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मुख्यमंत्री मेहरवान तो उद्योगपति पहलवान, नौकरसाही सैतान-उमेश तिवारी

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  • दमन के लिये लाठी बरसाना निंदनीय

umesh tiwari
सीधी। टांेकों-रांेको-ठांेकों क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने जे.पी. पापर प्लांट निगरी के विस्थापितों द्वारा अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक जनतांत्रिक तरीके से किये जा रहे आन्दोलन के आन्दोलन कारियों पर पुलिस द्वारा बेरहमी पूर्वक किये गये लाठी चार्ज की घोर निदा की है। श्री तिवारी ने कहा है कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा प्राकृतिक संसाधनों (जल, जंगल, जमीन) को लूटने के लिये उद्योगपतियों को खुली छूट दे रखी है। जारी लूट का विरोध एवं वैधानिक हकों की बात करने वालों पर प्र्रदेश सरकार की सह पर लाठी एवं गोली बरसायी जाती है, फर्जी मुकदमा कायम कर जेल भेजा जाता है। प्र्रदेश सरकार द्वारा पुलिस प्रशासन का अनैतिक एवं असंवैधानिक दुरूपयोग इसलिये किया जाता है कि प्रदेश में स्थापित हो रहे उद्योगों में भाजपा के बडे नेताओं की साझेदारी होती है तथा छुट भैयों को टुकड़ा प्र्राप्त होता है। 

प्र्रदेश एवं प्रदेश वासियों को लूटने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह देशी एवं विदेशी पूंजीपतियों के लिए लाल कारपेट विछाने का कार्य कर रहे है। श्री तिवारी ने कहा है कि जे.पी. एसोसियेट द्वारा विध्य क्षेत्र में जहाॅ-जहाॅ उद्योग स्थापित किया गया है उसके द्वारा विस्थापन निति, पर्यावरण नीति, भू-अर्जन के प्रावधान का तो पालन नहीं ही किया गया है, उसके द्वारा प्रशासन से सांठ-गांठ करके नियम कायदों को भी रौदने एवं जनता पर लाठी एवं गोली चलवाने का कृत्य किया गया है। जे.पी. एसोसियेट से टुकडे प्राप्त कर जन प्रतिनिधि जनता के साथ विश्वासघात करते हैं तथा प्रशासन जे.पी. के टुकडे से लाभान्वित होकर जनता पर लाठी एवं गोली बरसा कर दमन करता है, जिसका ताजा उदाहरण निगरी पावर प्लांट के विस्थापितों पर लाठी बरसाना है। निगरी के विस्थपित जन अपनी सम्पत्ति की लूट तथा अपने अधिकारों की बात करते है तो उन पर लाठी बरसायी जाती है, वहीं जे.पी. पावर बेंचर्स निगरी द्वारा बिना अनुमति के गोपद नदी में बांध बना लिया गया है, बालू की अवैध निकासी की जा रही है, सैडकों एकड़ वन भूमि में स्थाई दीवाल की बाउण्ड्री बनाकर अवैध कब्जा कर लिया गया है, बांध के डूब में सिंगरौली तथा सीधी जिले के कई ग्रामों की भूमियां डूब में आ गई है, डूब मे आने वाली जमीनों का न तो भू-अर्जन किया गया, न तो किसानों को मुआवजा ही दिया गया। जे

.पी. एसोसिएट द्वारा की व्यापक अनियमितता पर कानूनी कार्यवाही हेतु जन आन्दोलन किया गया फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। ऐसे में तो यही कहा जा सकता है कि ’’मुख्यमंत्री शिवराज सिंह मेहरवान तो जे.पी. एसोसिएट पहलवान, नौकरसाही सैतान’’। 

समाजवादी पार्टी के सम्मेलन में दूसरे दिन भी मोदी पर निशाना

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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के बाद गुरुवार को उनके छोटे भाई और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर आलोचना की। शिवपाल ने सपा के नौंवें राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि मोदी अमेरिका और जापान में तो व्यापार की बात करने जाते हैं लेकिन देश में झाडू लगाने की बात करते हैं। दरअसल वह गरीबों का हक छीनना चाहते हैं। मुलायम ने कल मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था, जो गरजते हैं, वो बरसते नहीं। चीन बार बार भारत की सीमा में घुसपैठ करता है। देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं। चीन हमेशा से देश को धोखा देता आया है। चीन के मामले में सरकार चुप क्यों है? मुलायम ने आरोप लगाया था कि मोदी ने सीमाओं के बारे में बात ही नहीं की। उनमें चीन के समक्ष यह मुद्दा उठाने का साहस होना चाहिए था।

लगातार नौंवीं बार सपा अध्यक्ष चुने गये मुलायम ने मोदी की ‘56 इंच सीने’ की टिप्पणी को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि सपा की आलोचना करने के लिए 56 इंच का सीना चाहिए। सपा सम्मेलन में कल पहुंचे जदयू प्रमुख शरद यादव ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिये बिना उन पर निशाना साधते हुए कहा था कि जिसकी सरकार हो, उसे काम करना चाहिए। बोलना कम चाहिए। केन्द्र की वर्तमान सरकार सिर्फ सपने बेच रही है।

पद्म पुरस्‍कार से सम्‍मानित प्रख्‍यात पत्रकार कामथ का निधन

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वरिष्ठ पत्रकार और प्रसार भारती के पूर्व अध्यक्ष एमवी कामथ नहीं रहे। उनका गुरुवार सुबह अपने पैतृक स्थान कर्नाटक के मणिपाल में निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीवनी लिखने वाले शुरुआती लेखकों में से थे। कामथ करीब एक दशक तक वाशिंगटन में 'द टाइम्स ऑफ इंडिया'के कॉरेसपोंडेंट भी रहे। उनके भतीजे जयराम कामथ ने यहां बताया कि उन्होंने सुबह करीब 6.30 बजे अंतिम सांस ली।

जयराम ने बताया कि वह लंबी उम्र के कारण पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, जिसे देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार हम उनके शव को अधिक समय तक नहीं रखेंगे और आज ही (गुरुवार) उनका अंतिम संस्कार कर देंगे।"माधव विट्टल कामथ का जन्म सात सितंबर, 1921 को कर्नाटक के उडुपी में हुआ था। वह विज्ञान विषय से स्नातक थे। पत्रकारिता में आने से पहले पांच साल तक उन्होंने बतौर केमिस्ट काम किया था।

वर्ष 2004 में कामथ को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने 40 किताबें लिखीं, जिनमें 'गांधी-अ स्पिरिचुअल जर्नी', 'रिपोर्टर एट लार्ज'और 'नरेंद्र मोदी-द आर्किटेक्ट ऑफ अ मॉर्डन स्टेट'शामिल हैं। उन्होंने मीडिया में अपना करियर मुंबई के एक दैनिक 'फ्री प्रेस जर्नल'से बतौर रिपोर्टर 1946 में की थी और बाद में इसके सांध्य दैनिक 'फ्री प्रेस बुलेटिन'के लिए काम किया। बाद में वह 'द टाइम्स ऑफ इंडिया'से जुड़े और वर्ष 1967-69 के बीच 'द संडे टाइम्स'का संपादन किया। वह 10 साल तक वाशिंगटन में 'द टाइम्स ऑफ इंडिया'के कॉरेसपोंडेंट भी रहे।

मीडिया करियर के दौरान उन्होंने दिल्ली, वाशिंगटन, पेरिस, जेनेवा, न्यूयार्क तथा अन्य शहरों में काम किया। वर्ष 1981 में सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने मुंबई में रहने का फैसला किया और इस दौरान वह किताबें और विभिन्न राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशनों में स्तंभ लिखते रहे। 15 दिन पहले तक उन्होंने लेखन कार्य किया था। कामथ को प्रसार भारती का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था। निधन से पहले तक वह मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशंस के मानद अध्यक्ष एवं निदेशक रहे।

पाक के पूर्व पीएम गिलानी के बेटे के खिलाफ हत्या का केस दर्ज

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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी के बेटे अब्दुल कादिर गिलानी और उनके सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ एक युवक की हत्या करने के आरोप में एक मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि वीआईपी मूवमेंट के लिए रास्ता न देने के चलते कादिर के सिक्युरिटी गार्ड ने एक बाइक सवार युवक को कथित तौर पर गोली मार दी। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मंगलवार शाम 23 वर्षीय ताहिर मलिक बाइक से डिफेंस एरिया जा रहा था, तभी गिलानी के सबसे बडे बेटे अब्दुल कादिर और उसके सुरक्षाकर्मियों से बहस हो गई। 

हालांकि, मृतक युवक को साइड में चलने का संकेत दिया। लेकिन उसे अचानक सडक से बाई ओर मुडने में थोड समय लगा। सुरक्षाकर्मी ने ताहिर पर गोली चला दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने गिलानी के आवास पर प्रदर्शन किया। आखिरकार पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 

नरेंद्र मोदी ने हर्षवर्धन से पूछा क्यों हटाया गया संजीव को

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एम्स के सीवीओसंजीव चतुर्वेदीको पद से हटाये जाने के मामले में प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदीने डॉ. हर्षवर्धनसे फोन पर चर्चा की और उनसे विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों के अनुसार इस मामले में प्रधानमंत्री को भी पूरी जानकारी नहीं दी गई है। कई तथ्यों को छिपाया गया है। हेल्थ सेक्रेटरी ने लिखा है कि संजीव की नियुक्ति को एम्स की जीबी और आईबी से अप्रूवल नहीं थी जबकि उन्होंने 23 मई को अपनी फाइल पर लिखा है कि संजीव की नियुक्ति को जीबी की 144वीं मीटिंग नवंबर 2010 और आईबी की 144वीं मीटिंग जनवरी 2012 में अप्रूवल मिल चुका है।

रिपोर्ट में पीएमओ को अधूरी जानकारी दी गई है जिसमें यह भी कहा गया है कि संजीव को एम्स के सीवीओ के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त किया गया है, जबकि इंस्टिट्यूट द्वारा 7 जुलाई 2012 को जारी नियुक्ति लेटर में स्पष्ट लिखा है कि सीवीओ का कार्यभार ही उनका मुख्य काम होगा और बाकी काम अतिरिक्त प्रभार होगा।

‘हुदहुद’ 12 अक्तूबर को आंध्र प्रदेश को पार करेगा

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मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात ‘हुदहुद’ ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट की ओर बढ़ रहा है तथा अगले 12 घंटे में यह भीषण चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। भारतीय मौसम विभाग के आज के बुलेटिन में कहा गया है कि सुबह 8 बज कर 30 मिनट के आसपास चक्रवात गोपालपुर से 780 किमी दक्षिण..दक्षिण पूर्व की ओर तथा विशाखापट्नम से 770 किमी दक्षिण पूर्व में था। बुधवार को पूर्वाह्न 11 बज कर 30 मिनट पर यह चक्रवात गोपालपुर से 1100 किमी दक्षिण पूर्व में और विशाखापटनम से 1150 किमी पूर्व..दक्षिण पूर्व में था।

बुलेटिन में कहा गया है, चक्रवात लगातार पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा, अगले 12 घंटे में यह भीषण चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा और उसके बाद 24 घंटे के दौरान यह प्रचंड हो जाएगा। 12 अक्तूबर को दोपहर के पहले तक यह चक्रवात उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय हिस्से को पार कर जाएगा। बहरहाल, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के ऊपर इस चक्रवात की वजह से ‘किसी प्रतिकूल मौसम का पूर्वानुमान न होने’’ के कारण इस द्वीपसमूह के लिए ‘डी..वार्निंग’ जारी की गई है। मौसम विभाग ने उत्तरी आंध्रप्रदेश के तटीय हिस्से और दक्षिणी ओडिशा के लिए तेज बारिश होने की चेतावनी जारी की है।

बुलेटिन में यह भी कहा गया है, चक्रवात के प्रभाव की वजह से 11 अक्तूबर की शाम से दक्षिणी ओडिशा के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश (6.5 सेमी से 12.4 सेमी), कुछ इलाकों में अत्यधिक बारिश (12.5 सेमी से 24.4 सेमी) और कुछ में बहुत ही भीषण बारिश (24.5 सेमी से अधिक) हो सकती है। उत्तर तटीय आंध्रप्रदेश के विशाखापटनम, विजयनगरम, श्रीकाकुलम जिलों में भी इसी तरह बारिश होगी। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटीय हिस्सों में हवाओं की गति 50 से 60 किमी प्रति घंटा हो रही है, जो 11 अक्तूबर की सुबह तक 70 किमी प्रति घंटा तक हो जाएगी। इसके बाद 12 अक्तूबर से हवाओं की गति 130..140 किमी प्रति घंटा और फिर 150 किमी प्रति घंटा तक हो जाएगी। विभाग के बुलेटिन में कहा गया है कि समुद्र में 11 अक्तूबर की सुबह से ऊंची लहरें उठेंगी। 12 अक्तूबर की सुबह से लहरें भयावह रूप ले लेंगी। चक्रवात के प्रभाव की वजह से कच्चे मकानों को व्यापक नुकसान पहुंचेगा। बिजली और संचार की लाइनें आंशिक रूप से बाधित होंगी। रेल और सड़क यातायात भी प्रभावित होगा तथा उड़ते मलबे से भी खतरा होगा।

महाराष्ट्र में बीजेपी गठबंधन को मिल सकती हैं 154 सीटेंः सर्वे

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15 अक्टूबर को महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले किए गए एक सर्वेक्षण के मुताबिक राज्य में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों को 154 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि, सर्वेक्षण में यह भी सामने आया है कि ज्यादातर लोग शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। 'द वीक'और 'हंसा रिसर्च'की ओर से किए गए इस सर्वे में कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले पृथ्वीराज चव्हाण मुख्यमंत्री पद के लोकप्रिय उम्मीदवारों के मामले में दूसरे पायदान पर रहे।

सर्वेक्षण के मुताबिक इस चुनाव में महाराष्ट्र की जनता कांग्रेस को तगड़ा झटका देने वाली है। सर्वे के नतीजे बताते हैं कि महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी को महज 25 सीटें मिलने के आसार हैं। सर्वेक्षण के मुताबिक, बीजेपी को 36.50 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं, जबकि शिवसेना को 17.10 फीसदी। वहीं कांग्रेस को महज 11.97 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद जाहिर की गई है। सर्वेक्षण के मुताबिक विधानसभा चुनावों में शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को बड़ा नुकसान होता नजर आ रहा है। सर्वेक्षण के नतीजों के मुताबिक एनसीपी 17 सीटों पर सिमट सकती है और उसे महज 5.85 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। मुख्यमंत्री पद के लिए पवार पांचवें सबसे लोकप्रिय उम्मीदवार हैं और इस मामले में वह महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे और बीेजेपी के देवेंद्र फड़नवीस से भी पीछे हैं।

जवाब देने के लिए पाक को बेहतर नेता की जरूरत : इमरान खान

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पाकिस्तान के विपक्षी नेता इमरान खान ने कहा है कि नियंत्रण रेखा के हालात पर जवाबी कार्रवाई के लिए पाकिस्तान को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बजाय एक बेहतर नेता की जरूरत है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख खान ने कहा, 'मौजूदा हालात में देश एक नेता को तलाश रहा है। लेकिन आप कहां हैं मिस्टर नवाज शरीफ? आप खामोश क्यों हैं?'इमरान खान ने आरोप लगाया कि शरीफ अपने कारोबारी हितों की हिफाजत करने के लिए नियंत्रण रेखा के हालात पर खामोश हैं।

खान ने कहा कि वह 'पड़ोसियों के साथ दोस्ताना रिश्ते चाहते हैं, लेकिन किसी को हमला करने की इजाजत नहीं दे सकते।'वह बीती रात संसद के सामने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे जहां वे पिछले वर्ष के चुनाव में फर्जीवाड़े के आरोपों को लेकर शरीफ को सत्ता से हटाए जाने की मांग को लेकर अगस्त से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। नियंत्रण रेखा तथा अंतरराष्ट्रीय रेखा पर भारत और पाकिस्तान के बीच एक सप्ताह से अधिक समय से भारी गोलीबारी हो रही है।

सुनंदा पुष्कर मौत मामले में फाइनल रिपोर्ट पुलिस को सौंपी, जहर होने का खुलासा!

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कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की इसी साल 17 जनवरी को दिल्ली के पांच सितारा होटल में रहस्यमय परिस्थिति में हुई मौत की विसरा रिपोर्ट तैयार हो गयी है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि उनकी मौत जहर से हुई है. यह रिपोर्ट 27 सितंबर को तैयार की गयी है. इसका खुलासा टीवी पत्रकार कार्तिकेय शर्मा ने अपने ट्विट में किया है. कार्तिकेय ने अपने ट्विट में इस रिपोर्ट की कॉपी अपने न्यूज चैनल के पास होने का दावा भी किया है. पुलिस को रिपोर्ट सौंप दी गयी है.


रिपोर्ट के अनुसार, सुनंदा पुष्कर बिल्कुल स्वस्थ थीं और उन्हें हृदय, फेफड़े, किडनी या लीवर से संबंधित कोई बीमारी नहीं थी. उनकी मौत जहर के कारण ही हुई थी. रिपोर्ट पर एम्स के तीन डॉक्टरों शशांक पुनिया, आदर्श कुमार व सुधीर गुप्ता का की हस्ताक्षर है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी उनकी अंगों के सामान्य होने की बात कही गयी थी. सुनंदा के मौत वाले दिन शशि थरूर कांग्रेस के अधिवेशन में दिन भर व्यस्त थे. 

उल्लेखनीय है कि पुष्कर की मौत के बाद मीडिया में यह खबरें आयी थी कि पुष्कर गहरी मानसिक संताप से गुजर रही थी. वह अपने पति शशि थरूर के पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के साथ संबंधों को लेकर परेशान थीं और इस संबंध में मीडिया से बात करने के लिए उन्होंने कार्तिकेय से एसएमएस व अन्य माध्यमों से संपर्क करने की कोशिश की थी. लेकिन उस समय किसी अन्य खबर के कवरेज में कार्तिकेय के व्यस्त रहने के कारण वे पुष्कर से बात नहीं कर सके और इससे पहले ही सुनंदा की मौत हो गयी. 

मिला कंकाल लापता नवरूणा का ही : सीबीआई

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बिहार के मुजफ्फरपुर जिला से दो साल पूर्व लापता लडकी नवरूणा के घर के समीप बरामद कंकाल को सीबीआई ने उसका कंकाल होने की पुष्टि कर दी है। नवरूणा के पिता अतुल चक्रवर्ती और मां मैत्री चक्रवर्ती ने आज बताया कि सीबीआई द्वारा उन्हें सूचित किया गया है कि डीएनए जांच में उनके घर के समीप से बरामद कंकाल नवरूणा का है।

इस बारे में पटना स्थित सीबीआई कार्यालय से संपर्क साधे जाने पर वहां से भी इसकी पुष्टि कर दी गयी। स्कूली छात्रा नवरूणा सितंबर 2012 से मुजफ्फरपुर जिला के नगर थाना क्षेत्र से लापता हो गयी थी और सीबीआई के इस खुलासे के पूर्व उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी।

26 नवंबर 2012 को नवरूणा के घर के समीप से एक कंकाल बरामद हुआ था और फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर बिहार पुलिस के खुफिया विभाग ने उसे नवरूणा का कंकाल होने का दावा किया था पर उसके परिजनों ने उसे मानने से इंकार कर दिया था। खुफिया विभाग ने नवरूणा के परिजनों से डीएनए जांच के लिए उनके खून का नमूना देने को कहा था । इस पर उन्होंने कहा था कि यह मामला सीबीआई को जांच के लिए सौंपे जाने पर ही वे अपने-अपने खून का नमूना देंगे।

राहुल गांधी का नया नारा- जय जवान, जय किसान, जय पहलवान

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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हरियाणा को विकास की नई बुलंदियों पर पहुंचाया है, जिसे आगे जारी रखने के लिए तीसरी बार जनता को कांग्रेस को सत्ता सौंपनी होगी। राहुल ने कहा कि अब हरियाणा को नया नारा दिया जाना चाहिए ‘जय जवान, जय किसान, जय पहलवान’।

राहुल ने गुरुवार को गन्नौर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा पूंजीपतियों और उद्योगपतियों की पार्टी है जो देश-प्रदेश को इसी दिशा में लेकर जाना चाहती है, जिसका सीधा खामियाजा देश-प्रदेश के किसान, मजदूर, युवाओं और गरीबों को भुगतना पड़ेगा। इसकी स्पष्ट तस्वीर केंद्र सरकार के 100 दिन के कार्यकाल में देखी जा चुकी है। राहुल ने कटाक्ष किया कि मोदी 60 वर्षों का हिसाब मांगते हैं, क्या वह यह नहीं जानते कि आज हिंदुस्तान को विश्व के भविष्य के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस ने ईमानदारी से देश-प्रदेश को विकास पथ पर आगे बढ़ाने का काम किया है, जिस पर कोई भी उंगली नहीं उठाई जा सकती।

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव पूर्व नरेंद्र मोदी एवं भाजपा नेताओं ने महंगाई घटाने के साथ 100 दिन में काला धन देश में वापस लाने का वायदा किया था, लेकिन भाजपा अपना कोई वायदा पूरा नहीं कर सकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने युवा शक्ति का सही उपयोग किया है।

राहुल ने कहा, ‘अब हरियाणा को नया नारा दिया जाना चाहिए ‘जय जवान, जय किसान, जय पहलवान’। भाजपा एवं इनेलो हरियाणा में विकास न होने का झूठा प्रचार कर रहे हैं, जबकि हकीकत जनता के सामने है।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा चुनाव के दौरान चीन और पाकिस्तान को लेकर बडी बडी बाते करते थे लेकिन आज चीन-पाकिस्तान के हौंसले बुलंद हैं। उन्होंने कहा कि कहने और करने में बहुत अंतर होता है। भाजपा केवल कहती है, लेकिन कांग्रेस की करनी-कथनी में कोई अंतर नहीं है। राहुल ने हरियाणा की जनता का आह्वान किया कि प्रदेश में एक बार फिर से किसान-मजदूर-गरीब की सरकार कांग्रेस सरकार लेकर आयें तभी प्रदेश आगे बढ़ेगा।

हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला जेल से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की बात कहते हैं, जब वह विधायक नहीं बन सकते तो मुख्यमंत्री कैसे बनेंगे? उन्होंने कहा कि गरीब, मजदूर एव किसान वर्ग की सच्ची हितैषी केवल कांग्रेस ही है जिसने इन वर्गों की भलाई के लिए हजारों करोड़ रुपये के कर्ज माफ करने के साथ नई नीतियों का निर्माण किया है।

शिवसेना ने मेरे गठबंधन के प्रस्ताव का जवाब नहीं दिया : राज ठाकरे

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महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने गुरुवार को दावा किया कि भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन टूटने के बाद 15 अक्तूबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की खातिर वह शिवसेना से गठबंधन करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला।

राज ने एक खबरिया चैनल से कहा, 'शिवसेना-भाजपा गठबंधन 25 सितम्बर को खत्म होने के बाद उसी रात मैंने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की।'उन्होंने कहा, 'इस बात पर सहमति बनी कि दोनों दलों (मनसे और शिवसेना) के नेता चर्चा को आगे बढ़ाएंगे लेकिन हमारी तरफ से बार-बार प्रयास के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला।'

यह पूछने पर चुनाव बाद गठबंधन पर उनकी पार्टी का क्या रुख होगा तो राज ने जवाब देने से बचते हुए कहा, 'इस चुनाव में मेरे निशाने पर शिवसेना नहीं बल्कि कांग्रेस, राकांपा और भाजपा है।'बहरहाल, शिवसेना ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे आने वाले समय में राज के बयान पर प्रतिक्रिया देंगे।शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, 'जो भी प्रतिक्रिया देनी है वह उद्धव देंगे। महाराष्ट्र के हित में राज ठाकरे के रुख का स्वागत है, चुनावों के बाद देखते हैं क्या होता है।'

आलेख : अब उसी की भाषा में पाकिस्तानी फौजियों को जवाब देने का वक्त

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भारतीय सेना को मुगालते में नहीं रहना चाहिए और हर वक्त पाकिस्तानी फौजियों के चहलकदमी पर निगहबानी बनाएं रखनी होगी। क्योंकि उसका मकसद गोलीबारी के बीच 2000 से अधिक आतंकियों को घुसपैठ कराकर जम्मू-कश्मीर के चुनाव को प्रभावित कराना है। आंकड़े बताते हैं कि बीते साल जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान ने 347 बार संघर्ष विराम तोड़ा। वहीं, इस साल पाकिस्तानी सेना 115 से अधिक बार अमन के इस करार की धज्जियां उड़ा चुकी है। बीते एक दशक के दौरान शांतिकाल और संघर्ष विराम के बीच भारत को अपने 25 से अधिक सैनिकों को केवल नियंत्रण रेखा पर ही खोना पड़ा है। मतलब पाकिस्तान अपने जन्म से ही शत्रुततापूर्ण कूटनीतिक व्यवहार आज तक जारी सिर्फ इसलिए रखा है कि वह कश्मीर को अंतर्राष्टीय मुद्दा बनाना चाहता है। शायद यही वजह है कि वहां चाहे फौज की हाथ में सत्ता रही हो या राजनीतिक लोगों के किसी ने भी समझौतों की कद्र नहीं की और शांति के प्रयासों की बात करते-करते कभी संर्घषविराम का उल्लंघन कर गोलाबारी तो कभी भारत की धरती पर आतंक प्रायोजित करने लगता है। फायरिंग पर दोषारोपण भारत पर किया जाता है लेकिन हमारा पाकिस्तान पर फायरिंग का कोई मकसद ही नहीं है। असल मामला तो यह है कि कश्मीर के अलावा उसके पास कोई मसला नहीं है जिसके बूते वह आवाम के बीच बना रहे। जब भी उसका पत्ता खिसकता नजर आने लगता है कश्मीर की दुहाई देने लगता है 

अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्रों में पाकिस्तान की ओर से संघषर्विराम उल्लंघन कर ताबड़तोड़ दागे जा रहे गोले का जवाब अब भारतीय जवानों को उसी के भाषा में जवाब देना होगा। जैसा कि जवाबी हमले में 15 पाक फौजियों को मार गिराया जाना वाकही सराहनीय कदम है, तो दो महिलाओं सहित 7 भारतीयों का मारा जाना बेहद दुखद। ऐसे में भारतीय सेना को मुगालते में नहीं रहना चाहिए और हर वक्त पाकिस्तानी फौजियों के चहलकदमी पर निगहबानी बनाएं रखनी होगी। क्योंकि उसका मकसद गोलीबारी के बीच 2000 से अधिक आतंकियों का घुसपैठ है। इन सबके बीच भारत सरकार को चाहिए कि वह मधुर रिश्ते का राग अलापना छोड़ जवानों का हौसलाफजाई कर भारतीयों की सुरक्षा के दिशा-निर्देश लगातार देते रहे। क्योंकि पाकिस्तान की शैतानी मानसिकता अब चरम पर जा पहुंची है। इससे बड़ा हास्यास्पद और क्या हो सकता है कि संघषर्विराम उल्लंघन पर भारत के समक्ष शिकायत दर्ज कराने के बाद वह नियंत्रण रेखा पर स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह से संपर्क साधा। हालांकि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह को मान्यता ही नहीं दी। पाकिस्तानी रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर भारत को जवाबी कार्रवाई के लिए उकसा रहा है, ताकि पाकिस्तान इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बना सके। वैसे भी खुफियां तंत्र की मानें तो सीमा पर बड़ी तादाद में आतंकियों की घुसपैठ कराने की साजिश है, ताकि जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों में खलल डाला जा सके। भारत की ओर से विदेश सचिव स्तर की बातचीत रद्द होने के बाद से पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। हो सकता है कि गोलीबारी के जरिए वह दबाव बनाने की कोशिश कर रहा हो। 

जम्मू-कश्मीर में भारत और पाकिस्तान के बीच 200 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तनाव बढ़ गया है। रक्षा मंत्रलय के आंकड़े बताते हैं कि बीते साल जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान ने 347 बार संघर्ष विराम तोड़ा। वहीं, इस साल पाकिस्तानी सेना 115 से अधिक बार अमन के इस करार की धज्जियां उड़ा चुकी है। बीते एक दशक के दौरान शांतिकाल और संघर्ष विराम के बीच भारत को अपने 25 से अधिक सैनिकों को केवल नियंत्रण रेखा पर ही खोना पड़ा है। इसके अलावा बीते साल तो पाकिस्तान की ओर से सीमा पर एक भारतीय जवान का सिर काटने जैसी घिनौनी हरकत भी की गई थी। उल्लेखनीय है कि इस साल 27 मई को भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात के दौरान भी सीमा पर अमन का मुद्दा प्रमुखता से उठा था। भारत और पाकिस्तान की ओर से इस मामले पर नियंत्रण का रास्ता निकालने के लिए डीजीएमओ स्तर संवाद भी हुआ था। लेकिन, कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर पाकिस्तान की ओर से जताए गए वादे और इरादे जमीन पर धराशाई हो जाते हैं। ऐसे में केरन, सांबा, पुंछ, रजौरी समेत नियंत्रण रेखा और अंतराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी का सिलसिला बदस्तूर जारी है। सरहद पार से हो रही फायरिंग का जवाब बीएसएफ की 50 से 60 चैकियों से लगातार दिया जा रहा है। हालात के मद्देनजर पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली चुप्पी तोड़ते हुए स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को जिम्मेदारी सौंपी है। साथ ही सीमा पर सुरक्षाबलों को खुली छूट देते हुए कहा कि स्थितियों को देखते हुए सीजफायर उल्लंघन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। क्योंकि पाकिस्तानी रेंजर्स मशीनगन और मोर्टार शेल से हमले कर रहे हैं, जिसका परिणाम है कि जम्मू में सीमा क्षेत्र के ग्रामीण मारे जा रहे हैं, गांव के गांव खाली होते जा रहे हैं और लोगों को घर छोड़कर पलायन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। 

सूत्रों के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट बताती है कि घुसपैठ के लिए सीमा पार करीब दो हजार आतंकियों की खेप को तैयार किया गया है। बंगाल के बर्धमान जिले में हुए धमाके में जांच एजेंसियों को और सुबूत मिलने से आतंकी गतिविधियों की बात पुख्ता हुई है। एनआइए ने अपनी रिपोर्ट में धमाके में शामिल लोगों के तार प्रतिबंधित संगठन सिमी से जुड़े होने का दावा किया है। विस्फोट में मारे गए शकील की पत्नी ने खुलासा किया कि वह बांग्लादेश में सक्रिय कट्टरपंथी संगठन का नेता था। ऐसी भी जानकारी मिली है कि धमाके में शामिल लोगों का अलकायदा के ही एक अन्य संगठन अल जेहादी से जुड़ाव हो सकता है। हद तो यह कि बीएसएफ की 40 चैकियों को निशाना बनाया जा चुका है। इस महीने के पहले हफ्ते में ही अबतक संघर्षविराम उल्लंघन की दस घटनाओं को पाकिस्तान अंजाम दे चुका है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह लाख चीखते रहे कि पाकिस्तान को अब संघर्षविराम उल्लंघन बंद कर देना चाहिए, लेकिन पाक की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। वैसे भी पाकिस्तान में सेना की मनमानियों पर सरकार का कोई काबू नहीं दिखता। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की निर्वाचित सरकार वैसे भी कई प्रकार के दबाव के अलावा सेना के दबाव में भी दिखाई देती है। दूसरे मुल्क की अंदरुनी गड़बडि़यों से अवाम का ध्यान हटाने के लिए सबसे आसान तरीका पाक ने गोया संघर्षविराम के उल्लंघन को बना लिया है। तो क्या पाकिस्तान इस सच्चाई को नहीं समझ पा रहा है कि भारत में अब समय बदल गया है? इतना तो तय है कि पाकिस्तान जिस तरह भारत की सहनशक्ति की परीक्षा ले रहा है और जैसा माहौल वह दोनों देशों के बीच पैदा कर रहा है, उससे संबंधों को सामान्य बनने में कोई मदद नहीं मिलने जा रही है। 

बार-बार के संघर्ष विराम उल्लंघन से पाकिस्तान हरगिज भारत पर दबाव नहीं डाल पाएगा, यह उसे हर हाल में समझ लेना चाहिए। दरअसल, कई प्रकार की खुन्नस में पाक संघर्षविराम का उल्लंघन करता है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर वह कश्मीर मुद्दा उठाने का प्रयास करता है, लेकिन हर बार कूटनीतिक तौर पर उसे मुंह की खानी पड़ती है। सीमापार से गोलाबारी वास्तव में उसकी हताशा की ही अभिव्यक्ति है। आम लोगों को निशाना बनाना कर पाक अपनी कुंठा को सार्वजनिक कर रहा है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव के तहत और जुलाई 1949 में हुए कराची समझौते के तहत संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह की स्थापना संघषर्विराम रेखा की निगरानी के लिए की गई थी। क्या मजाक है कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर भारत से संयम बरतने को पाक कह रहा है। विदेश सचिव स्तर की बातचीत अचानक रद्द करने का आरोप भी पाक लगा रहा है। जबकि उसकी कथनी और करनी पूरी दुनिया समझ चुकी है। पाक द्वारा संघषर्विराम उल्लंघन काबीएसएफ के जवान मुंहतोड़ जवाब जरूर दे रहे हैं, लेकिन साथ ही सरकार की ओर से सख्त कदम भी उठाए जाने चाहिए, जिससे पाक आए दिन ऐसी हरकत न दोहरा सके। शांत सीमा जिस तरह यकायक अशांत हो उठी है उसका एक बड़ा कारण संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर पर पाकिस्तान को किसी तरह का समर्थन न मिलना ही नजर आता है। उसे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के मामले में भारत और अमेरिका के बीच बनी समझ-बूझ से भी झटका लगा होगा। जब अमेरिका और साथ ही शेष विश्व समुदाय के रुख से पाकिस्तान को सबक सीखना चाहिए था तब वह जिहादी रवैया दिखा रहा है। 

सीमा पर खून बहाकर पाकिस्तान एक तरह से यह कहना चाह रहा है कि अगर उससे बात नहीं की जाएगी तो वह सीमा पर इसी तरह की हरकतें करेगा। मुश्किल यह है कि जब उसके साथ बातचीत होनी होती है तब भी सीमा पर उत्पात होता है। या तो संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जाता है या फिर आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश की जाती है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अभी तक ऐसा कुछ नहीं कर सके हैं जिससे दुनिया को यह भरोसा हो कि वह अपनी सेना पर भी नियंत्रण रखते हैं। इन स्थितियों में भारत के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि वह संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं पर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब कुछ इस तरह से दे कि वह इस तरह की हरकतों से बाज आए। इसके लिए जो भी उपाय हों वे किए जाने चाहिए। यह सही है कि नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा में कई हिस्से ऐसे हैं जो दुर्गम हैं, लेकिन उन्हें अभेद्य बनाना ही होगा। इससे ही पाकिस्तान को व्यर्थ की उछलकूद करने से रोका जा सकता है। इसके अतिरिक्त यह भी आवश्यक है कि पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना जारी रखा जाए। उसे यह समझ में आना ही चाहिए कि वह जिस रीति-नीति पर चल रहा है उससे अंततः उसे ही नुकसान उठाना पड़ेगा। मतलब पाकिस्तान अपने जन्म से ही शत्रुततापूर्ण कूटनीतिक व्यवहार आज तक जारी सिर्फ इसलिए रखा है कि वह कश्मीर को अंतर्राष्टीय मुद्दा बनाना चाहता है। शायद यही वजह है कि वहां चाहे फौज की हाथ में सत्ता रही हो या राजनीतिक लोगों के किसी ने भी समझौतों की कद्र नहीं की और शांति के प्रयासों की बात करते-करते कभी संर्घषविराम का उल्लंघन कर गोलाबारी तो कभी भारत की धरती पर आतंक प्रायोजित करने लगता है। फायरिंग पर दोषारोपण भारत पर किया जाता है लेकिन हमारा पाकिस्तान पर फायरिंग का कोई मकसद ही नहीं है। असल मामला तो यह है कि कश्मीर के अलावा उसके पास कोई मसला नहीं है जिसके बूते वह आवाम के बीच बना रहे। जब भी उसका पत्ता खिसकता नजर आने लगता है कश्मीर की दुहाई देने लगता है





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(सुरेश गांधी)

अब टिहरी झील का नाम होगा सुमन सागरः हरीश रावत

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  • - टिहरी झील साहसिक पर्यटन महोत्सव में सीएम ने लगाई घोषणाओं की झड़ी
  • - पर्यटन मंत्री ने कहा 20 हजार लोगों को मिलेगा झील में रोजगार

tihari lake
नई टिहरी से राजेन्द्र जोषी। टिहरी झील साहसिक पर्यटन महोत्सव के दूसरे व अंतिम दिन सीएम हरीष रावत ने घोषणाओं की झड़ी लगायी। सीएम ने टिहरी झील का नाम श्री देव सुमन सागर सहित हिमालय दर्षन योजना षुरू करने, चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डा अगले साल अक्टूबर तक षुरू करने की घोषणा के अलावा प्रतापनगर, टिहरी एवं घनसाली की 26 मांगों को स्वीकृति दी। सीएम ने कहा कि टिहरी झील रोजगार को प्रमुख जरिया बनेगी। उन्होंने कहा कि जो लोग अपना अतीत भूलते हैं वह वर्तमान नहीं बना सकते हैं। 

षुक्रवार को महोत्वस के अंतिम दिन झील परिक्षेत्र कोटी कालोनी में सीएम हरीष रावत ने कहा कि टिहरी कुर्बानी का दूसरा नाम है। झील में समाए गांवों के नाम पर चारों ओर बसे काॅर्नर को विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दस साल बाद टिहरी सबसे बड़ा टूरिस्ट डेस्टीनेषन होगा। उन्होंने कहा कि इस सागर का भरपूर उपयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली पीढि़यों ने कुर्बानी देकर आने वाले पीढ़ी के लिए रास्ता दिया हैं उन्होंने कहा कि ऋषिकेष-गंगोत्री हाईवे को जल्द ही डबल लेन किया जाएगा जबकि झील परिक्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं को तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक प्रभावित गांवों का पुनर्वास नहीं हो जाता तब तक आरएल 830 मीटर तक झील भरने नहीं दी जाएगा। साथ ही विस्थापितों एवं प्रभावितों की समस्याओं को हल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुन-चुन कर समस्याओं को हल किया जाएगा। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि सीएम रहते-रहते चांटी-डोबरा पुल बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे देष में सड़कों का जाल बिछाने वाले प्रतापनगरवासियों के लिए इस पुल का बनना जरूरी है। कोरिया की कंपनी कंसलटेंसी का कार्य कर रही है। इस मौके पर उन्होंने टिहरी के विधायक दिनेष धनै की 14 सूत्रीय, प्रतापनगर की आठ सूत्रीय तथा घनसाली विस की चार सूत्रीय मांगों को पूरा करने की घोशणा भी की। कांगे्रस के प्रदेष अध्यक्ष किषोर उपाध्याय ने कहा कि स्थानीय सहभागिता से ही कार्य संपादित किए जाएं। उन्होंने कहा कि यहां की जमीन को बचाना भी जरूरी है। वायदे के अनुसार विस्थापित एवं प्रभावित परिवारों के एक-एक सदस्य को राज्य सरकार नौकरी दे, टिहरी बांध की झील से बनने वाले 50 फीसदी बिजली टिहरी में खर्च हो। प्रदेष के कृषि व जिले के प्रभारी मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि आपदा की त्रासदी को झेल कर उत्तराखंड आज फिर खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि टिहरी में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष व सूबे के पर्यटन मंत्री दिनेष धनै ने कहा कि टिहरी झील में कार्य चल रहे हैं और आने वाले दो-तीन माह में इसमें कई गतिविधियों षुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस झील में 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह कार्य करके दिखाएंगे हालांकि उनके रास्तें में कई अवरोध हैं। इस मौके पर उन्होंने नई टिहरी में परिवहन निगम के डिपो, चंबा-मसूरी फल पट्टी के काष्तकारों को भूमिधरी का अधिकार सहित 14 सूत्रीय मांग पत्र सीएम को दिया। प्रतापनगर के विधायक विक्रम सिंह नेगी व घनसाली के विधायक भीमलाल आर्य ने अपनी-अपनी विस की समस्यायें सीएम को बताई। उन्होंने कहा कि बांध प्रभावित इन दोनों विस की समस्यायें जल्द होनी चाहिए। साथ ही चांटी-डोबरा पुल का कार्य दु्रत गति से हो। इस मौके पर दायित्वधारी कीर्ति सिंह नेगी, रणजीत सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, नगर पालिकाध्यक्ष उमेष चरण गुसांई, चंबा विक्रप पंवार, प्रमुख आनंदी नेगी, विजय गुनसोला, षूरवीर सिंह सजवाण, अपर मुख्य सचिव राकेष षर्मा, पर्यटन सचिव उमाकांत पंवार, अपर सचिव षैलेष बगोली, डीएम युगल किषोर पंत, एसपी मुख्तार मोहसिन, जसपाल चैहान, जोत सिंह बिष्ट, लक्ष्मी भट्ट सहित भारी संख्या में बाहरी प्रदेषों से आए टूर आॅपरेटर्स, ट्रैवल ऐजेंसी के सदस्य, मीडिया के प्रतिनिधि मौजूद थे।

हे भगवान चांटी-डोबरा पुल बनवा दे
-सीएम हरीष रावत ने कार्यक्रम के बीच में जब बांध प्रभावित क्षेत्रोें की समस्याओं के बारे में बोल रहे थे। तभी उन्होंने कहा कि हे भगवान उनके मुख्यमंत्री रहते हुए चांटी-डोबरा पुल बन जाए। पूरे प्रदेष में सड़कों का जाल बिछाने वाले प्रतापनगरवासी सड़क व पुल के लिए परेषान हैं।

सरकारी मशीनरी को दिखाया आईना
- सीएम रावत ने कहा कि झील के विकास में आधारभूत समस्याओं को हल करना होगा। उन्होंने कहा कि सड़क, वायु, जल मार्ग दुरूस्त करने जरूरी हैं। उन्होंने प्रमुख सचिव नागरिक उड्डयन को जब चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे के बारे में पूछा तो, राकेष षर्मा ने जबाव दिया कि मार्च तक यह बनकर तैयार हो जाएगा। तभी सीएम ने चुटकी ली कि मुख्यमंत्री बने हुए उन्हें आठ माह का समय हो गया है। अधिकारी कैसे बेवकूफ बनाते हैं अब समझ में आ गया है। उन्होंने कहा सरकारी भाषा के अनुसार वायदे में छः माह का अतिरिक्त समय जोड़ अक्टूबर 2015 तक यह अड्डा बन जाएगा।

बसंती बिष्ट ने बांधा समा
- महोत्सव के पहले दिन गुरूवार रात्रि को कोटी कालोनी में षानदार सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किए। उन्होंने जागर व लोकगीतों से उपस्थित जन समूह का मनोरंजन किया। संस्कृति विभाग की टीम द्वारा जौनपुर, जौनसार, भाबर, उत्तरकाषी तथा कुमांउनी लोक गीत व लोक नृत्य प्रस्तुत किए गए। इस मौके पर लेजर षो व आतिषबाजी का प्रदर्षन कर टिहरी की झलकियां प्रस्तुत की गई। 

नीमच (मध्यप्रदेश) की खबर (10 अक्टूबर)

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कुपोषित बच्चों का स्नेह षिविर में जच्चा-बच्चा हो रहे लाभान्वित

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नीमच 10 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। बच्चों के स्वस्थ, दीर्घायु जीवन के लिए आयोजित 13 दिवसीय स्नेह षिविर का षुभारंभ विगत 7 अक्टूबर मंगलवार को वार्ड क्र. 15 के आंगनवाडी केन्द्र क्रमांक 26 पर किया गया था। जिसमें वरिष्ठ समाजसेवी हेमंत गोयल, भाजपा जिला उपाध्यक्ष वंदना खण्डेलवाल, जायसवाल महिला मण्डल की जिलाध्यक्ष श्रीमती छाया जायसवाल, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विष्वदेव षर्मा, उपाध्यक्ष चन्द्रप्रकाष मोमू लालवानी, पत्रकार मुकेष चैहान, फिरोज गोल्डन, इकबाल गोल्डन, अकरम, महिला बाल विकास की श्रीमती गंगा रावत, एन.एम.नर्स षकुन्तला कौषिक, षाहिदा खान, दुर्गा षर्मा, आषा नागदा, राधा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। आंगनवाडी की लाजवंती वर्मा, पोषण सहयोगी नीतू कैथवास, सहायिका संगीता, रचना का भी इस षिविर में प्रतिदिन एवं बच्चों को पोषण आहार एवं साफ सफाई आदि सेवा प्रकल्पों में उल्लेखनीय सहयोग मिल रहा है। लाजवंती वर्मा ने बताया कि स्नेह षिविर में प्रतिदिन प्रातः 10 से सायं 5 बजे तक माता एवं बच्चे उपस्थित रहकर षिविर का लाभ ले रहे हैं। यहां महिलाओं को बच्चों को साफ सफाई, टीकाकरण, भोजन सारिणी, स्वल्पाहार दलिया, उपमा, खुराक, वजन, आदि के महत्व से सम्बंधित विषेष जानकारी का प्रषिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है। 

मद्य निषेध सप्ताह जारी, योग में दिया नषामुक्ति का संदेष

नीमच 10 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। बीडी, गुटका, सिगरेट, तम्बाकू, षराब आदि छोडकर कर लो धर्म ध्यान वरना पछताओगे जब पहुंचोगे यमलोक के धाम..... जैसे स्लोगनों के साथ व्यायाम और योग सीखने वाले लोगों को योग के साथ नषा मुक्ति, धूम्रपान छोडने का प्रेरणादायी संदेष गायत्री मंच, ओम षांति मंत्र के माध्यम से दिया। षुभ प्रभात योग मित्र मण्डल द्वारा मनाए जा रहे मद्यनिषेध सप्ताह का समापन समारोह गांधी वाटिका में प्रातः 7 बजे षुक्रवार 10 अक्टूबर को किया गया। गांधी वाटिका में व्यायाम करने आने वाले प्रत्येक आमजन को नषे के नुकसान से अवगत कराया गया और नषामुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित भी किया। इस अवसर पर 7 लोगों ने तम्बाकू, गुटखा एवं सिगरेट छोडने का संकल्प लिया, जो कि पिछले कई वर्षों से इस घातक नषे के आदी थे। अब वे दूसरों को भी नषा छोडने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। यह अभियान षुभप्रभात मित्र मण्डल के सभी सदस्यों द्वारा अगले सप्ताह तक निरंतर जारी रखा जाएगा। इस अवसर पर माहेष्वरी समाज के अध्यक्ष भरत जाजू, षुभ प्रभात मित्र मण्डल के षिव माहेष्वरी, दिलीप मंडोवरा, गोविन्द पोरवाल, अग्रवाल समाज के पूर्व अध्यक्ष के.के. गर्ग, नवल मित्तल, डाॅ.राजेन्द्र जायसवाल सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। 

मोह त्यागे बिना संसार से पार नहीं - अनुभवदृष्टा

नीमच 10 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। संसार सागर से मोह त्यागे बिना संसार के भवसागर से पार नहीं हो सकते हैं। बिना मांगे जरूरतमंद को अपनी सम्पत्ति का कुछ अंष दान देना महान पुण्य का परमार्थ है। अन्र्तआत्मा में चिंतन किए बिना जीवन का कल्याण नहीं हो सकता है। उक्त उदगार महावीर जिनालय विकास नगर में 10 अक्टूबर को प्रातः 9 बजे आयोजित धर्मसभा में साध्वी अनुीावदृष्टा श्रीजी म.सा. ने व्यक्त किए। साध्वी श्रीजी म.सा. ने कहा कि हल्दी को दक्षिण एवं उत्तर भारत में बहुत पवित्र माना जाता है। सज्जन पुरूष दुष्मन का भी सत्कार करता है। युवा वर्ग संस्कृति के साथ स्वाध्याय, आध्यात्मिक चिंतन को भी जीवन में आत्मसात करे तो उनके जीवन का कल्याण हो सकता है। पहले राजा मंदिरों के जीर्णोद्धार कर पुण्य परमार्थ के सेवा कार्य करते रहते थे। संसार गृहस्थ के घर से याचक कभी भी खाली हाथ नहीं जाना चाहिए चाहे उसे थोडा ही दान दें लेकिन देकर अपना पुण्य परमार्थ अवष्य पूरा करें। राजा राम की तरह श्रीपाल राजा ने अपनी मर्यादा का आदर्ष प्रस्तुत किया। संसार में दानवीर कर्ण जैसा महान पुरूष कोई और नहीं है। रावण विद्वान था, उसके पास 1008 विद्या का ज्ञानी था। आकाष में सोने की सीढी बनाकर जाने का साहस रखता था, लेकिन अहंकार के कारण सोने की लंका का विनाष हो गया था। मनुष्य संसार में भटकता रहता है लेकिन अन्तिम परिणाम उसे नहीं मिलता है। गगनचुम्बी भवन भूकम्प के बाद ष्मषान लगते हैं इसलिए हम इनमें अपना मोह नहीं रखें। प्रमाद में अपना समय नष्ट करने वाले को दोबारा मानव जन्म नहीं मिलता है। जिनषासन में दोबारा जन्म असंभव है। मनुष्य भव मुष्किल से मिलता है। हम धु्रव तारे की तरह सदैव चमकते रहें, किसी समस्या संकट से घबराएं नहीं, बल्कि उससे संघर्ष कर समाधान की कोषिष करें। 

अहीर बाॅयस ने जीता फुटबाॅल प्रतियोगिता का सेमीफाइनल

नीमच 10 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। स्थानीय राजेन्द्रप्रसाद स्टेडियम में फुटबाॅल एकेडमी द्वारा जिला स्तरीय अंडर-14 वर्ग फुटबाॅल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें नीमच षहर सहित ग्रामीण अंचल की जूनियर फुटबाॅल टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के सेमी फाईनल व फाईनल मुकाबला गुरूवार को खेला गया। ये मैच बेहद रोमांचक व कष्मकष भरे रहे। कल प्रातः दो सेमी फाइनल मुकाबले खेले गए, जिसमें पहला मैच नीमच एकेडमी विरूद्ध ग्वालटोली इलेवन के बीच खेला गया जो भारी कष्मकष भरा रहा। एक एक गोल से मेच ड्रा हुआ। बाद में ग्वालटोली इलेवन ने पेनल्टी षाॅट से मैच जीता। दूसरा मैच अहीर बाॅयस विरूद्ध रिसाला ब्लू के बीच हहुआ, जिसे अहीर बाॅयस 2-0 गोल से जीता। सायं 4 बजे से फाइनल मुकाबला अहीर बाॅयस विरूद्ध ग्वालटोली इलेवन के मध्य खेला गया जिसे बेहद रोमांचक के बाद अहीर बाॅयस ने 2-1 गोल से जीता। अंत में विजेता-उपविजेता को पुरस्कृत करने हेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि नगर के वरिष्ठ खिलाडी कालूराम सैनी, डीएफए सचिव आषिफ खान सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित हुए। जिन्होंने विजेता उपविजेता टीम को आकर्षक ट्राफी व अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया। साथ ही बेस्ट खिलाडी का खिताब जाबाज खान, फारवर्ड विवेक गेहलोद, गोल कीपर दीपक उज्जैनियां को चुना गया। आयोजक जावेद मनिहारी, अमीर अब्बासी, गोपाल बागडी, नूटन मैसी, आबिद हुसैन भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। ग्वालटोली इलेवन को मिली प्रषंसा - प्रतियोगिता में उपविजेता रही ग्वालटोली इलेवन की टीम प्रथम प्रयास में ही फाइनल तक पहुंची उसके लिए टीम की काफी प्रषंसा की गई। टीम के कोच नंदु परदेषी, राजेन्द्र पटेल, मोईन खान, रोहन दीवान, विजय कुमियां, अक्षय दीवान के नेतृत्व में टीम के कप्तान दर्षन दीवान, अक्षय पटेल, विषाल कुमियां, अर्जुन चैधरी, नकुल, यष दीवान, मुकुल रियार, गौरव दीवान, विनय सफा, राहुल सफा आदि ने उमदा प्रदर्षन किया और उपविजेता रहे। इस सफलता पर ग्वालटोली में ढोल ढमाके के साथ जुलूस निकाला गया। 

निरंतर अभ्यास से मिली सफलता - कमल अहीर
अहीर बाॅयस के कोच कमल अहीर ने बताया कि सभी खिलाडी प्रातः 4.45 बजे उठकर 5 बजे रेल्वे काॅलोनी खेल मैदान पर पहुंचते हैं और निरंतर फुटबाॅल की तकनीक को सीखने के लिए सुबह 5 से 7 बजे तक 2 घंटे नियमित एक वर्ष से अभ्यास कर रहे हैं। यह सफलता अभ्यास का ही परिणाम है। 

टीम भावना से मिली विजयश्री - रीतिक
अहीर बाॅयस के कप्तान रीतिक अहीर ने कहा कि फुटबाॅल में सफलता पूरी टीम द्वारा समर्पण भावना से खेलने में मिली है। सभी खेल को परिश्रम के साथ खेलते हैं। इस सफलता का निरंतर जारी रखने के लिए अभी भी फुटबाॅल प्रषिक्षण का अभ्यास जारी है। मैनेजर अंकित अहीर ने बताया कि टीम ने संघर्षमय मुकाबले में हाफ टाईम बाद तकनीक खेल का प्रदर्षन करते हुए तरूण एवं लाखन अहीर ने गोल दागने का मौका नहीं गंवाया और टीम को फायनल मैच जीता दिया, टीम में प्रज्वल अहीर एवं रीतिक अहीर का खेल प्रदर्षन भी उम्दा रहा। बेस्ट खिलाडी का खिताब उज्जवल अहीर ने जीता। 

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नीमच 10 अक्टूबर 2014 (केबीसी न्यूज)। उस मालिक को बिरले ही जान पाते हैं। घडी के 3 कांटे की तरह गांधी वाटिका में डाॅ. महेष षर्मा, एस.एस. पंडित, हरिष उपाध्याय ने सदविचार की संकल्प षक्ति के साथ गांधीवाटिका में प्रज्ञा सेवा केन्द्र चलाकर जनभावनाओं को सत्साहित्य पढने की सुविधा मिले इस हेतु जनसहयोग षुभप्रभात योग मित्र मण्डल के द्वारा प्राप्त निःषुल्क पुस्तकों का संकलन कर जनहितार्थ पठन पाठन के लिये वाचनालय का संचालन हो रहा है। ज्ञातव्य है कि इसी कडी में 2 अक्टूबर गांधी जयंती से जनसहयोग से प्राप्त वस्त्रों का निःषुल्क वितरण प्रातः 7 से 8 बजे तक नित्य जरूरतमंदों को किया जा रहा है। 

भारत के कैलाश सत्यार्थी और पाक की मलाला को संयुक्त रूप से शांति का नोबेल

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2014 का नोबेल शांति पुरस्कार बच्चों के अधिकारों के लिए काम करने वाले भारत के कैलाश सत्यार्थी और पाकिस्तान की सामाजिक कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई को संयुक्त रूप से दिया गया है। 17 साल की मलाला सबसे कम उम्र में यह अवॉर्ड पाने वाली शख्सियत बनी हैं। यह अजब संयोग है कि भारतीय और पाकिस्तानी को संयुक्त रूप से शांति के नोबेल की घोषणा ऐसे वक्त में हुई है जब दोनों देशों की सीमा पर भारी तनाव है। कैलाश सत्यार्थी 'बचपन बचाओ आंदोलन'के जरिए बाल अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करते रहे हैं। वहीं मलाला यूसुफजई भी पाकिस्तान में बच्चों की शिक्षा से जुड़ी रही हैं। वह तालिबान के जानलेवा हमले का भी शिकार हुई थीं। नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा करने वाली कमिटी ने इस पुरस्कार का ऐलान करते हुए सत्यार्थी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने महात्मा गांधी की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बच्चों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया है।

कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि वह नोबेल शांति अवॉर्ड मिलने से बहुत खुश हैं। यह पुरस्कार बच्चों के अधिकारों के लिए हमारे संघर्ष की जीत है। सत्यार्थी ने कहा कि वह नोबेल कमिटी के शुक्रगुजार हैं कि उसने आज के आधुनिक युग में भी दुर्दशा के शिकार लाखों बच्चों की दर्द को पहचाना है। सत्यार्थी ने कहा कि वह मलाला यूसुफजई को व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं। वह मलाला को अपने साथ काम करने के लिए आमंत्रित करेंगे।

कैलाश सत्यार्थी की पत्नी सुमेधा सत्यार्थी ने कहा कि इस सम्मान के बाद मैं यही कहूंगी कि बाल मजदूरी मानवता पर कलंक है। उम्मीद है पूरी दुनिया इस कलंक को मिटाने के लिए कदम बढ़ाएगी। सुमेधा ने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिलने के बाद ही देश में गंभीरता से लिया जाता है। हम भी उम्मीद करते हैं कि इस सम्मान के बाद सरकार बाल दासता से मुक्ति के लिए सार्थक कदम उठाएगी। 

उधर, मलाला को संयुक्त रूप से शांति का नोबेल दिए जाने पर पाकिस्तान में भी खुशी की लहर है। मलाला को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पाकिस्तान की मानव अधिकार कार्यकर्ता असमां जहांगीर ने ट्वीट कर मलाला को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए बधाई दी। उन्होंने लिखा है कि मलाला के लिए बहुत अच्छी खबर। पाकिस्तान में मौजूद हर मलाला के लिए आज गर्व का दिन है।

चौटाला को सरेंडर करने के लिए एक दिन का समय

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हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और आईएनएलडी प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला को दिल्ली हाई कोर्ट ने सरेंडर करने के लिए शनिवार तक का समय दिया है। सीबीआई ने चौटाला की जमानत अर्जी रद्द करने की मांग की थी। शुक्रवार को आय से अधिक संपत्ति मामले की सुनवाई के दौरान भी चौटाला दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में पेश हुए थे।

शिक्षक भर्ती घोटाले के केस में चौटाला ने खराब तबीयत का हवाला देकर अदालत में पेशी से छूट की मांग की थी लेकिन सीबीआई ने इसका विरोध किया था। सीबीआई ने चौटाला पर जमानत की शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। चौटाला इन दिनों हरियाणा विधानसभा चुनावों में प्रचार कर रहे थे। उन्होंने अदालत में तबीयत खराब होने की बात कहकर जमानत ली थी।

आईएनएलडी प्रमुख चौटाला को अब जेल जाना होगा और वह प्रचार में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। उन्हें इस मामले में दस साल की सजा हुई है। अदालत ने पुलिस से कहा है कि अगर जरूरत पड़े तो चौटाला को एम्स ले जाया जा सकता है। इसके अलावा अदालत ने चौटाला का इलाज करने वाले एक प्राइवेट अस्पताल को भी नोटिस भेजा है कि खराब तबीयत के बाद रैलियों की इजाजत कैसे दी गई?

नवाज शरीफ ने की अपील, फायरिंग बंद करे भारत

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत से लगी सीमा पर शांति बनाए रखने और तीन अक्टूबर से रुक-रुक कर हो रही फायरिंग को बंद करने की अपील की है। जम्मू कश्मीर नियंत्रण रेखा पर दोनों ओर से हो रही फायरिंग के बाद उत्पन्न तनाव के मद्देनजर आज राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन इसका गलत मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कि भारत को संघर्षविराम समझौते का सम्मान करना चाहिए।

शरीफ ने भारत की ओर से की गई गोलीबारी में लोगों के मारे जाने पर दुख प्रकट किया। एनएससी की बैठक में गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने भाग लिया। इस दौरान सेना के उच्च अधिकारियों ने उन्हें नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थिति की जानकारी दी और बताया कि पाकिस्तानी सेना अपने बचाव में फायरिंग कर रही है और रिहायशी इलाकों को निशाना नहीं बना रही है।

स्थापित हुए लोगों को मिलेगा मुआवजा: मोदी

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प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की तरफ से हो रही फायरिंग के कारण विस्थापित हुए ग्रामीणों को मुआवजा देने का ऐलान किया है. पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रही फायरिंग में सीमा से लगे गांवों में जान-माल का काफी नुकसान हुआ है. महाराष्ट्र के अमरावती में मोदी चुनावी सभा कर रहे थे. गला खराब होने के बाद भी मोदी पाकिस्तान पर खूब गरजे. राहुल गांधी की पाकिस्तानी गोलाबारी को लेकर की गई टिप्पणी के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बयान की गोली का नहीं जवान की गोली का समय है. राहुल गांधी ने पाकिस्तान की गोलीबारी को लेकर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल किया था, जिसके जवाब में मोदी ने कहा 'कांग्रेस पार्टी सिर्फ बयानों की गोली चलाती है. यह वक्त बयानों की गोली का नही जवानों की गोली का है'.

प्रधानमंत्री ने कहा, 'सीमा के गांवों से पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण, जिन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा है, उन सभी परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा. भारत सरकार तत्काल कार्रवाई करेगी और इन परिवारों के नुकसान की भरपाई करने के लिए कदम उठाएगी.

भारत-पाक सीमा पर जारी गोलाबारी में कमी आई

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पिछले कई दिनों से भारत-पाक सीमा पर जारी गोलाबारी में कमी आई है। बीती रात पाक की ओर से हीरा नगर सेक्टर में गोलाबारी हुई। पाक सेना की ओर से बीएसएफ की चार चौकियों को निशाना बनाकर गोलाबारी की गई। यह फायरिंग 20 मिनट तक चली और इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू और सांबा जिलों में कोई गोलीबारी नहीं हुई। सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के प्रवक्ता ने कहा कि 9 और 10 अक्टूबर की दरम्यानी रात को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू और सांबा जिलों में सीमा पार से कोई गोलीबारी नहीं हुई।

प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान ने हालांकि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में बीएसएफ की चार चौकियों को निशाना बनाकर 20 मिनट तक गोलीबारी की। वहीं दूसरी ओर सीमा पर तनाव की वजह से लोगों का पलायन जारी है और बड़ी तादाद में लोग सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं। गुरुवार को रक्षामंत्री अरुण जेटली की ओर से पाक को चेतावनी भरे लहजे में कहा गया था कि अगर पाक की ओर से गोलाबारी नहीं थमी, तो उसे इसकी कीमत चुकाने को तैयार रहना चाहिए। जेटली ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन वह अपनी सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है।
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