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नरकटियागंज (बिहार) की खबर (06 जनवरी)

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ब्लिस प्रोजेक्ट के तहत अंग्रेजी शिक्षकों का पाँच दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ

narkatiaganj news
नरकटियागंज(पच) स्थानीय उच्च विद्यालय के परिसर में राज्य परियोजना निदेशक बिहार माध्यमिक शिक्षा परिषद के पत्रांक 1409 दिनांक 17 दिसम्बर 2014 के आलोक में ब्लिस प्रोजेक्ट (ठस्प्ैै च्तवरमबज) के तहत राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान द्वारा माध्यमिक विद्यालयों में पढाने वाले अंग्रेजी के शिक्षको का जिला स्तरीय पाँच दिवसीय आवासीय सेवाकालीन प्रशिक्षण का आयोजन 06 जनवरी 15 से 10 जनवरी 2015 तक आयोजित किया गया है। प्रशिक्षण का उद्घाटन मुख्य अतिथि भोंट चतुर्वेदी सचिव जिला माध्यमिक शिक्षक संघ पश्चिम चम्पारण, डाॅ विमल ठाकुर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आरएमएसए, सूर्यांश कुमार, कार्यालय सहायक आरएमएसए, गुड्डू कुमार प्रखण्ड साधन सेवी, महम्मद मनीर प्रअ उवि नरकटियागंज, देवेन्द्र गुप्ता, सिद्दिक अहमद ने किया। जिसमें मुख्य प्रशिक्षक मुकुन्द मुरारी राम और ललन राम शिक्षकों को अंग्रेजी विषय को सरल व सहज तौर पर बच्चों के बीच पढाने का तरीका व सलिका पाँच दिनों में सीखाएंगे। जिसमें बगहा और नरकटियागंज अनुमण्डल के कुल 34 शिक्षकों को शामिल होना था, प्रशिक्षक मुकुन्द मुरारी राम ने बताया कि प्रथम दिवस प्रशिक्षण में कुल 31 शिक्षक की उपस्थिति हो सकी। अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों में बीरेन्द्र मिश्र, खुशबू कुमारी और प्रमोद कुमार केे नाम हैं।

मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर राजनीतिक व प्रशासनिक गतिविधियाँ तेज

नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) अखिल भारतीय थारू कल्याण महासंघ की राष्ट्रीय अधिवेशन में बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी शामिल हो रहे है। यह अधिवेशन नरकटियागंज अनुमण्डल के गौनाहा प्रखण्ड अन्तर्गत बेलसण्डी उच्च विद्यालय प्रांगण में सम्पन्न होने जा रहा हैं। जिसमें थारूओं के लिए बेलसण्डी उच्च विद्यालय में इण्टर स्तरीय पढ़ाई कराने की मांग जोरदार ढंग से किया जाएगा। थरूहट विकास प्राधिकार के अन्तर्गत क्षेत्र में अभियन्त्रण महाविद्यालय की स्थापना करने और चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना की मांग उठाने की संभावना हैं। मुख्यमंत्री के बेलसंडी दौरा को लेकर राजनीतिक गलियारा में चर्चा यह कि भारतीय जनता पार्टी थारूओं में अपनी पैठ बना रहा है तो इसमें जद यू क्यों पीछे रहे। अखिलभारतीय थारू कल्याण महासंघ के नेता हेमराज जी जद यू के समर्थक है। इसलिए नीतीश कुमार और मुख्यमंत्री थारूओं को लुभाने के लिए कई लोकलुभावन घोषणाएँ इस दौरान कर सकते है। गौरतलब है कि 2015 विधान सभा चुनाव को लेकर सभी पार्टिया अपने तरफ से जनता को लुभाने की कोई कसर छोड़ने में पीछे नहीं रहेंगे। प्रशासनिक स्तर पर मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर पूरी तैयारी की जा रही है। जिला और अनुमण्डल के प्रशासनिक व पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के चाक चौबन्द इन्तेजाम किये जा रहे है।

पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर (06 जनवरी)

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नामांकन के छठवें दिन 73 नामांकन पत्र दाखिल
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पन्ना 06 जनवरी 15/पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव के लिए 31 दिसंबर को अधिसूचना जारी कर दी गई। इसके साथ ही नामांकन पत्र दाखिल करने का क्रम आरंभ हुआ। कलेक्टर न्यायालय कक्ष में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन पत्र प्राप्त किए जा रहे हैं। रिटर्निंग आफीसर तथा कलेेक्टर आर.के. मिश्रा एवं सहायक रिटर्निंग आफीसर अनिल खरे एडीएम तथा सहायक रिटर्निंग आफीसर चन्द्रशेखर शुक्ला मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत नामांकन पत्र प्राप्त करने के लिए तैनात रहे। नामांकन के छठवें दिन जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 73 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 1 से श्रीमती काशी बाई, गिरिजा बाई, सावित्री, मुन्नी तथा कस्तूरी ने नामांकन दाखिल किए। वार्ड क्रमांक 2 से श्रीमती शिवकली, रामलली, माया तथा इन्द्ररानी ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। वार्ड क्रमांक 3 से अलख निरंजन सिंह, रतीभान, अयोध्या, ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह, संजय सिंह, अखिलेश तथा राजू ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। वार्ड क्रमांक 4 से नत्थू लाल तथा रमाश्रय ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। वार्ड क्रमांक 5 से सर्वाधिक नामांकन पत्र भरे गए। इस वार्ड से गिरवर सिंह, रामदुलारे, अरूण सिंह मेहदेले, सुशील कुमार, राघवेन्द्र सिंह, पजन कुमार, सुरेन्द्र सिंह, विनोद कुमार, आनन्द कुमार, मानवेन्द्र सिंह, कृष्ण कुमार तथा हनी सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। वार्ड क्रमांक 6 से रघुराज सिंह, जयप्रकाश पटेल तथा नारायण प्रसाद ने नामांकन भरा है। वार्ड क्रमांक 7 से लक्ष्मी बाई, मुलायम बाई, ममता बाई, जशोदा, सुनीता, लल्ला, फूल बाई, राधा बाई, केशकली तथा रजिया ने नामांकन पत्र दालिख किया है वार्ड क्रमांक 8 से बाबी चैधरी, विद्या देवी, सियारानी तथा मोहनी देवी एवं वार्ड क्रमांक 9 से श्रीमती राजराजा, विद्या देवी, उपमा, रामकुंवर, श्रीमती ममता शर्मा, श्रीमती मुन्ना राजा तथा सुनिया बाई ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। वार्ड क्रमांक 10 से राजकुमार, विश्वनाथ, जीत लाल, किरण बाई, सिरदार तथा जयश्री ने नामांकन भरा है। वार्ड क्रमांक 11 से लक्ष्मण पटेल, वार्ड क्रमांक 12 से वीरेन्द्र द्विवेदी तथा आनन्द कुमार ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। वार्ड क्रमांक 13 से गुड्डी बाई, श्रीमती लीला बाई, सारेम बाई, रिंकी सिंह, श्रीमती राजा बाई, कमला बाई, मीरा बाई तथा जानकी ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। वार्ड क्रमांक 14 से विद्या बाई तथा राजा देवी ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। नामांकन पत्र 7 जनवरी को दोपहर बाद 3 बजे तक दाखिल किए जा सकेंगे। इनकी जांच 8 जनवरी को होगी। नामांकन पत्र 10 जनवरी को दोपहर बाद 3 बजे तक वापस लिए जा सकते हैं। इसी दिन उम्मीदवार अंतिम सूची का प्रकाशन किया जाएगा। आवश्यक होने पर 19 फरवरी को प्रातः 7 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक मतदान होगा।

गणतंत्र दिवस की तैयारी बैठक 8 को
पन्ना 06 जनवरी 15/गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी बैठक 8 जनवरी को शाम 4 बजे से कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की जा रही है। बैठक में कलेक्टर आर.के. मिश्रा बैठक की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। बैठक में गणतंत्रता दिवस समारोह में होने वाली परेड, संस्कृतिक कार्यक्रम तथा भारत पर्व के आयोजन की समीक्षा की जाएगी। सभी संबंधित अधिकारियों बैठक में उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया है। 

महिला मास्टर ट्रेनर्स नियुक्त - प्रशिक्षण 11 को 

पन्ना 06 जनवरी 15/त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचन के लिए जिले में 1178 मतदान केन्द्रों में प्रति मतदान केन्द्र 5 के मान से मतदान दलों का गठन किया जाना है इसके अतिरिक्त ईव्हीएम के सेक्टर, सेक्टर अधिकारी के साथ्ज्ञ रिजर्व दल, सामग्री वितरण तथा वापिसी एवं अन्य व्यवस्थाओं में अधिक संख्या में कर्मचारियों की ड्यिूटी लगाना आवश्यक है। जिसके लिए जिले में पदस्थ महिला कर्मचारियों की डिय्टी भी लगाई जाएगी।कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आर.के. मिश्रा ने महिला मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए  लिए महिला मास्टर ट्रेनर्स नियुक्त किए हैं। जिसमें प्राध्यापक श्रीमती प्रीति पचैरी, श्रीमती ऊषा मिश्रा, श्रीमती उमा त्रिपाठी, प्राचार्य श्रीमती भारती खरे, प्राध्यापक श्रीमती गिरिजेश शाक्य, सहायक प्राध्यापक श्रीमती मनोरमा गुप्ता, श्रीमती रजनी सोनी, श्रीमती मीरा छिरौल्या, श्रीमती सरोजिनी अग्रवाल, श्रीमती सरिता खरे, प्राचार्य श्रीमती निशा जैन, व्याख्याता श्रीमती सुमनलता खान, प्राचार्य श्रीमती साधना अवस्थी, प्राचार्य हाई स्कूल श्रीमती रंजना खरे, प्राचार्य श्रीमती भूपेन्द्र श्रीवास्तव तथा श्रीमती किरण दुबे नियुक्त की गई हैं। इसी प्र्रकार वरिष्ठ अध्यापक श्रीमती संजूदेवी श्रीवास्तव, व्याख्याता श्रीमती छाया अवस्थी, वरिष्ठ अध्यापक श्रीमती ऊर्षा शर्मा, श्रीमती आशा पाण्डेय, श्रीमती मधुरिमा, श्रीमती द्रोपती दहायत, श्रीमती भारती श्रीवास्तव, श्रीमती रीना खरे, श्रीमती रेखा पाण्डेय, श्रीमती अनीता मिश्रा, श्रीमती बबीता रावत, श्रीमती उषा तिवारी, श्रीमती रागिनी नामदेव, श्रीमती गीता खटीक, श्रीमती मुक्ति विजय सिंह, श्रीमती आबिदा खातून कुरैशी तथा श्रीमती सुहद्रा राय नियुक्त की गई हैं। प्रधानाध्यापिका श्रीमती कीर्ति खरे, प्राचार्य श्रीमती विजयलक्ष्मी खरे, प्रधानाध्यापिका श्रीमती ज्योति खरे, व्याख्याता श्रीमती किरण चैरसिया, व्याख्याता विधि श्रीमती रागिनी तिवारी, व्याख्याता श्रीमती किरण पाण्डेय, वरिष्ठ अध्यापक श्रीमती भावना मेहता, व्याख्याता श्रीमती शकुन्तला अहिरवार, व्याख्याता कु0 मीना मिश्रा तथा व्याख्याता श्रीमती जान्हवी खरे मास्टर टेªनर्स नियुक्त की गई हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण 11 जनवरी को दोपहर 12 बजे से छत्रसाल महाविद्यालय पन्ना में आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण देने के लिए डाॅ0 पी.पी. गौर प्राध्यापक शासकीय छत्रसाल महाविद्यालय पन्ना, श्री एस.के. पटेल सहायक प्राध्यापक एवं श्री आर.एम. दत्ता सहायक प्राध्यापक की ड्यिूटी लगाई है। श्री नरेश पटेल ग्रंथपाल शा.कन्या महा. पन्ना की ड्यिूटी प्रशिक्षणार्थियों की उपस्थिति प्राप्त करने एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था के लिए लगाई गई है। प्रशिक्षण लेने के बाद परीक्षा ली जाए तथा परिणामों से कार्यालय को सूचित किया जाए।

मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र होगा मान्य- जिला निर्वाचन अधिकारी
पन्ना 06 जनवरी 15/पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव की प्रक्रिया जारी है इस अवधि में अवकाश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। अधिकारियों तथा कर्मचारियों को गंभीर बीमारी की स्थिति में मेडिकल बोर्ड के प्रमाण पत्र के बाद ही अवकाश दिया जाएगा। इस संबंध में सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आर.के. मिश्रा ने कहा है कि अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा आवेदन करने पर पूरी तरह परीक्षण करने के बाद केवल मेडिकल बोर्ड चिकित्सा प्रमाण पत्र जारी करें। इसमें स्पष्ट रूप से बीमारी तथा उपचार का सरल भाषा स्पष्ट रूप से उल्लेख करें। मेडिकल बोर्ड के बिना अवकाश आवेदन मान्य नही होगा। यदि कोई चिकित्सक प्रमाण पत्र जारी कर रहा है तो उसके विरूद्ध कार्यवाही करें। 

सारंगधर मेले में रहेंगे सभी आवश्यक प्रबंध-कलेक्टर 

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पन्ना 06 जनवरी 2015/मकर संक्रांति के अवसर पर जिले के विभिन्न स्थानों के साथ सांरगधर मंदिर परिसर में विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। यह मेला 14 से 21 जनवरी तक आयोजित किया जाता है। इसकी तैयारी बैठक में कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने कहा कि मेले में सभी आवश्यक प्रबंध किए जाएंगे। इसमें सडक, सुरक्षा, पेयजल, उपचार, बिजली तथा परिवहन की व्यवस्था की जाएगी। कलेक्टर ने बताया कि मंदिर की पुताई के लिए 15 हजार रूपये तथा सजावट के लिए 25 हजार रूपये की राशि मंजूर कर दी गई हैै। मंदिर परिसर एवं मुख्य मार्ग से मेला परिसर तक की सडक की सफाई नगर पालिका पन्ना कराएगी। लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मेले में पेयजल की व्यवस्था करेगा। कार्यपालन यंत्री विद्युत मण्डल मेला परिसर में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था के साथ वहां मेला अवधि में लाइन मैन तैनात रखें। पुलिस अधीक्षक मेले में सुरक्षा के लिए पर्याप्त बल तैनात करें। मेले में डाक्टर सहित उपचार दल तैनात रहेगा। बैठक में एसडीएम पन्ना अशोक ओहरी तथा प्रभारी अधिकारी धर्मार्थ रत्नेश दीक्षित ने सारंगधर मेले के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी।  बैठक में जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रसेन सिंह, मुख्य नगरपालिका अधिकारी ओ.पी. दुबे तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। 

अकोला क्षेत्र में अवैध कटाई मंे लिप्त वाहन जप्त
पन्ना 06 जनवरी 2015/पन्ना टाईगर रिजर्व के परिक्षेत्र पन्ना बफर के बीट अकोला में रात्रि 12.30 बजे उडनदस्ता दल एवं स्थानीय वन अमले के संयुक्त प्रयास से 5 नग सागौन की बोगी से लदी टाटा सूमों वाहन क्रमांक एम.पी.16 ए 5252 को पन्ना टाइगर रिजर्व के अमले के द्वारा जप्त किया गया। अपराधी रात्रि में मौके का फायदा उठा कर भाग गये। इस संबंध में क्षेत्र संचालक आर. श्रीनिवास मूर्ति ने बताया कि जप्त वाहन के मालिक का नाम ए.एस.खान वल्द जी.पी. खान है। भारतीय वन अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। इसी प्रकार 4 जनवरी को भी इसी क्षेत्र से एक मारुति बेन वाहन क्रमांक एम.पी.35 टी-0544 उत्तर पन्ना वन मण्डल के परिक्षेत्र देवेन्द्रनगर के अमले के द्वारा पकड़ी गई है। वाहन में सागौन इमारती 06 नग एवं आरा एक नग पाया गया। वाहन के साथ राकेष वल्द धनष्याम यादव निवासी अकोला एवं स्वदेष खरे वल्द नरोत्तम प्रसाद खरे निवासी इन्द्रपुरी पन्ना को गिरफ्तार किया गया है। इनके विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। 

वाहनों की अनुमति देंगे रिटर्निंग आफीसर
 
पन्ना 06 जनवरी 15/पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव प्रचार के लिए उम्मीदवारों द्वारा उपयोग किए जाने वाले वाहनों की अनुमति रिटर्निंग आफीसर देंगे। इस संबंध में आयोग के निर्देशों की जानकारी देते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव प्रचार के लिए आयोग द्वारा वाहनों की संख्या निर्धारित नही की गई है। उम्मीदवार अनुमति लेकर वाहनों का उपयोग प्रचार में करें। लेकिन मतदान समाप्ति के 48 घण्टे पूर्व प्रत्येक उम्मीदवार को केवल दो वाहनों की अनुमति प्राप्त करने की पात्रता होगी। सभी रिटर्निंग आफीसर वाहनों की अनुमति लेने के लिए उचित व्यवस्था करें। सभी उम्मीदवार अनुमति लेकर ही वाहनों का प्रचार में उपयोग करें। 

टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) की खबर (06 जनवरी)

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त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2014-15, ई.वी.एम. से मतों की गणना की प्रक्रिया में आंशिक संशोधन

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टीकमगढ़, 6 जनवरी 2015। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री केदार शर्मा ने बताया है कि त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2014-15 के दौरान आयोग द्वारा सरपंच, जनपद पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के पदों के लिये ई.वी.एम. से मतों की गणना के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये है। उन्होंने बताया कि रिटर्निंग आॅफिसर की हैंडबुक के अध्याय-21 में भी इन निर्देशों का विवरण उल्लेखित है। कलेक्टर श्री शर्मा ने बताया कि वर्तमान में केवल जिला पंचायत सदस्य और जनपद पंचायत सदस्य पद का निर्वाचन ही ई.वी.एम. से हो रहा है। सरपंच पद का निर्वाचन ई.वी.एम. से नहीं होने के कारण ई.वी.एम. से मतों की गणना की पूर्व प्रक्रिया में आंशिक संशोधन का निर्णय आयोग ने लिया है। उन्होंने बताया कि जिला पंचायत और जनपद पंचायत के सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लिये मतगणना एक साथ प्रातः 7ः30 बजे से प्रारंभ की जायेगी।कलेक्टर श्री शर्मा ने बताया कि ई.वी.एम. से मतों की गणना के लिये जनपद पंचायत के वार्डों जे.पी.डब्लू. को आधार बनाया जायेगा। प्रत्येक वार्ड के लिये एक मतगणना टेबल लगाई जायेगी। प्रदेश में जनपद पंचायतों में वार्डों की अधिकतम संख्या 25 है। इस प्रकार एक विकासखंड में अधिकतम 25 मतगणना टेबल लगाई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि सामान्य तौर पर एक जनपद पंचायत वार्ड में मतदान कंेद्रांे की संख्या 12-15 है। इस प्रकार सामान्यतः 12-15 राऊड में विकासखंड में मतगणना समाप्त हो जायेगी। एक मतगणना हाॅल के लिये अधिकतम गणना टेबिलों की संख्या 14 होगी। प्रत्येक हाॅल के लिये एक रिटर्निंग आॅफिसर/सहायक रिटर्निंग आॅफिसर गणना को प्रभारी नियुक्त किया जायेगा। कलेक्टर श्री शर्मा ने बताया कि प्रत्येक जनपद वार्ड एक मतगणना टेबल लगायी जायेगी। इसलिये जनपद सदस्य पद का प्रत्येक अभ्यर्थी एक मतगणना अभिकर्ता नियुक्त कर सकेगा। जिला पंचायत सदस्य के अभ्यर्थी उनके निर्वाचन क्षेत्र के लिये लगायी गई मतगणना टेबिलों के अनुपात में मतगणना अभिकर्ता नियुक्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि मतगणना केंद्रों में प्रवेश व्यवस्था, मतगणना कर्मियों की व्यवस्था, मतगणना कर्मियों का रेंडमाईजेशन, मीडिया व्यवस्था, पुनमर्तगणना, निर्वाचन परिणाम की घोषणा आदि संबंध व्यवस्थाएं पूर्ववत रहेंगी। 

तीन बैलेट यूनिट के साथ होगा माॅकपोल

टीकमगढ़, 6 जनवरी 2015। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री केदार शर्मा ने बताया है कि त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन 2014-15 के प्रथम चरण में कई स्थानों में जिला पंचायत और जनपद पंचायत सदस्य पद के लिये निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 15 या उससे अधिक प्रतिवेदित हुई है। उन्होंने बताया कि 15 या उससे अधिक अभ्यर्थी होने की स्थिति में एक अतिरिक्त बैलेट यूनिट का उपयोग किया जायेगा। श्री शर्मा ने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार तीन बैलेट यूनिट के साथ कम से कम 10 ई.वी.एम. सेट पर माॅकपोल आयेाजित किये जायेगें तथा प्रत्येक माॅकपोल में न्यूनतम 500 वोट डालना सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि माॅलपोल जिन ई.वी.एम. सेट पर किये जायेंगे उनका रिकार्ड भी संधारित किया जायेगा तथा माॅकपोल के रिजल्ट से आयोग को अवगत कराया जायेगा।

माॅडल स्कूल चयन परीक्षा आवेदन पत्र की अंतिम तिथि बढ़ी 

टीकमगढ़, 6 जनवरी 2015। जिला शिक्षा अधिकारी डाॅ0 आर.एन. नीखरा ने बताया है कि प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालय स्थित उत्कृष्ट विद्यालय एवं विकासखंड स्तरीय माॅडल स्कूल हेतु कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिये आवेदन करने की अंतिम तिथि 3 जनवरी 2015 से बढ़ाकर 10 जनवरी 2015 कर दी गई है। उन्होंने बताया कि व्यावसायिक परीक्षा मंडल के माध्यम से प्रवेश परीक्षा का आयोजन 25 जनवरी 2015 को किया जा रहा है। इसका आवेदन पत्र आॅनलाईन भरा जायेगा। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों एवं प्राचार्याें को अधिक से अधिक छात्रों से आवेदन पत्र भरवाने के निर्देश दिये गये हैं।

उपचार हेतु आर्थिक सहायता स्वीकृत

टीकमगढ़, 6 जनवरी 2015। म.प्र. राज्य बीमारी सहायता निधि से जिले के दो जरूरतमंद व्यक्तियों को डी.बी.आर. सी.ए.जी. एवं आर.एच.डी. एम.एस. एम.आर. के उपचार हेतु 3 लाख 35 सौ रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। तदनुसार श्री सतेन्द्र प्रकाश शर्मा तनय श्री ओमप्रकाश शर्मा उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम बनपुरा बुजुर्ग तह. बल्देवगढ़ तथा श्रीमती लच्छी बाई पत्नि श्री हरिराम पाल उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम पढ़रा तह. जतारा को 3 लाख 35 सौ रूपये डी.बी.आर. सी.ए.जी. एवं आर.एच.डी. एम.एस. एम.आर. के उपचार हेतु स्वीकृत किये गये हैं। यह राशि संबंधित अस्पताल को चैक द्वारा देय होगी। 

पल्स प¨लिय¨ अभियान में 18 जनवरी अ©र 22 फरवरी, क¨ पिलाई जाएगी दवा

टीकमगढ़, 6 जनवरी 2015। मध्यप्रदेश में पल्स प¨लिय¨ अभियान में आगामी 18 जनवरी क¨ पाँच साल तक के बच्च¨ं क¨ र¨ग¨ं से बचाव के लिए दवा पिलाई जाएगी। द्वितीय चरण में 22 फरवरी क¨ दवा पिलाने का कार्य ह¨गा। प्रदेश में नियमित टीकाकारण में छूटे हुए पाँच साल तक के बच्च¨ं क¨ भी घर-घर जाकर चिन्हित किया जाएगा अ©र 22 फरवरी क¨ उन्हें दवा पिलाने के साथ-साथ संपूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। अभियान की कार्यय¨जना क¨ सफल बनाने जिला स्तरीय टीकाकरण/पल्स प¨लिय¨ टास्क फ¨र्स की बैठक आयोजित की जायेगी। इस बैठक में महिला-बाल विकास, स्कूल शिक्षा, जनसंपर्क अ©र पंचायत विभाग के साथ ही यूनीसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन, र¨टरी क्लब, इंडियन मेडिकल एस¨सियेशन अ©र आईएपी के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। 

मतदान अधिकारी क्र. 4 क¨ भी द्वितीय प्रशिक्षण दिलवायें

टीकमगढ़, 6 जनवरी 2015। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री केदार शर्मा ने बताया है कि राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार द्वितीय प्रशिक्षण में मतदान अधिकारी क्रमांक-4 क¨ भी भली-भांति प्रशिक्षित किया जाये। उन्ह¨ंने बताया कि मतदान अधिकारी क्रमांक-4 क¨ कंट्र¨ल यूनिट एवं मत पेटी का प्रभारी बनाया गया है।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर 06 जनवरी)

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बुधवार से भारी मशीनों को पहुंचाया जायेगा धाम, मषीनों के पहुंचने से पुनर्निर्माण कार्य में आएगी तेजी 

देहरादून, 6 जनवरी। मंगलवार को वायु सेना के सबसे बड़े मालवाहक हैलीकाॅप्टर एमआई-26 ने केदारनाथ में बनाये गये हैलीपैड में सुरक्षित ट्रालय लैंडिंग की। साथ ही एमआई-26 के पायलटों ने केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में प्रयोग होने वाली मशीनों को ढोने के लिये हरी झंडी दे दी है। अब बुधवार से एमआई-26 गौचर हवाई पटटी से केदारनाथ के लिये मशीनें ले जायेगी जायेंगी। 11660 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस हैलीपैड को बनाने में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान(निम) के कर्मचारियों व मजदूरों को विपरीत परिस्थितियों के बीच काफी मषक्कत करनी पड़ी है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को एमआई 26 ने चंडीगढ़ से गौचर के लिए उड़ान भरी थी। दोपहर तक वायु सेना का एमआई 26 गौचर में लैंडिंग कर चुका था। मंगलवार प्रातः आठ बजे एमआई 26 ने केदारनाथ के उड़ान भरी और केदारनाथ में सुरक्षित लैंडिंग की। वायु सेना के अधिकारियों ने हैलीपैड में दो बार एमआई 26 को लैंडिंग करवाई। इस बीच वायु सेना के अधिकारियों ने हैलीपेड का जायजा भी लिया। इससे पूर्व दो अधिकारी सोमवार को हैलीपेड का जायजा भी ले चुके थे। करीब तीन सप्ताह तक एमआई 26 हेलीकाप्टर गौचर में ही रहेगा और लगभग दो सौ टन सामग्री को केदारनाथ पहुंचाएगा। गौचर हवाई पटटी पर पोकलैंड, जेसीबी, डंपर आदि मशीनों के अलग-अलग पार्ट कर दिये गये हैं। क्रेन के जरिये सामग्री को एमआई 26 में डाला जाएगा और दिन में एक बार ही एमआई 26 हेलीकाॅप्टर केदारनाथ की उड़ान भरेगा और एक बार में लगभग आठ टन सामग्री ही वह केदारनाथ पहुंचाएगा। एमआई 26 से पहुंचाई जाने वाली भारी मशीनों से निम के मजदूरों को पुनर्निर्माण के कार्यों में आसानी होगी। बर्फवारी को हटाने और क्षतिग्रस्त भवनों को तोड़ने में मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। जेसीबी, डम्पर और पौकलैंड मशीनों के धाम में पहुंच जाने के बाद मजदूरों को अब कार्य करने में दिक्कतें नहीं होंगी। वायु सेना के विंग कमांडर जीएस तुंग ने बताया कि बुधवार से एमआई 26 से भारी मशीनों को पहुंचाया जायेगा। उन्होंने कहा कि मौसम की परिस्थिति को देखते हुए कार्य किया जायेगा।

जनता के साथ खिलावाड़ कर रही कांग्रेस सरकारः अजय भट्ट

देहरादून,6 जनवरी (निस)। नेता प्रतिपक्ष उत्तराखण्ड विधानसभा अजय भट्ट ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपनो को खुश करने के अलावा कुछ भी प्रदेश हित में नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि पूरे भारत भर में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार प्रदेश में ऐसी सरकार थी जिसने सर्वप्रथम प्रदेश में 108 की सुविधा मुहैया कर पूरे प्रदेशवासियों को राहत देकर इस सेवा से पूरे भारत भर में इतिहास कायम किया था। श्री भट्ट ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने इसके बाद खुशियों की सवारी को जमीन में उतारकर जच्चा-बच्चा को निःशुल्क घर तक छोड़ने की योजना को अंजाम दिया था किन्तु वर्तमान कांग्रेस सरकार अपनों को शराब, जमीन और खनन के कारोबार में एडजस्ट करने में इतनी व्यस्त हो गयी है कि उसे यही पता नहीं कि 108 जैसी इतनी महत्वपूर्ण सेवा के बजट रिलीज न होने के कारण पूरे प्रदेशभर में 108 सेवा के पहिए जाम नहीं हुए बल्कि प्रदेशवासियों की सांसें जाम होने लगी है, जिस कारण  डंडासली गाॅव में 108 नहीं पहुंॅचने से सुरजा देवी की मृत्यु हो गयी। उन्होंने कहा कि यदि 108 सेवा पहुॅच गयी होती तो उसकी जान बच गयी होती क्योंकि उसमे समय से अस्पताल पहुॅचाने के साथ ही रास्ते में आवश्यक दवायें भी मुहैया करायी जाती हैं। श्री भट्ट ने कहा कि सरकार को अपनों को खुश करने में यह भी ध्यान नहीं रहा है कि प्रदेश में 108 जैसी सेवा के लिए समय से बजट रिलीज न होने पर आज पूरी तरह से पूरे प्रदेश में इसे सेवा ने दम तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की गलत नीतियों और आपसी कलह के कारण लगातार प्रदेश का भारी नुकसान हो रहा है। श्री भट्ट ने कहा कि सरकार के विधायक जब भी सरकार को धमकी देते हैं तो आनन-फानन में चंद घण्टों में ही उन्हें तमाम प्रकार की सुख-सुविधायें दिलाये जाने हेतु बजट से लेकर अन्य सभी प्रकार की व्यवस्थायें कर ली जाती हैं किन्तु प्रदेष में 108 सेवा पिछले 1 माह से दम तोड़ने जा रही है उसकी ओर अभी तक सरकार का ध्यान न जाना अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण है। श्री भट्ट ने कहा कि सरकार की सह पर प्रदेश में लगातार खनन माफियाओं के पैर मजबूत होते जा रहे हैं आज प्रदेश में कोई भी अधिकारी जो खनन माफियाओं, भू-माफियाओं और शराब माफियाओं के खिलाफ चैकिंग करता हो वह सुरक्षित नहीं रह गये हैं। हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में लेखपाल तेलूराम जब खनन माफियाओं के खिलाफ चैकिंग अभियान चला रहे थे उल्टा उनके साथ मारपीट कर खनन माफिया अपने मसूंबों पर पूरी तरह से कामयाब हो गये। उन्होंने कहा कि पूरी सरकार इन माफियाओं के साथ संलिप्त है और ये खनन माफिया पूर्ण तरह से सरकार में षामिल लोग हैं जो बेखौफ होकर एक के बाद एक घटना को अंजाम देते आ रहे हैं क्योंकि इससे पूर्व जब डोईवाला के ग्रामीणों ने खनन के खिलाफ आवाजा उठायी थी तो उल्टा उन पर हमला कर दिया था तथा विकासनगर में एसडीएम को कुचलने का प्रयास किया गया था और इसके बाद हरिद्वार में ही एएसपी पर फायरिंग की गयी थी।

नए राज्यपाल कृष्णकांत पाॅल आज पहुंचेगे दून

देहरादून,6 जनवरी (निस)। उत्तराखण्ड के नए राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाॅल का 7 जनवरी को अपरान्ह लगभग 4 बजे राजभवन देहरादून पहुँचेंगे। उनका दिल्ली से हवाई मार्ग द्वारा अपरान्ह 3.20 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुँचने का कार्यक्रम प्रस्तावित है, एयरपोर्ट पर उन्हंे पी.ए.सी के जवानों तथा राजभवन पहुँचने पर सेना द्वारा गार्ड आॅफ आॅनर दिया जायेगा। निर्धारित कार्यक्रमानुसार डा0 पाॅल 8 जनवरी को दोपहर 12.00 बजे उत्तराखण्ड के छठे राज्यपाल के रूप में राजभवन के प्रांगण में शपथ ग्रहण करेंगे। उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति के.एम. जोसफ उन्हें राज्यपाल पद की शपथ दिलायेंगे। वहीं, डा. अजीज कुरैशी जो मिजोरम के नये राज्यपाल पद के लिए मनोनीत किए गए हैं, 7 जनवरी को सांय 5 बजे देहरादून से दिल्ली होते हुए मिजोरम के लिए प्रस्थान करेंगे। राज्यपाल की देहरादून से नई दिल्ली तक की यात्रा रेलमार्ग से होगी। वे सात जनवरी को रात्रि विश्राम उत्तराखण्ड निवास नई दिल्ली मंे करेंगे। 08 जनवरी, 2015 की प्रातः 09.20 बजे जेट एयरवेज द्वारा पालम एयरपोर्ट नई दिल्ली से कलकत्ता के लिए प्रस्थान करेंगे। कलकत्ता से अपरान्ह में जेट एयरवेज की दूसरी फ्लाइट से सायंकाल मिजोरम मुख्यालय आइजोल पहुँचेंगे। प्रस्तावित कार्यक्रमानुसार वे 09 जनवरी को मिजोरम के राज्यपाल पद की शपथ लेंगे। सायंकाल 4.00 बजे राजभवन देहरादून से विदाई से पूर्व राज्यपाल को राजभवन में सेना तथा देहरादून रेलवे स्टेशन पहुँचने पर पी.ए.सी. की बटालियन द्वारा गार्ड आॅफ आॅनर दिया जायेगा। देहरादून रेलवे स्टेशन से विदाई के समय अनेक वरिष्ठ राजनेता, राज्य सरकार के अनेक वरिष्ठ अधिकारी व अन्य प्रतिष्ठित महानुभाव भी उपस्थित रहेंगे।

बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त, तो कहीं बिजली से जगमगा रहे हैं गांव

देहरादून, 6 जनवरी (निस)। उत्तराखण्ड के सीमांत जिलों में शीतकाल की दूसरी बर्फवारी से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। उत्तरकाषी ,चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में अभी 16 दिसंबर को हुई बर्फबारी के बाद गांवों में हालात सामान्य हो भी नहीं पाए और ऊंचाई वाले क्षेत्रों के गांवों में दोबारा बर्फबारी हो गई। ऐसे में विद्युत व पानी समेत अन्य व्यवस्थाएं चरमराने लगी है। दो सौ से अधिक गांवों में मिट्टी तेल की भी आपूर्ति न होने से संकट और गहरा गया है। विभागीय अधिकारी भी खराब मौसम का हवाला देकर अपने कत्र्तव्यों से मुंह मोड़ रहे हैं। चमोली जिले में 16 दिसंबर 2014 को हुई बर्फबारी से जिले के पांच सौ से अधिक गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई थी। इसमें से 40 गांवों में ऊर्जा निगम विद्युत आपूर्ति सुचारु नहीं कर पाया है। अब दो जनवरी 2015 को भी जमकर हिमपात हुआ जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में हालात और बिगड़ गए हैं। बर्फबारी प्रभावित 200 से अधिक गांवों में केरोसीन नहीं पहुंचा है। इसके अलावा पाणा, ईराणी, दुर्मी, डुमक, कलगोंठ समेत 60 से अधिक गांवों में बर्फबारी के बाद रास्ते क्षतिग्रस्त व बंद होने से इन गांवों में राशन की किल्लत भी सामने आ सकती है। हालांकि इन गांवों के लोगों ने बर्फबारी के मद्देनजर पहले से एक माह का राशन एकत्रित की हुई है। कई गांवों में बर्फबारी के बाद पेयजल लाइनें टूटने से यहां पानी का संकट भी गहरा गया है। पिलंग वार्ड की जिला पंचायत सदस्य उषा रावत का कहना है कि दशोली ब्लाक के सरतोली क्षेत्र में बर्फबारी के बाद पेयजल लाइन टूटने से पांच से अधिक गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है। हालांकि ऊर्जा निगम का दावा है कि क्षतिग्रस्त लाइनों को सुधारने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है, मगर लगातार मौसम खराब होने से कार्य में रुकावटें पैदा हो रही है। 

तीन गांवो के लिए बिजली सर्दियां में वरदान से कम नहीं
   
देहरादून, 6 जनवरी (निस)। उत्तरकाशी जनपद के सीमांत क्षेत्र उपला टकनौर में बर्फबारी के बावजूद तीन गांवों की बिजली गुल नहीं हुई है। रात को इन तीन गांवों में बिजली की रोशनी काफी राहत दे रही है। हर्षिल जल विद्युत परियोजना इन तीन गांवों के लिए सर्दियों में वरदान साबित हो रही है। हर्षिल से डेढ़ किमी की दूरी पर कछोरागाड पर बनी लघु जल विद्युत परियोजना जिले के सबसे पुरानी पनबिजली परियोजनाओं में से एक है। वर्ष 1976 में बनकर तैयार हुई 200 किलोवाट की यह परियोजना हर्षिल, मुखबा व धराली गांव के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। परियोजना में सौ-सौ किलोवाट की दो टरबाइनें लगी हैं। इसका निर्माण उत्तर प्रदेश जल विद्युत निगम ने कराया था। उत्तराखंड राज्य बनने पर यह परियोजना उत्तराखंड जल विद्युत निगम के अधिकार में आ गई। लगातार बिजली उत्पादन कर रही इस परियोजना को वर्ष 2013 तक जल विद्युत निगम ने संचालित किया। उसके बाद यह परियोजना उरेडा को हस्तांतरित कर दी गई। इन दिनों बर्फबारी के कारण जिले के ऊंचाई वाले गांवों में ग्रिड की बिजली आपूर्ति ठप हो जाती है, लेकिन उपला टकनौर क्षेत्र के इन गांवों में सर्द रातें भी जगमगाती रहती हैं। इसी क्षेत्र के छोलमी, जसपुर, झाला, सुक्की व पुराली गांवों में ग्रिड की बिजली आपूर्ति दम तोड़ जाती है। यही स्थिति जिले के गीठ, पर्वत व बंगाण क्षेत्र में भी पैदा होती है। ऐसे में हर्षिल जल विद्युत परियोजना वरदान साबित हो रही है।

शीतकाल में पहली बार केदारनाथ में पुलिस तैनात

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देहरादून, 6 जनवरी (निस)।  विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ मंदिर का भूगोल ही नहीं बल्कि इतिहास भी बदल गया। त्रासदी के कारण जहां मंदिर के पीछे एक बड़ी शिला आ गई वहीं पहली बार यहां शीतकाल में भी पुलिस तैनात है। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि कपाट बंद होने के बाद भी पुलिस के जवान मंदिर की सुरक्षा में तैनात हैं। जवान कड़ाके की ठंड में केदारनाथ धाम में डयूटी दे रहे हैं।  इससे पहले केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद पुलिस के जवान भी गौरीेकुंड चैकी आ जाते थे। पुलिस यहीं से 14 किलोमीटर दूर केदारनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था देखती थी। छह माह तक भोले बाबा अकेले सुनसान केदारपुरी में रहते थे। इस बार केदारनाथ में परिस्थितियां उलट हैं। वर्ष 2013 में जून माह में आई त्रासदी ने केदारनाथ की तस्वीर ही नहीं बदली, बल्कि इतिहास भी बदल डाला। शीतकाल में पूरे छह माह केदारनाथ गुलजार है। पुलिस के 16 जवान यहां तैनात हैं, जोकि चार फुट बर्फ में भी सुबह शाम मंदिर की सुरक्षा में जुटे हैं। मंदिर की सुरक्षा के लिए पांच जवान हर समय तैनात रहते हैं। एक जवान मुख्य गेट पर तैनात रहकर सुरक्षा का जिम्मा संभालता है, जबकि अन्य मंदिर के आगे पीछे रहते हैं। पुलिस ने अपने लिए बेस कैंप में ही बसेरा बनाया हुआ है। यहीं से पांच जवान प्रतिदिन बारी-बारी से डयूटी पर आते हैं। इनके लिए राशन और अन्य आवश्यक सामग्री की आपूर्ति नेहरु पर्वतारोहण संस्थान कर रहा है। मुख्यमंत्री के आदेश के अनुसार इन पुलिस वालों के लिए हेलीकॉप्टर या पैदल मार्ग से राशन और जरूरी सामान उनके कैंप तक नेहरु पर्वतारोहण संस्थान के मजदूर पहुंचाते हैं।

बुनकरों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर दिया जोर
  • -नेशनल हैंडलूम एक्सपो में बुनकर गोष्ठी आयोजित


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देहरादून,6 जनवरी (निस)। विकास आयुक्त (हथकरघा) भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय एवं उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद (यूएचएचडीसी) के संयुक्त तत्वावधान में परेड मैदान में चल रहे ‘नेशनल हैंडलूम एक्सपो‘ में मंगलवार को बुनकर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में उत्तराखण्ड के पर्ववीय जिलों मोरी, नौ गांव, पुरोला, उत्तरकाषी, छिनका, धारचूला, मुनस्यारी, बागेश्वर, टिहरी तथा अन्य जिलों से भी बनुकरों ने प्रतिभाग किया। इसके साथ ही जम्मू एंड कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड, उडी़सा, पशिचम बंगाल, असम, कर्नाटक, दिल्ली के सौ से अधिक बुनकरों ने भी गोष्ठी में भाग लिया। गोष्ठी में वक्ताओं ने बुनकरों तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर जोर दिया। गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए उद्योग मित्र परिशद के उपाध्यक्ष विवेकानंद खंडूरी ने कहा कि बुनकरों की विभिन्न जरूरतों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाई जाएं। इन योजनाओं का लाभ प्रदेश के दूरस्थ इलाकों के बुनकरों तक पहुंचे इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत किये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र के सर्वेक्षण में उत्तराखण्ड में 29 हजार बुनकर हैं, यदि इसमें परम्परागत बुनकरों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 90 हजार तक पहुंच जाएगी। यही वजह है कि केंद्र से पुनर्सर्वेक्षण की मांग की जा रही है। ऐसा किए जाने से दूरस्थ बैठे बुनकरों तक योजनाओं का लाभ पहुंच सकेगा। प्रदेश के उत्पादों की डिजाइन, रंग, तकनीक, विपणन एवं निर्यात की ओर ध्यान दिए जाने पर बल दिया गया। उन्होंने कहा कि वीवर क्रेडिट कार्ड, बैंक ऋण एवं विपणन के लिए निरंतर नए मेले का आयोजन किया जाना चाहिए। अपर निदेशक उद्योग एससी नौटियाल ने कहा कि हथकरघा उत्पादों की देश व विदेश में मांग बढ़ रही है। शुद्ध हथकरघा उत्पादों को आधुनिक डिजाइन व नवीन तकनीक से तैयार करना बुनकरों की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने बुनकरों को डिजाइन और बाजार के बदलते ट्रेंड की जानकारी देने के लिए एनआईडी अहमदाबाद के साथ समझौता किया है। गोष्ठी में नाबार्ड के उप महाप्रबंधक एसके धूमल, एलआईसी के सहायक प्रबंधक तेज राम, जीसी पांडे महाप्रबंधक उत्तरकाशी महावीर सिंह सजवाण, वूमेन डेवलपमेंट सोसायटी की सचिव डा. केके शर्मा ने विचार व्यक्त किए। धन्यवाद संयुक्त निदेशक उद्योग कौशल्या बंधू तथा संचालन सहायक निदेशक उद्योग शैली डबराल ने किया। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक उद्योग यूके जोशी, सहायक निदेशक उद्योग मनमोहन सिंह, राजेंद्र कुमार, अनुपम द्विवेदी, महाप्रबंधक चमोली शिखर सक्सेना, मृत्यंजय सिंह, मेलाधिकारी केसी चमोली, जेएम बहुगुणा, माधो सिंह रावत, एचआर नौटियाल, एससी हटवाल आदि उपस्थित रहे।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (06 जनवरी)

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जिला पंचायत प्रतिनिधि के लिये भाजपा समर्थित पांच प्रत्याषियों ने जमा किये फार्म 

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झाबुआ---त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में भारतीय जनता पार्टी समर्थित प्रत्याषियों ने मंगलवार को जिला निर्वाचन कार्यालय में अपने नामांकन पत्र जमा किया । जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे, विधायक शांतिलाल बिलवाल, भंडार अध्यक्ष विजय नायर, महामंत्री प्रवीण सुराणा, नगर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार, धनसिंह बारिया नपा अध्यक्ष ,बबलू सकलेचा, अमीत शर्मा, भूपेष सिंगोड, सईदुल्ला खान, मांगीलाल भूरिया आदि की उपस्थिति में वार्ड 1 से मेगजी अमलीयार, वार्ड क्रमांक 2 से नारंगी बहादूर हटिला, वार्ड 6 से सुनीता अजनार, वार्ड 5 से राजली सब्बू भूरिया एवं वार्ड 10 से देवली श्यामा ताहेड ने अपने नामांकन जिला निर्वाचन अधिकारी को जमा किये । इस अवसर पर भाजपा के हजारों  समर्थको के साथ जिला निर्वाचन कार्यालय पहूंचे । जिला भाजपाध्यक्ष श्री दुबे एवं विधायक श्री बिलवाल ने सभी भाजपा कार्यकर्ताओ से आव्हान किया कि संसदीय, विधानसभा चुनावों की तरह ही त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में भी भाजपा समर्थितपों को प्रचंड मतों से विजयी बना कर जिले में कीर्तिमान स्थापित करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभावे ।

मुक्तिधाम के बाउंड्रीवाल के कार्यादेष जारी,  सकल व्यापारी संघ ने आभार जताया 

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झाबुआ---सकल व्यापारी संघ द्वारा जनभागीदारी योजनान्तर्गत शसन एवं नगरपालिका के सहयोग से गेल टाउनषीप  के पिछे निर्माणाधीन  मुक्तिधाम बाउंड्रीवाल निर्माण के लिये कार्यादेष नगरपालिका परिषद झाबुआ द्वारा जारी किया गया है । इस बाउंड्रीवाल निर्माण के लिये पूर्व सांसद द्वारा सांसदनिधि से 6.80 लाख की राषि प्रदान की गई थी । पूर्व में सकल व्यापारी संध द्वारा शोक सभागृह,स्नानागार,पेयजल व्यवस्था एवं प्लेटफार्म निर्माण कार्य के लिये रूपये 24.80 लाख प्रदान किये गये थे  जिसमें से सभागृह,स्नानागार एवं पेयजल व्यवस्था का कार्य पूर्ण होकर, आम नागरिकों एवं समाजजनों के लिये प्रारंभ कर दिया है । सकल व्यापारी सुंघ के पंकज मोगरा के अनुसा बाउण्ड्रीवाल  कार्य आदेष के लिये व्यापारी संध के राजेन्द्र यादव, निर्मल अग्रवाल, राजेषषाह, मनीषव्यास, कमलेष पटेल, प्रवीण रूनवाल, पंकज मोगरा, भरत बाबेल, हरीषषाह, प्रमोद भंडारी, रमेष उोसी, प्रदीप रूनवाल आदि द्वारा पूर्व सांसद एवं नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया के प्रति आभार व्यक्त करसहयोग की सराहना की है ।

तेरापंथ इतिहास की पूर्नरावत्ती

आचार्य श्री महाश्रमण के सुषिष्य मुनिश्री भूपेन्द्रकुमारीजी  अपने सहयोगी संत के  साथ कल्याणपूरा से कालीदेवी की ओर प्रस्थान झाबुआ---यही वही आम का वृक्ष है जिसके नीचे जेैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंध के 11 आचार्य ,आचार्य श्री महाश्रमणजी ने झाबुआ जिले की जीवन विज्ञान यात्रा के अंर्तगत झाबुआ से कल्याणपूरा पधारते समय दिनांक 13मार्च 2003 गुरुवार शीतला सप्तमी को  5 मीनट का विश्राम किया था और उसी स्थान पर आज इतिहास की पुनावृत्ति हुई और उसी आम वृक्ष के नीचे  आज मुनिश्री भूपेन्द्रकुमारजी ने भी 5 मीनट विश्राम किया। इस आम वृक्ष की यह विषेषता है कि यह पूरे वर्ष हरा भरा रहता है और पतझड मे भी इस पेड के पत्ते सुखता नही है। आज दिनाकं 6 जनवरी 2015 मगलवार को , कैसूर चातुर्मास संपन्न कर  मुनिश्री भूपेन्द्रकुमारजी ने अपने सहयोगी संत मुनिश्री गणभक्तजी के साथ झाबुआ जिले के कल्याणपूरा गांव मे नववर्ष 1 जनवरी 2015 को वृहद मंगल पाठ सुनाया। इसी समारोह मे अखिल भारतीय जीवन अकादमी के  राष्ट्रीय सहयोजक श्री सुरेष कोठारी इदौर द्धारा पंच वर्षीय जीवन विज्ञान प्रषिक्षण योजना का उदघोष करते हुए आचार्य महाप्रज्ञ महाविघालय के अंतर्गत  250 करोड की अभिनव योजना प्रस्तुत करते हुए झाबुआ अलिराजपूर, एव धार जिले के प्रत्येक 250 जनसंख्या वाले फलिये फलिये मे स्कूल मे जीवन विज्ञान प्रषिक्षण का सघन कार्य किया जावेगा। म.प्र जीवन विज्ञान अकादमी का पुनः गठन करने के लिए भी उदघोषणा की एव 22 गांवो के कार्यकर्ताओ ने भी अपने प्रस्ताव व विचार प्रस्तुत किए। कल्याणपूरा से रुपारेल कालीदेवी पधारते हुए मुनि भूपेन्द्रकुमारीजी ने अपने सहयोगी संत मुनि गणभक्तजी के साथ उसी वृक्ष के नीचे विश्राम किया जिस वृक्ष के नीचे आचार्य श्री माहश्रमणजी ने विश्राम किया था तथा विश्राम कर इतिहास की पुन; पुर्नरावत्ती की। यह आम वृक्ष बीज से वट वृक्ष वाली कहावत को चरितार्थ करता हुआ।इस अनुपम क्षण के साखी बने हुए मयूर भझडारी, महेष सेठियाद्व संदीप पिपाडा, हजारीमलजी गादिया, गुजेन दुधडिया,  नेहा भण्डारी, पिंकी मेहता,  दिव्या, सेठिया, रुचिका सेठिया आदि।

युवा दिवस पर होगा सामूहिक सूर्य नमस्कार

झाबुआ---राज्य षासन के निर्देषानुसार स्वामी विवेकानंद जयंती युवा दिवस के अवसर पर 12 जनवरी को जिले की सभी षैक्षणिक संस्थाओं में सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। रेडियों पर आकाषवाणाी से सूर्य नमस्कार करने के लिए निर्देष प्राप्त होगे। प्राप्त निर्देषों के अनुसार ही षैक्षणिक संस्थाओं में विद्यार्थियों एवं उपस्थित अधिकारियों जनप्रतिनिधियों द्वारा सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम किया जाएगा। सूर्य नमस्कार के संबंध में बैठक विगत 5 जनवरी को कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएॅ करने के लिए निर्देशित किया। बैठक में मुख्य कार्य पालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस. सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।

क्या है सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार भारतीय योग परंपरा का अभिन्न अंग हैं यह विभिन्न आसन मुद्रा और प्राणायाम का वह समन्वय है जिससे षरीर के सभी अंगों उपांगो का पूर्ण व्यायाम होता है। सूर्य नमस्कार बारह स्थितियों से मिलकर बना है। सूर्य नमस्कार के एक पूर्ण चक्र में 12 स्थितियों को क्रम से दोहराया जाता है। सूर्य नमस्कार नामक यह आयाम 7 आसनों का समुच्चय है। 

पहला आसनः- प्रार्थना की मुद्रा, प्रार्थना मुद्रा एकाग्र एवं षांत अवस्था लाता है तथा रक्त संचार को सामान्य करता है। 
दूसरा आसनः-हस्त उत्तानासन यह आसन उदर की अतिरिक्त चर्बी को हटाता है और पाचन को सुधारता है। इससे फेफडे पुश्ट होते है, भुजाओं और कंधो की मांसपेषियों का व्यायाम होता है।
तीसरा आसनः-पदहस्तासन,यह आसन पेट व आमाषय के दोशों को दूर करता है। कब्ज को हटाने में सहायक है। रीढ को लचीला बनाता है एवं रक्त संचार में तेजी लाता है। रीढ के स्नायुओं के दबाव को सामान्य बनाता है।
चौथा आसनः-अष्व संचालनालय उदर के अंगों की मालिष कर कार्य प्रणाली को सुधारता है। पेैरो की मांसपेषियों को षक्ति मिलती है।
पांचवा आसनः- पर्वतासन भुजाओं एवं पैरो के स्नायुयों एवं मांसपेषियों को षक्ति प्रदान करता है। मस्तिश्क को क्रियाषील बनाता है।
छठवा आसनः- अश्टांग नमस्कार यह आसन पेैरो और भुजाओं की मांसपेषियों को षक्ति प्रदान करने के साथ ही सीने को विकसित करता है।
सातवां आसनः- भुजंगासन यह आसन पेट संबंधी रोगो को ठीक करने में उपयोगी है साथ ही रीढ के प्रमुख स्नायुओं को नयी षक्ति मिलती है। दमा, ब्रोन्काइटिस इत्यादि रोगो को दूर करने में भी उपयोगी होता है।
सूर्य नमस्कार में बारह स्थितियाॅ होती है। षेश पांच स्थितियां क्रमषः पर्वतासन,अष्व संचालनासन, पाद हस्तासन, हस्त उत्तानासन एवं प्रार्थना की मुद्रा आसन का दोहराव है। सूर्य नमस्कार के साथ ही प्रणायम भी करवाया जाएगा। 

अनुलोम-विलोम प्राणायाम
मस्त्रिका प्राणायाम एवं
भ्रमरी प्राणायाम

जिला स्तर पर उत्कृष्ट विद्यालय में होगा सूर्य नमस्कार
जिला स्तर पर षासकीय उत्कृश्ट विद्यालय झाबुआ में  सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में अधिकारी एवं विद्यार्थियों द्वारा सूर्य नमस्कार एवं प्रणायाम किया जाएगा।

ये रहेगा कार्यक्रम
सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम के लिए 12 जनवरी 2015 को प्रातः 11 बजे से एकत्रीकरण तथा उद्घोषक द्वारा संपूर्ण कार्यक्रम की भूमिका का प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। राष्ट्रीयगीत -वन्देमात्रम का सामूहिक गायन म0प्र0 गान गायन प्रातः 11.20 बजे होगा। मुख्यमंत्रीजी का संदेश प्रातः 11.30 बजे, प्रसारित होगा। सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम प्रातः11.45 बजे से प्रांरभ होगा एवं 12.30 बजे तक चलेगा।

जिला पचंायत सदस्य के लिए 50 नाम निर्देशन पत्र दाखिल 

झाबुआ ---त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2014 -15 के द्वितीय एवं तृतीय चरण के लिए जिला पंचायत सदस्य के नाम निर्देशन पत्र लेने का कार्य कलेक्टर कार्यालय झाबुआ में प्रारंभ हो गया है। आज 06 जनवरी तक 50 अभ्यर्थी द्वारा नाम निर्देशन पत्र दाखिल किये गये। नाम निर्देशन पत्र  श्री धनराजू एस.मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने लिये। विगत 2 जनवरी तक वार्ड क्रमांक 2 से निर्मला पति करमसिंह मेडा निवासी ग्राम कालापीपल ढेकल बडी झाबुआ, एवं कली पति मानसिंह मेडा ग्राम कालापीपल ढेकलबडी झाबुआ तथा वार्ड क्रमांक 4 से भुन्दरी पति सूरज पणदा निवासी निनामा फल्या भुराडाबरा माछलिया, श्रीमती अंसुमन पति रमेश भुरीया ग्राम सदावा पोस्ट साढ झाबुआ, एवं वार्ड क्रमांक 6 से कलावती भूरिया पिता नगरसिंह ग्राम व पोस्ट मोरडुडिया तहसील रानापुर जिला झाबुआ, ने नाम निर्देशन पत्र भरा।  वार्ड क्रमांक 3 से मानसिग पिता दोलिया निवासी ग्राम रूपारेल, श्री जसवंत पिता दिलीपसिंह निवासी ग्राम माछलिया, वार्ड क्रमांक 5 से श्रीमति रमिला पति कैलाश निवासी ग्राम धामनीनाना तहसील रानापुर ने नाम निर्देशन पत्र भरा।  विगत 3 जनवरी को वार्ड क्रमांक 11 से रालिया पिता टिटिया निवासी गुजरपाडा जनपद पंचायत मेघनगर ने एवं वार्ड क्रमांक 08 से श्री बद्दा पिता हुरतान ग्राम मानपुर जनपद व ब्लाक थांदला ने अपना नाम निर्देशन पत्र भरा। विगत 5 जनवरी को वार्ड क्रमांक 1 से ख्ुानसिंह पिता गुला गुंडिया ग्राम पिटोल खुर्द तहसील झाबुआ, मनोज कुमार पिता हीरालाल गरवाल ग्राम संदला कल्याणपुरा तहसील झाबुआ, वार्ड क्रमांक 2 से कमली पति रालिया वाखला ग्राम पानकी तहसील झाबुआ, श्रीमती सनता पति तेरसिंह ग्राम परवट तहसील झाबुआ, वार्ड क्रमांक 3 से दिलीपसिंह पिता रामसिंह ग्राम पिथनपुर तहसील झाबुआ, श्री वालसिह मसानिया पिता सुमेरसिह ग्राम बलोला तहसील झाबुआ एवं वार्ड क्रमांक 4 से श्रीमति शारदा पति अमरसिंह, वार्ड क्रमांक 5 से श्री भूरा पिता धरमेन्द्र ग्राम पिटोल तहसील झाबुआ, वार्ड क्रमांक 6 से श्रीमती सुनिता राठौड पति राजेन्द्रसिह ग्राम बन तेहसील रानापुर, वार्ड क्रमांक 7 से श्रीमती शांति पति राजेश डामोर ग्राम काकनवानी तहसील थांदला, वार्ड क्रमाक 9 से श्री नाथु पिता मन्ना ग्राम भैरूगढ तहसील थांदला, वार्ड क्रमांक 10 से श्रीमती अनीता पारगी पति रमसु पारगी ग्राम तांदलादरा तहसील मेघनगर, वार्ड क्रमांक 11 से कमलेश पिता भीमा ग्राम बेडावली तहसील मेघनगर एवं श्री रमसु पारगी पिता कसना पारगी ग्राम तांदलादरा तहसील मेघनगर ने नाम निर्देशन पत्र भरा। आज 6 जनवरी को वार्ड क्रमांक 1 से श्री रामचन्द्र पिता हिमा निवासी ग्राम ढेबरबडी तहसील झाबुआ, श्री रामसिंह पिता मारसेल निवासी नवापाडा तहसील झाबुआ, श्री शंकर पिता बाबु निवासी ग्राम परवट तहसील झाबुआ, वार्ड क्रमांक 2 से श्रीमति नारगी पति बादू निवासी ग्राम भोईरा तहसील झाबुआ, वार्ड क्रमांक 3 से रूपसिंग पिता बापू निवासी ग्राम पिथनपुर विकासखण्ड रामा, श्री विरेन्द्र पिता बालू निवासी ग्राम बोचका तहसील झाबुआ, श्री मानसिग पिता दौलिया निवासी रूपारेल तहसील झाबुआ, वार्ड क्रमांक 5 से श्रीमती सवली पति करणसिंह निवासी माण्डलीनाथू तहसील रानापुर, श्रीमती शांता पति कान्तिलाल निवासी बगई बडी तहसील रानापुर, श्रीमती कमला पति जहरसिंग निवासी ग्राम थुवादरा तहसील रानापुर, श्रीमती राईली पति शम्बु निवासी दौतड तहसील रानापुर, वार्ड क्रमांक 6 से श्रीमती सुनीता पति लालूसिंह निवासी ग्राम ढाकनी तलाई तहसील रानापुर, वार्ड क्रमांक 7 से श्रीमती तौला पति घीरा निवासी गणेशपुरा तहसील थांदला, श्रीमती बसंती पति राकेश निवासी गोरियाखांदन तहसील थांदला, वार्ड क्रमांक 8 से श्री मुण्डिया पिता सडिया निवासी नाहरपुरा तहसील थांदला, श्री राकेश पिता भावचन्द्र निवासी ग्राम नवापाडा तहसील थांदला, श्री पारसिंग पिता वेस्ता निवासी सेमलपाडा तहसील थांदला, श्री अमरसिंग पिता बहादुरसिंह ग्राम बेडावा तहसील थांदला, वार्ड क्रमांक 9 से श्री संजय पिता रामसिंग निवासी ग्राम मकोडिया तहसील थांदला, श्री बहादुर पिता फुलजी निवासी चेनपुरा तहसील मेघनगर, वार्ड क्रमांक 10 से श्रीमती देवली पति श्यामा निवासी काजलीडंुगरी तहसील मेघनगर, वार्ड क्रमांक 11 से श्री जवला पिता जैसिग निवासी नरसिह पुरा तहसील मेघनगर, बाबु पिता मंगलिया निवासी ग्राम तांदलादरा तहसील मेघनगर,  श्री चिरंजीव पिता जेरेमियस निवासी नौगांवा तहसील मेघनगर ने अपना नाम निर्देश पत्र भरा।

नाम निर्देशन भरने की अंतिम तिथि आज
 नाम निर्देशन पत्र भरने की अंतिम तिथि आज 7 जनवरी है, नाम निर्देशन पत्रो की संवीक्षा 8 जनवरी को प्रातः 10.30 बजे से की जाएगी एवं नाम वापसी 10 जनवरी को 3 बजे तक की जा सकती है। नाम वापसी के ठीक बाद 10 जनवरी को ही चुनाव चिन्ह आवंटित किये जाएगे।

प्रेक्षक के.सी.रेवाल ने रिटर्निग अधिकारियों की बैठक ली, सर्किट हाऊस झाबुआ में प्रेक्षक से संपर्क कर सकते है

झाबुआ ---विगत 5 जनवरी को थांदला मेघनगर जनपद के रिटर्निग अधिकारियों की बैठक प्रेक्षक श्री के.सी. रेवाल ने ली। त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2014-15 को निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवानें के लिए रिटर्निग अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। आमजन प्रेक्षक श्री रेवाल से चुनाव संबंधी शिकायत उनके मोबाइल न. 9827332348 पर संपर्क कर सकते है अथवा झाबुआ के सर्किट हाऊस के रूम नं. 2 में समक्ष में प्रातः 10 बजे से 11 बजे तक मुलाकात कर सकते है। प्रेक्षक जिले में 10 जनवरी तक उपलब्ध रहेगे।

कलेक्टर एवं एसपी ने मतगणना कक्ष एवं स्ट्रांग रूम की व्यवस्थाएॅ देखी

झाबुआ--- त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन 2014-2015 में झाबुआ जिले में प्रथम चरण का मतदान आगामी 13 जनवरी को पेटलावद जनपद में होगा। मतदान की तैयारियो का जायजा लेने के लिए कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर एवं पुलिस अधीक्षक श्रीमती कृष्णावेणी देसावतु ने आज 6 जनवरी को संयुक्त भ्रमण किया। कलेक्टर एवं एस पी ने उत्कृष्ट विद्यालय पेटलावद में बनाये गये मतगणना कक्ष एवं स्ट्रांग रूम की व्यवस्थाएॅ देखी। भ्रमण के दौरान उनके साथ रिटर्निग अधिकारी पेटलावद श्री एनएस राजावत सहित निर्वाचन कार्य से संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

पेटलावद क्षेत्र के सेक्टर अधिकारियों की बैठक 7 जनवरी को

झाबुआ --- पेटलावद क्षेत्र के लिए नियुक्त सेक्टर अधिकारियों की बैठक कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित की जाएगी। बैठक में पेटलावद जनपद क्षेत्र के लिए नियुक्त सेक्टर अधिकारियों द्वारा रिजर्व मशीन रखने के लिए चिन्हित स्थान, क्रिटीकल, वल्नरेबल मतदान केन्द्र/परिवार की जानकारी की समीक्षा की जायेगी।  

नो स्थाई वारंटी गिरफ्तार 
             
झाबूआ--पुलिस अधीक्षक, श्रीमती कृष्णा वेणी देवासतु, पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस थाना कोतवाली झाबुआ के द्वारा स्थाई वारंटी नेवा पिता मन्नु बारिया, निवासी कोटडा का फौ0मु0न0 114/03 धारा 147,148,149,307 भादवि में फरार चल रहा था। जिसे थाना कोतवाली झाबुआ के उनि एम0एल0भाटी, प्र0आर0 505 निरज कुमार का सराहनीय योगदान रहा है। स्थाई वारंटी राजू पिता मांगू डामोर, उम्र 26 वर्ष निवासी छापरापाड़ा थाना  रायपुरिया का फौ0मु0न0 669/10 धारा 506,507 भादवि में फरार चल रहा था। जिसे थाना कोतवाली झाबुआ के प्र0आर0 90 प्रवीण, प्र0आर0 227 नरेन्द्र का सराहनीय योगदान रहा है। पुलिस थाना पेटलावद के द्वारा स्थाई मोती पिता नाथा मकवाना, उम्र 52 वर्ष निवासी बोरधी थाना बदनावर जिला धार का फौ0मु0न0 48/10 धारा 363,366,506 भादवि एवं 3/4 लैगिंक अपराध बा0स0अधिनियम 2012 में फरार चल रहा था। जिसे थाना पेटलावद के थाना प्रभारी, कुंवर शिवजीत सिंह, उनि भीमसिंह सिसौदिया, प्र0आर0 66 ओमप्रकाश, आर0 63 दादू का सराहनीय योगदान रहा है। पुलिस थाना कालीदेवी के द्वारा स्थाई कैलाश पिता खिमा भील, उम्र 15 वर्ष निवासी खजूरखो का फौ0मु0न0 147/2002 धारा 294,323,506,34 भादवि में फरार चल रहा था। जिसे थाना कालीदेवी के उनि हीरालाल मालीवाड का सराहनीय योगदान रहा है। पुलिस थाना थांदला के द्वारा स्थाई दुबला पिता मालजी वसुनिया, उम्र 38 वर्ष निवासी नेगडि़या तडवी फलिया का फौ0मु0न0 907/2010 धारा 379 भादवि में फरार चल रहा था। जिसे थाना थांदला उनि दीपमाला धारू का सराहनीय योगदान रहा है। पुलिस थाना रायपुरिया के द्वारा स्थाई वारंटी भुरू पिता भादू भिलाला, उम्र 45 वर्ष, स्थाई वारंटी भीमसिंह पिता वेस्ता भिलाला, उम्र 40 वर्ष, स्थाई वारंटी नायला पिता दल्लू भिलाला, उम्र 60 वर्ष, स्थाई वारंटी अमर सिंह पिता वेस्ता भिलाला, उम्र 30 वर्ष निवासीगण ग्राम बोकडिया चांदपुर जिला आलीराजपुर के फौ0मु0न0 360/2010 धारा 11 (ठ) पशु क्रुर्रता अधिनियम में फरार चल रहे थे। जिसे थाना कल्याणपुरा पुलिस टीम के उनि झिरमल सापल्यिा, प्र0आर0 278 लालसिंह, प्र0आर0 532 महेन्द्र, आर0 533 अभिजीत आर0 547 चन्द्रपाल का सराहनीय योगदान रहा है।

जदयू के बर्ख़ास्त विधायकों की सदस्यता बहाल

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nitish kumar
मंगलवार को सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइडेट (जद-यू) के चार बर्ख़ास्त विधायकों की सदस्यता को पटना हाइकोर्ट ने बहाल कर दी. इस मामले में पिछले 20 नवम्बर को कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर ली थी. एक नवम्बर, 2014 को जद-यू के आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष ने पार्टी के आदेश न मानते हुए क्रास वोटिंग करने के लिए इनकी सदस्यता रद्द कर दी थी.

राज्य सभा उपचुनाव में दल के अधिकृत उम्मीदवारों के ख़िलाफ़ प्रत्याशी उतारने और मतदान करने पर ये सदस्यता रद्द की गई थी. विधानसभा अध्यक्ष ने इनको पूर्व विधायकों के रूप में मिलने वाली सुविधाओं से भी वंचित करने का आदेश दिया था. विधानसभा अध्यक्ष ने 27 दिसम्बर के अपने एक और फ़ैसले में चार अन्य विधायकों की सदस्ता भी रद्द कर दी थी. कोर्ट के ताज़ा फ़ैसले के बाद भाजपा ने जीतनराम मांझी सरकार का इस्तीफ़ा मांगा है.  

गूगल सीइओ लैरी पेज बने वर्ष 2014 के ‘बिजनेस पर्सन आफ द इयर’

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गूगल के सीइओ लैरी पेज को वर्ष 2014 के लिए  ‘बिजनेस पर्सन आफ द इयर’ चुना गया है. उन्होंने यह स्थान अलीबाबा के सह-संस्थापक जैक मा और फेसबुक के सीइओ मार्क जुकरबर्ग को पछाड़ कर प्राप्‍त किया है. 

फॉचून पत्रिका की 20 वैश्विक कारपोरेट हस्तियों की सूची में गूगल के सीइओ तथा सह-संस्थापक पेज पहले पायदान पर हैं. सूची कंपनी के प्रदर्शन, नेतृत्व स्टाइल तथा शेयरधारकों के कुल रिटर्न के आधार पर तैयार की गयी है. जैक मा तथा जुकरबर्ग के अलावा इस दौड़ में एप्‍पल के टिम कूक तथा फास्ट फूड श्रृंखला के सह-मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोंटगोमरी मोरान तथा स्टीव इल्स तथा फेडेक्स के चेयरमैन तथा सीइओ फ्रेड स्मिथ शामिल हैं. 

शीर्ष 20 दिग्गजों में की सूची में 5 महिलाएं हैं. दिलचस्प बात यह है कि 2012 में फॉर्चून की सूची में पहले स्थान पर रहे अमेजन के जेफ बेजोस शीर्ष 20 लोगों की सूची से बाहर हैं. जिन महिलाओं को सूची में जगह दी गयी है कि वे अल्ट्रा ब्यूटी की सीइओ मैरी डिल्लन, आइटीटी सीइओ तथा अध्यक्ष डेनिस रामोस, टीजेएक्स कास की सीइओ कैरोल मेरोटविज, थेरानोस की संस्थापक तथा सीइओ एलिजाबेथ होम्स तथा विलियम्स सोनोमा के अध्यक्ष तथा सीईओ लारा अलबेर शामिल हैं.

यह सूची कंपनी के वित्तीय नतीजे, लाभ में तीन साल की वृद्धि, राजस्व, कंपनी के शेयर का प्रदर्शन तथा इसी अवधि में शेयरधारकों को मिला रिटर्न जैसे तत्वों के आधार पर की गयी है.  

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (06 जनवरी)

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स्कूलों में कसावट लाने के लिए निरीक्षण दल गठित

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कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने जिले के सभी शासकीय, प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाई स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की शत प्रतिशत उपस्थिति हो एवं नियुक्त अध्यापकों के द्वारा अध्यापन कार्य कराया जाना सुनिश्चित हो विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधाएं खासकर मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का बेहतर संचालन कराए जाने के निर्देश पूर्व में संबंधितों को दिए गए है जारी निर्देशो के अनुपालन में संबंधितों के द्वारा क्या-क्या कार्यवाही की जा रही है कि आकस्मिक जांच पड़ताल के लिए निरीक्षण दल गठित किए है। इन दलो को साप्ताहिक न्यूनतम लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है। कलेक्टर श्री ओझा ने निरीक्षण दल के अधिकारियों से कहा है कि वे क्षेत्रो का भ्रमण कर अधिक से अधिक स्कूलों का आकस्मिक जायजा लें और अपनी रिपोर्ट कलेक्टर स्टेनो शाखा को सुर्पुद करें इस कार्य में किसी के द्वारा लापरवाही अथवा शिथिलता बरती जाती है तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी साथ ही वार्षिक गोपनीय चरित्रावली में भी ततसंबंध में मतांकन किया जाएगा। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा है कि अनुविभागीय राजस्व अधिकारी स्वंय प्रति सप्ताह न्यूनतम दो विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे इसी प्रकार के निर्देश सभी तहसीलदार, अतिरिक्त तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार और जनपद पंचायतों के सीईओ भी प्रभार क्षेत्र के कम से कम दो-दो विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। इसके अलावा सप्ताह में कम से कम पांच-पांच विद्यालयों के निरीक्षण की जबावदारी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक के साथ-साथ विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड स्त्रोत समन्वयक और संकुल प्राचार्यो को सौंपी गई है। निरीक्षण दल शैक्षणिक गतिविधियों, शिक्षकों की उपस्थिति और मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता के जांच स्वंय करेंगे और ऐसे अध्यापक जिनके खिलाफ कार्यवाही की जानी है का प्रतिवेदन मुहैया कराएंगे।

समाधान आॅन लाइन कार्यक्रम में शामिल हुए कलेक्टर

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को मुख्यमंत्री समाधान आॅन लाइन के माध्यम से लंबित आवेदनों का निराकरण वीडियो कान्फ्रंेसिंग के माध्यम से किया जाता है उक्त कार्यवाही के दौरान संबंधित आवेदक मुख्यमंत्री के समीप बैठकर अपनी समस्या की ओर ध्यान आकर्षित कराते है। आज मंगलवार को मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में अपर मुख्य सचिव श्रीमती अरूणा शर्मा के द्वारा समाधान आॅन लाइन में शामिल प्रकरणों की सुनवाई की गई। एनआईसी के वीडियो कान्फ्रेंसिंग हाल में कलेक्टर श्री एमबी ओझा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी के अलावा अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, जिला पंचायत सीईओ श्री चन्द्रमोहन मिश्र के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। 

महानिरीक्षक द्वारा कार्यालयों का जायजा

पुलिस महानिरीक्षक होमगार्डस श्री कमल सिंह राठौर ने मंगलवार को विदिशा के डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेंट होमगार्डस कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इसके अलावा टेªनिंग सेन्टर का जायजा लिया। श्री राठौर ने जिले के विभिन्न थानो में तैनात होमगार्ड जवानो से कहा कि साफ सुथरी वर्दी में रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण सजगता के साथ करें। पुलिस महानिरीक्षक होमगार्ड श्री राठौर ने होमगार्ड की टेªनिंग सेन्टर कालापाठा का भी भ्रमण कर जायजा लिया और प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने प्रशिक्षित होमगार्ड जवानो से कहा कि वे योग की शिक्षा भी प्राप्त करें। इस अवसर पर उनके साथ डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेंट श्री एसके शर्मा भी साथ मौजूद थे। 

परिवाद का उत्तर देने के लिए सात को न्यायालय में उपस्थित हो, पुलिस अधीक्षक द्वारा इनाम की उद्घोषणा

थाना करारिया में दर्ज अपराध प्रकरण 180/14 के मामले में न्यायिक मजिस्टेªट प्रथम श्रेणी श्री गिरीश कुमार शर्मा ने न्यायालय के समक्ष परिवाद का उत्तर देने के लिए सात फरवरी को हाजिर होने की उद्घोषणा की है। आरोपीगण नियत तिथि को उपस्थित नही होते है तो उनकी सम्पत्ति कुर्क करने की कार्यवाही की जाएगी।ज्ञातव्य हो कि करारिया थाने में दर्ज उक्त अपराध प्रकरण के फरार आरोपियों पर पुलिस अधीक्षक द्वारा पूर्व में ही एक-एक हजार रूपए का इनाम घोषित किया है। जिन फरार आरोपियों पर इनाम घोषित किया गया है उनमें फैरन सिंह पुत्र ओंकार सिंह यादव, घनश्याम पुत्र ओंकार सिंह, जीवन सिंह उर्फ वीरेन्द्र सिंह पुत्र ओंकार सिंह यादव, नथन सिंह पुत्र कमल सिंह निवासी सलईखेडी शामिल है।

जिपं सदस्य हेतु 35 और जनपद सदस्य के लिए 250 अभ्यर्थियों ने  नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए
  • नामांकन पत्र दाखिल करने का आज अंतिम दिन 

त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन प्रक्रिया के द्वितीय एवं तृतीय चरण के तहत नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया जिले में क्रियान्वित है। जिला पंचायत के सहायक रिटर्निंग आफीसर श्री चन्द्रमोहन मिश्र के समक्ष मंगलवार छह जनवरी कोे जिला पंचायत सदस्य के लिए 35 अभ्यर्थियों के द्वारा नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए गए है। इस प्रकार अब तक कुल 92 अभ्यर्थियों के द्वारा नामांकन पत्र जमा कराए जा चुके है। इसी प्रकार जिले की पांच जनपद पंचायतों के रिटर्निंग आफीसरों को आज जनपद सदस्य के कुल 250 नाम निर्देशन प्राप्त हुए है इस प्रकार अब तक पांच जनपदों के लिए 647 अभ्यर्थियों ने जनपद सदस्य हेतु नामांकन पत्र दाखिल किए है। मंगलवार छह जनवरी को जनपद सदस्य हेतु जनपदवार प्राप्त नाम निर्देशन पत्रों की संख्या इस प्रकार से है। नटेरन मंे 34, लटेरी में 40, सिरोंज में 58, कुरवाई में 62 और ग्यारसपुर जनपद पंचायत के लिए 56 अभ्यर्थियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए है। इस प्रकार जनपद सदस्य हेतु अब तक जनपदवार प्राप्त नाम निर्देशन पत्रों की संख्या इस प्रकार से है। नटेरन में 95, लटेरी में 129, सिरांेज में 130, कुरवाई में 152 और ग्यारसपुर में जनपद सदस्य हेतु 141 अभ्यर्थियों के द्वारा नामांकन पत्र जमा कराए जा चुके है। 

प्रवेश आवेदन की तिथि बढाई गई

शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सत्र 2015-16 की कक्षा नवमी में प्रवेश हेतु आॅन लाइन आवेदन की पूर्व में अंतिम तिथि तीन जनवरी थी जिसे बढाकर अब 10 जनवरी 2015 व्यवसायिक परीक्षा मंडल के द्वारा की गई है। चयन परीक्षा 25 जनवरी को आयोजित की गई है। ततसंबंध में अन्य विस्तृत जानकारी के लिए संस्था की प्राचार्या अथवा कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है। 

जम्मू कश्मीर भाजपा नेताओं की पहले तीन वर्ष के कार्यकाल की मांग

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जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने पर भारतीय जनता पार्टी के कोर ग्रुप के नेताों ने कल केंद्रीय नेतृत्व के साथ हुई बैठक में स्पष्ट कर दिया कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ गठबंधन सरकार में तीन तीन वर्ष के फार्मूले में पहला कार्यकाल पार्टी को मिलना चाहिए। भाजपा सूत्रों ने आज यहां बताया कि कल नयी दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और महासचिव के साथ हुई बैठक में राज्य के शीर्ष नेताओ ने केंद्रीय नेतृत्व को दो टूक शब्दो में बता दिया कि तीन वर्ष के कार्यकाल में पहले नेतृत्व करने का मौका भाजपा को मिलना चाहिए नेताओ ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि मुख्यमंत्री जम्मू का ही होना चाहिए। इन नेताों का कहना था कि भाजपा को सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत मिला है .इसलिए पहले सरकार चलाने का हक उसका है। इसके अलावा जम्मू की जनता ने भाजपा को स्पष्ट जनादेश दिया है .इसलिए मुख्यमंत्री जम्मू का ही होना चाहिए। 

 सूत्रों के अनुसार दोनों पार्टियों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर बातचीत के लिए वार्ताकारों के नामों की घोषणा दो से तीन दिन में हो सकती है। सूत्रों का कहना था कि पीडीपी के साथ न्यूनतम साझा कार्यक्रम .सीएमपी .पर बातचीत के लिए भाजपा की ओर से श्री राममाधव का नाम लगभग तय है ।दूसरे वार्ताकार के तौर पर वित्त मंत्री अरूण जेटली के नाम की चर्चा है।  उधर पीडीपी सूत्रों का कहना है कि सीएमपी पर भाजपा के साथ बातचीत के लिए पार्टी अध्यक्ष एवं सांसद महबूबा मुफती और पार्टी के वरिष्ठ नेता मुजफफर हुसैन बेग वार्ताकार हो सकते हैं। कल की बैठक में भाजपा कोर ग्रुप के सदस्य प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डा जितेंद्र सिंह .लद्दाख से सांसद थुपस्तान चेवांग .राज्य इकाई के अध्यक्ष जुगल किशोर शर्मा .संगठन सचिव अशोक कौल .कार्यकारिणी के सदस्य डा निर्मल सिंह .निवर्तमान विधायक दल के नेता अशोक खजूरिया .शमशेर सिंह मन्हास .नव निर्वाचित विधायक कवीन्दर गुप्ता .बाली भगत और राजीव जसरोटिया शामिल थें। 

दीघा रेल पुल पर परिचालन शुरू नहीं होने के लिए राज्य सरकार जिम्मेवार

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केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने दीघा श सोनपुर रेल पुल पर परिचालन शुरू नहीं होने के लिए राज्य सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि गंगा नदी पर रेल पुल का निर्माण 31 दिसम्बर को ही पूरा हो गया है और राज्य सरकार जब चाहेगी तब ट्रेनों का परिचालन भी शुरू हो जायेगा. श्री सिन्हा ने आज यहां श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ के सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि गंगा नदी पर बने दीघाशसोनपुर रेल पुल का निर्माण कार्य 31 दिसम्बर को ही पूरा करा दिया गया है।संपर्क पथ बनाना बिहार सरकार की जिम्मेवारी है । उन्होंने कहा कि इस पुल पर परिचालन में देरी के लिए राज्य सरकार ही जिम्मेवार है। वह जब चाहेगी तब इस रेल पुल पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जायेगा. रेल राज्य मंत्री ने कहा कि इसी तरह मुंगेर में भी रेल महासेतु बनकर तैयार है लेकिन वहां भी संपर्क पथ का निर्माण अधूरा है।उन्होंने कहा कि कोशी नदी पर रेल महासेतु का निर्माण हो चुका और दो वर्ष में हाजीपुर से लखनऊ के बीच सीधी ट्रेन चलने लगेगी.

श्री सिन्हा ने कहा कि देश में पिछले 10 वर्षो में राजनीतिक आधार पर 99 बड़ी रेल परियोजनाों को स्वीकृति दी गयी। मोदी सरकार इन पुरानी योजनाों को पूरा कराने के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में जितनी रेल परियोजनाऐं है उसे पूरा करने में काफी वक्त लगेगा लेकिन मोदी सरकार प्राथमिकता के आधार पर महत्वपूर्ण रेल परियोजनाों के लिए इस बार के बजट में पहले से ज्यादा धन उपलब्ध करायेगी. रेल राज्य मंत्री ने कहा कि केन्द्र में जब तक भाजपा की सरकार है तब तक रेलवे का निजीकरण नहीं होगा. रेलवे में आधारभूत संरचना के विकास के लिए पूंजी निवेश की छूट दी गयी है । उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से रेलवे के आधारभूत संरचना में सवा दो गुणा .यात्री में 10 गुणा तथा माल ढुलाई में सात गुणा वृद्धि हुई है । श्री सिन्हा ने कहा कि भारतीय रेल की 65 प्रतिशत आय माल भाड़े से होती है और इसमें माल गोदाम श्रमिकों का योगदान सराहनीय है । उन्होंने कहा कि माल गोदाम श्रमिकों की मांग जायज है और उनकी मांगों की पूर्ति के लिए त्रिपक्षीय वार्ता होगी.

पीपीपी माडल खत्म होना चाहिये: द्विवेदी

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कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने देश में विभिन्न क्षेत्रों में सावर्जनिक निजी भागीदारी .पीपीपी. माडल को निजीकरण का ही एक रूप बताते हुए इसे खत्म करने की जरूरत बतायी है और कहा है कि भूमि अधिग्रहण अध्यादेश भी निजीकरण की दिशा में एक कदम है। श्री द्विवेदी ने आज यहां संवाददाताों से बातचीत में कहा कि निजीकरण. विनिवेश तथा पीपीपी एक ही सिक्के के अलग-अलग पहलू हैं। उन्होंने कहा अंदाज अलग अलग है लेकिन तत्व एक है और भूमि अधिग्रहण अध्यादेश भी उसी दिशा में जाता है। कांग्रेस महासचिव ने पीपीपी को पिछले दरवाजे से निजीकरण करार देते हुये इसे खत्म करने की जरूरत बतायी लेकिन साथ ही कहा कि यह उनका निजी विचार है। उनका कहना था कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बीच उचित संतुलन होना चाहिये और दोनों के बीच स्वस्थ स्पद्र्धा होनी चाहिये। 

इस बारे में पूछे जाने पर कि 2004 से 2014 तक केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने पीपीपी को विभिन्न क्षेत्रों में बढावा दिया और इस समय कई परियोजनाएं इसी आधार पर चल रही हैं. श्री द्विवेदी ने कहा कि इनके लिये जो भी उचित सुधारात्मक उपाय किये जा सकते हैं. किये जाने चाहिये। उल्लेखनीय है कि श्री द्विवेदी कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर पहले भी पार्टी से अलग विचार व्यक्त करते रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पूर्व सरकारी नौकरियों में आरक्षण आर्थिक आधार पर दिए जाने की वकालत कर उन्होंने एक नयी बहस छेड दी थी। उन्होंने कहा था कि अनुसूचित जाति और जनजाति के अमीर लोगों को भी आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिये। उस समय पार्टी को उनके विचार से असहमति व्यक्त करते हुए स्पष्टीकरण देना पडा था।

भूमि अधिग्रहण अध्यादेश का कांग्रेस आधिकारिक रूप से विरोध कर रही है। उसका कहना है कि इस अध्यादेश के जरिए भूमि अधिग्रहण अधिनियम का पूरा स्वरूप ही बदल दिया गया है और यह पूरी तरह किसान विरोधी है। पार्टी के महासचिवों की कल यहां इस अध्यादेश के संबंध में एक बैठक भी हुयी थी जिसमें इसके खिलाफ देशभर में विरोध करने का निर्णय लिया गया था। इसके तहत पार्टी चेतना अभियान चलायेगी जिसमें राज्य और जिला स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इसके लिये सभी राज्यों में संचालन समिति गठित की जायेगी। इस अभियान में तेल की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी कमी के बावजूद देश में पेट्रोल और डीजल के दाम उस अनुपात में नहीं घटाये जाने और आम आदमी तथा किसानों तक उसका फायदा नहीं पहुंचाये जाने का मुद्दा भी उठाया जायेगा। इसके अलावा किसानों को उनकी उपज की उचित कीमत नहीं मिलने को भी मुद्दा बनाया जायेगा।

मारुति की कारों के दाम 31600 रुपए तक बढाये गए

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सरकार द्वारा वाहनों पर उत्पाद शुल्क में दी गई चार प्रतिशत की छूट को वापस लिए जाने के बाद देश की अग्रणी यात्री कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने आज अपनी कारों की कीमत में 7850 रुपए से लेकर 31600 रुपए तक की बढोतरी कर दी. सरकार ने एक जनवरी से उत्पाद शुल्क में दी गई चार प्रतिशत की छूट को खत्म कर दिया था। मारुति की लोकप्रिय छोटी कार अल्टो की कीमत में 8500 रुपए से 12700 रुपए तक की बढोतरी हुई है । वैग्न आर के दाम 12500 रुपए से 15700 रुपए बढाये गए हैं. स्विफ्ट की कीमत में 15850 रुपए से 25150 रुपए . डिजायर के दाम 17500 रुपए से 26650 रुपए . सेलेरियो 13600 रुपए से 17200 रुपए महंगी हो गई है । अर्टिगा के दाम में 18750 रुपए से 27750 रुपए का इजाफा हुआ है।कंपनी की प्रीमियम वर्ग की सियाज की कीमत 22450 रुपए से 31600 रुपए बढाई गई है ।ओमनी 7850 रुपए से 9950 रुपए तक महंगी हुई है ।  

इसी तरह से हैचबैक कार बीट की कीमतें 4.2 लाख रुपये से 6.28 लाख रुपये तक हो गयी है। सेल हैचबैक की कीमतों में 20458 रुपये से 36387 रुपये तक की वृद्धि हुयी है और अब इस कार की कीमत 4.66 लाख रुपये से 7.18 लाख रुपये तक हो गयी है। सेल सेडान की कीमतों में 22365 रुपये से 35820 रुपये तक की वृद्धि की गयी है। इसकी कीमत 5.49 लाख रुपये से लेकर 8.05 लाख रुपये तक हो गयी है। कंपनी ने क्रुज सेडान की कीमतों में 46960 रुपये से 55561 रुपये तक की बढोतरी की है। इसकी कीमत 14.26 लाख रुपये से 16.85 लाख रुपये तक हो गयी है। बहुपयोगी वाहन इंज्वाय की कीमतों में 24901 रुपये से 35319 रुपये तक की वृद्धि हुयी है और अब इसकी कीमतें 6.10 लाख रुपये से 8.62 लाख रुपये तक हो गयी है। इसी तरह से तवेरा के दाम 24799 रुपये से 60982 रुपये तक तक बढाये है और इसकी कीमत अब 9.25 लाख रुपये से 11.29 लाख रुपये तक हो गयी है।प्रीमियम वर्ग की कार बनाने वाली कंपनी होंडा कार्स इंडिया ने सबसे पहले कल अपनी कारों की कीमतों में 60 हजार रुपये तक की वृद्धि कर दी थी। 

मारूति सुजुकी के अध्यक्ष आर.सी. भार्गव ने हाल ही में कहा था कि उत्पाद शुल्क में छूट की अवधि नहीं बढाये जाने पर उनकी कंपनी भी इसका भार उपभोक्ताों पर डालेगी। इस बीच कंपनी के सूत्रों ने कहा कि अगले कुछ दिनों में इस संबंध में निर्णय लिया जायेगा। मोदी सरकार ने आटोमोबाइल उद्योग और टिकाउं उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र की कंपनियों को उत्पाद शुल्क में दी गयी छूट की अवधि 31 दिसंबर 2014 के आगे नहीं बढायी। उसके बाद से ही आटोमोबाइल कंपनियों के वाहनों की कीमतों में बढोतरी करने की चर्चा चल रही है। सरकार ने पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ..संप्रग.. सरकार द्वारा इन दोनो उद्योगों को उत्पाद शुल्क में दी गयी छूट की अवधि जून 2014 में छह महीने के लिए बढायी थी। संप्रग सरकार ने फरवरी 2014 में पेश अंतरिम बजट में कंपनियों को यह छूट देने की घोषणा की थी। छोटी कार  मोटरसाइकिल  स्कूटर और व्यावसायिक वाहनों पर उत्पाद शुल्क को 12 प्रतिशत से कम कर आठ प्रतिशत  एसयूवी पर इसे 30 से कम कर 24 प्रतिशत  मिड साइज सेडान कार पर 24 से घटाकर 20 प्रतिशत और बडी कारों पर 27 फीसदी से कम कर 24 प्रतिशत किया गया था। 

बिहार में सरकारी महिला सेवकों को अब मातृत्व अवकाश 180 दिन

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बिहार में महिला सरकारी सेवकों के लिए अब मातृत्व अवकाश 135 दिनों से बढ़ाकर 180 दिन कर दिया गया है । मंत्रिमंडल की आज यहां हुई बैठक के बाद मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के प्रधान सचिव बी.प्रधान ने यहां बताया कि राज्य में महिला सरकारी सेवको को देय मातृत्व अवकाश 135 दिनों से बढ़ाकर 180 दिन करने तथा शिशु देखभाल अवकाश की स्वीकृति तथा इसके लिए बिहार सेवा संहिता के नियम 220 में संशोधन की स्वीकृति दी गयी है । उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद ने नगर विकास एवं आवास विभाग के अंतर्गत बिहार राज्य आवास बोर्ड के जरिये आवंटित एवं भविष्य में आवंटित किये जाने वाले संपदाों को ..एक कालिक परिवर्तन प्रभार.. प्राप्त कर फ्री होल्ड में परिवर्तन करने की स्वीकृति दी है । 

श्री प्रधान ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने 24 जून 2013 को पश्चिम चंपारण जिले के नौरंगिया थाना क्षेत्र में हुई पुलिस पांयरिंग की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग का कार्यकाल चार जुलाई 2015 तक बढ़ाने के गृह :विशेष: विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गयी है। उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक में आज कुल 18 एजेंडों पर निर्णय लिया गया.

सिंधुश्री खुल्लर होंगी नीति आयोग की मुख्य कार्यकारी अधिकारी

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भारतीय प्रशासनिक सेवा की सेवानिवृत्त अधिकारी सिंधुश्री खुल्लर नवगठित नीति आयोग की पहली मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार श्रीमती खुल्लर के नाम को मंजूरी मिल चुकी है और इस संबंध में कभी भी आदेश जारी किया जा सकता है। संघ शासित कैडर की 1975 बैच की प्रशासनिक अधिकारी श्रीमती खुल्लर अप्रैल 2012 में योजना आयोग की सचिव नियुक्त की गयी थी। उन्होंने आयोग की सदस्य सचिव सुधा पिल्लई का स्थान लिया था। 

श्रीमती खुल्लर के 31 मार्च 2013 को सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें अनुबंध के आधार पर दो वर्षों का सेवा विस्तार दिया गया था। सरकार ने योजना आयोग के स्थान पर नीति आयोग बनाते हुये प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अरविंद पणगढिया को इसका पहला उपाध्यक्ष नियुक्त किया है।

विशेष आलेख : दीवानगी शराब की ।

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अम्रत का जिक्र आते ही लोग सोचने लगते है कि काश मुझे मिल जाता तो अच्छा होता। इसे थोड़ा सा ग्रहण कर लूं। बदलते समय के साथ समाज में शराब ही मनुष्य के लिये सबसे बड़ा अम्रत बन गया है। ये अम्रत आयु रेखा बढ़ाने का नही कम करने का काम करता है। इस अम्रत को अधिक ग्रहण करने के बाद इस दुनिया और मोह माया से दूर हो जाता है। कभी-कभी तो कुछ लोगों की रात फुटपाथों पर गुजरती देखी जाती है। उनको न घर की चिंता होती है। न बीबी और बच्चों की याद आती है । सब कुछ पता चलता है नशा उतरने के बाद। सच में मनुष्यों के लिए अम्रत बने इस शराब ने तो दुनिया में अपनी धूम मचा ली है। लोग इसके दीवाने बनते जा रहे हैं। अमीर हो या गरीब इसका सुरूर तो सब पर बराबर चढ़ता है। शाम होते ही इनके दीवाने, दुकानों पर पहुंचने लगते हैँ। कही पर तो बकायदा नियम कानून से लाइन लगाकर खरीदते हैं। और कही बहुत सारी दुकानों पर इतनी भीड़ दिखती है कि इसे देख कर ऐसा लगता है कि जल्दी से खरीद लो वरना खत्म हो जाएगी। लोग एक के ऊपर एक चढ़ते नज़र आते है। सबके मन में यही बात होती है कि पहले मुझे मिले और जल्दी से ग्रहण कर लूं। इस अम्रत के बारे में इक बात कही गई है। जो लोगों के मुहं से इसके बखान में सुना है। एक बूंद करो अंदर और फिर बन जाओ सिकंदर। इस मानव अम्रत ने पता नही कितनों की जिंदगी बर्बाद कर दी है। कितने घरों में ये कलह का विषय बना हुआ है। इसको लेकर बहुतों के घर पर तो रोज महाभारत का युद्ध होता है। वो गालियां वो मार-पीट ऐसा लगता है कि खून के प्यासे बन गए हों एक दूसरे के लिए। इसकी लत हो तो जेब में हल्का सा भी भारीपन आने पर,घर परिवार के पेट भरने से पहले इसका इंतजाम जरूरी होता है। बहुत सारे तो इसके गुलाम होकर उधारी में जीने का काम शुरू कर देते हैं। कुछ भी हो मदिरा मिल जाए। उन्हें अगर ये अम्रत मिले तो चेहरे पर बारह बज जाते हैं। फिर क्या देशी क्या अंग्रेजी तलाश रहती है सिर्फ मैखाने की। एक अच्छी बात और है कि इसमें बड़े प्यार से ये लिखा होता है कि मदिरा पीना स्वास्थ के लिए हानिकारक है। अपनी ये खूबी पीने वालों को काफी प्यार से बता देती है। लेकिन  दीवानों को कौन समझाए। दीवाने तो दीवाने होते हैं। बहानों का तो भण्डार लगा देते हैं। कोई कहता है ग़म को भुलाने के लिए तो कोई कहता है कि आज इस खुशी में तो पार्टी होनी चाहिए। पीने वालों लोगों के लिए पसंदीदा पेय पद्वार्थ बना हुआ है। दोस्ती से लेकर दुश्मनी कराने की खूबी भी इसमे है। हर शुभ अवसर पर इसके बिना काम नही चलता है। सबसे बड़ी बात बूढों से लेकर युवाओं तक सभी इसके दीवाने हैं। यहां तक कि इस अम्रत को ग्रहण करने में लड़कियां भी पीछे नही हैं। बार हो या पार्टी हर तरफ ज़ाम छलकता मिलता है। चेयर्स करते वो गिलासों की खनक लोगों में इक नया सुरूर डाल देती है। इस सुरूर में खोये लोगों को दीन दुनियां से कोई मतलब होता है। खैर ये ख़तरनाक अम्रत शौक़ और ज़रूरत दोनों बनता जा रहा है। टीवी पर इसकी विज्ञापन की बात करे तो ऐसा लगता है कि सच में विज्ञापन कर रहे स्टार्स ने अपनी सफलता इसी को पीने के बाद प्राप्त की है। फिल्मों की दुनिया की बात करे तो बिना शराब के सब कुछ अधूरा सा लगता है। इस शराब पर तो फिल्में भी बन चुकी हैं। शराब पर बहुत सारे गाने भी आ चुके हैं। पर वो तो एक रील लाईफ है जिसमें नायक को अगर ऐसा दिखा दिया गया तो कोई हर्ज नही है पर रियल लाईफ में अगर ऐसा हो तो कलह की शुरूआत तो बनती है। इसकी शौक़ ने जाने कितनों लोगों से उनकी जिंदगी छीन ली है। इसके नशे में क्या गंदग़ी क्या सफाई सब बराबर है । पीने के बाद तो मखमल गद्दे का सुख फुटपाथ पर उठा लेते हैं। देखो कैसे बोतल में बंद रहकर भी दबसरे को नची देती है। जाहिर है इस अम्रत की लत जिसे लग जाये, वो जिंदगी भर पछताये।






liveaaryaavart dot comरवि श्रीवास्तव
Email-ravi21dec1987@gmail.com
लेखक, कवि, व्यंगकार, कहानीकार, 
फिलहाल एक टीवी न्यूज ऐजेंसी से जुड़े हुए है।

विशेष आलेख : जनजातीय (संथाल -पहाडि़या) संस्कृति और धर्म

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विश्व के किसी भी कोने में मानव जहाॅ कहीं भी निवास करता है, वह किसी न किसी धर्म, संस्कृति, प्राचीन परंपराओं, मान्यताओं, आस्थाओं अथवा सिद्धान्तों से जुड़ा होता है। कहीं न कहीं उसकी आस्था किन्हीं खास  चीजों से  अवश्य जुड़ी होती है जिसका पालन उसके लिये अनिवार्य सा होता है। कहीं लोग प्रकृति देवता के रुप में किसी खास आकृति की पूजा करते हंै, तो कहीं चाॅद, सूरज, पर्वत, पेड़-पौधे व नदी-घाटी की पूजा प्रत्यक्ष रुपों में। वर्ष 1920-21 ई0 में मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, व कालीबंगा की खुदाई मंे सिंघु घाटी सभ्यता के रुप में एक नगरीय सभ्यता के अवशेषों का प्रार्दुभाव हुआ था जिसमें प्रकृति पूजा के कुछ दस्तावेजी सबूत मिलने के प्रमाण मौजूद हैं।  इससे साफ पता चलता है कि जीवन जीने की तमाम संभावनाओं  के बीच कही न कहीं किसी रुप में मानव की आस्था इन चीजों से जुड़ी होती ही है। चाहे हिन्दु हांे या मुसलमान।  सिक्ख धर्मावलम्बी हांे या फिर इसाई, यहूदी, जैन अथवा पारसी। तमाम धर्मों में पूजा का अपना खास महत्व है। किसी-किसी धर्म में कई-कई सम्प्रदायों का संगम होता है। अलग-अलग मान्यता रखने वाले भी ईश्वर को किसी अन्य रुप में स्वीकार करते हुए अलग दिशा अपना लेते हैं जो कालान्तर में एक पंथ का रुप ले लेता है बाद में चलकर जो एक धर्म के रुप में परिणत हो जाता है।  जहाॅ तक प्रकृति पूजा की बात है तो सभी धर्मावलम्बी प्रकृति की पूजा किसी न किसी रुप में करते ही हैं। यह पूजा आदिवासी समाज में काफी बढ़-चढ़ कर होता है। 
                              
जनश्रुतियों, किवदन्तियों व प्राचीन परंपराओं/मान्यताओं के अनुसार प्राचीन काल में आदि मानव के रुप में जंगल-पहाड़ पर रहने वाले लोग भूकम्प, अतिवृष्टि-अनावृष्टि, चेचक, कालाजार, मलेरिया, जैसी महामारियों से बचने के लिये किसी न किसी रुप में बलि देकर आसन्न समस्याओं का हल ईश्वर की प्रार्थना कर निकाला करते थे। यह दिगर बात है कि वर्तमान समय में नरबलि की खबरें एकाध जगहों पर ही देखने-सुनने को मिलती है, लेकिन जानवरों की बलि के साक्षात प्रमाण अभी भी प्रमुखता से मौजूद हैं। पूरे भारतवर्ष के अन्तर्गत छत्तीसगढ़, झारखण्ड उड़ीसा, मध्यप्रदेश, सहित तकरीबन 7 पूर्वोत्तर राज्यों (ेमअमद ेपेजमत ेजंजमेद्ध असम, मिजोरम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय व मणिपुर में आदिवासियों की बहुलता है। प्राप्त आॅकड़ों के मुताबिक भारत वर्ष में आदिवासियों की  आबादी 8,43,26,240 है। इस प्रकार पूरी आबादी में इनका हिस्सा है 8.2 प्रतिशत। तमाम अलग-अलग प्रदेशों में आदिवासियों की अपनी अलग जीवन-संस्कृति व पद्धति है। रहन-सहन, खान-पान, वेश-भूषा, आतिथ्य सत्कार व सामाजिक -सांस्कृतिक ढाॅचे में तुलनात्मक अन्तर के बावजूद बहुत सारी समानताऐं पायी जाती है। जो लगभग समान होता है तथापि एक खास भौगोलिक परिवेश में पलने-बढ़ने के कारण उनमें समानताऐं दिखलायी पड़ ही जाती है। जंगल, पहाड़, नदी, घाटी वाले झारखण्ड प्रदेश में आदिवासियों की कुल 32 उपजातियाॅ पाई जाती है। आदिवासियों की ये उपजातियाॅ हैं-संताल, हो, मुण्डा, उरांव, माल पहाडि़या, कुमार भाग पहाडि़या, सौरिया पहाडि़या, विरहोर, भूमिज, गांेड, करमाली, बिरजिया, कोल, मोहली, बेदिया, असुर, बेईगा, बंजारा (कोड़ा), बाथूडी, बिंझिया, चेरो, चिक बड़ाईक, गोराइत, कोरवा, लोहरा, पड़हिया, सवर, शिवलंग, काॅवर व खडि़या, किसान इत्यादि। इन जनजातियों की अपनी-अपनी संस्कृति है। झारखण्ड में सबसे अधिक आबादी संतालों की है। दूसरी बड़ी आबादी मुण्डा व उरांव की है। संताल जनजाति मुख्यतः संताल परगना प्रमण्डल अन्तर्गत दुमका, देवघर, गोड्डा, पाकुड़, साहेबगंज, जामताड़ा तथा गिरिडीह, हजारीबाग व धनबाद में निवास करती है, इसके अलावे यह जनजाति उड़ीसा के कुछ जिलों, प0 बंगाल व बिहार में भी पाई जाती है। 

संतालांे का विश्वास है कि सृष्टि की उत्पत्ति पिलचू हड़ाम व पिलचू बुढ़ी ने किया है जबकि पहाडि़या समुदाय में सृष्टि की उत्पत्ति की अलग कहानी है। ये आदि पुरुष लित् बाबा और आदि महिला लित् माय को मानते हैं। इनसे 7 पुत्र-सान्द्रा, सान्डोम, चारे, माने और अचारे देलूह (दो का नाम नामालूम) तथा 7  पुत्रियाॅं-छिता, कापू, हीसी, डुमनी, धनगी और पुनगी (एक का नाम नामालूम) हुई। संताल समुदाय किसी भी उत्सव में मरांग बुरु की पूजा अवश्य करते हैं जबकि पहाडि़या समुदाय में बड़े गोसाई, लेहू गोसाई, डारमेंटे गोसाई, जरमात्रे गोसाई के अलावे चोर दानू, महादाना, कारु दाना, जोख देवता, रंगाधारी बाबा, आंचाय कुदबी, किचीन जनानी, पातालपुरी किचीन, आकाशपुरी किचीन, वनशक्ति, वन मशान, माल जोग, गाॅव रखबार इत्यादि की पूजा-अर्चना करते हैं। संतालों में सात गोत्र (पारिस) का आविष्कार हुआ-वास्की, चैड़े, पाॅवरिया, बेसरा, बेदिया, किस्कु, मुर्मू, मराण्डी, टुडू, हेम्ब्रम, सोरेन व हाॅसदा। सहगोत्रिय विवाह का प्रचलन संतालों में नहीं है। इस समुदाय में कराम पेड़ का काफी महत्व है। वन्दना या सोहराय संतालों का प्रमुख त्यौहार है। बाहा, माघ, एरोक, हारियाड़, जान्थाड़, व दसाई इनके अन्य पर्व हैं। दक्षिणी छोटानागपुर व कोल्हान प्रमण्डल में सरहुल पर्व काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। यह समाज काफी अंधविश्वासी होता है। इस समुदाय में बोंगा कोड़ा व बोंगाकुड़ी का खास महत्व है। इस समुदाय का विश्वास है कि आदमी मरने के बाद पातालपुरी में पहॅुचता है जहाॅ उन्हें उनके अच्छे और बुरे कर्मों के लिये दण्ड का प्रावधान अलग-अलग है। 

इनका मानना है कि सृष्टि में दो प्रकार की शक्तिशाली आत्माओं का वास होता है। ओड़ाक् बोंगा व बाहरे बोंगा। इनका मानना है कि बोंगाओं को हमेशा प्रसन्न रखने से उनका जीवन सुखमय बीतेगा। रंगो रुजी, कान्दू, अस्थायी बोंगा, नहियर बोंगा, किसार बोंगा व युद्ध बोंगा की पूजा समय-समय पर संतालों द्वारा किया जाता है। जाहेर थान संतालों का सामुदायिक पूजा स्थल होता है। जाहेर थान गाॅव के बाहर जंगल या झुरमुट के बीच अवस्थित होता है। इस समुदाय की अपनी एक अलग न्याय व्यवस्था है। मांझी, हाड़ी मांझी, परगनैत, मोड़े मांझी, दिसोम वैसी, व मांझी थान इनकी न्याय व्यवस्था के अंग हैं। ग्रामीण व्यवस्था पर अगर गौर फरमाऐ ंतो पाऐगें कि इस समाज में गाॅव स्तर पर पद के अनुसार लोग अपने पावर का इस्तेमाल किया करते हैं। मांझी प्रधान होता है। मांझी के नीचे प्रराणिक, जोग मांझी, गुडि़त, व नाईकी होते हैं। बिठलाहा संताल समाज का सबसे कठोर दण्ड विधान है। इस शब्द का शाब्दिक अर्थ है समाज से बहिष्कार कर देना। यह दण्ड प्रक्रिया अभी भी कायम है। सेन्दरा का अर्थ होता है शिकार। इस समाज में सेन्दरा का काफी महत्वपूर्ण स्थान है। जंगल में शिकार का नेतृत्व करने वाला गुरु देहरी बाबा के नाम से जाना जाता है। संताल समाज में 12 तरह की विवाह पद्धति है। रायबार बपला, गोलांटी बपला, हीरोम चेतना बपला, ईतयूत बपला, जव्ाय किरिन बपला, मुन्डू और आगू बपला, नीर बोलोक् बपला, सहाय् बपला, तुन्की विपिल बपला, अपानगिर बपला, घर जव्ाय बपला व घरदी जव्ाय बपला। इस प्रकार हम देखते हैं कि आदिवासी समाज में अलग-अलग उपजातियो की अपनी अलग-अलग परंपराऐं, रीति-रिवाज, पर्व-त्योहार, शादी-विवाह, न्याय व्यवस्था, व अन्य तरह की व्यवस्थाऐं मौजूद हें। देश के 28 वें राज्य के रुप में 15 नवम्बर 2000 ई0 को बिहार से अलग हुए इस राज्य की तीन करोड़ आबादी में 25 से 30 प्रतिशत आबादी जनजातियों की है। 

एक अपुुष्ट आॅकड़ें के मुताबिक इस राज्य में 70 से 80 लाख की आबादी सिर्फ जनजातियों की है जो अपनी अलग संस्कृति, पहचान के लिये जानी जाती हैं। सीधे व सरल स्वभाव के लिये मशहूर इस राज्य के आदिवासियों को तथापि मुख्य धारा से पूर्णतः नहीं जोड़ा जा सका है। कुल 32 जनजातियों में से 09 आदिम जनजातियों की स्थिति आज भी दोयम दर्जे की ही है। 15 नवम्बर 2000 ई0 को देश के 28 वें राज्य के रुप में बिहार से अलग हुए इस प्रदेश की जनता ने आदिवासी मुख्यमंत्री के माध्यम से अपनी विकास यात्रा का आगाज तो किया किन्तु सत्ता की लोलुपता ने यहाॅ के नेताओं को लालची बना दिया। आदिवासियों की राजनीति करने वाले लोग ही वर्तमान समय में पूॅजीपति बन उनका शोषण लगातार करते आ रहे हैं। इस राज्य में अब तक 100 से अधिक मेगा एमओयू पर सरकार के साथ विभिन्न कंपनियोें के समझौते व हस्ताक्षर हुए हैं जो झारखण्ड के खनिजों का देाहन कर उसे औद्योगिक स्वरुप प्रदान करने की कवायद में लम्बे समय से लगे हुए हैं किन्तु इससे आदिवासियों को कोई खास फायदा पहॅंुचने वाला नहीं है। इस राज्य के आदिवासियों की आबरु से खिलवाड़ करने का परिणाम यह हो रहा है कि धीरे-धीरे आदिवासी अपनी संस्कृति-परंपरा से लुप्त होते जा रहे। 





अमरेन्द्र सुमन
दुमका  

आलेख : क्या सरला भट के बलिदान को भुला देगा भारत ?

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हमारा देश धर्म-निरपेक्ष देश है।कितना है और कब से है?यह शोध का विषय है।मिलजुल कर रहना और एक दूसरे के सुख दुःख में शामिल होना कौन नहीं चाहता?सभी समुदायों में,सभी धर्मावलम्बियों और सम्प्रदायों में सौमनस्य बढ़े और धार्मिक उन्माद घटे,आज की तारीख में समय की मांग यही है।मगर यह तभी सम्भव है जब सभी धर्मानुयायी ऐसा मन से सोचें और चाहें।लगभग 25 वर्ष पूर्व कश्मीर में पंडितों के साथ जो अनाचार और तांडव हुआ उसकी जितनी भी निंदा की जाय कम है।घाटी में रह रहे पंडितों के साथ रोंगठे खड़ी करने वाली जो बर्बरतापूर्ण घटनाएं हुईं, उन्हें कश्मीरी पंडित समाज अब तक भूला नहीं है।कितने ही मासूम कश्मीरी पण्डित महिलाओं,युवाओं और बुज़ुर्गों को कैसे बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया,यों इसके उदाहरण कई हैं पर यहाँ पर सरला भट नाम की एक नर्स का उल्लेख विशेष रूप से किया जा रहा है।कश्मीर के अनंतनाग ज़िले की रहने वाली यह सेवाभावी महिला श्रीनगर के सौवरा अस्पताल में नर्स का काम करती थी।मानव-सेवा के बदले में उसे जो फल मिला वह शर्मसार करने वाला है।पहले तो जिहादियों/आतकंवादियों द्वारा उसे अगवा किया गया,फिर उसका सामूहिक बलात्कार किया गया और बाद में उसके शरीर को चीर कर सरे बाज़ार घुमाया गया।यह बात मैं ने सुन रखी थी।आज किसी ने वह चित्र मुझे भेजा जिसे देख मेरा कलेजा मुंह को आ गया।धर्मनिरपेक्षता और मानवाधिकार के अलम्बरदारों के मुंह पर तमाचा झड़ने वाला और आँखों में आंसू लाने वाला यह चित्र सचमुच रुलाने वाला है।सरला भट सच्ची देश भक्तिन थी।सुना है उसने सुरक्षा कर्मियों को अस्पताल में चुपचाप इलाज करा रहे आतंकियों के ठिकानों का पता बताया था जिसकी कीमत उसे बेदर्दी के साथ चुकानी पड़ी।शायद सच्चे राष्ट्रभक्तों की यही नियति होती है!

अब जबकि जम्मू-कश्मीर में नई सरकार अनक़रीब ही बनने वाली है।लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को नई सरकार कहां तक पूरा कर पायेगी, यह वक्त ही बताएगा। नई सरकार से मेरा अनुरोध है कि वीरगति को प्राप्त हुयी कश्मीर की बहादुर बेटी सरला भट के उत्सर्ग और उसकी राष्ट्रभक्ति को ध्यान में रखते हुए उसे मरणोपरांत दिए जाने वाले किसी उपयुक्त अलंकरण से नवाज़ा जाना चाहिए।कश्मीर की इस देशभक्त वीरांगना (बेटी)के नाम पर कोई स्मारक भी बने तो यह लाखों पंडितों की आहत भावनाओं की कदरदानी  होगी और साथ ही देश की सुरक्षा हेतु आत्मोत्सर्ग की भवना रखने वालों के प्रति यह बहुत बड़ी कृतज्ञता होगी





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डॉ0 शिबन कृष्ण रैणा
2/537 अरावली विहार,
अलवर 301001
संपर्क : 09414216124;01442360124

SIT करेगी शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर हत्याकांड की जांच

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दिल्ली पुलिस सुनंदा पुष्कर की रहस्यमय स्थिति में हुई मौत के सिलसिले में हत्या का केस दर्ज करने के बाद उनके विसरा नमूनों को ब्रिटेन या अमेरिका की किसी प्रयोगशाला में भेजेगी, जिससे जहर की पहचान की जा सके. वहीं हत्या का मामला दर्ज होने से पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुनंदा के पति शशि थरूर की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. पुलिस उनसे और बाकी गवाहों से फिर से पूछताछ कर सकती हैं. विदेश से जुड़े सुनंदा की मौत के तार!

इसके साथ ही यह पता लगाया जा सकेगा कि क्या यह कोई रेडियोधर्मी तत्व तो नहीं था जिसकी भारतीय प्रयोगशालों में पहचान नहीं हो सकी. दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने मंगलवार को कहा कि एम्स की अंतिम मेडिकल रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत जहर के कारण हुई थी लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि जहर खिलाया गया था या सुई के जरिए दिया गया था.

केरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ने सुनंदा पुष्कर की मेडिकल रिपोर्ट सौंपी है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जब उन्हें डिसचार्ज किया गया था तब उनकी तबीयत बिल्कुल सही थी. लेकिन उनकी कुछ चांज की रिपोर्ट्स का इंतजार था. अब सवाल यह उठता है कि क्या सुनंदा पुष्कर ने दवाइयां ज्यादा ले ली थीं, जिसकी वजह से उनकी मौत हुई, क्योंकि उनको दी गई दवाइयां अधिक मात्रा में लेने से जान भी जा सकती थी. सुनंदा 12 जनवरी 2014 से 14 जनवरी 2014 तक केरल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में थीं. रिपोर्ट में बताया गया है कि सुनंदा कई सालों से बीमार थीं. वो Sjogren Syndrome नाम की बीमारी से ग्रसित थीं. सुनंदा की जांच में एंटी न्यूक्लियर एंटीबॉडीज पॉजिटिव पाया गया था जिससे इस बीमारी की पुष्टि होती है. यहां पर अहम बात यह है कि उनके शरीर पर पाए गए चोट के निशान इन दवाइयों की ओवरडोज से भी हो सकता है. डिसचार्ज करते समय उनके पेपर पर लिखा हुआ था कि उनकी तबीयत स्थिर है. हालांकि कुछ जांच की रिपोर्ट आना बाकी था.

दिल्ली पुलिस के सुनंदा की मौत को हत्या बताने के बाद उनके पति और कांग्रेस नेता शशि थरूर बुरी तरह घिरते दिख रहे हैं. पुलिस जहां उनसे पूछताछ की तैयारी कर रही है, वहीं उनका पॉलिटिकल करियर भी मुश्किल में पड़ता दिख रहा है. मंगलवार को हत्या का केस दर्ज होने के ठीक बाद उन्हें लोकसभा से इस्तीफा देने की मांग ने भी जोर पकड़ लिया. वहीं इस मामले में कांग्रेस पर भी प्रेशर बढ़ता दिख रहा है, क्योंकि घटना के वक्त थरूर कांग्रेस नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री थे. हालांकि कांग्रेस ने कहा कि वो थरूर को इस्तीफा देने के लिए फोर्स नहीं करेगी.

सुनंदा के चचेरे भाई अशोक कुमार ने कहा है कि एफआईआर में शशि थरूर का नाम भी होना चाहिए. हम शुरू से कह रहे हैं कि यह हत्या का मामला है. सुनंदा बहुत बहादुर महिला थीं और वो कभी भी आत्महत्या जैसा काम नहीं कर सकती थीं.

कोल इंडिया कर्मचारियों की हड़ताल जारी, बातचीत बेनतीजा

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कोल इंडिया के कर्मचारियों की हड़ताल का आज दूसरा दिन है। मंगलवार को सरकार और कर्मचारियों के बीच हुई बातचीत टूट गई थी। कर्मचारी यूनियन के मुताबिक, सरकार संकट का हल निकालने की दिशा में काम नहीं कर रही है।बातचीत में सरकार की ओर से कोयला मंत्री शामिल नहीं हुए, लेकिन कोयला सचिव बातचीत में शामिल हुए थे, हालांकि दोनों पक्षों ने उम्मीद जताई है कि बातचीत जारी रहेगी।

कोल इंडिया दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी है और इसके लाखों कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से देश में बिजली संकट भी गहरा सकता है। देश के बिजली उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा कोयले पर निर्भर करता है। इंटक नेता एस क्यू ज़मां ने कहा, हमारा विरोध कोल इंडिया के पब्लिक सेक्टर कैरेक्टर को बदलने के लिए अध्यादेश लाने की सरकार की पहल के खिलाफ है।

हड़़ताल के पहले ही दिन इसका असर झारखंड की 100 से अधिक कोयला खदानों पर दिखा। छत्तीसगढ़ में 66 कोयला खदान बंद रहीं और महाराष्ट्र की 36 कोयला खदानों में काम ठप रहा। इस हड़ताल का दायरा कितना बड़ा है इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि कोल इंडिया दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी है। कोल इंडिया भारत में 81% कोयला उत्पादन करती है, और उसका भारत के कोयला बाज़ार पर 74% कब्ज़ा है। कंपनी कोयला से चलने वाले 86 थर्मल प्लांटों में 82 को कोयला सप्लाई करती है। उसके पास हर दिन औसतन क़रीब 15 लाख टन कोयला उत्पादन की क्षमता है यानी 5 दिन की हड़ताल चली तो 75 लाख टन कोयला का उत्पादन कम हो जाएगा।

बिहार : हर्ष मणि को कम्प्यूटर में गोल्ड मेडल

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  • इंटरनेट पर आया सिल्वर जोन द्वारा आयोजित कम्प्यूटर ओलंपियाड का रिजल्ट
  • ग्यारह वर्षीय हर्ष है लोयला हाई स्कूल का छात्र

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गया। पापा कहते हैं बेटा नाम करेंगा....! सच में राजीव मणि और सरोज बाला के पुत्र हर्ष मणि ने नाम करके दिखा दिया है। सिल्वर जोन फाउंडेशन द्वारा आयोजित ओलंपियाड फाॅर कम्प्यूटर प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीत लिया है। जूनियर वर्ग के प्रथम लेबल में गोल्ड मेडल हासिल किए हंै।अपने उपलब्धि पर हर्ष हंसते हैं। कहते हैं कि यह तो शुरूआत है। शानदार कारनामा जारी रहेगा। हर्ष मणि 11 वर्ष के हैं। फिलवक्त लोयला हाई स्कूल के चैथी कक्षा में पढ़ते हैं। क्लास रैंक प्रथम और ओलंपियाड रैंक 82 है। द्वितीय लेबल की परीक्षा संभवतः जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में होनी है। अभी परीक्षा की तिथि घोषित नहीं की गयी है। 

इंटरनेट पर प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट दिखाते हुए हर्ष कहते हैं कि इससे पहले भी वर्ष 2013 में इस तरह की प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं। तब दूसरे लेबल में क्लास रैंक द्वितीय, स्टेट रैंक 15 और ओलंपियाड रैंक 322 था। सनद रहे कि सिल्वर जोन फाउंडेशन प्रति वर्ष स्कूली बच्चों के लिए अलग-अलग विषयों की प्रतियोगिताएं करवाता है। इसमें भारत सहित विश्व के कई देशों के स्कूली बच्चे भाग लेते हैं। पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को जूनियर वर्ग और छठी से बारहवीं कक्षा तक के बच्चों को सीनियर वर्ग में बांटा गया है। 

हर्ष बताते हंै कि सीनियर वर्ग के आखिरी लेबल की परीक्षा पास करने पर सिल्वर जोन फाउंडेशन संस्था की ओर से नासा भेजा जाता है। साथ ही, विदेश में पढ़ाई का पूरा खर्च संस्था ही देती है। इसको लेकर अध्ययनरत हैं। अभी से ही प्रयास कर रहा हूं। इसमें किसी तरह की कौताही नहीं बरतेंगे। हर्ष के पिता, राजीव मणि, पत्रकार हैं। माता सरोज बाला घरेलू महिला हैं। राजीव कहते हैं कि कम्प्यूटर से हर्ष का लगाव शुरू से ही रहा है। प्रतिदिन एक घंटा उसे कम्प्यूटर पर बैठने दिया जाता है। लेकिन, अन्य विषयों पर भी ध्यान देना जरूरी है। वहीं उसके दादाजी, चन्द्र मणि प्रसाद, कहते हैं कि हर्ष का कम्प्यूटर ज्ञान कुछ तो ईश्वरीय देन है। स्थिति यह है कि अब तो वह बड़ों को भी कम्प्यूटर के क्षेत्र में कोई दिक्कत होने पर बताने लगा है।

गोल्ड मेडल प्राप्त होने पर हर्ष मणि के दादी के घर बालूपर,दीघा,पटना में और नानी के घर नारचट्टी, वजीरगंज, गया में हर्ष का माहौल व्याप्त है। वहीं हर्ष अपने दोस्तों को मिठाई खिलाने में पीछे नहीं है।  


आलोक कुमार
बिहार 
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