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अलग देश नहीं बनेगा स्कॉटलैंड

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स्कॉटलैंड वासियों ने ब्रिटेन से अलग होने के लिए कराए गए जनमत सर्वेक्षण में आजादी के खिलाफ में मतदान किया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने स्कॉटलैंड में हुए जनमत संग्रह के बाद कहा कि अब समय आगे बढ़ने का है। शुक्रवार को घोषित जनमत संग्रह के नतीजों के अनुसार, अधिकांश स्कॉटलैंड वासी ब्रिटेन का हिस्सा बन कर रहना चाहते हैं। कैमरन ने स्कॉटलैंड की जनता के ब्रिटेन के साथ रहने के पक्ष में दिए गए मतदान के बाद कहा, "यह मामला कई पीढ़ियों तक के लिए सुलझ गया है। या जैसा कि स्कॉटलैंड के मंत्री एलेक्स सैलमंड ने एकबार कहा था 'जीवनभर के लिए।'

समाचार पत्र द गार्जियन के अनुसार, कैमरन ने कहा, "अब समय आगे बढ़ने का है। इस बंदोबस्त में संतुलन है, जो स्कॉटलैंड की जनता के पक्ष में और ब्रिटेन की शेष जनता के भी पक्ष में है।"कैमरन ने अपने भाषण के दौरान यह भी कहा कि वह स्कॉटलैंड को और अधिक अधिकार देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "ब्रिटेन एक ऐसा देश है, जहां ऐसे मुद्दे मतदान के जरिए शांतिपूर्ण रूप से सुलझ सकते हैं। अब समय अच्छे भविष्य के लिए आगे बढ़ने का है।"एडिनबर्ग शहर के मुख्य मतगणना अधिकारी मैरी पिटकैथी और सू ब्रस ने घोषणा की कि 55.42 फीसदी स्कॉटलैंड वासियों ने स्वतंत्रता के खिलाफ मत डाला और जबकि स्वतंत्रता के पक्ष में 44.58 फीसदी मत पड़े।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, कुल 84.48 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया और मतगणना गुरुवार रात शुरू हुई। जनमत संग्रह ब्रिटिश निर्वाचन आयोग की निगरानी में हुआ। स्कॉटलैंड की सरकार द्वारा 26 नवंबर, 2013 को जारी किए गए श्वेत पत्र 'स्कॉटलैंड का भविष्य'के अनुसार, अगर आजादी के लिए सामान्य बहुमत मिल जाता तो यह 24 मार्च, 2016 को आजाद हो जाता। जनमत संग्रह के नतीजे आजादी के खिलाफ आने के बाद ब्रिटेन की तीन मुख्य पार्टियों के नेता यानी कंजरवेटिव के नेता व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन, लेबर पार्टी के नेता एड मिलिबैंड और लिबरल डेमोक्रेट के नेता व उप प्रधानमंत्री निक क्लेग के वादे के अनुसार स्कॉटलैंड को और अधिक अधिकार दिए जाएंगे।

अक्टूबर 2012 में कैमरन और स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री व सत्तारूढ़ स्कॉटिश नेशनल पार्टी के नेता अलेक्स सैलमंड के बीच एडिनबर्ग समझौता हुआ था, जिसमें स्कॉटलैंड को 2014 में आजादी के लिए जनमत संग्रह कराने की मंजूरी दी गई थी। बीबीसी के अनुसार, जनमत संग्रह के दौरान स्कॉटलैंड के सबसे बड़े काउंसिल क्षेत्र और ब्रिटेन के तीसरे बड़े शहर ग्लासगो में 1,94,779 लोगों ने पक्ष में और 1,69,347 ने विरोध में मतदान किया। डुंडी, पश्चिम डनबार्टनशायर और उत्तरी लनार्कशायर में भी आजादी के पक्ष में मतदान हुए। देश की राजधानी एडिनबर्ग में विरोध में मतदान पड़े और 1,94,638 लोगों ने आजादी के खिलाफ मतदान किया। 

चाचा नेहरू की 125वीं जयंती मनाएगा देश

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संस्कृति मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि इस वर्ष जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती मनाने के लिए विभिन्न परियोजनाओं के लिए 20 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। संस्कृति मंत्रालय के 100 दिनों के काम-काज का लेखा-जोखा पेश करते हुए मंत्रालय के सचिव रविंद्र सिंह ने कहा, "जयंती के मौके पर डाक टिकट, नेहरू स्मारक का जीर्णोद्धार और उन पर पुस्तक प्रकाशन की योजना है।" उन्होंने कहा, "इन योजनाओं के लिए 20 करोड़ रुपये की राशि का आवंटन किया गया है।"

उल्लेखनीय है कि जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन 14 नवंबर को 'बाल दिवस'के रूप में मनाया जाता है। इसके अलावा, मंत्रालय भारतीय गजल और ठुमरी गायिका बेगम अख्तर की जन्म शताब्दी भी मनाएगा। साथ ही, कोमागाता मारू घटना के लिए एक राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति का गठन किया गया है। दरअसल, कोमागाता मारू एक जापानी जहाज था, जिसे मलेशिया के अमीर सिख गुरदीत सिंह ने 1914 में किराये पर लिया था। कनाडा के नस्लीय कानून को चुनौती देने के लिए वे उस जहाज से 376 भारतीयों को कनाडा ले गए थे।

हांगकांग होते हुए जब वह जहाज वेंकूवर पहुंचा, तो दो महीने तक उसके यात्रियों को जहाज से उतरने ही नहीं दिया गया। उसके बाद बलपूर्वक उन्हें वापस भारत भेज दिया गया। कलकत्ता पहुंचने पर इसके 20 यात्रियों की पुलिस ने हत्या कर दी थी। 2014 में इस घटना के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसका उद्घाटन समारोह 29 सितंबर, जबकि बेगम अख्तर की जयंती सात अक्टूबर को मनाई जाएगी।

प्रदर्शनकारियों की रिहाई होने तक वार्ता नहीं : इमरान खान

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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के रिहा होने तक सरकार के साथ कोई वार्ता नहीं हो सकती। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से इस्तीफ से इस्तीफे की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में पीटीआई के कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए हैं। 

डॉन ऑनलाइन के मुताबिक, उन्होंने कहा कि सरकार को यह ध्यान में रखना चाहिए कि शरीफ के इस्तीफे तक पीटीआई का आंदोलन नहीं थमने वाला। इमरान खान ने कहा, "मैं कार्यकर्ताओं के साथ एक वर्ष तक धरने पर बैठने के लिए तैयार हूं, लेकिन प्रधानमंत्री के इस्तीफा देने तक मैं जगह नहीं छोड़ूंगा।"उन्होंने कहा कि सरकार धरना देने वालों की विचारधारा से डर रही है।

उन्होंने देश भर से पीटीआई के समर्थकों से इस्लामाबाद पहुंचने और अपने ऐतिहासिक धरने में शामिल होने की अपील की। उधर सरकार विरोधी प्रदर्शन में शामिल पाकिस्तान आवामी तहरीक (पीएटी) प्रमुख ताहिर उल-कादिरी ने कहा, "नवाज शरीफ यदि आप मेरे समर्थकों को गिरफ्तार करने की कोशिश करेंगे तो मैं आपको बख्शूंगा नहीं।"

शी जिनपिंग का नाम गलत बोलने पर वाचिका की दूरदर्शन से छुट्टी

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देश के सरकारी टीवी चैनल दूरदर्शन पर समाचार पढ़ते हुए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का नाम 'इलेवन जिनपिंग'कह देने वाली समाचार वाचिका को सेवा से हटा दिया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह चूक 16 सितंबर की सुबह 6:15 बजे के समाचार में एक अंशकालिक वाचिका से हुई। 


डीडी न्यूज महानिदेशक अर्चना दत्त ने कहा, "हमारे पास निगरानी समिति है जो हर बुलेटिन पर निरंतर नजर रखती है। समिति ने उसी सुबह इस गलती को ध्यान में लिया और हमने उसी दिन 10 बजे कार्रवाई कर दी। उसकी सेवा रोक दी गई है।"दूदर्शन सवेरे या देर रात प्रसारित होने वाली बुलेटिनों के लिए अधिकांशत: अंशकालिक समाचार वाचकों की सेवा लेता है।

विशेष आलेख : बाढ़ ने किया शिक्षा का हाल बेहाल

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जम्मू एवं कष्मीर में पिछले दिनों हुई भारी बारिष और बाढ़ ने लाखों लोगों के जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया। राज्य के लोगों ने बाढ़ की वजह से तबाही का यह खतरनाक मंज़र लगभग 60 साल बाद देखा। इस तरह की प्राकृतिक आपदा को रोका तो नहीं जा सकता मगर इसकी वजह से होने वाले जान और माल के नुकसान को कम तो किया जा सकता है। सषस्त्र बलों और एसडीआरएफ के ज़रिए चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्य की सराहना पूरे देष हुई।  लेकिन सवाल यह उठता है कि हम  पुरानी आपदाओं से अनुभव लेकर आने वाली आपदाओं से होने वाले नुकसान को क्यों नहीं रोक पाते? बाढ़ की वजह से राज्य में बुनियादी ढ़ाचा पूरी तरह से तहस नहस हो चुका है। बाढ़ ने पीएचई की 90 जल आपूर्ति योजनाओं को बुरी तरह प्रभवित किया है जबकि 4 बोर वैल पुरानी पुंछ, मेज़ फार्म, कलाई और चंडक क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लोक निर्माण विभाग के अंर्तगत आने वाले 3 मुख्य पुल षेरे-कष्मीर, दुंदक और पमरोट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि सुरनकोट और मंडी के 18 पुल  बाढ़ के साथ बह गए। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग की 121 सड़कों को बाढ़ ने ज़बरदस्त नुकसान पहंुचाया है। लैंड स्लाइड की वजह से पुंछ डिवीज़न में प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी हुई 27 जबकि मेंढ़र में 29 सड़कों को नुकसान हुआ। आंकड़ों से स्पश्ट है कि पुंछ में सड़क संपर्क पूरी तरह से तहस नहस हो चुका है। ऊपर से संचार सुविधाओं के खस्ताहाल होने की वजह से बाढ़ में फंसे लोगों का अपनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। मकान, पुल और स्कूल सब कुछ बाढ़ की भेंट चढ़ गए। ऐसे में सवाल यह उठता है कि राज्य में पहले से ही बदहाल षिक्षा व्यवस्था क्या दोबारा पटरी पर लौट पाएगी? बाढ़ के प्रकोप से पूरे पुंछ में 198 स्कूल प्रभावित हुए हैं जिनमें से 46 को ही अभी तक क्रियाषील बनाया गया है। अध्ययन-अध्यापन का कार्य सुचारू रूप से चलाने की वजह से 33 इमारतों को किराए पर लिया गया है जबकि 37 टैंटों की अभी भी ज़रूरत है। 
           
पुंछ से सिर्फ 10 से 12 किलोमीटर दूरी पर सीमावर्ती गांव सलोतरी स्थित है। 21 वीं सदी के इस दौर में भी यह गांव तमाम बुनियादी से वंचित है। लेकिन यहां की सबसे बड़ी समस्या षिक्षा की है। इस गांव में षिक्षा की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए मैं इस गांव के मोहल्ला खुब्बीनाड़ी वार्ड नंबर पांच के एक प्राईमरी स्कूल में गया तो स्कूल की हालत को देखकर दंग रह गया। स्कूल में दस बच्चों की कक्षा में एक अध्यापक कान पर हैडफोन लगाए बैठे थे। उस अध्यापक ने जब मुझे देखा तो कान से हैडफोन हटाकर अपनी जेब में डाल लिया। कक्षा में अध्यापक का यह रवैया देखकर मुझे अटपटा सा लगा। 
              
स्कूल रिकार्ड के मुताबिक स्कूल में सिर्फ 33 बच्चे हैं। अध्यापक मोहम्मद रकीब ने बताया कि स्कूल में पीने के पानी का बंदोबस्त नहीं है। उन्होंने आगे बताया कि स्कूल में बच्चों के बैठने के लिए टाट भी नहीं था जिस टाट पर बच्चे बैंठे हैं वह मैं आर्मी वालों से मांगकर लाया हंू। आर्मी वालों ने  कुर्सियां दो साल पहले दी थीं जो छह माह में टूट गयीं थीं। मैंने जब उनसे पूछा कि स्कूल में मीड डे मील क्यों नहीं बनता तो इस पर उनका कहना था कि यहां पर सड़क की कोई सुविधा नहीं हैं। झुलास के बस अड्डे से राषन का सामान कंधे पर लादकर लाने में बड़ी दिक्कत होती है जिसकी वजह से मीड डे मील का खाना नहीं बन पाता है। इसके अलावा सबसे बड़ी वजह यह है कि सरकार राषन के लिए पैसा भी नहीं देती है। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि सरकार अगर राषन मुहैया करा भी दे तो मीड डे मील का खाना अच्छा कैसे बन सकता है क्योंकि खाना बनाने वाले की तनखाह सिर्फ 1000 से 1500 रूपये है। इतने कम पैसों में आप काम करने वाले से पूरी संजीदगी की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? इसके अलावा स्कूल की इमारत के पीछे पानी की निकासी के लिए नालियां नहीं बनी हुई हैं जिसकी वजह से गंदा पानी कमरों में आ जाता है। इसी गांव के एक और स्थानीय निवासी मोहम्मद कासिम (42) से जब मेरी बात हुई तो उन्होंने बताया कि हमारे गांव में ज़्यादातर छात्र-छात्राएं 8 वीं के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं क्योंकि यहां सड़क की कोई सुविधा नहीं है और हाईस्कूल यहां से चार किलोमीटर की दूरी पर है। मायूसी के साथ अपने दर्द का इज़्हार करते हुए वह आगे कहते हैं कि हमारे गांव में एक हाईस्कूल होना चाहिए ताकि यहां के बच्चे भी पढ़कर लिखकर गांव और देष का नाम रोषन कर सकें। स्कूल की समस्या के बारे में गांव के एक और स्थानीय मोहम्मद इकबाल का कहना है कि हमारे गांव में सड़क नहीं है जिसकी वजह से अध्यापक समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते  हैं जिससे बच्चों की पढ़ाई का काफी नुकसान होता है। 
            
बाढ़ के बाद पुंछ में षिक्षा का बुनियादी ढ़ाचा भी बुरी तरह तहस नहस हुआ है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि पहले से ही बदहाल षिक्षा व्यवस्था क्या दोबारा पटरी पर लौट पाएगी?  बुनियादी ढ़ाचे के पुनर्निर्माण और लोगों के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाने की ज़रूरत है ताकि पुंछ के लोगों की जिंदगी दोबारा से सुचारू रूप से चल सके। 









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नज़ारत हुसैन शाह बुखारी
(चरखा फीचर्स)

बिहार : आज पहली बार आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को मिला अंडा

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  • प्रखंड पर्यवेक्षक एस.मिंज के करकमलों से 29 बच्चों को पोशाक खरीदने के लिए राशि दी गयी 

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दानापुर। संडे हो या मंडे रोज खाएं अंडे। इस तरह का विज्ञापन टी.वी. पर आता है। इस विज्ञापन को बच्चे चाव से देखते हैं। जो सार्मथ्यवान परिवार के बच्चे हैं। उनको तो ब्रेकफास्ट में अंडा मिल जाता है। इसके अलावे बच्चों को टिफिन बाॅक्स में भी अंडा मिल जाता है। तो दूसरी ओर टी.वी.विज्ञापन निम्न परिवार के बच्चों को दर्ददेवा साबित होता है। 

सूबे के शिक्षा मंत्री वृशिण पटेल ने कहा है कि राज्य सरकार ने मिड डे मील में बच्चों को अंडा देने का निश्चय किया है। जो बच्चे शाकाहारी होंगे, उन्हें फल दिया जाएगा। सप्ताह में कितने दिन अंडे मिलेंगे और कब से मिलेंगे,इसे लेकर विचार-विर्मश किया  जा रहा है। इस बीच आज से आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों को अंडा दिया जाने लगा है। इस तरह केन्द्र के बच्चों का अच्छे दिन आए गए।

दानापुर प्रखंड में 226 आंगनबाड़ी केन्द्र है। इन केन्द्रों पर आज से बच्चों को अंडा मिलने लगा। वहीं आज ही प्रखंड पर्यवेक्षक एस.मिंज के करकमलों से 29 बच्चों को पोशाक खरीदने के लिए प्रति बच्चे 250 रू. वितरण किए गए।कौथवां ग्राम पंचायत के अन्तर्गत आंगनबाड़ी केन्द्र, कोड संख्या 44 में बच्चों को उबला अंडा खाने को दिया गया। अपने नन्हें हाथों से बच्चे अंडे पर की परत हटाकर चाव से खाए। यहां की सविता देवी सेविका हैं और सोना देवी सहायिका हैं। 

कौथवां ग्राम पंचायत के मुखिया रामाशीष राय की उपेक्षा के कारण 2006 से केन्द्र का भवन नहीं बन पा रहा है। यहां पर गैरमजरूआ आम भूमि है। यहां पर 40 बच्चे अध्ययनरत हैं। एक लघु कमरा में बच्चे पढ़ने को बाध्य हैं। बतौर 200 रू. किराया दिया जाता है। 8 गर्भवती और 8 दूध पिलाने वाली मां को टेक होम राशन मिलता है। इसके अलावे सात माह पूर्ण करने वाली 40 गर्भवती महिलाओं को 3 साल तक टी.एच.ए. दिया जाता है। 14 से 18 वय की किशोरियों को भी टी.एच.ए.मिलता है। 

इस केन्द्र के अन्तर्गत महादलित मुसहर समुदाय के लोग आते हैं। जो अंधविश्वास के चादर औढ़े हुए हैं। गरीबी काफी है। इन्दिरा आवास योजना से निर्मित मकान ध्वस्त हो गए है। सीएम जीतन राम मांझी के बिरादरी के लोग हैं। इन लोगों प्राथमिकता के तौर पर कल्याण और विकास करने की जरूरत है। ऐसा करने से ही समाज के मुख्यधारा से जुड़ पाएंगे। 




आलोक कुमार
बिहार 

आर्य-वैदिक साहित्य में आदिवासियों के पूर्वजों का राक्षस, असुर, दानव, दैत्य आदि के रूप में उल्लेख

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रामायण में असुर की उत्पत्ति का उल्लेख :-

सुराप्रतिग्रहाद् देवा: सुरा इत्याभिविश्रुता:।
अप्रतिग्रहणात्तस्या दैतेयाश्‍चासुरा: स्मृता:॥

उक्त श्‍लोक के अनुसार सुरा का अर्थ ‘मादक द्रव्य-शराब’ है। चूंकि आर्य लोग मादक तत्व सुरा का प्रारम्भ से पान (सेवन) करते थे। इस कारण आर्यों के कथित देव (देवता) सुर कहलाये और सुरा का पान नहीं करने वाले मूल-भारतवासी असुर (जिन्हें आर्यों द्वारा अदेव कहा गया) कहलाये। जबकि इसके उलट यदि आर्यों द्वारा रचित वेदों में उल्लिखित सन्दर्भों पर दृष्टि डालें तो ज्ञात होता है कि आर्यों के आगमन से पूर्व तक यहॉं के मूल निवासियों द्वारा ‘असुर’ शब्द को विशिष्ठ सम्मान सूचक अर्थ में विशेषण के रूप में उपयोग किया जाता था। क्योंकि संस्कृत में असुर को संधि विच्छेद करके ‘असु+र’ दो हिस्सों में विभाजित किया है और ‘असु’ का अर्थ ‘प्राण’ तथा ‘र’ का अर्थ ‘वाला’-‘प्राणवाला’ दर्शाया गया है।

एक अन्य स्थान पर असुनीति का अर्थ प्राणनीति बताया गया है। ॠग्वेद (10.59.56) में भी इसकी पुष्टि की गयी है। इस प्रकार प्रारम्भिक काल में ‘असुर’ का भावार्थ ‘प्राणवान’ और ‘शक्तिशाली’ के रूप में दर्शाया गया है। केवल इतना ही नहीं, बल्कि अनार्यों में असुर विशेषण से सम्मानित व्यक्ति को इतना अधिक सम्मान व महत्व प्राप्त था कि उससे प्रभावित होकर शुरू-शुरू में आर्यों द्वारा रचित वेदों में (ॠगवेद में) आर्य-वरुण तथा आर्यों के अन्य कथित देवों के लिये भी ‘असुर’ शब्द का विशेषण के रूप में उपयोग किये जाने का उल्लेख मिलता है। ॠग्वेद के अनुसार असुर विशेषण से सम्मानित व्यक्ति के बारे में यह माना जाता जात था कि वह रहस्यमयी गुणों से युक्त व्यक्ति है।

महाभारत सहित अन्य प्रचलित कथाओं में भी असुरों के विशिष्ट गुणों पर प्रकाश डालते हुए उन्हें मानवों में श्रेृष्ठ कोटि के विद्याधरों में शामिल किया गया है।

मगर कालान्तर में आर्यों और अनार्यों के मध्य चले संघर्ष में आर्यों की लगातार हार होती गयी और अनार्य जीतते गये। आर्य लगातार अनार्यों के समक्ष अपमानित और पराजित होते गये। इस कुण्ठा के चलते आर्य-सुरों अर्थात सुरा का पान करने वाले आर्यों के दुश्मन के रूप में सुरों के दुश्मनों को ‘असुर’ कहकर सम्बोधित किया गया। आर्यों के कथित देवताओं को ‘सुर’ लिखा गया है और उनकी हॉं में हॉं नहीं मिलाने वाले या उनके दुश्मनों को ‘असुर’ कहा गया। इस प्रकार यहॉं पर आर्यों ने असुर का दूसरा अर्थ यह दिया कि जो सुर (देवता) नहीं है, या जो सुरा (शराब) का सेवन नहीं करता है-वो असुर है।

लेकिन इसके बाद में ब्राह्मणों द्वारा रचित कथित संस्कृत धर्म ग्रंथों में असुर, दैत्य एवं दानव को समानार्थी के रूप में उपयोग किया गया है। जबकि ऐसा उल्लेख मिलता है कि प्रारम्भ में ‘दैत्य’ और ‘दानव’ असुर जाति के दो विभाग थे। क्योंकि असुर जाति के दिति के पुत्र ‘दैत्य’ और दनु के पुत्र ‘दानव’ कहलाये। जो आगे चलकर दैत्य, दैतेय, दनुज, इन्द्रारि, दानव, शुक्रशिष्य, दितिसुत, दूर्वदेव, सुरद्विट्, देवरिपु, देवारि आदि नामों से जाने गये।

जहॉं तक राक्षस शब्द की उत्पत्ति का सवाल है तो आचार्य चुतरसेन द्वारा लिखित महानतम ऐतिहासिक औपन्यासिक कृति ‘वयं रक्षाम:’ और उसके खण्ड दो में प्रस्तुत किये गये साक्ष्यों पर गौर करें तो आर्यों के आक्रमणों से अपने कबीलों की सुरक्षा के लिये भारत के मूल निवासियों द्वारा हर एक कबीले में बलिष्ठ यौद्धाओं को वहॉं के निवासियों को ‘रक्षकों’ के रूप में नियुक्ति किया गया। ‘रक्षक समूह’ को ‘रक्षक दल’ कहा गया और रक्षकों पर निर्भर अनार्यों की संस्कृति को ‘रक्ष संस्कृति’ का नाम दिया गया। यही रक्ष संस्कृति कालान्तर में आर्यों द्वारा ‘रक्ष संस्कृति’ से ‘राक्षस प्रजाति’ बना दी गयी।

निष्कर्ष : इस प्रकार स्पष्ट है कि आर्यों के आगमन से पूर्व यहॉं के मूल निवासी अनार्यों का भारत के जनपदों (राज्यों) (नीचे टिप्पणी भी पढें) पर सम्पूर्ण स्वामित्व और अधिपत्य था। जिन्होंने व्यापारी बनकर आये और यहीं पर बस गये आर्यों को अनेकों बार युद्धभूमि में धूल चटायी। जिन्हें अपने दुश्मन मानने वाले आर्यों ने बाद में घृणासूचक रूप में दैत्य, दानव, असुर, राक्षस आदि नामों से अपने कथित धर्म ग्रंथों उल्लेखित किया है। जबकि असुर भारत के मूल निवासी थे और वर्तमान में उन्हीं मूलनिवासियों के वंशजों को आदिवासी कहा जाता है।

टिप्पणी : अनार्य जनपदों में मछली के भौगोलिक आकार का एक मतस्य नामक जनपद भी था, जिसके ध्वज में मतस्य अर्थात् मछली अंकित होती थी-मीणा उसी जनपद के वंशज हैं। चालाक आर्यों द्वारा मीणाओं को विष्णू के मतस्य अवतार का वंशज घोषित करके आर्यों में शामिल करने का षड़यंत्र रचा गया और पिछले चार दशकों में जगह-जगह मीन भगवान के मन्दिरों की स्थापना करवा दी। जिससे कि मीणाओं का आदिवासी दर्जा समाप्त करवाया जा सके।




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स्रोत : ‘हिन्दू धर्मकोश’, वयं रक्षाम: और अन्य सन्दर्भ।
लेखक : डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ प्रमुख-हक रक्षक दल
(‘हक रक्षक दल’-अनार्यों के हक की आवाज)

आलेख : उपचुनावों का संदेश उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए भी अनिष्टकारी

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उत्तर प्रदेश में हाल में हुए उप चुनावों के नतीजों ने जहां मोदी लहर को पछाड़ कर रसातल में पहुंचा दिया है वहीं कांग्रेस की सेहत के लिए भी यह नतीजे कम बुरे नहीं हैं। हालांकि जिन तेरह सीटों पर उप चुनाव हुए उनमें से एक पर भी कांग्रेस काबिज नहीं थी लेकिन फिर भी कई ऐसे कारक थे जिनके मद्देनजर कांग्रेस को इन उप चुनावों में बेहतरी की आशा हो रही थी लेकिन नतीजों ने उस पर पानी फेर दिया। उप चुनावों में कांग्रेस की दुर्दशा ने देश की सबसे पुरानी और ऐतिहासिक पार्टी में ऐसे क्षय रोग के पनपने का संकेत दिया है जिसका कोई इलाज फिलहाल ढूंढे नहीं मिल रहा।

कांग्रेस आजादी के बाद कई दशकों तक ब्राह्म्ïाण, दलित व मुस्लिम की त्रयी के समर्थन की बदौलत सत्ता में अपना अक्षुण्य कब्जा बनाए रही। बसपा के उभार के बाद कांग्रेस को देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में जोरदार झटका लगा। बसपा की वजह से दलित वोटर कांग्रेस के हाथों से खिसक गए और राज्य में पार्टी मुख्य मुकाबले तक से बाहर हो गई। मुसलमान भी राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले में पार्टी के ढुलमुल रवैए से नाराज होकर उससे दूर चले गए थे लेकिन 1999 में जब सलमान खुर्शीद उत्तर प्रदेश में पार्टी के अध्यक्ष थे उस समय मुसलमान फिर कांग्रेस पर भरोसा जताने लगे। 2009 के लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोटरों की बदौलत कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में जितनी सीटें मिलीं उसकी उम्मीद पार्टी के बड़े नेताओं को भी कभी नहीं थी लेकिन मुख्य मुकाबले में आने के लिए पार्टी को अभी काफी दूरी तय करनी थी। इस दूरी को पाटने के लिए कांग्रेस दलितों पर मजबूत कमंद फेेंकने की मशक्कत में जुटी थी। इस संदर्भ में 1993 के विधान सभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा के बीच हुए ऐतिहासिक गठबंधन के बाद के परिदृश्य पर निगाह डालना भी जरूरी है। इस गठबंधन के माध्यम से वह बहुजन एक मंच पर आ गया वर्ण व्यवस्था जिसकी समवेत दुश्मन थी। 

परंपरागत सत्ता वर्ग के खिलाफ एक अकाट्य मोर्चा तैयार हो गया था जिससे सदियों तक समाज पर राज करने वाले सत्ता वर्ग में अपार बेचैनी छा गई थी। मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू होने के बाद भी ऐसा ही हुआ था लेकिन भारत में जातिगत अड्डेबाजी का पर्याय बनी मीडिया ने कुलद्रोही विश्वनाथ प्रताप सिंह का इतने मारक तरीके से राजनीतिक वध किया कि परंपरागत सामाजिक वर्ग सत्ता निश्चिंत होकर खर्राटे भरने लगी थी लेकिन सपा बसपा गठबंधन मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू होने के समय से भी बड़ी विपत्ति बनकर सामने आया। यह गठबंधन छिन्नभिन्न कैसे हो इसके लिए साजिशें रची जाने लगीं। भाजपा नेता स्व. ब्रह्म्ïादत्त द्विवेदी और वर्ण व्यवस्था वादी मीडिया ने मिलकर सपा बसपा गठबंधन को तुड़वाने का आपरेशन संभाला। सपा बसपा में तकरार शुरू हो ही चुकी थी। नेता जी यानी मुलायम सिंह ने आपात स्थिति को देखते हुए संकट प्रबंधन के तहत बसपा के कई विधायकों को मुंहमांगी कीमत देकर अपने विश्वास में ले लिया था। उन्होंने वायदा किया था कि निर्णायक मौके पर वे अपने नेतृत्व को छोड़कर नेता जी का साथ देंगे। 

2 जून 1995 को मुलायम सिंह को खबर मिली कि मायावती मीरा बाई गेस्ट हाउस में उनकी सत्ता उखाड़ फेेंकने के लिए बसपा विधायक दल की बैठक कर रही हैं। इसमें वे विधायक भी शामिल हैं जो उनसे उपकृत हो चुके हैं तो मुलायम सिंह के सब्र का बांध टूट गया। उन्हें लगा कि उनकी रकम हड़प कर उनके साथ दगाबाजी की हिम्मत किसी को कैसे हो सकती है। उन्होंने अपने सिपहसलारों को आदेश दिया कि वे इन विधायकों को मायावती की बैठक से खींचकर उनके पास लाएं। मुलायम सिंह के सिपहसलारों ने कुछ ज्यादा ही उत्साह दिखा दिया। गद्दार विधायकों की तलाश में उन्होंने मीरा बाई गेस्ट हाउस के उस सूट के दरवाजों पर भी लातें फटकार दीं जिसमें मायावती रुकी थीं। इसी बीच ब्रह्म्ïादत्त द्विवेदी पत्रकारों की फौज के साथ प्रगट हो गए। उनकी प्रेरणा से अगले दिन मीडिया में पूरे वाकये को जो रंग दिया गया उसका अर्थ यह निकलता था कि सपा के नेता मायावती की इज्जत तक पर हमलावर होने का दुस्साहस कर बैठे थे। इस सफेद झूठ का असर यह हुआ कि दलित और पिछड़े लंबे समय तक के लिए एक-दूसरे के खिलाफ हो गए और वर्ण व्यवस्था विरोधी मोर्चा तितर-बितर हो गया। मुलायम सिंह ने इसके बाद जब सत्ता में आने का मौका मिला तो दलितों से प्रतिशोध लेने की भावना से काम करके दलित और पिछड़ों की खाई को पाटने की बजाय और ज्यादा बढ़ाने की भूमिका अदा की।
बहरहाल दलितों को रिझाकर फिर से उनकी घर वापसी कराने के लिए कांग्रेस की सकारात्मक कोशिशें तो जारी थी हीं साथ ही उक्त कारक भी अपना काम कर रहे थे। इन हालातों में वर्तमान उप चुनावों की ही बात करें तो बसपा ने चुनाव मैदान छोडऩे की घोषणा कर दी थी जिसके बाद जाहिर था कि दलितों के पास किसको मतदान करें इसके विकल्प सीमित हो चुके थे। वे सपा को किसी कीमत पर वोट नहीं दे सकते थे। उधर नरेंद्र मोदी ने सत्ता का मद सवार हो जाने की वजह से प्रधानमंत्री बनने के बाद गुजरात के एक कार्यक्रम में दलितों के पूज्य बाबा साहब अंबेडकर के बारे में अपने सुर बदलकर हल्की टिप्पणियां कर डालीं। उनके द्वारा बनाए गए राज्यपालों में एक भी दलित का न होना और किसी भी कद्दावर दलित नेता को केेंद्रीय मंत्रिमंडल व पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में अहम जिम्मेदारी न मिलना ऐसे नकारात्मक बिंदु थे जिससे दलित उनसे भी बिदक उठे हैं। नरेंद्र मोदी स्वाभाविक रूप से उन कर्मकांडों को प्रोत्साहित कर रहे हैं जिनकी बुनियाद दलितों को अपमानित करने की अवधारणा पर टिकी है। इसे देखते हुए उप चुनावों में कांग्रेस के लिए दलितों का समर्थन हासिल कर अपनी गोटी लाल करने का सबसे सुनहरा मौका था। कांग्रेस इस मौके को कैश क्यों नहीं करा पाई राजनीतिक प्रेक्षकों के लिए यह एक पहेली है।

दरअसल कांग्रेस ने युवराज राहुल गांधी को अपना कर्णधार बनाया है जिनमें नेतृत्व की कोई क्षमता नहीं है। उन्होंने लोकसभा चुनाव के कुछ समय पहले नई दिल्ली के विज्ञान भवन में दलित नेतृत्व पर कार्यशाला आयोजित की थी जिसमें कहा था कि मायावती ने निचले स्तर तक कोई दलित नेता इस कौम पर एक छत्र हुकूमत बनाए रखने के लिए पैदा नहीं होने दिया पर कांग्रेस पार्टी अब हर स्तर पर दलित नेतृत्व की कतारें खड़ी कर देगी। जैसा कि राहुल गांधी का मिजाज है किसी सभा में अचानक रेडिकल तेवरों के साथ बक-बक कर देना और इसके बाद फालोअप के नाम पर दुम दबाकर भाग जाना। राहुल गांधी ने इस मामले में भी यही किया। एक भी तेजतर्रार दलित नेता को उन्होंने आगे नहीं बढ़ाया। कांग्रेस में दलित नेतृत्व के नाम पर दास प्रवृत्ति के लोगों को समायोजित करने की प्रक्रिया चलती रही जिससे बसपा के मिशनरी दौर में कैडर क्लासों के माध्यम से सावधान किए जा चुके दलितों ने कांग्रेस की तरफ विकल्पहीनता की स्थिति में भी मुखातिब होना गंवारा नहीं किया।
अब सवाल यह है कि उत्तर प्रदेश के उप चुनावों में दलितों ने किसको वोट दिया। गोपनीय खबरें जो मिल रही हैं उनके मुताबिक दलितों ने मुंहमांगी कीमत लेकर इन उपचुनावों में अपना वोट सपा को बेचा है जो मायावती और कांग्रेस दोनों के लिए खतरे की घंटी है। कांशीराम ने बहुत मेहनत और संघर्ष करके दलितों को वोट बेचने की कमजोरी से मुक्त कराया था लेकिन मायावती ने टिकटों की नीलामी की परंपरा बनाकर घोर दलित विरोधी व्यक्तियों को दलितों के समर्थन से ही लोकसभा और विधान सभाओं में पहुंचाने का काम किया जिसे लेकर दलितों के अवचेतन में कहीं न कहीं मायावती के प्रति असंतोष और अविश्वास पनपता रहा। अब इसके सतह पर फूटने की बारी आ गई है। अपना वोट बेचने का चस्का फिर उनकी जुबान पर चढऩे लगा है जिसकी परिणति यह हो सकती है कि आगामी चुनावों में कांग्रेस के पुर्नत्थान की संभावना तो छूछी निकल ही जाए कहीं बसपा का भी बंटाधार न हो जाए।






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के पी सिंह 
ओरई 

एशियाई खेल : जीतू ने देश को दिलाया पहला स्वर्ण, श्वेता को कांस्य

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निशानेबाज जीतू राय ने यहां जारी 17वें एशियाई खेलों में शनिवार को देश के लिए पहला स्वर्ण जीता। जीतू के अलावा श्वेता चौधरी ने भी कांस्य हासिल किया। महिला वर्ग में हिना सिद्धू और मलायका गोयल ने हालांकि निराश किया। रियो ओलंपिक के क्वालीफाइ कर चुके जीतू ओंज्नियोन इंटरनेशनल शूटिग रेंज में पुरुषों के 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में 186.2 अंक हासिल कर पहले स्थान पर रहे। वहीं, वियतनाम के होआंग फुओंग ने रजत और चीन के वांग झिवी ने कांस्य पदक हासिल किया।

देश के लिए पदकों का खाता हालांकि श्वेता ने खोला और 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल करने में सफल रहीं। दोहा एशियाई खेल-2006 में रजत पदक जीतने वाली श्वेता ने फाइनल में 176.4 अंक अर्जित किए। वहीं रजत पदक जीतने वाली दक्षिण कोरिया की जुंग जीहाए ने 201.3 जबकि स्वर्ण जीतने वाली चीन की झांग मेंगयूआन ने 202.2 अंक हासिल किए। जुंग ने स्पेन के ग्रेनाडा में इसी महीने की शुरुआत में विश्व चैम्पियनशीप जीता था।

विश्व की 46वीं नंबर की श्वेता क्वालीफाइंग दौर में 383 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रही थीं। विश्व की पूर्व शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी हिना सिद्धू और राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली मलाइका ने निराश किया। दोनो फाइनल राउंड में पहुंचने में नाकाम रहीं। वहीं, टीम स्पर्धा में श्वेता, हिना और मलाइका 1134 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर रहीं।

टीम स्पर्धा में चीनी महिलाओं ने 10 मीटर एयर पिस्टल में पहला स्थान हासिल करते हुए 17वें एशियाई खेलों का पहला स्वर्ण पदक जीता। गुओ वेंजुन, झांग मेंग्यूआन और झोउ किनग्यूआन ने चीन के लिए यह कामयाबी हासिल की। गौरतलब है कि 2002 के बाद यह लगातार चौथा मौका है जब चीन ने एशियाई खेलों का पहला स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

ओलंपिक चैम्पियन (2008 एवं 2012) गुओ, झांग और झोउ ने 1,146 अंक अर्जित किए। टीम स्पर्धा में चीनी ताइपे ने पांच अंक से पीछे रहते हुए दूसरा स्थान जबकि मंगोलिया ने 1,140 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।

जम्मू एवं कश्मीर बाढ़ : मृतकों की संख्या 280 हुई

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जम्मू एवं कश्मीर में बाढ़ की चपेट में अब तक 280 लोगों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। इस प्राकृतिक आपदा में जम्मू क्षेत्र में 203 लोगों और कश्मीर घाटी में 77 लोगों की मौत हुई है। घाटी में निजी संपत्तियों, व्यावसायिक व आधारभूत संरचनाओं को काफी नुकसान पहुंचा है।  मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार शाम कहा, "हमारे पास वास्तविक आंकड़ा जानने का अभी कोई माध्यम मौजूद नहीं है।"

उमर ने कहा कि सिर्फ निजी और सार्वजनिक संपत्ति को ही नुकसान नहीं पहुंचा बल्कि फसलों की भी काफी क्षति हुई है। किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। उमर ने कहा, "मैं अपने प्रभाव और शक्ति का इस्तेमाल करते हुए केंद्र सरकार को समझाउंगा ताकि किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ऋण मिल सके।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई नहीं बता सकता कि राज्य को इस संकट से उबारने में कितना समय लगेगा। राज्य सरकार ने कहा कि सचिवालय में कामकाज 22 सितंबर से शुरू हो जाएगा। 

देश का विदेशी पूंजी भंडार 1.6 अरब डॉलर घटा

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देश का विदेशी पूंजी भंडार 12 सितंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 1.6154 अरब डॉलर घटकर 315.6978 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 19,249.8 अरब रुपये के बराबर है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़े में यह जानकारी दी गई। विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा भंडार आलोच्य सप्ताह में 1.5996 अरब डॉलर घटकर 288.7648 अरब डॉलर हो गया, जो 17,618.9 अरब रुपये के बराबर है।

बैंक के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड स्टर्लिग, येन जैसी अंतर्राष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है। आलोच्य अवधि में देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य बिना किसी बदलाव के 20.9331 अरब डॉलर बरकरार रहा, जो 1,265.9 अरब रुपये के बराबर है।

इस दौरान देश के विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य 1.14 करोड़ डॉलर घटकर 4.333 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 263.6 अरब रुपये के बराबर है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में मौजूद देश के भंडार का मूल्य आलोच्य अवधि में 44 लाख डॉलर घटकर 1.6669 अरब डॉलर दर्ज किया गया, जो 101.4 अरब रुपये के बराबर है।

नक्सली हमले की आशंका के मद्देनजर 28 रेलगाड़ियां रद्द

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train cancelled in bihar
बिहार में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के स्थापना दिवस मनाने की घोषणा पर पूर्व मध्य रेलवे की 28 यात्री रेलगाड़ियां एक सप्ताह तक के लिए रद्द कर दी गई हैं। पूर्व-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अरविन्द कुमार रजक ने शनिवार को बताया कि पूर्व-मध्य रेलवे के धनबाद मंडल की आठ, मुगलसराय मंडल की तीन, दानापुर मंडल की पांच, सोनपुर मंडल की चार और समस्तीपुर मंडल की आठ रेलगाड़ियों को 21 सितंबर से 27 सितंबर तक के लिए रद्द कर दिया गया है। 

उन्होंने बताया कि नक्सली बंदी के दौरान कई बार एक्सप्रेस और लोकल रेलगाड़ी को निशाना बना चुके हैं, इसलिए एहतियातन यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान राजधानी एक्सप्रेस रेलगाड़ी के आगे पायलट रेल चलाने तथा मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ी के आगे मालगाड़ी चलाने का फैसला किया गया है। उल्लेखनीय है कि भाकपा (माओवादी) ने 10वीं वर्षगांठ पर 21 से 30 सितंबर तक स्थापना दिवस मनाने का निर्णय किया है। 

घुसपैठ की सूचना के बाद खाली कराया गया व्हाइट हाउस

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the white houseअमेरिका में राष्ट्रपति भवन 'व्हाइट हाउस'के नार्थ लॉन में संदिग्ध गड़बड़ी की सूचना मिलने के बाद उस हिस्से को आनन-फानन में खाली कराया गया। मीडिया ने शनिवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार रात एक व्यक्ति व्हाइट हाउस की बाड़ लांघकर अंदर घुस आया और नार्थ पोर्टिको के दरवाजे की तरफ बढ़ा, लेकिन उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।

सीएनएन के मुताबिक व्हाइट हाउस में घुसपैठ करने वाले उमर गोंजालेज (42) को दरवाजे के पास पकड़ लिया गया। वह टेक्सास का रहने वाला है। अधिकारी ने कहा, "घटना के बारे में छानबीन की जा रही है और यूएस सीक्रेट सर्विस यह सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई की समीक्षा करेगा कि नियमों का उचित तरीके से पालन किया जाए।"

यह बात हालांकि स्पष्ट नहीं हुई कि गोंजालेज बाड़ लांघकर जमीन पर कैसे पहुंचा। घटना राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी बेटियों के साउथ लॉन से निकलने के तुरंत बाद घटी।

केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का आरोप तय

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arvind kejriwalदिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तीन अन्य के खिलाफ मानहानि का आरोप तय किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के बेटे अमित सिब्बल द्वारा दायर एक मामले में अदालत ने आरोप तय किया है। महानगर दंडाधिकारी सुनील कुमार शर्मा ने केजरीवाल, दिल्ली के पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी (आप) के नेता प्रशांत भूषण और आप की पूर्व नेता शाजिया इल्मी के खिलाफ आरोप तय किए।

गौरतलब है कि केजरीवाल ने 2013 में एक संवाददाता सम्मेलन में अमित सिब्बल पर 'निजी लाभ के लिए शक्तियों के दुरुपयोग'का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह ऐसे समय में दूरसंचार कंपनी वोडाफोन की तरफ से सर्वोच्च न्यायालय में पेश हो रहे हैं, जब उनके पिता केंद्रीय संचार मंत्री हैं। चारों नेताओं ने अपने दोष कुबूल करने से इंकार कर दिया, जिसके बाद अदालत ने गवाहों के बयान दर्ज करने के लिए 17 जनवरी, 2015 की तिथि तय की है। 

पूरा कश्मीर हासिल करेगा पाकिस्तान : बिलावल भुट्टो

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bilawal bhutto
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने कहा कि उनकी पार्टी भारत से पूरा कश्मीर हासिल करेगी। बिलावल ने पंजाब क्षेत्र मुल्तान में पार्टी कार्यकर्ताओं की रैली में यह बात कही। 26 साल के बिलावल को देश की अगली पीढ़ी के नेता के तौर पर माना जाता है। 

पाकिस्तान में बेहद रसूखदार भुट्टो परिवार के चश्मो चिराग बिलावल ने कहा, 'मैं कश्मीर वापस लूंगा, पूरा का पूरा और मैं इसका एक इंच भी नहीं छोडूंगा क्योंकि बाकी सूबों की तरह यह भी पाकिस्तान का है।'जब बिलावल यह भाषण दे रहे थे तो उनके साथ पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी और राजा परवेज अशरफ भी उनके साथ थे। 

बिलावल ने इस मौके पर यह घोषणा भी कि वह देश में 2018 में होने वाला अगला आम चुनाव लड़ेंगे। बिलावल की मां बेनजीर की सन् 2007 में हत्या कर दी गई थी। हत्या से पहले वह दो बार देश की प्रधानमंत्री रही थीं। बिलावल के नाना जुल्फिकार अली भुट्टो ने पीपीपी की स्थापना की थी और 1970 के दशक में देश के प्रधानमंत्री बने थे। बिलावल के पिता आसिफ अली जरदारी 2008 से 2013 तक देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (20 सितम्बर)

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मोदी के प्रधान मंत्री बनने से उत्तराखंड की कई योजनाओं को लगे पंख 
  • केंद्रीय मंत्री मंडल में कोई नहीं फिर भी राज्य की नहीं हुई अनदेखी 

देहरादून (राजेन्द्र जोशी ) ।केंद्र की मोदी सरकार ने भले ही उत्तराखंड को केंद्रीय मंत्रिमंडल में कोई स्थान न दिया हो लेकिन उन्होंने राज्य की अनदेखी भी नहीं की है,यह केंद्र सरकार का राज्य सरकार से साथ लगाव पहली बार दिखाई दिया है, वरना केंद्र व राज्य में अलग -अलग सरकारों के होने के कारण टकराव की स्थिति बनी रहती थी। इतना ही नहीं मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश का संघीय ढांचा भी मजबूत नजर आ रहा है यह प्रधानमंत्री ‘‘जनधन‘‘ योजना से साफ हुआ है। इससे पहले देश के प्रधानमंत्री औपचारिकता के किये किसी योजना का दिल्ली में शुभारम्भ करते रहे थे लेकिन आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब प्रधानमंत्री की ‘‘जनधन‘‘ योजना को पूरे देश के सभी प्रान्तों के मुख्यमंत्रियों ने एक साथ लागू की। उत्तराखंड राज्य में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद दशकों से केंद्र में लटकी योजनाओं को हरी झंडी मिली है। राज्य से पांच सांसदों में से किसी को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्थान न मिलना अलग बात है लेकिन राज्य के साथ मोदी सरकार ने अन्याय नहीं किया है, यह मोदी सरकार के अब तक किये गए निर्णय भी प्रदर्शित करते हैं। सबसे पहले बात करते हैं उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेशों के बीच बनने वाले किसाऊ जल विद्युत परियोजना की।  मोदी सरकार से पूर्व हिमाचल इस परियोजना पर अपना 50 फीसदी हक मांगता रहा था और पिछली केंद्र सरकार इस झगडे को सुलझाने में नाकाम रही थी जबकि तत्कालीन समय में केंद्र व राज्य दोनों जगह कांग्रेस की सरकारें थी, लेकिन मोदी के प्रधामंत्री बनते ही हिमाचल के तेवरों में शिथिलता आई है और हिमाचल -उत्तराखंड के बीच इस योजना पर केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद सहमति बनी है हिमाचल को अब इस योजना पर 25 फीसदी हक मिलेगा जबकि उत्तराखंड को भी 75 फीसदी। इतना ही नहीं इस जल विद्युत परियोजन के बनने से राज्य के छह अन्य बिजलीघरों को अतिरिक्त जल भी मिल पायेगा, जिससे राज्य में विद्युत उत्पादन भी स्वतः ही बढ़ जायेगा. जबकि इस परियोजन पर जहां हिमाचल व उत्तराखंड को मात्र दस फीसदी धन खर्च करना पड़ेगा वहीं केंद्र इस योजना पर 90 फीसदी धन खर्च करेगा। इतना ही नही मोदी सरकार के अस्तित्व में आने के बाद वर्षों के बंद पड़ी लोहारी नागपाला जल विद्युत परियोजना पर भी पंख लगे हैं इस योजना पर एनटीपीसी हजारो करोड़ खर्च कर चुका था वहीं इस पर राज्य का 300 करोड़ खर्च हो चुका था और प्रोंफेसर जी डी अग्रवाल के अनशन के चलते पूर्व मुख्यमंत्री खंडूरी के शासन काल के दौरान गतिमान इस परियोजना का काम ठप्प हो गया था और राज्य के हजारों रोजगार पर लगे लोग बेरोजगार हो गए थे। इस योजना के बंद होने में असली पेंच था उत्तरकाशी के गंगोत्री तक के इलाके का इको-सेंसिटिव जोन में शामिल किया जाना। मोदी सरकार के केंद्र में आने के बाद पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर के उत्तराखंड दौरे ने इस परियोजना के खुलने की उम्मीद पूरी कर दी है। केंद्रीय मंत्री द्वारा पूर्व केंद्रीय सरकार के इको -सेंसिटिव जोन के इलाके को घटाने की बात से। इस योजना के खुलने के आसार बने हैं। उनके अनुसार इको-सेंसिटिव जोन केवल भैरों घाटी से लेकर गंगोत्री व गोमुख तक ही रखा जायेगा। इतना ही नहीं पूर्व में जहाँ  इस जल विद्युत परियोजना का एनटीपीसी एक मात्र मालिक था अब इस परियोजना में उत्तराखंड भी शामिल हो गया है और यह दोनों की साझा परियोजना होगी। वहीं वर्षों से बिजली उत्पादन की रह देख रही लखवाड़ व्यासी जल विद्युत परियोजना को भी योजना आयोग से अंतिम स्वीकृति भी मोदी के खाते में जाती है हालाँकि इस परिजोजना के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत भी काफी जोर लगा रहे थे लेकिन केंद्र में कांग्रेस सरकार होने के बावजूद वे इसमें पूर्णतः सफल नहीं हो पाए थे .मोदी की सरकार आने के बाद उनकी इस परियोजना को पंख लगे हैं, और राज्य सरकार ने अब इस पर कार्य भी चालू कर दिया है। वहीं केंद्र सरकार की मदद से भारत व नेपाल के बीच बनने वाले पंचेश्वर बाँध जल विद्युत परियोजना को भी प्रधानमंत्री मोदी की नेपाल यात्रा के दौरान अंतिम रूप दे दिया गया था अब इस परियोजना में उत्तराखंड को भी शामिल किया जा रहा है ऐसा सूत्रों का कहना है क्योंकि भारत व नेपाल देशों के बीच बनने वाली इस परियोजना के लिए 22 सितम्बर को दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक होने जा रही है जिसमे उत्तराखंड राज्य को भी न्योता भेजा गया है इससे यह उम्मीद जगी है कि उत्तराखंड की जमीन पर बनने वाली इस परियोजना पर भारत सरकार इस राज्य को भी सहयोगी बनाना चाहती है. इतना ही नही मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तराखंड जैसे पिछडे़ राज्य में आगामी कुछ समय बाद ‘‘डिजिटल इंडिया‘‘ का सपना भी पूरा होने जा रहा है.वर्तमान में राज्य के न्याय पंचायत स्तर तक ओएफसी केबलिंग का कार्य जोरों पर है इसके बाद राज्य की लगभग सभी न्याय पंचायतें ब्रॉड बैंड से जुड़ जायेंगी और इसका सबसे बड़ा फायदा ग्रामीण इलाकों में स्थित बैंकों को होगा जो सीधे केंद्र से जुड़ जायेंगे और ग्रामीण इलाकों को विकास कार्यों में मिलने वाले पैसे की बन्दर बाँट पर भी अंकुश लगेगा. इससे पूर्व यह पैसा कई चेनलों से होता हुआ गांवों तक कुछ ही पहुँच पाता था.अब यह सीधे न्याय पंचायतों के खातों में पहुंचेगा। जिससे ग्रामीण भारत के विकास का सपना पूरा हो पायेगा। 

नागरिक सरकार सह-भागिता कार्यक्रम का आयोजन

देहरादून, 20 सितम्बर,(निस)। प्रदेश के आवास एवं शहरी विकास मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने विधान भवन स्थित सभागार में नागरिक सरकार सह-भागिता कार्यक्रम की कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सहभागिता कार्यक्रम से तात्पर्य एक ऐसी महत्वकांक्षी अभिनव कार्यक्रम से है जिसमें नागरिक स्वयं अपनी आवश्यकताओं का निर्धारण कर सरकार के साथ उसके कार्यान्वयन में भागीदार बनेंगे ताकि पारदर्शी जिम्मेदार व जवाब देह गुड गवर्नेंस स्थापित हो सके। वर्कशाप में उन्होंने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से कहा कि उत्तराखण्ड में नगरीय सर्वभागिता कार्य क्रम प्रारम्भ करने जा रहे हैं। यह कार्यक्रम दिल्ली सरकार द्वारा संचालित भागीदारी कार्यक्रम है, जो हमें अच्छा लगा है। जो सामुदायिक सहभागिता तथा बौटम अप एप्रोज माॅडल पर आधारित है। वर्कशाप में आप सभी ने जन सामान्य से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर निति एवं नागरिकों को उनके वास क्षेत्र के अनुरक्षण एवं सुरक्षा से सम्बन्धित मुख्यतः लघु एवं सूक्ष्म प्रकृति के कार्य वर्कशाप में दिखाया है। दिल्ली सरकार द्वारा नागरिक सरकार सहभागिता(भागीदारी) कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वर्कशाप के माध्यम से विद्धान प्रतिभागियों के सुझाव आमंत्रित किये जा रहे हैं। रेजी डेन्शल सोसाइटीज के इस कार्यक्रम में बड़ा योगदान है तभी यह कार्यक्रम सफल होगा। इस अवसर पर अरबन डेवल्पमैन्ट के अधिकारियों ने उत्तराखण्ड नगरीय सर्वभागिता कार्यक्रम के साथ दिल्ली सरकार द्वारा संचालित भागीदारी नाम से शुरू किया गया कार्यक्रम का डेमोनेस्ट्रेशन दिखाया गया, जिसमें राज्य स्तर पर कार्यान्वयन नगर निगम स्तर पर कार्यान्वयन, कार्यान्वयन रणनिति जिसमें वार्ड में मौजूद पंजीकृत नागरिक सघों का सूचीबद्धीकरण, सर्वभागिता निधि से आच्छादित कार्य तथा निर्धारित सामुदायिक अंशदान के बारे में विस्तार से समीक्षा एवं अनुश्रवण हेतु राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री तथा नगर निगम स्तर पर मेयर की अध्यक्षता मे कमेटियां गठित की जायेगी। इस अवसर पर मेयर देहरादून विनोद चमोली, मेयर काशीपुर उषा चैधरी, मेयर हल्द्वानी जोगेन्द्र राॅंतेला, मेयर हरिद्वार मनोज गर्ग, मेयर रूड़की यशपाल राणा, महेश भण्डारी अध्यक्ष दून रेजिडेन्सियल वेल्फेयर सोसाइटी, सचिव शहरी विकास डी0एस0गब्र्याल, मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम देहरादून हरक सिंह रावत, मुख्य नगर अधिकारी काशीपुर डा0ए0के0श्रीवास्तव  मुख्य नगर अधिकारी रूड़की नितीन एस बाधवा सहित पार्षद देहरादून मौजूद थे।    

झंडी दिखाकर रैली को किया रवाना 

देहरादून, 20 सितम्बर,(निस)। मुख्यमंत्री आवास राज्य बीजापुर अतिथि गृह में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘खोज ले हिमालय’ दिल्ली-गंगोत्री-नेलाॅग वैली एक्सीपीडिशन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में प्रदेश के नगर विकास मंत्री प्रीतम सिंह पंवार एवं संसदीय सचिव विजयपाल सजवाण ने इस रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह अभियान होटल एसोसियेशन उत्तरकाशी, उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग, पांचवी गढ़वाल राइफल तथा 12वीं आई.टी.बी.पी. बटालियन एवं नगरपालिका उत्तरकाशी के संयुक्त तत्वाधान मंे आयोजित किया गया है। इस अवसर पर नगर विकास मंत्री प्रीतम पंवार ने कहा कि इस प्रकार के अभियान से राज्य में पर्यटन गतिविधियांे को बढ़ावा मिलेगा। विगत वर्ष की आपदा से राज्य के पर्यटन व्यवसाय पर काफी बुरा असर पड़ा है। ऐसे आयोजनों से स्थानीय होटल इंडस्ट्री को भी प्रोत्साहन मिलेगा, साथ ही देश-विदेश में सुरक्षित उत्तराखण्ड का संदेश भी जायेगा। संसदीय सचिव विजयपाल सजवाण ने भी ऐसे आयोजनों को प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही चारधाम यात्रा के प्रति लोगों में उत्साह बढ़ाने वाला बताया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के विशेष कार्यधिकारी नन्दन सिंह घुघतियाल, आनन्द बहुगुणा, समन्वयक जनसंपर्क जसवीर रावत आदि उपस्थित थे।

सभी विधानसभा क्षेत्रों के विकास कार्यों की हो समीक्षाः भट्ट  
  • दल विशेष के विधायकों के विस क्षेत्रों के विकास कार्यों की ही समीक्षा पर ऐतराज जताया  
  • नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, कहा भाजपा विधायकों के क्षेत्रों की हो रही उपेक्षा 

देहरादून, 20 सितम्बर,(निस)। नेता प्रतिपक्ष उत्तराखण्ड विधानसभा अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री द्वारा केवल एक दल विशेष के विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों के क्षेत्रों के ही विकास कार्यों की समीक्षा करने पर ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि यह बाकि क्षेत्रों के साथ घोर अन्याय है, सीएम को सभी विधानसभा क्षेत्रों के विकास कार्यों की समीक्षा करनी चाहिए। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को एक पत्र भी लिखा है। नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा सिर्फ कांग्रेस पार्टी के विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों के विकास कार्यों की ही समीक्षा की जा रही है, भाजपा विधायकों के क्षेत्रों की नहीं। उनका कहना है कि पूरे प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के नाते प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की जनता उनके लिए बराबर है। श्री भट्ट ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायकों के क्षेत्रों में विकास कार्य बिल्कुल नहीं हो रहे हैं क्योंकि जब कांग्रेस पार्टी के विधायक ही विकास कार्य नहीं होने की बात सार्वजनिक रूप से कह चूके हैं तो भाजपा के विधायकों के क्षेत्रों की क्या हालात होगी इसका अन्दाजा स्वयं लगाया जा सकता है। उनका कहना है कि भाजपा विधायकों के क्षेत्रों जनता का यह दोष है कि उन्होंने भाजपा के विधायकों को जीताकर भेजा है, जिससे वहां के विकास कार्यों की तो कोई समीक्षा की जा रही है और नहीं उन क्षेत्रों में कोई विकास कार्य हो रहे हैं। क्योंकि भाजपा के विधायकों के क्षेत्रों में भी पुल, पुलिया निर्माण, हस्पताल खुलवाने, स्वास्थ्य उपकेन्द्र खुलवाने, विद्यालयों में अध्यापकों व चिकित्सालयों में चिकित्सकों की नियुक्ति, आपदा में ध्वस्त मार्गों व मोटर मार्गों के निर्माण कार्य, विद्यालयों के उच्चीकरण जैसे विकास कार्य होने हैं। श्री भट्ट ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि शीघ्र एक तिथि सुनिश्चित कर भाजपा के विधायकों को भी मिलने का समय देकर भाजपा के विधायकों की विधानसभा क्षेत्रों की विकास कार्यों से सम्बन्धित समस्याओं को भी सुना जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में मैंने पूर्व भी अनुरोध किया है। श्री भट्ट ने कहा कि इस तरह से एक दल विशेष के विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों के क्षेत्रों की ही विकास कार्यों की समीक्षा करना बाकि क्षेत्रों के साथ घोर अन्याय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक ही अपनी सरकार की पोल खोल रहे हैं क्योंकि हमारी बातों को सरकार द्वारा गम्भीरता से नहीं लिया जाता है। श्री भट्ट ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के जो भी विधायक सरकार की वास्तविकता की पोल खोलते हैं तो तुरन्त उन्हें डैमेज कन्ट्रोल करने की कवायद प्रारम्भ कर दी जाती हैं और उन्हें तमाम सुख-सुविधायें देकर प्रदेश की जनता की आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है। 

तीन वर्षों के दौरान 1,40,000 से अधिक लोग हुये लाभान्वित
  • राज्य में ‘खुशियों की सवारी’ योजना ने तीन वर्ष पूर्ण किए 
  • 108 सेवा के मुख्यालय पर स्वास्थ्य मंत्री ने काटा केक  

देहरादून, 20 सितम्बर,(निस)। जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं उत्तराखण्ड सरकार के सहयोग से ई.एम.आर.आई. द्वारा संचालित खुशियों की सवारी योजना ने राज्य में सफलतापूर्वक तीन वर्ष पूर्ण कर लिये हंै। खुशियों की सवारी के तीन वर्ष पूर्ण होने पर 108 सेवा के कार्यालय में कर्मियों द्वारा केक काटा गया, इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी भी शामिल हुए। खुशियांे की सवारी योजना के माध्यम से राज्य में सरकारी अस्पतालों में प्रसव के उपरान्त माता एवं उसके नवजात शिशु को सुरक्षित एवं निःशुल्क घर तक पहुंचानेे की व्यवस्था की जाती है। इसके अतिरिक्त इस सेवा द्वारा राष्ट्रीय स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत आवश्यकतानुसार विद्यार्थियों को लाभ प्रदान किया जाता है। उत्तराखण्ड राज्य में इस सेवा का शुभारम्भ 19 सितम्बर 2011 को किया गया था। प्रारम्भ में इस योजना को किराये के वाहनों द्वारा संचालित किया जा रहा था, जिसके संचालन में अनेक प्रकार की कठिनाइयां हो रही थी। इस बात को ध्यान में रखते हुये उत्तराखण्ड सरकार द्वारा 30 मार्च 2013 को खुशियांे की सवारी योजना में 90 नये एम्बुलेंस वाहनांे को शामिल किया गया। वर्तमान में इसके अन्तर्गत सम्पूर्ण राज्य में कुल 111 वाहन संचालित किये जा रहे हैं। राज्य में खुशियों की सवारी योजना के सफलतापूर्वक तीन वर्ष पूर्ण होने पर स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने स्वास्थ्य विभाग और 108 सेवा कर्मियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। खुशियों की सवारी योजना के संचालन का उत्तरदायित्व राज्य मंे गत छह वर्षों से अधिक की अवधि से 108 आपातकालीन सेवा का संचालन कर रही संस्था जीवीके ई.एम.आर.आई. को सौंपा गया है। मंत्री ने कहा कि 30 मार्च 2013 को उत्तराखण्ड सरकार द्वारा इस योजना को और अधिक कारगर बनाने के लिये 90 नये छोटे एम्बुलेंस वाहनों को खुशियों की सवारी योजना के साथ जोड़ा गया, जिसके परिणामस्वरुप राज्य के 250 से 300 युवाओं को रोजगार भी प्राप्त हुआ तथा सेवाओं को सुचारु रुप से चलाने में सहायता भी मिली, इसके अतिरिक्त इस सेवा को और विस्तृत रुप देते हुए राष्ट्रीय स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ भी जोडा गया। इस मौके पर महानिदेशक चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. जीएस जोशी ने भी खुशियों की सवारी योजना के सफल संचालन के लिए जीवीके ई.एम.आर.आई. की टीम को बधाई दी तथा कहा कि हमारा सदैव प्रयास रहेगा कि हम राज्य के नागरिकों को अपनी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएंे प्रदान कर सकें। इस अवसर पर ई.एम.आर.आई. उत्तराखण्ड के स्टेट हैड मनीष टिंकू ने इस सेवा क¢ सफल संचालन के लिए अपने सभी सहयोगियों, राज्य की जनता, उत्तराखण्ड सरकार, स्वास्थ्य विभाग, प्रषासन, मीडिया एवं अन्य सभी नागरिकों का हार्दिक धन्यवाद देते हुये कहा कि ई.एम.आर.आई. की टीम उत्तराखण्ड राज्य के नागरिकों को सदैव अपनी मेहनत, लगन एवं निःस्वार्थ भावना से सेवाएंे प्रदान करती रहेगी। उन्होनें बताया कि खुशियों की सवारी योजना के माध्यम से जहां आज राज्य में संस्थागत प्रसव को बढ़ाने में सहायता मिली है वहीं स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों को भी गम्भीर बीमारी होने पर इलाज के लिए यातायात सुविधा निःशुल्क रूप से प्रदान की जा रही है। अभी तक करीब 9500 से अधिक विद्यार्थियोें को इस सेवा का लाभ प्रदान किया जा चुका है। चंदरनगर स्थित ई.एम.आर.आई. 108 सेवा के मुख्यालय पर आयोजित इस कार्यक्रम में निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. आर. पी. भटट, चिकित्साधिकारी देहरादून डा. केके अग्रवाल के साथ दून ब्लड बैक इंचार्ज डा. नौटियाल, नीलकंठ जुगरान, अनिल थपलियाल, डा. रिमांत गुप्ता, प्रियंका ध्यानी, सुधीर बिज्लवाण, मोहन राणा, अमित शर्मा, राजेन्द्र, मनीष एवं अन्य सभी स्टाॅफ उपस्थित रहा। 

डकैती-मर्डर के खुलासे के लिए जांच टीम का गठन

देहरादून, 20 सितम्बर,(निस)। रायपुर के नकरौंदा में हुई डकैती व मर्डर का खुलासा करने के लिए दून पुलिस ने अब दो अनुभवी इन्सपेक्टरों के नेतृत्व में एक नई जांच टीम का गठन किया है। मालूम हो कि पिछले दिनों रायपुर के नकरौंदा में कृषि अधिकारी सुरेन्द्र थपलियाल के घर सशस्त्र बदमाशों ने उनके इकलौते पुत्र अकिंत की हत्या कर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। वारदात के बाद उसका खुलासा न होने पर गुस्साए लोगों ने दो बार नेशनल हाइवे जाम कर पुलिस की जांच पर सवाल उठाये थे और पुलिस को इस घटना का खुलासा करने के लिए समय सीमा दी थी। इसे देखते हुए बीते रोज दून के पुलिस कप्तान अजय रौतेला ने रायपुर थानाध्यक्ष को लााइन हाजिरकर दिया और शनिवार को इस वारदात के खुलासे के लिए दो अनुभवी अधिकारी निरीक्षक महेन्द्र सिंह नेगी व कुलदीप असवाल को नयी जांच टीम का प्रभारी बनाया है। जिनसे पुलिस कप्तान समय-समय पर मामले की जांच की प्रगति रिपोर्ट ले रहे है।

दुष्कर्म का आरोपी चाचा गया जेल

देहरादून, 20 सितम्बर,(निस)। युवती से दुष्कर्म के आरोपी चाचा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
रानीपोखरी क्षेत्रांर्तगत नागाघेर निवासी एक युवती ने अपने रिश्ते के चाचा नागाघेर निवासी अंनतराज पुत्र स्व. सतंराज के खिलाफ रानीपोखरी थाने में बीते रोज दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया था। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि उसके चाचा अंनत राज 2013 दिसम्बर से जनवरी तक कई बार दुष्कर्म किया है और किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शनिवार की सुबह दुष्कर्म के आरोपी अंनत राज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

रसोई गैस पहुंचते ही झूम उठी जनता, रतनपुर-स्वीली-जवाड़ी मार्ग पर पहली बार गया ट्रक

home gas supply in rudra prayag
रुद्रप्रयाग / देहरादून, 20 सितम्बर,(निस) । रतनपुर-स्वीली-जवाड़ी मोटरमार्ग से सटे पश्चिम भरदार क्षेत्र के गांवों में पहली बार घरेलू रसोई गैस का ट्रक पहुंचने पर ग्रामीण झूम उठे। अब ग्रामीणों को रसोई गैस के लिए जिला मुख्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इस मौके पर जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आशा डिमरी का फूल-मालाओं से स्वागत किया और इसी तरह क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर प्रयास करने का अनुनय किया। ग्राम पंचायत दरमोला में रिबन काटकर रसोई गैस वितरण का शुभारंभ क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आशा डिमरी ने किया। उन्होंने इसका श्रेय जिलाधिकारी डाॅ राघव लंगर, इंडियन आॅयल, मंदाकिनी गैस सर्विस के साथ स्थानीय जनता को दिया। उन्होंने कहा कि सभी लोगों के सहयोग से रसोई गैस का सपना साकार हुआ है। जनता ने चुनाव के दौरान रसोई गैस की समस्या को प्रमुखता से रखा था। हमारा जनता से किया गया वायदा पूरा हो गया है। अब रसोई गैस का ट्रक हर माह क्षेत्र में पहुंचेगा। इसका फायदा रतनपुर और मेदनपुर के ग्रामीणों को भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि जवाड़ी के समीप सड़क बाधित होने से रसोई गैस रौठिया तक नहीं पहुंचाई जा सकी। सड़क को जल्द खुलवाने के लिए लोनिवि के अधिकारियों को कह दिया गया है। अगले माह रौठिया तक रसोई गैस का ट्रक पहुंचाया जाएगा। डिमरी ने कहा कि क्षेत्र की अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए भी नियोजित तरीके से काम होगा। रसोई गैस के बाद रतनपुर-स्वीली-जवाड़ी मोटरमार्ग को बाइपास-जवाड़ी इंटर काॅलेज मोटरमार्ग से जोड़ने के लिए प्रयास किया जा रहा है। छह माह के भीतर इस पर काम शुरु हो जाएगा। क्षेत्र के गांवों में पेयजल संकट दूर करने के लिए उन्होंने जनता से एक साल का समय मांगा। उन्होंने कहा कि भरदार क्षेत्र के लिए लस्तर गाढ़ से स्वीकृत पेयजल योजना पर तेजी से काम कराने के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने जनता से कहा कि अगले पांच सालों तक वे प्राण-प्रण से जनता के लिए संघर्ष करेंगी। इसके लिए जनता का सहयोग जरूरी है। उनकी एक-एक समस्या को दूर करना उनका मकसद है। ग्राम प्रधान स्वीली की प्रधान रीना रावत, दरमोला की प्रधान किरन रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य दरमोला गुड्डी देवी, ग्राम प्रधान जवाड़ी कुंवर लाल, प्रधान रोठिया शूरवीर सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य जवाड़ी उमा देवी ने पहली बार गांव में रसोई गैस वितरण होने पर जिला पंचायत सदस्य आशा डिमरी, जिलाधिकारी डाॅ राघव लंगर और मंदाकिनी गैस सर्विस का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों का रसोई गैस के लिए रुद्रप्रयाग जाना पड़ता था। ऐसे में एक सिलेंडर करीब छह-सात रुपए में पड़ता था। समय पर गैस मिलने की भी गारंटी नहीं थी। अब हमें घर में ही रसोई गैस मिल रही है। इससे पूर्व रसोई गैस के लिए बड़ी संख्या में दरमोला, डुंगरी, स्वीली, जवाड़ी से ग्रामीण पहुंचे। इस मौके पर मंदाकिनी गैस सर्विस के सहायक प्रबंधक अकबर सिंह पटवाल, विक्रम सिंह रावत, उप प्रधान स्वीली ममता देवी डिमरी, सामाजिक कार्यकर्ता देवी प्रसाद नौटियाल, सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मी प्रसाद डिमरी, विक्रम सिंह कंडवाल, प्रदीप नौटियाल, रविन्द्र पंवार, लखपत सिंह, कर्ण सिंह, दिनेश रावत, देव सिंह पंवार समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। 

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (20 सितम्बर)

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परिवहन बहुउद्वेशीय सहायकों की लिखित परीक्षा 19 अक्तूबर को

शिमला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल पथ परिवहन निगम के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि परिवहन बहुउद्वेशीय सहायकों की लिखित परीक्षा आगामी 19 अक्तूबर को प्रात: 11 बजे से 1 बजे के बीच आयोजित की जाएगी। पहले यह परीक्षा 21 सितम्बर, 2014 को होनी निश्चित की गई थी।प्रवक्ता ने कहा कि उच्च न्यायालय में याचिका तथा 21 सितम्बर, 2014 को परीक्षा केन्द्र उपलब्ध न होने के कारण परीक्षा की तिथि में बदलाव किया गया है।उन्होंने कहा कि परिवहन बहुउद्वेशीय सहायकों के कार्य के दृष्टिगत लिखित परीक्षा के पाठ्यक्रम में भी संशोधन किया गया है, जिसके अनुसार सामान्य ज्ञान के लिए 50 अंक, गणित व हिन्दी प्रत्येक के लिए 5 अंक तथा यातायात संकेत व नियम के 20 अंक निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी अभ्यार्थियों को परीक्षा प्रवेश पत्र आगामी 25 सितम्बर को डाक के माध्यम से भेजें जाएंगे और हिमाचल पथ परिवहन निगम की वैबसाईट पर भी उपलब्ध होंगे।

कौल सिंह ठाकुर की केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री से भेंट

शिमला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। स्वास्थ्य मंत्री श्री कौल सिंह ठाकुर ने केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर से उनके श्रम शक्ति भवन में स्थित कार्यालय में भेंट की। कौल सिंह ठाकुर ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को अवगत करवाया कि हिमाचल प्रदेश  में दो सरकारी मैडिकल कालेज कार्यरत हैं और श्रम मंत्रालय के    इ.एस.आई. निगम द्वारा संचालित मैडिकल कॉलेज भी तैयार है। उन्होंने सुझाव दिया कि इस मैडिकल कालेज को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्तर्गत लाया जाए ताकि यह भी एम्स  की तर्ज पर काम कर सके । उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि मैडिकल कॉलेजों में टीचिंग स्टाफ की उम्र 70 वर्ष की जाए ताकि निपुण स्टाफ की कमी न हो। केन्द्रीय मंत्री ने विश्वास दिलाया मंत्रालय इस प्रस्ताव पर विचार करेगा तथा बोर्ड में इस पर निर्णय लिया जाएगा।  केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री, नरेन्द्र सिंह तोमर ने स्वास्थ्य मंत्री को हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में हर सम्भव सहायता प्रदान करने का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर उनके साथ मंडी के सांसद राम स्वरूप शर्मा भी उपस्थित थे।  

मुख्यमंत्री ने विकासात्मक योजनाओं को समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए

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शिमला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, लोक निर्माण, विद्युत विभागों की सभी विकास योजनाओं को समयबद्ध पूरा किया जाना चाहिए। चौपाल क्षेत्र में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग की कुछ योजनाओं में एक से अधिक ठेकेदारों को निविदाएं आबंटित करने के मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी, जो एक योजना का कार्य एक से अधिक ठेकेदार को देंगे।मुख्यमंत्री आज बचत भवन शिमला में 20-सूत्रीय कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।जिला में कार्यान्वित की जा रही बड़ी परियोजनाओं के निर्माण में देरी पर चिंता जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, लोक निर्माण व विद्युत विभाग के अधिकारियों को ऐसे ठेकेदारों को पांच वर्षों के लिए ब्लैक लिस्ट करने को कहा जो कार्य आबंटित होने पर कार्य आरम्भ करने में देरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे ठेकेदारों को निविदाओं की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए कम से कम पांच वर्षों तक अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी अवैध पानी के कुनैक्शनों को काट दिया जाए और अधिकारी इसकी रिपोर्ट पांच दिन के अन्दर करें। चौपाल विधानसभा क्षेत्र में जलापूर्ति योजनाओं का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को सभी योजनाओं को शीघ्र पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि जहां स्कूलों में शौचालय निर्माण के लिए धन राशि स्वीकृत की गई है, इनमें शौचालयों का निर्माण दो माह के भीतर पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्राथमिक से वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में शौचालयों का निर्माण किया जाना चाहिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि वह प्रदेश के किसी एक स्कूल को भी बिना शौचालय के नहीं चाहते और उन्होंने शिक्षा विभाग को इस वित्तीय वर्ष के अन्त तक प्रदेश के सभी स्कूलों में प्राथमिकता के आधार पर शौचालयों का निर्माण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पाठशालाओं में लडक़ों व लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालयों का निर्माण किया जाए और गुणवत्ता भी सुनिश्चित बनाई जाए।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि पब्बर नदी के तटीकरण के कार्य को गति प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को केन्द्रीय जल एवं ऊर्जा प्रबन्धन के साथ आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद विस्तुत परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पब्बर नदी के तटीकरण की प्रक्रिया को यथा शीघ्र पूरा किया जाए।मुख्यमंत्री ने प्रदेश में वनों को बढ़ाने के लिए लोगों को स्वेच्छा से पौधरोपण अभियान में भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वनों का हर कीमत पर संरक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक अथवा अन्य कारणों से गिर गए पेड़ों से दो गुणा पेड़ लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया जाए, जिससे प्रकृति का सन्तुलन बना रहे। उन्होंने चौड़ी पत्ती वाले और अन्य ऐसी प्रजाति वाले पौधों के रोपण का आग्रह किया, जिनसे भोजन, चारे व बालन की आवश्यकता पूरी होती हो। उन्होंने वनों में आम रास्तों की मुरम्मत की आवश्यकता पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी भागों में वन भूमि पर अवैध कब्जों को हटाने के निर्देश भी दिए।मुख्यमंत्री ने जिला में चल रहे सडक़ निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने तथा साथ-साथ मुरम्मत का कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने क्षेत्र में सडक़ निर्माण के लिए सहयोग देना चाहिए और स्वेच्छा से इसके लिए भूमि दान करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चौपाल की दूरवर्ती पंचायत धार- चांदना में शेष बचे सडक़ निर्माण कार्य को नए सिरे से किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोहडू में समोली बाईपास के निर्माण कार्य के लिए भूमि के मामले को सुलझाया जाए ताकि लोगों को सडक़ सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि रोहडू-चिडग़ांव सडक़ को चौड़ा करने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए और चिडग़ांव से डोडरा तक सडक़ को पक्का किया जाए। उन्होंने वाहनों की सुचारू आवाजाही के लिए नाहर-टिक्कर-बागी-नारकण्डा सडक़ का सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने सडक़ निर्माण के लिए वन भूमि की अनुमति का मामला उठाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।  वीरभद्र सिंह ने बिजली विभाग के अधिकारियों को पुराने खम्बों को बदलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा यदि धन की कोई कमी है तो इसका आकलन सरकार को प्रस्तुत किया जाए ताकि इस बारे आवश्यक कदम उठाए जा सकें। उन्होंने नीरथ से खडंग के बीच बिजली के खम्बों को बदलने तथा ट्रांसमिशन लाईनों की मुरम्मत करने को भी कहा। उन्होंने सुन्नी क्षेत्र में बिजली बिलों के भुगतान के बावजूद विद्युत मीटर पुन: बहाल न करने पर दोषियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कहा कि चाबा में कम बोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए अलग से बिजली लाईन दी जाएगी।मुख्यमंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों से भी सुझाव मांगे और अधिकारियों को जिले में चल रही विकासात्मक परियोजनाओं को निर्धारित समय के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने शिमला जिला के दूरदरारज क्षेत्रों में रसोई गैस की कमी व गैस सिलैण्डरों के वजन में कमी से सम्बन्धित शिकायतों पर इंडियन ऑयल के अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि सभी लम्बित विकास कार्य शीघ्र पूरे किए जाएंगे और शिकायतों का निपटारा सुनिश्चित बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 20- सूत्री कार्यक्रम की बैठक वर्ष में कम से कम दो बार आयोजित की जाएगी ताकि लोगों की समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जा सके। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश कृषि व बागवानी सहित सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में हमारी आर्थिकी आलू पर निर्भर थी, परन्तु आज गैर मौसमी सब्जियों और कृषि तकनीक में बदलाव से उत्पादन में बढ़ौतरी होने से लोगों की आर्थिकी व जीवन स्तर में सुधार आया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि सडक़, स्वास्थ्य, शिक्षा व वनों का संरक्षण प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हैै।उन्होंने कहा कि पूर्व में सेब की पेटियों को तैयार करने पर लगभग 95 हजार पेड़ों का प्रयोग किया जाता था और बहुत से पेड़ इस कार्य के लिए अवैध रूप से काटे जाते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत्तों की पेटियों का प्रयोग करने का निर्णय लिया ताकि वन सम्पदा का संरक्षण हो।उन्होंने राजनीतिक लाभ के लिए जाति, धर्म व क्षेत्र के आधार पर बांटने वालों से सावधान रहने को कहा। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने सम्मेलन कक्ष जिसे रोशन हाल नाम दिया गया है, आपदा प्रबन्धन कॉल सेंटर, ई स्टेम्पिंग सेंटर तथा राष्ट्रीय भू-रिकॉर्ड सुगम केन्द्र का शुभारम्भ किया। इस केन्द्र पर लोगों को डिजिटल (मुसाबी) के नक्शे प्राप्त करने की सुविधा मिलेेगी। उपायुक्त शिमला श्री दिनेश मल्होत्रा ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश की आर्थिकी मुख्य रूप से बागवानी व कृषि क्षेत्र पर निर्भर है। उन्होंने मुख्यमंत्री की प्रदेश के समग्र विकास के लिए सराहना की। उन्होंने कहा किशिमला जिला राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में प्रदेश के लिए 3500 करोड़ रुपये वार्षिक का योगदान दे रहा है।उन्होंने कहा कि प्रदेश को 20-सूत्रीय कार्यक्रम के कार्यान्वयन में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है और शिमला को एक बार पुन: प्रथम स्थान मिला है। उन्होंने जिले में कार्यान्वित की जा रही विभिन्न केन्द्रीय प्रायोजित योजनाओं की विकासात्मक गतिविधियों की भी जानकारी दी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार चल रहे कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स, मुख्य संसदीय सचिव श्री नंद लाल, श्री रोहित ठाकुर, विधायक सर्वश्री बलवीर वर्मा, अनिरूद्व सिंह, मोहन लाल बराक्टा, एपीएमसी के अध्यक्ष श्री सुभाष मंगलेट, कैलाश फेडरेशन के अध्यक्ष श्री बृज लाल, एचपीएसआईडीसी के उपाध्यक्ष श्री अतुल शर्मा, हि.प्र. पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री हरीश जनारथा, जिला कांग्रेस समिति (ग्रामीण) के अध्यक्ष श्री केहर सिंह खाची, जिला परिषद के सदस्य, ग्राम पंचायतों के प्रधान, पंचायत समितियों के अध्यक्ष तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। 

चचियां नगरी (पालमपुर) आश्रम में पधारें पूज्य गुरु संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां 

धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। डेरा सच्चा सौदा सिरसा, हरियाणा वाले पूज्य गुरु  संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां शनिवार को सुबह 2 बजे चचियां नगरी के शाह सतनाम जी सचखंड धाम में पधारें। लगभग 10 वर्षो के लम्बे अंतराल के पश्चात देवभूमि में पूज्य गुरु जी के आगमन पर पूरे हिमाचल प्रदेश की साध-संगत में भारी उत्साह देखा गया। पूरे प्रदेश में जगह-जगह स्वागती द्वार, ढ़ोल-नगाड़ों, आतिशबाजी व पटाखों तथा हिमाचली संस्कृति के वेशभूषा में लोगों ने पूज्य गुरु जी का स्वागत किया। आश्रम में पधारनें पर साध-संगत ने पूज्य गुरु जी के समक्ष पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ जिला कांगड़ा व चम्बा का मशहूर गद्दी नाटी नृत्य व सिरमौर क्षेत्र की संस्कृति की झलक दिखाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। महिलाओं ने सजी थालियों में घी के दिए जलाकर भी पूज्य गुरु जी का  जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर पूज्य गुरु जी ने आई हुई हजारों की सख्यां में साध-संगत को अपना पावन आशीर्वाद दिया और उनका कुशलक्षेम जाना। डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता पवन इन्सां ने बताया कि पूज्य गुरु जी द्वारा इन्सान को नेक कार्यो की ओर अग्रसर करने की प्ररेणा देने वाली बड़े पर्दे की एक फिल्म बनाई जा रही है। एम.एस. जी. नाम की इस फिल्म में पूज्य गुरु जी मुख्य भूमिका में है। इस फिल्म में हिमाचल की वादियों व संस्कृति की झलक को  भी फिल्माया जाएगा। एक्शन, थ्रीलर, इमोंशन व संस्पेंश व मनोंरजन से भरपूर यह फिल्म हिन्दी, अग्रेजी व दक्षिण भारत की कई भाषाओं में भी डब की जाएगी। 

नवजीवन मनकोटिया के परिवार को दिलाया जायेगा न्याय: सुधीर शर्मा

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धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। दिवंगत "तहसीलदार नवजीवन मनकोटिया के परिवार को न्याय दिलाया जायेगा। उनकी मृत्यु के कारणों की सही जांच-पड़ताल करवाकर इसके लिए जिम्मेवार किसी भी व्यक्ति को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने वाले के विरूद्व कानून के तहत कड़ी सज़ा दिलवाने के लिए कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।"शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सुधीर शर्मा ने कहा कि नवजीवन मनकोटिया एक मिलनसार व्यक्तित्व के साथ-साथ एक योग्य और ईमानदार अधिकारी थे। सुधीर शर्मा ने कहा कि नवजीवन मनकोटिया की मृत्यु की गुत्थी को शीघ्र सुलझाने के लिए स्थानीय पुलिस को दिशा-निर्देश दे दिए गये हैं ताकि दोषियों को सिंखचों के पीछे धकेला जा सके। उन्होंने कहा कि नवजीवन मनकोटिया की मृत्यु के पीछे किसी भी प्रकार की साजि़श में लिप्त कोई भी व्यक्ति कानून की गरिफ्त से नहीं बच सकता। पुलिस विभाग को मामले की तह तक जाकर दोषियों को शीघ्र गरिफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं। सुधीर शर्मा ने स्थानीय लोगों से आग्रह किया है कि अगर उन्हें नवजीवन मनकोटिया की मृत्यु सम्बन्धी कोई भी जानकारी हो तो वह उसका खुलासा करें और स्थानीय पुलिस को सहयोग दें। उन्होंने नवजीवन मनकोटिया के परिवार को आश्वस्त किया है कि दु:ख की इस घड़ी में सभी उनके साथ हैं। 

उपायुक्त ने लिया अन्तर्राष्ट्रीय वन-डे क्रिकेट मैच की तैयारियों का जायजा

धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। धर्मशाला में 17 अक्तूबर, 2014 को भारत एवं वेस्टइंडीज के मध्य आयोजित होने वाले डे-नाईट क्रिकेट मैच के आयोजन के संदर्भ में प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों के संदर्भ में बैठक का आयोजन हुआ जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त कांगड़ा, सी.पॉलरासु ने की। उपायुक्त ने इस संदर्भ में प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मैच के दौरान यहां आने वाले दर्शकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। उपायुक्त ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी सम्पर्क सडक़ों के निर्माण में तीव्रता लाकर इनके निर्माण को शीघ्र पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि आने वाले अधिकतर दर्शक मैक्लोडग़ंज अवश्य जाते हैं। अत: इस दृष्टि मैक्लोडग़ंज जाने वाले मार्ग का निर्माण कार्य मैच के दौरान बंद रखा जाए। उन्होंने कहा कि पूर्व की भांति गाडिय़ों के लिए पार्किंग की व्यवस्था स्थानीय डिग्री कॉलेज, स्थानीय पुलिस मैदान, साई ग्राऊंड, मेला ग्राऊंड दाड़ी व जोरावर स्टेडियम सिद्धबाड़ी में की जाएगी। उन्होंने कहा कि कॉलेज में केवल दुपहिया वाहन एवं मीडिया वाहन जबकि साई ग्राऊंड में विशिष्ट एवं अति विशिष्ट व्यक्तियों के वाहन ही पार्क किए जायेंगे। दाड़ी से आने वाले दर्शकों के लिए शटल बस सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी। पार्किंग स्थलों पर लाईट इत्यादि की व्यवस्था के लिए उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस अवधि के दौरान शहर की विद्युत व्यवस्था बाधित न हो। उन्होंने कहा कि शहर को आकर्षक बनाने के लिए इसकी साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा तथा लोगों की सुविधा के लिए उचित पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। उपायुक्त ने एचपीसीए के अधिकारियों को आश्वासन देते हुए कहा कि मैच के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन उन्हें पूर्ण सहायता दी जाएगी। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सुदेश मोख्टा, पुलिस अधीक्षक बलवीर ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार, एडीएम राकेश शर्मा, एसडीएम बलवीर ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बी.एम. गुप्ता, एसी टू डीसी एकता कपटा, जिला राजस्व अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी एवं एचपीसीए के पदाधिकारी उपस्थित थे। 

24 सितम्बर को गोरखा समुदाय के लिए आयोजित होने वाली भर्ती के लिए प्रशासन देगा पूर्ण सहयोग

धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। - 24 सितम्बर, 2014 को आईआरबी द्वितीय वाहिनी सकोह में भारत के स्थाई गोरखा समुदाय के युवाओं के लिए आयोजित होने वाली खुली भर्ती रैली के संदर्भ में आज यहां एडीएम कांगड़ा, राकेश शर्मा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। सेना भर्ती कार्यालय पालमपुर के अधिकारी नवजोत कंग ने बताया कि भर्ती के लिए आने वाले युवाओं का मैदान में प्रवेश प्रात: 4 बजे से आरंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह भर्ती भारतीय के स्थाई गोरखा समुदाय जोकि हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ व हरियाणा (गुडग़ांव, मेवात, पलवाल व फरीदाबाद जिलों को छोडक़र) के इस समुदाय के युवाओं के लिए की जा रही है। श्री राकेश शर्मा ने बताया कि भर्ती के आयोजन के लिए जिला पुलिस  एवं प्रशासन सेना को पूरी मदद देगा। उन्होंने कहा कि भर्ती स्थल पर युवाओं के लिए विद्युत, पेयजल एवं खान-पान के लिए जिला प्रशासन सहयोग प्रदान करेगा। 

मतदाता सूचियों के पुनर्निरीक्षण पर अधिकारियों को दी गई जानकारी

धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशानुसार जिला निर्वाचन अधिकारी कांगड़ा द्वारा कांगड़ा, चम्बा व ऊना के रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (एसडीएम) को मतदाता सूचियों के पुनर्निरीक्षण के संदर्भ में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज यहां डीआरडीए हॉल में किया गया। कार्यशाला में इन सूचियों के लिए नियम और अधिनियम, सूचियों का कम्प्यूट्रीकरण, प्रगति का विशलेषण, सूचियों के पुनर्निरीक्षण प्रक्रिया तथा सेवा आहरता व ओवरसीज़ मतदाताओं बारे विस्तारपूर्वक बताया गया। कार्यशाला में अतिरिक्त दंडाधिकारी ऊना भी उपस्थित थे।

माहल ने की बचाव व राहत कार्यों में शामिल होने की पेशकश

धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। राष्ट्रपति शौर्य पदक प्राप्त सेवानिवृत डिवीजनल फायर आफिसर बीएस माहल ने जम्मू-कश्मीर सरकार से जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे लोगों के बचाव व राहत कार्यों में शामिल होने की पेशकश की है।  धर्मशाला के गांव सराह के निवासी बीएस माहल अपनी 34 साल की अग्निशमन विभाग की सेवाओं उपरांत दो वर्ष पूर्व ही सेवानिवृत हुए हैं। उनका कहना है कि इस विपदा की घड़ी में अगर उन्हें जम्मू-कश्मीर फायर सर्विस के साथ अटैच किया जाता है तो वह अपनी सेवाएं पूर्णतया निष्काम भावना एवं अपने व्यक्तिगत जोखिम पर अर्पित करने के लिए सहर्ष जम्मू-कश्मीर जाना चाहेंगे। इस बारे उन्होंने मुख्य सचिव एवं डायरेक्टर जनरल फायर सर्विस, जम्मू एंड कश्मीर को प्रेषित कर दिए हैं। बीएस माहल का कहना है कि इस सेवा अवधि में वह अपना सारा व्यय स्वयं वहन करेंगे तथा चोट अथवा अप्रिय घटना होने पर उनका परिवार किसी भी प्रकार की दावा नहीं करेगा, इस आशय का शपथ-पत्र भी उन्होंने प्रेषित किया है।

21 और 22 सितम्बर को रहेगी विद्युत आपूर्ति बाधित

धर्मशाला, 20 सितम्बर: सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल-एक, धर्मशाला एस.के. चड्डा ने जानकारी दी कि सरस्वती नगर में नई विद्युत एलटी केबल बिछाने के कारण 21 सितम्बर (रविवार) और 22 सितम्बर, 2014 को (सोमवार) को प्रात: 10 बजे से सायं 5 बजे तक अथवा कार्य की समाप्ति तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में व्यय होंगे 86 करोड़: बुटेल
  • बुटेल ने नवाजे जिला के उत्कृष्ठ किसान

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धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत प्रदेश में 86 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं, जो जिला कृषि योजनाओं के तह्त किसानों की उत्पादकता और सिचाई इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए व्यय किये जायेंगे। यह जानकारी विधान सभा अध्यक्ष श्री बृज बिहारी लाल बुटेल ने शनिवार को कृषि विभाग और कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण कांगड़ा द्वारा आयोजित जिला स्तरीय किसान सम्मान समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए दी। इस अवसर उन्होंने जिला के उत्कृष्ठ किसानों और कृषक समूहों को पुरस्कृत भी किया। बुटेल ने कहा कि देश की आर्थिकी में कृषि का योगदान महत्वपूर्ण और सरकार इस क्षेत्र के उत्थान और विकास के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने अनाज और खाद्यान उत्पादन को बढाने पर बल देते हुए कृषि में मशीनीकरण पर विविधिकरण को अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के उत्थान और विकास के लिए कई प्रकार की कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं और इन पर सरकार द्वारा उपदान इत्यादि भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को ड्रिप व स्प्रींकलर सिंचाई सुविधा के लिए 80 प्रतिशत और अनुदान टयूबवैल तथा टैंक इत्यादि पर 50 प्रतिशत तक उपदान दिया जा रहा है। उन्होंने किसानों से सभी फसलों का बीमा करवाने का भी आहवान किया। उन्होंने कृषि अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि परमपरागत खेतीबाड़ी कर रहे किसानों को जैविक और कृषि विविधिकरण के लिए प्रेरित किया जाये और किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी भी उन्हें दी जाये।   इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए कृषि निदेशक, जेसी राणा ने कहा कि प्रदेश के प्रगतिशील किसानों और कृषक समूहों जो कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर को 4 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है और इसके लिए किसानों, कृषि विभाग और कृषि वैज्ञानिकों की सामुहिक प्रत्यन्न करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विभाग का एक सूत्रीय कार्यक्रम किसानों की सेवा है। कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने से ही किसानों के उत्थान एवं विकास सही रूप में होगा। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। जिससें किसानों में प्रतिस्पर्धा के साथ अन्य किसानों को भी प्रेरणा मिले किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्कृष्ठ किसानों में जिला के 44 किसानों को सम्मानित किया गया, जिसमें कृषि क्षेत्र से 15, पशुपालन और बागवानी के क्षेत्र में 12-12 किसानों तथा 2 को रेशम और 1 को मतस्य पालन क्षेत्र में प्रति किसान 10 हजार रूपये देकर सम्मानित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त 8 समूहों को 20 हजार प्रतिसमूह प्रदान दिया जा रहा है। चौधरी सरवन कुमार कृषि विवि के उपकुलपति डॉ0 केके कटोच ने कहा कि कृषि विभाग और कृषि विवि तथा अन्य संबधित विभागों के सामुहिक प्रयासों से किसानों की आर्थिकी को मजबूत होने के साथ उत्पादन और कृषि तकनीक में भी व्यापक सुधार हुआ है। उन्होंने किसानों से आहवान किया कि हर किसान उपलब्ध संसाधनों को पूरा दोहन करें, जिससे इसका भरपूर फायदा किसानों को मिले।  इससे पहले विधान सभा अध्यक्ष ने यहां जिला के सभी विकास खण्डों द्वारा आयोजित कृषि उत्पाद प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के साथ इसका अवलोकन भी किया। समारोह में नगर परिषद के अध्यक्ष बलवंत ठाकुर, इंटक के महासचिव सीता राम सैणी, त्रिलोक चंद, संतोष कुमार, रोशन लाल चौधरी, सूरजीत सिंह पठानियां, कृषि उपनिदेश देश राज शर्मा, रिपन सूद, जिला के किसान, विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

जीवीके ईएमआरआई ने हिमाचल प्रदेष के डाक्टरों के लिए सीएमई और व ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित  किया 

धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। विशिष्ट शिक्षक, डा. पिटर एकर स्कूल ऑफ मैडीसन स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय यूएसए में आपातकालीन औषधि, चिकित्सा व शल्य क्रिया के प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में जीवीके ईएमआरआई ने हिमाचल प्रदेश के डाक्टरों के लिए सीएमई और व ज्ञानवर्धक सत्र का आयोजन किया गया। डा0 पिटर एकर अन्र्तराष्ट्रीय आपातकालीन औषधि के सदस्य हैं। जीवीके ईएमआरआई, एनएचएम और हिमाचल प्रदेश सरकार संयुक्त रूप से स्कूल ऑफ मैडीसन स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय के शिक्षक समुदाय के साथ संघीय रूप से जुड़ा है।  इस अवसर पर प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश में विशेषज्ञों को बुलाने का उद्देश्य राष्ट्रीय ऐंबुलेंस सेवा 108 व सरकारी अस्पतालों में प्रसव के दौरान प्रचलित देखभाल की पद्धति में सुधार की संभावनाओं को तलाशना है, जिससे ईएमटी (आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन) जो राष्ट्रीय ऐंबुलेंस सेवा 108 में कार्यरत होते हैं के प्रशिक्षण के स्वरूप में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि इनका विश्व की सबसे बढिय़ा पद्धति जो प्राथमिक उपचार के दौरान वाहन आवाजाही के दौरान अपनाई जाती है से सीधे जुडऩा लाभकारी होगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सीएमई चारपाई के समीप दोनों तरह के सैद्धांतिक व व्यावहारिक ज्ञान को प्रदान करने की प्रक्रिया का संचालन करती है। इस अवसर पर गर्भावस्था के दौरान अतिरक्तचाप से पैदा होने वाली आपातकालीन स्थिति तथा अनाफेलेक्सिस की वस्तुस्थिति के बारे व्यापक चर्चा की गई। इस कार्यक्रम में डा0 विक्रम महाजन, डा0 सीता ठाकुर, डा0 विवेक चौहान, डा0 संजीव चौधरी, हियूमन रिसोर्स परसन संदी शर्मा, मार्किटिंग प्रभारी अभिषेक, क्वालिटी प्रभारी अशोक डासन, 108 के कांगड़ा जोन प्रभारी आकाशदीप सहित 60 से भी अधिक चिकित्सा जगत से जुड़ी विभूतियां उपस्थित थीं।

उपायुक्त कार्यालय परिसर में नहीं होगी निजी वाहनों की पार्किंग 

धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। उपायुक्त कार्यालय के आगे बड़ी संख्या में वाहनों को पार्क करने से आ रही समस्या के निवारण के लिए उपायुक्त, कांगड़ा सी. पॉलरासू ने लोगों की सुविधा के लिए मोटर अधिनियम 1999 के अन्तर्गत नियम 194 व 196 में प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुये उपायुक्त कार्यालय के नवनिर्मित प्रशासनिक ब्लॉक में निजी वाहनों की पार्किग पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक ब्लॉक में बड़ी संख्या में निजी वाहनों के खड़े किये जाने से आम जनता के साथ-साथ सरकारी कार्यों में भी बाधा उत्पन्न हो रही थी। इसी वजह से यह प्रतिबंध लगाया गया है।     
                        
22 सितम्बर को रहेगी विद्युत आपूर्ति बाधित

धर्मशाला, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। सहायक अभियंता, विद्युत उप-मंडल-एक, धर्मशाला, एस.के.चड्डा ने जानकारी देते हुए बताया कि राम नगर, टीसीवी और गम्बरू में विद्युत लाईनों की मुरम्मत के कारण दिनांक 22 सितम्बर, 2014 को प्रात: 11 बजे से सांय 5 बजे तक अथवा कार्य की समाप्ति तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। 
        
कम्प्यूटर कोर्स के लिये 12 अक्तूबर आवेदन पत्र आमंत्रित 

हमीरपुर, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। अनुसूचित जाति अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्या मामले विभाग द्वारा अनुसूचित जाति अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक समुदाय से संबन्धित गरीबी रेख से नीचे के परिवारों के सदस्यों जिनकी आयु 18 से 35 वर्ष के मध्य है तथा उनके माता-पिता अथवा संरक्षक की  मासिक आय 5 हजार रूपये से कम है, से इच्छुक उम्मीदवारों से  कम्प्यूटर प्रशिक्षण के कोर्स के लिये सादे कागज पर आवेदन पत्र  12 अक्तूबर तक आमंत्रित हैं।  यह जानकारी जिला कल्याण अधिकारी डॉ0 काली दास ने दी। उन्होंने बताया एक वर्षीय पी.जी.डी.सी. कोर्स के लिये न्यूनतम योग्यता स्नातक तथा मासिक फीस 1300 रूपये प्रति माह निर्धारित है तथा एक वर्षीय डी.सी.ए./डी.टी.पी. कोर्स के लिये न्यूनतम योग्यता दस जमा दो तथा फीस 1000 रूपये प्रतिमाह जबकि मल्टीलिंगुअल ऑटोमेशन एवं फाईनेशियल अकांऊटिंग (डी.एम.ओ.ए.एफ.ए.) कोर्स के लिये न्यूनतम योग्यता दस जमा दो तथा प्रशिक्षण अवधि 4 माह व 15 दिन जॉब अनुभव के तौर पर करवाया जाएगा जिसकी मासिक फीस 1000 रूपये निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि समस्त कोर्स नाईलेट/सी-डैक नामक संस्थान, हमीरपुर में करवाए जाएंगे तथा कोर्स पूरा होने पर ही प्रमाण-पत्र जारी किये जाएगा। उन्होंने बताया कि इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन पत्र के साथ 10 जमा 2 तथा स्नातक कक्षा के प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, बीपीएल प्रमाण-पत्र, तहसीलदार से जारी प्रार्थी के माता-पिता की वार्षिक आय प्रमाण-पत्र, हिमाचली प्रमाण-पत्र की सत्यापित प्रतियां संलग्न कर जिला कल्याण अधिकारी अथवा अपने क्षेत्र के  संबन्धित तहसील कल्याण अधिकारी के कार्यालय में जमा करवान सुनिश्चित करें। उन्होंंने बताया कि प्रशिक्षणार्थी की 1200 रूपये प्रशिक्षण फीस  प्रतिमाह विभाग वहन करेगा  तथा इसके अतिरिक्त 1000 रूपये प्रति माह छात्रवृत्ति भी दी जाएगी जबकि डी.एम.ओ.ए.एफ.ए कोर्स की पूर्ण फीस विभाग द्वारा वहन की जाएगी। अधिक जानकारी के लिये जिला कल्याण अधिकारी या संबन्धित तहसील कल्याण अधिकारी से सम्पर्क  स्थापित कर सकते हैं। 

एम्स स्तर के अस्पताल की अधिसूचना की कॉपी जनता के सामने लाए भाजपा:निशा कटोच

हमीरपुर, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। कांग्रेस की जिला सचिव निशा कटोच ने कहा है कि भाजपा के नेता एम्स स्तर के अस्पताल की अधिसूचना जनता के सामने लाए। उन्होंने कहा कि वास्तव में ऐसी कोई अधिसूचना केंद्र से जारी हुई ही नहीं है। भाजपाई केवल कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह द्वारा स्वीकृत करवाए गए मेडीकल कालेज से बौखलाई है, जिस कारण जनता को एम्स स्तर के अस्पताल लाने की अफवाह में उलझाने का  प्रयास कर रहे है। भाजपा में ऊपर से लेकर नीचे तक के कार्यकर्ता केवल झूठ बोलने में माहिर है। उन्होंने कहा कि भाजपा एक नेत्री द्वारा मेडीकल कालेज को लेकर जो टिप्पणी कांग्रेस प्रदेशाण्यक्ष पर की है, उस पर उन्हें मालूम होना चाहिए कि प्रदेशाध्यक्ष ने तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नवी आजाद से मिलकर हमीरपुर का स्वास्थ्य संबंधित दर्द ब्यान कर मेडीकल कालेज को स्वीकृत करवाया। यही नहीं बजट में भी उसका प्रावधान करवाकर उसे स्थापित करने की मुहिम भी चलवाई गई। उन्होंने कहा कि इस संबंध में भाजपाईयों को अपना नालेज अवश्य अपडेट कर लेना चाहिए कि जोल सप्पड़ के पास इस मेडीकल कालेज के लिए न केवल भूमि का चयन करवा लिया गया है बल्कि अगले सैशन से कक्षाऐं भी चलाने का प्रावधान हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपाईयों के नॉलेज के लिए वे बता देना चाहती है कि मेडिकल कालेज के लिए चयनित 330 कनाल भूमि पर 185 करोड़ रूपए भी खर्च होने के लिए आ चुके है। इसके लिए पूर्व यूपीए सरकार एवं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह बधाई के पात्र है। उन्होंने कहा कि वे एम्स लाने का विरोध नहीं कर रही है, लेकिन भाजपा के पास एम्स स्वीकृत करवाने को लेकर ऐसे तथ्य है तो स्थानीय जनता के सामने लाऐं। उन्होंने कहा कि भाजपा की ऐसी तथ्यहीन ब्यानवाजियां केवल षडयंत्र ही है, जिन्हें अब जनता समझ चुकी है। इसका ताजा परिणाम हाल ही में हुए उपचुनावों में देखने को मिला है।   

मिनी सचिवालय के निर्माण कार्य जल्द होगा आरंभ : राणा
  • ड्राईंग अप्रूवड, टेंडर प्रक्रिया पूर्ण करने की तैयारी, बजरोल में आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष ने सुनी जनसमस्याएं,
  • अब सुजानपुर को  स्थायी एसडीएम मिलने से कार्यों में आएगी तेजी

हमीरपुर, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। सुजानपुर में मिनी सचिवालय की ड्राईंग अप्रूवड हो गई है तथा शीघ्र ही टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा ताकि लोगों को सरकारी कामकाज निपटाने में आसानी हो सके। मिनी सचिवालय के लिए 3 करोड़ 80 लाख की राशि स्वीकृत कर ली गई है। यह जानकारी आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने बजरोल में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत दी। उन्होंने  कहा कि सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए स्वीकृत विकास कार्यों को समयबद्व पूरा किया जाएगा ताकि लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। राजेंद्र राणा ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सुजानपुर में एसडीएम कार्यालय खोलने के साथ साथ यहां पर स्थायी तौर एसडीएम की नियुक्ति भी कर दी गई है इससे सुजानपुर के विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी तथा सरकार विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सुजानपुर में आईटीआई के भवन के लिए तीन करोड़ 25 लाख खर्च किए जाएंगे जिसमें आईटीआई के भवन निर्माण के लिए प्रथम चरण में 118 लाख के बजट का प्रावधान किया गया है। चौरी में 55 लाख तथा उटपुर में 92 लाख की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के भवन का निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि  कोट में 1158 लाख की पेयजल स्रोत सुधार योजना तथा उहल में तीन करोड़ की पेयजल योजनाओं पर खर्च किए जाएंगे।  राणा ने सभी विभागीय अधिकारियों से स्वीकृत विकास कार्यों को समयबद्व पूरा करने का आग्रह किया है ताकि लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने कहा कि समाज सेवा ही उनका मुख्य ध्येय है तथा लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि सभी लोगों के कार्य बिना किसी भेदभाव के पूर्ण किए जाएंगे तथा सुजानपुर का समग्र विकास सुनिश्चित किया जाएगा। इससे पहले आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष के समक्ष विभिन्न विभागों से जुड़े करीब 165 मामले लोगों द्वारा प्रस्तुत किए गए जिसमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया जबकि शेष मामलों को आवश्यक कार्रवाई के लिए विभागीय अधिकारियों को प्रेषित किया गया। इस अवसर जिला परिषद सदस्य लेखराज, एमएस गुलेरिया, उपप्रधान शक्ति चंद, मीडिया प्रभारी विपिन चंद, कैप्टन अमी चंद, सेवानिवृत उपनिदेशक शक्ति चंद, ज्योति देवी, सुरेश चंदेल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। जिला परिषद सदस्य लेख राज ने बताया कि बजरोल लंबर के अनिल कुमार, राज कुमार, अजीत सिंह, प्रकाश चंद,विक्रम सिंह, रत्तन चंद, ज्योति प्रकाश,जोल पंचायत के सूबेदार राजकुमार, संजीव कुमार, राज कुमार, विपन कुमार, राजकुमार, जतिंद्र कुमार, अशोक कुमार, अनिल कुमार, कर्म चंद, अजय कुमार, विवेक कुमार, विशाल ने बजरोल में कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस ज्वाइन कर ली है।

स्वतंत्रता सेनानियों की सम्मान राशि बढ़ाकर दस हजार की : रत्तन   
  • स्वतंत्रता सेनानियों एवं आश्रितों की समस्याओं का त्वरित निदान होगा सुनिश्चित

हमीरपुर, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पंडित सुशील रत्तन ने कहा कि वर्तमान सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों की सम्मान राशि को 7500 से बढ़ाकर 10 हजार किया गया है ताकि स्वतंत्रता सेनानी तथा उनके आश्रित समाज में सम्मानपूर्वक जीवन यापन कर सकें। यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में सुशील रत्तन ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल के सपूतों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया है, इन स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास को संजोकर रखा जाएगा ताकि युवा पीढ़ी में देश भक्ति का जज्बा पैदा हो सके। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की पत्नियों की सम्मान राशि को 3500 रूपये से बढ़ाकर पांच हजार तक किया गया है। स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में प्रतिवर्ष राज्य स्तर पर सम्मेलन आयोजित कर स्वतंत्रता सेनानियों के बहुमूल्य विचारों एवं अनुभवों को सांझा करने का अवसर प्रदान किया जाता है गत वर्ष राज्य स्तरीय सम्मेलन बिलासपुर में आयोजित किया गया है तथा इस वर्ष भी स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने जहां देश को आजाद करवाने में अहम भूमिका का निर्वहन किया गया है वहीं पर सैनिकों ने इस देश की सीमाओं की रक्षा में अहम योगदान दिया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके आश्रितों एवं पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों ने स्वाधीनता संग्राम तथा उसके उपरांत देश की अखंडता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है। प्रजामंडल आंदोलन, धामी गोलीकांड,, पझौता आंदोलन तथा सुकेत सत्याग्रह जैसे संघर्षों ने प्रदेश में स्वाधीनता आंदोलन को नई गति दी है। स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की बदौलत ही हिमाचल आज विकास के पद पर अग्रसर हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों तथा उनके आश्रितों की समस्या का त्वरित निदान भी सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि किसी भी परिवार को किसी तरह की असुविधा नहीं हो।
    
हिन्दी की किसी भाषा से प्रतिस्पर्धा नहीं, लेकिन प्रतिष्ठा अनिवार्य 

हमीरपुर, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। मासिक साहित्यक संगोष्ठी का आयोजन आज संस्कृति सदन सलासी के सभागार में आयोजित कियागया जिसकी अध्यक्षता जिला भाषा अधिकारी नीलम चंदेल ने की । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भाषा एवं संस्कृति विभाग हिन्दी भाषा को स्तरोन्नत करने तथा इसकी पहचान बनाए रखने के लिये समय-समय पर साहित्य संगोष्ठियों का आयोजन करता रहता है। उन्होंने कहा कि भारत की राष्ट्रीय भाषा हिन्दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की उन्नन्ति उसकी मातृभाष पर निर्भर करती है। इस अवसर पर हिन्दी भाषा की वर्तमान स्थिति पर संगोष्ठि में उपस्थित विद्धानों ने चर्चा की  । चर्चा में सोनिया पखरोवी, सुशील गौरम, डॉ नलिनी विभा नाजली, पुररूषोतम ठाकुर , पॅ0 पवन पखरोलवी , रत्न चंद रतनाकर, दलीप सिंह, देश राज कमल, केहर सिंह मित्र  ने भाग लिया ।  उन्होंने माना की हिन्दी का कि सी भाषा से प्रतिस्पर्धा नहीं, लेकिन भारत में उसके अपने स्थान की प्रतिष्ठाा अनिवार्य है। उन्होंने हिन्दी को रोजी व रोटी से  जोडऩे वाली भाषा बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया । इस मौक पर केहर सिंह मित्र ने हिन्दी की दशा व चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि हिन्दी राष्ट्र भाषा होने के बाजूद स्वयं को हेय दृष्टि में पाती है और इसके लिए हिन्दी से जुड़े हुए लोगों को जिम्मेवार बताया। उन्होंने कहा कि आज भी सुदर्शन नाम के बच्चे अपना नाम सुर्दशन लिखते हैं जबकि अनेक लोग द्वारा को द्धारा लिखते हैं इसके लिये प्राथमिकता अध्यापक अधिक जिम्मेवार हैं। इस मौके पर प्रो0 रमेश शर्मा ने भी चर्चा में भाग लिया । चर्चा उपरान्त जिला भाषा अधिकारी नीलम चंदेल ने साहित्यक संगोष्ठी में शामिल विद्धानों का धन्यवाद किया तथा की विभाग नवोदित लेखकों एवं कवियों को प्रोत्साहित करने के लिए कृत संकल्प है। 

अब कल्याणकारी योजनाओं की पात्रता के लिए न्यूतनम आय पैंतीस हजार : लखनपाल
  • ज्यादा से ज्यादा गरीब तथा निर्धन लोगों को सुविधाएं देने के लिए उठाया कदम
  • योजनाओं एवं कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार सुनिश्चित करें अधिकारी

हमीरपुर, 20  सितंबर (विजयेन्दर शर्मा)। समाजिक सुरक्षा पेंशन, गृह अनुदान योजनाओं की पात्रता के लिए न्यूनतम वार्षिक आय पंद्रह हजार से बढ़ाकर पैंतीस हजार कर दी गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा निर्धन तथा गरीब लोगों को लाभाविंत किया जा सके। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने बड़सर विधानसभा क्षेत्र के उसनाड़ कलां में प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत दी।  उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार समाज के कमजोर वर्गों के आर्थिक सामाजिक उत्थान को विशेष प्राथमिकता दे रही है ताकि उनके जीवन स्तर में सुधार लाया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन 450 से बढ़ाकर 550 रूपये किया गया है वहीं अस्सी वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को जीवन यापन के लिए एक हजार रूपये प्रतिमाह सुरक्षा पेंशन का प्रावधान करने के साथ साथ  गरीब पात्र लोगों को गृह निर्माण के लिए 75 हजार के अनुदान का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि कामगारा कल्याण बोर्ड के माध्यम से भी पंजीकृत मजदूरों के बच्चों को शिक्षा के लिए आर्थिक मदद मुहैया करवाने का प्रावधान करने के साथ साथ इंडक्शन चूल्हा, सोलर लैंप तथा साइकिल देने का निर्णय लिया गया है, कामगारों को दो बच्चों के विवाह के लिए 25-25 हजार की सहायता राशि देने का प्रावधान भी किया गया है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को स्वरोजगार उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत विकास कौशल भत्ता योजना आरंभ की गई है तथा प्रदेश के पात्र शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए एक हजार रूपये प्रतिमाह का भत्ता स्कील अपग्रेडेशन के लिए दिया जा रहा है। सीपीएस ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान सरकार ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कल्याणकारी राज्य का दायित्व बाखूबी निभाते हुए समाज के सभी वर्गों तथा सभी क्षेत्रों के समान एवं संतुलित विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। कमजोर वर्गों का कल्याण सरकार की नीति व नियोजन का केंद्र बिंदु रहा है और एक समृद्व हिमाचल के निर्माण के लिए वर्तमान सरकार कृतसंकल्प है। इससे पूर्व एसडीएम अक्ष्य सूद ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए प्रशासन जनता के द्वार पर कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी।  उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन से जहां दूरदराज के क्षेत्रों के ग्रामीणों के धन एवं समय की बचत होती है तथा लोगों के घर द्वार पर ही समस्या हल करवाने के अवसर प्राप्त होते हैं  जिससे उन्हें  उपमंडल तथा जिला मुख्यालय के चक्कर काटने से निजात मिलती है। उन्होंने कहा कि उपमंडल स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में समय-समय पर  प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम नियमित तौर पर आयोजित किए जा रहे हैं  जिसका लोगों को अधिक से अधिक संख्या में अपनी समस्याएं प्रस्तुत करनी चाहिए ताकि उनकी शिकायतों का निदान मौके पर किया जा सके। शिविर के दौरान विभिन्न मदों से संबन्धित 120 मामले जनता द्वारा प्रस्तुत किये गये जिनमें अधिकांश का निपटारा मौके पर किया गया तथा शेष संबन्धित विभागों को प्राथमिकता के आधार पर त्वरित निपटारे के लिये सौंपे गये। इस अवसर पर नरेश लखनपाल सेवा दल मीडिया प्रभारी, विशाल शर्मा युवा कांग्रेस नेता, अमीं चंद पूर्व वीडीसी उपाध्यक्ष,  मदन लाल उप प्रधान, वार्ड पंच पुरूषोत्तम , डीपी अग्रिहोत्री सेवा निवृत प्रधानाचार्य , उधो राम सेवा निवृत पी.आई, प्रधान ग्राम पंचायत उसनाड़ बासु देव, तहसीलदार सीता राम चौहान, खण्ड विकास अधिकारी प्रीतपाल सिंह के अतिरिक्त सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। भारत की सभी ट्रेड युनियनों के विरोध को दरकिनार कर श्रम कानूनों को सुधार के नाम पर बदलने की कोशिश कर रही है मोदी सरकार। यह बात हिमाचल विल्डिंग एवं कंस्ट्रक्शन युनियन के राज्य अध्यक्ष एवं प्रदेश इंटक के महासचिव कामरेड जगत राम शर्मा ने पत्रकारों से कही। उन्होंने बताया कि देश में बहुराष्ट्रीय कंपनियों व निजी क्षेत्र को लाने के लिए एनडीए सरकार दिन रात एक कर रही है। उनकी सुविधाओं के लिए और उनके ईशारे पर ही श्रम कानूनों को बदलने की तैयारी की जा रही है। मोदी सरकार पूंजीपतियों व बहुराष्ट्रीय कंपनियों से ऋण लेकर विकास का ढिंढोरा पीट रही है। अन्त में  एक न एक दिन बहुराष्ट्रीय कंपनियों का गुबारा बुलबुले की तरह टूट जाएगा। बहुराष्ट्रीय कंपनियां व  निजी क्षेत्र के प्रबन्धक कोई ाी श्रमिक कानून लागू नहीं होने देते। हायर एडं फायर की नीति चलाकर श्रमिकों का गला दबाकर रखते हैं। भारत जैसे देश में अमीर व गरीबों में पिछले दस साल से संतुलन काफी बिगड़ गया है। इसलिए नेहरू इंदिरा मॉडल पर आधारित  किया हुआ विकास अमीर और गरीब के बीच के अन्तर को  दूर कर सकता है। इससे पहले समाजवादी देशों से मिलकर देश में सार्वजनिक क्षेत्र को बढ़ावा दिया गया।  और आम गरीब लोगों की जेब तक पैसा पहुंचाने की कोशिश की गई। सार्वजनिक क्षेत्रों में सभी श्रम कानूनों की पूरी तरह से पालना की जाती है। जबकि बहुराष्ट्रीय कंपनियों व निजी क्षेत्र में आम कर्मचारियों का किसी न किसी ढंग से शोषण किया जाता रहता है। जगत राम ने आगे कहा कि लोगों को निजी क्षेत्र व सार्वजनिक क्षेत्र के रोल को समझना चाहिए। सार्वजनिक क्षेत्र के ट्रेड युनियनों और कर्मचारियों को कठिन परिश्रम करके सार्वजनिक क्षेत्र को बचाने व इसकी रक्षा करने के लिए काम करना चाहिए। और उन्होंने कहा कि जो भी टे्रड युनियनें व राजनीतिक पार्टियां सार्वजनिक क्षेत्र का विरोध करती हैं उनसे आम जनता व कर्मचारी वर्ग को दरकिनार करना चाहिए।

अक्षमों के लिए रोजगार व स्वरोजगार मेला 23 को ऊना में

ऊना, 20 सितम्बर (): विकलांग व्यावसायिक पुनर्वास केन्द्र, ऊना के सौजन्य से 23 सितम्बर को अक्षम व्यक्तियों के लिए एक रोजगार व स्वरोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए केन्द्र के प्रभारी उपिन्द्र सिंह ने बताया कि इस मेले में संयुक्त क्षेत्रीय केन्द्र, सुंदरनगर के सहयोग से अक्षमों को व्हील चेयर, ट्राईसाईकिल, बैसाखियां आदि सहायक उपकरण भी निशुल्क वितरित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऊना व अंब क्षेत्र में स्थापित औद्योगिक इकाईयां इस मेले में भाग लेकर अक्षमजनों को रोजगार उपलब्ध करवाएंगी तथा स्वरोजगार हेतु विशेष रूप से एनएचएफडीसी, लीड बैंक, ऊना तथा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, ऊना के सौजन्य से अक्षमों के लिए ऋण संबंधी विस्तृत जानकारी देकर मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि इस मेले के आयोजन में इन्नर व्हील क्लब, ऊना, जिला रोजगार व जिला कल्याण कार्यालयों के अलावा कंवर अस्पताल, ऊना का विशेष रूप से सहयोग रहेगा।

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (20 सितम्बर)

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किसानों के चेहरे खिले, उत्तरा नक्षत्र ने दिया अमृत 

नरकटियागंज(पच) आश्विन मास में उत्तरा नक्षत्र की वर्षा से किसानों केे  चेहरे खिल गये। खेतांें में लगी फसल को संजीवनी स्वरूप वर्षा की बूंदे मिल गयी। वे भी लहलहा उठे हैं, तीन दिनों से लगातार मानों आसमान से सूर्य आग के शोले वर्षा रहा था जिससे जनजीवन त्रस्त हो गया था कि उत्तरा नक्षत्र ने लोगों को राहत प्रदान कर दिया। समाजिक वाणिकी से जुड़े किसानों के लिए उत्तरा नक्षत्र की वर्षा अमृत तुल्य है। पौधारोपण के उपरान्त दूसरे दिन खेत से मिलने वाली नमी को पूरा करने के लिए उसर जमीन को मिला पानी पौधे के लिए काफी लाभकारी साबित हो रहा है। आश्विन मास की झुलसाती घूप से राहत के लिए पौधों को दिया जाने वाला पानी काफी महत्वपूर्ण होता है। इस वर्षा ने उस पानी की कमी को पूरा कर दिया। गौनाहा के वाणिकी से जुड़े कर्मी श्रीकान्त ठाकुर बताते है कि पौधों के लिए आवश्यक पानी की पूर्ति उत्तरा नक्षत्र की वर्षा ने पूरा कर दिया हैं।

गाँधी जयन्ती पर पूर्ण स्वच्छ दिखेगा रेलवे

नरकटियागंज(पच) प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान के मद्देनजर रेलमंत्रालय को मिले निर्देश के अनुपालन में रेलवे के तमाम विभाग जुट गये हैं। रेलवे सुरक्षाबल के निरीक्षण अरूण कुमार झा ने इस बावत बताया कि महात्मा गाँधी जयन्ती के दिन रेलवे पूर्ण स्वच्छ दिखेगा क्योंकि रेलवे के सभी कर्मी और अधिकारी उच्चाधिकारियों के निर्देश का अक्षरः पालन करने को दृढसंकल्पित है। वैसे नरकटियागंज में रेलवे परिसर कचरों से पटा हुआ है। लेकिन रेलवे अपने स्वच्छता अभियान में लगे होने का दावा करता है। नरकटियागंज रेलवे स्टेशन के बुकिंग कार्यालय के सामने गंदगी का अंबार लगा हुआ है। पार्सल कार्यालय के पूरब जेनेरेटर हाउस(पावर हाउस) के उत्तर पूर्णतः गंदगी का अम्बार है। रनिंग रूम के पश्चिम आने-जाने वाले नाक पर रूमाल रखकर चलने को विवश है। अब देखना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी के निर्देशों पर रेलवे कितना अमल करने में सक्षम हो पाता है।

भाप्रसे अधिकारी सह अनुमण्डल पदाधिकारी ने किया अस्पताल का निरीक्षण

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नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज के अनुमण्डल पदाधिकारी भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी कौशल कुमार सिंह ने अनुमण्डलीय अस्पताल का निरीक्षण किया। जिसमें सिविल असिस्टेन्ट सर्जन सह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकासरी डाॅ. चन्द्रभूषण उनके साथ रहे। सरकारी दवा को स्टाॅक चेक करने पहुँचे तो वहाॅँ स्टाॅक रजिस्टर नहीं पाया गया। आई ए एस पदाधिकारी ने चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे दवा का स्टाॅक रजिस्टर अवश्य जाँच करा लें। उन्होंने अस्पताल परिक्षेत्र का निरीक्षण भी किया, उसके बाद वे अस्पताल की छत पर पहुंचे और स्थिति को देखा। पत्रकारांे से मुखातिब अनुमण्डल पदाधिकारी ने बताया कि वे अपना प्रतिवेदन उच्चाधिकारियों को सौंपेंगे। अनुमण्डल पदाधिकारी ने सरकारी अस्पताल में व्याप्त अनियमितता की जाँच के दौरान व्याप्त गंदगी पर अपनी नाराजगी को प्रकट नहीं होने दिया, अलबत्ता स्वच्छता को लेकर नाखुश अवश्य हुए। अस्पताल की छत पर जब भाप्रसे अधिकारी पहुँचे तो पूरे अस्पताल का विहंगम दृश्य देखा और पाया कि लोगों को रोग मुक्त करने वाला अस्पताल स्वयं चारों तरफ से संक्रमण का शिकार है। अस्पताल के दक्षिण और पूरब क्षेत्र में गंदे पानी और जलजमाव से अस्पताल परिसर में विषाणु फैल रहे है। आस-पास के लोग अपने घरों का वर्जित पदार्थ सरकारी अस्पताल परिसर में फेंकते है। प्रशासन की बेचारगी के कारण अस्पताल अपने स्वरूप को बरकरार नहीं रख सका है। इन दिनों अस्पताल परिसर बिचैलियों से भरा पड़ा है। अस्पताल मंे काम करने वाले कर्मियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी हैं। जिसका ताजा तरीन नतीजा यह कि बीसीएम और एकाउन्टेन्ट प्रकरण है। जिसको लेकर आए दिन सरकारी अस्पताल में हंगामा होता रहता है।

भारतीय किसान संघ ने किसानों की राशि भुगतान की मांग की

नरकटियागंज(पच) लौरिया प्रखण्ड के मरहिया गाँव में शत्रुमर्दन पाण्डेय के द्वार पर भारतीय किसान संघ की बैठक शुक्रवार को सम्पन्न हुई। जिसमें सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि गाँधी जयन्ती के अवसर पर 02 अक्टूबर 2014 को भितिहरवा आश्रम पहुँचकर माल्यार्पण करना है। उसके बाद 15 जनवरी 2015 से 15 फरवरी 2015 तक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। बैठक में लौरिया क्षेत्र के किसानों की समस्या पर विचार विमर्श किया गया। सरकार की घोषणा के बावजूद लौरिया क्षेत्र के गन्ना किसानांे का चीनी मिलों द्वारा लम्बित रखने के कारण त्राहिमाम की स्थिति है। गन्ना किसान यह मानते है कि पहले नीलहे सरकार चलाते रहे अब मिलहे सरकार चला रहे है, इसलिए किसानों की आवाज सरकार के कान तक नहीं पहुँच पा रहा है। इस क्षेत्र के किसानों के गन्ना आपूर्ति का भुगतान वर्ष 1996-1997 का लगभग करोड़ों रूपये बतौर लम्बित है। बिहार सरकार की घोषणा के बावजूद किसानों की राशि की भुगतान की कोई उम्मीद दूर-दूर तक नज़र नहीं आती दिख रही। भारतीय किसान संघ के मंत्री विजय नारायण राव का कहना है कि किसानों की बकाया भुगतान की राशि जिला मुख्यालय में पड़ा हैं। कुछ तकनीकि कारणों से किसानों की उक्त राशि का भुगतान उन्हें नही मिल पा रहा है।

रेलवे ओवर ब्रीज निर्माण को लेकर जिला जद यु का एक दिवसीय धरना सम्पन्न

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नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज पूरब केबिन रेलवे समपार संख्या 22/एसपीएल पर ओवर ब्रीज के निर्माण को लेकर जिला जनता दल युनाईटेड के तत्वावधान में प्लेटफार्म संख्या एक पर एक दिवसीय धरना सम्पन्न हुआ। जिसकी अध्यक्षता महम्मद अब्बास अहमद ने किया। एक दिवसीय धरना का नेतृत्व पूर्व सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतों ने किया। जिला जद यु की जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार निर्वतमान सांसद ने अपने कार्यकाल के दौरान बगहा, रामनगर और नरकटियागंज में रेल ओवर ब्रीज के निर्माण की स्वीकृति करायी। सूत्र बताते है कि उक्त स्वीकृति वर्ष  रामनगर में ओवर ब्रीज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। नरकटियागंज और बगहा में कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। जिसके लिए 03 अक्टूबर 2012 को एक दिवसीय धरना और 17 नवम्बर 2013 को रेल चक्का जाम आन्दोलन जद यु ने किया। तत्कालीन सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो को इस बात की भनक 17 नवम्बर 13 तक नही मिल पाई थी कि नरकटियागंज रेलवे ओवर ब्रीज का प्राक्कलन विस्तृत कर दिया गया हैं। ज्ञात हो कि उसकी स्वीकृति के लिए पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ने 8 मार्च 2013 को रेलवे बोर्ड को लिखा। एक दिवसीय धरना को संबोधित करते हुए निवर्तमान सांसद ने कहा कि चम्पारण की सेवा करना मेरा फर्ज है। मैं किसी पद पर रहूँ या नहीं। अनवरत् प्रयास कर बगहा, रामनगर और रेलवे ओवर ब्रीज पास करवाया हूँ। नरकटियागंज में रेल ओवर ब्रीज का काम साजिश के तहत रोका गया है। राज्य समिति सदस्य राजन मिश्र ने कहा कि यदि रेलवे ओवर ब्रीज का निर्माण कार्य जनवरी 2015 तक प्रारंभ नहीं हुआ तो 02 फरवरी 2015 को जद यु एक दिवसीय अनशन करेगा। धरना का संचालन अनिल कुमार ने किया जबकि विधायक प्रभात रंजन, शुभू शुक्ल, मुरली मनोहर गुप्ता, अफरोज आलम, कमलेश पंडित, लालबाबू पटेल, अलखदेव पासवान, नन्द किशोर राम, सुनिल कुमार, अब्बास अंसारी, प्रकाश गुप्ता, म.जावेद, पूर्णमासी मांझी, सुनिता गुप्ता, सैयद महम्मद फारूख, कन्हैया कुशवाहा, प्रभू कुशवहा, रमानन्द कुशवाहा, विक्रमा चैधरी, फिराज आलम, बबलू श्रीवास्तव, अरविन्द मणि तिवारी, सुरेश चैधरी, शत्रुध्न कुशवाहा, सुरेन्द्र बैठा व अन्य ने अपने विचार रखे।

महिला चोर गिरफ्तार

नरकटियागंज(पच) स्थानीय रेलवे प्लेटफार्म संख्या 2 पर शुक्रवार की शाम करीब 5.30 बजे कौशल्या देवी पति लक्ष्मण साह नामक व्यक्ति को जो नगदहिया मनुआपुल की निवासी है, को धर दबोचा। राजकीय रेलवे पुलिस के अधिकारी विकास कुमार सिंह ने धर दबोचा उस पर चोरी और पाॅकेटमारी का आरोप है। इस संबंध में थानाध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने भारतीय दण्ड विधान की धारा 379, 411 के तहत काण्ड संख्या 20/2014 दर्ज किया हैं। फिलहाल जीआरपी नरकटियागंज ने उसे न्यायालय को सौंप दिया है।

पत्रकार सुरेश गांधी के पिता महायात्रा पर गए

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  • अंतिम संस्कार धर्म-आध्यात्म एवं मोक्ष की नगरी काशी के मणकर्णिका घाट पर किया गया 
  • निधन से पत्रकारिता जगत समेत स्वयंसेवी संगठनों, समाजसेवियों, साहित्यकारों, कवियों, लेखकों एवं बुद्धजीवियों आदि में शोक की लहर 

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वरिष्ठ पत्रकार एवं स्वतंत्र लेखक सुरेश गांधी के पिता विश्वनाथ प्रसाद जायसवाल शनिवार की रात सवा दस बजे जीवन की अंतिम महायात्रा पर चले गए। उनका अंतिम संस्कार धर्म-आध्यात्म एवं मोक्ष की नगरी काशी के मणकर्णिका घाट पर किया गया। मुखाग्नि ज्येष्ठ पुत्र योगेश चंद्र जायसवाल ने दी। वे अपने पीछे चार पुत्रों, एक बेटी सहित दर्जनभर नाती-पोता सहित सौ से अधिक लोगों का भरापूरा परिवार छोड़ गए। आपके निधन से पत्रकारिता जगत समेत स्वयंसेवी संगठनों, समाजसेवियों, साहित्यकारों, कवियों, लेखकों एवं बुद्धजीवियों आदि में शोक की लहर है। आपका अर्थी विसर्जन मणकर्णिका घाट पर उनके चारों पुत्रों ने किया। 

वरिष्ठ पत्रकार दीपक शर्मा, जय प्रकाश सिंह, पदमपति शर्मा, डा मत्सयेन्द्र प्रभाकर, दिनेश चंद्र मिश्रा, राजेन्द्र गौतम, एके लारी, नदीम एस अख्तर,  संजय शर्मा, आशुतोष पांडेय, आर्दश शुक्ला, कमलेश चर्तुवेदी, रणधीर सिंह सुमन, डा डीके बाजपेयी, अजय विद्धुत, ब्रिजेन्द्र दुबे, इन्द्र कुमार यादव, सुमंत यादव, सीनियर एडवोकेट एवं इलाहाबाद विश्व विद्यालय इलाहाबाद पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कमलकृष्ण राय उर्फ केके राय, दुर्गेश मिश्र, डॉ.आशीष वशिष्ठ, वल्लभ पांडेय, लेनिन रघुवंशी, बीके राय, जयकुमार झा, आरपी सिंह, हरिश भारद्वाज, वीरेन्द्र सिंह चैहान, वीरेन्द्र मौर्या टाटा, सुधांशु उपाध्याय, संतोष पांडेय, इन्द्र कुमार यादव, सुमंत यादव, कंचन पाठक, आनंद पीएचडी मदनवाल, दीप भट्ट, चन्द्रेश कुमार छतलानी, अजित उज्जैनकर, पुष्पेन्द्र चैबे, आदित्य द्विवेदी, बीमलेश गौतम, राजीव सिंह, सर्वजीत सिंह रघुवंशी, राकेश सिंह, भरत कुमार, राजीव रंजन मिश्रा, राजेश आस्थाना अनंत, हरिनाथ यादव, नईमीश सिंह, योगेन्द्र सिंह संजय, विनय त्रिवेदी, राजेश गुप्ता मद्ेशिया, सरफराज सिद्दीकी, अजय शुक्ला, पंकज उपाध्याय, प्रकाश दुबे, शबनम खान, लक्ष्मण पार्वती पटेल, आशुतोष सिंह कौशिक, राय दिव्येन्दु, ज्ञान प्रकाश, प्रसन कुमार ठाकुर, अशोक मिश्र, अविनाश चर्तुवेदी, विनय मौर्या, सुभाकर दुबे, जगदीश त्रिपाठी, शेरु दुबे, अजय जायसवाल, एसएन विनोद, पियुष मिश्रा, हरिगोविन्द विश्वकर्मा, अनिल वर्मा, कामरान अशद, अनिरुद्ध चंदेल, विजय प्रताप, अभय कुमार सिंह, किशोर श्रीवास्तव, आशापति शास्त्री, प्रभजंन कुमार शुक्ला, अशोक श्रीवास्तव, प्रमोद श्रीवास्तव, सैयद हसनैन कमर, इंद्रदेव भारती, राजेश राय, बीके मुखर्जी, मनिका मोहिनी, आशुतोष आनंद अवस्थी, संदीप गुप्ता, अमरेश पांडेय, चंदू राय, रत्नाकर पाठक, अरविन्द मिश्रा, आलोक वर्मा, चंद्रमौली मिश्रा, अमित कुमार उपाध्याय, निसार खान, विनय भूषण पांडेय, राजेन्द्र मेहता, अमित श्रीवास्तव बीएचयू, राजेश शुक्ला, शरद कुंज भारती, सचिन वर्मा, विकास मिश्रा, अनिल कुमार उपाध्याय, प्रकाश ठकुरिया, कुंवर अनिरुद्ध प्रताप सिंह, डा रोली तिवारी मिश्रा, विकास राय, हरिश सिंह, सुधीर सिंह, श्रीपाल शक्तवत, आशिश सोनी, शरद पांडेय मुन्ना, कृष्ण जानू, अशोक श्रीवास्तव, राकेश यादव, संजय राणा, मूलचंद्र गौतम, विनय सिंह, सत्येन्द्रनाथ श्रीवास्तव, रमेश सिंह, कवि मदन मोहन शर्मा, अजित मिश्रा, आनंद श्रीवास्तव, विजय दुबे, आनंद कुमार सिंह, शरद शर्मा, उज्जवल कनौजिया, दीक गुप्ता, प्रवीन उपाध्याय, वीर विनोद छाब्रा, आनंद तिवारी, राजीव सारस्वत, त्रिनाथ मिश्रा, आर्दश त्रिपाठी, आर्दश त्रिपाठी, भारतेन्दु द्विवेदी, द्रिगविन्दुमणि सिंह, ओमकार केशरवानी, विभाकर सिंह, आशुतोष द्विवेदी राघवेन्द्र दुबे, रंजना जायसवाल, अजय कुमार झा, जादुगर राकेश श्रीवास्तव, अमित तिवारी, सतीश चंद्र जायसवाल, गिरीश कुमार जायसवाल, उमेश चंद्र जायसवाल, सुरेश चंद्र जायसवाल, शैलेन्द्र जायसवाल, सत्यव्रत डेलही, कामरान अल्वी, विश्वात्मा द्विजेन्द्र, सुरेन्द्र सिंह, शिव सिंह, हजारी शौरभ शुक्ला, शत्रुघ्न गुप्ता, अभय ़िद्ववेदी, उमेश श्रीवास्तव सोशलिस्ट, आशिश राय ऐश, टीएन सिंह, रवि के झा, रोहित पांडेष् द्विग्विजय सक्सेना, दुर्गेश यादव, रोहित जायसवाल, दीप विष्ट बाबा, पुनीत निगम, एवी जायसवाल, अवनिश मिश्रा, गुरु मिश्रा, इबैनी हसन जैदी, आर्दश श्रीवास्तव, सुभाष त्रिपाठी, सुरेश कुमार सिंह, परितोष त्रिपाठी, अमित मौर्या, डीजे मनीश जायसवाल, शमशेर बहादुर सिंह, धीरु सिंह राठौर, विनय सैनी, विपीन एस तिवारी, उषा यादव इलाहाबादी, अजय पाठक, चेतन शुक्ला, राजेश शुक्ला, रश्मि चर्तुवेदी, नीलेश कुमार श्रीवास्तव, पिन्टू मिश्रा, सुधांशु श्रीवास्तव, मोहम्मद कामरान, पंकज चर्तुवेदी, सुनील प्रताप सिंह, मिथिलेश कुमार बिन्द, मनीश गोस्वामी, विपीन कुमार मिश्रा, अनुप गुप्ता, रमाकांत पांडे, दिनेश सिंह रामेश्वर सोनी, पृथ्वीपाल सिंह, हेमराज तिवारी, फजले रसूल, संतोष जायसवाल, गौरव निर्मल शर्मा, आर्यन चंद्रा, संदीप कुमार जायसवाल, आदित्य नारायण सिंह, आर्यन श्रीवास्तव, सुभाष त्रिपाठी आदि ने शोक संवेदन व्यक्त करते हुए ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। डा मत्सयेन्द्र प्रभाकर ने कहा मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करे। निश्चित ही स्वर्ग में सीधे प्रवेश मिला होगा उन्हें, अभी पितृपक्ष है, इस अवधि में जो आत्माएं देह त्यागती हैं उनका मोक्ष हो जाता है और वे जन्म-मृत्यु के बन्धन से मुक्त हो जाती हैं और देवकुल में मिल जाती हैं। दुःख होता है क्योंकि हम उन्हीं से तो होते हैं किन्तु यह संसार का एक शाश्वत नियम और अन्तिम सत्य भी। आप तथा आपके परिजनों के प्रति मेरी और मेरे अपनों की पूर्ण सहानुभूति है। समस्त प्राणियों के लिए मृत्यु के समान कोई दुःख नहीं है, मृत्यु के समान कोई भय नहीं है, मृत्यु के समान कोई त्रास नहीं है और मृत्यु के समान कोई सच नहीं है। 

एशियाई खेल बैडमिंटन : महिला टीम सेमीफाइनल में, पुरुष बाहर

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saina nehwal
शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल के नेतृत्व में भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने शनिवार को इंचियोन में चल रहे 17वें एशियाई खेलों के महिला टीम स्पर्धा के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। भारतीय पुरुष टीम का सफर हालांकि पहले ही दौर में मेजबान दक्षिण कोरिया से हारकर थम गया। भारतीय महिला टीम ने ग्येंगयांग जिम्नेजियम में पहले अंतिम-16 दौर के मुकाबले मकाऊ को एकतरफा मुकाबले में 3-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया और इसके बाद क्वार्टर फाइनल मुकाबले में कहीं मजबूत टीम थाईलैंड को 3-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश करने के साथ ही कांस्य पदक पक्का कर लिया।

भारतीय महिलाएं अब रविवार को सेमीफाइनल में मेजबान दक्षिण कोरिया का सामना करेंगी। एशियाई खेलों में बैडमिंटन में 1986 के बाद पहली बार भारत को पदक मिलेगा। सायना ने पहले एकल मुकाबले में अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी रातचानोक इंतानोन को 21-15, 17-21, 21-18 से हराकर भारतीय टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। सायना को हालांकि इसके लिए एक घंटा सात मिनट तक कड़ा संघर्ष करना पड़ा। विश्व चैम्पियनशिप में लगातार दो कांस्य पदक जीतने वाली पी. वी. सिंधु ने इसके बाद दूसरे एकल मुकाबले में बी. पोर्नटिप को एकतरफा मुकाबले में 30 मिनट में मात देकर भारत की बढ़त को 2-0 कर दिया। पोर्नटिप को सिंधु ने सीधे गेमों में 21-15, 21-13 से हराया।

इसके बाद हालांकि तीसरे एकल मुकाबले में पी. सी. तुलसी बुसानान ओंगबामरुं गफान से 21-12, 21-14 से हार गईं। अगला युगल मुकाबला भी थाईलैंड ने जीत लिया और मैच में 2-2 की बराबरी कर ली। एन. सीक्की रेड्डी और प्रद्न्या गडरे की जोड़ी चौथे युगल मुकाबले में बी. पोर्नटिप और कुंचला वोरविचितचाईकुल की जोड़ी से 17-21, 21-18, 16-21 से हार गई। ज्वाला गुट्टा की अनुपस्थिति में अश्विनी पोनप्पा, सिंधु के साथ आखिरी और निर्णायक युगल मुकाबले में उतरीं। सिंधु और पोनप्पा की जोड़ी ने टी. सैपसीरी और टी. साराली की जोड़ी को सीधे गेमों में 21-16, 21-17 से हरा दिया और भारतीय टीम को 3-2 से जीत दिला दी।

दूसरी ओर भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम के बी. सुमित रेड्डी और मनु अत्री सहित किदांबी श्रीकांत और हाल में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पारुपल्ली कश्यप को भी टीम स्पर्धा में हार मिली। श्रीकांत को विश्व के सातवें वरीय खिलाड़ी सन वान-हो ने 14-21, 8-21 से हराया। वहीं विश्व की नंबर एक जोड़ी यो इयोन सियोंग और ली योंग डे ने रेड्डी एवं अत्री को केवल 35 मिनट में 12-21, 9-21 से हराया। विश्व के 28वें वरीयता प्राप्त खिलाड़ी कश्यप को भी 62वें वरीयता प्राप्त ली ह्यून इल से चौंकाने वाली हार मिली। कश्यप को मिली हार के साथ ही भारतीय पुरुष टीम के स्पर्धा में आगे बढ़ने की संभावनाएं खत्म हो गईं। कश्यप पहला गेम 21-6 से जीतने के बाद अगले दो गेम में 14-21 और 10-21 से हार गए।
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