मुख्यमंत्री ने महानगर का किया औचक निरीक्षण, अधिकारियों के दिये जनहित में कड़े निर्देश
देहरादून, 18 फरवरी,(निस)। बुधवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बगैर किसी सुरक्षा घेरे को साथ लिए निजी वाहन से देहरादून के शहर व बाहरी क्षेत्र का भ्रमण कर विशेष रूप से सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। बुधवार प्रातः लगभग 7ः30 बजे मुख्यमंत्री अपने कक्ष से बाहर निकले और अपने निजी वाहन में बैठ गए। उनके साथ सलाहकार संजय चैधरी व मीडिया समन्वयक राजीव जैन थे। मुख्यमंत्री ने अन्य किसी भी स्टाफ को साथ आने से मना कर दिया। वे पहले तिलक रोड़ और फिर धामावाला गए। धामावाला में मुख्यमंत्री ने डीएम देहरादून रविनाथ रमन को बुला लिया। वहां से फिर डिस्पेंसरी रोड़, तहसील चैक, रामुला बिल्डिंग, मुस्लिम कालोनी, कारगी चैक, माजरा, निरंजनपुर मंडी में सड़कों, नालियों की साफ-सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। सीएम ने आईएसबीटी, बल्लीवाला चैक व बल्लुपुर चैक में निर्माणाधीन फ्लाईओवर के काम को भी देखा। माजरा में सीवर लाईन के लिए खुदी सड़कों से लोगों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए एडीबी के अधिकारियों को जल्द सुधार करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कारगी में राशन की दुकान पर राशन के लिए खड़े लोगों से भी बातचीत की। सीएम ने अपने शहर भ्रमण के दौरान जगह-जगह काम कर रहे सफाई कमिर्यों से भी बातचीत कर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने देहरादून शहर व इसके बाहरी क्षेत्रों का औचक निरीक्षण करने के बाद बीजापुर में संबंधित अधिकारियों के साथ फाॅलोअप बैठक की। इसमें नगर निगम देहरादून के मेयर विनोद चमोली, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष नीलू सहगल, सचिव शहरी विकास डीएस गब्र्याल, डीएम देहरादून रविनाथ रमन, वीसी एमडीडीए मीनाक्षी सुंदरम, अपर सचिव सूचना व खाद्य नागरिक आपूर्ति चंदे्रश कुमार, नगर निगम के एमएनए नितिन भदौरिया शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निगम में सम्मिलित देहरादून के बाहरी क्षेत्रों में समुचित सफाई व्यवस्था के लिए शासन स्तर से नगर निगम की सहायता करनी होगी। उन्होंने सचिव शहरी विकास को इसके लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि वैसे तो देहरादून को लेकर अनेक योजनाएं प्रस्तावित हैं परंतु तात्कालिक सुधार के काम पर विशेष फोकस करना होगा। नगर निगम को कूड़ा उठाने की आवश्यकतानुसार संख्या में आधुनिक गाडि़यां उपलब्ध करवाई जाए। मुख्य मार्गों के लिए बड़ी गाडि़यां व छोटे मार्गों के लिए रिक्शा दिए जाएं। नगर निगम को सेनेटरी इंस्पेक्टर, पूर्णकालिक चिकित्सक, सफाई कर्मचारी उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के लिए प्रत्येक व्यक्ति समान रूप से महत्वपूर्ण है। मुख्य मार्गों के साथ ही आंतरिक व छोटे मार्गों की भी समुचित सफाई पर ध्यान दिया जाए। जगह-जगह निजी प्लाटों में कचरा फेंके जाने पर रोक लगे। पर्याप्त संख्या में कचरापात्र उपलब्ध हों ताकि लोग कचरा इधर उधर न फेंके। शहर के आंतरिक ड्रेनेज की व्यवस्था भी सुधारी जाए। इसके लिए अगले बजट में अलग से प्राविधान रखा जाए। यातायात में बाधा बन रहे व लोगों की सुरक्षा को खतरा बन रहे बिजली के खम्भों को तुरंत हटाया जाए। सुरक्षित ट्रांसफार्मरों के लिए स्मार्ट तरीका विकसित किया जाए। सीएम ने सख्त शब्दों में कहा कि यह एसएसपी की जिम्मेवारी होगी कि नदियों के किनारे बनाए जा रहे पुश्तों पर अतिक्रमण न हो। साथ ही कहीं पर कोई नया अतिक्रमणन न होने पाए। जिलाधिकारी सुनिश्चित करें कि विभिन्न विभागों द्वारा काम कराए जाने के बाद सड़कों पर मलबा न छोड़ा जाए।
उत्तराखंड की पहली महिला राज्य सभा सांसद मनोरमा शर्मा का निधन
देहरादून, 17 फरवरी(निस)। उत्तराखंड की पहली महिला राज्य सभा सांसद मनोरमा शर्मा का बुधवार को निधन हो गया। उनका इलाज गुड़गंाव के वेदांता अस्पताल में चल रहा था। खबरों के मुताबकि मनोरमा शर्मा का लीवर ट्रांसप्लांट होना था। सुबह करीब साढ़े 10 बजे उनकी अस्पताल में मृत्यु हो गई। मनोरमा शर्मा की उम्र 58 साल थीं। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थी। डाक्टरों ने उनको लीवर व किडनी में इन्सफैक्सन की शिकायत बताई थी। बाद में यह शिकायत इतनी बड़ गयी कि उनका लीवर ट्रांसप्लांट करवाना पड़ा था। इसी दौरान किया गया उनका आपरेशन असफल रहा और उनकी मौत हो गयी। कांग्रेस की उम्मीदवार मनोरमा शर्मा उत्तराखंड की पहली महिला राज्य सभा सांसद थी। देहरादून की पूर्व मेयर मनोरमा शर्मा डोबरियाल इस बार उत्तराखंड की राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस की पसंद थीं। मनोरमा शर्मा 20 नवम्बर को ही राज्य सभा के लिए चुनी गयी थी। वह अपना सिर्फ दो माह का ही कार्यकाल पूरा कर पायी। छह सितम्बर 1956 को जन्मी मनोरमा शर्मा, कांग्रेस की वरिष्ठ कार्यकर्ता थी और उन्हें राज्य की पहल मेयर होने का गौरव भी मिला। अपने कार्यकाल के दौरान वह अखिल भारतीय मेयर परिषद की अध्यक्षा भी रही। कांग्रेस ने उनके पार्टी के प्रति समर्पण को देखते हुए समय समय पर कई जिम्मेदारियां सौंपी जिनको उन्होंने बखूबी निभाया। राज्यसभा सांसद बनते वक्त सीएम हरीश रावत ने मनोरमा पर भरोसा जताते हुए कहा था कि पार्टी ने एक निष्ठावान कार्यकर्ता को मौका दिया है। जिन्होंने पार्टी के विभिन्न पदों पर रहते हुए निरंतर काम किया है। बतौर महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और देहरादून की मेयर रहकर जनता की सेवा की थी। राज्य निर्माण के आंदोलन में भी इनकी अहम भूमिका थी। कांग्रेस पार्टी का चिरपरिचित चेहरा थीं। मनोरमा शर्मा ने पार्टी के लिए लंबा संघर्ष किया था। विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने पार्टी सेवा की थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा था कि मनोरमा शर्मा के नाम पर मुहर लगने से कार्यकर्ताओं के अच्छे दिन आए हैं। अपनी उम्मीदवारी दर्ज करवाते समय मनोरमा ने कहा था कि दिग्गजों की सहमति से ही उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है। मनोरमा क निधन पर जहां एक ओर कांगे्रसी खेमे में शोक की लहर है वहीं दूसरी ओर कई राजनैतिक दलों के नेताओं ने इसे अपूरणीय क्षति बताते हुए दुख व्यक्त किया।
राज्य सभा सांसद मनोरमा शर्मा के निधन पर मुख्यमंत्री ने जताया गहरा दुःख
देहरादून, 18 फरवरी,(निस)। राज्यसभा सांसद श्रीमती मनोरमा डोबरियाल शर्मा के असामयिक निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ‘‘श्रीमती शर्मा के ना रहने सेेे उŸाराखण्ड व कांगे्रस को तो नुकसान हुआ ही है, साथ ही मुझे भी व्यक्तिगत क्षति हुई है। महिला कांग्रेस के नेता के रूप में उन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर पार्टी की मजबूती के लिए काम किया।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमती शर्मा ने देहरादून के मेयर के रूप में यहां की जनता की अभूतपूर्व सेवा की। उनके द्वारा मेयरों की अंतर्राष्ट्रीय काउंसिल का सफल आयोजन किया गया था। हाल ही में राज्यसभा सांसद बनने के बाद उन्होंने जिस प्रखरता से राज्य से संबंधित मुद्दों को राज्यसभा में उठाया था, इसकी सभी के द्वारा सराहना की गई थी। मुख्यमंत्री ने स्व. शर्मा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की भी ईश्वर से कामना की।
कांग्रेस भवन में हुई ष्शोक सभा, कई नेताओं ने दी श्रद्धाजंलि
दूसरी ओर कांगे्रस की वरिष्ठ नेत्री राज्यसभा सासंद स्व. श्रीमती मनोरमा शर्मा के आकस्मिक निधन पर प्रदेश कांगे्रस कमेटी द्वारा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजित कर भावभीनी श्रद्वाजंलि अर्पित की गई। जिसमें कांग्रेस के अनेक वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया तथा अपनी भावभीनी श्रद्वा सुमन अर्पित किये,ं सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय ने कहा कि स्व0 श्रीमती शर्मा के निधन से निश्चित रूप से प्रदेश कांगे्रस कमेटी ही नही ब्लकि पूरी पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है। उनकी कमी हर हमेशा बनी रहेगी। कांग्रेस पार्टी में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। स्व0 शर्मा ने अपने जीवन में कांगे्रस पार्टी के माध्यम से महिलाओं को संगठित करते हुए जीवन के अन्तिम क्षणों तक महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए कर्मठता से कार्य करती रहीं तथा कमजोर वर्ग के लिए उनके द्वारा किये गये महत्पूर्ण कार्यो को जनता सदैव याद करती रहेगी। स्व0 श्रीमती शर्मा ने उत्तरखण्ड राज्य आन्दोलन में अग्रणीय भूमिका निभाते हुए महिलाओं को संगठित करने में महत्पूर्ण भूमिका अदा की। प्रदेश में महिला कांगे्रस कमेटी की अध्यक्ष तथा महिला कांगे्रस की राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में उनका कार्यकाल सराहनीय रहा है। देहरादून शहर की प्रथम महिला महापौर के रूप में उनके द्वारा किये कार्यो को देहरादून की जनता हमेशा याद रखेगी। उनके द्वारा देहरादून शहर में प्रथम बार विश्वस्तरीय मेयर सम्मेलन आयोजित कर उत्तराखण्ड को विश्व में एक नई पहचान दिलाई। स्व0 श्रीमती मनोरमा शर्मा उत्तराखण्ड की पहली महिला राज्यसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित होने के बाद उनको राज्यसभा के एक ही सत्र में भाग लेने का मौका मिला जिसमें उन्होने बहुत ही बुद्विमत्ता के साथ राज्य की अनेक समसामयिक विषयों पर मजबूती से उत्तरखण्ड का पक्ष रखते हए अन्य लोगों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करने का कार्य किया। शोक सभा में सभी कांगे्रसजनों के साथ श्री किशोर उपाध्याय ने शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। शोकसभा में सर्व श्री जोतसिंह बिष्ट प्रदेश मुख्य समन्वयक, मीडिया समन्वयक सुरेन्द्र आर्य, प्रवक्ता व कार्यक्रम प्रभारी मथुरा दत्त जोशी, कार्यक्रम प्रभारी राजेन्द्र शाह, पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चन्द शर्मा, पृथ्वीपाल सिंह चैहान, डाॅ0 आनन्द सुमन सिंह, आयेन्द्र शर्मा, चै0 राजेन्द्र सिंह, तोता राम काला,टीका राम पाण्डये, कमलेश रमन, कै0 बलबीर सिंह, ममता भरत शर्मा, गरूंग, धर्म सिंह पंवार, सुवर्षा पाॅल, संतोप कश्यप,नीनू सहगल, अशोक कोहली,डी0पी0क्षेत्री, अमरजीत सिह, विनोद चैहान,जगदीश राणा, सुरेन्द्र रांगड़, बाला शर्मा, राजवीर सिंह, डाॅ0 इकबाल, अनुराधा तिवाड़ी, आनन्द त्यागी, प्रवीन त्यागी, गिरीश नेगी, गंगा क्षेत्री, सरोज शर्मा, जयन्ती राज नजमा खान, यामीन अन्सारी, श्री, मालती देवी, बागेश्वरी, विवेक खण्डूरी, टी0सी0भारती, सावित्री भारती, श्रवण कुमार रजौरिया, विजय कुमार, गुरदीप कौर, अनिल थपलियाल, जोत सिंह नेगी, बलराज क्षेत्री, अनिल बस्नेत, प्रकाश रतूड़ी, पृथ्वीराज सिंह, मनीष नागपाल, राकेश चैहान, राकेश रतूड़ी, सुनीता प्रकाश, घनश्याम त्रिपाठी, सुरेन्द्र नागपाल , विजय महरा आदि सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अपनी भावभीनी श्रद्वाजंलि अर्पित की।
नेता प्रतिपक्ष ने भी व्यक्त की षोक संवेदना
श्री अजय भट्ट, माननीय नेता प्रतिपक्ष, उत्तराखण्ड विधान सभा ने श्रीमती मनोरमा षर्मा ‘डोबरियाल’ माननीय सांसद राज्य सभा के आकस्मिक निधन पर अपनी गहरी षोक संवेदना व्यक्त की है। श्री भट्ट ने कहा कि श्रीमती षर्मा एक मृदुभाशी, प्रखर वक्ता एवं कुषल नेत्री थी। देहरादून का मेयर रहते हुए उनके द्वारा सराहनीय कार्य किये गये। श्री भट्ट ने उनके निधन पर अत्यन्त दुःख प्रकट करते हुए ईष्वर से उनकी आत्मा की षांति तथा षोक संतप्त परिवार को इस असह्य दुःख को सहन करने की षक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
पन-बिजली परियोजनाओं पर केन्द्र के रूख से मुख्यमंत्री खुष
- चारधाम यात्रा मार्ग पर कार से स्वयं जाकर देखेंगे सड़कों की स्थिति
देहरादून, 18 फरवरी,(निस)। बुधवार को बीजापुर में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य की पनबिजली परियोजनाओं पर केंद्र सरकार के रूख में हुए परिवर्तन का स्वागत करते हुए कहा कि समय-समय पर विभिन्न सरकारी व स्वतंत्र एजेंसियों द्वारा अध्ययन के बाद रिपोर्ट दी गई है कि हाईड्रो पावर सबसे क्लिन पावर है। अनेक विशेषज्ञों ने यह माना है कि आपदा व जलविद्युत परियोजनाओं में कोई संबंध नहीं है। सीएम ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर जलविद्युत परियोजनाओं के संबंध में सैद्धांतिक सहमति बन जानी चाहिए। जो नीति उŸाराखण्ड की परियोजनाओं के लिए होगी वही नीति दूसरे प्रदेशों की जलविद्युत परियोजनाओं के लिए होनी चाहिए। यदि उŸाराखण्ड को उसके जल संसाधनों के उपयोग से रोका जाता है तो राज्य को इसकी क्षतिपूर्ति भी की जानी चाहिए। केदारनाथ में कपाट खोले जाने की तिथि घोषित किए जाने का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश विदेश के श्रद्धालु इसका इंतजार कर रहे थे। राष्ट्रपति व अन्य विशिष्टजनों को श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर आमंत्रित किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई शीतकालीन चारधाम यात्रा को अच्छा रेस्पांस मिला है। फरवरी माह प्रारम्भ होने तक चारों धाम के शीतकालीन प्रवास स्थलों पर लगभग 27 हजार यात्री आ चुके थे। इससे स्पष्ट होता है कि सड़कें ठीक स्थिति में हैं। राज्य सरकार के स्तर पर यात्रा की तैयारियां पूरे जोर शोर से की जा रही है। मार्गों को नए सिरे से और ठीक कर रहे हैं। शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जिम्मेवारी दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं भी चारधाम यात्रा मार्ग पर कार से जाकर सड़कों की स्थिति देखेंगे। केदारनाथ सहित चारों धाम की यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित है और देश विदेश से श्रद्धालु बिना किसी संकोच के आ सकते हैं।