रात्रि ढाई बजे तक लगा मुख्यमंत्री का दरबार
- जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचायें: मुख्यमंत्री
देहरादून, 7 जून, (निस)। उत्तरकाशी के दौरे पर आए मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार रात देर रात करीब ढाई बजे तक लोगों की समस्याएं सुनते रहे। लोनिवि में लगे जनता दरबार में रात ढाई बजे तक लोग अपनी फरियाद मुख्यमंत्री को सुनाते रहे। इस दौरान कई लोगों की समस्याओं को निराकरण मौके पर ही कर दिया गया। मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार को जनपद के दौरे पर आए थे। देर शाम तक कीर्ति इंटर कॉलेज मैदान में चले कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद शाम आठ बजे से लोनिवि मैदान में जनता दरबार लगा। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जिले के दूर दराज इलाकों से भारी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुटी थी। मुख्यमंत्री ने भी ग्रामीणों को निराश नहीं किया। समस्याएं सुनाने का सिलसिला आधी रात ढाई बजे तक चलता रहा। मुख्यमंत्री ने हर ग्रामीण की समस्या सुनी और मौके पर मौजूद अधिकारियों को समस्या निस्तारण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री हरीश रावत के जनता दरबार में अधिकारी भी खासे परेशान दिखे। आधी रात से ज्यादा गुजरने के बाद भी हरीश रावत पूरी तरह से मैदान में डटे हुए थे तो विभागीय अधिकारियों को भी जवाब देना पड़ रहा था। रात ढाई बजे जनता दरबार खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री ने रात्री विश्राम किया। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तरकाशी भ्रमण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी को उपलब्ध करायें। फिल्ड में जाकर जनता की समस्याओं को सुनें। योजनाओं की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने मेरा गांव मेरा धन योजना, मेरा गांव मेरी सड़क योजना शुरू की है। इन योजनाओं का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। पेंशन योजनाओं का लाभ सभी को मिले इसके लिए गांव-गंाव में कैम्प लगाये जाएं। वन विभाग ध्यान दे कि जंगलों में आग न लगने पाए। आग लगने के बाद प्राकृतिक जल स्रोत प्रदूषित न हो। इसके लिए पेयजल, वन, जल संस्थान, स्वजल आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें। उत्तरकाशी को निर्मल जिला बनाने के लिए शत प्रतिशत शौचालय से आच्छादित कर दिया जाय। वर्ष 2016 तक पूरे जिले में शौचालय निर्माण कर लिया जाए। समाज कल्याण की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिये कि वृद्धा, विधवा, विकलांग पेंशन के अलावा निराश्रित महिलाओं के लिए शुरू की गई पेंशन पर विशेष फोक्स किया जाए। समाज कल्याण की जिन योजनाओं में प्रथम आवात प्रथम पावत हैं, वहां पर अब 80 प्रतिशत आवेदन प्रथम आवत प्रथम पावत तथा शेष 20 प्रतिशत समाज कल्याण अधिकारी के विवेक पर रखा जायेगा। शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सरकार द्वारा ब्लाॅक स्तर पर गेस्ट टीचरों की भर्ती का निर्णय लिया गया है। उत्तरकाशी में भी भर्ती प्रक्रिया में तेजी लायी जाए। पशुपालन व उद्यान विभग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गाय गंगा योजना के तहत लक्ष्य बढ़ाया जाए। दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा दें। भटवाड़ी को अखरोट जोन के रूप में विकसित किया जाए। लोक निर्माण विभाग कार्य में तेजी लाए साथ ही गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। बिजली विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी गांव को एकल विद्युत संयोजन से आच्छादित किया जाय। जहां विद्युत लाइन संभव न हो वहां उरेडा के माध्यम से विद्युतीकरण किया जाए। उन्हांेने जन अदालत मे अपनी घोषणाओं मे जनपद के लिए विजली के 100 पोल, स्वजल से 2000 और शौचालय देने, ग्राम तिहार मे 5.50 किमी0 मोटर मार्ग निर्माण की स्वीकृति। भंकोली मे हाईस्कूल के उच्चीकरण की घोषणा, एवं ब्रहमखाल मे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र मे उच्चीकृत की घोषणा, समाज कल्याण विभाग द्वारा चलायी जा रही योजना पहले आओ पहले पाओ के तहत 80 प्रतिशत तथा 20 प्रतिशत अत्यधिक गरीब को देने की घोषणा की। उन्हांेने कहा कि हर वर्ग के लोंगो के लिये पेंशन योजनायें संचालित की हैं, पेंशन योजनाओं मे 09 नई पेंशन योजनायें लागू की है। जिसमें पुरोहित पेंशन, कलाकारों ,राजमिस्त्री, जागर, असहाय महिला पेंशन एवं ऐसी महिला जिनकी उम्र 40 वर्ष से ऊपर है और विवाह नही हुआ है, उनके लिये भी योजना बनाने जा रहे है। सेवायोजन विभाग मे बेरोजगारी भत्ता के आवेदन की तारीक को बढ़ाकर 15 जुलाई तक करने की घोषणा। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित जिलों मे पूरा संचार तंत्र धवस्त होने से सड़क, पुल, पुलिया आदि को हमने एक वर्ष में दुरस्त किया। उन्होने कहा कि अगले दो वर्षो मे नौजवानों के लिए 20 हजार भर्तियां करने जा रहे। इस अवसर पर जिला उद्योग केन्द्र केे द्वारा निर्मित चार धाम यात्रा को लेकर हस्तशिल्प द्वारा तैयार रिंगाल की प्रसाद की टोकरियां मुख्यमंत्री के द्वारा सचिव गंगोत्री मन्दिर सुरेश सेमवाल को प्रदान की गइ। इस अवसर पर सभा सचिव एवं विधायक विजयपाल सजवाण, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पुरोला विधायक मालचन्द, जिला पंचायत अध्यक्ष जशोदा राणा, पूर्व विधायक केदार सिह रावत, ज्ञानचन्द, जिलाधिकारी इन्दुधर बौड़ाई, मुख्य विकास अधिकारी जी0एस0 रावत , महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र एम0एस0 सजवाण, जिला कांग्रेस अध्यक्ष घनानंद नोटियाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष नत्थी लाल शाह, उपजिलाधिकारी हरगिरी आदि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने मातृसदन के स्वामियों का अनशन कराया खत्म
देहरादून 07 जून, (निस)। रविवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत हरिद्वार पहंुचे। जहां उन्होंने कनखल स्थित स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती जगतगुरू शंकराचार्य से आशीर्वाद लिया तथा भेंट वार्ता की। उन्होंने कहा कि ज्योतिषमठ का पुर्नद्धार किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड चारधाम का संरक्षक है, जोे संरक्षण और विकास के लिए पूर्णतः कटिबध है। केदारनाथ के पुर्ननिर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। चारधाम यात्रा पर हर सुविधा देने का प्रयास राज्य सरकार कर रही है। इसके पश्चात मुख्यमंत्री मातृसदन आश्रम गये जहां आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानन्द तथा उनके शिष्य आत्मबोधानन्द को जूस तथा अन्न खिलाकर उनका अनशन समाप्त कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ऐसा कोई कार्य नहीं करेगी जिससे माॅ गंगा को तथा आबादी व पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान हो। इस अवसर पर विधायक ममता राकेश, विशेषकार्याधिकारी मुख्यमंत्री पुरूषोत्तम शर्मा, सतपाल ब्रहम्चारी, ब्रहमस्वरूप ब्रहम्चारी आदि उपस्थित थे।
गला दबाकर की गई विपुल त्यागी की हत्या, साक्ष्य मिटाने को शव को जला दिया
देहरादून,7 जून (निस)। प्रॉपर्टी डीलर विपुल त्यागी हत्याकांड के मामले में शनिवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस ने घटना के घटित होने व आरोपियों की धर-पकड़ का ब्योरा सामने रखा। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने विपुल को निरंजनपुर स्थित रवि ढावे पर बुलाया और उसे गाड़ी में बैठाकर हरिद्वार की तरफ ले गए, जहां रास्ते में गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई। बाद में आरोपियों ने साक्ष्य मिटाने को विपुल के शव को गढ़मुक्तेश्वर के जंगल में नदी के किनारे जला दिया। पुलिस ने अभियुक्त सहदेव त्यागी, मुकेश त्यागी, परवेंद्र शर्मा व सह आरोपी तोफीक को जेल भेज दिया। इस हत्याकांड का एक आरोपी संजीव त्यागी अभी भी फरार है। गत 28 मई को श्याम कृष्ण त्यागी ने पुलिस को सूचना दी थी कि उनके पुत्र विपुल त्यागी जो कि क्लेमनटाउन में प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था, को उसके पार्टनर सहदेव त्यागी, संजीव व मुकेश अपने साथ घर से ले गये थे, जिसके बाद से विपुल का कोई पता नहीं लगा। विपुल का मोबाइल भी बंद आ रहा था। इसके बाद जब पुलिस ने सहदेव, संजीव व मुकेश से संपर्क साधा तो वह भी देहरादून से बाहर मिले। तीन दिन बीतने के बाद भी जब न तो विपुल का कोई सुराग मिला और न ही सहदेव आदि पुलिस के सामने आए, तब पुलिस ने 1 जून को गुमशुदगी को अपहरण की धाराओं में तरमीम किया। इसके बाद से नेहरु थाना प्रभारी, रायपुर थाना प्रभारी, क्लेमैन्टाउन थाना प्रभारी के निर्देशन में एसओजी के साथ पुलिस की टीमें बनाकर आरोपियों की तलाश में जुटे थे। पुुलिस के मुताबिक शुक्रवार को मुखबीर की सूचना पर आरोपियों सहदेव त्यागी, मुकेश त्यागी व परवेंद्र शर्मा को साईं मंदिर मोहब्बेवाला के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों द्वारा विपुल का अपहरण कर हत्या करना कबूला गया। आरोपियों के अनुसार विपुल जमीन के धंधे में उनका सहयोगी था, व उसने जमीनी हिसाब-किताब में गड़बड़ी की थी। आरोपियों के अनुसार वह उनके पैसे देने के बजाए उन्हें ही उल्टा धमकाता था, जिस पर उन्होंने उसकी हत्या की योजना बनाई। परवेंद्र शर्मा सहदेव त्यागी का परिचित है, वह घटना के बाद सहदेव को अपने दिल्ली स्थित आवास में शरण दिए हुए था। पुलिस के अनुसार शुक्रवार को सहदेव, मुकेश व परविंद्र तौफीक के आॅफिस में छिपे थे, यही नहीं तौफीक ने उनकी मदद करने को पांच लाख का इंतजाम भी किया था, जिसके चलते तौफीक को भी गिरफ्तार किया गया।
स्मृति ईरानी पहंुची बदरीनाथ धाम
देहरादून, 7 जून (निस) । केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने पति सहित रविवार की सुबह बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के दर्शन किए। शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे बिना प्रशासन को सूचित किए मानव संसाधन मंत्री स्मृति इरानी पति जुबिन इरानी के साथ हेलीकॉप्टर से खरसाली पहुंची थी। फिर वहां से वे पैदल ही पांच किमी की दुर्गम दूरी तय कर यमुनोत्री पहुंचे। उन्होंने इससे पूर्व गंगोत्री धाम के भी दर्शन भी किए। शनिवार रात खरसाली में विश्राम करने के बाद स्मृति ईरानी पति के साथ रविवार सुबह बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन को पहुंची। इस दौरान उन्होंने अपनी फोटो खिंचवाने से भी मना कर दिया। साथ ही वे किसी से भी नहीं मिली।
गलत तरीके से पैसा वसूलने पर केदारनाथ मंदिर समिति को नोटिस
देहरादून, 7 जून (निस) । केदारनाथ मंदिर में भक्तों से पूजा के एवज में तीर्थपुरोहितों के गलत तरीके से पैसा लिए जाने व पुनर्निर्माण कार्याे में गुणवत्ता ठीक न होने को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने मंदिर समिति के अध्यक्ष व सीओ को नोटिस भेजा है। इसके साथ ही आपदा के बाद अभी तक सड़कों की स्थिति ठीक न होने पर प्रदेश सरकार से भी जबाव मांगा है। मंदिर समिति को भेजे गए नोटिस में कर्नाटक हाईकोर्ट के अधिवक्ता डीएस कलमठ ने कहा है कि मंदिर में देश विदेश से बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। लोगों की भोले बाबा के प्रति बड़ी आस्था है। लेकिन मंदिर में पूजा के नाम पर भक्तों को ठगा जा रहा है। उन्हांेंने कहा कि तीर्थपुरोहितों की मंदिर में क्या भूमिका है यह स्पष्ट होनी चाहिए। मंदिर समिति ने विभिन्न पूजाओं के लिए धनराशि निर्धारित की है। बावजूद इसके भक्तों से निर्धारित धनराशि से ज्यादा पैसा लिया जा रहा है। उन्हांेने कहा कि तीर्थपुरोहितों को वेदों का कोई ज्ञान नहीं है। साथ ही सरकार से पुनर्निर्माण कार्याे पर भी जबाव मांगा गया है। उन्होंने कहा कि आपदा के दो वर्ष बाद भी सड़कों की स्थिति ठीक नहीं हो पाई है। ऐसे में यात्री जानजोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि यदि इन बिंदुओं पर कार्रवाई नहीं हुई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नोटिस की कापी सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, चीफ इंजीनियर लोनिवि, जिलाधिकारी को भी प्रेषित की गई है। उन्होंने कहा कि इन बातों का संज्ञान नहीं लिया गया तो वह इस मामले को कानूनी कार्रवाई करने को आगे ले जायेंगे।
कुट्ठा गांव में भी शराब पर प्रतिबंध
देहरादून, 7 जून (निस)। टिहरी जिला मुख्यालय से सटे गांव कुट्ठा में भी ग्रामीणों ने शराब पर प्रतिबंध लगा दिया है। ग्रामीणों की बैठक में निर्णय लिया गया है यदि कोई व्यक्ति शादी-ब्याह में शराब परोसेगा तो उसे दंडित किया जाएगा। इसके अलावा डीजे बजाने का समय भी नियत किया गया है। ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में हुई बैठक में ग्रामीणों से सर्व सम्मति से निर्णय लिया है कि शादी-ब्याह में अब कोई भी व्यक्ति गांव में शराब नहीं परोसेगा। लोगों का कहना है कि इससे जहां लोगों का अनावश्यक धन बर्बाद हो रहा है। वहीं गांव का वातावरण भी दूषित हो रहा हैं। बैठक में डीजे बजाने का समय भी नियत किया गया है। गर्मियों में रात नौ से 12 और सर्दियों में 8 से 11 बजे तक डीजे बजाने का समय नियत किया गया है।
केदारनाथ में शव होने का बयान दुर्भाग्यपूर्णः सीएम
देहरादून, 7 जून (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि केदारनाथ में शव होने का भाजपा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए।
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान निरंजनपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारो द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में सीएम हरीश रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा सफल चल रही है। हमारी इस सफलता को विपक्षी पचा नहीं पा रहे हैं। इसी के चलते वे अंनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व सीएम व हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक के इस बयान को कि केदारनाथ में आज भी शव पड़े हैं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों पर खर्च करने की हमारी स्पीड ज्यादा। खनन पर उन्होंने कहा कि जनता चाहेगी कि खनन बंद करना जरूरी है, तो मैं खनन बंद कर दूंगा।
पैकज स्वीकृत की मांग को लेकर विधायक आर्य का धरना जारी
देहरादून, 7 जून (निस)। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड से सीएसआर के तहत घनसाली विधान सभा क्षेत्र के लिए पैकेज स्वीकृत करने की मांग को लेकर विधायक भीमलाल आर्य का धरना रविवार को भी जारी रहा। वह इस मामले में अधिकारियों के लिखित आश्वासन की मांग पर अड़े हैं। घनसाली विधायक भीमलाल आर्य शुक्रवार को टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के ऋषिकेश बाईपास स्थित कार्पाेरेट मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे थे। विधायक ने टीएचडीसी पर कार्पाेरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) मद में घनसाली क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि टिहरी डैम प्रभावित घनसाली क्षेत्र में सीएसआर मद में टीएचडीसी द्वारा वर्ष 2008 से अब तक एक प्रतिशत भी खर्च नहीं किया गया, जबकि ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार व देहरादून जनपद में 20 प्रतिशत से भी अधिक खर्च हुआ है। उन्होंने टीएचडीसी पर उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर, बाराबंकी व लखनऊ जिलों में भी सीएसआर के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। आर्य का कहना है कि टीएचडीसी टिहरी के स्थानीय क्षेत्रों की अनदेखी कर रहा है जिसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।