सुषासन संकल्प सम्मेलन में जिले से 160 प्रतिनिधि भोपाल रवाना
झाबुआ---भारतीय जनता पार्टी द्वारा रविवार 10 मई को भेल दषहरा मेदान भोपाल में आयोजित सुषासन संकल्प सम्मलन जिसको भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमीत शाह विषेष रूप से मार्गदर्षन देगें मे शामील होने के लिये झाबुआ जिले से 160 प्रतिनिधि रविवार को भोपाल रवाना हो गये । जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सुराज संकल्प अधिवेषन में जिले के सांसद दिलीपसिंह भूरिया, विधायक शोतिलाल बिलवाल, कलंिसंह भाबर, निर्मला भूरिया, जिलाध्यक्ष शैलेष दुबे के अलावा जिले की सभी नगरपालिका एवं नगरपरिषद के अध्यक्ष, पार्षद, उपाध्यक्ष, सभी कृषि उपज मंडी समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संचालक, जनपद पंचायतों के प्रतिनिधि, जिला पंचायत के प्रतिनिधि, जिला भाजपा के सभी पदाधिकारी, सभी मंडलों के अध्यक्ष, महामंत्री, केन्द्रीय सहकारी बेंक के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संचालक जिले से इस सुषासन संकल्प सम्मेलन में भाग लिया ।
मातृ दिवस पर माताओं को स्मरण कर उनके पदचिन्हो पर चलने का संकल्प लिया
झाबुआ---थांदला गेट मित्र मंडल द्वारा पूज्य श्री सरस्वतीनंदन जी स्वामी महाराज थांदला की पूज्य माताजी, श्री सत्यसाई बाबा की पूज्य माता जी ईष्वरम्मा जी एवं मोहनखेडा के पूज्य श्री राजेन्द्रसूरिष्वरजी मसा की पूज्य माताजी श्रीमती की स्मृति में मातृ दिवस के अवसर पर आज रविवार 10 मई को मित्र मंडल के द्वारा इन माताओं को स्मरण करते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण किया तथा धुप दीप आदि से उनकी पूजा अर्चना की गई । वही नगर के सभी देवी मंदिरों में जाकर माताजी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया तथा मातृ दिवस पर सभी माताओं को स्मरण करके उनके बताये पदचिन्हो पर चलने का संकल्प लिया गया । थांदला गेट मित्र मंण्डल के बण्टू अग्निहोत्री के मार्गदर्षन में उनके मित्र मंडल ने इस दिवस पर माताओं के प्रति अपनी आगध श्रद्धा व्यक्त की ।
युवतियां फैषन में, युवा व्यसन में, वृद्धजन टेंषन में तो गुरूजन लैसन में है- गणि श्री राजेन्द्र विजयजी
- पत्रकार वार्ता में मुनिश्री ने दिया आध्यात्मिक सन्देष
झाबुआ---आज के भौतिकवादी युग में युवा वर्ग पूरी तरह दिग्भ्रमित होता जारहा है । स्थिति यह है कि सभी किसी ने किसी कारण चर्चित है । युवतियां फैषन में, युवा व्यसन में, वृद्धजन टेंषन में तो गुरूजन लैसन में है । आज मातृत्व दिवस के अवसर पर भगवान महावीर को ध्यान में रख कर यदि माता पिता की इज्जत करें और उन्हे सममानित करे तो पूरे विष्व में युवाओं में व्याप्त धारणा को बदला जासकता है । भगवान महावीर जब माता के गर्भ में थे तभी से मातृ भक्ति का उन्होने संकल्प ले लिया था और गर्भ मतें ही अपने आपको संकुचन कर लिया और ध्यानस्थ हो गये थे । इस तरह गर्भ में महावीर के संकुचित होने से पूरे राज महल में स्तब्धता छा गई थी । उनके मां के गर्भ में आते ही पूरे राज्य में धन दौलत, सुखषांति सभी की अभिवृद्धि होना शुरू हो गई थी फलतः उनका नाम वर्धमान रखा गया था ।महावीर मा के गर्भ में पूरी तरह शांत रहे किन्तु माता एवं परिजनों की बैचेनी जान कर उन्होने गर्भ में ही चिंतन किया और मां- बाप की सेवा करने का संकल्प लिया था कि जब तक माता-पिता जीवित रहेगें वे सन्यास नही लेगें । और उसका उन्होने अक्षरषः पालन भी किया । उक्त बात रविवार को स्थानीय बावन जीनालय में बिराजित मुनि गणि श्री राजेन्द्र विजयजी ने पत्रकार वार्ता में कहते हुए कहा कि मा बा पके देहान्त होने के बाद उन्होने अपने बडे भाई नंदीवर्धन को सन्यास पर जाने की बात कहीं । भाई ने एक वर्ष तक सामाजिक मर्यादा का हवाला देकर उन्हे रोका । महलों में भी रहते हुए महावीर ने वनों में सन्यासी की तरह जीवन का जीया ।और बाद में भाई की आज्ञ से सन्यास की और प्रवर्त हुए । मुनि श्री ने कहा कि मातृ एवं पितृ भक्ति का जो संदेष महावीर ने हमे दिया व निष्चित ही प्रेरणा दायी है । उनके लिये हर दिन मातृ-दिवस पितृ दिवस था । मुनि गणि श्री राजेन्द्र विजयजी ने आगे कहा कि पाष्चात्य संस्कृति ने मानसिकता को विकृत कर दिया है । मा बाप के प्रति बच्चों का आदरभाव दिखाई नही देता है । भारतीय संस्कृति में तो मातृ देवो भव पितृ देवों भव का विषद ज्ञान छिपा हुआ है ।उन्होने गणेषजी का उदाहरण देते हुए कहा कि मा पावती एव पिता षिवजी की तीन प्रदक्षिणा करके वे देवाधि देव बने एवं प्रथम पूज्य होने का स्थान उन्हे मिला । किसी भी मंदिर में जाकर पूजा पाठ करने से क्या फायदा जब आप अपने माता पिता केा उचित सम्मान नही दे सकते । जबकि प्रातःकाल उठ कर माता पिता के चरण छूने से सभी मनोरथ पूरे हो जाते है इसमें कोई संषय वाली बात नही है । मुनि श्री ने आगे कहा कि युवाओं को राह पर लाने के जिये गुरूजनों को अपने दीव्य मार्गदर्षन एवं पावन सानिध्य के माध्यम से महावीर के उपदेषों के माध्यम से उन्हे राह पर लाने का काम करना चाहिये । उन्होने कहा कि पूर्व में युवक युवतियों को गुरूकुल में वास करके षिक्षा ग्रहण करनार होती थी जहां उनके मानवीय मूल्यों, षुद्व आचरण एवं धर्माचरण का मार्ग प्राप्त होता था आज कल मंदिर हो या अन्य धर्म स्थान फैसन के इस वातावरण में ये स्थान भी अठूते नही रहे है जिससे मानसिक विकृतियों बढती है । ऐसे धार्मिक स्थानों पर इस प्रकार की विकृतियों का शमन होना चाहिये । अपने सन्देष में गणि श्री राजेन्द्र विजयजी ने कहा कि युवापीढी को सदमार्ग पर लाने के लिये आध्यात्मिक संकल्पों के द्वारा समाज का नव निर्माण हो सकता हे । युवा ही समाज की नीवं होता है और इस प्रकार के संस्कारों से नीवं मजबुत ही होगी । वर्तमान में सम्पूर्ण विष्व आतंकी समस्याओं से जुढ रहा है जो धर्मो में स्वार्थ, राजनीति का नंगा नाच है । धार्मिकता करूणा, अहिंसा मैत्रियता ही इसका संविधान है और इसके कारण पूरे विष्व में महावीर के संदेष को प्रचारित कर विष्वषांति स्थापित की जासकती है ।
बलात्कार का अपराध कायम
झाबुआ---फरियादिया ने बताया कि वह घर के बाहर अकेली सोई थी आरोपीगण राकेश पिता बदुडा भाभोर 2. प्रकाश पिता पांगला भाभोर निवासीगण मसुरिया मोसा0 पर आये व मुंह दबाकर जान से मारने की धमकी देकर नाले के पास ले जाकर राकेश ने बलात्कार किया व प्रकाश खडा रहा बाद जान से मारने की धमकी देकर चले गये। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्र0 328/15, धारा 366,376,34,506 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मर्ग के दो प्रकरण कायम
फरियादी गोबरिया पिता नगजी डिंडोर, उम्र 50 वर्ष निवासी बडा सलोनिया ने बताया कि मृतक राधु पिता गोबरिया, उम्र 26 वर्ष निवासी बडा सलोनिया की जहरीली दवाई पिने से मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना रायपुरिया में मर्ग क्रमांक 17/15, धारा 174 जाफौ का कायम कर विवेचना में लिया गया। फरियादी तेरसिंह पिता भीमजी, उम्र 50 वर्ष निवासी कोटनई ने बताया कि अज्ञात पुरूष मृतक उम्र लगभग 30-35 वर्ष की लाश मिली कायमी कर विवेचना में लिया गया। प्र्रकरण में थाना थांदला में मर्ग क्रमांक 26/15, धारा 174 जाफौ का कायम कर विवेचना में लिया गया।
गुमशुदा के दो प्रकरण कायम
झाबुआ--- फरियादी कालु पिता बेरिया गरवाल, उम्र 50 वर्ष निवासी बिजलीपाडा ने बताया कि उसका लडका संतोष पिता कालु गरवाल, उम्र 13 वर्ष निवासी बिजलपाडा पागल जैसा हो गया है जो घर से कहीं चला गया। प्र्रकरण में थाना पेटलावद में गुम इंसान क्रमांक 23/2015 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी भारतसिंह पिता जोगाजी लवाना उम्र 45 वर्ष निवासी रम्भापुर ने बताया कि कु0 दीपिका पिता भारतसिंह उम्र 18 वर्ष निवासी रम्भापुर घर से बिना बताये कही चली गयी। प्र्रकरण में थाना मेघनगर में गुम इंसान क्रमांक 03/2015 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
अपहरण व बलात्कार का प्रकरण पंजीबद्व
झाबुआ--- फरियादी ने बताया कि आरोपी सादर पिता बादु भिलाला 2. सालम पिता बादु, 3. मुकेश पिता पातु निवासीगण छापरखण्डा व करण पिता केकडिया निवासी खण्डाला गमीर ने उसको बहला-फुसलाकर औरत बनाकर रखने की नीयत से भगाकर ले गया। 3-4 माह घर में बंधक बनाकर बलात्कार किया व दिनांक 28.04.2015 को वापस भगा दिया। पंचायत में समझौता नहीं होने पर रिपोर्ट पर कायमी की गयी। प्र्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्र0 215/15, धारा 363,366,376 (2) 213,344 भादवि व 3/4 लै0बा0संर0अधि0का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।