नगर निगम शिमला की मतदाता सूचियों का प्रारूप कार्यक्रम
शिमला,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। राज्य निर्वाचन आयोग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि आयोग ने उपायुक्त शिमला को नगर निगम शिमला की मतदाता सूची का प्रारूप तैयार करने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। इन मतदाता सूचियों का प्रारूप भारत निर्वाचन आयोग के प्रथम जनवरी, 2015 तक अद्यतन डाटा बेस के अनुसार किया जाएगा। इस प्रक्रिया के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पंजीकृत किए गए नये मतदाताओं को उनके सम्बन्धित नगर निगम वार्ड व मतदाता केन्द्र में रखा जाएगा तथा इसके अतिरिक्त शिमला नगर निगम क्षेत्र से मृत एवं स्थानान्तरित मतदाताओं के नामों को हटाया जाएगा। इसके साथ सभी मतदाताओं के फोटो पहचान पत्र संख्या को भी मतदाता सूची में दर्शाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन मतदाताओं के नाम नगर निगम क्षेत्र में एक से अधिक वार्डों से पंजीकृत होंगे अथवा जिनके नाम नगर निगम शिमला के अतिरिक्त किसी अन्य पंचायत अथवा शहरी निकाय में दर्ज होंगे, ऐसे मतदाताओं को नोटिस जारी कर सात दिन के भीतर एक ही जगह नाम पंजीकृत करने के लिए उपायुक्त शिमला द्वारा विकल्प दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पंचायती राज अधिनियम, हिमाचल प्रदेश नगर निगम (निर्वाचन) नियम व हिमाचल प्रदेश नगरपालिका (निर्वाचन) नियम के प्रावधानों के अन्तर्गत किसी भी मतदाता का दोहरा पंजीकरण अवैध है। प्रत्येक वार्ड की प्रारूप मतदाता सूचि तैयार होने पर इसे मतदाताओं से दावे व आपतियां आमंत्रित करने के लिए प्रकाशित किया जाएगा, जिसके लिए आयोग अलग से कार्यक्रम जारी करेगा। आयोग ने उपायुक्त शिमला को 10 जून, 2015 तक प्रारूप मतदाता सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
अधिक समर्पण से रोगियों की सेवा करें नर्सें: श्री वीरभद्र सिंह
शिमला,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने सिस्टर निवेदिता नर्सिंग कॉलेज शिमला में सप्ताह भर चले अन्तरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस समारोह के समापन अवसर पर अपने सम्बोधन में नर्सों से अस्पतालों में रोगियों के साथ विनम्रता से पेश आने और पूर्ण समर्पण के साथ रोगियों की सेवा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नर्सों को फलोरेंस नाइटेंगल के आदर्शों का अनुसरण करना चाहिए जो शांति, प्रेम और मानवता का प्रतीक मानी जाती हैं। उन्होंने कहा कि फलोरेंस नाइटेंगल केवल एक नर्स ही नहीं बल्कि समाज सुधारक भी थीं, जिन्होंने मानवता की सेवा के लिए अपना सारा जीवन समर्पित किया और नर्सिंग पेशे को भी एक नया स्वरूप दिया।मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में नर्सिंग एक सम्मानजनक व्यवसाय पेशा है। कांग्रेस सरकार ने नर्सिंग के महत्व को ध्यान में रखते हुए सिस्टर निवदेदिता नर्सिंग स्कूल आरंभ किया और भारत सरकार से इसे इसे नर्सिंग कॉलेज का दर्जा प्रदान करवाने में सरकार कामयाब रही है। चिकित्सा क्षेत्र में नर्सों की भूमिका को देखते हुए सरकार कोशिश कर रही है कि नर्सों की संख्या बढ़ाई जाए और वे उच्च स्तर का प्रशिक्षण भी प्राप्त करें। इस कॉलेज से हर साल 60 नर्सें प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं जबकि 30 सीटें स्टाफ नर्सों के लिए रखी गई हैं ताकि वे उच्च प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें।उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला को प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सेवा योजना के अंतगर्त शामिल किया गया है। यह उत्तर भारत के अग्रणी संस्थानों में शामिल है और सरकार प्रयास कर रही है कि यहां स्वास्थ्य सेवाओं का और विस्तार हो ताकि प्रदेश के लोगों को इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत ही नहीं पड़े।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस अस्पताल का एक नया परिसर घणाहटी में बनाने का फैसला किया है। यहां 100 बिस्तरों का अस्पताल बनाया जाएगा ओर इस परिसर में डेंटल और नर्सिंग कॉलेज स्थानांतरित करने पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिलासपुर जि़ले में शीघ्र ही एम्स स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा, नाहन, चम्बा और हमीरपुर में तीन चिकित्सा महाविद्यालय भी स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नेरचौक स्थित ईएसआई अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज को अपने अधीन लेने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कॉलेज काफी संख्या में खुल रहे हैं और सरकार यह सुनिश्चित बनाएगी कि इन कॉलेजों में उचित प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। सरकार की कोशिश है कि लोगों को उनके घरों के नजदीक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं। इसके लिए जहां राज्य और जिला स्तर के अस्पतालों में सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है, वहीं उन दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य संस्थान खोले जा रहे हैं जहां अभी यह सुविध उपलब्ध नहीं है। इसी प्रकार विशेषज्ञ डाक्टरों, चिकित्सा अधिकारियों, नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ के पद सृजित एवं भरे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार डेंटल कॉलेज शिमला के समीप नर्सिंग टीचिंग ब्लॉक स्थापित करने पर भी विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में डिजीटल एक्स रे मशीन खरीदने के लिए 80 लाख रुपये और मेमोग्राफी मशीन के लिए 2.78 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार रोगी कल्याण समितियों के अन्तर्गत अनुबंध पर कार्यरत नर्सों को नियमित करने पर विचार करेगी, क्योंकि उन्हें कई वर्षों के सेवाकाल के उपरांत भी पदोन्नति का लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर एसोसियेशन की स्मारिका का विमोचन भी किया। एसोसियेशन की प्रधान श्रीमती भावना ठाकुर ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उनसे रोगी कल्याण समितियों के अन्तर्गत कार्यरत नर्सों को नियमित करने के लिए नीति बनाने का आग्रह किया। संगठन सचिव तेजिन्द्र कुमारी ने भी इन नर्सों के नियमितीकरण के लिए ठोस नीति तैयार करने का आग्रह किया। राजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष श्री एस.एस. जोगटा ने भी नर्सिंग एसोसियेशन की मांगों का समर्थन किया। एसोसियेशन की महा सचिव कल्पना रचैक ने नर्सिंग छात्राओं को भत्ता प्रदान करने का आग्रह किया। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री की महाराणा प्रताप जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई
धर्मशाला, ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह और मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने महाराणा प्रताप जयन्ती के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।श्री कल्याण सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप एक बहादुर एवं शूरवीर यौद्धा थे जिन्होंनेे मेवाड़ की सेना को मजबूत करने के लिये युवाओं को प्रशिक्षित किया और स्वाधीनता की लड़ाई लड़ी। राज्यपाल ने कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन युवा पीढ़ी को पराक्रम, आत्मसम्मान एवं देशभक्ति जैसे आचरण की प्रेरणा देता है।मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि महाराणा प्रताप एक सच्चे देशभक्त थे जिन्होंने बहादुरी एवं साहस के साथ अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका बलिदान लोगों को किसी भी परिस्थिति में देश की एकता एवं अखण्डता को बनाए रखने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि हमें इस महान् नायक पर गौरव है और उनका देशप्रेम हमेशा याद किया जाएगा।
आपदा प्रबंधन में स्थानीय नागरिकों की सहभागिता अत्यंत आवश्यक: राणा
धर्मशाला, ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। प्रभावी आपदा प्रबंधन के लिए स्थानीय नागरिकों की सहभागिता अत्यंत आवश्यक रहती है यह जानकारी जिला आपदा प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह राणा ने दी। श्री राणा ने कहा कि सरकार एवं स्थानीय प्रशासन किसी भी आपदा के समय बचाव कार्यों को पूर्ण करने में सक्षम नहीं हो पाते जब तक स्थानीय लोगों की सहायता इन बचाव कार्यों में न ली जाए। उन्होंने कहा कि संबधित क्षेत्र के युवाओं भूतपूर्व सैनिकों एवं अन्य अर्ध सैनिक बलों के सेवा निवृत स्थानीय निवासियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, युवक मंडलों के अतिरिक्त स्थानीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन का विशेष प्रशिक्षण प्रदान कर के आपदाओं से निपटने के लिए इनकी सेवाएं प्रभावी सिद्ध हो सकती है। श्री राणा ने बताया कि प्रदेश सरकार आपदा से हुए माली नुकसान की भरपाई के लिए उदारता से धनराशि उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि गत वितिय वर्ष में जिला के लिए 11 करोड़ 16 लाख रूपये की राशि उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी प्रभावितों को मुख्य धारा में जोडऩे के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाने में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला में घटित होने वाली आपदा की सूचना एवं आपदा से हुए किसी भी प्रकार की क्षति की पूर्ण सूचना समय पर उपलब्ध करवाना संबंधित अधिकारियों का दायित्व है ताकि प्रभावितों को तत्काल सहायता उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन समिति के माध्यम से प्रत्येक उपमण्डल में आपदाओं से निपटने के लिए आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने के लिए उपमण्डल अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है तथा उनसे वर्तमान परिवेश में वांछित अत्यआधुनिक उपकरणों के संबंध में समय पर अपनी मांग बोर्ड के समक्ष भेजने को कहा गया है। उपाध्यक्ष ने बताया कि जिला कांगड़ा भूकंप जैसी आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र आंका गया है अत: अन्य जिलों की अपेक्षा यहां प्रशिक्षित स्वयंसेवियों की ज्यादा संख्या होनी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक जिला से 30-30 गृह रक्षक आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण प्राप्त करें। इस दृष्टि से जिला कांगड़ा में इस अनुपात से कम से कम 60 गृह रक्षक प्रशिक्षित होने आवश्यक है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इनके शीघ्र प्रशिक्षण कैंप आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस दृष्टि के मध्य नजर प्रदेश सरकार जिला कंागड़ा में नैशनल डिसास्टर रिसपोंस फोर्स का मुख्यालय स्थापित करने केे लिए केन्द्र सरकार से मामला उठा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन को सरकारी जगह का चयन करने के लिए निर्देशित किया गया है। इस अवसर पर जिला आपदा प्रबंधन समिति अध्यक्ष एवं उपायुक्त कांगड़ा पालरासु ने समिति द्वारा जिला में की जा रही विभिन्न तैयारियों का विस्तृत ब्यौरा देते हुए बताया कि आने वाले बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए जिला में संभावित किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए संबंधित विभागों को पूर्व में तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। विशेष रूप से लोक निर्माण विभाग, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हर समय स्तर्क रहने के लिए कहा गया है। लोक निर्माण विभाग को संभावित आपदा क्षेत्रों को चिन्हित करने के लिए एवं ऐसे क्षेत्रों के समीप आवश्यक उपकरण उपलब्ध रखने के लिए निर्देश दिए गए है जबकि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम को जिला के 16 अति संवेदनशील क्षेत्रों जहां बरसात के मौसम में सडक़ मार्ग बाधित रहते हैं में 25 जून तक 2 माह का खाद्यान पूर्व में पहुंचाने एवं उसके संरक्षण के लिए कहा गया है। जिला मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जो कि प्रात: 8 से रात्रि 10 बजे तक अपनी सेवायें प्रदान करेगा में दूरभाष स्थापित किए गए हैं जो जिला के किसी भी कोने में होने वाली आपदा की सूचना तत्काल जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाएंगें। जिला में एक एएसआई की अध्यक्षता में 10 पुलिस जवान एवं 12 होमगार्ड के जवानों की टोली आपदा स्थल पर तत्काल भेजने के लिए संरक्षित रखने का प्रावधान किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि जिला में बरसात के मौसम में सडक़ मार्गों की तत्काल बहाली के लिए 4 करोड़ 65 लाख रूपये का प्रपोजल राज्य सरकार को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि उपमण्डल स्तर पर संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि वह किसी भी आपदा के समय तत्काल बचाव के अतिरिक्त प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता उपलब्ध करवायें। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सुदेश मौख्टा, एडीएम बलवीर ठाकुर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार सहित विभिन्न उपमंडलों के उपमंडला अधिकारी, भारतीय सेना एवं एसएसबी के प्रतिनिधि तथा जिला आपदा प्रबंधन समिति के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।
प्रतिस्पर्धा के इस युग में विद्यार्थियों का स्र्वांगीण विकास नितांत आवश्यक: अग्निहोत्री
- हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय का तृतीय वार्षिक पारितोषिक समारोह आयोजित
धर्मशाला, ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। प्रतिस्पर्धा के इस युग में विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए। खेलों से मानसिक व शारीरिक विकास होता है। वहीं पर आपसी भाईचारा व प्रतिस्पर्धा की भावना उत्पन्न होती है। यह उद्गार हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो0 डॉ0 कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने हिमचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के तृतीय वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह "उड़ान-2015"शाहपुर में व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय 20 जनवरी, 2010 को कुलपति के कार्यभार संभालने के साथ केन्द्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 के तहत आरंभ हुआ। इस समय विश्वविद्यालय अपने स्वर्णिम पांच वर्ष पूरे कर चुका है। उन्होंने बताया कि इस थोड़े समय में विश्वविद्यालय के आकार और स्तर दोनों दृष्टियों से बहुत सारी उपलब्धियां प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय में 2010 में 124 विद्यार्थियों ने प्रवेश किया तथा इस समय विश्वविद्यालय में 778 विद्यार्थी प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे हैं। जिन में 128 शोधार्थी भी शामिल है। उन्होंने बताया कि अगले सत्र में लगभग 1000 विद्यार्थी प्रवेश पायेंगें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 में 2 अध्यापकों के साथ विश्वविद्यालय शुरू हुआ था। अब उनकी संख्या बढ़ कर 67 हो चुकी है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के विजन के अनुरूप देश के कोने-कोने से आये हुए योग्य और अनुभवी अध्यापक अत्यंत कर्तव्य और निष्ठा से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जिसमें विश्वविद्यालय के विकास में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावास की व्यवस्था की है साथ ही छात्र और छात्राओं के आने जाने के लिए परिवहन की सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाती है। इसक अतिरिक्त रेलवे किराये में छूट आदि की सुविधाएं भी विश्वविद्यालय की ओर से दी गई है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय अध्यादेश के अनुसार स्टूडेंट कौंसिल की स्थापना की गई है। जिसके सदस्य छात्र विश्वविद्यालय की विभिन्न कमेटियों में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। जिनमें कल्चर, स्पोर्टस, ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट, हॉस्टल मैनेजमेंट, कैंटीन, स्टूडेंट ग्रेवयिंस कमेटी आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त पिछले एक वर्ष में खेल संबंधी गतिविधियां भी विश्व विद्यालय के परिसर में समय-समय पर आयोजित करवाई जाती है जिनमें बैंडमिटन, शतरंज, बॉस्केटबॉल, बॉलीबॉल, क्रिकेट, टेबल-टेनिस, कैरम जिनमें मुख्य है। केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रशिणार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रो0 एचआर शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया व विश्व विद्यालय की गतिविधियों के बारे विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा शिक्षा के साथ-साथ खेल गतिविधियों में उत्कृष्ट विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ती पत्र दे कर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रो0 योगेन्द्र सिंह वर्मा, प्रो0 रोशन लाल, डॉ0 आशीष, जोगिन्द्र वर्मा, सुश्री मनप्रती के अलावा गणमान्य लोग उपस्थित थे।
केवल सिंह पठानिया 20 मई को कांगड़ा में
धर्मशाला, ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। वन निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया 20 मई को प्रात: 11:00 बजे कांगड़ा में राजपूत कल्याण सभा कांगड़ा द्वारा आयोजित ‘‘महाराणा प्रताप जंयती’’ में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगें ै। इसके उपरांत वह एचपीएसएफडीसीएल कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगें। 22 मई को श्री केवल सिंह शाहपुर विधान सभा क्षेत्र के दरिणी में प्रात: 11 बजे उपतहसील का उद्घाटन करेगें। 24 मई को वह शाहपुर विधान सभा क्षेत्र के गढ़माता मंदिर कमेटी द्वारा आयोजित जन समारोह में भाग लेगें तथा लोगों की समस्याएं सुनेगें।
आईसीएससी परीक्षा में स्वपनिल जिला में प्रथम
धर्मशाला, ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। मांऊट कारमेल सीनियर सेकन्डरी स्कूल, गग्गल की छात्रा स्वपनिल गौतम ने आईसीएससी की दसवीं की परीक्षा में अपने स्कूल तथा जिला कांगड़ा में प्रथम स्थान अर्जित कर अपनी धाक जमाई है। स्वपनिल ने इस परीक्षा में कुल 97 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपने माता-पिता तथा स्कूल का नाम रोशन किया है। स्वपनिल ने इस परीक्षा में गणित में 99, कम्प्यूटर में 98, विज्ञान में 97 और हिन्दी तथा अंग्रेजी में 95-95 अंक हासिल किए। स्वपनिल के पिता श्री रतन गौतम हिमाचल प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हैं और वर्तमान में कुल्लु जिला में बतौर जिला पर्यटन विकास अधिकारी के पद पर तैनात हैं। स्वपनिल की मां डॉ0 मनू गौतम कुल्लु के जिला अस्पताल में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पद पर तैनात हैं। अपने जीवन को मानवता की सेवा में अर्पित करने की मंशा रखने वाली स्वपनिल डॉक्टर बन कर, चिकित्सा के क्षेत्र में नाम कमाना चाहती है।
जौड़े अम्ब पंचायत में हुए 65 लाख रूपये के विकासात्मक कार्य: इन्द्रदत्त लखनपाल
हमीरपुर, ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। बड़सर विधान सभा के हर क्षेत्र में बिना भेदभाव समान विकास किया जा रहा है। ग्राम पंचायत जौड़े अम्ब में विगत ढ़ाई वर्षों में विभिन्न विकासात्मक कार्यों पर 65 लाख रूपये व्यय किये गये। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव (ग्रामीण विका) इन्द्रदत्त लखनपाल ने आज राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत जागरूत शिविर में एकत्रित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि पशु पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो घर में रोजमर्रा कार्यों के अलावा कृषि को भी बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि बेरोज़गार युवा दुग्ध उत्पादन , मुर्गी पालन आदि व्यवसाय अपना कर रोज़गार के साधन जुटा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की हित के लिये अनेक कल्याणकारी योजनाएं संबन्धित विभागों के माध्यम से चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का दायित्व है कि प्रत्येक योजना , कार्यक्रम और नीतियां लोगों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि समय-समय पर विभागों द्वारा जागरूता शिविरों का आयोजन कर लोगों को उनके घर द्वार पर योजनाओं की जानकारी मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस प्रकार के शिविरों में भाग लेकर योजनाओं का लाभ प्राप्त करें। उन्होंने विभिन्न विभागों से आए अधिकारियों से भी आह्वान किया कि वे सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी जनता के घर द्वार पर पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि पात्र लोगों तक इनका लाभ पहुंच सके। जिला परिषद् सदस्य अरविन्द कौर डोगरा , स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधान कांशी राम ने भी इस मौक पर अपने विचार व्यक्त किये। वरिष्ठ पशु चिकित्साअधिकारी डॉ0 संजीव कालिया तथा डॉ0 सुनील शर्मा ने पशुओं के रहने के स्थान के रख-रखाव, गर्भावस्था में पशु को दिये जाने वाल आहार तथा उनमें पाई जाने वाली सामान्य बीमारियां, पशुओं का टीकाकरण, गर्भ धारण, गल घोटू बीमारी और भेड़ पालक बीमा योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। शिविर में किसानों द्वारा पशुओं के संबन्ध में उठाई गई समस्याओं का भी चिकित्सकों ने समाधान किया । इस मौक पर बाबू राम, सतीश कुमार, आत्मा राम, अमीं चंद शर्मा, पं0 तुलसी राम, सतीश बनियाल, संसार चंद के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
निजी बस मालिकों और आर.एम.एचआरटीसी के साथ बैठक 22 मई को
हमीरपुर ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। जिला के समस्त निजी बस मालिकों और क्षेत्रीय प्रबन्धक एचआरटीसी के साथ 22 मई को 11 बजे आरटीओ कार्यालय में बैठक आयोजित की जाएगी। यह जानकारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी किशारी लाल ने दी। उन्होंने बताया कि बैठक में रविवार और अन्य राजपत्रित/ सरकारी छुटिटयों के दौरान बसेें न चलाए जाने बारे और परिवहन से सम्बन्धित अन्य मुदों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने समस्त निजी बस चालकों से कहा है कि बैठक में निर्धारित समय स्थान पर व्यक्तिगत रूप से भाग लेना सुनिश्चित करें, ताकि जन समस्याओं का समाध्धन सुनिश्चित किया जा सके।
11वीं व 12वीं कक्षा में प्रवेश 23 मई तक : संख्यान
हमीरपुर, ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। उप शिक्षा निदेशक, उच्चतर सोम दत्त संख्यान ने जिला के समस्त राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के प्रधानाचार्यों से कहा है कि जो विद्यार्थी 11वीं व 12वीं कक्षाओं में पढ़ रहे हैं व किन्हीं कारणवश पाठशाला में दाखिल लेने से बंचित हो गये हैं, उन समस्त छात्र/छात्राओं को 10 रूपये लेट फीस के साथ 23 मई तक प्रवेश देना सुनिश्ति करें।
पशु पालन अपनाएं और आर्थिकी सुदृढ़ बनाएं : प्रेम कौशल
हमीरपुर, ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। मण्डी समिति अध्यक्ष प्रेम कौशल ने मंगलवार को भोरंज उपमण्डल के तहत ग्राम पंचायत लगमनवीं में पशु पालन विभाग द्वारा राष्ट्रीय विकास योजना के तहत आयोजित शिविर में उन्नतशील किसानों को 100 किटें वितरित कीं। इस मौक पर संबोधित करते हुए उन्होंने किसानों को आधुनिक तकनीक से कृषि करने और पशु पालन व्यवसाय को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया । उन्होंने कहा कि इससे जहां कृषि उत्पादन में बृद्धि होगी वहीं पशु पालन व्यवसाय से दुग्ध उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने लोगों से आहवान किया कि वे बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ कृषि करने के लिये खेतों में लेकर जाएं ताकि उनकी खेतीवाड़ी में भी रूचि पैदा हो। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत कृषि, भेड़-बकरी और मुर्गी पालन योजना तथा स्वयं सहायता समूह गठित कर विभिन्न प्रकार कर उत्पादन तैयार कर लाभान्वित होकर पारिवारिक स्थिति मजबूत कर रही हैं। इस मौके पर वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ सतीश वर्मा, डॉ राकेश कुमार, डॉ के.एल. शर्मा ने विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी तथा लोगों को इन योजनाओं का लाभ लेने का आग्रह किया । इस अवसर पर पंचायत प्रधान लगमनवीं फूला देवी, उप प्रधान प्रेम चंद, पंचायत प्रधान लुद्दर महादेव संमुजला देवी, उप प्रधान वाहनवीं रोशन लाल, वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता अमरजीत रांगड़ा ,एपीएमसी सदस्य देवी राज, पूर्व प्रधान लगमनवीं मेहर सिंह के अलावा अन्य उपस्थित थे।
हमीरपुर जिला के साठ प्राइमरी स्कूलों का होगा बेस लाइन सर्वे
- शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित एसडीएम भी करेंगे स्कूलों का निरीक्षण
- डाइट गौना में लर्निंग लेवल की जांच के लिए अधिकारियों को दिया प्रशिक्षण
हमीरपुर ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। हमीरपुर जिला के प्राथमिक पाठशालाओं में शिक्षा के स्तर की गुणवत्ता जांचने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित अब उपमंडलाधिकारी भी नियमित तौर पर निरीक्षण करेंगे ताकि सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार लाया जा सके। यह जानकारी उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने मंगलवार को जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र गौना में ट्रेनिंग कैंप के समापन के उपरांत दी। प्रथम चरण में जिला के साठ स्कूलों में 21 मई से 24 मई तक लर्निंग लेबल के बारे में बेस लाइन सर्वें भी किया जाएगा। इन स्कूलों के शिक्षकों को डाइट में ट्रेनिंग भी दी गई है। उन्होंने बताया कि स्कूलों में शिक्षा के स्तर को लेकर अप्रैल माह में एक सर्वे करवाया गया जिसमें प्रत्येक ब्लाक से छह-छह स्कूलों में प्रथम नामक एजेंसी के माध्यम से करवाया गया। सर्वे में विद्यार्थियों में पाई गई कमियों के आधार पर ही हमीरपुर जिला प्रशासन ने जिला के प्राथमिक पाठशालाओं के शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए प्लान तैयार किया गया जिसके तहत 16 से 19 मई तक जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र गौना में शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग कैंप लगाया गया। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि हमीरपुर जिला में प्राथमिक स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर जिला प्रशासन द्वारा करवाए गए सर्वे में राजकीय प्राथमिक पाठशाला समीरपुर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला ज्योली देवी, राजकीय प्राथमिक पाठशाला दांदडू, राजकीय प्राथमिक पाठशाला हथोल के विद्यार्थियों को अव्वल आंका गया है। इन स्कूलों के शिक्षकों के प्रयासों की सराहना करते हुए उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि अन्य स्कूलों के शिक्षकों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने देते हुए बताया कि जिला प्रशासन ने जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से तृतीय तथा चतुर्थ कक्षा के विद्यार्थियों का हिंदी का अक्षर, शब्द ज्ञान तथा गणित के जमा, घटाव, गुणा तथा भाग, अंग्रेजी के एल्फावेट, अनुवाद को लेकर आकलन किया गया है। उन्होंने बताया कि सर्वे रिपोर्ट में इंगलिश रिडिंग, गणित में भाग तथा घटाव के साथ साथ अनुवाद में विद्यार्थियों को ज्यादा अभ्यास करवाने की जरूरत पर बल दिया गया है। उपायुक्त ने बताया कि सर्वे रिपोर्ट के आधार पर सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए विशेष प्लान तैयार किया गया है, इस के लिए शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक चरण में हिंदी तथा गणित विषय की कमियों को लेकर शिक्षकों को आवश्यक ट्रेनिंग दी गई है जबकि अगस्त माह में अंग्रेजी विषय की कमियों को दूर करने के लिए ट्रेनिंग का प्लान तैयार किया गया है। इस अवसर पर सभी उपमंडलों के एसडीएम सहित उपशिक्षा निदेशक इंद्र जीत, प्रिंसिपल डाइट जगदीश कौशल अधिकारी तथा सभी ब्लाकों के सेंटर हेड टीचर उपस्थित थे।
पहल: स्कूलों में निरीक्षण के लिए शेड्यूल तैयार
हमीरपुर ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। हमीरपुर जिला में स्कूलों के निरीक्षण का शेड्यूल भी तैयार कर लिया गया है इसके साथ ही जिन साठ स्कूलों के टीचरों को पहले चरण में ट्रेनिंग दी गई है, इन अध्यापकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में तैनात किया जाएगा तथा अन्य तीन सौ स्कूलों के शिक्षकों को चरणबद्व तरीके से ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि सभी स्कूलों के व्रिद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा का प्रावधान किया जा सके। यह जानकारी उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने उपमंडलाधिकारियों एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के लिए आयोजित एक दिवसीय वर्कशाप में बतौर मुख्यातिथि दी। इस वर्कशाप में उपमंडलाधिकारियों एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों में निरीक्षण के दौरान बच्चों के लर्निंग लेवल चेक करने बारे जानकारी मुहैया करवाई गई। इसमें विशेष तौर पर गणित तथा हिंदी भाषा के बारे में विद्यार्थियों के लर्निंग लेवल को चेक करने के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
हिमाचल प्रदेश में महिला अपराधों में कमी आ रही है-डीजीपी
- पुलिस चौकी पंडोगा के नवर्मित भवन के उदघाटन अवसर पर बोले संजय कुमार
ऊना, 19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। हिमाचल प्रदेश पुलिस के महानिदेशक संजय कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में महिला अपराधों में कमी आ रही है। संजय कुमार आज हरोली विधानसभा क्षेत्र के पंडोगा में लगभग 59 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित पुलिस चौकी के भवन का उदघाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा व सशक्तिकरण के लिए पुलिस प्रशासन ने कई अहम कदम उठाए हैं। जिसमें शिकायत दर्ज करवाने के लिए एसएमएस की सुविधा, त्वरित कार्य बल, हेल्पलाईन, वॉयस मेल सहित ऑन लाईन शिकायत की सुविधा शामिल है। उन्होने बताया कि हिमाचल प्रदेश में तीन महिला पुलिस थानों की स्थापना कर दी गई है तथा चालू वित वर्ष के दौरान दो नए महिला पुलिस थाने खोलना प्रस्तावित है। संजय कुमार ने कहा कि प्रदेश में स्कूली छात्राओं के सशक्तिकरण के लिए कोर्स चलाया जा रहा है जिसके तहत अब तक प्रदेश की लगभग एक लाख स्कूली छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण मुहैया करवाया गया है। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत भी शिक्षा विभाग के साथ मिल कर स्कूली छात्राओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के लिए अच्छे से अच्छा माहौल बने इसके लिए प्रदेश पुलिस लगातार प्रयासरत है। डीजीपी ने कहा कि समाज में पुलिस व लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सामुदायिक पुलिस योजना के तहत अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिसमें स्कूलों से लेकर समाज के बुजुर्ग लोगों तक कई कार्यक्रम शामिल हैं। उन्होने कहा कि पुलिस व समाज के लोग मिल बैठकर ही समाज की विभिन्न समस्याओं को हल कर सकते हैं। साथ ही लोगों विशेषकर स्कूली बच्चों को पुलिस की कार्य प्रणाली से रू-ब-रू करवाने तथा पुलिस के प्रति बच्चों में डर की भावना को समाप्त करने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा समय-समय पर कैंप लगाकर बच्चों को अवगत करवाया जाता है। उन्होने प्रदेश की वन सम्पदा को बचाने, अवैध खनन, नशीले पदार्थों के अवैध करोबार सहित अन्य सामाजिक बुराईयों को रोकने के लिए सामाजिक भागीदारी के साथ-साथ आपसी तालमेल पर बल दिया। उन्होने कहा कि जिला ऊना का हरोली क्षेत्र पंजाब राज्य की सीमा के साथ लगा है, ऐसे में आपराधिक घटनाओं के साथ-साथ असामाजिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार प्रयासरत है। पुलिस अधीक्षक ऊना अनुपम शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा जिला पुलिस ऊना द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों से अवगत करवाया। इस अवसर पर ये रहे मौजूद इस मौके पर डीआईजी जीडी भार्गव, डीसी अभिषेक जैन, एसपी अनुपम शर्मा, एडीएम राजेश कुमार मारिया, एएसपी विरेन्द्र ठाकुर, एसडीएम धनवीर ठाकुर, डीएसपी अमित शर्मा, जितेन्द्र चौधरी, अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण विभाग एनके शर्मा, डीएफओ आरके डोगरा, हरोली ब्लाक कांग्रेस के प्रधान रणजीत राणा, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर, हरोली ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा, जिला कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक ठाकुर, जिला कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ0 विजय डोगरा, महिला ब्लॉक कांग्रेस हरोली की प्रधान मधु धीमान, प्रधान कांगड़ पंचायत विनोद विटटू, हथकरघा उद्योग निगम के निदेशक राकेश दत्ता, प्रधान पंडौगा प्रवीण, कैप्टन जगदेव चंद, शिव कुमार सैनी, विजय आंगरा, रामप्रसाद सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों सहित अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।
नेहरू युवा केन्द्र ऊना के पुर्नजागरण रथ को एडीएम ने दिखाई हरी झंडी
- जिला के सौ गांवों में पहुंचकर युवा बताएंगें सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं
ऊना, ,19 मई (विजयेन्दर शर्मा )। नेहरू युवा केन्द्र ऊना द्वारा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से पुर्नजागरण रथ को एडीएम राजेश कुमार मारिया ने आज एमसी पार्क से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस बारे जानकारी देते हुए एडीएम राजेश कुमार मारिया ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न विकासात्मक एवं जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी को जिला के आम लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रशिक्षित युवाओं के दल को आज यहां से रवाना किया गया। उन्होने बताया कि पहला रथ जिला के भरवाईं से सलोह तक चलेगा जो 31 गांवों में जबकि दूसरा रथ अम्ब से संतोषगढ़ तक चलेगा जो 36 गांवों तथा तीसरा रथ जिला के बंगाणा से अजौली तक चलेगा जो 33 गांवों में घूमेगा। उन्होने बताया कि इन रथों में नेहरू युवा केन्द्र ऊना के 50 प्रशिक्षित युवा सरकार की चलाई जा रही विभिन्न विकासात्मक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी को जन-जन तक पहुंचाएंगे। उन्होने इस रथ यात्रा की सफलता की शुभकामनाएं दी तथा आशा व्यक्त की कि जिस उदेश्य से आज यह यात्रा निकली है वह अपने लक्ष्य को हासिल करते हुए लोगों के लाभप्रद सिद्ध होगी। इस मौके पर जिला युवा समन्वयक डॉ0 सांतनु शाह, विजय कुमार भारद्वाज सहित विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों सहित कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।