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छतरपुऱ (मध्यप्रदेश) की खबर (26 जून)

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कमिष्नर ने किया नौगांव क्षेत्र में विकास कार्यों का निरीक्षण, बिना जरूरत के कार्य कराने पर उपयंत्री पर जताई नाराजगी 

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छतरपुर/25 जून/कमिष्नर सागर संभाग श्री आर के माथुर द्वारा आज नौगावं क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में भ्रमण किया गया। उन्होंने ग्रामों का भ्रमण कर स्कूल चलें हम अभियान के तहत स्कूलों का निरीक्षण करने के साथ-साथ आंगनबाडि़यों एवं विकास कार्याें का भी निरीक्षण किया। कमिष्नर श्री माथुर भ्रमण के दौरान सबसे पहले ग्राम गर्रोली पहुंचे। यहां उन्होंने षा0प्रा0 षाला में स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्मित कराये गये बालिका षौचालय का निरीक्षण किया। उन्होंने षौचालय को देखकर कहा कि बालिकाओें के लिये ऐसे ही षौचालयों का निर्माण होना चाहिये। उन्होंने यहां ग्रामीणों की मांग पर बुंदेलखण्ड विषेष पैकेज से नल-जल योजना पूरे ग्राम में चालू कराने के लिये ग्रामीणों को आष्वस्त किया। उन्होंने यहां स्कूल में षौचालयों के मरम्मत कार्य का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने डीपीसी श्री एसके षर्मा से पूछा  कि जिले में कितने षौचालयों का मरम्मत कार्य चल रहा है। इस पर डीपीसी ने बताया कि जिले में 849 षौचालयों का मरम्मत कार्य चल रहा है। कमिष्नर श्री माथुर ने स्कूलों में षौचालयों का मरम्मत कार्य षीघ्रता से पूर्ण कराने के निर्देष दिये। इसके बाद कमिष्नर श्री माथुर ग्राम ठठेवरा पहुंचे। यहां उन्होंने षा0प्रा0 षाला में दर्ज बच्चों की जानकारी ली, तो बताया गया कि 51 बच्चे षाला में दर्ज हुये हैं। इनमें से 16 बच्चे आज उपस्थित नहीं हुये हैं। कमिष्नर श्री माथुर ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि सभी बच्चों को स्कूल में लाने के लिये प्रयास करना चाहिये। षिक्षक बच्चों को प्यार से समझाकर स्कूल आने के लिये प्रेरित करें। इसके बाद कमिष्नर श्री माथुर ग्राम धरमपुरा पहुंचे। यहां उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री भरत सिंह राजपूत से आंगनबाड़ी केंद्र की विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को षासन द्वारा निर्धारित गणवेष में ही आंगनबाड़ी केद्र पर उपस्थित होना चाहिये। इस पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री राजपूत ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की गणवेष में परिवर्तन किया गया है। परिवर्तित गणवेष को पहनकर ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित हुयी है। कमिष्नर श्री माथुर ने ग्राम धरमपुरा की षाला में एक रेम्प निर्माण के कार्य पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि रेम्प बनवाने की यहां कोई आवष्यकता नहीं है, इसके बाद भी यहां रेम्प बनवाया जा रहा है। उन्होंने इसके लिये उपयंत्री कु0 षषि सिंह परिहार पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि जरूरत न होने पर भी आपके द्वारा रेम्प निर्माण कराया जा रहा है, जो ठीक नहीं है। उन्होंने भविष्य में जरूरत के मुताबिक ही निर्माण कार्य कराये जाने के लिये उपयंत्री को हिदायत दी। कमिष्नर श्री माथुर ने ग्राम मुडवारा में पहुंचकर कपिल धारा कूप का निरीक्षण किया। यहां निरीक्षण के दौरान उन्होंने कपिल धारा कूप के एक हितग्राही से जानकारी ली कि आपको षासन द्वारा डीजल पम्प मिला या नहीं। हितग्राही ने कहा कि डीजल पम्प षासन द्वारा उपलब्ध कराया गया है। इससे उनकी फसलों की पैदावार अब पहले से कई गुना बढ़ गयी है। पहले एक ही फसल पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब सब्जी की खेती भी कर रहे हैं। हितग्राही ने बताया कि उसके द्वारा अब तक 1 लाख रूपये से अधिक की मिर्ची बाजार में विक्रय कर दी गई है। कमिष्नर श्री माथुर ने ग्राम पंचायत सहानियां के भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने भवन की गुणवत्ता एवं सौंदर्यता की प्रषंसा की। भ्रमण के दौरान कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर, सीईओ जिला पंचायत डाॅ. सतेन्द्र सिंह, एसडीएम नौगांव श्री एसएल प्रजापति सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

कमिष्नर ने की षासकीय योजनाओं एवं विकास कार्यों की समीक्षा, लापरवाही बरतने पर कार्यपालन यंत्री आरईएस को दी कार्यवाही की चेतावनी 

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छतरपुर/25 जून/सागर संभाग के कमिष्नर श्री आरके माथुर द्वारा कलेेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले में क्रियान्वित हो रहीं षासकीय योजनाओं एवं विकास कार्यों की समीक्षा की गई। उन्होंने कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा श्री अरूण कुमार दुबे से जिले में कराये गये विभिन्न निर्माण कार्यों के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान कमिष्नर श्री माथुर को ज्ञात हुआ कि कार्यपालन यंत्री श्री दुबे द्वारा माह अपै्रल एवं मई में किसी भी स्टाॅपडेम का उपयोगिता प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है। इसके बाबजूद भी कार्यपालन यंत्री श्री दुबे द्वारा कार्य पूर्ण होने की उन्हें जानकारी दी जा रही है। कमिष्नर श्री माथुर ने कहा कि कोई भी कार्य तभी पूर्ण माना जाता है, जब उसका उपयोगिता प्रमाण पत्र जारी हो जाये। उन्होंने कार्यपालन यंत्री श्री दुबे पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि आपके द्वारा माह अपै्रल एवं मई में कोई भी कार्य नहीं किया गया। जबकि यह समय निर्माण कार्योें को कराये जाने के लिये बहुत ही उपयोगी समय था। अब वर्षात आ गयी है और आप कार्य पूर्ण कराने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपके विरूद्ध निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने पर मेरे द्वारा सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बैठक में उपस्थित संयुक्त आयुक्त श्री राजेष राय को कार्यपालन यंत्री श्री दुबे के लिये नोटिस तैयार करने के निर्देष दिये। कमिष्नर श्री माथुर ने जिले में बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनवाये जाने की स्थिति की समीक्षा करते हुये कहा कि छतरुपर जिले में जाति प्रमाण पत्र लक्ष्य के मुताबिक बहुत कम संख्या में तैयार किये गये है। उन्होंनें कहा कि प्रदेष में छतरपुर जिले का 49 वां स्थान है, यह बहुत ही षर्म की बात है। उन्होंने जाति प्रमाण पत्र तेजी से बनवाये जाने के लिये सभी अनुविभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण पत्रों की स्थिति में यदि एक सप्ताह में सुधार नहीं ंहुओ तो अनुविभागीय अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने जिला षिक्षा अधिकारी एवं डीपीसी को भी इस संबंध में निर्देष दिये। कमिष्नर श्री माथुर ने स्कूल चलें हम अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष के प्रत्येक बच्चे का स्कूल में प्रवेष दिलाने के निर्देष दिये। उन्होंने जिला षिक्षा अधिकारी से जिले के षिक्षक विहीन स्कूलों में 30 जून तक षिक्षकों की व्यवस्था करने के निर्देष दिये। बैठक में जानकारी मिली कि जिले में 219 स्कूल षिक्षक विहीन हैं। इनमें 124 माध्यमिक षालायें एवं 95 प्राथमिक षालायें षामिल हैं। कमिष्नर श्री माथुर ने स्कूलों में अनुपस्थित रहने वाले षिक्षकों पर कार्यवाही करने के निर्देष दिये। उन्होंने ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय, स्वास्थ्य, उद्योग एवं वन विभाग सहित विभिन्न विभागों की योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंनें कहा कि सीएमएचओ द्वारा संस्थागत प्रसव कराने के लिये भरपूर प्रयास किये जायंे। उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाईन के प्रकरणों का तेजी से निराकरण करने के भी निर्देष दिये। बैठक में कलेक्टर डाॅ. मसूद अख्तर, वन संरक्षक श्री व्हीके नीमा, सीईओ जिला पंचायत डाॅ. सतेन्द्र सिंह, अपर कलेक्टर श्री एससी गंगवानी, संयुक्त संचालक स्कूल षिक्षा श्री वाई के यादव सहित विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (26 जून)

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कुएं में गैस से मृत्यु हो जाने पर किसान के परिवार को एक लाख रु. की सहायता राशि मंजूर
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किरनापुर तहसील के ग्राम किन्ही के किसान देवीलाल की कृषि कार्य के दौरान कुएं में लगे सिंचाई पंप को सुधारने कुंए में उतरने पर जहरीली गैस मृत्यु हो जाने के कारण कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना के अंतर्गत उसके वारिस पिता भोबेलाल को एक लाख रु. की सहायता राशि मंजूर की है। उप संचालक कृषि श्री राजेश त्रिपाठी ने बताया कि म.प्र. राज्य कृषि विपणन बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय जबलपुर से राशि प्राप्त होते ही भोबेलाल को एक लाख रु. की सहायता राशि प्रदान कर दी जायेगी। 

अंग्रेजी माध्यम की शासकीय माध्यमिक व प्राथमिक शाला में प्रवेश प्रारंभ, उत्कृष्ट की मा. एवंव डाईट व कुम्हारी की प्रा. शाला का चयन
म.प्र. शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुरूप बालाघाट विकासखंड में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई के लिए शिक्षा सत्र 2015-16 से तीन शालायें प्रारंभ की गई है। इनमें से एक माध्यमिक शाला और दो प्राथमिक शाला है। इन शालाओं में पढ़ने के इच्छुक विद्यार्थियों का प्रवेश प्रारंभ हो गया है। विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक श्री नरेन्द्र राणा ने बताया कि बालाघाट विकासखण्ड में शासन के निर्देशानुसार अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण के लिए माध्यमिक शाला उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट को चयनित किया गया है, जिसमें कक्षा 6 वी में प्रवेश जारी है।  जो भी अभिभावक अपने बच्चे को अग्रेजी माध्यम से पढाना चाहते है वे इसमें प्रवेश दिला सकते है। इसी क्रम में प्राथमिक शाला डाइट परिसर बालाघाट एवं प्राथमिक शाला कुम्हारी को अग्रेजी माध्यम से शिक्षण के लिए चयनित किया गया है, जिसमें कक्षा पहली में अग्रेजी माध्यम से पढने वाले छात्रो को प्रवेश दिया जा रहा है। अभिभावको से अपील की गई है कि इन संस्थाओ में अपने बच्चो को प्रवेश दिलायें और शासन की योजना का लाभ ले।

01 जुलाई से मध्यान्ह भोजन में बच्चों को दिया जायेगा मीठा सुगंधित दूध, दूध परिवहन के लिए परसवाड़ा एवं बिरसा में निविदा आमंत्रित
राज्य शासन द्वारा मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत शासकीय शालाओं में बच्चों को भोजन के साथ आगामी 01 जुलाई 2015 से मीठा सुगंधित दूध प्रदाय करने का निर्णय लिया गया है। शालाओं में बच्चों को मीठा सुगंधित दूध प्रदाय करने के लिए तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। इसी कड़ी में जनपद पंचायत परसवाड़ा एवं बिरसा द्वारा दूध पावडर के वितरण के लिए पंजीकृत परिवहर्नकत्ताओं से परिवहन की प्रति किलोमीटर प्रति क्विंटल न्यूनतम दर निर्धारित करने सीलबंद निविदायें आमंत्रित की गई है। सीलबंद निविदा आगामी 29 जून 2015 को दोपहर 3 बजे तक संबंधित जनपद पंचायत कार्यालय में जमा की जा सकती है। निविदा के साथ 5 हजार रु. की अमानत राशि भी जमा कराना होगा। निविदा 29 जून को ही अपरान्ह 4 बजे खोली जायेंगी। 

अवि प्रसाद ने सहायक कलेक्टर का कार्यभार संभाला
वर्ष 2014 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री अवि प्रसाद ने गत दिवस बालाघाट में सहायक कलेक्टर का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। भारतीय प्रशासनिक सेवा(आई.ए.एस.) में चयन होने के बाद श्री प्रसाद की यह प्रथम पदस्थापना है। 

आंगनवाड़ी कार्र्यकत्ता की अनंतिम चयन सूची जारी
एकीकृत बाल विकास परियोजना लालबर्रा द्वारा ग्राम अतरी के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक-02 में कार्र्यकत्ता के रिक्त पद की पूर्ति के लिए आवेदक महिलाओं की अनंतिम चयन सूची जारी कर दी गई है। इस अनंतिम चयन सूची पर आगामी 03 जुलाई 2015 तक दावे आपत्ति प्रस्तुत किये जा सकते है। ग्राम अतरी के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक-02 में कार्र्यकत्ता के लिए मीना हुमनेकर को प्रथम, संगीता मेश्राम को द्वितीय व सीमा हुमनेकर को तृतीय वरियता प्रदान की गई है। इस अनंतिम चयन सूची पर जिस किसी भी व्यक्ति को आपत्ति हो तो वे प्रमाण के साथ अपने दावे आपत्ति आगामी 03 जुलाई 2015 तक एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय लालबर्रा में कार्यालयीन समय में प्रस्तुत कर सकते है। समय सीमा में प्राप्त दावे आपत्तियों के निराकरण के बाद अंतिम चयन सूची जारी कर दी जायेगी। 

27 जून को नेशनल लोक अदालत का आयोजन, मोटर दुर्घटना एवं बीमा से संबंधित दावों का होगा निराकरण
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार सम्पूर्ण देश में दिनांक 27 जून 2015 को मोटर दुर्घटना दावा एवं बीमा से संबंधित क्षतिपूर्ति के प्रकरणों के लिए नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में इस नेशनल लोक अदालत में बालाघाट जिले में पक्षकारों के मोटर दुर्घटना से संबंधित क्षतिपूर्ति संबंधी विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन व प्रीलिटिगेशन के दावों का निराकरण पक्षकारों व संबंधित बीमा कम्पनी के मध्य आपसी राजीनामा के आधार पर किया जाएगा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि इन प्रकरणों के निराकरण के लिए बालाघाट जिला न्यायालय में लोक अदालत की एक खण्डपीठ पीठासीन अधिकारी श्री डी.के. त्रिपाठी अपर जिला न्यायाधीश की अध्यक्षता में तथा वारासिवनी तहसील न्यायालय में खण्डपीठ श्री पी.के. निगम अपर जिला न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित की गई हैं। जिले की आम जनता व पक्षकारों से अपील की गई है कि वे 27 जून की नेशनल लोक अदालत में मोटर दुर्घटना से संबंधित क्षतिपूर्ति के दावों का शीघ्र निराकरण किए जाने के लिए अपनी सहमति संबंधित न्यायालय में प्रस्तुत करें। लोक अदालत में पक्षकारों के दावे उनके निवेदन पर राजीनामा हेतु रखे जा सकते हैं। पक्षकार इसके लिए संबंधित न्यायालय में जाकर पीठासीन अधिकारी से निवेदन कर सकते हैं और दिनांक 20 जून 2015 को न्यायालय में आयोजित प्री-सीटिंग में उपस्थित होकर अपने प्रकरण में राजीनामा की बातचीत संबंधित प्रतिवादी बीमा कम्पनी से कर सकते हैं। लोक अदालत में प्रकरण का निराकरण आपसी सहमति से स्वेच्छापूर्वक बिना किसी खर्च के हो जाता है व पक्षकारों को तत्काल क्षतिपूर्ति राशि प्राप्त हो जाती है। लोक अदालत का निर्णय अंतिम होता है, जिसके विरूध्द कोई अपील आदि संधारित नहीं होती है। अत: पक्षकार अपने प्रकरणों का त्वरित निराकरण एवं शीघ्र न्याय की प्राप्ति के लिए नेशनल लोक अदालत में आकर इस सुनहरे अवसर का लाभ उठा सकते है।

पिछड़े वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति के प्रस्ताव भेजने की तिथि 30 जून तक बढ़ी
राज्य शासन ने पिछड़े वर्ग के  छात्र-छात्राओं को पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति देने के लिये भेजे जाने वाले प्रस्ताव की तिथि 30 जून तक बढ़ा दी है। इस संबंध में सभी शिक्षण संस्थाओं को आदेश जारी कर दिये गये हैं। पूर्व में पिछड़े वर्ग की छात्रवृत्ति के प्रस्ताव भेजने की तिथि 22 जून तय की गई थी। अपरिहार्य कारणों से संस्थाओं द्वारा अनेक छात्र-छात्राओं के प्रस्ताव पिछड़ा वर्ग संचालनालय को नहीं भेजे जा सके थे। शासन ने नये आदेश जारी कर छात्रवृत्ति के लंबित प्रकरण 30 जून तक अनिवार्य रूप से भेजने के निर्देश सभी शिक्षण संस्थाओं को दिये हैं। इन प्रकरणों की स्वीकृति और अस्वीकृति की तारीख 7 जुलाई तय की गई है।

नवीन मान्यता या नवीनीकरण के लिए 30 जून तक करना होगा आनलाईन आवेदन
प्रदेश शासन द्वारा अशासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल को नवीन मान्यता या मान्यता नवीनीकरण के लिए आनलाईन आवेदन की प्रक्रिया चालू शैक्षणिक सत्र से प्रारंभ की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस.पी. लाल ने जिले में संचालित समस्त अशासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के संचालकों को निर्देशित किया है कि वे मान्यता की नवीन प्रक्रिया के अनुसार म.प्र. आनलाईन के पोर्टल पर आवेदन 30 जून 2015 तक अनिवार्य रूप से करें। अशासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के संचालकों से कहा गया है कि मान्यता के लिए आनलाईन आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून तक आवेदन नहीं करने पर उनके स्कूल को मान्यता प्रदान नहीं की जायेगी। 

जिले में 191 मि.मी. वर्षा रिकार्ड, बालाघाट तहसील में सबसे अधिक 273 मि.मी. वर्षा 
जिले में चालू वर्षा सत्र के दौरान एक जून से 26 जून 2015 तक 191 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 111 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1447 मि.मी. है। चालू वर्षा सत्र में अब तक सबसे अधिक 273 मि.मी. वर्षा बालाघाट तहसील में तथा सबसे कम 118 मि.मी. वर्षा वारासिवनी तहसील में रिकार्ड की गई है। चालू वर्ष में कटंगी तहसील में 259 मि.मी., बैहर में 160 मि.मी. एवं लांजी तहसील में 147 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। 26 जून को प्रात: 8 बजे समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान बालाघाट तहसील में 8 मि.मी., वारासिवनी में 7 मि.मी., बैहर में 10 तथा कटंगी तहसील में 4 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है।

बड़वानी (मध्यप्रदेश) की खबर (26 जून)

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अपने परिवार के शत प्रतिशत ईपिक को आधार नम्बर से लिंक कराने वाले विद्यार्थी होंगे पुरस्कृत

बड़वानी 26 जून/ईपिक को आधार कार्ड नम्बर तथा मोबाईल नम्बर से लिंक कराने हेतु चलाये जा रहे अभियान में मिडिल, हाई, हायर सेकेण्डरी तथा महाविद्यालयीन विद्यार्थियो को प्रोत्साहित किया जाये कि वे अपने परिवार तथा आसपास रहने वाले लोगो के अधिक से अधिक जानकारी एकत्रित कर उक्त कार्य करवाये। जिससे श्रेष्ठ कार्य करने वाले विद्यार्थियो का नाम भारत निर्वाचन आयेाग की आयोजित प्रतियोगिता में सम्मिलित करने हेतु भेजा जा सके। इस कार्य में उन शिक्षको को भी पुरस्कृत किया जायेगा, जिन्होने इस हेतु अधिक से अधिक विद्यार्थियो को प्रोत्साहित कर उनसे श्रेष्ठ कार्य को अंजाम दिलवाया होगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. अभयसिंह खरारी ने जिले के समस्त मिडिल स्कूल एवं उससे उपर की शिक्षण संस्थानो के पदाधिकारियो को परिपत्र भेजकर निर्देशित किया है कि आयोग की मंशानुसार अपने यहां दर्ज विद्यार्थियो को उक्त योजना की समुचित जानकारी दे। साथ ही विद्यार्थियो द्वारा एकत्रित जानकारी को ूूूण्दअेचण्पद पर उपलब्ध लिंक पर अपलोड भी करवाये। जिससे इस कार्य को सफलतापूर्वक एवं शत प्रतिशत परिणाम देने वाले प्रधानाध्यापक/प्राचार्य एवं छात्र/छात्रा को आयोग की योजना के अंतर्गत पोर्टल पर उपलब्ध प्रतियोगिता लिंक के माध्यम से नामांकित किया जा सके तथा गणतंत्र दिवस, राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर इनको प्रशंसा पत्र एवं आयोग के निर्देशानुसार पुरस्कार भी प्रदान किया जा सके। 

जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक 17 को

बड़वानी 26 जून/जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक 17 जुलाई को दोपहर 12.30 बजे से आयोजित की गई है। जिला पंचायत सभागृह बड़वानी में होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति लतादेवी रावत द्वारा की जायेगी। जिला पंचायत के सीईओ मालसिंह से प्राप्त जानकारी अनुसार इस बैठक में विभिन्न योजनाओ के तहत वन विभाग, आदिवासी विकास विभाग, विद्युत विभाग के कार्यो की भी समीक्षा की जायेगी। उन्होने समस्त विभागो के जिला अधिकारियो को आयोजित किया है कि बैठक में समुचित जानकारी के साथ स्वयं उपस्थित रहे, प्रतिनिधि मान्य नही किया जायेगा। 

तालाब में मछलीपालन हेतु दिये जाने वाले पट्टे के लिए आवेदन आमंत्रित 

बड़वानी 26 जून/जनपद पंचायत राजपुर अंतर्गत तालाब ठान क्रमांक 1 एवं तालाब सांगवीठान क्रमांक 2 को मछली पालन हेतु 10 वर्षीय दिये जाने वाले पट्टे के लिए आवेदन 10 जुलाई की शाम 5.30 बजे तक जनपद पंचायत कार्यालय राजपुर में आमंत्रित किये गये है। जनपद पंचायत सीईओ से प्राप्त जानकारी अनुसार तालाब का पट्टा दिये जाने में पंजीकृत मत्स्यउद्योग सहकारी संस्था, मछुआ समूह मछुओ व्यक्ति को प्राथमिकता प्रदान की जायेगी। निर्धारित तिथि के पश्चात् प्राप्त होने वाले आवेदनो पर कोई विचार नही किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए जनपद पंचायत कार्यालय राजपुर में कार्यालयीन अवधि में सम्पर्क किया जा सकता है। 

महिला एवं बाल विकास की सुपवाईजर हुई निलम्बित

बड़वानी 26 जून/कलेक्टर रविन्द्रसिंह ने कार्य में लापरवाही पर एकीकृत बाल विकास सेवा परियोजना पानसेमल की सुपरवाईजर श्रीमति मधुबाला चतुर्वेदी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। एकीकृत बाल विकास सेवा की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमति रत्ना शर्मा से प्राप्त जानकारी अनुसार कलेक्टर ने उक्त कार्यवाही अधिकारियो के निरीक्षण के दौरान सुपरवाईजर के प्रभार की 10 आंगनवाडि़यो में से 6 को बंद पाई जाने, किसी भी केन्द्र पर 1 भी बच्चा उपस्थित नही होने एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ से रिकार्ड का संधारण नही करवाये जाने, आंगनवाड़ी केन्द्रो का नियमित निरीक्षण नही करने तथा समूहो को अनुचित रूप से लाभ पहुंचाने, पर्यवेक्षक सेक्टर मुख्यालय पर निवास नही करने पर किया है। 

जिले में भी विश्व जनसंख्या दिवस से प्रारंभ होगा, एक माह का जनसंख्या स्थिरता अभियान

बड़वानी 26 जून/विश्व जनसंख्या दिवस पर 11 जुलाई से जिले में भी जनसंख्या स्थिरता माह प्रारंभ होगा। इसके तहत अधिक से अधिक लोगो को प्रोत्साहित किया जायेगा कि वे परिवार नियोजन के स्थाई साधन अपनाये। जिससे उनका परिवार भी सिमित रह सके। जिले के वासी इस अभियान में अधिक से अधिक योगदान दे सके, इसके लिए जगह-जगह परिवार नियोजन आपरेशन शिविरो का भी आयोजन किया जायेगा। कलेक्टर रविन्द्रसिंह ने इन शिविरो की तिथि का पूर्व निर्धारण कर अधिक से अधिक आपरेशन इन शिविरो में करवाने के निर्देश चिकित्सा अधिकारी को दिये है। ज्ञातव्य है कि शासन नसबंदी आपरेशन करवाने वाले पुरूष को 2 हजार रुपये, महिला को प्रसव के 7 दिवस में नसबंदी आपरेशन करवाने पर 22 सौ रुपये तथा सामान्य आपरेशन करवाने वाली महिला को 14 सौ रुपये देती है, जबकि प्रेरक को 2 सौ से 3 सौ रुपये तक की राशि दी जाती है। अगर हम इसको विभिन्न योजनाओ के तहत मिलने वाले लाभो के साथ जोड़कर देखे तो यदि कोई महिला प्रसवोपरांत सात दिवस के अंदर नसबंदी कराती है तो उसे मिलने वाली राशि 22 सौ के साथ जननी सुरक्षा के अंतर्गत ग्रामीण महिला को 14 सौ रुपये शहरी महिला को 1 हजार रुपये एवं प्रसूति अवकाश सहायता के अंतर्गत महिला/पुरूष कुल राशि रुपये 10 हजार 2 सौ प्राप्त होंगे। इस प्रकार हितग्राही महिला को कुल राशि 13 हजार 800 रुपये ग्रामीण क्षेत्र में एवं 13 हजार 400 सौ रुपये शहरी क्षेत्र में नियमानुसार देय होते है। 

नसबंदी आपरेशन शिविर लगेंगे यहां
जिले में नसबंदी आपरेशन करने हेतु 11 जुलाई को बड़वानी, दवाना में, 13 जुलाई को बड़वानी, पाटी में, 15 जुलाई को राजपुर, सेंधवा में, 16 जुलाई को बड़वानी, पानसेमल और निवाली में, 18 जुलाई को बड़वानी, दवाना में, 20 जुलाई को बड़वानी, पाटी में, 22 जुलाई को राजपुर, सेंधवा में, 23 जुलाई को बड़वानी, पानसेमल और निवाली में, 25 जुलाई को बड़वानी, दवाना में, 27 जुलाई को बड़वानी, पाटी में, 29 जुलाई को राजपुर, सेंधवा में, 30 जुलाई को बड़वानी, पानसेमल, निवाली में, 1 अगस्त को बड़वानी, दवाना में, 3 अगस्त को बड़वानी, पाटी में, 5 अगस्त को राजपुर, सेंधवा में, 6 अगस्त को बड़वानी, पानसेमल, निवाली में, 8 अगस्त को बड़वानी, दवाना में, 10 अगस्त को बड़वानी, पाटी में शिविर लगाया जायेगा। 

जिला चिकित्सालय में रोगियो को बेहतर सुविधा मिले, इसके लिए बनवाया जायेगा मास्टर प्लान-कलेक्टर

barwani news
बड़वानी 26 जून/जिला चिकित्सालय के समस्त वार्डो, इमरजंेसी सेवाओ हेतु निर्धारित कक्षो को वातानुकूल बनाने में आ रही विद्युत लोड की समस्या को दूर करवाने के लिए अस्पताल परिसर में पृथ्क से ट्रांसफार्मर लगोन का प्राकलन विद्युत विभाग के माध्यम से तैयार करवाया जायेगा। तत्पश्चात् आवश्यक राशि शासन स्तर से या रोगी कल्याण समिति तथा जनभागीदारी मद से दी जायेगी। जिससे रोगियो को और बेहतर सुविधा मिल सके। शुक्रवार को कलेक्टर रविन्द्रसिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला रोगी कल्याण समिति की बैठक में उक्त निर्णय सर्व सहमति से किया गया। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रजनी डाबर, सिविल सर्जन एवं रोगी कल्याण समिति के सचिव डाॅ. एएस विश्नार, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण जीपी पटेल, कार्यपालन यंत्री विद्युत श्री पटेल, आरएमओ डाॅ. जोसेफ सुल्या, समिति के अशासकीय सदस्य रमेश शर्मा, राधेश्याम जाट सहित विभागो के प्रभारी चिकित्सक उपस्थित थे। बैठक के दौरान जिला चिकित्सालय में पूर्व में करवाये गये कार्यो पर हुए व्यय का अनुमोदन भी किया गया। साथ ही पूर्व के निर्णय पर प्रस्तुत पालन प्रतिवेदन की भी समीक्षा की गई। 

बैठक में लिये गये निर्णय
जिला चिकित्सालय में सतत् चल रहे कार्यो व भविष्य में होने वाले निर्माण कार्यो को व्यवस्थित करने के लिए सम्पूर्ण परिसर का मास्टर प्लान तैयार करवाया जाये। इसके लिए राज्य स्तरीय समाचार पत्र में विज्ञप्ति का प्रकाशन करवाया जाये। जिससे बेहतर आर्किटेक की सुविधा मिल सके। जिला चिकित्सालय में स्थापित 10 रूम के प्रायवेट वार्ड के दो रूम को एसी व टीवी युक्त करवाया जाये साथ ही इस रूम का शुल्क प्रतिदिन 400 रुपये रखा जाये। निर्माणाधीन ट्रामा सेंटर सहित अन्य निर्माण कार्य तत्काल पूर्ण करवाये जाये, जिससे आमजन को इनकी सुविधा जल्दी मिल सके। महिला चिकित्सालय के नवीन भवन में बने रेम्प के किनारे रेलिंग लगवाई जाये। महिला विंग में प्रायवेट वार्ड प्रारंभ करने हेतु जगह का चयन किया जाये। जिससे इस विंग में भी प्रायवेट वार्ड की सुविधा प्रारंभ हो सके। सोनोग्राफी सुविधा का लाभ बेहतर तरीके से रोगियो को मिल सके। इसके लिए एक ओर चिकित्सक को प्रशिक्षण देने या प्रशिक्षित चिकित्सक पदस्थ करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाये। सम्पूर्ण जिला चिकित्सालय में सेन्ट्रल आक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था हो, इसका प्लान बनाकर शासन को भेजा जाये। आपरेशन थियेटर की खराब हो रही विद्युत वायरिंग को तत्काल बदलवाया जाये। अस्पताल परिसर में संचालित हो रहे लोक सेवा केन्द्र को बन गये नये भवन में तत्काल भिजवाया जाये। साथ ही रिक्त होने वाले भवन को आई वार्ड के रूप में स्थापित करवाया जाये। नेत्र विभाग की ओटी को दुरस्त करवाया जाये। जिससे रोगियो को ओर बेहतर सुविधा मिल सके। जिला चिकित्सालय में स्थापित एसटीडी कक्ष को पुलिस चैकी के रूप में परिवर्तित करवाया जये। जिससे पुलिस चैकी परिसर के मध्य में संचालित हो सके। कैंसर की दवाईयां उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। जिससे कैंसर में प्रशिक्षित डाॅक्टर की बेहतर सुविधा रोगियो को मिल सके। जिला चिकित्सालय परिसर में स्थापित विभिन्न जनरेटर को यदि संबंधित कम्पनी आटो स्वीच नही कर रही है तो यह कार्य टेण्डर जारी कर करवाया जाये। जो जांच जिला चिकित्सालय में नही हो रही है, उन्हे प्रायवेट में करवाने हेतु विज्ञप्ति का प्रकाशन करवाया जाये। जिला चिकित्सालय में बन रहे ट्रामा सेंटर की दीवार के सहारे प्रायवेट व्यक्ति द्वारा रखी गई लोहे की जालियो व अन्य सामान को नगर पालिका के माध्यम से तत्काल हटवाया जाये। यदि संबंधित पार्टी सहयोग प्रदान नही करती तो नगर पालिका इन सामग्री को तत्काल जब्त करे। जिससे कोई घटना दुर्घटना न होने पाये। 

आज शनिवार को आयोजित होगी नेशनल लोक अदालत

बड़वानी 26 जून/राष्ट्रीय तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर प्रत्येक माह आयोजित होने वाली नेशनल लोक अदालतो की श्रृंखला में इस शनिवार 27 जून को आयोजित लोक अदालत में मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा के प्रकरणो का निराकरण किया जायेगा। इसके लिए जिला सत्र न्यायाधीश आरके श्रीवास्तव ने बड़वानी में प्रथम अपर जिला न्यायाधीश कुमारी साधना माहेश्वरी की खण्डपीठ तथा सेंधवा में अपर जिला न्यायाधीश रमेश मावी की खण्डपीठ का गठन किया है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं न्यायाधीश संजय कुमार गुप्ता से प्राप्त जानकारी अनुसार जिला न्यायालय बड़वानी के लिए गठित पीठ में सभी राष्ट्रीकृत बीमा कम्पनियो एवं प्रायवेट बीमा कम्पनियो के कुल 440 प्रकरणो को ताि व्यवहार न्यायालय सेंधवा के लिए गठित पीठ में सभी राष्ट्रीकृत एवं प्रायवेट बीमा कम्पनियो के 180 प्रकरणो को सुलह समझौते के आधार पर निराकरण हेतु रखा गया है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बड़वानी श्री आरके श्रीवास्तव ने बताया है कि उपरोक्तानुसार सभी प्रकरणो में पक्षकारो को सूचना पत्र जारी किये जा चुके है। बीमा कम्पनियो एवं उनके अधिवक्ताओ तथा अधिकांश पक्षकारो के अधिवक्ताओ के साथ प्रीसीटिंग भी सम्पन्न हो चुकी है, फिर भी किन्ही पक्षकारो को यदिसमय रहते सूचना पत्र प्राप्त नही होता है तो ऐसे पक्षकार अपने-अपने अधिवक्ता से संपर्क कर एवं उनसे चर्चा कर लोक अदालत पीठ के समक्ष उपस्थित होकर अपने प्रकरणो का निराकरण सुलह एवं समझौते के आधार पर करा सकते है। 

अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति हेतु आवेदन आमंत्रित

बड़वानी 26 जून/भारत सरकार की अल्पसंख्यक कल्याण छात्रवृत्ति योजना हेतु मुस्लिम, इसाई, सिक्ख, बौद्ध, पारसी एवं जैन समुदाय के विद्यार्थी भी आवेदन कर सकते है। प्री मेट्रिक के पात्र विद्यार्थी अपने आवेदन 20 जुलाई तक अपनी संस्था में तथा 25 जुलाई तक सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण में जमा कर सकते है। अंतिम तिथि के पश्चात आवेदन स्वीकार नही किये जायेंगे। इस वर्ष पोस्ट मेट्रिक एवं मेरिट कम मींस के साथ ही कक्षा 9वीं एवं कक्षा 10वीं के आवेदन भी आनलाईन भरे जायेंगे। आवेदन पत्र विभाग की वेबसाईट इमूमसंितमण्उचण्दपबण्पद से डाउनलोड किये जा सकते है।   सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण एसएल सोलंकी से प्राप्त जानकारी अनुसार पोस्ट मेट्रिक एवं मेरिट कम मींस छात्रवृत्ति हेतु ेबीवसंतेीपचण्हवअण्पद पर आनलाईन आवेदन करना है। पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति हेतु नवीन विद्यार्थी अपना आवेदन 15 सितम्बर तक एवं नवीनीकरण वाले विद्यार्थी 10 अक्टुबर तक आन लाईन आवेदन कर सकते है। मेरिट कम मींस छात्रवृत्ति हेतु नवीन विद्यार्थी 30 सितम्बर तक तथा नवीनीकरण वाले विद्यार्थी 15 नवम्बर तक आन लाईन आवेदन कर सकते है। आनलाईन आवेदन करने के पश्चात उसकी हार्ड कापी सहायक संचालक पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण के कार्यालय में अनिवार्य रूप से जमा कराये। उन्होने बताया कि आवेदनो की बारिकियो से संस्था प्रमुखो को अवगत कराने हेतु 28 जून को प्रातः 11 बजे से उत्कृष्ट विद्यालय सेंधवा में तथा 29 जून को दोपहर 1 बजे से डाईट बड़वानी में बैठक का आयोजन किया गया है। सेध्ंावा की बैठक में विकासखण्ड निवाली, पानसेमल सेंधवा के तथा बड़वानी में आयोजित बैठक में विकासखण्ड राजपुर, पाटी, ठीकरी एवं बड़वानी के संस्था प्रमुख भाग ले सकेंगे। 

टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश) की खबर (26 जून)

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मतदाता वोटर आई.डी. से मोबाईल नंबर एवं आधार कार्ड लिंक करायें,  कलेक्टर ने की अपील 

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टीकमगढ़, 26 जून 2015। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री केदार शर्मा ने जिले के समस्त मतदाताओं से अपील की है कि वह अविलंब अपने बीएलओ से संपर्क कर परिवार के समस्त मतदाताओं के आधार कार्ड की जानकारी उपलब्ध करायें अथवा संबंधित तहसील कार्यालय में यह जानकारी सीधे उपलब्ध कराये हैं। साथ ही आधार कार्ड नहीं होने पर ड्राईविंग लायसेंस/पेनकार्ड को लिंक कराया जा सकता हैं। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी म.प्र. भोपाल की वेबसाईट पर बने लिंक में जाकर मतदाता स्वयं आधार एवं मोबाईल नंबर की जानकारी लिंक करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त जिन मतदाताओं के वोटर आर्डडी में अशुद्धियां हैं, जैसे कि फोटो स्पष्ट नहीं हैं अथवा जन्म तिथि, उम्र सही अंकित नहीं है, के सुधार बाबत् रंगीन फोटोग्राफ सहित आवेदन पत्र संबंधित बीएलओ को उपलब्ध करायें। मतदाता आधार नम्बर मतदाता सूची में ज¨ड़ने के लिये वेबसाइट लिंक पर जाकर प्रदेश के 62690 बूथ लेवल अधिकारिय¨ं से अपने क्षेत्र के बीएलअ¨ क¨ जानें एवं उसे अपना आधार व म¨बाइल नम्बर प्रदान कर मतदाता सूची में लिंक कराया जा सकता है। इसी प्रकार मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश की वेबसाइट पर बने लिंक में जाकर स्वयं आधार एवं म¨बाइल नम्बर की जानकारी भरें। काॅल सेंटर निःशुल्क फ¨न नम्बर 1950 पर संपर्क कर आधार एवं म¨बाइल नम्बर जुड़वायें। साथ ही 51969 पर  निःशुल्क एस.एम.एस. भेजकर भी आधार एवं म¨बाइल नंबर जुड़वाये जा सकते हैं। मतदाता अपने व¨टर आईडी नम्बर, आधार नम्बर एवं म¨बाइल नम्बर की जानकारी अपने जिले एवं विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सहायता केन्द्र पर देकर भी लिंक करा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत त्रुटि-रहित मतदाता सूची तैयार करने के लिये वोटर आईडी से मोबाईल नंबर एवं आधार कार्ड को लिंक करने एवं मतदाता सूचियों को शुद्ध एवं प्रमाणिक किये जाने हेतु कार्यवाही प्रारंभ है। इस कार्य के लिये जिले में कुल 1181 बीएलओ नियुक्त किये गये हंै जो संबंधित अनुविभागीय अधिकारी एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के मार्गदर्शन में कार्य कर रहे हैं। भारत निर्वाचन आय¨ग द्वारा त्रुटि रहित मतदाता सूची तैयार करने के लिये मतदाताअ¨ं के आधार नम्बर, म¨बाइल नम्बर क¨ व¨टर आईडी के साथ ज¨ड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। मतदाता निःशुल्क फ¨न नम्बर 1950 पर संपर्क कर तथा 51969 पर एसएमएस भेजकर नाम जुड़वा सकता है। सभी मतदाताअ¨ं के व¨टरकार्ड क¨ अब आधारकार्ड व म¨बाइल नम्बर के साथ ज¨ड़ा जायेगा। इससे मतदाता से संबंधित जानकारी एक ही साॅफ्टवेयर ईआरएमएस में दर्ज ह¨ जायेगी। इसके लिये सभी बीएलअ¨ क¨ अपने क्षेत्र के मतदाताअ¨ं की जानकारी संकलित कर वेण्डर के माध्यम से लिंक कराने के निर्देश दिए गए हैं।

मतदाता सूची का डाटा पूर्णतः सुरक्षित, मतदाता सूची में संशोधन का कार्य जारी 

टीकमगढ़, 26 जून 2015। अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री शिवपाल सिंह ने बताया है कि राजस्थान पात्रिका में 24.6.2015 को प्रकाशित समाचार पत्र जिसमें ’’चुनाव आयोग के सर्वर का डाटा क्रेश ’’ के हेडिंग से समाचार प्रकाशित हुआ है जिसमें डाटा पूरी तरह से नष्ट होना उल्लेखित किया गया है। यह समाचार सही नहीं है। वस्तुस्थिति यह है कि मतदाता सूची का डाटा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) परिसर स्थिति सर्वर पर रखा हुआ था। तकनीकी खराबी से हार्ड डिस्क खराब हो जाने से वह डाटा रिकवर नहीं हुआ था। मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्राॅनिक्स डेवलमेंट काॅर्पोंरेशन लिमिटेड जो राज्य स्तरीय संस्था के रूप में कार्य कर रहा है। उसके द्वारा मतदाता सूची का डाटा बैक-अप के रूप में रखा गया था। वह डाटा अपलोड किया जा चुका है तथा मतदाताओं का डाटा सुरक्षित रूप से स्टेट डाटा सेंटर में रखा हुआ है। साथ ही प्रतिदिन प्राप्त होने वाले दावे/आपत्तियों/नाम जोड़ने/हटाने/संशोधन इत्यादि के आवेदनों पर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। तकनीकी खराबी होने के कारण हार्ड डिस्क खराब हुई थी। डाटा पूर्ण रूप से सुरक्षित है जो मतदाता सूची के सर्वर पर अपलोड किया गया है तथा ईआरएमएस का कार्य सुचारू रूप से संचालित हो रहा है। वस्तुस्थिति की तथ्यात्मक जानकारी जनता के लिये दी जा रही है।

विशेष लोक अदालत आज

टीकमगढ़, 26 जून 2015। राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देषानुसार नवम्बर एवं दिसंबर 2015 माह में आयोजित होने वाली नेषनल लोक अदालत में ज्यादा से ज्यादा प्रकरणों का निराकरण संपन्न हो सके, इस हेतु सभी जिलो में प्रत्येक माह विषेष विषय पर लोक अदालतें आयोजित की जायेगी। इसी क्रम में निर्धारित कैलेण्डर अनुसार टीकमगढ़ जिले में भी प्रत्येक माह विषेष विषय पर लोक अदालतें आयोजित की गई। इसी क्रम में 27 जून 2015 को बीमा क्लेम संबंधी विशेष लोक अदालत का आयोजन किया जायेगा। सभी संबंधितों को समझाईश दी गई है कि वे अपने प्रकरणों का इस लोक अदालत के माध्यम से निराकरण करायें।

मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत आवेदन आमंत्रित

टीकमगढ़, 26 जून 2015। संयुक्त कलेक्टर श्री एस.एल. सोनी ने बताया कि मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत यात्रा 26 जुलाई 2015 को रामेश्वरम् जाना प्रस्तावित हैं। उन्होंने निर्देशित किया है कि सभी तहसीलदार रामेश्वरम् यात्रा हेतु अपने क्षेत्रांतर्गत ग्राम में मुनादी/प्रचार-प्रसार करें एवं 16 जुलाई 2015 तक इस यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के आवेदन पत्र प्राप्त करें। प्राप्त आवेदन पत्रों की जांच कर निर्धारित प्रपत्र में सूची तैयार कर जिला कार्यालय को भिजवायें। शासन के नियमानुसार तीर्थयात्री अपने जीवन काल में एकवार ही यात्रा का लाभ ले सकेंगा।

शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के पंजीकरण हेतु , एम.पी. आॅनलाईन का विशेष पोर्टल

टीकमगढ़, 26 जून 2015। जिला रोजगार अधिकारी ने बताया है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों को पंजीकरण करने के लिये म0प्र0 व्यावसायिक परीक्षा मण्डल भोपाल द्वारा एम.पी. आॅनलाईन विशेष पोर्टल से निःशक्तजन को अपना पंजीयन शीघ्र कराने हेतु जिले के समस्त शारीरिक रूप से विकलांग (अस्तिबाधित/दृष्टि बाधित एवं श्रवण बाधिक) व्यक्तियों को सूचित किया गया है। जिले में पंजीकृत संस्थाओं से विकलांगों के लिये विशेष पोर्टल पर एम.पी. आॅनलाईन से संपर्क कर पंजीयन करायें, जिससे निःशक्त व्यक्त्यिों को शासकीय नौकरियों एवं अन्य सुविधाओं में रोजगार संबंधि लाभ दिया जा सके। निःशक्तजन व्यक्ति अपना पंजीयन शीघ्र करायें ताकि शासन स्तर से निःशक्तजनों को सुविधायें दी जा सके। इन संस्थाओं से निःशक्तजन अपना पंजीयन करा सकते हैं। इनमें श्री योगेश तिवारी आॅनलाईन पंडित स्टूडियों सिंधी धर्मशाला टीकमगढ़, श्री बिहारी लाल अग्रवाल, अग्रवाल स्टेशनरी स्टोर गांधी चैक एम.पी. आॅनलाईन संेटर टीकमगढ़, श्री नरेंद्र कुमार जैन, शिशु निकेतन एम.पी. आॅनलाईन किले का मैदान टीकमगढ़, श्री अंकिता गुप्ता, निधि टेªडर्स, मैन मार्केट एम.पी. आॅनलाईन निवाड़ी, श्री बृजेश दुबे, दुबे आॅनलाईन सेंटर पृथ्वीपुर, श्री रिजवान खान यूनाईटेड कम्प्यूटर सेंटर मेन मार्केट जतारा, श्री कमल किशोर अहिरवार, अंकित कम्प्यूटर सेंटर ओरछा तथा श्री के.के. त्रिपाठी, एम.पी. आॅनलाईन बड़ा बस स्टेंड पलेरा जिला टीकमगढ़ शामिल है।

135वीं रक्षा पेंशन अदालत इंदौर में सितंबर 2015 को

टीकमगढ़, 26 जून 2015। जिले के सभी भूतपूर्व सैनिकों और उनकी विधावाओं को सूचित किया गया हैं कि माह सितंबर 2015 में रक्षा मंत्रालय नई दिल्ली के अधीन प्रधान नियंत्रण, रक्षा लेखा (पेंशन) इलाहाबाद द्वारा इंदौर (म.प्र.) में रक्षा पेंशन अदालत का आयोजन होगा। इसमें म.प्र. के भूतपूर्व सैनिकों एवं समस्त पेंशनर की पेंशन संबंधी शिकायत का निराकरण किया जायेगा। सभी संबंधित पेंशन संबंधी समस्त दस्तावेजों के साथ इस अदालत में उपस्थित हो कर अपनी समस्याओं का निराकरण करा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिये दूरभाष नं. 9415145879 पर संपर्क कर सकते है।

भूतपर्वू सैनिकांे के लिये प्रतिनियुक्ति पर पदस्थापना 

टीकमगढ़, 26 जून 2015। जिले के सभी भूतपूर्व सैनिकों को सूचित किया गया है कि मंडला जिले में नक्सलवाद एवं आतंकवाद उन्मूलन कार्य में लगे पुलिस जवानों को विशेष प्रशिक्षण देने के लिये सीआईजेडब्ल्यू स्कूल की स्थापना की गई है। इसमें निर्धारित पदों के लिये भूतपूर्व सैनिको की आवश्यकता है। इच्छुक भूतपूर्व सैनिक अधिक जानकारी हेतु दूरभाष क्र. 0755-2671361 पर संपर्क कर सकते है। तदनुसार आरक्षक (जी.डी.), आरक्षक (चालक टेªडमेन), प्रधान आरक्षक, सेक्सन कमांडर, पीसी, सीसी, सहायक सेनानी तथा उप सेनानी के पद हेतु आवेदन आमंत्रित किये गये हैं।

लेखन सामग्री खरीदी हेतु निविदा आमंत्रित

टीकमगढ़, 26 जून 2015। कलेक्टर कार्यालय, टीकमगढ़ द्वारा वित्तीय वर्ष 2015-16 हेतु अप्रैल 2015 से मार्च 2016 तक के लिये लेखन सामग्री की खरीदी हेतु निर्धारित सूची अनुसार निविदा आमंत्रित की गई है। इस हेतु इच्छुक लोगों के सीलबंद लिफाफे 27 जून 2015 तक नमूना सहित दोपहर 2 बजे तक कलेक्टर कार्यालय में प्रभारी अधिकारी स्टेशनरी द्वारा प्राप्त किये जायेंगे। उपरोक्त तिथि एवं समय के पश्चात प्राप्त होने वाली निविदायें मान्य नहीं की जायेंगी। निविदा उसी दिन अपर कलेक्टर टीकमगढ़ एवं प्रभारी अधिकारी लेखन सामग्री जिला कार्यालय द्वारा खोली जायेगी। इस संबंध में विस्तृत जानकारी कार्यालयीन समय में प्राप्त की जा सकती है।

दावे आपत्ति आमंत्रित

टीकमगढ़, 26 जून 2015। परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना टीकमगढ़ (ग्रामीण) ने बताया है कि एकीकृत बाल विकास परियोजना टीकमगढ़ (ग्रामीण) अंतर्गत रिक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के अनंतिम चयन हेतु अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इसमें आगंनवाड़ी केंद्र पहाड़ी तिलवारन में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हेतु श्रीमती रक्षा देवी अहिरवार पति श्री राकेश अहिरवार का अनंतिम चयन किया गया। अनंतिम सूची प्रकाशन पर 2 जुलाई 2015 तक कार्यालयीन समय तक दावे/आपत्ति आमंत्रित की गई है। दावा/आपत्तिकर्ता अपनी आपत्ति प्रमाण सहित बाल विकास परियोजना टीकमगढ़ (ग्रामीण) में प्रस्तुत कर सकते है।

संस्था में प्रवेश अब 30 जून तक

टीकमगढ़, 26 जून 2015। अर्हकारी परीक्षा के आधार पर प्रथम चरण में डिप्ल¨मा नाॅन-पीपीटी पाठ्यक्रम एकलव्य-अम्बेडकर य¨जना में आवंटित अभ्यर्थिय¨ं के लिए संस्था में प्रवेश प्राप्त करने की अंतिम तिथि में वृद्धि की गयी है। अब 30 जून, 2015 सायं 5 बजे तक विद्यार्थी संस्था में प्रवेश ले सकते हैं। 

आज की औसत वर्षा

टीकमगढ़, 26 जून 2015। अधीक्षक भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज जिले की औसत वर्षा 2.0 मि.मी. दर्ज की गयी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज वर्षामापी केन्द्र टीकमगढ़ में 1.0 मि.मी., बल्देवगढ़ में 0 मि.मी., जतारा में 0 मि.मी., पलेरा में 1.0 मि.मी., निवाड़ी में 10.0 मि.मी., पृथ्वीपुर में 0 तथा ओरछा में 2.0 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। इसी प्रकार एक जून 14 से आज तक जिले में 46.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। विगत वर्ष आज दिनांक तक औसत 40.4 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई थी जिसमें वर्षामापी केन्द्र टीकमगढ़ में 86.0 मि.मी., बल्देवगढ़ में 0 मि.मी., जतारा में 30.0 मि.मी., पलेरा में 9.0 मि.मी., निवाड़ी में 53.0 मि.मी., पृथ्वीपुर में 16.0 मि.मी. तथा ओरछा में 89.0 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई थी।   

खण्डवा (मध्यप्रदेश) की खबर (26 जून)

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जिले में उचित मूल्य की 112 नई दुकानें खोली जायेंगी

खण्डवा 26 जून,2015 - प्रदेष सरकार ने नागरिकों की सुविधा के लिए अब सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत यह व्यवस्था लागू की है कि हर पंचायत में कम से कम एक उचित मूल्य की दुकान होगी। पंचायत में 800 से अधिक परिवार होने पर एक अतिरिक्त दुकान खोली जा सकेगी। जिला आपूर्ति अधिकारी श्री एस.आर. कोठारे ने बताया कि इस नई व्यवस्था के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 112 नई दुकाने स्थापित की जाना है। उन्होंने बताया कि खण्डवा विकासखण्ड में  20, छैगांवमाखन में 15, पंधाना में 25, पुनासा में 16 , हरसूद में 11, बलड़ी में 9 तथा खालवा में 16 दुकाने खोली जाएगी। खण्डवा विकासखण्ड की पंचायत रामपुरी, आमोदा, बेडियाव, बेनपुरा, भैंसावा, भकराड़ा, भावसिंगपुरा, डोरानी, डोंगरगांव, गोकूल गांव, हापला, जामली मंूदी, जामनी रैयत, कवेष्वर, माखनी बुजूर्ग, पलकना, पिपल्या, पिपल्या तहार, सिरपुर, व तिरंदाजपुर में ये उचित मूल्य की नई दुकानें खोली जाएगी। छैगांवमाखन विकासखण्ड की पंचायत आबूद, अंजटी, बेडियावखुर्द, बरखेडी, बडियाग्यासुर, देलगांव, कालज्याखेड़ी, कोलाडीट, कोदवार,लखनगांव, नावली, रेवाड़ा, रोहनाई, सोनूद, संगवाड़ा, टाकलीमोरी, पंधाना विकासखण्ड की पंचायत भूतनीरैयत, बरार, बलरामपुर, भिलाईखेडा, बोरखेडाखुर्द, बडगांवपिपलोद, चांदपुर, छनेरा, हाडियाखेडा, गोलखेडा, गुजरीखेडा, इस्लामपुर, जामनीराजगढ, लछोराकला, नानखेडा, मांडवा, मोहनपुर, भवरला, राजोरा, षेखपुरा, सेंगवाल, सारोला, पिपरहट्टी, पाचंबा, पावईखुर्द में उचित मूल्य की नई दुकाने खोली जाएगी। इसी तरह विकासखण्ड पुनासा की खैगाव, बडनगर रैयत, केवलाखुर्द, बिजोरामाफी, बिलाया, बिल्लौराबुजुर्ग, रिछी, चिकटीखाल, फिफरीमाल, हरवंषपुरा, सैलानी, दामखेड़ाकला, दूधवास, देवला रैयत, जामनिया, अंजनियाखुर्द पंचायतों में उचित मूल्य की नई दुकाने खोली जाएगी। विकासखण्ड हरसूद की बहेडी रैयत, कोडियाखेडा, गोगलरैयत, दिनकरपुरा, भवरली, भवानिया, रामपुरी, ष्षाहपुरामाल, डोटखेडा, छापाकुण्ड, तोरनिया पंचायतों में उचित मूल्य की नई दुकाने खोली जाएगी। विकासखण्ड बलडी (किल्लौद) की कुक्षी, फेफरियाकला, डाबरी, जैतापुरकला, लछोरामाल, बरमलाय, झागरिया, झीगादड, रोसडमाल पंचायतों में उचित मूल्य की नई दुकाने खोली जाएगी।  विकासखण्ड खालवा की खोरदा, बाराकुण्ड, कालाआमकला, कुम्हारखेडा, भोजूढाना, पटालदा, रन्हाई, सावलीखेडा, जामन्यासरसरी, जामन्याखुर्द, लंगोटी, आवल्या(नागोतार), चैनपुरसरकार, देवलीखुर्द, नामापुर, जोगीबेड़ा पंचायतों में उचित मूल्य की नई दुकाने खोली जाएगी। । आपूर्ति अधिकारी श्री एस.आर. कोठारे ने बताया कि मध्यप्रदेश सार्वजनिक वितरण प्रणाली नियंत्रण आदेश, 2015 के अनुसार जिले में जो नवीन राशन दुकाने खोली जाना है, इसके लिये ग्रामीण क्षेत्र में उचित मूल्य दुकान का आवंटन हेतु जो संस्थाऐ पात्र होगी, उनमें  प्राथमिक कृषि सहकारी समिति, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति, वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति जो जिला सहकारी केन्द्रीय बैक से सम्बध्द हो, विपणन सहकारी समिति जो कि मध्यप्रदेश राज्य विपणन सहकारी संघ मर्यादित की सदस्य हो, संयुक्त वन प्रंबधन समिति या लघु वनोपज सहकारी समिति तथा महिला स्व-सहायता समूह को शामिल किया गया है। इसके लिए आवेदन पत्र अनुविभागीय कार्यालय में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी से संपर्क कर कार्यालयीन समय में प्राप्त कियां जा सकेगा। आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथी 5 जुलाई 2015 रहेगी । ग्रामीण क्षेत्र के आदिवासी ब्लाक खालवा में सेल्समैन की षैक्षणिक योग्यता 10 वीं कक्षा उत्तीर्ण होगी तथा अन्य सभी स्थानों हेतु कक्षा 12 वी पास की अनिवार्यता रखी गई है। महिला समिति या महिला स्व सहायता समूह को 33 प्रतिषत आरक्षण का लाभ दिया जायेगा । महिला स्व सहायता समूह का पंजीयन एक वर्ष पुराना होने की अनिवार्यता एवं संबंधित पंचायत की निवासी होना अनिवार्य  रहेगा । समूह के पास दुकान संचालन हेतु दुकान हेतु आवंटित खाद्यान्न उठाव हेतु राषि दो माह के बराबर होना अनिवार्य होकर केरोसीन भंडारण हेतु टेंक या बेरलो की भी अनिवार्यता रखी गई है । एक उचित मूल्य दुकानं हेतु एक से अधिक पात्रता रखने वाले आवेदन पत्र प्राप्त होने पर लाटरी के माध्यम से आवंटन की कार्यवाही कीं जायेगी । 

शहर के मुख्य मार्ग वन-वे घोषित, घण्टाघर क्षेत्र होगा नो पार्किंग जोन, जिला दण्डाधिकारी ने जारी किए आदेष

खण्डवा 26 जून,2015 - खण्डवा शहर की यातायात व्यवस्था को सूचारू व सुगम बनाने के लिए कलेक्टर एवं जिलादण्डाधिकारी डॉ. एम.के.अग्रवाल ने आदेष जारी कर घण्टाघर पार्क के दोनों और के क्षेत्र को नो पार्किंग जोन घोषित किया है। जारी आदेष के अनुसार केवलराम से फूल गली होते हुए टपालचाल चौराहे तक दो पहिये व चार पहिये वाहन जा सकते है, जबकि टपालचाल चौराहे से फूलगली से होते हुए केवलराम तरफ जाने वाला यातायात पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा कहारवाड़ी से खारा कुआं होते हुए जुम्मन टेलर वाली रोड पर दो पहिया व चार पहिया वाहन जा सकेंगे, जबकि जुम्मन टेलर रोड से कहारवाडी जाने वाला यातायात पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इस प्रकार यह दोनों मार्ग एकांगी मार्ग घोषित किए गए। जारी आदेष के अनुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत शासकीय खाद्यान्न सामग्री पहॅुचाने के लिए जाने वाले वाहन इन प्रतिबंधों से मुक्त रहेंगे। एकांगी मार्ग घोषित करने संबंधी यह प्रतिबंध प्रातः 8 बजे से रात्रि 10 बजे तक लागू रहेंगे। 

सीईओ जिला पंचायत श्री तोमर ने खालवा व हरसूद क्षेत्र का किया दौरा 
  • बैठक में अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों को दिया गया कारण बताओ सूचना पत्र 

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खण्डवा 26 जून,2015 - मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, श्री अमित तोमर ने हरसूद एवं खालवा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतो का दौरा कर वहां मनरेगा एवं वाटरशेड योजना के कार्यो का निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान ग्राम पंचायत सडियापानी पुलिया आबादी, सडियापानी सरकार, धनोरा, खमलाय, पटाजन आदि का भ्रमण किया एवं मनरेगा अन्तर्गत निर्माणधीन अनाज गोदाम, खेत सडक, सुदूर सडक, पशुशेड, पंच-परमेश्वर मार्ग, आंतरिक मार्ग, स्वच्छ भारत अभियान अन्तर्गत निर्मित शौचालय एवं वाटरशेड अन्तर्गत निर्मित स्टापडेम, चेकडेम, बोल्डर चेक आदि का निरीक्षण किया गया। उन्होंने ग्राम पंचायत सडियापानी में निर्माणाधीन अनाज गोदाम को शीघ्र पूर्ण कराने समस्त शौचालयो में ओवरहेड टेंक व वाशवेसिन अनिवार्य रूप से बनवाने के निर्देश दिये गये। श्री तोमर ने खेत सडक एवं सुदूर सडक  के कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये। सीईओ जिला पंचायत श्री तोमर ने स्टापडेमो का निरीक्षण भी किया व उनकी उपयोगिता व ग्रामीणो को मिलने वाले लाभ की जानकारी भी संबंधित अधिकारियों से ली गई। इसके साथ ही उन्होंने हरसूद में जनपद पंचायत के उपयंत्रियो व सहायक विकास विस्तार अधिकारियों की बैठक आयोजित कर विभिन्न योजनाओ की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में अनुपस्थित रहने पर जनपद पंचायत हरसूद के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी शिवराज करोरिया व सहायक विकास विस्तार अधिकारी अब्रहिम तिरकी को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। बैठक के दौरान समस्त कपिलधारा कूपो को तीन माह में पूर्ण करने व ग्राम पंचायत में समस्त कार्य पूर्ण होने के उपरांत ही नवीन कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिये गये। साथ ही आवास मिशन व केश शिल्प योजना की प्रगति की समीक्षा भी की गई। भ्रमण के दौरान सीईओ, परियोजना अधिकारी मनरेगा श्री प्रमोद त्रिपाठी, परियोजना अधिकारी वाटरशेड श्री राजेन्द्र कोेसरिया, जनपद पंचायत पुनासा श्री मुवेल, सहायक यंत्री मनरेगा श्री विमल कुमार शुक्ला आदि उपस्थित रहे। 

आशापुर व खेड़ी विद्यालय में अध्यापन हेतु आवेदन आमंत्रित

खण्डवा 26 जून,2015 - शासकीय कन्या षिक्षा परिसर खेड़ी एवं आषापुर में माध्यमिक कक्षाओं में अध्यापन के लिए उच्च श्रेणी षिक्षकों से आवेदन आमंत्रित किए गए है। इच्छुक षिक्षक अपने सहमति पत्र कार्यालयीन समय में 1 जुलाई तक प्राचार्य शासकीय कन्या षिक्षा परिसर आषापुर व खेडी में जमा करा सकते है। विज्ञान, गणित व अंग्रेजी विषय वाले षिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी।     

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका पद के लिए आवेदन आमंत्रित

खण्डवा 26 जून,2015 - परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना छैगांव माखन ने बताया कि परियोजना के तहत रिक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए है। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के तीन पद सोनगीर क्रमांक 1, मगरिया व हिरापुर आंगनवाड़ी में रिक्त है जबकि आंगनवाड़ी सहायिका के 8 पद क्रमषः बडीयाग्यासुर, चिचगोहन, सहेजला, दुगवाड़ा, पनाली, लखनगांव, खारवा, व तलवाड़ीया में रिक्त है। कार्यकर्ता पद के लिए आवेदक को कक्षा 12 वीं तथा सहायिक पद के लिए 5 वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवष्यक है। उन्होंने बताया कि यह पद पूर्णतः अस्थाई है तथा इन पदो ंके लिए मानदेय के रूप में कार्यकर्ता को 3 हजार व सहायिका को 2 हजार रूपये भुगतान किए जायेंगे। आवेदक की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए तथा आवेदिका को संबंधी ग्राम का स्थाई निवासी होना चाहिए। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 6 जुलाई निर्धारित की गई है। अधिक जानकारी के लिए परियोजना कार्यालय में कार्यालयीन समय में कार्य दिवसों में सम्पर्क किया जा सकता है। इसके अलावा खण्डवा शहरीय परियोजना में भी कार्यकर्ता के 3 पद व सहायिका का 1 पद रिक्त है। कार्यकर्ता के पद हरीगंज वार्ड क्रमांक 42 के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 78, रंजीत वार्ड क्रमांक 2 के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 7 तथा संत बिनोवा भावे वार्ड क्रमांक 7 के आंगनवाड़ी के केन्द्र क्रमांक 22 में रिक्त है, जबकि सहायिका का पद पदम कुण्ड वार्ड क्रमांक 29 स्थित फकीर मोहल्ला के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 104 में रिक्त है। इसके लिए मानदेय के रूप में कार्यकर्ता को 5 हजार रूपये व सहायिका को 2500 रूपये दिया जाएगा। इसके लिए आवेदन की अंतिम तिथि 4 जुलाई है। आवेदक का नाम संबंधी वार्ड की मतदाता सूची में होना अनिवार्य है। नाम न होने पर आवेदक को तहसीलदार या एसडीएम द्वारा जारी वार्ड निवासी प्रमाण पत्र संलग्न करना होगा। 

पिछड़े वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति के प्रस्ताव भेजने की तिथि 30 जून तक बढ़ी

खण्डवा 26 जून,2015 - राज्य शासन ने पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं को पोस्ट मेट्रिक छात्रवृत्ति देने के लिये भेजे जाने वाले प्रस्ताव की तिथि 30 जून तक बढ़ा दी है। इस संबंध में सभी शिक्षण संस्थाओं को आदेश जारी कर दिये गये हैं। पूर्व में पिछड़े वर्ग की छात्रवृत्ति के प्रस्ताव भेजने की तिथि 22 जून तय की गई थी। अपरिहार्य कारणों से संस्थाओं द्वारा अनेक छात्र-छात्राओं के प्रस्ताव पिछड़ा वर्ग संचालनालय को नहीं भेजे जा सके थे। शासन ने नये आदेश जारी कर छात्रवृत्ति के लंबित प्रकरण 30 जून तक अनिवार्य रूप से भेजने के  निर्देश सभी शिक्षण संस्थाओं को दिये हैं। इन प्रकरणों की स्वीकृति और अस्वीकृति की तारीख 7 जुलाई तय की गई है। 

कक्षा 12 वीं में 85 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले छात्रों को मिलेंगे लेपटाप 

खण्डवा 26 जून,2015 -   राज्य शासन की नीति के अनुसार माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित वर्ष 2015 की कक्षा 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत या उससे अधिक अंक अर्जित करने वाले छात्रों को लेपटाप क्रय करने के लिये पच्चीस हजार रूपये की राशि दी जायेगी । इस साल प्रदेश में करीब दस हजार से अधिक छात्र इस श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं । लेपटाप विरण मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आगामी 5 जुलाई को भोपाल में राज्यस्तरीय समारोह में किया जायेगा । समारोह भोपाल के लाल परेड पर स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित किया जायेगा । लोक शिक्षण विभाग द्वारा इसके लिये व्यापक तैयारियां आरंभ कर दी गई है । समारोह में भाग लेने के लिये भोपाल जाने वाले छात्रों को लाने-ले जाने की पूरी व्यवस्था जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा की जायेगी । 

खंडवा जिले में अब तक हो चुकी है सामान्य से अधिक वर्षा

खण्डवा 26 जून,2015 -   प्रदेश में 1 से 25 जून, 2015 तक 28 जिले में सामान्य से अधिक, 11 जिलों में सामान्य, 10 जिलों में कम एवं 2 जिलों में अल्प वर्षा हुई है। सामान्य से अधिक वर्षा वाले जिलों में खण्डवा, के साथ साथ बालाघाट, छिंदवाड़ा, मण्डला, डिण्डोरी, नरसिंहपुर, छतरपुर, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मुरैना, गुना, भोपाल, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, होशंगाबाद तथा बैतूल शामिल हैं। सामान्य वर्षा वाले जिलों में जबलपुर, कटनी, सिवनी, टीकमगढ़, सीधी, सतना, ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, दतिया एवं विदिशा शामिल हैं। कम वर्षा वाले जिलों में सागर, दमोह, पन्ना, सिंगरोली, अनूपपुर, उमरिया, बुरहानपुर, श्योपुर, भिण्ड और हरदा शामिल हैं। अल्प वर्षा वाले जिले शहडोल तथा रीवा हैं।

जिले में चलेंगी तेज हवाएं

खण्डवा 26 जून,2015 -   मौसम विभाग के भोपाल केन्द्र ने आगामी 48 घंटे में प्रदेश में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। जिन जिलों में भारी वर्षा का अनुमान है, उनमें बड़वानी, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, उज्जैन, रतलाम, आगर, मंदसौर एवं नीमच शामिल है। जिन जिलों में हवा की औसत गति 40 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी, उनमें खण्डवा, इंदौर, खरगोन, हरदा, बैतूल, बुरहानपुर, शाजापुर, देवास, गुना तथा राजगढ़ शामिल हैं। संचालक कृषि श्री मोहनलाल ने सभी मैदानी अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे जिन जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गयी है, उनमें तत्काल किसानों को अवगत करवाये कि फिलहाल बुआई का कार्य न किया जाये। जिन खेतों में बोनी के बाद अंकुरण हो गया है, वहाँ पानी न भरा रहे अन्यथा पौधों को नुकसान हो सकता है। इन खेतों में जल निकास के प्रबंध किये गये। इसके अलावा किसानों को आगामी बुआई रिज एण्ड फरो (मेड-फूड) विधि से करवाने की सलाह भी दी गई है। अन्य जिलों में भी इसी प्रकार की सलाह प्रसार कार्यकर्ताओं तथा अन्य प्रचार माध्यमों से प्रसारित करवायी जा रही है।

मासिक लोक अदालत आज 

खण्डवा 26 जून,2015 -   मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा प्रकरणों की मासिक नेषनल लोक अदालत 27 जून को आयोजित की जाएगी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री हेमन्त कुमार यादव ने बताया कि यह आयोजन जिला एवं सत्र न्यायाधीष तथा अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री गौरीषंकर दुबे के मार्गदर्षन में सम्पन्न होगा। उन्होंने बताया कि लोक अदालत में मोटर दुर्घटना, दावा अधिकरण के राजी नामा योग्य प्रकरणों के निराकरण के लिए विषेष न्यायाधीष श्रीमति शषिकला चन्द्रा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है।  जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री हेमन्त कुमार यादव ने बताया कि गत दिनों जिला एवं सत्र न्यायाधीष श्री दुबे की अध्यक्षता में आयोजित बैठकों में न्यू इंडिया इन्ष्योरेन्स, ओरिएन्टल इन्ष्योरेन्स, नेषनल इन्ष्योरेन्स, श्रीराम इन्ष्योरेन्स, इफको टोकियो इन्ष्योरेन्स, युनाईटेड इन्ष्योरेन्स, कम्पनी के प्रतिनिधियों को मासिक नेषनल लोक अदालत में मोटर, दुर्घटना, दावा प्रकरणों के अधिक से अधिक संख्या में निराकरण के निर्देष दिए जा चुकें है।

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (26 जून)

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 जिम्मेदारो का गेर जिम्मेदार रवेया,  सत्र नया समस्याए पुरानी नही हे शिक्षक कोन पढाए बच्चे

पारा--राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता मे सुधार के लिए लाख जतन करे पर जिले के अधिकारी उस पर पानी फेरने मे कोई कसर बाकी नही रखते हे।जिले मे बेठे आला अफसरो का रवेया इतना गेर जिम्मेदाराना हे कि उनको किसी बात से काई वास्ता ही नही हे। अधिकारीयो को तो बस अपने चाटुकार मातहतो की चिन्ता रहती हे वे उसी लाग लपेट मे दिनरात ताना बाना बुनने मे लगे रहते हे।युक्ती युक्त करण के नाम पर महज कुछ स्वार्थ की खातीर बिना वजह शिक्षको को इधर से उधर करते रहते हे। भले ही इस प्रक्रिया मे स्कुलो व पढने वाले बच्चो का बंटाढार ही क्यो न हो जावे। ऐसा ही कुछ मामला हे रामा ब्लाक के पारा क्षेत्र का जहा एक दो नही कई कई स्कुल शिक्षक विहीन हे जहा नवीन शिक्षण सत्र के शुरू होने के दिन से ही बच्चे तो रोज पढने के लिए आते हे लेकिन पढाने वाला कोई नही। बच्चे हे की स्कुल आते हे व प्रांगण मे खेलकर चले जाते हे। बच्चो को मध्यान भोजन मिल रहा हे या नही ये भी कोई देखने वाला नही हे। पारा क्षंेत्र के दो संकुल शासकिय कन्या उच्चतर माध्यमिक विधालय पारा व शासकिय उच्चतर माध्यमिक विधालय पिथनपुर के कई स्कुल शिक्षक विहीन हे।

ये हे हालात संकूल कन्या पारा के---- शासकिय कन्या उच्चतर माध्यमिक विधालय पारा संकूल मे 27 प्रायमरी स्कुल व 6 मिडिल स्कुल सहीत कुल 33 स्कुल हे जिनमे 53 शिक्षक हे। इस संकूल के अंर्तगत आने वाले स्कूलो मे 4 प्रायमरी व 1 मिडिल स्कुल मे एक भी शिक्षक नही हे ये स्कुल हे सेमलखेडी, पचाया फलिया धमोई धमोई छोटी जहा करिब तिनो स्कूलो मे 50-50 से ज्यादा बच्चे अध्यनरत हे वही ग्राम सागीया के प्रायमरी व मिडिल स्कुल मे 150 से ज्यादा बच्चे पढने आते हे।

ये हालात हे संकुल पिथनपुर के---शासकिय उच्चतर माध्यमिक विधालय पिथनपुर संकूल मे 33 प्रायमरी व 9 मिडिल स्कुल सहीत कुल 42 स्कुल हे इस संकुल के अंतर्गत आने वाले 7 प्रायमरी स्कुल शिक्षक विहीन हे ये स्कुल सडक नाका बावडी, सेटेलाईट स्कुल घावलीया,भीलाला फलिया जसोदा हीरजी, प्राथमिक विधालय जसोदा खुमजी, हेडी छोटी,नाका फलिया आम्बा व प्राथमिक विधालय आम्बा सहीत सभी स्कुलो मे आधा सेकडा से ज्यादा बच्चे पढने के लिए आते हे। जेसे क्षेत्र मे ओर भी कई स्कुल हे जहा पर 16 जुन से नवीन शिक्षण सत्र आरंभ होने के बावजुद आज दिनांक तक कोई भी शिक्षक शाला मे नही पहुचा। उक्त सभी शिक्षण संस्थाओ मे ताले लगे हे।इसका सबसे बडा कारण हे कि विगत वर्श मे इन सभी स्कुलो मे अतिथि शिक्षक कार्यरत थे जिन्हे परिक्षा के बाद हटा दिया गया था कुछ शिक्षक स्थाई भी पदस्थ थे वे या तो अपना स्थानानतरण करवा कर चले गए अथवा युक्ती युक्त करण की चपेट मे आगए। प्रशासन को चाहीए था की किसी भी प्रकार की कारवाही करने या स्थानानतरण करने के पुर्व संबधित स्कुलो की वस्तु स्थिति देखना चाहीए थी या शालाओ मे वेकल्पीक व्यवस्थ करना चाहीए थी जिससे की संस्थाओ का संचानल सुचारू रूप से चला सके।

ये कहना हे इनका---ब्लाक मे 304 प्रायमरी 66 मिडिल स्कुल हे जिनमे से 117 मे सींगल शिक्षक हे 37 शालाए ऐसी जहा शिक्षक नही हे।जहा ज्यादा शिक्षक हे वहा से शिक्षक भेज कर व्यवस्था कर रहे हे जिससे की शाला का संचालन होसके अतिथि शिक्षक के लिए अभी कोई आदेश नही हे हम कोशीश कर रहे हे कि शिघ्र ही सभी शालाए चालु हो। : सी पी तिवारी, ब्लाक शिक्षा अधिकारी रामा

संासद स्व दिलीपसिह भुरीया का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, मुख्यमंत्री सहीत अन्य जनप्रतिनिधियो ने किए श्रद्धासुमन अर्पित

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झाबुआ---रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के सांसद दिलीप सिह भुरीया का अंतिम संसकार गुरूवार को उनके पेतृक गांव झाबुआ जिले के माछलीया मे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। स्व श्री भुरीया को उनके ज्येष्ठ पुत्र जसवंत सिह ने मुखाग्नि दी।मुख्यमंत्री शिवराज सिह चोहान,केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारता मंत्री थावरचंद गेहलोत,झारखण्ड के पुर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुण्डा,सांसद प्रभात झा, नंदकुमार सिह चोहान,मनोहर उंटवाल, फगनसिह कुलस्ते,प्रभारी मंत्री अंतरसिह आर्य,शिक्षा मंत्री पारस जेन, खाद्यमंत्री विजय शाह,आदीम जाति कल्याण मंत्री ज्ञानसिह पुर्व केन्द्रीय मंत्री कान्तीलाल भुरीया सहीत अन्य जन प्रतिनिधि व हजारो की संख्या मे उपस्थित नागरीको ने स्वा भुरीया को अंतिम बिदायी दी। इससे पुर्व स्वा श्री भुरीया की पार्थिव देह विमान से इन्दोर व इन्दोर से विशेष वाहन से पेटलावद,थांदला,मेधनगर,झाबुआ होते हुए उने पेतृक गांव माछलीया स्थित निवास पर लाया गया। रास्ते मे जगह जगह श्री भुरीया की पार्थिव देह पर नागरीको ने श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजली दी।शवयात्रा माछलीया स्थित उनके निवास से निकली व सुनार नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ वंेदिक मंत्रोच्चार के बिच की गयी। मुख्यमंत्री श्री चोहान , केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत जनप्रतिनिधि सहीत हजारो की संख्या मे ग्रामीणो ने भाग लीया व पुष्पांजली अर्पित की। ज्ञात हे कि सांसद श्री भुरीया का बीमारी के बाद दिल्ली मे निधन होगया थां।   अंत्येष्ठी के पश्चात शोक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमुत्री श्री चोहान ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा की स्व दिलीपसिह भुरीया आदिवासीयो के मसीहा थे। उन्हाने जिवनभर आदिवसीयो के हितो व कल्याण के संघर्ष किया।उन्होने इमानदारी पुर्वक अपने र्कतव्यो का निर्वाहन किया उनकी मंशा के अनुरूप् रामदेवरा तीर्थ को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा मे जोडा गयां। केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत ने कहा की श्री भुरीया के निधन से अपुरणीय क्षति हुई हे वे जीवटता,संघर्षशीलता एवं कर्मठता के धनी थे।उनके सपनो को साकार करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजली होगी।सांसद नंदकुमार सिह चोहान ने श्री भुरीया के निधन पर शोक व्यक्त किया व शौक संतप्त परिवार को ढांढसा बंधाया।

नगर भाजपा मंडल ने भूरिया जी को दी श्रद्धाजलि अर्पित की भावांजलि

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झाबुआ---क्षेत्रीय सांसद एवं आदिवासी समाज के राष्ट्रीय नेता दिलीपसिंह भूरिया के दुखद निधन पर गुरूवार को स्थानीय बस स्टेंड स्थित फव्वारा चैक पर भाजपा नगर मंडल की ओर से उनके पार्थिव शरीर पर मंडल अध्यक्ष गोपालसिंह पंवार के नेतृत्व में माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई । जैसे ही भूरिया जी को लेकर मोक्ष रथ पहूंचा दिलीपसिंह भूरिया जिंदाबाद के नारों के साथ वातावरण गुंजायमान हो उठा । गोपालसिंह पंवार, दोलत भावसार, श्रीमती रैलम चैहान,संभागीय मीडिया प्रभारी ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी, ओम प्रकाष शर्मा, निर्मला अजनार, सीमा सोलंकी, संगीता पंवार, पण्डित महेन्द्र तिवारी,बाबुलाल अग्रवाल, अमीतषर्मा, अमीत पंवार, राजेन्द्र सोनी सहित बडी संख्या में भाजपा पदाधिकारियों ने नमन कर माल्यार्पण अर्पित कर श्रद्धां सुमन अर्पित किये ।

व्यापारी संघ ने  श्रद्धासुमन अर्पित किये-
सकल व्यापारी संघ के सचिव कमलेष पटेल, उपाध्यक्ष जीवन पडियार   नंेतृत्व में स्थानीय जेन चोराहे पर श्री भूरिया के पार्थिक शरीर को पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी आत्मीय शांति की प्रार्थना की गई ।

मन के मंथन से भगवत प्राप्ति सहज ही उपलब्ध होती है- पण्डित प्रेमनारायण पौराणिक, भागवत कथा के आठवें दिन किया गया महायज्ञ 

झाबुआ---देवी भागवत कथा का गुढ रहस्य ऐसा है कि जितना अधिक भक्ति एवं श्रद्धा में आराध्या का जप तप सेवा करोगें मां की उतनी ही अधिक कृपा प्राप्त होगी। भागवत कथा मोक्ष दायिनी मंदाकीनी है, इसमें जितना अधिक गोता लगाओंगे, उतने ही अधिक आध्यात्मिक एवं शांति रूपी रत्नों की प्राप्ति होगी ।  मां जगदम्बा के सती स्वरूप  का स्मरण करने मात्र से ही पापों का क्षय होकर पूण्यों का उदय होता है । सती के शव को लेकर भगवान ओढरदाणी जब जारहे थे तब विष्णु के चक्र से सती के अंगों के टूकडे होकर जहां जहां गिरे वहा षक्तिपीठ की स्थापना हुई है । 108 स्थानों पर सती के अंगों के शक्तिपीठ बहुत ही चमत्कारिक एवं इच्छापूर्ण करने वालें है इनके दर्षन स्मरण मात्र से ही पापों से मुक्ति मिल जाती है ।उक्त सारगर्भित प्रवचन देवी भागवत कथा के आठवें दिन विवेकानंद कालोनी स्थित श्री उमापति महादेव मंदिर में पण्डित प्रेमनारायण पौराणिक ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहीं । उन्होने भगवती के प्राकट्य का संगीतमय वर्णन करते हुए महासती सावित्री की मर्मस्पर्षी कथा का वर्णन करते हुए कहा कि सती में वह शक्ति होती है कि वह ब्रह्माण्ड तक को चुनौति दे सकती ह। । पति को परमात्मा मान कर मन वचन एवं कर्म के साथ सतीधर्म निभाने वाली सावित्री ने अपने पति सत्यवान के प्राण साक्षात यमराज से वापस लाकर एक आदर्ष नारी की मिसाल प्रस्तुत की है । सतियों का नमन भी मन को शांति प्रदान करता है। श्री पोराणिक ने आगे कहा कि पुराण भगवान से मिलने का सुगम साधन है । जिस प्रकार दुध को मथ कर नवनीत उत्पन्न होता है  उसी प्रकार मन के मंथन से भगवत प्राप्ति सहज ही उपलब्ध होती है । उन्होने  कथा के दौरान कहा कि  जिस प्रकार दुध में मक्खन, लकडी में उर्जा, व्याप्त है वेसे ही आत्मा में भी परमात्मा व्याप्त होता है, आवष्यकता सिर्फ इस बात की है कि हमारे मन में दृढ संकल्प हो और परमात्मा पर पूर्ण विष्वास हो तो आराधना,साधना साकार हो जाती हे । देवी भागवत कथा में बडी संख्या में महिलाओं का तांता उमापति महादेव मंदिर पर लग रहा है । नौ दिवसीय भागवत कथा के आठवें दिन मां दुर्गा के अष्टम स्वरूप का विस्तार से वर्णन करते हुए पण्डित पौराणिक ने  आव्हान किया कि अपने निवास एवं उसके परिसर की स्वच्छता हमेषा बनाई्र रखना चाहिये । जहां स्वच्छता होती हे वहां परमात्मा का वास होता है।उन्होने मनों में व्याप्त दुर्भावनाओं, लालच, झुट, कपट, चुगली को मानव मन का सबसे बडा शत्रु बताते हुए कहा कि जिस का मन निर्मल रहता है देवी मां की कृपा उस परिवार में सर्दव बरसती है।किया  गया दुर्गा महायज्ञ देवी भागवत कथा के आंठवे दिन माता जी दरबार में दुर्गा महायज्ञ का मंदिर परिसर में अनुष्ठान किया गया । विद्वान पडित द्वारा मंत्रोच्चार के साथ वैदिक विधि  से  हवन करवाया गया जिसमें  मनोज भाटी एवं मोहनलाल व्यास द्वारा सपत्नीक आहूतियां अर्पित की गई । दोपहर साढे बारह बजे यज्ञ की पूर्णाहूति सम्पन्न हुई तथा आरती कर प्रसादी का वितरण किया गया । यज्ञ के दोरान बडी संख्या में महिलाएं एवं श्रद्धालुजन उपस्थित थे ।श्रीमती विद्या व्यास द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार आज शनिवार को श्री देवी कथा का धुमधाम से समापन होगा तथा भंडारा प्रसादी का आयोजन भी उमापति मंदिर पर किया गया है ।

नशीली दवाईयों के सेवन से होती है शारिरिक, आर्थिक एवं मानसिक हानि - पालीवालजी

झाबुआ---अंतराष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस 26 जुन पर निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन ग्राम रजला के श्रीकृष्ण प्रणामी मन्दिर प्रांगण में आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया । यह आयोजन सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग झाबुआ के मार्गदर्शन में म.प्र.जन अभियान परिषद् की सामाजिक संस्थाए ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति रजला, आसरा परर्मािर्थक ट्रस्ट झाबुआ, देवल शिक्षा एवं समाज समिति नवापाडा, श्री प्राणनाथ निजानंद सेवा समिति रजला द्वारा रखा गया । जिसमें मुख्य अतिथि जिला जन अभियान समिति उपाध्यक्ष श्री शांतिलाल पालीवाल, एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता मार्केटिंग अध्यक्ष श्री सोमसिंह सोलंकी ने की । कार्यक्रम की रूपरेखा जन अभियान परिषद् के जिला समन्वयक श्री वीरेन्द्रसिंह ठाकुर द्वारा बताई गई । कार्यक्रम में ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमति कमला सौलंकी, श्रीमति केशरी हिहोर, अमरसिंह देवल, मुनिया हिहोर, राजु हिहोर, यशवंत भण्डारी उपस्थित हुए। पलीवाल जी द्वारा कार्यक्रम उदबोधन में कहा कि नशा बहुत ही खराब चीज होती है जिसके सेवन से सामाजिक , आर्थिक , शारिरिक एवं मानसिक हानि होती है जो व्यक्ति नशीली चीजो का सेवन करता है उसका समाज उसके परिवार पर बुरा प्रभाव पडता है। आज की युवा पीढी में नशीली चीजो का सेवन अधिक मात्रा में किया जा रहा है जिससे आपने देश में विकास की धारा को गति नही मिल पा रही है। आप अपने गांव में इन नशीली वस्तुओं का सेवन करने वाले ग्रामीणों को जागरूक करें एवं इसका त्याग करवाने के लिए संकल्प दिलवाए। इस शिविर में डा0 रमेश भायल एवं डा0 श्रीमति मीना भायल एवं उनके स्टाॅफ के साथीगण द्वारा 155 ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ दिलवाया ।

 भूरिया के अंतिम संस्कार में षामिल हुए कांग्रेसजन

झाबुआ---आदिवासी नेता एवं झाबुआ - रतलाम संसदीय क्षैत्र के जुझारू सांसद स्व. दिलीपसिंह भूरिया के अंतिम संस्कार में पूर्व सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में झाबुआ जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता सहित जिले के तथा इस संसदीय क्षैत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता व पदाधिकारियों ने स्व. भूरिया के गृह ग्राम माछलिया में पहुंचकर उनके अंतिम संस्कार में षामिल हुए। कांतिलाल भूरिया ने स्व. दिलीपसिंह भूरिया के कांग्रेस में रहते पांच बार इस क्षैत्र से सांसद चुने जाने एवं कांग्रेस की रीति नीतियों के अनुरूप संसदीय क्षैत्र के विकास में तथा कांग्रेस के संस्कारवान नीतियों एवं कार्यक्रमों की अवधारणा करते हुए सांसद पद पर रहते हुए आदिवासीयों एवं क्षैत्र के विकास में जो योगदान दिया तथा संगठन में सामूहिक नेतृत्व के प्रति जो मार्गदर्षन एवं अपनत्व प्रदान किया उसके संस्मरण सुनाते हुए कांतिलाल भूरिया ने अश्रुपुरित श्रद्धांजलि देते हुए आदिवासी रस्म रिवाजों को पूर्ण कर उनके दुखद निधन पर गहन षोक व्यक्त किया। अंतिम संस्कार में जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता तथा जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, पूर्व जिलाध्यक्षद्वय सुरेषचंद्र जैन, षांतिलाल पडियार, वरिश्ठ कांग्रेस नेता डाॅ. विक्रांत भूरिया, रमेष डोषी, जिला कंाग्रेस प्रवक्ता आचार्य नामदेव, हर्श भटट, वालसिंह मेडा, राजेष भटट, आषीश भूरिया, जितेन्द्र्र अिग्नहोत्री, हेमचंद्र डामोर, षंकरसिंह भूरिया, प्रकाष रांका, राजेन्द्र अग्निहोत्री, विनय भाबर, कोमलसिंह डामोर, गौरव सक्सेना, विजय भाबर, बबलू कटारा, विरेन्द्र मोदी, अनिल संघवी, नाथूभाई ठेकेदार, जय मुणिया, हरिराम गिरधाणी, आनंदी पडियार, सुभाश गेहलोत, ऋशि डोडियार, प्रकाष जैन, मनोहर भंडारी, विजय पांडे, कालूभाई सहित अनेक कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें स्मरण किया।

जिला कांग्रेस ने मांगा केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का इस्तीफा

झाबुआ---केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी द्वारा दोहरे मापदंड रखते हुए लोकसभा निर्वाचन में नामजदगी का पर्चा दाखिल करने में षैक्षणिक योग्यता की जो भ्रामक जानकारी निर्वाचन आयोग को दी गई इस पर एक याचिका में न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए याचिका को स्वीकार की है और इसके चलते स्मृति ईरानी के तथाकथित आचरण के साथ केन्द्रीय मंत्री सुशमा स्वराज तथा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बाद महाराश्ट्र की महिला बाल विकास कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे पर 206 करोड रूपये का भ्रश्टाचार एसीबी में प्रस्तुत हुआ है को लेकर देष में जो जनआक्रोष भाजपा षासन के प्रति प्रकट हो रहा है उसको देखते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री व पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया एवं झाबुआ जिला कांग्रेस ने भाजपा की जनविरोधी नीतियों की भत्र्सना करते हुए तथाकथित मंत्रियों का इस्तीफा लेने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग करते हुए कहा कि भाजपा का दोहरा चरित्र देष की दिषा एवं दषा को अद्योगति में ले जाने से बाज नही आ रहे है। वही मध्यप्रदेष सरकार में भी भ्रश्टाचार एवं डीमेट घोटाला जैसे गंभीर मामले आम लोगों एवं न्यायालय में आये है बावजूद इसके भ्रश्ट तत्वों को षिवराज संरकार संरक्षण प्रदान कर रही है जो निंदनीय होकर कांग्रेस को आंदोलन करने के लिये मजबूर करेगा एवं ऐसे मुददे जनता के बीच में रखकर कांग्रेस स्थिति स्पश्ट करेंगी।  जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया, विक्रांत भूरिया, राजेष भटट, हेमचंद्र डामोर, जितेन्द्र प्रसाद अग्निहोत्री प्रवक्ता आचार्य नामदेव व हर्श भटट  आदि ने इन दागी मंत्रियों से इस्तीफे की मांग की है यदि इनका इस्तीफा मंजूर नही होता है तो कांग्रेस सडको पर उतरकर भी आंदोलन करने से बाज नही आयेगी।

बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान आर.सेटी के भवन का लोकार्पण 27 जून को

झाबुआ---बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान आर.सेटी के नव निर्मित भवन का शुभारंभ आज 27 जून को होगा। शुभारंभ कार्यक्रम बड़ौदा आर सेटी भवन माधोपुरा झाबुआ में प्रातः 11 बजे से श्री नागेश श्रीवास्तव महाप्रबंधक बैंक आफ बडौदा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया जाएगा।

घरेलु गेस के व्यवसायीक उपयोग करने पर होगी कार्यवाही

झाबुआ---जिला आपूर्ति अधिकारी श्री खांन ने जिले के घरेलू गैस उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे घरेलू गैस का उपयोग व्यावसायिक संस्थाओं पर नहीं करे। जांच के दौरान यदि घरेलू गैस का उपयोग व्यावसायिक संस्थानों पर करते पाये गये तो आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।

मां बेटी बिना बताए घर से गायब

झाबुआ---फरियादी लच्छु पिता चम्पालाल राठौर उम्र 39 वर्ष निवासी अंतरवेलिया ने बताया कि ताराबाई पति लच्छु उम्र 35 वर्ष, कु. निकीता पिता लच्छु उम्र 11 वर्ष अपने घर से बिना बताये कहीं चली गई। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा में गुम इंसान क्र0 4/15 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

बिजली का तार गिरने से मोत 

झाबुआ--- फरियादी मकन पिता वालसिंह डामोर उम्र 40 वर्ष निवासी पलासडोर ने बताया कि बिजीया पिता कवरा भाबोर उम्र 13 वर्ष आम बीनने गया था कि अचानक बिजली के तार उपर गिरने से मृत्यु हो गई। प्रकरण में थाना काकनवानी में मर्ग क्रमांक 23/15, धारा 174 जा0फौ0 कायम किया गया।

सिर मे चोट पहुचाकर की हत्या 

झाबुआ---फरियादी भीमा पिता दुलिया परमार उम्र 23 वर्ष निवासी बिचोली ने बताया कि फरियादी का पिता दुलिया परमार उम्र 40 वर्ष घर से बरसाती लेने का कहकर कल्याणपुरा गया था जो घर वापस नहीं आया। किसी अज्ञात व्यक्ति ने सिर में चोट पंहुचाकर हत्या कर दी। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अप0क्र0 122/15, धारा 302 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

दिवार मे सेंध लगाकर की चोरी  

झाबुआ---फरियादी राजकुमार पिता जोखला डामोर उम्र 40 वर्ष निवासी कल्याणपुरा ने बताया कि अज्ञात बदमाश फरियादी के घर की दीवार खोदकर घर में बंधी 05 बकरी, चांदी की पायल व नगदी रू0 5000/- चुराकर ले गये। प्रकरण में थाना कल्याणपुरा में अप0क्र0 120/15, धारा 457,380 ताहि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (26 जून)

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केदारघाटी में फंसे तीर्थयात्रियों का रेस्क्यू आॅपरेशन रहा सफल, 180 लोगों को हेलीकाॅप्टर तो 843 यात्री पैदल पहुंचे सोनप्रयाग
  • चार धाम यात्रा सुरक्षित और यात्री भी सुरक्षित, बीते दिनोें की बारिश ने लिया हमारा आपदा प्रबंधन का टेस्ट: हरीष रावत

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देहरादून,26 जून।  मुख्य मंत्री हरीष रावत ने कहा बीते दिनोें की बारिश हमारे लिए एक टेस्ट की तरह थी, इसके बाद हम और बहेतर काम करेंगे। उन्होने कहा इस बारिश से अभी तक की क्षति से 50 करोड़ के लगभग का आकलन किया गया है। उन्होने कहा राज्य के चार धाम यात्रा पूरी तरह सुरक्षित चल रही है, गंगोत्री,यमनोत्री,हेमकुंड साहिब की यात्रा रोकी नहीं गयी हैं बल्कि केदार नाथ में अभी यात्रियों को असुविधा से बचाने के  लिये अस्थाई तौर पर सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। राज्य के यात्रामार्ग पर पड़ने वाले पुलों जो बीेते दिन की अप्रत्याषित वर्षा के चलते बह गये थे उनको ठीक कर पुनः यातायात के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होने कहा केदार नाथ के रास्ते में सोनप्रयाग के पास टूटे पुल को जल्द ही ठीक कर दिया जायेगा। उन्होने बताया कि भारी बारिश से अभी तक करीब 6 पुल टूटे हैं इस बारिश से अभी तक की क्षति 50 करोड़ के लगभग हुआ है। उन्होने बताया भारी बारिश के चलते हर स्थिति से निपटने को बड़े अधिकारियो की टीम बनाई गयी है। केदार नाथ और अलग अलग स्थानों से आज करीब लगभग 600 यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर हेलीकाप्टर के जरिये लाया गया है और एक दो दिन के भीतर यात्रा मार्ग की रेकी कर यात्रियों को केदारधाम जाने दिया जायेगा
उन्होने कहा जोशीमठ और गोविंन्द घाट इलाके में वर्षा से भारी नुक्सान हुआ है। लेकिन वहां किसी भी तरह से जानमाल की क्षति नहीं हुई है। हेमकुण्ड व घंधरिया से यात्रियो को सकुशल व सुरक्षित जोषीमठ लाया गया है।
उन्होने बताया हेमकुण्ड मार्ग पर पुलना के आगे घघरिया में तीन पुल टूट चुके हैं। वहां आर्मी और आईटीबीपी और राज्य सरकार के कर्मचारियों सहित 60 लोग पुल बनाने में लगे हंै। उन्होने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए 6 हैलीकाप्टर लगाये गये हैं। 

प्रशासन ने शनिवार तक यात्रा पर लगाई रोक 
केदारनाथ सहित विभिन्न यात्रा पड़ावों पर फंसे 900 से अधिक तीर्थयात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। विषम परिस्थिति को देखते हुए प्रशासन ने शनिवार तक यात्रा रोक दी है। यात्रा प्रभावित होने से पड़ावों पर सन्नाटा पसर गया है। गुरूवार को दिनभर हुई बारिश के चलते गौरीकुंड से केदारनाथ तक सैकड़ों तीर्थयात्री और स्थानीय लोग फंस गए थे। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की मदद से यात्रियों को सुरक्षित पड़ावों पर ही रोक दिया गया। शुक्रवार को मौसम ने पूरा साथ दिया। हालांकि सुबह-सवेरे आसमान में हल्के बादल थे, लेकिन कुछ देर बाद आसमान पूरी तरह खुल गया। केदारघाटी में यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए सुबह से ही रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू हो गया था। केदारनाथ में फंसे 112 तीर्थयात्रियों और 68 स्थानीय लोगों को हेलीकाॅप्टर से शेरसी हेलीपैड पहुंचाया गया। यहां से यात्री अपने गंतव्य की ओर चल दिए। केदारनाथ में 394, लिनचोली में 77, भीमबली में 85, जंगलचट्टी में 29 और गौरीकुंड  में 369 तीर्थयात्री फंसे हुए थे। कुल 954 यात्री केदारनाथ से लेकर गौरीकुंड तक फंसे हुए थे। हालांकि यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, निम और पुलिस के जवान सक्रिय थे। चलने में असमर्थ, बुजुर्ग और बच्चों को हेलीकाॅप्टर से रेस्क्यू करने में प्राथमिकता दी गई। अन्य यात्रियों को जवानों की मदद से पैदल मार्ग के जरिए सोनप्रयाग पहुंचाया गया। कुल 843 तीर्थयात्री पैदल मार्ग से गौरीकुंड पहंुचे। बारिश के कारण रास्ता जगह-जगह क्षतिग्रस्त और फिसलन भरा हो गया है। इसके बावजूद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, निम और पुलिस ने जगह-जगह रास्ता ठीक करते हुए और यात्रियों को कंधे पर उठाते हुए सोनप्रयाग पहुंचाया। 

वर्ष 2013 की आपदा की यादें एक बार फिर हुई ताजा, मंदाकिनी नदी के बढ़े जल स्तर के कारण केदारघाटी के लोग भयभीत
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बुधवार देर रात्रि से बुहस्पतिवार रात तक लगातार हुई बारिश के कारण मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ने से केदारघाटी के आपदा पीडि़तों की रातों की नंदी उड़ गई हैं। बृहस्पतिवार रात भर आपदा पीडि़त क्षेत्रों के लोग खौफ के कारण सौ नहीं पाये। प्रभावितों को हर समय यही डर सता रहा है कि न जाने कब मंदाकिनी नदी विकराल रूप धारण करके एक बार फिर 16-17 जून वर्ष 2013 की यादों को ताजा कर दें। प्रभावित लोगों का रात्रि का अधिकांश समय मंदाकिनी नदी के जल स्तर को देखने में गुजरा। भारी बारिश के कारण केदारघाटी का पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग एक बार फिर से खौफ के साये में हैं। मंदाकिनी नदी किनारे बसे लोग सहमे एवं डरे हुये हैं। उन्हें यही डर सता रहा है कि वर्ष 2013 को मंदाकिनी नदी में आई बाढ़ की पुनरावृत्ति न हो। विगत दो दिनों तक हुई लगातार बारिश के कारण मंदाकिनी के जल स्तर में हुई भारी वृद्धि से केदारघाटी में दहशत का माहौल है। जगह-जगह अस्थाई पुल बहने से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो गई है। बृहस्पतिवार को मंदाकिनी नदी का जल स्तर बढ़ने से कई आपदा प्रभावित अपने घरों को छोड़ने के लिये मजबूर हो गये। नदी का बहाव इतना तेज था कि लोग 16-17 जून 2013 की आपदा को याद करने लगे। गंगानगर, विजयनगर, सिल्ली, जवाहरनगर, बेडूबगड़, चन्द्रापुरी सहित अन्य स्थानों के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जल स्तर बढ़ने से मंदाकिनी नदी किनारे बनाई गई कई सुरक्षा दीवारें भी ध्वस्त हो गई हैं। जबकि कई स्थानों पर सुरक्षा दीवारों के ऊपर से पानी बह रहा है। स्थानीय आपदा पीडि़त रमेश बैंजवाल का कहना है कि मंदाकिनी नदी के जल स्तर में हो रही लगातार वृद्धि के कारण नदी किनारे बसे लोग डरे हुये हैं। केदारघाटी में कभी भी आफत बरस सकती है। ऐसे में प्रशासन को पूर्व से ही नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित रखने की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नदी का जल स्तर बढ़ने से रात्रि के समय लोग अपने घरों को खाली कर सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे हैं। केदारघाटी में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो रहा है। वहीं दूसीर ओर शुक्रवार को अलकनंदा नदी के जल स्तर में भारी वृद्धि देखने को मिली। नदी किनारे स्थित सभी स्नान घाट भी जलमग्न हो गये। नगरपालिका के पुराने कार्यालय तक पानी का स्तर बढ़ गया था। इसके साथ ही विशाल शिव मूर्ति भी जलमग्न हो गई थी। प्रशासन ने भी दोनों नदियों के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया था। 

गांवों को जोड़ने वाले कई लिंक मोटरमार्ग बाधित, ग्रामीण क्षेत्र के लोगांे की बढ़ी दिक्कतें
दो दिनों तक हुई भारी बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले विभिन्न लिंक मोटरमार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गये हैं। अभी तक मोटरमार्गोंं को खोलने की दिशा में विभागों की ओर से कोई पहल शुरू नहीं की गई है। जिस कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मोटरमार्ग बंद होने से कई वाहन भी जगह-जगह फंसे हुये हैं। ग्रामीण कई किमी का पैदल सफर तय करने के बाद अपने गंतव्यों तक पहुंच रहे हैं। लोक निर्माण विभाग के नौ मोटरमार्ग मलबा आने के कारण जगह-जगह बंद पड़ गये हैं। बुधवार से बृहस्पतिवार देर रात्रि तक हुई भारी बारिश के कारण आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहरी क्षेत्रों से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की दिनचर्चा खासी प्रभावित हो गई है। मोटरमार्गों पर जगह-जगह मलबा आने के कारण ग्रामीण लोगों को कई किमी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। ग्रामीण कई बार विभागीय अधिकारियों को मोटरमार्गों के बंद पड़े होने की सूचना दे चुके हैं, लेकिन अभी तक एक भी मोटरमार्ग से मलबा नहीं हटाया गया है। लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग का रुद्रप्रयाग-पोखरी, बुगानी-मयकोटी, पोखरी-कोलूबैंड-तड़ाग, विजयनगर-तैला, खांखरा-खेड़ाखाल, काण्डई-कमोल्डी, रैंतोली-जसोली, ग्वाड़-खेड़ीखाल, रतनपुर-स्वीली-जवाड़ी-दरमोला मोटरमार्ग जगह-जगह मलबा आने के कारण बंद पड़ गये हैं। सभी मोटरमार्गों पर जगह-जगह भारी मात्रा में मलबा आ गया है। मोटरमाार्गों से मलबा हटाने में एक-दो दिन का समय लग सकता है। ऐसे में ग्रामीणों की दिक्कतें ओर अधिक बढ़ सकती हैं। मोटरमार्ग बंद होने के कारण कई वाहन भी जगह-जगह फंसे हुये हैं। ग्रामीण विभाग को समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अभी तक एक भी मोटरमार्ग आवाजाही लायक नहीं खुल पाया है। ग्रामीणों को कई किमी का पैदल सफर तय करने के बाद रोजमर्रा की सामग्री जुटानी पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर पीएमजीएवाई जखोली के अंतर्गत तिलवाड़ा-सौंराखाल मोटरमार्ग पर घेंघडखाल के निकट भारी मात्रा में मलबा आने के कारण कई वाहन फंस गये हैं। मोटरमार्ग पर मलबा आने के कारण ग्रामीणों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आशा डिमरी ने विभागीय अधिकारियों से शीघ्र मोटरमार्ग से मलबा हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मोटरमार्ग पर मलबा आने के कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ वाहन के फंसने से समस्याएं ओर अधिक बढ़ गई हैं। इधर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता इन्द्रजीत बोस का कहना है कि मोटरमार्गों को खोलने के लिये जेसीबी मशीनें भेजी जा रही हैं। एक-दो दिन के भीतर सभी मोटरमार्गों से मलबा हटाया जाएगा। 
बारिश थमने से ली लोगों ने राहत की सांस, विभिन्न पड़ावों में फंसे यात्रियों को निकालने का काम शुरू

देहरादून,26 जून(निस)। शुक्रवार को गढ़वाल मंडल में बारिश थमने से लोगों ने राहत की सांस ली है। सुबह से ही पर्वतीय जनपदों में धूप खिली हुई है। वहीं कुमाऊं मंडल के पर्वतीय जनपदों में अब भी बारिश जारी है। हाईवे बंद होने से बदरीनाथ, हेमकुंड, गंगोत्री व केदारनाथ यात्रा बंद पड़ी है। बारिश थमने के बाद प्रशासन ने केदारनाथ, बदरीनाथ समेत विभिन्न यात्रा पड़ावों में फंसे यात्रियों को हेलीकॉप्टर से निकालने का काम शुरू कर दिया है। साथ ही प्रशासन ने बंद पड़े हाईवे खोलने का काम भी तेज कर दिया। गुरुवार को हुई मूसलाधार बारिश से पर्वतीय क्षेत्रों में कई स्थानों पर सड़कें धवस्त हो गई थी। रुद्रप्रयाग जनपद में के लिए गुप्तकाशी-गौरीकुंड हाईवे मुनकटिया के पास ध्वस्त हो गया था। साथ ही सोनप्रयाग के पास मंदाकिनी नदी में बना मोटर पुल भी ध्वस्त हो गया। इसके गौरीकुंड हाईवे पूरी तरह से बंद है। हालांकि सोनप्रयाग के पास पैदल पुल सुरक्षित है, यहां से लोग पैदल जा सकते हैं। बारिश के चलते प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से हेमकुंड व केदारनाथ यात्रा शुक्रवार को भी रोकी हुई है। फिलहाल केदारनाथ समेत विभिन्न यात्रा पड़ावों में फंसे यात्रियों को हेलीकॉप्टर से निकालने का काम शुक्रवार की सुबह छह बजे से शुरू कर दिया गया। केदारनाथ समेत गौरीकुंड, लिनचोली, भीमबली आदि यात्रा पड़ावों में गुरुवार को करीब सात सौ से अधिक यात्रियों को रोक दिया गया था। चमोली जिले में सुबह कुछ देर बूंदाबांदी के बाद मौसम साफ हो गया। हेमकुंड व बदरीनाथ से यात्रियों को जोशीमठ पहुंचाने के लिए चार हेलीकॉप्टर लगा दिए गए हैं। विभिन्न स्थानों पर बंद बदरीनाथ हाईवे को खोलने का कार्य सुबह से ही शुरू कर दिया गया। पीपलकोटी से लेकर बदरीनाथ तक हाईवे कई स्थानों पर भूस्खलन से बंद है। अभी बीआरओ ने पागलनाला, चमोली व मैठाणा में हाईवे खोल दिया, लेकिन टंगणी, पीपलकोटी, लामबगड़, रडांग बैंड आदि स्थानों पर हाईवे बंद है।

फूलों की घाटी को जाने वाला पुल बहा

देहरादून,26 जून(निस)। गुरुवार को लक्ष्मणगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने से गोविंदघाट से फूलों की घाटी को जाने वाला पुल बह गया था। इसके स्थान पर दूसरा पुल तैयार करने को सेना के जवान मौके के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं गुरुवार की रात को अलकनंदा व लक्ष्मण गंगा का जलस्तर बढ़ने से गोविंदघाट में पार्किंग में खड़ी दो कार नदी में समा गई,साथ ही गोविंदघाट गुरुद्वारे के नीचले हिस्से में पानी घुसने से वहां ठहरे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। सभी को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। अभी बदरीनाथ पीपलकोटी से लेकर बदरीनाथ तक विभिन्न यात्रा पड़ावों में करीब तेरह हजार यात्रियों को सुरक्षा के लिहाज से ठहराया हुआ है। इनमें बदरीनाथ में करीब तीन हजार, घांघरिया में पांच हजार, गोविंघाट में 1500 यात्री हैं। बदरीनाथ, हेमकु्ंड व गोविंदघाट आदि स्थानों के निरीक्षण के लिए सुबह हेलीकॉप्टर से अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा व हेमकुंड गुरुद्वारा कमेटी के उपाध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा गोविंदघाट पहुंच गए। वहीं देवीय आपदा सचिव व लोक निर्माण सचिव व अन्य विभागों के अधिकारी, सोनप्रयाग व गोविंदघाट का निरीक्षण कर रहे हैं। उत्तरकाशी में सुक्की व हर्षिल के पास गंगोत्री हाईवे मलबा आने से बंद पड़ा है। इसे खोलने के लिए बीआरओ ने मशीने लगाई हुई है। हाईवे बंद होने के कारण गंगोत्री व अन्य पड़ावों में करीब छह सौ यात्रियों को ठहराया हुआ है। पौड़ी जनपद में सुबह से धूप खिली है। अभी जिले के दस संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं। चारधाम यात्रा की सुरक्षा और सुविधा के लिए एसडीआरएफ की टीम गोविंदघाट व गुप्तकाशी भेज दी गई है। साथ ही व्यवस्थाओं पर नजर रखने को मुख्यमंत्री के सलाहकार रनजीत सिंह रावत घांघरिया पहुंच गए। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ और पुलिस की सहायता से सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। कहीं किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।

कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश जारी

देहरादून,26 जून(निस)। कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश जारी है, जबकि तराई भाबर में मौसम खुल गया है। पिथौरागढ़ में लगातार बारिश के चलते धारचुला-मुनस्यारी- डीडीहॉट मार्ग बंद है। पिथौरागढ़- टनकपुर और अल्मोडा मार्ग भी बंद पड़ा है। जिले के सीमान्त इलाके में संचार व्यवस्था ठप है। चंपावत में गुरुवार से लगातार बारिश जारी है। हाईवे पर मलवा आने से आवाजाही प्रभावित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों की सडकें बंद हो गई हैं। दूरदराज के कुछ इलाकों की बिजली गुल है। नदी नाले उफान पर हैं। इधर दो दिन से लगातार हो रही बारिश से चंपावत जिले में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शुक्रवार की सुबह तक चंपावत में 155 एमएम व बनबसा में 159 एमएम बारिश हुई। बनबसा में शारदा नदी का जल स्तर 221.50 पर पहुंच गया है। शुक्रवार की सुबह 11 बजे 255872 क्यूसेक पानी चल रहा था। आपदा कंट्रोल रूम शारदा का जल स्तर 221.70 होने पर अलर्ट जारी करता है, लेकिन बैराज से एहतियातन सुबह ही अलर्ट जारी कर दिया गया था। बारिश की वजह से धौन- सल्ली, धौन- द्यूरी व मंच- नीड़ मोटर मार्ग बंद है। लगातार बारिश व भूस्खलन के चलते नैनीताल जिले की 15 सड़कें बंद हो गई। इसमें जिला मुख्यालय को जोड़ने वाला भुजान बेतालघाट गर्जिया के अलावा चीनखानं-अंजड़, पंगोट-कुंजखड़क,रुसी-खुरपाताल, सेनिटोरियम-सिरोड़ी, देवीपुरा-सौड़, देवीपुरा-बोहरगाव, अमृतपुर-बानना, घोड़ाखाल-धुलई, भंडारपानी- पाटकोट, मोरनौला-मझेड़ा, ढोलीगांव आदि मार्ग प्रमुख हैं।

विद्युत उत्पादन ठप्प पड़ा

देहरादून,26 जून(निस)। गंगा में जलस्तर बढ़ने के साथ सिल्ट और गाद की मात्र भी बढ़ गई है। इसके चलते चीला जल विद्युत गृह में बिजली उत्पादन ठप हो गया। गंगा में उफान के बाद प्रातः छह बजे जल विद्युत निगम ने फ्लड पास करने के लिए बैराज में सभी फाटक खोल दिए थे। इसके बाद सात बजे चीला में उत्पादन निल हो गया। अभी उत्पादन शुरू होने की कोई गुंजाइश नहीं है। पहाड़ों में हुई बारिश से गंगा में उफान में आ गई। टिहरी झील का जलस्तर 746.76 मीटर पहुंच गया है। इससे कोई खतरा नहीं है। वहीं डोबरा-भिलंगना मोटर मार्ग बंद है। ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा 339.50 मीटर से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है । जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक जलस्तर 10 सेंटीमीटर तक और बढ़ सकता है। ऋषिकेश में 340.50 मीटर पर है खतरे का निशान। ऋषिकेश व आसपास क्षेत्र के गंगा तटीय इलाकों में प्रसाशन ने अलर्ट जारी किया है। हरिद्वार में गंगा खतरे निशान से करीब दो मीटर 60 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। तटवर्ती इलाकों में खासकर सतर्कता बरती जा रही है। 

कैलास मानसरोवर यात्रियों का चैथा दल रोका

देहरादून,26 जून(निस)। कैलास सरोवर यात्रा मार्ग खेत और छिरकिला के पास बंद पड़ा है। साथ ही वैकल्पिक मार्ग तीनतोला के पास मलबा आने से बंद है। इस पर सुरक्षा की दृष्टि से पैदल यात्रा में जाने वाले चैथे दल को अभी आधार शिवीर धारचुला ही रोका गया है। यह गुरूवार को धारचूला पहुंचा था। शुक्रवार को इसे पैदल पड़ाव सिरखा रवाना होना था। दल में 54 सदस्य है। इधर गुरुवार सुबह व्यालधार के पास मार्ग पर मलबा आने से छोटा कैलास जा रहा चैथा तीर्थयात्रियों का दल चार घंटे फंसा रहा। बीआरओ के मार्ग को खोलने के बाद तीर्थयात्री आगे बढ़े। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे बारिश के चलते धारचूला से 27 किलोमीटर दूर व्यालधार के पास मार्ग पर मलबा आग गया। इससे छोटा कैलास जा रहा चैथा दल फंस गया। सूचना पर बीआरओ की टीम मौके पर पहुंची। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद मार्ग को खोला गया। इसके बाद तीर्थयात्रियों का दल आगे रवाना हो गया। दल में 26 तीर्थयात्री हैं।

शिक्षक दिवस पर ‘गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड‘ से सम्मानित होंगे राज्य के उत्कृष्ट शिक्षक

देहरादून, 26 जून (निस)। राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल द्वारा लिए गये निर्णयानुसार प्रत्येक वर्ष 05 सितम्बर व शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्य के श्रेष्ठ शिक्षकों को राजभवन में ‘गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड‘ से सम्मानित किया जायेगा। राज्य गठन के बाद आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में श्रेष्ठ शिक्षकों को राज्यपाल द्वारा सम्मानित किए जाने का यह पहला अवसर होगा। राज्यपाल के प्रस्तावानुसार अवार्ड हेतु प्रत्येक जनपद के शासकीय विद्यालयों से राज्य सरकार द्वारा दो श्रेष्ठ शिक्षकों का चयन किया जायेगा जिनमें एक शिक्षक महिला वर्ग एवं एक पुरूष वर्ग से चयनित होगा। इस प्रकार राज्य के कुल 13 जनपदों से 26 श्रेष्ठ शिक्षक व शिक्षिकाओं को प्रतिवर्ष यह सम्मान दिया जायेगा। इसके अन्तर्गत चयनित शिक्षक व शिक्षिका को राज्यपाल द्वारा पाँच हजार रूपये की नकद धनराशि तथा ‘गवर्नर्स टीचर्स अवार्ड‘- प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन, ज्ञान देकर उनका भविष्य संवारने, उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक व अच्छा इंसान बनाकर उन्हें राष्ट्र निर्माण हेतु मजबूत इकाई के रूप में तैयार करने के लिए समर्पित शिक्षकों का सम्मान करना पूरे समाज का दायित्व है, यह हमारी परम्परा भी रही है, सम्मान से शिक्षकों का मनोबल ऊँचा रहता है।

खोदी गयी सड़क दोबारा बनाने को लेकर लोगांे ने लगाया जाम

देहरादून, 26 जून (निस)। सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़क को दोबारा ठीक नहीं करने से गुस्साए स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को चकराता रोड जामकर दी। उन्होंने एडीबी प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। जाम से राहगीरों और वाहनों में बैठे लोगों को खासी दिक्कतें हुई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और लोगों की बीच नोकझोंक की स्थिति भी पैदा हुई। काफी देर बाद आश्वासन मिलने के बाद लोगों ने जाम हटाया। शुक्रवार को भाजपा पार्षद अमिता सिंह के नेतृत्व में विजयपार्क, हरी विहार, हरिकुंज, नेहरू एन्कलेव के लोग भारी संख्या में चकराता रोड पर बल्ड बैंक के समीप एकत्रित हुए और रोड जाम कर दिया। लोगों का कहना था कि एडीबी ने एक साल पहले क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाने के लिए सड़क खोदी थी। अभी तक सड़क की मरम्मत नहीं की है। इसके चलते मार्ग पर रोजाना दुपहिया चालक फिसलकर चोटिल हो रहे हैं, वहीं बरसात से मार्ग पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है। जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रही। गर्मी में परेशान लोगों ने प्रदर्शनकारियों से मार्ग खोलने का अनुरोध भी किया, लेकिन वो नहीं माने। सूचना पर पहुंची गढ़ी कैंट पुलिस ने व्यवस्था बनाने के लिए यातायात दूसरी रोड पर डायवर्ट किया। जाम लगने के एक घंटे बाद भी एडीबी और प्रशासन के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। बाद में आश्वासन के बाद लोगों ने जाम खोला।  प्रदर्शन करने वालों में कमलेश्वरी रौतेला, जगजीत भाटिया, सरोज भाटिया, विपिन डबराल आदि शामिल थे।

युवक ने पंखे से लटककर की खुदकुशी

देहरादून, 26 जून (निस)। तीर्थनगरी ऋषिकेश के बापूग्राम में शादी के एक महीने बाद एक युवक ने पंखे से लटककर खुदकुशी कर दी। वह लंबे समय से अवसादग्रस्त बताया जा रहा था। घटनास्थल से कोई सुसाइट नोट भी नहीं मिला है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मिली जानकारी के अनुसार बापूग्राम गली नम्बर-2 निवासी रविंद्र उर्फ टिंकू (25 वर्ष) पुत्र पृथ्वीपाल सिंह शुक्रवार सुबह जब काफी देर तक नहीं उठा। इस पर रविंद्र के कमरे का दरवाजा परिजनों ने जबरदस्ती खोला। कमरे में उसका शव पंखे पर लटका हुआ था। सूचना पर पंहुची पुलिस ने शव पंखे से नीचे उतार कर कमरे की तलाशी ली। आईडीपीएल चैकी प्रभारी प्रकाश पोखरियाल ने बताया पिछले कुछ समय से रविंद्र मानसिक रूप से परेशान था, उसका जॉलीग्रांट अस्पताल में इलाज भी चल रहा था। बताया कि उसकी शादी करीब एक माह पूर्व हुई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

नशे के खिलाफ मिलकर करना होगा जागरूकः अनूप नौटियाल 

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देहरादून, 26 जून (निस)। नशाखोरी और नशीली दवाओं के बढ़ते प्रचलन का सबसे ज्यादा गलत असर प्रदेश के युवाओं पर देखने में आ रहा है। नशे के व्यापार पर प्रतिबंध होने के बावजूद इस धंधे को चलाने वाले पैसे और अपनी पहुंच के बलबूते पर चोरी छुपे युवाओं को नशे का लती बनाकर उनके भविष्य को अंधकारमय बना  रहे हैं। नशामुक्त समाज निर्माण के लिए नशे के दुष्परिणामों के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाना होगा, जिसमें समाज के हर वर्ग को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। यह बात नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के मौके पर इंडियन मीडिया सेंटर, आईएमसी उत्तराखंड के चेयरमैन एवं स्वास्थ्य विषयों के जानकार अनूप नौटियाल ने कही। अनूप नौटियाल ने कहा है कि युवाओं में बढ़ती नशे की लत को छुड़ाने और उन्हें जागरूक करने के लिए आईएमसी की ओर से समाज के हर वर्ग के लोगों को साथ लेकर समय-समय पर गोष्ठियों का आयोजन किया जाता रहा है। इस दौरान साझा रूप से निकलकर आने वाले विचारों और सुझावों से प्रदेश सरकार को अवगत करवाने का कार्य भी आइएमसी की ओर से किया जा रहा हैै। अनूप नौटियाल ने बताया कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने छात्रों को नशे से दूर रखने के लिए पुलिस-प्रशासन को स्कूलों के आस-पास नशीली वस्तुओं पूरी तरह रोक लगाने और इस धंधे में लिप्त लोगों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। नशे पर रोक की दिशा में यह एक अच्छी शुरूआत कही जा सकती हैै। अनूप नौटियाल ने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी करने तस्करों के पुलिस के गिरफ्त में आने वाली सभी खबरों में पुलिस को मिलने वाली पूर्व सूचना सबसे बड़ा आधार होती है। इस मुहिम में और अधिक तेजी लाए जाने की जरूरत है जिसके लिए पुलिस को अपने पूर्व सूचना देने वाले तंत्र को और अधिक मजबूत बनाना होगा। क्षेत्रवासियों का सहयोग भी इस कार्य में सफलता पाने का एक बड़ा जरिया बन सकता है। अनूप नौटियाल ने कहा कि समाज के विकास के लिए सभी व्यक्तियों का स्वस्थ होना बेहद जरूरी है। उन्होंने नशे की लत से दूर रहने और अपने आस-पास के लोगों के साथ यथासमय इस विषय पर चर्चा करने के साथ ही नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के मौके पर युवाओं से नशे की आदत का शिकार न बनने का आह्वान किया है।

चेन लूट का प्रयास करता युवक दबोचा

देहरादून, 26 जून (निस)। शुक्रवार की सुबह मोर्निंग वॉक पर निकली महिला से चेन लूटने का प्रयास कर रहे एक युवक को स्थानीय लोगों ने दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया। आरोप युवक समाज कल्याण विभाग के एक एकाउंटेंट का बेटा बताया जा रहा है।मिली जानकारी के आनुसार, शुक्रवार सुबह सारिका पत्नी जितेंद्र निवासी मोहनी रोड घर के समीप टहलने गई थी। बताया जा रहा है कि इस दौरान अचानक पीछे से एक युवक आया और महिला का मुंह दबा दिया। महिला इससे पहले कुछ समझ पाती उसने गले में हाथ डालकर चेन खींचने की कोशिश कर दी। महिला के शोर मचाने पर युवक बिना चेन लूटे भागने लगा। उसे कुछ लोगों ने पीछा करते हुए कुछ दूरी पर पकड़ लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। आरोपी ने पूछताछ में अपना नाम अभिषेक राणा पुत्र यशवंत राणा निवासी नेहरू कॉलोनी बताया। उसने बताया कि उसक पिता यशवंत राणा समाज कल्याण विभाग में एकाउंटेंट हैं। 

दो स्थानों पर चट्टानें खिसकने से मार्ग बंद

पिथौरागढ़, 26 जून (निस)। टनकपुर तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग में पिथौरागढ़ से धारचूला के मध्य दो स्थानों पर चट्टानें खिसकने से मार्ग बंद हो गया है। पलेटा मंदिर के पास चट्टानें खिसकने से मंदिर के पुजारी और उनके साथ एक व्यक्ति बाल-बाल बचे हैं। मलबे में आ गए पुजारी और दूसरे व्यक्ति को काफी मशक्कत के बाद निकाला जा सका। खिरचिना के पास विशाल चट्टानें खिसक कर आने से मार्ग बंद हो चुका है। दोनों तरफ सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। उधर काली नदी का जलस्तर धारचूला में खतरे के निशान तक पहुंच चुका है। नेपाल में बंगाबगड़ जाने वाला पैदल मार्ग बह चुका है। चल गांव में दो पुल बहने से गांव टापू बन चुका है। भारी वर्षा के चलते हाईवे किनारे स्थित सतगढ़ मंदिर के पास मलबा आ गया था। मलबा आने से मंदिर परिसर के कक्ष में बैठे मंदिर के पुजारी और एक अन्य व्यक्ति मलबे में फंस गए थे। इस दौरान सड़क से गुजर रहे वाहनों के यात्रियों ने दोनों को बाहर निकाला । मलबे में दबने से दोनों को हल्की चोटें आई हैं। दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। वहीं इस स्थान से लगभग 15 किमी दूर खिरचना के पास विशाल चट्टानें टूट कर सड़क में आ गई है। फलस्वरूप दो बजे से सैकड़ों वाहन और यात्री फंसे हुए हैं। देर सायं तक मार्ग नहीं खुलने से कई वाहन वापस लौट चुके हैं। उधर थल, मुनस्यारी मार्ग में हरडिया और रातीगाड़ के पास फिर मलबा आ गया है। इस स्थान पर रामगंगा नदी में बनी झील बढ़ती जा रही है । धारचूला में काली नदी भारत नेपाल पुल पर खतरे के निशान से थोड़ा नीचे बह रही है। काली नदी का जल स्तर बढ़ने से नेपाल में बंगाबगड़ जाने वाला पैदल मार्ग बह चुका है। नदी का जलस्तर लगातार बढ रहा है। जिसके चलते धारचूला से लेकर जौलजीवी तक नदी किनारे रहने वाले लोग भयभीत हैं। उधर दारमा में चल गांव को दोनों तरफ से जोड़ने वाले घटगाड़ पुल और धौली गंगा नदी के पुल बह चुके हैं। धौलीगंगा नदी किनारे स्थित चल गांव टापू बन चुका है। धारचूला से पूजा के लिए चल गांव पहुंचे लोग फंस चुके हैं।

सीमांत जिले में जमकर बरसा पानी

पिथौरागढ़़, 26 जून (निस)। सीमांत जिले में मानसूनी वर्षा ने दस्तक दे दी है। पिछले 15 घंटे से लगातार आसमान बरस रहा है। मुनस्यारी तहसील क्षेत्र में आठ घंटे के भीतर जिले में सर्वाधिक 34 एमएम वर्षा हुई है। जिले की प्रमुख काली, गोरी, धौली , सरयू , रामगंगा और मंदाकिनी नदियां ऊफान पर हैं। गोरी नदी का कहर शुरु हो गया है। बसंतकोट के पास गोरी नदी पर बना पुल बह गया है। फलस्वरूप गोरी पार क्षेत्र के एक दर्जन गांवों की लगभग 11 हजार की आबादी अलग-थलग पड़ गई। यहां पर गरारी की रस्सी भी गल कर टूट चुकी है। मदकोट में नदी किनारे बन रहे अधूरे तटबंध डूबने लगे हैं। नदी का जलस्तर बढ़ने से निर्माण सामग्री पानी में बह गई है। साइपोलों गांव में पहाड़ की तरफ से भूस्खलन शुरू हो चुका है। लगातार पत्थर गिर रहे हैं। मलबे की चपेट में आने से एक भैंस की दबकर मौत हो गई है। 2013 के आपदा प्रभावित क्षेत्र में दहशत बनी है। थल-मुनस्यारी मार्ग मलबा आने से आठ घंटे बंद रहा। बुधवार की रात 12 बजे के आसपास से पानी बरसना शुरू हुआ। सुबह आठ बजे तक पिथौरागढ़ में 21 एमएम, गंगोलीहाट में 27 एमएम, बेरीनाग में 10.6 एमएम, डीडीहाट में 14 एमएम, मुनस्यारी में 34 एमएम और धारचूला में 13 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई । गुरुवार को दिनभर आसमान बरसता रहा। इस दौरान कई स्थानों पर भू-कटाव शुरू हो चुका है। भारी वर्षा से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में एक बार स्थिति फिर खराब होने लगी है। गोरी नदी में बसंतकोट के पास बना लकड़ी का पुल गोरी नदी के बहाव में बह गया। इस स्थान पर आवाजाही के लिए बनी गरारी की रस्सी सड़कर टूट गई है। गोरीपार के बोथी, ङ्क्षरगू चुलकोट, फाफा, जौलढुंगा, धूरातोली, बसंतकोट, उच्छैती, बादनी सहित एक दर्जन से अधिक गांवों का शेष जगत से सम्पर्क भंग हो चुका है। थल -मुनस्यारी मार्ग में हरडि़या और रातीगाड़ के पास मलबा आने से मार्ग आठ घंटे बंद रहा। दोपहर 12 बजे मार्ग खुला। क्षेत्र में भारी वर्षा होने से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में खौफ बना हुआ है।

राज्य पुष्प ब्रहाकमल पर विलुप्ति का खतरा

रुद्रप्रयाग़, 26 जून (निस)। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाना वाला राज्य पुष्प ब्रह्मकमल पर भी विलुप्ति का खतरा मंडराता दिख रहा है। सावन के महीने में बड़ी संख्या में पैदा होने वाला यह पुष्प अब धीरे-धीरे कम दिखाई दे रहा है। राज्य पुष्प के साथ ही यह भोले बाबा के भक्तों में बड़ी श्रद्धा भक्ति से देखा जाता है। वहीं वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा का असर भी इस पुष्प पर इस घाटी में देखा जा रहा है। समुद्र तल से दस हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर पाया जाना वाला राज्य पुष्प केदारपुरी के आस-पास काफी कम संख्या में मिल पाता है। प्रत्येक वर्ष यह पुष्प सावन के महीने में उगता है और अगस्त महीने तक पाया जाता है। आपदा से पूर्व केदारनाथ मंदिर से ऊपर बासुकीताल, समेत ऊचाई वाले स्थानों पर बड़ी संख्या में यह देखा जाता था। वहीं चमोली में फूलों की घाटी में भी यह काफी दिखाई देता है। श्रवन में भोले के भक्त इस पुष्प को शिव भगवान पर चढ़ाते हैं। माना जाता है कि इसके चढ़ावे से भोले बाबा अपने भक्तों पर काफी प्रसन्न होते हैं और उनकी मनोकामना पूरी करते हैं। हालांकि लगातार मौसम में आ रहे परिवर्तन का असर भी इस पुष्प पर पड़ रहा है। एक दशक पूर्व केदारपुरी में यह पुष्प आम भक्त चढ़ावे के लिए लाते थे, लेकिन अब धीरे-धीरे यह विलुप्ति की ओर बढ़ रहा है। केदारनाथ में भी मौसम में आ रहे बदलाव का असर इस पर पड़ रहा है। वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा से भी इस पुष्प को इस घाटी में काफी नुकसान पहुंचा है। चारो ओर ऊबड़ खाबड़ व मलबा होने से यह नहीं उग रहा है। धार्मिक महत्व के साथ ही ब्रह्मकमल औषधीय पौधे के रुप में भी बहुत उपयोगी है। खासी, जुकाम, जोड़ों के दर्द समेत कई अन्य प्रकार बीमारियों के लिए यह बहुउपयोगी है। इस पुष्प की खास बात यह है कि यह पत्थरों एवं चट्टानों पर उगता है। ऐसे में इस पुष्प के संरक्षण के लिए सरकार की ओर से पहल की जरूरत है। 

प्रवर्तन निदेशालय की सूची में मंत्रियों के नाम आना गंभीर: अजय भट्ट

देहरादून,26 जून (निस)। नेता  प्रतिपक्ष उत्तराखण्ड विधानसभा श्री अजय भट्ट ने कहा कि ईडी के पास प्रदेष के दो मंत्रियों के नाम आना बहुत ही गम्भीर बात है। उन्होंने कहा कि ईडी (प्रवर्तन निदेषालय) की ओर से आरोप है कि प्रदेष के दो मंत्रियों द्वारा जीमन के करोबार में करोड़ों रूपये निवेष किये गये हैं। श्री भट्ट ने कहा कि जब ईडी द्वारा एमडीडीए से इस संबन्ध में ब्यौरा मांगा जा रहा है तो प्रदेष सरकार के ईषारे पर उन्हें उक्त सम्बन्ध में ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को षीघ्र ही उन मंत्रियों के नाम सार्वजनिक करने होंगे। उन्होने कहा कि प्रदेष सरकार पर प्रारम्भ से विपक्ष द्वारा लगाये जा रहे सभी आरोप धीरे-धीरे सिद्ध हो रहे हैं, चाहे वह षराब माफियाओं का हो या खनन माफियाओं का और अब जमीन माफियाओं से साॅठ-गाॅठ के मामले और उसमें करोड़ों रूपये निवेष के मामले में मंत्रियों का नाम आने से भी साबित हो रहा है कि सरकार किस तरह से माफियाओं के साथ मिली हुई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि माफिया चाहे जमीन के हों या षराब और खनन के सभी की जड़ें सरकार द्वारा मजबूत की गयी हैं। उन्होंने कहा कि तीन दिन पूर्व जब कोटद्वार के एसडीओ द्वारा अवैध खनन के खिलाफ कार्यवाही करने का अभियान चलाया गया तो माफियाओं द्वारा पहले उन्हें कई मिलों तक दौड़ाया गया और पीछा करने के बाद जब उनके द्वारा ट्रैक्टर ट्राली रोकने का प्रयास किया गया तो चालक द्वारा उनके ऊपर ट्राली चढ़ाने का प्रयास किया गया किसी तरह से उनके द्वारा अपनी जान बचाई गयी और इसके बाद चालक फरार हो गया। श्री भट्ट ने कहा कि माफियाओं को सरकार ने इतना मजबूत किया है कि जब एसडीओ कोतवाली में तहरीर लिखवाने गये तो उन्हें पुलिस द्वारा दो घण्टे कोतवाली में बिठाये रखा किन्तु फिर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं करायी गयी अंततः एसपी पौड़ी के फोन आने के बाद खनन माफियओं के खिलाफ तहरीर लिखी गयी इससे भी स्पश्ट होता है कि खनन माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हैं कि सरकार के दबाव में पुलिस भी उनके खिलाफ कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। श्री भट्ट ने कहा कि प्रदेष सरकार जनता की नहीं माफियाओं की सरकार है क्योंकि तीन दिन बाद भी पुलिस उस ट्रैक्टर चालक को नहीं पकड़ पायी जो दिन दहाड़े एसडीओ को कुचलने का प्रयास कर रहा था इतना ही नहीं कुछ दिन पूर्व ही यह वाहन अवैध खनन के मामले में सीज होकर छूटा था इसके बाद भी उसे नहीं पकड़ा जाना सिद्ध करता है कि माफिया ही सरकार चला रहे हैं।  भट्ट ने कहा कि जनता के प्रति सरकार कितनी संवेदनहीन है इसकी बानगी कल की छोटी बारिष से देखने को मिली कि आपदा के कार्यों की गुणवत्ता पर सरकार ने कितना ध्यान दिया एक छोटी सी बारिष में ही आपदा क्षेत्रों के क्रमषः सोनप्रयाग और गौरीकुण्ड को जोड़ने वाला मोटर पुल, मंदाकिनी में बना अस्थाई पुल जो कालीमठ को जोड़ता था तथा पिथौरागढ़ के बसंतकोट में गोरी नदी का पुल पूरी तरह से बह गये। तथा इसके अलावा भी आपदाग्रस्त क्षेत्रों में हजारों यात्री फॅसे हुए हैं।  

नगर निगम के अतिक्रमण की एस.डी.एम. को शिकायत

काशीपुर,26 जून (निस)। नगर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिये जिम्मेदार नगर निगम काशीपुर द्वारा ही अतिक्रमण किया गया हैै। प्रतिष्ठित समाज सेवी संस्था माकाक्स द्वारा इस पर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 133 व 144 के अन्तर्गत कार्यवाही कराने को उप जिला मजिस्ट्रेट, काशीपुर को शिकायत की हैै। प्रतिष्ठित समाज सेवी संस्था मौलाना अबुल कलाम आजाद अल्पसंख्यक कल्याण समिति (माकाक्स) की ओर से केन्द्रीय अघ्यक्ष नदीम उद्दीन एडवोकेट द्वारा हस्ताक्षरित शिकायत उपजिलाधिकारी कार्यालय में प्राप्त करायी गयी हैै। इस शिकायत में नगर निगम काशीपुर के विरूद्ध दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 133 व 144 के अन्तर्गत कार्यवाही करके अतिक्रमण व न्यूसेन्स हटाने की प्रार्थना एस.डी.एम. काशीपुर से की गयी है। श्री नदीम द्वारा हस्ताक्षरित प्रार्थना पत्र के अनुसार नगर निगम काशीपुर द्वारा जे.सी.बी. व कूड़े के वाहन खड़े करके नगर पालिका परिसर के मुख्य मार्ग को अवरूद्ध किया गया है। पालिका के वाहनों के लिये कांफ्रेंस हाल के नीचे स्थान बनाया गया है उसमें यह वाहन नहीं खड़े किये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त पालिका के स्वामित्व की दुकानों के किराएदारों द्वारा अपनी दुकानों के सामने की सड़क की भूमि घेरने, उसमें वाहन खड़े कराकर तथा अन्य व्यक्तियों को फड़ लगवाकर मार्गों को अवरूद्ध किया जा रहा है। श्री नदीम ने बताया कि अगर एस.डी.एम. द्वारा शीघ्र प्रभावी कार्यवाही नहीं की जाती है तो मा0 उच्च न्यायालय, मानवाधिकार आयोग, लोकायुक्त सहित अन्य सक्षम प्राधिकारियों की शरण ली जायेगी।

सीएम ने केन्द्रीय मंत्री से मांगा बजट 

देहरादून, 26 जून (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केन्द्रीय ग्रामीण विकास, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री चै. विरेंद्र सिंह को पत्र के माध्यम से राज्य में चल रही विभिन्न योजनाओं के लिए बजट स्वीकृति की मांग की। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री श्री रावत को आज नई दिल्ली में केन्द्रीय मंत्री से भेट करनी थी, किन्तु प्रदेश में भारी वर्षा से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए दिल्ली का दौरा बीच में स्थगित कर देहरादून लौट आये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने पत्र के माध्यम से केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराया कि भारत सरकार के ध्वजवाहक कार्यक्रम राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति कार्यक्रम एवं स्चच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) का संचालन राज्य के समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हो रहा है। इसके लिए राज्य को राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति कार्यक्रम में 250 करोड़ रुपये का परिव्यय (केद्रांश) की स्वीकृति प्रदान करे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्ष 2015-16 में प्रथम किश्त के रूप में रूपये 43.20 करोड़ की धनराशि उत्तराखण्ड राज्य को अवमुक्त किये जाने की सूचना भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड की गई थी, लेकिन अभी तक राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति कार्यक्रम के अन्र्तगत वर्ष 2015-16 के परिव्यय के सापेक्ष में भारी कटौती कर दी गयी है। वर्ष 2014-15 में उत्तराखण्ड राज्य हेतु उक्त कार्यक्रम मंे स्वीकृत परिव्यय रूपये 145.67 करोड़ (केन्द्रांश) भारत सरकार द्वारा निर्धारित किया गया था, जिसके सापेक्ष वर्ष 2014-15 में राज्य को 111.48 लाख रूपये की धनराशि केन्द्रांश के तहत अवमुक्त की गयी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्तमान स्वीकृत परिव्यय की सूचना राज्य को नहीं दी गयी है, किन्त पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अवमुक्त की गयी। प्रथम किश्त की राशि से लग रहा है कि वर्तमान वर्ष (वर्ष 2015-16) में उक्त कार्यक्रम में स्वीकृत परिव्यय के सापेक्ष केंद्र सरकार कटौती कर सकती है, मुख्यमंत्री ने कटौती न किये जाने का अनुरोध किया। राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधीन 797.25 करोड रुपये लागत की 363 ग्रामीण पेयजल योजनाएं निर्माणधीन है एवं इन योजनाओं पर माह अपै्रल, 2015 तक रूपये 423.96 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गयी है। इस प्रकार इन योजनाओं को पूर्ण करने हेतु अवशेष धनराशि रूपये 373.26 करोड़ की आवश्यकता है। इसके अलावा 335.91 करोड़ रुपये लागत की 72 ग्रामीण पेयजल योजनाओं की डीपीआर तैयार कर ली गई है। अन्य नयी योजनाओं के भी प्रस्ताव है, जिनकी डी.पी.आर. तैयार की जा रही है। इस प्रकार स्वीकृत निर्माणधीन योजनाओं एवं प्रस्तावित योजनाओं को पूर्ण करने के लिए 708.17 करोड़ रुपये धनराशि की आवश्यकता होगी। इसके अतिरिक्त पूर्ण ग्रामीण पेयजल योजनाओं के रखरखाव हेतु एवं सहयोग गतिविधियों हेतु वर्ष 2015-16 में कम से कम रूपये 40 करोड़ की धनराशि की और आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2015-16 में भारत सरकार द्वारा उक्त कार्यक्रम के राज्य के परिव्यय मे सम्भावित कटौती के फलस्वरूप योजनाओं को पूर्ण करने एवं नयी योजनाओं को प्रारम्भ करने एव ंअपेक्षित गति प्रदान करने में अवरोध उत्पन्न होने की सम्भावना केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखी। इस कटौती के फलस्वरूप राज्य के विधायकांें, मंत्रीगणों, जनप्रतिनिधियों एवं जनता में उत्पन्न हो रहे आक्रोश की भी बात कही। परिव्यय में कटौती के कारण राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति कार्यक्रम के अन्य मदों जैसे पेयजल गुणवत्ता निगरानी एवं सहयोगी गतिविधियों के संचालन में भी अवरोध उत्पन्न हो रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम में केन्द्रांश एवं राज्यांश का अनुपात 50: 50 है। उत्तराखण्ड राज्य के पास अपने वित्तीय संसाधन सीमित है तथा राज्य का लगभग 67 क्षेत्रफल वनभूमि से आच्छादित है। अतः राज्य की भौगोलिक स्थिति के दृष्टिगत एवं राज्य के सीमित वित्तीय संसाधनों को देखते हुए ग्रामीण पेयजल योजनाओं में केन्द्रांश एवं राज्यांश का अनुपात 90ः10 निर्धारित किये जाने एवं वर्ष 2015-16 में रूपये 250 करोड़ का परिव्यय (केन्द्रांश) की स्वीकृति प्रदान किये जाने की भी मांग की। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अन्तर्गत राज्य सरकार के अनुमोदन उपरान्त वर्ष 2015-16 हेतु रूपये 202.16 करोड़ (केन्द्रांश) की धनराशि की वार्षिक क्रियान्वयन कार्ययोजना (।ददनंस प्उचसमउमदजंजपवद च्संद) तैयार कर पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार को निर्धारित समय के अन्दर उपलब्ध करायी गयी थी। जिसके सापेक्ष प्रथम किश्त के रूप में रूपये 30.81 करोड़ की धनराशि राज्य को अवमुक्त किये जाने की सूचना भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड की गई स्वीकृति आदेशों के द्वारा प्राप्त हुई है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के सीमान्त जनपदों, जिनमें चमोली एवं बागेश्वर को आगामी 02 वर्षो में खुले में शौच की प्रथा से मुक्त किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिये अतिरिक्त धनराशि रूपये 20.35 करोड़ की आवश्यकता राज्य को होगी। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के दिशा निर्देशों के अनुसार घरेलू शौचालय के निर्माण हेतु 90ः10 के अनुपात में प्रोत्साहन धनराशि किये जाने का प्राविधान है, इसी प्रकार ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन, आई0ई0सी0 प्रशासनिक मद में 75ः25 एवं सामुदायिक स्वच्छता काॅम्पलेक्स हेतु 60ः30 के अनुपात धनराशि का प्राविधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने इन्हें भी 90ः10 के अनुपात में किये जाने की मांग की। केंद्रीय मंत्री ने मांगों पर विचार कर सकारात्मक निर्णय लिये जाने का आश्वासन दिया।   

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का जहानाबाद जांच

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पटना, 26 जून, 2015, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिवमंडल सदस्य अखिलेख कुमार और राज्य कार्यकारिणी सदस्य गिरिजानंदन सिंह के नेतृत्व में एक जाँच दल आज घटनास्थ्ल जहानाबाद के जाफरगंज में पैदा हुए तनाव क्षेत्र का दौरा कर वापस आने पर घटना के संबंध में बताया है कि जाफरगंज के उत्तर नदी के किनारे स्व. मुस्लिम राइन के परिवार की रैयती जमीन है। इस परिवार ने अपनी जमीन जिसका खाता संख्या 365/25 खेसरा सं॰- 2209/977 है को जोतने-कोड़ने के लिए गांव के ही मो॰ कैसर राइन को दिया। साथ ही यह भी निदेष दिया था कि इसकी आमदनी का एक हिस्सा मस्जिद को भी दिया जाय। कुछ सालों तक ठीक-ठाक चला। बाद में कैसर मस्जिद का हिस्सा देना बंद कर दिय। 

उन्होंने बताया कि मस्जिद कमिटी ने कैसर राइन से उक्त जमीन लेकर उस पर कब्रिस्तान बनाने का फैसला किया और प्रषासन को सूचित कर जमीन की मापी कराई गई। मो॰ कैसर को लगा कि वह इस जमीन से बेदखल हो रहा है, तो उसने दुसरे समुदाय को गलत सूचना देकर उन्हें भड़काने की कोषिष की । जब इससे भी बात नहीं बनी तो वह विष्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल से मिलकर इसे साम्प्रदायिक रंग देने का कार्य किया। फलस्वरूप रोड़ेबाजी, नारेबाजी हुए और शरारती तत्वों को गिरफ्तार कर ले जा रही पुलिस प्रषासन पर हमले हुए तथा गोलीबारी की घटना घटी। 

जाँच दल ने बताया कि प्रषासन यदि मुस्तैदी दिखाता तो इस घटना को टाला जा सकता था। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जाँच दल की यह समझ है कि भाजपा एवं संघ परिवार की सोची समझी साजिष का परिणाम है जहानाबाद की घटना । भूमि विवाद से जिनका कुछ लेना-देना नहीं था, उन्होंने जान-बुझकर स्थिति को बिगाड़ने की कोषिष की। 

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जाँच दल ने मांग की है कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार किया जाय, घटना स्थल पर पुलिस बल तैनात कर दहषत के वातावरण को खत्म किया जाए, भूमि विवाद का निपटारा किया जाए ताकि आगे किसी तरह का विवाद पैदा न हो। अंत में दोनों पक्षों से जाँच दल ने अपील किया है कि अफवाहों पर ध्यान न दें तथा शांति बनाए रखें। 

जाँच दल में अखिलेख कुमार और गिरिजानंदन सिंह समेत भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जहानाबाद जिला सचिव अम्बिका प्रसाद, चन्द्रमणि प्रसाद, आफताब आलम कादरी, डा॰ नरेन्द्र शर्मा, रविन्द्र कुमार, अनिल कुमार, महावीर प्रसाद रमेष प्रसाद शामिल थे। 

हिमाचल की विस्तृत खबर (26 जून)

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हैदराबाद की श्री महागुरू सेवा समिति का आयोजन
  • ज्वालामुखी में सहस्त्र चंडी विशाल  महायज्ञ महोत्सव का शुभारंभ
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ज्वालामुखी, 26 जून (विजयेन्दर शर्मा)। ज्वालामुखी में आज श्री महागुरू सेवा समिति हैदराबाद के तत्वाधान में  लोक कल्याण एवं विशव शांति  के लिये श्री मद अखंड महामूला प्रकृ ति  सहस्त्र चंडी विशाल  महायज्ञ महोत्सव का शुभारंभ हुआ। श्री महागुरू सेवा समिति की स्थापना हैदराबाद  से करीब सौ किलोमीटर दूर चितकूल में  मंजरी नदी , जिसे गरूढ़ गंगा भी कहा जाता है, के तट पर तपस्वी गुरू ए वेंकटारमणयम के प्रयासों से करीब 47 साल पहले हुई थी।  यहां विशाल मंदिर में आदमकद अष्टभुजा देवी की प्रतिमा स्थापित है।  भले ही वह आज ब्रह्म्लीन हो गये हों। लेकिन उनके प्रयासों से सिचिंत इस संस्थान की लौ को उनके शिष्य लोक कल्याण के लिये देश दुनिया में बिखेर रहे हैं।  ज्वालामुखी में तेंलंगाना हैदराबाद से करीब 350 उनके शिष्य ज्वालामुखी में हवन यज्ञ कर रहे हैं। आज गणपति पूजा एंव सवस्तीवाचन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।   जिससे नगर का वातावरण पूरी तरह  भक्तिरस में डूब गया है।  तांत्रोक्त विधि से विद्धानों की ओर से किये जा रहे महायज्ञ का मनोरम दृशय देखते ही बनता है। शलोकोचारण के साथ पजा की जा रही है।   यहां कार्यक्रम के संचालक राम कृष्ण शर्मा ने बताया कि चार दिनों तक यहां हवन यज्ञ पूजा होगी।  उन्होंने बताया कि उनके संस्थान की ओर से हर महीने चंडी यज्ञ पूरे भारतवर्ष में अलग अलग स्थानों पर होता है।   व साल में एक बार शत चंडी महायज्ञ हेता है। इसी सिलसिले में इस बार ज्वालामुखी का चयन किया गया है।  उन्होंने बताया कि यहां  रोजना जप प्रयाण ,चंडीहवन, एकादश रूद्राभिषेक प्रसाद विन्योग होगा।  वहीं करीब 100 महिलायें ललिता सहस्त्रणाम पाठ करेंगी। 28 जून को सुहासिनी पूजा होगी, जिसमें पांच महिलाओं को पूजा जाता है। व तीस जून को कुमारी पूजा के साथ इस समारोह का समापन होगा। हैदराबाद से आये सुधाकर शर्मा ने बताया कि यह सब गुरू जी के प्रति समर्पण भाव में ही सब हो रहा है। 

बिहार : भोले -भाले लोगों को चूना लगाने वाले गिरोह सक्रिय

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  • गिरोह के झांसे में आ गयी ए.एन.एम.दीदी
  • सोने के बिस्कुट के बदले में दीदी रिंग थमा दी

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पटना। राजधानी में इन दिनों कथित सोने के बिस्कुट थमाने के बाद बदले में मोटी रकम हथियाने वाले गिरोह सक्रिय हो गए हैं। ऐसे गिरोह के निशाने पर भोले-भाले लोग हैं। मास्टर माइंड गिरोह के सदस्य टेम्पू पर बैठकर यात्री को जाल में फांसते हैं। इस बार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की एक ए.एन.एम.दीदी गिरोह के जाल में फंसकर हाथ की उंगली के रिंग गंवा बैठी। 

हुआ यह कि फुलवारीशरीफ के पास पहले से ही अंजान लोग टेम्पू पर बैठे थे।कोई तीन-चार की संख्या में मेल गिरोह के सदस्य बैठे थे। टेम्पू पर जगह रहने के कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की ए.एन.एम.दीदी टेम्पू पर आकर बैठ गयीं।उस टेम्पू में अकेली महिला थीं। अकेली महिला को देखकर गिरोह के लोग सक्रिय हो गए। अपने जाल में महिला को फंसाने के लिए उस्तादी करने लगे। गुमसुम अवस्था में ए.एन.एम.दीदी बैठी थीं। उसको विश्वास में लेने के लिए बातचीत करने का प्रयास करने लगे।

इस बीच उन्हीं में से एक शख्स ने दीदी के सामने ही एक सोने के बिस्कुट गिरा दिया। कुछ देर के बाद टेम्पू को रूकवाकर गिरोह के अन्य सदस्य सोने के बिस्कुट लेकर उतर गया। उसके उतरते ही तत्क्षण ही एक अन्य व्यक्ति ने ए.एन.एम.दीदी से पूछ बैठा कि यहाँ पर कुछ चीज गिर गयी थी।सो वह चीज कहाँ है? दीदी बोली कि जो टेम्पू से उतरा है। वही व्यक्ति चीज लेकर उतर गया है। ए.एन.एम.दीदी के कहने पर टेम्पू को रूकवाकर गिरोह के सदस्य उतरकर व्यक्ति को पकड़कर टेम्पू पर बैठा लेते हैं।

इसके बाद टेम्पू पर बैठे लोग सोने के बिस्कुट के बारे में चर्चा करने लगे और आपस में वितरण करने लगे। आपस में ही बोलने लगे कि सोने के बिस्कुट में हिस्सेदारी महिला की भी होनी चाहिए। एक सोने की बिस्कुल की कीमत 10 हजार रू. लगाने लगे। आपस में लेनदेन करने के बाद महिला से पूछा गया कि आप एक सोने के बिस्कुट ले लें। इसकी कीमत दे दीजिए। इस पर ए.एन.एम.दीदी ने कहा कि मेरे पास केवल 2 सौ रूपए हैं। इसी रकम से एक सोने के बिस्कुट दे दें। इस पर गिरोह के सदस्य सहमत नहीं हुए। आप कान की बाली दे दें। यह बहुत भारी और मंहगी है। सो आप हाथ की उंगली के रिंग दे दें। इस पर सहमति बन गयी। दीदी ने हाथ की उंगली के रिंग दे दी। इतना करने के बाद ए.एन.एम.दीदी को उतरने का समय आ गया। वह जल्दी से टेम्पू से उतर गयी। 

गिरोह के लोगों से मिली सोने के बिस्कुट लेकर महिला खुशी-खुशी सोनार की दुकान पहुँच गयी। सोनार से सोने के बिस्कुट चेक करने को कहती हैं। सोनार देखते ही कह उठता है कि यह तो विशुद्ध पीतल है। आप तो गिरोह से ठगा गयी हैं। ए.एन.एम.दीदी कहती हैं कि सात हजार रू0 की उंगली के रिंग ठगकर ले चला गया। 

बिहार : भतीजी की अस्मत बचाने में चाचू कामयाब

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  • लाठी से मार खाकर चाचू इन्दिरा गाँधी आकस्मिक सेन्टर में
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा शर्मशार होते-होते बचा

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पटना। मुसहर समुदाय की नवविवाहिता की अस्मत लुटने की रेकी किए। योजनानुसार संध्याकालीन नवविवाहिता शौचक्रिया करने जाएगी। अस्मत लुटने वाले सभी तीन लोगों के हाथों में लाठी रहेगी। लाठी के ही बल पर अस्मत लुटने का प्रयास होगा। इस बीच घर से निकलकर नवविवाहिता बाहर जाने लगी। अंधेरे और झुरमुट में जा रही थीं कि अस्मत लुटने वाले आ गए। नवविवाहिता रास्ते में अचानक व्यवधान आते देख जोर-जोर से हल्ला करने लगी। इतने में लाठीधारियों ने विवाहिता पर वार करने लगे। ऐसा होने पर विवाहिता के सिर फट गया। इस बीच हल्ला सुनकर विवाहिता को बचाने लोग आगे आए। इसमें विवाहिता के पिताश्री और दो चाचा शामिल थे। 

लाठीधारियों ने विवाहिता को छोड़कर निहत्थे मैदान में आने वालों को लाठी से मारने लगे। लाठी की मार खाकर विवाहिता के पिताश्री भाग खड़े हुए। मगर उसके दोनों चाचा ने मुकाबला करना शुरू कर दिए। दोनों चाचा लाठी से मार खाते रहे। मगर दोनों ने मिलकर भतीजी को आबरू बचाने में सफल हो गए।  इसके बाद लाठी से मार खाकर घायल होने वाले पीएचसी में इलाज करवाने गए। गंभीर चोट खाने वाले लोगों को पीएमसीएच रेफर कर दिया। नवविवाहिता को दवा-दारू करके घर भेज दिया गया। इसके बाद लोग निकटवर्ती थाने में जा धमके। थानाध्यक्ष ने कहा कि पहले इलाज करवा लें। इसके बाद मामला दर्ज होगा। वृहस्पतिवार की देर रात दोनों को पीएमसीएच के इन्दिरा गाँधी आकस्मिक सेन्टर में भर्ती कर लिया गया। एक को सिर में जोरदार और दूसरे को पैर में चोट लगी है।

इन्दिरा गाँधी आकस्मिक सेन्टर में घायल की पत्नी बताती हैं कि हमलोग सजातीय हैं। श्रावणी पूजा और विवाह के अवसर पर बैठकर खाना खाते हैं। किस वजह से तीनों पागल हो गए थे? यह पता नहीं चल पा रहा है। हमलोग घायलों को इलाज करवाने तीन लोग आए हैं। कल से ही भूखे हैं। केवल बबुआ को बाजार से ब्रेड खरीदकर खाने के लिए दिया जा रहा है। बाकी शेष लोग भूखे हैं। यहाँ के सेन्टर में एक को स्ट्रेचर पर और दूसरे को बेड पर लिटाया गया है। बेडशीट नहीं दिया गया है और न ही भोजन की व्यवस्था ही की गयी है। कुल मिलाकर महादलित मुसहर समुदाय के लोग तकलीफ में हैं। प्राइवेट हाॅस्पिटलों की तरह हाॅस्पिटल में सोशल वर्कर नहीं हैं। जो अनजान लोगों को जानकारी दे सके और उपलब्ध सुविधाओं से लाभ दिलवा सकें।  

मालेगांव विस्फोट जांच धीमी करने का आरोप झूठा : नकवी

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केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को उन आरोप को 'बकवास'करार दिया है, जिसमें कहा गया है कि नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार मालेगांव विस्फोट मामले की जांच धीमी करना चाहती है। नकवी वर्ष 1975-77 के बीच देश में लगे आपातकाल के 40 साल पूरा होने पर पार्टी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन में शिरकत करने के लिए पणजी पहुंचे। उन्होंने कहा, "मैं किसी पर आरोप नहीं लगा रहा, लेकिन यह सरकार पर हर वक्त आरोप लगाने की साजिश का एक हिस्सा है।" इस मामले में अभियोजन पक्ष की विशेष अधिवक्ता रोहिणी सालियान ने सप्ताह की शुरुआत में यह आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उनसे मालेगांव मामले में कानूनी कार्यवाही की रफ्तार धीमी करने को कहा था। इस मामले में कुछ कट्टरपंथी हिंदू संगठनों के सदस्य आरोपी हैं।

मालेगांव विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई थी। आतंकवादी घटना के संदेह में पुलिस ने शुरुआत में कई मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया था, बाद में पता चला कि यह कट्टरपंथी हिंदू संगठनों की कारस्तानी है।  महाराष्ट्र की आतंकवाद-रोधी बल (एटीएस) ने जांच के बाद इस घटना के लिए हिंदू कट्टरपंथी संगठनों के कुछ सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया था। केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा कि कानून अपने तरीके से काम करता है। उन्होंने कहा, "जो लोग निर्दोष हैं, उन्हें दंड नहीं दिया जाएगा और दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। इसमें तेज और धीमा चलने का सवाल कहां पैदा होता है? न्यायिक प्रक्रिया जारी है।" 

ब्लाटर ने कहा, अभी अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया

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फीफा के दीर्घकालीन प्रशासक सैप ब्लाटर ने कथित तौर पर कहा है कि उन्होंने फुटबाल की सर्वोच्च वैश्विक संस्था के अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया है। ब्लाटर ने दो जून को पांचवीं बार अध्यक्ष चुने जाने के कुछ दिनों बाद ही वैश्विक स्तर पर फीफा में सामने भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में आने के बाद इस्तीफा दे दिया था।

बीबीसी ने शुक्रवार को एक स्विस समाचार पत्र का हवाला देते हुए ब्लाटर का बयान प्रकाशित किया है, जिसमें लिखा है, "मैंने इस्तीफा नहीं दिया है। मैंने खुद को और अपने दफ्तर को फीफा कांग्रेस के हवाले किया है।"ब्लाटर ने यह बात कथित तौर पर फीफा म्यूजियम में आयोजित एक समारोह में कही थी। ऐसा माना जा रहा है कि वह अध्यक्ष के तौर पर दोबारा चयन के बारे में सोच रहे हैं।

पंकजा मुंडे पर आरोप लगाने वाले को मिल रहीं धमकियां

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता और महाराष्ट्र सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे पर 206 करोड़ रुपये के घोटाले की शिकायत दर्ज कराने वाले कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। राज्य कांग्रेस इकाई के प्रवक्ता सचिन ने कहा, "गुरुवार शाम से ही मुझे 40 अज्ञात लोगों की धमकियां मिल चुकी हैं, ज्यादातर में मुझे जान से मारने की धमकी दी जा रही है।" मुंबई पुलिस ने सचिन को सुरक्षा मुहैया करा दी है।

सचिन ने कहा, "पुलिस ने स्थानीय पुलिस थाने से दो हवलदार अस्थायी रूप से मेरे घर के बाहर तैनात कर दिए हैं। मुझे कल सुबह विस्तृत शिकायत लिखित में दर्ज करानी होगी।"ज्ञात हो कि सचिन सावंत ने बुधवार को राज्य की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीबी) में पंकजा मुंडे के खिलाफ एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पंकजा पर बिना टेंडर 206 करोड़ रुपये का ठेके देने में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। एसीबी ने राज्य सरकार से इस शिकायत पर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

एसीबी के पास दर्ज शिकायत में कहा गया है कि महाराष्ट्र की मंत्री ने खाद्य सामग्री, पानी के फिल्टर, मेडिकल किट्स और बच्चों की किताबें खरीदने के लिए ई-टेंडर जारी किए बिना (जो कि जरूरी होता है) ठेका दे दिया।  पंकजा दिवंगत केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं।  एसीबी में सचिन द्वारा शिकायत दर्ज कराने के अलावा, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है।

अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए पंकजा मुंडे ने कहा कि वह किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं, और उन पर लगाए जा रहे आरोपों में विरोधयों का राजनीतिक हित निहित है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग उन्हें मंत्रिमंडल से बेदखल करने और उनका राजनीति कैरियर खत्म करने पर आमादा हैं। 

तीस्ता सीतलवाड़ की कंपनी के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश

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सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के स्वामित्व वाली कंपनी संबरंग कम्युनिकेशन एंड पब्लिशिंग प्राइवेट लिमिटेड (एससीपीपीएल) के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। तीस्ता की कंपनी पर फोर्ड फाउंडेशन से विदेशी धन लेने और कानूनों के उल्लंघन का आरोप है। केंद्रीय गृहमंत्रालय के एक अधिकारी ने शुक्रवार को मामले की जानकारी दी। अधिकारी ने कहा, "सीबीआई को जल्द से जल्द जांच पूरी करने के लिए कहा गया है।"साथ ही उन्होंने कहा कि एससीपीपीएल के खातों पर भी रोक लगा दी जाएगी।

उन्होंने कहा, "आईडीबीआई बैंक की खार पश्चिम शाखा को कंपनी के खातों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा गया है।" सीबीआई को इस मामले की जांच की स्थिति रिपोर्ट मासिक आधार पर मंत्रालय को सौंपने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि एससीपीपीएल विदेशी धन लेने के लिए अधिकृत नहीं थी, क्योंकि जिस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम, 2010 (एफसीआरए) के तहत पंजीकरण नहीं होता है वे विदेशी धन लेने के लिए अधिकृत नहीं हैं।

विशेष : मानसून की अस्थिरता के कारण सूखे की आशंका

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प्राकृतिक अर्थात मौसमीय मार सिर्फ किसानों को नहीं वरन समस्त देश अथवा संसार को रूलाने की क्षमता रखती है और समय-समय पर इसने सबों को रूलाया भी है ।यह एक सर्वविदित तथ्य है कि कभी सूखा, कभी बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदायें न केवल फसलों को क्षति पहुँचाते है, बल्कि गाँव के गाँव और शहर के शहर को उजाड़ देते हैं और गाँव, शहर, राज्य और देश की अर्थव्यवस्था की तस्वीर ही बिगाड़ देते हैं। जब प्रतिवर्ष एक ही स्थान पर सूखा अथवा बाढ़ आती है और सरकार उसके निदान के लिए कोई सार्थक और प्रभावी पहल नहीं करती तो सम्बंधित क्षेत्र के समाज की वह क्षति अर्थात नुकसान स्थायी हो जाता है ।इस वर्ष अभी तक देश में भीषण गर्मी का दौर जारी है और देश में सामान्य से कम वर्षा होने अर्थात मानसून की अस्थिरता के कारण सूखे की आशंका व्यक्त की जा रही है। एक ओर जहाँ सूर्यदेव भीषण अग्नि बरसा रहे हैं, वहीं मानसून को लेकर बेचैनी मायूसी में तब्दील होती जा रही है। पन्द्रह जून तक देश में सर्वत्र मानसून आने के पूर्वानुमान ध्वस्त हो चुके हैं और अब जनता से लेकर सरकार के माथे तक पर चिन्ता के बल पड़ने आरम्भ हो गए हैं। कारण यह है कि अभी किसान गेहूँ व अन्य रवि की फसल में हुए नुकसान से उबरे भी नहीं हैं कि एक और बड़े खतरे की चेतावनी आ गई है। भारतीय मौसम विभाग ने इस वर्ष मानसून सामान्य से कम रहने की आशंका जतलाई है। मौसम विभाग के इस वर्ष के प्रथम पूर्वानुमान के मुताबिक लम्बी अवधि के औसत के अनुसार मानसून के दौरान औसत की 93 फीसदी बारिश होगी। जो सामान्य से कम है। परिपाटी के अनुसार दूसरा पूर्वानुमान जून में होता है, जो काफी सटीक होता है। मौसम विभाग ने 2014 के अपने पहले अनुमान में मानसून के सामान्य से 95 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था, लेकिन बारिश 88 फीसदी ही हुई थी।बांग्लादेश में सम्पन्न साउथ एशियन क्लामेट फोरकॉस्ट की बैठक के निष्कर्षों में भी दक्षिण एशिया में मानसून सामान्य से कम रहने की बात बतलाई गई है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली की निदेशक डॉ रविन्द्र कौर ने बतलाया कि बैठक में नतीजा निकला कि दक्षिण एशिया में मानसून सामान्य से कम रहेगा, और इस बार अल-नीनो का प्रभाव पडऩे की आशंका ज्यादा है ।मौसम विज्ञान के अनुसार प्रशान्त महासागर क्षेत्र में अलनीनो का प्रभाव इस बार दक्षिण एशिया के देशों में भारत, पाकिस्तान व श्रीलंका में वर्षा को बिगाड़ सकता है और आशंका है कि सूखे की स्थिति खेती में आ सकती है.। इस बीच एक अमेरिकी एजेंसी एक्यूवेदर ने भी भारत में भीषण सूखा पड़ने की आशंका जताई है। एजेंसी का आकलन है कि प्रशांत महासागर में बन रही परिस्थितियों के चलते इस बार मानसून कमजोर रहेगा। महासागर से कई बड़े तूफान उठने वाले हैं जो मानसून को भटका देंगे। इसका असर न केवल भारत बल्कि पाकिस्तान पर भी पड़ेगा।

मौसम विभाग का कहना है कि मानसून सामान्य से कम रहने का सर्वाधिक असर देश के उत्तरी, पश्चिमी और मध्य भारत की कृषि पर पड़ेगा, लेकिन आगे होने वाली कम वर्षा को ध्यान में रखते हुए किसान इसके अनुरूप खेती की तैयारी कर सकते हैं। समस्या के त्वरित निदान के लिए वैज्ञानिकों की सलाह है कि ऐसे में किसान कम समय में पैदा होने वाली धान की फसलें लगायें और फसलोपज में होने वाली क्षति को कम करने की कोशिश करें, परन्तु देश के कृषि परम्परा के जानकार अनुमान व्यक्त करने लगे हैं कि कम बारिश के अनुमान की वजह से सम्भव है कि इस साल धान की फसल की बुआई ही कम हो। ऐसे लोगों का कहना है कि भले ही केन्द्र व राज्य सरकारें मौसम की मार से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर रही है,लेकिन खराब मानसून की आशंका का ढिंढोरा पीटने से इसका सीधा खराब असर देश के किसानों के मनःस्थिति, मनोदशा व मनोविज्ञान पर हुआ है और किसानों के साथ ही देश की जनता में घबराहट बनी हुई है। किसान कम वारिश की स्थिति में जान-बुझकर धान की बुआई का जोखिम क्यों लेगा?

उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार के द्वारा मौसम की मार से निपटने के लिए युद्धस्तर पर की जाने वाली तैयारियों  के मद्देनजर आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने अकेले चीनी मिल मालिकों के लिए छह हजार करोड़ रुपए के ब्याज मुक्त कर्ज का ऐलान और अनाजों की जमाखोरी रोकने और जरूरी अनाजों का आयात बढ़ाने का भी फैसला किया है। परन्तु प्रश्न उत्पन्न होता है कि मौसम की मार से निपटने की जो तैयारी सरकार के स्तर से की गई है, उसका देश के किसानों को क्या फायदा होगा, और होगा तो कितना होगा? क्या देश का किसान इस भरोसे में, विश्वास में आ गया है कि सरकार उसका ख्याल रख रही है और अगर इस वर्ष भी मानसून ने धोखा दिया तब भी उनके सामने कोई संकट नहीं आएगा? दरअसल किसान इस बार पूर्व की वर्षों के अपेक्षा ज्यादा आशंकित हैं। कारण यह है कि इस बार खराब मानसून होने का हल्ला समय के पूर्व ही आरम्भ हुआ है और घर-घर तक पहुँच गया है। चौबीसों घंटे चलने वाले खबरिया चैनलों तथा हाल में केन्द्र सरकार के द्वारा शुरू किए गये किसान चैनल से लोगों को सारी सूचनायें शीघ्रातिशीघ्र  मिल रहीं हैं और देश की जनता के कान यह सुन-सुन कर पक चुके हैं कि मानसून की रफ्तार बहुत धीमी है और यह तेजी से आगे नहीं बढ़ रहा है। मानसून की अस्थिरता के कारण किसान खरीफ की फसल को लेकर आशंका में है और कयाश लगाया जा रहा है कि कम बारिश के अनुमान की वजह से इस वर्ष धान की फसल की बुवाई करने का जोखिम उठाने की कोशिश नहीं करेगा।

ध्यातव्य है कि  है धान की सर्वाधिक खेती उत्तर, पूर्वी और मध्य भारत के राज्यों में अधिक होती है और इन्हीं राज्यों में बारिश कम होने का अनुमान जतलाया गया है। किसानों को पता है कि अगर बारिश कम होगी तो उनके पास सिंचाई का दूसरा साधन उपलब्ध नहीं है। वैकल्पिक साधन इतना महँगा है कि हर किसान उसका इस्तेमाल नहीं कर सकता। इसलिए बुआई की क्षेत्रफल घट सकती है। जो किसान बुआई करेंगे उनकी भी निर्भरता मानसून की वर्षा पर ही होगी। हालाँकि सरकार यह भरोसा दिला रही है कि कम बारिश हुई तो वैकल्पिक साधनों से सिंचाई करने में सरकार किसानों की मदद करेगी। किसानों के लिए बिजली और डीजल की अलग सब्सिडी पर भी विचार हो सकता है। सरकार की सक्रियता और तैयारियों से किसानों को इतना भरोसा मिला है कि उन्हें खाद, बीज समय पर मिल जाएगा। हो सकता है कि कर्ज भी थोड़ी आसानी से मिल जाए और बीमा रकम के दावे का निपटारा भी जल्दी हो। सरकार जरूरी अनाज आयात करने वाली है, ताकि अनाज की कमी देश में पैदा न हो। चूँकि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने मौसम विभाग के हवाले से ही कहा है कि कम बारिश के बाद महँगाई बढ़ सकती है इसलिए सरकार को कीमतों की भी चिन्ता करनी है। खराब मानसून की वजह देश के अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ने की संभावना है। ऐसे में सिर्फ भारतीय मौसम विभाग के इस वक्तव्य से उम्मीद जगती है जिसमें कहा गया है कि जब पिछले वर्ष १२ फीसदी कम बारिश हुई थी तो हालात को सम्भाल लिया गया था, तब इस वर्ष भी ऐसा किया जा सकता है। 

किन्तु भावी सूखे की हालात को देखते हुए सरकार एवं अन्य संस्थाओं को अभी से ही भविष्य की रणनीति बनानी शुरू कर देनी चाहिए वरना सूखे से हालात और बुरे हो सकते हैं। जनता को भी भविष्य के अनुमानित खतरे को भांपते हुए जल संचय करना चाहिए और अपने आस-पास पर्यावरण संरक्षण के कार्य को बढ़ावा देना चाहिए ताकि इस सम्भावित सूखे की स्थिति से निपटा जा सके।  इस समय सूखे की आशंका के मध्य कच्चे तेल के दाम भी बढ़ रहे हैं। जिससे अर्थव्यवस्था पर दोहरी मार पडे़गी और जनता बेहाल हो जाएगी। इस स्थिति के त्वरित निदान के साथ ही इनका स्थायी समाधान का प्रबन्ध भी होना चाहिए, ताकि ऐसी प्राकृतिक विपदायें फसल के साथ ही जान-माल को ज्यादा नुकसान न पहुँचा पायें। भूकम्प, सूखा, बाढ़, सुनामी, कटरीना आदि प्राकृतिक आपदायें कई बार इतनी विकराल होती हैं कि संसार की कोई भी शक्ति अथवा सरकार उनका मुकाबला नहीं कर सकती। नेपाल ही नहीं, चीन, जापान और अमरीका भी अकसर प्रकृति के प्रकोप के आगे बेबस नजर आते हैं, लेकिन नुकसान हो जाने के बाद की सक्रियता और राहत भी जनता में एक खास तरह का संदेश देती है। इसलिए सरकार को प्राकृतिक आपदाओं के दौरान उत्पन्न होने वाली सम्भावित खतरों से निपटने के लिए सदैव तत्पर रहना ही श्रेयस्कर है। 




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---अशोक “प्रवृद्ध”---
गुमला
झारखण्ड 

आलेख : राजनैतिक भूचाल पैदा करने में फिसड्डी साबित हुए मोदी!

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ललित मोदी विवादास्पद ‘खेल’ को हास्यास्पद बनाने की मुद्रा में आ गए है। दरअसल, मोदी के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि वह खुद को सबसे बड़ा खिलाड़ी मानते हैं। उन्हें लगता है कि वे खेल के नतीज़े को आखि़री पल में पलट सकते हैं। उन्हें अपने खेल कौशल से ज़्यादा खु़द पर यकीन है और इसी यकीन ने पहले उन्हंे विवादास्पद और महज़ 72 घंटों में हास्यास्पद बना दिया है। 

ललित मोदी जैसे लोग या तो कामयाबी के शिखर पर होते हैं या फिर अपनी बर्बादी की पटकथा खुद लिख रहे होते हैं। इन दिनों जब वे विवादास्पद जिंदगी जी रहे हैं तो खामोशी उनका सुरक्षा कवच बन सकता था मगर, नहीं। उन्होंने टी-20 के तर्ज़ पर एक नया खेल शुरू कर दिया। क्रिकेट को कारोबारी शक्ल देने के लिए जाने जाने वाले मोदी को लगा कि एक बार उनका नायाब प्रयोग रंग लाएगा और देश में राजनैतिक भूचाल पैदा कर देगा।

मगर, ऐसा हुआ नहीं। राजनीति को ललित मोदी ने क्रिकेट के खेल का मैदान समझ लिया। यहीं पर उन्होंने पहली बड़ी गलती कर दी। प्रायोजित खेल खेलने के आदी मोदी को पहला झटका तब लगा जब उनके बल्ले से उछली गंेद को क्षेत्ररक्षक ने बीच में ही लपक लिया। सुषमा स्वराज मानवीय भावना के राग को अलाप कर अपने आपको बचा ले गई और वसुंधरा राजे सिंधिया ने किसी भी तरह की चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने के आरोप को निराधार बता कर ख़ारिज कर दिया। दोनों का संबंध सत्तारूढ़ पार्टी से है और इसीलिए 24-25 घंटे के लिए, थोड़ी सी स्थिति अहसज़ जरूर बनी रही मगर, धीरे-धीरे इस पर मिट्टी डाल दिया गया। दोनों को बेदाग कह दिया गया है। 

कांग्रेस के जिस राजीव शुक्ला के पीछे ललित मोदी पड़े हैं, उन्होंने तो उन्हें पहचानने से ही साफ मना कर दिया। उन्होंने तो कह दिया कि यह नाम ही उन्होंने पहली बार सुना है। अब अगर, वे कुछ बोल रहे हैं तो सुनने में क्या हजऱ् है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला है। हर किसी को बोलने का अधिकार है और अगर, उनके पास कोई सबूत है तो वे उसे ले कर ‘बाहर’ आएं। अदालत में साक्ष्य को पेश करें फिर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। यहीं पर फंस गए मोदी। शरद पवार का तर्जुबा इस मामले में ज़्यादा है। उन्होंने तो बाकायदा उनसे ‘आग्रह’ किया है कि वे स्वदेश लौटें। यहां पर उनका अच्छे से ‘स्वागत’ किया जाएगा। वे जिस तरह के आरोप लगा रहे हैं, उन्हें साक्ष्य सहित अदालत में पेश करें। इस देश में हर किसी को अपना पक्ष रखने की पूरी और खुली छूट है। रही बात प्रफुल्ल पटेल कि तो वे ‘सीधे सादे’ राजनेता हैं और उन्होंने तो राजनीति के पहले पाठ को ही मूलमंत्र मान कर उसे शब्दशः जीवन में उतार लिया है। वह पाठ कुछ इस तरह का है कि जब ‘सीनियर’ लोग बात कर रहे हों तो बीच में अपना मुंह नहीं खोलना चाहिए। खामोशी का मतलब यह कतई नहीं है कि उन्होंने आरोप को ‘स्वीकार’ कर लिया है। 

ललित मोदी तो तीन दिन में ही चारों खाने चित हो गए। टी-20 का यह मैच तो 1 ही ओवर में निपट गया। मगर, मोदी ठहरे मोदी। उन्होंने ‘ट्विट’ के जरिए एक नया ‘ट्वििस्ट’ पैदा करने की कोशिश की। इस बार सीधे-सीधे हमला कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के परिवार पर किया गया। सोनिया गांधी के दामाद रावर्ट बाड्रा भी नामी गिरामी कारोबारी हैं और ख़ास बात ये है कि उनके कारोबार का दायरा जमीन जायदाद से ले कर कहां-कहां तक फैला है, उसकी तो पड़ताल होनी अभी बाकी है। सो, इसी का फायदा उठा कर मोदी ने तुरुप का पत्ता चल दिया। निशाना सटीक बैठे इसलिए सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी बाड्रा को भी इसमें लपेट लिया गया। अब जब सत्ता पक्ष के लोग ही ललित मोदी के द्वारा खींची गई सीमारेखा के लपेटे में  हैं तो विपक्ष पर उनके हमले का कितना शोर मचता। एक लाइन में ही ख़ारिज कर दिया गया। आरोप था भी बहुत हल्का। ऐसे आरोप तो वैसे भी हमारे देश की राजनैतिक परिभाषा में ‘निराधार’ होते हैं। 

उम्मीद थी, ललित मोदी की यह पारी लंबी चलेगी। मगर, अब वे थके हुए खिलाड़ी की तरह बैटिंग करने लग गए हैं। पहली गंेद को उन्होंने जिस तरह से उछाला था, ऐसा लग रहा था मानो वे भ्रष्टाचारियों के ऐसे नायक के तौर पर खुद को स्थापित कर लेंगे, जो अपने ही खिलाफ सारे सबूत सौंपने का माद्दा रखता है। मगर, एक बार फिर मोदी फ्लाॅप हो गए और उनका यह फ्लाॅप शो लोगों का घंटे भर भी ठीक से मनोरंजन नहीं कर पाया। सही बात है कि कलाकार अगर पटकथा लिखना शुरू कर दें तो वह ना तो कलाकार रह पाएगा और न ही पटकथा लेखक बन पाएगा। जिस क्षेत्र में अपनी काबिलियत हो, उसी में हाथ आजमाना चाहिए। 





(गिरिजा नंद झा)

विशेष आलेख : आपदा का मलवा अधिकारियों के लिए बना मुनाफे का हलवा

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मानवीय भूल और बेतहाषा दोहन का परिणाम देष भर में अलग-अलग रूपों में आई आपदा से स्पश्ट होता रहता है। उत्तराखंड में आपदा की सोच ही सिहरन पैदा करती है। हजारों मौतों का गवाह यह प्रदेष हाल फिलहाल तो निर्माण कार्यों से मुनाफा बनाने की जमीन बन चुका है। आपदा राहत के नाम पर हरिद्वार से उत्तरकाशी तक सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा चाॅदी बटोरने का काम जारी है। दैनिक अखबारों और चैनलों में कोई खास हलचल नहीं दिखाई देती और न ही मौजूदा सरकार इस मुद्दे पर तेजी दिखा रही है। सवाल उस पैंसे का है जो प्रभावितों को राहत देने के लिए स्वीकृत हुआ है। देहरादून से प्रकाषित पर्वत जन का माह जून का अंक आपदा के घोटाले की पर्ते खोल रहा है। पत्रिका के हर पन्ने में आपदा घोटाले की एक नई खबर है। पत्रिका में एक लेख प्रकाषित हुआ है जिसका षीर्शक है ‘‘ये मलवा नहीं हलुवा है।’’ पेज संख्या 47-आपदा पीडि़तों को मुआवजा बांटने के लिए निकले राजस्व कर्मी पीडि़तों के हिस्से का मुआवजा खुद ही डकार गये। इस तरह जून माह का यह अंक आपदा घोटाले की पर्ते खोल रहा है। वर्श 2011 में हरिद्वार में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई। यहां तो राहत राषि बांटने में अधिकारियों और कर्मचारियों ने इतनी लापरवाही किया कि तीसरी मंजिल में रहने वाले बाढ़ प्रभावितों को राहत राषि दे दी गई जबकि पहली मंजिल में रहने वाले को राहत राषि नहीं दी गई। 

षासन की ओर से लगभग 4 करोड़ 17 लाख रूपये की राहत राषि बांटी गई जिसमें से करीब 2 करोड़ के घोटाले की आषंका है। यह मामला जब सीबीसीआईडी के पास पहुंचा तो जांच में पता चला कि 882 बाढ़ प्रभावितों की सूची में आधे नाम फजऱ्ी हैं। जांच के दौरान इस सूची में 450 नाम फजऱ्ी निकले। अब डीएम हरिद्वार को इस मामले में षामिल कर्मचारियों और अधिकारियों के नाम चिन्हित करने के आदेष हाईकोर्ट ने दिये हैं। उम्मीद कर सकते हैं कि ऐसे सभी संवेदनहीन अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम जल्दी ही सार्वजनिक होंगे जो आपदा के नाम पर माल बनाने में जुटे थे। 
            
एक दूसरा मामला है उत्तरकाशी में आई आपदा का-उत्तरकाशी में आई आपदा अफसरों की तिजोरी भरने का अभूतपूर्व मौका साबित हो रही है। हर जगह घटिया निर्माण और घोटाले साफ दिखाई दे रहे हैं। बिना पर्यावरण स्वीकृति व नदी के किनारे किसी भी तरह के प्रदूशण संयंत्र लगाने पर उच्चतम न्यायालय व उच्च न्यायनय की कानूनी रोक के बावजूद भी अधिकारियों की मिली भगत के बाद भारी भरकम स्टोन क्रेसर थाप दिए गए हैं। निर्माण कार्यो के जानकार व आरटीआई कार्यकर्ता चन्दन पहाड़ी ने बताया कि-‘‘2012 की आपदा के बाद हुए घटिया निर्माण कार्यो के कारण 2013 की बाढ़ ने खूब नुकसान किया। ठेकेदारों ने विभागीय मिलीभगत से बजरी में मिट्टी मिलाई, पहाड़ी निर्माण कार्यो के दौरान पानी में ही बुनियाद डालने, दीवार चिनाई में बिना कटे गोल पत्थरों का उपयोग करने से तट बन्ध और सुरक्षा दीवारें 2013 की बाढ़ को झेल नहीं पाये और सैकड़ों घर भागीरभी में समा गये। 
            
ऐसे ही और भी दर्जनों निर्माण कार्य जारी हैं। आपदा फिर ना आये ऐसी दुआ कर सकते हैं पर जिस तरह का निर्माण कार्य जारी है उसको देखकर तो लगता है कि उत्तराखंड में आपदा का आना कोई आष्चर्य की बात नहीं है। जिस तरह पहाड़ को कुरेद कर आलीषान आवास बनाये जा रहे हैं। नदियों और पहाड़ों को खोदकर सब कुछ बेचा जा रहा है, खनन से राजस्व और विकास के अप्रासंगिक सपने दिखाये जा रहे हैं उसकी कीमत उत्तरकाशी बाढ़ और केदारनाथ त्रासदी के रूप में राज्य के निवासी चुका रहे हैं। खास जन तो नहीं रहते भागीरथ के किनारे और  न ही वह केदारनाथ की दुर्गम राहो पर मज़दूरी करते है, तोे उनको क्या? प्राकृतिक आपदा की तबाही में हर ओर से मरता तो आम जन ही है। जबकि आपदा को नहीं पता कि कौन खास है कौन आमजन? फिर भी हमारे समाज में जीने का एक खास लहजा बन गया है। जिसमें दो तीन या चार तरह के वर्ग पनप रहे हैं। एक वर्ग तो सुविधा सम्पन्न है जो षहरों में सुरक्षित ठिकानों में रहता है, इनके व्यावसायिक होटल आदि उत्तराखंड की नदियों के किनारे  या फिर केदारनाथ जैसे तीर्थ स्थलों में बने हैं। 

इनके लिए उत्तराखंड कमाई का जरिया है। आपदा आ भी जाये तो इनके पास राहत जुटाने के धंधे होते हैं। फिर आपदा पर राजनीतिक रोटी सेकने का फाॅर्मूला होता है। अब बारी आती है आम आदमी की जो षहरीकरण के दायरे में आ चुके क्षेत्रों में या तो पुष्तैनी जमीन पर घर बना कर या फिर गाॅव छोड़कर इस नये बस रहे षहर में किराये पर रहने लगा है। इस वर्ग को दो जून की रोटी के अलावा बस बच्चों की पढ़ाई लिखाई की चिंता है। आपदा का सबसे बड़ा असर इसी वर्ग को झेलना होता है। जो सिर्फ वोट देकर अपने प्रतिनिधि चुनता है। कौन निर्माण कार्य करा रहा है? क्यों करा रहा है? घटिया निर्माण क्यों होता है? किसने इजाजत दी? कोई जनसुनवाई हुई क्या? जैसे सवालों से आम जन अक्सर बचा रहता है और घटिया निर्माण कार्य धड़ल्ले से जारी रहता है। आखिर में घटिया निर्माण के कारण आपदा से होने वाले जान-माल के नुकसान की सबसे ज़्यादा क्षति इसी वर्ग को होती है। यह वर्ग सरकार से अपील करते हुए कहता है कि हमारी जान की क्या कोई कीमत नहीं, अगर है तो घटिया निर्माण कार्य राज्य में इतने बड़े पैमाने पर धड़ल्ले से क्यों जारी है? 






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विपिन जोषी
(चरखा फीचर्स)

टीनू आनंद और जरीना वहाब के साथ अभिनव कुमार की हुनर दारी!

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अभिनेता निर्देशक टीनू आनंद और जरीना वहाब शरदचंद्रा प्रस्तुत और वेदर फिल्म्स की नई फिल्म ‘जी लेने दो एक पल ’की शूटिंग पर नए उभरते हुए कलाकार अभिनव कुमार के साथ काम करते हुए बहुत इमोशनल हो गए जबकि गाँव के सीधे सादे किसान के बेटे का किरदार कर रहे अभिनव कुमार रोजलीन खान और सुखबीर लाम्बा और अंजन श्रीवास्तव के साथ फिल्माए हुए सीन में यह एहसास कराते हैं.कि एड्स से निजात पाने के लिए लोगों में चेतना जगाने की बहुत जरुरत है.

कहानीकार और निर्देशक संजीव राय से जब इस फिल्म और संबद्ध सीन को लेकर चर्चा हुई. तो उन्होंने बताया‘दरअसल फिल्म के नायक शेखर बनाम अभिनव कुमार जब टीनू आनंद यानि मुखिया जी के भतीजे विरजेश हिरजी,जो कि मुम्बई में रहते हैं,और फिल्मों में देश विदेश से  आई फिल्मों  में हीरोइन बनने का मंसूबा लेकर आने  वाली लड़कियों को प्रमोट करते हैं के घर एक रात रुक जाते हैं, वहाँ  आई अति उत्साही नवयौवना रोजलीन खान उसकी मर्दानगी को चैलेंज करती है और हमबिस्तर होने को प्रभोक करती है इसी घटनाक्रम में पत्निव्रता अभिनव  एड्स  का शिकार  हो जाता  है गाँव मैं आकर वह जन सामान्य में  इस बात का एहसास कराता है  कि एड्स के शिकार लोगों  से नफरत नहीं  प्यार से  पेश आएं और लोगों में जागरूकता लाएं’ अभिनव कुमार इससे पहले मशहूर निर्माता निर्देशक.अनिल शर्मा कृत फिल्म ‘अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों’ में  बाॅबी देओल के फ्रेंड की भूमिका निभा  चुके हैं .

विशेष आलेख : बदले की भावना से फिर जलील किया आडवाणी को

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मोदी सरकार के प्रति मीडिया के रूमानी हद तक झुकाव का दौर बीत चला है। धीरे धीरे उनके प्रति नकारात्मक खबरें मीडिया में जोर पकड़ रही हैं। भाजपा में उनकी कार्यशैली को लेकर मची उठापटक पर केेंद्रित खबरें हर रोज मीडिया की सुर्खी बन रही हैं। इसे दंभ कहें या नियति की कठपुतली बन जाने की उनकी बेबशी मोदी मीडिया को साध पाने का अपना हुनर आजमाने से लगातार चूक रहे हैं। स्थिति तो यह है कि जाने अनजाने में वे स्वयं ही अपनी गतिविधियों से नकारात्मक खबरों का उद्दीपन कर रहे हैं।

शुक्रवार को नई दिल्ली में भाजपा की ओर से आयोजित आपातकाल बंदियों के सम्मान समारोह में फिर उनकी ओर से कुछ ऐसा किया गया जिसमें पार्टी की अंतर्कलह के क्लाइमैक्स पर पहुंच जाने की सनसनी का पुट है। आपातकाल बंदियों में पार्टी के सारे नेता तो सम्मानित किए गए लेकिन लालकृष्ण आडवाणी नहीं। उन्हें तो इस समारोह के लिए न्यौता तक नहीं भेजा गया था। लालकृष्ण आडवाणी पूरे उन्नीस महीने आपातकाल में जेल में रहे। इसके अलावा वे पार्टी के मार्गदर्शक मंडल के भी सदस्य हैं। उन्हें किस औचित्य के तहत सम्मान के लिए नहीं बुलाया गया यह बताना पार्टी नेतृत्व के लिए नामुमकिन है।

अब यह साफ हो चला है कि लालकृष्ण आडवाणी को पार्टी के स्थापना दिवस समारोह, बेंगलूरू में आयोजित राष्ट्र्रीय कार्यकारिणी की बैठक और मोदी सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मथुरा में आयोजित सभा में न पूछा जाना सुनियोजित था। इसके पीछे न कोई तर्क है न कोई वजह। किसी प्रतिशोध के तहत उनके साथ ऐसा किया जा रहा है। अटल बिहारी वाजपेई तो हमेशा के लिए रोग शैया पर पड़ चुके हैं वरना वर्तमान नेतृत्व को लगता है कि पार्टी के हर वटवृक्ष से खतरा है और जो सुलूक आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी से हो रहा है वह अटल जी के साथ अगर उनमें सक्रियता बनी रहती तो न होता यह कहना आसान नहीं है। यह दूसरी बात है कि अटल जी को लोगों को निपटाना भी खूब आता था। उन्होंने गोविंदाचार्य से लेकर आडवाणी तक को जिस तरह निपटाया उससे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। मोदी उन पर भारी पड़ते या वे अपने चिरपरिचित कौशल को दिखाकर बिना आवाज किए मोदी को नेपथ्य में ढकेल देते इस पर तो अब केवल अटकलें ही लगाई जा सकती हैं।

बहरहाल भारतीय जनता पार्टी को एक सामूहिक नेतृत्व की पार्टी माना जाता है। हालांकि संघ परिवार ने जब जूनियर मोस्ट होते हुए भी उनके जेबी अमित शाह को पार्टी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार कर लिया था तो यह पार्टी के इतिहास और रीति नीति में बड़ा परिवर्तन था लेकिन जो खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक अपनी मूल नीति से विचलन के दुष्परिणाम अब संघ को भी चिंतित करने लगे हैं। ऐसे में आडवाणी का कथन फिर प्रासंगिक हो उठता है जिसमें उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस में दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि अभी देश में फिर आपातकाल लागू होने का खतरा टला नहीं है। भाजपा में मोदी इज भाजपा और भाजपा इज मोदी का माहौल तो बना ही दिया गया है। व्यक्ति की निरंकुशता को बढ़ावा मिलने से ही संस्थाएं कमजोर होती हैं। अभी यह खतरा केवल पार्टी के स्तर पर है लेकिन कल को यह लोकतंत्र के तमाम अवयवों पर भी दिखाई दे सकता है। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति की प्रक्रिया बदले जाने के बाद न्याय पालिका तक इस अंदेशे से पीडि़त है। 

मंत्रियों के निजी सचिवों की नियुक्ति के मामले में भी एकाधिकारी प्रवृत्ति उजागर हो चुकी है। हालांकि पहले इस पर उंगली उठाने की हिम्मत किसी को इसलिए नहीं हो रही थी कि मामला नया नया था और यह काम इस आड़ में किया जा रहा था कि सत्ता के गलियारों में पिछली सरकार में मंत्रियों की पसंद के आधार पर निजी सचिवों की नियुक्तियां होने से ही दलाल तंत्र को बढ़ावा मिला था लेकिन अब लगातार एक सिलसिले को देखने के बाद संपूर्णता में जो निष्कर्ष उभर रहा है वह सिद्धांतों को अपने हितों के लिए इस्तेमाल करने की प्रवृत्ति को झलकाता है। अगर स्वच्छ राजनीति की इतनी ही चिंता वर्तमान सत्ता प्रतिष्ठान को होती तो मोदी ने जयललिता को भ्रष्टाचार के मुकदमे में बरी होने के बाद तत्काल बधाई न भेजी होती। वर्तमान न्यायिक प्रक्रिया तकनीकी है जिसका लाभ कई बार दोषी उठा लेते हैं लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में जयललिता की वास्तविकता क्या है मोदी को अच्छी तरह मालूम है कि जनता की अदालत इसे भलीभांति जानती है। अब ललित मोदी गेट में सुषमा स्वराज से लेकर वसुंधरा राजे तक के निहित स्वार्थ के संबंधों के लगातार हो रहे अनावरण के बाद मोदी का निर्णायक रुख क्या होगा इससे और उनकी नीयत स्पष्ट हो जाएगी।

मोदी के एक तंत्रवाद से पार्टी के सारे दिग्गज असुरक्षा बोध से ग्रस्त हो गए हैं इसलिए पार्टी में उनके प्रति विद्रोह की आग जोर पकड़ती जा रही है। कई दिग्गजों ने अप्रत्यक्ष रूप से उन पर ऐसे हमले किए हैं जिनसे विरोधी खेमा तक स्तब्ध रह गया है। ऐसे में याद आता है इंदिरा गांधी का हुनर जिन्होंने 18 जनवरी 1982 को संपूर्ण विपक्ष द्वारा समर्थित ट्रेड यूनियनों के भारत बंद की ऐतिहासिक सफलता की रिपोर्टें आने के बाद इस खबर को पाश्र्व में धकेलने के लिए अप्रत्याशित रूप से उसी दिन महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री अब्दुल रहमान अंतुले का इस्तीफा ले लिया थाा। इसके बाद भारत बंद की सुर्खी की जगह महाराष्ट्र में नेतृत्व परिवर्तन बन गया था। मीडिया की खबरें जनता के मनोवैज्ञानिक सूचकांक को प्रभावित करती हैं इस कारण हर चतुर नेता अपने खिलाफ खबरों के रुख को मोडऩे की कोशिश करता है। फिर अभी भी मीडिया का बहुतायत मोदी से सम्मोहित है लेकिन घटनाचक्र कुछ ऐसा हो रहा है कि वह भी नकारात्मक खबरें परोसने से अपने को रोक नहीं पा रहा। क्या यह मोदी के राजनीतिक कौशल की कमजोरी को उजागर नहीं कर रहा।



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के  पी  सिंह
ओरई 
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