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सुब्रत रॉय को अतिरिक्त 15 दिन मिले

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subrat roy get 15 days
सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय को न्यूयार्क तथा लंदन के होटलों की बिक्री करने के लिए 15 अतिरिक्त कार्य दिवस दिए। इन होटलों की बिक्री कर कंपनी 10 हजार करोड़ रुपये जुटाना चाहती है, जिसका उपयोग रॉय और उनके दो निदेशकों को तिहाड़ जेल से छुड़ाने के लिए किया जाएगा।सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के मुताबिक रॉय और दो निदेशकों-रवि शंकर दूबे और अशोक राय चौधरी-को छुड़ाने के लिए कंपनी को न्यायालय के समक्ष 10 हजार करोड़ रुपये जमा करने हैं।

यह उस बड़ी राशि का हिस्सा है, जो सहारा समूह की दो कंपनियों-एसआईआरईसीएल और एसएचआईसीएल-ने निवेशकों से जुटाए हैं और जिसे निवेशकों को वापस करने में दोनों कंपनियां विफल रही हैं। न्यायमूर्ति टी.एस. ठाकुर, न्यायमूर्ति अनिल आर. दवे और न्यायमूर्ति ए.के. सीकरी ने तिहाड़ जेल परिसर में बने सम्मेलन कक्ष में राय और उनके दो निदेशकों को 15 और दिन रहने देने की अनुमति देते हुए कहा, "यदि हम उनके लिए दरवाजा बंद कर देते हैं, तो हमें या उन्हें कुछ लाभ नहीं होगा।" 15 दिनों का यह दूसरा विस्तार 10 सितंबर से मान्य होगा। 15 दिनों का पहला विस्तार नौ सितंबर को समाप्त हो रहा है।

खोखले साबित हो रहे भाजपा के वादे : मुलायम सिंह यादव

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Samajwadi Party chief Mulayam Singh Yadav
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए उसके 100 दिन के शासन की उपलब्धियों को शून्य बताया। मुलायम ने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में जो वादे किए थे, वे खोखले साबित हो रहे हैं। मैनपुरी के क्रिश्चियन कालेज के मैदान पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से महंगाई और तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा, 'अपने घोषणापत्र में भाजपा ने तमाम तरह के वाद किए थे, लेकिन आज उनके सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं।'

सपा प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का सबसे बड़ा झूठा बताया। उन्होंने कहा कि मोदी ने देश को गुजरात मॉडल का झूठा सपना दिखाया। भाजपा शासन की जब शुरुआत ही झूठ से हो रही है तब ठोस और सही काम कैसे होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा एक सांप्रदायिक पार्टी है। इसके शासन में आते ही दंगे भड़क उठे। देश के भीतर भाजपा भाई को भाई से लड़ाने का काम कर रही है। इसके साथ ही देश की सीमा पर भी लोगों की निगाहें लग गई हैं। देश की सीमाएं भाजपा शासन में हमेशा की तरह से ही फिर असुरक्षित हो रही हैं।

मुलायम ने कहा कि भाजपा के लोग झूठ बोलने के साथ ही अफवाह फैलाने में माहिर होते हैं। जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है, वहां पर झूठ व फरेब चरम पर है। उन्होंने कहा कि मोदी गुजरात मॉडल की बात करते थे, अब नहीं कर रहे हैं। गुजरात में पानी का भयंकर संकट है। मोदी कब, क्या और कैसे करेंगे, कितने झूठ बोलेंगे, इसका अनुमान लगाना मुश्किल है।

मुलायम ने कहा, "मैनपुरी की जनता पर मुझको हमेशा से भरोसा रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में मैं शायद ही एक दिन के लिए प्रचार में आया, लेकिन यहां की जनता ने मुझे सांसद चुना।" उन्होंने कहा, 'मैं आजमगढ़ के लोगों का भी बहुत शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मुझे लोकसभा में भेजा। पहले मैंने कभी भी उपचुनाव के दौरान रैली नहीं की, लेकिन मैनपुरी की जनता से अपना जुड़ाव का मोह मैं छोड़ नहीं सकता हूं।' 

बिहार : फोन रिसीव न करने पर बीवी को दिया तलाक

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talaq
आपने तलाक की कई वजहें सुनी होंगी मगर एक अजीब वाकया सामने आया है, जिसमें एक शख्स ने अपनी बीवी को महज इस वजह से तलाक दे दिया कि वह अपने शौहर का फोन रिसीव नहीं कर सकी। बिहार के गोपालगंज जिले के चौरांव गांव की रहने वाली फरीदा खातून को उसके पति ने तलाक दे दिया है। फरीदा ने इंसाफ के लिए अब पुलिस का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले में आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, थावे थाना क्षेत्र के चौरांव गांव निवासी फरीदा खातून का निकाह सीवान जिले के गोरियाकोठी के मुस्तफाबाद गांव निवासी सन्नाउल्लाह के साथ 22 अप्रैल 2013 को हुआ था। निकाह के बाद फरीदा पति के साथ सुसराल चली गई। 

दो महीना साथ गुजारने के बाद उसका पति रोजगार के लिए हैदराबाद चला गया। कुछ दिनों पूर्व फरीदा के मायके में किसी की शादी होने वाली थी, जिसमें शरीक हाने के लिए फरीदा मायके आ गई। जिस वक्त निकाह का जश्न चल रहा था, उसी दौरान सन्नाउल्लाह ने फरीदा को फोन किया। व्यस्तता के कारण फरीदा अपने पति का कॉल रिसीव नहीं कर पाई। रात में जब पत्नी ने पति का मिसकॉल देखा, तब उसने पति को कॉल किया, लेकिन पति ने फोन रिसीव नहीं किया। रंजिश में कुछ दिनों बाद उसने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। 

गोपालगंज महिला थाना की प्रभारी सरिता कुमारी ने सोमवार को बताया कि महिला हेल्पलाइन कोषांग में फरीदा ने इसकी शिकायत की। सुनवाई के दौरान फरीदा का आरोप सही पाया गया तथा पति सन्नाउल्लाह को समझाने के प्रयास किए गए, मर वह मानने को तैयार नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि इसके बाद फरीदा ने शनिवार को महिला थाना में प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने तत्काल कारवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की तस्दीक कर रही है। 

मल्टी ब्रांड रिटेल में एफडीआई की इजाजत नहीं : निर्मला

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वाणिज्य और उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमन ने सोमवार को कहा कि सरकार मल्टी ब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की इजाजत नहीं देगी। एनडीए सरकार के 100 दिन पूरे होने पर सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर बात करते हुए सितारमन ने एक प्रेस वार्ता में कहा, "हम इस बात को लेकर एकमत हैं कि मल्टी ब्रांड रिटेल क्षेत्र में एफडीआई की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसमें किसी तरह की दुविधा या संदेह नहीं होना चाहिए।"

सीतारमन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मल्टी ब्रांड पर अपनी स्थिति पहले ही साफ कर दी थी और उसी आधार पर चुनावों में भी जीत हासिल की। सीतारमन के अनुसार, "हमारे मन में एफडीआई को लेकर कोई दुविधा नहीं है। हम मल्टी ब्रांड रिटेल में एफडीआई नहीं चाहते हैं।"

गौरतलब है कि पिछली संप्रग सरकार ने मल्टी ब्रांड रिटेल क्षेत्र में 51 प्रतिशत एफडीआई की इजाजत दी थी। भाजपा ने हालांकि उस नीति को रद्द करने का अभी कोई इरादा नहीं दिखाया है। सीतारमन ने ई-कॉमर्स के जरिए पिछले दरवाजे से एफडीआई को मल्टी रिटेल ब्रांड में लाने की आशंका पर कहा, "हम ई-कॉमर्स में भी एफडीआई को इजाजत देने नहीं जा रहे।"

रेल मंत्री के बेटे को मिली अग्रिम जमानत

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कर्नाटक की राजधानी की एक अदालत ने दुष्कर्म और धोखाधड़ी के आरोपों का सामना कर रहे रेल मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा के बेटे कार्तिक गौड़ा को सोमवार को अग्रिम जमानत दे दी। अदालत की आठवीं अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी न्यायमूर्ति मुदी गोदार ने कहा कि हर महीने की 15 और 30 तारीख को कार्तिक पुलिस के समक्ष पेश होंगे। अदालत ने उन्हें दो लाख रुपये के निजी मुचलका और समान राशि की जमानती दो जामिनों से दिलाने का निर्देश दिया। 

कन्नड़ फिल्म अभिनेत्री मैत्रेयी ने कार्तिक की एक अन्य युवती से सगाई के बाद उनके खिलाफ 27 अगस्त को कोड़ागु जिले के मादिकेरी में मामला दर्ज कराया था। मैत्रेयी का दावा है कि कार्तिक उसके साथ पहले ही विवाह कर चुका है। उसने शारीरिक संबंध भी कायम किया था। मैत्रेयी उस विवाह को धोखाधड़ी और शारीरिक संबंध को दुष्कर्म मान रही हैं। 

न्यायाधीश ने 30 वर्षीय कार्तिक को सुनवाई पूरी होने तक अदालत में अपना पासपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है। कार्तिक के वकील बी.वी.आचार्य ने इस मामले में लगभग एक सप्ताह तक बहस की थी, इसके बाद अदालत ने अग्रिम जमानत मंजूर कर ली।

पुलिस ने मॉडल से अभिनेत्री बनीं मैत्रेयी के लगाए आरोपों के संबंध में पूछताछ के लिए कार्तिक को कई बार सम्मन भेजा था, मगर वह जांच दल के समक्ष पेश नहीं हुआ। इसके बाद अदालत ने 4 सितंबर को कार्तिक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। कार्तिक की सगाई कोडागू में उद्योगपति ननैया की बेटी स्वाती से 27 अगस्त को हुई थी।

सोमदेव ने भारत के जीत की संभावना जताई

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somdev devbarman
भारत के टेनिस खिलाड़ी सोमदेव देवबर्मन ने सोमवार को कहा कि विश्व के शीर्ष वरीयता प्राप्त सर्बिया के नोवाक जोकोविक के डेविस कप वर्ल्ड ग्रुप प्लेऑफ में नहीं खेलने से भारत की जीत की संभावनाएं बढ़ गई हैं। एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट में रविवार को अपने से कम रैंकिंग वाले जापान के योसिहीटो निशिओका से हार के बाद सोमदेव सोमवार को शंघाई से स्वदेश लौटे। आते ही सोमदेव डेविड कप प्लेऑफ की तैयारियों में जुट गए। वह हालांकि फिट लेकिन जरूर थोड़े थके हुए नजर आ रहे थे।

विश्व की 144वें वरीयता प्राप्त 29 वर्षीय सोमदेव ने कहा, "चोट के कारण मेरा यह सत्र बहुत अच्छा नहीं रहा लेकिन मैं अच्छा खेल रहा हूं। शंघाई में भी मैंने काफी समय कोर्ट में बिताया।"सोमदेव साल 2011 में विश्व वरीयता 62वें स्थान पर पहुंचना में कामयाब रहे थे। इसके बाद हालांकि चोट के कारण उनकी विश्व रैंकिंग लगातार गिरती गई। 

सोमदेव का मानना है कि जोकोविक के सर्बिया की टीम में नहीं होने से निश्चित रूप से भारत को फायदा मिलेगा। सोमदेव ने कहा,"जोकेविक के नहीं खेलने को लेकर मेरे मन नें मिश्रित भावना है। वह यहां आते तो यह टेनिस प्रशंसकों के लिए जरूर अच्छा होता। उनके नहीं खेलने से हालांकि हमारी जीत की संभावनाए ज्यादा होंगी। वैसे, उनके एकल खिलाड़ी वरीयता में हमसे ऊपर हैं ऐसे में हमें काफी अच्छा खेलना होगा।" लिएंडर पेस के भारतीय टीम की ओर से खेलने पर सोमदेव ने कहा कि भारत के लिए यह फायदेमंद होगा।

बिहार पुलिस गोलियों की जगह काली मिर्च इस्तेमाल करेगी

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bihar police
बिहार में सुरक्षा बलों के आधुनिकीकरण का काम जोरों पर है। हिंसक भीड़ पर नियंत्रण और उसे तितर-बितर करने के दौरान गोलीबारी से होने वाले घायलों की संख्या कम करने के लिए बिहार पुलिस ने कमर कस ली है। अब ऐसी स्थितियों में वह रबर बुलेट और काली मिर्च की गोलियों का इस्तेमाल करेगी। बिहार पुलिस प्रमुख पी.के.ठाकुर ने कहा, "हिंसक भीड़ पर नियंत्रण और उसे तितर-बितर करने के लिए पेपर और पैलेट गन खरीदने की प्रक्रिया हमने शुरू कर दी है।"

ठाकुर ने कहा कि ऐसे 150 से ज्यादा पेपर और पैलेट गन खरीदने के लिए राज्य पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है। दंगे और अन्य हिंसक घटनाओं समेत कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थितियों से निपटने के लिए इसका इस्तेमाल बिहार सरकार की दंगा रोधी अर्धसैनिक बलों द्वारा किया जाएगा। एक अन्य पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पेपर गन से सफेद काली मिर्च से भरे गोलों का एक गुच्छा निकलेगा, जिससे कुछ मिनट तक दंगाइयों की आंखों में जलन होगा। साथ ही इससे लगातार खांसी होगी। 

पेपर बुलेट को 150-200 गज की दूरी से दागा जा सकेगा। आंसू गैस के गोलों की तरह दंगाई इसे वापस पुलिस की तरफ नहीं फेंक पाएंगे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमारा लक्ष्य घायल होने के जोखिम को कम करना है।"बिहार देश का पहला राज्य है, जिसने केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल के रैपिड एक्शन फोर्स की तर्ज पर अपने दंगा रोधी बल का गठन किया है। 

उल्लेखनीय है कि इस महीने की शुरुआत में पटना में प्रदर्शन कर रहे बाढ़ पीड़ितों पर गोलीबारी के दौरान कम से कम छह लोग घायल हो गए थे। जबकि जुलाई में रोहतास और औरंगाबाद जिले में प्रदर्शनकारी गांव वालों को नियंत्रित करने के दौरान की गई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "भीड़ पर रबर बुलेट की जगह गोलीबारी पर विपक्ष और मानवाधिकार कार्यकर्ता हमेशा पुलिस पर निशाना साधती रही है।"

मोहनिया भाजपा में शामिल होना चाहते थे : डागर

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Sher Singh Dagar
आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दिनेश मोहनिया को खरीदने की कोशिश करने के आरोप का सामना रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष शेर सिंह डागर ने सोमवार को कहा कि आप नेता ने खुद उनसे मुलाकात की थी और भाजपा में शामिल होने की इच्छा जताई थी। दूसरी तरफ बचाव की मुद्रा में आई भाजपा ने डागर से दूरी बना ली है। डागर ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, "आप विधायक 45 दिन पहले मुझसे मिलने आए थे और कल (रविवार) भी उन्होंने मुलाकात की थी। जब से भाजपा ने केंद्र में सरकार बनाई है, वह हमारी पार्टी में शामिल होना चाहते थे।"

उन्होंने कहा, "वह (मोहनिया) मुझसे मिलने आए थे और मैं कभी उनसे (मोहनिया से) मिलने नहीं गया। पैसे की कोई बात नहीं हुई थी और न ही मैंने उनके सामने कोई पेशकश की थी।"डागर ने कहा कि आप द्वारा जारी किया गया वीडियो असली नहीं है, और अगर उन पर लगे आरोप साबित हो जाते हैं, तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे। भाजपा नेता ने कहा, "आप मेरा 44 साल का रिकार्ड देख सकते हैं। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। अगर पार्टी मुझे निष्कासित करना चाहती है, तो वह कर सकती है। मैं आप के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा।"

आप की ओर से सोमवार को जारी हुए वीडियो में डागर कथित रूप से मोहनिया को दिल्ली में भाजपा की सरकार बनाने में मदद के लिए पैसे व महत्वपूर्ण पद की पेशकश कर रहे हैं। इस वीडियो के साथ ही भाजपा बैकफुट पर आ गई है, जिस वजह से इसने डागर से दूरी बना ली है और कहा कि वह मोहनिया से व्यक्तिगत तौर पर मिले होंगे। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सांबित पात्रा डागर के संवाददाता सम्मेलन में शामिल होने वाले थे, लेकिन वह इसमें नजर नहीं आए। 

भाजपा के एक अन्य नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा, "आप लंबे समय से यह कर रही है। इससे पहले उसने भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी के खिलाफ आरोप लगाए थे और फिर बाद में माफी मांगी थी। वे फिर हम पर हमले कर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आर.पी.सिंह ने वीडियो टेप के फोरेंसिक लैब में जांच कराए जाने की मांग करते हुए निर्दोष साबित होने तक डागर को इस्तीफा देने की सलाह दी है। 

सिंह ने आईएएनएस से कहा, "आप ने पूरा वीडियो नहीं दिखाया है और संपादित हिस्सा दिखाया है। हम वीडयो के फोरेंसिक लैब में जांच किए जाने की मांग करते हैं।"उन्होंने कहा, "मामले की जांच तक डागर को इस्तीफा दे देना चाहिए।"आप संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा 14 फरवरी को इस्तीफा दिए जाने के बाद से दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू है।

लातेहर में माओवादियों ने पटरी उड़ाई, ट्रेन सेवाएं बाधित

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झारखंड के लातेहर में लाल आतंक ने एक बार फिर से तबाही मचाई है। लातेहर में नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक उड़ा दी है। माओवादियों ने रेलवे ट्रैक को क्षतिग्रस्त कर मालगाड़ी पलट दी और उसे विस्फोट से उड़ा दिया।

धनबाद रेलमंडल के बरकाकाना-बरवाडीह रेलखंड पर रात लगभग 2:15 बजे नक्सलियों ने बेंदी रेलवे स्टेशन के पास रेल पटरी को विस्फोट को उड़ा दी है। थोड़ी देर बाद वहां से गुजरी कोयला लदी मालगाड़ी की 24 बोगियां पटरी से उतर गई। नक्सलियों ने चालक कमलेश कुमार, सहायक चालक चंदन कुमार व गार्ड मनीष कुमार को बंधक बनाकर  मालगाड़ी को विस्फोट कर उड़ा दिया। हलांकि बाद में उन्होंने रेल कर्मियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।

नक्सलियों ने बरवाडीह-बरकाकाना रेल खंड पर संगठन के अगले आदेश तक रेल परिचालन बंद रखने का फरमान सुनाया है।इस घटना के बाद से इस रेलवे ट्रैक पर रेल का परिचालन ठप हो गया है। घटनास्थल पर छोड़े गए पर्चे में नक्सलियों ने चारों ओर बम लगे होने से मजदूरों को रेल पेटरी से हटकर चलने को कहा है।

विशेष आलेख : बाढ़ नई हो सकती है, मुसीबतें नई नहीं हैं...

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आज-कल समाचार चैनल¨ं से लेकर अखबार¨ं तक हर जगह जम्मु कश्मीर में आई बाढ़ सुर्खिय¨ं में फैली हुई है। इस बाढ़ की वजह से पूरे राज्य में लगभग 150 ल¨ग मारे जा चुके हैं। सभी महत्वपूर्ण राजमार्ग बंद हैं। जगह भू-स्खलन की वजह से भारी तबाही मची हुई है। 7 सिंतबर क¨ प्रधानमंत्री नरेंद्र म¨दी जी ने भी राज्य का द©रा किया। उन्ह¨ंने राज्य क¨ 1000 कर¨ड़ रुपए की मदद देने की भी घ¨षणा की। बाढ़ में मारे गए ल¨ग¨ं के परिजन¨ं क¨ प्रधानमंत्री क¨ष से 2 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का कहना है कि सभी प्रभावित क्षेत्र¨ं में युद्ध स्तर पर राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। आज जम्मु कश्मीर के दूर-दराज के गांव¨ं तक मीडिया पहुंचकर तबाही की खबरें पूरे देश तक पहुंचा रहा है। मीडिया का यह प्रयास काबिले तारीफ है। लेकिन बहुत दुख की बात यह है कि सामान्य परिस्थितिय¨ं में जम्मू कश्मीर के दूर-दराज गांव¨ं के हालात कभी भी मुख्यधारा की मीडिया में जगह नहीं बना पाए हैं। जम्मू के सीमावर्ती गांव तमाम बुनियादी सुविधाअ¨ं की किल्लत से जूझ रहे हैं। इन इलाक¨ं में रहने वाले ल¨ग¨ं के बुनियादी सुविधाअ¨ं के अभाव का दंश सीमा पार से ह¨ने वाली ग¨ली-बारी के साथ मिलकर उनके जीवन क¨ नर्क बना देता है। हम अपने इस लेख में एक ऐसे ही समस्या के बारे में बात कर रहे हैं ज¨ न कि इस इलाके के वर्तमान क¨ प्रभावित कर रहा है बल्कि इसके भविष्य क¨ भी प्रभावित कर रहा है।
            
live aaryaavart dot comपुंछ हेडक्र्वाटर से तकरीबन 18 किलोमीटर की दूरी पर तहसील सुरनकोट केषिंदरा नामक गांव का प्राथमिक विद्यालय ऐसे ही एक मुद्दे शिक्षा के हालात की वास्तविकता क¨ बयां करता है। स्कूल तो हैं मगर स्कूल मंे बुनियादी सुविधाओं की कमी के चलते गांव में बच्चे आज भी षिक्षा से वंचित हैं। स्कूल में सिर्फ 20 बच्चे पढ़ते हैं और स्कूल की इमारत भी नहीं है। स्कूल में दो अध्यापक हैं और एक स्थान अभी भी रिक्त पड़ा हुआ है। इस बारे में जब स्कूल के अध्यापक षौकत अली से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्कूल का उद्घाटन साल 2000 में हुआ था और मैंने सन् 2003 में स्कूल में कार्यभार संभाला था। उन्होंने बताया कि स्कूल की इमारत न होने की वजह से स्कूल एक दुकान में चलता है। उनसे जब पूछा गया कि बरसात के दिनों में आप बच्चों को कहां पढ़ाते हैं तो इस पर उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में हमें बहुत कठिनाईयांे का सामना करना पड़ता है। जिस दुकान में स्कूल चलता है उस दुकान में बरसात के दिनों में सिर्फ 8-10 बच्चे आराम से बैठ सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि स्कूल की खस्ताहाली को लेकर वह कई बार अखबारों मंे विज्ञापन देने के अलावा जैडईओ और सीईओ के पास कई बार जा चुके हैं मगर अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है। हां इतना ज़रूर हुआ था कि 28 सितंबर 2013 को सीईओ अब्दुल हामिद फानी साहब यहां पर आए ज़रूर थे मगर उनके आने का भी कोई फायदा न हो सका। स्कूल के छात्र-छात्राओं का कहना है  कि अध्यापक अपनी ड्यूटी ठीक से निभाते हैं लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी के चलते षिक्षण का कार्य ठीक से नहीं हो पाता है। इस स्कूल केे पास से एक नदी गुज़रती है। बरसात के दिनों में नदी में पानी बहुत अधिक हो जाता है जिसकी वजह से बच्चों को खतरा पैदा हो सकता है क्योंकि बच्चे इसी नदी को पार करके स्कूल को जाते हैं। 

षिंदरा के हायर सेकेंडरी स्कूल की भी स्थिति इससे क¨ई बहुत ज्यादा अच्छी नहीं हैं। । इस स्कूल में आठ अध्यापक हैं और तकरीबन 2 सौ बच्चे हैं। स्कूल में आठवीं तक के छात्र-छात्राओं के बैठने के लिए सीटों का इंतेज़ाम नहीं है। आठवीं तक के सभी बच्चे ज़मीन में बैठकर षिक्षा ग्रहण करते हैं। खास बात यह है कि स्कूल में सफाई कर्मचारी का पद रिक्त पड़ा हुआ है जिसकी वजह से छात्र-छात्राओं को रोज़ाना कक्षाओं की साफ सफाई करनी पड़ती है। इस बारे में स्कूल की आठवीं कक्षा की छात्रा यासमीन कौसर का कहना है कि हमें रोज़ सुबह आकर कक्षाओं की सफाई करनी पड़ती है जिससे रोज़ कपड़े गंदे हो जाते हैं। स्कूल में कमरे की दीवार पर जो मैन्यू लिस्ट लिखी हुई है उस लिस्ट के आधार पर बच्चों को मीड डे मील का खाना नहीं दिया जा रहा है। मीड डे मील का खाना जिस कमरे में बनता है सर्मचारी कर्मचारी न होने की वजह से वह कमरा भी गंदा पड़ा रहता है। ऐसे में अगर बच्चे बीमार पड़ते हैं तो इसकी जि़म्मेदारी कौन लेगा। 
                     
जम्मू कष्मीर इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक 1950 -1951 में जहां राज्य में 1,115 प्राईमरी स्कूल और 139 मीडिल स्कूल थेे, वहीं 2005-2006 में यह तादाद बढ़कर 19,178 और 5,788 हो गयी। यह वह आंकड़े हैं जो राज्य सरकार की षिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों को दरषा रहे हैं। लेकिन अगर जम्मू प्रांत के पुंछ जि़ले की बात की जाए तो यहां षिक्षा की व्यवस्था दम तोड़ती हुई नज़र आती है। यहां षिक्षा की स्थिति को देखकर ऐसा लगता है कि सरकार की सारी योजनाएं सिर्फ कागज़ांे तक ही सीमित रह गयीं हैं। 2005 में षिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बावजूद यहां के बच्चों के लिए गुणवŸाापूर्ण बुनियादी षिक्षा हासिल करना किसी सपने के हकीकत में बदलने की तरह ही है। 







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हरीश कुमार
(चरखा फीचर्स)

आलेख : भारतीय मीडिया में खबरों का ज्वार - भाटा...!!

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पता नहीं क्यों  मुझे भारतीय मीडिया का मिजाज भारत - पाकिस्तान  सीमा की तरह विरोधाभासी व अबूझ प्रतीत होता है। भारत - पाक की सीमा में कब बम - गोलियां बरसने लगे और कब दोनों देशों के सैन्य अधिकारी आपस में हाथ मिलाते नजर आ जाएं, कहना मुश्किल है। अभी कुछ दिन पहले तक चैनलों पर सीमा में तनाव की इतनी खबरें चली कि  लगने लगा कि दोनों देशों के हुक्मरान  लड़ाई करा कर ही मानेंगे। फिर पता चला कि नवाज शरीफ  ने अपने देश के हुक्मरानों के लिए रसीले आम भिजवाएं है। अपने मीडिया का मिजाज भी कुछ एेसा ही है। समुद्र की अनंत लहरों की तरह भारतीय मीडिया में भी खबरों का ज्वार - भाटा निरंतर चलता ही रहता है। हालांकि कुछेक विरोधाभास के चलते यह समझना मुश्किल होता है कि एेसा खबरों के महत्व के चलते होता है या मीडिया अपनी सुविधा से यह ज्वार - भाटा तैयार करता रहता है। 

प्रादेशिक हो या राष्ट्रीय मीडिया। हर जगह यह विरोधाभास नजर आता है। लोग भूले नहीं होंगे कि एक दौर में अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल लंबे समय तक सारे चैनलों के सुपरस्टार बने रहे। लेकिन अब उनसे जुड़ी खबरें लगभग न के बराबर ही दिखाई पड़ती है। इसी तरह पश्चिम बंगाल के बंगला चैनलों पर अचानक जानलेवा इंसेफेलाइटिस रोग से जुड़ी खबरें सुर्खियां बनती है। इस विषय पर अस्पतालों की बदहाली के दृश्य। राजनेताओं और स्वास्थ्य अधिकारियों के बयान। जगह - जगह सुअर पकड़ते सरकारी कर्मचारी और सुअरों के मच्छरदानी में विचरण के दृश्य प्रमुखता से नजर आते हैं। अचानक परिदृश्य बदला और इंसेफेलाइटिस की खबरें गायब। अब एेसा तो नहीं कि जो लोग सुअरों को पकड़ रहे थे, खबरें बंद हो जाने पर वे अपने घर चले गए। या  फिर सुअरों को मच्छरदानी से निकाल कर पूर्ववत स्थिति में आजाद कर दिया गया। 

अगर कहीं समस्या हुई होगी तो जरूर लगातार कई दिनों तक इस पर धमा चौकड़ी मची होगी। लेकिन मीडिया के अपने कायदे हैं। कुछ दिनों की चुप्पी के बाद फिर इसेफेलाइटिस से जुड़ी चंद खबरों का डोज। कुछ एेसा ही हाल कथित राष्ट्रीय मीडिया का भी है। अभी कुछ दिन पहले तक चैनलों पर रात - दिन लव जेहाद और रांची के रंजीत कोहली या रफीकुल बनाम तारा की खबरें रहस्यलोक तैयार करने में लगी थी। रंजीत या रफीकुल के घर से इतने सिम मिले, उसके तार कई बड़े - बड़े लोगों से जुड़े हैं... वगैरह - वगैरह। फिर एकाएक इससे जुड़ी खबरें गायब। इस मामले में भी यह तो संभव नहीं कि चैनलों ने दिखाना बंद कर दिया तो रंजीत या रफीकुल का रहस्यलोक भी एकाएक गायब हो गया। लेकिन कुछ दिनों तक आसमान पर बिठाए रखने के बाद मीडिय़ा  हर किसी को जमीन पर पटकने का अादी हो चला लगता है। लिहाजा लव जेहाद के मामले में भी हुआ। कभी रात - दिन रफीकुल का रहस्यलोक तो एकाएक सब कुछ गायब। उसकी जगह पर धौनी सेना और मास्टर मोदी के कारनामे ने ले ली। बेहतर होगा कि मीडिया जिस मसले को पकड़े तो उसे अंजाम तक पहुंचा करके ही दम ले। किसी को आसमान पर बिठा देना और फिर एकदम से जमीन पर पटक देना भी उचित नहीं कहा जा सकता।  






तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर ( पशिचम बंगाल) 
संपर्कः 09434453934
​लेखक दैनिक जागरण से जुड़े हैं। 

विशेष : संत लक्ष्मीनाथ गोसाईं पर केंद्रित परिसंवाद तथा कवि सम्मेलन

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  • - साहित्यिक विकास के बिना देश का विकास असंभव- डा. वीणा ठाकुर
  • - गोस्वामी तुलसीदास के बाद महत्वपूर्ण समन्वयवादी कवि हुए लक्षमीनाथ गोसाईं- देवेन्द्र कुमार देवेश
  • - मिथिला में नवजागरण के प्रथम शलाकापुरुष हैं लक्षमीनाथ गोसाईं- तारानंद वियोगी

प्रलेस सम्मलेन महापुरुषों के जीवन और कृतित्व की यह खासियत होती है कि वे एक ही साथ साधारण से साधारण व्यक्ति के लिए भी बोधगम्य और जीवनोपयोगी होते हैं तो दूसरी ओर उच्च कोटी के बौद्धिकों के लिए विमर्श की वस्तु होते हैं। यह विशेषता हमें लक्ष्मीनाथ गोसाईं के जीवन और कृतित्व मे मिलता है। गोसाईं जी का साहित्य विशुद्ध रुप से नवजागरण की देन है, जो उन्नीसवीं सदी के भारत के लिए एक विलक्षण जीवन मूल्य था। उनके भजनों में अंग्रेजी राजसत्ता के प्रति तीव्र घृणा और विद्रोह की भावना व्यक्त हुई है।

मिथिला के नवजागरण के प्रथम उदय के वे शलाका पुरुष हैं। धर्म, जाति, पंथ आदि तमाम चीजों से ऊपर जाकर उन्होंने न केवल अपनी भक्ति-रचनाएं लिखीं, अपितु दूर दराज के इलाकों में घूम-घूमकर विधेय जीवनमूल्यों को प्रचारित प्रसारित भी किया। 
मैं इस बात की संभावना देख रहा हूँ कि जैसे स्वामी दयानन्द ने अवध के गांवों में भूमिगत रहकर अंग्रेजों के विरुद्ध 1857 के विद्रोह की पृष्ठभूमि तैयार की थी, ठीक वही काम लक्ष्मीनाथ गोसाईं ने भी किया। लक्ष्मीनाथ पौरूष के गीतकार थे। उनकी रचनाओं में हम सर्वत्र ओज और उत्साह का भाव पाते हैं। राम, उनके साथ ही मैथिली साहित्य में आये। वरना, राम की कोई विशेष प्रतिष्ठा मिथिला में नहीं थी। मिथिला ने परंपरागत रूप से राम को कभी अच्छा नहीं माना, क्योंकि उन्होंने मिथिला की बेटी सीता को सताया..

प्रलेस सम्मलेन
उपर्युक्त बातें साहित्य अकादेमी नई दिल्ली एवं गोस्वामी लक्ष्मीनाथ संगीत महाविधालय, परसरमा, सुपौल के संयुक्त तत्वावधान में रविवार 7 सितंबर को आयोजित ’संत कवि लक्ष्मीनाथ गोसाईं पर केंद्रित परिसंवाद तथा कवि सम्मेलन’ कार्यक्रम में साहित्यकार तारानंद वियोगी ने कही।

कार्यक्रम मे अतिथियों का स्वागत करते हुए डा. देवेन्द्र कुमार देवेश (विशेष कार्याधिकारी, साहित्य अकादमी, नई दिल्ली) ने कहा कि गोस्वामी  तुलसीदास के बाद लक्ष्मीनाथ गोसाईं एकमात्र समन्वयवादी कवि हुए जिन्होंने निर्गुण और सगुण का समन्वय किया। लक्ष्मीनाथ गोसाईं के साहित्य से हम काफी ऊर्जा और प्रेरणा पा सकते हैं। इस साहित्यिक आयोजन में उपस्थित होना मेरे लिए सौभाग्य का विषय है। कार्यक्रम का उद्घाटन डा. तिलक नाथ मिश्र व साहित्य अकादेमी में मैथिली भाषा परामर्श मंडल की संयोजिका डा. वीणा ठाकुर ने दीप प्रज्जलित कर किया एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता मैथिली साहित्य अकादमी, बिहार के निवर्तमान अध्यक्ष कमलाकांत झा ने की। इस उद्घाटन सत्र में बीज भाषणकर्ता धीरेंद्र ना. झा धीर एवं मुख्य अतिथि परमेश्वर झा थे। इस अवसर पर वीणा ठाकुर ने कहा कि साहित्य अकादेमी की स्थापना का उद्देश्य विभिन्न भारतीय भाषाओं का विकास है। साहित्य संस्कृति का परिचायक होता है। इसलिए साहित्य के विकास बिना देश का विकास नहीं हो सकता। इस साहित्यक आयोजन में हम मुख्य रूप में भारतीय साहित्य में लक्ष्मीनाथ गोसाईं के योगदान विषय पर विमर्श करेंगे। लक्ष्मीनाथ गोसाईं के साहित्यिक योगदान का भारतीय दर्शन में क्या महत्व है हमे इसे समझना होगा।  
एक दिवसीय इस कार्यक्रम के प्रतिभागियों ने परिसंवाद को आगे बढाते हुए डा. रामनरेश सिंह ने - 1857 ई. की क्रांति और लक्ष्मीनाथ गोस्वामी, डा.- कुलानंद झा ने- लक्ष्मीनाथ गोस्वामी के कृष्ण संबन्धी पद की विशेषता, अभयकांत ठाकुर ने- परमहंस लक्ष्मीनाथ गोसाईं के जीवनवृत और योग साधना, सुनीता झा ने- परमहंस लक्ष्मीनाथ गोसाईं की आध्यात्मिक चेतना एवं सामाजिक व्यवस्था, तद्विषय्क आलेख पाठ किया। रामचैतन्य धीरज ने ’संत लक्ष्मीनाथ गोसाईं रचित प्राती में आध्यात्मिक दर्शन पर बोलते हुए कहाकि आज विज्ञान ने भी भारतीय आध्यात्म चिंतन- मुख्यत: वेदांत को प्रमाणित कर एक नया संदेश दिया है कि वेदांत का प्रमाण अकाट्य है। गोस्वामी लक्ष्मीनाथ जी ने वेदांत की परंपरा में ही चिंतन एवं योग प्रयोग किया। इनके आध्यात्मिक चिंतन में मुख्यत: प्राती मे योग दर्शन का प्रयोग अद्वितीय है।
 
अरविन्द ठाकुर ने- संत लक्ष्मीनाथ गोसाईं के व्यवहारिक गीत में निगुण भाव पर आलेख पाठ करते हुए कहा कि लक्ष्मीनाथ गोसाईं को किसी वाद किसी धारा किसी पंथ से जोड़े बिना उन्हें एक भक्त कवि और उनकी रचनाओं को शुद्ध भजन-कीर्तन मानकर ही उनका सटीक साहित्यिक विश्लेषण, मूल्यांकन किया जा सकता है। अरविन्द ठाकुर ने लक्ष्मीनाथ गोसाईं जी को कर्मकंडी-कबीरपंथी की संज्ञा दी। उनकी लेखनी में सिद्धपंथियों, नाथपंथियों और सगुण-निर्गुण के विभिन्न धाराओं का प्रभाव रहा है। उन्होंने साहित्यकार हरिशंकर श्रीवास्तव ’शलभ’ को संदर्भित करते हुए कहा कि -गोस्वामी जी बाग्कार कवि थे जो स्वयं गीतों की रचना करते, उन्हें राग-रागिनियों में बांधते तथा अपनी कीर्तन मंडली द्वारा उसे गवाते। यह उनका अद्भुत लोक संपर्क कार्य था। इस प्रकार वे अपने समय के महान जनकवि थे।

इसी सत्र में किसुन संकल्प लोक, सुपौल द्वारा प्रकाशित पुस्तक ’मैथिली साहित्यक इतिहास’ (लेखक: मायानन्द मिश्र) का लोकर्पण साहित्यकार डा. तारानंद वियोगी एवं साहित्य आकादेमी, नई दिल्ली से पधारे डा. देवेंद्र कु. देवेश ने किया ।
आयोजन का मुख्य आकर्षण कवि सम्मेलन भी रहा।जिसकी अध्यक्षता कमलकांत झा ने की एवं भारती झा, बिजली प्रकाश, लीना सिंह, गुंजन कुमारी, अमलेंदु शेखर पाठक, चंद्रमणि झा, विधाधर मिश्र व जयप्रकाश जनक ने काव्य पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। समारोह के आरंभ में रिशु मिश्र द्वारा प्रस्तुत भगवती वंदना ’ जय-जय भैरवि असुर भयावनि...’ एवं स्वागतगान हुआ
समारोह में कोसी एवं मिथिला क्षेत्र के साहित्य प्रेमियों एवं कलमकारों की उपस्थिति जम कर रही। किसलय कृष्ण, रघुनाथ मुखिया, मयूख जी, सुरेन्द्र भारती, प्रतिभा, महेन्द्र ना. पंकज एवं अरविन्द श्रीवास्तव आदि की सक्रियता भी बनी रही। बुद्धिजीवियों ने साहित्य अकादमी का आभार व्यक्त किया, ऎसे आयोजन के लिए..।




अरविन्द श्रीवास्तव, 
मधेपुरा (बिहार)
मोबाइल- 9431080862.

कोल ब्लॉक आबंटन मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित

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केंद्र सरकार उन कोयला प्रखंडों के आवंटन रद्द करने के पक्ष में है जिन्हें उच्चतम न्यायालय ने गैर-कानूनी करार दिया था।  न्यायालय ने मंगलवार को 218 कोयला ब्लॉक के भविष्य पर सुनवाई पूरी की। कोर्ट ने इस बारे में फैसला बाद में सुनाने का निर्णय लिया है।

उल्लेखनीय है कि इनके आबंटन को न्यायालय पहले ही गैर-कानूनी घोषित कर चुका है। सुनवाई के दौरान केंद्र ने न्यायालय में कहा, कुल मिलाकर, कोयला प्रखंडों के आबंटनों का निरस्तीकरण ही इसकी स्वाभाविक परिणति है।

केन्द्र ने उच्चतम न्यायालय से कहा, उन 46 कोयला प्रखंडों के संबंध में विचार किया जाना चाहिए, जिनका परिचालन हो रहा है या जल्दी शुरू होने वाला है। कोयला ब्लॉकों की आबंटी कंपनियों ने न्यायालय से अनुरोध किया कि उन्हें सुने बगैर आबंटन रद्द नहीं किया जाए।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (09 सितम्बर)

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सीएम ने किया गोविंद वल्लभ पंत का स्मरण

देहरादून, 9 सितम्बर (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भारत रत्न पं0 गोविन्द बल्लभ पंत का उनकी 127वीं जयन्ती पर भावपूर्ण स्मरण किया है। पं. गोविन्द बल्लभ पंत जयंती की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें पण्डित पंत जी द्वारा देश सेवा के लिए किये गये संघर्ष से प्रेरणा लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि पं. गोविन्द बल्लभ पन्त जैसे स्वाधीनता संग्राम के मुखर योद्धा, प्रभावशाली वक्ता, कुशल संसद्विद एवं समर्पित देशसेवी गिने-चुने ही हुये हैं, जिन पर हमें गर्व है। उन्होंने कहा कि पन्त जी ने देश को जो नई दिशा एवं सोच दी है हमे उनका अनुसरण करते हुए आगे बढ़ना होगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा है कि स्वाधीनता संग्राम के दौरान पन्त जी का योगदान इतिहास की धरोहर है और साइमन कमीशन के विरोध में उनके द्वारा किया गया प्रदर्शन एक ऐतिहासिक घटना है। उन्होने कुली बेगार तथा जमींदारी उन्मूलन के लिए भी निर्णायक लड़ाई लड़ी और समाज से इन बुराईयों को मिटाने में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंण्डित गोविन्द बल्लभ पंत द्वारा केन्द्रीय गृह मंत्री के रूप में की गई देश सेवा सराहनीय है पन्त जी ने सदैव इस पर्वतीय क्षेत्र के विकास के लिए भी समर्पित रूप से कार्य किया। 

केन्द्रीय मंत्री उमा से मिले मुख्यमंत्री रावत 

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देहरादून, 9 सितम्बर (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केद्रीय जल संसाधन, नदी विकास व गंगा पुनरूद्धार मंत्री उमा भारती से भेंट कर बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के पुनर्निर्माण, बाढ़ प्रबंधन व सिंचाई नहरों के निर्माण से संबंधित प्रस्तावों की स्वीकृति व विभिन्न योजनाओं में केंद्रांश की धनराशि को शीघ्र अवमुक्त किए जाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि केन्द्र पोषित बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम के अन्तर्गत विगत वर्षों में राज्य द्वारा गठित योजनाओं को गंगा बाढ़ नियंत्रण आयोग, पटना, भारत सरकार को प्रेषित किया गया था, जिनमें से  17 योजनाएं, लागत रू0 498.16 करोड, अभी भी टीएसी हेतु लंबित हैं, जिनपर जीएफसीसी/सीडब्ल्यूसी से यथाशीघ्र अनुमोदन दिया जाए। 08 बाढ़ सुरक्षा योजनाएं, जिनकी अनुमानित लागत रू0 296.36 करोड़ है  तथा जो जीएफसीसी/सीडब्ल्यूसी की टीएसी से अनुमोदित है। इन योजनाओं पर योजना आयोग, भारत सरकार से इन्वेस्टमेंट क्लीयरेन्स अपेक्षित है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से अपने स्तर से शीघ्र क्रियान्वयन कराए जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र पोषित बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम के अन्तर्गत 08  योजनाएं, लागत रू0 82.38 करोड़ की निर्माणाधीन है जिनपर अवषेश केन्द्रांश के रूप में रू0 29.46 करोड़ की धनराषि अवमुक्त की जानी है। केन्द्र पोषित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की पुनर्निर्माण योजना सीएसएस (आर) के अन्तर्गत कुल 54योजनाओं हेतु अनुमानित लागत रू0 657.79 करोड़ के प्र्रस्ताव भी गठित कर भारत सरकार को प्रेषित किये गये हैं, जिनपर भी भारत सरकार की स्वीकृति व केन्द्रांश के रूप में धनराशि अवमुक्त की जानी है। उन्होंने कहा कि त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (एआईबीपी) के अंतर्गत 26 योजनाएं, जिनकी अनुमानित लागत रू0 62.24 करोड़ है, वित्तपोषण हेतु भारत सरकार को प्रेषित की गई है। भारत सरकार द्वारा एआईबीपी के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2013-14 में 33 योजनाएं, लागत रू0 111.88 करोड़ स्वीकृत की गई हैं। इनके  केन्द्रांश की धनराशि जल्द अवमुक्त की जाए। मुख्यमंत्री ने इसके अतिरिक्त जल-संसाधन मंत्रालय में उत्तराखण्ड राज्य से संबंधित लम्बित प्रकरणों पर भी त्वरित कार्रवाई किए जाने की का अनुरोध किया।

राज्य में सड़कों विशेष रूप से राजमार्गों के संबंध में विस्तार से चर्चा

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देहरादून, 9 सितम्बर (निस)। केदारनाथ आपदा के बाद तात्कालिक आवश्यकताओं को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधनों से चारधाम मार्गों के किए गए पुनर्निर्माण पर हुए व्यय की प्रतिपूर्ति केंद्र सरकार उŸाराखण्ड को करे। मारचूला-भिकियासैण-चैखुटिया-खिराखनसर,-बाचूबंद-महालचैड़ व हरिद्वार- रोशनाबाद -बांदरजूर- बग्गावाला - बिहारीगढ़ को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जाए। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्रीय भूतल परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी से भेंट कर राज्य में सड़कों विशेष रूप से राजमार्गों के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि गत वर्ष आपदा के बाद बीआरओ व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण चारधाम से जुड़ी महत्वपूर्ण सड़कों की मरम्मत व पुनर्निर्माण का काम अपेक्षित रूप से नहीं कर पा रहे थे। इसलिय राज्य सरकार ने उŸाराखण्ड की आर्थिकी के लिए इन मार्गों को पुनः प्रारम्भ करने की तात्कालिक आवश्यकता को देखते हुए अपने संसाधनों से इन सड़कों की मरम्मत का काम किया था। बीआरओ के तहत लगभग 37 करोड़ 18 लाख रूपए व एनएचआईए के तहत मंगलौर से नेपाली फार्म एनएच-58 मार्ग पर 13 करोड़ 77 लाख रूपए की धनराशि राज्य द्वारा स्वयं वहन की गई थी। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री इस धनराशि की प्रतिपूर्ति करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय को भेजे गए 25 करोड़ 47 लाख रूपए के सीआरएफ प्रस्तावों की स्वीकृति जल्द देने का भी अनुरोध किया। एनएच 125 टनकपुर से पिथौरागढ़ की जल्द मरम्मत की जरूरत की ओर भी केंद्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित किया। वर्ष 2016 मे हरिद्वार में आयोजित होने वाले अर्धकुम्भ का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि एनएच 58 गाजियाबाद से हरिद्वार पर सुधार कार्य को सितम्बर 2015 तक अवश्य पूरा कर लिया जाए। हरिद्वार-रोशनाबाद-बांदरजूर-बग्गावाला-बिहारीगढ़ जिसकी लम्बाई लगभग 30 किमी है, को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा दिया जाए ताकि अर्धकुम्भ के अनुरूप इसे तैयार किया जा सके। मुख्यमंत्री श्री रावत ने पर्वतीय राज्य उŸाराखण्ड की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए एफडीआर व ओआर के तहत आवंटन को बढ़ाए जाने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014-15 में एफडीआर के तहत 33 करोड़ रूपए व ओआर के तहत 25 करोड़ रूपए की धनराशि आवंटित किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बताया कि गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी के तौर पर विकसित किया जाना है। इसके लिए रोड़-कनेक्टीविटी को सुधारने के लिए मारचूला-भिकियासैण-चैखुटिया-खिराखनसर,-बाचूबंद-महालचैड़ को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जाना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय सीमावर्ती क्षेत्रों में नए राष्ट्रीय राजमार्ग के संबंध में राज्य सरकारों से प्रस्ताव मंगवा रही है। उŸाराखण्ड सरकार ने अपने प्रस्ताव व संस्तुतियां केंद्र को प्रेषित कर दी हैं। उन्होंने उŸाराखंड के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग के भुगतान व लेखा कार्यालय को नई दिल्ली से देहरादून स्थानांतरित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य की दैवीय आपदा के प्रति संवेदनशीलता को देखते हुए केंद्रीय मंत्री राज्य सरकार के अनुरोध पर सकारात्मक कार्यवाही करेंगे व उŸाराखंड को प्राथमिकता दी जाएगी। 

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (09 सितम्बर)

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प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष लाहौल स्पिति में 13 सितम्बर से 15 सितम्बर तक दौरा करेगें

शिमला , 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। विधायक  एवं राश्टृीय अनुसूचित जनजातिय आयोग के उपाध्यक्ष रवि ठाकुर ने जिला लाहौल स्पिति कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों एवं  अग्रिम संगठन के पदाधिकारियों को आदेष दिया हे कि प्रदेष कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह जिला लाहौल स्पिति में 13 सितम्बर से 15 सितम्बर तक दौरा करेगें। उन्होने  कहा कि इस दौरे को सफल बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता अपने अपने बलॉको में ज्यादा से ज्यादा संख्या में उपस्थिति अवष्य दर्ज करवाएं। विधायक रवि ठाकुर ने खुषी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेष कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष का जिला में दौरा करने से  संगठन को अवष्य मजबूती प्रदान होगी।कमेटी की और से जिला पार्टी प्रवक्ता अनिल सहगल ने कहा कि प्रदेष पार्टी अध्यक्ष के दौरे की जानकारी तीनो ब्लॉक अध्यक्षों को दे दी गई है तथा सभी कार्यकता्रओं से आग्रह किया गया है कि संगठन हित में सभी बैठक के दौरान अवष्य उपस्थित रहे।

चौपाल के ननहार में प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम में 21 शिकायतों का निपटारा -

शिमला , 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। शिमला के चौपाल उपमंडल के ननहार में आयोजित प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त 26 शिकायतों में से 21 का निपटारा मौके पर किया गया जबकि शेष का निपटारा शीघ्र करने हेतु सम्बन्धित विभागों को भेजे गए। यह जानकारी आज उपमंडलाधिकारी चौपाल श्री नरेश ठाकुर ने दी।ठाकुर ने बताया कि उपमंडलाधिकारी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत 4000 रूपये तथा तहसीलदार चौपाल द्वारा रिलीफ फंड के रूप में प्राप्त 8300 रूपये की राशी भी सम्बन्धित पात्र व्यक्तियों को वितरित की गई ।नरेश ठाकुर ने बताया कि इस अवसर पर 8 वसीयते, 2 शपथ पत्र, 3 हिमाचली प्रमाणपत्र, 1 इंतकाल, 2 चरित्रप्रमाणपत्र बनाये गए। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य जांच शिविर कैम्प में 10 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई तथा रोगियों को मुफ्त दवाईयां भी वितरित की गई।  शिविर में ग्राम पंचायत ननहार तथा शीना के 270 लोगों ने अपनी विभिन्न प्रकार की समस्याओं के बारे में उपमंडलाधिकारी चौपाल को अवगत कराया। इस अवसर पर प्रधान गा्रम पंचायत ननहार श्रीमती हेमलता, प्रधान गा्रम पंचायत झीना श्री दुलची राम जिला परिषद मैम्बर चौपाल श्री भोपिन्द्र सिंह डोगरा व रोशनलाल किमटा, तहसीलदार चौपाल विक्रम सिंह नेगी, खंड विकास अधिकारी चौपाल श्री एस.एस.राठौर के अतिरिक्त काफी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे ।

‘हवा में तीर छोडऩा बंद करें’

शिमला , 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। हिमाचल प्रदेश राज्य विपणन बोर्ड के अध्यक्ष सुभाष मंगलेट ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री प्रेम कुमार धूमल को परामर्श दिया है कि वह ‘हवा में तीर छोडऩा बंद करें’। उन्होंने कहा कि श्री धूमल को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए कि क्रिकेट के नाम पर हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) ने गलत तरीके से जमीन को हथिया कर खिलाडिय़ों एवं प्रदेश के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। आज यहां जारी एक वक्तव्य में उन्होंने कहा कि प्रेम कुमार धूमल मीडिया का ध्यान आकर्षित करने और अनुराग ठाकुर द्वारा किए गए गलत कार्यों को छुपाने के लिए वर्तमान प्रदेश सरकार को गिराने और भविष्य में शीघ्र ही विधानसभा चुनाव होने के स्वयं के अनुमान पर आधारित तथ्यहीन वक्तव्य जारी कर रहे हैं ताकि लोगों का ध्यान विकास के मुद्दों से हटाया जा सके।  उन्होंने कहा कि प्रेम कुमार धूमल तथा उनके सांसद पुत्र अनुराग ठाकुर एवं अरूण ठाकुर धर्मशाला न्यायालय द्वारा उनके कार्याकाल वर्ष 2008-12 के दौरान एचपीसीए को भूमि आवंटन मामले में सम्मन जारी करने से विचलित हैं। इस मामले में सभी नियमों को दरकिनार कर भूमि को सोसायटी में परिवर्तित कर इसे राज्य से बाहर लखनऊ में पंजीकृत किया गया। इस भूमि पर खिलाडिय़ों के ठहरने के लिए मेगा स्टार होटल का निर्माण भी किया गया। उन्होंने कहा कि अब, जबकि कानून अपना काम कर रहा है और धूमल परिवार के गलत कार्य सामने आ रहे हैं, तब श्री प्रेम कुमार धूमल और उनके पुत्र को इस मामले में न्यायालय के आदेश आने तक पद पर बने रहने से रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर विश्वास होना चाहिए न कि इस मामले में शोर-शराबा कर अपनी गलतियों के लिए कांगेस सरकार पर दोषारोपण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाल ही में श्री धूमल ने कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहे आजाद विधायकों का मामला उठाया, लेकिन श्री धूमल यह भूल रहे हैं कि भाजपा कार्यकाल में उन्होंने एक आजाद विधायक को मंत्री बनाया और अब वह कांग्रेस सरकार  को समर्थन कर रहे आजाद विधायकों से अवांछित बर्ताव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री धूमल को अन्यों पर आरोप लगाने से पूर्व अपने अतीत में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय आ गया है जब लोगों को यह पता होना चाहिए कि धूमल परिवार ने अपने कार्यकाल के दौरान क्या गलत कार्य किए और इसी कारण उन्हें सत्ता से बाहर किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों का मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह पर पूर्ण विश्वास है, जो लागों के सच्चे हितैषी हैं। उन्होंने कहा कि मात्र यह कहना कि प्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव कभी भी हो सकते हैं, साबित करता हैे कि श्री प्रेम कुमार धूमल राज्य को चुनाव के अतिरिक्त वित्तीय बोझ के तले दबाना चाहते हैं और उनका लोगों के कल्याण से कोई लेना-देना नहीं है। श्री धूमल केवल सत्ता में बने रहना चाहते हैं और विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा को मिली हार को पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लागों ने कांग्रेस सरकार को स्पष्ट बहुमत दिया है तथा वर्तमान प्रदेश सरकार पूरी तरह स्थिर है और पूरे पांच साल तक अपना कार्यकाल पूरा करेगी।   
  
बिजली बंद रहेगी

कुल्लू, 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )।  जिला कुल्लू के कथेलीधार, धमसेरह, छारसु, घुंघरा, खल्याणी, लोट चरमाली, नैनासेरी, चकनानी, अप्पर बदाह, लोअर बदाह, टिक्कर बौड़ी क्षेत्र में 10 व 11 सितम्बर को एचटी तथा एलटी लाईन के रखरखाव के कारण प्रात: 9.30 बजे से सायं 5.30 बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। इसी तरह 12 सितम्बर, 2014 को सुल्तानपुर में रघुनाथपुर क्षेत्र में बिजली बंद रहेगी। यह जानकारी आज यहां विद्युत उप-मण्डल कुल्लू के सहायक अभियंता कुल्लू विकास गुप्ता ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए दी। 
   
मध्यस्थता से सुलझाएं विवादित मामले:- जिला एवं सत्र न्यायधीश कुल्लू

कुल्लू  , 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। जिला कुल्लू के अदालत परिसर में गत दिन विवादित मामलों को मध्यस्थता से निपटाने के विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कुल्लू की ओर से किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए जिला एवं सत्र न्यायधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष पुरेन्द्र वैद्य ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य लोगों के आपसी मामलों को मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने उपस्थित अधिवक्ताओं, प्रशिक्षित मिडिएटरर्ज और सम्बन्धित पार्टियों को जिनके मामले अगले तीन महीनों में लगने निश्चित हुए हैं, उन मामलों को मध्यस्थता की उपयोगिता के बारे में और महत्ता के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यशाला के अवसर पर सीजेएम कुल्लू वरिन्द्र ठाकुर ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर आरएन सैहणी स्पेशल ज्यूडिशियल मेजिस्ट्रेट कुल्लू, प्रशिक्षित मिडिएटर्ज राजेंद्र ठाकुर, डीएस ठाकुर, केएल ठाकुर, टीसी ठाकुर, वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश सूद, यादविन्द्र गुप्ता और एमके सूद भी इस कार्यशाला में उपस्थित थे। 

ईश्वरीय बोध तथा आपसी प्रेम भाईचारे को समर्पित निरंकारी

कुल्लू , 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। ईश्वरीय बोध तथा आपसी प्रेम भाईचारे को समर्पित निरंकारी मिशन में गत रविवार 7 सितम्बर प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया गया। निरंकारी सत्संग भवन गांधीनगर में उपस्थित मिशन के श्रद्धालुओं से मुखातिब होते हुए संयोजक बीआर रवि ने कहा कि 29 अगस्त, 2014 को निरंकारी राजमाता कुलवंत कौर जी नश्वर शरीर को त्याग ब्रह्मलीन हो गए। उनके द्वारा स्थापित आदर्शों को याद करने के लिए गत दिन को समूचे निरंकारी जगत में प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया गया। संयोजक बीआर रवि ने कहा कि निरंकारी मिशन के सद््गुरू हरदेव सिंह जी द्वारा आध्यात्मिक मार्ग के साथ-साथ पारिवारिक तथा सामाजिक सामंजस्य स्थापित करने तथा जीवन को मानवीय गुणों युक्त करने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि निरंकारी राजमाता कुलवंत कौर जी ने व्यक्ति के आत्मिक उत्थान के साथ-साथ सांसारिक जीवन को प्रेममयी, शांतिपूर्ण, सहयोगपूर्ण बनाने के लिए देश-विदेश में प्रचार यात्रा कर मिशन के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने में बहुमूल्य सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि निरंकारी राजमाता कुलवंत कौर जी द्वारा स्थापित आदर्शों पर चलना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।  इस मौके पर श्रद्धालुओं ने राजमाता के मानवता के प्रति समर्पण तथा योगदान को याद किया। 

शहीद बतरा जयंति पर कॉलेज को करोड़ों की सोगात

पालमपुर, 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )।  शहीद कै0 विक्रम बतरा की जयंति के अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष श्री बृज बिहारी लाल बुटेल नें शहीद कै0 विक्रम बतरा राजकीय महाविद्यालयों में लगभग 1 करोड़ 40 लाख रूपये विभिन्न विकास योजनाओं को उपहार के रूप में समर्पित किया। विस अध्यक्ष ने महाविद्यालय में 1 करोड़ से निर्मित होंने वाले मैदान का भूमि पूजन,  साढ़े 34 लाख रूपये से नवनिर्मित कैंटीन भवन, सवा 3 लाख से महाविद्यालय में वाई-फाई सुविधा और 4 लाख से बने आधुनिक बीसीए लैब का लोर्कापण किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के गुणात्मक सुधार एवं प्रसार के लिए कृतसंकल्प है, और चालू वित्त वर्ष में 4,282 करोड़ रुपये शिक्षा क्षेत्र में व्यय करने का प्रावधान किया है। मंगलवार को शहीद कै0 विक्रम बतरा राजकीय महाविद्यालय पालमपुर, में शहीद विक्रम बतरा की जयंति के अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष श्री बृज बिहारी लाल बुटेल ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त वाद-विवाद, रंगोली और पेंटिग इत्यादि इंटर कॉलेज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें जिला के 9 महाविद्यालयों के छात्रों ने भाग लिया।लोगों को संबोधित करते हुए श्री बुटेन ने कहा कि पालमपुर की धरती वीरों की भूमि है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी और हमें अपने इन शहीदों पर नाज़ है। उन्होंने कहा कि  सरकार ने मातृ भूमि की रक्षा में वलिदान देने वालों का सम्मान करते हुए शिक्षण संस्थानों एवं स्मारकों का नामांकरण इनके नाम पर किया गया है। जिससे यह महान लोग हमारी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा के स्त्रोत बने। बुटेल ने कहा कि कॉलेज प्रदेश में वाई-फाई सुविधा से लैस होन वाला पहला महाविद्यालय बन गया है। उन्होंने कहा कि इस सुविधा के आरंभ होंने सूचना एवं प्रौद्योगिकी इस युग में काफी सहायता महाविद्यालय परिसर में उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में शीघ्र ही मैदान निर्मित करने के आदेश लोक निर्माण विभाग को दे दिये हैं। उन्होंने छात्रों को आश्वस्त किया कि कैंटीन में फर्नीचर इत्यादि भी उपलब्ध करवा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि बतरा कॉलेज की गिनती प्रदेश के गिने-चुने महाविद्यालयों में शिक्षा, अनुशासन और अन्य सुविधाओं के चलते की जाती है। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालयों को मॉडल शिक्षण संस्थान के रूप में विकसित करने के तमाम तरह की सुविधाओं का सृजन किया जा रहा है, जिससे यह महाविद्यालय अन्य शिक्षण संस्थानों के लिए भी मार्गदर्शक बने।    इससे पहले महाविद्यालय की प्रधानाचार्य निर्मल सूद ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए महाविद्यालय में संचालित गतिविधियों की जानकारी दी। कार्यक्रम में शहीद कै0 विक्रम बतरा के परिजन जीएल बतरा, कमल कांत बतरा, डॉ0 एनके कालिया, नगर परिषद के अध्यक्ष बलवंत ठाकुर, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सुरेंद्र सूद, निशा देवी, संतोष कुमार, विजय कुमार, नरेंद्र ठाकुर, पीटीए अध्यक्ष सुरेश कुमार, सहित महाविद्यालय के अध्यापक, छात्र, विभिन्न विभागों के अधिकारी और क्षेत्र के गणमान्य लोग मौजूद रहे।

हिमाचल के किसानो के लिए वरदान, किसान-बागबान समृद्धि योजना
  • ..उपमंडल देहरा में सरकार ने २ करोड़ ९५ लाख से किए किसान लाभान्वित

धर्मशाला, 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )।  हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है व प्रदेश की ९० प्रतिशत जनसख्ंया प्रत्यक्ष व परोक्ष रुप से कृषि से जुडी है। किसानो की आर्थिक स्थिति सुधारने हेतु सरकार द्वारा कृषि विविधिकरण पर विशेष बल दिया जा रहा है। ताकि किसान कम क्षेत्र में अच्छी व अधिक पैदावार प्राप्त कर अपनी आर्थिकी सुदृढ कर सकें। इसी कड़ी में उपमण्डल देहरा में हिमाचल सरकार द्वारा कृषि विभाग के तत्वाधान में किसान बागवान समृद्धि योजना के द्वितीय चरण में उपमण्डल के किसानों को २ करोड ९५ लाख की सहायता अनुदान के रुप में दी है। 

स्प्रिंकलर सिंचाई से हो कृषि की शुरुआत:
यह जानकारी देते हुए उपमण्डलीय भू-संरक्षण अधिकारी डा0 आर एस मिन्हास ने बताया कि देहरा उपमण्डल के किसान बागवान समृद्वि योजना के तहत सूक्ष्म सिंचाई विधि में फब्बारा सिंचाई या स्प्रिंकलर सिंचाई विधि में ९३७ यूनिट स्थापित कर उपमण्डल की ७९१ हेक्टेयर  भूमि को सूक्ष्म सिंचाई के अन्र्तगत लाया गया । किसानों को ८० प्रतिशत अनुदान दिया गया जिस पर सरकार द्वारा १ करोड ९३ लाख रुपये की सहायता राशी अनुदान के रुप में खर्च की गई। 
    
जल भंडारण योजना:
इसके साथ ही सिंचाई हेतु जल भण्डारण टैंक वनाने के लिए ७१ किसानों को २० घन मीटर क्षमता के टैंको के निर्माण के लिए ३६ हजार रुपये प्रति किसान एवं ३८ किसानो को ५० घनमीटर के जल भण्डारण हेतु ७१ हजार रुपये प्रति किसान के हिसाब से एवं कच्चा तालाब व पोलीथीन तालाब बनाने के लिए सरकार द्वारा ४३ लाख अनुदान के रुप में दिए गये।

पम्पिंग मशीनरी:           
सिंचाई जल उठाने हेतु पंम्पिग मशीनरी के लिए ५११ किसानों को ५० प्रतिशत अनुदान के रुप में सहायता देकर सरकार द्वारा २७ लाख रुपये व्यय किए गये। इस के साथ ही ५१ किसानों को सिंचाई के लिए कुओं के निर्माण के लिए ५५ हजार रुपये प्रति किसान एवं ३८ किसानों को १ लाख प्रति किसान की दर से ३३ लाख रुपये की सहायता अनुदान के रुप में दी गई। उपमण्डलीय भू-संरक्षण  अधिकारी डा0 आर एस मिन्हास ने बताया कि सरकार कि इन कल्याणकारी  योजनाओं का मुख्य उदेश्य सिंचाई हेतु जल के समुचित वितरण हेतु कुशल सिंचाई पद्धतियों को बढावा दे कर वर्षा जल का दोहन व फसल उत्पादन में उसका सदुपयोग कर प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना है। सूक्ष्म सिंचाई विधि से फसल को जितनी आवश्यकता है उतना ही पानी दे कर सिंचाई की जाती है तथा पानी का दुरुपयोग नही होता है। सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को स्थापित करना व सिंचाई करना सरल है। प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर यह सिंचाई पद्धति सस्ती और काफी कारगर है। इस योजना से खाधान्न फसलों के उत्पादन में प्रयाप्त बढोतरी  के साथ ही किसान नकदी फसलें जैसे सब्जी आदि उगा कर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर रहें है। इसके साथ ही इस योजना से हरे चारे की उपलब्धता भी बढी है। जिस से दूध उत्पादन में भी वृद्धि हो रही है।

योजना का लाभ लेने के लिए ऐसे करें आवेदन
१. योजना के अन्र्तगत सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को स्थापित करने के लिए अपने नजदीकी उप मण्डलीय भू-संरक्षण अधिकारी को निर्धारित प्रार्थना पत्र पर आवेदन करें    
२.जहां सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली की स्थापना या जल स्त्रोतों का निर्माण ंकरना है उस भुमि के कागजात जैसे कि जमाबन्दी व ततीमा भी आवेदन फार्म के साथ संलग्न करें । 

कृषि गतिविधियों पर डेढ़ करोड़ खर्च होंगे, संयुक्त कार्यशालाओं से लाभान्वित होंगे किसान: डीसी

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ऊना, 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। कृषि प्रोद्योगिकी एवं प्रबन्धन प्राधिकरण (आतमा) परियोजना के अन्तर्गत चालू वित्त वर्ष के दौरान एक करोड़ 53 लाख रूपये की राशि व्यय की जा रही है। यह जानकारी उपायुक्त अभिषेक जैन ने आज यहां आतमा परियोजना के अन्तर्गत आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि आतमा, कृषि, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन, वन, मिड हिमालयन, ग्रामीण विकास, स्वां परियोजना, सेरिकल्चर इत्यादि विभागों द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं का मुख्य उद्देश्य किसानों की आर्थिक में सुधार लाना है। उन्होंने निर्देश दिये कि ये सभी विभाग आपसी समन्यवय स्थापित कर जिला के विभिन्न स्थानों पर कार्याशाला का आयोजन करके किसानों को विभाग की योजनाओं की जानकारी दें ताकि किसान जरूरत के मुताबिक उपयुक्त योजना का चयन कर सकें और आवश्यक परामर्श हेतु सम्बन्धित विभाग से सम्पर्क कर सकें। उन्होंने ग्राम सभा की बैठकों में भी लोगों को योजनाओं की जानकारी देने का परामर्श दिया। उपायुक्त ने गत बैठक में लिये गये निर्णयों पर विभाग की असंतोषजनक रिपोर्ट पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए निर्देश दिये कि सबसे पहले पिछली बैठक में लिये गये निर्णयों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की जाए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये की बैठकों में लिये गये निर्णय को गंभीरता से लें और उन पर उचित कार्यवाही हो, जिस पर अगली बैठक में सर्वप्रथम चर्चा हो। उन्होंने आतमा परियोजना की बैठक को प्रत्येक तिमाही में करवाने के निर्देश दिये और विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार लाने को कहा। 

फील्ड अधिकारियों से तलब की जमीनी हकीकत की रिपोर्ट
उन्होंने कहा कि आतमा परियोजना का उद्देश्य किसानों तक तकनीकी जानकारी को पहुंचाना है, जिसे  अपनाकर किसान अपने उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ आर्थिकी को भी सुदृढ़ कर सकें। उन्होंने कहा कि परियोजना का आकलन व्यय के आंकड़ों से नहीं, बल्कि भौतिक लक्ष्यों की प्राप्ति पर आधारित हो। उन्होंने फील्ड अधिकारियों से परियोजना की जमीनी हकीकत की रिपोर्ट तलब की। परियोजना निदेशक आतमा रजिन्द्र कुमार वर्मा ने उपायुक्त का स्वागत करते हुए जिला में आतमा द्वारा क्रियान्वित की जा रही गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर उपनिदेशक कृषि एचएस राणा, उपनिदेशक बागवानी एमएस राणा, पशुपालन उपनिदेशक रमेश चन्द, परियोजना के गैर सरकारी सदस्य, कृषि विशेषज्ञ व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

केन्द्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड ने कैंप लगाकर लोगों को केन्द्रीय व राज्य सरकार द्वारा लोगों के लिए बनाए गए कानूनों व योजनाओं की जानकारी दी

ऊना, 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। देहलां में केन्द्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड ने कैंप लगाकर लोगों को केन्द्रीय व राज्य सरकार द्वारा लोगों के लिए बनाए गए कानूनों व योजनाओं की जानकारी दी। इस कैंप का समापन हिमाचल प्रदेश विल्डिंग एवं कंस्ट्रक्शन युनियन के राज्याध्यक्ष एवं हिमाचल इंटक के महासचिव कामरेड जगतराम शर्मा ने किया। उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय कैंप की अध्यक्षता एटक के डिप्टी सैक्टरी कामरेड करनैल सिंह ने की। और केन्द्रीय शिक्षा बोर्ड परमाणु के शिक्षा अधिकारी जगदीप सिंह ने विशेष रूप से उपस्थित होकर विभिन्न योजनाओं और कानूनों की जानकारी दी। उन्होने प्रधानमंत्री की जन-धन योजना पर ाी विस्तार से चर्चा की। इसके अलावा इंटक के महासचिव कामरेड जगतराम शर्मा ने समापन समारोह में शामिल होकर कैंप में उपस्थित लोगों से अपने विचार सांझे करते हुए बताया कि देश में जितने भी श्रमिक कानून या योजनाएं लोगों की भलाई के लिए बनी हैं। यह कांग्रेस  पार्टी की ही देन है। और उन पर जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी के विचारों की मोहर लगी हुई है। उन्होंने कहा कि चाहे मनरेगा हो, आरटीआई हो, खाद्यान्न बिल हो, शिक्षा का अधिकार हो आदि दर्जनों योजनाएं एवं कानून कांग्रेस द्वारा बनाए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अब हिमाचल इंटक मनरेगा के लाखों मजदूरों को भवन एवं निर्माण बैल्फेयर बोर्ड के साथ जोडऩे के लिए प्रयास कर रही है। जिससे कि यह लोग भी भवन निर्माण द्वारा दी जा रही 12 लाभार्थ योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। जगतराम ने बताया कि आगे के लिए हिमाचल व ऊना में भवन निर्माण युनियन इंटक की तरफ से ओर भी कैंप लगाए जाएंगें। जिसमें हिमाचल सरकार की उपलब्धियों का विस्तार से प्रचार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय कैंप में भाग लेने वालों को 200 रूपए राशि भी प्रदान की गई।

10 सितम्बर को बिजली बंद रहेगी

हमीरपुर, 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। सहायक अभियंता 132 के0वी0 सव -स्टेशन, अणु (हमीरपुर)ई. कुलवीर सिंह नरोता ने जानकारी दी है कि 132/33 के0वी0 सव-स्टेशन, अणु  से निकलने वाली 11 के0वी0 लाईनों की पिरीयोडिक टेस्टिंग करने के कारण 10 सितम्बर को बिजली आंशिक रूप से प्रभावित होगी। उन्होंने बताया कि इससे रंगस, नाल्टी, कुठेड़ा और हॉऊसिंग बोर्ड के क्षेत्र प्रभावित होंगे। 

भिड़ा व टिक्कर में 13 को बिजली बंद रहेगी

हमीरपुर, 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। सहायक अभियंता, विद्युत उप-मण्डल, लम्बलू ई. सुभाष चंद सोनी ने बताया कि विद्युत उपमण्डल, लम्बलू के तहत 11 के0वी0 उच्च वोल्टेज लाईन मट्टनसिद्ध से टिक्कर फिडर की मुरम्मत व आवश्यक रख-रखाव का कार्य करने के कारण 13 सितम्बर को 9:30 से 5 बजे तक विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी। उन्होंने बताया कि विद्युत आपूर्ति बंद रहने के कारण अनुभाग भिड़ा व टिक्कर में पडऩे वाले उपभोक्ता प्रभावित होंगे। 

सामय सारणी की बैठक 10 सितम्बर को

हमीरपुर, 09 सितंबर  (विजयेन्दर शर्मा )। जाहू-बस्सी -हमीरपुर वाया लम्बलू / गुलेला- टिक्कर रूट पर चलने वाले समस्त बसों के मालिकों की संयुक्त समय सारणी की बैठक 10 सितम्बर को 11 बजे पीडब्ल्यू  रेस्ट हॉऊस में होगी।  यह जानकारी क्षेत्रीय प्रबन्ध किशोरी लाल ने दी । उन्होंने इन रूटों पर चलने वाले बस मालिकों से आग्रह किया है कि वे निर्धारित तिथि व स्थान पर बसों के मूल दस्तवेजों जिसमें वैध रूट परमिट, टाईम टेबल व एसआरटी अनापत्ति प्रमाण-पत्र सहित बैठक में भाग लेना सुनिश्चित करें ताकि संयुक्त समय सारणी को अन्तिम रूप दिया जा सके।  उन्होंने कहा कि जो बस मालिक मूल दस्तावेजों के बिना उपस्थित होंगे उन्हे चर्चा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा । 

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (09 सितम्बर)

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भारतीय किसान मंच ने किसान समस्याओं को लेकर किया बैठक

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नरकटियागंज(पच) भारतीय किसान मंच के तत्वावधान में क्षेत्र के किसानों की एक बैठक मंच के संयोजक विनय कुमार यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसके दौरान पेराई सत्र 2013-2014 के अन्तर्गत किसानों के बकाया राशि के शीघ भुगतान करने की मांग पर चर्चा की गयी। किसानों ने बकाया राशि डीलेड पेमेन्ट एक्ट के तहत 18 सितम्बर 2014 तक करने की मांग मिल प्रबंधन से की गयी। सरकार के रूपये किसानों को दादनी देने पर किसानों से मिल ब्याज नही वसूले, गन्ना आपूर्ति कैलेण्डर का सार्वजनिक प्रकाशन 30 सितम्बर 2014 तक करने का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में मुन्ना शेख, मनोज, शैलेश यादव, रमेश यादव, ओमप्रकाश सिंह, महम्मद हसनैन, श्रीकान्त कुमार, हामीद गद्दी, आशीष यादव, सेतु वर्मा और अमीत वर्मा समेत सैकड़ों किसान शामिल हुए।

अनुमण्डल के विभिन्न आंगनबाड़ी सेविकाओं को मिल रही प्रताड़ना

नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज अनुमण्डल के विभिन्न प्रखण्ड स्थित समेकित बाल विकास सेवा की पर्यवेक्षिकाएँ इतनी तेज तर्रार हो गयी है कि किसी केन्द्र पर पोशाक राशि का वितरण एक घंटा में सम्पन्न करा दी और किसी केन्द्र पर पाँच घंटे में वितरण नहीं कराया जा सका। हमारे सूत्रों ने बताया कि पर्यवेक्षिकाओं ने अपने मेल मिलाप की सेविकाओं को सेवा अवधि में अपने साथ विभिन्न केन्द्र पर घुमाया। जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सही काम किया, उनसे गलत कराने में नकाम पर्यवेक्षिकाओं ने उन्हें मानसिक प्रताड़ना देने से गुरेज नहीं किया। पर्यवेक्षिकाओं ने सेविकाओं से कहा कि आप लोग हमारे माध्यम से सीडीपीओ को खुश रखे अन्यथा परेशानी चरम पर होगी। उधर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी किरण कुमारी ने कहा कि किसी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वैसे प्रखण्ड पंचायत विकास समिति नरकटियागंज की कई बैठकों में विभागीय अनियमितता के कई मामले उछाले गये जहाँ विभाग निरूŸार रहा। प्रबुद्धजनों ने बताया कि कार्यालय में बिचालिये हावी है, जिनके माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को परेशान किया जाता है। गौनाहा प्रखण्ड के हालात कमोबेस उसी प्रकार से चल रहा है, समेकित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी गौनाहा की कारगुजारियों को उजागर करने वाली सेविका सुमन वर्मा को आदर्श चुनावी आचार संहिता की परवाह किये बगैर एक दिन में ही चयन मुक्त कर दिया गया। जिसके लिए सुमन वर्मा ने जिला पदाधिकारी से न्याय की गुहार लगायी। सुमन वर्मा की याचिका पर यथोचित विचार के उपरान्त उन्हंें पुनः बहाल कराने को तिरहुत आयुक्त को लिखे जाने की बात डीएम बेतिया पश्चिम चम्पारण ने डीपीओ पश्चिम चम्पारण को जनता के दरबार में कार्यक्रम के दौरान कहा। सुमन वर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं को बलि का बकरा बनाकर इस्तेमाल किया जाता हैं। जबकि सेविकाओं और सहायिकाओं को मिलने वाली सुविधाएँ नाम मात्र की है जिसमें अधिकारियों की मनमानी हैं। अधिकारियों के लिए बाल विकास परियोजना कामधेनु बना है और सेविकाएँ कामधेनु की चरवाहा।

बिहार : इन्दिरा आवास योजना से निर्मित मकान जर्जर अवस्था में

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  • 20 साल पहले बना था दर्जनों घर

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दानापुर। पटना जिले के दानापुर प्रखंड में कौथवां ग्राम पंचायत है। इस पंचायत के मुखिया राजद के महासचिव बाहुबली रीतलाल यादव के पिताश्री हैं। वहीं सत्ताधारी दल जदयू के विधायक अरूण मांझी की दीदी का घर कौथवां मुसहरी में ही है। विधायक और मुखिया ने कौथवां मुसहरी की सूरत सुधारने में दिलचस्पी नहीं ली है। इसके कारण सूबे के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बिरादरी कष्ट में रहने को बाध्य हैं।

कौथवां मुसहरी में रहने वाले प्रदीप मांझी का कहना है कि रूपसपुर थानान्तर्गत चुल्हाई चक में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, बिहार विधान सभा के अध्यक्ष उदय नारायण चैधरी आदि आए थे। उनको 44 व्यक्तियों ने सामूहिक आवेदन-पत्र सौंपा है। इस आवेदन में समस्याओं का वर्णन किया गया है। महादलित मुसहर समुदाय के लोग कौथवां मुसहरी में लगभग 170 साल रहते आ रहे हैं। लगभग 20 साल पहले इन्दिरा आवास योजना से मकान बनाया गया था। जो जर्जर अवस्था में है। यहां के लगभग सभी पुराने मकान जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है। आगे उल्लेख किया गया है कि महादलितों की जमीन को स्थायीकरण हेतु न तो वासगीत पर्चा दिया गया है न तो जमीन को हमारे नाम से सही रूप में दिया गया है। महादलित परिवारों की समस्या है कि स्त्री-पुरूषों को खुले आकाश में जाकर शौचक्रिया करना पड़ता है। 

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इन लोगों ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से आग्रह किये हैं कि सभी महादलित परिवारों की जमीन से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध करवाया जाए ताकि भविष्य में कोई समस्या उत्पन्न नहीं हो सके। महादलित परिवारों के उन सभी इन्दिरा आवासों को पुनः इन्दिरा आवास योजना की राशि उपलब्ध करायी जाए, ताकि जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच चुकी आवासों का जीर्णोद्धार कर सके। चारों तरफ मकान उठने के कारण मुसहरी में सामूहिक और एकल शौचालय निर्माण कराया जाए। आजतक मुसहरी में बिजली की रोशनी नहीं देखी गयी है। यहां पर राजीव गांधी गा्रमीण विद्युतीकरण योजना से विद्युत आपूर्ति करायी जाए। यहां पर चार मुसहरी के लोगों की जमीन है। यहां पर जो मर जाते हैं। उनका दाह संस्कार और दफनाया जाता है। इस जमीन की चहारदीवारी करने की जरूरत है। आसपास के दबंग लोग जमीन पर कब्जा करने लगे हैं। और तो और ताक में हैं कि किसी तरह से मुसहरों के श्मशान घाट का अस्तित्व ही समाप्त कर दें। अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो श्मशान घाट पर अपार्टमेंट बन जाएगा। ऐसा होने से खूनीखराबी होने की भी आशंका है।




आलोक कुमार
बिहार 

आलेख : काशी का होगा कायाकल्प, ब्लू प्रिंट तैयार, 100 घाटों का होगा सौंदर्यीकरण

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  • जगह-जगह खुलेगा इ-लर्निंग स्कूल, बुनकरों के कल्याण के लिए स्किल डेवलपमेंट 
  • विश्वस्तरीय होगा टांसपोर्ट सिस्टम 

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किसी के अच्छे दिन आएं न आएं लेकिन काशी के अच्छे दिन तो आ ही गए है। आएं भी क्यों नहीं इलका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जो है। शायद यही वजह है कि क्योटों समझौते के बाद अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र काशी के कायाकल्प के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करा दी है। अब सिर्फ योजनाओं को अमली-जामा पहनाया जाना है। योजना के तहत तैयार ब्लू प्रिंट में 100 घाटों का सौंदर्यीकरण, जगह-जगह नेगा इ-लर्निंग स्कूलों की स्थापना, बुनकरों के कल्याण के लिए स्किल डेवलपमेंट, विश्वस्तरीय पब्लिक टांसपोर्ट सिस्टम, फिल्म सीटी, बाॅटेनिकल गार्डेन, शास्त्रीय संग्रह केन्द्र, वाॅटर टीटमेंट प्लांट आदि शामिल है। यह सब होगा काशी के विरासत, संस्कृति को बगैर छेड़छाड़ किए का ढांचागत विकास करने की तैयारी है। हालांकि इस ब्लू प्रिंट को वास्तविकता के धरातल पर आने में अभी वक्त लगेगा। लेकिन तैयार ब्लू प्रिंट पर प्रधानमंत्री का मुहर लगने के बाद काम शुरु हो जायेगा। इसके अंतर्गत कौशल विकास केन्द्र होगा। जिसमें शहर के विभिन्न इलाकों में बढ़ती जाम के संकट को उबारने के लिए टैफिक प्लान तैयार किया गया है। 

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जगह-जगह सड़कों पर फैले कूड़े-कचरे के निस्तारण किया जायेगा। घाटों पर व्याप्त गंदगी को दूर करने के 100 घाटों का संवारा व सजाया जायेगा। दूषित पानी के लिए वाॅटर टीटमेंट प्लांट लगाएं जायेगे। कहा जा रहा है कि ये सुविधाएं मुहैया होने के बाद काशीवासियों को समस्याओं से कुछ हद तक मुक्ती मिल जायेगी। उम्मीद की जा रही है कि वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव से पहले काशी को एक आर्दश संसदीय क्षेत्र के रुप में पूरे भारत में पेश किया जा सके। निर्मल गंगा के लिए फाइलें पूरी तरह तैयार हो गई है। प्रधानमंत्री ने क्योटो की तर्ज पर भगवान शिव की नगरी काशी को स्मार्ट सिटी बनाने व बुलेट टेªन चलाने के लिए जापानी प्रधानमंत्री से पहले ही करार कर चुके है। हालांकि बाबा विश्वनाथ के त्रिशुल पर टिकी काशी वैसे भी पूरी दुनिया में जाना जाता रहा है, परन्तु यहां की बदहाल इंफ्रास्टक्चर इसकी साख पर पलीता लगा रहा था। पर अब ऐसा नहीं होगा। बाबा विश्वनाथ की महिमा में आड़े आ रही उबड़-खाबड़ सड़के, जाम नालिया-सीवर, अतिक्रमण, बेइंतहा बिजली कटौती जैसे समस्याओं से निजात दिलाकर एकबार फिर से काशी को हर तरह की सुविधाओं से सुसज्जित करने की तैयारी है। 







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(सुरेश गांधी)

ई-रिक्शा हैं अवैध, प्रतिबंध जारी रहेगा : हाई कोर्ट

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दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा कानून के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में ई-रिक्शों का परिचालन अवैध है। कोर्ट ने कहा है कि इनके परिचालन को नियंत्रित करने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा नियम बनाये जाने तक उन पर प्रतिबंध जारी रहेगा।

न्यायमूर्ति बी डी अहमद और न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मदुल ने यह कहते हुए ई-रिक्शा पर प्रतिबंध को कायम रखा कि कानून के अंतर्गत जो चीज प्रतिबंधित है, उसके लिए इजाजत नहीं दी जा सकती। पीठ ने यह भी कहा कि हम कानून में किसी भी बदलाव के बारे में तो कुछ कह नहीं सकते और ई-रिक्शा के लिए नियम बनाने का मसला केंद्र सरकार पर छोड़ते हैं।

न्यायाधीशों ने कहा कि इस अदालत के 31 जुलाई के प्रतिबंध संबधी आदेश के विरूद्ध बैटरी रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन की पुनर्विचार याचिका अब निर्थक हो गई है। कोर्ट ने यह फैसला सामाजिक कार्यकर्ता शाहनवाज खान की याचिका पर सुनाया जिन्होंने ई-रिक्शा पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया था।

उन्होंने कहा था कि किसी भी व्यक्ति को वैध लाइसेंस के बगैर ई-रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। खान के अनुसार ई-रिक्शों का पंजीकरण नंबर नहीं है और ये यात्रियों की जान जोखिम में डालते हैं। याचिका में कहा गया था कि तीन महीने में करीब दो सौ दुर्घटनाएं हुई हैं। याचिका में कहा गया था कि राजधानी की सड़कों पर ई रिक्शा के परिचालन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि ये अत्यधिक जोखिम वाले वाहन हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (09 सितम्बर)

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छह उपार्जन केन्द्रो पर धान की खरीदी होगी, पंजीयन कार्य 18 सितम्बर से शुरू होगा

जिले में गत वर्ष अनुसार इस वर्ष भी धान एवं मोटे अनाज का उपार्जन के लिए छह खरीदी केन्द्र स्थापित किए गए है। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने किसानों की सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुए स्थापित किए गए उपार्जन केन्द्रो पर मुहैया कराई जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए है। उपार्जन के लिए किसान अपना पंजीयन 18 सितम्बर से 17 अक्टूबर तक किसान की भूमि जिस सर्विस एरिया में स्थित है उस क्षेत्र के खरीदी केन्द्र पर पंजीयन कार्य किया जाएगा और उसी केन्द्र पर खरीदी भी की जाएगी। उपार्जन के लिए नवीन पंजीयन एवं पंजीयन में संशोधन संबंधी कार्य आॅन लाइन किया जाएगा। ऐसे उपार्जन केन्द्र जहां इन्टरनेट की सुविधा नही है उन उपार्जन केन्द्रो पर आफ लाइन पंजीयन एवं संशोधन संबंधी कार्य किए जाएंगे। किसानों से पंजीयन एवं संशोधन के लिए कोई शुल्क नही लिया जाएगा। उपार्जन हेतु वारदाने, परिवहन एवं साख सीमा की व्यवस्था उपार्जन ऐजेन्सी द्वारा की जाएगी और उपाजित खाद्यान्न के भण्डारण एवं रख-रखाव का कार्य मध्यप्रदेश राज्य विपणन सहकारी संघ एवं मध्यप्रदेश लाजिस्टिक कार्पोरेशन द्वारा किया जाएगा। कलेक्टर श्री ओझा ने संबंधितों को निर्देश दिए है कि धान एवं मोटे अनाज के उपार्जन की व्यवस्था के संबंध में किसानों को अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त हो सकें इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार विभिन्न संसाधनों से किए जाए। 

खरीदी संस्था
धान एवं मोटे अनाज खरीदी के लिए जिले में स्थापित किए गए खरीदी संस्था और उनके सर्विस एरिया का विवरण इस प्रकार से है। विपणन मार्केटिंग सहकारी संस्था मर्यादित विदिशा के अंतर्गत विदिशा, गुलाबगंज, ग्यारसपुर तहसील का सम्पूर्ण क्षेत्र शामिल किया गया है। इसी प्रकार विपणन मार्केटिंग सहकारी संस्था मर्यादित बासौदा तहत बासौदा, त्योंदा तहसील का सम्पूर्ण क्षेत्र, विपणन मार्केटिंग सहकारी संस्था मर्यादित सिरोंज तहत सिरोंज तहसील का सम्पूर्ण क्षेत्र, विपणन मार्केटिंग सहकारी संस्था मर्यादित कुरवाई के तहत कुरवाई तहसील का सम्पूर्ण क्षेत्र, इसी प्रकार विपणन मार्केटिंग सहकारी संस्था मर्यादित लटेरी के अंतर्गत लटेरी तहसील का सम्पूर्ण क्षेत्र और विपणन मार्केटिंग सहकारी संस्था मर्यादित नटेरन (शमशाबाद) का सर्विस एरिया नटेरन शमशाबाद का सम्पूर्ण क्षेत्र शामिल किया गया है। 

जनसुनवाई कार्यक्रम में 177 आवेदन प्राप्त हुए, मौके पर 49 आवेदनों का निराकरण

vidisha news
कलेक्टर श्री एमबी ओझा के द्वारा आज आहूत जनसुनवाई कार्यक्रम में 177 आवेदकों ने अपने आवेदन प्रस्तुत कर मूलभूत, व्यक्तिगत समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराया। कलेक्टर श्री ओझा ने मौके पर 49 आवेदनों का निराकरण किया। शेष आवेदन को संबंधित विभागोे के लिए आॅन लाइन प्रेषित किए गए है और उन्हें समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए। जन सुनवाई कार्यक्रम में ग्राम मिर्जापुर के आवेदक श्री नंदलाल ने वृद्धा पेंशन बढ़ाये जाने का आवेदन प्रस्तुत करते हुए आयु सीमा 80 वर्ष के साक्ष्य प्रस्तुत किए। कलेक्टर श्री ओझा ने सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। टीलाखेड़ी निवासी श्री हिम्मत सिंह ने बताया कि आम रास्ते पर कब्जा कर लिया गया है जिसके कारण आवागमन बाधित हो रहा है। उक्त प्रकरण में तहसीलदार को कार्यवाही हेतु अधिकृत किया गया है। गुलाबगंज के आवेदक श्री बालाराम ने बताया कि उनके द्वारा रोजगार गारंटी के तहत कराए जाने वाले कार्य की सामग्री का परिवहन टेªक्टर-ट्राली से किया गया है जिसका भुगतान अब तक नही हुआ है। क्षेत्र के पंचायत सचिव को शीघ्र राशि भुगतान करने की हिदायत दी गई। ग्राम हैदरगढ़ के आवेदक श्री रामबाबू ने बताया कि उनकी पत्नी श्रीमती वंदना श्रीवास्तव ने नसबंदी आपरेशन कराया है आपरेशन के उपरांत मिलने वाली राशि अब तक स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भुगतान नही की गई है प्रकरण पर शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए गए। ग्राम गोबरहेला के आवेदक श्री भवानी ने बताया की उनका पुत्र श्री घनश्याम मिरगी की बीमारी से ग्रस्त है परिवारिक आर्थिक स्थिति अच्छी नही है। उन्होंने इलाज के प्रबंध कराए जाने का आग्रह किया। कलेक्टर श्री ओझा ने चिकित्सक को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देश दिए। ग्राम पडरिया के आवेदकों ने बताया कि ग्राम में अवैध शराब बेची जा रही है कार्यवाही हेतु तहसीलदार एवं आबकारी विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए गए। जनसुनवाई कार्यक्रम में अनेक आवेदकों को इन्दिरा आवास आवंटन, पात्रतापर्चियों के लिए निर्धारित मापदण्डों से अवगत कराया गया। कलेक्टर न्यायालय कक्ष में सम्पन्न हुई जनसुनवाई कार्यक्रम में विदिशा अनुविभागीय राजस्व अधिकारी श्री एके सिंह, विदिशा जनपद सीईओ श्री उपेन्द्र सिंह सेंगर, नायब तहसीलदार सुश्री कल्पना कुशवाह, अधीक्षक श्री खेमचंद अहिरवार के अलावा अन्य विभागों के जिलाधिकारी मौजूद थे। 

कोचिंग में अध्यापन कार्य हेतु शिक्षकों से आवेदन आमंत्रित

जिला स्तरीय उत्कृष्ट बालक, कन्या छात्रावासों में निवास करने वाले अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं को विषयवार कोचिंग प्रदान की जानी है। जिसके लिए उत्कृष्ट शिक्षकों से आवेदन 15 सितम्बर तक आमंत्रित किए गए है। ततसंबंध में अन्य विस्तृत जानकारी के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक कार्यालय से सम्पर्क कर प्राप्त की जा सकती है।

दस हजार की आर्थिक मदद जारी 

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने सड़क दुर्घटना के एक प्रकरण में मृृतक के निकटतम परिजन को दस हजार रूपए की आर्थिक मदद जारी कर दी है। विदिशा तहसील के ग्राम हिनोतिया के श्री करन सिंह की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो जाने से मृतक की पत्नी श्रीमती राजबाई अहिरवार को दस हजार रूपए की आर्थिक मदद जारी की गई है।
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