मक्का उपार्जन के लिए उपार्जन केन्द्र प्रबंधको का प्रशिक्षण संपन्न
- किसानो का पंजीयन 11 सितम्बर से 10 अक्टूबर तक किया जाएगा
झाबुआ ----खरीफ विपणन वर्ष 2014-15 में जिले में मोटे अनाज को समर्थन मूल्य पर ई-उपार्जन के लिए जिले में 10 खरीदी केन्द्र बनाये गये है। इन खरीदी केन्द्रो पर ही 11 सितम्बर से 10 अक्टूबर तक पूर्व से पंजीकृत किसानो का पंजीयन अपडेट किया जाएगा एवं नये किसानो का पंजीयन किया जाएगा। खरीदी 27 अक्टूबर से 25 जनवरी 2015 तक की जाएगी। खरीदी व्यापक स्तर पर हो इसके लिए आज 11 सितम्बर को कलेक्टर सभाकक्ष में खरीदी केन्द्र प्रबंधको का प्रशिक्षण संपन्न हुआ। प्रशिक्षण की अध्यक्षता जिला आपूर्ति अधिकारी श्री खान, ने की। प्रशिक्षण में संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
इन केन्द्रो पर होगा पंजीयन एवं खरीदी
अ0जा0सेवा सहकारी संस्था रानापुर, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था कालीदेवी, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था झाबुआ, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था मेघनगर, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था थांदला, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था खवासा, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था पेटलावद, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था बामनिया, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था झकनावदा, अ0जा0सेवा सहकारी संस्था सारंगी, में उपार्जन के लिए किसानो का पंजीयन किया जाएगा एवं मक्का का उपार्जन किया जाएगा।
मुर्गीपालन बायोसेक्यूरिटी विधि से करे
झाबुआ ----मुर्गी पालन में मुर्गी एवं मुर्गी घर को सभी प्रकार की बीमारी उत्पन्न करने वाले कीटाणु से दूर रखने की प्रक्रिया को बायोसेक्यूरिटी कहते है क्योंकि बीमारियों का उपचार मुर्गीपालन में कठिन एवं महंगा है। अतः बायोसेक्यूरिटी के द्वारा मुर्गी पालक को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकता है। यदि फार्म पर संक्रामक बीमारियां नहीं होगी तो मुर्गी का वजन, मृत्यु दर कम होगी तथा बीमारी पर होने वाला खर्च बचेगा। बायोसेक्यूरिटी विधि के अनुसार मुर्गी फार्म चारो ओर से बंद होना चाहिए। मुर्गी घर के अंदर एवं बाहर सफाई रखना चाहिए एवं पांच फीट का आंगन होना चाहिए। मुर्गी घर के दरवाजे पर चूना डालना चाहिए एवं फार्म के अंदर जाने से पहले पैर चूने के उपर रखना चाहिए। टीकाकरण सही समय पर करना चाहिए एवं खाली शीशी, ड्रापर को गडडे में दबाना चाहिए क्योंकि टीके में जीवित या मृत, बीमारी उत्पन्न करने वाले कीटाणु होते है। एक बार मुर्गा बिक जाने के बाद विसंक्रमीकरण करना चाहिए एवं तैयार फार्म को 15 दिन तक खाली रखना चाहिए।
विंसक्रमीकरण:- फार्म के सभी बर्तनों,चिकगार्ड आदि को अंदर ही पहले साफ करके बाहर निकाले एवं बुरादा को इक्ट्ठा कर दूसरा चूना मिलाने के बाद कम से कम 100 मीटर की दूरी पर गडडे में दबा देना चाहिए। झाडू, डीटरजेंट, पानी से फार्म साफ करने के पश्चात फर्श पर यूनिवर्सल बर्न क्लीनर (25 मिली/100। पानी) 24 घण्टे के लिए छोड दे। उसके बाद पुनः साफ पानी से धोएॅ। फ्लेमगन को फार्म में अच्छी तरह जला दे। इसके बाद फार्म की पुताई करते है। पुताई करने का घोल निम्न अवयवों से बनाना चाहिए। 100 वर्ग फीट के लिए मात्रा इस प्रकार है। चूना- कीटाणु नाशक है, 2 केजी, कैरोसिन- चूने को फैलने में मदद् करता है, 30 मिली, काॅपर सल्फेट- फफूॅदनाशक है, 90 जीमी, डिस्काॅल - कीटाणु नाशक है, 20 मिली, पानी- तीन लीटर, है। उक्त जानकारी प्रनोटी शर्मा एम.बी.एस.सी पैथोलाॅजी एनीमल डीजीज लेबोरेटरी पशुपालन विभाग ने प्रदान की।
समेकित छात्रवृति अंतर्गत छात्रवृति भुगतान की समीक्षा बैठक 14 सितम्बर को
झाबुआ---समस्त स्कूलों में दर्ज विद्यार्थियों की मैंपिग करने, सभी मैप्ड का रजिस्ट्रेशन करने तथा रजिस्ट्रर्ड में से सभी पात्र विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति आॅनलाईन भुगतान करने की प्रगति की समीक्षा कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर द्वारा 14 सितम्बर 2014 दिन रविवार को सुबह 11.00 बजे कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में की जावेगी जिसमें सभी बी.ई.ओ, बी.आर.सी., ऐसे संकुल प्राचार्य जिनके संकुल की आॅनलाईन छात्रवृति स्वीकृति संकुल में कुल दर्ज के विरूद्ध 75 प्रतिशत से कम है उपस्थित होगे तथा ऐसे सभी अशासकीय संस्था प्रमुख जिनका दर्ज के विरूद्ध रजिस्ट्रेशन एवं छात्रवृत्ति स्वीकृति 75 प्रतिशत से कम है उन्हें उपस्थित कराने की जिम्मेदारी संकुल प्राचार्य की होगी। यदि कोई संकुल प्राचार्य/अशासकीय संस्था प्रमुख यह मानते है कि सभी पात्र की छात्रवृति शत्-प्रतिशत जारी हो गई है तो उन्हें इसका कक्षावार/पात्रता वार हस्ताक्षरित विवरण प्रस्तुत करना होगा। बैठक में मिन्स कम मेरिट छात्रवृति की शत-प्रतिशत आॅनलाईन फार्म भरे जाने का प्रमाण-पत्र लेकर संकुल प्राचार्य को उपस्थित होने के निर्देश दिये गये है।
बालिकाओ को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के लिए आवेदन आमंत्रित
झाबुआ ---राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान अन्तर्गत समस्त 06 विकास खण्ड मुख्यालय पर संचालित बालिका छात्रावासों एवं मुख्यालय पर स्थित क0उ0मा0वि0 में अध्ययनरत बालिकाओं को न्यूनतम 3 माह तक जूडों/कराटे/ताईक्वाडों जैसे आत्मरक्षा की विघाओं में प्रतिदिन न्यूतम 01 घण्टे प्रशिक्षण प्रदान किये जाने हेतु केवल महिला प्रशिक्षकों की आवश्यकता है। महिला प्रशिक्षक नहीं मिलने पर पुरूष प्रशिक्षकों को भी लिया जा सकता है। महिला प्रशिक्षक को सेल्फ डिफेंस कोर्स, ब्लेक बेल्ट इत्यादि योग्यताधारी होना अनिवार्य होगा। इच्छुक महिला/पुरूष उम्मीदवार को दिनांक 15 सितम्बर 2014 तक संबंधित शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के पास आवेदन प्रस्तुत करना होगा। दिनांक 16 सितम्बर 2014 तक चयनित प्रशिक्षक को 17 सितम्बर 2014 से बालिका छात्रावासों एवं कन्या विद्यालयों में प्रशिक्षण प्रदान करना होगा। इस कार्य हेतु प्रशिक्षिका को प्रति माह अधिकतम रूपये 4000/- चार हजार की राशि मानदेय के रूप में भुगतान संबंधित शाला प्रबंधन एवं विकास समिति से किया जायेगा। महिला प्रशिक्षिका को न्यूनतम 100 बालिकाओं को प्रशिक्षित करना अनिवार्य होगा। प्रशिक्षु बालिकाओं की संख्या कम होने पर प्रशिक्षिका के मानदेय में अनुपातिक रूप में कटौती की जावेगी।
25 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक कृषि महोत्सव मनाया जाएगा, तैयारियों की समीक्षा बैठक संपन्न
झाबुआ ---शासन के निर्देशानुसार 25 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक जिले में कृषि महोत्सव मनाया जाएगा। कृषि महोत्सव के दौरान कृषि क्रांतिरथ कृषि संबंधी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए चलाया जाएगा। जिले में चिन्हित स्थलों पर किसान संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। किसानो को किसान क्रेडिट कार्ड, दिये जायेगे। बीज कीट वितरित की जाएगी। पशु मेले आयोजित किये जायेगे। मिट्टी का परीक्षण करने के लिए नमूने लिये जायेगे। किसानो को उद्यानिकी पौधे वितरित किये जायेगे। कृषि महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए आज 11 सितम्बर को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के कक्ष में संबंधित विभागों के जिला अधिकारियों की बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रभारी कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस.ने की। बैठक में संबंधित विभागों की तैयारी की विभागवार समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिये गये। बैठक में संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
अ आ इ सीखते ही झाबुआ की महिलाए पहुॅंची दिल्ली
झाबुआ --- जिले की 10 अनपढ महिलाओं को पढना-लिखना सीखते ही सीधे दिल्ली जाने का अवसर प्राप्त हुआ है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की मौजूदगी में 8 सितम्बर सोमवार को राजधानी में अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर विशेष कार्यक्रम में महिलाए शामिल हुई। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रदेश से सिर्फ झाबुआ जिले का चयन किया गया था। सोमवार को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर देश का सबसे बडा जलसा दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित हुआ। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई देशी-विदेशी मेहमान इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए। सहभागिता व प्रस्तुतिकरण के लिए पूरे देश से 170 नव साक्षरों को भी आमंत्रित किया गया था। हर प्रदेश से 5 से लेकर 25 की संख्या में नव साक्षर वहां मौजूद थे।
दिल्ली जाने का मौका मिला
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के लिए प्रदेश में अकेले झाबुआ का ही चयन किया गया। अनपढता की जंग जीतने वाली 10 महिलाओं को दिल्ली जाने का मौका मिला। इस सम्मेलन में अपने अनुभव साझा करने के साथ ही वे प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से भी रूबरू हुई। साक्षर हुई महिलाओं को गरीबी व घरेलू कार्यो में उलझें रहने के कारण स्कूल जाने का कभी अवसर प्राप्त नहीं हुआ था। साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत उन्होने पढना-लिखना सीखा। इसी वर्ष आखर साथी पुस्तक पूर्ण करने व 9 मार्च 2014 को हुई परीक्षा पास करने के बाद वे साक्षर बनी है।
अक्षरो का जादू समझा
पहली बार दिल्ली की यात्रा और सीधे अंतरराष्ट्रीय आयोजन का हिस्सा बनने से सभी महिलाएं अत्यंन्त ही रोमांचित है। उन्हें नहीं पता था कि अक्षर ज्ञान होते ही उनका इतना सम्मान बढ जाएगा। महिलाओं का कहना है कि वे दिल्ली से लौटकर अपने-अपने क्षेत्र में अन्य महिलाओं को साक्षर बनने के लिए प्रेरित करेगी। फिलहाल उन्हें सब कुछ सपने जैसा लग रहा है। उनके परिवार के माध्यम से वे कभी भी दिल्ली नहीं पहॅुच पाती। किन्तु इस साक्षर भारत अभियान ने उन्हें दिल्ली देखने का मौका दिया और उन्हें देश के अन्य राज्यों को भी देखने का अवसर मिला। साक्षर हो जाने से वे अब बैंक में लेन-देन आसानी से कर पाएगी। स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों को पढकर परिवार को बीमारियों से बचा पाएगी। शासन की योजनाओं को पढकर अब उनका लाभ ले पाएॅगी। अब उनहें कोई आसानी से ठगी का शिकार नहीं बना पाएगा।
इन्हें मिला मौका
दिल्ली जाने वाली नव साक्षर महिलाओं की उम्र 35 से 38 वर्ष के बीच है। गाजा ललिता, प्रेमलता व सुनीता निवासी ग्राम गोपालपुरा, ब्लाक झाबुआ पिंकी व डिंकी निवासी बिसौली, ब्लाक झाबुआ संगीता व संगीता भाभर निवासी गडवाडा ब्लाक मेघनगर और वनिता व माया निवासी ग्राम जिरावदियां ब्लाक रामा को यह गौरव प्राप्त हुआ है। साक्षरता समिति सचिव जगदीश सिसोदिया के साथ उक्त दल 10 सितम्बर को दिल्ली से झाबुआ लौट आया।
चाकू कि नोक पे किया अपहरण
झाबूआ--फरियादिया कीकिबाई पति रमेश अमलियार, निवासी कयड़ावद ने बताया कि उनकी लडकी अपह्र्ता लीला, उम्र 16 वर्ष, झाबुआ से पैदल घर जा रहे थे, रास्ते में कयडावद हवाई पट्टी तिराहे पर आरोपी राजू पिता रालू मुण्डिया भील, निवासी मेदीखाखर आया व चाकू दिखाकर औरत बनाने की नीयत से भगा ले गया तथा चिल्लाने पर जान से मारने की धमकी दी। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक 647/14, धारा 363,506 भादवि व 7/8 लैगिंक अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
करंट लगने से मौत
झाबूआ--फरियादी हाबलिया पिता दितीया डामोर, उम्र 40 वर्ष, तैनात जिला चिकित्सालय झाबुआ ने बताया कि कमला पिता दिलीप, उम्र 18 वर्ष, निवासी खेडा कीबिजली का करंट लगने से मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना कालीदेवी में मर्ग क्रमांक 35/14, धारा 174 जाफौ का कायम कर विवेचना में लिया गया।
सर्प दंश से मौत
झाबूआ---फरियादी भूरा पिता होमजी डामोर, उम्र 60 वर्ष, निवासी जाम्बूकुण्डी ने बताया कि प्रेमसिह पिता नरसिंह गामड, उम्र 12 वर्ष, निवासी जाम्बूकुडी की मृत्यु सांप के काटने से हो गयी। प्र्रकरण में थाना कालीदेवी में मर्ग क्रमांक 36/14, धारा 174 जाफौ का कायम कर विवेचना में लिया