Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74203 articles
Browse latest View live

कार की ट्रेन से टक्कर, 4 लोगों की मौत

$
0
0
  • मानवरहित रेलवे क्रसिंग पर हुआ भीषण हादसा 
  • मृतकों में रामकुमार सीबीआई फोरेंसिक लैब में था टेक्निसियन 
  • मृतकों के गांव तिवारीपुर व भवानीपुर में कोहराम 

car-train-clash-4-dead
भदोही (सुरेश गांधी )।इलाहाबाद-वाराणसी रेलवे मार्ग के गोपीगंज-कानूनगोयान के पास  मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर रविवार को ट्रेन एवं कार के बीच जबरदस्त टक्कर हो गयी। घटना के बाद कार में सवार चार युवकों की मौत हो गयी। जबकि 2 अन्य गंभीर रुप से घायल हो गए। हादसा इतना जबरदस्त था कि कार के परखचे उड़ गए। घायलों को स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताते हैं कि आज मानवरहित क्रॉसिंग से कार गुजर रही थी इसी बीच नई दिल्ली से वाराणसी जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस वहां पहुंच गयी। हार्न बजाने के बाद भी कार में सवार लोगों को कुछ सुनाई नहीं दिया और जब तक कार रेलवे क्रसिंग पार करती टेन ने कार में जबरदस्त टक्कर मार दी। जिससे कार सवार तिवारीपुर व भवानीपुर गांव निवासी जयकिशन तिवारी उम्र 30 वर्ष, संतोष तिवारी 28 वर्ष, रामकुमार 26 वर्ष व अतुल तिवारी की मौत हो गयी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। शवों के चिथड़े उड़ गए। घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची। आनन-फानन में घायलों को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया गया। शवों को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पटरी किनारे लगे रेलवे के गर्डर को तोड़ते हुए कार खाई में जा गिरी। इसमें सवार दो लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दो लोगों की उपचार के दौरान अस्पताल में मौत हो गयी। ट्रेन का इंजन भी क्षतिग्रस्त हुआ है। इससे दो घंटे तक ट्रेन को ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन पर रोक गया। जीआरपी के मुताबिक मृतक गोपीगंज थाना के तिवारीपुर-भवानीपुर के रहने वाले थे। ज्ञानपुर रोड रेलवे स्टेशन के अधीक्षक अशोक कुमार का कहना है कि कार सवारों को रोक गया था, लेकिन वह नहीं रुके। उसके बाद यह हादसा हुआ। इससे ट्रेन का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन कोई भी रेल यात्री हताहत नहीं है। मृतकों में रामकुमार सीबीआई फोरेंसिक लैब दिल्ली में टेक्निसियन पद पर नियुक्त था। वह वैवाहिक समारोह में शामिल होने के लिए गांव आया था। वह अपनी नयी स्वीफट डिजायर कार से सुजातपुर स्थित ननिहाल से लौट रहा था। घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा है। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (10 मई)

$
0
0
सुषासन संकल्प सम्मेलन में जिले से 160 प्रतिनिधि भोपाल रवाना 

झाबुआ---भारतीय जनता पार्टी द्वारा रविवार 10 मई  को  भेल दषहरा मेदान भोपाल में आयोजित  सुषासन संकल्प सम्मलन जिसको भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमीत शाह विषेष रूप  से मार्गदर्षन देगें मे शामील होने के लिये झाबुआ जिले से 160 प्रतिनिधि रविवार को  भोपाल रवाना हो गये । जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि  इस सुराज संकल्प अधिवेषन में जिले के सांसद दिलीपसिंह भूरिया, विधायक शोतिलाल बिलवाल, कलंिसंह भाबर, निर्मला भूरिया, जिलाध्यक्ष शैलेष दुबे के अलावा जिले की सभी नगरपालिका एवं नगरपरिषद के अध्यक्ष, पार्षद, उपाध्यक्ष, सभी कृषि उपज मंडी समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संचालक, जनपद पंचायतों के प्रतिनिधि, जिला पंचायत के प्रतिनिधि, जिला भाजपा के सभी पदाधिकारी, सभी मंडलों के अध्यक्ष, महामंत्री, केन्द्रीय सहकारी बेंक के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संचालक जिले से इस सुषासन संकल्प सम्मेलन में भाग लिया ।

मातृ दिवस पर माताओं को स्मरण कर उनके पदचिन्हो पर चलने का संकल्प लिया

झाबुआ---थांदला गेट मित्र मंडल द्वारा पूज्य श्री सरस्वतीनंदन जी स्वामी महाराज थांदला की पूज्य माताजी, श्री सत्यसाई बाबा की पूज्य माता जी ईष्वरम्मा जी एवं मोहनखेडा के पूज्य श्री राजेन्द्रसूरिष्वरजी मसा की पूज्य माताजी श्रीमती की स्मृति में मातृ दिवस के अवसर पर आज रविवार 10 मई को मित्र मंडल के द्वारा इन माताओं को स्मरण करते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण किया तथा धुप दीप आदि से उनकी पूजा अर्चना की गई । वही नगर के सभी देवी मंदिरों में जाकर माताजी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया तथा मातृ दिवस पर  सभी माताओं को स्मरण करके उनके बताये पदचिन्हो पर चलने का संकल्प लिया गया । थांदला गेट मित्र मंण्डल के बण्टू अग्निहोत्री के मार्गदर्षन में  उनके मित्र मंडल ने इस दिवस पर माताओं के प्रति अपनी आगध श्रद्धा व्यक्त की ।

युवतियां फैषन में, युवा व्यसन में, वृद्धजन टेंषन में तो गुरूजन लैसन में  है- गणि श्री राजेन्द्र विजयजी
  • पत्रकार वार्ता में मुनिश्री ने दिया आध्यात्मिक सन्देष 

jhabua news
झाबुआ---आज के भौतिकवादी युग में युवा वर्ग पूरी तरह दिग्भ्रमित होता जारहा है । स्थिति यह है कि सभी किसी ने किसी कारण चर्चित है । युवतियां फैषन में, युवा व्यसन में, वृद्धजन टेंषन में तो गुरूजन लैसन में  है । आज मातृत्व दिवस के अवसर पर भगवान महावीर को ध्यान में रख कर यदि माता पिता की इज्जत करें और उन्हे सममानित करे तो पूरे विष्व में युवाओं में व्याप्त धारणा को बदला जासकता है । भगवान महावीर जब माता के गर्भ में थे तभी से मातृ भक्ति का उन्होने संकल्प ले लिया था और गर्भ मतें ही अपने आपको संकुचन कर लिया और ध्यानस्थ हो गये थे । इस तरह गर्भ में महावीर के संकुचित होने से पूरे राज महल में स्तब्धता छा गई थी । उनके  मां के गर्भ में आते ही पूरे राज्य में धन दौलत, सुखषांति सभी की अभिवृद्धि होना शुरू हो गई थी फलतः उनका नाम वर्धमान रखा गया था ।महावीर मा के गर्भ में पूरी तरह शांत रहे किन्तु माता एवं परिजनों की बैचेनी जान कर उन्होने गर्भ में ही चिंतन किया और मां- बाप की सेवा करने का संकल्प लिया था कि जब तक माता-पिता जीवित रहेगें वे सन्यास नही लेगें ।  और उसका उन्होने अक्षरषः पालन भी किया ।  उक्त बात रविवार को स्थानीय बावन जीनालय में बिराजित मुनि गणि श्री राजेन्द्र विजयजी ने पत्रकार वार्ता में  कहते हुए कहा कि  मा बा पके देहान्त होने के बाद उन्होने अपने बडे भाई नंदीवर्धन को सन्यास पर जाने की बात कहीं । भाई ने एक वर्ष तक सामाजिक मर्यादा  का हवाला देकर उन्हे रोका  । महलों में भी रहते हुए महावीर ने वनों में सन्यासी की तरह जीवन का जीया ।और बाद में भाई की आज्ञ से सन्यास की और प्रवर्त हुए । मुनि श्री ने कहा कि मातृ एवं पितृ भक्ति का जो संदेष महावीर ने हमे दिया व निष्चित ही प्रेरणा दायी है । उनके लिये हर दिन मातृ-दिवस पितृ दिवस था । मुनि गणि श्री राजेन्द्र विजयजी ने आगे कहा कि  पाष्चात्य संस्कृति ने मानसिकता को विकृत कर दिया है । मा बाप के प्रति बच्चों का आदरभाव दिखाई नही देता है  । भारतीय संस्कृति में तो मातृ देवो भव पितृ देवों भव का विषद ज्ञान छिपा हुआ है ।उन्होने गणेषजी का उदाहरण देते हुए कहा कि मा पावती एव पिता षिवजी की तीन प्रदक्षिणा करके वे देवाधि देव बने एवं प्रथम पूज्य होने का स्थान उन्हे मिला । किसी भी मंदिर में जाकर पूजा पाठ करने से क्या फायदा जब आप अपने माता पिता केा उचित सम्मान नही दे सकते । जबकि प्रातःकाल उठ कर माता पिता के चरण छूने से सभी मनोरथ पूरे हो जाते है इसमें कोई संषय वाली बात नही है । मुनि श्री ने आगे कहा कि युवाओं को राह पर लाने के जिये गुरूजनों को अपने दीव्य मार्गदर्षन एवं पावन सानिध्य के माध्यम से महावीर के उपदेषों के माध्यम से उन्हे राह पर लाने का काम करना चाहिये । उन्होने कहा कि पूर्व में युवक युवतियों को गुरूकुल में  वास करके षिक्षा ग्रहण करनार होती थी जहां उनके मानवीय मूल्यों, षुद्व आचरण एवं धर्माचरण का मार्ग प्राप्त होता था आज कल मंदिर हो या अन्य धर्म स्थान फैसन के इस वातावरण में ये स्थान भी अठूते नही रहे है जिससे मानसिक विकृतियों बढती है । ऐसे धार्मिक स्थानों पर इस प्रकार की विकृतियों का शमन होना चाहिये । अपने सन्देष में गणि श्री राजेन्द्र विजयजी ने कहा कि युवापीढी को सदमार्ग पर लाने के लिये आध्यात्मिक संकल्पों के द्वारा समाज का नव निर्माण हो सकता हे । युवा ही समाज की नीवं होता है और इस प्रकार के संस्कारों से नीवं मजबुत ही होगी । वर्तमान में सम्पूर्ण विष्व आतंकी समस्याओं से जुढ रहा है जो धर्मो में स्वार्थ, राजनीति  का नंगा नाच है । धार्मिकता करूणा, अहिंसा मैत्रियता ही इसका संविधान है और इसके कारण पूरे विष्व में महावीर के संदेष को प्रचारित कर विष्वषांति स्थापित की जासकती है ।

बलात्कार का अपराध कायम
       
झाबुआ---फरियादिया ने बताया कि वह घर के बाहर अकेली सोई थी आरोपीगण  राकेश पिता बदुडा भाभोर 2. प्रकाश पिता पांगला भाभोर निवासीगण मसुरिया मोसा0 पर आये व मुंह दबाकर जान से मारने की धमकी देकर नाले के पास ले जाकर राकेश ने बलात्कार किया व प्रकाश खडा रहा बाद जान से मारने की धमकी देकर चले गये। प्र्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अपराध क्र0 328/15, धारा 366,376,34,506 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मर्ग के दो प्रकरण कायम 
  
फरियादी गोबरिया पिता नगजी डिंडोर, उम्र 50 वर्ष निवासी बडा सलोनिया ने बताया कि मृतक राधु पिता गोबरिया, उम्र 26 वर्ष निवासी बडा सलोनिया की जहरीली दवाई पिने से मृत्यु हो गयी। प्र्रकरण में थाना रायपुरिया में मर्ग क्रमांक 17/15, धारा 174 जाफौ का कायम कर विवेचना में लिया गया। फरियादी तेरसिंह पिता भीमजी, उम्र 50 वर्ष निवासी कोटनई ने बताया कि अज्ञात पुरूष मृतक उम्र लगभग 30-35 वर्ष की लाश मिली कायमी कर विवेचना में लिया गया। प्र्रकरण में थाना थांदला में मर्ग क्रमांक 26/15, धारा 174 जाफौ का कायम कर विवेचना में लिया गया।

गुमशुदा के दो प्रकरण कायम 
         
झाबुआ--- फरियादी कालु पिता बेरिया गरवाल, उम्र 50 वर्ष निवासी बिजलीपाडा ने बताया कि उसका लडका संतोष पिता कालु गरवाल, उम्र 13 वर्ष निवासी बिजलपाडा पागल जैसा हो गया है जो घर से कहीं चला गया। प्र्रकरण में थाना पेटलावद में गुम इंसान क्रमांक 23/2015 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी भारतसिंह पिता जोगाजी लवाना उम्र 45 वर्ष निवासी रम्भापुर ने बताया कि कु0 दीपिका पिता भारतसिंह उम्र 18 वर्ष निवासी रम्भापुर घर से बिना बताये कही चली गयी। प्र्रकरण में थाना मेघनगर में गुम इंसान क्रमांक 03/2015 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अपहरण व बलात्कार का प्रकरण पंजीबद्व 
       
झाबुआ--- फरियादी ने बताया कि आरोपी सादर पिता बादु भिलाला 2. सालम पिता बादु, 3. मुकेश पिता पातु निवासीगण छापरखण्डा व करण पिता केकडिया निवासी खण्डाला गमीर ने उसको बहला-फुसलाकर औरत बनाकर रखने की नीयत से भगाकर ले गया। 3-4 माह घर में बंधक बनाकर बलात्कार किया व दिनांक 28.04.2015 को वापस भगा दिया। पंचायत में समझौता नहीं होने पर रिपोर्ट पर कायमी की गयी। प्र्रकरण में थाना रानापुर में अपराध क्र0 215/15, धारा 363,366,376 (2) 213,344 भादवि व 3/4 लै0बा0संर0अधि0का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मोदी से मतभेद को नकारा संजय जोशी ने

$
0
0
sanjay-joshi-deny-to-differences-with-modi
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय जोशी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपने मतभेद से इन्कार करते हुये आज केन्द्र सरकार के काम की जम कर तारीफ की । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आने पर आज उनका जोरदार स्वागत किया गया ।उन्होंनें कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनी केन्द्र सरकार ने पिछले एक साल में कई ऐतिहासिक फैसले लिये । जनधन योजना के अलावा कल शुरू की गयी पेंशन और बीमा योजना से गरीबों को लाभ मिलेगा । इसके अलावा स्वच्छता अभियान का भी असर हुआ है । श्री मोदी के काम की तारीफ देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां में हो रही है ।

श्री जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ न/न तो मतभेद है और न/न मनभेद । दरअसल प्रधानमंत्री बनने के बाद उनकी श्री मोदी से मुलाकात ही नहीं हो पायी है । उन्होंनें कहा कि वह पार्टी के नेतृत्व की सहमति से ही कहीं जाते हैं ।पार्टी उन्हें जो भी भूमिका देगी वह उसे निभायेंगे ।

पार्टी का कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का सपना पूरा होगा : अमित शाह

$
0
0
bjp-will-make-congress-clean-india
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि पार्टी का कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का सपना पूरा होगा और इसके लिए कार्यकर्ताओं को और मेहनत करना होगी। श्री शाह ने पार्टी द्वारा आयोजित सुशासन संकल्प सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को जोश दिलाते हुए कहा कि देश के 13 राज्यों में भाजपा की सरकारें है और आने वाले समय में पूरे देश में भाजपा की सरकारें बनेगी जिससे पार्टी का कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का संकल्प जल्द पूरा होगा. भ्रष्टाचार को लेकर उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि इनके शासन काल में आये दिन घोटाले होते थे लेकिन जब से देश में भाजपा की सरकार बनी सिर्फ काम़ ही काम हुए है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा हाल में घोषित की गयी तीन नई योजनाओं की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार ने एक रूपए प्रति माह में जनता को दो लाख रूपए का दुर्घटना बीमा देकर प्रसंशनीय कार्य किया है।

भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर उन्होंने कांग्रेस की जमकार आलोचना की और कहा कि वह भ्रांतियां फैलाकर किसानों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि इस बिल के पास हो जाने से किसानों की हालत में सुधार होगा और उन्हें चार गुना मुआवजा दिया जायेगा। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग लगने से रोजगार के अवसर भी बढेगे। देश की विकास दर को लेकर उन्होंने कहा कि केन्द्र में जब वाजपेयी सरकार थी तब देश की विकास दर आठ प्रतिशत से ज्यादा थी लेकिन इसके बाद केन्द्र में यूपीए सरकार बनी और उसने अपने दस वर्षो के शासन में देश की विकासदर घटकर 4़ 4 पर पहुंच गयी। इसे अब भाजपा सरकार ने बढाकर 5़ 7 में पहुंचा दिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे यहां से संकल्प लेकर जाये की उन्हें जो काम दिया गया है उसे समर्पण की भावना से पूरा करे। सुशासन संकल्प सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यकर्ताओं से कहा कि उन में विकास की तडप होनी चाहिए। तभी गांव की हालत और शहर का स्वरूप बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यो के लिए धन की कमी आडे नहीं आयेगी और विकास के लिए जितने धन की जरूरत होगी सरकार देगी।

पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री रामलाल ने कहा कि सदस्यता की दृष्टि से भाजपा विश्व की सबसे बडी पार्टी बन गयी है यह कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है। उन्होंने इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शाह को धन्यवाद दिया कहा कि उनके जुनून का नतीजा है कि देशभर में पार्टी के दस करोड सदस्य बने हैं। उन्होंने कहा कि सदस्यता महा अभियान के बाद अब पार्टी द्वारा महा संपर्क अभियान चलाया जायेगा जिसमें कार्यकर्ता घर घर जाकर सरकार की योजनाओं के बारे में जनता को जानकारी देगे। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि जन प्रतिनिधियों को प्रशासन के तंत्र के बारे में जानकारी होनी जाहिए जिससे कि उन्हें जनता के काम करवाने आसानी होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए पार्टी द्वारा आगामी जुलाई माह में एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आने वाले समय में देश एक बडी ताकत बनकर उभरेंगा। उन्होंने प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में किए गए कार्यो की बदौलत यह बहुमत जनता ने दिया है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय महासचिव सरोज पाण्डेय के अलावा प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय , गृह मंत्री बाबूलाल गौर , पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी , गोपाल भार्गव सहित अन्य नेता उपस्थित रहे। कार्यक्रम में श्री शाह को शॉल श्रीफल से सम्मानित किया गया।

रूस- भारत में आर्थिक सहयोग की असीम संभावना: प्रणव

$
0
0
indo-russia-have-great-future-said-president
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भारत और रूस के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर बल देते हुए अाज कहा कि दोनों देशों में वाणिज्यिक एवं निवेश के आदान प्रदान की व्यापक संभावनाएं हैँ और इनका भरपूर फायदा लिया जाना चाहिए। श्री मुखर्जी ने मास्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि रूस में रह रहे भारतीय नागरिकों ने दोनों देशों के मित्रवत् संबंधों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राष्ट्रपति रूस में भारतीय राजदूत पी. एस.राघवन द्वारा अपने सम्मान में दिए गए एक भोज के दौरान बाेल रहे थे। 

उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय दोनों देशों के बारे में सूचनाएं देने और आपसी समझ बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यह समुदाय दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को भी नयी ऊंचाइयों तक ले जाने में मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने कि दोनों देशों के बीच आम जनता का संपर्क हमेशा से उच्च स्तर पर रहा है। इसे रूस के लोगों की भारतीय सिनेमा, संस्कृति और इतिहास में रुचि के रूप में देखा जा सकता है। उधर, भारत में रूस का साहित्य, कला, सर्कस, और विज्ञान समान रूप से लोकप्रिय है।

मोदी ने किया इस्‍को इस्‍पात संयंत्र का लोकार्पण

$
0
0

pm-inaugrate-isco-ispat-plant-bangal
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्‍चिम बंगाल के आसनसोल में बर्नपुर स्‍थित भारतीय इस्‍पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) के उपक्रम इंडियन आयरन एंड स्‍टील कारपोरेशन (इस्‍को) के आधुनिकीकृत एवं विस्तारित संयंत्र को आज यहाँ एक समारोह में राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, केन्द्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केन्द्रीय राज्य इस्पात एवं खनन मंत्री विष्णु देव साय, केन्द्रीय राज्य शहरी विकास मंत्री बाबुल सुप्रियो, इस्‍पात सचिव राकेश सिंह एवं सेल के प्रमुख सी एस वर्मा के साथ सेल, केंद्र और राज्य सरकार से कई वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
             
समारोह से पहले प्रधानमंत्री ने 4160 कम ब्लास्ट फर्नेस कल्याणी का भी दौरा किया, जो देश में सबसे बड़ी ब्लास्ट फर्नेस है। उन्होंने इसके कामकाज के बारे में रूचि का प्रदर्शन किया। फर्नेस को पोस्को तकनीक से बनाया गया है, और इसमें कई अत्याधुनिक विशेषताएँ हैं जो कम कार्बन फुटप्रिंट लौह निर्माण में योगदान करती हैं। इस नई ब्लास्ट फर्नेस के अतिरिक्त आईएसपी में जो नई सुविधाएं हैं वे हैं, 7 मीटर लम्बी कोक ओवन बैटरी, कोक ड्राई कूलिंग संयंत्र के साथ, दो 210 वर्गमीटर का सिनास्टर संयंत्र, तीन 150 टी बेसिक ऑक्सिजन फर्नेस (बीओएफ) वेसेल, दो निरंतर बिलेट कैस्टर, एक बीम ब्लैंक कम ब्लूम कास्टर, एक वायर रोड मिल, बार मिल और एक यूनिवर्सल सेक्शन मिल सम्मिलित हैं।
             
इस्‍को के नए संयंत्र का निर्माण केवल 950 एकड़ में किया गया है जो इसे उद्योग के मानकों के द्वारा दुनिया के सबसे संघनित संयंत्रों में से एक बनाता है। आधुनिक और विस्तारित संयंत्र उच्च गुणवत्ता वाले रेबारो को उत्पन्न करता है, जिसमें भूकंप रोधी ग्रेड, वायर रॉड और यूनिवर्सल सेक्शन का निर्माण होगा जिनमें भारत के विकसित होते बुनियादी ढाँचा और निर्माण क्षेत्र की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पैरेलल फ्लैंज्ड बीम सम्मिलित हैं।

लगभग 16000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के साथ इस्‍को के आधुनिकीकरण और विस्तार कार्यक्रम से न केवल इसकी हॉट मैटल निर्माण क्षमता साढ़े आठ लाख टन से तीन गुना बढ़कर 29 लाख सालाना टन हो जाएगी बल्कि वह हरित व उच्च गुणवत्ता वाले स्टील के निर्माण के युग का आरम्भ भी होगा। यह संयंत्र जो कभी देश में इस्पात निर्माण में अग्रणी हुआ करता था, वह अब पूरी तरह स्टील निर्माण के सभी सभी पहलुओं को समेटे हुए एक अत्याधुनिक एकीकृत इस्पात संयंत्र में बदल चुका है, कच्चे माल से लेकर फिनिशिंग मिल के प्रबंधन तक।
            
वर्ष 2025 तक देश में 30 करोड़ टन की क्षमता विकसित की जानी है। सेल ने इसके अंतर्गत यह तय किया है कि वह अपनी उत्पादन क्षमता पाँच करोड़ टन तक करेगी। श्री तोमर के अनुसार दुर्गापुर स्टील प्लांट के विस्‍तार और आधुनिकीकरण का चरण शुरू होगा तो इस पश्चिम बंगाल की धरती पर 35,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा।

विशेष आलेख : कानून व्यवस्था के मुद्दे के बीच एडीजी एलओ के पद पर परिवर्तन

$
0
0
उत्तरप्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति ज्वलंत मुद्दा बनी हुई है। स्वयं राज्यपाल जिनके नाम पर प्रदेश की सरकार चलती है। पद भार संभालने के दिन से ही राज्य की खराब कानून व्यवस्था पर असंतोष का इजहार सार्वजनिक रूप से कर रहे हैं। हालांकि यह बात दूसरी है कि राम नाईक राज्यपाल के गरिमामय पद पर विराजमान होने के बाद भी कुटिल राजनीतिज्ञ के अपने अन्दर के भूत को खत्म नहीं कर पाये हैं जिसकी वजह से शुरूआत में भले ही किसी ने उनके कानून व्यवस्था सम्बन्धी बयान को तवज्जो दी हो लेकिन अब उनके बयान पर कोई ध्यान नहीं देता। राज्यपाल के बयान से परे होकर भी देखा जाये तो उत्तरप्रदेश में हर रोज कुछ न कुछ ऐसा घटनाक्रम कानून व्यवस्था के संदर्भ में सामने आता है जो राज्य सरकार की किरकिरी करने वाला होता है। फर्रुखाबाद में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के सामने ही समाजवादी पार्टी के दबंग कार्यकर्ताओं ने पुलिस वालों को पीटने का जौहर दिखा डाला तो सैफई में सत्तारूढ़ पार्टी की सरपरस्ती में ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान में धींगामुश्ती करने वाले प्राइवेट एम्बुलेन्स संचालकों ने एक डाक्टर और उसके साथ जा रहे उसके भाई की पिटाई कर दी। कानून व्यवस्था के लिये कलंक बने ऐसे घटनाचक्र की निरंतरता के बीच सपा शासन में सबसे कामयाब एडीजी एलओ मुकुल गोयल का तबादला स्वाभाविक रूप से चर्चा का विषय बन गया है। 

वीर भोग्या वसुंधरा के सिद्धांत पर विश्वास करने वाली समाजवादी पार्टी कानून के शासन को शायद कमजोर शासन मानती है जिसकी वजह से मुलायम सिंह के तीन बार के मुख्यमंत्रित्व काल में हमेशा पुलिस अधिकारियों की फजीहत व दबंगों की दुस्साहसिक शहजोरी के किस्से सामने आते रहे हैं। कानून व्यवस्था ऐसी स्थिति में कैसे दुरुस्त हो सकती है जब सत्तारूढ़ लोग यह मानते हों कि पुलिस अफसरों का काम कानून का पालन कराना नहीं बल्कि पार्टी के लोगों के भाड़े की फौज की तरह इस्तेमाल होना है। इस कारण अगर सत्तारूढ़ पार्टी के लोग अपनी शान के लिये कानून का भुर्ता बना रहे हों तो खाकी वाले उन्हें रोकने की बजाय खामोश तमाशाई बने रहें। इतना ही नहीं अगर जरूरत पड़ जाये तो कानून का कचूमर निकालने में उनकी मदद भी करें। इस कारण समाजवादी पार्टी के प्रभाव में पुलिस अफसरों के एक बड़े वर्ग का माइंड सेट भी बदला है। अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री बने तो इसी मापदंड से पुलिस को सपाइयों की मनमानी में सहभागी होने के अनुकूलन के लिये जगमोहन यादव जैसे अफसर को एडीजी एलओ बनाया गया था। आज हालत यह है कि जगमोहन यादव के समर्थक जातिवाद के आधार पर उन्हें डीजीपी बनाने की दुहाई मुख्यमंत्री के सामने तभी से दे रहे हैं जब अरुण गुप्ता को डीजी बनाया गया था लेकिन यादववादी कही जाने वाली अखिलेश सरकार उनकी दुहाई से बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुई। जगमोहन यादव को जब एडीजी एलओ से हटाकर अरुण कुमार इस पद पर लाये गये थे तभी यह जाहिर हो गया था कि अखिलेश यादव भले ही मुलायम सिंह के पुत्र हों लेकिन जनरेशन गैप में बदली अवधारणाओं और जरूरतों के कारण पुलिस के मामले में उनका नजरिया थोड़ा अलग रहेगा। अरुण कुमार पैसे के मामले में ईमानदार थे लेकिन दूसरी ओर व्यक्तिगत इमेज को वे सरकार के हितों से ज्यादा वरीयता देते थे। साथ-साथ में जातिगत मोह भी उन्हें घेर लेता था। अन्ततोगत्वा जब वे अपनी छवि के लिये सरकार की छवि को दाव पर लगाने लगे तो उन्हें हटना पड़ा। ऐसे में एडीजी ला एण्ड आर्डर के पद पर मुकुल गोयल को लाया गया। 

उन दिनों पश्चिमी उत्तरप्रदेश सांप्रदायिक हिंसा की आग में झुलस रहा था। मुकुल गोयल ने बयानबाजी से दूर रहकर लेकिन असाधारण प्रोफेशनलिज्म का प्रदर्शन करते हुए काफी हद तक पश्चिमी उत्तरप्रदेश में स्थिति को सुधारा। जिला पुलिस प्रमुख के कार्यकाल में अपनी कार्यकुशलता की वजह से ही उन्हें 13-14 जिलों में एसपी, एसएसपी बनने का मौका मिला। हर सरकार ने उन्हें यह मौका दिया। सहारनपुर की पोस्टिंग के दौरान भाजपा के एक विधायक की हत्या के कारण राजनाथ सिंह सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया था लेकिन बीजेपी के सारे बड़े नेताओं ने भी इसे गलत माना था। फोर्स व जनता दोनों के ही बीच लोकप्रिय बने रहने का जो हुनर उन्होंने प्रदर्शित किया वह लाजवाब कहा जा सकता है। इसी कारण एडीजी एलओ के लगभग 2 वर्ष के कार्यकाल में उन्हें लेकर कभी कोई विवाद नहीं हुआ बल्कि सही बात तो यह है कि उनके इस पद पर रहने की वजह से सरकार इस मुद्दे पर आलोचकों के आक्रमण की धार से बची रही। 

यह बात भी सही है कि अखिलेश सरकार ने कम से कम उनको तो अपनी तरह से काम करने का पूरा मौका दिया। यह संयोग है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रिय लखनऊ के एसएसपी यशस्वी यादव को उनकी विवादित कार्यशैली से हटाये जाने के घटनाक्रम के बीच और कानून व्यवस्था के मामले में सरकार को कटघरे में खड़ा करने वाली हुईं कुछ घटनाओं के दौरान ही एडीजी एलओ के पद पर हुआ परिवर्तन एक मुद्दा बन गया है जबकि यह परिवर्तन मुकुल गोयल को हटाने के लिये नहीं हुआ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनसे पूरी तरह संतुष्ट थे लेकिन स्वयं मुकुल गोयल सीबीआई या रा जैसी अत्यन्त हाई प्रोफाइल केन्द्रीय पोस्टिंग के महत्वाकांक्षी होने की वजह से इस दिशा में अपने कैरियर को मजबूत करने के लिये दिल्ली वापस जाना चाहते थे। इसके पहले भी वे अखिलेश सरकार बनने के कुछ ही दिन बाद दिल्ली से ही आये थे। उनके बार-बार आग्रह पर अखिलेश सरकार ने उन्हें प्रतिनियुक्ति पर जाने की हरी झंडी भी दे दी थी। यही कारण है कि एडीजी एलओ के पद पर अपना उत्तराधिकारी नामित करने के लिये भी अखिलेश सरकार ने उन्हीं से राय मांगी थी और दलजीत चौधरी को मिली यह पोस्टिंग उन्हीं की संस्तुति का नतीजा है। मुकुल गोयल जब कानपुर के डीआईजी थे तब दलजीत चौधरी इटावा के एसएसपी के रूप में उनके सबसे प्रिय अधिकारियों में थे और दलजीत चौधरी से उनकी यह नजदीकी बराबर बनी रही।  एडीजी एलओ के पद पर भी उनका यह सामंजस्य और प्रगाढ़ता दलजीत चौधरी के साथ उस समय बरकरार रही जब वे इलाहाबाद जोन के आईजी बनाये गये। पुलिस अधिकारियों की अपनी सीमायें हैं। लोकतांत्रिक शासन में प्रशासन को हर सरकार की अपनी अलग नीति व कार्यशैली के मुताबिक अपने दायित्व का निर्वाह करना पड़ता है। इस वास्तविकता के मद्देनजर एडीजी एलओ के रूप में मुकुल गोयल की भूमिका शानदार रही और उसी ढंग से उनके द्वारा नामित दलजीत चौधरी भी इस समय उक्त पद के सर्वश्रेष्ठ विकल्प हैं। इटावा की उनकी पोस्टिंग के समय चाहे दस्यु उन्मूलन का मामला हो या आम पीडि़तों की समस्याओं के निराकरण का। उन्हें देखने वाले जानते हैं कि इस जिम्मेदारी को कितनी कुशलता और संवेदनशीलता के साथ उन्होंने निभाया था। इसी कारण एडीजी एलओ के रूप में उनकी भूमिका को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर बारीकी से निगाह रखने वाले लोग उनकी इस पोस्टिंग से बेहतरी की उम्मीद कर रहे हैं। 




liveaaryaavart dot com

के  पी  सिंह 
ओरई 

कहानी डिमांड है,मेरे हाॅट सीन्स: रोजलीन खान

$
0
0
roseline khan
सेक्स बॉम्ब रोजलीन खान ने भी जैकलीन की राह को अपना लिया है। कहानीकार और निर्देशक संजीव राय की फिल्म ‘जी लेने दो एक पल’ मे दिये सेक्स सीन्स को देखकर लगता है कि आने वाले समय में वह बालीवुड की सबसे ज्यादा हाॅट हीरोइन होगीं। हाल में उनसे हुई एक मुलाकात में  रोजलीन खान से जब यह पूछा गया कि जिस तरह आप इस फिल्म में सेक्सी और हॉट सीन्स दे रही  है क्या यह ओवरनाइट  सफल होने का शॉर्टकट स्टंट तो नहीं  है। इस बाबत रोजलीन खान  ने कहा-‘मैं कोई पब्लिसिटी स्टंट नहीं रच  रही हूँ और ना ही किसी किस्म की सस्ती पब्लिसिटी में यकीन  रखती  हूँ । मैंने  जो भी हॉट और सेक्सी सीन्स शूट किये  है  उनका ताल्लुक फिल्म की स्क्रिप्ट की डिमांड रही  है । एक मामूली लड़की रिमी की  फिल्मों में हीरोइन बनने की लालसा रखने का पूरा सफरनामा है,स्ट्रगल है। उसे अपनी छोटी -छोटी जरूरतों के लिए किन -किन रास्तों से गुजरना पड़ता है यही मेरे किरदार रिमी  की एप्रोच है ।’
     
हॉट और सेक्सी और इंटिमेट सीन्स कर के क्या आप सनी लियोन की कैटेगरी वाली गरमा-गरम हीरोइन  बनना  चाहती  हैं? 
रोजलीन खान  ने कहा -हाँ  यदि लोग मुझे सनी लियोनी से कमपेयर  करना चाहे  तो यह मेरे लिए कॉम्प्लीमेंट होगा। आज  जिस तरह का सिनेमा ऑडियंस पसंद  कर रही है उसमें  तो रेखा और  स्मिता पाटिल बनना किसी भी न्यू कॉमर  के लिए पॉसिबल नहीं  है.जबकि..दिली.तौर  पर रेखा  मेरी रोल मॉडल है और मैं  उसी हाइटपर जाना चाहती हूँ ।

फिल्म में आपके आपोजित नवोदित अभिनव कुमार है उनके साथ का अनुभव कैसा रहा ?
बहुत ही बढिया। उनमें टैलेंट है और सेट पर हंसी माजाक करते है। पता चला कि कब फिल्म पूरी हो गयी। उनके साथ काम हुए कहीं भी उनके नये का अहसास नही हुआ। इस फिल्म में उनका शेखर नामक युवक का संवेदनशील,भावुक रोल है। अपनी पत्नी सुधा(सुखबीर लाम्बा) से बेतहाशा मोहब्बत करता है मगर जब उसकी मर्दानगी को रिमी चैलेन्ज  करती है ,तो.वो ऐसा कुछ कर गुजरता है जो उसके दाम्पत्य जीवन को  हिला कर रख देता है। यही से कहानी नया मोड लेती है। मेरे कैरेक्टर में विबिध  शेड्स है.यूँ तो मैंने बॉलीवुड में कई फिल्मों में अलग -अलग किरदार किये हैं.  इस फिल्म में अभिनव कुमार,रोजलीन खान,सुखबीर लाम्बा विरजेश हिरजी,टीनू आनंद,जरीना वहाब,अंजन श्रीवास्तव, शकीला मजीद,प्रतिष्ठा विज, राज  शाही, सूरज शाह और एहसान  खान की.मुख्य भूमिकाऍ हैं.

आय से अधिक संपत्ति मामले में जयललिता बरी, आवास के बाहर जश्न

$
0
0
jayalalitha-relesead-from-case

कर्नाटक उच्च न्यायालय ने सोमवार को आय से अधिक संपत्ति मामले में ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की महासचिव जे.जयललिता को बरी कर दिया। जयललिता को बेंगलुरू की एक विशेष अदालत ने 27 सितंबर, 2014 को आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी ठहराया था। अदालत ने तीन अन्य को भी इस मामले में दोषी ठहराते हुए चार साल के कारावास और 100 करोड़ रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई थी।


मामले में बरी कर दिए जाने की सूचना मिलने के बाद उनके आवास के बाहर जश्न का माहौल है। न्यायालय के इस फैसले से पार्टी कार्यकर्ता खुशी से झूम उठे और उन्होंने पटाखे छोड़े। उन्होंने 'अम्मा जिंदाबाद'के नारे लगए और मिठाइयां बांटी। कुछ लोगों ने नारियल फोड़े, जो शुभ काम का प्रतीक होता है।

एआईएडीएमके के कार्यकर्ता न्यायालय के फैसले के इंतजार में सुबह से जयललिता के आवास के बाहर जमा हो गए थे। न्यायालय ने 66.65 करोड़ रुपये से जुड़े आय से अधिक संपत्ति मामले में निचली अदालत के फैसले को निरस्त करते हुए जयललिता को आरोपों से बरी कर दिया है।

भूमि अधिग्रहण विधेयक लोकसभा में फिर पेश

$
0
0
land-aquisition-law-in-loksabha
सरकार ने सोमवार को विपक्ष के भारी हंगामे के बीच विवादास्पद भूमि अधिग्रहण विधेयक लोकसभा में फिर से पेश किया। यह विधेयक फरवरी में बजट सत्र के प्रथम चरण के दौरान लोकसभा में पारित हो गया था। लेकिन यह राज्यसभा में लंबित था। राज्यसभा का मार्च में सत्रावसान कर दिया गया था।

भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनस्र्थापन में निष्पक्ष मुआवजा एवं पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2015 एक अध्यादेश का स्थान लेगा, जिसे अप्रैल में दोबारा लागू किया गया है। इस अध्यादेश के जरिए संप्रग सरकार के दौरान 2013 में पारित अधिनियम के कुछ प्रावधानों को संशोधित किया गया है।

पुराने कानून से जिन प्रमुख बिंदुओं को हटाया गया है, वे सहमति के प्रावधान और सामाजिक प्रभाव आकलन अध्ययन से संबंधित हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित लगभग सभी विपक्षी दलों ने नए मसौदा विधेयक का विरोध किया है।

दिल्ली पुलिस ने लश्कर आतंकी को गिरफ्तार किया

$
0
0
आतंकवादी संगठन लश्करे तैयबा से जुड़े वांछित आतंकवादी इरफान (50) को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर प्रदेश के बहराईच से गिरफ्तार किया है। इरफान आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन से भी जुड़ा रहा है।

स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस (स्पेशल सेल) एस. एन. श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इरफान को पहले भी गिरफ्तार किया था, लेकिन पैरोल पर छूटकर वह फरार हो गया था। वह उत्तर प्रदेश के बहराईच का ही रहनेवाला है, जहां से उसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

पुलिस के मुताबिक इरफान कई आतंकवादी वारदातों में शामिल रहा है। इसमें से एक उसने बाबरी मस्जिद टूटने के एक साल बाद की थी, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। इसके अलावा भी कई शहरों में हुई आतंकवादी धमाकों में इरफान का हाथ रहा है।

दाऊद को वापस लाया जाएगा : राजनाथ

$
0
0

dawood-will-take-back-said-rajnath
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद सहित विभिन्न आपराधिक मामलों में वांछित अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को पाकिस्तान से वापस लाने के लिए भारत हर संभव उपाय करेगा। केंद्रीय गृह मंत्री ने लोकसभा में कहा कि पाकिस्तान की इस मामले में अंतर्राष्ट्रीय जवाबदेही है, क्योंकि इंटरपोल ने पहले ही दाऊद के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है।

पाकिस्तान ने दाऊद की गिरफ्तारी के लिए समय मांगा था, लेकिन इसमें वह एक बार फिर विफल रहा। राजनाथ ने कहा, "हम उसे वापस ले आएंगे।"

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री जल्द इस्तीफा दे सकते हैं

$
0
0

pannirselvam-will-resign-soon
ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम की महासचिव जे. जयललिता के आय से अधिक संपत्ति मामले में बरी होने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं। पन्नीरसेल्वम के इस्तीफे के बाद जयललिता 20 मई से पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकती हैं। मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद जयललिता को छह माह के भीतर विधानसभा की सदस्यता ग्रहण करनी होगी। सूत्रों के अनुसार, इसके लिए उपचुनाव कराने के बजाय वह मध्यावधि चुनाव कराना पसंद करेंगी, ताकि विपक्ष को हराया जा सके।

कर्नाटक उच्च न्यायालय की एक विशेष पीठ ने सोमवार को जयललिता को आय से अधिक 66.65 करोड़ रुपये की संपत्ति रखने के मामले में बरी कर दिया। उन्हें 27 सितंबर, 2014 को बेंगलुरू की एक विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था। उन्हें इस मामले में चार साल कारावास की सजा सुनाई गई थी और 100 करोड़ रुपये जुर्माना भी लगाया गया था। 

रिजर्व बैंक और सरकार में खींचतान ठीक नहीं: मनमोहन सिंह

$
0
0
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्वायत्तता को बनाए रखे जाने की वकालत करते हुए आरबीआई और वित्त मंत्रालय के बीच आपसी खींचातानी को अनुचित करार दिया। उनका कहना था कि जिस तरह से आरबीआई और वित्त मंत्रालय आमने सामने आए हैं, यह बेहतर संकेत नहीं है।

आरबीआई की स्वायत्तता को बनाए रखना जरूरी है। मनमोहन सिंह का कहना है कि मैं भी आरबीआई में काम कर चुका हूं, इसलिए मैं इस महान संस्था की अहमियत जानता हूं। उन्होंने यह बात शनिवार को हाल ही में गुजरे जाने माने जर्नलिस्ट व एडिटर विनोद मेहता को दिए गए जीके रेड्डी अवॉर्ड के आयोजन के मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान कही। यह सम्मान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मेहता की पत्नी सुमिता को दिया।

मनमोहन सिंह आरबीआई के गवर्नर रह चुके हैं। इस मौके पर सिंह ने जीएसटी बिल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उसे सिलेक्ट कमिटि में भेजा जाना चाहिए। पूर्व पीएम सिंह का कहना था कि हम जीएसटी का समर्थन करते हैं, लेकिन जिस रूप में एनडीए सरकार इस बिल को लेकर आई है, वह राज्यों के हित में नहीं है। इसलिए इसे सिलेक्ट कमिटि में भेजा जाना चाहिए।


जनता परिवार का महाविलय सही समय पर होगा : नीतीश

$
0
0

janta pariwar nitish
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां सोमवार को कहा कि जनता परिवार में महाविलय निश्चित तौर पर होगा परंतु सही समय आने पर होगा। उन्होंने इस मौके पर कबीर का दोहा सुनाते हुए कहा कि 'माली सींचे सौ घड़ा, ऋतु आए फल होए।'पटना में आयोजित 'जनता दरबार में मुख्यमंत्री'कार्यक्रम के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में नीतीश ने कहा, "महाविलय का अभी सही समय नहीं आया है। सभी दलों का मन मिल गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को अध्यक्ष मान लिया गया है।" 

उन्होंने आगे कहा, "विलय की बात सकारात्मक तरीके से चल रही है। धैर्य रखने की जरूरत है। दलों में दोस्ताना रिश्ता बन चुका है।" मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस महाविलय से डर गई है। फिलहाल विलय नहीं होने पर भाजपा की खुशी से इस बात का पता चल रहा है कि भाजपा कितना भयभीत है। 

नीतीश ने भूमि अधिग्रहण विधेयक पर कहा कि इस कानून को प्रधानमंत्री को प्रतिष्ठा का प्रश्न नहीं बनाना चाहिए।  उन्होंने कहा, "वर्ष 2013 के कानून को अभी लागू कर देना चाहिए। विधेयक में इस बात का जिक्र है कि एक साल की स्थिति के अनुसार इसमें बदलाव किया जाना चाहिए। एक साल के बाद बदलाव पर विचार करना चाहिए।"

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (11 मई)

$
0
0
आँधी, पानी व ओले से लाखों की क्षति, गरीबों का उजड़ा आशियाना  

narkatiaganj news
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) रविवार की देर शाम आए भीषण आँधी, पानी व ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। हालाकि नरकटियागंज अनुमण्डल के लौरिया प्रखण्ड इससे अछूता रहा, जबकि गौनाहा, मैंनाटांड, सिकटा और नरकटियागंज प्रखण्ड में भीषण क्षति हुई है। नरकटियागंज नगर परिषद् में पोखरा चैक मंदिर के सामने, शिवगंज चैक के सामने और डाकघर के सामने सड़क के किनारे लगा पेंड़ उखड़ गया है। उत्पाद कार्यालय परिसर में महादलित परिवार की शांति देवी का मकान आंधी के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया है। सांसद सतीश चन्द्र दूबे के चैक कोईरगाँवा स्थित महादलित परिवार रकटू राउत के फूस के घर का टाट आँधी में क्षतिग्रस्त हो गया है। उधर बेलबनिया गाँव में स्थित घनी बस्ती के पास आम का विशाल वृक्ष आँधी में दक्षिण दिशा में गिर गया, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गयी, यदि किसी दूसरे दिशा में वह दरख्त गिरा होता तो कई जाने जा सकती थी। नौतनवा पंचायत के जमुनिया में सुदामा राम और शिवपूजन राम की झोपड़ी उड़ गई। शहरी क्षेत्र की कई दूकाने और छोटे घरों की छप्पर उड़ गई। लछनौता के पोहरा में बैद्यनाथ राम की, मेहनाॅल लछनौता के महम्मदजान मियाँ एस्बेस्टस की चादरयुक्त झोपड़ी उड़ गई। आँधी केे साथ पानी और ओले भी पड़े। 

नरकटियागंज के दो दर्जन मनरेगाकर्मी गए अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर संवाददाता

narkatiaganj news
नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना अन्तर्गत कार्यरत सभी पंचायत रोजगार सेवक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इस आशय की जानकारी जिला पंचायत रोजगार सेवक संघ के अन्तर्गत नरकटियागंज प्रखण्ड के अध्यक्ष ने देते हुए बताया कि बिहार पंचायत रोजगार सेवक संघ पटना व जिला पंरोसेसं. पश्चिम चम्पारण बेतिया के आह्वान पर अपने विभिन्न मांगांे के समर्थन में 11 मई 2015 से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर रहेेंगे। उल्लेखनीय है कि केन्द्र की मोदी सरकार ने गरीबों के 100 दिन के रोजगार देने की गारंटी को खत्म कर दिया है। जिससे मनरेगा के उद्देश्यों को पूरा नहीं किया जा सकता है। गौरतलब है कि मनरेगा कर्मियांे को वेतन तभी मिलेगा जब उन्हें प्रतियुनिट नियमित काम करने को मिले। सामूहिक अवकाश पर जाने वालों में कौशलेन्द्र कुमार कौशल, कुमार गौतम, अभिषेक कुमार, प्रियेश रंजन, रविशंकर कुमार, विन्दंेश्वरी राम, जितेन्द्र कुमार,, ताराकान्त कुमार, गौरी शंकर महतो, ललन कुमार भास्कर, वीरेन्द्र चैधरी, रामचन्द्र सिंह, रघुनाथ शरण प्रसाद, रामबालक उराँव, राजकिशोर प्रसाद, सरफराज अहमद खाँ, वीरेन्द्र प्रसाद व अन्य है।

किसानों के लिए 40 टन ढैंचा बीज का आवंटन प्राप्त, 90 प्रतिशत मिलेगी सब्सिडी

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) नरकटियागंज के किसानों को ढैंचा का बीज मेसर्स बालाजी टेªडिंग कम्पनी के माध्यम से प्राप्त होगा। बीएओ अजय कुमार सिंह के अनुसार एक किसान को अधिकतम आठ किलोग्राम ढैंचा का बीज दिया जा सकता है। इसके लिए किसान को किसान सलाहकार से पंजीकृत कराना होगा। सरकार द्वारा ढैंचा बीज की खरीद पर 90 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। सनद रहे कि ढैंचा बीज का बाजार भाव बालाजी ट्रेडिंग कम्पनी में 39 रूपये प्रति क्विंटल है जबकि सरकारी अनुदान के उपरान्त किसानों को मात्र 3 रूपये 90 पैसे प्रति किलांेग्राम की दर से उपलब्ध है। प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी के अनुसार पहले किसानों को ई-किसान भवन से बीज का वितरण किया जाता था किन्तु अब यह डिस्ट्रीब्युटर के माध्यम से किया जा रहा है। नरकटियागंज के किसानों के लिए 40 टन ढैंचा बीज का आवंटन रविवार की शाम जिला से प्राप्त हो चुका है।

नवनिर्मित भूकम्परोधी थाना भवन का उद्घाटन आज

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) स्थानीय शहर स्थित शिकारपुर थाना का नवनिर्मित थाना भवन का मंगलवार 12 मई 2015 को उद्घाटन सम्पन्न हो रहा है। उल्लेखनीय है कि करीब दो करोड की लागत से निर्मित यह भवन पूर्णतः भूकम्परोधी हैै। हमारे सूत्रों के अनुसार इस थाना भवन के उद्घाटन के मौके पर पुलिस उपमहानिरीक्षक चम्पारण प्रक्षेत्र, बेतिया पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार शाह समेत अन्य पुलिस अधिकारी व स्थानीय पुलिस अधिकारी उपस्थित रहेंगे। उद्घाटन के उपरान्त थाना परिसर स्थित शिव व हनुमान मंदिर में भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया गया है। थानाध्यक्ष शिकारपुर हरिश्चन्द्र ठाकुर सभी अधिकारियों का स्वागत करेंगे, जिसमें पुलिस अनुमण्डल नरकटियागंज के पुलिस पदाधिकारी अमन कुमार व पुलिस निरीक्षक शिकारपुर उपस्थित रहेंगे। 

बड़वानी (मध्यप्रदेश) की खबर (11 मई)

$
0
0
टीएल बैठक से अधिकारी न रहे अनुपस्थित-कलेक्टर

barwani map
बड़वानी 11 मई/प्रति सोमवार को होने वाली समय सीमा बैठक से कोई भी अधिकारी बिना अनुमति अनुपस्थित न रहे, अन्यथा उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही का प्रस्ताव विभाग को भेजा जायेगा। कलेक्टर रविन्द्र सिंह ने सोमवार को हुई समय सीमा बैठक से अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियो को उक्त चेतावनी दी। बैठक के दौरान कलेक्टर ने बताया कि जिले में पड़ रही भीषण गर्मी व रह-रहकर होने वाली वर्षा के मद्देनजर मौसम में एकाएक परिवर्तन हो रहा है। ऐसी परिस्थित में कभी भी किसी अधिकारी की आवश्यकता उत्पन्न हो सकती है। अतः अधिकारी सोमवार को समय सीमा बैठक के दौरान एवं मंगलवार को प्रातः 11 से 1 बजे तक होने वाली जनसुनवाई के दौरान न तो अपना कर्तव्य स्थल छोड़े और न ही इस समय जिले में कही दौरे पर जाये। जिससे उनका सभी अधिकारियो के साथ तालमेल बना रहे व आकस्मिक स्थित उत्पन्न होने पर बेहतर परिणाम सामूहिक रूप से निकाला जा सके। ज्ञातव्य है कि सोमवार को हुई समय सीमा बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग, लोक निर्माण विभाग, प्रधानमंत्री सड़क योजना, सहकारिता विभाग के अधिकारी उच्च कार्यालय के आदेश पर जिले से बाहर व कुछ अधिकारी जिले के विभिन्न स्थानो पर दौरा होने के कारण बैठक से अनुपस्थित थे। 

वन अधिकार पत्र के तहत प्राप्त आवेदनो का हो तत्काल निराकरण
समय सीमा बैठक के दौरान कलेक्टर ने आदिम जाति कल्याण, वन तथा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित किया कि वे वन अधिकार पत्र के तहत प्राप्त व्यक्तिगत व सार्वजनिक हितो से संबंधित प्राप्त आवेदनो का निराकरण तत्काल रहे। जिससे जिले में लम्बित प्रकरणो का निराकरण हो सके। 

नवीन योजना का लाभ दिलवाया जाये सभी को
समय सीमा बैठक में कलेक्टर रविन्द्रसिंह ने 9 मई से प्रदेश में लागू प्रधानमंत्री बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, की जानकारी सभी विभाग प्रमुख को देते हुए बताया कि इन योजनाओ के तहत अपने कार्यालय के पात्र प्रत्येक कर्मी एवं उनके परिवार के सदस्यो सहित जिले के पात्र प्रत्येक नागरिक को इन योजनाओ की जानकारी देते हुए उनका फार्म भरवाने में सहयोग प्रदान करे। जिससे योजना का लाभ अधिक से लोगो को मिल सके। 

सेवा प्रदाता/सर्विस प्रोवाइडर के लिये आवेदन आमंत्रित

बड़वानी 11 मई / मुद्रांक एवं पंजीयन विभाग में लागू होने वाली सम्पदा परियोजना ( ई-रजिस्टेªशन) प्रक्रिया में सर्विस प्रोवाइडर बनने के लिये जिला पंजीयक कार्यालय बड़वानी द्वारा आवेदन आमंत्रित किये गये है । आॅन लाईन होने वाली इस प्रक्रिया के संबंध में अधिक जानकारी जिले के उप पंजीयक कार्यालयो एवं जिला पंजीयक से कार्यालयीन समय में प्राप्त की जा सकती है । 

सर्विस प्रोवाइडर के कार्य
जिला पंजीयक श्री दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि सर्विस प्रोवाइडर ई-पंजीयन व्यवस्था की महत्वपूर्ण कड़ी है । इनके द्वारा ई-रजिस्ट्रेशन का प्रारंभ, सम्पति का मूल्यांकन, स्टाम्प शुल्क एवं पंजीयन शुल्क की गणना, ई-स्टाम्प शुल्क का भुगतान इत्यादि कार्य किये जायेंगे । 

आवेदन की प्रक्रिया 
सेवा प्रदाता का लायसेंस प्राप्त करने के लिए इच्छुक व्यक्ति मुद्रांक एवं पंजीयन विभाग की वेबसाइट ूूूण्उचपहतण्हवअण्पद पर जाकर नये उपयोग कर्ता के रूप में अपना यूजर आयडी व पासवर्ड बना सकते है । इसके पश्चात् सेवा प्रदाता फिल्ड में जाकर सेवा प्रदाता हेतु अनुज्ञप्ति के लिये आवेदन लिंक पर पहुंचकर सेवा प्रदाता के प्रकार का चयन करेगे जैसे व्यक्ति अथवा संस्था इत्यादि । साथ ही स्वयं से संबंधित जानकारी भी देंगे । जिला पंजीयक द्वारा आवेदन का नियमानुसार परीक्षण उपरान्त अनुमोदन किया जायेगा । जिला पंजीयक के द्वारा अनुमोदन के पश्चात् आवेदक द्वारा सेवा प्रदाता लायसेस आवेदन में जाकर नियत शुल्क का भुगतान अथवा चालान से किया जा सकेगा । 

सेवा प्रदाता के लिये प्रमुख अर्हताएॅ
21 वर्ष से अधिक की आयु, उच्चतर माध्यमिक परीक्षा पास, ई-रजिस्ट्रेशन संबंधित हार्डवेयर की उपलब्धता, ई-स्टाम्पिंग के संबंध में पर्याप्त के्रेडिट लिमिट हेतु सक्षम, भारतीय स्टाम्प एक्ट 1899 भारतीय रजिस्ट्रेशन अधिनियम 1908 व इनके अधीन बनाये गये नियमो का सामान्य  ज्ञान। 

'पूर्ति'में अनियमितता से गडकरी का इंकार, विपक्ष ने मांगा इस्तीफा

$
0
0
opposition-demand-gadkari-resignation
'पूर्ति समूह'में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर उठे बवाल के बीच केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को समूह या उनकी ओर से किसी तरह की गड़बड़ी से इंकार किया। पूर्ति समूह में गडकरी की हिस्सेदारी है। कांग्रेस सांसदों ने इस मुद्दे पर सदन में बार-बार हंगामा व नारेबाजी की और गडकरी के इस्तीफे की मांग की। इस बीच गडकरी ने राज्यसभा में कहा, "कोई घोटाला या अनियमितता नहीं हुई.. पूर्ति ने सारे ऋण चुकता किए हैं। मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है।"

उनकी यह प्रतिक्रिया कांग्रेस की ओर से उनके इस्तीफे की मांग पर आई है। विपक्षी दल कांग्रेस ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट को लेकर गडकरी के इस्तीफे की मांग की। सीएजी की रपट में गडकरी की हिस्सेदारी वाले पूर्ति समूह में वित्तीय अनियमितताओं की बात कही गई है।  रपट में गडकरी का उल्लेख पूर्ति साखर कारखाना लिमिटेड के प्रमोटर/निदेशक के रूप में किया गया है। इस कंपनी को भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा) ने दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए 84.12 करोड़ रुपये का ऋण मंजूर किया था।

गडकरी ने जैसे ही अपनी बात खत्म की, कांग्रेस सांसद विरोध-प्रदर्शन करने लगे। इस वजह से उपसभापति पी.जे. कुरियन ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वह गडकरी के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। आजाद ने कहा कि ऋण अलग-अलग उद्देश्यों के लिए लिया गया, लेकिन उसका इस्तेमाल ताप विद्युत पैदा करने के लिए हुआ।

इस पर केंद्रीय संसदीय मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "हम सिर्फ आपको संतुष्ट करने के लिए उनसे इस्तीफा नहीं ले सकते। भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है।"प्रश्नकाल के दौरान भी सदन में कमोबेश यही दृश्य देखने को मिला, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दो बार 15-15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। सदन के सभापति एम. हामिद अंसारी ने कार्यवाही अपराह्न् एक बजे तक के लिए स्थगित की। अपराह्न् एक बजे लंच के लिए कार्यवाही स्थगित होने से पूर्व सदन में भूमि सीमा समझौता विधेयक का संशोधित रूप पारित किया गया।

भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ ए.आई.एस.एफ. के छात्रों फूटा आक्रोश,

$
0
0
  • राज्य के विभिन्न जिलों में मना मानव श्रृंख्ला

aisf-news-bihar
पटनाः- किसानों के शव पर कारपोरेट के महल बनाना बंद करो, कार्पोरेट घरानों की चाकरी करना बंद करो, किसान-मजदूर विरोधी मोदी सरकार मुर्दा बाद, किसानों की आत्महत्या का जिम्मेवार कौन ? जवाब दो, भूमि अधिग्रहण अध्यादेश वापस लो। तमाम तरह के नारे बाजी करते हुए छात्रों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया। पटना के गाँधी मैदान भगत सिंह चैक के पास ए.आई.एस.एफ. के छात्रों ने भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ तमाम नारों के पोस्टर को हाथ में लेते हुए मनाया मानव श्रृंख्ला। उसके बाद एक सभा की गई। सभा में साजन झा ने बोला कि किसानों के शव पर कार्पोरेट के महल बनाना केंद्र सरकार बंद करें। 14 मई 2015 को विराट आक्रोश मार्च में राज्य के विभिन्न जिलांे से ए.आई.एस.एफ. के सैकड़ांे साथी आक्रोश मार्च में सम्मिलित होंगे। 14 मई 2015 को भूमि अधिग्रहण अध्यादेश कानून के खिलाफ विराट आक्रोश मार्च होगी।
इस मानव श्रृंख्ला में राज्य सचिव, सुशील कुमार, जिला सचिव रूपेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रणय, जिला सचिव मंडल सदस्य राहुल कुमार, महानगर सचिव सुशील उमाराज, पटना  वि.वि. सचिव  प्रभात कुमार, पटना काॅलेज सचिव राजीव कुमार, देवशीष, प्राणजल, कृष्ण मुरारी, चन्दन, नाहीद नाज आदि दर्जनों छात्र मौजूद थे।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (11 मई)

$
0
0
पूर्व सीएम विजय ने फिर गरमाई सूबे की सियासत, कैबिनेट से कुछ के बाहर होने के संकेत, एक पीडीएफ और एक कांग्रेस मंत्री हो सकते हैं पूर्व मंत्री
  • प्रणवदा के दौरे के बाद कैबिनेट में बदलाव के आसार, मंत्री पद के दावेदारों ने फिर शुरू की अपनी पैरोकारी

uttrakhand news
देहरादून,11 मई। पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा का देहरादून का हर दौरा सूबे की सियासत के सरगर्म कर देता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। बहुगुणा ने सीएम से मुलाकात के बाद दावा किया कि दोनों के विचार एक जैसे हैं। कैबिनेट में फेरबदल जल्द होगा। उन्होंने एक-दो मंत्रियों के कैबिनेट से बाहर होने का संकेत देते हुए कहा कि जब सीएम बदल सकता है तो मंत्री क्यों नहीं। सूत्र बता रहे है कि प्रणवदा के दून दौरे के बाद संभावित फेरबदल में एक पीडीएफ और एक कांग्रेसी मंत्री के पूर्व होने के आसार दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि सीएम खुद भी इन दोनों की कार्यप्रणाली से बेहद नाराज हैं। पूर्व सीएम बहुगुणा ने पहले सीएम हरीश रावत से मुलाकात की और फिर अपने तरकश के सियासी तीर निकाल लिए। विजय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कैबिनेट में फेरबदल पर उनकी सीएम से बात हुई है। इस मामले में दोनों के विचार एक हैं यानि कैबिनेट में फेरबदल होना चाहिए। विजय ने पीडीएफ कोटे के मंत्रियों के हटाने के सवाल का जवाब भी सियासी अंदाज में दिया। उन्होंने कहा कि इसमें क्या दिक्कत है। जब सीएम को हटाया जा सकता है तो मंत्री को क्यों नहीं। आखिर कांग्रेस के भविष्य का सवाल है। बताया जा रहा है कि विजय का यह बयान यूं ही नहीं आ गया है। अंदरखाने सीएम हरीश भी इससे सहमत बताए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि सीएम पीडीएफ को पूरी तरह तो बाहर नहीं करना चाहते हैं। अलबत्ता एक मंत्री की कार्यशैली उन्हें रास नहीं आ रही है। तमाम कोशिशों के बाद भी मंत्रीजी कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं और अपने अंदाज में ही काम कर रहे हैं। इसी तरह एक कांग्रेसी मंत्री के कामकाज को भी हरीश सही नहीं मान रहे हैं। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों इन मंत्रीजी को अपने कारनामे की वजह से जनता के विरोध का भी सामना करना पड़ा था। ऐसे में माना यही जा रहा है कि कैबिनेट की रि-शफलिंग के दौरान इन दोनों को पूर्व कर दिया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो हरीश के पास तीन विधायकों को कैबिनेट में एडजस्ट करने का मौका मिल जाएगा। बताया जा रहा है कि सीएम इस मामले में अपना मन बना चुके हैं। विजय के इस बयान के बाद सूबे की सियासत एक बार फिर से गरमा गई है। फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने विजय की हां में हां मिलाकर इसे और हवा दे दी है। बकौल किशोर कैबिनेट में जल्द ही फेरबदल होगा।  मंत्री पद के दावेदारों ने अपनी गोटियां बिछानी शुरू कर दी हैं तो हटाए जाने की संभावना को भांप कर मंत्रियों ने भी अपने सियासी आकाओं से संपर्क शुरू कर दिया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि सियासत के मंझे खिलाड़ी हरीश का इस मामले में अगला कदम क्या होता है। हां, इतना तय है कि इस सरगर्मी के बाद कुछ विधायक मंत्री पद हासिल करने की जुगत में लग गए हैं तो कुछ को अपनी कुर्सी की चिंता सता रही है।

हाईकमान के नाम पर होगी सियासत
पिछले कुछ फैसलों पर नजर डालें तो साफ दिख रहा है कि सीएम हरीश रावत ने जो चाहा वो हुआ। यह अलग बात है कि सीएम ने हर बार इसे हाईकमान का फैसला ही बताया। इस तथ्य को राजबब्बर को राज्यसभा और फिर ममता राकेश को भगवानपुर उप चुनाव में कांग्रेस का टिकट मिलने से साफ समझा जा सकता है। दोनों ही टिकट हरीश की पसंद से दिए गए। लेकिन नाम हर बार हाईकमान का ही लिया गया। इस बार भी हरीश यही दांव खेलने की तैयारी में हैं। सूत्रों का कहना है कि हरीश ने 12 मई को हाईकमान से मिलकर कैबिनेट के संभावित फेरबदल पर बात करने का मन बनाया है। लेकिन सीएम तय कर चुके हैं कि किसे बाहर करना है कि और किसे कैबिनेट में लाना है। हाईकमान की मंजूरी की बात करके सीएम किसी भी कोने से उठने वाले विरोध के स्वरों को दबाने की अपनी सियासी रणनीति तय कर चुके हैं।

स्टोन क्रशरों पर छापे के दौरान बरामद कागजात में दफन हैं कई राज, डायरी खुले तो हटें कई चेहरों से “नकाब”
  • बड़े नामों को पढ़कर अफसरों के हौंसले हो रहे पस्त, कच्ची डायरी में दर्ज हैं पैसा वसूलने वालों के नाम

uttrakhand news
देहरादून,11 मई (निस)। इन दिनों सत्ता के गलियारों में स्टोन क्रशरों पर छापे के दौरान बरामद किए गए दस्तावेजों में से कच्ची डायरी खासी चर्चा का विषय बनी हुई है। तमाम ऐसे लोग जिनके नाम इन कच्ची डायरियों में दर्ज नहीं है, वो चटखारे लेकर इस पर चर्चा कर रहे हैं तो कुछ बड़े लोग ऐसे में ही जिन्हें लग रहा है कि अगर ये कच्ची डायरियां वास्तव में पढ़ीं गईं तो उनका क्या होगा। बताया जा रहा है कि अगर ईमानदारी से इनकी पड़ताल की गई तो कई सफेदपोश लोगों के चेहरों से शराफत का नकाब हट सकता है। बात की शुरुआत होती है कि पिछले दिनों हरिद्वार क्षेत्र के स्टोन क्रशरों पर मारे गए छापे से। छापा मारने वाली इस टीम में एंटी इल्लीगल माइनिंग सेल के साथ ही वन निगम, परिवहन विभाग और वाणिज्यकर विभाग के स्पेशल इंवेस्टिगेसन ब्यूरो के अफसर भी शामिल थे। उस दौरान इस टीम ने स्टोन क्रशरों पर बेतरतीब अंदाज में छापे मारे। वहां पड़े माल की जांच करने के साथ ही हिसाब-किताब वाले तमाम दस्तावेज भी कब्जे में लिए गए। इन दस्तावेजों को जब्त करने के पीछे असली मंशा यह थी कि इनकी पड़ताल करके यह देखा जाए कि कहीं हेराफेरी तो नहीं की गई है या फिर किसी तरह के कर की चोरी तो नहीं की जा रही है। बताया जा रहा है कि तमाम दस्तावेज वाणिज्यकर विभाग को देकर इनकी गहन पड़ताल का फरमान भी सुना दिया गया। सूत्रों ने बताया का काजगात जब्त करने वाले वाणिज्यकर विभाग अफसरों ने विभागीय प्रक्रिया को पूरी करके तमाम दस्तावेज जांच करने वाली टीम के हवाले कर दिए। सूत्रों ने बताया कि अफसरों ने इन कागजातों की जांच शुरू कर दी है। जांच अभी आगे बढ़ ही रही था कि एक डायरी ने अफसरों ने हाथ-पांव फुला दिए। कारोबारी बोलचाल में इस डायरी को कच्ची डायरी कहा जाता है। यानि रोजाना होने वाले खर्चों को इसी कच्ची डायरी में दर्ज किया जाता है। आने वाली रकम और किसी तो दी जाने वाली रकम को भी इसी में लिखा जाता है। सामान्य रूप में यह काम व्यापारी का विश्वासपात्र मुंशी ही करता है। बाद में फर्म का एकाउंटेट सारे खर्चों को अपने हिसाब से पक्के अभिलेखों में दर्ज कर देता है।  वाणिज्यकर विभाग के एक उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि जांच के सामने आई एक कच्ची डायरी में तमाम बड़े लोगों के नाम के आगे मोटी रकम दर्ज है। यानि कच्ची डायरी में दर्ज मोटी रकम किसी खास दफ्तर या फिर किसी खास व्यक्ति को दी गई है। अब उस कच्ची डायरी में दर्ज नामों को देखकर जांच करने वाले अफसरों को पसीना आ रहा है। अगर खुलासा करते हैं तो भी नपेंगे और नहीं करते हैं तो आने वाले समय में किसी भी वक्त ये नाम उनके खिलाफ एक्शन की वजह बन सकते हैं। बताया जा रहा है कि कुछ खास लोगों को भनक भी लग गई है कि कच्ची डायरी में उनका नाम दर्ज है। धीरे-धीरे अन्य लोगों तक भी इसकी सुगबुगाहट पहुंच गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस कच्ची डायरी का क्या हश्र होता है। डायरी गायब होती या फिर पन्ने या फिर ईमानदारी के साथ क्रशर स्वामी से पूछताछ की जाती है कि आखिर किस काम के ऐवज से यह रकम अदा की गई है। 

ईडी के लिए हो सकता है जांच का विषय
देहरादून में प्रवर्तन निदेशालय की निगाहें इस समय कुछ बिल्डरों और ज्वैलर्स पर तिरछी हैं और ईडी इनकी गंभीरता से जांच कर सकता है। कानून के जानकारों का मानना है कि स्टोन क्रशर ने बरामद कच्ची डायरी भी ईडी के लिए जांच का विषय हो सकती है, क्योंकि यह रकम वैध रूप से तो दी नहीं गई होगी। कहीं न कहीं इसे ब्लैक मनी कहा जा सकता है और ईडी को ऐसे मामलों की जांच का अधिकार है। अगर ऐसा हुआ तो उत्तराखंड में भूचाल सा आ सकता है।   

दून क्लब का मामला अब कोर्ट में कथित घोटाले के आरोपियों ने लगाई एजीएम रोकने की गुहार
  • 13 मई को अदालत में होगी इस मामले की सुनवाई, आरोपियों पर दंड तय करने को एजीएम 16 मई को

uttrakhand news
देहरादून,11 मई (निस) । शहर की शान समझा जाने वाला दून क्लब इस दिनों खासी सुर्खियों में है। इस क्लब के दो पूर्व पदाधिकारियों पर कथित रूप से क्लब के पैसे में घोटाला करने का आरोप लगा है। इन दोनों पर दंड तय करने को 16 मई को क्लब की एजीएम बुलाई गई है। इधर दोनों आरोपियों ने इस एजीएम को रोकने के लिए अदालत की शरण ली है। अदालत में इस मामले की सुनवाई 13 मई को होगी। दून क्लब का सदस्य होना शान की बात समझी जाती है। तमाम बड़े लोग इस क्लब के सदस्य हैं तो तमाम पैसे वाले सदस्यता के लिए लाइन में हैं। बताया जा रहा है कि क्लब की कार्यकारिणी स्पेस का अभाव बताकर नए सदस्य बनाने के मूड में नहीं हैं। हां, कुछ खास प्रभावशाली लोगों को समय-समय पर सदस्यता दी भी जाती रही है। यह क्लब पिछले कुछ समय से खासी सुर्खियों में हैं। इसकी वजह क्लब के सदस्य ही है। सूत्रों ने बताया कि नई कार्यकारिणी ने क्लब के दो निवर्तमान पदाधिकारियों विशाल बोरा और राजीव शर्मा पर घोटाले की आरोप लगाया है। कार्यकारिणी ने जांच के बाद पाया कि इन दोनों ने क्लब के बाथरूम के रिनोवेशन में 10 लाख का घोटाला किया है। इस घोटाले की जांच रिपोर्ट सभी सदस्यों को भेजी गई है। इस मामले में अगले एक्शन के लिए 16 मई को क्लब की सालाना आम सभा (एजीएम) भी बुलाई गई है। इसी एजीएम में तय होगा कि क्लब के पैसे का घोटाला करने वालों के खिलाफ क्या एक्शन लिया जाए। सूत्रों ने बताया कि क्लब की मौजूदा कार्यकारिणी के इस एक्शन को दोनों पूर्व पदाधिकारी पचा नहीं पा रहे हैं। यही वजह है कि दोनों ने 16 मई को होने वाली एजीएम को रोकने के लिए अदालत की शरण ली है। अदालत ने इस मामले की सुनवाई के लिए 13 मई की तारीख तय की है। जाहिर है कि अब 16 मई को होने वाली एजीएम का भविष्य अदालत के फैसले से तय होगा। देखने वाली बात यह होगी कि अदालत दोनों आरोपी पूर्व पदाधिकारियों के तर्कों से सहमत होकर एजीएम पर रोक लगाती है या फिर याचिका खारिज करके एजीएम पर कोई फैसला सुनाती है। मामले के अदालत में जाने से साफ हो गया है कि दून क्लब में सबकुछ सामान्य नहीं चल रहा है। कुछ सदस्य इसे गुटबाजी का नतीजा करार दे रहे हैं तो कुछ का कहना है कि क्लब में इन दिनों वर्चस्व की जंग छिड़ी हुई है। यह देखना भी बेहद दिलचस्प होगा कि इस प्रतिष्ठित संस्था का यह विवाद आगे चलकर क्या रंग लेता है।

‘‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’’ के तहत तीन बसों को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना
  • अंर्तजनपदीय पर्यटन को बढ़ावा देना है इस यात्रा का उद्देष्य: मुख्यमंत्री

uttrakhand news
देहरादून,11 मई (निस)। ‘‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’’ योजना से लाभान्वित बुजुर्गों को वर्ष 2014 के बाद फिर से चारधाम व अन्य तीर्थ स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। बीजापुर हाउस में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ‘‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’’ के तहत तीन बसों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य बुजुर्गों का सम्मान व राज्य के भीतर अंर्तजनपदीय पर्यटन को बढ़ावा देना है। बीजापुर हाउस में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यात्रा पर जा रहे बुजुर्गों को माला पहनाकर सम्मानित किया। एक बस में 30 बुजुर्ग गंगोत्री धाम के लिए जबकि दो बसों में 64 बुजुर्ग बदरीनाथ धाम के लिए रवाना किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत अरमान से यह योजना प्रारम्भ की गई है। इस वर्ष 20 से 25 हजार बुजुर्गों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। धीरे-धीरे इस योजना को और अधिक विकसित किया जाएगा। वर्ष 2017 से नए लोगों के साथ ही इस योजना के तहत यात्रा कर चुके बुजुर्गों को फिर से यात्रा कराई जाएगी।  मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उŸाराखण्ड के लोग दूसरे राज्यों के लोगों की तुलना में राज्य के भीतर बहुत कम घूमने के लिए जाते हैं। हम चाहते हैं कि राज्य के एक जिले के लोग दूसरे जिलों में घूमने जाएं। इससे एक-दूसरे के बारे में परिचित होने का अवसर मिलेगा, क्षेत्रीय व सांस्कृतिक समन्वय बढ़ेगा और राज्य की अर्थव्यस्था भी गतिशील होगी। अपने राज्य के भीतर भ्रमण करना लोगों की आदत बन जाए। यह योजना वर्षभर चलेगी और इसमें पीरान कलियर, नानकमŸाा, जागेश्वर, मदमहेश्वर, छोटा कैलाश आदि अन्य तीर्थस्थलों को भी शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उŸाराखण्ड उतना ही सुरक्षित है जितना कि कोई अन्य प्रदेश। इस वर्ष बड़ी संख्या में देश विदेश के श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए हैं। उनके द्वारा राज्य सरकार के प्रयासों को सराहा गया है। यात्रा पर जा रहे बुजुर्गों का उत्साह देखते ही बनता था। उनका कहना था इस तरह की योजना के तहत अपनी ही उम्र के लोगों का साथ मिल रहा है। परिवार के लोगों के साथ जाने की बजाय इसमें अधिक आनंद आ रहा है। बच्चों के पास इतना समय भी नहीं होता है कि हमें तीर्थ करवाने ले जा सकें। मुख्यमंत्री हरीश रावत व राज्य सरकार ने हमें बहुत सम्मान दिया है। यात्रा पर जा रहे श्री गीता प्रसाद नैलवाल का कहना था ‘‘सरकार ने बुजुर्गों का सम्मान किया है। उम्मीद है कि इसे आगे भी जारी रखा जाएगा। मुख्यमंत्री हरीश रावत की इस पहल की प्रशंसा की जानी चाहिए।’’ 75 वर्षीय बुजुर्ग श्री एचआरएस शर्मा ने कहा ‘‘सरकार ने बहुत बढि़या व्यवस्था की है। बच्चों से भी उतना आदर नहीं मिलता है जितना सरकार कर रही है। किसी भी अन्य राज्य ने अपने बुजुर्गों के लिए इस प्रकार दिल नहीं खोला है।’’ इस अवसर पर पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, उपाध्यक्ष जीएमवीएन विशाल डोभाल, सचिव पर्यटन डा.उमाकांत पंवार, अपर सचिव आशीष जोशी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे। 
Viewing all 74203 articles
Browse latest View live




Latest Images