि जीविका संगठन तैयार नहीं हो, तो ग्राम पंचायतों द्वारा आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा ठोस अवशिष्ट प्रबंधन कराया जायेगा। जिसमें डोर-टू-डोर गीला एवं सूखा ठोस अवशिष्ट का संग्रहण एवं पृथक्कीकरण, ठोस अवशिष्ट का प्रसंस्करण करते हुए वर्मी कंपोस्ट बनाना, संग्रहण स्थल का चयन एवं प्रबंधन, पाक्षिक तौर पर चक्रीय क्रम में नालियों की सफाई एवं चूना/ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव का कार्य किया जायेगा। जिसके लिए ग्राम पंचायत आम सहमति से स्वच्छता शुल्क वसूल सकती है, ग्राम पंचायत/ग्राम संगठन संग्रहित कूड़े से बनने वाले वर्मी कंपोस्ट का उपयोग अथवा बिक्री अपने संस्था के संसाधन बृद्धि के लिए कर सकेगी। संबंधित ग्राम पंचायतों द्वारा नियमित पर्यवेक्षण किया जायेगा। तथा इस व्यवस्था पर आने वाला व्यय, ग्राम पंचायतें अपने संसाधनों(यथा-चैंदहवां वित्त आयोग का अनुदान,पंचम राज्य वित्त आयोग का अनुदान) से करेगी। उन्होेंने निश्चय योजना की माॅनिटरिंग के लिए बनाये गये निश्चय साॅफ्ट एप्प पर निश्चय से संबंधित प्रगति प्रतिवेदन को ससमय अपलोड की कार्रवाई करने का निदेश दिया। तत्पश्चात प्रधान सचिव, पंचायती राज विभाग, बिहार पटना के द्वारा पथ निर्माण विभाग के विभिन्न सड़कों के मरम्मति की समीक्षा की गयी। जिसमें एन0एच0 104, एन0एच0 527ए0, सकरी से मधुबनी स्टेशन, कलुआही से हरलाखी, मधुबनी से खुटौना, औंसी से बिस्फी, मधुबनी से पुपरी, मधवापुर से बासुकी, रामपट्टी से बटलोहिया तथा अन्य विभागीय सड़कों की स्थिति से अवगत हुए। तत्पश्चात उन्होेंने कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग,मधुबनी को निदेश दिया कि 30 जून तक जिले के सभी विभागीय सड़कों की मरम्मति कार्य को अवश्य कराना सुनिश्चित करें। साथ ही यह भी बताया गया कि प्राथमिकता के आधार पर पांच सड़कों का चयन कर लगभग दस दिनों के अंदर मरम्मति का कार्य पूर्ण करें। उन्होंने बताया कि पथ निर्माण विभाग के सड़कों की मरम्मति के लिए मे0 दुर्गा टावर्स प्राईवेट लि0 को टेंडर दिया गया है। संवेदक को भी उक्त कार्यो को ससमय पूर्ण करने का निदेश दिया गया।

मधुबनी : जिले में संचालित जांच घर के निरिक्षण के लिए टीम गठित

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मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) । जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के आदेश के आलोक में न्यायालय के निर्देशानुसार जिले में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्र, पैथोलॉजी, जांच घर, डायग्नोस्टिक सेंटर,  नर्सिंग होम व बल्ड बैंक मापदंड के अनुसार संचालित हैं अथवा नहीं के लिए जिला स्तर पर  एक टीम गठित की गई है। टीम में सिविल सर्जन डा.मिथिलेश झा, प्रभारी एसीएमओ डा.एसपी सिंह, वरीय उपसमाहर्ता  सुनील कुमार व किशोर कुमार, रेड क्रॉस के चिकित्सा पदाधिकारी डा.गिरिश पांडेय शामिल किए गए हैं। डीएम के आदेशानुसार सबसे पहले सदर अस्पताल के आसपास व  मधुबनी शहरी क्षेत्र के सभी जांच घरो व  डायग्नोस्टिक सेंटरों की जांच की जानी है । इसके बाद झंझारपुर  एवं जयनगर में जांच होगी। जांच दल  इस बात की जांच करेंगे कि  जांच घर  न्यायादेश के आलोक में  काम कर रहा है कि नहीं। योग्य चिकित्सक हैं कि नहीं व मापदंड के अनुरूप संचालित है कि नहीं। जांच टीम जांच के दौरान वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था को भी देखेगी। व पता लगाएगी कि इसके लिए बिहार राज्य प्रदुषण नियंत्रण परिषद् से लाइसेंस मिला है कि नहीं। मरीजों का वेटिंग रूम, चिकित्सक कक्ष, मरीजों के लिए अलग कक्ष, साफ-सफाई की व्यवस्था की भी जांच होगी। सिविल सर्जन ने जांच टीम को निर्देश दिया है कि वैसे सभी जांच घरों व डायग्नोस्टिक सेंटर  आदि जो योग्य चिकित्सक के बिना या मापदंड के अनुरूप संचालित नहीं पाए जाते हैं उन केंद्रों को उसी समय बंद कर दिया जाय।

पूर्णिया : जिले में काला गेहूं के बाद शुरू हुई काले चावल की खेती

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- गुलाबबाग के व्यवसायी सह किसान विश्वनाथ अग्रवाल ने शुरू की जिले के जलालगढ़ में काला गेहूं व काला चावल की खेती 
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कुमार गौरव । पूर्णिया : हाल के दिनों में काला चावल या ब्‍लैक राइस तेजी के साथ देश में पॉपुलर हुआ है। दरअसल पारंपरिक सफेद चावल के मुकाबले काले चावल को सेहत के लिए ज्‍यादा बेहतर माना जाता है। यह चावल कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में भी काफी कारगर है। बहुत से डॉक्‍टर भी इसके प्रयोग की सलाह देने लगे हैं। काला गेहूं की खेती के बाद अब जिले के किसान काले चावल की खेती करने में जुट गए हैं। प्रायोगिक तौर पर गुलाबबाग के व्यवसायी व किसान विश्वनाथ अग्रवाल जलालगढ़ के कृषि फार्म पर काला गेहूं के बाद अब काले चावल की खेती कर रहे हैं। जिसका उन्हें अच्छा रिस्‍पॉन्‍स भी मिल रहा है। बता दें कि काला गेहूं व चावल सेहत के दृष्टिकोण से लाभदायक होने के कारण इसकी पॉपुलैरिटी पंजाब जैसे राज्‍यों तक पहुंच चुकी है। सेहत के अलावा इसकी खेती किसानों को अच्‍छी कमाई भी करा सकती है। किसान काले चावल की खेती के जरिए पारंपरिक चावल के मुकाबले मिनिमम 500 फीसदी ज्‍यादा कमाई सकते हैं। देश के कई राज्‍यों की सरकारें इसकी खेती को प्रोत्‍साहित भी कर रही हैं। 

...क्‍या है ब्‍लैक राइस या काला चावल :  
इस संबंध में महाराष्ट्र राज्य बीज निगम के अधिकारी आनंद कुमार सिंह अरूण ने कहा कि ब्‍लैक राइस या काला चावल सामान्‍य तौर पर आम व्‍हाइट या ब्राउन राइस जैसा ही होता है। इसकी शुरूआती खेती चीन में होती थी। वहीं अपने देश में इसकी खेती असम और मणिपुर में शुरू हुई। असम व मणिपुर के बाद इसकी खेती धीरे धीरे नार्थ ईस्‍ट में पॉपुलर हो गई। उन्होंने बताया कि फिलहाल जिले के किसानों के लिए तीन किस्मों के बीज अलग अलग प्रदेशों से मंगाया गया है व खेत में बिचड़ा डालने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि काला गेहूं व चावल का बहुत औषधीय गुण भी है। इसमें ग्लाइसेमिक इनडेक्स 40 फीसदी होता है जबकि साधारण चावल में 60 फीसदी से ज्यादा होता है। जिस कारण काला चावल डायबिटिज व कैंसर जैसी बीमारी का असर कम करने में मददगार है। इसमें एंथ्रोक्साइनिन एंटीऑक्सीडेंट भी पाया जाता है। वहीं कृषि वैज्ञानिक डॉ अभिषेक प्रताप सिंह कहते हैं कि काला चावल एंटी-ऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर माना जाता है। यूं तो कॉफी और चाय में भी एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं लेकिन काले चावल में इसकी मात्रा सर्वाधिक होती है। इसके चलते बॉडी को डि‍टॉक्सिफाई करने में मददगार साबित हुआ है और कई तरह की सेहत संबंधी परेशानि‍यां भी दूर रहती हैं। एंटी ऑक्‍सीडेंट हमारे शरीर की विषाक्त संबंधी बीमारियों से लड़ता है। इसे कैंसर के इलाज के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी माना जाता है। आम सफेद चावल के मुकाबले इसमें ज्‍यादा विटामिन बी और ई के अलावे कैल्सियम, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक की भी मात्रा ज्‍यादा होती है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 29 मई

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डिप्टी कलेक्टरों के मध्य कार्य विभाजन  लोकेन्द्र सिंह सरल को विदिशा एसडीएम का दायित्व 

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कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के द्वारा डिप्टी कलेक्टरों के मध्य पूर्व जारी आदेश में आंशिक संशोधन कर नवीन आदेश जारी किया गया है। तदानुसार डिप्टी कलेक्टर श्री लोकेन्द्र सिंह सरल को विदिशा एसडीएम का दायित्व सौंपा गया है।  कलेक्टर श्री सिंह के द्वारा जारी कार्य विभाजन आदेशानुसार डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवीण प्रजापति को उप जिला निर्वाचन अधिकारी विदिशा (सामान्य एवं स्थानीय) तथा डिप्टी कलेक्टर श्री अनिल कुमार जैन की पदस्थापना जिला कार्यालय विदिशा की गई है।  कलेक्टर श्री केव्ही सिंह के द्वारा जारी आदेश में उल्लेख है कि डिप्टी कलेक्टर श्री गोपाल सिंह वर्मा को उप खण्ड अधिकारी/उपखण्ड मजिस्टेªट कुरवाई का तथा जिला कार्यालय में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर श्रीमती आरती यादव को उपखण्ड अधिकारी/उपखण्ड मजिस्टेªट ग्यारसपुर का दायित्व सौंपा गया है। जिला कार्यालय में डिप्टी कलेक्टर श्री आरती यादव को सौंपे गए सभी दायित्वों का निर्वहन डिप्टी कलेक्टर श्री अनिल जैन के द्वारा सम्पादित किया जाएगा। 

जिपं की सामान्य बैठक एक को

जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी की अध्यक्षता में जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक एक जून को आयोजित की गई है कि जानकारी देते हुए जिपं सीईओ श्री मयंक अग्रवाल ने बताया कि उक्त बैठक जिला पंचायत के सभागार कक्ष में दोपहर तीन बजे से शुरू होगी।  जिपं सीईओ श्री अग्रवाल ने सामान्य सभा की बैठक एजेण्डा बिन्दु के संबंध में बताया कि कृषि विभाग के माध्यम से क्रियान्वित कार्यो में वर्ष 2018-19 में रबी सीजन में बीज की उपलब्धता, रबी सीजन हेतु खाद की उपलब्धता, वर्ष 2018-19 में बीज क्रय करने की सम्पूर्ण जानकारी एजेन्सीवार एवं सोसायटीवार, धान की खरीदी-पेेमेन्ट, वर्ष 18-19 में क्रय की गई कृषि दवाईयों की सम्पूर्ण जानकारी, कंपनी का नाम क्रय मूल्य सहित, वर्ष 2018-19 में आयोजित कृषि मेले, प्रशिक्षण कृषक भ्रमण दल की जानकारी तथा विदिशा जिले को कितना बजट आवंटित हुआ कि सम्पूर्ण जानकारी के अलावा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, सहकारिता विभाग, लोक निर्माण विभाग के माध्यम से क्रियान्वित योजनाओं की समीक्षा तथा वन विभाग की योजनाओं के अंतर्गत पौधरोपण, नाली खुदाई, पेड कटाई-छंटाई की जानकारी तथा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग अंतर्गत मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवं विभागीय कार्यो की समीक्षा एजेण्डा बिन्दु में शामिल है।

ग्रीष्मकालीन फसलों हेतु सलाह

किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के द्वारा जिले के कृषकों को ग्रीष्मकालीन फसलों मुख्यतः मूृंग,उड़द की पैदावार लेने हेतु क्या-क्या सावधानियां बरते की सलाह दी गई हैं। विभाग के उप संचालक श्री पीके चैकसे ने किसानों से आग्रह किया है कि मूंग, उडद फसल में उचित समय पर सिंचाई करें जिससे नमी बनी रहे तथा बढ़ते तापक्रम का फसल पर कम से कम प्रभाव पडे़। फसल पर रसचूसक कीट का प्रकोप दिखाई देेने पर डायमिथोएट तीस ईसी दो मिमी/लीटर या इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल 0.2मिली/लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।  रबी मौसम की फसलों के उत्पाद को उचित नमी तक धूप में सुखाने के पश्चात् ही भण्डार गृह को साफकर उसमें भण्डारित करने की सलाह दी गई है। फसल कटाई के उपरांत शेष रहे अवशेषो को जलाए नही बल्कि जुताई कर मिट्टी में मिलाएं। भूमिजनित रोगो के नियंत्रण हेतु खेत की जुताई मिट्टी पलटने वाले हल/रोटावेटर/प्लाऊ से करें। आगामी खरीफ सीजन में जिन फसलों की बुआई करनी हो उनकी उन्नतशील किस्मों की प्रमाणित बीज व्यवस्था जरूर करें तथा खेत की मिट्टी की जांच हेतु नमूना एकत्रित कर कृषि विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर मिट्टी नमूना की जांच जरूर कराएं। 

श्रमोदय विद्यालयों में प्रवेश परीक्षा नौ जून को

प्रदेश के चार महानगर भोपाल, इन्दौर, जबलपुर और ग्वालियर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमोदय आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा रहे है। उक्त विद्यालयों में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के पुत्र-पुत्रियों द्वारा प्रवेश हेतु आॅन लाइन आवेदन पूर्व में दाखिल किए गए है। प्रवेश चयन परीक्षा नौ जून रविवार को आयोजित की गई है।  जिला श्रम पदाधिकारी श्री सुधीश कमल ने बताया कि चयन परीक्षा नौ जून को परीक्षा केन्द्र शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विदिशा में सुबह नौ बजे से दोपरह साढे बारह बजे तक आयोजित की गई है। पूर्व उल्लेखित महानगरांे के श्रमोदय विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र वर्ष 2019-20 हेतु पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को कक्षा छटवीं, सातवीं, आठवीं, नवमी एवं 11वीं में प्रवेश के लिए पात्र अभ्यर्थियों से आवेदन प्राप्त किए जा चुके है। पात्रता में चयनित परीक्षार्थी ही प्रवेश परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। परीक्षा के लिए निर्धारित समय से एक घंटा पहले पूर्व उल्लेखित परीक्षा केन्द्र पर उपस्थित होेने के निर्देश परीक्षार्थियों हेतु जारी किए गए है। पात्र परीक्षार्थी अपना प्रवेश पत्र www.mpsos.nic.in या www.shramodayvidyalay.mp.gov.in  पर उपलब्ध लिंक से डाउनलोड किए जा सकते है। 

वेतन निर्धारण प्रकरणों का अनुमोदन कराएं-कलेक्टर 

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जिले के समस्त आहरण संवितरण अधिकारियों एवं कार्यालय प्रमुख को पत्र प्रेषित कर उन्हें कार्यालयीन समस्त शासकीय सेवकांे का वेतन निर्धारण प्रकरणों का अनुमोदन जिला पेंशन अधिकारी से करवाए जाने के आदेश प्रसारित किए है।  कोष एवं लेखा संचालनालय के द्वारा ततसंबंध में जारी पत्र का हवाला देते हुए जिला कोषालय अधिकारी श्री उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि जिले के समस्त शासकीय सेवको को सातवां वेतनमान एरियर की द्वितीय किश्त का भुगतान मई 19 में किया जाना है। एरियर देयक वित्त विभाग द्वारा विकसित आईएफएमआईएस से जनरेट कर भुगतान किया जाएगा। एरियर की द्वितीय किश्त जनरेट तभी हो सकेगी जब संबंधित शासकीय सेवक का वेतन निर्धारण जिला पंेशन कार्यालय से अनुमोदित करवाया गया है।  जिले के समस्त पूर्व उल्लेखित अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया कि ऐसे शासकीय सेवक जिनका सातवे वेतनमान के एरियर की किश्तों हेतु पेंशन कार्यालय से अब तक अनुमोदन नही कराया गया है वे शीघ्रतिशीघ्र सेवा पुस्तिका वेतन निर्धारण हेतु संबंधित समस्त प्रविष्टियां पूर्ण कर पेंशन कार्यालय में जमा कराना सुनिश्चित करें। कर्मचारी की नियुक्ति दिनांक 1.1.2006 जो बाद में हो से संबंधित समस्त प्रविष्टियां आईएफएमआईएस में पूर्ण की जाए। कार्यालय प्रमुखों द्वारा उक्त प्रविष्टियां पूर्ण होने पर तत्काल सेवा पुस्तिका जिला पेंशन कार्यालय को प्रेषित करें जिससे वेतन निर्धारण अनुमोदन कार्य पूर्ण किया जा सकें। यदि किसी कार्यालय के कर्मचारी को एरियर की द्वितीय किश्त भुगतान में विलम्बता होना पाया जाता है तो इसके लिए उत्तरदायित्व का निर्धारण किया जाएगा।

कर्मचारियों का डाटाबेस मंे सुधार तथा मोबाइल नम्बर की प्रविष्टियां

शासकीय कर्मचारियों से संबंधित वेतन आहरण, व्यक्तिगत दावों की स्वीकृति एवं आहरण आवेदन प्राप्ति, स्वीकृति सहित अन्य विभिन्न प्रकार की सूचनाएं शासकीय सेवकों को तुंरत एसएमएस से सूचित करने के लिए मोबाइल नम्बर दर्ज कराने के संबंध में जिला कोषालय के माध्यम से कार्यालयों को पत्र प्रेषित किए गए है।  कतिपय डीडीओ द्वारा कोषालय के माध्यम से संबंधित कर्मचारी के मोबाइल नम्बर की प्रविष्टिी हेतु पत्र प्रेषित किए जा रहे है। इस संबंध में स्पष्ट अवगत कराया जा रहा है कि कर्मचारी स्वंय अपने लाॅगिग से एचआरएमआईएस/ईएसएस उवकनसम;म्.चतवपिसमझब्ींदहम म्उचसवलमम चतवपिसमद्ध में मोबाइल नम्बर दर्ज करा सकते है या डीडीओ के लाॅगिग पर वद इमींस िफेसीलिटी द्वारा डीडीओ के अंतर्गत पदस्थ कर्मचारियों के मोबाइल नम्बर प्रविष्टि किए जा सकते है। अतः तदानुसार मोबाइल नम्बर प्रविष्टि की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश प्रसारित किए गए है। 

शासकीय सेवकों की आईटी क्षमता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण आयोजित

जिले में पदस्थ अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए आईटी क्षमता संवर्धन के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम 30 मई से शुरू होगा जो 12 जून तक जारी रहेगा। नवीन कलेक्टेªट विदिशा में स्थित ई दक्ष केन्द्र कक्ष क्रमांक 125 में नियत तिथियों को प्रशिक्षण सुबह 11 बजे से शाम 5.30 बजे तक आयोजित किया गया है ततसंबंध में अन्य विस्तृत जानकारी के लिए प्रशिक्षण प्रभारी श्री चंद्रजीत रघुवंशी का मोबाइल नम्बर 9755816980 पर सम्पर्क कर प्राप्त की जा सकती है। 

विश्व तम्बाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस 31 को जिले में आयोजित होगें विभिन्न कार्यक्रम

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 31 मई 2019 को विश्व तम्बाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस का आयोजन किया जायेगा। इसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों में बढ़ती हुई तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन की प्रवृत्ति को रोकथाम के लिये तम्बाकू एवं बीड़ी, सिगरेट के दुष्परिणामों से समाज को अवगत कराना है, ताकि तम्बाकू एवं गुटका बीड़ी, सिगरेट के सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति से युवा पीढ़ी एवं जन-जन को कैंसर, टी.वी, हृदयघात की बीमारियों से बचाया जा सके एवं तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन की रोकथाम हेतु वातावरण व चेतना का निर्माण हो सके। इस अवसर पर तम्बाकू एवं धूम्रपान के सेवन से दुष्परिणामों पर आधारित कार्यक्रम जैसेः- सेमीनार, रैली, पोस्टर, प्रदर्शनी, वाद-विवाद, निबन्ध-लेखन, प्रश्न मंच, चित्रकला, प्रतियोगितायें व नुक्कड़ नाटक, गीत, नृत्य, आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल के द्वारा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर जनपदों एवं ग्राम पंचायतों के साथ-साथ निकायों में जनजागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश प्रसारित किए गए है। जागरूकता संबंधी कार्यक्रम विद्यालय, महाविद्यालयांे में भी आयोजित किए जाएंगे। 

लोक सेवा केन्द्र हेतु निविदा जमा करने की अंतिम तिथि आज अब तक 318 निविदाएं जमा हुई

जिले में संचालित लोक सेवा केन्द्रों के संचालन के लिए नवीन निविदा जारी की जाकर लोक सेवा केन्द्रों का चयन किये जाने के संबंधित में दिशा निर्देश एवं मॉडल आरएफपी जारी किए गए है। लोक सेवा केन्द्रों की निविदा जमा करने की तिथि 30 मई 2019 नियत है। लोक सेवा केन्द्र के महाप्रबंधक श्री अमित अग्रवाल ने बताया कि लोक सेवा केन्द्रों की तकनीकी एवं वित्तीय निविदा खोलने एवं अन्य कार्यवाही के लिए संशोधित समय सारणी जारी की गई। नवीन तिथियों के अनुसार तकनीकी निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 30 मई 2019 को दोपहर 3 बजे तक निर्धारित की गई है। तकनीकी निविदा 30 मई को ही शाम 4 बजे खोलने की कार्यवाही कलेक्टेªट सभाकक्ष में कर जांच कार्यवाही की जाएगी। 

आरटीई के तहत आॅन लाइन प्रवेश प्रक्रिया की तिथि में वृद्वि

डीपीसी श्री सुरेश खाण्डे ने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय स्कूलांे मंे वंचित समूह एवं कमजोर बच्चों को अधिनियम के प्रावधान का लाभ प्राप्त हो सकें। इस हेतु शैक्षणिक सत्र 2019-20 हेतु आॅन लाइन प्रवेश प्रक्रिया की गतिविधियों के क्रियान्वयन में आंशिक संशोधनयुक्त समय सारणी राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक द्वारा जारी की गई है।  राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा जारी संशोधित समय सारणी के अनुसार अब 12 जून तक पालकों द्वारा आॅन लाइन आवेदन तथा त्रुटिसुधार संबंधी कार्य सम्पादित किए जा सकेेंगे तथा पोर्टल से आॅन लाइन आवेदन की पावती एवं सत्यापन प्रपत्र डाउनलोड करने के लिए भी अंतिम तिथि 12 जून नियत की गई है।  आवेदकों द्वारा निकटस्थ जन शिक्षा केन्द्र में उपस्थित होकर सत्यापन कार्य के लिए 13 जून तथा सत्यापन अधिकारियों से सत्यापन प्रपत्र प्राप्त कर बीआरसी द्वारा पोर्टल पर प्रविष्टि करने के लिए 14 जून तथा सत्यापन उपरांत पात्र पाए गए एवं पोर्टल पर दर्ज बच्चों मंे से रेण्डम पद्वति से आॅन लाइन लाटरी द्वारा सीटो का आवंटन एवं चयनित आवेदकों को एसएमएस से सूचित करने के लिए अंतिम तिथि 20 जून नियत की गई है।  आवेदकों द्वारा पोर्टल से आवंटन पत्र डाउनलोड करने के लिए 21 से 25 जून तक कर सकेंगे। अशासकीय स्कूल के आवंटन पश्चात् अशासकीय शालाओं में प्रवेश तथा प्रवेशित बच्चों की पोर्टल पर रिपोर्टिंग दर्ज करने के कार्य हेतु 21 से 29 जून नियत की गई है। प्रवेशित बच्चों का आधार सत्यापन कार्य 25 जून से 10 जुलाई तक किया जाएगा।

पूर्णिया : आधारभूत संरचना व व्यवस्था सुनिश्चित करने पर होगा विचार विमर्श

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- कार्यशाला में शोध गुणवत्ता के विकास व आवश्यक नीति निर्धारण, - कार्यशाला में भाग लेंगे कुलपति सहित 20 शिक्षक
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पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता)  :राजभवन पटना के तत्वावधान में बिहार के विश्वविद्यालयों में शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए बुधवार को संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया है। यह कार्यशाला होटल लेमनट्री प्रीमियर, एग्जिविशन रोड, पटना में आयोजित किया जाएगा। इसके आयोजन की जिम्मेदारी तिलकामांझी भागलपुर विवि, भागलपुर को दी गई है। कुलपति डाॅ अवध किशोर राय ने बताया कि कार्यशाला में शोध गुणवत्ता के विकास के लिए आवश्यक नीति निर्धारण और आधारभूत संरचना एवं व्यवस्था सुनिश्चित करने पर विचार विमर्श किया जाएगा। इसका उद्घाटन राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन करेंगे। 

...बीएनएमयू के 20 शिक्षक लेंगे हिस्सा : 
कार्यशाला में भाग लेने के लिए बीएनएमयू के विभिन्न विषयों के बीस शिक्षकों को नामित किया गया है। इनमें स्नातकोत्तर विभागों से डाॅ अशोक कुमार यादव, डाॅ नरेश कुमार एवं डाॅ मोहित कुमार घोष (रसायनशास्त्र विभाग), डाॅ नरेंद्र श्रीवास्तव एवं डाॅ राजकुमार (जंतु विज्ञान विभाग), डाॅ बीके दयाल एवं डाॅ मो अबुल फजल (वनस्पति विज्ञान), डाॅ एमआई रहमान एवं डाॅ आनंद कुमार सिंह (मनोविज्ञान विभाग), डाॅ राजकुमार सिंह (राजनीति विज्ञान विभाग), डाॅ ज्ञानंजय द्विवेदी एवं डाॅ सुधांशु शेखर (दर्शनशास्त्र विभाग) के नाम शामिल हैं। इसके अलावा महाविद्यालयों से डाॅ कपिलदेव प्रसाद यादव (टीपी काॅलेज, मधेपुरा), डाॅ संजीव कुमार, डाॅ नरेश कुमार, सुभाशीष दास एवं सुमित कुमार (बीएसएस काॅलेज, सुपौल), डाॅ संजीव कुमार, डाॅ संयुक्ता कुमारी (एमएलटी काॅलेज, सहरसा) और वेनुकर मंडल (एलएनएमएस काॅलेज, वीरपुर) के नाम शामिल हैं।  

...कई नामी शिक्षाविद होंगे शामिल :  
मालूम हो कि यह कार्यशाला पटना के होटल लेमन ट्री में आयोजित है। इसके उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन करेंगे। की नोट स्पीकर भारतीय सामाजिक विज्ञान परिषद् के अध्यक्ष डाॅ बीबी कुमार एवं यूजीसी के सचिव रजनीश जैन हांेगे। गेस्ट आॅफ आॅनर राजभवन में उच्च शिक्षा परामर्शी प्रो आरसी सोबती एवं राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह होंगे। यूजीसी के वाइस चेयरमैन डॉ भूषण पटवर्धन, काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के हेड डॉ एके चक्रवर्ती भी उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। तकनीकी सत्र को अशोका ट्रस्ट फॉर रिसर्च इन इकोलॉजी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ जगदीश कृष्णास्वामी, डीयू के प्रो संगीत कुमार रागी, विज्ञान व प्रावैधिकी मंत्रालय के परामर्शी डॉ अखिलेश गुप्ता, पॉलिसी रिसर्च सेल के इंचार्ज डॉ अखिलेश मिश्रा एवं सीएसआईआर के डॉ हरिओम यादव संबोधित करेंगे।

बिहार : राजनीतिक विरोधियों पर हमले और हत्याओं पर भाकपा ने की निंदा

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पटना 29 मई 2019।  चुनाव बाद बेगूसराय जिले में राजनीतिक विरोधियों पर हमले और हत्याओं की बढ़ती घटनाओं पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी गंभीर चिंता व्यक्त करती है और इन घटनाओं की कड़ी निन्दा करती हैं। पार्टी बिहार के राज्य्पाल से मांग करती है कि वे अविलम्ब हस्तक्षेप कर बेगूसराय की घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार पर दबाब दे।  पार्टी के राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह ने आज यहाँ एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि लोकसभा चुनाव संपन्न हो जाने के बाद बेगूसराय जिले में हिंसा और आतंक की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। मतगणना के दिन ही भारतीय जनता पार्टी के कुछ कार्यकर्ता और समर्थकों ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के बेगूसराय जिला कार्यालय पर दिन दहाड़े हिंसक हमला किया। भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों की यह अकेली हिंसक आपराधिक घटना नहीं है। उसके बाद भी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर लगातार हमले हो रहे हैं। हाल ही इस जिले में फागो तांती (रामदीरी,मटिहानी) और पृथ्वीचंद्र चैधरी (वीरपुर बाजार) की हत्या कर दी गयी। ये दोनों भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य थे। उनके अतिरिक्त फेरी कर जीवनयापन करने वाले एक मुस्लिम युवक कासिम को यह कहकर गोली मर दी गयी कि वह पाकिस्तानी है। एक युवक चन्दन कुमार (प्रशांतनगर,बलिया) को गोली मार दी गयी। वह बेगूसराय के अस्पताल में है। जी0डी0 कॉलेज बेगूसराय के कैंपस में एक छात्र मासूम को जबरदस्त पिटायी कर घायल कर दिया गया। ये सारी अपराधिक घटनाये राजनीतिक हंै।  भारतीय जनता पार्टी बेगूसराय जिले में चुनाव जीतने के बाद हिंसाएआतंक और दहशत का माहौल बना रही है। अपने राजनीतिक विरोधियों को सबक सिखाने और उनकी आवाजों को बंद करने के लिए इन अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। श्री सत्यनारायण सिंह ने कहा है कि भारत में प्रत्येक नागरिक को चुनाव  में अपने पसंद के प्रतिनिधि को वोट देने और चुनने का अधिकार है। किसी खास राजनीतिक दल के द्वारा उसे सिर्फ इसलिए प्रताड़ित नहीं किया जा सकता कि वह उस दल के पसंद के प्रतिनिधि को वोट नहीं देता है। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं देने का संदेह जिन व्यक्तियों पर होता है उन पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों द्वारा हमले किये जा रहे हैं और कुछ की हत्या भी की जा रही है। यह नागरिकों के लोकतान्त्रिक अधिकारों पर खुलम खुल्ला हमला है। यानी भारतीय जनता पार्टी के  कार्यकर्ताओं और समर्थकांे की यह आपराधिक करवाई सीधे लोकतंत्र पर हमला है जो अत्यंत निंदनीय और चिंतनीय है। श्री सत्यनारायण सिंह ने कहा है कि बेगूसराय की स्थिति बिगड़ती जा रही है। जिले में आतंक और भय का माहौल बना हुआ है।इस स्थिति को देखते हुए भी जिला प्रशाशन और बिहार सरकार जानबूझकर लापरवाह बनी हुई है। यह और भी ज्यादा चिन्तनीय और निन्दनीय है। श्री सत्यनारायण सिंह ने बिहार के राज्यपाल महामहिम लालजी टंडन से आग्रह किया है कि वे अविलम्ब स्वयं हस्तक्षेप कर बेगूसराय जिले की स्थिति को और ज्यादा बिगड़ने से बचावें। 

बिहार : एआईएसएफ और आरवाईए का आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन।

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अरुण कुमार (आर्यावर्त)छात्र-युवाओ का जत्था बैनर,पोस्टर और झंडा लिए बढ़ते अपराध पर रोक लगाओ, अपराधियो के शिकार हुए नागरिकों को न्याय दो,अपराधी-पुलिस-प्रशासन गठजोड़ मुर्दावाद,जैसे नारे लगाते हुए अम्बेडकर चौक स्थित जिला कार्यालय से निकल कचहरी रोड,थाना चौक, नगरपालिका चौक होते हुए समाहरणालय के दक्षणी द्वार पर पहुँच कर प्रदर्शन में तब्दील हो गया।जिसका नेतृत्व आइसा जिला सिचिव अभिषेक आनंद व प्रशांत कश्यप ने की,इस मौके पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए आइसा के राज्य सह-सचिव वतन कुमार ने कहा कि आपराध नियंत्रण करने में जिला प्रशासन पूरी तरह विफल हो गई है।जिले में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।आये दिन जिले में हत्या,अपहरण,रेप और लूट जैसी अपराधिक घटनाएं दिन व दिन बढ़ती ही जा रही है। लेकिन कारवाई की बात तो दूर, पुलिस-प्रशासन पीड़ित लोगो की बात भी सुनने को तैयार नही है,जो निंदनीय है। 

दक्षिणी द्वार पर छात्रों का जत्था।
आइसा के जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा की प्रचन्ड जीत के बाद देश भर में सरकार के संरक्षण में उत्पात-उन्माद व आपराधिक घटनांए बढ़ गया है। जिससे अच्छूता बेगुसराय नहीं है।हाल के दिनों में जिले में वामपंथियों,दलितों,गरीबो,पत्रकारों एवं अल्पसंख्यकों पर भाजपा-आरएसएस समर्थित अपराधियों का हमले बढ़ते ही जा रहे हैं।फेरी करने वाले मुस्लिम नौजवान मो० कासिम पर जनलेवा हमला,प्रेमी जोड़ों की निर्मम पिटाई ,कॉमरेड फागों तांती व व्यवसायीक पृथ्वी चौधरी की हत्या इसी कड़ी के रूप में है।इन सभी मामलों में अभी तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है जो पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़ा करती है।मौके पर आरवाईए के जिला संयोजक मो० मोबस्सीर अहमद ने कहा कि जिले में हत्या,लूट व अपहरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई करने के बजाए उदासीन बनी हुई है।जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे है।अगर यही सिलसिला प्रशासन,सरकार और अपराधियों का जारी रहा तो जनता खुद अपनी सुरक्षा में उतरेगी।आने वाले दिनों में हमारा संगठन छात्र-नौजवान और न्याय पसंद नागरिकों को संगठित कर जिले भर में आन्दोलन तेज करेगी।मौके पर माले के नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव,आइसा के जिला उपाध्यक्ष सलमान राईन,जीशान अली,फ़िरोज़ शेख,इरशाद पठान,अविनाश कुमार,विक्रांत सिंह,सन्नी कुमार,एजाज हक़ सहित अन्य लोगो ने भी अपनी बातें रखी।

बिहार : सेकेंड ईयर की रेजिडेंट डॉक्टर डॉक्टर पायल तड़वी की मौत से वामपंथी आक्रोशित

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इस तरह की सांस्थानिक हत्या के खिलाफ आइसा- ऐपवा और आरवाईए का देशव्यापी प्रतिवाद मार्च व प्रतिवाद सभा
  • आइसा-ऐपवा-आरवाईए ने महाराष्ट्र सरकार के साथ केन्द्रीय सरकार से मांग की है कि देश के सभी संस्थानों में जातीय उत्पीड़न की शिकायत के लिए ’रोहित एक्ट’ के गठन करे। इस सांस्थानिक हत्या की उच्च स्तरीय जांच कर अविलंब दोषियों को सजा दे। प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रेन फ्राम सेक्सुअल अफेंसेस एक्ट 2012 यानी लैंगिक उत्पीड़न से बच्चों के संरक्षण का अधिनियम 2012 पाॅक्सो के तहत त्वरित कार्रवाई हो।


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पटना, 29 मई। आज आइसा-ऐपवा और आरवाईए के बैनर तले देशव्यापी प्रतिवाद मार्च और प्रतिवाद सभा आयोजित की गयी। इस सभा में मुंबई के जे वी एल नायर हॉस्पिटल की रेजिडेंट डॉक्टर पायल तड़वी की सांस्थानिक हत्या के खिलाफ जमकर आक्रोश निकाला गया। गत 22 मई की रात पायल तड़वी ने अपने ऊपर हो रहे लगातार जातीय भेदभाव से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थीं। जे वी एल नायर हॉस्पिटल की रेजिडेंट डॉक्टर पायल तड़वी की मां और उसके पति ने बताया के पायल के साथ शुरू से ही आदिवासी होने की वजह से  जातिसूचक गालियां और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा है जिसकी शिकायत पायल की माँ ने हॉस्पिटल प्रशासन से भी की थी, लेकिन उनके इस शिकायत को उक्त हाॅस्पिटल के प्रशासक ने नजरअंदाज कर दिया ।

आज पटना के कारगिल चैक (गांधी मैदान) में देशव्यापी प्रतिवाद के तहत ’प्रतिवाद मार्च’ और ’सभा’ प्रतिवाद सभा मे बोलते हुए ऐपवा की पटना जिला सचिव अनिता सिन्हा, आइसा के राज्याध्यक्ष मोख्तार, आरवाईए के राज्य सचिव सुधीर ने संयुक्त रूप से कहा कि हमलोगों को पायल तड़वी की सांस्थानिक हत्या से रोहित वेमुला की याद दिलाना शुरू कर दी है । पिछले पांच साल और अब दूसरा जनादेश वाली  मोदी सरकार के पूरे दौर में जिस तरह से नफरत और जातीय घृणा फैलाई गई है उसके फलस्वरूप बहुत ही सुनियोजित तरीके से दलितों- अल्पसंख्यकों- आदिवासियों और सभी कमजोर तबकों पर हमला की जा रही है। पायल तड़वी एक होनहार मेडिकल की छात्रा थी लेकिन इस देश के भीतर मौजूद मनुवादी सोच के लोगों के लिए एक आदिवासी समुदाय में पैदा हुई लड़की का डॉक्टर बनना पच नही पाया और उनका लगातार शोषण होता रहा, जिसके कारण उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। आगे तीनों वक्ताओं ने कहा कि आज के दौर में जब पूरे देश नफरत और जातीय घृणा को फैलाने वाली फैक्ट्री भाजपा- आरएसएस सत्ता में काबिज हो गयी है ,ऐसे वक्त में हमे बहुत सचेत रहते हुए इनके मनुवादी-ब्राह्मणवादी विचारों का डट कर मुकाबला करना होगा। आज हुए प्रतिवाद सभा में कोरस की राज्य सचिव समता रॉय, आइसा से रामजी यादव, सुधाकर, प्रियंका प्रियदर्शिनी, सरोज, डॉक्टर प्रकाश ने भी संबोधित किया। प्रतिवाद सभा का संचालन आइसा के मृणाल ने किया। इस प्रतिरोध कार्यक्रम में आइसा के राज्य सहसचिव आकाश कश्यप, आलोक, निशांत, दानिश, आशु ,संतोष आर्य, कोमल, प्राची, ऐपवा से अनुराधा कुमारी, राखी मेहता समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।

बिहार : ‘मगर जिंदगी के अंतिम समय में फादर सेकेइरा चुपके से चले गए’

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पटना, 29 मई। आजकल पटना धर्मप्रांत का गठन होने का शतकीय वर्ष मनाया जा रहा है। इस एक सौ साल में पुरोहिताई जिंदगी का 60 साल गुजार दिए हैं वयोवृद्ध फादर अलोसियुस सेकेइरा।मंगलौर के निवासी थे फादर अलोसियुस सेकेइरा । यहां पर शानदार कार्य किया है फादर ने। मगर जिंदगी के अंतिम समय में फादर सेकेइरा चुपके से चले गए। यह उद्गार आर्चबिशप विलियम डि‘सूजा ने व्यक्त किया हैं।  आज ईसाई धर्मरीति के अनुसार फादर को अंतिम विदाई दी गयी। उनको कुर्जी चर्च के बगल में स्थित स्पेशल कब्रिस्तान में दफना दिया गया। इसके पहले फादर अलोसियुस के पार्थिव शरीर को कुर्जी होली फैमिली हाॅस्पिटल लाया गया। वहां पर विशेष व्यवस्था करके पार्थिव शरीर को रखा गया था। उनका निधन 24 मई को हो गया था। वे 91 साल के थे। 

आज फादर को अंतिम विदाई दी गई
आज फादर अलोसियुस को अंतिम विदाई दी गई। प्रेरितों की रानी ईश मंदिर में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के मुख्य अनुष्ठानकर्ता पटना महाधर्मप्रांत के आर्कबिशप विलियम डिसूजा थे। इनके साथ सह-सहायक विशप सेबेस्टियन कल्लुपुरा भी थे। विभिन्न पल्लियों के 40 से अधिक फादर भी मिस्सा पूजा चढ़ाये। इस बीच विकर जनरल फादर प्रेम प्रकाश ने कहा कि फादर अलोसियस सिकेइरा का जन्म 10 दिसंबर, 1928 को मैंगलोर के केटेल पारिश, माराडका में हुआ था। वह अपने माता-पिता, स्वर्गीय डेविड और जोआना से पैदा हुए पांच बच्चों में से दूसरे थे। परिवार द्वारा गहरी ईसाई आस्था में पोषित होने के बाद, उन्होंने खुद को पटना धर्मप्रांत में प्रभु की सेवा करने का फैसला किया, इसलिए उन्होंने 1949 में एक उम्मीदवार के रूप में सेंट जोसेफ सेमिनरी, मैंगलोर में प्रवेश किया। वहीं से उन्होंने 1952 से दर्शनशास्त्र की पढ़ाई की। 1955 में दर्शनशास्त्र के बाद, उन्हें फादर ग्रेगरी थेकेल की देखरेख में अपनी रीजेंसी के लिए पटना धर्मप्रांत में पैरिश पहली बार को सौंपा गया था। बारह साल के अनुभव के बाद, उन्हें धर्मशास्त्र के अध्ययन के लिए सेंट जोसेफ सेमिनरी, मैंगलोर भेजा गया। अपने थियोलॉजिकल अध्ययनों को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, उन्हें आर्कबिशप जेम्स नॉक द्वारा 3 दिसंबर, 1959 को पुरोहिताभिषेक किया गया था।

फादर अलोसियुस सेकेइरा ने चुहड़ी में
(वर्तमान में बेतिया धर्मप्रांत) में सह-पादरी के रूप में अपने पुजारी कार्य की शुरुआत की, और वहां के पैरिश स्कूल के हेडमास्टर के रूप में। 1961 में उन्हें शेखपुर के पैरिश पुजारी के रूप में नियुक्त किया गया जहाँ उन्होंने पाँच साल तक बड़े प्यार से पैरिश समुदाय की सेवा की। 1966 में उन्हें पैरिश पुजारी के रूप में गुलनी पैरिश के पास भेजा गया, जहाँ 18 वर्षों तक उनकी प्रतिबद्ध देहाती सेवा से उन्होंने ईसाईयों के साथ-साथ गैर-ईसाईयों का भी दिल जीत लिया। पटना धर्मप्रांत को 1984 में जरूरत थी। उन्होंने मनेर में देहाती क्षेत्र को आज भी कृतज्ञ दिलों के साथ याद किया क्योंकि वह उनके देखभाल करने वाले पिता के रूप में थे। 1994 में, उन्हें बाहरी इलाके में ढिबरा मिशन का प्रभारी बनाया गया था। पटना। उन्होंने 1996 तक समुदाय की सेवा की। फिर, वह अपने सक्रिय देहाती मंत्रालय से रिहा हो गए, और इस तरह 1996 में, वह पटना धर्मप्रांत पादरी के घर प्रेरणा में रहने लगे। इस अवसर पर आर्क बिशप ने धन्यवाद किया और कहा कि जब भी वह अस्पताल में भर्ती हुआ तो फादर सेकेइरा की देखभाल के लिए कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल के प्रशासक और अस्पताल की सभी नर्सों को धन्यवाद देती हूं। प्रेरणा में रीजेंट, ब्रदर माइकल मंटू के लिए एक विशेष धन्यवाद, जो हमेशा के साथ था। उसकी मदद करने के लिए सेकीरा। फादर को धन्यवाद। उनकी सहायता और सहायता के लिए सेवा केंद्र के निदेशक अमल राज। सुसाई राज, आज की अंतिम संस्कार सेवा की सभी व्यवस्थाओं के लिए कुर्जी पल्ली का एस.जे.ई. पैरिश प्रिस्ट।बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री राजन क्लेमेंट साह ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया है। इसके अलावे फादर जोनसन, फादर देवास्या, फादर लौरेंस आदि ने भी श्रद्धांजलि अर्पित किए।  

पूर्णिया : 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लाभुकों को जोड़ा जाएगा पेंशन योजना से : बीडीओ

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पूर्णिया (आर्यावर्त संवाददाता) मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के लिए पंचायत वार शिविर का आयोजन प्रखंड मुख्यालय परिसर में किया जाएगा। जिसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले को पेंशन योजना से जोड़ा जाएगा। वैसे व्यक्तियों को इसका लाभ मिलेगा जिन्हें पूर्व से किसी भी प्रकार का पेंशन लाभ नहीं मिल रहा हो। वैसे व्यक्ति अपने जरूरत के कागजात के साथ शिविर में पहुंचकर योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकेंगे। आवेदक को दस्तावेज साथ लाना होगा। जिसमें आवेदन दो प्रति में, दो रंगीन फोटो, आधार कार्ड की छायाप्रति, बैंक खाता पासबुक की छायाप्रति, आईएफएससी कोड सहित आधार के उपयोग एवं बैंक सेंडिंग से संबंधित सहमति पत्र लाना अनिवार्य है। प्रखंड मुख्यालय में पंचायत वार शिविर का आयोजन किया जाएगा। उक्त जानकारी देते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि पहली तीन जून तक को हरदा, 4 से 7 कबैया, 8 से 10 लालगंज, 11 से 12 डिमिया छतरजान, 13 से 14 रंजीगज, 15 से 18 चांदी, 19 से 20 सिकंदरपुर 21 से 22 बीरपुर, 24 से 25 महाराजपुर, 26 से 27 रामपुर, 28 से 29 भोगा करियात, एक से दो जुलाई विक्रमपुर, 3 से 4 बियारपुर, 5 से 6 गौरा एवं सभी पंचायतों के बचे लाभुकों के लिए सात जून से काउंटर पर लगातार जारी रहेगा। शिविर में कार्यपालक सहायक बृजेश कुमार, रूबी कुमारी मौजूद रहेंगे। वहीं नोडल पदाधिकारी के रूप में प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी हिमांशु मिश्रा, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी मनोहर कुमार सिंह, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी कैलाश कुमार कौशल, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी अंजनी कुमार मौजूद रहेंगे। इस दौरान शिविर में लाभुकों के लिए अलग अलग काउंटर बनाए जाएंगे।    


बरौनी : मुखिया संघ एवं कर्मचारी गण का कार्यशाला आयोजन की बैठक सम्पन्न

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अरुण कुमार (आर्यावर्त)आज दिनांक 29 मई 2019 दिन के 11:00 बजे नीरज भवन प्रखंड बरौनी मे मुखिया संघ एवं कर्मचारी गण का कार्यशाला का आयोजन किया गया इसमें मुख्यमंत्री निश्चय योजनाओं के कार्यान्वयन की सीमा पर श्री सुनील कुमार प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं संजीव कुमार जूनियर इंजीनियर ने योजनाओं पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला तथा निम्नलिखित बातें पर विस्तारपूर्वक बल दिया। 1 दिनांक 1/6/ 2019 को संध्या 5:00 बजे कृषि के माध्यम से नीरज भवन में प्रधान सचिव बिहार सरकार के साथ मीटिंग होगी।2 दिनांक 1/6 /2019 से 29/6/ 2019 तक छुटे हुए मुख्यमंत्री विरजन योजना पेंशन के आवेदन आरटीपीएस प्रखंड बरौनी में ली जाएगी इसलिए जिन लोगों ने आवेदन नहीं जमा किया है वह आवेदन दिन के 11:00 बजे से 3:00 बजे तक जमा करवा दें।3 दिनांक 15/6/ 2019 से मुख्यमंत्री विरजन पेंशन योजना का 3 माह का राशि उसके खाता में जाएगा,4 दिनांक 15 2019 को आरटीपीएस आरटीपीएस देवना ग्राम पंचायत मोसादपुर में खोला जाएगा जहां ग्रामीणों का सभी प्रकार का आवेदन संग्रह दिया जाएगा दिनांक 15/6/2019 तक सभी वार्ड में नल जल योजना लाभुक के घर तक पहुंचाया जाएगा जिस पंचायत में पंचायत भवन है उसका मॉडिफिकेशन किया जाएगा एवं जिस पंचायत में पंचायत भवन नहीं है तो वहां के पंचायत भवन का निर्माण किया जाएगा इस कार्यशाला में मोहम्मद सलीम खान अध्यक्ष मुखिया संघ बरौनी श्री नवल किशोर राय मुखिया हाजीपुर उपाध्यक्ष रंजीत कुमार मुखिया मल्हीपुर सचिव श्रीमती बीना देवी अमरपुर मुखिया कोषाध्यक्ष मुखिया संघ बरौनी राम चंद्र साहू मुखिया महना मनोज कुमार चौधरी मुखिया बभनगामा शोभा देवी मुखिया नूरपुर रीना देवी मुखिया बतौली अरविंद कुमार जय जय राम सहनी इत्यादि उपस्थित थे।

शोपियां में मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया

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श्रीनगर, 29 मई, जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में बुधवार को मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया जबकि इस घटना में एक सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक को भी अपनी जान गंवानी पड़ी। पुलिस ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिंजौर क्षेत्र में मुठभेड़ शुरू होने से पहले सुरक्षाकर्मियों ने तलाशी अभियान के दौरान पथराव कर रही उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया जिसमें कुछ लोग घायल हो गये। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वहां आतंकवादियों की मौजूदगी होने के बारे में सूचना मिलने के बाद अभियान चलाया गया था। अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल जब तलाशी अभियान चला रहे थे तो भीड़ ने उन पर पथराव करके अभियान को बाधित करने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की। जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया जबकि एक सुरक्षाकर्मी शहीद हो गया। इस घटना में एक नागरिक भी मारा गया। उन्होंने बताया कि नागरिकों की मौत के कारण का पता नहीं चल सका है। अंतिम समाचार मिलने तक अभियान जारी था।

जमशेदपुर : मोआवादी फरार, छह पुलिसकर्मी निलंबित

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जमशेदपुर, 29 मई, सरायकेला के अस्पताल में इलाज करा रहे एक माओवादी के फरार होने के बाद बुधवार को छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। सरायकेला-खरसावां जिले के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सेन ने बताया कि शंभु मांझी को कुछ महीने पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार किया था और पुलिस हिरासत में सरायकेला सदर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था।  उन्होंने बताया कि माओवादी को 24 मई को अस्पताल में भर्ती किया गया था।  अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया है और इस घटना के संबंध में विभागीय जांच शुरू की गई है। 

मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में जानी मानी हस्तियों को न्योता

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नयी दिल्ली, 29 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बृहस्पतिवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिये फिल्म, खेल और उद्योग जगत की कई मशहूर हस्तियों को न्योता भेजा गया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। इनमें फिल्म स्टार शाहरुख खान और रजनीतकांत, पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ और बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल शामिल हैं।  सूत्रों ने बताया कि नामचीन उद्योगपतियों मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और रतन टाटा को भी समारोह में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया गया है। वहीं पूर्व धावक पी टी ऊषा, क्रिकेटर राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, हरभजन सिंह, बेडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल, बेडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद और जिम्नास्ट दीपा करमाकर को भी न्योता भेजा गया है। इसके अलावा फिल्मी सितारों कंगना रनौत, संजय लीला भंसाली, करण जौहर को निमंत्रण भेजा गया है।  अंबानी, अडानी और टाटा के अलावा उद्योगपतियों अजय पिरामल, जॉन चैम्बर्स और बिल गेट्स भी आमंत्रित हैं।  सूत्रों ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक एवं चेयरमेन क्रिस्टीन लेगार्ड को भी न्योता भेजा गया है। इससे पहले बिम्सटेक देशों के प्रमुखों को भी समारोह में शामिल होने का न्योता भेजा जा चुका है।  वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चन्द्रशेखर राव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी न्योता भेजा गया है। हालांकि, आमंत्रित व्यक्तियों में से अभी तक किसी के समारोह में शरीक होने को लेकर पुष्टि नहीं की गई है।  कुल मिलाकर छह हजार से ज्यादा अतिथियों के समारोह में शरीक होने की संभावना है। 

भारत की धर्मनिरपेक्ष छवि खतरे का सामना कर रही है : फारूक अब्दुल्ला

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श्रीनगर, 29 मई, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि साम्प्रदायिकता के बढ़ने से देश की धर्मनिरपेक्ष छवि खतरे का सामना कर रही है। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में श्रीनगर सीट से विजयी अब्दुल्ला ने कहा कि वक्त की दरकार है कि धार्मिक स्वतंत्रता और देश में कानून के शासन की हिफाजत के लिए सामूहिक कोशिश की जाए।  जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से बातचीत में कहा कि उत्तर भारत में विभिन्न स्थानों पर मुसलमानों को निशाना बना कर किए गए हमले दुखद हैं। क्या हमारे संविधान निर्माताओं ने इसी भारत की कल्पना की थी? केंद्र सरकार के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती इन घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकना है।  उन्होंने कहा कि भारत में बढ़ती साम्पद्रायिकता का मुकाबला देश के सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को करना होगा।  उन्होंने कहा कि यदि साम्प्रदायिकता के इस फासीवादी रूख को बेलगाम बढ़ने दिया गया तो यह हमारे समाज के धर्मनिरपेक्ष ताने बाने को नुकसान पहुंचाएगा।  अब्दुल्ला ने कहा कि साम्प्रदायिक नफरत हमारे समाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। नयी सरकार को इस बारे में फैसला करना है कि क्या वह साम्प्रदायिकता को बेरोकटोक बढ़ने देना चाहती है ? विकास का विचार तब तक असंभव है जब तक कि 25 करोड़ मुसलमानों को इसमें (विकास में) सहभागी नहीं बनाया जाता।  उन्होंने कहा कि मुसलमानों को साथ लिए बगैर सरकार देश को आगे ले जाने की नहीं सोच सकती। 
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