तो अब नयारघाटी के आसमान में छाएगी मलेथा की धूल....!
- -मलेथा के क्रशरों के लिए नयारघाटी में ठौर की तलाश
- -एक स्टोन क्रशर का कार्य अंतिम चरण में
- -नयारनदी के लेकर चिंतित हैं स्थानीय लोग
देहरादून,15 जून। जन आंदोलन के दबाव के बाद बहुत संभव है कि सरकार द्वारा मलेथा में संचालित हो रहे तीन क्रशरों को बंद कर दिया जाए। लेकिन इन क्रशर स्वामियों के हितों को बचाए रखने के लिए इन क्रशरों के लिए अन्यत्र ठौर ढूंढने की कयावद भी तेज होने की चरचाए हैं। उड़ती चरचाओं पर यकीन किया जाए तो पौड़ी जनपद की नयारघाटी क्रशर स्वामियों के लिए साॅॅफ्ट टारगेट नजर आ रही है। इसे देखते हुए गुपचुप तरीके से नयारघाटी में इस हेतु भूमि की तलाश भी हो चुकी है। माना जा रहा है कि नयारघाटी क्षेत्र में कुनगड गदेरे में निर्माणाधीन क्रशर की कड़ी भी इसी शिफ्टिंग से जुड़ी हुई है। लेकिन इस सुगबुगाहट के बाद नयार घाटी में भी विरोध के स्वर उठने लगे हैं। अब देखना होगा कि मलेथा की तरह नयारघाटी में भी जनआंदोलन की विजय होती है या नहीं-- यह निर्विवाद रूप से कहा जा सकता है कि मलेथा में चल रहे क्रशरों के विरोध के बाद शासन प्रशासन बैक फुट पर है। बहुत संभव है कि मलेथा में स्टोन क्रशरों को बंद ही कर दिया जाए। लेकिन यदि चरचाओं पर यकीन किया जाए तो मलेथा के क्रशर स्वामियों को पुनर्वासित करने का जुगाड़ भी शुरू हो गया है। नयारघाटी क्षेत्र में यह चरचा जोरों पर है कि मलेथा के स्टोन क्रशरों के लिए क्षेत्र में ठौर की तलाश हो चुकी है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष तीरथ सिंह राही का तो यहां तक कहना है कि क्षेत्र के कुनगड में एक स्टोन क्रशर का निर्माण अंतिम चरण में है। उनका दावा है कि यह क्रशर नया नहीं बल्कि मलेथा से शिफ्ट होने वाला क्रशर है। जिलाधिकारी द्वारा जिले में किसी नए क्रशर की स्वीकृति की बात से इनकार किए जाने के बाद राही के दावे का वजन बढ़ जाता है। यहां कुनगड में स्थापित हो रहे क्रशर के बारे में कोई पुख्ता आधिकारिक जानकारी नहीं है। जबकि इस क्रशर का निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है, वर्तमान में यह निर्माण अंतिम चरण में है। यदि यह तैरती चरचाएं सही साबित होती हैं तो भविष्य में नयारघाटी क्षेत्र में क्रशरों की गड़गड़ाहट का सुनाई देना तय है। नयारघाटी के सरोकारों से जुड़े तीरथ सिंह राही का कहना है कि सतपुली के निकट एकेश्वर विकासखंड में स्थापित एक स्टोन क्रशर से पहले ही क्षेत्र में पर्यावरणीय क्षति हो चुकी है, जिसके बारे में वह जिलाधिकारी से पहले ही शिकायत दर्ज करा चुके हैं। उन्होने दस वर्ष पूर्व स्थापित इस क्रशर की पर्यावरणीय क्लियरंेस व अन्य औपचारिकताओं की जांच करने की मांग करते हुए कहा है कि यदि यहां तय मानकों का उल्लंघन हुआ है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करते हुए क्रशर को बंद किया जाना चाहिए। उन्होने जोड़ा कि यदि मलेथा में क्रशरों के बंद होने की दशा में उन्हे नयारघाटी में शिफ्ट किया जाता है तो मलेथा की तर्ज पर यहां भी विरोध दर्ज किया जाएगा। यह भी तय है कि यदि नयारघाटी क्षेत्र में अधिक संख्या में स्टोन क्रशरों को अनुमति दी जाती है तो पत्थरों के लिए नयार नदी में बेतहाशा खनन को भी बढ़ावा मिलेगा, जो पहले से सिकुड़ चुकी नयारनदी की विलुप्ति का कारण बन जाएगा।
अविकल ने कार्यभार ग्रहण किया
देहरादून,15 जून(निस)। चतुर्थ राज्य वित्त आयोग में सदस्य के रूप में नामित अविकल थपलियाल ने सोमवार को मुख्य सचिव सभा कक्ष में अपना कार्यभार ग्रहण किया। सदस्य चतुर्थ राज्य वित्त आयोग के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के बाद श्री थपलियाल ने उन पर भरोसा जताने के लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत का आभार व्यक्त किया। उन्होने कहा कि आयोग राज्य के दूर-दराज क्षेत्रों का भ्रमण कर जमीनी हकीकत से रूबरू होगा। इसके साथ ही अन्य प्रदेशों के नगर निकाय व पंचायत में किये गये सफल प्रयोगों को भी उत्तराखण्ड में लागू किया जायेगा। इस अवसर पर अपर सचिव एल.एन.पंत, मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक सुरेन्द्र कुमार, संयुक्त निदेशक सूचना राजेश कुमार आदि उपस्थित थे।
योग प्रशिक्षित बेरोगारों की लडाई लडेगा मोर्चाः नेगी
विकासनगर, 15 जून(निस)। पछवादून की तहसील विकासनगर से जनता के लिए संघर्ष शुरु करने के बाद अब जनसंघर्ष मोर्चा ने राज्य के बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के लिए संघर्ष करने का ऐलान कर दिया है। एक स्थानीय होटल मे पत्रकार वार्ता को संम्बोधित करते हुए जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष व गढवाल मंण्डल विकास निगम के पुर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा जहाॅ पूरे विश्व मे योग को महत्व दिया जा रहा है वही पूरे विश्व मे योग के लिए एक अलग पहचान रखने वाले राज्य उत्तराखण्ड मे 15-20 हजार युवा योग मे डिप्लोमा व डिग्री धारक होने के बावजूद भी अपने भविष्य को लेकर चितिंत है। आने वाली 21 जून को पूरा विश्व योग दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है, वही राज्य के युवा कोरे आश्वासनों के सहारे अपनी उम्र गवाॅ रहे है। केन्द्र सरकार की पहल के बाद 117 देशों के प्रतिनिधियों के द्वारा अन्तराष्ट्रीय योग महोत्सव मे भाग लेने की संम्भावना के बाद इन योग प्रशिक्षित बेरोजगारों को नजर अंदाज करना योगा के जानने वालो के साथ खिलवाड है। राज्य सरकार की योग प्रशिक्षितों के प्रति अल्लड रवैये के कारण कहीं योग के यह जानकार कही खो ना जाये। इस बात को लेकर जन संघर्ष मोर्चा जल्द ही सडको पर उतरकर इन योग प्रशिक्षित डिप्लोमा व डिग्री धारकों के लिए संघर्ष करेगा। पत्रकार वार्ता मे मोर्चा के महामन्त्री अकाश पंवार, दिवाकर त्यागी, विजय राम शर्मा, ओ0पी0 राणा, हाजी असद, यमन चैधरी, डा0 ओ0पी0 पंवारआदि उपस्थित थे।
बनबसा व टनकपुर क्षेत्र में 79 करोड 75 लाख रूपए के 14 कार्यो का शिलान्यास एवं लोकार्पण, कई योजनाओं को सीएम ने किया शिलान्यास व लोकार्पण
देहरादून, 15 जून(निस)। प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने निर्धारित दो दिवसीय जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दूसरे दिन आज बनबसा व टनकपुर क्षेत्र में 79 करोड 75 लाख रूपए के 14 कार्यो का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होंने बनबसा क्षेत्र में 172.52 लाख रूपए की लागत से नव निर्मित अतिरक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के आवसीय व अनावसीय भवनों के साथ टनकपुर में 314.81 लाख रूपए से निर्मित वाणिज्य कर भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने टनकपुर में ही 50.39 लाख रूपए से निर्मित डेडीकेटेड आईओटी भवन, 111.56 लाख से निर्मित फागपुर पेयजल योजना, 223.21 लाख की लागत से निर्मित कस्तूरबा गांधी राजकीय आवसीय बालिका विधायल, टनकपुर के छात्रावास का लोर्कापर्ण किया। मुख्यमंत्री ने लगभग 60 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले ठुलीगाढ से पूर्णागिरी रोप-वे, 117.93 लाख की लागत से निर्मित होने वाले विकासखण्ड पाटी के कार्यालय भवन, 72.12 लाख की लागत से निर्मित होने वाले डांडा ककनई में विधुत सुविधा सम्बन्धी कार्य, 71.97 लाख की लागत से निर्मित होने वाले बाक्सिंग रिंग, 98.60 लाख की लागत से निर्मित होने वाले पुलिस चैकी एवं बैरख ठुलीगाढ के भवन, 35 लाख की लागत से निर्मित होने वाले भोलाबुगां तोप से अ.ज. बस्ती तक सड़क निर्माण तथा 35 लाख की ही लागत से निर्मित होने वाले मंच तामली मोटर मार्ग किमी. 18 से ग्राम पंचायत कठनौली तक सड़क निर्माण, 109.27 लाख की लागत से निर्मित होने वाले टनकपुर-मनिहार गोठ सडक, 516.84 लाख की लागत से निर्मित होने वाले श्याला से पोथ मोटर मार्ग तथा 36.20 लाख की लागत से निर्मित होने वाले पूर्णागिरी विधुत अपग्रेडेशन कार्यो का शिलान्यास किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने ठुलीगाढ से पूर्णागिरी रोप-वे का शिलान्यास करते हुए इस क्षेत्र में 33 केबी की विधुत लाइन, श्यामलाताल पोथ से मां पूर्णागिरी तक मोटर मार्ग से मिलान, उचैली गोठ गैंडाखाली को यात्रा ग्राम का दर्जा देते हुए उसे विकसित करने, पूर्णागिरी, रीठा साहिब, श्यामलाताल, मायावती आश्रम, एवटमांउट, गोरखनाथ भूमि चम्पावत, पंचेश्वर आदि स्थलों को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए सहयोगी संस्था के रूप में जिला पंचायत चम्पावत को एक करोड की धनराशि को ग्रान्ट के रूप में आंवटित करने़, भटनागाड क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए सिंचाई व वन विभाग को एक संयुक्त टीम बनाकर प्रस्ताव देने व जिम कार्बेट स्थल को विकसित करने हेतु 5 लाख की धनराशि देने की घोषणा की। उन्होंने क्षेत्र के नौजवानों को छोटे-छोटे उघमों को स्थापित कर उनका संचालन करने के लिए अतिरक्त धनराशि प्रदान करने की घोषणा करते हुए प्रेरित किया। मां पूर्णागिरी धाम को पूरे भारत में अलग पहचान देने के लिए उन्होंने इसका प्रचार-प्रसार के साथ-साथ क्षेत्रीय समस्याओं कों ठीक करते हुए इसका संम्र्बधन करने की बात कही। ककराली गेट के आगे के क्षेत्र को जिम कार्बेट पार्क की तर्ज पर आगामी 3-4 वर्षो में विकसित किया जायेगा। उन्होंने शारदा नदी में रिवर राफ्टिंग की आपार सम्भावना को देखते हुए पर्यटन मंत्री को देश की विभिन्न भाषाओं में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश के साथ स्थानीय लोगों को साहसिक पर्यटन से जुडने और उसे रोजगार का आधार बनाने का आवाहन किया। पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि चार धाम की यात्रा के सफल संचालन किया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि मां पूर्णागिरी क्षेत्र में इस रोप-वे के शुरू होने पर इस धार्मिक स्थल में भी क्रान्ति आयेगी तथा देश-विदेश के लोग मां पूर्णागिरी के दर्शन आयेंगे। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक हेमेश खर्कवाल ने भी जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर पूर्णागिरी मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले आठ अधिकारियों को मुख्यमंत्री द्वारा प्रसस्ती पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। भ्रमण, लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम में पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, अध्यक्ष जिला पंचायत खुशाल सिंह अधिकारी, जिलाधिकारी दीपेन्द्र कुमार चैधरी, सीडीओ एसएसएस पंागती, सभी एसडीएस, प्रोजेक्ट मैनेजर व भारी संख्या में कांग्रेसी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जिला पंचायत संदस्य, क्षेत्रीय पंचायत प्रतिनिधि, सभी अधिकारी एवं आम जनता आदि उपस्थित थे।
प्रदेश भाजपा के नेता केन्द्रीय नेताओं को कर रहे गुमराहः सुरेन्द्र कुमार
- केन्द्रीय मंत्रियों को गुमराह करने से राज्य को रहा है नुकसान
देहरादून, 15 जून(निस)। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा है कि केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा आम बजट 2015-16 मंे संसद में जानकारी दी गई थी कि 8 योजनाओं को केन्द्रीय सहायता से मुक्त रखा जायेगा। यही नही 24 केन्द्रीय योजनाओं के फंडिंग पैटर्न में बदलाव किया गया है। केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा जो जानकारी सदन में आम बजट के समय दी गई हो, वह केन्द्रीय कृषि मंत्री को मालूम न हो, ऐसा नही हो सकता है। केन्द्रीय कृषि मंत्री को उनके बयान की जानकारी न हो, ऐसा संभव नही है। लगता ये है कि केन्द्रीय कृषि मंत्री दिल्ली से जो प्रेस रिलीज लेकर देहरादून आये थे, वह देहरादून भाजपा मुख्यालय में बदल गई। वैसे भी भाजपा मुख्यालय से कभी कुछ गायम होना कभी कोई रिकार्ड गायब होना पुरानी परंपरा है। उन्होंने कहा कि राज्य को विशेष राज्य दर्जा रहना चाहिए या नही। केन्द्रीय सहायता में 90ः10 का अनुपात चाहिए या नही, अर्द्ध कुम्भ 2016 के लिए केन्द्र से सहायता मिलनी चाहिए या नही। यह केन्द्रीय कृषि मंत्री उत्तराखण्ड के भाजपा नेताओं से पूछ कर तय कर सकते है। हम भी यह चाहते है कि प्रदेश भाजपा नेताओं को जनता के सामने अपने इस संबंध में अपना पक्ष को स्पष्ट करना चाहिए कि उत्तराखण्ड को विशेष राज्य का दर्जा रहना चाहिए या नही और केन्द्रीय योजनाओं में सहायता मिलनी चाहिए या नही। श्री कुमार ने कहा कि भाजपा के एक सांसद में लोक सभा में अपनी आवाज उठायी भी थी कि फंडिंग पैटर्न बदलने और केन्द्रीय योजनाएं की सहायता बंद होने से उत्तराखण्ड को लगभग 2500 करोड़ रुपये का नुकसान होगा, लेकिन भाजपा के प्रदेश नेताओं ने उनकी आवाज भी बंद करा दी है। अगर केन्द्रीय कृषि मंत्री को ये सब बात पता होता, तो वे राज्य के लिए कुछ न कुछ देकर जाते है। इससे लगता है कि प्रदेश भाजपा ने उनको गुमराह किया है। उन्होंने वित्त मंत्री का 28 फरवरी, 2015 को संसद में दिये गये भाषण की छायाप्रति भी प्रेस को जारी की। उन्होंने यह भी बताया कि केन्द्र पोषित योजनाओं का फंडिंग पैटर्न बदलना, विशेष राज्य के दर्जा के तहत 90ः10 अनुपात तथा 14वें वित्त आयोग की संस्तुतियां लागू करना तीनो-तीनो अलग-अलग विषय है। इनको मिस मैच नही किया जाना चाहिए। वहीं दूसरी ओर श्री कुमार ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा 16 जून को जो सीएम आवास घेराव करने का कार्यक्रम रखा गया है, वह केवल प्रपंच और नाटक है। उन्होंने कहा कि ज्यों ज्यों चारधाम यात्रा अपने चरम पर पहुंच रही और यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, उससे भाजपा नेता बौखलाहट में है। चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्री साधना और अपने ईष्टदेव की पूजा अर्चना के लिए आ रहे है। ईष्टदेव की पूजा में विध्न डालने वालो को हमारे शास्त्रों में क्या कहा जाता है, वह सबको पता है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा प्रदेश की गरिमा से जुड़ी हुई है, उसे प्रभावित करना भाजपा को शोभा नही देता है। यह हमारी आर्थिकी से भी जुड़ी हुई है, ऐसे में चारधाम यात्रा में विध्न डालने से गलत संदेश जायेगा। भाजपा नेताओं को घेराव करना ही है, तो राज्यहित में केन्द्र सरकार द्वारा बंद की गई योजनाओं की धनराशि दिलाने के लिए दिल्ली का घेराव करे।
गुलदार ने ट्रक चालक को मार डाला
देहरादून, 15 जून(निस)। रायवाला ंके जंगल में गुलदार का आतंक बरकरार है। अभी एक सप्ताह पहले गुलदार के एक साधू को मार डाला था। जिसका खौफ अभी लोगों के दिलों से गया भी नही था कि सोमवार की सुबह गुलदार ने सौच के लिए जंगल गए एक ट्रक चालक को मार डाला। पुलिस ने ट्रक चालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मिली जानकारी के अनुसार पुष्कर फरस्वाण उम्र 42 वर्ष पुत्र शरद फरस्वाण निवासी ग्राम मजीटी चमोली गढ़वाल रविवार को भगवानपुर हरिद्वार से सरिया से भरा ट्रक लेकर देहरादून के लिए चला था। रात को उसने सत्यनारायण मंदिर के पास ट्रक खड़ा किया था। सोमवार तड़के वह सड़क किनारे जंगल में शौच के लिए गया। इसी दौरान गुलदार ने उस पर हमला बोला दिया। काफी देर तक जब पुष्कर नहीं लौटा तो अन्य ट्रक चालकों व साथियों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। काफी ढुंढने के बाद उन्हें मंदिर के पीछे जंगल में ट्रक चालक का शव मिला। किसी ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस और वन विभाग को दी। सूचना पर पहुंचे वन कर्मियों व पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रायवाला क्षेत्र में गुलदार का आतंक लंबे समय से बना हुआ है। एक सप्ताह पूर्व ही गौहरीमाफी में गुलदार ने एक साधु को भी मार डाला था।
गांव लाम बगड़ को सरकर ने गोद लिया
देहरादून,15 जून(निस)। दिवंगत राज्यसभा सांसद मनोरमा डोबरियाल शर्मा द्वारा गोद लिए गए चमोली जिले के गैरसैण विकास खंण्ड स्थित गांव लामबगड़ को भारत सरकार द्वारा स्वीकृति दे गयी है उपरोक्त जानकारी देते हुए मनोरमा डोबरियाल शर्मा मैमोरियल फाउंडेशन की अध्यक्षा आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने आज पत्रकारों को दी। उन्होने केन्द्र सरकार के ग्रमीण विकास विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में जारी किया पत्र भी प्रैस को जारी करते हुए बताया कि उपरोक्त गांव को गोद लेने की स्वीकृति सांसद आर्दश ग्राम योजना, केन्द्रीय ग्राम विकास की वैबसाईट पर भी उपलब्ध हो गयी है, तथा बताया कि दिवंगत सांसद का सपना था कि गैरसैण व राज्य निर्माण की भावना मजबूत होकर राज्य के विकास में काम आए उस दिशा में लामबगड़ गांव का गोद लिया जाना उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है, बताया कि लामबगड़ गांव में कुल 210 परिवार जिसमें 970 की जनसंख्या है और वर्तमान में सड़क मार्ग से नहीं जुड़ा है, जूनियर हाई स्कूल के पश्चात् शिक्षा के लिए अन्यंत्र जाना पड़ता है व अन्य सुविधाओं का भी वहाॅ अभाव है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री पहले से ही गैरसैण में विधानसभा भवन व सड़को व आधारभूत संरचनाओं के निर्माण की दिशा में पहले से ही तेजी से आगे बढ़ रहे है जिससें दिवंगत सांसद द्वारा देखें गए सपनों भी पूरे होने की सम्भावना बड़ी है, सांसद आर्दश ग्राम योजना में सहयोग करने के लिए मुख्यमंत्री हरीश रावत व दिवंगत सांसद के स्थान पर चुने गए सांसद राजबब्बर का भी आभार प्रकट किया है। उन्होने यह भी बताया कि भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार नेशनल रुरल लिवलिहुड़ मिशन के द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार उपरोक्त ग्राम में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, विद्युत, कृषि उपज विकास, पशुधन विकास व जन तकनीकी व आय वृद्धि योजना आदि का विकास होना है व लामबगड़ में पोस्ट आफिस, संचार व मजबूत बैंक सुविधाओं के लिए भी काम किया जाएगा।
घर के बाहर खड़ी बुलेरो चोरी
देहरादून, 15 जून(निस)। प्रदेश की राजधानी देहरादून में चोरों के हौसले काफी बुलंद है। पटेलनगर थाना क्षेत्रार्गत चोरों ने घर के बाहर खड़ी बुलेरो चुरा ली। पुलिस ने पीडित की तहरीर पर मामला दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। बंजारावाला निवासी अकरम अहमद पुत्र अनीश अहमद ने पटेलनगर कोतवाली में अज्ञात चोरों के खिलाफ अपने घर के बाहर से बुलेरो (यू.के07एक्स-2240) चुराने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया है। अकरम अहमद का आरोप है कि 13 जून को वह हर रोज की तरह अपनी बुलेरों घर के बाहर खड़ी कर सोने चल ागया था। लेकिन जब वह सुबह उठा तो उसे उसे बुलेरो उस स्थान पर नहीं दिखाई दी। इस पर उसके होश उड़ गये। आस पास पूछने के बाद भी जब उसे बुलेरों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्होने पटेलनगर कोतवाली में बुलेरो चोरी होने का मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पूर्णागिरी धाम का विकास वैष्णव देवी धाम की तर्ज परः सीएम
देहरादून, 15 जून(निस)। प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत रविवार देर सायं स्पोटर्स स्टेडियम टनकपुर पहुंचकर अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत तुलसी राम चैराहे पहुंचकर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्णागिरी धाम का विकास वैष्णव देवी धाम की तर्ज पर करने के साथ टनकपुर क्षेत्र को तीर्थ नगरी की तरह विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि 3-4 वर्षो के अंदर टनकपुर को बड़ी रेल लाइन से जोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले 10 वर्षो में राज्य में सबसे सुन्दर नगर चम्पावत होगा, इसके लिए निरन्तर विकास कायों को अंजाम दिया जा रहा है। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चम्पावत जिला चिकित्सालय को बेस अस्पताल का दर्जा देने के साथ टनकपुर में अस्पताल का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सूखीढ़ांग-श्यामलात को पर्यटन स्थल की तरह विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि चम्पावत में स्टेडियम व बेस चिकित्सालय, नरियाल गांव में पशु महाविद्यालय, नर्सिंग कालेज की स्थापना करने के साथ तल्लादेश में पालिटेक्निक तथा आईटीआई की शुरूआत कर विकास कार्यो को बढ़ावा दिया जा रहा हे। उन्होंने लोगों से राज्य में स्थापित किये जा रहे शिक्षण संस्थानों से अधिकाधिक लाभ उठाने की बात भी जनसभा में कही। मुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा के आज प्रदेश के प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक की नियुक्ति की जा चुकी है तथा आगामी सितम्बर माह तक सभी हाईस्कूलों एवे इण्टर काॅलेजों में ब्लाक स्तर पर गेस्ट टीचरों की नियुक्ति की जायेगी। उन्होंने कहा कि उ.प्र में 27 लाख पर एक पाॅलिटेक्निक तथा 3 लाख एक आईटीआई स्थापित है जबकि सरकार द्वारा राज्य में लगभग 28 हजार पर एक पाॅलिटेक्निक और 10-12 हजार पर एक आईटीआई स्थापित कर शिक्षा में बहुआयामी उपब्धि हासिल की गयी है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस प्रयास में शिक्षा के इस वातावरण बनाने में आगे आये एवं अपना सहयोग प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने जनसभा में बरसात का पानी रोकने हेतु चाल-खाल बनाने और पानी संचय करने वाले, चैलाई, मडुवा, राजमा के साथ दुग्ध उत्पादन पर भीे बोनस से नवाजा जायेगा। उन्होंने कहा कि महिला दुग्ध संघों को 5 रूपये बोनस के साथ भीमल, महुवा, आवला, च्यूरा, नीबू व अखरोट प्रजाति के तीन साल के सरंक्षण पर भी काश्तकरों को बोनस दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि फलों के संरक्षण हेतु कर्णप्रयाग एवं टनकपुर मण्डी को चयनित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों को अन्य राज्यों की अपेक्षा अच्छा मूल्य दिया जा रहा है तथा और अधिक पैदावार के लिए आधुनिक तकनीकि देने के साथ बीज और मशीनें भी उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि विघानसभा क्षेत्र चम्पावत में 6 लिफ्ट परियोजनाऐं तैयार की जा रही है, ग्रेविटी के जल उपलब्ध करने के लिए पेयजल संरक्षण कराना जरूरी है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जो सामाजिक क्षेत्र में सबसे अधिक व्यय कर रहा है तथा प्रत्येक जरूरत मन्द को विविध पेशनों से आच्छादित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान पेंशन, पुरोहित पेंशन के साथ जागरिये, लौहार, मिस्.त्री व मजदूरों को भी किसी न किसी योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने हस्तशिल्प को बढावा देने के लिए मास्टर क्राफ्ट ओमेन व एक हजार मास्टर क्राफ्ट मैन शिक्षक के तौर पर तैयार किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मेरे बुर्जुग मेरे तीर्थ की तहत 30 हजार बुर्जुगों को यात्रा कराने का लक्ष्य है साथ अन्य तबके के लोगों को भी उनके धार्मिक स्थलों की यात्रा करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि 3 वर्ष के अन्दर सभी कब्रिस्तानों में चार दीवारी का निर्माण किया जायेगा। मुख्यमत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अभी 50 हजार तक की चिकित्सा सुविधा दी जा रही है जिसे आने वाले वर्षो में बढाया जायेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के माध्यम से राज्य को खुशहाल बनाने के लिए पलायन को रोकने के प्रयास किये जा रहे है तथा प्रत्येक थाने में एक महिला इंस्पेक्टर तथा पीआरडी में 5 प्रतिशत से बढाकर 30 प्रतिशत तक महिलाओं की भर्ती की जायेगी। विकास कार्यो में किसी भी प्रकार की हीलाहवाली करने वाले व्यक्तियों, अधिकारियों पर शक्त कार्यवाही की जायेगी। जनसभा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, विधायक हेमेश खर्कवाल, प्रदेश सह प्रभारी संजय कपूर, आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायज खुशाालसिंह अधिकारी, निर्मला गहतोडी, भगीरथ भटट, जिला अध्यक्ष, नगर अध्यक्ष, कांग्रेसी कार्यकर्ता, जिलाधिकारी दीपेन्द्र कुमार चैधरी, एसडीएम, सीडीओ तथा सभी जिला स्तरीय अधिकारी सहित भारी संख्या में जनता मौजूद रही।
केवल विरोध के लिए विरोध की राजनीति न करे भाजपाः राजबब्बर
देहरादून, 15 जून(निस)। प्रदेश की चारधाम यात्रा जिस प्रकार से उत्साहजनक ढंग से चल रही है, उसके लिए राज्य सरकार बधाई की पात्र है। राज्य सभा सांसद राजबब्बर ने कहा कि वर्श 2013 की आपदा के बाद से जिस प्रकार से प्रदेश की चारधाम यात्रा और पर्यटन व्यवसाय को नुकसान हुआ था, उसके बाद राज्य सरकार द्वारा जिस प्रकार के प्रयास किये गये, वह सराहनीय रहे है। मुख्यमंत्री हरीश रावत के दृढ़ संकल्प और राज्य के कर्मठ अधिकारियों व कर्मचारियों ने जिस प्रकार से युद्ध स्तर पर केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य किया, वह किसी से छुपा नही है। भाजपा नेताओं को केवल विरोध के लिए विरोध की राजनीति नही करनी चाहिए। आज लगभग 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा कर ली है। यह आंकड़े बताते है कि देश-दुनिया के लोगों में उत्तराखण्ड के प्रति विश्वास जगा है। इस विश्वास को बनाये रखने में प्रदेश प्रत्येक नागरिक, प्रत्येक राजनीतिक पार्टी को अपना पूरा सहयोग देना चाहिए। भाजपा नेता मुख्यमंत्री आवास घेराव जैसे कार्यक्रम करके केवल सस्ती लोकप्रियता पाना चाहते है। जबकि बेहतर यह होता कि भाजपा के नेता दिल्ली जाते और राज्य की सहायता के लिए विकास योजनाओं के लिए धनराशि मंजूर कराते। कांग्रेसनीत सरकार के नेतृत्व में उत्तराखण्ड में केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य और आपदा राहत में जिस प्रकार का कार्य किया गया है, वह शायद ही किसी अन्य सरकार के समय हुआ हो।
बढ़ती आपराधिक घटना से मंत्री नाराज
हल्द्वानी,15 जून(निस)। जिले की खासतौर पर हल्द्वानी महानगर व उसके आसपास बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर पुलिस की निष्क्रिय कार्यवाही को लेकर वित्त मंत्री डा0 श्रीमती इन्दिरा हृदयेश खासी नाराज हैं। इस बाबत उन्होनें अपनी नाराजगी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी सैंथिल अबुदई से व्यक्त की। उन्होनें कहा कि दो दिन पहले आयी सीपीयू (सिटी पैट्रोल यूनिट) ने जो अपना दबदबा लोगों के बीच कायम किया है। ऐसा ही दबदबा पुलिस को भी कायम होगा। उन्होनंे सीपीयू के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी कार्यवाही से हर आदमी सड़क पर अब हैलमेट लेकर उतर रहा है। उन्होनें एसएसपी से कहा कि मीडिया के माध्यम से आपराधिक घटनाएं सामने आने के बाद भी पुलिस की निष्क्रियता निन्दनीय है। पुलिस को अपनी तेज तर्रार कार्य प्रणाली का प्रदर्शन करना होगा, ताकि बेखौफ घूम रहे अपराधियों, लुटेरों, चोरों, ठगों को संदेश जाये। उन्होनें कहा कि जब से पर्यटक सीजन शुरू हुआ है, तब से लूट, डकैती, हत्या, ठगी, अज्ञात शवों के मिलने की घटनाएं बढ़ी हैं, जिन्हें मीडिया द्वारा रोज उजागर किया जा रहा है, फिर भी की जा रही पुलिस कार्यवाही का कोई अता पता नहीं है। डा0 हृदयेश ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए एसएसपी से कहा कि विगत दिनों उनके द्वारा पुलिस अधिकारियों की ली गयी बैठक में दिये गये निर्देशों को कही भी कोई असर नहीं दिख रहा है। पुलिस द्वारा बाहर से आने वालों, फेरी का काम करने वालों, टैम्पों चालकों, ट्रकों के चालकों, सब्जी विक्रेताओं, लोगों के यहाँ किराये पर रहने वालों का सत्यापन भी नहीं हुआ है। हरदोई, पीलीभीत, बरेली, बदाँयू, मुरादाबाद, बिजनौर के लोगों ने रोजगार को लेकर हल्द्वानी को अपनी शरण स्थली बना लिया है। यहाँ से आये लोगों के सत्यापन का कोई रिकार्ड पुलिस के पास नहीं है, न ही पुलिस द्वारा उनके सम्मुख सत्यापन की कोई रिपोर्ट प्रस्तुत की है। उन्होनें एसएसपी को आदेशित किया है कि वह पुलिस द्वारा पिछले छः माह में किये गये सत्यापन की रिपोर्ट उनके सम्मुख प्रस्तुत करें। उन्होनें कहा कि महानगर हल्द्वानी के काठगोदाम, गौलापार, गौला गेट सोलह क्वार्टर, राजपुरा, बनभूलपुरा, गौलचा कम्पाउन्ड, मुखानी, गौला बैराज में आपराधिक घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है। इस क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों से उन्होनें दूरभाष पर वार्ता की तो वो लोग कोई संतोषजनक उत्तर वित्त मंत्री को नही दे सके। डा0 हृदयेश ने कहा कि वह जल्द ही थानावार कानून व्यवस्था की समीक्षा करेंगी।
गुलदार की दहशत बरकरार
पौड़ी, 15 जून(निस)। विकासखंड पोखड़ा के क्षेत्र पंचायत प्रमुख सुरेंद्र रावत ने कहा कि क्षेत्र में गुलदार की दहशत बनी हुई है। विभाग की ओर से अपेक्षित कार्रवाई न होने से लोगों में रोष है। इस संदर्भ में उन्होंने मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन प्रेषित किया है। पोखड़ा के क्षेत्र पंचायत प्रमुख सुरेंद्र रावत ने बताया कि पिछले चार माह के अंतर्गत वीणा मल्ली क्षेत्र के गांवों में गुलदार चार बार लोगों पर हमला कर चुका है। गंभीर रूप से घायलों का इलाज अभी अस्पतालों में चल रहा है। वीणागाड से लेकर वीणा मल्ली, वीणाधार, अरोली, बगड़ीगाड, सीढि़याखाल के गावों के नजदीक गुलदार दिखाई दे रहा है। प्रमुख ने बताया कि क्षेत्र में गुलदार की दहशत से निजात दिलाने के लिए प्रभागीय वनाधिकारी के अलावा जिला प्रशासन से भी गुहार लगाई। लेकिन, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने गुलदार के दशहत से निजात दिलाने की मांग की है।
संदिग्ध परिस्थितियों में युवती की मौत
कोटद्वार, 15 जून(निस)। एक होटल मे ंवन रक्षक के साथ रह रही एक युवती की देररात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। मौके पर पहंुची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। देवी रोड के नजीबाबाद चैक पर इंद्रलोक होटल है। 22 मई को वन रक्षक राहुल पुत्र प्रसन्न लाल निवासी काशीरामपुर कोटद्वार ने होटल में कमरा बुक कराया। तब से राहुल और युवती विजया (30 वर्ष) निवासी ग्राम मायापुर चमोली होटल में रह रहे थे। होटल कर्मियों ने बताया कि रविवार देर रात करीब 11 बजे के आसपास उनके कमरे से झगड़ने की आवाजें आ रही थी। इस पर होटल कर्मी मोनू कमरे में गया। यहां युवती विजया अचेत पड़ी हुई थी। सेवा 108 की मदद राहुल युवती को राजकीय संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार लेकर आया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। सूचना पर पुलिस अस्पताल पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। साथ ही राहुल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
कार बनी आग का गोला
काशीपुर, 15 जून(निस)। रविवार देर रात कुंडा थाना क्षेत्र के बैलजुडी मोड़ पर चलती जाइलो कार आग का गोला बन गई। इस हादसे में किसी के हताहत होने की कोई खबर नही है। बताया जा रहा है कि रविवार देर रात एक जाइलो कार जसपुर से आ रही थी। रात करीब 12 बजे कुंडा थाना क्षेत्र के बैलजुडी मोड पर कार के बोनट से आग निकलने लगी। इस पर चालक ने कार रोकी और बोनट को खोला। देखते-देखते कार धू धूकर जलने लगी। चालक ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी। करीब एक घंटे बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, तब तक कार पूरी तरह जल गई थी। कार मिस्सरवाला गांव के व्यक्ति की बताई जा रही है। कुंडा एसओ रमेश ने कहा उन्हें घटना की जानकारी नहीं है।
एसडीएम का घेराव
टिहरी, 15 जून(निस)। मलेथा में पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने अनशनकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार को एसडीएम का घेराव किया। इस दौरान वह समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। ज्ञात हो कि मलेथा में स्टोन क्रशर का विरोध कर रही महिलाओं ने जिला पंचायत के पूर्व सदस्य महीपाल बुटोला के मुंह पर कालिख पोत दी थी। इस पर उन्होंने मुंह पर कालिख पोतने, गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में आठ लोगों के खिलाफ थाना कीर्तिनगर में मुकदमा दर्ज कराया है। हिमालय बचाओ आंदोलन के तहत इनदिनों टिहरी जिले के मलेथा में स्टोन क्रशर के खिलाफ आंदोलन चल रहा है।
पैदल वैकल्पिक मार्ग का फायदा नही
बड़कोट,15 जून(निस)। करोड़ों की लागत से यमुनोत्री तक बनाया गया पैदल वैकल्पिक मार्ग पर राहगिर जाने से भी कतरा रहे है। बेहद घटिया निर्माण सामग्री और मानकों को ताक पर रखकर बनाए गए इस पैदल मार्ग की कठिनाइयों के चलते यात्री और स्थानीय लोग इस मार्ग को छोड़ पुराने रास्ते से ही सफर कर रहे हैं। यमुनोत्री धाम में साल 2011-12 में अपर यमुना वन प्रभाग ने एक करोड़ 16 लाख रुपये की लागत से भंगेली गाड से यमुनोत्री तक ढाई किमी लंबे पैदल मार्ग का निर्माण किया था। काम चार साल पहले पूरा हो चुका है। लेकिन, अब तक इसका उपयोग नहीं हो सका है। रास्ते में सीढि़यां इतनी ऊंची बनाई गई हैं कि यमुनोत्री की खड़ी चढ़ाई में इन सीढि़यों को चढ़ना आसान नहीं है। लिहाजा लोग अभी भी पुराने रास्ते को ही अपना रहे हैं। मंदिर समिति भी इस काम को बिना तकनीकी बताती रही है। हालांकि, इस काम को लेकर स्थानीय लोग भी सवाल उठाते रहे तो विभागीय जांच में भी इसमें अनियमितताओं की पुष्टि हुई। लेकिन, अब तक किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो सकी है।
सक्रिय डेंजर जोन पर जान का खतरा
रुद्रप्रयाग, 15 जून(निस)। रुद्रप्रयाग-केदारनाथ हाईवे पर सक्रिय डेंजर जोन पर जान का खतरा बना हुआ है। अधिकांश डेंजर जोन ऐसे हैं, जो वर्षाे से सक्रिय हैं, जहां अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। बावजूद इसके यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। वर्ष 2013 में केदारनाथ त्रासदी से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाइवे कई स्थानों पर पूरी तरह से बह गया था। जैसे-तैसे कर बीआरओ एवं लोनिवि की तीनों डिविजनों ने हाइवे को वाहनों की आवाजाही के लिए खोला। आपदा के बाद कई डेंजर जोन यहां सक्रिय हो गए हैं। चारधाम यात्रा के मुख्य मोटरमार्ग रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर डेंजर जोन परेशानी का सबब बना है। गौरीकुंड हाईवे पर नौलापानी, सिल्ली, सेमी, बांसबाड़ा, चंडिकाधार समेत अन्य कई अन्य स्लाइडिंग जोन हैं, जोकि इस हाईवे को कई बार बाधित कर देते हैं। इन स्थानों पर आज तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हो सके हैं। आपदा के बाद भले हाईवे पर सोनप्रयाग तक वाहनों की आवाजाही हो रही है, लेकिन डेंजर जोन अभी भी सक्रिय हैं। कई स्थानों पर स्लाइडिंग जोन तो कई स्थानों पर सुरक्षा की दृष्टि से गार्डर की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। गत दिवस तिलवाड़ा जीएमवीएन के पास सड़क किनारे सुरक्षा गार्डर लगे होते तो कार दुर्घटना को रोका जा सकता था। दो दिन पूर्व ही ऊखीमठ के पास भी एक कार सड़क से नीचे जा गिरी, यदि यहां भी सुरक्षा गार्डर होते तो दुर्घटना होने से बचा जा सकता था। गत अप्रैल माह से भले ही बीआरओ के बाद लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग को देख रहा हो, लेकिन अभी तक कोई विशेष सुधार होता नहीं दिख रहा है।
लगातार वारदातों से राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर संदेह
अल्मोड़ा, 15 जून(निस)। जिले के धौलादेवी ब्लाक में चोरी की वारदातों में राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली संदेह में आ गई है। डेढ़ महीने पहले विकास खंड में हुई ताबड़तोड़ वारदातों की खुलासा हुआ भी नहीं था कि अराजकतत्वों ने फिर बानठोंक गांव में चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। लगभग डेढ़ माह पहले चोरों ने पनुवानौला, मनीआगर, आरतोला में एक ही रात में आठ दुकानों के ताले तोड़ लाखों रुपये की नगदी और स्वर्ण आभूषणों पर हाथ साफ किया था। इन मामलों की जांच राजस्व पुलिस कर रही थी। डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी अंधेरे में हाथ पांव मार रही राजस्व पुलिस चोरों को पकड़ने में नाकाम साबित हुई है। व्यापारी इन वारदातों के बाद इस मामले को रेगुलर पुलिस को सौंपने की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन प्रशासन इस कार्रवाई को भी अमल में नहीं ला पाया है। राजस्व पुलिस की नाकामियों के चलते बीते दिनों अराजकतत्वों ने बानठोंक गांव में एक घर से आभूषणों और नगदी पर हाथ साफ कर दिया। व्यापार संघ अध्यक्ष सुंदर सिंह बिष्ट ने कहा है कि अगर लगातार हो रही चोरी की इन घटनाओं का पर्दाफाश नहीं किया गया तो प्रशासन को व्यापारियों के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।
जागेश्वर महोत्सव की तैयारियां पूरी
अल्मोड़ा, 15 जून(निस)। जागेश्वर विधानसभा के गरुड़ाबांज में 18 से 20 जून तक होने वाले जागेश्वर महोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस महोत्सव का शुभारंभ कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी। महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए चायखान में विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि बद्रीनाथ और केदारनाथ तीर्थ स्थलों की तरह जागेश्वर धाम को भी विकसित किया जाएगा। ताकि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि जागेश्वर धाम को पूरे देश में अलग पहचान मिल सके। इसके लिए जागेश्वर महोत्सव का आयोजन कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महोत्सव स्थल पर हेलीपैड का निर्माण पूर्ण हो चुका है। इस महोत्सव में विकास प्रदर्शनी के अलावा हथकरघा प्रदर्शनी, बच्चों के लिए झूले, सांस्कृतिक दलों के प्रदर्शन के अलावा अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महोत्सव के दौरान सूबे के सीएम हरीश रावत विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे।
गुनहगार का मददगार कौन, आखिर बड़ों पर एक्शन में क्यों हो रही देरी- मेडिकल पीजी में ठगी मामले का गोलमाल, सबकुछ जानते हुए भी आला अफसर मौन
देहरादून,14जून। मेडिकल पीजी में ठगी के मामले में अब यह साफ हो चुका है कि पुलिस की भूमिका खासी संदिग्ध है। अब यह बात जगजाहिर हो चुकी है कि इस मामले में मोटी रकम का गोलमाल किया गया है। इसी वजह से डीजीपी ने कई पुलिस कर्मियों के तबादले कर दिए हैं। अहम बात यह है कि इस पूरे मामले के सूत्रधार अफसर पर अभी तक कोई सख्त एक्शन नहीं लिया है। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि महकमे में अर्से से चर्चित इस अफसर पर आखिरकार इतनी मेहरबानियां क्यों बरस रही हैं और आखिर कौन सियासतदां इस अफसर की पैरोकारी में लगा है। इस मामले का खुलासा करने के साथ ही वाहवाही लूटने वाली एसओजी की भूमिका पर अगले रोज ही तमाम सवालात खड़े हो गए थे। उसी समय कहा जा रहा था कि इस मामले में मोटी रकम की बंदरबांट की गई है। मामले ने तूल पकड़ा तो डीजीपी ने इसकी जांच एसआईटी से कराई। जांच से साफ हो गया कि दाल में कुछ काला है। इसके बाद एएसपी ग्रामीण मणिकांत मिश्रा को पद से हटा दिया गया। बाद में डीजीपी ने एसओजी के अधिकांश कर्मियों का तबादला भी कर दिया। ऐसे में अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या गड़बड़ी करने की सजा महज ट्रांसफर ही है। आखिर क्या कारण रहे कि लाखों की रकम के गोलमाल के इस मामले में किसी कर्मी के खिलाफ कोई सख्त एक्शन नहीं लिया गया। सवाल यह भी खड़ा हो रहा कि एसओजी ने किसके आदेश पर ठगी के शिकार लोगों को रकम वापस की। कानूनन ऐसा करना संभव भी नहीं है। फिर ऐसा करने वालों के खिलाफ आला अफसरों ने क्या किया। बताया जा रहा है कि इस मामले में बुरी तरह से फंस चुके एक अफसर को बचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। यह अफसर देहरादून में अपनी पहली तैनाती के समय से ही भू-माफियाओं से ताल्लुकात को लेकर खासा चर्चित रहा है। बहुत छोटे समय की नौकरी में ही इस अफसर ने करोड़ों की संपत्ति जमा कर ली है। यह अफसर किसी भी तरह से बस देहरादून में ही प्राइम पोस्टिंग पर रहना चाहता है। सूत्रों का कहना है कि एक बार इस अफसर की कथित प्रापर्टी डीलिंग के मामलों में एक खुफिया रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को मिली भी थी। लेकिन सियासी लोगों में अपनी पकड़ के चलते इस अफसर का बाल भी बांका नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि इस अफसर की इस पूरे मामले में अहम भूमिका है। लेकिन सियासी लोगों की सिफारिश के चलते पुलिस मुख्यालय इसके खिलाफ कोई सख्त एक्शन लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि हरीश सरकार इस मामले में किस हद तक सियासी लोगों का दबाव मानकर इस चर्चित अफसर को क्लीन चिट देती है।
पांच लाख का नहीं कोई हिसाबइस मामले में पांच लाख की रकम खासी रहस्यमय हो गई है। बताया जा रहा है कि इस रकम की जानकारी सभी अफसरों के पास भी हैं। लेकिन अब यह रकम कहां गई और किसने इसे हजम किया, इस पर कोई भी अपनी जुबां खोलने को तैयार नहीं है।
पुलिस को नहीं पैसे वापसी का अधिकारठगों से बरामद किया गया लगभग बीस लाख रुपये केस प्रापर्टी था। इस पैसे को अदालत के आदेश पर ही किसी को दिया जा सकता था। लेकिन इस मामले में पुलिस खुद ही अदालत बन गई और ठगी के शिकार लोगों को पैसा वापस कर दिया। अब जाहिर है कि केस की सुनवाई के दौरान पुलिस का पक्ष बेहद कमजोर हो जाएगा। पुलिस सरकारी अभिलेखों में इस बात का जिक्र नहीं कर सकती है कि पैसा वापस कर दिया गया है। बचाव पक्ष इसी आधार पर सरकारी दावों की अदालत में धज्जियां उड़ा देगा और इसका सीधा फायदा आरोपियों के खाते में ही जाएगा। यहां यह सवाल भी खड़ा हो रहा है कि पुलिस के आला अफसरों ने इस अहम मामले पर भी क्यों मौन साध लिया।
एसटीएफ ने विदेशी दम्पत्ति का मोबाइल बरामद किया देहरादून, 15 जून (निस)। स्पेन से भारत भ्रमण पर आये मिकेल गारमीनडीया और डोनोसटिया गिपूजकोया दम्पत्ति द्वारा को खजुराहो से वाराणसी ट्रेन पर बैठे यात्रा के दौरान ट्रेन में मोबाईल गुम हो गया। श्री मीकेल द्वारा उक्त सम्बन्ध में थाना वाराणसी कैण्ट में अपने मोबाईल की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करायी गयी परन्तु उक्त गुमशुदा मोबाईल बरामद न हो सका। तत्पश्चात उक्त दम्पत्ति द्वारा भ्रमण हेतु ऋषिकेश, देहरादून उत्तराखण्ड पहुचते ही मोबाईल गुमशुदगी के सम्बन्ध में एसटीएफ उत्तराखण्ड से सम्पर्क किया तथा अवगत कराया गया कि हमारा गुमशुदा मोबाईल जिस व्यक्ति को मिला है वह व्हाटस एप के माध्यम से हमारे दोस्तो व रिश्तेदारों को अनाप-शनाप मैसेज कर परेशान कर रहा है। इसकी जानकारी हमको रिश्तेदारों द्वारा ई-मेल के माध्यम से प्राप्त हुई। बताया गया कि हमारे पास कोई और मोबाईल नही है जिससे कि हम अपने परिवार से सम्पर्क कर सके। उक्त प्रकरण पर एसटीएफ द्वारा कार्यवाही करते हुये सर्विलांस के माध्यम से गुमशुदा मोबाईल के उपयोगकर्ता का पता लगाया गया। ज्ञात हुआ कि गुमशुदा मोबाईल का उपयोग भदोई, उत्तर प्रदेश निवासी मोहम्मद अली हुसैन नामक व्यक्ति कर रहा हैं। इन तथ्यों से वाराणसी कैण्ट पुलिस को तत्काल अवगत कराया गया तथा वाराणसी पुलिस के सहयोग से गुमशुदा मोबाईल को बरामद कर पीडि़त शिकायतकर्ता मीकेल दम्पत्ति के सुपुर्द किया गया।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ अवश्य मिलेः नेगी- मंत्री ने की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक
देहरादून, 15 जून (निस)। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सुरेन्द्र सिंह नेगी ने आज विधान सभा स्थित सभागार में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि प्रदेश के चिकित्सालयों में जो मरीज चिकित्सा स्वास्थ्य हेतु आ रहे हैं, तथा जो पात्र व्यक्ति हैं उनको मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ अवश्य मिलना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के सरकारी अस्पताल मे कार्यरत डाक्टरों से अपील करते हुए बैठक में कहा कि प्रत्येक डाक्टर की टेबल पर इम्पैनलमेन्ट चिकित्सालयों की सूची होनी चाहिए तथा प्रत्येक डाक्टर को स्वास्थ्य बीमा योजना की सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए जिससे वह सम्बन्धित मरीज को व्यवहारिकता के साथ यह अवगत करायें कि आप सामुदायकि स्वास्थ्य बीमा योजना से आच्छादित हो रहे हैं, तथा आपका उक्त ईलाज सम्बन्धित इम्पेनलमेन्ट चिकित्सालय से होगा यह उस मरीज के प्रति डाक्टर का एक उपकार का कार्य होगा। समीक्षा बैठक के दौरान उन्हें महानिदेशक स्वास्थ्य ने अवगत कराया कि अब तक प्रदेश के 5295 व्यक्तियों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जा चुका है। जिन पर 2 करोड़ 77 लाख रू0 व्यय किया गया है। इसी परिपेक्ष मे मंत्री जी ने महानिदेशक स्वास्थ्य को निर्देश दिये कि अपने स्तर से प्रदेश के ग्राम प्रधान, बी.डी.सी. मेम्बर, जिला पंचायत सदस्यों, पार्षदों एवं जन प्रतिनिनिधों को पत्र भी प्रेषित करते हुए स्वास्थ्य बीमा योजना की सम्पूर्ण जानकारी एवं इम्पेंनलमेन्ट चिकित्सालयों की सूची भेजते हुए उन्हें गरीब एवं असहाय व्यक्तियों को स्वास्थ्य बीमा योजना से आच्छादित करते हुए उन्हें स्वास्थ्य सुविधाएॅं मुहैया हेतु अनुरोध करें। तथा बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं स्वास्थ्य बीमा योजना का निरन्तर प्रचार-प्रसार करते ुहए प्रेस व मीडिया से प्रेसवार्ता भी करें। जिससे सुदुर क्षेत्रों तक इस सेवा का लाभ दिलाया जा सके। बैठक में उन्होंने महानिदेशक स्वास्थ्य को निर्देश देते हुए कहा कि समय-समय पर सर्जिकल कैम्प लगायें जायें जिससे जो व्यक्ति चिकित्सालय नहीं आ पाते उसका ईलाज वही पर सर्जिकल कैम्प के माध्यम से दिलाया जा सके। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि यदि स्वास्थ्य निदेशालय व जनपद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी रूचि लें तो चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की दिशा में अच्छी प्रगति की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कई जनपदों के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में डाक्टर नहीं हैं। जिससे वहाॅं के लोगों का पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है। इसके लिए उन्होंने कहा कि ऐसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का पहले चिन्हीकरण करें जहाॅं डाक्टर उपलब्ध नहीं है। उन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सरपल्स डाक्टर को सप्ताह के दो दिन उनमें भेजने की व्यवस्था करें जिससे वहाॅं के लोगों को चिकित्सा स्वास्थ्य की सेवा मुहैया करवाई जा सके। बैठक में उन्होंने महानिदेशक स्वास्थ्य से कहा कि मेडिकल केयर हेतु चिकित्सालयों सी.एच.सी. एवं पी.एस.सी. का निरन्तर निरिक्षण उच्च अधिकारियों के द्वारा किया जाय। जिससे सम्बन्धित क्षेत्र के चिकित्सालय से अवगत हुआ जा सके जिसकी प्रगति रिपोर्ट एवं सूचना से उन्हें भी अवगत कराया जाय। समीक्षा बैठक में उन्होंने महानिदेशक स्वास्थ्य को निर्देश दिये कि लोक सेवा आयोग को 374 चिकित्सा अधिकारियों के अधियाचन हेतु विधिवत प्रस्ताव प्रेषित किया जाये। बैठक में उन्होंने कहा कि 826 चिकित्साधिकारियों का प्रमोशन होना है। उनकी अर्हताएॅं एवं परीक्षण करवाते हुए जो पात्र व्यक्ति हैं। उन्हें भी अधियाचन के लिये शीघ्र भेजा जाय। बैठक में उन्होंने चारधाम यात्रा के लिये की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी भी ली जिसमें उन्हें बताया गया कि चार धाम में अभी तक 1 लाख 662 व्यक्तियों का पंजीकरण एवं परीक्षण किया गया है। उन्हें अवगत कराया गया कि जनपद रूद्रप्रयाग में जिला अधिकारी द्वारा टेन्ट कालोनी में 1 अस्थायी डाक्टर व फार्मसिस्ट की व्यवस्था करने हेतु लिखा गया है। मंत्री जी द्वारा उक्त विषय पर तुरन्त कार्यवाही करते हुए व्यवस्था के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये।
बैठक में उन्होंने महानिदेशक स्वास्थ्य को निर्देशित करते हुए कहा कि 400 फार्मसिस्टों के बैकलाक की पूर्ति हेतु पदों का सृजन का प्रस्ताव भिजवाएॅं। क्लिनिकल स्टैबलिशमेन्ट एक्ट में विषय में जानकारी लेने पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अवगत करया कि उक्त एक्ट पूर्ण उत्तराखण्ड में लागू किया जाना है। शासन को सुचित करते हुए हैं, इसमें अग्रिम कार्यवाही के निर्देश मंत्री जी द्वारा दिये बैठक में उनके द्वारा 13 सचल चिकित्सा वाहन के क्रय की स्थिति पर भी जानकारी ली उन्हें बताया गया कि 11 सचल चिकित्सा वाहन चल रहे हैं उन्हें अवगत कराया गया कि उत्तरकाशी एवं चमोली में सचल वाहन नहीं चल रहे हैं इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि दोनों सचल वाहनों की स्टेटस रिपोर्ट मगवाते हुए उन्हें ठीक से चलाया जाय। उन्होंने कहा कि पैसे की कोई कमी नहीं है। सिर्फ इच्छा शक्ति की कमी है। बैठक में उन्होंने पी0पी0पी0 मोड़ पर संचालित सेवाओं के बिलों की स्थिति की भी जानकारी देते हुए निर्देश दिये कि राजभरा के 4 अस्पतालों के 12 बिल पैन्डिंग हैं। उन्हें तुरन्त वित्त विभाग से निस्तारी करण के निर्देश दिये। उन्होंने बैठक में कहा कि नये हास्पिटलों के पदों की सृजन की कार्यवाही के लिये शासन स्तर पर कार्यवाही शीघ्र करें।
बैठक में महानिदेशक स्वास्थ्य आर.पी.भट्ट, अपर निदेशक स्वास्थ्य डा0 पे्रमलाल, निदेशक स्वास्थ्य डा0आभा मंमगाई, सहित स्वास्थ्य निदेशालय के कई डाक्टर मौजूद थे।
मृतक बच्चों की दी आर्थिक सहायता देहरादून, 15 जून (निस)। जिलाधिकारी रविनाथ रमन ने अवगत कराया है कि प्रेमनगर के पास कोटड़ा गांव में नासिर हुसैन की झोपड़ी में अचानक लगी आग से घर मेें रह रहे दो बच्चों अक्षर 7 वर्ष एवं असलम 4 वर्ष की मौत हो गयी। इस घटना पर मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार हरीश रावत द्वारा दुख व्यक्त करते हुए पीडि़त परिवार को दुख की इस घड़ी में दुख सहने की शक्ति प्रदान करने के लिए भगवान से प्रार्थना की तथा पीडि़त परिवार को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।