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आलेख : हर क्षण बना रहना चाहिए आजादी का उल्लास

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आज के दिन हम वही सब कुछ करते रहे हैं जो पिछले दशकों से करते आ रहे हैं फिर भी हममें राष्ट्रीय चरित्र या देशभक्ति की वो भावना अब तक नहीं पनप सकी है जिसके लिए हमने सोचा था। हर साल राष्ट्रीय सरोकारों के प्रति समर्पण का ढिंढ़ोरा पीटते रहने के बावजूद आज भी हम जहां के तहां हैं। यही नहीं तो हमारे मूल्यों और राष्ट्रीय भावना में कमी ही आयी है।

स्वाधीनता सिर्फ एक दिन स्मरण करने का विषय नहीं है बल्कि साल भर, हर क्षण हमें अपनी अमूल्य आजादी की धरोहर का सम्मान करते हुए इस आजादी को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए सोचना और कुछ न कुछ करना होगा। तभी ही हमारा पन्द्रह अगस्त मनाना सार्थक है वरना साल भर में कितने ही मौके ऎसे आते हैं जब हम रस्म अदायगी कर अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर लिया करते हैं।

पिछले 67 साल से हम आजादी के पर्व का जश्न मनाते आ रहे हैं। इस दिन हम स्वतंत्रता सेनानियों और संग्राम में भागीदारी निभाने वाले लोगों को सिर्फ याद कर लिया करते हैं, उनके नामों की   फेहरिश्त पढ़ लिया करते हैं और राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता की रक्षा के नाम पर जितनी भाषणबाजी संभव है, कर डालने में कोई कसर बाकी नहीं रखते।

एक वे लोग थे जिन्होंने अपना बचपन, शैशव और जवानी होम दी, घर-परिवार, भोग-विलास और सांसारिक कामनाओं को खूंटी पर रखकर खूब यातनाएँ सही, भूखों मरे, मारे गए और इतनी यंत्रणाएं झेली कि आतंक भी खुद शरमा जाए।

इसके बावजूद उनकी रगों में देशभक्ति थी और देश उनके लिए सबसे पहली प्राथमिकता पर था। इस देशभक्ति में न किसी प्रकार का आडम्बर था न मिलावट। यही कारण है कि देश के लिए कुछ भी कर गुजरने में वे जरा भी हिचकते नहीं थे।

रियासतों से लेकर अंगर््रेजी हुकूमत तक ने उन्हें पीड़ा पहुंचाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी, नारकीय यंत्रणाएं दी, जेलों में ठूंस कर सड़ मरने को विवश कर दिया और आतंक का वो खेल खेला जिसे देख यमदूत और नरक चलाने वाले भी लज्जित हो जाएं। 

आजादी के समय और बाद में जो कुछ हुआ, उसका बहुत थोड़ा अंश ही हमारे सामने आ पाया है जबकि कई अज्ञात सेनानियों के साथ जो दुव्र्यवहार हुआ, सीखचों में बंद कर मार डाला गया, पाशविक यंत्रणाओं से कुचला गया, यह सारा पक्ष हमारे सामने है ही नहीं।

फिर भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की जो जानकारी हमारे पास है, वह भी उस दौर की पाशविकता को बयाँ करने के लिए काफी है। आजादी चाहने वालों के साथ किस प्रकार का अन्याय और अत्याचार ढाया जाता है, उसके लिए हमारे इतिहास की जानकारी ही काफी है।

आजादी हर किसी को चाहिए, और होनी भी चाहिए। लेकिन जब यह आजादी स्वच्छन्दता की सीमाओं को भी पार कर जाए, तब यह अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि यह उन्मुक्तता और स्वार्थ केन्दि्रत माहौल हमारी आजादी को भी लील लेने का सीधा संकेत है। 

आज तकरीबन ऎसी ही स्थितियां हमारे सामने हैं। हम आजादी का पर्व मनाते हैं, देशभक्ति के नारे लगाते हैं, जगह-जगह माईक लगाकर इन दो-चार दिनों में देशभक्तिगीत तेज आवाज में सुनते हैं और तिरंगा फहराकर अपने कत्र्तव्य की इतिश्री समझ लेते हैं।

पर कुछ वर्ष से लग यह रहा है कि अब जो कुछ हो रहा है वह इसलिए हो रहा है कि करना पड़ रहा है। वरना देशभक्ति का असली ज्वार जब हृदय में उठता है तो वह 15 अगस्त या 26 जनवरी के दिन ही नहीं रहता बल्कि साल भर तक अपनी रगों में प्रवाहमान रहता है।

हम देशभक्ति की बातें तो खूब करते हैं लेकिन देश के लिए हम अपनी ओर से कितना कुछ कर पा रहे हैं या कर पाए हैं, इस प्रश्न का जवाब हम हमारे भीतर से ढूँढ़ने लगें तो निश्चित है कि हम अपने आपको अपराधी महसूस करने लगेंगे।

हम देश के लिए कितना कुछ कर पाए हैं, इस विषय पर उन सभी लोगों को गंभीरता के साथ सोचने की जरूरत है जो देश चलाने वाले हैं, देश चलाने वालों को चलाने वाले हैं, और हम सभी को भी, जिन्हें महान देश भारत का नागरिक होने का गौरव प्राप्त है।

आजादी के दीवानों के जज्बे से अपनी तुलना करें तो लगेगा कहाँ हिमालय और कहाँ हम राई भर भी नहीं। आजादी पाना जुदा बात है और आजादी की रक्षा करते हुए आगे बढ़ना दूसरी बात।

सच तो यह है कि हमने आजादी को स्वच्छन्दता और उन्मुक्तता के अर्थों में ग्रहण कर लिया है और यही आज की हमारी सारी समस्याओं की जड़ है। आजादी के मायने पहचानें और देश के लिए जीने-मरने का माद्दा पैदा करें। यही उन महान वीर सपूतों और स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि और तिरंगे के प्रति सम्मान होगा। 

भारतमाता की जय। वन्दे मातरम्।
सभी को आजादी पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ ....





live aaryaavart dot com

---डॉ. दीपक आचार्य---
9413306077
dr.deepakaacharya@gmail.com


सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने की याचिका को लेकर नोटिस

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सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को एक जनहित याचिका के तहत नोटिस जारी किया, जिसमें देश भर में सिगरेट और दूसरे तंबाकू उत्पादों के उत्पादन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर. एम लोढ़ा के नेतृत्व वाली पीठ ने कहा कि यह फैसला विधायिका के हाथ में है।

याचिकाकर्ता फिल्मकार सुनील राजपाल के वकील आदित्य अग्रवाल ने न्यायालय को बताया कि धूम्रपान से संबंधित बीमारियों के उपचार का खर्चा 30,000 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष है, जो तंबाकू उद्योग को प्रतिबंधित नहीं करने के लिए राजस्व अर्जन के तर्को को बेतुका साबित करता है। सर्वोच्च न्यायायल ने जनहित याचिका पर केंद्र सरकार, सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी किया है।

बिहार के पूर्णिया में सिरफिरे आशिक ने छात्रा पर ब्लेड से किया हमला

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बिहार के पूर्णिया जिले के खजांचीहाट थाना क्षेत्र में एक सिरफिरे आशिक ने आठवीं कक्षा की एक छात्रा पर ब्लेड से हमलाकर उसकी गर्दन और उसके हाथ के नस काट दिए। गंभीर रूप से घायल छात्रा का इलाज अस्पताल में चल रहा है। पुलिस के अनुसार, चूनापुर रोड निवासी आशुतोष अक्सर आठवीं कक्षा की इस छात्रा को परेशान करता था। छात्रा के स्कूल जाने के दौरान उसने कई बार अपने प्रेम का इजहार किया, लेकिन लड़की ने उसका प्रेम निवेदन को ठुकरा दिया था। इसकी शिकायत आशुतोष के घरवालों से भी की गई, परंतु वह नहीं माना। 

आशुतोष बुधवार शाम लड़की के घर पहुंच गया और उसे घर में अकेला देख ब्लेड से हमला कर दिया। आरोपी ने ब्लेड से लड़की की गर्दन पर दो वार किए और उसके हाथ की भी नस काट दी। खजांचीहाट के थाना प्रभारी अशोक कुमार मेहता ने गुरुवार को बताया कि घायल अवस्था में लड़की को सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। आरोपी फरार बताया जा रहा है, उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। 

न्यायिक विधेयक में संविधान की मूल भावना बरकरार : जेटली

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केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि न्यायिक नियुक्ति आयोग के लिए संविधान संशोधन विधेयक में संविधान की मूल भावना को बरकरार रखा गया है। राज्यसभा में संविधान (99वां संशोधन) विधेयक और राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्तियां आयोग विधेयक, 2014 पर चर्चा के दौरान जेटली ने कहा कि इसका मतलब यह होगा कि राष्ट्रपति सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति करेंगे। 

उन्होंने कहा, "इस विधेयक के जरिए सरकार संविधान की मूल भावना को बरकरार रखेगी। सामान्य अंग्रेजी में इसका मतलब यह है कि केंद्र सरकार और राष्ट्रपति सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति करेंगे।"जेटली ने कहा, "संविधान के अनुच्छेद 124 में कहा गया है कि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा होनी चाहिए।"

संविधान (99वां संशोधन) विधेयक और राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्तियां आयोग विधेयक, 2014 में अंतर्निहित प्रक्रियाओं के तहत ही सर्वोच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति और उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशों तथा न्यायाधीशों की नियुक्ति एवं उनका स्थानांतरण होगा।

मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी रिश्वत देने वाले बयान से पलटे

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बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी दो दिन पहले बिजली बिल में सुधार के लिए रिश्वत दिए जाने के अपने बयान से गुरुवार को पलट गए। उन्होंने बयान पर सफाई देने हुए कहा कि यह मामूली बात थी। उस समय अधिकारियों को 200 रुपये मिठाई खाने के लिए दिए गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है। मांझी ने गुरुवार सासाराम में अपने बयान पर सफाई देते हुए संवाददाताओं से कहा, "बात मामूली सी है। यह 1994 का एक वाकया है, जो मेरे बच्चे के साथ घटा था। मैं अभिभावक हूं, इसलिए मुझे इसकी जानकारी हुई।" 

उन्होंने कहा, "बच्चे को बिजली बिल भरने के लिए 5,000 रुपए दिए थे, लेकिन कार्यालय से बिल की रसीद 1,500 रुपये की दी गई। पूछने पर बच्चे ने बताया कि उसने 1500 रुपये का बिल भरा और 200 रुपये अधिकारियों को मिठाई खाने के लिए दिए। बच्चे ने बताया था कि बिजली बिल सेटल करने में उन लोगों ने बड़ी मेहनत की।" 

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को पटना में ग्रामीण विकास विभाग के एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था "एक बार हमारा बिजली बिल 25 हजार रुपये आया था। बच्चों ने बिजली बिल के अधिकारी से बात करके, रिश्वत देकर बिल 5000 रुपये का करवा लिया था।" 

उन्होंने कहा था "मैंने मंत्री होते हुए भी रिश्वत दी थी। रिश्वत नहीं देता तो बिजली कनेक्शन कट जाता। नीतीश के नेतृत्व में बिहार का विकास तो हुआ, लेकिन भ्रष्टाचार बढ़ गया।"मुख्यमंत्री के इस बयान से राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई थी। औरंगाबाद से सांसद सुशील कुमार सिंह ने लोकसभा में भी यह मामला उठाया था। इन सब बातों के कारण मुख्यमंत्री को अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी है।

फूलन के हत्यारे को शेर सिंह को आजीवन कारावास

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दिल्ली की एक अदालत ने दस्यु जीवन से राजनीति में आई फूलन देवी की हत्या के लिए दोषी ठहराए गए शेर सिंह राणा को गुरुवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश भरत पराशर ने राणा को आजीवन कारावास की सजा सुनाने के अतिरिक्त उस पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।इसके पहले आठ अगस्त को न्यायालय ने राणा को दोषी ठहराया था। राणा ने 1981 के बेहमई नरसंहार का बदला लेने के लिए फूलन को उनके सरकारी आवास गोली मार दी थी। 

बेहमई नरसंहार को फूलन ने ही अंजाम दिया था, जिसमें उसने ठाकुर जाति के 17 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। अदालत ने राणा को आम इरादे के साथ हत्या और हत्या की कोशिश करने के आरोपों पर दोषी ठहराया। लेकिन उसे आपराधिक साजिश और हथियार अधिनियम से संबंधित आरोपों से बरी कर दिया गया।हत्या के समय फूलन देवी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर संसदीय क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की सांसद थीं। 

पुलिस के अनुसार, राणा और उसके साथियों ने अशोक रोड स्थित फूलन के आवास के बाहर 25 जुलाई, 2001 को उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।राणा के अलावा मामले में 11 अन्य आरोपी भी थे। उनमें से एक प्रदीप की नवंबर 2013 में तिहाड़ जेल में हृदयाघात के बाद निधन हो गया और अन्य आरोपी बरी हो गए।

राणा को 27 जुलाई, 2001 को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन 2004 में वह उच्च सुरक्षा वाली तिहाड़ जेल से फरार हो गया।  वर्ष 2006 में उसे कोलकाता में गिरफ्तार किया गया और दिल्ली लाकर दोबारा तिहाड़ जेल में कैद किया गया।

लाहौर से शुरू हुई इमरान की सरकार विरोधी रैली

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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान ने गुरुवार को लाहौर से सरकार विरोधी रैली शुरू की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और राजनीतिज्ञ खान ने रैली निकालने से पहले अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा उनका संघर्ष नए पाकिस्तान के लिए है, क्योंकि यहां कोई कानून ही नहीं हैं। लाहौर से रैली निकाल चुके प्रदर्शनकारी 370 किलोमीटर की यात्रा कर राजधानी इस्लामाबाद पहुंचेंगे और सरकार के विरोध में धरना देंगे।

खान ने कहा कि हम तब तक अपना विरोध प्रदर्शन बंद नहीं करेंगे, जब तक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इस्तीफा नहीं दे देते। उन्होंने दावा किया कि शरीफ ने पिछले साल के आम चुनाव में हेराफेरी कर सरकार बनाई है, हालांकि सरकार ने उनके इस दावे का खंडन किया। शरीफ ने इस्तीफे की मांग को खारिज करते हुए इमरान खान पर उनकी सरकार को कमजोर बनाने का आरोप लगाया।

पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर अर्धसैनिक बल के जवानों और पुलिस को तैनात किया गया है। खान ने लाहौर में जमान पार्क इलाके में स्थित अपने आवास से रैली निकाली। पुलिस ने हालांकि उनकी रैली में कोई हस्तक्षेप नहीं किया। खान ने अपने घर की छत पर से अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "हम फिरौन के चंगुल से पाकिस्तान को आजाद कराएंगे। पाकिस्तान के इतिहास में आज का दिन एक निर्णायक दिन है।"

इसके बाद खान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ ट्रक पर सवार होकर रैली के लिए निकले। उन्होंने इस रैली को 'आजादी मार्च'नाम दिया है।  पाकिस्तान के 68वें स्वतंत्रता दिवस पर रैली शुरू करने वाले खान ने कहा, "मेरे लिए नहीं लेकिन पाकिस्तान के लिए इस्लामाबाद में एकत्र हों।"पाकिस्तान आवामी लीग (पीएटी)के प्रमुख और धर्मगुरु ताहिर-उल-कादरी ने भी खान के समर्थन में 'परिवर्तन रैली'का ऐलान किया।

लाहौर प्रशासन ने अब तक हालांकि कादरी को रैली निकालने की अनुमति नहीं दी है और उनकी रैली को नाकाम करने के लिए पुलिस को उनके सचिवालय की घेराबंदी कर रखी है। सरकार के खिलाफ कादरी के कठोर भाषणों के बाद से सरकार ने उनके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। सरकार ने उन पर लोगों के बीच हिंसा भड़काने का भी आरोप लगाया है।

राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने गुरुवार को आगाह करते हुए कहा कि इस समय जब देश आतंकवाद की समस्या से जूझ रहा है और सुरक्षा बल उत्तरी वजीरिस्तान के कबायली क्षेत्रों में सैन्य अभियान में जुटे हैं, ऐसे समय में यह राजनीतिक दुस्साहस उचित नहीं है। लाहौर में एक न्यायालय ने इससे पहले खान और कादरी को असंवैधानिक रैलिया निकालने से मना कर दिया था।

न्यायिक नियुक्ति आयोग विधेयक राज्यसभा से पारित

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राज्यसभा ने गुरुवार को उस विधेयक को पारित कर दिया जिससे सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्ति की मौजूदा कॉलेजियम प्रणाली की जगह न्यायिक नियुक्ति आयोग ले लेगा। सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एवं अन्य न्यायाधीशों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों एवं अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति एवं स्थानांतरण की प्रक्रिया में बदलाव लाने के उद्देश्य से पेश संविधान संशोधन सहित दो विधेयकों को राज्यसभा ने भी पारित कर दिया। लोकसभा ने इस विधेयक को बुधवार को पारित कर दिया था।

लोकसभा से राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) विधेयक 2014 पारित कर दिए जाने के बाद राज्यसभा में बुधवार को संविधान (99वां संशोधन) विधेयक चर्चा के लिए रखा गया था।

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (14 अगस्त)

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वर्षा के पानी के साथ स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा शहर

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नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) देेश 48वें स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी में जुट गया है। इसी क्रम में नरकटियागंज के सभी सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयांे, स्कूलों, काॅलेजों समेत विभिन्न संस्थानों में 15 अगस्त को झण्डोŸाोलन की तैयारी जारी है। नरकटियागंज शहर के लबालब भरी सड़कों के बावजूद सामान्य लोगों के अलावे अधिकारी और कर्मचारी सामग्री की खरीद में मशगूल रहे। सबसे ज्यादा भी हलवाई की दूकान और मिठाई की दूकान पर देखी गयी जहाँ स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों व अन्य लोगों के बीच वितरीत किये जाने वाले मिठाई का अग्रीम आदेश दिया गया। दिनभर मूसलाधार वारिश होती रही और विभिन्न कार्यालयांे के कर्मी व अधिकारी कभी पैदल तो कभी गाडि़यों से दौड़ लगाते रहे। इस बार नरकटियागंज में विधानसभा उपचुनाव हो रहा है, इसलिए स्वतंत्रता दिवस पर किस पार्टी के कार्यालय में झण्डोŸाोलन पर कितना खर्च किया जा रहा है यह सबकी नजर में होगा। सभी लोगो को इस बात की अपेक्षा है कि सर्वाधिक अच्छी व्यवस्था कौन कर रहा है और अच्छी मिठाइयाँ कौन बाँटेगा।

जलजमाव से शहर की सूरत बिगाड़ी, लोग बदहाल

नरकटियागंज(पच) तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार वर्षा ने किसानों की खुशी को जहाँ बढा दिया है वही शहरी जनजीवन को अस्त व्यस्त कर रख दिया है। मुख्य शहर के वार्ड नम्बर 20, 21, 22, 23 ,01, 02, 03, 04, 05, 06, 07, 08, 09, 11, 12 वार्ड 13 के कुछ हिस्से, वार्ड नम्बर 14,15,16,24,25 समेत जानकी राम चैराहा, भगवती सिनेमा रोड, पोखरा चैक पर तालाब सा नजारा है दूसरी ओर प्रमुख धार्मिक स्थल देवी स्थान के सामने एक विशाल तालाब सा दिखाई देने लगा है। मुख्य बाजार के निवासी व व्यवसायी अजीत सर्राफ और रवीन्द्र सर्राफ का कहना है कि मंगलवार की रात्री हुई वर्षा ने शहर की सीवरेज व्यवस्था की कलई खोलकर रख दिया है। शहर में आधे अधूरे निर्माण कार्य ने एक करेला दूजा नीम चढा वाली कहावत को चरितार्थ कर दिया है। नाली और सड़के आमजन के घरों से उँची बना दी गयी है ताकि नाली और सड़क का पानी लोगों के घर में धुसे, यह सुविधा आम जनता को बिहार के एनडीए सरकार की देन है, जिसमें जद यु और भाजपा दोनो शामिल रहे। समाजिक न्याय के साथ विकास की बात करने वाली सरकार ने गरीबों के साथ मजाक ही तो कर रही है। गौरतलब है कि न्यायालय का स्पष्ट निर्देश है कि सड़क और नाला का निर्माण जनता की सुविधा के लिए होता है, इससे यदि किसी व्यक्ति व समाज को तकलीफ होती है तो ऐसे निर्माणकर्ता पर भारतीय संविधान के तहत कार्रवाई होगी। किन्तु नरकटियागंज में तो यह आम बात है डीपीआर के तहत मंगायी गयी राशि का इतना दुरूपयोग किया गया है कि आम आदमी के साथ खास भी परेशान हो गया है।

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (14 अगस्त)

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शहरी विकास मंत्री का संशोधित प्रवास कार्यक्रम

धर्मशाला, 14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । शहरी विकास एवं आवास मंत्री धर्मशाला के संशोधित प्रवास के दौरान 16 अगस्त, 2014 को प्रात: 10 बजे इन्द्रुनाग के समीप कजलोट पंचायत के चोहला गांव में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों से मिलेंगे और अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर निरीक्षण करने के उपरांत प्रात: 11 बजे लोक निर्माण विभाग के परिधि गृह, धर्मशाला के समीप वन विभाग द्वारा आयोजित वन महोत्सव समारोह की अध्यक्षता करेंगे तथा 12 बजे गांधी पैराडाईज द्वारा आयोजित बाईक-रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इसके बाद शहरी विकास मंत्री दोपहर 2 बजे वृत कार्यालय हिमुडा धर्मशाला के भवन की आधारशिला रखने के उपरांत सायं 3 बजे न्यायिक परिसर चौंक का सुधारीकरण एवं सिविल अस्पताल से गोरखा भवन सडक़ पर कंकरीट कार्य का शुभारंभ करेंगे।

खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री 17 को नगरोटा में 

धर्मशाला, 14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री, जी.एस.बाली 17 अगस्त, 2014 को सायं 3 बजे नगरोटा में तहसील कल्याण कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। 

धूमल ने जताई संवेदनाएं, लापता व्यक्तियों की तलाश को सर्च आप्रेशन की मांंग

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हमीरपुर, 14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने जाहू में बहे वैली ब्रिज के मौके का दौरा किया। उन्होंने इस हादसे में बहे व्यक्तियों के परिवार के प्रति संवेदनाऐं जताई है। उन्होंने कहा कि पानी में बहे पुल के कारणों की पुख्ता जांच होनी चाहिए। उनके साथ जसवां विधायक एवं प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह, जिला महासचिव विजयपाल सोहारू एवं अन्य लोग भी उपस्थित थे।

उपायुक्त ने तैयारियों का लिया जायजा 
  
हमीरपुर, 14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । उपायुक्त हमीरपुर रोहन चंद ठाकुर ने वीरवार को हमीरपुर के ब्वाजय स्कूल ग्राउंड में स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों का जायजा लिया गया तथा विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। जिला स्तरीय स्वतंत्रता समारोह में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिल शर्मा ध्वजारोहण करेंगे इस मौके पर आकर्षक रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अजय बौद्व, एसडीएम डा चांद प्रकाश शर्मा सहित नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी विजय कुमार भी उपस्थित थे।
             
राणा ने  जाहू में क्षतिग्रस्त पुल का लिया जायजा, बारिश प्रभावितों को आवश्यक मदद देने के निर्देश
  
हमीरपुर, 14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने वीरवार को बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया गया तथा जिला प्रशासन को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। वीरवार को राजेंद्र राणा ने जाहू में भारी बाढ़ से क्षतिग्रस्त पुल का जायजा भी लिया गया तथा पानी में बहे लोगों की खोज के लिए आवश्यक कदम उठाने के दिशा निर्देश दिए गए। आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए प्रि डिसाटर प्लान तैयार किया जा रहा है तथा इस के लिए प्रारंभिक तौर जिला स्तर पर आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम स्थापित कर दिए गए हैं इसके साथ ही उपमंडल स्तर पर भी आपदा प्रबंधन प्लान तैयार करने के लिए कहा गया है ताकि आपदाओं से होने वाले नुक्सान को कम किया जा सके। राजेंद्र राणा ने कहा कि आपदा प्रबंधन को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों को भी जागरूक किया जाएगा तथा प्रत्येक पंचायत से लोगों को आपदा प्रबंधन बारे प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि आपदा से त्वरित निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि नदियों तथा खड्डों के किनारे आपदा की दृष्टि से संवेदनशील जगहों को भी चिह्न्ति किया जा रहा है तथा इस के लिए साइन बोर्ड भी लगाए जाएंगे ताकि लोगों को संवेदनशील क्षेत्रों के बारे में जानकारी हासिल हो सके। उधर भोरंज उपमंडल प्रशासन की ओर से एसडीएम बलवान चंद मंढोत्रा ने जाहू में घटनास्थल का भी दौरा किया गया तथा पानी में बहे लोगों की खोज के लिए बचाव दल को तैनात किया गया है। एसडीएम ने बताया कि पानी में बहे एक व्यक्ति का शव बरामद कर लिया गया है जिसकी पहचान बंगाणा निवासी आशोक कुमार के रूप में की गई जबकि अन्यों की तलाश जारी है।

पुनीत कार्याे में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें 
  
हमीरपुर, 14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । रैडक्रॅास सोसायटी हमीरपुर इकर्इा की उपाध्यक्ष मानसी सहाय ठाकुर ने क्षेत्रीय अस्पताल हमीरपुर का भ्रमण किया। उन्होंने अस्पताल में जा कर रोगियों का कुशलक्षेम पूछा और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।  उन्होंने बच्चों के वार्ड में फल वितरित किये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी  जरूरतमंद लोगों की सहायता  कर रही है । उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि रेडक्रॉस सोसयटी में अपना अधिकाधिक योगदान देकर सोसायटी द्वारा किये जा रहे पुण्य कार्य में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। बाद में उन्होंने जिला अस्पताल में रैडक्रॉस लैव का निरीक्षण किया । इस मौके पर उनके साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पीआर कटवाल और एसएमओ रमेश चौहान भी साथ थे
             
पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक व्यक्ति पौधारोपण करें
  
हमीरपुर, 14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । वनों के महत्व तथा उनका संतुलन बनाये रखने के लिये आम आदमी की अह्म भूमिका होती है । वन क्षेत्रफल को बढ़ाने में प्रत्येक व्यक्ति का नैतिक कर्तव्य है तभी हम  भावी पीढ़ी को शुद्ध पर्यावरण संरक्षण धरोहर के रूप में सौंप सकते हैं। यह बात उपाध्यक्ष आपदा प्रबन्धन बोर्ड हिमाचल प्रदेश राजेन्द्र राणा ने वन विभाग द्वारा  विकास खण्ड सुजानपुर के चमियाणा में आयोजित वन महोत्सव व पौधारोपण कार्यक्रम में बेहड़ा का पौधा रोपित करने के उपरान्त जनसभा को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पेड़ों के महत्व को समझ कर आम लोगों का  जागरूक होना होगा।  उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की सोच जन साधारण में पैदा करनी होगी तभी पर्यावरण प्रदूषण से उत्पन्न होने वाली बिमारियों के साथ-साथ बाढ़, भूकंप आदि भंयकर आपदाएं से बचा जाएगा। उन्होंने कहा पर्यावरण संतुलन के लिये प्रत्येक व्यक्ति अपना मौलिक अधिकार समझ कर अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और दूसरों को भी पेड़ लगाने के लिये जागरूक करें।  उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को सुजानपुर के बंजर क्षेत्र में विकसित होने वाले प्रजाति के पौधे लगाने की आवश्यकता पर बल दिया । उन्होंने  क्षेत्र विकास पर बोलते हुए कहा कि सुजानपुर के डोली में 15 लाख रूपये की लागत 1.10 लाख लीटर का ओवर हैड, पनोह में 10 लाख रूपये की लागत से निर्मित होने वाला 40 हजार लीटर क्षमता का जल संग्रह टैंक  स्वीकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त धरोल में 25 हजार लीटर क्षमता का, ग्राम पंचायत रंगड़ की टप्परे में 30 हजार लीटर  क्षमता का, ग्राम पंचायत सपहाल के पीपल में 15 हजार लीटर क्षमता तथा ग्राम पंचायत पटलांदर के लोहारा बस्ती के लिये 20 हजार लीटर क्षमता के टैंक निर्मित किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र विकास के लिये  मिड हिमालयन विकास योजना के तहत लगभग 57 लाख रूपये की लागत से जल संरक्षण, सिंचाई तथा फुट ब्रिज का निर्माण किये जाएगा । उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत करोट के बलेयु, निहारी, देई का नौण, ग्राम पंचायत रोपा के जुलियन , ग्राम पंचायत सपाहल के डूहक , ग्राम पंचायत मति टीहरा के डडरू  में वॉटर हारवेस्ंिटग सिस्टम तथा ग्राम पंचायत सपाहल के चौरी, ग्राम पंचायत चमियाण के गरोडू, ग्राम पंचायत करोट के निहारी -नल्हा में फुट ब्रिज का तथा  ग्राम पंचायत सपहाल के गांव सपाहल में उठाऊ सिंचाई योजना का निर्माण किया जाएगा ।  उन्होंने बताया कि 2.90 लाख रूपये की लागत से उठाऊ सिंचाई योजना बलग, स्वाहल, डोडरू , ख्याह ब्रामणा का विद्युतकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नाबार्ड के तहत ग्राम पंचायत खनौली में 320.67 लाख रूपये की लागत से गांव सुचूही में बाढ नियंत्रण कार्य पर व्यय किये जाएंगे तथा 43 लाख रूपये की लागत से उठाऊ पेयजल योजना पटलांदर  और चबूतरा बनाल के समीप  चैक डैमों का निर्माण किया जाएगा और  48 लाख रूपये उठाऊ सिंचाई योजना खैरी पर व्यय किये जाएंगे।  उन्होंने बताया कि चमियाणा - बधीं का दूसरे चरण का तथा चमारड़ी-डाडऱ वया बलोह और री बलयाणा -घरथोली का नाबार्ड के तहत निर्माण किया जाएगा जबकि अनुसूचित जाति उप योजना के तहत  लगभग 6 लाख रूपये की लागत से रंगड- दराटी सम्पर्क मार्ग का निर्माण किया जाएगा । जिला परिषद सदस्य लेख राज ठाकुर ने भी विचार व्यक्त किये और लोगों से अधिकाधिक पौध रोपण कर उनके संरक्षण के  यिे सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया । डीएफओ ने मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि वनों के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लाभ के तहत गत वर्षों से नये पौधारोपण करके वन क्षेत्र को बढ़ाया जा रहा है। इस अवसर पर  प्रधान ग्राम पंचायत बैरी सरोतां देवी, उप प्रधान ग्राम पचंायत पटलांदर मंगल सिंह, बीडीओ सुजानपुर, एसडीओ पीडब्ल्युडी पीसी वर्मा के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

वन मंत्री आज ऊना में  फहरायेंगे ध्वज, तैयारियां पूरी
    
ऊना,  14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी शुक्रवार 15 अगस्त को ऊना में आयोजित होने वाले जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहरायेंगे और मार्च पास्ट की सलामी लेंगे। यह समारोह प्रात: 11 बजे स्थानीय राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, ऊना के मैदान में पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा । समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।     सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा  मार्च पास्ट व परेड समारोह में विशेष आकर्षण का केन्द्र होंगी। इसमें जिला पुलिस, भारतीय रिजर्व बटालियन बनगढ़, होम गार्ड्स, एनसीसी तथा स्काऊट्स एवं गाईड के कैडेट्स भाग लेंगे। समारोह में सीनियर सकैंडरी स्कूल बाल, सीनियर सकैंडरी स्कूल गल्र्ज, डीएवी सैंटेनरी पब्लिक स्कूल, डीएवी सीनियर सकैंडरी स्कूल, प्रेम आश्रम, नवोदय विद्यालय, राकॅफोर्ड डे बोर्डिंग सीनियर सकैंडरी स्कूल और श्रीश्री रविशंकर पब्लिक स्कूल के बच्चे देशभक्ति व प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। 

मत्स्य फार्म देवली के आधुनिकीकरण का शुभारंभ आज 
    
ऊना, 14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी 15 अगस्त को दोपहर बाद साढ़े तीन बजे मत्स्य फार्म देवली के आधुनिकीकरण के कार्य का शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर गगरेट के विधायक व आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव राकेश कालिया भी विशेष रूप से उपस्थित होंगे। यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां दी। 

सांस्कृतिक संध्याएं और प्रतियोगिताएं होंगी रैडक्रॉस मेले का आकर्षण
  • मैराथन, शतरंज, रस्साकशी और अन्य प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन

कुल्लू  14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । जिला मुख्यालय कुल्लू के ढालपुर मैदान में 22 से 24 अगस्त 2014 तक जिला स्तरीय रैडक्रॉस मेले का आयोजन किया जाएगा। जिला रैडक्रॉस सोसाइटी द्वारा विभिन्न विभागों के सहयोग से यह आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी उपायुक्त एवं जिला रैडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष राकेश कंवर ने मेले के प्रबंधों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उपायुक्त ने बताया कि जिला में रैडक्रॉस सोसाइटी को एक जन आंदोलन का रूप प्रदान करने तथा आम जनता को रैडक्रॉस गतिविधियों के प्रति जागरूक करवाने हेतु ‘कुल्लू मैराथन’ का आयोजन भी किया जाएगा। इस मैराथन में 19 वर्ष से कम बच्चों के अलावा महिलाओं व वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी विशेष स्पर्धा करवाए जाएगी। विजेता महिलाओं व वरिष्ठ नागरिकों को जिला रैडक्रॉस सोसाइटी की ओर से विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। 
उपायुक्त ने बताया कि रैडक्रॉस मेले को एक व्यापक स्वरूप प्रदान किया जाएगा। इसमें प्रतिदिन जिला मुख्यालय व इसके आस-पास के शिक्षण संस्थानों के करीब 1000 विद्यार्थी भाग लेंगे। मेले में नेहरू युवा केंद्र द्वारा रक्तदान शिविर और स्वास्थ्य विभाग के सौजन्य से मैडिकल चैकअप कैंप लगाया जाएगा। खेल गतिविधियां भी मेले का विशेष आकर्षण रहेंगी। महिला और पुरूषों के लिए 19 वर्ष से कम तथा 20 वर्ष से अधिक के दो अलग-अलग आयु वर्गों में रस्साकशी प्रतियोगिता करवाई जाएगी। शतरंज प्रतियोगिता में भी महिला-पुरूष के तीन अलग-अलग आयु वर्ग रखे गए हैं। इनमें 15 वर्ष तक, 25 वर्ष तक और वरिष्ठ आयु वर्ग रखा गया है। शतरंज के पहले दो वर्गों में 100-100 रूपये एंट्री फीस होगी, जबकि वरिष्ठ वर्ग में 150 रूपये निर्धारित की गई है। रस्साकशी टीम में 11 सदस्य होंगे तथा टीम की एंट्री फीस 500 रूपये होगी। 22 और 23 अगस्त को कला केंद्र में सांस्कृतिक संध्याएं भी होंगी। दर्शक 20 रूपये का टिकट लेकर इन सांस्कृतिक संध्याओं का आनंद ले सकते हैं। 24 अगस्त को देव सदन में शाम-ए-गजल आयोजित की जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि मेले से अर्जित होने वाली धनराशि को रैडक्रॉस सोसाइटी के माध्यम से जरूरतमंद, बेसहारा और आपदा पीडि़त लोगों के इलाज पर खर्च किया जाएगा। उपायुक्त ने सभी कुल्लूवासियों से तीन दिवसीय रैडक्रॉस मेले में आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर सोसाइटी को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने में अपना योगदान देने की अपील की है।  

कौल सिंह करेंगे संस्कृत सम्मेलन का समापन

कुल्लू  14 अगस्त  (विजयेन्दर शर्मा) । स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर देव सदन में दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय संस्कृत सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसका शुभारंभ 15 अगस्त सायं को होगा। सम्मेलन में प्रदेश भर के 200 से अधिक संस्कृत विद्वान भाग ले रहे हैं। पूर्व जिला भाषा अधिकारी डा. सीता राम ठाकुर ने बताया कि इस सम्मेलन का समापन 16 अगस्त को स्वास्थ्य, राजस्व एवं विधि मंत्री ठाकुर कौल सिंह करेंगे। सम्मेलन के दौरान कई प्रसिद्ध विद्वान शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे।  

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (14 अगस्त)

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वन मंत्री डाॅ0शेजवार का दौरा कार्यक्रम

vidisha news
प्रदेश के वन, जैव विविधता एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री डाॅ गौरीशंकर शेजवार का प्राप्त दौरा कार्यक्रम अनुसार गुरूवार की रात्रि आठ बजे भोपाल से विदिशा प्रस्थान कर नौ बजे विदिशा आएंगे और सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। वन मंत्री डाॅ शेजवार 15 अगस्त को जिला मुख्यालय पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम समारोह में प्रातः नौ बजे शामिल होकर ध्वजारोहरण करेंगे। उक्त कार्यक्रम के उपरांत ग्राम हांसुआ में आयोजित मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम में भाग लेंगे और दोपहर एक बजे विदिशा से भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे।

स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को जिला मुख्यालय के पुलिस लाइन परेड ग्राउण्ड पर आयोजित होने  वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा इस प्रकार से है। प्रातः 8.59 बजे मुख्य अतिथि एवं वन जैव विविधता एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री डाॅ गौरी शंकर शेजवार का आगमन, प्रातः 9 बजे के द्वारा ध्वजारोहण एवं राष्ट्रगान, 9.05 बजे परेड़ का निरीक्षण, 9.10 बजे से मुख्यमंत्री जी के संदेश का वाचन, 9.25 बजे से मध्यप्रदेश गान, प्रातः 9.30 बजे मार्चपास्ट इसके पश्चात् 9.40 बजे छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं व्यायाम प्रदर्शन के बाद प्रातः 10.10 बजे से मुख्य अतिथि के द्वारा कार्यक्रम स्थल पर पुरस्कार वितरण किया जाएगा। 

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना तहत तीन करोड़ से अधिक की राशि जारी

जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2014-15 में अब तक एक हजार सात सौ दस कन्याओं का विवाह सम्पन्न कराया जा चुका है। उक्त कार्यो के लिए कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने तीन करोड़ 68 लाख रूपए की राशि जनपदों, निकायों को जारी कर दी गई है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शशिभूषण सिंह ने बताया है कि विदिशा जनपद पंचायत के 57 जोडो को 14 लाख 25 हजार, ग्यारसपुर के 212 जोड़ो के लिए 53 लाख रूपए, बासौदा के 208 जोडो के लिए 52 लाख, नटेरन के 160 जोड़ो के लिए 26 लाख 75 हजार रूपए, कुरवाई के 237 जोडो के लिए 59 लाख 25 हजार, सिरोंज के 352 जोडो के लिए 88 लाख, लटेरी के 238 जोड़ो के लिए 59 लाख 50 हजार, विदिशा नगरपालिका क्षेत्र के 101 जोडो के लिए 25 लाख 25 हजार रूपए की राशि आवंटित की गई है। इसके अलावा जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत ओलावृष्टि से प्रभावित किसानो की कन्याओं का भी विवाह सम्पन्न कराया जा चुका है ऐसे 198 जोडो के लिए 49 लाख पचास हजार रूपए की सहायता राशि जारी की गई है।

जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक 19 को

कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक 19 अगस्त को आयोजित की गई है यह बैठक कलेक्टेªट के सभाकक्ष सायं साढे चार बजे से प्रारंभ होगी। जिला परिवहन अधिकारी एवं पदेन सचिव श्री राजेश गुप्ता ने बैठक एजेण्डा के संबंध में बताया कि विगत बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा, सर्वोच्च न्यायायल द्वारा स्कूली वाहनों के संबंध में दिए निर्देशों का पालन, विदिशा, सांची, रायसेन मार्ग पर संचालित टैक्सी वाहनों में ओव्हर लोडिंग पर नियंत्रण तथा इन मार्गो पर हल्के यात्री वाहन चलाए जाने के प्रस्ताव पर चर्चा, विदिशा नगर में सिटी बस के संचालन के संबंध में, टेªक्टर, ट्राली, डम्फर पर लाल-पीले रेडियम रिफलेक्टर लगाने, दो पहिया वाहनो पर अधिक सवारी ना बैठे, नदी नालोे एवं निर्माणाधीन सड़कों पर खतरे के संकेतक लगाने, अवैध रूप से गैस किट लगाकर चलने वाले वाहनों की जांच, वर्षाकाल में सड़क सुरक्षा के उपायों पर चर्चा, आवारा पशुओं पर नियंत्रण, बाजार एवं शहर के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर मार्ग अवरूद्व ना हो पर चर्चा, बसों एवं बस स्टेण्ड पर किराया सूची चस्पा करने, यातायात नियंत्रण इत्यादि शामिल है।

काॅ-आपरेटिव बैंक में प्रशासक ध्वजारोहण करेंगे

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के अवसर पर जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित विदिशा मुख्यालय भवन पर प्रातः 8 बजे बैंक प्रशासक एवं उपायुक्त सहकारिता श्री भूपेन्द्र सिंह ध्वजारोहण करेंगे।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (14 अगस्त)

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केदारनाथ पुनर्निर्माण की सौपी विस्तृत रिपोर्ट 

देहरादून,14 अगस्त(निस)। जीएसआई के उप महानिदेशक टी.एस.पांगती ने गुरूवार को सचिवालय में मुख्य सचिव सुभाष कुमार को केदारनाथ के पुनर्निर्माण की विस्तृत रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट में नये सिरे से केदारपुरी को बसाने का खाका दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार मंदिर के पिछले हिस्से में आये बोल्डर से छेड़छाड़ न की जाय। इसे और मजबूती से स्थिर किया जाय। जीएसआई (जियोलाजिकल सर्वे आफ इण्डिया) ने कहा है कि वर्तमान में क्षतिग्रस्त टाउनशिप को ध्वस्त किया जाय। केदारनाथ मंदिर के सामने निचले हिस्से में पुजारियों और कर्मचारियों के लिए प्री-फैब्रिकेटेड आवास बनाये जायं। नीचे की ओर जो दो बड़े मैदान हैं उनमें पानी का रिसाव होता रहता है, इसके लिए पानी की निकासी की व्यवस्था की जाय। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मंदाकिनी नदी के बायें तट पर कटाव हो रहा है, इसे रोकने के उपाय किये जायं। श्री पांगती ने पांचों आपदा प्रभावित जनपदों के लिए टास्क फोर्स बनाया है। केदारनाथ टास्क फोर्स की संस्तुति की समीक्षा के बाद यह रिपोर्ट तैयार की गई है। पुनर्निर्माण में जीएसआई राज्य सरकार के मिलकर कार्य करेगी। 

विस भवन निर्माण में तेजी से हो कार्य: कुंजवाल

govind singh kunjwal
देहरादून,14 अगस्त(निस)। गैरसैंण के भराड़ीसैण में विधानसभा भवन निर्माण व अन्य अवस्थापना सुविधाओं के निर्माण कार्यों में सभी विभाग तेजी से कार्य में जुट जायें। क्योंकि विधानसभा भवन व अन्य निर्माण कार्यों को निर्माण एजेन्सी द्वारा डेढ साल मे हर हाल में पुरा करना है। यह निर्देश विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने आज विधानसभा सभागार में भराड़ीसैण गैरसैण में विधानसभा भवन एवं अन्य अवस्थापना सुविधाओं के निर्माण के सम्बन्ध में आहूत बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने सभी लाइन डिपार्टमेन्टस जैसे पेयजल, लोनिवि, विद्युत, राजस्व, शहरी विकास के अधिकारियों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि पेयजल विभाग भराड़ी सैण में निर्माण कार्यों सहित अन्य कार्यों के लिए जल भण्डारण हेतु निर्माणाधीन 5 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन स्थल से 7 किलो मीटर दूर श्रोत से पेयजल लाइन का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के साथ ही द्वितीय चरण हेतु दीर्घकालीन योजना के तहत गनाई अथवा पिण्डर से जलापूर्ति हेतु शीघ्र योजना बना कर आगणन प्रस्तुत करें ताकि योजना का लाभ सभी को मिल सके। विधानसभा अध्यक्ष ने भराड़ीसैण गैरसैण में लोक निर्माण विभाग को सड़कों को दुरस्त करने, चैखुटीया-कर्णप्रयाग, भराड़ी मार्ग का चैड़ी करण करने के निर्देश देने के साथ ही गैरसैण सत्र के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं के अनुरूप सड़कों का विस्तारीकरण व सुधारीकरण करने के निर्देश देने के साथ ही गैरसैण में सर्किट हाउस भराड़ीसैण, जंगल पट्टी में निरीक्षण भवन के निर्माण करने के निर्देश देते हुए वन विभाग को भी अपने डाक बंगलों का सुधारीकरण व विस्तारीकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्माण एजेन्सी एन0बी0सी0सी0 के अधिकारियों को निर्देश दिये की वह 1 सितम्बर से निर्माण कार्य में तेजी लाना सुनिश्चित करते हुए डेढ साल के भीतर हर हाल मे निर्माण कार्य सुनिश्चित करें। श्री कंुजवाल ने शासन के उच्चाधिकारियों व विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि भराड़ीसैण में विधानसभा भवन, सचिवालय सहित अन्य निर्माण कार्यों के बाद जो शहर विकसित होगा उसे देखते हुए उन्हें दीर्घकालीन योजनाएॅं बनानी चाहिए ताकि क्षेत्रीय जनता को भी उसका लाभ मिल सके। बैठक में विधानसभा उपाध्यक्ष डाॅ0 अनुसुया प्रसाद मैखुरी, शहरी विकास सचिव डी0एस0गब्र्याल, वित्त सचिव भाष्करानन्द जोशी, जल निगम के एमडी भजन सिंह, विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियन्ता, केदार नाथ वन प्रभाग के वन संरक्षक एम के जैन सहित पशुपालन, राजस्व और जल संस्थान व एन0बी0सी0सी0 के कई उच्चाधिकारी व विभागीय सचिव मौजूद थे। बैठक का संचालन विधानसभा सचिव जगदीश चन्द्र ने किया। 

सुरक्षा, सम्मान व समता के बिना अव्यावहारिक है आजादी: डा. कुरैशी

देहरादून,14 अगस्त(निस)। उत्तराखंड के राज्यपाल डा. अजीज कुरैशी ने कहा कि सुरक्षा, सम्मान व समता के बिना आजादी का कोई व्यावहारिक मतलब नहीं है। देश में सच्ची शांति व प्रगति तभी संभव है जब प्रत्येक नागरिक सुरक्षित, सशक्त और संतुष्ट हो। इस दौरान उन्होंने आम जनमानस से आपदा से पीडि़त उत्तराखंड को आगे ले जाने व कर्तव्यों के प्रति समर्पित होने पर ही अपने अधिकारों की बात भी कही। देश की आजादी की 67वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर उत्तराखंड के राज्यपाल डा0 कुरैशी ने राज्य की जनता को बधाई संदेश देते हुए कहा कि यह महान दिन, सत्य एवं अहिंसा आन्दोलन के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी सहित आजादी के लिए वर्षों तक अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जंग लड़ने वाले उन सभी ज्ञात, अज्ञात, असंख्य देशभक्तों के प्रति श्रद्धांजलि एवं कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है जिन्होंने मातृभूमि की सेवा में अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। उनका कहना था कि आजादी के बाद ही हमने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की गरिमा हासिल की है जिससे देश के किसी भी कोने में रहने वाले किसी भी धर्म, जाति, वर्ग अथवा संस्कृति के लोगों को सहज जिन्दगी जीने का मौका मिला, ऐसा दुनिया के किसी और मुल्क में नही है। डा. कुरैशी ने कहा कि आजादी के बाद हमने कई क्षेत्रों में ऐतिहासिक कार्य किए हैं किन्तु प्रतिभा, प्रयास, योजना और पर्याप्त संसाधनों के बावजूद हम विकास की उन ऊँचाइयों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं जहाँ आसानी से पहुँचा जा सकता था। इसके अलावा हमारे सामने घृणा, हिंसा, अराजकता और अलगाववादी ताकतों सहित प्रकृति के प्रकोप ने भी लगातार चुनौतियाँ खड़ी की हैं। नारी की सुरक्षा व सम्मान पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरूद्ध अपराधों से बहुत सख्ती से निपटना होगा। देश की आजादी से लेकर उसके विकास में महिलाओं का बराबर का योगदान है। किसी भी सभ्य समाज के लिए महिलाओं का पुरूषों के समान मजबूत होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आजाद देश के नागरिक के रूप में हम सब का दायित्व है कि हम कर्तव्यों के प्रति समर्पित होने पर ही अपने अधिकारों की बात करे। आम जनमानस से आपदा से पीडि़त उत्तराखंड को आगे ले जाने की बात कहते हुए डा. कुरैशी ने कहा कि आज के दिन हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम अपनी सक्रिय और सकारात्मक सहभागिता से राज्य को ऐसी सम्मानित स्थिति तक ले जाएं कि राज्य के साधन-संपन्न और साधनहीन नागरिक के बीच का अंतर न्यूनतम रह जाए। हमारा यही प्रयास हमारी आजादी के महानायकों के प्रति वास्तविक आभार एवं श्रद्धांजलि होगी।

भूमि चयन को समिति का गठन

देहरादून,14 अगस्त(निस)। उत्तराखण्ड राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि चयन हेतु एक समिति का गठन किया गया है। निदेशक उत्तराखण्ड न्यायिक एवं विधि अकादमी की अध्यक्षता में गठित इस समिति में जिलाधिकारी, डीएफओ नैनीताल सदस्य होंगे। उक्त निर्णय मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता में आयोजित विश्वविद्यालय निर्माण सम्बन्धी बैठक में लिया गया। मुख्य सचिव ने कहा राष्ट्रीय स्तर के बनने वाले इस विधि विश्वविद्यालय में स्थानीय छात्रों के लिए कुछ सीटें आरक्षित की जानी चाहिए। इसके लिए हैदराबाद और बंगलुरू में स्थापित विधि विश्वविद्यालयों का अध्ययन कर लिया जाय। गौरतलब है कि उत्तराखण्ड राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय अधिनियम में भवाली, नैनीताल में विश्वविद्यालय का मुख्यालय होगा। उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश इसके कुलाधिपति होंगे। भारत के मुख्य न्यायाधीश विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष होंगे। बैठक में सचिव उच्च शिक्षा मनीषा पंवार और विधि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

सर्वधर्म मंदिर परिसर सील करना राजनैतिक प्रतिशोध: महाराज 

देहरादून,14 अगस्त(निस)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता सतपाल महाराज ने कहा कि प्रेमनगर आश्रम हरिद्वार की शाखा के मुनि की रेती स्थित सर्वधर्म मंदिर परिसर को राजनैतिक प्रतिशोध के तहत सील करवाया गया है। उन्होंने कहा कि उक्त आश्रम 3 दशक से भी अधिक पुराना है जो हाल ही में आई आपदा में क्षतिग्रस्त हो गया था तथा जिसकी मरम्मत करवाई जा रही थी, उसे गलत सील किया गया है। भाजपा नेता महाराज ने कहा कि गंगा किनारे 200 मीटर के दायरे में बने उन आश्रमों को सील किया जाता है जिनके सीवर का पानी सीधा गंगा में गिर कर उसे प्रदूषित करता है। परन्तु मुनि की रेती स्थित सर्वधर्म मंदिर के सीवर का पानी ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है न कि सीधा गंगा में, ऐसे में इसे तुरत फुरत में सील करना सीधा इंगित करता है कि इसे राजनैतिक बदले की भावना से सील किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कोई नव निर्माण नहीं है अपितु क्षतिग्रस्त भवन की मरम्मत का मामला है। उन्होंने वह तो कभी उक्त आश्रम में गये ही नहीं अपितु यह आश्रम तो चार धाम यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं व गरीब लोगों के भोजन व रा़ित्र विश्राम के लिए समर्पित था, जिसे सरकार द्वारा सील करना गलत है। श्री महाराज ने कहा कि गंगोत्री से लेकर हरिद्वार तक अनगिनत आश्रम गंगा के 200 मीटर दायरे में आते हैं परन्तु उनके खिलाफ कोई कार्यवाही न कर सिर्फ सर्वधर्म मंदिर को सील करना अपने आप में पर्याप्त है कि यह राजनीति से प्रेरित कार्यवाही है। उन्होंने कहा कि इलैक्ट्रानिक्स मीडिया द्वारा बार-बार यह पट्टी चलाई जा रही है कि प्रेमनगर आश्रम सील जो कि गलत है अपितु सच्चाई तो यह है कि प्रेम नगर आश्रम एक संस्था है जिसकी एक शाखा मुनि की रेती में सर्वधर्म मंदिर के रूप में गत 3 दशको से भी अधिक समय से कार्यरत है और आपदा में क्षतिग्रस्त होने के कारण उसकी मरम्मत चल रही थी तथा राजनीतिक प्रतिषोध के कारण उसे गलत सील किया गया है।

झाबूआ (मध्यप्रदेश) की खबर (14 अगस्त)

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जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी 19,20 एवं 21 अगस्त को लगेगी
  • इंस्पायर अवार्ड के लिए जिला स्तरीय समिति की बैठक संपन्न

झाबुआ ---लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के निर्देशानुसार जिला स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन 19, 20 एवं 21 अगस्त 2014 को वृंदावन गार्डन जिला चिकित्सालय के सामने किया जाएगा। प्रदर्शनी में विज्ञान माॅडल प्रस्तुत करने के लिए विद्यार्थियों के बैंक खातों में शासन द्वारा प्रति छात्र 5 हजार रूपये जमा किये गये है। इसमें से 2500 रू. माॅडल बनाने पर व्यय किया जाएगा एवं 2500 आवागमन एवं अन्य आवश्यकताओ पर व्यय होगा। विज्ञान प्रदर्शनी के लिए वृंदावन गार्डन के हाॅल में ब्लाकवार कक्ष बनाये जायेगे। विद्यार्थियों एवं उनके साथ आने वाले शिक्षक शिक्षिकाओ के आवास एवं भोजन इत्यादि की व्यवस्था भी की जाएगी। जिला स्तर पर प्रदर्शनी आयोजित करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएॅ करने के लिए कार्य योजना बनाई गई। कार्ययोजना बनाने के लिए जिला स्तरीय समिति की बैठक आज 14 अगस्त को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में आयोजन स्थल, विद्यार्थियों के आवास भोजन एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएॅ करने के लिए अलग-अलग समितियों को दायित्व सौपे गये। बैठक की अध्यक्षता मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस. ने की। बैठक में समिति के सदस्य उपस्थित थे।

स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह डी आर पी लाइन में होगा
  • स्वतंत्रता दिवस पर प्रातः 9 बजे कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ध्वजारोहण करेगे

झाबुआ ----स्वतंत्र दिवस 15 अगस्त का समारोह षासकीय पुलिस लाईन ग्राउण्ड झाबुआ में आयोजित किया जायेगा। समारोह में कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर द्वारा प्रातः 9 बजे  ध्वजारोहण किया जाएगा एवं परेड की सलामी ली जाएगी। प्रात 9.07 बजे मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर द्वारा मुख्यमंत्री संदेष का वाचन किया जाएगा। 9.22 बजे परेड द्वारा हर्श फायर किया जाएगा। प्रातः 9.45 बजे पी.टी.प्रदर्षन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती दी जाएगी। उसके बाद पुरस्कार वितरण किया जाएगा। समारोह स्थल पर राश्ट्रीय भावना एवं झाबुआ की संस्कृति को प्रदर्षित करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुति दी जावेगी। स्वतंत्रता दिवस पर षासकीय कार्यालयों पर राश्ट्रीय ध्वज को गरिमा मय स्थिति में फहराया जाएगा। राष्ट्रगान का अपमान करने पर होगे प्रकरण दर्ज समारोह स्थल पर जब राष्ट्रगान होगा उस समय सभी को राष्ट्रगान के सम्मान में सावधान की स्थिति में खडे रहना है। राष्ट्रगान के समय मीडिया प्रतिनिधि एवं फोटोग्राफर्स को भी सावधान की स्थिति खडे रहना है। राष्ट्रगान का अपमान करने पर संबंधित के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किये जायेगे।

द्रुतगामी यात्री वाहन सेवा योजना का शुभांरभ

झाबुआ ---मध्यप्रदेश शासन भोपाल द्वारा प्रदेश में द्रुतगामी यात्री वाहन सेवा (नानस्टाप बस सर्विस) योजना का शुभारंभ पूरे प्रदेश में 15 अगस्त से किया जा रहा है। इस योजना के तहत झाबुआ जिले में झाबुआ से 1 यात्री बस झाबुआ से इन्दौर का शुभारंभ 15 अगस्त 2014 को प्रातः 8.00 बजे झाबुआ विधायक श्री शांतिलाल बिलवाल की अध्यक्षता में वाहन को बस स्टेण्ड से हरी झंडी दिखाकर किया जायेगा। उक्त वाहन सेवा प्रत्येक दिन झाबुआ से सुबह 8.00 बजे इन्दौर के लिये रवाना होगी। इन्दौर से झाबुआ के लिये रात्रि 7.30 बजे चलाई जायेगी।

15 अगस्त 2014 से चरणबद्ध तिथियों को ग्रामसभा होगी

झाबुआ --- कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने बताया कि सचिव म.प्र.पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भोपाल से जारी निर्देषो के तहत आगामी 15 अगस्त 2014 से चरणबद्ध तिथियों को ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा। ग्राम सभा में षासन के निर्देषानुसार स्थायी एजेंडा के रूप में विगत बैठक में लिये गये निर्णयों का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। आय व्यय का अनुमोदन किया जाएगा। सामाजिक अंकेक्षण किया जाएगा। पूर्ववर्ती वित्तीय वर्श की ग्राम पंचायत की वार्शिक प्रषासनिक रिपोर्ट का अनुमोदन किया जाएगा। ग्राम पंचायत की वार्शिक कार्य योजना की प्रस्तुति एवं अनुमोदन। ग्राम पंचायत के वार्शिक बजट के प्रावधानों की जानकारी प्रस्तुत की जाएगी। अतिरिक्त विशय के रूप में स्वतंत्रता दिवस पर झंडावंदन तथा महापुरूशों के जीवन पर प्रकाष डाला जायेगा। वृक्षारोपण की समीक्षा, मध्यान्ह भोजन पर चर्चा, स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे ए.एन.एम.का गांव में भ्रमण एवं टीकाकरण की चर्चा की जाएगी। समग्र स्वच्छता अभियान अंतर्गत अद्यतन प्रगति से ग्रामसभा को अवगत कराया जाएगा। मर्यादा अभियान अंतर्गत ग्राम के समस्त षौचालय विहिन परिवारों को षौचालय निर्माण हेतु प्रेरित किया जाएगा तथा ग्राम को खुले में षौच से मुक्त कराने का संकल्प पारित किया जाएगा। एवं ग्रामीणो को गाॅव को स्वच्छ बनाये रखने की षपथ दिलाई जाएगी। खुलें में षौच से मुक्त ग्राम की घोशणा की जाएगी। आंगनवाडी में दर्ज बच्चो को प्रतिदिन आंगनवाडी केन्द्र पर लाने की व्यवस्था का अनुश्रवण किया जावेगा। ग्राम को कुपोशण से मुक्त कराने का संकल्प पारित किया जावेगा। षासकीय एवं षासन से अनुदान प्राप्त प्राथमिक एवं माध्यमिक षालाओं में अध्ययनरत बच्चों की संख्या एवं उन्हें दिये जा रहे मध्यान्ह भोजन के संबंध में ग्राम सभा को अवगत कराया जाएगा। ग्राम सभा में वनाधिकार पट्टो, पंच परमेष्वर योजना की सडको, मुख्यमंत्री आवास मिषन योजना की जानकारी भी दी जाएगी। स्वच्छ पेयजल की सुलभता एवं निरंतरता की समीक्षा की जाएगी। सामाजिक सुरक्षा पेंषन, इंदिरा गांधी राश्ट्रीय वद्धावस्था पेंषन तथा अन्य पेंषन प्रकरणों के हितग्राही संबंधी कार्य किये जाऐगे। समस्त ग्रामीण आवास योजनाओं से संबंधित कार्य किए जाऐगे। अद्यतन बी.पी.एल. सूची एवं आवासहीनों की सूची पढकर जानकारी दी जाएगी। षासन की सभी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी ग्राम के सूचना पटल पर प्रदर्षित करना। महिलाओं के सषक्ति करण के लिए ग्राम पंचायत द्वारा किये गये प्रयासों की समीक्षा की जाएगी। निर्मल भारत अभियान पर चर्चा की जाएगी। आंगनवाडी एवं स्कूलों में स्वच्छ पेयजल एवं षौचालय की उपलब्धता की समीक्षा की जाएगी। आगामी ग्राम सभा में षासन से दिये गये निर्देषों के अनुरूप ग्राम सभा का आयोजन किये जाने हेतु ग्राम सभावार षासकीय अधिकारी/कर्मचारियों की नियुक्ति की जाकर सूची जिला पंचायत कार्यालय को प्रेशित करने, ग्राम सभा आयोजन का व्यापक प्रचार प्रसार करने एवं ग्रामसभा आयोजन पष्चात पालन प्रतिवेदन जिला पंचायत कार्यालय को प्रेशित करने के लिए सभी जनपदो के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देषित किया गया है।

भाजपा कार्यालय में आज होगा ध्वजारोहण

झाबुआ--- भारतीय गणतंत्र के स्वतंत्रता की 68 वीं वर्ष गांठ पर आज 15 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी के सुखदेव विहार कालोनी स्थित जिला कार्यालय पर जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे द्वारा प्रातः 7-20 बजे ध्वजारोहण किया जावेगा । उक्त जानकारी देते हुए नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार ने बताया कि इस अवसर पर विधायक शांतिलाल बिलवाल, संगठन मंत्री मोहनगिरी, जिला एवं नगर मंडल के भाजपा पदाधिकारीगण, कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित रहेगें । जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी ने बताया कि प्रातः 7-20 बजे जिला भाजपा के सुखदेव विहारकालोनी स्थित कार्यालय पर सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को निर्धारित समय के पूर्व अनिवार्य रूप  से उपस्थित रहने का आग्रह किया गया गया है ।

वाणी पर संयम रखे अहंकार से दूर रहे : मुनि रजतचन्द्रविजय

jhabua news
झाबूआ--राजगढ़ मोहनखेडा प.पू. अर्हत ध्यानयोगी गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्री रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा., ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा. की निश्रा में मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म.सा. ने प्रवचन में कहा जीवन में वाणी पर सयम बहुत जरुरी हैं । ज्यादा बोलना जीवन के लिये हानिकारक हैं । अहंकार से युक्त जीवन व्यक्ति का अस्तित्व समाप्त कर देता हैं । जीवन में हमेशा सर्तकता बरते और जीवन में कर्ज और रोग को कभी बढ़ने नहीं दे । रोग का निदान तुरन्त करें । आत्मा का रोग जीवन की प्रगति में बाधक हैं । अहंकार में व्यक्ति विवेक खो देता हैं । धर्म में विवेक समाहित है । जिस पैसे को कमाने के लिये हम शरीर की बली चढा देते हैं । फिर जब शरीर बिगड जाता हैं । उसे सुधारने के लिये पैसे की बली चढा देते हैं । अपने भावों की दिशा को बदलकर जीवन को धर्म मार्ग की और प्रशस्त करें । जीवन में विवेक रखें और आज्ञान्ता को प्रवेश न करने दे । विवेक में धर्म हैं, प्रेरणा में धर्म हैं, उपयोग में धर्म है, उपयोग से ही कर्म निर्जरा होती है हम धर्म इस प्रकार करें की हमारी आत्मा के कर्मो की निर्जरा हो जाये । प्रवचन के दौरान मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजय जी म.सा. ने कहा कि पर्युषण पर्व में साधना - आराधना के लिये आराधक अपनी मन की भावनाओं को उत्तम कर ले और आराधना हेतु स्वयं को तैयार कर ले । मुनिश्री ने बताया की तीर्थ पर अल्प समय में विविध धार्मिक आयोजन आयोजित होगें । जिसमें पूनिया श्रावक की सामायिक, चलो महाविदेह धाम आदि कार्यक्रम होगें । प.पू. ज्योतिष सम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म.सा. ने जानकारी देते हुऐ बताया कि तीर्थ पर 45 उपवास, 41 उपवास, महा मृत्युजंय मासक्षमण की तपस्या चल रही है । श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर चल रहे यशस्वी चातुर्मास में आगामी चतुर्थ महामांगलिक प.पू. अर्हतध्यान योगी वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वर जी म.सा. के मुखारबिंद से 17 अगस्त रविवार को श्रवण करायी जायेगी । तीर्थ पर चल रहे सिद्धितप, महामृत्युजंय, मासक्षमण तप, गुरुतप के निमित महिला चैविसी का राज ऋषभ मित्र मण्डल के तत्वाधान में आयोजन नियमित किया जा रहा हैं । चातुर्मास समिति के द्वारा महिला चैविसी का लाभ लिया गया । महिला चैविसी में आराधक महिलाओं व राजगढ़ की महिलाओं ने हिस्सा लिया । श्री मोहनखेड़ा तीर्थ पर दादा गुरूदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म. सा. की पाट परम्परा के शासनप्रभावक सप्तम पटधर वर्तमान प.पू. गच्छााधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., ज्योतिषम्राट मुनिप्रवर श्री ऋषभचन्द्रविजयजी म. सा., मुनिराज श्री पीयूषचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री रजतचन्द्रविजयजी म. सा. शासन ज्योति साध्वी श्री महेन्द्रश्रीजी म. सा., सेवाभावी साध्वी श्री संघवणश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की पावनतप निश्रा में धर्म बिन्दु एवं चन्द्रराजा चरित्र वांचन चल रहा है । श्री मोहनखेडा तीर्थ पर यशस्वी चातुर्मास के दौरान 45 दिन की सिद्वितप आराधना में 20 आराधक आराधना कर रहे है । 1 आराधक भद्रतप की तपस्या में लीन है साथ ही तीर्थ पर सांकली अट्ठम तपाराधना निरन्तर गतिमान है । तीर्थ में श्री राजेन्द्रसूरि गुरुतप आराधना में 309 आराधक आराधना कर रहे है ।

सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक से सम्मानित:ः

झाबूआ--प्रभारी-पुलिस अधीक्षक, जिला झाबुआ ने बताया कि  एस0पी0सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला झाबुआ को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कल दिनांक 15/08/2014 को सराहनीय सेवाओं के लियेे पुलिस पदक से सम्मानित किया जावेगा। श्री सिंह को उक्त पुरूस्कार सराहनीय सेवाओं के लिये दिया जा रहा है। उक्त पुरूस्कार माननीय मुख्यमंत्री महोदय, मध्यप्रदेश शासन भोपाल द्वारा मोतीलाल नेहरू पुलिस स्टेडियम भोपाल में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में दिया जावेेगा। उक्त सम्मान पर जिला झाबुआ में पदस्थ समस्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा श्री सिंह को बधाई दी गई है।

बलात्कार का अपराध पंजीबद्ध 

झाबूआ---फरियादिया ने बताया कि वह अपने घर पर थी, आरोपी भागु सिंगाड भील, निवासी सनोड आया व घर में घुसकर चुल्हे के पास उसके साथ बलात्कार किया व चिल्लाने नही दिया। प्र्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्र0 288/14, धारा 376(2) जी भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

फूलन के हत्यारे को उम्रकैद की सजा, शेर सिंह राणा ने किया था 25 जुलाई 2001 को फूलन की हत्या

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  • फूलन केघर के गेट पर ही कर दी गई थी हत्या, वर्ष 1996 व 1999 में भदोही सांसद रही 

phoolan devi
बीहड़ की पूर्व दस्यु सुंदरी फूलन देवी की हत्या के मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मुख्य आरोपी शेर सिंह राणा को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। 13 साल पहले जुर्म व ज्यादती के खिलाफ संघर्ष करने वाली भदोही की सांसद रही फूलन देवी की 25 जुलाई 2001 को हत्या उनके घर के गेट पर कर दी गई थी। 

इस हत्याकांड में शेर सिंह राणा समेत 12 आरोपी थे, जिसमें से एक की मौत हो गई है। अदालत ने राणा को 307 और 302 धाराओं में दोषी करार दिया, जबकि फर्जीवाड़े, ऑर्म्स ऐक्ट और 120 बी (साजिश) के आरोपों से बरी कर दिया। वर्ष 1996 व में पहली बार भदोही के मतदाताओं ने महिला सांसद फूलन को जीताया था। उन्हें दो बार प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला, तो दो बार हार का भी स्वाद चखना पड़ा। 

10 अगस्त 1963 को जालौन के बेहमई में मल्लाह परिवार में जन्मी फूलन 12 साल के उम्र में ही किडनैप व सामूहिक बलात्कार की शिकार होने के बाद बीहड़ की दस्यु सुंदरी बन गयी। इस दौरान तमाम झंझावतों के बीच बदला लेने की गरज से उन्होंने अपनी प्रताड़ना में शामिल 22 क्षत्रियों की सामूहिक हत्या कर देश ही नहीं विश्वभर में मसहूर हो गयी। यूपी और मध्य प्रदेश सरकार ने लंबे समय तक फूलन को पकड़ने में नाकाम रहीं तो साल 1983 में इंदिरा गांधी सरकार ने उनके सामने आत्मसमर्पण करने का प्रस्ताव रखा। फांसी की सजा न दिए जाने की शर्त पर फूलन ने आत्मसमर्पण कर दिया था। 11 सालों तक जेल में रहने के बाद वह सियासत में अपना कदम रखी। 

1994 में फिल्म बैंडिट क्वीन की शक्ल में फूलन की रॉबिनहुड छवि रुपहले पर्दे पर उतरी थी। समाजवादी पार्टी ने फूलन के नाम को भुनाया और मिर्जापुर से लोकसभा का चुनाव लड़वाया। वर्ष 1996 के लोकसभा चुनाव में सपा के टिकट पर मिर्जापुर-भदोही संसदीय सीट पर चुनाव लड़ी। उनका मुकाबला वर्ष 1991 में जीते भाजपा सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त से हुआ। फूलन के यहां से चुनाव लड़ने से यह क्षेत्र सुर्खियों में आ गया। 25 जुलाई 2001 को संसद का सत्र चल रहा था। दोपहर के भोजन के लिए संसद से फूलन 44 अशोका रोड के अपने सरकारी बंगले पर लौटीं। बंगले के बाहर सीआईपी 907 नंबर की हरे रंग की एक मारुति कार पहले से खड़ी थी। जैसे ही फूलन अपने घर की दहलीज पर पहुंची, पहले से उनका इंतजार कर रहे तीन नकाबपोश अचानक कार से बाहर आए और फूलन पर ताबड़तोड़ पांच गोलियां दाग दी। एक गोली फूलन के माथे पर जा लगी. गोलीबारी में फूलन देवी का एक गार्ड भी घायल हो गया। इसके बाद हत्यारे उसी कार में बैठकर फरार हो गए। यह एक राजनीतिक हत्या थी या कुछ और पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग पा रहा था। 

पुलिस फूलन के कातिल की तलाश में मारी मारी फिर रही थी कि तभी 27 जुलाई 2001 को शेर सिंह राणा ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सबको सकते में डाल दिया। उसने कबूल किया कि उसी ने फूलन को गोलियों से उड़ाया है।  एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद राणा के इस सरेआम इकबालिया बयान ने पुलिस को भी हैरत में डाल दिया। गिरफ्तारी के बाद करीब ढाई साल राणा ने तिहाड़ जेल में गुजारे। इसी दौरान एक बार उसने बयान दिया कि तिहाड़ की सलाखें उसे ज्यादा देर तक नहीं रोक पाएंगी। और हुआ भी ठीक वैसा ही, सुबह 6.55 मिनट का वक्त था. तिहाड़ की जेल नंबर एक के बाहर एक ऑटो आकर रुका. तमाम सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में पुलिस की वर्दी में एक आदमी ऑटो से उतरकर जेल के अंदर पहुंचा. अपना नाम अरविंद बताते हुए उसने शेर सिंह राणा को हरिद्वार कोर्ट में पेशी के लिए ले जाने की इजाजत मांगी। जरूरी कागजात को ध्यान से देखे बिना ड्यूटी पर तैनात तिहाड़ के सुरक्षाकर्मियों ने राणा को नकली पुलिस के हवाले कर दिया। इस तरह 7.05 मिनट पर फूलन देवी की हत्या का मुख्य आरोपी राणा तिहाड़ की कैद से फरार हो गया। पूरे 40 मिनट बाद जेल प्रशासन की नींद टूटी, यानी पौने आठ बजे. इसके बाद तो जैसे जेल समेत पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन फानन में जेल प्रशासन ने आसिस्टेंट सुपारिटेंडेंट और गार्ड को सस्पेंड कर दिया। राणा की फरारी ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए हरिद्वार, रुड़की और मुजफ्फरनगर इलाके में पुलिस की टीमों ने जबरदस्त छापामारी की. राणा का सुराग देने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने की भी घोषणा कर दी गई. लेकिन पुलिस नाकामयाब रही. फिर तभी अचानक एक वीडियो सामना आता है. इधर पुलिस शेर सिंह राणा को हिन्दुस्तान में ढूंढ़ रही थी और उधर राणा हरेक को चकमा देकर अफगानिस्तान पहुंच गया था। फूलन देवी हत्याकांड के आरोपी शेर सिंह राणा ने दावा कि वह अफगानिस्तान में पृथ्वीराज चैहान की असली समाधि पर गया और समाधि की मिट्टी लेकर वापस आ गया। राणा ने अफगानिस्तान में गजनी शहर तक के अपने सफर की बाकायदा वीसीडी तैयार की. तिहाड़ जेल से भागने के पूरे दो साल बाद शेर सिंह राणा 2006 में कोलकाता में पकड़ा गया। उसके बाद उसे वापस दिल्ली के उसी तिहाड़ जेल में लाया गया। तब से अब तक यानी पिछले आठ साल से राणा तिहाड़ में ही कैद है। 




(सुरेश गांधी)

आलेख : मोदी का इस्तकबाल करने को बेताब हिन्दुस्तान

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modi on indipenceday
कई वर्षों पहले हमने नियति को मिलने का एक वचन दिया था और अब समय आ गया है की हम अपने वचन  को निभाएं, पूरी तरह न सही, लेकिन बहुत हद तक| आज रात बारह बजे,जब सारी दुनिया सो रही होगी, भारत जीवन और स्वतंत्रता की नई सुबह के साथ उठेगा| एक ऐसा  क्षण जो इतिहास में बहुत ही कम आता है, जब हम पुराने को छोड़ नए की तरफ जाते हैं, जब एक युग का अंत होता है और जब वर्षों से शोषित  एक देश की आत्मा, अपनी बात कह सकती है| ये एक संयोग है कि इस पवित्र  मौके पर हम समर्पण के साथ खुद को भारत और उसकी जनता की सेवा और उससे भी बढ़कर सारी मानवता की सेवा करने  के लिए प्रतिज्ञा ले रहे हैं| भारत की सेवा का अर्थ है लाखों-करोड़ों पीड़ित लोगों की सेवा करना है| इसका मतलब है गरीबी और अज्ञानता को मिटाना, बीमारियों और अवसर की असमानता को मिटाना| हमारी पीढ़ी के सबसे महान व्यक्ति की यही महत्वाकांक्षा रही है कि हर एक आंख से आंसू मिट जाएं| शायद ये हमारे लिए संभव न हो पर जब तक लोगों कि आंखों में आंसू हैं और वे पीड़ित हैं तब तक हमारा काम ख़त्म नहीं होगा और इसलिए हमें परिश्रम करना होगा और कठिन परिश्रम करना होगा ताकि हम अपने सपनो को साकार कर सकें| 

स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पं. जवाहर लाल नेहरू ने १४ अगस्त १९४७ की मध्य रात्रि को दिए भाषण में भार-विभोर होते हुए देश की स्वतंत्रता को परिभाषित किया था और भविष्य के भारत के प्रति वे आशांवित भी थे| उपरोक्त कथन उनके प्रथम उद्बोधन 'ट्रस्ट विथ डेस्टिनी'से लिया गया है| यदि आप इसके भाव की गहनता में जाएं तो आप पाएंगे की जिस आज़ादी में हमने बड़ी आसानी से सांस ली है, दरअसल उसके पीछे महान विभूतियों सहित असंख्य हिन्दुस्तानियों का बलिदान था| आज़ादी के ६७ वर्षों बाद हम और हमारा समाज भले ही स्वतंत्रता का मूल उद्देश्य भूल गया हो किन्तु हिंदुस्तान तब भी संघर्षरत और वर्तमान में भी संघर्ष अनवरत जारी है| पीढ़ियां बीत गईं, अतीत धुंधला गया, वर्तमान कुंठाग्रस्त है और भविष्य चुनौतियों से भरा है किन्तु स्वतंत्रता का मान कम नहीं हुआ है| १९४७ से लेकर अब तक हर वर्ष १५ अगस्त को देश के प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम अपने संदेश में वर्तमान की चुनौतियों और भावी योजनाओं का खाका प्रस्तुत करते हैं| इस वर्ष लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश और देशवासियों के प्रति क्या भाव प्रकट करते हैं, इस पर पूरी दुनिया की निगाहें हैं| मुझे याद है, १४ अगस्त २०१३ को गुजरात के भुज जिले में युवाओं के एक समूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि कल पूरा देश मेरे और प्रधानमंत्री (तत्कालीन) के भाषण की समीक्षा करेगा| इससे इतर सितम्बर माह में छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में मोदी लाल किले की प्रतिकृति जैसे मंच से संबोधित कर वे देश की जनता का ध्यान आकृष्ट कर चुके हैं| ऐसे में यह उम्मीद बेमानी नहीं है कि मोदी का वास्तविक लाल किले की प्राचीर से होने वाला भाषण इतिहास रच देने में सक्षम है| 

मोदी सत्ता में आने के बाद संवाद को और बढ़ाने की रणनीति पर काम करेंगे| लगभग ७० दिनों में राजग सरकार के दौरान हुए फैसलों और कामों को सरकार अब सीधे कार्यकर्ताओं और जनता के साथ साझा करेगी| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद १५ अगस्त को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन में अपनी उपलब्धियों के साथ ही भविष्य की योजनाओं का खाका पेश कर सकते हैं| सूत्रों के मुताबिक सभी मंत्रालयों के सूचना अधिकारियों से उनके मंत्रालयों के बारे में पांच प्रमुख सूचनाएं मांगी हैं| मोदी सरकार बनने के बाद से जो नए कदम उठाए गए हैं और अब तक जो थोड़े-बहुत नतीजे निकले हैं, उसका पांच बिंदुओं में ब्योरा देश के समक्ष पेश किया जा सकता है| 

कौशल विकास से लेकर गंगा अभियान को मिलेगी प्राथमिकता 

हाल ही की ख़बरों पर यकीन किया जाए तो स्‍वतंत्रता दिवस के दिन दिल्‍ली के लाल किले से दिया जाने वाला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण 'कौशल आधार'पर केंद्रित हो सकता है| इसके साथ ही एक नए विभाग जिसमें 'कौशल विकास'पर जोर दिया जाएगा का निर्माण किया जा सकता है| इस संबंध में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार द्वारा नोडल अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं| ऐसी भी खबरें हैं कि 'कौशल विकास'को बढ़ावा देने का काम २१ मंत्रालयों द्वारा नियंत्रित होगा| इसी तर्ज पर गंगा सफाई अभियान पर भी मोदी प्रकाश डाल सकते हैं| सूत्रों के अनुसार १४ अगस्‍त की बैठक में इन कार्यों को पूरा करने के लिए एक डेडलाइन दी जाएगी| इस बात की झलक १५ अगस्‍त के भाषण में देखने को मिलेगी|   

अर्थव्यवस्था की स्थिति पर प्रकाश   

वैश्विक जगत के साथ ही हिंदुस्तान में छाया अर्थव्यवस्था का बुरा दौर अब बीत चुका है| इसके बावजूद संप्रग के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था की जो दुर्गति हुई है, उसे पटरी पर लाने में कम से कम दो साल लगेंगे| अगले दो वर्ष तक आर्थिक विकास की दर सुस्त ही बनी रहेगी| महंगाई की समस्या भी कमोबेश बरकरार रहेगी| प्रधानमंत्री मोदी जब लाल किले की प्राचीर से देश के नाम संदेश दे रहे होंगे तो निश्चित रूप से उनके समक्ष महंगाई और विकास को लेकर स्पष्ट सोच होगी| वर्तमान में निवेशकों के लिए अब निवेश के बेहतरीन मौके उपलब्ध हैं| खास तौर पर जिस तरह से केंद्र में एक स्थिर सरकार बनी है, उससे नीतियों को लेकर कोई असमंजस नहीं है| यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह स्वीकार किया जा रहा है कि भारत कोई जोखिम भरा बाजार नहीं है| हालांकि महंगाई के खिलाफ जंग जीतना एक बड़ा कदम होगा, क्योंकि उसके बगैर विकास के फायदे को अधिकांश आबादी तक नहीं पहुंचाया जा सकता| निश्चित रूप से मोदी के जेहन में यह बिंदु होंगे जिन्हें वे विस्तार से प्रस्तुत करना चाहेंगे| 

अहिंसा और शांति का संदेश 

विश्व में भारत की पहचान एक शांतिप्रिय देश के रूप में होती है| भारत के इतिहास को देखा जाए तो भारत ने किसी भी देश पर हमला नहीं किया है| ऐसा नहीं है कि भारत सामरिक रूप से कमजोर है| भारत के पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सैन्य शक्ति है तथा भारत के गिनती विश्व के उन चुनिंदा देशों में होती है, जिसके पास आधुनिक हथियार और मिसाइलें हैं| सुपरसोनिक ब्रह्मोस, पृथ्वी, अग्नि, नाग, जैसी मिसाइलें देश के पास हैं, जो ‍चंद सेकंड्‍स में दुश्मनों के छक्के छुड़ा सकती हैं| जल, जमीन और आकाश तीनों में भारत की सैन्य शक्ति बहुत मजबूत है| भारत की नीति आक्रामक देश के रूप में नहीं बल्कि शांतिप्रिय देश के रूप में होती है| बुद्ध और गांधी का देश भारत बंदूक से नहीं बातचीत से हर समस्या कर हल करना चाहता है| भारत की इसी कमजोरी का लाभ पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन उठाते रहते हैं| पर इस बार हो सकता है, इस स्थिति में परिवर्तन आए| कमोबेश सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों ने देश की एकता और अखंडता के प्रति देशवासियों को आश्वस्त किया है और मोदी से भी देश की यही अपेक्षाएं हैं| हालांकि इन अपेक्षाओं में ढील-पोल नहीं वरन आक्रामक नीति की चाहत मोदी से है| १५ अगस्त को मोदी अपने पडोसी देशों समेत दुनिया के अन्य राष्ट्रों के समक्ष हिंदुस्तान की मजबूत एवं निडर छवि को प्रस्तुत कर सकते हैं| 

तकनीक पर होगी बात 

धर्म और अध्यात्म के साथ हिंदुस्तान में तकनीकी ज्ञान का भी भंडार है| भारतीय तकनीक का लोहा पूरी दुनिया मानती है| भारत की सॉफ्टवेयर कंपनियां दुनिया के ९० से ज्यादा देशों में निर्यात करती है| वहीं भारतीय रेल दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेलसेवा है| भारतीय रेलवे ६३,९७४ किलोमीटर लंबे रेल मार्ग के साथ दुनिया का चौथा सबसे विशाल रेल यातायात नेटवर्क संचालित करता है| यह दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करने वाला उपक्रम है| भारतीय रेलवे ने १० लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान किया है| भारतीय रेलवे प्रतिदिन १९,००० ट्रेनें संचालित करता है| मोदी सरकार के पहले रेल बजट में देश में जहां बुलेट ट्रेन चलाने की मंशा दिखी वहीं रेलवे से जुड़े उद्योगों की भी बात की गई| मोदी का संबोधन आधुनिक तकनीक के साथ ही नई संरचनाओं पर भी प्रकाश डाल सकता है| 

एक बार फिर याद आ सकता है घोषणा-पत्र 

इस बार के लोकसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के शुरू होने के कुछ देर बाद ही भाजपा ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए एक से बढ़कर एक सौगातों का स्व्प्न जनता को दिखाने की कोशिश की थी| यह भी दावा किया गया था कि पार्टी का घोषणा पत्र ज़ारी करने से पूर्व लगभग १ लाख से अधिक लोगों से राय-मशविरा किया गया था| वर्तमान समय के सबसे बड़े मुद्दे महंगाई से निपटने और दाम स्थिर रखने के लिए पार्टी ने विशेष फंड बनाने का वादा किया था जिसपर अब तक कोई कार्य नहीं हुआ है। फसल उत्पादन के लिए रियल टाइम डाटा, कालेधन को लाने के लिए विशेष कानून, कालाबाजारी रोकने के लिए विशेष अदालतों का गठन, विदेशी किराना खुदरा में नहीं, भ्रष्टाचार रोकने के लिए ई-गवर्नेस, रोजगार केंद्र को करियर सेंटर बनाना, आतंकवाद रोकने के लिए कानून का निर्माण, कर प्रणाली को आसान बनाना, स्वर्णिम चतुर्भुज बुलेट ट्रेन योजना, एफसीआई को तीन भागों में बांटना, सस्ते घर की योजना शुरू करना, सेटेलाइट नेटवर्क का विकास, हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर, देशभर में गैस ग्रिड की स्थापना, किसानों के लिए कृषि रेल मार्ग की स्थापना, मनरेगा को कृषि से जोड़ना, हर घर में नल की योजना, नदियों को जोड़ने की योजना, कम पानी से ज्यादा उत्पादन के लिए सिंचाई के नए साधन विकसित करना, नई स्वास्थ्य नीति का निर्धारण, हर राज्य में एम्स की स्थापना, आयुर्वेद के विकास पर खास ध्यान देना, छात्रों के लिए नेशनल ई-लाइबेरी का गठन और उनके विकास के लिए जरूरी कदम उठाना, शिक्षण संस्थाओं के स्तर को सुधारने पर जोर, ई-लर्निग पर विशेष ध्यान, १०० नए शहरों का निर्माण, मदरसों का आधुनिकरण, भाषाओं का विकास, पूर्वी और पश्चिमी भारत में अंतर मिटाना, हिमालयी राज्यों के विकास के लिए विशेष ध्यान तथा समस्या के हिसाब से राज्यों के लिए योजना जैसे वादों से भाजपा ने समाज के हर तबके को अपनी ऒर करने का प्रयास किया था| घोषणा पत्र में पार्टी के अहम मुद्दों में शामिल राम मंदिर के साथ धारा ३७० और समान नागरिक संहिता को भी शामिल किया था| कुछ घोषणाओं का जिक्र सरकार ने अपने पहले पेश बजट में किया था पर काफी घोषाओं को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है| ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि मोदी लाल किले की प्राचीर से सरकार की अल्पकालीन उपलब्धियों के गुणगान के साथ ही भविष्य की योजनाओं व उनके क्रियान्वयन के तौर-तरीकों पर भी प्रकाश डालेंगे| इस बहाने भाजपा का चुनाव पूर्व घोषणा पत्र याद आ सकता है| 

सांप्रदायिक सद्भाव पर राय की आस 

हमारा देश धर्म व आस्था के मामले में विश्वभर में अनूठा है| यहां अनेक जाति और संप्रदाय के लोग रहते हैं| उनके अपने-अपने रीति-रिवाज व विविधताएं हैं| धर्मों में भिन्न होने के बाद भी लोग मिलकर रहते हैं| विश्व पटल पर अनेकता में एकता भारत की पहचान है किन्तु राजनीति ने इस पहचान को घुन लगा दिया है| उदाहरण के लिए, इस वर्ष हुए आम चुनाव के बाद से लेकर अब तक देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में ६०० से अधिक सांप्रदायिक झड़पें हो चुकी हैं| सेक्युलर राजनीति के नाम पर अल्पसंख्यकों को छला जा रहा है| देश सुलग रहा है, राजनेता हंस रहे हैं और जनता रो रही है| प्रधानमंत्री होने के नाते मोदी से देश की जनता को यह उम्मीद भी होगी कि वे जनादेश का सम्मान करते हुए धर्मों के इस टकराव को रोकने के लिए प्रभावी कदमों पर प्रकाश डालें| स्वतंत्रता पर सभी का बराबर का हक़ है| हमारा देश नित नई उपलब्धियों को छू रहा है मगर सांप्रदायिक सद्भाव का प्रेम-भाव न जाने कहां खो सा गया है| मोदी का इस संवेदनशील मुद्दे पर बोलना और उसपर प्रतिक्रिया देखना दिलचस्प होगा| 

इन सबके अलावा वैश्विक नीति, विज्ञान, कृषि जैसे कई ज्वलनशील मुद्दे हैं जिन पर मोदी को लाल किले की प्राचीर से सुनने की इच्छा हर हिन्दुस्तानी को है| १५ अगस्त २०१४ को हिन्दुस्तान मोदी का इस्तकबाल करने को बेताब होगा, जिसपर पूरी दुनिया की निगाह होगी| 

स्वतंत्र भारत के प्रधानमंत्रियों की सूची

1. श्री जवाहरलाल नेहरू       १५ अगस्त १९४७ - २७ मई १९६४       कांग्रेस 
2. श्री गुलजारी लाल नंदा     २७ मई १९६४ - ०९ जून १९६४             कांग्रेस  (कार्यकारी)  
3. श्री लाल बहादुर शास्त्री      ९ जून १९६४ - ११ जनवरी १९६६          कांग्रेस
4. श्री गुलजारी लाल नंदा     ११ जनवरी १९६६ - २४ जनवरी १९६६     कांग्रेस (कार्यकारी)  
5. श्रीमती इंदिरा गांधी        २४ जनवरी १९६६ - २४ मार्च १९७७      कांग्रेस 
6. श्री मोरारजी देसाई          २४ मार्च १९७७ - २८ जुलाई १९७९      जनता पार्टी 
7. श्री चौधरी चरण सिंह       २८ जुलाई १९७९ - १४ जनवरी १९८०    जनता पार्टी
8. श्रीमती इंदिरा गांधी         १४ जनवरी १९८० - ३१ अक्टूबर १९८४   कांग्रेस (आई)
9. श्री राजीव गांधी              ३१ अक्टूबर १९८४ - ०२ दिसंबर १९८९    कांग्रेस (आई)
10. श्री विश्वनाथ प्रताप सिंह   ०२ दिसंबर १९८९ - १० नवंबर १९९०     जनता दल
11. श्री चंद्रशेखर                  १० नवंबर १९९० - २१ जून १९९१          जनता दल (एस)
12. श्री पी.वी. नरसिम्हा राव  २१ जून १९९१ - १६ मई १९९६              कांग्रेस (आई)
13. श्री अटल बिहारी वाजपेयी  १६ मई १९९६ - ०१ जून १९९६            भाजपा 
14. श्री एच.डी. देवेगौडा          ०१ जून १९९६ - २१ अप्रैल १९९७         जनता दल
15. श्री इंद्र कुमार गुजराल      २१ अप्रैल १९९७ - १९ मार्च १९९८        जनता दल
16. श्री अटल बिहारी वाजपेयी  १९ मार्च १९९८ - २२ मई २००४          भाजपा
17. डॉ. मनमोहन सिंह            २२ मई २००४ - २६ मई २०१४     भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
18. श्री नरेंद्र मोदी                  २६ मई २०१४ - कार्यकाल जारी         भाजपा

विशेष: श्री गुलजारी लाल नंदा (कार्यकारी), श्री चंद्रशेखर और श्री अटल बिहारी वाजपेयी (पहला कार्यकाल) ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्हें अपने कार्यकाल में लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करने का अवसर नहीं मिला| 




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सिद्धार्थ शंकर गौतम 
संपर्क : ०९४२४०३८८०१ 

यौन प्रताड़ना : महिला न्यायाधीश ने जांच समिति पर उठाए सवाल

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मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश पर यौन प्रताड़ना का आरोप लगाने वाली ग्वालियर की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मामले की जांच के लिए गठित समिति पर सवाल उठाए। पद से इस्तीफा दे चुकीं पूर्व महिला न्यायाधीश ने न्यायाधीश अजित सिंह को दो सदस्यीय जांच समिति का अध्यक्ष बनाए जाने पर आपत्ति जताई और कहा कि उन्हें सीधी स्थानांतरित करने का निर्णय लेने वाले दो न्यायाधीशों में अजित सिंह भी शामिल थे। महिला न्यायाधीश ने तब सीधी स्थानांतरित किए जाने पर भी आपत्ति जताई थी।

उन्होंने कहा, "मैं प्रारंभिक जांच के लिए तैयार हूं, लेकिन जांच समिति के सदस्यों को लेकर मैं कड़ी आपत्ति व्यक्त करती हूं। जांच समिति के अध्यक्ष न्यायाधीश अजित सिंह मेरा सीधी स्थानांतरण करने का निर्णय लेने वाले न्यायाधीशों में शामिल थे।"

महिला न्यायाधीश ने जांच समिति के सचिव को एक पत्र लिखकर ये बातें कहीं। चिट्ठी की प्रतियां देश के प्रधान न्यायमूर्ति आर. एम. लोढ़ा और मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश को भी भेजी गईं।

सरकार के लिए आंशिक सफलता वाला रहा बजट सत्र

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एक माह तक चला संसद का बजट सत्र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के लिए आंशिक रूप से लाभकारी रहा। जहां सरकार न्यायिक आयोग गठित करने के लिए पेश किए गए विधेयक पर संसद की सहमति हासिल करने में कामयाब रही वहीं बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा बढ़ाने से संबंधित विधेयक को राज्यसभा की चयन समिति को सौंपने की कांग्रेस की मांग के आगे झुकना पड़ा। गुरुवार को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चतकाल तक स्थगित (सत्रावसान) हो गई। 

इस दौरान कांग्रेस की लोकसभा में विपक्ष का नेता पद पर अपने नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को बिठाने की अभिलाषा अधूरी ही रह गई क्योंकि भाजपा सरकार पार्टी की इस मांग को पूरा करने के प्रति अनिच्छुक है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट भाषण में अपने आर्थिक एजेंडे को पेश किया। रेल मंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा ने बुलेट ट्रेन के लिए नई सरकार की योजना का खुलासा किया।

मई महीने में नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद नव गठित लोकसभा के पहले सत्र का शुभारंभ 7 जुलाई को हुआ था। इस सत्र के दौरान कई विधायी कार्य हुए। आम बजट के अलावा न्यायिक नियुक्ति आयोग विधेयक को पारित किया गया। दोनों सदनों ने अपने तय समय से ज्यादा तक काम किया। लोकसभा की कार्यवाही 166 घंटे 56 मिनट तक तय थी। इसका काम काज 14 घंटे और 23 मिनट बाधित रहा।

संसदीय कार्यमंत्री एम. वेंकैया नायडू द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के मुताबिक, निचले सदन ने अपने लंबित काम को पूरा करने के लिए 27 घंटे और 10 मिनट अधिक काम किया और तय से 13 घंटे अधिक काम किया। इस सत्र के दौरान संसद की 27 बैठकें हुई। राज्यसभा में 140 घंटा तय था जिसमें से 21 घंटा और 22 मिनट विरोध की भेंट चढ़ गया। उच्च सदन ने हालांकि करीब 38 घंटा अतिरिक्त श्रम किया।

लोकसभा में 20 विधेयक पेश किए गए और इनमें से वित्त विधेयक सहित 12 विधेयक पारित किए गए। गुरुवार को लोकसभा ने अप्रेंटिसशिप अधिनियम में संशोधन को पारित कर दिया और नियम 193 के तहत सांप्रदायिकता की घटना पर चर्चा चली। नायडू ने कहा, "2004 और 2009 में गठित लोकसभा की तुलना में लोकसभा के कामकाज में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है।"संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के कामकाज पर अत्यंत खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि इसका श्रेय विपक्ष को भी जाता है।

नायडू ने कहा, "आम धारणा यह है कि संसद ने एक भिन्न तस्वीर पेश की है। इसके लिए केवल सत्ताधारी दल को ही श्रेय नहीं जाता। मुझे यह कहने में कहीं से भी हिचकिचाहट नहीं हो रही कि इसका श्रेय विपक्ष को भी जाता है।"मंत्री ने कहा कि सरकार सत्र का विस्तार करना चाहती थी, लेकिन इस विचार को त्याग दिया गया क्योंकि कई सांसद अनिच्छुक थे। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी द्वारा महिलाओं एवं बच्चों पर बढ़ते सितम पर लिखित उत्तर देने के बाद सत्रावसान की घोषणा की।

नेपाल में लगातार वर्षा से कोसी में बाढ़ का खतरा

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नेपाल में बुधवार से ही लगातार हो रही वर्षा के कारण कई इलाकों में बाढ़ और भूस्खलन से कम से कम पांच लोगों की मौत हो चुकी है। वर्षा की वजह से बिहार का शोक के नाम से विख्यात कोसी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। भारत से सटे देश के दक्षिणी तराई क्षेत्र पर गुरुवार को भारी वर्षा का बुरा प्रभाव पड़ा है। भूस्खलन के कारण कई राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं और बाढ़ के कारण लोग बीच रास्ते में फंसे हुए हैं।

पश्चिमी नेपाल में भारतीय सीमा से सटे नेपाली गंज शहर में राप्ती नदी में उफान आने के बाद पानी का स्तर बढ़ गया है। खराब मौसम के कारण नेपाल के कई पहाड़ी इलाकों में हवाई सेवा भी निलंबित है। नेपाल में लाइफ लाइन कहलाने वाले रातू नदी के ऊपर बना एक पुल बुधवार की रात ध्वस्त हो गया जिससे राजमार्ग पर सैकड़ों लोग फंस गए हैं।

इसी प्रकार सप्तकोसी नदी का जलस्तर भी लगातार बारिश के कारण उफान पर है और नदी के पूर्वी हिस्से में स्थित बैराज को सावधान कर दिया गया है। बिहार का शोक के नाम से विख्यात कोसी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

भड़काऊ बातें करने वाले भारत को नहीं समझतेः राष्ट्रपति

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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संदेश में कहा कि जहरीली बातें करने वाले भारत को नहीं समझते हैं। राष्ट्रपति के संबोधन में मोदी की तारीफ भी की। उन्होंने 2019 तक 'स्वच्छ भारत'के सरकार के मिशन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की।

राष्ट्रपति ने सांप्रदायिक हिंसा पर कहा, 'हिंसा लोकतंत्र की मूल भावना के साथ धोखा है। जो लोग उत्तेजित करने वाले भड़काऊ भाषणों में विश्वास करते हैं, उन्हें न तो भारत के मूल्यों की और न ही राजनीतिक मन की समझ है। भारत के लोग जानते हैं कि किसी भी तरह की प्रगति को शांति के बिना हासिल करना कठिन है।'

राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में शिवाजी के उस पत्र का जिक्र भी किया, जो उन्होंने जजिया कर लगाए जाने पर औरंगजेब को लिखा था। राष्ट्रपति ने कहा, 'शिवाजी ने बादशाह से कहा था कि शाहजहां, जहांगीर और अकबर भी इस कर को लगा सकते थे, परंतु उन्होंने अपने दिलों में कट्टरता को जगह नहीं दी क्योंकि उनका मानना था कि हर बड़े अथवा छोटे इंसान को ईश्वर ने विभिन्न मतों एवं स्वभावों के नमूनों के रूप में बनाया है।'राष्ट्रपति ने कहा कि शिवाजी के 17वीं शताब्दी के इस पत्र में छिपे संदेश से आज प्रेरणा लेने की जरूरत है।

राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में गरीबी के मुद्दे को भी छुआ और कहा कि आर्थिक विकास का फायदा निर्धन से निर्धनतम व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले 6 दशकों में गरीबी का अनुपात 60 फीसदी से भी अधिक की पिछली दर से कम होकर 30 फीसदी से नीचे आ चुका है, इसके बावजूद हमारी जनता का 1/3 हिस्सा गरीबी की रेखा से नीचे गुजर-बसर कर रहा है।

स्वतंत्रता दिवस आलेख : न इतराएँ इस आजादी पर

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स्वतंत्रता, स्वाधीनता, आजादी और ऎसे ही खूब सारे शब्दों को हमने इतना संकीर्ण बना डाला है कि अब आजादी की बातें कहने का न कोई धरम रहा है, न मायना। विराट अर्थों और व्यापक गहराइयों से भरे इन शब्दों की असलियत जानने की हम कोशिश करें तो हमारे नीचे से जमीन ऎसे खिसक जाएगी जैसे कि अचानक भूकंप के भारी झटके ही आ गए हों।

जिन लोगों ने अपना यौवन, किशोरावस्था, घर-परिवार मानवीय आनंद, धन-सम्पत्ति, समय और श्रम देश को आजादी दिलाने के लिए कुरबान कर दिया, पूरी की पूरी पीढ़ी खप गई, बलिदान हो गई हमारे लिए, सदियों की गुलामी के बाद  जो लोग हमें आजादी सौंप गए, उन लोगों से पूछने की जरूरत है कि आजादी दिलाने के लिए उनके मन में क्या संकल्पनाएं थीं, कैसे-कैसे सपने संजोये थे और आज की हालत देख कर उन्हें कैसा लगता है?  तब इनकी बातें हमारी आजादी की कलई खोल देने के लिए काफी होंगी।  हमारे अमर शहीद आज होते तो शायद दुःखी ही होते।

आजादी का पर्व मनाते हुए हमें अब कभी गौरव नहीं होता, गर्व की बात नहीं, सिर्फ औपचारिकता का निर्वाह ही होकर रह गया है।  आजाद होने के इतने वर्षों बाद भी हम कितने आजाद हैं, इस बारे में किसी और से कुछ भी पूछने की जरूरत नहीं है, अपना अन्तर्मन इसकी सटीक जवाब देगा और साफ-साफ व्याख्या करते हुए अपने आप सब कुछ कह देगा।

सच्चे अर्थों में आजादी पाने के बाद से लेकर अब तक के कालखण्ड का निरपेक्ष मूल्यांकन किया जाए तो हम सभी लोगों में ऎसा अपराध बोध पसरने लग सकता है जिसे विस्मृत करने का कोई उपाय संभव न हो। लेकिन वह भी तब जबकि हमारे मन में देश के प्रति ज़ज़्बे का कोई सा कतरा जेहन के किसी कोने में शेष बचा हो। आजकल तो हम सभी अपने ही आप में इतने रमे हुए हैं कि हमारी हलचलों और हरकतों के बारे में कोई कुछ भी कहता रहे, हम नशल्लों पर कुछ भी फरक नहीं पड़ता क्याेंंकि हमने अपने आपको ही देश मान लिया है और अपने व्यक्तिगत स्वार्थों की पूर्ति को देशभक्ति।

समाज और देश की फिकर हममें से कितने लोगों में रह गई है, यह बताने की जरूरत नहीं है क्योंकि बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी। राष्ट्रीय चरित्र, वास्तविक आजादी, देशभक्ति और देश के लिए मर मिटने जैसी बातें करने वाले तो अनगिनत हैं मगर देश के लिए पूरी वफादारी और निष्ठा से काम करने वाले कितने?
दुर्भाग्य यह भी है कि हम लोग मानवीय मूल्यों, राष्ट्रीयता, स्वाभिमान, देशभक्ति और चाल-चलन-चरित्र और संस्कारों की दुहाई देते हुए भारतवर्ष को परमवैभव पर पहुँचाने की बातें तो करते हैं, लेकिन हममें से कितने लोग ऎसे हैं जिनके बारे में स्पष्ट और खुले तौर पर यह कहा जा सकता है कि हम जो कहते हैं, वही करते हैं? 
आजादी पाने का तब तक कोई अर्थ नहीं है जब तक हममें देश के लिए सर्वस्व समर्पण के साथ जीने-मरने का माद्दा न हो, देश सर्वोपरि न हो। देश की सारी समस्याओं का खात्मा एक झटके में हो जाए यदि हमारे प्रत्येक कर्म में देश को सामने रखा जाए।

आज हम सभी लोग अपने ही अपने लिए जी रहे हैं, अपने ही घर भर रहे हैं, खुद ही को बुलंद करने में प्राणों की आहुति दे रहे हैं। हममें से खूब सारे ऎसे होंगे जिनके मन में यह संकल्पना है कि देश में जो कुछ है वह उन्हीं के खाते में दर्ज होना चाहिए। फिर चाहे बात दीमक लगी कुर्सियों की हो, रंगीन बत्तियों की हो, या फिर देश की धन-सम्पदा की अथवा किसी भी प्रकार के मुफतिया आनंददायी मार्ग की।

आजादी पाने के इतने वर्ष बाद भी समझदार लोग आप में चर्चा करते हुए कहते हैं कि अंग्रेज चले गए पर काले अंग्रेज रह गए, इससे तो पुराना समय ही ठीक था .... मुखर होकर लोग और भी न जाने क्या-क्या बोल जाते हैं। यह इस बात को साफ इंगित करता है कि हमने आजादी तो पा ली है मगर पूरी तरह आजाद नहीं हुए हैं। असली आजादी तभी मानी जा सकती है जबकि हर देशवासी के मन में देश पहले हो, हर देशवासी को रोजी-रोटी-मकान मिले, प्रत्येक नागरिक सम्मान और स्वाभिमान के साथ निर्भीक होकर जीवनयापन कर सके, देश में कहीं भी निर्बाध और सुरक्षित आवागमन कर सके। किसी भी इंसान को कहीं भी लाईन में न लगना पड़े चाहे वह अस्पताल, राशन की दुकान हो या और कोई सा रोजमर्रा का काम। हर इंसान को इतनी सुख-सुविधा और सुकून मिले कि वह शोषण मुक्त रहकर आनंद के साथ अपने काम कर सके, कोई अपने आपको हीन, शोषित और दुःखी न समझे और राम राज्य की परिकल्पना साकार हो।

यह सब करने के लिए हम सभी को आगे आने की जरूरत है। आम जन से लेकर खास जन मिलकर ही यह काम कर सकते हैं। पर्वतों को अपने शिखरों और आसमान के सामीप्य का अहंकार छोड़ने की जरूरत है और घाटियों को अपनी आत्महीनता त्यागने की। अपना घर भरने की मनोवृत्ति और साम्राज्यवादी सोच को छोड़कर देश भरने की मानसिकता अपनाने की जरूरत है।

निरंकुश बने बैठे लोगों, भ्रष्ट, बेईमान, चोर-उचक्के और डकैतों, रिश्वतखोरों, हरामखोरों, मुफत का माल उड़ाने वालों, शोषकों, सामाजिक सरोकारों के प्रति उदासीनों और निर्वीर्य लोगों को आजादी पर्व पर कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है। 

खासकर उन लोगों को आजादी का मर्म समझने की जरूरत है जो अपने पद-मद और कद के इन्द्रधनुषों में रमे रहकर त्रिशंकु बने हुए आसमान और जमीन दोनों का पट्टा अपने नाम लिखाने को आतुर रहते आये हैं। उन लोगों को भी समझने की जरूरत है जो देश को अपनी जागीर समझते हैं और कुर्सियों को अपने दालान के मुड्डे।

मुर्दाल और बीमारू जिस्म को ढो रहे, श्मशान की राह तकते लोगों को भी चाहिए कि वे वानप्रस्थाश्रम और संन्यासाश्रम के उद्देश्य को एक बार पढ़ लें, कुछ नहीं तो जीते जी एक बार गरुड़ पुराण ही पढ़ लें और मुख्य धाराओं को छोड़कर नई जवानी को आगे आने के लिए प्रेरित, प्रोत्साहित एवं निर्देशित करें।

देश अब नयेपन की डगर पर है, सब कुछ अच्छा और कल्याणकारी होने के रास्ते खुलते ही चले जा रहे हैं। ऎसे में हम सभी देशवासियों का फर्ज है कि अपने स्वार्थ, ऎषणाएं और नालायकियां भुलाकर देश के लिए समर्पण भाव दर्शाएं, जो कुछ करें देश के लिए करें। ऎसा आज नहीं सोचा गया तो यह तय है कि देश अब वैसा सुरक्षित नहीं है जैसा कि समझा जा रहा है।

यह तो ठीक है कि देश का नेतृत्व आज ऎसे सक्षम हाथों में है जिनके भरोसे निश्चिन्त रहा जा सकता है। इसके बावजूद हम अपने कत्र्तव्य से बरी नहीं हो सकते।  आतंकवादियों और अपने भीतर घुसे बैठे असुरों व देशघातियों को बेपर्दा करें और उन लोगों को आईना दिखाएं जो समाज और देश को भ्रमित कर रहे हैं। इन सब में हमारी भी भागीदारी जरूरी है ताकि अमन-चैन बना रहे। भारतमाता की आराधना और रक्षा के लिए सच्चे देशभक्त साधक, सेवाव्रती और परोपकारी बनना ही आजादी पर्व का मूल पैगाम है। 

सभी को आजादी दिवस पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ ..... वन्दे मातरम्।






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---डॉ. दीपक आचार्य---
9413306077
dr.deepakaacharya@gmail.com
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