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झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (12 जून)

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संभागीय बैठक में भाजपा के 10 वक्ताओं ने प्रषिक्षण सत्र मे भाग लिया 
  • प्रदेषाध्यक्ष ने पार्टी के लिये कडी मेहनत करने का किया आव्हान 

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झाबुआ---भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष शैलेष दुबे ने बताया कि इन्दोर के जाल सभागृह में भाजपा की संभागीय बैठक का आयोजन किया गया ।  इस संभागीय बैठक में जिला भाजपा अध्यक्ष श्री दुबे के अलावा सम्पर्क महा अभियान के जिला प्रभारी विजय नायर, थांदला विधायक कलसिंह भाबर के अलावा 10 वक्ताओं शैलेन्द्र सोलंकी, श्रीमती संगीतासोनी,ष्यामा ताहेड, संजय भाबर, दौेलत भावसार, पुरूषोत्तम प्रजापति, मनोहरसेठिया,षांतिलाल पालीवाल, संजय कहार, ने भी संभागीय कार्यषाला में भाग लिया । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नन्दकुमारसिंह चैहान ने संभागीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी का संपर्क महाअभियान जहाॅ मिस्ड काॅल देते समय राजनैतिक दलों द्वारा इस पर उठाये जाने वालों के सवाल का सटीक उत्तर है। वहीं पार्टी को सर्वस्पर्षी और सर्वव्यापी बनाने का महत्वाकांक्षी अनुष्ठान भी है। सदस्यता देने के पूर्व पार्टी के कार्यकर्ता द्वार पर दस्तक देकर सदस्य का स्वागत कर रहे हैं, उसे आत्मीयता के धागे से बांध रहे हैं पार्टी को हित चिंतकों ने विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में विचारधारा के साथ ही हमें समर्थन देकर जनादेष दिया, अब हम अपने शुभचिंतकों को पार्टी से जोड़कर उन्हें सदस्यता के गौरव से मंडित कर रहे हैं। प्रदेषाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चैहान इंदौर में आयोजित संभागीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सदस्यता महाअभियान में कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की भूरि-भूरि प्रषंसा की ओर कहा कि संपर्क महाअभियान को निर्धारित अवधि में पूर्ण कर आगामी प्रषिक्षण के लिए योग्य कार्यकर्ताओं को चिन्हित करें। श्री चैहान ने  आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदस्यता लेकर जिस अभियान का श्री गणेष किया था उसका नतीजा 10 करोड़, 30 लाख सदस्यों से ज्यादा सदस्यता के रूप में मिला है। प्रदेष में भी करोड़पति बनने का पार्टी का गौरव मिला है, लेकिन इसके साथ हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है। पार्टी की प्रतिबद्धता के मुद्दे हमें दो तिहाई बहुमत न मिलने से लंबित हैं। संपर्क महाअभियान के माध्यम से हमे सभी तबकों से संपर्क कर पार्टी को सर्वस्पर्षी बनाकर आगामी लोकसभा और राज्यसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत सुनिष्चित करना है। जिससे हमें पार्टी की प्रतिबद्धता को पूर्ण करने में संवैधानिक दृष्टि से सक्षम बन सके। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे राज्य और केंद्र की उपलब्धियों से जनता को अवगत करायें। उन्होंने कहा कि दो तिहाई बहुमत लाकर हमें राष्ट्रीय प्रतिबद्धता पूरी करना है। उन्होंने कहा कि हमने जम्मूकष्मीर में सरकार बनाकर पाक अधिकृत कष्मीर से आने वाले शरणार्थी हिन्दुओं को कष्मीर में बसाने और नागरिकता देने की सहमति बनाई है। कष्मीरी पंडितों का भी जम्मू में पुनर्वास किया जायेगा। केन्द्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रवाद के प्रसार में भागीदार बनाने के जो कदम उठाए है हम उनको साकार करने में जुटे रहेंगे। इस  अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता विक्रम वर्मा ने संभाग के सभी 111 मंडलों में भ्रमण कर अपनी वेचारिक पूंजी को बढाने का आव्हान किया । प्रदेष प्रवक्ता बाबूसिंह रघुवंषी ने अपने संबोधन में संगठन को सार्वमौमिक, सर्वस्पर्शी तथा सर्वस्वीकार्य बनाना के लिये प्रयास करने की बात कहीं । संभागीय संगठन मंत्री शैलेन्द्र बरूआ ने भी  कार्यकर्ता निर्माणकी प्रक्रिया को सतत चलने वाली प्रकिया बताया ।

कृषि क्रांति 15 जून तक 54 गाॅवो के किसानो को तकनिकी सलाह देगे, 15 जून को होगा कृषि महोत्सव का समापन

झाबुआ---जिले में 25 मई से कृषि महोत्सव प्रारंभ हो गया है। कृषि महोत्सव 25 मई से 15 जून तक चलेगा। 15 जून को कृषि महोत्सव का समापन होगा। इस दौरान कृषि क्रांति  रथ प्रतिदिन हर ब्लाक में 3 ग्रामों में भ्रमण कर रहे है एवं एक गाॅव में रात्रि विश्राम। जिले के 6 ब्लाक के 18 गाॅव में यह रथ प्रतिदिन भ्रमण कर रहे है। 15 जून तक अगले तीन दिन में कृषि क्रांति रथ 54 गाॅवों में भ्रमण करेगे। यह रथ 13 जून को झाबुआ ब्लाक के ग्राम बिसोली, बरोड एवं नवापाडा भण्डारिया. में भ्रमण करेगा एवं ग्राम नवापाडा भण्डारिया में रात्रि विश्राम करेगा। रामा ब्लाक के ग्राम सुरीनला, काकडकुवा एवं खेडा में भ्रमण करेगा एवं ग्राम खेडा में रात्रि विश्राम करेगा। ब्लाक रानापुर के ग्राम भूतफलिया, सजवानी बडी एवं वगई छोटी में भ्रमण करेगा एवं ग्राम वगई छोटी में रात्रि विश्राम करेगा। ब्लाक थांदला में ग्राम आमली, दौलतपुरा एवं चिकलिया में भ्रमण करेगा एवं ग्राम चिकलिया में रात्रि विश्राम करेगा। ब्लाक पेटलावद में ग्राम रामपुरिया, असालिया एवं दुलाखेडी में भ्रमण करेगा एवं ग्राम दुलाखेडी में रात्रि विश्राम करेगा। ब्लाक मेघनगर में ग्राम ढाढनिया, जामनिया एवं फुलेडी में भ्रमण करेगा एवं ग्राम फुलेडी में रात्रि विश्राम करेगा। यह रथ 14 जून को झाबुआ ब्लाक के ग्राम बिजलपुर, जुलवानिया एवं ढेबरबडी में भ्रमण करेगा एवं ग्राम ढेबरबडी में रात्रि विश्राम करेगा। रामा ब्लाक के ग्राम मुन्डत, डोकरवानी एवं नारन्दा में भ्रमण करेगा एवं ग्राम नारन्दा में रात्रि विश्राम करेगा। ब्लाक रानापुर के ग्राम वगई बडी, भूतखेडी एवं पुवाला में भ्रमण करेगा एवं ग्राम धामनी कटारा में रात्रि विश्राम करेगा। ब्लाक थांदला में ग्राम रूपगढ, खांदन एवं परवलिया में भ्रमण करेगा एवं ग्राम परवलिया में रात्रि विश्राम करेगा। ब्लाक पेटलावद में ग्राम करडावद, रामगढ एवं बडी गेहण्डी में भ्रमण करेगा एवं ग्राम बडी गेहन्डी में रात्रि विश्राम करेगा। ब्लाक मेघनगर में ग्राम डुण्डका, खच्चरटोडी एवं झाराडाबर में भ्रमण करेगा एवं ग्राम झाराडाबर में रात्रि विश्राम करेगा। यह रथ 15 जून को झाबुआ ब्लाक के ग्राम नरवालिया, करडावद बडी, गोपालपुरा, मिण्डल एव झाबुआ में भ्रमण करेगा। रामा ब्लाक के ग्राम रसोडी, अमलवानी एवं पाडलघाटी में भ्रमण करेगा। ब्लाक रानापुर के ग्राम धामनी कटारा, डूगंरा, आम्बाकुआ एवं रानापुर में भ्रमण करेगा। ब्लाक थांदला में ग्राम मानपुर, बडा जुलवानिया एवं खजुरी में भ्रमण करेगा। ब्लाक पेटलावद में ग्राम टेमरिया, मातापाडा एवं अन्नतखेडी में भ्रमण करेगा। ब्लाक मेघनगर में ग्राम घोसलिया बडा, घोसलिया छोटा एवं बेडावली में भ्रमण करेगा। कृषि क्रांति रथ के साथ एक तकनीकि दल भी भ्रमण कर रहा है जो किसानो को खेती संबंधी उन्नत तकनीको की जानकारी देगा। किसानो की मांगो, समस्याओं का समाधान करेगा एवं किसानो के खेतो की मिटटी का परीक्षण कर साॅइल हेल्थ कार्ड दिये जायेगा। किसान को यह बताया जाएगा कि उसे अपने खेत में किस प्रकार की और कितनी मात्रा में खाद डालनी है। जैविक खेती की ओर किसानो को अग्रेषित करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। किसान के लाभो मे वृद्धि करने के लिए हर तरह का तकनीकी सहयोग कृषि क्रांति रथ में उपस्थित दल द्वारा दिया जाएगा। कृषि क्रांति रथ के भ्रमण के दौरान राजस्व विभाग, विद्युत मण्डल पशु चिकित्सा विभाग, सहकारिता विभाग, मत्स्य विभाग स्वास्थ्य विभाग के शासकीय सेवक भी भ्रमण कर विभाग से संबंधित सेवाएॅ ग्रामीणो को देगे। किसानो के प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के फार्म भी भरे जा रहे है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का 21 जून को होगा आयोजन, 15 जून को प्रातः विकासखण्ड मुख्यालय पर होगा प्रशिक्षण

झाबुआ---शासन के निर्देशानुसार 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती अरूणा गुप्ता ने अन्र्तराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के सफल आयोजन हेतु 15 जून को प्रातः 8 बजे से जिले के सभी 6 विकासखण्ड मुख्यालय के उत्कृष्ट विद्यालयो में खण्ड स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए बीईओ बी.आर सी को आदेशित किया है। प्रशिक्षण में समस्त संकुल प्राचार्यो को योग प्रशिक्षक के साथ उपस्थित रहने के लिए आदेशित किया गया है।

करंट से भैंस मरने पर 20 हजार की आर्थिक सहायता स्वीकृत

झाबुआ---जिले की तहसील पेटलावद के ग्राम करडावद में बिजली के तार टूटने संे दो भैसो की मौत हो गई थी। पीडित भैंस मालिकों को दस-दस हजार की आर्थिक अनुदान राषि तहसीलदार पेटलावद द्वारा स्वीकृत की गई है। पीडित बद्रीलाल एवं पीडित सत्यनारायण पिता रामचन्द्र राठौर ग्राम करडावद तहसील पेटलावद को दस-दस हजार रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। उक्त राषि तत्काल वितरित करने के आदेष कलेक्टर ने दिये है।

प्रभारी सचिव कृषि महोत्सव ने रूपारेल एवं छापरी, में कृषि महोत्सव में भाग लिया

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झाबुआ---जिले के लिए कृषि महोत्सव के लिए नियुक्त प्रभारी सचिव एवं प्रमुख सचिव तकनिकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग श्री संजय कुमार सिंह ने रामा विकासखण्ड के ग्राम रूपारेल एवं राणापुर विकासखण्ड के ग्राम छापरी में कृषि महोत्सव में सहभागिता की एवं कृषि महोत्सव के दौरान विभागों द्वारा की जा रही गतिविधियों को देखा। किसानो को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि किसान भाई कृषि महोत्सव के दौरान विभागों द्वारा दी जा रही सेवाओं का लाभ ले। अपने खेत की मिट्टी का परीक्षण करवाये, पशुओं का टीकाकरण करवाये। जैविक फसल उत्पादन करे। कृषि में फसल उत्पादन के साथ-साथ पशुपालन भी करे। घर में बायोगैस संयत्र लगाये ताकि आपका समन्वित विकास हो सके। शासन द्वारा चलाई जा रही किसान हितैषी योजनाओं का लाभ ले। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में अपना बीमा अवश्य करवाये। साथ ही अटल पेंशन योजना का भी लाभ ले। कृषि महोत्सव के दौरान सचिव श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कृषि संबंधी सभी विभागों के अधिकारी एक पैकेज के रूप में किसान को योजनाओं का लाभ दे ताकि उसका विकास हो सके। भ्रमण के दौरान प्रमुख संचिव श्री सिंह के साथ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस., उप संचालक कृषि श्री त्रिवेदी सहित विभागों के अधिकारी एवं कृषकगण उपस्थित थे।

20 प्रतिशत से कम प्रगति वाले बैंक प्रतिनिधियों के विरूद्ध होगी कार्यवाही

झाबुआ---कलेक्टर श्रीमती अरूणा गुप्ता ने बताया कि बैंक प्रतिनिधियों को 15 जून तक बीमा योजनाओं में 20 प्रतिशत प्रगति करने के लिए निर्देशित किया गया था। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, में सोमवार 15 जून तक 20 प्रतिशत से कम प्रोग्रेस करने वाले बैंक प्रतिनिधियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।

बैंक वार प्रोग्रेस
उक्त दोनो बीमा योजनाओ में बैंक आॅफ बडौदा 11 प्रतिशत, स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया 12 प्रतिशत, बैंक आॅफ इण्डिया झाबुआ 11 , बैंक आॅफ इण्डिया पेटलावद 22 प्रतिशत,  पंजाब नेशनल बैंक 15, सेन्ट्रल बैंक आॅफ इंण्डिया 18, यूनियन बैंक आॅफ इण्डिया 10, विजया बैंक 03, बैंक आॅफ महाराष्ट्रा 05, केनेरा बैंक 06, यूको बैंक झाबुआ 06, यूको बैंक मेघनगर 06 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 02, एक्सिस बैंक 02, आईडीबीआई बैंक 11, नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक 06, जिला सहकारी बैंक ने 15 प्रतिशत,प्रगति की है। जिले में उक्त बीमा योजनाओं में आज 12 जून तक औसत 10 प्रतिशत टारगेट बैंको द्वारा पूरा किया गया है।

वाहन स्वामियो की बैठक संपन्न

झाबुआ---आज जिला परिवहन अधिकारी की अध्यक्षता में जिले के समस्त बस स्वामियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के सभी बस मालिकों को बाढ पूर्व तैयारिया करने हेतु निर्देश दिये गये। अपने वाहन स्वामी वाहनो को दुरूस्त करे एवं अपने ड्राइवर कण्डक्टरों को सख्त निर्देश देवे कि पुल पुलियाओं पर पानी होने पर अपनी वाहन नहीं निकाले। ऐसा न करने पर आपके एवं आपके ड्राइवर कण्डक्टर के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी एवं माननीय मंत्री महोदय के निर्देशानुसार अपने वाहनो में निर्धारित मानको की पूर्ति करावे जैसे वाहन के दो दरवाजे, आपातकालीन द्वार,पीछे की जाली हटाना, अग्निशमन यंत्र, फस्र्ट एड बाक्स, वाहन के प्रेशर हार्न हटावे,अपने वाहनो में महिला यात्रियों से सद्व्यवहार रखे एवं अपने वाहनो पर हेल्पलाईन न. 0751-2423105, 07512423113 एवं महिला हेल्पलाईन न. 1090 आवश्यक रूप से लिखवाना सुनिश्चित करे। इनकी पूर्ति न कराने पर आपके वाहन का फिटनेस एवं पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा एवं नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी वाहन स्वामी की रहेगी।

21 जून को प्रातः 7 बजे से योग कार्यक्रम होगा, योग दिवस में सहभागिता स्वैच्छिक है, योग करके शरीर को स्वस्थ बनाये

झाबुआ---शरीर को स्वस्थ्य रखना है, तो हर व्यक्ति को योग क्रियाएॅ करना चाहिए। योग से शरीर एवं मन स्वस्थ रहता है। विश्व योग दिवस 21 जून को मनाया जाएगा। इस योग कार्यक्रम में सभी लोग सम्मिलित हो पाये ऐसे प्रयास करे। योग दिवस कार्यक्रम में सहभागिता करना स्वैच्छिक है, किन्तु इसमें शामिल होने के लिए सभी नागरिकों को प्रेरित किया जाये, ताकि सभी अपने शरीर को स्वस्थ रख पाये। उक्त निर्देश आज विडियोक्रांफ्रेन्स में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने सभी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को दिये। झाबुआ के एनआईसी कक्ष में विडियोक्रांफ्रेन्स में विधायक झाबुआ श्री शांतिलाल बिलवाल विधायक थांदला श्री कलसिंह भाभर, कलेक्टर श्रीमती अरूणा गुप्ता, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस. एडीसनल एस.पी श्री सुन्दरसिंह कनेश सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 को जून ऐसे होगा कार्यक्रम
अंतरर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला विकासखण्ड एवं पंचायत मुख्यालयों पर 21 जून 2015 को योग कार्यक्रम का वृहद आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमांे में स्कूलो (शास./अशास स्कूलो के कक्षा 7 से 12 तक के विद्यार्थिगण काॅलेजो, योग संस्थाओं, एन.सी.सी., एन.एस.एस., पुलिस कर्मियों, शासकीय सेवकों, जनप्रतिनिधियों तथा आम नागरिकों की सहभागिता होगी भारत सरकार ने प्रातः 07ः00 बजे से 07ः35 तक योग कार्यक्रम के लिए तय किया है, जिसमें सभी सहभागीगण प्रातः 06ः30 बजे आयोजन स्थल पर एकत्रित होगे। उक्त प्रस्तावित कार्यक्रम आॅल इंडिया रेडियों के माध्यम से एक साथ प्रसारित किया जायेगा। यदि भारत सरकार द्वारा उस दिन दूरदर्शन से यह फिल्म प्रसारित की जाती है, तो उस फिल्म को एल.सी.डी पर अन्य स्त्रोत से आयोजन स्थल पर दिखाया जा सकता है।

छेडछाड़ का अपराध पंजीबद्ध 
      
झाबुआ--- फरियादिया ने बताया कि वह खेत में बैठी थी। आरोपी धर्मेन्द पिता तुलसीराम निवासी बनी का आया व बोला मेरे घर पर कोई नहीं है, घर पर आ जाना, कहकर बुरी नियत से 10/-रूपये का नोट दिखाया, मना करने पर जान से मारने की धमकी दी। प्र्रकरण में थाना रायपुरिया में अपराध क्रमांक 81/14, धारा 354,504 भादवि एवं 7/8 लै0अप0बा0संर0 अधि0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दो दुघर्टना मे दो मोत
        
झाबुआ--- फरियादी गंगाराम पिता गटटू अरड, उम्र 40 वर्ष निवासी वडलीपाडा ने बताया कि मांगीलाल पिता रामचन्द्र अरड, उम्र 21 वर्ष निवासी अरड की टेªक्टर पलटने में आयी गंभीर चोंट के कारण मृत्यु हो गयी। थाना रायपुरिया में मर्ग क्र0 22/15, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी बालू पिता विरिया मुणिया, उम्र 34 वर्ष निवासी झावलिया ने बताया कि मृतक बबलू उर्फ जितेन्द्र पिता विजेसिंह मुणिया, उम्र 22 वर्ष निवासी झावलिया की एक्सीडेंट में गंभीर चोंट आने से मौके पर ही मृत्यु हो गयी। थाना रायपुरिया में मर्ग क्र0 23/15, धारा 174 जा0फौ0 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बिहार में जितेंद्र तोमर पर फेंके गए अंडे, टमाटर

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फर्जी डिग्री के मामले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर के प्रमाणपत्रों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस तोमर के साथ शुक्रवार को बिहार पहुंची। यहां विभिन्न छात्र संगठनों ने तोमर पर अंडे और टमाटर फेंके। तोमर के साथ दिल्ली पुलिस मुंगेर स्थित विश्वनाथ सिंह विधि कॉलेज जाकर नामांकन रजिस्टर व अन्य दस्तावेजों की जांच पड़ताल की। इसके बाद पुलिस भागलपुर तिलका मांझी विश्वविद्यालय पहुंची, जहां विभिन्न छात्र संगठनों ने तोमर पर अंडे और टमाटर फेंके। इस दौरान पुलिस ने तोमर से भी पूछताछ की। 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की एक टीम ने गुरुवार को कॉलेज से जो साक्ष्य जुटाए थे, उसी के आधार पर तोमर से पूछताछ की गई। इस दौरान कॉलेज के प्राचार्य आर.के. मिश्रा और अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार, तोमर को कॉलेज के पुस्तकालयों तथा कई अन्य कमरों की भी पहचान कराई गई। कॉलेज में हस्ताक्षर का नमूना और फोटोयुक्त दस्तावेज नहीं होने के कारण साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस भागलपुर स्थित तिलका मांझी विश्वविद्यालय रवाना हो गई। 

विश्वविद्यालय कार्यालय पहुंचने पर आम आदमी पार्टी (आप) के नेता तोमर पर छात्रों के समूह ने अंडे और टमाटर फेंके। विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि तोमर ने तिलकामांझी विश्वविद्यालय को बदनाम किया है। छात्रों के समूह ने तोमर के खिलाफ जमकर नारे लगा रहे थे। छात्रों को हटाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने विश्वविद्यालय से तोमर के परीक्षा प्रवेशपत्र, प्रोविजनल सर्टिफिकेट सहित अन्य कागजात जुटाने का प्रयास किया। कॉलेज से कई दस्तावेजों की फोटो कॉपी भी पुलिस अपने साथ ले गई है। 

उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस तोमर को लेकर गुरुवार देर शाम भागलपुर पहुंची थी। टीम में शामिल अधिकारी ने विश्वनाथ सिंह लॉ कलेज के प्राचार्य से मुलाकात की थी और तोमर से संबंधित कई जानकारी हासिल की। इस क्रम में पुलिस की एक टीम ने विश्वविद्यालय के कुलपति रमाशंकर दूबे से भी बात की।  कुलपति दूबे ने कहा कि पुलिस की जांच में विश्वविद्यालय प्रशासन हर संभव सहायता कर रही है। 

दिल्ली पुलिस ने हालांकि इस संबंध में पत्रकारों को कुछ भी जानकारी देने से इनकार कर दिया। संस्थान की नामांकन पंजी के अनुसार, तोमर ने वर्ष 1994 में मुंगेर के विश्वनाथ सिंह विधि कॉलेज में दाखिला लिया था। यह कॉलेज तिलका मांझी विश्वविद्यालय के अंतर्गत आता है।  सूत्रों के अनुसार, पुलिस विश्वविद्यालय के कुछ कर्मचारियों से भी पूछताछ कर सकती है। 

बंगाल विधानसभा में भूमि अध्यादेश वापस लेने संबंधित प्रस्ताव पारित

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पश्चिम बंगाल विधानसभा ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से क्रूर भूमि अध्यादेश वापस लेने का आग्रह किया गया है। सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस, विपक्षी मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस ने प्रारंभ में तीन अलग-अलग प्रस्ताव पेश किए, जिनमें भूमि अधिग्रहण में निष्पक्ष मुआवजा एवं पारदर्शिता, पुनर्वास एवं पुनस्र्थापन अधिकार (संशोधन) अध्यादेश, 2015 को वापस लेने की मांग की गई थी। विपक्ष के नेता माकपा के सूर्यकांत मिश्र ने जहां तृणमूल और कांग्रेस द्वारा पेश प्रस्ताव का विरोध किया, वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कोई एक प्रस्ताव पारित किया जाए क्योंकि यह मुद्दा आम जनता की भलाई से जुड़ा हुआ है। 

मुख्यमंत्री के इस आग्रह पर संसदीय कार्य मंत्री पार्था चटर्जी ने बाद में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसे विधानसभा ने पारित कर दिया। सिर्फ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य ने इसका विरोध किया। बनर्जी ने कहा, "कई ऐसे मुद्दे होते हैं, जहां देश और जनता के लिए समझौते किए जा सकते हैं। लेकिन यह कानून क्रूर है और यदि यह पारित हो गया तो पूरे देश को नष्ट कर देगा। इसके साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता।"ममता ने कहा, "अध्यादेश तीन बार जारी किया गया, लेकिन अभी तक यह पारित नहीं हो पाया है। केंद्र को यह सच्चाई स्वीकार करनी चाहिए। लोकतंत्र में अंततोगत्वा जनता प्रमुख है और उन्हें चाहिए कि इस कानून को तत्काल वापस ले लें।"

बनर्जी ने कहा कि उद्योग और कृषि एकसाथ काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "विकल्प खुले हुए हैं। यह सरकार आसान विकल्प क्यों चुन रही है? यह सरकार उद्योगपतियों के लिए किसानों की जमीन क्यों छीनना चाहती है?"ममता ने भाजपा के एक मात्र सदस्य सामिक भट्टाचार्य से भी प्रस्ताव के पक्ष में मतदान का आग्रह किया। लेकिन भट्टाचार्य ने प्रस्ताव का विरोध किया और प्रस्तावित कानून का यह कहते हुए बचाव किया कि यह भूमाफिया को समाप्त करने पर लक्षित है।  उन्होंने सवाल किया, "तृणमूल एक तरफ कहती है कि वह भूमि अधिग्रहण नहीं करेगी, दूसरी ओर यह कई स्मार्ट शहरों की योजना बनाती है। आप स्मार्ट शहरों के लिए जमीन किससे लेंगे, क्या कोई भू-माफिया है?"भूमि अध्यादेश को किसान विरोधी बताते हुए मिश्रा ने अपनी पार्टी के प्रस्ताव को पारित न किए जाने पर नाखुशी जाहिर की। 

उन्होंने कहा, "जब भी हम कोई प्रस्ताव या विषय पेश करते हैं, उसे स्वीकार नहीं किया जाता। लेकिन जब सत्ताधारी पार्टी ठीक उसी तरह का कोई प्रस्ताव अलग भाषा के साथ लाती है, तो उसे तत्काल स्वीकार कर लिया जाता है। यह दोहरा मापदंड मेरी समझ से परे है।"कांग्रेस सदस्य मनास भूंया ने भी भूमि अध्यादेश को क्रूर बताया। उन्होंने कहा, "सिर्फ अध्यादेश ही नहीं, बल्कि पूरा भूमि विधेयक क्रूर है। शिव सेना सहित पूरा देश इसका विरोध कर रहा है। हमें एक उदाहरण पेश करना चाहिए और तीन विभिन्न प्रस्तावों के स्थान पर कोई एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो जाए कि हम इस क्रूर कानून के खिलाफ एकमत हैं।"

सरकार की वेबसाइट से एसएस मिनरल्स का नाम हटा

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह की कथित कंपनी एसएस मिनरल्स को बालाघाट जिले में मैगनीज खदान आवंटित किए जाने के कांग्रेस के आरोप को नकार दिए जाने के अगले दिन सरकार ने खनिज विभाग की वेबसाइट से एसएस मिनरल्स का नाम हटा दिया। विपक्षी कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि यदि कांग्रेस का आरोप गलत था तो अब खनिज विभाग की वेबसाइट से एसएस मिनरल्स का नाम हटाने की जरूरत सरकार को क्यों पड़ी? उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता के जवाब पर भी सवाल उठाया और कहा, "हमने एसएस मिनरल्स को खदान पौनिया गांव में आवंटित किए जाने का आरोप लगाया था, जबकि मंत्री ने जगनटोला का जिक्र किया जो वहां से 80 किलोमीटर दूर है। इतना ही नहीं, जिस खसरा नंबर के आवंटन का खुलासा किया गया था, उसका भी गुप्ता ने जवाब नहीं दिया। गुप्ता ने एक अन्य महिला शीला भिलावा को 5़ 422 हेक्टेयर का पट्टा दिए जाने की बात कही है, जबकि केंद्रीय खनिज मंत्रालय की वेबसाइट में 2़ 1 हेक्टयर के पट्टे का जिक्र है।" 

कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री शिवराज की पत्नी साधना सिंह के स्वामित्व वाली कथित कंपनी एसएस मिनरल्स को बालाघाट में 17़ 9 एकड़ की मैगनीज खदान आवंटित की गई है। इस पर सरकार की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री गुप्ता ने न केवल सफाई दी थी, बल्कि दस्तावेज जारी कर दावा भी किया था कि एसएस मिनरल्स नाम की किसी कंपनी को मैगनीज खदान आवंटित ही नहीं की गई है।  इतना ही नहीं, गुप्ता ने जगनटोला में मैगनीज खदान शीला भिलावा नामक महिला को आवंटित किए जाने का ब्यौरा भी दिया था। उन्होंने एस.एस. मिनरल्स नाम की कंपनी न होने और उससे साधना सिंह का कोई नाता न होने का भी दावा किया था, मगर कांग्रेस अब भी कह रही है कि एसएस मिनरल्स नाम की कंपनी है और उसकी प्रमुख एसएस सिंह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी हैं।  मिश्रा का आरोप है कि कांग्रेस ने जब मैगनीज खदान का पट्टा मुख्यमंत्री की पत्नी के स्वामित्व वाली कंपनी को आवंटित किए जाने का खुलासा किया, तब लीपापोती के लिए खनिज विभाग की वेबसाइट से एसएस मिनरल्स का नाम हटा दिया गया, इससे स्पष्ट है कि'दाल में काला'है।

स्कूल के लिए अनशन, दलित महिला की हालत बिगड़ी

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मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के पुरावसकलां गांव में माध्यमिक विद्यालय के लिए आमरण अनशन कर रही दलित महिला बादामी देवी को प्रशासन ने जबरिया अस्पताल में भर्ती करा दिया है। प्रशासन स्वास्थ्य बिगड़ने का हवाला दे रहा है, वहीं बादामी देवी ने अस्पताल में भी अनशन जारी रखने का ऐलान किया है। बादामी देवी ने माध्यमिक विद्यालय के लिए 10 जून से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरू कर दिया था, शुक्रवार को अनशन का तीसरा दिन था। पुलिस बल ने शुक्रवार को उन्हें जबरिया अनशन स्थल से उठाया और अस्पताल ले गया। मुरैना के पुलिस अधीक्षक विनीत खन्ना ने बताया कि चिकित्सक ने स्वास्थ्य परीक्षण में पाया था कि बादामी देवी की हालत बिगड़ रही है, उनके शरीर में ग्लूकोज की मात्रा गड़बड़ा रही है, लिहाजा चिकित्सक के परामर्श पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बादामी देवी ने ऐलान किया है कि वे अस्पताल में भी आमरण अनशन जारी रखेंगी। वही अनशन स्थल पर संघर्ष समिति के संयोजक जयंत सिंह तोमर अनशन पर बैठेंगे। बादामी देवी ने क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को जन्मदिन का बधाई संदेश भेजा है, जिसमें अपेक्षा की गई है कि वे न्याय, दलित व कमजोर का साथ देंगे। तोमर का शुक्रवार 12 जून को जन्मदिन है। 

ज्ञात हो कि पुरावसाकलां गांव की पूर्व सरपंच बादामी बाई बीते कई वर्षो से गांव में माध्यमिक विद्यालय के लिए संघर्ष कर रही है। बादामी जब सरपंच हुआ करती थी, तब उन्होंने अपने कार्यकाल में माध्यमिक विद्यालय शुरू कराने की कोशिश की। वह तो इसके लिए अपने पति की जमीन तक को देने राजी हो गई थी, तब पंचायत ने वहां विद्यालय बनाने का प्रस्ताव भी पारित कर दिया था। उस जमीन पर निर्माण कार्य भी शुरू हो गया था। सरपंच बदलने के बाद पूर्व के प्रस्ताव में बदलाव कर दिया गया है। संघर्ष समिति के संयोजक जयंत सिंह तोमर ने बताया है कि जिस स्थान पर विद्यालय प्रस्तावित था, वह दलित बस्ती के करीब है, लिहाजा सामंती प्रवृत्ति के सोच के लोगों को यह रास नहीं आ रहा है। यही कारण है कि स्थान परिवर्तन किया जा रहा है। 

आलेख : “योग पर ववाल से उदिग्न समाज”

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योगश्चित वृतिनिरोध: यानी चित्त वृतिओं को रोकना ही योग है फिर इसे धर्म की घोल में कैसे समेटा जा सकता है ?योग धर्म ,आस्था और अन्धविश्वास से परे है. योग पूर्णत: एक चिकित्सा पद्यती है.मानव अपने जीवन की श्रेष्ठता के चरण पर योग के माध्यम से ही पहुच सकता है .योग जैसे विषयों पर भारत में हो रहे बयानवाजी देश मानवता के विकास के लिए वाधक है जिसकी जिंतनी निदा की जाय कम है. भारत जैसे गरीब देश में आधुनिक सुखसुविधाओ और देश विदेश के अस्पतालों की सेवा लेने बाले कुछ मानवता के हत्यारों को योग जैसे सरल और नि:शुल्क शरीर को स्वस्थ रखने बाली कला पर दिग्भ्रमित करना घातक है. खासकर कुछ तथाकथित इस्लामी और इसाई तंजीमो के जहरभरे सोच और बोल पर . 

“योग दिवस मनाने में किसी को क्यों दिक्कत होनी चाहिए. यह तो अच्छी बात है कि भारत की जिन चीजों से पहचान होती थी,वह फिर दुनियां भर में छा रही है.धार्मिकता की बात बकवास है --- शगुफ्ता बानो” | “योग हर इंसान के लिए ज़रूरी है जो लोग कह रहें है की यह मुस्लिम धर्म के खिलाफ है तो वह गलत है हम नमाज़ भी पढतें है तो उसमे भी योग का आसन है.---फरहान खान” (रांची से प्रकाशित दैनिक हिन्दुस्तान के सिटी पेज २१ पर कुछ मुस्लिम युवाओं का मन की बात योग विषय पर) यह पढ़कर तसल्ली हुई कि अब देश का मुस्लिम युवा भी संकुचित धार्मिक सोच से ऊपर उठकर राष्ट्र प्रथम को आत्मसात कर स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निवास होता है की ओर कदम बढा रहा है .यह प्रगति कट्टर सोच से ग्रसित कुछ तंजीमो और नेताओं को हजम नही हो रहा . 

आज जिस तरह से भारत में रचा-बसा योग को विश्व स्वीकार करने को उतावला है वहीँ भारत में ही मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जैसे कुछ दाकियानुसी और बर्बर अरवी संस्कृति की कट्टर सोच बाले तंजीम योग पर बबाल काट इस्लाम को बदनाम कर रहा है. सदियों से भारत में मशहूर योग को अब अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलने जा रही है. वैसे तो योग भारत में ही नहीं दुनिया भर में मशहूर है लेकिन भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र  मोदी के संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर में भारत नीत प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा की थी संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष श्री सैम के कुटेसा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की और कहा कि 170 (जिनमे अधिकाँश मुस्लिम और इसाई देश शामिल है )से अधिक देशों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिससे पता चलता है कि योग के अदृश्य और दृश्य लाभ विश्व के लोगों को कितना आकर्षित करते हैं. संयुक्त राष्ट्र के एलान से दुनिया में योग के प्रति और चेतना विकसित होगी और ज्यादा से ज्यादा लोग योग अभ्यास से जुड़ेंगे. संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बधाई दी, जिनकी पहल से 21 जून को हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया है.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष श्री सैम के कुटेसा के मुताबिक, "योग विचारों और कर्म को सामंजस्यपूर्ण ढंग से एकाकार करता है और स्वास्थ्य को ठीक रखता है."भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की ओर से इस संबंध में लिया गया फैसला वैश्विक स्तर पर योग को लोकप्रिय करेगा और इस ‘अमूल्य भारतीय धरोहर’ से लोग लाभ पा सकेंगे. 

अभी हाल में हीं सर गंगाराम अस्पताल दिल्ली  में सौ रोगियों पर योग के प्रभाव का परीक्षण किया गया। कारोनरी हृदय रोग और मधुमेह के रोगियों को दो वर्गों में बांटकर उनकी जीवन शैली में थोड़ा बदलाव किया। इनमें एक वर्ग को सिर्फ दवाओं के भरोसे ही रखा गया और दूसरे वर्ग को योगपरक जीवन शैली के लिए प्रेरित किया। खानपान, योग और ध्यान समन्वित इस जीवन शैली के उत्साह वर्धक परिणाम आए। जिन साधकों ने योगपरक जीवन शैली अपनाई थी उनके बाडी मास इंडेक्स (बीएनएल), कोलेस्ट्रोल और रक्तचाप नियंत्रित मिले। इस अध्ययन का संयोजन कर रहे डा. डीएससी मनचंदा के अनुसार मधुमेह, हृदय रोग और अस्थमा जैसे आधुनिक सभ्यता के रोगों पर योग से नियंत्रण की दिशा में उत्साह वर्धक परिणाम आए हैं। 

“आत्मानं रथिन विदि शरीरं रथ मेल च”  अर्थात आत्मा राठी है शरीर रथ है आत्मा शरीर पर सवार होकर ही परमात्मा को प्राप्त करती है.योग के सन्दर्भ में महर्षि पतंजली का योग सत्य तक स्वयं तक मोक्ष तक पहुँचने का साधन है. योग के बारे में कहा गया है- योग:कर्मषु कौशलम यानी कर्मो में कुशलता को योग कहतें है,

योग व व्यवहारिक उद्देश्य---
-योग समग्र रूप से जीवन जीने की कला है जिसके माध्यम से व्यक्ति अपने अन्तर्निहित शक्तियों/ऊर्जाओं का सदुपयोग कर जीवन को उत्कर्ष की ओर ले जाता है 
- योग मात्र करने का नाम नहीं होने का नाम है अर्थान् अपने मौलिकता में स्थित होना या मूल स्वभाव में स्थित होने का नाम योग है। आसान करना तो मात्र एक शारीरिक हिस्सा है जो की सहज रूप से अनिवार्य भी है। योग से समग्र व्यक्तित्व का विकास होता है(शारीरिक, मानसिक, सामाजिक व आध्यात्मिक स्तर पर)।
- योग का अभ्यास और अनुप्रयोग एक प्रकार से किसी संस्कृति, राष्ट्रीयता, जाति, संप्रदाय, लिंग, उम्र और शारीरिक अवस्था से परे, सार्वभौमिक है।
- अपनी चेतना को परिष्कृत कर चेतना के उच्चतर स्तरों का अनुभव करना योग की पराकाष्ठा को दर्शाता है जो मात्र अभ्यास द्वारा ही अनुभव किया जा सकता है।
- समझदारी, ईमानदारी, जिम्मेदार व बहादुरी को जीवन में धारण करने की शिक्षा योग हमें देती है।
- अपनी दिनचर्या में सद् व्यवहार , सद्चिन्तन व स्वाध्याय को शामिल करना एवम् चिंतन, चरित्र व व्यवहार को परिष्कृत कर मानवता को विकसित करना योग का व्यवहारिक उद्देश्य है। 

यानी गागर में सागर की उक्ति योग चरितार्थ करती है फिर भी कुछ मुस्लिम {जब संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव पारित किया गया था तब 177 देश इसके पक्ष में थे (जिनमें से 37 मुस्लिम देश) हैं} और इसाई संगठन इसका विरोध करते है क्योंकि यह भारत की संस्कृति से जुड़ा है और भारत की संस्कृति इनके लिए हराम है. योग दिवस को लेकर मचे हंगामे के बीच मुस्लिमों की बड़ी संस्था दारुल उलूम अब इंटरनेशनल योग दिवस के समर्थन की है। दारुल उलूम ने कहा है कि योग को किसी तरह के मजहब (धर्म) से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए। इसके खिलाफ किसी तरह का फतवा भी नहीं जारी करना चाहिए। इसी तरह आल इंडिया मुस्लिम इमाम आर्गेनाइजेशन के मुख्य इमाम उमर अहमद इलियासी ने भी योग का खैरमकदम कर वर्जिस में भाग लेने की गुजारिस आम मुस्लिमों से की है.

हद तो तब हो गयी जब कैथोलिक इसाइओ का तथाकथित प्रगतिशील (या कट्टर?) संस्था कैथोलिक बिशप्स कांफ्रेंस ऑफ़ इंडिया (CBCI) ने ये कहकर विरोध करना शुरू किया की योग दिवस रविबार को क्यों रखा गया? ऐसे संस्थानों की मानसिक स्थिति पर तरस आती है यह निर्णय यूएनओ में लिया गया और इस निर्णय में अनेक इसाई देशों ने अपनी सहमती दी क्या उन देशों में रविबार पवित्र नहीं है? इस तरह के दुर्भावना से ग्रसित संस्थानों और उसके मानवद्रोही प्रतिनिधिओ को ईसाइयत को बदनाम करने का अधिकार किसने दिया? इन्हें जानना चाहिए की इस दिन को इसलिए चुना गया क्योंकि 21 जून साल का सबसे लंबा दिन होता है और समझा जाता है कि इस दिन सूरज, रोशनी और प्रकृति का धरती से विशेष संबंध होता है. इस दिन को किसी व्यक्ति विशेष धर्म विशेष जाति विशेष या पंथ विशेष को ध्यान में रख कर नहीं, बल्कि प्रकृति को ध्यान में रख कर चुना गया है. इसाई मतावलंबियों को अब सोचना होगा की ऐसे मानसिक बिमारी से ग्रसित संगठन और उसके गिरोहों से ईसाइयत को कितना फ़ायदा है ? 

भारत में ही भारत सरकार ने ऐसे कुंठित मानसिकता से ग्रसित तंजीमो के विरोध पर योग से सूर्य नमस्कार को उन विभिन्न आसनों की सूची से हटाने पर मजबूर हो गई जिन्हें 21 जून को 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस'पर देश भर के स्कूलों में किया जाना है. मुझे लगता है कि ऐसा सोचना और करना दोनों दयनीय है क्योंकि सूर्य नमस्कार सबसे समेकित आसन है और आप किसी भी धर्म या जाति के हों ये संभवतः सबसे अच्छा व्यायाम है यदि योग में शामिल ओम शब्द से मतान्तरण होता है तो जिन मुस्लिम देशों में योग किया जाता है वहां की पूरी जनसंख्या ही हिन्दू हो गयी होती. यह केवल कुछ कुंठित तंजीमो और उससे जुड़े मुस्लमानों की छोटी सोच का नतीजा है कि वे भारत में रहकर भारत की संस्कृति का विरोध करते हैं.’’भारत सरकार का यह कदम योग को हतोसाहित करना और ऐसे तंजीमो को बढावा देना है. 

आज विश्व में योग की बढती लोकप्रियता ने इसे बाज़ार में ढाल दिया है.भारत से लेकर अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया तक योग का अरबों डॉलर का कारोबार है. अमेरिका सहित अनेक पश्चिमी देशों में बाकायदा योग स्टूडियो हैं. और कई योगा स्टाइल विकसित की गई हैं. योग से जुड़ी चीज़ों का कारोबार भी तेज़ी से पनप रहा है. योगा क्लॉथ, योगा मैट्स, योगा बैंड, योगा एक्सेसरीज़, योगा स्टूडियोज़ की डिजाइनिंग और निर्माण भी एक कौशलपूर्ण पेशा है. योग सीखना अब एक महंगा सौदा है. भारत की योग नगरी कहे जाने वाले ऋषिकेश के एक मशहूर योग केंद्र में एक महीने के कोर्स की फ़ीस दो हज़ार डॉलर है और पश्चिमी देशों में तीन सौ से पांच सौ घंटे तक के लिए तीन हज़ार से पांच हज़ार डॉलर की फीस ली जाती है. इसके अलावा मशहूर योग विशेषज्ञों के वर्कशॉप उनके नाम से बिकते हैं.योग के प्रति लोगों की आकंक्षा को व्यवसाय में तब्दील किया जा चुका है. 

आज भारत की अधिकाँश जनता इसलिए उद्दिग्न है की कम से कम योग के रूप में कुदरत ने जो नेमत हम गरीबों के लिए बख्शी है उसपर तो तोहमत मत लगाओ. मत और मजहब की चाशनी में इसे डूबोकर देखने अपनी गन्दी मानसिकता से दूर तो हटो. हमें भी इतनी सोचने समझने की शक्ति इश्वर ने दी है की हम कैसे अपने ईमान पर अडिग रहेंगे इसके लिय तुमलोगों की टुच्ची और कुंठित सलाह हमें हरगिज मंजूर नही है. आज भी भारत में योग सरल और सुलभ है जिनके पास आर्थिक समृधि है वे एयर कंडिशन में बैठ योग सीखते जिनके पास कुछ भी नहीं वे खुले आसमान में सूर्योदय के साथ अपने योग का अभ्यास कर अपनी तन मन की रक्षा के गुर सीखते हैं. सदियों से सभी वर्गों के लोग शरीर और मन को एकाकार करने में सहायक योग का अभ्यास करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे.





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संजय कुमार आजाद  
ईमेल : azad4sk@gmail.com
फोन : 09431162589

विशेष आलेख : अथ केजरीवाल पतन कथा

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दिल्ली सरकार के अपदस्थ कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर के मामले ने आप की गिरती लोकप्रियता के ताबूत में अंतिम कील ठोंक दी है। अब अरविंद केजरीवाल को भी स्वीकार करना पड़ा है कि जितेंद्र सिंह तोमर उनकी पार्टी के लिए अवांछनीय है। अभी तक जितेंद्र तोमर को पाक साफ साबित करने पर जोर लगा रहे अरविंद केजरीवाल ने अब उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का संकेत दिया है।

आम आदमी पार्टी की ट्रेजडी अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों की नहीं देश के आम आदमी की हर बार छले जाने की ट्रेजडी है। आम आदमी ने जितनी बार यह कोशिश की कि लोकतंत्र मूल्यों पर आधारित व्यवस्था के निर्माण की सीढ़ी बने उतनी ही बार उसे मोहभंग का सामना करना पड़ा। अरविंद केजरीवाल भी उसे शुरू में देवदूत से कम नहीं लगते थे। इसी कारण उन्होंने पहली बार कुछ ही दिनों में सरकार गंवा देने वाले केजरीवाल को अगली बार न भूतो न भविष्यतो वाले बहुमत से नवाजते हुए सत्तारूढ़ कराया था। याद करिए केजरीवाल शपथ ग्रहण समारोह का दिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक उनके नायकत्व के आगे नतमस्तक नजर आ रहे थे। उनकी लोकप्रियता सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं थी बल्कि यह अनुमान जाहिर किया जाने लगा था कि केजरीवाल रूपी बवंडर सारे देश के वायुमंडल पर छा गया है और यह कुछ ऐसा करके गुजरेगा कि खुद नरेंद्र मोदी भी इसके तूफान में तिनके की तरह उड़ जाएंगे लेकिन यह मुगालता कुछ ही दिन कायम रह पाया।

अरविंद केजरीवाल ने जब सर्वसत्तावादी हठधर्मिता का प्रदर्शन शुरू किया तभी यह संदेह पैदा हो गया था कि मूल्यों की राजनीति में उनकी निष्ठा कितनी दृढ़ है। उन्होंने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को बहुत ही अशोभनीय ढंग से पार्टी से निकलने को विवश किया। इसके लिए पार्टी की बैठक में भाड़े के लठैतों तक का इस्तेमाल उन्होंने कराया। इसके बाद वे एकदम गांव के पार्टीबंद नेता जैसे हो गए। अपने वफादारों का आंख मूंद कर समर्थन करना उन्होंने अपनी शान से जोड़ लिया। जितेंद्र तोमर के मामले में लगातार उनकी हिमायत में लगे रहने की चूक उनसे इसी स्वभाव की वजह से हुई। अब वे कह रहे हैं कि उन्हें जितेंद्र तोमर ने एक फर्जी आरटीआई का फर्जी जवाब दिखाकर यह विश्वास करने को मजबूर कर दिया था कि उनके पास सचमुच भागलपुर विश्वविद्यालय की कानून की डिग्री है जबकि जिस समय उन्हें भागलपुर और मुंगेर में ले जाया गया जहां के विश्वनाथ सिंह ला कालेज से कानून की परीक्षा देने का दावा उन्होंने किया था। वहां छात्रों ने टमाटर और अंडे फेेंककर उनके प्रति जबरदस्त घृणा का इजहार किया। अगर पुलिस ने उन्हें न बचाया होता तो वे बेभाव पिटते। इसके पहले फैजाबाद में भी उनकी यही दुर्गति हुई। साकेत महाविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने का उल्लेख उन्होंने किया था पर इस कालेज में किस जगह प्रयोगशाला है और उनकी कक्षा कहां लगती थी वे यह तक नहीं बता पाए। अब तो दिल्ली पुलिस इस बात की जांच में लग गई है कि कहीं वे बिहार से लोगों के लिए कानून की फर्जी डिग्री का जुगाड़ करने वाले रैकेट से तो नहीं जुड़े हैं। आप के एक बागी नेता को तो दावा यह तक है कि पार्टी के एक दर्जन विधायकों की डिग्रियां फर्जी हैं। विधायकों ने नामांकन के समय दिए जाने वाले अपने शपथ पत्र में अपराध से संबंधित अपनी जानकारियों को छिपाया है।

अरविंद केजरीवाल के सितारे इस समय बेहद खराब हैं। एक के बाद एक रहस्योद्घाटनों और विवादों से कल तक राजनीतिक दुनिया की सबसे उजली मानी जा रही उनकी नई नवेली पार्टी आज सर्वाधिक जालसाजों और बदनाम लोगों का अड्डा नजर आने लगी है। दिल्ली प्रदेश भाजपा के प्रभारी ने एक आरटीआई के माध्यम से जानकारियां निकालकर यह दावा किया है कि मंगोलपुरी की आप विधायक राखी बिड़ला ने भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा कर दी है। उन्होंने अपने इलाके में लगवाने के लिए पंद्रह हजार रुपए की सोलर लाइट एक लाख रुपए में और दस हजार रुपए का सीसी टीवी कैमरा छह लाख रुपए में खरीदवा दिया। पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती पर उनकी पत्नी ने घरेलू हिंसा के जो आरोप लगाए हैं वे भयानक हैं। चुनाव के समय ही केजरीवाल पर आरोप लगे थे कि वे सारे मानकों की अनदेखी कर टिकट बांट रहे हैं। अब यह बात प्रमाणित होती जा रही है।

उधर उप राज्यपाल नजीब जंग से संवैधानिक जंग में अदालतों ने भी उनको गलत साबित करना शुरू कर दिया है। पूर्ण राज्य का दर्जा न होने की वजह से दिल्ली हाईकोर्ट ने घोषित कर दिया है कि अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग में उप राज्यपाल सर्वोपरि हैं और उनके आदेशों को निरस्त करने का कोई अधिकार दिल्ली सरकार को नहीं है। भ्रष्टाचार के मामलों के लिए गठित पुलिस के विशेष जांच प्रकोष्ठ के बारे में भी दिल्ली उच्च न्यायालय का फैसला उनके प्रतिकूल रहा है। उसने कहा है कि दिल्ली सरकार केेंद्रीय अधिकारियों के खिलाफ जांच के लिए कोई प्रकोष्ठ गठित नहीं कर सकती। भारतीय जन नाट्य संघ के कलाकार इन्ना की आवाज के नाम से एक नाटक खेला करते थे जो अरविंद केजरीवाल के मामले में चरितार्थ सिद्ध हो रहा है। अपनी ईमानदारी साख की वजह से राजा के नाम पर भारी पड़ रहे कारपेंटर को हैसियत में लाने के लिए राजा ने उसे प्रधानमंत्री बना दिया और इसके बाद अज्ञानता में उसने जो फैसले किए उससे लोगों की ऐसी हाय इन्ना को लगी कि उसका नैतिक तेज जाता रहा। जैसे ही राजा ने इसे भांपा उसे प्रधानमंत्री पद से बर्खाश्त करके फिर कारपेंटर का कारपेंटर रह जाने दिया। यही हालत अरविंद केजरीवाल की होती नजर आ रही है। बीबीसी को एक इंटरव्यू में उनके पूर्व सहयोगी शांतिभूषण ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू होने की आशंका प्रकट की है। यह केवल अनुमान नहीं है बल्कि वास्तविककता है क्योंकि केजरीवाल छवि समाप्त हो जाने के बाद केेंद्र सरकार को अब ऐसा कदम उठाने पर विपरीत जनप्रतिक्रिया होने का कोई शुबहा नहीं रह गया इसलिए केजरीवाल सरकार के दिन अभी से पूरे होते नजर आने लगे हैं।

केजरीवाल की कोई नीतिगत दिशा भी इतने दिनों में सामने नहीं आई है जो कि राजनीति में स्थापित होने के लिए निहायत जरूरी है। केजरीवाल के कंधे पर बंदूक रखकर एक समय भाजपा ने खुद कांग्रेस को उखाड़ फेेंकने की ब्यूह रचना की थी इसलिए उसे यह अंदाजा है कि केजरीवाल किसके हथियार हैं। शायद यही वजह है कि साम्राज्यवादी शक्तियां जो कि दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के लिए एनजीओ को अपने तंत्र के रूप में इस्तेमाल करने में माहिर हैं उनकी साजिश के स्थाई निरोध के लिए मोदी ने सत्ता में आते ही कारगर कदम उठाए। इसके तहत विदेशी फंडिंग से चलने वाले गैर सरकारी संगठनों की मुस्केें कसी जा रही हैं। चूंकि मोदी को मालूम है कि मनमोहन सरकार को अपने न्यस्त स्वार्थों के लिए अरविंद केजरीवाल को मोहरा बनाकर इन्हीं साम्राज्यवादी शक्तियों ने एनजीओ नेटवर्क के माध्यम से खेल खेला था। इसमें भाजपा ने अपना काम बनाया इसलिए तब मोदी या कोई अन्य भाजपा नेता नहीं बोला लेकिन अब सत्ता में आने के बाद उसके द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में देश के अंदर सेंध लगाने की यह सुरंग विदेशियों के लिए बचने न दी जाए। अभी केजरीवाल का इस बिंदु पर भी पोस्टमार्टम होना बाकी है। वे वैकल्पिक नीतियों का खाका कैसे पेश कर सकते थे क्योंकि उनका इस्तेमाल तो देश में किसी परिवर्तन के लिए नहीं सीमित उद्देश्य के लिए था। अगर परिवर्तन की तड़प केजरीवाल में होती तो वे राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक बदलाव की मुहिम छेडऩे की अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ते। उन्होंने अपने सक्षम साथियों को खोना गवारा किया लेकिन यह चुनौती कबूल करने की कोशिश नहीं की क्योंकि उनके दिमाग को रिमोट कंट्रोल से चलाने वाली ताकतें कह रही थी कि केजरीवाल तुम बदलाव के चक्कर में मत पड़ो हिंदुस्तान का बादशाह वह बनेगा जिसको कारपोरेट ताकतें चाहेंगी। चूंकि अर्थ शास्त्र के मास्टर होने के नाते मनमोहन सिंह को अंतर्राष्ट्रीय कारपोरेट ताकतें एक स्थिति के बाद अपनी उंगलियों पर नचाने में नाकाम हो गई थीं। उनकी कार्यकुशलता से वैश्विक मंदी के दौर में जहां महाशक्तियों का आर्थिक जहाज डूब गया वहीं हिंदुस्तान के आर्थिक जहाज पर इस झंझावत का कोई असर नहीं हुआ। मनमोहन सिंह पर इसीलिए दुनिया के बादशाह यह जानते हुए भी कि वे नीतियों के मामले में काफी हद तक उनके समधर्मी हैं बौखला गए थे और इसीलिए उन्होंने वितंडा युद्ध के माध्यम से चुनाव में मनमोहन सरकार की कब्र खोद दी तो वे ताकतें कह रही थी कि कारपोरेट ताकतें अगर मोदी से भी ज्यादा भरोसेमंद तुम्हें आंकेेंगी तो तुम्हारे लिए सत्ता तक पहुंचने का रेड कारपेट खुद ही बिछा देंगी इसलिए तुम इत्मीनान से सो जाओ और उनका भरोसा जीतने के लिए परिवर्तन की राजनीति की खुराफात से दूरी बना लो। अब यह दूरी राजनीति से हमेशा के लिए उनकी दूरी का सबब बनने जा रही है।




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के  पी  सिंह 
ओरई 

अमोनिया गैस का टैंकर लीक होने से पंजाब में 5 की मौत, 100 बीमार

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पंजाब के औद्योगिक शहर लुधियाना के बाहरी इलाके में अमोनिया गैस से भरे एक टैंकर के पुल से टकरा जाने के बाद इसमें हुए रिसाव के कारण छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

यह घटना दिल्ली-लुधियाना राजमार्ग पर दोराहा शहर में शुक्रवार देर रात हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुरप्रीत सिंह ने बताया,"टैंकर रास्ते से गुजरते वक्त एक पुल की कम ऊंचाई के कारण इससे टकरा गया, जिससे इसका वाल्व क्षतिग्रस्त हो गया और इसमें रिसाव शुरू हो गया।"उन्होंने बताया कि गैस लीक के कारण कई लोगों की तबीयत बिगड़ी। 100 से अधिक लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

पुलिस ने प्रभावित क्षेत्र से स्थानीय लोगों को बाहर निकाल लिया है और एहतियान उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में भेज दिया है। कई लोगों ने बेचैनी, सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की, जबकि कुछ बेहोश होकर गिर पड़े। पुलिस ने टैंकर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री सुरजीत कुमार जयानी ने चंडीगढ़ में संवाददाताओं से कहा कि उन्हें घटना की जानकारी शुक्रवार देर रात 1.30 बजे मिली। उन्होंने कहा,"शीर्ष सरकारी पदाधिकारियों को लोगों को बचाने तथा उन्हें उचित दवाएं देने के लिए हरसंभव कदम उठाने को कहा गया है।"

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार,"गैस रिसाव का प्रभाव घटनास्थल के दो किलोमीटर से अधिक के दायरे में महसूस किया गया।"एक अधिकारी ने कहा,"घटनास्थल के आसपास रहने वाले 1,000 से अधिक लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं।"करीब 20 मरीजों को लुधियाना के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिन्होंने आंखों में जलन और मतली आने की शिकायत की है।

कश्‍मीर में पाक, आईएस का झंडा लहराया

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कश्मीर घाटी में प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 2 जगहों पर आतंकवादी समूह आईएस और पाकिस्तान का झंडा फहराया गया। प्रदर्शनों का आयोजन बृहस्पतिवार को अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा एक अलगाववादी कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में किया गया था।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस्लामिक स्टेट के झंडे से मिलता-जुलता काला बैनर थामे नकाबपोश युवकों के एक समूह, ने जुमे की नमाज के तुरंत बाद जामिया मस्जिद से नौहाटा चौक तक मार्च निकाला। उन्होंने बताया कि पुलिस के हरकत में आने से पहले इलाके में कुछ युवाओं ने पाकिस्तानी झंडे भी फहराए। हालांकि बाद में पुलिस ने सभी को वहां से भगा दिया। इस सिलसिले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

सूत्रों ने बताया कि उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा से आई खबरों के मुताबिक, जुमे की नमाज के बाद यहां भी कुछ जगहों पर पाकिस्तानी झंडे फहराए गए। सूत्रों ने बताया कि सोपोर और बारामुल्ला जिलों में कुछ स्थानों से हिंसक प्रदर्शनों की भी सूचना है। इनकी वजह से सुरक्षा एजेंसियों के साथ झडपें भी हुई हैं। हालांकि झड़पों में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

सैयद अली शाह गिलानी की अगुआई वाले कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस ने तहरीक-ए-हुर्रियत के कार्यकर्ता अल्ताफ शेख की अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा की गयी हत्या के विरोध में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन का आयोजन किया गया था।

आलेख : शिक्षा पाना, बना सपना

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किसी भी राश्ट्र के विकास में षिक्षा के योगदान को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। जिन देषों ने षिक्षा के महत्त्व को समझा और अपनाया वह देष विकास की दृश्ट्रि से उन देषों से कही ज़्यादा आगे निकल गए जो आज भी षैक्षिक तौर पर पिछड़े हुए हैं। वैसे तो आज़ादी के 67 सालों के बाद हमारे देष की षिक्षा व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है लेकिन सीमावर्ती और दूर-दराज़ क्षेत्रों में षिक्षा व्यवस्था की बात की जाए तो स्थिति बहुत अच्छी नज़र नहीं आती। भारत सरकार ने देष के सभी बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य षिक्षा देने के लिए कानून बना रखा है ताकि सभी बच्चे षिक्षा हासिल कर सकें। मगर देष के ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों में षिक्षा व्यवस्था की दयनीय  स्थिति को देखकर लगता है कि सरकार जिस सपने को सच में बदलना चाहती है उसके पूरे होने की संभावना बहुत कम नज़र आती है। जम्मू संभाग के सीमावर्ती जि़ले पुंछ में भी सरकार की लाख कोषिषों के बाद भी यहां षिक्षा की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं आया है। सरकार की ओर से षिक्षा की स्थिति में बदलाव लाने के लिए योजनाएं तो बहुत सारी चल रही हैं लेकिन पुंछ जैसे दूरदराज़ क्षेत्र तक पहुंचते पहुंचते यह योजनाएं दम तोड़ देती हैं। अगर यह सब इसी तरह चलता तो देष के पूर्व राश्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का वह सपना पूरा नहीं हो पाएगा जो उन्होंने  2020 तक सबको षिक्षित होने का देखा था। 
           
संविधान के अनुच्छेद 21-ए के अनुसार-‘‘6 से 14 वर्श के बच्चों के लिए निःषुल्क और अनिवार्य षिक्षा एक मौलिक अधिकार है जिसे उपलब्ध कराने का दायित्व राज्य का है। बावजूद इसके हमारे देष में षिक्षा के सार्वभौमिकरण के लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका है। 2011 की जनगणना के अनुसार-‘‘देष की साक्षरता दर 74.04 प्रतिषत थी जिसमें पुरूश और महिला साक्षरता दर क्रमषः 82.14 और 65.46 प्रतिषत थी, जबकि जम्मू कष्मीर का साक्षरता दर 68.7 प्रतिषत थी जिसमें पुरूश और महिला साक्षरता दर क्रमषः 78.3 और 58 प्रतिषत थी। 2001 की जनगणना के अनुसार राज्य की साक्षरता दर  55.52 प्रतिषत है जिसमें पुरूश और महिला साक्षरता दर क्रमषः 66.60 और 43 प्रतिषत थी। इस संदर्भ में अगर जि़ला पुंछ की बात की जाए तो 2011 की जनगणना के अनुसार यहां साक्षरता दर 66.7 प्रतिषत जो 2001 में 51.19 प्रतिषत थी। 2011 के आंकड़ों के अनुसार जि़ले का पुरूश साक्षरता दर  78.84 जो 2001 में 65.04 प्रतिषत था। वहीं महिला साक्षरता दर 2011 की जनगणना के अनुसार 53.19 प्रतिषत थी जो 2001 में 35.96 प्रतिषत थी। उपयुक्त आंकड़ों से स्पश्ट है कि आज़ादी के बाद से षिक्षा में काफी सुधार आया है। लेकिन सीमावर्ती और दूरदरज़ क्षेत्रों की स्थिति आज भी अत्यंत दयनीय हालत में हैं। महिला साक्षरता दर के आंकड़ों से स्पश्ट है कि बालिका षिक्षा में अभी भी काफी सुधार किए जाने की ज़रूरत है। 
           
पुंछ जैसे दूरदराज़ क्षेत्र में स्कूल में मूलभूत सुविधाओं की कमी के चलते छात्राएं बीच में ही षिक्षा छोड़ देती है। पुंछ में बीच में ही षिक्षा छोड़ने वाली बालिकाओं की एक लंबी सूची है। इस बारे में जब यहां के स्थानीय अब्बास काज़मी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि-‘‘यहां लड़कियों के बीच में स्कूल छोड़ने का एक बड़ा कारण मूलभूत सुविधाओं की कमी के साथ साथ उनके माता-पिता भी हैं। यहां के माता-पिता में एक धारणा यह बनी हुई है कि लड़की षिक्षा ग्रहण करके क्या करेगी इसे तो पराए घर जाना है इसलिए वह लड़कों की तुलना में लड़कियों की पढ़ाई पर कम ध्यान  देते हैं। इस सबके बावजूद अगर लड़की अपनी मेहनत और लगन से कुछ करना भी चाहती है तो उसे चाहकर भी माता-पिता का सहयोग नहीं मिल पाता जिसकी वजह से उसे असहाय होकर बीच में ही स्कूल छोड़ना पड़ता है। लड़की के बीच में ही स्कूल छोड़ने का एक कारण अध्यापक भी हैं जो अपने कर्तव्य का निर्वाह पूरी लगन से नहीं करते।’’ यहां के ज़्यादातर दूरदराज़ के सरकारी स्कूलों में अध्यापक बस अपनी ड्यूटी पूरी करने आते हैं। अध्यापक एक साथ न आकर बारी बारी से स्कूल आते हैं यानी एक दिन एक आता है तो दूसरे दिन दूसरा। इन्हें इस बात का पूरा विष्वास है कि हमारे ऐसा करने के बावजूद भी हमारा वेतन कटने वाला नहीं है। लेकिन वह यह नहीं सोचते कि उनके  स्कूल न जाने स े न जाने कितने बच्चों का भविश्य अंधकारमय हो रहा है और न जाने कितने माता-पिता की अपने बच्चों से अपेक्षाएं टूट रही हैं। इसके विपरीत प्राईवेट स्कूलों में कम वेतन पाने वाले अध्यापक अपने कर्तव्य का निर्वाह पूरी तरह करते हैं। वह समय से स्कूल आते हैं और बच्चों को पूरी मेहनत से पढ़ाते हैं। इसके विपरीत सरकारी स्कूलों में मोटा वेतन पाने वाले षिक्षक स्कूल में चंद घ्ंाटे काटकर बगैर पढ़ाए घर चले जाते हैं। इसके अलावा तहसील सुरनकोट आज भी बहुत से ऐसे स्कूल हैं जिनमें पढ़ाई का संचालन सिर्फ मौसम ठीक होने पर ही होता है। बारिष और बर्फबारी के मौसम में स्कूल बंद हो जाता है क्योंकि कहीं पर स्कूल का भवन ही नहीं हैं तो कहीं पर उसकी हालत इतनी जर्जर है कि उसमें बैठकर पढ़ाई ग्र्रहण करना मौत को दावत देेने की तरह है। इसकी वजह से बच्चों को बाहर बैठकर षिक्षा ग्रहण करनी पड़ती है।’’ इसका उदाहरण हाड़ी गांव के मोहल्ला उस्मानी का गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल हैै जिसकी दीवारें गिरी हुई हैं और छात्र दूसरे स्कूल जाकर षिक्षा ग्रहण करते हैं। इस स्कूल के निर्माण को अभी ज़्यादा समय नहीं हुआ है लेकिन इसकी हालत को देखकर यूं लगता है जैसे मुगल काल की कोई इमारत आज तक मौजूद है। सवाल यह उठता है कि क्या सरकार स्कूलों के बुनियादी ढ़ाचे को ठीक करने के लिए फंड नहीं देती है, अगर देती है तो क्या फंड कागज़ी रिकार्ड में ही खत्म हो जाता है ? इसका इस्तेमाल ज़मीनी सतह पर क्यों नहीं हो पाता? आखिर कब तक मूलभूत सुविधाओं की कमी के चलते बच्चों का भविश्य बर्बाद होता रहेगा?
         
इस बारे में सुरनकोट के स्थानीय निवासी महफूज़ कोहली कहते है कि-‘‘मैं मानता हंू कि सर्वषिक्षा अभियान में ग्रामीण बच्चों को उनके आवास से 1 किलोमीटर की दूरी पर प्राथमिक विद्यालय एवं 3 किलोमीटर की दूरी पर उच्च प्राथमिक विद्यालय उपलब्ध कराने की बात कही गयी है। लेकिन यह सिर्फ कागज़ों में ही है ज़मीनी सतह पर यह सब कुछ दिखाई नहीं देता। दूरदराज़ ़क्षेत्रों में आज भी बच्चों को कई किलोमीटर दूर चलकर षिक्षा ग्रहण करने के लिए जाना पड़ता है। लड़कियों को आने-जाने में बहुत परेषानी होती है। इसके अलावा स्कूल आने जाने में बेटी के साथ कोई हादसा न हो जाए इसी कारण माता-पिता अपनी बेटियों की पढ़ाई बीच में छुड़वा कर घर बैठा देते हैं। इसके अलावा यहां के कुछ क्षेत्रों में तो स्कूल आने जाने के लिए गाड़ी की सुविधा भी उपलब्ध है। लेकिन गरीबी के कारण रोज़ माता-पिता अपने बच्चों को गाड़ी से आने जाने का किराया नहीं दे सकते। इसलिए वह अपने बच्चों की पढ़ाई बीच में ही छुड़वा देते हैं।’’ दूरदराज़ और सीमावर्ती क्षेत्रों में षिक्षा की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए ज़रूरी कदम उठाने होंगे। आधारभूत ढ़ाचे को विकसित करने के साथ साथ षिक्षा की व्यवस्था में भी सुधार लाना होगा। सिर्फ सीमावर्ती क्षेत्र होने की वजह से यहां के लोग षिक्षा से वंचित रहें यह बहुत ही षर्मसार करने वाली बात है। दूर-दराज़ और सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के बिना हमारे लिए ‘‘ सबका साथ, सबका विकास’’ नारे की कल्पना करना भी छल होगा। 




इफ्तेखार अहमद
(चरखा फीचर्स)

क्षमता दिखाने को एक मौका पाने का हकदार हूँ : गजेंद्र चौहान

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भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के चेयरमैन पद पर अभिनेता व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य गजेंद्र चौहान की नियुक्ति की खबर आने पर संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के बाद चौहान ने कहा है कि उनके बारे में कोई राय बनाने से पहले वह अपनी क्षमता दिखाने का एक मौका पाने के हकदार हैं। चौहान ने विद्यार्थियों के साथ एक बैठक का आग्रह भी किया और कहा कि किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मामले पर बैठ कर बातचीत कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, "मेरी पृष्ठभूमि जाने बगैर, मुझे जाने बगैर, मेरी क्षमताओं को जाने बगैर, उन्होंने (विद्यार्थी) अपने से (विरोध करने का) निर्णय लिया है।"

चौहान ने टाइम्स नाउ से कहा, "मैं उनसे अनुरोध करूंगा कि बातचीत की मेज पर आएं और बातचीत करें। यदि आप अब भी ऐसा ही सोचते हैं तो हम कोई दूसरा विकल्प चुनेंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मेरे नाम पर निर्णय सोच-विचार कर लिया है। उन्होंने मेरी पृष्ठभूमि और मेरी क्षमताओं को हर हाल में जांचा-परखा होगा। यह सिर्फ मेरे पार्टी (भाजपा) से जुड़े होने के कारण नहीं हुआ है, इसमें अन्य चीजें भी हैं।"रपट के अनुसार, संस्थान के विद्यार्थी यह कहते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए कि यह नियुक्ति राजनीति से प्रेरित है।

चौहान बी.आर. चोपड़ा द्वारा निर्मित-निर्देशित 'महाभारत'में युधिष्ठिर की भूमिका के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 'तुमको ना भूल पाएंगे'और 'बागबां'जैसी फिल्मों में छोटी-छोटी भूमिकाएं भी निभाई है। एक रपट में यह भी कहा गया है कि विद्यार्थियों की परिषद ने किसी दूसरे अध्यक्ष की तत्काल नियुक्ति करने की मांग की है, जो संस्थान के कामकाज के साथ न्याय करने के लिहाज से योग्य हो।  परिषद के अध्यक्ष हरिशंकर नचिमुथू से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें अभी आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेना है। 

नचिमुथू ने आईएएनएस को फोन पर बताया, "हम आपस में कुछ चर्चा कर रहे हैं। हम दरअसल रणनीति तैयार कर रहे हैं, क्योंकि संस्थान सोमवार को खुलेगा। आज के बहिष्कार की जरूरत नहीं थी, क्योंकि आज छुट्टी का दिन है।"इस बीच चौहान ने जोर देकर कहा कि वह पिछले 34 वर्षो से मनोरंजन उद्योग का हिस्सा हैं और उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि उन्हें संस्थान में काम करने दिया जाए। पत्र सूचना कार्यालय ने मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में चौहान की नियुक्ति की घोषणा की थी।

चूडि़यां पहनलो, और घांघरा सिलवालो, संवेदना समिति अफसरों को भेंट करेंगे चूडि़या

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  • अभियान के पहले दिन महिलाओं ने जमा की चूडि़यां

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टीकमगढ़। फिल्म देश प्रेमी का गीत चूडि़या पहनलो और घांघरा सिलवालों का गीत आगामी 15 जून 2015 को मानवीय संवेदना समिति के कार्यकर्ताओं की जवान पर भी हो सकता है, यहह समिति के कार्यकर्ता आज से चूडि़यां एकत्रित करने में जुट गये है। जो 15 जून को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भेंट की जानी है।मानवीय संवेदना समिति कार्यकर्ता स्थानीय कटरा बाजार चैराहे पर एक सप्ताह से धरना दे रहे है। आज सातवे दिन धरने के दौरान महिलाओं ने भी अपना समर्थन देकर बगाज माता मंदिर तक की सड़क निर्माण की मांग की है।
ग्राम सुन्दरपुर से बगाजमाता मंदिर तक सीसी सड़क निर्माण की मांग को लेकर बागाजमाता मंदिर परिसर के बाहर श्रृद्धालुओं के द्वारा सीसी सड़क निर्माण की मांग को लेकर किये जा रहे धरने के बाबजूद प्रशासन का अडि़यल रवैया बदस्तूर जारी है, अधिकारियों द्वारा की जा रहही मनमानी से हजारों श्रृद्धालुओं की भावनाऐं आहत हो रही है। यह उदगार व्यक्त करते हुये मानवीय संवेदना समिति के सचिव मनीराम कठैल ने कहा कि प्रशासन के इस अडियल रवैये को समिति बर्दास्त नहीं करेगी उन्होंने कहा कि विभिन्न चरणों में किये जा रहे आन्दोलन के बाद भी प्रशासन नहीं चैता तो आगे उग्र आन्दोलन किया जायेगा जिसकी पूर्ण जिम्मेबारी जिला प्रशासन की होगी। आज समिति कार्यकर्ताओं ने महिलाओं के साथ नगर के इलाको में भ्रमण किया भ्रमण के दौरान उन्होंने चूडि़यां एकत्रित की इस दौरान सेकड़ों महिलओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया समाज सेवी विनोद राय देवेन्द्र योगी ने बताया कि दिन तक यह चूडि़या एकत्रित की जायेगी इसके बाद 15 जून को पीडब्ल्यूडी कार्यालय पहुंच कर यह रंगविरंगी चूडि़या अधिकारियों को भैंट की जायेगी। इस धरना में श्रीमती राजकुमार जनता, गीता कठैल, सहाराम राय, उमादेवी सन, स्नेेहा गुप्ता, मनीराम कठैल, विनोद राय, जैन युवा फैडरेशन के अध्यक्ष नरेन्द्र जैन जनता, प्रत्यूश पाठक, मुन्ना विश्वकर्मा, कमलेश कठैल, मनोेहर सिंह, वंशी सिंधी, परमानंद कुशवाहा, जगदीश गिरि गोस्वामी, हाकिम सिंह बड़ागांव, अरविन्द्र खटीक, प्रकाश जैन, राजीव कुमार गुप्ता, के.एल. टेलर, इरफान अहमद, संतोष नायक शामिल रहे।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (12 जून)

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जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की समीक्षा बैठक हुई आयोजित
  • दीन दयाल ग्रामीण विधुतीकरण के लिये 88.77 करोड़ की राशि का हुआ अनुमोदन

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केन्द्र द्वारा वित्त पोषित, कैनद्र प्रवर्तित की योजनाआंे की समीक्षा के लिये जिला पंचायत सभाकक्ष मंे जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक का आयोजन समिति के सह अध्यक्ष, सांसद श्री आलोक संजर की अगुवाई में किया गया। इस दौरान समिति के सचिव एवं कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाडे के साथ बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमति उर्मिला मरेठा, विधायक आष्टा श्री रणजीत सिंह गुणवान विधायक इछावर श्री शैलेन्द्र पटेल, सांसद प्रतिनिधि एवं भाजपा जिलाध्यक्ष श्री रघुनाथ सिंह भाटी अध्यक्ष जनपद पंचायत इछावर श्री ओमप्रकाश, अध्यक्ष जनपद पंचायत नसरूल्लागंज श्रीमति दुलारी, समिति के सदस्य श्री सूरपाल सिंह बारेला, श्रीमति शिवानी यादव, विधायक प्रतिनिधि, पुलिस अधीक्षक जिला सीहोर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. आर.आर. भोसंले, विधायक प्रतिनिधि संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें। बैठक के पूर्व में सांसद श्री आलोक संजर ने 16 जून से प्रारंभ हो रहे षिक्षा सत्र के लिए गांव गाव जाकर जागरूकता के उदेष्य से तैयार किए गए सर्व षिक्षा अभियान के जागरूकता रथ को दिखाई हरी झंडी। इस दौरान बैठक में आए जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। बैठक मंे पूर्व बैठक के पालन प्रतिवेदन पर चर्चा की गई इस दौरान महात्मा गांधी नरेगा, मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम, स्वच्छ भारत मिशन, आईडब्ल्यूएमपी, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, इंदिरा आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ अन्य केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं की समीक्षा की गई। 

रेत खदानों से संबंधित 15 सड़कों के लिये बना 165.00 करोड़ का प्रतिवेदन:-
जिले में बुधनी तथा नसरूल्लागंज क्षेत्र में रेत खदानों के यातायात से संबंधित 15 सड़कों के उन्नयन के लिये 165.00 करोड़ रू. का प्रस्ताव म.प्र.शासन को प्रेषित किया गया है। रेत परिवहन से ग्रामों की सड़कों की बिगड़ती हालत पर कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाडे ने बताया कि रेत परिवहन के लिये 15 सड़कों का चिन्हाकंन किया गया है। उन्हीं सड़कों से रेत का परिवहन किया जायेगा। रेत परिवहन से बिगड़ती सड़कों के उन्नयन के लिये विशेष प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया गया है। उन्होंने बताया की खनिज विभाग द्वारा सर्वे कर 136 हेक्टेयर से 546 हेक्टेयर रेत खदानों का चिन्हाकंन किया गया है। चिन्हाकिंत 28 में से 24 रेत खदानों की नीलामी की गई है। रेत खदानों की नीलामी में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। रेत खदानों की बोली से राजस्व 10.00 करोड़ से 298 करोड़ के राजस्व प्राप्त का लक्ष्य संभावित है।  

100 की आबादी वाले मजरे टोलों को उपलब्ध हो सकेगी विधुत आपूतर््िा -
विधुत विभाग की समीक्षा के दौरान डाॅ. सुदाम खाड़े ने बताया कि ऐसी ग्रामीण आबादी जो राजीव गांधी विधुतीकरण एवं फीडर विभक्तिकरण योजना के लाभ से वंचित है। उन्हें लाभान्वित करने के लिये दीन दयाल ग्रामीण विधुतीकरण योजना से 88.77 करोड़ की राशि का अनुमोदन समिति द्वारा किया जा रहा है। दीन दयाल विधुतीकरण योजना से ऐसी आबादी लाभान्वित होगी जिनकी संख्या 100 से कम है। 

वन क्षेत्र में संचालित मध्यान्ह भोजन के स्वसहायता समूह को मिलेगा गैस कनेक्शन -
जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. रामराव भोसंले ने बताया कि जिले की प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में मध्यान्ह भोजन बनाने के लिये गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये जाने के लिये 568 का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। जिससे शालाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। शेष 860 शालाओं के लिये आवंटन शासन से मांगा गया है लेकिन वन क्षेत्र में संचालित शालाओं को गैस कनेक्शन मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत ब्याज की राशि से प्रदाय किये जाने का प्रावधान रखा गया है। जिसे समिति द्वारा चिन्हाकिंत कर किये जाने का निर्देश दिया गया है। 

50 प्रतिशत अजा एवं अजजा वाली ग्राम पंचायतों में होगा सोलर पम्प से जल प्रदाय -
कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग श्री अहिरवार ने बताया कि ऐसी ग्राम पंचायतें जहां 50 प्रतिशत आबादी अजा एवं अजजा वाली की है। उन ग्राम पंचायतों में सोलर पम्प के माध्यम स ेजल प्रदाय किये जाने की योजना है। बुधनी, नसरूल्लागंज एवं आदिवासी छात्रावासों में इस योजना से पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में कार्य किये गये हैं जो कि सफल हैं। जनपद पंचायत इछावर के ऐसे 23 ग्राम जो इसकी सीमा में आते हैं वहां सोलर पम्प के जल प्रदाय के लिये 1 करोड़ 29 लाख का प्राजेक्ट बनाया गया है जिसमें से 1 प्रतिशत राशि जन सहयोग से लगभग 1 लाख 29 हजार जमा करनी होगी। तब कार्य प्रारंभ हो सकेगा। जिस पर कलेक्टर डाॅ. सुदाम खाड़े ने निर्देशित किया कि 50 प्रतिशत आबादी वाले ऐसे प्रत्येक ग्राम के लिये कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करें तथा जन सहयोग की राशि ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों एवं अन्य संस्थाओं के सहयोग से जमा करने के लिये  प्रेरित किया जायेगा। 

जनपद पंचायतों में ग्रामीण क्रीड़ागन योजना से बनेंगे खेल परिसर -
कलेक्टर ने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रदत्त 80.00 लाख एवं खेलकूद विभाग के 80.00 लाख रू. की राशि मिलाकर 1 करोड़ 60 लाख की राशि से जनपद पंचायत मुख्यालय के निकट ग्राम पंचायत क्षेत्र में भूमि का चिन्हाकंन कर शीघ्र ही समस्त जनपद पंचायत स्तर पर ग्रामीण क्रीड़ागन योजना से सर्व सुविधा युक्त खेल परिसर का निर्माण किया जायेगा। 

शाला, गणवेश के लिये महिला स्वसहायता समूह करेंगे कार्य -
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डाॅ. आर.आर. भोसंले ने बताया कि स्कूल शालाओं में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं को प्राप्त होने वाले गणवेश की राशि उन्हें प्रदान न की जायेगा। विधार्थी को कलस्टर स्तर पर सिलाई कढ़ाई के लिये प्रशिक्षित महिला स्वसहायता समूह के द्वारा गणवेश तैयार करने में राशि का उपयोग किया जायेगा जिससे एक ओर विधाथर््िायों को उनके नाप का गणवेश उपलब्ध होगा वहीं दूसरी ओर स्वसहायता समूह के सशक्तिकरण एवं संवर्धन का कार्य भी होगा। 

21 जून को आयेाजित योग दिवस के लिये आयोजित होंगे प्रशिक्षण सत्र -
पंतजलि योग पीठ, गायत्री परिवार एवं अन्य योग शिक्षकों की मदद से जिला जनपद एवं तहसील स्तर पर योग दिवस के पूर्व शिक्षकों, विधार्थियों, नागरिकों, जनप्रतिनिधियों केा प्रशिक्षित करने के लिये प्रशिक्षण सत्र आयोजित होंगे। कलेक्टर ने बताया कि जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों तथा विधार्थियों की उपस्थिति में 21 जून 2015 को सफल योग दिवस बनये जाने की तैयारी पूर्ण करने के निर्देश जारी किये जा चुके हैं। साथ ही जिला स्तर पर चर्च मैदान में योग दिवस का आयेाजन प्रातः 06ः30 बजे से 07ः35 तक किया जायेगा। जनपद, तहसील एवं ग्राम पंचायत स्तर पर चिन्हाकिंत स्थान एवं समय के प्रचार प्रसार के निर्देश भी दिये गये है।

प्रशांत समाधिया का निधन, आज निकाली जाएगी अंतिम यात्रा

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सीहोर। सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त सहायक इंजीनियर अवधनारायण समाधिया के पुत्र प्रशांत समाधिया का शनिवार को नांदेड़ प्रवास के दौरान अचानक दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा शहर के हाउसिंग बोर्ड स्थित निज निवास से रविवार सुबह 10 बजे निकाली जाएगी। इस संबंध में जानकारी देते हुए उनके छोटे भाई बिल्लू समाधिया ने बताया कि शनिवार महाराष्ट्र के नांदेड में प्रशांत समाधिया टोनी का अचानक दिल के दौरे पडऩे से निधन हो गया था। उनकी अंतिम यात्रा रविवार को सुबह दस बजे हाउसिंग बोर्ड से निकाली जाएगी। जो शहर के मंडी स्थित विश्राम घाट पहुंचेगी। जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। स्व. प्रशांत वरिष्ठ पत्रकार राकेश समाधिया एवं प्रदीप समाधिया के अनुज हैं। 

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (12 जून)

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कटंगी में प्रशासन एवं समाज के लोगों की पहल पर रोका गया बाल विवाह
  • 19 वर्ष के राशिद खान का 14 जून को होने वाला था विवाह

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जिले के तहसील मुख्यालय कटंगी के रामनगर में एक नाबालिग युवक का बाल विवाह जिला प्रशासन एवं सामाजिक लोगों की समझाईश के बाद रोकने में सफलता हासिल हुई है। नाबालिग युवक के परिजन प्रशासन एवं समाज के लोगों के समझाने के बाद इस बात पर तैयार हो गये है कि वे बालक की आयु 21 वर्ष की पूरी होने पर विवाह करेंगें। जिला प्रशासन को कटंगी रामनगर के नाबालिक युवक राशिद खान के नाबालिग होने एवं उसका विवाह 14 जून 2015 को भंडारा निवासी अफसा अंजुम के साथ होने की सूचना प्राप्त हुई थी। इस पर कटंगी एस.डी.एम. श्री जी.सी. डेहरिया ने त्वरित कार्यवाही करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी पुष्पेन्द्र रानाडे, तहसीलदार आर.एस. कुशराम एवं थाना प्रभारी विकास खिची को मौके पर भेज कर बाल विवाह को रूकवाने के निर्देश दिये। अधिकारियों का दल पूरी तैयारी के साथ राशिद खान के घर पहुंचा और उसके परिजनों को बताया कि स्कूल रिकार्ड के अनुसार राशि की जन्म तिथि 30 नवम्बर 1995 है और उसकी आयु अभी 19 वर्ष 6 माह ही हुई है। कानून के अनुसार बालक का विवाह 21 वर्ष एवं बालिका का विवाह 18 वर्ष की आयु से पहले करना जुर्म है। अधिकारियों के दल ने बालक राशिद खान के परिजनों को समझाया कि नाबालिक बालक का विवाह करने पर उनके विरूध्द बाल विवाह अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी और इस विवाह में सहयोग करने वाले सभी व्यक्तियों को जेल की सजा हो सकती है। अधिकारियों की बात समाज के लोगों की समझ में आ गई और समाज के लोगों ने भी राशिद के परिजनों को सलाह दी कि वे राशिद को 21 वर्ष का होने दें, उसके बाद ही उसका विवाह करें। प्रशासनिक अधिकारियों एवं सामाजिक लोगों की सलाह के बाद राशिद के परिजन भी समझ गये कि कम आयु में विवाह करना मुनासिब नहीं है। राशिद के परिवार वाले अब इस बात के लिए तैयार हो गये है कि दो वर्ष बाद जब राशिद 21 वर्ष की आयु पूरी कर लेगा तभी उसका विवाह करेंगें। 

सेन्ट्रल बैंक के जनरल मैनेजर का 14 जून को बालाघाट आगमन
ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान आर.सेटी के निदेशक डॉ. अजय बग्गा ने बताया कि सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया के महाप्रबंधक(मध्य क्षेत्र) श्री सिंह का 14 जून को बालाघाट आगमन हो रहा है। श्री सिंह 14 जून को प्रात: 10.15 बजे सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया द्वारा डॉ. देवरस के मकान में सिंधी मोहल्ला बालाघाट में संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आर.सेटी) का निरीक्षण करेंगें और वहां पर विभिन्न ट्रेड में स्वरोजगार का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहें युवाओं से चर्चा करेंगें। 

उत्कृष्ट विद्यालय के नये नाम श्याम बिहारी वर्मा 
  • उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट से पत्र व्यवहार करने के निर्देश 

बालाघाट के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय का नामकरण विद्यालय के पूर्व प्राचार्य स्व. श्यामबिहारी वर्मा के नाम पर किया जा चुका है। स्कूल शिक्षा विभाग म.प्र. शासन द्वारा इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिये गये है। इसी तारतम्य में विद्यालय के प्राचार्य श्री राजेन्द्र कुमार लटारे ने बताया कि उत्कृष्ट विद्यालय का नाम श्याम बिहारी वर्मा उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट हो गया है। सभी कार्यालयों एवं शिक्षण संस्थाओं से कहा है कि वे अब जो भी पत्र व्यवहार करें तो विद्यालय के नये नाम श्याम बिहारी वर्मा उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट का ही उल्लेख करें। यह विद्यालय अब इसी नये नाम से जाना जायेगा। 

पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर (12 जून)

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योग दिवस के आयोजन में नही रहे कोई कोरकसर-कलेक्टर

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पन्ना 13 जून 15/जिलेभर में 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाएगा। इसकी तैयारी बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर शिवनारायण सिंह चैहान ने कहा कि योगाभ्यास तन तथा मन को स्वस्थ रखने का साधन है। इसे अपनाकर स्वस्थ जीवन प्राप्त किया जा सकता है। आगामी 21 जून को जिला मुख्यालय में विश्व योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम नजरबाग स्टेडियम में मनाया जाएगा। केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रातः 6 बजे से प्रातः 7.30 बजे तक सम्पूर्ण कार्यक्रम होगा। इसके आयोजन में किसी तरह की कोरकसर बाकी न रखें। सभी अधिकारी सौंपी गई जिम्मेदारी के अनुसार कार्य करके समय रहते पूरी तैयारियां करें।  कलेक्टर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आव्हान पर 21 जून को विश्व योग दिवस घोषित किया गया है। इसे दुनिया के 177 देशों ने स्वीकार किया है। दुनियाभर में 21 जून को योग दिवस मनाया जाएगा। पन्ना जिले में भी योग दिवस मनाने के लिए पर्याप्त तैयारी करें। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यक्रम में शामिल विद्यार्थियां, शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, स्वयं सेवी संस्थाओं के सदस्यों, जनप्रतिनिधियों की सूची तैयार करें। इन्हें प्रशिक्षित योग शिक्षकों के माध्यम से प्रतिदिन निर्धारित योगासनों का अभ्यास कराएं। योग का प्रशिक्षण जिला, विकासखण्ड तथा ग्राम पंचायत स्तर पर दिया जाएगा। इसके लिए भारतीय योग पीठ, पतांजलि संस्थान, गायत्री शक्तिपीठ, प्रजापिता ब्रम्हकुमारी तथा योग से जुडी अन्य संस्थाओं के प्रशिक्षित योगाचार्यो का सहयोग लें। कलेक्टर ने बताया कि प्रातः 6 बजे से कार्यक्रम प्रारंभ होगा। इसमें प्रातः 6.30 बजे मुख्य अतिथि का आगमन होगा। कार्यक्रम में 6.42 बजे मध्य प्रदेश गान बजाया जाएगा। इसके बाद प्रातः 6.45 बजे मुख्यमंत्री जी के योग दिवस संदेश का प्रसारण होगा। प्रातः 7 बजे से केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित कार्यक्रम प्रारंभ होगा। इसमें पहले प्रार्थना होगी, प्रार्थना के बाद शरीर के शिथिलीकरण के लिए 4 अभ्यास तथा एक-एक मिनट के 15 योगासन क्रमशः होंगे। इसके बाद कपालभांति क्रिया, अनुलोम विलोम प्राणायम, भ्रामरी प्राणायम होगा। इसके बाद ध्यान, संकल्प वाचन तथा अंत में शांति पाठ होगा। इस पूरे कार्यक्रम की सी.डी. तथा फिल्म जिला शिक्षा अधिकारी, योगाचार्यो, सभी एसडीएम, जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा प्रशिक्षण स्थलों पर उपलब्ध कराएं। कलेक्टर ने कहा कि पूरे कार्यक्रम का दूरदर्शन से सीधा प्रसारण किया जाएगा। जहां प्रसारण की सुविधा नही है वहां सी.डी. के माध्यम से योग की फिल्म दिखाई जाएगी। इसके साथ साथ रेडियो पर भी इसका प्रसारण होगा। सभी कार्यक्रम स्थलों में पूरे कार्यक्रम के अवलोकन की उचित व्यवस्था करें। ग्राम पंचायतों में उपलब्ध एलसीडी में कार्यक्रम की सी.डी. का प्रदर्शन कराएं। जिला स्तरीय कार्यक्रम नजरबाग स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए संबंधित अधिकारी आवश्यक प्रबंध करें। यह कार्यक्रम पूरी तरह से स्वैच्छिक है। योग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए इसका आयोजन किया जा रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा 14 जून से जिला शिक्षा केन्द्र डाईट में प्रतिदिन प्रातः तथा शाम निःशुल्क योग प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। आमजनता भी इसमें शामिल हो सकती है। बैठक में एडीएम अनिल खरे, सभी एसडीएम, जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कार्यालय प्रमुख तथा विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। 

क्षेत्रीय बाढ नियंत्रण केन्द्रों में नोडल अधिकारी एवं सहायक नियुक्त

पन्ना 13 जून 15/कलेक्टर शिवनारायण सिंह चैहान ने बरसात के मौसम को दृष्टिगत रखते क्षेत्रीय बाढ नियंत्रण केन्द्रों के लिए नोडल अधिकारी तथा सहायक अमला दल नियुक्त कर दिया है। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं पन्ना ने बताया है कि बाढ नियंत्रण केन्द्र मडला पन्ना अन्तर्गत कुल बाढ प्रभावित 6 ग्रामों के लिए डाॅ. आर.पी.एस. बुन्देला पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इनका मो.नं. 9993491093 है। इनके साथ में स.प.चि.क्षे.अ. बी.एल. पवार, ओ.पी. बाल्मीक, कमलेश कुमार बागरी, आर.के. अवस्थी, भृत्य बद्री प्रसार आरख, प.परि. दिनेशकुमार मिश्रा, पट्टीबंधक जीतेन्द्र मिश्रा, भृत्य रमाकांत शर्मा तथा सांडरक्षक रमेश सिंगरोल सहायक के रूप में रहेंगे। उन्होंने बताया कि बाढ नियंत्रण केन्द्र अजयगढ देवराभापतपुर अन्तर्गत कुल बाढ प्रभावित 13 ग्रामों के लिए डाॅ. मोतीलाल प्रजापति प्रभारी पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इनका मो.नं. 9993050715 है। इनके साथ में स.प.चि.क्षे.अधि. शिवराज सिंह, जे.पी. पाण्डेय, बद्री प्रसाद गौतम, संतराम सेन, प.परि. वी.पी. पाण्डेय, सांडरक्षक बाबू पटेल, महेश पटेल, रामस्वरूप शुक्ला, रमाकांत त्रिवेदी, भरत लाल शिवहरे तथा अटलबिहारी वाजपेयी सहायक के रूप में रहेंगे। बाढ नियंत्रण केन्द्र अमानगंज अन्तर्गत कुल बाढ प्रभावित 12 ग्रामों के लिए डाॅ. सी.पी. चैरसिया पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इनका मो.नं. 9589146581 है। इनके साथ में स.प.चि.क्षे.अधि. एस.के. त्रिपाठी, संजय रैकवार, के.एल. चैरसिया, आर.पी. चैरसिया, एस.आर. पाण्डेय, सांडरक्षक बाबूलाल रैकवार, रामसुशील शुक्ला, चोखेलाल तथा चैकीदार रमेश प्रसाद वर्मा सहायक के रूप में रहेंगे। बाढ नियंत्रण केन्द्र पवई, सुनवानी, सिमरिया अन्तर्गत कुल बाढ प्रभावित 52 ग्रामों के लिए डाॅ. जी.आर. नापित पशु चिकित्सा विस्ता अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया हैं। इनका मो.नं. 9893112259 है। इनके साथ स.प.चि.क्षे.अधि. ए.एल. पाण्डेय, आर.सी. गुप्ता, कमलेश सिंह, प.परि. बिहारीलाल, हजामत खाॅ, श्रवणकुमार सिंह, रामेश्वरी पिडिहा, पट्टीबंधक रघुवर सिंह तथा मेवा लाल सहायक के रूप में रहेंगे। बाढ नियंत्रण केन्द्र हरदुआ खम्हरिया, रैपुरा अन्तर्गत कुल बाढ प्रभावित 20 ग्रामों के लिए डाॅ. वी.एस. तिवारी पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इनका मो.नं. 8827068941 है। इनके साथ में स.प.चि.क्षे.अधि. बाबूलाल प्रजापति, हरिशंकर खंगार, जे.एल. चैधरी, आर.के. शर्मा. नृपेन्द्र सारूत, प.परि. चतुर्भुज शर्मा, सांडरक्षक रामकृपाल मरसरा, भृत्य जगतराज यादव तथा पट्टीबंधक चतुरज्ञानी सहायक के रूप में रहेंगे। नियंत्रण कक्ष में दूरभाष क्रमांक 07732-252246 स्थापित किया गया है। बाढ संबंधी जानकारी स्थापित दूरभाष क्रमांक एवं बाढ नियंत्रण कक्ष में तैनात किए गए अधिकारियों के मोबाईल नम्बर पर दे सकते हैं। उन्होंने संबंधित नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए है कि आवंटित कार्य क्षेत्र के कर्मचारियों को आवश्यकतानुसार अपने अपने क्षेत्र में नियुक्त करें एवं आसपास बाढ नियंत्रण केन्द्रों में कर्मचारियों का सहयोग प्राप्त करेंगे। क्षेत्रीय नोडल अधिकारी तत्काल प्रभाव से आदेशित क्षेत्र में निम्नानुसार कार्य सम्पादित करेंगे।              

निःशुल्क योग प्रशिक्षण आज से

पन्ना 13 जून 15/विश्व योग दिवस मनाने के लिए जिलेभर में जोरशोर से तैयारियां की जा रही हैं। इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले व्यक्तियों के लिए योग प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी एस.के. मिश्रा ने बताया कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केन्द्र डाईट पन्ना में 14 जून से प्रतिदिन योग का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण प्रातः 5 बजे से 8 बजे तक तथा शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक दिया जाएगा। इसमें विश्व योग दिवस के कार्यक्रमों से संबंधित लघु फिल्म भी दिखाई जाएगी। उन्होंने आमजनता से निःशुल्क योग प्रशिक्षण से लाभ उठाने की अपील की है। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (13 जून)

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”भारत माता की कसम, तेरे रक्षक बनेंगे हम” गीत के साथ 616 नौजवान बन गए भारतीय सेना का अंग
  • दून आईएमए में पासिंग आडट परेड संपन्न, 71 विदेश कैडेट्स ने भी पास किया कोर्स
  • नौ सेना प्रमुख ने ली परेड की सलामी, ईशान को मिला स्वार्ड आफ आनर
  • मालदीव के अली बने सर्वश्रेष्ठ विदेशी

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देहरादून,13जून । भारत माता की कसम, तेरे रक्षक बनेंगे हम। आइएमए के इसी गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे। डस वक्त ऐसा लग रहा था कि मानों विशाल सागर सा डमड़ आया है। एक साथ डठते कदम और गर्व से तने सीने। दर्शक दीर्घा में बैठे हर किसी शख्स में ऊर्जा का संचार कर रहे थे। आज भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) की पासिंग आडट परेड में अंतिम पग भरते ही 616 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 71 विदेशी कैडेट भी पास आडट हुए है। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आरके धोवन ने परेड की सलामी ली। अंतिम पग पार करने के दौरान युवा सैन्य अधिकारियों पर हेलीकॉप्टरों के जरिए पुष्प वर्षा की गई। शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 616 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। अफगानिस्तान और अन्य मित्र देशों के 71 विदेशी कैडेट भी पास आडट हुए। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आरके धोवन ने परेड की सलामी ली। सुबह 6रू45  बजे मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। एडवांस कॉल के साथ ही देश के भावी कर्णधार परेड के लिए पहुंचे। परेड कमांडर ईशान सिंघल ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स को मंत्रमुग्ध कर दिया। कंपनी सार्जेंट मेजर अभिनव विश्नोई, मुकुल दत्त, सुनंदित महाजन, श्रीजेश एम,जितेन कुमार और हिमांशु तेवतिया ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। इस मार्च पास्ट ने दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स को मंत्रमुग्ध कर दिया। इधर, युवा सैन्य अधिकारी अंतिम पग भर रहे थे तो आसमान से हेलीकाप्टरों के जरिए डन पर पुष्प वर्षा हो रही थी। नौसेना प्रमुख ने परेड की सलामी लेने के बाद ने कहा कि नव सैन्य अधिकारी परंपरागत और गैर परंपरागत चुनौतियों के लिए तैयार रहें। डन्होंने कैडेट्स को ओवरऑल बेस्ट परफारमेंस व अन्य डत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। ईशान सिंघल को स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। अजय कुमार पाठक को स्वर्ण और  आशीष कपूर को रजत पदक मिला। नवीन जानू को कांस्य पदक प्रदान किया गया। मालदीव के अली शरीफ सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर हाजीपीर कंपनी को मिला। इस दौरान डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल वाइएस महिवाल, ब्रिगेडियर ट्रेनिंग (आइएमए) ब्रिगेडियर संदीप कुमार सेंगर आदि मौजूद रहे।

प्रदेश में बिल्डरों की मनमानीः बगैर कंप्लीशन सर्टिफिकेट के हस्तांतरित हो रहे हाडसिंग प्रोजेक्ट
  • आखिर कहां हैं प्रोजेक्ट कंप्लीशन सर्टिफिकेट, पूरे प्रदेश में नियमों की सरेआम डड़ रहीं धज्जियां
  • कोई भी प्राधिकरण नहीं बना रहा बिल्डर पर दबाव, हादसे की दशा में बिल्डर पर नहीं होगा कोई आरोप

देहरादून,13जून । राजधानी देहरादून समेत सूबे के सभी बड़े शहरों में निजी आवासीय योजनाओं का जाल सा फैल रहा है। ये बिल्डर पूरी तरह से मनमानी पर आमादा हैं और नियमों की धज्जियां डड़ा रहे हैं। इन पर नियंत्रण करने वाले विकास प्राधिकरण के अफसरों ने खुद को केवल मानचित्र स्वीकृत करने तक ही सीमित कर रखा है। शायद यही वजह है कि किसी भी बिल्डर ने प्राधिकरण से कंप्लीशन सर्टिफिकेट हासिल नहीं किया और आवासीय योजना के फ्लैट बेचकर करोड़ों रुपये कमा लिए। अहम बात यह भी है कि अगर किसी आवासीय योजना में कोई हादसा होता है तो बिल्डर के ऊपर कोई आरोप नहीं लग सकता है। इसकी वजह यह है कि इन्होंने प्राधिकरण ने कंप्लीशन सर्टिफिकेट नहीं लिया है। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण या राज्य के अन्य प्राधिकरणों से मानचित्र स्वीकृत कराने के बाद बनने वाले हाडसिंग प्रोजेक्ट्स बिना पूर्णता प्रमाणपत्र (कंप्लीशन सर्टिफिकेट) के ही सीधे खरीददारों को हस्तांतरित किये जा रहे हैं। नियमतः इस तरह के हाडसिंग प्रोजेक्ट जब तक प्राधिकरणों से कंप्लीशन सर्टिफिकेट न प्राप्त किया जाए, हस्तांतरित नहीं किए जा सकते। लेकिन प्राधिकरणों व हाडसिंग प्रोजेक्ट्स के मालिकों की मिलीभगत के चलते बिना कंप्लीशन सर्टिफिकेट के हस्तांतरण करके ये बिल्डर हजारों लोगों की जान से खिलवाड ही नहीं कर रहे बल्कि खरीददारों के साथ भी अन्याय कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार डत्तराखंड के हरिद्वार, देहरादून, रुडकी, रुद्रपुर और हल्द्वानी सहित तराई के तमाम इलाकों में राज्य के अस्तित्व में आने के बाद से ही खेती की जमीनों सहित रिहायशी इलाकों में आवासीय प्रोजेक्ट्स कि बाढ़ सी आ गई है। करोडों में खेलने वाले हाडसिंग प्रोजेक्ट्स के मालिक निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स के शुरुआती दौर में विकास प्राधिकरणों के अधिकारियों से सांठगांठ करके आवासीय कानूनों को तक पर रख ऐसे हाडसिंग प्रोजेक्ट्स के नक्शे पास करवा देते हैं। लेकिन इन हाडसिंग प्रोजेक्ट्स में से कितने प्रोजेक्ट्स पूरे हुए इसका कोई भी रिकार्ड आज तक किसी भी प्राधिकरण के पास नहीं है। कमोवेश यही हाल राजधानी व मसूरी इलाके में नगर विकास विभाग के अधीन काम करने वाले मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण का भी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजधानी इलाके की देखभाल करने वाले देहरादून मसूरी प्राधिकरण के पास कंक्रीट के डग रहे इन जंगल की कोई जानकारी नहीं है। प्राधिकरण के यह भी नहीं मालूम कि अभी तक कितने हाडसिंग प्रोजेक्ट्स पूर्ण हो चुके हैं अथवा कितने पूर्णता की ओर अग्रसर हैं। प्राधिकरणों के पास केवल निर्माणाधीन या कथित तौर पर निर्मित इन हाडसिंग प्रोजेक्ट्स के केवल वे ही मानचित्र मौजूद हैं जो इनके द्वारा प्राधिकरण से स्वीकृत कराए गए हैं। जबकि राज्य के अस्तित्व में आने से लेकर आज तक सैकडों हाडसिंग प्रोजेक्ट्स कथित तौर पर पूर्ण होने के बाद बिक चुके हैं और डनको बनाने वाले रफूचक्कर। नियमानुसार किसी भी हाडसिंग प्रोजेक्ट्स के पूर्ण होने के बाद अथवा डसे ग्राहकों को हस्तांतरित करने से पूर्व प्राधिकरणों से कंप्लीशन सर्टिफिकेट हासिल करना जरुरी होता है। लेकिन राजधानी में अधिकांश ने अब तक यह प्रमाण पत्र एमडीडीए से नहीं लिया है। इसके बाद भी बिल्डर हाडसिंग प्रोजेक्ट्स को बेचकर करोडों का मुनाफा कमाकर निकल चुके हैं। ऐसे में जानकारों का कहना है यदि कोई दुर्घटना होती है तो प्राधिकरणों के पास हाडसिंग प्रोजेक्ट बनाने वालों पर नकेल डालने के लिए किसी भी तरह का कोई हथियार मौजूद नहीं है। इसके बाद भी प्राधिकरणों का मौन तमाम सवालात खड़े कर रहा है।

प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों कि मिलीभगत से चलता है यह गोरखधंधा
एक जानकारी के अनुसार बिल्डर इसलिए कंप्लीशन सर्टिफिकेट नहीं लेते क्योंकि डनके द्वारा पैसा कमाने के चक्कर में स्वीकृत मानचित्र से इतर कई गडबडियाँ कि जाती रही है और ऐसे में प्राधिकरण डनके हाडसिंग प्रोजेक्ट्स को किसी भी कीमत पर वैध तरीके से कंप्लीशन सर्टिफिकेट नहीं दे सकता लिहाजा प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों कि मिलीभगत से वे प्रोजेक्ट को जैस तैसे पूरा कर बेच डालते हैं और बाद में डसका खामियाजा खरीददार को डठाना पडता है।

कुरकुरे और लेज को करें जब्त, वाणिज्यकर उपायुक्त ने जारी किया तुगलकी फरमान
  • पेप्सी का टिन नंबर कर दिया कैंसिल, लाखों के राजस्व का होगा नुकसान

देहरादून,13 जून (निस)। वाणिज्यकर विभाग के एक जिम्मेदार अफसर ने पेप्सी कंपनी के प्रोडक्ट कुरकुरे और लेज को जब्त करने का फरमान फील्ड की यूनिट्स को जारी किया है। बताया जा रहा कि इस अफसर ने पेप्सिको इंडिया होल्डिंग को जारी टिन नंबर निरस्त कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से कंपनी को परेशान करने के इरादे से की गई है। अफसर के इस फैसले से सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान होने की आशंका है। उत्तर प्रदेश के समय में बाजपुर में इस बहुराष्ट्रीय कंपनी ने अपनी इकाई लगाई थी। पहले यहां पेप्सी के कोल्ड ड्रिंक बनाए जाते थे। बाद में कुरकुरे और लेज चिप्स भी बेचना शुरू कर दिया गया। कुछ समय पहले पेप्सी ने अपनी कोल्ड ड्रिंक यूनिट रूड़की की एक कंपनी वरुण वेबरीज को बेच दी। लेकिन लेज और कुरकुरे का काम जारी रखा। बताया जा रहा है कि बाजपुर क्षेत्र के वाणिज्यकर उपायुक्त ने पेप्सी इकाई का दौरा किया। बाद में पेप्सी को एक नोटिस देकर कहा गया है कि निरीक्षण के दौरान वहां किसी भी तरह की व्यापारिक गतिविधियां नहीं पाई गई। इसके चलते कंपनी का टिन नंबर क्यों न निरस्त कर दिया जाए। बताया जा रहा है कि पेप्सी की ओर से इन नोटिस का जवाब भी दिया गया। सूत्रों ने बताया कि वाणिज्यकर उपायुक्त को भेजे जवाब में पेप्सी की ओर से कहा गया था कि पेप्सी ने अपनी वेबरीज इकाई वरुण वेबरीज को बेच दी है। इस कंपनी का टिन नंबर अलग है और पेप्सी का अलग। पेप्सी इस समय कुरकुरे और लेज की मार्केटिंग कर रही है। ऐसे में यह कहना गलत है कि पेप्सी व्यापारिक गतिविधियां नहीं कर रही है। इसके बाद भी उपायुक्त ने पेप्सी का टिन नंबर यह कहते हुए कैंसिल कर दिया कि पेप्सी ने अपनी कंपनी को बेचने की सूचना विभाग को निर्धारित समय में नहीं दी। उपायुक्त ने पेप्सी का टिन नंबर रद करने के साथ ही विभाग की सभी मोबाइल यूनिटों को भी इसकी सूचना देते हुए कहा कि अगर प्रदेश में कहीं भी पेप्सी के प्रोडक्ट (लेज और कुरकुरे) को लाते या ले जाते देखा जाए तो इसे तत्काल ही जब्त कर लिया जाए। उपायुक्त के इस आदेश के बाद पेप्सी कंपनी में हड़कंप मचा हुआ है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि उपायुक्त के इस आदेश से राज्य को लाखों रुपये के राजस्व की आशंका है। सूत्रों का यह भी कहना है कि इस मामले में उपायुक्त की ओर से दिए गए आदेश को किसी भी दशा में विधिसम्मत नहीं कहा जा सकता है।

मुख्यमंत्री के दरबार में मची है वर्चस्व की जंग, टीम में धड़ेबाजी हुई और भी तेज, “दरबारियों” को रास नहीं आ रहा “हुजूर” का प्रचार !
  • एक-दूसरे की टांग खिंचाई में लगे सीएम के दरबारी, विवाद के चलते कुमाऊं से लौटी अफसरों की टीम

देहरादून,13 जून (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने दरबार में दरबारियों की फौज सी जमा ली है। लेकिन इसका कोई फायदा होता तो नहीं दिख रहा है। अलबत्ता इनके बीच छिड़ी वर्चस्व की जंग से नुकसान जरूर उठाना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि इस जंग के चलते मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार को कुमाऊं में गई सूचना विभाग के अफसरों की एक टीम को बीच में ही लौटना पड़ा। माना जा रहा है कि हरदा के दरबारियों की इस टीम से मुख्यमंत्री की छवि को नुकसान हो रहा है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपना काम आसान करने के लिए दरबारियों की तैनाती की है। कुछ तो सीएम ने खुद तैनात किया तो तमाम लोग जुगाड़बाजी करके इस फौज का हिस्सा बन चुके हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री स्टाफ में इस समय दो दर्जन से अधिक लोग बतौर ओएसडी या फिर जनसंपर्क अधिकारी या किसी अन्य तरह से जुड़े हुए हैं। इनके वेतन और अन्य सुविधाओं पर प्रतिमाह लाखों रुपये भी खर्च हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से इन दरबारियों के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ गई है। हर कोई खुद को हरदा का नजदीकी दिखाने की कोशिश में जुटा है। जाहिर है कि सीएम के नजदीक होने का कई मायनों में फायदा मिलता है। नतीजा यह है कि दरबारियों के बीच टांग खिंचाई चरम पर है। एक दरबारी कोई बात करता है या फिर कोई योजना बनाता है तो दूसरे तत्काल ही उसका विरोध शुरू कर देते हैं। शायद यही वजह है कि कुछ रोज तक एक दरबारी का सीएम दरबार में दबदवा दिखता है तो कुछ रोज बाद कोई नया दरबारी सत्ता की हनक में चूर अपना अलग ही रुतबा दिखाता है। माना जा रहा है कि दरबारियों के बीच चल रही वर्चस्व की इस जंग का असर सीधे तौर पर मुख्यमंत्री की छवि पर पड़ रहा है। मुख्यमंत्री हरीश लगातार दौरे करके जनता के बीच सरकार के कामों का बखान कर रहे हैं तो ये दरबारियों की वजह से साख पर बट्टा लगता दिख रहा है। ताजा मामला मुख्यमंत्री हरीश के छह दिवसीय दौरे का है। बताया जा रहा है कि एक दरबारी ने मुख्यमंत्री से बात करके दौरे को व्यापक प्रचार-प्रसार देने की योजना तैयार की। लेकिन दूसरे दरबारियों को यह रास नहीं आया और इस योजना को पलीता लगा दिया। सूत्रों ने बताया कि एक दरबारी ने दौरे के प्रचार के लिए सूचना विभाग के आला अफसरों की एक टीम को कुमाऊं ले जाने का काम किया। अफसरों की टीम ने सोशल मीडिया के साथ ही समाचार पत्रों और इलेक्ट्रानिक चैनलों पर जमकर प्रचार-प्रसार किया। पता नहीं क्या हुआ कि अचानक ही इस टीम को वापस देहरादून लौटने का फरमान सुना दिया गया। किसी की समझ में ही नहीं आया कि आखिर माजरा क्या है। बताया जा रहा है कि एक बड़े दरबारी को लगा कि इससे तो दूसरे दरबारी का कद सीएम की नजरों में और बढ़ जाएगा। नतीजा यह रहा है कि बड़े दरबारी ने अपना खेल खेला और अफसरों की टीम देहरादून लौट आई। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या कुछ दरबारियों को सीएम हरीश के कार्यक्रमों और दौरों का प्रचार-प्रसार रास नहीं आ रहा है। अगर ऐसा है तो निश्चित रूप से यह बात सीएम की छवि के लिए ठीक नहीं है। और अगर ऐसा नहीं है तो सूचना विभाग के अफसरों की टीम को आखिरकार किन हालात में और क्यों वापस देहरादून आना पड़ा। अब देखने वाली बात यह होगी कि सीएम हरीश रावत का इस मामले में क्या रुख रहता है।

सीएम ने किया पत्रकार बिरादरी का सम्मान, अविकल की नियुक्ति पर संगठनों ने जताया आभार
  • सोमवार के कार्यभार संभालेंगे थपलियाल

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देहरादून,13 जून (निस) । वरिष्ठ पत्रकार अविकल थपलियाल की वित्त आयोग में सदस्य पद पर तैनाती के लिए पत्रकार संगठनों ने सीएम हरीश रावत का आभार व्यक्त किया है। इस नियुक्ति पर पत्रकार संगठनों ने कहा कि सरकार ने ऐसा करके पत्रकार बिरादरी का मान बढ़ाया है। अविकल एक वरिष्ठ पत्रकार हैं और आयोग में रहकर राज्य की बेहतरी में अपना योगदान दे सकेंगे। सभी ने इस तैनाती के लिए सीएम का आभार व्यक्त किया है। इधर, अविकल थपलियाल सोमवार को आयोग में सदस्य पद का भार ग्रहण करेंगे।वहीं राज्य के पत्रकार संगठनों ने भी मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि उन्होने वरिष्ठ पत्रकार का सम्मान बढ़ाया है। 

बार-बार रोना ही नहीं धन्यवाद करना भी सीखे राज्य सरकारः अजय भट्ट 

नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि प्रदेष की कांग्रेस सरकार को बार-बार केन्द्र पर अनर्गल बयानबाजी कर रोने के अलावा कुछ नहीं आता है। उन्होंने राज्य सरकार को सलाह दी कि रोने के साथ ही केन्द्र द्वारा राज्य हित में किये जार रहे कार्यों पर राज्य सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करना भी सीखना चाहिए। श्री भट्ट ने कहा कि सरकार ने मार्च में प्रदेष की तीन नए हाईवे बनाये जाने के सम्बन्ध में अधिसूचना जारी की थी और मई में प्रदेष सरकार से इनके सम्बन्ध में ब्यौरा मांगा गया था जिसके बाद प्रदेष की तीन हाईवे क्रमषः एनएच 707ए लम्बाई 310किमी0 त्यूणी, मसूरी टिहरी होते हुए मलेथा तक बनेगा दूसरा एनएच 309बी लम्बाई 76कि0मी0 अल्मोड़ा से पनार रामेष्वर तक तथा तीसरा एनएच 7 लम्बाई 72कि0मी0 पिथौरागढ़ से असकोट तक बनाया जायेगा। बकायदा इनके लिए केन्द्रीय मंत्रालय द्वारा नोटिफिकेषन भी जारी कर दिया गया है।  श्री भट्ट ने कहा कि ये तीनों हाईवे पूर्णतः डबल लेने होंगे और इनके लिए सम्पूर्ण धनराषि केन्द्र देगी राज्य को इसमें एक रू0 खर्च नहीं करना है। श्री भट्ट ने कहा कि आये दिन प्रदेष की कांग्रेस सरकार प्रदेष की जनता को गुमराह कर केन्द्र पर मदद न करने का आरोप लगाती रहती है और दूसरी ओर केन्द्र द्वारा प्रदेष हित में उठाये जा रहे कदम कांग्रेस को दिखायी ही नहीं देते हैं।  उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस अपनी कमियों को छिपाने के लिए केन्द्र के बहाने आये दिन जनता के सामने रोना रो ही रही है तो उसे केन्द्र को धन्यवाद ज्ञापित करना भी सीखना ही होगा। श्री भट्ट ने केन्द्र सरकार का धन्यवाद व आभार प्रकट करते हुए कहा कि केन्द्र में परिवहन मंत्री माननीय श्री नितिन गडकरी जी अच्छी तरह से प्रदेष की भौगोलिक परिस्थितियों से वाकिफ हैं इसके लिए उनका प्रदेषवासियों की ओर से आभार। श्री भट्ट ने कहा कि प्रदेष की कांग्रेस सरकार अब चारों ओर से घोटालों के आगे घिर गयी है और उनके नेताओं द्वारा बार-बार एक ही राग अलापा जा रहा है कि केन्द्र सरकार राज्य की उपेक्षा कर रही है जबकि हकीकत कुछ और ही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहे अपनी कमियों को छिपाने के लिए जितना जोर लगा ले किन्तु आज प्रदेष ही नहीं देष ओर दुनियाॅ के कोने-कोने तक यह बात साबित हो गयी है कि विपक्ष द्वारा जो बार-बार आपदा घोटाले की बात कही जा रही थी वह पूर्णतया सत्य हो गयी है। श्री भट्ट ने प्रदेष के मुखिया द्वारा पुनः भा0ज0पा0 के षासनकाल में घोटालों की जाॅच की बात पर माननीय नेता प्रतिपक्ष ने हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि जब उनके द्वारा उन्हें खुली चुनौती दे दी गयी है कि कांग्रेस के षासनकाल के षराब, खनन, जमीन और आपदा घोटालों की सी0बी0आई0 जाॅच करायी जाय और साथ में यदि कांग्रेस को भाजपा षासनकाल में घोटाला नजर आता है तो उनकी भी सी0बी0आई0 जाॅच कराने की संस्तुति राज्य सरकार देने को स्वतंत्र हैं, तो फिर पुनः बार-बार सरकार द्वारा एक ही बात कहना अपनी नाकामियों को छिपाना नहीं तो और क्या है। श्री भट्ट ने कहा कि प्रदेष की पूरी कांग्रेस सरकार आकंठ भ्रश्टाचार में डूबी हुई है और प्रदेष की स्थिति दिनों दिन बद से बदत्तर होते जा रही है।  

मौसम ने करवट बदली, दून सहित राज्य के कई हिस्सों मे बारिश

देहरादून, 13 जून (निस)। मौसम ने एक बार फिर से करवट बदल रहा है। गढ़वाल के कई हिस्से के लोग उमस से परेशान हैं,तो प्रदेश की राजधानी दून में दोपहर मौसम ने करवटी ली और तेज हंवाओं के साथ बारिश भी हुई। जिसने शाम को मौसम खुशगवार करके रख दिया। वहीं कुमाऊं के कुछ स्थानों पर कई दिन बाद बारिश हुई। टिहरी जनपद में सकलाना क्षेत्र में जंगल आग से धधक रहे हैं। बारिश न होने से जंगलों में लगी आग पर भी काबू नहीं पाया जा सका है।  हल्द्वानी में शनिवार सुबह आठ बजे से मौसम की पहली बारिश हुई। नैनीताल व आसपास के हिस्सों में घने बादल छाए है। पिथौरागढ़, बागेशवर आदि पर्वतीय क्षेत्र में मौसम साफ है। ऊधमसिंह नगर के कुछ हिस्सो में हल्की बारिश हुई। वहीं काशीपुर में यहां बादल छाए हैं और उमस होने से गर्मी बढ गई है।  गढ़वाल मे टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली में भी कहीं हल्के बादल छाए हैं तो कहीं धूप खिली हुई है। चारों धाम में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बदरीनाथ में भी धूप खिली है। देहरादून मंे दोपहर बाद अचानक मौसम ने करवट बदली और तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ी। जिससे लोगों ने भीषण गर्मी से काफी हद तक राहत की सांस ली। टिहरी जिले के सकलाना रेंज के जंगलों में भयानक आग लगी है। वन विभाग ने आग पर काबू पाने के लिए सिर्फ दो कर्मी भेजे हैं। ग्रामीणों की मदद से वे गांवों की तरफ आग का रुख रोकने का प्रयास करने में लगे हैं। साथ ही आग बुझने के लिए बारिश का इंतजार भी हो रहा है। शाम तक टिहरी के मौसम में भी बदलाव आने लगा था।

जनशिकायतों का निराकरण दक्षता व सुगमता के साथ करेंः सीएम 

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अल्मोड़ा, 13 जून (निस)। अधिकारीगण जनशिकायतों का निराकरण दक्षता व सुगमता के साथ करें ताकि चुस्त और संवेदनशील प्रशासन का सन्देश जनता में जाय। विभागीय कार्यकलापो की पूरी जानकारी अधिकारी रखे अपने अन्दर ऐसी कार्य क्षमता का विकास करें कि जनता का विश्वास व सहयोग हासिल हो सके। यह निर्देश शुक्रवार को देर रात सर्किट हाउस अल्मोड़ा में आयोजित मण्डल व जनपदीय अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री हरीश रावत दिये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिये कि जनपद स्तर पर विभागीय कार्य-कलापो एवं विकास योजनाओं की समीक्षा प्रत्येक तीन माह में मण्डलायुक्त द्वारा भी की जाय। जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जिलाधिकारी अन्तर विभागीय बैठकें नियमित रूप से आयोजित करे। समाधान योजना के तहत प्राप्त शिकायतो की जानकारी इलैक्ट्रानिक बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित करने के साथ ही इसका रजिस्टर भी बनाया जाय। ऐसे रजिस्ट्ररों आदि की जाॅच मुख्यमंत्री स्वयं भी करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बाद जनपद स्तर पर मंत्रीगणों द्वारा भी जनसमस्याओं की सुनवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि जनता की परीक्षा तैयारी अधिकारी सही ढ़ग से करें। नियमित रूप से क्षेत्रों का भ्रमण करें  लोगो के बीच जाये तभी वे जनविश्वास को प्राप्त कर सकेंगे। अपनी पहचान व प्रतिष्ठा ऐसी बनाये कि लोग आपको याद करें, आपके कार्यो की सराहना करें जनसेवा को अधिकारी अपना दायित्व समझे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिला योजना के अधीन किये गये कार्यों को शत-प्रतिशत पूर्ण करने के साथ ही जनवरी तक निश्चित रूप से पूर्ण करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिये कि विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित किये जाने के लिए रानीखेत या अल्मोड़ा में मुख्य अभियन्ता पर्वतीय का कार्यालय खोला जायेगा। जैंती व देघाट में विद्युत सबस्टेशन के साथ ही भिकियासैंण में विद्युत विभाग का नया डिवीजन खोला जायेगा। पुराने पोल व तारो को बदलने के लिए अभियान चलाय जाय। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, पी0एम0जी0एस0वाई0, ए0डी0बी0 व वल्र्ड बैंक की सहायता से बनने वाली सड़कों के निर्माण में तेजी लाने के साथ ही मुआवजा वितरण में भी शीघ्रता करने के निर्देश दिये। इसके लिए समय सीमा निर्धारित की जाय। लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित पुरानी सड़को के मुआवजे के लिए अलग से धनराशि स्वीकृत करते हुए 7 माह के अन्दर धनराशि वितरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने राजमार्गो के साथ ही जिले की सड़कों पर गैंगमैन की तैनाती करने को कहा। बरसात से पहले पर्याप्त मात्रा में जे0सी0बी0, डोजर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। रामनगर-मोहान-भतरौजखान सड़क निर्माण में तेजी लाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये। उन्होंने पी0एम0जी0एस0वाई0 अधिकारियों से कहा कि निरन्तर शिकायतें प्राप्त हो रही है कि उनके द्वारा जो सड़के बिछायी जा रही है उनमें चैड़ाई कम हो रही है जिससे दुर्घटना की सम्भावना बढ़ रही है। आर0ई0एस0 को हर ब्लाॅक में मेरा गाॅव मेरी सड़क योजना के तहत प्रत्येक विकासखण्ड में 02-02 सड़कों के निर्माण की जायेंगी। जल निगम व जल संस्थान को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने के साथ ही टेंकरों की पर्याप्त व्यवस्था व ग्रामीण क्षेत्रों में खच्चरों के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये। मुख्यमंत्री ने खादी ग्रामोद्योग व उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे स्थापित किये गये उद्योगो की स्थिति की समीक्षा करें पुराने औद्योगिक अस्थानों की स्थिति का जायजा लें तथा उन्हें विकसित करने की योजना भी अमल में लायें। उन्होने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक जनपद में एक औद्योगिक स्थान को माडल के रूप में विकसित किया जायेगा। महिला स्वयं सहायता समूहों को पैकेजिंग की टैªनिंग व वित्तीय सहयोग उपलब्ध कराने सम्बन्धी योजनाओं में भी ध्यान दिया जाय। विभिन्न समाजिक पेंशन योजनाओ से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो इसके लिए अभियान संचालित किया जाय। गर्भवती महिलाओं पौष्टिक आहर वितरण, किसान पेंशन योजना की समीक्षा की और आयुक्त कुमाऊॅ मण्डल से कहा कि वे अपने स्तर से इस बात की समीक्षा करें कि इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसान कम आवेदन क्यो किया जा रहा है,पिछल दिनों हुए नुकसान के एवज में दी जा रही 1500 सौ की तात्कालिक सहायता की भी उन्होंने गहन समीक्षा की। चारा विकास के लिए अगले पाॅच साल का रोडमैप तैयार करने के भी उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देश दिये। पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास के लिए अधिक सर्जीकल कैम्पों का आयोजन किया जाय। शिक्षकों की तैनाती में गड़बड़ी की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने आयुक्त कुमाऊॅ मण्डल को अविलम्ब जाॅच कर आख्या देने के निर्देश दिये। अवकाश पर गये मुख्य शिक्षाधिकारी का अवकाश निरस्त कर अपने कार्य पर लौटने को कहा यदि वे अवकाश से वापस अपने कार्य पर नहीं आते है तो उनके विरूद्व अनुशानात्मक कार्यवाही की जायेगी। कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि शासन द्वारा काश्तकारों को हर सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है इसलिए हमारी जिम्मेदारी होगी कि काश्तकारों की समस्याओं के प्रति हम सजग होकर कार्य करें उन्हें समय पर बीज, एवं कृषि उपकरण प्राप्त हो सके इसका विशेष ध्यान रखना होगा साथ ही उनके द्वारा उत्पादित माल की विपणन व्यवस्था सही हो सके इसका भी ध्यान रखना होगा। वन विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि वर्तमान में जल समस्या पूरे देश में गम्भीर बनी हुई है इसका निदान तभी सम्भव हो पायेगा जब वन विभाग के अधिकारी वृहद वृक्षारोपण सहित जल संरक्षण, एवं जल संवद्र्वन के कार्यों को अधिकाधिक महत्व देंगे साथ ही जंगली जानवरों से बचने के लिए जो सूअररोधी दिवार बनायी जा रही है पायलट प्रोजेक्ट के तहत उन क्षेत्रों में इस कार्य को प्राथमिकता दी जाय इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनपद पौड़ी, टिहरी एवं अल्मोड़ा में आॅवले के बीज बनाने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश पूर्व में दिये गये है उसी अनुसार अधिकारी कार्य करें। सिंचाई व लघु सिंचाई विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि बन्द पड़ी नहरों को खोलने और उनके मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जाय ताकि काश्तकारों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने महिलाओं को आई0टी0आई0 में सिलाई, कढ़ाई सहित अन्य व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जाय। मा0 मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान यह भी निर्देश दिये कि अधिकारी कोई भी योजना को तैयार करते समय उसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर लें तभी उसका प्रस्ताव तैयार करें अन्यथा आगे चलकर फिर परेशानी होती है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभाग में लम्बित मामलो की एक अद्यतन सूची तैयार कर लें उसी अनुसार प्राथमिकता के आधार पर मामलो का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। आयुक्त द्वारा प्रत्येक तीन माह में लम्बित मामलों की समीक्षा की जाय। टेक होम राशन योजना को और प्रभावी बनाने के लिए मडुवा व चैलाई आदि की खरीद के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया जाय ताकि काश्तकारों से यह उत्पादित माल खरीदा जा सके ओर पात्र महिलाओं को इसको वितरित किया जाय। नगरपालिका में एक बैठक हाल की स्वीकृति भी उन्होंने इस अवसर पर दी। सम्भागीय परिवहन अधिकारी को समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि तेज रफ्तार चलाने वाले वाहनो की गहन चैंकिग के साथ ही एल्कोमीटर लगाकर समय-समय चालको की भी चैंकिग करें ताकि बढ़ती हुई दुर्घटनाओं को रोका जा सके। बैठक के अन्त में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाने का प्रयास करें तभी हम अपने मिशन में आगे बढ़ पायेंगे। इस बैठक में विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुजंवाल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, क्षेत्रीय विधायक मनोज तिवारी, रेखा आर्या, आयुक्त कुमाऊॅ मण्डल अवनेन्द्र सिंह नयाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे।

पवित्र कैलाश मानसरोवर भगवान शिव का निवासः कुंजवाल 

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अल्मोड़ा, 13 जून (निस)। आदिकाल से ही पवित्र कैलाश मानसरोवर भगवान शिव का निवास स्थान रहा है जहाॅ पर हजारों की संख्या में यात्री जाकर इस पवित्र यात्रा का लाभ उठाते है यह बात आज प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुजंवाल ने इस वर्ष की कैलाश यात्रा के प्रथम दल को स्थानीय कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम के समीप हरी झण्डी दिखाते हुए कही। उन्होंने कहा कि चीन तिब्बत क सुदूर पश्चिम में पृथ्वी का एक उच्चतम, अनन्तिम व नितान्त पवित्र स्थल हिमाच्छादित विराट हिम पैरामिड कैलाश पर्वत स्थित है। इस पर्वत के बारे में विश्वास किया जाता है कि यह तीन करोड़ वर्ष पुराना है जो कि हिमालय के लिए उदभव काल से ही अपना विशिष्ट स्थान रखता है। यह स्थल हिन्दू, बौद्व, बोनपा, जैन धर्माम्बलियों हेतु आस्था का पवित्र स्थल है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह यात्रा विदेश मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशन में कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम लि0 द्वारा वर्ष 1981 से लगातार संचालित की जा रही है। इस वर्ष इस यात्रा में कुल 58 यात्री शामिल है जिनमें 15 विभिन्न राज्यो सहित 03 उत्तराखण्ड के यात्री भी प्रतिभाग कर रहे है इन 03 यात्रियों में सल्ट विधानसभा क्षेत्र के युवा विधायक सुरेन्द्र सिंह जीना भी शामिल है। इस वर्ष यात्रा में 800 से भी अधिक यात्री जाने प्रस्तावित है। दिल्ली से लिपूपास तक भारतीय क्षेत्र में कुल यात्रा 717 किमी0 है जिसमें से दिल्ली से नारायण स्वामी आश्रम तक 635 किमी0 की यात्रा मोटर मार्ग से है तथा नारायण स्वामी आश्रम तक लिपूपास दर्रा तक कुल 85 किमी0 की यात्रा भारतीय क्षेत्र में पैदल की जाती है। तिब्बत क्षेत्र में यात्रियों को लगभग 70 किमी0 पैदल तथा 193 किमी0 बस यात्रा करनी पड़ती है जिसमें कैलाश एवं मानसरोवर परिक्रमा भी सम्मलित है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जहाॅ एक ओर यह पवित्र यात्रा हमें अगाध आस्था के लिए प्रेरित करती है वहीं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस यात्रा को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। राज्य सरकार द्वारा इस यात्रा का सुविधाजनक बनाये जाने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। अल्मोड़ा से यात्रा प्रारम्भ होने से पूर्व सभी यात्रियों का भव्य स्वागत पर्वतीय छोलिया नृत्य के साथ फूल मालाओं से किया गया। और उनके इस पवित्र यात्रा की सभी उपस्थित लोगो ने शुभकामनायंे यात्रियों को दी।इस यात्रा में 03 बसे कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम थी। महाप्रबन्धक कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम धीराज गब्र्याल ने इस यात्रा के बारे में विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम इस यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए पूर्ण प्रयासरत है स्थान-स्थान पर कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम के पर्यटक आवास गृहों को सुसज्जित करने के साथ ही अन्य पड़ावों मे आधारभूत सुविधायंे मुहैया कराये जाने के प्रयास किये जा रहे है। इस अवसर पर संसदीय सचिव मनोज तिवारी, नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन, महाप्रबन्धक कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम धीराज गब्र्याल सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे।

उत्तराखण्ड पुलिस व एसडीआरएफ पहुंची माउण्ट भागीरथी द्वितीय 

देहरादून, 13 जून (निस)। पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र व महानिरीक्षक संजय कुमार गंुज्याल उत्तराखण्ड पुलिस एवं एसडीआरएफ का 24 सदस्यों का दल माउण्ट भागीरथी द्वितीय की 6512 मीटर की चोटी का फतह करके लौटा है। उन्होंने बताया कि यह उत्तराखण्ड के किसी भी सरकारी विभाग का पर्वतारोण का पहला अभियान है। यह हाई एल्टिटयूड सर्च एण्ड रेस्क्यू टीम गठन का पहला कदम है। उन्होंने बताया कि 25 सदस्यों के दल में से 16 सदस्य ने चोटी का फतह किया। इस दल द्वारा उच्च हिमालयी क्षेत्रों में राहत एवं बचाव का प्रशिक्षण सकुशल सम्पन्न करते हुए माउण्ट भागीरथी-द्वितीय उचाई 6512 मीटर पर 9 जून को समय 8 बजे के लगभग सफल आरोहण किया गया। इस अभियान के दौरान उच्च हिमालयी तुग्ंगता वाले क्षेत्रो पर्वतारोहियो द्वारा फैलाये गये कूडे का वापस लाकर निस्तारण किया गया। एसडीआरएफ संजय गुंज्याल द्वारा बताया गया कि इस अभियान दल ने पर्वतारोहण अभियानों के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं एवं आपदा के अलावा प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्य हेतु खास कर आयी भीषण प्रकृतिक आपदा 2013 के बाद से विशेष प्रशिक्षित दल की आवश्यकता महसूस हुयी। इस दिशा में उत्तराखण्ड राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत एसडीआरएफ के अन्तर्गत एक विशिष्ट हाई एल्टीट्यूड रैस्कयू दल के गठन की दिशा में यह अभियान प्रथम प्रयास था और इस तरह के अभियान भविष्य में जारी रहेगा। माउण्ट भागीरथ-द्धितीय अभियान के अनुभव के उपरान्त उत्तराखण्ड प्रथम राज्य के रुप में स्थापित होने जा रहा है, जिसके पुलिस बल में बचाव एवं राहत हेतु अपना पर्वतारोहण में प्रशिक्षित दल होगा। इस अभियान दल ने पर्वतारोहण अभियानों के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं एवं आपदा के अलावा पर्यटन को बढावा देने हेतु तथा पर्यटको व तीर्थ यात्रियों की उच्च हिमालयी तुग्ंगता क्षेत्रों में सुरक्षा हेतु विशेष अभ्यास किया। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में रैस्क्यू अभियानों के लिए उत्तराखण्ड पुलिस की हाई अल्टीटयूड रैस्क्यू टीम का यह प्रथम सफल प्रशिक्षण व पर्वतारोहण अभियान रहा। इस विशेष बल की कार्यकुशलता तथा व्यवसायिकता को बढाने के लिए इस तरह के प्रशिक्षण व अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे। माउण्ट भागीरथी-द्वितीय अभियान की सफलता के उपरान्त देश में उत्तराखण्ड अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित होने जा रहा है, जिसकी विशेष प्रशिक्षित  हाई अल्टीटयूड रैस्क्यू युनिट भविष्य में होने वाली विपरीत परिस्थितियों के लिए सतत तैयार है। टीम मे पुलिस महानिरीक्षक संजय गुज्याल, सेनानायक सुश्री पी० रेणुका देवी, उपसेनानायक नवनीत सिंह भुल्लर, निरीक्षक संजय कुमार उपे्रती, उपनिरीक्षक सतीष कुमार शर्मा, है.कानि. आ,ाीष कुमार सिह, हैड कांस्टेबल मनोज सिंह रावत, कांस्टेबल सूर्यकान्त उनियाल, मनोज जोशी, सुशील कुमार, रमेश चन्द भटट, विजेन्द्र कुडियाल, विरेन्द्र काला, दिगम्बर सिह नेगी, राकेश चन्द्र, दीपक सिह, राखी, फायरमैन रवि चोैहान, रोशन कोठारी, प्रवीण सिह, योगेश सिह, वायरलैस हैड आपरेटर सुधीर कुमार दूहन एवं पैरामैडिक्स विनय मोहन शमिल थे।

विस्थापन की मांग को लेकर गंगोत्री हाईवे जाम

उत्तरकाशी, 13 जून (निस)। भटवाड़ी आपदा प्रभावितों के विस्थापन और हाईवे के पुनर्निर्माण की जद में आए भवन स्वामियों को मुआवजा देने की मांग को लेकर भाजपाईयों ने शनिवार को गंगोत्री हाईवे जाम किया। इस दौरान गंगोत्री जाने व वापस लौटने वाले यात्री भी जाम में फंस गए हैं। शनिवार की सुबह करीब 11 बजे को भटवाड़ी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्थानीय ग्रामीणों को साथ हाईवे जाम किया। उनता कहना था कि 2010 में हुए भू धंसाव से प्रभावित भटवाड़ी गांव के परिवारों के विस्थापन के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए। साथ ही भूधसाव से ध्वस्त हुए हाईवे के निर्माण के लिए अधिग्रहित की गई भूमि और भवनों का मुआवजा भी नहीं दिया गया। प्रशासन की ओर से अब तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इसके चलते जाम जारी है। इस मौके पर भाजपा नेता सूरत राम नौटियाल, जगमोहन सिंह रावत, जिला पंचायत सदस्य व भाजयुमो अध्यक्ष पवन नौटियाल, नरेश सेमवाल समेत अन्य मौजूद रहे।

स्काउट गाइड का दल यमुनोत्री ट्रैकिंग के लिए रवाना

बड़कोट, 13 जून (निस)। भारत स्काउट एंड गाइड राष्ट्रीय मुख्यालय दिल्ली के तत्वावधान में 18 प्रांतों का 80 सदस्यीय दल यमुनोत्री टैªकिंग के लिए रवाना हो चुका है। यह दल बड़कोट से पैदल चलकर विभिन्न गांवों से होता हुआ यमुनोत्री धाम पहुंचेगा। राजकीय महाविद्यालय बड़कोट में देश के18 प्रदेशों से आए रोवर और रेंजर्स हिमालय को जानने के लिए पहुंचे हैं। इसके लिए यह दल यमुनोत्री धाम पहुंचकर अध्ययन करेगा। इसके तहत स्थानीय संस्कृति व उसमें आ रहे बदलाव समेत प्रकृति के विभिन्न पहलू शामिल हैं। टीम के प्रभारी और जिला प्रशिक्षण आयुक्त सुरेंद्र सिंह मेहरा ने बताया कि यात्रा का मुख्य उद्देश्य रोवर और रेंजर्स को हिमालय की पहचान कराना, विविधताओं का अध्ययन कराना, उद्गम, जलागम आदि के अध्ययन के साथ ही साथ स्काउट भावना के तहत साहसिक यात्रा में प्रतिभाग कराना है। यात्रा की शुरुआत बड़कोट से होकर पैदल नगांण गांव, स्यानाचट्टी, रानाचट्टी होते हुए यमुनोत्री तक होगी। इसके बाद 16 जून को यह यात्रा बड़कोट में ही समाप्त होगी। दल के प्रमुख राष्ट्रीय सहायक निदेशक अरुण सरकार ने बताया कि भारत स्काउट और गाइड प्रत्येक साल इस प्रकार की साहसिक गतिविधियों को कराता रहता है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी चेतन नौटियाल, प्रोफेसर आर एस असवाल, कमल जीत, बिंदा प्रसाद शामिल थे ।

कोटिकरण का मसला उलझा

पिथौरागढ़, 13 जून (निस)। शिक्षा विभाग में कोटिकरण का मसला काफी उलझता जा रहा है। कोटिकरण की सूची जारी होने के बाद कई विसंगतियां सामने आ गई। अभी तक सुगम घोषित कई विद्यालय अब दुर्गम हो गए हैं तो कई दूरदराज के विद्यालयों को सुगम की श्रेणी में डाल दिया गया है। शिक्षा विभाग ने कोटिकरण की जैसे ही सूची इंटरनेट पर डाली। सूची सामने आते ही शिक्षक भड़क गए। पांगू, जाबूकाथल, पांखू, गौरंगचैड़, माकम कैलाश, जजुराली जैसे दूरस्थ विद्यालयों को शिक्षा विभाग ने सुगम की श्रेणी में दर्शाया है। इनमें से अधिकांश विद्यालयों तक पहुंचने के लिए विद्यार्थियों को कई किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। बीते वर्षाे तक ये सभी विद्यालय दुर्गम की श्रेणी में शामिल थे। जिला मुख्यालय के नजदीकी विद्यालय जीआइसी गुरना, बजेटी, ऐंचोली, थरकोट और कनालीछीना को दुर्गम की श्रेणी में रखा गया है। ये विद्यालय अभी तक सुगम की श्रेणी में शामिल थे। सुविधाओं में इजाफा होने पर दुर्गम से कोई विद्यालय सुगम की श्रेणी में शामिल हो सकता है, लेकिन सुगम से कोई विद्यालय दुर्गम कैसे हो सकता है यह सवाल कोटिकरण में हुई मनमानी का खुलासा करने के लिए काफी है। कोटिकरण में हुई विसंगतियों के खिलाफ शिक्षक मुखर हो गए हैं। राजकीय शिक्षक संघ गौरंगचैड़ इकाई ने इसे गंभीर मसला बताते हुए कोटिकरण की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है। शाखा मंत्री राजेश मोहन उप्रेती ने जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में मांग की है कि विसंगतियों को अविलंब दूर किया जाए। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कहना है कि मानकों के अनुरूप ही कोटिकरण किया गया है।

पुश्तों मंे बजरी के वजाय मिट्टी भरने का काम 
  • ग्रामीणों ने जताया आक्रोश, ठेकेदार पर लगाया मानकों के तहत कार्य न करने का आरोप 
  • नौलापानी-नारी मोटरमार्ग का मामला 

रुद्रप्रयाग, 13 जून (निस)। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के निर्माण कार्यों पर सवाल उठने शुरू हो गये हैं। नौलापानी-भैंसगांव-नारी मोटरमार्ग पर चल रहे स्टेज टू के कार्य पर ग्रामीणों ने ऊंगलियां उठाई हैं। जहां एक ओर ग्रामीणों ने ठेकेदार पर मानकों के तहत कार्य न किये जाने का आरोप लगाया है, वहीं बाल मजदूरों से कार्य करवाये जाने पर आक्रोश जताया है। इन दिनों नौलापानी-भैंसगांव-नारी 12 किमी मोटरमार्ग पर स्टेज टू का कार्य जोरों पर चल रहा है। इसके तहत मार्ग पर पुश्तों के निर्माण के साथ ही डामरीकरण का कार्य किया जाना है, जिसकी लागत 6 करोड़ 28 लाख है। इतनी भारी भरकम धनराशि को खर्च करने में विभागीय ठेकेदार रात-दिन एक किये हुए है और नियमों को ताक पर रखकर कार्य को अंजाम दे रहा है। मोटरमार्ग पर पुश्तों के कार्य में गुणवत्ता का एक भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बाल मजदूरों से कार्य करवाकर पुश्तों में मिट्टी भरी जा रही है। बजरी के वजाय मिट्टी का प्रयोग कर पुश्तों का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में ग्रामीणों को भी डर सता रहा है कि बरसात में पुश्ते ढह जायेंगे और आवाजाही प्रभावित हो जाएगी। ग्राम प्रधान केदार सिंह, विनय जगवाण, जयपाल सिंह जगवाण, दीपक जगवाण ने कहा कि पीएमजीएसवाई के तहत भैंसगांव-नारी मोटरमार्ग पर कार्य किया जा रहा है। मार्ग निर्माण से ग्रामीणों में खुशी भी है। ग्रामीण भी चाहते हैं कि जल्द से जल्द स्टेज टू का कार्य पूरा किया जाय, जिससे मार्ग की दशा सुधर जाय। कहा कि ठेकेदार द्वारा मार्ग पर पुश्तों का कार्य किया जा रहा है। पुश्तों की लंबाई और चैड़ाई के हिसाब से कार्य में गुणवत्ता का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। बजरी के वजाय ठेकेदार के मजदूर पुश्तों पर मिट्टी का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में ग्रामीण भी परेशान हैं कि कई बरसात के दौरान ये पुश्ते ढह न जांय और आवागम में दिक्कतें पैदा न हों। ग्रामीणों ने कहा कि विभागीय अभियंता निर्माण कार्य के दौरान मौजूद नहीं रहते हैं, जिस कारण ठेकेदार मनमर्जी से कार्य को कर रहा है। बाल मजदूरों को कार्य में लगाया गया है। ऐसे में साफ है कि ठेकेदार कार्य में लापरवाही बरत रहा है। उन्होंने जिलाधिकारी से मोटरमार्ग में किये जा रहे कार्यों की जांच की मांग की है। मोटरमार्ग पर स्टेज टू का कार्य चल रहा है। यदि पुश्तों में बजरी के बजाय मिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है तो इसके लिए ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी। मोटरमार्ग के जिन जगहों पर पुश्तों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, वहां पर कार्य की जांच की जायेगी, जिससे हकीकत का सही तरीके से पता चल सके। 

केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर छठवें बैच के मजिस्ट्रेटों की तैनाती
  • 11 से 20 जून तक देखेंगे यात्रा व्यवस्थाओं को 
  • किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्तः डीएम 

रुद्रप्रयाग, 13 जून (निस)। केदारनाथ की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं और यात्रा व्यवस्थाओ के सुचारू संचालन के लिये जिला प्रशासन ने सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम पैदल यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावो पर सेक्टर, सब सेक्टर मजिस्ट्रेटों एवं कर्मियों की छठवें बैच की तैनाती कर दी है। जो 11 जून से 20 जून तक यात्रा व्यवस्थाओ पर निगरानी कर सेवा दंेगे। केदारनाथ धाम यात्रा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने मुहैया सुविधा के तहत सोनप्रयाग से लेकर केदारधाम तक विभिन्न स्थान एवं पड़ावों पर छठवें दल की तैनाती लिस्ट जारी कर दी गई है। जो 11 जून से 20 जून तक यात्रा व्यवस्थाओं का संचालन करेगें। जिलाधिकारी डाॅ राघव लंगर ने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को अपनी जिम्मेदारी एवं दायित्व का कुशलतापूर्वक निर्वहन के निर्देश दिये हैं। उन्होने तैनात सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को निर्देशित किया है कि वह अपने क्षेत्रान्तर्गत सभी व्यवस्थाओं और मोबाइल कनेक्टिविटी की स्थिति व प्रत्येक दिन की गतिविधियों की जानकारी कंट्रोल रूम में देगें। उन्होंने तैनात अधिकारियों एवं कर्मियों की तैनाती की जानकारी देते हुए बताया कि केदारनाथ सेक्टर के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में लघु सिंचाई के अधिशासी अभियन्ता बीके तिवारी, सब सेक्टर मजिस्टेªट के रूप में प्रभारी अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत केदारनाथ मोहन प्रसाद को तैनात किया गया है। जबकि सेक्टर लिनचोली-केदारनाथ के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में आशीष सेमवाल जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी व सब सेक्टर मजिस्टेªट प्रवीन बिष्ट व्यायाम प्रशिक्षक को तैनात किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि भीमबली सेक्टर के लिये सहायक विकास अधिकारी जीएस तडियाल  को सेक्टर मजिस्टेªट व ग्राम विकास अधिकारी जयपाल सिंह पंवार को सब सेक्टर मजिस्टेªट के रूप में तैनात किया गया है। गौरीकुण्ड सेक्टर के लिये सहायक अभियन्ता पीएमजीएसवाई राकेश चन्द्र को सेक्टर मजिस्टेªट व ग्राम विकास अधिकारी कमल नयन सेमवाल को को सब सेक्टर मजिस्टेªट बनाया गया हैं। वहीं सोनप्रयाग सेक्टर के लिये राजस्व निरीक्षक युद्धवीर सिंह रावत को सेक्टर मजिस्टेªट एवं राजस्व निरीक्षक बालम सिंह नेगी को सब सेक्टर मजिस्टेªट बनाया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी सेक्टरों के साथ विभिन्न विभागों के कार्मिक भी समबद्ध किये गये हैं। जो अपने सेक्टर मजिस्टेªट, सब सेक्टर मजिस्टेªट के नियंत्रण में कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।

मोदी के बयान पर पाकिस्तान में प्रदर्शन

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म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के प्रति भारत की आक्रामकता और अमानवीय क्रूरता के खिलाफ पाकिस्तान के सिंध प्रांत में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। वेबसाइट डॉन ऑनलाइन के मुताबिक, लगभग सभी धार्मिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं और कुछ राजनीतिक पार्टियों ने शुक्रवार को सिंध में प्रदर्शन किया और रैलियां निकाली।  पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू) और पाकिस्तान सुन्नी तहरीक (पीएसटी) के प्रदर्शनकारियों ने रैलियों के अंत में भारतीय झंडे फूंके और प्रधानमंत्री मोदी के पुतले जलाए। सिंध पीएमएल-क्यू के अध्यक्ष हलीम आदिल शेख ने हैदराबाद में प्रेस क्लब के बाहर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी पाकिस्तान देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि यदि भारत इस तरह की गलती करेगा, तो पूरा देश सेना का समर्थन करेगा। 

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात जून को ढाका विश्वविद्यालय में अपने संबोधन में भारत में आतंकवाद और डर फैलाने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा, "समय-समय पर पाकिस्तान भारत को परेशान करता है, दिक्कतें पैदा करता है, आतंकवाद को बढ़ावा देता है और इस तरह की घटनाएं लगातार घट रही हैं।"इस रैली में शामिल लोगों ने प्रेस क्लब पर इकट्ठा होने से पहले विभिन्न सड़कों पर मार्च किया, जहां उनके नेता ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री के बयान से पाकिस्तानी नागरिकों को गहरा दुख हुआ है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक शक्तिशाली देश है और उसे पता है कि देश की सीमाओं की रक्षा कैसे करनी है। जमात-उद-दावा के नेता मौलाना कारी महमूद ने सरकार से देश में भारत के रिसर्च एंड एनलसिस विंग (रॉ) के एजेंटों को खत्म करने का आग्रह किया और मुस्लिम देशों से मुसलमानों के प्रति निर्दयता के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। इसी तरह के प्रदर्शन घोटकी और कंधकोट जिलों में भी हुए।

पुनर्निर्माण के लिए 666.3 करोड़ डॉलर की जरूरत : नेपाल

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भूकंप की मार झेल रहे नेपाल में पुनर्निर्माण कार्यो पर लगभग 666.3 करोड़ डॉलर की लागत आएगी। नेपाल योजना आयोग ने शनिवार को आपदा के बाद किए गए आकलन (पीडीएनए) में यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, 25 अप्रैल और 12 मई को आए दो जबरदस्त भूकंपों के बाद नेपाल सरकार के लिए ध्वस्त बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण सबसे मुश्किल कार्य होगा। प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री सुशील कोईराला की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है, "देश को वापस दुरुस्त करने के लिए नेपाल को लगभग 666.3 करोड़ डॉलर की जरूरत है।"

आयोग शनिवार को आपदा बाद की जरूरतों के आकलन के विवरण राजधानी काठमांडू में एक संवाददाता सम्मेलन में सार्वजनिक करने जा रहा है। नेपाल सरकार ने पिछले महीने दो अरब डॉलर के राष्ट्रीय पुनर्निर्माण कोष की स्थापना कर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से कोष में योगदान करने का आग्रह किया था।  नेपाल में पुनर्निर्माण कार्यो के लिए संसाधन जुटाने में मदद के लिए नेपाल सरकार काठमांडू में 25 जून को दानकर्ता सम्मेलन का आयोजन कर रही है।

कार्यवाहक विदेश सचिव शंकर दास बैरागी ने सिन्हुआ को बताया, "नेपाल में आए भूकंप और भूकंप बाद के झटकों के बाद नेपाल में पुनर्निर्माण कार्यो के लिए संसाधन जुटाने के लिए यह सम्मेलन बहुत मददगार होने जा रहा है। हमारी मंशा परंपरागत और नए साझेदारों को आमंत्रित करने की है।"

छतरपुऱ (मध्यप्रदेश) की खबर (13 जून)

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किसान मेहनत करें और षासन की योजनाओं का लाभ उठायेंः-विधायक श्रीमती यादव
  • तीन दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेले का हुआ षुभारम्भ

chhatarpur news
छतरपुऱ/13 जून/खेती को फायदे का धंधा बनाने के उद्देष्य से राज्य षासन द्वारा पूरे प्रदेष में कृषि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कृषि महोत्सव के तहत कृषि विज्ञान मेलों का आयोजन हो रहा है। मेले में बताई जा रही जानकारी को किसान अच्छी तरह सीखें एवं खेती में नई तकनीकों एवं उपकरणों का उपयोग करें। किसान खेती में अटूट मेहनत करें। मेहनत से ही सब कुछ संभव है। यह विचार षा0 उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक-1 के खेल परिसर में आयोजित किये गये तीन दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला के षुभारम्भ अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्रीमती ललिता यादव ने मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। विधायक श्रीमती यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चैहान की मंषा के अनुरूप खेती को फायदे का धंधा बनाने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। कृषि के क्षेत्र में प्रदेष लगातार विकास कर रहा है। इसी के परिणामस्वरूप प्रदेष को तीन बार कृषि कर्मण अवार्ड से नवाजा गया है। उन्होंने कहा कि अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति की चिंता प्रदेष षासन द्वारा की गयी है। गरीबों के विकास के लिये षासन ने अनेक योजनायें चलाई हैं। किसानों के हित में प्रदेष सरकार द्वारा किसी भी तरह की कमी नहीं छोड़ी जा रही है। किसानों को अब  खाद-बीज के लिये परेषान होने की आवष्यकता नहीं है। यदि किसान खाद-बीज के लिये 100 रूपये कर्जा लेंगे तो उन्हें 90 रूपये ही लोटाना होंगे। षासन की इन विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ किसानों को उठाना चाहिये। किसानों के लिये विभिन्न कृषि उपकरणों पर षासन द्वारा अनुदान प्रदान किया जाता है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुये कहा कि वे अपने खोतों में फल, सब्जी एवं फूलों की खेती भी करें। कार्यक्रम में उपसंचालक कृषि, परियोजना संचालक, आत्मा सहित कृषि से जुड़े हुये अन्य विभागों के अधिकारी और किसान उपस्थित थे। कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा कृषि उपकरणों एवं विभागीय योजनाओं से संबंधित स्टाॅल भी लगाये गये थे।

घूसखोर कोतवाल श्रीप्रकाश राय समेत छह पुलिसकर्मी सस्पेंड

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  • राज्यमंत्री को बचाने में जुटा मुलायम सिंह यादव का पूरा कुनबा 
  • सीबाआई जांच की मांग, हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल 

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भदोही। शाहजहांपुर के पत्रकार जगेन्द्र सिंह के मामले को लेकर देशभर में हो रही किरकिरी के बाद अखिलेश यादव सरकार ने आरोपित घुसखोर कोतवाल श्रीप्रकाश राय समेत छह पुलिसकर्मियों को तो निलम्बित कर दिया है, लेकिन आरोपित राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा खुला सांड की तरह घूम रहा है। मंत्री पद का धौंस जमाकर इलाके लोगों को जुबान बंद रखने की धमकी दे रहा है। ताज्जुब तो इस बात का है कि माफिया मंत्री को बचाने के लिए मुलायम सिंह यादव का पूरा कुनबा जुट गया है, देखना इस कुनबे का मीडिया की जंग में कौन भारी पड़ता है। हालांकि इलाहाबाद हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल किया जा चुका है, जिसमें घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की गयी है। बता दें राज्यमंत्री के कहने पर ही कोतवाल श्रीप्रकाश राय सहित उनके हमराहों ने जगेन्द्र के घर में घुसकर पेटोल छिड़ककर जिंदा जला दिया था। 

इलाज के दौरान उनकी जगेन्द्र की मौत हो चुकी है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दोपहर का वक्त था। तभी देखा कि जगेंद्र सिंह के घर के बाहर एक जीप पुलिस और 20-25 युवक जिसमें कोई लाठी-डंडा लिया था तो कोई हाथ में तमंचा लहरा रहा था। पहले तो काफी देर तक जगेंद्र का दरवाजा पीटा गया और जब दरवाजा नहीं खुला तो दो-तीन पुलिस वाले और 5-6 युवक जगेंद्र के घर में कूंद गए। अंदर क्या हुआ उन्हें तो नहीं मालूम, लेकिन कुछ ही देर बाद हवा में उड़ता धुएं का गुबार और चिखने-चिल्लाने की कानों को भेद गया। जगेन्द्र चीख-चीखकर चिल्ला रहा था, राममूर्ति ने उसे अपने गुंडों से जलवा दिया। लोगों के मुताबिक उस दिन पुलिस सारी हदें पार कर दी थी। आग की दहक से लिपटे जगेंद्र चिल्लाते हुए दरवाजे बाहर निकले तो पुलिस वाले व कुछ युवक उन्हें डंडे पीट रहे थे। कह रहे थे अभी तो तुम्हें जलाया है इसके बाद तुम्हारे बीबी-बच्चे व मां-बाप को भी इसी तरह जलायेंगे, देखते है तुम्हें कौन बचाता है। जगेन्द्र के शरीर से जब जले कपड़े हट गए तो पुलिस वालों ने बाल पकड़कर मारते हुए जीप में बैठा लिया। जो लड़के साथ आए थे उन्होंने भी जगेंद्र को लातों से पीटा और खींचते हुए ले जा रहे थे। 
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