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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कनाडा से भारत के लिए रवाना हुए

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ्रांस, जर्मनी और कनाडा तीन देशों की अपनी यात्रा को संपन्न कर शुक्रवार रो स्वदेश रवाना हो गए। यात्रा के दौरान फ्रांस के साथ 36 रफाल विमानों की आपूर्ति और कनाडा के साथ यूरेनियम करार सहित विभिन्न महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।

कनाडा से भारत के लिए कूच करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फेयरवेल डिनर के दौरान कहा कि भारत और कनाडा के बीच सामर्थ्य और संभावनाओं का मेल हुआ। उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच की बाधाएं अब सेतु में बदल गई हैं। उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री के साथ रात्री भोज किया। मोदी ने कहा, 'मुझे यह यात्रा हमेशा याद रहेगी। मुझे यकीन है कि भारत और कनाडा आगे भी मिलकर एक साथ चलेंगे.'उन्होंने कहा, 'बाधाएं अब सेतु में बदल गई हैं। उम्मीद है कि मेरी यात्रा से दोनों देशों के बीच साझेदारी की एक नई शुरुआत होगी।'

उन्होंने कहा, 'मेरी यह यात्रा इसलिए ऐतिहासिक नहीं है, क्योंकि भारत का प्रधानमंत्री 42 साल बाद यहां आया है, बल्कि यह इसलिए ऐतिहासिक है क्योंकि इतने लंबे अंतराल के बावजूद दूरियां पलों में खत्म हो गईं।'मोदी ने कहा, मुझे यकीन है कि दोनों देश मिलकर आगे बढ़ेंगे। मोदी बोले, 1.2 बिलियन भारतीयों की ओर से 1.2 मिलियन कनाडाई भारतीयों को शुभकामनाएं। इससे पहले मोदी ने शुक्रवार को कनाडा की अपनी यात्रा के आखिरी दिन वैंकूवर पहुंचे और उन्होंने यहां एक मंदिर और गुरुद्वारा में जाकर मत्था टेका था। वैंकूवर में पीएम पहले गुरुद्वारा खालसा दीवान गए और मत्था टेका। इस दौरान कनाडा के पीएम स्टीफ़न हार्पर भी उनके साथ थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुद्वारे में सिख समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका सिख समुदाय से खून का रिश्ता है। पीएम ने कहा कि सिख समुदाय के लोग कनाडा में खेती करने आए थे, लेकिन आज कनाडा की पहचान में सिख समुदाय के लोगों का अहम योगदान है।

गुरुद्वारे के बाद मोदी लक्ष्मी नारायण मंदिर भी गए, जहां उन्होंने योग के बारे में अपनी राय रखी। पीएम ने योग दिवस घोषित किए जाने पर संयुक्त राष्ट्र का धन्यवाद भी किया। इससे पहले कनाडाई कंपनियों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कहा कि उनकी सरकार सुधारों पर तेजी से आगे बढ़ रही है और उसने रेलवे, बीमा और आवास जैसे क्षेत्रों को खोल दिया है।

मोदी ने गुरुवार को 30 शीर्ष कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से कहा ‘‘कनाडा में क्षमता है। भारत अवसर मुहैया कराता है। यदि दोनों को मिला दें तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह संबंध कितनी ऊंचाई तक जा सकता है।’’ प्रधानमंत्री ने मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से कहा कि भारत-कनाडा के संबंध में कई तरह की क्षमताएं और मौके हैं।

गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने टोरंटो में स्टीफन हार्पर के साथ एयर इंडिया स्मारक जाकर उन 329 लोगों को श्रद्धांजलि दी, जो साल 1985 में कनिष्क विमान हादसे में मारे गए थे। दोनों प्रधानमंत्रियों ने स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए और वहां मौजूद उन लोगों से बातचीत की, जिन्होंने उस आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खो दिया। यह स्मारक साल 2007 में बना था। मांट्रियाल से नई दिल्ली जा रहा एयर इंडिया के विमान कनिष्क 23 जून, 1985 को धमाके से उड़ा दिया गया था। इस आतंकी हमले में 329 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक थे। प्रधानमंत्री ने अपनी रवानगी से पहले ट्वीट किया, ‘‘गहन संतोष के साथ मैं कनाडा से रवाना हो रहा हूं। यह यात्रा भारत-कनाडा संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी। कनाडा के लोगों का बहुत बहुत शुक्रिया।’’

आधुनिक एवं अनुकूल कर व्यवस्था वाला देश है भारत

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केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि भारत ने प्रशासनिक एवं विधायी सुधार की शुरूआत की है और अब वह आधुनिक एवं अनुकूल कर प्रणली अपनाने के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। जेटली ने पीटर्सन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनोमिक्स को संबोधित करते हुये कहा, ऐसी आधुनिक कर प्रणाली, जो लोगों के लिए अनुकूल और कारोबार के लिए लिए सुगम हो, ही आर्थिक वृद्धि को दोहरे अंक में पहुंचाने के लक्ष्य को हासिल करने की कुंजी होगी।

वित्त मंत्री ने आधुनिक कर प्रणाली पर अपनी दृष्टि पेश करते हुए कहा, कर नीतियां एवं प्रशासन अनुपालन को प्रोत्साहित करना चाहिये। उनका प्रशासन उचित रूप से, पारदर्शिता और न्यूनतम स्वविवेक के साथ, करदाताओं के उत्पीड़न के बगैर होना चाहिए, लेकिन साथ ही यह सुनिश्चित हो कि कर चोरी से सख्ती से निबटा जाएगा।

जेटली ने कहा कर का दायरा बड़ा होना चाहिए ताकि हर नागरिक को लगे कि वह सरकार का हिस्सा है। लेकिन दरें कम होनी चाहिए। वित्त मंत्री ने कहा कि इन उददेश्यों को प्राप्त करने के लिए भारत को अप्रत्यक्ष कर, प्रत्यक्ष कर और कर प्रशासन के लिए 21वीं सदी की प्रणाली की जरूरत है। जेटली ने भरोसा जताया कि संसद अगले तीन हफ्तों में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लिए आवश्यक संवैधानिक संशोधन विधेयक पारित कर देगा। उन्होंने कहा जीएसटी आधुनिक कर प्रणाली है जो उपभोग आधारित मूल्यवर्धित कर है और ऐसा कर है जिसमें विभिन्न तरह के करों से बचा जा सकेगा। इससे कर का व्यापक आधार तैयार होगा और आने वाले दिनों में राजस्व की स्थिति और कर-सकल घरेलू उत्पाद का अनुपात मजबूत होगा।

जीएसटी से सिर्फ पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचार भी घटेगा क्योंकि इससे दस्तावेजी प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने कहा हमने केंद्र के स्तर पर इसे अगले तीन सप्ताह में संसद में पारित कराने का लक्ष्य रखा है जिसके बाद यह राज्यों के पास जाएगा। उन्होंने कहा हमने पास जीएसटी परिषद है जिसमें केंद्र और सभी राज्यों का प्रतिनिधित्व है। यह बेहद लोकतांत्रिक संचालन और मतदान प्रक्रिया है। जीएसटी परिषद कई ऐसे फैसले करेगी जो राजस्व निरपेक्ष दर से जुड़ा रहा है। उन्होंने कहा हम दर को प्रतिस्पर्धी अंतरराष्ट्रीय स्तर के करीब रखने और छूट कम करने का लक्ष्य रखेंगे।

बिहार : गुंडई बिहार पुलिस की और राज सुशासन का ???

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दिल्ली की अपनी लाखो की तनखाह वाली नौकरी छोड़ दम्पति बिहार के मधुबनी अर्थात अपने गृह जिला की और प्रस्थान करते हैं, मन में एक जज्बा बिहार के लिए, बिहार के लोगों के लिए शिक्षा और रोजगार के लिए कुछ कर गुजरने का........

समस्याओं से दो चार होते हुए अपने कार्य की नींव रखते हैं और दोनों दंपत्ति अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा अपने मिशन में लगाते हैं........

जिला पुलिस कप्तान अपने सभी थाना प्रभारियों की मीटिंग बुलाते हैं जिनमे से एक थाना प्रभारी लौटते समय एक दूकान पर युवक के साथ बदसलूकी गाली गलौज और मार पीट करता है साथ ही पकड़ कर नगर थाना ले जाता है जहाँ नगर थाना प्रभारी के साथ मिल कर फिर से मार पिटाई की जाती है, बदतमीजी गाली गलौज और जलील किया जाता है ये सब पुलिसिया वर्दी में बिना ऍफ़ आई आर के बिना केस दर्ज किये किया जाता है. जब महिला द्वारा थाना से फ़ोन पर बात की जाती है तो थाना से सम्पूर्ण अभद्रता गाली गलौज के साथ देख लेने की धमकी मिलता है.

जिला पदाधिकारी और जिला पुलिस कप्तान को जब घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया जाता है तो दोनों ख़ामोशी से मामला दबाने की बात करते हैं....

गौरतलब है की दंपत्ति पुलिस के आला पदाधिकारी परिवार से सम्बन्ध रखते हैं जी हाँ आला पदाधिकारी अर्थात भारतीय पुलिस सेवा के परिवार से......

जो जज्बे के साथ अपने ऐशो आराम की नौकरी छोड़ अपनी मातृभूमि के लिए कुछ करने आया जाहिर है वो आवाज खामोश रहने वाला नहीं हो सकता है..........

इन्ही घटनाक्रम के बीच स्थानीय पत्रकारों से पता चलता है कि नगर थाना से वरिष्ट पुलिस पदाधिकारी की नजर शहर एक एक छात्रा पर पड़ जाती है, कुदृष्टि और दबंगता का आलम ये की अपनी हवस के लिए छात्रा को उठवा लिया जाता है और दो तीन दिन बाद उसे वापिस छोड़ दिया जाता है, शरीफ शहरी अपने इज्जत प्रतिष्ठा के लिए मामले में खामोश रहना पसंद करता है और पुलिस की गुंडागर्दी आसमान पर ....

क्या बिहार वापसी इन शर्तों पर है.......... 

गुंडई बिहार पुलिस की और राज सुशासन का ???


मुख्यमंत्री जी आप किन शर्तों पर अपने बिहार लौटने वाले उद्यमियों को सुरक्षा और व्यवस्थापन की गारेंटी देते हैं !!!

हिंदू एक धर्म नहीं जीवनशैली है: मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर के साथ एक गुरूद्वारे तथा एक मंदिर में गए और कहा कि हिंदुत्व एक धर्म नहीं बल्कि एक जीवनशैली है. टोरंटो से यहां पहुंचे मोदी और हार्पर सीधे गुरूद्वारा गए जहां उन्होंने प्रार्थना सभा में भाग लिया. उन्हें ‘सरोपे’ भेंट किए गये.

गुरूद्वारे में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि कनाडा में बसे सिखों ने यहां अपने काम के जरिए भारत के लिए सम्मान हासिल किया है उन्होंने गुरू नानक की शिक्षाओं तथा शहीद भगत सिंह समेत भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सिखों की भूमिका के बारे में बात की. मोदी ने इस बात को रेखांकित किया कि किस प्रकार सिखों ने बलिदान दिया और इसी संदर्भ में उन्होंने मानवता के लिए काम करने की जरूरत पर बल दिया. इसके बाद मोदी और हार्पर लक्ष्मी नारायण मंदिर गए जहां उन्होंने एक बार फिर कनाडा में रह रहे भारतीयों की सराहना की. उन्होंने हिंदू धर्म के जरिए मानवता के लिए काम करने की जरूरत जतायी.

मोदी ने कहा, ‘‘ भारत में उच्चतम न्यायालय ने ‘हिंदू धर्म’ की बड़ी सुंदर परिभाषा दी है ....उच्च्तम न्यायालय ने कहा है कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है बल्कि यह एक जीवनशैली है... मैं समझता हूं कि उच्चतम न्यायालय की परिभाषा रास्ता दिखाती है.’’ उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म ने वैज्ञानिक जीवन पद्धति के जरिए वन्यजीवों समेत प्रकृति के लाभ के लिए काम किया है. उन्होंने कहा, ‘‘ यह जीवन की छोटी समस्याओं के समाधान का रास्ता दिखा सकता है.’’ प्रधानमंत्री ने 21 जून को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किए जाने का भी जिक्र किया. उन्होंने भारतीय समुदाय से मानवता के लाभ के लिए योग के बारे में संदेश को प्रसारित किए जाने को कहा. उन्होंने दोनों धार्मिक स्थलों पर द्विपक्षीय संबंधों के विकास में भारतीय मूल के कनाडाई लोगों की भूमिका को प्रमुखता से सराहा.

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद बर्दाश्त नहीं: जितेन्द्र सिंह

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अलगाववादी नेता मसर्रत आलम भट को जम्मू कश्मीर में गिरफ्तार किए जाने के बीच केंद्र ने आज कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर  रख रहा है और आतंकवाद तथा अलगाववाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि काफी भिन्न विचारधाराओं के बावजूद राज्य में भाजपा-पीडीपी गठबंधन विशुद्ध रूप से शासन के लिए किया गया था और इसके सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मंत्री की यह टिप्पणियां बुधवार को राज्य में एक रैली के दौरान पाकिस्तानी झंडा लहराने के संबंध में आलम की गिरफ्तारी के बाद आयी हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में स्थिति पर करीब से नजर रख रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय समय समय पर हो रही घटनाओं से खुद अवगत है। वे जम्मू कश्मीर सरकार को बेशकीमती मार्गदशर्न भी मुहैया करा रहे हैं।

जितेन्द्र सिंह ने कहा, जहां तक केंद्र और राज्य में भाजपा का संबंध है, राष्ट्रवाद और देशभक्ति का संबंध है, हमारा रुख हमेशा से एक ही रहा है। हम आतंकवाद, अलगाववाद के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति का अनुसरण करते हैं, जम्मू कश्मीर में जो गठबंधन बना है वह विशुद्ध रूप से शासन के लिए है। सिंह ने स्पष्ट किया कि सिद्धांतों पर कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, जो 60-65 सालों से हमारे दिल के करीब रहे हैं, किसी को यह भ्रम नहीं पालना चाहिए कि केवल गठबंधन की सरकार में बने रहने के लिए भाजपा इनमें से किसी सिद्धांत पर समझौता करने को तैयार होगी।

मंत्री ने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर में खंडित जनादेश के कारण भाजपा और पीडीपी साक्षा न्यूनतम कार्यक्रम के आधार पर विशुद्ध रूप से शासन के लिए लोकतांत्रिक जिम्मेदारियों के निर्वाह के मकसद से सरकार गठन के लिए एक दूसरे के साथ आए थे। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि आज के अनुभव से भी दोनों दल यह सबक सीखेंगे कि उन्हें एक दूसरे के अधिकार क्षेत्र और वैचारिक दष्टिकोण में घुसपैठ नहीं करनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जतायी कि दोनों पक्ष आम आदमी से जुड़े व्यापक हितों वाले मुद्दों पर अपनी ताकत लगाएंगे।

सिंह ने यह भी उम्मीद जतायी कि दोनों दल उन मुद्दों पर सहमत होना सीखेंगे जिन पर हम एक दूसरे की आंखों में आंखें डालकर नहीं देखते और दोनों आए दिन ऐसी विवादास्पद स्थितियां पैदा नहीं होने देंगे। राज्य सरकार द्वारा आलम की गिरफ्तारी में हुई देरी के संबंध में सवाल किए जाने पर सिंह ने कहा कि मैं नहीं समझता कि इसमें देरी हुई, मुझे लेकिन यह विश्वास है कि आज की घटना हम सभी के लिए एक सबक होगी। हमें इस बारे में पूरी तरह स्पष्ट होना पड़ेगा कि कैसे आगे बढ़ा जाए और यदि यह देरी है तो इससे बचा जाना चाहिए।

केंद्र की जिम्मेदारी के संबंध में सिंह ने कहा कि मैं चर्चा में खुद को शामिल नहीं करना चाहूंगा क्योंकि राज्य सरकार इस मामले में पहले से ही कार्रवाई कर रही है और इसलिए कोई अवांछित टिप्पणी राज्य सरकार की योजना में हस्तक्षेप होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तो हमेशा ही फायदा उठाने की फिराक में रहता है लेकिन जहां तक हमारा और भाजपा का संबंध है हम इस बारे में पूरी तरह स्पष्ट हैं। अलगाववाद और आतंकवाद के प्रति हमारी कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति है।

जितेन्द्र सिंह ने कहा कि हमारा ऐसा संगठन है जिसके संस्थापकों ने देशभक्ति के नाम पर जम्मू कश्मीर की धरती पर अपने प्राण न्यौछावर किए थे और ऐसे में हमारे अपने अस्तित्व का मूल कहलाने वाले आधाभूत सिद्धांतों से भटकना हमारे लिए पाप है। गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए गह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि गठबंधन सरकार जम्मू कश्मीर के हित में है, इसे भाजपा या केंद्र सरकार के लिए एक कमजोरी के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। हम इस बारे में पूरी तरह स्पष्ट हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक हमारी अवधारणा का संबंध है, हम भारतीय क्षेत्र के भीतर किसी प्रकार की भारत विरोधी गतिविधि बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसलिए राज्य सरकार को हमारी तरफ से प्रोत्साहन था कि उन्हें और देरी किए बिना तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।

रिजीजू ने कहा कि वह इसे बेहद स्पष्ट करना चाहते हैं कि कोई भी जो भारतीय व्यवस्था का उल्लंघन करता है या ऐसा काम करता है जो देश के राष्ट्रीय गौरव और राष्ट्रीय भावनाओं पर नकारात्मक असर डालती है या कानून का उल्लंघन करती है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने के साधन हैं। उन्होंने कहा कि आलम का आचरण ऐसा रहा है कि जो राष्ट्रीय हितों को गिराता है और इसलिए नियमों के अनुसार उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग हैं जो घाटी में अनावश्यक तनाव फैलाने का प्रयास कर रहे हैं जहां बहुसंख्यक लोग ऐसे विचार नहीं रखते हैं। कुछ छोटे मोटे तत्व हैं, जो इस प्रकार पाकिस्तानी झंडा लहराते हैं या पाकिस्तान समर्थक नारेबाजी करते हैं। वे बहुसंख्यक कश्मीरी नहीं हैं। ये मामूली तत्व हैं।

रिजीजू ने कहा कि कार्रवाई सरकार को करनी है और सरकार यह कर रही है। हम बहुत स्पष्ट हैं कि हम कश्मीर तथा देश में कहीं भी ऐसी सभी गतिविधियों पर नजर रखेंगे। भाजपा और पीडीपी की राजनीतिक विचारधारा के एकदम भिन्न होने और चुनाव में खंडित जनादेश के कारण दोनों के साथ आने की बात करते हुए रिजीजू ने कहा, इसका यह मतलब नहीं है कि हम राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करेंगे। हम अपने नजरिए को बेहद स्पष्ट करते रहेंगे। भारत सरकार इसे पूरी तरह स्पष्ट कर चुकी है।

संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि कोई भी जिसकी पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति है वह स्वीकार्य नहीं है। यहां कानून है, नियम है, कानून अपना काम कर रहा है। हम अपने देश में नहीं चाहते कि कोई राष्ट्र विरोधी काम करे। 45 वर्षीय कट्टरपंथी नेता मसर्रत आलम को बीती रात घर में नजरबंद कर दिया गया था और उसे आज सुबह हब्बाकदाल इलाके में उसके घर से गिरफ्तार कर शहीद गंज पुलिस स्टेशन ले जाया गया। बुधवार को गिलानी के स्वागत के लिए आयोजित रैली में पाकिस्तान के क्षंडे लहराए गए और भारत विरोधी नारेबाजी की गयी। इसके बाद राज्य सरकार में पीडीपी की सहयोगी भाजपा ने भट को फिर से गिरफ्तार किए जाने की मांग की।


सुप्रीम कोर्ट ने जयललिता की बेल की अवधि 12 मई तक बढ़ाई

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सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति मामले में सजा पा चुकीं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता तथा अन्य की जमानत अवधि तबतक के लिए बढ़ा दी है, जबतक कि दोषसिद्धि तथा सजा के खिलाफ उनकी अपील पर कर्नाटक हाई कोर्ट फैसला नहीं सुना देता.प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एच.एल.दत्तू की अध्यक्षता वाली पीठ ने जयललिता की अपील पर कोई फैसला सुनाने के लिए उच्च न्यायालय को भी 12 मई तक का समय दे दिया. यह समय सीमा शुक्रवार को खत्म हो रही थी.

एक वरिष्ठ वकील ने न्यायालय से कहा कि विशेष लोक अभियोजक के रूप में जी.भवानी सिंह की नियुक्ति के खिलाफ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के नेता की याचिका पर विभाजित फैसले के बाद अब इसकी सुनवाई सर्वोच्च न्यायालय की तीन सदस्यीय पीठ करें. इसके बाद न्यायालय ने उच्च न्यायालय द्वारा फैसला सुनाने की समय सीमा आगे बढ़ा दी.  उम्मीद जताई जा रही है कि तीन न्यायाधीशों की पीठ 12 मई के पहले मामले की सुनवाई पूरी कर फैसला सुना देगी.

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (17 अप्रैल)

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31लाख से ज्यादा की अवैध शराब सहीत ट्रक जप्त, दो आरोपी गिरफ्तार

jhabua news
झाबुआ---पुलिस अधीक्षक श्रीमती कृष्णा वेणी देसावतु ने बताया कि आज दिनांक 17.4.15 को थाना प्रभारी कोतवाली झाबुआ निरीक्षक शेरसिंह बघेल एवं उनकी पुलिस टीम द्वारा गश्त के दौरान फुलमाल रोड़ पर वाहन चेकिंग किये जा रहे थे। मुखबिर द्वारा अवैध शराब परिवहन किये जाने की भी सूचना दी गई थी। वाहन चेकिंग के दौरान ट्रक क्रमांक एमपी 09 एचएफ-2698 को चेक किये जाने पर ड्रायवर एवं क्लीनर घबरा गये एवं उनके द्वारा गलत जानकारी दी जाने लगी। ट्रक क्रमांक एमपी 09 एचएफ-2698 को चेक किये जाने पर उसमें शराब भरी होना पाई गई। ट्रक ड्रायवर से कागजात चाहे जाने पर उनके पास कोई कागजात नहीं होना पाये गये। ट्रक ड्रायवर एवं क्लीनर ने बताया कि उनके पास कोई कागजात नहीं है, उक्त शराब को वे इंेदौर से भरकर गुजरात राज्य में ले जा रहे थे। ट्रक को चेक करने पर उसमें निम्न शराब पाई गई।

1. रायल स्टेज अंग्रेजी शराब-90 पेटी। प्रत्येक पेटी में 12 बाटल-750 एम0एल0। बैच नंबर 731-दिनांक 6/2/15
2. ब्लू पेट्रोल अंग्रेजी शराब-30 पेटी। प्रत्येक पेटी में 12 बाटल-750 एम0एल0। बैच नंबर 14 मार्च, 2015
3. कनाडियन ड्राईजिन अंग्रेजी शराब 120 पेटी- प्रत्येक पेटी में 12 बाटल-750 एम0एल0। बैच नंबर 001 जून 2014
4. एवर-रेडी गोल्ड व्हिस्की अंग्रेजी शराब 60 पेटी- प्रत्येक पेटी में 12 बाटल-750 एम0एल0। बेच नंबर 026 मार्च, 2015
5. राॅयल आम्र्स स्काॅच अंग्रेजी शराब 100 पेटी- प्रत्येक पेटी में 12 बाटल-750 एम0एल0। बैच नंबर 001 अप्रेैल, 2015
6.  ग्रीन लेवल व्हिस्की अंग्रेजी शराब 130 पेटी- प्रत्येक पेटी में 12 बाटल-750 एम0एल0। बैच नंबर 4123 फरवरी, 2015

ट्रक में कुल 530 पेटियां अवैध शराब थी। अवैध शराब की कुल मात्रा 47,70,000/-ब्लक लीटर है। अवैध शराब की कुल कीमत 31,08,000/-रू0 है। अवैध शराब एवं ट्रक को जप्त किया गया। जप्त किये गये ट्रक क्रमांक-एमपी-09-एचएफ-2698 की अनुमानित कीमत 15,00,000/-रू0 है। प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्रमांक 269/15, धारा 34,36,46 आबकारी एक्ट का पंजीबद्ध किया गया। पंजीबद्ध अपराध में निम्न 02 व्यक्ति-ट्रक चालक एवं ट्रक क्लीनर को आरोपी बनाया जाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है:- 

01. अलताफ मंसुरी पिता मुनसी मंसूरी, उम्र 23 वर्ष, निवासी गवाडी, थाना सेंधवा जिला बडवानी (ड्रायवर)। मो0नं0 7772860580.
02. मोईसिन पिता कादर मंसूरी, उम्र 21 वर्ष, निवासी ग्राम ओझर थाना नागलवाडी जिला बडवानी (क्लिनर)। मो0नं0 7566784922.

ट्रक का मालिक फारूक मंसुरी पिता मुनिर मंसुरी, निवासी 1119 नंदा नगर इंदौर है, जिसे भी आरोपी बनाया गया है। प्रकरण की विवेचना थाना प्रभारी कोतवाली झाबुआ निरीक्षक शेरसिंह बघेल द्वारा की जा रही है, विवेचना के दौरान अन्य दोषी पाये गये व्यक्तियों को भी आरोपी बनाया जावेगा। जप्त ट्रक को राजसात किये जाने हेतु जिला दण्डाधिकारी को प्रतिवेदन प्रेशित किया जावेगा। पुलिस टीम में थाना प्रभारी झाबुआ निरीक्षक शेरसिंह बघेल, उप निरीक्षक रामजी मिश्रा, सउनि राजीव आशौल, प्र0आर0 उमेश पुरोहित, प्र0आर0 उमेश मकवाना, आर0 दिलीप, दिनेश, भूरसिंह, आर0 चालक सवेसिंह एवं दिलीप की सराहनीय भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक ने उक्त सफलता पर पुलिस टीम को बधाई दी है एवं नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की है। 

निर्बल को दुखी कर दिया तो उसकी हाय सर्वनाष कर देगी- पूज्य कृष्णषरण देव जी 
  • कथा के पांचवे दिन गोवर्धन पूजा प्रसंग में झुम उठे श्रद्धालुजन

झाबुआ---जिन माता पिता ने जन्म दिया, यदि वे संतुष्ठ न हो सके तो कितना भी यज्ञ,जप,तप, कर लेना परन्तु जीवन सुखी नही रह सकता । यदि निर्बल को दुखी कर दिया तो उसकी हाय सर्वनाष कर देगी । शुद्ध भारतीय नस्ल की गौमाता की सेवा करते हुए अपना मनोभाव सुनाते रहिये, वह अवष्य पूरा होगा । आवष्यकता से अधिक धन का संचय  करने वाला व्यक्ति चोर है और शास्त्र उसे दण्ड का अधिकारी मानता है । सुखी होने का मार्ग आवक की बढोत्तरी नहीं बल्कि आवष्यकता की घटोत्तरी है । ईच्छाओं पर नियंत्रण अर्थात सिलिंग आॅफ डिजायर से पूरे समाज को लाभ होता है । श्रीमंत और हीन की रहनी में फर्क होता है,राख में नहीं । अल्प द्रव्यों के सेवन से पेट हल्का रहता है, अल्प अपेक्षाओं से मन हल्का रहता है । उक्त उदगार परम पूज्य डाॅ. स्वामी कृष्णषरणदेवजी महाराज ने शुक्रवार को रूकमणी विवाह प्रसंग एवं फुलों की होली भागवत कथा के दौरान खचाखच भरे पाण्डाल में धर्मसभा के दौरान व्यक्त किये । स्थानीय तीर्थेन्द्रनगर में आयोजित श्री मद्भागवत कथा रस प्रवाह के छठवें दिन पूज्य स्वामीजी की कथा के आयोजन में दिनों दिन भक्तों का जमावडा हो रहा है । भागवत कथा समिति के राघवेन्द्रसिंह सिसौदिया, गौतम त्रिवेदी, आषीष बेैरागी, रजत भाटी, नरेन्द्रसिंह सिसौदिया, अंकित भावसार, परीक्षित पंवार, आषुतोष शर्मा, बहादूर भाटी, कार्तिक पंवार, मयूरराजसिंह चैहान, शुभम निगम, जितेन्द्र केलवा, श्रीमती अर्चना राठौर, शांति सतोगिया, उषा पंवार, विनिता शर्मा, वर्षा रघुवंषी सोनू, गीतांजलि की निस्वार्थ सेवा की पूज्य स्वामी जी ने प्रसंषा करते हुए आयोजन को सफल बनाने में इनकी भूमिका की सराहना की । व्यासपीठ से संबोधित करते हुए स्वामीजी ने कहा कि आपका दृष्यमान जीवन जितना संदर है, उतना ही सुंदर आपका आंतरिक जीवन होना चाहिये । दूसरों की ़ुटियों के प्रति  उदार दृष्टिकोण अपना कर उन्हे क्षमा करें । मगर यदि हम स्वयं के दोषों के प्रति उदार होने लगे तो जीवन तबाह हो जाएगा । मूर्खों के साथ दलील में ना उतरों वरना लोगों को दोनों के बीच का अंतर पता नही चलेगा । जो क्रोध के एक क्षण पर नियंत्रण रख सकता है,वह पछतावे की पूरी जिंदगी से बच सकता हे । ग्यारह अच्छे अनार एक बिगडे हुए को सुधार नही सकते किन्तु एक बिगडा अनार ग्यारह को सडा सकता है । अतः संग के विषय में सावधान ररहे । ऐष्वर्य के राजमार्गो से कभी जगज्जननी का आगमन नही होता, वह तो दीनता की वीथियों से प्रणतजनों की हृदयगहा में आविष्ट हुआ करती है ।श्रीकृष्ण की उपासना पूर्ण उपासना है ।

गोवर्धन पूजा की जीवन्त झांकी मे दर्षक झुम उठे 
गुरूवार को तीर्थेन्द्रधाम में गोवर्धनपूजा एवं अन्नकुट महोत्सव का अभिनव आयोजन किया गया पूज्य स्वामी जी ने जेसे ही कृष्ण लीला में गोवध्रन पूजा का माहत्म्य का वर्णन किया श्रीमती अर्चना राठौर, रविवाराजसिंह राठोर आदि के सहयोग से बच्चों ने बाल गोपाल, गोप ग्वालों के साथ गोवर्धन पर्वत को उठाने की झांकी प्रस्तुत की तो पूरा पांडाल तालियों की गडगडाहट से गुंज उटा तथा कीर्तन पर सभी महिलायें एवं श्रद्धालुजन झुम उठे । इस अवसर पर भगवान को छप्पन भोग का अर्पण भी किया गया । कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्षा सुश्री कलावती भूरिया शामील हुई जिनका वयासपीठ से स्वामी जी ने सम्मान किया । आज शनिवार को कथा के अन्तिम दिन  सुदामा चरित्र एवं परिक्षित मोक्ष की कथा प्रस्तुत की जावेगी तथा सुदामा के चरित्र की जीवन्त झांकी आकर्षण का केन्द्र रहेगी । वही कथा के समापन के बाद शोभायात्रा के साथ भागवत जी का नगर भ्रमण होगा ।

बाल विवाह रोकथाम के लिये महिलाओ की भूमिका अहम--विधायक

झाबुआ ---बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन आज 17 अप्रैल को स्थानीय एम-2 होटल झाबुआ में किया गया। कार्यशाला में अधिनियम में किये गये प्रावधानों की जानकारी दी गई। कार्यशाला के अध्यक्ष विधायक श्री शांतिलाल बिलवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि यह शासन का जनकल्याणकारी अधिनियम है, फिर भी सिर्फ कानून बनाने से समाज में व्याप्त कुरीतिया समाप्त नहीं होने वाली है। इसके लिए समाज को आगे आना होगा और इसमें भी महिलाओं को विशेष भूमिका निभानी होगी। तभी कुरीतियां रूकेगी महिलाओं के बिना समाज में बदलाव नहीं हो सकेगा बाल विवाह के कई खतरे है इसलिए बाल विवाह नहीं होने दे और समाज में हो रहे नुकसान को भी रोके। कार्यशाला में उपस्थित सभी व्यक्ति संकल्प लेकर जाये कि स्वयं तो अपने बच्चो का कानूनी उम्र से कम में विवाह नहीं करेगे और अपने सामने बाल विवाह होने भी नहीं देगे। कार्यशाला को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक श्रीमती कृष्णावेणी देसावतु ने कहा कि बाल विवाह होने का मुख्य कारण सामाजिक असुरक्षा है। अशिक्षा और जानकारी का अभाव भी बड़ा कारण है। महिलाओं को पूरी शिक्षा दिलवाये क्योकि महिला के शिक्षित होने से पूरा परिवार शिक्षित होता है। और परिवार सही दिशा में विकास करता है। बाल विवाह की रोकथाम के लिए तडवियो को भी अभियान में शामिल करेगे। मै भी गाॅव की एक शादी देखना चाहती हूॅ कैसे होते है इस क्षेत्र के रितिरिवाज। गाॅवों में होने वाली कुरीतियो को रोकने के लिए हम पूरा प्रयास करेगे। कार्यक्रम को समाजसेवी श्री यशवंत भण्डारी ने संबोधित करते हुए अपने अनुभव बताये एवं कार्यशाला को ऋषभ सुराना, चाइल्ड लाइन के श्री जिम्मी ने भी संबोधित किया। कार्यशाला का संचालन बाल संरक्षण अधिकारी श्रीमती रूपाली जैन ने किया। आभार प्रदर्शन महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री बघेल ने किया। कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री जमरा सहित महिला बाल विकास विभाग की सुपरवायजर एवं आंगनवाडी कार्यकत्र्ता उपस्थित थी।

राज्य बिमारी सहायता निधि से अन्नु के वाल्व रिपलेस्मेंट, के लिए 1 लाख 65 हजार स्वीकृत

झाबुआ---म0प्र0 राज्य बिमारी सहायता निधि अंतर्गत श्री अन्नु पिता दलिया उम्र 14 वर्ष निवासी ग्राम ढेबरबडी तहसील जिला झाबुआ को दो  वाल्व रिपलेसमेंट करवाने के लिए 1 लाख 65 हजार  रू. स्वीकृत किये गये है। श्री अन्नु पिता दलिया उम्र 14 वर्ष निवासी ग्राम ढेबरबडी तहसील जिला झाबुआ के इलाज के लिए राशि गोकुलदास हास्पिटल डाॅ. सर्जु प्रसाद मार्ग इंन्दौर 452001 को दी गई है।

दुकान में कितना माल है,बोर्ड पर प्रदर्शित नहीं किया, तो चलेगा प्रशासन का डण्डा

झाबुआ---कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर ने शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर मनमानी करने वाले सेल्समेन पर लगाम कसने के लिए सूचना संबंधी बोर्ड/फ्लेक्स सभी उचित मूल्य की दुकानो पर लगवाने के लिए जिला आपूर्ति अधिकारी श्री खान को निर्देशित किया है। अब प्रत्येक दुकान पर फ्लेक्स लगाकर यह प्रदर्शित किया जाएगा कि अत्योदय परिवार को 35 किलो अनाज एवं प्राथमिकता परिवार को प्रति सदस्य 5 किलो अनाज 1 रू. प्रति किलो की दर, से 1 किलो नमक 1 रू. प्रति किलो, 1 किलो शक्कर प्रति परिवार 13.50 रू. की दर से प्रदान की जाएगी एवं प्रतिमाह 5 लीटर केरोसिन दिया जाएगा। दुकान में प्रतिदिन उपलब्घ गेहूॅ, मक्का, चावल, शक्कर नमक एवं केरोसीन की मात्रा भी प्रदर्शित की जाएगी। बोर्ड पर स्टाॅक की सूचना प्रदर्शित नहीं करने पर सेल्समेन पर दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी। उपभोक्ता को यदि सामाग्री प्राप्त न हो, तो सी एम हेल्प लाईन के 181 नम्बर पर शिकायत करे। शासकीय उचित मूल्य दुकानो पर उपभोक्ताओं की जानकारी के लिये प्रदर्शित किये जाने वाले बैनर के संबंध में सेल्समेन को निर्देशित किया गया है कि बैनर को उचित मूल्य दुकान पर सुरक्षित तथा सुलभ दुष्टिगोचर स्थान पर शासकीय उचित मूल्य दुकान के बाहर दुकान खुलने वाले दिवसों में प्रदर्शित किया जावे एवं दुकान बन्द करते समय बैनर उतारकर फोल्डकर दुकान के अन्दर सुरक्षित रखा जावे।
बैनर के कटने-फटने पर एवं खराब होने की सम्पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित संस्था प्रबंधक एवं विक्रेता की संयुक्त रूप से रहेगी। बैनर में दर्शित काॅलमों की पूर्ति व्हाईट बोर्ड मार्कर से सेल्समेन द्वारा प्रतिदिन की जावेगी एवं अगले दिन बैनर को हल्के-गीले कपडे से साफ कर पुनः व्हाईट बोर्ड मार्कर से नई एन्ट्री की जावे। निरीक्षणकर्ता अधिकारी द्वारा निरीक्षण के समय बोर्ड का संधारण संबंधी कार्य का भी निरीक्षण किया जाएगा एवं प्रतिवेदन में  इसका उल्लेख किया जाएगा निर्देशो का पालन नहीं करने पर संबंधित संस्था प्रबंधक एवं सेल्समेन के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जावेगी।

जिले में 1 अप्रैल से शुरू हुआ मलेरिया का विशेष रैपीड सर्वे अभियान, अप्रैल मई एवं जून तीन माह चलेगा अभियान

झाबुआ--- जिले में मलेरिया के बढते रोगियो की संख्या को देखते हुए कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर के मार्गदर्शन में जिले के अति मलेरिया प्रभावित 399 ग्रामों की विशेष रैपीड फीवर सर्वे कार्ययोजना तैयार की गई है। जिनमें मेघनगर ब्लाक के 38, पेटलावद ब्लाक के 71, रानापुर ब्लाक के 76, कल्याणपुरा के 68, रामा के 85 तथा थांदला के 76 ग्राम को चयनित किया जाकर इन ग्रामों में माह अप्रैल, मई एवं जून में पाक्षिक सर्वे कार्य कराया जाना है। अप्रैल 2015 से सभी छः ब्लाकों के चिन्हित ग्रामों में विशेष रैपीड फीवर सर्वे अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें स्वास्थ्य कार्यकत्र्ता एवं आशा द्वारा घर-घर जाकर बुखार रोगियों की खोज कर बुखार रोगियों की रक्तपटी बनाई जा रही है। तथा मलेरिया पीडित पाये जाने पर उन्हे मौके पर ही समूल उपचारित किया जा रहा है। साथ ही इस अभियान के साथ-साथ लार्वा सर्वे कार्य भी किया जावेगा, जिसके अन्तर्गत कन्टेनर का निरीक्षण किया जा रहा है। जिन कन्टेनर में लार्वा पाया जाता है उन्हें खाली करवाया जा रहा है। साथ ही रूका हुआ पानी की निकासी एवं टेमोफाॅस भी डाला जावेगा। मलेरिया रोग से बचाव, नियंत्रण एवं उपचार की संबंधित ग्रामों में चर्चा कर रोग प्रतिरोधक कार्यवाही सुनिश्चित की जावेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जन समुदाय को मलेरिया एवं डेंगु रोग से बचाव हेतु लोगो से अपील की है कि वे प्रति सप्ताह पानी के बर्तनो की साफ-सफाई करे। पानी की टंकियों को ढांक कर रखे टुटे-फुटे बर्तनो/टायरो में पानी इक्टठा न होने दे। एवं सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करे। मलेरिया एवं डेंगू रोग के नियंत्रण में जन समुदाय का सहयोग अपेक्षित है। मलेरिया नियंत्रण हेतु सक्रिय योगदान प्रदान कर अभियान को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करे।

वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक 18 अप्रैल को

झाबुआ---कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ की वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन 18 अप्रैल 2015 कांे प्रातः 11.00 बजे कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर के मुख्य आतिथ्य में किया जाएगा। बैठक में वर्ष 2014-15 रबी मौसम में इस केन्द्र द्वारा किये गये कार्यो की समिति द्वारा समीक्षा की जावेगी एवं आगामी वर्ष 2015-16 खरीफ मौसम में इस केन्द्र द्वारा किये जाने वाले कार्यो की प्रस्तावित कार्ययोजना प्रस्तुत की जाएगी। बैठक में अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय इन्दौर, संयुक्त संचालक, राविसिंकृविवि, ग्वालियर, आॅचलिक समन्वयक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद जोन-7, जबलपुर के प्रतिनिधि सहित जिले के कृषि से संबंधित सभी विभाग प्रमुख, स्वयं सेवी संस्थाओं के नामित व्यक्ति एवं कृषक प्रतिनिधि भाग लेगे।

कॅरियर काउन्सिलिंग योजनान्तर्गत आवेदन पत्र आमंत्रित

झाबुआ---जिला रोजगार कार्यालय झाबुआ द्वारा कैरियर काउन्सिलिंग योजनान्तर्गत वर्ष 2015-16 के लिये मनोवैज्ञानिक एवं विषय विशेषज्ञों का पैनल तैयार करने हेतु दिनांक 8 मई 2015 तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय चयन समिति द्वारा चयनित मनोवैज्ञानिक एवं विषय विशेषज्ञों को निर्धारित दिवसों में काउन्सिलिंग कार्य हेतु आमंत्रित किया जायेगा। मनोवैज्ञानिक हेतु अनिवार्य योग्यता मनोविज्ञान में स्नाकोत्तर डिग्री या पी.जी. डिप्लोमा एवं विषय विशेषज्ञों के लिये संबंधित विषय में विशेषज्ञता एवं मार्गदर्शन के क्षैत्र मेे अनुभव होना चाहिये। इस संबंध में जिला रोजगार अधिकारी के एस ठाकुर ने बताया है कि काउंसिलिंग का कार्य प्रति सोमवार एवं मंगलवार कार्यालय परिसर एवं विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में किया जावेगा। अधिक जानकारी हेतु कार्यालयीन समय में जिला रोजगार अधिकारी झाबुआ से संपर्क कर सकते है।

चोरी का अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ---फरियादी मानसिंह पिता किडिया वाखला, उम्र 65 वर्ष निवासी खांडिया खाल ने बताया कि आरोपी रमेश पिता नानसिंह वसुनिया, निवासी खांडिया खाल रात को उसके घर के अन्दर घुस गया, आवाज आने पर उसकी नींद खुल गयी, जिससे आरोपी भागने लगा, भागने पर आरोपी गिर गया, उसने पकड लिया, बाद उसको धक्का देकर भाग गया। प्र्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रमांक 152/15, धारा 457 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

फर्जी डिग्री से चिकित्सा करने का अपराध दर्ज

झाबुआ---फरियादी डाॅ0 कमलेश पिता सी0एल0परस्ते, उम्र 43 वर्ष, निवासी थांदला ने बताया कि आरोपी मुन्ना पिता रूपचन्द्र मेडा निवासी दोलतपुरा, बिना किसी वैध डिग्री के फर्जी तरीके से निजी क्लिनिक पर, मरीजों का इलाज करते नायब तहसीलदार व टीम द्वारा पकड़ा गया। प्र्रकरण में थाना काकनवानी में अपराध क्रमांक 83/14, धारा 24 आर्युविज्ञान अधिनियम का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

आम्र्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ---पुलिस थाना थांदला द्वारा आरोपी कालु पिता पांगला भील, उम्र 32 वर्ष निवासी सजेली जोखनी सात के कब्जे से एक लोहे की तलवार जप्त की गई। प्र्रकरण में थाना थांदला में अपराध क्रमांक 101/15, धारा 25 बी आम्र्स एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मर्ग के दो प्रकरण कायम 
झाबुआ--- फरियादी मंगू पिता सिंगा गरवाल, उम्र 55 वर्ष निवासी सेमल्यिा ने बताया कि मृतिका हलुबाई पति सकरिया गरवाल, उम्र 40 वर्ष निवासी सेमल्या की एक्सीडेंट में आयी गंभीर चोंटो के कारण मृत्यु हो गयी। थाना रायपुरिया में मर्ग क्र0 15/15, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी अमरसिंह पिता रायचन्द्र मेंडा, उम्र 45 वर्ष निवासी सुरडिया ने बताया कि मृतक नवेसिंह पिता रायला मेंडा, उम्र 35 वर्ष, निवासी सुरडिया की अज्ञात कारण से मृत्यु हो गयी। थाना रानापुर में मर्ग क्र0 10/15, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

हिमाचल की विस्तृत खबर (17 अप्रैल)

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प्रदेश में वृद्धजनों के लिए एकीकृत योजना में किया जाएगा बदलाव: मुख्यमंत्री

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शिमला, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार वरिष्ठ नागरिकों को आश्रय, भोजन, चिकित्सा देखभाल इत्यादि जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाकर उनके जीवन स्तर में  सुधार लाने के उद्देश्य से वृद्धजनों के लिए एकीकृत योजना (इंटीग्र्रेेटिड स्कीम फॉर ओल्डर पर्सनज) में बदलाव करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इसमें गैर लाभकारी संगठनों का सहयोग लेने पर भी विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री आज यहां संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के भारत में कार्यालय और इसके सहयोगी दिल्ली के आर्थिक विकास संस्थान एवं चण्डीगढ़ के सीआरआरआईडी द्वारा हिमाचल में वृद्धजनों की स्थिति के अध्ययन के संबंध में आयोजित सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे थे। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में लगभग 10 प्रतिशत जनसंख्या 60 वर्ष अथवा इससे अधिक आयुवर्ग के लोगों की है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक ने हालही में जारी अपनी रिपोर्ट में भी प्रदेश में वृद्धजनों की जनसंख्या में संभावित बढ़ौतरी को रेखांकित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सामाजिक क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है और वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं एवं कार्यक्रम कार्यान्वित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश माता-पिता देखभाल अधिनियम लागू करने वाला देश का पहला राज्य है और इसके पश्चात अन्य राज्यों ने भी इस अधिनियम को अपने यहां लागू किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को बुजुर्गों के व्यापक अनुभव से सीखने की आवश्यकता है, क्योंकि वे हमें सही रास्ता दिखा सकते हैं तथा अपने जीवन भर के अनुभवों के बूते सकारात्मक तरीके से समाज को आलोकित कर सकते हैं। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र पर विशेष बल देने के परिणामस्वरूप प्रदेश में जीवन प्रत्याशा में सराहनीय सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर एवं सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने कुछ जिला अस्पतालों में वृद्धजन वार्ड खोले हैं। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में प्रदेश के सभी जिला स्वास्थ्य संस्थानों में इस तरह वार्ड खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों की साधारण एवं जटिल उपचारों के लिए ‘मुख्यमंत्री राज्य स्वास्थ्य देखभाल योजना’ आरम्भ की है। उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्वयुद्व के सिपाहियों को दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाया गया है और प्रदेश सरकार के सेवानिवृत कर्मचारियों को समय-समय पर सभी देय लाभ प्रदान किए जा रहे है। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि वृद्धजनों की जरसंख्या में लगातार बढ़ौतरी हो रही है, लेकिन साथ ही वे विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिनपर प्राथमिकता के आधार पर ध्यान देने एवं समाधान की आवश्यकता है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि आज युवा पीढ़ी रोजगार की तलाश में अपने बुजुर्ग माता-पिता को पीछे छोड़ शहरों की ओर पलायन कर रही है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को अपने माता-पिता की की सेवा करनी चाहिए एवं उनका समुचित ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि वृद्धजन समाज की बहुमूल्य सम्पत्ति है, जो न केवल समाज को भावनात्मक रूप से जोड़ते हैं, बल्कि हम सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। श्री वीरभद्र सिंह ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना करते हुए आशा प्रकट की कि यह सम्मेलन प्रदेश के वृद्धजनों की जीवनयापन के प्रबन्धों, कार्य स्थिति, स्वास्थ्य स्थिति के साथ-साथ प्रदेश में विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी एवं उपयोगिता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करने में सहायक सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष ‘हिमाचल प्रदेश में वृद्धजनों की स्थिति पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष द्वारा बनाई गई लघु फिल्म ‘आइसोलेटड विद-इन’ दिखाई गई। इससे पूर्व सीआरआरआईडी के पूर्व महानिदेशक प्रो. एस.एस. गिल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और संगठन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

नई दिल्ली के आर्थिक विकास संस्थान के प्रो. मोनीर आलम ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
मुख्य संसदीय सचिव श्री नन्द लाल, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष भारत एवं भूटान के प्रतिनिधि श्री तोशीहीरो तनाका, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष नई दिल्ली के राष्ट्रीय कार्यक्रम अधिकारी डा. संजय कुमार सहित अन्य लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।
    
मुख्यमंत्री करेंगे राज्य लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों के राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ

शिमला, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह 18 अप्रैल को प्रात: 10 बजे शिमला के पीटरहॉफ में राज्य लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों के 17वें राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ करेंगे। सम्मेलन में संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री दीपक गुप्ता सहित देश भर के विभिन्न राज्य लोक सेवा आयोगों के अध्यक्ष एवं सदस्य भाग लेंगे। हिमाचल के इतिहास में पहली बार इस तरह का सम्मेलन शिमला में आयोजित किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री के.एस. तोमर ने कहा कि सम्मेलन में लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षों एवं सदस्यों को विधिक संरक्षण, सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित सुधारों की शुरूआत, इन संस्थानों की विश्वसनीयता को बनाए रखने इत्यादि जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन एक दूसरे के अनुभवों से सीखने का उचित मंच उपलब्ध करवाने में लाभकारी सिद्ध होगा। श्री तोमर ने कहा कि 18 अप्रैल की सांय सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें किन्नौर, सिरमौर, मण्डी और कांगड़ा जिलों के सांस्कृतिक दल भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में भाग ले रहे प्रतिभागियों का भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान के भ्रमण का भी कार्यक्रम रखा गया है। 
    
27 सितम्बर को आयोजित होगी सातवीं शिमला मैराथन 

शिमला, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । सातवीं शिमला रनिंग एण्ड लिविंग अल्ट्रा हाफ मैराथन आगामी 27 सितम्बर को शिमला में आयोजित की जाएगी। मैराथन का आयोजन राज्य युवा सेवाएं एवं खेल विभाग द्वारा गुडगांव के गैर सरकारी संगठन रनिंग एण्ड लिविंग अल्ट्रा हाफ मैराथन के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा। अतिरिक्त मुख्य सचिव युवा सेवाएं एवं खेल श्री वी.सी. फारका ने आज यहां सातवीं शिमला रनिंग एण्ड लिविंग अल्ट्रा हाफ मैराथन के आयोजन से संबंधित बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। श्री फारका ने कहा कि मैराथन में देश भर के विभिन्न भागों से लगभग 500 प्रतिभागी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि गत वर्ष लगभग 300 प्रतिभागियों ने मैराथन में भाग लिया था, जिनमें से 200 प्रतिभागी दूसरे राज्यों में से थे। उन्होंने कहा कि यह एक दिवसीय आयोजन स्थानीय विद्यालयों, विद्यार्थियों और खिलाडिय़ों के लिए रोचक अवसर उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने कहा कि मैराथन में 6 किलोमीटर, 13 किलोमीटर, 21.1 किलोमीटर और 24 किलोमीटर की चार दौड़ें होंगी। 6 किलोमीटर की दौड़ रिज से पीटरहॉफ और वापिस रिज तथा अन्य दौड़ें रिज शिमला से आरम्भ होकर ओक ओवर, राजभवन, नवबहार और आईजीएमसी से होते हुए रिज पर सम्पन्न होंगी। यह दौड़ें प्रात: 6.30 और 8.30 बजे रिज से आरम्भ होंगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि शिमला के बिशप कॉटन विद्यालय, पुलिस और गृह रक्षक दल के बैंड दल विभिन्न स्थलों पर उपस्थित रह कर प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करेंगे। उन्होंने कहा कि आर्टऊैक का बैंड दल विधानसभा क्रॉसिंग पर उपस्थित रहेगा। श्री फारका ने कहा कि मैराथन के दौरान स्वास्थ्य आवश्यकताओं के दृष्टिगत विभिन्न स्थलों पर एम्बुलैंस तैनात की जाएंगी। उन्होंने कहा कि गैर सरकारी संगठन रनिंग एण्ड लिविंग अल्ट्रा हाफ मैराथन द्वारा देश के 11 राज्यों में 30 मैराथन का आयोजन किया जाता है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि मैराथन के विजेताओं को मुंबई मैराथन में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर विजेताओं को पदक एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया जाएगा। युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के निदेशक, उपायुक्त शिमला, पुलिस अधीक्षक शिमला, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के वरिष्ठ अधिकारी, नगर निगम शिमला के प्रतिनिधि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी शिमला और रनिंग एण्ड लिविंग इंफोटेनमेंट प्राईवेट लिमिटेड के संस्थापक बैठक में उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री होने के नाते वह जनता के प्रति जवाबदेह हैं। 

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धर्मशाला, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष श्री सुनील ठाकुर ने प्रदेश मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर तीखा वार करते हुए कहा कि सत्ता के मद में मुख्यमंत्री यह भूल रहे हैं कि वह किसी रजवाड़े के राजा नहीं बल्कि लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए सरकार के मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री होने के नाते वह जनता के प्रति जवाबदेह हैं। ऐसे में उन पर लगे आरोपों का जवाब किसी और के द्वारा दिए जाने के बजाए उन्हें स्वयं देना चाहिए। भाजयुमो अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से प्रश्न करते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि युकां अध्यक्ष विक्रमादित्य किस अधिकार से सांसद अनुराग ठाकुर के प्रश्नो का उत्तर देंगे। सांसद अनुराग ठाकुर ने प्रदेश के संवैधानिक मुखिया पर आरोप लगाए हैं न कि किसी व्यक्ति विशेष पर और संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार सरकार का दायित्व बनता है कि वह जनप्रतिनिधियों द्वारा लगाए आरोपों का उत्तर दें। विक्रमादित्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष हैं न कि सरकार के हिस्सा हैं।  सुनील ठाकुर ने कहा कि युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह को अगर बहस करने को इतना ही शौक है तो वो मुझसे तथ्यों पर बहस कर लें। विक्रमादित्य को खुली चुनौती देते हुए सुनील ठाकुर ने कहा कि युकां अध्यक्ष खेल विधेयक बिल, भाजपा मुख्यालय पर हमले सहित भूमि अधिग्रहण बिल पर खुली बहस के लिए आमंत्रित हैं। तिथि, समय व स्थान तय कर सूचित कर दें।  सुनील ठाकुर ने युकां अध्यक्ष विक्रमादित्य का उपहास उड़ाते हुए कहा कि पिता के साये में जी रहा व्यक्ति क्या बहस करेगा ? अगर आज पिता मुख्यमंत्री न होते तो भाजपा कार्यालय पर हमला करने, भाजपा कार्यकर्ता की आंख फोडऩे व गुंडागर्दी के आरोपों में जेल की सलाखों के पीछे होता। 

सौर ऊर्जा पर कार्यशाला आयोजित

धर्मशाला, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । भारत सरकार द्वारा लगभग 60 प्रतिशत अनुदान सामुदायिक कुकिंग पर प्रदान किया जाता है। हिम ऊर्जा द्वारा सोलर सामुदायिक संकेन्द्रित कुकिंग एवं ऊर्जा उपयोगिता पर नवीन एवं नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार एवं यूएनडीपी के संयुक्त तत्वावधान में आज धर्मशाला के धौलाधार होटल में एक कार्यशाला का आयोजन पर हिम ऊर्जा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुवंर भानु प्रताप सिंह ने दी। इस अवसर पर इसके अलावा निदेशक के.एल.ठाकुर तथा नवीन एवं नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार के डॉ0 ए.के.सिंघल और डॉ. आर.पी. गोस्वामी ने सौर ऊर्जा के बारे विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य सौर ऊर्जा द्वारा सामुदायिक कुकिंग एवं अनेक ऊर्जा उपयोगिताओं को बढ़ावा देना तथा इनके उपयोग पर जागरूकता प्रदान करना है तथा ग्रीन ऊर्जा की कम खपत पर खर्चा एवं पर्यावरण संरक्षण को बल देना है। उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा के उपयोग से पारम्परिक ऊर्जा की खपत को कम से कम करना  तथा सौर ऊर्जा द्वारा किचन के अन्दर भी खाना पकाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा का उपयोग घरों को ठंडा करने के लिए भी किया जाता है और हिमाचल प्रदेश के स्थित एनआईटी हमीरपुर में खाना सोलर कुकिंग द्वारा बनाया जाता है।    इस अवसर पर अभियांत्रिकी महाविद्यालय, कृषि महाविद्यालय, शिक्षा विभाग, पर्यटन विभाग, पुलिस विभाग सहित विभिन्न सौर ऊर्जा उपकरण उत्पादक कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

राईजिंग स्टॉर कोर के जवान इन्द्रहार पास तक के ट्रैकिंग अभियान पर रवाना

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धर्मशाला, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । ग्यारहवें स्थापना दिवस समारोह के एक भाग के रूप में, योल राइजिंग स्टार कोर के जवान दस दिवसीय ट्रैकिंग अभियान पर आज रवाना हुये। जीओसी राईजिंग स्टार लैफ्टीनेंट जनरल श्री राजीव तिवारी ने अभियान दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अभियान दल में चार अधिकारियों और सोलह अन्य रैंक के अधिकारी शामिल हैं। इस टीम का नेतृत्व मेजर महेश भागवत कर रहे हैं। अभियान दल मैकलोडग़ंज से धौलाधार पर्वत श्रंृखला के 15 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित इन्द्रहार पास तक के ट्रैकिंग अभियान के दौरान त्रियुंड से होते हुये विभिन्न गलेशियरों एवं बर्फानी दीवारों एवं दरारों को पार करते हुये इस अभियान को पूर्ण करेगा। लैफ्टीनेंट जनरल श्री राजीव तिवारी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य सेना के जवानों में साहस और प्रकृति प्रेम की भावना को जागृत करना है।

क्षेत्र विकास में सबकी सहभागिता अनिवार्य : इन्द्रदत्त लखनपाल 

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हमीरपुर, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । प्रदेश सरकार पंचायती राज संस्थाओं को सुदृढ़ करने के  लिये प्रयासरत है  ताकि पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों को गति मिल सके। यह बात मुख्य संसदीय सचिव (ग्रामीण विकास) इन्द्रदत्त लखनपाल ने श्ुाक्रवार को ग्रांम पंचायत क्यारा  के गांव पटियां में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का विकास सब की सहभागिता से ही सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने लोगों को क्षेत्र विकास के लिए आपसी समन्वय से कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि विकास कार्यों में तीव्रता लाई जा सके। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वरोजग़ार उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत वर्तमान सरकार ने अनेकों कार्यक्रम आरंभ किए गए हैं जिसमें बेरोजगारों को कौशल विकास भत्ता भी आरंभ किया गया है ताकि विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी प्रशिक्षण लेकर युवा स्वरोजगार की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि विभिन्न तकनीकी संस्थानों में प्रदेश के हजारों बेरोजगार युवा कौशल विकास भत्ता कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं इसके अतिरिक्त सरकारी स्कूलों में वोकेशनल एजुकेशन पर भी जोर दिया जा रहा है ताकि युवाओं का बेहतर भविष्य निर्माण हो सके। उन्होंने बताया कि पंचायत क्यारा में विभिन्न विकास कार्यों पर 30 लाख रूपये व्यय किये जा चुके हैं तथा शेष विकास कार्यों के लिये शीघ्र ही धन राशि स्वीकृत कर दी जाएगी। उन्होंने स्थानीय महिला मण्डल के लिये 15 हजार रूपये स्वीकृत किए । उन्होंने कहा कि विस बड़सर में सडक़ों की मुरम्मत एवं टायरिंग कार्य मौसम साफ होने के तुन्रत बाद आरम्भ कर दिया जाएगा । इस मौके पर उप प्रधान रूप सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए पंचायत में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों के जानकारी दी । मुख्य संसदीय सचिव ने मौके पर लोगों की समस्याएं भी सुनी। इस अवसर पर पूर्व ग्राम पंचायत प्रधान धनी राम, पूर्व प्रधानाचार्य डीपी अग्रिहोत्री, जोगिन्द्र सिंह, ईश्वर दास, किशन दियाल शर्मा के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

प्रशासनिक सेवाओं के लिए तैयारी कर रहे युवाओं को मिलेंगे टिप्स   
  • सिविल सर्विसज डे पर आयोजित होगा संवाद कार्यक्रम : उपायुक्त
  • मीडिया से भी होंगे रू-ब-रू, उपलब्धियों की मिलेगी जानकारी
  • रेडक्रास सोसाइटी में बेहतर कार्य करने वाले होंगे सम्मानित

हमीरपुर, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । सिविल सर्विसज डे के उपलक्ष्य पर 21 अप्रैल को हमीरपुर में प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा के लिए तैयारियां कर रहे युवाओं के लिए संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें प्रशासनिक अधिकारी युवाओं को परीक्षा में सफल होने के टिप्स देंगे। यह जानकारी उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने देते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के कई युवा प्रशासनिक सेवाओं में जाने के इच्छुक होते हैं लेकिन जानकारी के अभाव में कई बार ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त से पीछे रह जाते हैं इसी को मध्येनजर रखते हुए हमीरपुर जिला के युवाओं के लिए सिविल सर्विसज डे के उपलक्ष्य पर 21 अप्रैल को सांय साढ़े चार बजे उपायुक्त कार्यालय परिसर में संवाद कार्यक्रम निर्धारित किया गया है इसमें कोई भी युवा भाग ले सकता है। इस कार्यक्रम में कार्यकारी एडीएम डा चांद प्रकाश शर्मा, सहायक आयुक्त उपायुक्त डा आशीष शर्मा युवाओं को विशेष तौर पर प्रशासनिक सेवा में सफल होने बारे टिप्स देंगे ताकि युवाओं का सही मार्गदर्शन हो सके। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि सिविल सर्विसज डे का अपना एक महत्व है, सविल सर्विस के अधिकारियों का समाज तथा देश निर्माण में अहम योगदान रहा है, आम लोगों की समस्याओं के त्वरित निदान सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रशासनिक अधिकारी सरकार को अपना संपूर्ण सहयोग सुनिश्चित करते रहे हैं। उपायुक्त ने बताया कि सिविल सर्विसज डे पर ही सांय तीन बजे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के साथ प्रेस वार्ता भी आयोजित की जाएगी जिसमें हमीरपुर जिला में गत एक वर्ष में विभिन्न क्षेत्रों के विकास के लिए उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी तथा सरकार  की उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इसी दिन रेडक्रास सोसाइटी के माध्यम से समाज सेवा के प्रकल्प में बेहतर कार्य करने वालों को भी सम्मानित किया जाएगा ताकि उत्कृष्ट कार्य करने वालों का उत्साह बढ़ाया जा सके और अन्य लोगों को भी समाज सेवा की प्रेरणा मिल सके। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर जिला में सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का ग्रामीण स्तर पर प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि पात्र लोगों को सरकार के कार्यक्रमों की जानकारी समय पर मिल सके और ज्यादा से ज्यादा लोग इससे लाभांवित हो सकें।

सतर्कता समितियां घरेलू हिंसा के विरूद्ध सक्रिया योगदान दें: राकेश शर्मा

हमीरपुर, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । ग्रामीण स्तर तक आम लोगों को घरेलू हिंसा और कन्या भू्रण हत्या के विरूद्ध जागरूक करने के लिये जिला प्रशासनद्वारा चुप्पी तोड़ो अभियान के उपरान्त चलाए गये आवाज उठाओ अभियान की श्रृंखला में शुक्रवार को  विकास खण्ड भोरंज के कड़ोहता में एसडीएम भोरंज राकेश शर्मा की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। एसडीएम  ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिला में घरेलू हिंसा के विरूद्ध प्रशासन द्वारा प्रत्येक खण्ड में चुप्पी तोड़ो अभियान के तहत  जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया जिसके साकारात्मक परिणाम सामने आए, इसी श्रृंखला में प्रशासन द्वारा ग्रामीण स्तर तक आवाज उठाओ अभियान चलाया जा रहा  है, अभियान के तहत पंचायत स्तर पर घरेलू हिंसा और कन्या भू्रण हत्या के प्रति जागरूकता शिविरों का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।  उन्होंने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिये सर्तकता समितियों का गठन किया जा रहा है, जो अपने क्षेत्र में घरेलू हिंसा से निजात दिलाने में महिलाओं को सहयोग प्रदान करेंगी ।  उन्होंने समितियों से आग्रह किया कि घरेलू हिंसा जैसी समाजिक बुराई के  विरूद्ध प्रशासन को अपना अमूल्य सहयोग प्रदान करें ताकि समाज में पनप रहीं सामाजिक बुराईयों पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी ,सीडीपीओ संरक्षण अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि वे संबन्धित क्षेत्र में समय-समय पर जा कर सर्तकता समितियों के साथ आपसी समन्वय स्थापित करें।  इस अवसर पर वीडीसी अध्यक्ष सत्या देवी, प्रधान ग्राम पंचायत कडोहता वीर सिंह,  भोंखर अनिता देवी, मुण्डखर  बीना देवी , भकेड़ा प्रोमिला देवी, बीडीओ सुदर्शन सुमन, सीडीपीओ नरेन्द्र कुमार , तहसील कल्याण अधिकारी उर्मिल पटियाल के अतिरिक्त  गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।    

(सफलता की कहानी) : (स्वां नदी एकीकृत जलागम प्रबंधन परियोजना ने बदली ग्रामीणों की तकदीर)
  • बाबा गरीब नाथ जल उपभोक्ता समूह सैली आर्थिक समृद्धि की ओर

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ऊना, 17 अपै्रल (विजयेन्दर  शर्मा) । जापान अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग संस्था द्वारा वित्तपोषित तथा वन विभाग द्वारा संचालित जिला ऊना की बहुआयामी स्वां नदी एकीकृत जलागम प्रबंधन परियोजना बाबा गरीब नाथ जल उपभोक्ता समूह सैली ग्राम पंचायत थडा के ग्रामीणों के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रही है। ऊना शहर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित थडा पंंचायत स्वां नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में आती है तथा ग्रीष्म मौसम के दौरान पडने वाले सूखा तथा बरसात में बाढ़ का प्रकोप पंचायत की प्रमुख समस्या थी। जबकि इसी पंचायत के सैली गांव में यह एक गंभीर समस्या बन गई थी। ऐसे में पंचायत क्षेत्र में पारिस्थितिकीय संतुलन कायम रखने तथा जन समुदाय के समग्र विकास के मददेनजर थड़ा पंचायत को जलागम उपचार के लिए वर्ष 2009-10 के दौरान परियोजना में शामिल किया गया। बाबा गरीब नाथ जल उपभोक्ता समूह सैली के प्रधान तेलू राम तथा सचिव प्रीतम दास के अनुसार इस क्षेत्र में खेती बाडी पूर्णत: वर्षा पर आधारित थी तथा भू-संरक्षण, जंगली जानवरों का प्रकोप इत्यादि कारणों से किसानों का खेतीबाडी से मोहभंग होता गया जिससे किसानों की आर्थिकी प्रभावित हुई। ऐसे में किसान जीविका के लिए दूसरे विकल्पों जैसे दैनिक मजदूरी, दूध का व्यापार आदि पर निर्भर होने लगे। ऐसे में परियोजना से जुडे अधिकारियों ने पंचायत के विकास के लिए एक योजना तैयार की। जिसमें संस्थागत सुदृढ़ीकरण के लिए पंचायत स्तर के संस्थानों जैसे पीडीसी संसाधन उपभोक्ता समूह, वृक्षारोपण संरक्षण समूह, स्वयं सहायता समूह को संगठित कर उनकी क्षमता विकास के कार्यक्रम चलाए गए तथा उपचार कार्यों के क्रियान्वयन में इन संस्थानों की भूमिका सुनिश्चित बनाई गई। इसी योजना के तहत थड़ा पंचायत के सैली गांव में चोर कुंड नाले के कैचमेंट में मृदा व जल संरक्षण के लिए 20-20 हैक्टेयर सरकारी व निजि भूमि क्षेत्र में पौधारोपण, तीन गाद रोकने के बांध तथा कई छोटे व बडे बांध लगाए गए। इस क्षेत्र के समग्र उपचार के उपरांत सैली गांव के चोर कुंड नाले में वर्ष 2012-13 के दौरान एक जल संग्रहण बांध बनाया गया। जल संग्रहण बांध से किसानों को लाभान्वित कर कृषि उत्पादन में वृद्धि के उदेश्य से 9 सदस्यी बाबा गरीब नाथ जल उपभोक्ता समूह को संगठित किया गया। जल संग्रहण बांध से लघु सिंचाई योजना के सफल संचालन के लिए फरवरी, 2014 के दौरान कृषि विभाग की किसान बागवान समृद्धि योजना के अन्तर्गत समूह के सदस्यों के खेतों तक जल पहुंचाने की व्यवस्था की गई। जिससे समूह सदस्योंं के 7.8 हैक्टेयर कृषि क्षेत्र में से 3.8 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा होने से जहां कृषि उत्पादन में वृद्धि हो रही है तो वहीं गेंहू-मक्का के फसल चक्र में भी बदलाव आ रहा है।  इस बारे परियोजना द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण के अनुसार सिंचाई व्यवस्था होने से फसल सघनता दर में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। साथ ही समूह के सदस्यों ने अब हरी मिर्च, भिंडी, खरीफ, प्याज, आलू, लौकी, खीरा, मटर, हल्दी इत्यादि नकदी फसलों भी लगानी शुरू की है। इसके अतिरिक्त समूह के सदस्य हरे चारे के लिए चरी, जवी इत्यादि की खेती भी कर रहे हैं, जिससे दुधारू पशुओं के दुग्ध उत्पादन क्षमता में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसके अतिरिक्त जल उपभोक्ता समूह के सदस्यों को जल संग्रहण बांध से अतिरिक्त आय सृजित करने के उदेश्य से परियोजना द्वारा मछली पालन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। मत्सय विभाग की सिफारिशों के अनुसार बांध में जुलाई-अगस्त, 2014 के दौरान 12 हजार मछली के बीज डाले गए हैं। मत्सय विभाग के अनुसार इस जल संग्रहण बांध में मत्सय पालन से प्रतिवर्ष लगभग 1.10 लाख रूपये की आमदन प्राप्त की जा सकती है। परियोजना द्वारा नवम्बर, 2014 में करवाए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि समूह के सदस्यों की आय जो पहले 7900 रूपये प्रति हैक्टेयर थी वह वर्ष 2013-14 के दौरान बढक़र 27,900 रूपये जबकि वर्ष 2014-15 के खरीफ फसल चक्र में 52,441 रूपये प्रति हैक्टेयर दर्ज की गई है। इस तरह स्वां नदी एकीकृत जलागम प्रबंधन परियोजना की समग्र जलागम उपचार गतिविधियां, क्षेत्र के पारिस्थितीकीय विकास एवं पर्यावरण संरक्षण तथा ग्रामीणों के आजीविका सुधार में सहायक सिद्ध हो रही है।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (17 अप्रैल)

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देवर सुबोध ही विधायक भाभी ममता की राह में बन रहा रोड़ा ! 

देहरादून,17 अप्रैल। भगवानपुर सीट से उपचुनाव जीतने के बाद जहां ममता राकेश की असल राजनैतिक समझ की परीक्षा होनी है वहां उसके अपने सगे ही उसकी डगर को मुश्किल बनाने पर आमदा हैं। ममता राकेश के देवर सुबोध राकेश जो इस सीट से उपचुनाव लडने के खासे मूड में थे अब ममता की जीत के बाद अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। सुबोध की बाहुबली वाली छवि से जहां आमजन उनसे खासे नाराज हैं वहीं उनके तीखे तेवरों को लेकर कांग्रेस के भीतर अंर्तविरोध शुरू हो चुका है। हालात यहां तक आ पहुंचे है कि यदि सुबोध ने कांग्रेस के प्रति अपना रवैया न बदला तो ममता राकेश के राजनैतिक भविष्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र राकेश के निधन के बाद उनकी पत्नी ममता राकेश को कांग्रेस पार्टी ने  भगवानपुर उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी बनाया था। वहीं ममता के देवर सुबोध राकेश इसे अपने राजनैतिक कैरियर में एक बडे मौके के रुप में देख रहे थे। सुबोध इस मौके को भूना विधानसभा में अपनी एंट्री पुख्ता करना चाह रहे थे। क्योंकि सुरेन्द्र राकेश के समय वह इस विधान सभा क्षेत्र में काफी सक्रिय थे और सुरेन्द्र राकेश के निधन के बाद वे उनकी सीट से चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी के बारे में आश्वस्त भी थे। लेकिन कांग्रेस ने उनकी बाहुबली वाली छवि को देखते हुए उनको उतारने से परहेज किया और भगवानपुर सीट से सुरेन्द्र राकेश की पत्नी ममता को चुनाव मैदान में उतार दिया। जिसके बाद से स्वर्गीय सुरेन्द्र राकेश के भाई सुबोध राकेश कांग्रेस से नाराज हो गये थे। चर्चा तो यहाँ तक है कि चुनाव प्रचार के दौरान भी वह कांग्रेसी नेताओं की खिलाफत करते नजर आए। बताया जा रहा है कि एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता से तो उन्होंने चुनावी सभा के दौरान खुलेआम अभद्रता भी की थी। कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि सुबोध चाहते ही नहीं थे ममता यह उपचुनाव जीते क्योंकि इस स्थिति में आने वाले चुनाव में यह सीट हमेशा के लिये उनके हाथ से निकल जाने वाली थी। लेकिन कांग्रेस की मेहनत व जोडतोड के चलते ममता यह सीट भारी अन्तर से जीत गयी। शायद इसने सुबोध के राजनैतिक कैरियर पर एक विराम लगा दिया है। यह बात सुबोध शायद हजम नहीं कर पा रहे हैं और वह अब अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। अब स्थिति यह हो गयी है कि सुबोध का बडबोलापन कहीं ममता राकेश के राजनैतिक कैरियर पर भारी न पड जाये। वहीं दूसरी ओर इस सबसे बेखबर ममता राकेश बीरवार को मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची थी । वहीँ ममता के चुनाव जीतने के बाद अचानक मंत्री पद पाने वाले बयान के पीछे मदन कौशिक से लेकर स्वर्गीय सुरेन्द्र राकेश तक के खेमे में पैठ बना चुके किसी शरद नाम के व्यक्ति का नाम की भी खासी चर्चा है कि उसी के कहने पर ममता राकेश ने चुनाव जीतते ही अपने पति की जगह मंत्री की कुर्सी पर बयान देकर दांव खेला.  

पुलों में हो रहा खेल , जनता करोड़ों खर्च होने के बाद भी काट रही काला पानी की सजा
  • डोबरा चांठी पुल पर बिना बने खर्च हुए 200 करोड़, आठ जान लेने के बाद भी श्रीनगर का चैरास पुल नहीं हो पाया तैयार
  • उत्तरकाशी जिले में बनते ही टूटे चार पुल 

देहरादून,17 अप्रैल। उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार घपले घोटाले व कमीशनखोरी लोगों की जिंदगी लील रही है यह किसी से छिपा नहीं है कि लोक निर्माण महकमे में कमीशनखोरी एक खुला खेल है यह एक ऐसा गोरख धंधा है जिसमे इंजिनियर से लेकर नौकरशाहों और राज नेता तक शामिल हैं हर साल अरबों की लागत से बनने वाले सड़कों और पुलों से छनकर कमीशन की मोटी रकम इंजिनियर से लेकर राज नेताओं तक की झोली में बेरोकटोक पहुँच रही है । कमीशन खोरी का आलम यह है की सड़कों से लेकर पुलों तक की गुणवत्ता को अनदेखा कर अपनी जेबें भरी जाती  है और हादसों में आम लोगों की जाने जाती हैं । इसके बावजूद न तो नेताओं के कान में जूं रेंगती है और न लोक निर्माण विभाग के शासन में बैठे धंधे बाज नौकरशाहों की सेहत पर ही कोई फर्क नहीं पड़ता। डोबरा-चांठी पुल के निर्माण को लेकर जिस तरह नेताओं और इंजीनियरों का भ्रष्ट गठजोड़ मिलकर चूना लगा रहा है वह इसकी वानगी भर है। 2006 में एन डी तिवाड़ी सरकार ने राज्य में दो बड़ेे मोटर पुलों की मंजूरी दी थी लेकिन यह दोनों ही पुल भ्रष्ट नेताओं और इंजीनियरों की काले कारनामे  की भेंट चढ़कर भ्रष्टाचार की एक ऐसी कलंक कथा बन गयी है जो उत्तराखंड में हो रहे नंगे नाच की तस्वीर  पेश करने के लिए काफी है. टिहरी बाँध के निर्माण के बाद से ही काला पानी की सजा भुगत रहे प्रताप नगर की डेढ़ लाख से ज्यादा की आबादी टिहरी मुख्यालय से जोड़ने की मांग को देखते हुए तत्कालीन एन डी तिवाडी सरकार ने डोबरा चांठी पुल को मंजूरी दी थी यह पुल टिहरी बाँध पुनर्वास निदेशालय की मद से बनाया जाना था । ठीक ऐंसे ही गढ़वाल विश्व विद्यालय के चैरास परिसर को श्रीनगर  शहर से जोड़ने के लिए अलकनंदा नदी पर मोटर पुल की स्वीकृति दी गयी थी। चैरास पुल भ्रष्टों के काले कारनामो की वजह से आठ मजदूरों की जान लेने के बावजूद भी आज तक  तक नहीं बन सका है और भ्रष्ट इंजीनियरों-ठेकेदारों के गठजोड़ के कारनामो का खुलासा कर चुका है । चैरास पुल की तर्ज पर डोबरा चांठी पुल भी राज्य में भष्टाचारियों के काले कारनामो की कथा का ज्वलंत उदहारण है। वर्ष 2007 में लोक निर्माण विभाग ने इस बहुप्रतिक्षित 396 मीटर पुल के निर्माण के लिए चंडीगढ़ की एक कंपनी गुप्ता एसोसिएट को करीबन 80 करोड़ का में ठेका दिया। इस कंपनी को तब ठेका दिया गया जबकि इस कम्पनी को इस तरह के बड़े मोटर पुल बनाने का कोई अनुभव नहीं था ।लेकिन नेताओं और इंजीनियरों ने कमीशन खोरी के लिए गुप्ता एसोसिएट को इस पुल निर्माण का ठेका दे दिया। नतीजा यह निकाला कि आज तक यह पुल बनकर तैयार नहीं हो सका भष्टाचार की भेंट चढे इस पुल के निर्माण में कैसा खेल खेला गया इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पुल का डिजायन फाइनल होने से पहले ही लोक निर्माण विभाग और पुनर्वास के अधिकारियों ने कंपनी के साथ मिली भगत कर अब तक करीब 132 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान कंपनी को कर दिया. वहीँ करोड़ों रुपये फूंकने के बाद लोक निर्माण विभाग ने कुछ माह पहले अब दक्षिण कोरिया की एक कंपनी को इस पुल निर्माण के लिए कंसलटेंट नियुक्त किया है। इसके लिए कोरिया कंपनी को 12 करोड़ रुपये का भुगतान किया जायेगा. भ्रष्ट  इंजीनियरों व नेताओं की वजह से अब तक बिना बने ही इस पुल की लागत अब करीब 200 करोड़ के आस-पास पहुँच चुकी है। अब यह पुल कब तक बनकर तैयार होगा कोई समय सीमा तय नहीं है। लोक निर्माण महकमे के शासन में बैठे धंधेबाज नौकरशाहों और भृष्ट इंजीनियरों के मुंह पर कमीशनखोरी का खून इस कदर लग गया है की उन पर कोई फर्क नही पड़ रहा है। भ्रष्ट नीति-नियंताओं की वजह से आम जनता के लिए बनने वाले पुल और सड़कों के लिए मिलने वाली धनराशि इन भ्रष्टों के पेट में समा जाती है लेकिन चूं तक नहीं होती. हाल में ही मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चैरास पुल के कुछ अधिकारियों का निलंबित किया है लेकिन डोबरा चांटी पुल के भृष्ट अधिकारियों पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी इतना ही नहीं उत्तरकाशी में बनने वाले असी गंगा के पुल सहित नौ और पुलों की कहानी भी अजीब सी लगती है जिनमें से चार पुल तो बिना आवाजाही के निर्माण के दौरान ही ध्वस्त हो चुके हैं. इन्ही पुलों में घटिया निर्माण सामग्री व गलत डिजाईन पर निर्माण कंपनियों को कठघरे में खड़ा करने की कारवाही पर उत्तरकाशी के तत्कालीन जिलाधिकारी श्रीधर अदांकी स्थानंतरण की सजा भुगत रहे हैं।

रेलवे प्लास्टिक से डीजल बनाने के संयत्रों को स्थापित करेगा
  • डाॅ0 हर्ष वर्धन: भारत वैकल्पिक ईंधनों के अनुसंधान एवं विकास में अग्रणी

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देहरादून,17 अप्रैल(निस) । भारतीय रेलवे बहुत जल्द यांत्रिक कर्षण के लिए डीजल के उत्पादन हेतु संयत्रों की स्थापना करने वाला है जो सीएसआइआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (सीएसआइआर-आइआइपी) के वैज्ञानिकों द्वारा पेटेंट की गई प्रौद्योगिकी पर आधारित होंगे। इस बात की घोषणा  करते हुए डाॅ. हर्ष वर्धन, केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री तथा उपाध्यक्ष, सीएसआइआर ने वैकल्पिक ईंधन स्रोतों में अवसरों के और अधिक दोहन के लिए एक खाका प्रस्तुत किया। हाइड्रोकार्बनों के क्षेत्र में देष के अग्रणी अनुसंधान संस्थान ने जीवाष्म ईंधनों पर राष्ट्र के अवलंबन को कम करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। उन्होने कहा कि ‘‘मैंने प्रदूषण और प्लास्टिक के अत्यधिक इस्तेमाल के विरोध में दिल्ली की सड़कों पर स्वयं अभियान चलाया है। आज, मैं यह घोषणा करते हुए प्रसन्न हूँ कि सीएसआइआर-आइआइपी और ‘गेल’ (गैस अथाॅरिटी आॅव इंडिया लिमिटेड) की मेहनत और कौषल के कारण ‘यूरो-5’ विनिर्देषों की अनुरूपता के अनुसार गंधक अंष वाला डीजल आज एक सच्चाई बन चुका है,’’  उन्होंने कहा विश्व के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क अर्थात भारतीय रेल के द्वारा इस प्रौद्योगिकी को अंगीकार करना नरेन्द्र मोदी सरकार के इस संकल्प का भरपूर प्रमाण है कि लीक से हटकर चलने वाले अभिनव विचारों को लागू कर भारत के हिस्से के कार्बन दुष्प्रभाव को कम किया जाए। मंत्री महोदय का कहना था, ‘‘संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने श्री नरेन्द्र मोदी को भारत का ‘सुधारक सेनानी’ बताया है। इसमें कोई आष्चर्य नहीं है।’’ उन्होने कहा ‘‘1 टन टूटी बाल्टियों, मगों, टूथपेस्ट की ट्यूबों, शीषियों के ढक्कनों और अन्य पाॅलीआॅलेफिन उत्पादों को 850 लिटर डीजल कीे स्वच्छतम श्रेणी में बदलने में हम ही सर्वप्रथम रहे हैं। यह इस ग्रह के लिए आज तक का सर्वोत्तम समाचार है क्योंकि आज के बाद से प्लास्टिक का कचरा हमारी आँखों में चुभने की बजाय एक संसाधन के रूप में देखा जाएगा।’’

जैट्रोफा से जेट ईंधन
सीएसआइआर-आइआइपी की उपलब्धियों में एक अन्य उपलब्धि है, अखाद्य, सूखा-प्रतिरोधी जैट्रोफा के पौधे से निम्न कार्बन वाले जेट ईंधन के निर्माण की सफल परियोजना। इसने पहले ही विष्व-भर में कई सरकारों का ध्यान भी खींच लिया है। डाॅ0 हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘जेट ईंधन के वैकल्पिक स्रोतों के विकास में हमने कई सीढि़याँ पार कर ली हैं। जैट्रोफा के अतिरिक्त सीएसआइआर-आइआइपी के पास किसी भी अखाद्य तेल से जेट ईंधन बनाने का ज्ञान उपलब्ध है, यहाँ तक कि हमारी रसोइयों में बचने वाला अपषिष्ट खाना पकाने का तेल भी बाजार में बहुत जल्द एक बहुमूल्य सामग्री बनने वाला है।’’

सीएम ने वीडि़यों कान्फ्रेसिंग के जरिये लिया नुकसान का जायजा 

देहरादून,17 अप्रैल(निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरूवार देर रात्रि तक वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों से प्रदेश में बेमौसमी बरसात व हिमपात से कृषि व औद्यानिकी को हुए नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सभी जिलाधिकारी व्यक्तिगत ध्यान देते हुए किसानों को हुए नुकसान का आंकलन तैयार करे। आंकलन तैयार करते समय यह ध्यान रखा जाय कि प्रभावित व्यक्ति छूटे न। इसके साथ ही सभी जिलाधिकारी ब्लाॅकवार खेती व बागवानी करने वाले परिवारों की सूची तैयार कर मुख्य सचिव को तत्काल भेजे। इसमें केवल उन्ही लोगो को शामिल किया जाय, जो खेती या बागवानी कर रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि व औद्यानिकी से हुए नुकसान के लिए मुआवजा राशि देने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से धनराशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावितों को तत्काल चैक वितरित कर दिये जाय। यदि कहीं पर आकाशीय बिजजी के कारण भी नुकसान होता है, तो उसकी भी रिपोर्ट तत्काल तैयार कर शासन को भेजी जाय। साथ ही आकाशीय बिजली अथवा बादल फटने की घटना से होने वाले नुकसान का मुआवजा तत्काल प्रभावितों को आपदा प्रबंधन मद से दी जाय। मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिलाधिकारियों से चारधाम यात्रा के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि यात्रा शुरू होने में कम समय रह गया है, इसलिए सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी कर ली जाय। बद्रीनाथ धाम पर विशेष फोकस किया जाय, ग्लेशियर आदि के कारण अवरूद्ध मार्ग को जल्द से जल्द खोला जाय। इसके लिए स्थानीय स्तर पर मैन पावर को बढ़ाया जाय। इस कार्य में लगे मजदूरों को केदारनाथ की तर्ज पर मानदेय दिया जाय। बर्फ को हटाने के लिए वैज्ञानिक तकनीक भी अपनायी जाय। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव को निर्देश दिये कि जिलाधिकारी चमोली को एक हैलीकाप्टर उपलब्ध कराया जाय। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि बद्रीनाथ धाम पर सभी आवश्यक सामग्री हैलीकाप्टर से पहुंचायी जाय। बिजली, पानी, स्वास्थ्य से संबंधित सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी कर ली जाय। बिजली आपूर्ति सुचारू होने तक अलास्का लाईट का उपयोग किया जाय। राज्य सरकार द्वारा एम.आई.जी.17 हैलीकाप्टर की मांग की गई है, जिसके प्राप्त होते हुए उसका उपयोग भी बद्रीनाथ में जरूरी सामग्री पहुंचाने में किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि बीआरओ के अधिकारियों से समन्वय कर अवरूद्ध सड़क मार्ग को शीघ्र खोला जाय। मुख्यमंत्री ने गंगोत्री-यमुनोत्री धाम व केदारनाथ धाम की व्यवस्थाओं के संबंध में भी जिलाधिकारी उत्तरकाशी व चमोली से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्थाओं के आयोजन में यदि किसी प्रकार की कोई समस्या हो, तो तत्काल शासन को अवगत कराया जाय। जिलाधिकारी चमोली की मांग पर यात्रा व्यवस्था के आयोजन के लिए 2.5 करोड़ रुपये की मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। साफ-सफाई व्यवस्था के लिए जिला पंचायत रूद्रप्रयाग को 25 लाख रुपये भी स्वीकृत किये गये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ योजना को प्रभावी बनाया जाय। आगामी चारधाम यात्रा में प्रत्येक जिले से अधिक से अधिक बुजुर्ग यात्रा पर आये, इसके लिए अभियान चलाये। सभी जिलाधिकारियों को इसमें उपयोग लायी जाने वाली बसें अच्छी क्वालिटी की हो। किसी भी बुजुर्ग को कोई असुविधा नही होनी चाहिए। योजना को और प्रभावी बनाने के लिए जी.एम.वी.एन., के.एम.वी.एन. व परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ भी बैठक आयोजित की जाय।  
इस अवसर पर वन मंत्री दिनेश अग्रवाल, मुख्य सचिव एन.रविशंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव ओमप्रकाश, एस रामास्वामी, डा0 रणवीर सिंह सहित अन्य अधिकारी व सभी जनपदों के जिलाधिकारी उपस्थित थे। 

गांव की समस्याओं को सांसद ने सीएम को लिखा पत्र 

देहरादून,17 अप्रैल(निस) । । मेजर जनरल भुवन चन्द्र खण्डूड़ी एवीएसएम (से0नि0),सांसद गढ़वाल ने हरीश रावत, मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विधान सभा रामनगर के अन्तर्गत वन ग्राम, खत्तों औीर टोगियां ग्रामों को मूलभूत सुविधाएंे देने के सम्बन्ध में अवगत कराया। गढ़वाल सासद ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड को यह लिखा कि यह ग्राम कई वर्षों से बसे हुए हैं यहां की जनता जो कि सभी राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेती है, को अभी तक मूलभूत सुविधाऐं बिजली, पानी सड़क, शिक्षा, संचार आदि की सुविधाऐं प्राप्त नहीं है। 
इन गांवों में कुछ कार्य विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत प्रस्तावित किए गये हैं परन्तु राजस्व ग्राम की स्वीकृति न होने और वन क्षेत्र होने के कारण वे विकास कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहे हैं। फलस्वरूप इन गाॅवों की स्थानीय जनता अन्य क्षेत्रों से बहुत पिछड़े हुए हैं। मेरा आपसे आग्रह है कि इन गाॅवों को राजस्व ग्रामों की श्रेणी में लाने की प्रक्रिया शीघ्र प्रारम्भ कर इस क्षेत्र की जनता को सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाऐं प्रदान की जाए।

चारधाम का जायजा लेने को भाजपा की टीमें रवाना 

देहरादून,17 अप्रैल(निस)। भारतीय जनता पार्टी की टीमें चारधाम यात्रा की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए प्रदेश मुख्यालय से चारधाम के लिए रवाना हुईं। इन टीमों का गठन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत द्वारा किया गया है। गंगोत्री धाम के लिए 15 अप्रैल को ही टीम नेता प्रतिपक्ष उत्तराखंड विधानसभा अजय भट्ट के नेतृत्व में रवाना हो गई थी। शुक्रवार को भाजपा की तीन टीमें पूर्वाह्न 11 बजे भाजपा के बलवीर रोड स्थित प्रदेश मुख्यालय से केदारनाथ, बद्रीनाथ और यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुईं। केदारनाथ धाम के लिए टीम प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत के नेतृत्व में रवाना हुई, इस टीम में विधायक संजय गुप्ता, यतीश्वरानंद, प्रदेश महामंत्री ज्ञान सिंह नेगी, प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी, बलराज पासी, पूर्व विधायक आशा नौटियाल शामिल हैं। बद्रीनाथ धाम के लिए टीम विधायक हरबंश कपूर के नेतृत्व में रवाना हुई, इस टीम में विधायक विजया बड़थ्वाल, प्रेमचंद अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल शामिल हैं। यमुनोत्री धाम के लिए टीम विधायक मदन कौशिक के नेतृत्व में रवाना हुई, इस टीम में विधायक महावीर सिंह रांगड़, आदेश चैहान, मालचंद, प्रदेश महामंत्री प्रकाश पंत शामिल हैं। गंगोत्री धाम के लिए 15 अप्रैल को ही टीम नेता प्रतिपक्ष उत्तराखंड विधानसभा अजय भट्ट के नेतृत्व में रवाना हो गई थी। 

छात्र नेताओं ने की स्कूल में तोड़फोड़

देहरादून,17 अप्रैल(निस)। पब्लिक स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावकों व छात्र नेताओं का चल रहा आन्दोलन शुक्रवार को हिंसक हो गया। शुक्रवार की सुबह  चकराता रोड स्थित एक स्कूल में प्रदर्शन करने पहंुचे कुछ छात्र नेताओं ने अपने उग्र तेवर दिखाते हुए तोड़फोड की। बताया जा रहा है कि  स्कूल प्रदर्शन ने तोड़फोड करने वालों के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह छात्र संघ नेता पारस गोयल के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक छात्र पब्लिक स्कूलों की मनमानी फीस वसूली के विरोध मे ंचकराता रोड स्थित चिल्ड्रन्स एकेडमी पहुंचे। इस दौरान वह गेट में ड्यूटी पर तैनात चैकीदार हरिशंकर से धक्का- मुक्की करते हुए अन्दर जा धमके और स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आफिस में घुसकर तोड़फोड़ करने लगे। बताया जा रहा है कि छात्र पब्लिक स्कूलों की मनमानी व फीस बढ़ोत्तरी के मामले को लेकर इतने उग्र थे कि उन्होने वहंा रखें आधा दर्जन से अधिक गमले तोड़कर खिड़कियों के कांच भी तोड़ डाले। इस बीच सोफा, कुर्सी व कम्पयूटर आदि चीजें पलटने के दौरान जब आफिस स्टाफ ने जब बीच बचाव करने की कोशिक की तो छात्रों ने आफिस स्टाफ सीमा डोगरा व प्रीति मदान के साथ भी अभद्र व्यवहार कर मारपीट की घटना को अंजाम दिया। सूचना मिलने पर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो तब तक छात्र स्कूल से जा चुके थे। बताया जा रहा है कि इस घटना के विरोध में स्कूल प्रशासन की ओर से छात्रों के खिलाफ मारपीट, तोड़फोड व अभद्र व्यवहार का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।

गढ़वाल रेंज के दरोगाओं के तबादले

देहरादून,17 अप्रैल(निस) । । शुक्रवार को पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने कई दरोगाओं का तबादला गढ़वाल रेंज में इधर से उधर कर दिया है। कई दरोगाओं को पहाड़ी तो पहाड़ों में जमे कई दरोगाओं में मैदानी क्षेत्रों में भेजा गया है। शुक्रवार को जारी तबादला सूची के अनुसार मैदानी जनपदों से पहाड़ी जनपदों में जाने वाले दारोगाओं में धीरज मणी बलूनी को देहरादून से टिहरी गढ़वाल,अनिल कुमार शर्मा को देहरादून से टिहरी गढ़वाल, आशूतोष सिंह को देहरादून से चमोली, राजेन्द्र सिंह असवाल को देहरादून से टिहरी गढ़वाल, रणवीर सिंह को देहरादून से टिहरी गढ़वाल, राम सिंह गुंसाई को देहरादून से उत्तरकाशी, मनोहर लाल जखमोला को देहरादून से उत्तरकाशी,संजीव कुमार थपलियाल को देहरादून से रूद्रप्रयाग, पवन भारद्वाज को देहरादून से रूद्रप्रयाग, कृष्ण कुमार को देहरादून से टिहरी गढ़वाल, राकेश चन्द्र को देहरादून से उत्तरकाशी,ऋषिराम रतूड़ी को देहरादून से उत्तरकाशी, जयप्रकाश कोहली को देहरादून से चमोली, शिवमोहन शाह को देहरादून से रूद्रप्रयाग, बलबीर सिंह नेगी को देहरादून से रूद्रप्रयाग, रफत अली को देहरादून से रूद्रप्रयाग, आशीष कुमार को देहरादून से चमोली, नरेन्द्र ठाकुर को देहरादून से चमोली, प्रवीण सिंह को देहरादून से रूद्रप्रयाग, संतोष सिंह कुंवर को देहरादून से उत्तरकाशी, नागेन्द्र प्रताप सिंह को हरिद्वार से रूद्रप्रयाग, दरबान सिंह पंवार को हरिद्वार से रूद्रप्रयाग,नन्दन सिंह चैहान को हरिद्वार से रूद्रप्रयाग,जवाहर सिंह राठोैर को हरिद्वार से रूद्रप्रयाग,प्रदीप सिंह रावत को हरिद्वार से चमोली,संजय रावत को हरिद्वार से उत्तरकाशी,दीप कुमार को हरिद्वार से उत्तरकाशी,वीरेन्द्र सिंह नेगी को हरिद्वार से रूद्रप्रयाग, राजेन्द्र सिंह को हरिद्वार से टिहरी गढ़वाल, संजय चैहान को हरिद्वार से रूद्रप्रयाग, राकेश चन्द्र शाहको हरिद्वार से उत्तरकाशी, कुन्दन सिंहराणा को हरिद्वार से रूद्रप्रयाग, व प्रदीप कुमार को हरिद्वार जनपद से रूद्रप्रयाग भेजा गया है।

रूबी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत बढ़ी

देहरादून,17 अप्रैल(निस)। बहुचर्चित फर्जी आईएएस मामले में आरोपी रूबी चैधरी को शुक्रवार को सीजेएम अदालत में पेश किया गया। अदालत ने रूबी चैधरी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत और बढ़ा दी। वहीं रूबी चैधरी के वकील का कहना है कि वे शनिवार को जमानत के लिये अर्जी देंगे। बीते दो दिन पूर्व रूबी चैधरी कोर्ट में मजिस्टेªट के सामने164 के तहत बयान दर्ज किये गये थे। जिसके बाद इस मामले रूबी की हिरासत अवधि 14 दिन बढाई गयी। जांच कर रही एसआईटी की टीम ने बीते रोज एलबीएस अकादमी के अधिकारियों व अन्य कई कर्मचारियों से गहन पूछताछ की गयी थी। इस हाई प्रोफाइल मामले में निलम्बित सुरक्षा गार्ड देवी सिंह के समर्थन में अधिवक्ता, राज्य आंदोलारी व कई सामाजिक संगठन खडे हो गये हैं जो देवी सिंह पर अकादमी द्वारा की गयी कार्यवाही कोे गलत ठहराते हुए उसकी लड़ाई लड़ने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है देवी सिंह जो एक सुरक्षा गार्ड है भला कैसे किसी को अकादमी में रख सकता है। लोेग अब उनके निलम्बन को रद्द करने व सेवा बहाली की मांग करते हुए इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। इस समर्थन से पीडि़त देवी सिंह के परिवार का हौसला भी बढ़ा है।

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (17 अप्रैल)

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सरकारी अस्पताल नरकटियागगंज में जबासु मे छव माह से आवंटन नहीं
  • फरवरी 2015 से जन्म प्रमाण पत्र का प्रपत्र नहीं परेशानी 

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) नरकटियागंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के अन्तर्गत जननी बाल सुरक्षा योजना में राशि का आभाव है। उपर्युक्त जानकारी देते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डीएन ठाकुर ने बताया कि राशि की अनुपलब्धता अक्टूबर 2015 से है। श्री ठाकुर ने बताया कि 17 अक्टूबर 2014 को चेक बना था। उसके बाद से राशि के आभाव में उन माताआंे को सरकारी कल्याणकारी योजना का लाभ नहीं दिया जा सका है। पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि जननी बाल सुरक्षा योजना मद में अभी आवंटन प्राप्त नहीं है। इसलिए इसके हकदारों को किसी प्रकार का चेक उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। सरकारी अस्पताल में अभी जन्म प्रमाण पत्र बनाया जाने वाला प्रपत्र क का आभाव भी है। जिसके कारण अस्पताल परिसर में जन्म लेने वाले नये भारतीय नौनिहालो का जन्म प्रमाणपत्र माह फरवरी 2015 से अब तक नहीं बन सका है।

ताल से ताल मिला, नियोजित शिक्षक बनाम नियमित शिक्षक,  गौनाहा प्रखण्ड का मामला

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नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) राजकीय प्राथमिक विद्यालय पिपरा (उर्दू) में संचालित राजकीय प्राथमिक विद्यालय पचरूखिया में पदस्थापित नियमित शिक्षक जो प्रधान शिक्षक के प्रभार में है। हड़ताली नियोजित शिक्षकांे के ताल से ताल मिला रहे हैं। शुक्रवार को जब संवाददाताओं की टीम 10 बजकर 24 मिनट पर विद्यालय पहुँची तो पाया कि विद्यालय का ताला बन्द पाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि पंचरूखिया स्कूलवा त काल्हे खुलल रहे आज काहे बन्द बा हमनी का नइखे मालूम। एह स्कूलवा में एतवार के छुटी रहेला आ उर्दू वाला में शुक के दिने। स्थानीय लोगांे व छात्रों का कहना है कि हड़ताली शिक्षकांे के साथ उन्हीं लोगों के हम कदम बनकर रह गये है। उर्दू स्कूल शुक्रवार को बन्द रहता है तो हिन्दी स्कूल रविवार को बन्द रहता है किन्तु यहाँ के हालात कुछ अलग अलग है।

मुस्ताक अहमद के भरोसा पर करीब साढे तीन सौ विद्यार्थी पिपरा मध्य विद्यालय

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नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) स्थानीय अनुमण्डल के गौनाहा प्रखण्ड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पिपरा में हड़ताल के बावजूद उम्रदराज प्रधान शिक्षक मुस्ताक अहमद अपने कत्र्तव्य पर डटे रहे। उन्हांेने बताया कि नियोजित शिक्षकों के हड़ताल पर जाने के बावजूद विद्यालय में 330 नामांकित बच्चांे की शिक्षा का जिम्मा संभाल रहा हूँ। विद्यालय में बच्चांे को मिलने वाली पोशाक राशि और छात्रवृति राशि का वितरण किया जा चुका है। विद्यालय में चार नियोजित शिक्षक है जो हड़ताल पर है।  करीब 70 प्रतिशत छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहते है जिनमें मध्यान्ह भोजन के उपरान्त 10 प्रतिशत छात्र वापस नहीं आते है। श्री अहमद ने बताया कि विद्यालय की चाहरदिवारी नहीं होने के कारण बच्चे भोजन के बाद भाग जाते है। इतना ही नहीं विद्यालय में एक शिक्षक के भरोसे करीब साढे तीन सौ विद्यार्थी है तो उसमें कुछ तो भाग ही जाते है। फिर भी हड़ताली शिक्षकों के विद्यालय नहीं आने के बावजूद विद्यालय अच्छे ढंग से संचालित हैं।

गोडसे’ अब नहीं है असंसदीय शब्द : सुमित्रा महाजन

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 लोकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने व्यवस्था दी है कि ‘नाथुराम गोडसे’ के बारे में उल्लेख को छोड़कर ‘गोडसे’ अब कोई असंसदीय शब्द नहीं है. संसद ने 1956 में इस शब्द के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था. 1948 में नयी दिल्ली में नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी. प्रतिबंध हटाने का आदेश कल पारित हुआ. इससे नासिक से शिवसेना सांसद हेमंत तुकाराम गोडसे को काफी राहत मिली है जिन्होंने ‘‘असंसदीय शब्दों’’ की सूची से ‘‘गोडसे’’ शब्द को हटाने की मांग की थी.


हेमंत तुकाराम गोडसे ने दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों को लिखे पत्रों में इस बात पर आश्चर्य जताया था कि किसी सांसद के उपनाम को ‘‘असंसदीय’’ कैसे माना जा सकता है. उन्होंने शब्द को असंसदीय शब्दों की सूची से हटाने पर जोर देते हुए कहा था, ‘‘यह निश्चित तौर पर मेरी गलती नहीं कि मेरा उपनाम गोडसे है और इसके अलावा मैं इसे बदल नहीं सकता एवं बदलूंगा भी नहीं क्योंकि यह मेरा पैतृक उपनाम है.’’ उन्होंने दलील दी थी कि प्रतिबंध ‘‘मेरे उपनाम और मेरे पूर्वजों पर अनुचित कलंक लगाता है.’’

उन्होंने कहा कि गोडसे समुदाय के बड़ी संख्या में लोग हैं जो महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में रहते हैं और वह भी इसी समुदाय के हैं. शिवसेना सांसद ने स्वयं को तब अजीब स्थिति में पाया जब राज्यसभा के उप सभापति ने शीतकालीन सत्र के दौरान एक सदस्य को ‘‘गोडसे’’ शब्द इस्तेमाल करने से रोक दिया था क्योंकि वह असंसदीय था. सदस्य को पता चला कि संसद ने 1956 में शब्द ‘गोडसे’ पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया था इसके बाद लोकसभाध्यक्ष ने यह आदेश पारित किया है, ‘‘अब नाम ‘‘गोडसे’’ को उपनाम के रूप में असंसदीय नहीं कहा जाएगा. केवल ‘‘नाथूराम गोडसे’’ का उल्लेख असंसदीय होगा. इसके अनुरूप ही सूची में परिवर्तन किया जाएगा.’’

हाफिज ने किया खुलासा, कश्मीर के गद्दारों की मदद कर रहा है पाकिस्तान

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आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखिया हाफिज सईद ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तानी फौज कश्मीर में अलगाववादियों की मदद कर रही है। हाफिज के मुताबिक कश्मीर को आजाद कराने के लिए पाकिस्तान की मदद से जेहाद चलाया जा रहा है।

हाफिज सईद ने ये खुलासा एक पाकिस्तानी टीवी चैनल 24 को दिए इंटरव्यू में किया है। हाफिज का कहना है कि जेहाद के जरिए ही कश्मीर को आजाद कराया जा सकता है। इससे पहले हाफिज सईद ने श्रीनगर में भारत विरोधी रैली करने वाले और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वाले गद्दार मसरत आलम का खुलकर समर्थन किया था।

हाफिज ने कल मसरत के समर्थन में लाहौर में रैली की थी। रैली में हाफिज सईद ने कहा कि मसरत आलम बागी नहीं है। हम कश्मीरी लोगों के लिए कुर्बानी देंगे। कश्मीर के लोगों को दिल से पाकिस्तान से जुड़ाव है। जाहिर है हाफिज ने पाकिस्तान के उस नापाक सच को बयान किया है जिसको लेकर भारत लगातार सबूत के साथ पाकिस्तान पर आरोप लगाता रहा है।

हिट एंड रन मामले में नया मोड़

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बॉलीवुड अभिनेता समलान खान की गाड़ी से हुए 2002 के सड़क दुर्घटना मामले की दोबारा से जारी सुनवाई ने एक सनसनीखेज मोड़ ले लिया। सलमान के वकील श्रीकांत शिवदे ने शुक्रवार को अदालत में कहा कि क्रेन से गाड़ी को उठाया जा रहा था तभी वह गिर गई थी जिसके आघात से पीड़ित की मौत हो गई। 28 सितंबर 2002 को पश्चिमी बांद्रा स्थित अमेरिकन एक्सप्रेस बेकरी में तड़के सुबह सलमान की गाड़ी घुस गई थी। इस दुर्घटना में एक फुटपाथ पर सो रहे नुरुलाह महबूब शरीफ की मौत हो गई थी जबकि मुन्ना मलाई खान, कलीम एम. पठान, अब्दुल्ला रौफ शेख और मुस्लिम शेख घायल हुए थे। 

अपनी अंतिम जिरह में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डी. डब्ल्यू. देशपाण्डे की अदालत के समक्ष सलमान के वकील शिवदे ने कहा, "परिस्थितियों से पता चला है कि दुर्घटना के बाद गाड़ी को जब क्रेन की मदद से उठाया जा रहा था तब वह गिर गई थी और एक व्यक्ति उसके नीचे था जिसकी मौत हो गई।"उन्होंने आगे चार लोगों के घायल होने के बारे में बताया कि उन्हें घर्षण और खींचने के कारण चोटें आई थीं। मृतक शरीफ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी मौत कुचलने से हुई थी। उन्होंने कहा, "वह कुचल गया था क्योंकि उसके ऊपर कुछ भारी वस्तु गिरी थी।"शिवदे ने न्यायाधीश देशपांडे से कहा कि कार का वजन लगभग 3,000 किलोग्राम था। 

शिवदे ने अदालत में कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मृतक का सिर, छाती, फेफड़े, गला और श्वांस पूरी तरह से कुचल चुके थे। उन्होंने कहा, "इस तरह की स्थित में क्या कोई व्यक्ति सहायता के लिए चिल्ला सकता था।"उन्होंने कहा कि लिफ्ट से गाड़ी उठाते समय गिरने के कारण शरीफ की मौत हुई होगी।"उन्होंने एक घायल के बयान को गुमराह करने वाला बताया। इस गवाह ने कहा था कि शरीफ कार के नीचे था और वह तब तक चिल्लाता रहा जब तक कि गाड़ी को क्रेन से उठाया नहीं गया।

कारण बताओ नोटिस को योगेंद्र यादव ने मजाक करार दिया

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पार्टी से निष्कासन निकट होने के साथ आप के बागी नेता योगेंद्र यादव ने आज सोशल मीडिया के जरिए पार्टी पर हमला बोलते हुए उन्हें मिले कारण बताओ नोटिस को मजाक करार दिया। उन्होंने यह भी पूछा कि कारण बताओ नोटिस प्राप्त होने से पहले ही इसका ब्यौरा मीडिया को कैसे मिल गया। यादव ने आरोप लगाया कि इसे पार्टी की अनुशासन समिति ने लीक किया है।

उन्होंने हैरानी जताई कि अध्यक्ष दिनेश वाघेला को शामिल किए बिना राष्ट्रीय अनुशासन समिति ने कदम कैसे उठाया। उन्होंने दावा किया कि टेलीफोन पर हुई बाचीत में वाघेला, जो दिल्ली में नहीं हैं, ने उनसे कहा था कि समिति को अभी मामले पर विचार करना है।

यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा, कल शाम मैंने अनुशासन समिति के अध्यक्ष श्री वाघेला से बात की थी। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में नहीं हैं और टीवी खबर को छोड़कर हमें भेजे जाने वाले किसी संभावित कारण बताओ नोटिस के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। अभी तक, उनके पास कुछ नहीं भेजा गया है। उन्होंने कहा कि वाघेला ने न्याय के प्राथमिक सिद्धांत के उल्लंघन के मुददे को देखने का वायदा किया था। यादव ने कहा कि उन्हें संवेदनशील सूचना मीडिया को देने के मुददे पर नोटिस भेजा गया। मजे की बात यह है कि उन्हें नोटिस भेजे जाने की यह सूचना खुद मीडिया से मिली। उन्होंने कहा, रात 10 बजे तक मीडिया को सभी चार पत्रों के कंटेंट के बारे में पहले ही जानकारी मिल चुकी थी। क्या समिति के किसी सदस्य को छोड़ कर किसी और ने इसे लीक किया?

कश्मीर में बंद के दौरान पत्थरबाजी, 16 जख्मी

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जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी नेता मसरत आलम की गिरफ्तारी के बाद घाटी के हालात बिगड़ते जा रहे हैं. भीड़ की पत्थरबाजी से करीब 16 लोग जख्मी हो गए. हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक भी प्रदेश सरकार के रुख के खिलाफ खड़े हो गए हैं. श्रीनगर में पत्थरबाजी की घटना में करीब 16 लोग जख्मी हो गए, जिनमें पुलिस के जवान भी शामिल हैं. विरोध प्रदर्शन की अगुवाई मीरवाइज उमर फारूक कर रहे थे. मीरवाइज सेना के ऑपरेशन में युवक के मारे जाने के विरोध में त्राल जा रहे थे. मीरवाइज के समर्थकों ने भी भारत विरोधी नारे लगाए. पत्थरबाजी रोकने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज का सहारा लिया और आंसू गैस के गोले छोड़े.

दरअसल, उस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने युवक को वहां का निवासी बताया था, जबकि सेना ने उसे आतंकी करार दिया था. श्रीनगर के पुराना शहर इलाके में जुमे की नमाज के बाद पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई. पुराना शहर इलाके में नौहट्टा स्थित जामिया मस्जिद के बाहर जुमे की नमाज के तुरंत बाद पथराव कर रहे युवाओं की सुरक्षा बलों से झड़प शुरू हो गई. प्रदर्शन हिंसक हो गया, क्योंकि युवाओं ने सुरक्षाबलों पर पथराव कर दिया.

जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज अदा कराने वाले मीरवाइज उमर फारूक ने शुक्रवार को अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी और मसरत आलम को नजरबंद रखने के मामले में राज्य सरकार की आलोचना की. मीरवाइज उमर ने उनकी तत्काल रिहाई की मांग की और कहा कि कश्मीर में कानून तोड़ने के लिए अलगाववादी नहीं, बल्कि राज्य सरकार जिम्मेदार है. मीरवाइज ने कहा, 'वे हमारे सैकड़ों युवाओं को बिना किसी कारण के हिरासत में रखते हैं और फिर हमारे ऊपर कानून तोड़ने का आरोप लगाते हैं. नियम राज्य सरकार तोड़ रही है, न कि अलगाववादी नेता.'उन्होंने हालांकि शुक्रवार को सभा में नमाज के बाद शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए कहा था.

वजह मसरत की गिरफ्तारी हो या त्राल में एनकाउंटर में कथित निर्दोष के मारे जाने का तर्क, घाटी के सैकड़ों युवाओं ने फिर हाथों में पत्थर उठा लिए.


विशेष आलेख : चंद्रशेखर : विद्रोही नेता का स्खलन

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पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने आधिकारिक रिकार्ड में अपनी जन्मतिथि 1 जुलाई 1927 दर्ज कराई थी। आज भी रिकार्ड में जन्मतिथि के नाम पर यही तारीख अंकित है लेकिन उत्तर प्रदेश की मुलायम सिंह सरकार ने 17 अप्रैल को उनकी जयंती घोषित करते हुए इस दिन सरकारी कार्यालयों में अवकाश का आदेश जारी कर दिया। इस कारण चंद्रशेखर के साथ एक और विवाद जुड़ गया है।

मजेदार बात तो यह है कि आम लोग यह नहीं जानते कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 17 अप्रैल को जिन चंद्रशेखर के नाम पर अवकाश घोषित किया है वे सोशलिस्ट नेता चंद्रशेखर हैं। आम लोगों से बातचीत हुई तो पता चला कि उन्हें यह गुमान है कि यह छुट्टी अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के जन्मदिन के नाते घोषित की गई है। चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह के नाम पर कोई अवकाश घोषित न करना कांग्रेसी शासन में तो स्वाभाविक था क्योंकि इस पार्टी के मानस पिता महात्मा गांधी की नजर में जो कि साम्राज्यवाद द्वारा गढ़े गए भारतीय गौरव पुरुष रहे हैं चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह की परंपरा आतंकवाद की परंपरा है लेकिन गैरकांग्रेसी दल भी कांग्रेस के इस यकीन को बनाए रखने में विश्वास करेंगे यह उम्मीद किसी को नहीं थी।

बहरहाल आधुनिक विश्व में क्रांति के प्रतीक पुरुषों में दो नाम सर्वोपरि हैं एक है लेनिन का और दूसरा माओत्सेतुंग का। लेनिन कहते थे कि जनता कभी गलत नहीं होती। यह दूसरी बात है कि इस देश में यहां के स्वयंभू पंडितों की निगाह में जनता ही हमेशा गलत होती है। मीडिया के पंडितों ने चंद्रशेखर को हमेशा बड़े नेता के रूप में प्रस्तुत किया। यह दर्शाया कि वीपी सिंह से विरासत में मिले अशांत देश को फिर संभालने में उनकी बड़ी भूमिका रही लेकिन जो चुनाव हुआ उसमें चंद्रशेखर का चार महीने बनाम चालीस साल का नारा मजाक बनकर रह गया। अगर बलिया के पांच मंत्री मुलायम सिंह ने अपने मंत्रिमंडल में न रखे होते तो प्रधानमंत्री बनकर देश पर महान उपकार करने वाले चंद्रशेखर को भी जनता हरा देती। बाकी उनके केवल पांच सांसद जीत पाए थे जिनमें से एक भी ऐसा नहीं था जो उनके नाम पर जीता हो। सब अपनी-अपनी जगह खुद व्यक्तिगत प्रभाव में इतने मजबूत थे कि उन्हें जीतना ही था। जैसे एचडी देवगौड़ा और बेनीप्रसाद वर्मा के गृह जनपद बाराबंकी व मुलायम सिंह के गृह जनपद इटावा में उनकी पार्टी से जीते सांसद। जनता इसी वजह से अनायास यह नहीं सोच पाती कि कोई सरकार चंद्रशेखर जैसे व्यक्तित्व के लिए भी अवकाश घोषित कर सकती है। जनता इसी कारण उनके लिए किए गए अवकाश को चंद्रशेखर आजाद की स्मृति में अवकाश घोषित किए जाने की गलतफहमी पाल बैठी।

चंद्रशेखर के हैप्पी बर्थ डे पर अवकाश घोषित करने के उपलक्ष्य में आज क्षत्रिय महासभा ने लखनऊ में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रति आभार गोष्ठी का आयोजन किया। इस लेखक की हमेशा यह धारणा रही है कि जातिवादी चेतना प्रतिभा विहीन और क्षमता विहीन लोगों की गरज है। ऐसी भीड़ हमेशा शार्टकट में जाति को ताकत देने वाले प्रतीकों को अपने मानबिंदु के रूप में स्थापित करती है। चंद्रशेखर और राजा भैया ठाकुरों के गौरव हैं तो रंगरेलियों के लिए मशहूर नारायण दत्त तिवारी सपा द्वारा गढ़े गए ब्राह्म्ïाण गौरव हैं।

चंद्रशेखर के बारे में ध्यान दिला दें कि 1991 के चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उस समय की अपनी पार्टी सजपा के सुप्रीमो चंद्रशेखर के प्रचार के लिए गए मुलायम सिंह को बलिया में उनके समर्थक दबंग ठाकुरों ने सभा में जूते उल्टे करके दिखाए थे। जब जगन्नाथ चौधरी ने चंद्रशेखर को संसदीय चुनाव में हराया था तो बलिया के ठाकुरों को जबरदस्त ठेस लगी थी। जगन्नाथ चौधरी यादव बिरादरी से थे और अहीर के हाथों अपने कुलगौरव का हारना बलिया के दबंग ठाकुरों को बर्दाश्त नहीं हुआ था। इसी कारण मुलायम सिंह और चंद्रशेखर का कैर-बैर का यह संग ज्यादा दिन नहीं निभा। अगले ही साल चंद्रशेखर की सजपा से अलग होकर मुलायम सिंह ने समाजवादी पार्टी बना ली। यादव किसी मामले में कम नहीं हैं लेकिन वर्ण व्यवस्था की वजह से उन्हें दबकर रहना पड़ा और जब लोकतंत्र आया तो उनके द्वारा राजनैतिक प्रतिस्पद्र्धा करने के प्रयास को ठाकुरों ने किस रूप में लिया यह अब बलिया के नेता रूप में स्थापित हो चुके नारद चौधरी अच्छी तरह बता सकते हैं। आज बलिया में यादव नेतृत्व में हैं और ठाकुर उनके पिछलग्गू। इसी कारण बलिया के ठाकुरों के उकसाने पर चंद्रशेखर के बड़े पुत्र पंकज शेखर भाजपा का दामन थाम चुके हैं।

चंद्रशेखर एक आदमी का नाम है लेकिन उनकी शख्सियत दो भागों में बंटी हुई है। एक चंद्रशेखर हैं जो 1977 के पहले तक उसूलों के लिए काम करने वाले तेजस्वी युवा तुर्क। इंदिरा गांधी का उन पर विश्वास रहा तो उन्होंने बैंकों के राष्ट्रीयकरण जैसा प्रगतिशील कदम उठाने में उन्हें ताकत दी जो इंदिरा जी के द्वारा जयप्रकाश नारायण को आपातकाल में गिरफ्तार किए जाने के फैसले के खिलाफ अपना राजनीतिक कैरियर ही नहीं व्यक्तिगत जीवन भी दांव पर लगाकर आवाज उठाने का जोखिम मोल लेने से नहीं कतराए और इसके बदले में उन्हें भी इंदिरा गांधी ने जेल में डलवा दिया। दूसरी पार्ट के चंद्रशेखर हैं वे जिन्होंने भोलेभाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण का विश्वास अर्जित करने के बाद जूनियर मोस्टर होते हुए भी दूसरी तथाकथित आजादी के अवतार जनता पार्टी का अध्यक्ष पद अप्रत्याशित सौगात के बतौर हथिया लिया। उस समय के कई राजनीतिक आलेखों में इस बात की चर्चा हुई कि जेपी की मासूमियत का चंद्रशेखर ने किस तरह राजनीतिक फायदा उठाया। इसके बाद उनकी महत्वाकांक्षाएं आसमान पर पहुंच गईं। 1984 में कन्याकुमारी से कश्मीर तक की पद यात्रा के बाद चंद्रशेखर को यह विश्वास हो गया था और उनके समर्थक पत्रकार भी यह भविष्यवाणी कर रहे थे कि जल्द ही वे देश के आगामी प्रधानमंत्री होंगे लेकिन इंदिरा गांधी की असमय हत्या ने उनका खेल खराब कर दिया। उनका पायलट पुत्र राजीव गांधी प्रधानमंत्री बन गया। यहीं से चंद्रशेखर का फ्रस्टेशन शुरू हुआ। उसकी चरमसीमा तब हुई जब उनसे जूनियर वीपी सिंह गैर कांग्रेसी सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री हो गए। जैसा कि मीडिया के पंडित प्रचारित करते हैं वीपी सिंह का प्रधानमंत्री बनना देवीलाल की कृपा का नतीजा नहीं था बल्कि जनभावनाएं पूरी तरह उनके पक्ष में थीं और चंद्रशेखर का जनभावनाओं के बीच में कोई स्थान नहीं था।

चंद्रशेखर के साथ एक और समस्या थी कि वीपी सिंह उनके सजातीय भी थे और कोई अन्य ठाकुर उनसे बाजी मार ले जाए यह उनसे कैसे गवारा होता। यह दूसरी बात है कि वीपी सिंह ने व्यक्तिगत तौर पर ठाकुरों का कभी कोई काम नहीं किया। इसके बावजूद जाति के अंदर की प्रतियोगिता में भी उन्होंने चंद्रशेखर को पछाड़ दिया। हो सकता है कि इसके पीछे क्षत्रिय समुदाय की राजा ग्रंथि रही हो। चाहे वीरबहादुर सिंह हों या चंद्रशेखर दोनों ही ठाकुरों में सामान्य घरों से आए नेता थे जबकि ठाकुरों के लिए आवश्यक था कि वे उसे अपने सिर का ताज मानें जिसके पास राजगद्दी हो। शुरूआत में इसीलिए वीपी सिंह वीरबहादुर पर भी भारी पड़े और चंद्रशेखर पर भी।

आज जनता परिवार की एकता की बात हो रही है। इस लेखक ने पहले भी कहा कि यह जनता परिवार की नहीं लोकदल परिवार की एकता है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने जब समाजवादी राजनीति को जनता का नाम दिया था यानी जनता पार्टी का नक्शा गढ़ा था। उस समय ही इस नाम से राजनीतिक सुधारों का एजेंडा जुड़ गया था। जेपी की प्रेरणा से जनता पार्टी के घोषणा पत्र में दल बदल रोकने का कानून लाने, जनप्रतिनिधियों को वापस बुलाने के अधिकार आदि तमाम वे प्रस्ताव शामिल किए गए थे जो आदर्श बुरजुवा लोकतंत्र के मानकों के अनुरूप थे। यह संयोग है कि वीपी सिंह की प्रेरणा से जब जनता दल का एजेंडा तैयार हुआ तब भी एक व्यक्ति एक पद वंश के शासन का परित्याग और चुनाव लडऩे के लिए सरकारी फंड की व्यवस्था जैसे राजनीतिक सुधारों के प्रस्ताव उसमें प्रमुखता से लिए गए। जेपी के पट्ट शिष्य होने के नाते चंद्रशेखर को जनता दल के समय संरक्षक बनकर वीपी सिंह को इस एजेंडे को आगे बढ़ाने का मौका देना चाहिए था लेकिन वे तो देवीलाल पुत्र ओमप्रकाश चौटाला द्वारा मेहम के उपचुनाव में लोकतंत्र को लहूलुहान करने की घटना के पैरोकार बन गए और एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के लिए उत्तर प्रदेश में जनता दल के चीफ बनाए गए रामपूजन पटेल को पिटवाने की मुलायम सिंह की करतूत को डिफेेंड करने लगे।

इस बीच चंद्रशेखर ने भी यह मान लिया कि जो अपनी जाति का नेता नहीं हो सकता वो इस देश का नेता कभी नहीं बन सकता। इसी के नाते उन्होंने बिहार के माफिया सूरज देव सिंह से लेकर उत्तर प्रदेश में पांच लोगों की सामूहिक हत्या के आरोपी अशोक चंदेल तक को संरक्षण देने में हिचक महसूस नहीं की। खुद के केवल छप्पन सांसद और समर्थन करने वालों के दो सौ पांच सांसद जाहिरा तौर पर ऐसा प्रधानमंत्री बंधक सरकार का नेतृत्व करता यह लाजिमी होता लेकिन व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा चंद्रशेखर पर इस हद तक हावी हुई कि उन्होंने इसे स्वीकार किया। नतीजतन कुछ ही महीनों के राजसुख के बाद राजीव गांधी द्वारा समर्थन वापस लेने से उन्हें अपनी सरकार के पतन के कड़वे अनुभव का आस्वादन करना पड़ा। चंद्रशेखर के इस प्रसंग में याद आती है मुगल-ए-आजम फिल्म। शायद वे अनारकली का रोल अदा कर रहे थे जिसने एक रात को मलिका-ए-हिंदुस्तान बनने का सौदा जिल्लेइलाही अकबर से किया था। अनारकली का तो किरदार बहुत अलग था लेकिन चंद्रशेखर ने इसका कैसा प्रतिशोध राजीव गांधी से लिया यह जैन आयोग के सामने उस समय संडे के संपादक और वर्तमान में बीजेपी के राज्य सभा सदस्य वीर संघवी के बयान से समझा जा सकता है। वीर संघवी ने कहा था कि उन्होंने लिट्टे द्वारा राजीव गांधी की हत्या की योजना के बारे में तत्कालीन कैबिनेट सचिव टीएन शेषन को अवगत करा दिया था। बाद में उन्होंने बताया कि शेषन ने उनसे कहा था कि वे पीएम को इस बारे में बता चुके हैं लेकिन उन्होंने इस सूचना पर पूरी तरह अन्यमनस्क रुख अपनाया। राजीव गांधी की सुरक्षा सुदृढ़ करने का कोई प्रयास नहीं किया। इसके निहितार्थ क्या हैं इस पर कुछ कहने की जरूरत नहीं है।

चंद्रशेखर के प्रधानमंत्री बनने पर मीडिया ने बेगानी शादी में अब्दुल्ला का रुख क्यों अपनाया इसके लिए यह स्मरण दिलाना जरूरी है कि मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू होने के बाद वीपी सिंह सरकार के खिलाफ प्रतिपक्षी दलों से ज्यादा सशक्त ढंग से सवर्णवादी मीडिया मोर्चा संभाले हुए था और अपने ठाकुरवादी चिंतन की वजह से चंद्रशेखर इस रिपोर्ट को अपने तरीके से ठंडे बस्ते में फेेंक देने का संदेश उन्हें दे रहे थे जिस पर मीडिया को पूरा भरोसा था लेकिन इंदिरा साहनी बनाम भारत सरकार केस में भारत के माननीय उच्चतम न्यायालय ने न्यायिक दृष्टिकोण से मील का पत्थर कहा जा सकने वाला फैसला सुनाया। हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसी तरह चंद्रशेखर के समय आरएसएस के सरसंघ चालक ठाकुर जाति के रज्जू भैया थे और राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद का फैसला इसी कारण चंद्रशेखर हिंदू भावनाओं के अनुरूप कराने में तत्पर थे। चूंकि उस समय और आज भी मुख्य धारा के पत्रकारों में आरएसएस द्वारा सुनियोजित ढंग से प्लांट किए गए अपने स्वयं सेवकों का वर्चस्व था जिसकी वजह से वे आज तक यह प्रचारित करते हैं कि अगर चंद्रशेखर को और मौका मिलता तो अयोध्या विवाद निपट जाता। अगर यह सच होता तो उन पत्रकारों से पूछिए कि जब भारत रत्न द्वारा अलंकृत हो चुके अटल बिहारी वाजपेई को वे चंद्रशेखर की तुलना में कई गुना ज्यादा सक्षम अघोषित तौर पर मानते हैं तो वाजपेई जी पूरा मौका मिलने के बावजूद यह विवाद क्यों नहीं सुलझा पाए। सही बात यह है कि वाजपेई भले ही किसी पार्टी से रहे हों लेकिन इस मामले में उनका रुख ज्यादा ईमानदारी का रहा। उन्होंने अशोक सिंघल और तमाम संतों को दो टूक जवाब दे दिया था कि वे भारत के संविधान की शपथ लेने के बाद अयोध्या में विवादित स्थल पर ही राममंदिर बनाने जैसा धर्म विशेष के पक्ष में विधेयक किसी भी कीमत पर प्रस्तुत नहीं करेंगे।

चंद्रशेखर पार्टी तंत्र को दफन करके व्यक्तिवादी सत्ता के प्रणेता थे जो बुरजुवा लोकतंत्र के मानकों में घातक धारणा है इसीलिए उन्होंने जनता पार्टी को अपने नेतृत्व में बेहद संकुचित कर दिया था। राम जेठमलानी ने उनके खिलाफ चुनाव लडऩे का साहस किया तो उनके समर्थकों ने उनकी किस कदर पिटाई की थी इससे राजनीति के पुराने इतिहास को जानने वाले भलीभांति अवगत हैं। चंद्रशेखर अराजकतावाद के पर्याय रहे और यह वाद मुलायम सिंह को बहुत सुहाता है इसलिए भी मुलायम सिंह चंद्रशेखर के प्रति बेहत सम्मोहित हैं। बहरहाल चंद्रशेखर जयंती का समाजवादी आयोजन कई बहसों को जन्म देने वाला है। चंद्रशेखर शुरूआत में चाहे कुछ रहे हों लेकिन आखिर में उनकी परिणति ठाकुर नेता के रूप में स्वाभाविक रूप से वंचितों को सशक्त करने की भावना के खिलाफ रही। यह दुर्भाग्य की बात है कि कांशीराम जैसे महापुरुषों ने भी यह तथ्य जानने के बावजूद उनका साथ दिया। वीपी सिंह के यथास्थितिवाद को तोडऩे के पहले कारगर प्रयासों की वजह से उनसे पहले से इसके लिए काम कर रहे नेताओं ने अपने को ठगा महसूस किया जिसमें कांशीराम भी शामिल थे लेकिन उनके द्वारा चंद्रशेखर को समर्थन देना अंबेडकरवादी आडियोलाजी के अनुरूप नहीं था। आज उनकी उत्तराधिकारी मायावती चंद्रशेखर का नाम तो नहीं लेतीं लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से वे सामाजिक व्यवस्था के कारण वंचितों के प्रति वीपी सिंह के रुख को हमदर्दी के साथ संज्ञान में लेने का भाव समय-समय पर जरूर ही प्रदर्शित करती हैं।

यह लेखक इसके बावजूद चंद्रशेखर द्वारा आपरेशन ब्लू स्टार के बाद भारतीय राजसत्ता और सेना द्वारा सिक्खों के साथ की गई बर्बरता के खिलाफ खड़े होने के स्टैंड के लिए उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने से नहीं चूक सकता जो कि उनके लिए बहुत बड़ा राजनीतिक जोखिम था। प्रधानमंत्री बनना ऐसे राजनीतिज्ञ का अंतिम लक्ष्य नहीं है। प्रधानमंत्री न बनकर भी महात्मा गांधी और लोकनायक जयप्रकाश नारायण कितने पूजित हुए यह बात आखिर चंद्रशेखर जैसे विद्वान राजनीतिक क्यों नहीं समझ सके। यह विडंबना है और इन पंक्तियों के लेखक के लिए अफसोस की बात भी है।



liveaaryaavart dot com

के  पी  सिंह 
ओरई 

राहुल गाँधी रैली से पहले किसानों से मिले

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करीब दो माह की छुट्टी के बाद लौटे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को फिर से राजनीति में सक्रिय नजर आए। अपने घर के बाहर उन्होंने किसानों के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। इस दौरान राहुल ने किसानों की समस्याएं भी सुनीं। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मौसम ने किसानों को मार दिया है। उनके मुताबिक, कोई भी सरकार हो अब राहुल किसानों की लड़ाई लड़ेंगे। प्रतिनिधमंडल में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसान शामिल थे।

राहुल ने किसानों से भूमि अधिग्रहण बिल पर रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली रैली में अधिक से अधिक संख्या में आने की भी अपील की। हालांकि इस दौरान किसानों से राहुल से रैली के वक्त को लेकर सवाल भी उठाए। उनके मुताबिक, रैली तय करने वालों को खेती का नहीं पता। गौरतलब है कि कांग्रेस की इस रैली के माध्यम से सक्रिय राजनीति से करीब आठ माह दूर रहने वाले राहुल को फिर से चमकाने की कवायद की कोशिश की जा रही है। अब पार्टी नेताओं के साथ आम लोगों की भी नजर इस रैली में राहुल के भाषण पर होगी।

सुरजेवाला के मुताबिक, हम चाहते हैं कि किसानों को यहां पहुंचने का पर्याप्त समय मिले। किसान सुदूर क्षेत्रों से 19 अप्रैल को रैली के लिए रामलीला मैदान पहुंचने वाले हैं। रैली में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान राहुल के साथ वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जयराम रमेश व दिग्विजय सिंह भी रहेंगे। यह रैली एक प्रकार से राहुल की वापसी की घोषणा और पार्टी द्वारा अपनी शक्ति के प्रदर्शन के रूप में देखी जा रही है। कांग्रेस को चलो दिल्ली चलो के अपने नारे के साथ देश के विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में लोगों के रैली में पहुंचने की उम्मीद है।

बिहार : न्यूनतम मजदूरी को ही आधार मानकर करते हैं वेतन निर्धारित

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  • डी.ए. और हाउस रेंट भी निर्धारित करके तनख्वाह देते हैं
  • अब अकुशल मजदूर को प्रतिदिन 170 रूपए की जगह 178 रूपए मिलेंगे

minimum wage india
पटना। बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग ने मजदूरी वृद्धि के संबंध में आदेश जारी कर दिया है। एक अप्रैल से यह दर लागू की गई है। लागू दर के ही आलोक में गैर सरकारी संस्था के अधिकारी मजदूरी और प्रतिमाह की तनख्वाह को निर्धारित कर देते हैं। इसमें डी.ए. और हाउस रेंट की राशि जोड़ देते हैं। ईसाई मिशनरियों को महारत हासिल है। 

एक साल के अंदर मात्र 10 रूपए का इजाफाः अब अकुशल मजदूर को प्रतिदिन 170 रूपए की जगह 178 रूपए मिलेंगे। अर्धकुशल मजदूर को 177 रूपए में 10 रूपए वृद्धि के साथ 185 रूपए मिलेंगे। इसी तरह कुशल मजदूर को 218 रूपए में 10 रूपए वृद्धि के साथ 228 रूपए मिलेंगे।अतिकुशल मजदूर को भी 266 रूपए में 10 रूपए वृद्धि के साथ 278 रूपए मिलेंगे। महंगाई दर में बढ़ोतरी के अनुरूप न्यूनतम मजदूरी दर में बढ़ोतरी की गई है। पर्यवेक्षीय या लिपिकीय को 4924 के बदले अब 5135 रूपए प्रतिमाह मिलेगा।

नाई से बाल रंगवाना है तो 81 रूपए लगेंगेः अब आपको नाई से बाल कटाने के लिए कम कम 27 रूपए देने होंगे। लागू होने के पहले ही बाल काटने वाले 35 रूपए बटोर रहे हैं। सिर मुंडन कराना है तो 20.25 रूपए देने होंगे। दाड़ी बनाने के लिए 9.50 रूपए लगेंगे। अभी फुटपाथ पर बैठने वाले भी 10 रूपए में 5 रू.वृद्धि के साथ 15 रूपए ले रहे हैं। गिरगिट की तरह ही नाई रंग बदलते हैं। क्रिम में बदलाव करके 60 रूपए तक मांग करते हैं। बच्चे की बाल कटाई रेट 16 रूपए तय किया गया है। नाई से बाल रंगवाना है तो 81 रूपए लगेंगे। 

प्रतिदिन 8 घंटे की दर से प्रतिमाह 4635 रूपए मजदूरीः बर्तन व कपड़ा धोने के लिए अधिक मजदूरी देनी होगी। प्रतिदिन एक घंटे बर्तन व कपड़ा धोने के लिए दाई को प्रतिमाह अब 26 रूपए अधिक यानी 581 रूपए देने होंगे। कपड़ा धोना, बर्तन धोने,पोछा लगाने के साथ बच्चों की देखभाल के लिए प्रतिदिन 8 घंटे की दर से प्रतिमाह 4635 रूपए मजदूरी देनी होगी। 

बीड़ी, पत्थर और ईट मजदूरों की मजदूरी में अन्तरः साधारण मजदूरों की मजदूरी में 16 रूपए का अंतर है। अकुशल बीड़ी, पत्थर और ईट मजूदरों को 186 रूपए की जगह 194 रूपए मिलेंगे। अर्धकुशल मजदूरों को 194 रूपए की जगह 203 रूपए मिलेंगे।कुशल मजदूरों को 236रूपए की जगह 247 रूपए मिलेंगे। और अतिकुशल मजदूरों को 288 रूपए की जगह 301 रूपए मिलेंगे। इस क्षेत्र के लिपिकीय को 5333 रूपए की जगह 5581रूपए मिलेंगे। अब जरूरत है कि इन मजदूरों को घोषित मजदूरी मिले। सरकार ने लागू कर दी है और गैर सरकारी संस्थाओं को पालन करना है। 



आलोक कुमार
बिहार 

पटना वि.वि. मेें ए.आई.एस.एफ. का आक्रोष मार्च एवं सहकुलपति आवास का घेराव।

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पटना वि.वि. मेें कर्मचारी हड़ताल के लगभग 1 माह बीत जाने  पर राज्य सरकार तथा राजभवन  के  चुप्पी एवं व्याप्त ष्विविद्यालय अराजकता  के खिलाफ पटना विष्वविद्यालय में ए.आई.एस.एफ. ने आक्रोष मार्च निकाला जो  दभंगा  हाउस से प्रारंभ होकर  पटना काॅलेज के साथ-साथ कुलपति आवस गया। जहां कुलपति आवास का  घेराव किया गया। कुलपति की  अनुपस्थिति मेें छात्रों का जत्था पटना विष्वविद्यालय मुख्यालय पहुंचा जो एक सभा में तब्दील हो गया। 
सभा की अध्यक्षता   पटना विष्वविद्यालय उपाध्यक्ष मुकेष कुमार ने की।  मौके पर उपस्थित पटना जिला उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रणय ने कहा कि विष्वविद्यालय की जो अराजक स्थिति  है जिसके कारण  हजारोें छात्रोें का भविष्य अनिष्चतताओं के दौर से गुजर रहा है।  वहीं पटना विष्वविद्यालय सचिव प्रभात कुमार ने कहा  कि अगर वी.सी जल्दी कर्मचारी  से वार्ता  नहीं किया तो  उनके आवास पर भूख हड़ताल किया जायेगा और सड़क जाम किया जायेगा।
 
सभा को कर्मचारी संघ के अध्यक्ष उमेष प्रसाद, उपाध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद ने संबंोधित किया। साथ ही साथ ए.आई.एस.एफ. के पूर्व छात्र नेता परवेज अषरफी, पटना काॅलेज सचिव, राजीव रंजन, उपाध्यक्ष देवाषीष कुमार, प्रांजल आर्या के साथ-साथ  दर्जनों छात्र उपस्थित रहें।   

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (18 अप्रैल)

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बैंक खातो की जानकारी के लिए विशेष अभियान

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत पात्रता परिवारों के बैंक खातों की जानकारी प्राप्ति के लिए जिले की समस्त निकाय क्षेत्रों में विशेष अभियान जारी है। यह अभियान 24 अपै्रल तक क्रियान्वित किया जाएगा।अभियान के निहित बिन्दुओं की प्राप्ति समयावधि में हो इसके लिए गत दिवस डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती नेहा भारती के द्वारा जिले के समस्त निकायों के अधिकारियों की बैठक आहूत कर उन्हें आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। समस्त निकायों के अधिकारियों से कहा गया कि पात्रता परिवारों के ऐसे परिवार जिनके प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत बैंको में खाते खुलवाए गए है कि जानकारी निर्धारित प्रपत्रों में अंकित कराकर जिला कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। सभी निकायों के अधिकारियों से कहा गया कि निकाय क्षेत्र में कंट्रोल रूम स्थापित कर आने वाले हितग्राहियों से बैंक खातो की जानकारी प्राप्त की जाए। इसके अलावा दल गठित कर वार्डवार छूटे ऐसे पात्रता परिवार जिनके बैंक खातो की जानकारी अब तक प्राप्त नही की गई है अविलम्ब डोर-टू-डोर जाकर खातो की जानकारी प्राप्त की जाए।प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती भारती ने बताया कि पात्रता परिवारों को प्रदाय किए जाने वाला केरोसिन पर शासन के दिशा निर्देशानुसार अग्रिम सब्सिडी जमा की जाएगी। अतः एक भी पात्रता परिवार बैंक खाते की जानकारी से वंचित ना हो। शहरी क्षेत्रों मेें लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के पात्र परिवारों के बैंक खातो की जानकारी संकलन के लिए तिथिवार कार्ययोजना जिला स्तर पर बनाई गई है की भी बिन्दुवार जानकारी दी गई।

अम्बेड़कर जयंती के परिप्रेक्ष्य में अजाक्स द्वारा कार्यक्रम का आयोजन आज

vidisha news
डाॅ भीमराव अम्बेड़कर जी की 124वीं जयंती के परिप्रेक्ष्य में अजाक्स एवं अनुसूचित जाति, जनजाति छात्र संघ जिला विदिशा के संयुक्त तत्वाधान में 19 अपै्रल को एसएटीआई के सभागृह में दोपहर 12 बजे से कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम के आयोजक जिलाध्यक्ष अजाक्स प्रोफेसर एसएस गोलिया एवं छात्र संघ की जिलाध्यक्ष कु प्रियंका जाटव ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि कार्यकम के मुख्य अतिथि महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री जेएन कंसोटिया होंगे। विशेष अतिथि के रूप में कलेक्टर श्री एमबी ओझा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी, वन संरक्षक श्री एकेएस चैहान और एसएटीआई के संचालक डाॅ लोकेश वाजपेयी शामिल होंगे। अजाक्स के प्रांतीय उपाध्यक्ष डाॅ जगदीश सूर्यवंशी कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे और अतिथि के रूप में अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री एसएल सूर्यवंशी, विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, छात्र संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डाॅ देवेन्द्र सूर्यवंशी के अलावा छात्र संघ की पूर्व जिलाध्यक्ष इंजीनियर निशा बांगरे मौजूद रहेगी।

आवेदनों पर कार्यवाही हेतु 22 को बैठक

अल्ट्रा सोनोग्राफी सेन्टर के नवीनीकरण हेतु प्राप्त आवेदनों पर कार्यवाही हेतु 22 अपै्रल को बैठक आयोजित की गई है। कलेक्टर श्री एमबी ओझा की अध्यक्षता में आहूत बैठक उनके चेम्बर में प्रातः 11 बजे से प्रारंभ होगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ प्रमोद कुमार चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए समिति के सदस्यों से आग्रह किया है कि वे नियत तिथि, स्थल और समय पर उपस्थित होकर अल्ट्रा सोनोग्राफी सेन्टर के नवीनीकरण के लिए प्राप्त आवेदनों के संबंध में आवश्यक सुझाव से अवगत करा सकते है।

फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने के लिए रजिस्ट्रीकरण, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नियुक्त

त्रि-स्तरीय पंचायत के उप निर्वाचन हेतु फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के परिपालन में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमबी ओझा के द्वारा रजिस्ट्रीकरण और सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नियुक्त करने के आदेश जारी कर दिए गए है। जारी आदेश में उल्लेख है कि संबंधित अनुविभागीय अधिकारी को रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा अनुविभाग मुख्यालय के तहसीलदार को सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है। 
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