Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74313 articles
Browse latest View live

आलेख : विवेकशील इस्लाम के उभरने में रुकावट न बन जाए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का शगल

$
0
0
फ्रांस की मजाकिया पत्रिका शार्ली एब्दे ने आंतकवादी हमले के बाद अपनी प्रतियों की संख्या 60 हजार से बढ़ाकर 30 लाख प्रकाशित कर दीं। फिर भी सारी प्रतियां हाथोंहाथ बिक गयीं। शार्ली एब्दे के इस अंक के मुख्य पृष्ठ पर हजरत मुहम्मद साहब का कार्टून बना था जो हाथ में तख्ती लिये हुए थे जिस पर लिखा था मैं शार्ली हूं। उनकी आंखों में आंसू झलकाते हुए दिखाये गये थे। तख्ती में यह भी लिखा था कि मैं सभी को माफ करता हूं जबकि शार्ली एब्दे के पत्रकारों और कार्टूनिस्टों की सामूहिक हत्या पैगम्बर साहब के कार्टून को छापकर कथित तौर पर इस्लामी मान्यताओं की तौहीन करने की ही वजह से की गई थी।

फ्रांस की राज्य क्रांति स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व पर आधारित आधुनिक उदार लोकतंत्र की जनक है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिये फ्रांसीसी समुदाय में बलिदान होने की हद तक प्रतिबद्धता स्वाभाविक है। दूसरी ओर इस्लामी चरमपंथी हैं जो अपने नवी की घोषणाओं को अंतिम सत्य मानने में विश्वास रखते हैं और उस आस्था से उन्हें डिगाने वालों के खिलाफ जेहाद छेडऩा अपना फर्ज समझते हैं। यह अपनी अपनी तरह की परस्पर विरोधी दो प्रतिबद्धताओं का टकराव है या कुछ और। बहरहाल पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल में मासूम बच्चों की सामूहिक हत्या के कृत्य की निंदा को लेकर विश्व जनमत में हुई जबर्दस्त प्रतिक्रिया और इसके बाद शार्ली एब्दे के पत्रकारों की हत्या के विरोध में पेरिस में निकाले गये शांति मार्च में 44 राष्ट्राध्यक्षों व उनके प्रतिनिधियों के साथ 10 लाख लोगों की भीड़ उमडऩा यह जेहाद के पागलपन पर ऐसी नैतिक चोट की तरह रहा जिसने इस्लामी उग्रवाद और कट्टरवाद को बैकफुट पर ला दिया लेकिन इस बीच घटनाचक्र कुछ इस तरह घूमा है कि उक्त पूरे प्रसंग में विपर्यास हावी होने लगा है। 

प्रतिबद्धता चाहे किसी भी विचार के प्रति हो तभी दृढ़ होती है जब उसके निर्वाह के लिये जान देने और जान लेने का जज्बा हो। शर्त यह भी है कि प्रतिबद्ध व्यक्ति के किसी व्यक्तिगत स्वार्थ की सीधी पूर्ति उस विचार में निहित न हो। देखा जाये वो प्रतिबद्धता मानवीय समाज के लिये आवश्यक तत्व है। यह गुण नैतिक और चारित्रिक उत्थान के लिये उत्प्रेरक है जिससे परमार्थ की भावना का विकास होता है जो मानवीय गुणों का सर्वोत्तम तत्व है। 

इस तरह यह कहा जाये कि सच्ची प्रतिबद्धतायें भिन्न-भिन्न स्वरूपों में होते हुए भी आखिर में एक तत्व से उपजी साबित होती हैं। फिर दो प्रतिबद्ध समुदायों में खूनी जंग की गुंजाइश कहां रह जाती है। फ्रांस में एक दूसरे के अस्तित्व की कीमत पर बढ़त पाने की जद्दोजहद में जुटी प्रतिबद्धताओं के बीच जंग इसी कारण एक गुत्थी है जिसे सुलझाने के लिये बहुत माथापच्ची की जरूरत है। 

प्रतिबद्धता के विकास के लिये शर्त है कि वह जिस विचारधारा के लिये समर्पित है उसका औचित्य साबित करने को विवेक को संतुष्ट करने वाले अकाट्य तर्कों से वह समर्थित हो। इस्लाम के संदर्भ में देखें तो जब धर्म के मानवीयकरण से निहित स्वार्थों के लिये उसे तोड़े मरोड़े जाने की पराकाष्ठा हो गयी थी, मूर्ति पूजा जिसमें व्यक्ति पूजा स्वत: निहित है को प्रतिबंधित करने का ख्याल पैगम्बर साहब के दिमाग में आया। तथागत बुद्ध भी नहीं चाहते थे कि लोग उनके आष्टांगिक मार्ग को उनके प्रति श्रद्धा निविदित करके एक कोने में रखने की छूट पा लें। इस कोशिश की वजह से उन्होंने भी अपनी प्रतिमाओं के निर्माण पर रोक घोषित कर रखी थी लेकिन उन्होंने यह व्यवस्था नहीं की थी कि जो इस रोक को नहीं मानेगा वह संघ के बाहर हो जायेगा, धम्म से बहिष्कृत हो जायेगा। इसी कारण उनके बाद उनकी जितनी मूर्तियां बनी संसार में किसी भी अवतारी पुरुष की उतनी मूर्तियां स्थापित नहीं की गयीं। जिन आडम्बरों और कर्मकांडों से मुक्त करने के लिये धम्म का प्रवर्तन हुआ था वह बुतपरस्ती की वजह से उन्हीं में गर्क हो गया इसलिये इस्लाम जब बौद्ध धर्म के प्रभाव क्षेत्र में प्रविष्ट हुआ तो मूर्ति पूजा निषेध के पैगम्बर के आदेश का पालन कराने के लिये उसने चरम पर मूर्ति पूजक हो चुके बौद्धों के प्रति निर्मम और क्रूर तेवर अख्तियार कर लिये। मान्यता यह है कि बुतपरस्ती नाम बुद्धपरस्ती का ही अपभ्रंश है। 

इस मामले में इस्लामी जेहाद को कुछ इस तरह समझा जा सकता है कि एक माक्र्सवादी राज्य में व्यक्तिगत स्वतंत्रताओं को तब तक मान्य नहीं किया जा सकता जब तक कि पूरी दुनिया वर्गविहीन न हो जाये। यह यूटोपिया साकार होने की प्रतीक्षा तक माक्र्सवादी शासन  में सर्वहारा की तानाशाही को झेलना अनिवार्य नियति है। कुछ इसी तर्ज पर इस्लाम जब तक सारी दुनिया दारुल हरब में न बदल जाए तब तक उसके सिद्धांतों की उलटी गिनती शुरू होने की आशंका के चलते अपनी किसी मान्यता में ढील बर्दाश्त नहीं कर सकता।

बहरहाल सारे यूरोप में इस समय इस्लामीकरण के खतरे से निपटने के लिये आंदोलन हो रहे हैं। जर्मनी का पेगिडा आंदोलन इसी नाते काफी जोर पकड़ रहा है। फ्रांस में भी शानेवेलवेक का एक उपन्यास सबमिशन के नाम से सामने आया है। जिसमें 2022 तक फ्रांस में इस्लामी शासन कायम हो जाने की कल्पना है। उपन्यास भले ही काल्पनिक हो लेकिन उसमें फ्रांसीसियों की अचेतन आशंकाओं की अभिव्यक्ति है। फ्रांस में पूरे यूरोप में सबसे अधिक पचास लाख मुसलमान हैं। वहां बढ़ती बेरोजगारी ने अप्रवासन और उससे जुड़े मुस्लिमों की आबादी बढऩे के तथ्य के चलते फ्रांस के परंपरागत समाज को विचलित कर रखा है। मोहम्मद साहब को चित्रित करने के मामले में इस्लामी वर्जना को बार-बार तोडऩे का शार्ली एब्दे का दुस्साहस क्या इसी से प्रेरित है। यह संयोग नहीं हो सकता कि शार्ली एब्दे पर आतंकवादी हमले के बाद जर्मनी के हम्बर्ग मार्निंग पोस्ट अखबार में मुहम्मद साहब के तीन कार्टून प्रकाशित किये गये। ईरानी शासकों ने शार्ली एब्दे पर हुए हमले की निंदा की थी लेकिन अब उसने पत्रिका के ताजा अंक में फिर पैगम्बर साहब का कार्टून छापे जाने की भी निंदा की है। साफ जाहिर है कि यूरोपीय समाज का सम्बन्ध अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में मुसलमानों को चिढ़ाना है और उनका चिढऩा जता रहा है कि यूरोपीय समाज का यह तीर सही निशाने पर लग रहा है।

अगर कोई धार्मिक व्यवस्था बुनियादी मानवीय मूल्यों के विरुद्ध हो तो अभिव्यक्ति के खतरे उठाये जाने चाहिये लेकिन केवल अपने शगल के लिये अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ लेना विवेक सम्मत नहीं है। फिर चाहे हिन्दू देवी-देवताओं को शराब की बोतलों और जूतों पर चित्रित का मामला हो या मुहम्मद साहब का कार्टून बनाना। खासतौर से महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाने के कारण जेहादी आतंकवादियों के खिलाफ जो माहौल तैयार हो रहा है उसमें मुसलमानों को चिढ़ाने वाले शगल को अपनाना घातक साबित हो सकता है। आखिर पैगम्बर के चित्रण की वर्जना को तोडऩे से हासिल क्या है। हालत यह हो गई है कि शार्ली एब्दे के नए अंक में मुहम्मद साहब का कार्टून फिर से आने के बाद जेहादियों को नए सिरे से समर्थन प्राप्त होने लगा है। पाकिस्तान की संसद में उसके विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित हुआ। करांची में फ्रांस के वाणिज्यिक दूतावास के पास उग्र और हिंसक प्रदर्शन हुए। कई अन्य मुस्लिम राष्ट्रों में भी शार्ली एब्दे के आतंकवादियों के हाथों मारे गए पत्रकारों के प्रति संवेदनाएं धुंधली हुई हैं और शार्ली एब्दे की हिमाकत की कटु भत्र्सना की गई है। इस मामले में पोप का बयान भी काबिले गौर है जिसमें उन्होंने जहां शार्ली एब्दे के पत्रकारों की हत्या की निंदा की वहीं वे उसके द्वारा आस्थावान समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाले कृत्य को कोसने से भी नहीं चूके और उन्होंने साफ कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता निर्बाध नहीं है। बहरहाल इस्लामिक मान्यताओं को बेवजह चुनौती देने की क्रांतिकारिता जारी रही तो इस्लामिक दुनिया में पागल जेहाद के खिलाफ बन रहा माहौल और विवेकशील इस्लाम के उभरने की प्रक्रिया को गहरा धक्का पहुंच सकता है।






liveaaryaavart dot comके पी सिंह 
ओरई 

विशेष आलेख : मोदी की साख और केजरीवाल के वजूद की लड़ाई

$
0
0
लम्‍बी अनिश्‍चत्‍ता के बाद आखिर दिल्‍ली मे भी चुनाव की डुगडुगी बज गई। इसी के साथ नई सरकार के लिए होने वाली जंग का मैदान भी सज चुका है। इस चुनाव के एलान का इंतजार करते – करते करीब एक साल बीत गया ।पिछले साल फरवरी मे ही केजरीवाल दिल्‍ली की गद्दी लोकपाल के मुद्दे पर एकाएक छोड़ कर चले गये थे । अब एक दम बदले हुये राजनीतिक माहौल मे इस बार दिल्‍ली विधान सभा के चुनाव होने जा रहे हैं ।लेकिन एक करोड़ 30 लाख मतदाताओं के साथ – साथ इस बार राजनीतिक दलों के पास भी फैसले लेने और रणनीति तय करने के लिए कुछ ही हफ्तों का समय है ।पिछले चुनाव की तरह इस बार भी दिल्‍ली के दगंल मे तीन ही राजनीतिक दलों के मुकाबले मे रहने की उम्‍मीद की जा रही है । भाजपा पिछले साल से ही प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के विजय रथ पर सवार है , चुनावों की घोषणा भी उसके अनुकूल माहौल और मंशानुसार हुयी है ।चुनाव की घोषणा से ठीक पहले प्रधानमंत्री की अभिनंदन रैली से ये साफ संकेत मिल गया कि भाजपा ने उनके नेतृत्‍व मे ही इस बार भी चुनावी वैतरणी पार करने का फैसला कर लिया है । पहले से भाजपा की ओर से किसी को मुख्‍यमंत्री घोषित किये जाने की अब बहुत कम समभावनाऐं हैं ।हरियाणा , महाराष्‍ट्र और झारखण्‍ड मे सरकार बनाने कामयाब होने लेकिन जम्‍मू कश्‍मीर मे सत्‍ता तक पहुंच कर भी नाकाम होने के बाद भाजपा दिल्‍ली मे सरकार बनाने को लेकर जिस तरह आश्‍वस्‍त है उससे उसने अपने लिए चुनौती बढ़ाली है ।   ताजा हालातों मे ये कहना गलत नही होगा कि दिल्‍ली विधान सभा चुनाव भाजपा के साथ – साथ खुद मोदी के लिए अग्‍निपरीक्षा से कम साबित नही होने वालें हैं ।
                             
हालांकि ये चुनाव महज दिल्ली विधानसभा के हैं, लेकिन इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल की साख दांव पर लगी है। कांग्रेस के पास फिलहाल खोने के लिए कुछ भी नहीं है। अगर दिल्ली का किला मोदी फतह कर लेते हैं तो फिर उनके विजय रथ को रोक पाना लगभग असंभव हो जाएगा, और वहीं केजरीवाल पिछली बार की तरह एक बार फिर अपना करिश्मा कायम रख पाने मे कामयाब हो
जातें हैं तो वे पूरे देश में मोदी के विरोघी राजनीतिक दलों की धुरी बन जाएंगे। करीब एक साल पहले जब दिल्ली में चुनाव हुए थे तो उस वक्त न तो मोदी का कद इतना बड़ा था और न ही उनके नाम पर चुनाव लड़े जाते थे और यही हाल केजरीवाल का भी था । उस दौरान बस कांग्रेस विरोध की जबरदस्त लहर थी। हर कोई मानकर चल रहा था कि केजरीवाल की आप सीट तो लाएगी पर सरकार बनाने लायक नहीं , लेकिन  नतीजों ने सबको चौंकाया दिया । यह अलग बात है कि उन नतीजों का सम्मान किसी भी पार्टी ने नहीं किया। बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी सरकार बनाए या न बनाए, इसको लेकर उहापोह में फंसी रही। आप ने कांग्रेस की मदद से सरकार तो बनाई, पर ऐसी गैर राजनीतिक हरकत की जिससे सरकार गिर गई। बाद में हालात यह हो गई कि केजरीवाल अभी तक जब भी दिल्‍ली की जनता का सामना करतें हैं तो अपनी इस गलती के लिए माफी मांगना नही भूलतें हैं और ऐसा करना उनकी मजबूरी भी है ।
                                           
पिछले चुनाव में बीजेपी का चेहरा हर्षवर्धन थे, अब हालात बिल्कुल अलग है। आज हर्षवर्धन केन्द्र में मंत्री तो हैं और दिल्ली की राजनीति में कहीं नहीं दिखते हैं । आज बीजेपी के पास बस एक ही चेहरा बचा है, वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का है। न कोई उसके आगे और न कोई उसके पीछे। तभी तो प्रधानमंत्री बनने के बाद जितने भी राज्यों में चुनाव हुए वहां पर किसी राज्य के नेता का चेहरा सामने रखकर चुनाव नहीं लड़ा गया। हर जगह बस मोदी और मोदी ही नजर आये ।10 जनवरी को दिल्‍ली के रामलीला मैदान में हुई बीजेपी की रैली में ये बात साफ तौर पर नजर आई कि भाजपा के लिए ये चुनाव भी नरेन्‍द्र मोदी ही लड़ेगें । हर जगह नजर आ रहे मोदी के 24 फुट के कट आउट्स से भी इस बात को बल मिलता है । दिल्ली बीजेपी के नेता रामलीला मैदान की तरह 12 और  रैली करवाने का इरादा रखते है । ऐसा लगता है कि दिल्ली में बीजेपी ये मान चुकी है कि उसके पास केजरीवाल के मुकाबले कोई चेहरा नहीं है इसलिए वह अपने सबसे बड़े हथियार मोदी के बूते मैदान में उतर आई है। पार्टी के विज्ञापन पर भी गौर करें तो उसमें बस मोदी ही दिखते है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि केन्द्र के स्तर पर किसी भी पार्टी के पास आज मोदी के टक्कर का कोई नेता नहीं है। किसी के पास ऐसा करिश्मा नहीं है जो मोदी के आसपास भी ठहरता हो। लेकिन बात जब राज्यस्तर पर आती है तो कई ऐसे चेहरे नजर आते हैं जो मोदी को बखूबी टक्कर देते हैं और वहां, मोदी की दाल गलती नहीं नजर आती है।बात चाहे बंगाल की करें तो ममता, उड़ीसा में नवीन पटनायक, तमिलनाडु में जयललिता के आगे मोदी का जादू नहीं चला।जम्‍मू कश्‍मीर मे भी उनका विजयी रथ पीडीपी के सामने सुस्‍त रफतार से चला । यानि जहां पर जनता को कोई ठोस विकल्प दिखा वहां पर उसने उसी पर भरोसा जताया। कमोवेश अब दिल्ली में भी कुछ ऐसे ही हालात बनते दिख रहे हैं । अब तक के कई   सर्वे मे भी ये बात सामने आयी जिसमे हर जगह बीजेपी और आप के बीच फासला महज पांच फीसदी वोट का ही दिखता है । वहीं अगर बात दिल्ली के मुख्यमंत्री की हो तो हर जगह केजरीवाल ही नजर आते हैं। जैसे केन्द्र में मोदी में करिश्मा है वैसा ही दिल्ली में केजरीवाल का करिश्‍मा दिखता है।इस सब के बावजूद केजरीवाल के लिए इस बार ये चुनाव आसान नही हैं । आम आदमी पार्टी और उसके नेता को ‘ड्रामेबाज’ कहकर उनकी आलोचना की जा रही है । आम आदमी पार्टी के साथ ये भी दिक्कत है कि उसका छोटा-सा जीवनकाल उसके पल-पल परिवर्तित निर्णयों से कुछ ज़्यादा ही भर गया है ।उनके साथ अब टेलीविज़न चैनलों की ओबी वैन्स अब जमी नहीं रहती हैं, वे सारे अखबारों के मुखपृष्ठ पर भी नहीं हैं ।मीडिया का ये साथ अब एक तरह से मोदी को मिल गया है । आरामतलब नेताओं को देखते-देखते ऊब चुकी जिस जनता ने पूरे जोश से उनका स्‍वागत किया था ,उसके सामने अब उन्‍हीं की तरह तकदीर और तस्‍वीर बलने का दावा करने वाले मोदी भी है ।
                        
दिल्‍ली का ये ऐसा पहला विधानसभा चुनाव चुनाव है, जिसमें कांग्रेस कहीं से भी लड़ाई में नजर नहीं आ रही। दिल्ली कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा रही और 15 साल तक दिल्‍ली की प्रदेश सरकार की अगुवाई करने वाली शीला दीक्षित के बाद कांग्रेस का कोई बड़ा नेता नजर नहीं आता।हांलाकि कांगेस ने साफ सुथरी छवि वाले पूर्व मंत्री अजय मांकन को आगे कर के दिल्‍ली के लोगों को एक विकल्‍प जरूर दिया है ।वहीं ये चुनाव कांग्रेस की नये नेतृत्‍व के लिए भी चुनौती है, जिसकी अगुवाई अरविंदर सिंह लवली और हारुन यूसुफ जैसे नेता कर रहे हैं। अन्‍तरकलह से निपटना इस बार सभी पार्टियों के लिए बड़ी चुनौती है। कांग्रेस पिछले चुनाव से इस समस्या से जूझ रही है। उसके तमाम नेता लगातार पार्टी से किनारे जा रहे हैं, वहीं बीजेपी के सामने ऐसी दिक्कत तो है, लेकिन बड़ी टूट की संभावना नजर नहीं आती। आम आदमी पार्टी के साथ ये दिक्कत पिछले दिल्ली चुनाव के साथ ही शुरू हो गई थी। आप की सरकार बनने के साथ ही विनोद कुमार बिन्नी ने बगावत की थी तो सरकार जाने के बाद अश्विनी महाजन और एमएस धीर जैसे पार्टी के बड़े नेताओं ने बगावती तेवर बुलंद किये । इस समय भी कई बड़े नेता पार्टी के लिए सक्रिय नजर नहीं आ रहे हैं , जोकि आप के लिए बड़ी चुनौती है।
                            
दिल्ली के पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार मुद्दा भी बदल गया है । पिछले चुनाव में जहां भ्रष्टाचार चुनाव का मुद्दा था, वहीं इस चुनाव में मुद्दा विकास है। आप ने भ्रष्टाचार विरोधी अपने मुद्दे में बदलाव कर सब्सिडी देने और स्थानीय सरकार को प्राथमिकता दी है। वो अब लोगों को समझाने में जुटी है कि दिल्ली में पिछली बार सरकार से भागना उनकी गलती थी, लेकिन अब वो नहीं भागेगी। वहीं भाजपा ने दूसरे राज्‍यों की तरह यहां भी इस बार सिर्फ विकास के मुद्दे को हथियार बनाया है।इस बार एक और बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है , वह है पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की लड़ाई । बीजेपी केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार की दुहाई दे रही है, तो आप पूरी तरह से बहुमत की आस में है। केजरीवाल लोगों से वादे कर रहे हैं, कि जनता इस बार चुनाव में उन्हें पूर्ण बहुमत दे, ताकि वो 5 साल तक राज्य की सेवा करें।इस बार मतदाताओं के मन मे कांग्रेस के खिलाफ पुराना गुस्‍सा भी नही है।बहरहाल इतना तो तय है कि इस बार दिल्ली के ताज का मुकाबला कांटे का होगा और ये चुनाव तीनों ही पार्टियों की दिशा और दशा तय करेंगे जिसका असर आने वाले दूसरे राज्‍यों के चुनावों पर भी
पड़ेगा
                            




liveaaryaavart dot com

** शाहिद नकवी **

एचडीएफसी बैंक दुनिया के 50 बैंकों में हआ शामिल

$
0
0
hdfc-bank-in-world-top-50
निजी क्षेत्र का देश का दूसरा सबसे बडा बैंक एचडीएफसी बैंक 40.58 अरब डालर के बाजार पूंजीकरण के साथ दुनिया के 50 प्रमुख बैंकों में शामिल होने वाला वर्ष 2014 में एक मात्र भारतीय बैंक रहा। रीलबैंक्स द्वारा जारी इस सूची में एचडीएफसी बैंक 45वें स्थान पर रहा है और यह क्रेडट सुईस  डीबीएस ग्रुप और स्टैंडर्ड चाटर्ड से बाजार पूंजीकरण में आगे रहा है। देश के सबसे बडे बैंक भारतीय स्टेट बैंक इस सूची में 36.40 अरब डालर के बाजार पूंजीकरण के साथ 51वें स्थान पर और निजी क्षेत्र के सबसे बडे बैंक आईसीआईसीआई बैंक 33.42 अरब डालर के बाजार पूंजीकरण के साथ 55वें पायदान पर रहा है। 

बाजार पूंजीकरण के आधार पर अमेरिका के वेल फार्गो बैंक 284.39 अरब डालर के साथ दुनिया का सबसे बडा बैंक है। जमा और डेबिट कार्ड के आधार पर यह अमेरिका का दूसरा बडा बैंक है। चीन का इंडस्ट्रीयल एंड र्कमसियल बैंक ..आईसीबीसी.. 269.70 अरब डालर के बाजार पूंजीकरण के साथ इस सूची में दूसरे पायदान पर और अमेरिका जेवी मोर्गन चेस 233.94 अरब डालर के बाजार पूंजीकरण के साथ तीसरे स्थान पर है। दुनिया के इस प्रमुख बैंकों में से चार अमेरिका के  चार चीन के और ब्रिटेन तथा आस्ट्रेलिया के एक एक बैंक शामिल है। 

तेजस की ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ भारत चंद देशों की पंक्ति में शामिल

$
0
0
tejas-made-india-top-nation
भारत ने आखिरकार लडाकू विमानों का निर्माण करना शुरु कर दिया है और इसी के साथ वह ऐसा करने वाले चंद देशों की पंक्ति में शामिल हो गया है। हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड.एचएएल. को देश का पहला हल्का लडाकू विमान तेजस साैंपने में 32 वर्ष का समय लगा। इस विमान को तेजस नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था। हल्का लडाकू विमान बनाने की परियोजना की शुरुआत वर्ष 1983 के अगस्त में हुयी जब सरकार ने 560 करोड रुपये के बजट को मंजूरी देने के साथ प्रोजेक्ट डेफिनिशन फेस.पीडीपी. की शुरुआत हुयी। 

लेकिन पीडीपी दस्तावेजों को सरकार को जमा कराने में पांच वर्ष का समय लग गया और फिर इसके निर्माण के पहले चरण को मंजूरी देने में भी पांच साल का वक्त लगा। पहले चरण के निर्माण के लिए दो हजार 188 करोड रुपये की लागत को मंजूरी दी गयी। आठ वर्ष की मेहनत उस वक्त रंग लायी जब 2001 की चार जनवरी को भारत ने खुद के लडाकू विमान को आसमान में उडते देखा। इससे उत्साहित सरकार ने निर्माण के दूसरे चरण के तहत 3301.78 करोड रुपये की राशि पारित की और फिर वर्ष 2010 में 2475.78 करोड़ के अतिरिक्त राशि को मंजूरी दी गयी। 
     
तेजस ने ऐतिहासिक उपलब्धि उस वक्त हासिल की जब वर्ष 2011 में इस विमान को पहली बार उडान भरने की मंजूरी मिली। भारतीय वायु सेना के सूत्रों के मुताबिक तेजस को मंजूरी जल्दबाजी में दी गयी। इस विमान को दूसरी मंजूरी वर्ष 2013 में 20 दिसंबर को मिली। इस विमान के संपर्क में रहे अधिकारियों ने कहा.. तेजस चौथी पीढी का लडाकू विमान है। तेजस वायु रक्षा के लिए विश्व का सबसे हल्का और सुपरसोनिक लडाकू विमान है।.. ये विमान भारतीय वायु सेना के पुराने पड चुके मिग ..21 विमानों की जगह लेंगे। तेजस विमान की परियोजना अपने निर्धारित कार्यक्रम से सात महीने पीछे चल रही है । यह परियोजना दिसम्बर 2007 में पूरी होनी थी लेकिन अब इसे पूरा करने का लक्ष्य इस वर्ष दिसम्बर में रखा गया है। तेजस के 15 विमानों ने अब तक 2700 परीक्षण उडान भरी हैं। इस विमान को अंतिम आपरेशनल मंजूरी आगामी मार्च में मिलने की संभावना है जिसके बाद यह पूरी तरह से वायु सेना में शामिल हो जायेगा। वायु सेना के अनुसार तेजस हथियारों को ले जाने और रेंज के मामले में मिग ..21 से कहीं बेहतर विमान है । 

रेलवे या कोल इंडिया का निजीकरण नहीं होगा : जेटली

$
0
0
coal-india-and-railway-will-not-be-privatise
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि रेलवे या कोल इंडिया का निजीकरण करने की सरकार की कोई मंशा नहीं है और मोदी सरकार अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने के साथ ही कामगारो के हितों की रक्षा कर आम लोगों को बेहतर जीवनशैली देने पर अपना ध्यान केन्दि्रत कर रही है। श्री जेटली ने देश के प्रमुख श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बजट पूर्व चर्चा के  दौरान उन्हें आश्वासत किया कि सरकार रेलवे और कोल इंडिया का निजीकरण नहीं करने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान अभी अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने और कामगारो के हितों की रक्षा करना है। इसके साथ ही आम लोगों की जीवनशैली को बेहतर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में अधिक से अधिक निवेश कर रोजगार के अवसर सृजित करना चाहती है। उन्होंने कहा कि हो सकता है हमारा काम करने का तरीका अलग हो लेकिन लक्ष्य सिर्फ एक ही है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार संगठित और असंगठित क्षेत्र के कामगारो के लिए बेहतर सामाजिक सुरक्षा तंत्र बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि देश की 63 प्रतिशत से अधिक आबादी 15 वर्ष से 59 वर्ष आयु वर्ग की है और यही हमारी सबसे बडी ताकत है। देश के समक्ष अभी सबसे बडी चुनौती लोगों को कौशल बनाकर विकास को गति देने में लगाना है।

 श्री जेटली ने कहा कि भारतीय श्रम रिपोर्ट 2007 के अनुसार वर्ष 2025 तक 30 करोड लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ रोजगार बढाना ही मुख्य लक्ष्य नहीं है बल्कि देश में श्रमिकों को रोजगार के लायक बनाना भी उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास नहीं होने की वजह से श्रमिकों को बेहतर वेतन नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास और मेक इन इंडिया के माध्यम से सरकार रोजगार के योग्य लोगों की संख्या बढाने और अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृृजित करना चाहती है। वित्त मंत्री ने श्रम सुधार की दिशा में किये गये उपायो का उल्लेख करते हुये कहा कि उनकी सरकार से प्रशिक्षु अधिनियम 1961 को संशोधित कर उद्योग और युवा को अधिक जिम्मेदार बनाया है। इसके साथ ही सरकार सूक्ष्म  लघु एवं मध्यम उद्यम में एकरूपता लाने की दिशा में काम कर रही है। इस दौरान श्रमिक प्रतिनिधियों ने कामगारों के लिए बेहतर सामाजिक कल्याण की योजनायें बनाने का सुझाव भी दिया 1 इसके साथ ही एक ही तरह का वेतन भत्ता ठेका और नियमति र्कमचारियों को दिये जाने की व्यवस्था करने की भी मांग की गयी है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों से श्रम कानूनों का कडाई से पालन कराने की सिफारिश भी की गयी। 

सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाली फिल्म है क्वीन

$
0
0
most-profitable-movie-queen
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्टनिस्ट आमिर खान की फिल्म पीके भले हीं बॉलीवुड के इतिहास की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म हो लेकिन मुनाफा कमाने के लिहाज से वह क्वीन से पीछे है। आमिर की फिल्म पीके 19 दिसंबर को प्रर्दशित हुयी है।पीके ने बॉक्सऑफिस पर भारतीय बाजारो में 300 करोड़ रूपये से अधिक की कमाई की है लेकिन लागत के मुकाबले सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने फिल्म पीके नही बल्कि क्वीन है। 

कंगना रनौत की फिल्म क्वीन 13 करोड़ के बजट मे बनी है और उसने भारतीय बाजार में 61 करोड़ रूपये की कमाई की।इस तरह फिल्म ने 369 फीसद मुनाफा कमाया वहीं फिल्म पीके ने लागत के मुकाबले 288 फीसद ज्यादा मुनाफा कमाया 1लगभग 85 करोड़ की लागत से बनी पीके अब तक 332 करोड रूपए कमा पाई है। 

राष्ट्रपति केन्द्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करेंगूे

$
0
0
president-will-adress-central-university-student
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी कल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों प्राध्यापको के साथ ही भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों  राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों एवं दूसरे संस्थानों को राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे। 

श्री मुखर्जी इस दौरान नव वर्ष का संदेश भी देंगे। वह राष्ट्रपति भवन से यह संबोधन करेंगे।

विधायक और पूर्व विधायक अंत्येष्ठि राजकीय सम्मान के साथ होगी

$
0
0
jitan ram manjhi
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कदबा विधान सभा क्षेत्र के विधायक भोला राय और धोरैया के पूर्व विधायक राम स्वरुप हरिजन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ कराने की घोषणा की 1 
      
श्री मांझी ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्व0 भोला राय 1995 में पहली बार और 2010 में दूसरी बार कटिहार जिले के कदबा विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुये थे 1 उन्होंने कहा कि संवेदनशील एवं र्कमठ विधायक के  रुप में जाने जाने वाले श्री राय के निधन से राजनीति जगत को अपूरणीय क्षति हुयी है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिजनों को धैर्य प्रदान करने की शक्ति देने की प्रार्थना की. मुख्यमंत्री ने बांका जिले के धोरैया के पूर्व विधायक राम स्वरुप हरिजन के निधन पर भी गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि स्व0 हरिजन एक सक्रि य राजनेता और व्यवहार कु शल व्यक्त्वि के मालिक थे। उनके निधन से राजनीति जगत को अपूरणीय क्षति हुयी है। ईशवर उनकी आत्मा को चिर शांति प्रदान करें। 

श्री मांझी ने संबंधित अधिकारियों को  निर्देश दिया कि वे स्व0 भोला राय और स्व0 हरिजन के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ संपन्न करायें उल्लेखनीय है कि कटिहार जिले के कदवा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक भोला राय और बांका जिले के धोरैया से कांग्रेस के पूर्व विधायक राम स्वरुप हरिजन का कल निधन हो गया था।

पेट्रोल.डीजल की कीमतों में वांछित कमी नहीं होने से लोग नाराज

$
0
0
people-not-happy-wit-petrolium-price
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई अभूतपूर्व गिरावट का लोगों को पूरा फायदा नहीं मिलने से राजनीतिक दलों और आम जनता  में खासी नाराजगी है और दिल्ली विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी को इसका नुकसान उठाना पड सकता है । अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत लगातार गिर रही है । इस समय यह पिछले छह साल के सबसे  निचले स्तर पर हैं. यह  गत जून के 115 डालर प्रति बैरल की तुलना में 60 प्रतिशत तक गिरकर 45 डालर प्रति बैरल के आसपास बनी हुई है । लेकिन इसकी तुलना में देश में पिछले एक साल के दौरान पेट्रोल के दाम में करीब 19 प्रतिशत और डीजल के दाम 11 प्रतिशत ही कम हुए हैं. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने .यूनीवार्ता. से बातचीत में कहा कि सरकार ने जब इनके दाम नियंत्रण मुक्त कर दिए हैं और इन्हें बाजार पर छोड दिया है तो विश्व बाजार में आई कमी का पूरा फायदा लोगों को क्यों नहीं मिल रहा. लोग महंगाई से पहले ही त्रस्त हैं ऐसे में उनको मिलने वाले लाभ को नहीं देकर भाजपा उनकेा छल रही है । श्री शर्मा ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम में सरकार बहुत मामूली कमी कर रही है और बार.बार उत्पाद शुल्क में बढोंतरी करके लोगों से उनको मिलने वाला लाभ छीन रही है । कांग्रेस इसे दिल्ली विधानसभा के चुनाव में जोर शोर से उठायेगी और यह उसका एक प्रमुख मुद्दा होगा।

 मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो ने भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट का पूरा फायदा लोगों को नहीं मिलने पर नाराजगी जाहिर की है । पार्टी ने कहा कि सरकार बार.बार उत्पाद शुल्क बढा रही है और सरकार को राजस्व की कमी है तो उसे कारपोरेट सेक्टर को करों में दी जाने वाली छूट को बंद करना चाहिए . लेकिन सरकार उत्पाद कर बढाकर जनता पर बोझ लाद रही है । सरकार ने पिछले चार बार में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में पौने आठ रुपए और डीजल में साढे छह रुपए प्रति लीटर की बढोतरी की है । इससे सरकार को 20 हजार करोड रुपए की प्राप्ति होगी. पेट्रोल.डीजल की कीमत में विश्व बाजार के दामों के अनुरुप कमी नहीं आने से दिल्ली के लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है । रेल मंत्रालय में काम करने वाली एक महिला ने कहा कि दाम जब बढाने होते हैं तो विश्व बाजार की कीमतों का हवाला दिया जाता है तो अब वहां गिरावट आने का फायदा हमें क्यों नहीं दिया जा रहा यह हमारे साथ नाइंसफी है । योजना भवन में काम करने वाले एक र्कमचारी ने कहा कि खाद्य वस्तुों की महंगाई से हम पहले ही बुरी तरह परेशान हैं 1 पेट्रोल और डीजल के दाम घटने का जो फायदा हमें मिलना चाहिए उसे भी छीना जा रहा है । र्कमचारी ने कहा कि डीजल की कीमतों में आई गिरावट के बावजूद आवश्यक जिंसों की महंगाई से निजात नहीं मिल पाई है जबकि डीजल के दाम बढाने का असर तुरंत सभी चीजों पर देखने को मिलता है । हालांकि पिछले साल एक जनवरी से अब तक राजधानी में पेट्रोल के दाम 13.52 रुपए प्रति लीटर कम होकर 44 माह बाद 60 रुपए प्रति लीटर से नीचे आये हैं 1 डीजल के दाम पिछले 20 माह के निचले स्तर पर हैं . लेकिन लोगों का कहना है कि जब हम अंतर्राष्ट्रीय बाजार के हिसाब से महंगे दाम चुकाते हैं तो फिर वहां आई गिरावट का फायदा हमें मिलना चाहिए.

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (18 जनवरी)

$
0
0
नरकटियागंज रेलवे रनिंगरूम में संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन

narkatiaganj news
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) नरकटियागंज में रेलवे संरक्षा अधिनियमों की एक तरफ उड़ रहीं है धज्जियांँ, तो दूसरी ओर पूर्व मध्य रेल संरक्षा संगठन केे अधिकारी संरक्षा संगोष्ठी करते दिख रहे हैं। नरकटियागंज रेलवे स्टेशन पर यात्री संरक्षा के तौर पर टूटे हुए शेड, जर्जर फुट ओवरब्रीज और यात्री डिब्बों में  ढेर सारी असुविधाएँ मौजूद है। डिविजनल संरक्षा अधिकारी समस्तीपुर ने नरकटियागंज के रनिंग रूम में आयोंजित संरक्षा संगोष्ठी के दौरान रेलकर्मियांे को संबोधित करते हुए कहा कि रेलकर्मी लाल सिग्नल देखे तो काम नहीं करें। रेलवे के चालक सबसे ज्यादा जिम्मेदारी का निर्वहन् करते है। उनकी थोड़ी सी लापरवाही हजारों की जिन्दगी खतरे में डाल सकती है। उनके अलावे डीएमजी, एसएमई और ट्राफिक इन्सपेक्टर व रेलकर्मी संगोष्ठी में शामिल हुए। अधिकारियों ने इनदिनो कुहासा को लेकर उत्पन्न समस्या से रेलवे के चालक व अन्य कर्मियों को आगाह किया और उससे बचने के तौर तरीके बताए।

प्रशासन के द्वारा लगाए गये पिलर को उखाड़, दिया चुनौती

नरकटियागंज(पच) प्रखण्ड के मल्दहिया पोखरिया पंचायत के चेंगवना गाँव के सरकारी जमीन करीब साढे सात एकड़ का मामला एकबार फिर से तुल पकड़ लिया है। मानों चेंगवना प्रकरण में स्थानीय, अनुमण्डल और जिला प्रशासन पूर्णतः विफल हो गया है। लगभग दो वर्ष पूर्व से प्रारम्भ हुआ रास्ता व कब्रिस्तान विवाद में थाना में घुसकर प्रदर्शन, थाना के सामने सड़क पर आगजनी, चेंगवना में गोलीबारी और उस प्रकरण में कई गिरफ्तारी के बाद 07 नवम्बर 14 को जिला समाहर्ता ने जनअदालत लगाकर मामले की सुनवाई करते हुए, उसका समाधान निकाला। किन्तु 10 नवम्बर 14 को प्रशासन द्वारा लगाया गया पिलर असमाजिक तत्वों ने उखाड़कर फेंक दिया, उसके बाद प्रशान पहुँचकर मामलें को फिर से स्थिर कर दिया। बावजूद इसके 16 जनवरी 2015 को कतिपय तत्वों ने एक बार फिर से सरकारी पिलर को उखाड़ फेंका और जिला प्रशासन को खुली चुनौती दे डाली है। मामले को लेकर घटनास्थल पर पहुँचे अंचलाधिकारी ने इस बावत बताया कि घटना से संबंधित प्रतिवेदन उच्चाधिकारियों को भेंजा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों के हवाले से खबर मिली है कि अज्ञात लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।

गरीबो के घर पर बुलडोजर चलाना अमानवीय: खेमस 

नरकटियागंज(पच) तुनिया विशुनपुर में गरीबों के आशियाना उजाड़े जाने के मामला को लेकर भाकपा माले के अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा बेतिया पश्चिम चम्पारण ने नीतीश-मांझी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उल्लेखनीय है कि सरकार गरीबों को जमीन देने की बात करने वाली सरकार के प्रशासन ने गरीबों के घर पर बुलडोजर चलवाने की घटना को अंजाम दिया। भाकपा माले नेता व खेमस के प्रांतीय सचिव वीरेन्द्र गुप्ता और जिला नेता रामकेश्वर राम ने कहा कि गरीबों के बसेरा अभियान और बेदखल पर्चाधारियों दखल कब्जा कराये। किन्तु तुनिया विशुनपुर जैसे ऐतिहासिक गाँव के 19 पर्चाधारियों को अभी तक कब्जा नहीं मिल सका। नेताद्वय ने बताया कि कड़ाके की सर्दी में 40 गरीब परिवार के घरों पर प्रशासन का बुलडोजर चलाना अमानवीय हैं। बेघर परिवार वालों से भाकपा माले के नेताओ ने आन्दोलन का आह्वान किया है।

उद्योगपतियों का दास, किसानों का दुसमन है मुख्य मंत्री -उमेश तिवारी

$
0
0
  • जैतहरी के किसानों पर गोली चलवाना अपराध है।

anti-farmer-land-law
टोंकों-रोंकों-ठोंकों क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने अनुपपुर जिले के जैतहरी में मोजर वेयर पावर प्लांट हेतु किसानों की भूमि का जवरिया भू-अधिग्रहण पर किसानों द्वारा विरोध करने पर पुलिस गोली चालन की निन्दा करते हुए कहा है कि निहत्थे किसानों पर गोली चलाना अपराध है इस आपराधिक कृत्य पर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित गोली चालन का आदेश देने वाले अधिकारियों तथा गोली चलाने वाले पुलिस वालों पर आपराधिक प्रकरण कायम किया जाना चाहिए। श्री तिवारी ने कहा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह उद्योगपतियों के दास बनकर कार्य कर रहे है तथा किसानों के दुसमन बन कर उनकी जमीन लुटाने में लगे है। 

अच्छे दिन का वादा करके वोट लूटने वाले मोदी ने चोर दरवाजे से अध्यादेश लाकरके, भूमि, अधिग्रहण कानून रद्द करके पूॅजीपतियों का चाकर होना साबित किये हैं। मोदी एवं भा.ज.पा. सरकार को उद्योगपतियों के हित में जवरिया भूमि अधिग्रहण मे 2014 का नया कानून आडे आ रहा था तो कानून को ही बदलने का काम किए। अब इस अध्यादेश के द्वारा यह कानून बना लिया गया है कि यदि किसान अपनी जमीन नही देता है तो पुलिस से लाठी गोली चलवाकर किसान की जमीन छीन ली जायेगी। मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह की सरकार ने जैतहरी में किसानों पर गोली चलवाकर मोदी सरकार द्वारा लाये गये अध्यादेश पर क्रियान्वयन शुरू कर दिया है। शिवराज सिंह पूरे प्रदेश में इसी तरह के जवरिया भूमि अधिग्रहण की तैयारी कर चुके है, तभी तो कहते है ’’देशी-विदेशी उद्योगपती आओ प्रदेश की जिस जमीन में तुम उंगली रखोगे वह जमीन तुम्हारी होगी’’। श्री तिवारी ने जवरिया भूमि अधिग्रण के विरोध में आत्महत्या का प्रयास करने वाले किसान अनन्तराम तथा पुलिस गोली चालन में घायल हुये किसानों का पुर्णतया दोषी प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को मानते हुए उनसे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की माॅग की है। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (18 जनवरी)

$
0
0
सीएम ने किया प्रसीडेंट कप 2015 क्रिकेट टूर्नामेंट का शुभारम्भ

uttrakhand news
देहरादून,18 जनवरी (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को मसूरी रोड़ स्थित कसिगा स्कूल में प्रेसीडेंट कप-2015 क्रिकेट टूर्नामेंट का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि खेल जीवंत समाज के परिचायक होते हैं। समय समय पर ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए। खेल के क्षेत्र से प्रत्यक्ष रूप ना जुड़े लोगों को भी खेल गतिविधियों में प्रतिभाग करना चाहिए। खेल न केवल हमारे शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं बल्कि इससे हमारी कार्यकुशलता भी बढ़ती है। मुख्यमंत्री ने पहले मैच में खेल रही दोनों टीमों, एडीटर्स टीम व आईएएस,पीसीएस व आईपीएस टीम के खिलाडि़यों से परिचय भी प्राप्त किया।  इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक गणेश जोशी, मुख्य सचिव एन रविशंकर, डीजीपी बीएस सिद्धू सहित अन्य विशिष्टजन मौजूद थे।

ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थ व्यवस्था मजबूत करने में बैंकों की मजबूत भूमिका 

uttrakhand news
देहरादून,18 जनवरी (निस)। ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने में सहकारी बैंक व सहकारी क्षेत्र की अन्य शीर्ष संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सहकारी संस्थाएं अपना सक्रिय सहयोग दे। कृषि आधारित योजनाओं को लागू करने में भी सहकारी बैंक किसानों को सहयोग करें। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार देर रात्रि बीजापुर गेस्ट हाउस में उत्तराखण्ड राज्य सहकारी संघ के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में कही। बैठक में सभी जनपदों के जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष व शीर्ष संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। सहकारी क्षेत्र के हित में हर संभव कदम उठाये जायेंगे। सहकारी बैंक व शीर्ष संस्थाओं की समस्याओं का समाधान के लिए सकारात्मक कदम उठाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारी बैंक आत्म निर्भर बने। साथ ही ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने में भी आगे आये। सहकारी बैंक ग्रामीण स्तर पर जाकर कार्य करे। राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में भी अपना सक्रिय योगदान दे। सरकार द्वारा जिन योजनाओं में 80 प्रतिशत तक ब्याज दिया जा रहा है, उन योजनाओं के क्रियान्वयन में बैंक आगे आये। बैंक भी रिफार्म की दिशा में आगे बढ़े, ताकि वे आत्म निर्भर बन सके। हार्टीकल्च्चर व फ्लोरीकल्चर उद्योगों को प्रोत्साहित करने में भी बैंक आगे आये। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की आवश्यकता को देखते हुए बैंक आई.टी. और कुशल मानव संसाधन को उपयोग करे। राज्य सरकार द्वारा जो भी सहयोग दिया जाना है, वह दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यावसायिक गतिविधियों के लिए ऋण सीमा बढ़ाने के लिए नाबार्ड से अनुरोध किया जायेगा। बैठक में उत्तराखण्ड राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने सहकारी बैंक व शीर्ष संस्थाओं द्वारा अब तक किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। साथ ही सहकारी बैंक और शीर्ष संस्थाओं की समस्याओं से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया।बैठक में विभिन्न जनपदों के जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष, फेडरेशन व अन्य शीर्ष संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

भाजपा को प्रदेश की चिंता है तो दिल्ली में जाकर धरना देंः सुरेंद्र

देहरादून,18 जनवरी (निस)। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने भाजपा द्वारा राज्य सरकार पर लगाये जा रहे आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा पहले अपने गिरेवान में झांके। प्रदेश के विकास की उन्हें यदि इतनी ही चिन्ता है, तो वे दिल्ली जाकर रेसकोर्स स्थित प्रधानमंत्री आवास पर धरना दें जिन्होंने उनके सांसदों को मंत्री नहीं बनाया, उन्हंे धरना पेट्रोल व डीजल के दाम कम करने के लिए भी करना चाहिए क्योंकि यूपीए के समय अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल का मूल्य 130 एवं 140 बैरेल प्रति डाॅलर था जहां उसका मूल्य बाजार में 60-70 रूपये लीटर था। उन्होंने कहा कि आज अन्र्तराष्ट्रीय बाजार में उसका मूल्य 40 बैरेल प्रति डाॅलर हैं जबकि किन्तु उसके अनुपात में तेल के दाम कम नहीं किए हैं जिसके कारण तेल की कीमतांे में कमी के बावजूद जनता को महंगाई से राहत मिलती नही दिख रही हैं, लगता है हाई फाई चुनाव के प्रचार में खर्च किए धन को जनता से वसूला जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि अपने सांसदों से राज्य के हितों के प्रति सचेत रहने को भी कहें। उन्होंने कहा कि जहा एक ओर मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रदेशके हर क्षेत्र के विकास के लिए जनपदों का भ्रमण कर विकास कार्यंाे का जायजा ले रहे है तथा जनसमस्याओं का समाधान कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री पर आरोप लगाना यह दर्शाता है कि भाजपा को राज्य की ज्वलंत समस्याओं से कोई सरोकार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जहा एक ओर भाजपा आरोप लगा रही हैं वही दूसरी ओर उसी जनता के सामने जाने का दम भर रही हैं। यह भाजपा के दोहरे चरित्र को उजागर करता हैं कि उसके कथनी और करनी में कितना अंतर हैं विकास के कार्यो पर ध्यान देने के बजाय भाजपा के नेता सिर्फ आरोप लगाने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। यदि इतना ध्यान यह लोग अपने क्षेत्र के विकास में देते तो प्रदेश का चहुमुखी विकास हो जाता। भाजपा का यह बयान कि प्रदेश के नौकरशाह सरकार की बात नही मान रहे हैं। हस्यास्पद है सरकार के दिशानिर्देशों का अनुपालन शासन स्तर पर अपेक्षित रूप से किया जाता है यह नितिगत व्यवस्था है फिर भी भाजपा के लोग इन बेकार के मुद्दों को उठाकर जनता में भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।  

वन विकास निगम अध्यक्ष ने किया खनन का औचक निरीक्षण 

देहरादून,18 जनवरी (निस)। वन विकास निगम के अध्यक्ष हरीश धामी ने रविवार की दोपहर हलद्वानी के गौला क्षेत्र में औचक निरीक्षण कर खनन के बाबत अनेक अनियमितताएं पकडी। उनके औचक निरीक्षण से वन निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ ही खनन कार्य में लगे लोगों में हडकम्प मच गया। इन्दिरा नगर गेट पर श्री धामी के घेराव की भी जानकारी मिली है। हरीश धामी ने बताया कि उन्होनें खनन में लगे 14 वाहन पकडे, जोकि तौल से लगभग 35 कुन्तल अधिक खनन सामग्री ले जाते पाये गये। इन वाहनों की तौल उन्होनें इन्दिरा नगर गेट पर करायी। श्री धामी ने बताया कि गौला नदी में लगभग 200 से 300 ऐसे अवैध वाहन है, जोकि बिना औपचारिकताएं पूर्ण कर धडले से चल रहे हैं। उन्होनें खनन में लगी दो वाहन जो बिना रायल्टी लिये हुए चलते पाये गये, उन्हे सीज कर थाने भिजवा दिया। उन्होनें शीशमहल और इन्दिरा नगर गेटों पर आकस्मिक छापेमारी की। जहाँ उन्हें अवैध खनन का कारोबार देखने को मिला। अध्यक्ष के औचक निरीक्षण की सूचना मिलने पर वन निगम के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, जिनकी श्री धामी ने जमकर फटकार लगायी। उन्होनें कहा कि उत्तराखण्ड का अधिकांश भाग वन आच्छादित है। वन सम्पदा एवं वन खनिज प्रदेश की आय के सबसे बडे स्रोत हैं। अवैध खनन व उप खनिजों की चोरी के माध्यम से सरकार को राजस्व घाटा पहुंचाने वाले अधिकारियों व खनन कारोबारियों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होनें कहा कि आज के निरीक्षण से लगभग एक करोड प्रति दिन के हिसाब से राजस्व की चोरी हो रही है। उन्होनें कहा कि वन निगम के अधिकारी सचेत हो जायें। अच्छे अधिकारियों व कर्मचारियों का वे सम्मान करते हैं, परन्तु लूट खसोट में शामिल अधिकारियों व कर्मचारियों को दण्डित अवश्य किया जायेगा। उन्होनें इस बात पर भी हैरानी जतायी की किसी भी गेट पर जहाँ खनन हो रहा है या वाहनों की निकासी हो रही है। वहाँ किसी भी प्रकार के सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाये गये हैं। उन्होनें वन निगम के आला अफसरों से कहा कि वे तत्काल खनन गेटों पर सीसीटीवी लगवाना सुनिश्चित करें ताकि रिकार्ड किये गये फुटैजों के आधार पर कार्यवाही की जा सके। उन्होनें कहा कि खनन के इस खेल की जानकारी वह मुख्यमंत्री को भी देंगे।

युवाओं को संस्कारित करना संघ का उद्देष्य: भुवन

देहरादून,18 जनवरी (निस)।  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा पूरे देश में डेढ़ लाख से अधिक सेवा के कार्य चलाये जा रहे हैं इनमें से पांच सौ से अधिक कार्य उत्तराखंड में चल रहे हैं। संघ का उद्देश्य युवाओं को संस्कारित करने के साथ साथ भारत के गौरवमयी इतिहास से परिचित कराना है। यह बात आज विश्व संवाद केन्द्र में आयोजित कार्यक्रम में विभाग प्रचारक भुवन जोषी ने कही। ज्वाॅइन आरएसएस इंटरनेट साइट के माध्यम से संघ के संपर्क में आये युवाओं को संबोधित करते हुए श्री जोशी ने कहा कि हर माह आठ हजार से अधिक लोगों द्वारा संघ की बेवसाइट को देखा जाता है। इससे साबित होता है कि लोग संघ के बारे में जानना और समझना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग संघ के बारे में कुछ जानते हैं उन्हें और अधिक जानकारी देना और जो जानना चाहते हैं उन्हें संघ से जोड़ने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि संघ को समझने के लिए संघ से जुड़ना होगा। कार्यक्रम में युवाओं की जिज्ञासाओं को भी शांत किया गया।  कार्यक्रम का संचालन विवेक नैथानी ने किया। इस अवसर पर 60 से अधिक स्नातक और स्नात्कोत्तर के युवा उपस्थित थे। 

राज्यपाल ने केन्द्र से अर्द्ध कुंभ हेतु केन्द्रीय सहायता की धनराशि अवमुक्त करने का किया अनुरोध

uttrakhand news
देहरादून,18 जनवरी (निस)।  राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तीन दिवसीय  कार्यक्रम के पश्चात् उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा. के.के.पाॅल, रविवार सायं देहरादून पहुँचे । इन तीन दिनों में राज्यपाल ने राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी, उप राष्ट्रपति डा. हामिद अंसारी, प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सहित केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह तथा वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली से मुलाकात की। इन सभी महानुभावों से मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने उन्हें राज्य के विकास कार्यो तथा 2013 में राज्य में आई भीषण दैेवीय आपदा से प्रभावित क्षेत्रों, विशेषतः केदारनाथ क्षेत्र में चल रहे पुनर्वास तथा पुनर्निर्माण सम्बंधी कार्यो की प्रगति से अवगत कराया। केन्द्रीय वित्त मंत्री से भेंट के दौरान राज्यपाल ने आगामी 2016 में पड़ने वाले हरिद्वार अर्द्ध कुंभ के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रबन्धेां की जानकारी दी और अर्द्ध कुंभ हेतु केन्द्रीय सहायता की धनराशि यथाशीघ्र अवमुक्त करने का अनुरोध किया।

मेरे हिंदू मुख्यमंत्री का विरोधी होने की खबर भाजपा की साजिश : आजाद

$
0
0
anti-hindu-bjp-conspiracy-said-azad
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने उन्हें हिंदू मुख्यमंत्री का विरोधी बताये जाने सम्बन्धी खबरों को भारतीय जनता पार्टी की साजिश करार देते हुए कहा है  कि यदि जम्मू कश्मीर में किसी अन्य धर्म का मुख्यमंत्री बनता है तो उन्हें खुशी होगी. श्री आजाद ने यहां जारी बयान में कहा ..मैं जानना चाहता हूं कि मैंने कब यह कहा कि जम्मू कश्मीर में हिंदू मुख्यमंत्री नहीं हो सकता. इसका कोई रिकार्ड होना चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कहा कि देश का संविधान धर्म या किसी अन्य आधार पर किसी को मुख्यमंत्री मंत्री बनने से नहीं रोकता। यदि जम्मू कश्मीर में किसी अन्य धर्म का मुख्यमंत्री बनता है तो उन्हें आपत्ति होने की बजाय और खुशी होगी. श्री आजाद ने आरोप लगाया  कि दरअसल उन्हें हिंदू मुख्यमंत्री का विरोधी बताने सम्बन्धी खबरों के पीछे भाजपा का हाथ है ।उन्होने कहा ..मुख्यमंत्री को लेकर मेरे विचार सार्वजनिक हैं 1यदि किसी को संदेह है तो वह रेयासी में चुनाव प्रचार के दौरान मेरे भाषण को देख सकता है ।

श्री आजाद ने कहा कि वह समय आने पर इस बात का खुलासा करेंगे कि भाजपा ने इस समय उनके खिलाफ हल्लाबोल अभियान क्यों चला रखा है । भाजपा की आलोचना करते हुए श्री आजाद ने कहा कि उनके खिलाफ निजी हमला करने के लिए उसे राज्य में सामाजिक एकता एवं अखंडता तथा  धार्मिक सद्भाव के साथ खिलवाड नहीं करना चाहिए. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में किसी पार्टी का मुख्यमंत्री बनने के लिए संख्याबल की जरूरत होती है ।यदि भाजपा के पास पर्याप्त संख्या है तो उसे अपनी पसंद का मुख्यमंत्री बनाने से कौन रोक रहा है ।

नयी गेंद से गेंदबाजी को बेहतर करना होगा : धोनी

$
0
0
have-to-improve-bowling-with-new-ball-said-dhoni
भारतीय क्रिकेट कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने रविवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ त्रिकोणीय श्रंखला के अपने पहले मैच में पराजय का सामना करने के बाद कहा कि वह हार से कुछ सीखकर आगे बढना चाहते हैं लेकिन तेज गेंदबाजों को नयी गेंद से बेहतर प्रर्दशन करना होगा। धोनी ने चार विकेट की हार के बाद कहा.. मैं नतीजों के बारे में ज्यादा नहीं सोचता लेकिन मैं हमेशा हार से कुछ न कुछ सीखकर आगे बढना चाहता हूं।  इससे आने वाले टूर्नामेंट जीतने में मदद मिलेगी और हमारी टीम आने वाले मैचों में बेहतरीन प्रर्दशन करेगी। हमें अभी से यह बात दिमाग में रखनी होगी कि चाहे हम किसी भी स्थिति में खेलें. हमें बेहतरीन प्रर्दशन करना होगा। भारत की पारी में छह विकेट लेकर मैन आपं द मैच बने तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क की तारीपं करते हुये .कैप्टन कूल. ने कहा.. मिशेल ने बेहतरीन गेंदबाजी की और रोहित ने भी शानदार शतक लगाया लेकिन सबसे ज्यादा कठिन नयी बॉल के साथ गेंदबाजी करना था। मैच 30वें ओवर तक आस्ट्रेलिया के पाले में था लेकिन 35वें ओवर में हमने वापसी की और एक बार रिवर्स स्विंग मिलने के बाद हमने विपक्षी टीम पर दबाव बनाना शुरू किया।.. 

उन्होंने कहा.. स्थिति पर बहुत कुछ निर्भर करता है। खासतौर से विके ट किस तरह का है। इसके अलावा ओस की भूमिका भी गेंदबाजों के प्रर्दशन पर असर डालती है हालांकि आज के मैच इसकी कोई भूमिका नहीं रही। 270 के आसपास के लक्ष्य तक विपक्षी टीम को पहुंचने से रोका जा सकता था लेकिन गेंदबाजों को सही समय पर उछाल और स्विंग नहीं मिला। उन्होंने कहा.. सीरीज में खेल रही तीनों टीमें विश्व की बेहतरीन टीमें हैं। लेकिन ओपनरों को जिम्मेदारी उठानी होगी और थोड़ी ज्यादा मेहनत करनी होगी ताकि टीम का स्कोर अधिक हो सके और गेंदबाजों को जीत दिलाने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़े।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने विस चुनाव से नाम वापस लिया

$
0
0
congress-withdrew-lovely-nomination
कांग्रेस ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाने के फैसले की आज घोषणा की। कांग्रेस के दिल्ली के प्रभारी पी सी चाको ने यहां संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। इस दौरान पार्टी के प्रचार अभियान के प्रमुख अजय माकन भी मौजूद थे। पार्टी ने श्री लवली को दिल्ली विधानसभा की गांधीनगर सीट से उम्मीदवार बनाया था। उनके नाम की घोषणा पार्टी की पहली सूची में कर दी गई थी। 
      
श्री चाको ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री लवली की जगह नये उम्मीदवार का नाम कल घोषित किया जाएगा। पार्टी में उनका नाम इसलिए वापस लेने का निर्णय लिया है ताकि वह संगठन की जिम्मेदारियों का निर्वहन आसानी से कर सकें। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पार्टी संगठन के पदाधिकारियों का चुनाव नहीं हुआ है और इन जिम्मेदारियों को देखते हुए उनकी उम्मीदवारी वापस लेने की घोषणा की गई है। पार्टी के प्रचार अभियान के प्रमुख अजय माकन से उनकी अनबन संबंधी खबरों पर श्री माकन ने कहा कि वह दोनों अच्छे मित्र हैं और करीब दो दशक से मिलकर पार्टी को आगे बढाने के लिए काम कर रहे हैं इसलिए उनका प्रचार अभियान का प्रमुख बनाए जाने से श्री लवली के नाराज होने की खबरें निराधार हैं।

प्रधान ने बरौनी रिप़ांइनरी के विस्तार की घोषणा की

$
0
0
barauni refinery
केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री . स्वतंत्र प्रभार. धर्मेंन्द्र प्रधान ने बरौनी रिफ़ाइनरी के विस्तारीकरण की घोषणा करते हुए कहा कि देश की बढ़ती जरूरतों के मद्देनजर छह एमएमपीपीए की क्षमता वाली इस रिफ़ाइनरी का विस्तार कर इसे नौ एमएमपीपीए का किया जायेगा। श्री प्रधान ने बरौनी रिाइनरी के स्वर्ण जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि रिाइनरी के विस्तारीकरण का शिलान्यास इसी साल मई शजून में किया जायेगा। बिहार के साथ लंबे समय से नाईसाफी हुई है लेकिन वर्तमान सरकार राज्य के विकास को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय अगले पांच सालों में राज्य में 25 हजार करोड़ का निवेश करेंगा। 

केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि इस निवेश में बरौनी रिफ़ाइनरी के  विस्तारीकरण के साथ ही राज्य में पेट्रोकेमिकल कारखाना लगाया जायेगा। उन्होंने बंद पडे़ बरौनी खाद कारखाने को गैस आधारित करने की घोषणा करते हुए कहा कि जगदीशपुरशहल्दिया गैस पाईपलाईन के जरिए इस कारखाने को गैस की आपूर्ति की जायेगी। श्री प्रधान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेपाल यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि नेपाल यात्रा के क्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वहां की संसद में नेपाल तक तेल पाईप लाईन पहुंचाने की घोषणा की थी। उन्होने कहा कि यह तेल पाईप लाईन बरौनी से नेपाल तक होगा जिस पर कार्य जल्द ही प्रारंभ किया जायेगा।

डीविलियर्स का तूफ़ान, 31 गेंदों में ठोका सबसे तेज शतक

$
0
0
de villiers fastest century
विश्व के नंबर एक बल्लेबाज ए बी डीविलियर्स ने मात्र 31 गेंदों में सबसे तेज शतक जड़ने का नया विश्व रिकार्ड बना दिया और दक्षिण अफ्रीका ने ओपनर हाशिम अमला.नाबाद 153. रिली रोसो.128. और कप्तान डीविलियर्स.149. के तूफानी शतकों से वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे में रविवार को दो विकेट पर 439 रन का विशाल स्कोर बना दिया। लेकिन मेजबान टीम वनडे में सर्वाधिक स्कोर का विश्व रिकार्ड तोड़ने से चूक गई। डीविलियर्स ने रिकार्ड पुस्तिका को नये सिरे से लिखते हुये मात्र 16 गेंदों में सबसे तेज अर्धशतक का नया विश्व रिकार्ड बनाया और फिर 31 गेंदों में सबसे तेज शतक का नया विश्व रिकार्ड कायम कर दिया। डीविलियर्स ने अपना दसवां छक्का लगाकर 31 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और अपना बल्ला उठाकर दर्शकों का अभिवादन किया। 

दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीविलियर्स ने अपने 50 रन में तीन चौके और पांच छक्के जड़े जबकि 100 रन में आठ चौके और 10 छक्के उड़ाये। उन्होंने मात्र 44 गेंदों में 149 रन की तूफानी पारी में नौ चौके और 16 छक्के जड़कर कैरेबियाई आक्रमण का धुआं निकाल दिया। डीविलियर्स मात्र एक रन से सबसे तेज 150 रनों का रिकार्ड तोड़ने से चूक गये जो आस्ट्रेलिया के शेन वाटसन के नाम है। अमला ने 142 गेंदों पर नाबाद 153 रन में 14 चौके लगाये और अपना सबसे बड़ा वनडे स्कोर बनाया। रोसो ने 115 गेंदों पर 128 रन में 11 चौके और दो छक्के लगाये। यह उनका पहला वनडे शतक है। दक्षिण अफ्रीकी टीम एकदिवसीय इतिहास में र्सवाधिक 443 रन का श्रीलंकाई रिकार्ड तोड़ने की दहलीज पर पहुंच चुकी थी लेकिन आखिरी ओवर में डीविलियर्स के आउट होने के बाद वह इस रिकार्ड से चंद कदम दूर रह गई। दक्षिण अफ्रीका ने दो विकेट पर 439 रन बनाये। डीविलियर्स जब तक क्रीज पर थे तो श्रीलंका का रिकार्ड टूटता दिखाई दे रहा था। श्रीलंका ने 2006 में हालैंड के खिलाफ नौ विकेट पर 443 रन बनाये थे। 

डीविलियर्स आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर आउट हुये उस समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 439 था और दक्षिण अफ्रीका की पारी 50 ओवर समाप्त होने के बाद इसी स्कोर पर ठिठक गई लेकिन उसने इसी मैदान पर 2006 में आस्ट्रेलिया के खिलापं बनाया 438 रन के अपने पिछले र्सवश्रेष्ठ स्कोर को पीछे छोड दिया। विश्व रैंकिंग में नंबर एक बल्लेबाज डीविलियर्स जब मैदान पर खेलने उतरे तो दक्षिण अफ्रीका का स्कोर एक विकेट पर 247 रन था। उस समय मेजबान टीम की पारी में 38.3 ओवर फेंके जा चुके थे लेकिन इसके बाद डीविलियर्स ने ऐसा तूफान बरपाया कि तमाम रिकार्ड ध्वस्त होते चले गये। 

डीविलियर्स ने 16 गेंदों में 50 रन पूरे कर श्रीलंका के सनत जयसूर्या का 17 गेंदों में 50 रन बनाने का रिकार्ड तोड़ा। उन्होंने 31 गेंदों में शतक पूरा कर न्यूजीलैंड के क ोरी एंडरसन का 36 गेंदों में शतक बनाने का रिकार्ड तोड़ा। एंडरसन ने भी अपना शतक वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने अपनी पारी में 16 छक्के उड़ाकर एक वनडे पारी में 16 छक्के उड़ाने के भारत के रोहित शर्मा के विश्व रिकार्ड की बराबरी कर ली। रोहित ने 2013 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 209 रन की पारी में 16 छक्के उड़ाये थे। डीविलियर्स ने अपने शतक तक पहुंचने में सिर्फ 40 मिनट का समय लगाया। वह 19 मिनट में अपने अद्र्धशतक तक पहुंचे थे। 

डीविलियर्स का 149 रन की पारी के दौरान 339 का स्ट्राइक रेट था जो 50 से अधिक के किसी भी स्कोर में र्सवाधिक स्ट्राइक रेट है। दक्षिण अफ्रीका की पारी में तीन शतक बने और एक वनडे में तीन बल्लेबाजों के शतक बनाने का यह नया विश्व रिकार्ड है। अमला और रोसो ने पहले विकेट के लिये 38.3 ओवर में 247 रन जोड़े जबकि डीविलियर्स और अमला ने दूसरे विकेट के लिये 11.1 ओवर में 192 रन ठोक डाले। वेस्टइंडीज की ओर से जेरोम टेलर ने 95. जेसन होल्डर ने 9।. आंद्रे रसेल ने 78 और ड्वेन स्मिथ ने 68 रन लुटाये। टेलर और रसेल को एक एक विकेट मिला।

बिहार में रसोई गैस का बाटलिंग प्लांट : धर्मेन्द्र प्रधान

$
0
0
new-gas-plant-in-bihar
केन्द्रीय पेट्रोलियम राज्य मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज घोषणा की कि बिहार में शीघ्र ही रसोई गैस का दो बॉटलिंग प्लांट खोला जायेगा और इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. श्री प्रधान ने बेगूसराय जिले के बरौनी रिफाइनरी के 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर लौटने के बाद यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के लोगों से चुनाव के समय जो वादा किया था उसे अब पूरा किया जा रहा है । केन्द्र में अब तक कई सरकारें आयी और गयी लेकिन प्रधानमंत्री श्री मोदी का स्पष्ट मानना है कि जब तक पूर्वी क्षेत्रों का विकास नहीं होगा तब तक देश का विकास संभव नहीं है । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में बिहार में रसोई गैस 100 में से  35 प्रतिशत लोगों के पास ही है लेकिन आने वाले समय में इसे बढ़ाकर 60 प्रतिशत किया जायेगा. रसोई गैस की कमी रहने से लोगों को दिक्कते होती है । उन्होंने कहा कि इसी को देखते हुए मंत्रालय ने बिहार में रसोई गैस के क्षेत्र में कई कदम उठाने का निर्णय लिया है ।

श्री प्रधान ने कहा कि नये बॉटलिंग प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है । शीघ्र ही बांका जिले में एक बॉटलिंग प्लांट शुरू कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि इसके बाद गया या फिर गोपालगंज में बॉटलिंग प्लांट खोला जायेगा. इसके साथ ही कुछ अन्य जिलों में भी स्थानों को चिन्हित करने का काम किया जा रहा है । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में पेट्रोलिय के क्षेत्र में 25 हजार करोड़ रूपये की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है । यह योजना छह वष्रो के अंदर दिखाई पड़ने लगेगी. उन्होंने कहा कि बरौनी स्थित इंडियन ॉयल रिफाइनरी की उत्पादन क्षमता का विस्तार कर दिया गया है । पहले बरौनी वायल रिफाइनरी में उत्पादन छह मिलियन टन होता था जिसे बढ़ाकर नौ मिलियन टन किया गया है । श्री प्रधान ने कहा कि कच्चा तेल पड़ोसी देश नेपाल तक पहुंचाने की योजना है और इस योजना पर काम किया जा रहा है । इसके अलावा बरौनी रिफाइनरी झारखंड.पश्चिम बंगाल और निकट के अन्य प्रदेशों में भी अपना नेटवर्क बना सकेगी

छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (18 जनवरी)

$
0
0
स्टेडियम में सांसद निधि से बनेगा क्रीड़ा हाॅस्टल, घोषणा पर किया अमल, निधि जारी करने लिखा पत्र

chhatarpur news
छतरपुर। टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र के जनप्रिय सांसद डा. बीरेंद्र कुमार ने एक वर्ष के अंदर ही अपनी घोषणा पर अमल करते हुये बाबूराम चतुर्वेदी स्टेडियम परिसर में क्रीड़ा हाॅस्टल के निर्माण हेतु अपनी स्वीकृति दे दी है। उन्होने रविवार को इस आषय का एक पत्र नगर पालिका परिषद को सौंपा। सांसद ने वार्ड क्रमांक 39 में पाईप लाईन के विस्तार के लिये भी अपनी निधि स्वीकृत की है। अब जल्द ही वार्ड 39 में घर घर पानी पहुंचाने के लिय पाईप लाईन का विस्तार किया जायेगा। भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री पुष्पेंद्र प्रताप सिंह गुड्डू ने जानकारी देते हुये बताया कि सांसद डा.बीरेंद्र कुमार ने बनर्जी फुटबाल टूर्नामेंट के दौरान स्टेडियम परिसर में सांसद निधि से क्रीड़ा हाॅस्टल के निर्माण की घोषणा की थी। उन्होने लोगों की मांग पर कहा था कि इस स्टेडियम परिसर में खिलाडि़यों के रूकने के लिये क्रीड़ा हाॅस्टल बनाने के लिये मैं जल्द ही सांसद निधि से राषि स्वीकृत करूंगा और उन्होने अपनी घोषणा पर अमल करते हुये सांसद निधि से राषि स्वीकृत करने का पत्र जारी कर दिया। सांसद डा. बीरेंद्र कुमार ने नगर पालिका के अनुरोध पर एवं वार्ड वासियों की समस्या को देखते हुये वार्ड क्रमांक 39 में पेयजल लाईन बिछाने के लिये भी अपनी निधि स्वीकृत कर दी। महामंत्री पुष्पेंद्र प्रताप सिंह गुड्डू ने सांसद जी का आभार प्रकट किया है। 

अस्पताल के वार्ड लेंगे गोद
जिला अस्पताल के वार्डों के भी जल्द ही अच्छे दिन आने वाले हैं। वार्डों को गोद लेकर उन्हें व्यवस्थित करने की एक नई परंपरा सांसद डा. बीरेंद्र कुमार एवं नगर पालिका अध्यक्ष अर्चना गुड्डू सिंह ने शुरू कर दी है। भाजपा महामंत्री पुष्पेंद्र प्रताप सिंह गुड्डू ने बताया कि जल्द ही सांसद डा. बीरेंद्र कुमार एवं नगर पालिका परिषद छतरपुर द्वारा अस्पताल परिसर में स्थित एक -एक वार्ड गोद लेने की घोषण की जायेगी और एक वार्ड के विकास की जिम्मेदारी सांसद लेंगे तथा एक वार्ड के विकास की जिम्मेदारी स्वयं नगर पालिका उठायेगी। 

शौचालय विहीन घरों में जल्द बनेंगे शौचालय
  • स्वच्छता अभियान के तहत नगर पालिका ने स्वीकृत किये 2 हजार शौचालय

chhatarpur news
छतरपुर। देष के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान को छतरपुर में गली-गली तक पहुंचाने के उद्देष्य से नगर पालिका परिषद ने छतरपुर शहर के लिये 2 हजार जलवाहित शौचालयों का निर्माण स्वीकृत किया है। अब अभियान चलाकर उन घरों को चिन्हित किया जायेगा जहां आज भी जल वाहित शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है। नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती अर्चना गुड्डू सिंह ने उन सभी नागरिकों से अपील की है जिनके घरों में अब तक शौचालय नहीं बन पाये हैं। उन्होने अपनी अपील में कहा है कि ऐसे लोग शौचालय निर्माण के लिये नगर पालिका परिषद में जल्द संपर्क कर अपने आवेदन दें ताकि उन्हें शौचालय निर्माण में किसी प्रकार की परेषानी और दिक्कत न हो। उन्होने कहा कि आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुये उन्होने 3 लोगों को आवेदन प्राप्त करने हेतु अधिकृत किया है। शौचालय निर्माण कराने के इच्छुक लोग अनिमेष द्विवेदी के मोबाईल नंबर 9165412005, आषीष पाठक के मोबाईल नंबर 9993479293 एवं दिनेष तिवारी मम्मा के मोबाईल नंबर 9893257246 पर संपर्क कर सकते हैं और उन्हें अपने आवेदन सौंप सकते हैं। उन्होने कहा कि आवेदन मिलते ही उस पर जल्दी कार्यवाही की जायेगी और शीघ्र ही हितग्राही के घर में जलवाहित शौचालय का निर्माण कराया जायेगा। 

दों तिहाई बहुमत से जीतेंगे दिल्ली चुनाव : अमित शाह

$
0
0
delhi-will-win-2-third-majority-said-amit-shah
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी से मिल रही चुनौती के मद्देनजर आज कहा कि यह चुनाव अलग रणनीति से लडना होगा और जीतना होगा क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव का मार्ग यहीं से खुलेगा। श्री शाह ने दिल्ली प्रदेश कार्यालय में नयी दिल्ली संसदीय क्षेत्र के बूथ संयोजको के सम्मेलन में कहा कि वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव से शुरू हुयी पार्टी की विजय यात्रा अब दिल्ली पहुंची है। लोकसभा चुनाव में मिली जीत के लिए वर्ष 2014 भाजपा के इतिहास में स्वर्णाक्षरो में लिखा जायेगा क्योंकि जनसंघ और भाजपा बनने के बाद पहली बार कोई व्यक्ति पूर्ण बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बना है। उन्होंने कहा कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी भी प्रधानमंत्री बने थे लेकिन कई दलों के र्समथन से सरकार बनी थी।  उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 पार्टी के लिए विजय वर्ष रहा है और अब इसे वर्ष 2015 में भी जारी रखना होगा। दिल्ली के बाद बिहार और उत्तर प्रदेश का नंबर आयेगा। उन्होंने कहा कि श्री मोदी की नीतियों और विकास की देश में सबसे अधिक बिहार को जरूरत है। जनता परिवार के एकजुट होने का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा है कि उसमें जनता निकल चुकी है. 

श्री शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद हुये विधानसभा चुनावों को पार्टी ने प्र्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वीकृति  लोकप्रियता विकास और सुशासन के बल पर जीता है। महाराष्ट्र और हरियाणा में पहली बार पार्टी की सरकार बनी है जबकि झारखंड में राज्य बनने के बाद किसी एक दल को पूर्ण बहुमत मिला है और भाजपा की सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अब तक हुये चुनावों में कभी भी पार्टी 12 का आंकडा पार नहीं कर पायी थी लेकिन इस बार 25 सीटें मिली है और अब वहां स्थिति अलग हो गयी है। हमारे बगैर वहां सरकार नहीं बन सकती है। अब पार्टी की विजय यात्रा दिल्ली में पहुंची है और उन्हें विश्वास है कि इस में दो तिहाई बहुमत से पार्टी विजय होगी। भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी कार्यर्कताों से इस चुनाव को हल्के में नहीं लेने की अपील करते हुये कहा कि कांग्रेस तो कहीं है नहीं है लेकिन झूठ की राजनीति करने वाली आम आदमी पार्टी .. आप.. से सावधान रहने की जरूरत है। इस चुनाव को जीतने की रणनीति का खुलासा करते हुये उन्होंने पार्टी कार्यर्कताों से कहा कि चुनाव तक एक भी घर नहीं छूटना चाहिए और मतदान के दिन बूथ पर भीड लगाने की जरूरत नहीं है बल्कि सभी कार्यर्कता मतदाताों को वहां तक लाने का काम करेंगे। उन्होंने गुजरात में विधानसभा चुनाव में अपनी जीत का हवाला देते हुये कहा कि इसी रणनीति से गुजरात में पार्टी की सरकार बनती रही है और अब वह इसका दिल्ली में परीक्षण कर रहे हैं। यदि इस आधार पर यहां सरकार बन गयी तो अगले 25 वर्षों तक कोई भी इसे हटा नहीं सकेगा।

श्री शाह ने कहा कि पार्टी की विचारधारा की स्वीकृति बढी है और अब पूर्व पुलिस अधिकारी किरन बेदी के पार्टी में शामिल होने से दिल्ली का चुनाव और आसान हो गया है। पार्टी इस चुनाव को संगठन के आधार पर जीतना चाहती है। इसके लिए हमे अलग तरीके से बढना होगा। पार्टी का दिल्ली संगठन भाजपा का देश में सबसे पुराना संगठन है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से 11 बार पेट्रोल की कीमतें कम हो चुकी है। डीजल की कीमतें भी कम हुयी है। थोक मूल्य सूचकांक शून्य से डेढ प्रतिशत के बीच बनी हुयी है जिससे हर परिवार को 1500 रूपये से लेकर 4500 रूपये तक की राहत मिली है। भाजपा अध्यक्ष ने आप का उल्लेख करते हुये कहा कि इसके प्रमुख अरविंद केजरीवाल शपथ लेने के लिए मेट्रो से गये थे लेकिन अब उन्होंने  मेट्रो में चढना भी बंद कर दिया है। उन्होंने आप पर उद्योग जगत से चंदा लेने का आरोप लगाते हुये कहा कि दुबई में फंड जुटाया जाता है और उच्च श्रेणी में विमान में यात्रा होने लगी है। उन्होंने चुटकी लेते हुयें कहा कि मोदी सरकार के राज में आम आदमी का भी कद बढ गया है। उन्होंने श्री केजरीवाल पर झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाया और कार्यकताों से घर.घर जाकर आप पार्टी की कथनी और करनी के बारे में बताने के लिए कहा। 
Viewing all 74313 articles
Browse latest View live




Latest Images