विधायक भीमलाल भाजपा ने निलंबित, कांग्रेस से बढ़ रही थी भाजपा नेता की नजदीकियां
देहरादून,5 मई (निस)। घनसाली से भाजपा विधायक भीमलाल आर्य को पार्टी के निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि विधायक की कांग्रेस से नजदीकियां बढ़ रही थी और उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की बैठक का भी बहिष्कार किया था। मंगलवार को भाजपा मुख्यालय से जारी एक विज्ञप्ति के माध्यम से पार्टी के महामंत्री नरेष बंसल ने बताया कि उन्हे पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते प्रदेष अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने निलंबित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल ने बताया कि विधायक भीमलाल को तत्काल प्रभाव से पार्टी की सदस्यता ने निलंबित कर दिया गया है। बंसल ने इसका कारण तो नहीं बताया लेकिन समझा जा रहा है कि विधायक की कांग्रेस ने बढ़ती नजदीकियों की वजह से ही ऐसा किया गया है। भाजपा कई बार मुख्यमंत्री हरीश रावत की खुलेआम तारीफ कर चुके हैं। जबकि भाजपा सीएम के खिलाफ हमलावर रुख अपनाए हुए थी। इस बीच विधायक ने अमित शाह की बैठक का भी बहिष्कार कर दिया। बताया जा रहा है कि विधायक ने पार्टी के साथ हाईकमान के बारे में दुष्प्रचार किया है।
अंडरवर्ड का पैसा लग रहा दून रियल स्टेट कारोबार में!, एनसीआर से टक्कर ले रहा राजधानी का बिल्डिंग कारोबार
- प्रवर्तन निदेशालय की निगाहें इस कारोबार पर तिरछी, कहां से आ रहा इतना पैसा, इस बारे में हो रही जांच
- गहन जांच में सीबीआई की भी ली जा सकती है मदद
देहरादून,5 मई (निस)। पिछले कुछ सालों में देहरादून के रियल स्टेट कारोबार में बूम सा आ गया है। हालात ये हैं कि शहर के अंदर ही नहीं चारों ओर कंक्रीट के जंगल खड़े हो रहे हैं। राजधानी का यह कारोबार इन दिनों दिल्ली एनसीआर से मुकाबले खड़ा हो गया है। आशंका है कि इस कारोबार में अंडरवर्ल्ड का पैसा खपाया जा रहा है। शायद यही वजह है कि प्रवर्तन निदेशालय की निगाहें इस कारोबार पर तिरछी हो गईं है। कई रियल स्टेटे कारोबारियों की अंदरखाने जांच भी शुरू हो गई है। अगर बाहरी पैसा लगने की आशंका सच साबित हुई तो इसकी जांच में सीबीआई का भी सहयोग लिया जा सकता है। दून घाटी में रियल स्टेट का कारोबार तेजी से पनप रहा है। राज्य के लोगों के साथ ही कई बाहरी बिल्डर भी यहां कंक्रीट के जंगल खड़े कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि दून के इस रियल स्टेट कारोबार में इस वक्त डेढ़ से दो हजार करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। जिस तेजी से रोजाना नए-नए प्रोजेक्ट सामने आ रहे हैं, उससे इस कारोबार में होने वाला निवेश ढाई हजार करोड़ तक पहुंच सकता है। बताया जा रहा है कि इस कारोबार में मनी लांड्रिंग के जरिए विदेशों से पैसा लगाया जा रहा है। इसे इस तथ्य के प्रकाश में देखें कि इस कारोबार में लगे लोगों को विदेश में लगातार आना-जाना हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि इस बात की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है कि इस कारोबार में किसी न किसी स्तर पर अंडरवर्ल्ड का पैसा भी इस्तेमाल हो रहा हो। शायद इसी आशंका के चलते प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कुछ रियल स्टेटे कारोबारियों की अपने स्तर से जांच शुरू कर दी है। सूत्रों ने बताया कि ईडी की जांच के दायरे में फिलवक्त एक दर्जन से अधिक रियल स्टेट कारोबारी हैं। प्रवर्तन निदेशालय इस अत्यंत गंभीर मामले में की गहन जांच में लगा है। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि और जरुरत पड़ने पर सीबीआई की मदद भी इस संवेदनशील मामले में लेने की तैयारी है। सूत्र बताते हैं कि इस जांच का दायरा बढ़ सकता है और कुछ महत्वपूर्ण लोग भी इसकी जद में आ सकते हैं। रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े जिन कारोबारियों की जांच हो रही है उनका पूरा इतिहास खंगाला जा रहा है। देहरादून की जिन प्राइम लोकेशन पर इन लोगों के हाउसिंग और कामर्शियल प्रोजेक्ट्स बन रहे हैं या बन चुके हैं, उनका पूरा आंकलन करने के साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या इन बिल्डरों की उतनी हैसियत है कि जितना पैसा इन प्रोजेक्ट्स में लगा है। यहां यह बता दें कि इस समय दून में कई बड़े हाउसिंग और कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स निर्माणाधीन हैं। इनमें कई सौ करोड़ रुपया लगा हुआ है। जितना पैसा यहां चल रहे प्रोजेक्ट्स में लगा है उतनी हैसियत इस इलाके में शायद ही किसी बिल्डर की हो। बताया जा रहा है कि बैंक या अन्य किसी फाइनेंस कंपनी ने भी इतना बड़ा फाइनेंस यहां नहीं किया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि ईडी की जांच में क्या निकलता है और इन कारोबारियों पर किस हद तक अंकुश लगाया जा सकता है।
बाइक से विदेशी कार तक
बताया जा रहा है कि इस धंधे में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कि कुछ पहले तक एक बाइक से घूमा करते थे। कुछ ही सालों में इनका कारोबार सैकड़ों करोड़ तक पहुंच गया। देश के अलावा विदेश तक में कारोबार फैला हुआ है। विदेशों में लगातार आना-जाना है। दून में ये लोग विदेशी और खासी मंहगी गाडि़यों में घूमकर पैसे की चमक बिखेरते रहते हैं। बताया जा रहा है कि ईडी की निगाह इन लोगों पर भी है।
गैरसैंण को राजधानी घोषित करे केंद्र, कांग्रेस अध्यक्ष का भाजपा पर राज्य को उलझाने का आरोप
- पेट्रो पदार्थों की कीमत में इजाफा चंद लोगों की खातिर, छह मई को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी कांग्रेस
देहरादून, 5 मई (निस)। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दौरे को राज्य के जख्मों पर नमक छिड़कने वाला बताया। किशोर ने कहा कि भाजपा केंद्र में बहुमत के साथ सत्ता में है। लिहाजा गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित करने के लिए संसद में प्रस्ताव पारित करे। यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से रूबरू किशोर ने कहा कि भाजपा इस उत्तराखंड राज्य को बनाने के श्रेय लेना चाहती है। लेकिन भाजपा ने ही इस राज्य के अहम मुद्दों को उलझा रखा है। आखिर क्या कारण रहा राज्य बनाते वक्त इसकी राजधानी के बारे में कोई फैसला नहीं किया लिया। अब भाजपा केंद्र में बहुमत में है। ऐसे में भाजपा को गैरसैंण को राजधानी घोषित करने के लिए संसद में प्रस्ताव लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा अगर राज्य बनाते वक्त सही फैसला लेती तो आज उत्तराखंड की जमीन पर बने जलाशयों और सिंचाई नहरों पर उत्तर प्रदेश का कब्जा नहीं होता। भाजपा ने ही इस नए राज्य को तमाम उलझनों में फंसाया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के देहरादून दौरे को राज्य के जख्मों पर नमक छिड़कने वाला बताया। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए केंद्र सरकार ने कोई पैसा नहीं दिया। इसी तरह हरिद्वार कुंभ के लिए भी कोई राशि नहीं दी है। चारधाम यात्रा मार्ग या तो नेशनल हाई-वे हैं या फिर बीआरओ के पास हैं। इन संस्थाओं को भी केंद्र सरकार कोई पैसा नहीं दे रहा है। इससे यात्रा मार्गों की हालत भी खराब हो रही है। पूरे राज्य में बेमौसमी बारिश ने किसानों को तबाह कर दिया है। लेकिन केंद्र कोई मदद देने को तैयार नहीं है। इन हालात में अमित शाह के दौरे से उम्मीद थी कि वे अपनी पार्टी की सरकार से उत्तराखंड के लिए कुछ मदद लेकर आएंगे। लेकिन शाह तो यहां अपनी ही पार्टी के नेताओं के सवालों का जवाब नहीं दे सके। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें कम होने के बाद भी भाजपा पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी कर रही है। इसके पीछे सरकार की मंशा उन लोगों को लाभ पहुंचाने की है, जिन्होंने लोकसभा के चुनाव में उन्हें भरपूर पैसा दिया। कांग्रेस ने तय किया है कि पेट्रो पदार्थों के मूल्य में बढ़ोतरी के खिलाप छह मई को सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा। वार्ता के दौरान लाल चंद शर्मा और राजेंद्र शाह भी मौजूद रहे।
मांगों को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने तहसील मुख्याल में किया जोरदार प्रदर्शन, प्रदेश सरकार, क्षेत्रीय विधायक एवं स्थानीय सांसद के खिलाफ की नारेबाजी
गुप्तकाशी, 5 मई (निस)। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर तहसील मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी कर तहसील प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री हरीश रावत को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह के अन्तर्गत मांगों पर अमल नहीं किया गया तो आगामी 12 मई को गुप्तकाशी मंे चक्काजाम किया जायेगा। पूर्व निधारित कार्यक्रम के तहत केदारघाटी के दर्जनोें गांवों के सैकडों तीर्थ पुरोहित मंधुगंगा हेलीपैड पर एकत्रित हुये तथा लगभग साढ़े ग्यारह बजे मंधुगंगा हेलीपैड़ से प्रदेश सरकार, क्षेत्रीय संासद व क्षेत्रीय विधायक के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुये मुख्य बाजार होते हुये तहसील परिसर पहुंचे। तहसील परिसर पहुंचते ही प्रदर्शनकारी एक सभा में तब्दील हुये। सभा को सम्बोधित करते हुये वक्ताओं ने कहा कि आपदा के दो वर्ष बाद प्रदेश सरकार द्वारा केदारनाथ यात्रा को विधिवत शुरू तो किया गया है, मगर स्थानीय तीर्थ पुरोहितों व व्यापारियों को केदारनाथ धाम से दूर रखा गया है। केदारनाथ धाम में हो रहे पुनर्निर्माण कार्यांे का लाभ मैदानी लोगों व पूंजीपतियों को मिल रहा है, जबकि पुनर्निर्माण कार्यो में कमीशन बाजी जोरो पर है। वक्ताओं ने कहा कि आपदा के दो वर्ष बाद भी केदारपुरी की सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षा दीवारों व आपदा की भंेट चढ़े ईशानेश्वर महादेव, अमृतकुण्ड, उदककुण्ड, नवदुर्गा मन्दिर, सत्यनारायण, पंचमुखी महादेव, अन्नपूर्णा मन्दिर, गंगाघाट, रेतस व हंस कुण्ड का पुनर्निर्माण नहीं हो पाया है। मध्यमार्ग के दोनों ओर वास आउट भवनों का पुर्नमूल्यांकन से मुआवजा धन राशि सहमति के आधार पर शीघ्र वितरण की जाय तथा नये भवनों के निर्माण के लिये भूमि चयन प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाय। तीर्थ पुरोहितों ने मांग की कि ऊखीमठ तहसील को पिछडा क्षेत्र घोषित करने के साथ-साथ केदारनाथ धाम को मोटरमार्ग से जोडा जाय। तीर्थ पुरोहित समाज ने तहसील प्रशासन के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश को सात सूत्रीय ज्ञापन भेजकर चेतावनी दी है कि यदि सात दिनों तक उनकी मांगांे पर अमल नहीं किया गया तो वे 12 मई को गुप्तकाशी में चक्काजाम करने के लिए बाध्य जाएंगे। इस मौके पर केदारसभा के अध्यक्ष शंकर प्रसाद बगवाडी, महामंत्री केशव तिवाडी, माधव कर्नाटकी, विष्णुकान्त शुक्ला, जयन्ती कुर्माचली, दिनेश बगवाडी, चन्द्रशेखर शर्मा, पशुपतिनाथ बगवाडी, कैलाश पुरोहित, कुवेरनाथ पोस्ती, राजेन्द्र प्रसाद लहरी, किशोरलाल बहुगुणा, प्रेम प्रकाश जुगराण, अनिल तिवाडी, सुमन तिवाडी, विपिन सेमवाल, गंगाधर नौटियाल, राजाराम सेमवाल, राकेश तिवाडी, देवेश चन्द्र शुक्ला, राजकुमार तिवाडी सहित कई तीर्थ पुरोहित मौजूद थे।
प्रदेश में 600 हेक्टेयर में चाय बागान विकसित होंगे विकसित, पर्वतीय क्षेत्रों में बीज उत्पादन प्रोत्साहन की योजना होगी शुरू: मुख्यमंत्री
- किसानों को सहयोग व सहारे की जरूरत: हरक सिंह रावत
देहरादून, 5 मई (निस)। टीडीसी द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों में बीज उत्पादन प्रोत्साहन की योजना प्रस्तुत करने पर राज्य सरकार कार्यशील पूंजी के लिए साॅफ्टलोन उपलब्ध करवाएगी। कृषि व उद्यान विभाग कुछ फसलों को चिन्हित कर अग्रिम अनुदान योजना प्रारम्भ करे जिसमें कि किसानों को फसलों के बोने से पहले ही कुछ राशि अग्रिम अनुदान के रूप में उपलब्ध करवाई जाए। शिमला बाईपास पर आयोजित कृषक महोत्सव खरीफ 2015 में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि एक वर्ष में प्रदेश में 600 हेक्टेयर में चाय बागान विकसित किए जाएंगे। पावर ट्रिलर आदि कृषि उपकरणों में यदि विभाग को वेट हटाए जाने की आवश्यकता महसूस होती है तो प्रस्ताव भेजने पर सरकार विचार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 9 प्रतिशत भाग ऐसा है जिस पर न तो वन हैं और न ही खेती होती है। इस भाग को उत्पादक भाग के रूप में बदलना है। माल्टा, नींबू व आंवला के पेड़ पर 300 रूपए प्रति वृक्ष जबकि अखरोट पर 400 रूपए प्रति वृक्ष की प्रोत्साहन राशि की योजना प्रारम्भ की गई है। इसके तहत अधिक से अधिक किसानों को जोड़ा जाए। मंडुवा, चैलाय व फाफर के लिए अलग से उत्पादन, संवर्धन व विपणन बोर्ड बनाया जाए। मंडुवा, चैलाय व फाफर के उत्पादन पर बोनस राशि देने के लिए प्रमुख सचिव कृषि योजना बनाकर केबिनेट में प्रस्तुत करें। यह जानकारी दिए जाने पर कि 50 प्रतिशत काश्तकारेां के साॅयल हेल्थ कार्ड बना दिए गए हैं, मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस काम में और भी अधिक तेजी लाई जाए। हर किसान के पास साॅयल हेल्थ कार्ड होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय हमारे किसान भाई परेशान हैं। प्रकृति के कारण किसानों को जो नुकसान हुआ है, उसकी पूरी तरह से भरपाई नहीं की जा सकती है। फिर भी राज्य सरकार किसानों के साथ सदैव खड़ी है। कृषि व उद्यान विभागों को 200 करोड़ रूपए निर्गत किए गए हैं ताकि प्रभावित काश्तकारों को नुकसान की भरपाई की जा सके। न्यूनतम मुआवजे को बढ़ाकर 1500 रूपए किया गया है जो कि देश में सर्वाधिक है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अगली फसल के बीज किसानों को समय से उपलब्घ करवाना सुनिश्चित किया जाए। मिनी किट का वितरण निशुल्क किया जा रहा है। बची हुई बागवानी को सुरक्षित करने के लिए कीटनाशकों का राज्य सरकार की ओर से छिड़काव किया जाएगा। हल्दी व अदरक के बीजों पर 70 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान हिम्मत बनाए रखें। राज्य सरकार हर कदम पर उनके साथ है। कृषि यंत्रीकरण पर उŸाराखण्ड में सर्वाधिक अनुदान दिया जा रहा है। किसान, समूह बनाकर कृषि यंत्रों का प्रयोग करें। सहकारी बैंकों के माध्यम से गैप-मनी उपलब्ध करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने जैविक बागवानी के लिए दो जिले चिन्हित करने के निर्देश दिए। वैज्ञानिक तरीके से खेती कर अपनी आय बढ़ाने वाले किसानों की सूची तैयार की जाए। उन्हें सरकार की ओर से सम्मानित किया जाए और कृषि महोत्सवों, संगोष्ठियों में आमंत्रित कर अपने विचार व सुझाव रखने के लिए पे्ररित किया जाए। कृषि व बागवानी विभाग बीज ब्लाॅक के रूप में कुछ ब्लाॅक विकसित करें। प्रति वर्ष 5 से 10 प्रतिशत किसानों को बीज उत्पादक किसान के रूप में परिवर्तीत करें। बीज बदल को अभियान के तौर पर चलाया जाए। किसान बहुआयामी बनें। कृषि के साथ ही अन्य सहायक गतिविधियों जैसे कि डेयरी, सब्जी उत्पादन आदि को भी अपनाएं। दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए दुग्ध सहकारी समितियों को 4 रूपए जबकि महिला दुग्ध सहकारी समितियों को 6 रूपए प्रति लीटर का बोनस दिया जा रहा है। रेशम में कुछ कार्य होता दिख रहा है। गढ़वाल व कुमायूं में लेमन ग्रास आदि सुगन्धित पौधों के 6-6 क्लस्टर बनाए जाएं। कृषि मंत्री डा.हरक सिंह रावत ने कहा कि कृषि महोत्सवों से जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाए। इस समय किसानों को सहयोग व सहारे की जरूरत है। सरकार द्वारा किसानों के लिए अनेक योजनाएं प्रारम्भ की गई हैं। किसान भाई अधिक से अधिक इनका लाभ उठाएं। प्रदेश के प्रत्येक न्याय पंचायत में कृषि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कृषि प्रदेश की आर्थिकी के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। इसके लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कृषि रथों को औपचारिक रूप से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। कुछ किसानों को ‘‘किसान श्री’’ व ‘‘किसान भूषण’’ से सम्मानित किया गया जबकि कुछ किसान समूहों को कृषि यंत्र भी प्रदान किए गए। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष चमन सिंह सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी व बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
कृषि महा उत्सव खरीफ का शुभारंभ किसानों को दी लाभकारी योजनाओं की जानकारी
हरिद्वार ,5 मई (निस)। राज्य सरकार द्वारा कृषि महा उत्सव खरीफ का शुभारंभ जहां राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत, कृषि मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत द्वारा राजधानी देहरादून मंे किया गया वहीं हरिद्वार में भी कृषि महा उत्सव खरीब बहादाबाद ब्लाॅक में गोष्ठी की गई जिसमें किसानों द्वारा अपनी समस्याओं के निदान के लिये क्रमवार अधिकारियों के सम्मुख अपनी उपज से सम्बन्धित कृषि खेती की समस्याओं के बारे में अधिकारियों के सम्मुख उठाया गया। कृषि महा उत्सव खरीब के मुख्य अतिथि पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष चै0 राजेन्द्र सिंह, विशिष्ट अतिथि कैबिनेट दर्जा प्राप्त रूड़की के विधायक प्रदीप बत्रा, विशिष्ट सम्मानित अतिथि कृषि उत्पादन मण्डी समिति अध्यक्ष संजय चोपड़ा सहित मुख्यमंत्री हरीश रावत के निजी सहायक मनोज शर्मा पंत नगर विश्वविद्यालय से आये कृषक वैज्ञानिक व ग्रामीण क्षेत्रों के प्रधान व जनप्रतिनिधियों ने कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किसानों तक हरसंभव भरपूर लाभ देना। कार्यक्रम के संयोजक मुख्य कृषि अधिकारी जे0पी0 तिवारी द्वारा मुख्य अतिथि व जनप्रतिनिधियों का माल्यार्पण व बुके देकर स्वागत किया। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष चै0 राजेन्द्र सिंह ने कहा राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा किसानों की सुविधाओं के लिये राज्य में भ्रतक प्रयास किये जा रहे है। मुख्यमंत्री के निर्देशन मंे कृषि महाउत्सव खरीब द्वारा राज्य की किसान कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि किसान भाईयों की सहुलियत के लिये इस प्रकार के आयोजन साल में दो बार किये जाते हैं। रूड़की के विधायक दर्जाधारी कैबिनेट मंत्री प्रदीप बत्रा ने कहा कि बिन मौसम बारिश से जो किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है उसके लिये हमारी सरकार बचनबद्ध हैं और निरंतर प्रयास कर किसानों की हर समस्या के निदान के लिये कृषि मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत पूरे प्रदेश में किसान क्रांति के लिये भरपूर प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री हरीश रावत के निर्देशन में यह कार्यक्रम 05 मई से 14 मई तक हर नये पंचायत में किसान रथों के माध्यम से किसानों को जागरूक किये जाने का कर रहे हैं। कार्यक्रम में विशिष्ट सम्मानित अतिथि कृषि उत्पादन मण्डी समिति चैयरमेन संजय चोपड़ा ने कहा कृषि उत्पादन मण्डी समिति द्वारा किसानों के उद्देश्यों की पूर्ति के लिये इस प्रकार के आयोजनों किये जाते हैं। कृषि उत्पादन मण्डी समिति किसान के द्वार यह प्रयास मेरी ओर से जारी है। उन्होंने कहा शीघ्र ही हरिद्वार में फूलों के किसान के लिये 12 दुकानें व आयुष के लिये 6 दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। वहीं राज्य की सरकार की ओर से पहले जो किसान खेती के समय जिनका व्यक्तिगत दुर्घटना हो जाती थी उसकी राशि में भी राज्य सरकार द्वारा चैगुनी वृद्धि की गई है। किसान भाई मण्डी में अपनी उपज का सही मूल्य अर्जित कर सकें। इसके लिये मेरे प्रयास जारी हैं। मुख्यमंत्री हरीश रावत के निजी सहायक मनोज शर्मा ने कहा मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा पूर्व में केन्द्रीय मंत्री सांसद रहते हुए इस हरिद्वार क्षेत्र का किसान भाईयों के लिये अपार विकास करने का कार्य किया है। वहीं पूर्व में अर्द्धकुंभ मेले की बैठक में किसानों को हरसंभव राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिये व युद्ध स्तर पर पर्वतीय क्षेत्रों व तराही क्षेत्रों में ताबातोड़ सभायें व जनसभाओं के माध्यम से राज्य सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहे हैं।
अवैध खनन रोकने के लिए दमन विरोधी संघर्श समिति को समर्थन
देहरादून , 5 मई,(निस)ः पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता सतपाल महाराज ने आज नई दिल्ली स्थित जन्तर मन्तर पर धरना दे रहे दमन विरोधी संघर्श समिति ग्राम वीरपुर लच्छी, रामनगर जिला नैनीताल को अपना समर्थन देते हुए कहा कि राज्य में हर तरफ अवैध खनन माफिया पनप रहा है। उन्होंने कहा कि कल हुए रामनगर तराई पष्चिमी क्षेत्र की आई.एफ.एस. अधिकारी कल्याणी पर हुए जानलेवा हमले की भत्र्सना करते हुए कहा कि यदि अवैध माफिया अधिकारियों पर इस प्रकार हमले करेगा तो आम जनता का क्या हाल होगा। उन्होंने कहा कि अवैध माफिया की राज्य सरकार से सांठगांठ है जिससे उनके हौसलें बढ़े हुए हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री महाराज ने आगे कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चैथा स्तंभ है और ऐसे में पत्रकारों पर हमला सीधा लोकतंत्र पर हमला है। प्रभात ध्यानी पर हुए जानलेवा हमले की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि दोशी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। सरकार द्वारा उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। राज्य की सरकार पर निषाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदेष की जनता व जनता के हितो से कोई सरोकार नहीं है तभी तो लोग खनन माफिया से त्रस्त हैं लेकिन प्रदेष सरकार मस्त है। भाजपा राश्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सतपाल महाराज ने कहा कि रामनगर के मुख्य मार्ग के आस-पास की भूमि सस्ती हो गई है क्योंकि रातभर वहां अवैध खनन के डम्फर षोर करते रहते हैं ऐसे में लोगों की नींद भी पूरी नहीं हो पाती इस कारण वहां कोई जमीन लेने को तैयार नहीं है। अवैध खनन से जनता में एक भय व्याप्त है लेकिन प्रदेष सरकार को बार-बार षिकायत देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही जो सरकार की उदासीनता का परिचायक है।
गढ़वाली-कुमाऊंनी भाषा के सरंक्षणम के लिये आगे आये युवा पीढ़ीः नेगी
- वार्षिकोत्सव में कवि सम्मेलन का आयोजन
गुप्तकाशी, 5 मई (निस)। एमएल पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव के द्वितीय सत्र में कलश एवं लोक भाषा समिति के तत्वावधान में गढ़वाली कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए गढ़ गौरव नरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी धीरे-धीरे गढ़वाली बोलचाल को त्याग कर रही है। जो कि हमारे पहाड़ की संस्कृति के लिये बहुत ही बुरा है। उन्होंने कहा कि गढ़वाली एवं कुमाऊंनी भाषा को आठवीं अनुसूचि में शामिल किया जाना चाहिए। इसके साथ ही यहां के युवाओं को गढ़वाली बोली भाषा का बढ़-चढ़कर प्रचार-प्रसार करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए कलश संस्था के अध्यक्ष ओम प्रकाश सेमवाल ने कहा कि गढ़वाली भाषा से ही पहाड़ की पहचान है। बाहरी क्षेत्रों से आने वाली व्यक्ति हमारी भाषा एवं पहनावे से खासे प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि कलश द्वारा समय-समय पर गढ़वाली एवं कुमाऊंनी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिये इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दौरान लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने यखेई पिरथिमा ये ही जलम मा देखित त छैंच कख देखी होली, कवि देवेन्द्र नेगी ये उच्चा डांडा, मुरली दीवान शून्य तैं मजाक होंई, ओमप्रकाश सेमवाल कर सृजन, नया सृजन होण चैंद, बदलों की सिरोबगड़, नई बहाण औण चैंद, जगदम्बा प्रसाद ने कति चैणों खाणों तैं, कति चैणू लाण तै, कति धाणि छिन चैंणी ये गौं पराण तैं आदि कवितओं की प्रस्तुति दी। इस दौरान कलश की ओर से युवा पत्रकार मोहित डिमरी को बेहतरीन पत्रकारिता एवं फोटोग्राफी के लिये स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर कवि सुधीर बत्र्वाल, देवेन्द्र उनियाल, डाॅ शैलेन्द्र मैठाणी, गणेश खुगशाल गणि सहित कई मौजूद थे।
बड़कोट से दून आ रही विवाहिता गायब, पुलिस ने टीमें बना कर शुरू की तलाश
देहरादून, 5 मई (निस)। बड़कोट से विकासनगर के लिए चली दो बच्चो की मां संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गयी है। परिजनों ने बड़कोट थाने में तहरीर देकर गुमशुुदगी दर्ज करायी है। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और संभवतः यह महिला अभी देहरादून के विकासनगर भी नहीं पहुंची है। पुलिस परिजनों से भी पूछताछ कर रही है हालांकि फिलहाल कोई पारिवारिक कारण अब तक सामने नहीं आया है। घटनाक्रम के अनुसर बड़कोट मे ग्राम सभा सिड़क से मुज्जफरनगर के ग्राम कादीपुर थाना भोपा में महिला का ससुराल था और अपने मायके ग्राम सिड़क से 30 अप्रैल को बड़कोट आयी। महिला को बड़को से विकासनगर जाना था परन्तु वह नाटकीय अंदाज में रास्ते से ही लापता हो गयी । थानाध्यक्ष विजय भारती के अनुसार महिला के पिता गुरू प्रसाद पुत्रा सुरेशानन्द ने थाना बड़कोट में अपनी बेटी के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी है जिसमें उनके द्वारा बताया कि 27 फरवरी को श्रीमती आशा देवी पत्नी लोकेन्द्र मुज्जफरनगर से एक शादी में सिड़क गांव आये हुए थे और तब से वह गांव में ही थी। 30 अप्रैल को बड़कोट से उसे विकासनगर जाना था, जहां उसका पति उसका इन्तजार कर रहा था। बताते हैं कि बड़कोट से निकलने के बाद वह विकासनगर नही पहुंची। परिजनों के अनुसार काफी तलाश की गयी। ससुराल पक्ष ने भी महिला की तलाश की लेकिन पता नही चल पाया। हर तरफ से निराश होने के बाद आखिर कल बडकोट पुलिस को इस संबंध् में जानकारी दी गयी। थाना बड़कोट से टीमों का गठन कर महिला को खोजने का प्रयास किया जा रहा है। महिला के पति लोकेन्द्र ने बताया कि 30 अप्रैल को उसे बड़कोट से विकासनगर आना था, अपनी पत्नी को लेने वह भी विकासनगर आया था परन्तु देर रात तक उसके न पहुचने पर हमने अपने ससुराल सम्पर्क किया जहां से हमे यह जानकारी दी गयी कि वह देहरादून के लिए सुबह ही चल पड़ी थी। इसके बाद आशा की तलाश शुरू की गयी लेकिन आशा का कहीं कुछ पतानहीं चल पाया। आशा के बारे में निकटवर्ती थानों में भी सूचना दे दी गयी है।
तीन घरों में बिजली चोरी हुई उजागर
देहरादून, 5 मई (निस)। विद्युत विभाग की टीम ने मुखबिर की सूचना पर पटेलनगर क्षेत्र में एक साथ छापे मारे जहां एक ही मौहल्ले के कई घरों में बिजली चोरी पकड़ी गयी। सभी लोगो के खिलाफ विद्युत अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार पटेलनगर क्षेत्रा गणेशपुर में कापफी दिनों से लाईन लाॅस्ट की शिकायत मिल रही थी। इसी आधर पर विद्युत प्रवर्तन दल ने गणेशपुर में मुखबिरों को भेजा और सही लोकेशन निकाल कर एक साथ छापे मारे। टीम ने यहां कैसूवाला गांव में श्रीमती सविता पत्नी भजनलाल, दयाराम, अशोक एवं मनजीत के घर पर बिजली चोरी पकड़ी। इन लोगों ने मेन लाईन पर कंटिया डाल कर घर में बिजली ले रखी थी। वहीं बताया जा रहा है कि गांव में अन्य घरांे मंें भी बिजली चोरी की जा रही थी लेकिन टीम के आने की खबर मिलते ही अधिकांश लोगों ने मेन लाईन से कंटिया खींच ली। ऐसे लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। अवर अभियंता राजपाल सिंह की ओर से उक्त सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
दहेज लोभियांे के खिलापफ दो मामले दर्ज
देहरादून, 5 मई (निस)। दून में दहेज उत्पीड़न के मामले लगातार बढ रहे हैं। ससुरालियों की डिमांड पूरी न करने पर ऐसी महिलाओं को शादी के बाद भी अपने माता-पिता की शरण लेनी पड़ रही है। वहीं महिला हैल्प लाईन भी इस प्रकार के मामलों में सुलहनामे कराने की स्थिति में नजर नहीं आ रही है जिस कारण ऐसे मामलों की सूची लगातार तेजी से बढ रही है। ऐसे ही दो मामलांे में दहेज उत्पीड़न के मामले में पटेलनगर कोतवाली में पति समेत अन्य ससुरालियों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में पटेलनगर निवासी श्रीमती आरती ने पुलिस को बताया कि उसका विवाह हरिद्वार निवासी अर्पण के साथ हुआ था। महिला के अनुसार शादी के तुरंत बाद से ही उसके ससुरालियों द्वारा न केवल उसका दहेज को लेकर उत्पीड़न कर रहे थ्ेा बल्कि उसके मारपीट करते हुए दहेज में नगदी एवं सामान लाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। पति एवं ससुराल के अन्य सदस्यों द्वारा रोज के दबाव के बाद आरती ने इस बारे मेें अपने परिजनों केा बताया तो उन्होंने भी दहेज की इस मांग को पूरा करने में अपनी असमर्थता जाहिर कर दी। लड़की मायके से इंकार सुनने के बाद ससुराली उस पर अत्याचार करने लगे जिस पर आरती को अपने पति का घर छोड़ अपनी मां के घर आना पड़ा। पटेलनगर पुलिस ने पति सहित आध दर्जन ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं पटेलनगर थाने में ही भंडारी बाग निवासी श्रीमती पल्लवी ने भी अपने ससुरालियांे के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया है। पल्लवी का ससुराल नोएडा में है। पल्लवी की शिकायत पर पति अंकित सहित अन्य लोगों के खिलापफ वाद पंजीकृत कर लिया गया है। दोनों मामलांे में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
शराब व सट्टा पर्चा बरामद, एक आरोपी पफरार
देहरादून, 5 मई (निस)। अवैध शराब लेकर जा रहा शराब तस्कर पुलिस को देखकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी का स्कूटर एवं शराब जब्त कर ली है। आरोपी की तलाश की जा रही है। वहीं सट्टे की खाईबाड़ी में लिप्त एक युवक को भी पुलिस ने कल शाम गिरफ्रतार किया है। सहसपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तिलवाडी रोड भाउवाला में चैकिंग के दौरान स्कूटर पर आ रहे एक युवक को रोक कर जब पुलिस ने उसकी तलाशी लेनी चाही तो स्कूटर सवार ने पहले ही अपना स्कूटर रोक दिया और उसमें से उतर कर पफरार हो गया। पुलिस ने युवक का पीछा किया लेकिन युवक हाथ नहीं लगा। स्कूटर की तलाशी लेने पर पर उसमें से देशी शराब के 52पव्वे बरामद किए गए। पुलिस के अनुसार पफरार आरोपी का नाम अजय कुमार है और वह भाउफवाला का ही रहने वाला है। पुलिस के अनुसार आरोपी की तलाश की जा रही है। वहीं कैंट पुलिस ने गजियावाला क्षेत्रा से पदम बहादुर को गिरफ्रतार कर उसके पास से सट्टे के पर्चे एवं नगदी बरामद की है।
दिल्ली में गूंजा उत्तराखण्ड में अवैध खनन का मामला, जंतर-मंतर पर धरने में सतपाल महाराज और ऐरी भी बैठे
- दमन विरोधी संघर्ष समिति का था आह्वान, परिवर्तन पार्टी ने भी की धरने में हिस्सेदारी
- प्रदेशभर से पहुंचे लोगों ने किया प्रदर्शन, सरकार पर माफिया से मिलीभगत का आरोप
नई दिल्ली/देहरादून,5 मई (निस)। दमन विरोधी संघर्ष पार्टी के आह्वान पर आज उत्तराखंड के लोगों ने जंतर-मंतर पर धरना और प्रदर्शन किया। इनका आरोप था कि उत्तराखंड में सरकार और माफिया के गठजोड़ से राज्य में अवैध खनन का काम हो रहा है और अनुसूचित जाति के लोगों का उत्पीड़न किया जा रहा है। अफसरों पर हमले हो रहे हैं और सरकार मौन बैठी है। भाजपा नेता सतपाल महाराज, उत्तराखंड क्रांति दल के नेता काशीसिंह ऐरी के साथ ही उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के मुखिया पीसी तिवारी ने भी धरने पर बैठकर समिति की मांग को जायज करार दिया। समिति के आह्वान पर मंगलवार को प्रदेश के कई हिस्सों से लोग जंतर-मंतर पहुंचे और धरना दिया। धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड में सरकार और माफिया तंत्र का गठजोड़ हावी हो गया है। सूबे में हर तरफ अवैध खनन हो रहा है। इसे रोकने वाला कोई नहीं है। अगर कोई अफसर इसे रोकने की दिशा में कदम बढ़ाता है तो उसके साथ मारपीट की जाती है। पहले तो एफआईआर ही दर्ज नहीं होता। अगर हो भी जाए आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जाती है। वक्ताओं ने कहा बाजपुर में एक महिला आईएफएस कल्याणी ने अवैध खनन रोकने की कोशिश की तो दबंगों ने उसके साथ मारपीट और अभद्रता की। मुख्य आरोपी सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़ा। इसी वजह से एफआईआर के पांच रोज बाद तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो की गई। कोटद्वार में एक नायब तहसीलदार को भी अवैध खनन करने वालों ने पीटा। जंतर -मंतर पर धरने का समर्थन करने पहुंचे पूर्व रेल राज्यमंत्री और भाजपा नेता सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड की हरीश रावत सरकार प्रदेश में लूट-खसोट करने के साथ ही खनन माफियाओं को शह दे रही है। उक्रांद नेता काशीसिंह ऐरी ने कहा कि राज्य में अवैध खनन एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के अध्यध पीसी तिवारी ने कहा कि ग्राम वीरपुर लच्छी के अनुसूचित जाति के लोगों को प्रताड़ित किया रहा है और उनकी बात कोई सुनने को तैयार नहीं है। धरना देने वालों में दमन विरोधी संघर्ष समिति के प्रभात ध्यानी, छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष गणेश रावत, व्यापारी नेता मनमोहन अग्रवाल के अलावा वीरपुर लच्छी ग्राम के तमाम अनुसूचित जाति के लोग मौजूद रहे।
सरकार किसान के द्वार का शुभारम्भ मनोज तिवारी ने किया
अल्मोड़ा, 5 मई (निस)। कृषि निवेशों की उपलब्धता बनाये रखने एवं तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से ‘‘सरकार किसान के द्वार’’ कार्यक्रम कृषक महोत्सवों का आयोजन खरीफ के मौसम में किया जा रहा है यह बात संसदीय सचिव मनोज तिवारी ने आज विकास भवन में कृषि रथों को हरी झंडी दिखाकर प्रस्थान करने के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 05 मई से 15 मई तक प्रत्येक न्यायपंचायत स्तर पर कृषि महोत्सवों का आयोजन किया जा रहा है। इन महोत्सवों के माध्यम से कृषकों को नयी तकनीक की जानकारी के साथ कृषि निवेशों के बारे में भी ज्ञान कराया जायेगा। उनहोंने इन महोत्सवों में जनप्रतिनिधियों की सहभागिता पर बल देते हुए अधिकाधिक लोगों से इन महोत्सवों का लाभ उठाने की बात कहीं। संसदीय सचिव ने कहा कि इन महोत्सवों में खरीफ फसलों के उन्नतशील बीजों की जानकारी एवं वितरण, सब्जी बीजों का वितरण, उन्नतशील कृषि यंत्रों की जानकारी, पशु टीकाकरण, विभिन्न वैज्ञानिकों व अधिकारियों द्वारा कृषि उद्यान, डेरी विकास, मत्स्य विकास एवं जड़ीबूटी आदि से सम्बन्धित नवीनतम जानकारी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस तरह के कृषक महोत्सवों से ग्रामीण अंचलों के काश्तकारों को लाभ मिल रहा है। संसदीय सचिव ने जनपद स्तर के पाॅच उन्नत कृषकों को आजिविका परियोजना के तहत 25-25 हजार रू0 नगद पुरूस्कार सहित किसान भूषण सम्मान से नवाजा साथ ही 46 ब्लाॅक स्तरीय कृषकों को 10-10 हजार रू0 नगद पुरूस्कार व कृषि श्री सम्मान से नवाजा। यह पुरूस्कार कृषि, बागवानी, सब्जी, पशुपाल, मत्स्य पालन के क्षेत्र में दिया गया इसके अलावा इस अवसर पर 04 काश्तकारों हरगोविन्द सिंह, संजय सिंह, गोपाल सिंह, इन्द्रपाल सिंह को पावर वीडर प्रदान किया गया जो हवालबाग ब्लाॅक के थे। इसी तरह दो काश्तकारों को मडुवा थ्रेशर हर गोविन्द सिह, संजय सिंह, एवं ताकुला ब्लाॅक के दो काश्तकार महेन्द्र सिंह व रमेश चन्द्र जोशी को जल पम्प, मुख्य अतिथि व विषिश्ट अतिथि द्वारा प्रदान किये गये। संसदीय सचिव ने स्वैच्छिक चैकबन्दी अपनाने के लिए काश्तकारों को प्रेरित किया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो कृषक अपनी कृषि कार्य करने के दौरान अपंग हो जाते है उन्हें तीलू रौतेली पेंशन योजना से लाभान्वित किया जायेगा। संसदीय सचिव ने जैविक खेती को अपनाने के लिए काश्तकारों से अपील की साथ ही उन्होंने कहा कि शासन द्वारा कृषकों के उत्थन हेतु जो योजनायें चलायी जा रही है उसका लाभ व अवश्य लें। इससे पूर्व प्रातः मां0 संसदीय सचिव ने विकास भवन में पशुपालन, उद्यान, आजिविका, कृशि, विवेकानन्द कृशि अनुसंधान, मत्स्य, रेशम द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उसका शुभारम्भ भी किया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पार्वती मेहरा ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में अधिकांश महिलायें काश्तकारी से जुड़ी रहती है इसलिए हमंे उसकी ओर विशेष ध्यान देना होगा साथ ही शासन द्वारा जो कृषि के लिए कार्यक्रम चलाये जा रहे है उनका लाभ लेना होगा। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी डा0 अहमद इकबाल ने कहा कि इन महोत्सवों में प्रत्येक विभाग के अधिकारियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस अवसर पर अधिकारियों द्वारा जल संरक्षण व संवर्द्धन के लिए लोगों को पे्ररित करने के साथ ही साथ कच्चे तालाब निर्माण चाल-खाल संरक्षण पौलीथिन टैंक आदि के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि पर्वत का पानी पर्वत में, जलागम का पानी जलागम में, गाॅव का पानी गाॅव में, खेत का पानी खेत में संरक्षित करके एक जल संस्कृति के सार्थक व व्यवहारिक दृष्टिकोण पर भी बल दिया जा रहा है। मुख्य कृशि अधिकारी डा0 अभय सक्सेना ने बताया कि ‘‘सरकार किसान के द्वार ’’ कार्यक्रम के अन्तर्गत समस्त विकासखण्डों के न्यायपंचायत मुख्यालयों में इन कृषि रथों को भेजा जा रहा है आज विकासखण्ड हवालबाग, लमगड़ा, ताकुला, भैंसियाछाना व धौलादेवी को हरी झंडी दिखाकर रवानगी की गयी। दूरस्थ क्षेत्र के विकासखण्डों के लिए कृषि रथों का प्रस्थान कल कर दिया गया था कि आज से षुरू होने वाले कार्यक्रमों में वे समय से पहले पहॅुच सके। इन रथों में शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से सम्बन्धित प्रचार साहित्य व सूचना विभाग द्वारा प्रकाषित निःशुल्क प्रचार साहित्य वितरण हेतु उपलब्ध कराया गया है साथ ही कृषि निवेश व कीटनाषक दवाइयाॅ आदि भी उपलब्ध कराई गयी हैं। उन्होंने कहा कि इस बार न्याय पंचायत स्तर पर कृषि यन्त्रीकरण के प्रचार-प्रसार को विशेष बढ़ावा दिया जायेगा। इस समारोह में मुख्य पशुधन अधिकारी डा0 बी0एस0 जगंपागीं, किसान विज्ञान केन्द्र मटेला के बी0बी0 सिंह, उद्यान अधिकारी एन0आर्या, सहायक निदेशक रेशम पी0पाण्डे, सहायक निदेशक मत्स्य गणेश चन्द्र जोशी, सहित कृषि विभाग से जुड़े अधिकारी व कर्मचारियों ने अपने सुझाव काश्तकारों को दिये। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मोहन सिंह मेहरा ने काश्तकारों को जागरूक रहने की अपील की साथ ही कहा कि हमें तकनीक का लाभ उठाना होगा। विभिन्न क्षेत्रों के आये काष्तकारों ने पाॅलीहाउस के निर्माण हेतु जो अनुदान दिया जाता है उसे शीघ्र स्वीकृत कराने अदरक, हल्दी, लौकी, मूली, आलू का बीज समय से उपलब्ध कराने की बात कही। इनमें मोहन सिंह चैखुटिया, बृजमोहन फुलारा दूनागिरी, करन रावत स्याल्दे देघाट, मोहन सिंह बग्वालीपोखर, नन्दाबल्लभ पाण्डे भैसियाछाना, जसवन्त सिंह अधिकारी ढौरा, सोमेष्वर के किषोर नयाल आदि प्रमुख थे। इस गोश्ठी में विषेशकर सब्जी उत्पादन, फूल उत्पादन, फल उत्पादन, मौन पालन, फल संरक्षण, अदरक और हल्दी की खेती अपनाने विचार विमर्ष हुआ और काष्तकारों की समस्याओं को सुना गया। इन काष्तकारों ने स्याल्दे क्षेत्र में दुग्घ उत्पादन को बढ़ावा देने की बात कही साथ जनपद के प्रत्येक विकासखण्ड में उन्नत नस्ल के गायों को उपलब्ध कराने की बात कही। कृशि तकनीकी प्रसार एवं कृशक कल्याण संस्थान द्वारा कृषक समूहों को इसमें लाया गया। इस कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक मत्स्य गणेश चन्द्र जोशी ने किया।