Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74313 articles
Browse latest View live

रेलवे के निजीकरण की कोई योजना नहीं : गोयल

$
0
0
railway-will-not-be-privatise-goyal
नयी दिल्ली, 28 जून, राजधानी और शताब्दी जैसी रेलगाड़ियों के निजीकरण की बात को सिरे से खारिज करते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि रेलवे के निजीकरण की कोई योजना नहीं है। रेल मंत्री ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया ‘‘राजधानी और शताब्दी जैसी रेलगाड़ियों का निजीकरण करने की कोई योजना नहीं बनाई गई है। रेलवे के निजीकरण की कोई योजना ही नहीं है।’’  गोयल से सपा सदस्य सुरेन्द्र सिंह नागर ने पूछा था कि क्या सरकार राजधानी और शताब्दी जैसी रेलगाड़ियों का निजीकरण करने की योजना बना रही है। गोयल ने एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सरकार का लंबी दूरी की सभी ट्रेनों के डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है। प्रीमियम, मेल, एक्सप्रेस और उपनगरीय रेल गाड़ियों के सभी सवारी डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए कदम उठाए गए हैं। पहले चरण के दौरान इन गाड़ियों के 7020 सवारी डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है। उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया ‘‘31 जनवरी 2019 तक बड़ी लाइन के बिना चौकीदार वाले सभी रेलवे क्रासिंग को समाप्त कर दिया गया है। मौजूदा नीति के अनुसार, मीटर लाइन और छोटी लाइन पर बिना चौकीदार वाले रेलवे क्रॉसिंग को अमान परिवर्तन के दौरान समाप्त कर दिया जाएगा। गोयल ने अन्य एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह भी बताया कि त्यौहारों, गर्मी की छुट्टियों, अन्य अवकाशों जैसी भीड़ वाली अवधि के दौरान मांग उपलब्धता से अधिक हो जाती है तब यात्री सीटों की आरक्षण प्रणाली के दुरूपयोग के मामले भी होते हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह के मामलों में वर्ष 2018 के दौरान 2391 दलालों को गिरफ्तार किया गया और 78001 ई-टिकट पकड़े गए। इसी तरह वर्ष 2019 में मई तक 613 दलालों को गिरफ्तार किया गया और 18784 ई-टिकट पकड़े गए।

‘एक देश एक राशन कार्ड लाने की तैयारी : पासवान

$
0
0
one-nation-one-card-paswan
नयी दिल्ली, 28 जून, केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि देश में एक ही राशन कार्ड को लागू करने की योजना पर सरकार काम कर रही है।  पासवान ने शुक्रवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल में बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली को पूरी तरह से ‘‘कैशलेस’’ बनाये जाने के साथ ही सरकार की योजना ‘‘वन नेशन वन राशन’’ कार्ड की सुविधा भी उपलब्ध कराने की है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को देश में कहीं भी अपने हिस्से का राशन प्राप्त करने की सुविधा मिल सके।  पासवान ने एक पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित लक्ष्य के तहत 2030 तक देश को गरीबी से मुक्त कराने के लिये खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अनुसार शहरी क्षेत्रों में 50 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में 75 प्रतिशत आबादी को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के दायरे में लाये जाने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि देश की दो तिहाई आबादी को पीडीएस के दायरे में लाते हुये दो रुपये प्रति किग्रा की दर से गेंहू और तीन रुपये प्रति किग्रा की दर से चावल मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने पीडीएस में वितरण संबंधी किसी तरह की खामी से इंकार करते हुये कहा कि व्यवस्था पूरी तरह से कैशलेस होने के बाद इसमें हेराफेरी की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। पासवान ने स्पष्ट किया कि पीडीएस के दायरे में आने के लिये लाभार्थी को आधार कार्ड दिखाने की अनिवार्यता नहीं है।

जमशेदपुर : तबरेज के विसरा का नमूना फॉरेंसिक लैब भेजा

$
0
0
tabrej-bisra-forensic-test
जमशेदपुर, 28 जून, झारखंड में भीड़ की हिंसा का शिकार हुए तबरेज अंसारी के विसरा का नमूना जांच के लिये रांची में फॉरेंसिक लैब भेजा गया है ताकि उसके मरने के वास्तविक कारण का पता लग सके क्योंकि उसके पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं। शुक्रवार को एक वरिष्ठ डॉक्टर ने यह जानकारी दी। राज्य के सरायकेला-खरसावां जिले के सिविल सर्जन ए एन डे ने बताया कि अंसारी की मौत के वास्तविक कारण की पुष्टि सिर्फ फॉरेंसिक लैब रिपोर्ट आने के बाद ही की जा सकती है, जो करीब एक पखवाड़े में मिलने वाली है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा गठित तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में बंद कमरे में पोस्टमॉर्टम किया था। चोरी के संदेह में 17 जून को झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के धतकीडीह गांव में भीड़ ने अंसारी (24) को एक खंभे से बांधकर कथित तौर पर लाठी-डंडों से उसकी पिटाई की थी। अंसारी को लेकर वायरल एक वीडियो में यह साफ नजर आ रहा है कि उसे ‘जय श्रीराम’ और ‘जय हनुमान’ का नारा लगाने के लिये मजबूर किया गया। इस संबंध में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गत 21 जून को अंसारी ने बेचैनी की शिकायत की थी जिसके बाद उसे सरायकेला जिला अस्पताल ले जाया गया। 22 जून को उसे जमशेदपुर के टाटा अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। डे ने आशंका जतायी कि हो सकता है अंसारी की मौत अचानक हुई हो। उन्होंने बताया कि जेल में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में यह नजर आ रहा है कि पिटाई की घटना के अगली सुबह शौचालय से लौटने पर उसने एक कैदी से पानी मांगकर पिया था। उन्होंने बताया कि अंसारी के बायें पैर और हाथ पर बाहरी चोट के निशान थे और उसकी खोंपड़ी पर जख्म का निशान था। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कोई अंदरूनी चोट का पता नहीं चला। उन्होंने बताया कि उस पर हमले की घटना और मौत होने के बीच चार दिन के दरम्यान पीड़ित में न तो ब्रेन हैमरेज का लक्षण दिखा और न ही उसने सिर दर्द की शिकायत की। 

मोदी, ट्रम्प के बीच ‘सार्थक’ बातचीत, व्यापार, 5जी, ईरान मुद्दों पर चर्चा

$
0
0
modi-trump-talk-in-osaka
ओसाका, 28 जून, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ द्विपक्षीय व्यापर सहित विभिन्न मुद्दों पर ‘खुले माहौल में और सार्थक’ बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने आतंकवाद जैसी प्रमुख वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए विश्व को 'मजबूत नेतृत्व'प्रदान करने का संकल्प जताया। जी-20 सम्मेलन के लिए जापान आए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प को एक पत्र के जरिए 'भारत के प्रति अपना प्यार'जताने के लिए धन्यवाद दिया। यह पत्र अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस सप्ताह अमेरिका के विदेशी मंत्री माइक पोम्पिओ के जरिए प्रधानमंत्री मोदी को भेजा था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमेरिका के साथ आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर भारत प्रतिबद्ध है। दोनों नेताओं ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ईरान, 5जी, द्विपक्षीय रिश्तों और रक्षा संबंधों पर चर्चा की। मोदी ने बैठक के बाद ट्वीट किया, 'राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ व्यापक मुद्दों पर चर्चा हुई। हमने प्रौद्योगिकी की शक्ति के इस्तेमाल के उपायों, रक्षा और सुरक्षा संबंधों को बेहतर बनाने के साथ-साथ व्यापार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।'  उन्होंने लिखा, 'अमेरिका के साथ भारत आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है।'  विदेश सचिव विजय गोखले ने संवाददाताओं को बताया कि दोनों नेताओं के बीच बहुत सार्थक एवं विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बातचीत हुई। उन्होंने कहा, 'दोनों नेताओं के बीच अच्छी बातचीत हुई। राष्ट्रपति ट्रम्प ने प्रधानमंत्री मोदी को (चुनावी) जीत पर बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प द्वारा विदेश मंत्री (माइक) पोम्पिओ के जरिए उन्हें भेजे गए गर्मजोशी भरे पत्र का अमेरिकी राष्ट्रपति से खास तौर पर उल्लेख किया।'  ट्रम्प-मोदी बैठक को लेकर व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने रणनीतिक साझेदारी को लेकर हुई प्रगति एवं इसे अगले स्तर पर ले जाने को लेकर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया। उसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने आर्थिक, व्यापारिक, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा, आतंकवाद की रोकथाम और अंतरिक्ष सहित विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिका-भारत द्विपक्षीय संबंधों के अभूतपूर्व दायरे एवं गहराई को स्वीकार किया। 

बयान में कहा गया है, 'दोनों नेताओं ने दृढ़ता के साथ कहा कि जिम्मेदार लोकतंत्र होने के नाते वैश्विक शांति एवं स्थिरता के लिहाज से अमेरिका एवं भारत के बीच करीबी साझेदारी काफी महत्वपूर्ण है।'  उसमें कहा गया है, 'उन्होंने वैश्विक चुनौतियों से निपटने एवं आने वाले दशकों में अपने नागरिकों की समृद्धि के लिए मजबूत नेतृत्व प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।'  विदेश सचिव गोखले के मुताबिक ईरान के संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी ऊर्जा संबंधी चिंताओं और क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता से जुड़ी आशंकाओं को रेखांकित किया।  उन्होंने इशारा किया कि भारत की कुल ऊर्जा जरूरत में ईरान 11 प्रतिशत की आपूर्ति करता हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने के बावजूद उसने ईरान से तेल के आयात में कमी की है। बकौल गोखले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प से कहा, 'इस क्षेत्र में भी हमारे समुदाय के लोग हैं, इस क्षेत्र में भी ऊर्जा की जरूरत है, क्षेत्र में हमारे आर्थिक हित हैं, इसलिए भारत क्षेत्र में मुख्य रूप से शांति एवं स्थिरता बनाये रखने के पक्ष में है।'  गोखले के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा कि खाड़ी से गुजरने वाले भारतीय पोतों की सुरक्षा के लिए भारत ने क्षेत्र में कुछ नौसैन्य जहाजों की तैनाती की है। उन्होंने कहा, 'ट्रम्प ने इस बात की बहुत अधिक सराहना की। संक्षिप्त बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ने उम्मीद जतायी कि तेल की कीमतें स्थिर रहेंगी। उन्होंने (ट्रम्प) तेल की कीमतों को स्थिर रखने के लिए खाड़ी देशों में स्थिरता को सुनिश्चत करने के लिए अमेरिका द्वारा उठाये जा रहे कदमों की चर्चा की।'  गोखले के मुताबिक दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि वे ईरान के मुद्दे एवं क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता को सुनिश्चित रखने के लिए एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे।  मोदी और ट्रम्प ने 5जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी के तकनीकी एवं कारोबारी अवसरों पर चर्चा की। उनके मुताबिक इस नयी प्रौद्योगिकी से भारत और अमेरिका के बीच सहयोग के नये अवसर खुलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में इस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने वालों की संख्या करीब एक अरब होगी। इस लिहाज से यह दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा बाजार होगा। ट्रम्प ने चुनाव में जीत को लेकर भी मोदी को बधाई दी और कहा कि दोनों देश सैन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में साथ काम करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'वह शानदार जीत थी, आप इसके हकदार थे, आपने शानदार काम किया है। हमें बहुत अहम चीजों की घोषणा करनी है। व्यापार के संदर्भ में, विनिर्माण के संदर्भ में, हम 5जी पर चर्चा करेंगे। मैं आपको बधाई देता हूं और बातचीत को लेकर सकारात्मक हूं।'  उन्होंने कहा, 'हम बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं और हमारे देश कभी इतने करीब नहीं रहे हैं। मैं इसे आश्वस्त होकर कहता हूं। हम सैन्य सहित अन्य क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे। हम आज व्यापार पर चर्चा करेंगे।'  ईरान को लेकर ट्रम्प ने कहा, 'हमारे पास बहुत समय है। कोई जल्दबाजी नहीं है, वे समय ले सकते हैं। समय को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं है।'  प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी, 'प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर चर्चा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।'  जापान-अमेरिका-भारत (जय) के बीच त्रिपक्षीय वार्ता के समाप्त होने के तुरंत बाद मोदी और ट्रम्प ने द्विपक्षीय बैठक की। मोदी-ट्रम्प की बैठक इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी उत्पादों पर ‘उच्च दर’ से शुल्क लगाने के भारत के निर्णय की अमेरिकी राष्ट्रपति खुलकर आलोचना करते रहे हैं।  ट्रम्प ने इससे पहले गुरुवार को जापान पहुंचने पर ट्वीट किया था, ‘‘ मैं प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी से इस संबंध में बात करना चाहता हूं कि भारत ने वर्षों से अमेरिका के खिलाफ ज्यादा शुल्क लगा रखा है और हाल के दिनों में उसे और बढ़ा दिया गया है। यह अस्वीकार्य है और शुल्क को निश्चित रूप से वापस लिया जाना चाहिए। ’’  भाजपा के हाल ही में संसदीय चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद मोदी की ट्रम्प से यह पहली मुलाकात है।

आरपीएफ में होने वाली 9 हजार भर्तियों में से आधे पदों पर होगी महिलाओं की तैनाती

$
0
0
50-percent-women-in-rpf
नयी दिल्ली, 28 जून, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) में महिलाओं की कमी को देखते हुये सरकार ने आरपीएफ में खाली पड़े 9000 पदों पर होने वाली भर्ती में से आधे पदों पर महिलाओं को तैनात करने का फैसला किया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि आरपीएफ में अभी महिला कांस्टेबलों की संख्या सिर्फ 2.25 प्रतिशत हैं। उन्होंने बताया कि आरपीएफ में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के प्रधानमंत्री के निर्देश पर मंत्रालय ने अगली भर्ती में आधे पदों पर महिलाओं की भर्ती करने का फैसला किया है। बिहार में सभी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देने की तर्ज पर केन्द्र सरकार द्वारा भी महिलाओं को आरपीएफ में आरक्षण दिए जाने संबंधी पूरक प्रश्न के जवाब में गोयल ने बताया कि केन्द्र सरकार के स्तर पर इस तरह के आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं किया गया है।  उन्होंने बताया कि 8619 कांस्टेबलों और 1120 उप निरीक्षकों के पदों पर भर्ती प्रक्रिया 2018 में शुरु हो गयी है। इनमें से 4216 कांस्टेबलों और 201 उप निरीक्षकों के पद पर महिलाओं की भर्ती की जायेगी।  एक अन्य सवाल के जवाब में गोयल ने बताया कि रेलवे में सुरक्षा से जुड़ी ‘‘त्रि-नेत्र तकनीक’’ का सघन परीक्षण चल रहा है। उन्होंने बताया कि कोहरे में रेलवे ट्रैक पर किसी भी प्रकार की बाधा को पहचानने में सक्षम इस तकनीक का परीक्षण पूरा कर, इस प्रयोजन के लिए इस्तेमाल में लाये जाने के माकूल पाये जाने तक इसे लागू नहीं किया जा सकता।  उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर पेयजल की पुख्ता व्यवस्था करने के लिये छोटे रिवर्स ऑस्मोसिस प्लांट लगाये जायेंगे।

राहुल के कांग्रेस अध्यक्ष बने रहने की एक प्रतिशत भी संभावना नहीं : मोइली

$
0
0
rahul-gandhi-chance-veerappa-moily
हैदराबाद, 28 जून, कांग्रेसी नेता एम वीरप्पा मोइली ने शुक्रवार को कहा कि राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहने की एक प्रतिशत भी संभावना नहीं है। दरअसल, गांधी ने फिर से कहा है कि वह अध्यक्ष पद से इस्तीफे के अपने फैसले से पीछे नहीं हटेंगे। इस संबंध में पूछे जाने पर मोइली ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) इस मामले पर गौर करेगी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘कुछ भी हो सकता है।’’  मोइली कांग्रस नीत पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में विधि एवं न्याय, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और कारपोरेट मामलों के मंत्रालयों की जिम्मेदार संभाल चुके हैं। उन्होंने  कहा, ‘‘आज, मुझे नहीं लगता कि उनके (गांधी के) फिर से जिम्मेदारी संभालने की एक प्रतिशत भी (संभावना) नहीं लगती। किसी अन्य नाम पर विचार करने से पहले सीडब्ल्यूसी निश्चित रूप से बैठक करेगी। जब तक सीडब्ल्यूसी उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं करती, अटकलें और उनके बयान चलते रहेंगे।’’  मोइली ने कुछ कांग्रेसी नेताओं की उस अपील पर टिप्पणी से इंकार कर दिया जिसमें गांधी से बहन प्रियंका को अध्यक्ष बनाने का अनुरोध किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इंतजार करूंगा कि सीडब्ल्यूसी आगे कोई उचित कदम उठाए।’’  लोकसभा चुनावों में करारी हार के बीच, मोइली ने पिछले सप्ताह कहा था कि कांग्रेस को ‘‘बड़ी सर्जरी’’ की जरूरत है।

बंगाल में मुस्लिम बहुल छात्रों वाले स्कूलों में अलग भोजन कक्ष बनाने के निर्देश पर विवाद

$
0
0
separate-kitchen-in-muslim-school-bengal
कोलकाता, 28 जून, पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा 70 प्रतिशत से अधिक अल्पसंख्यक छात्रों वाले सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन के वास्ते भोजन कक्षों के निर्माण का निर्देश देने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने तृणमूल कांग्रेस पर राज्य में धार्मिक भेदभाव करने का आरोप लगाया। हालांकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इससे इनकार किया है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि यह एक पुराना परिपत्र है जिसे काफी पहले वापस ले लिया गया था लेकिन किसी गुमराह अधिकारी ने उसे जारी कर दिया।  यह मामला तब प्रकाश में आया जब भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने इसपर राज्य की ममता सरकार को घेरा। उनके ट्वीट के बाद इसपर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई, चारों तरफ से इसको लेकर प्रतिक्रियाएं आने लगीं। सरकार ने बाद में कूचबिहार अल्पसंख्यक मामलों के विभाग के निर्देश को लेकर आ रही खबरों को ‘‘भ्रामक और पूरी तरह से असत्य’’ करार दिया। पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक मामलों और मदरसा शिक्षा विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘‘यह राज्य सरकार के कथित निर्देश, जिसमें 70 फीसदी या उससे अधिक अल्पसंख्यक छात्र वाले स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए भोजन कक्ष बनाने को लेकर सोशल मीडिया पर आयी कुछ भ्रामक और पूरी तरह से असत्य खबरों के संदर्भ में है।’’  बयान में कहा गया कि मध्याह्न भोजन योजना को सफलतापूर्वक लागू करने और राजकीय विद्यालयों में साफ-सुथरे रसोईघर और भोजन कक्ष बनाने जैसे संबंधित बुनियादी ढाँचा के निर्माण के लिए, राज्य सरकार विभिन्न शिक्षा-संबंधित विभागों के बजट से धन मुहैया कराती है। इस साल, राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने 4,647 प्राथमिक, और 1,524 उच्च प्राथमिक विद्यालयों को कवर करने वाले मध्याह्न भोजन योजना के तहत भोजन कक्ष के निर्माण के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। बयान में कहा गया, ‘‘हालांकि, स्कूलों में अभी भी मध्याह्न भोजन योजना के लिए भोजन कक्ष की भारी मांग है और यही कारण है कि अल्पसंख्यक मामलों और मदरसा शिक्षा विभाग ने खाना पकाने के कक्ष और भोजन कक्ष के निर्माण के लिए राज्य के पात्र स्कूलों को धन दिया है।’’  इसी प्रकार, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों की अधिकता वाले स्कूलों के लिए, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा महत्वपूर्ण वित्त पोषण प्रदान किया जाता है। हालाँकि, बनाया गया कोई भी ढांचा और सुविधाएं सभी के लिए खुले हैं, चाहे वे किसी भी समुदाय के हों।

दिलीप घोष ने कूच बिहार जिले में 70 प्रतिशत से अधिक अल्पसंख्यक छात्र वाले सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन के वास्ते भोजन कक्षों के निर्माण का निर्देश देने के लिए राज्य सरकार की निंदा की । उन्होंने सवाल खड़ा किया कि क्या इस कदम के पीछे कोई ‘‘नापाक मकसद’’ है। घोष ने अपने ट्विटर हैंडल पर परिपत्र की एक प्रति अपलोड करते हुए लिखा, ‘‘पश्चिम बंगाल सरकार ने एक परिपत्र जारी किया है जिसके तहत उसने स्कूल प्रशासन को निर्देश दिये हैं कि जिन विद्यालयों में 70 प्रतिशत या उससे अधिक छात्र मुस्लिम समुदाय के हैं, उनके लिए एक अलग भोजन कक्ष बनाने के साथ ही बैठने की व्यवस्था की जाए।’’ इस संबंध में किसी भी सरकारी अधिकारी से तत्काल प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। उन्होंने पूछा, ‘‘धर्म के आधार पर छात्रों के बीच यह भेदभाव क्यों? क्या इस भेदभाव वाले कदम के पीछे कोई बदनीयती छुपी है? एक और साजिश?’’  इस मुद्दे पर पलटवार करते हुए, सत्तारूढ़ टीएमसी ने शुरू में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हवाले से एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया था कि यह एक पुराना परिपत्र है जिसे पहले ही वापस ले लिया गया है।  घोष ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार केवल राज्य में मुसलमानों के विकास के लिए काम करने में रुचि रखती है। उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल सरकार केवल अपने वोट बैंक को सुरक्षित करने के लिए, अल्पसंख्यकों के विकास के लिए काम करने में रुचि रखती है, हिंदू छात्रों ने क्या गलत किया है कि वे भोजन कक्ष की सुविधा का लाभ नहीं उठा सकते।’’  बनर्जी ने राज्य विधानसभा में अपने कक्ष में पत्रकारों से कहा, ‘‘यह एक पुराना परिपत्र है जिसे पहले ही वापस ले लिया गया है। मुझे लगता है कि किसी गुमराह अधिकारी ने एक पुराने परिपत्र को निकाल कर उसे सरकार के संज्ञान के बिना जारी कर दिया।’’  हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें यह याद नहीं है कि अल्पसंख्यक मामलों और मदरसा शिक्षा विभाग द्वारा कब परिपत्र को जारी किया गया था और कब वापस लिया गया था। बनर्जी ने जोर देकर कहा कि यह भेदभावपूर्ण नहीं है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद उन स्कूलों का पता लगाना था है जहां अल्पसंख्यक छात्र बड़ी संख्या में हैं, ताकि उन्हें विकास निधि का लाभ मिल सके।

उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत सरकार का दिशा-निर्देश है। हम इसका अनुसरण कर रहे हैं। यह एक तकनीकी मामला है, इससे ज्यादा कुछ नहीं है।’’ उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘यह छात्रों को किसी भी तरह से विभाजित करने के लिए नहीं है। यह उन स्कूलों के लिए होना है जिनके पास भोजन कक्ष नहीं हैं, उन स्कूलों के लिए जहां छात्रों को खुले में खाना पड़ता है। यह सभी के लिए है।’’  हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री गियासुद्दीन मुल्ला ने आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया और यह कहते हुये इस फैसले का बचाव किया कि इससे सभी छात्रों को फायदा होगा। मंत्री गियासुद्दीन मुल्ला ने यहां कहा, ‘‘हमारा विभाग सभी छात्रों के समग्र विकास के लिए अल्पसंख्यक बहुल सामान्य संस्थानों के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए काम कर रहा है।’’  उन्होंने कहा, ‘‘मध्याह्न भोजन के लिए बनने वाले भोजन कक्ष से सभी छात्रों को फायदा होगा, न कि केवल मुसलमानों को। धनराशि स्वीकृत हो गई है इसलिए हमने ऐसे स्कूलों की सूची मांगी है।’’  केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पश्चिम बंगाल सरकार के इस कदम को अल्पसंख्यक समुदाय के लिए ‘‘तुष्टिकरण की पराकाष्ठा’’ बताते हुए कड़ा विरोध जताया। उन्होंने एक टीवी चैनल से कहा, ‘‘ममता बनर्जी अल्पसंख्यक समुदाय के लिए सबसे ज्यादा तुष्टिकरण कर रही हैं। वह उन लोगों को बर्दाश्त नहीं कर सकतीं, जो 'श्री राम'का नारा लगाते हैं, लेकिन रोहिंग्या घुसपैठिए उन्हें स्वीकार हैं।’’  राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान ने आदेश पर राज्य सरकार की आलोचना की और कहा कि सिर्फ धर्म के आधार पर छात्रों को अलग नहीं किया जा सकता। माकपा के वरिष्ठ नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘छात्रों के साथ धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता है। यदि भोजन कक्ष बनाया जा रहा है तो यह सभी के लिए होना चाहिए। हम इस तरह के कदम की निंदा करते हैं।’’

जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र बहाल भाजपा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : अमित शाह

$
0
0
democracy-in-jk-priority-amit-shah
नयी दिल्ली, 28 जून, जम्मू कश्मीर में छह महीने के लिये राष्ट्रपति शासन की अवधि को बढ़ाने का आग्रह करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र बहाल रहे, यह भाजपा सरकार की ‘‘सर्वोच्च प्राथमिकता’’ है और इसमें सरकार जरा भी लीपापोती नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार वहां शांति, कानून का शासन तथा आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने को लेकर कटिबद्ध हैं । लोकसभा में शाह दो प्रस्ताव लेकर आए जिसमें से एक वहां राष्ट्रपति शासन की अवधि को बढ़ाने और दूसरा जम्मू कश्मीर के संविधान के अनुच्छेद 5 और 9 के तहत जो आरक्षण का प्रावधान है उसमें भी संशोधन करके कुछ और क्षेत्रों को जोड़ने का प्रावधान शामिल है । कांग्रेस के मनीष तिवारी ने दोनों प्रस्तावों को एक साथ पेश करने का विरोध किया । इस पर शाह ने कहा कि उन्हें अलग अलग प्रस्ताव पेश करने में कोई परेशानी नहीं है, वह केवल समय बचाना चाहते हैं । इसके बाद दोनों प्रस्ताव एक साथ पेश किये गए । शाह ने पहले जम्मू कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाने का प्रस्ताव रखते हुए कहा, ‘‘ जम्मू कश्मीर में अभी विधानसभा अस्तित्व में नहीं है इसलिए मैं विधेयक लेकर आया हूं कि छह माह के लिए राष्ट्रपति शासन को बढ़ाया जाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर प्रशासन, केंद्र सरकार और सभी राजनीतिक दलों से बात करके निर्णय लिया है कि इस साल के अंत में ही वहां चुनाव कराना संभव हो सकेगा । ’’ उन्होंने कहा कि कुछ समय पहने रमजान और आने वाले दिनों में अमरनाथ यात्रा का विषय भी है। इसके साथ वहां की 10 प्रतिशत आबादी वाले गुर्जर एवं बकरवाल समुदाय के लोग पहाड़ पर चले जाते हैं और अक्तूबर में ही वे वापस आते हैं । ऐसे में राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाना जरूरी है ।

गृह मंत्री ने कहा कि पिछले एक साल के अंदर जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद को जड़ों से उखाड़ फेंकने के लिए इस सरकार ने बहुत से कार्य किये हैं । उन्होंने कहा, ‘‘ जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र बहाल रहे, यह भाजपा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है इसमें सरकार जरा भी लीपापोती नहीं करेगी। वहां शांति, कानून का शासन तथा आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने को लेकर (सरकार) कटिबद्ध हैं । ’’ अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कई सालों से पंचायत के चुनाव नहीं कराये जाते थे, लेकिन हमारी सरकार ने पिछले एक साल में वहां चार हजार से अधिक पंचायतों में चुनाव कराए और 40 हजार से अधिक पंच सरपंच आज लोगों की सेवा कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि पहले कई बार जम्मू कश्मीर में हमने रक्त रंजित चुनाव देखे हैं। सबको इस पर मलाल होता था। इस बार 40 हजार पदों के लिए चुनाव हुआ पर एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई। संसद के चुनाव में भी हिंसा नहीं हुई है। शाह ने कहा कि ये दर्शाता है कि जम्मू कश्मीर में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बेहतर है । उन्होंने कहा कि पहली बार जम्मू कश्मीर की जनता ये महसूस कर रही है कि जम्मू और लद्दाख भी राज्य का हिस्सा है। वर्षों से लंबित मसले देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने पिछले एक साल में निपटा दिए । गृह मंत्री ने कहा कि दूसरे प्रस्ताव में जम्मू कश्मीर के संविधान के अनुच्छेद 5 और 9 के तहत जो आरक्षण का प्रावधान है उसमें थोड़ा संशोधन कर कुछ नए क्षेत्रों को जोड़ने का प्रस्ताव लेकर आया हूं । शाह ने कहा कि जिसके तहत वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्रों के लोगों के लिए जो आरक्षण है उसी के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय सीमा में रहने वालों को भी इसका लाभ मिलना चाहिए । इस दौरान आरएसपी के एन के प्रेमचंद्रन ने एक मार्च 2019 को प्रख्यापित जम्मू कश्मीर आरक्षण संशोधन अध्यादेश 2019 का निरानुमोदन करने का सांविधिक संकल्प प्रस्तुत किया। मनीष तिवारी ने कहा कि यह अच्छा होता कि जम्मू कश्मीर में एक चुनी हुई सरकार होती क्योंकि ऐसी सरकार का लोगों का समर्थन होता है। ऐसे में अगर आतंकवाद एवं अन्य विषयों पर समाधान के लिए मजबूती से पहल करनी होती है तब एक चुनी हुई सरकार का होना जरूरी है। जम्मू कश्मीर से जुड़े आरक्षण संबंधी विधेयक पर तिवारी ने कहा कि उन्हें विधेयक की भावना पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन यह जम्मू कश्मीर विधानसभा के अधिकार क्षेत्र का विषय है ।

जीएसटी के दो साल पूरा होने पर समारोह का आयोजन करेगी सरकार

$
0
0
government-celebrate-gst
नयी दिल्ली, 28 जून सरकार माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की शुरुआत की दूसरी वर्षगांठ के मौके पर एक जुलाई को समारोह का आयोजन करेगी। समारोह को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनके कनिष्ठ अनुराग ठाकुर संबोधित करेंगे। एक आधिकारिक सूचना के अनुसार, इस कार्यक्रम का आयोजन यहां आंबेडकर भवन में किया जाएगा और इसमें केंद्रीय एवं राज्यों के कर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इसमें जीएसटी के दो साल तथा इसके भविष्य को लेकर एक प्रस्तुतिकरण होगा। जीएसटी रिटर्न दायर करने की नयी व्यवस्था की भी शुरुआत एक जुलाई से होने वाली है। सूचना में कहा गया कि जीएसटी ने 50 हजार रुपये से अधिक के माल की ढुलाई पर ई-वे बिल अनिवार्य बनाकर कर चोरी रोकने में मदद की है। इसमें कहा गया कि जीएसटी ने देश को ‘एक राष्ट्र, एक कर’ व्यवस्था की ओर अग्रसर किया है तथा देश को एक आर्थिक संघ के तौर पर बांधा है।

धोनी महान खिलाड़ी हैं : कोहली

$
0
0
dhoni-great-player-kohli
मैनचेस्टर, 28 जून, महेंद्र सिंह धोनी की मध्य के ओवरों में तेजी से रन जुटाने में विफलता आलोचकों के लिए चिंता का कारण हो सकती है लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए यह कोई मुद्दा नहीं है जिन्होंने अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज का बचाव करते हुए उनके अनुभव और उनकी सलाह को मूल्यवान करार दिया। अफगानिस्तान के खिलाफ के बाद गुरूवार को यहां वेस्टइंडीज के खिलाफ भी स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रहने के कारण धोनी की काफी आलोचना हुई। पूर्व भारतीय कप्तान ने शुरुआत में काफी दिक्कत हुई लेकिन अंतिम ओवर में उन्होंने 16 रन जुटाये और 61 गेंदों पर 56 रन बनाये जिससे स्कोर सात विकेट पर 268 रन रहा।  कोहली ने वेस्टइंडीज पर 125 रन की जीत के बाद कहा, ‘‘ धोनी को पता है कि वह क्रीज पर क्या करना चाहता है। जब कभी कभार उनका प्रदर्शन खराब हो जाता है तो हर कोई उनके बारे में बात करना शुरू कर देता है। हम हमेशा उनका समर्थन करेंगे। उन्होंने इतने सारे मैचों में जीत दिलायी है। ’’  उन्होंने कहा, ‘‘उनके जैसे खिलाड़ी के होने के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि जब आपको 15-20 रन की जरूरत होती है तो वह जानता है कि इन्हें कैसे बनाया जाये। उनका अनुभव 10 बार में से आठ बार हमारे लिए अच्छा रहा है, ’’  कोहली ने कहा कि यह धोनी ने टीम को आश्वस्त किया कि 268 रन का स्कोर चुनौती देने के लिये अच्छा है।  उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास बहुत कम खिलाड़ी ऐसे हैं जो सहज क्रिकेट खेलते हैं और रणनीति के हिसाब से चलते हैं। उन्हें खेल की इतनी गहरी समझ है कि वह हमेशा हमे राय देते हैं जैसे उन्होंने कहा कि 260 रन का स्कोर अच्छा है। वह महान खिलाड़ी हैं। हम सभी इस बात को जानते हैं। ’’  कोहली ने इंग्लैंड को रैंकिंग में पछाड़ने के बारे में कहा, ‘‘मैं शिकायत नहीं कर सकता। हम कल नंबर एक टीम बने और ईमानदारी से कहूं तो हम पिछले कुछ समय से ऐसा खेल रहे हैं। ’’  भारतीय टीम ने अफगानिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में भी धीमी बल्लेबाजी की और आज भी वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐसा ही रहा।  इस पर कोहली ने कहा, ‘‘बल्ले से देखें तो पिछले दो मैचों में चीजें हमारे मुताबिक नहीं रही, लेकिन हमने फिर भी जीत हासिल की और यह मेरे लिये प्रभावित करने वाला है। हम अफगानिस्तान के खिलाफ भी आज की तरह की स्थिति में थे। लेकिन हम पिछले मैच में ठीक से आकलन नहीं कर पाये। ’’  उन्होंने हार्दिक पंड्या और महेंद्र सिंह धोनी की अंत में खेली गयी पारियों की भी प्रशंसा की। कोहली ने कहा, ‘‘’’मुझे लगता है कि हार्दिक और एमएस ने अंत में काफी अच्छा खेल दिखाया। इस पिच पर 270 रन का स्कोर हमेशा ही चुनौतीपूर्ण होता।  अपनी पारी के बारे में कोहली ने कहा, ‘‘ तेजी से परिस्थितियों का आकलन करके बल्लेबाजी करना मेरा मजबूत पक्ष है। मेरे 70 प्रतिशत रन सिंगल से बने और इस तरह रन बनाना सर्वश्रेष्ठ है। ’’ 

आतंकवाद मानवता के लिये सबसे बड़ा खतरा : मोदी

$
0
0
terror-danger-for-humanity-modi
ओसाका(जापान), 28 जून, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद मानवता के लिये सबसे बड़ा खतरा है जो न सिर्फ बेगुनाहों की जान लेता है, बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। जापान के ओसाका शहर में ‘ब्रिक्स’ नेताओं की अनौपचारिक बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद और नस्लवाद का समर्थन करने वाले सभी माध्यम को बंद करने की जरूरत है।  उन्होंने कहा, ‘‘ आतंकवाद मानवता के लिये सबसे बड़ा खतरा है। यह न सिर्फ बेकसूरों की जान लेता है, बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है। ’’  विदेश सचिव विजय गोखले ने पत्रकारों को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के विषय पर कहा कि यह एक वैश्विक चुनौती है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इससे अवश्य ही सामूहिक रूप से लड़ना चाहिए। ब्रिक्स नेताओं के साथ चर्चा पर गोखले ने कहा कि उन्होंने बहुपक्षीय चुनौतियों की भी चर्चा की और इस बात पर जोर दिया कि इन चीजों से एकपक्षीयता के बजाय स्थापित संस्थाओं के जरिए निपटना चाहिए। चर्चा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग तथा रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये ओसाका पहुंचे हैं। उन्होंने जेयर बोल्सोनारो को ब्राजील का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी और ब्रिक्स समूह में उनका स्वागत किया। ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) नेताओं की मुलाकात के दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को भी बधाई दी। अपनी टिप्पणी में मोदी ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) को मजबूत बनाने, संरक्षणवाद का मुकाबला करने, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने और साथ मिलकर आतंकवाद से लड़ने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘आज, मैं तीन प्रमुख चुनौतियों पर अपना ध्यान केंद्रित करूंगा।’’  उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता है। नियम आधारित बहुपक्षीय वैश्विक व्यापार प्रणाली पर एकपक्षीयता और प्रतिस्पर्धा का प्रभाव पड़ रहा है। मोदी ने कहा, ‘‘संसाधनों की कमी, आधारभूत ढांचे में निवेश में लगभग 1.3 खरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की कमी है।’’  प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास को सतत् और समावेशी बनाना, एक अन्य चुनौती है।साथ ही, डिजिटलाइजेशन जैसी तेजी से बदलती तकनीकें और जलवायु परिवर्तन का मुद्दा मौजूदा और आने वाली पीढ़ियों के लिये चुनौती पेश करती हैं। उन्होंने कहा कि विकास तभी सार्थक है, जब यह असमानता घटाए और सशक्तिकरण में योगदान दे।

सहारनपुर में नाबालिग के साथ सामूहिक बलात्कार

$
0
0
minor-gang-rape-saharanpur
सहारनपुर, 28 जून, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में शुक्रवार को एक नाबालिक लड़की के साथ चार लोगों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया। इस बाबत पुलिस ने कुछ युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।  पुलिस अधीक्षक (देहात) विधासागर मिश्रा ने बताया कि देवबंद क्षेत्र निवासी 15 साल की लड़की नानौता क्षेत्र के गांव बुंदूगढ़ में अपनी रिश्तेदारी में आई हुई थी। शुक्रवार सुबह वह शौच के लिए खेत में गई थी, जहां चार लोगों ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।  उन्होंने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की छानबीन कर रही है।  पुलिस ने गांव के कुछ युवक को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया है।

सब्‍जेक्‍ट बेस्‍ड फिल्‍म के निर्माण का एक सार्थक प्रयास है ‘राज तिलक’ : प्रदीप शर्मा

$
0
0
रिलीज से पहले प्रोमोशनल पार्टी में दिखा भोजपुरी फिल्‍म ‘राज तिलक’ के सितारों का जलवा
bhojpuri-movie-rajtilak
भोजपुरी में सब्‍जेक्‍ट बेस्‍ड फिल्‍मों के निर्माण के लिए जाने जाने वाले निर्माता प्रदीप शर्मा और निर्देशक रजनीश मिश्रा की जोड़ी ऐसी ही एक और फिल्‍म लेकर तैयार है, जिसका नाम है – ‘राज तिलक’। बाबा मोशन पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के बनैर तले बनी यह  फिल्‍म 12 जुलाई से पूरे देश में रिलीज होगी, लेकिन उससे पहले फिल्‍म को लेकर एक भव्‍य प्रमोशनल पार्टी का आयोजन किया गया है। इस पार्टी में फिल्‍म अभिनेता अरविंद अकेला कल्‍लू, अवधेश मिश्रा, पद्म सिंह, खुद निर्माता – निर्देशक और पीआरओ रंजन सिन्‍हा समेत फिल्‍म से जुडे तमाम लोग मौजूद रहे हैं, जहां प्रदीप शर्मा ने फिल्‍म ‘राज‍ तिलक’ को भोजपुरी फिल्‍म इंडस्‍ट्री में सब्‍जेक्‍ट बेस्‍ड फिल्‍म निर्माण का एक सार्थक प्रयास बताया। उन्‍होंने कहा कि भीड़ से अलग ‘राज‍ तिलक’ एक सब्‍जेक्‍ट प्रधान फिल्‍म है, जिसमें कलाकारों का चयन का आधार कहानी का किरदार है। इसलिए हम कह सकते हैं कि फिल्‍म का हीरो सब्‍जेक्‍ट है, जिसे कल्‍लू समेत तमाम कलाकारों ने बखूबी जिया है। आपको बता दें कि प्रदीप शर्मा और रजनीश मिश्रा की पिछली फिल्‍म ‘डमरू’ थी, जो अब नेशनल अवार्ड के लिए जा रही है। उसके बाद रजनीश मिश्रा अपनी कैफियत के अनुसार, एक और फिल्‍म ‘राज‍ तिलक’ लेकर आ रहे हैं। इसके बारे में उन्‍होंने कहा कि प्रदीप शर्मा के रूप में भोजपुरी सिनेमा को एक ऐसा निर्माता मिला है, जिनकी सोच कुछ अलग करने की है। इसमें पद्म सिंह, अवधेश मिश्रा जैसे महान कलाकारों का साथ मिलता है। तभी हम अपने सिनेमा में क्‍लास को दिखा पाते हैं। रजनीश मिश्रा ने कहा कि प्रदीप शर्मा हमसे लगातार कहानियां सुनते हैं। फिर हम उस पर चर्चा करते है और फिर तय होता है कि फिल्‍म बनाया जाय या नहीं। इस मामले में मैं खुद को लकी समझता हूं। जहां तक ‘राज‍ तिलक’ की बात है, तो इसकी कहानी बिहार – यूपी में होने वाले वर्चस्‍व की लड़ाई पर बेस्‍ड है।

उन्‍होंने कहा कि अक्‍सर बिहार – यूपी में लोग अपना वर्चस्‍व दिखाने की कोशिश करते हैं। अंग्रेजी में एक फिल्‍म आई थी ‘गॉड फादर’, जिसने मुझे बेहद प्रभावित किया था। क्‍योंकि उसका सब्‍जेक्‍ट हमें कनेक्‍ट करता था। तो मुझे लगा कि इस पर एक फिल्‍म बनाया जा सकता है। तब हम ‘डमरू’ फिल्‍म पर काम कर र‍हे थे, तभी हमने प्रदीप शर्मा को इसकी कहानी बताई थी। उसके बाद फिल्‍म निर्माण का फैसला हुआ। रजनीश मिश्रा ने कहा कि सिनेमा इंडस्ट्री में जो आंधियां चल रही है, उसमें एक सकारात्‍मक बयार चलाई जाय। यही प्रयास है। मैंने ‘मेहंदी लगा के रखना’ और ‘मैं सेहरा बांध के आउंगा’ की तरह ‘राज‍ तिलक’ का एक सार्थक प्रयास किया है। उम्‍मीद है दर्शकों को यह‍ फिल्‍म काफी पसंद आयेगी। फ़िल्म 'राज तिलक'के निर्माता प्रदीप कुमार शर्मा, अनिता शर्मा और सह निर्माता पद्म सिंह हैं। फिल्‍म के निर्देशक रजनीश मिश्रा हैं और पीआरओ प्रचारक रंजन सिन्‍हा हैं। इस फिल्‍म में अरविंद अकेला कल्‍लू लीड किरदार में नजर आयेंगे। कल्‍लू के अलावा अवधेश मिश्रा, पदम सिंह, संजय पांडेय, सुशील सिंह, आनंद मोहन, देव सिंह, सुबोध सेठ, रोहित सिंह मटरू,सोनालिका,ज्योति पांडेय, अनिता रावत, पप्पू यादव, अरुण सिंह भोजपुरिया काका और राजीव यादव भी फिल्‍म में नजर आयेंगे।    

मधुबनी : युवाओं ने वृक्षा रोपण कर जागरूकता फैलाया

$
0
0
tree-planting-madhubani
मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) 29 जून  को युवाओं ने वृक्षा रोपण किया गया और जन जन तक जागरूकता फैलाया गया कि एक पौधा जरूर लगायें ताकि वृक्ष हमारे लिए कई प्रकार से लाभदायक होते हैं| जीवों द्वारा छोड़े गए कार्बन डाइ-ऑक्साइड को ये जीवनदायिनी ऑक्सीजन में बदल देते हैं| इनकी पत्तियों, छालों एवं जड़ों से हम विभिन्न प्रकार की औषधियां बनाते हैं| और वहीँ बरनवाल सेवा समिति  के मेंबर ने कहा की हमारा मकसद  पौधा लगाने से नही होगा पौधा को जीवित रखने से होगा और समय समय पे पानी देना वो मायने रखता है। वहीं कन्हैया लाल मिडिल स्कूल और मंदिर,रोड अनेको जगह पर वृक्ष  लगाया गया जिसमें कन्हैया लाल मिडिल स्कूल कन्हौली के प्रधानचार्य,बजरंग लाल चौधरी जी, और शिक्षक एवं शिक्षका,  शामिल थे,वहीं बर्णवाल सेवा समिति झंझारपुर के मोनू बरनवाल, शेशांक शेखर,रंजन बर्णवाल,विकाश बर्णवाल, अनीश बर्णवाल,रौशन बर्णवाल,रंजीत कुमार,पिंटू बर्णवाल, प्रशांत बर्णवाल अन्य बर्णवाल कार्यकर्ता मौजूद थे

गिरीश कर्नाड को लंदन-वासियों की श्रद्धांजलि

$
0
0
girish-karnad-tribute-in-londonलंदन, 26 जून 2019:  नेहरू सेंटर-लंदन और वातयन: पोएट्री ऑन साउथ बैंक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत स्वर्गीय श्री गिरीश कर्नाड के बहुआयामी व्यक्तित्व पर दिल को छू लेने वाली झलकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। नेहरू केंद्र के उपनिदेशक, श्री बृज किशोर गुहारे, के संक्षिप्त परिचय और स्वागत के बाद, कुछ गणमान्य लोगों द्वारा गिरीश कर्नाड को श्रद्धांजलि दी गई, जो उन्हें करीब से जानते थे। शास्त्रीय संगीत के जानकार और सामा-आर्ट्स के कलात्मक निर्देशक, जय विश्वदेव, के अनुरोध पर युवा संगीतकार अनुराग ढौंडियाल (कुली ओडिसी के कलाकार) ने कबीर का एक भावभीना भजन सुनाकर इस राजसी संध्या के मंच को अलंकृत किया। उनका साथ दिया डैनी आर्बिटर (गिटार) और गेर्ग कुक (सेलो) ने।  

80 के दशक के बाद से चैनल 4 टीवी के लिए वार्षिक भारतीय फिल्म-सीज़न को क्यूरेट करने वाली फिल्म निर्माता, नसरीन मुन्नी कबीर ने राधा और रघु के 'अप्पा'के बारे में उनके अंतिम दिनों के संदेशों को पढ़ा। "हालाँकि बहुत से लोगों के लिए वह बहुत कुछ थे पर हमारे लिए वह अपने चतुर हाथों द्वारा बनाए साए बनाने वाले अप्पा/थाथा थे; जिनमें झपकी लेने की अद्भुत क्षमता थी। उनके चमकीले कुर्ते और बैग्गी-पजामें; उनके हरी कलम का वृहद् संग्रह जो उनकी जेबों पर स्याही के दाग छोड़ जाते थे। जब हम उनके आसपास रहकर बातें करते थे तो वह आराम से बैठे सपने देखते हुए बेहद खुश होते थे।  जब वह आराम कर रहे होते तो उनके पोते उनके कमरे के फ़र्श पर लेट कर चित्रकारी कर रहे होते थे।”  पुरस्कृत ब्रिटिश लेखक और किंग्स कॉलेज लंदन में पोएट्री की प्रोफेसर डॉ रूथ पडेल ने बताया कि कैसे गिरीश जी ने उनकी पुस्तक 'टाइगर्स इन रेड वेदर'में उनकी मदद की और उनकी कुड़ीअट्टम-केरल यात्रा की व्यवस्था की। रुथ ने गिरीश कर्नाड के सम्मान में अपनी मशहूर कविता, टाइगर ड्रिंकिंग एट फ़ॉरेस्ट पूल, का पाठ किया। भारत के लोकप्रिय इतिहास, सुदूर पूर्व और चीन के इतिहास के पुरस्कृत विशेषज्ञ, जॉन के, जो ऑक्सफ़ोर्ड में उनके साथ पढ़े और रहे थे, ने अपने कॉलेज के दिनों के कई हास्य प्रसंग के हवाले से कर्नाड के जीवन के एक और चरण का खुलासा किया कि कैसे ऑक्सफ़ोर्ड पहुंचते ही कर्नाड वहाँ के सभी क्लब्स के चहेते सदस्य बन गए थे और कैसे वह निर्विरोध सचिव अथवा अध्यक्ष चुन लिए जाते थे। भारत और विदेश में नृत्य कलाकार के रूप में पहचानी जाने वाली डॉ चित्रा सुंदरम ने, गिरीश कर्नाड के विशेष संदर्भ में, गोल्डस्मिथ कॉलेज में नृत्य और रंगमंच के शिक्षण के विषय में बताया। लेखिका, फ़िल्म इतिहासकार, टैगोर गायिका और फिल्म निर्माता डॉ संगीता दत्ता, जिन्होंने अपनी पुरुस्कृत फ़ीचर फ़िल्म, लाइफ गोज़ ऑन, में गिरीश कर्नाड को निर्देशित किया था, बताया कि कैसे वह युवा कलाकारों को प्रेरित करते थे और कैसे देर रात गए वह नए कलाकारों के साथ फ़िल्म के दृश्यों का अभ्यास किया करते थे।  सौंदर्य एवं भावना-शास्त्र की इतिहासकार, अनुवादक और पटकथा लेखक, डॉ नसरीन रहमान ने, गिरीश कर्नाड और अपनी लम्बी मित्रता के सन्दर्भ में सभा को बताया कि गिरीश कर्नाड साउथ-एशिया में शान्ति के लिए कितने लालायित रहते थे और कहा करते थे कि यह तभी संभव है जब दोनों देशों के लोग आपस में मिले-जुलें।  जब नसरीन ने उनसे अपनी माँ के चल बसने पर अपनी बेबसी का इज़हार किया तो उन्होंने कहा कि "...पर मृत्यु अनंत से मिलने का केवल एक ही ज़रिया है।"

अलकनंदा समर्थ, जो 1959 में पहली बार गिरीश कर्नाड से मिलीं थीं; जब कर्नाड ने उन्हें अल्काज़ी की प्रसिद्ध थिएटर यूनिट रिपर्टरी-बॉम्बे में 'स्ट्राइंडबर्ग की मिस जूली'के रूप में देखा और उनके अभिनय की सराहना की थी। अलकनंदा ने दर्शकों के साथ अपनी बहुत सी ख़ुशनुमा यादें साझा कीं। प्रकाशक, साहित्यिकार, फिल्म-निर्माता और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस-चेन्नई में गिरीश कर्नाड के एक सहयोगी मार्टिन पिक मार्टिन पिक ने अपना ओ.यू.पी. (चेन्नाई) में पेशा आरम्भ करने वाले, मार्टिन पिक ने गिरीश कर्नाड के साथ उस समय काम किया, जब वह'संस्करा'में अभिनय कर चुके थे और मद्रास प्लेयर्स के बहुत से नाटक निदेशित करने के कारण अच्छा  अनुभव अर्जित कर चुके थे।  उन्होंने मार्टिन का परिचय रामानुजन से करवाया और ओ.यू.पी. को राज़ी किया कि वे उनके the Striders, चोलामंडलम में रहने वाले कलाकारों के अतिरिक्त वासुदेव को भी Oxford Modern Poets में सम्मिलित करें। कवि, फिल्म इतिहासकार, वृत्तचित्र फिल्म निर्माता और दक्षिण एशियाई सिनेमा फ़ाउंडेशन के संस्थापक निदेशक-संपादक, ललित मोहन जोशी, ने अपनी संस्था और नेहरू-केंद्र में अपने कार्यक्रमों में गिरीश जी की मदद के बारे में बात की। हाल ही में श्याम बेनेगल ने उन्हें फ़ोन पर बताया था कि कैसे उनके घर पर गिरीश कर्नाड और ओम पुरी रात-रात भर गरमागरम बहस करते रहते थे और कैसे अगली सुबह बेनेगल परिवार को वे फ़र्श पर सोते मिलते थे। 

नेत्र-सर्जन, निर्माता-निर्देशक, फ़िल्म-निर्माता और कवि, डॉ निखिल कौशिक ने गिरीश जी के साथ अपनी पहली मुलाकात का ख़ुलासा किया कि कैसे उन्होंने अपने परिवार के चिकित्सीय संबंध के बारे में बताया कि उनके पिता और अब उनकी बेटी भी डाक्टर है।  निखिल ने इस अवसर पर किशन सरोज द्वारा रचित एक प्रासंगिक गीत, वो देखो कोहरे में चन्दन-वन डूब गया,  भी प्रस्तुत किया जिसकी भूरी भूरी प्रशंसा की गयी। नेहरू सेंटर की पूर्व प्रशासनिक अधिकारी नीलम सिंह ने गिरीश जी की पारदर्शिता, ईमानदारी और कर्मचारियों को अपने परिवार सामान मानने का ज़िक्र किया और कहा कि 2003 में लंदन छोड़ने के बाद भी कैसे उन्होंने सबसे संपर्क बनाए रखा और कैसी निडरता से वह स्टाफ़ का साथ दिया करते थे। लेखक और प्रख्यात कहानीकार, डॉ वायू नायडू, जिन्होंने यू.के में नोना शेफ़र्रड द्वारा निर्देशित गिरीश कर्नाड के नाटकों - 'हयवदन'और 'बाली - द सैक्रिफ़ाइस' - को प्रोडूयूज़ किया, ने बताया कि कैसे गिरीश कर्नाड सेट्स पर और बाहर भी सबके साथ सुन्दर व्यवहार करते थे, चाहे वह कार-पार्क अटेंडेंट ही क्यों न हो। अंत में,  लेखक और वातायन की संस्थापक, दिव्या माथुर, ने आयोजकों की ओर से सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि गिरीश कर्नाड जैसे एक बड़े क़द की हस्ती का तीन वर्षों का साथ उनके लिए एक सपने की तरह है, इसमें शंका की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए कि वह क्यों आज भी हम सबके दिलों में रहते हैं और सदा रहेंगे। अंत में उन्होंने नेहरू केंद्र के समक्ष एक प्रस्ताव भी रखा कि गिरीश कर्नाड के जीवन और कार्यों को समर्पित एक तीन-दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में कई विद्वानों, कलाकारों और मीडिया-कर्मियों ने भाग लिया, बहुत से लोग लंदन के बाहर से  एक लंबा सफ़र तय करके अपनी श्रद्धाँजलि देने वहाँ पहुंचे थे।  आयोजन के दौरान गिरीश कर्नाड की उपस्थिति स्पष्ट महसूस की गई; कार्यक्रम के अंत तक थिएटर में एक अध्यात्मिक ऊष्मा छाई रही।  

बिहार : कुर्जी मोहल्ला का नाम को बदलकर मुंगेरी ग्राम करना था

$
0
0
  • पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा बिहार विधान परिषद में पूर्व मंत्री के नाम से मोहल्ला का नाम में बदलाव पांच साल के बाद भी नहीं

पटना प्रमंडल के आयुक्त के द्वारा राज्यस्तरीय नेताओं का जन्म दिन और पुण्य तिथि की सूची बनायी गयी है। इस सूची के माध्यम से  ‘राज्य समारोह‘ का पता चलता है। इसमें स्वतंत्रता सेनानी मुंगेरी लाल का जन्म दिन अंकित नहीं है। केवल 29 जून को पुण्य तिथि अंकित है। कुर्जी मोहल्ला के लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किए हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की घोषणा को पूर्ण करें। कुर्जी मोहल्ला का नाम बदलकर मुंगेरी ग्राम घोषित करें।
kurji-mohalla-name-change
पटना ,29 जून।स्थानीय कुर्जी मोहल्ला को अब मुंगेरी ग्राम कहलाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने 2014 में (दिसम्बर माह) विधान परिषद में इसकी घोषणा की थी। विधान पार्षद दिलीप चैधरी ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से यह मांग सदन में उठाई थी। उस वक्त पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सदन में मौजूद थे। श्री चैधरी ने कहा कि मुंगेरी लाल प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और राज्य के मंत्री रहे हैं। वे कुर्जी के निवासी थे। स्वतंत्रता आंदोलन में वे जेल भी गए। परिषद में तब के नेता प्रतिपक्ष सुशील मोदी ने भी इस मांग का समर्थन किया और मुख्यमंत्री से इसकी घोषणा की अपील की थी। रामवचन राय समेत कई अन्य ने भी इसका समर्थन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बात सही है कि मुंगेरी लाल बड़े नेता और गरीबों के मसीहा थे। सदन और विपक्ष के नेता की भावना को देखते हुए कुर्जी का नामकरण मुंगेरी ग्राम करने की घोषणा करता हूं। इस ऐलान से लोग खुश हुए। आसपास के लोग पूर्व मंत्री मुंगेरी लाल के परिजनों को मुबारकवाद देने लगे। इसके बाद सरकार से परिजनों ने मुंगेरी आयोग के अध्यक्ष मुंगेरी लाल की प्रतिमा लगाने की मांग करने लगे। उन्होंने कहा कि यह कोई जरूरी नहीं है कि प्रतिमा मुंगेरी ग्राम में ही लगे। राजधानी के किसी हिस्से में लगाया जा सकता है। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार, वरिष्ठ सदस्य सिसिल साह, धनजंय कुमार यादव आदि ने मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया है। इनको धन्यवाद भी दिया है।

सामाजिक न्याय के पुरौधा स्व. मुंगेरी लाल की 18वीं पुण्यतिथि आज
आज स्वतंत्रता सेनानी एवं सामाजिक न्याय के पुरोधा स्व. मुंगेरी लाल जी की 18वीं पुण्य है। श्री मुंगेरी लाल जी ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई एवं कई बार जेल गए। 1952 में पटना पश्चिम विधान सभा क्षेत्र से चुन कर बिहार विधान सभा के सदस्य बने। 1952 से 1977 तक लगातार विधान सभा एवं विधान परिषद के सदस्य रहे एवं बिहार सरकार के विभिन्न विभागों में मंत्री के रूप में अपना दायित्व निभाया। मुंगेरी बाबू बिहार में गठित पहले पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष रहे। यह आयोग मुंगेरी लाल आयोग के नाम से जाना जाता है। मुंगेरी लाल आयोग रिपोर्ट सामाजिक न्याय पर एक अति विस्तृत अध्ययन है। इस रिपोर्ट के माध्यम से मुंगेरी लाल जी ने सामाजिक स्थिति का संज्ञान लेते हुए अनेक अनुसंशायें की थी जो सिर्फ उस समय की सामाजिक परिस्थिति ही नही बल्कि आज के समाज एवं सामाजिक न्याय के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने रिपोर्ट में समाज के पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण की अनुसंशा की एवं साथ ही सामान्य वर्ग के निर्धन एवं महिलाओं के लिए भी आरक्षण की अनुसंशा की जो आज भी समाज की आवश्यकता है। मुंगेरी बाबू बिहार दलित वर्ग संघ एवं बिहार खेतिहर मजदूर संघ के भी अध्यक्ष रहे। उनके जीवन का मूल मंत्र सादा जीवन उच्च विचार रहा। मुंगेरी लाल जी प्रखर गांधीवादी थे। वे पटना स्थित गांधी संग्रहालय से जीवन पर्यंत जुड़े रहे। बिहार स्वतंत्रता सेनानी संघ के अध्यक्ष के रूप में भी अपना दायित्व निभाया। 

आज के ही दिन 29 जून,2001 में निधन हुआ 
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष रहे एवं कांग्रेस पार्टी के संगठन में  विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभाई। मुंगेरी बाबू के ओजस्वी एवं सार्थक जीवन का अंत 29 जून, 2001 को पटना के कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल में हुआ। मुंगेरी लाल जी के सम्मान में एवम इनके प्रेरणादायी उच्च विचारो एवं आदर्श को समाज एवं युवाओं के बीच पहुंचाने हेतु जनतांत्रिक चेतना मंच जो एक गैर राजनीतिक संस्था है, ने एक पहल की है। मुंगेरी बाबू के 18वीं पुण्य तिथि पर मुंगेरी लाल स्मृति व्याख्यान एवं सेमिनार का आयोजन किया। 

बिहार : आज फिर एक मासूम हुई सामूहिक बलात्कार का शिकार

$
0
0
minor-gang-rape-muzaffarpur
अरुण कुमार (आर्यावर्त)  मुजफ्फरपुर ,शहर में गैंगरेप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट स्थित बेनीबाद ओपी क्षेत्र का है। जहां एक नाबालिग लड़की के साथ गांव के ही चार युवकों ने गैंगरेप किया है।गैंगरेप के बाद पीड़िता और उसके परिवार पर दबंगों का खौफ ऐसा रहा कि तीन दिन बाद घटना से जुड़ी शिकायत पुलिस में दर्ज करा सकी। मिली जानकारी के मुताबिक शौच के लिए गई पीड़िता के साथ गांव के ही 4 युवकों ने 25 जून को गैंगरेप किया था। घटना के बाद पीड़िता बेहोशी की हालत में पड़ी मिली थी।बेनीबाद ओपी में शिकायत के लिए पहुंची पीड़िता को पुलिस गायघाट थाने लेकर आई और मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है। डीएसपी पूर्वी गौरव पांडे ने कहा है कि पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराया गया है और पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।बालात्कारियों को बख्शा नहीं जाएगा।पुलिस के हाथ काफी लम्बे हैं,अपराधी पाताल में भी छुपाने जाएगा तो पुलिस उसे पाताल से भी लाकर कानून के कठघरे में खड़ी करेगी।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 29 जून

$
0
0
जिले में अब तक 56.1 मि.मी. औसत वर्षा

sehore map
जिले में आज 29 जून,2019 की प्रात: 8 बजे समाप्त पिछले चौबीस घन्टों में 15.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। इसे मिलाकर 1 जून से अभी तक जिले में 56.1 मि.मी औसत बारिश रिकार्ड की जा चुकी है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 219.7 मिलीमीटर औसत वर्षा आंकी गई थी। अधीक्षक, भू अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार पिछले चौबीस घन्टों में सीहोर में 28.4, श्यामपुर में 3, आष्टा में 25, इछावर में 21, नसरूल्लागंज में 1, बुधनी में 39 तथा रेहटी में 3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। आंकड़ों के मुताबिक जिले में अभी तक सीहोर में 87.9, श्यामपुर में 24, आष्टा में 78, जावर में 13, इछावर में 73, नसरूल्लागंज में 532, बुधनी में 77 तथा रेहटी में 43 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। इस अवधि में गत वर्ष सीहोर में 375.2, श्यामपुर में 228, आष्टा में 151, जावर में 210, इछावर में 249, नसरूल्लागंज में 132, बुधनी में 172 तथा रेहटी में 240 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई थी।

अस्पतालों में आंतरिक मरीजों के भोजन व्यय में वृद्धि

राज्य शासन द्वारा चिकित्सा/दंत महाविद्यालय तथा चिकित्सालयों के आंतरिक रोगियों के लिये निर्धारित भोजन व्यय में 4 रुपये प्रतिदिन की वृद्धि की गई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेशानुसार भोजन व्यय 44 रुपये से बढ़ाकर 48 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है।  स्वीकृत आहार में चावल, दलिया, आटा 400 ग्राम, दाल 85 ग्राम, हरी सब्जी 114 ग्राम, सलाद, सब्जी मसाला एवं फल 85 ग्राम, दूध 241 ग्राम, शक्कर, गुड़ और घी, तेल 57 ग्राम हैं।

प्रायवेट स्कूलों की मान्यता नवीनीकरण के ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि आज

शिक्षा का अधिकार कानून के तहत संचालित प्रायवेट स्कूलों की मान्यता नवीनीकरण के लिए ऑनलाईन आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जून 2019 निर्धारित है। राज्य शिक्षा केन्द्र के प्रस्ताव पर एनआईसी द्वारा www.educationportal.mp.gov.in/rte पर निजी विद्यालयों के लिए यह सुविधा प्रारंभ की गई है। संबंधित बीआरसीसी के द्वारा आवेदन तिथि के 15 दिन में स्कूलों का भौतिक सत्यापन किया जाकर ऑनलाईन निरीक्षण रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को प्रेषित की जायेगी। जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा प्राप्त मान्यता आवेदनों का 30 दिन में निराकरण किया जायेगा।

केन्द्रीय कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय की प्रशिक्षण सह अनुदान योजना

कृषि विषय से शिक्षा प्राप्त युवाओं हेतु केन्द्रीय कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय द्वारा नाबार्ड की सहभागिता से 2 माह की अवधि के प्रशिक्षण सह अनुदान कार्यक्रम सेडमैप भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। साक्षत्कार के माध्यम से चयनित आवेदकों को राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान (मैनेज) द्वारा दो माह का निःषुल्क रहवासीय प्रषिक्षण दिया जायेगा। निर्धारित प्रशिक्षण पश्चात योजनांतर्गत अधिकतम 20 लाख रूपये ऋण की सुविधा तथा नाबार्ड पुनर्वित्तपोषण के माध्यम से अजा/अजजा को 44 प्रतिशत तथा अन्य वर्गों को 36 प्रतिषत अनुदान की पात्रता रहेगी। कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, दुग्ध उत्पादन, एग्री क्लीनिक, कस्टम हायरिंग, पाली हाउस, पशुपालन, पोल्ट्री इत्यादि क्षेत्र में व्यवसाय स्थापना या स्टार्ट अप में रूचि रखने वाले एग्रीकल्चर विषय से हायर सेकेन्डरी अथवा बी.एस.सी/एम.एस.सी उत्तीर्ण युवा इस कार्यक्रम में आवेदन हेतु पात्र हैं। नये दिषानिर्देशानुसार इस वर्ष से वनस्पति विज्ञान, प्राणिविज्ञान  तथा रसायन विज्ञान विषय से बी.एस.सी अथवा उच्च षिक्षित युवा भी आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 10 जुलाई है। अधिक जानकारी के लिए श्री शरद मिश्रा नोडल अधिकारी उद्यमिता विकास केन्द्र मध्यप्रदेश (सेडमैप) भोपाल से कार्यालयीन समय पर दूरभाष क्रमांक 0755-2575256 पर संपर्क कर सकते हैं। 

मक्का की फसल पर फॉल आर्मी वर्म कीट के प्रकोप की आशंका कृषि विभाग ने दी किसानों को सलाह

किसान कल्याण तथा कृषि विकास उप संचालक श्री अवनीश चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि मक्का की फसल पर फॉल आर्मी वर्म नामक नये कीट का हमला होने की आशंका जताई जा रही है। यह कीट टिड्डी की तरह पूरी फसल नष्ट करने की क्षमता रखता है। इस कीट का प्रकोप प्रदेश के कई हिस्सों में देखा गया है। यह कीटी एक दिन में 100 किमी तक की उड़ान कर लेता है।   कीट की पहचान- छोटी से तीसरी अवस्था तक इसके लार्वा को पहचानना मुश्किल है, लेकिन जैसे-जैसे बड़ा होता है इसके सिर पर उल्टे Y आकार का निशान दिखाई देता है। साथ ही लार्वा के 8 वे बाडी सेगमेंट पर 4 बिंदु वर्गाकार आकृति के देखे जा सकते हैं। छोटी लार्वा पौधों की पत्तियों को खुरचकर खाती है, जिनसे पत्तियों पर सफेद धारियां दिखाई देते हैं। जैसे 2 लार्वा बड़ी होती। पौधों की ऊपरी पत्तियों को खा जाती है और लार्वा बड़ा होने के बाद मक्का के गाले में घुसकर पत्तियां खाती रहती हैं। पत्तियों पर बड़ी गोल-गोल एक ही कतार में नजर आते हैं। नियंत्रण- गर्मी की गहरी जुताई अवश्य करें, मक्के की मानसून एवं शुष्क बोनी सबसे ज्यादा लाभदायक है यह नहीं होने पर मानसून पश्चात तुरंत बोनी करें। संतुलित पौध संख्या एवं संतुलित पोषक तत्व प्रबंधन करें इसके अतिरिक्त यूरिया इस कीटी को बढ़ाएगा। कीट का प्रकोप होने पर क्लोरेन्ट्रनिलिप्रोल 18.5 प्रतिशत SC का 60 ml/hectar की दर से मक्के की मध्य कुंडली अवस्था से पश्च कुंडली अवस्था पर छिड़काव कर सकते हैं। थायोमिथाक्सेम का 12.6 प्रतिशत +लेंबड़ा सायहेलोथ्रिन 9.5 प्रतिशत ZC का 60-80 ml/acre की दर से मक्के की मध्य कुडली अवस्था से पश्च कुंडली अवस्था पर छिड़काव कर सकते हैं। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 29 जून

$
0
0
झाबुआ से अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों का शहर के गणमान्यजनों ने किया भव्य स्वागत, देष की खुषहाली के साथ अच्छी बारिष के लिए भी करेंगे प्रार्थना

jhabua news
झाबुआ। शहर से बाबा बर्फानी (अमरनाथ) की यात्रा करने के लिए 28 जून, शुक्रवार को दोपहर करीब 32 यात्रियों का एक दल रवाना हुआ। इन यात्रियों का स्थानीय सज्जन रोड़ पर पुष्पमाला पहनाकर सकल व्यापारी संघ, जिला टेंट एवं लाईट एसोसिएषन, उर्स कमेटी, राठौड़़ समाज द्वारा भव्य स्वागत कर सभी यात्रियों को सफल यात्रा हेतु शुभकामनाएं प्रेषित की गई। यात्रा करने वालों में गोविन्दसिंह पंवार, मनोज वर्मा, प्रकाष राठौर, सुरेष राठौर, घनष्याम पटेल, कोमल पटेल, नरेन्द्र सोनी, दिनेष राठौर, कुलदीप वर्मा, दीपक गुप्ता, गणेष यादव, लालु वसुनिया, प्रकाष मिश्रा, नरसिंह माल, सुजान राठौर, लक्ष्मी राठौर, नितेष कमलेष राठौर, अषोक गेहलोद, सुरेष कमरू राठौर, कनीराम गोयल, कमला गोयल, पूनीबाई राठौर, नानीबाई चंगोड़, सविता कटारा, बदिया कटारा, हजरी चैहान, बसंती सिसौदिया, श्रीमती चंदा, ललिता, प्रीती, अनिता शामिल है। समस्त यात्री झाबुआ से मेघनगर पहुंचेंगे। जहां मेघनगर रेल्वे स्टेषन से ट्रेन द्वारा अमरनाथ के लिए रवाना होंगे। अमरनाथ पहुंचने पर उनके द्वारा बाबा अमरनाथ से अपने परिवार की खुषहाली एवं समृद्धि के साथ देष की खुषहाली और समृद्धि के लिए भी प्रार्थना की जाएगी। साथ ही झाबुआ में सुख-षांति बनी रहे और अच्छी बारिष हो, इसकी भी भगवान से कामना की जाएगी।

किया गया भव्य स्वागत
सभी यात्रियांे का झाबुआ से प्रस्थान पूर्व सज्जन रोड़ पर सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, जिला टेट एवं लाईट एसोसिएषन से अजय पंवार, श्री राम रोटी से बहादुर भाटी, उर्स कमेटी से अब्दुल रहीम अब्दु दादा, राठौर समाज से कैलाष राठौर, रेखा राठौर सहित अन्यजनों द्वारा पुष्पामाला पहनाकर स्वागत कर उन्हें भावभीनी विदाई दी गई। साथ ही सफल यात्रा कर लौटने हेतु अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित की। इस दौरान सभी ने ‘‘बाबा बर्फानी की जय, भोले शंभु-भोलेनाथ हर-हर महादेव के जमकर जयघोष भी लगाए। बाद यात्रियों ने यात्रा के लिए प्रस्थान किया।

अखिल भारतीय मालवांचल आॅन लाईन कवि सम्मेलन में झाबुआ से काव्य पाठ करेंगे भेरूसिंह चैहान ‘तरंग’

jhabua news
झाबुअ। अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के बेनर तले 30 जून, रविवार को शाम 5 बजे से मालवांचल आॅनलाईन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। आयोजन स्थल मालवा प्रांत सूचना-पटल होगा। यह जानकारी देते हुए मालवा प्रांत अध्यक्ष त्रिपुरालाल शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम अध्यक्ष ़ऋषिकुमार मिश्रा कंेंद्रीय महामंत्री एवं कार्यक्रम संयोजक डाॅ. दीपक दषोरे ‘दीप’ खरगोन रहेंगे। विषिष्ट अतिथि के रूप में विनय राजाराम राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भोपाल, मिथिला प्रसाद त्रिपाठी प्रदेष अध्यक्ष, जगदीष गुप्त रहेंगे। उक्त राष्ट्रीय अखिल भारतीय मालवांचल आॅनलाईन कवि सम्मेलन में देष के ख्यात कविगण षिरकत करेंगे। झाबुआ जिले से साहित्यकार-कवि भेरूसिंह चैहान ‘तरंग’ अपना काव्य पाठ करेंगे।

शहर के वार्ड क्र. 5 में टेड़े विद्युत पोल एवं बिजली गुल की समस्या से पार्षद ने विद्युत मंडल को करवाया अवगत, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

झाबुआ। शहर के वार्ड क्र. 5 के जागरूक पार्षद नरेन्द्र संघवी ने अपने वार्ड के रहवासियांे को वर्षाकाल मंें आने वाली समस्याओं को देखते हुए विद्युत मंडल झाबुआ के सहायक यंत्री उमाशंकर पाटीदार को वार्ड में स्थित विद्युत पोल टेड़े एवं झुके होने से आगामी समय में होने की दुर्घटना को संभावना देते हुए विद्युत पोल बदले जाने एवं राधाकृष्ण मार्ग तथा लक्ष्मीबाई मार्ग में बार-बार बिजली गुल होने संबंधी समस्या हेतु  जानकारी देकर ट्रांसफार्मर बदले जाने की मांग की है।
शहर के वार्ड क्र. 5 जिसमें तेलीवाड़ा मौहल्ला, लक्ष्मीबाई मार्ग, राधाकृष्ण मार्ग, रूनवाल बाजार, सरदारभगतसिंह मार्ग, थांदला गेट एवं बोहरा गली का कुछ हिस्सा आदि आते है, यह पूरा वार्ड पाॅष वार्ड होकर रहवासियों की दिक्कतों एवं समस्याओं को लेकर वार्ड पार्षद नरेन्द्र संघवी भी पूरी तरह से तत्पर हे। उनके द्वारा पिछले दिनों सरदारभगतसिंह मार्ग में स्थित मूत्रालय जो जीर्ण-षीर्ण होकर खराब हालत में था, उसे नया बनवाया गया, जिससे राह चलते लोगांे को काफी सुविधा हो रहंी है। इसी क्रम में आगामी वर्षाकाल में तेज बारिष और तेज हवाआंें के कारण लक्ष्मीबाई मार्ग में कई पोल ऐसे है, जो वर्षों पुराने होकर लोहे के पतरे के होने से नीचे से जंग खाकर कभी भी गिरने जैसे हो रहे है। साथ ही पोल पर मेन लाईन के तार के साथ अन्य तरह-तरह के तारों एवं वायरों के वजन से वह काफी झुक भी गए है। बड़े हादसे को न्यौता दे रहे है। इस तरह के विद्युत पोल लक्ष्मीबाई मार्ग में 2-3 है, जो कभी भी गिरने से रहवासी क्षेत्र में सड़क के दोनो ओर रहवासियांे के मकान होने से बडी दुर्घटना घटित होने की संभावना है, उन्हें बदलने हेतु वार्ड पार्षद श्री संघवी द्वारा विद्युत मंडल के सहायक यंत्री श्री पाटीदार को अवगत करवाया गया है। पार्षद ने बताया कि जिस तरह से विद्युत मंडल ने राधाकृष्ण मार्ग में पुराने पोल बदल नए पोल लगाने का कार्य किया है, उसी तरह लक्ष्मीबाई मार्ग में भी क्षतिग्रस्त एवं टेड़े हो रहे पोल को सुरक्षा की दृष्टि से बदले जाए।

थांदला गेट पर खबे का ट्रांसफार्मर बदलने की मांग
इसके साथ ही पार्षद श्री संघवी ने जानकारी देते हुए बताया कि थांदला गेट पर होटल के समीप एक विद्युत पोल पर लगा ट्रांसफार्मर काफी पुराना है। इस ट्रांसफार्मर में अक्सर तकनीकी खराब आ जाने से अक्सर राधाकृष्ण मार्ग, लक्ष्मीबाई मार्ग एवं आसपास के क्षेत्रों की बिजली घंटों गुल हो जाती है। विद्युत मंडल में षिकायत करने पर ट्रांसफार्मर में सुधार कार्य होने के बाद पुनः सप्लाय प्रारंभ हो जाता है, समस्या अक्सर निर्मित होने से रहवासी बेहद परेषान है, इस हेतु खंबे पर लगे ट्रांसफार्मर को बदल जाने हेतु उनके द्वारा विद्युत मंडल के सहायक यंत्री से कहा गया है। यह दोनो मुख्य मांग उनके द्वारा पिछले करीब 7-8 दिनांे पूर्व विद्युत मंडल को की गई है।

1 जुलाई तक दोनो कार्य करवा दिए जाएंगे
- वार्ड पार्षद नरेन्द्र संघवी द्वारा मुझे उनके वार्ड की उक्त दोनो समस्याओं से अवगत करवाया गया है। यह दोनो कार्य प्रस्ताव में है। 1 जुलाई तक लक्ष्मीबाई मार्ग में पुराने विद्युत पोलों को बदलने के कार्य के साथ ही थांदला गेट का ट्रांसफार्मर भी आसपास के क्षेत्रांे में कुछ समय के लिए विद्युत प्रदाय बंद कर बदल दिया जाएगा।
उमाषंकर पाटीदार, सहायक यंत्री, विद्युत मंडल झाबुआ

नारियांें को भारतीय संस्कृति के अनुरूप अपने जीवन में होना होगा सु-संस्कारित, दीप यज्ञ एवं नारी जागरण षिविर का हुआ आयोजन

jhabua news
झाबुआ। नारी आज विष्व की सबसे बड़ी शक्ति है। नारी को जगत जननी के रूप में पूजनीय माना गया है। भारत देष में महिलाओं को भारतीय संस्कृति के अनुरूप अपने जीवन को संस्कारित करना चाहिए। नारी का सोलह श्रंृंगार एवं उनकी सादगी ही उनका गहना होती है। नारी को अपने कर्म पर ध्यान देने के साथ धर्म पर भी समान रूप से ध्यान देना चाहिए। अखिल विष्व गायत्री परिवार से जुड़कर धर्म के मार्ग पर भी प्रषस्त होना चाहिए। उक्त प्रेरदाणीय उद्गार गायत्री शक्तिपीठ पेटलावद पर 27 जून, गुरूवार को आयोजित दीप यज्ञ एवं नारी जागरण षिविर को संबोधित करते हुए नारी जागरण अभियान की जिला संयोजिका श्रीमती नलिनी बैरागी ने कहीं। इस अवसर पर गायत्री परिवार की प्रेमलता शुक्ला ने भी नारी शक्ति की महत्वता को विस्तृत रूप से प्रतिपादित किया। प्रारंभ में वेद माता गायत्रीजी एवं पं. श्री राम शर्मा आचार्य और मां भगवती देवी शर्मा की पूजन की गई। बाद दीप यज्ञ में मंदिर को करीब 300 दीपकों से सुज्जित किया गया। दीप यज्ञ श्रीमती बैरागीी एवं श्रीमती शुक्ला ने संपन्न करवाया।

नशा मुक्ति पर दिया गया जोर
बाद उपस्थित महिलाओं को गभोत्सव संस्कार, जन्मोत्सव संस्कार की विधि की जानकारी देने के साथ ही अखिल विष्व गायत्री परिवार के नषा मुक्ति अभियान के बारे में भी जानकारी देकर लोगों को नषा मुक्त बनाने हेतु जोर दिया। इस अवसर पर विषेष रूप से गायत्री परिवार के जिला समन्वयक पं. घनष्याम बैरागी के साथ झाबुआ से महिलाओं में नम्रता शेखावत, रीना शर्मा, किरण निगम, राजकुमारी खंगारोत आदि उपस्थित थी।

भजन-किर्तन किए गए
इस अवसर पर सभी ने मिलकर भजन-किर्तन भी किए। कार्यक्रम में गायत्री शक्तिपीठ पेटलावद के परिव्राजक नीरज पटेल, प्रमुख ट्रस्टी कृष्णपाल राठौर के साथ पेटलावद महिला मंडल की अध्यक्ष मनीषा दुबे, महिला मंडल प्रमुख एवं ट्रस्टी ज्योति भटेवरा, लता असोलिया, ललिता भट्ट, मंजु पालिवाल, अनिता चैहान, धापू राठौर, लक्ष्मी राठौर, जीवन भट्ट, हेमंत शुक्ला आदि का सराहनीय सहयोग रहा।

नीमा समाज ने सामूहिक हरतालिका व्रत उद्यापन महारुद्र यज्ञ का किया आयोजन
मंत्रोच्चार के साथ धार्मिक अनुष्ठान हुआ संपन्न
jhabua news
झाबुआ । स्थानीय दशा नीमा समाज द्वारा सामूहिक हरतालिका व्रत उद्यापन के अन्तर्गत शिव पार्वती के महापूजन का कार्यक्रम चारभूजानाथ मंदिर में किया गया । गुरूवार सें प्रारंभ हुए इस व्रत अनुष्ठान का समापन शुक्रवार को दो कुण्डीय रूद्र यज्ञ में पूर्णाहूति के साथ संपन्न हुआ । श्री चारभुजानाथ मंदिर के पण्डित विश्वनाथ शुक्ल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भव्य धार्मिक अनुष्ठान के तहत शतधारा से भगवान शिवजी का अभिषेक कार्य संपन्न हुआ तत्पश्चात पंचवक्त्र पूजन में शरीर के पांचों तत्वों से पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिवजी का पूजन हुआ तथा शिवजी का 5 हजार बिल्वपत्रों तथा 500 कमल पुष्प से विधिव विधान से मंत्रोच्चार के साथ पूजन अनुष्ठान किया गया । इस अवसर पर भगवान शिवजी का त्रिशांस पूजन भी मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ । शुक्रवार को  सामुहिक हरतालिका व्रत उद्यापन पूजन के  तहत रूद्र हवन के साथ ही हरिहरात्मक द्वादश लिंगोत्र भद्र मंडल आकर्षक स्वरूप  में बनाया गया तथा विधि विधान से पूजन किया गया । इस धार्मिक अनुष्ठान में हवन यज्ञ पूरी तरह वैदिक पद्धति से पण्डित विश्वनाथ शुक्ला के नेतृत्व में पण्डित हिमांशु शुक्ला, तािा सहयोगी किशोर पाठक, आशुतोष दवे, नरेन्द्र शर्मा, तरूण व्यास, व्यंकटेश त्रिवेदी, आनन्द त्रिवेदी, भागवत शुक्ला एवं मनमीत शुक्ला द्वारा करवाया गया । हवन के दौरान मंत्रोच्चार के साथ वास्त्रु हवन, गृह यज्ञ, योगिनी पूजन, रूद्र पूजन, हवन में बैठे 10 जोडो   कांतिलाल नानावटी, शांतिलाल शाह, प्रदीप शाह, कृष्ण्कांत शाह, शशिकांत वरदिया, कांतिलाल नीमा, गोवर्धनलाल शाह, मंगला कन्हैयालाल नीमा, मनीष कोठारी एवं विपिन शाह ने हरतालिका व्रत उद्यापन में तहत रूद्र यज्ञ में आहूतिया देकर व्रत पूजन  किया । हवन की पूर्णाहूति  के अवसर पर महा मंगल आरती  की गई तथा प्रसादी का वितरण किया गया । दो दिवसीय आयोजन में बडी संख्या में नीमा समाज के लोगों ने भागीदारी की तथा इस अनुठे व्रत उद्यापन में धर्म लाभ उठाया ।

तकनीकी प्रशिक्षण एवं ऋण पाकर संजय बने सफल व्यवसायी
अपने साथ 2 अन्य युवाओं को भीे उपलब्ध करवाया रोजगार

jhabua news
झाबुआ 28 जून 2019/हुनर रखने वाले व्यक्ति को यदि सही तकनिकी ज्ञान एवं आवष्यकता अनुसार धन राषि भी मिल जाये, तो उसकी कार्यक्षमता में कई गुना वृद्धि हो जाती है। इसीलिए शासन द्वारा बेरोजगार युवाओ को विभिन्न स्वरोजगार योजनाओ में ऋण उपलब्ध करवा कर तकनीकी प्रषिक्षण भी दिया जाता है।झाबुआ जिले के संजय पिता मनोज निवासी झाबुआ को शुद्ध पेयजल उपलब्धता के बाजार में अपना व्यवसाय स्थापित करने के लिए शासन द्वारा ऋण उपलब्ध करवा कर आर्थिक मदद की गई।  संजय नंे चर्चा के दौरान बताया कि वे जीव-विज्ञान विषय से स्नात्तकोत्तर तक पढाई करने के बाद रोजगार के लिए इधर-उधर भटक रहे थे, उन्होने शुद्ध पेयजल उपलब्धता के बाजार में अपना व्यवसाय स्थापित करने के बारे में सोचा, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने से उनके पास धन राषि नही थी। तभी उन्होने मुख्यमंत्री स्वरोजगार के बारे में अपने दोस्तो से सुना और फिर इसके लिए उन्होने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में ऋण लेने के लिए जिला व्यापार एवं उद्योग कार्यालय झाबुआ में संपर्क किया। योजना अन्र्तगत 5 लाख रूपये लोन केनरा बैंक से स्वीकृत करवाया। प्राप्त लोन से आर.ओ.प्लाट के लिए आवश्यक मशीन, उपकरण गाडी, केन एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएॅ की। फिर व्यवसाय को अच्छे से संचालित करने के लिए झाबुआ शहर के लोगो से संपर्क कर अपने ग्राहक बनाये। संजय ने बताया कि वे आर.ओ के व्यावसाय से 20-30 हजार रूपये तक मासिक शुद्ध लाभ कमा रहे है। अपने साथ 2 अन्य युवाओं को भी अपने व्यावसाय के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करवाया है। संजय नंे चर्चा के दौरान बताया कि षासन की यह योजना बेरोजगार युवाओ को स्वरोजगार उपलब्ध कराने में मददगार साबित हो रही ।

जुलाई तक चलेगा दस्तक अभियान
         
झाबुआ । कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा के निर्देशन में बाल मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से दस्तक अभियान जिले में निरंतर संचालित किया जा रहा है। यह अभियान 20 जुलाई 2019 तक संचालित किया जावेगा। सीएमएचओ डाॅ. बारिया ने बताया कि दस्तक अभियान के अंर्तगत एएनएम, आशा कार्यकर्ता तथा आंगनबाडी कार्यकर्ता का संयुक्त दल अपनी कार्यवाईयों को निरंतर संपादित कर रहा है। साथ ही आवंटित क्षेत्रों के सभी ग्रामों में घर-घर जा कर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण, गंभीर एनीमिया, निमोनिया, दस्त रोग की पहचान, एस.एन.सी.यू. एवं एनआरसी से छुट्टी प्राप्त बच्चों का फालोअप कर, बच्चों में जन्मजात विकृति की पहचान तथा सभी बच्चों में विटामिन ए का अनुपूरण करने की कार्यवाही जारी है।  इस अभियान के अंतर्गत 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान द्वारा त्वरित प्रबंधन ताकि बाल मृत्यु दर में वांछित कमी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही समुदाय में बीमार नवजातों और बच्चों की पहचान जारी है। सीएमएचओ डाॅ. बारिया ने जिले के आम जन से अपील की है कि एएनएम, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के संयुक्त दल को सहयोग प्रदान करें, ताकि दस्तक अभियान को सफल बनाया जा सके। आज जिला अस्पताल में दस्तक अभियान में चिन्हांकित बच्चो को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम डाॅ. दीपेष टेलर डाॅ. निर्मला अजनार डाॅ. अनिल भाबोर डाॅ. अलकेष मालवी ने बच्चो के माता-पिता को समझाईस देकर जिला अस्पताल लेकर आये। जन्म से ही टेडे मेढे पैर अथवा क्लब फुट के बच्चो को प्लास्टर चढाया गया। हडी रोग विषेषग्य डा.ॅ संदीप ठाकुर द्वारा प्लास्टर चढा कर उनके पैर को सीधा किया जाएगा और बाद में जुते प्रदान किये जाएगें। उपचार पूर्णतः निःषुल्क किया जा रहा है। बच्चो को विकलांगता से बचाने के लिये प्लास्टर चडाया जाता है।

स्नातक प्रथम वर्ष के पहले चरण के प्रवेश आवंटन-पत्र जारी
   
झाबुआ । शैक्षणिक सत्र 2019-20 के स्नातक प्रथम वर्ष के पहले चरण के प्रवेश आवंटन-पत्र जारी कर दिये गये हैं। विद्यार्थी ई-प्रवेश पोर्टल मचतंअमेी.उचवदसपदम.हवअ.पद पर स्वयं की लॉगइन आई.डी. से अपना आवंटन-पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। विद्यार्थी आवंटित महाविद्यालय में उपस्थित होकर रिपोर्टिंग करने के बाद निर्धारित प्रवेश शुल्क ऑनलाइन 28 जून से एक जुलाई तक जमा कर प्रवेश सुनिश्चित कर सकते हैं।  प्रदेश के महाविद्यालयों में प्रथम चरण में स्नातक पाठ्यक्रमों में कुल एक लाख 85 हजार 18 छात्र-छात्राओं का आवंटन हुआ, जिनमें छात्राओं की संख्या एक लाख एक हजार 543 तथा छात्रों की संख्या 83 हजार 475 है। इनमें सामान्य वर्ग के 44 हजार 10, अनुसूचित-जाति के 33 हजार 95, अनुसूचित-जनजाति के 25 हजार 502 तथा अन्य पिछडा वर्ग के 82 हजार 412 विद्यार्थी शामिल हैं।

जनसंख्या नियंत्रण के लिये विकासखंडों में लगाये जाएंगे परिवार विकास मेले
विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई से 11 अगस्त तक मनायेंगें जनसंख्या स्थिरता माह
झाबुआ । विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई से 11 अगस्त तक प्रदेश में जनसंख्या स्थिरता के उद्देश्य से सभी विकासखंड मुख्यालय पर परिवार विकास मेले लगाए जाएंगे। मेले में जन-प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सुश्री छवि भारद्वाज ने जिला कलेक्टरों से कहा कि मेले के सफल आयोजन के लिये अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित करें। जनसंख्या नियंत्रण के लिये कारगर प्रयास करें। उन्होंने बताया कि मिशन द्वारा जिला स्तर पर परिवार विकास मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सेवाप्रदाता और प्रेंरकों को स्वतंत्रता दिवस पर प्रशस्ति-पत्र दिये जायेंगे।  राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जनसंख्या दिवस की गतिविधियों को दो हिस्सों में क्रियान्वित किया जाएगा। पहले हिस्से में 27 जून से 10 जुलाई तक दम्पत्ति सम्पर्क पखवाड़ा मनाया जाएगा। इसमें एएनएम, आशा कार्यकर्ता और अन्य मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर सम्पर्क स्थापित कर लक्ष्य दम्पत्ति सर्वे करेंगे। इसमें हितग्राहियों को चिन्हित कर उन्हें स्थाई एवं अस्थायी परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिये प्रेरित करेंगे। आरोग्य केन्द्र में लक्ष्य दम्पत्तियों की सूची प्रदर्शित की जाएगी। गतिविधियों के दूसरे हिस्से में 11 जुलाई से 11 अगस्त जनसंख्या स्थिरता माह के दौरान चिन्हित हितग्राहियों को परिवार नियोजन की सेवाएँ दी जाएंगी।मिशन संचालक ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम में स्थायी साधनों को बढ़ावा देने के लिये प्रेरक और हितग्राही, दोनों को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। परिवार विकास वाले जिलों में मिशन द्वारा पुरूष नसबंदी पर हितग्राही को तीन हजार और प्रेरक को चार सौ रुपये, सामान्य महिला नसबंदी पर हितग्राही को दो हजार और प्रेरक को तीन सौ रुपये तथा प्रसव के बाद सात दिन के अन्दर महिला नसबंदी पर हितग्राही को तीन हजार और प्रेरक को चार सौ रुपये दिये जायेंगे। नान मिशन परिवार विकास वाले जिलों में पुरूष नसबंदी में हितग्राही को दो हजार, प्रेरक को तीन सौ, सामान्य महिला नसबंदी में हितग्राही को एक हजार चार सौ, प्रेरक को दो सौ और प्रसव के बाद सात दिन के अन्दर महिला नसबंदी पर हितग्राही को दो हजार दो सौ, प्रेरक को तीन सौ रुपये दिये जायेंगे। आशा कार्यकर्ता को विवाह के बाद दो वर्ष तक दम्पत्तियों को जन्म में अन्तर, पहली एवं दूसरी संतान के जन्म में तीन वर्ष का अन्तर रखवाने पर पाँच-पाँच सौ रुपये और एक या दो बच्चों वाले हितग्राहियों को स्थायी साधन अपनाने के लिये प्रेरित करने पर एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।

घर बैठे मिलेगी उपलब्ध पौधों की जानकारी
           
झाबुआ । वन विभाग ने प्रदेश के किसानों और नागरिकों को घर बैठे पौधे विभिन्न पौधों की उपलब्धता की जानकारी देने के लिये ऑनलाइन आवेदन सुविधा आरंभ की है। अब लोग एम.पी. ऑनलाइन पोर्टल ढीजजचरूध्ध्उचवितमेजण्उचवदसपदमण्हवअण्पदझ पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की सुविधा एम.पी. ऑनलाइन के कियोस्क पर भी उपलब्ध है। इसमें वन विभाग की 170 नर्सरी से पौधे मिल सकेंगे। आवेदन मिलने पर वन विभाग उनकी माँग के अनुसार अनुमोदन करेगा। आवेदकों और संबंधित नर्सरी के अधिकारियों को एसएमएस के माध्यम से इसकी जानकारी दी जायेगी। इसके बाद आवेदक संबंधित नर्सरी को नगद भुगतान कर पौधे प्राप्त कर सकते हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया से किसानों और आवेदकों को प्रदेश की रोपणियों में उपलब्ध विभिन्न प्रजाति के पौधे और उनकी संख्या के बारे में घर बैठे ही आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर पौधे और जानकारी मिल जायेगी। इससे उन्हें पौधा प्राप्त करने के लिये भटकना नहीं पड़ेगा। विस्तृत जानकारी के लिये एम.पी. ऑनलाइन के कस्टमर केयर दूरभाष क्रमांक 0755-6720200 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

प्रायवेट स्कूलों की मान्यता नवीनीकरण के लिए ऑनलाईन आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून

झाबुआ । शिक्षा का अधिकार कानून के तहत संचालित प्रायवेट स्कूलों की मान्यता नवीनीकरण के लिए आवेदन 30 जून तक ऑनलाईन प्राप्त किये जाएंगे।  राज्य शिक्षा केन्द्र के प्रस्ताव पर एनआईसी ूूूण्मकनबंजपवदचवतजंसण् उचण्हवअण्पद/तजम पर निजी विद्यालयों के लिए यह सुविधा प्रारंभ की गई है।संबंधित बीआरसीसी के द्वारा आवेदन तिथि के 15 दिन में स्कूलों का भौतिक सत्यापन किया जाकर ऑनलाईन निरीक्षण रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को प्रेषित की जायेगी। जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा प्राप्त मान्यता आवेदनों का 30 दिन में निराकरण किया जायेगा। प्रायवेट स्कूलों की मान्यता नवीनीकरण की यह ऑनलाईन प्रक्रिया एजुकेशन पोर्टल ण्मकनबंजपवदचवतजंसण्उचण्हवअण्पद के आरटीई प्रभाग से संचालित होगी।

अस्पताल¨ं में आंतरिक मरीज¨ं के भ¨जन व्यय में वृद्धि
              
झाबुआ । राज्य शासन द्वारा चिकित्सा/दंत महाविद्यालय तथा चिकित्सालय¨ं के आंतरिक र¨गिय¨ं के लिये निर्धारित भ¨जन व्यय में 4 रुपये प्रतिदिन की वृद्धि की गई है। चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेशानुसार भ¨जन व्यय 44 रुपये से बढ़ाकर 48 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है। स्वीकृत आहार में चावल/दलिया/आटा 400 ग्राम, दाल 85 ग्राम, हरी सब्जी 114 ग्राम, सलाद, सब्जी मसाला एवं फल 85 ग्राम, दूध 241 ग्राम, शक्कर/गुड़ अ©र घी/तेल 57 ग्राम हैं।

आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए दस प्रतिशत आरक्षण को मंजूरी
          
झाबुआ । मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ की अध्यक्षता में मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई। बैठक में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) को 10 प्रतिशत आरक्षण की मंजूरी दी गई। आरक्षण का लाभ उन व्यक्तियों को मिलेगा जिनकी सभी स्रोतों से आय आठ लाख रूपये वार्षिक से अधिक नहीं है। यदि किसी व्यक्ति के पास पांच एकड से कम कृषि भूमि है तथा नगर निगम क्षेत्र में 12 सौ वर्ग फिट से कम क्षेत्र में मकान अथवा फ्लैट है तो उसे भी इसका लाभ दिया जायेगा। नगर पंचायत क्षेत्र में 18 सौ वर्ग फिट से कम क्षेत्र में मकान तथा फ्लैट होने पर ही हितग्राही को आरक्षण का लाभ मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मकान की सीमा निर्धारित नहीं की गई है। इससे प्रदेश के लाखों कमजोर आर्थिक स्थिति वाले परिवार लाभान्वित होंगे।

नेशनल लोक अदालत का आयोजन 13 जुलाई को
           
झाबुआ । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ के मार्गदर्शन में 13 जुलाई 2019 को जिला न्यायालय, झाबुआ एवं सभी तहसील न्यायालय में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाना है।  इस नेशनल लोक अदालत में न्यायालय में लंबित राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरण, सिविल प्रकरण, बैंक रिकवरी, एन.आई.एक्ट की धारा 138, क्लेम प्रकरण, लेबर डिस्प्यूट, विद्युत एवं जलकर, पारिवारिक विवाद, भूमि अधिग्रहण, राजस्व प्रकरण (जिला न्यायालय में लंबित) के साथ-साथ विभिन्न विभागों के प्रीलिटिगेशन प्रकरणों में एन.आई.एक्ट की धारा, 138, क्लेम प्रकरण, लेबर डिस्प्यूट, विद्युत एवं जलकर तथा अन्य राजीनामा योग्य पारिवारिक प्रकरण, आपराधिक प्रकरण एवं सिविल प्रकरणों का निराकरण किया जावेगा।

अब 5वी, 8वी पास करने पर ही जा पाएगें अगली कक्षा में
            
झाबुआ । एमपी बोर्ड से संबंधित सभी निजी व सरकारी स्कूलो में 5वीं और 8वीं कक्षा में बोर्ड पद्वति लागू होगी। इसमें सीबीएसई स्कूल बोर्ड के दायरे से बाहर होगे। पांचवी-आठवी की परीक्षा को लेकर गजट नोटिफिकेषन जारी होने के बाद राज्य षिक्षा केन्द्र ने  दिषा-निर्देष जारी कर दिए है। वही सीबीएसई स्कूलो में पांचवी-आठवी बोर्ड को लेकर सीबीएसई की गाइडलाइन का इंतजार करना होगा। केन्द्र सरकार ने निःषुल्क एवं अनिवार्य षिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 (आरटीई) कानून वर्ष 2010 मे देष में लागू किया है। कानून की धारा 30 में पहली से आठवी तक बच्चो की परीक्षा लेने और उन्हे फेल करने पर प्रतिबंध है। इसके तहत बच्चो का सिर्फ मूल्यांकन किया जा सकता है। यही कारण है कि राज्य सरकार वर्ष 2009 से परीक्षा के बजाय मूल्यांकन कर रही थी। म.प्र. सहित 27 राज्यो ने केन्द्र सरकार से कानून में संषोधन कर परीक्षा कराने के अधिकार मागंे। हाल ही में केन्द्र सरकार ने आरटीई कानून की धारा-30 मंे संषोधन कर दिया है। अब राज्य सरकारे चाहे, तो पाचवी-आठवी परीक्षा में विद्यार्थियो को पास या फेल कर सकती है।

कक्षा 7वी, 8वी, 11वी में प्रवेष के लिए आवेदन आमंत्रित
      
झाबुआ । जिले में संचालित एकलव्य आदर्ष आवसीय विद्यालय, मोरडुण्डिया (राणापुर) कें हिन्दी व अंग्रजी माध्यम में सीबीएससी पाठ्क्रम आधिारित अध्ययन हेतु केवल अनूसूचित जनजातीय (एटी) के विद्यार्थीयो के लिए कक्षा 7वी, 8वी, 11वी में रिक्त सीटो पर छात्र/छात्राओ के आवेदन आमत्रित किये गये है। आवेदित विद्यार्थियो को पूर्व कक्षा मे कम से कम 60 प्रतिषत अंको के साथ किसी भी सीबीएससी मान्यता प्राप्त विद्यालय से उत्र्तीण होना आवष्यक है।

राज्य एवं जिला स्तर पर कर्मचारियों के स्थानांतरण हेतु आन लाईन समय सारणी जारी

 झाबुआ । राज्य एवं जिला स्तर पर कर्मचारियों के स्थानांतरण हेतु आन लाईन समय सारणी जारी की गई है। जिसमें शैक्षणिक अमले का स्वैच्छिक स्थानांतरण के लिए आवेदको द्वारा एजुकेशन पोर्टल के माध्यम से 5 जुलाई  तक पोर्टल के माध्यम से आवेदन प्रस्तुत कर सकते है।  शैक्षणिक तथा गैर शैक्षणिक अमले का स्वैच्छिक एवं प्रशासकीय स्थानांतरण आदेश पोर्टल के माध्यम से 15 जुलाई तक जनरेट कर जारी किया जायेगा। स्थानांतरित कर्मचारियों को स्थानांतरित स्थल पर 22 जुलाई तक पदभार ग्रहण करना आवश्यक होगा।

रोजगार युवाओं को रोजगार स्थापित करने हेतु ऋण की सुविधा 
        
झाबुआ।  मध्यप्रदेश आदिवासी वित्त एवं विकास निगम द्वारा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना तथा मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति वर्ग के शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रावधान सुनिश्चित किया गया है।  महाप्रबधक उद्योग श्री इष्किया ने बताया कि अनुसूचित जनजाति वर्ग (आदिवासी) के बेरोजगार युवक-युवतियों को मार्जिन मनी सहायता राशि पर बैंकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जाता है। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए इच्छुक युवक-युवतियां एमपी आॅनलाईन के माध्यम से ीजजचरूध्ध्उेउमण्उचवदसपदम ण्हवअण्पद पर आवेदन कर सकते हैं।   इसी प्रकार अनुसूचित जनजाति वर्ग के शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के अंतर्गत बैंकों के माध्यम से 10 लाख रूपए से दो करोड़ रूपए तक की परियोजना लागत पर ऋण उपलब्ध करवाया जाता है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत आवेदक को 50 हजार रूपए से 10 लाख रूपए तक की परियोजना लागत के नवीन उद्यमों की स्थापना के लिए ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के अंतर्गत समाज के सबसे गरीब वर्ग को कम लागत पर उपकरण तथा कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराई जाती है। इस योजना में आवेदक को अधिकतम 50 हजार रूपए तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है। मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना के तहत केवल नवीन उद्यमों की स्थापना के लिए ऋण प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत 50 हजार रूपए से दो करोड़ रूपए की परियोजना के लिए ऋण प्रदान किया जाता है।

सरकार ने वाहनो से प्रतिबंध हटाया मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना एवं युवा उद्यमी योजना मे
बस,कार,टेंक्सी,ट्रेक्टर,ट्रक,जेसीबी,पोकलेन पर भी मिलेगा लोन
झाबुआ ।  महाप्रबंधक उद्योग भी इष्किया ने बताया कि जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के माध्यम से संचालित मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना एवं मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना में वाहनो पर लोन देने पर लगा प्रतिबंध सरकार द्वारा हटा लिया गया है। योजनाओ में अब षासन द्वारा सभी प्रकार के वाहन जैसे बस, कार, टेक्सी, ट्रेक्टर, ट्रक, गुड्स केरियर मषीन/इक्यूपमंेट, वाहन (जेसीबी, पोकलेन हार्वेस्टर) इत्यादि पर षासन द्वारा ऋण उपलब्ध करवाया जाता है। इच्छुक आवेदक एमपी आनलाईन के माध्यम से आवेदन करे अथवा संबंधित विभाग में संपर्क कर सकते है।

मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा प्रवेश नीट नियम-2018 में संशोधन
            
झाबुआ । राज्य शासन ने मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा प्रवेश नियम में समुचित संशोधन किये हैं। संशोधन के फलस्वरूप नीट की परीक्षा से चयनित अभ्यर्थियों का राज्य स्तरीय काउंसिलिंग में सीट आवंटन प्रक्रिया में किसी प्रकार का मेरिट हनन नहीं होगा और सीट ब्लॉकिंग की प्रवृत्ति पर अंकुश लग सकेगा। आयुक्त चिकित्सा शिक्षा से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा प्रवेश नियम-2018 में किये गये महत्वपूर्ण संशोधन के अनुसार प्रथम व द्वितीय चरण की काउंसिलिंग से प्रवेशित अभ्यर्थी को द्वितीय चरण और मॉपअप चरण में अपग्रेडेशन का अवसर उपलब्ध रहेगा। इससे इन चरणों में अभ्यर्थियों को उनकी पसंद एवं मेरिट के आधार पर आवंटन मिल सकेगा। अभ्यर्थियों द्वारा सीट ब्लॉकिंग की प्रवृत्ति रोकने के लिये प्रथम चरण की काउंसिलिंग से प्रवेश के बाद प्रवेशित सीट से त्याग-पत्र देने की सुविधा द्वितीय चरण की काउंसिलिंग शुरू होने की घोषित तिथि से 2 दिन पूर्व रखी गई है। अभ्यर्थी द्वारा इसके बाद किसी भी चरण में प्रवेश के उपरांत त्याग-पत्र दिये जाने पर सीट लीविंग बॉण्ड के रूप में भारी आर्थिक दण्ड का प्रावधान किया गया है। इस नियम के चलते त्याग-पत्र दिये जाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगेगा। इसी तरह मॉप अप चरण में आवंटन के बाद प्रवेश न लिये जाने या प्रवेश बाद सीट से त्याग-पत्र दिये जाने की वजह से ये रिक्त सीटें संस्था स्तर पर कराये जाने वाले चरण की काउंसिलिंग सीएलसी राउण्ड में शामिल नहीं की जायेंगी। ऐसे अभ्यर्थियों की सूची चिकित्सा शिक्षा संचालनालय की वेबसाइट और एम.पी. ऑनलाइन पोर्टल पर प्रदर्शित की जायेगी और अन्य राज्यों के संचालनालय चिकित्सा शिक्षा, एमसीआई, डीसीआई, डीजीएचएस भारत सरकार को और अन्य चिकित्सा, दंत चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रवेश न दिये जाने के लिये भेजी जायेगी। मध्यप्रदेश चिकित्सा शिक्षा प्रवेश 2019-20 में अधिक से अधिक सीटों पर प्रवेश सुनिश्चित करने के लिये अभ्यर्थियों द्वारा पंजीकरण किये जाने की प्रक्रिया काउंसिलिंग प्रारंभ होने के पहले और द्वितीय चरण की काउंसिलिंग के बाद मॉप अप चरण से पहले की जायेगी।

अस्पतालों में रहें मौसमी बीमारियों के उपचार और बचाव के बेहतर इंतजाम संचालक, स्वास्थ्य डाॅ. चैहान ने दिये निर्देश

झाबुआ । संचालक स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ. बी.एन. चैहान ने प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों को मौसमी बीमारियों जैसे लू, जल-जनित रोग, उल्टी-दस्त, आंत्रशोथ, फुड पाइजनिंग, वाहक जनित रोग, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के उपचार और रोकथाम के बेहतर इंतजाम रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि जिला-स्तर पर रेपिड रिस्पांस टीम गठित की गई हैं। जल-जनित रोगों की रोकथाम के लिये शुद्ध पेयजल के उपयोग और ग्राम में ओआरएस डिपो होल्डर की स्थापना की गई है। मच्छर से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिये मच्छर निरोधक गतिविधियाँ की जा रही हैं। संचालक डॉ. चैहान ने बताया कि मस्तिष्क ज्वर, दिमागी बुखार (एक्यूट इंसेफ डिसीज सिण्ड्रोम) किसी भी उम्र में होने वाली बीमारी है। यह बीमारी कई कारणों से हो सकती है, जिसमें वायरस, वेक्टीरिया, परजीवी, हाइपोग्लाइसीमिया, टॉक्सिस आदि प्रमुख हैं। मस्तिष्क ज्वर होने पर रोगी को तेज बुखार, सिर दर्द, उल्टियाँ, झटके आना, मानसिक विचलन और बेहोशी जैसे प्रमुख लक्षण होते हैं। उन्होंने बताया कि बिहार राज्य में एक्यूट इंसेफ डिसीज सिण्ड्रोम से मृत्यु का संभावित कारण बच्चों का खाली पेट अधिक मात्रा में लीची फल खाने के चलते होना पाया गया है। डॉ. चैहान ने कहा कि लीची फल में मिथाईलीन, साइक्लो प्रोपाइल ग्लाईसिन अधिक मात्रा में होता है, जो लीवर में होने वाली ग्लूको न्यूजेनेसिस प्रक्रिया को ब्लॉक कर देता है। इसके कारण रोगी को हाईपोग्लाईसीमिया हो जाता है। इसके फलस्वरूप रोगी को सेरीब्रल इन्फ्लेमेशन हो जाती है। डॉ. चैहान ने बताया कि प्रदेश में इस प्रकार की कोई भी स्थिति नहीं है और ऐसा कोई भी प्रकरण अब तक प्रकाश में नहीं आया।

प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा क¨ प्राथमिकता दी जाए-मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
ऊर्जा विकास निगम क¨ 2 लाख स¨लर पंप लगाने का लक्ष्य
झाबुआ ।मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा क¨ प्राथमिकता दी जाए।  विकेन्द्रीकृत स©र परिय¨जनाअ¨ं क¨ प्र¨त्साहन देने के साथ उत्पादित ऊर्जा की प्रदेश में ही खपत सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाएँ। मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा ऊर्जा विभाग के अधिकारिय¨ं के साथ उच्च-स्तरीय चर्चा में यह निर्देश दिए। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हर्ष यादव एवं ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह भी चर्चा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने स©र ऊर्जा से कृषि कार्य में पूरी बिजली उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश में संभावना वाले 20 विकासखंड¨ं का चयन करने क¨ कहा। उन्ह¨ंने कहा कि चयनित विकासखण्ड¨ं में स©र परिय¨जनायें स्थापित की जाएँ। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम क¨ प्रदेश में 2 लाख स¨लर पंप लगाने का लक्ष्य दिया। उन्ह¨ंने कहा कि ये स¨लर पंप वहाँ लगाए जाएँ, जहाँ मुख्यमंत्री स्थायी पंप य¨जना में लाइन विस्तार किया जाएगा। उन्ह¨ंने कहा कि स¨लर पंप लगाने से लाइन विस्तार में ह¨ने वाले व्यय से बचा जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने उद्य¨ग¨ं में भी स©र ऊर्जा उत्पादन का उपय¨ग करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि विकेन्द्रीकृत स©र परिय¨जनाअ¨ं क¨ स्थापित करने के लिए विभिन्न श्रेणिय¨ं के उपभ¨क्ताअ¨ं क¨ प्र¨त्साहित किया जाए। उपभ¨क्ताअ¨ं की ऊर्जा की मांग विकेन्द्रीकृत स©र ऊर्जा से पूरी करने के प्रयास किये जाएँ। मुख्यमंत्री ने आम उपभ¨क्ताअ¨ं द्वारा रूफटाॅप पर लगाये जाने वाले स©र सेटअप की नेट मीटरिंग में डिस्क¨म से सहय¨ग देने क¨ कहा। इससे ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन लाॅस क¨ कम किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग से कहा कि प्रदेश में उत्पादित स©र ऊर्जा खरीदें। प्रदेश के अन्य संस्थान¨ं क¨ भी स©र ऊर्जा  की खरीद क¨ प्राथमिकता देने के लिये कहा जाए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में स©र परिय¨जनाअ¨ं की स्थापना से प्रभावित ह¨ने वाले ल¨ग¨ं के लिये परिय¨जना में र¨जगार सुनिश्चित करने क¨ कहा। चर्चा में बताया गया कि नवीन अ©र नवकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा आगर-नीमच अ©र शाजापुर में 1500 मेगावाॅट की स©र परिय¨जना स्थापित की जा रही हैं। परिय¨जना क¨ स्थापित करने के लिए शासकीय भूमि आवंटित की गई है। विश्व बैंक ने परिय¨जना के लिए ऋण देने पर  सहमति व्यक्त की।

जन-समस्याओं के निराकरण और योजनाओं के सुव्यवस्थित
संचालन के लिये जिलों में प्रभारी सचिव व्यवस्था लागूप्रभारी सचिवों को न्यूनतम 2 माह में एक बार जिले का भ्रमण करने के निर्देश
 झाबुआ । प्रदेश में जन-समस्याओं के निराकरण एवं शासन की योजनाओं सुव्यवस्थित संचालन के लिये जिलों में प्रभारी सचिव व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव एवं सक्षम अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं कि प्रभार वाले जिले का कम से कम 2 माह में एक बार अवश्य भ्रमण करें। उन्होंने कहा है कि भ्रमण के दौरान आम जनता को प्रभावित करने वाले विषयों पर सर्वाधिक ध्यान दिया जाये तथा जन-समस्याओं का निराकरण पहली प्राथमिकता होना चाहिये। मुख्य सचिव श्री मोहंती ने कहा है कि जिले में भ्रमण के दौरान शासन की उच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करें। उन्होंने बताया कि ये प्रमुख योजनाएँ किसान ऋण माफी, रबी/खरीफ फसलों का उपार्जन एवं किसानों को राशि भुगतान, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, विद्युत और खाद-बीज की उपलब्धता तथा वितरण, वनाधिकार पट्टों का वितरण, तेन्दूपत्ता एवं अन्य वनोपज का संग्रहण एवं भुगतान, स्कूल शिक्षा का प्रबंधन तथा रिक्त/भरे पदों की स्थिति और साइकिल वितरण, गरीबों के लिये आवास निर्माण की प्रगति, जिलों में चल रही विशिष्ट बड़ी परियोजनाओं की समीक्षा, आँगनवाड़ी कार्यक्रम का क्रियान्वयन तथा पोषण-आहार वितरण, सार्वजनिक वितरण प्रणाली में राशन की उपलब्धता और वितरण, सामाजिक सुरक्षा पेंशन तथा मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना का क्रियान्वयन, ग्रामीण क्षेत्रों में औषधियों की उपलब्धता, चिकित्सकों की उपस्थिति, चिकित्सालयों का समुचित प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा, जिले में सड़कों, लोक सेवा प्रबंधन में लंबित शिकायतों के निराकरण, मनरेगा, गौ-शाला निर्माण की समीक्षा, खनिज नीति, खुले में शौचमुक्त योजना/जिला सरकार योजना का क्रियान्वयन तथा जिले की स्थानीय आवश्यकताओं संबंधी योजनाओं का क्रियान्वयन है। मुख्य सचिव ने कहा कि जिले में विभिन्न विभागों के समन्वय से संचालित योजनाओं की समीक्षा करते समय आवंटित राशि के अनुकूलतम उपयोग की समीक्षा करें। मुख्य सचिव श्री मोहंती ने कहा है कि जिले के प्रभारी सचिव द्वारा प्राकृतिक एवं अन्य आपदाओं के समय किये जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों की सावधानीपूर्वक समीक्षा की जाये। आकस्मिक घटनाओं एवं संवेदनशील परिस्थितियाँ निर्मित होने पर प्रभारी सचिव जिले के सतत सम्पर्क में रहें तथा आवश्यकता होने पर तत्काल जिले का भ्रमण करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रभारी सचिव भ्रमण के दौरान यथासंभव यह प्रयास करें कि जन-समस्याओं का निराकरण मौके पर ही सुनिश्चित हो सके। यदि किसी विषय पर शासन स्तर से मार्गदर्शन अथवा निराकरण की आवश्यकता महसूस हो, तो संबंधित वरिष्ठ अधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत करायें। साथ ही, यह भी कोशिश करें कि चर्चा द्वारा शिकायतों और समस्याओं का शीघ्र निराकरण संभव हो। मुख्य सचिव ने कहा कि जिले के भ्रमण के समय पिछले भ्रमण के दौरान की गई कार्यवाहियों की समीक्षा अवश्य करें।

मार्च 2023 तक शत-प्रतिशत ग्राम¨ं का ह¨गा डामरीकरण - मंत्री श्री पटेल
    
झाबुआ । पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि मार्च 2023 तक प्रदेश के शत-प्रतिशत ग्राम¨ं क¨ डामरीकृत सड़क मार्ग से ज¨ड़ दिया जाएगा। उन्ह¨ंने बताया कि प्रदेश में अभी 3174 ग्राम¨ं क¨ डामरीकृत मार्ग से ज¨ड़ने का कार्य प्रारम्भ ह¨ गया है। मंत्री श्री पटेल ने कहा प्रदेश में कुल एक लाख 27 हजार 869 किल¨मीटर सड़क मार्ग है। इसमें से सर्वाधिक 61 प्रतिशत अर्थात 77,269 किल¨मीटर सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क य¨जना में बनाई गई हैं। उन्ह¨ंने बताया कि राज्य शासन द्वारा 2023 तक ऐसे सभी ग्राम, मजरे-ट¨ल¨ं क¨ डामरीकृत मार्ग से ज¨ड़ा जाएगा, जहाँ न्यूनतम 50 परिवार निवासर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क अभिकरण द्वारा लक्ष्य पूर्ति के लिये चरणबद्ध तरीके से प्रयास किया जा रहा है। उन्ह¨ंने बताया कि मार्च 2020 तक सामान्य वर्ग की 500 अ©र जनजाति वर्ग की 250 जनसंख्या वाले ग्राम¨ं क¨ डामरीकृत मार्ग से ज¨ड़ने का लक्ष्य है। सामान्य वर्ग जनसंख्या वाले 350 ग्राम¨ं क¨ दिसम्बर 2020 तक, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क य¨जना में सामान्य वर्ग 500 तथा जनजाति वर्ग की 250 जनसंख्या वाले 622 ग्राम¨ं क¨ दिसम्बर 2020 तथा शेष 1870 ग्राम¨ं क¨ मार्च 2023 तक डामरीकृत मागर्¨ं से ज¨ड़ने का लक्ष्य है।

लोगों के जीवन स्तर में बदलाव लाने में पषुपालन की महत्वपूर्ण भूमिका
   
झाबआ । पषुपालन लोगों के जीवन स्तर में व्यापक रूप से सकारात्मक बदलाव लाकर अतिरिक्त आय का जरिया बनने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। यह वक्तव्य पषु चिकित्सा एवं पषुपालन विभाग के अपर मुख्य सचिव पषुपालन विभाग म.प्र. शासन भोपाल श्री मनोज श्रीवास्तव ने दिए।  उन्होंने निर्देष दिए कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता गौषालाओं के निर्माण में है इसकी वास्तविक स्थिति की जानकारी लेकर आवष्यक निर्देष दिए। टोल-फ्री नंबर 1962 पषुधन संजीवनी काॅल सेंटर के माध्यम से पषुओं का उपचार कराने के लिए चिकित्सक उपलब्ध रहते है। इसका प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक लाभ पषु मालिकों को मिले ऐसा हमारा प्रयास हो। उन्होंने सभी कलेक्टर्स को निर्देष दिए कि पषुपालन के उन्नयन के लिए प्रत्येक जिले के लिए एक रोड-मैप तैयार कर प्रस्तुत करें। साथ ही कहा कि 31 मार्च 2020 तक क्या कार्य कर सकते है इस पर भी योजना बनाएं।  जिलों में दरिद्रता दूर करने के लिए पषुपालन को शमिल किया जाना। डेयरी फार्मिंग को फार्मूलेट करने की आवष्यकता है, कुपोषण दूर करने में दुग्ध उत्पादन एवं प्रतिव्यक्ति दुग्ध उपलब्धता को बढ़ाना, पषु स्वास्थ्य पर विषेष ध्यान, पषुपालन, बकरीपालन एवं मुर्गीपालन की सहवर्तिता, कृत्रिम गर्भाधान का स्वमूल्यांकन कर विभागीय अधिकारियों के साथ विस्तृत कार्य योजना   तैयार करना, देषी नष्लों का संरक्षण, पषु चिकित्सालयों का निरीक्षण, पषु उपचार दरों मंें विसंगति न हो इसका विषेष ध्यान रखा जाए, पषुपालन समिति का गठन जिले के साथ-साथ विकासखंड स्तर पर भी हो, यह सुनिष्चित किया जाए।

जनजातीय कार्य विभाग में स्थानांतरण हेतु आनलाइन आवेदन 10 जुलाई तक करें
        
झाबुआ ।जनजातीय कार्य विभाग अन्तर्गत स्थानान्तर नीति वर्ष 2019-20 अनुसार शिक्षक संवर्ग/कर्मचारियों के स्थानान्तर संबंधी दिशा निर्देश प्राप्त हुये है। तद्नुसार शिक्षक संवर्ग/कर्मचारियों के जिले के अन्दर स्थानान्तर आवेदन डच्ज्।।ै के ट्रांसफर माॅड्यूल्स पर 10 जुलाई 2019 तक आॅनलाईन किये जाने के निर्देश है। विभागीय वेबसाईड ॅॅॅण्जतपइंसण्उचण्हवअण्पद पर यह सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। जिलें में पद वार रिक्त पदो की सूची जिले की वेबसाईड झाबुआ छप्ब् ;श्रींइनंण्दपबण्पदद्ध पर देखी जा सकती है। जिले के अन्दर स्थानान्तर हेतु आॅनलाईन आवेदन किया गया है, उन्हे आॅनलाईन आवेदन की प्रिंट, स्थानान्तर हेतु दर्शाये गये कारण के दस्तावेज एवं नवीन संवर्ग में संविलियन आदेश (उच्च माध्यमिक शिक्षक /माध्यमिक शिक्षक/प्राथमक शिक्षक) की प्रति प्राचार्य के अभिमत सहित जनजातीय कार्य विभाग झाबुआ को उपलब्ध कराना अनिवार्य है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 29 जून

$
0
0
मत्स्याखेट पर 15 अगस्त तक प्रतिबंध

वर्षा ऋतु में मछलियों की वंश वृद्वि प्रजनन को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें संरक्षण देने के लिए राज्य सरकार द्वारा सभी प्रकार के जल संसाधनो में मत्स्याखेट पर 15 अगस्त तक प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी कर दिए है।  कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रमिंसह के द्वारा ततसंबंध में जिले हेतु जारी आदेश का हवाला देते हुए मत्स्य उद्योग विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि नियम का उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ एक वर्ष का कारावास या पांच हजार रूपए जुर्माना अथवा दोनो से दंडित किए जाने का प्रावधान राज्य मत्स्य क्षेत्र संशोधित अधिनियम की धाराओं के तहत किया जाएगा।  कलेक्टर श्री सिंह के द्वारा ततसंबंध में जारी अधिसूचना में उल्लेख है कि जिले के सभी छोटे तालाब या अन्य स्त्रोत जिनका कोई संबंध किसी नदी से नही है और जिन्हें निर्दिष्ट जल की परिभाषा के अंतर्गत नही लाया गया है को छोड़कर समस्त नदियों एवं जलाश्यों में बंद ऋतु में मत्स्याखेट पूर्णतः बंद रहेगा। इस अवधि में अवैधानिक मत्स्याखेट, परिवहन, क्रय विक्रय आदि कार्य करते पाए जाने पर उनके विरूद्व अधिनियम के प्रावधानों के तहत शासन के निर्देशो अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी। उक्त अधिसूचना 16 जून से जिले में प्रभावशील हो गई है। 

मध्यप्रदेश पर्यटन क्विज की प्रतियोगिता हेतु पंजीयन 20 तक

vidisha news
मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदेश के 9 वीं से 12 वीं कक्षा तक अध्ययनरत बच्चों के लिये  मध्यप्रदेश पर्यटन क्विज -2019 का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए शैक्षणिक संस्थाओं के विद्यार्थी अपना पंजीयन एक जुलाई से 20 जुलाई की अवधि तक करा सकते है।  जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल ने ततसंबंधी जानकारी देते हुए बताया कि क्विज का उद्देश्य प्रदेश के समृद्ध इतिहास, परम्पराओं, ऐतिहासिक धरोहर, सांस्कृतिक रंगों, कला, प्राकृतिक समृद्धि, महापुरूषों, पर्यटन महत्व की संभावनाओं से परिचित कराने तथा सीखने की प्रक्रिया विकसित करना है। इस प्रकार की पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश के सभी 52 जिलों के शासकीय/अशासकीय स्कूलों में एक साथ जिला स्तर पर 7 अगस्त और राज्य स्तर पर 5 सितम्बर तक क्विज प्रतियोगिता होगी।  जिला पंचायत सीईओ श्री अग्रवाल ने जिले के शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययनरत विद्यार्थी अधिक से अधिक पंजीयन करा सकें इसके लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं संकुल प्राचार्यो को भी उनके द्वारा पृथक से निर्देश जारी किए गए है। उन्होंने कार्यालय स्तर पर पंजीयन एवं क्विज प्रतियोगिता के आयोजन हेतु टीम गठित कर जिला पंचायत कार्यालय को अवगत कराने के निर्देश दिए है।  जिले की प्रथम 3 विजेता टीम को 2 रात 3 दिन तथा 3 उप-विजेता टीम को एक रात्रि दो दिन मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के होटलों में ठहरने के कूपन दिये जाएंगे। संबंधित पर्यटन स्थल तक लाना-लेजाना, भोजन, रूकना, स्थानीय भ्रमण आदि का व्यय मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड वहन करेगा। क्विज के दोनों चरण में मध्यप्रदेश के पर्यटन एवं पर्यटन से संबंधित परिक्षेत्र, कला, संवर्धन, अध्यात्म, प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक परिवेश से संबंधित प्रश्न होंगे। प्रथम चरण में चयनित 6 टीम के बीच द्वितीय चरण में आडियो विजुअल/मल्टीमीडिया आधारित क्विज होगा। इसमें प्रथम स्थान प्राप्त प्रतिभागी विद्यालय राज्य स्तर पर सहभागिता करेंगे। 

ग्रामीणजनों की समस्याओं के निदान हेतु रात्रि चौपाल का आयोजन जारी 

vidisha-news
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के द्वारा ग्रामीणजनों की समस्याओं का निदान गांव में ही संभव हो इसके लिए दिए गए निर्देशों के अनुपालन में जिले के सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों के द्वारा कार्यक्षेत्रों के ग्रामो में रात्रि चौपालों का आयोजन सतत किया जा रहा है। रात्रि चौपाल आयोजन के उद्वेश्यों के संबंध में ग्रामीणजनों को स्पष्ट जानकारी देकर उनकी मूलभूत समस्याओं से अवगत होकर मौके पर निराकरण की कारगर पहल इस दौरान की जा रही है। हितग्राहीमूलक योजनाओ का क्रियान्वयन करने वाले विभागों के माध्यम से मौके पर चिन्हित सुपात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ दिलाया जा जा रहा है।  विदिशा अनुविभाग क्षेत्र के ग्राम अहमदपुर में गतरात्रि चौपाल का आयोजन किया गया था। जिसमें एसडीएम श्री लोकेन्द्र सिंह सरल, जनपद सीईओ श्रीमती वंदना शर्मा, नायब तहसीलदार श्री प्रमोद उइके के अलावा अन्य विभागो के अधिकारी, उपस्थित रहें और उनके द्वारा विभागीय योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी ग्रामीणजनों को दी गई तथा मौके पर हितग्राहियों को लाभांवित किया गया है। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा आयोजन स्थल पर अन्नपूर्णा, सूरजधारा योजना, बीज ग्राम योजना से लाभांवित होने वाले हितग्राहियों को मौके पर हाइग्रिड बीज की मिनी किट निःशुल्क प्रदाय किए है।  एसडीएम श्री लोकेन्द्र सरल ने राजस्व कार्यो के सम्पादन हेतु की गई व्यवस्थाओं का अवलोकन कर मौके पर बी-वन का वाचन कराया तथा सीमांकन संबंधी प्राप्त आवेदनों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। वही ऐसे हितग्राही जिनकी ऋण  पुस्तिका गुम गई अथवा जीर्ण-शीर्ण हो गई उन्हें डुप्लीकेट ऋण पुस्तिका मौके पर प्रदाय कराने का कार्य सम्पादित किया गया है। इसी प्रकार ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से किए जाने वाले कार्यो की जानकारियां जनपद सीईओ द्वारा दी गई उन्होंने कहा कि ग्राम के सुपात्रों को जिन योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए वे उससे वंचित ना हो यह हमारा नैतिक दायित्व है अतः गांव वाले इस बात से भलीभांति अवगत है कि किस व्यक्ति का नाम बीपीएल सूची में होना चाहिए और किसना नही। उन्होंने ऐसे सम्पन्न व्यक्ति जिनके नाम बीपीएल सूची में दर्ज है और वे पात्रता नही रखते है तो स्वंय आगें आकर नाम को विलोपित कराने का कार्य करें। शीघ्र ही बीपीएल सूची के परीक्षण का कार्य जनपद क्षेत्र में किया जाएगा। इसके लिए मौके पर बीपीएल सूची का वाचन कर ग्रामवासियों से ही बीपीएल सूची में  शामिल नामो की पुष्टि की जाएगी। यदि इस अवसर पर ग्राम के लोगो द्वारा किसी के नाम पर आपत्ति दर्ज कराई गई तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।  कृषि विभाग के द्वारा उन्नत कृषि खाद बीज के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई और इसी प्रकार पशु चिकित्सा विभाग, मत्स्य विभाग एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों द्वारा भी विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई है। इसी प्रकार के आयोजन अन्य अनुविभाग क्षेत्रों में भी गत दिवस सम्पन्न हुआ है। 

पायलेट प्रोजेक्ट एप से प्रशिक्षित 

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के हितग्राहियों को त्वरित लाभ दिलाए जाने हेतु पीएमएमवीवाय-सीएएस एप का पायलट प्रशिक्षण गत दिवस जिला पंचायत के सभागार में आयोजित किया गया था। महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी श्री संजय सिंह ने बताया कि विदिशा जिले को पायलेट प्रोजेक्टर के रूप में भारत में सर्वप्रथम आईसीडीएस विदिशा शहरी परियोजना का चयन किया गया है। जिसमें समस्त पर्यवेक्षकों एवं 30 आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को अपने एंड्रायड फोन से ऑन लाइन फार्म भरने हेतु प्रशिक्षित करने के उद्वेश्य से गतदिवस एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया था।  जिला पंचायत के सभागार कक्ष में सम्पन्न हुए उक्त प्रशिक्षण में भारत सरकार के प्रतिनिधि श्री मानांगल लाम्बा एवं केयर की टीम द्वारा दिया गया है। कार्यक्रम में डीपीओ जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग संचालनालय से आयी एडी की रमनवाल, सहायक संचालक परियोजना अधिकारी, बीसी एवं बीपीए, डीसी एवं डीपीए उपस्थित रहें। प्रशिक्षण का मुख्य उद्वेश्य प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ हितग्राहियों को शीघ्र पहुंचाना एवं समय एवं श्रम की बचत करना है। 

सितम्बर तक वित्त पोषण करें 

नटेरन विकासखण्ड की बीएलबीसी की बैठक आज जनपद पंचायत के सभागार कक्ष में आयोजित की गई थी। अनुविभाग क्षेत्र के एसडीएम श्री अनिल सोनी ने कहा कि हितग्राहीमूलक योजनाओं में हितग्राहियों के लिए वित्त पोषण कराने की समय सीमा कलेक्टर द्वारा सितम्बर माह तय की गई है। अतः समयावधि का विशेष ध्यान बैंकर्स प्रतिनिधि रखें। शासन प्रशासन की मंशा है कि वित्तीय वर्ष समाप्ति के पहले हितग्राही अपना स्वरोजगार का संचालन कर उसी वित्तीय वर्ष में प्रथम ब्याज किश्त जमा कर सकें।  लीड़ बैंक आफीसर श्री दिलीप सीरवानी ने बैंकर्स प्रतिनिधियों से कहा कि हितग्राहीमूलक  योजनाओं में फायनेंस जब करना ही है तो अंतिम तिथि का इंतजार क्यों। बैंकर्स आगे बढ़कर हितग्राहीमूलक योजनाओं के प्रकरण का स्वंय परीक्षण कर अविलम्ब वित्त पोषण की कार्यवाही करें। उपरोक्त कार्यो में किसी भी प्रकार की दिक्कत आती है तो अविलम्ब में जानकारी में लाएं।  तहसीलदार श्रीमती अनीता पटेल ने कहा कि ऐसे ऋण वसूली के प्रकरण जिनमें आरआरसी जारी हुई है को बैंकर्स संज्ञान में लाए ताकि वसूली संबंधी कार्य समय सीमा में किया जा सकें। इस दौरान बैंकवार प्रेषित किए गए। हितग्राहीमूलक प्रकरणों पर बैंकर्स द्वारा अब तक की गई कार्यवाही की बिन्दुवार जानकारी प्रस्तुत की गई है। 

पौधरोपण आज, शामिल होेगे विधायक

वन विभाग एवं बेतवा उत्थान समिति के संयुक्त तत्वाधान में अटल बाल उद्यान शनिमंदिर के पास पौधरोपण कार्यक्रम तीस जून की प्रातः साढे छह बजे से आयोजित किया गया है। विदिशा विधायक श्री शशांक भार्गव के अलावा सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी तथा बेतवा उत्थान समिति के पदाधिकारी पौधरोपण कार्य में सहभागिता निभाएंगे। 

5.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज

जिले की तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर 29 जून की प्रातः आठ बजे दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि 29 जून को 5.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि अब तक जिले में 40 मिमी औसत वर्षा हो चुकी है। उक्त अवधि में गतवर्ष 26.5 मिमी औसत वर्षा हुई थी। आज शनिवार को तहसीलवार दर्ज की गई वर्षा तदानुसार विदिशा में दो मिमी, कुरवाई में 16 मिमी, लटेरी में 12 मिमी, नटेरन में नौ मिमी, गुलाबगंज में दो मिमी, सिरोंज में एक मिमी वर्षा दर्ज की गई है जबकि बासौदा एवं ग्यारसपुर में वर्षा नगण्य रही।  अब तक जिले की तहसीलो में दर्ज वर्षा की जानकारी इस प्रकार से है। विदिशा में 32.6 मिमी, बासौदा में 79.4 मिमी, कुरवाई में 69.6 मिमी, सिरोंज में 11 मिमी, लटेरी में 24.2 मिमी, ग्यारसपुर में 76 मिमी, गुलाबगंज में चार मिमी तथा नटेरन तहसील में अब तक 23.4 मिमी वर्षा दर्ज की जा चुकी है। 

भगवान महावीर पुरस्कार के लिये प्रस्ताव भेजें

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 23वें भगवान महावीर पुरस्कारों के लिये नामांकन प्रस्ताव आमंत्रित किए  गये हैं। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने सभी विभागों के अधिकारियों को पत्र के माध्यम से 23वां भगवान महावीर पुरस्कार के प्रस्ताव अनुशंसा सहित शीघ्र कलेक्टर कार्यालय में भेजने के निर्देश दिये हैं।

विदिशा जिले के नगरीय क्षेत्रों में 478 भूमिहीन व्यक्तियों को आवासीय पट्टे वितरित
शेष पात्र हितग्राहियों को 7 दिन में पट्टे देने के निर्देश
आयुक्त, नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री पी. नरहरि ने बताया है कि प्रदेश में नगरीय क्षेत्रों के 30 हजार 333 पात्र भूमिहीन व्यक्तियों को आवासीय पट्टे वितरित किये गये हैं। सर्वाधिक 694 पट्टे रायसेन जिले में वितरित किये गये हैं। विदिशा जिले में 478 भूमिहीन व्यक्तियों को आवासीय पट्टो का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने कलेक्टरों को पत्र के माध्यम से निर्देशित किया है कि शेष पात्र हितग्राहियों को एक सप्ताह में पट्टे वितरित करने की कार्यवाही सयम्पादित करें। 
Viewing all 74313 articles
Browse latest View live




Latest Images