Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74180 articles
Browse latest View live

बिहार : 7वीं की छात्रा चिकित्सकीय जांच के दौरान गर्भवती पाई गई

$
0
0
bihar-schools-health-screening-7th-studen-pregnant
बिहार के गोपालगंज जिले में एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है| यहां एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 7वीं की छात्रा चिकित्सकीय जांच के दौरान गर्भवती पाई गई| बताया जा रहा है कि पड़ोस में रहने वाला दुकानदार बीते चार-पांच महीने से उसके साथ दुष्कर्म कर रहा था।

आज बताया गया कि नरैनिया गांव स्थित एक सरकारी मध्य विद्यालय की एक 13 वर्षीय छात्रा को चिकित्सकीय जांच के दौरान गर्भवती पाये जाने पर मेडिकल टीम ने इस बारे में पुलिस को सूचित किया। जिला महिला थाना की पुलिस टीम उक्त किशोरी को विस्तृत जांच के लिए जिला सदर अस्पताल ले गयी।

उन्होंने बताया कि किशोरी के बयान के आधार पर राम नरेश प्रसाद नामक एक व्यक्ति के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। नरैनिया गांव में ही एक दुकान चलाने वाले राम नरेश प्रसाद के उक्त किशोरी को बहला-फुसलाकर उसके साथ यौन संबंध बनाने का मामला प्रकाश में आया है। फरार राम नरेश प्रसाद की पुलिस द्वारा तलाश जारी है।

मैं गलती से कैप्टन बना: अनिल कुंबले

$
0
0
i-was-appointed-captain-by-mistake-says-anil-kumble
इंडिया के स्टार क्रिकेटर अनिल कुंबले ने कहा है कि वे गलती से टेस्ट कैप्टन बने थे। उन्होंने कहा कि उस समय कोई टेस्ट कैप्टन नहीं बनना चाहता था, इसलिए मुझे बना दिया गया। कुंबले को नवंबर 2007 में कैप्टन बनाया गया था और इसके बाद उन्होंने एक साल के लिये भारतीय टेस्ट टीम की अगुवाई की। उन्होंने कहा, "मैं भारत के लिये 17 साल खेलने के बाद कैप्टन बना। मैं शायद कप्तान गलती से बना क्योंकि कोई और ऐसा नहीं करना चाहता था। राहुल द्रविड ने कप्तानी छोडी ही थी और उस समय पर शायद धोनी को टेस्ट कप्तान बनाना थोड़ी जल्दी होती, सचिन भी टेस्ट कैप्टन नहीं बनना चाहते थे। शायद इसीलिए उन्हें लगा कि चलो अनिल ही एक खिलाड़ी है और उसे कैप्टन बना देते हैं।"

कुंबले यहां एक समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने अपने 18 साल के शानदार करियर में 132 टेस्ट में 619 विकेट और 271 वनडे में 337 विकेट चटकाये हैं। उन्होंने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट के लिये बदलाव का दौर था, जब उन्होंने कैप्टनशिप संभाली थी। कुंबले ने कहा, "मैं यह भी जानता था कि मैं अपने करियर के 17वें साल में था और मैं लंबे समय तक नहीं खेल पाऊंगा इसलिये वह बदलाव का दौर था। मुझे एक ऐसी टीम को संभालना पड़ा जिसेमें कई पूर्व कप्तान और एक वनडे कप्तान शामिल था।"कुंबले ने कहा कि उनकी कप्तानी करने का तरीका हमेशा सबको लेकर चलने का होता था क्योंकि वह फैसले लेने में युवाओं को शामिल करते थे।

उन्होंने कहा कि मैं अपने साथियों के साथ काफी सहज था, और यही मेरी सफल कप्तानी की वजह भी बनी। कैप्टन के तौर पर कुंबले की अगुवाई में भारत ने 14 टेस्ट मैच खेले, इसमें पांच गंवाये और छह ड्रॉ कराये। उन्होंने कप्तान बनाए जाने के तुरंत बाद भारत को पाकिस्तान पर डोमेस्टिक सीरीज़ में 1-0 की यादगार जीत दिलायी थी। कुंबले ने कहा कि एक बोलर के तौर पर डगर काफी कठिन है, खासकर भारत में।

उन्होंने कहा, ''अगर आप गेंदबाज हो तो आप हीरो नहीं हो, आप हमेशा एक हीरो को सपोर्ट करते हो लेकिन टेस्ट मैच जीतने के लिये आपको 20 विकेट की जरुरत होती है। भारत में आप पिचों के आधार पर टीम चुनते हो इसलिये बोलर ही बदला जाता है। अगर यह टर्निंग पिच है तो फास्ट बोलर नहीं खेल सकता और अगर यह घास वाली पिच है तो स्पिनर नहीं खेल सकता। ''

स्वास्थ्य : नहीं बढ़े है कैंसर के दवा के दाम…

$
0
0
  • मुख्यधारा की मीडिया ने क्यूँ फैलाया भ्रमित खबरों का भ्रम !!


medicine price hikeनहीं बढ़े है कैंसर के दवा के दाम…8000 की दवा को 108000 बताने वाली रिपोर्ट गलत है…आज swasthbharat.in से बात करते हुए एन.पीपीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह खबर झूठी है। साथ ही 24 सितंबर के पीआईबी के उस रिलिज का हवाला दिया जिसे उर्वरक मंत्रालय ने जारी किया था और दवा के दाम बढ़ने वाली बात को इंकार किया था। इसके बावजूद देश की मीडिया क्यों झूठी खबर फैला रही है समझ से परे है…

नीचे वह प्रेस रीलीज दे रहे हैं…ध्यान से पढ़िए…

एनपीपीए के अधिकार वापस नहीं लिए गये हैं
रसायन और उर्वरक मंत्रालय
24-सितम्बर-2014 20:25 IST

प्रेस नोट
कुछ अख़बारों में छपी खबरों से यह संकेत मिलता है कि सरकार ने डीपीसीओ, 2013 के पैरा 19 के तहत कीमतें तय/संशोधित करने संबंधी एनपीपीए के अधिकार वापस ले लिए हैं। इन ख़बरों से यह भी संकेत मिलता है कि सरकार ने 108 गैर-अनुसूचित दवाओं की कीमतें तय करने के लिए 10.07.2014 को जारी अधिसूचनाओं को वापस लेने का निर्देश एनपीपीए को दिया है।

1. इस संबंध में यह कहा जा सकता है कि सही तथ्यात्मक स्थिति कुछ इस तरह से हैः-
07.12.2012 को राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण नीति-2012 (एनपीपीपी-2012) की अधिसूचना जारी होने और दवा मूल्य नियंत्रण ऑर्डर, 2013 (डीपीसीओ, 2013) की अधिसूचना जारी होने के बाद सरकार के अधिकार 30.05.2013 को एनपीपीए को दे दिये गये थे। एनपीपीए ने 29.05.2014 को डीपीसीओ, 2013 के पैरा 19 के तहत अनुसूचित और गैर-अनुसूचित फॉर्मूलेशन्स की कीमतें तय/संशोधित करने पर आंतरिक दिशा-निर्देश जारी किए थे। उसके बाद एनपीपीए ने डीपीसीओ, 2013 के पैरा 19 के तहत मिले अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए कीमतें तय करने के संबंध में 10.07.2014 को विभिन्न आदेश जारी किए थे।

2. 29.05.2014 को जारी उपर्युक्त दिशा-निर्देश और 10.07.2014 को जारी आदेशों को मुम्बई और दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है। भारत सरकार और एनपीपीए, जिन्हें प्रतिवादी बनाया गया है, ने विधि एवं न्याय मंत्रालय के साथ सलाह-मशविरा करने के बाद माननीय अदालतों को यह सूचित करने का फैसला किया था कि 29.05.2014 को जारी किये गये दिशा-निर्देश वापस लिए जाएंगे।

3. 22.09.2014 को एनपीपीए द्वारा उठाए गए कदम को उपर्युक्त संदर्भ में देखने की जरूरत है। सरकार ने न तो एनपीपीए को 30.05.2013 को मिले अधिकारों को वापस लिया है और न ही 10.07.2014 को जारी किये गये आदेशों को वापस लेने का निर्देश एनपीपीए को दिया है।

सिर्फ जल संरक्षण नहीं, जल संचय, प्रबंधन और बचत भी आवश्यक...

$
0
0
आधुनिक युग में जैसा कि हम देख रहे हैं, प्रकृति हमारे साथ भयानक खेल कर रही है, क्योंकि मानव ने अपनी गलतियों से इस प्रकृति में इतनी विकृतियाँ उत्पन्न कर दी हैं, कि अब वह मनुष्य से बदला लेने पर उतारू हो गई है. केदारनाथ की भूस्खलन त्रासदी हो, या कश्मीर की भीषण बाढ़ हो, अधिकांशतः गलती सिर्फ और सिर्फ मनुष्य के लालच और कुप्रबंधन की रही है. 

बारिश के पानी को सही समय पर रोकना, उचित पद्धति से रोकना ताकि वह भूजल के रूप में अधिकाधिक समय तक सुरक्षित रह सके तथा छोटे-छोटे स्टॉप डैम, तालाब इत्यादि संरचनाओं के द्वारा ग्रामीण इलाकों में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की विभिन्न प्रक्रियाओं पर लगातार विचार किया जाता रहा है और आगे भी इस दिशा में कार्य किया ही जाता रहेगा, क्योंकि जल हमारी अर्थव्यवस्था, हमारे जीवन, हमारे सामाजिक ताने-बाने, हमारी सांस्कृतिक गतिविधियों का सबसे महत्त्वपूर्ण अंग है. ज़ाहिर है कि समय-समय पर इस विषय को लेकर कई जल विशेषज्ञ, इंजीनियर एवं समाजशास्त्रियों द्वारा उल्लेखनीय कार्य किया गया है. परन्तु मेरा मानना है कि हमें जल संरक्षण के साथ-साथ जल बचत पर भी उतनी ही गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है.चूँकि मैं मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले से हूँ, अतः इस सम्बन्ध में मैं आपके समक्ष इसी क्षेत्र को उदाहरण के रूप में पेश करता हूँ, ताकि इस उदाहरण को देश के अन्य जिलों की सभी जल संरचनाओं पर समान रूप से लागू किया जा सके.


जैसा कि सभी जानते हैं, उज्जैन एक प्राचीन नगरी है जहाँ ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर स्थित हैं, तथा प्रति बारह वर्ष के पश्चात यहाँ कुम्भ मेला आयोजित होता है, जिसे सिंहस्थ” कहा जाता है. उज्जैन में आगामी कुम्भ मेला अप्रैल-मई २०१६ में लगने जा रहा है, अर्थात अब सिर्फ डेढ़ वर्ष बाकी है. उज्जैन नगर को जलप्रदाय करने अर्थात इसकी प्यास बुझाने का एकमात्र स्रोत है यहाँ से कुछ दूरी पर बना हुआ बाँध जो1992 वाले कुम्भ के दौरान गंभीर नदी पर बनाया गया था. उल्लेखनीय है कि गंभीर नदी, चम्बल नदी की सहायक नदी है, जो कि नर्मदा नदी की तरह वर्ष भर सदानीरानहीं रहती, अर्थात सिर्फ वर्षाकाल में ही इसमें पानी बहता है और इसी पानी को वर्ष भर संभालना होता है. कहने को तो यहाँ शिप्रा नदी भी है, परन्तु वह भी सदानीरा नहीं है और उसे भी स्थान-स्थान पर स्टॉप डैम बनाकर पानी रोका गया है जो सिंचाई वगैरह के कामों में लिया जाता है, पीने के योग्य नहीं है क्योंकि सारे उज्जैन का कचरा और मल-मूत्र इसमें आकर गिरता है. पेयजल के एकमात्र स्रोत अर्थात गंभीर बाँध की मूल क्षमता2250 McFT है. 1992 में इसके निर्माण के समय यह कहा गया था कि, अब अगले तीस-चालीस साल तक उज्जैन शहर को पानी के लिए नहीं तरसना पड़ेगा. इंजीनियरों द्वारा ये भी कहा गया था कि इस बाँध को एक बार पूरा भर देने के बाद, यदि दो साल तक लगातार बारिश नहीं भी हो, तब भी कोई तकलीफ नहीं आएगी. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. वर्ष 2004 में जलसंकट और वर्ष 2007 में यह प्राचीन नगरी अपने जीवनकाल का सबसे भयानक सूखा झेल चुकी है. उस वर्ष जून से सितम्बर तक औसत से 40% कम वर्षा हुई थी. तो फिर ऐसा क्या हुआ, कि मामूली सा जलसंकट नहीं, बल्कि सात-सात दिनों में एक बार जलप्रदाय के कारण शहर से पलायन की नौबत तक आ गई? कारण वही है, कुप्रबंधन, राजनीति और दूरगामी योजनाओं का अभाव.


water-management-of-gambhir-dam-ujjain

(चित्र :- उज्जैन नगर को पेयजल आपूर्ति करने वाला गंभीर बाँध 
जो शहर से लगभग १८ किमी दूर है) 

जल संरक्षण के साथ-साथ जिस जल संचय एवं जल बचत के बारे में मैंने कहा, अब उसे सभी बड़े शहरों एवं नगरों में लागू करना बेहद जरूरी हो गया है. उज्जैन में 2007 के भीषण जलसंकट के समय प्रशासन का पहला कुप्रबंधन यह था कि जब उन्हें यह पता था कि माह सितम्बर तक औसत से बहुत कम बारिश हुई है, तो उन्हें “लिखित नियमों” के अनुसार बाँध के गेट खुले रखने की क्या जरूरत थी? पूछने पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि यह शासकीय नियम है कि वर्षाकाल में माह जुलाई से पन्द्रह सितम्बर तक बाँध के गेट खुले रखना जरूरी है, लेकिन यह एक सामान्य समझ है कि इस नियम को तभी लागू किया जाना चाहिए, जब लगातार बारिश हो रही हो. ऊपर से बारिश नहीं हुई और इधर बाँध से पानी बहता रहा. दूसरी गलती यह रही कि नवंबर से जनवरी के दौरान गेहूँ की फसल के लिए इसी बाँध से आसपास के किसानों ने पानी की जमकर चोरी की और प्रशासन तथा राजनीति मूकदर्शक बने देखते रहे, क्योंकि किसान एक बड़ा वोट बैंक है. हालाँकि दिखावे के लिए बाँधों के आसपास स्थित गाँवों में समृद्ध किसानों की चंद मोटरें और पम्प जब्त किए जाते हैं, लेकिन यह बात सभी जानते हैं कि जल संसाधन विभाग के कर्मचारी इसमें कितनी रिश्वतखोरी करते हैं और आराम से पानी चोरी होने देते हैं. यह तो हुई राजनीती और कुप्रबंधन की बात, अब आते हैं दूरगामी योजनाओं के अभाव के बारे में.


इस वर्ष भी उज्जैन और आसपास बारिश कम हुई है. गंभीर बाँध जिसकी क्षमता 2250McFT है वह इस बार सिर्फ 1700 McFT ही भर पाया है (वह भी इंदौर के यशवंत सागर तालाब की मेहरबानी से). अब जबकि यह स्पष्ट हो चुका है, कि आगे और बारिश होने वाली नहीं है तथा समूचे उज्जैन शहर को इतना ही उपलब्ध पानी जुलाई 2015 के पहले सप्ताह तक चलाना है तो फिर अक्टूबर के माह में रोजाना जलप्रदाय की क्या जरूरत है?जी हाँ!!!, उज्जैन में पिछले वर्ष भी पूरे साल भर रोजाना एक घंटा नल दिए गए, फिर जब इस वर्ष बारिश में देरी हुई तो हाय-तौबा मचाई गई. इस साल भी बारिश कम हुई है, तब भी एक दिन छोड़कर जलप्रदाय के निर्णय में पहले देर की गई और अब त्यौहारों का बहाना बनाकर रोजाना जलप्रदाय किया जा रहा है. सार्वजनिक नल कनेक्शन की दुर्दशा के बारे में तो सभी जानते हैं. अतः रोजाना जो जलप्रदाय किया जा रहा है, वह खराब या टूटी हुई टोंटियों से नालियों में बेकार बहता जा रहा है, अथवा इस जलप्रदाय का फायदा सिर्फ उन मुफ्तखोरों को मिल रहा है, जो पानी बिल तक नहीं चुकाते. ऐसे में उज्जैन की जनता को आगामी मई-जून 2015 के भविष्य की कल्पना भी डरा देती है. मेरा प्रस्ताव यह है कि पूरे देश में जहाँ भी किसी शहर की जलप्रदाय व्यवस्था सिर्फ एक स्रोत पर निर्भर हो, वहाँ साल भर एक दिन छोड़कर नलों में पानी दिया जाए. वैसे भी ठण्ड के दिनों में अर्थात नवंबर से फरवरी तक पानी की खपत कम ही रहती है. इसलिए इस दौरान जल संचय या जल बचत का यह फार्मूला जनता को मई-जून-जुलाई में राहत देगा, बशर्ते इसमें राजनीति आड़े ना आए.


दूरगामी योजनाओं के अभाव की दूसरी मिसाल है बाँधों में जमा होने वाली गाद, जिसे अंगरेजी में हम “सिल्ट” कहते हैं, की सफाई नहीं होना. प्रकृति का नियम है कि नदी में बारिश के दिनों में बहकर आने वाला पानी अपने साथ रेत, मिट्टी के बारीक-बारीक कण लेकर आता है, जो धीरे-धीरे बाँध की तलहटी में बैठते, जमा होते जाते हैं और जल्दी ही एक मोटी परत का रूप धारण कर लेते हैं. मैंने उज्जैन के जिस गंभीर बाँध का यहाँ उदाहरण दिया है, उसकी क्षमता 2250 McFT बताई जाती है. उज्जैन नगर को पानी पिलाने में रोजाना का खर्च होता है लगभग 6-7 McFT. यदि मामूली हिसाब भी लगाया जाए, तो पता चलता है कि यदि शहर को रोजाना भी पानी दिया जाए तो वर्ष में लगभग320-350 दिनों तक जलप्रदाय किया जा सकता है (माह सितम्बर में बाँध भरने के दिन से गिनती लगाई जाए तो). लेकिन पिछले दस वर्ष में ऐसा कभी नहीं हुआ कि जुलाई माह आते-आते बाँध के खाली होने की नौबत ना आ जाती हो. ऐसा क्यों होता है??ज़ाहिर है कि, जिस बाँध की क्षमता 2250 MCFT बताई जा रही है, उसकी क्षमता उतनी है ही नहीं... यह क्षमता इसलिए कम हुई है, क्योंकि बाँध की तलहटी के एक बड़े हिस्से में खासी गाद जमा हो चुकी है, जिसकी सफाई वर्षों से आज तक नहीं हुई. यदि एक मोटा अनुमान भी लगाया जाए तो पता चलता है कि पिछले बीस वर्ष में गंभीर बाँध में गाद की एक खासी मोटी परत जमा हो गई है, जिसके कारण बाँध की वास्तविक क्षमता बेहद घट चुकी है, लेकिन अधिकारी और प्रशासन उसी पुराने स्केल पर मीटर की गहराई नाप रहा है जो बरसों पहले दीवार पर पेंट की गई है. कहने का तात्पर्य यह है कि जिस बाँध की क्षमता 2250 बताई जा रही है वह शायद 1500 या उससे भी कम रह गई हो, अन्यथा सितम्बर से लेकर जुलाई तक सिर्फ 270 दिनों में ही, हर साल बाँध का पानी खत्म क्यों हो जाता है? अतः मेरा दूसरा सुझाव यह है कि देश के सभी बाँधों में जमा गाद की गर्मियों में नियमित सफाई की जाए. गर्मियों के दिनों में जब बाँधों का पानी लगभग खत्म हो चुका होता है, उसी समय आठ दिनों के सामाजिक श्रमदान एवं प्रशासनिक सहयोग तथा आधुनिक उपकरणों के जरिये बाँधों को गहरा किया जाना चाहिए. यह पता लगाया जाना चाहिए कि बाँध की वास्तविक क्षमता क्या है?


water-management-of-gambhir-dam-ujjain

(प्रस्तुत चित्र 2007 के जलसंकट के समय का है, साफ़ देखा जा सकता है कि बाँध की तलहटी में कितनी गाद जम चुकी है, जिसके कारण इसकी भराव क्षमता कम हुई है). 

तीसरी एक और महत्त्वपूर्ण बात यह है, कि बढ़ते शहरीकरण के कारण बाँध के पानी के उपयोग की प्राथमिकताओं में कलह होने लगा है. यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बाँध का पानी सिंचाई के लिए है या पेयजल के लिए, अर्थात शहरी और ग्रामीण हितों का टकराव न होने पाए. अक्सर देखा गया है कि समृद्ध किसान नवंबर से फरवरी के दौरान अपनी फसलों के लिए बाँधों से पानी चोरी करते हैं. इसे रोका जाना चाहिए. इस पर रोक लगाने के लिए सिर्फ प्रशासनिक अमला काफी नहीं है, राजनैतिक इच्छाशक्ति भी जरूरी है, क्योंकि जैसा मैंने पहले कहा किसान एक बड़ा वोट बैंक है.


अंत में संक्षेप में सिर्फ तीन बिंदुओं में कहा जाए तो – १) शहरों में रोजाना जलप्रदाय की कतई आवश्यकता नहीं है, एक दिन छोड़कर जलप्रदाय किया जाना चाहिए... २) गर्मियों के दिनों में बाँधों की तलछट में जमा हुई गाद की नियमित सफाई होनी चाहिए, ताकि बाँध गहरा हो सके और उसकी क्षमता बढे... और ३) बाँध से पानी की चोरी रोकना जरूरी है, यह सुनिश्चित हो कि पानी का उपयोग पेयजल हेतु ही हो, ना कि सिंचाई के लिए.... यदि सभी शहरों में इन तीनों बिंदुओं पर थोड़ा भी ध्यान दिया जाएगा, तो मुझे विश्वास है कि “जल-संचय” एवं “जल-बचत” के माध्यम से भी हम काफी कुछ जल संरक्षण का लक्ष्य हासिल कर सकेंगे. मैं इस मीडिया चौपाल के माध्यम से अपने समस्त पत्रकार मित्रों एवं मीडिया समूहों से आव्हान करना चाहता हूँ कि सभी बड़े नगरों में इन तीन बिंदुओं पर अवश्य विचार किया जाए. इसमें मीडिया का दबाव कारगर होता है, और स्वाभाविक है कि जब हम कहते हैं कि जल ही जीवन है, तो अपने जीवन हेतु हमें सम्मिलित प्रयास करने ही होंगे... भूजल संरक्षण के साथ ही जो जल भण्डार हमें वर्षाकाल में उपलब्ध होते हैं उस पानी की बचत और समुचित प्रबंधकीय संचय करना भी जरूरी है.


-        



 :-  सुरेश चिपलूणकर, 
उज्जैन 

कश्मीर में आइएस के झंडे, सेना की चिंता बढी

$
0
0
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बेशक वादी में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के झंडे फहराने की घटना को कुछ सिरफिरे नौजवानों की करतूत कहकर टाल दें, लेकिन कश्मीर में आतंकियों से लोहा ले रही सेना इसे गंभीर मामला मानती है। सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों को इस पर ध्यान देना चाहिए, ताकि कश्मीरी नौजवानों को जिहादी संगठनों में शामिल होने से रोका जा सके।

श्रीनगर में पत्रकारों से बातचीत में सुब्रत साहा ने कहा कि आइएस की तरफ स्थानीय युवकों का आकर्षण चिंता का विषय है। अगर कश्मीरी युवकों को इस संगठन समेत किसी भी जिहादी संगठन से दूर रखना है तो उनके सुनहरे भविष्य को यकीनी बनाने के प्रयास करने होंगे। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

कश्मीर में आइएस के समर्थकों अथवा सदस्यों की मौजूदगी पर पूरी तरह चुप्पी साधते हुए उन्होंने कहा कि दस हजार से ज्यादा नौजवान इस संगठन के लिए सीरिया और इराक में लड़ रहे हैं। इसके सदस्यों द्वारा जिस धर्माध कट्टरता का परिचय दिया जा रहा है, वह चिंता का विषय है। कोर कमांडर ने कहा कि कुछ खबरों के मुताबिक मुंबई और हैदराबाद के कुछ युवक आइएस में शामिल हुए हैं। आस्ट्रेलिया गए एक कश्मीरी युवक के बारे में भी कहा जाता है कि वह अब आइएस का हिस्सा बन चुका है। ऐसे हालात में सुरक्षा एजेंसियों को पूरी तरह सतर्क रहने की जरूरत है। इसके प्रसार पर अंकुश होना चाहिए।

मंगल के ऊपरी वातावरण की पहली झलक अंतरिक्षयान ने दिखाई

$
0
0
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अंतरिक्षयान मेवन ने दशकों से वैज्ञानिकों को उलझाए रखने वाले मंगल के ऊपरी वातावरण की पहली झलक वैज्ञानिकों को दिखाई है। मार्स एटमॉस्फियर एंड वोलेटाइल एवोल्यूशन (मेवन) यान ने वैज्ञानिकों को मंगल पर ऊर्जावान सौर कणों के तूफान की पहली झलक दी है। यान ने लाल ग्रह के आसपास थोड़ी सी ऑक्सीजन, हाइड्रोजन एवं कार्बन के परिमंडल की अभूतपूर्व पराबैंगनी तस्वीरें सृजित की हैं।
 
अंतरिक्षयान ने परिमंडल में अत्यधिक विविध मात्रा वाली ओजोन के लिए भी एक समग्र नक्शा तैयार किया। मेवन 21 सितंबर को मंगल की कक्षा में दाखिल हुआ था और अब वह अपने उपकरणों का परीक्षण कर रहा है। इस अंतरिक्षयान को नवंबर 2013 में प्रक्षेपित किया गया था ताकि लाल ग्रह का अधिकांश पर्यावरण खत्म हो जाने से जुड़े रहस्य को सुलक्षाया जा सके।
      
कोलोरेडो विश्वविद्यालय, बाउल्डर में मेवन के प्रमुख जांचकर्ता ब्रूस जैकोस्की ने कहा के सभी उपकरण आंकड़ों की जो गुणवत्ता दिखा रहे हैं, वह अभियान के शुरुआती चरण में की गई अपेक्षाओं से अच्छी है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (15 अक्टूबर)

$
0
0
भाजपा के कथित बयानों पर कांग्रेस ने किया पलटवार, भाजपा खुद अपने गिरेबान में झांक कर देखे

झाबुआ--- डाक्टर विक्रंात भूरिया के नेतृत्व में एनएसयुआई एवं युवा छात्र संगठन द्वारा व्यापम महाघोटाले एवं जिले के छात्रों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर एतिहासिक प्रभावी आन्दोलन किया गया । हजारों की संख्या में छात्रों ने पहूंच कर इस आन्दोलन के माध्यम से भाजपा सरकार के प्रति अपना गहरा आक्रोष व्यक्त किया । यह प्रभावी आंदोलन भाजपा के नेताआ एवं सहायक संगठनो को रास नही आरहा है । इस आनदोलन से घबरा कर भाजपा के बडै बडे नेताओं ने अखबारों  के माध्यम से अपनी खीज उतारी है । उन्होने छात्र समस्याओं का समाधान करवाने की बजाय छात्रों को ही कटघरे मे लाने करा कुत्सीत प्रयास किया है । इससे उनकी ओछी मानसिंकता उजागर हो रही है । जिला कांग्रेस अध्यक्ष हनुमंतसिंह डाबडी, जिला पंचायत अध्यक्षा सुश्री कलावतीजी भूरिया, डा. विक्रांत भूरिया,सेवादल संगठन राजेष भट्ट लोकसभा कांग्रेस अध्यक्ष आषीष भूरिया एवं एनएसयुआई जिलाध्यक्ष विनय भाबर सहित कांग्रेस नेताओं ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि  जब जबलपुर में एनएसयुआई युवा छात्रों पर पुलिस बर्बरता पूर्व डंडे बरसा रही थी तब भाजपा से जुडे नेता क्यों चुप थे । भाजपा के अनुवांषिक संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उज्जेन विष्वविद्यालय में गुडागर्दी कर तोड फोड की तािा वाईस चासलर पर कातिलाना हमला किया तब  भाजपा तथा कथित नेताओं की आवाज क्यों बंद हो गई थी । प्रदेष के विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता सत्यदेव कटारे पर डंडे बरसाये गये थे तब वे कहां थे ? सबरवाल हत्यांकांड पर पूरी भाजपा ने क्यों मौन साध रखा था । रतलाम मे सरे आम युवा छात्र की हत्या हो गई तब भाजपा नेता क्या कर रहे थे ? आज युवा जब भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण परेषान होकर आक्रोषित हो रहा है तब  अपने हक्क की लडाई लड रहा है तब भाजपा अपने जनाधार को खिसकता देख कर खिसीयाने लगी है । इसी कारण वह छात्रों को कठहरे म ेले जाकर उनका भविष्य बिगाड कर सत्ता को बरकरार रखना चाहती है । कांग्रेस जनों ने भाजपा के इन कृत्यों की धोर निंदा करते हुए सलाह दी है  िकवे छात्रहित को सर्वोपरी मान कर उनकी समस्याओं को निराकरण कराने में अपनी भूमिका निभाये ।

स्कूलो मे हुआ हाथ धुलाई का  आयोजन

jhabua news
पिटोल (नि.प्र.) विष्व हाथ धुलाई दिवस पर पिटोल खण्ड की चयनीत 6 स्कुलों पर हाथ धुलाई का कार्यक्रम के अन्र्तगत ग्राम पिटोल की 4 एवं ग्राम बावडी बडी मिडील स्कुल एवं गाॅव मण्डली बडी मिडील स्कुल पर हाथ धुलाई का कार्यक्रम हुआ जिसमे हायर सेकेण्डरी स्कुल पर प्राचार्य महेष के द्वारा हाथ धुलवाया गया वही मिडील कन्या षाला एवं प्राथमिक कन्याषाला पर पूर्व सरपंच काना गुण्डीया, भाजपा युवा नेता दिनंेष मेवाड, तथा वरिष्ठ पत्रकार निर्भयसिह ठाकुर इन कार्यक्रमों मे सम्मिलित हुवें वडी बावडी बडी के मिडील स्कुलों पर सरपंच रतना बबेरीया जनपद सदस्य कसना बबेरीया, एंव मिडील स्कुल के समस्त स्टाॅफ ने हाथ धुलाई करवायी एवं मण्डली बडी में पूर्व सरपंच षैतान बिलवाल एवं समस्त स्कुली स्टाॅफ के साथ हाथ धुलाई करवायी। हायर सेकेण्डरी स्कुल पिटोल मे 163 बच्चों मे हाथ धोये, कन्या माध्यमिक षाला में 150 बालिकाओं ने हाथ धोये, बालक प्राथमिक विधालय मे 50 बच्चें, कन्या प्राथमिक षाला के 50 बच्चें, बावडी बडी मिडील स्कुल के 100 बच्चे एवं मण्डली बडी के 50 बच्चों सहीत 563 बच्चों के हाथ धुलवाये गयें।

त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन हेतु ई.व्ही एम. का प्रचार-प्रसार गाॅव-गाॅव में होगा

झाबुआ ---इस बार निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार त्रिस्तरीय पंचायतो के चुनाव भी ई.व्ही.एम. मशीनो से करवाये जायेगे। ई.व्ही.एम.मशीन की जानकारी ग्रामीणों को हो इसके लिए कृषि क्रान्ति रथ के साथ मतदाताओं को जागरूक करने एवं ई.व्ही.एम. की कार्यप्रणाली से अवगत कराने के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। साथ ही ग्रामीण हाट-बाजारो में भी इ.व्ही.एम.से मतदाताओं को अवगत करवाया जाएगा।

पटाखा व्यावसाईयो के लिए सुरक्षा संबंधी निर्देश जारी

झाबुआ ---दीपावली पर्व पर इच्छुक व्यवसायियों के आतिषबाजी क्रय-विक्रय के अस्थाई लायसेंस जारी किये गये है। एवं दीपावली पर्व पर किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित नहीं हो तथा पर्व शांति से सम्पन्न हो इस तथ्य को दृष्टिगत रखते हुए दिशा निर्देश जारी किये गये है कि व्यावसायी आंतिषबाजी को सुरक्षित एवं अज्जवलनषील सामग्री से बने षेड में रखे। आंतिषबाजी की अस्थाई दुकाने एक दुसरे से 3 मीटर की दुरी पर एवं किसी संरक्षित 50 मीटर की दुरी पर लगाये। यह अस्थाई दुकाने एक दुसरे के आमने-सामने नहीं लगाये। सुरक्षा दुरी के अंदर एवं दुकानो में प्रकाष हेतु किसी प्रकार का तेल, गैस, लेम्प व खुली बिजली बत्तीयों का प्रयोग नहीं करे यदि किसी बिजली की लाईन का उपयोग किया जाता है तो उसे या तो दीवार पर या छत पर दृढता से लगाये एवं किसी प्रकार के तार लटके नहीं होने एवं पंक्ति की सभी दुकानो के लिए मास्टर स्वींच लगाये। किसी दुकान के 50 मीटर के अन्दर आतिषंबाजी का प्रदर्षन प्रतिबंधित रहेगा। प्रत्येक मास्टर स्वींच के फ्यूज या सर्किट ब्रेकर लगा होना चाहिए जिससे की षार्ट सर्किट होने पर विद्युत प्रवाह स्वतः ही बंद हो जाये। आंतिषबाजी स्थल से 100 मीटर की दुरी पर फायर ब्रिगेड की व्यवस्था संबंधित अधिकारी द्वारा की जाएगी। आतिषबाजी व्यवसायी दुकान के पास बाल्टी में पानी, रेत आदि की व्यवस्था स्वयं करे। आंतिषबाजी स्थल पर आवष्यकता अनुसार सुरक्षा कर्मी तैनात रहेगे। ज्वलनषील पटाखो का उपयोग रात्रि 11.00 बजे से प्रातः 06 बजे तक प्रतिबंधित रहेगा। विस्फोटक अधिनियम 2008 के निर्देषो का पालन नहीं करने पर दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।

तीन दिवसीय कृषि मेला का शुभारंभ हुआ, 15 से 17 अक्टूबर तक चलेगा मेला

झाबुआ ----कृषि महोत्सव 2014 के दौरान कृषको को नई-नई कृषि तकनीको की जानकारी देने के लिए आज 15 अक्टूबर को कृषि उपज मण्डी झाबुआ में कृषि मेला का शुभारंभ हुआ। शुभारंभ कार्यक्रम को विधायक झाबुआ श्री शांतिलाल बिलवाल, विधायक थांदला श्री कलसिंह भाभर, विधायक पेटलावद सुश्री निर्मला भूरिया एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस ने संबोधित करते हुए किसानों को बताया कि यह मेला आपकी खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए आपको नई-नई तकनीके बताने के लिए लगाया गया है। मेले में रहकर कृषि तकनीको को सीखे एवं वैज्ञानिको से अपनी समस्याओं का समाधान भी करवायेे। मेले मेें लगी प्रदर्शनी के माध्यम से भी विभिन्न विभागों की योजनाओं का लाभ ले। कार्यक्रम में इन्दौर के कृषि वैज्ञानिक डाॅ. आशीष उपाध्याय, डाॅ. चैधरी ने खेती संबंधी तकनीके बताई। कार्यक्रम में मण्डी अध्यक्ष श्री भंवरसिंह बिलवाल, उप संचालक कृषि श्री सेन,परियोजना समन्वय आत्मा श्री त्रिवेदी, जिला समन्वयक कृषि विज्ञान केन्द्र श्री तोमर, एसडीएम श्री अम्बाराम पाटीदार सहित बडी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे।

विश्व हाथ धुलाई कार्यक्रम में बच्चों को सिखाया हाथ धोने का सही तरीका
  • विधायक ने ढेकल बडी में लिया कार्यक्रम में भाग लिया
  • सीईओ जिला पंचायत पहुंचे खरडूबडी ं

झाबुआ ----आज 15 अक्टूबर को विश्व हाथ-धुलाई दिवस के अवसर पर जिले के  2415 स्कूलों में हाथ धुलाई कार्यक्रम आयोजित किया गया एवं स्कूली बच्चों को विधिपूर्वक 5 स्टेप में हाथ धोने का तरीका बताया गया। शासन के निर्देशानुसार कार्यक्रम की 349 स्कूलों की विडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी भी करवाई गई। विधायक झाबुआ श्री शांतिलाल बिलवाल ने हायर सेकेण्डरी स्कूल ढेकलबडी में हाथ धुलाई कार्यक्रम में भाग लिया। मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस ने ग्राम खरडू बडी में कार्यक्रम में भाग लिया। जिले के थांदला,पेटलावद एवं अन्य स्कूलों में भी जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
हाथ धुलाई कार्यक्रम में बच्चों को स्वच्छता के महत्व को बताया गया एवं हाथ धोने की आदत को अपने दैनिक क्रिया कलाप में शामिल करने के लिए समझाईस दी गई।

लाखो कि लूट, दो लूटेरो को मोहल्ले वालो ने पकडा

झाबूआ---फरियादी मोहनलाल पिता कन्हेयालाल राठौर, उम्र 53 वर्ष निवासी रानापुर ने बताया कि अज्ञात-02 बदमाश उसके घर का दरवाजा तोड कर अन्दर घुसे व गोदरेज में से 05 किलो चांदी किमती एक लाख रूपये व नगदी 80,000/-रूपये कुल किमती 1,80,000/-रूपये चुराकर भाग रहे थे। दरवाजे की आवाज सुनकर उसकी नींद खुल गयी व दो आरोपी पडोसियों की मदद से पकडे गये, पकडे बदमाशों से 03 किलो चांदी व नगदी रूपये मिले, जो उसके है, दोनों बदमाशों को चोट होने से वे बोल नहीं रहे, नाम पता नहीं चला है। प्र्रकरण में थाना रानापरु में अप0क्र0 373/2014, धारा 394 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (15 अक्टूबर)

$
0
0
कार्य शीघ्रता से पूर्ण होते है टीम वर्क भावना से-कलेक्टर श्री ओझा 
  • मीडिया कार्यशाला सम्पन्न

vidisha news-15-october
जिला जनसम्पर्क विभाग द्वारा एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला बुधवार को जिला पंचायत के सभागार कक्ष में आयोजित की गई थी। जिसमें सम्माननीय पत्रकारबंधुओं के अलावा कलेक्टर श्री एमबी ओझा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी, जिला पंचायत सीईओ श्री शशिभूषण सिंह, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ श्री भूपेन्द्र गुप्ता मौजूद थे। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने कार्यशाला में पत्रकारगणो से कहा कि कोई भी कार्य टीमवर्क की भावना से करने पर शीघ्र अच्छी तरह से पूर्ण हो जाते है। मीडिया समाज का अभिन्न अंग है जो किसी भी संदेश को सुगमता से जन-जन तक पहुंचाने में अतुलनीय सहयोग करता है। हम सब मिलकर जिले को अग्रणी बनाने में अपने स्तर पर अहम भूमिका निभा सकते है। उन्होंने जिले में प्रारंभ हुए सफाई अभियान को रेखांकित करते हुए कहा कि जिस प्रकार विदेशो में नियत स्थल पर ही कचरा लोग डालते है उसी प्रवृति का हम अनुसरण कर जिले को स्वच्छ बनाने में योगदान दे सकते है। कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री शशिभूषण सिंह ने सिंगापुर में प्रशिक्षण के अनुभवो को सांझा किया। कार्यशाला में मीडियोकर्मियों के लिए जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित ‘‘आगे आएं लाभ उठाएं’’ का नवीनतम संस्करण, ‘‘सुशासन की नई पहल’’, ‘‘सबके साथ सबका विकास’’, ‘‘किसानो के हाथ में ताकत’’, ‘‘ऊर्जा से बना ऊर्जावान मध्यप्रदेश’’ फोल्डर का वितरण किया गया।

हाथ धुलाई विधियों का सदैव उपयोग करें-विधायक श्री दांगी

विश्व हाथ धुलाई दिवस 15 अक्टूबर को जिले के दो हजार 642 स्कूलांे में एक साथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें दो लाख 36 हजार 810 छात्र-छात्राओं ने सहभागिता निभाई। विदिशा विकासखण्ड के ग्राम अहमदपुर की प्राथमिक एवं मीडिल स्कूल प्रागंण में कार्यक्रम में स्थानीय विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी, जनपद अध्यक्ष श्री अरविन्द सिंह बघेल, कलेक्टर श्री एमबी ओझा, जिला पंचायत सीईओ श्री शशिभूषण सिंह ने सहभागिता निभाई। विधायक श्री कल्याण सिंह दांगी ने स्कूली विद्यार्थियों से कहा कि हाथ धोने की जो विधियां बताई गई है उनका वे सदैव जीवन में अनुसरण करें। कलेक्टर श्री ओझा ने स्वच्छता हमारे जीवन में अतिआवश्यक है को रेखांकित करते हुए कहा कि भोजन से पहले और शौच के बाद सभी को जो पांच विधियां बतलाई गई है उनके अनुसार हाथ धोना चाहिए। उन्होंने कहा कि पेट में अनेक बीमारियां हाथ गंदे रहने से भोजन करने के कारण होती है। कलेक्टर श्री ओझा ने बच्चों से कहा कि वे जो यहां हाथ धोने की विधि बतलाई गई है उसकी जानकारी घर के अन्य सदस्यों को भी दें।  इससे पहले विद्यालय परिसर में सफाई अभियान के तहत परिसर को स्वच्छ किया गया। जिला पंचायत के सीईओ श्री एसबी सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश का नाम गिनीज बुक में दर्ज हो इसके लिए विश्व हाथ धुलाई दिवस पर अन्य जिलो के साथ-साथ विदिशा जिले में भी हाथ धुलाई कार्यक्रम का आयोजन एक साथ जिले के ऐसे स्कूल जहां विद्यार्थियांे की दर संख्या सौ है उनमें प्रातः 11 बजे से आयोजन किया गया है। इस रिकार्ड को दर्ज करने के लिए बकायदा वीडियोग्राफी भी की जा रही है। उन्होने बताया कि हाथ धुलाई कार्यक्रम में जिले की दो हजार 642 शालाओं के दो लाख 36 हजार 810 विद्यार्थी शामिल हुए। 

मेगा लोक अदालत छह दिसम्बर को

नेशनल मेगा लोक अदालत का आयोजन जिले में छह दिसम्बर को किया गया है। जिला एवं तहसील न्यायालयों पर एक साथ आयोजित होने वाली अदालत में आपराधिक, सिविल, विद्युत अधिनियम, श्रम, मोटर दुर्घटना दावा, प्रीलिटिगेशन प्रकरण, निगोशिएबिल इंस्टूमेन्ट एक्ट के अंतर्गत चेक बाउंस के प्रकरण और कुटुम्ब, ग्राम एवं राजस्व न्यायालय के प्रकरणो में भी सुनवाई की जाएगी। मेगा लोक अदालत उपभोक्ता फोरम, प्ली-बारगेनिंग, विड्रावल केसेस (एफआईआर) सहकारिता, क्रिमीनल समरी, लीगल सर्विसेस मैटर्स एवं शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य, वन तथा अन्य शासकीय विभागों के प्रकरणो एवं आवेदनो का भी निराकरण किया जाएगा।

सिगरेट के पैकेट पर तस्वीर और चेतावनी के लिए 85% स्थान अनिवार्य होगा: हर्षवर्धन

$
0
0
सरकार सिगरेट के प्रति लोगों को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से इसके पैकेटों पर चेतावनी तस्वीर के लिए 85 प्रतिशत जगह अनिवार्य बनायेगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को वर्ल्ड हैंडवाश डे के मौके पर आयोजित एक समारोह के दौरान कहा कि सिगरेट कंपनियों से कहा गया है कि वह पैकेटों पर 85 प्रतिशत स्थान वैधानिक चेतावनी तस्वीर के लिए रखे। इस तस्वीर पर सिगरेट से स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के संबंध में दिखाया जाता है। देश में तंबाकू के इस्तेमाल से विभिन्न बीमारियों के बढ़ते खतरे का जिक्र करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश में सरकार तंबाकू नियंत्रण कानून को कठोर से कठोर बनाने के साथ-साथ इसके क्रियान्वयन पर पूरा जोर देगी।


गौरतलब है कि सिगरेट के पैकेट पर अभी भी चेतावनी तस्वीर छपती है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि अधिक विस्तृत रूप से छापने के उद्देश्‍य से ही यह फैसला किया गया है कि सिगरेट पैकेट पर 85 प्रतिशत स्थान इसके लिए रखने को कहा गया है। इस निर्णय को लागू करने के लिए सिगरेट निर्माता कंपनियों को कुछ माह का समय दिया जायेगा। इस संबंध में अधिसूचना जारी करने पर पैकेट पर कया छापना जरुरी होगा इसका पूरा व्योरा दिया जायेगा।

डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि 85 प्रतिशत स्थान में से सिगरेट कंपनियों को 60 प्रतिशत पर तस्वीर प्रदर्शित करनी होगी जबकि शेष 25 प्रतिशत पर सिगरेट से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी देनी होगी। डॉ हर्षवर्धन ने उम्मीद जताई कि यह निर्णय अगले वित्त वर्ष से अमल में आ जायेगा। सरकार ने तंबाकू को नियंत्रण करने के उद्देश्य से चालू वित्त वर्ष के बजट में सिगरेट पर उत्पाद शुल्क में भारी बढ़ोतरी की थी और 65 एमएम से छोटी सिगरेट पर उत्पाद शुल्क 72 प्रतिशत बढ़ाया था। इससे बड़ी सिगरेटों पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि 11 से 21 प्रतिशत तक की गई थी

मायावती जुटीं 2017 की चुनावी तैयारी में

$
0
0
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लग गई है। पार्टी ने यूपी में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों को चुनने का काम अभी से शुरू कर दिया है।

पार्टी प्रमुख मायावती ने सूबे के कई जिलों की विधानसभा सीटों पर पार्टी की जमीनी ताकत का अंदाजा करने के बाद संभावित दावेदारों को चुनाव की तैयारी में जुटने की हरी झंडी दे दी है। इसी साल दिसंबर के आखिर तक बीएसपी राज्य की ज्यादातर सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर देगी और नए साल से ये संभावित दावेदार आम जनता के बीच अपनी चुनावी जमीन तैयार करते नजर आएंगे।

चुनाव चाहे लोकसभा का हो या विधानसभा का, बीएसपी हमेशा काफी पहले से उम्मीदवार तय करती आई है। साल 2012 के विधानसभा चुनाव में राज्य की सत्ता से बाहर होने के तुरंत बाद बीएसपी प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार तय कर दिए थे। संभावित दावेदारों की तैयारी की समय-समय पर समीक्षा करने के साथ हालांकि कई नाम बदले भी गए।

यह बात साफ है कि इतना सब करने के बाद भी बीएसपी को पिछले लोकसभा चुनाव में सफलता नहीं मिली। मायावती अब राज्य में पार्टी की मजबूत पैठ फिर से बनाने की कोशिशों में जुट गई हैं। उन्होंने सबसे पहले पार्टी के ढांचे में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया। एजेंडे के हिसाब से संगठन के नये ढांचे का खाका पिछले दिनों मायवती के सामने रखा गया था, जो उनकी कसौटी पर खरा नहीं उतरा। इसके बाद मायावती ने नये सिरे से संगठन को तैयार करने का काम पार्टी के जिम्मेदार नेताओं को सौंपा था। मायावती ने प्रदेश के 50 से अधिक जिले में पार्टी की ताजा स्थिति और वहां के समीकरणों के हिसाब से करीब 200 सीटों पर विधानसभा चुनाव के संभावित दावेदार तय किए हैं, जिन्हें विधानसभा प्रभारी बनाए जाएगा। तय किए गए दावेदारों को चुनाव की तैयारी का मकसद पार्टी प्रमुख दिसंबर के अंत तक तय कर देंगी और फिर हर चार माह में इनकी तैयारियों का रिव्यू किया जाएगा।

तैयारियों की रिव्यू का काम विधानसभा चुनाव तक लगातार चलेगा। इस दौरान पार्टी प्रमुख की कसौटी पर खरे न उतरने वालों का पत्ता साफ कर नए चेहरों को मौका दिया जाएगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल की ज्यादातर सीटों पर बीएसपी प्रमुख ने उम्मीदवारों के नाम तय भी कर दिए हैं, लेकिन अभी तक कोई ऑफिशल लिस्ट नहीं जारी की गई है।
अपना कॉमेंट लिखें

हिमाचल प्रदेश की विस्तृत खबर (15 अक्टूबर)

$
0
0
मुख्यमंत्री ने दी भारतीय टीम को शुभकामनाएं  

himachal news
शिमला ,15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह से आज नई दिल्ली में 16 से 21 अक्तूबर, 2014 तक अमेरिका के लास वेगास में आयोजित होने वाली पॉवर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भाग लेने जा रहे हिमाचली खिलाडिय़ों ने भेंट की।मुख्यमंत्री ने हिमाचली खिलाडिय़ों को अपनी शुभकामनाएं दी तथा आशा व्यक्त की कि ये खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के खिलाडिय़ों ने विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। प्रदेश सरकार राज्य में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकार द्वारा खिलाडिय़ों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के अतिरिक्त राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को सम्मानित भी किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक, रजत पदक, कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 20 लाख रुपए, 15 लाख रुपए, 10 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों को सरकारी नौकरियों में 3 प्रतिशत का आरक्षण भी प्रदान किया जा रहा है। श्री केवल सिंह पठानिया, जिन्हें टीम इंडिया के मैनेजर के तौर पर तैनात किया गया है, ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि इस प्रतियोगिता में देश के 63 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें हिमाचल प्रदेश के 3 खिलाड़ी शामिल हैं।

बिलासपुर मित्र मंडल की बैठक 19 अक्तूबर को निर्माणाधीन भवन और सघन सदस्यता अभियान एजेंडे में शामिल

शिमला ,15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। बिलासपुर मित्र मंडल, शिमला की बैठक 19 अक्तूबर रविवार सांय 3.30 बजे हीरानगर में आयोजित की जाएगी। मित्र मंडल की नई कार्यकारिणी के गठन के उपरांत यह पहली महत्वपूर्ण बैठक है। मित्र मंडल के निर्माणाधीन भवन कार्य में तेजी लाने के अलावा सघन सदस्यता अभियान चलाने पर बैठक में विस्तृत चर्चा होगी। मित्र मंडल के प्रेस सचिव बी.डी. धीमान ने बताया कि बैठक की अध्यक्षता मित्र मंडल के अध्यक्ष कृष्ण लाल चौहान करेंगे। मित्र मंडल, शिमला के समीप हीरानगर में निर्माणधीन भवन को शीघ्र पूरा करना चाहता है ताकि शिमला आने वाले जरूरतमंद लोगों को न्यूनतम दरों पर ठहरने की बेहतर सुविधा जल्द उपलब्ध करवाई जा सके।प्रेस सचिव ने कहा कि बैठक में मित्र मंडल में नये सदस्यों को जोडऩे के लिए सघन सदस्यता अभियान चलाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मित्र मंडल के 900 लाईफ मेम्बर हैं और काफी संख्या में नये सदस्यों ने संगठन से जुडऩे की ईच्छा जाहिर की है।उन्होंने कहा कि बिलासपुर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में    मित्र मंडल तत्परता से कार्य कर रहा है। बिलासपुर की समृद्ध भाषा-बोली, रीति-रीवाज, कला-संस्कृति के विस्तार को भी मित्र मंडल ने अपने एजेंडे में शामिल किया है। 

कृषकों को उपदानित दरों पर उपलब्ध करवाया जा रहा है बरसीम बीज

शिमला ,15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। कृषि विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि प्रदेश में बरसीम का बीज राष्ट्रीय बीज निगम से खरीद कर हैंडलिंग चार्जिज लगाकर कृषकों को उपदानित दरों पर उपलब्ध करवाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से वर्ष 2014-15 के लिए 2335 क्विंटल बरसीम किस्म मस्काबी की मांग प्राप्त हुई थी, जिसे राष्ट्रीय बीज निगम से 139.90 रुपये प्रति किलो की दर से प्रापण करके जिलों को मांग के अनुसार सप्लाई किया गया है। राष्ट्रीय बीज निगम सरकारी क्षेत्र का उपक्रम है व सत्यापित एवं प्रमाणित बीजों की सप्लाई के लिए भारत सरकार के कृषि एवं सहकारिता विभाग से प्राधिकृत है।उन्होंने कहा कि बीज की कृषि उत्पादकता में महत्वपूर्ण भूमिका है तथा बीज उत्पादन विशेषज्ञों की देख-रेख में होता है। उत्पादन के बाद बीज की शुद्धता, जमाव का परीक्षण किया जाता है तथा टैगिंग व सिलिंग के उपरांत भी किसानों को प्रमाणित बीज उपलब्ध करवाने के लिए उपयुक्त होता है।प्रापण की गई मात्रा में से 745 क्विंटल बीज मण्डी जिला को सप्लाई किया गया। उन्होंने कहा कि उप कृषि निदेशक मण्डी ने प्रापण मूल्य में हैंडलिंग चार्जिज लगाकर विक्रय मूल्य 150 रुपये प्रति किलो तय किया है, जिस पर किसानों को 20 रुपये प्रति किलो अनुदान दिया जा रहा है। इस तरह बरसीम का बीज उपदानित दर 130 रुपये प्रति किलो के हिसाब से उपलब्ध करवाया जा रहा है।

वैश्विक हैंड वाशिंग दिवस के उपलक्ष्य पर कैंलेंडर जारी

शिमला ,15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री अनिल शर्मा ने ‘वैश्विक     हैंड वाशिंग दिवस’ के उपलक्ष्य पर हिमाचल प्रदेश सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में एक कैंलेंडर जारी किया, जिसमें हाथों को साफ रखने की विधि को विस्तृत रूप से दर्शाया गया है।ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने प्रदेशवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्यों की पूर्ति में हाथों को साफ रखने की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि बहुत सी बीमारियां व्यक्तिगत स्वच्छता को न अपनाने के कारण फैलती हैं। इसलिए विशेषकर भोजन खाने या परोसने व शौचालय प्रयोग के उपरांत हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।वैश्विक हैंड वाशिंग दिवस के मौके पर ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से प्रदेश के सभी जिलों में सफाई से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में शिक्षा विभाग के सहयोग से स्कूली बच्चों को हाथों की उचित सफाई को अपनी आदतों में शामिल करने के लिए विभिन्न प्रेरणादायी कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि ये कैलेंडर प्रदेश के सभी स्कूलों और पंचायती राज संस्थानों में वितरित किए जाएंगेश्री अनिल शर्मा ने कहा कि स्वच्छता कार्यक्रम प्रदेश भर में नियमित तौर पर चलाए जा रहे हैं। सभी शिक्षण संस्थानों और पंचायती राज संस्थाओं को कार्यक्रम में सक्रिय तौर पर सम्मिलित करके स्वच्छता के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज की प्रधान सचिव श्रीमती मनीषा नंदा ने प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों से ‘स्वच्छ हिमाचल, स्वस्थ हिमाचल’ के लक्ष्य को पाने के लिए अपने-अपने जिलों में स्वच्छता के ब्राण्ड एम्बेसडर का चयन करने का आग्रह किया है ताकि स्वच्छता संदेश को आम लोगों तक प्रभावी ढंग से पहुंचाया जा सके।इस अवसर पर ग्रामीण विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 15 अक्तूबर से

शिमला ,15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य निर्वाचन विभाग प्रदेश के सभी 68 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की लोकसभा व विधानसभा निर्वाचनों के लिए फोटोयुक्त मतदाता सूचियों को 15 अक्तूबर से 10 नवम्बर, 2014 तक विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण करवा रहा है।मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नरेन्द्र चौहान के आज यहां कहा कि फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण प्रथम जनवरी, 2015 की अहर्ता तिथि के आधार पर किया जाएगा।कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन सभी मतदान केन्द्रों, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी  (एडीएम/एसडीएम) और सहायक निर्वाचक अधिकारियों (तहसीलदार/नायब तहसीलदार) के कार्यालयों में 15 अक्तूबर, 2014 को किया जाएगा, जबकि उपरोक्त सभी स्थानों पर दावे और आक्षेप 15 अक्तूबर से 10 नवम्बर, 2014 तक दाखिल किए जा सकते हैं, जिनका निपटारा 20 नवम्बर को किया जाएगा और फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी, 2015 को किया जाएगा।उन्होंने कहा कि मतदाता सूचियों में पारदर्शिता बनाने के लिए 17 व 30 अक्तूबर, 2014 को प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों की सभी ग्राम सभाओं में विशेष बैठक बुलाई गई है। इसी तरह शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर बैठक बुलाई गई है। इन बैठकों में उपस्थित नागरिकों के समक्ष मतदाता सूचियों को पढ़ा जाएगा और उनका सत्यापन किया जाएगा। उपस्थित नागरिक बैठक के दौरान भी दावे व आक्षेप दर्ज करवा सकते हैं।मतदाताओं को मतदाता सूचियों में उनके नाम के सत्यापन और नाम दर्ज करवाने के लिए 19 अक्तूबर और 2 नवम्बर, 2014 को प्रत्येक निर्वाचन केन्द्र पर विशेष अभियान चलाया जाएगा। कोई भी नागरिक मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवाने से सम्बन्धित किसी जानकारी के लिए राज्य निर्वाचन विभाग के टोल फ्री नम्बर 1950 पर फोन कर सकता है।राज्य निर्वाचन आयोग ने फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2015 के सम्बन्ध में सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श के लिए भी बैठक की।मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नरेन्द्र चौहान ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को फोटो मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की पूर्ण प्रक्रिया से अवगत करवाया गया। उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के फार्म नि:शुल्क उपलब्ध रहेंगे, जिन्हें पूर्ण रूप से मौके पर ही अभिहित अधिकारियों को प्रत्येक मतदान केन्द्र पर भर कर दिया जा सकता है। मतदाता प्रदेश सरकार की वैबसाईट ीजजचरूध्ध्बमवीपउंबींसण्दपबण्पद पर उपलब्ध फोटोयुक्त मतदाता सूचियों में अपने नामों की पुष्टि कर सकते हैं।आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से फोटोयुक्त मतदाता सूचियों को त्रुटिरहित और अद्यतन बनाने के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर बूथ स्तर एजेंट नियुक्त करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि इससे लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण में मदद मिलेगी।         

न्यूटन की गति का दूसरा नियम स्विटजरलैंड के वैज्ञानिक यूलर ने 1775 में दिया था। 

himachal news
शिमला ,15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग के सहायक निदेषक अजय शर्मा ने आज शिमला के पीटर हाफ में ‘पहली हिमाचल प्रदेष साईंस कांग्रेस’ में शोध पत्र पढ़ा और कहा कि न्यूटन ने नहीं, यूलर ने गति का दूसरा नियम दिया था। शर्मा ने प्रस्तुति में न्यूटन के महाग्रंथ ‘प्रिसीपिया’ (1687) और स्विटजरलैंड के वैज्ञानिक यूलर के शोध पत्र (1775) भी दिखाए। गौरतलब है कि अजय शर्मा इसी शोध पत्र को अमेरिका में जुलाई 2014 में प्रस्तुत कर चुके है। यह शोध पत्र सितम्बर 2014 अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त शोध पत्रिका ‘फिजिक्स ऐसेज’ में प्रकाषित हो चुका है।अजय शर्मा ने कहा कि, जिस नियम को दुनिया भर में ‘न्यूटन के दूसरे नियम’ के रूप में पढ़ाया जाता है वह न्यूटन ने नहीं स्विटजरलैंड के वैज्ञानिक यूलर ने 1775 में दिया था। यह न्यूटन की मृत्यु (1727) के 48 वर्ष बाद हुआ। अजय शर्मा ने बताया कि यूलर का यह शोध पत्र अमेरिकन मैथेमैटिकल एसोसिएषन (यूलर) के बैवसाइट में शोध पत्र संख्या ई. 479 के पृष्ठ संख्या 223 पर दिया है यह समीकरण थ्त्रउं स्पष्ट रूप से लिखा है। शर्मा ने कहा कि ‘न्यूटन की गति का दूसरा नियम’ मूल रूप से न्यूटन के महाग्रंथ प्रिसीपिया के पृष्ठ संख्या 19-20 पर दिया है। यह साधारण सा नियम जिसके अनुप्रयोग शून्य ही है। न्यूटन और यूलर दोनों की मृत्यु के बाद, यूलर का नियम, न्यूटन के नाम कर दिया है। आज हम विष्वभर के 220 देषों में नवीं कक्षा से न्यूटन के मूल नियम को नहीं पढ़ाते है बल्कि यूलर के नियम को ‘न्यूटन के नियम’ के रूप में पढ़ाते है। ऐसा विष्व में पहले न कभी हुआ है और न ही होगा। यह विष्व का आठवां नहीं दसवां अजूबा है। 

विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा हो-हल्ला करने पर अप्रसन्नता

शिमला ,15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। एनएसयूआई के पूर्व राज्य अध्यक्ष अतुल शर्मा ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा हो-हल्ला करने पर अप्रसन्नता जाहिर की है।  आज यहां कहा कि छात्र संगठनों द्वारा शहर में यातायात को बाधित कर यात्रियों के लिए असुविधाजनक स्थिति उत्पन्न करना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विद्यार्थियों से सम्बन्धित मामलों के प्रति संवेदनशील है और इनके शीघ्र निपटारे के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश की अध्यक्षता में फीस बढ़ौतरी और फीस ढांचे से जुड़े सभी पहलुओं पर गौर करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा कि यह समिति एक माह के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी और आम जनता को समिति के समक्ष अपने सुझाव प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। उन्होंने छात्र नेताओं को शैक्षणिक वातावरण में व्यावधान खड़ा करने और आम जनता के लिए असुविधाजनक स्थितियां उत्पन्न करने की बजाए अपने प्रस्ताव और सुझाव समिति के समक्ष प्रस्तुत करने की सलाह दी है।  एनएसयूआई के पूर्व राज्य अध्यक्ष ने विद्यार्थियों को सलाह दी कि उन्हें उच्च स्तरीय समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपने तक इंतजार करना चाहिए। उन्होंने छात्र नेताओं से ऐसे लोगों के बहकावे में न आने का आग्रह किया जो निजी स्वार्थ के तहत राजनीतिक में बने रहने के लिए फीस बढ़ौतरी के नाम पर विद्यार्थियों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय में टयूशन फीस या होस्टल फीस में बढ़ोतरी का कोई प्रस्ताव नहीं किया है लेकिन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय एक स्वायत्त संस्थान है जिसने अपने स्तर पर फीस में कुछ बढ़ोतरी की है। उन्होंने कहा कि बावजूद इसके प्रदेश सरकार ने मामले पर विचार करने के लिए समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल को देश का ‘नॉलेज स्टेट’ बनाने के लिए प्रयासरत है और इस दिशा में कई प्रभावी कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लड़कियों के लिए निशुल्क शिक्षा, प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए छात्रवृति योजना, स्कूल विद्यार्थियों के लिए राज्य परिवहन निगम की बसों में घर से स्कूल आने-जाने के लिए निशुल्क यात्रा सुविधा जैसी कुछ योजनाएं इस उददेश्य को प्राप्त करने के लिए आरम्भ की हैं।  अतुल शर्मा ने छात्र नेताओं को धैर्य बनाए रखने और शिक्षण संस्थानों में अकादमिक वातवारण को न बिगाडऩे का सलाह दी है। 

जिला स्तरीय शिकायत निवारण शिविर

शिमला, 15 अक्तूबर   (विजयेन्दर शर्मा ) ।   अतिरिक्त उपायुक्त शिमला श्री यूनुस ने आज यहां बताया कि जिला प्रशासन द्वारा शिमला की गा्रम पंचायत बसंतपुर के भीमाकाली मंदिर परिसर में 28 अक्तूबर, 2014 को प्रात: 11 बजे जिला स्तरीय शिकायत निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। श्री यूनुस ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण एवं दूरदराज के लोगों की विभिन्न प्रकार की शिकायतों का निपटारा उनके घर द्वार पर करने के उद्देश्य से ऐसे शिविरों का आयोजन किया जा रहा है ताकि उनके समय  की बचत हो। शिविर में सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी हिस्सा लेंगें।

फोटो निर्वाचक नामावली

शिमला, 15 अक्तूबर   (विजयेन्दर शर्मा ) । 63-शिमला विधान सभा निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, श्री जी.सी. नेगी ने आज यहां बताया कि फोटो निर्वाचक नामावली अवलोकन के लिए कार्यालय समय के दौरान उप-मण्डलाधिकारी, तहसीलदार अथवा सम्बन्धित मतदान केन्द्रों पर उपलब्ध है ।63-शिमला शहरी विधान सभा के मतदाता इसका अवलोकन कर दावे अथवा आक्षेप एस.डी.एम., तहसीलदार शिमला शहरी कार्यालय अथवा नियुक्त अभिहित अधिकारी के समक्ष पेश कर सकते हैं । उन्होंने 1 जनवरी, 2015 तक 18 साल की आयु पूरी कर चुके मतदाताओं से अपना नाम मतदाता सूची में आवश्य दर्ज करवाएं ।  मतदाता 10 नवम्बर, 2014 या इससे पहले प्रारूप -6, 6क, 7, 8 व 8क में से जो समुचित हो उस प्रारूप में दाखिल कर डाक द्वारा निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एस.डी.एम. (शहरी) 63- शिमला सभा निर्वाचन क्षेत्र कार्यालय को डाक द्वारा भेज सकते हैं। निर्वाचक नामावली 1 जनवरी, 2015 को तैयार की जाएगी ।

जतोग से शोघी विद्युत आपूर्ति लाईन की मुरम्मत

शिमला, 15 अक्तूबर   (विजयेन्दर शर्मा ) । वरिष्ठ कार्यकारी अभियंता, शिमला विद्युत उपमंडल ने आज यहां बताया कि 33 के.वी.शोघी विद्युत सब स्टेशन के मुरम्मत कार्य के कारण 15 अक्तूबर से 17 अक्तूबर, 2014 तक जतोग से शोघी विद्युत आपूर्ति लाईन के माध्यम से विद्युत आपूर्ति नहीं हो पायेगी।विद्युत आपूर्ति लाईन के मुरम्मत कार्य के कारण शोघी, टिकाघशा, पौघाट तथा सुपरमैक्स के फीडर में विद्युत आपूर्ति प्रभावित होगी।

प्रदेश में पहली बार आयोजित होगी मास्टर्ज महिला चैम्पियनशिप

शिमला, 15 अक्तूबर   (विजयेन्दर शर्मा ) । उपायुक्त शिमला एवं अध्यक्ष जिला बैडमिंटन एसोसिएशन, श्री दिनेश मल्होत्रा ने आज यहां बताया कि जिला बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा मास्टर्ज पुरूष एवं महिला चैम्पियनशिप 17 अक्तूबर से 19 अक्तूबर, 2014 तक इन्दिरा गांधी राज्य खेल परिसर शिमला में आयोजित की जाएगी। प्रदेश में महिला मास्टर्ज चैम्पियनशिप प्रथम बार आयोजित की जा रही है। श्री दिनेश मल्होत्रा ने बताया कि चैम्पियनशिप में 35 वर्ष आयु से अधिक की कोई भी महिला या पुरूष हिस्सा ले सकता है। प्रतियोगिता 17 अक्तूबर को सुबह 11 बजे आरम्भ होगी। चैम्पियनशिप के लिए प्रवेश शुल्क इंन्दिरा गांधी राज्य खेल परिसर में 16 अक्तूबर, सांय 5 बजे तक जमा करवाया जा सकता है । उन्होंने कहा कि महिला मास्टर्ज चैम्पियनशिप आयोजित करवाने का उद्देश्य है कि महिलाओं को जीवन में आगे बढऩे के लिए बेहतर मंच प्रदान किए जाएं और वे देश और प्रदेश की उन्नति में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकें।     उन्होंनेे कहा कि  जिला बैंडमिंटन एसोसिएशन पिछले चार दशकों भी अधिक समय से खेल तथा खिलाडिय़ों के प्रोत्साहन के लिए प्रयासरत है । एसोसिएशन के बैनर तले प्रशिक्षित खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर अलग मुकाम हासिल किया हेै।   श्री दिनेश मल्होत्रा ने कहा कि बैडमिंटन खेल से न केवल इच्छा शक्ति मजबूत होती है, बल्कि खिलाडिय़ों में नेतृत्व की भावना का भी विकास होता है।

कुल्लू जिला के मतदान केंद्रों की सूचियों का अंतिम प्रकाशन

कुल्लू   , 15 अक्तूबर   (विजयेन्दर शर्मा ) । निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कुल्लू जिला के चारों विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केंद्रों की सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है।उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कंवर ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र-22 मनाली, विस क्षेत्र-23 कुल्लू, विस क्षेत्र-24 बंजार और विस क्षेत्र-25 आनी के सभी मतदान केंद्रों की सूचियों का प्रारूप छह अगस्त 2014 को प्रकाशित किया गया था। इस प्रारूप में प्रकाशित सूचियों में कोई परिवर्तन किए बगैर इनका अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है। 

बंजार विस क्षेत्र की मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण 10 नवंबर तक

कुल्लू   , 15 अक्तूबर   (विजयेन्दर शर्मा ) ।    बंजार विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूचियों का संक्षिप्त पुनरीक्षण 15 अक्तूबर से दस नवंबर तक किया जाएगा। क्षेत्र के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एसडीएम प्रशांत सरकैक ने बताया कि इन मतदाता सूचियां का प्रारूप प्रकाशन 15 अक्तूबर से 10 नवंबर तक एसडीएम और तहसीलदार के कार्यालयों के अलावा बूथ लेवल अधिकारियों तथा प्रत्येक मतदान केंद्र पर भी किया जाएगा। इस अवधि के दौरान नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूचियों में दर्ज किए जाएंगे तथा किन्हीं कारणों से स्थान छोड़ चुके लोगों तथा मृतकों के नाम इन सूचियों से हटाए जाएंगे। इसके अलावा गलत प्रकाशित नाम सही किए जाएंगे। एसडीएम ने बताया कि पहली जनवरी 2015 को अठारह वर्ष की आयु पूरे करने वाले युवाओं के नाम मतदाता सूचियों में शामिल किए जाएंगे। मतदाता सूची में नाम शामिल करने या हटाने के लिए भरे जाने वाले निर्धारित फार्म 6, 7, 8 व 8क उपरोक्त कार्यालयों तथा बूथ लेवल अधिकारियों को उपलब्ध करवा दिए गए हैं। इसके अलावा 17 और 30 अक्तूबर को प्रात: प्रत्येक ग्राम सभा व स्थानीय निकायों की बैठकों में भी मतदाता सूचियों को आम जनता के समक्ष पढ़ा जाएगा तथा इस संबंध में दावे या आक्षेप लिए जाएंगे। आम जनता की सुविधा के लिए 19 अक्तूबर तथा दो नवंबर को भी दावे या आक्षेप लेने के लिए बूथ लेवल पर विशेष अभियान चलाया जाएगा तथा बूथ लेवल एजेंटों के साथ बैठकें की जाएंगी। एसडीएम ने बताया कि जो मतदाता किसी कारणवश अपना पहचान पत्र दूसरी बार बनवाना चाहते हैं, वे भी एसडीएम या तहसील कार्यालय या फिर बूथ लेवल अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने आम मतदाताओं से इस अवसर का लाभ उठाने की अपील की है। 

लरांकेलों में दी कानूनी जानकारियां
  • उपमंडलीय विधिक सेवाएं समिति ने लगाया विधिक साक्षरता शिविर

कुल्लू   , 15 अक्तूबर   (विजयेन्दर शर्मा ) ।             उपमंडलीय विधिक सेवाएं समिति कुल्लू की ओर से बुधवार को ग्राम पंचायत नथान के गांव लरांकेलों में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता करते हुए समिति की अध्यक्ष एवं कुल्लू की मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रवीण चौहान ने लोगों को कई महत्वपूर्ण कानूनी जानकारियां दीं।  उन्होंने लोगों को घरेलू हिंसा विरोधी अधिनियम, माता-पिता भरण-पोषण कानून व बुजुर्गों के अधिकारों के बारे में विस्तार से बताया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने बताया कि घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं और उपेक्षित बुजुर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए इन दोनों कानूनों में कई प्रावधान किए गए हैं।  इस अवसर पर अधिवक्ता तेज सिंह ठाकुर ने मौलिक अधिकार व कर्तव्य और अधिवक्ता आलोक परमार ने एनडीपीएस एक्ट की जानकारी दी। अधिवक्ता लक्ष्मी देवी ने महिलाओं के अधिकार व मुफत कानूनी सहायता और श्याम सिंह ठाकुर ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम पर प्रकाश डाला। इससे पहले पंचायत प्रधान निर्मला देवी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी व अन्य वक्ताओं का स्वागत किया तथा इस शिविर के आयोजन के लिए आभार जताया। इस मौके पर बीडीसी सदस्य प्रोमिल ठाकुर व क्षेत्र के अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

सिद्धबाड़ी-कनेड-झियोल-योल सम्पर्क सडक़ पर व्यय होंगे साढ़े छ: करोड- सुधीर

धर्मशाला,15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)।  धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र की सिद्धबाड़ी-तपोवन-कनेड-मसरेड़-झियोल-योल सडक़ के सुधारीकरण के लिए 6 करोड़ 31 लाख रुपए की राशि व्यय की जाएगी। यह जानकारी शहरी विकास एवं नगर नियोजन मंत्री, सुधीर शर्मा ने आज इस कार्य की डीपीआर अनुमोदन होने पर दी। श्री सुधीर ने बताया कि 15 किलोमीटर लंबी इस सडक़ पर यह राशि व्यय होने से विधानसभा क्षेत्र की लगभग 15 पंचायतों के लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस राशि का उपयोग सडक़ को चौड़ा करने, किनारों पर नालियों का निर्माण व पैरापिट इत्यादि पर किया जाएगा। शहरी विकास मंत्री ने बताया कि धर्मशाला शहर एवं आस-पास के सम्पर्क मार्गों के कंकरीट निर्माण तथा सुधार पर 20.94 करोड़ रूपये व्यय किये जा रहे हैं। इन सम्पर्क मार्गों का निर्माण कार्य 70 प्रतिशत तक पूर्ण कर लिया गया है जबकि शेष कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के लिए लोक निर्माण विभाग प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त गगल-चैतडू-मैकलोडग़ंज-भागसूनाग सडक़ के सुधार पर 10.02 करोड़ रूपये व्यय किये जा रहे हैं। इस सडक़ के कुछ हिस्सों पर कंकरीट विधि से निर्माण किया जा रहा है ताकि पानी के कारण यह सडक़ें जल्दी क्षतिग्रस्त न हों। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से धर्मशाला प्रदेश का एक मुख्य आकर्षण है। प्रतिवर्ष देश विदेश से लाखों पर्यटक धर्मशाला आते हैं। पर्यटकों तथा स्थानीय जनता की सुविधा के लिये धर्मशाला नगर परिषद् के अन्र्तगत कचैहरी अड्डा में पार्किंग के निर्माण हेतु 1.80 करोड़ रूपये स्वीकृत हो चुके हैं जबकि मैक्लोडग़ंज 5 करोड़ की लागत से पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त मैकलोडग़ंज तथा कोतवाली बाजार में सार्वजनिक पार्किंग का निर्माण निजी भागीदारी के अन्र्तगत किया जायेगा। इसके अतिरिक्त शिल्ला चौंक में 68 लाख की लागत से शॉपिंग काम्लैक्स का निर्माण किया जा रहा है।

16 अक्तूबर को रहेगी विद्युत आपूर्ति बाधित

धर्मशाला,15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)।  सहायक अधिशाषी अभियंता, विद्युत उपमंडल-2, धर्मशाला जफर इकबाल खान ने जानकारी देते हुए बताया कि 11 के.वी.बगली फीडर फीडर की आवश्यक मुरम्मत व उचित रखरखाव के कारण इस फीडर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों पुरान मटौर, अनसोली, बगली, इच्छी, मस्तपुर, चैतड़ू, मनेड़, सराह व सकोह में 16 अक्तूबर, 2015 को प्रात: 11 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।

जिला दण्डाधिकारी ने निर्धारित कीं खाद्य वस्तुओं की दरें

धर्मशाला, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। जिला दण्डाधिकारी कांगड़ा स्थित धर्मशाला श्री सी पालरासू द्वारा आज यहां जारी अधिसूचना के अनुसार हिमाचल प्रदेश जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी उनमूलन आदेश, 1977 के अन्र्तगत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुये जिला में आवश्यक खाद्य पदार्थों के करों सहित परचून विक्रय दरें निर्धारित की गई हैं। जिला दण्डाधिकारी द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार जिला में बिकने वाले मीट, भेड़ व बकरा 270 रूपये प्रतिकिलो, मुर्गा जीवित 105 रूपये प्रतिकिलो, मुर्गा ब्रायलर, ड्रेस्ड 170 रूपये प्रतिकिलो, मीट सूअर 130 रूपये प्रतिकिलो, मछली ग्रेड एक व दो की दरें मतस्य विभाग द्वारा निर्धारित मूल्य तथा परचून बिक्री पर 10 प्रतिशत लाभांश के साथ निर्धारित की हैं। होटल/ढाबों में परोसे जाने वाला खाना, सब्जियां इत्यादि में पूरी खुराक दाल सब्जी एवं चावल व चपाती 40 रूपये, विशेष सब्जी, आलू-मटर, सफेद चने, राजमाह, आलू-गोबी, पालक, आलू-बैंगन, भर्था और भींडी 30 रूपये प्रति प्लेट, और दाल फ्राई प्रति प्लेट 25 रूपये, मटर  पनीर और पालक पनीर प्रति प्लेट 35 रूपये, चिकन करी व मुर्गा पका हुआ 50 रूपये प्रति प्लेट, मीट पका तरी सहित 70 रूपये प्रति प्लेट, तवा चपाती 3 रूपये प्रति, तंदूरी चपाती 4 रूपये प्रति, परोठा भरा हुआ अचार सहित 15 रूपये, दो पूरी चने सहित 20 रूपये प्रति प्लेट। हलवाई व गवालों द्वारा बेचा जाने वाला दूध 28 रूपये प्रति लीटर, दहीं 35 रूपये प्रतिकिलो, दूध/दही सभी ब्रांड पैकेट पर निर्धारित मूल्य के आधार पर, पनीर खुला दूसरे राज्यों से आयातित एवं स्थानीय 200 रूपये प्रतिकिलो निर्धारित किये हैं। इसके अतिरिक्त ठंडे पेय पदार्थ कम्पनी द्वारा निर्धारित बोतलों पर अंकित मूल्य/जिला दंडाधिकारी द्वारा निर्धारित लाभांश में से जो भी कम हो। यह दरें पर्यटन विभाग व उनके पास पंजीकृत होटलों व रेस्तरां में लागू नहीं होंगी। जिला में सभी परचून दुकानदारों, होटल/ढाबों के मालिक एवं मछली विक्रेता अपने-अपने व्यापारिक परिसरों में दुकानों के बाहर ग्राहकों की जानकारी हेतु मूल्य सूची प्रदर्शित करेंगे तथा ग्राहक के मांगने पर कैश मेमो देना अनिवार्य होगा।

नादौन विधान सभा क्षेत्र

हमीरपुर, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नादौन विधान सभा क्षेत्र एवं एसडीएम नादौन ने बताया कि निर्वाचक नामावली तैयार कर ली गई है। निर्वाचक नामावली को निरिक्षण के लिए एसडीएम कार्यालय, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी(तहसीलदार/नायब तहसीलदार) नादौन तथा गलोड़ के कार्यालय में और एक-एक प्रति प्रत्येक मतदान केन्द्र पर निरिक्षण के लिए उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि नामावली में किसी भी नाम को शामिल किए जाने बारे कोई दावा हो या किसी नाम के शामिल किए जाने से कोई आक्षेप हो तो वह 10 नवम्बर तक प्रारूप 6,7,8 या 8क में जो भी समुचित हो दाखिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि दावा या आक्षेप एसडीएम कार्यालय, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी(तहसीलदार/नायब तहसीलदार) नादौन तथा गलोड़ के कार्यालय में या सम्बन्धित मतदान केन्द्र पर प्रतिनियुक्ति अभिहित अधिकारी के समक्ष दाखिल कर सकते हैं।

टैंट, शमियाना व वाटर प्रूफ हैंगर के लिए  दरें आमंत्रित: एसडीएम

हमीरपुर, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। राज्य स्तरीय हमीर उत्सव-2014 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में 11 नवम्बर से 14 नवम्बर तक मनाया जा रहा है। जिसमें दर्शकों के बैठने की सुविधा के लिए टैंट, शमियाना व वाटर प्रूफ हैंगर की आपूर्ति करने के लिए ईच्छुक उम्मीदवारों से सील्ड दरें 27 अक्तूबर 11:00 बजे तक आमन्त्रित हैं। यह जानकारी एसडीएम हमीरपुर डा0 चांद प्रकाश शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि ईच्छुक उम्मीदवार एसडीएम कार्यालय से 250 रूपए कैश देकर फार्म प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कि दरें उसी दिन 27 अक्तूबर को 12 बजे आवेदन कर्ताओं व कमेटी के सदस्यों के समक्ष खोली जाएंगी।

9वीं व 11वीं का परिणाम कार्यालय में जमा करवाएं:

हमीरपुर, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। उपनिदेशक उच्च शिक्षा सोम दत्त संख्यान ने समसत शिक्षण संस्थानों के मुखियों से कहा है कि शैक्षणिक सत्र 2013-14 का 9वीं तथा 11वीं कक्षाओं का परीक्षा परिणाम दो दिन के भीतर कार्यालय में जमा करवाना सुनिश्चित करें। परीक्षा परिणाम निर्धारित अवधि में जमा न करवाने पर स्कूल मुखिया स्वयं उत्तरदायी होंगे।
          
16 व 17 अक्तूबर को बिजली बंद रहेगी

हमीरपुर, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल लम्बलू ई, सुभाष सोनी ने बताया कि विद्युत लाईनों के उचित रखरखाब व रिलायंस टावर सव-स्टेशन की स्थापना के कारण 16 व 17 अक्तूबर को 9 बजे से 5 बजे तक बिजली बंद रहेगी। उन्होंने बताया कि बिजली बंद रहने के कारण गांव ठाणा, टिक्कर कटोचंा, कम्पीटैंट आटोमोबाईल, हुंडई आटोमोबाईल व टाटा आटोमोबाईल क्षेत्रों के विद्युत उपभोक्ता प्रभावित होंगे। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों ंके उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। 
        
नाम दर्ज करवाने के लिए प्रारूप- 6 पर आवेदन करें

हमीरपुर, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एसडीएम ) 37 सुजानपुर व 38 हमीरपुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र उा0 चांद प्रकाश शर्मा ने बताया कि 37 सुजानपुर व 38 हमीरपुर विधान सभा क्षेत्र में फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्य प्रथम जनवरी 2015 की अर्हता तिथि के आाधर पर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मतदाता सूचियों का प्रारूप में प्रकाशन15 अक्तूबर 2014 किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नए मतदाता जो 18 बर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं तथा मतदाता बनने की सभी योग्यताऐं पूर्ण करते हों वे मतदाता सूचि में अपना नाम दर्ज करवाने के लिए प्रारूप- 6 पर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन सभी मतदान केन्द्रों और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के कार्यालयों में 15 अक्तूबर को कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 15 अक्तुबर से 10 नवम्बर तक सभी स्थानों पर मतदाता सूची में नाम दर्ज करन,े विलोपन करने, विद्यमान प्रविष्टियों में संसोधन करने के लिए ईच्छुक नागरिकों से दावे तथा आक्षेप प्राप्त किए जाएगे। उन्होंने बताया कि 17 अक्तूबर तथा 30 अक्तूबर 2014 को ग्रामीण क्षेत्रों में  प्रत्येक ग्राम सभा और शहरी क्षेत्रों में बार्ड सभा की विशेष बैठकें आयोजित की जाएंगी जिसमें उपस्थित नागरिकों जनप्रतिनिधियों के समक्ष फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का समबन्धित भाग पढक़र सुनाया जाएगा और मतदाता सूची का सत्यापन किया जाएगा। विशेष बैठक में ईच्छुक नागरिक दावे तथा आक्षेप भी प्रस्तुत कर सकते हैं। 19 अक्तूबर 2014 को तथा 2 नवम्बर 2014 को विशेष अभियान दिवस निर्धारित किए गए हैं। इस दिन राजनितिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ लैबल ऐजैंट अपने मतदान केन्द्रों पर उपस्थित होकर बूथ स्तर के अधिकारियों तथा अभिहित अधिकारियों ंके साथ मिलकर फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण का कार्य करेंगे। उन्होंने राजनैतिक दलों से आग्रह किया है कि वे अपने दल से सम्बन्धित बूथ लैबल ऐजैंट नियुक्त करें तथा ग्राम बार्ड सभा की विशेष बैठकों में आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करें। 

व्यक्तिगत स्वच्छता  के साथ आस-पास की सफाई भी जरूरी: राकेश शर्मा

himachal news
हमीरपुर, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के तहत ग्राम पंचायत भोरंज में एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम भोरंज राकेश शर्मा ने उपस्थित जनसमूह से व्यक्तिगत स्वच्छता तथा घरों के आस-पास की सफाई रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि विशेष नीति के तहत पंचायत के क्षेत्रों में शोक पिट, नालियां व डपिंग साईट बनाने के लिए प्लान तैयार किया जाएगा तथा उसी के तहत हर घर में शोक पिट का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस अभियान को सफल बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दें। शिविर में खंड विकास अधिकारी सुर्दशन सुमन,खंड समन्वयक कमल शर्मा,पंचायत प्रधान सुषमा देवी, ग्राम सुधार सभा के प्रधान मुशी राम, बार्ड सदस्य,महिला मंडल प्रधान विमला देवी, मंजू कुमारी तथा अनिता कुमारी उपस्थित रहे।  
दावे आक्षेप 10 नवम्बर तक दाखिल करें: एसडीएम बड़सर

हमीरपुर, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी बड़सर विधान सभा क्षेत्र एवं एसडीएम बड़सर अक्षय सूद ने बताया कि निर्वाचक नामावली तैयार कर निरिक्षण के लिए एसडीएम कार्यालय, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी(तहसीलदार/नायब तहसीलदार) बड़सर तथा ढटवाल के कार्यालय में और एक-एक प्रति प्रत्येक मतदान केन्द्र पर उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि नामावली में किसी भी नाम को शामिल किए जाने बारे कोई दावा हो या किसी नाम के शामिल किए जाने से कोई आक्षेप हो तो वह 10 नवम्बर तक प्रारूप 6,7,8 या 8क में जो भी समुचित हो दाखिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि दावा या आक्षेप एसडीएम कार्यालय, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी(तहसीलदार/नायब तहसीलदार) बड़सर तथा ढटवाल के कार्यालय में या सम्बन्धित मतदान केन्द्र पर प्रतिनियुक्ति अभिहित अधिकारी के समक्ष दाखिल कर सकते हैं।
        
हमीरपुर जिला में फसल विविधीकरण पर खर्च होंगे 16 करोड़ : राणा
  • 38 गांवों के किसानों को मिलेगी सिंचाई की बेहतर सुविधा
  • आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष ने कुठेड़ा, चबूतरा, करोट में सुनी जनसमस्याएं

हमीरपुर, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। हमीरपुर जिला में नकदी फसलों के उत्पादन एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए 16 करोड़ 43 लाख की राशि व्यय की जाएगी इस के लिए 38 उपपरियोजनाएं तैयार की गई हैं जिसमें पंजाली, दियोट, चलाड़ा, नेरी, समलोग, सेर, धंगोटा लोखरियां, किरवीं, चलैली, अमनेड़, बाहल ठाकरू, ख्याह ब्राह्मणा, मांजरा, ब्राह्मणी मंज, मझोट, डगोह, धुनेतर, अंबोटा, कुठेड़ा, गलोड़ खास, गुरीयां, नाहलवीं, बुद्वाना, जियाना, द्रोंदला, मटोली महारल, चकराला, कसीयाना, मांजरू, अमरोह, भोला, जजरी, चमियाणा, ठारा चमियाणा गांवों में किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि कृषि पैदावार में बढ़ोतरी हो सके। यह जानकारी आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने चबूतरा में आयोजित किसान गोष्ठी में बतौर मुख्यातिथि किसानों को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश के सत्तर प्रतिशत लोग सीधे तौर पर कृषि पर निर्भर हैं। राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि व इससे जुड़े क्षेत्रों का लगभग बीस प्रतिशत योगदान है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कृषि को बढ़ावा देने के दृष्टिगत मुख्यमंत्री आदर्श कृषि गांव योजना भी आरंभ की गई है इसके तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की एक-एक पंचायत के लिए कृषि विकास योजना तैयार की जा रही है, चयनित पंचायत में कृषि संबंधी अधोसंरचना पर दस लाख रूपये की राशि व्यय की जाएगी। राजेंद्र राणा ने कहा कि हिमाचल को सेब के राज्य के रूप में पूरे विश्व में अलग पहचान मिली है तथा अब सब्जी उत्पादन में भी किसान प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कृषि को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं आरंभ की गई हैं तथा किसानों को इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठाना चाहिए। इससे पहले कृषि वैज्ञानिक डा आनंद शर्मा ने जैविक खेती के बारे में तथा डा धर्मवीर तथा एडीओ राजेश कुमार ने खेती की आधुनिक तकनीक के बारे में किसानों को जानकारी दी गई। डा गोपाल चौहान ने बागबानी के बारे में लोगों को अवगत करवाया गया। आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष ने इसके उपरांत करोट तथा कुठेड़ा में विकास कार्यों का जायजा लिया गया तथा लोगों की समस्याएं भी सुनीं गई। उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए विकास कार्यों को समयबद्व पूरा करने के लिए कहा गया है।

ईशिका का सुलेख सबको भाया    

हमीरपुर, 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। सर्वोदय हाई स्कूल करोट में छात्रों को आपदा से निपटने के टिप्स दिए गए। इस अवसर पर प्रिंसिपल एमके शर्मा ने कहा कि बच्चों को आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी का होना अत्यंत जरूरी है तथा इस के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा प्रि डिस्जासटर प्रबंधन के बारे में बच्चों को ट्रेनिंग दी जा रही है। इस अवसर पर उपप्रधानाचार्य मोनिका ठाकुर ने आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं के बारे में बच्चों को विस्तार से बताया गया तथा मॉक ड्रिल भी करवाई गई ताकि आपदा के दौरान बच्चे आसानी से अपना तथा जरूरतमंदों की मदद कर सकें। इस दौरान स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित करवाई गईं जिसमें किचन गार्डन में कुशल कुमार पहले, आयुष दूसरे तथा वंश तीसरे स्थान पर रहा। सुलेख प्रतियोगिता में ईशिका प्रथम,हिमांशी तथा संजीव दूसरे, संजना, रोहित ऋषभ तीसरे स्थान पर रहे। ग्रीटिंग डिजाइनिंग प्रतियोगिता में चौथी कक्षा वर्ग में खुशबू पहले, मुस्कान दूसरे स्थान पर रही। छठी कक्षा वर्ग में अमित प्रथम, शैलजा तथा सुनैना दूसरे स्थान पर रहीं जबकि विशाल तीसरे स्थान पर रहा। प्रधानाचार्य ने विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

उद्योग मंत्री द्वारा हिमकेप्स बढेहड़ा में 5 करोड़ के आडीटोरियम व नर्सिंग कालेज के अतिरिक्त भवन का शिलान्यास

himachal news
ऊना, , 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने आज हरोली विधानसभा क्षेत्र के बढेहड़ा स्थित हिमकेप्स परिसर में 5 करोड़ की लागत से निर्मित आडिटोरियम व नर्सिंंग कालेज के अतिरिक्त भवन का शिलान्यास किया और 5 लाख की लागत से लगाई गई हाईमास्ट लाईटों का लोकार्पण किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में  उद्योग मंत्री ने कहा कि हरोली हलके को यह गौरव हासिल है कि यहीं के पंजावर गांव से  मिंया हीरा सिंह के प्रयासों से सहकारिता के आंदोलन की शुरूआत हुई और यह आंदोलन फिर पूरे भारत व विश्व में फैला। उन्होंने कहा कि हिमकेप्स संस्थान भी सहकारिता क्षेत्र क ी शिक्षा जगत को अनुपम देन है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सरकार ने यहां लॉ कालेज को मंजूरी दी , जिससे ग्रामीण क्षेत्र में कानूनी की पढ़ाई का मार्ग प्रशस्त हुआ। इसके बाद यहां नर्सिंग कालेज की शुरूआत से लड़कियों को घर द्वार पर शिक्षा मुहैया हुई। उन्होंने कहा कि यहां बीएससी नर्सिंग की कक्षाएं शुरू करवाने की लड़ाई वह दिल्ली तक लडेेंगे और इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया जायेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि सहकारिता क्षेत्र के लोग दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस संस्थान को बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए जी जान से जुटे हैं। उन्होंने कहा कि आज यहां कानून व नर्सिंग की पढ़ाई हो रही है। यहां से विधि विशेषज्ञ व प्रतिबद्ध नर्सें देश की मिलें, यह उनकी कामना है।

बीस करोड़ से चैनेलाईज होगी बढेहड़ा खड्ड
                
उद्योग मंत्री ने इस अवसर पर एलान किया कि बीस करोड़ की लागत से बढेहड़ा खड्ड चैनेलाईज होगी जिससे बढेहड़ा गांव सहित इस संस्थान को स्वां के प्रकोप का कोई खतरा नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि 922.48 करोड़ लागत की देश की सबसे बड़ी स्वां तटीयकरण योजना से जिला ऊना में करीब 500 किलोमीटर क्षेत्र चैनेलाईज होने जा रहा है और इससे 165 गांवों के 2 लाख 35 हजार 834 लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि एक करोड़ की लागत से घालूवाल में पुल के साथ बाढ़ मॉनीटिरिंग सेंटर बनाया जायेगा जो बाढ़ का रिकार्ड रखने में पूरे देश के सामने एक मिसाल होगा। 

संस्थान परिसर तक 97 लाख से निर्मित होगी सडक़
       
उन्होंने कहा कि इस प्रतिष्ठित संस्थान तक सडक़ के निर्माण के लिए 97 लाख रूपए मंजूर हुए हैं और दो माह में सडक़ के टैंडर हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि इस संंस्थान में दूर दूर से बच्चे पढऩे आते हैं, इसलिए प्राथमिकता के आधार पर यह सडक़ मंजूर की गई है। उन्होंने संस्थान प्रबंधन से आग्रह किया कि वे इस संस्थान परिसर में एक ऐसे बोर्डंग स्कूल की यहां स्थापना की बारे में सोचे जहां जमा दो तक की शिक्षा मिले और जो पूरे प्रदेश में अपनी गुणात्मक शिक्षा के लिहाज से एक मिसाल बने। उन्होंने इस संस्थान के विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की उन्मुक्त कंठ से सराहना की और अपनी एच्छिक निधि से  21 हजार रूपए सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए देने का एलान किया। इसके अलावा उन्होंने संस्थान को जिम मुहैया करवाने की घोषणा भी की। उद्योग मंत्री ने कहा हरोली विधानसभा क्षेत्र को प्रदेश का एक आर्दश विधानसभा क्षेत्र बनाना उनका एजेंडा है और इस एजेंड़े पर तेजी से अमल किया जा रहा है। हरोली विधानसभा क्षेत्र में एसडीएम कार्यालय खोलने के बाद अब डीएसपी कार्यालय का तोहफा भी इस हलके को मिल गया है। किसी विधानसभा क्षेत्र को यह दो महत्वपूर्ण पद मिलना हर इलाकावासी के लिए गर्व की बात है और इससे  हलके के समग्र विकास की सरकार की प्रतिबद्धता झलकती है। उन्होंने कहा कि हरोली में तहसील कल्याण अधिकारी का कार्यालय खुलना, हरोली हलके के कुंगढ़त में बाढ़ नियंत्रण का एक्सियन बैठना और अब हरोली को इलैक्ट्रिक डिवीजन मिलने से यहां बिजली के एक्सियन रैंक के अधिकारी के बैठने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इस अवसर पर एग्रो पैकेजिंग के पूर्व वाइस चेयरमैन ओंकार शर्मा, हरोली ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य एडवोकेट धर्मसिंह चौधरी, लॉ कालेज के चेयरमैन कै. जगदेव, लॉ कालेज के सचिव एसपी शर्मा, सहकारिता से जुड़े कमलदेव शर्मा, हिमकेप्स निदेशक मंडल के सदस्य,  हरोली ब्लॉक महिला कांग्रेस की अध्यक्ष मधु धीमान, बढेहड़ा के प्रधान राकेश कुमार पिंकी , कांगढ़ के प्रधान विनोद बिट्टू, धर्मपुर के उपप्रधान हरि चंद,  एडीएम धनवीर ठाकुर, बीडीओ एवं सहायक आयुक्त विकास डा. रिचा वर्मा, तहसीलदार, सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं रमेश जसवाल, सदाशिव मंदिर ध्यंूसर महादेव के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा, प्रदेश सहकारी सभाएं कर्मचारी यूनियन के प्रधान विजय शर्मा, कमाडैंट जेआर शर्मा, बढेहडा अप्पर के प्रधान हंसराज शर्मा, लॉ कालेज के प्राचार्य भूपिन्द्र कुमार, नर्सिंग कालेज की प्राचार्य वीरेन्द्र कौर, पंडोगा के पूर्व प्रधान रामप्रसाद सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। 

सार्वजनिक स्थलों पर पटाखे चलाने पर प्रतिबन्ध

ऊना, , 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। जिला दण्डाधिकारी अभिषेक जैन ने आज यहंा जारी एक  आदेशानुसार भारतीय दण्ड सहिंता की धारा -144 के अन्र्तगत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए दीपावली त्यौहार की दृष्टिगत पटाखों, अतिशवाजियों को बनाने व भण्डारण की बिक्री पर प्रतिबन्ध लगाया गया है। आदेशों के अनुसार लाईसैंस धारक ही पटाखों  का भण्डारण व बिक्री कर सकता है । जिला दण्डाधिकारी ने आगजनी की घटना क ी आशंका को मध्य नजर रखते हुए नगरपालिका के अन्र्तगत व नगर पंचायत मैहतपुर, संतोषगढ़, गगरेट, दौलतपुर चौक सहित अंब व छपरोह चिन्तपूर्णी ,गा्रम पंचायतों के भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर पटाखें व अतिशवाजी चलाने पर प्रतिबन्ध लगाया है ताकि मानव जीवन और संपत्ति को कोई भी नुकसान न हो । इसके अतिरिक्त उच्च मार्ग, सार्वजनिक स्थानों व आम रास्तों पर भी पटाखे चलाना निषेध किए गये हैं। आदेशानुसार उपमण्डलाधिकारी नागरिक या तहसीलदार द्वारा सत्यापन्न के पश्चात निर्धारित फार्म पर जारी लाईसैंस के आधार पर ही पटाखों की बिक्री तथा भण्डारण कर सकते हैं। यह आदेश तुरन्त प्रभाव से लागु होगें। 

ऊना की पांचों विधानसाा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशित 
     
ऊना, , 15 अक्तूबर (विजयेन्दर शर्मा)। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त ऊना अभिषेक जैन ने जानकारी दी कि पहली जनवरी,2015 को अहर्ता तिथि के आधार पर जिला के पांचों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों के प्रारूप प्रकाशित हो चुकी हैं तथा 10 नवबर तक मतदाताओं के नि:शुल्क अवलोकनार्थ जिला के सभी मतदान केन्द्रों, निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एसडीएम) व सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी(तहसीलदार व नायब तहसीलदार) के कार्यालयों के अलावा सबन्धित मतदान केन्द्र की प्रति समस्त अभिहित स्थलों, नियुक्त बूथ लेबल अधिकारियों के पास जनसाधारण की जानकारी के लिए उपलब्ध करवा दी गई हैं। उपायुक्त ने जिला के सभी नागरिकों, राजनैतिक दलों, गैर सरकारी व स्वयं सेवी संगठनों, महिला मण्डलों, युवक मण्डलों व मतदाताओं से आहवान किया है कि शुद्ध मतदाता सूचियां तैयार करने के लिए निर्धारित तिथि तक इनका भली-भांति निरीक्षण कर लें तथा पात्र व्यक्तियों के नाम दर्ज करने व अपात्रों के नाम हटाकर शुद्ध मतदाता सूचियां तैयार करने के लिए विभाग के सहयोग का आहवान किया है। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (15 अक्टूबर)

$
0
0
पर्यटन व्यवस्था को सुधारने के लिए बारहों महीने यात्रा पर हुई सहमति

uttrakhan news
देहरादून, 14 अक्टूबर, (निस) । आपदा के बाद से ही प्रदेष के पर्यटन को पटरी पर लाने की कवायद प्रदेष के मुख्यमंत्री द्वारा की जाती रही है, इसी कड़ी में अब चारधाम यात्रा की तर्ज पर बदरीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री व गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास केंद्रों पर यात्रा प्रारम्भ करने पर तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज, मंदिर समितियों के पदाधिकारियों ने एक राय से अपनी सहमति दी है। सभी का कहना था कि श्री केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री में तो वैसे ही चारधाम यात्रा चले जिस तरह से अभी तक परम्परागत रूप से चलती रही है, लेकिन  प्रदेश की आर्थिकी का पटरी पर लाने के उद्देश्य को दृष्टिगत् करते हुए इन धामों के शीतकालीन प्रवास केंद्रों के लिए भी यात्रा प्रारम्भ की जा सकती है। इसमें परम्पराओं व धार्मिक मान्यताओं का किसी प्रकार अतिक्रमण नहीं होगा और यात्रा मार्ग पर लोगों की आय पर इसका असर पड़ेगा। मुख्यमंत्री हरीश रावत की अध्यक्षता में मंदिर समितियों, पुरोहित समाज, होटल एसोसिएशन, ट्रांसपोर्ट, विभिन्न विभागों की बैठक आयोजित की गई जिसमें शीतकालीन चारधाम यात्रा चारों धामों के शीतकालीन प्रवास केंद्रों में प्रारम्भ करने पर गहन विचार विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढावा देना सरकार का उद्देश्य है परन्तु धार्मिक मान्यताओं व आस्थाओं का पालन सुनिश्चित करना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उल्लेखनीय है कि शीतकाल में यमुनोत्री धाम की मूर्ति खरसाली, गगोंत्री की मुखवा, केदारनाथ की ऊखीमठ तथा बद्रीनाथ जी की पांडुकेश्वर (जोशीमठ) में स्थापित कर पूजा की जाती है। शीतकाल में इन स्थानों पर चार धाम की तर्ज पर ही यात्रा प्रारम्भ करने से स्थानीय लोगों को आजीवका मिलेगी, पर्यटन को बढावा मिलेगा व इन्फास्टेªक्चर विकसित होगा। विगत वर्ष की दैवीय आपदा के बाद इस वर्ष चारधाम यात्रा व नन्दा राजजात यात्रा के सफलतापूर्वक संचालन से विश्व में उत्तराखण्ड के प्रति सकारात्मक संदेश गया है। प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या बढ़ी हैं। यदि शीतकालीन चारधाम यात्रा प्रारम्भ की जाती है तो सुरक्षित उत्तराखण्ड का संदेश और भी पुख्ता होगा। मुख्यमंत्री ने कहा की चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर सरकार को एक बडा निवेश करना होता है कपाट बंद होने के बाद इसका उपयोग नहीं होता है। शीतकालीन प्रवास केन्द्रों पर यात्रा शुरू करने से इसका सदुपयोग संभव होगा। तीर्थ पुरोहितों व पंड़ा समाज की एकराय से सहमति का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा की इसके अनुरूप सुविधाएं जुटाने व आधारित संरचना के विकास के लिए जोर शोर से जुटना होगा। शीतकाल में सामान्यतः आपदा कम आती है तथा पहाड़ो में मैदानो की अपेक्षा अच्छी धूप रहती है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को यात्रा मार्गो की गुणवत्ता सुधारने के लिए लो.नि.वि, बी.आर.ओ व अन्य संबधित अधिकारियों से समन्वय करने के निर्देश दिए। उन्होने पर्यटन विभाग को प्रचार अभियान की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष सुबोधानन्द बंह्यचारी, कृष्णाकांत कोटियाल, डिमरी धार्मिक पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, बालकृष्ण ध्यानी सहित पंडा व पुरोहित समाज के प्रतिनिधियों ने प्रस्ताव पर सहमति देते हुए सड़कों की दशा सुधारे जाने पर विशेष बल दिया। बैठक में पर्यटन मंत्री दिनैश धनै, शहरी विकास मंत्री प्रीतम पंवार, विधायक शैलारानी रावत, राजेन्द्र सिंह भण्डारी, मुख्य सचिव सुभाष कुमार, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा सहित वरिष्ठ अधिकारी व तीर्थ पुरोहित/पंडा समाज के पदाधिकारी मौजूद थे।

मुरारी बापू ने केदार आपदा प्रभावितो ंको दिये साढ़े सात करोड़ 
  • केदार पुर्नर्निमाण के लिए सरकार को दिये एक करोड़
  • 200 अतिरिक्त इंदिरा आवास की मुख्यमंत्री ने घोषणा
  • सुगम व सुरक्षित यात्रा के लिए कार्य शुरू: हरीश रावत

uttrakhand news
देहरादून, 15 अक्टूबर, (निस)। प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रूद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि में प्रसिद्ध राम कथा वाचक पूज्य मुरारी बापू जी द्वारा आयोजित आपदा राहत कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा कि केदारनाथ का पुनर्निर्माण और सुगम व सुरक्षित यात्रा के लिये कार्य शुरू कर लिया गया है, जिसके परिणाम शीघ्र ही सामने आयेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा इस वर्ष से शीतकाल के लिये प्रारम्भ की जा रही है। जिससे यात्रियों व पर्यटकों की आवाजाही बारह माह बनी रहे। उन्होंने दावा किया कि चारधाम यात्रा को सुरक्षित व व्यवस्थित बनाने के उपरान्त 40 लाख यात्री इन चारधामों में अगले वर्ष पहॅुच सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने मुरारी बापू द्वारा इस क्षेत्र के आपदा प्रभावित, कमजोर वर्ग, विधवा, विकलांग लोगों की मदद की सराहना करते हुए घोषणा की कि आपदा प्रभावित परिवारों के सदस्य को सरकारी नौकरी दिये जाने की कवायद की जा रही है। इसके साथ ही विधायक श्रीमती शैलारानी रावत की मांग पर उन्होंने 200 अतिरिक्त इंदिरा आवास देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मुरारी बापू का आभार जताते हुए कहा कि दुःख के क्षणों में हमें धैर्य दिलाकर बापू ने हमारी सहायता में हाथ आगे बढ़ाये हैं, जो कि संत का एक आशीर्वाद है, जिसके लिये में कृतज्ञ हॅू। कार्यक्रम में राम कथा वाचक पूज्य मुरारी बापू जी ने रूद्रप्रयाग और चमोली जिले के आपदा प्रभावित, विकलांग, कमजोर वर्ग, निसहाय, निराश्रित, विधावाओं के 2313 लोगों को साढे 7 करोड रूपये के आर्थिक सहायता के चैक वितरित किये। इसके साथ ही उन्होंने केदारनाथ के पुनर्निर्माण हेतु 1 करोड रुपये की धनराशि का चैक मुख्यमंत्रंी के माध्यम से बदरी-केदारनाथ मंदिर समिति को समर्पित किया। इस अवसर पर मुरारी बापू ने देवभूमि के लोगों द्वारा इस राहत राशि को स्वीकारने पर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक व संसदीय सचिव श्रीमती शैला रानी रावत ने मुख्यमंत्री और मुरारी बापू का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री और मुरारी बापू द्वारा लोगों की सहायता के लिये आभार व्यक्त किया। उन्होंने आगमी 7 से 11 नवम्बर तक अगस्त्यमुनि में आयोजित होने वाले शरदोत्सव विकास मेले में मुख्यमंत्री को आमंत्रण भी दिया। इस अवसर पर कर्नावती क्लब के कोर्डिनेटर अरविंद राजगडिया ने बताया कि पिछले वर्ष उत्तराखंड के चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में आई भीषण आपदा से हजारों लोग प्रभावित हो गए थे। इसके बाद मुरारी बापू ने राम कथाओं के दौरान प्रभावितों के लिए सहायता धनराशि एकत्रित की। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों की सूची विभिन्न एनजीओ और ग्राम प्रधान के माध्यम से मुहैया कराई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि बापू द्वारा विगत वर्ष भी आपदा के दौरान डेढ करोड रूपये आर्थिक सहायता की धनराशि दी गई थी। इस अवसर पर अगस्त्यमुनि नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक खत्री, ब्लाक प्रमुख अगस्त्यमुनि, ऊखीमठ संतलाल, उपाध्यक्ष जिला पंचायत लखपत भण्डारी, जिलाधिकारी डाॅ0 राघव लंगर, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता काग्रेस सूरज नेगी, अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, सीओ स्वतंत्र कुमार, उप जिलाधिकारी सदर सीएस चैहान सहित क्षेत्रों से आये बडी संख्या में लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा कैंतुरा ने किया। 

विस उपाध्यक्ष से की मुलाकात

देहरादून, 15 अक्टूबर, (निस)। केरल विधानसभा की महिला बाल विकास एवं विकलांगजन सम्बन्धी समिति उत्तराखण्ड राज्य के अध्ययन भ्रमण पर देहरादून पहुंची, समिति ने विधान भवन में उपाध्यक्ष विधान सभा डाॅ0 अनुसूया प्रसाद मैखुरी से भेंट की जिसमें राज्य में संचालित की जाने वाली विभिन्न योजनाओं जैसे-महिला बाल विकास एवं विकलांगजनों के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त राज्य विधानसभा की संसदीय कार्य प्रणाली पर भी चर्चा हुई। इस अवसर पर उक्त समिति के सभापति श्री एम0जोजफ एवं समिति के सदस्यों व सचिव विधानसभा जगदीश चन्द्र एवं अन्य अधिकारीगण बैठक में उपस्थित रहे।

उत्तराखंड में अभी 1,024 गांव सड़क से दूर 
  • सड़क से न जुड़ पाने वाले सर्वाधिक 163 गांव अल्मोड़ा जिले में 

देहरादून, 15 अक्टूबर, (निस)। उत्तराखंड में 1,024 गांव अभी सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं। सड़क से न जुड़ पाने के कारण यह गांव विकास की किरण से दूर हैं। लोगों को सड़क तक पहुंचने के लिए कई किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। सड़क से न जुड़ पाने वाले गांवों की संख्या अल्मोड़ा जिले में सर्वाधिक है, इस जिले में 163 गांव अभी सड़क से दूर हैं। 250 की आबादी तक के गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भी चलाई जा रही है, उसके बावजूद राज्य में 1,024 गांव अभी तक सड़क से नहीं जुड़ पाए हैं। प्रदेश में सड़क से न जुड़ पाने वाले गांवों में अल्मोड़ा जिले में सर्वाधिक 163 गांव, बागेश्वर में 65 गांव, चमोली जिले में 73 गांव, चंपावत जिले में 73 गांव, देहरादून जिले में 40 गांव, हरिद्वार जिले में 1 गांव, नैनीताल  जिले में 72 गांव, पौड़ी जिले में 132 गांव, पिथौरागढ़ जिले में 129 गांव, रूद्रप्रयाग जिले में 56 गांव, टिहरी जिले में 120 गांव, उधमसिंहनगर जनपद में 3 गांव, उत्तरकाशी जिले में 97 गांव शामिल हैं। इन सभी गांवों की आबादी 250 से अधिक है। सड़क से न जुड़े पाने के कारण यह गांव अभी विकास की किरण से कोसों दूर हैं। लोगों को सड़क तक पहुंचने के लिए कई किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। सड़क जैसी मूलभूत सुविधा का विकास न होे पाने के कारण इन गांवों में अन्य सुविधाओं का भी विकास नहीं हो पाया। 250 की आबादी तक के सभी गांवों को सड़क से जोड़ने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लागू की गई है, लेकिन उसके बाद भी अनेक गांव अभी सड़क से दूर हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना 25 दिसंबर 2000 को शुरु हुई थी। उत्तराखंड में चैदह वर्षों में अब तक 547 सड़कें ही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बन पाई हैं। राज्य में 61 सड़कें वन विभाग में क्लीरेंस के लिए पेंडिंग पड़ी हैं, इनमें अल्मोड़ा जिले में 3, बागेश्वर जिले 9, चमोली जिले में 11, चंपावत जिले में 1, देहरादून जिले में 11, नैनीताल जिले में 2, पौड़ी जिले में 4, पिथौरागढ़ जिले में 9, रूद्रप्रयाग जिले में 2, टिहरी जिले में 6 और उत्तरकाशी जिले में 3 सड़कें शामिल हैं।  

ट्रक ने मां-बेटी को कुचला, बेटी की मौत 

देहरादून, 15 अक्टूबर, (निस)। स्कूटी से अपनी बच्ची को स्कूल लेकर जा रही महिला टीचर व बच्ची को तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद डाला। जसके कारण बच्ची की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि गंभीर रूप ये घायल हो गयी। महिला का चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां वह जिन्दगी और मौत से जूझ रही है। पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि ट्रक को सीज कर दिया है। बुधवार सुबह हिल्टन स्कूल में टीचर टर्नर रोड निवासी सुषमा बच्छेती उसके ही स्कूल में पढ़ने वाली अपनी पुत्री सूबी बच्छेती को स्कूल लेकर जा रही थी। तभी आईएसबीटी के करीब पीछे से आ रहे ट्रक ने सुषमा की स्कूटी को टक्कर मार दी। स्कूटी पर सड़क पर जा गिरी और ट्रक ने मां बेटी दोनो को कुचल दिया। जिसके कारण सूबी बच्छेती पुत्री मनोज बच्छेती की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि सुषमा बच्छेती गंभीर रूप से घायल हो गयी। घालय सुषमा को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। दिन निकलते ही सड़क हादसे में छात्रा की मौत की बात सुनकर लोग मौके पर जमा हो गये और हंगामा काटना शुरू कर दिया। हगामें की सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पंहुचे और ट्रक को सीज कर चालक अदनान पुत्र मुज्जमिल निवासी ज्योतिबाग अमरोहा को गिरफ्तार कर लिया। शहर के अन्दर तेज रफ्तार वाहनों को लेकर लोगों ने करीब एक घंटा आईएसबीटी चैक पर जाम लगाया। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को शंात किया। शिमला बाईपास पर लगने वाले ईंटों के अवैध बजार के खिलाफ लगातार लोग अधिकारियों से शिकायत कर रहे हैं लेकिन कोई कार्यवाही इनके खिलाफ नहीं की जा रही है। सुबह-सुबह शिमला बाईपास चैके के आस-पास दर्जनों ईटों से भरे ट्रक आ जाते है जिससे लोगों को परेशानी होती है और यह ट्रक ही दुर्घटना का कारण बनते है।

किसानों से वर्ष में एक बार हो ऋण वसूली 

देहरादून, 15 अक्टूबर, (निस)। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय ने मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत जी को पत्र लिखकर किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसानों से सहकारिता समितियों के माध्यम से लिये गये ऋण की वसूली वर्ष में दो बार की बजाय एक ही बार करवाये जाने का अनुरोध किया है। ज्ञातव्य हो कि हरिद्वार से आये किसानों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री उपाध्याय से मुलाकात कर उन्हें इस समस्या से अवगत कराया था। किशोर उपाध्याय ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि यदि सहकारिता विभाग या सहकारी समितियांे द्वारा किसानों से वर्ष में दो बार की बजाय एक ही बार ऋण की वसूली की जाय तो इससे किसानांें को कई असुविधाओं से छुटकारा मिलेगा इसलिए इस प्रस्ताव को स्वीकार करने में सरकार को कोई कठिनाई नही होनी चाहिए। श्री किशोर उपाध्याय ने एक अन्य मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य की खेल प्रतियोगिताओं से जुड़ी प्रतिभाओं की ओर ध्यान आकृष्ठ कराते हुए अनुरोध किया कि पूर्व में प्रदेश के राष्ट्रीय स्तर के खिलाडि़यों के लिए सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी संस्थानों/प्रतिष्ठानों/विभागों में सेवायोजन में 4 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा प्रदान की गई थी, जिसे अब समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से आने वाले समय में खिलाडियों की खेलों के प्रति रूचि कम होगी। खेलों को बढ़ावा देने के लिए यह व्यवस्था पूर्ववत की जानी चाहिए। 

बालिकाओं के लिए प्रत्येक विद्यालय में हो अलग शौचालय: स्मृति ईरानी

$
0
0
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को कहा कि एक वर्ष के भीतर बालिकाओं के लिए अलग शौचालय के साथ प्रत्येक विद्यालय में शौचालय उपलब्ध कराना सरकार का संकल्प है. उन्होंने कंपनियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि वे शौचालयों का निर्माण करके और कुछ समय तक उनका रख-रखाव करके इस राष्ट्रीय प्रयास में भाग लें.

ईरानी ने यहां 'स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय'अभियान के एक हिस्से के रूप में स्कूलों में शौचालयों के निर्माण के लिए कंपनी सामाजिक दायित्व निधि के इस्तेमाल पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2019 तक स्वच्छ भारत मिशन को तभी पूरा किया जा सकता है, यदि हम स्कूलों में प्रत्येक बच्चे के लिए चालू शौचालयों सहित स्कूलों में अच्छा और साफ-सुथरा वातावरण उपलब्ध करा सकें. इस सम्मेलन में पूरे भारत से आये कंपनियों के प्रमुखों ने भाग लिया. मारुति सुजुकी के अध्यक्ष आर सी भार्गव, इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्षा सुधा मूर्ति, जेएंडके टायर्स के अध्यक्ष डॉ. रघुपति सिंघानिया और भारतीय उद्योग परिसंघ, सीएसआर पहल के अध्यक्ष और निजी क्षेत्र की अन्य कंपनियों के प्रमुखों ने इसमें भाग लिया.

एनटीपीसी के अध्यक्ष और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों तथा औद्योगिक संघों के सदस्यों ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया. इस सम्मेलन की शुरूआत तीन मिनट की एक लघु फिल्म से हुई जो बिना शौचालय वाले स्कूलों में बालिकाओं की समस्याओं पर आधारित थी. एनटीपीसी के अध्यक्ष ने 24,000 शौचालयों के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता का संकेत दिया. सुधा मूर्ति ने मंत्रालय की उस वेबसाइट पर भुवनेश्वर के 109 स्कूलों को अपने नाम कर लिया जो निजी क्षेत्र के लिए अपने-अपने हित में चलाये जाने के लिए छोड़ दिये गये थे.

शौचालयों के निर्माण के लिए टीसीएस, टोयोटा किर्लोस्कर, भारती फाउंडेशन और अंबुजा सीमेंट ने भी प्रतिबद्धता व्यक्त की. सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र की कंपनियों की ओर से एक लाख शौचालयों के निर्माण के लिए संकल्प किये गये.

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (15 अक्टूबर)

$
0
0
हुद हुद की चपेट में पेड़ गिरा, मुख्य पथ पर गिरा पेंड़ और परेशान हाल यात्री

narkatiaganj news
नरकटियागंज(पच) हुद हुद की चपेट में आया नरकटियागंज अनुमण्डल, तेज हवा से नरकटियागंजं-बेतिया मुख्य पथ गिरा वृक्ष बाल बाल बचे यात्री। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की अपराहन् हुद-हुद के कारण चल रही तेज हवा की चपेट में सड़क के किनारे लगा युकेलिप्टस का पेंड़ अचानक सड़क पर आ गिरा। जिससे रूक्मिनी देवी नामक 65 वर्षीया महिला बाल-बाल बची गयी। जबकि उनके पीछे सहोदरा के लालमन राम, नरकटियागंज के राहुल कुमार समेत अन्य अचानक रूक गये। उपर्युक्त महिला को तेज वर्षा और हवा के बावजूद लोगों ने उठा कर गिरे हुए पेड़ के पार कराया। तत्पश्चात नरकटियागंज अनुमण्डल पदाधिकारी कौशल कुमार को सूचना दी गयी। पेड़ के रास्ता पर गिरे होने के कारण उक्त पथ पर आवागमन की समस्या घंटो बनी रही। रास्ते से आने वाले वाहन अपने रूट बदल कर चले। एक तेज वर्षा उसपर तूफानी हवा और सड़क पर गिरा पेड़ यात्रीयों को सिहरन देने को पर्याप्त रहा। 

कुपोषण मुक्त बिहार के लिए आंगनबाड़ी सेविकाओं ने निकाली रैली

नरकटियागंज(पच) कुपोषण मुक्त बिहार के लिए नरकटियागंज प्रखण्ड अन्तर्गत की आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा अपने-अपने पोषक क्षेत्र में एक रैली निकाली गयी। जिसमें पोषक क्षेत्र के लोगो को स्वच्छता, सफाई और नियमित संतुलित आहार लेकर जीवन को सुरक्षित करने संबंधीत जानकारी दी गयी। कुपोषण के रोकथाम और उससे बचाव की जानकारी सेविकाओं ने क्षेत्र के लोगों को दिया। आंगनबाड़ी सेविकाओं ने बताया कि कुपोषण से बचाव के लिए माँ का दूध सर्वोत्तम है। इसलिए कम से कम छव माह तक बच्चों को माँ का दूध पिलाएँ और आंगनबाड़ी केन्द्र पर लाकर उन्हें सुरक्षित करने के लिए नियमित टीकाकरण कराएँ। बच्चो को स्वच्छ जल पिलाने और बाजार से स्वच्छ वस्तुओं की खरीद कर देने से स्वच्छ बिहार के साथ स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण संभव है। इस कार्यक्रम के दौरान शिवगंज दक्षिण भाग केन्द्र संख्या 175, कोड़ार केन्द्र संख्या 171 और उत्तरी देवी स्थान केन्द्र संख्या 169 की सेविका-सहायिका और पोषक क्षेत्र की किशोरी व लाभुक नजर आए।

डीजल अनुदान के लिए किसान कहाँ से लाएँ फर्जी वाउचर सरकारी नीति गलत 

नरकटियागंज(पच) सरकार की कृषि नीति और उसे लागू कराने वाले अधिकारियों की अदूरदर्शिता के कारण वास्तव में किसान परेशान होते दिख रहे है। उसकी एक एक बानगी यह कि नरकटियागंज प्रखण्ड के बिनवलिया निवासी किसान ललन सिंह का आवेदन है। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के नाम का आवेदन स्पष्ट करता है कि वैसे किसान जिन्होंेने पम्पसेट भाड़ा पर लेकर खेत में पानी पटाया तो वे पेट्राॅल पम्प से डीजल के खरीद का वाउचर (बिल) कहाँ से लाएँगे। ललन सिंह बताते है कि डीजल अनुदान के लिए मांगे गये आवेदन में किसानों से खरीदे गये डीजल का बिल संलग्न करना है। उन्हांेने अधिकारी से पूछा है कि ऐसे में वे रसीद कहाँ से लाए, क्योंकि वे फर्जी वाउचर लगाकर नहीं देना चाहते है। उन्होंने आवदेन में स्पष्ट किया है कि सात खाता खेसरा के अन्तर्गत करीब 5 एकड़ 9 डिस्मील भूमि पर खेती  किये हुए है। ललन सिंह ने अपने आवेदन में लिखा है कि गन्ना की खेती की पैमाईश पुस्तिका न्यू स्वदेशी सुगर मिल्स नरकटियागंज के पास उपलब्ध है। अधिकारी खेती सम्बन्धित मेरे दिये गये आंकड़ों की जाँच करा कर मुझे डीजल अनुदान की राशि उपलब्ध कराए।

बिहार व केन्द्र सरकार कर्मचारी विरोधी, कर्मचारी हितों की न करे अनदेखीः दिलीप 

नरकटियागंज (अवधेश कुमार शर्मा) बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ त्रिपाठी गुट के प्रांतीय अधिवेशन से लौट कर संयुक्त सचिव दिलीप कुमार ने एक वार्ता के दौरान बताया कि महासंघ का 17 वाँ दो दिवसीय प्रदेश अधिवेशन गया में विगत दिनो सम्पन्न हुआ। जिसमें बिहार व झारखण्ड के संयुक्त महासंघ के संस्थापक महामंत्री गोपाल प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारे कर्मचारियों की हितैषि नहीं है। श्री कुमार ने कहा कि संस्थापक महामंत्री के अनुसार एक बार के लिए विधायक बनने वाले जनप्रतिनिधियों को आजीवन पेंशन व भत्ता मिलता है, भले ही वे एक दिन भी काम नहीं करे। केन्द्र के कर्मियांे को 2004 से एवं राज्यकर्मियों को पहली सितम्बर 2005 से पेंशन लाभ से वंचित कर दिया गया है जबकि वे पूरी नौकरी समाप्त कर उसके हकदार बनते है। उल्लेखनीय है कि महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत से अधिक होने पर मूल वेतन में जोड़ कर पेंशन व अन्य लाभ दिये जाने का प्रावधान है किन्तुं केन्द्र की मोदी सरकार ने जुलाई 2014 के प्रभाव से मात्र सात प्रतिशत महंगाई भत्ता की स्वीकृति प्रदान की है जो अब कुल 107 प्रतिशत हो गया। बावजूद इसके मूल वेतन में उसे नहीं जोड़ा गया जिससे केन्द्र व राज्य के कर्मियों को आर्थिक क्षति हो रही है। गया के प्रदेश अधिवेशन में प्रस्ताव पारति कर महासंघ ने जो मांग किया है उनमें मुख्य रूप से 2004-05 के प्रभाव से सरकार द्वारा लागू पंेशन योजना को समाप्त करने, 50 प्रतिशत महंगाई भत्ता को मूल वेतन में जोड़ने, सातवे वेतन आयोग के प्रतिवेदन प्राप्ति तक 5000 रूपये प्रतिमाह अंतरीम सहायता देने, संविदा पर नियुक्ति को बंद करने, नियुंक्त कर्मियों को नियमित करने, सरकारी कर्मियों की सेवानिवृति की आयु 65 वर्ष करने, संघ व महासंघ के पदधारको के स्थानान्तरण पर रोक लगाने और चतुर्वर्गीय कर्मियों को तृतीय वर्ग मंे प्रोन्नती के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना है।

जयपुर से मुक्त कराए गए बिहार के 140 बाल श्रमिक

$
0
0
असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन व राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण साझा अभियान के संयुक्त प्रयास से जयपुर से छुड़ाए गए 140 बाल श्रमिक जल्द ही अपने परिजनों से मिल सकेंगे। संगठन ने इन बाल श्रमिकों को मुक्त कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बाल श्रमिकों को राजस्थान के जयपुर से 20 अगस्त से 2 अक्तूबर के बीच एक सघन अभियान के तहत मुक्त कराया गया। संगठन के इस अभियान में जयपुर की मानव तस्करी इकाई, जिला टास्क फोर्स और चाइल्ड लाइन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गुरुवार की सुबह सभी मुक्त कराए गए बच्चे बाड़मेर-गुवाहटी एक्सप्रेस से पटना पहुंचेंगे। 

मुक्त कराए गए सभी बच्चे बिहार सरकार के श्रम विभाग के तीन पदाधिकारी व राजस्थान पुलिस की चार सदस्यीय टीम के साथ पटना पहुंचेंगे। बच्चे सकुषल और सुरक्षित गंतव्य स्थान तक पहुंचे इसके लिए अभियान से जुड़े दो सदस्य भी पदाधिकारियों और पुलिस के साथ होंगे। गौरतलब है कि मुक्त कराए सभी बच्चों में से सबसे अधिक 78 बच्चे गया जिले के हैं। अन्य बच्चे नालंदा, नवादा, मधुबनी, जहानाबाद, समस्तीपुर, दरभंगा, वैषाली व अन्य जिले के हैं। विभिन्न जिलों के इन बच्चों को बिहार सरकार के पदाधिकारी सकुषल व सुरक्षित उनके घर तक छोड़ेंगे। मुक्ति के बाद सभी बच्चों को जयुपर प्रषासन की ओर से बंधुआ श्रम कानून के तहत बंधुआ श्रम अवमुक्ति प्रमाण पत्र जारी किया गया है। बच्चों को जयपुर से पटना तक सफर के दौरान खाने-पीने व नाष्ते की कमी महसूस नहीं हो इसका पूर्ण इंतजाम एक्षनएड एसोसिएषन की राजस्थान इकाई ने किया। जयपुर जिला प्रषासन, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष व सभी सदस्य, उपनिदेषक डीसीपीयू सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि रेलवे स्टेषन पर मुक्त कराए बच्चों को विदा करने के लिए उपस्थित थे।   

दिवाली आलेख : पुष्प नक्षत्र में धनतेरस, खरीदारी के लिए शुभ

$
0
0
  • नहीं है कोई संशय व भद्रा, तिथियां रहेगी उदयाकाल से देर रात तक 
  • 21 को है धनतेरस, त्रयोदशी 20 को रात सवा 11 बजे से 21 की रात सवा 1 बजे तक रहेगा 
  • धनवंतरी पूजन के साथ सोने-चांदी-बर्तन की होगी खरीदारी   

diwali-dhanteras-article
इस बार की धनतेरस खरीदारी के लिए विशेष लाभकारी है। क्योंकि इस दिन ना हीं कोई संशय व भद्रा है और ना ही कोई अड़चन। शुभ मुर्हूत उदयाकाल से देर रात तक है। वैसे भी त्रयोदशी 20 अक्टूबर को रात सवा 11 बजे से 21 की रात सवा 1 बजे तक है। हालांकि इस दीवाली पांचों दिन की तिथियां सूर्योदय को स्पर्श करने के साथ ही देर रात रहेगी। ज्योतिषियों की मानें तो लंबे अरसे बाद निर्विवादित रुप से पर्व के पांच दिन पड़ रहे है। 21 अक्टूबर यानी मंगलवार को धनवंतरि पूजन के साथ सोने-चांदी-बर्तन आदि की खरीदारी की जा सकती है। क्योंकि गुरुपुष्य में व्यापारिक कार्यो व खरीददारी को धन वृद्धि कार्यो में श्रेष्ठ माना गया है। दीपावली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र का गुरुवार को आना ओर देवों के गुरु होने के कारण ये श्रेष्ठता युक्त माना गया है। अक्षय फलदायी ओर व्यापारिक कार्यो के लिए श्रेष्ठ बताएं गए है। इस दिन खरीदारी श्रेष्ठ रहेगी। वास्तव में धनतेरस, नरक चतुर्दशी (जिसे छोटी दीवाली भी कहा जाता है) तथा महालक्ष्मी पूजन-इन तीनों पर्वों का मिश्रण है दीपावली। भारतीय पद्धति के अनुसार प्रत्येक आराधना, उपासना व अर्चना में आधिभौतिक, आध्यात्मिक और आधिदैविक इन तीनों रूपों का समन्वित व्यवहार होता है। इस मान्यतानुसार इस उत्सव में भी सोने, चांदी, सिक्के आदि के रूप में आधिभौतिक लक्ष्मी का आधिदैविक लक्ष्मी से संबंध स्वीकार करके पूजन किया जाता हैं। घरों को दीपमाला आदि से अलंकृत करना इत्यादि कार्य लक्ष्मी के आध्यात्मिक स्वरूप की शोभा को आविर्भूत करने के लिए किए जाते हैं। इस तरह इस उत्सव में उपरोक्त तीनों प्रकार से लक्ष्मी की उपासना हो जाती है। 

diwali-dhanteras-article
हमारे देश में इस दिन से जुड़ी प्रचलित कथा के अनुसार राजा हिमा का 16-वर्षीय पुत्र अपनी शादी की चैथी रात को ही सांप के काटने के कारण लगभग मृत्युशैया पर पहुंच गया, परन्तु उसकी नवविवाहिता पत्नी ने अपने सभी आभूषण तथा सोने के सिक्के निकाले, अपने पति के शरीर के इर्द-गिर्द फैलाए, ढेरों दिये जलाकर चारों ओर रख दिए, तथा गीत गाने लगी... जिस समय मृत्यु के देवता यमराज राजा हिमा के पुत्र के प्राण हरने पहुंचे, दियों की गहनों से आती चमकदार रोशनी से उनकी आंखें चुंधिया गईं, तथा उसके तुरन्त बाद उनके कानों में राजकुमार की पत्नी की कर्णप्रिय आवाज सुनाई दी, और वह मंत्रमुग्ध होकर सारी रात गीत सुनते रहे... सवेरा होते ही राजकुमार की मृत्यु का समय टल गया, और यमराज को खाली हाथ मृत्युलोक लौटना पड़ा... इस तरह राजकुमारी अपने पति को मृत्यु के मुख से वापस लाने में सफल रही... उसी समय से धनतेरस का पर्व यमोदीपदान के रूप में भी मनाया जाता है, और पूरी रात घर के बाहर दीप जलाकर रखते हैं, ताकि यमराज को घर में प्रवेश से रोका जा सके। धनतेरस से जुड़ी एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान इसी दिन देवताओं के वैद्य माने जाने वाले धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर सुरों-असुरों के समक्ष उपस्थित हुए थे। धनतेरस का दिन धनागमन की दृष्टि से शुभ माना जाता है, तथा पुरानी मान्यताओं के अनुसार धनतेरस पर सोने-चांदी की खरीदारी लाभदायक होती है, और माना जाता है कि नया धन घर में धनागमन के प्रवेश का प्रतीक है। दो दिन बाद दीवाली की रात में लक्ष्मी पूजन के दौरान भी धनतेरस पर खरीदी गई वस्तुओं की पूजा की जाती है। धनतेरस के अवसर पर बर्तनों, वाहनों, तथा घरेलू सामान की भी खरीदारी की जाती है। रात के समय धन्वन्तरि भगवान की पूजा करते हैं, और दिया जलाकर घर के दरवाजे पर रखते है। उससे पूर्व संध्या के समय नदी, तालाब के किनारे, अथवा कुओं-बावडि़यों की जगत पर, तथा गोशालाओं-मंदिरों में भी दिये जलाए जाते हैं। 

नरक चतुर्दशी
कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी (14वीं तिथि) को दीवाली पर्व का दूसरा दिन मनाया जाता है, जिसे नर्क चतुर्दशी अथवा नरक चैदस कहा जाता है। इस दिन को आम बोलचाल में छोटी दीवाली भी कहते हैं। इस दिन भी कुछ स्थानों पर पटाखे जलाए जाते हैं, तथा दीप प्रज्वलित किए जाते हैं। नरक चैदस पर सूर्योदय से पहले उठकर तेल मालिश के बाद स्नान को महत्वपूर्ण माना जाता है। यह भी माना जाता है कि दीवाली के दौरान तीन दिन तक (धनतेरस, नर्क चतुर्दशी तथा दीपावली) दीपक जलाकर विधिपूर्वक पूजन करने से मृत्यु के बाद यम यातना नहीं भोगनी पड़ती, तथा पूजन करने वाला सभी पापों से मुक्त होकर स्वर्ग को प्राप्त होता है। इस त्योहार को रूप चतुर्दशी भी कहा जाता है, और इसी दिन रामभक्त हनुमान का जन्म हुआ था। इस दिन से जुड़ी प्रचलित कथा के अनुसार प्रागज्योतिषपुर में नरकासुर नामक राजा हुआ करता था, जिसने युद्ध के दौरान देवराज इंद्र को परास्त करने के बाद देवमाता अदिति के कर्णफूल छीन लिए, तथा 16,100 देवपुत्रियों तथा मुनिपुत्रियों को रनिवास में कैद करके रख लिया। देवमाता अदिति देवलोक की शासक होने के साथ-साथ भगवान कृष्ण की पत्नी सत्यभामा की संबंधी थीं, जिन्हें इस घटना की सूचना मिलने पर बहुत क्रोध आया, तथा उन्होंने भगवान कृष्ण से नरकासुर को खत्म करने की अनुमति मांगी। कथानुसार नरकासुर की मृत्यु एक श्राप के कारण किसी स्त्री के हाथों ही हो सकती थी, सो, कृष्ण ने सारथि का स्थान ग्रहण कर सत्यभामा को नरकासुर से युद्ध का अवसर प्रदान किया, और अंततः सत्यभामा ने नरकासुर को पराजित कर मार डाला। जिन देवपुत्रियों तथा मुनिपुत्रियों को नरकासुर की कैद से मुक्ति दिलाई गई, भगवान कृष्ण ने उन सभी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर उनका खोया सम्मान उन्हें लौटाया, तथा देवमाता अदिति के कर्णफूल भी उन्हें पुनः अर्पित कर दिए गए। विजय के प्रतीक चिह्न के रूप में भगवान कृष्ण ने नरकासुर के रक्त से अपने मस्तक पर तिलक किया, तथा नर्क चतुर्दशी की सुबह वह घर लौट आए, जहां उनकी पत्नियों ने उन्हें सुगंधित जल से स्नान करवाया तथा इत्र का छिड़काव किया, ताकि नरकासुर के शरीर की दुर्गन्ध भगवान के शरीर से चली जाए। ऐसी मान्यता है कि इसी कारण नर्क चतुर्दशी के दिन सायंकाल में स्नान की परम्परा आरम्भ हुई। नर्क चतुर्दशी पर संध्या के समय स्नान कर कुलदेवता तथा पुरखों की पूजा की जाती है, तथा उन्हें नैवेद्य चढ़ाकर दीप प्रज्वलित किए जाते हैं। माना जाता है कि नर्क चतुर्दशी की पूजा से घर-परिवार से नर्क अर्थात् दुरूख-विपदाओं को बाहर निकाल दिया जाता है। इस दिन घर के आंगन, बरामदे और द्वार को रंगोली से सजाया जाता है। 

गोवर्धन पूजा 
कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा, अर्थात कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पहली तिथि, अर्थात दीवाली से अगले दिन गोवर्द्धन पूजा या अन्नकूट पूजा मनाया जाता है। श्रद्धालु इस दिन गाय के गोबर से गोवर्द्धन पर्वत के सम्मुख भगवान श्रीकृष्ण, गायों व बालगोपालों की आकृतियां बनाकर उनकी पूजा करते हैं।  प्रचलित पौराणिक कथा के अनुसार गोकुलवासी वर्षा के देवता कहे जाने वाले इंद्र को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक वर्ष उनकी पूजा करते थे, लेकिन भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें ऐसा करने से रोककर गोवर्द्धन पर्वत की पूजा करने के लिए कहा। इस पर इंद्र ने क्रोधवश गोकुल पर भारी मूसलाधार बारिश करवा दी, जिससे ब्रजवासियों को बचाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने अपने हाथ की कनिष्ठा (सबसे छोटी अंगुली) पर सात दिन तक गोवर्द्धन पर्वत को उठाए रखा, तथा सभी ग्रामीणों, गोपी-गोपिकाओं, ग्वाल-बालों व पशु-पक्षियों की रक्षा की। सातवें दिन भगवान ने पर्वत को नीचे रखा और सभी गोकुलवासियों को प्रतिवर्ष गोवर्द्धन पूजा कर अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। इसके बाद से ही श्रीकृष्ण भगवान गोवर्द्धनधारी के नाम से भी प्रसिद्ध हुए और इंद्र ने भी कृष्ण के ईश्वरत्व को स्वीकार कर लिया। इस दिन भगवान की पूजा के उपरान्त विविध खाद्य सामग्रियों से उन्हें भोग लगाया जाता है। 

भैयादूज व चित्रगुप्त पूजा 
दीपावली के पांच-दिवसीय महापर्व का अंतिम पड़ाव होता है- भैयादूज। यह भाई-बहन के अगाध प्रेम का प्रतीक है, तथा इस दिन बहनें अपने भाइयों को भोजन कराकर तिलक करती हैं तथा उनके कल्याण व दीर्घायु की कामना करती हैं, और भाई भी बहनों को आशीर्वाद देकर भेंट दिया करते हैं। यह भी कहा जाता है कि दीवाली का महापर्व भैयादूज के बिना सम्पूर्ण नहीं होता। कथानुसार यमराज इस दिन अपनी बहन यमुना के घर गए थे, जिसने यमराज की पूजा कर उनके मंगल, आनन्द तथा समृद्धि की कामना की, सो, तभी से सभी बहनें इसी दिन अपने भाइयों की रक्षा के लिए पूजा करती आई हैं। कहा यह भी जाता है कि इसी दिन भगवान महावीर ने निर्वाण प्राप्त किया था, जिससे उनके भाई राजा नंदीवर्द्धन बहुत व्यथित हुए... तब उनकी बहन सुदर्शना ने उन्हें काफी दिलासा दी, तथा उनकी सुख-शांति तथा रक्षा के लिए पूजा-अर्चना की। तभी से सभी महिलाएं भैयादूज मनाकर अपने भाइयों की रक्षा की प्रार्थना करती आई हैं। विधि के अनुसार बहनें इस दिन अपने भाई की दीर्घायु की कामना करते हुए उपवास रखती हैं, तथा सुबह स्नान के उपरान्त पूजा की थाली सजाकर भाई का तिलक करती हैं तथा बुरी नजर से बचाने के लिए उनकी आरती उतारती हैं। इसके एवज में भाई भी बहनों को उपहार दिया करते हैं। भैयादूज के दिन ही जीवों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखने वाले भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना भी की जाती है, जिसे श्दवात पूजाश् के नाम से भी जाना जाता है, और कलम-दवात की पूजा की जाती है। मान्यता है कि सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा ने अपने शरीर के विभिन्न अंगों से 17 पुत्रों की रचना की तथी, जिनमें चित्रगुप्त अंतिम थे। चित्रगुप्त की उत्पत्ति ब्रह्मा जी के पेट से हुई मानी जाती है, सो, यही कारण है कि ब्रह्मा के अन्य पुत्रों से इतर चित्रगुप्त का जन्म पुरुष काया के साथ हुआ, और इसी कायाधारी होने के कारण ही इन्हें कायस्थ नाम से भी जाना जाता है। 






live aaryaavart dot com

(सुरेश गांधी)

'श्रमेव जयते'से कारोबारियों और कर्मचारियों को बड़ी राहत

$
0
0
PM-Modi-Launches-Labour-Reforms-Key-to-His-Make-in-India-Push
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते कार्यक्रम के तहत चार योजनाएं लॉन्च कीं। इन योजनाओं का मकसद देश में कार्यकुशल युवाओं की नई पीढ़ी तैयार करना है, जो सरकार के 'मेक इन इंडिया'के सपने को साकार कर सके। दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने श्रम सुविधा पोर्टल, कंपनियों के लिए यूनिफाइड लेबर इन्सपेक्शन स्कीम और भविष्य निधि (पीएफ) जमा करने वाले कर्मचारियों के लिए एक समान अकाउंट (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) योजना की शुरुआत की। 

इन योजनाओं की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जितनी ताकत सत्यमेव जयते की है, उतनी ही ताकत श्रमेव जयते की है। उन्होंने कहा, 'गरीबों के पास 27 हजार करोड़ रुपये पीएफ में पड़े हैं। यह गरीब कर्मचारियों की मेहनत का पैसा है और मुझे इसे उन्हें वापस लौटाना है।'छोटे कारोबारियों के लिए बड़ी राहत की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें फॉर्म के झंझट से मुक्ति मिलेगी, अब 16 की जगह एक फॉर्म भरने होंगे और यह काम ऑनलाइन किया जा सकेगा। पीएम ने कहा, ' 2020 तक दुनिया में करोड़ों कामगारों की जरूरत होगी। हमें श्रम को देखने का नजरिया बदलना चाहिए। आईटीआई वालों को हीन भावना से देखा जाता है,यह सही नहीं है।' 

पहली स्कीम के तहत देश के साढ़े ग्यारह हजार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआई) में ट्रेनिंग ले रहे लगभग सोलह लाख छात्रों को पीएम की ओर से एसएमएस भेजकर उनका उत्साह बढ़ाया गया। एसएमएस में प्रधानमंत्री इन छात्रों को विशिष्ट बताते हुए उन्हें स्किल डिवलेपमेंट का ब्रैंड ऐंबैसडर बनने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री पिछले सालों में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने वाले आईटीआई से पास चुनिंदा व्यक्तियों की उपलब्धियों से संबंधित पुस्तिका का विमोचन किया। 

दूसरी योजना भविष्य निधि ग्राहकों के लिए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) लॉन्च किए जाने की है। यूएएन के जरिए प्रत्येक ग्राहक अपने पीएफ खाते की ऑनलाइन जानकारी प्राप्त करने के साथ ही साथ पीएफ निकालने के लिए आनलाइन आवेदन भी कर सकेगा। उन्हें अपने एंप्लॉयर से आवेदन फॉरवर्ड कराने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। नौकरी बदलने के बाद भी कर्मचारी का यूएएन नंबर वही रहेगा। उसे केवल नए एंप्लॉयर के पास अपना यूएएन दर्ज कराना होगा। ईपीएफओ अब तक लगभग 4.17 करोड़ ईपीएफ ग्राहकों के यूएएन तैयार कर चुका है, जो 15 अक्टूबर से ऑपरेशनल हो गए। 

तीसरी स्कीम का संबंध श्रम सुधारों से है। इसके तहत श्रम मंत्रालय द्वारा तैयार एकीकृत श्रम पोर्टल और यूनिफाइड लेबर इन्सपेक्शन स्कीम की शुरुआत हुई। आगे चल कर यूनिक लेबर आइडेंटिफिकेशन नंबर (एलआईएन) के जरिए प्रत्येक औद्योगिक इकाई का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन संभव होगा। वे आसानी से अपना एकल रिटर्न दाखिल कर सकेंगी। लेबर इंस्पेक्टर भी इस पर अपनी निरीक्षण रिपोर्ट अपलोड कर शिकायतों का त्वरित समाधान कर सकेंगे। जल्द ही 6-7 लाख इकाइयों को एलआइएन जारी किए जाने की संभावना है। 

चौथी और अंतिम स्कीम स्किल डिवलेपमेंट अप्रेंटिसशिप से ताल्लुक रखती है। इस समय देश में उद्यमिता प्रशिक्षण के लिए 4.9 लाख सीटें उपलब्ध हैं। इसके बावजूद महज 2.82 लाख अप्रेंटिस ही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। सरकार इस स्थिति को बदलना चाहती है। इसके लिए अप्रेंटिस प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है। योजना के तहत प्रशिक्षुओं का स्टाइपेंड (मानदेय) बढ़ाने के साथ-साथ सिलेबस में भी बदलाव होगा। इससे मार्च, 2017 तक एक लाख प्रशिक्षुओं को फायदा मिलने की उम्मीद है। अगले कुछ वर्षो में प्रशिक्षु सीटों की संख्या बढ़कर 20 लाख होने की संभावना है। 

इबोला के कुल मरीज 8914, मरने वालों की संख्या 4500 पहुंची

$
0
0
Ibola-total-of-8914-patients
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि इबोला वायरस गिनी, सिएरा, लिओन और लाइबेरिया में बहुत तेजी से फैल रहा है तथा दिसंबर तक इबोला पीडितों की संख्या पांच से दस हजार तक पहुंचने के आसार है। 

जेनेवा में डब्ल्यूएचओ के हैड क्र्वाटर में सह महानिदेशक ब्रुस एलवर्ड ने बताया है कि गिनी में इबोला के कुल 8914 मरीजों में से मरने वालों की संख्या 4500 तक पहुंच गयी है। यह बीमारी अब अधिक से अधिक देशों, जिलों और शहरों तक बहुत तेजी से पहुंच रही है। और इससे पीडि़त व्यक्तियों की संख्या और भी बढने की आशंका जताई गई है। 

जबकि दूर दराज के क्षेत्रों में इबोला से संक्रमित लोगों की संख्या में कम होने के संकेत मिले है। लेकिन एलवर्ड ने बताया है कि इसके बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। एलवर्ड ने कहा कि प्रकाशित आंकडे भी लोगों को घूमा रहे है क्योंकि रिकॉर्ड किए गए मामलों में से मरने वालों की संख्या आधी ही है। कुल मामलों में से मरने वालों की संख्या 70 फीसदी है।

ISIS के खिलाफ अभियान लंबा चलेगा: ओबामा

$
0
0
fight-against-isis-will-take-long-time--barack-obama
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आगाह किया है कि आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ लड़ाई में समय-समय पर झटका भी मिलेगा. उन्होंने कहा कि यह एक लंबा अभियान है. समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक,ओबामा ने अमेरिका के मेरीलैंड में ज्वाइंट बेस एंड्रज में गठबंधन सेना के अधिकारियों की एक बैठक के बाद कहा, 'यह एक लंबा अभियान बनने जा रहा है, इसमें तत्काल उपलब्धि की गुंजाइश नहीं है.'

राष्ट्रपति ने कहा कि इराक और सीरिया के बड़े हिस्सों पर कब्जा कर चुका आतंकवादी नेटवर्क कोई पेशेवर सैन्य चुनौती नहीं पेश करता. अंतरराष्ट्रीय सैन्य अधिकारियों, व्हाइट हाउस के शीर्ष अधिकारियों और पेंटागन के शीर्ष अधिकारियों की बैठक ऐसे समय में हुई है, जब नई आशंकाएं पैदा हुई हैं कि आईएस इराक और सीरिया में अमेरिका के नेतृत्व में हो रही बमबारी के बावजूद नए क्षेत्रों पर कब्जा करता जा रहा है.

आईएस आतंकवादियों ने कथित तौर पर पश्चिमी इराक में सेना के एक प्रशिक्षण शिविर पर कब्जा कर लिया और बगदाद के उपनगरों में बम विस्फोट किए. इससे ऐसी चिंता पैदा हुई है कि इराकी सेना मुकाबले में सक्षम नहीं है. लेकिन व्हाइट हाउस ने कहा है कि कुछ बुरी खबरों के बावूजद आईएस के खिलाफ राष्ट्रपति की योजना सफल हो रही है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हम उस रणनीति को अमल करने के शुरुआती चरण में हैं. लेकिन प्रारंभिक परिणाम संकेत करते हैं कि रणनीति निश्चित रूप से सफल हो रही है.'

पाकिस्तान में संपत्ति का ब्यौरा न देने के कारण 200 संसद निलंबित

$
0
0
pakistan-200-mps-suspended-for-not-disclosing-assets
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा न देने के कारण पाकिस्तानी संसद और प्रांतीय सभाओं के लगभग 200 से अधिक सदस्यों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।

संविधान के तहत सांसदों को हर साल 30 सितंबर तक अपनी संपत्ति का ब्यौरा देना होता है। ईसीपी ने संपत्ति के ब्यौरे सौंपने के लिए 15 अक्‍टूबर की समय सीमा तय की थी लेकिन कुल 210 सांसदों ने अपनी संपत्तियों एवं देनदारियों के ब्यौरे जमा नहीं किया।

समय सीमा खत्म होने पर जारी अधिसूचना में कहा गया था कि ईसीपी ने आदेश दिया है कि आदेश का पालन न करने पर सदस्य अपनी विधानसभाओं के सत्र में निलंबन की अवधि के दौरान शामिल नहीं हो सकेंगे।
Viewing all 74180 articles
Browse latest View live




Latest Images