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छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (07 अप्रैल)

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हेण्डपम्प संधारण हेतु कण्ट्रोल रूम स्थापित

छतरपुर/07 अप्रैल/ग्रीष्मकाल में हेण्डपम्पों के संधारण हेतु कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग खण्ड छतरपुर के कार्यालय में जिला स्तरीय कण्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के हेण्डपम्पों के खराब होने की सूचना इस कण्ट्रोल रूम में दी जा सकती है। कण्ट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 07682-248252 है। कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग खण्ड छतरपुर श्री पीके गुरू द्वारा बताया गया कि हेण्डपम्प खराब होने एवं पेयजल समस्या की जानकारी उक्त कण्ट्रोल रूम के अतिरिक्त विभाग के सहायक यंत्री एवं उपयंत्रियांे को भी उनके मोबाईल नम्बर पर दी जा सकती है। छतरपुर एवं राजनगर विकासखण्ड के लोग सहायक यंत्री श्री एसके खरे के मोबाईल नम्बर-09981245746 पर सूचना दे सकते हैं। छतरपुर विकासखण्ड के अंतर्गत पड़रिया एवं महेबा क्षेत्र के लोग उपयंत्री श्री एसएन श्रीवास्तव के मोबाईल नम्बर-09425304562 पर सूचना दे सकते हैं। ईषानगर एवं चैका क्षेत्र के लोग उपयंत्री श्री एसके अवस्थी के मोबाईल नम्बर-09425473999 पर सूचना दे सकते हैं। राजनगर विकासखण्ड के अंतर्गत राजनगर एवं चन्द्रनगर क्षेत्र के लोग उपयंत्री श्री पीके खरे के मोबाईल नम्बर-09893516238 पर सूचना दे सकते हैं। नौगांव एवं बिजावर विकासखण्ड के लोग सहायक यंत्री श्री अजीत मंसूरी के मोबाईल नम्बर-09424760601 पर सूचना दे सकते हैं। नौगांव विकासखण्ड के अंतर्गत नौगांव एवं लुगासी क्षेत्र के लोग उपयंत्री श्री एमएल षर्मा के मोबाईल नम्बर-09425893413 पर सूचना दे सकते हैं। हरपालपुर  क्षेत्र के लोग उपयंत्री श्री टीडी अहिरवार के मोबाईल नम्बर-09752763265 पर सूचना दे सकते हैं। महाराजपुर क्षेत्र के लोग उपयंत्री श्री राकेष गुप्ता के मोबाईल नम्बर-09424785943 पर सूचना दे सकते हैं। बिजावर विकासखण्ड के अंतर्गत गुलगंज एवं बिजावर क्षेत्र के लोग उपयंत्री अरविन्द तिवारी के मोबाईल नम्बर-09893429119 पर सूचना दे सकते हैं। बड़ामलहरा एवं बक्स्वाहा विकासखण्ड के लोग सहायक यंत्री श्री अजीत मंसूरी के मोबाईल नम्बर-09993576220 पर सूचना दे सकते हैं। बड़ामलहरा एवं बाजना क्षेत्र के लोग उपयंत्री श्री रामहेत अहिरवार के मोबाईल नम्बर-09425880018 पर सूचना दे सकते हैं। बक्स्वाहा क्षेत्र के लोग उपयंत्री टीडी अहिरवार के मोबाईल नम्बर-09752763265 पर सूचना दे सकते हैं। लवकुषनगर एवं गौरिहार विकासखण्ड के लोग सहायक यंत्री श्री एसके खरे के मोबाईल नम्बर-09981245746 पर सूचना दे सकते हैं। लवकुषनगर विकासखण्ड में बछौन एवं लवकुषनगर क्षेत्र सहित सम्पूर्ण विकासखण्ड के लोग उपयंत्री श्री आरएल ब्राहम्मण के मोबाईल नम्बर-09584795368 पर सूचना दे सकते हैं। गौरिहार विकासखण्ड के अंतर्गत बारीगढ़ एवं सरबई क्षेत्र सहित सम्पूर्ण विकासखण्ड के लोग उपयंत्री श्री सियाराम वर्मा के मोबाईल नम्बर-09425881651 पर सूचना दे सकते हैं।

31 पेंषनरों को पीपीओ वितरित

chhatarpur news
छतरपुर/07 अप्रैल/जिला पेंषन कार्यालय में जिला पेंशन अधिकारी श्री अनिल कुमार खरे द्वारा 31 पेंशनरों को ससम्मान पीपीओ वितरित किये गये। इनमें से 10 पेंशनरों को सेवानिवृत्ति के अंतिम दिन एवं 7 पेंशनरों को सेवानिवृत्ति के एक माह पूर्व ही पीपीओ वितरित किए गए। पेंशनर ऐसोसियेशन के अध्यक्ष श्री गोस्वामी ने पेंशनरों को भावी जीवन के लिए शुभकामनायें दी। इस अवसर पर पेंशनर ऐसोसियेशन से श्री आर एल खरे एवं पेंशन कार्यालय से श्री गौरीषंकर विश्वकर्मा, श्री राजेष रूपोलिहा एवं श्री अरूण तिवारी उपस्थित रहे।

प्रभावित किसानांे की उपज का उपार्जन संबंधी दिषा-निर्देष

छतरपुर/07 अप्रैल/कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर ने ओला-पाला एवं अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों की उपज का समर्धन मूल्य पर उपार्जन करने के संबंध में तहसीलदार बिजावर को पत्र लिखकर निर्देष जारी किये हैं। उन्होंने बताया कि रबी विपणन मौसम वर्ष 2015-16 में ओला-पाला एवं अतिवृष्टि से प्रभावित कृषकों की उपज का समर्थन मूल्य पर गेहूं क्रय किये जाने के संबंध में वीडियो काॅन्फ्रंेसिंग में आयुक्त खाद्य द्वारा निर्देषित किया गया कि ओला-पाला से प्रभावित पंजीकृत कृषकों को जो आरबीसी 64 के तहत यदि किसान को नुकसान की 25 प्रतिषत से 50 प्रतिषत के लिये राहत राषि दी जा रही है तो उसकी उत्पादकता को 25 प्रतिषत कम कर दिया जाये। यदि किसान को नुकसान की 50 प्रतिषत से अधिक के लिये राहत राषि दी जा रही है तो उसकी उत्पादकता 50 प्रतिषत कम कर दी जाये। कलेक्टर डाॅ. अख्तर ने निर्देष दिये हैं कि ई-उपार्जन साॅफ्टवेयर में जानकारी प्रवृष्टि करने हेतु किसान के उपार्जन के पंजीयन की जानकारी पटवारी पंजीयन नम्बर सहित प्रस्तुत करेगा। यह जानकारी पटवारी के पास उपलब्ध है क्योंकि पटवारी के द्वारा भौतिक सत्यापन किया गया है। राहत प्रकरण स्वीकृति उपरान्त 25 से 50 प्रतिषत तक तथा 50 प्रतिषत से अधिक प्रभावित पंजीकृत कृषकों की पृथक-पृथक ग्रामवार सूची किसानों के पंजीयन नम्बर सहित कलेक्टर कार्यालय को 02 दिवस के अंदर उपलब्ध करायें ताकि उपार्जन के साॅफ्टवेयर में प्रवृष्टि की जा सके।

बड़वानी (मध्यप्रदेश) की खबर (07 अप्रैल)

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जनसुनवाई में आये 68 आवेदन

बड़वानी 7 अप्रैल/प्रति मंगलवार को कलेक्टरेट कार्यालय में होने वाली जनसुनवाई में इस बार 68 आवेदन प्राप्त हुए। इन आवेदनो में व्यक्तिगत सुनवाई करते हुए कलेक्टर श्री रवीन्द्र सिंह, अपर कलेक्टर श्री जयंतकुमार विजयवत, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती उषासिंह ने आवेदनो को संबधित विभागो को भेजकर समय सीमा में कार्रवाई करने के निर्देश दिए ।

सोसाड़ एवं तैलाड़ नदी में डलवाया जाये नहर का पानी
badwani news
जनसुनवाई में ग्राम बोरलाय एवं तलुन के कृषको ने आवेदन देकर मांग की कि यदि इंदिरा सागर नहरो का पानी अंजड की सोसाड़ नदी एवं तलुन की तैलाड़ नदी में डाल दिया जाये तो इससे आस-पास के ग्रामो के किसानो को उन्नत खेती को अपनाने में और मदद मिलेगी । इससे जहाॅ कृषको की आर्थिक स्थिति सुधरेगी वहीं क्षेत्र में उत्पादित फल-फूल-सब्जी भी दूसरे शहरो में बड़वानी जिले का नाम रोशन करेंगे । इस पर कलेक्टर श्री रवीन्द्र सिंह ने एनव्हीडीए के पदाधिकारियो को आवेदन भेजकर समुचित परीक्षण उपरान्त प्राप्त तथ्यो से उन्हें अवगत कराते हुये समुचित कार्यवाही करवाने के निर्देश दिये । 

बैंक ने बंद कर दिया खाता जिसके कारण नही मिल रही है पेंशन
जनसुनवाई में ग्राम रूई की श्रीमती मांगीबाई मण्डलोई ने आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई कि उनका जुलवानिया के भारतीय स्टेट बैंक में खाता था, जिसके माध्यम से उन्हें पेंशन की राशि प्राप्त होती थी, किन्तु बैंक वालो ने बिना पूछे उनका खाता बंद कर दिया, जिसके कारण अब उन्हें पेंशन की राशि मिलना बंद हो गई है । इस पर डिप्टी कलेक्टर श्रीमती उषासिंह ने आवेदन को लीड बैंक मैनेजर के पास भेजकर प्रकरण में तत्काल समुचित परीक्षण उपरान्त उचित कार्यवाही करवाने के निर्देश दिये । 

कपिलधारा कूप की दिलवाई जाये सम्पूर्ण राशि
जनसुनवाई में ग्राम वासवी के गाठिया बारेला ने आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें कपिलधारा कूप स्वीकृत होने के बाद तीन किस्तो में कुल 12500 रूपये की राशि ही दी गई है । जबकि उन्हें 1.80 लाख रूपये मिलने का कहा गया था । मिली राशि से उन्होने अपना कुआ तो पूरा खुदवा लिया, किन्तु राशि के अभाव में कुआ पक्का  नही करवाने के कारण वापस खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है । अतः उन्हें शेष राशि तत्काल दिलवाई जाये । इस पर डिप्टी कलेक्टर श्रीमती उषासिंह ने आवेदन को जिला पंचायत भेजकर परीक्षण कराने व प्राप्त तथ्यो के अनुसार कार्यवाही करवाने के निर्देश दिये । 

नहीं मिल रहा है मध्यान्ह भोजन का उठाव पत्र
जनसुनवाई में महालक्ष्मी स्वसहायता समूह की महिलाओ ने आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें ग्राम मुण्डला की आंगनवाड़ी क्रमांक 2 में मध्यान्ह भोजन, नास्ता देने के लिये मिलने वाले खाद्यान्न का उठाव पत्र महिला एवं बाल विकास विभाग के राजपुर परियोजना कार्यालय द्वारा नही दिया जा रहा है । जिसके कारण बाजार में अत्यधिक उधारी हो जाने के कारण परेशानी आ रही है । इस पर अपर कलेक्टर श्री जयेन्द्र कुमार विजयवत ने आवेदन को जिला महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को भेजकर इस प्रकरण में समुचित जांच कराने व प्राप्त तथ्यो के अनुसार कार्यवाही कर जिला कार्यालय को भी सूचना देने के निर्देश दिये । 

नाम गंगानगर किन्तु कालोनी में नही है सिवेज सिस्टम
जनसुनवाई में बड़वानी नगर के गंगानगर कालोनी के कुछ वासियो ने आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई कि उनके कालोनी में कोई मुलभूत सुविधा नहीं है । कालोनी में सिवेज लाईन न होने के कारण गंदा पानी खुले में बह रहा है । जबकि पाईप लाईन न होने के कारण पीने का पानी तक नही मिल रहा है । कालोनीनाईजर से मुलभूत सुविधा की मांग करने पर वह नगरपालिका जाने का कहता है, जबकि नगरपालिका का कहना है कि कालोनी नगर पालिका को हेण्ड ओवर नही होने के कारण उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है । इस पर अपर कलेक्टर श्री जयेन्द्र कुमार विजयवत ने नगरपालिका अधिकारी बड़वानी को आवेदन भेजकर समुचित कार्यवाही करवाने के निर्देश दिये । 

इंदिरा आवास योजना की प्रतीक्षा सूची बदल दी गई
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जनसुनवाई में ग्राम पंचायत मण्डवाड़ा की 10-15 महिलाओ ने आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई कि पूर्व सरपंच व पंचायत के पदाधिकारियो द्वारा जनपद पंचायत में इंदिरा आवास हेतु भेजी गई सूची को सहायक रोजगार सचिव ने अपने स्तर पर बदल दी है । जिसके कारण सही लोग लाभ प्राप्त करने से वंचित हो सकते है । इस पर डिप्टी कलेक्टर श्रीमती उषासिंह ने आवेदन को जिला पंचायत में भेजकर ग्राम पंचायत की प्रतीक्षा सूची का परीक्षण करवाने व प्राप्त तथ्यो के अनुसार उचित कार्यवाही करवाने के निर्देश दिये । 

मुख्यमंत्री कन्यादान योजना हेतु जिला व अनुभाग स्तर पर क्रय समिति गठित

बड़वानी 7 अप्रैल/कलेक्टर श्री रवीन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत वधुओ को दी जाने वाली जीवन उपयोगी सामग्री को क्रय करने हेतु जिला एवं अनुभाग स्तर पर क्रय समिति का गठन किया है । 

जिला स्तर समिति है इस प्रकार
जिला स्तर पर गठित क्रय समिति के अध्यक्ष जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी होंगे जबकि सदस्य सचिव उपसंचालक सामाजिक न्याय होंगे । सदस्य के रूप में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण, जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी, महिला एवं बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी सम्मिलित किये गये है । 

अनुभाग स्तर पर समिति है इस प्रकार
अनुभाग स्तर पर गठित क्रय समिति के अध्यक्ष अनुभाग के एसडीएम होंगे, जबकि सदस्य सचिव संबंधित नगर निकाय या जनपद पंचायत के सीएमओ या सीईओ होंगे । सदस्य के रूप में संबंधित तहसीलदार, उप कोषालय अधिकारी, महिला एवं बाल विकास के परियोजना अधिकारी, सहायक खाद्य अधिकारी सम्मिलित किये गये है । 

जांच आयोग के अध्यक्ष का दौरा कार्यक्रम

बड़वानी 7 अप्रैल /जांच आयोग के उच्च न्यायिक सेवा सचिव से प्राप्त जानकारी अनुसार सरदार सरोवर परियोजना के फर्जी विक्रय पत्र एवं पुनर्वास स्थल अनियमितता जांच आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री एसएस झाॅ 8 अप्रैल को प्रातः 10.30 बजे विश्राम गृह बड़वानी में विक्रय पत्रो की जांच के अंतर्गत साक्ष्य अंकित करेंगे । 

बड़वानी के तीन विद्यार्थियो को भारत निर्वाचन आयोग ने दिया प्रशंसा पत्र 

बड़वानी 7 अप्रैल /शहीद भीमा नायक शा. स्नाकोत्तर महाविद्यालय बडवानी के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवको को मतदाता सूचियो में नाम जुढ़वाने के लिये युवाओ को प्रोत्साहित करने हेतु भारत निर्वाचन आयोग ने प्रशस्ति पत्र व दो-दो हजार रूपये के चेक प्रदान किया है । भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्राप्त इन प्रमाण पत्रो व चेको का वितरण संस्था के प्राचार्य ने संबंधित एम्बेसेडरो को करते हुये प्रशंसा व्यक्त की है । संस्था से प्राप्त जानकारी अनुसार भारत निर्वाचन आयोग ने संस्था के युवाओ के मध्य स्वीप की गतिविधि संचालित करने, शत-प्रतिशत विद्यार्थियो के नाम मतदाता सूची में जुढ़वाने पर संस्था के स्वयं सेवक श्री महेन्द्र भाटी, श्री धीरेन्द्र ठाकुर, कुमारी अंजली मण्डलोई को प्रशंसा पत्र व संबंधित राशि के चेक प्रदान किया है । उल्लेखनीय है कि उक्त विद्यार्थिायो ने कालेज केम्पस में मतदाता जागरूकता हेतु भाषण, रंगोली, वाद-विवाद, पोस्टर निर्माण जैसी गतिविधियो का सफल संचालन किया था । विद्यार्थियो की इस उपलब्धि पर संस्था के प्राचार्य डाॅ.एनएल गुप्ता, रासेयो के जिला संगठक डाॅ. सुमेरसिंह सोलंकी, कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. आरएस मुजाल्दा, डाॅ. बीएस मुजाल्दा, डाॅ. आरएन शुक्ला, डाॅ. मंजुला जोशी ने हर्ष व्यक्त किया है । 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (07 अप्रैल)

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फूड प्वाईजनिंग से युवक की मौत, पर्यटन उपनिदेशक का पुत्र है मृतक छात्रा
  • दोस्त अस्पताल लेकर पहुंचे थे देर रात युवक को

देहरादून,7 अप्रैल(निस)। दून के एक और युवक की संदिग्ध् परिस्थितियों में मौत हो गयी है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे इस युवक को कल शाम उसके दो दोस्त सीएमआई लेकर पहुंचे थे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। वहीं युवक के दोस्त अस्पताल से भागे तो अस्पताल प्रबंध्न ने पुलिस को सूचना दी। हालांकि बाद में चिकित्सकों ने मृत्यु का कारण पफूड प्वाईजनिंग बताया है। प्रभारी निरीक्षक अनिल जोशी ने बताया कि यदि परिजन किसी भी प्रकार से जांच की मांग करेंगे तो पुलिस नियमानुसार कार्रवाई करेगी। पिफलहाल परिजनांे की ओर से कोई शिकायत नहीं दी गयी है। मिली जानकारी के अनुसार रेसकोर्स निवासी आयुष द्विवेदी अपने दोस्त नितिश के साथ ईसी रोड पर खाने-पीने के लिए आया था। दोनों दोस्त करनपुर पुलिस चैकी से ही कुछ दूरी पर खाने-पीने लगे। इसी दौरान आयुष की हालत बिगड़ने लगी और उसके मुंह से झाग निकलने लगा। आयुष की हालत बिगड़ते देख नितीश ने अपने दोस्त केवल घोष को उसकी कार लेकर वहां बुलाया। घोष अपनी स्विफ्रट कार लेकर वहां पहुंचा और दोनों दोस्त आयुष को लेकर सीएमआई पहुंचे जहां चिकित्सकों ने आयुष को मृत घोषित कर दिया। इधर जैसे ही चिकित्सकों ने आयुष के मरने की बात उसके दोस्तों को सुनाई तभी नितीश की भी हालत बिगड़ने लगी। इस पर घोष ने नितीश को अपनी कार में डाला और उसे वहां से लेकर उसके घर छोड़ने चला गया। दोनों दोस्तों के जाते ही अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को फोन कर दिया और कहा कि दो लड़के अपने दोस्त की लाश को अस्पताल में छोड़ कर भाग गए हैं। सूचना मिलने पर रात ढाई बजे प्रभारी निरीक्षक डालनवाला अनिल जोशी सीएमआई पहुंचे और स्विफ्रट कार को तलाशने का काम शुरू किया लेकिन इसी दौरान घोष अपने साथ आयुष के पिता एके द्विवेदी को लेकर पहुंच गया। घोष ने बताया कि वह नितीश को गिरते देख कर घबरा गया था।  आयुष के पिता पर्यटन विभाग में उपनिदेशक के पद पर तैनात हैं जबकि उनका पुत्र आयुष अपने दोस्त नितीश के साथ मिलकर प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं की तैयारियां कर रहा था। बीती रात भी दोनों पढ़ाई करने के बाद घर से बाहर निकले थे और इसी दौरान खाने-पीने के बाद आयुष की हालत बिगड़ गयी। चिकित्सकों का कहना है कि फूड प्वाईजनिंग के कारण आयुष की मौत हुई है। उधर पुलिस ने भी प्रथम दृष्टया आपराधिक घटना से इंकार किया है।

स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मोबाइल मेडिकल टीम की आवश्यकताः राज्यपाल 

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देहरादून,7 अप्रैल(निस)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा0 कृष्णकांत पाल ने कहा कि उत्तराखण्ड के दूर-दराज के इलाकों में स्वास्थ्य, चिकित्सा, उपचार सम्बन्धी प्राथमिक सुविधायें तथा जागरूकता के लिए एक ‘मोबाइल मेडिकल टीम’ का गठन नितान्त आवश्यक है। डाक्टरों की इस मोबाइल टीम में स्त्री रोग व बाल रोग विशेषज्ञों सहित ऐसे डाक्टर भी शामिल हों जो स्वास्थ्य के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के साथ ही उन्हें चिकित्सकीय परामर्श भी दे सकें। इस व्यवस्था से राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों के उन लोगांे को राहत मिल सकेगी जो चिकित्सालयों व ड़ाक्टरों की कमी के कारण सामान्य चिकित्सा-उपचार सुविधा तथा परामर्श से भी वंचित हैं।  ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ के अवसर पर आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए खाद्य उत्पादन तथा विभिन्न स्तरों पर खाद्य सुरक्षा में सम्मिलित संस्थाओं व ऐजेन्सियों के समेकित प्रयासों की आवश्यकता के साथ ही सुरक्षित खाद्य पर विशेष बल दिया। उन्होंने खाद्य उत्पादन में कीटनाशकों तथा रासायनिक उर्वरकों के बढ़ते प्रयोग तथा अन्य मिलावट से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर दुष्प्रभावों की ओर भी ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि खाद्य तथा पोषण पर निरन्तर अनुसंधान की भी जरूरत है।  सम्बोधन से पूर्व राज्यपाल ने एम्स परिसर सहित उन सभी वार्डों का भी अवलोकन किया जहाँ मरीज भर्ती थे। राज्यपाल ने कई मरीजों का हाल-चाल भी जाना। एम्स की वर्तमान व्यवस्थाओं से संतुष्ट राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि निकट भविष्य में यह संस्थान न केवल उत्तराखण्ड बल्कि देश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल होगा।  आज के कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्यपाल द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम में एम्स के निदेशक प्रो0 राजकुमार सहित संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सक, चिकित्सा व नर्सिंग पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों सहित अनेक विशिष्ठ माहनुभाव भी उपस्थित थे।

पर्यटन मंत्री ने की चारधाम यात्रा व्यवस्था की समीक्षा 

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देहरादून,7 अप्रैल(निस)। पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने मंगलवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं के संबंध में विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा की। बैठक में पर्यटन मंत्री ने निर्देश दिये कि सभी विभाग आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए चारधाम यात्रा को सफल बनाये। सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी स्वयं यात्रा मार्ग पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले। उन्होंने कहा कि सिरोबगड़-लामबगड़ जैसे स्लाइड जोन पर पुलिस पिकेट, प्रकाश व्यवस्था, डोजर, जे.सी.बी. की दोनो ओर व्यवस्था की जाय। कौन स्थान डेंजर है, इसकी जानकारी जिलाधिकारी द्वारा दी जाय। पर्यटन मंत्री ने कहा कि लोनिवि और बी.आर.ओ के पास पर्याप्त मात्रा में बजट उपलब्ध है, इसलिए सड़कों का मरम्मत कार्य तेजी से किया जाय। एस.डी.आर.एफ. सोनप्रयाग से केदारनाथ तक तैनात रहे। चारधाम यात्रा मार्ग पर संचार व्यवस्था को पुख्ता किया जाय। इसके लिए दूरसंचार विभाग समय से सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ले। चारधाम यात्रा मार्ग पर बिजली व्यवस्था समय से सुनिश्चित हो तथा प्रकाश की वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाय, आवास व्यवस्था का कार्य गढ़वाल मण्डल विकास निगम द्वारा देखी जाय। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थापित विभिन्न कैम्पों में मेडिकल टीम भी तैनात रहे। बायोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन केन्द्रों पर संचार उपकरणों की व्यवस्था ठीक से की जाय। यात्रा संचालन में वाहनों के नियंत्रण की व्यवस्था पुलिस देखेगी। यात्रा मार्गो पर स्थापित टाइलेटों में जल संयोजन की व्यवस्था जल संस्थान द्वारा की जायेगी, यात्रा मार्गों पर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी उन्होेने निर्देश दिये। बैठक में अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव एस.रामास्वामी, सचिव डाॅ. उमाकांत पंवार, सचिव डी.एस.गब्र्याल, आयुक्त गढ़वाल मण्डल सी.एस.नपलच्याल सहित सभी विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों का धरना जारी रहा  

देहरादून,7 अप्रैल(निस)। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के अंतर्गत कार्यरत एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों का अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। धरना स्थल पर कर्मचारियों द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर हिंदी भवन के समक्ष धरना दिया जा रहा है। आंदोलनरत कर्मचारियों का कहना है कि राज्य में 212 एमपीडब्ल्यू कर्मचारी दुर्गम एवं अतिदुर्गम स्वास्थ्य केंद्रों में अल्प मानदेय में कार्य कर रहे हैं। 30 सितंबर 2014 के सरकार के आदेशानुसार 212 एमपीडब्ल्यू संविदा कर्मचारियों का बजट बंद कर दिया गया है। उनका कहना है कि 30 सितंबर 2014 के बाद एमपीडब्ल्यू पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की नियमित या संविदा पर नियुक्ति राज्य स्तर से ही होनी है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुष के 900 पद रिक्त हैं, जिन्हें सरकार ने मृत घोषित कर रखा है। इन्हें पुनर्जीवित कर 212 एमपीडब्ल्यू के पदों पर समायोजन किया जाए। प्रदेश में मलेरिया एवं डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, ऐसे में एमपीडब्ल्यू की भूमिका के मद्देनजर नियमित पदों पर नियुक्ति की जाए। उनका कहना है कि भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार प्रत्येक उपकेंद्र में एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता एमपीडब्ल्यू पुरुष का होना जरूरी है। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार की ओर से उन्हें केवल कोरे आश्वासन दिए जा रहे हैं। धरने में वीरेंद्र चमोली, दलीप नेगी, ललित कुमार, कुसुमलता, नीरज त्यागी, जितेंद्र, कमलेश चंद्र आदि शामिल हुए।        
बेरोजगारों को न मिल पा रहा रोजगार और न बेरोजगारी भत्ता ही 

देहरादून,7 अप्रैल(निस)। राज्य में विभिन्न विभागों में सैकड़ों पद रिक्त पड़े हैं, बेरोजगार लगातार रोजगार दिए जाने की मांग करते आ रहे हैं लेकिन राज्य सरकार बेरोजगारों को रोजगार मुहैया नहीं करा पा रही है। उत्तराखंड राज्य स्थापना के बाद यहां के बेरोजगारों को आस जागी थी कि उन्हें रोजगार मिलेगा, रोजगार की तलाश में दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा लेकिन उनके लिए रोजगार आज भी सपना ही रह गया है। राज्य में बेरोजगारों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा, लेकिन सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा बेरोजगारों के लिए रोजगार सहकौशल भत्ता योजना शुरु की गई, लेकिन इस योजना का भी अधिसंख्य लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। उत्तराखंड में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या आठ लाख से अधिक हो चुकी है। यह संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बेरोजगारों को रोजगार देने में सरकार के पसीने छूट रहे हैं। सरकार बेरोजगार युवाओं को न तो रोजगार दे पा रही है और न ही बेरोजगारी भत्ता। बेरोजगार युवा रोजगार सहकौशल भत्ते के लिए सेवायोजन कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सरकार सभी पंजीकृत बेरोजगारों को रोजगार सहकौशल भत्ता भी नहीं दे पा रही है। न नौकरी और न ही रोजगार सहकौशल भत्ता मिलने से बेरोजगार युवाओं में रोष व्याप्त है। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के पीछे भी एक बड़ा कारण बेरोजगारी ही रहा है। पलायन रोकने के लिए भी रोजगार की व्यवस्था अहम थी। राज्य बनने के बाद लोगों को उम्मीद थी कि यहां बेरोजगारी पर लगाम लगेगी। लेकिन प्रशिक्षित युवा बेरोजगार सड़क पर घूम रहे हैं। सेवायोजन कार्यालयों की स्थापना के पीछे भी यही कारण था कि यह राज्य के युवाओं को रोजगार से जोड़ेंगे और व्यवसायों को प्रोत्साहित करेगा, लेकिन सेवायोजन कार्यालय रोजगार दिलाने की दिशा में नाकामयाब रहे हैं। रोजगार सृजन की दिशा में कुछ खास पहल नहीं हो पा रही है। बेरोजगारी भत्ता सरकार पर बोझ बन गया है। रोजगार और कौशल विकास भत्ता योजना के लिए भी समय पर वित्त की व्यवस्था नहीं हो पाई है। अब इस भत्ते के पात्र लोगों की संख्या बढ़ रही है तो उसी अनुपात में इस मद में बजट भी बढ़ रहा है, जिसकी व्यवस्था करना सरकार के लिए काफी महंगा पड़ रहा है। पहले इंटर तक शिक्षा प्राप्त बेरोजगार को 500 रुपया, स्नातक को 750 रुपया और स्नात्तकोत्तर को 1000 रुपया मिलता था, वह बढ़कर क्रमशः 750, 1000 व 1500 रुपया प्रतिमाह कर दिया गया है। यानी भत्ता बढ़ने से सरकार पर वित्तीय बोझ भी बढ़ गया, लेकिन इसके विपरीत सरकार लगाातर इस मद के बजट में कटौती कर रही है। राज्य के चंपावत जिले में 21665 बेरोजगार, अल्मोड़ा में 69018, नैनीताल में 89014, बागेश्वर जिले में 28368, ऊधमसिंहनगर में 90898, जनपद रुद्रप्रयाग में 25925, चमोली में 43602, पौड़ी में 63351, हरिद्वार में 96318, उत्तरकाशी में 26832, टिहरी में 65050 और देहरादून जिले में 162375 बेरोजगार पंजीकृत हो हैं। अभी तक पूरे प्रदेश में बेरोजगार भत्ता मिलने औसतन दर मात्र 3 प्रतिशत ही है। 

भूरा का साथी बवाना भी गिरफ्तार

देहरादून,7 अप्रैल(निस)। आंखों में धूल झोंककर पुलिस कस्टडी से भूरा को फरार करवाने के मुख्य आरोपी नीरज बवाना को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। 15 दिसम्बर को बागपत में पेशी के दौरान बदमाशों द्वारा कुख्यात अमित भूरा को उत्तराखण्ड पुलिस कस्टडी से भगा लिया गया था। बदमाश जाते जाते उत्तराखण्ड पुलिस के हथियार भी लूटले गये थे। भूरा की फरारी के बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई, जिसके बाद तीन राज्यों की पुलिस ने भूरा की गिरफ्तारी हेतू संयुक्त अभियान चलाते हुए कई बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस जांच में यह भी साफ हो गया था कि भूरा कि फरारी को अंजाम देने के लिए टिहरी जेल मंे बंद कुख्यात सुनील राठी ने दिल्ली के गैंगस्टर नीरज बवाना को यह जिम्मेवारी सौंपी थी। जिसने अपने साथियों की मदद से इस फरारी को अंजाम दिलवाया था। बताया जा रहा है कि भूरा ने फरार होने के बाद दिल्ली जाकर नीरज बवाना से मुलाकात की। फिर वह अपने साथी सचिन खोखर के साथ चला गया। सूत्रों की माने तो फरारी के दौरान भी नीरज बवाना अमित भूरा को पैसों की मदद करता रहा। रविवार को पटियाला पुलिस द्वारा अमित भूरा और सचिन खोखर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस अब नीरज बवाना की तलाश में जुटी थी। मंगलवार की सुबह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सूचना मिली  कि एक लाख का ईनामी नीरज बवाना अपने साथी के संग रोहणी के क्राउन प्लाजा स्थित मेट्रो रोड पर आने वाला है। इस सूचना पर दिल्ली पुलिस ने उक्त स्थान की घेराबन्दी कर ली। नीरज बवाना के वहंा पहुंचते ही पुलिस ने जब उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। लेकिन पुलिस अधिक संख्या में होने के कारण वह और उसका साथी पुलिस गिरफ्त में आ गया। पुलिस ने नीरज बवाना के पास से एक पिस्टल व कारतूस बरामद किये है। नीरज बवाना के गिरफ्तार होने से पुलिस का मनोबल बढ़ चुका है तथा वह भूरा फरारी प्रकरण के अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तारी की बात कह रही है।

कांग्रेसियों ने फूंका प्रधानमंत्री मोदी का पुतला

देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ रैली निकालकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए, वहां से केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली की शक्ल में  ग्लोब चैक पर पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि मोदी सरकार द्वारा रसोई पर डाका डालने का कार्य किया जा रहा है। भाजपा के बैग्लूरू में आयोजित महाधिवेशन में मोदी द्वारा गैस सब्सिडी पर दिये गये बयान जिसमें मोदी ने कहा है कि जनता अब सब्सिडी की सोच को बदल दें की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव में आम लोगों को ठगा है और अब पंूजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है। मोदी सरकार का कैसा वायदा है जो जनता से धोखा और सीधे तौर पर रसोई के बजट पर डाका डाला है। पहले मोदी सरकार ने जनता को गैस सब्सिडी के नाम पर बैंकों में खाते खोलने के लिए लाइन में खडे करवाकर फार्म भरवाये, फोटो खिंचवाई, आधार कार्ड बनवाये, गैस कार्यालय पर लंबी-लंबी कतारें लगवाई और जनता की जेब काट ली, गैस उपभोक्ता सब्सिडी पाने के लिए भटकता रहा और भाजपा के अधिवेशन में मोदी द्वारा यह बयान देना कि देश की जनता को सब्सिडी का ख्याल छोड़ देना चाहिए, इससे बड़ा मजाक और जनता के साथ कुछ हो नहीं सकता। जनता को आर्थिक नुकसान समय की बर्बादी और फिर मोदी सरकार का सब्सिडी पर यह बयान जनता के साथ किये गये भद्दे मजाक का कांग्रेस पुरजोर तरीके से विरोध करेगी।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने रेल मन्त्री को दी जय गंगे एक्सप्रेस की योजना

  • परमार्थ परिवार ने ऋषिकेश से गंगासागर तक विशेष ट्रेन चलाने की माँग की
  • राप्ती गंगा एक्सप्रेस को गोरखपुर से आगे मऊ तक चलाया जाए

देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के संरक्षक एवं ग्लोबल इन्टरफेथ वाश एलायंस (जीवा) के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने भारत सरकार के रेल मन्त्री  सुरेश प्रभु से ‘जय गंगे एक्सप्रेस’ नाम से एक विशेष ट्रेन ऋषिकेश से चलवाने की माँंग की है। उन्होंने कल देर शाम चलते-चलते रेल मन्त्री को इस हेतु एक प्रस्ताव सौंपा। परमार्थ परिवार ने यह ट्रेन उत्तराखण्ड की देवनगरी ऋषिकेश से पश्चिम बंगाल के गंगासागर तक चलाने का सुझाव सुरेश प्रभु को दिया है। यह जानकारी देते हुए परमार्थ प्रवक्ता राम महेश मिश्र ने बताया कि स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने जय गंगे एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का सुझाव गंगा आरती के बाद नई दिल्ली प्रस्थान के समय रेल मन्त्री को दिया। रेल मन्त्री को यह प्रस्ताव बहुत अच्छा लगा और उन्होंने इस पर प्रभावी कार्यवाई का आश्वासन दिया। प्रवक्ता ने बताया कि इस रेलगाड़ी को पर्यावरण की सन्देशवाहक ट्रेन के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव दिया गया है। इस ट्रेन के माध्यम से जनजागरण का पूरा स्वरूप तैयार करने की जिम्मेदारी गंगा एक्शन परिवार-ग्लोबल इन्टरफेथ वाश एलायंस-परमार्थ निकेतन द्वारा उठायी जायेगी। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा है कि ट्रेन यात्रा के साथ-साथ गंगा और पर्यावरण की स्वच्छता एवं शुद्धता का सन्देश दिया जा सकेगा। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने ऋषिकेश से गोरखपुर तक चलने वाली ‘राप्ती गंगा एक्सप्रेस’ को मऊ तक चलाने की सिफारिश भी रेल मन्त्री से की है। उन्होंने कहा कि इससे उत्तर प्रदेश पूर्वांचल के निवासियों को अपने क्षेत्रों में जाने में भारी मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि ऋषिकेश सहित उत्तराखण्ड के विभिन्न अंचलों में निवास कर रहे पूर्वी उ.प्र. के लोग इसकी माँग लम्बे समय से करते आ रहे हैं। इस मौके पर बड़ौदा हाउस नई दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे के जीएम अजय कुमार पुठिया, रेलवे सुरक्षा बल के आईजी हरानन्द एवं आई.आर.सी.टी.सी. के सीएमडी डाॅ0 ए0 के0 मनोचा भी मौजूद रहे।

पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कलक्टेªट पर किया प्रदर्शन 

देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। पब्लिक स्कूलों की मनमानी के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया। इन संगठनों का कहना था कि यदि पब्लिक स्कूलों की मनमानी पर रोक न लगी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। शिक्षा जन संघर्ष अभियान के अंतर्गत विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग जिला मुख्यालय में एकत्रित हुए और पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पब्लिक स्कूलों द्वारा लगातार अभिभावकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। सरकार को ऐसे पब्लिक स्कूलों के खिलाफ कानून बनाकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। सरकारी स्कूल बर्बादी के कगार पर आ चुके हैं, इन्हें बचाने के लिए एक व्यापक आंदोलन शुरू किया जायेगा। इन संगठनों का कहना था कि फीस बढ़ोत्तरी पर तत्काल रोक लगाई जाए। संगठनों का कहना था कि पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन अभी तक सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई। पब्लिक स्कूल लूट मचाए हुए हैं और सरकार मौन साधे हुए है। संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा पब्लिक स्कूलों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। उनका कहना था कि पब्लिक स्कूलों के प्रति सरकार और प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण ही पब्लिक स्कूल बेलगाम होते जा रहे हैं।

उपचुनाव को लेकर मतदान के दिन प्रचार बन्द के निर्देश जारी 

देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। प्रमुख सचिव एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य की 28- भगवानपुर (अ0जा0) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के लिए उप निर्वाचन के दृष्टिगत मतदान दिवस पर  11 अप्रैल, 2015 पूर्वान्ह 08.00 से अपरान्ह 05.30 बजे तक लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा-126क की उप धारा (1) में निहित प्राविधानों के अनुसरण में उक्त उप निर्वाचन के संबंध में किसी भी प्रकार के एक्जिट पोल का संचालन तथा प्रिन्ट या इलक्ट्रानिक मीडिया द्वारा इसका प्रकाशन या प्रचार अथवा किसी भी अन्य तरीके से उसके प्रसार पर प्रतिबन्ध रहेगा। उन्हांेने बताया कि उक्त अधिनियम की धारा-126(1) में निहित प्राविधानों के अनुसरण में उक्त निर्वाचन के दौरान मतदान क्षेत्र में मतदान की समाप्ति के लिए नियत समय के साथ समाप्त होने वाले 48 घण्टों की अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबधी मामले का किसी भी ओपीनियन पोल या अन्य किसी सर्वे के परिणामों सहित, प्रदर्शन किसी भी इलैक्ट्रोनिक मीडिया से करने पर प्रतिबंध रहेगा।

सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत, दो घायल

देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। विकासनगर क्षेत्र के जस्सोवाला में सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए लेहमन अस्पताल हरबर्टपुर में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार देहरादून-हरबर्टपुर हाइवे पर जस्सोवाला के पास आॅल्टो कार संख्या यूके 07 एजी 0917 बस संख्या यूके 07 पीए 1814 को ओवरटेक करने के फेर में सामने से आ रही एक अन्य कार से जा टकरायी। कार की गति तेज होने की वजह से कार मे सवार शौकत पुत्र अफजल (60) निवासी शंकरपुर-शेरपुर की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि असरफ पुत्र अब्दुल रसीद (25) व शाहरुख पुत्र लियाकत (22) की महंत इन्द्रेश अस्पताल मे उपचार के दौरान मौत हुई। मृतकों में दादा व पोता शामिल हैं। इस दुर्घटना में कार में सवार तमीर पुत्र लियाकत (19) व सावेद पुत्र शाहरुख को इलाज के लिए हरबर्टपुर स्थित लेहमन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

केदारनाथ क्षेत्र में मजदूरों को बिजली का इंतजार

देहरादून, 7 अपै्रल (निस)। केदारनाथ मंदिर को भले ही ऊर्जा निगम ने रोशन कर दिया हो लेकिन बेस कैंप अब भी अंधेरे में है। चार सौ से अधिक मजदूरों को बिजली का इंतजार है। इसका कारण बिजली के तारों का बर्फ में दबा होना है। केदारनाथ क्षेत्र में फरवरी माह से विद्युत आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। लिनचोली तक दो सप्ताह पूर्व आपूर्ति बहाल कर दी गई थी, लेकिन ऊंचाई वाले क्षेत्र में अधिक बर्फबारी के चलते विद्युत लाइनें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे बिजली आपूर्ति में निगम के कर्मचारियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। केदारनाथ बेस कैंप में बिजली आपूर्ति के लिए बर्फ से तबाह हो चुकी एलटी लाइन को ठीक करने की कार्यवाही की जा रही है। ऊर्जा निगम के सहायक अभियंता अक्षित भट्ट ने बताया कि केदारनाथ बेस कैंप में आपूर्ति सुचारू करने के लिए बर्फ में दबी लाइन के तारों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। यह तारें चार से आठ फुट नीचे बर्फ में दबी हैं। उन्होंने बताया कि यदि तार बर्फ से नहीं निकल पाई तो ऊखीमठ से बिजली की तारें भेजी जाएंगी। उधर, केदारनाथ में निम के पास सौर ऊर्जा की लाइटें व दस से अधिक जनरेटर मौजूद हैं, जिनका नियमित रूप से रात्रि को प्रयोग में लाया जाता है। जनरेटरों के लिए मिट्टी तेल हेलीकॉप्टर से सप्लाई की जा रही है। जबकि कमरों में जलने वाले बोल्वो हीटर मिट्टी तेल से ही चलते हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (07 अप्रैल)

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विदिशा से हुई प्रदेशव्यापी टीकाकरण मिशन इन्द्रधनुष की शुरूआत 
  • स्वास्थ्य मंत्री डाॅ नरोत्तम मिश्र और प्रभारी श्री रामपाल सिंह नेे किया शुभांरभ

vidisha news
आज विशेष स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर बच्चों का टीकाकरण कर उनका जीवन बचाने के मिशन इन्द्रधनुष की प्रदेशव्यापी शुरूआत विदिशा जिले से की गई। मिशन इन्द्रधनुष एक-एक सप्ताह के चरण में संचालित किया जाएगा। इसके अंतर्गत दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीके लगाए जाएंगे। अभियान का दूसरा चरण सात मई, तीसरा चरण सात जून और चैथा चरण सात जुलाई से प्रारंभ होकर अगले सात दिनों तक चलेगा। डिप्थेरिया, काली खांसी, टेटनस, पोलियो, टीबी, खसरा और हेपेटाइटिस बी जैसे रोगों से जीवन को बचाने वाले इन टीकों के संबंध में भ्रांतियों को दूर करने का कार्य भी प्रदेश में अभियान के स्तर पर चलेगा। स्वास्थ्य मंत्री श्री मिश्रा ने आज विदिशा के जालोरी गार्डन में मिशन इन्दधनुष की शुरूआत करते हुए प्रतीक स्वरूप पांच बच्चों को टीकाकरण कार्ड वितरित किए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री चैहान के नेतृत्व में स्वास्थ्य क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकारी अस्पताल मंे निःशुल्क दवाओं, जांचों, पौष्टिक भोजन और परिवहन व्यवस्था का लाभ रोगियों को प्राप्त हो रहा है। मध्यप्रदेश मंे हालांकि टीकाकरण के राष्ट्रीय औसत 65 प्रतिशत के मुकाबले में टीकाकरण का प्रतिशत 66.4 है। अब इस अभियान से 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने की रणनीति बनाई गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के सहयोग से इस लक्ष्य को हासिल करने में निश्चित ही सफलता मिलेगी। विदिशा जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत ने कहा कि मध्यप्रदेश के जिन 15 जिलों में टीकाकरण का कार्य अभियान के स्तर पर संचालित करने का कार्य हो रहा है उनमें विदिशा भी शामिल है। भारत सरकार ने जिन जिलों को चुना है वहां जागरूकता का परिचय देते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ताआंें के साथ ही आम जनता और संगठनों को टीकाकरण अभियान से जुड़ना होगा। यह लोगों की जीवन रक्षा का महत्वपूर्ण अभियान है। इसके लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को इस तरह प्रशिक्षित किया गया है कि वे माताओं और बच्चों को टीके लगाने के साथ ही लोगों में टीकों के बारे में व्याप्त भय और भ्रांतियों को दूर करेंगे। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव श्री प्रवीर कृष्ण ने मिशन इन्दधनुष की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मदर एण्ड चाइल्ड टेªकिंग सिस्टम के माध्यम से एएनएम को विशेष दायित्व दिया गया है। प्रति मंगलवार और शुक्रवार को ग्राम आरोग्य केन्द्र स्तर पर टीके लगाने का कार्य भी होता है। इसके बावजूद विभिन्न कारणांे से अनेक बच्चे टीकाकरण से छूट जाते है। इन छूटे हुए बच्चों की जिन्दगी की रक्षा का महत्वपूर्ण माध्यम मिशन इन्द्रधनुष है। प्रारंभ में एडीएम सुश्री अंजू पवन भदौरिया ने अतिथियों का स्वागत किया। मिशन इन्द्रधनुष के शुभांरभ कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, काॅ-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्री श्यामसुन्दर शर्मा, श्री मुकेश टण्डन, श्रीमती मंजरी जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधि के अलावा स्वास्थ्य आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल, यूनीसेफ की कन्सलटेंट डाॅ वंदना भाटिया, राज्य टीकाकरण अधिकारी डाॅ संतोष शुक्ला भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ दीप्ति शुक्ला ने किया और आभार सिविल सर्जन सह अधीक्षक डाॅ मंजू जैन ने व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि मिशन इन्द्रधनुष के लिए भारत सरकार ने पूरे देश में जो 201 जिले चुने हंै उनमें मध्यप्रदेश के उच्च प्राथमिकता वाले 15 जिले अलीराजपुर, अनूपपुर, छतरपुर, दमोह, झाबुआ, मंडला, पन्ना, रायसेन, सागर, रीवा, सतना, टीकमगढ़, शहडोल, उमरिया और विदिशा शामिल किए गए हैं। राज्य सरकार शेष जिलों में भी टीकाकरण अभियान पर जोर दे रही है। 

मौके पर पचास आवेदनोें का निराकरण

कलेक्टर श्री एमबी ओझा को आज जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान 80 आवेदकों ने अपने व्यक्तिगत, सार्वजनिक समस्याओं की ओर ध्यानकर्षित कराया। कलेक्टर श्री ओझा के द्वारा मौके पर पचास आवेदनों का निराकरण किया गया। सिरोंज तहसील के ग्राम इकलोद के निःशक्त श्री धारू ने बताया कि पहले राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पात्रता पर्ची मिल रही थी किन्तु अब नही। आवेदक ने बताया कि गतवर्ष हुई बारिश में मेरा कच्चा मकान भी गिर गया है। कलेक्टर श्री ओझा ने सिरोंज तहसीलदार को दूरभाष पर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिए और मौके पर सामाजिक न्याय विभाग के माध्यम से वैशाखी प्रदाय कराई। बजरिया में स्थित कुशवाह समाज मंदिर के पास निवासरत आवेदिका ने बताया कि उनका पुत्र कमलेश मानसिक रूप से बीमार है उसे बांधकर रखना पड़ता है। इलाज हेतु दवाईयां दिलाए जाने का अनुरोध करने पर कलेक्टर श्री ओझा ने मौके पर मौजूद चिकित्सक को निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय से दवाईयां दिलाई जाए। जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान आवेदिका कुमारी राजलक्ष्मी और कुमारी रचना अहिरवार को कैरियर काउंसलिंग के संबंध में जानकारी दी गई। ग्राम खामखेडा के आवेदकों ने बताया कि गतवर्ष में ग्राम में उपार्जन केन्द्र बनाया गया था किन्तु इस वर्ष अभी तक प्रारंभ नही किया गया है। ततसंबंध में कलेक्टर श्री ओझा ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। सेवानिवृत्त शिक्षक श्री सुखलाल भोई ने बताया कि 31 मई 98 को सेवानिवृत्त हो जाने के बाद अब तक सामान्य भविष्यनिधि की राशि प्राप्त नही हुई है। जिला शिक्षा अधिकारी को कार्यवाही हेतु अधिकृत किया गया है। कलेक्टर न्यायालय कक्ष में सम्पन्न हुई जनसुनवाई कार्यक्रम में संयुक्त कलेक्टर सुश्री माधवी नागेन्द्र समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

निःशक्तजनों के लिए प्रदेशव्यापी शिविर दो को

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने बताया कि निःशक्तजनों के लिए प्रदेशव्यापी स्वास्थ्य उपचार केम्प दो मई को रायसेन में आयोजित किया गया है। उन्होंने सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि जिले के सर्वेक्षित निःशक्तजनों को प्रदेशव्यापी शिविर का लाभ दिलाया जाया। उन्होंने निःशक्तजनों को लाने-ले-जाने की व्यवस्था करने तथा समस्त जनपदों के सीईओ आवश्यक कार्यवाही करने हेतु भी निर्देशित किया है।

अक्षय तृतीया पर सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन 

दीनदयाल अन्त्योदय मिशन मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत अक्षय तृतीया 21 अपै्रल को जिले की सभी जनपद पंचायत मुख्यालयों पर सामूहिक विवाह सम्मेलनों का आयोजन किया गया है। सामूहिक विवाह सम्मेलन में निर्धन, निराश्रित परिवारों की कन्याएं, विधवा एवं परित्यक्ता शामिल होगी। 

पंजीयन जारी
जनपद पंचायत मुख्यालयों पर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत संबंधितों का पंजीयन कार्य जारी है। इसके लिए वरवधु के बैंक खाता, तीन फोटो, परिचय पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड की छाया प्रति आवेदन के साथ संलग्न करनी होगी। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वर की उम्र 21 वर्ष और वधु की उम्र 1818 वर्ष से कम ना हो। 

पैनल हेतु आवेदन आमंत्रित

कैरियर काउंसलिंग के लिए गठित होने वाले पैनल हेतु मनोवैज्ञानिक विषय विशेषज्ञों से आवेदन आमंत्रित किए गए है। आवेदन जमा करने की अंतिम तारीख 20 अपै्रल है की जानकारी देते हुए जिला रोजगार अधिकारी ने बताया है कि मनोवैज्ञानिक हेतु आवेदनकर्ता को मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर, डिग्री, अथवा कैरियर काउंसलिंग में पोस्ट ग्रेजुऐट डिप्लोमा होना चाहिए। ततसंबंध में अन्य विस्तृत जानकारी के लिए जिला रोजगार कार्यालय से कार्यालयीन दिवसों अथवा अवधि में सम्पर्क किया जा सकता है। चयनित मनोवैज्ञानिक को कार्य घंटो के आधार पर मानदेय दिया जाएगा। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (07 अप्रैल)

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आज होगा विधायक ट्राफी का षुभांरभ, सांसद भूरिया करेगें उदघाटन

झाबुआ----विधायक ट्राफी के मैच प्रभारी जितेन्द्र पंवार से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज 8 अप्रेल से 12 अप्रेल तक द्वितीय टेनिस बाॅल क्रिकेट टूर्नामेंट विधायक ट्राफी मैच का षुभारंभ प्रात5 9-30 बजे स्थानीय उत्कृष्ठ उमावि खेल मैेदान पर सांसद दिलीपसिंह भूरिया के मुख्य आतिथ्य एवं जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे के विषेष आतिथ्य तथा विधायक शांतिलाल बिलवाल की उपस्थिति में  किया जावेगा । पांच दिनों तक चलते वाली इस क्रिकेट स्पर्धा में प्रथम पुरसकार 31000 रुपयेे एवं ट्राफी तथा द्वितीय पुरस्कार 15000 रुपये एवं ट्राफी प्रदान की जावेगी । विधायक शांतिलाल बिलवाल द्वारा आयोजित इस क्रिकेट स्पर्धा में धार, छोटा उदयपुर, मनावर, थांदला, पेटलावद, मेघनगर, जोबट, इन्दौर  आदि की 32 टीमों द्वारा अपने खेल का प्रदर्षन किया जावेगा । आज उद्घाटन मैच प्रातः 9-30 बजे फोर्स क्रिकेट क्लब झाबुआ एवं किषनपुरी झाबुआ के बीच खेला जावेगा । श्री पंवार ने नगर के क्रिडा प्रेमियों से अधिक से अधिक संख्या में खेल मैदान पर पहूंच कर खिलाडियों के उत्साह वर्धन करने की अपील की है ।

मिशन इन्द्रधनुष का हुआ शुभारंभ, विधायक ने भगोर में किया उद्घाटन

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झाबुआ---विष्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मिशन इन्द्रधनूष में सात बीमारियों से बचाव के लिए सात टीके लगाकर सुरक्षा प्रदान की जाएगी। इस मिशन के अंतर्गत 0-2 वर्ष तक के नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को सभी टीके लगाये जायेगे। ईंट भटटों स्लम एरिया निर्माण साइट इत्यादि को इस दौरान विशेष फोकस किया जाएगा। चार चरण मे होने वाले मिशन इन्द्रधनूष का प्रथम चरण आज 7 अप्रैल से प्रारंभ हो गया है जो 15 अप्रैल तक चलेगा। मंगलवार को ग्राम भगोर में झाबुआ विधायक शांतिलाल बिलवाल ने मिशन इन्द्रधनुष का उद्घाटन किया एवं ग्रामीणो से अपील की कि अपने टीकाकरण से छुटे हुए बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिये टीके जरूर लगवाये। इस अवसर पर सीएमएचओ डाक्टर रजनी डावर, एसडीएम अम्बाराम पाटीदार, जिला टीकाकरण अधिकारी डाक्टर गणावा भगोर पंचायत के सरपंच काष्मीर भाबोर, राहूल भानपुरिया, मुकेष बैरागी, कालूसिंह चैहान, प्रवीण पांचाल,कुंतल पांचाल एवं बडी संख्या में गा्रमीणजन उपस्थित थे ।

वंचित समुदाय बनायेगें स्वास्थ्य एवं पोषण,मनरेगा एवं आजीविका तथा वन भूमि अधिकारों पर अपना मांग पत्र
  • झाबुआ में 8 व 9 अप्रैल 2015 को ‘जन संकल्प उत्सव’’ का आयोजन

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झाबुआ ---वंचित समुदायों के संगठन क्षेत्रीय स्तर पर स्वास्थ्य एवं पोषण, मनरेगा एवं आजीविका तथा वन भूमि अधिकारो के मुद्दों पर विमर्ष कर अपना मांग पत्र तैयार करने के लिये 8 व 9 अप्रैल 2015 को कालेज ग्राउन्ड, झाबुआ में क्षेत्रीय ‘‘जन संकल्प उत्सव’’ का आयोजन कर रहे हैं। क्षेत्रीय सांसद एवं पूर्व अनुसूचीत जनजाती आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष मान्नीय श्री दिलीप सिहं भूरिया जी ‘‘जन संकल्प उत्सव’’ के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के तौर पर शमिल हो रहे हंै। विषेश अतिथि के रुप में संयुक्त संचालक स्वास्थ डाॅ शरद पंडित जी, जिला कलेक्टर श्री चंद्रशेखर बोरकर जी, पुलिस अधिक्षक श्रीमती कृष्णावेणी देशवतु जी, जिला पंचायत अध्यक्षा सुश्री कलावती भूरिया जी, कार्यपालन अधिकारी श्री धनराज राजु, जनपद अध्यक्षा श्रीमती गीता शंकर भूरिया जी के साथ सभी सबंधित शासकीय विभागों के अधिकारी गण उपस्थित रहेगे। आयोजन समिति ने प्रेस वार्ता का आयोजन कर इस जानकारी को साझा किया। इस कार्यक्रम में झाबुआ एवं हरदा जिलों के वंचित समुदायों के अधिकारों पर काम कर रहे सामुदायिक संगठन क्षेत्रीय स्तर पर मांगों को उभारकर सरकार के सामने रखेगें। ‘‘जन संकल्प उत्सव’’ क्षेत्रीय स्तर पर वंचितों के मुद्दों पर दो दिन गहन विचार-विमर्ष के साथ-साथ सांस्कृतिक अभिव्यक्ति को भी प्रस्तुत किया जायेगा। उत्सव का प्रमुख उद्देश्य गांव से जि़ला व राज्य स्तर पर की गई सामुदायिक संगठन की प्रक्रियाओं के प्रभाव को जि़ले स्तर पर साझा करना, जि़ले स्तर पर मंच प्रदान, समुदाय आधारित संगठनों व संस्थाओं के जि़ला स्तरीय फेडरेशनों को प्रोत्साहित करना व सामाजिक समावेशीकरण, वंचित समुदाय के मुद्दों पर स्वयंसेवी संस्थाओं, स्वैच्छिक संगठन, सामाजिक विचारक, सामुदायिक नेताओं के साथ समन्वित प्रयास (नेटवर्किंग) करना है। गत् वर्ष 25 व 26 फरवरी 2014 को भोपाल जन उत्सव प्रदेष के 2000 समुदायों के नेताओं ने भाग लेकर अपनी मांगों को उभारा एवं राज्य के समक्ष रखा। इसी श्रंृखला को आगे बढ़ाते हुए क्षेत्रीय स्तर पर वंचित समुदायों के संगठित प्रयासांे के निरंतर प्रवाह को ताकत प्रदान करने के लिए वर्ष 2015 में प्रदेश के 4 स्थान क्रमषः छिन्दवाड़ा, जबलपुर, झाबुआ तथा श्योपुर में जन उत्सव मनाने जा रहे हंै। इसी क्रम में 24 व 25 फरवरी को छिंदवाड़ा में पहला क्षेत्रीय ‘‘महिला जन उत्सव’’ मनाया है। दूसरा क्षेत्रीय ‘‘जन अधिकार उत्सव’’ का आयोजन जबलपुर में 2 व 3 मार्च 2015 ें हो चुका है। जन संकल्प उत्सव में 8 व 9 अप्रैल 2015 को दोपहर मे प्रमुख विषयों पर समानान्तर सत्रों में कार्यक्रम का आयोजन है। जिसमें स्वास्थ्य एवं पोषण, मनरेगा, आजीविका तथा वन भूमि अधिकारो के मुद्दों एवं क्षेत्रीय समस्याओं पर परिचर्चा कर मांग पत्र तैयार किया जायेगा। उत्सव में प्रदर्षित स्टालो में सामुदायिक संगठनों के कामो और उनकी संघर्ष यात्रा को प्रदषर्नी के स्वरूप में दर्षाया गया है। 8 अप्रैल शाम 7.00 बजे से प्रतिभागियों द्वारा विभिन्न मंचीय कार्यक्रम प्रस्तुत होंगे, जिसमें समुदायों की पारम्परिक पहचान एवं सांस्कृतिक विविधता, कला, लोक नृत्य,नाटक, संगीत, वाद्य यंत्रों आदि प्रस्तुत किये जायेगें। 9 अप्रैल 2015 को  झाबुआ शहर में रैली निकाल कर सामुदाय के प्रतिनिधी अपने अधिकारों एवं संघर्ष की गाथाओं को सांस्कृतिक विविधताओं और पारम्परिक पहचान के साथ प्रस्तुती देगें। इस कार्यक्रम के समापन समारोह मे माननीय बिधायक  श्री शान्तिलाल बिलवाल जी एवं माननिय अनुविभागिय अधिकारी श्री अम्बाराम पटिदार जी के समक्ष जिले के स्वंम सेवी संगठनो एवं समुदाय के प्रतिनिधि जिले मे स्वस्थ विभाग के इन्द्रधनुष कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संकल्प लेते हुए भविष्य मे निरंतर प्रावाव के लिए अपनी माग पत्र सोपेगे। जन संकल्प उत्सव के पूर्व आयोजित पत्रकार वार्ता मे क्षेत्रीय समनवयक श्री सुधाशु शेखर, श्री बेनेडिक डामोर, श्रीमती श्रद्धा कश्चप एवं श्रीमान मीहीर माहंती राज्य समनवयक, पुअरेस्ट एरिया सिविल सोसायटी (म.प्र.) ने प्रेस को सम्मेलन के बारे में अपनी जानकारी दी और वंचितो के मद्दों को प्राथमिकता से कवरेज करने के लिये क्षेत्र के मीडिया, समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया।

अवैध शराब जप्त आरोपी गिरफ्तार 

झाबूआ--- पुलिस थाना कोतवाली झाबुआ के द्वारा आरोपी दिवान पिता प्रेमसिंह भूरिया, उम्र 20 वर्ष निवासी बड़ी ढेकल के कब्जे से 32 क्वाटर देशी अंग्रेजी शराब आईबी कंपनी की, कीमती 3,840/-रू0 की जप्त की गयी। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ 242/2015, धारा 34-ए आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। 

सेंध लगा कर हजारो की चोरी 

झाबूआ---फरियादिया हकरीबाई पति कुका डामोर, उम्र 45 वर्ष निवासी आम्बाखोदरा ने बताया कि अज्ञात आरोपियों ने उसके घर की दीवार खोदकर तीन बकरियां, चांदी की साकली, तीन जोड पायजेब, चांदी की 14 चुडि़या किमती 9,000/-रूपये, एक दराता व एक बैटरी 300/-रूपये व 5000/-रूपये नगदी व कपडे चुराकर ले गये। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 243/2015, धारा 457,380 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

कर्मचारियों के समर्थन में ए.आई.एस.एफ. का चेतावनी मार्च कल,

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  • 10 अप्रैल को पी.यू. मुख्यालय पर  होगा धरना, 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती पर सेमिनार। 

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पटना वि.वि.:- आज आॅल इंडिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन ;।प्ैथ्द्ध के पटना वि.वि. की बैठक आज दरभंगा हाउस में हुई। ए.आई.एस.एफ. के सदस्यों ने पटना वि.वि. की अराजक स्थिति पर चिंता जाहिर की। कर्मचारी संघ की जायज मांगों को मांग हड़ताल समाप्त करने की मांग करते हुए संगठन कल कुलाधिपति एवं शिक्षा मंत्री को पत्र भेजेगा। संगठन ने पूरे मामले में कुलपति वाई.सी. सिम्हादरी की हठधर्मिता को जिम्मेवार ठहराते हुए बी.एन. काॅलेज के सम्मानित शिक्षक प्रो. विनय कान्त को अपमानति करने पर रोष जाहिर किया। 
 
कल 08 अप्रैल को ऐसम्ब्ली बम काण्ड दिवस पर ए.आई.एस.एफ. चेतावनी मार्च निकालेगा। यह चेतावनी मार्च कर्मचारियांे की जायज मांगों को पूरा कर पठन-पाठन की बहाली कर एवं प्रो. कंठ के अपमान के खिलाफ होगा।  वहीं छात्रों की लंबित समस्याओं को लेकर आगामी 10 अप्रैल को पी.यू. मुख्यालय पर ए.आई.एस.एफ. धरना देगा। 
 
संगठन ने अम्बेडकर जयंती पर 14 अप्रैल को सेमिनार करने का फैसला लिया। बैठक की अध्यक्षता ए.आई.एस.एफ. के पी.यू. अध्यक्ष संदीप कुमार ने की। जबकि कार्य रिपोर्टिंग सचिव प्रभात कुमार ने रखा। बैठक में ए.आई.एस.एफ. के राज्य सचिव सुशील कुमार, राज्य उपाध्यक्ष निलिख कुमार झा, जिला सचिव रूपेश सिंह, जिलाउपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रणय, राहुल कुमार, अमित कुमार सिंह, मुकेश कुमार, राजेश कुमार, राजीव कुमार, चन्दन कुमार, अजीत कुमार आदि छात्र शामिल थे।

किसानों से ज्यादा मोदी को विदेश दौरे की फिक्र

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बेमौसम बरसात से तबाह किसानों की दयनीय स्थिति की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है कि प्रभावित इलाकों के हालात का जायजा लेने के बजाय उनका विदेश दौरे की ज्यादा फिक्र है। श्री रमेश ने आज यहां संवाददाताओं से कहा ‘किसानों की तबाही पर ध्यान देने के बजाय श्री मोदी अब फ्रांस, जर्मनी और कनाडा के अपने तयशुदा कार्यक्रम में व्यस्त हैं। 

उन्होंने दावा किया कि बेमौसम बारिश से प्रभावित इलाकों में कोई केन्द्रीय मंत्री भी नहीं गया है और केन्द्र सरकार द्वारा प्रभावित किसानों को मुआवजा देने में भी विलम्ब की जा रही है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी हरियाणा और राजस्थान के प्रभावित इलाकों का दौरा करके पीडित किसानों से मुलाकात कर चुकी हैं। उन्होंने कहा ‘लेकिन श्री मोदी और उनके मंत्रिमंडल के किसी सदस्य के पास बेमौसम बरसात से तबाह किसानों की व्यथा सुनने के लिए समय नहीं है। 

गेहूं खरीद मानकों में छूट दे सरकार: सोनिया

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए भारी नुकसान को देखते हुए सरकार से किसानों से की जाने वाली गेहूं की खरीद में नमी के मानकों में छूट देने का अनुरोध किया है। श्रीमती गांधी ने खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान को आज एक पत्र लिखकर यह अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह में कई राज्यों में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से गेहूँ की फसल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी है। इसके कारण गेहूँ में नमी की मात्रा बढ़ गयी है। 

उन्होंने कहा “ मैने स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद किसानों के इस भारी संकट को महसूस किया है। बहुत से किसान इन हालातों के चलते रातों-रात गरीबी की चपेट में आ गए हैं और कुछ तो दिवालियेपन के कगार पर हैं।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम के मौजूदा नियमों के तहत 14 प्रतिशत से अधिक नमी वाले गेहूँ की खरीद नहीं की जाती है। इसके अलावा 12 से 14 प्रतिशत नमी वाले गेहूँ के दाम भी कम दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य हालात में यह प्रावधान उचित हो सकते हैं लेकिन इस अभूतपूर्व संकट के चलते बहुत कम गेहूँ ही खरीद के मानकों पर खरा उतर पायेगा । 

जिले के सर्वांगीण विकास के लिए वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगें: वरुण

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरूण गांधी ने कहा है कि वह जनता को अपना मार्गदर्शक मानते हैं और उन नेताओं में नहीं हैं जो सांसद चुने जाने के बाद खुद को जनता का मालिक समझ लेते हैं। श्री गांधी आज अपने ससंदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर यहां हनुमानगंज बाजार में एक सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सुलतानपुर जिले के सर्वांगीण विकास के लिए वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगें। उनकी निधि का पैसा जनता का है और उनके विकास के लिए सारा पैसा खर्च करेंगे। उन्होंने कहा कि वह पहले सांसद है जिन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रस्ताव पर अपनी निधि को खर्च की है।

उन्होंने जिले की खराब कानून व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इसके लिए वह पुलिस अधीक्षक से इस बोर में बातचीत करेंगे और कानून व्यवस्था को ठीक करायेंगे। अपने दौरे के पहले दिन श्री गांधी ने आज लम्भुआ इलाके में चार सम्पर्क मार्गों का उद्घाटन भी किया। इससे पहले वह सुलतानपुर शहर में तदर्थ शिक्षकों के आन्दोलन में शामिल हुए और उन्हें आस्वस्त किया कि उनकी हर समस्या का समाधान होगा। उन्होंने कहा कि वह शिक्षकों की मांगों के लिए प्रदेश सरकार को पत्र लिखेंगे। यदि सरकार ने कुछ नहीं किया तो उनकी समस्याओं को संसद में उठायेंगे। श्री गांधी ने दौरे के पहले दिन जिले में 14 सम्पर्क सभाओं को सम्बोधित किया।

नदी सफाई के नाम पर सिर्फ फोटो खिंचवाये गये :अखिलेश

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नदियों के लगातार प्रदूषित होने पर चिंता जताते हुए आज कहा कि अभी तक इनकी सफाई के ठोस प्रयास नहीं किये गये। श्री यादव ने आज यहां करीब 656 करोड रुपये की गोमती रिवरफ्रंट विकास परियोजना का शिलान्यास किया । मुख्यमंत्री ने व्यंग्य किया कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में गोमती नदी की सफाई के नाम पर फोटो खूब खिंचवाये गये लेकिन गोमती नदी अभी भी ज्यों की त्यों प्रदूषित है। उन्होंने कहा कि गोमती की सफाई के नाम पर कूडा उठाया गया । उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि परियोजना का निर्माण इस तरह किया जाए कि कोई भी नाला गोमती नदी में नहीं गिरे। उन्होंने कहा कि परियोजना को चुनौती के रुप में लेकर डेढ साल में पूरा किया जाना चाहिए। 

राज्य के सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने इस मौके पर कहा कि अभी तक गोमती नदी की सफाई के नाम पर “तमाशा‘‘ किया गया । पानी की तरह अरबों रुपये खर्च कर दिये गये लेकिन गोमती प्रदूषित बनी रही। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अब गोमती नदी पूरी तरह साफ हो जायेगी क्योंकि उनकी सरकार ने अब इसके लिए ठोस प्रयास किये है।उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग 20 वर्षो से अधिक समय से लम्बित पडी सरयू नहर परियोजना, बाणसागर परियोजना ,कनहर परियोजना के साथ कई बडी बडी योजनाओं को उनकी सरकार पूरी करवा रही है। इससे लाखों किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि गोमती के बाद यमुना और गंगा नदी की सफाई की ठोस शुरुआत की जायेगी।उन्होंने बताया कि रिवरफ्रंट विकास परियोजना के तहत लखनऊ शहर में गोमती नदी के दोनों ओर आरसीसी दीवार (डायफ्राम वाल) खडी कर उसके बीच में नदी का बहाव रहेगा। लखनऊ शहर में गोमती नदी करीब 30 किमी क्षेत्र में है। नदी के दोनों किनारों को विकसित कर तांगा ट्रैक,साइकिल ट्रैक बनाया जायेगा। दोनों किनारों को पर्यटक केन्द्र के रुप में भी विकसित किया जायेगा।इस अवसर पर मुख्य सचिव आलोक रंजन और सिंचाई सचिव ओपी अग्रवाल भी मौजूद थे। 

33 फीसदी फसल नुकसान पर किसानों को मिलेगा मुआवजा: प्रधानमंत्री

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब तक 50 प्रतिशत से ज्यादा फसल नुकसान होने पर मुआवजा मिला करता था लेकिन अब सरकार ने तय किया है कि 33 फीसदी फसल का नुकसान होने पर मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को मिलने वाले मुआवजे को 1.5 गुना बढ़ाने का सरकार ने फैसला किया है।

प्रधानमंत्री  ने बताया कि बैंकों से कहा गया है कि वे बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों के ऋण का पुनर्गठन करें, बीमा कंपनियों से भी उनके दावों का  निपटान सक्रियता से करने के लिए कहा गया है। नई दिल्ली में मुद्रा बैंक के लॉन्चिंग के अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि मुद्रा बैंक का लक्ष्य है गैर-वित्तपोषित छोटे उद्यमियों को धन मुहैया कराना, देश में बचत की आदत बढ़ाने की जरूरत।

उन्होंने संबोधन में कहा कि देश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि 5.70 करोड़ लोगों ने छोटे उद्योंगों से 12 करोड़ लोग को रोजगार दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बड़े औद्योगिक घराने सिर्फ 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं जबकि छोटे उद्यमी 12 करोड़ लोगों के लिए सृजन करते हैं। उन्होंने बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री रहते पतंगों पर गुजरात सरकार के काम को याद करते हुए कहा कि इस उद्योग को 35 करोड़ से 500 करोड़ का किया गया मात्र थोड़ा सा ध्यान देकर।

प्रधानमंत्री ने किया मुद्रा बैंक का उद्घाटन

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन-धन योजना के तहत मुद्रा बैंक (माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट ऐंड रिफाइनैंस एजेंसी) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'हमें देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने की जरूरत है।'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन-धन योजना के तहत मुद्रा बैंक (माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट ऐंड रिफाइनैंस एजेंसी) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'हमें देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने की जरूरत है।'

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन-धन योजना के तहत मुद्रा बैंक (माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट ऐंड रिफाइनैंस एजेंसी) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'हमें देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने की जरूरत है।'नरेंद्र मोदी ने जन-धन योजना के तहत मुद्रा बैंक (माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट ऐंड रिफाइनैंस एजेंसी) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'हमें देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने की जरूरत है।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन-धन योजना के तहत मुद्रा बैंक (माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट ऐंड रिफाइनैंस एजेंसी) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'हमें देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने की जरूरत है।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन-धन योजना के तहत मुद्रा बैंक (माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट ऐंड रिफाइनैंस एजेंसी) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'हमें देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने की जरूरत है।'

 मोदी ने कहा, 'औद्योगिक घराने सिर्फ 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं जबकि छोटे उद्यमी 12 करोड़ लोगों के लिए रोजगार सृजन करते हैं।'इस मौके पर किसानों की दुर्दशा पर मोदी ने कहा, 'हमें पर्याप्त बारिश के अभाव में या बेमौसम बारिश की समस्याओं से जूझ रहे किसानों के बारे में चिंता करनी चाहिए।'उन्होंने किसानों की मदद के लिए भी कई घोषणाएं कीं।

वर्तमान में देश में करीब 5.77 करोड़ लघु इकाइयां हैं। यह मुद्रा बैंक इन इकाइयों के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश तय करेगा। गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में 20,000 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष के साथ मुद्रा बैंक की स्थापना की घोषणा की थी। वित्त मंत्रालय ने मुद्रा बैंक को 3 श्रेणियों शिशु, किशोर और तरुण में वर्गीकृत किया है। शिशु श्रेणी के तहत 50,000 रुपए, किशोर श्रेणी में 50,000 से 5,00,000 रुपए तथा तरुण श्रेणी में 5,00,000 से 10,00,000 रुपए तक की ऋण सहायता दी जाएगी।

मुद्रा बैंक से देश के करीब 5.77 करोड़ छोटे कारोबारियों को फायदा मिलेगा। छोटी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और दुकानदारों को इससे लोन मिलेगा। ने कहा, 'औद्योगिक घराने सिर्फ 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं जबकि छोटे उद्यमी 12 करोड़ लोगों के लिए रोजगार सृजन करते हैं।'इस मौके पर किसानों की दुर्दशा पर मोदी ने कहा, 'हमें पर्याप्त बारिश के अभाव में या बेमौसम बारिश की समस्याओं से जूझ रहे किसानों के बारे में चिंता करनी चाहिए।'उन्होंने किसानों की मदद के लिए भी कई घोषणाएं कीं।

वर्तमान में देश में करीब 5.77 करोड़ लघु इकाइयां हैं। यह मुद्रा बैंक इन इकाइयों के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश तय करेगा। गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में 20,000 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष के साथ मुद्रा बैंक की स्थापना की घोषणा की थी। वित्त मंत्रालय ने मुद्रा बैंक को 3 श्रेणियों शिशु, किशोर और तरुण में वर्गीकृत किया है। शिशु श्रेणी के तहत 50,000 रुपए, किशोर श्रेणी में 50,000 से 5,00,000 रुपए तथा तरुण श्रेणी में 5,00,000 से 10,00,000 रुपए तक की ऋण सहायता दी जाएगी।

मुद्रा बैंक से देश के करीब 5.77 करोड़ छोटे कारोबारियों को फायदा मिलेगा। छोटी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और दुकानदारों को इससे लोन मिलेगा।  ने कहा, 'औद्योगिक घराने सिर्फ 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं जबकि छोटे उद्यमी 12 करोड़ लोगों के लिए रोजगार सृजन करते हैं।'इस मौके पर किसानों की दुर्दशा पर मोदी ने कहा, 'हमें पर्याप्त बारिश के अभाव में या बेमौसम बारिश की समस्याओं से जूझ रहे किसानों के बारे में चिंता करनी चाहिए।'उन्होंने किसानों की मदद के लिए भी कई घोषणाएं कीं।

वर्तमान में देश में करीब 5.77 करोड़ लघु इकाइयां हैं। यह मुद्रा बैंक इन इकाइयों के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश तय करेगा। गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में 20,000 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष के साथ मुद्रा बैंक की स्थापना की घोषणा की थी। वित्त मंत्रालय ने मुद्रा बैंक को 3 श्रेणियों शिशु, किशोर और तरुण में वर्गीकृत किया है। शिशु श्रेणी के तहत 50,000 रुपए, किशोर श्रेणी में 50,000 से 5,00,000 रुपए तथा तरुण श्रेणी में 5,00,000 से 10,00,000 रुपए तक की ऋण सहायता दी जाएगी।

मुद्रा बैंक से देश के करीब 5.77 करोड़ छोटे कारोबारियों को फायदा मिलेगा। छोटी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और दुकानदारों को इससे लोन मिलेगा। ने कहा, 'औद्योगिक घराने सिर्फ 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं जबकि छोटे उद्यमी 12 करोड़ लोगों के लिए रोजगार सृजन करते हैं।'इस मौके पर किसानों की दुर्दशा पर मोदी ने कहा, 'हमें पर्याप्त बारिश के अभाव में या बेमौसम बारिश की समस्याओं से जूझ रहे किसानों के बारे में चिंता करनी चाहिए।'उन्होंने किसानों की मदद के लिए भी कई घोषणाएं कीं।

वर्तमान में देश में करीब 5.77 करोड़ लघु इकाइयां हैं। यह मुद्रा बैंक इन इकाइयों के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश तय करेगा। गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में 20,000 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष के साथ मुद्रा बैंक की स्थापना की घोषणा की थी। वित्त मंत्रालय ने मुद्रा बैंक को 3 श्रेणियों शिशु, किशोर और तरुण में वर्गीकृत किया है। शिशु श्रेणी के तहत 50,000 रुपए, किशोर श्रेणी में 50,000 से 5,00,000 रुपए तथा तरुण श्रेणी में 5,00,000 से 10,00,000 रुपए तक की ऋण सहायता दी जाएगी।

मुद्रा बैंक से देश के करीब 5.77 करोड़ छोटे कारोबारियों को फायदा मिलेगा। छोटी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और दुकानदारों को इससे लोन मिलेगा। ने कहा, 'औद्योगिक घराने सिर्फ 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं जबकि छोटे उद्यमी 12 करोड़ लोगों के लिए रोजगार सृजन करते हैं।'इस मौके पर किसानों की दुर्दशा पर मोदी ने कहा, 'हमें पर्याप्त बारिश के अभाव में या बेमौसम बारिश की समस्याओं से जूझ रहे किसानों के बारे में चिंता करनी चाहिए।'उन्होंने किसानों की मदद के लिए भी कई घोषणाएं कीं।

वर्तमान में देश में करीब 5.77 करोड़ लघु इकाइयां हैं। यह मुद्रा बैंक इन इकाइयों के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश तय करेगा। गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में 20,000 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष के साथ मुद्रा बैंक की स्थापना की घोषणा की थी। वित्त मंत्रालय ने मुद्रा बैंक को 3 श्रेणियों शिशु, किशोर और तरुण में वर्गीकृत किया है। शिशु श्रेणी के तहत 50,000 रुपए, किशोर श्रेणी में 50,000 से 5,00,000 रुपए तथा तरुण श्रेणी में 5,00,000 से 10,00,000 रुपए तक की ऋण सहायता दी जाएगी।

मुद्रा बैंक से देश के करीब 5.77 करोड़ छोटे कारोबारियों को फायदा मिलेगा। छोटी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और दुकानदारों को इससे लोन मिलेगा। ने कहा, 'औद्योगिक घराने सिर्फ 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं जबकि छोटे उद्यमी 12 करोड़ लोगों के लिए रोजगार सृजन करते हैं।'इस मौके पर किसानों की दुर्दशा पर मोदी ने कहा, 'हमें पर्याप्त बारिश के अभाव में या बेमौसम बारिश की समस्याओं से जूझ रहे किसानों के बारे में चिंता करनी चाहिए।'उन्होंने किसानों की मदद के लिए भी कई घोषणाएं कीं।

वर्तमान में देश में करीब 5.77 करोड़ लघु इकाइयां हैं। यह मुद्रा बैंक इन इकाइयों के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश तय करेगा। गौरतलब है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में 20,000 करोड़ रुपये के शुरुआती कोष के साथ मुद्रा बैंक की स्थापना की घोषणा की थी। वित्त मंत्रालय ने मुद्रा बैंक को 3 श्रेणियों शिशु, किशोर और तरुण में वर्गीकृत किया है। शिशु श्रेणी के तहत 50,000 रुपए, किशोर श्रेणी में 50,000 से 5,00,000 रुपए तथा तरुण श्रेणी में 5,00,000 से 10,00,000 रुपए तक की ऋण सहायता दी जाएगी। मुद्रा बैंक से देश के करीब 5.77 करोड़ छोटे कारोबारियों को फायदा मिलेगा। छोटी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और दुकानदारों को इससे लोन मिलेगा।

विशेष आलेख : ’’कुपोषित बच्चे की कहानी बैगा मां की जुबानी’’

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मण्डला जिले के “मवई” ब्लाक में स्थित ग्राम “चंदगांव” के  निवासी मतिया बैगा और पुरषोत्तम बैगा के पुत्र रितेश का जन्म 27 मार्च 2012 को हुआ था , जन्म के बाद से वो हमेशा बीमार रहता था , रितेश को कभी बुखार, कभी सर्दी जुकाम, कभी उल्टी-दस्त होते ही रहते थे , जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ हमारे द्वारा अप्रैल 2013 में वजन लिया गया था तब उसका वजन मात्र 7.200 कि.ग्रा. था। मतिया बैगा से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि यह उनका 5 वां बच्चा है, इसके पहले उनके 4 बच्चों की मृत्यु हो चुकी है इन 4 बच्चों में 1 पुत्री तथा 3 पुत्र थे । बच्चों की मृत्यु का कारण पूछने पर परिवार वालों द्वारा बताया कि 8 वर्ष पहले पहला बच्चा हुआ था, जो 5 माह जिंदा रहने के बाद मौत का शिकार हो गया। 

पहले बच्चे की मृत्यु का कारण- बच्चे को कमजोरी थी, उसे कभी-कभी बुखार भी आता था और अचानक एक दिन उसकी मृत्यु हो गई। बच्चे का जन्म घर ही में हुआ था। मां को गर्भावस्था के समय और उसके बाद कोई टीका नहीं लगा था। बच्चे को सिर्फ एक टीका लगा था। बच्चे के जन्म के तुरंत बाद भोजन में चावल का पेज दिया गया क्योंकि बच्चे की मां मतिया का स्वास्थ्य उसी समय खराब हो गया और उन्हें दूध ही नहीं आता था।  मतिया का इस स्थिति में कहीं कोई सरकारी इलाज नहीं कराया गया इलाज के नाम पर उसके पिता द्वारा  जंगली जड़ी बूटी दी गई और झाड़ फूंक कराया गया थ। गर्भावस्था के दौरान मां भोजन में मक्का का पेज, भात और भाजी खाया करती थी। उनके द्वारा आंगनबाड़ी से कोई भी भोज्य पदार्थ नहीं लिया गया था। मतिया बैगा की सास ने बताया कि जिस बच्चे की मृत्यु हुई उसे दो दिन, तीन दिन में एक बार मां का दूध मिलता था, बाकी बाहर का दूध,पेज,भात आदि खिलाते थे। 

दूसरे बच्चे की मृत्यु का कारण- मतिया को दूसरी बार एक बच्ची हुई जिसकी मृत्यु 3 माह के बाद ही हो गई। परिवार ने बताया कि इस बच्ची की मृत्यु का कारण भी समझ में नहीं आया अचानक उल्टी हुई और बच्ची की मृत्यू हो गई। इस बच्ची के समय में भी मां एवं बच्चे को कोई टीका नहीं लगा था और मां का दूध भी पर्याप्त रूप से नहीं आता था, जिससे बच्ची को ऊपर से ही भोजन में पेज, दूध आदि पिलाया जाता था, इस बच्ची का जन्म भी घर में ही हुआ।  

तीसरे बच्चे की मृत्यु का कारण -जब तीसरी बार मतिया गर्भ से हुई तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने जबरदस्ती मां को टीके लगाये थे, दूसरे बच्चे के जन्म के 1 वर्ष के बाद तीसरा बच्चे का जन्म हुआ। इस बच्चे को भी टीका लगाया गया था फिर भी इस बच्चे की मृत्यु भी 5-6 माह के बीच हो गई। तीसरे बच्चे के समय भी मां एवं बच्चे की वही स्थिति थी जो पहले और दूसरे बच्चे के समय थी, जैसे मां का दूध न मिलना, बाहर से भोजन देना, आंगनबाड़ी से पोषण आहार भी नहीं मिलना आदि। 

चैथे बच्चे की मृत्यु का कारण - चैथे बच्चे का 8 माह में ही गर्भपात हो गया। फिर 3 वर्ष के बाद रितेश का जन्म हुआ जो कि आज कि स्थिति में जीवित है, पर उसे भी मां का पर्याप्त दूध नहीं मिल सक रहा है। लेकिन इस बार मतिया को गर्भावस्था के दौरान पूरे टीके लगे थे और रितेश को भी अब तक के सभी टीके लग चुके है, फिर भी वह पहले की बच्चों के जैसे कमजोर और बीमार रहा है। 

इन सब चर्चाओं के बाद जब मतिया के शादी के पहले की स्थिति, उसके मां-बाप की आजीविका की स्थिति आदि के बारे में जानने की कोशिश की गई तो मतिया द्वारा बताया गया कि उसके मायके में कुल 5 सदस्य थे जिनमें 3 पुरूष और 2 महिला थे। मतिया बैगा ने 4 वर्ष की उम्र से ही घर का कामकाज करना शुरू कर दिया था। 6-8 वर्ष की उम्र में से ही मतिया द्वारा जंगल से लकड़ी लाना,खेती का कार्य, पशु  चराना आदि कार्य करना शुरु कर दिया गया था। मतिया एक भी कक्षा नहीं पढ़ी है। उसे आंगनबाड़ी में जो किशोरियों को लाभ दिया जाता है, उनसे भी कोसों दूर थी। लेकिन बचपन में जंगल से जो लघोवनोपज मिलते थे, मतिया के अनुसार उसे ही खाते थे और कोदो, कुटकी भी भोजन में पर्याप्त रूप में मिलता था।  मतिया की शादी 16-17 वर्ष में पुरूषोत्तम बैगा से होती है, जो कि पहले से शादीशुदा था और उसके तीन बच्चे थे, लेकिन पुरूषोत्तम बैगा की पहली पत्नी जिसका नाम जामवती था, डिलीवरी के दौरान उसका और बच्चे दोनों की मौत हो गई थी 

मतिया बैगा के ससुराल की स्थिति-
मतिया के ससुराल में 9 लोग थे और केवल 2 एकड़ जमीन थी जिसमें  धान और मक्का उगाया जाता था, मतिया के ऊपर ही घर का सारा काम आ पड़ा। यह बैगा परिवार कोदो, कुटकी पर नहीं बल्कि वनोपज, जैसे महुआ, तेंदु, चार आदि को भोजन के रुप में लेते थे। वन से ये उपज बहुत कम मात्रा में इक्टठा होने के कारण परिवार के अन्य सदस्य इसे खाते थे जबकि घर की बहू मतिया को भोजन में सुबह-शाम सिर्फ मक्का का पेज मात्र प्राप्त होता था। भरपेट आहार ना मिल पाने के कारण वह धीरे-धीरे कमजोर होती गई उसमें खून की कमी हुई ओैर वह बीमार रहने लगी। गर्भकाल के दौरान भी उसके भोजन में कुछ खास बदलाव नहीं हुआ। इस कारण उस दौरान भी वह कमजोर और एनिमिक बनी रही। इसी कारण उसके बच्चे भी जन्म से ही कमजोर पैदा हुए थे।  



आनंद टाडिया 
(चरखा फीचर्स)

वीके सिंह ने मीडिया पर दिया विवादित बयान

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 केंद्र सरकार मे विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह एक बार फिर अपने बयानों से विवाद में हैं। उन्होंने हिंसाग्रस्त यमन से भारतीयों को निकालने के मिशन की तुलना पाकिस्तान के दूतावास में कार्यक्रम से की। इस तुलना पर जब विवाद हुआ तो उन्होंने मीडिया पर ही एक आपत्तिजनक टिप्पणी की है। जनरल वीके सिंह ने मीडिया को लेकर एक ट्वीट में कहा, ''दोस्तों, आप प्रेसटीट्यूट्स से और क्या उम्मीद कर सकते हैं। पिछली बार टीवी एंकर ने ‘ई’ (प्रेसटीट्यूट में अंग्रेजी अक्षर ई) की जगह 'ओ' (प्रॉसटीट्यूट) सोच लिया था।''इससे पहले भी वीके सिंह अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में आ चुके हैं। सिंह को यमन के अभियान की जिम्मेदारी दी गई है। वह पिछले कई दिनों से भारतीय सेनाओं के साथ मिलकर निकाल यमन में फंसे भारतीयों को निकाल रहे हैं।

वीके सिंह ने जिबूती में कहा, ‘वास्तव में कहा जाए तो यमन का अभियान पाकिस्तानी दूतावास में जाने से कम रोमांचक था।’ जब कांग्रेस ने इस बयान को उनकी असंवेदनशीलता करार दिया। इस पर सिंह ने टीवी चैनल को दोष दिया। देर रात एक आपत्तिजनक ट्वीट कर मीडिया को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। बता दें कि पाकिस्तान डे पर 23 मार्च को पाकिस्तानी उच्चायोग में आयोजित कार्यक्रम में सरकार की ओर से भेजे जाने के बाद सिंह नाराज हो गए थे। एक के बाद एक कई ट्वीट में उनके नाराजगी झलकी थी। लेकिन अगले दिन उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उनके ट्वीट मीडिया के उस वर्ग को लेकर थे, जिसने सरकार की मंशा को लेकर सवाल उठाए थे।

वीके सिंह के ट्वीट को लेकर सोशल साइट पर जमकर चर्चा हो रही है। वीके सिंह के ट्वीट पर मीडिया से लेकर विपक्षी दलों के नेता निशाना साध रहे हैं। बुधवार की सुबह से ही भारत में सोशल साइट टि्वटर presstitutes पर टॉप ट्रेंड में है। वीके सिंह के ट्वीट पर ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन(बीईए) ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। एसोसिएशन के महासचिव एनके सिंह ने कहा, ''यदि मंत्री इस प्रकार के बयान देते रहे तो लोगों को सरकार पर से विश्वास उठ जाएगा। यह न केवल एक मीडिया का अपमान है बल्कि इससे लोकतंत्र को भी चोट पहुंचेगी। मैं उम्मीद करूंगा की पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले पर ध्यान देंगे, इससे सरकार की छवि ही खराब हो रही है।''

बिहार : आाप पॉवर में रहे अथवा न रहे कोई फर्क नहीं पड़ता?

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  • गांवघर के महादलितों मुसहरों के बीच में व्यापक नाराजगी

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पटना। बिहार में गजब हो रहा है। आप पाॅवर में रहते हैं और आप पाॅवर में नहीं रहते हैं। कोई मायने नहीं रखता है। जब किसी वीआईपी के साथ गजब होता है। तो मामला गम्भीर बन जाता है। यहीं हाल जीतन राम मांझी के साथ हो रहा है। जब मुख्यमंत्री थे तब उनको अपमानित किया गया था। अब सूबे के मुख्यमंत्री नहीं हैं तब भी अपमानित किया जा रहा है। वह भी जब भारतीय संविधान में अश्पृश्यता का उन्मूलन कर दिया गया है। यह सवाल उठ रहा है कि आखिरकार आजादी के 68 साल के बाद भी भारत में दलितों को महत्व नहीं दिया जा रहा है। हां, इस दौरान केन्द्र और राज्य में कई निजाम बदल गए। मगर नागरिकों की मानसिकता नहीं बदल पा रही है। 

भारतीय संविधान में अस्पृश्यता का उन्मूलनः महादलित मुसहर समुदाय के साथ अन्याय हो रहा है। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा जिले के हिलसा प्रखंड में स्थित कामता पंचायत के कामता गांव में महादलित मुसहर समुदाय के लोगों को घर के सामने वाले मंदिर में प्रवेश करने नहीं दिया जाता है।यहां के लोगों ने मंदिर को जागीर बनाकर रख दिया है। मंदिर में बाजाप्ता लाठीधारी रहते हैं तो निगाह रखते हैं कि मंदिर के सामने घरों में रहने वाले मुसहरों को मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जाए। अबतक महादलित मुसहर और अन्य महादलितों का प्रयास असफल साबित हो रहा है।जबतक कि आईएएस और आईपीएस अधिकारी नहीं चाहेंगे। तबतक महादलितों का मंदिर में प्रवेश करना मुमकिन नहीं है। 

आखिरकार पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को टारगेट क्यों बनाया जाता है? गौरतलब है कि जब जीतन राम मांझी पाॅवर में थे तब भी लोगों ने माल्यार्पण करने के बाद प्रतिमा को धोया था। अब जीतन राम मांझी पाॅवरहीन हो गए हैं, तब भी अपमानित किया जा रहा है। इस बार लोहिया विचार मंच’ और राष्ट्रीय जनता दल के छात्रों ने राममनोहर लोहिया की प्रतिमा को धोया और उस पर धूप-अगरबत्तियां दिखायी। यह हैरान करने वाला कृति है। आखिरकार कबतक पूर्व मुख्यमंत्री अपमानित का घुंट पीते रहेंगे।इस तरह से छुआछुत करने वालों के संदर्भ में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहते हैं कि जो वंदे प्रतिमा को पानी से धोएं हैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे। लोहिया विचार मंच वाले लोगों को खुद ही विचार करना चाहिए कि आप लोगों ने महादलित के साथ महागलती कार्य कर रहे हैं। 

और ऐसे हुआ प्रतिमा धोने का संपूर्ण प्रकरण बिहार मेंःसुपौल जिले के लोहियानगर चैक पर महान समाजवादी चिंतक राममनोहर लोहिया की प्रतिमा पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के माल्यार्पण करने व बाद में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कार्यकर्ताओं की ओर से प्रतिमा धोए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में सुपौल के सदर थाना में मामला दर्ज कराई गई है। मांझी का कहना है कि जिन्होंने प्रतिमा धोई, वो समाजवादी नहीं हो सकते।इस मामले में लोहिया की प्रतिमा धोने के मामले में सुपौल छात्र राजद के जिलाध्यक्ष को गिरफ़्तार कर लिया गया है। छात्र नेता के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।पुलिस के अनुसार, रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने सहरसा जाते समय सुपौल में रुक कर लोहियानगर चैक स्थित लोहिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मांझी के सहरसा रवाना होने के कुछ देर बाद वहां कुछ छात्र राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के जिलाध्यक्ष अनोज कुमार आर्य, लोहिया विचार मंच के प्रमंडलीय अध्यक्ष दुखीलाल यादव और मुकेश के साथ पहुंचे। इन लोगों ने लोहिया की प्रतिमा धोई और फिर माल्यार्पण किया।सदर थाने में इस घटना को लेकर एक मामला दर्ज कराया गया है। सदर थाना प्रभारी राजकिशोर बैटा ने सोमवार को बताया, ‘दंडाधिकारी कालीचरण के बयान पर सदर थाने में इस मामले को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसमें राज्य में शांति व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए चार लोगों को नामजद किया गया है’।उन्होंने कहा कि फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इस पूरे मामले में मांझी ने कहा कि लोहिया किसी के छूने से अछूत नहीं हो सकते। जो लोग प्रतिमा को धो रहे हैं, वो समाजवादी हो ही नहीं सकते।



आलोक कुमार
बिहार 

विशेष आलेख : यूपी में दलित कार्ड के सहारे बीजेपी

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मोदी के विजयरथ को रोकने के लिए अगर जनता परिवार एकजुट हो रहा है तो भाजपा इसकी काट ढूढ़ने में कोताही नहीं बरत रही है। दिल्ली में जिस तरह लोगों ने अपनी एकजुटता दिखाई उसकी पुनरावृत्ति यूपी में ना हो इसके लिए भाजपा अब दलित कार्ड खेलने वाली है, जिसकी स्क्रिप्ट लगभग तैयार हो चली है। पहले अनिल राजभर, फिर दीनानाथ भास्कर का बसपा से स्तिफा, अब अन्य कैडरबेस दलित नेताओं को पार्टी से जोड़ना इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। संभावना यह भी है कि इन दलित नेताओं को भारत रत्न भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन से पहले या एक-दो दिन बाद भाजपा में ज्वाइनिंग करा भी दी जाय। खासकर पूरे देश में चलने वाली सामाजिक समरसता अभियान में दलितों को एकजुट करने का जिम्मा किसी उर्जावान दलित नेता को ही कमान सौंपा जा सकता है। इसमें दीनानाथ भास्कर का नाम सबसे उपर है।  

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बता दें, भाजपा विहिप की तर्ज पर दलित समाज को पार्टी से जोड़ने के लिए सामाजिक समरसता कार्यक्रम की रुपरेखा लगभग तैयार की कर ली है। कार्यक्रम में उच्च जाति वाले नेताओं को दलितों के साथ खाना खाने और उन्हें घर पर न्योता देने की है। इसकी शुरुवात बीजेपी भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन पहले 13 अप्रैल से पूरे देश में करेगी, लेकिन फोकस यूपी में ज्यादा होगा। यह अभियान 20 अप्रैल तक चलेगा। इसमें बीजेपी नेता दलितों की बस्तियों का दौरा करेंगे। वहां रहने वाले स्थानीय लोगों के साथ बैठक की जाएंगी और सहभोज में उनके साथ खाना खाएंगे। इस अभियान का मकसद विभिन्न जातियों और समुदायों को एकजुट करना है। उनके मुताबिक, सभी जातियों के लिए प्रदेश स्तर पर रात्रिभोज इस अभियान के दौरान लखनऊ में आयोजित किया जाएगा। पार्टी का मानना है कि समाज में अभी भी विभिन्न जाति और धर्म लोगों के बीच एक बड़ा फासला बनाते हैं, लेकिन इस अभियान से बदलाव जरूर आएगा। बीजेपी समाज के हर वर्ग के लिए समानता में विश्वास करती है। इसी कार्यक्रम में कभी बसपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व मंत्री रहे दीनानाथ भास्कर को जिम्मेदारी सौंपे जाने की बात कही जा रही है। देखा जाय तो यह सब पक्का हो जाने के बाद ही भास्कर ने बसपा से इस्तिफा दिया होगा, वरना वह इतनी कच्ची गोटी कभी नहीं खेलने वाले। हालांकि इस्तीफा से पहले पत्रकारों से बातचीत में वजह बसपा सुप्रीमों मायावती द्वारा उनकी लगातार की जा रही उपेक्षा बताई है। आरोप भी मढ़ा है कि लोक सभा और विधानसभा चुनावों के दौरान प्रत्याशियों को टिकट देने के नाम लाखों-करोड़ो का सौदा होती है, जो डिमांड पूरी करता है उसी को प्रत्याशी बनाया जाता है। इसके पहले भी वह मायावती से आंतरिक विवादों के चलते 1996 में बसपा से इस्तीफा दे चुके है। जबकि 2006 के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव की उपेक्षात्मक रवैसे इस्तीफा दे चुके है। श्री भास्कर का आरोप है कि सपा हो बसपा दोनों ने उनकी क्षमता, बुद्धि व समाज की उपयोगिता के लिए उनका इस्तेमाल किया, लेकिन जब-जब उनकी लोकप्रियता बढ़ी तो उनकी उपेक्षा कर किनारे लगा दिया गया। 

हाल ही में बसपा सुप्रीमों मायावती ने चुनाव प्रचार से लेकर दलित समाज को एकजुट करने में भरपूर इस्तेमाल किया, लेकिन जब उनके कर्मक्षेत्र औराई विधासभा से प्रत्याशी बनाने की बात आई तो 60 लाख रुपये दुसरे से लेकर उसे प्रत्याशी बना दिया जिसका न कोई जनाधार है और न ही क्षेत्र में वजूद। गौर करने वाली बात यह है कि भास्कर बसपा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। कांशीराम के सबसे नजदीकी और भरोसेमंद माने जाने वाले दीनानाथ भास्कर ही वह शख्स हैं जिनकी वजह से मुलायम सिंह यादव और मायावती के बीच ऐसी दीवार खड़ी हो गयी जो आज तक नहीं गिर पायी। कम लोग जानते हैं कि मायावती से पहले दीनानाथ भास्कर को ही मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव सामने आया था। बात उन दिनों की है जब दीनानाथ भास्कर चंदौली से विधायक और सपा-बसपा गठबंधन की मुलायम सरकार में मंत्री थे। बसपा के संस्थापक कांशीराम ने मुलायम से नाराज होकर सपा-बसपा गठबंधन तोड़ते हुए सरकार गिरा दी थी। सरकार गिर जाने के बाद मुलायम सिंह यादव ने कांशीराम के सामने यह प्रस्ताव रखा था कि अगर वह अपने सबसे प्रिय विधायक दीनानाथ भास्कर को मुख्यमंत्री बनाने को तैयार हों तो समाजवादी पार्टी सरकार का समर्थन कर देगी। श्री भास्कर के मुताबिक कांशीराम इस प्रस्ताव पर सहमत भी हो गये थे, लेकिन मायावती ने गेस्ट हाउस पहुंचकर इस मुद्दे पर कांशीराम के सामने असहमति जताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया था। 

इस धमाचैकड़ी में हो जो भी, इतना तो तय है कि भाजपा के पास सपा जंगलराज व बसपा का दमनात्मक व धनबटोरु तंत्र का एक ठोस नारा है। इनसबके बीच श्री माथुर की निगाहें इस बात पर लगी है मोदी के विजयरथ को रोकने के लिए दिल्ली में एक वर्ग ने जिस तरह अपनी एकजुटता दिखाई उसकी पुनरावृत्ति यूपी में ना हो इसके लिए उन्होंने काट खोजने का काम भी तेज कर दिया है। पार्टी सूत्रों पर भरोसा करें तो माथुर पार्टी के मजबूत संगठनात्मक ढ़ाचे के साथ-साथ एक ऐसे वोट बैंक की तलाश में है जो सपा-बसपा की कमजोरी और उनकी मजबूती का कारण बने। इस लिहाज से पार्टी ने विहिप के नक्शेकदम पर चलकर सामाजिक समरसता अभियान के तहत उच्च जाति वाले नेताओं को दलितों के साथ खाना खाने और उन्हें घर पर न्योता देने जैसे कार्यक्रम की शुरुवात की है। जो भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन मनाने तक चलेगा। इसमें बीजेपी नेता दलितों की बस्तियों का दौरा करेंगे। शुरुवाती दौर में ही सबसे मजबूत दिख रही भाजपा चुनाव के दौरान होने वाली दिक्कतों, मतों के बिखराव व मतों को अपने पक्ष में कैसे किया जाय इसका ताना-बाना बुनना शुरु कर दिया है। प्रभारी यूपी ओपी माथुर का मानना है कि उसके प्रत्याशियों की जीत में दलित वोट बैंक कारगर साबित हो सकता है। पूरा का पूरा ना सही, अगर 5-10 फीसदी भी दलित वोट बैंक को अपने पक्ष में करने में सफल हुए तो परंपरागत व सपा-बसपा के नाराज मतो से उनका प्रत्याशी जीत के पायदान पर होगा। खासबात यह है कि माथुर अगर मान्यवर कांसीराम के जमाने से कैडरबेस नेताओं को पार्टी से जोड़ने में कामयाब हुए तो उन्हें दलित कार्ड खेलने में मददगार साबित हो सकती है। राजनीतिक विश्लेषक भी कुछ इसी तरह के संकेत दे रहे है कि अगर दलित वोट बैंक में भाजपा सेंध लगाने में कामयाब रही तो सफलता कदम चूमेगी। शायद यही वजह भी है कि कैडरबेस दलितों के एक बड़े नेता को पार्टी से जोड़ने की तकरीबन ताना-बाना बुना जा चुका है, सिर्फ मौका देख घोषणा की तिथि का इंतजार है। सूत्र बताते है कि भास्कर को भी भाजपा उसी नजरिए देख रही है और जल्द ही पार्टी में शामिल होने की घोषणा कर सकती है। इस खबर की जहां तक पुष्टि का सवाल है तो भास्कर ने भी कुछ इसी तरह के संकेत दिए है। संभवतः 15-16 अप्रैल के आसपास वह भाजपा में शामिल हो सकते है, लेकिन अंतिम फैसले तक इंतजार करना ही बेहतर होगा। 




सुरेश गांधी 
लेखक आज तकटीवी न्यूज चैनल से संबद्ध है 

विशेष : वन मैन शो में तब्दील हो रही भाजपा

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बंगलूरू में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह जाहिर हो गया कि सामूहिक नेतृत्व वाली यह पार्टी अब वन मैन शो में तब्दील होने जा रही है। मोदी ने इसी मकसद से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अपना विराट रूप दिखाया जिसके तहत समानांतर शक्ति केेंद्र के रूप में अपने को प्रस्तुत करने वाले राजनाथ सिंह को उन्होंने मंच पर जगह देने की बजाय नीचे बैठने को मजबूर कर दिया। राजनाथ सिंह की अध्यक्षी में ही नरेंद्र मोदी का नाम पार्टी प्रधानमंत्री के रूप में प्रस्तुत किया था जिससे शुरू में यह धारणा बन रही थी कि मोदी भले ही प्रधानमंत्री बन गए हों लेकिन वे राजनाथ के प्रोडक्ट हैं इसलिए राजनाथ ही पार्टी में सबसे अधिक महिमावान रहेंगे। राजनाथ सिंह को मंत्रिमंडल में नंबर टू हैसियत के साथ गृह मंत्रालय नवाजना मोदी की मजबूरी समझा गया था लेकिन मोदी ने जल्दी ही स्पष्ट कर दिया कि वे भले ही राजनाथ सिंह ही क्यों न हो लेकिन पार्टी में किसी भी नेता का कद उनके कंधे के बराबर भी नहीं है। राजनाथ सिंह से इसीलिए उन्होंने कुछ ही दिनों में पार्टी का अध्यक्ष पद छिनवा दिया। यही नहीं अमित शाह का चयन पार्टी के नए अध्यक्ष के रूप में किया गया ताकि यह जाहिर किया जा सके कि अब भाजपा में वही होगा जो मोदी चाहेंगे।

इसके बावजूद राजनाथ सिंह उनके मातहत मंत्री की स्थिति को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे और कहीं न कहीं यह झलक जाता था कि चाहे सरकार का मामला हो या पार्टी का मोदी अमित शाह जोड़ी के बीच निर्णय के मामले में उन्हें भी वीटो पावर प्राप्त है। इस तरह की धारणा पर विराम लगाने के लिए ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मंच पर कौन बैठे इसमें आडवाणी के कार्यकाल में बनाए गए फार्मूले को लागू किया गया जिससे राजनाथ सिंह और साथ-साथ सुषमा स्वराज अपने आप मंच पर बैठने के अवसर से वंचित हो गए। राज्य सभा में सदन के नेता होने के मानक के आधार पर वित्त मंत्री अरुण जेटली को मंच साझा करने का अवसर मोदी ने दिला दिया क्योंकि अरुण जेटली लोक सभा का चुनाव भीषण मोदी लहर होते हुए भी नहीं जीत सके जिससे सिद्ध हो गया कि वे नीति निर्धारण में कितने भी उपयोगी हों लेकिन जननेता नहीं बन सकते। मोदी जानते होंगे कि अपनी इस कमजोरी की वजह से अरुण जेटली को महत्व देना उनके लिए निरापद है।

लालकृष्ण आडवाणी को मंच पर तो जगह दी गई लेकिन उनका नाम वक्ताओं की सूची से गायब कर दिया गया। अपनी वरिष्ठता के कारण आडवाणी नरेंद्र मोदी के फैसले पर आपत्ति उठाने की हैसियत रखते हैं और इसका इस्तेमाल भी उन्होंने कुछ अवसरों पर किया है। खतरा यह था कि अगर उन्हें बोलने का मौका मिलता तो शायद वे कुछ ऐसा कह जाते जिससे मोदी की विराटता कहीं न कहीं दरकती और उनके एकाधिकार वादी इरादों में लडख़ड़ाहट आ जाती इसलिए उन्हें बोलने का अवसर ही नहीं दिया गया। मार्गदर्शक मंडल में शामिल मुरली मनोहर जोशी को भी कुछ इसी कारण से वक्ताओं की सूची से बाहर रखा गया।

लालकृष्ण आडवाणी एक समय हिंदुत्व के सबसे बड़े नायक के रूप में स्थापित हो गए थे। यहां तक कि उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई को भी लोकप्रियता में अपने पीछे छोड़ दिया था। राम जन्मभूमि आंदोलन के दौर में वे संघ की आंखों के तारा बन गए थे। संघ ने यह माना था कि आडवाणी ने उसके सपनों को पहली बार साकार होने के करीब तक पहुंचाया है। भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा में दो सीटों से सीधे अस्सी से अधिक सीटों की संख्या तक पहुंचाने का श्रेय खुलकर संघ आडवाणी को दे रहा था लेकिन जब भाजपा को सत्ता मिली तो उनका ग्राफ गिरना शुरू हो गया। आश्चर्यजनक यह था कि जिन अटल बिहारी वाजपेई को संघ केवल एक मुखौटे के तौर पर स्वीकार करता था उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी को हाशिए पर फेेंकने की कोशिशें जब शुरू कीं तो बजाय उनका साथ देने के संघ तटस्थ हो गया। निश्चित रूप से उस समय आडवाणी को संघ की अपने साथ यूज एंड थ्रो की नीति बहुत कचोटी होगी और इसी कुंठा में या अटल जी की तरह संघ और पार्टी के बाहर स्वीकृति के लिए उन्होंने जिन्ना की तारीफ कर डाली। यह दांव उन्हें बहुत महंगा पड़ा। इसके बाद संघ उनके जबरिया रिटायरमेंट पर आमादा हो गया। जब लालकृष्ण आडवाणी ने संघ के इस मामले में हुकुमनामे की अवज्ञा का आभास दिया तो उनके प्रति संघ की बचीखुची हमदर्दी भी खत्म हो गई। ऐसे में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्हें नीचा दिखाने के पीछे मोदी पर संघ का दबाव भी हो सकता है। हालांकि अपने भाषण में मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ के कसीदे भी शिष्टाचार निभाने के लिए पढ़े जिसमें उन्होंने यह तक कहा कि मैं आज जो भी हूं वह आडवाणी जी की वजह से हूं लेकिन आडवाणी ने यही माना है कि वक्ताओं की सूची में उन्हें शामिल न करके उनका अपमान किया गया है। स्थापना दिवस पर अगर उन्हें बोलने का मौका मिल जाता तो उनके गुबार बाहर आ सकते थे। इसी खतरे को भांपकर उन्हें पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में आमंत्रित ही नहीं किया गया।

कुल मिलाकर भाजपा ने जो मार्गदर्शक मंडल बनाया है उसका सार चुके हुए वरिष्ठ नेताओं की राजनीतिक अंत्येष्टि के अलावा कुछ नहीं है। मार्गदर्शक मंडल में सर्वोपरि अटल बिहारी वाजपेई संज्ञाशून्य हालत में जीवन के अवसान की बेला में हैं इसलिए उनके किसी तरह के हस्तक्षेप का कोई मतलब ही नहीं रह गया। इसके अलावा लालकृष्ण आडवाणी और डा. मुरली मनोहर जोशी को साफ संदेश दिया जा रहा है कि अब चुप रहने में ही उनकी भलाई है ताकि उनका अंतिम समय ससम्मान गुजरे।

विडंबना यह है कि तानाशाही के कई मामलों में सकारात्मक परिणाम भी आए हैं लेकिन मोदी के संदर्भ में इसमें ऐसी परिणामों की उम्मीद कम है बल्कि उनके सर्वसत्ता वाद से देश के लिए जोखिम की आशंका ज्यादा है। मोदी की सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि उनके पास में नेता जैसी दूरदृष्टि और विजन नहीं है। गर्वनेंस के मामले में ब्यूरोक्रेटिक एक्सरसाइज टाइप के कुछ फंडे उनके पास हैं लेकिन इन फंडों से किसी देश में नए युग के सूत्रपात का बीज नहीं बोया जा सकता और राजनीतिक नेतृत्व के लिए ऐसा करने की क्षमता उसमें होना नितांत अपरिहार्य है।



liveaaryaavart dot com

के  पी  सिंह 
ओरई 

अमिताभ बच्चन पद्म विभूषण से सम्मानित

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राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन को पद्म विभूषण से सम्मानित किया। मलुर रामास्वामी श्रीनिवासन और के.के. वेणुगोपाल को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। 

मलुर को यह सम्मान विज्ञान तथा इंजीनिरिंग के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय कार्य के लिए तथा विधिवेत्ता वेणुगोपाल को राजनीतिक मामलों में विशेष कार्यो के लिए यह सम्मान दिया गया है। पद्म अलंकरणों की घोषणा इस साल गणतंत्र दिवस पर की गई थी। पद्म विभूषण के अतिरिक्त राष्ट्रपति ने पद्म अलंकरणों की अन्य श्रेणियों के पुरस्कार पद्मश्री और पद्म भूषण भी प्रदान किए।

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (08 अप्रैल)

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स्वास्थ्यकार्ड बनवाने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करंेगी मदद, प्रशिक्षण सम्पन्न

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) जनकल्याणकारी योजनाओं को जनजन तक पहुँचाने का कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रखण्ड सभागार में मंगलवार को गरीबों को चिन्हित कर स्मार्ट कार्ड व स्वास्थ्य बीमा कराने में में प्रखण्ड प्रशासन को मदद करने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक जिला समन्वयक अभय रंजन और आॅपरेटर निर्भय उपाध्याय ने बताया कि अपने पोषक क्षेत्र के गरीबों को चिन्हित कर उसकी सूची आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तैयार रखे और शिविर लगने पर उन परिवार के मुखिया को वहाँ पहुँचाने में मदद करे। जिसमें आइसीडीएस की महिला पर्यवेक्षिकाएँ भी उनकी मदद करेंगी। विद्यालयपूर्व शिक्षा का अलख जगाने का काम करने वाली सेविकाओं को उनका सम्मान नहीं मिल पा रहा है। फिर भी आंगनबाड़ी सेविकाएँ सभी सरकारी योजनाओं को जन सामान्य तक पहुँचाने का कार्य करती आ रही है। मंगलवार को हुए प्रशिक्षण के दौरान महिला पर्यवेक्षिका प्रीति कुमारी, गीता कुमारी, किरण कुमारी, सुनिता और दीपमाला मुख्य रूप से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ देखी गयी।

मैनाटांड मंे छापामारी बिचैलिए फरार, कार्यालय द्वारा बिचैलिओं को संरक्षण
  • मुख्यमंत्री की घोषणा की निकली हवा, बिचैलिए की चपेट में आए पत्रकार

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और नरकटियागंज के अनुमण्डल पदाधिकारी कौशल कुमार के निर्देश पर मैनाटांड थानाध्यक्ष ने बाल विकास परियोजना कार्यालय में छापामारी किया। ज्यों-ज्यों दवा की मर्ज बढता गया कि तर्ज पर सरकारी कार्यालयों में बिचैलियों का दबदबा बढता जा रहा है। हालकि नीतीश कुमार की घोषणा यह कि अब बिचैलियों की खैर नहीं कि हवा निकलती जा रही है। इसी क्रम में मंगलवार को मैनाटांड प्रखण्ड स्थित समेकित बाल विकास परियोजना कार्यालय में थानाध्यक्ष शफीक उर रहमान ने पुलिसबल के साथ छापामारी की। बकौल रहमान तकरीबन सभी सरकारी कार्यालय में दलालों का कब्जा है, जिनके द्वारा लोगों का शोषण किया जाता हैं। इतना ही नहीं इस कार्य में कतिपय अधिकारियों का परोक्ष वरदहस्त प्राप्त है। मैनाटांड के थानाध्यक्ष के अनुसार आईसीडीएस कार्यालय में छापामारी के दौरान बिचैलिए फरार हो गये जबकि कार्यालय में उन्हें कार्यालय सहायक के अलावा कोई नहीं मिला। उल्लेखनीय है कि अनुमण्डल पदाधिकारी कौशल कुमार के अंगरक्षक पर बिचैलिओं पर किए गये मुकदमा को उठा लेने के मामले में धमकाने का आरोप संबंधीत आवेदन शिकारपुर थाना में हितेन्द्र प्रताप शाही ने सोमवार को दिया है। इसके पूर्व एक बिचैलिया द्वारा पत्रकार एम एल सत्यम की पिटाई की गई थी।

शम्स बीएड काॅलेज के प्रशिक्षितों को अभ्याससत्र के लिए 23 स्कूल स्वीकृत 

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) प्रखण्ड के साठी थानान्तर्गत कटहरी में स्थित शम्स शिक्षक प्रशिक्षण(बीएड) काॅलेज को जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय आदेश के ज्ञापांक संख्या 67 दिनांक 16 मार्च 2015 द्वारा अभ्यास सत्र संचालित करने की अनुमति दे दी है। इस बावत बताया जाता है कि इस अनुमति के बाद शम्स बीएड काॅलेज से शिक्षा पूर्ण करने वाले प्रशिक्षित अभ्यर्थी अब जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा स्वीकृत विद्यालयों में अभ्यास के लिए जा सकेंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से जिन विद्यालयों के नाम बताए गये है उनमें राजा राम उच्च विद्यालय साठी, राजा राम बालिका उच्च विद्यालय साठी, राजकीय कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय साठी, गोनाही उत्क्रमित मध्य विद्यालय साठी, रेलवे प्रवेशिका उच्च विद्यालय नरकटियागंजं, उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय नरकटियागंज, मतिसरा कुँवर बालिका उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय नरकटियागंज, राम नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय केहुनिया, मध्य विद्यालय केहुनिया, मध्य विद्यालय खजुरिया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय भगौना, मध्य विद्यालय गोबरौरा, मध्य विद्यालय जमुनिया, अदालत हुसैन उच्च विद्यालय बगही रामनगर, उत्क्रमित उच्च विद्यालय सोमगढ साठी, रामचन्द्र लाल उच्च विद्यालय मथुरा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलवा साठी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुसहरी साठी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय धमौरा साठी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय परसौना और उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुसहरवा के नाम है। बीएड काॅलेज के प्रशिक्षुओं को अभ्याससत्र के दौरान नए चेहरों की तलाश पुलिस को रहेगी। प्रशिक्षण काॅलेज को अभ्याससत्र की अनुमति मिलने के बाद काॅलेज के प्रशिक्षुओं में काफी प्रशन्नता दिखी, जिनमें बीएड के विद्यार्थी तारिक अनवर, स्वाति बाजपेयी, शकील अहमद और रेशमा रहमान काफी उत्साहित दिखे। प्रशिक्षण काॅलेज के प्राचार्य अश्विनी कुमार ठाकुर, अब्दुर्रहमान सचिव समेत अन्य लोगांे ने महाविद्यालय के प्रशिक्षुओ को अभ्याससत्र चलाने की अनुमति मिलने की खबर पर जश्न मनाया है। 

जनता दरबार में भूमि और धमकी का मामला छाया रहा, बाप को बेटों ने ठुकराया संवाददाता

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नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) नरकटियागंज में प्रशिक्षु भाप्रसे अधिकारी सह अनुमण्डल पदाधिकारी के कार्यालय मंे आयोजित जनता दरबार में फरियादियों की लम्बी कतार देखने को मिली। फरियादियों में सकीना खातुन, बासुदेव तिवारी, शेख रेयाजुल, महम्मद शकील मियाँ, जंग बहादुर गद्दी, लालबहादुर गद्दी, नगीना पासवान, मानती देवी, अजय यादव और अनिरूद्ध यादव ने मुख्य रूप से अपनी समस्याओं को अनुमण्डल पदाधिकारी के समक्ष रखा। जिसमें बहुअरवा गाँव की महाबीरी आखाड़ा की जमीन को मुक्त कराने की फरियाद वहाँ के लोगों ने की। ग्रामीणों ने अपने विचार रखते हुए बताया कि उपर्युक्त वर्णित भूमि को जिला के वरीय उपसमाहत्र्ता ने कट्टर पंथियों से मुक्त कराया था। बाबूजान मियाँ और साबीर मियाँ द्वारा फिर से वही हालात बनाने की कोशिश जारी है और उपर्युक्त जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा हैं। ग्रामीण भूमि सुधार उपसमाहत्र्ता के पास आवेदन देकर 09 फरवरी 2014 से गुहार लगा रहे है 10 दिन में खाली कराने की बात अधिकारी ने कही किन्तु 13 माह बीतने के बावजूद मामले में कोई सकारात्मक कार्रवाई अभी तक नही की जा सकी है। दूसरा अहम मामला आया अजय यादव का जिन्होंने आरोप लगाया है कि जयपाल यादव, केदार राम और विनोद राम शनिवार 4 अप्रील 15 को करीब साढे नौ बजे बिना वजह घर में घुस कर मारपीट किया। जिसमें उसके पिता अनिरूद्ध यादव और अजय दोनो जख्मी हो गये। उपर्युक्त प्रकरण में शिकारपुर थाना में काण्ड संख्या 146/15 प्राथमिकी दर्ज है। उस मामले को उठाने के लिए केदार, जयपाल और विनोद मंगलवार की रात्री घर पहुँचकर धमकाया कि मामला वापस ले लो, जिससे उसका परिवार दहशत में है। उधर केसरिया के वरिष्ठ भारतीय रामनाथ प्रसाद ने फरियाद लगाया की उसके तीन पुत्र हैं लेकिन किसी को उनकी परवाह नहीं है। इस बुढापे में सारी सम्पत्ति रहते हुए खाने को मुँहताज हूँ, इसपर अनुमण्डल पदाधिकारी कौशल कुमार ने फौरी तौर पर उनके तीनों बच्चों को बुलाकर हालात सुधारने का निर्देश दिया।

ए.आई.एस.एफ. ने ऐसंबली बम काण्ड दिवस पर चेतावनी मार्च निकाल कर फूंका

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  •  पी.यू. वी.सी. का पुतला, कर्मचारियों के जायज मांगों को मानकर पूरी तरह छात्र हित मंे 
  • अविलंब फैसला ले वी0सी0, मांगे पूरी नहीं होने पर होगा आंदोलन उग्र। 

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पटना वि.विः- पटना वि.वि. कर्मचारी संघ द्वारा आहूत अनिश्चित कालीन कलमबंद हड़ताल को समाप्त कराने को लेकर, पार्ट वन का परीक्षा स्थगित किये जाने एवं पठन-पाठन अवरुद्ध होने को लेकर आॅल इंडिया स्टूटेन्ट्स फेडरेशन ने साइंस काॅलेज परिसर से चेतावनी मार्च निकाल कर अशोक राजपथ होते हुए पटना वि.वि. मुख्यालय पहुंचा। जहां हड़ताल कर रहे कर्मचारियों के साथ छात्र कर्मचारियों की एकता जिन्दाबाद, कर्मचारियों की मांगे पूरी हो जैसे नारे छात्र एवं कर्मचारियों ने लगाया। मुख्यालय में कुलपति के नहीं रहने के कारण छात्र कुलपति आवास पहुंचे। जहां गगनभेदी नारों के साथ कुलपति का पुतला फूंका। जिकसे बाद छात्रोें ने एक सभा भी किया। सभा को संबोधित करते हुए संगठन के राज्य उपाध्यक्ष निखिल कुमार झा ने वि.वि. प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि कर्मचारियों की मांगों को अविलम्ब पूरी कर छात्र हित एवं कर्मचारी हित में फैसला लें। पटना वि.वि. अध्यक्ष संदीप कुमार ने सभा की अध्यक्षता करते हुए कहा कि बी.एन. काॅलेज के प्रो. विनय कंठ को वि.वि. द्वारा अपमानित करने की घटना को लेकर वि.वि. द्वारा प्रो. कंठ से माफी मांगने की बात कही। 
 छात्र नेताओं ने वि.वि. की अराजक स्थिति पर चर्चा करते हुए पटना वि.वि. में पठन-पाठन का माहौल कायम करने के लिए कर्मचारी संघ की जायज मांगों को पूरा कर हड़ताल समाप्त करने की बात कही। मांग शीघ्र पूरी नहीं होने पर आंदोलन को तीव्र करने की चेतावनी छात्रों ने दी। इस अवसर पर पटना जिला सचिव रूपेश सिंह, जिलाध्यक्ष महेश कुमार, राज्य कार्यकारिणी सदस्य रंजीत पंडित, पी.यू. सचिव प्रभात कुुमार  उपाध्यक्ष मुकेश कुमार, ज्योति कुमारी, सह-सचिव शहनाज परवीन, पटना लाॅ काॅलेज सचिव अमित कुमार सिंह, पुष्पेन्द्र प्रणय, राहुल कुमार, साजन झा, अनुराग कुमार, चन्दन कुमार, विजय कुमार वर्मा, जयनारायण, राजीव कुमार, विकास सिंह, पीयूष कुमार सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे।
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