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विशेष : अटल जी को भारत रत्न! कुछ ओझल से पहलू

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अटल बिहारी वाजपेई को भारत रत्न से अलंकृत करने का एलान तो पहले ही हो चुका था लेकिन इस अलंकरण को प्रदान करने में अनूठापन दिखाने या मजबूरीवश एक महत्वपूर्ण प्रोटोकाल को तोड़ा गया। यह सम्मान देने के लिए पहली बार राष्ट्रपति अलंकृत व्यक्तित्व के आवास पर स्वयं पहुंचे। उनको भारत रत्न देने के फैसले पर भाजपा का भाव विभोर होना तो स्वाभाविक है। इस कारण सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े नेताओं द्वारा उनकी महानता का बखान करने का बहुत महत्व नहीं है लेकिन प्रतिपक्ष की नेता सोनिया गांधी ने भी उनके व्यक्तित्व की प्रशस्ति में अत्यंत उच्च कोटि की टिप्पणियां व्यक्त कीं। यह भारत में लोकतांत्रिक परंपराओं के गरिमापूर्ण विकास का एक ऐसा सोपान है जिस पर गर्व किया जाना चाहिए।

अटल जी को भारत रत्न देने का फैसला उन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का है जिन्हें अटल जी ने गुजरात दंगों के बाद राजधर्म सीखने की नसीहत देकर बेहद आहत किया था और नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व के बारे में अभी तक जो निष्कर्ष सामने आए हैं उनमें सर्वोपरि यह है कि वे अपनी किसी आलोचना को भूल नहीं पाते और उससे हिसाब-किताब चुकाने की बात भी कभी नहीं भूलते। अटल जी भी इसमें अपवाद हो सकते हैं। इसकी गुंजायश बिल्कुल भी नहीं है लेकिन बदला लेने का यह एक दूसरा तरीका भी हो सकता है या फिर यह बात हो सकती है कि अटल जी की उपयोगिता उनके लिए इस मामले में इतनी ज्यादा है कि जिससे उनके साथ हिसाब चुकता करने की भावना उनके लिए गौण हो गई। फिर भी यह संयोग है कि उन्होंने अटल जी को इस अवसर पर भाजपा और राष्ट्रीय राजनीति के पितामह के रूप में संबोधित किया। जिन लोगों ने महाभारत पढ़ी है उन्हें जरूर याद आता होगा कि पितामह की उपाधि परिवार के सबसे मान्य लेकिन अभिशप्त बुजुर्ग की पहचान के बतौर महाभारत में रूढ़ कर दी गई थी। महाभारत के पितामह यानी भीष्म का अंतिम समय सबसे ज्यादा कष्टप्रद रहा। महाभारत के युद्ध में कई बड़े योद्धा मारे गए लेकिन वे सब युद्ध मैदान में ही वीरगति को प्राप्त हो गए। दूसरी ओर धर्मराज न कहे जाने के बावजूद धर्म के सर्वोच्च मानक के रूप में जीवन निर्वाह करते रहे भीष्म पर युद्ध में ऐसे बाण चलाए गए जिससे वे तत्काल वीरगति को प्राप्त होने की बजाय छह माह तक उन्हीं में बिंधे कराहते रहे। वे सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण में जाने की प्रतीक्षा के नाते ऐसा करने को विवश थे। यह तो एक बनाई हुई बात लगती है लेकिन सच्चाई यही है कि भीष्म से ज्यादा यातनाएं जीवन के अवसान के समय किसी को नहीं झेलनी पड़ीं। भीष्म को यह सजा क्यों मिली ईश्वर के रूप में घोषित हुए अपने युग के सबसे महान नीति विशारद और दूरदृष्टा कृष्ण ने उनको शायद अंतिम समय में उनके पास जाकर बताया भी है। भीष्म अनजाने में इस बात के दोषी थे कि उन्होंने व्यक्तिगत मान को उस साम्राज्य के हित से ज्यादा भाव दिया जिसके वे संरक्षक थे। अगर वे बहुचर्चित प्रतिज्ञा को लेकर जड़ न बने रहते तो शायद हस्तिनापुर साम्राज्य के विनाश की स्थितियां पैदा न होतीं। प्राकृतिक न्याय की दृष्टि में उनका यह अपराध अक्षम्य माना गया और उन्हें इसका खामियाजा भोगना पड़ा।

नरेंद्र मोदी भगवान श्रीकृष्ण नहीं हो सकते लेकिन भारत रत्न से अलंकरण के समय उन्होंने अटल जी को पितामह कहकर उनकी भीष्म जैसी अंतिम समय की कारुणिक नियति को उभार दिया है। अनुमान है कि यह भले ही अचेतन रूप से उनके द्वारा हुआ हो लेकिन वे परपीड़क आनंदानुभति के अपने मौलिक स्वभाव की वजह से ऐसा कहने की ओर अग्रसर हुए होंगे। हर पुरस्कार के साथ उसे देने वाली व्यवस्था का हित और स्वार्थ जुड़ा होता है। नोबल पुरस्कार को वैसे बेहद सम्मानीय माना जाता है लेकिन जो लोग सोवियत संघ के समय धीरे बहो दौन के लिए सोलोजेनेत्सिन को नोबल पुरस्कार से सम्मानित करने की राजनीति से परिचित हैं उन्हें मालूम है कि इससे अमेरिकी ध्रुव का निशाना कितना सधा। इसी नोबल पुरस्कार के माध्यम से अमेरिकी खेमे ने सोवियत संघ की लौह व्यवस्था में व्यक्तिगत स्वतंत्रता को मुद्दा बनाने के लिए छेद करने का अवसर पाया जो कई दशक बाद गर्वाचोब जैसे नेता के रूप में उस व्यवस्था को पूरी तरह खोखला करके ध्वस्त करने का कारण बना। भारत रत्न को प्रदान करने में भी हमेशा राजनीतिक दृष्टिकोण रहे हैं। हर व्यवस्था ने यथास्थिति में सहायक बने व्यक्तित्वों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन के रूप में इस अलंकरण को साधन बनाया। मात्र एक बार ऐसा हुआ जब भारत रत्न के माध्यम से बदलाव के क्रांति बीज का रोपण करने की कोशिश की गई। यह अवसर था जब बाबा साहब डा. अंबेडकर को मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया था।

संघ परिवार की आंतरिक राजनीति के संदर्भ में अटल जी को देखें तो वे प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने स्वयं सेवक होने पर सार्वजनिक रूप से गर्व जताने की हद तक जरूर चले गए थे लेकिन वे संघ की राजनीति में विद्रोही व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करते रहे। उन्होंने जनता पार्टी की सरकार के समय ही विदेश मंत्री रहते हुए इंडियन एक्सप्रेस में एक ऐसा लेख लिख दिया था जिससे संघ तिलमिला गया था। अशोक सिंघल ने जब उन पर संतों को ले जाकर अयोध्या में विवादित स्थल पर ही मंदिर बनाने का विधेयक लाने का दबाव डाला तो उन्होंने साफ कह दिया था कि वे राज धर्म से परिचित हैं इसलिए कोई इस तरह की मांग स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने अनुसूचित जातियों के सरकारी कर्मचारियों अधिकारियों की पदोन्नति में उच्चतम न्यायालय के एक फैसले की वजह से आए व्यवधान का निराकरण करने में भी सामाजिक यथास्थितिवादियों की परवाह नहीं की। अपने दक्षिणपंथी विचारों के बावजूद वे भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बने जिन्होंने दक्षिणपंथ के सिरमौर अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति को भारत यात्रा के दौरान पूरी तरह औकात पर रखा और वे भी अटल जी के व्यक्तित्व के आगे नतमस्तक होकर अपने अहम को परे करके उन्हें बड़े भाई-बड़े भाई कहते हुए ही विदा हुए।
इंडिया टुडे के संपादक रहे दिलीप मंडल ने अटल जी को भारत रत्न दिए जाने के बाद एक ब्लाग लिखा जिसमें उन्होंने अटल जी के प्रति श्रद्धावनत होते हुए भी उनके समय लिए गए तमाम ऐसे फैसलों की तरफ इशारा किया जिनसे यह साबित होता है कि सुधारवादी प्रगतिशीलता के बावजूद अटल जी अंततोगत्वा क्रांतिकारी नहीं बल्कि यथास्थितिवाद के पोषक ही थे। इसमें उनके कार्यकाल में संविधान समीक्षा आयोग के गठन और विनिवेश मंत्रालय बनाया जाना व इसके द्वारा बाल्को जैसी समृद्ध कंपनी को औने-पौने में निजी हाथों में बेचना शामिल था। बाजार और पूंजीवाद के बारे में माना जाता है कि वह अपने आरंभ काल में प्रगतिशील भूमिका निभाता है। इसी प्रवृत्ति के अनुरूप भारत में बाजार ने शुरू में जातिगत और सांप्रदायिक अस्मिता की जकड़बंदी से भारतीय नागरिकता को ऊपर ले जाने की भूमिका निभाई लेकिन बाद में उसने इन बुराइयों से समझौता कर लिया जबकि नादान लोग अभी भी इस प्रवंचना में हैं कि बाजारवाद के कारण स्थितियों में आए परिवर्तन से नई पीढ़ी में जातिवाद की भावनाएं समाप्त हो गई हैं। सच्चाई तो यह है कि बाजारवाद ने जातिवाद और संप्रदायवाद से गठजोड़ करके इनके सशक्तिकरण की भूमिका निभाना शुरू कर दिया है। हर जाति के लिए अलग-अलग देवता की पूजा को बल देकर बाजार ने उपभोक्तावाद के विकास की राह इसमें से निकाली है। आज दीपावली और नव वर्ष पर ही बधाइयों के एसएमएस नहीं होते बल्कि रक्षाबंधन, गुरु पूर्णिमा और हैप्पी रामनवमी, हैप्पी कृष्ण जन्माष्टमी के एसएमएस भी इन अवसरों पर छाए रहते हैं। दूरसंचार कंपनियों की इस ट्रेंड ने मौज कर दी है। पहले गणेश चतुर्थी मुख्य रूप से महाराष्ट्र का पर्व था तो काली पूजा बंगाल और सिंहवाहिनी दुर्गा पूजा पंजाब का लेकिन अब यह पर्व हर राज्य में उतनी ही धूमधाम से मनाए जाने लगे हैं। अब चमकीली लाल गोटीदार पट्टी देवी भक्तों द्वारा पहनने का रिवाज पंजाब तक सीमित नहीं रह गया। हर राज्य में नवरात्र के समय यह देवी भक्तों का मुख्य फैशन बन गया है। इस वजह से इन पट्टियों के बाजार में बूम आ गया है। जाहिर है कि ऐसे में बाजार जातिवाद और सांप्रदायिकता से क्यों लड़े। दूसरी ओर जातिवाद जैसी बेहद पिछड़ी और आधुनिकता विरोधी संरचनाओं के रहते हुए कानून के शासन के कायम होने की आशा कदापि नहीं की जा सकती। यह द्वंद्वात्मकता भारतीय समाज के लिए एक बड़े ऊहापोह का कारण बनी हुई है। अटल जी का व्यक्तित्व इसका तोड़ है जो यथास्थिति में भी अपनी उदारवादी और सुधारवादी प्रवृत्ति की वजह से सुïिवधाजनक समायोजन प्रस्तुत कर सकता है। ऐसे में अटल जी की शरण में जाने की याद मोदी को आई तो उसकी वजह साफ है कि वे जिन वर्ग शक्तियों से परिचालित हैं यह उनका तकाजा है।




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के पी सिंह 
ओरई 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (29 मार्च)

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अटलजी को भारतरत्न मिलने पर भाजयुमों ने आतिषबाजी कर खुषिया मनाई 

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झाबुआ---देष के पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेयी को भारत सरकार द्वारा भारत रत्न जैसे शीर्षस्थ सम्मान से नवाजे जाने पर प्रदेष भाजपा युवा मोर्चा के आव्हान पर शनिवार को दोपहर में स्थानीय बस स्टेंड स्थित फव्वारा चैक पर भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा अटल जी को भारत रत्न मिलने की खुषियों में आतिषबाजी करके परस्पर एक दूसरें को मिठाई खिलाकर खुषिया मनाई गई । इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे, विधायक शांतिलाल बिलवाल, भाजयुमो जिला अध्यक्ष भानू भूरिया, दिलीप कुष्वाह, अमीत पंवार, मांगीलाल भूरिया, हरू भूरिया, सतीष कहार, राजेष मचार, चिराग चैरसिंया, भरत बामनिया, रामसिंह सरपंच, शरमा भूरिया, विजय चैहान, जितेन्द्र पंवार टूई, प्रतीक, पारू पारगी, मुकेष सिंगार, पिचा डामोर, पंकज शर्मा, हन्नु भूरिया सहित बडी संख्या में भाजयुमों के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे । इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे ने अटलजी को विष्व का महानतम नेता बताते हुए कहा कि उन्हे भारतरत्न मिलने से पूरे देष में खुषियों का माहौल है । देष के लिये अटलजी की सेवाओं को कभी भी विस्मृत नही किया जासकता है। विधायक शांतिलाल बिलवाल ने कहा कि अटलजी ऐसी शख्शियत है जिन्हे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान की दृष्टि से माना जाता हे । आजीवन देष सेवा में हरने वाले अटलजी का जीवन ही हम सभी के लिये संदेष है । भाजयुमों के जिलाध्यक्ष भानू भूरिया के अनुसार अटल जी को भारत रत्न मिलना हम सभी के लिये गौरव की बात है । कार्यक्रम के दौरान अटलजी को भारत रत्न मिलने की खुषियों में भाजपा नेताओं ने बधाईया देते हुए एक दूसरें को मिठाई खिालाकर अपनी खुषियों का इजहार किया ।

होसान्ना हाल्लेलुया से गुंजा प्रांगण, हाथ में खजुर की डालियां लिए किया स्वागत
  • धुमधाम से मनाया पाम संडे

झाबुआ---होसान्ना हाल्लेलुया, राजाओं के राजा येसु मसीह की होवे जय जयकार के गीतों से पाम संडे ईसाई समुदाय के अनुयायियों द्वारा बडी धुमधाम से आज रविवार को मनाया गया। आज ही के दिन से पवित्र सप्ताह की शुरूआत की जाती है। यह खजूर रविवार हम सभी को उस ऐतिहासिक घटना की ताजा याद दिलाती है, जहां पर स्वयं प्रभु येसु इस संसार के मुक्तिदाता , प्रेम व शंाति के राजा, नम्र व दिन-हिन बनकर हम मानव को पापों से मुक्ति दिलाने , हम मानव को प्रेम, दया, शंाति व एकता का पाठ पढाने येसु स्वयं नम्र व दिनहिन बनकर उस शंाति की पवित्र नगरी येरूसालेम में प्रवेश करते है। येरूसालेम में प्रभु येसु के प्रवेश के दौरान लोगों के द्वारा खजुर की डालियों से किया थां उक्त जानकारी झाबुआ डायोसिस के वी.जी. फादर पीटर खराडी द्वारा दी गई; रविवार को स्थानीय महागिरीजा घर में प्रातः 9 बजे से खजुर रविवार का पर्व मनाया गया। जिसमें ईसाई समुदाय के लोग बडी संख्या में प्रार्थना सभा में भाग लिया। प्रार्थना का आरंभ खजुरों को आशीष दे कर हुआ। आशीष प्रार्थना फादर पीटर खराडी द्वारा पढी गई। इस दौरान श्रद्धालुओं को फादर द्वारा खजुर की डालिया प्रदान की गइ। तत्पश्चात इंग्लिश मीडियम स्कूल प्रांगण से जुलुस के द्वारा प्रार्थना हेतु बनाए गए स्टेज की और बढे, प्रार्थना की अगुवाई फादर पीटर खराडी ,फादर स्टीफन, फादर सोनु, फादर निरंजन,  फादर पीटर कटारा फादर रोयल  आदि द्वारा की गई। सुसमाचार का वाचन एवं उपदेश फादर सोनी द्वारा किया गया। आगे की जानकारी देते हुए फादर फादर स्टिफन ने बताया इसी पर्व के ठीक एक सप्ताह पहले येसु अपने दुःखभोग , मृत्यु और पुनरूत्थान द्वारा हम मानवजाति के पापों व दुःखोें से मुक्त करने, येसु स्वयं अपने पिता ईष्वर की प्रतिज्ञा व योजना के अनुसार अपना अंतिम कार्य को संपन्न करने के लिए उस पवित्र नगरी येरूसालेम में प्रवेष करते है। इस ऐतिहासिक घटना का वर्णन हमें पवित्र बाईबल के नये व्यवस्थान के चारों सुसमाचार में देखने को मिलता है। संत लुकस रचित सुसमाचार अध्याय 22ः14-15 इस घटना का वर्णन इस प्रकार से किया गया है, ”समय आने पर ईसा ने प्रेरितों से कहा, मैं कितना चाहता था कि दुःख भोगने से पहले पास्का का यह भोजन तुम्हारे साथ करू। यहां तक की शास्त्रि व फरिसी भी येसु को मार डालने की ताक में थे, लेकिन फिर भी येसु अपनी मौत का सामना करने के लिए दृढ संकल्प करके, साहस के साथ येरूसालेम की  पवित्र नगरी में प्रवेष करते है। जैसे ही शांति के मसीह एक गधे पर सवार हो कर इस नगरी में प्रवेष करते है -भीड की भीड , छोटे से लेकर बडे तक उनके आदर व सम्मान में अपने कपडों को सडक पर बिछा देते है। कुछ लौग पेडों की शाखाएॅं काट कर रास्ते पर बिछा देते है, तो कुछ लौग अपने हाथों में खजूर की डालियाॅं लेकर येसु मसीह का स्वागत होसान्ना । धन्य है वह जो प्रभु के नाम पर आते है, सर्वोच्च स्वर्ग में होसान्ना ”। होसान्ना का शाब्दिक अर्थ है, ईष्वर हमारी रक्षा कर। इस प्रकार सभी लौग येसु को अपना मुक्तिदाता मानकर उनके आदर व सम्मान में जय-जयकार के नारे लगाते है। इस ऐतिहासिक घटना में हमें एक बात ओर देखने को मिलती है कि क्यों इस संसार के मुक्तिदाता प्रभु येसु घोडे पर बैठकर आने के बदले एक गधे पर बैठकर येरूसालेम में प्रवेष करते है। इस रहस्यपुर्ण प्रष्न का जवाब भी हमें प्रभु येसु के जीवनसे मिलता है। गधे पर बैठकर आने का मतलब विनम्रता और शांति का प्रतीक है और घोडे पर बैठकर आने का मतलब अधिकार, सत्ता और युद्ध का प्रतिक है। यहा तक कि येसु ने स्वयं राज्यपाल पिलातुस के सामने यह स्वीकार किया कि, मैं यहुदियों का राजा हूॅं- लेकिन प्रभु कहते है कि मेरा राज्य इस संसार का नहीं है कहने का तात्पर्य यह है कि प्रभु येसु प्रेम, दया, शांति, क्षमा व एकता के राजा थे। वे किसी का सर्वनाष करने नहीं, न ही किसी का न्याय करने और न ही किसी को दोषी ठहराने आये थे। बल्कि वे शांति के राजा बनकर, प्रेम व शांति का राज्य स्थापित करने, संपुर्ण मानवजाति को ईष्वर के राजा के बारे में बताने, सत्य की षिक्षा को बाॅंटने, मानवजाती का उद्धार व कल्याण करने ईष पुत्र बनकर इस संसार में आते हैं इस प्रकार प्रभु येसु पूरी मानवजाती के पापों को अपने उपर लेकर अपने जीवन को सुली पर चढा देते है। यह ऐतिहासिक घटना हम सभी को यही याद दिलाती है कि, प्रभु येसु हमारे मुक्तिदाता व शंातिदाता है और इसी घटना को याद करने के लिए ही हम सभी प्रुभु येसु के दुःखभोग , मृत्यु और पुनरूत्थान के रहस्यों के उपर मनन चिंतन करते हुए, हम सभी खजूर रविवार के दिन हाथों में खजूर की डालियों को लेकर पवित्र सप्ताह में प्रवेष करते हुए कई ऐतिहासिक घटनाओं को भी याद करते है, जैसे- खजूर रविवार, पुण्य ब्रहस्पतिवार ;अंतिम ब्यालु का स्मरण द्ध पुण्य शुक्रवार ;गुड फा्रईडे, प्रभु का दुःखभोगद्ध व पास्का रविवार ;ईस्टर संडेद्ध आदि को मनाने के लिए हम सभी आध्यात्मिक रूप से व भक्तिपुर्वक अपने आप को तैयार करते है। और ईष्वर की आषिष व कृपा को अपने जीवन में ग्रहण करते है। साथ ही साथ संपूर्ण मानवजाति की मुक्ति के लिए ईष्वर से प्रार्थना व दुआ विषेष रूप से इस पवित्र सप्ताह के दोरान सभी चर्च में की जाती है। 

अपने आराध्य से सजल नेत्रों से सबके कल्याण की प्रार्थना ,करे- कल्लाजी महाराज
  • कल्लाजी की विषेष गादी का हुआ आयोजन 

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झाबुआ---हर मनुष्य के जीवन मे सुख दुख नदी के दो किनारों जैसे है और जीवन रूपी नांव मंझधार मे चलती है तो जीवन में जो दुख का अनुभव होता है वही सच्चे सुख के आगमन का प्रतीक होता है । सुख दुख एक चक्र की तरह है दुख के बाद सुख आता है और सुख के बाद दुख का क्रम चलता है । ऐसे में मानव को कभी भी विपत्ति के समय अपना धैर्य नही खोना चाहिये और अपने आराध्य, अपने गुरू पर पूर्ण विष्वास रख कर हरि स्मरण करना चाहिये ताकि दुख की घडी आसानी से कट सकें । जीवन में आत्मषुद्धि का होना बहुत ही जरूरी है इसलिये अपने आराध्य के सामने सजल नेत्रों से सबके कल्याण की प्रार्थना ,कामना करना चाहिये इससे परमात्मा बिना कहे ही तुम्हारे दुखों का निवारण करने के लिये मदद करेगा । उक्त बात रविवार को काली कल्याण धाम श्री कल्लाजी मंदिर पर उपस्थित श्रद्धालुओं को चैत्र माह की दसमी को आयोजित दषहरा संदेष में कहीं । रविवार को मंदिर में श्री कल्लाजी महाराज ने गादीपति संतोष गेहलोत के माध्यम से  उपस्थित श्रद्धालुओं के दुखों का निवारण समस्याओं का निवारण गादी के माध्यम से करते हुए कहा कि  जीवन मे निस्वार्थ सेवा का बहुत ही महत्व है । जो निस्वार्थ भाव से सेवा कार्यो में जुटा रहता है उसके जीवन मे परमात्मा स्वयं आमुल चुल बदलाव लाता है । उन्होने कहा कि  किसी भी इष्ट को मानते हो उनसे कभी भी धन दौलत मत मांगों बल्कि उनसे आत्म शांति की गुहार करों । परमात्मा सब जानता है कि तुम्हारी परेषानिया क्या है और उसका किस तरह से हल निकलेगा इसलिये निष्चित भाव से परमात्मा पर विष्वास रखो कभी भी जीवन में निराषा नही आवेगी । उन्होने आगे कहा कि माता-पिता की सेवा से बढ कर कोई सेवा नही होती है । मन की बजाय आत्मा पर ध्यान दो ।क्योंकि षरीर से जब आत्मा निकल जाती है तो यह शरीर केवल राख की एक ढेरी के अलावा कुछ नही रहता है । इस अवसर पर  उन्होने सभी से ईष्र्या दोष, निंदा से दूर रहने का आ्रवहान करते हुए अपने आराध्य के प्रति पूर्ण विष्वास रखने की बात कहीं ।

त्रि दिवसीय हनुमान जन्मोत्सव की तैयारिया पूर्ण, समितियों का गठन किया गया
  • अनिरुद्ध मूरारी की भजन संध्या  3 अप्रेल को 

झाबुआ---श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर हनुमान टेकरी पर समिति की बैठक का आयोजन किया जिसमें  3 अप्रेल से 5 अप्रेल तक त्रिदिवसीय हनुमानजयन्ती महोत्सव भव्य पैमाने पर मनाये जाने के लिये पृथक पृथक समितियों का गठन किया । 3 अप्रेल शुक्रवार को अखण्उ श्रीराम नाम जप प्रातः 6 से सायंकाल 6 बजे तक होगा तथा रात्री  8 बजे से प्रसिद्ध भजन गायक श्री अनिरुद्ध मूरारी रतलाम द्वारा प्रस्तुत की जावेगी । सायंकाल 6 बजे से इसी दिन षिवपुराण पर आधारित प्रष्न मंच प्रतियोगिता आयोजित होगी । षिवपुराण के प्रष्न क्रमांक 1 से लेकर 400 तक पृष्ठों पर आधारित प्रष्न मंच होगा । प्रष्न मंच मे 6 टीमे रहेगी और सभी टीमें ज्योर्तिलिंगों पर आधारित नाम महाकालेष्वर, सोमनाथ,त्रयम्बेकेष्वर,रामेष्वरम्,केदारनाथ एवं काषी विष्वनाथ के नाम की रहेगी । ठसी तरह 4 अप्रेल शनिवार को प्रातः सूर्योदय के साथ जन्मोत्सव आरती के लिये आवष्यक समस्त व्यवस्था का निर्धारण कर दिया गया है । इसके पष्चात प्रातः 8 बजे से सुंदरकांड प्रारंभ होगा । इसी दिन दोपहर 12-15 बजे से शाम 6 बजे तक निरन्तर 1008 हनुमान चालिसा का पाठ होगा एवं सायंकाल 6 बजे से रात्री 8 बजे तक भजनों पर आधारित  नृत्य प्रतियोगिता होगी । दिनांक 5 अप्रेल रविवार को प्रातः 8 बजे से पंचकुण्डी मारूति महायज्ञ प्रांरभ होगा एवं दापेहर 1 बजे से सायंकाल 5 बजे तक विषाल भंडारा महाप्रसादी का आयोजन रखा गया है । बैठक में  जीवन पउियार, सुधीर कुष्वाह, राकेष झरबडे, गजेन्द्रसिंह चन्द्रावत, पल्लु चैहान, मुकेष नीमा, प्रेम अदीबसिंह पंवार, अषोक चैहान,नीता भावसार,श्रीमती सोनगरा आदि उपस्थित थे । श्री हनुमान टेकरी सेवा समिति ने नगर की धर्मप्राण जनता एवं श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित रह कर धर्मलाभ प्राप्त करने की अपील की है 

मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम हम सबके आदर्ष- सौभाग्यसिंह चैहान
  • सत्यसाई समिति ने मनाया श्री रामपवमी पर्व

झाबुआ---श्री सत्यसाई सेवा समिति  द्वारा स्थानीय विवेकानंद कालेानी स्थित श्री सत्यधाम पर श्री राम नवमी पर्व पूरी श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाया गया । प्रातःकाल ओकारम सुप्रभात के साथ ही कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । प्रातः 10 बजे श्री सत्यधाम पर भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के अवसर पर भगवान श्री सत्यसाई बाबा द्वारा पहनी जाने वाली अंगी को दर्षनार्थ रखा गया तथा समिति के सदस्यों द्वारा ओम श्री साई राम धुन के साथ गेहूं के दानों से भगवान के चित्रों पर लक्ष्यार्चना किया गया । इसके बा दनाम संकीर्तन का कार्यक्रम आयोजित हुआ । इस अवसर पर भगवान श्रीराम के अवतरण पर प्रकाष डालते हुए सौभाग्यसिंह चैहान ने कहा कि जब जब धर्म पर आंच आई भगवान ने अवतार लेकर दुष्टों का विनास किया । श्री राम ने ऋषि मुनियों के यज्ञ की रक्षा के लिये राक्षसों का विनास करने के साथ ही रावण रूपी बुराई को समाप्त करके यह सन्देष दिया कि हमेषा अच्छााई की जीत होती है। राम के जीवन को मर्यादा का स्वरूप् बताते हुए कहा कि राम ने जब जब भी अवतार लिया दुष्टों के विनास के लिये उन्हे वन मे जाना पडा । राम हमारी संस्कृति के आदर्ष है और मर्यादा पुरूषोत्तम के रूप  में वे जन जन की आस्था का केन्द्र है । राम नाम एक महामंत्र है जिसको यदि सच्चे दिल से स्मरण किया जावे तो राम की कृपा निष्चित ही प्राप्त होती है । इस  अवसर पर समिति द्वारा नारायण सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत गरीबों को भोजन भी करवाया गया ।  समिति के जन्मात्सव कार्यक्रम में नगीनलाल पंवार, गजानन यावले, मंगल यावले, कृष्णा चैहान,सुश्री मनोरमा यावले, ओमप्रकाष नागर, रामसिंह सिसौदिया, राजेन्द्र सोनी, षिवकुमारी सोनी, ज्योति सोनी श्रीमती सुभदा, श्री पंतोजी, के अलावा बडी संख्या में साईभक्त उपस्थितथे।

घर से किया लडकी का अपहरण
      
झाबुआ--- फरियादी हरीश पिता खेमसिंह सोलंकी उम्र 18 वर्ष निवासी माथना अलि. हा. विवेकानंद कालोनी झाबुआ ने बताया कि वह अपनी बहन के साथ अपने किराये के घर पर था आरोपी किशन सस्तिया भिलाला निवासी छापरखाण्डा 2. विनोद सिंगार निवासी पारा 3. जीप का चालक जीप लेकर आये व उसके घर में घुसकर उसकी बहन बीए में पढती है को जबरन पकडकर अपहरण कर अपने साथ ले गये। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक 230/15, धारा 366,452,506,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

वाहन दुर्घटना में मृत्यु

झाबुआ--- फरियादी अश्विन पिता अमरसिंह परमार उम्र 16 वर्ष निवासी तलावली ने बताया कि कंटेनर क्र. जीजे 13 एटी 5544 का चालक ने तेज व लापरवाही पूर्वक अपने वाहन को चलाकर राकेश पिता बहादूर डामोर को टक्कर मार दी, जिससे मृत्यु हो गई। थाना थांदला में अप0क्र0 78/15, धारा 304-ए भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

जहरीली दावाई पीने से मोत

झाबुआ---फरियादी हरीश पिता नरेन्द्र ब्राहम्ण निवासी गरबाखेडी ने बताया कि मृतक प्रेमचंद्र पिता कोदाजी लोधा उम्र 30 वर्ष निवासी गरबाखेडी की अज्ञात जहरीली दवाई पी ली थी दौराने ईलाज मृत्यु हो गयी। थाना रायपुरिया मे मर्ग क्रमांक 11/15, धारा 174 जाफौ0 का कायम कर जांच में लिया गया। 
   
घायल की ईलाज के दोरान मोत

झाबुआ---फरियादी मोहन पिता हेमा डामोर उम्र 38 वर्ष निवासी सजेली मालजी सात ने बताया कि मृतक माधु पिता कसना डामोर उम्र 25 वर्ष निवासी सजेली मालजी सात की एक्सीडेंट में आयी गंभीर चोट के कारण ईलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। थाना थांदला मे मर्ग क्रमांक 17/15, धारा 174 जाफौ0 का कायम कर विवेचना में लिया गया। 

फर्जि चिकित्सक पर मामला दर्ज
झाबुआ--फरियादी डाॅ0जी0एस0 चैहान, 1979 सीएचसी रानापुर ने बताया कि अमलकांति पिता अनंता विश्वास निवासी हावडा 24 परगना पश्चिम बंगाल का बिना डिग्री के मरीजों का ईलाज करते हुए छापामार कार्यवाही में गिरफतार किया। सूचना पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। प्र्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रमांक 118/15, धारा 188 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

हिमाचल की विस्तृत खबर (29 मार्च)

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प्रदेश सरकार गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध : वीरभद्र सिंह

virbhadra singh himachal
पांवटा साहिब,29 मार्च (विजयेन्दर शर्मा) ।   मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज पांवटा साहिब में हिमाचल प्रोद्योगिकी संस्थान के दो करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले छात्रावास भवन की आधारशिला रखने के उपरांत रामपुरगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को सस्ती एवं गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में सरकार के प्रयासों में हिमाचल गु्रप ऑफ इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष श्री विजय कुमार गुप्ता के योगदान की सराहना भी की।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाने में अग्रणी संस्थान बनकर उभरा है और इस संस्थान में प्रदेश व देश के अन्य भागों से विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट केंद्र बनकर उभरा है और यहां के शिक्षण संस्थानों ने देश भर में ख्याति अर्जित की है।श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण पर बल दे रही है। निजी क्षेत्र के सहयोग से स्वास्थ्य क्षेत्र को और सुदृढ़ बनाने के लिए आगामी वित्त वर्ष में नए चिकित्सा महाविद्यालय खोलने का प्रस्ताव किया गया है। इसके लिए इच्छुक निजी संस्थाओं से चिकित्सा महाविद्यालय आरंभ करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीन चिकित्सा महाविद्यालय आरम्भ किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, बिलासपुर में एम्स स्थापित किया जा रहा है, जिससे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं और सुदृढ़ होंगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राज्य के विकास के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि युवाओं को रोजगारोन्मुखी शिक्षा उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए आशा वर्करों को समुचित प्रशिक्षण प्रदान करने के उपरांत गावों में तैनात किया जाएगा। उन्होंने ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में बजट में चिकित्सों के 200 पद और पेरामेडिकल स्टाफ के 500 पदों को भरने का प्रस्ताव किया है।इस अवसर पर डॉ. वीके गुप्ता ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा डॉ. गौरव गुप्ता ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। मुख्य संसदीय सचिव श्री विनय कुमार, विधायक श्री किरनेश जंग, रिसोर्स मोबेलाईजेशन एंड एंपल्वायमेंट जेनरेशन के अध्यक्ष श्री हर्ष वर्धन चौहान, राज्य कांग्रेस कार्यकारी समिति की सदस्य नसीमा बेगम तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री राहत कोष में अंशदान

पांवटा साहिब,29 मार्च (विजयेन्दर शर्मा) ।   मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह को आज पांवटा साहिब में इंटरनेशनल सिंिलडर्ज प्राईवेट लिमिटेड की ओर से श्री अरूण गोयल और मैसर्ज नैंज मेड साईंस फार्मा प्राईवेट लिमिटेड की ओर से श्री एम सिंह ने मुख्यमंत्री राहत कोष में क्रमश: दो लाख रुपये और 51 हजार रुपये का अंशदान दिया। मुख्यमंत्री ने इस पुनीत कार्य के लिए उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह धनराशि गरीब और जरूरतमंद लोगों को सहायता उपलब्ध करवाने में मददगार होगी।

मुख्यमंत्री ने की पलोहड़ी पंचायत को पिछड़ी पंचायत का दर्जा प्रदान करने की घोषणा

पांवटा साहिब,29 मार्च (विजयेन्दर शर्मा) ।   मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने नाहन निर्वाचन क्षेत्र की हरियाणा की सीमा से लगती दूरदराज पंचायत पलोहड़ी को पुन: पिछड़ी पंचायत का दर्जा प्रदान करने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सिम्बलवाड़ा से पलोहड़ी तक बनने वाली सात किलोमीटर लम्बी सडक़ एवं इस पर निर्मित होने वाले दो पुलों के निर्माण के लिए 4 करोड़ 34 लाख रुपये की राशि प्रदान करने की भी घोषणा की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को इस सडक़ का निर्माण कार्य एक वर्ष के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए ताकि इस पिछड़ी पंचायत के लोगों को पांवटा इत्यादि जाने के लिए बेहतर सडक़ सुविधा उपलब्ध हो सके।मुख्यमंत्री अपने सिरमौर जिला के प्रवास के दौरान आज पलोहड़ी पंचायत में एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सात किलोमीटर में फैली पलोहड़ी पंचायत की कुल आबादी 2050 है, जिसमें सर्वाधिक गुज्जर समुदाय एवं अनुसूचित जाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित परिवार रहते हैं। उन्होंने कहा कि पलोहड़ी पंचायत की भौगोलिक परिस्थिति को नजर रखते हुए इसे पुन: पिछड़ी पंचायत का दर्जा प्रदान किया जा रहा है ताकि इस पिछड़े क्षेत्र में रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं घरद्वार पर उपलब्ध हो सकें।उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश के पिछड़े एवं जनजातीय क्षेत्रों के समग्र विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है तथा ऐसे क्षेत्रों के विकास के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया गया है। उन्होंने पलहोड़ी पंचायत की पांच बस्तियों में पांच ट्यूबवैल स्थापित करने की घोषणा की, जिसपर एक करोड़ रुपये की राशि व्यय होगी। उन्होंने कहा कि इन ट्यूबवैलों के स्थापित होने से पंचायत के लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत लोहगढ़ के हरीपुरखोल में लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए पुल का निर्माण किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पलोहड़ी में विज्ञान की कक्षाएं आरंभ करने की घोषणा की, ताकि विज्ञान विषय में रूचि रखने वाले छात्रों को अन्य स्थानों में शिक्षा ग्रहण करने न जाना पड़े। उन्होंने प्राथमिक पाठशाला पलोहड़ी-2 को माध्यमिक पाठशाला के तौर पर स्तरोन्नत करने तथा गाडा-गुही बस्ती में नई प्राथमिक पाठशाला खोलने की घोषणा की। उन्होंने गुज्जर समुदाय के लोगों की मांग पर उपायुक्त सिरमौर को इस पंचायत में कब्रिस्तान के लिए भूमि का चयन करके प्रस्ताव सरकार को भेजने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पलोहड़ी नदी के तटीकरण के लिए एक कार्य योजना तैयार की जाएगी, ताकि बरसात के दिनों में बाढ़ के कारण होने वाले भूमि कटाव को रोका जा सके और लोगों की निजी भूमि का संरक्षण हो सके।       मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कार्य करने में विश्वास करती है तथा प्रदेश का समग्र विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चम्बा, हमीरपुर और नाहन में तीन मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं, ताकि प्रदेश के मेधावी विद्यार्थियों को चिकित्सा के क्षेत्र में आगे आने के अवसर अपने ही राज्य में प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि नाहन में मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि का भी चयन कर लिया गया है। इसके अतिरिक्त पांवटा के धौलाकुआं में भारतीय प्रबन्धन संस्थान खोला जा रहा है और इस प्रतिष्ठित संस्थान के स्थापित होने से जिला सिरमौर का नाम शिक्षा के क्षेत्र में अन्तराष्ट्रीय मानचित्र पर अंकित होगा।इस अवसर पर विधायक डॉ. राजीव बिन्दल, हिमफैड के अध्यक्ष श्री अजय बहादुर सिंह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय सोलंकी, पूर्व विधायक श्री कुश परमार, हरियाणा के गुज्जर समुदाय नेता चौधरी ओम प्रकाश ने भी अपने विचार रखे।इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव श्री विनय कुमार, विधायक किरनेश जंग, उपायुक्त सिरमौर श्री रितेश चौहान, पुलिस अधीक्षक श्री बलबीर ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

सुधीर शर्मा ने लिया मधुमेह जागरूकता रैली में भाग

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धर्मशाला,29 मार्च (विजयेन्दर शर्मा) ।   शहरी विकास नगर नियोजन एवं आवास मंत्री, सुधीर शर्मा ने आज धर्मशाला शहर के वाशिदों को मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप जैसी भयंकर बीमारियों से जागरूक करने के उद्देश्य से शहर में मधुमेह जागरूकता रैली में भाग लेकर इस अभियान की अगुवाई की।रैली का उद्देश्य लोगों को समय पर मधुमेह के लक्षणों एवं इसके दृुष्प्रभावों के प्रति जागरूक तथा इससे बचने के उपायों को सुझाना था। श्री सुधीर शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य में उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह दोनों ही बीमारियां तेजी से बढ़ रही है तथा आज के परिवेश में बिरला ही कोई परिवार है जिसका कोई सदस्य इस बीमारी से ग्रस्त नहीें हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रथम छोटा सा प्रयास है जिसके माध्यम से इस रोग से निजात पाई जा सकती है। उन्होंने लोगों से आहवान् किया कि उन्हें अपनी जीवन शैली, खान-पान व रहन -सहन में बदलाव लाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत राजकीय राजेन्द्र प्रसाद आर्युविज्ञान महाविद्यालय टांडा के चिकित्सा विभाग के सौजन्य से आयोजित इस प्रकार के कार्यक्रम लोगों को इन दोनों बीमारियों से होने वाली क्षति से निजात दिलाने में सहायक सिद्व होगें। इस अवसर पर कोतवाली बाजार से कचैहरी तक आयोजित की गई रैली में पुलिस अधीक्षक, कपिल शर्मा, टांडा मेडीकल कॉलेज के प्रधानाचार्य अनिल चौहान, डीएसपी हितेश लखनपाल, महाविद्यालय के चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डॉ धीरज कपूर सहित विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित साई हॉस्टल की छात्राओं ने भाग लेकर लोगों को जागरूकता का संदेश दिया।
       
कार्यालय एवं आवसीय भवन का शिलान्यास

धर्मशाला, 29 मार्च (विजयेन्दर शर्मा) ।   वन निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानियां ने आज पंचायत नरेटी गांव में 5 लाख 20 हजार रूपये की लागत से बनने वाले वन विभाग हिमाचल प्रदेश वन खंड अधिकारी रैत के कार्यालय एवं आवसीय भवन का शिलान्यास किया।  पठानिया ने गढ़ माता के मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके उपरांत स्थानीय लोगों को सम्बोधित करते हुये कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने शाहपुर विधान सभा क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए पर्याप्त सुविधाएं एवं योजनाएं उपलब्ध करवा कर सभी वर्गों को लाभन्वित किया है। पठानियां ने लोगों को आश्वासन दिया कि शीघ्र ही गढ़ माता मंदिर सडक़ का कार्य आरंभ हो जायेगा और इस सडक़ को मंदिर तक पहुंचाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस सडक़ के लिए तीन लाख रूपये जारी कर दिये गये है अगर और भी पैंसों की जरूरत पड़ी तो धन उपलब्ध करवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि गढ़ माता के सौन्दर्यकरण के लिए जो भी जरूरत पडेगी तो माननीय मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के समक्ष मांग उठाकर शी्रघ्र हर सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी। इस अवसर पर इस अवसर पर वरिष्ठ कॉग्रेस नेता देवदत्त शर्मा, मंदिर कमेटी प्रधान, कै0 जगदीश, श्रीमती राजेश्वरी देवी, नरेटी की प्रधान नीलम देवी, कमलेश देवी, श्रीमती मनोरमा देवी, बंसी लाल, सतपाल शर्मा,अश्वनी धीमान, श्रीमती मधुबाला, श्रीमती नीना ठाकुर,प्रदीप बलौरिया, हैप्पी मनकोटिया, सुरेन्द्र ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थित थे।  

करोड़ों रूपये की योजनाओं से धर्मशाला विकास के पथ पर अग्रसर: सुधीर शर्मा
  • कंकरीट से निर्मित की जा रही है धर्मशाला की सडक़ें

धर्मशाला, 29 मार्च (विजयेन्दर शर्मा) ।   मेले हमें भाईचारे एवं आपसी मेल-जोल का संदेश देते है। यह उदगार शहरी विकास नगर नियोजन एवं आवास मंत्री, सुधीर शर्मा ने आज इन्दुनाग मेला खनियारा की दंगल प्रतियोगिता के समापन समारोह की अध्यक्षता करने के उपरांत व्यक्त किये। सुधीर शर्मा ने कहा कि सदियों से आयोजित किये जा रहे यह उत्सव जहां हमारी पुरानी संस्कृति के परिचायक हेै वहीं यह हमारे ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोगों के मनोरंजन का मुख्य साधन भी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार समय-समय पर इनके प्रोत्साहन के लिए उदारता से धनराशि उपलब्ध करवा रही है तथा इनके आयोजन में सम्बन्धित प्रशासन को पूर्ण सहयोग के सम्बंध में दिशा-निर्देंश दिये जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में इस प्रकार के उत्सवों में भाग लेने का आहवान् किया। शहरी विकास मंत्री ने इस अवसर पर धर्मशाला विधान सभा क्षेत्र में किये जा रहे विकास कार्यों की चर्चा करते हुये बताया कि गत दो वर्षों में उन्होंने अपने प्रयासों से करोड़ों रूपये की अनेक बड़ी योजनाएं विधान सभा क्षेत्र के लिए प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं पर कार्य प्रगति में है तथा शीघ्र ही इनके पूर्ण हो जाने पर यह क्षेत्र के लोगों के लिए विकास के पथ पर मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष होने वाली भारी बरसात से क्षेत्र की सडक़ों को क्षति होती है जिस कारण स्थानीय लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के इतिहास में प्रथम बार क्षेत्र की अधिकतर सम्पर्क सडक़ों को कंकरीट विधि द्वारा निर्मित किया जा रहा है। इस कार्य पर 20 करोड़ रूपये की अतिरिक्त राशि व्यय की जा रही है। विधान सभा क्षेत्र में प्रत्येक घर को समुचित मात्रा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो इस उद्देश्य से नई पेयजल योजनाओं एवं पूर्वचलित पेयजल योजनाओं के संवर्धन पर करोड़ों रूपये व्यय किये जा रहे हैं। शहरी विकास मंत्री ने बताया कि इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 31 करोड़ रूपये क्षेत्र के सौन्दर्यकरण पर तथा पांच करोड़ रूपये की अतिरिक्त राशि डलझील के सौन्दर्यकरण पर व्यय की जा जायेगी। उन्होंने कहा कि विधान सभा क्षेत्र के लिए दो रोप वे बनाने को भी स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त धर्मशाला को खेल गतिविधियों का मदीना बनाने के उद्देश्य से यहां फुटबाल एकेदमी खोलने का निर्णय लिया गया है। सुधीर शर्मा ने इन्द्रुनाग मेला कमेटी को 50 हजार रूपये आर्थिक सहायता के रूप प्रदान करने की घोषणा की। इसके साथ-साथ उन्होंने दंगल स्थल के जीर्णोद्वार के लिए हिमुडा के अधिकारियों को विस्तृत प्राकलन तैयार करने के निर्देश देते हुये बताया कि इस पर व्यय होने वाली राशि को भी शीघ्र प्रदान कर दिया जायेगा। मेला कमेटी के अध्यक्ष कै0 ईश्वर ठाकुर ने मुख्यातिथि का पगड़ी पहना कर स्वागत किया। इस अवसर पर सुधीर शर्मा ने विजेता पहलवान को 11 हजार तथा उपविजेता को 9 हजार रूपये का पुरूस्कार भी प्रदान किया। दंगल प्रतियोगिता के समापन अवसर पर एसडीएम बलवीर ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कॉग्रेस कार्यकारिणी के सदस्य व स्थानीय मेला कमेटी के पदाधिकारी उपस्थित थे।

हमीरपुर, कांगड़ा जिलों में सिंचाई पर व्यय होंगे 45 करोड़: लखनपाल  
  • मुख्य संसदीय सचिव ने जमली में किसान संगोष्ठी का किया शुभारंभ
  • किसानों के लिए आरंभ योजनाओं का सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित करें अधिकारी

  हमीरपुर, 29 मार्च (विजयेन्दर शर्मा) ।   हमीरपुर तथा कांगड़ा जिला में सिंचाई पर 45 करोड़ रूपये खर्च होंगे इसके तहत 3500 हेक्टेयर क्षेत्र को लघु सिंचाई के तहत लाया जाएगा ताकि किसानों को खेतीबाड़ी के लिए प्रचुर मात्रा में पानी उपलब्ध हो सके। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने रविवार को बिझड़ी ब्लाक के जमली में किसान संगोष्ठी में बतौर मुख्यातिथि किसानों को संबोधित करते हुए दी। सीपीएस ने कहा कि बड़सर विधानसभा क्षेत्र को आदर्श विधानसभा क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़, शिक्षा तथा पेयजल की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्लान भी तैयार किया गया है ताकि चरणबद्व तरीके से भी पंचायतों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि बिड़सर विधानसभा क्षेत्र में पेयजल की पुरानी पाइप लाइनों को बदला जाएगा इस के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की जरूरत के मुताबिक पेयजल उपलब्ध करवाया जा सके। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि  जल का संरक्षण अत्यंत जरूरी है तथा इस के लिए परंपरागत पेयजल स्रोतों के संवर्धन पर भी विशेष बल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनसंख्या में बढ़ोतरी के साथ साथ लोगों को रोजमर्रा के कार्यों के लिए पानी की जरूरत में भी बढ़ोतरी हो रही है इसी को ध्यान में रखते हुए बड़सर विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों में कुंओं के उचित रखरखाव के लिए भी विशेष ध्यान देने के दिशा निर्देश दिए गए हैं ताकि कुंओं के माध्यम से लोगों को पेयजल की सुचारू सुविधा मिल सके। सीपीएस ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों का सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के साथ साथ किसानों को कल्याणकारी योजनाओं के बारे में समय समय पर जानकारी भी उपलब्ध करवाएं ताकि किसान योजनाओं का समय पर लाभ उठा सकें। इस अवसर पर सेवादल के समन्वयक सुरेंद्र अग्रिहोत्री, रिटायर्ड प्रिंसिपल डीपी अग्रिहोत्री, महामंत्री पवन कालिया सहित कृषि विभाग के विभिन्न अधिकारी भी उपस्थित थे।

सामाजिक मुक्ति के लिए अपनानी होगी 21वीं सदी की सोच : मीरा कुमार

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ऊना, 29 मार्च (विजयेन्दर शर्मा) ।   समाज में जात-पात की दीवारें तभी ध्वस्त होंगी, जब हम 21वीं सदी की सोच को अपनायेंगे। उक्त उद्गार लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार ने आज मैहतपुर में बाबू जगजीवन राम चैरीटेबल व शैक्षणिक ट्रस्ट द्वारा ‘सामाजिक न्याय के सूत्रधार : बाबू जगजीवन राम जी’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सैमीनार में बतौर मुयातिथि बोलते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा समाज को टुकड़ों में बांटकर रखने से समाज कमजोर होता है। देश का जनतंत्र बराबरी के सिद्धांत पर आधारित है लेकिन बहुत से लोगों की सोच अभी भी 12वीं सदी की है। सामाजिक मुक्ति के लिए 21वीं सदी की सोच अपनानी होगी। मीरा कुमार ने कहा उनके पिता बाबू जगजीवन राम जी राजनैतिक आजादी, आर्थिक समानता और सामाजिक मुक्ति के पक्षधर थे और यही उनके जीवन के तीन महत्वपूर्ण लक्ष्य थे जिनमें से राजनैतिक आजादी का लक्ष्य तो उन्होंने अपने जीवनकाल में हासिल कर लिया लेकिन बाकी दोनों लक्ष्यों को हासिल किया जाना अभी बाकी है। उन्होंने कहा अमीर और गरीब के बीच की खाई को पाटे बिना हम एक संतुलित समाज की परिकल्पना को साकार नहीं कर सकते । मीरा कुमार ने कहा कि बाबू जगजीवन राम जी बचपन से ही मेधावी विद्यार्थी थे और वैज्ञानिक बनना चाहते थे लेकिन भारत मां को गुलामी की बेडिय़ों में जकड़ा देखकर उनसे रहा नहीं गया और वे स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े। इससे पूर्व अपने छात्रकाल में वे सामाजिक विषमता, दलित से भेदभाव व अस्पृश्यता से जूझ रहे थे और यही वजह थी कि दलित वर्ग को समानता का हक दिलाने के लिए वे आजीवन संघर्षरत रहे। मीरा कुमार ने कहा कि वह महज राजनीति करने के लिए राजनीति में नहीं आई हैं बल्कि एक मिशन के लिए वह राजनीति में सक्रिय हैं। वह अपनी राजनीतिक हैसियत का इस्तेमाल किसी वर्ग की जिंदगी चमकाने के लिए करती हैं , न कि अपनी राजनीति चमकाने के लिए। यही कारण है कि उनकी नजर कभी भी किसी वर्ग के वोट बैंक पर नहीं रही। 
                
हिमाचल के साथ अपनी स्मृतियों को किया सांझा
मीरा कुमार ने हिमाचल के साथ अपनी स्मृतियों को सांझा करते हुए कहा कि बचपन में वह अपने माता पिता के साथ अक्सर हिमाचल आया करती थीं और हिमाचल के भोले - भाले शांतिप्रिय लोगों के साथ उनका भावनात्मक नाता है। हिमाचल प्रदेश के मुयमंत्री वीरभद्र सिंह को वह तब से जानती हैं, जब वह राजनीति में भी नहीं आई थीं। वीरभद्र सिंह जी 50 वर्ष से राजनीति में हैं और प्रदेश की जनता पर उनकी गहरी पकड़ है। 
          
जीएस बाली व मुकेश अग्रिहोत्री की खुलकर तारीफ की 
कार्यक्रम में मौजूद प्रदेश के  दोनों काबीना मंत्रियों जीएस बाली व मुकेश अग्रिहोत्री की सराहना करते हुए मीरा कुमार ने कहा कि दोनों मंत्री गरीब व दलित वर्ग के उत्थान के साथ- साथ प्रदेश के विकास को आगे बढ़ा रहे हैं। परिवहन मंत्री जीएस बाली की तरफ मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा  कि कांग्रेस पार्टी में वह लंबे समय से उनकी सक्रियता व कार्यशैली से वाकिफ हैं । उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि ऊना को विकास के मोर्चे पर आगे ले जाने में उनके द्वारा निभाई गई भूमिका की आम आदमी भी सराहना करता है और इस दौरे के दौरान उन्हें ऐसे बहुत से लोग समाज के हर वर्ग के मिले हैं जिन्होंने मुकेश अग्रिहोत्री के विकास के एजेंड़े व गांव व गरीब की सेवा के उनके संकल्प को खुलकर सराहा है। 
             
बाबू जगजीवन राम ट्रस्ट को 5 लाख देने की घोषणा
लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि मेहतपुर में डा. के.आर.आर्य व उनकी धर्मपत्नी डा. शकुंतला आर्य द्वारा बाबू जगजीवन राम जी के नाम पर संचालित ट्रस्ट गरीब लोगों व पीडि़त मानवता की सेवा के अलावा मूक, बधिर व मानसिक रूप से अक्षम बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में सराहनीय भूमिका निभा रहा है और उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री जी ने इस ट्रस्ट के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए 5 लाख रूपए देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री की इच्छा थी कि पार्टी की वरिष्ठ नेता होने के नाते इस राशि बारे घोषणा मैं करूं। उन्होंने इसके लिए उद्योग मंत्री को साधुवाद भी दिया।  

हर वर्ग में थी बाबू जगजीवन राम की स्वीकार्यता: जीएस बाली
इस अवसर पर परिवहन , खाद्य आपूर्ति व तकनीकी शिक्षा मंत्री जीएस बाली ने अपने संबोधन में कहा कि सामानिक न्याय के पुरोधा बाबू जगजीवन राम जी की स्वीकार्यता समाज के हर वर्ग में थी और उनकी गिनती देश के शीर्षस्थ नेताओं में होती थी , जिन्होंने देश को आजाद कराने से लेकर इसे संवारने तक महत्वपूर्ण योगदान दिया। जीएस बाली ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य का संतुलित विकास सुनिश्चित करने के अलावा कमजोर वर्ग सहित समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। विकास में अडंगा डालने वालों को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोग हरगिज प्रदेश के शुभचिंतक नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आज केन्द्रीय विद्यालय के नाम पर राजनीति करने की कोशिश का रहे हैं जो अच्छी बात नहीं है। 

ऊना जिला में बाबू जी के नाम पर बनेगी मार्डन आईटीआई 
जीएस बाली ने कहा कि ऊना जिला में बाबू जगजीवन राम जी के नाम पर मार्डन आईटीआई खोली जायेगी और कांगड़ा जिला में बाबू जी की एक प्रतिमा स्थापित की जायेगी। उन्होंने ऊना जिला में 5 नई सस्ती किराए की बसें  चलाने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा ऊना में इेडियन आयल डिपो खोलने संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।                     

देश के विकास की बुनियाद रखने वालों में शामिल थे बाबू जी: मुकेश अग्रिहोत्री
इस अवसर पर उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि  बाबू जगजीवन राम जी देश के विकास की बुनियाद रखने वालों में शामिल थे और उन्होंने हमारे देश के राजनैतिक और संवैधानिक विकास तथा सामाजिक बदलाव में भी  भूमिका निभाई। उनके 50 वर्षों के लंबे संसदीय जीवन में राष्ट्र के प्रति उनका सर्मपण  और निष्ठा बेमिसाल रही। उन्होंने कहा देश को अनाज की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने में और बंगलादेश की मुक्ति के युद्ध में बाबू जी का योगदान किसी परिचय का मोहताज नहीं है। तीन दशक से अधिक समय तक केन्द्र में मंत्री रहे बाबू जगजीवन राम जी के पास जो भी विभाग रहा, उसमें उन्होंने अपनी गहरी छाप छोड़ी और नई योजनाओं का सूत्रपात किया। उद्योग मंत्री ने कहा कि बाबू जगजीवन राम जी का संपूर्ण जीवन राजनीतिक, सामाजिक सक्रियता और विशिष्ट उपलब्धियों से भरा हुआ है। सदियों से शोषण और उत्पीडि़त दलितों, मजदूरों के मूलभूत अधिकारों की रक्षा के लिए उनके द्वारा किया गया संघर्ष बेमिसाल है।  वह उन गिने चुने लोगों में से थे, जो आजादी के लिए भी लड़े और दलितों के हकों के लिए भी लड़े। 

दलित व पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए वीरभद्र सरकार कृतसंकल्प
उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि प्रदेश के छठी बार मुयमंत्री बने वीरभद्र सिंह और प्रदेश सरकार भी सामाजिक सेवा क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और विशेषकर दलित व पिछड़े वर्ग के सामाजिक , आर्थिक उत्थान के लिए प्रदेश में कई कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। प्रदेश में अनुसूचित जाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के  उत्थान के लिए बजट आबंटन में गत दो सालों में 411 करोड़ रूपए की वृद्धि की गई है । इन दो सालों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के पात्र व्यक्तियों को गृह निर्माण के लिए 40 करोड़ रूपए की राशि अनुदान के रूप में प्रदान की गई है।  उन्होंने कहा कि उनके अपने विधानसभा क्षेत्र हरोली में गांव व गरीब की सेवा के एजेंड़े को पूरी ताकत से लागू किया जा रहा है और पिछले दो सालों के दौरान सैंकड़ों जरूरतमंद गरीब लोगों की मदद करने के साथ- साथ सैंकड़ों गरीब लोगों को उपचार के लिए करोड़ों रूपए की राशि प्रदान की गई है। इस अवसर पर प्रो. जितेन्द्र प्रसाद, लक्ष्मी नारायण, गुरप्रीत ग्रेवाल, कामरेड़ जगतराम, प्रीतम संधु व अविनाश कपिला ने बाबू जगजीवन राम जी के व्यक्तित्व व दलित वर्ग के उज्थान के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयासों पर अपने विचार रखे। इससे पूर्व समता आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष व बाबू जगजीवन राम चैरीटेबल व शैक्षणिक ट्रस्ट के चेयरमैन डा. केआर आर्य ने मीरा कुमार व अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए बाबू जगजीवन राम जी के जीवन के कई अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला। उनकी धर्मपत्नी डा. शकुंतला आर्य ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर बाबू जगजीवन राम माडल स्कूल के मूक, बधिर व मानसिक रूप से अक्षम बच्चों ने देशभक्तों के गीतों पर नृत्य प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। मीरा कुमार जी ने इन बच्चों को विषेष तौरपर अपने पास बिठाकर दुलार दिया और स्मृति चिंन्ह भेंट किए। इस अवसर पर मीरा कुमार के पति मंजुल कुमार, बाबा ज्ञाननाथ फक्कर , डीसी अभिषेक जैन, एसपी अनुपम शर्मा, पूर्व विधायक जीडी भरवाल, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हजारी लाल, कामरेड जगत राम व अविनाश कपिला सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। 

आपस में मिल बैठकर सुलझाएं छोटे-मोटे झगड़े : गौरव कुमार

ऊना, 29 मार्च (विजयेन्दर शर्मा) ।   पंचायत घर कोटला खुर्द और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, टक्का में आयोजित विधिक जागरूकता शिविरों की अध्यक्षता करते हुए सिविज जज एवं न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी गौरव कुमार ने उपस्थित जनसमूह को जानकारी देते हुए बताया कि एक लाख रूपये तक वार्षिक आय वाले व्यक्तियों, पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति से संबंध रखने वाले व्यक्तियों, महिलाओं, बच्चों, अक्षम व्यक्तियों तथा औद्योगिक श्रमिकों के लिए निशुल्क कानूनी सहायता का प्रावधान है जिसमें कोर्ट फीस, वकील का खर्च, कागजात का खर्च शामिल होते है। उन्होंने कहा कि पात्र इच्छुक व्यक्ति अपने प्रार्थना पत्र में अपने साथ हुए अन्याय या मामले का संक्षिप्त विवरण, नाम, आय, जाति इत्यादि का हवाला देकर निशुल्क कानूनी सहायता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने लोगों का आहवान करते हुए कहा कि उन्हें अपने छोटे-छोटे झगड़े आपस में मिल बैठकर सुलझाने चाहिए ताकि न्यायालय के चक्कर में उनके कीमती समय तथा धन की बर्बादी ने हो। इस अवसर पर अधिवक्ता अरूण ठाकुर ने बताया कि सूचना का अधिकार अधिनियम नागरिकों का एक सशक्त अधिकार है जिसमें सरकार की गतिविधियों, सरकार द्वारा नागरिकों को प्रदान किए जाने वाले लाभ, जन सेवकों द्वारा उनके उत्तरदायित्वों का निर्वहन तथा सरकार के कार्य में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि आरटीआई भ्रष्टाचार से लडऩे का एक सशक्त माध्यम है। इसके अलावा उन्होंने घरेलू हिंसा के कानूनी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। अधिवक्ता अजय कंवर ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह अधिनियम सभी वस्तुओं तथा सेवाओं पर लागू होता है। उन्होंने बताया कि इस अधिनियम के तहत कोई भी शिकायत करने से पूर्व शिकायतकर्ता के पास उपभोक्ता वस्तु व सेवा से संबन्धित दस्तावेज अवश्य होने चाहिए। उन्होंने लोगों से आहवान किया कि वे बाजार से कोई भी सामान खरीदते समय उसका बिल अवश्य प्राप्त करें। इसके अतिरिक्त उन्होंने भ्रष्टाचार निरोधक कानून पर भी विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर ग्राम पंचायत टक्का के उपप्रधान किशोरी लाल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टक्का के प्रधानाचार्य विजय सिंह, कोटला खुर्द के प्रधान संजीव कुमार, उपप्रधान सुरेन्द्र कुमार, पंचायत सचिव ज्योति सैनी, वार्ड मैंबर इकबाल सिहं और अधिवक्ता संजीव शर्मा सहित भारी संया में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (29 मार्च)

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पनाश वैली पर संकट और गहराया, आठ साल पहले जारी पट्टे की वैधानिकता पर उठा सवाल
  • पट्टा फर्जी निकला को बंद हो जाएगा आवासीय प्रोजेक्ट
  • लोगों की करोडों की रकम डूबने का खतरा अब और बढ़ा
  • एमडीडीए से पारित मानचित्र पर भी उठ रहे सवालात

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देहरादून, 29 मार्च (राजेन्द्र जोषी) ।पनाश वैली हाउसिंग प्रोजेक्ट पर छाए संकट के बाद छंटने की बजाय अब और गहराते दिख रहे हैं। इस बार जांच की जद में आठ साल पहले जारी किया गया जमीन का पट्टा आ गया है। माना जा रहा है कि अगर जांच में यह पट्टा फर्जी पाया गया तो यह पनाश वैली प्रोजेक्ट पूरी तरह से बंदी की कगार पर आ जाएगा और इसमें पैसा इनवेस्ट करने वाले लोगों के करोड़ों रुपये भी डूब जाएंगे। सहस्त्रधारा रोड स्थित पहाड़ की वादियों में बन रहे इस पनाश वैली प्रोजेक्ट के बुरे दिन खत्म होते नहीं दिख रहे हैं। न तो अफसरों की पैरोकारी काम आ रही है और न ही सीएम के दरबारी ही कोई मदद करने की स्थिति में हैं। इतना ही नहीं, इस प्रोजेक्ट को हाईकोर्ट से भी कोई राहत तत्काल नहीं मिल सकी है। हां, इतना जरूर है कि इस प्रोजेक्ट की ओर से दाखिल याचिका पर नैनीताल हाईकोर्ट ने राजस्व विभाग के अफसरों से जवाब मांगा है। हालात ये हैं कि मामले की जांच आगे बढ़ने के साथ ही इस प्रोजेक्ट की परतें उधड़ती दिख रही है। राजस्व महकमा इस प्रोजेक्ट की जमीनों की गहन पड़ताल कर रहा है। इसी पड़ताल के दौरान अफसरों की नजर में 2007 में जारी जमीन का एक पट्टा भी आया। इस पट्टे की जमीन भी इसी प्रोजेक्ट में शामिल है। पट्टे की पड़ताल की गई तो पता चला कि इसे रविवार के रोज जारी किया गया है। इसके बाद से ही यह पट्टा खासा चर्चा में आ गया है। जांच अफसरों को इस पट्टे के असली होने पर भी शक है। इसी पट्टे के आधार पर जमीन लोगों के नाम दाखिल खारिज की गई है। सूत्रों ने बताया कि अगर जांच से यह साबित हो गया कि पट्टा फर्जी है तो इस प्रोजेक्ट की जमीन एक बार फिर से सरकार में ही निहित हो जाएगी और इस पर किया गया निर्माण भी अवैध हो जाएगा। सूत्रों ने बताया कि अब इस बात की तहकीकात की जा रही है कि पट्टा देने के कौन-कौन से अफसर एसडीएम, तहसीलदार, लेखपाल और इस पट्टे को जारी करने वाले कर्मी तैनात थे। इन सभी के पूछताछ तो होगी कि राजस्व अभिलेखों को भी खंगाला जाएगा। वैसे भी एमडीडीए की ओर से डीएम को भेजे गए एक पत्र से यह साफ हो चुका है कि पनाश वैली प्रोजेक्ट का मानचित्र किसी बिल्डर के नाम स्वीकृत नहीं है। इस प्रोजेक्ट ही जमीन पर बीडी अग्रवाल व अन्य का ही स्वामित्व है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पट्टा असली है या फिर फर्जी। अगर फर्जी निकला तो इस प्रोजेक्ट में सवा करोड़ तक के फ्लैट और लाखों की जमीन खरीदने वालों की रकम डूबना तय है।

अब जीटीएम पर भी कसा शिकंजा, जांच शुरू
ऐसा लग रहा है कि दून शहर में काम करने वाले बिल्डरों में से कुछ ने सरकारी या फिर गोल्डन फारेस्ट की जमीन पर बने आशियाना बनाकर बेचने का तय कर लिया है। दून बस अड्डे की बेशकीमती जमीन को लेकर चर्चा में आने वाले जीटीएम ग्रुप के मोहकमपुर के पास बने आवासीय प्रोजेक्ट पर भी सरकारी मशीनरी की निगाहें तिरछी हो गई हैं। सूत्रों ने बताया कि जीटीएम के उक्त प्रोजेक्ट में भी गोल्डन फारेस्ट की जमीन शामिल होने के मामले की शिकायत काफी पहले की गई थी। उस समय ग्रुप ने कुछ लोगों की मदद लेकर इस फाइल को दबाने में सफलता हासिल कर ली थी। बताया जा रहा है कि किसी माध्यम से इसकी जानकारी दून के नए जिलाधिकारी रविनाथ रमन को हुई। उन्होंने अपने सूत्रों से जानकारी हासिल की तो पता चला कि एक बाबू ने इस फाइल को दबा रखा है। सूत्रों का कहना है कि अब डीएम ने इस मामले की भी जांच कराने का निर्णय लिया है। सूत्रों का कहना है कि अगर जांच सही तरीके से की गई तो पनाश वैली की तरह ही जीटीएम ग्रुप के मोहकमपुर स्थित प्रोजेक्ट पर भी संकट आ सकता है।

गुरुराम राय मेडिकल कालेज की फीस घटाने को अफसरशाही का दबाव, मुख्यमंत्री ने लगाई फटकार और पूछी इसकी वजह
  • दूसरे कालेजों से कम है एसजीआरआर की फीस
  • सरकारी मेडिकल कालेजों में बढ़ाया गया है शुल्क

देहरादून,29 मार्च (निस)। ट्रस्ट की ओर संचालित श्री गुरुराम राय मेडिकल कालेज का प्रबंधन इस दिनों खासा परेशान है। बताया जा रहा है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसर इस कालेज के प्रबंधन पर फीस (शिक्षण शुल्क) कम करने का दबाव बना रहे हैं। मामले की जानकारी होने पर सीएम हरीश रावत ने महकमे के अफसरों को फटकार लगाते हुए इसके औचित्य पर सवाल उठाए हैं। श्री गुरुराम राय मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की पढ़ाई होती है। इस कालेज की सालाना फीस लगभग पांच लाख रुपये हैं। इसके विपरीत जौलीग्रांट मेडिकल कालेज में फीस सात लाख रुपये सालाना के आसपास है। बताया जा रहा है कि मेडिकल चिकित्सा विभाग के अफसर इस कालेज प्रबंधन पर सालाना फीस कम करने का दबाव बना रहे हैं। इस मामले को लेकर अफसरों की दो बैठकें भी हो चुकी हैं। कालेज प्रबंधन बार-बार तर्क दे रहा है कि उनके कालेज में फीस अन्य मेडिकल कालेज की तुलना में पहले ही कम है। फिर उनका ट्रस्ट गरीबों का रियायती दरों पर इलाज भी करता है। इसके बाद भी फीस कम करने से कालेज के सामने वित्तीय समस्या खड़ी हो सकती है। बताया जा रहा है कि अफसर कालेज का कोई भी तर्क सुनने को तैयार नहीं हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया मुख्यमंत्री हरीश रावत को इस मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने विभागीय अफसरों से पूछा कि आखिर फीस कम करने का आधार क्या है। सीएम ने कहा कि जब सरकारी मेडिकल कालेज तक में फीस बढ़ाई जा रही है तो एक कालेज विशेष पर फीस कम करने का दबाव आखिर बनाया ही क्यों जा रहा है। सीएम ने अफसरों ने यह भी जानना चाहा कि क्या फीस कम करने का दबाव जौलीग्रांट मेडिकल कालेज पर भी बनाया जा रहा है। अगर नहीं तो केवल एसजीजीआर मेडिकल कालेज के बारे में ही ऐसा क्यों किया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि सीएम की कड़ी फटकार के बाद अफसर बैकफुट पर आते दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि अफसर इस मामले में सीएम हरीश को कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। अब देखने वाली बात यह होगी कि अफसरों का इस मामले में क्या रुख रहता है।

फिर शुरू हुई मुख्य सचिव की तलाश, रविशंकर के नेशनल हाईवेज अथारिटी में चयन की सूचना
  • वरिष्ठता के लिहाज से चर्चाओं से घिरे राकेश शर्मा का नाम 
  • मुख्यमंत्री के रुख पर निर्भर करेगी किसी और की भी ताजपोशी

देहरादून, 29 मार्च (निस)। सूबे के मुख्य सचिव एन रविशंकर का चयन केंद्र सरकार के नेशनल हाईवेज आथारिटी के अध्यक्ष के रूप में होने की सूचना के बाद एक बार फिर से राज्य के मुख्य सचिव की तलाश शुरू हो गई है। फिलवक्त वरिष्ठता सूची में मौजूदा अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा ही सबसे ऊपर हैं। लेकिन उत्तराखण्ड में उनका खासा विरोध है। ऐसे में इस बार भी उनके हाथों कुर्सी आ भी पायेगी या नहीं कहा नहीं जा सकता है। मुख्य सचिव एन. रविशंकर का रिटायरमेंट इसी साल जुलाई में होने वाला है। यहां बतौर मुख्य सचिव पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने सूबे की अफसरशाही को काबू में करने की तमाम कोशिशें की। लेकिन नतीजा कुछ खास नहीं निकल सका। बताया जा रहा है कि इससे आहत रविशंकर ने इस राज्य से जाने का मन बना लिया था। इस बीच केंद्र सरकार ने नेशनल हाईवेज अथारिटी आफ इंडिया में चेयरमैन पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए। मुख्य सचिव ने इसका फायदा उठाया और पिछले दिनों इस पद के लिए आवेदन कर दिया था। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि चैयरमेन पद के लिए एन. रविशंकर के नाम पर केंद्र सरकार में सहमति बन चुकी है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो कुछ ही रोज में उनकी नियुक्ति के बारे में औपचारिक घोषणा हो सकती है।
सूत्रों ने बताया कि रविशंकर के चयन होने की भनक लगने के बाद एक बार फिर  से मुख्य सचिव पद की कुर्सी के लिए  घमासान के आसार बन रहे हैं। मौजूदा समय में राज्य में काम कर रहे अफसरों में सबसे वरिष्ठ अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा ही हैं। लंबे समय से उनका नाम इस कुर्सी के लिए चल रहा है। लेकिन कतिपय कारणों की वजह से ऐसा हो नहीं पा रहा है। एन. रविशंकर पहले उत्तराखंड वापस आने को तैयार नहीं थे। ऐसे में राकेश शर्मा का दावा पुख्ता माना जा रहा था। लेकिन अचानक ही केंद्र सरकार ने रविशंकर को उत्तराखंड के लिए रिलीव कर दिया गया। नतीजा यह रहा कि वरिष्ठ होने के नाते सरकार ने रविशंकर को ही मुख्य सचिव की कुर्सी सौंप दी। अब अगर एन रविशंकर दिल्ली जाते हैं तो वरिष्ठता के लिहाज से इस कुर्सी पर दावा राकेश का ही बनता है। लेकिन उत्तराखण्ड में खनन माफियाओं से उनके संबधों की चर्चाओं व राज्य की परिसम्पत्तियों को राज्य केे बाहर के भू-माफियाओं को बेचे जाने की चर्चाओं के चलते राज्य सरकार को भी एक बार उनको मुख्य सचिव की कुर्सी देने से पहले कई बार सोचना होगा । जबकि उनसे सीनियर अफसर अमरेंद्र सिन्हा केंद्र सरकार में सचिव हैं और वे यहां अपनी शर्तों पर ही आना चाहते हैं। अगर सिन्हा उत्तराखंड वापस नहीं आते हैं तो इस बार शासन के मुखिया की कुर्सी राकेश शर्मा के बाद किसके हाथ आ सकती है यह अभी कहा नहीं जा सकता है।

स्कूल भवन की न मरम्मत हुई, न खतरे का इन्तजाम, आपदाग्रस्त इण्टर कालेज बलुवाकोट का हाल भाजपा ने सीएम से पूछे सवाल

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देहरादून/धारचूला, 29 मार्च(निस)। दो वर्श पूर्व आयी आपदा से आपदाग्रस्त राजकीय इण्टर कालेज बलुवाकोट की किसी ने सुध नहीं ली। इण्टर कालेज के मुख्य भवन का टूटे भाग की अभी तक मरम्मत नहीं की गयी। कालेज के पीछे काली नदी की ओर स्कूल भवन की सुरक्षा का इन्तजाम भी अभी तक नहीं हो पाया। 563 छात्र-छात्राओं के भविश्य का भी सरकार को कोई ख्याल नही ंहै। भाजपा ने मुख्यमन्त्री को पत्र भेजकर सवाल पूछा कि क्या उनकी कार्यषैली में स्कूली बच्चों के भविश्य का कोई स्थान नहीं है। बीते दो वर्श पूर्व आयी आपदा ने राजकीय इण्टर कालेज बलुवाकोट के अस्तित्व पर सवाल खडे कर दिये थे। आपदा के बाद पुर्ननिर्माण के मद में करोड़ो रूपये खर्च हो चुके है। उसके बाद भी आपदाग्रस्त इण्टर कालेज के भवन की स्थिति का बदहाल होना सरकार की नाकामी दर्षाता है। इस क्षेत्र में आयी आपदा ने सरकार के सामने चुनौती पैदा की थी। पहले विधायक इस चुनौती से नहीं निपट पायी। बाद में सीएम को विधायक बनते देख जनता में कुछ आषाऐं थी लेकिन अब वह भी निराषा में बदल गयी है। पुर्ननिर्माण के मद में करोड़ो रूपये खर्च हो चुके है। बलुवाकोट इण्टर कालेज के मुख्य भवन का जो भाग आपदा से टूट गया था उसकी मरम्मत भी नहीं हो पायी। महाकाली से लगे इण्टर कालेज के पीछे की ओर खसक रही जमीन को रोकने के लिए उपाय किये जाने थे। केवल सिचाई विभाग द्वारा बाढ़ सुरक्षा के लिए दीवार बनायी जा रही है। इस दीवार के बाद इण्टर कालेज के भवन तक की जगह जो जल निकास होने के कारण लगातार कटाव और धसाव का षिकार हो रही है। इस जगह के मरम्मत के लिए कोई कार्य अभी तक नहीं हो पाया है। स्कूल जैसी महत्वपूर्ण संस्था के लिए सरकार के हाथ बधे हुए है। भाजपा के ब्लाक प्रभारी जगत मर्तोलिया ने कहा कि मुख्यमन्त्री ने पीआईयू के तहत 25-25 लाख रूपये के ठेके बिना निविदा के कांग्रेसी नेताओं को देने के लिए षासनादेष जारी किया। इसके तहत धारचूला तहसील में 10 करोड़ रूपये की बंदरबांट हुई है। कांग्रेसी नेताओं के लिए दिल खोलने वाले मुख्यमन्त्री ने इण्टर कालेज के भवन को बचाने के लिए 1 रूपया तक नहीं दिया। जमीन और भवन की कीमत आज करोड़ो रूपयें में है। उसके बाद भी मुख्यमन्त्री इसे सुरक्षित रखने के लिए कोई पैरवी नहीं कर रहे है। उन्होंने कहा कि आवष्यक स्थानों में आपदा मद का धन खर्च नहीं किया जा रहा है।  

मसूरी में किंक्रेग में मल्टीलेविल कार पार्किंग निर्माण कार्य का मुख्यमंत्री ने किया शिलान्यास
  • सरकार की कोशिश है कि विद्यार्थियों को टेक्नोलोजी व दस्तकारी का प्रशिक्षण दे: हरीष रावत

देहरादून/मसूरी, 29 मार्च(निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को मसूरी में किंक्रेग में मल्टीलेविल कार पार्किंग निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। 13 वें विŸा आयोग के अंतर्गत बनने वाले इस पार्किंग की अनुमानित लागत 31 करोड़ 95 लाख रूपए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी में आॅडिटाॅरियम के काम को जल्द क्रियान्वित कराया जाएगा। सरकार के प्रयासों से देश विदेश के पर्यटकों में उŸाराखण्ड के प्रति विश्वास बढ़ा है। चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं। वर्ष 2012 से बेहतर सुविधाएं चारधाम यात्रा मार्ग पर विकसित की गई हैं। इसके बाद एमपीजी महाविद्यालय छात्र संघ के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि नियमित पढ़ाई के साथ ही विद्यार्थियों को हुनर का ज्ञान महत्वपूर्ण है। आज जमाना प्रथम में प्रथम आने का है। कम्पीटीटीव एक्सीलेंस के युग में पीछे नहीं रहा जा सकता है। सरकार की कोशिश है कि विद्यार्थियों को टेक्नोलोजी व दस्तकारी का प्रशिक्षण दिया जा सके। हाॅस्पीटेलिटी की भी अपार सम्भावनाएं हैं। जो व्यक्ति स्वयं को जितना अच्छे तरीके से प्रस्तुत कर पाता है, उतनी ही जीवन में सफलता प्राप्त होती है। इसके लिए भाषाओं विशेष रूप से स्पोकन इंग्लिश का ज्ञान भी आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपीजी महाविद्यालय नगर पालिका मसूरी के अंतर्गत है। नगर पालिका इसके विस्तारीकरण का प्रस्ताव बनाकर भेजे, सरकार इसकी स्वीकृति दे देगी। यह तय कर लिया जाए कि कौन से 1-2 विषय आवश्यक हैं, उन विषयों की पढ़ाई वर्ष 2016-17 के सत्र से प्रारम्भ कर दी जाएगी। राज्य सरकार ने रेगुलर कक्षाओं के बाद वोकेशनल टेªनिंग के लिए उत्कर्ष योजना प्रारम्भ की है। सभी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। सितम्बर-अक्टूबर तक हाई स्कूल व इंटरमीडिएट काॅलेज में भी अध्यापकों की नियुक्ति कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के लिए ढांचागत सुविधाएं जुटाना सरकार का दायित्व है परंतु प्रदेश में शैक्षिक वातावरण बनाने में छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, अध्यापकों को भी सरकार के साथ आना होगा। इसके लिए सहभागिता विकसित करनी होगी। शिक्षा का अर्थ केवल एकेडमिक पढ़ाई नहीं है बल्कि हुनर का ज्ञान भी इसमें समाहित है। सरकार प्रदेश के युवाओं को जीविकोपार्जन व आजीविका के अवसर विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। हमें अपने कृषि उत्पाद व ग्रामीण उत्पादों की मार्केटिंग पर ध्यान देना होगा। मंडुवा, काला भट, कंडाली, भांगुल, भीमल आदि स्थानीय उत्पादों के उपयोग से ग्रामीणों की आय बढ़ाने की कार्ययोजना बनाई गई है। इस अवसर पर मसूरी नगर पालिका के अध्यक्ष मनमोहन मल्ल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य गोदावरी थापली, महाविद्यालय के प्राचार्य डा.सुधीर गैरोला, छात्रसंघ अध्यक्ष रीतेश सिंह रावत सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। 

सन्वयक, जिला कंाग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष पद से बिश्ट ने दिया इस्तीफा

देहरादून, 29 मार्च(निस)। किषोर उपध्याय की नवगठित कार्यकारिणी में प्रदेष उपाध्यक्ष बनाये गये जोत सिंह बिश्ट ने एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत का पालन करते हुए सन्वयक, जिला कंाग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।  पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष को लिखे पत्र में उन्होने कहा कि मुझ पर विष्वास व्यक्त करते हुए मुझे प्रदेष कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष पद का दायित्व सौंपा है, इसके लिए मैं आपका आभारी हूं। आपकी पहल पर पहली बार पार्टी में एक व्यक्ति एक पद की स्वस्थ परम्परा की षुरूआत हुई है। इस पहल से प्रदेष के अधिकतम कांग्रेसजनों को पार्टी संगठन एवं सरकार में उनकी क्षमता के अनुरूप काम करने का मौका मिलेगा। आपकी इस पहल का स्वागत एवं सम्मान करते हुए मैं अपने से ही इसकी षुरूआत करते हुए आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि प्रदेष कांग्रेस कमेटी के गठन से पूर्व मैं पार्टी संगठन में प्रदेष कंाग्रेस कमेटी के मुख्य सन्वयक, जिला कंाग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष पद पर काम कर रहा था। मुझे राज्य सरकार द्वारा प्राकृतिक आपदा के मानकों के पुनरीक्षण हेतु गठित उच्च स्तरीय समिति में सदस्य तथा जिला स्तरीय समाज कल्याण समिति टिहरी गढ़वाल के उपाध्यक्ष का दायित्व भी सौंपा गया है। मैं पूर्व की पार्टी संगठन के दोनों पदों की जिम्मेदारी के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा दिये गये दोनों पदों की जिम्मेदारी के बजाय प्रदेष कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष के रूप में आपके साथ काम करने का इच्छुक हूं। अतः आपसे अनुरोध है कि अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के पद से मेरा त्यागपत्र स्वीकार करने की कृपा करें। प्राकृतिक आपदा के मानकों के पुनरीक्षण हेतु गठित उच्च स्तरीय समिति में सदस्य तथा जिला स्तरीय समाज कल्याण समिति टिहरी गढ़वाल के उपाध्यक्ष पद से मैं पृथक से सरकार को त्यागपत्र प्रस्तुत कर रहा हूं। 

छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (29 मार्च)

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जिला स्तरीय सतर्कता एवं माॅनिटरिंग कमेटी की बैठक आज 

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छतरपुर/29 मार्च/आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति कल्याण विभाग की जिला स्तरीय सतर्कता एवं माॅनिटरिंग कमेटी की बैठक का आयोजन 30 मार्च को किया गया है। बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सायं साढ़े 4 बजे से षुरू होगी। बैठक के दौरान विषेष लोक अभियोजकों एवं अन्वेषण अधिकारी के कार्य की समीक्षा की जायेगी। इसके अतिरिक्त परिलक्षित क्षेत्रों का चिन्हांकन व विधि व्यवस्था, विधिक सहायता उपलब्ध कराने तथा अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत प्रकरणों की स्थिति में अन्वेषण व चालान प्रस्तुत करने सहित बैठक में रखे गये अन्य प्रस्तावों पर भी चर्चा की जायेगी। जिला संयोजक, आजाक एन के मेहरोत्रा द्वारा सभी संबंधितों से बैठक में उपस्थित रहने की अपील की गई है।    

कम्प्यूटर प्रषिक्षण आज से

छतरपुर/29 मार्च/जिले के समस्त तहसील कार्यालयों एवं नगरीय निकायों में पदस्थ लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को जिला पंचायत के उपरी तल पर स्थापित क्षेत्रीय क्षमता संवर्धन केंद्र में वीडियो काॅन्फ्रेसिंग एवं यूनिकोड विषय का प्रषिक्षण प्रदान किया जाना है। तहसील कार्यालय के कर्मचारियों को 30 मार्च को एवं नगरीय निकायों के कर्मचारियों को 31 मार्च को प्रातः 10 बजे से सायं 6 बजे तक प्रषिक्षण प्रदान किया जायेगा। कलेक्टर एवं जिला ई-गवर्नेंस सोसायटी के सचिव डाॅ. मसूद अख्तर ने समस्त तहसीलदार एवं सीएमओ को निर्देषित किया है कि वे संबंधित कर्मचारियों की प्रषिक्षण में अनिवार्य रूप से उपस्थिति सुनिष्चित् करें। 

बगैर हेलमेट पेट्रोल देने पर डीलर के विरूद्ध होगी कार्यवाही

छतरपुर/29 मार्च/यातायात थाना प्रभारी के पी एस परिहार ने बताया है कि विगत् दिनों में ट्रैफिक पुलिस द्वारा बगैर हेलमेट धारी वाहन चालकों के विरूद्ध अभियान चलाकर चालानी कार्यवाही की गई है तथा समय-समय पर वाहन चालकों को हेलमेट पहनकर वाहन चलाने के लिये जागरूक भी किया गया है, किंतु अब भी कुछ दो पहिया वाहन चालकों द्वारा हेलमेट की अनिवार्यता को नहीं समझा गया है। इस स्थिति को ध्यान में रखकर अब जिले के समस्त पेट्रोल पम्प डीलरों को सचेत किया गया है कि उनके पेट्रोल पम्प पर बिना हेलमेट के पेट्रोल कदापि न दिया जाये। आदेष के उल्लंघन की स्थिति में पम्प मालिक के विरूद्ध आवष्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया जायेगा, साथ ही प्रतिवेदन भेजकर लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही भी की जायेगी।

नीमच (मध्यप्रदेश) की खबर (29 मार्च)

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विजडम स्कूल में आज होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम

नीमच। विजडम हाईस्कूल में आज सोमवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिसमें मुख्य नगरपालिका अधिकारी सविता प्रधान मुख्य अतिथि होंगी। न्यू इंदिरा नगर स्थित विजडम हाईस्कूल नीमच में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत आज सोमवार 30 मार्च 2015 को शाम 6 बजे विजडम स्कूल परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे। जिसमें छात्र-छात्राओं के द्वारा गीत, संगीत आदि के साथ सम्मेलन प्रस्तुत किया जावेगा। चित्तौड़गढ़ की रक्षा के लिए  वीर पुत्र के द्वारा दिए गए बलिदान पर आधारित नाटक कार्यक्रम का आकर्षण होगा। इस अवसर पर मनोरंजन के साथ सामाजिक संदेशों को देने के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। कार्यक्रम में विशेष अतिथि शिक्षक पवन पोरवाल उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के संयोजक ने सभी पालकों एवं बालकों से कार्यक्रम में उपस्थित होने एवं सहयोग की अपील की है। 

आर्ट आॅफ लिविंग— जीवन का सार है मुस्कान —सीमा गर्ग
  • — इनरव्हील डायमंड क्लब नीमच द्वारा आर्ट आॅफ लिविंग का प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह रविवार को रोटरी सामुदायिक भवन में हुआ। जिसमें आर्ट आॅफ लिविंग की प्रशिक्षक श्रीमति सीमा गर्ग ने कहा 

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नीमच। इनरव्हील डायमंड क्लब नीमच द्वारा आर्ट आॅफ लिविंग का प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह रविवार को रोटरी सामुदायिक भवन में हुआ। जिसमें आर्ट आॅफ लिविंग की प्रशिक्षक श्रीमति सीमा गर्ग ने कहा कि जीवन में उत्साह जरूरी हैै। यदि एक मार्ग बंद होता है तो दूसरा खुल जाता है। जीवन में बाधाएं आती है। उत्साह के साथ जीवन जीना ही जीवन जीने की कला है। प्रेम बांटने से प्रेम बढता है। हम सभी को प्रेम देना सीखिएं, हम जीवन में सदैव मुस्कराते रहे। यही जीवन जीने की उद्भूत कला है। जीवन में मुस्कान से ही परिवर्तन आता है। श्रीमति गर्ग ने कहा कि सदगुरू के मार्गदर्शन बिना प्रेम भी नहीं मिलता है। गुरू व संत के लिए श्रद्दा, बिना शर्त हो तो कृपा बरसती है। स्वस्थ्य रहने के लिए भोजन को प्रसाद स्वरूप प्रेम के साथ ग्रहण करना चाहिए। शिविर का ​शुभारंभ आर्ट आफ लिविंग के गुरू श्रीश्री रविशंकरजी के चित्र पर माल्र्यापण एवं दीप प्रज्जवलन से किया गया।  शिविर में सभी आयु वर्ग के महिलाएं, बालिकाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया और योग माध्यम से निरोग रहने के लिए बटर फ्लाई, कैडल, कैट स्क्रेच, शिशु आसन, भिजुंगासन, विपरीत शलभासन,  नौकाअसन, पवन मुक्त आसन, प्रणायाम आदि विभिन्न आसन्न का उपयोग विधि प्रायोगिक तरीके से सिखाई गई। उन्होंने बताया कि योग को एकांत बंद कमरें में करें लेकिन एयरकंडीशनर कूलर और अगरबत्ती से बचाव जरूरी है। इसका उपयोग वर्जित है। इससे नुकसान होता है।

भोजन करते समय टीवी भी नहीं देखे और न ही मोबाइल पर बात करें—
इनव्हील डायमंड की अध्यक्ष श्रीमति सपना जैन ने कहा कि जीवन को जीरने के लिए सही तकनीक का प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन इस शिविर में छह दिन तक दिया गया है। हम भोजन करते समय अन्य विषयों पर नहीं सोंचे। भोजन करते समय टीवी भी नहीं देखे और न ही मोबाइल पर बात करें। तभी भोजन का सही तत्व हमारे लार से मिलकर शरीर को ताकत की उर्जा देगा। यदि हम पैतालीस दिन तक नियमित आॅर्ट आॅफ लि​विंग के सिददांतों पर चले तो हमारी ईच्छा शक्ति प्रबल होगी और शरीर में नई उजा का संचार होगा। 

‘आस्ट्रेलिया’ पांचवीं बार ‘विश्व विजेता’

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विश्वकप की सबसे सफल टीम आस्ट्रेलिया ने रविवार को क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट में एक बार फिर अपनी बादशाहत को साबित करते हुये सह मेजबान न्यूजीलैंड के इतिहास रचने का सपना तोड़ लगभग एकतरफा अंदाज में पांचवीं बार ‘विश्व विजेता’ बनने का गौरव हासिल कर लिया। सह मेजबान आस्ट्रेलिया ने मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर रिकार्ड करीब 93 हजार दर्शकों के अपार समर्थन के सामने 33़ 1 ओवरों में तीन विकेट पर 186 रन बनाकर न्यूजीलैंड को सात विकेट से पराजित कर दिया। अपना आखिरी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क (74) ने अपनी अर्धशतकीय पारी से टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई और बेहद शान से अाईसीसी विश्वकप 2015 का ताज हासिल कर वनडे से विदाई ली। आस्ट्रेलिया ने वर्ष 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में विश्वकप खिताब अपने नाम किया है और वह क्रिकेट इतिहास की सबसे मजबूत टीम है। 

बेहद अहम फाइनल मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने आलराउंड खेल का प्रदर्शन किया और डेविड वार्नर ने 45 रन, स्टीवन स्मिथ ने नाबाद 56 रन और कप्तान क्लार्क ने 74 रन की पारियां खेल लक्ष्य को आसान बना दिया जबकि इससे पहले गेंदबाजों में मिशेल जानसन(30 रन पर तीन विकेट) और जेम्स फाकनर ने (36 रन पर तीन विकेट) लेकर न्यूजीलैंड को कम स्कोर पर रोकने में अहम भूमिका निभाई। टूर्नामेंट में अपराजेय रहकर पहली बार विश्वकप फाइनल में जगह बनाने वाली न्यूजीलैंड टीम का विजयी रथ दुर्भाग्यवश खिताबी मुकाबले में आकर टूटा और वह बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही विभागों में अपेक्षा के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सकी। इससे टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैड की ओर से ग्रांट इलियट (83) और रास टेलर (40) ने मुश्किल से टीम को 45 ओवर में 183 रन पर पहुंचाया। लेकिन उनके अलावा अन्य कोई भी बल्लेबाजी रन नहीं बना सका जबकि गेंदबाजों में केवल ट्रेंट बोल्ट एक विकेट और मैट हेनरी दो विकेट निकाल सके। 

कई वर्षों बाद मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेलने उतरी कीवी टीम के लिये अचानक से नयी परिस्थतियों में खुद को ढालने के अलावा बड़े ग्राउंड पर खेलने जैसी परेशानियां मैच में दिखाई दी और पहले ही ओवर से आस्ट्रेलिया ने सह मेजबान टीम के विकेट निकालकर उसे दबाव में ला दिया। कप्तान मैकुलम पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर स्टार्क की गेंद पर बिना खाता खोले बोल्ड हो गये । उस समय टीम केवल एक रन ही बना सकी थी। एक बड़े झटके से उबरते हुये कीवी टीम ने रन गति बनाने का प्रयास किया लेकिन न्यूजीलैंड के वनडे में पहले दोहरे शतकधारी मार्टिन गुप्तिल फाइनल जैसे बेहद अहम मुकाबले में कोई कमाल नहीं कर सके और टीम के 33 के स्कोर पर सस्ते में लौट गये। गुप्तिल ने 34 गेंदों में सिर्फ 15 रन ही जोड़े थे कि मैक्सवेल ने ओपनर को अपना शिकार बनाया। भले ही गुप्तिल फाइनल में बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन वह विश्वकप 2015 में 547 रन के साथ शीर्ष रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। एक विश्वकप में 500 से अधिक रन बनाने वाले वह पहले कीवी खिलाड़ी है। न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों की बेहद निराशाजनक बल्लेबाजी का फायदा उठाते हुये आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने लगातार अंतराल पर विकेट निकालना जारी रखा और छह रन के अंतर पर 12 वें ओवर में 39 के स्कोर पर तीसरा विकेट केन विलियम्सन(12) भी उलटे पैर लौट गये। शीर्ष तीनों बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने के बाद कीवी टीम भारी दबाव में आ गई । 

हालांकि फिर टेलर और इलियट ने पारी को संभाला और स्कोर डेढ़ सौ तक पहुंचाया। टेलर ने 72 गेंदों में दो चौके लगाये और 40 रन बनाये जबकि इलियट ने 82 गेंदों में सात चौके और एक छक्का लगाकर 83 रन बनाकर टीम को लड़ने लायक स्थिति में पहुंचाया। लेकिन इसके बाद कोई भी अन्य बल्लेबाज स्कोरबोर्ड पर रन जोड़ने में कामयाब नहीं रहा। रास टेलर को फाकनर ने ब्रैड हैडिन के हाथों कैच कराकर टीम का अहम विकेट लिया और इसके तुरंत बाद एंडरसन को खाता खोले बिना फाकनर ने अपना शिकार बना दिया। डेनियल वेट्टोरी नौ रन और टिम साउदी 11 रन बनाकर आउट हुये। मैक्सवेल ने साउदी को आसानी से रनआउट कर कीवी पारी को निपटा दिया। आस्ट्रेलियाई गेंदबाज फाकनर को अहम समय पर तीन विकेट निकालने के लिये मैन आफ द मैच घोषित किया गया जबकि तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क टूर्नामेंट में सर्वाधिक 22 विकेट लेकर मैन आफ द टूर्नामेंट घोषित किये गये। दोनों खिलाड़ियों को सचिन तेंदुलकर ने सम्मानित किया।

सायना और श्रीकांत बने इंडिया ओपन चैंपियन

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विश्व की नंबर एक खिलाड़ी सायना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत ने इंडिया ओपन के खिताब पहली बार जीतकर रविवार का दिन भारतीय बैडमिंटन के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा दिया। विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनने का अपना सपना पूरा कर चुकीं सायना ने योनेक्स सनराइज इंडिया आेपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट में चैंपियन बनने का अपना ख्वाब खिताबी मुकाबले में थाईलैंड की रत्चानोक इंतानोन को लगातार गेमों में 21-16, 21-14 से हराकर पूरा किया जबकि दूसरी वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुये डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन को 18-21 21-13 21-12 से पराजित कर पुरूष वर्ग का खिताब अपने नाम कर लिया। इंडिया ओपन में इस दोहरी कामयाबी ने भारतीय बैडमिंटन को एक झटके में नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। टॉप सीड सायना ने दो लाख 75 हजार डॉलर के इस टूर्नामेंट के महिला एकल के फाइनल में तीसरी वरीयता प्राप्त इंतानोन को 49 मिनट में हार झेलने के लिये मजबूर कर दिया। सायना का इस वर्ष का यह दूसरा खिताब है। वह जनवरी में सैयद मोदी टूर्नामेंट में चैंपियन बनीं थीं और मार्च में अॉल इंग्लैंड चैंपियनशिप में उपविजेता रहीं थीं।

दूसरे गेम में भी यही स्थिति रही आैर सायना ने लगातार पांच अंकों के साथ 5-0 की बढ़त बनाकर शानदार शुरूआत की। इस गेम में भी इंतानोन एक बार भी सायना को बराबरी पर नहीं पकड़ पायीं। सायना के लाजवाब स्मैश, नेट पर बेहतरीन खेल अौर शानदार कोर्ट कवरेज ने थाई खिलाड़ी को बराबर गलतियां करने पर मजबूर किया। इंतानोन ने काफी कोशिश की मगर वह सायना और भारतीय दर्शकों से पार नहीं पा सकीं। सायना ने जैसे ही 21-14 से गेम अौर मैच समाप्त किया, पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट और खुशी से झूम उठा। भारत को आखिर लंबे इंतजार के बाद इंडिया ओपन में अपना पहला चैंपियन मिल गया। सायना ने अपना हाथ हिलाते हुये दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया। सायना की कामयाबी के बाद विश्व के चौथे नंबर के खिलाड़ी और दूसरी सीड श्रीकांत जैसे ही कोर्ट पर छठी सीड एक्सेलसन के खिलाफ कोर्ट पर उतरे, दर्शकों ने जोरदार तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। पहले गेम में नजदीकी मुकाबले में श्रीकांत को 18-21 से हार झेलनी पड़ी लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने दूसरे गेम में गजब का प्रदर्शन करते हुये 12-4 की बढ़त बनाने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। एक्सेलसन ने हालांकि स्कोर 12-14 किया मगर श्रीकांत ने फिर लगातार पांच अंक लेने के बाद दूसरा गेम 21-13 पर समाप्त कर मैच में बराबरी हासिल कर ली। श्रीकांत निर्णायक गेम में 3-7 और 10-12 से पिछड़ गये थे लेकिन दर्शकों के जोरदार समर्थन से उत्साहित भारतीय खिलाड़ी ने फिर लगातार 11 अंक लेकर गेम 21-12 से समाप्त करते हुये खिताब अपनी झोली में डाल लिया। श्रीकांत की इस जीत के साथ ही भारत के लिये आज का दिन यादगार बन गया। दर्शकों को भी इस डबल जीत के बाद जश्न मनाने का भरपूर मौका मिला।

हक की लड़ाई के लिए महिलाओं को आगे आना होगा -ओझा

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अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने महिलाओं को संगठित होकर अपने हक की लड़ाई के लिए आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसा करने से ही उन्हें अपना अधिकार मिल सकेगा । श्रीमती ओझा ने आज यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में ..नारी-कल. आज और कल..विषय पर आयोजित परिचर्चा का उद्घाटन करने के बाद कहा कि पहली बार बिहार आने पर उन्हें यह महसूस हुआ कि प्रदेश में कांग्रेस मजबूत है .कमजोर नहीं । उन्होंने कहा कि बिहार में महिला कांग्रेस मजबूत स्थिति में है और जिस तरह से हनुमानजी को अपनी शक्ति का ऐहसास नही था उसी तरह से यहां की महिलाओं को भी अपनी शक्ति का ऐहसास नहीं है । जरूरत है संघर्ष और जुझारूपन की । महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से ही किसान .मजदूर एवं महिलाओं के हक -हकूक की लड़ाई लड़ती रही है । 

केन्द्र की तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन:संप्रग: सरकार के कार्यकाल में ही महिलाओं को पैतृक सम्पति में अधिकार देने का काम किया गया था । उन्होंने कहा कि महिलाओ को ऐसा ताकतवर एवं संगठित होना चाहिए जिससे उन्हें कोई नजर अंदाज नहीं कर सके । प्रदेश अध्यक्ष और विधान पार्षद अशोक चौधरी ने कहा कि पार्टी अभी देश में संक्रमण के दौर से गुजर रही है । पार्टी की मजबूती के लिए एक-एक कार्यकर्ताओं को अब आगे आने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि तीन दिन पूर्व संम्पन्न हुए किसान-मजदूर न्याय पद यात्रा के दौरान आम लोगों का रूझान कांग्रेस की तरफ हुआ है जिसे पार्टी के नेताओ को अपने सभी मतभेदों को भुलाकर बरकरार रखना है । पार्टी की मजबूती के लिए एक-एक कार्यकर्ताओं को अब आगे आने की जरूरत है । इस मौके पर पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा .प्रो.शेफाली राय .प्रो.इंदिरा झा . डा.पद्माशा झा . विधान पार्षद मदन मोहन झा और श्रीमती मोनी देवी ने भी अपने विचार व्यक्त किये ।

लोकपाल को निकाला जाना शर्मनाक: योगेंद्र यादव

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आम अादमी पार्टी (आप) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाले गए बागी नेता योगेंद्र यादव ने पार्टी के आंतरिक लोकपाल एडमिरल (सेवानिवृत्त) एल रामदास को हटाए जाने को शर्मनाक बताया है। श्री यादव ने कहा कि इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है कि पार्टी के लोकपाल को खुद को पद से हटाए जाने की खबर मीडिया से मिले। उन्होंने कहा, “अगर हम अपनी पार्टी के बनाए हुए लोकपाल की इज्जत नहीं कर सकते तो ये बहुत शर्मनाक है।” एडमिरल रामदास ने भी इस बात पर निराशा जताई कि पार्टी ने हटाने से पहले उन्हें बताना भी मुनासिब नहीं समझा। 

आप के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आज हुई बैठक में एडमिरल रामदास को हटाने का फैसला किया गया। पार्टी ने एक नयी तीन सदस्यीय लोकपाल समिति का गठन किया है। पूर्व आईपीएस दिलीप कुमार इसके अध्यक्ष होंगे जबकि पूर्व डीजीपी राकेश सिन्हा और शिक्षाविद डॉ. एस पी वर्मा को सदस्य बनाया गया है। पार्टी का कहना है कि एडमिरल रामदास का कार्यकाल खत्म हो चुका है। वह आप के सदस्य नहीं थे और उन्हें आंतरिक लोकपाल की स्वतंत्र जिम्मेदारी दी गई थी। उनका एक पत्र लीक होने से ही पार्टी में बवाल मचा था। उन्हें शनिवार को कापसहेड़ा में राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भी शामिल नहीं होने दिया गया था जबकि प्रशांत भूषण और योेगेंद्र यादव इसकी मांग कर रहे थे। इस बीच प्रशांत भूषण ने एडमिरल रामदास को पद से हटाए जाने पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए कहा कि जो पार्टी लोकपाल आंदोलन से उपजी है वह अपने ही लोकपाल के साथ घटिया हरकत कर रही है। ऐसा नाटक चल रहा है जिसका कोई अंत नहीं।

प्रशांत भूषण और लोकपाल एडमिरल रामदास की छुट्टी

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आम आदमी पार्टी (आप) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाले गए प्रशांत भूषण को आज अनुशासन समिति के प्रमुख पद से भी हटा दिया गया जबकि आंतरिक लोकपाल एडमिरल (सेवानिवृत्त) रामदास की भी छुट्टी कर दी गयी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास पर हुई आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में श्री भूषण को अनुशासन समिति से निकालने का फैसला लिया गया। इसके स्थान पर नयी समिति का गठन किया गया है जिसका अध्यक्ष दिनेश वाघेला को बनाया गया है। आशीष खेतान और पंकज गुप्ता को भी इस समिति में शामिल किया गया है। बैठक के बाद पार्टी के नेता संजय सिंह ने बताया कि तीन सदस्यीय एक नई लोकपाल समिति का गठन किया गया है। पूर्व आईपीएस दिलीप कुमार इसके अध्यक्ष होंगे जबकि पूर्व डीजीपी राकेश सिन्हा और शिक्षाविद डॉ. एसपी वर्मा को सदस्य बनाया गया है। आप का कहना है कि एडमिरल रामदास का कार्यकाल खत्म हो चुका है। वह आप के सदस्य नहीं थे और उन्हें आंतरिक लोकपाल की स्वतंत्र जिम्मेदारी दी गई थी। उनका एक पत्र लीक होने से ही पार्टी में बवाल मचा था। उन्हें शनिवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल नहीं होने दिया गया था जबकि प्रशांत भूषण और योेगेंद्र यादव इसकी मांग का रहे थे। इस बीच प्रशांत भूषण ने एडमिरल रामदास को पद से हटाए जाने पर प्रतिक्रया व्यक्त करते हुए कहा कि जो पार्टी लोकपाल आंदोलन से उपजी है वह अपने ही लोकपाल के साथ घटिया हरकत कर रही है। ऐसा नाटक चल रहा है जिसका कोई अंत नहीं। 

अाप ने 22 अप्रैल को भूमि अधिग्रहण संशाेधन विधेयक के खिलाफ संसद का घेराव करने का फैसला है। इसके लिए छह सदस्यीय एक समिति का गठन किया गया है जिसमें इलियास आजमी, प्रेम सिंह पहाड़ी, सोमेंद्र ढाका, योगेश दहिया, गुरनाम सिंह और किरण बिस्सा को शामिल किया गया है। साथ ही संजय सिंह की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गयी है जो विभिन्न राज्यों में पार्टी के मौजूदा सांगठनिक ढांचे पर 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। इसी रिपाेर्ट के आधार पर राज्यों में चुनाव लड़ने को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस बीच पार्टी ने शनिवार को कापसहेड़ा में हुई राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिए गए श्री केजरीवाल के भाषण को सार्वजनिक कर दिया है। इसमें वह कह रहे हैं कि दिल्ली चुनावों में पार्टी के दो गुट काम कर रहे थे। एक गुट पार्टी को जिताने में लगा था जबकि दूसरा हराने में। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी चाहे तो वह सभी पद छोड़ने को तैयार हैं। अब यह राष्ट्रीय परिषद को तय करना है कि वह किसे चाहती है। श्री केजरीवाल भाषण देने के तुरंत बाद बैठक से चले गए और इसके बाद मनीष सिसोदिया ने श्री भूषण, श्री यादव, अजीत झा और प्रोफेसर आनंद कुमार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर निकालने से लिए एक प्रस्ताव पेश किया जो पारित हो गया। माना जा रहा है कि चारों नेताओं पर लगे पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों की जांच अनुशासन समिति को सौंप सकती है। अनुशासन समिति की रिपोर्ट आते ही बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।

कहलगांव बिजली संयंत्र से विस्थापित हुए लोगों ने कोयले की आपूर्ति रोकी

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राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम ( एनटीपीसी) की कहलगांव बिजली घर में नौकरी देने की मांग को लेकर कई गांवों के भू-विस्थापितों ने आज सुबह से ही एमजीआर रेलमार्ग को जाम कर संयंत्र में कोयले की आपूर्ति रोक दी है। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि कहलगांव बिजली घर के निर्माण से प्रभावित हुए जिले के गोपालपुर . महेशामुंडा. पूसापुर रानीपुर .लघरिया आदि गांव से बड़ी संख्या में भू-विस्थापित अपनी मांगों की पूर्ति के लिए गोपालपुर गांव के समीप एमजीआर मार्ग को जाम कर दिया। 

सूत्रों ने बताया कि आंदोलन के कारण झारखंड के गोड्डा जिला अवस्थित इस्टर्न कोल फिल्ड की राजमहल परियोजना से होने वाली कोयले की आपूर्ति बाधित हो गयी है। विस्थापितों की आंदोलन की जानकारी मिलते ही एनटीपीसी और बिहार सरकार के अधिकारी जाम स्थल पर पहुंच कर लोगों को समझाने में लगे हैं। इस बीच भूविस्थापितों ने कहा कि जबतक उनकी मांगों की पूर्ति नही की जाती है उनका आंदोलन जारी रहेगा। सतीश राम वार्ता

अदिति आर्य बनी ‘एफबीबी फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड 2015’

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दिल्ली की सुंदरी अदिति आर्य ने यहां यशराज स्टूडियो में एक रंगारंग समारोह में ‘एफबीबी फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड 2015’ का खिताब जीता। शनिवार शाम आयोजित इस कार्यक्रम के ‘ग्रैंड फिनाले’ में अफरीन राचेयल वाज पहली उपविजेता जबकि वर्तिका सिंह दूसरी उपविजेता रहीं। अदिति ‘मिस वर्ल्ड’ प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी जबकि अफरीन तथा वर्तिका विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेंगी।

इस कार्यक्रम में जॉन अब्राहम, मनीषा कोइराला, सोनू निगम, अनिल कपूर, फिरोज नाडियावाला, अबू जानी और संदीप खोसला, शिल्पा शेट्टी, सोनाली बेंद्रे, शामक डावर और चित्रांगदा सिंह जैसी हस्तियों ने जज की भूमिका निभाई। जॉन अब्राहम ने कहा, ‘हमने व्यक्तित्व का चुनाव किया। रूप रंग नहीं बल्कि चरित्र पर ध्यान दिया, क्योंकि मिस इंडिया मिस वर्ल्ड में हमारे देश का प्रतिनिधित्व करती हें यह रूपरंग से ज्यादा व्यक्तित्व से जुड़ा मामला है।’ रेड कारपेट पर राकी एस, नसरूददीन शाह और परेश रावल जैसे कलाकार नजर आए।

इस शो की मेजबानी मनीष पॉल और नेहा धूपिया ने की। इस समारोह के दौरान करीना कपूर, जैकलीन फर्नांडीज, शाहिद कपूर, कनिका कपूर, मीट ब्रदर्स ने कार्यक्रम प्रस्तुत किये।

राहुल गांधी मई में बन सकते हैं कांग्रेस अध्‍यक्ष?

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राहुल गांधी इस वर्ष मई में कांग्रेस के शीर्ष पद पर अपनी मां का स्थान ले सकते हैं जिनके बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि वह अपने अवकाश से जल्द ही लौटेंगे। इस उद्देश्य के लिए कांग्रेस कार्य समिति के साथ एआईसीसी की बैठक मई में दिल्ली या पार्टी के शासन वाले हिमाचल प्रदेश या उत्तराखंड में बुलाने की संभावना के बारे में चर्चा चल रही है और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के अवकाश से लौटने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के पद का मुद्दा तेज होगा। राहुल की लम्बी अनुपस्थिति पर चल रही चर्चा के बीच कांग्रेस ने 26 मार्च को पार्टी के संगठनात्मक चुनाव का कार्यक्रम पेश किया था जिसके तहत अगले पार्टी प्रमुख का चुनाव 30 सितंबर तक होने का कार्यक्रम है। पार्टी नेताओं ने जोर दिया है कि अवकाश से संभवत: अगले महीने लौटने के बाद राहुल इस बात पर फैसला करेंगे कि पार्टी प्रमुख का पद कब ग्रहण करना है। इन नेताओं का कहना है कि जितनी जल्दी वह इस पद को ग्रहण करेंगे, उतना ही बेहतर होगा।

अगर राहुल पार्टी अध्यक्ष बनने का निर्णय करते हैं तब सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय दल का अध्यक्ष बनी रहेंगी और संसदीय कार्यों को तवज्जो देंगी। कांग्रेस में संगठनात्मक चुनाव का कार्यक्रम तैयार किये जाने के बीच पार्टी के भीतर इस बात पर भी चर्चा चल रही है कि अंतत: सोनिया पार्टी की कमान राहुल को देंगी जिन्हें जनवरी 2013 में कांग्रेस उपाध्यक्ष बनाया गया था। राहुल गांधी को जयपुर में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पदोन्नत किया गया और इसके अगले दिन एआईसीसी ने इस फैसले का अनुमोदन किया था। कुछ नेताओं का कहना है कि अगर उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाने का फैसला किया जाता है तब उसी प्रक्रिया को दोहराया जा सकता है और संगठनात्मक चुनाव के आड़े नहीं आयेंगे।

ऐसी अटकलें थी कि राहुल को किसी भी समय कांग्रेस अध्यक्ष मनोनित किया जा सकता है लेकिन बजट सत्र से ठीक पहले उनके अवकाश लेने से भविष्य की योजनाओं पर सवाल उठने लगे। सोनिया गांधी ने अब तक सबसे अधिक समय तक कांग्रेस का अध्यक्ष बनने का रिकॉर्ड बनाया है और उन्होंने इस पद पर 17 वर्ष पूरे किये हैं। शनिवार को राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के दौरे पर गई सोनिया गांधी ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष जल्द ही लौगेंगे। उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद 1998 में ग्रहण किया था और सीताराम केसरी का स्थान लिया था।

जब दिल्ली साथ थी तो अपनों ने धोखा दिया : केजरीवाल

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आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद में दिए भावुक संबोधन में कहा कि जब पूरी दिल्ली पार्टी के साथ थी तो कुछ दोस्तों ने पीठ में छुरा घोंपा। शनिवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में ही योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर करने का फैसला किया गया। पार्टी ने आज केजरीवाल के उस संबोधन का वीडियो जारी किया जो उन्होंने कल राष्ट्रीय परिषद में दिया था। इस वीडियो को यूट्यूब और आप के आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर पोस्ट किया गया है।

आप में करीब दो महीनों से चल रही आंतरिक कलह के बाद शनिवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मतदान के जरिए यादव और भूषण को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किया गया। 311 सदस्यीय राष्ट्रीय परिषद में दोनों को बाहर किए जाने संबंधी प्रस्ताव के पक्ष में 247 और विपक्ष में आठ वोट पड़े। इस बैठक में बवाल और मारपीट तक के आरोप एवं प्रत्यारोप लगाए गए। केजरीवाल ने भावुक संबोधन में कहा कि जब पूरी दिल्ली हमारे साथ खड़ी थी तो हमारे कुछ मित्रों ने धोखा दिया। मैं भारी मन से यह बात कह रहा हूं कि जब पूरी दिल्ली हमारे साथ थी तो कुछ मित्रों ने पीठ में छुरा घोंपा।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में हमारी हार सुनिश्चित करने के लिए साजिशें रची गईं। अवाम का गठन किया गया और इसका सहयोग किया गया। उस वक्त मीडिया में यह आया कि अवाम के सदस्य भाजपा के पूर्व सदस्य हैं और भाजपा उनको वित्तीय मदद दे रही है। केजरीवाल ने कहा कि प्रशांत जी ने कई लोगों से कहा कि हम सोचते हैं कि पार्टी हारेगी तभी पार्टी और केजरीवाल सबक सीखेंगे। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो हम प्रेस के सामने जाएंगे और पार्टी को बर्बाद कर देंगे।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि खबरें प्लांट की गईं। दो बड़े समाचार चैनलों के वरिष्ठ संपादकों ने मुझे बताया कि योगेंद्र यादव मेरे खिलाफ खबरें प्लांट कर रहे थे। बहुत सारे स्वयंसेवी दिल्ली आना चाहते थे। उन्हें रोका गया। चंदा देने वाले कई लोगों को प्रचार करने से रोका गया। हद तब हो गई जब पार्टी के हमारे वरिष्ठ नेता शांति भूषण ने कहा कि किरण बेदी उनकी पहली पसंद हैं, अजय माकन दूसरी तथा केजरीवाल तीसरी पसंद हैं। मैं जानना चाहता हूं कि आप फिर इस पार्टी में क्यों हैं।

आप के संयोजक ने कहा कि मुझे कमजोर करने, पार्टी को कमजोर करने की कोशिशें हुईं। जब मैं बेंगलुरू से आया तो मैंने अपनी टीम के सदस्यों से बात की और उसी रात उनको योगेंद्र भाई के घर बात करने के लिए भेजा। उस दिन से लेकर कल से पहले (गुरुवार) तक हमने समस्या को हल करने का भरसक प्रयास किया। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने (यादव और भूषण) ने पहले कहा कि उनकी पांच मांगें हैं, अगर ये मान ली जाती हैं तो वे पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे। यह थोड़ा चौंकाने वाला था, आमतौर पर लोग कहते हैं कि या तो पार्टी को दुरूस्त करो या तो हम पार्टी छोड़ देंगे। यह सब ढकोसला था। वे दुनिया को यह दिखा रहे थे कि यह सिद्धातों की लड़ाई है।


उन्होंने कहा कि इस पार्टी को लीजिए लेकिन इसकी हत्या मत कीजिए। मैं यहां इन लोगों से लड़ने के लिए नहीं हूं। मेरी लड़ाई भ्रष्टाचार और सांप्रदायिक ताकतों से है। मैं यहां प्रशांत जी और योगेंद्र जी से लड़ने नहीं आया हूं। मैं हार मानता हूं। आप लोग जीत गए। मैं इस लड़ाई को खत्म करने आया हूं। आपको आज फैसला करना है। बीते एक साल में राष्ट्रीय कार्यकारिणी और पीएसी की हर बैठक में लड़ाई और बहस हुई है। आपको फैसला करना है कि आप किसे चुनना चाहते हैं या तो मुझे चुनिए या फिर उनको।

नजफगढ़ के पूर्व विधायक भरत सिंह की गोली मारकर हत्या

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दिल्ली के नजफगढ़ से इनेलो के विधायक रहे भरत सिंह की रविवार रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई. उनके साथ उनके दो निजी सुरक्षा अधि‍कारियों को भी गोलियां लगी थीं, जिसके बाद दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है. भरत सिंह पर 2012 में भी इसी तरह का जानलेवा हमला हुआ था. पुलिस के मुताबिक, घटना यहां एक वाटिका में हुई जहां वे एक निजी समारोह में शामिल होने गए थे. छह से ज्यादा हथि‍यारबंद हमलावर एसयूवी से घटनास्थल पर पहुंचे और 38 वर्षीय सिंह पर हमला कर दिया. उन्होंने करीब 15-20 गोलियां चलाईं. भरत सिंह स्थानीय बाहुबली किशन पहलवान के छोटे भाई थे, जिनके खिलाफ दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं.

भरत सिंह और उनके दोनों पीएसओ को गोली लगने के बाद गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल ले जाया गया था, जहां पूर्व एलएलए की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि भरत सिंह के सिर में गोली लगी थी. उन पर इसी तरह का हमला 2012 में हुआ था. तब वह विधायक थे. उस समय हमलावरों ने उन पर दक्षिण पश्चिमी दिल्ली स्थित उनके कार्यालय के बाहर हमला किया था. तब उनके एक रिश्तेदार को भी गोली लगी थी. उस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था जिन पर केस चल रहा है .पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रथमदृष्टया यह गैंगवार का मामला लगता है और शक की सुई स्थानीय अपराधी उदयवीर उर्फ काले के गिरोह की ओर है, जो हाल में जेल से रिहा हुआ है.

जम्मू-कश्मीर में फिर आई बाढ़

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राज्य के ज्यादातर हिस्सों में हुई भारी बारिश के कारण श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के संगम इलाके में झेलम नदी का पानी आज खतरे के निशान से उपर पहुंच गया जिसके मद्देनजर अलर्ट जारी करके लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। राज्य सरकार ने क्षेत्र में बाढ़ घोषित कर दी है। मौसम विभाग ने चार अप्रैल तक बारिश जारी रहने की संभावना जताई है। अगर ऐसा हुआ तो घाटी में मुसीबतें बढ़ सकती है।

एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सुबह छह बजे संगम (दक्षिण कश्मीर) और राम मुंशी बाग (श्रीनगर सिटी) में झेलम नदी में जलस्तर क्रमश: 22.4 फुट तथा 18.8 फुट पर पहुंच गया । संगम में खतरे का निशान 21 फुट है और राम मुंशी बाग में यह 18 फुट है। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया है कि झेलम नदी के किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है और उन्हें किसी सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष तौर पर तैयार शिविरों में जाने को कहा गया है।

उन्होंने बताया कि बाढ़ नियंत्रण के लिए तैनात सभी कर्मियों को तत्काल ड्यूटी पर रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। यदि जलस्तर 23 फुट के निशान को पार कर जाता है तो राज्य में बड़े स्तर पर बचाव अभियानों को चलाना होगा और नदी से सटे इलाकों से लोगों को बाहर निकालना होगा।




भाजपा कार्यसमिति की तीन अप्रैल से बैठक, भूमि अधिग्रहण मुद्दा हावी रहने की उम्मीद

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 भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की तीन अप्रैल से बेंगलुरू में होनेवाली बैठक में भूमि अधिग्रहण का मुद्दा हावी रहने की संभावना है क्योंकि इस एक मुद्दे ने जहां विपक्षी दलों को एकजुट कर दिया है वहीं सरकार के आर्थिक सुधारों के रास्ते में फांस की तरह गड़ गया है । पार्टी इस विधेयक को लेकर विपक्ष द्वारा किये जा रहे दुष्प्रचार से प्रभावी ढंग से निपटने के उपायों पर जहां विचार करेगी वहीं राष्ट्रीय स्तर पर एक कार्यक्रम का स्वरूप भी तय किया जायेगा। इसके तहत किसानों को इस विधेयक के फायदों से अवगत कराया जायेगा। इसके अलावा नरेंद्र मोदी सरकार की दस महीने की उपलब्धियों को गिनाकर बिहार विधानसभा के आगामी चुनाव जीतने के लिये कार्यकर्ताओं से कमर कसने का आहवान किया जायेगा । 

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भाषण से कार्यसमिति की बैठक शुरू होगी जिसमे श्री शाह पार्टी के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों से निपटने और बिहार के अगले विधानसभा चुनावों को जीतने का मंत्र बतायेंगे। वह पार्टी का जनाधार बढाने के लिये चलाये गये सदस्यता अभियान और कार्यकर्ताओं से नजदीकियां बढाने एवं उन्हें उत्साहित करने के लिये नये कार्यक्रम घोषित कर सकते हैं। 


भूमि अधिग्रहण विधेयक पर विपक्ष खासतौर से कांग्रेस द्वारा हाईकमान के स्तर पर चलाये जा रहे अभियान ने भाजपा के लिये परेशानियां खडी की है। इससे निपटने के लिये श्री शाह किसानों को विपक्ष द्वारा फैलाई जा रही कथित भ्रांतियों को ग्रामीण स्तर पर दूर करने का इरादा जाहिर कर चुके हैं। कार्यसमिति इस चुनौती का मुकाबला करने के लिये जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की सेवा लेने के तौर तरीके सुझा सकती है। सूत्रों ने बताया कि बैठक में राजनीतिक और आर्थिक स्थिति पर दो प्रस्ताव पेश किये जायेंगे। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यसमिति को संबोधित करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियां बताने के साथ ही विपक्ष पर विकास कार्याें में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाते हुये उस पर प्रहार कर सकते हैं। वह कार्यसमिति के सदस्यों से केंद्रीय बजट में की गई घोषणाओं का जिक्र करने के साथ उनसे कोयला ब्लाक और स्पेक्ट्रम आवंटन से मिलने जा रहे लगभग तीन लाख करोड रूपये को बडी उपलब्धि के रूप में प्रचारित करने का आह्वान भी कर सकते हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की आम आदमी पार्टी (आप)के हाथों करारी शिकस्त का मुद्दा दिल्ली के चुनावों पर प्रदेश अध्यक्ष द्वारा समीक्षा रिपोर्ट रखे जाने पर उठ सकता है, लेकिन भाजपा के लिये आप के नेताओं के मतभेद खुलकर सामने आने के बाद अपना बचाव करने का रास्ता मिल गया है। वह आप की लडाई का राजनीतिक फायदा उठाकर दिल्ली में एक बार फिर अपना जनाधार बढाने का भरोसा दिला सकती है।  

अखिल भारतीय विद्याथी परिषद के बिहार बंद के दौरान ट्रेन और सड़क यातायात बाधित

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पुलिस लाठी चार्ज और हवाई फायरिंग के विरोध में अखिल भारतीय विद्याथी परिषद का बिहार बंद के दौरान आज कई स्थानों पर रेल और सड़क मार्ग को बाधित किया गया . वहीं पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है । अभाविप के कार्यकर्ताओं ने राजधानी पटना के राजेन्द्र नगर टर्मिनल के अलावा आरा,जहानाबाद, बाढ , बेगूसराय, पूर्वी चंपारण,समस्तीपुर और दरंभगा समेत कई स्टेशनों पर धरना देकर ट्रेनों का परिचालन बाधित कर दिया । 

राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर सवारी गाड़ी को रोक कर प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों को पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया है । छात्रों का जत्था पटना विश्व विद्यालय में प्रदर्शन कर काम काज को बाधित कर दिया है । अभाविप के कार्यकर्ताओं ने आरा में सवारी गाड़ी जबकि बाढ़ स्टेशन पर दक्षिण बिहार एक्सप्रेस ट्रेन को करीब एक घंटे तक रोके रखा वहीं कई स्थानों पर सड़क यातायात को भी बाधित कर दिया है । बिहार बंद का नियोजित शिक्षकों ने भी समर्थन दिया है । नियोजित शिक्षक समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से पदर्शन कर रहे है ।

बिहार : परम्परागत ढंग से खजूर इतवार ईसाई समुदाय ने मनाया

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गया। आज समस्त संसार में परम्परागत ढंग से ईसाई समुदाय ने खजूर इतवार मनाया। इसके साथ ही दुःखभोग अवधि की काउंट डाउन शुरू हो गयी।पवित्र सोमवार से ईसाई समुदाय का पवित्र सप्ताह शुरू हो गया। इस दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाओं को स्मरण किया जाएगा। पवित्र वृहस्पतिवार को परमप्रसाद की स्थापना की रस्म अदायगी की जाएगी। पवित्र शुक्रवार को ईसा मसीह का शहादत दिवस है। इस दिन ईसा को सलीब पर चढ़ाकर मार डाला गया था।इससे विचलित होकर ईसाई समुदाय उपवास और परहेज रखेंगे। गिरजाघर में जाकर क्रूस रास्ता में शामिल होंगे। इस दिन सार्वजनिक अवकाश है।

क्या है खजूर इतवारः अतीत की बात है। जब ईसा मसीह येरूसालेम में प्रवेश किए थे। तब अपने 12 शिष्यों से कहा कि आपलोग सामने वाले गांव में जाओं। वहां पर एक गदही मिलेगी। उसे खोलकर गांव से लेकर आ जाओं। अगर कोई कुछ बोलते हैं तब कहना कि प्रभु को जरूरत है। गांव से शिष्य गदही को लेकर आ गए। शिष्यों ने गदही पर अपने कपड़े बिछा दिये।तब जाकर ईसा मसीह सवार हो गए। वहां पर मौजूद लोगों में से बहुत से लोगों ने अपने-अपने कपड़े रास्ते में बिछा दिए। वहीं कुछ लोगों ने पेड़ों की डालियां काट कर रास्ते में फैला दी। ईसा मसीह के आगे-आगे जाते हुए और पीछे-पीछे आते हुए लोग नारा लगा रहे थे। ‘दाऊद के पुत्र को होसन्ना! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम पर आते हैं! सर्वोच्च स्वर्ग में होसन्ना! 

पुरोहित फादर जाॅनसन केलकत ने कहाः इस अवसर पुरोहित जाॅनसन केलकत ने कहा कि ईसा मसीह विनम्रता प्रदर्शित किए। उन्होंने मिसाल पेश किए। मगर आज तो क्या हो रहा है? नेताओं और मंत्रियों को शाही सवारी और तोरण द्वार की जरूरत पड़ती है। जिस पर लाखों रूपए व्यय कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हमलोग आज भी परम्परा निभा रहे हैं। खजूर की डालियों पर आशीष देकर पवित्र कर देते हैं। खजूर इतवार के धार्मिक समारोह में उपस्थित लोग खजूर की डालियां को हाथ में रखकर ईसा मसीह के जय-जयकार करते हैं। 
ईसाई धर्मावलम्बी घर से सुबह में ही निकलेः अपने निकटवर्ती गिरजाघर की ओर चल पड़े। गिरजाघर की घंटी बजने  लगी। अपने वेदी सेवकों के साथ लाल रंग के परिधान पहने पुरोहित आए। तब पुरोहित ने दूरदराज से लाए खजूर पेड़ की कोमल वाली डालियों पर पवित्र जल का छिड़काव किया। इसके बाद लोगों के बीच में वितरण किया गया। खजूर की डालियां को हाथ में पकड़कर जुलूस के शक्ल में धर्मावलम्बी गिरजाघर में गए। इसके बाद पवित्र मिस्सा किया गया। मौके पर धर्मावलम्बियों के बीच में परमप्रसाद वितरण किया गया। 

ईसाई समुदाय 17 फरवरी को गोस्त और भूजा का पर्व मनाया। 18 फरवरी को राख बुधवार मनाया। इस दिन ईसाई धर्मावलम्बी क्रूस का रास्ता तय किए। उपवास और परहेज रखे। समूचे दुःखभोग अवधि चालीसा में भूख और बीमारी अभियान चलाने के लिए राशि संग्रह किया गया। अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के द्वारा ईसा मसीह के दुःख-तकलीफ पर आधारित भजन गाया गया। ईसाई समुदाय के घरों में भजन गाया गया। गायकों में एस.के.लौरेंस,क्लारेंस हेनरी,जोसेफ फ्रांसिस आदि हैं। इनलोगों का अंतिम गायन 3 मार्च को होगा। 



आलोक कुमार
बिहार 
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