जन समस्या सुनवाई के तहत निर्धारित अवधि में हो समस्याओं का समाधानः हरीश रावत
बागेश्वर, 12 जून (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तहसील परिसर बागेश्वर में जनपदीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि ’’जन समस्या सुनवाई एवं समाधान’’ के तहत प्राप्त जन शिकायतों व समाधान से सम्बन्धित विषयों का क्रियान्वयन संजीदगी के साथ निर्धारित समय के अन्दर किया जाये। जनपदवार आयोजित की जा रही विभागीय अधिकारियों की बैठक को उन्होंने दक्षता विकास एवं कार्य क्षमता के आंकलन का भी सहायक बताया। उन्होंने जिले में किये जा रहे सभी विकास कार्यों को समय से पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में गुणवत्ता का विशेष तौर से ध्यान रखा जाये ताकि बनायी जाने वाली योजनाओं का लाभ दीर्घकाल तक जनता को मिल सके। उन्होंने जिला योजना के तहत जिले को दी जाने वाली धनराशि को निर्धारित अवधि के अन्तर्गत शतप्रतिशत व्यय कर लेने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी दक्षता का परिचय दें। निर्माण कार्यो की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाये। अधिकारीगण सर्विस प्रोवाइडर के रूप में जनता की बेहतर सेवा करने वाले बनें। जनसमस्याओं को टालें नहीं उनका निराकरण अपने ज्ञान एवं विवेक द्वारा तत्परता से करें। नियमों को जनहित के सापेक्ष खड़ा करें, जन संतुष्टि हमारा मकसद होना चाहिए। अधिकारियों की जन सेवा की भावना जितनी ऊंची व उदार होगी उतना ही जन विश्वास उन्हें प्राप्त होगा । जिला योजना के अन्तर्गत गत वर्ष 70 प्रतिशत से कम व्यय करने वाले लोक निर्माण विभाग व जल संस्थान के अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सभी विभागीय अधिकारी जिला योजना के अधीन स्वीकृत बजट का शत प्रतिशत उपयोग करना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों द्वारा समय-समय पर क्षेत्र भ्रमण करते रहने से उन्हें क्षेत्र की स्थिति के बारे में जानकारी होती है साथ ही क्षेत्रीय जनता के साथ विचार-विमर्श होने से उन्हें प्रथम दृष्ट्या समस्याओं का ज्ञान होता है और जनता को विभागीय योजनाओं की जानकारी होती है व उसका विश्वास भी व्यवस्था के प्रति सुुदृढ़ होता है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि जिला योजना को और अधिक प्रभावी बनाये जाने के लिए उसके अधीन जो कार्य मदें अप्रासंगिक हो गयी हैं उनका चिन्हीकरण किया जाये तथा ऐसी योजनाओं को उसमें शामिल किया जाये जो सीधे जनता से जुड़ी होें। समीक्षा बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, विधायक कपकोट ललित फस्र्वाण, विधायक बागेश्वर चन्दन राम दास, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, जिलाधिकारी भूपाल सिंह मनराल, अपर जिलाधिकारी हरबीर सिंह, उप जिलाधिकारी फिंचाराम चैहान, पुलिस अधीक्षक चम्पावत डी0 एस0 कुंवर, पुलिस उपाधीक्षक धनी राम, सीएमओ डा. जेसी मण्डल सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
गरूड बनेगा बीज उत्पादन घाटी, बागेश्वर चमकेेगा ताम्र कलस्टर एवं खडि़या उत्पादक के रूप में
बागेश्वर, 12 जून (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जनपदीय अधिकारियों की बैठक के दौरान गरूड़ को बीज उत्पादन घाटी चिन्हित करने तथा बागेश्वर को ताम्र कलस्टर एवं खडि़या उत्पादक क्षेत्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये। इसके लिए कुछ लोगों को प्रशिक्षण देने की भी बात उन्होंने कही। मुख्यतंत्री ने महिला स्वयं सहायता समूहों को पैकेजिंग की टेªनिंग देने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये इसके साथ ही बाजार भी उपलब्ध कराने की बात उन्होंने कही। बागेश्वर को वर्ष 2017 तक निर्मल जनपद घोषित किया जाये इसके लिए लगभग 14 हजार शौचालयों के निर्माण की योजना शीघ्र अमल में लाने को कहा इसके लिए धनराशि की अलग से व्यवस्था की जायेगी। जनपप्रतिनिधियों की भी इसमें मद्द ली जाये। सामाजिक क्षेत्र के अधीन समाज कल्याण द्वारा प्रदान की जाने वाली पेंशन योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने, कृषि क्षेत्र के सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने, नियमित जलापूर्ति की व्यवस्था के साथ ही जल संवर्धन योजनाओं पर ध्यान देने के निर्देष भी उन्होंने दिये। मुख्यमंत्री ने सामाजिक क्षेत्र से सम्बन्धित सभी योजनाओं को पूरी ईमानदारी और निष्ठा सहित तेजी के साथ चलाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा विधवा, वृद्ध, विकलांगों तथा किसानों के लिये पेंशन स्वीकृत की गयीं हैं और अब यह जिले के समाज कल्याण विभाग का दाईत्व है कि तीन माह के भीतर प्रत्येक पेंशनर को उससे सम्बन्धित धनराशि मिल जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि समाज कल्याण विभाग गाॅंवों में शिविर लगा कर पात्र लाभार्थियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न पेंशन योजनाओं से आच्छादित करें। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि वे समय-समय पर स्वयं भी इसका अनुश्रवण करते रहें। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में एपीएल परिवारों को भी नक़द रहित स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने हेतु मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना प्रारम्भ की गयी है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न पेंशन योजनाओं में पात्र व्यक्ति छूटने न पाये इसके लिए जहाॅं मासिक आय सीमा में परिवर्तन किया गया है वहीं पेंशन की राशि में भी इजाफा किया गया है। उन्होंने बताया कि परित्यक्ता, निराश्रित, मानसिक रूप से विकृत व्यक्ति की पत्नी को भी भरण-पोषण के लिए धनराशि प्रदान की जायेगी। उन्होंने तीलू रौतेली विशेष पेंशन योजना के सम्बन्ध में जानकारी दी व बताया कि बीस से चालीस वर्ष आयु की महिलाओं को अपंगता अथवा घायल होने की स्थिति में पेंशन दी जायेगी। उन्होंने सूक्ष्म व लघु उद्योगों को बढ़ावा देने, पर्वतीय क्षेत्र को शिक्षा हब के रूप में विकसित करने, आंगनबाड़ी, मिनि व सहायक कार्यकत्रियों के मानदेय वृद्धि व इनके लिए अंशदायी पेंशन योजना, आंगनबाड़ी कल्याण कोष स्थापना, उद्यानों के जीर्णोद्धार हेतु कृषक अनुदान, फलदार बागान स्थापना हेतु अनुदान, पुराने व जीर्ण पौलिहाउसों के दु्रुस्तीकरण हेतु अनुदान के अलावा मेरा गाॅव मेरी सड़क तथा मेरा गाॅंव मेरा धन योजना के बारे में जानकारी दी। इससे पूर्व देर सांय तक जन समस्यायें सुनते हुए मुख्यमंत्री रावत ने भूमि नियमितिकरण से सम्बन्धित प्रकरणों को 31 अगस्त तक निस्तारित करने के निर्देश दिये इसके लिए सम्बन्धित तहसीलदार जिम्मेदार होंगे। पीएमजीएसवाई द्वारा बनायी जाने वाली सड़कों की चैड़ाई कम पाये जाने पर कार्यवाही करने, वर्कचार्ज कर्मियों के कल्याण के लिए कारपस फण्ड की व्यवस्था के उन्होंने निर्देश दिये। उन्होंने गतवर्षों की आपदा में क्षतिग्रस्त विद्यालय भवनों के पुनर्निर्माण के लिए एक करोड़ की धनराशि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से देने की घोषणा की तथा बागेश्वर से हरिद्वार तक सीधी बस, कफलढूंगा से लिफ्ट सिंचाई योजना, गरूड व बैजनाथ में टैक्सी स्टैण्ड के लिए भूमि व्यवस्था किये जाने की भी मुख्यमंत्री ने घोषणा की। जनता दरबार में उठाई गई समस्याओं के तहत उन्होंने जनपद के अन्तर्गत 02 किमी से 10 किमी0 तक के छूटे हुए मोटर मार्गो को पूर्ण करने की मंजूरी दी। समीक्षा बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, विधायक कपकोट ललित फस्र्वाण, विधायक बागेश्वर चन्दन राम दास, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, जिलाधिकारी भूपाल सिंह मनराल, अपर जिलाधिकारी हरबीर सिंह, उप जिलाधिकारी फिंचाराम चैहान, पुलिस अधीक्षक चम्पावत डी0 एस0 कुंवर, पुलिस उपाधीक्षक धनी राम, सीएमओ डा. जेसी मण्डल सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे। शुक्रवार प्रातः जिलाधिकारी भूपाल सिंह मनराल द्वारा मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष हेतु 11 लाख 40 हजार की धनराशि का चैक मुख्यमंत्री को भेंट किया गया।
दो नशा तस्कर दबोचे
देहरादून,12 जून (निस)। आपरेशन नई जिन्दगी चला पुलिस नशे के सौदागरों पर लगाम लगाने की कोशिश में जुटी है। इसी के तहत नेहरू काॅलोनी पुलिस ने अभियान चलाते हुए दो लोगों को चरस सहित गिरफ्तार करने मे ंकामयाबी हासिल की है। मिली जानकारी के अनुसार नेहरू कालोनी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि क्षेत्र के कारगी चैक पर छात्रों को नशे की सामान की सप्लाई करने वाले कुछ लोग घूम रहे हैं। इस पर पुलिस जब कारगी चैक पहुंची तो वहां मौजूद दो लोगांे ने पुलिस को देख भागने की कोशिश की। लेकिन पुलिस की नाकेबंदी के चलते वह ऐसा नहीं कर पाये। पुलिस ने दोनो को अपनी गिरप्त में ले लिया। तलाशी लेने पर पुलिस को उनके पास से 250 ग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ में उन्हांेने अपने नाम मनोज कुमार व अमित थापा निवासी केदारपुर बताया। पुलिस के अनुसार उक्त दोनो व्यक्ति क्षेत्र के शिक्षण संस्थानों में काफी समय से नशे का सामान सप्लाई करते थे। पुलिस ने दोनो को जेल भेज दिया।
समस्याओं के निकारण की मांग को लेकर कैम्टी में लगाया जाम
मसूरी, 12 जून (निस)। शुक्रवार की सुबह जौनपुर क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर धनोल्टी क्षेत्र के विधायक महावीर सिंह रांगड़ के नेतृत्व में क्षेत्रीय जनता ने कैंप्टी में जाम लगा दिया। इससे गंगोत्री मार्ग पर काफी संख्या में वाहन फंस गये। वहीं मसूरी में भी शुक्रवार को पर्यटकों के भारी संख्या में पहुंचने के चलते वाहनों की लम्बी-लम्बी कतारें देखने को मिली। पहले से ही विभिन्न समस्याओं की मार क्षेल रहे स्थानीय लोगों की नाराजगी यात्रा सीजन पर भारी पड़ती नजर आ रही है। शुक्रवार की सुबह करीब 10.30 बजे टिहरी व देहरादून की सीमा पर ग्रामीण सड़क पर जाम लगाकर धरने पर बैठ गए। इससे वहां भारी जाम लग गया और पर्यटकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। स्थानीय व्यापारी जाम का विरोध कर रहे थे जिसके चलते स्थानीय व्यापारियों से प्रदर्शनकारियों की नोकझौंक भी हुई। व्यापारियों का कहना था कि यात्रा सीजन के दौरान लोगों को जाम नहीं लगाना चाहिए। इससे पर्यटकों के सामने क्षेत्र की छवि खराब होती है। उनका कहना था कि समस्याओं को लेकर धरना दिया जा सकता है। किन्तु ग्रामीण काफी देर तक अपनी समस्याओं को लेकर जाम लगाए रहे। मौके पर पहंुचकर पुलिस और प्रशासन की टीम ने प्रदर्शनकारियों को किसी तरह से समझाबुझाकर जाम खुलवाया। ग्रामीणों की मुख्य मांगों में कैंप्टी-थत्यूड़ मोटर मार्ग का निर्माण जल्द पूरा करने, कैंप्टी व स्यालसी न्याय पंचायत को दून प्राधिकरण से मुक्त रखने, पेयजल योजनाओं का निर्माण जल्द पूरा करने आदि की मांग शामिल हैं।
ग्रामीणों ने पुनर्वास कार्यालय पर जड़े ताले
नई टिहरी,12 जून (निस)। पिछले काफी समय से आन्दोलित टिहरी बांध की झील से प्रभावित नंदगांव के ग्रामीणों ने शुक्रवार को पुनर्वास कार्यालय में ताले जड़ दिए। ग्रामीण मुआवजा व पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। बांध प्रभावितों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विस्थापन की मांग को लेकर थौलधार ब्लॉक के अंतर्गत नंदगांव के ग्रामीण पांच मई से जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना दे रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक बांध की झील से गांव की जमीन पर लगातार भूस्खलन हो रहा है। साथ ही उनके खेत व मकानों को भी खतरा बना हुआ है। खेती की कई नाली जमीन बांध की झील में समा गई है। इसके बावजूद न तो उन्हें मुआवजा दिया गया और न ही उनका विस्थापन किया जा रहा है। शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े 11 बजे ग्रामीण धरनास्थल से करीब सौ मीटर दूर स्थित पुनर्वास कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने कक्षों में उपस्थित कर्मियों को बाहर निकाल दिया। इस दौरान उनकी मौके पर मौजूद पुलिस से झड़प भी हुई। सभी कक्षों में ताले लगाने के बाद ग्रामीण फिर से धरने पर बैठ गए।
घोटाले की सीबीआई जांच कराकर ही दम लेगी भाजपाः रावत
पौड़ी, 12 जून (निस)। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने कहा कि आपदा राहत घोटाले की सीबीआइ जांच को लेकर भाजपा अडिग है। उन्होंने कहा कि वह इसकी सीबीआइ जांच करवाकर ही दम लेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार घोटाले मे लिप्त अधिकारियों को बचाने का काम रही है। सरकार की इस मंशा को पूरा नहीं होने दिया जाएगा। पौड़ी में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में डूबी प्रदेश सरकार जनभावनाओं से खिलवाड़ कर रही है। आपदा के दौरान जो घोटाला हुआ उसकी सीबीआइ जांच जरूरी है। सरकार घोटाले के दोषियों को बचाने में जुटी हुई है। अभी इसमें और भी बड़े खुलासे होने हैं। उन्होंने कहा कि मलेथा के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है। सरकार उपजाऊ जमीन के आसपास क्रशर लगाकर किसानों को बर्बाद करने में तुली हुई है। भाजपा मलेथा के लोगों के आंदोलन के साथ है। पर्वतीय क्षेत्र में लगातार हो रही गुलदार के हमलों की घटनाओं के संबंध में उन्होंने कहा कि वन कानूनों के सरलीकरण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ भाजपा का अभियान जारी रहेगा।
पिघलते हिमखण्ड यात्रियों के लिए बन सकते हंै मुसीबत
गोपेश्वर, 12 जून (निस)। शीतकाल में भारी बर्फबारी के चलते बने हिमखंड ग्रर्मियों में अब पिघलने लगे हैं। सीजन के दौरान यात्री जिस प्रकार बिना खौफ के हिमखंडों में विचरण कर रहे हैं,वह यात्रियों के लिए कभी भी मुसीबत का सबब बन सकते हैं। स्वर्गारोहिणी यात्रा मार्ग पर भी दर्जनों हिमखंड होने के चलते प्रशासन यात्रियों को फिलहाल माणा से आगे भेजने की मनाही कर रहा है। माणा से आगे स्वर्गारोहिणी ट्रैक पर बसुधारा के पास हिमखंड में आगरा की महिला यात्री की मौत व अन्य यात्रियों के चोटिल होने के बाद प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई है। लगातार गर्मी बढ़ने से हिमखंडों के गलने का क्रम जारी है। यही कारण है कि हिमखंड अंदर से भी कमजोर होकर टूटते रहे हैं। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही को लेकर प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई है। प्रशासन की रणनीति है कि बसुधारा तक पैदल ट्रैक पर यात्रियों के साथ स्थानीय गाइड को जरूरी कर दिया जाए ताकि गाइड यात्रियों को सुरक्षित यात्रा को लेकर सतर्क करते रहे। बसुधारा से आगे यात्रा के लिए तो प्रशासन की अनुमति जरूरी कर दी गई है। स्वर्गारोहिणी ट्रैक पर रास्ता अभी भी हिमखंडों के चलते असुरक्षित है। प्रशासन के अधिकारियों को कहना है कि हिमखंडों से लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है। लिहाजा यात्रियों को भी खुद सतर्क रहना होगा। उनका कहना है कि हिमखंडों में दूर से ही यात्री फोटोग्राफी कर बर्फ का आनंद लें।
कई गांवों में पानी की किल्लत
बागेश्वर, 12 जून (निस)। तहसील के कई गांवों में पानी की किल्लत बनी हुई है। बच्चे कई किमी दूर से पानी ढोने को मजबूर हैं। इन बच्चों पर कभी बस्ते का बोझ है तो ग्रीष्मावकाश में सर पर कनस्तर का बोझ ढो रहे हैं। प्रशासन हो या फिर जन प्रतिनिधि उन्हें पानी की किल्लत दूर करने से कोई लेना देना नहीं है। पेयजल महकमे की लापरवाही के चलते गरुड़ के कई गांवों में पानी की किल्लत बनी हुई है। लोग कई किमी दूर से पानी ढो रहे हैं। कई ग्रामीण तो गोमती व बुरसौल नदी का पानी ढोकर ला रहे हैं। जबकि मध्यम वर्गीय लोग निजी वाहनों से पानी ढो रहे हैं। हालत यह है कि रात भर प्राकृतिक स्रोत में पानी के लिए भीड़ जमा हो रही है। जहां मैदानी क्षेत्र के स्कूली बच्चे ग्रुप या अपने अभिभावकों के साथ गर्मी का अवकाश बिताने के लिए पहाड़ आ रहे हैं वहीं यहां के बच्चे अपनी गर्मियां पानी ढोने में बिता रहे हैं। तहसील के नौघर, सिल्ली, मटेना, गढ़सेर, टीट बाजार, पिंगलों आदि गांव पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। कई ग्रामीण दूषित पानी पी रहे हैं व बीमारी को न्यौता दे रहे हैं।
तापमान में वृद्धि से दहके जंगल
बेरीनाग, 12 जून (निस)। तापमान में हुई बढ़ोत्तरी से जंगलों की आग भड़कने लगी है। तहसील क्षेत्र के तमाम जंगल आग की चपेट में हैं। जंगल की आग कठपतरिया वन चैकी तक पहुंच गई है। उद्यान विभाग नर्सरी में भी भीषण आग लगी हुई है। उद्यान विभाग नर्सरी में आग लगने से नर्सरी परिसर में लगी साग-सब्जी, फलों के छोटे पेड़ जलकर राख हो गया है। उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने खासी मशक्कत कर परिसर में लगे पोली हाउसों को बचा लिया है। उद्यान विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सुबह अचानक जंगल की आग उद्यान विभाग की नर्सरी तक पहुंच गई। कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। नगर क्षेत्र के पेट्रोल पंप के पास भी सड़क के दोनों ओर आग लगी हुई है। सड़क तक आग पहुंचने से कुछ देर तक वाहनों को रुकना पड़ा, आग बूझने पर ही वाहन आगे बढ़ सके। तहसील क्षेत्र के चैड़मन्या, राईगढ़स्यारी, हजेती, उडियारी, चैकोड़ी, कोटमन्या, धरमघर, पांखू क्षेत्र के जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। गराऊ, सामधूरा, उडियारी बैंड, जयनगर गांवों के ग्रामीणों ने गांव तक आग पहुंचने पर रात भर मशक्कत कर आग पर काबू पाया। वन क्षेत्राधिकारी महेश पाठक ने बताया कि जंगलों की आग पर काबू पाने के लिए अस्थाई मजदूरों की संख्या बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि जंगलों में आग लगाने वालों की धरपकड़ के लिए भी एक टीम गठित की गई है।
वर्षा से मिली कुछ राहत
पिथौरागढ, 12 जून (निस)। दस दिनों तक सूखा रहने के बाद सीमांत में मौसम फिर मेहरबान हो चुका है। अलबत्ता जिला मुख्यालय सहित शेष हिस्से में गर्मी ने झुलसाया। मुनस्यारी और धारचूला में गरज के साथ वर्षा होने से जनता ने राहत की सांस ली है। विगत दस दिनों से जिले में वर्षा नहीं हुई है। जिसके चलते जंगलों में आग लगी है तो दिन भर सूरज की गर्मी से लोग बेहाल हैं। घाटियों वाले इलाकों में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका था। हिमनगरी मुनस्यारी में तक गर्मी पड़ने लगी थी। गुरुवार को मुनस्यारी, मदकोट और धारचूला सहित उच्च हिमालयी भू-भाग में वर्षा हुई। मुनस्यारी में लगातार तीन घंटे तक बादल बरसते रहे। धारचूला में तेज हवाओं के बाद आसमान बरसा। मदकोट में भारी वर्षा से सड़क लबालब हो गई थी। कच्ची सड़क में लोगों का चलना कठिन हो गया था। वर्षा के चलते गोरी और काली नदी घाटी क्षेत्र के लोगों को कुछ राहत मिली है। जिला मुख्यालय पिथौरागढ़, डीडीहाट, बेरीनाग, गंगोलीहाट आदि तहसील क्षेत्रों में दिन भर गर्मी का प्रकोप बना रहा। दोपहर के आसपास कुछ देर के लिए आसमान में हल्के बादल मंडराने के बाद गायब हो गए। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से मौसम में परिवर्तन के आसार हैं।
भाजयूमो ने किया बुद्धि-शुद्धि यज्ञ
देहरादून, 12 जून (निस)। केदारनाथ आपदा राहत घोटाले की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने सनातन धर्म मंदिर में शुक्रवार को बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया। आपदा राहत घोटाले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर भाजयूमों 16 जून को मुख्यमंत्री आवास का घेराव भी करेगा। शुक्रवार की सुबह भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता नेहरू कालोनी स्थित सनातन धर्म मंदिर सहित अन्य मंडलों में अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत एकत्रित हुए और प्रदेश सरकार की बुद्धि भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया। इस मौके पर संगठन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि आपदा राहत के नाम पर रूपयों की खुलेआम बंदर बांट हुई। मामला खुलने के बाद सीबीआई जांच न कराकर प्रदेश सरकार घोटालेबाजों को बचाने का प्रयास कर रही है। जिससे प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचारी मानसिकता उजागर हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के कार्यकाल में कई घोटाले हुए है। जिनमें खनन घोटाला, मुख्यमंत्री राहत कोष में घोटाला, एएनएम घोटाला, दरोगा भर्ती घोटाला, जीटीएम घोटाला, तेल बिल घोटाला सहित अन्य घोटाले शामिल है। जिनपर सरकार पर्दा डालने का काम कर रही है। किन्तु भाजपा प्रदेश को भ्रष्टाचार की आग में और नही जलने देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश सरकार को घोटालों की सीबीआई की जांच कराने के लिए मजबूर करके ही दम लेगी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि देव भूमि उत्तराखण्ड की मर्यादाओं को कांगे्रस सरकार ने लगातार तार-तार करने का काम किया है। जिससे देश में इस पवित्र स्थान की छवि खराब हो रही है। यदि कांग्रेस सरकार ने अपनी जनविरोधी मांनसिकता का त्याग नही किया तो वे प्रदेश में सरकार के खिलाफ बड़ा जनान्दोलन चलाने को बाध्य होंगे।
केन्द्र के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान
देहरादून, 12 जून (निस)। पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। आयोजित बैठक मंे पूर्व सैनिकों ने कहा कि जब तक वन रैंक वन पेंशन को लागू नहीं किया जाता तब तक वे केन्द्र के खिलाफ मोर्चा खोले रखेंगे। शुक्रवार को ईसी रोड स्थित उत्तराखंड एक्स सर्विसमैन लीग के बैनर तले अनेक पूर्व सैनिक संगठनों के प्रतिनिधियों की इस बैठक में वन रैंक वन पेंशन को लागू किये जाने पर केन्द्र सरकार पर दवाब बनाये जाने के लिए जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वनरैंक वन पेंशन पर लगातार सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों को गुमराह किया जा रहा है जिसे अब सहन नही ंकिया जायेगा। इस दौरान ब्रिगेडियर के जी बहल ने कहा कि अपनी मांग को लेकर दिल्ली जाना आवश्यक है और वहां पर अपना पक्ष रखना भी जरूरी है। इस मामले पर प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री एवं रक्षा मंत्री से भी भेंट की जायेगी और इसके लिए समय लिया जायेगा, उनका कहना है कि केन्द्र सरकार कह रही है कि दिसम्बर 15 तक वन रैंक वन पेंशन को लागू कर दिया जायेगा, लेकिन दवाब बनाया जाना जरूरी है। इस अवसर पर अनेक वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
एबीवीपी ने किया प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
देहरादून, 12 जून (निस)। देश एवं विदेशों में 21 जून को योग दिवस मनाये जाने की 177 देशों की हामी भरे जाने के बाद उत्तराखंड सरकार द्वारा इस दिवस को न बनाये जाने के विरोध में एबीवीपी ने सरकार का पुतला फूंककर अपना विरोध जताया। इस मौके पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन को जारी रखा जायेगा। शुक्रवार को एबीवीपी के कार्यकर्ता डीएवी कालेज में एकत्रित हुए और काॅलेज से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चैक पर पहंुचे। जहां प्रदर्शनकारी एबीवीपी कार्यकर्ताओ ने सरकार के पुतले को आग के हवाले किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि जहां भारत सहित अन्य देशों ने 21 जून को योग दिवस मनाये जाने की हामी भर दी है और इसके लिए अनेकों कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हंै, वहीं यहां उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार इस दिवस को मनाने से मना कर रही है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने इस फैसले पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है, नहीं तो सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जनांदोलन किया जायेगा। उनका कहना है कि उत्तराखंड देवभूमि है, यहां से योग की शुरूआत हुई है और यहां की सरकार योग दिवस को मनाने से मना कर रही है। यह बडे़ दुर्भाग्य की बात है। वक्ताओं ने कहा कि योग दिवस का सम्मान करने की आवश्यकता है और इसके लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार को भी आगे आना होगा। इस अवसर पर पारस गोयल, अंशुल चावला, सिद्धार्थ राणा, संजय तोमर, विक्रम फरस्वाण सहित अनेकों कार्यकर्ता मौजूद थे।