झाबुआ मे पकडाया विश्व कप क्रिकेट का सट्टा
झाबुआ......झाबुआ कोतवाली पुलिस ने आज मुखबीर की सूचना पर भारत.आस्टेलिया क्रिकेट मैच के दोरान सट्टा बुकिंग कर रहे चेतन नाम के एक बुकी को गिरफ्तार कर लिया है उसके पास से एक लैपटापए 8 मोबाइल फोन ओर एलसीडी सहित 15ए 500 रुपये नकद भी बरामद किये गये है झाबुआ टीआई ने बताया कि यह बुकी झाबुआ पुलिस कंट्रोल रुम के सामने बने श्गोपालमश् नामक भवन मे बैठकर बुकिंग कर रहा था जब उसे गिरफ्तार किया गया । शैलेष दुबे ने कहादृकिराए पर दिया था मकानदृउधर भाजपा जिला अध्यक्ष शैलेष दुबे ने गोपालम मे क्रिकेट सट्टा पकडे जाने के बाद कहा कि उन्होंने गोपालम का वह हिस्सा किराए पर चेतन को दिया था जहाँ पुलिस चेतन को पकडना बता रही है ओर उसकी किराया चिठ्ठी भी उनके पास है साथ ही दुबे ने पुलिस कारवाई को भी संदेहास्पद करार दिया ।
भाजपा जिलाध्यक्ष समेत 15 भाजपा नेताओ का खिलाफ राणापुर मे एफआईआर
झाबुआ ...... भाजपा नेताओ के दिन बुरे चल रहे है भाजपा के कई नेताओ पर राणापुर पुलिस थाने पर कई धाराओ मे मामला दज॔ किया गया है दरअसल भाजपा समथ॔क एक सरपंच को राणापुर पुलिस द्वारा आरोपी बनाये जाने के बाद भाजपा नेताओ ने राणापुर थाने का घेराव कर धरना दिया था ओर कुछ नेताओ ने थाना परिसर मे घुसकर पुलिसकर्मीयो से बहस की थी जिसकी वीडियो रिकार्डींग पुलिस द्वारा करवाई गयी थी इस रिकार्डिंग को देखने के बाद पुलिस ने कल रात राणापुर थाने पर अपराध क्र 117ध्15 धारा 353ए 294ए 147ए 189 के तहत मामला दज॔ किया गया है झाबुआ के एएसपी ने झाबुआ आजतक को बताया कि भाजपा जिला अध्यक्ष शैलेष दुबेए भाजपा नेता मनोहर सेठियाए विजय नायरए सुरेश वागुलए हैदर अलीए राधाकिशन राठोडए रामेश्वर नायकए शेंलेंद्र सोलंकीए दिलीप नलवायाए कांतिलाल प्रजापतए अर्पित राठीए गोविंद अजनारए भंवरसिह बिलवालए हरसिंह पचायाए भययू ठाकुर के खिलाफ मामला दज॔ किया गया है ।
रंगक्रांति शिविर में मनाया गया विश्व रंगमंच दिवस, झाबुआ में रंगमंच के लिए कई चुनौतियां, नहीं नाटकों के मंचन के लिए कोई सभागार.
झाबुआ---27 मार्च को पूरे विश्व में रंगमंच दिवस के रूप में मनाया जाता है । नगर में चल रहे रंगक्रांति शिविर के प्रतिभागियों ने भी रंगमंच की बारिकियों को सीखते हुए इस दिन को मनाया । शिविर में करीब 200 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं । इनमें से कई रंगमंच के जरिये अभिनय की दुनिया में जाना चाहते हैं । शिविर निर्देशक भूषण भट्ट का कहना है कि रंगमंच एक कलाकार के सपनों का संसार होता है । कलाकार इस रंगमंच पर सबकुछ कर सकता है । जहां तक उसकी कल्पना जाती है, वो सब कुछ मंच पर उतार सकता है । बकौल भूषण भट्ट रंगमंच को लेकर अब काफी संभावनाएं हैं । टीवी, फिल्मों में जाने का ये एक अच्छा जरिया होता है । वहीं अब तो रंगमंच सीबीएसई पाठ्यक्रम में ऐच्छिक विषय के रूप में शामिल कर लिया गया है । पिछले कुछ सालों में रंगमंच को कैरियर के रूप में लिया जा रहा है । यहीं कारण है कि पहले जहां केवल राष्ट्रीय नाट्य विद्याल ही हुआ करता था, अब लगभग राज्य का अपना नाट्य स्कूल है, जो रंगमंच और रंगमंचीय कलाओं को लेकर समर्पित है । रंगक्रांति शिविर में जो बच्चे रंगमंच से जुड़ी कलाओं को सीखने आ रहे हैं, उनमें काफी प्रतिभा है । अगर बच्चे लगातार मेहनत करते रहे तो आने वाले सालों में हम इन बच्चों को एक अलग मुकाम पर देंखेगे । पिछले कई सालों से रंगकर्म की अलख जगाने वाले भरत व्यास के मुताबिक झाबुआ जैसे शहर में रंगकर्म करना उतना आसान नहीं है । रंगमंच करना झाबुआ जैसी जगह में एक बड़ी चुनौती है । बाकि कलाओं मुकाबले ये खर्चीली है । बाहरी मदद भी इतनी नहीं मिल पाती कि नाटकों का मंचन का खर्चा निकाला जा सके । रंगकर्मी और साज के अध्यक्ष धर्मेन्द्र मालवीय ने कहा कि आज विश्व रंगमंच दिवस है, लेकिन झाबुआ में रंगमंच करने वाले कलाकारों को एक सभागृह, ऑडिटोरियम की कमी खलती है । शहर में एक अच्छा ऑडिटोरियम रंगमंच के विकास में काफी सहायक सिद्ध हो सकता है । यहां के कलाकार भी टीवी सीरियल में अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं । रंगक्रांति शिविर में प्रशिक्षण देने आए रंगकर्मी नंदनसिंह के मुताबिक रंगमंच एक अलग ही दुनिया होती है । ये दुनिया बहुत कुछ सीखाती है । रंगकर्मी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच दिवस की स्थापना 1961 में नेशनल थियेट्रिकल इंस्टीट्यूट द्वारा की गई थी। तब से यह प्रति वर्ष २७ मार्च को विश्वभर में फैले नेशनल थियेट्रिकल इंस्टीट्यूट के विभिन्न केंद्रों में तो मनाया ही जाता है, रंगमंच से संबंधित अनेक संस्थाओं और समूहों द्वारा भी इस दिन को विशेष दिवस के रूप में आयोजित किया जाता है। इस दिवस का एक महत्त्वपूर्ण आयोजन अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच संदेश है, जो विश्व के किसी जाने माने रंगकर्मी द्वारा रंगमंच तथा शांति की संस्कृति विषय पर उसके विचारों को व्यक्त करता है। 1962 में पहला अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच संदेश फ्रांस की जीन काक्टे ने दिया था। वर्ष 2002 में यह संदेश भारत के प्रसिद्ध रंगकर्मी गिरीश कर्नाड द्वारा दिया गया था।
गैल के सहयोग से पेटलावद में रविवार को मानसिक निःशक्तजनों का परामर्श, परीक्षण एवं इलाज आयेंगे विषेशज्ञ चिकित्सक, अनुविभागीय अधिकारी ने शिविर की तैयारीयों एवं निःशक्तजनों को लोने ले जाने हेतु दायित्वों का निर्धारण किया
झाबुआ---जिला कलेक्टर चन्द्रशेखर बोरकर के मार्गदर्शन में जिले के निःशक्तजनों के सहायतार्थ सामाजिक दायित्व निगमन योजना के अन्तर्गत गेल इण्डिया लिमिटेड झाबुआ द्वारा जिला विकलांग पुनर्वास केन्द्र झाबुआ के माध्यम से जिले के मानसिक निःशक्तजनों के उपचार एवं परामर्श हेतु अतिथी विशेषज्ञ एवं आवश्यकतानुसार औषधी उपलब्ध करवाने हेतु राजस्व अनुभाग स्तर पर (झाबुआ, थान्दला व पेटलावद) उनमें सम्मिलित जनपद पंचायतों को सम्मिलित कर शिविर आयोजित किये जा रहे है। इस कड़ी में सर्व प्रथम दिनांक 29 मार्च रविवार को जिले के पेटलावद अनुभाग क्षेत्र में मानसिक निःशक्तजनों के लिए शिविर का आयोजन स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित किया जा रहा है जिसमें मानसिक रोगो के विशेषज्ञ चिकित्सक, मनोचिकित्सक, सायकोलाॅजिस्ट, तकनीशियन इत्यादि आमंत्रित किये गये है जो शिविर में मानसिक निःशक्तजनों का परीक्षण कर उन्हें आवश्यकतानुसार यथोचित औषधियाॅ (निःशुल्क) उपलब्ध करावेंगे साथ ही उनका बुद्धी लब्धि परीक्षण (प्फ ज्मेज) कर निःशक्तजनों का जिला मेडिकल बोर्ड के माध्यम से शिविर में ही सर्टीफिकेशन करवाया जावेगा । आयोजित शिविर को सफल बनाने एवं उसके संचालन हेतु कलेक्टर जिला झाबुआ द्वारा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) पेटलावद को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है । अनुविभागीय अधिकारी एन एस राजावत द्वारा अनुभाग के कर्मचारीयों की बैठक आयोजित कर शिविर की तैयारीयों की समीक्षा कर शत प्रतिशत मानसिक निःशक्तजनों की शिविर में उपस्थिति सुनिश्चित की जाने हेतु पंचायतों के सचिव, क्षेत्र के पटवारी, आंगनवाड़ी, नर्स एवं आशा कार्यकर्ता नगरीय क्षेत्र से नगर पालिका / नगर पंचायत के कर्मचारीयों का दायित्व निर्धारित किया गया एवं शिविर स्थल पर सफाई, पेयजल, भोजन व छाया की उपयुक्त व्यवस्था की जाने व शिविर में निःशक्तजनों की संख्याॅ अधिक होने पर शिविर अंतिम निःशक्तजन के परीक्षण तक चलते रहे इस हेतु शिविर स्थल पर बिजली की उपयुक्त व्यवस्था की जाने हेतु जनपद पंचायत एवं नगर पंचायत का दायित्व सुनिश्चित कर दायित्व निर्धारित किया गया है। उन्होने बताया कि इन शिविर में मिर्गी इत्यादि मानसिक रोगों से ग्रसित रोगी भी सम्मिलित हो सकते है । मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पंचायत पेटलावद ने बताया कि, शिविर स्थल पर ही जनपद पंचायतों द्वारा उनके क्षेत्र के मानसिक निःशक्तजनों के विशेष सहायता राशि रूपये 500/- प्रतिमाह ( ऐसे पात्र निःशक्तजन जिन्हें पूर्व से यह सहायता राशि प्राप्त नहीं हो रही है ) एवं नियमानुसार निरामय बीमा योजना व लीगल गार्जियनशीप के अन्तर्गत लाभ दिलवाने हेतु प्रकरण भी तैयार किये जावेंगे इस हेतु शिविर में जनपद एवं नगर पंचायत के कर्मचारीयों को पृथक से आदेशित कर काउण्टर बनाये जावेंगे ।
बागवानी यंत्रीकरण योजना में किसानों को मिले ट्रेक्टर
झाबुआ----बागवानी यंत्रीकरण योजना अन्तर्गत उद्यानिकी विभाग द्वारा किसानो को ट्रेक्टर वितरित किये गये किसानो को ट्रेक्टर की चाबी विधायक शांतिलाल बिलवाल एवं कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर द्वारा प्रदान की गई। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस. सहायक संचालक उद्यानिकी श्री आशीष कनैश सहित किसान उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर कार्यालय परिसर में किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक बिलवाल ने कहा कि कृषक हित में यह योजना लाभकारी सिद्ध होगी किसान ट्रेक्टर से खेती करेगे तो उनका लागत व्यय कम होगा एवं उन्हें कम मेहनत से अधिक आमदनी होगी।
इन्हे मिला ट्रेक्टर
उद्यानिकी विभाग की बागवानी यंत्रीकरण योजना अन्तर्गत अनुदान पर कृषको को ट्रेक्टर वीथ रोटावेटर अधिकतम 20 एचपी प्रदाय किये गये। जिसमें सुरेश पिता बसंतीलाल निवासी सारंगी, मोतिलाल पिता रामलाल निवासी डाबडी, श्रीमति सुन्द्ररबाई पति गेदालाल निवासी जामली, कैलाश पिता गोपाल निवासी सारंगी, रमेशचन्द्र पिता कोदा निवासी सारंगी, भावचन्द्र पिता वीरसिंग निवासी बोरडी एवं श्रीमती मंगली पति मांगीलाल निवासी बोरडी को विभाग की तरफ से अनुदान राशि 1 लाख 50 हजार स्वीकृत करते हुवे प्रत्येक को 3 लाख 3 हजार रूपये की लागत से ट्रेक्टर वीथ रोटावेटर प्रदाय किये गये।
ट्रेक्टर बेचा तो राशि होगी वसूल
जिन हितग्राहियो को ट्रेक्टर प्रदाय किये गये है उनसे विभाग द्वारा अनुबन्ध करवाया गया है कि वह ट्रेक्टर को स्वयं की खेती के लिए ही उपयोग करेगे। यदि किसान द्वारा ट्रेक्टर किसी अन्य को प्रदाय किया जाता है अथवा बेचा जाता है तो हितग्राही से अनुदान राशि ब्याज सहित वसूल की जायेगी।
मिशन इन्द्रधनुष अभियान का प्रथम चरण 07 अप्रैल 2015 से 15 अप्रैल 2015 के लिए मीडिया एडवोकैसी 1 अप्रैल को
झाबुआ---मिशन इन्द्रधनुष अभियान का प्रथम चरण 07 अप्रैल से 15 अप्रैल 2015 तक चलेगा। जिसके संदर्भ में एक मीडिया एडवोकैसी का आयोजन 1 अप्रैल 2015 को प्रातः 11.00 बजे से कलेक्टर सभा कक्ष में किया गया है।
26 मार्च तक दो दिन में 6744.50 क्विंटल गेहूॅ खरीदा गया, किसानो को 4225 300 रूपये का हुआ भुगतान
झाबुआ---जिला आपूर्ति अधिकारी श्री खान ने बताया कि जिले में 21 खरीदी केन्द्रो पर किसानो से 25 मार्च से खरीदी प्रारंभ की गई है। विगत दो दिनो में जिले में 6744.50 क्विंटल गेहॅू सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य 1450 रू. प्रति क्विंटल की दर से खरीदा गया एवं किसानो को ई. पेमेट के माध्यम से 4225300 रूपये का भुगतान किया गया। जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूॅ उपार्जन 25 मार्च 2015 से 26 मई 2015 तक किया जाएगा। रबी विपणन वर्ष 2015-16 के लिए गेहूॅ का समर्थन मूल्य 1450 रू. प्रति क्ंिवटल घोषित किया गया है। किसानो से अपील की गई है कि वे अपना गेहूॅ सुखाकर एवं छन्ना लगाकर ही खरीदी केन्द्र पर लाये।
किसानो को भुगतान अधिकतम 7 दिवस में
समर्थन मूल्य रू. 1450 प्रति क्ंिवटल के मान से किसानो को उपार्जित मात्रा पर देय राशि की कम्प्यूटराईज प्रिंटेट रसीद उपार्जन करने वाली संस्था द्वारा प्रदान की जाएगी जिसमें किसान का नाम, बैंक खाता क्रमांक तथा भुगतान योग राशि का विवरण होगा एवं इस रसीद पर उपार्जन संस्था के प्रभारी द्वारा हस्ताक्षर भी किये जाएगे। किसानो को उनके खाते में उपार्जित गेहूॅ की राशि जमा करने हेतु उपार्जन संस्था द्वारा किसानो के नाम की सूची, बैंक का नाम बैंक खाता क्र. भुगतान योग्य राशि का विवरण एवं संस्था का चेक/डीडी के साथ संबंधित सहकारी बैंक की शाखा में भेजी जाएगी। यदि किसी किसान का खाता सहकारी बैंक में न हो तो संबंधित बैंक को भुगतान हेतु डीडी भेजा जाएगा। जिन सहकारी बैंको में कोर बैकिंग सुविधा उपलब्घ है उनके किसानो का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से किया जाएगा। उपार्जन करने वाली संस्था एवं महाप्रबंधक, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक सुनिश्चत करेगे कि किसानो के बैंक खाता में राशि अधिकतम 7 दिवस में जमा कर दी जाए।
किसान समस्या 181 पर बताये
प्रदेश के कृषकों द्वारा गेहूॅ उपार्जन से संबंधित अपनी समस्याएं राज्य सरकार के टोल फ्री नम्बर हेल्पलाईन नम्बर 181 पर कर सकेगे। हेल्पलाईन से प्राप्त होने वाली शिकायत/समस्याओं का निराकरण कराने का दायित्व जिला आपूर्ति नियंत्रक/अधिकारी का होगा। ऐसी समस्या जिनका समाधान शासन स्तर पर किया जाना हो, उनके बारे में प्रतिवेदन संचालनालय खाद्य के ई.मेलकपतविवक/उचण्दपबण्पद पर भेजा जा सकता है।
पांच दिवसीय थाना प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ
झाबुआ---जिला पुलिस अधीक्षक श्रीमती कृष्णा वेणी देसावतु एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संुंदर सिंह कनेश ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार पुलिस लाईन परिसर स्थित सामुदायिक भवन में आज 05 दिवसीय थाना प्रबंधन प्रशिक्षण संबंधी कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। शुभारम्भ में यह बताया कि सर्वप्रथम कार्य करने हेतु आत्मविश्वास होना आवश्यक है, यदि आत्मविश्वास है तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है। जनता से अच्छा व्यवहार किया जाना चाहिये, उनकी समस्या का त्वरित समाधान करना चाहिये, अपनी ड्यूटी के प्रति हमेशा सजग एवं सतर्क होना चाहिये एवं अन्य विषयों पर भी प्रशिक्षणार्थियों को व्याख्यान दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सर्वप्रथम प्रशिक्षुओं का परिचय लिया जाकर उन्हें पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा पाॅवर पाइंट प्रजेण्टेशन के माध्यम से दी गई। थाना प्रबंधन प्रशिक्षण की प्रासंगिकता तथा व्यवहारिक उपयोगिता के संबंध में व्याख्यान आयोजित किया गया। तदोपरांत समाज में थाने की भूमिका, मध्यप्रदेश में थानों का तंत्र, पुलिस थानों का महत्व तथा पुलिस थानों का पुलिस कार्यप्रणाली में योगदान तथा महत्व विषय पर निरीक्षक तेजमल पंवार द्वारा व्याख्यान दिया गया। पुलिस थानों के विभिन्न कार्य, कार्यों का वर्गीकरण, थाने का सीमांकन, थाना घोषित करने की कार्यवाही की जानकारी पर निरीक्षक तारा मण्डलोई द्वारा व्यख्यान दिया गया। तदोपरंत कार्य प्रणाली से जुड़े म0प्र0 पुलिस रेग्युलेशन तथा दण्ड प्रक्रिया संहिता से जुड़े प्रमुख तत्व पर उप निरीक्षक कुंवरसिंह चैहान द्वारा व्याख्यान दिया गया। तदोपरांत थाने में विभिन्न रजिस्टरों के प्रारूप, शिकायत जांच प्रतिवेदन का प्रारूप, इस्तगासा(107-116, 145 सीआरपीसी) का प्रारूप तैयार करना, धारा 279,337 एवं 294,323 भादवि से संबंधित अपराध की केस स्टडी तैयार करना, इसमें सभी प्रशिक्षणार्थियों को उनकी रूचि सुविधानुसार प्रोजेक्ट वर्क दिया गया व सभी प्रशिक्षणार्थियों ने प्रोजेक्टर वर्क प्रस्तुत किया।
अपहरण का अपराध पंजीबद्ध
झाबूआ-- फरियादी लाखनसिंह पिता कालुसिंह राजपुत, उम्र 50 वर्ष निवासी बड़ा सलुनिया ने बताया कि उसकी लडकी परीक्षा देने स्कूल आई थी, जो बाद बगैर परीक्षा दिये कही चली गई, शंका है कि संदेही परमवीर पिता कोदरसिंह मुणिया निवासी बामनिया बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया। प्र्रकरण में थाना पेटलावद में अपराध क्रमांक 113/15, धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।