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दिल्ली में अनैतिक सरकार नहीं बनने देंगे : केजरीवाल

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arvind kejriwal
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को दिल्ली में अनैतिक और अवैध तरीके से सरकार नहीं बनाने देगी। उसे रोकने के लिए पार्टी भाजपा को छोड़कर अन्य सभी दलों और विधायकों के संपर्क में है। केजरीवाल ने कहा, "आप सभी दलों के संपर्क में है। हम भाजपा को गलत तरीके से सरकार बनाने से रोकने के लिए रामबीर शौकीन, शोएब इकबाल, विनोद कुमार बिन्नी और कांग्रेस विधायकों के संपर्क में हैं।"

शौकीन निर्दलीय विधायक हैं, जबकि इकबाल जनता दल (युनाइटेड) से हैं। बिन्नी आप के टिकट पर निर्वाचित हुए थे, लेकिन बाद में पार्टी से अलग हो गए। केजरीवाल ने दिल्ली में कांग्रेस के बाहरी समर्थन से 49 दिन सरकार चलाई थी। उन्होंने कहा कि आप दिल्ली में अब किसी का समर्थन लेकर सरकार नहीं बनाएगी। उन्होंने कहा, "हम सरकार बनाना नहीं चाहते.. यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम फिर से चुनाव चाहते हैं।"

केजरीवाल की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब एक दिन पहले उन्होंने एक स्टिंग की सीडी जारी कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि वह उनकी पार्टी के विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है, ताकि दिल्ली में सरकार बना सके।

निशानेबाजी : विश्व चैम्पियनशिप में जीतू को रजत

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भारत के निशानेबाज जीतू राय ने 51वें आईएसएसएफ विश्व चैम्पियनशिप में यहां मंगलवार को पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा का रजत जीता। इसके साथ जीतू रियो ओलम्पिक-2016 में हिस्सा लेने की योग्यता हासिल करने वाले पहले भारतीय निशानेबाज बन गए हैं। ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले जीतू ने कुल 191.1 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। वहीं, इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक दक्षिण कोरिया के जिन जोन्ह (192.3) को मिला। चीन के पांग वेई ने 172.6 अंकों के साथ कांस्य हासिल किया।

जीतू क्लालीफाइंग दौर नें 565 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहे वहीं जिन इस राउंड में विश्व रिकॉर्ड 583 अंकों के साथ शीर्ष पर रहे। जीतू फाइनल दौर में शानदार फॉर्म में दिखे और केवल चार खराब शॉट लगाए। पहले तीन शॉट के बाद वह शीर्ष पर थे। इसके बाद हालांकि स्वर्ण पदक के लिए हुई कांटे की टक्कर में वह कोरियाई खिलाड़ी जिन से पीछे रह गए। गुरुपाल सिंह और ओमप्रकाश भी 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भारतीय चुनौती पेश कर रहे थे। दोनों हालांकि फाइनल दौर में प्रवेश करने में नाकाम रहे। गुरुपाल 33वें और ओमप्रकाश 38वें स्थान पर रहे।

भारत के लिए दो और पदकों की उम्मीदें अभी बाकी हैं। अयोनिका पॉल महिलाओं ने 10 मीटर एयर पिस्टल के क्वालीफाइंग दौर में शीर्ष स्थान हासिल किया। वहीं, पूर्व विश्व चैम्पियन मानवजीत सिंह संधु भी पुरुष वर्ग के क्वालीफाइंग दौर के बाद इंग्लैंड के लिंग एडवार्ड के साथ शीर्ष पर मौजूद हैं। पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन भारत के केनान चेनाई हालांकि फाइनल राउंड में प्रवेश करने में नाकाम रहे। वह 94 अंकों के साथ 72वें स्थान पर रहे। 

इससे पहले भारतीय निशानेबाजों की चैम्पियनशिप में शुरुआत निराशाजनक रही। अभिनव बिंद्रा पुरुषों के 10 मीटर राइफल स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे। बिंद्रा के अलावा संजीव राजपूत भी 13वें और रवि कुमार 31वें स्थान पर रहे।

बंगाल के पूर्व पुलिस प्रमुख शारदा घोटाले में गिरफ्तार

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केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के पूर्व पुलिस महानिदेशक रजत मजुमदार को शारदा चिटफंड घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया। करोड़ों रुपये के इस घोटाले की सीबीआई जांच कर रही है। सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा, "उन्हें साजिश, धोखाधड़ी और कोष का दुरुपयोग के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।" मामले की जांच में जुटी सीबीआई ने इससे पहले मजुमदार से दूसरी बार पूछताछ की। मजुमदार इस दागी कंपनी के सुरक्षा सलाहकार थे।

मजुमदार का नाम इस घोटाले में तब सामने आया जब तृणमूल कांग्रेस के निलंबित राज्यसभा सदस्य और इस घोटाले में गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी ने 2012 में लास वेगास में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कर करोड़ों रुपये खुर्दबुर्द किए थे।

मजुमदार ने हाल के वर्षो में तृणमूल की सदस्यता ली थी और वे 2013 के पंचायत चुनाव के दौरान बीरभूम जिले में पार्टी की ओर से चुनाव पर्यवेक्षक थे। उनसे पहली बार 23 अगस्त को पूछताछ हुई थी। 14 अगस्त को सीबीआई दस्ते ने मजुमदार के घर पर छापा मारा था और कई दस्तावेज जब्त किए थे।

पॉकेट मुख्यमंत्री हैं मांझी : भाजपा

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mangal pandey bihar
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का यह कहना कि मंत्रिमंडल विस्तार महागठबंधन के नेताओं के निर्णय के बाद किया जाएगा, मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को रास नहीं आया। महागठबंधन के इशारे पर चलने की मांझी की विवशता का मजाक उड़ाते हुए भाजपा ने मांझी को 'पॉकेट मुख्यमंत्री'कह डाला। भाजपा बिहार इकाई के अध्यक्ष मंगल पांडेय ने मांझी पर निशाना साधते हुए कहा कि मांझी पॉकेट मुख्यमंत्री हैं। मंत्रिमंडल का विस्तार या गठन मुख्यमंत्री का दायित्व होता है, परंतु इसके लिए भी मुख्यमंत्री को आदेश की जरूरत पड़ती है। पांडेय ने कहा कि नीतीश कुमार से पूछे बिना मांझी कुछ नहीं करते। 

इससे पूर्व पटना में पत्रकारों द्वारा मंत्रिमंडल के विस्तार के बारे में पूछे जाने पर मांझी ने कहा कि यह महागठबंधन का मामला है। जनता दल (युनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का जो फैसला होगा, उसी के मुताबिक मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि महागठबंधन (जदयू+राजद+कांग्रेस) ने विधानसभा उपचुनाव में कामयाबी के बाद बिहार की सरकार में शामिल होने का फैसला लिया है।

संविधान लेखन को लेकर नेपाल में होगी सर्वदलीय बैठक

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sushil kumar koirala
सीपीएन-माओवादी को मनाने के प्रयास में नेपाल के राजनीतिक दल इस महीने के अंत तक एक सर्वदलीय बैठक करेंगे। सीपीएन-मोओवादी ने पिछले वर्ष हुए संविधानसभा के चुनाव का बहिष्कार किया था। यह बैठक पार्टी को संविधान लेखन की प्रक्रिया में शामिल करने के प्रयास तहत किया जा रहा है। यह जानकारी पार्टियों के नेताओं ने मंगलवार को दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, कार्यबल में नेपाली कांग्रेस, नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी एकीकृत मार्क्‍सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल), नेपाल की एकीकृत कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी (यूसीपीएन-एम) और नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी जैसी बड़ी पार्टियों के नेता शामिल किए गए हैं। यह कार्यबल सितंबर के तीसरे सप्ताह में बैठक करने की तैयारियों में जुटा है।

प्रधानमंत्री सुशील कोइराला की अध्यक्षता में होने वाले गोलमेज सम्मेलन की प्रक्रिया, नियम एवं शर्ते और अन्य तकनीकी ब्योरा तैयार करने में कार्यबल जुटा हुआ है। संविधानसभा में शामिल बड़े राजनीतिक दल लंबे विमर्श के बाद सर्वदलीय सम्मेलन पर सहमत हुए। एपीएन-एम इस तरह के सम्मेलन की पिछले वर्ष से ही मांग कर रही थी।

कश्मीर में मरने वालों की संख्या 200 होने की आशंका

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kashmir flood
सशस्त्र बलों और राष्ट्रीय आपदा कार्य बल (एनडीआरएफ) ने बाढ़ प्रभावित जम्मू एवं कश्मीर से अभी तक 47,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। राज्य के इतिहासि में पिछले 50 वर्ष में आई भीषणतम बाढ़ से तबाह हुई सड़कों और संचार व्यवस्था को कायम करने में सरकारी एजेंसियां जुट गई हैं। बाढ़ से करीब 200 लोगों की जांच जा चुकी हैं। देश के उत्तरी राज्य में मची तबाही को देखते हुए मदद के लिए विभिन्न राज्य सरकारों ने पेशकश की है। उत्तर प्रदेश ने 20 करोड़ रुपये, महाराष्ट्र ने 10 करोड़ रुपये, बिहार ने 9 करोड़ रुपये, ओडिशा ने 5 करोड़ रुपये की मदद दी है जबकि गोवा के कांग्रेसी विधायकों ने एक माह का वेतन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने दो ट्रक राहत सामग्री भेजी है।

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार जम्मू एवं कश्मीर की मदद के लिए हर संभव प्रयत्न में जुटी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। सेना के तीनों अंगों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल सहित विभिन्न एजेंसियां फंसे हुए लोगों को निकालने में जुटी हैं। ज्यादातर लोग मकानों की छतों पर शरण लिए हुए हैं। बाढ़ में सड़कों के बह जाने के कारण राज्य के विभिन्न इलाकों में लोग फंसे हुए हैं। सरकारी अनुमान के मुताबिक, बाढ़ में मरने वालों की संख्या 200 के आसपास होने या इससे बढ़ने की आशंका है।

रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि सेना ने राहत एवं बचाव कार्य के लिए 215 सैन्य टुकड़ियां तैनात किए हैं, जिनमें से 130 सैन्य टुकड़ियां श्रीनगर और बाकी जम्मू क्षेत्र में तैनात हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है, "सशस्त्र बलों और एनडीआरएफ ने जम्मू एवं कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से 47,227 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।"सैन्य कर्मियों ने बाढ़ प्रभावितों के बीच 7,200 कंबल और 210 तंबू वितरित किए हैं। सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के 80 चिकित्सा दल भी बाढ़ प्रभावितों की सेवा में लगे हुए हैं।

इस बीच, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) सशस्त्र बलों की मदद से सैटेलाइट नेटवर्क के जरिए अपनी मोबाइल सेवा पुन: बहाल करने की कोशिश कर रहा है। जम्मू एवं कश्मीर में सड़क संपर्क बहाल होने और संचार लाइनें दुरुस्त होने के बाद ही नुकसान के सही आकलन की जानकारी मिल पाएगी। कश्मीर घाटी के लिए रवाना आवश्यक सामग्रियों से लदे करीब 1,500 ट्रक 300 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर विभिन्न स्थानों पर फंसे हैं, क्योंकि इस मार्ग पर सड़कें बाढ़ के पानी के कारण ध्वस्त हो गई हैं या भूस्खलन के कारण नष्ट हो गई हैं।

रामबन जिले के रामसू इलाके में राजमार्ग को अधिकतम नुकसान पहुंचा है, जहां करीब 40 किलोमीटर सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। यह राजमार्ग मंगलवार को लगातार छठे दिन बंद रहा। घाटी में स्थानीय टेलीविजन तथा रेडियो स्टेशनों का प्रसारण भी बंद रहा। घाटी तथा जम्मू क्षेत्र के बीच संचार संपर्क भी नहीं है।जम्मू क्षेत्र में करीब 2,040 घर रहने लायक नहीं रह गए हैं। ये या तो पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट हो गए हैं। जम्मू क्षेत्र में मंगलवार को बारिश नहीं हुई, जिससे सेना तथा अन्य सुरक्षा बलों के राहत कार्य में तेजी आने की उम्मीद की जा रही है। उधर, माता वैष्णो देवी यात्रा सोमवार को भी स्थगित रही। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एम.के. भंडारी ने कहा कि यात्रा शुरू करने का निर्णय बाद में लिया जाएगा।

बिहार : दवा खरीद घोटाले में मांझी ने नीतीश को दी क्लीनचीट

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nitish manjhi
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को कहा कि दवा खरीद में 14 करोड़ रुपये की गड़बड़ी के मामले की जांच चल रही है। जांच में दोषी पाए जाने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को क्लीनचीट देते हुए कहा कि यह गड़बड़ी उस समय की नहीं है जब उनके जिम्मे स्वास्थ्य मंत्री का प्रभार भी था। पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री रहते यह गड़बड़ी नहीं हुई है। गड़बड़ी जिस मंत्री के कार्यकाल में हुई है, उसकी जांच चल रही है। 

उन्होंने तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री का नाम तो नहीं लिया, मगर कहा कि इस मामले में राज्य स्वास्थ्य समिति से जुड़े अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच कराई जाएगी। मांझी ने इशारे-इशारे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा, "जो दवा घोटाले का आरोप लगा रहे हैं, उनके कार्यकाल की जांच हो रही है तो उनको घबराने की क्या जरूरत है। जिस समय यह घोटाला हुआ उस समय नीतीश कुमार स्वास्थ्य मंत्री नहीं थे।"

भाजपा नेताओं ने दवा घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है। इस पर मांझी ने कहा कि राज्य सरकार की एजेंसी दवा घोटाले की जांच में सक्षम है। उन्होंने कहा, "भाजपा नेताओं पर भले ही नागवार गुजरे, मगर हमलोग गहन जांच करा रहे हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा भले ही वह मंत्री हो या संतरी।"

मंत्रिमंडल विस्तार के विषय में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह महागठबंधन का मामला है। जनता दल (युनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में जो निर्णय होगा, उस सामूहिक निर्णय के बाद मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में कार्यवाही होगी। उल्लेखनीय है कि खुद स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में दवा खरीद में गड़बड़ी की बात स्वीकार की है। विभाग ने 60़ 63 करोड़ रुपये की दवा खरीद में 14़ 4 करोड़ रुपये की गड़बड़ी मानी है। 

अमेरिकी ओपन : सिलिक बने फ्लशिंग मिडोस के नए बादशाह

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marin cilic
क्रोएशिया के मारिन सिलिक ने सोमवार देर रात (भारतीय समायानुसार) जापान के केई निशिकोरी को हराकर साल के अंतिम ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन का पुरुष एकल खिताब जीत लिया। सिलिक और निशिकोरी पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के लिए प्रयास कर रहे थे। दिग्गजों को चौंकाकर फाइनल में जगह बनाने वाले टूर्नामेंट के 14वें वरीय खिलाड़ी सिलिक ने 10वें वरीय निशिकोरी को सीधे सेटों में 6-3, 6-3, 6-3 से हराया। पहला सेट 33, दूसरा सेट 37 और तीसरा सेट 44 मिनट चला।

पूरे मैच के दौरान सिलिक ने एक बार भी निशिकोरी को हावी होने का मौका नहीं दिया। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिलिक ने जहां 17 एस लगाए वहीं निशिकोरी सिर्फ दो एस लगा सके। सिलिक ने अपने इस विजयी अभियान के दौरान जहां 38 विनर्स लगाए वहीं किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में स्थान बनाने वाले पहले एशियाई पुरुष स्टार निशिकोरी को 19 विनर्स से ही संतोष करना पड़ा। मोंटे कार्लो (मोनाको) में जन्में 6 फुट 6 इंच लम्बे सिलिक छठी बार अमेरिकी ओपन में अपनी किस्मत आजमा रहे थे। इससे पहले वह 2012 और 2009 में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे थे। एक साल पहले सिलिक प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के आरोप में चार महीने का प्रतिबंध झेल चुके हैं।

दूसरी ओर, वर्ष 2007 में पेशेवर सर्किट का रुख करने वाले निशिकोरी भी छठी बार अमेरिकी ओपन में खेल रहे थे। 2008 में वह पहली बार चौथे दौर में पहुंचे थे और यह अब तक का उनका श्रेष्ठ प्रदर्शन था। निशिकोरी ने हालांकि इस साल दिग्गजों को चौंकाकर फाइनल में स्थान बनाया और ग्रैंड स्लैम जीतने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी बनने की दहलीज तक पहुंचे। अपने पहले ही प्रयास में चौथे दौर में पहुंचने वाले निशिकोरी 2012 में आस्ट्रेलियन ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे।

सिलिक और निशिकोरी ने 2005 के बाद विश्व टेनिस में एक मिथक को तोड़ा है। एटीपी में सक्रिय शीर्ष-4 खिलाड़ियों के बगैर बीते 9 साल में किसी भी ग्रैंड स्लैम का फाइनल नहीं खेला गया। इस साल हालांकि यह चलन टूट गया। सिलिक ने विश्व के 14वें वरीय खिलाड़ी के तौर पर अमेरिकी ओपन खिताब जीता है। 2002 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब शीर्ष-10 से बाहर के किसी खिलाड़ी ने अमेरिकी ओपन हासिल किया। 2002 में पीट सैम्प्रास ने 17वें वरीय खिलाड़ी के तौर पर यह खिताब जीता था।

बिहार : दरभंगा में ससुराल में 3 साल तक कैद रही गुंजा मुक्त

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gunja darbhanga
बिहार के दरभंगा जिले के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में पिछले तीन साल से अपने ससुराल के शौचालय में कैद गुंजा को पुलिस ने रविवार को मुक्त करा लिया। पुलिस की मदद से मुक्त होने के बाद गुंजा तीन वर्ष बाद सूर्य की रोशनी देख सकी। पुलिस के अनुसार, गुंजा का विवाह चार वर्ष पूर्व विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के रामबाग मुहल्ले के रहने वाले प्रभाष कुमार सिंह के साथ हुआ था। आरोप है कि गुंजा को बराबर ससुराल वाले दहेज के लिए प्रताड़ित किया करते थे। उसे अपनी तीन साल की बेटी से भी नहीं मिलने दिया जाता था और उसे एक शौचालय में कैद रखा गया था। दरभंगा के पुलिस अधीक्षक कुमार एकले ने मंगलवार को बताया कि गुंजा के पिता श्यामसुंदर सिंह की शिकायत है कि उनकी बेटी को ससुराल वाले अक्सर दहेज के लिए प्रताड़ित किया करते थे। वह जब भी बेटी से मिलने उसकी ससुराल गए, उन्हें उससे नहीं मिलने दिया गया।


जानकारी के अनुसार, गुंजा के पिता ने सामाजिक रूप से इस मामले को सुलझाने की कोशिश की थी, लेकिन जब ऐसा नहीं हो पाया तो रविवार को उन्होंने पुलिस अधीक्षक के जनता दरबार में गुहार लगाई, जिसके बाद पुलिस को तुरंत कार्रवाई के लिए भेजा गया। पुलिस ने रविवार को ही गुंजा को मुक्त करा लिया। बाद में गुंजा के बयान पर जिले के महिला थाना में रविवार को ही मामला दर्ज कराया गया।  मुक्त होने के बाद गुंजा ने कहा कि वह तीन वर्ष बाद सूर्य की रोशनी देख रही है। गुंजा को उसकी तीन साल की बेटी भी नहीं पहचान पाई।दरभंगा महिला थाना की प्रभारी सीमा कुमारी के अनुसार, पुलिस ने गुंजा को मुक्त कराकर उसके मायके वालों को सौंप दिया है। आरोपियों में गूंजा के पति प्रभाष कुमार सिंह, ससुर धीरेन्द्र कुमार सिंह और सास इंद्रा देवी को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। 

बिजली के लिए कोयला नहीं दे रहा केंद्र : अखिलेश

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akhilesh on power crisis
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल पर पलटवार करते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र को पत्र लिखे जाने के बावजूद अभी तक राज्य को कोयला नहीं मिल रहा है, जिससे सूबे में बिजली की समस्या बनी हुई है। अखिलेश ने कहा, "कोयले को लेकर ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखा जा चुका है लेकिन अभी तक सरकार को इसका जवाब नहीं मिला है। कोयले की कमी की वजह से ही कई संयंत्रों में बिजली का उत्पादन बंद होने के कगार पर पहुंच चुका है।"

उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद राज्य की तरफ से ऊर्जा मंत्री को कोयला के लिए पत्र लिखा गया था लेकिन उसका जवाब अभी तक नहीं मिला। कई बिजलीघरों में कोयले की भारी किल्लत है। एक दो दिन के भीतर ही कोयले का स्टॉक खत्म हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उप्र को उसके कोटे की बिजली मिलनी चाहिए। उप्र देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां बिजली की मांग भी ज्यादा है, इसे केंद्र सरकार को ध्यान में रखना चाहिए।

बाढ़ग्रस्त कश्मीर को बिहार देगा 10 करोड़ रुपये

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jitan ram manjhi
बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहे जम्मू एवं कश्मीर को बिहार सरकार आर्थिक मदद देगी। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने यह घोषणा मंगलवार को की। उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर को बाढ़ आपदा प्रबंधन में सहयोग के लिए 10 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार से सूखा राशन और नावें भी कश्मीर भेजे जाएंगे। बिहार सरकार बाढ़ एवं भूस्खलन पीड़ितों को संकट से उबारने के लिए उमर अब्दुल्ला सरकार की हरसंभव सहायता करेगी।

उल्लेखनीय है कि धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू एवं कश्मीर में बाढ़ के कारण लाखों लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। बाढ़ से राज्य को काफी नुकसान हुआ है। पर्यटन के लिए गए बिहार के कई जिले के लोग भी जम्मू एवं कश्मीर में आई बाढ़ के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं। 

राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में संशोधन करें जंग : आप

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manish sisodiya
आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को कहा कि उन्होंने दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग से दरख्वास्त की है कि वह यहां सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आमंत्रित करने की अनुमति को लेकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजे गए पत्र में संशोधन करें। आप ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए विधानसभा भंग करने की भी मांग की है।

जंग के साथ बैठक के बाद आप के नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने स्टिंग ऑपरेशन की एक प्रति उप राज्यपाल को सौंपी है, जिसमें आप विधायक दिनेश मोहनिया को सदन से इस्तीफा देने के बदले चार करोड़ रुपये की रिश्वत का प्रलोभन दिया गया है, ताकि दिल्ली में सरकार बनाने के लिए भाजपा के अवसर बढ़ जाएं। 

सिसोदिया ने मीडिया से कहा, "हमने उनसे (जंग) दिल्ली में सरकार बनाने के लिए भाजपा को आमंत्रित करने की अनुमति के लिए राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में संशोधन करने का आग्रह किया है, क्योंकि भाजपा सरकार बनाने के लिए खरीद-फरोख्त पर उतर आई है।"सिसोदिया ने यह भी कहा कि यदि खरीद-फरोख्त के माध्यम से सरकार बनती है, तो भ्रष्टाचार, स्कूली शिक्षा के महंगी होने और महंगाई जैसी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा सकेगा।

उन्होंने कहा "यदि दिल्ली में इस तरह की सरकार बनती है, तो यह दिल्ली की जनता पर बोझ होगी..तो हमने उप राज्यपाल से उनके पत्र में संशोधन करने का आग्रह और इस समय विधानसभा भंग करने की मांग रखी है।"इस साल 14 फरवरी को आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से यहां राष्ट्रपति शासन लागू है।

हमारे पास आईएस के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार : ओबामा

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अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शीर्ष सांसदों से मंगलवार को कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उनके पास इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार है। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के अनुसार, ओबामा, उप राष्ट्रपति जो बाइडेन और कांग्रेस के नेताओं के बीच लाभदायी चर्चा हुई और उन्होंने आईएस की शक्ति कम करने और उसे अंतत: समाप्त करने के प्रयास पर समर्थन जाहिर किया। 

यह बैठक बुधवार शाम ओबामा के भाषण से पहले हुई है, जब वह आतंकवादी संगठन के खिलाफ लड़ाई की योजना पेश करेंगे।  ओबामा ने नेताओं से कहा कि वह कांग्रेस के कदम का स्वागत करेंगे, जो सभी प्रयासों में मदद करेगा और विश्व को यह दिखाएगा कि अमेरिका आईएस के खतरे को समाप्त करने के लिए एकजुट है। 

कश्मीर में बाढ़ का पानी घटा, 50,000 से अधिक लोगों को बचाया गया

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water level down in kashmir
बाढ़ प्रभावित जम्मू एवं कश्मीर में 50,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, वहीं अब भी सैकड़ों लोग अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए हैं। हालांकि, बुधवार को नदियों का जलस्तर कम हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ में अब तक 215 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, "बाढ़ के पानी के पूरे तरह उतर जाने और जलमग्न इलाके में हमारे पहुंचने तक हम बाढ़ से हुई मौतों की वास्तविक संख्या नहीं बता सकते।"कई लोग श्रीनगर शहर में फंसे हुए हैं, जहां शनिवार देर रात पानी भर गया। 

अधिकारियों ने बताया कि 50,000 फंसे हुए लोगों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, लेकिन उन्होंने बुधवार को यह भी कहा कि कई लोग अब भी जलमग्न इलाकों में फंसे हो सकते हैं। झेलम नदी का जलस्तर श्रीनगर और घाटी में हर जगह नीचे हो रहा है। श्रीनगर शहर के दो दर्जन रिहायशी इलाकों में रविवार दोपहर से शुरू हुआ बचाव कार्य जारी है। बाढ़ में बचाए गए हर व्यक्ति के पास अपनी-अपनी व्यथा है। उन्होंने बताया कि उनके इलाकों में मदद की गुहार लगाने वाले लोगों की चीख-पुकार शांत हो गई थी, जिसका मतलब यह है कि या तो उनकी मौत हो गई है या फिर उन्होंने खुद को भाग्य के भरोसे छोड़ दिया।

श्रीनगर का राजबाग, जवाहर नगर, गोगीबाग, बेमिना, मेहजोर नगर, करन नगर और कमरवाड़ी इलाका अभी भी जलमग्न है। पुलिस उप महानिरीक्षक गरीब दास ने बुधवार को आईएएनएस को बताया, "उधमपुर जिले के पंचौरी इलाके में मंगलवार को हुए भूस्खलन के बाद 31 लोग लापता हैं, इस हादसे में 40 लोगों की जान चली गई थी।"श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग लगातार सातवें दिन बुधवार को भी बंद है, लेकिन मंगलवार को 440 किलोमीटर लंबे श्रीनगर लेह राजमार्ग पर यातायात बहाल हो गया। 

बाढ़ की वजह से कश्मीर घाटी में पेट्रोल और किरासन तेल का संकट गहरा गया है, सभी पेट्रोल पंपों में इसकी कमी बताई जा रही है। इस आपदा में संचार व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। रेडियो स्टेशन और दूरदर्शन चार दिनों से बंद है। एयरसेल को छोड़ कर सभी दूरसंचार कंपनी की सेवाएं बाधित हैं। कई कश्मीरियों का मानना है कि राज्य सरकार आम लोगों तक पहुंचने में नाकाम रही है। 

शारदा घोटाला : सीबीआई ने की तृणमूल सांसद सृंजॉय बोस से पूछताछ की

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srinjay bose

करोड़ों रुपये के शारदा चिटफंड घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद और एक दैनिक समाचार पत्र के मालिक-संपादक सृंजॉय बोस से पूछताछ की। सम्मन मिलने के अगले दिन बोस बुधवार सुबह साल्ट लेक के सीजीओ परिसर स्थित सीबीआई के कार्यालय पहुंचे। बांग्ला दैनिक 'प्रतिदिन'के संपादक बोस का नाम पिछले वर्ष अप्रैल में सीबीआई को कथित तौर पर लिखे एक पत्र में इस घोटाले के मास्टरमाइंड सुदिप्ता सेन ने लिया था।

पत्र में सेन ने दावा किया कि उक्त बांग्ला दैनिक के उनके ऊपर हमले के बाद ही उन्होंने मीडिया व्यापार में प्रवेश किया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके व्यवसाय के तहस-नहस होने का प्राथमिक कारण उनकी कंपनी का मीडिया व्यवसाय में प्रवेश करना था। सेन ने कहा कि एक टेलीविजन चैनल खरीदने के बाद बोस समाचार पत्र के एक अन्य वरिष्ठ पत्रकार कुणाल घोष के साथ उनके पास पहुंचे और उन्हें समाचार चैनल को चलाने के लिए समाचार-पत्र को प्रतिमाह 60 लाख रुपये देने का प्रबंध करना पड़ा।

पत्र में सेन ने लिखा है कि उक्त समाचार पत्र ने उन्हें आश्वस्त किया था कि इस धनराशि का प्रबंध किए जाने के बाद वे उन्हें राज्य व केंद्र सरकार से बचा लेंगे और वह आसानी से बच जाएंगे। उन्होंने सेन को इस बात के लिए भी आश्वस्त किया था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनके नजदीकी संबंध हैं। सेन ने पत्र में यह भी आरोप लगाया कि समाचार पत्र ने चैनल चलाने की ऐवज में उनसे दो साल तक 20 करोड़ रुपये लिए। 

बोस ने हालांकि कहा कि सेन से उन्होंने समझौता केवल उनके चैनल को संपादकीय सहयोग देने के लिए किया था। शारदा घोटाले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि समझौते में जिन भी धनराशि भी सहमति बनी, वह उन्हें नहीं मिली उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के कई सांसदों से शारदा घोटाला मामले में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूछताछ कर चुकी है। 

मोटे लोगों में क्यों होती है ज्यादा खाने की आदत?

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क्या आप जानते हैं कि मोटे लोग सिनेमा हाल में पॉपकॉर्न की खुशबू या अल्पाहार के विज्ञापन से जल्दी आकर्षित क्यों होते हैं? एक अध्ययन के मुताबिक दिमाग की रासायनिक प्रक्रिया में अंतर होने के कारण ऐसा होता है। मोटे लोगों के दिमाग में आदतें निर्मित करने वाले क्षेत्र में डोपामाइन गतिविधि उनके पतले समकक्षों की अपेक्षा ज्यादा तेज होती है। डोपामाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो दिमाग के पुरस्कार एवं प्रसन्नता वाले केंद्रों को नियंत्रित करने में सहयोग देता है।

अमेरिका में नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ से शीर्ष लेखक केविन हाल ने बताया, "भोजन चेतन की अपेक्षा अचेतन आदतों पर आधारित होता है, खास तौर से तब जब स्वादिष्ट भोजन के संकेत व्यावहारिक रूप से हर जगह मौजूद हों।"अध्ययन में मोटे शरीर वाली 43 महिलाओं और पुरुषों को शामिल किया गया।

अध्ययन में शामिल लोगों को एक तरह के खाने, सोने और गतिविधियों की दिनचर्या रखी गई। ज्यादा खाने की प्रवृत्ति का निर्धारण एक विस्तृत प्रश्नावली से किया गया। पोजीट्रोन एमेशिसन टोमोग्राफी (पीईटी) स्कैन से दिमाग की उन जगहों को मूल्यांकित किया गया जहां डोपामाइन प्रतिक्रिया कर सकता था। यह अध्ययन 'मॉलिक्यूलर साइकेट्री'में प्रकाशित हुआ।

बाढ़ के हालात गंभीर और भयंकर : उमर अब्दुल्ला

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जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि राज्य में बाढ़ की स्थिति बहुत बुरी है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने उन आलोचनाओं को भी खारिज किया, जिसमें उनकी सरकार पर बाढ़ से निपटने के लिए कारगर कदम नहीं उठाने की बात कही जा रही है। अब्दुल्ला ने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, "मुझे आलोचनाओं से कोई समस्या नहीं है.. यह आलोचना उन लोगों की ओर से आ रही है, जिनकी जान बच गई है।"

उन्होंने कहा, "अगर कोई राहत शिविर से मेरी सरकार की आलोचना कर रहा है, तो इसका मतलब है कि उसे बचाया गया है। मुझे इससे मतलब नहीं है कि उन्हें सेना की नाव से बचाया गया या एनडीआरएफ की नाव से या फिर राज्य सरकार की नाव से। मेरी चिंता सिर्फ इस बात को लेकर थी कि उनकी जांन बचे और मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं।"

मुख्यमंत्री ने कहा, "बाढ़ की स्थिति भयंकर है.. ऐसा कोई विकल्प नहीं था कि हम पहले से इससे निपटने की तैयारी कर लेते। राहत कार्य चल रहे हैं, सामानों की आपूर्ति की जा रही है और हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं।"

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (10 सितम्बर)

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नरकटियागंज को जिला बनाने की मुहीम को मिला सभी का समर्थन
  • मुसहर, धांगड, थारू आदिवासी व आर्थिक रूप से कमजोर का ख्याल करे सरकार

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नरकटियागंज (का.सं.) पश्चिम चम्पारण जिला को पहले दो भाग में बाँटन की चर्चा चल रही थाी लेकिन अब तीन भाग में बँटेगा पश्चिम चम्पारण क्योंकि नरकटियागंज को 2012 से  जिला बनाने की मांग प्रारंभ हो गयी है। नरकटियागंज अप्रील 1991 में अनुमण्डल बना तो लोगो को काफी राहत मिली । इसके पूर्व लोगो को अनुमण्डलीय कार्य के लिए बेतिया जाना पड़ता था। फिलहाल नरकटियागंज के लौरिया, सिकटा, मैनाटांड, गौनाहा और नरकटियागंज प्रखण्ड के लोगो को मात्र 45 किलोमीटर की दूरी तय कर अपने कार्य सम्पन्न कर पुनः घर लौट जाने में ज्यादा परेशानी नहीं होती है। पाँच प्रखण्ड की आवाम को 80 किलोमीटर की दूरी तय कर जिला मुख्यालय बेतिया जाना पड़ता है। ठंढ के मौसम में बेतिया जाने के लिए इण्टरसिटी एक्सप्रेस पकड़ने के लिए लोगो को साढे़ चार बजे सुबह पहँुचना काफी दुरूह कार्य साबित होता है। उसके बाद सप्तक्रान्ति सुपर फास्ट एक्सप्रेस पकड़ने के लिए साढ़े छव बजे सुबह पहुंचने के लिए भिखनाठोरी, भतुजला, मण्डिहा, सोनवर्षा और बनहवा परसा के लोगो के लिए तीन घंटे पूर्व घर से चलना पड़ता है। नरकटियागंज से बेतिया जाने के लिए सुबह सात बजकर तीस मिनट पर सवारी गाड़ी पकड़ने के लिए भी लोगो को घर से साढे चार या पाँच बजे निकलना पड़ता है। बरसात के दिनों में यह तो और भी कठिन हो जाता है, क्योकि नरकटियागंज अनुमण्डल क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों की अधिकांश जनता के आवागमन के लिए सहीं सड़के आज भी मौजूद नहीं है । बरसात के दिनों में छोटी-छोटी पहाड़ी नदी नालों को पार करना दुरूह हो जाता हैं। गर्मी के समय जब जिला के कार्यालय प्रातःकालीन हो जाते है तो लोगों की परेशानी बढ़ जाती है कि उन्हंे सवारी नहीं मिलती। सुबह तीन बजे सवारी गाड़ी पकड़ने के लिए कम से कम दो घंटे अथवा तीन घंटे पूर्व अपने घर से निकलना पड़ता है, जो सबके लिए संभव नहीं होता। सुबह की सप्तक्रान्ति सुपर फास्ट टेªन पकड़ना थारू, धांगड़, मुसहर और उराँव के अलावे आर्थिक रूप से दबे कुचले लोगो के लिए संभव नहीं है, उनके बस की बात नहीं बस से यात्रा तो वे कर नहीं सकते, क्योकि बस का किराया तो सुशासन की सरकार में प्रतिकिलोमीटर एक रूपया से ज्यादा है। वरीय पत्रकार व समाजिक कार्यकर्ता अवधेश कुमार शर्मा ने सरकार से मांग है कि सरकार जनहित, खासकर मुसहर, धांगड़, थारू वनवासियों तथा आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगो की सुविधा का ख्याल करते हुए, नरकटियागंज को जिला घोषित करे। बुद्धिजीवियों ने सरकार से अनुरोध किया है कि नरकटियागंज को जिला बनाने की तमाम आवश्यक संसाधन यथा जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं है, क्योकि यहाँ ढे़र सारी जमीन सरकारी उपलब्ध है। सरकार को भूमिअधिग्रहण करने के लिए जमीन खरीदने में व्यर्थ रूपये खर्च नहीं करने पड़ेगे। नरकटियागंज विधायक रश्मि वर्मा ने अवधेश कुमार शर्मा के जिला बनाने की मुहिम को उचित ठहराते हुए, पूर्ण सहयोग की बात कही है। उन्होंने कहा कि जनहित के समुचित मांगों के लिए वे भारतीय संविधान के दायरे में रहकर ढेर सारे काम करने को तैयार हैं। नरकटियागंज को यदि जिला बनाया जाता है तो सर्वाधिक लाभ समाज के दबे कुचले लोगों को मिलेगा जो बेतिया जाने के लिए एक दिन की मजदूरी छोड़ अलग से रूपये खर्च करते हैं। उधर विधानसभा चुनाव के उपविजेता रहे फखरूद्दीन खाॅ ने नरकटियागंज को जिला बनाने की मुहिम को और तेज करने के लिए हर संभव संहयोग देने का आश्वासन दिया। जिला बनाओं संघर्ष समिति के संयोजक ने कहा कि नरकटियागंज अनुमण्डल में पाँच प्रखण्ड अभी है, जबकि जिला बनाने से पूर्व रामनगर को इसमें जोड़ दिया जाए तो वहां के दोन दोनवार कें आदिवासियों को काफी सुविधा होगी। फखरूद्दीन खाँ ने जिला बनाओं संघर्ष समिति के संयोजक व समाजिक कार्यकर्ता अवधेश कुमार शर्मा को रामनगर एवं नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र की जनता को ज्यादा सुविधा दिलाने के लिए सŸाा के विकेन्द्रीकरण की जंग में पूरा सहयोग करने को कहा है। इस प्रकार नरकटियागंज जिला में छव प्रखण्ड हो जाएंगे। जिला में कुल 18 प्रखण्ड है, उसके बाद बेतिया में छव, बगहा में छव और नरकटियागंज में छव प्रखण्ड हो जाएंगे। 

कांगे्रस प्रत्याशी का नरकटियागंज भ्रमण बना भाजपा के परेशानी का सबब

नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज विधान सभा क्षेत्र युपीए के कांग्रेस प्रत्याशी फखरूद्दीन खाँ क्षेत्र के लोगों से मिलकर आभार प्रकट कर रहे है। उन्होंने क्षेत्र की जनता से मिलकर अपनी कमी के बारे में पूछ रहे है। फखरूद्दीन खाँ ने बताया कि वे अपनी गलतीयों को सुधार कर जनता की संेवा करने का संकल्प लिया है। नरकटियागंज के सभी वर्गों को एक साथ लेकर चलने की बात करने वाले फखरूद्दीन क्षेत्र की समस्याओं का सूक्ष्मता से अध्ययन कर रहे है ताकि उसे दूर कराकर लोगों का दिल जीता जा सके और आगामी चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंघन अपना विधायक विधानसभा में पहुँच सके। नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र से फिलहाल भारतीय जनता पार्टी की रश्मि वर्मा विधायक हैं। शहर में पेयजलापूर्ति नहीं होने से शुद्ध पेयजल सभी लोगों को मयस्सर नहीं है। पेयजलापूर्ति के लिए जलमीनार बनाने के लिए आवंटित जमीन अतिक्रमण का शिकार है और वह मामला न्यायालय के विचाराधीन है। फखरूद्धीन खाँ के नरकटियागंज में रहकर क्षेत्र भ्रमण करना और क्षेत्र के लोगों से मिल कर उनकी समस्याओं को सुनकर उसके समाधान की दिशा में प्रयास करना निश्चित ही भारतीय जनता पार्टी के लिए परेशानी सबब बन सकता है।

बिस्मिल्लाह खां की शहनाई ढूढ़ने में जुटी पुलिस

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देश की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में प्रसिद्ध शहनाई वादक, भारतरत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की शहनाई मंगलवार देर रात चोरी हो गई। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। अधिकारियों ने परिजनों को भरोसा दिलाया है कि शहनाई ढूढ़कर हर हाल में वापस दिलाई जाएगी। पुलिस अधीक्षक (शहर) सुधाकर यादव ने शहर के हड़हा सराय मुहल्ले में स्थित उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के घर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस मामले को जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा और शहनाई उनके परिजनों को वापस दिलाई जाएगी। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के पौत्र सिब्तेन और पुत्र काजिम ने बताया कि शहर के हड़हा सराय स्टेट में स्थित उस्ताद के घर की तीसरी मंजिल से शहनाई चोरी हुई है। काजिम के मुताबिक, उस्ताद के इंतकाल के बाद 31 अगस्त, 2008 से ही उनका कमरा बंद है। घर पर निर्माण कार्य होने की वजह से तीसरी मंजिल पर जाना हुआ तो पता चला कि कमरे का ताला टूटा हुआ था और उसमें से शहनाई गायब है।

उन्होंने कहा कि इस बारे में जब उन्होंने स्थानीय लोगों से चर्चा की, तब लोगों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी। इस बीच दिवंगत उस्ताद के छोटे पुत्र नाजिम हुसैन ने शहनाई चोरी की घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि उस्ताद इसी शहनाई को लेकर महफिलों में जाते थे। उस शहनाई से उन्हें इतना ज्यादा लगाव था कि रात में सोते समय वह अपने सिरहाने में उसे रखते थे। भारतरत्न की शहनाई को बेशकीमती माना जा रहा है।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (10 सितम्बर)

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विस परिसर में होगी पंत की मूर्ति स्थापित, राजकीय विद्यालयों के नाम आजादी के नायकों के नाम पर रखा जाएंगेः मुख्यमंत्री

देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। राज्य सरकार विधानसभा भवन परिसर में भारत रत्न पं.गोविंद बल्लभ पंत की मूर्ति स्थापित करेगी। प्रस्ताव मिलने पर राजकीय विद्यालयों के नाम आजादी के नायकों के नाम पर रखा जाएंगे। नगर निगम के टाउन हाॅल में भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत के 127 वें जन्मदिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के साथ ही अद्भुत समाज सुधारक भी थे। उन्होंने तत्कालीन कट्टरपंथी भारतीय समाज को प्रेरित किया कि मंदिरो के दरवाजे दलितों के लिए खोल दिए जाएं। दलितों को समाज की मुख्यधारा में लाने से ही ब्रिटिश शासन से लड़ाई सम्भव हो पाई। स्व. पं. गोविंद बल्लभ पंत को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व.पंत ने समाज सुधार की जो परम्परा प्रारम्भ की वह गंगा की तरह पूरे देश में बहती चली गई। महापुरूष कभी मरते नहीं हैं, वे लोगों की स्मृतियों में सदैव जीवित रहते हैं। स्वतंत्रता आंदोलन में स्व. गोविंद बल्लभ पंत जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आंदोलन की विभिन्न धाराओं के बीच समन्वय का काम करते हुए उन्होंने आंदोलन को बिखराव से रोका। जमींदारी उन्मूलन की पहल उनके द्वारा की गई। वे अपने महान कार्यों से दूसरों के लिए उदाहरण बने। सीएम ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी प्रतिभावान है व तकनीकी ज्ञान की बहुत जानकारी रखती है। हमारी जिम्मेवारी है कि युवा पीढ़ी को अतीत से जोड़े रखें और हमारे देश की महान विभूतियों ने जो योगदान दिया, उससे भी युवाओं का परिचय कराएं। मुख्यमंत्री ने अपने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि जब वे पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर गए तो संसद में कार्यरत एक अधिकारी ने उन्हें पं. गोविंद बल्लभ पंत जी के भाषण पढ़ने का सुझाव दिया। एक बार जब उनके भाषणों को पढ़ना शुरू किया तो उपलब्ध सारे भाषण पढ़कर ही चैन लिया। सीएम ने कहा कि स्व. गोविंद बल्लभ पंत जी के विचारों को पढ़ने से अलग ही अनुभव व प्रेरणा मिलती है। भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत समारोह समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, दुर्गेश पंत, एमसी पंत, गोपाल रावत सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे। 

चिंतन शिविर में ‘आप’ ने किया गहन चिंतन, प्रदेश में आम आदमी पार्टी को मजबूत विकल्प के रूप में खड़ा करने का संकल्प लिया  

देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। आम आदमी पार्टी (आप) का पटेलनगर में प्रदेश स्तरीय चिंतन शिविर आयोजित किया गया। चिंतन शिविर में पार्टी संगठन की मजबूती पर बल दिया गया। इसके अलावा भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ने का भी निर्णय लिया गया। पटेलनगर स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित इस शिविर में प्रदेश के विभिन्न जिलों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। चिंतन शिविर में जल विद्युुत, आपदा राहत कार्यों और नंदादेवी राजजात यात्रा में हुए घोटालों के खिलाफ जनांदोलन छेड़ने का निर्णय लिया गया। पार्टी कार्यकर्ता जनसमस्याओं को लेकर भी आंदोलन करेंगे। चिंतन शिविर में पार्टी संगठन को राज्य में मजबूत ताकत के रूप में खड़ा करने का निर्णय लिया गया। शिविर में तय किया गया कि प्रदेश, जिला, तहसील, ब्लाॅक और ग्रामपंचायत स्तर पर संगठन को मजबूत किया जाएगा। भ्रष्टाचार के खिलाफ जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। भ्रष्टाचार मंे लिप्त नेताओं और अफसरों को बेनकाब किया जाएगा। भ्रष्टाचार को उजागर करने में आरटीआई को एक मजबूत हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। चिंतन शिविर में पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में कई पीडि़तों को सरकार की ओर से अब तक आर्थिक सहायता मुहैया नहीं कराई गई है, जिस कारण प्रभावित लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आपदा प्रभावितों के पुनर्वास की भी सरकार द्वारा व्यवस्था नहीं की गई है। शिविर के संयोजक कुंवर जपेंद्र सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता प्रदेशभर में संगठन को मजबूत करने की दिशा में कार्य करेंगे। इस तरह के चिंतन शिविरों का आयोजन लगातार होता रहेगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय पार्टी में कुछ ऐसे लोग घुस आए थे जो कि निजी स्वार्थ को अधिक तवज्जों दे रहे थे। अब ऐसे चेहरों की पहचान हो चुकी है, पार्टी पुरानी गलतियों को अब नहीं दोहराएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आम आदमी पार्टी भाजपा और कांग्रेस का विकल्प बन सकती है। भाजपा और कांग्रेस एक सिक्के के दो पहलू हैं, जनता इनकी जनविरोधी नीतियों से तंग आ चुकी है। 14 वर्षों में इन दोनों पार्टियों के नेताओं ने अकूत संपत्तियां एकत्रित की हैं। इन्होंने कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। राज्य गठन के बाद अब तक 156 बड़े घोटाले हो चुके हैं, लेकिन सजा एक भी भ्रष्टाचारी को नहीं हुई है। मौजूदा समय में भी कांग्रेस सरकार बचाने के लिए सरकारी खजाने को लुटा रही है तो भाजपा सरकार गिराने के लिए हरसंभवन दांव-पेंच अपनी रही है। सत्ता की इस लड़ाई में आम आदमी हासिए पर है। रूद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी जिलों के आपदा पीडि़तों के लिए सरकार कुछ नहीं सोच रही है। चिंतन शिविर में पार्टी के प्रदेश संयोजक हरीश आर्य, हरीश रावत, केके गौतम, एमएस रावत, जितेंद्र मलिक, दिनेश कोठारी, मोहन सिंह, सविता सिंह, उमा सिंह, शीला रावत, मुकुल बिष्ट, भरत चैधरी, प्रीति मिश्रा आदि ने विचार व्यक्त किए।          

सीएम ने अधिकारियों के साथ की फोलोअप बैठक

देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री व केंद्रीय मंत्रियों से भेंट के बाद देहरादून लौटकर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ फोलोअप बैठक की। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सीएम ने निर्देश दिए हैं कि विभागीय प्रमुख सचिव व सचिव केंद्र में राज्य से संबंधित मामलों की पैरवी करें व औपचारिक प्रक्रिया में कम समय लगे इसके लिए केंद्र के अधिकारियों से निरंतर सम्पर्क में रहें। सीएम ने मुख्य सचिव सुभाष कुमार को इसकी लगातार माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विŸा मंत्रालय से एसडीआरएफ की एक और बटालियन की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। केंद्र में लम्बित योजनाओं की स्वीकृति के लिए तत्परता से काम करना होगा। यदि किन्हीं विभागों में यूटीलाईजेशन सर्टिफिकेट लम्बित हैं तो शीघ्र ही इन्हें केंद्र को पे्रषित किया जाए। स्वीकृत योजनाओं में केंद्रांश के लिए पत्राचार करने के साथ ही वरिष्ठ अधिकारी स्वयं संबंधित मंत्रालय से निरंतर संवाद बनाएं। मुख्यमंत्री ने धारचूला में सीएम कैम्प आॅफिस खोलने और वहां सक्षम स्टाफ की तैनाती करने के भी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि श्रीनंदा देवी राजजात यात्रा से देश विदेश में सकारात्मक संदेश गया है। इसमें अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया जाए। 

कैलाश मानसरोवर की तर्ज पर हर वर्ष हो नंदा देवी राजजात यात्रा: मैखुरी

देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। प्रदेश के विधानसभा उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड सरकार डाॅ0 अनुसुया प्रसाद मैखुरी, जो कल ही नन्दा देवी राजजात की यात्रा से लौटे हैं, ने प्रदेश सरकार से नन्दा देवी राजजात यात्रा को कैलाश मानसरोवर की तर्ज पर हर वर्ष आयोजित किये जाने की माॅंग की है। पत्रकारो से अनौपचारिक बातचीत के दौरा न उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष छोटी नन्दा देवी राजजात का आयोजन किया जाना चाहिए तथा इसके लिए सरकार को नोडल ऐजेन्सी के रूप में जीएमवीएन नियुक्त करनी चाहिए, जिससे स्थानीय लोगों को स्थायी रोजगार उपलब्ध होगें साथ ही धार्मिक पर्यटन एवं तीर्थाटन का विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि यात्रा को उसके पारम्परिक स्थान में पडावों के माध्यम से संचालित किया जाना चाहिए तथा यात्रा को नौटी से होमकुण्ड, दशमद्वार से होमकुण्ड, कुरूड़ से होमकुण्ड तक प्रत्येक पड़ावों से होते हुए आयोजित की जाय। इससे उत्तराखण्ड के पर्यटन का चैहमुखी विकास होगा। उन्होंने बताया कि नन्दा देवी राजजात के अन्तर्गत विकास कार्यो तथा स्थायी व अस्थायी मार्गो के निर्माण में लगभग 95 करोड़ रूपयों का व्यय किया गया, जिसका लाभ राजजात में गये एक लाख से अधिक यात्रियों ने लिया। उन्होंने कहा कि राजजात यात्रा हेतु करीब 2100 अधिकारियों व कर्मचारियों को तैनात किया गया था। यात्रा में किसी की गुमशुदगी की रिर्पोट नही प्राप्त हुई, केवल एक लैपटाप चोरी का मामला संज्ञान में आया और बेदनी पड़ाव पर पत्रकारों के टैंट को क्षति पहुॅंचाने की घटना की तहरीर थाने में दर्ज है। सबसे बड़ी सफलता इस यात्रा में जितने भी श्रद्धालु गये सब सकुशल लौटे केवल एक होमकुण्ड तक पहुंचे पश्चिम बंगाल के अम्बर चटर्जी का इस यात्रा में देहान्त हुआ। वेदनी बुग्याल में 15 से 20 हजार श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए तथा 8 से 10 हजार श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की। नौटी, कुरूड़, दशमद्वार से बाण तक के पड़ावों में प्रत्येक पड़ाव पर लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालु पूजा अर्चना में सम्मिलित हुए। शिला समुद्र, रूपकुण्ड, ज्यॅंरागली, होमकुण्ड में 08 से 10 हजार श्रद्धालु पूजा अर्चना में सम्मिलित हुए। उन्होंने यह भी बताया कि कुल यात्रा में 70 करोड़ लोनिवि को स्थायी निर्माण जैसे मोटर मार्ग एवं पुल पुलियाओं के लिए स्वीकृत हुए है। करीब 22 करोड़ पर्यटन विभाग को स्थायी व अस्थायी कार्यो के लिए स्वीकृत किये गये हैं इसके अलावा 50 लाख एसडीआरएफ, 22 लाख निम., 11 लाख राजजात समिति नौटी, 1.50 करोड़ कुमाऊॅं मंडल को राजजात संचालन हेतु एवं 01 करोड़ विद्युत विभाग को विद्युत कार्यो के लिए स्वीकृत किये गये है। इस प्रकार विभिन्न मदों में लगभग 95 करोड़ रूपये इस यात्रा के स्थायी व अस्थायी मदों के लिए स्वीकृत हुए हैं। उपरोक्त पर्यटन की मद में स्वीकृत 22 करोड़ में से 18 करोड़ लगभग स्थायी कार्यो के लिए विभिन्न निर्माणदायी संस्थाओं को आवंटित किये गये। केवल 4 करोड़ रूपये अस्थायी कार्यो यथा 1.50 करोड़ कन्टनेन्सी, 01 करोड़ टैंट शामियाना आदि के लिए, 01 करोड़ कूड़ा उठान व सफाई के लिए सुलभ को दिया गया। 50 लाख मिसनेंस, घोडे खच्चर, ट्रांसपोर्टेशन आदि के लिए दिया गया है जो कि लगभग 04 करोड़ रूपये के आस-पास है।

संस्कृत शिक्षा के विकास को ली बैठक

देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। सूबे केविद्यालयी शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा, संस्कृत शिक्षा मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी ने आज विधान सभा स्थित सभा कक्ष में संस्कृत शिक्षा के सर्वागीण विकास के लिए बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि आने वाली 26 से 28 सितम्बर में विश्व सम्मेलन संस्कृत का आयोजन राजभवन में प्रस्तावित है। उस सम्मेलन में उत्तराखण्ड की संस्कृत एवं संस्कृति का एक्सपोज दिखायें क्यों कि यह सम्मेलन प्रथम बार हो रहा है। इसमें हेरिटेज विरासत का एक्सपोज होना अति आवश्यक है। विश्व सम्मेलन में उन्होंने संस्कृत एवं संस्कृति की स्लाइड प्रिन्ट का एक्सन प्लान बनाने के निर्देश भी संस्कृत शिक्षा निदेशक एवं कुलपति संस्कृत शिक्षा को दिया। बैठक में उन्होंने जनपद टिहरी के देवप्रयाग में केन्द्रीय विश्वविद्यालय संस्कृत का स्वरूप तैयार करने के निर्देश अपर सचिव संस्कृत शिक्षा को देते हुए कहा कि देवप्रयाग में वैधशाला व नक्षत्र वैधशाला को संस्कृत महाविद्यालय का रिसर्च सेन्टर बनायें। पूरे उत्तराखण्ड में हेरिटेज (विरासत) हैं। जहां संस्कृत के लिए कुछ न कुछ हुआ है। जनपद चमोली के कमेठा ग्राम में हैरिटेज बनायें यहाॅं दुनियां का आदमी अन्वेषण करने आयेगा। आदि गुरु शंकराचार्य यहाॅं आये, वेदव्यास जिन्होंने संस्कृत को बढाने के लिए तीव्रता से कार्य किया है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि केन्द्र सरकार संस्कृत के उत्थान के लिये काफी योजनाएॅ एवं धन मुहैया करवा रहा है। इस दिशा में सकारात्मक पहल करते हुए केन्द्र से योजनाएॅं लाने मे अपना अहम योगदान इस राज्य को दें। बैठक में उन्हें संस्कृत शिक्षा निदेशक आर.के.कुवर ने अवगत कराया कि प्रदेश में संस्कृत विद्यालय/महाविद्यालयों की संख्या 90 हैं। जिसमें संस्कृत विद्यालयों की संख्या 43 है और संस्कृत महाविद्यालयों की संख्या 46 है। जिसमें शास्त्री पर्यन्त(बी0ए0) 06 तथा आचार्य पर्यन्त (एम0ए0) 40 हैं। उन्होंने बताया कि अशाशकीय सहायता प्राप्त संस्कृत विद्यालयों में 26 पद प्रधानाचार्य के है। जिसमें 13 पद रिक्त है। इसी प्रकार 73 पद प्रवक्ता के हैं जिसमें 36 पद रिक्त हैं तथा सहायक प्रवक्ता के 98 पद स्वीकृत है। जिसमें 45 पद रिक्त हैं इस पर मंत्री जी ने कहा कि विद्यालयों की प्रबन्ध समिति से अनुज्ञा चाहने हेतु पदों के लिये अनुज्ञा मांगे जिससे रिक्त पदों के सापेक्ष कार्यवाही की जा सके बैठक में मंत्री जी को अवगत कराया गया कि संस्कृत विद्यालयों को पद भरने के लिए सिर्फ 18 अनुशंशा प्राप्त हुए है। जिस पर कार्यवाही गतिमान है। बैठक में विशेष कार्यधिकारी जी.डी.रतूड़ी, अपर सचिव संस्कृत शिक्षा विनोद प्रसाद रतूड़ी, कुलपति महावीर अग्रवाल, आर.के.कुंवर संस्कृत शिक्षा निदेशक, प्रो. मोहन चन्द्र बलादी विभागाध्यक्ष, कुल सचिव संस्कृत डा0 तन्जीम अली, वित्त नियंत्रक, डा0 सुरेश चन्द्र बहुगुणा मौजूद थे। 

जिलावार सदस्यता प्रभारियो की नियुक्ति

देहरादून 10 सितम्बर,(निस)। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी सदस्यता अभियान को गति देने की दृष्टि से जिलावार सदस्यता प्रभारियों की नियुक्ति की है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने पार्टी सदस्यता अभियान को गति देने की दृष्टि से जिलावार सदस्यता प्रभारियों की नियुक्ति की है जिसके अन्तर्गत गढ़वाल मण्डल में पूर्व विधायक केदार सिंह रावत को जनपद टिहरी, राजेश जुवांठा को चमोली, बलवीर सिंह नेगी को रूद्रप्रयाग, विजय सारस्वत को उत्तरकाशी, शूरवीर सिंह सजवाण को पौडी गढ़वाल, काजी निजामुद्दीन को कोटद्वार, जोत सिंह गुनसोला को हरिद्वार जिला तथा सोबन सिंह नेगी को हरिद्वार शहर, राजपाल बिष्ट को देहरादून जिला तथा योगेन्द्र खण्डूरी को देहरादून शहर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं कुमाऊ मण्डल में पुष्कर राज जैन को अल्मोड़ा, पूर्व विधायक करण महरा बागेश्वर, जिला पंचायत अध्यक्ष पिथौरागढ़ प्रकाश जोशी को चम्पावत, जिला पंचायत अध्यक्ष देहरादून चमन ंिसह को नैनीताल, पूर्व विधायक तिलकराज बेहड़ को हल्द्वानी शहर तथा प्रयाग भट्ट को पिथौरागढ़ का प्रभारी नियुक्त किया गया है। श्री बिष्ट ने यह भी बताया कि गढ़वाल मण्डल के प्रभारीगणों की दिनांक 9 सितम्बर को प्रदेश अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक भी हो चुकी है जिसमें सभी प्रभारीगणों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि कुमाऊं मण्डल के प्रभारीगणों की आगामी 15 सितम्बर को स्वराज आश्रम हल्द्वानी में बैठक आयोजित की गई है जिसमें प्रदेश अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय जी भी उपस्थित रहेंगे।  

शिल्पी अरोड़ा को राजीव गांधी एक्सीलेंस अवार्ड-2014 से किया सम्मानित, उत्तराखण्ड की करीब 10 हजार महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर

uttrakhand news
देहरादून,10 सितम्बर,(निस)। प्रदेश कांग्रेस नेता, समाजसेविका श्रीमती शिल्ली अरोड़ा को नई दिल्ली के कंस्टीटयूशन क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में राजीव गांधी एक्सीलेंस अवार्ड-2014 से सम्मानित किया गया है। श्रीमती अरोड़ा को यह अवार्ड महिला उद्यमिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिए दिया गया है। श्रीमती अरोड़ा ने इस अवसर पर कहा कि यह अवार्ड मेरे सम्मान व गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड से होने के कारण मेरे लिए यह और भी गौरव की बात है। भविष्य में उनका प्रयास होगा कि वे उत्तराखण्ड के युवाओं, विशेषकर महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में अपना सहयोग देकर आगे बढ़ायेंगी। श्रीमती अरोड़ा को मिले पुरस्कार पर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं व सामाजिक संगठनों ने प्रसन्ता व्यक्त करते हुए बधाई दी है। पुरस्कार समारोह में मुख्य रूप से श्री जे.पी.अग्रवाल पूर्व अध्यक्ष डीपीसीसी, श्रीमती शोभा ओझा राष्ट्रीय अध्यक्ष ए.आई.एम.सी., श्रीमती ममता शर्मा पूर्व अध्यक्ष राष्ट्रीय महिला आयोग आदि उपस्थित थे। शिल्पी अरोड़ा का नाम इस समय देश की कामयाब महिला उद्यमियों में शामिल है। शिल्पी अरोड़ा एक जुझारू और कर्मठ महिला उद्यमी है। विज्ञापन के क्षेत्र में कार्य करने वाली श्रीमती शिल्पी अरोड़ा केवल एक कुशल उद्यमी ही नही है, बल्कि समाज सेविका भी है। उनके द्वारा शुरू किये गई संस्था वाटर के माध्यम से अब तक उत्तराखण्ड की करीब 10 हजार महिलाओं को आत्मनिर्भर बना चुकी है। इसके अलावा युवाओं तथा किसानों के हित में निरंतर प्रयत्नशील रहती है। शिल्पी अरोड़ा एक कुशल राजनीतिज्ञ भी है, वे वर्तमान में उत्तराखण्ड कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता है। 
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