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न्यायाधीश दत्तू का एनजेएसी सदस्यों के चयन पैनल का हिस्सा बनने से इंकार

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भारत के मुख्य न्यायाधीश एच एल दत्तू ने राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग(एनजेएसी) में दो प्रमुख व्यक्तियों के चयन के लिए तीन सदस्यीय पैनल का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया है। उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में जजों की नियुक्ति करने के लिए गठित किए गए एनजेएसी की संवैधानिक वैधता के मुद्दे पर संविधान पीठ सुनवायी कर रही है। अटॉरनी जनरल मुकुल रोहतगी ने न्यायमूर्ति जे एस खेहर की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संविधान पीठ को बताया कि न्यायाधीश एच एल दत्तू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है कि जब तक शीर्ष अदालत इस मामले में कोई निर्णय नहीं सुनाती तब तक वह पैनल की बैठक में शामिल नहीं होंगे।

तीन सदस्यीय पैनल में मुख्य न्यायाधीश, प्रधानमंत्री और विपक्ष के नेता है जो दो प्रसिद्ध व्यक्तियों के चयन और उनकी नियुक्ति के लिए अधिकृत है। एनजेएसी मामले पर न्यायमूर्ति खेहर, न्यायमूर्ति जे चेलमेश्वर, न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर, न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ और न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की संविधान पीठ ने वरिष्ठ वकीलों की राय सुनी कि इस बात को ध्यान में रखते हुए कैसे मामले पर आगे बढ़ा जाए कि निकट भविष्य में उच्च न्यायालय में जजों की नियुक्ति उनके स्थान पर होगी, जिनका कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है।

न्यायमूर्ति खेहर ने कहा कि पीठ ने मामले में गुण-दोष के आधार पर सुनवाई जारी रखने का निर्णय लिया है और यदि जरूरत महसूस हुई तो वह अंतरिम आदेश जारी करेगी। अटॉर्नी जनरल ने कहा कि छह सदस्यीय आयोग में मशहूर व्यक्तियों के चयन और उनकी नियुक्ति में पैनल का हिस्सा बनना मुख्य न्यायाधीश के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इस बैठक में मुख्य न्यायाधीश के भाग लेने के लिए निर्देश जारी किया जाए। 

मुकेश अंबानी सात सप्ताह बाद फिर सबसे अमीर भारतीय बने

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सन फार्मा के शेयरों में आई गिरावट के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के मालिक मुकेश अंबानी ने फिर से सबसे अमीर भारतीय का दर्जा हासिल कर लिया है । औषधि क्षेत्र की सन फार्मा के शेयरों में आज दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई जिसके कारण कंपनी के मालिक दिलीप सांघवी का नेटवर्थ मुकेश अंबानी के 19.6 अरब डाॅलर से घटकर 19.3 अरब डाॅलर रह गया। इससे पिछले करीब सात सप्ताह से दूसरे नंबर पर चल रहे श्री अंबानी फिर से सबसे अमीर भारतीय हो गये हैं। श्री सांघवी की कंपनी के शेयरों में दो प्रतिशत की गिरावट से उनका नेटवर्थ 45 करोड़ डाॅलर घट गया जो विश्व के अरबपतियों की फोर्ब्स सूची में शामिल धनाढ्यों में तीसरी बड़ी गिरावट थी।

फोर्ब्स के “रियल टाइम” अपडेट के अनुसार सांघवी 19.3 अरब डाॅलर के नेटवर्थ के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गये हैं जबकि श्री अंबानी 19.6 अरब डाॅलर के साथ पहले स्थान पर आ गये हैं। सूची के अनुसार विश्व के पहले 50 अमीरों में अंबानी का स्थान 46वां और सांघवी का 48वां है। गत 02 मार्च को जारी फोर्ब्स की सालाना सूची के अनुसार अंबानी विश्व में 39 वें और भारत के सबसे अमीर व्यक्ति थे। सांघवी का विश्व में 44वां स्थान था, लेकिन इस सूची के जारी होने के मात्र दो दिन बाद सन फार्मा के शेयरों में जोरदार तेजी से 04 मार्च को सांघवी ने अंबानी को पछाड़कर सबसे अमीर भारतीय होने का तगमा हासिल कर लिया था।

वैश्विक स्तर पर माइक्रोसाॅफ्ट के बिल गेट्स मौजूदा 80.3 अरब डाॅलर के नेटवर्थ के साथ पहले स्थान पर बने हुए हैं। वार्षिक सूची में उनका नेटवर्थ 79.2 अरब डाॅलर था। भारतीय अमीरों की सूची में विप्रो के मालिक अजीम प्रेमजी तीसरे स्थान पर हैं। इसके बाद स्टील सम्राट लक्ष्मी मित्तल, शिव नाडार, कुमार मंगलम बिरला, उदय कोटक, सुनील मित्तल, साइरस पूनावाला और गौतम अडानी पहले 10 अमीर भारतीयों में हैं।

नेपाल भूकंप : मृतकों की संख्या चार हजार के पार

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नेपाल में गत शनिवार को आये विनाशकारी भूकंप के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर चार हजार से अधिक हो गयी है और करीब सात हजार लोग घायल हुए हैं इस बीच आज रात करीब आठ बजकर 27 मिनट पर यहां फिर से भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गए जिसके बाद से लोगों में दहश्त भर गई है। नेपाल के गृह मंत्रालय के अनुसार सिंधुपालचौक में 944 लोगों की मौत हुई। इसके अलावा काठमांडू में 913, धादिंग में 299, भक्तापुर में 234, नोवाकोट में 422, गोरखा में 223, कावरे में 193, ललितपुर में 155, रासुवा में 150, डोलाखा में 65, मकवानपुर में 33, रामेचप में 26, कोटांग तथा ओखलडुंगा में 16-16 लोग मारेे गये हैं। उन्होंने बताया कि इस आपदा में छह हजार आठ सौ 33 लोग घायल हुए हैं। यहां की सेना, पुलिस, सशत्र पुलिस बल तथा स्थानीय लोगों की मदद से राहत एवं खोज अभियान जारी है। नेपाली पुलिस प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने आज बताया कि मलबा हटाये जाने के साथ ही मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहां की सरकार ने और अधिक मदद करने की गुहार लगाई तथा कहा कि दवाईयां तथा कंबल समेत अन्य सामानोें को हेलीकॉप्टर से पहुंचाने की जरूरत है। नेपाल के मुख्य सचिव लीला मणि पौडियाल ने कहा कि देश में राहत सामाग्रियों एवं चिकित्सा दलों की कमी है। उन्होंने कहा कि टेंट, सूखे सामानों, कंबल, गद्दों तथा 80 अलग-अलग दवाईयों की सख्त जरूरत है। हमें इस संकट से निकलने के लिए विदेशों से और अधिक मदद की जरूरत है।

भूकंप के कारण हुए हिस्खलन से विश्व की सबसे बड़ी चोटी माउंट एवरेस्ट पर कई लोग फंस गए हैं। नेपाल स्थित बेस कैंप से 25 पर्वतारोहियों के शव बरामद किए गए हैं। हेलिकाप्टर के जरिये माउंट एवरेस्ट पर फंसे पर्वतारोहियों को नकाला जा रहा है। इस बीच ,भारतीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों में से अब तक 2500 लोगों को स्वदेश लाया जा चुका है तथा सरकार वहां फंसे अन्य देशों के नागरिकों को तत्काल वीजा देकर उन्हें भी लाने का प्रबंध कर रही है। उन्होंने कहा कि नेपाल में राहत और बचाव कार्य के लिए अब तक राष्ट्रीय आपदा कार्य बल (एनडीआरएफ) की दस टीमें भेजी जा चुकी है, छह टीमें और भेजी जा रही है। भारतीय बचाव दल ने वहां अब तक मलबे से दस लोगों को जीवित निकाला है। उन्होंने कहा कि वहां अब तक 50 टन खाद्य सामग्री, 50 टन पानी, 1400 कम्बल, 40 तम्बू, तथा चिकित्सा दल के साथ दो टन दवाएं भेजी जा चुकी है और यह सिलसिला जारी है। गृहमंत्री ने कहा कि इसके अलावा वहां की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक मानव रहित विमान भी भेजा गया है। एक उच्चस्तरीय अंतर मंत्रालय टीम भी आज सुबह वहां भेजी गई है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हैं। उन्होंने बताया कि नेपाल से मिली रिपोर्ट के मुताबिक एनडीआरएफ की टीम ने इमारतों के मलबे से 10 लोगों को जीवित निकाला है और 46 शव निकाले हैं।समय बीतने के साथ भूकंप की विनाशलीला की चपेट में आने वालों की संख्या बढ़ रही है और अस्पताल में जगह नहीं होने से गंभीर रूप से घायलों का इलाज डाक्टर टेंटों में कर रहे हैं। चारों तरफ बदहवासी का आलम है। आंशिक रूप से घायल डरे-सहमे लोग इलाज और भर पेट भोजन के लिए खुले मैदानों में राहत एवं बचाव कर्मियों की बाट जोह रहे हैं। दूर दराज के कई गांवों तक भोजन और पेयजल नहीं पहुंचाया जा सका है। सरकार ने लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए संसद परिसर को खोल दिया है।

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ) के प्रवक्ता क्रिस्टोफर टाइडी ने बताया कि भूकंप से लगभग 10 लाख बच्चे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा“ हमें पता चला है कि अब तक 10 लाख से अधिक बच्चे भूकंप से प्रभावित हुए हैं। उन्हें स्वच्छ जल और पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराना हमारी सबसे बड़ी चिंता है। संगठन के राहतकर्मी दूषित जल से फैलने वाले और संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए प्रयास कर रहे हैं।”नेपाल की सहायता के लिए भारत ,अमेरिका़, चीन और इजरायल आदि देश टीमें रवाना कर चुके हैं। भूकंप के दौरान बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी नेपाल भी मौजूद थे। भारत के 10 से अधिक नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। ऑस्ट्रेलिया के 549 नागरिक नेपाल में थे जिनमें से 200 लोगों के सुरक्षित होने की पुष्टि हो गयी है। इजरायल के लगभग 300 नागरिक यहां फंसे हुए हैं। यहां स्थित इजरायली दूतावास के भवन को भी क्षति पहुंची है।बंगलादेश की अंडर 14 गर्ल्स फुटबॉल टीम की खिलाड़ियों समेत लगभग 50 नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अब तक यह पता नहीं चल सका है कि कितने बंगलादेशी नागरिक यहां फंसे हुए थे। चीन के चार नागरिक भूकंप में मारे गये हैं। काेलंबिया के सात नागरिक लापता हैं। ब्रिटेन ने बड़ी संख्या में अपने नागरिकों के नेपाल में फंसे होने की आशंका जतायी है हालांकि अब तक किसी ब्रितानी नागरिक की मौत अथवा घायल होेने की जानकारी नहीं मिली है। भूकंप में तीन अमेरिकी पर्यटक मारे गये1 जापान और एस्टोनिया के भी एक-एक नागरिक के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इनके अलावा भी कई अन्य देशों के नागरिकों के यहां फंसे होने की आशंका है। 

विशेष आलेख : मौसम की मार झेलता किसान

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मार्च माह में हुई असमय बारिष से फसलों को इतना नुकसान हुआ है कि पूरे देष से किसान आत्महत्या की खबरें आ रही हैं। दूसरों के लिए अनाज उत्पन्न करने वाला अन्नदाता आज खुद अन्न को तरस रहा है। मोदी सरकार के लिए इंटेलीजेंस ब्यूरों ने दिसंबर में ‘‘ किसानों की खुदकुषी के मामलों की बाढ़’’ नाम से एक रिपोर्ट लिखी थी। रिपोर्ट में गुजरात, उत्तर प्रदेष और तमिलनाडू में किसानों की आत्महत्याओं की घटनाओं के अलावा महाराश्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और पंजाब में ऐसे मामलों के बढ़ने की बात कही गई थी। रिपोर्ट में डांवाडोल मानसून, कजऱ्ों का बकाया, बढ़ते ऋण, फसल की कम कीमत पर ख़रीद और फसलों की लगातार नाकामी को किसानों की खुदकुषी के लिए जि़म्मेदार बताया गया है।
         
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक, वर्ष 1995 से 2013 के बीच तीन लाख से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं। वर्ष 2012 में 13,754 किसानों ने विभिन्न वजहों से आत्महत्या की थी और 2013 में 11,744 ने। एक अनुमान के मुताबिक देश में हर 30 मिनट में एक किसान आत्महत्या करता है यानि अन्नदाता की भूमिका निभाने वाला किसान अब अपनी जान भी बचाने में असमर्थ है। वर्ष 2014 में भी आत्महत्या की दर में तेजी आई है। 2015 में मार्च के महीने में असमय बारिष के कारण फसल बर्बाद हो गयी है। किसानों को भारी हुआ है। आय का कोई साधन और परिवार का बोझ उठाने में असमर्थ किसान आत्महत्या का रास्ता अपना रहे हैं। देष के किसी न किसी कोने से हर रोज़ किसी न किसी किसान की आत्महत्या की खबर मिल रही है। 
         
बिहार में सीमावर्ती क्षेत्रों में आए विनाषकारी तूफान से फसलों की चैतरफा बर्बादी हुई है। पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, कटिहार, मधुबनी व दरभंगा में गेहूं व दाल (मुंग) की बर्बादी से रोटी व दाल पर भी आफत पड़ने का अनुमान है। अब तक डेढ़ लाख हेक्टेयर से अधिक जमीन पर लगी फसल की बर्बादी का आकलन है व 100 करोड़ से अधिक की क्षति बतायी जा रही है। इस पहले मार्च माह में हुई असमय बारिष का नुकसान किसान पहले ही उठा चुके हैं। अप्रैल का महीना गेहंू की फसल की कटाई का होता है। पर बिहार में असमय बारिष और तूफान फसलों को  ज़बरदस्त नुकसान पहुंचाया है। इस बारे में बिहार के मुज़फ्फरपुर जि़ले के किसान जयकिषोर राउत कहते हैं कि-‘‘ वैसे भी छोटे किसानों के लिए खेती में अब कुछ नहीं बचा है और इस साल इन्द्रदेव भी हमसे नाराज़ हैं। कटाई के समय असमय बारिष ने किसानों को बहुत ज़्यादा नुकसान पहुंचाया है। राज्य के किसान सरकार से मुआवज़े की आस लगाए बैठे हैं। सरकार की ओर से कुछ लोगों को तो मुआवज़ा मिला है लेकिन अभी भी बड़ी तादाद में किसान मुआवज़े से वंचित हैं। अब तक किसानों को 50 प्रतिषत फसल के नुकसान पर ही मुआवज़े का प्रावधान था। किसानों को केवल बड़ी फसल की बर्बादी पर ही मुआवज़ा मिलता था। लेकिन इस साल किसानों की खराब होती आर्थिक स्थिति को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने एक तिहाई फसल के बर्बाद होने पर मुआवजे़ का एलान करते हुए किसानों को दी जाने वाली मुआवजे़ की राषि में दोगुना से भी अधिक की वृध्दि कर दी है। राज्य में 50 प्रतिषत क्षति के आधार पर 836 करोड़ रूपये मुआवज़ा देने का निर्णय किया था लेकिन केंद्र के नये निर्देष के बाद मुआवज़े की राषि में दोगुना वृध्दि हो गयी है। इससे पहले बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने केंद्र सरकार को 25 प्रतिषत फसलों की क्षति पर ही मुआवज़ा देने और मुआवज़े की राषि चार गुना करने का प्रस्वात भेजा था। कंेद्र सरकार की ओर 37 जि़लों के 19.92 लाख किसानों को 1764 करोड़ रूपये देने की घोशणा की गई है। 
              
इस बारे में राकेष कुमार का कहना है कि-‘‘मैंने 3 एकड़ की ज़मीन पर गेहंू की खेती की थी। फसल पर मैंने जितना खर्च किया था उसका आधा भी उपज नहीं हुआ। मैंने फसल मुआवज़े के लिए आवेदन दे दिया है। मुआवज़े से हमें थोड़ी बहुत राहत ज़रूर मिलेगी लेकिन इससे हमारे परिवार के खर्चे भी नहीं निकल पाएंगे। इस साल अपने परिवार का भरण-पोशण करने को लेकर बहुत चिंता है। यह स्थिति सिर्फ मेरी नहीं हैं ज़्यादातर छोटे किसानों की कमोवेष यही स्थिति है।’’ वही किसान  रामनाथ गुप्ता का कहना है कि- ‘‘कृर्शि अधिकारी एसी में बैठकर किसानों के लिए नीति बनाते हैं। किसानों का दर्द क्या होता है इसे जानने के लिए वह एक बार खेत में आकर देखें? फसल की क्षति का थोड़ा बहुत मुआवज़ा मिलने से किसानों की दिनों ब दिन बिगड़ती हालत ठीक नहीं होने वाली है। इसके लिए कोई स्थाई हल खोजना होगा।़ किसानों के हितों को ध्यान में रखकर नीतियां बनानी होंगी। आज देष में किसान सबसे ज़्यादा परेषान है। किसानों की स्थिति के बारे में किसान नन्दकिषोर कहते हैं कि-‘‘पहले किसान राजा था लेकिन आज कजऱ् में डूबकर भिखमंगा हो गया है। किसान कजऱ् लेकर फसल उगाता है। अगर फसल अच्छी हुई भी तो ज़्यादा से ज़्यादा फसल बेचकर वह सिर्फ कजऱ् ही निपटता सकता है। छोटे किसानों के लिए खेती घाटे का सौदा बनती जा रही है। किसान होना आज गरीब होने का प्रतीक बन गया है। खाद, बीज, सिंचाई सब महंगा हो गया है। किसान जब तक नहीं फल फूल सकता जब तक उसकी फसल का दाम उसकी लगात के अनुसार तय नहीं किया जाएगा।’’ 
           
हमारा देष भारत कृर्शि प्रधान देष है पर यहां किसानों की स्थिति सबसे ज़्यादा खराब है। कृर्शि क्षेत्र डूब रहा है किसान खेती छोड़ रहे हैं और जीवन भी। गेहंू के अलावा चना, सरसों और अरहर की फसलोें को बड़ा नुकसान है। यह फसलें कटने को तैयार खड़ी थी कि बारिष ने सारी फसल स्वाहा कर दिया। पिछले साल बारिश नहीं हुई थी इसलिए खरीफ की फसल चैपट हुई थी अब रही-सही कसर मार्च की बारिश ने पूरी कर दी। जानकार कहते हैं कि सरकार को संकट की इस घड़ी में किसानों के आंसुओं को पोंछना होगा। यह देश की बदनसीबी है कि रबी के सबसे बड़ा उत्पादक क्षेत्र मौसम की भारी मार का शिकार हो रहा है। मौसम की इस मार का खामियाजा सिर्फ किसान को ही नहीं भुगतना पड़ेगा वरन शहरी मध्यवर्ग भी खाद्यान्नों की बढ़ी कीमतों के लिए और भुगतान को तैयार रहे। सरकार अभी से चेत जाए तो किसान और मध्यवर्ग दोनों के नुकसान की कुछ भरपाई तो की ही जा सकती है। 






खुषबू कुमारी
(चरखा फीचर्स)

अन्धविश्वास निर्मूलन क़ानून का निर्माण ही इसका संवैधानिक समाधान है!

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घोर आश्चर्य और दुःख की बात है कि एक ओर तो पुरुष द्वारा दृष्टि डालना भी स्त्रियों को अपराध नजर आता है और दूसरी ओर 21वीं सदी में भी महिलाएं इस कदर अन्धविश्वास में डूब हुई हैं कि उनको मनुवादियों के पैरों तले लेटने में भी धार्मिक गर्व की अनुभूति होती है। आत्मीय सुकून महसूस होता है। वैकुण्ठ का रास्ता नजर आता है! पापों और पाप यौनि से मुक्ति का मार्ग नजर आता है। आखिर यह कब तक चलता रहेगा?

अन्धविश्वास निर्मूलन क़ानून का निर्माण ही इस प्रकार की सभी समस्याओं का एक मात्र स्थायी संवैधानिक समाधान है! लेकिन आर्यों की मनुवाद पोषक सरकारें अपनी इच्छा से ऐसा कानून कभी नहीं बनाना चाहेंगी। संघ और संघ के सभी अनुसांगिक संगठन इस मांग का पुरजोर विरोध करते हैं जिसका स्पष्ट आशय यही है कि संघ नहीं चाहता कि देश के लोग अन्धविश्वास से बाहर निकलें! जिसका बड़ा कारण है, जिस दिन अन्धविश्वास निर्मूलन कानूनबन गया संघ की सारी चमत्कार और अन्धविश्वास आधारित सभी कथित धार्मिक दुकानें बंद हो जायेंगी! 

इसलिए सोशल मीडिया के मार्फ़त अन्धविश्वास निर्मूलन कानून निर्माण की मांग का समर्थन किया जाए और लोगों को अन्धविश्वास निर्मूलन कानून के समर्थन में खड़ा किया जाये। जब जनता में माहौल बनेगा तो सतीप्रथा निरोधक कानून की भांति, सरकार को अन्धविश्वास निर्मूलन कानून भी बनाना पड़ेगा। जिस दिन ये कानून बन गया, समझो उसी दिन से संघ के षड्यंत्रों का और आर्यों के मनुवाद रूपी जहर का स्वत: निर्मूलन हो जायेगा। मनुवाद का विनाश और सत्यानाश करना है तो अन्धविश्वास निर्मूलन कानून बनाने का समर्थ किया जाए। हक रक्षक दल इस दिशा में पहल करता है। सभी आम-ओ-खास का समर्थन और सहयोग जरूरी है। अन्धविश्वास निर्मूलन कानून लागू होते ही बहुत सी मुसीबतों से अपने आप ही छुटकारा मिल जाएगा!




डॉ. पुरुषोत्तम मीणा,
संपर्क :-9875066111

गजेंद्र सिंह को पेड़ पर चढ़ने के लिए उकसाया गया था- रिपोर्ट

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राजस्थान में दौसा के किसान गजेंद्र सिंह खुदकुशी मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस के मुताबिक गजेंद्र सिंह को आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान पेड़ पर चढ़ने के लिए उकसाया गया था। इस मामले की तफ्तीश के दौरान दिल्ली पुलिस को दो अहम चश्मदीद मिले है। चश्मदीदों ने यह दावा किया है कि पेड़ पर चढ़ने के लिए कुछ लोग गजेंद्र सिंह को उकसा रहे थे । माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस इन दोनों चश्मदीदों को गवाह बना सकती है।

गौर हो कि 22 अप्रैल को आम आदमी पार्टी की जंतर-मंतर पर भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आयोजित रैली के दौरान एक किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। रैली में उस समय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मौजूद थे। इस किसान की पहचान गजेंद्र सिंह के रूप में हुई है। वह जंतर-मंतर पर आप नेताओं की मौजूदगी में पेड़ पर चढ़ गया और गमछे से खुद को फांसी लगा ली।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घटना होने के बाद भी जंतर-मंतर पर 20 मिनट तक भाषण देने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था। उन्होंने उस स्थान तक जाने की भी जहमत नहीं उठाई थी जहां मृत्यु के बाद गजेंद्र का बेजान शरीर गिरा था। केजरीवाल ने अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए उनपर ‘सुपर रिच’ के लिए काम करने का आरोप लगाया था।

राज्यसभा में प्रधानमंत्री के बयान पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा

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गत दिनों विदेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री के बयान से भारत की छवि धूमिल होने का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने आज राज्यसभा में शून्यकाल में जबर्दस्त हंगामा किया और इस बयान पर चर्चा कराने की मांग की, लेकिन अन्तत: यह मांग खारिज कर दी गयी।

इससे विपक्षी सदस्य और उत्तेजित हो गये, जिसके कारण शून्यकाल में पांच मिनट के लिए तथा उसके बाद प्रश्नकाल में 15 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी। सदन में करीब एक घंटे तक इस बात पर बहस होती रही कि प्रधानमंत्री के बयान पर चर्चा हो या न हो। इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में काफी तीखी नोंकझोक भी हुई।

जर्मनी की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा 'साठ साल की गंदगी'दूर करने तथा 'स्कैम इंडिया'का जिक्र किए जाने पर विपक्षी सदस्यों ने आज शून्यकाल में गहरी आपत्ति की। कांग्रेस के आनंद शर्मा ने नियम 267 के तहत सदन की कार्यवाही स्थगित कराने को लेकर नोटिस दिया था, पर सदन का एक घंटा इस बहस में बर्बाद हो गया कि शर्मा के इस नोटिस को चर्चा के लिए स्वीकार किया जाये या नहीं। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने इस नोटिस को न स्वीकारने की उपसभापति पी जे कुरियन से मांग की, जबकि विपक्ष इसे स्वीकार किए जाने पर अड़ा रहा।

शून्यकाल शुरू होते ही कांग्रेस के श्री शर्मा ने जर्मनी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 'स्कैम इंडिया'तथा 'साठ साल की गंदगी'दूर करने संबंधी बयान का मुद्दा उठाया और कहा कि यह एक अत्यन्त गंभीर मसला है, इस पर सदन की कार्यवाही स्थगित कर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह हमारे देश की परम्परा रही है कि जब भी प्रधानमंत्री विदेश जाता है, तो वह देश की प्रतिष्ठा और गरिमा का ख्याल रखता है, लेकिन मोदी ने यह बयान देकर देश की प्रतिष्ठा और गरिमा को धूल धूसरित किया है। इस पर संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और भाजपा के भूपेन्द्र सिंह ने आपत्ति की और कहा कि इस पर सदन में कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए। तब जनता दल(यू) के शरद यादव, सपा के रामगोपाल यादव, बसपा की मायावती तथा माकपा के तपन कुमार सेन ने भी कहा कि प्रधानमंत्री का यह बयान देश की परम्परा के खिलाफ है। प्रधानमंत्री को विदेश में जाकर भारत की छवि खराब नहीं करनी चाहिए, यह हमारी विदेश नीति के भी खिलाफ है। इस पर सदन में गंभीर चर्चा होनी ही चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री ने परम्परा को तोड़ा है और राजनीति की है। इस पर संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कोई ऐसी बात नहीं कही है जो आपत्तिजनक है और इस पर चर्चा नहीं हो सकती है। उपसभापति पी जे कुर्रियन ने कहा कि वह सभी सदस्यों की बात सुनकर ही यह फैसला करेंगे कि शर्मा का प्रस्ताव स्वीकार योग्य है या नहीं।

कुर्रियन ने विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को भी अपनी बात कहने का मौका दिया। आजाद ने दिवंगत इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने 1982 में मुझे श्रीलंका यात्रा के दौरान निर्देश दिया था कि मैं विदेश में भारत की गरिमा और प्रतिष्ठा का ख्याल रखूं और कोई ऐसी बात न कहूं जिससे देश की छवि खराब हो।

फिर कुर्रियन ने सदन के नेता अरूण जेटली को अपनी राय देने को कहा तो जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के मुद्दे को विदेशों में उठाने के लिए स्वतंत्र है और उन्हें यह अधिकार प्राप्त है लेकिन कांग्रेस नहीं चाहती कि गंदगी दूर हो। उन्होंने जद(यू) के शरद यादव पर प्रहार करते हुए कहा कि 1975 में एक समाजवादी नेता ने भी दुनिया भर में घूम-घूम कर मानवाधिकारों तथा भ्रष्टाचार की बातें कही थी। लेकिन आज आप कांग्रेस के भ्रष्टाचार के साथ खड़े हैं।

जेटली ने कहा कि क्या कांग्रेस यह चर्चा कराकर साठ साल में अपने शासनकाल के दौरान हुए घोटालों की चर्चा कराना चाहती है। इस पर कांग्रेस (इ) समेत विपक्षी सदस्य भड़क गये और वे हंगामा करने लगे। इस बीच, कांग्रेसी सदस्य सभापति के आसन के पास आकर'प्रधानमंत्री होश में आओ'के नारे लगाने लगे और सदन में स्थिति अराजक हो गयी, तब कुर्रियन ने अपना फैसला सुनाया कि श्री आनंद शर्मा का नोटिस खारिज किया जाता है और प्रधानमंत्री के बयान पर कोई चर्चा सदन में नहीं हो सकती है।


केस हज़ार तक पहुंच सकती है मृतकों की संख्या: नेपाल के पीएम

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नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने न्यूज एजेंसी रायटर से कहा है कि भूकंप में मरने वालों की संख्या 10 हजार तक पहुंच सकती है। दरअसल, भूकंप से प्रभावित नेपाल में मंगलवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,350 से ऊपर चली गई जबकि घायलों की संख्या 8,000 से अधिक है। इस बीच नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोईराला ने स्वीकार किया है कि राहत एवं बचाव अभियान प्रभावी साबित नहीं हुए हैं।

भूंकप प्रभावित नेपाल में भोजन, पानी, बिजली और दवाइयों की भारी कमी के कारण संकट मंडरा रहा है और दोबारा भूकंप आने की आशंका के कारण हजारों लोग खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं। नेपाल के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार को आए जबर्दस्त भूकंप के बाद अभी तक कम से कम 4,352 शवों को बरामद कर लिया गया है। भूकंप के कारण 8,063 व्यक्ति घायल हुए हैं।

अधिकारियों ने कहा कि राजधानी काठमांडू और भूकंप से बेहद प्रभावित कुछ सुदूर पहाड़ी इलाकों में अभी भी सैकड़ों लोग भारी मलबों के नीचे दबे हुए हैं, जिसके कारण मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। सरकार ने नौ जिलों को भूकंप से अत्यधिक प्रभावित इलाके घोषित किया है। हताहत हुए लोगों की संख्या के आधार पर सिंधुपलचौक, काठमांडो, नुवाकोट, धदिंग, भक्तपुर, गोरखा, कावरे, ललितपुर और रासुवा सर्वाधिक प्रभावित जिले घोषित किए गए हैं। सरकार ने कहा है कि कुल मिला कर 60 जिले भूकंप से प्रभावित हुए हैं।

भूकंप में मारे जाने वालों में 923 लोग काठमांडो, 240 लोग भक्तपुर और 157 लोग ललितपुर के हैं जबकि शेष लोग काठमांडो घाटी के बाहरी इलाके से हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री सुशील कोईराला ने स्वीकार किया है कि बचाव, राहत और खोजबीन अभियान प्रभावी नहीं रहे हैं। उन्होंने राजनीतिक दलों से इस राष्ट्रीय आपदा के दौरान मिल कर काम करने का आह्वान किया है।

संविधान सभा के अध्यक्ष सुभाष नेमबांग की अध्यक्षता में कल बुलाई गई सभी पार्टियों की बैठक में कोईराला ने कहा कि भूकंप के बाद का प्रबंधन चुनौतीपूर्ण है। ‘माई रिपब्लिका’ ने कोईराला के हवाले से कहा है कि देशभर से सरकार को मदद के लिए अनुरोध किया जा रहा है। रसद और विशेषज्ञों की कमी के कारण कई स्थानों पर बचाव अभियान का विस्तार करना संभव नहीं हो सका।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार राहत वितरण और प्रभावित लोगों के पुनर्वास को लेकर गंभीर और संवदेनशील है। सरकार प्रभावित इलाकों में टेंट, पानी, दवाई, स्वास्थ्य कर्मियों और स्वयंसेवकों को भेजने की तैयारी कर रही है। प्रधानमंत्री ने लोगों से रक्तदान की भी अपील की। भूकंप में घरों और भवनों के जमींदोज हो जाने के कारण और इसके बाद लगातार आने वाले तेज झटकों के कारण लोग प्लास्टिक से बने तंबुओं में रहने के लिए मजबूर हैं। ये तंबू उन्हें शहर में हुई बारिश एवं ठंड से ही बमुश्किल बचा पा रहे हैं।


दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की डिग्री फर्जी

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दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की स्‍नातक डिग्री फर्जी बताए जाने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। गौर हो कि तोमर ने बिहार की एक यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री लिए जाने का दावा किया था। बिहार के एक यूनिवर्सिटी ने सोमवार को दिल्‍ली हाईकोर्ट को बताया कि दिल्ली के विधि मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर का अंतरिम प्रमाणपत्र ‘जाली है और इसका संस्थान के रिकार्ड में अस्तित्व नहीं है।’ तोमर ने इसी विश्वविद्यालय से विधि की शिक्षा प्राप्त करने का दावा किया है। इस खुलासे के बाद तोमर की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। केजरीवाल सरकार में अभी कानून का महकमा संभाल रहे तोमर की दिल्ली मंत्रिमंडल से विदाई हो सकती है।

बिहार के तिलक मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय ने अदालत के सामने अपनी जांच रिपोर्ट रखकर कहा कि अंतरिम प्रमाणपत्र में दिया गया सीरियल नंबर रिकार्ड में तोमर की जगह किसी अन्य व्यक्ति का नाम दिखाता है। न्यायमूर्ति राजीव शकधर की पीठ के सामने रखे गये हलफनामे में कहा गया कि जांच रिपोर्ट और विश्वविद्यालय रिकार्ड के आधार पर सीरियल नंबर 3687 वाला अंतरिम प्रमाणपत्र 29 जुलाई 1999 को संजय कुमार चौधरी को वर्ष 1998 में हुई बीए (आनर्स) की राजनीतिक विज्ञान की परीक्षा के लिए दिया गया था।

उन्होंने कहा कि तोमर के नाम का अंतरिम प्रमाणपत्र जाली दस्तावेज है और इसका विश्वविद्यालय रिकार्ड में अस्तित्व ही नहीं है। विश्वविद्यालय ने उस याचिका पर आधारित नोटिस का जवाब दिया जिसमें आरोप लगाया गया कि तोमर ने विधि स्नातक की ‘जाली’ डिग्री के आधार पर अधिवक्ता के रूप में नामांकन कराया। अदालत ने उत्तर प्रदेश के डाक्टर राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से भी जवाब मांगा था जहां से विधि मंत्री ने विज्ञान में स्नातक करने की बात कही थी। इस याचिका पर पक्षकार बनाने की मांग करने वाले दिल्ली के बार सदस्यों ने अदालत को जानकारी दी कि उन्हें अवध विश्वविद्यालय से जानकारी मिली है कि तोमर की स्नातक की डिग्री कथित रूप से ‘जाली’ है। 

भूमि अधिग्रहण कानून नहीं, जमीन हड़प कानून : गोविंदाचार्य

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  • सरकार की गरीब विरोधी नीतियों को ले जाएंगे गांव-गांव तक
  • समग्र विकास के लिए भूमि सुधार आयोग एवं टास्क फोर्स सबसे बड़ी जरूरत

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भोपाल। प्रदेश में जमीन संबंधी समस्याओं के निराकरण नहीं होने एवं किसान, गरीब व वंचित समुदाय के लिए बनाए गए कानूनों और नीतियों का पालन नहीं होने पर मध्यप्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदेश भर से आए सैकड़ों आदिवासी एवं किसानों के बीच प्रसिद्ध गांधीवादी और एकता परिषद के संस्थापक राजगोपाल पी.व्ही. का आज दूसरे दिन भी उपवास जारी रहा। उनके साथ 20 अन्य साथी भी उपवास पर हैं। भोपाल के नीलम पार्क में चल रहे चार दिवसीय उपवास एवं धरने में देश एवं प्रदेश के वरिष्ठ राजनेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी समर्थन देने के लिए उपवास में शामिल हो रहे हैं। 

धरना को संबोधित करते हुए आज राजनीतिक एवं सामाजिक चिंतक के.एन. गोंविदाचार्य ने कहा कि भारत सरकार द्वारा लाया गया भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को भूमि लूट कानून कहा जाना चाहिए। सरकार उसे किसानों के हित में बता रही है, जो कि एक छलावा है। गरीब लोग सिर्फ अपने जीने का अधिकार मांग रहे हैं, पर सरकार उसे भी नहीं देना चाहती। उद्योगपतियों को दिए गए जमीनों में से वे 2 फीसदी का उपयोग करते हैं, बाकी जमीन को वे हड़प कर रखे हुए हैं। अध्यादेश लाने की इतनी जल्दी क्या थी, इससे साफ है कि उनकी नियत ठीक नहीं है। यह किसानों को खेती से बेदखल करने का साजिश है। मध्यप्रदेश सरकार भी प्रदेश में जमीन संबंधी मामलों पर ध्यान नहीं देकर उद्योगपतियों के हित में कानून बना रही है।

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पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि भूख एक सामाजिक बीमारी है। जब समाज के लाखों लोग भूखे रहेंगे, तो समाज सुरक्षित कैसे रहेगा? हम इस बीमारी को ठीक करने के बजाय अलग-अलग कानूनों के माध्यम से इसे बढ़ा रहे हैं। भूमिहीनों को भूमि और किसानों की भूमि को सुरक्षित रखकर ही इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुकेश नायक ने कहा कि भूमि के अधिकार को सुरक्षित रखने के लिए यूपीए सरकार कानून बनाई थी, पर उसे बदलकर किसान विरोधी बना दिया गया है। हम वंचितों एवं किसानों के हित में इस अध्यादेश के खिलाफ हैं और इस तरह के किसी भी कानून का विरोध करने के लिए एकता परिषद के साथ हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजा पटेरिया ने कहा कि किसानों एवं गरीबों के विरोध में काम करने वाली सरकार का सच जनता के बीच ले जाने की जरूरत है।

श्री राजगोपाल ने कहा कि हम इस उपवास को सरकार के लिए चेतावनी मान रहे हैं। सरकार को हमारी मांगों पर त्वरित निर्णय लेना है। समग्र विकास के लिए भूमि सुधार आयोग एवं टास्क फोर्स आज की सबसे बड़ी जरूरत है। इसी तरह एकता परिषद के अन्य मांगों पर भी सरकार को ध्यान देना है, जिसमें वन अधिकार कानून का बेहतर क्रियान्वयन भी एक बड़ा मुद्दा है। एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रन सिंह परमार ने कहा कि सरकार की गरीब विरोधी नीतियों को गांव-गांव तक ले जाएंगे। एकता परिषद के राष्ट्रीय संयोजक अनीष कुमार ने बताया कि कल उपवास एवं धरने को समर्थन देने के लिए जल बिरादरी के राजेन्द्र सिंह भोपाल पहुंच रहे हैं।

विशेष आलेख : बाजार वाद में खो गए जीवन के मूल्य

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  • अब नहीं बनते हमराही, षिवपपेरा, कक्का जी  और कबीर जैसे सीरियल

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छतरपुर/खजुराहो। अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में जहां दिन भर चार अलग अलग सितारा होटलों में 13 देषों की विभिन्न भाषाओं में बनी 50 फिल्मों का क्रमबद्ध तरीके से प्रदर्षन चल रहा है तो वहीं प्रतिदिन किसी एक विषय को लेकर सार्थक संवाद भी हो रहा है। तीसरे दिन सोमवार को खजुराहो के पांच सितारा होटल ताज चंदेला में धारावाहिक और सिनेमा में बढ़ते बाजार वाद तथा जीवन मूल्यों पर विस्तार से चर्चा हुई। इस चर्चा में धारावाहिक निर्माताओं ने हिस्सा लिया, जिसमें अनिल चौधरी, चाणक्य सीरियल में चाणक्य की भूमिका जीवंत करने वाले डा. चंद्रप्रकाष द्विवेदी, सहायक निर्देष नित्या जी एवं जाने माने फिल्म समीक्षक अली पीटर जॉन ने हिस्सा लिया। 
चर्चा के दौरान चाणक्य के नाम से मषहूर हो चुके डा. चंद्रप्रकाष द्विवेदी ने बताया कि पहले हमराही, षिवपपेरा, कक्का जी और कबीर जैसे अच्छी श्रेणी के सीरियत बना करते थे। उस वक्त सीरियल निर्माताओं की प्राथमिकता स्क्रिप्ट,नाटक और डायलॉग होती थी। निर्देषक की कोषिष होती थी कि कलाकार आंखों के इषारों और भाव भंगिमाओं से अपनी बात कह दे, उस वक्त सीरियलों में मानवीय जीवन के मूल्य, ज्ञान और संदेष भी समाहित होता था। जब डा. प्रकाषचंद्र द्विवेदी ने चाणक्य सीरियल बनाया और चंद्रप्रकाष द्विवेदी ने अपने भाई के निर्देषन चाणक्य की भूमिका निभाई तो शुरू में तो सीरियल खूब चला लेकिन बाद में उसे बंद करना पड़ा। अब जीवन के मूल्य बाजार वाद में खो गये हैं। एक जमाना था जब रेडियों और टेलीविजन घर में रखने के लिये लायसेंस लेना होते थे लेकिन अब सेटेलाईट का जमाना है और दुनियां में 700 से अधिक चैनल काम कर रहे हैं। उन्होने कहा कि रामायण, महाभारत जैसे गुणवत्ता पूर्ण सीरियलों का अब अभाव हो गया है। क्योंकि पहले धारावाहिक का उद्देष्य षिक्षा प्रसार प्रसार होता था, सेटेलाईट आने के बाद प्रसार षिक्षा और प्रचार उद्देंष्य हुआ ओर अब केवल प्रचार प्रसार ही सीरियल का उद्देष्य हो गया है।  चर्चा में यह बात भी सामने आई कि सबसे पहले कॉलगेट कंपनी ने धारावाहिकों को प्रायोजित करना शुरू किया, जब धीरे धीरे यह चलन बढ़ा तो धारावाहिकों की गुणवत्ता समाप्त हो गई। भागमभाग और ज्यादा धन कमाने के चक्कर में सांस्कृतिक मूल्यों का हनन होता जा रहा है। 

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महिलाओं की नकारात्मक छवि दुखदाई
चर्चा में हिस्सा ले रहीं धारावाहिकों की सहायक निर्देषक नित्या जी ने बेवाक शब्दों में कहा कि वे धारावाहिकों में महिलाओं की नकारात्मक छवि प्रस्तुत करने से बेहद दुखी हैं। वे कहती हैं कि धारावाहिकों में किचिन पॉलिटिक्स दिखाकर महिलाओं की ऐसी छवि बना दी गई है कि महिलायें केवल किचिन पॉलीटिक्स ही करती हैं। उन्होने कहा कि महिलायें और भी बहुत कुछ करती हैं। वे महिलाओं की अच्छी छवि पर धारा वाहिक बनाना चाहती हैं, वे चाहती हैं कि महिलाओं को किचिन पॉलीटिक्स वाली छवि से बाहर निकाला जाये और उनकी नाकारात्मक छवि को खत्म कर एक अच्छी इमेज बनाई जाये। 

सराही गई निडर
फिल्म फेस्टिबिल के तीसरे दिन होटल ऊषा बुन्देला में प्रदर्षित की गई, फिल्म निडर की मुम्बई के फिल्मकारों ने जमकर सराहना की। इस फिल्म के निर्माता दिलीप चौकीकर हैं तथा गीतकार मनोज श्रीवास्तव हैं। इस फिल्म का निर्माण बेतूल जिले के एक स्थानीय कलाकार ने किया है, इस फिल्म में लता मंगेषकर सम्मान से पुरूषकृत मध्यप्रदेष के आकृति महरा ने गाने गाए हैं। यह फिल्म पूरी तरह से पारीवारिक, सामाजिक और षिक्षाप्रद है, इस पूरी फिल्म में मध्यप्रदेष के कलाकारों ने काम किया आज जब स्थानीय स्तर पर बनी फिल्म निडर का पहली बार प्रदर्षन हुआ तो मुम्बई के फिल्मकार भी उसे देखकर दंग रह गए।

आर्गेनिक फूड है मेरी फिटनेस का राज: मिसेज इंडिया

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‘जैसा खाओ अन्न, वैसा रहे मन और तन’। यह कहना है मिसेज इंडिया 2014 समरीन हंसी का। समरीन नई दिल्ली के पीतमपुरा स्थित पौंड्रेक आर्गेनिक प्राॅडक्टस स्टोर के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित थीं। समरीन हंसी ने 41 वर्ष की आयु में मिसेज इंडिया का खिताब हासिल किया। बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि आपकी फिटनेस का राज क्या है? तो उन्होंने बताया कि मेरी फिटनेस का राज है आर्गेनिक फूड। उन्होंने बताया कि मैंने घर में किचन गार्डन बनाया हुआ है और मैं अधिकतर सब्जियां उसी में से ही यूज करती हूं। 

उन्होंने बताया कि अच्छी फिटनेस के लिए एक्सरसाइज तो जरूरी है ही परन्तु जब तक आपकी बाॅडी को अच्छा व शुद्ध खाना नहीं मिलेगा तो आपकी बाॅडी सम्पूर्ण रूप से काम नहीं कर पाएगी इसलिए आर्गेनिक फूड ही मेरी पहली प्राथमिकता रहती है। इस अवसर पर पौंड्रेक आर्गेनिक प्रोडक्टस के संचालक राकेश वत्स ने बताया कि आजकल बाजार में कैमिकल युक्त सब्जियां मिल रही हैं और हमारी सब्जियां में यही फर्क है कि यह कैमिकल रहित है और काफी समय तक खराब भी नहीं होती। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में वो पूरे भारत में इस तरह के स्टोर लाॅन्च करेंगे। इस अवसर पर टीएनएफएल प्रोडक्शनस के आॅनर तपस दास व निखिल भटनागर भी मौजूद थे।

वरिष्ठ पत्रकार संतोष गंगेले ने छतरपुर जिला का गौरव -सम्मान बढ़ाया

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छतरपुर-कलम चलाने के जूनून ने एक किसान .-संत के बेटे को समाजसेवी बना दिया । इसका अपना एक इतिहास है । छतरपुर जिला के छोटे से ग्राम बीरपुरा के किसान संत परिवार में 11 दिसम्बर 1956 को  जन्म लेने वाले इस महान समाजसवेी पत्रकार संतोष गंगेले ने अपने जीवन में सुख सुविधाओं को त्याग कर घर परिवार एवं समाजसेवा का रास्ता तय किया । बिषम परिस्थितियों में 1977 मिडिल तक  षिक्षा ग्रहण करने के वाद आर्मी एमईएस में चैकीदारी के पद पर सेवाऐं देने के बाद दिल्ली में मजदूरी करने चले गये । भविष्य निर्माण की चिन्ता ने पुनः षिक्षा ग्रहण करने की प्रेरणा देकर चाय-पान की दुकान खोलकर हायर सेकेण्ड्री परीक्षा पाईवेट छात्र के रूप में बुन्देलखण्ड कौचिंग काॅलेज से सन् 1980 में दी जिसमें सफलता प्राप्त हुई । इसी समय छतरपुर से प्रकाषित दैनिक समाचार पत्रों के संपादकों से समाचार प्रकाषन को लेकर पहचान हो गई । छात्र संघ के सचिव पद पर रहते हुए समाजसेवा के क्षेत्र में कदम रखा । कोमी एकता पखवाड़ा, खेंल कूॅद, भाषण प्रतियोगितायें, लोकगीत, कवितायें लिखने एवं गाने का षौक भी रहा । सन् 1981 में सरकारी नौकरी की चाहत में हिन्दी टाइपिंग प्रषिक्षण मध्य प्रदेष वोर्ड भोपाल से उत्तीर्ण कर अनेक स्थानों पर नौकरी का प्रयास जारी रहा । असफल होने पर छतरपुर से प्रकाषित दैनिक राष्ट्र-भ्रमण के संपादक श्री सुरेन्द्र अग्रवाल ने अपने समाचार पत्र को नौगाॅव ब्यूरोचीफ बनाकर पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेष दिया । कुछ ही समय में छतरपुर के साथ- साथ रीवा, सतना, जबलपुर, भोपाल, झाॅसी, कानपुर के अनेक समाचार पत्र पत्रिकाओं में लेख प्रकाषित होने लगे । बर्ष 1982 में पहलीवार नौगाॅव तहसील पत्रकार संघ के अध्यक्ष बनाये गये । मध्य प्रदेष आॅचलिक पत्रकार संध भोपाल की सदस्यता लेकर छतरपुर जिला में पदाधिकारी अनेक बर्षो तक रहे । भोपाल के बरिष्ठ पत्रकार श्री बिजय दत्त श्रीधर, श्री त्रिभुवन यादव से पत्र व्यवहार व दूरभाष पर पत्रकरिता का मार्ग दर्षन मिलता रहा । छतरपुर जिला जन सम्पर्क अधिकारी श्री जी एल सोनाने ने छतरपुर जिला कलेक्टर श्री होषियार सिंह से परिवार संचालन के लिए तहसील नौगाॅव में बैठने की अनुज्ञप्ति दिलाकर बैंक ऋण पास कराया । बर्ष 1984 से जिला में सर्वाधिक दस्तावेज लिखने का रिकार्ड कायम रखने वाले संतोष गंगेले की आर्थिक स्थिति मजबूत होती चली गई । 

युवा पत्रकारिता में उच्च कदम रखने वाले संतोष गंगेले ने कुछ ही समय में छतरपुर एवं टीकमगढ़ जिला में अपनी पहचान बनाकर जिला स्तरीय पत्रकार सम्मेलन कराने का निर्णय लिया । 14 जनवरी 1986 में भारतीय पत्रकारिता के इतिहास में पहलीवार किसी पत्रकार संघ ने जिला जज एंव स़त्र न्यायाधीष श्री एम एस कुरैषी के समक्ष नौगाॅव नगर पालिका अध्यक्ष श्री षंकर लाल मेहरोत्रा, समाजसेवी डा0 श्री सुरेन्द्र सिंह चैहान के सहयोग के पत्रकार संघ का षपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया । लगातार जनता की समस्याओं को लेखनी के माध्यम से उठाने एवं निष्पक्ष, निडर लेखनी का हर जगह चर्चा व सम्मान मिला । बर्ष 1987 में देनिक जागरण झाॅसी का क्षेत्रीय कार्यालय नौगाॅव में जिला पुलिस अधीक्षक श्री एस0के0 पासवान के मुख्य अतिथि, श्री राकेष षुक्ल नई दुनिया की अध्यक्षता, जागरण के प्रसार व्यवस्थापक श्री उमर खान की उपस्थित में खुला जिसमें सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया था । बर्ष 1990 में जिला पत्रकार संघ का सम्मेलन छतरपुर जिला कलेक्टर श्री जे0 एन0 पाण्डेय ,के मुख्य अतिथिय में हुआ जिसमें छतरपुर जिला के बरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान भी किया गया ।  बर्ष 1995 में जिला स्तरीय एवं बर्ष 1998 में बुन्देलखण्ड स्तरीय पत्रकार सम्मेलन क्षेत्रीय विधायक श्री मानवेन्द्र सिंह भंवर राजा के सहयोग से नगर पालिका नौगाॅव में आयोजित किये गये । अनेक सामाजिक संगठनों एवं राजनैतिक दलों के सहयोग से नौगाॅव नगर के गौरव का आगे बढ़ाया गया । युवा पत्रकार संतोष गंगेले बचपन से ही सामाजिक कार्यो में बढ़ चढ़ कर भाग लेकर समाजसेवी बनते चले गये । परिवारिक समस्याओं से संघर्ष कर आगे बढ़ने वाले संतोष गंगेले ने अपन पुरूषार्थ का हनन नही हेाने दिया । स्वभाव व सम्मान की रक्षा कर आगे विकास की गति दे रहे है  ।   बुन्देलखण्ड के बरिष्ठ पत्रकारों में गिने जाने वाले संतोष गंगेले की लेखनी के आगे अनेकों वार जिला प्रषासन को मजबूर होकर जनता की समस्याओं को हल करने के लिए संतोष गंगेले की षिकायतों एंव सुझावों को प्रषासनिक तौर पर हल करना पड़ी । 

इसी कारण संतोष गंगेले ने अपने मनोवल व परमार्थ को आगे बढ़ाते हुए विजावर विधान सभा एवॅ महाराजपुर विधान सभा क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामों में बाल सभाओं के माध्यम से बच्चों में षिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, समरसता एवं समाज के प्रति अलख जगा कर जन जन में अपनी पहुॅच बनाई । प्रकृति प्रकोप एवं सामाजिक बुराईयों के कारण परिवारिक एंव कानूनी अड़चनों के साथ साथ प्रकृति प्रकोप से सामना करना पड़ा । उसके बाद भी अपनी बात समाचार पत्रों एंव आकाषवाणी छतरपुर के माध्यम से युवाओं तक पहुॅचा कर समाज को जन जाग्रति एंव दिषा देने का प्रयास जारी रखा । बेटी बचाओं, मतदाता  जागरूकता अभियान, साक्षरता अभियान में अहम भूमिका अदा करने में कभी पीछे नही रहे है । 

बर्ष 2004 से कम्प्यूटर संचालन करने के बाद साथ प्रदेष सरकार को 5 फरवरी 2009 को सुझाव दिया था कि प्रदेष में जन सुनवाई दिवस मंगलवार को घोषित किया जाना चाहिए जिसकी जानकारी छतरपुर  भाजपा जिला महामंत्र श्री पुष्पेन्द्र नाथ पाठक (गुडडन भैया) को भी दी थी जो प्रदेष सरकार ने स्वीकार कर प्रदेष में लागू की है । दूसरा पत्र दिनांक 22 जून 2009 को प्रदेष में अवैद्यानिक कालौनियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए लिखा था जेा मध्य प्रदेष ष्षासन आवास एवं प्र्यावरण विभाग मंत्रालय भोपाल पत्र क्रमाॅक 4410/3129/09/बत्तीस, भोपाल दिनांक 11 सितम्बर 2009 के व्दारा प्रदेष में लागू किया गया । इसी प्रकार पंजीयन विभाग में हो रही अनेक विसंगतियों को दूर करने के लिए 22 /6/2009 को सरकार को पत्र लिखा जिस पर  मध्य प्रदेष ष्षासन बाणिज्यकर विभाग मंत्रालय बल्लभ भवन भोपाल 462004 पत्र क्रमाॅक 1403/1272/2010/2/पाॅच भोपाल दिनांक 29 जून 2010 के व्दारा अनेक विसंगतियों को दूर किया गया ।   बर्ष 2011 से इंटरनेट, सोषल मीडिया के माध्यम से जनता की आवाज को मजबूत करने केलिए भोपाल संे संचालित एमपी मिरर समाचार सेवा के संचालक श्री पवन देवलिया जी से भेंट कर इलेक्ट्रानिकल मीडिया में छतरपुर जिला का प्रभार लिया । बर्ष 2011 के बाद से इटरनेट गूॅगल पर संचालित बेब पोर्टलों पर लगातार जन समस्याओं को उठाया । किसानों के साथ साथ आम नागरिको कीसमस्याओं के साथ साथ प्रजातंत्र के चैथें स्तम्भ पत्रकार , उनकी समस्याओं को सरकार से हल कराने में अहम भूमिका अदा की । सरकार को मार्ग दर्षन व सुझाव लेकर सरकार से अपनी माॅगें स्वीकार कराने वाले युवा पत्रकार संतोष गंगेले आज प्रदेष में अपना उच्च स्थान बना चुके है । गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब संगठन मध्य प्रदेष, प्रदेष के सभी जिलों में संचालित होना भी अपने आप में इतिहास है 

बुन्देलखण्ड के बरिष्ठ पत्रकार श्री संतोष गंगेेले ने मध्य प्रदेष सरकार व्दारा संचालित एमची समाधान एवं मध्य प्रदेष आईडिया फाॅर सीएम  के माध्यम से प्रदेष सरकार को जो भी जन समस्यायें थी वह सरकार को भेज कर समस्याओं का समाचार कराया । आप एम पी समाधान में संतोष गंगेले छतरपुर जिला के नाम से देख सकते है । पचासों आवेदन जनहित में भेजे गये जो सरकार ने हल किए । इसी प्रकार आईउिया फार सीएम में प्रदेष के पत्रकारों के हितों के लिए जो सुझाव दिनांक 11 मार्च 2011, दिनंाक 4 अ्रप्रेल 2011 दिनंाक 3 नवम्बर 2011 एवं दिनांक 8 नवम्बर 2011 को भेजे गये उन सभी पर प्रदेष सरकार ने कार्यावाही कर  श्री संतोष गंगेले की  समस्याओं का समाधान किया है । गणेष ष्षंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब मध्य ्रपदेष का पंजीयन 22 जनवरी 2013 को कराने के बाद प्रदेष के अंदर पत्रकारिता में व्याप्त भृष्टाचार एवं अव्यवस्थाओं को दूर कर प्रदेष के मुखिया श्री षिवराज सिंह चैहान के प्रति 18 अप्रेल 2015 को संगठन ने भोपाल में सैकड़ों साथियों के साथ धन्यवाद दिया है । जन सम्पर्क आयुक्त श्री एस0के0 मिश्रा, अपर आयुक्त श्री मंगला प्रसाद मिश्रा जन सम्पर्क विभाग भोपाल के समक्ष धन्यवाद सभा में श्री संतोष गंगेले को  सम्मान करने का अवसर मिलना जीवन का इतिहासिक दिन था । उससे कहीं आगे जन सम्पर्क विभाग की अनुमति पर श्री संतोष गंगेले को राष्ट्रीय पत्रकारिता सम्मान समारोह में आमंत्रित कर मुख्य मंत्री श्री षिवराज सिंह चैहान के साथ 4 घंटे का समय रात्रि भोज ने नई दिषा दी है । लगातार प्रदेष के पत्रकारों के सम्र्पक में रहने वाले श्री संतोष गंगेले को प्रदेष स्तरीय समाजसेवा सम्मान मिलना उनका अधिकार बनता है । अपने जीवन के 35 बर्ष पत्रकारिता एंव समाज सेवा में निःस्वार्थ भाव से गुजारने वाले श्री संतोष गंगेले के कर्मयोग जीवन से बर्तमान युवाओं के लिए नजीर बन चुकी है । 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (28 अप्रैल)

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प्रदेष के मुखिया को आबकारी विभाग ने दिया उनके जन्म दिन पर एफ.एल.-2 का तोहफा
  • सरकार ने बैक डोर से षराब माफियाओं के लिए सांठ-गांठ का रास्ता खोला: भट्ट
  • एफ.एल.-2 के सम्बन्ध में सरकार द्वारा लिये गये निर्णयों की हो सी.बी.आई. जाॅच

देहरादून, 28 अप्रैल। नेता प्रतिपक्ष, उत्तराखण्ड विधान सभा श्री अजय भट्ट ने कहा कि सरकार ने मण्डी परिशद को एफ.एल.-2 का कार्य दे दिया है तथा अब केएमवीएन व जीएमवीएन द्वारा समस्त ब्राण्डों की अधिप्राप्ति अब मण्डी परिशद से करनी पड़ेगी जिसका अर्थ हुआ कि मण्डी परिशद इन दोनों निगमों को षराब उपलब्ध करायेगा। दूसरी ओर सरकार ने अपने षासनादेष के बिन्दु सं0 4 में स्पश्ट लिखा है कि मण्डी परिशद द्वारा यथा आवष्यकतानुसार भविश्य में अपनी व्यवस्था के सुचारू एवं प्रभावी कार्य संचालन हेतु ऐसी कोई भी व्यवस्था कर सकती है, जो व्यवसायिक दृश्टि से व्यवहारिक हो। उन्होंने कहा कि इस व्यावहारिक दृश्टिकोण का मतलब भी स्पश्ट है कि सरकार ने मण्डी परिशद द्वारा बैक डोर से षराब माफियाओं के लिए सांठ-गांठ का रास्ता खोल दिया है। व्यावहारिक दृश्टिकोण अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेष के मुखिया को आबकारी विभाग ने उनके जन्म दिन पर एफ.एल.-2 को तोहफा दे दिया। साथ ही सबसे बड़ी आष्चर्यजनक बात यह है कि प्रदेष की सम्पूर्ण आबकारी नीति एक साल की है और माननीय मुख्यमंत्री जी व विभागीय मंत्री जी ने एफ.एल.-2 को मण्डी परिशद को पांच  साल के लिए देकर इस नीति को 5 वर्श कर दिया है। इससे भी यह स्पश्ट होता है कि इसमें बड़ी मात्रा में लेन-देन हुआ है जिसकी प्रतिपूर्ति करने में कम से कम 5 वर्श लगेंगे। श्री भट्ट ने कहा कि सरकार ने एफ.एल.-2 की नीति पूर्व में जारी की फिर उसे निरस्त किया और उसके बाद विधानसभा सत्र से पूर्व नीति को कैबिनेट में लाने में सरकार डर गयी। सरकार ने विधान सभा सत्र के दौरान नौटंकी करते हुए एफ.एल.-2  के सम्बन्ध में जनता से सुझाव मांगे। इससे बड़ी विडम्बना और हास्यास्पद स्थिति और क्या होगी कि सरकार षराब के सेवन के लिए जनता से राय मांगती है। अगर जनता से राय मांगनी ही थी तो विकास कार्यों एवं प्रदेष की समस्या के निराकरण हेतु सुझाव मांगे जाते। इससे सरकार की यह मंषा स्पश्ट होती है कि उसे अपने फायदे के अलावा जनता के दुःख-दर्द और प्रदेष के विकास कार्यों से कोई लेना-देना ही नहीं रह गया है, उसे केवल अपने फायदे से मतलब है। यदि सरकार की मंषा केएमवीएन व जीएमवीएन को पर्यटन के क्षेत्र में आपदा के बाद हुए नुकसान की भरपाई के लिए एफ.एल.-2 कार्य देने की थी तो सरकार सीधे इन निगमों को कार्य देती बीच में मण्डी परिशद को लाने की क्या आवष्यकता पड़ी। दोनों निगमों को सरकार ने मण्डी परिशद के अधीन लाकर लाॅलीपाॅप दिखा दिया और मण्डी परिशद को मध्य में लाकर सरकार ने षराब माफियाओं के वारे-न्यारे करने के साथ ही उनको लूट-खसोट की पूरी छूट दे दी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य का राजस्व प्रतिवर्श लगभग 20 प्रतिषत की दर से बढ़ रहा है तो फिर माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा एफ0एल0-2 कम्पनियों को पांच साल तक वर्तमान में इसी राजस्व पर एफ.एल.-2 अनुज्ञापन देने की बात कही गयी है मतलब यह है कि सरकार ने इससे सरकारी खजाने पर भी चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि बिन्दु सं0 4 में मण्डी परिशद को अपनी व्यवस्था के अनुसार कार्य संचालन हेतु कोई भी व्यवस्था करने की छूट देने का मतलब है कि वह उन्हें अपना पार्टनर बनायेगी जिनसे लेन-देन हुआ है यहाॅ भी प्रष्न चिन्ह लगता है कि मण्डी परिशद स्वयं एफ0एल0-2 हेतु सक्षम नहीं था तो उसे कार्य दिया ही क्यों और यदि मण्डी परिशद सक्षम है तो किसी और को पार्टनर बनाकर क्या व्यवहारिकता दिखना चाहते हैं। श्री भट्ट ने कहा कि आबकारी षासनादेष में बिन्दु सं0 6 में मिलने वाले लाभ में केएमवीएन व जीएमवीएन जो कि सम्पूर्ण कार्य करेंगे यहाॅ तक कि परिवहन का कार्य अर्थात जनपदों को भेजने का कार्य भी यही निगम करेंगे। इसके बावजूद इन निगमों को मात्र 25 प्रतिषत और षेश 75 प्रतिषत लाभांष मण्डी परिशद, जो कि केवल अध्यक्षता की भूमिका अदा करेगी को दिया जायेगा। इससे भी स्पश्ट होता है कि मण्डी परिशद के माफिया पार्टनरों को इसका मुख्य लाभ चला जायेगा और प्रदेष के मुख्य दोनों पर्यटन निगमों केवल मुफ्त में काम करने की ऐजेन्सी बनकर रह जायेंगी। इसी प्रकार बिन्दु सं0 7 के अनुसार मण्डी परिशद पीपीपी मोड़ में कार्य करेगा तथा पीछे के रास्ते से माफिया को फायदा पहुॅचायेगा।यदि सरकार की नीयत साफ है तो टैण्डर कराये जाने की बात क्यों नहीं कही गयी तथा मण्डी परिशद को एफ.एल.-2 का कार्य देने की क्या जरूरूत पड़ी, इस बात का खुलाषा सरकार को करना चाहिए और यह स्पश्ट करना चाहिए कि सरकारी खजाने में करोड़ों का चूना लगाकर वह षराब माफियाओं पर इतनी मेहरबान क्यों है। श्री भट्ट ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की लोक सभा चुनावों से लेकर आज तक एफ.एल.-2 के सम्बन्ध में सरकार द्वारा लिये गये निर्णयों की सी.बी.आई. जाॅच की जाय ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके तथा सरकार की काली करतूतों से परदा उठ सके।

प्रभावित किसानों के ऋण हो माफ-निशंक

देहरादून,28 अप्रैल (निस)। लोकसभा में हरिद्वार के सांसद, लोकसभा आश्वासन समिति के अध्यक्ष व उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज लोक सभा में शून्यकाल के दौरान उत्तराखण्ड प्रदेश में भारी वर्षा एवं ओलावृष्टि से किसानों की 70 प्रतिशत से अधिक फसल नष्ट होने का मुद्दा उठाया। उत्तराखण्ड सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए डाॅ0 निशंक ने कहा कि संवेदनहीन और उदासीन उत्तराखण्ड की सरकार ने किसानों के हुए नुकसान का सर्वेक्षण कराकर उन्हें राहत राशि दिए जाने का वायदा किया था, परन्तु यह अत्यन्त खेद का विषय है कि प्रदेश की सरकार ने किसानों की फसल का व्यापक रूप से हुई क्षति का अभी तक सर्वे तक नहीं कराया गया है। प्रदेश के किसानों में हताशा और निराशा व्याप्त होने का जिक्र करते हुए डाॅ0 निशंक ने कहा कि किसान भुखमरी की कगार पर है। डाॅ0 निशंक ने केन्द्रीय सरकार से मांग की कि राज्य सरकार को निर्देश दिया जाये कि राज्य सरकार तत्काल प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण कराकर प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जाये। किसानों के ऋणों को माफ करने की मांग करते हुए डाॅ0 निशंक ने कहा कि किसानों से ऋणों की वसूली तत्काल प्रभाव से रोकी जाये। इसके अतिरिक्त डाॅ0 निशंक ने गंगा के तटों पर दिन-प्रतिदिन बढ़ती गंदगी के प्रतिकूल प्रभावों पर सदन का ध्यान आकर्षित किया। डाॅ0 निशंक ने गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के किनारे सभी ग्रामपंचायतों में वरीयता के आधार पर शिनाख्त कर खुले में शौच मुक्त बनाने हेतु कार्ययोजना पर तेजी से कार्य किऐ जाने की आवश्यकता पर बल दिया। डाॅ0 निषंक ने कहा कि गंगा के किनारे बसे सभी 46 जिलों में ग्रामपंचायतों मं वरीयता के आधार पर पहचानकर ग्राम पंचायतों को वैयक्तिक शौचालय निर्माण हेतु प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज की आवश्यकता है कि नगरपालिकाएं निजी क्षेत्र और अन्य स्थायी निकाय की एजेंसियां गंगा तटों का सौन्दर्यीकरण कर उन्हें स्वच्छ बनाने हेतु वहां पर शौचालयों का निर्माण करे। डाॅ0 निषंक ने विभिन्न शहरों में गंगा जल की गिरती गुणवत्ता पर गम्भीर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि यह पानी पीने योग्य नहीं है और बहुत से स्थानों पर तो यह नहाने के योग्य भी नहीं है। उन्होंने सरकार से गंगा जल की गुणवत्ता नियंत्रण हेतु विभिन्न स्थानों पर प्रयोगशाला व गुणवत्ता नियंत्रण केन्द्र स्थापित किए जाने की मांग की। 

मनीषा पंवार प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री व विनोद शर्मा को सूचना महानिदेषक बनाया

देहरादून,28 अप्रैल (निस)। शासन द्वारा जनहित में प्रभारी सचिव, गन्ना-चीनी, गृह तथा नियोजन विनोद शर्मा को प्रभारी सचिव गृह के पदभार से अवमुक्त करते हुए महानिदेशक सूचना तथा प्रभारी सचिव कृषि शिक्षा के पद पर तैनात किये जाने का निर्णय लिया गया है। श्री शर्मा के पास शेष पदभार यथावत रहेंगे। यह जानकारी देते हुए संयुक्त सचिव कार्मिक अतर सिंह ने बताया कि अपर सचिव, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, सूचना, सुराज, भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं जनसेवा, अपर आयुक्त, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति (आई.टी.) अपर आयुक्त खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति (आपूर्ति शाखा) तथा महानिदेशक सूचना चन्द्रेश कुमार यादव को महानिदेशक, सूचना के पदभार से अवमुक्त किये जाने का निर्णय लिया गया है। उनके शेष पदभार यथावत रहेंगे। इसी के साथ वरिष्ठ आई.ए.एस अधिकारी मनीषा पंवार को प्रमुख सचिव (द्वितीय) मा. मुख्यमंत्री, गृह, कारागार तथा सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग तथा आई.ए.एस आनन्द वर्धन को सचिव सिंचाई एवं लघु सिंचाई के पद पर तैनात किया गया है। सचिव ग्राम्य विकास, पंचायती राज, लघु सिंचाई, परिक्षेत्र विकास एवं प्रबन्धन, सीमान्त क्षेत्र विकास, पिछडा क्षेत्र विकास तथा ग्राम्य तालाब विकास विनोद फोनिया को सचिव, लघु सिंचाई के पदभार से अवमुक्त किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही प्रभारी सचिव राजीव गांधी शहरी आवास, आपदा प्रबंधन पर्यावरण एवं ठोस अपशिष्ट तथा उपाध्यक्ष एमडीडीए आर.मीनाक्षी सुन्दरम को वतर्मान पदभार के साथ-साथ प्रभारी सचिव, गृह के पद पर तैनात किये जाने का निर्णय लिया गया है।

शिक्षण व्यवस्था दक्षता निर्माण व रोजगारपरक होनी चाहिए-राज्यपाल 

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देहरादून,28 अप्रैल (निस)। दून विश्वविद्यालय कोर्ट की चैथी बैठक में आज राज्यपाल व कुलाधिपति डा0 कृष्ण कांत पाल ने कहा कि युवाओं में दक्षता निर्माण हमारी शिक्षण व्यवस्था की शीर्ष प्राथमिकता हो ताकि शिक्षण संस्थाओं से पढ़कर निकलते समय युवाओं में, स्वयं के लिए, देश के लिए और समाज के लिए कुछ बेहतर करने की शक्ति, आत्मविश्वास व जज्बा भरा हो। राज्यपाल ने कहा, वर्तमान परिप्रेक्ष्य में उच्च शिक्षा की सबसे बड़ी चुनौती उसे रोजगारोन्मुख बनाना है। उन्होंने 2012 से 2014 तक आई.टी, उद्योग तथा प्रबन्धन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सुयोग्य अभ्यर्थियों के चयन सम्बन्धी सर्वे के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि ये आंकड़े बताते हैं कि हमारी शिक्षण प्रणाली एक्सेस(प्रवेश), इक्विटी(समानता) और क्वालिटी(गुणवत्ता)से ग्रसित अथवा पीडि़त है जिसका शिक्षा, रोजगार और सशक्तिकरण से सीधा सम्बन्ध है। इसके दृष्टिगत विश्वविद्यालयों को गुणात्मक शिक्षा एवं शोध के साथ-साथ ऐसे पाठ्यक्रमों को प्राथमिकता पर लागू करना होगा जो रोजगार जगत की माँग के अनुरूप हो। राज्यपाल ने, दून विश्वविद्यालय द्वारा अल्प समय में की गई प्रगति एवं उपलब्धियों की सराहना करते हुए इस बात पर बल दिया कि विश्वविद्यालय में अन्र्तविषयक शिक्षा, शोध व अनुसन्धान एवं प्रसार को प्रमुखता देकर नये अभिनव कार्यक्रमों की संरचना करके युवाओं के व्यावहारिक व व्यावसायिक कौशल को बढ़ावा देना चाहिए तभी संस्थान की सेंटर आॅफ एक्सिलैंस(उत्कृष्टता केन्द्र)के रूप में पहचान स्थापित हो सकेगी। बैठक में कुलपति प्रो0 वी.के.जैन द्वारा विश्वविद्यालय के वर्ष 2013-14 के वार्षिक प्रतिवेदन, उपलब्ध्यिों एवं योजनाओं तथा वित्त नियन्त्रंक द्वारा सन्दर्भित वर्ष का वित्तीय विश्लेषण प्रस्तुत किया गया। सभा में जिनमें प्रो0 बी0बी0 भट्टाचार्य, पूर्व कुलपति, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, प्रो0 ए0एन0 पुरोहित, पूर्व कुलपति हे0न0ग0 विश्वविद्यालय, डा0 राजेन्द्र डोभाल, महानिदेशक, उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं तकनीकी परिषद, डा0 सुशील कुमार, फेलो, राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी, डा0 आर0पी0 सिंह, प्रोफेसर, पूना फार्मेसी काॅलेज, डा0 आर0 डी0 आनन्द जैसे विभिन्न क्षे़त्रों के ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञों ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये। उत्तराखण्ड के सन्दर्भ में पर्यावरणीय शिक्षा, आर्थिक नीति निरूपण एवं नियमन, आपदा प्रबन्धन, नैनो साइन्स एवं तकनीक, मैटीरियल साइन्स, बायोटैक्नाॅलाॅजी, वेस्ट मैनेजमेन्ट, गैर परम्परागत ऊर्जा आदि विषयों के क्रियान्वयन तथा इस क्षे़त्र की समस्याओं का निराकरण करने के लिए संवेदनशील कुशल युवा तैयार किये जाने का सुझाव दिया गया। राज्यपाल की अध्यक्षता में संपन्न इस बैठक के अन्त में कुलसचिव द्वारा कुलाधिपति सहित सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया गया। बैठक में राज्यपाल के सचिव, तथा उत्तराखण्ड शासन के अपर सचिव वित्त भी मौजूद थे। 

आरएसएस ने नेपाल व भारत के भूकम्प प्रभावितों की मदद की की अपील

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देहरादून 28 अप्रैल(निस)। नेपाल-बांग्लादेश,भूटान तथा देश के भीतर बिहार, उप्र बंगाल में आए भूंकप की विनाश लीला से हताहत हजारों व्यक्तियों तथा जान माल की हुई अपार क्षति के प्रति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तराखंड प्रांत के कार्यवाह लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल ने गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि पूरा संघ विचार परिवार इस दुःख की घड़ी में पीडि़तों के साथ खड़ा है। श्री जायवाल ने कहा कि देश के भीतर या बाहर जब कभी कोई प्राकष्तिक व मानवीय आपदा आती है सदैव संघ के कार्यकर्ता सबसे पहले राहत कार्य हेतु अपने को प्रस्तुत करते हैं और इस समय भी इसी भाव व संस्कार के कारण 25 अप्रैल को आई त्रासदी में संघ विचार परिवार के कार्यकर्ताओं ने त्रासदी का समाचार सुनते ही राहत कार्य में जुट गए। ज्ञात हो कि नेपाल में संघ का काम हिन्दू स्वयंसेवक संघ के नाम से चलता है तथा पशपतिनाथ शिक्षा समिति नाम से शिक्षा के क्षेत्र में व समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संघ विचार से प्रेरित अनेक संगठन नेपाल में कार्यरत है जिनके तत्वावधान में राहत कार्य किया जा रहा है। संघ की उत्तराखंड इकाई की ओर से त्वरित सहयोग के रूप में पांच लाख का चेक आज भेजा जा रहा है तथा संघ के स्वयंसेवको द्वारा समाज से धन संग्रह किया जा रहा है। यह जानकारी संघ के प्रान्तकार्यवाह ने दी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 27 अप्रैल को प्रतीकात्मक रूप से संघ के कार्यकर्ताओं ने देहरादून में घंटाघर से पल्टन बाजार व धामावाला तक खुले रूप में बाजार में संग्रह किया जिसमें पिचहत्तर हजार रूपये एकत्रित हुए। संघ कार्यकर्ताओं की हुई बैठक में यह लक्ष्य तय किया गया कि आगे पुर्नस्थापन के कार्य हेतु एक करोड़ रूपये का संग्रह कर नेपाल भेजा जाएगा। यह भी निर्णय हुआ कि नेपाल के भूंकप पीडि़त 25 बच्चों के लिए उत्तराखंड में पढ़ाने तथा छात्रावास की व्यवस्था की जाएगी। श्री जायसवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा पूरी केन्द्र सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आपदा के कुछ ही घंटो के भीतर केन्द्र सरकार के द्वारा उठाया गया त्वरित कदम अत्यन्त ही प्रसंशनीय है कार्यवाही से तथा भारत के सांस्कष्तिक विचार प्रवाह वसुधैव कुटुंबकम् की भावना को बल मिला है तथा संपूर्ण विश्व को सरकार के त्वरित निर्णय के कारण अच्छा संदेश मिला है। प्रान्त कार्यवाह श्री जायसवाल ने समाज बंधुओं तथा अपने स्वयंसेवको से आह्वान किया है कि भारत-नेपाल सदा से भाई-भाई रहे है तथा नेपाल की त्रासदी संपूर्ण मानवता की त्रासदी है तथा विशेष रूप भारत की त्रासदी है। अतः भूंकप पीडि़तों के लिए मुक्त हष्दय से आर्थिक सहयोग करें। अपना आर्थिक सहयोग निम्न खातें में जमा करा सकते है। उन्होंने संपूर्ण समाज से सह भी निवेदन किया है कि भूंकप से संबंधित किसी भी विषय पर शोसल मीडिया में सूचनाओं का आदान प्रदान सोच समझ कर करें,अफवाह न फैलाएं तथा स्वयं अफवाह का शिकार न बने। श्री जायसवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि चूंकि नेपाल अलग देश है अतः कोई भी आर्थिक सहयोग मानवीय सहयोग भारत सरकार और नेपाल सरकार के माध्यम से ही किया जा सकता है। आर्थिक सहयोग देने के लिए दो ही विकल्प है प्रधानमंत्री राहत कोष अथवा राष्ट्रीय सेवा भारती। अतः अन्य अनाधिकृत माध्यमों से आर्थिक सहयोग न प्रदान करें। 

कठिन परिस्थिति में नेपाल की मदद करना हमारा नैतिक दायित्व: हरीष रावत
  • त्रासदी से निपटने के लिए मदद हेतु अधिकारियों को रणनीति बनाने के दिये निर्देश

देहरादून 28 अप्रैल(निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नेपाल में आयी त्रासदी से निपटने के लिए मदद हेतु अधिकारियों को रणनीति बनाने का निर्देश दिया। डाम कोठी गेस्ट हाऊस में अखाड़ों, संतों, शांतिकुंज, भारत माता मंदिर, इण्डस्ट्रीज एशोसिएशन, व्यापार मण्डल इत्यादि के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए अपील की कि नेपाल वासियों की हर प्रकार से मदद की जाए। राहत सामग्री अनाज, कपड़ा, दवाएं, नकद धनराशि से मदद की जाएगी। जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद नोडल अधिकारी के माध्यम से समन्वय कर राहत सामग्री को एकत्र कर इसे नेपाल भूकम्प पीडि़तों को भेजा जाए। नकद धनराशि चेक के माध्यम से ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल हमारा पड़ोसी देश है और इसके साथ हमारा आध्यात्मिक, धार्मिक व भाई चारे का रिश्ता है। इसलिए इस कठिन परिस्थिति में नेपाल की मदद करना हमारा नैतिक दायित्व है। मुख्य सचिव एन0 रविशंकर ने कहा कि हमारा प्राथमिक लक्ष्य तात्कालिक राहत पहुंचाना है। इसके पश्चात् पुनर्निर्माण कार्य में मदद दी जाएगी। सिडकुल एशोसिएशन के हरेन्द्र गर्ग, अरूण सारस्वत ने कहा कि उद्योग जगत इसमें हर सम्भव सहयोग करेगा।  व्यापार मण्डल के कैलाश केशवानी ने कहा कि शीघ्र व्यापारियों की बैठक में मदद का प्रस्ताव लाया जाएगा। भारत माता मंदिर के आई0डी0 त्रिवेदी ने संस्था की ओर से 01 लाख रूपये का चैक दिया। शांतिकुंज व परमार्थ निकेतन के प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि तात्कालिक राहत सामग्री भेज दी गई है, इसके अतिरिक्त शेष समन्वय कर भेजी जायेगी। बैठक में स्वामी रविन्द्र पुरी महाराज,हरिचेतनानन्द महाराज, रामानन्दपुरी महाराज, मोहनदास महाराज, पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, मण्डी परिषद अध्यक्ष संजय चोपड़ा, अमरीश कुमार, जिलाधिकारी एच0सी0 सेमवाल, मेलाधिकारी एस0ए0 मुरूगेशन, सीडीओ रंजना, एडीएम जे0एस0 नागन्याल, एसपी सिटी सुरजीत सिंह पंवार इत्यादि उपस्थित थे।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (28 अप्रैल)

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विधायक निधि से पेयजल हेतु पानी के 10 टेकरो का पंचायतो मे वितरण  

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झाबुआ--क्षैत्रीय विधायक शांतिलाल बिलवाल ने भीषण गर्मी में पेयजल संकट को देखते हुए विधायक निधि से 10 गा्रम पंचायतो को 1-1 पानी का टेकर भाजपा जिलाध्यक्ष शैलेष दुबे की उपस्थिति में आज दिनांक 28 अप्रेल को राजगढ नाका झाबुआ पर वितरित किए गए । जिसकी लागत 13.00 लाख रूपये है । झाबुआ विधायक ने जिन गा्रमो में ज्यादा पेजयल संकट है उन्हे चिन्हित कर टेकर वितरित किए गए है । इन पंचायत में किए गए वितरित कालाखुट,गेहलर छोटी, डूमपाडा, पिपलीपाडा, चारोलीपाडा,गोपालपुरा हवाई पट्ी, कंजावानी, भीमफलिया, फुटियां।गा्रम पंचायत के सरपचो द्वारा आश्वस्त किया गया कि जो टेंकर प्राप्त हुए उनको सामाजिक कार्यो हेतु इसका उपयोग किया जावेगा, जिससे क्षैत्र के गा्रमीण जनो को पेयजल की जो समस्या है उनको दूर किया जावेगा । झाबुआ विधायक बिलवाल ने अपने सबोधन में कहा कि आगे भी और पेयजल से ग्रस्त गा्रमो को चिन्हित कर यथवसंभव सहायता प्रदान की जावेगी , विधायक की इस पहल की गा्रमीण जनो द्वारा सराहना की जा रही है । टेकर वितरण में  धनसिंह बारिया अध्यक्ष नगर पालिका झाबुआ , मेगजी अमलियार, जिला पंचायत सदस्य ,गा्रमीण मण्डल अध्यक्ष मेजिया कटारा, शैलेन्द्र सोलकी गा्रमीण मण्डल अध्यक्ष रानापुर,श्रीमति किरण शर्मा, ओम शर्मा, नरेन्द्र पंवार,इरशाद कुरैशी, संदीप पाल,सुनिल कानूनगो,दिनेश पालीवाल, जाकिर कुरैशी,पार्षद झाबुआ, सुनिल ताहेड, जीतू पंवार एव गा्रमीणजन उपस्थित रहे । इस अवसर पर उपस्थित सरपंच बिजलपुर रमेश भूरिया,फुटिया सरपंच श्रीमति नानी पति बादू,डूमपाडा दितू डामोर, गोपालपुरा हवाई पट्ी चैनसिंह भीमा,सरपंच गेहलर छोटी श्रीमति सनू पति जामसिग,सरंपच कालाखुट जोगडा गेन्दा बबेरिया आदि सरपंच गण उपस्थित रहे थें ।

मंा को मुखाग्नि देकर बेटी ने बेटी का फर्ज अदा किया

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पिटोल---पुर्व में हुई पिता एवं भाई की मौत के बाद मंगलवार को पिटोल में दो बेटीयो ने मां की मृत्यु होने पर अर्थी को कांधा देकर बेटे के फर्ज को अदा किया यहीं नहीं बडी बेटी ने मोद नदी स्थित षमषान घाट जाकर मां को मुखाग्नि भी दी। गत सात वर्ष से केंसर जैसी गम्भीर बीमारी के साथ साहस के साथ अपनी दोनों बेटीयो रचना एवं अर्चना के साथ जीवन का सफर कर रही 76 वर्षिय सुनिता राणावत ने रात 4 बजे अन्तिम सांस ली। पिटोल क्षैत्र में राणावत सिस्टर के नाम से जानी जाने वाली सुनिता राणावत नर्स होकर लम्बे समय से पिटोल में पदस्थ रही अपने कार्य क्षैत्र में निपुण होनें के कारण उन्होने कई समय तक अपनी सेवाऐं दी। सेवानिवृति के बाद भी उनकी सेवा का क्रम जारी रहा। किसी बेटी द्वारा मुखाग्नि देने व कंधा देने का क्षैत्र मे यह पहला अवसर था । गमगीन माहोल के बीच मां को अग्नि देते बेटी के हाथ कांप रहे थे वहीं आंखो से अश्रुधारा फुट पडी किन्तु परिस्थिति एवं हालात के बीच बेटी अर्चना ने इस जिम्मेवारी को निभाया।
       
अब परिवार में बची सिर्फ दो बहने----
उल्लेखनिय है कि 12 वर्ष पुर्व दोनों बहने मोद नदी पर ही मोटर सायकल सहित नदी में गिरने की एक संदिग्ध दुर्घटना में अपने युवा भाई संजय राणावत को खो चुकी थी, उसके बाद पिता भी चल बसे, मां को केंसर जैसी बीमारी ने घेर लिया। संघर्ष के बीच जीवन यापन कर रही दोनों बहनो को अब एक दुसरे का सहारा है। बडी बेटी अर्चना सर्व षिक्षा अभियान में जिला मुख्यालय झाबुआ में अपनी सेवाऐं दे रही है वही छोटी बेटी रचना अतिथी षिक्षक होकर पिटोल हा.से.विद्यालय में कार्यरत है।

जनसुनवाई में सुनी गई समस्याएं, जनसुनवाई में कलेक्टर ने लिये आवेदन

झाबुआ---आज मंगलवार को शासन के निर्देशानुसार प्रातः 11 बजे से जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में जनसमस्या सें संबधित आवेदन प्राप्त हुवे। जनसुनवाई में आवेदन कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस.ने लिये। आवेदन निराकरण के लिये संबंधित विभागों को आॅनलाइन भेज दिये गये है। जनसुनवाई में ग्राम गोलाछोटी, ग्राम फुलेडी के गुडिया फलिया, ग्राम बलवन बडी के निनामा फलिया, ग्राम सदावा के चैनसिंग फलिया, नल्दीछोटी के भगतफलिया, ढोलियावाड के मसानघाट फलिया, भुतेडी के होली फलिया, कागझेर के माल फलिया, डूमपाडा बावडी छोटी में हेण्डपम्प खनन करवाने के लिए ग्रामीणो ंने आवेदन दिया। श्रीमती मिरली पति स्वगीय प्रदीप वसुनिया निवासी जवाहर मार्ग जोबट अलीराजपुर ने वनरक्षक के पद पर कार्यरत रहते हुए पति की मृत्यु के बाद स्वत्वों का भुगतान करवाने के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर ने डी.एफओ को हाई कोर्ट के आदेशानुसार मिरली को स्वत्वों का भुगतान करवाने के लिए निर्देशित किया। श्रीमती निर्मला पति सोमसिंह रसोइयन पोस्ट मेट्रिक छात्रावास झाबुआ ने शासकीय आवास गृह आवंटन के लिए आवेदन दिया। ग्राम पंचायत रणवास छापरी जनपद रामा के ग्रामीणो ने जाम्बुकुण्डी के आमलीफलिया में नवीन तालाब निर्माण के लिए राशि स्वीकृत करवाने के लिए आवेदन दिया।

रिश्वत ली तो पटवारी की खैर नहीं, सदावा का पटवारी निलंबित

झाबुआ---जनसुनवाई में चार भाई चैनसिंग, बदिया, सुरसिंग, तरू पिता माना निवासी ग्राम सदावा ने कृषि भूमि का बंटवारा किये जाने के लिए पटवारी द्वारा 10 हजार रूपये रिश्वत लिये जाने के बाद भी बंटवारा नहीं किये जाने की शिकायत कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर को की। जनसुनवाई में प्राप्त शिकायत पर तत्काल कार्यवाही करते हुए कलेक्टर श्री बी.चन्द्रशेखर ने एसडीएम श्री पाटीदार को पटवारी के निलंबन की कार्यवाही के लिए आदेशित किया। एसडीएम आम्बाराम पाटीदार ने पटवारी भगवान लाल पाटीदार हल्का नं. 15 को भ्रष्टाचार करने एवं नियत मुख्यालय पर नहीं रहने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया एवं भगवानलाल का मुख्यालय तहसील कार्यालय झाबुआ नियत किया गया है। कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने इस कार्यवाही द्वारा जिले के सभी पटवारियों को संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार करने वाले एवं जनता को परेशान करने वाले किसी भी पटवारी को बख्शा नहीं जाएगा।

प्रथम एनसी 6 वे महीने में करने वाली आशा की नौकरी जाएगी

झाबुआ ---स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिला की नियमित जांच करने का उत्तरदायित्व एएनएम,आशा,उषा कार्यकत्र्ता को सौपा गया है। गर्भवती महिला की प्रथम एएनसी प्रथम तीन माह में होना चाहिए, यदि एएनएम,आशा,उषा कार्यकत्र्ता द्वारा गर्भवती महिला की प्रथम एएनसी 6 वे महिने में की जाती है, तो महिला की प्रथम जांच एवं टीकाकरण छूट जाता है। ऐसे में गर्भवती महिला एवं बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव होने की पूरी संभावना रहती है। इसके लिए जिम्मेदार शासकीय सेवक आशा उषा कार्यकत्र्ता को पद से पृथक करने के लिए कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने सीएमएचओ को निर्देशित किया।

अब तक जिले में 212513.50 क्विंटल गेहूॅ खरीदा गया, किसानो को 308144575.00 रूपये का भुगतान हुआ

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झाबुआ---जिला आपूर्ति अधिकारी श्री खान ने बताया कि जिले में 21 खरीदी केन्द्रो पर किसानो से 25 मार्च से खरीदी प्रारंभ की गई है। अब तक जिले में 212513.50 क्विंटल गेहॅू सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य 1450 रू. प्रति क्विंटल की दर से खरीदा गया एवं किसानो को ई. पेमेट के माध्यम से 308144575.00 रूपये का भुगतान किया गया। अब तक कुल 198007.00 क्विंटल गेहूॅ का परिवहन कर भण्डार ग्रह तक पहुचा दिया गया है। जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूॅ उपार्जन 26 मई 2015 तक किया जाएगा। रबी विपणन वर्ष 2015-16 के लिए गेहूॅ का समर्थन मूल्य 1450 रू. प्रति क्ंिवटल घोषित किया गया है। किसानो से अपील की गई है कि वे अपना गेहूॅ सुखाकर एवं छन्ना लगाकर ही खरीदी केन्द्र पर लाये।

किसानो को भुगतान अधिकतम 7 दिवस में
समर्थन मूल्य रू. 1450 प्रति क्ंिवटल के मान से किसानो को उपार्जित मात्रा पर देय राशि की कम्प्यूटराईज प्रिंटेट रसीद उपार्जन करने वाली संस्था द्वारा प्रदान की जाएगी जिसमें किसान का नाम, बैंक खाता क्रमांक तथा भुगतान योग राशि का विवरण होगा एवं इस रसीद पर उपार्जन संस्था के प्रभारी द्वारा हस्ताक्षर भी किये जाएगे। किसानो को उनके खाते में उपार्जित गेहूॅ की राशि जमा करने हेतु उपार्जन संस्था द्वारा किसानो के नाम की सूची, बैंक का नाम बैंक खाता क्र. भुगतान योग्य राशि का विवरण एवं संस्था का चेक,डीडी के साथ संबंधित सहकारी बैंक की शाखा में भेजी जाएगी। यदि किसी किसान का खाता सहकारी बैंक में न हो तो संबंधित बैंक को भुगतान हेतु डीडी भेजा जाएगा। जिन सहकारी बैंको में कोर बैकिंग सुविधा उपलब्घ है उनके किसानो का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से किया जाएगा। उपार्जन करने वाली संस्था एवं महाप्रबंधक, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक सुनिश्चत करेगे कि किसानो के बैंक खाता में राशि अधिकतम 7 दिवस में जमा कर दी जाए।

किसान समस्या 181 पर बताये
प्रदेश के कृषकों द्वारा गेहूॅ उपार्जन से संबंधित अपनी समस्याएं राज्य सरकार के टोल फ्री नम्बर हेल्पलाईन नम्बर 181 पर कर सकेगे। हेल्पलाईन से प्राप्त होने वाली शिकायत/समस्याओं का निराकरण कराने का दायित्व जिला आपूर्ति नियंत्रक/अधिकारी का होगा। ऐसी समस्या जिनका समाधान शासन स्तर पर किया जाना हो, उनके बारे में प्रतिवेदन संचालनालय खाद्य के ई.मेल कपतविवक/उचण्दपबण्पद  पर भेजा जा सकता है।

वर्षा प्रभावित जिलों में 40 प्रतिशत तक चमक विहीन गेहूॅ का उपार्जन होगा
रबी विपणन वर्ष 2015-16 में समर्थन मूल्य पर गेहूॅ खरीदी की जा रही है। प्रदेश के कई जिलों में असमय वर्षा तथा ओले के प्रकोप हाने से गेहूॅ की चमक प्रभावित हुई है। इस संबंध में शासन द्वारा किसानो के हित में निर्णय लेते हुए निर्देश जारी किये है कि गेहूॅ के एफक्यू स्पेसीफिकेशन में किसानो को छूट प्रदान की जाये सिकुडे एवं टुटे दाने में छूट की मात्रा 6 प्रतिशत से बढाकर 10 प्रतिशत की गई है।

40 प्रतिशत तक चमकविहीन गेहूॅ उपार्जन के तहत क्रय किया जा सकेगा।
यह छूट क्रय किए जाने वाले गेहूॅ में मात्र सिकुडे एवं टूटे दाने तथा चमकविहीन के लिए दी गई है, इसमें से सिकुडे एवं टूटे दाने का अपग्रेडेशन किसान द्वारा सरलता से छलना लगाकर किया जा सकता है। अतएव जहाॅ गेहॅू को पंखा एवं छनना लगाने के उपरान्त अपगेड किया जा सकता है, वहाॅ यह सुविधा मण्डी तथा समिति स्तर पर किसानो को दी जाकर गेहॅू एफएक्यू स्तर तक लाने के लिए निर्देश जारी किये गये है। समर्थन मूल्य के रिलेक्स्ड मापदण्ड अंतर्गत 10 प्रतिशत तक चमकविहीन गेहॅू के बोरो में अंग्रेजी अक्षर वाय और सिकुडे एवं टूटे दाने 6 प्रतिशत से अधिक एवं 10 प्रतिशत तक तथा चमकविहीन गेहॅू 10 से 40 प्रतिशत तक के गेहूॅ के बोरो पर अंग्रेजी अक्षर जेड मार्क लगाया जायेगा। बोरो पर मार्क लगाने का कार्य गेहूॅ खरीदी करने वाली संस्थाओं द्वारा किया जावेगा। ऐसे चिन्हाकित बोरियों का परिवहन सामान्य बोरियों से पृथक किया जाएगा जिससे इनकाभण्डारण अलग स्टैक में हो। उपार्जन एजेसिंयों द्वारा इसका स्पष्ट हिसाब भी रखा जाकर उपार्जन प्रतिवेदन में प्रतिवेदित किया जाएगा।

अपहरण का अपराध पंजीबद्ध 

झाबुआ---फरियादी जितेन्द्र पिता शांतिलाल राठौर, उम्र 38 निवासी रानापुर ने बताया कि वह उसकी लडकी को किराने की दुकान पर बिठाकर घर चला गया, वापस आया तो लडकी दुकान पर नहीं मिली आस-पास तलाश करने पर पता नहीं चला, कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया। प्र्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्रमांक 182/14, धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

हिमाचल की विस्तृत खबर (28 अप्रैल)

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टांडा मैडिकल कॉलेज में बनेगी भव्य आधुनिक सराय: बाली
  • "कोनेक्सस"कार्यक्रम में प्रशिक्षु चिकित्सकों ने नृत्यों से किया सराबोर

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धर्मशाला, 28 अप्रैल, (विजयेन्दर शर्मा) ।    हिमाचल प्रदेश अपनी लोक सांस्कृतिक परम्पराओं रीति रिवाजों, धार्मिक मान्यताओं, लोक कलाओं, मनोहरी स्वछंद वातावरण एवं नयनाभिराम नजारों के लिये विश्व प्रसिद्व है। यहां के लोक गीत व लोक नृत्य सम्पूर्ण विश्व में अपना विशेष महत्व रखते हैं। यह उद्गार खाद्य आपूर्ति, परिवहन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री जीएस बाली ने आज डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद मैडिकल कॉलेज टांडा में चार दिवसीय 13वें इन्टर-कालेज समारोह "कोनेक्सस"में बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित करते हुये व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि सरल जीवन को आत्म सम्मान के साथ जीने वाले यहां के वाशिंदे विश्व की हर प्रकार की सपर्धा में सदैव अग्रणी रहते हैं। उन्होंने इस अवसर पर जानकारी देते हुये बताया कि डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद मैडिकल कॉलेज में लोगों की सुविधा के लिये आधुनिक सुविधाओं से लैस विशाल सराय भवन का निर्माण करवाया जायेगा जिसमें रोगियों के तीमारदारों को रहने के अतिरिक्त अन्य मूलभूत सुविधायें भी उपलब्ध करवाने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि इस सराय भवन के निर्माण के लिये सांसद श्री शांता कुमार एवं श्रीमती विपल्प ठाकुर से भी मंत्रणा हो चुकी है तथा सांसद निधी से भी दोनो सांसदों ने धन उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है।  इस अवसर पर उन्होंने प्रशिक्षु चिकित्सकों के कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुये उनका आहवान किया कि वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों के स्तर में और सुधार करें तथा अपने संस्थान कीे प्रतिष्ठानुसार कार्यक्रम प्रस्तुतियों का चयन करें। उन्होंने इस कार्यक्रम को लघु भारत की संज्ञा देते हुये कहा कि इसमें प्रदेश के अतिरिक्त देश भर के लगभग हर राज्य के प्रशिक्षुओं ने अपनी प्रतिभा का प्रभावी प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस प्रकार के कार्यक्रमों में आयोजन को प्रतिभा प्रदर्शन का उपयुक्त मंच बताते हुये कहा कि आने वाले वर्षों में इस प्रकार के कार्यक्रमों में और अधिक सहयोग देकर इसका दर्जा बढ़ाने के प्रयास भी किये जायेंगे। उन्होंने जानकारी देते हुये बताया कि उन्होंने अतिरिक्त सचिव भाषा एवं संस्कृति विभाग से भी आग्रह किया है कि वह समय-समय पर लोक संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक आदान प्रदान के कार्यक्रमों का आयोजन टांडा के प्रशिक्षुओं के लिये भी आयोजित करवायें। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिये एक लाख रूपये की राशि देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम के लिये उपायुक्त कांगड़ा श्री सी पालरासू ने भी कार्यक्रम आयोजन के लिये 50 हजार रूपये देने का आश्वासन दिया । "कोनेक्सस"कार्यक्रम में प्रशिक्षु चिकित्सकों ने लगभग तीन घंटे से भी अधिक मनमोहक गीत एवं नृत्यों का कार्यक्रम प्रस्तुत करके खूब तालियां बटोरी। इस अवसर पर टांडा मैडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों के प्रोफेसर, अधिशासी अभियंता आईपीएच श्री दीपक गर्ग, श्री अजय वर्मा, "कोनेक्सस"कार्यक्रम के आयोजक, प्रशिक्षु चिकित्सकों के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। 

सरकार ने स्कूलों तथा रास्तों के निर्माण को 25 लाख किए स्वीकृत : राणा     
  • खैरी, कशीरी महादेव, री, निहारी तथा खनौली स्कूल हुए लाभांवित

हमीरपुर, 28 अप्रैल (विजयेन्दर शर्मा) ।  । सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों तथा ग्राम पंचायतों में रास्तों के निर्माण के लिए 25 लाख की राशि स्वीकृत की गई है इस के लिए सरकार ने शीघ्र ही निर्माण कार्य आरंभ करने के दिशा निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। यह जानकारी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने देते हुए बताया कि भटेड़ पंचायत के लिए रास्ते के निर्माण के लिए सत्तर हजार, ख्याह के लिए अस्सी हजार, करोट के लिए पचास हजार, खलौली के लिए पच्चीस हजार, दई दा नौण के लिए अस्सी हजार, जोल के लिए अस्सी हजार, री के लिए एक लाख, अप्पर सलूही के लिए नब्बे हजार, लोअर सलूही के लिए 45 हजार की राशि सरकार द्वारा स्वीकृत की गई है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि राजकीय उच्च पाठशाला खैरी के लिए 79 हजार 341, कशीरी महादेव स्कूल के लिए एक लाख आठ हजार, निहारी स्कूल के लिए चौदह लाख 500, खनौली के लिए पंद्रह हजार आठ सौ, री के लिए दो लाख बीस हजार की राशि सरकार द्वारा स्वीकृत की गई है। राजेंद्र राणा ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सुजानपुर उपमंडल के खैरी तथा भटेड़ा मिडल स्कूलों को भी स्तरोन्नत कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि खैरी तथा भटेड़ा के लोगों द्वारा स्कूलों को स्तरोन्नत करने की मांग उठाई जा रही थी, इस मांग को मुख्यमंत्री के समक्ष सुजानपुर टीहरा के शीतकालीन प्रवास के दौरान रखी गई थी जिसे अमलीजामा पहनाया गया है।  उन्होंने कहा कि प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थानों के सुदृढ़ीकरण को विशेष प्राथमिकता प्रदान की जा रही है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में 713 से अधिक स्कूल खोले गए हैं या उनका दर्जा बढ़ाया गया है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा की बेहतर सुविधाएं मिल सकें। राजेंद्र राणा ने कहा कि सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र को आदर्श क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा तथा इस के लिए चरणबद्व तरीके से कार्य किया जा रहा है। राणा ने कहा कि सभी पंचायतों का कार्य बिना किसी भेदभाव के करवाया जा रहा है, लोगों की समस्याओं का त्वरित निदान भी सुनिश्चित किया जा रहा है। राणा ने कहा कि वर्तमान सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल में सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में अथाह विकास हुआ है, इन 18 महीनों में विकास की ऐसी इबारत लिखी गई है जो कि शायद गत पांच दशकों में भी संभव नहीं हो पाया है।

महिलाओं को घरेलू हिंसा अधिनियम और अधिकारों की जानकारी होना अनिवार्य :  अनिल मनकोटिया

हमीरपुर, 28 अप्रैल (विजयेन्दर शर्मा) ।  ग्रामीण स्तर तक आम लोगों को घरेलू हिंसा और कन्या भू्रण हत्या के विरूद्ध जागरूक करने के लिये जिला प्रशासनद्वारा चुप्पी तोड़ो अभियान के उपरान्त चलाए गये आवाज उठाओ अभियान की श्रृंखला में मंगलवार को  विकास खण्ड नादौन के चौड़ू में एसडीएम नादौन अनिल मनकोटिया की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एसडीएम अनिल मनकोटिया ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं पर घरेलू हिंसा एक गम्भीर सामाजिक बुराई है और इस बुराई को समाप्त करने के लिये महिलाओं को आगे आना होगा ताकि  बुराई का अंत किया जा सके ।  उन्होंने कहा कि अधिकांश महिलाओं को घरेलू हिंसा अधिनियम- 2005 तथा अपने अधिकारों की जानकारी न होने  के कारण घरेलू हिंसा के मामले प्रकाश में आते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने प्राथमिकता के आधार पर घरेलू हिंसा अधिनियम-2005 के बारे महिलाओं को जागरूक करने के लिए पहल की है और  जिला में विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया है जिसके तहत सतर्कता समितियों का गठन किया जा रहा है। समितियां  घरेलू हिंसा जैसे मामलों पर नजर रख रही हैं। उन्होंने प्रशासन द्वारा प्रथम चरण में घरेलू हिंसा से निपटने के लिये किये प्रयासों की सराहना करते हुए महिलाओं से कहा कि अब दूसरे चरण में महिलाओं को अपनी आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा से हर वर्ग की महिलाएं प्रभावित होती हैं शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से इस सामाजिक बुराई को दूर किया जा सकता है। कार्यक्रम के दौरान सतर्कता समितियों का गठन किया।  उन्होंने सतर्कता समितियों से आग्रह किया कि अपने क्षेत्र में घरेलू हिंसा पर विशेष नज़र रखें और ऐसा मामला सामने आने पर प्रताडि़त महिला को  न्याय दिलाने के लिये अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें। सीडीपीओ बलवीर बिरला ने कहा कि घरेलू हिंसा को रोकने के लिये  प्रत्येक महिला एवं पुरूष को कानून का सहारा लिये बगैर आपसी समन्वय स्थापित कर इसे समाप्त करने की पहल घर से करनी चाहिए।  उन्होंने कहा कि  किसी भी प्रकार की हिंसा को सहन करना अपने अधिकारों का हनन है तथा इस पर काबू पाने के लिये महिलाओं को अपनी आवाज उठाने के लिये आगे आना होगा । उन्होंने पुरूष तथा महिला वर्ग से आह्वान करते हुए कहा कि एक दूसरे का मान-सम्मान करें और  घरेलू हिंसा जैसी बुराई को पनपने न दें। इस मौके पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने घरेलू हिंसा पर आधारित नुक्कड़ -नाटक तथा गीत-संगीत के माध्यम से घरेलू हिंसा को रोकने का संदेश दिया ।  कार्यक्रम में  ग्राम पंचायत प्रधान चौडू, प्रिसिंपल वीके शर्मा, सुपरवाईजर विशाल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के अतिरिक्त चौड़ू, बड़ा, फस्टे पंचायतों की महिलाएं उपस्थित रहीं।   
                                                   
अधिकारी सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार सुनिश्चित करें: एसडीएम 
  • प्रशासन जनता के द्वार पर शिविर में 58 मामले निपटाए: 

हमीपुर, (विजयेन्दर शर्मा) ।  ग्राम पंचायत चम्बोह में ग्राम पंचायत ,चम्बोह, बजड़ोह, कोट-लांगसा तथा डाडू  के ग्राम वासियों के लिये प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में विभिन्न समस्याओं से संबन्धित 64 मामले प्राप्त हुए जिनमें 58 का मौक पर निपटारा किया गया तथा शेष 6 मामलों को विस्तृत कार्यवाही किये जाने की आवश्यकता के कारण संबन्धित विभागों को त्वरित निपटारे के लिये सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को दिया । यह जानकारी एसडीएम राकेश शर्मा ने दी। उन्होंने इस अवसर पर  उपस्थित जनसमूह से  को संबोधित करते हुए आह्वान किया कि ग्रमियों के मौसम में विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए घर-गांव के आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी न  पनप सके । शर्मा ने लोगों से कहा कि पेय प्रयोग में लाने वाले जल भण्डारों की उचित सफाई का ध्यान रखें ताकि जल जनित रोग से बचा जा सके । उन्होंने लोगों से अधिकारियों से ग्रामीण स्तर तक सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार सुनिश्चित करने का आहवान किया ताकि पात्र व्यक्तियों को योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने लोगो से आपदा प्रबन्धक के बारे भी जागरूक होने का आहवान किया। उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या के  लिये वह आवेदन कर सकते हैं, उनकी समस्या क ा तुरन्त समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। शिविर में कृषि, उद्यान , पशु पालन, स्वास्थ्य के अलावा अन्य विभागों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई । इस मौके पर इीडीओ सुर्दशन सुमन, तहसीलदार संजय कुमार, नायव तहसीलदार कर्म चंद ,सीडीपीओ नरेन्द्र कुमार,डा0 विनीत कुमार, उद्यान विकास अधिकारी जोगिन्द्र राणा, प्रधान ग्राम पंचायत चम्बोह, प्रिमला कुमारी , उप प्रधान दीना नाथ, प्रधान ग्राम पंचायत बधाणी मधुवाला, प्रधान ग्राम पंचायत बजड़ोह राम देवी, तथा प्रधान डाडू नीलम कुमारी , प्रधान ग्राम पंचायत कोट लांगसा कमलेश कुमारी के अतिरिक्त सम्बन्धित पंचायतों के ग्रामीण उपस्थित रहेे। 

नैतिक मूल्यों की जानकारी दें शिक्षक: बुटेल
  • स्तरोन्नत उच्च विद्यालय टाण्डा का लोकार्पण

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पालमपुर  , 28 अप्रैल  (विजयेन्दर शर्मा) ।  विधान सभा अध्यक्ष, श्री बृज बिहारी लाल बुटेल ने मंगलवार को ग्राम पंचायत टाण्डा में राजकीय माध्यमिक पाठशाला से स्तरोन्नत राजकीय उच्च पाठशाला का विधिवत शुभारंभ किया। लोगों को संबोंधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार बच्चों को घरद्वार के पास शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने बताया कि पालमपुर विधान क्षेत्र में प्रत्येक 3 किलोमीटर के भीतर एक सरकारी स्कूल स्थापित है। उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हुए बच्चों को संस्कारों, अनुशासन और नैतिक मूल्यों की जानकारी दें। उन्होंने अध्यापकों को बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि स्कूलों में शिक्षा का वातावरण बनाकर शिक्षा के स्तर को बनाए रखने की जरूरत है, जिससे बच्चों के अभिावकों का भरोसा जीता जा सके। श्री बुटेल ने लोक निर्माण विभाग को एक माह में पालमपुर की सडक़ों के टारिंग एवं पैच वर्क इत्यादि कार्य पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग को भी गर्मियों में पेयजल की आपूर्ति सुचारू रूप चलाने के निर्देश दिये जिससे लोगों को पेयजल इत्यादि की समस्या का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि पालमपुर हलके में पेयजल की कोई कमी नहीं है फिर भी विभाग को पेयजल की कमी वालेे क्षेत्रों में हैंडपंप लगाने के भी निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि पालमपुर हलके में सडक़ो, पेयजल, सिंचाई, बिजली, स्वास्थ्य एवं सिंचाई सुविधा में व्यापक विकास किया गया है। उन्होंने विद्यालय में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 3 हजार रूपये देने की घोषणा की। इससे पहले विद्यालय की मुख्यअध्यापिका अनुपमा ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। कार्यक्रम में प्रदेश शिकायत निर्वारण समिति के सदस्य त्रिलोक चंद, बीडीसी सदस्य रवि कुमार, निशा शर्मा, अशोक वामन, एसएमसी अध्यक्ष सुभाष चंद, प्रधानाचार्य राजपुर निशी गुप्ता, एसडीओ विजय वर्मा, एसडीओ संजय ठाकुर, एसडीओ सोनी, तहसील कल्याण अधिकारी विजय शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

स्कूलों में सम्मान में भेंट करे केवल एक पुष्पगुच्छ
विधान सभा अध्यक्ष, श्री बृज बिहारी लाल बुटेल ने सभी स्कूलों को हिदायत दी की उन्हें स्कूलों के कार्यक्रम में सम्मान स्वरूप केवल एक पुष्पगुछ ही भेंट किया जाये। उन्होंने अध्यपकों से स्कूलों में उनके सम्मान के लिए स्मृतिचिन्ह शॉल और टोपी इत्यादि की प्रथा को भी बंद करने का आहवान किया है।

नेपाल त्रासदी के लिए रैडक्रॉस सोसाईटी देगी 2 लाख का अंशदान
  • रैडक्रॉस आरंभ करेगी मोबाईल कैंटीन, टेलरिंग स्कूल के प्रशिक्षुओं को दिया जायेगा कौशल विकास भत्ता

धर्मशाला , 28 अप्रैल  (विजयेन्दर शर्मा) ।  नेपाल में गत दिनों आए भयंकर भूकम्प में हुई त्रासदी के लिए रैडक्रॉस सोसाईटी धर्मशाला 2 लाख रूपये का अंशदान देगी। उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला रैडक्रॉस सोसाईटी धर्मशाला श्री सी पालरासू ने जानकारी देते हुये बताया कि पीडि़त मानवता की सेवा के लिये रैडक्रॉस सोसाईटी सदैव अग्रणी रही है। प्रारम्भिक रूप से इस त्रासदी में प्रभावित हुए लोगों के लिए 2 लाख रूपये भिजवाये जायेंगे तथा भविष्य में स्थानीय लोगों व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से सहायता के रूप और सामान एवं राशि भिजवाने के प्रयास किये जायेंगे। उपायुक्त ने बताया कि रैडक्रॉस सोसाईटी द्वारा शीघ्र ही लोगों की सुविधा हेतु मोबाईल कैन्टीन सेवा आरंभ की जायेगी जिससे लोगों को गर्म ताजा व सस्ता भोजन व अन्य खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध करवाये जायेंगे। इस मोबाईल कैन्टीन से स्थानीय नागरिकों के अलावा पर्यटकों को खाने-पीने की वस्तुयें खरीदने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि रैडक्रॉस सोसाईटी द्वारा संचालित सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केन्द्रों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही प्रशिक्षुओं को भी कौशल विकास भत्ता योजना के साथ जोडा जायेगा ताकि गरीब व जरूरतमंद महिलाओं व युवतियों की आर्थिकी में बढोतरी हो सके। उन्होंने कहा कि इन प्रशिक्षण केन्द्रों में निर्मित उत्पादों को प्रर्दशनियों के अतिरिक्त पर्यटक व धार्मिक स्थलों में भी बिक्री के लिए रखा जायेगा। श्री सी पालरासू ने बताया कि इस वर्ष रैडक्रॉस दिवस को व्यापकता देने के लिये उपमंडल स्तर पर भी कार्यक्रमों के आयोजन किए जायेंगे ताकि ग्रामीण स्तर भी लोगों को रैडक्रॉस सोसाईटी की गतिविधियों की जानकारी मिल सके। जिला स्तरीय आयोजन के लिये प्रस्तावित स्थल शहीद स्मारक रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दिन स्वच्छता रैली, स्वच्छता रथ, रक्तदान शिविरों इत्यादि के आयोजन किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रयास भवन स्थित नवनिर्मित हॉल को बहु उद्देशीय कार्यों के लिये प्रयोग किया जायेगा जहां बैठकों के अतिरिक्त प्रशिक्षण कार्य तथा अन्य कार्यक्रमों हेतु किराये पर दिया जायेगा। इस अवसर पर एडीसी श्री सुदेश मोख्टा ने जानकारी देते हुये बताया कि सोसाईटी को गत वित्त वर्ष में विभिन्न स्रोतों से 90 लाख 55 हजार की आय हुई जबकि सोसाईटी ने विभिन्न जन कल्याणकारी गतिविधियों के संचालन में 70 लाख 31 हजार का व्यय किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में रैडक्रॉस सोसाईटी के पास 2 करोड़ 7 लाख से अधिक रूपये विभिन्न मदों मेें उपलब्ध हैं। एडीसी ने बताया कि गत वर्ष में सोसाईटी ने विभिन्न स्थानों पर 40 कैम्पों का आयोजन करके 1621 लोगों को पंजीकृत किया गया । इसमें से 856 लोगों को 40 प्रतिशत से अधिक अक्षमता के प्रमाण पत्र, 842 मामलों में बस पास उपलब्ध करवाने हेतु संस्तुति की गई। इसके अतिरिक्त 335 मामलों को पैंशन इत्यादि के लिये चिन्हित किया। सोसाईटी ने इस दौरान 52 लोगों श्रवण यंत्र, 23 लोगों को व्हील चेयर, 18 लोगों को कृत्रिम अंग उपलब्ध करवाये गये जबकि 335 प्रकृति से चुनौती प्राप्त लोगों को परामर्श भी दिया गया।   इस अवसर पर रैडक्रॉस की उपलब्धियों, गरीब लोगों को आर्थिक सहायता, शिक्षण एवं चिकित्सा संस्थानों को सहायता, मैडिकल कैम्प एवं फसर्ट एड प्रशिक्षण, रोगी वाहन सेवा, नशा मुक्ति केन्द्र एवं नशा मुक्ति कैम्पस तथा जम्मू-कश्मीर बाढ़ राहत, मैराथन दौड़, उपमंडल स्तर पर रैडक्रॉस की शाखायें खोलने बारे, वस्त्र संग्रहण केन्द्र, नये सदस्य बनाने बारे व्यापक चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि रैडक्रॉस सोसाईटी के भवन का निर्माण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है तथा शीघ्र ही इस कार्य आरंभ हो जायेगा। लोगों की सुविधा के लिये रैडक्रॉस सोसाईटी धर्मशाला द्वारा एक नये रोगी वाहन को भी खरीदा जायेगा। इस अवसर पर सीएमओ श्री बीएम गुप्ता, सचिव रैडक्रॅास श्री ओपी शर्मा के अतिरिक्त विभिन्न सम्बन्धित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी, स्वयेंसवी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा सोसाईटी के सदस्य उपस्थित थे। 

तिब्बतियन लाईब्ररी से मैक्लोडगंज का मार्ग 27 अप्रैल से 25 मई तक बंद रहेगा 
  • कंकरीट निर्माण कार्य हेतु खनियारा बाजार मार्ग 23 अप्रैल से 10 मई तक बंद

धर्मशाला, 28 अप्रैल  (विजयेन्दर शर्मा) ।  जिला दण्डाधिकारी एवं उपायुक्त श्री सी पालरासू ने मोटर वाहन एक्ट, 1988 की धारा 115 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुये तिब्बतियन लाईब्ररी से मैक्लोडगंज के मार्ग को कंकरीट निर्माण हेतु 27 अप्रैल से 25 मई, 2015 तक बंद करने के अधिसूचना जारी की है। इस अवधि के दौरान खडा डंडा मार्ग पर डेलेक अस्पताल से मैक्लोडगंज तक के मार्ग पर लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्माण कार्य किया जायेगा।  इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने खनियारा बाजार के कुछ हिस्से पर कंकरीट से सडक़ निर्माण हेतु 23 अप्रैल से 10 मई, 2015 तक मार्ग बंद करने की अधिसूचना जारी की है। इस दौरान ट्रैफिक को खनियारा पंचायत घर पटोला से मोहली वाया पट्टी रोड पर चलाया जा सकेगा।

भव्य शोभायात्रा के साथ हुआ तीन दिवसीय हरोली उत्सव का आगाज 

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ऊना , 28 अप्रैल, (विजयेन्दर शर्मा) ।    भव्य शोभायात्रा , ढोल नगाड़ों की थाप और जबरदस्त जन उल्लास के साथ आज तीन दिवसीय हरोली उत्सव का आगाज हुआ। परंपरागत वाद्य यंत्रों की सुमधुर धुनों और ढोल नगाड़ों की थाप पर लोकनर्तक थिरकते हुए शोभायात्रा में जहां उल्लास भर रहे थे, वहीं ब्रॉसबैंड, पाईप बैंड, होमगार्ड बैंड , गतका दल भी लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने थे। सिंचाई एव जनस्वास्थय मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स की अगुवाई में हरोली से यह शोभायात्रा शुरू हुई । एक खुली जीप में श्रीमती विद्या स्टोक्स के साथ उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्रिहोत्री, चिंतपूर्णी के विधायक व वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री कुलदीप कुमार, गगरेट के विधायक व आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव श्री राकेश कालिया , जिला कांग्रेस अध्यक्ष एडवोकेट वीरेन्द्र धर्माणी व हरोली ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा सवार थे । शोभायात्रा में पगडिय़ों, चुनरियों और परंपरागत परिधानों से सज्जित सैंकड़ों इलाकावासी शामिल थे। शोभायात्रा में नर्तक दल भंगड़ा व गिददा डाल कर उल्लास व रोमांच को चरम पर ले जा रहे थे। पंजाब से मंगवाई गई सफेद घोडिय़ों के करतब ने तो शोभायात्रा में और भी जान डाल दी। यह शोभायात्रा जब उत्सव स्थल कांगढ़ पहुंची तो हरोली के इतिहास में एक नया गौरवपूर्ण पन्ना जुड़ गया। इस अवसर पर जमकर आतिशबाजी भी हुई। सिंचाई एव जनस्वास्थय मंत्री श्रीमती विद्या स्टोक्स ने कांगढ़ के मैदान में लगी प्रदर्शनियों व स्टालों का उद्घाटन किया। विभिन्न सरकारी विभागों  व गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों में उन्होंने गहरी रूचि ली। इन प्रदर्शनियों के माध्यम से प्रदेश व जिला की प्रमुख उपलब्धियों को दर्शाया गया था। इसके बाद श्रीमती विद्याा स्टोक्स ने उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्रिहोत्री की अध्यक्षता में कांगढ़ गांव के लिए 1 करोड़ 3 लाख की लागत से तैयार अलग पेयजल योजना का भी शिलान्यास किया। इस योजना से गांव की करीब 4 हजार की आबादी लाभान्वित होगी। श्रीमती विद्या स्टोक्स ने क्षेत्रवासियों को हरोली उत्त्सव की बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि यह उत्सव विकास के मोर्चे पर तेजी से आगे बढ़ रहे हरोली हलके के निवासियों की जिंदगी में नई खुशियों का संचार करेगा। उन्होंने कहा कि पिछले सवा दो सालों के दौरान हरोली विधानसभा क्षेत्र में विकास की नई क्रांति आई है और अनेक महत्वपूर्ण व महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट हरोली के हिस्से आए हैं जो यहां की तस्वीर बदल देंगे। उन्होंने विशेष रूप से 922 करोड़ 48 लाख की स्वां तटीयकरण योजना और 42 करोड़ की बीत एरिया सिंचाई योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि ये दोनों प्रोजेक्ट हरोली के किसानों के लिए वरदान साबित होंगे। उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्रिहोत्री ने भी हरोली वासियों को इस उत्सव की शुरूआत की बधाई दी। उन्होंने कहा हरोली के लोग विकास पसंद व उत्सव प्रेमी हैं। हलके को एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने में हरोली की जनता खुल कर अपना योगदान व सहयोग दे रही है। हरोली हलके की गौरवपूर्ण सांस्कृतिक विरासत को उभारने और यहां के स्थानीय कलाकारों व विद्यार्थियों को एक बड़ा मंच प्रदान करने के अलावा देश के जाने माने कलाकारों को हरोली वासियों के सामने लाने के लिए यह उत्सव शुरू किया गया है और यह उत्सव हर वर्ष इसी तरह परंपरागत उल्लास के साथ आयोजित होता रहेगा। हरोली उत्सव की शुरूआत में कांगढ़ के मैदान में विशेष रूप से निर्मित भव्य मंच पर हरोली हलके के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश करके हजारों की तादाद में उमड़े इलाकावासियों को झूमने पर मजबूर कर दिया। नंगलकलां, बढेड़ा, बालीवाल, बाथड़ी, बाथू, बीटन, भदसाली, बटकलां, धर्मपुर, दुलैहड़ व गोंदपुर बूहला सीनियर सकैंडरी स्कूलों के विद्यार्थियों के अलावा हरोली के कलाकारों दिलबाग सिंह, रामकिशन भट्टी, सपना ठाकुर , आशीष ठाकुर व मोहित पाठक ने भी आज प्रस्तुतियां दीं। इसके अलावा रंगोली प्रतियोगिता व लावर शो भी हरोली उत्सव का आकर्षण बिंदू रहा। कांगढ़ में ही आज  दो दिवसीय  पशु मेला की भी शुरूआत हुई जिसका शुभारंभ उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्रिहोत्री ने किया। जिला प्रशासन ने हरोली उत्सव के दृष्टिगत आज पूरे जिला में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था । हरोली उत्सव में भारी जनसैलाब उमडऩे के कारण व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़े पैमाने पर इंतजाम किए थे। हरोली विधानसभा क्षेत्र के विद्यार्थियों व हरोली के लोक कलाकारों का उत्साह भी देखते ही बनता था।    

रंगोली प्रतियोगिता में कांगढ़ स्कूल प्रथम , आंगनवाड़ी सर्कल पंजावर द्वितीय 
हरोली उत्सव पर आज करवाई गई रंगोली प्रतियोगिता में सीनियर सकैंडरी स्कूल कांगढ़ ने प्रथम, आंगनवाड़ी सर्कल पंजावर ने द्वितीय व सीनियर सकैंडरी स्कूल हीरां की छात्राओं ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। डीसी ऊना की धर्मपत्नी डा. आरूषि जैन ने रंगोली प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।               

उत्सव में ये रहे उपस्थित
हरोली उत्सव के शुभारंभ अवसर पर उद्योग मंत्री की धर्मपत्नी प्रो. सिमी अग्रिहोत्री , मुय संंसदीय सचिव लोक निर्माण विनय कुमार, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रामदास मलांगढ़, पूर्व विधायक गणेष दत्त भरवाल, डीसी अभिषेक जैन, एसपी अनुपम शर्मा, एडीएम राजेश कुमार मारिया, एसडीएम धनवीर ठाकुर, एएसपी वीरेन्द्र ठाकुर, डीएसपी अमित शर्मा व सुरेन्द्र शर्मा, एसडीएम बंगाणा मनोहर लाल,  जिला कांग्रेस के वरिश्ठ उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर , एडवोकेट धर्मसिंह, जिला परिषद सदस्य दर्शना देवी, नीलम मनकोटिया, सुमन ठाकुर, जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेखा राणा, हरोली ब्लाक महिला कांग्रेस अध्यक्ष मधु धीमान, युवा कांग्रेस अध्यक्ष नछत्र सिंह, पवन ठाकुर, सतीश बिट्टूख्, कामरेड जगतराम, कै. शक्ति, वीरेन्द्र मनकोटिया, राकेश दत्ता , लोक निर्माण आईपीएच, बिजली बोर्ड के एसई, जिला के विभिन्न विभागों के अधिकारी, विभिन्न पंचायतों के प्रधान उपसिथत थे। 

खण्डवा (मध्यप्रदेश) की खबर (28 अप्रैल)

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इस साल भी चार चरण में ष्स्कूल चलें हम अभियान, पहले चरण की गतिविधियाँ एक जून तक चलेंगी

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खण्डवा (28अप्रैल,2015) - मध्यप्रदेश में शाला जाने से वंचित रह गये बच्चों के लिये इस साल भी चार चरण में ष्स्कूल चलें हम अभियानष् शुरू कर दिया गया है। विगत 25 अप्रैल से शुरू अभियान का पहला चरण एक जून तक चलेगा। इस दौरान ग्राम/वार्ड शिक्षा पंजी को अद्यतन किया जायेगा। राज्य शासन ने सभी जिला कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को अभियान को सफल बनाने के लिये निर्धारित समय-सीमा में कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा है। पहले चरण में 5 मई तक कक्षा एक प्रवेश योग्य बच्चों की सूची तैयार करवायी जायेगी। इसके लिये शिक्षकों को ग्राम/वार्ड प्रभारी बनाया जायेगा। बड़े गाँव में जरूरत अनुसार एक से अधिक शिक्षक तैनात होंगे। इस दौरान 6 से 14 वर्ष तक के ऐसे बच्चों की जानकारी इकट्ठा की जायेगी जो विभिन्न कारण से शाला से बाहर हो चुके हैं। प्रभारी शिक्षक घर-घर जाकर ग्राम शिक्षा पंजी के लिये सर्वे करेंगे। कक्षा एक में दर्ज होने वाले बच्चों की ग्रामवार सूची प्रभारियों द्वारा 9 मई के पहले जन-शिक्षक को दी जायेगी, जो 16 मई तक विकासखंड स्त्रोत समन्वयक  को सूची सौंपेंगे।  कक्षा 6 में प्रवेश योग्य बच्चों की सूची बनाने के लिये प्रत्येक मिडिल शिक्षक को शाला प्रभारी बनाया जायेगा। शाला प्रभारी शिक्षक पाँचवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी करने वाले बच्चों की सूची 5 मई तक तैयार करेंगे। वे बच्चों के पालकों से सम्पर्क कर प्रवेश की जानकारी देंगे। यदि कोई पालक अपने बच्चों को अशासकीय शाला में प्रवेश दिलवाना चाहता है, तो उसकी जानकारी भी रजिस्टर में अंकित की जायेगी। सभी बच्चों की संकलित सूची की एक प्रति मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक द्वारा जन-शिक्षक को 9 मई तक उपलब्ध करवाई जायेगी। कक्षा 8 उत्तीर्ण करने वाले सभी बच्चों को कक्षा 9 में दर्ज करवाया जायेगा। इसके लिये प्रत्येक माध्यमिक शाला के प्रधानाध्यापक का दायित्व होगा कि वह कक्षा 8 पास करने वाले विद्यार्थियों की सूची निकटस्थ हाई अथवा हायर सेकेण्डरी स्कूल को उपलब्ध करवाये। पाँच मई तक पालकों से सम्पर्क के दौरान उन्हें बच्चों को समीप के हाई स्कूल में दर्ज करवाने के लिये प्रेरित किया जायेगा। कक्षा 10 पास करने वाले बच्चों को कक्षा 11 में दर्ज करवाया जायेगा। इसके लिये प्रत्येक हाई स्कूल का प्राचार्य कक्षा 10 पास करने वाले विद्यार्थियों की सूची निकटस्थ हायर सेकेण्डरी स्कूल को उपलब्ध करवायेगा। हायर सेकेण्डरी स्कूल में बच्चों को प्रवेश दिलवाने के लिये प्रेरित करने का कार्य भी 5 मई तक होगा। हाई/हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्राचार्य द्वारा 10 मई तक अकादमिक समन्वयक और 9वीं कक्षा में प्रवेश की सूची उपलब्ध करवाई जायेगी। कक्षा एक, 6, 9 एवं 11 में प्रवेश योग्य बच्चों की सूची एक जून को एजुकेशन पोर्टल पर दर्ज की जायेगी।

स्कूलों के संबंध में बिना अनुमति के जिले जारी नहीं कर सकेंगे निर्देश

खण्डवा (28अप्रैल,2015) - राज्य शासन ने सभी संभागायुक्त और कलेक्टर को शासकीय/अशासकीय शिक्षण संस्थाओं के संबंध में बिना अनुमति के नीतिगत अथवा दिशा-निर्देश जारी नहीं करने को कहा है। जिलों/संभागों को अब स्कूलों के संबंध में निर्देश जारी करने के पहले स्कूल शिक्षा विभाग की पूर्व अनुमति लेना होगी। यदि संभागायुक्त या जिला कलेक्टर किन्हीं नीतिगत निर्देशों को जारी करना उचित मानते हैं, तो वे स्कूल शिक्षा विभाग की पूर्व अनुमति के बाद ही ऐसा कर सकेंगे। शासन ने संभागायुक्त/कलेक्टर्स को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करने को कहा है। शासन के यह देखने में आया है कि शासकीय एवं अशासकीय शिक्षण संस्थाओं के संबंध में जिला-स्तर पर प्रायरू महत्वपूर्ण नीतिगत/दिशा-निर्देश जारी कर दिये जाते हैं। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग से पूर्व अनुमति प्राप्त नहीं की जाती। इसका परिणाम यह होता है कि अलग-अलग जिलों से जारी निर्देश में भिन्नता होती है। इससे स्कूल शिक्षा विभाग को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कई बार जारी किये गये निर्देश तर्क-संगत भी नहीं होते।

जिलों को भेजी गई वोटर एजूटमेंट सामग्री

खण्डवा (28अप्रैल,2015) - भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिये मध्यप्रदेश के सभी जिलों को वोटर एजूटमेंट सामग्री भेजी गई है। सामग्री में फोटोयुक्त पुस्तक 'गर्व से बने मतदाता', एनिमेटेड फिल्म 'मस्ती, दोस्ती और मतदान', रेडियो स्टोरी 'लोकतंत्र एक्सप्रेस', बोर्ड गेम 'वोट की बाजी और रेडी-स्टडी-वोट', कम्प्यूटर गेम 'गेट-सेट-वोट'और कार्टून सीरीज 'वाह-इलेक्शन-वाह'शामिल हैं। 
यह सामग्री मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की वेबसाइट www.ceomadhyapradesh.nic.in के स्वीप लिंक पर उपलब्ध है। जिलों को सामग्री का प्रचार रेडियो चेनल/मतदाता सहायता केन्द्र/स्वीप पार्टनर्स/कियोस्क केन्द्र/नेहरू युवा केन्द्र, एनएसएस, एनसीसी मुख्यालय/स्वास्थ्य और परिवार केन्द्र/स्कूल-कॉलेज/लायब्रेरी और एनजीओ के माध्यम से करने को कहा गया है।

विषेष स्वच्छता अभियान -  सांई रामनगर, वीररानी दुर्गावती, लाल बहादुर शास्त्री, पं.रामनारायण उपाध्याय , भैरो तालाब और गुरुनानक वार्ड मंे करायी गयी सफाई - 

खडवा ( 28 अप्रेल 2015 ) नगर निगम द्वारा संचालित विषेष सफाई अभियान मंे सांई रामनगर, वीररानी दुर्गावती, लाल बहादुर शास्त्री, पं.रामनारायण उपाध्याय, भैरो तालाब और गुरुनानक वार्ड मंे सफाई अभियान के दौरान निकलने वाले मलवे को परिवहन कर तत्काल ले जाने की व्यवस्था भी सुनिष्चित करायी गयी । इन वार्डो मंे सार्वजनिक सड़कों की सफाई कराये जाने के साथ ही खाली पडे़ भूखण्डों से भी कचरा उठवाया गया। स्वच्छता एवं ठोस अपषिष्ठ प्रंबधन विभाग के प्रभारी सदस्य श्री वेदप्रकाष शर्मा और प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी श्री हेमन्त दुबे ने वार्डो का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था देखी। झोन प्रभारी श्री अजय पटेल ने बताया ओम सांई रामनगर वार्ड मंे चीराखदान क्षेत्र की सफाई के बाद सांई मंदिर और षिव मंदिर क्षेत्र मंे 60 कर्मचारियों के 4 दलों ने सफाई कर डोर टू डोर कचरा कलेक्षन वाहन मंे कचरा डालने हेतु नागरिकों से अनुरोध किया  । झोन प्रभारी श्री धीरज दवे ने बताया कि वीर रानी दुर्गावती वार्ड मंे बंजारा बस्ती क्षेत्र मंे कच्ची नालियो की सफाई करायी गयी तथा कीटनाषक दवाओं का छिड़काव कराया गया। यहां अस्सी कर्मचारियांे ने 4 दलों में विभक्त होकर सफाई अभियान संचालित किया। झोन प्रभारी श्री जाफर अहमद ने बताया कि लाल बहादुर शास्त्री वार्ड की दीनदयाल पुरम कालोनी मंे सड़को की सफाई के साथ चेम्बरों की भी सफाई कर मलवा निकलवाया गया। यहां 45 कर्मचारियों ने कार्य किया। झोन प्रभारी श्री नरेन्द्र खेड़े ने बताया कि भैरो तालाब वार्ड मंे मस्जिद के पास गली मंे तथा जैन नर्सिग होम के पीछे और पदमकुण्ड मार्ग पर 65 कर्मचारियों ने सफाई की। झोन प्रभारी श्री संजय गीते ने बताया कि गुरुनानक वार्ड मंे भी मुख्य मार्गो के साथ गलियों की भी सफाई करायी गयी। झोन प्रभारी श्री जाकिर अहमद ने बताया कि पं.रामनारायण उपाध्याय वार्ड मंे माली कुंआ से बैक आॅफ महाराष्ट्र तथा गवली गली से बड़ाबम चैराहा तक और मुंदीपुरा क्षेत्र मंे 40 कर्मचारियों ने विषेष सफाई कीं ।

माननीय मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 20 जोड़ो का निकाह हुआ। 

  • निगमायुक्त श्री एम.पी.एस.अरोरा ने नव विवाहित दंपतियों को शुभकामनाऐं दी। 

खडवा ( 28 अप्रेल 2015 ) सर्व मुस्लिम समाज और निगम प्रषासन द्वारा आयोजित माननीय मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत स्थानीय ईदगाह मैदान पर आयोजित समारोह मंे 20 जोड़ो का सामूहिक निकाह संपन्न हुआ। निगमायुक्त श्री एम.पी.एस.अरोरा ने नवविवाहित दंपतियों को शुभकामनाऐ देते हुए सुखद भविष्य की कामना की। उन्होने ने नवविवाहित जोड़ो केा उनके नऐ परिवार की गृहस्थी के उपयोग मंे आने वाली सामग्री भेंट की । इस मौके पर शहर काजी सैययद अंसार अली समाज सेवी श्री रियाज हुसैन पार्षद श्री आसीम पटेल और श्री नवनीत शुक्ला सहित बड़ी संख्या मंे नागरिकगण उपस्थित थे।

निगमायुक्त श्री एम.पी.एस.अरोरा ने राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक मे राजस्व वसूली के सख्त निर्देष दिये।

  • अवैध नल संयोजनो को वैध करने हेतु तत्काल टीम गठित कर कार्यवाही की जावे - निगमायुक्त श्री अरोरा 

खडवा ( 28 अप्रेल 2015 ) नगर निगम के राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक मंे निगमायुक्त श्री एम.पी.एस. अरोरा ने राजस्व विभाग के अधिकारीयों को राजस्व आय बढाने के निर्देष देते हुए अवैध नल संयोजनो को तत्काल वैध करने हेतु दल गठित कर कार्यवाही करने को कहा है। निगमायुक्त श्री अरोरा ने कहा कि नगर निगम को आर्थिक रुप से स्वालम्बी बनाने के लिए निगम की बकाया वसूली मंे गति लाने की जरुरत है। जिससे शहर की विकास योजनाओं को  बेहतर ढग  से क्रियान्वित किया जा सके। राजस्व विभाग के प्रभारी सदस्य श्री दिनेष पालीवाल ने कहा कि नगर निगम द्वारा शासन निर्देषानुसार कराऐं गये जी.आई.एस.सर्वे के दौरान चिन्हित हुई सम्पतियों और भूखण्डो को करारोपण के दायरे मंे लाकर उन्हें बिल जारी किये जाऐ इससे निगम की आय मंे वृद्वि होगी। साथ ही अवैध नल संयोजनो को भी नियमानुसार वैध कर उनसे निर्धारित राषि ली जाए। और उन्हें नियमित रुप सें बिल भेजना सुनिष्चित करें प्रभारी राजस्व अधिकारी श्री सुरेन्द्र श्रीमाली ने बताया कि अवैध नल संयोजनो को वेैध करने के लिए निगम दलो का गठन कर कार्यवाही कर रहा है। बैठक मंे राजस्व उप निरीक्षक श्री अषोक तारे श्री संजय गीते श्री खुर्षीद खान सहित राजस्व विभाग के  कर्मचारी उपस्थित थे। 

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (28 अप्रैल)

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मौके पर 48 आवेदनों का निराकरण

कलेक्टर श्री एमबी ओझा के द्वारा आज मंगलवार को आहूत की गई जनसुनवाई कार्यक्रम में उनके समक्ष 98 आवेदकोें ने आवेदन प्रस्तुत कर अपनी व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराया। कलेक्टर श्री ओझा ने मौके पर 48 आवेदनों का निराकरण किया और शेष लंबित आवेदनों पर कार्यवाही करने हेतु संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर न्यायालय कक्ष में आहूत जनसुनवाई कार्यक्रम में शासकीय नर्सिग प्रशिक्षण केन्द्र की छात्राआंे ने बताया कि उन्हें छात्रवृत्ति अब तक प्रदाय नही की गई है। उन्होंने टेªनिंग सेन्टर तक सिटी बस चलाए जाने की मांग रखी। कलेक्टर श्री ओझा ने छात्राओं को आश्वस्त कराते हुए कहा कि छात्रवृत्ति वितरण की कार्यवाही शीघ्र सम्पादित की जाएगी। इसके लिए उन्होंने जिला संयोजक को आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिए। प्रशिक्षण स्थल तक आवागमन में सहूलियत हो इसके लिए जिला परिवहन अधिकारी के माध्यम से व्यवस्थाएं कराए जाने का आश्वासन दिया। कलेक्टर श्री ओझा ने जिला संयोजक से कहा कि शासन के दिशा निर्देशानुसार छात्राओें को आवासीय सुविधा मुहैया कराई जाए। वर्तमान में जिन मकानो में छात्राएं रह रही है से अनुबंध कर उन्हें किराया दिलाए जाने की कार्यवाही शीघ्र की जाए। जनसुनवाई में आवेदिका हीराबाई को अवगत कराया गया कि शासन द्वारा प्रदाय किए गए पट्टे की भूमि का विक्रय नही कर सकते है। आवेदक राकेश अहिरवार को जानकारी दी गई कि जनसनुवाई कार्यक्रम में नौकरी दिलाए जाने के आवेदन प्राप्त नही किए जाते है। जनसुनवाई कार्यक्रम में विदिशा उपखण्ड अधिकारी श्री आरपी अहिरवार, संयुक्त कलेक्टर एवं नोड्ल अधिकारी सुश्री माधवी नागेन्द्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर द्वारा निर्माण कार्यो का जायजा
  • प्रगति संतोषजनक नही पाए जाने पर संविदा इंजीनियरों को पृथक करने के निर्देश

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कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने मंगलवार को ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से कराए जा रहे निर्माण कार्यो की समीक्षा की। जिसमें मुख्य रूप से स्कूल भवनों एवं शौचालय के निर्माण कार्य शामिल थे। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिन संविदा इंजीनियरों के द्वारा निर्माण कार्यो में रूचि नही ली जा रही है और उनकी संतोषजनक प्रगति परलिक्षित नही हो रही है उनके खिलाफ संविदा निरस्त करने की कार्यवाही की जाए। बैठक में अनुपस्थित लटेरी एवं बासौदा विकासखण्ड के उपयंत्रियों को शोकाॅज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। 

एफआईआर के निर्देश
कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि पूर्व के जिन निर्माण कार्यो के लिए संबंधित सरपंचों को राशि जारी की गई है और उनके द्वारा कराए गए कार्यो का मूल्यांकन राशि के अनुरूप नही पाया गया है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए। जिला पंचायत सीईओ श्री चन्द्रमोहन मिश्र ने कहा कि ऐसे स्कूल भवन जिनमें छत बाकी है और राशि की आवश्यकता है तो उसका आंकलन शीघ्र करें ताकि राशि जारी की जा सकें। उन्होंने ऐसे सभी स्कूल भवन जून माह तक पूर्ण कराए जाने पर बल दिया ताकि आगामी सत्र नए भवन मंे प्रारंभ हो सकें। इस दौरान विकासखण्डवार लंबित स्कूल भवन निर्माण कार्यो की जानकारी संबंधित इंजीनियर के द्वारा प्रस्तुत की गई। सीईओ जिला पंचायत के कक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में समस्त जनपदों की सीईओ, डीपीसी और उपयंत्री मौजूद थे।

सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नियुक्त

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमबी ओझा ने विदिशा नगरपालिका की फोटोयुक्त मतदाता सूची को तैयार करने एवं दावे आपत्तियां प्राप्त कर उनका नियमानुसार निराकरण करने के लिए वार्डवार सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नियुक्त करने के आदेश जारी कर दिए है। जारी आदेश में उल्लेख है कि विदिशा नगरपालिका के वार्डवार नियुक्त सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को जबावदंेंही सौपी गई है तदानुसार अतिरिक्त तहसीलदार श्री केएन ओझा को वार्ड एक से छह तक की, तहसीलदार श्री रविशंकर राय को वार्ड सात से वार्ड 12 तक की, नायब तहसीलदार श्री राजन शर्मा को वार्ड 13 से वार्ड 18 तक की, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख श्री तनवीर हलीम को वार्ड 19 से वार्ड 24 तक के लिए, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती सविता पटेल को वार्ड 25 से वार्ड 32 तक और नायब तहसीलदार कु कल्पना कुशवाह को वार्ड 33 से वार्ड 39 तक के लिए सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नियुक्त किया गया है।

लोक अदालत में 31155 प्रकरण निराकृत

जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री रणजीत सिंह के मार्गदर्शन में शनिवार को जिला एवं तहसील स्तर पर लोक अदालत का आयोजन किया गया था जिसमें 31155 प्रकरणों का निराकरण किया गया है। जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री अनीसउद्दीन अब्बासी अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि विशेष विषय राजस्व, मनरेगा, श्रम, श्रमभूमि अधिग्रहण एवं वैवाहिक प्रकरणों पर मासिक नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया था। लोक अदालत में खण्ड पीठो के द्वारा निराकृत प्रकरणों की जानकारी इस प्रकार से है। राजस्व के 26802 प्रकरण, मनरेगा के 4311 प्रकरण, श्रम के 23 प्रकरण एवं वैवाहिक के 19 प्रकरण निराकृत किए गए है। आगामी विशेष मासिक नेशनल लोक अदालत 27 जून को आयोजित की जाएगी जिसमें मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित प्रकरणों को रखा जाएगा। 

समिति स्तर पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश

स्टील सायलो केन्द्र की भण्डारण क्षमता 25 हजार मेट्रिक टन बुधवार तक पूर्ण होने की संभावना है इस केन्द्र पर दस समिति के कृषकों द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय किया जा रहा है। ऐसे कृषक जो सायलो भण्डार केन्द्र पर गेहूं विक्रय नही कर सके है वे समिति स्तर पर समर्थन मूल्य गेहूं विक्रय का कार्य कर सकते है।कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने सभी दस खरीदी केन्द्रों के समिति प्रबंधकों को आदेश जारी कर समुचित व्यवस्थाएं 29 अपै्रल तक पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए है ताकि समिति स्तर पर 30 अपै्रल से खरीदी कार्य किया जा सकें। जिन दस खरीदी केन्द्रों में गेहूं समर्थन मूल्य पर क्रय करने के निर्देश जारी किए गए है उनमें विपणन सहकारी समिति विदिशा, सेवा सहकारी समिति पैरवारा, खमतला, विदिशा, रंगई, डाबर, अहमदपुर, जैतपुरा, हांसुआ एवं भदारवाडागांव शामिल है। खरीदी केन्द्रों पर शेष पंजीकृत किसानों को पंजीयन तिथि के क्रमानुसार एसएमएस करने के निर्देश संबंधितों को दिए गए है। 

बच्चो की आत्महत्या के कारण और समाधान को दर्शाती फिल्म 'थिंक अगेन '

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आये दिन हम टीवी चैनेलो ,अखबारों में बच्चो द्वारा किये गए आत्महत्याओं के बारे में पढ़ते और सुनते है .कोई बच्चा गरीबी से तंग आकर आत्महत्या कर लेता है तो कोई परीक्षा में फ़ैल होने पर ,पर क्या उनके द्वारा उठाये गानेवाले यह कदम सही है ,हम सब का यही जवाब ना ही होगा.पर इन सभी आत्महत्याओं को  होने से कैसे हम बचा सकते है यह बहुत जल्द एक फिल्म के माध्यम से निर्माता -निर्देशक विक्रांत मोरे दर्शाने जा रहे है .

पिछले दिनों मुंबई के अँधेरी स्तिथ केफेस्टा रेस्टोरेंट में फिल्म 'थिंक अगेन 'का प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया जहा इस फिल्म से जुड़े सभी स्टार कास्ट सहित सिंगर इरफ़ान खान भी मौजूद थे जिन्होंने इस फिल्म में बेहतरीन गाना गाया है.'थिंक अगेन 'यह फिल्म बच्चो द्वारा किये जाने वाले आत्महत्याओं के कारण और उसके समाधान को फिल्म के माध्यम से दर्शको तक पहुचाया जाएगा.इस फिल्म में लगभग सभी कलाकार नए है पर सभी कलाकारों का चयन उन्हें बेहतरीन अभिनय को देख कर चुना गया है जो अपने काम में बहुत ही अच्छे और गंभीर है.प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सभी कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों के बारे में मीडिया से बातचीत की.
   
विंग्स टू बॉलीवुड एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनने जा रही इस फिल्म में कलाकारों में आशीष स्वामी और दिव्या लता  मुख्य भूमिका में नजर आएँगे वही बाकि कलाकारों में संजना ,जहान सैयद,हासिम अहमद ,मुस्ताक खान,गणेश यादव और गुलशन पाण्डेय शामिल है.फिल्म की शूटिंग बहुत जल्द मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य लोकेशनों पर शूट की जाएगी .

निर्माता/निर्देशक-विक्रांत मोरे ,लेखक -अमित गुप्ता,एसोसिएट डायरेक्टर-धनञ्जय सिंह,संगीत-आर .के,रॉक (रंजीत),गीतकार-अलीम ताहिर,कैमरामैन-राजेश मिश्रा,पी,आर .ओ -संजय भूषण पटियाला.  मुख्य कलाकार- आशीष स्वामी , दिव्या लता  ,संजना ,जहान सैयद,हासिम अहमद ,मुस्ताक खान,गणेश यादव और गुलशन पाण्डेय  इत्यादि .

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (29 अप्रैल)

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प्रेम से होती है ईश्वर की प्राप्ति-पीलेश कृष्ण

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प्रेमियों को शीघ्र भगवान प्राप्त होते है भगवान की दृष्टि में उनका जो भक्त है जो उनका प्रेमी है उसकी प्रधानता होती है ईश्वर परमात्मा अमीरी गरीबी धन, सम्पत्ति नही देखते वह तो केवल मनुष्य के हृदय का भाव उसका प्रेम देखते है। भाव के कारण प्रेम के वशीभूत होकर गोविन्द ने दासी पुत्र विदुर के घर जाकर केला के छिलके पाए उक्त उपदेश आज्ञाराम कालोनी में चल रही श्रीमदभागवत कथा मंे दूसरे दिन श्रद्धेय पंडित पीलेश कृष्ण जी महाराज द्वारा दिए गए। उन्होंने कहा कि ब्रम्ह संज्ञा विपत्ति के समय जीव का साथ देती है। द्रोपदी के जब सारे सम्बधियों पर से विश्वास उठ गया और भाव से गोविन्द को पुकारा तो कन्हैया ने साडी का रूप ही धारण कर अपनी भक्त की लाज बचाई। इसलिए प्रभु से प्रेम करना उनके चरणों में मन लगे। श्रीमतभागवत कथा जीवन जीने की पद्वति सिखाती है। महाराज ने कहा कि भागवत कथा वह रसायन है जिसे पीने के बाद मनुष्य आध्यात्मिक ताप दैविक ताप भौतिक तापो से मुक्त हो जाता है। कथा प्रतिदिन दो बजे से पांच बजे तक की जाती है। सभी धर्मप्रमी बन्धुओं से कथा श्रवण करने का निवेदन किया है। निवेदन करने वालों में रामेश्वर सिंह, कौरव, सतीश चन्द्र राय, कैलाश साहू, गिरीश दयाल शर्मा, बब्लू यादव, महेश विश्वकर्मा, अजय कटियार, लाखन कुशवाह, नीरज यादव, मोहन यादव, मुकेश यादव, मोहित कौरव, अजय यादव आदि शामिल है। 

प्रभारी मंत्री श्री राजपूत सिरोेंज में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होगे

राजस्व एवं पुर्नवास मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत 30 अपै्रल गुरूवार को सिरोंज में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत का प्राप्त दौरा कार्यक्र्रम अनुसार 30 अपै्रल की प्रातः नौ बजे भोपाल से प्रस्थान कर सिरोंज पहुंचेगे और स्थानी कार्यक्रमों में भाग लेगे। विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के उपरांत शाम छह बजे सिरोंज से रवाना होगे। 

लोकार्पण षिलान्यास
प्रभारी मंत्री श्री राजपूत सिरोंज नगरपालिका परिक्षेत्र के विभिन्न निर्माण कार्यो का षिलान्यास करेंगे। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत दोपहर एक बजे दो करोड़ 64 लाख रूपए की लागत से बस स्टेण्ड के समीप के तालाब परिसर में और बस स्टेण्ड में 64 लाख रूपए की लागत के सौदर्यीकरण कार्यो का भूमिपूजन करेंगे। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत वार्ड-16 में 17 लाख रूप्ए की लागत से निर्माण कराए जाने वाले शौचालय परिसर का और 20 लाख रूपए की लागत से बनने वाली मार्केटिंग सोसायटी की दुकानो का षिलान्यास करेंगे। इसके अलावा स्वतंत्रता सेनानी तात्याटोपे की मूर्ति का लोकार्पण करेंगे। 

मुख्यमंत्री कन्यादान
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 30 अपै्रल को सिरोंज के पंडित चन्द्रमोहन शर्मा स्मृति सभागृह में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में दोपहर तीन बजे शामिल होंगे और नव वरवधु को अर्षीवाद देंगे। ज्ञातव्य हो कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 451 जोडे़ का विवाह सम्पन्न होगा जिसमें 37 मुस्लिम जोडे़ भी शामिल है। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत शाम पांच बजे अबूआढाना में आयोजित राजपूत समाज के सामूहिक वैवाहिक सम्मेलन में शामिल होकर नव वरवधु को अर्षीवाद देंगे।  
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