Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74180 articles
Browse latest View live

उत्तर प्रदेश में हार 'लव जेहाद'पर नहीं : गिरिराज सिंह

$
0
0

giriraj singh
लोकसभा चुनाव में भाजपा को शानदार जीत दिलाने वाले उत्तर प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए उपचुनाव में पार्टी की बुरी गत पर जहां भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध रखी है, वहीं बिहार से सांसद चुनकर आए गिरिराज सिंह ने गुरुवार को कहा कि हार के लिए 'लव जेहाद'का मुद्दा उठाए जाने को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी के आलोचकों को पाकिस्तान भेजने की धमकी देकर विवादों में फंसे गिरिराज ने गुरुवार को अपने एक ट्वीट में लिखा है, "योगीनाथ-जी (योगी आदित्यनाथ) उत्तर प्रदेश में हार के लिए अकेले जिम्मेवार नहीं हैं।" 

उन्होंने कहा, "हम धर्मनिर्पेक्षता का तमगा लेने के लिए मरे जा रहे हैं, जबकि हमारा काम लोगों को सामाजिक खतरे से आगाह करना है और लव जेहाद उन्हीं खतरों में से एक है। जीत या हार का इससे कोई मतलब नहीं है।"

सीमा विवाद के साए में भारत, चीन ने किए समझौते

$
0
0

jinping_modi
दोस्ती की उद्दाम अभिलाषा से लबरेज मेजबान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मेहमान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई वार्ता के दौरान भारत की उत्तरी सीमा पर चीनी घुसपैठ से उत्पन्न स्थिति की चिंता हावी रही। लद्दाख में चीनी घुसपैठ से उत्पन्न चिंता के साए में दोनों देशों ने आर्थिक संबंध में एक नया अध्याय जोड़ने का प्रयास किया। बीजिंग ने अगले पांच वर्षो में भारत में 20 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है। प्रतिनिधि स्तर के बाद 90 मिनट तक चली प्रतिबंधित वार्ता के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मोदी, चीन की पीपुल्स आर्मी द्वारा लद्दाख के चुमार सेक्टर में की गई घुसपैठ पर अपनी चिंता जाहिर करने से खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने कहा कि सीमा विवाद का शीघ्र समाधान होना चाहिए।


उन्होंने लगातार परेशानी उत्पन्न कर रहे सीमा के सवाल का हल करने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा की स्पष्टता लाने का सुझाव भी पेश किया। सीमा पर लगातार होने वाली घटनाओं पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए मोदी ने कहा, "हम सहमत हैं कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और अक्षोभ की स्थिति आपसी विश्वास का और हमारे रिश्ते की पूरी संभाविता को महसूस करने का एक अनिवार्य आधार है।"मोदी ने कहा, "मैंने सुझाव दिया है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्पष्टीकरण बेहद कारगर साबित हो सकता है और इसे फिर से शुरू करना चाहिए। कुछ वर्षो से यह रुका हुआ है।"



चीन के राष्ट्रपति शी ने कहा कि दोनों पक्ष एक दूसरे की संवेदनशीलता और चिंताओं का आदर करने के लिए सहमत हैं और मुद्दों को सकारात्मक रुख के साथ सुलझा सकते हैं। उन्होंने हालांकि यह बात भी फिर से दोहराई कि सीमा से जुड़ा मुद्दा इतिहास से जुड़ा है और सीमाई इलाकों में दोनों ही पक्षों ने शांति और सौहार्द बनाए रखने में प्रगति की है। लद्दाख के चुमार में सैकड़ों चीनी सैनिकों के घुसपैठ पर शी ने कहा, "चूंकि अभी तक सीमांकन नहीं हुआ है, इसलिए कभी-कभी ऐसा हो सकता है। दोनों पक्ष इस मुद्दे को सीमा संबंधी तंत्र से सुलझाने में सक्षम हैं, ताकि इन घटनाओं का आपसी रिश्तों पर कम से कम असर पड़े।"



उन्होंने कहा कि चीन सीमा संबंधी मुद्दों को सुलझाने के लिए भारत के साथ अनुकूल दृढ़संकल्प से काम करेगा, ताकि सीमा पर शांति और सौहार्द कायम रहे। शी ने कहा, "दोनों ही देश सीमा स्थिति के प्रभावी प्रबंधन और जल्द ही सीमा विवाद को सुलझाने में सक्षम हैं।"यह सवाल पूछने पर कि चीन-भारत सीमा इतिहास से जुड़ा सवाल है, शी ने कहा, "दोनों पक्ष एक दूसरे की चिंताओं का आदर करने के लिए सहमत हैं।"शी ने कहा कि कुछ घटनाएं हो सकती हैं, वैसे दोनों पक्ष मुद्दे को इस तरह से सुलझाने के लिए सक्षम हैं, ताकि द्विपक्षीय रिश्तों पर इसका प्रभाव न पड़े। चीन के राष्ट्रपति ने कहा, "दोनों देश जल्द ही सीमा से जुड़े मुद्दों को सुलझा लेंगे।"



शी ने मोदी को चीन आने का न्योता देते हुए कहा, "मैं अगले वर्ष मोदी को चीन आने का न्योता देता हूं।"शी ने कहा कि सीमा संबंधी मुद्दों पर भारत के साथ गंभीरतापूर्वक काम करेंगे।  उन्होंने कहा कि दोनों देशों के नेतृत्व को नियमित तौर पर मिलते रहना चाहिए और रणनीतिक दिशा प्रदान करना चाहिए। शी ने कहा, "बहुध्रुवीय हो रही दुनिया में चीन और भारत दो महत्वपूर्ण ताकतें हैं। जब हम साथ मिलकर बोलेंगे, तो पूरी दुनिया सुनेगी।"उधर, तिब्बत की स्वतंत्रता की मांग को लेकर तिब्बतियों ने राजधानी में जगह-जगह प्रदर्शन किए। 

विधवाओं पर बयान के लिए माफी मांगें हेमा : कांग्रेस

$
0
0
R P N Singh
कांग्रेस ने भाजपा नेता एवं मथुरा की सांसद हेमा मालिनी द्वारा मथुरा में रह रही विधवाओं के मामले में दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने हेमा के बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि भाजपा सांसद का मानिसक संतुलन बिगड़ गया है। कांग्रेस ने कहा कि साध्वी महिलाओं का अपमान करने वाली हेमा को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने बातचीत के दौरान कहा, 'लगता है भाजपा नेता हेमा मालिनी को भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का ज्ञान नहीं है। काशी और मथुरा में बंगाल एवं बिहार सहित देश के अन्य राज्यों की भी विधवाएं वहां के आश्रमों में रहकर ईश्वर की साधना एवं भक्ति में लीन रहकर साध्वी के वेश में अपने शेष जीवन को प्रभु उपासना में व्यतीत करती हैं। 

उन्होंने कहा कि मथुरा एवं काशी के आश्रमों में प्राचीन धार्मिक परंपराओं के अनुसार रहकर अपने जीवन को सार्थक बनाने वाली इन विधवा महिलाओं के लिए वहां की ही सांसद द्वारा साध्वी उपासकों पर अपशब्दों का प्रयोग एवं उन पर कीचड़ उछालना एक जनप्रतिनिधि के लिए शोभा नहीं देता। 

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि वास्तविकता तो यह है कि हेमा खुद दूसरे प्रदेश की मूल निवासी हैं। वह स्वयं महिला हैं इसलिए महिलाओं के विरुद्ध, विशेषकर साध्वी महिलाओं के प्रति विद्वेषपूर्ण भाषा का प्रयोग करना, भारतीय लोकतंत्र का न सिर्फ अपमान है बल्कि यह स्वयं उनका एवं भाजपा की महिलाओं के प्रति नकारात्मक सोच का प्रतीक है।

आर.पी. सिंह ने कहा कि उपचुनाव में पराजय का मुंह देखने के बाद भाजपा नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। यही कारण है कि सामाजिक मर्यादाएं एवं परंपराओं की अनदेखी करते हुए महिला सांसद ने इस तरह का शर्मनाक बयान दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए हेमा सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।

यूजीसी ने विवादित सर्कुलर वापस लिया

$
0
0
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता और राज्य के राजनीतिक दलों के विरोध के चलते विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने अपना विवादित सरर्कुलर वापस लिया. यूजीसी ने गुरुवार को अपना वह विवादित सरर्कुलर वापस लेने का फैसला किया जिसमें विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया गया था कि वे स्नातक पाठ्यक्रमों में हिंदी को एक प्राथमिक भाषा के तौर पर पढ़ाएं. 
     
यूजीसी के अध्यक्ष वेद प्रकाश ने गुरुवार को कहा कि यूजीसी इस मुद्दे पर शुक्रवार को नए सिरे से एक सर्कुलर जारी करेगा. प्रकाश ने यह बयान जयललिता द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने के कुछ घंटे बाद दिया है. अपने पत्र में जयललिता ने हिंदी ‘‘थोपने’’ का विरोध करते हुए कहा कि यूजीसी का निर्देश राज्य पर ‘‘बाध्यकारी’’ नहीं है. 

प्रकाश ने कहा, ‘‘पिछले सर्कुलर में अनजाने से यह लिख दिया गया था कि अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी भी प्राथमिक भाषा के तौर पर पढ़ाई जाए. यूजीसी ने कल एक सर्कुलर जारी करने का फैसला किया है जिसमें कहा जाएगा कि हिंदी अनिवार्य नहीं है. यह संबंधित विश्वविद्यालय का विशेषाधिकार है कि कैसे पढ़ाना है, किसे पढ़ाना है और क्या पढ़ाना है.’’ 

इस हफ्ते की शुरूआत में जारी सर्कुलर को तमिलनाडु की राजनीतिक पार्टियों ने विरोध का मुद्दा बना लिया था. जयललिता की अन्नाद्रमुक के साथ-साथ द्रमुक, एमडीएमके और पीएमके ने कहा कि वे तमिलनाडु पर हिंदी भाषा ‘‘थोपने’’ की सभी कोशिशों का विरोध करेंगे. आज मोदी को लिखे गए पत्र में जयललिता ने कहा कि सर्कुलर हिंदी थोपे जाने की तरह है जिसकी शुरूआत पिछली सरकार के दौरान हुई थी.

सुषमा स्वराज आज नालंदा विश्वविद्यालय का उदघाटन करेंगी

$
0
0
पूरे विश्व के छात्रों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय का विदेश मामलों की मंत्री सुषमा स्वराज आज  विधिवत उद्घाटन करेंगी. राजगीर में आयोजित नालंदा विश्वविद्यालय के इस उद्घाटन समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी उपस्थित रहेंगे.

गुप्त काल के दौरान छठी शताब्दि में शुरु प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को 1193 ईसवी में तुर्क शासक कुतबुद्दीन ऐबक के सिपहसालार बख्तियार खिलजी ने ध्वस्त कर दिया था. इस विश्वविद्यालय के अवशेष से 12 किलोमीटर की दूरी पर नवनिर्मित इमारत में शिक्षण कार्य गत एक सितंबर से ही शुरु हो गया था.

निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, सुषमा स्वराज अन्य गणमान्य लोगों के साथ उद्घाटन स्थल पर वृक्षारोपण भी करेंगी. केंद्र सरकार ने इस विश्वविद्यालय के लिए 2,700 करोड रुपये स्वीकृत किए हैं. पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने वर्ष 2006 में बिहार विधानमंडल के दोनों सत्रों को संयुक्त रुप से संबोधित करते हुए नालंदा विश्वविद्यालय को फिर से चालू किए जाने का सुझाव दिया था जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर इस विश्वविद्यालय की नींव संसद द्वारा इसको लेकर विशेष अधिनियम पारित किए जाने के बाद पडी.

पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के सुझाव और सिंगापुर सरकार के नालंदा विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित करने के प्रस्ताव के बाद कई देशों ने आर्थिक मदद के लिए हाथ बढाए. नालंदा विश्वविद्यलय के लिए चीन ने दस लाख डालर, सिंगापुर ने 50 लाख डालर, थाईलैंड ने एक लाख डालर और अस्ट्रेलिया ने दस लाख आस्ट्रेलियन डॉलर का अंशदान किया है. फिर से शुरु हुए नालंदा विश्वविद्यालय में वर्तमान में दो विषयों स्कूल ऑफ इकोलॉजी एंड एनवायरनमेंटल स्टडीज तथा स्कूल ऑफ हिस्टॉरिकल स्टडीज की शिक्षा दी जा रही है पर वर्ष 2020 में उसका निर्माण कार्य पूरा होने के बाद छात्र वहां से सात विषयों में स्नातक और डॉक्टरेट की उपाधि हासिल कर पाएंगे.

नालंदा विश्वविद्यालय में इन दोनों विषयों में वर्तमान में 15 छात्र अध्ययन कर रहे हैं और वहां 11 शिक्षक हैं. नालंदा विश्वविद्यालय की कुलपति गोपा सभरवाल ने बताया कि वर्तमान में उनके विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों में एक-एक जापान और भूटान के छात्र शामिल हैं तथा आने वाले समय में और भी छात्र यहां से जुडेंगे.

विशेष आलेख : बाढ़ के बाद पुंछ

$
0
0
live aaryaavart dot com
जम्मू एवं कष्मीर में आयी बाढ़ ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। तबाही का यह मंज़र जिसने भी देखा षायद ही वह कभी इसे भूला नहीं पाएगा। बाढ़ ने लोगों का घर बार और सब कुछ छीन लिया है। किसी ने किसी अपने को हमेषा के लिए खो दिया है तो कोई अपनों के आने का इंतेज़ार अभी भी कर रहा है। बाढ़ के बाद पैदा हुए हालात के बाद जो सबसे महत्वपूर्ण बात देखने को मिली वह यह रही कि ़मीडिया का फोकस श्रीनगर और कुछ चुनिंदा क्षेत्रों की बर्बादी को कवर करने पर ही रहा। जम्मू प्रांत के पुंछ जैसे दूरदराज़ इलाके को मीडिया का कवरेज या तो नहीं मिला या बहुत कम मिला जिसकी वजह से बाढ़ के बाद पुंछ की बर्बादी की कहानी लोगों तक नहीं पहुंच सकी। पुंछ में बाढ़ के बाद लोग एक दूसरे से सवाल कर रहे है कि हमारा पुंछ क्या कभी पहले जैसा हो पाएगा? बाढ़ ने पुंछ में बर्बादी की एक नई इबारत लिखी है। 
               
बाढ़ के बाद पुंछ में सड़क संपर्क, बिजली, जल आपूर्ति और संचार सुविधाएं बुरी तरह तहस नहस हो गयी हैं। बाढ़ ने पीएचई की 90 जल आपूर्ति योजनाओं को बुरी तरह प्रभवित किया है जबकि 4 बोर वैल पुरानी पुंछ, मेज़ फार्म, कलाई और चंडक क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लोक निर्माण विभाग के अंर्तगत आने वाले तीन मुख्य पुल षेरे-कष्मीर, दुंदक और पमरोट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि सुरनकोट और मंडी के 18 पुल  बाढ़ के साथ बह गए। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग की 121 सड़कों को बाढ़ ने ज़बरदस्त नुकसान पहंुचाया है। लैंड स्लाइड की वजह से पुंछ डिवीज़न में प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी हुई 27 जबकि मेंढ़र में 29 सड़कों को नुकसान हुआ है। आंकड़ों से स्पश्ट है कि पुंछ में सड़क संपर्क पूरी तरह से तहस नहस हो चुका है। ऊपर से संचार सुविधाओं के खस्ताहाल होने की वजह से बाढ़ में फंसे लोगों का अपनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। एक न्यूज़ चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में बाढ़ की वजह से 12,306 टावर में से 6,811 टावर डूब गए थे जिनमें से 1,208 टावर की मरम्मत कर ली गई है। ़बाढ़ की वजह से दूरसंचार नेटवर्क पुुंछ जि़ले में सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ है।  दूरसंचार नेटवर्क की स्थिति का ब्यौरा देते हुए खुद सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी मंत्री रविषंकर प्रसाद ने कहा था कि सरहदी जि़ले पुंछ को छोड़कर मोबाइल सेवा घाटी के हर हिस्से में काफी हद तक या आंषिक रूप से बहाल कर ली गई है। पुंछ के स्थानीय निवासी व सामाजिक कार्यकर्ता निज़ाम दीन मीर का कहना है-‘‘मोबाइल और सड़क संपर्क न होने की वजह से लोग दूसरे इलाकों में रह रहे अपने रिष्तेदारों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। यहां तक की मुसीबत में फंसे लोगों के पास में प्रषासन या किसी के साथ में संपर्क करने का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा है।’’ 
               
इसके अलावा बाढ़ और बारिष ने पीएचई ओर बिजली विभाग के ढ़ाचे को ज़बरदस्त नुकसान पहुंचाया है। बाढ़ की वजह से 132 केवी  ट्रांसमिषन लाइन के 15 टावर क्षतिग्रस्त हुए हैं जिनमें से 12 पूरी तरह से ध्वस्त हो गए और 3 पानी के साथ बह गए। इसी तरह  33 केवी लाइन के 119 पोल क्षतिग्रस्त हुए जबकि 154 उखड़ गए और 143 पोल बाढ़ के साथ बह गए। लोगों के घर बिजली से कब रोषन होंगे इस बारे में अंदाज़ा लगाना मुष्किल है क्योंकि बाढ़ और बारिष की वजह से बिजली आपूर्ति बुरी तरह से ठप हो गयी है। बाढ़ और बारिष ने षिक्षा व्यवस्था को भी पूरी तरह तहस-नहस कर दिया है। बाढ़ के प्रकोप पूरे पुंछ में 198 स्कूल प्रभावित हुए हैं जिनमें से 46 को ही अभी तक क्रियाषील बनाया गया है। अध्ययन-अध्यापन का कार्य सुचारू रूप से चलाने की वजह से 33 इमारतों को किराए पर लिया गया है जबकि 37 टैंटों की अभी भी ज़रूरत है। बाढ़ के प्रकोप से जवाहर नवोदय का हाॅस्टल और 10 हज़ार गैलन का जल संरक्षण केन्द्र भी नहीं बच सका। 
              
जि़ले में 14 सितंबर तक 27 लोगों की मौत हुई जिसमें से 21 के ही षव बरामद किए जा सके। इसके अलावा इस अवधि तक 65 लोग बाढ़ की वजह से ज़ख्मी हुए। बाढ़ की वजह से मेंढ़र, मंडी, हवेली और सुरनकोट तहसील में  स्कूल और सरकारी इमारतों में कुल 33 स्थानों पर 103 परिवारों के 626 लोग पनाह लिए हुए हैं। जैसे जैसे बाढ़ का पानी उतर रहा है वैसे वैसे इस तादाद में कमी आती जा रही है। बाढ़ की वजह से कुल 584 घर आंषिक रूप से जबकि 604 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए। वहीं 4,705 कच्चे घर आंषिक रूप से और 1,975 पूरी तरह बर्बाद हुए। पुंछ में बाढ़ की दास्तां यहीं नहीं थमती। बाढ़ की वजह से 211 दुकानें आषिंक या पूर्ण रूप से बर्बाद हो गयीं जबकि 979 पषु मर गए। इस बारे चरखा के प्रोजैक्ट मैनेजर अनीस-उर-रहमान खान का कहना है कि इस इलाके के ज़्यादातर लोगों की जीविका मवेषी पालन है। इस बाढ़ से उनके मवेषियों को काफी नुकसान हुआ है।  मवेषी बाढ़ में जहां तहां ं फंसकर मर चुके हैं। इसकी वजह से इलाके के लोगों कोे दो बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है-एक यह कि पहले जो जानवर जिंदा रहकर अपने दूध पर वहां के लोगों को पालते थे आज वह मरकर उनके लिए मुसीबत बने हुए हैं क्योंकि मरे हुए जानवरों से बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। दूसरा यह कि उनकी जीविका का कोई दूसरा साधन नहीं बचा है।
            
राज्य में आई बाढ़ के बाद इससे प्रभावति लोगों के लिए स्टेट डिज़ास्टर रिस्पांस फंड यानी एसडीआरएफ के नियमों के तहत मुआवज़े की रकम तय की गई है। लेकिन वन इंडिया वेबपोर्टल की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुंछ में बाढ़ पीडि़तों को मुआवज़े देने के बदले अधिकारी 50 फीसद या आधा हिस्सा मांग रहे हैं। जहां एक ओर बाढ़ पीडि़तों के ज़ख्म अभी नहीं भरे हैं वहीं दूसरी ओर अधिकारी मुआवज़े की रकम का बंटरबाट करने में लग गए हैं। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इसके साथ ही अब राहत के साथ-साथ जम्मू एवं कष्मीर के पुनर्वास की ज़रूरत है। इस बाढ़ की वजह से लोगों के दिलों में जो ज़ख्म हुए हैं वह तो वक्त के साथ भर जाएंगे लेकिन उनके जीवन को पुनः सामान्य रफ्तार पर लाने की आवष्यकता है जिसके लिए  राज्य तथा केंद्र सरकार को जल्द से जल्द पुनर्निर्माण और पुनर्वास का काम षुरू करना होगा और कोषिष करनी होगी कि वह अपने अंजाम तक पहुंचे। 








live aaryaavart dot com

गौहर आसिफ
(चरखा फीचर्स)

आलेख : दाऊद पर दांव ......!!

$
0
0
daud and book
...दाऊद के दिन पूरे ... अब नहीं बच पाएगा डान और उसकी डी. कंपनी , खुफिया एजेंसियों की है पैनी नजर... , रिश्तेदारों पर भी रखी जा रही नजर...। एक राष्ट्रीय चैनल पर दिखाया जा रहा इस आशय का विशेष समाचार पता नहीं क्यों मुझे अच्छा नहीं लगा। एक तरह से यह एक और बचकानी हरकत थी, जिससे कुख्यात डी . कंपनी को बचने का एक और मौका मिल सकता था। क्योंकि सवाल एक अंतर राष्ट्रीय अपराधी का था। मन में सवाल उठा कि यदि सचमुच देश की खुफिया एजेंसियां दाऊद को पकड़ने की कोशिश कर भी रही हो, तो क्या इस तरह की खबरों का प्रसारण उनका खेल नहीं बिगाड़ देगा। बेशक इस समाचार को दिखाए जाने से कुछ घंटे पहले देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अक्लमंद को इशाऱा काफी है... जैसा कुछ बयान दिया था। जिससे लगने लगा कि शायद सरकार डी. कंपनी के काफी करीब पहुंच चुकी है। लेकिन एेसे दावे तो पहले भी हुए हैं। लेकिन दाऊद बड़े  आराम से पाकिस्तान में पूरे कुनबे के साथ  एेश की जिंदगी बिताता रहा। 

बेटे - बेटियों की शादियां करवाता रहा। बालीवुड में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर अपनी कथित आपराधिक जिंदगी का महिमामंडन करवाता रहा। लेकिन सरकार उसे पकड़ना तो दूर कभी एेसी कोशिश करती भी नजर नहीं आई। सुना है कि यूपीए -2 सरकार अपने कार्यकाल के अंतिम दौर में दाऊद को पकड़ कर जनता में अपनी छवि सुधारना चाहती थी। लेकिन एेसा नहीं हो सका। पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे इस पर बड़बोलापन जरूर दिखाते रहे। शिंदे के बड़बोलेपन के दौरान भी मुझे लगा था कि यदि खुफियां एजेंसियां सचमुच उसे पकड़ने की कोशिश करे भी तो एेसे बयान उनकी कोशिशों पर पानी फेर देगी। दाऊद जैसे अंतर राष्ट्रीय अपराधी के मामले में सरकार ही नहीं मीडिया को भी काफी सूझ - बूझ का परिचय देना चाहिए। क्योंकि एक सामान्य अपराधी को भी यदि भनक लग जाए कि उसके खिलाफ कहीं कुछ हो रहा है तो वह तुरंत अपने बिल में घुसने में देर नहीं लगाता। 

दाऊद तो फिर अंतर राष्ट्रीय स्तर का अपराधी और मानवता का दुश्मन है। जिसे पाकिस्तान समेत कई देशों का समर्थन हासिल है। साधारणतः पेशेवर अपराधियों को सिर्फ अपनी सुरक्षा और स्वार्थ से मतलब होता है। लेकिन दाऊद एेसा अपराधी है जिसने उस देश को लहुलूहान करने से भी गुरेज नहीं किया, जहां उसने जन्म लिया। देशद्गोहियों के साथ मिल कर अपने देश के बेकसूर लोगों की जानें लेने में वह पिछले दो दशकों से बढ़ - चढ़ कर हिस्सा लेता आ रहा है। यह भी समझना होगा कि दाऊद को एक  राष्ट्र का संरक्षण हासिल है। दुनिया के कई देशों में उसके शुभचिंतक है। अब बुढ़ापे में उसकी गिरफ्तारी भी रपट पड़े तो हर - हर गंगे... वाली कहावत को ही चरितार्थ करेगी, फिर भी उस पर शिकंजा कसने से जुड़ी गतिविधियों के मामले में हर किसी  को विवेक का परिचय देना होगा। देश में श्रेय लेने की भोंडी होड़ ने इस मानवता के दुश्मन को कानून के शिकंजे से बचने में पहले भी सहायता प्रदान की है। लेकिन उम्मीद की जानी चाहिए कि समाज का हर वर्ग अब इससे बचने का संकल्प लेगा। 






तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर ( पशिचम बंगाल) 
संपर्कः 09434453934 
​लेखक दैनिक जागरण से जुड़े हैं।

एसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष तलवंडी का निधन

$
0
0

ex-spgc-head-talwandi-passes-away
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के पूर्व अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के दिग्गज नेता जगदेव सिंह तलवंडी का शुक्रवार को लुधियाना में निधन हो गया। वह 85 साल के थे। तलवंडी पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और लुधियाना के हीरो डीएमसी हार्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती थे। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत नाजुक थी और उन्हें जीवन-रक्षक प्रणाली पर रखा गया था।

तलवंडी वर्ष 2000 में सीजीपीसी अध्यक्ष चुने गए थे। वयोवृद्ध नेता तलवंडी 1977 में अकाली दल के अध्यक्ष नियुक्त हुए थे। वह इससे पूर्व पंजाब में मंत्री रह चुके थे। इस माह की शुरुआत में पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल उनसे अस्पताल में मिलने गए थे।

सोनिया, मनमोहन ने शी जिनपिंग से मुलाकात की

$
0
0

sonia-manmohan-meet-china-president
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से शुक्रवार को यहां मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे। 

उन्होंने शी से ताज होटल में मुलाकात की। शी इसी होटल में ठहरे हुए हैं।  शी तीन-दिवसीय आधिकारिक दौरे पर बुधवार को भारत आए हैं। वह शुक्रवार को स्वदेश रवाना हो जाएंगे। 

चीन की ली ना ने टेनिस को कहा अलविदा

$
0
0

li na announce retirement
चीन की पहली और एकमात्र ग्रैंड स्लैम विजेता ली ना ने शुक्रवार को टेनिस से संन्यास की घोषणा कर दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार 32 वर्षीया महिला खिलाड़ी ली ने ट्विटर के ही समान एक चीनी माइक्रोब्लॉग वेबसाइट पर अपने संन्यास की घोषणा की। इससे एक दिन पहले ही हालांकि इंटरनेट और सोशल मीडिया पर उनके संन्यास लेने की अटकलें लगाई जाने लगी थीं। ली ने साल 2014 को अपने जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण साल बताया।

ली ने माइक्रोब्लॉग साइट पर लिखा, "मुझे महसूस हो रहा है कि अब कुछ महत्वपूर्ण फैसले लेने होंगे। इसमें संन्यास लेने का फैसला भी शामिल है।"ली ना को 2012 और 2013 में टेनिस की दुनिया में काफी उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ा। इन चुनौतियों से हालांकि उबरते हुए ली इस साल की आस्ट्रेलियाई ओपन की विजेता भी बनी।

ली की संन्यास लेने की घोषणा चौंकाने वाली है। इसकी अटकले हालांकि तभी से लगाई जा रही थी जब उन्होंने अमेरिकी ओपन और कुछ अन्य टूर्नामेंटो से घुटने की चोट के कारण नाम वापस ले लिया था। उनके पति जियांग शान ने शुक्रवार को बताया कि ली अभी जर्मनी में अपने दोनों घुटनों का इलाज करा रही हैं।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (19 सितम्बर)

$
0
0
युवा ही देष को बदल सकते है - अपर कलेक्टर श्री वर्मा

sehore news
सीहोर, 19 सितम्बर,2014, कौषल विकास उधामिता युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से नेहरू युवा केन्द्र सीहोर म.प्र. द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र सेवनिया इछावर में दस जिले सीहोर रायसेन विदिषा सिंगरौली दमोह पन्ना सागर षिवपुरी भिण्डं एंव इन्दौर के राष्ट्रीय युवा कोर का 15 दिवसीय इण्डक्षंन प्रषिक्षण का औपचारिक रूप से किया जा रहा है। इसी श्रृंखला में चैथे दिवस अपर कलेक्टर श्री संतोंष वर्मा मुख्य अतिथि एंव श्री राजेष राघव षंषाक गुबरेल अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर अपर कलेक्टर वर्मा ने सभी युवाओं को सबोधितं करते हुए कहा कि दुनिया में युवा ही देष का भविष्य है युवा की अपनी मेहनता करके देष को आगे बडा सकता है बदल सकता है देष का निर्माता है बेरोजगारी बहुत है ऐसे में अवसरों की खोज हमें ही करना पडेगा और कार्य विषेष के माध्यम से मेहनत करते हुए अवसरों का पूरा फायदा उठाते हुए युवा षक्ति को राष्ट्रषक्ति बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देना है।  आप लोग अपने समय का सदुपयोग करते हुए लक्ष्य निर्धारण एंव समय का सदुपयोग करते हुए लक्ष्य निर्धारण एंव समय का उचित प्रबंधन करते हुए अपने जीवन चरित्र तथा भविष्य का निर्माण करे। जो व्यक्ति समय पर सारे कार्य करता है उसकी उम्र में तो बढोतरी होती ही है इसलिए उक्त बातों को ध्यान में रखते हुए हम युवाओं का हमेषा उर्जावान बने रहने का सकंल्प लेना होगा। कार्यक्रम का संचालन नेहरू युवा केन्द्र के नीरज तिवारी द्वारा किया गया।

कृषि तकनीकी सप्ताह का आयोजन 

सीहोर, 19 सितम्बर,2014, सी. आर. डी. ई. कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ, जिला - सीहोर द्वारा कृषि तकनीकी सप्ताह का आयोजन 23 सितम्बर, 2014 तक किया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देष्य कृषको को कृषि की नवीन तकनीकों का प्रचार - प्रसार करना है। इसी श्रृंखला में गत दिवस जिले के कृषकों को आर. ए. के. कृषि महाविद्यालय, सीहोर में संचालित शोध व विकास कार्यों की गतिविधियों के विषय पर वैज्ञानिकों से चर्चा की। डाॅ. (श्रीमति) एस. बी. ताम्बी, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, सीहोर ने नवीन कृषि तकनीकों को अपनाने हेतु कृषकों को प्रेरित किया। डाॅ. आर. पी. सिंह, कृषि वैज्ञानिक, कृषि महाविद्यालय, सीहोर द्वारा प्रक्षेत्र पर सोयाबीन, उडद, मूॅग की नवीन किस्मों के प्रर्दषनों, सोयाबीन फसल में समन्वित पोषक तत्व प्रबन्धन, कीट - व्याधि प्रबन्धन आदि एवं डाॅ. संदीप शर्मा, कृषि वैज्ञानिक, द्वारा चना व गेंहूॅ फसल की उन्नत किस्मों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। इस दौरान कृषकों की जिज्ञासाओं व्यक्त का निराकरण कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा प्रभावी तरीके से किया गया। कृषकों द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ प्रक्षेत्र पर प्रदर्षित कृषि की नवीन तकनीकों का अवलोकन किया गया। प्रक्षेत्र भ्रमण के दौरान केन्द्र के वैज्ञानिक, श्री जे. के. कनौजिया द्वारा प्रदर्षित अमरूद की सघन बागवानी, पपीता की उन्नत खेती, आम व अमरूद की बागवानी, सब्जी उत्पादन तकनीक की जानकारी विस्तार से कृषकों को दी। डाॅ. उपेष कुमार, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ द्वारा सोयाबीन व धान फसल में समन्वित कीट - व्याधि प्रबन्धन तकनीक पर विस्तृत जानकारी उपस्थिति कृषकों को दी गयी। श्री संदीप टोडवाल, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा कृषकों को जैविक खादों एवं केचुआ खाद उत्पादन तकनीक पर विस्तार से जानकरी उपलब्ध करायी गयी। श्री अजित कृपाल साहू, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा सोयाबीन फसल बुवाई विधि ब्राड बेड फरो एवं धान फसल में डी. एस. आर. मषीन की उपयोगिता से अवगत कराया गया। साथ ही आप द्वारा समन्वित कृषि प्रणाली व अन्र्तवर्ती फसल प्रणाली के लाभ से भी अवगत कराया। केन्द्र के वैज्ञानिक डाॅ. सुरेष चन्द कांटवा द्वारा पशुओं में आहार प्रबन्धन हेतु अजोला उत्पादन व नेपियर घास (सी. ओ. - 4) उत्पादन तकनीक पर उपस्थिति कृषकों से चर्चा की। श्री संदीप चैहान, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा कृषकों को प्रक्षेत्र भ्रमण कराया गया व प्रक्षेत्र पर प्रर्दषित नवीन कृषि तकनीकों जैसे सोयाबीन फसल की उन्नत किस्मों के प्रदर्षन, धान की उन्नत किस्में, वर्मी कम्पोस्टिंग, उन्नत बागवानी आदि के बारे में कृषकों जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में ग्राम - आमाझिर, मोगराराम, ढाबलामाता, आमलारामजीपुरा, लसूडिया परिहार, बोरदी, जामली, खेरी, ब्रिजिषनगर के कृषकों ने अपनी भागीदारी सुनिष्चित करायी।श्री जे. के. कनौजिया द्वारा उपस्थित कृषकों का आभार व्यक्त किया गया। 

29 सितंबर सोमवार को बीएसएनएल का खुलामंच  

सीहोर, 19 सितम्बर, 2014, बीएसएनएल टेलीफोन  ग्राहकों की समस्याओं का रू.ब.रू समाधान करने एवं उनसे दूरसंचार सेवाओं की गुणवŸाा में सुधार करने के उद्देष्य से अपेक्षित सुझाव आमंत्रित करने और पूर्व बकायादार उपभोक्ताओं को आकर्षक छूट के साथ बकाया राषि जमा करने हेतु एक अंतिम अवसर दे रहा है । इसके लिए उपमंडल अधिकारी फोन कार्यालय सीहोर सिटी पोस्ट आॅफिस के पास सोमवार 29 सितंबर 2014 को सुबह 11ः00 बजे से षाम 4ः00 बजे तक  खुलामंच  आयोजित किया जा रहा है । इसमें सीहोर एवं आसपास के टेलीफोन ग्राहकों से आमने.सामने चर्चा की  जाएगी । उल्लेखनीय है कि खुलामंच में बीएसएनएल के उच्च अधिकारी उपस्थित  रहेंगे । अतः बीएसएनएल के बकायादार उपभोक्ताओं के बिलों की षिकायतों का भी खुलामंच में ही तत्काल समाधान किया जाएगा । बकायादार उपभोक्ताओं से अपेक्षा की जाती है कि वे बिलों का समाधान होने के तुरंत बाद अपने बकाया बिलों का भुगतान भी उसी समय बीएसएनएल कार्यालय के लेखा अधिकारी को खुलामंच में ही कर दें । इसके अलावा ग्राहकों को बीएसएनएल की योजनाओं/स्कीमों के विषय में भी जानकारी दी जाएगी,जिससे इन योजनाओं/स्कीमों का ग्राहक अधिक से अधिक लाभ उठा सकें । इतना ही नहीं, ग्राहकों को षिकायतों की प्रक्रिया आदि के बारे में षिक्षण भी दिया जाएगा और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया जाएगा । ज्ञातव्य है कि उपभोक्ताओं को पूर्व में प्रेषित नोटिस में खुलामंच का स्थान दूरभाष केंद्र परिसर सीहोर सूचित किया गया है किंतु अपरिहार्य कारणों से अब खुलामंच का आयोजन उपमंडल अधिकारी फोन कार्यालय सीहोर सिटी पोस्ट आॅफिस के पास सुनिष्चित किया गया है। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (19 सितम्बर)

$
0
0
निशंक ने उत्तराखण्ड की सडक़ों की खस्ता हालत पर गडकरी से की भेंट

uttrakhand news
देहरादून,19 सितम्बर (निस)। केन्द्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड में सडक़ों की हालत को सुधारने केे लिए युद्व स्तर पर कार्य किया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री ने यह आश्वासन हरिद्वार के सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक को राज्य में सडक़ों की स्थिति को सुधारने केे लिए की गयी भेंट वार्ता के दौरान दिया। डा. निशंक ने केन्द्रीय परिवहन मंत्री को अवगत कराया कि हरिद्वार संसदीय क्षेत्र के अन्तर्गत एनएच 72 क मिी. 33 से 34 में डाट देवी मंदिर के  समीप 2-लेन (टनल) के निर्माण की डी.पी.आर मुख्य अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग, लोनिवि.द्वारा 18 सितंबर भेजी गयी है। सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की वार्षिक योजना 2014-15 में इस कार्य का प्राविधान है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 72 उत्तरप्रदेश एवं उत्तराखंड की राजधानी देहरादून को जोड़ता है, जो 1 से 2 लेन तक चैड़ा है। इस राष्ट्रीय राजमार्ग के कि.मी. 33 में डाट की देवी मंदिर के समीप पुरानी ब्रिटिश काल की एक लेन चैड़ी घुमावदार टनल है। उत्तराखंड राज्य की मूलभूत आवश्यकताओं की आपूर्ति एवं विकास की दृष्टि से बड़-बड़ मल्टी एक्सल वाहनों का भी आवागमन इस मार्ग पर टनल से होता है। बड़-बड़े वाहनों के आवागमन एवं वाहनों की संख्या अधिक होने पर इस सिंगल लेन घुमावदार टनल पर यातायात अवरूद्ध हो जाता है। कभी-कभी पूरे 24 घंटे तक भी यातायात व्यवस्थित नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति में उत्तराखंड के विकास हेतु इस स्थान पर 2-लेन चैड़ी टनल सीधे संरेखण में निर्मित होना आवश्यक  है। उन्होंने सुरंग के निर्माण हेतु प्रेषित डी.पी.आर. पर स्वीकृति देने की मांग की। डा. निशंक ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री ने सडक़ों की स्थिति को गंभीरता से लिया और कहा कि राज्य में सडक़ों की हालत को सुधारने के लिए शीघ्र युद्व स्तर पर कार्य शुरू किया जाएगा। 

केदार आपदा में मरने वालों को श्रद्धांजलि दी, केदारनाथ मंदिर में एक विशाल आकृति वाला त्रिशूल भेंट

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। विगत वर्ष 16-17 जून को केदारनाथ में आई आपदा के दौरान मारे गये लोगों की आत्मा की शांति और बाबा केदार के पुराने स्वरूप में आने के मन्नत को लेकर रतलाम मध्य प्रदेश से आया छह श्रद्धालुओं का दल केदारनाथ मंदिर में एक विशाल आकृति वाला त्रिशूल भेंट करेगा। श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ मंदिर के इस त्रिशूल को परम्परागत रूप से बनवाया है। त्रिशूल की खास पहचान यह है कि इस पर शेषनाग विराजमान हैं और त्रिशूल के ऊपरी हिस्से में तीन ओम बने हुए हैं। इसके साथ ही त्रिशूल पर महाकाल की प्रतिमा भी विद्यामान है। त्रिशूल पर बने ओमों और महाकाल की प्रतिमा के जरिये ही आपदा में मृत आत्माओं की शांति के लिये प्रार्थना की जाएगी। शुक्रवार प्रात: जिला मुख्यालय से केदारनाथ के लिये रवाना हुआ रतलाम मध्य प्रदेश से आया श्रद्धालुओं का दल शनिवार प्रात: बाबा केदारनाथ के दरबार में त्रिशूल को भेंट करेगा। शिव भक्त बलवीर सिंह पंवार ने विशेष आकृति वाले इस त्रिशूल का निर्माण करवाया है। इससे पूपर्व त्रिशूल की उज्जैन के महाकाल में पूजा-अर्चना की गई। जिसके बाद त्रिशूल का हरिद्वार में गंगा स्नान करवाया गया। साथ ही त्रिशूल की बद्रीनाथ धाम में भी पूजा-अर्चना की गई। त्रिशूल का निर्माण विशेष तौर पर केदारनाथ के पुराने स्वरूप में आने और केदारनाथ में आई आपदा के दौरान मारे-गये देश विदेश के श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति के लिये किया गया है। परम्परागत रूप से बनाया गये इस त्रिशूल के ऊपरी हिस्से में तीन ओम बनाये गये हैं। जबकि त्रिशूल पर शेषनाग के साथ ही महाकाल की प्रतिमा विराजमान है। पीतल से बने इस त्रिशूल को देखने के लिये जगह-जगह लोगों की भीड़ भी जुट रही है। दल का नेतृत्व कर रहे शिवभक्त बलवीर सिंह पंवार का कहना है कि त्रिशूल को बाबा केदारनाथ को भेंट करके केदारपुरी के पुराने स्वरूप में आने और केदारनाथ आपदा में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति के लिये बाबा केदारनाथ से प्रार्थना की जाएगी। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान केदारनाथ यात्रा पर आये देश-विदेश के हजारों श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई थी। मृतक श्रद्धालुओं की आत्मा को शांति देने के लिये बाबा केदारनाथ के मंदिर के लिये इस विशेष आकृति वाले त्रिशूल का निर्माण किया गया है। शनिवार प्रात: बाबा के दरबार में त्रिशूल भेंट किया जाएगा और केदारनाथ में मृतक आत्माओं की शांति के लिये विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। 

जैव विविधता हा्रस से आयेगी कीट परागण में कमी

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। हिमालय के वनों की पर्यावरणीय सेंवाये, जैव विविधता एवं कीट परागण की कृषि तंत्र के सत्त विकास हेतु महत्व पर शोध परियोजना की समीक्षा हेतु पाॅडिचेरी विवि की प्रोफेसर प्रिया दाविदार एवं अर्थवाच संस्थान के डा. प्रदीप मेहता ने इस परियोजना के मुख्य अंवेषक डा. पीताम्बर ध्यानी व परियोजना के सहायक अन्वेषकों की चार सदस्यीय दल के साथ गोविंद वल्लभ पंत हिमालयन पर्यावरण संस्थान अल्मोड़ा में दो दिवसीय समीक्षा की। प्रथम दिवस में विभिन्न शोधकर्ता वैज्ञानिकों द्वारा इस परियोजना के अन्र्तगत कुल्लू हिमाचल के व्यास नदी घाटी, अल्मोड़ा के खुलगाड़ शीतलाखेत जलागम एवं सिक्किम के मामले जलागम में किये गये शोधकार्य की प्रस्तुति की गयी। इन प्रस्तुतियों में वनों पर मानव जनित जैविक दबाव से उत्पन्न हो रहे जैव विविधता हा्रस एवं पुष्प धारण करने वाले पौधों की संख्या में कमी को परागण कीटों एवं मधुमक्खियों हेतु हानिकारक बताया गया। वैज्ञानिकों के शोध कार्य से स्पष्ट हुआ कि इसका प्रत्यक्ष असर कुल्लू हिमाचल में सेब एवं सिक्किम में बड़ी ईलायची के उत्पादन पर पड़ता है। अतः इस समीक्षा बैठक से यह निष्कर्ष निकला कि वनों एवं कृषि भूमि के आस पास यदि पुष्प धारण करने वाले वृक्षों एवं अन्य प्रजातियों में कमी आती है तो इसका निष्चित रूप से असर कीट परागण एवं कृषि फसलों एवं फलों की पैदावार पर पड़ता है। अतः वनों में पुष्प धारण करने वाले वृक्षों एवं पौधों के साथ ही खेतो के आस-पास बंजर भूमि में पुष्प धारण करने वाले वृक्षों का रोपण करना आवष्यक है। समीक्षा कार्यक्रम के द्वितीय दिन अर्थवाच संस्थान के विषेषज्ञों ने अल्मोड़ा के खुलगाड़ जलागम में शीतलाखेत, स्याहीदेवी, सल्ला रौतेला, धारी इत्यादि स्थलों का भ्रमण किया जहाॅ उक्त परियोजना के अन्र्तगत पर्यावरण संस्थान द्वारा विभिन्न अध्ययन किये जा रहें है।  

देसंविवि में चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 2 से, कई देशों के योग प्रशिक्षु होंगे सम्मिलित

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। देवभूमि उत्तराखंड स्थित देवसंस्कृति विवि, हरिद्वार ने अपनी अल्प आयु में योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय ख्याति अर्जित की है। प्राचीन गुरुकुल परंपरा का निर्वहन करते हुए देसंविवि ने अब तक तीन अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव को आशातीत सफलता के साथ संपन्न कराया है। देवभूमि उत्तराखंड में आगामी 2 अक्टूबर से आयोजित होने वाले इस महोत्सव में प्रतिभागी, ऋषि, संस्कृति व अध्यात्म को लेकर एक समग्र आयोजन के साक्षी बनेंगे। देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ0 चिन्मय पण्ड्या के अनुसार 2 से 6 अक्टूबर तक होने वाले चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में करीब बीस देशों के प्रतिनिधियों के अलावा देश भर से योग के अनेक प्रशिक्षु व जिज्ञासु भाग लेने आ रहे हैं। डॉ चिन्मय के अनुसार 02 अक्टू को देसंविवि के कुलाधिपति डॉ प्रणव पण्ड्या की गरिमामयी उपस्थिति में इस योग महोत्सव का शुभारंभ होगा। इसके अतिरिक्त इस समारोह में लाटविया एवं चेक रिपब्लिक के राजदूतों, अमेरिका के प्रसिद्ध पैट्रिक मैक्कुलम डॉ. बॉब राइट व पूर्व सीबीआई निदेशक कार्तिकेयन भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस योग महोत्सव की विशेषता यह है कि आज योग महोत्सवों में केवल योग को ही महत्त्व दिया जाता रहा है, किन्तु देसंविवि ने एक नये आयाम प्रस्तुत किया है, जिसमें योग, अध्यात्म, संस्कृति का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है। प्रतिकुलपति के अनुसार इस फेस्टिवल में एक ओर जहाँ योग गुरु व आध्यात्मिक मार्गदर्शक प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करेंगे, वहीं विविध देशों से आये कलाकार अपनी सांस्कृतिक छटाएँ बिखरेंगे। डॉ चिन्मय ने बताया कि इस वर्ष दो अक्टूबर को जहाँ एक ओर शक्ति की उपासना का पर्व चल रहा होगा, वहीं विश्व भर के योग जिज्ञासु कुलपिता पं0 श्रीराम शर्मा आचार्य जी की साधना, उपासना व आराधना की विचारधाराओं से रुबरू होंगे। इस आयोजन में इटली के भाई हरिसिंह खालसा, लाटविया से प्रो0 सिग्मा एवं प्रो0 पिराग, नार्वे से प्रो0 मोस्ताद के अलावा अनेक देशों के गणमान्यों ने आयोजन में सम्मिलित होने की अनुशंसा कर दी है।

दमुंआढूगा क्षेत्र नगर निगम हल्द्वानी काठगोदाम में शामिल

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। वित्तमंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश के प्रयासो से दमुंआढूगा क्षेत्र को नगर निगम हल्द्वानी काठगोदाम में शामिल किये जाने का शासनादेश सचिव शहरीय विकास डीएस गब्र्याल के स्तर से जारी कर दिया गया है। इस शासनादेश के निर्गत होने से दमुआंढूगा क्षेत्र वासियो में खुशी की लहर है। इस बावत क्षेत्र वासियो ने डा0. हृदयेश का आभार व्यक्त किया है। गौरतलब है कि इससे पूर्व दमुआंढूगा क्षेत्र विकास खण्ड हल्द्वानी में शामिल था। वित्तमंत्री डा0 हृदयेश ने कहा है कि इस पिछडे इलाके के नगर निगम क्षेत्र मंे शामिल हो जाने से विकास तेजी से होगा। दमुआंढूगा क्षेत्र के साथ ही जवाहर ज्योति वार्ड मंे राशन कार्डो, आधार कार्डो को बनाने, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, वृद्धावस्था, विकलांग, विधवा पेंशन व अन्य जनकल्याणकारी योजनाओ के विशेष शिविर आयोजित किये जायेगे। उन्होने कहा कि दमुआंढूगा क्षेत्र मंे पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए नलकूपो का निर्माण किया जा रहा है साथ ही क्षतिग्रस्त पेयजल लाईनो के बदलने के साथ ही विद्युत व्यवस्था में वोल्टेज सुधार किये जाने के लिए आधिकारियो को आदेशित किया जा चुका है। उन्होने बताया कि मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम को क्षेंत्र के विकास के लिए आदेश दे दिये गये है। दमुआंढूगा क्षेत्र सडको के मरम्मत निर्माण एवं अनुरक्षण के लिए लगभग 10 करोड की धनराशि निर्गत की जा चुकी है। 

बैंकिंग लोकपाल से करें बैंकों की शिकायत, शिकायत मिलने के दो माह में निस्तारित करेगा बैंकिंग लोकपाल 

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। यदि किसी ग्राहक को बैंक से कोई शिकायत है और शिकायत करने की तिथि से एक माह की अवधि के भीतर कोई उत्तर बैंक से नहीं मिलता है या प्राप्त उत्तर से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है तो वह अपनी शिकायत बैंकिंग लोकपाल कार्यालय को कर सकता है। बैंकिंग लोकपाल कार्यालय द्वारा दो महीने के भीतर शिकायत का निस्तारण किया जाएगा। राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता बैंकिंग लोकपाल एके नस्कर ने कहा कि यदि बैंकिंग लोकपाल योजना वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और अनुसूचित प्राथमिक सहकारी बैंकों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं में कमी से पीडि़त ग्राहकों की समस्याओं का निवारण कर एक दु्रत एवं खर्चरहित उपयोगी सेवा प्रदान कर रही है। बैंकिंग लोकपाल के तहत ग्राहकों की शिकायतों को हल करने की प्राथमिक जिम्मेदारी बैंक की होती है, इसलिए शिकायतकर्ताओं को सबसे पहले संबंधित बैंक को एक लिखित शिकायत करना चाहिए। शिकायतकर्ता को संबंधित बैंक से शिकायत करने की तिथि से एक माह की अवधि के भीतर यदि कोई उत्तर नहीं मिलता या प्राप्त उत्तर से शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है तो वह अपनी शिकायत बैंकिंग लोकपाल कार्यालय को कर सकता है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का बैंकिंग लोकपाल कार्यालय कानपुर में है। बैंकिंग लोकपाल कार्यालय द्वारा दो महीने के भीतर शिकायत का निस्तारण किया जाएगा। बैंकिंग लोकपाल योजना के तहत बैंकिंग लोकपाल के प्रत्येक कार्यालय को एक विशिष्ट क्षेत्र आमंत्रित किया गया है। बैंकिंग लोकपाल कार्यालय कानपुर को एक विशिष्ट क्षेत्र आवंटित किया गया है। बैंकिंग लोकपाल कार्यालय कानपुर के क्षेत्राधिकार में यूपी और उत्तराखंड शामिल हैं। बैंकिंग लोकपाल एके नस्कर ने बताया कि बैंकिंग लोकपाल कार्यालय कानपुर को जुलाई 2013 से जून 2014 तक 8389 शिकायतें यूपी और उत्तराखंड से प्राप्त हुईं, इनमें उत्तराखंड से 626 शिकायतें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2012-13 में 469 शिकायतें प्राप्त हुईं और उनका निस्तारण किया गया। इस वर्ष विगत वर्ष की अपेक्षा 33.47 प्रतिशत प्रतिशत अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं। ज्यादातर शिकायतें पेंशन भुगतान, कार्ड, जमा खातों, प्रेषण, बिना किसी पूर्व सूचना के खातों में प्रभार का लगाया जाना, मृतकों के मामलों के भुगतान और ऋण व अग्रिम आदि दावों के निपटान से संबंधित होती हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से बैंकिंग लोकपाल को कम शिकायतें प्राप्त होने के कारण बैंकिंग लोकपाल योजना के बारे में जागरूकता की कमी और लोगों का दूरस्थ स्थानों पर निवास है। अधिकतर शिकायतें देहरादून, नैनीताल, हल्द्वानी और रूद्रपुर से प्राप्त हुईं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों को बैंकिंग लोकपाल योजना के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से लैंसडाउन, हवलबाग और रामगढ़ तल्ला में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं, आगे भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पत्रकार वार्ता में एसके तिवारी, बैंकिंग लोकपाल कार्यालय के सहायक प्रबंधक सत्यदेव आर्य भी मौजूद रहे।     

क्राईम कंट्रोल के लिए उठाये जायेंगे कड़े कदमः डीजीपी

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस को अत्याध्ुनिक उपकरणों से लैस किया जायेगा। क्राईम कंट्रोल के लिए पुलिस महकमे में ठोस कदम उठाये जायेंगे। डीजीपी सिद्धू रूद्रपुर पुलिस लाईन में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होने कहा कि कहा कि जब कोई क्षेत्र विकास में अग्रसर होता है तो निश्चित रूप से अपराध के आंकड़े बढ़ते हैं लेकिन पुलिस इन अपराधों का खुलासा करने के लिए कटिबद्ध रहे। उन्होंने कहा कि गतवर्षों की तुलना में पूरे राज्य में इस वर्ष अपराधों में कमी आयी है। नानकमत्ता में हुए दोहरे हत्याकांड के सवाल पर डीजीपी सिद्धू ने कहा कि पुलिस के लिए शवों की शिनाख्त करना टेढ़ी खीर था क्योंकि हत्यारों ने जिस निर्ममता से युवक युवती की हत्या की थी उसके चलते शिनाख्त होना बेहद कठिन कार्य था। लेकिन पुलिस ने शवों की शिनाख्त कर ली है और इस मामले का जल्द पटाक्षेप हो जायेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को अत्याधुनिक बनाने के लिए साधन उपलब्ध कराये जायेंगे। थानों के उच्चीकरण को लेकर उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री से वार्ता हो चुकी है और जल्द ही कुछ चैकियों को थानों में तब्दील किया जायेगा और कुछ थानों का उच्चीकरण कराया  जायेगा। उन्होंने कहा कि 4-5 माह के भीतर उधमसिंहनगर में सीपीओ फोर्स तैनात कर दी जायेगी। एक सवाल के जबाव में डीजीपी ने कहा कि पुलिस विभाग का यह प्रयास रहेगा कि जवानों से फायरिंग प्रैक्टिस हर साल करायी जाये ताकि हथियारों को जंग न लगे। उन्होंने कहा कि 3 साल में होने वाली फायरिंग प्रैक्टिस के चलते कई हथियार खराब हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस फोर्स को अत्याधुनिक बनाने के लिए एसपीजी के माध्यम से अत्याधुनिक ग्लाक पिस्टल मंगाई गई हैं। यह अत्याध्ुनिक पिस्टलें जनपद को भी उपलब्ध करायी गयी हैं। इस दौरान डीआईजी अनंतराम चैहान, एसएसपी रिद्धिम अग्रवाल, सीओ राजीव मोहन आदि मौजूद थे।

महाराज ने दी ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ को श्रद्धांजलि 

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता सतपाल महाराज ने गोरखपुर पहुंच ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ जी को उनकी समाधि पर जा कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने बताया कि महंत अवैद्यनाथ जी पूर्व में सांसद भी रहे हैं और रामजन्म भूमि आंदोलन में अग्रणी रह कर हिन्दूओं को जागृत किया। भाजपा नेता श्री महाराज ने कहा कि अब गोरक्षपीठ के पीठाधीष्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ जी का राजतिलक होने के बाद उनके महन्त बनने पर उन्होंने उन्हें षुभकामनाएं दी और आषा प्रकट की कि जो ब्रह्मलीन महन्त अवैद्यनाथ जी ने धर्म रक्षा, हिन्दू जागृति, मानवता, सद्भावना एवं राश्ट्रभक्ति की भावना बलवती करने के लिए जो कार्य किये महन्त आदित्यनाथ जी उसी मार्ग का अनुसरण करेंगे।

14 वर्षों में भी नहीं बन पाया मोटर मार्ग 

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। देहरादून जनपद अंतर्गत कोठा बैंड-धोइरालानी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पिछले चैदह वर्षों से अधर में लटका हुआ है। मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण न होने से क्षेत्र के लोगों को कई किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ रही है। मोटर मार्ग अधूरा पड़े होने से क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों में रोष व्याप्त है, जनप्रतिनिधियों ने पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता को पत्र भेजकर निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराए जाने की मांग की है। कोठा बैंड-धोइरालानी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य सन 1998-99 में शुरू किया गया था। अट््ठारह किलोमीटर लंबा यह मोटर मार्ग आधी-अधूरी हालत में पड़ा हुआ है। कुछ हिस्से में अभी तक सड़क का कटिंग कार्य ही पूर्ण नहीं हो पाया है। पहले यह मार्ग लोक निर्माण विभाग साहिया खंड के अधीन था, जो कि अब प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अधीन है। सड़क का निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ है। इस मार्ग से कोठा, तारली, कनबुआ, पंजिया, अलसी, सकनी, लुवांटा, कैनोटा, बनसार, थुरऊ, दुधोऊ, ककाड़ी, निछिया, सैरी आदि गांव जुड़े हुए हैं। सड़क का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा होने से इन गांवों के लोगों को पांच से दस किमी की पैदल दूरी तय कर मुख्य मार्ग तक पहुंचना होता है। ग्रामीणों का काफी समय आने-जाने में ही बर्बाद हो जाता है, जिस कारण उनके अन्य कार्य प्रभावित होते हैं। नगदी फसलों को पीठ पर ढोकर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। बीमार लोगों को चारपाई पर उठाकर लाना पड़ता है, कई बार समय पर चिकित्सा सुविधा न मिलने पर मरीज की रास्ते में ही मौत भी हो जाती है। ग्रामीण विभाग से लंबे समय से सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण करने की मांग कर रहे हैं लेकिन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। विभाग की अनदेखी से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता सूरत सिंह, स्वराज सिंह, मेहर सिंह आदि ने पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता को पत्र भेजकर सड़क का अधूरा पड़ा निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराए जाने की मांग की है। उन्होंने ने चेतावनी दी है कि यदि विभाग जागता नहीं है तो विभागीय अधिकारियों को क्षेत्र में घुसने नहीं दिया जाएगा। 

सीएम अगले सप्ताह भी करेंगे समीक्षा

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने बताया है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा विभिन्न विधान सभा क्षेत्रों के विकास कार्यों की समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री रावत अगले सप्ताह भी अन्य विधान सभा क्षेत्रों के विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम निरस्त रहेंगे। जिनमें जनता मिलन कार्यक्रम सहित अन्य पूर्व निर्धारित कार्यक्रम भी शामिल है। मुख्यमंत्री श्री रावत विधान सभा क्षेत्रों के विकास कार्यों की समीक्षा के अलावा अन्य विकास योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे। 

बगड़ती कानून व्यवस्था पर घर पर घेरा गृहमंत्री को 
  • भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने कहा अपराध रोकने में नाकाम साबित हो रही पुलिस 

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने राजधानी देहरादून और प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सूबे के गृहमंत्री प्रीतम सिंह के निवास पर प्रदर्शन कर उनका घेराव किया। प्रदर्शनकारी भाजयुमो कार्यकर्ताओं का कहना था कि लूट, डकैती, चोरी, बलात्कार व चेन स्नैचिंग की घटनायें लगातार बढ़ती जा रही हैं और पुलिस अपराधियों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष सौरभ थपलियाल के नेतृत्व में गांधी रोड स्थित प्रदेश के गृहमंत्री प्रीतम सिंह के निवास पर पहंुचे और बढ़ते अपराधों को लेकर प्रदर्शन करते हुए उनका घेराव किया। भाजयुमो कार्यकर्ताओं का कहना था कि प्रदेश में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है, पुलिस बढ़ते अपराधों पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। राजधानी में लूट, डकैती, चोरी, बलात्कार व चेन स्नैचिंग की घटनायें बढ़ती जा रही हैं, पुलिस अपराधियों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। पुलिस की नाकामी के चलते अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं। भाजयुमो कार्यकर्ताओं का कहना था कि बालावाला में सहायक कृषि अधिकारी के घर हुई डकैती व हत्या की वारदात का खुलासा 10 दिन बाद भी पुलिस नही कर सकी है। इस घटना में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी पुलिस को 36 घंटे का समय दिया था, उसमें भी पुलिस असफल रही है। स्थानीय जनता द्वारा सात दिन की मोहलत दिये जाने के बावजूद आज तक घटना का एक भी आरोपी पुलिस के हाथ नहीं आया है। पुलिस की नाकामी से जनता में असुरक्षा की भावना भी बढ़ती जा रही है। कई घटनाओ के आरोपी अभी तक पुलिस की पकड़ में नही आ पाये है, जिससे जनता में असुरक्षा व भय का वातावरण बना हुआ है यही हालात पूरे प्रदेश के अन्य जिलो के भी बने हुए हैं। प्रदेश अध्यक्ष सौरभ थपलियाल ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों के हौंसले इस कदर बुलंद हो रखें है कि वे पुलिस की नाक के नीचे एक के बाद एक बड़ी वारदातों को अंजाम देने से भी पीछे नही हट रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिये ठोस कदम उठाये जायें अन्यथा संगठन सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा।

निडर होकर केदारनाथ यात्रा पर आएं श्रद्वालुः हंसदेवाचार्य 

देहरादून,19 सितम्बर (निस)। केदारनाथ त्रासदी से उभरने में निश्चित रूप से लंबा समय लगेगा, लेकिन त्रासदी के बाद सरकार ने जिस तत्परता के साथ पुनः व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने का कार्य किया है, वह निश्चित रूप से काबिलेतारीफ। अब यात्रा को सुरक्षित समझा जा सकता है और देश-विदेश के श्रद्वालुओं को आपदा के डरावनी तरस्वीर को अपने मन-मसतिस्क से पूरी तरह हटाकर वहीं पुराने उत्साह और आस्था के साथ बाबा के दरबार में पहुंच सकते हैं। यह बात आखिर भारतीय संत समिति के निर्देशक जगद्गुरू स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज ने जिला मुख्यालय में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कही। भगवान बद्रीनाथ व केदारनाथ का हवाई दौरा करने के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए जगद्गुरू स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज ने कहा कि केदारनाथ की त्रासदी भयावह थी, जिसकी भरपाई कई वर्षों तक नहीं हो सकती है, लेकिन धीरे-धीरे जिस तरह धामों पुनः रौनक लौट रही है, वह सरकार बेहतर प्रयास है। उन्होंने कहा कि वह केदारनाथ में गए और भोले बाबा के दर्शन किए। धाम में अब खाने, रहने के साथ ही जो पैदल मार्ग है, वह सुगम हो गया है और यात्री अब पूरी तरह निर्भर होकर भोले बाबा के दरबार में जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनका मकसद भोले बाबा के दर्शन करने के साथ ही देश-विदेश के श्रद्वालुओं को यह संदेश देना है कि अब केदारनाथ की यात्रा सुगम हो चुकी है और पूरे उत्साह के साथ लोग बाबा के दर्शनों के लिए पहुंच सकते हैं। जगद्गुरू स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज ने कहा कि प्रदेश की मौजूदा सरकार ने कम समय में बेहतर तरीके से व्यवस्थाओं को जुटाने का कार्य किया है, जो निश्चित रूप से काबिले तारीफ है। कहा कि पहाड़ी में स्थिति बेहद विकट होती हैं और यहां आसानी से कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता है, लेकिन भयावह आपदा आने के बाद जिस तरह सड़कों, पुलों व खासकर केदारनाथ यात्रा को पुनः पटरी पर लाने के लिए सरकार ने प्रयास किया, उससे यह आस और उम्मीद जगी है कि जल्द ही यात्रा अपने पुराने ढर्रे पर लौटेगी। उन्होंने केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को राज्य की स्थिति के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए था, यदि केन्द्र से और अधिक बेहतर सहयोग मिलता तो, अब तक हालत और अधिक सुधरते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कहा कि केन्द्र सरकार से जो उपेक्षा थी, उसके अनुसार सहयोग नहीं मिल पाया है, जिससे कहीं न कहीं हालतों को सुधारने में समय लगा। इस अवसर पर महामण्डलेश्वर हरिचेतनानंद जी महाराज ने कहा कि आपदा से इतनी जन-धन की हानि हुई है, जिसको आने वाले एक दशक में भी पूरा नहीं किया जा सकता है, लेकिन बात एक साल की है और इस दौरान सरकार, एनजीओ द्वारा जिस सक्रियता से कार्य किया गया, वह प्रशंसनीय है और इसमें कदापि सरकार को दोष नहीं दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मीडिया, सत्ता व सरकार के बीच बेहतर सामंजस्य से ही इतनी बड़ी आपदा से उभर जा सकता है। पहाड़ में चुनौतियां अधिक हैं और संसाधन कम इसके बाद भी आज केदारनाथ यात्रा धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है और श्रद्वालु पुनः बेहतर संख्या में बाबा के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब श्रद्वालु यहां पहुंचेगे तभी यहां की अर्थ व्यवस्था पटरी पर लौटेगी और पुनः व्यवस्थाएं ढर्रे पर आएंगी। इस अवसर पर महामण्डलेश्वर धर्मदेव महाराज भी उपस्थित थे। 

बिहार : बीजेएसएफ का सदस्यता अभियान 23 से

$
0
0
bihar journalist student
पटना(19 सितंबर 2014)। बिहार जर्नलिस्ट स्टूडेन्ट्स फेडरेशन का सदस्यता अभियान मंगलवार 23 सितंबर 2014 से पटना काॅलेज में आरंभ होगा। यह संगठन सिर्फ पत्रकारिता के छात्रों के लिए है। संगठन पत्रकारिता के पढ़ाई करने वाले छात्रों की समस्याओं पर काम करेगा। 

संगठन बिहार में पत्रकारिता विश्वविद्यालय का स्थापना, जिन विश्वविद्यालयों में पत्रकारिता की पढ़ाई हो रही है वहां स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति करने, मीडि़या लैब का निर्माण कराने की मांग राज्य सरकार से करेगी। संगठन के संयोजक विद्या सागर ने बताया कि संगठन का निर्माण पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले छात्रों की समस्याओं व पत्रकारिता का बेहतर प्रशिक्षण के लिए किया जा रहा है। संगठन पत्रकारिता एवं ज्वलंत मुद्दों पर सेमिनार व गोष्ठि का भी आयोजन करेगा।

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (19 सितम्बर)

$
0
0
स्वां नदी तटीकरण के कार्य की गुणवत्ता का आकलन स्वतंत्र एजेंसी से करवाया जाएगा: मुख्यमंत्री

himachal news
शिमला,19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि स्वां नदी और इसकी सहायक नदियों के तटीकरण के कार्य की गुणवत्ता को प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना या भारतीय गुणवत्ता परिषद के मानकों के अनुरूप आकलन के लिए कुछ स्वतंत्र ऐजेंसियों द्वारा निरीक्षण करवाया जाएगा। वह आज यहां स्वां नदी तटीकरण परियोजना के प्रबन्ध निकाय की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि तटीकरण का कार्य छोटे-छोट हिस्सों में नहीं किया जाना चाहिए और कार्य की गुणवत्ता को सुनिश्चित बनाया जाना चाहिए। उन्होंने स्वां नदी और अन्य सहायक नदियां, जिनका तटीकरण किया जा रहा है, के किनारों पर  जल प्रवाह के अनुरूप तटबद्ध करने और कार्य को योजनाबद्ध तरीके से पूरा करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विभाग को यह सुनिश्चित बनाना चाहिए कि परियोजना की लागत, स्वीकृति वर्ष, निर्माण कार्य पूर्ण होने की तिथि और लाभान्वित होने वाले लोगों की संख्या को छोटे होर्डिंग व पट्टलों पर साफ-साफ लिखकर परियोजना स्थल पर लगाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदेश सरकार की शानदार उपलब्धि है कि अपने कार्यकाल के शुरूआती 9 महीनों में ही 922.49 करोड़ रुपये की चौथे चरण की परियोजना स्वीकृत हुई है। उन्होंने कहा कि तटीकरण के इस कार्य से 7163.50 हेक्टेयर भूमि कृषि एवं सिंचाई योग्य बनाई जाएगी, जिससे स्थानीय लोगों की आर्थिकी में व्यापक सुधार होगा।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि चौथे चरण के अन्तर्गत मुख्य स्वां नदी का मार्च, 2015 तक पूरी तरह तटीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्य स्वां नदी के तटीकरण का यह कार्य दौलतपुर से गगरेट पुल तक इसकी सभी सहायक नदियों, जो मुख्य स्वां नदी में दौलतपुर पुल से सन्तोखगढ़ पुल के मध्य मिलती हैं, के तटीकरण का भी प्रस्ताव रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वां नदी पर तटबन्धों के निर्माण का कार्य दौलतपुर पुल से सन्तोखगढ़ पुल के मध्य मुख्य स्वां नदी पर प्रत्येक किनारे 5 किलोमीटर तक और ऊना खड्ड, जसवां खड्ड, गरनी खड्ड, कांगर-बधेरा खड्ड, पंदोगा नाला, खड्ड-दी-खड्ड जो कुल 45.335 किलोमीटर है, के तटीकरण का कार्य भी आरम्भ किया जा चुका है, जिसपर 120 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।श्री वीरभद्र सिंह ने निर्माण कार्य पर सन्तोष व्यक्त करते हुए कहा कि अभी तक 7 किलोमीटर के लक्ष्य को हासिक करके 119 हैक्टेयर भूमि को कृषि योग्य बनाया गया है।मुख्यमंत्री ने शाहनहर मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि मुख्य परियोजना का कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन फीडर चैनलों पर कार्य अभी शेष है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित बनाया जाए कि कमांद क्षेत्र को कूहलों एवं मुख्य नदी से पर्याप्त पानी मिले। उन्होंने कहा कि विभाग यह भी सुनिश्चित करे कि मुख्य सिंचाई एवं अन्य बड़ी परियोजनाओं से लोगों को सिंचाई सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि खेतों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए मुख्य नहर से छोटी कूहलों का निर्माण किया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि 55 करोड़ रुपये की लागत से तृतीय चरण के संबंध में पंजाब और प्रदेश सरकार के बीच तटीयकरण के अनापत्ति प्रमाण पत्र का मामला सुलझा लिया गया है तथा यह धनराशि शीघ्र जारी की जाएगी।मुख्यमंत्री ने ऊना शहर के लिए समुचित जल निकासी व्यवस्था की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि समुचित जल निकासी व्यवस्था का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को ऊना शहर में समुचित जल निकासी व्यवस्था के निर्माण की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिए। उद्योग मंत्री श्री अग्निहोत्री ने कहा कि स्वां नदी तटीकरण के चौथे चरण का कार्य प्रगति पर है। इस परियोजना के वित्तपोषण के लिए बाढ़ प्रबन्ध कार्य के अन्तर्गत भारत सरकार के जल संसाधन मंत्रालय ने स्वीकृति प्रदान की है। उन्होंने कहा कि परियोजना के लिए धनराशि को 39.67 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 308 करोड़ रुपये किया गया है। तटबन्ध का कार्य स्थानीय नदियों से प्राप्त सामग्री से ही किया जा रहा है, इसलिए सरकार खन्न विभाग से स्वीकृति के लिए आवेदन करने पर विचार कर रही है। उन्होंन कहा कि झलेड़ा पुल के समीप बाढ़ निगरानी केन्द्र की स्थापना की जा रही है। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स, मुख्य सचिव श्री पी. मित्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती उपमा चौधरी, प्रधान सचिव राजस्व एवं पर्यावरण श्री तरूण श्रीधर, प्रधान सचिव वित्त श्री श्रीकांत बाल्दी, प्रधान सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता श्री पी.सी. धीमान, प्रधान सचिव सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य श्री के. संजय मूर्ति सहित स्वां नदी परियोजना के अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से करेंगे कुपवी तहसील का लोकार्पण

शिमला,19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह आगामी 29 सितम्बर को शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से कुपवी तहसील और उप-तहसील देहा का लोकार्पण करेंगे। यह जानकारी आज यहां चौपाल के विधायक श्री बलवीर सिंह और कृषि ऊपज एवं विपणन समिति के अध्यक्ष श्री सुभाष मंगलेट ने दी।मुख्यमंत्री ने कुपवी में तहसील तथा देहा में उप-तहसील खोलने की घोषणा उनके चौपाल विधानसभा क्षेत्र में विगत 26 और 27 जून के प्रवास के दौरान की थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लोगों से चुनाव के दौरान किए गए वायदे को पूरा किया है। श्री बलवीर सिंह और श्री सुभाष मंगलेट उद्घाटन के समय कुपवी में उपस्थित रहेंगे।

भाजपा के नेता सत्ता सुख के वियोग को सहन नहीं कर पा रहे

शिमला,19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रवक्ता तथा हि.प्र. विपणन बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुभाष मंगलेट ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री प्रेम कुमार धूमल तथा भाजपा के अन्य नेताओं द्वारा बार बार प्रदेश में सरकार के अस्थिर होने तथा मध्यावधि चुनाव करवाने बारे बयान जारी करने को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के नेता सत्ता सुख के वियोग को सहन नहीं कर पा रहे हैं और इस प्रकार के निराधार बयान जारी कर रहे हैं। डा. मंगलेट ने कहा कि प्रदेश में लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित बहुमत वाली सरकार को अस्थिर बताकर भाजपा के नेता जनादेश का निरादर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों ने भाजपा को विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है और भाजपा के नेता इस भूमिका को निभाने में बुरी तरह असफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताअेां को यह जान लेना चाहिए कि वर्तमान प्रदेश सरकार अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी और उसके बाद ही उनकी चुनाव की हरसत भी पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जहां तक चुनाव का प्रश्न है, देश के विभिन्न राज्यों में जहां भी उपचुनाव हुए हैं भाजपा को करारी हार मिली है और लोगों का भाजपा से मोह भंग हो चुका है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के भाजपा के नेताओं को इन उपचुनावों में भाजपा को मिली हार से सबक लेना चाहिए और एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वास्तविकता तो यह है कि भाजपा के नेता सदन की कार्यवाही तक से भागते रहे हैं, क्योंकि उन्हें आम आदमी के कल्याण तथा प्रदेश के विकास से कोई सरोकार ही नहीं है।  डा. मंगलेट ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के गतिशील नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश की सरकार विकास के पथ पर निरन्तर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का हर क्षेत्र व समाज का हर वर्ग राज्य में हो रहे अभूतपूर्व विकास से लाभान्वित हो रहा है।  उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता पर सत्ता की भूख इस कदर हावी है कि वे लोगों के द्वारा सरकार को दिए गए पांच वर्ष के जनादेश को भी पचा नहीं पा रहे हैं। डा. मंगलेट ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के नेता प्रदेश में हो रहे अभूतपूर्व विकास को पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का लक्ष्य झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करना रहा है, लेकिन वे अब इसमें सफल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में पूरी तरह स्थिर है और विकास कार्यों के लिए समर्पित है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री को सलाह दी कि वे राज्य सरकार की अस्थिरता की चिंता छोड़ कर अपनी चिंता करें।

उपायुक्त कार्यालय में मुख्यमंत्री आधुनिक जन सेवा केन्द्रों का लोकार्पण करेंगे

शिमला,19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री, श्री वीरभद्र सिंह 20 सितम्बर, 2014 को उपायुक्त कार्यालय शिमला में सम्मेलन कक्ष, जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र, ई-स्टैम्पिंग केन्द्र, नेशनल लैण्ड मॉडर्नाईजेशन प्रोजैक्ट तथा मुसाबी डिजिटलाईजेशन  सुविधा और ई-डिस्ट्रीक्ट प्रोजेक्ट का लोकार्पण करेंगे । उपायुक्त शिमला, श्री दिनेश मल्होत्रा ने आज यहां बताया कि उपायुक्त कार्यालय में स्थापित आधुनिक सम्मलेन कक्ष में 30 से अधिक लोगों के बैठने की सुविधा उपलब्ध होगी और इसमें छोटे स्तर के सम्मेलन और बैठकों के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाई गईं हैं । धरोहर ईमारत में स्थापित इस सम्मेलन कक्ष को तत्कालीन वास्तुशिल्प के अनुरूप तैयार किया गया है । उपायुक्त ने बताया कि जिला शिमला, राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 के अनुसार आपातकालीन परिचालन केंद्र की स्थापना करने वाला प्रदेश में प्रथम जिला है । इस केन्द्र के माध्यम से आपदा के उपरान्त क्षति और आवश्यकताओं का आंकलन करने व राहत एवं बचाव कार्य हेतू, दलों को आवश्यक संसाधन प्रदान करने में मद्द मिलेगी । इस केंद्र के माध्यम से आपातकालीन स्थिति में, प्रभावित क्षेत्रों से सम्बन्धित नक्शे, आंकड़े व अन्य आवश्यक जानकारी का विश्लेषण कर सम्बन्धित विभागों के साथ संाझा करने में मद्द मिलेगी । इस केन्द्र के माध्यम से विभिन्न विशेषज्ञ ऐजेन्सियों से आपदा सम्बन्धित सूचना एकत्रित कर उसका अवलोकन व विश्लेषण कर पूर्व चेतावनी जारी करने में भी मद्द मिलेगी, साथ ही सामान्य स्थितियों के दौरान यह केन्द्र समुदाय में जागरूकता वृद्धि व अन्य आवश्यक जानकारी का प्रसार करेगा । इस केन्द्र में प्रमुख विभागों के प्लेटफार्म भी स्थापित किए गए हैं, ताकि उनमें समन्वय स्थापित कर विपरीत परिस्थितियों के दौरान आपदा प्रबन्धन किया जा सके । श्री दिनेश मल्होत्रा ने कहा कि सुगम केन्द्र में स्थापित किए जा रहे ई-स्टैम्पिंग केन्द्र के माध्यम जनता को 200 रूपये तक किसी भी मूल्य वर्ग की नॉन-जुडिशियल स्टैम्पटस सर्टीफिकेट उपलब्ध करवाए जाएंगे । इससे लोगों के समय भी बचत होगी और उन्हें स्टैम्प पेपर प्राप्त करने के लिए स्टैप बैंडर के पास लम्बी पंक्ति में खड़ा होने से भी निजात मिल जाएगी । इस केन्द्र से जारी स्टैम्पस में किसी भी तरह की छेडख़ानी नहीं हो सकती है और इनका ऑनलाईन सत्यापन भी किया जा सकता है ।  शीघ्र ही यह सुविधा उप मण्डल, तहसील व सब तहसील स्तर भी उपलब्ध करवाई जाएगी । इस तरह की सुविधा प्रदान करने में जिला शिमला का सुगम केन्द्र प्रदेश का प्रथम केन्द्र है । उपायुक्त ने कहा कि डिजिटल मुसाबी तकनीक के माध्यम से खराब हो चुके ल_ों के डिजिटल प्रिंट उपलब्ध करवाएं जाएंगे और लोगों को बेहतरीन सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी । उन्होंने बताया कि नेशनल लैण्ड मॉडर्नाईजेशन प्रोजैक्ट के माध्यम से भू-रिकार्ड की वस्तु स्थिति रखने के साथ-साथ भू- पंजीकरण से सम्बन्धित परिवर्तन का सही रिकार्ड रखने में मद्द मिलेगी । ई-डिस्ट्रीकट प्रोजैक्ट के माध्यम से लोगों को प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में और अधिक सुविधा प्राप्त होगी और प्रशासन में दक्षता और पारदर्शिता भी बढ़ेगी । इसके माध्यम से 51 विभागों से सम्बन्धित जन सेवाएं दो चरणों में लोगों को मुहैया करवाई जाएंगी ।

डुबलू में विधिक साक्षरता शिविर सम्पन्न

शिमला,19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। पिछड़ेपन व आर्थिक लाचारी के कारण अन्याय का शिकार होने वाले लोगों को न्यायिक प्रकिया के लिए जागरूकता प्रदान करने के उद्देश्य से विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है ताकि लोगों को न्यायिक प्रक्रिया की जानकारी उपलब्ध हो सकें तथा वह अपने अधिकारों और कर्तव्य के प्रति सजग हो सके । यह जानकारी आज सिविल जज जुनियर डिविजन, शिमला सुश्री नेहा शर्मा ने बलोग पंचायत के डुबलू गांव में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर की अध्यक्षता करते हुए दी ।  उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति व जन जाति वर्ग के उन लोगों को जिनकी सालाना आय 1 लाख रू. से कम है, मुफत कानूनी सहायता की उपलब्धता का प्रावधान है उन्होंने शिविर में दिवानी और फौजदारी मामलों के बारे में भी जानकारी प्रदान की । अधिवक्ता श्री रवी ठाकुर ने सूचना का अधिकार व सुश्री स्वाती ने घरेलू हिंसा अधिनियम के सम्बन्ध में जागरूक किया । इस अवसर पर पंचायत प्रधान श्रीमती सन्तोष गन्र्धव ने सभी का स्वागत किया, बी.डी.सी. सदस्य श्रीमती करूणा धीमान के अतिरिक्त पंचायत सदस्य रक्षा शर्मा सहित लगभग 100 ग्रामीणों ने शिविर में भाग लिया ।

प्रवासी लोगों के बच्चों को 21 सितम्बर एवं 16 नवम्बर को दी जायेगी पोलियो खुराक

himachal news
धर्मशाला, 19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। भारत को मार्च 2014 में पोलियो मुक्त घोषित किया गया है। इसी दृष्टि से एहतियात के तौर पर 21 सितम्बर एवं 16 नवम्बर को जिला में बाहरी राज्यों से आने वाले एवं यहां झुग्गी-झोंपडियों तथा प्रवासी कामगारों के बच्चों को पोलियो की खुराक दी जायेगी। यह जानकारी उपायुक्त सी पालरासू ने आज यहां जिला टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुये दी। उपायुक्त ने बताया कि जिला में चलाये जाने वाले विशेष अभियान में कुल 1828 प्रवासी बच्चों को जिनकी आयु 5 वर्ष से कम है को चिन्हित किया गया है जिन्हें पोलियो की दवाई पिलाना आवश्यक होगा । इसके अतिरिक्त इस अवधि में आने वाले अन्य प्रवासी लोगों के बच्चों को भी इस अभियान में पोलियो की खुराक दी जायेगी। उन्होंने जिला के समस्त ख्ंाड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि इस अभियान में कोई भी प्रवासी बच्चा न छूटे ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।  उन्होंने कहा कि अफगानीस्तान, पाकिस्तान, नाईजिरीया, कीनिया, सोमालिया, इथोपिया एवं सीरिया आदि देशों में पोलियो के मामले अभी भी सामने आ रहे हैं इसलिये इन देशों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को पोलियो की खुराक आवश्यक होगी जबकि भारत से इन देशों में जाने से 14 दिन पहले सम्बन्धित यात्रियों को भी पोलियो खुराक लेकर उसका प्रमाण पत्र लेकर जाना आवश्यक होगा।उपायुक्त ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्र्तगत जिला में सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाले बच्चों के चलाई रही रूटीन इम्यूनाईजेश्न योजना को और अधिक सुदृढ़ करने पर बल देते हुये कहा कि बच्चों को दिये जाने वाले विभिन्न प्रतिरक्षण दवाओं एवं टीकाकरण को समय-समय पर दिया जाये। उपायुक्त ने जिला में कक्षा 6 से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को साप्ताहिक आयरन फोलिक ऐसिड सप्लीमेंटेश्न योजना के अन्र्तगत सप्ताह के प्रत्येक बुधवार को दी जा रही आयरन गोलियों की समीक्षा भी की तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि बुधवार के दिन अवकाश होने पर बच्चों को यह खुराक घर में खाने के लिये उपलब्ध करवाई जाये।उन्होंने जिला में कोटपा अधिनियम के कड़ाई से पालन के लिये समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये कि दोषी व्यक्तियों के चालान किये जायें तथा प्रत्येक सार्वजनिक स्थल पर धूम्रपान से होने वाले भयंकर रोगों को दर्शाने वाले हार्डिंग्ज स्थापित किये जायें तथा कम आयु के बच्चों को इस लत से दूर रखने के लिये उन्हें इन पदार्थों को उपलब्ध करवाने वाले व्यक्तियों को दंडित किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षण संस्थान के 100 मीटर दायरे के भीतर इस तरह के पदार्थ बेचने वाले व्यक्ति को भी दंडित किया जाये। सी पालरासू ने जिला में फैमिली प्लानिंग एमडीनिटी स्कीम की समीक्षा करते हुये कहा कि इस वर्ष इस योजना के अन्र्तगत 11 प्रभावितों को राहत राशि प्रदान की जा रही है। उपायुक्त ने कहा कि इस योजना के अन्र्तगत परिवार नियोजन के आप्रेशन के दौरान एवं आप्रेशन के एक सप्ताह के भीतर व्यक्ति की मृत्यु होने पर 2 लाख रूपये जबकि एक माह के भीतर ऐसा होने पर 50 हजार रूपये की राहत राशि प्रदान किये जाने का प्रावधान है। आप्रेशन असफल होने पर प्रभावित को 30 हजार रूपये की राहत राशि दी जायेगी जिसके लिये उसे प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक होगा जबकि 60 दिनों के भीतर इस आप्रेशन के वजह से होने वाले अन्य किसी भी कठिनाई की दशा में 25 हजार रूपये तक की राहत राशि प्रभावित को दी जायेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिये दावे 90 दिनों के भीतर प्रस्तुत करने आवश्यक होंगे। बैठक में उपमंडलाधिकारी धर्मशाला बलवीर ठाकुर, बैजनाथ के ऋगवेद सिंह ठाकुर, राकेश प्रजापति, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीएम गुप्ता, जिला परियोजना अधिकारी डीआरडीए कुलवीर राणा सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अधिकारियों  व अन्य विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।

12 अक्तूबर तक बंद रहेगी हनुमान मंदिर से जिला परिषद् तक की सडक़

धर्मशाला, 19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। हनुमान मंदिर से जिला परिषद् तक की सडक़ जिसका कंक्रीट कार्य प्रगति पर है, 12 अक्तूबर, 2014 तक सामान्य यातायात के लिये बंद रहेगी। यह जानकारी देते हुये सहायक अभियंता, हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग, धर्मशाला सब डिवीजन नम्बर-दो ने बताया कि बरसात के कारण इस मार्ग का कार्य अभी पूर्ण नहीं हो सका है जिस कारण इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही को और अधिक समय के लिये बाधित करना पड़ रहा है।

विकास खंड बैजनाथ में स्मार्ट कार्ड बनाने का कार्य 17 सितम्बर से 28 सितम्बर तक

धर्मशाला, 19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। स्मार्ट कार्ड धारक परिवार के किसी भी आये के 5 सदस्यों के नि:शुल्क ईलाज का प्रावधान किया गया है। पहले से बीमार स्मार्ट कार्ड धारक लोग भी इस योजना में शामिल किए जाते हैं। यह जानकारी उपायुक्त, कांगड़ा, सी.पॉलरासु ने देते हुए बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सभी बीपीएल परिवार, मनरेगा कार्यकर्ता, 70 प्रतिशत से अधिक अक्षम व्यक्ति, रेहड़ी-फड़ी वालों तथा बुनकर परिवारों को इस योजना का लाभ उठाने हेतु स्मार्ट कार्ड जारी करने का प्रावधान है। इसी श्रृंखला में कांगड़ा जिला के विकास खंड बैजनाथ में स्मार्ट कार्ड बनाने का कार्य 17 सितम्बर से 28 सितम्बर, 2014 तक किया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि जिला कांगड़ा में गत वर्ष 93 हजार से भी अधिक स्मार्ट कार्ड धारकों ने इस योजना का लाभ उठाने के लिए कार्ड बनवाये थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के पात्र लोग स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ उठा सकते हैं। योजना के अंतर्गत परिवार के किसी भी आयु के पांच सदस्य चिन्ह्ति अस्पताल में भर्ती हाने पर प्रति परिवार प्रतिवर्ष अधिकतम 30 हजार रुपए तक के नि:शुल्क ईलाज के हकदार होंगे। जबकि गंभीर बीमारियों के लिए इस योजना के तहत एक लाख 75 हजार रुपए
तक के नि:शुल्क ईलाज का प्रावधान किया गया है। यह सुविधा परिवार के मुखिया, उसकी पत्नी व उन पर आश्रित तीन सदस्यों के लिए प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि ईलाज के के दौरान जांच, दवाईयां एवं भोजन इत्यादि का व्यय भी अस्पताल द्वारा किए जाने का प्रावधान है जबकि बीमा कम्पनी द्वारा स्वीकृत अस्पतालों में भर्ती होने से एक दिन पूर्व तथा अस्पताल से छुट्टी से पांच दिनों बाद तक का व्यय गंभीर बीमारी में स्वीकृत अस्पतालों में भर्ती होने से 15 दिन पहले तथा अस्पताल में छुट्टी के 60 दिनों बाद तक का व्यय भुगतान भी इस योजना के माध्यम से दिया जाता है।  सी.पॉलरासु ने सभी पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं
कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वह अधिकतम लाभार्थियों को इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें व स्मार्ट कार्ड बनाने में सहयोग करें। जिन ग्राम पंचायतों में 90 प्रतिशत से अधिक पात्र लाभार्थियों को स्मार्ट कार्ड जारी करने वाली 3 सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायतों के प्रधान एवं पंचायत सचिव को जिला स्तरीय समारोह में प्रथम को 1500/- रुपए, द्वितीय को 1000/- रुपए तथा तृतीय स्थान हासिल करने वाली पंचायत को 500/-
रुपए के नकद पुरस्कार व प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किए जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि 17 सितम्बर को पपरोला खास, खड़ानाल, बैजनाथ, नालग पंचायत में, 18 सितम्बर को पपरोला खास, बैजनाथ, महाकाल, नरघोड़-चौबू, बंडियां, पंतेहड़ में तथा 19 सितम्बर को पंतेहड़, उस्तेहड़, गदियाड़ा, सेहल, धरेड, दयोल में, 21 सितम्बर को फटाहर, माधोनगर, हरेड़, कन्द्राल, कण्ड, रजेहड़ में, 22 सितम्बर को कोठी, संसाई, मझौटी, ननाहर, नैण, स्पैडू में, 23 सितम्बर को गुनेहड, बीड़, चौगान, क्यौरी, भट्ट-पंजाला, मंडेहड़ में, 24 सितम्बर को गुनेहड, संसाल, अवैरी, भदरैना, टिक्करी-डुहकी, मझैरना में, 25 सितम्बर को संसाल, अवैरी, कुदैल, चौवीन, वही, सकड़ी में, 26 सितम्बर को कुदैल, चौबीन, कस्वा, पपरोला, कुंशल, बड़ाग्रां, महालपट्ट में, 27 सितम्बर को कस्वा, पपरोला, कोठी-कोहड़, पोलिंग, धरमाण, मुलथान, स्वाड़ और 28 सितम्बर, 2014 को कस्वा पपरोला, लुआई और बड़ा भंगाल पंचायतों में स्मार्ट कार्ड बनाने का कार्य किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि स्मार्ट कार्ड पंचायत घर में निर्धारित तिथियों को ही बनाए जायेंगे और पात्र परिवार को सूचित करने के लिए पंचायत सचिव द्वारा प्रत्येक परिवार को सूचना पर्ची द्वारा दी जा रही है जिसपर परिवार के पात्र सदस्यों की पूरी जानकारी लिखी होगी। उन्होंने बताया कि स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए परिवार के मुखिया व उसकी पत्नी/पति का उपस्थित होना अनिवार्य है। इसके अतिरिक्त परिवार के तीन अन्य सदस्य जिनका नाम स्मार्ट कार्ड में डलवाना है उनका उपस्थित होना अनिवार्य है तथा स्मार्ट कार्ड पंजीकरण के समय ही दे दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीमा कम्पनी द्वारा एक परिवार से पंजीकरण शुल्क के रूप में केवल 30 रुपए ही लिए जायेंगे तथा
स्मार्ट कार्ड जारी करते समय बीमा कम्पनी द्वारा अस्पतालों की सूची भी साथ में दी जाएगी।

सुधीर शर्मा ने जताई नवजीवन के निधन पर हार्दिक संवेदनायें

धर्मशाला, 19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। गत दिनों सिद्वबाड़ी निवासी स्व0 श्री नवजीवन मनकोटिया के आकस्मिक निधन पर शहरी विकास एवं नगर नियोजन मंत्री श्री सुधीर शर्मा ने उनके परिवार से गहरी संवेदना प्रकट करते हुये कहा कि नवजीवन मनकोटिया योग्य और ईमानदार अधिकारी थे और उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। सुधीर शर्मा ने दिवंगत की आत्मा की शांति की कामना करते हुये कहा कि नवजीवन मनकोटिया की मृत्यु सम्बन्धी तफशीश को पूर्ण सजगता एवं तत्परता से निर्वहन करने के लिये पुलिस विभाग को दिशा-निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने मृतक के परिवार को आश्वस्त किया कि यदि इस दुर्घटना में किसी भी प्रकार की साजिश की बात पुलिस के सामने आती है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही को अमल में लाया जायेगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि नवजीवन मनकोटिया की इस मृत्यु के बारे
में अगर किसी को कोई जानकारी हो तो स्थानीय पुलिस को सहयोग दें।

वार्डर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित

धर्मशाला, 19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। पुलिस अधीक्षक (कारागर) ने बताया कि वार्डर भर्ती के लिए 24 अगस्त, 2014 को पुलिस लाईन भराड़ी में आयोजित की गई लिखित परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है तथा इस लिखित परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यार्थी अपना परीक्षा परिणाम कारागार विभाग की बैवसाईट पर देख सकते है। इसके अतिरिक्त इस लिखित परीक्षा का परिणाम कारागार मुख्यालय ब्लॉक न0-31 एस0डी0ए0 कम्पलैक्स के नोटिस बोर्ड पर भी देख सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस लिखित परीक्षा में 1819 अभ्यार्थियों में से 1551 पुरूष व 268 महिला उम्मीदवार उपस्थित हुए थे जिनमें से केवल 403 पुरूष उम्मीदवार तथा 37 महिला उम्मीदवार इस लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। उन्होंने बताया कि नियमानुसार उत्तीर्ण अभ्यार्थियों में से एक पद के लिए 3 उत्तीर्ण अभ्यार्थी के अनुपात में मैरिट के आधार पर वार्डर पदों की भर्ती हेतु साक्षात्कार के लिए बुलाए जायेंगे जिसके लिए उपयुक्त तिथि निर्धारण उपरांत अलग से अभ्यार्थियों को कॉल लैटर डाक द्वारा भेजे जायेंगे अथवा विभाग की बैबसाईट पर भी उनके सूचनाथ अपलोड कर दिये जायेंगे। 

शहरी विकास मंत्री 25 सितम्बर को करेंगे हिमानी-चामुण्डा के लिए हैली टैक्सी सेवा का शुभारंभ

धर्मशाला, 19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री, सुधीर शर्मा 25 सितम्बर, 2014 को प्रात: 11 बजे हिमानी-चामुण्डा के लिए हैली टैक्सी सेवा का शुभारंभ करेंगे। यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि श्री शर्मा 22 सितम्बर, 2014 को प्रात: 10.30 बजे राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला मे हिमाचल प्रदेश के विश्वविद्यालय इंटर कॉलेज फुटबाल चैम्पियनशिप का शुभारंभ करेंगे। इसके उपरांत श्री सुधीर शर्मा सायं 3 बजे ग्राम पंचायत सराह में जन समस्याएं सुनेंगे तथा उनका निवारण करेंगे। शहरी विकास मंत्री 23 सितम्बर को सायं 3 बजे बीएड कॉलेज धर्मशाला में विज्ञान भवन का उद्घाटन करेंगे तथा सायं 3.30 बजे राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धर्मशाला में निर्मित होने वाले विज्ञान भवन तथा अतिरिक्त भवन की आधारशिला रखेंगे। श्री सुधीर शर्मा 24 सितम्बर को प्रात: 11 बजे घना-बगली पेयजल योजना, 11.30 बजे घियाना-झियोल पेयजल योजना का लोकार्पण करेंगे। तथा इसके उपरांत दोपहर 12 बजे ग्राम पंचायत टंग-नरवाणा में टंग में निर्मित होने वाले सामुदियक भवन की आधारशिला रखेंगे तथा 2 बजे ग्राम पंचायत पासू और सायं 4 बजे ग्राम पंचायत सिद्धपुर में लोगों की समस्याएं सुनेंगे तथा उनका
निवारण करेंगे।

विधानसभा अध्यक्ष ने सुनी समस्याएं

धर्मशाला, 19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। जन सम्पर्क अभियान के अंतर्गत आज अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश विधानसभा, बृज बिहारी लाल बुटेल ने ग्राम पंचायत पढिय़ाखर, भदरैणा, ननाहर और नैन में लोगों की समस्याओं को सुना और अधिकतर समस्याओं का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश सरकार द्वारा गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का उन तक पहुंचाने में अपना पूर्ण सहयोग दें और उनकी समस्याओं को भी प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं। उन्होंने कहा कि सुंगल-पढिय़ाखर-नीलकंठ मार्ग को मौसम ठीक होने पर पक्का कर दिया जाएगा तथा पानी वाले स्थान पर सीमेंट से सडक़ को पक्का किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सडक़ पर पुन खड्ड पर बनने वाले पुल के लिए धनराशि स्वीकृत हो गई है जिसका कार्य शीघ्र आरंभ कर दिया जाएगा। श्री बुटेल ने कहा कि पढिय़ाखर में वार्ड नम्बर- 3 के जंजघर की मुरम्मत के लिए एक लाख रुपए की राशि स्वीकृत कर दी गई है तथा जरूरत पडऩे पर अतिरिक्त धनराशि का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने इन सभी पंचायतों में चलाए जा रहे विकास कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने नैन-बनूरी सम्पर्क मार्ग का बनाने का भी आश्वासन दिया तथा नैन में प्राथमिक पशु औषधालय और लोअर नैन में सामुदायिक भवन बनाने के लिए धनराशि उपलब्ध करवाने का भी आश्वासन दिया। 

जिला में सामाजिक सुरक्षा पैंशन पर व्यय किए जा रहे हैं 40 करोड़- जगजीवन पॉल

himachal news
धर्मशाला, 19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। - चालू वित्त वर्ष के दौरान सामाजिक कल्याण विभाग द्वारा जिला कांगड़ा में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के उत्थान हेतु विभिन्न योजनाओं के तहत 4 करोड़ 43 लाख 25 हजार रुपए व्यय किए जा रहे हैं। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव (सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग), जगजीवन पाल ने आज जिला कल्याण समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि गत वर्ष के दौरान अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत 778 पात्र लोगों को लाभान्वित करने पर 4 करोड़ 43 लाख 25 हजार  रुपए व्यय किए गए हैं। गृह अनुदान योजना के अंतर्गत संबंधित व्यक्तियों को नया मकान बनाने के लिए 75 हजार तथा मकान की मुरम्मत हेतु 25 हजार रुपए की राशि प्रदान की जा रही है। मुख्य संसदीय सचिव ने बताया कि 175 अक्षम छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि अन्तर्राजातीय विवाह पुरस्कार योजना के तहत 53 पात्र लाभार्थियों को 22 लाख रुपए प्रदान किए गए। सामाजिक सुरक्षा पैंशन के तहत विभिन्न योजनाओं के तहत 56,538 लाभार्थियों पैंशन प्रदान करने पर 39 करोड़ 54 लाख 76 हजार 800 रुपए की राशि प्रदान की गई। श्री जगजीवन पाल ने बताया कि महिला स्वरोजगार के लिए आय 35 हजार रुपए तक
बढ़ाई है। उन्होंने बताया कि बीपीएल परिवार के मुखिया की मृत्यु हो जाती है तो उसकी राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के अंतर्गत 20 हजार रुपए की राशि परिवार को शीघ्र उपलब्ध करवाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा कम्प्यूटर एप्लीकेशन अनुसूचित जाति/जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के अंतर्गत छ: माह की अवधि का प्रशिक्षण बच्चों को दिया जाता है। प्रशिक्षण के उपरांत प्रशिक्षकों को विभिन्न विभागों में कार्य करने के लिए तैनात किया जाता है। छ: महीने के इस कार्य को करने उपरांत एक रोजगार मेले का आयोजन कर उन बच्चों को नौकरी के लिए बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत जो भी औपचारिकताएं पूर्ण की जाती हैं वह औपचारिकताएं आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पूर्ण करने उपरांत संबंधित विभाग में प्रस्तुत की जाएं ताकि लाभार्थी को शीघ्र लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने जिला के सभी उपमंडलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्र में तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारियों की बैठक बुलाकर सरकार द्वारा इन वर्गों के उत्थान के लिए समाज कल्याण विभाग के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए लोगों को जागरूक करें और इससे संबंधित औपचारिकताएं पूर्ण करके उनके कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं।   इससे पूर्व उपायुक्त, कांगड़ा सी.पॉलरासु ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी तथा आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध पूरा कर लिया जाएगा।  इस बैठक में समस्त एसडीएम, जिला कल्याण अधिकारी नरेंद्र जरयाल, तहसील कल्याण अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं नगर परिषद् के सदस्य उपस्थित थे।

ज्वालामुखी के जाने माने समाज सेवी चिकित्सक  डा0 आर के कुण्डु  की अश्रूपूर्ण अंत्येष्टि

himachal news
ज्वालामुखी, 19 सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। ज्वालामुखी के जाने माने समाज सेवी एवं चिकित्सक  डा0 आर के कुण्डु की आज अश्रूपूर्ण अंत्येष्टि ज्वालामुखी के अष्टभुजी शमशान घाट में कर दी गई।  उनका बीते दिन ही लंबी बिमारी के बाद निधन हो गया था।  वह पिछले अरसे से बीमार चल रहे थे।   उनकी पार्थिव देह को भारतीय जनता पार्टी के झंडे में लिपटा कर जलूस की शक्ल में शमशानघाट तक ले जाया गया। उनके बड़े बेटे राजीव कुंडू ने मुखागिन दी। इससे पहले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की ओर से पूर्व विधायक रमेश धवाला ने पुष्पांजलि अॢपत की। मूलत: पशिचम बंगाल के कोलकत्ता के रहने वाले आर के कुण्डु पिछले पच्चास साल से चिकित्सा पेशे से जुड़े थे। उन्होंने हिमाचल को ही अपना घर बना लिया था।  उन्होंने अपना क्लििनक ज्वालामुखी के बोहण चौक के पास स्थापित किया था। एक जमाना था जब उनकी पूरे हिमाचल में तूती बोलती थी। व हर कोई उनका मुरीद था।  यही वजह है कि उन्होंने अपने जीवन काल में खूब ख्याति अर्जित की।  प्रदेश के स्वास्थय मंत्री ठाकुर कौल सिंह , भाजपा सांसद शांता कुमार एवं ज्वालामुखी के पूर्व विधायक रमेश धवाला, कांग्रेस प्रवक्ता बी के शर्मा  ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। 

कोलगेट मामले में सीबीआई क्‍लोजर रिपोर्ट दायर नहीं करेगी

$
0
0
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) निदेशक रंजीत सिन्हा के खिलाफ लगे आरोपों के मद्देनजर उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली के मांस व्यापारी मोईन अख्तर कुरैशी के खिलाफ आयकर (आईटी) विभाग की जांच की मूल्यांकन रिपोर्ट 17 अक्‍टूबर तक पेश करने का केंद्र सरकार को निर्देश दिया तथा इस दौरान कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाला मामले में कोई भी क्‍लोजर रिपोर्ट दायर करने से मना कर दिया।

कोयला व्लाक आवंटन घोटाले की जांच से सिन्हा को अलग रखने के निर्देश संबंधी गैर सरकारी संगठन कॉमन कॉज की याचिका पर सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश आर एम लोढ़ा, न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर और न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ ने केंद्र को निर्देश दिया कि वह मामले की सुनवाई की अगली तारीख (17 अकटूबर) तक कुरैशी के खिलाफ जांच से संबंधित मूल्यांकन रिपोर्ट पेश करे। न्यायालय ने यह भी कहा कि कोयला व्लॉक आवंटन घोटाला मामले में सिन्हा के खिलाफ लग रहे आरोपों के मद्देनजर जांच एजेंसी निचली अदालत में फिलहाल कोई क्‍लोजर रिपोर्ट दाखिल नहीं करेगी।

इससे पहले कॉमन कॉज की ओर से प्रशांत भूषण ने दलील दी कि पिछले 15 माह में कुरैशी सीबीआई निदेशक के दो जनपथ स्थित सरकारी आवास पर 90 बार आया है। उन्होंने दलील दी कि कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले की निष्पक्ष जांच तभी सम्भव है, जब सिन्हा को इससे दूर रखा जाएगा।

सुषमा स्वराज ने नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया

$
0
0
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नालंदा विश्वविद्यालय का शुक्रवार को उद्घाटन करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय नहीं परंपराओं का एक स्वरूप है जो कभी मरती नहीं, परिस्थितिवश कभी-कभी विलुप्त हो जाती हैं. लेकिन उनके आस्था रखने वाले लोग एक दिन उन परंपराओं की शुरुआत दोबारा जरूर करते हैं.
गुप्त काल में दौरान छठी शताब्दी में शुरू हुए प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को 1193 ईस्वी में तुर्की शासक कुतुबुद्दीन ऐबक के सिपहसालार बख्तियार खिलजी ने ध्वस्त कर दिया था. इसके अवशेष से 12 किलोमीटर की दूरी पर इस विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य गत एक सितंबर से ही शुरू हो गया था.

राजगीर स्थित कंवेंशन सेंटर में शुक्रवार को नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन करते हुए सुषमा ने कहा कि वह यहां आकर अभिभूत हैं और यह दिन उनके लिए बहुत ही गौरव का दिन है. उन्होंने कहा कि पूर्व की भांति यह विश्वविद्यालय ज्ञान के माध्यम से भारत को पूरी दुनिया से जोड़ने के लिए सेतु और नींव के रूप में काम करेगा.

सुषमा ने कहा कि यहां आने के दौरान एक पत्रकार के यह कहने पर कि वह पुराने नालंदा विश्वविद्यालय को पुनर्जीवित करने जा रही हैं हमने इंकार करते हुए कहा कि पुनर्जीवित तो उसे किया जाता है जो मर चुका हो. उन्होंने कहा, 'ऐसे ही आस्थावान लोगों में एक पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम शामिल हैं जिन्होंने वर्ष 2006 में कहा था कि हमें नालंदा विश्वविद्यालय की पुनर्स्थापना करनी चाहिए और संयोग देखिए उसी वर्ष के मध्यकाल में सिंगापुर के तत्कालीन विदेश मंत्री जार्ज जियो ने एक प्रस्ताव रखा जिसका नाम नालंदा प्रपोजल था.'

सुषमा ने कहा कि केवल बिहार और हिंदुस्तान से आस्था नहीं जुड़ी हैं बल्कि हमारे बहुत से पड़ोसी देश और कई पूर्वी एशिया के देश नालंदा का हिस्सा बनना चाहते हैं और 2007 में एक प्रस्ताव आया तथा 2009 में एक प्रस्ताव पारित हुआ. सुषमा ने कहा कि थाईलैंड और सिंगापुर के साथ कई पूर्वी एशिया के देशों ने नालंदा की पुनर्स्थापना को लेकर यह कहते हुए रुचि दिखाई. वे उसके साथ जुड़ना चाहते हैं और आज उन देशों में से कई के राजदूत यहां उपस्थित हैं. उन्होंने कहा कि केवल पूर्वी एशिया के देश ही नहीं बल्कि बांग्लादेश ने भी नालंदा से जुडने के प्रति रुचि दिखायी है. उन्होंने कहा कि ज्ञान बांधकर नहीं रखा जाता है. इसलिए इस विश्वविद्यालय को केवल पूर्वी एशिया के देशों तक बांधकर नहीं रखा जाएगा. नालंदा एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय रहा है जिसने केवल बिहार और हिंदुस्तान को नाम नहीं दिया बल्कि विद्या के साथ जुड़े हुए पूरे जगत को नाम दिया.

समारोह के शुरुआत में बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी द्वारा सुषमा से बिहार के लिए कुछ किए जाने का आग्रह करने पर उन्होंने कहा बिहार के विकास की दिशा में नालंदा विश्वविद्यालय अपने आप में शुरुआत होगी. उन्होंने कहा, 'इसके आज उद्घाटन के साथ इस प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय जगत से जोड़ने की शुरुआत हो रही है. इसलिए जितना भी गौरव का दिन इस प्रदेश के लोगों के लिए है उतना ही गौरव का दिन हिंदुस्तान के लिए है.

मुख्यमंत्री के इच्छा जताने पर कि वह नालंदा में एक बड़ा हवाई अड्डा बनाना चाहते हैं, सुषमा ने कहा कि पटना हवाई अड्डे से यहां आने के बजाय पर्यटक और अन्य लोग सीधे यहीं उतरें. सुषमा ने कहा कि बिहार विधानमंडल ने 2007 में इस विश्वविद्यालय की पुनर्स्थापना को लेकर एक अधिनियम पारित किया था और यह एक राज्य विश्वविद्यालय बनने वाला था. इसके बारे में केंद्र ने सोचा कि यह उचित नहीं होगा इसलिए विदेश मंत्रालय ने इसको अपना लिया और इसकी रचना हम भारतीय विश्वविद्यालय के रूप में करने लगे. उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के प्रति अन्य देशों की बढती रुचि को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि उसे केवल भारत की परिधि से बांधकर रखना उसके साथ अन्याय करना होगा. इसे अंतरराष्ट्रीय जगत में पहुंचने के लिए विदेश मंत्रालय के माध्यम से इससे संबंधित विधेयक 2010 में संसद में पारित हुआ.

सुषमा ने कहा कि स्थानीय राजनीति से दूर और दलों की सीमाओं को तोड़कर लोग इसके पक्ष में बोले और इसके खिलाफ एक भी भाषण नकारात्मक नहीं हुआ और सभी चाहते थे कि नालंदा की स्थापना होगी तो बिहार के साथ भारत का गौरव बढ़ेगा. उन्होंने इस विश्वविद्यालय को केंद्र से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाते हुए कहा कि इसके लिए भारत सरकार ने 2727 करोड़ रुपये अगले दस वर्षों में खर्च किए जाने हेतु स्वीकृत किया है. सुषमा ने कहा कि हम लोगों की कोशिश होगी अधिक से अधिक छात्र और बेहतर शिक्षक यहां आएं. यह विश्वविद्यालय अपनी पुरानी खोई हुई प्रतिष्ठा को हासिल करे. इससे पहले समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की नालंदा विश्वविद्यालय की पुनर्स्थापना के सुझाव पर इस विश्वविद्यालय को विकसित किए जाने की उनकी दूरदृष्टि के लिए तारीफ की.

मांझी ने कहा कि बिहार सरकार ने इस विश्वविद्यालय के लिए 446 एकड़ जमीन उपलब्ध करायी और राज्य सरकार ने उसके आसपास के गांवों के विकास के लिए एक विकास प्राधिकार के गठन का निर्णय लिया है. इसके अलावा यहां एक हवाई अड्डे के निर्माण के लिए 1400 से 1500 एकड़ जमीन चिन्हित की गयी है. समारोह में भारत में सिंगापुर के उच्चायुक्त लिम थुआन कुआन, भारत में थाईलैंड के राजदूत छलित मनितयकुर, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, जर्मनी, जापान और लाओस के राजनयिक, बिहार के संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्वी) अनिल वाधवा और नालंदा विश्वविद्यालय की कुलपति गोपा सभरवाल, संकाय सदस्य लार्ड मेघनाथ देसाई, पूर्व राजदूत एन के सिंह सहित कई अन्य बुद्धजीवी उपस्थित थे.

फिर से शुरू हुए नालंदा विश्वविद्यालय में कुल सात विषय पढ़ाए जाने की योजना है, लेकिन वर्तमान में दो विषयों स्कूल ऑफ एनवाइरनमंट एंड इकोलॉजिकल स्टडीज और स्कूल ऑफ हिस्टोरिकल स्टडीज संकायों की पढ़ाई शुरू हो पायी है. वर्ष 2020 में इसका निर्माण कार्य पूरा होगा. इस विश्वविद्यालय का वर्तमान में अपना भवन नहीं होने के कारण शिक्षण कार्य राजगीर स्थित अंतरराष्ट्रीय कंवेंशन सेंटर में जारी है और जिन दो विषयों की पढाई शुरू हुई है उनमें अभी 15 छात्र अध्ययन कर रहे हैं तथा वहां 11 शिक्षक हैं.

वर्तमान में इस विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों में एक-एक जापान और भूटान का है और आने वाले समय में और भी छात्र यहां से जुडेंगे. इस विश्वविद्यालय का कुल निर्माण क्षेत्रफल 366811 वर्ग मीटर है. इसके परिसर में कुल 38 भवन होंगे जिसमें एक साथ सात हजार छात्र रह सकेंगे. इसके परिसर में एक पुस्तकालय भी होगा. नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन को 2012 में इस विश्वविद्यालय का कुलाधिपति नियुक्त किया गया था और इसके उद्घाटन के अवसर पर उनकी अनुपस्थिति में उनके द्वारा भेजे गए संदेश को पढ़ा गया.




शिवसेना के लिए दी हमेशा कुर्बानी : भाजपा

$
0
0

always-sacrifice-for-shivsena-said-bjp
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए शिवसेना की ओर से आई 119 सीटों की ताजा पेशकश को ठुकराते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि इस 'भगवा गठजोड़'को बचाने के लिए वह पिछले 25 वर्षो से त्याग करती चली आ रही है, इस पर शिवसेना को गौर करना चाहिए। अपने रुख में नरमी लाते हुए प्रदेश भाजपा ने कहा है कि इस मुद्दे पर कोई अंतिम फैसला करने से पहले शिवसेना के पास नया तालमेल फार्मूला भेजने का फैसला लिया गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंतिवार ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी कोर कमेटी की बैठक में ध्वनिमत से सेना के साथ गठबंधन जारी रखने की इच्छा व्यक्त की गई है।

मुनगंतिवार ने कहा, "गठबंधन बचाने के लिए हम पहले से ही बड़ा दिल रखते आए हैं। जब शिवसेना ने शरद पवार को प्रधानमंत्री के रूप में पेश करने की इच्छा जाहिर की थी। तब हमने कोई आपत्ति नहीं की। इसी तरह जब उसने राष्ट्रपति के चुनाव में प्रतिभा पाटिल और प्रणब मुखर्जी का समर्थन करने का फैसला लिया था तो हमने अपनी साझेदारी और राज्य की जनता के हित में इसमें दखल नहीं दी थी।"

विधानसभा में विपक्ष के नेता एकनाथ खड़से ने आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षो से भाजपा ने लोकसभा में अपने कब्जे की कम से कम छह सीटें और राज्यसभा में एक सीट शिवसेना को दी, लेकिन बदले में उसे विधानसभा में एक भी सीट नहीं मिली। खड़से ने कहा, "इस बार हम उन सीटों के बारे में बात कर रहे हैं जो न तो शिवसेना के पास रही न ही भाजपा के पास है। भाजपा राह बनाने का प्रयास कर रही है और इसमें विफलता का लाभ कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को मिलेगा।"

बिल गेट्स ने बाढ़ पीड़ितों के लिए दिए 4.5 करोड़

$
0
0
बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने जम्मू कश्मीर के बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए करीब साढ़े चार करोड़ रुपए की तत्काल सहायता देने की घोषणा की है. यह संस्था बिल गेट्स और उनकी पत्नी मिलिंडा के नाम से स्थापित है. उन्होंने यह राशि पीएम रिलीफ फंड में दी है.

गेट्स ने पीएमओ में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह से मुलाकात के दौरान यह घोषणा की. माइक्रोसाफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ऐसे भी सामाजिक कार्यों के लिए जाने जाते हैं. गौरतलब है कि गेट्स दुनिया भर में आपदा पीड़ित, युद्द पीड़ित और गरीबों के मदद के लिए भी काफी जाने जाते हैं.

बिहार में नक्सलियों ने 3 मोबाइल फोन टावर फूंके

$
0
0

bihar-naxal-burn-3-mobile-tower
बिहार के बांका जिले के दो विभिन्न थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नक्सलियों ने तीन मोबाइल फोन टावरों को फूंक दिया और एक यात्री बस में आग लगा दी। इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बांका के पुलिस अधीक्षक डॉ़ सत्यप्रकाश ने शुक्रवार को बताया कि तड़के कई मोटर साइकिल पर सवार 40-50 की संख्या में नक्सलियों ने फुलीडुमर थाना क्षेत्र के भेदिया गांव में धावा बोल दिया और वहां निजी कंपनी के दो मोबाइल टॉवरों में आग लगा दी। इसके बाद नक्सली गोडा गांव पहुंचकर एक और मोबाइल टॉवर को फूंक डाला। इस घटना में सभी मोबाइल टॉवर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

नक्सलियों ने इस दौरान बम विस्फोट और हवाई फायरिंग भी की। नक्सली इस क्रम में शंभुगंज थाना क्षेत्र के भलुआ गांव में सड़क के किनारे खड़ी एक यात्री बस को भी आग के हवाले कर दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के अनुसार इन नक्सलियों में कई महिलाएं भी शामिल थीं। उल्लेखनीय है कि पड़ोसी राज्य झारखंड के गिरीडीह जिले में चार दिन पूर्व पुलिस के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के मारे जाने के बाद भाकपा (माओवादी) ने गुरुवार को 24 घंटे के बिहार बंद की घोषणा की थी।

विदेशी निवेश लाने के लिए लंदन जाएंगे मांझी

$
0
0

jitan ram manjhi
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी विदेशी निवेश लाने के प्रयास के तहत लंदन जाएंगे। वे वहां इंटरनेशनल ग्रोथ सेन्टर के आमंत्रण पर लंदन जा रहे हैं, जहां वे एक व्याख्यान भी देंगे। वे इंग्लैंड में 21 से 25 सितंबर तक रहेंगे। नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम से लौटने के बाद पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "इन्टरनेशनल ग्रोथ सेन्टर के आमंत्रण पर लंदन यात्रा पर जा रहे हैं। वे लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एण्ड पॉलिटिकल साइंस संस्थान में 22 सितम्बर को 'द बिहार स्टोरी-रिसरेक्शन ऑफ द स्टेट इनक्लूजन एण्ड ग्रोथ'विषय पर व्याख्यान देंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लंदन यात्रा का उद्देश्य है कि विदेशी निवेश बिहार में आए। बिहार सरकार निवेशकों को हर तरह से सुविधा मुहैया कराएगी। मुख्यमंत्री शनिवार को दिल्ली जाएंगे। पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंद विश्वविद्यालय के उद्घाटन के दिन होने के कारण आज का दिन बिहार के लिए गौरव का दिन है।
Viewing all 74180 articles
Browse latest View live




Latest Images