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आर्यावर्त विशेष : प्रबंधन एवं मार्केटिंग में निपुण नरेन्द्र मोदी

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किसी देश के प्रधान को अमेरिका भी आने से नही रोक सकता. आखिर नरेन्द्र मोदी पर से भी अमेरिका को पाबंदी हटानी ही पड़ी. मैं इनदिनों अमेरिका में ही हूँ और यहाँ एवं भारत दोनों जगहों के समाचारों से अवगत हूँ.नरेन्द्र मोदी की ५ दिनों का दौरा के दौरान और बाद में भी जिस तरह से मिडिया ने उनके इस दौरे का मार्केटिंग किया है और उसे लोकप्रिय बनाया यह छुपा नहीं है यह मोदी के कुशल प्रबंधन की क्षमता को दर्शाता है. प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी प्रबंधन क्षमता में निपुण तो हैं ही साथ ही मार्केटिंग में भी कुशल हैं, जो उनके ५ दिनों के अमेरिकी दौरा के दौरान देखने को मिला. 

भारतीय मिडिया ने मोदी भक्तों से पैसे मिल गए थे, ताकि मोदी के विरोध वाले समाचार, कार्यक्रमों के दूसरे पहलु को न दिखाई जाए. मोदी के आने से पहले जनता में उत्साह की कहानियां भी पहले से ही तय थीं. और विरोध करने वालों के साक्षात्कार को मिडिया ने यह कहकर नहीं लिया कि वह उनकी कहानी में फिट नहीं बैठता.

न्यू यॉर्क में काफी भारतीय रहते हैं. मोदी ने तीन दिनों तक अपने कार्यों का लेखा जोखा देकर अपने कार्यों की जमकर मार्केटिंग की. अमेरिकी सरकार के साथ अच्छे सम्बन्ध की नींव जो पूर्व प्रधानमंत्री ने डाली थी उसका भरपूर लाभ उठाया. बड़े बड़े व्यापारियों ने मोदी के स्वागत में जमकर खर्च किए. मैडिसन स्क्वायर के कार्यक्रम की व्यवस्था भारतीय मूल के व्यापारियों ने की थी समाचार मिला मैडिसन स्क्वायर के सारे टिकट बिक गए पर टिकट किन लोगों ने ली थी? जाहिर है आम आदमी ने टिकट तो लिया होगा नहीं. अब यह मोदी के मार्केटिंग का असर कहें या कुशल प्रबंधन का.

हाँ मोदी के आने से कुछ प्रबुद्ध वर्ग के लोग इसलिए खुश हैं कि भारतीय वैज्ञानिकों के कुछ प्रोजेक्ट को मोदी की मंजूरी मिल गई है और उन प्रोजेकटों में भारतीय वैज्ञानिकों की भी भागीदारी होगी.




सुश्री कुसुम ठाकुर
प्रधान सम्पादक 
आर्यावर्त 


राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी नॉर्वे, फ़िनलैंड की यात्रा पर रवाना हुए

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स्कैंडिनेवियाई देशों के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत करने के मकसद से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी रविवार को नॉर्वे और फिनलैंड की यात्रा पर रवाना हो गए। किसी राष्ट्रपति की यह पहली नॉर्वे यात्रा है। इस दौरान राष्ट्रपति भारत में निवेश आकर्षित करने के प्रयास करेंगे। राष्ट्रपति 17 अक्तूबर को वापस आएंगे। राष्ट्रपति के साथ भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम राज्यमंत्री पॉन राधाकृष्णन भी गए हैं। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में मुखर्जी को विदाई दी। राष्ट्रपति ने रवाना होने से पहले कारोबारियों और उद्योगपतियों के साथ बैठक कर यह जानने की कोशिश की कि भारत को नॉर्वे से क्या फायदा हो सकता है।

यात्रा के दूसरे पड़ाव में राष्ट्रपति 14 अक्तूबर को फिनलैंड पहुंचेंगे जहां हेलसिंकी के मेयर उनके लिए दोपहर भोज का आयोजन करेंगे। यहां कारोबारी प्रतिनिधिमंडलों और भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा, मुखर्जी आर्कटिक सर्किल के पार रोवानीमी शहर जाएंगे, जहां सांता क्लॉज का घर और कई चीजें हैं। आर्कटिक सर्किल में जाने वाले वह पहले भारतीय राष्ट्रपति होंगे। विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) नवतेज सरना ने बताया कि फिनलैंड आईएईए में परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह के मुद्दे, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों और आर्कटिक काउंसिल में भारत के प्रवेश का बड़ा समर्थक रहा है। नॉर्वे से भारत में बुनियादी संरचना और अन्य क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने की प्रणाली पर काम किया जाएगा। 

नॉर्वे दुनिया में हाइड्रोकार्बन का तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है और यहां तेल व गैस के बड़े भंडार भी हैं।  नॉर्वे को पोत निर्माण में महारत है और उत्खनन में आधुनिक प्रौद्योगिकियों का स्रोत है। यात्रा के दौरान शिक्षा, व्यापार और भू-विज्ञान सहित कई क्षेत्रों में सहयोग से जुड़े करार भी होंगे।

सरना के मुताबिक, फिलहाल नॉर्वे के 850 अरब डॉलर के पेंशन फंड में से मात्र चार अरब डॉलर भारत में आते हैं। इसे 20 से 40 अरब डॉलर तक बढ़ाने का विचार है। नॉर्वे पेंशन फंड को पहले ऑयल फंड के नाम से जाना जाता था। इस कोष की शुरुआत 1990 में धन के दीर्घकालिक और मजबूत प्रबंधन के मद्देनजर की गई थी। यह नॉर्वे की पेट्रोलियम संपदा से मौजूदा और भविष्य दोनों पीढ़ियों को लाभ पहुंचाने में भी मददगार है।

नॉर्वे ने आर्कटिक काउंसिल में पर्यवेक्षक के तौर पर भारत की उम्मीदवारी का बिना शर्त समर्थन किया है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत नॉर्वे को महत्वपूर्ण देश मानता है। हालांकि नॉर्वे यूरोपीय संघ का सदस्य नहीं है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में बेहद सक्रिय है। इसने सुरक्षा परिषद के स्थायी और अस्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने तथा स्थायी सदस्य के रूप में भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। बता दें कि आर्कटिक काउंसिल में पर्यवेक्षक के तौर पर 12 गैर-आर्कटिक देशों को शामिल किया गया है। उत्तरी ध्रुव और नॉर्वे के बीच में भारत का केंद्र हिमाद्रि है।

चक्रवात ‘हुदहुद’ से विशाखापत्तनम सर्वाधिक प्रभावित

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हुदहुद’ चक्रवात से आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय जिलों में भारी बारिश और करीब 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं के चलते रविवार को छह लोगों की मौत हो गई जबकि विशाखापत्तनम में तबाही का मंजर है जिसे इस प्रचंड तूफान ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है।

चार लाख से कुछ अधिक लोगों..आंध्र प्रदेश के चार जिलों में ढाई लाख और ओड़िशा में 1,56,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है तथा हजारों लोगों को अभी सुरक्षित स्थानों और विशेष आश्रय स्थलों पर ले जाया जा रहा है।

भारतीय मौसम विभाग ने रविवार रात बताया कि हुदहुद चक्रवात की प्रचंडता शाम तक कम हो गई और इसकी रफ्तार 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक सीमित हो गई। यह बहुत प्रचंड चक्रवाती तूफान से प्रचंड तूफान में तब्दील हो गया। प्रचंड हवाओं ने विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिलों को प्रभावित किया है। दोपहर से कुछ ही देर पहले चक्रवात के पहुंचने से वहां बिजली और संचार लाइनें ठप पड़ गयीं और सड़क एवं रेल संपर्क टूट गया जिससे जनजीवन पटरी से उतर गया।

दिल्ली में एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि शुरुआती आकलन के मुताबिक चक्रवात से छह लोगों की मौत हुई है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा में तीन-तीन लोगों की मौत हुई है। प्रभावित जिलो में संचार सेवाएं और बिजली आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं।

पेड़ उखड़ गए और झुग्गी झोपड़ियों की छतें तथा होर्डिंग उड़ गई। क्षेत्र में परिवहन सेवाएं ठहर गई। दर्जनों ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया या उनके मार्ग में परिवर्तन कर दिया गया। क्षेत्र में विमानों की उड़ानें भी प्रभावित हुईं। सड़कें सुनसान नजर आई क्योंकि दहशत के चलते लोग घरों से बाहर नहीं निकले।

रेलवे ने विशाखापत्तनम मार्ग पर 50 ट्रेनें रद्द कर दी और 50 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन कर दिया। आंध्र प्रदेश के राजस्व (आपदा प्रबंधन) विभाग के मुताबिक चक्रवात से विशाखापत्तनम में रेल लाइनें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसके अलावा वहां हवाईअड्डे को भी नुकसान पहुंचा है।

राजस्व विभाग ने बताया कि ‘हुदहुद’ से कुल 2,48,004 लोग प्रभावित हुए हैं। इससे 70 मकानों को भी नुकसान पहुंचा और 34 पशु मारे गए हैं। आंध्र प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि ओड़िशा में एक व्यक्ति की मौत हुई है।

राज्य के मुख्य सचिव आईवीआर कृष्ण राव ने बताया, ‘हुदहुद से तीन लोगों की मौत होने की खबर है। विशाखापत्तनम में दो लोगों के उपर पेड़ गिर गये जबकि श्रीकाकुलम में एक परिसर की दीवार ढहने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी है।’ ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके महापात्र ने बताया कि चक्रवात के चलते एक बच्ची सहित तीन लोगों की मौत हो गयी है। गजपति जिला सर्वाधिक प्रभावित है। महापात्र ने बताया कि किसी बड़े प्रतिष्ठान को नुकसान पहुंचने की कोई खबर नहीं है। केंद्रीय मंत्री एवं विजयनगरम से सांसद अशोक गजपति राजू ने बताया, ‘प्रभाव (चक्रवात का) जबरदस्त है।’

दिल्ली में मौसम विभाग के निदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने बताया कि चक्रवात आंध्र प्रदेश के तटों पर 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आया और यह 195 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात की और राहत एवं बचाव उपायों पर चर्चा की तथा हर संभव मदद का वादा किया जैसा कि एनडीआरएफ की टीमों को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है।

मौसम विभाग ने बताया कि हुदहुद के विशाखापत्तनम के 60 किलोमीटर उत्तर पश्चिम बढ़ने पर इसकी प्रबलता शाम तक कम हो गई। नायडू ने बताया, ‘स्थिति गंभीर है।’ उन्होंने केंद्र से इस चक्रवात को ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित करने का अनुरोध किया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सेना की चार टुकड़ियों के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों की 24 टीमें और छह हेलीकॉप्टर राहत एवं बचाव कार्य के लिए लगाए गए हैं।

सम्मान के साथ हो विस्थापित कश्मीरी पंडितों की घर वापसी: महबूबा मुफ्ती

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पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने विस्थापित कश्मीरी पंडितों की घाटी में सम्मान और गरिमा के साथ वापसी की इच्छा जाहिर की. महबूबा ने कश्मीरी पंडित समुदाय के विस्थापित सदस्यों के साथ जम्मू में हुई एक बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा, ‘कश्मीरी पंडित समुदाय ने अतीत में कश्मीरी समाज के उद्धार में महत्वपूर्ण योगदान किया है. यह वक्त सम्मान और गरिमा के साथ उनकी घर वापसी का है.’

जम्मू-कश्मीर में हाल ही में आई भीषण बाढ़ के बाबत महबूबा ने कहा, ‘कश्मीर ने एक बार फिर बड़े पैमाने पर तबाही झेली. हालांकि, इस बार यह कुदरत के कहर की वजह से हुआ, लेकिन इसने 1990 के दशक में हुई उन खौफनाक वारदातों से पैदा हुए मुश्किल हालात को बढ़ा दिया, जिनकी वजह से बड़े पैमाने पर लोगों, खासकर कश्मीरी पंडितों, को अपना घर-बार छोड़ना पड़ा था.’

NCW को गिरफ्तारी का अधिकार नहीं

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राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) को महिलाओं का उत्पीड़न करने के दोषी और समन को नजरअंदाज करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने का अधिकार नहीं मिला। विधि मंत्राल ने आयोग को गिरफ्तार करने और सजा देने की शक्ति प्रदान करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। विधि मंत्रालय ने आयोग की अध्यक्ष और सदस्यों के लिए दो अलग अलग चयन समितियां होने पर भी सवाल खड़े किए।

सूत्रों ने कहा कि विधि मंत्रालय का नजरिया है कि आयोग को गिरफ्तार करने और सजा देने की शक्तियां नहीं दी जा सकतीं क्योंकि यह पुलिस तथा न्यायपालिका के क्षेत्राधिकार में आता है। विधि मंत्रालय ने यह भी कहा कि आयोग की अध्यक्ष और अन्य सदस्यों के चयन के लिए एक ही चयन समिति पर्याप्त है। आयोग को ज्यादा मजबूत बनाने के प्रयास में, महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्रालय की योजना है कि राष्ट्रीय महिला आयोग को महिलाओं  के उत्पीड़न और हिंसा के मामलों से निपटने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के बराबर शक्तिशाली बनाया जाए। मंत्रालय के प्रस्ताव के अनुसार, महिला आयोग के समन नजरअंदाज करने वाले लोगों को जेल में डाला जा सकता है। डब्ल्यूसीडी मंत्रालय चाहता है कि महिला आयोग असरदार संस्था बने ताकि यह जेल भेजने की सिफारिश कर सके और मामलों को अदालत भेज सके।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय महिला आयोग अधिनियम 1990 के अध्याय तीन के अनुसार, आयोग के पास संविधान तथा अन्य कानूनों के तहत महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराने से जुड़े सभी मामलों में जांच करने का अधिकार है। आयोग को महिलाओं की सुरक्षा को असरदार तरीके से लागू करने के  लिए सिफारिश करने का भी अधिकार है। आयोग महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित, महिला संरक्षण देने वाले कानूनों के लागू नहीं होने की खबरों पर और समानता तथा विकास का उद्देश्य हासिल करने के लिए स्वत: संज्ञान लेने के लिए स्वतंत्र है।


शत्रुघ्न सिन्हा ने की बेहतर प्रदर्शन वाले उम्मीदवार को चुनने की अपील

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बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने झारखंड के लोगों से कहा है कि वह किसी बेहतर प्रदर्शन वाले उम्मीदवार को चुने जो अगले विधानसभा चुनाव में राज्य में पूरे कार्यकाल वाली बीजेपी की बहुमत सरकार की अगुवाई कर सके। उन्होंने लोगों विशेषकर युवाओं से कहा कि ऐसी बीजेपी सरकार को चुने जो एक ईमानदार, बेहतर प्रदर्शन और समय की कसौटी पर खरे उतरे उम्मीदवार के नेतृत्व में बने।

सिन्हा कल यहां जेपी विचार मंच द्वारा जयप्रकाश नारायण की जन्मशताब्दी मनाने के लिए आयोजित समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवन्त सिन्हा भी मौजूद थे। यह पूछे जाने पर कि क्या वह अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में यशवन्त सिन्हा को पसंद करेंगे, सिन्हा ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को उसकी प्रतिभा, अनुभव, योग्यता, प्रदर्शन के आधार पर पेश किया जाना चाहिए न कि जाति और संप्रदाय के आधार पर।

सिन्हा ने इस बात का सकारात्मक जवाब दिया कि क्या बीजेपी आगामी चुनाव में अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार को पेश करेगी। उन्होंने कहा कि यह काम बातचीत और पार्टी नेतृत्व की सहमति से होना चाहिए। भाजपा नेता ने सवाल किया कि खनिजों के मामले में सबसे संपन्न राज्य(झारखंड) अपनी स्थापना के 14 वर्ष बाद सबसे गरीब हो गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में विकास की विपुल संभावनाएं थी लेकिन भ्रष्टाचार के कारण विकास नहीं हो सका, बल्कि इसकी स्थापना के बाद हर चीज नीचे चली गयी।

आलेख : दुर्गा और महिषासुर का मिथक

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durga mahishasuमिथक इतिहास नहीं होते लेकिन वे अतीत हो चुके समाज और उसकी संस्कृति का इतिहास जरूर कहते हैं। देवियों के मिथक पूरे देश में अलग-अलग रूपों में अपना प्रभाव रखते हैं और वर्षों से लगभग सर्वमान्य रूप से स्वीकार्य रहे हैं। माना जाता है कि ये मिथक देवियों के मातृत्व की प्रतिष्ठा करते हैं व उनकी सृजन शक्ति की आराधना करते हैं। कामरूप कामख्या में स्त्री की योनि की पूजा होती है, जिसके लिए ब्राहमण कर्मकांडियों ने 5 दिनों की मासिक श्रजस्वला्य अवधि भी तय कर रखी  है। बिहार के गया जिले में मंगलागौरी में देवी के स्तन की पूजा होती है। लेकिन क्या सचमुच ये मिथक सिर्फ सृजन शक्ति की अराधना तक सीमित हैं या इनके पीछे सामाजिक संघर्ष की एक लंबी गाथा भी छुपी है? 

वस्तुतः कथित आधुनिक सोच के आगमन के बावजूद, देवियों के मिथक पर लिखना आज भी काफी जोखिम भरा है, खासकर जिस पृष्ठभूमि में यहां लिखने का प्रसंग है। हालांकि महात्मा फुले, डा आम्बेडकर, पेरियार आदि हमारे प्रेरणा नायकों ने इन मिथकों पर करारा प्रहार किया है, लेकिन स्थितियाँ आज भी बहुत बदली नहीं हैं। 

durga mahishasurदरअसल, हिंदू धर्म में देवियों के अनेक मिथकीय अस्तित्व हैं, जिनमें दुर्गा एक हैं। दुर्गा की कथा 250 ईस्वी से लेकर 500 ईस्वी के बीच लिखे गए मार्कंडेय पुराण में है, जिसका दुर्गा सप्तशती के रूप में ब्राह्मणों द्वारा पाठ किया जाता है। श्दुर्गा सप्तशती के अनुसार, दुर्गा के अलग-अलग नाम और रूप हैं। वह श्जगद्जननी्य है  लेकिन उसकी उत्पत्ति देवताओं (पुरुषों) के तेज से हुई है और उससे से ही वह इतनी शक्तिशाली भी बनी कि देवों की पराजय का बदला ले सके। 

दुर्गा अनेक असुरों की हत्या करती है, जिनमें महिषासुर, शुम्भ, निशुम्भ आदि शामिल हैं। आर्यों और मूलनिवासियों के आपसी संघर्ष और मूलनिवासियों के लिए आर्यों द्वारा किये जाने वाले संबोधनों के इतिहास पर काफी कुछ लिखा गया है। देश के अलग-अलग भागों में असुरों की पूजा होती है। इस प्रकार दुर्गा का मिथक और उसके पराशक्ति संपन्न युद्धों की कथा आर्यों और मूलनिवासियों के बीच संघर्ष की कथा है, जिसे ब्राह्मण चारणों ने अतिवादी बना दिया। 

durga mahishasu
महाराष्ट्र के बहुजन परम्परा के विद्वान तथा मराठा सेवा संघ के सक्रिय आंदोलक आ.ह. सालुंखे और नीरज सालुंखे दुर्गा, उर्वशी, अम्ब आदि को बहुजन परम्परा से जोड़ते हुए उन्हें श्गणनायिका्य बताते हैं। यदि यह सिद्धांत सही है तो फिर इन गणनायिकाओं का युद्ध या तो कबीलाई युद्ध था या फिर आर्यों के उकसावे या नियंत्रण में हुआ था। इसी देश से होने के कारण ये श्गण्य एक-दूसरे  की कौशल-कमियों से वाकिफ होंगे, जो इन्हें एक दूसरे को हराने में सहायक रहा होगा और इसी कारण से आर्यों ने अपने विस्तार के लिए इनका इस्तेमाल किया होगा और इनका महिमामंडन हुआ होगा। 

दुर्गा सप्तशती में वर्णन है कि युद्ध के मैदान में दुर्गा सुरापान्य करने लगती है और उसके बाद वह महिषासुर का वध करती है। इस कथा की श्बिटवीन द लाइंस्य व्याख्या करने वाले लोग महिषासुर की हत्या धोखे से की गई मानते हैं, यानी स्त्री होने का फायदा लेकर दुर्गा ने उनकी हत्या कर दी। बाद के दिनों में असुर शुम्भ-निशुम्भ दुर्गा को अपने पास आने का प्रस्ताव भी देते हैं, यहाँ भी कथा के भीतर उपकथा की संभावना है। इन उपकथाओं को आधार दे जाता है दुर्गा का अविवाहित होना यानी किसी देवता के द्वारा उसे पत्नी के रूप में न स्वीकारा जाना, यानी वह उर्वशी, मेनका की तरह देवों की अप्साराओं में गिनी जा सकती है।   

कथा में प्रयुक्त शब्दाहवली का भाषा वैज्ञानिक अध्ययन भी कुछ अतिरिक्त तथ्यों को सामने लाता है। महिषासुर की हत्या को महिषासुर मर्दन कहा जाता है। इस भाषा के जरिये व्याख्या की दो संभावनाएं बनती हैं, एक तो यह कि दुर्गा मर्दाना ताकत से लैस थी, यानी देवताओं के तेज से,  (दुर्गा सप्तशती के अनुसार) इसलिए उसने मर्दन किया। दूसरी व्याख्या के लिए मर्दन के प्रचलित अर्थ शामिल किये जा सकते हैं । यह सेक्स के लिए इस्तेमाल होने वाला शब्द है, जो मान-मर्दन तक विस्तार पाता है। इस शब्दावली के आधार पर भी युद्ध के मैदान में सुरापान और उसके बाद महिषासुर की हत्या के भीतर उपकथाएं तलाशी जा सकती हैं। जाहिर है, दुर्गा व अन्य देवियों की कथा के पीछे की मूल भावना सिर्फ सृजन शक्ति की आराधना नहीं है, बल्कि इसके कहीं अधिक गंभीर निहितार्थ हैं, जिन्हें ब्राह्मणग्रंथों का सम्यक पाठ कर समझा जा सकता है। 





-संजीव चंदन
कहानीकार व पत्रकार ‘स्‍त्रीकाल’  पत्रिका के संपादक हैं।

आलेख : जब कारपेट इंडस्टी में भूचाल ला दी थी कैलाश सत्यार्थी ने

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  • बंधुआ बच्चों को मुक्त कराने के दौरान कालीन उद्यमियों के हाथों पिट गए थे कैलाश सत्यार्थी 
  • पीटने के बाद से शुरु हुआ था बड़ा आंदोलन, जिसकी चीख गूंजी अमेरिका सहित पूरे यूरोप में 
  • नन्हें-नन्हें हाथों के खूनी पंजों से बनी है कालीने जैसे खूब प्रचलित रहे विदेशों में नारे, परिणाम यह हुआ कि होने लगा था भदोही के कालीनों का बहिष्कार, 50 फीसदी घटा इक्सपोर्ट, कराह उठे थे कालीन कारोबारी 
  • पूर्वांचल के कालीन, ईट-भट्ठा सहित विभिन्न कल-कारखानों, होटलों-ढाबो से 12 हजार से अधिक बधुआ बच्चों का कराया मुक्त 

kailash satyarthi
बात 1992 की है जब बचपन आंदोलन के कर्ताधर्ता कैलाश सत्यार्थी कालीन बेल्ट भदोही-मिर्जापुर में बंधुआ बच्चों को मुक्त कराने के लिए ताबड़तोड़ छापामारी की। उनके इस छापामारी से पूरे कालीन बेल्ट सहित पूर्वांचल के कल-कारखानों, भट्ठा संचालकों, होटल-ढाबों सहित कालीन कंपनियों के संचालकों में भुचाल सा आ गया। उनके इस अभियान से खिसियाएं लोगों ने उनकी पिटाई कर दी। लेकिन वह हिम्मत नहीं हारे और अपने सहयोगी डा लेनिन के साथ मिलकर अभियान जारी रखा। उनका यह अभियान समाचार पत्रों की सुर्खिया बन गई थी। उनके साथ घटित घटनाओं में सर्वाधिक चर्चित अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ के सभागार में कालीन निर्यातकों के हाथों पीटने की रही, जो आज भी कालीन उद्यमियों की जुबान पर है। हालांकि इस घटना के बाद से बचपन बचाओं का आंदोलन इतना तेज हुआ, जिसकी चीख अमेरिका सहित पूरे यूरोप में गूंजने लगा। नन्हें-नन्हें हाथों के खूनी पंजों से बनी है कालीने जैसे नारे खरीददार देशों में खूब प्रचलित रहे। इस नारे का ही प्रभाव रहा कि भदोही के कालीनों का अमेरिका सहित पूरे यूरोप में बहिष्कार किया जाने लगा। 

बहिष्कार के चलते 50 फीसदी से अधिक कारपेट इक्सपोर्ट घट गया। घटते इक्सपोर्ट व गिरती साख से कालीन कालीन कारोबारियों की नींद काफूर हो गयी। उनके खिलाफ कई तरह की साजिसे रची जाने लगी, लेकिन वह हार नहीं मानें और रग मार्क की नींव रखी और कुछ विदेशी कालीन कारोबारी साथ आएं तो रग की मार्क की शुरुवात हुई। बिक्री और निर्यात के लिए तैयार कालीन पर रग मार्क के लेबल का मतलब था कि इसके निर्माण में बाल मजदूरों की हिस्सेदारी नहीं है। बाद में कई राष्टीय व अंतराष्टीय संगठनों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए और रग मार्क की जगह 1994 में गुडवीव इंटरनेशनल का गठन हुआ। बिना गुडवीव चिन्ह लगी कालीनों को दुनियाभर के कालीन खरीददारों ने लेने से इंकार कर दिया। इन सबके अभियान से काफी हद तक कालीन बेल्ट से चाइल्ड लेबर खत्म तो हुआ, लेकिन अभी आशिंक रुप से छापेमारी के दौरान बाल बधुंआ मजदूर कालीन बेल्ट में मिल ही जाते है। इसके लिए और जागरुकता अभियान चलाएं जाने की जरुरत है। सत्यार्थी के सहयोगी रहे डा लेनिन का दावा है कि उस दौरान छापेमारी के दौरान कालीन बेल्ट सहित पूरे पूर्वांचल के कल-कारखानों व होटल-ढाबों आदि से तकरीबन 8 हजार से अधिक बधुआ बच्चों को मुक्त कराया गया। 

kailash satyarthi
श्री लेनिन के मुताबिक उस दशक में कारपेट इंडस्टी में बड़े पैमाने पर बाल बधुआ मजदूरी कराई जा रही थी। इसकी सूचना जब कैलाश सत्यार्थी को मिली तो वह मेरे साथ भदोही पहुंचे। उन्हें सूचना मिली कि ज्ञानपुर के एक कालीन कारखाने में काफी संख्या में बच्चों से बुनाई का काम लिया जा रहा है। उन्हें बंधुआ बनाकर रखा जाता है। वाजिक मजदूरी नहीं दी जाती। एक बुनकर के ही सूचना पर वे कालीन कारखाने में पहुंच गए। वहां कारखाना मालिक से बच्चों से काम न लेने की बात कहीं। बताया कि 14 साल से कम उम्र के बच्चों से काम लेना अपराध हैं। कारखाना मालिक सत्यार्थी नसीहत सुनने के बजाए बरस पड़ा। हाथापाई तक कर लिया। बाद में कैलाश सत्यार्थी आल इंडिया कारपेट मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएसन पहुंचे। वहां आयोजित मीटिंग में कालीन उद्यमियों से बाल मजदूरी न कराने की बात कहीं, तो उन्हें धक्का मारकर बाहर कर दिया गया। फिर भी वह हार नहीं माने और बचपन आदोलन के बच्चों को इंडस्टी से मुक्त कराने का अभियान जारी रखा। इस दौरान वह अपने सहयोगियों तो कहीं प्रशासन की मदद से बच्चों को कालीन कारखाने से मुक्त कराते रहे। पांच साल की अवधि में उन्होंने अपने सहयोगी लेनिन रघुवंशी की मदद से हजारों बच्चों को कालीन कारखानों से मुक्त कराया। उस दौरान कई समाचार पत्रों की छापामारी सुर्खिया बनी रही। ताबड़तोड छापामारी से कालीन निर्यातकों में हड़कंप मच गया। 

kailash satyarthi
निर्यातक जहां कही भी सत्यार्थी का नाम सुनते उन्हें मारने के लिए दौड़ा लेते थे। निर्यातकों के फटकार के बाद भी वह अपने आंदोलन में जुटे रहे। बात खरीददार देश अमेरिका तक पहुंच गयी। वहां के मीडिया एवं पत्रिकाओं की बाल बधुंआ मजदूरी सुर्खिया बन गयी। हालात यहां तक पहुंच गए खरीदारों ने कालीन से मना कर दिया। निर्यात दर में लगातार गिरावट के बाद निर्यातकों में हाहाकार मच गया। सरकार के तमाम प्रयास के बाद भी कुछ न हो सका। बाद में सरकार के सुझाव पर ही कैलश सत्यार्थी ने रगमार्ग की स्थापना कराई। शर्त रखा गया कि अब वही कालीन इक्सपोर्ट होगा जिस पर रगमार्ग का लेबल लगा रहेगा। इस लेबल का मतलब होता है कि उक्त कालीन बच्चों के हाथ से नहीं बनी है। इसी दौरान फिर से कालीन जगत में बाल बंधुआ मजदूरी की उठती शिकायतों पर उन्होंने 1993 में जगदीशपुर में स्थित एक कालीन कारखाने में तत्कालीन तहसीलदार के साथ छापेमारी कर गढ़वा बिहार व सोनभद्र के 62 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया। 1996 में ऊंज स्थित एक कारखाने पर छापेमारी कर बिहार के 25 व 1997 में पूरे विश्वनाथ गांव स्थित कारखाने से सात बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के बाद फिर से कालीन कारोबारियों में हड़कंप मच गया। छापामरी का नेतृत्व उन्होने खुद किया। 

डा लेनिन ने बताया कि 1997 में तो बचपन बचाओ आंदोलन की ओर से चलाए गए अभियान से कालीन बेल्ट में हाहाकार मच गया था। बाल शिक्षा अधिकार को लेकर निकाली गई शिक्षा यात्रा का भी उन्होने नेतृत्व किया। आंदोलन में उनके हमसफर बने सुंदरपुर के क्रांतिभूषण, हरिलाल पाल व उत्तम कुमार व अरविन्द कुमार आदि ने  आंदोलन को परवान चढ़ाया। डा लेनिन ने कहा कि हमें वंचित बच्चों की आजादी और अच्छी शिक्षा के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। यह विडंबना है कि दुनियाभर में बच्चों के खिलौनों से ज्यादा गोलियां बनती हैं। विश्व शांति के बगैर दुनिया से किसी भी समस्या को खत्म नहीं किया जा सकता। बच्चों को अपना बचपन जीने और करियर संवारने का पूरा हक है चाहे वो दुनिया के किसी भी हिस्से में हों। बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी के बुराड़ी स्थित मुक्ति आश्रम में बंधुआ बाल मजदूरों को उनके बचपन से जोड़ा जाता है। इस आश्रम में बंधुआ मजदूरी से छुड़ाए गए बच्चों को थोड़े समय के लिए रखा जाता है। 

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आश्रम से जुड़ी हुईं अर्चना चतुर्वेदी ने बताया कि इस आश्रम की स्थापना 1990 में हुई थी। शुरू में यहां बंधुआ बाल मजदूरों के पुनर्वास के लिए कार्यक्रम चलाए जाते थे। लेकिन 2007 से यहां अल्प अवधि के पुनर्वास कार्यक्रम चलाए जाते हैं। फिलहाल इस समय आश्रम में 15 बच्चे हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों को उनका खोया बचपन लौटाने की कोशिश की जाती है। बच्चों को आश्रम में शिक्षा का महत्व बताया जाता है। उन्हें इस बात का अहसास कराया जाता है कि बगैर शिक्षित हुए गरीबी से छुटकारा नहीं पाया जा सकता। डा लेनिन ने कैलाश सत्यार्थी को नोबेल पुरस्कार हासिल किए जाने बधाई देते हुए कहा जो कालीन निर्यातक उनका विरोध करते थे उन्हें भी मिलकर बधाई देनी चाहिए कि क्योंकि रगमार्क व गुडवीव की स्थापना कर उन्होने इक्सपोर्ट बढ़ाने का ही काम किया है। स्वामी अरविन्द सिंह ने बताया कि कैलाश सत्यार्थी के नेतृत्व में वर्ष 1998 में सायकिल ग्लोबल मार्च यात्रा निकाला गया, जो कालीन बेल्ट भदोही-मिर्जापुर, चूड़ी उद्योग आगरा, फिरोजाबाद सहित पूरे यूपी में भ्रमण किया और दिल्ली में समापन किया गया। उस दौरान तत्कालीन सांसद भदोही वीरेन्द्र सिंह व वाराणसी सांसद शंकर प्रसाद जायसवाल ने कैलाश सत्यार्थी का यह कहकर विरोध किया कि यह लोग उद्योग चैपट करना चाहते है जबकि हमलोग बचपन बचाने की बात कर रहे थे। 

कल थे बंधुआ मजदूर आज संगठन के सहयोगी 
रोहित कभी बंधुआ मजदूर था। लेकिन आज ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ के सहयोग व डा लेनिन के साथ जुड़कर वह बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराए गए बच्चों को शिक्षा दे रहा है। उसने ठान लिया है कि वह बंधुआ मजदूरी के खिलाफ काम करेगा और नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी से जुड़कर बचपन बचाएगा। वह बताता है कि 1992 में अपने गांव से कमाने के लिए आए थे। लेकिन उन्हें बंधुआ मजदूर बना लिया गया और कालीन बुनाई में काम करने के लिए झोंक दिया गया। बहुत ही कम मेहनताना पर 12 से 14 घंटे तक काम कराया जाता था। गांव जाने की इजाजत नहीं थी। कैलाश सत्यार्थी के संगठन ने जिला प्रशासन के सहयोग से कारखाना में छापा मारकर उन्हें सहित 80 बच्चों को छुड़ाया। इसी दिन उनकी जिंदगी ने करवट बदली। इसके बाद उन्होंने इंटरमीडिएट की शिक्षा हासिल कर नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग का कोर्स किया। 







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(सुरेश गांधी)


आलेख : मीडिया के 'कैलाश'.....!!

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बचपन में फिल्मों के प्रति दीवानगी के दौर में  फिल्मी पत्र - पत्रिकाएं भी बड़े चाव से पढ़ी जाती थी।    तब .यह पढ़ कर बड़ी  हैरत होती थी कि  फिल्मी पर्दे पर दस - बारह गुंडों से अकेले लड़ने वाले होरी वास्तव में वैेसे नहीं है। इसी तरह दर्शकों को दांत पीसने पर मजबूर कर देने वाले खलनायक वास्तविक जिंदगी में बड़े ही नेक इंसान हैं। समाज के दूसरे क्षेत्र में भी यह नियम लागू होता है। कोई जरूरी नहीं कि दुनिया के सामने भल मन साहत का ढिंढोरा पीटने वाले सचमुच वैसे ही हों। वहीं काफी लोग चुपचाप बड़े कामों में लगे रहते हैं। बचपन बचाओ आंदोलन के लिए नोबल पुरस्कार पाने वाले कैलाश सत्यार्थी का मामला भी कुछ एेसा ही प्रतीत होता है।  ये कौन हैं... किस क्षेत्र से जुड़े हैं... किसलिए... वगैरह - वगैरह। एेसे कई सवाल हवा में उछले जब  कैलाश सत्यार्थी को नोबल पुरस्कार मिलने की घोषणा हुई। क्योंकि लोगों की इस बारे में जानकारी बहुत कम थी। बचपन बचाओ आंदोलन की चर्चा यदा - कदा शायद अखबारों में पढ़ी भी गई हो, लेकिन इसे चलाने वाले और अंत में नोबल पुरस्कार पाने वाले कैलाश सत्यार्थी के योगदान से अधिकांश लोग लगभग अनभिज्ञ ही थे।  

भले ही नोबल पुरस्कार मिलने के बाद से तमाम चैनल और समाचात्र पत्र आज उनकी तारीफ में कसीदे पढ़ रहे हों। कैलाश से ज्यादा प्रचार तो अपने देश में तालिबानियों के हमले का शिकार हुई मलाला युसूफजई को मिला। यह मामला एक सुपात्र की उपेज्ञा का ही नहीं , बल्कि इस बहाने मीडिया की कार्य़शैली  व क्षमता भी सवालों के घेरे में कैद हो जाती है। सवाल उठता है कि अगर  देश की राजधानी दिल्ली से अपना आंदोलन चलाने वाले कैलाश सत्यार्थी अब तक मीडिया की रौशनी से वचित रहे, तो उन हजारों  निस्वार्थ  स्वयंसेवकों का क्या, जो देश के कोने - कोने में खुद दिए की तरह जल कर समाज को रोशन करने का कार्य कर रहे हैं। आज कैलाश सत्यार्थी और उनके आंदोलन को लेकर दर्जनों तरह की खबरें चलाई जा रही है। लेकिन इससे पहले तो उनके विषय में रुटीन खबरें तक नहीं चली। उनके बदले कभी अन्ना, तो कभी केजरीवाल व  मोदी ही  मीडिया के कैलाश बने रहे। देशवासियों को उनके बारे में पता तब ही चला जब विदेशियों ने उन्हें नोबल पुरस्कार देने की घोषणा की। इस बहाने क्या मीडिया को आत्ममंथन नहीं करना चाहिए।  दरअसल मीडिया के साथ यह विडंबना पुरानी है। कश्मीर में बाढ़ आती है तो मीडिया में उस के कवरेज के लिए टूट पड़ता है, लेकिन असम समेत देश का पूर्वोत्तर क्षेत्र अाज भी बाढ़ की चपेट में है, लेकिन उस पर एक लाइन की भी खबर मीडिया में नजर नहीं आती। छात्र जीवन में क्रिकेट के प्रति दीवानगी के दौर में समाचार पत्र व पत्रिकाओं में नामी क्रिकेट खिलाड़ियों के खेल स्तंभ पढ़ कर मैं आश्चर्य में पड़ जाता था। बाद में पता चला कि यह खिलाड़ियों की कमाई का जरिया है। 
खिलाड़ी लिखते नहीं बल्कि  मीडिया घराने अपने मतलब के लिए खिलाड़ियों  से लिखवाते औऱ छापते हैं। फिर राजनेताओं के अखबारों में स्तंभ लेखन का दौर चला। जिसे पढ़ कर सोच में पड़ जाना पड़ता है कि हमारे राजनेता अपने पेशे से इतर अच्छा कलम भी चला लेते हैं। चैनलों का दौर शुरू होने पर किसी न किसी बहाने राजनेताओं का चेहरा दिखाने की होड़ तो लगभग हमेशा  मची ही रहती है। आज ही एक अग्रणी अखबार खोला तो उसमें अपने सांसद से मिलिए स्तंभ के तहत एक सांसद का जीवन परिचय छपा मिला। दूसरे में राज्यपाल बन कर अचानक चर्चा में आए एक अन्य राजनेता की चार कविताएं नजर आई। जिसके जरिए यह साबित करने की कोशिश की गई कि महामहिम अच्छे कवि तो हैं ही, देखो हम उनके कितने निकट हैं। जो उनसे कविता लिखवा कर आप तक पहुंचा रहे हैं। यह कहना अनुचित होगा कि मीडिया में राजनेताओं व अन्य सितारों को बिल्कुल स्थान नहीं मिलना चाहिए। लेकिन यदि कैलाश सत्यार्थी जैसों की उपेक्षा कर मीडिया अपने कैलाश लोगों पर थोपने की कोशिश करता रहे, तो विरोध तो होना ही चाहिए।  आश्चर्य कि कभी केजरीवाल तो कभी मोदी की माला जपने वाले मीडिया को देश की राजधानी के कर्मयोगी कैलाश सत्यार्थी की सुध तभी आई जब उन्हें नोबल पुरस्कार से नवाजा गया। इससे पहले तक तो मीडिया आमिर खान के सत्यमेव जयते , आइपीएल या अमिताभ बच्चन के कौन बनेगा करोड़पति को महिमामंडित करने में जुटा था। क्या इसलिए कि इसके पीछे करोड़ों का बाजार खड़ा है।






तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर ( पशिचम बंगाल) 
संपर्कः 09434453934 
लेखक दैनिक जागरण से जुड़े हैं।

गंगा जी ज्ञान की नदी हैं. यमुना जी प्रेम की और नर्मदा जी वैराग्य की नदी है

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मीडिया चौपाल का तीसरा संस्करण गोविन्दाचार्य के बिना निसंस्देह अधुरा रहता, जल जीवन और नदियों का संरक्षण मानों भारत की संस्कृति से जुडी हुई धरोहर है और इसी धरोहर के बचाव में गोविन्दाचार्य ने केवल नदी संरक्षण नहीं अपितु हमारे देश के सांस्कृतिक संरक्षण की बात कह कर मूल मुद्दे को भारतीय अस्मिता से जोड़ा.
वाकई में नदियाँ ही हमारी संस्कृति की पहचान है और मुख्य नदियों के प्रदुषण, सहायक नदियों के विलोपन और जल के संरक्षण को हमारे सांस्कृतिक संरक्षण का रूप देकर गोविन्दाचार्य ने पुरे मुद्दे में एक संवेदना जगाने की कोशिश की !

ई रिटेल को लेकर कैट 1 नवंबर से चलाएगा देशव्यापी अभियान

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  • रिटेल में ऍफ़  डी आई  को पिछले दरवाजे से प्रवेश देने का रास्ता है ई रिटेल

cait news himachal
देश के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की राष्ट्रीय गवर्निंग कॉउंसिल की आज नई दिल्ली में हुई एक मीटिंग में कैट के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खण्डेलवाल ने कहा की देश में ई कॉमर्स व्यापार एक खुले मैदान की तरह है जहाँ खिलाडी अपने द्वारा ही बनाया गए नियमों को लेकर अपनी मनमर्जी से खेल रहे हैं फिर वो चाहे देश की अर्थव्यवस्था या फिर अन्य वर्गों के लिए कितना घातक ही क्यों न हो ! मीटिंग में देश के 22 राज्यों के व्यापारी नेताओं ने भाग लिया जिसकी अध्यक्षता कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया ने की !

ई रिटेल व्यापार में अवास्तविक कीमतें, अनुचित प्रतिस्पर्धा और अस्वस्थ बिज़नेस प्रैक्टिस और लागत से भी काम कीमत पर माल बेचने से ऑफ लाइन बाजार में बड़ी मात्रा में विभिन्न वस्तुओं के व्यापार को लगभग 35 प्रतिशत का नुक्सान हुआ है और इसीलिए कैट ने प्रभावी रूप से सरकार का ध्यान इस गंभीर मुद्दे पर आकृष्ट करने के लिए आगामी 1 नवंबर से एक देशव्यापी अभियान चलाने की घोषणा की है ! 1 नवंबर को ई रिटेल के मुद्दे को लेकर देश भर में व्यापारी धरना देंगे !

ई रिटेल व्यापार में विदेशी निवेश किसी भी सूरत में रिटेल में ऍफ़ डी आई से कम घातक नहीं है और क्योंकि सरकार रिटेल में ऍफ़ डी आई को अनुमति न देने के निर्णय की घोषणा कर चुकी है इसलिए ई रिटेल व्यापारन की खामियों को दुरुस्त करने की तुरंत जरूरत है क्योंकि यदि ऐसा नहीं किया गया तो रिटेल व्यापार में ऍफ़ डी आई के रास्ते देश के रिटेल बाजार में प्रवेश करने वाली कम्पनियों को ई रिटेल के रास्ते एक बैकडोर प्रवेश मिलने का रास्ता खुला रहेगा ! अपने देशव्यापी अभियान में कैट न केवल व्यापारियों बल्कि नॉन कॉर्पोरेट सेक्टर से जुड़े अन्य वर्ग जिसमें किसान, लघु उद्यमी, ट्रांसपोर्ट, ट्रक ऑपरेटर, हॉकर्स, कोआपरेटिव सेक्टर, स्व उद्यमी आदि अन्य वर्ग को शामिल करेगी !

कैट ने अफ़सोस जाहिर करते हुए कहा की उसने 6 नवंबर, 2013 को वाणिज्य मंत्रालय के डी आई पी पी विभाग को एक ज्ञापन देकर ई रिटेल के वर्तमान हालातों से पहले ही अवगत करा दिया था लेकिन डी आई पी पी ने इस ओर कतई ध्यान ही नहीं दिया और इसको रोकने के लिए न तो कोई कदम ही उठाये व् न ही इ रिटेल के लिए कोई नियम कानून ही बनाये !

ई रिटेल व्यापार का वर्तमान ढांचा और व्यापार करने के तौर तरीकों पर एक बड़ा सवाल खड़ा करते हुए व्यापारी नेताओं ने कहा की ई रिटेल कंपनियां साफ़ तौर पर प्रीडेटरी प्राइसिंग करते हुए ऐसे डिस्काउंट और ऑफर दे रही हैं जो सामान्य व्यापार प्रक्रिया में संभव ही नहीं है ! मीटिंग पारित एक सर्वसम्मत प्रस्ताव में सरकार से मांग की गयी है की वो इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करे और आवश्यक सुधारवादी कदम उठाये जिससे ई रिटेल व्यापार में साफ़ सुथरे तरीके से व्यापार हो सके ! ई रिटेल व्यापार के बिज़नेस मॉडल की जांच और इस पर एक रेगुलेटरी अथॉरिटी के गठन की मांग के साथ साथ कैट ने यह भी मांग की है की ऑनलाइन रिटेल कम्पनियों को धन कैसे उपलब्ध हो रहा है इसकी भी जांच की जानी चाहिए !

ई कॉमर्स और इ रिटेल एक जैसे लगते हैं किन्तु दोनों एक दूसरे से बिलकुल अलग है लिहाजा इन दोनों के बीच के अंतर को समझना बेहद जरूरी है !ऐसा लगता है की जो कॉर्पोरेट इन्वेस्टर पहले रिटेल में ऍफ़ डी आई की वकालत कर रहे थेय वही लोग अब ई रिटेल व्यापार के पीछे खड़े दिखाई देते हैं ! ई रिटेल व्यापार में कंपनियां अपनी एक कम्पनी में विदेश से निवेश ले रही हैं और अपनी दूसरी कम्पनी की मार्फ़त माल बेच रही हैं ! हालाकिं ये कंपनियां कोई लाभ नहीं कमा रही हैं लेकिन फिर भी बड़ी मात्रा में डिस्काउंट और बेहद कम कीमत पर माल इन कम्पनियों के रिटेल पोर्टल पर बेचा जा रहा है जबकि इन कम्पनियों के अन्य खर्चे भी बेहद अधिक मात्रा में हैं ! सरकार को इस मुद्दे पर भी ध्यान देना बेहद जरूरी है !

ई रिटेल में उपभोक्ता स्वयं नहीं आ रहा है बल्कि ई रिटेल पोर्टलों पर बड़े डिस्काउंट और कम कीमत देकर उसे इन पोर्टल्स पर लाया जा रहा है जिससे इन रिटेल पोर्टल्स की साख में वृद्धि हो ! ऐसा क्यों हो रहा है, यह भी जांच का विषय है !

धारा 154 का उल्लंघन करती म.प्र.पुलिस, पत्रकारों पर दर्ज प्रकरण, सूचना दें : शारदा

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भोपाल, (13 अक्टूबर 2014)। पत्रकारों पर झूठे प्रकरण तो दर्ज होना आम बात है, परन्तु अब पत्रकार समाचार लेने अथवा कवरेज के लिये जाता है तो उसकी पिटाई, कैमरा व मोबाईल तोडऩे की घटनाएं भी होने लगी है। पुलिसकर्मी गृह विभाग (पुलिस) के 6 जनवरी 2010 के आदेशों की धज्जियां उड़ा रही है। उन आदेशों का पालन कराने की जवाबदारी जिले के कप्तान पर होती है, परन्तु कप्तान भी पत्रकारों के मामले में चुप्पी साधे रहते है जिससे टी.आई. मनमानी करते है। तब निचला पुलिस अधिकारी, कर्मचारी भी मन के मालिक हो गये हंै। अधिकारी, कर्मचारियों पर अंकुश लगाने के लिये प्रदेश के पत्रकारों को एक जुट होकर मुकाबला करना होगा। 

वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने बताया कि पिछले दिनों लटेरी (विदिशा), नरसिंहपुर, देवरी (सागर), पीथमपुर (इंदौर), पचमढ़ी (होशंगाबाद), इटारसी (होशंगाबाद), नसरूल्लागंज (सीहोर), हिण्डोरिया (दमोह), सावेंर (देवास) सहित ग्रामीण अंचलों में और भी घटनाएं हुई है। पत्रकारों के साथ हो रही पुलिस ज्यादती, अधिकारियों द्वारा झूठे प्रकरण दर्ज कराना यह इंगित करता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री बाबूलाल गौर के साथ कोई बड़ा षडय़ंत्र रचा जा रहा है। गृह विभाग के आदेशों में जनसम्पर्क विभाग के आयुक्त पर भी जवाबदारी दी गई है। उन्हें भी पत्रकारों के प्रकरणों को देखने में रुची नहीं है। 

देवरी के प्रकरण में भाजपा, कांग्रेस के नेताओं ने पत्रकार का साथ दिया, सांवेर के मामले में विधायक राजेश सोनकर ने रुचि ली तब जाकर दो पुलिसकर्मी का तबादला कर दिया। पत्रकार की पिटाई एफआईआर दर्ज होने के स्थान पर तबादला, यह कौन सा न्याय हुआ। शारदा ने कहा कि पूर्व डी.जी.पी. नंदन दुबे को कई मामले दिये। तत्काल कार्यवाही एवं सीआईडी जांच के आदेश हुये परन्तु आदेश पहुंचने में इतनी देर हो गई कि पत्रकार को कोर्ट से जमानत करनी पड़ी। शारदा ने प्रदेश के विशेष रूप से जिले एवं ग्रामीण अंचल के पत्रकारों से आग्रह किया है कि यदि उनके संज्ञान में किसी पत्रकार पर हुई झूठी शिकायत का मामला आता है तो अवश्य भेंजे। जिससे उनके मामले को उच्च स्तर पर उठाया जाकर न्याय दिलाया जा सके। 

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (13 अक्टूबर)

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चीनीमील छठ घाट व्यवस्था समिति का चुनाव सम्पन्न

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नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज चीनी मिल नवयुवक संघ ने सूर्य पूजनोत्सव की तैयारी प्रारंभ कर दी है। इसको लेकर नवयुवकों की एक बैठक बिड़ला मंदिर में रविवार को सम्पन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता विवेक कुमार श्रीवास्तव ने की। उक्त बैठक में विगत वर्ष की तुलना में अच्छे ढंग से छठ घाट की व्यवस्था करने पर बल दिया गया। बिहार के लोक आस्था का महापर्व छठ शांतिपूर्ण ढंग से स्वच्छ घाट पर सम्पन्न हो सके, इसके लिए नई समिति का गठन किया गया। जिसमें प्रमोद जायसवाल सलाहकार, विवेक कुमार श्रीवास्तव को अध्यक्ष, नवीन देवा को उपाध्यक्ष, अनुज कुमार को कोषाध्यक्ष, मनोज कुमार पटेल को सचिव, अजीत कुमार को संगठन मंत्री, सुजीत कुमार को महामंत्री, भोला कुमार को उपसचिव, मोनू तिवारी को मंत्री, अर्जून कुमार सिंह को प्रवक्ता और गुलशन कुमार, आकाश कुमार, संतोष कुमार, धीरज कुमार, सुनिल कुमार, मुन्ना जायसवाल, बिट्टू झा और विनोद झा सदस्य चुने गए। उक्त आशय की जानकारी सचिव मनोज कुमार पटेल ने इस संवाददाता को देते हुए बताया कि मिल के कार्यपालक अध्यक्ष चन्द्रमोहन का पूर्ण समर्थन मिलता रहा है।

राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस की शोक सभा

नरकटियागंज(पच) राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस(इंटक) से संबद्धता प्राप्त नरकटियागंज न्यू स्वदेशी सुगर मिल्स के राष्ट्रीय श्रमिक संघ की एक आपात बैठक रविवार को सम्पन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता स्थानीय इकाई के अध्यक्ष अर्जून भारतीय ने की। उक्त बैठक में अवध सुगर लि. की इकाई न्यु स्वदेशी सुगर मिल्स नरकटियागंज के कार्यपालक उपाध्यक्ष एवं लेखापाल बनवारीलाल हिम्मतसिंहका के निधन पर श्रमिकों ने दुःख व्यक्त किया। सभी उपस्थित श्रमिकों ने बनवारीलाल हिम्मतसिंहका की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। शोक सभा में शामिल होने वालों में आर एन शर्मा, रामचन्द्र गिरी, भोला सिंह, रामाज्ञा, जोखू साह, नाजीर, परशुराम मिश्र, मोबारक मियाँ, नन्द किशोर, सुदर्शन पासवान, चतुरी राम, किरण शंकर प्रसाद और संजय चैरसिया मुख्य है।

रिश्वतखोरी की शिकायत पर, फरियादी की पीटाई

नरकटियागंज(पच) आॅफिसरशाही इस कदर बढ गयी है कि कोई किसी अधिकारी से किसी मुद्दे पर बात नहीं कर सकता है। इसी प्रकार का एक मामला रविवार की रात्री करीब साढे आठ बजे घटी। जिसके अनुसार पुलिस अंचल के गौनाहा थाना क्षेत्र अन्तर्गत हरबोड़ा नदी के पास पूर्व आग्रह से ग्रस्त पुलिस निरीक्षक शिकारपुर सीताराम सिंह ने एक पत्रकार के साथ बदसलूकी करते हुए मारा पीटा। उसके बाद जब वह गौनाहा थाना पहुँचा तो थानाध्यक्ष ने वरीय अधिकारी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया। पीडि़त पत्रकार ने कहा कि पहले से ही पुलिस वाले उसके विरूद्ध रहा करते थे और अब खुलकर सामने आ गये है। क्योकि पत्रकार ने पुलिस निरीक्षक के रिश्वतखोरी की जमकर मुखालफत करते हुए अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी और उच्चाधिकारियों से शिकायत की है। उक्त आशय की जानकारी मोबाईल से देते हुए पीडि़त ने बताया कि पूर्व के एक मामले में पुलिस वालों के कहने पर केस मैनेज नहीं करने के परिणाम स्वरूप उसे अधिकारी यह कह कर प्रताडि़त कर रहे है कि कोई पुलिस वाला ही न केस देखेगा। तुम्हारे सभी केस (फाॅल्स) गलत साबित कर खत्म कर देंगे, रहोगे देश में नहीं तो देश छोड़ना पडे़गा। 

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (13 अक्टूबर)

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कृषक व अधिकारियों का प्रषिक्षण संपन्न

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सीहोर 13 अक्टूबर,2014, कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ, जिला - सीहोर में पौधा किस्म और अधिकार संरक्षण अधिनियम अन्तर्गत कृषक व अधिकारियों को प्रषिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में श्रीमति शारदा फोगाट, कार्यपालक संचालिका, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर, श्री रामेष्वर पटेल, उप संचालक कृषि, श्री अवनीष चर्तुवेदी, परियोजना संचालक, आत्मा, श्री पुरूषोत्तम जोषी, सहायक संचालक, उद्यानिकी एवं अन्य विभागीय अधिकारी गण व जिला सीहोर के कृषकों उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान श्री जे. के. कनौजिया, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर ने पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण अधिनियम विषय पर विस्तार से कृषकों से चर्चा की तथा कृषकों एवं अधिकारियों को पौध किस्म के संरक्षण हेतु प्रेरित किया। श्री अजीत कृपाल साहू, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, सेवनियाॅ, सीहोर द्वारा बताया गया कि पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण अधिनियम, पौधा किस्मों व पादप प्रजनकों के अधिकारों की रक्षा तथा पौधों की नयी किस्मों के विकास को प्रोत्साहित करने हेतु चलाया गया अधिनियम है। इसके माध्यम से कृषकों को नयी पौधा किस्मों को सुरक्षित व सुधारने का कार्य किया जाता है। डाॅ. सुरेष चन्द कांटवा, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर ने बताया कि पौधा किस्म सुरक्षा में सुबिधा होगी, जिससे कृषकों को अन्य गुणवत्तापूर्ण बीज व रोपण सामग्री की उपलब्धता सुनिष्चित होगी। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार श्री संदीप चैहान, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र, सीहोर द्वारा किया गया। 

जिले में ’’15 अक्टूबर 2014 को विश्व हाथ धुलाई दिवस’’ 

सीहोर,13 अक्टूबर,2014, जिले के प्रत्येक ग्राम में 25 सितंबर 2014 से 19 नवंबर 2014 तक स्वच्छ म.प्र. अभियान का जन-जागरण हेतु आयोजन किया जा रहा हैं। इसी अनुक्रम में 15 अक्टूबर विश्व हाथ धुलाई दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस आयोजन का ’’गिनिज आॅफ वल्र्ड रिकार्ड’’ में म.प्र. शासन द्वारा स्थान दिलाने हेतु चिन्हित शालाओं में 15 अक्टूबर 2014 को हाथ धुलाई का आयोजन किया जावेगा। इस संबंध में जिले की 767 शालाओं में 103000 छात्र-छात्रओं के हाथ धुलाये जायेंगे। डाॅ. आर.आर. भोंसले, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीहोर द्वारा दिये निर्देशानुसार सभी आवश्यक तैयारियां की जा चुकी है। इस संबंध में गत दिवस उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक शाला में सीहोर एवं इछावर के प्रबंधक तथा जिले के सभी संकुल प्राचार्यो को हाथ धुलाई से संबंधित प्रशिक्षण सुश्री संतोषी तिवारी समर्थन संस्था, जिला शिक्षा अधिकारी, श्री धर्मैन्द्र शर्मा एवं प्रभारी अधिकारी निर्मल भारत अभियान श्री जी.एस. चैहान के द्वारा आवश्यक बिन्दुओं पर अवगत कराया प्रशिक्षण में उत्कृष्ट शाला के एक विद्यार्थी से हाथ धोने का डेमो भी कराया गया तथा प्रोजेक्टर के माध्यम से हाथ धोने की संपूर्ण प्रक्रिया का प्रदर्शन भी किया। जिला शिक्षा अधिकारी, श्री शर्मा द्वारा प्रशिक्षार्थियों को निर्देशित किया गया कि इस कार्यक्रम को शासकीय न मानते हुये व्यक्तिगत कार्यक्रम समझकर हिस्सा ले क्योकि यह हमारे परिवार की स्वच्छता से जुड़ा मुद्दा है। श्री चैहान द्वारा अवगत कराया गया कि सभी शालाओं में आवश्यक सामग्री साबुन आदि की व्यवस्था कर दी गई हैं तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत द्वारा अवगत कराया गया की सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को निर्देश जारी कर दिये गये है कि ग्राम पंचायतो के रोजगार सहायको के पास उपलब्ध कैमरे के माध्यम से विडियों ग्राफी / फोटो ग्राफी करेंगे यदि किसी पंचायत में एक से अधिक स्थानो पर अथवा बड़ी शालाओं में हाथ धुलाई का कार्यक्रम किया जाना है तब बाजार से भी विडियोंग्राफर/ फोटोग्राफर किराये पर लेकर कार्य करा सकते है इस हेतु पंचायत के द्वारा एक हजार रूपये तक व्यय पंच-परमेश्वर की राशि से कर सकते है। 14 अक्टूबर को हाथ धुलाई का पूर्वाभ्यास प्रत्येक शाला में प्रातः 11.00 से 12.00 बजे तक किया जावेगा ताकि 15 अक्टूबर 2014 को हाथ धुलाई के अवसर पर जिले की शत-प्रतिशत चिन्हित शालाएं एवं विद्यार्थियों का हाथ धोने का रिकार्ड ’’गिनिज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड’’ हेतु दर्ज हो सके। प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्कृष्ट शाला के श्री बांगरे प्राचार्य जिला शिक्षा अधिकारी, श्री शर्मा, डीपीसी, श्री पाराड़कर, एनबीए प्रभारी अधिकारी, श्री चैहान, जिला परियोजना समन्वयक, श्री विकास वाघाड़े उपस्थित थे।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (13 अक्टूबर)

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अनाज ककडी भुट्टो से किया किसान क्रांति रथ का स्वागत

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पारा--विगत दिनो ग्राम पंचायत बराड मे आयोजित शिविर मे किसान का्रंति रथ का स्वागत ग्रामीणो ने  अनाज ककडी भुट्टो कि मला पहना कर किया। रथ के तकनीकी दल के प्रभारी व नोडल अधिकारी श्री सुर्या के  मार्ग दर्शन मे ग्राम बराड मे शिविर का आयेाजन किया गाया जिसमे पी सी मीणा प्रमूख सचिव मध्य प्रदेश शासन भोपाल चन्द्रशेखर बोरकर कलेक्टर झाबूआ,धनराजू एस सीईओ जिला पंचायत झाबूआ का स्वागत किसानो ने मूंगफली,सोयाबिन की फली,कपास,ककडी व मक्का के भूट्टो कि माला पहना कर स्वागत किया। शिविर मे 375 कृषको ने विभिन्न विभागो की तकनिकी जान कारी प्राप्त करने के साथ ही कृषि विभाग से गेहु चना व उधान विभाग से धनिया बंेगन व टमाटर के मिनिकिट वितरित किए। वही पशुपालन विभाग ने 91 पशुओ का उपचार 150 पशुओ का टिकाकरण व दस पशुओ का बंध्याकरण किया गया। वही सहकारीता विभाग द्वारा 41 किसानो को क्रेडीट कार्ड राजस्व विभाग द्वारा 223 किसानो को खसरा खतोनी का वितरण किया गया। साथ ही उपस्थित अतिथियो व अधिकारीयो ने ग्रामीण महीलाओ के द्वारा बनाई गई मक्का की रोटी व चटनी का स्वाद भोजन मे लिया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम समनवयक डाॅ आई एस तोमर,कृषि उपसंचालक एस एन सेन,डी डी व्ही एस तिवारी,डाॅ तिवारी,महाप्रबंधक सी सी बी विजय कूलमी,आत्मा परियोजना संचालक जीएस त्रिवेदी,एस डी एम अम्बाराम पाटीदार,सहायक सेचालक उधान,सहायक संचालक मत्स्य,कृषि वेज्ञानिक जगदीश मोर्य ,किसान मोर्चा पारा के मण्डल अध्यक्ष व रथ प्रभारी दिलीप डावर सहीत अन्य कई विभागो के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थै।

कृषी क्रान्ती रथ के माध्यम से किसानो को किया जागरूक  

पिटोल----25 सितम्बर से 20 अक्टूम्बर 2014 तक चलने वाले कृषी महोत्सव के अन्र्तगत भाजीडूंगरा , कालाखूट ,एवं पिटोल के किसानो को उन्नत खेती करने के बारे में कृषी वैज्ञानीक डाॅ. आर के यादव द्वारा किसानो को मोसम के अनूरूप केसी खेती करना चाहिए उसके बारे मे अच्छे तरीके से समझाया की कब बोवनी की जानी चाहीए खेती मे कितनी बार सिचाई करना चाहीए सरकार द्वारा टपक सिचाई को बढावा देने के लिए सरकारी मद्द के माध्यम से किसान आर्थीक रूप् से लाभ ले सकते है।किटनासक दवाइयो के उपयोग के बारे मे बताया ,देषी तरीके से पौधौ कि पत्तीयो से किटनाषक दवाई बनाने के बारे में किसानो को समझाया। वही पषु पालन के बारे में डाॅ.पवन सोलंकि द्वारा पषुओ की बीमारी से बचाव के लिये प्रभावी तरीके से बताया कि पषुओ की बीमारी न्युमोकिया , गालघोटू , कृमीरोग , बबेषिया , सर्रा एक टंगीयी , एथ्रेन्स ,घनेला ,खुरपका आदी बीमारीयो के लक्षण एवं उनसे बचाव के बारे में जानकारी दी। वही मानसिहं ठाकूर सहायक संचालक कृषी अधीकारी ने बताया कि किसान अपने खेतो कि मेडो एवं खाली जगहो पर फलदार कलमी पोधो के बारे मे बताया की कम पानी एवं कम समय में अच्छे फलदार पौधो को लगाकर फलो का उत्पादन कर किसान आर्थिक रूप से समृद्ध हो सकते है वही पिटोल के ग्राम सेवक चुन्नीलाल डावर द्वारा पिटोल क्षेत्र के ्रग्रामीणो से सतत सम्पर्क मे होकर सरकार द्वारा चलाई जा रही किसाने के हितोंमे योजनाओं की जानकारी देकर अच्छा प्रयास किया है। वही इस कार्यक्रम मे किसानों को इन अधिकारीयों ने 8 प्रकार के सब्जीयों का वितरण किया एवं पिटोल पषु चिकित्सा अधिकारी श्री देवील सा द्वारा पषु केा बिमारी से बचने के लिये पषु ओषधियों का वितरण किया गया तथा राजस्व विभाग से पिटोल के पटवारी श्री भारतसिह हाडा द्वारा सभी किसानांे का खाता खसरा नकल का वितरण किया गया वही कार्यकम मे पिटोल के पुूर्व सरपंच श्री काना गुण्डीया, छोटी पिटोल पूर्व सरपंच खुना गुण्डीया डुंगरसिंह बडदवाल, छत्रसिंह नायक, आदि सेकडो किसानांे ने इस कार्यक्रम का लाभ लिया। वही आज सुबह 8 बजे ग्राम भिमफलिया दोपहर को ग्राम घाटीया तथा षाम को ग्राम मण्डली बडी केा किसान रथ द्वारा किसानों को समझाय जायेगा एवं रात्री विश्राम ग्राम मण्डली में होगा।

आज निकालेगें युवा आक्रोष रैली, एनएसयूआई एवं युवा छात्र संगठन छात्र समस्या को लेकर डा0 विक्रांत भूरिया के नेतृत्व में प्रषासन को सौपेगें ज्ञापन 

झाबुआ--- व्यापम घोटाले की जांच सीबीआई से कराये जाने एवं कालेज प्रबंधन व्यवस्था में अनियमितता, कालेज मे छात्रों को बैठने के लिये कक्षो एवं टेबलों की कमी, कालेज में प्राध्यापकों की कमी, छात्रावासों की जर्जर हालत, छात्रों की आरक्षण नीति मे बदलाव, छात्रवृति समय पर नही मिलने आदि मुद्दों को लेकर  आज 14 अक्तुबर मंगलवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन  द्वारा युवक कांग्रेस के बैनर तले डा. विक्रांत भूरिया ,भाराछासं के राष्ट्रीय महासचिव षाह नवाज शेख, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेषाध्यक्ष विपीन वानखेडे,महामंत्री सादक खान,लोक सभा युवक कांग्रेस अध्यक्ष आषीष भूरिया, राष्ट्रीय प्रतिनिधि दीव्येष आमलियार, जिलाध्यक्ष विनय भाबोर, के नेतृत्व में जिलास्तर पर कलेक्टर कार्यालय पहूंच कर धरना प्रदर्षन किया जाकर महामहिम राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सोपा जावेगा ।उक्त जानकारी देते हुए संगठन के विजय भाबोर एवं ऋषि डोडियार ने बताया कि स्थानीय राजवाडा चैक पर आज मंगलवार को प्रातः साढे 10 बजे से जिले के सभी छात्र-छात्रायें एकत्रित होकर वहां एक सभा का आयोजन किया जावेगा । इस सभा को पूर्व प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ,जिला पंचायत अध्यक्षा कलावती भूरिया सहित सहित संगठन के प्रादेषिक एवं राष्ट्रीय नेता संबोधित करेगें । सभा के प्ष्चात सभी छात्र-छात्र छात्रायें विषाल रेली के रूप  में नगर के प्रमुख मार्गो से बस स्टेंड होते हुए कलेक्टोरेट जाकर  प्रषासन को ज्ञापन सौपेंगें । एनएसयुआई के जिलाध्यक्ष विनय भाबर,ऋषि भाबोर, विजय भाबोर, कुमारी अंकीता सोलंकी ,कुसुम मेडा,निर्मला चैहान, आयुषी भाबोर,गौरव सक्सेना, बबलू कटारा, रीजवानखान, रवि अजनार, अष्वीन मेडा, प्रकाष बामनिया, जोंटी शर्मा, जितेन्द्र मंडोड, रायसिंह मेडा आदि ने जिला के छात्र-छात्राओं से अधिक से अधिक संख्या में इस युवा आका्रेष रैली में षामील होकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है ।

स्कूली बच्चो के जाति प्रमाण-पत्रो की प्रगति कम होने से लोक सेवा केन्द्र राणापुर को कारण बताओ सूचना पत्र जारी होगा
  • कलेक्टर ने कि समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में दिये निर्देश

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झाबुआ --- कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर ने की। बैठक में विभागवार लंबित समयावधि पत्रों, जनशिकायत, जनसुनवाई इत्यादि की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश दिये गये,बैठक में कलेक्टर ने बैकर्स की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री आवास मिशन के प्रकरण स्वीकृत करने के लिए बैंक में ही कैम्प आयोजित कर शत-प्रतिशत लक्ष्यपूर्ति करवाने के लिए सभी एसडीएम एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। जिन बैंक शाखाओं के प्रबंधको ने मुख्यमंत्री आवास मिशन एवं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी के प्रकरण स्वीकृत नहीं किये है उनकी बैठक 18 अक्टूबर को रात्रि 10 बजे आयोजित होगी। स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण-पत्रों की आॅनलाईन फीडिंग की प्रगति कम होने से लोक सेवा केन्द्र राणापुर को नोटिस जारी करने के लिए लोक सेवा प्रबंधन अधिकारी को निर्देश दिये। आॅन लाइन जाति प्रमाण-पत्र जारी करने के कार्य में प्रगति लाने के लिए सभी एसडीएम को निर्देशित किया।

15 अक्टूबर 2015 तक सभी स्कूलो में विद्युत कनेक्शन हो जाये
समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया कि जिले के हर स्कूल में विद्युत कनेक्शन 15 अक्टूबर 2015 तक करवाना सुनिश्चित करे एवं सभी स्कूलों के सभी कक्षो में एक पंखा एवं रोशनी के लिए एक सीएफएल बल्व आवश्यक रूप से लगवाये। बीएमएचएस डाॅक्टर एलोपेथीक दवाईयाॅ मरीजो को देगे तो दण्डात्मक कार्यवाही होगी बीएमएचएस डाॅक्टर जितने भी है, वे प्राप्त डिग्री के अनुसार ही मरीज को दवाईयाॅ दे। यदि एलोपेथिक दवाईयों का उपयोग करते पाये गये, तो उनके विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। अवैधानिक डाॅक्टरो का जिले से समूल उन्मूलन करने के लिए एसडीएम एवं सीएमएचओ को निर्देशित किया। जिन परिवारो को पात्रता पर्ची जारी नही हुई है वे 19 अक्टूबर को गाॅव के स्कूल में संपर्क करे ऐसे परिवार जिनको पात्रता पर्ची नहीं मिली है या जिनके परिवार में सदस्य संख्या ज्यादा है एवं कम सदस्यों का राशन मिल रहा है,वे अपने गाॅव के स्कूल में जाकर 19 अक्टूबर को संपर्क करे, ताकि उन्हें खाद्यान्न के लिए पात्रता पर्ची जारी की जा सके। 19 अक्टूबर को संबंधित शासकीय सेवको द्वारा पात्रता पर्ची संबंधी कार्यवाही की जाएगी। बैठक में एडीएम श्री धर्मेन्द्र कुमार सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।

झाबुआ एवं थांदला विकासखण्ड में कृषक संगोष्ठी का आयोजन आज
  • जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेले का आयोजन 15 से 17 अक्टूबर तक

झाबुआ ----कृषि महोत्सव अंतर्गत कृषि क्रांति रथ के माध्यम से प्रतिदिवस जिले के विभिन्न ग्रामों में ‘‘वैज्ञानिक तकनीकी अपनाये खेती को लाभ का धंधा बनाये‘‘ का संदेश पहुचाने का कार्य तकनिकी दल द्वारा सतत् रूप से किया जा रहा है। कृषि महोत्सव अंतर्गत नवागत कृषि तकनिक के प्रचार-प्रसार, नवीनतम कृषि आदानो से सुपरिचित कराने उन्नत किस्मों के नवीन बीजो की जानकारी प्रदाय करने के लिए 14 अक्टूबर को झाबुआ विकासखण्ड के ग्राम पिपलीपाडा एवं थांदला विकासखण्ड के ग्राम गोरीयाखांदन में विकासखण्ड स्तरीय कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जाएगा एवं 15,16,व 17 अक्टूबर को जिला स्तर पर वृहद स्तरीय कृषि विज्ञान मेले का आयोजन कृषि उपज मंडी परिसर झाबुआ में किया जा रहा है।

विश्व खाद्य दिवस 16 अक्टूबर को

झाबुआ ----विश्व खाद्य दिवस 16 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दुनिया से भूखमरी खत्म करना अत्याधुनिक खेती करना तथा खाद्न्न उत्पादन बढाने के लिए विकासशील ‘‘देशों के मध्य तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग बढाना और विकसित देशों से आधुनिक तकनीकी मदद उपलब्ध कराना है। खाद्य पदार्थ के पर्याप्त उत्पादन के बाद भी कुपोषण एवं इससे जनित रोगों की समस्यायें यदा-कदा विद्यमान है, विश्व खाद्य दिवस के माध्यम से देश में बेहतर खाद्य प्रबंधन कर जनता को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक जागरूकता एवं प्रचार की आवश्यकता है। विश्व खाद्य दिवस खाद्य विभाग एवं कृषि विभाग के अधिकारियों के समन्वय से जिला एवं अनुभाग स्तर पर मनाया जाना है।

15 अक्टूबर तक दावे  आपति करे

झाबुआ ---पंचायत निर्वाचन के लिए बनाई गई मतदाता सूची एवं मतदान केन्द्र जो नये बनाये गये है उसके लिए 15 अक्टूबर तक दावे आपत्ति के लिए अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। मतदाता सूचियों का प्रकाशन विगत 8 अक्टूबर को किया गया है एवं संबंधित ग्राम पंचायत में चस्पा भी की गई है। यदि किसी व्यक्ति के नाम,पते वार्ड अथवा अन्य किसी प्रकार की कोई त्रुटि हो, तो वे अपने दावे-आपत्ति 15 अक्टूबर तक प्रस्तृत कर सकते है।

पेन्टावेलेन्ट वेक्सीन एक सुई तीन बार पाॅच बीमारी से बचाये
  • 01 नवम्बर 2014 को पेन्टावेलन्ट व्हेक्सिन का शुभारंभ होगा

झाबुआ ---प्रदेश सहित जिला स्तर पर पेन्टावेलेन्ट व्हेक्सिन का शुभांरभ 01 नवम्बर 2014 से किया जाना है, पेन्टावेलेन्ट व्हेक्सिन की ‘‘एक सूई, तीन बार, पाॅच बीमारी से बचायें। पेन्टावेलेन्ट वैक्सीन, के शुभारंभ के संबंध में कार्ययोजना बनाने के लिए जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर की अध्यक्षता में कलेक्टर कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस.सीएमएचओ डाॅरजनी डावर, जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ. गणावा सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि पेन्टावेलेन्ट वैक्सीन 6 सप्ताह से एक वर्ष तक के बच्चों को लगाया जाएगा। यह टीका पांच बीमारियो से बच्चों की सुरक्षा करेगा जिसमें डिप्थीरिया, परटुसिस, टिटेनस, हिपेटाइटिस एवं एच इन्फ्लूएन्जा जैसी गंभीर बीमारिया शामिल है। अब एक वर्ष तक के बच्चो को नौ की जगह छः टीके ही लगाये जायेगे। वेक्सीन सभी हितग्राही बच्चो को लग सके। इसके लिए आदिवासी विकास विभाग, राजस्व विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों को कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने निर्देशित किया है। वैक्सीनेशन के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों को दिये गये।

जुआ खेलते नो आरोपी रंगे हाथों गिरफ्तार
झाबूआ---पुलिस अधीक्षक ने बताया कि थाना पेटलावद पुलिस ने आरोपी सीता राम पिता श्रीराम, उम्र 60 वर्ष एवं अन्य 08, निवासीगण चापल्दाघाटी को जुआ खेलते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से ताश-पत्ती, 3705/-रूपये नगदी जप्त कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। प्र्रकरण में थाना पेटलावद में अप0क्र0 445/2014, धारा 13 जुआ एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

पार्किग व्यवस्था सुधारने हेतु अपील 
झाबूआ---  पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आगामी दीपावली त्यौहार को देखते हुए तथा झाबुआ शहर में यातायात बढ़ने व आम नागरिकों की आवाजाही बढने की संभावना को देखते हुए, शहर की यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित एवं सुगमता से संचालित किये जाने के लिये शहर में आजाद चैक एवं छोटा तालाब के किनारे राधाकृष्ण मंदिर के पास के स्थान पर दो पहिया व चार पहिया वाहन पार्किग तथा अटल काम्पलेक्स के सामने व छत्री चैक चैराहा पर दो पहिया वाहन पार्किग स्थल अस्थाई रूप से निर्धारित किये गये है। अतः शहर के समस्त दो पाहिया एवं चार पहिया वाहन चालकों से अनुरोध है कि अपने दो पहिया व चार पहिया वाहनों को उपरेाक्त निर्धारित अस्थाई पाकिंग स्थलों पर अपना वाहन खडा कर यातायात व्यवस्था को सुगम बनाये जाने में यातायात पुलिस का सहयोग करें। तथा साथ ही टाॅकिज गली से बस स्टेण्ड की ओर जाने के लिये एवं रूनवाल मार्ग को बस स्टेण्ड से आने के लिये एकांकी मार्ग के रूप में उपयोग करें।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (13 अक्टूबर)

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पेंटावेलेंट वैक्सीन करेगा पांच बीमारियों से बचाव, एक नवम्बर से निःशुल्क मुहैया कराई जाएगी
     
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विदिशा, दिनांक 13 अक्टूबर 2014, मध्यप्रदेश स्थापना दिवस एक नवम्बर से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत पेंटावेलंेट वैक्सीन देने का कार्य जिले में भी प्रारंभ किया जा रहा है। उक्त वैक्सीन से छह सप्ताह से अधिक और एक वर्ष से कम आयु के बच्चों को पांच घातक बीमारियां डिप्थिरया, परट्यूसिस, टिटनेस, हेपेटाइटिस-बी और हिब की अलग-अलग दवा देने की जरूरत नही पडे़गी। कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में सोमवार को आहूत बैठक में पेंटावेेलेंट टीका के क्रियान्वयन हेतु तैयार की जाने वाली कार्ययोजना पर बिन्दुवार चर्चा की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ प्रमोद कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि इस अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग की महती भूमिका है। जिले के प्रत्येक आरोग्य केन्द्र पर उक्त वैक्सीन की व्यवस्था कर संबंधितों को निःशुल्क दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पेंटावेलेंट वैक्सीन में पांच एंटीजन शामिल है। जिसमें हिब वैक्सीन शामिल करने से अतिरिक्त घातक रोग के खिलाफ सुरक्षा मिलेगी। जन्म के पहले वर्ष के दौरान टीको की संख्या नौ के स्थान पर अब छह हो गई है। उन्होंने बताया कि पेंटावेलेंट वैक्सीन का शरीर पर किसी भी प्रकार से दुष्प्रभाव नही होता है। 

टीका कब देना है
पेंटावेलंेट की तीन खुराकों को व्यापक रोग प्रतिरक्षण संस्था में शामिल किया गया है। प्रथम खुराक बच्चे को छह सप्ताह के बाद, दूसरी एवं तीसरी खुराक क्रमशः 10 सप्ताह और 14 सप्ताह में दी जाएगी। कोई भी बूस्टर डोज पंेटावेलेंट का यूआईपी तालिका अनुसार अनुसंशित नही है। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि ग्राम स्तरीय अमले को भी अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया जाए ताकि समय अंतराल में नवीन वैक्सीन पेंटावेलंेट का टीका लगाया जा सकंेें। कार्यशाला में सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ मंजू जैन, समस्त बीएमओ और टीकाकरण अधिकारी डाॅ श्रीमती निर्मला तिवारी मौजूद थी।    

अपात्रो को योजना का लाभ दिलाने वालो को निलंबित करने के निर्देश

विदिशा, दिनांक 13 अक्टूबर 2014, कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने सोमवार को टीएल बैठक में सख्त निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री आवास मिशन योजना के तहत बासौदा जनपद पंचायत के अंतर्गत उदयपुर की काॅ-आपरेटिव बैंक के माध्यम से अपात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ दिलाया गया है उन सभी के खिलाफ नियमानुसार निलंबन की कार्यवाही शीघ्र करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए। बैठक मंे मौजूद बासौदा जनपद पंचायत के सीईओ श्री केडी मालवीय ने बताया कि ग्राम पंचायत उदयपुर के सचिव श्री तुलसीराम चैरसिया, सहायक विस्तार अधिकारी श्री पुरूषोत्तम शर्मा और सरपंच श्रीमती ज्योति माथुर की अनुशंसा पर अपात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाने की कार्यवाही की गई है उनमें सचिव एवं सहायक विस्तार अधिकारी के खिलाफ निलंबन और सरपंच के खिलाफ धारा-40 के तहत नोटिस जारी करने की कार्यवाही प्रस्तावित की गई है। कलेक्टर श्री ओझा ने ग्राम पंचायत सेमरी के सरपंच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के भी निर्देश बैठक में दिए। ज्ञातव्य हो कि ग्राम में नवीन स्कूल भवन निर्माण में दरारे आ जाने पर कार्यवाही प्रस्तावित की गई है।कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिले में सड़क निर्माण के कार्यो में जहां कही कोई दिक्कत आती है तो अविलम्ब स्थानीय एसडीएम से निर्माण ऐजेन्सी सम्पर्क करें। जिले में रोड़ निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराए जाए। जिन व्यक्तियों के द्वारा रोड निर्माण कार्यो में अवरोध उत्पन्न किए जाते है तो उनके खिलाफ पुलिस में प्रकरण दर्ज कराने की कार्यवाही की जाए। कलेक्टर श्री ओझा ने पंचायत एवं सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि जिन हितग्राहियों को विभिन्न पेंशन योजनाओं से लाभांवित किया जा रहा है उन्हें समय पर पेंशन राशि मिले यह सुनिश्चित कराए अन्यथा आर्थिक अपराध प्रकरण दर्ज करने की कार्यवाही की जाएगी। 

क्रांति रथ
कलेक्टर श्री ओझा ने बैठक के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि शासन के दिशा निर्देशानुसार जिले के सभी विकासखण्डो में एक-एक क्रांति रथ हर दिन तीन-तीन ग्रामों में भ्रमण कर तीसरे ग्राम में रात्रि विश्राम कर रहा है। उन्होंने क्रांति रथ के माध्यम से ग्रामीणजनों को मुहैया कराने वाली जानकारियांे का गंभीरता से क्रियान्वयन करने की हिदायत संबंधित विभागोें के अधिकारियों को दी। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि इस दौरान जिन ग्रामों में लोक कल्याण शिविर का आयोजन किया जा रहा है उन ग्रामों में अधिकारी पहुंचना सुनिश्चित करें। उन्होंने क्रांति रथ एवं अधिकारी एवं कर्मचारियों भ्रमण टूर डायरी तैयार करने के निर्देश देते हुए समीक्षा हेतु जिला स्तर पर एक सेल गठित करने के भी निर्देश दिए। टीएल बैठक में मुख्यमंत्री हेल्प लाइन, मानव अधिकार आयोग, पीजी सेल, समाधान आॅन लाइन और जन शिकायत निवारण से प्राप्त आवेदनों पर अब तक संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई कार्यवाहियों की बिन्दुवार जानकारियां प्रस्तुत की गई। कलेक्टेªट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में अपर कलेक्टर श्री आरके शर्मा, जिला पंचायत सीईओ श्री शशिभूषण सिंह समेत समस्त एसडीएम, विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं जनपदो के सीईओ मौजूद थे। 

सचिव निलंबित

विदिशा, दिनांक 13 अक्टूबर 2014, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शशिभूषण सिंह ने ग्यारसपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत अंडियाकला के सचिव श्री विवेक तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए है। निलंबन अवधि में श्री विवेक तिवारी का मुख्यालय जनपद पंचायत कार्यालय ग्यारसपुर नियत किया गया है। उन्हें निलंबन काल में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।जारी निलंबन आदेश में उल्लेख है कि सचिव श्री तिवारी के विरूद्व आपराधिक प्रकरण दर्ज होने, खण्ड स्तरीय समीक्षा बैठको मंे अनुपस्थित रहने, मनरेगा के कार्यो में रूचि ना लेने और मुख्यालय पर निवास ना करने के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने के फलस्वरूप उनके खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की गई है।

तहसीलदारो को राशि पुर्नवंटित

विदिशा, दिनांक 13 अक्टूबर 2014, कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने तहसीलो में प्राकृतिक आपदा के प्रकरणों में संबंधितों को त्वरित आर्थिक सहायता मुहैया कराए जाने के उद्धेश्य से तहसीलदारों को राशि पुर्नवंटित करने के आदेश जारी कर दिए है। उनके द्वारा संबंधितों को निर्देश दिए गए है कि कोषालय एवं उपकोषालयों से राशि शीघ्र आहरण कर पीडि़तों को उपलब्ध कराई जाए और की गई कार्यवाही से जिला कार्यालय को भी अवगत कराया जाए। विदिशा तहसीलदार को तीन हजार रूपए, बासौदा तहसीलदार को बीस हजार पचास रूपए, सिरोंज तहसीलदार को 46 हजार छह सौ रूपए, ग्यारसपुर तहसीलदार को 19 हजार पांच सौ रूपए, कुरवाई तहसीलदार को 34 हजार सौ रूपए, लटेरी तहसीलदार को 56 हजार रूपए, शमशाबाद तहसीलदार को 11 हजार तीन सौ रूपए की और नटेरन तहसीलदार को चार हजार दो सौ रूपए की राशि पुर्नवंटित की गई है। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (13 अक्टूबर)

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महिलायें पहाड़ की रीढ़,विकास में महिलाओं का विशेषयोगदान:मुख्यमंत्री 

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देहरादून 13 अक्टूबर,(निस)। महिलाऐं पहाड़ की रीढ है। पहाड़ के विकास में महिलाओं की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि एकसार खेती को बढ़ावा दिया जाना चाािहए। पहाड़ में उत्पादित मंडवे के उत्पादन को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि इसकी पिसाई के लिए मशीनांे की खरीद के लिए प्रयास किया जा रहा है तथा दुनिया के बाजार में इसे पहुंचाने के लिए सरकार प्रयासरत है। महिला मंगल दलों को सशक्त बनाने के लिए सांसद तथा विधायक निधि से 2 से 3 लाख तक के कार्य महिला मंगलदलों को देने का प्रावधान किया जा रहा है। आपदा ग्रस्त क्षेत्रों के पंजीकृत महिला मंगल दलों के लिए प्रति महिला मंगल दल 75 हजार रूपये विकास कार्य हेतु देने का निर्णय भी सरकार द्वारा लिया जा रहा है। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोमवार को पर्यटन औद्योगिक विकास मेला पोखरी(चमोली) के उद्घाटन अवसर पर कही। मुख्यमंत्री ने लोनिवि पोखरी के डिवीजन को यथावत रखे जाने, राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय, पोखरी की तीन सड़को के हाटमिक्सींग किए जाने, कार्तिक स्वामी मंदिर को पर्यटन के लिए विकसित करने तथा नगर पंचायत पोखरी के विकास के लिए आर्थिक सहायता दिए जाने की भी घोषणा की। उन्होनें कहा कि जहां विकास होता है वहां कुछ कमियां भी रह जाती है। जिन्हें समय रहते दूर करना सभी का दायित्व है। इस मौके पर उन्होंने आपदा ग्रस्त 5 जनपदों में अध्यापकों के 5 सौ पद और सृजित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि 1 जनवरी से सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में 60 वर्ष से उपर की महिलाओं को भी भोजन मिलेगा यह सरकार की मंशा है। शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति के लिए प्राथमिक स्तर से इंटर स्तर तक सुदृढ बनाने के लिए अध्यापकों की कमी नहीं होने दी जाएगी। तथा जिस भी अध्यापक की तैनाती की जाएगी उसे एक निश्चित अवधि तक अनिवार्य रूप से तैनाती स्थल पर अपनी सेवाऐं देनी होगी। पानी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए चाल खालों को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया। किसान पेंशन के सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई है।  अपनी जमीन पर फलदार एवं चारे पत्ती वाले पोधों के रोपण पर भी बल दिया। साथ ही बंजर खेतों पर फलदार तथा चारेपत्ती के पौधों के रोपण पर प्रति पौध तीन वर्ष में 3 सौ रूपये बोनस के रूप दिए जाने की बात भी कही। इस अवसर पर काबिना मंत्री दुग्ध विकास मत्री हरीश चंद्र दुर्गा पाल ने मातृ शक्ति के सम्मान की बात करते हुए कहा कि उन्हे पहाड़ के विकास के  लिए आगे आना होगा। उन्होेने लघु उद्योग तथा दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देकर स्वरोजगार से जोड़ने की बात कही। इस मौके पर विधायक केदारनाथ शैलारानी रावत, विधायक बद्रीनाथ राजेंद्र सिंह भंडारी, पूर्व एमएलसी पृथ्वी पाल सिंह चैहान, जिला पंचायत अध्यक्ष मुन्नी शाह, उपाध्यक्ष लखपत सिंह बुटोला, जिला पचायत सदस्य रजनी भंडारी सहित कई जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिलाधिकारी चमोली एसए मुरूगेशन, पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा तथा विभागीय अधिकारी एवं जनता उपस्थित थी। 

विद्यार्थी जागृति शिविर की तैयारियों में जुटा संघ

देहरादून, 13 अक्टूबर,(निस)। विद्यार्थियों में संस्कार व देश भक्ति का भाव भरने के लिए संघ हरिद्वार में विद्यार्थी जागृति शिविर नवंबर माह में आयोजित कर रहा है। इस शिविर में संघ के प्रमुख मोहन भागवत उपस्थित रहेंगे। भागवत की उपस्थिति को देखते हुए संघ अभी से विद्यार्थियों को शिविर में ले जाने के लिए तैयार कर रहा है। शिविर में जाने को लेकर छात्रों में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी मुहिम के तहत देहरादून महानगर की संघ टीम अभी से शिविर की तैयारियों में जुट गया है। इस अभियान के तहत आज महानगर के अलग - अलग स्थानों पर विद्यार्थियों को एकत्र कर शिविर के बारे में जानकारी दी गई। इस शिविर में संघचालक मोहन भागवत के आलावा बाबा रामदेव भी उपस्थित रहेंगे। छात्रों को योग सहित संघ में नियमित होने वाले तमाम कार्यक्रम के बारे में बताया गया। देहरादून से लगभग हजार छात्रों को शिविर में ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। आज के एकत्रीकरण में लगभग बीस स्थानों पर छह सौ छात्र भाग लिये। छात्रों को शिविर के बारे में जानकारी देने के लिए संघ के तेजतरार युवा प्रचारक महेन्द्र व राजपुष्प व महानगर कार्यवाह अनिल नंदा को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई जिनकी छात्रों में गहरी पैठ है। यह शिविर नवंबर माह में 28,29.30 को हरिद्वार के पतंजलि फेज टू में लगेगा। शिविर में संघचालक मोहन भागवत, बाबा रामेदव छात्रों को देश भक्ति का पाठ पढ़ाएंगे। शिविर में वहीं छात्र भाग ले सकते है जो डिग्री काॅलेज में है या प्रतियोगी तैयारी कर रहे है। 

‘‘वन अग्नि शमन एवं प्रबंधन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम’’

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देहरादून, 13 अक्टूबर,(निस) । वन क्षेत्रों के समीप शहरी आबादी का विस्तार वन अग्नि को उत्पन्न कर सकता है, जो आग के मौसम के दौरान लोगों के जीवन और सम्पत्ति को क्षति पहुँचा सकता है।  इस प्रशिक्षण का आधारभूत उद्देश्य वन क्षेत्रों में वनाग्नि द्वारा उत्पन्न क्षति की सीमा के बारे में वन विभाग के अधिकारियों को जागरूक बनाना है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंध संस्थान, नई दिल्ली और वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून सोमवार से 17 अक्टूबर, तक वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून में वन विभाग के अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयाेिजत किया जा रहा है। जिसका विषय  ‘‘वन अग्नि शमन एवं प्रबंधन’’ है। प्रशिक्षण में वनाग्नि की घटनाओं के कारण तथा उन कदमों को उठाए जाने की जानकारी दी जाएगी, तथा विभिन्न सुदूर संवेदी एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली साधनों का उपयोग करके और अन्य सरकारी विभागों एवं संयुक्त वन प्रबंधन समितियों के बीच एक सशक्त नेटवर्क विकसित करके आग के कारण क्षतियों को रोकने अथवा न्यूनतम करने के लिए उठाया जा सकता है, ताकि व्यापक वनाग्नि आपदाओं को नियंत्रित किया जा सके,  जैसा पिछले कुछ वर्षों में आॅस्ट्रेलिया एवं यूएसए में पहले भी हो चुका है। इस विषय पर सहभागियों को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए उत्तराखण्ड वन विभाग, भारतीय सुदूर संवेदी संस्थान, भारतीय वन सर्वेक्षण, राष्ट्रीय आपदा प्रबंध संस्थान, नई दिल्ली, दून विश्वविद्यालय और वन अनुसंधान संस्थान जैसी संस्थाओं से संकायों के व्याख्यान आयोजित किए गए है।  इस प्रशिक्षण में सम्पूर्ण भारत के विभिन्न राज्यों से सहभागी भाग ले रहे हैं। प्रशिक्षण का उद्घाटन डा. आर.के.आइमा, कार्यकारी निदेशक, वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून द्वारा किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से वन अग्नियों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा विकसित नई विधियों और प्रौद्योगिकियों की जानकारी लेने की सलाह दी।  प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम निदेशक कुणाल सत्यार्थी, प्रमुख, वन संवर्धन प्रभाग ने विशेषकर हिमालयी क्षेत्रों में वनाग्नियों के शमन के लिए अग्रिम तैयारी करने पर जोर दिया। आर.के. आचार्या, सहायक वन संवर्धनिक (सा0) और श्री वी.के. धवन, अनुसंधान अधिकारी, वन अनुसंधान संस्थान ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।  डा. ए.डी. कौशिक, सीनियर फैकल्टी, राष्ट्रीय आपदा प्रबंध संस्थान, नई दिल्ली प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयन कर रहे हैं।   

शहीद मनोज राणा की बहन को मिली सरकारी नौकरी

देहरादून, 13 अक्टूबर,(निस)। एक साल की जद्दोजहद के बाद आज आखिरकार जुलाई 2013 में जम्मू कश्मीर में दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हुए सेना के सिपाही शहीद मनोज राणा की बहन को सरकारी नौकरी मिल गई।  क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी अजय सिंह को कु. पिंकी राणा के शैक्षिक प्रमाणपत्र अन्य पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाणपत्र व उपनल द्वारा दिया गया पत्र सौपा जिनका परीक्षण करने के पश्चात् विभागीय कार्यवाही के बाद पिंकी राणा को कार्यालय मे कनिष्ठ लिपिक के पद पर नियुक्त करने का आदेश दे दिया गया। विदित हो कि जुलाई 2013 को सेना में कार्यरत मनोज राणा जम्मू कश्मीर में दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा शहीद मनोज राणा के ढ़ाकपट्टी राजपुर चन्द्रलोक बस्ती में गये थे जहां मुख्यमंत्री ने शहीद की बहन को सरकारी नौकरी तथा शहीद के नाम पर चन्द्रलोक बस्ती में द्वार बनाने की घोषणा की थी किन्तु एक साल से ऊपर बीत जाने के बाद भी जब किसी ने शहीद परिवार की सुध नहीं ली। शहीद के परिजन वर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत से मिले। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को शहीद की बहन का प्रमाणपत्र नियमानुसार तत्काल बनाने का आदेश दिया जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जिलाधिकारी देहरादून ने पिंकी राणा को अन्य पिछड़ा वर्ग का प्रमाणपत्र निर्गत करवाया। इस सारी कार्यवाही के बाद आज अन्तोगत्वा कु0 पिंकी राणा को क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में कनिष्ठ लिपिक के पद पर नियुक्ति मिल गई।

कृषक महोत्सव की तैयारी को कृषि मंत्री ने ली बैठक 

देहरादून, 13 अक्टूबर,(निस) । प्रदेश के कृषि, कृषि विपणन, कृषि शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड सरकार डाॅ0 हरक सिंह रावत ने सोमवार को विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में उत्तराखण्ड कृषक महोत्सव (रबी 2014) को मनाये जाने के विषय की अध्यक्षता करते हुए कृषि से जुड़े अधिकारियों से कहा कि हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों एवं कत्र्तव्यों का निर्वहन बखूबी तरीके से करते हुए प्रदेश के किसानों के सर्वांगीण विकास के लिये कार्य करें। बैठक में उन्होंने कहा कि कृषि महोत्सव रबी 2014 का आयोजन दिनांक 28 अक्टूबर 2014 से 7 नवम्बर 2014 तक होगा। जिसमें प्रदेश के 95 विकासखण्डों की 670 न्याय पंचायतों में 75 रथ भ्रमण करेंगे तथा किसानों को न्याय पंचायतों पर कृषक महोत्सव आयोजन के दौरान कृषि से सम्बन्धित विभिन्न विषयों जैसे-कृषि, कीट रोग, पशुपालन, जड़ी-बूटी, मत्स्य पालन, डेयरी, उद्यान और फ्लोरी कल्चर आदि से सम्बन्धित वैज्ञानिकों की उपस्थिति में कृषकों को उन्नत जानकारी देकर लाभान्वित करेंगे। बैठक में उन्होंने कहा कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक अपने क्षेत्रों के अन्तर्गत न्याय पंचायत स्तर पर महोत्सव के दौरान उपस्थित रहकर कृषकों को लाभान्वित करेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय एवं संस्थान द्वारा प्रत्येक न्याय पंचायत पर विभिन्न विषयों से सम्बन्धित वैज्ञानिकों की तैनाती सुनिश्चित की जायें इसके लिये विश्व विद्यालय एवं के.वी.के कृषक महोत्सव रुट चार्ट उपलब्ध कराया जाये तथा तैनात किये जा रहे वैज्ञानिकों की सूची सम्बन्धित जिले के मुख्य कृषि अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये बैठक में उन्होंने कहा कि प्रत्येक विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि कृषक महोत्सव के दौरान न्याय पंचायत पर उनके विभाग का सक्षम तकनीकी अधिकारी मौजूद रहे। आयोजन से पूर्व न्याय पंचायत वार तैनात अधिकारियों की सूची जारी की जायें। बैठक में उन्होंने कहा कि किसान महोत्सव में माननीय सांसदों विधायकों एवं जिला पंचायत अध्यक्षों एवं जनप्रतिनिधियों को भी आमनत्रित  किया जाये इसके लिए उन्हें निमंत्रण पत्र कृषि निदेशक के द्वारा दिया जाय। सरकार किसान के द्वार कृषक महोत्सव की शुरूआत पूरे प्रदेश में दिनांक 28 अक्टूबर 2014 को एक साथ होगी देहरादून के विकासखण्ड डोईवाला के रानीपोखरी में इसकी शुरूआत प्रदेश के मुखिया द्वारा प्रस्तावित की गयी है। उन्होंने कहा कि इस कृषक महोत्सव में कृषि विभाग से जुड़े सभी विभागों की सहभागिता सुनिश्चित हो।  उन्होंने यह भी कहा कि बहुत ज्यादा कार्यक्रम नकर अच्छे कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाय जिससे प्रदेश के किसान लाभान्वित हो सके। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि सभी विभागों को आपसी सामंजस्य करते हुए अधिक से अधिक कृषकों की भागीदारी सम्बन्धित न्याय पंचायतों में आयोजित कृषक महोत्सव में करायी जाय। बैठक मंे उन्होंने कहा कि कृषक महोत्सव के आयोजन हेतु जनपदों को धनराशि उपलब्ध कराने हेतु अग्रिम धनराशि की भी आवश्यकता है। वर्तमान में उपलबध धनराशि के सापेक्ष 55 लाख रू0 के अग्रिम आहरण का प्रस्ताव शासन को कृषि निदेशक स्तर से प्रेषित कर दिया गया हे। बैठक में उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृषि योजना के तहत भारत सरकार से 95 करोड़ रू0 स्वीकृत हो चुके है। जिसमें से अभी 45 करोड़ रू0 भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि योजना के तहत अवमुक्त कर दिये गये हैं। उन्होंने सभी कृषि से सम्बन्धित विभागों को धन अवमुक्त करने के निर्देश उनके द्वारा दिये गये है। उन्होंने कहा कि कृषकों के उत्थान के लिये सरकार दृढ़  संकल्पित है। अभी 150 करोड़ रू0 की धनराशि राष्ट्रीय कृषि योजनाओं के लिये भारत सरकार से लिया जायेगा। बैठक में उन्होंने कहा कि बाई पास लाडपुर विकासखण्ड रायपुर में प्रदेश के किसानों के लिये किसान भवन तैयार किया जा रहा है जिसमें किसानों के सेमिनार, गोष्ठीयों एवं प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित करवाये जायेंगे जिससे सभी कृषि से सम्बन्धित कार्यक्रम एवं कार्य हो सकेंगे। यह किसान भवन मल्टी परपज(बहुउद्देशीय) होगा। इस किसान भवन में महिला कृषकों एवं पुरुष  कृषकों के लिए अलग-अलग डोर मेट्री भी बनाई गयी है। जो बनकर तैयार हो चुकी है। जिसे शीघ्र ही कृषकों को समर्पित किया जायेगा। बैठक में कृषि निदेशक सी.एस.मेहरा, कुलपति यू.यू.एच.एफ. भरसार मैथ्यू प्रसाद, प्रबन्ध निदेशक उत्तराखण्ड मंडी धीराज सिंह गब्र्याल, अपर सचिव सहकारिता प्रदीप सिंह रावत, बागवानी मिशन उद्यान डा. रतन कुमार , सयुक्त निदेशक मत्स्य विभाग डा.एस.आर. चन्याल, निदेशक पशुपालन डा. कमल मेहरोत्रा, सहायक निदेशक डेरी विकास अनुराग मिश्रा आदि मौजूद थे। 

राज्य स्थापना दिवस आयोजित होगा खेल मेलाः अग्रवाल

देहरादून, 13 अक्टूबर,(निस) । प्रदेश के वन एवं वन्य जीव, खेल, विधि एवं न्याय विभाग मंत्री उत्तराखण्ड सरकार दिनेश अग्रवाल ने सांय मुख्यमंत्री अध्यक्षता में उत्तराखण्ड में विभिन्न खेलों को बढ़ावा देने एवं उत्कृष्ट खिलाडि़यों को पुरस्कृत करने के दृष्टिकोण से खेल विभाग की समीक्षा बैठक की जिसमें एशियाड खेलों में भारत की महिला हाॅकी टीम के सदस्य के रूप में सुश्री वन्दना कटारिया द्वारा कांस्य पदक जीता है। सुश्री कटारिया को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से रू. 10.00 लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी। कटारिया को खेल विभाग के अन्तर्गत क्रीड़ाधिकारी के पद पर नियुक्ति प्रदान की जायेगी। अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्तराखण्ड राज्य के खिलाडि़यों को प्रतिभाग करने पर भी पुरस्कार स्वरूप धनराशि प्रदान की जायेगी। स्पोटर्स काॅलेज में राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर खेल मेला आयोजित किया जायेगा तथा इसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडि़यों को स्टाईफण्ड भी दिया जायेगा। पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में जनपद देहरादून में सभी सरकारी इंटर काॅलेजों के खिलाडि़यों की प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। खेल विभाग द्वारा पूरे वर्ष में आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं का कलैण्डर तैयार कर जारी किया जायेगा। ब्लाॅक एवं जनपद स्तर पर माॅडल स्पोटर्स काॅलेजों का चयन किया जायेगा तथा इनमें प्रतिभावान खिलाडि़यों को चिन्हित कर उन्हें खेल विभाग के छात्रावासों एवं स्पोट्र्स काॅलेज में भर्ती किया जायेगा।

कुमांऊ विश्वविद्यालय कुलपति को पंतनगर विश्वविद्यालय का दायित्व सौंपा  

देहरादून, 13 अक्टूबर,(निस) । राज्यपाल डा. अज़ीज़ कुरैशी, कुलाधिपति गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर द्वारा कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल के कुलपति प्रो. एच.एस. धामी को अपने वर्तमान पद के कार्य दायित्वों के अतिरिक्त कुलपति गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के पद के दायित्वों का निर्वहन करने के भी आदेश दिये हैं। इस सम्बन्ध में जारी आदेश में कहा गया है कि कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.एच.एस.धामी दिनांक 15 अक्टूबर, 2014 से तत्काल प्रभाव से छः माह की अवधि अथवा नियमित कुलपति की नियुक्ति, जो भी पहले हो तक के लिए गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के कुलपति के भी दायित्वों का निर्वहन करेंगे। प्रो.एच.एस.धामी को सप्ताह में तीन दिन गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर में रहने के भी निर्देश इस संबंध में जारी आदेश में दिये गये हैं। प्रो. धामी से पूर्व यह दायित्व, औद्यानिकी एवं वानिकी वि.वि. भरसार पौड़ी गढ़वाल के कुलपति प्रो. मैथ्यू प्रसाद के पास था।

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (13 अक्टूबर)

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हिमाचल प्रदेश सरकार को करारा झटका लगा

शिमला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। केंद्र सरकार के उपक्रमों एनएचपीसी व एसजेवीएन द्वारा केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग के पास दायर की गई अपील में हिमाचल प्रदेश सरकार को करारा झटका लगा है। इससे राज्य को करीब 250 करोड़ रुपए तक का नुकसान हो सकता है, जिसे लेकर प्रशासनिक मशीनरी भी परेशान है। सूत्रों के अनुसार मामला कैबिनेट के ध्यान में लाया गया है, जिस पर सरकार ने कानून विभाग से राय लेने को कहा है। जानकारी के अनुसार विद्युत उत्पादन में लगे केंद्रीय उपक्रमों ने कुछ साल पहले कम टैरिफ पर अधिक दर से वसूली को लेकर नियामक आयोग में चुनौती दी थी। इस पर केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग ने फैसला उक्त दोनों उपक्रमों के हक में दिया है और माना है कि उनसे अधिक टैरिफ दर लगाया गया है। अधिक दर से सरकार ने इन उपक्रमों से पैसा वसूल किया, जिसे अब केंद्रीय आयोग ने गलत ठहराते हुए सरकार को इसकी भरपाई के लिए कहा है। बता दें कि राज्य विद्युत नियामक आयोग प्रदेश में उत्पादित होने वाली बिजली का  टैरिफ रेट तय करता है, जिसे बिजली बोर्ड मुहैया करवाता है। इसके खिलाफ केंद्रीय नियामक आयोग में अपील की जा सकती है, जो कि दोनों सार्वजनिक उपक्रमों ने की। हिमाचल सरकार यहां पर बिजली का उत्पादन कर रही इन कंपनियों से 12 फीसदी मुफ्त बिजली वसूल करती है, वहीं 25 फीसदी तक बिजली निर्धारित टैरिफ रेट पर लेती है। यह टैरिफ संशोधित होने के बावजूद सरकार ने पुराने टैरिफ रेट पर ही, जो कि अधिक था, से बिजली ली है, जिसे दोनों कंपनियों ने चुनौती दी। सूत्र बताते हैं कि अब जबकि फैसला इन सार्वजनिक उपक्रमों के हक में आया है तो प्रदेश सरकार को एरियर के रूप में दोनों कंपनियों को करीब 250 करोड़ रुपए देने होंगे। हाल ही में कैबिनेट की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई थी, जिसे कानून विभाग की राय को भेजा गया है। बहु-उद्देश्यीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा विभाग कानून विभाग की राय आने का इंतजार कर रहा है, जिस पर दोबारा से मामला कैबिनेट के ध्यान में लाया जाएगा। देखना होगा कि सरकार इससे किस तरह से निजात पाएगी।

फिर कर्ज की नौबत
वर्तमान वित्तीय परिस्थितियों में सरकार के लिए यह फैसला बेहद मुश्किल भरा है, क्योंकि राज्य सरकार को ऋण लेकर अपना काम चलाना पड़ रहा है। हर दूसरे महीने सरकार 200 से 300 करोड़ रुपए का ऋण ले रही है। ऐसे में उसे दोनों कंपनियों को 250 करोड़ रुपए तक की राशि एरियर के रूप में देनी पड़ती है तो सरकार को और कर्ज लेना होगा।

मिट्टी परीक्षण व बीज टीकाकरण के लिए विशेष अभियान 17 अक्तूबर से

शिमला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )।,कृषि विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि विभाग द्वारा 17 से 31 अक्तूबर, 2014 के मध्य बीजोपराज तथा मृदा परीक्षण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान किसानों को फसलों को रोगों से छुटकारा दिलाने तथा शत प्रतिशत बीजोपचार व मृदा स्वास्थ्य प्रबन्धन के प्रति जागरूक किया जाएगा।उन्होंने कहा कि इस दौरान मिट्टी के 25,000 नमूनों की जाँच की जायगी, ताकि किसान मिट्टी परीक्षण के आधार पर खादों का सन्तुलित उपयोग व फसलों का चयन कर सकें। मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट किसानों को ‘मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड’ पर उपलब्ध करवाई जायेगी तथा विभिन्न रबी फसलों के 50,000 क्ंिवटल उपचारित बीज भी किसानों को उपलब्ध करवाए जायेंगे। उन्होंने आगे कहा कि इस अभियान को प्रदेश में "राष्ट्रीय टीकाकरण व पल्स पोलियो"अभियान की तर्ज पर चलाया जायेगा। इसका उद्देश्य बीजोपचार द्वारा फसलों को बीजजनित व मृदाजनित रोगों व कीटों से छुटकारा दिलवाना है। इससे होने वाले फायदों के बारे में प्रदर्शन लगवाये जाएंगे तथा बीजोपचार के तरीकों के बारे में प्रशिक्षण शिविरों का भी आयोजन किया जाएगा। राज्य के किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीज उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से इस रबी मौसम में बीज के 600 नमूने लिए जायेंगे व सोलन, पालमपुर व मंडी में स्थित बीज परीक्षण प्रयोगशाला में इनकी गुणवत्ता की जांच की जायेगी। इसके अतिरिक्त,  खाद के 1000 नमूने व कीटनाशकों के 150 नमूने लिए जायेंगे व इनकी गुणवत्ता की जांच की जायेगी। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए कृषि विभाग द्वारा 11 मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालायें स्थापित की गई हैं तथा 4 मोबाईल परीक्षण प्रयोगशालायें भी उपलब्ध करवाई गई हैं। विभाग द्वारा इस रबी मौसम में 28000 टन रासायनिक खादों (तत्वों के रूप में) के साथ-साथ 100 क्विंटल जीवाणु खादें भी किसानों को उपलब्ध करवाई जा रही हैं। केंचुआ खाद के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए किसानों को वर्मी कम्पोस्ट इकाई के निर्माण के लिए 5000 रुपये की सहायता दी जा रही है।

15 अक्तूबर, 2014 को विशेष वैतनिक अवकाश

शिमला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। हिमाचल प्रदेश सरकार ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2014 के मद्देनजर हरियाणा के साथ लगते प्रदेश के सोलन और सिरमौर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में यहां औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत कर्मियों और जो हरियाणा के पंजीकृत मतदाता हैं, के लिए 15 अक्तूबर, 2014 को विशेष वैतनिक अवकाश घोषित किया है। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि यह विशेष वैतनिक अवकाश नेगोशियेबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट 1881 की धारा 25 के अन्तर्गत देय होगा।उन्होंने कहा कि विश्ेाष वैतनिक अवकाश कर्मियों द्वारा सम्बन्धित पीठासीन अधिकारी से मतदान करने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर मान्य होगा।
   
15 अक्तूबर को प्रकाशित होगी मतदाता सूचियां

शिमला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। जिला शिमला के 1020 मतदान केन्द्रों पर 15 अक्तूबर 2014 को मतदाता सूचियां प्रकाशित की जाएंगी जिसके लिए अभिहीत व बूथ लेबल के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान कर नियुक्त किया जा चुका है । यह जानकारी आज यहां जिला निर्वाचन अधिकारी, शिमला श्री दिनेश मल्होत्रा ने दी । दिनेश मल्होत्रा ने बताया कि जिला में कुल 529033 मतदाता इन सूचियों में शामिल हैं । पुरूष मतदाताओं की संख्या 276411 हैं जबकि महिला मतदाता 252622 हैं । उन्होंने कहा कि मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 15 अक्तूबर, 2014 से 10 नवम्बर तक चलेगा । मतदाता इस दौरान अपने मतदान केन्द्रों, सम्बन्धित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (एस.डी.एम ), सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (तहसीलदार/नायब तहसीलदार) के कार्यालयों में मतदाता सूची का निरीक्षण व विभिन्न प्रकार के दावे व आक्षेप दर्ज कर सकते हैं । मतदाता नाम दर्ज करने हेतू फार्म नम्बर-6, अप्रवासी मतदाता 6-क व नाम हटाने के लिए फार्म नम्बर-7, शुद्धि व आक्षेप के लिए फार्म नम्बर -8 तथा उसी निर्वाचन क्षेत्र में नाम अन्यत्र स्थानान्तरण करने के लिए आक्षेप प्रारूप 8-क भर सकते हैं ।   जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 17 व 30 अक्तूबर को जिला में ग्राम सभाओं व स्थानीय निकायों में विशेष बैठकों का आयोजिन किया जाएगा । इन बैठकों में मतदाता सूचियों के सत्यापन के अतिरिक्त उपस्थित लोगों को सम्पूर्ण मतदाता सूची पढ़ कर भी सुनाई जाएगी । उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक इस बैठक मैं भाग लेने की अपील की ।  उन्होंने कहा कि मात्र फोटो पहचान पत्र से ही वोट नहीं डाला जा सकता उसके लिए मतदाता सूची में नाम होना अति आवश्यक है । उन्होंने सभी नगरिकों, स्थानीय राजनैतिक दलों, गैर सरकारी स्वयं सेवी संगठनों, महिला मण्डलों, युवा मण्डलों एवं नागरिकों से आहवान किया कि प्रारूप में प्रकाशित मतदाता सूचियों का अवश्य निरीक्षण कर लें और पात्र व्यक्तियों के नाम दर्ज करने तथा अपात्र व्यक्तियों जिनकी मृत्यु हो चुकी हों या निर्वाचन क्षेत्रों से स्थान त्याग कर चुके हो, के नाम मतदाता सूची से काटे जाने के लिए अपना पूर्ण सहयोग दें ताकि निष्पक्ष निर्वाचनों के लिए फोटोयुक्त मतदाता सूचियों को त्रुटिरहित बनाया जा सके ।

आपदाओं से निपटने के लिए सांझे प्रयास आवश्यक- बी.एस सच्चर

शिमला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। अन्तर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर आज यहां  आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ आरट्रैक,शिमला लैफ्टिनेंट जनरल बी.एस. सच्चर, एस.एम., वी.एस.एम. ने कहा कि विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए सांझे प्रयास अत्यन्त आवश्यक हैं । प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि आपदा के उपरान्त पुर्नवास के लिए संयुक्त रूप से समन्वित होकर कार्य किया जाए।बी.एस.सच्चर ने कहा कि यह अत्यन्त आवश्यक है कि आपदा से निपटने के लिए सभी आवश्यक पूर्व तैयारियां की जाएं । आपदा के दौरान जान व माल का नुकसान कम हो इसके लिए जागरूकता जरूरी है। उन्होने कहा कि भूकम्प से बचने के लिए हमें भूकम्परोधी घरों का निर्माण किया जाना चाहिए।हिमाचल प्रदेश भी भूकम्प प्रभावी क्षेत्र के तहत आंका गया है। आपदा के पश्चात की स्थितियों से निपटने के लिए उत्तराखण्ड और जम्मू कश्मीर राज्य में आई आपदा को मध्यनजर रखकर हमें तैयारियां करनी चाहिएउन्होंने इस अवसर पर होमगार्ड, आई.टी.बी.पी., अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, भारत मौसम विभाग व शिमला नगर निगम द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उदघाटन किया । उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से आपदा के समय निपटने के लिए हमारे पास साधनों व उपकरणों की कितनी उपलब्धता है और जागरूक होने का अवसर प्राप्त होता है। इस अवसर पर आई.टी.बी.पी., होमगार्ड व अग्निशमन विभाग द्वारा मॉकड्रिल का भी प्रदर्शन किया गया जिसकी मुख्यातिथि ने सराहना की और कहा कि इस मॉकड्रिल के माध्यम से लोगों को आपदा के दौरान की स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक जानकारी प्राप्त हुई है। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा आपदा जागरूकता रैली को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया । इस अवसर पर विभिन्न स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं द्वारा प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता पर आधारित नुक्कड़ नाटक का भी प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त शिमला श्री दिनेश मल्होत्रा, जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण शिमला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री नीरज कुमार, सैन्य व जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

बेरोजगार युवाओं के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण

धर्मशाला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। निदेशक, पंजाब नैशनल बैंक स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, धर्मशाला ने कमल प्रकाश ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला कांगड़ा के बेरोजगार युवक एवं युवतियों को स्वरोजगार की ओर अग्रसर करने के लिए 18 से 45 वर्ष की आयु तक के युवाओं को अक्तूबर और नवम्बर माह के दौरान 30 दिन का रेफरीजरेशन एवं एयर कंडीशनिंग, 6-6 दिन का खुंब उत्पादन, सब्जी नर्सरी प्रबंधन और खेती तथा डेयरी फार्मिंग और बैग बनाने, 10 दिन का मोबाईल रिपेयर, 15 दिन खिलौने बनाने एवं प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम का 11 दिन का प्रशिक्षण नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के उपरांत प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए जायेंगे जिसके माध्यम से वह जिला के किसी भी बैंक से स्वरोजगार स्थापित करने के लिए ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले इच्छुक युवा कॉलेज रोड़ धर्मशाला, डीआडीए हॉल के प्रथम तल में सम्पर्क कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए संस्थान के निदेशक के मोबाईल नम्बर 94183-36850 तथा कार्यालय दूरभाष नम्बर 8894719098 पर भी सम्पर्क कर सकते हैं।

14 अक्तूबर को रहेगी विद्युत आपूर्ति बाधित

धर्मशाला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। अक्तूबर:सहायक अभियंता, विद्युत उपमंडल, चड़ी, पवन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 33/11 केवी सब-स्टेशन में आवश्यक मुरम्मत व उचित रखरखाव के कारण इसके अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों चड़ी, डडम्ब, भटेच्छ, वितलू, सेर, खड़ी वेई, कैंट नाला, मैटी, घरोह, लाझण, वंडी, कलियाड़ा, गढ़ इत्यादि क्षेत्रों में 14 अक्तूबर, 2014 को प्रात: 9 बजे से सायं 5 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।

शिमला नृत्योत्सव में विख्यात कलाकार देंगे प्रस्तुतियां

शिमला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। अतिरिक्त मुख्य सचिव भाषा, कला एवं संस्कृति श्रीमती उपमा चौधरी ने कहा कि ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में 16 अक्तूबर से 19 अक्तूबर, 2014 तक चलने वाले नृत्योत्सव के लिए सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। यह चार दिवसीय नृत्य उत्सव भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। श्रीमती चौधरी आज नृत्य उत्सव की तैयारियों में लगे विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं।श्रीमती चौधरी ने कहा कि नृत्य उत्सव के दौरान सभी तरह के इंतजामों के लिए 13 समितियों का गठन किया गया है। इस दौरान प्रदर्शन करने वाले कलाकारों के रहने तथा प्रदर्शन से सम्बन्धित सभी तरह के इंतजामों के लिए सहयोग स्थापित करने के लिए छह सम्पर्क अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, इनमें जिला भाषा अधिकारी श्री भीम सिंह चौहान, पर्यटक सूचना अधिकारी श्री दिनेश गुलेरिया और श्री कंचन बेदी, व्युत्पति शास्त्री श्री गोपाल दिलैक, होटल निरीक्षक श्री रवि धीमान और पंजीकरण अधिकारी श्री हरी सिंह चौहान शामिल हैं।अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि उत्सव के दौरान कुमारी दीप्ति ओमचेरी भल्ला, श्रीमती चौधरी ने कहा कि उत्सव के दौरान देश के प्रसिद्ध सांस्कृतिक नृतक अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। 16 अक्तूबर को दीप्ति ओमचेरी भल्ला एवं कथक केंद्र दिल्ली के कलाकर अपनी प्रस्तुति देंगे। 17 अक्तूबर को भोपाल की बिन्दु जुनेजा, कोलकाता की प्रीति पटेल एवं अंजिका के कलाकार क्रमश: विष्णु-विलास और सूर्यागति की प्रस्तुति देंगे।उन्होंने कहा कि 18 अक्तूबर को चेन्नई की लक्ष्मी पार्थसारथी अत्रेय मधुर भक्ति की तथा किरण सैगल एवं पल्लवी रामायण पर आधारित ओडिसी नृत्य संगीत की प्रस्तुति देंगे। 19 अक्तूबर को प्रसिद्ध नृत्यांगना डॉ. सोनल मानसिंह तथा नई दिल्ली के सैंटर फॉर इंडियन क्लासिकल डांस के कलाकार ‘वैन दी गॉड्स मीट’ की विषयवस्तु पर आधारित नृत्य प्रस्तुति करेंगे।उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान गेयटी थियेटर में प्रवेश के लिए थियेटर काउंटर पर पास नि:शुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे, जो 14 अक्तूबर से ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर मिलने आरम्भ होंगे। नृत्य उत्सव संध्या के दौरान थियेटर के भीतर बैठने का प्रबन्ध भी इसी आधार पर होगा। उन्होंने कलाकारों और कला प्रेमियों से देश के राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा शिमला में किए जाने वाले उच्च स्तरीय नृत्य प्रदर्शनों का आनंद लेने का आग्रह किया।           

महाविद्यालय के अतिरिक्त ब्लॉक पर व्यय होंगे 2 करोड़- बाली
  • -एक करोड़ 40 लाख से बनेगा नगरोटा में आउटडोर स्टेडियम

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धर्मशाला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )।, राजकीय महाविद्यालय, नगरोटा-बगवां में अतिरिक्त ब्लॉक एवं अन्य निर्माण कार्यों पर 2 करोड़ रुपए व्यय किए जायेंगे। यह जानकारी परिवहन, तकनीकी शिक्षा तथा खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री, जी.एस.बाली ने आज महाविद्यालय परिसर में एक करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से बनने वाले आउटडोर स्टेडियम का शिलान्यास करने के उपरांत जनसमूह को संबोधित करते हुए दी। परिवहन मंत्री ने बताया कि इस स्टेडियम का भविष्य में विस्तार करके नगरोटा-बगवां का आदर्श किक्रेट स्टेडियम बनाने के प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में स्टेडियम में पैवेलियन, रनिंग ट्रैक, स्टेडियम का लेवनिंग व कंकरीट वर्क तथा बाऊंड्ररी वॉल व दर्शकों के लिए सीढिय़ां निर्मित की जायेंगी। उन्होंने निर्माण कर रही एजैंसी हिमुडा के अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित बनाए रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अधिकारियों से निर्माण कार्य को तय अवधि में पूर्ण करने को भी कहा। श्री बाली ने बताया कि महाविद्यालय, नगरोटा-बगवां के अतिरिक्त ब्लॉक एवं प्रधानाचार्य एवं स्टाफ रूम व खेल गतिविधियों और क्लास रूम के सुधार पर उक्त राशि व्यय होगी। उन्होंने कहा कि यह बड़े हर्ष का विषय है कि जब से यह महाविद्यालय अस्तित्व में आया है, इसमें लड़कियों की संख्या अधिक रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भी महाविद्यालय में लडक़ों की अपेक्षा 80 प्रतिशत लड़कियां उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही महाविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या 2500 से अधिक हो जाएगी, इसे स्तरोन्नत कर स्नातकोत्तर करने के लिए मामला सरकार के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने महाविद्यालय के समस्त शिक्षकों से पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं चलाकर इन विद्यार्थियों को मुख्य धारा में लाने का प्रयास करने को कहा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में नगरोटा-बगवां विधानसभा क्षेत्र में एक मैडीकल कॉलेज, एक इंजीनियरिंग कॉलेज, दो आईटीआई व 24 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय विधानसभा क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मलां-मस्सल-राणीताल-भरवाई राष्ट्रीय राजमार्ग पर 1100 करोड़ रुपए व्यय होंगे। इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रथम ब्लॉकों के निर्माण के लिए 13 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी गई है जिसके टैंडर आमंत्रित किए जा रहे हैं जबकि इस कॉलेज पर कुल 90 करोड़ रुपए व्यय होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने लोक निर्माण विभाग का मंडल कार्यालय टांडा में खोलने का निर्णय लिया है। नगरोटा-बगवां की ग्राम पंचायत खोलीं में बड़े वाहनों के निरीक्षण एवं प्रमाणीकरण के लिए संस्थान खोलने के लिए स्थान चिन्ह्ति किया जा रहा है। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के सभी लोगों से विधानसभा के विकास में सहयोग देने का आग्रह किया। परिवहन मंत्री ने इस अवसर पर स्थानीय महाविद्यालय में चलाए जा रहे इंजीनियरिंग कॉलेज का निरीक्षण किया तथा विद्यार्थियों से रू-ब-रू हुए। इसके उपरांत उन्होंने एक करोड़ 20 लाख रुपए की लागत से बन रहे अन्य पिछड़ा वर्ग भवन, कीरचम्बा का निरीक्षण भी किया तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इसके निर्माण को शीघ्र मुकम्मल करने के निर्देश दिए। इस दौरान ग्राम रोजगार सेवक संघ के प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याओं से संबंधित माग-पत्र उन्हें सौंपा, जिसपर परिवहन मंत्री ने सरकार के समक्ष मामला उठाने का आश्वासन दिया।
इस समरोह में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मान सिंह चौधरी, जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव मनोज मेहता, ब्लॉक महासचिव चरित चौधरी, एसई हिमुडा सुरेंद्र वशिष्ट, महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एसएस गिल, अधिशाषी अभियंता अजय शर्मा, दीपक गर्ग, विजय चौधरी व अजय गौतम सहित गोल्डी चौधरी, राकेश नागपाल एवं कांग्रेस के पदाधिकारी व विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

26 अक्तूबर, 2014 को होगा कॉमन एट्रेंस टेस्ट

धर्मशाला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )।,निदेशक, भर्ती कार्यालय पालमपुर, नवजोत कंग ने जानकारी देते हुए बताया कि सेना भर्ती कार्यालय पालमपुर द्वारा 22 व 23 अगस्त, 2014 को चम्बा में सोल्जर सामान्य ड्यूटी एवं सोल्जर क्लर्क तथा एस.के.टी. के लिए भर्ती रैली तथा 24 सितम्बर, 2014 को धर्मशाला में गोरखा भर्ती रैली में चयनित हुए उम्मीदवारों का कॉमन एट्रेंस टेस्ट 26 अक्तूबर, 2014 को राजकीय बहुतकनीकी मिलिनियम कॉलेज, चम्बा में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन भर्ती रैलियों में चयनित जिन उम्मीदवारों को अब तक एडमिट कार्ड प्राप्त नहीं हुए हैं, वह अपना एडमिट कार्ड 20 अक्तूबर, 2014 को सेना भर्ती कार्यालय, पालमपुर से अवश्य प्राप्त कर लें।उन्होंने इन भर्ती रैलियों में चयनित उम्मीदवारों को सूचित किया है कि वह 26 अक्तूबर, 2014 को प्रात: 5 बजे तक अपना एडमिट कार्ड व लिखित सामग्री साथ लेकर राजकीय बहुतकनीकी मिलिनियम कॉलेज, चम्बा में रिपोर्ट करें। 

क्रिकेट प्रेमियों की धर्मशाला मैच पर नजर 

धर्मशाला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। बीते कल  विशाखपट्टनम वनडे रद्द होने के बाद अब हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में होने वाले मुकाबले पर सबकी नजरें हैं। मौजूदा समय में भारत और वेस्टइंडीज एक-एक से सीरीज में बराबर पर हैं। दोनों टीमों को सीरीज पर कब्जा करने के लिए धर्मशाला और कोलकाता में होने वाले मैच जीतने अनिवार्य होंगे। दोनों मैचों को एक साथ जीतने वाली टीम ही सीरीज अपने नाम कर पाएगी। धर्मशाला में 17 अक्तूबर को होने वाला चौथा वनडे मैच फाइनल मैच की दिशा भी तय करेगा। कोलकाता में होने वाले पांचवें वनडे से महत्त्वपूर्ण धर्मशाला का मैच हो गया है। धर्मशाला स्टेडियम में दोनों टीमें एक-एक से बराबर बढ़त बनाने के इरादे से मैदान में उतरेंगी। जिससे कि सीरीज को हारने का संकट सिर पर से हट जाए और फाइनल मैच को भी अपनी झोली में डाला जाए। भारतीय खेमे के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगवाई में 15 अक्तूबर को धर्मशाला पंहुचने वाली टीम इससे पहले भी यहां मैच खेल चुकी है। भारतीय टीम को धर्मशाला के मौसम और पिच का हल्का अनुमान है, जिसका वह चौथे व महत्त्वपूर्ण वनडे मैच में लाभ उठा सकते हैं। वहीं मेहमान टीम के पोलार्ड और ब्रावो भी धर्मशाला स्टेडियम की पिच से लगभग बाकिफ है। आईपीएल के दौरान मुबंई टीम के साथ पोलार्ड धर्मशाला में मैच खेलने के लिए आए थे।

धर्मशाला मैच के लिये टिकट की बिक्री शुरू

धर्मशाला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में इस बार आईडी प्रूफ न होने से 250 रुपए की टिकट हर कोई क्रिकेट प्रेमी खरीद सकेगा। वहीं 250 रुपए के बाद  750 रुपए की टिकट नहीं मिलेगी। क्रिकेट देखने के चाहवान लोगों को 250 के बाद सीधे 1000 रुपए की टिकट ही खरीदने पड़ेगी। ऑनलाइन टिकट बिक्री के बाद आज से प्रदेश के पांच मुख्य स्थानों पर क्याजुंगा कंपनी द्वारा काउंटर पर टिकट बेची जाएंगी। धर्मशाला सहित ऊना, हमीरपुर, मकलोडगंज और कांगड़ा में क्रिकेट प्रेमी टिकटे खरीद सकेंगे। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के धर्मशाला स्टेडियम में भारत-वेस्टइंडीज के बीच खेले जाने वाले चौथे एकदिवसीय मैच की सभी तैयारियां युद्धस्तर पर हैं। सुबह नौ से छह बजे तक निर्धारित काउंटर पर क्याजुंगा कंपनी द्वारा टिकटों की बिक्री की जाएगी। इस बार हिमाचल के क्रिकेट प्रेमियों को 250 रुपए की चार हजार टिकटों के मिलने से खुशी है। इसके साथ ही 750 रुपए वाली टिकट गायब होने से मायूस भी होना पड़ रहा है। 250 के बाद एक हज़ार रुपए की टिकट उपभोक्ता खरीद सकेंगे। धर्मशाला स्टेडियम में होने वाले मैच को लेकर भारत-वेस्टइंडीज खिलाडिय़ों को होटल द पैवेलियन में ठहराने के साथ ही मैच आफिशियल को ठहराने का शेड्यूल भी तय कर दिया गया है। वहीं, एचपीसीए चीफ पिच क्यूरेटर एंव बीसीसीआई सदस्य सुनील चौहान द्वारा आउटफिल्ड को पूरी तरह से दुरुस्त और पिच को अंतिम रूप से तैयार करने का कार्य अंतिम पड़ाव पर है। इसके अलावा मैच के दौरान बारिश होने की संभावना पर विशेष किस्म के कवर को बिछाने का अभ्यास भी 20 से अधिक ग्राउंडसमैन कर रहे हैं। उधर एचपीसीए के महासचिव विशाल मरवाह ने बताया कि 250 रुपए की टिकट के बाद 1000, 1200 और फिर दस हजार तक की टिकटें बिक्री की जाएंगी।

पानी की बोतल तक स्टेडियम के अंदर ले जाने पा पाबंदी

धर्मशाला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में होने वाले डे-नाइट मैच में आपको डिनर करना महंगा पड़ सकता है। स्टेडियम में पानी की बोतल से लेकर किसी भी प्रकार की खाद्य सामग्री को ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। वहीं स्टेडियम में एंट्री होते ही पानी सहित खाद्य वस्तुएं दोगुने दाम में मिलने शुरू हो जाएंगी, जिसके कारण प्रदेश के क्रिकेट प्रेमियों को स्टेडियम में जाने से पहले ही खा-पीकर जाना पड़ेगा या देर रात खत्म होने वाले मैच के कारण उपवास भी रखना पड़ सकता है। अब तक धर्मशाला स्टेडियम में हुए नौ आईपीएल और एक वनडे मैच में दोगुने दाम चुकाने के कारण प्रदेश के क्रिकेट प्रेमी मायूस नजर आ रहे हैं। हालांकि एचपीसीए द्वारा ओवर चार्जिंग शिकायत कमेटी बिठाए जाने की बात कही जा रही है।  अब तक स्टेडियम में मैचों के दौरान एंट्री के बाद दोगुने दामों पर ही खाद्य वस्तुएं खरीदने के लिए लोगों को मजबूर होना पड़ा है। क्रिकेट प्रेमियों अशोक कुमार, सोनू, राहुल, रोहित, अभिषेक शर्मा, सागर डोगरा, अमित, उपेश, निकेश, नवनीत सिंह, अनिल, जोगिंद्र सिंह और विकास का कहना है कि स्टेडियम में हर चीज के स्टॉल में दोगुने दाम अब तक मैचों में चुकाने पड़ते हैं, वहीं एचपीसीए प्रवक्ता संजय शर्मा का कहना है कि ओवरचार्जिगं पर नजर रखने के लिए विशेष कमेटी स्टेडियम में मौजूद रहेगी, जो अधिक दाम वसूलने वालों पर निगाह रखेगी।

प्रदेश की कांग्रेस की बैठक में अंबिका सोनी आयेंगी

धर्मशाला, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की अहम बैठक 27 अक्तूबर को शिमला में होगी, इसमें कांग्रेस की आने वाले दिनों के लिये दशा व दिशा तय होगी । वहीं यह भी तय होगा कि सरकार के साथ तालमेल बनाते हुए संगठन में किस तरह बदलाव किए जाएं, ताकि आने वाले समय में यहां कांग्रेस और मजबूत हो, इसकी इबारत शिमला में नेता मिलकर लिखेंगे। 27 अक्तूबर को शिमला में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक रखी गई है, जिसमें पार्टी की प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगी। लोकसभा चुनाव के बाद अंबिका सोनी का यह पहला दौरा होगा, जिसे सांगठनिक तौर पर अहम माना जा रहा है। बैठक से पूर्व 15 अक्तूबर को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी दिल्ली जा रहे हैं, जहां वह पार्टी प्रभारी से मुलाकात करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अंबिका सोनी को प्रदेश के राजनीतिक हालातों से वाकिफ करवाएंगे, वहीं सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी रिपोर्ट देंगे। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू का भी दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस में बड़े पैमाने पर बदलाव किया जाएगा। अभी तक जिलों में कांग्रेस कमेटियों का नए सिरे से गठन नहीं हो सका है, वहीं प्रदेश कमेटी में भी कुछ पदों पर बदलाव की जरूरत जताई गई है। जिलों में किस तरह के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाए, जिससे पार्टी ग्रास रूट पर मजबूत हो और सेकेंड लाइन लीडरशिप को कैसे आगे लाया जाए, इस पर चर्चा की जाएगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्ति के बाद से युवाओं को अधिमान देने में लगे हैं, जिन्होंने कई अहम पदों पर युवाओं को नियुक्तियां दी हैं। आने वाले समय में किस तरह से और लोगों को आगे लाएं इस पर बात होगी। प्रदेश में अगला मिशन पंचायतीराज चुनाव का है। उधर, यह बैठक इसलिए भी अहम होगी, क्योंकि इससे पहले हरियाणा विधानसभा के चुनाव नतीजे सामने आ जाएंगे। उसे भी ध्यान में रखा जा सकता है, ताकि वहां की गलतियों से सीख ली जाए और दूसरे राज्यों में वैसा न हो।

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह आज हरोली हलकेेके दौरे पर

ऊना, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मंगलवार 14 अक्तूबर को अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान हरोली विधानसभा क्षेत्र में कई विकासात्मक योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे और दोपहर 12 बजे बाथू में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। हरोली ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा ने यह जानकारी देते हुए आज यहां बताया कि मुयमंत्री वीरभद्र सिंह बाथू में 26 करोड़ की लागत से निर्मित 132 केवी विद्युत सब स्टेशन का लोकार्पण व बाथू में 8 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले 33 केवी सब स्टेशन का शिलान्यास करेंगे। इसी दिन मुयमंत्री भदसाली में सब्जी एवं अनाज मंडी का नींव पत्थर रखेंगे और  झलेड़ा से बनखंडी तक सडक़ के स्तरोन्नत कार्य का घालूवाल में भूमि पूजन करके शुभारंभ करेंगे। 25 करोड़ की लागत से तैयार होने वाली इस सडक़ के प्रथम चरण में 15 करोड़ के टैंडर हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि मुयमंत्री वीरभद्र सिंह का हरोली हलके के दौरे के दौरान बड़ी गर्मजोशी से स्वागत किया जायेगा और उनके इस दौरे को लेकर इलाकावासियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। 

सोमभद्रा महोत्सव की तैयारियों के सिलसिले में बैठक 16 को बचत भवन में 

ऊना, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। राज्य स्तरीय सोमभद्रा महोत्सव  के आयोजन के सिलसिले में 16 अक्तूबर को प्रात: 11 बजे बचत भवन में बैठक रखी गई है जिसमें सभी विभागाध्यक्ष व सोमभद्रा महोत्सव कमेटी के सभी गैर सरकारी सदस्य भाग लेंगे। यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां दी। 

भाषा अध्यापक के पद हेतु आवेदन आमंत्रित

भोरंज, 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। राजकीय उच्च पाठशाला ठठवाणी में स्कूल प्रबंधन समिति के माध्यम से अस्थाई तौर पर भाषा अध्यापक का पद भरा जाएगा। यह नियुक्ति पीरियड आधार पर और अस्थाई तौर पर की जाएगी। इस पद के लिए केवल अम्मण पटवार सर्कल के स्थायी निवासी ही आवेदन कर सकते हैं। स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्षा रक्षा देवी ने बताया कि यह पद सरकार की ओर से जारी निर्देशानुसार आरण्डपी रूल के अन्र्तगत अस्थाई तौर पर भरा जाएगा। पात्र अभ्यर्थी 29 अक्तूबर, 2014 तक अपने आवेदन मुख्याध्यापक राजकीय उच्च पाठशाला ठठवाणी के कार्यालय में जमा करवा सकते हैं।

15 अक्तू बर को कक्कड़ में विद्युत अदालत: ई0 सुनील चंदेल

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल क क्कड़ ई0 सुनील चंदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 अक्तू बर को 11:30 से 2:00 बजे तक विद्युत उपमंडल पुरली में विद्युत अदालत का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि विद्युत अदालत की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिशाषीअभियंता ई0 आर0एस0ठाकुर करेंगे। उन्होंने विद्युत उपमंडल कक्कड़ के तहत आने वाले समस्त विद्युत उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि विद्युत से सम्बन्धित शिकायतों के मौके पर समाधान के लिए विद्युत अदालत का लाभ उठाएं।
                    
हमीर मेला करेगा बच्चों का मनोरंजन,  पहली बार लगेगी हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी

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हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। बच्चों के मनोरंजन एवं लोगों को हस्तशिल्प उत्पादों की जानकारी देने के लिए हमीरपुर के ब्वायज स्कूल के ग्राउंड में 25 अक्तूबर से छह नवंबर तक हमीर मेले का आयोजन भी किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त  रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि इस बार राज्य स्तरीय हमीर उत्सव से पहले ब्वायज स्कूल ग्राउंड में पहली बार हमीर मेले का आयोजन किया जा रहा है इसके उपरांत हमीरपुर 11 से 13 नवंबर तक परंपरागत हर्षोल्लास के हमीर उत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि ब्वायज स्कूल के गा्रउंड में पचास प्रतिशत जगह झूलों के लिए तथा 25 प्रतिशत जगह फूड स्टाल के लिए और 25 प्रतिशत जगह हस्पशिल्प प्रदर्शनी के लिए चिह्न्ति की गई है। इस मेले में झूले, फूड स्टाल तथा हस्तशिल्प प्रदर्शनी के लिए स्टाल लगाने के इच्छुक आक्सन के माध्यम से अपनी जगह सुनिश्चित कर सकते हैं, इस के लिए 20 अक्तूबर को 11 बजे अतिरिक्त उपायुक्त के कार्यालय में चिह्न्ति जगह की आक्सन भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि हमीर उत्सव को सुचारू एवं सफलतापूर्वक आयोजित किए जाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे ताकि मेले के दौरान किसी को असुविधा नहीं हो। उन्होंने बताया कि उत्सव में बिजली, पानी, साफ सफाई की उचित व्यवस्था की जाएगी और कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हमीर उत्सव में मेला मैदान में विभिन्न सरकारी तथा अर्धसरकारी विभागों द्वारा लोगों की जानकारी के लिए विकासात्मक प्रदर्शिनयां भी लगाई जाएंगी जिनके माध्यम से विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। उत्सव के अवसर पर कुश्तियों एवं खेलों का आयोजन गत वर्ष की भांति किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सांयकाल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान जहां स्थानीय कलाकार अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे वहीं देश और प्रदेश के सुप्रसिद्व सांस्कृतिक दलों को भी आमंत्रित किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि उत्सव समिति द्वारा स्मारिका का प्रकाशन भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्सव के सफल आयोजन के लिए विभिन्न समितियां भी शीघ्र ही गठित कर दी जाएंगी ताकि तैयारियां व्यवस्थित तरीके से आरंभ हो सकें। इस अवसर पर एडीसी हिमांशु शेखर चौधरी, एसी टू डीसी आशीष कुमार, एसडीएम डा चांद प्रकाश, कार्यकारी अधिकारी विजय कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

पंचायतों के सशक्तिकरण पर व्यय होंगे 55 करोड़ : लखनपाल
  • सीपीएस ने ज्योली में वितरित कीं स्पोट्स किट्स 

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हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। राज्य सरकार प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं को सुदृढ़ करने के प्रति वचनबद्व है। राजीव गांधी पंचायती राज सशक्तिकरण अभियान के तहत 55 करोड़ रूपये खर्च किए जा रहे हैं। पंचायतों को 1333 लैपटॉप उपलब्ध करवाए जाएंगे। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने ज्योली में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत दी। इस दौरान मुख्य संसदीय सचिव ने पंचायत में युवकों को स्पोट्र्स किट्स भी वितरित की गईं। उन्होंने कहा कि पंचायतों में बेहतर कामकाज के लिए पंचायत सहायकों के 245 पदों को भरने की प्रक्रिया आरंभ की गई है। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि सभी को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। प्रदेश में विधवाओं तथा विकलांगों को दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 450 रूपये से बढ़ाकर 550 रूपये प्रतिमाह किया गया है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में अकेले जीवन यापन कर रहे बुजुर्गों की देखभाल की उचित व्यवस्था के लिए पंचायत स्तर पर प्लान तैयार किया जा रहा है ताकि बुजुर्गों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने अस्सी वर्ष आयु वर्ग से उपर सभी वृद्वों के लिए पेंशन का प्रावधान किया गया है इसमें ऐसे सभी बुजुर्गों को शामिल किया जाएगा जिन्हें किसी तरह की पेंशन की व्यवस्था नहीं है ताकि वृद्व पुरूष एवं महिलाएं अपनी रोजी रोटी चला सकें। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि समाज कल्याण के लिए आरंभ की गई योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए इस के साथ ही लोगों को भी सरकार के कार्यक्रमों एवं योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाए ताकि पात्र लोग इन योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि अधिकारियों एवं कर्मचारी भी सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए जरूरतमंद एवं गरीब लोगों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को निर्धारित समय के भीतर लाभ मिल सके। 

स्मारिका के लिए दरें 20 अक्तूबर तक आमंत्रित

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। उपायुक्त एवं अध्यक्ष राज्य स्तरीय हमीर उत्सव रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि राज्य स्तरीय हमीर उत्सव 11 नवम्बर से 13 नवम्बर तक जिला मुख्यालय हमीरपुर में आयोजित किया जा रहा है तथा इस अवसर पर स्मारिका का भी प्रकाशन किया जाएगा। उन्होंने स्मारिका के प्रकाशन के लिए ईच्छुक फर्माे से 20 अक्तूबर को 3 बजे तक उपायुक्त कार्यालय में दरें आमंत्रित की हैं। उन्होंने बताया कि दरें उसी दिन 3:30 पर खोली जाएंगी।  उन्होंने बताया कि स्मारिका की 150 के लगभग प्रतियां, स्मारिका का साईज11 गुणा 8/2,छाया आवरण पृष्ठ रंगीन छपाईआफसैट 4 पृष्ठ लैमीनेटिड, स्मारिका के भीतर रंगदार पृष्ठ लगभग 15 पृष्ठ, स्मारिका में प्रयुक्त होने वाले पोस्टकार्ड साईज के छाया चित्र 25 होंगे। उन्होंने बताया कि स्मारिका के सभी पृष्ठों की छपाई आफसेट से होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि उपरोक्त कार्य प्रकाशन सामग्री उपलब्ध करवाने के उपरांत तीन दिनों के भीतर पूरा करके देना होगा। 
    
हमीर उत्सव में साउंड सिस्टम के लिए दरें आमंत्रित

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। उपायुक्त एवं अध्यक्ष राज्य स्तरीय हमीर उत्सव रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि राज्य स्तरीय हमीर उत्सव 11 नवम्बर से 13 नवम्बर तक आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने इच्छुक पार्टियों से 20 अक्तू बर 12:45 तक उपायुक्त कार्यालय में दरें आमंत्रित की हैं। उन्होंने बताया कि दरें उसी दिन गठित कमेटी द्वारा 1:15 पर खोली जाएंगी। 
    
फूल माला, बुक्का, फलावर पॉट के लिए दरें आमंत्रित

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। उपायुक्त एवं अध्यक्ष राज्य स्तरीय हमीर उत्सव रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि राज्य स्तरीय हमीर उत्सव 11 नवम्बर से 13 नवम्बर तक आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्य मंच और मन्दिर की साज सज्जा के लिए ईच्छुक पार्टियों से फूलों की माला, बुक्का, फलावर पॉट की आपूर्ति करने के लिए 20 अक्तूबर 11:00 बजे तक दरें आमंत्रित की हैं। उन्होंने बताया कि दरें उसी दिन 11:30 बजे खोली जाएंगी। 

पुंग खड्ड से चम्योला सडक़ के लिए 145 लाख मंजूर : राणा
  • बाहल लिंक रोड के लिए 50 लाख मंजूर, शीघ्र निर्माण कार्य होगा शुरू 

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत ग्राम पंचायत पनोह के लिए पुंग खड्ड से चम्योला तक संपर्क मार्ग निर्मित करने के लिए एक करोड़ 45 लाख की राशि स्वीकृत की गई है इस संपर्क मार्ग पर एक पुल का निर्माण भी किया जाएगा। यह जानकारी आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में देते हुए बताया कि उक्त संपर्क मार्ग का निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू करवा दिया जाएगा ताकि लोगों को आवाजाही की बेहतर सुविधा मिल सके। इसके अतिरिक्त घौड़ी नाला से बाहल के लिए संपर्क मार्ग निर्मित करने के लिए भी पचास लाख की राशि स्वीकृत की गई है इससे चन्यारा पंचायत के लोग लाभाविंत होंगे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत खनौली के गांव सचूही में बाढ़ नियंत्रण के लिए तीन करोड़ तीस लाख, पटलांदर समैणा पुंग खड्ड में चैक डैम के लिए 44 लाख, उठाऊ सिंचाई योजना खैरी के लिए 48 लाख की स्कीम स्वीकृत की गई है इसके अतिरिक्त सुजानपुर के डोली के लिए एक लाख दस हजार लीटर की भंडारण क्षमता के टैंक के निर्माण के लिए 15 लाख, पनोह के लिए चालीस हजार लीटर भंडारण टैंक के लिए निर्माण के लिए दस लाख, धरोल के लिए पच्चीस हजार लीटर क्षमता का टैंक स्वीकृत किया गया है इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत रंघड़ में तीस हजार लीटर नया टैंक, स्पाहल पंचायत के विपल गांव के ििलए 15 हजार लीटर तथा ग्राम पंचायत पटलांदर के लोहारा बस्ती के लिए बीस हजार लीटर क्षमता का टैंक निर्मित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पटलांदर के जिंदडू में ओवर हेड टैंक का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है जबकि चमियाणा के भरमाड़ , स्पाहल की धीमान बस्ती, कशीरी में ओवरहेड टैंक का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। परनोह के भ्याड़ तथा जोल के समाना में भी टैंक का निर्माण किया जा चुका है। राणा ने कहा कि सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी तथा इससे पहले मिनी सचिवालय की ड्राइंग भी अप्रूपव करवाई जा चुकी है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़, स्वास्थ्य तथा शिक्षा की बेहतर सुविधाएं प्रदान करने पर विशेष बल दिया जा रहा है वहीं लोगों की समस्याओं का समाधान उनके घर द्वार पर करने के लिए भी प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम सरकार द्वारा आयोजित किए जा  रहे हैं।

15 अक्तूबर को प्रकाशित होगी मतदाता सूचियां

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। जिला शिमला के 1020 मतदान केन्द्रों पर 15 अक्तूबर 2014 को मतदाता सूचियां प्रकाशित की जाएंगी जिसके लिए अभिहीत व बूथ लेबल के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान कर नियुक्त किया जा चुका है । यह जानकारी आज यहां जिला निर्वाचन अधिकारी, शिमला श्री दिनेश मल्होत्रा ने दी । दिनेश मल्होत्रा ने बताया कि जिला में कुल 529033 मतदाता इन सूचियों में शामिल हैं । पुरूष मतदाताओं की संख्या 276411 हैं जबकि महिला मतदाता 252622 हैं । उन्होंने कहा कि मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 15 अक्तूबर, 2014 से 10 नवम्बर तक चलेगा । मतदाता इस दौरान अपने मतदान केन्द्रों, सम्बन्धित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (एस.डी.एम ), सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (तहसीलदार/नायब तहसीलदार) के कार्यालयों में मतदाता सूची का निरीक्षण व विभिन्न प्रकार के दावे व आक्षेप दर्ज कर सकते हैं । मतदाता नाम दर्ज करने हेतू फार्म नम्बर-6, अप्रवासी मतदाता 6-क व नाम हटाने के लिए फार्म नम्बर-7, शुद्धि व आक्षेप के लिए फार्म नम्बर -8 तथा उसी निर्वाचन क्षेत्र में नाम अन्यत्र स्थानान्तरण करने के लिए आक्षेप प्रारूप 8-क भर सकते हैं ।  जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 17 व 30 अक्तूबर को जिला में ग्राम सभाओं व स्थानीय निकायों में विशेष बैठकों का आयोजिन किया जाएगा । इन बैठकों में मतदाता सूचियों के सत्यापन के अतिरिक्त उपस्थित लोगों को सम्पूर्ण मतदाता सूची पढ़ कर भी सुनाई जाएगी । उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक इस बैठक मैं भाग लेने की अपील की । उन्होंने कहा कि मात्र फोटो पहचान पत्र से ही वोट नहीं डाला जा सकता उसके लिए मतदाता सूची में नाम होना अति आवश्यक है । उन्होंने सभी नगरिकों, स्थानीय राजनैतिक दलों, गैर सरकारी स्वयं सेवी संगठनों, महिला मण्डलों, युवा मण्डलों एवं नागरिकों से आहवान किया कि प्रारूप में प्रकाशित मतदाता सूचियों का अवश्य निरीक्षण कर लें और पात्र व्यक्तियों के नाम दर्ज करने तथा अपात्र व्यक्तियों जिनकी मृत्यु हो चुकी हों या निर्वाचन क्षेत्रों से स्थान त्याग कर चुके हो, के नाम मतदाता सूची से काटे जाने के लिए अपना पूर्ण सहयोग दें ताकि निष्पक्ष निर्वाचनों के लिए फोटोयुक्त मतदाता सूचियों को त्रुटिरहित बनाया जा सके ।

आपदाओं से निपटने के लिए सांझे प्रयास आवश्यक- बी.एस सच्चर

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। अन्तर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर आज यहां  आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ आरट्रैक,शिमला लैफ्टिनेंट जनरल बी.एस. सच्चर, एस.एम., वी.एस.एम. ने कहा कि विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए सांझे प्रयास अत्यन्त आवश्यक हैं । प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि आपदा के उपरान्त पुर्नवास के लिए संयुक्त रूप से समन्वित होकर कार्य किया जाए। श्री बी.एस.सच्चर ने कहा कि यह अत्यन्त आवश्यक है कि आपदा से निपटने के लिए सभी आवश्यक पूर्व तैयारियां की जाएं । आपदा के दौरान जान व माल का नुकसान कम हो इसके लिए जागरूकता जरूरी है। उन्होने कहा कि भूकम्प से बचने के लिए हमें भूकम्परोधी घरों का निर्माण किया जाना चाहिए।हिमाचल प्रदेश भी भूकम्प प्रभावी क्षेत्र के तहत आंका गया है। आपदा के पश्चात की स्थितियों से निपटने के लिए उत्तराखण्ड और जम्मू कश्मीर राज्य में आई आपदा को मध्यनजर रखकर हमें तैयारियां करनी चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर होमगार्ड, आई.टी.बी.पी., अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, भारत मौसम विभाग व शिमला नगर निगम द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उदघाटन किया । उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से आपदा के समय निपटने के लिए हमारे पास साधनों व उपकरणों की कितनी उपलब्धता है और जागरूक होने का अवसर प्राप्त होता है।इस अवसर पर आई.टी.बी.पी., होमगार्ड व अग्निशमन विभाग द्वारा मॉकड्रिल का भी प्रदर्शन किया गया जिसकी मुख्यातिथि ने सराहना की और कहा कि इस मॉकड्रिल के माध्यम से लोगों को आपदा के दौरान की स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक जानकारी प्राप्त हुई है। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा आपदा जागरूकता रैली को भी हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया । इस अवसर पर विभिन्न स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं द्वारा प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता पर आधारित नुक्कड़ नाटक का भी प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त शिमला श्री दिनेश मल्होत्रा, जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण शिमला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री नीरज कुमार, सैन्य व जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
  
पगड़ी आपूर्ति के लिए दरें आमंत्रित

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। उपायुक्त एवं अध्यक्ष राज्य स्तरीय हमीर उत्सव रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि राज्य स्तरीय हमीर उत्सव 11 नवम्बर से 13 नवम्बर तक जिला मुख्यालय हमीरपुर में आयोजित किया जा रहा है तथा इस अवसर पर अति वशिष्ट अतिथियों, मुख्य अतिथियों तथा अन्यों के लिए पगड़ी और साधारण दुपटटा की आपूर्ति करने वाली ईच्छुक फर्माै से 20 अक्तूबर 12:30 तक उपायुक्त कार्यालय में दरें आमंत्रित की हैं। उन्होंने बताया कि दरें उसी दिन गठित कमेटी के समक्ष 1:00 बजे खोली जाएंगी। भोरंज विधान सभा क्षेत्र के अधिकारियों व पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया।हमीरपुर 13 हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एसडीएम भोरंत राकेश शर्मा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूचियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण 2015 के तहत 13 अक्तूबर को भोरंज विधान सभा क्षेत्र के समस्त नामित अधिकारियों व पर्यवेक्षकों को विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में समस्त अधिकारियों को 15 अक्तूबर से 10 नवम्बर तक दावे व आक्षेप लिए जाएंगे तथा 17 अक्तूबर व 30 बक्तूबर को विशेष ग्राम सभा बैठक का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बैठक में समस्त अधिकारियों का 11:00 से 5:00 बजे तक भाग लेना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने बताया कि 19 अक्तूबर व 2 नवम्बर को विशेष अभियान दिवस का आयोजन किया जाएगा जिसमें समस्त अधिकारी 10:00 से 5:00 बजे तक अपने-अपने मतदान केन्द्रों पर उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर नायब तहसीलदार निर्वाचन सुमन कपूर ने भी उपस्थि अधिकारियों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी। 

आयरन फोलिक एसिड की सूचना भेजें

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। उपनिदेशक उच्च शिक्षा सोम दत्त संख्यान ने समस्त राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक और माध्यमिक पाठशालाओं के मुखियों से कहा है कि वे सम्बन्धित स्कूलों की आयरन फोलिक एसिड से सम्बन्धित सूचना हर माह की पांच तारिख तक खंड के मुखिया के पास जमा करवाऐं। उन्होंने कहा कि खंड के मुखिया प्रत्ऐक माह की 7 तारिख तक सूचना उप शिक्षा निदेशक के कार्यालय में जमा करवाना सुनिश्चित करें। 
      
वीडियो कैमरा एल सी डी, स्क्रीन स्थापित करने के लिए दरें आमंत्रित

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। राज्य स्तरीय हमीर उत्सव 11 नवम्बर से 14 नवम्बर तक जिला मुख्यालय में आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी अध्यक्ष राज्य स्तरीय हमीर उत्सव एवं उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने दी। उन्होंने हमीर उत्सव में फोटोग्राफी का कार्य और दो नम्बर वीडियो कैमरा एल सी डी के साथ और स्क्रीन स्थापित करने के लिए ईच्छुक फर्मों से 20 अक्तूबर को 10:30 बजे तक दरें आमंत्रित की हैं। उन्होंने बताया कि सम्बन्धित दरें उसी दिन 11:00 बजे कमेटी के समक्ष खोली जाएंगी।
    
मोंमेटो, निमत्रण पत्र के लिए दरें आमंत्रित

हमीरपुर 13 अक्तूबर  (विजयेन्दर शर्मा )। राज्य स्तरीय हमीर उत्सव 11 नवम्बर से 14 नवम्बर तक जिला मुख्यालय में आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी अध्यक्ष राज्य स्तरीय हमीर उत्सव एवं उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि हमीर उत्सव के लिए मोंमेटो( प्रतीक चिन्ह) की आपूर्ति करने के लिए ईच्छुक फर्मांें से 20 अक्तूबर 2:30 बजे तक दरें आमंत्रित हैं। उन्होंने बताया कि दरें उसी दिन 3:00 बजे खोली जाएंगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि निमंत्रण पत्र( रंगीन) और पोस्टर का कार्य करने वाली ईच्छुक फर्मों से 20 अक्तूबर 11:30 बजे तक दरें आमंत्रित हैं। उनहोंने बताया कि दरें उसी दिन कमेटी  द्वारा 12:15 बजे खोली जाएंगी। 

पुंछ में नियंत्रण रेखा से लगी 10 चौकियों को पाक ने निशाना बनाया

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भारत-पाक सीमा पर संक्षिप्त विराम के बाद पाकिस्तानी सैनिकों ने आज दो बार संघर्षविराम उल्लंघन किया और जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा से लगी 10 भारतीय सीमा चौकियों पर भारी गोलीबारी की और मोर्टार दागे। इस गोलीबारी में एक महिला घायल हो गई। एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने आज शाम करीब छह बजे से पुंछ जिले के सौजियां और मंडी सेक्टरों में नियंत्रण रेखा से लगी लगभग दस सीमा चौकियों पर भारी हथियारों से गोलियां चलाईं और मोर्टार दागे।'उन्होंने बताया कि आज दिन में दो बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया।

अधिकारी ने बताया कि सेना के जवानों ने पोजीशन ली और प्रभावी जवाबी कार्रवाई की जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई जो अभी जारी है। इससे पहले, पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शमशेर हुसैन ने बताया कि सौजियां सेक्टर में सीमा पार से गोलीबारी हुई। नियंत्रण रेखा के समीप गिगरियां गांव में गोलीबारी से परवीन नामक महिला मामूली तौर पर घायल हो गई। वहीं बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने आज रात बताया कि जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान ने कोई संघर्षविराम उल्लंघन नहीं किया और करीब 192 किमी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तनावपूर्ण शांति है।

हुदहुद से 21 मौतें,विजाग में तबाही, एयरपोर्ट बंद,जरूरी चीजें महंगी

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चक्रवाती तूफान हुदहुद से तबाह हुए विशाखापत्तनम(विजाग) में लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी बिजली आपूर्ति और मोबाइल फोन सेवाएं ठप रही। हुदहुद के डर से रविवार को घरों में कैद रहे लोग इसके कमजोर पडने पर सोमवार को बाहर निकले। लेकिन यहां सामान्य जनजीवन पूरी तरह पटरी से उतर गया है। दूध, प्याज सहित सभी आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान पर हैं। 

बंगाल की खाडी से उठा शक्तिशाली चक्रवाती तूफान हुदहुद रविवार को शहर के करीब तट पर पहुंचा था, जिसने बिजली और संचार नेटवर्क को क्षतिग्रस्त कर दिया। अधिकारियों ने शनिवार देर रात एहतियात के तौर पर बिजली आपूर्ति बंद कर दी थी, लेकिन 185 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवा ने नेटवर्क को छिन्नभिन्न कर दिया है। इस वजह से बिजली आपूर्ति की पुन: बहाली मुश्किल हो गई है। हुदहुद से विशाखापत्तनम और श्रीकाकुलम जिलों में बिजली के सैकडों खंभे और टॉवर गिर गए। टेलीविजन, मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं प्रभावित होने से करीब 18 लाख की आबादी वाले इस शहर का देश के बाकी हिस्से से संपर्क टूट गया है। लोग मौसम संबंधी जानकारी पाने के लिए रेडियो पर निर्भर हैं। इधर विजाग हवाईअड्डा भी फिलहाल बंद है। माना जा रहा है कि तूफान से करीब 10 हजार करोड रूपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है।

आंध्र प्रदेश में रविवार को आए चक्रवाती तूफान हुदहुद के कारण राज्य में 21 लोगों की जान चली गई। अधिकारियों ने यह जानकारी सोमवार को दी। सर्वाधिक प्रभावित विशाखापत्तनम जिले में 15 लोगों की मौत हुई है। विजयनगरम जिले में पांच,जबकि श्रीकाकुलम जिले में एक व्यक्ति की मौत हुई है। राज्य सरकार के संचार सलाहकार प्रकाला प्रभाकर ने संवाददाताओं से सोमवार शाम कहा कि अधिकांश मौतें पेडों के गिरने की वजह से हुई है। उल्लेखनीय है कि रविवार को अधिकारियों ने मृतकों की संख्या पांच बताई थी। 
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