Quantcast
Channel: Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)
Viewing all 74180 articles
Browse latest View live

योग के लिए साथ हुए मोदी, केजरीवाल

$
0
0

kejriwal-join-modi-for-yoga
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर यहां राजपथ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित हजारों लोगों के साथ योग शिविर में हिस्सा लिया। केजरीवाल ने कहा कि योग करने से तनाव से मुक्ति मिलती है। उन्होंने कहा, "योग अच्छी चीज है। हर किसी को योग करना चाहिए।"

केजरीवाल ने फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के बाद विपासना ध्यान शिविर में समय बिताया था। मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद भी उन्होंने बेंगलुरू में प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का लाभ लिया था, जिसमें योग भी शामिल है।

उपराज्यपाल नजीब जंग एवं उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी राजपथ पर आयोजित योग शिविर में हिस्सा लिया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर रविवार को देशभर में अलग-अलग जिलों, शहरों और कस्बों सहित विश्वभर के 192 देशों में योग शिविर और योग कार्यक्रम आयोजित किए गए।

मेसी ने अर्जेटीना के लिए खेले 100 मैच

$
0
0

messi-plaed-100-matches-for-argentina
अर्जेटीना के दिग्गज खिलाड़ी और कप्तान लियोनेस मेसी ने शनिवार को कोपा अमेरिका टूर्नामेंट में अपने देश के लिए 100वां अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला। अर्जेटीना ने जमैका के खिलाफ 1-0 की जीत के साथ क्वार्टर फाइनल मे स्थान पक्का किया। मेसी अभी 28 साल के भी नहीं हुए हैं। वह अपने देश के लिए मैचों का सैकड़ा लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने। जेवियर जानेती ने अर्जेटीना के लिए सबसे अधिक 144 मैच खेले हैं। इसके अलावा जेवियर मास्केरानो ने अपने देश के लिए 113 मैच खेले हैं।

अब मेसी के सामने अपने देश के लिए सबसे अधिक मैच खेलने के जानेती और मास्केरानो के रिकार्ड को ध्वस्त करने का लक्ष्य होगा। अर्जेंटीना के लिए कोलो सिमोन (104) और रोबटरे आयाला (114) ने 100 से अधिक मैच खेले हैं। मेसी तीसरी बार अपने देश के लिए कोपा अमेरिका में खेल रहे हैं और वह अब तक तीन बार विश्व कप भी खेल चुके हैं।

मोदी ने की अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की अगुवाई

$
0
0

modi-lead-yoga-on-rajpath
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के शुभारंभ पर राजपथ पर रिकॉर्ड तोड़ 37,000 हजार योगार्थियों के साथ एक योग कार्यक्रम की अगुवाई की। मोदी ने राजपथ पर अपने भाषण में 21 जून को मानव मन को शांति और सौहाद्र्र का प्रशिक्षण देने के युग की शुरुआत बताया। मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के शुभारंभ के प्रतीक एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि योग न केवल शरीर को लचीला बनाने का कसरत है, बल्कि यह आंतरिक विकास का मार्ग भी है।

राजपथ पर पूरी बांह के ढीले-ढाले सफेद कुर्ते और तिरंगे वाले स्टॉल में योग करते दिखे मोदी ने कहा, "यह शांति और सौहाद्र्र के लिए मानव मन को प्रशिक्षण देने के नए युग का प्रतीक है।"अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आधिकारिक कार्यक्रमों में देशभर से 20 करोड़ से ज्यादा लोगों ने भाग लिया। योग दिवस पर भारतीय मिशनों और योग केंद्रों द्वारा 192 देशों में भी योग संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

राजपथ पर योग कार्यक्रम में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा, नेपाल के राजदूत दीप कुमार उपाध्याय, अफगानिस्तान के राजदूत शैदा मोहम्मद अब्दाली, असंख्य विदेशी राजनयिक और भारत में पढ़ रहे विदेशी विद्यार्थियों ने विभिन्न योग किए। योग कार्यक्रम में उपस्थित नामचीन हस्तियों में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग और दिल्ली की पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी किरण बेदी सहित अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।

मोदी ने राजपथ पर उमड़े जनसैलाब के बारे में कहा, "क्या किसी ने कभी सोचा था कि राजपथ योगपथ बन सकता है?"मोदी ने रविवार को 'कॉमन योग प्रोटोकॉल'में दर्ज सभी 35 आसन किए।  राजपथ पर आयोजित डेढ़ घंटे के योग कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री के आगमन के साथ करीब 6.45 बजे हुई। यह आठ बजे संपन्न हुआ। इसके कुछ मिनट बाद ही बारिश की फुहारों ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को भिगो दिया।

मुस्लिम योगार्थियों ने भी इस कार्यक्रम में पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। विवेक विहार स्थित सरकारी स्कूल के छात्र मोहम्मद असीम(11) ने कहा कि उसे योग करके मजा आया। वहीं, अमेरिका के राजनयिक ने कहा कि उन्हें योग सत्र 'बढ़िया'लगा और वह इसमें शामिल होकर खुश हैं। बुर्किना फासो के राजनयिक इदरिस रउआ औएद्राओगो पिछले 27 वर्षो से योगाभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर खुशी हुई।

चांडी ने योग दिवस पर लगाया साप्ताहिक जनता दरबार

$
0
0

oman-chandi-janta-darbar-on-yoga-day
केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने रविवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग नहीं किया। इसके बजाए उन्होंने अपने नियमित जनता दरबार का आयोजन किया। चांडी के पैतृक घर के बाहर तड़के लगभग 500 लोग इकट्ठा हुए। ये लोग उन्हें योग करने के बजाए अपनी शिकायतों और अनुरोधों से अवगत कराना चाहते थे। चांडी पिछले कई दशकों से रविवार सुबह जनता दरबार का आयोजन करते हैं।

सुबह लगभग 6.30 बजे चांडी बिना किसी सुरक्षा के अपने घर पहुंचे। जल्द ही उनके आसपास लोग अपने आवेदनों और दस्तावेजों के साथ जुटना शुरू हो गए। जब चांडी से पूछा गया कि क्या वह योग नहीं करेंगे तो उनके एक सहायक ने कहा कि लोगों की समस्याओं को सुलझाने में उनकी मदद करने से उन्हें योग करने से अधिक ऊर्जा मिलती है। सहायक ने कहा, "यह उनकी शक्ति है और उन्हें ऐसा करने से योग से अधिक ऊर्जा मिलती है। वह लोगों की परेशानियां सुनकर उन्हें दूर करने की कोशिश करते हैं।"

भाजपा का योग 'राजनीति का योग'है : लालू प्रसाद

$
0
0

bjp-political-yoga-said-lalu-prasad
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने रविवार को योग दिवस कार्यक्रम को आड़े हाथों लेते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह योग-शरीर स्वस्थ बनाने का नहीं, बल्कि राजनीति का योग है। लालू ने सोशल साइट फेसबुक पर लिखा, "भाजपा के अधिकांश राष्ट्रीय नेताओं, केन्द्रीय नेताओं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों को वर्जिस (कसरत) करने की सख्त जरूरत है। भाजपा के अधिकांश नेताओं की चर्बी अधिक बढ़ गई है।"

उन्होंने आगे कहा, "अगर ये लोग योग के इतने हिमायती रहते तो इनकी तोंद इतनी नहीं फूलती। रोज योग करने वाले लोग अलग ही दिखते हैं। एक दिन के लिए ये ढकोसला क्यों?" उन्होंने कहा कि वे योग के विरोधी नहीं हैं, परंतु बेवकूफ बनाने और पाखंड के विरोधी हैं। 

लालू ने कहा, "मजदूरों को योग की क्या जरूरत है, जो दिन भर शारीरिक श्रम करते हैं। किसान को योग करने की फुर्सत कहां है, वह तो दिनभर खेत-खलिहान में पसीना बहाता है।"लालू ने लिखा है कि अहम मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए आने वाले दिनों में भाजपा ऐसे अनेकों दिवस मनाएगी। 

पत्रकार को रिहा करने का अल जजीरा का जर्मनी से आग्रह

$
0
0

al-jazeera-request-germany-to-release-journalist
अल जजीरा ने जर्मनी से आग्रह किया है कि वह उसके पत्रकार अहमद मंसूर को तुरंत रिहा कर दे। अहमद मंसूर को मिस्र के अधिकारियों की मांग पर बर्लिन हवाईअड्डे पर हिरासत में ले लिया गया है। मंसूर, अल जजीरा की अरबी सेवा के लिए काम करते हैं। उन्हें बर्लिन के टीगल हवाईअड्डे पर शनिवार को उस समय हिरासत में ले लिया गया था, जब वह बर्लिन से दोहा जाने के लिए कतर एयरवेज के विमान में सवार हो रहे थे। 

फोन पर हुई बातचीत में मंसूर ने अल जजीरा से कहा कि वह सोमवार तक हिरासत में रहेंगे। सोमवार को उन्हें जर्मनी में एक अदालत में पेश किया जाएगा, जहां पर उनके मामले पर फैसला होगा। काहिरा की एक अदालत ने 2014 में मंसूर को उनकी अनुपस्थिति में 15 साल जेल की सजा सुनाई थी। उन पर 2011 में तहरीर चौक पर एक वकील को यातना देने का आरोप था। मंसूर ने हालांकि अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया था। 

अक्टूबर 2014 में इंटरपोल ने उनके खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट जारी करने के मिस्र के आग्रह को खारिज कर दिया था। अल जजीरा नेटवर्क के कार्यवाहक निदेशक मुस्तफा सौग ने कहा, "मिस्र के अधिकारियों द्वारा पत्रकार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के बारे में हर कोई जानता है। हमारा नेटवर्क अरब का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला नेटवर्क है और इसी का खामियाजा उठा रहा है।"मुस्तफा ने कहा, "अहमद मंसूर अरब के सर्वाधिक सम्मानित पत्रकारों में से एक हैं और उन्हें जल्द से जल्द रिहा कर देना चाहिए।"

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जून)

$
0
0
राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष द्वारा समीक्षा बैठक 24 को आहूत

मध्यप्रदेश राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री हिम्मत सिंह कोठारी के द्वारा 24 जून को समीक्षा बैठक आहूत की गई है। यह बैठक विदिशा जनपद पंचायत के सभाकक्ष में प्रातः 10.30 बजे से प्रारंभ होगी। बैठक में मुख्य सचिव स्तर के सेवानिवृत्त आईएएस एवं आयोग के सदस्य श्री डीआरएस चैधरी और श्री मलय कुमार राय भी मौजूद रहेेेेंगे। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चन्द्रमोहन मिश्र ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि वित्त विभाग द्वारा पंचायतों एवं नगरपालिकाओं की वित्तीय स्थिति के पुनर्विलोकन के उद्वेश्य से आयोजित उक्त बैठक में जिला पंचायत, जनपद पंचायतों, ग्राम पंचायतों, नगरपालिका एवं नगर परिषद की कार्यप्रणाली एवं उन्हेें सौंपे गए कार्र्याे की वर्तमान स्थिति का परीक्षण आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों द्वारा किया जाएगा। बैठक में स्थानीय सांसद, समस्त विधायक, अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष जिला पंचायत एवं जनपद पंचायतों के समस्त और नगरपालिकाओं के अध्यक्षो एवं उपाध्यक्षो को आमंत्रित किया गया है ततसंबंध में संबंधित अधिकारियों से अपेक्षा व्यक्त की गई कि वे समुचित जानकारियों सहित नियत समय पर बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिले के एक लाख 70 हजार  से अधिक ने सहभागिता निभाई

vidisha news
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विदिशा जिले की शैक्षणिक, स्वंयसेवी संस्थाओं में योग किया गया। जिला मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, स्कूली बच्चे और अधिकारी, कर्मचारी शामिल हुए। शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रागंण में योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री उमाशंकर गुप्ता ने दीप प्रज्जलित किया। इसके बाद मध्यप्रदेश गान हुआ तदोपरांत श्री गुप्ता ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के संदेश का वाचन किया। कार्यक्रम को स्थानीय विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर ने भी सम्बोधित किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर उद्बोधन का भी प्रसारण कार्यक्रम स्थल पर किया गया। इसके उपरांत उपस्थित प्रतिभागियों एवं स्कूली बच्चो ने एक साथ एक लय में योगा के विभिन्न आसनों को किया। जिसमें मुख्यतः ताडासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अद्र्वचक्रासन, त्रिकोणासन और बैठकर किए जाने वाले आसनों में भद्रासन, अर्धउस्ट्रासन, शशांकासन, वक्रासन के अलावा भुजंगासन, शलभासन, मकरासन, सेतुबंधासन, पवनमुक्तासन तथा श्वासन के बाद कपालभाति, अनुलोम विलाम, भ्रामरी प्राणायाम कर शाम्भवी मुद्रा में ध्यान किया गया। जिला मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में योगा के उक्त आसनो में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, जिला पंचायत सीईओ श्री चन्द्रमोहन मिश्र, समाजसेवी श्री मुकेश टण्डन के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि और शैक्षणिक संस्था के गुरूजन एवं बच्चो के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और पुलिस ने सहभागिता निभाई। आगंतुको के प्रति आभार जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा व्यक्त किया। श्री नेमा ने बताया कि जिले की 1361 संस्थाओं में रविवार को योग किया गया है जिसमें कुल जिले के एक लाख 70 हजार 453 प्रतिभागियों ने भाग लिया है। जिले की शैक्षणिक संस्थाओं के एक लाख 71 हजार 794 विद्यार्थी भी शामिल हुए जिसमें छात्र 86 हजार 517 और छात्राएं 85 हजार 277 शामिल है। इसके अलावा दो हजार 914 अधिकारियों ने और दो हजार 745 जनप्रतिनिधियों ने भी सहभागिता निभाई है। 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जून)

$
0
0
जिम्मेदारो का गेर जिम्मेदार रवेया, यह केसा प्रवेशोत्सव नही खुले स्कुल के ताले

jhabua news
पारा---मंगलवार को पुरे प्रदेश मे स्कुलो मे नवीन प्रवेशार्थी बच्चो केा  तिलक लगाकर प्रवेश उत्सव मनाया गया साथ ही बच्चो को खीर पुडी भी खिलाई गईं। लेकिन रामा ब्लाक के पारा क्षेत्र की ग्राम पंचायत  सागीया इस सब से अछुती रही।सागीया के शासकिय माध्यमिक विधालय मे प्रवेशोत्सव मनना तो दुर स्कुल के ताले भी नही खुले। 

नही हे कोई शिक्षक---शासकीय  माध्यमिक विधालय सागीया मे 1 से 8 कक्षा हे जिसमे करिब 150 बच्चे अध्यनरत हे पर विडम्बना की बात हे इस स्कुल मे एक भी शिक्षक पदस्थ नही हे। गत वर्ष इस स्कुल मे एक मात्र स्थाई शिक्षक दिलीप सोलकी पदस्थ थे जिन्हे किसी कारण वश निलंबित कर के यहा से अन्यत्र स्कुल मे भेज दिया ।वर्ष भर स्कुल मे शिक्षण कार्य अतिथि शिक्षको ने किया। वही एक अन्य शिक्षक लक्ष्मण सिह नलवाया जोकी अपनी मुल संस्था ग्राम  तेजारीया मे प्राथमिक शाला मे पदस्थ हे को सागीया माध्यमिक विधयालय मे गणवेश व सायकल वितरण व स्कुल रख रखाव का चार्ज दे रखा हे वे समय समय पर की कार्य की आवश्यक्ता होने पर स्कुल आते  हे साथ ही तेजारीया ग्राम के बीएलओ भी यही हे। चालु नवीन शिक्षण सत्र 2015-16 मे आज इस स्कुल मे एक भी शिक्षक नही हे। न ही स्कुलीय शिक्षा प्रशासन का इस ओर कोई घ्यान हे।जबकी पुर्व मे यह स्कुल सुचारू रूप् से संचालीत होता था तब तत्कालीन कलेक्टर जयश्री कियावत ने स्कुल के बच्चो से चर्चा की थी व बच्चो की पढाई को लेकर स्कुल के अध्यापको को गुड दीया था।

भटक रहे हे बच्चे---सागीया पंचायत क्षंेत्र के माध्यमिक स्कुल परीक्षेत्र मे 6 पोषक प्रायमरी स्कूल जिनमे से 2 ग्राम तेजारीया मे हे इन प्रायमरी स्कुलो से कक्षा 5 मे पास होने के बाद बच्चो को कक्षा 6 मे प्रवेश के लिए सागीया के माध्यमिक विधालय मे प्रवेश लेना पडता हे किन्तु स्कुल मे एक भी शिक्षक के पदस्थ नही होने से जहा नवीन शिक्षण सत्र के पहले दिन स्कुल के ताले नही खुले वही 6 पोषक प्रायमरी स्कुल से पांचवी कक्षा से पास होकर आए करिब सो से ज्यादा बच्चे बगेर प्रवेश के इधर उधर भटक रहे हे। वही ग्राम सागीया के भी कक्षा पहली व पांचवी मे प्रवेश चाहने वाले बच्चे भी इस प्रकार के हालत के कारण प्रवेश से वंचित हे। मां बाप इस बात को लेकर चिंतित हे कि वे अपने नन्हे मुन्ने बच्चो को आगे की शिक्षा के लिए कहा पर पढने के लिए भेजे।

ये कहना हे इनका-- मे अभी मिटींग मे हु आपसे फिर बात करता हुॅ। : सी पी तिवारी बी ई ओ रामो

अच्छी बारिश के लिए किया भगवान भोलेनाथजी का अभिषेक, यज्ञ कर प्रदान की गई आहूतियां

jhabua news
झाबुआ---शहर से लगभग 8 किमी दूर स्थित ग्राम देवझिरी तीर्थ स्थल पर थांदला गेट मित्र मंडल द्वारा बारिश के लिए अभिषेक एवं यज्ञ का आयोजन किया गया। यह जानकारी देते हुए मित्र मंडल के सदस्य रिंकू रूनवाल ने बताया कि सर्वप्रथम सत्यदेव शर्मा एवं श्री जोशी द्वारा मंदिर मंे भगवान भोलेनाथजी का अभिषेक विधिपूर्वक किया गया। विधि पं. रमेश त्रिवेदी द्वारा संपन्न करवाई गई। इसके पश्चात् मंदिर को दीपकों एवं पुष्पों से सजाने का कार्य थांदला गेट मित्र मंडल के सदस्यों राकेश सोनावा, भूपेन्द्र आचार्य, सौरभ कोठारी, नितिन चैहान, लोकू माली, नाना पंडित, पं. पालिवाल द्वारा किया गया।

3 घंटे तक चला यज्ञ
मंदिर परिसर में यह का आयोजन सुबह 8 बजे से किया गया। यज्ञ पं. रमेश त्रिवेदी द्वारा संपन्न करवाया गया। जिसमें मुख्य रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया एवं थांदला गेट मित्र मंडल के संरक्षक बंटू अग्निहोत्री, हेमचंद डामोर शामिल हुए। जिनके द्वारा यज्ञ में आहूतियां प्रदान की गई। यह यज्ञ 11 बजे तक चला। यज्ञ के समापन पर आरती जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री भूरिया ने की। इस अवसर पर मंदिर में सेवा कार्य करने वाली माताराम रूपादासजी विशेष रूप से उपस्थित थी। इसके अलावा भारूभाई, ग्राम पंचायत सरपंच कालू, खुमान आदि भी मौजूद थे।

पूण्यों का जब उदय होता है तो मानव के कल्याण के मार्ग खुलते है- पण्डित पौेराणिक
  • कथा के तीसरे दिन नन्दोत्सव मनाया गया 

झाबुआ---मानव में धन के प्रति अत्यधिकआसक्ति होती है । धन की तीन गति होती है जिससे उसका सदुपयोग या दुरूप्योग होती है । धन तीन प्रकार से खर्च होता है दान करने से धन का सकारात्मक प्रभाव होता है या धन का भोग याने उसे अपने व परिवार के लिये खर्च करना चाहिये अन्यथा धन काविनास होना निष्चित है । अपनी कमाई का दषांष दान पूण्य एवं परोपकरार में खर्च करने से मानव के कल्याण का माग्र प्रषस्त होता है और परमात्मा और अधिक सम्पदा प्रदान करता है । पूण्यों का जब उदय होता है तो मानव के कल्याण के मार्ग खुलते है और परोपकार की भावना बढती है । पाप कर्मो के कारण पूण्य का ह्रास होता हेै और और वह विनास की ओर ले जाता है । हमारे शास्त्रों मे यज्ञ का अत्यधिक महात्व प्रतिपादित किया गया हे इसलिये हर घर में यज्ञ होने से सकारात्मक उर्जा विकसित होती है । सूर्य को अध्र्य देने का भी वैज्ञानिक महत्व है । प्रकृर्ति का हर मानव को अनुसरण करना चाहिये तथा समयबद्धता पर हमे चलना चाहिये । प्रातःकाल सूर्योदय के पूर्व जाग जाने वाले को आयोग्यता प्राप्त होती है । सूर्योपासना का महत्व शास्त्रों में वर्णित है । अग्नि की घर घर में पूजा करने का ष्षास्त्रोक्त उल्लेख है ।बिना स्नात किये अग्नि कोस्पर्ष किसी भी घर में नही होना चाहिये । संत्यंग से ज्ञान प्राप्त होता है । भगवान की कृपा के बिना  सत्संग लाभ नही मिलता है । सत्संग जीवन जीने की कला सीखाता है । सत्संग से बोध, बोध से बुद्धि, बुद्धि से मति एवं मति से ही गति प्राप्त होती है । परमार्थ के लिये अपने जीवन का उपयोग करना चाहिये । उक्त सारगर्भित बात  श्री देवी भागवत कथा में उमापति मंदिर में आयोजित कार्यक्रम के तीसरे दिन कथाकार पं. प्रेम नारायण पौराणिक ने कहीं । उन्होने देवी भागवत का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि देवी पुराण के 81 अध्याय एवं 4500 श्लोक है । भगवत कथा सुनाते हुए उन्होने कहा कि महामाया देवी ने द्वापर मे कृष्ण के रूप में तथाभगवान षिवजी ने राधा के रूप  में अवतार लेकर धर्मस्थापना का कार्य किया । भागवत कथा में रविवार को कृष्ण जन्मोत्सव एवं नन्दोत्सव का नयनाभिराम आयोजन किया गया । बच्चों ने नन्दोत्सव में कृष्ण ग्वालों का रूप् धारण कर मटकी फोडने का जीवन्त झांकी प्रस्तुत की । कृष्ण जन्मोत्सव पर पूरा मंदिर कृष्णमय हो गया । बडी संख्या में महिलाओं ने कथा श्रवण का लाभ उठाया ।

विश्व योग  दिवस पर महिलाओं ने किया सामूहिक योग, योग परिवार एवं गायत्री शक्तिपीठ पर हुआ गरीमामय आयोजन

jhabua news
झाबुआ---स्थानीय गायत्री मंदिर पर योग परिवार एवं गायत्री शक्ति पीठ के संयुक्त तत्वावधान में पंतजलि पीठ हरिद्वार से योगाचार्य की पदवी प्राप्त कुमारी रूकमणी वर्मा एवं योग षिक्षिका मधु शर्मा द्वारा बडी संख्या में महिलाओं  द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर गायत्री मंदिर पर प्रातः 6 बजे से साढे 7 बजे तक महिलाओं ने योगक्रियाये की । इस अवसर पर कुमारी रूकमणी वर्मा, योग षिक्षिका मधु शर्मा, साधना वास्केल द्वारा उपस्थित महिलाओं के साथ ही गायत्री परिवार के साधकों को भी योगा करवाया । इस अवसर पर घनष्याम बेैरागी ने शांतिकुज हरिद्वार द्वारा भेजे गये योग सन्देष पर विस्तार से जानकारी भी दी । बडी संख्या में महिलाओं ने  योग क्रियाये करके योगाभ्यास करके योग दिवस  पर्व में अपनी योगाहूतिया दी । इस अवसर पर श्रीमती ज्योति जोषी, नलीनी बैरागी, माया पंवार, जरीना अंसारी, भावना शाह,अंषु मेहता, हंसा उपाध्याय, साधना गेहलोत, साधना वास्केल, ममता जेैन, गायत्री सस्तिया,, जयश्री गोयल, दीपा दत्त, मधुबाला चैहान, नलीनी बैरागी, षिवकुमारी सोनी कुसुम सोलंकी, रूकमणी बारिया,कलावती बहिन, हेमा सक्तावत, कलावती सोनी, सोनाली चैहान, रजिया फारूख सहित बडी संख्या में महिलाओं एवं गायत्री परिवार के सदस्यों ने योग क्रियाएं की ।

अब विडियोकांफ्रेसिंग के माध्यम से होगी जनसुनवाई, झाबुआ एवं रानापुर ब्लाक में 23 जून से होगी शुरूआत

झाबुआ---कलेक्टर झाबुआ डांॅ. अरूणा गुप्ता ने वर्षा ऋतु में कृषि कार्य एवं आवेदकों का बस किराया व समय का अपव्यय रोकने की दृष्टि से विडियोकांफ्रेसिग के माध्यम से जनसुनवाई करने का निर्णय लिया है। इस हेतु सर्वप्रथम विकासखण्ड झाबुआ एवं रानापुर में 23 जून मंगलवार से शुरूआत की जा रही है। संबंधित विकासखण्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत विडियोकांफ्रेसिग में उपस्थित रहेगें, अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार पर्यवेक्षण रखेगे, सहायक मेनेजर(स्वान) भी जनपद मुख्यालय के विडियोक्रांफ्रेसिंग कक्ष में उपस्थित रहेगे। अनुभाग,तहसील,विकाखण्ड से संबंधित आवेदनपत्रों का वहीं मौके पर निराकरण किया जावेगा, जिले से संबंधित आवेदनों पर विडियोकांफ्रसिंग से कलेक्टर से बात कराई जाकर निराकरण किया जावेगा।

एआईपीएमटी के लिए पंजीयन 22 जून से प्रारंभ

झाबुआ---एआईपीएमटी प्रवेश परीक्षा हेतु जिला स्तर पर स्थित अकादमिक प्रशिक्षण केन्द्र सज्जन रोड झाबुआ (शगुन गार्डन के सामने) में कोचिंग प्रारंभ की जा रही है। कोचिंग के लिये इच्छुक छात्र-छात्रा खण्ड शिक्षा कार्यालय झाबुआ में 22 जून 2015 से कार्यालयीन कार्य दिवसों में समय प्रातः 11 बजे से सायं 4 बजे तक पंजीयन करा कर कोचिंग का लाभ ले सकेगे।

जिला जेल में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजित

झाबुआ---जिला एवं सत्र न्यायाधीश,अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झाबुआ के निर्देशानुसार 20 जून को जिला जेल में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें श्री रविकांत सोलंकी, जिला रजिस्ट्रार,सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुमारी सुरभि सिंह सुमन, जिला विधिक सहायता अधिकारी, श्री एस.आर. विंचुरकर, अधीक्षक जिला जेल, श्री अशोक शर्मा, उप-अधीक्षक जिला जेल एवं कलमसिंह, पैरालीगल वालेंटियर आदि उपस्थित रहे। जिला जेल में बंदियों से उनकी समस्याओं के संबंध में चर्चा की गई, साथ ही उन्हें विधिक सहायता संबंधी योजना एवं उनसे संबंधित विधि की जानकारी प्रदान की गई।

जनप्रतिनिधि,अधिकारी, नागरिक छात्र सभी दिखे योग मुद्रा में, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हुआ योग कार्यक्रम आयोजित

jhabua news
झाबुआ---आज 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिले के स्कूलों मे, खेल मैदानो पर, ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योग कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, शासकीय सेवक, विद्यार्थी ग्रामीण, शहरी सभी क्षेत्रो के आमजन ने योग किया। जिला स्तर पर योग कार्यक्रम का आयोजन उत्कृष्ट विद्यालय के खेल मैदान में किया गया। झाबुआ जिला मुख्यालय पर योग में राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त गरिमा जयसवाल ने मंच से योग क्रियाओं का प्रदर्शन किया। उत्कृष्ट विद्यालय पर आयोजित योग कार्यक्रम में झाबुआ विधयक श्री शांतिलाल बिलवाल, कलेक्टर श्रीमती अरूणा गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री आबिद खांन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री धनराजू एस., डीएफओं श्री उचाडिया सहित अधिकारी जनप्रतिनिधि, शासकीय सेवक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

सरपंच पर बलात्कार प्रकरण कायम

झाबुआ---फरियादिया वह अपने भाई को ढूंढने मंदिर पर गई थी। आरोपी सज्जन पिता बूचा अमलियार निवासी आम्बा ने अकेली देखकर पकड़कर जबरदस्ती बलात्कार किया। किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी।  प्रकरण में थाना कोतवाली झाबुआ में अप0क्र0 428/15, धारा 376,506 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। 

उपेंद्र कुशवाहा हों बिहार के मुख्यमंत्री पद प्रत्याशी : रालोसपा

$
0
0

demand-upendr-kushwaha-cm
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) की कार्यसमिति की बैठक में रविवार को केंद्रीय मंत्री और रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया। रालेासपा के मुख्य प्रवक्ता शिवराज सिंह ने पत्रकारों को बताया कि दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। 

उन्होंने बताया कि बैठक में यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि सितंबर-अक्टूबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में 243 विधानसभा सीटों में से रालोसपा 67 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इधर, इस प्रस्ताव के विषय में पूछे जाने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद अश्विनी चौबे ने स्पष्ट कहा कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भाजपा का होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार संसदीय बोर्ड तय करती है। 

उल्लेखनीय है कि राजग में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष रामविलास पासवान तथा हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने पूर्व में ही मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भाजपा से होने की बात कही है। राज्य में जनता परिवार ने सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भाजपा से अपने मुख्यमंत्री पद प्रत्याशी के नाम की घोषणा जल्द करने की चुनौती दी है। 

उधर भाजपा का कहना है कि चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही राजग का चेहरा रहेंगे। पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय भी यही कहा था, मगर बाद में आम आदमी पार्टी (आप) की चुनौती और पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग को देखते हुए भाजपा ने आनन फानन में किरण बेदी को मैदान में उतारा था। लेकिन किरण भाजपा की नैया पार नहीं लगा सकीं। दिल्ली की जनता ने 'दिल्ली चले मोदी के साथ'नारे को बुरी तरह नकार दिया था।

भारतीय ग्रामीण पत्रकार संध ने पत्रकारों पर जुल्म के विरोध पर निकाला शंाति मार्च

$
0
0
journalist-flag-march-lucknow
कानपुर। उ0प्र0 में पत्रकारों के ऊपर हो रहे जुल्म, अत्याचार व हत्या को लेकर भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ की कानपुर इकाई ने शांति मार्च निकालकर विरोध प्रकट किया,  यह शांति मार्च नगर के मोंतीझील से चलकर स्वरूपनगर मेन रोड होते हुये वापस शिवाजी गेट पर समाप्त हुआ।

पत्रकार संघ ने उ0प्र0 में पत्रकारों की सुरक्षा के लिये विशेष सेल गठित करने ,पत्रकार जगेंद्र के हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी व उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी ,कानपुर ,बस्ती,जालौन ,पीलीभीत, महोबा और सीतापुर में उत्पीडन का शिकार हुये है।  पत्रकारो को सरकारी सुरक्षा, जगेंद्र के परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता व पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा के लिये सरकार द्वारा कम से कम 10 लाख के बीमें की मांग भी रखी गई।वही राष्ट्रीय अध्यक्ष अरूण सिंह चंदेल ने बताया कि मुख्यमत्र्ाी को ज्ञापन  भेजा गया था,
 इस दौरान भारतीय ग्रामीण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरूण सिंह चंदेल, राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय मौर्या,वरि0 पत्रकार सतींद्र बाजपेई (चच्चू), राष्ट्रीय संगठन मंत्री डी0के0 सिंह,प्रदेश महामंत्री सूर्य नारायण,प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम सिंह पवार,प्रदेश सचिव के0के0 साहू,जिला अध्यक्ष नितिन कुमार वर्मा, जिला मीडिया प्रभारी किशोर मोहन गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष शिवकुमार मिश्रा, सुनील कुमार,अजय पत्रकार,अजय त्रिपाठी,राजीव गुप्ता,कुशाल सिंह यादव,राजेश जी,नवनीत यादव,चंदन जयसवाल,अतुल दीक्षित अतुल ओमर आदि पत्रकार उपस्थित थे।शंाति मार्च मे प्रिंट मीडिया,इलेक्ट्रानिक मीडिया,न्यूज पोर्टल इत्यादि के पत्रकार और छायाकार भारी संख्या मे शामिल थे। मार्च के बाद एक सभा का आयोजन किया गया

भारत में 40 फीसदी लोग बुनियादी अधिकारों से वंचित

$
0
0

40-percent-dont-have-basic-rights-said-sc
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर ने यहां कहा कि 40 फीसदी से अधिक भारतीय बुनियादी अधिकारों और अवसरों से वंचित हैं। न्यायमूर्ति ठाकुर राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण (एनएएलएसए) के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा, "1.25 अरब भारतीयों में 40 फीसदी बुनियादी अधिकारों और अवसरों से वंचित हैं।" यहां शनिवार को विचार-गोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "40 फीसदी से अधिक भारतीय गरीबी रेखा के नीचे रह रहे हैं। वे बिना साक्षरता, बिना बुनियादी अवसरों और धनाभाव में रह रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि एनएएलएसए और राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण वंचित, कबायलियों और जनजातीयों को लाभान्वित करने के लिए विभिन्न कानूनी सेवाएं उपलब्ध कराने और जागरूकता फैलाने की दिशा में काम कर रहा है। न्यायमूर्ति ने कहा, "कानून के तहत न्यायाधीश न्याय और कानूनी मामले देखते हैं, लेकिन एक पिता को भी अपने बच्चे के साथ न्याय करना चाहिए और पति-पत्नी को एक-दूसरे के साथ न्याय करना चाहिए, एक सांसद या विधायक को अपने क्षेत्र के लोगों के साथ न्याय करना चाहिए और एक मंत्री को अपने से संबंधित विषयों के साथ न्याय करना चाहिए।"

न्यायमूर्ति ठाकुर ने कहा, "हमारा लक्ष्य उपेक्षित लोगों को सहयोग देना होना चाहिए। हमारी व्यवस्था में अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।"एनएएलएसएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि सुविधाविहीनों और अशिक्षित लोगों को उनके अधिकार को लेकर जागरूक करना एक चुनौती है, जहां लोगों में कानून संबंधी जानकारी उम्मीद से कम है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार, राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष तथा त्रिपुरा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश उत्पलेन्दु बिकास साह ने भी विचार-गोष्ठी को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्याíथयों, युवाओं तथा अन्य में जागरूकता फैलाना था।

राजग में मुख्यमंत्री पद और सीट बंटवारे को लेकर विवाद!

$
0
0

fight-for-cm-in-bihar-in-nda
बिहार विधानसभा चुनाव में अभी भले ही देरी हो, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में मुख्यमंत्री पद और सीटों के बंटवारे को लेकर घटक दल के नेता आमने-सामने नजर आ गए हैं। राजग में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने जहां पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्माीदवार बनाने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया है, वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गुट में शामिल पांच विधायकों को टिकट दिए जाने का विरोध करने की घोषणा की है। रालोसपा कार्यसमिति की बैठक में रविवार को केंद्रीय मंत्री और रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्माीदवार बनाने की मांग को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया है। 

रालेासपा के मुख्य प्रवक्ता शिवराज सिंह ने पत्रकारों को बताया कि दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक के अंतिम दिन सर्वसम्मति से कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रस्ताव भी पारित किया गया कि सितंबर-अक्टूबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में 243 विधानसभा सीटों में से पार्टी 67 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।  इधर, लोजपा के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने मांझी गुट में शामिल पांच विधायकों के खिलाफ रविवार को मोर्चा खोल दिया। 

पासवान ने पटना में कहा, "नरेंद्र सिंह सहित पांच विधायक अवसरवादी हैं। इन्होंने लोजपा से गद्दारी की है। उनकी पार्टी इन नेताओं को राजग का उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध करती है।"  इधर, पासवान के इस बयान पर मांझी ने पलटवार करते हुए कहा कि गठबंधन के अंदर घटक दलों के प्रत्याशियों के चयन की जिम्मेदारी पासवान की नहीं है।  इधर, राजग में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर उपजे विवाद पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और सांसद अश्विनी चौबे ने स्पष्ट कहा कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भाजपा का होगा। भाजपा में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार संसदीय बोर्ड तय करती है। 

उल्लेखनीय है कि राजग में शामिल लोजपा के अध्यक्ष पासवान तथा हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने पूर्व में ही मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भाजपा से होने की बात कही है। अब रालोसपा की मांग भाजपा के लिए सिरदर्द बन सकती है। राजग के घटक दलों के बीच किचकिच उस समय शुरू हुई है, जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रविवार को पटना में हैं और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। राज्य में जनता परिवार ने सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भाजपा से अपने मुख्यमंत्री पद प्रत्याशी के नाम की घोषणा जल्द करने की चुनौती दी है। 

उधर, भाजपा का कहना है कि चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही राजग का चेहरा रहेंगे। हाल ही में पार्टी नेता अनंत कुमार ने यही संकेत दिया था। पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय भी यही कहा था, मगर बाद में आम आदमी पार्टी (आप) की चुनौती और पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग को देखते हुए भाजपा ने आनन फानन में किरण बेदी को मैदान में उतारा था। लेकिन किरण भाजपा की नैया पार नहीं लगा सकीं। दिल्ली की जनता ने 'दिल्ली चले मोदी के साथ'नारे को बुरी तरह नकार दिया था। पार्टी यहां 'बिहार चले मादी के साथ'का नारा लगा रही है।

छत्तीसगढ़ में मैगी सही, सभी सैंपल पास

$
0
0
maggi-passed-in-chhatisgarh
देश के अधिकांश राज्यों में मैगी नूडल्स के सैंपल फेल होने के बाद मैगी कंपनी के लिए एक राहतभरी खबर है। छत्तीसगढ़ में राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की प्रयोगशाला में मैगी के सभी 18 सैंपल पास हो गए हैं। जांच रिपोर्ट अब केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। विभाग ने जो जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की है, उसके अनुसार मैगी में लेड की मात्रा मानकों के अंदर है। जानकारों का मानना है कि राज्य में मैगी की सप्लाई गोवा स्थित नेस्ले यूनिट से हो रही है, जहां मैगी में लेड नहीं मिला था। इस तरह से यह मैगी के निर्माता और इसे खाने के शौकीनों के लिए राहत भरी खबर है। 

गौरतलब है कि मैगी का छत्तीसगढ़ में 30 मई को पहला सैंपल लिया गया था, जिसके बाद से 18 सैंपल प्रयोगशाला में पहुंचे। प्राथमिक जांच के बाद इनका कंफर्मेटिव टेस्ट लगाया गया, जिसमें हानिकारक तत्व लेड की पुष्टि नहीं हुई है। 9 सैंपल में लेड की मात्रा शून्य पाई गई, जबकि 9 में मात्रा 0.02 से 0.239 पीपीएम तक पाई गई। 

गाइड लाइन के मुताबिक, किसी भी खाद्य पदार्थ में लेड की मात्रा 0.01 से 2.5 पीपीएम तक हो सकती हैए इससे अधिक होने पर इसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। वर्तमान में राज्य में मैगी की बिक्री पर पूर्णत: रोक लगी हई है। सभी डिस्ट्रीब्यूटर्स ने दुकानदारों से मैगी वापस ले ली है, जो नेस्ले को वापस लौटाई जा चुकी है। सिर्फ भनपुरी स्थित महावीर लॉजिस्टिक में ही 13600 कार्टन मैगी सीज रखी हुई हैए जिसे जल्द ही वापस भेजा जाएगा। 

केंद्र के निर्देश के बाद राज्य में मैगी के अलावा पास्ता, मैक्रोनी की सैंपलिंग शुरू कर दी गई है। कुछ सैंपल प्रयोगशाला पहुंचे, जिनके टेस्ट लगाने शुरू कर दिए गए हैं। इनमें भी लेड की जांच की जा रही है। राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के पब्लिक एनालिस्ट डॉ. एसएस तोमर ने कहा कि जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि छत्तीसगढ़ में मैगी ठीक हैं। इसमें कोई हानिकारक तत्व नहीं है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 18 सैंपल की जांच की गई, जिनमें से 9 सैंपलों में लैड की मात्रा शून्य, बाकी 9 सैंपल में तय मानक के अंदर पाई गई है। जांच रिपोर्ट में जो तथ्य आए हैं उसे केंद्रीय शाखा को भेजा जाएगा। 

आलेख : इन 'ललितों 'का तो एेसा ही है...!!

$
0
0
live aaryaavart dot com
उन दिनों किसी अखबार में पत्रकार होना आइएएस – आइपीएस होने से किसी मायने में कम महत्वपूर्ण नहीं था। तब किसी भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी के कार्यालय के सामने मुलाकातियों में शामिल करोड़पति से लेकर अरबपति तक को भले ही अपनी बारी के लिए लंबी प्रतीक्षा करनी पड़े, लेकिन पत्रकार को झट इंट्री मिल जाती थी। कड़े व लंबे संघर्ष के बाद जब मुझे गुजर – बसर लायक पारिश्रमिक पर एक अखबार में पत्रकार की नौकरी मिल गई, तो लगा जीवन का मार्ग मिल गया। जीवकोपार्जन के लिए अथक परिश्रम के बावजूद पाई – पाई की मोहताजी के लंबे दौर से निकले किसी भी युवक को यदि उसके रुचि का काम मिल जाए वह भी पूरे मान – सम्मान के साथ तो इससे बड़ी बात क्या हो सकती थी। 

कुछ ऐसा ही मेरे साथ भी हुआ। लेकिन पत्रकारिता के शुरूआती दौर में मुझे कई अजीबोगरीब अनुभवों से भी दो चार होना पड़ा। मसलन कई ऐसे लोगों को जिन्हें पुलिस से भागते फिरना चाहिए , उन्हें ही रात के अंधेरे में पुलिस जवानों से कानाफूसी करते देख मैं दंग रह जाता था। पता लगता कि शहर के फलां चौराहे पर अवैध कच्ची शराब बेचने वाला यह शख्स ही प्रशासनिक महकमे के अधिकारियों व उनके परिजनों की यात्रा का बंदोबस्त करता है। ट्रेनों में  वेटिंग लिस्ट की जितनी मार हो, बदनाम ही सही लेकिन यह शख्स जैसे – तैसे रिजर्वेशन करवा ही देता है। या फलां सट्टा डान की इतने चारपहिया वाहन हैं  जो प्रशासनिक महकमों के अमुक – अमुक दफ्तरों  में किराए पर चल रहे हैं। 

मेरी दुविधा को समझते हुए संबंधित जवानों का अमूमन यही जवाब होता ... समझा कीजिए , हम पुलिस वाले हैं... कोई शिक्षक – प्रोफेसर तो  हमसे दोस्ती करने थाने  आएगा नहीं। ये लोग ही हमारे असली सोर्स है, जो अपराधियों के बारे में सूचनाएं देकर हमारी मदद करते हैं। कालांतर में पता चला कि पुलिस महकमे के कई आकस्मिक खर्च भी यही वर्ग वहन करता है। वर्ना सरकार के पास इतना फंड कहां कि हर प्रकार के खर्च वहन कर सके। इस तरह पुलिस के साथ इस वर्ग की लुकाछिपी का खेल देखते करीब एक दशक बीत गए। उस दौर के नेताओं का हाल यह था कि छपे अक्षरों का महत्व समझते हुए भी कम ही ऐसे होते थे, जो पत्रकार से मेल – जोल रखना पसंद करे या खुद ही किसी खबर को छपवाने का आग्रह करें। ज्यादातर यही दिखाने का प्रयास करते कि वे मीडिया की परवाह नहीं करते। जिसे गरज हो वह उनकी खबर छापे। वे अपनी ओर से इसमें दिलचस्पी नहीं ले सकते। मजे की बात यह कि तबकी कस्बाई संस्कृति में भी कई ललित मोदी टाइप लोग थे, जिनके कारनामे मुझे हैरान कर देते। 

ऐसे लोग पत्रकारों को देख बस मुस्कुरा देते। मानो मुस्कुराहट के जरिए अपनी बेफिक्री जाहिर कर रहे हों। लेकिन आश्चर्य का विषय यह कि तब के ऐसे ललित मोदी टाइप लोगों की बड़े – बड़े अधिकारियों से लेकर स्थानीय राजनेताओं के साथ  गाढ़ी छनती थी। भले ही उनका मेल जोल गुपचुप तरीके से होता हो। लेकिन राजनेता बनाम ललित मोदी जैसे लोगों का यह गठजोड़ बहुत पहले से गांव – कस्बे के स्तर तक फैला हुआ था। जो कई प्रकार से राजनेताओं की मदद लेते और उनकी करते थे। ऐसे लोगों की आसान पहुंच राजनेताओं से लेकर अधिकारियों तक थी। नकचढ़े माने जाने वाले राजनेता से लेकर अधिकारी तक को अंदरखाने में जब – तब इनके साथ कानाफूसी करते देखता तो हैरान रह जाता। इस पर घाघ किस्म के कुछ जीव ही अपनी सफाई में कहते कि इसके जरिए मैं फलां शख्स की असलियत पता कर रहा था या वह मुझसे इस काम के  लिए कह रहा था, लेकिन मैने उसे साफ इन्कार कर दिया। 

लेकिन समय के साथ यह सच्चाई मुझे समझ में आ गई कि अपने देश में ललित मोदी टाइप जैसे लोग सर्वत्र हैं। कोई समझता रहे  खुद को तीसमार खां  लेकिन इनकी पहुंच के आगे हर कोई बौना है। समाज के ताकतवर वर्ग के साथ इनका संबंध केवल शादी – ब्याह या बच्चों के जन्म दिन समारोह तक ही नहीं है। बेहद जरूरी कार्यों के लिए समय न मिलने का बहाना बनाने वाले ताकतवर लोग चोरी – छिपे ही सही लेकिन इनके यहां के श्राद्ध आदि में शामिल होकर भी गर्व महसूस करते हैं। समय के साथ परिपक्वता बढ़ने पर ज्ञानोदय हुआ कि दरअसल यह विचित्र गठजोड़ या कहें कि संबंध गिव एंड टेक यानी  लो और दो का है।






live aaryaavart dot com

तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर (पशिचम बंगाल)
संपर्कः 09434453934, 9635221463
लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ठ पत्रकार हैं। 

विशेष आलेख : बाजारू भगवान और भारत रत्न

$
0
0
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर से भारत रत्न वापस लेने के लिए जबलपुर हाईकोर्ट में दायर याचिका सुनवाई के लिए स्वीकार कर ली गई है। याचिका कर्ता का कहना है कि वे अपनी प्रसिद्धि का उपयोग विज्ञापनों में काम करके व्यवसायिक लाभ के लिए कर रहे हैं जो भारत रत्न की गरिमा के खिलाफ है। विधि विशेषज्ञों का मानना है कि हाईकोर्ट इस याचिका में सचिन तेंदुुलकर के खिलाफ फैसला सुना सकता है।

सचिन तेंदुलकर के खिलाफ यह कार्रवाई ऐसे समय सामने आई है जब क्रिकेट की दुनिया के एक और किंग आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद सरकार में बैठे लोगों द्वारा करने की वजह से राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। मोदी गेट के नाम से चर्चित हो चुके इस मामले में आज प्रधानमंत्री से सहमति लेकर गोवा के मुख्यमंत्री ने राज्य के पुलिस कमिश्नर का जवाब तलब किया है। उनसे अंतरंग संबंध के नाते राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद नाराज हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जब उन्हें मुलाकात देने का समय देने से इनकार कर दिया था तब तो यह तक अफवाह फैल गई थी कि राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन किया जाएगा लेकिन बाद में संघ का दबाव पड़ा तो मोदी को उन्हें अभयदान देना पड़ा। अगर ललित मोदी की बिनाह पर वसुंधरा राजे को हटाया जाता तो फिर शायद सुषमा स्वराज की भी केेंद्रीय मंत्रिमंडल से विदाई तय करनी पड़ती। संयोग से दोनों को ही लेकर प्रधानमंत्री शुरू से ही सहज नहीं हैं। वसुंधरा राजे पर एक ओर तो राजनाथ सिंह का ठप्पा लगा हुआ है तो दूसरी ओर उन्होंने शुरू में मोदी को नजरअंदाज करने की कोशिश की थी इसलिए मोदी को उनसे अपना हिसाब चुकता करने का अवसर मिला तो राजनाथ आड़े आ गए। इस समय संघ भी मोदी के पार्टी और सरकार में निरंकुश वर्चस्व को भविष्य के लिए ठीक नहीं मान रहा और राजनाथ की ट्यूनिंग संघ प्रमुख से बहुत अच्छी है इसलिए संभव है कि संघ प्रमुख ने भी वसुंधरा राजे के लिए वीटो लगा दिया हो। इस समय सरकार की उपलब्धियों के चर्चे एक कोने में पड़ गए हैं जबकि चर्चाओं के केेंद्रबिंदु में भाजपा की अंदरूनी उठापटक छाई हुई है जिसका नुकसान मोदी को अपनी लोकप्रियता के क्षरण के रूप में देखने को मिल रहा है।

बहरहाल असल मुद्दा यह है कि कांग्रेस तो आधुनिकों की पार्टी होने की वजह से करने से रही थी लेकिन परंपरा और संस्कृति की बात करने वाली भाजपा का नेतृत्व भी क्रिकेट को बदनाम खेल के रूप में संज्ञान में लेने के लिए तैयार नहीं है जबकि हकीकत यही है। क्रिकेट का खेल राष्ट्रीय स्वाभिमान के लिए कलंक है क्योंकि यह केवल उन देशों में खेला जाता है जो कभी न कभी इंगलैंड के गुलाम रहे। इस मनोवैज्ञानिक नफरत को छोड़ भी दिया जाए तो देश की जलवायु की दृष्टि से यह खेल भारत के लिए अनुपयुक्त है। इस खेल में दस साल के अंदर सौ से भी कम खिलाड़ी ऐसे तैयार होते हैं जो अरबपति और खरबपति बनने की कोटि में पहुंच जाएं लेकिन करोड़ों किशोर जो उनका अनुकरण करते हैं क्रिकेट के खेल में गर्म मुल्क होने की वजह से अपनी बहुमूल्य ऊर्जा बर्बाद कर देते हैं। चिकित्सक और स्वास्थ्य विज्ञानियों का मत इस बारे में लिया जा सकता है। चतुर देश ऐसे खेल को अपनाते हैं जो पेशेवर खिलाडिय़ों के कैरियर को चमकदार बनाए लेकिन साधारण लोग ऐसे खेलों के लिए प्रेरित होकर बेहतर तंदरुस्ती की नैमत हासिल कर सकेें। चीन ने एथलीट और जिमनास्ट पर जोर देकर खेलों के चुनाव में एक उदाहरण स्थापित किया है जिससे नशे की लत में गर्क वहां के नौजवानों का स्तर सुधरा और उन्होंने नशे से छुटकारा पाकर अपनी ऊर्जा व प्रतिभा का भारी लाभ उस देश के विकास में दिया। दूसरी ओर भारत है जिसको आजादी के समय विरासत में राष्ट्रीय खेल के रूप में हाकी मिली थी जिससे यहां के नौजवानों में भारी स्फूर्ति का संचार होता था लेकिन देश की जलवायु के अनुकूल फुटबाल, कुश्ती, दौड़ आदि खेलों से मुंह मोड़कर यहां क्रिकेट के प्रति जिस तरह का मोह दिखाया गया वह आश्चर्यजनक है।

क्रिकेट कुछ लोगों के फायदे की चीज है। इसने यह साबित कर दिया कि इस देश में आम आदमी बाजार के खिलवाड़ की कठपुतली भर है। क्रिकेट के जरिए सट्टेबाजी गांव गांव तक पहुंची और युवा पीढ़ी को इसने पूरी तरह से अपने में ग्रसित कर लिया है जिसकी वजह से नैतिक संस्कार छिन्नभिन्न होकर रह गए हैं। जाहिर है कि इस सट्टेबाजी से किंग बनने वाले ललित मोदी जैसे लोग अपनी जीवनशैली से लेकर देशप्रेम तक में उच्छृंखल रवैए का प्रदर्शन करते हैं। क्रिकेट लंपट पूंजी को बढ़ावा देती है जिससे दूरगामी तौर पर मूल्यों पर आधारित मानव सभ्यता का विगलन हो रहा है। दूसरी ओर क्रिकेटरों के भी जीवन का एक ही ध्येय है कि वे इसके इंद्रजालिक तानेबाने के कारण लोगों में अपने प्रति बुने गए सम्मोहन को कैसे कैश कराएं। इसके लिए वे उनकी अपने प्रति आस्था का दोहन तमाम कंपनियों के बेजा प्रोडक्ट को बिकवाने में करें। क्रिकेटरों को मौका मिला है तो वे ज्यादा पैसे के लिए देश की टीम छोड़कर प्रतिद्वंद्वी विदेशी टीम में शामिल होने से भी नहीं हिचके। इनका सामाजिक सरोकारों से कोई लेनादेना नहीं है। सिर्फ अपने ऐश्वर्य के लिए जीने वाले लोगों को इस देश की परंपरागत व्यवस्था में वे कितने भी समृद्ध क्यों न हो जाएं कभी सम्मान नहीं मिला लेकिन आज उसी कोटि में आने वाले क्रिकेटर भगवान का दर्जा हासिल कर रहे हैं। भगवान का इससे बड़ा अपमान क्या हो सकता है। सचिन तेंदुलकर के मंदिर बन गए और उन्हें भगवान का खिताब मिल गया। रही सही कसर उनको भारत रत्न देकर पूरी की गई। हालांकि यह काम मोदी सरकार ने नहीं मनमोहन सरकार ने अपनी राजनीतिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किया था लेकिन जब आप सांस्कृतिक आक्रमण के प्रभाव को दूर करने और देश की गौरवमयी मान्यताओं को बहाल करने की शपथ लेकर सत्ता तक पहुंचे हैं तब आपको तो दृढ़ता दिखानी चाहिए लेकिन यह तब हो सकता है जब आप में अंदर अपनी चीजों को लेकर नाज हो। जिस वैभव को पश्चिमी प्रतिमानों के तहत श्रेष्ठता के रूप में स्थापित किया गया है उसके आगे नतमस्तक होकर अपनी शपथ भूल जाना आंतरिक दरिद्रता और हीनभावना का परिचायक है। 

इस देश ने उन्हें अलंकृत किया है जो समाज के लिए जिए हैं और जिनका जीवन त्याग का दूसरा रूप है। गांधी के लिए महात्मा और जयप्रकाश जी के लिए लोकनाायक के अलंकरण पर कोई सरकार मोहर नहीं है लेकिन यह अलंकरण भारत रत्न से नहीं नोबेल पुरस्कार से भी ऊंचे हैं और रहेंगे। इन महापुरुषों को समाज द्वारा दी गई स्वत: स्फूर्त उपाधियां जो महिमा की एवरेस्ट साबित हुई उनसे कुछ सीखा जाना चाहिए कि उपाधियों का हकदार भारत जैसे देश में किस आचरण के लोग हैं। जबलपुर हाईकोर्ट सचिन तेंदुलकर के बारे में जो भी फैसला करे लेकिन भारत सरकार को इससे पहले ही सचिन से पूछ लेना चाहिए कि वे वेंडरगीरी बंद करने को तैयार हैं या नहीं और अगर उच्च स्तर की मर्यादा का वरण करने का ताव उनमें नहीं है तो उनसे सर्वोच्च नागरिक अलंकरण क्यों न छीन लिया जाए। साथ ही क्रिकेट के खेल के महिमा मंडन पर मोदी सरकार को उसी तरह विराम लगाने की शुरूआत कर देनी चाहिए जैसे विदेशी फंडिग से देश के अंदर हस्तक्षेप बढ़ाने वाले गैर सरकारी संगठनों के प्रति उसने सख्ती की है। क्रिकेट को भगवान के दर्जे से नीचे लाने का काम केवल एक औपनिवेशिक खेल को उसकी औकात तक सीमित करने का ही काम नहीं होगा बल्कि यह प्रस्थान बिंदु है जिससे सारे संसार और भारतीय समाज को यह संदेश देने की शुरूआत होनी चाहिए कि हिंदुस्तान बाजारवाद का मोहरा भर नहीं है। वह तरक्की करेगा लेकिन बुनियादी नैतिक मान्यताओं और मर्यादाओं की परिधि के अंदर। समाज में जो सचमुच सत्यम शिवम सुंदरम है उसे बनाए रखते हुए प्रगति की लीक गढऩे का काम भारत को करना है। मायावी बाजार के सम्मोहन में अंधे हो जाना भारत को शोभा नहीं देता। इस दुनिया के निकृष्ट होते जा रहे प्रतिमानों को बदलना चाहिए और यह काम भारत को करना है। खासकर संस्कृतिवादी सरकार के युग में इस लक्ष्य से कोई समझौता गवारा नहीं होना चाहिए।




live aaryaavart dot com

के  पी  सिंह
ओरई 

मध्य प्रदेश में पत्रकार की अपहरण के बाद हत्या

$
0
0

journalist-kidnapped-and-killed-in-balaghat
मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक पत्रकार को अगवा कर जिंदा जलाकर मारने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शव महाराष्ट्र के वर्धा जिले के जंगल से बरामद हुआ। पुलिस इसे आपसी रंजिश का नतीजा मानकर चल रही है। फिलहाल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक आरोपी फरार है। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जबकि उत्तर प्रदेश में भी हाल ही में एक पत्रकार की हत्या की खबर सुर्खियों में है और जहां आरोप राज्य सरकार के एक मंत्री पर लगे हैं। पुलिस के अनुसार, जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर कटंगी क्षेत्र से पत्रकार संदीप कोठारी (28) का कार सवार बदमाशों ने शुक्रवार देर शाम अपहरण कर लिया था। उस दौरान संदीप एक मित्र के साथ मोटरसाइकिल से जा रहे थे। बदमाशों ने उनके मित्र को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और संदीप को लेकर फरार हो गए।

बालाघाट परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक डी.सी. सागर ने सोमवार को बताया कि अपहरण की सूचना मिलते ही तलाशी अभियान तेज कर दिया गया था। दो संदिग्धों-विशाल तांडी और ब्रजेश डहरवाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो उन्होंने संदीप को जिंदा जला देने का खुलासा किया। वर्धा पुलिस को उनका अधजला शव शनिवार को रेलवे पटरी के पास से बरामद हुआ। उन्होंने इसे अज्ञात शव के रूप में दर्ज किया था। बालाघाट पुलिस सोमवार को शव लेकर पत्रकार के घर पहुंच गई। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है। बताया गया कि संदीप तीन साल पहले एक दैनिक समाचार-पत्र में पत्रकार थे। फिलहाल वह लेखन कार्य से जुड़े हुए थे। हत्या के आरोपियों के चिटफंड तथा खनन सहित अन्य कारोबार हैं। संदीप आरोपियों की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में लगातार लिखते आ रहे थे।

पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि हत्या को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक आरोपी अब भी फरार है। कुछ वर्ष पहले दोनों पक्षों के बीच खबर लिखने को लेकर विवाद हुआ था। पत्रकार के खिलाफ भी कई आपराधिक मामले दर्ज थे।

वृंदावन में महंत पर छेड़छाड़ का आरोप, आरोपी हिरासत में

$
0
0

vrindavan-temple-prist-arrrested-in-molestation
उत्तर प्रदेश में मथुरा जिले के वृंदावन आई एक महिला श्रद्घालु ने आश्रम के महंत पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आरोपी महंत को हिरासत में ले लिया है। वहीं, आरोपी महंत का कहना है कि आश्रम की संपत्ति हड़पने के लिए विरोधियों ने उन्हें फंसाने की साजिश की है। पुलिस ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र के ज्ञानगुदड़ी स्थित एक आश्रम के महंत नित्यानंद पर झांसी की महिला श्रद्घालु ने छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी है। महिला का आरोप है कि वह दो दिन पहले अपने पति के साथ वृंदावन में एक महीने के प्रवास पर आई थी। आश्रम में कमरा किराये पर लिया, जिसके बाद पति लौट गए।

आरोप है कि शनिवार देर रात आश्रम के महंत उसके कमरे में घुस आए और छेड़छाड़ शुरू कर दी। महिला के शोर मचाने पर आश्रम में मौजूद अन्य लोग और पड़ोसी एकत्र हो गए। मामला कोतवाली पहुंचा, तो पुलिस ने महंत को हिरासत में लिया।  कोतवाली प्रभारी संजय जायसवाल का कहना है कि दोनों पक्षों से पूछताछ की जा रही है। अगर महंत दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उप्र में पत्रकार की हत्या पर केंद्र, राज्य सरकार को नोटिस

$
0
0

sc-notice-to-center-and-up-government
सर्वोच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश में पत्रकार जगेंद्र सिंह की हत्या की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का निर्देश देने का अनुरोध करने वाली जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सोमवार को केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी किए। आरोप है कि पत्रकार की हत्या उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री राममूर्ति वर्मा के इशारे पर की गई। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश एम.वााई. इकबाल की अध्यक्षता वाली अवकाशपीठ ने इस मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र तथा राज्य सरकार को नोटिस जारी किए हैं।

इससे पहले वरिष्ठ अधिवक्ता आदिश सी. अग्रवाल ने न्यायालय से मामले की सीबीआई जांच का आदेश देने की गुहार लगाई। जनहित याचिकाकर्ता डी.एस. जैन ने भी न्यायालय से अनुरोध किया कि वह इस संबंध में दिशा-निर्देश तय करे और निर्देश जारी करे कि पत्रकार की अस्वाभाविक मौत से संबंधित मामले की जांच इलाके के जिला एवं सत्र न्यायाधीश की निगरानी में हो। गौरतलब है कि जगेंद्र को मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया गया था। आरोप है कि उत्तर प्रदेश के मंत्री के इशारे पर पुलिस ने ऐसा किया। बुरी तरह झुलस चुके जगेंद्र की आठ जून को मौत हो गई।

बिहार : वरिष्ठ पत्रकार की पुस्तैनी जमीन पर कब्जा, सीएम को लिखा पत्र

$
0
0

journalist tortured
पत्रकारों का उत्पीडन उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश से होते हुए बिहार भी पहुँच चूका है, प्रशासन और पोलिस के साथ दबंगों की दबंगई की मिलीभगत से कैसे पीड़ित पत्रकार ने मुख्यमंत्री को संबोधित किया है आप खुद पढ़ें !!!

सेवा में;

श्रीमान् माननीय मुख्यमंत्री,
बिहार।



विषयः नालंदा जिले के चंडी थाना प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार के खिलाफ तत्काल कड़ी जांच-कार्रवाई करने के संबंध में।



महाशय,
सादर सूचित करना है कि मैं मूलतः मुकेश भारतीय, ग्राम-लोदीपुर, पोस्ट- बोधीबिगहा रामघाट, थाना-चंडी, अंचल- नगरनौसा, जिला- नालंदा (बिहार) निवासी हूं और इन दिनों आवास संख्या- 17/1, एन.एच.-33, चकला मोड़, ओरमांझी,रांची (झारखंड) में रह कर हिन्दी वेब न्यूज पोर्टल/चैनल- www.raznama.com / www.expertmedianews.com / www.rajnama.in एवं www.medialive.in के आलावे हिन्दी पाक्षिक समाचार पत्र “ बदलता बिहार झारखंड ” का संपादन-संचालन कर रहा हूं। 

आपको सादर सूचित करना है कि नालंदा जिले के चंडी थाना प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार ने आपकी स्पष्ट नीतियों और सिद्धांतों के विपरित घृणित स्वार्थ में आकर अपनी कर्त्व्यहीनता का परिचय देते हुये मेरी नीजि खानदानी जमीन पर गांव के चिन्हित असमाजिक तत्वों के द्वारा अवैध पक्का मकान का निर्माण करवा दिया है। जबकि इस दिशा में शुरुआती दौर से ही नगरनौसा अंचल पदाधिकारी ने थाना प्रभारी को मेरी जमीन पर कार्य न होने देने से संबधित कई पत्र लिखे। जिसका थाना प्रभारी ने कभी कोई अनुपालन नहीं किया। यही नहीं, हिलसा (नालंदा) के अनुमंडल पदाधिकारी ने फरवरी,2015 में उक्त जमीन पर धारा-144 लगा कर कार्य रोकने तथा यथास्थिति बहाल रखने के आदेश दिये, जिसका भी थाना प्रभारी ने अनुपालन नहीं किया और एसडीओ कोर्ट में उन्होंने गलत रिपोर्ट दी। बाद में जब मैंने एसडीओ कोर्ट में पुलिस की तथ्यो से सौ फीसदी परे झूठी रिपोर्ट की जांच की मांग की तो उन्होनें चंडी अंचल पदाधिकारी से जांच करवाई। चंडी अंचल पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट से स्पष्ट है कि पुलिस ने चंडी थाना प्रभारी ने अपनी झूठी रिपोर्ट से एसडीओ कोर्ट को न सिर्फ गुमराह किया बल्कि, मेरी जमीन पर असमाजिक तत्वों द्वारा पक्का मकान बनवा दिया।

इसकी लिखित व मौखिक शिकायत नालंदा के जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक महोदय से कर चुका हूं। मेरी मौखिक शिकायत पर जिलाधिकारी महोदय ने तत्काल सुधि ली और हिलसा के अनुमंडल पदाधिकारी को फोन पर मामले को गंभीरता से देखने के निर्देश दिए हैं। जबकि आरक्षी अधीक्षक महोदय की इस संबंध में अब तक चुप्पी मेरे समझ से परे है।



आपको सादर सूचित करना है कि चंडी के थाना प्रभारी ने क्षेत्र में जिस तरह के महौल बना रखा है, उससे आपकी छवि भी प्रभावित हो रही है। क्योंकि यह थाना प्रभारी स्थानीय विधायक, स्थानीय सांसद और सीधे आपको स्वजातीय करीबी शो कर के आतंक और भय का महौल कायम कर रखा है।

आपको सादर सूचित करना है कि थाना प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार से मेरे व मेरे परिवार के जान-माल का भी खतरा है। मैं बराबर रांची से अपने गांव आता जाता रहता हूं क्योंकि, मेरे वृद्ध माता (सेवानिवृत सरकारी शिक्षिका) – पिता (सेवानिवृत तकनीकी विद्युतकर्मी) गांव में ही रहते हैं। थाना प्रभारी की असमाजिक तत्वों से जिस तरह की सांठगांठ और रवैया दिख रही है, वह मेरी जान के लिए कभी भी खतरा बन सकता है।



अतः श्रीमान से साधरानुरोध है कि चंडी थाना प्रभारी के खिलाफ तत्काल उच्चस्तरीय जांच कार्रवाई करने एवं मेरे व मेरे परिवार के जान-माल की सुरक्षा की दिशा में ठोस कदम उठाने की कृपा करें।
सधन्यवाद।

आपका सदैव विश्वासी
मुकेश भारतीय
ग्राम-लोदीपुर,पोस्ट- बोधीबिगहा रामघाट, 
थाना-चंडी, अंचल- नगरनौसा, 
जिला- नालंदा (बिहार)

मोबाइलः 08987495562

Email: nidhinews1@gmail.com
Raznama.com@gmail.com
badaltabiharjharkhand@gmail.com 

सोनिया ने अफगान संसद पर हमले की निंदा की

$
0
0

sonia-condemn-afgan-parliament-attack
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अफगानिस्तान की संसद पर सोमवार को हुए हमले की निंदा करते हुए इसे लोकतांत्रिक ताकतों को नष्ट करने के लिए कट्टरपंथियों का जघन्य प्रयास करार दिया। अफगानिस्तान के संसद परिसर में सिलसिलेवार बम विस्फोटों पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादियों द्वारा इस तरह के कायरतापूर्ण हमलों से दुनियाभर में मजबूत होती लोकताांत्रिक विश्वासों को कमजोर नहीं किया जा सकता।

उन्होंने एक बयान में कहा कि कांग्रेस और भारत, अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा है। अफगानिस्तान पुलिस ने कहा कि सुरक्षा बलों ने हमला करने वाले सभी सात तालिबानी आतंकवादियों को मार गिराया है। इस हमले में 21 लोग घायल हुए हैं। 
Viewing all 74180 articles
Browse latest View live




Latest Images