प्रदेश में विकास कार्य पूरी तरह से चैपट हो गयेः भट्ट
- -सरकार पर लगाया विकास कार्यों में सौतेला व्यवहार करने का आरोप
देहरादून,5 जनवरी (निस)। नेता प्रतिपक्ष उत्तराखण्ड विधानसभा अजय भट्ट ने कहा कि प्रदेश में विकास कार्य पूरी तरह से चैपट हो गये हैं, यहां पर सरकार नौटंकी के अलावा कुछ भी नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को केन्द्र की मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल के 6 माह में ही हताशा और निराशा हो चुकी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार अपने काले धन वापस लाये जाने वाले निर्णय पर अडिग है, और इस प्रकरण में केन्द्र सरकार द्वारा एस0आई0टी0 का गठन कर एक दल को स्विटजरलैण्ड भेजा गया जिसमें विदेशों में 427 लोगों की पहचान एवं 250 लोगों ने खाता होने की बात स्वीकार की है, किन्तु प्रदेश सरकार लगातार भा0ज0पा0 के देश में बढ़ रहे ग्राफ के कारण घबरायी हुई है। जिससे वह नयी नौटंकी कर केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है जबकि सत्यता यह है कि कांग्रेस में यदि प्रदेश की चिंता है और नैतिकता है तो उसे यहाॅ पर अपनी राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए। श्री भट्ट ने कहा कि प्रदेश सरकार आये दिन प्रदेशवासियों के साथ तरह-तरह के छलावे कर रही है, पूर्व में राज्य सरकार द्वारा मलेथा जो वीर माधो सिंह भण्डारी की जन्मस्थली है और जिसकी हरियाली बचाने के लिए उन्होंने अपने पुत्र तक की कुर्बानी दे दी थी, में पांच स्टोन क्रेशर लगाये जाने की स्वीकृति दे दी और इसमें मात्र 125 मीटर की दूरी पर कई परिवार निवास कर रहे हैं ऐसे में पर्यावरण विभाग द्वारा किस तरह इन्हें स्वीकृति दे दी गयी यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि मलेथावासियों द्वारा विरोध एवं आन्दोलन करने के बाद सरकार द्वारा क्षेत्रवासियों को दिखाने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से इन क्रेशरों निरस्त करवाने सम्बन्धी आदेश करा दिया गया जो कि वैधानिक नहीं था क्योंकि जब पूर्व में अनुमति शासन द्वारा दी गयी थी तो निरस्तीकरण भी शासन के आदेशों द्वारा ही किया जाना चाहिए था। श्री भट्ट ने कहा कि इसके बाद क्रेशर मालिकों द्वारा जब न्यायालय का रूख किया गया तो उच्च न्यायालय द्वारा जिलाधिकारी से पूछा गया है कि शासन के आदेश करना क्या आपके अधिकार क्षेत्र में है अथवा नहीं बस पुनः क्रेशर मालिकों द्वारा सरकार के इशारे पर वहाॅ पर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है जो कि क्षेत्रीय जनता के साथ घोर अन्याय है। उन्होंने कहा कि सरकार इन क्रेशर मालिकों के साथ पूरी तरह मिली हुई है तथा सरकार की सह पर ही क्रेशर मालिकों की इतनी हिम्मत हो गयी है कि एक स्टोन क्रेशर सत्यम शिवम सुन्दरम के मालिक द्वारा गाॅववासियों पर आन्दोलन करने पर 15 लोगों के खिलाफ समन भिजवाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भू-माफियाओं, शराब माफियाओं और खनन माफियाओं के हौंसले पूरी तरह से बुलंद हो चुके हैं जिनकी जकड़ में पूरी सरकार है और सरकार उन्हीं के ईशारों पर चल रही हंै। श्री भट्ट ने कहा कि यदि सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति होती तो उसी दिन शासन द्वारा निरस्तीकरण का आदेश किया जाता किन्तु सरकार ने स्टोन क्रेशर मालिकों के लिए साइड से दरवाजा खुला छोड़ा और इधर मलेथा क्षेत्रवासियों को बहलाने के लिए एक आदेश जो वैधानिक था ही नहीं उन्हें थमा दिया। श्री भट्ट ने कहा कि सरकार लगातार प्रदेश में द्वेषपूर्ण व प्रतिशोध की भावना से कार्य कर रही है, इसका ताजा उदाहरण यह है कि पूर्व में मुख्यमंत्री द्वारा लगातार कांग्रेस शासित विधानसभा क्षेत्रों की समीक्षा बैठक की गयी हमारे विरोध करने के बाद 22 नवम्बर को मुख्यमंत्री द्वारा मुझे सं0 1107 के माध्यम से एक पत्र दिया गया जिसमें उन्होंने स्पष्ट लिखा था कि 15 दिसम्बर से वे भा0ज0पा विधायकों की विधानसभा क्षेत्रों की भी समीक्षा बैठक करेंगे। इसी क्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री को अनुरोध किया गया था कि 15 से 17 दिसम्बर तक रानीखेत विधानसभा की समीक्षा बैठक छोड़कर षेश विधानसभाओं की समीक्षा बैठक कर ली जाय क्योंकि वे इन दिनों टिहरी में भा0ज0पा0 कार्यसमिति में रहेंगे और जिन विधानसभाओं की भी समीक्षा बैठक करेंगे उनमें सम्बन्धित क्षेत्रीय विधायकों को कम से कम एक सप्ताह पूर्व जानकारी दें ताकि वे उस तिथि को पूरी तैयारी कर समीक्षा बैठक में प्रतिभाग कर सकें। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार विकास कार्यों में भी सौतेला व्यवहार कर रही है जो लोकतंत्र एवं प्रजातंत्र के लिए अच्छी परम्परा नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया पैनल के पदाधिकारियांे ने किया मंथन
देहरादून,5 जनवरी (निस)। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस मीडिया पैनल के पदाधिकारियों की एक बैठक प्रदेश कार्यालय में आयेाजित की गई। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों ने सूचनाओं के आदान-प्रदान में मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए अपने-अपने सुझाव दिये। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय द्वारा पैनल के सभी सदस्यों को सुझाव दिया गया कि राज्य सरकार द्वारा जनहित में कराये जा रहे कार्यांे के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ केन्द्र सरकार की विफलताओं तथा जनविरोधी नीतियों को भी मीडिया के माध्यम से जनता के मध्य मजबूती से उठाया जाय। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार छल-प्रपंच के बल पर सत्ता में काबिज हुई है। भाजपा नेताओं ने यू.पी.ए. सरकार के खिलाफ झूठा प्रचार कर देश की जनता को छला है आज केन्द्र की भाजपा सरकार दायित्व बनता है कि जिन मुद्दों को उठाकर उसने चुनाव में विजय हांसिल की उन मुद्दों पर उसे जनता को जवाब देने के लिए दबाव बनाया जाय। कांग्रेस हर उस मुद्दे पर केन्द्र सरकार पर दबाव बनायेगी जो वादे उसने जनता से चुनाव के दौरान किये हैं। उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सरकार केन्द्र की सत्ता में आई है इस सरकार ने झूठे प्रचार के सिवा एक भी जनहित का काम नहीं किया है हमें मीडिया के माध्यम से भाजपा के झूठे प्रचार व जनविरोधी नीतियों को देश की जनता के सामने बेनकाब करने का काम करना है। बैठक में पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन, पूर्व विधायक केदार सिंह रावत, पूर्व विधायक करण महरा, योगेन्द्र खण्डूरी, प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी, प्रवक्ता अंशुल श्री कुंज, राजीव महर्षि उपस्थित रहे।
सीएम ने औचक निरीक्षण कर कानून व्यवस्था का जायजा लिया
देहरादून,5 जनवरी (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार में जनपदीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसके बाद उन्होंने शहर के विभिन्न स्थानों का औचक निरीक्षण कर कानून व्यवस्था का जायजा लिया। देहरादून में मुख्यमंत्री का काफिला डालनवाला से एम.डी.डी.ए., भगतसिंह कालोनी, रायपुर थाना होते हुए सहस्त्रधारा क्रांसिग से सहस्त्र्रधारा रोड होते हुए गये। इसके बाद सहस्त्रधारा रोड़ से राजपुर रोड़ होते हुए दिलाराम चैक पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने चैराहों पर तैनात पुलिस कर्मियों से कानून व्यवस्था की जानकारी भी पूछी। कुछ चैराहों पर पुलिस कर्मी तैनात न मिलने से सीएम ने एस.एस.पी. को दूरभाष पर निर्देश दिये कि शहर के सभी प्रमुख चैराहों पर पुलिस तैनात रहनी चाहिए। रात्रि गश्त नियमित रूप से होनी चाहिए। सड़क पर मिलने वाले बेसहारा लोगों को रैन बसेरा आदि में पहुंचाया जाय। दिलाराम चैक पर मुख्यमंत्री ने अपना काफिला रूकवाया और तैनात पुलिस कर्मियों से पूछा कि वे रात्रि में वाहन चैकिंग कैसे करते हंै। अनियंत्रित वाहन चालकों के खिलाफ क्या कार्यवाही करते हैं। शराब पीने वाले वाहन चालकों के लिए क्या कार्यवाही करते हो। ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने बताया कि उनके पास एल्कोमीटर नहीं है। कर्मियों ने बताया कि ऐसे वाहन चालकों के विरूद्ध चालान आदि की कार्यवाही की जाती है। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही एस.एस.पी. को निर्देश दिये के वे स्वयं भी रात्रि भ्रमण कर शहर की कानून व्यवस्था का जायजा ले। साथ ही प्रमुख चैराहों पर रात्रि में एल्कोमीटर उपकरण भी उपलब्ध रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ जनसंपर्क समन्वयक जसबीर रावत व सलाहकार डाॅ. संजय चैधरी भी उपस्थित रहे।
सीएम ने अभिषेक को साइकिल यात्रा के लिए रवाना किया
देहरादून,5 जनवरी (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने का हम सभी का दायित्व है। मुख्यमंत्री ने फर्रूखाबाद के युवक अभिषेक कुमार शर्मा को उत्तराखण्ड में साइकिल यात्रा के लिए औपचारिक रूप से रवाना किया। मुख्यमंत्री ने स्वयं साइकिल को कुछ देर के लिए चलाया। श्री शर्मा ने बताया कि पूरे देश में स्वच्छता का संदेश देने के लिए वे अपनी निजी यात्रा पर साइकिल से भ्रमण करेंगे। 28 राज्यों व 4 केन्द्रशासित प्रदेशों के 500 जिलों में साइकिल यात्रा के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति संदेश देंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी नंदन सिंह, एसएस जीना, आनंद बहुगुणा, सृष्टि संगठन के आर.के.मिश्रा भी मौजूद रहे।
कार्यालयों में समयबद्धता का हो शत् प्रतिशत् अनुपालनः जिलाधिकारी
देहरादून,5 जनवरी (निस)। जिलाधिकारी चन्द्रेश कुमार ने अवगत कराया है कि शासन की प्राथमिकता है कि प्रदेश के सभी विभागों में अनुशासन बनाये रखते हुए नागरिकों को विकास कार्यक्रमों के माध्यम से स्वच्छ, पारदर्शी एवं लोक कल्याणकारी प्रशासन की अनुभूति कराते हुए प्रदेश को आदर्श एवं अनुशासित प्रदेश के रूप में स्थापित किया जाये। इसी क्रम में जनपद देहरादून को एक अनुशासित जनपद के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने जनपद के सभी कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिये कि वे अपने कार्यालयों में समयबद्धता का शत् प्रतिशत् अनुपालन कराना सुनिश्चित करें, साथ ही टीम बनाकर कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण भी किया जाये। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि कार्यालयाध्यक्षों द्वारा प्रत्येक माह के अन्तर्गत किये गये आकस्मिक निरीक्षण आख्या की प्रति निर्धारित प्रारूप पर प्रत्येक माह की 3 तारीख तक जिलाधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने प्रत्येक कार्यालय में जन शिकायतों के निस्तारण एवं सुनवाई हेतु एक घंटे का समय निर्धारित करने के निर्देश दिये। उन्होने निर्देश दिये कि उक्त समय में कार्यालयाध्यक्ष जनता की शिकायतों को कार्यालय में तैयार की गयी शिकायत पंजिका में पंजीकृत करते हुए सुनेगें, तथा कार्यालयाध्यक्ष की अनुपस्थिति में उनसे निचले अधिकारी द्वारा जन शिकायतों को सुना जायेगा तथा उनका निस्तारण किया जायेगा, इसके साथ ही शिकायत निस्तारण के क्रम में की गयी कार्यवाही का उल्लेख भी शिकायत पंजिका में किया जायेगा, तथा उसके परिणामों से शिकायतकर्ता को भी अवगत कराया जायेगा। उन्होेंने बताया कि वर्तमान में लोक शिकायत निवारण प्रकोष्ठ की स्थापना जनपद के आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण प्रकोष्ठ में की जा चुकी है। जिसके तहत जिला कार्यालय में जनपद स्तर पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण विभिन्न विभागो के माध्यम से किया जा रहा है, जिसकी साप्ताहिक समीक्षा जिला कार्यालय के साथ-2 विभाग/कार्यालय स्तर पर भी की जा रही है। जिलाधिकारी ने सभी कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिये कि यह कार्य समयबद्धता से किया जाये तथा निरीक्षण के दौरान पाई गयी अनियमितताओं का विवरण एवं अन्य जानकारियों का उल्लेख करते हुए निरीक्षण आख्या निर्धारित प्रारूप पर विभागीय उच्चाधिकारियों के अतिरिक्त जिलाधिकारी कार्यालय में उपलब्ध करायी जाये।