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निफ्टी 8450 और सेंसेक्स 28000 के पार

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सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 1 फीसदी की मजबूती आई है। मजबूती के साथ हो रहे इस कारोबार में सेंसेक्स 28000 के पार निकल गया है, तो निफ्टी 8450 के आसपास नजर आ रहा है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी अच्छी खरीदारी देखने को मिल रही है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 1.6 फीसदी की बढ़त के साथ 13222 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स भी 1.5 फीसदी बढ़कर 11250 के करीब पहुंच गया है।

पावर, कैपिटल गुड्स, रियल्टी, आईटी, ऑटो और मेटल शेयरों में खरीदारी से बाजार में जोरदार तेजी आई है। बीएसई के पावर, कैपिटल गुड्स, रियल्टी, आईटी, ऑटो और मेटल इंडेक्स में 1.8-1.3 फीसदी की मजबूती आई है। वहीं बैंक निफ्टी 1 फीसदी बढ़कर 18500 के करीब पहुंच गया है। हालांकि एफएमसीजी शेयरों में मामूली बिकवाली दिख रही है।

फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 232 अंक यानि 0.8 फीसदी की मजबूती के साथ 28013 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 79 अंक यानि 1 फीसदी बढ़कर 8448 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

बाजार में कारोबार के इस दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा, अंबुजा सीमेंट, सिप्ला, बीएचईएल, एचसीएल टेक, विप्रो, एसबीआई और टाटा मोटर्स जैसे दिग्गज शेयरों में 4.5-1.8 फीसदी की मजबूती आई है। हालांकि जी एंटरटेनमेंट, एनएमडीसी, हीरो मोटो, आईटीसी, गेल, एचडीएफसी और बजाज ऑटो जैसे दिग्गज शेयरों में 1-0.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।

मिडकैप शेयरों में आईजीएल, एनबीसीसी, रेडिंग्टन, श्रेई इंफ्रा और डीबी रियल्टी सबसे ज्यादा 9.7-5.4 फीसदी तक उछले हैं। स्मॉलकैप शेयरों में रोलाटेनर्स, क्वालिटी, आईटीआई, मेटालिस्ट फोर्जिंग और ट्राइटेंड सबसे ज्यादा 20-9.6 फीसदी तक बढ़े हैं।

बिहार में नीतीश देंगे 'हर घर दस्तक'

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har-ghar-dastak-nitish
दो महीने बाद होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अन्य दलों से आगे दिख रहा सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) गुरुवार से 'हर घर दस्तक'कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी गुरुवार को 10 घरों में जाकर 'दस्तक'देंगे। जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि 'हर घर दस्तक'कार्यक्रम के तहत पार्टी के नेता और कार्यकर्ता प्रतिदिन 10 घरों में जाएंगे और 10 वर्ष की सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा करेंगे। पार्टी की मुहिम के तहत कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वे दस्तक देने के बाद उस घर पर एक स्टिकर चिपकाकर निकलें, जिस पर मुख्यमंत्री की तस्वीर के साथ 'फिर एक बार नीतीश कुमार'लिखा हुआ होगा। इसके अलावा घर के सदस्यों का नाम एवं उनका मोबाइल नंबर भी लिख लें।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि इस अभियान में पार्टी के सभी सांसद, विधायक और पूर्व विधायक सहित पंचायत स्तर तक के कार्यकर्ताओं को शामिल किया जा रहा है।  हर घर दस्तक कार्यक्रम का पहला चरण 2 से 11 जुलाई तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण 21 से 30 जुलाई के बीच आयोजित होगा। इस कार्यक्रम के तहत पार्टी ने तीन करोड़ मतदाताओं से सीधा संपर्क करने की योजना बनाई है।  उल्लेखनीय है कि 24 जून से चल रहा जद (यू) का 'चौपाल पर चर्चा'कार्यक्रम मंगलवार को समाप्त हो गया। पार्टी ने इस कार्यक्रम के तहत राज्यभर में 35 हजार स्थानों पर चौपाल लगाने का दावा किया है। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (01 जुलाई)

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जुगरान का दरोगा भर्ती घोटाले के खुलासे का दावा

देहरादून, 1 जुलाई (निस)। भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस सरकार पर भाजपा के हमले लगातार जारी है।  भाजपा के वरिष्ठ नेता रविन्द्र जुगरान ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में एक और दरोगा भर्ती घोटाला होने का आरटीआई के माध्यम से खुलासा किए जाने का दावा किया है। बुधवार को त्यागी रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए भाजपा नेता रविन्द्र जुगरान ने दावा किया कि राज्य में एक बार फिर से दरोगा भर्ती घोटाला हुआ है। यह दावा उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के आधार पर किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में हुए दरोगा भर्ती में जिस तरह से असफल अभ्यर्थियों को भी सफल घोषित कर दिया गया और अब ऐसे अभ्यर्थी भी प्रशिक्षण में जाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भर्ती के दौरान असफल अभ्यर्थियों द्वारा सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गयी थी जिसमें उन्हें शारीरिक परीक्षा की वीडियो कवरेज,अभ्यर्थियों के नाम, संख्या,चेस्ट नंबर उपलब्ध कराये गये हैं। उन्हांेने कहा कि इस वीडियो कवरेज से पता चलता है कि मौके पर मौजूद पुलिस के अधिकारियों ने अपने उच्चाधिकारियों की मदद से मिलीभगत कर पूर्व योजना के तहत असफल अभ्यर्थियों को सफल करने के लिए उनकी हर प्रकार से मदद की। उन्होंने बताया कि क्रिकेट बाॅल थ्रो,लाॅग जम्प, चिनिंग अप, रन एण्ड वाॅकिंग,पुश अपस व सिट अप आदि प्रतियोगितओं में पुलिस कर्मियों ने उनकी खुल कर मदद की। शारीरिक परीक्षा की तिथि समाप्त होने के बाद भी बिना किसी सूचना या संशोधित विज्ञप्ति के गुपचुप तरीके से अपने चहेते अभ्यर्थियों को लाभ पहंुचाने की नियत से अंतिम तिथि के उपरांत 8 दिसंबर 2014 को परीक्षा करायी गयी। उन्होंने कहा कि शारीरिक परीक्षा में एक जनपद स्तर के पुलिस अधिकारी द्वारा अपने उच्च अधिकारियों के संरक्षण में परीक्षा में पक्षपात व घोटाला किया गया। वीडियो को देखने के बाद यह साफ हो जाता है कि शारीरिक परीक्षा में हुए इस घोटाले में बड़ी धनराशि का लेन देन हुआ है। उन्होंने कहा कि शारीरिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थी ही लिखित परीक्षा में शामिल हो सकते हैं लेकिन यहा ंपर असफल अभ्यर्थियों को गैरकानूनी तरीके से सफल घोषित किया गया हो तो इस तरह से सम्पूर्ण परीक्षा परिणाम पर ही सवाल उठता है। उन्होंने कहा कि इससे तो पूरा परीक्षाफल ही सवालों के घेरे में आ जाता है।

बारिश ने बढ़ाई आफत, पैदल यात्रा नहीं हुई शुरू, लिंक मार्ग भी जगह-जगह बाधित, ग्रामीण कर रहे पैदल आवाजाही 

रुद्रप्रयाग, 1 जुलाई (निस)। बारिश ने फिर एक बार लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है। जहां बरसात के कारण यात्री जगह-जगह रूके हुए हैं, वहीं अब लिंक मार्गों के बंद होने से ग्रामीण लोगों को आवाजाही करने में खासी दिक्कतों से जूझना पड़ेगा। बारिश से केदारघाटी के लोगांे के माथे पर चिंता की लकीरें फिर पड़ने लगी हैं। लगातार हो बरसात ने जन जीवन पूरी तरीके से प्रभावित कर दिया है। बारिश के कारण यात्रा को शुरू करना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। हालांकि सोनप्रयाग में फुट ब्रिज बनकर तैयार हो गया है और आवाजाही भी शुरू हो गई है, मगर अब गौरीकुंड व जंगलचट्टी के बीच चिरभासा में बीस मीटर पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही ठप हो गई है। साथ ही तीन बिजली के पोल भी क्षतिग्रस्त हो गये हैं। पैदल मार्ग और बिजली के पालों को दुरूस्त करने के लिए संबंाधित विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है और कार्यों में लगी है। फिलहाल केदार यात्रा हैलीकाॅप्टर से संचालित हो रही है। बुधवार को 28 लोग हैलीकाॅप्टर से केदार पहुंचे, जो फिर हैलीकाॅप्टर से ही वापस आये। इसके अलावा केदारनाथ में सौ यात्री ठहरे हुए हैं जो बारिश बंद होने का इंतजार कर रहे हैं। भारी बरसात से अलकनंदा व मंदाकिनी दोनों नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया है। जहां अलकनंदा का 623.40 एमए बढ़ गया है, वहीं मंदाकिनी 621.90 के पार पहुंच गया है। नदियों का जल स्तर बढ़ने से आवासीय भवनों को खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा मोटरमार्गों की बात करें तो राष्ट्रीय राजमार्ग रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड के बीच कई जगहों पर मलबा आने से राजमार्ग की स्थिति दयनीय हो चुकी है। विभागीय जेसीबी मलबा साफ करने में लगी हुई हैं, लेकिन लगातार बरसात से वे भी परेशान हो गये हैं। लिंक मोटरमार्गों की स्थिति भी बदहाल बनी है। खिर्सू-खेड़ाखाल, ग्वाड़-पोखरसारी, रतूड़ा-पोखरी, गुप्तकाशी-कालीमठ-जाल-चैमासी मोटरमार्ग के जगह-जगह मलबा आने से मार्ग पूर्ण रूप से बंद हो गया है। ऐसे में ग्रामीण लोगों को मीलों पैदल चलना पड़ रहा है। बारिश ने यात्रियों के साथ ही ग्रामीण जनता को भी प्रभावित कर दिया है। वहीं अगत्स्यमुनि के कमसाल गांव में करंट लगने से बारह साल की बच्ची की मौत हो गई। इससे क्षेत्र में शोक का माहौल बना हुआ है। इधर, जखोली के सिरवाड़ी-बांगर में बिजली का तार टूटने से आवासीय भवन को पहुंची क्षति। घर के अंदर रखा सामान बर्बाद हो गया है। बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। 

छुट्टी खत्म अध्यापक फिर भी नदारद, ऊखीमठ एवं जखोली के विभिन्न स्कूलों में औचक निरीक्षण 

रुद्रप्रयाग, 1 जुलाई (निस)। उप शिक्षा अधिकारी (बेसिक) डाॅ सुरेन्द्र सिंह नेगी ने जखोली के विभिन्न राप्रावि एवं राउप्रावि में सघन जांच अभियान चलाया। अभियान के तहत कई अध्यापक विद्यालयों से अनुपस्थित पाये गये, जिस पर अध्यापकांे का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये गये। बुधवार को उप शिक्षा अधिकारी (बेसिक) डाॅ सुरेन्द्र सिंह नेगी ने ग्रीष्मकाल अवकाश समाप्त होने के बाद स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। आश्चर्य यह है कि इस दौरान कई अध्यापक विद्यालयों से गायब मिले। उन्होंने आक्रोश जताते हुए कहा कि अध्यापकों के नदारद रहने से छात्रों का सरकारी स्कूलों से मोहभंग होता जा रहा है। अध्यापक हैं कि गर्मी की छुट्टियां खत्म होने के बाद भी विद्यालय नहीं पहुंच रहे हैं। निरीक्षण में राउप्रावि बरसिर में किशोर उनियाल, राउप्रावि चैंरा में रविप्रकाश दिवाकर, राप्रावि सड़ेतीसैंण में भगवान सिंह गुंसाई एवं श्रीमती सरोज, राप्रावि खलियान में अनिल उनियाल अनुपस्थित पाये गये, जबकि राप्रावि चैंरा एवं बरसिर में सभी अध्यापक उपस्थित थे।उप शिक्षा अधिकारी (बेसिक) ने अनुपस्थित अध्यापकों का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही स्पष्टीकरण देने के आदेश दिये हैं। वहीं खण्ड शिक्षा अधिकारी ऊखीमठ केएस राणा ने विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर छात्र संख्या साठ प्रतिशत से कम होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्यों व प्रधानाध्यापकों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी तथा लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाही की जायेगी। श्री राणा ने राइंका नारायणकोटी, गुप्तकाशी, प्राथमिक विद्यालय कोठेड़ा, भेत-सेम, हयूण, नाला, गुप्तकाशी व राजकीय उच्चतर माध्यामिक विद्यालय सहित कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर कुछ विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति पचास प्रतिशत से कम पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्हांेने विद्यालयों में तैनात प्रधानाचार्याे व प्रधाानाध्यापकों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि सभी अध्यापक विद्यालय मुख्यालय पर ही रात्री प्रवास करें, यदि किसी अध्यापक को विद्यालय आने में विलम्ब हुआ तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। कहा कि मीड-डे मील में गुणवत्ता लाने का प्रयास हर अध्यापक व भोजन माता को करना होगा।

निहाल नाले के सुधार तथा सुरक्षात्मक उपायों के लिए राज्यपाल ने ली महत्वपूर्ण बैठक  

देहरादून, 1 जुलाई (निस)। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल द्वारा आज एक महत्वपूर्ण बैठक ली गई जिसमें राजभवन नैनीताल के गोल्फ मैदान के आखिरी छोर, भंडारी पैवेलियन से निकलने वाले निहाल नाले(गदेरे) से निरन्तर हो रहे भूक्षरण व भूकटान से होने वाले नुकसान को तात्कालिक प्रभाव से रोकने के लिए आवश्यक उपायों पर अमल के निर्देश दिए गए। भूक्षरण की दृष्टि से अत्यन्त संवेदनशील समस्या के  स्थायी समाधान के लिए टी.एच.डी.सी के सहयोग से चरणबद्व योजना बनाने के निर्देश भी राज्यपाल द्वारा पी.डब्ल्यू.डी के अधिकारियों को दिए गए।  इस प्रकार के कार्यों में टी.एच.डी.सी की विशेषज्ञता के दृष्टिगत ही टी.एच.डी.सी के विशेषज्ञ को बैठक में विशेष रूप से बुलाया गया था। राज्यपाल ने कहा कि निहाल नाले से होने वाले नुकसान की स्थिति चिन्तनीय है इसे नियंत्रित करने के लिए प्रथम चरण के अन्तर्गत इसी बरसात से सुरक्षात्मक उपाय अनिवार्य रूप से शुरू करने होंगे ताकि स्थायी समाधान के लिए प्रस्तावित दीर्घकालिक योजना के क्रियान्वयन तक स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। राज्यपाल द्वारा, प्रथम चरण के सुरक्षात्मक कार्यों के लिए डिजाइन प्रस्तुत करने के लिए टी.एच.डी.सी को एक सप्ताह का समय देने के साथ ही योजना पर इसी बरसात से आवश्यक कार्यवाही के निर्देश पी.डब्ल्यू.डी के अधिकारियों को दिए गए। सूच्य है कि राज्यपाल ने 27 मई को राजभवन नैनीताल के विजिट के दौरान भूक्षरण की दृष्टि से अति संवेदनशील इस क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया था और इसी संदर्भ में निहाल नाले के नीचे रूसी गाँव के लोगों द्वारा दिए गए  प्रत्यावेदन का भी संज्ञान लेकर टी.एच.डी.सी के विशेषज्ञों के सहयोग से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने का निर्णय लिया था।आज की बैठक में टी.एच.डी.सी के जी.एम द्वारा एक प्रैजेन्टेशन भी दिया गया। बैठक में राज्यपाल के सचिव अरूण ढौंडियाल, जिलाधिकारी नैनीताल दीपक रावत, पी.डब्ल्यू.डी के चीफ इंजीनियर बी.सी.बिनवाल, टी.एच.डी.सी के जी.एम(डिजाइन) राजीव विश्नोई, राजीव अग्रवाल तथा डी.एफ.ओ नैनीताल तेजस्विनी पाटिल आदि उपस्थित थे। 

एक चैक का नाम होगा जस्सा सिंहः सीएम 

देहरादून, 1 जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि देहरादून में एक चैक का नाम सरदार जस्सा सिंह अहलूवालिया के नाम पर रखा जाएगा। बुधवार को बीजापुर में अहलूवालिया, कर्णवाल, जायसवाल महासभा द्वारा मुख्यमंत्री श्री रावत का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इस पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के विकास के लिए सभी वर्गों की भागीदारी आवश्यक है। राज्य की तरक्की तभी संभव है जबकि सभी कमजोर व वंचित वर्गों की तरक्की हो। विकास की धारा में गरीब किसानों, मजदूरों को साथ लेकर चलना होगा। संसाधनहीन लोगों की आवाज दबनी नहीं चाहिए। जब तक साधनहीन लोगों को अवसर उपलब्ध नहीं करवाए जाते हैं, राज्य खुशहाल नहीं हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमजोर लोगों के लिए बेहतर हालात बनाने के लिए हम सभी को मिलजुल कर काम करना होगा। सभी के सहयोग से ही समावेशी विकास सम्भव है। कार्यक्रम में कांगे्रस के प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय, विधायक विजयपाल सजवाण, रामकुमार वालिया, सुधा वालिया, मनमोहन जायसवाल, अंजना वालिया, अशोक कर्णवाल, निक्कू वालिया सहित अहलूवालिया, कर्णवाल, जायसवाल समाज के अन्य गणमान्य मौजूद थे।  

आईएमए ने डाक्टर्स डे पर डाक्टरों की सुरक्षा का मद्दा उठाया 

देहरादून, 1 जुलाई (निस)।  आईएमए की सभी शाखाओं में डाॅक्टर्स डे बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। सभी 30 शाखाओं में एक साथ आयोजन किए गए और मेडिकल क्षेत्र में दिए गए योगदान के लिए वरिष्ठ डाॅक्टरों को सम्मानित किया गया। डाॅक्टर और मरीज़ के बीच एक स्वस्थ रिश्ता कैसे बने, इस बारे में अहम नियमों पर भी विचार विमर्श किया गया। डाॅक्टरों और उनके परिवारों के साथ ही, समाज-सेवी संस्थाआंे और आम लोगों ने भी इस आयोजन में हिस्सा लिया। सभी राज्यों में रक्तदान कैंप भी आयोजित किए गए और लोगों को इस बात के लिए जागरूक भी किया गया कि हर बालिग व्यक्ति को नियमित तौर पर रक्तदान करना चाहिए। हर साल पहली जुलाई को मेडिकल क्षेत्र की प्रतिष्ठित हस्ती भारत रत्न स्वगीर्य डाॅ बीसी राॅय की याद को समर्पित डाॅक्टजऱ् डे मनाया जाता है। भारत में डाॅक्टर को वैसे तो भगवान का दर्जा दिया जाता है, लेकिन हाल ही में मेडिकल सेवाओं को उपभोक्ता संरक्षण कानून में शामिल किए जाने के बाद डाॅक्टर और मरीज़ के ईमानदारी और भरोसे के रिश्ते पर खतरा मंडरा रहा है, यह बात इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रर्ीय अध्यक्ष पदम्श्री डाॅ ए मारतंड पिल्लई और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आॅनरेरी सैक्रेटरी जनरल और हार्ट केयर फाउंडेशन आॅफ इंडिया के अध्यक्ष पद्मश्री डाॅ केके अग्रवाल ने एक सांझे बयान में कही। द इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने डाॅक्टरों और मेडिकलों संस्थानों पर बढ़ते हिंसक हमलो पर चिंता ज़ाहिर की। इस बारे में चर्चा की गई कि इस वक्त इस बात की ज़रूरत है कि समाज में ऐसा माहौल बनाया जाए जिसमें डाॅक्टर शांति और गरिमा से काम कर सकें। इससे मेडिकल क्षेत्र के लोग बिना किसी हमले और शोषण के डर से एक कदम आगे बढ़ कर बढ़े स्तर पर समाज को बेहतर स्वास्थय सेवाएं प्रदान कर पाएंगे। इस मौके पर डयूटी पर तैनात डाॅक्टरों और मेडिकल संस्थानों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून बनाए जाने की तुरंत आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया गया। आम स्वास्थय समस्याओं जैसे कि प्रजणन के दौरान महिलओं और नवजातों की मौतों की बड़ी संख्या और संक्रामक बीमारियों, जिनके मामले में भारत, नेपाल, बांगलादेश और श्रीलंका से भी पीछे है, की रोकथाम में सरकार की अक्षमता पर भी चिंता ज़ाहिर की गई। इलाज की लागत में हो रही लगातार बढ़ोतरी के मद्देनज़र आईएमए ने सरकार से अपील की कि वह कोई ऐसी ज़मीनी स्वास्थय नीति लाए जो देश के लोगों के संम्पूर्ण लाभ के लिए हो और केंद्रीय बजट में स्वास्थय क्षेत्र के बजट की हिस्सेदारी कम से कम जीडीपी का ढाई प्रतिशत हो।

निकाय पुनर्गठन आदेश का विरोध

देहरादून, 1 जुलाई (निस)। उत्तराखंड के निकाय अध्यक्षों की बैठक में सरकार के निकाय पुनर्गठन आदेश का विरोध किया गया। बुधवार को क्षेत्र के रेलवे रोड स्थित नीरज भवन में उत्तराखंड के निकाय अध्यक्षों की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान निकाय अध्यक्षों ने सरकार पर निकाय अध्यक्षों से सलाह किए बिना निकाय पुनर्गठन का आरोप लगाया। साथ ही आउटसोर्सिंग से निकायों में कमचारी नियुक्ति का विरोध भी किया। संघ अध्यक्ष मनमोहन मल्ल ने कहा कि इसके खिलाफ आन्दोलन की रणीनिति तैयार की जाएगी।  बैठक में मसूरी, दुगड्डा, जोशीमठ, बरकोट, ऋषिकेश, अल्मोड़ा, कोटद्वार, पिथौरागढ़, लोहाघाट, चम्बा, श्रीनगर, जसपुर, रामनगर के निकाय अध्यक्ष शामिल हैं।

केन्द्र सरकार के भ्रष्ट मंत्रियों को बर्खाश्त किए जाने की मांग को लेकर धरना

देहरादून, 1 जुलाई (निस)। राजीव गांधी सेना कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार को बर्खास्त करने की मांग राष्ट्रपति से की है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष और उत्तराखण्ड राज्य युवा कल्याण सलाहकार परिषद के उपाध्यक्ष सुशील राठी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क के समक्ष धरना दिया। इस दौरान सुशील राठी ने कहा कि मोदी सरकार अब तक भ्रष्टाचार के विरोध में थी आज अपने ही मंत्रियों को व जिम्मेदार पदों पर आसीन नेताओं को फर्जीवाड़े व भ्रष्टाचार में लिप्त देख कर मौन क्यों धारण किये हुए है। अब तक केन्द्र में चार महिला मंत्री से इस्तीफा दिलाने में केन्द्र की मोदी सरकार असमर्थ नजर आ रही है। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और महाराष्ट्र में मंत्री पंकजा मुण्डे की फर्जीवाड़े और भ्रष्ट कार्यशैली पूरे देश के सामने उजागर हो गयी है। उसके बाद भी ये चारों अपने पदों पर बनी हुई हैं। इससे केन्द्र सरकार की कथनी और करनी में अंतर साफ नजर आता है। उन्होंने राष्ट्रपति को प्रेषित ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि केन्द्र सरकार जनता को लूटने में लगी हुई है। उन्होंने मांग की है कि फर्जीवाड़े में लिप्त संबंधित मंत्रियों व संवैधानिक पदों पर आसीन नेताओं को तत्काल बर्खास्त किया जाये। देश का भविष्य सुरक्षित रहे इसके मद्देनजर केन्द्र सरकार को भी तत्काल बर्खास्त किया जाये। धरने पर विकास चैहान, अंजना बस्सी, दीपाली महल,शहजाद, दीपक, संजय, राजू तोमर,निजाम पठान, सोमवती, रूबी चैधरी तथा सुनिता देवी आदि बैठे।

सांसद निशंक ने की समीक्षा 

nishank
देहरादून, 1 जुलाई (निस)। सांसद लोकसभा क्षेत्र हरिद्वार एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड डाॅ रमेश पोखरियाल ’निशंक’ ने विकास भवन सभागार में हरिद्वार लोकसभा संसदीय क्षेत्र से सम्बन्धित विकास कार्यो की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होने सभी विभागों के जिला स्तरीय  अधिकारियों को निर्देश दिये कि विकास के कार्यो में आपसी समन्वय स्थापित करते हुए प्रदेश को नये आयाम देने का कार्य करें तथा यदि कार्य करते समय कोई अड़चन आती है तो जिला प्रशासन तथा शासन स्तर के साथ-2 सभी जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करते हुए विकास कार्यो को गति प्रदान करें। उन्होने निर्देश दिये कि केन्द्र से निर्गत धनराशि का सदुपयोग हेतु समन्वय स्थापित करके कार्य किया जाय, जिससे केन्द्रीय वित्तीय सहायता का पूरा-2 सदुपयोग हो  सके। उन्होने सभी अधिकरियों को निर्देश दिये कि प्रदेश स्तर पर पुष्प उत्पादन की अपार सम्भावनाएं मौजूद है इनका सही क्रियान्वयन करने हेतु जिला उद्यान अधिकारी को मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये जिससे स्थानीय किसान तथा नव युवकों को रोजगार के अवसर मिलेगें। उन्होने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा दी जा रही पेंशन से सम्बन्धित सभी प्रकरणों को दुरूस्थ करें। उन्होने  शहर में विभिन्न विकास कार्यो हेतु सड़क की खुदाई करने वाली कार्यदायी संस्थाओं यथा ए.डी.बी, लो.नि.वि, जल संस्थान, जल निगम, बी.एस.एन.एल आदि विभागों  के अधिकारियों को निर्देशित किया कि खुदाई में आधुनिक तकनीक का  इस्तेमाल करें तथा खुदाई के पश्चात सड़क को पूर्व स्थिति में कर दें, जिससे स्थानीय जनता के आवागमन में कोई बाधा उत्पन्न न हो। उन्होने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को स्थानीय जनता व जन प्रतिनिधियों से लेकर शासन तक उचित समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिये। बैठक में जिलाधिकारी रविनाथ रमन ने सांसद को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन किया जाएगा तथा इसके साथ ही उन्होने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए विकास प्रक्रिया को गतिमान करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, लीड बैंक अधिकारी जी.एस राणा, जनप्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य, पार्षद सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।  

सांसद खण्डूड़ी ने आदर्श देवली भणिग्राम की समीक्षा बैठक

रूद्रप्रयाग, 1 जुलाई (निस)। सांसद गढ़वाल संसदीय क्षेत्र एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड मेजर जनरल भुवन चन्द्र खण्डूडी एवीएसएम से०नि० ने  को निरीक्षण भवन लोनिवि गुप्तकाशी में सांसद आर्दश गांव योजना के अन्तर्गत देवली भणिग्राम में विभागों द्वारा किये गये कार्याे एवं प्रस्तावित कार्य को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली। मंगलवार को गुप्तकाशी निरीक्षण भवन में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सांसद गढ़वाल संसदीय क्षेत्र एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड मेजर जनरल भुवन चन्द्र खण्डूडी एवीएसएम से०नि० समीक्षा बैठक में स्वागत करते हुए उन्होने सांसद आर्दश ग्राम देवली भणिग्राम में हो विकास कार्याे से अवगत कराते हुए बैठक का संचालन किया। उन्होने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा अपने विभाग की ओर उक्त ग्राम में किया गया कार्य एवं प्रस्तावित कार्य को लेेकर क्रमवार सांसद के समक्ष रखा। जिस पर कृषि विभाग द्वारा सांसद आर्दश ग्राम में अनुसूचित जाति बस्ती में 1 पावर व्रीडर का वितरण किया गया जो 1 घंटे में पांच नाली जोत सकता । उद्यान विभाग द्वारा 22 लाभार्थियों को सब्जी बीज वितरण 10 को कीट व्याघि रसायन वितरण 300 लाभार्थियों को फल पौधे वितरण 37 लाभार्थियों को गेंदा पुष्प बीज 8 हल्दी बीज तथा 22 लोगो को उद्यान कार्ड वितरण किया गया। समाज कल्याण विभाग द्वारा 70 लाभार्थियों को वृद्धा पेंशन 33 विधवा 5 विकंलाग तथा 5 किसान पेंशन वितरण किया गया। पीएमजीएसवाई सिंचाई द्वारा किमी 900 में सुरक्षा कार्य दिवार का निर्माण व किमी 1700 में पक्की नाली निर्माण वही पर्यटन विभाग द्वारा 7 युवकों को 10 दिवसीय स्ंकीग प्रशिक्षण दिया गया जबकि पांच लोगो को राप्टिगं की टेऊनिग दी गयी हैं। स्वजल द्वारा 27 परिवारों को शौचालय निर्माण हेतु प्रोत्साहित राशि वितरित की गयी। उरेडा विभाग द्वारा 52 परिवारों को डिश टाईप सोलर कुकर व 17 स्ट्रीट लाइट बांटी गयी। वही जलसंस्थान द्वारा पेयजल मरम्मत कार्य विद्युत विभाग वोल्टेज का उच्चीकरण लाइन मरम्मत बिलों का आॅनलाइन पंचायत राज विभाग द्वारा पंचायत भवन का मरम्मत ग्राम्य विकास विभाग द्वारा मनरेगा योजना के अन्तर्गत संपर्क मार्ग गौशाला चैकडैम भूमि सुधारीकरण वनीकरण आदि कार्य किये जा चुके हैं। जबकि युवाकल्याण विभाग स्वास्थ्य विभाग पशुपालन शिक्षा विभाग पर्यटन विभाग गा्रम्य विकास विभाग कृषि विभाग द्वारा जनजागरूक शिविरों का आयोजन कर ग्रामवासियों को जानकारी दी। सांसद श्री खण्डूडी ने कहा कि अपने विभागो की ऐसी योजनाओ से लाभान्वित करे जिससे वह आने वाले समय में स्वयं आत्मनिर्भर बन जाये। उन्होने पशुपालन कृर्षि उद्यान अधिकारी से कहा कृषि चारा आदि क्षेत्र में लोगों में जागरूकता लाऐ एवं बंजर भूमि पर फलदार वृक्ष चारा पत्ती एवं घास आदि के प्रति लोगो को प्रेरित करे। उन्होने सभी जिला स्तरीया अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी आपस में सामजस्य बनाकर सांसद आर्दश गांव का में विकास लाये। बैठक में पूर्व विधायक आशा नौटियाल भाजपा जिलाध्यक्ष विजय कपरवान गजेन्द्र चैधरी देवप्रकाश सेमवाल उपजिलाधिकारी यूएस चैहान मुख्य चिकित्साधिकारी आरपी०बडोनी मुख्य कुृषि अधिकारी विनय कुमार युवाकल्याण अधिकारी सत्यपाल सिंह नेगी पर्यटन अधिकारी सीमा नौटियाल आदि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

9 ग्रामीण मोटर मार्र्गाे पर मलबा पत्थर आने से मार्ग अवरूद्ध

रूद्रप्रयाग, 1 जुलाई (निस)। मंगलवार को रात्रि से हो रही बारिश के कारण जिले की 18 ग्रामीण मोटर मार्गाे ंमें से 9 ग्रामीण मोटर मार्र्गाे पर मलबा पत्थर आने पर मार्ग क्षतिग्रस्त हो गये है। अधिशासी अभियन्ता पीएमजीएसवाई सिंचाई खण्ड रूद्रप्रयाग द्वारा अवगत कराया गया कि बलसूण्डीअखोडी मोटरमार्ग बस्टी से हाट मोटर मार्ग रूद्रप्रयाग गौरीकुण्ड मोटर मार्ग किमी 700 से नारी मोटर मार्ग दुलाधारबैण्ड से गणेशनगर मोटर मार्ग कोलूबैण्ड स्वांरीग्वांस मोटर मार्ग संणगूसारी मोटर मार्ग फाटाजामू मोटर मार्ग एक्सटेन्शन जुगासू रांसी तलसारी मोटर मार्ग तथा लम्बगौण्डी देवली भणिग्राम मोटर मार्गाे पर मलवा एवं पत्थर आने से यातायात हेतु अवरूद्ध है खोलने का कार्य प्रगति में है।

मलबा आने से कई जगह बदरीनाथ मार्ग बाधित

गोपेश्वर, 1 जुलाई (निस)। मंगलवार रात से हो रही बारिश के चलते बदरीनाथ यात्रा मार्ग मलबा आने से कई जगह पर बाधित हो गया। मिली जानकारी के अनुसार, क्षेत्र में मंगलवार रात से भारी बारिश हो रही है। इस कारण पहाड़ी से मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे पागल नाला, पातालगंगा, लामबगड़, बैनाकुली में बाधित हो गया। इससे तीर्थयात्रियों को पाण्डुकेश्वर व जोशीमठ सहित कई पड़ावों में ही रोका गया है। गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि बारिश के बीच 258 यात्री घांघरिया से हेमकुंड के लिए रवाना हो गए, जबकि गोविंदघाट से भी यात्री हेमकुंड के लिए रवाना हो गए। प्रशासन ने बारिश के चलते बीते दिन दोपहर दो बजे से तीर्थयात्रियों को घांघरिया और गोविंदघाट में रोका हुआ था। वहीं, प्रशासन की मनाही के बाद भी यात्रियों ने यात्रा शुरू की है। जिले में हो रही भारी बारिश के चलते जिलाधिकारी अशोक कुमार ने बुधवार को सभी स्कूल कक्षा एक से 12 तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा यदि बारिश जारी रहती है तो यह तिथि आगे बढ़ाई जाएगी।

कान्सटेबिल मुकेश रावत को एक और गोल्ड मेडल

देहरादून, 1 जुलाई (निस)। फेयर फैक्स, वर्जीनिया (अमेरिका) में आरम्भ हुये वल्र्ड पुलिस एवं फायर गेम्स-2015 में भारतीय पुलिस की टीम की ओर से प्रतिभाग करने गये उत्तराखण्ड पुलिस के कान्सटेबिल मुकेश रावत- जनपद हरिद्वार ने आज एथलेटिक्स में 1500 मीटर दौड प्रतियोगिता में एक और गोल्ड मेडल अर्जित किया है उल्लेखनीय है कि कल भी इस खिलाडी ने 3000 मीटर स्टेपल चेज में स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। बीएस सिद्धू, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड तथा दीपम सेठ पुलिस महानिरीक्षक व सचिव स्पोर्टस कन्ट्रोल बोर्ड उत्तराखण्ड पुलिस ने कानि मुकेश रावत को दूसरा स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी है।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (01 जुलाई)

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मुख्यमंत्री श्री चैहान श्रमिक सम्मेलन मेें शामिल होंगे

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान दो जुलाई को विदिशा जिला मुख्यालय पर आयोजित श्रमिक सम्मेलन में शामिल होंगे। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी दोपहर दो बजे पुरानी कृषि उपज मंडी में आयोजित श्रमिक सम्मेलन में भाग लेंगे इसके पश्चात् विदिशा प्रेस क्लब के द्वारा आयोजित कार्यक्रम मंे शामिल होंगे। कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि श्रमिक सम्मेलन में विदिशा नगरवासियों की समस्याओं के निराकरण हेतु सभी विभागों के द्वारा स्टाॅल लगाए जाएंगे वही स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोगोपचार केम्प का भी आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में राशन कार्ड बनाएं जाएंगे और खाद्यान्न पर्चियां जारी की जाएंगी इसके अलावा निःशक्तजनों के लिए ट्राय-साइकिल, वैशाखी, श्रवण यंत्र के अलावा निःशक्तता प्रमाण पत्र प्रदाय किए जाएंगे प्रमाण पत्र के लिए संबंधितों से आग्रह किया गया कि वे स्वंय के दो फोटो, राशन कार्ड या आधार कार्ड साथ जरूर लाएं। श्रमिक सम्मेलन में स्वास्थ्य परीक्षण एवं निःशुल्क दवाईयां वितरित की जाएगी वही शौचालय निर्माण के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। फेरी वालीे कामकाजी महिलाओं का पंजीयन कर उन्हें परिचय पत्र जारी किए जाएंगे। इसके अलावा शासन की अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं के सुपात्रों को मौके पर लाभांवित किया जाएगा।

मध्यप्रदेश हर क्षेत्र में अग्रणी हो रहा है-प्रभारी मंत्री श्री राजपूत, ई-पंजीयन और ई गवर्नेंस का शुभांरभ 

vidisha news
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने प्रदेश की अलग पहचान राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनाई है। प्रदेश की अनेक योजनाओे का अनुसरण एवं क्रियान्वयन अन्य राज्यों के द्वारा किया जा रहा है। एक जुलाई से प्रदेशवासियों के लिए ई-पंजीयन और ई-गवर्नेंस की सौगात मिली है। उक्त आश्य के विचार राजस्व एवं पुर्नवास मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत ने ई-पंजीयन और ई-गवर्नेंस के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने इससे पहले जिला मुख्यालय के उप पंजीयक कार्यालय में पहुंचकर ई-पंजीयन का शुभारंभ फीता काटकर किया और नवीन व्यवस्थाओं का जायजा लिया।कलेक्टेªट प्रागंण में आयोजित कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि ई-पंजीयन की नवीन व्यवस्था के तहत रजिस्ट्री कराने वालो के दस्तावंेज सीमित होंगे और वे उन दस्तावेंजो की प्राप्ति कही भी कर सकते है। उन्होंने बताया कि प्रयोग के तौर पर प्रारंभ में पांच जिलो में उक्त व्यवस्था का क्रियान्वयन किया गया था जिसके अच्छे परिणाम प्राप्त होने पर सम्पूर्ण प्रदेश में लागू की गई है। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि विदिशा जिले की पहचान प्रदेश व देश में स्थापित हो रही है। उन्होंने संबंधितों से अपेक्षा व्यक्त की कि ई-पंजीयन की कार्यप्रणाली का अपने स्तर पर प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें ताकि आमजनों को नवीन व्यवस्था की बखूबी जानकारी हो सके। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने ई-पंजीयन से कार्यो में होने वाली सरलता, समय की बचत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि नवीन व्यवस्था से फर्जी रजिस्ट्रियों पर लगाम लग जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में कम्प्यूटरीकृत खसरा प्रदाय किए जाने के संबंध में अनेक प्रकार की भ्रांतियां आमजनों में हो रही थी धीरे-धीरे उसका निदान किया गया और अब आमजन कम्प्यूटरीकृत खसरा नकलें ही मांगते है। इसी प्रकार ई-पंजीयन से संबंधी भ्रांतियों को भी दूर किया जाएगा। वरिष्ठ जिला पंजीयक श्री एके सिंह ने बताया कि ई-पंजीयन तथा ई-स्टाम्प से प्रशासन के कार्य में ज्यादा पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता आएगी, मध्यस्थता एवं दलालों के चक्कर से निजात मिलेगी। विदिशा जिले में ई-पंजीयन कार्य के लिए 54 सर्विस प्रोवाइडर को लायसेंस जारी किए गए है। उन्होंने ई-पंजीयन से होने वाले लाभो को भी रेखांकित किया।डिजीटल इंडिया सप्ताह का भी शुभांरभ कार्यक्रम के दौरान किया गया। उक्त कार्यक्रम के मध्याम से नागरिकों के डिजीटल सशक्तिकरण एवं डिजीटल बुनियादी सुविधाओं के माध्यम से समाज और देश की अर्थव्यवस्था को रूपातंरित करने का मुख्य उद्धेश्य है। ई-गवर्नेंस में सम्मलित की गई सेवाएं मुख्यतः डिजीटल लाॅकर, ई-हाॅस्पिटल, ई-बस्ता, इलेक्ट्राॅनिक मेन्युफेक्चरिंग क्लस्टर एवं स्किल डेब्लपमेंट, इंडिया डिजीटलाईजेशन प्रोग्राम, नेशनल स्काॅलरशिप पोर्टल, भारत नेट, नेक्स्ट जनरेशन नेटवर्क और इंडिया पोस्ट सीएससी इत्यादि शामिल है। कार्यक्रम स्थल पर विदिशा विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर, शमशाबाद विधायक श्री सूर्यप्रकाश मीणा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, समाजसेवी श्री सुधीर यादव के अलावा भोपाल संभागायुक्त श्री एसबी सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

प्रभारी मंत्री द्वारा व्यवस्थाओं का जायजा

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज चैहान दो जुलाई को विदिशा जिला मुख्यालय पर आयोजित श्रमिक सम्मेलन में शामिल होंगे। आयोजन के मद्देनजर पुरानी कृषि उपज मंडी के प्रागंण में की जा रही तैयारियों का प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत ने बुधवार को जायजा लिया। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि हितग्राहियो को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना ना करना पडें़ के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। उन्होंने तैयार हो रही वाटर पू्रफ पण्डाल का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर विधायक द्वय श्री कल्याण सिंह ठाकुर, शमशाबाद विधायक श्री सूर्यप्रकाश मीणा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, समाजसेवी श्री मुकेश टण्डन के अलावा कलेक्टर श्री एमबी ओझा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी और जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

सेवानिवृत्त कविश्वर दंपती को भावभीनी विदाई

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महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत कविश्वर दंपती मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए। बुधवार को परियोजना अधिकारी द्वय श्री बीके कविश्वर और उनकी पत्नी श्रीमती किरण कविश्वर को महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यालय एवं शहरी और ग्रामीण परियोजना के अधिकारी, कर्मचारियांे द्वारा भावभीनी विदाई दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र सुंदरियाल ने कविश्वर दंपती को शाल श्रीफल भेंट कर उनके स्वास्थ्यवर्धक बने रहने की कामना की। उन्होंने कहा कि कविश्वर दंपती विभाग के कार्यो को बखूबी समय सीमा में करने में माहिर थी। उनकी कार्यो के प्रति लगन, मेहनत हमें प्रेरणा देती है कि विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों को कैसे जन-जन तक पहुंचाया जाए। सेवानिवृत्त श्री कविश्वर ने कहा कि विभाग के वरिष्ठ एवं अधीनस्थ अधिकारी, कर्मचारियों का मुझे जो सहयोग मिला है। उसे मैं जीवन पर्यन्त तक भुला नही पऊंगा। शासकीय सेवा से जरूर निवृत्त हो रहा हूं परन्तु जब भी मेरे वरिष्ठ एवं अधीनस्थ कर्मचारियों को मेरी जरूरत पडेगी तो मैं सदैव तत्पर रहूंगा। श्रीमती कविश्वर ने कहा कि यह एक संयोग और सौभाग्य की बात है कि पति, पत्नी एक ही विभाग में नौकरी करते हुए 30 जून को एक साथ सेवानिवृत्त हुए है। उन्होंने विभिन्न जिलों में किए गए शासकीय कार्यो को रेखांकित किया। शहरी परियोजना कार्यालय में आयोजित विदाई समारोह में विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों ने कविश्वर दंपती के दीर्घायु एवं स्वस्थ्यवर्धक बने रहने की कामना की।

जिले में अब तक 149.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज

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जिले में अब तक 149.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है जबकि गतवर्ष उक्त अवधि में 70.7 मिमी औसत वर्षा हुई थी। एक जुलाई की प्रातः जिले में 27.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख श्रीमती सविता पटेल ने तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर बुधवार की प्रातः दर्ज की गई वर्षा की जानकारी देते हुए बताया है कि विदिशा तहसील में सर्वाधिक 65.4 मिमी इसके पश्चात् गुलाबगंज में 60 मिमी, नटेरन में 32 मिमी, ग्यारसपुर में 28 मिमी, कुरवाई में 21.4 मिमी, लटेरी में 10 मिमी और बासौदा में 3.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जबकि सिरोंज में वर्षा नगण्य रही। अब तक तहसीलवार दर्ज की गई वर्षा तदानुसार विदिशा में 196.5 मिमी, बासौदा में 125 मिमी, कुरवाई में 237.2 मिमी, सिरोंज में 98 मिमी, लटेरी में 119 मिमी, ग्यारसपुर में 105 मिमी, गुलाबगंज में 210 मिमी और नटेरन में 109 मिमी वर्षा हो चुकी है।

कोई भी मुझे भ्रष्ट नहीं कह सकता : ब्लाटर

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भ्रष्टाचार और मनी लांडरिंग के गंभीर आरोपों से घिरी फुटबाल की विश्व नियामक संस्था के अध्यक्ष सेप ब्लाटर ने खुद को भ्रष्ट कहने वाले लोगों को बुधवार को चुनौती दी कि वे उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को साबित करें। गौरतलब है कि अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी एफबीआई ने अमेरिकी न्याय प्रणाली के समक्ष फीफा के नौ अधिकारियों के खिलाफ मई में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। अधिकारियों पर गंभीर वित्तीय अपराधों, जिसमें मनी लांडरिंग और धोखाधड़ी के आरोप हैं।

वेबसाइट 'गोल डॉट कॉम'के अनुसार, ब्लाटर पांचवीं बार फीफा अध्यक्ष चुने गए, हालांकि चुने जाने के दो दिन बाद ही अप्रत्याशित तरीके से अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। हालांकि ब्लाटर अब दावा कर रहे हैं कि फीफा में हुए भ्रष्टाचार से उनका कोई लेना-देना नहीं है। ब्लाटर ने कहा, "लोग मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए किन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें उसका अंदाजा नहीं है। जो कोई भी मुझ पर भ्रष्ट होने का आरोप लगा रहा है, उसे पहले यह साबित करना चाहिए।"

दयानिधि मारन से सीबीआई ने की 7 घंटे पूछताछ

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पूर्व दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन से बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने करीब सात घंटे पूछताछ की। उनके खिलाफ चेन्नई स्थित उनके आवास में 700 उच्च डेटा क्षमता वाले बीएसएनएल दूससंचार लाइनों के उपयोग को लेकर मामला दर्ज है। उनसे गुरुवार को भी पूछताछ की जाएगी। सीबीआई के एक सूत्र ने बताया कि मारन बुधवार पूर्वाह्न् करीब 11 बजे सीबीआई के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय पहुंचे। उनसे करीब सात घंटे पूछताछ की गई। 

सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें अपने आवास पर 770 अवैध टेलीफोन लाइनें लगाने के मामले में गुरुवार को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में 300 टेलीफोन लाइनें लगाने का जिक्र है, जबकि असलियत में यह 770 है। उन्होंने कहा कि इससे देश को करीब 1.8 करोड़ रुपये घाटे का अनुमान है।  अधिकारी ने कहा कि इससे पहले मारन से अक्टूबर 2014 और इस साल जनवरी में पूछताछ की गई थी। उल्लेखनीय है कि मारन ने मंगलवार को मद्रास उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत हासिल कर ली है। 

ललित मोदी ने बढ़ते विवाद में वरुण गांधी को भी घसीटा

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इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व प्रमुख ललित मोदी ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और लोकसभा सांसद वरुण गांधी ने कुछ साल पहले उनसे लंदन में मुलाकात की थी, और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मामला सुलझाने की पेशकश की थी। वरुण गांधी ने हालांकि ललित मोदी से मुलाकात की बात स्वीकार की है, लेकिन उन्होंने किसी भी प्रकार के सौदे की बात से इंकार किया है।वरुण गांधी के एक सहयोगी ने नाम जाहिर न करने का आग्रह करते हुए कहा, "वरुण जी ने राजस्थान के भरतपुर से विधायक जगत सिंह के साथ तीन साल पहले ललित मोदी से लंदन में मुलाकात की थी। वह लंदन में थे और मुलाकात केवल एक संयोग थी। उनकी सहायता को लेकर न तो कोई सौदा हुआ और न ही इस बारे में कोई बात हुई।"

ललित मोदी ने मंगलवार देर रात श्रंखलाबद्ध तरीके से ट्वीट करते हुए कहा कि वरुण गांधी ने उनसे मुलाकात की थी और सब कुछ सुलझाने का प्रस्ताव दिया था। मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "कुछ साल पहले वरुण गांधी मुझसे मिलने मेरे घर आए थे, और उन्होंने कहा था कि वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में अपनी चाची के जरिए सभी चीजों को सुलझा सकते हैं।"मोदी ने लिखा, 'वह चाहते थे कि मैं उनकी इटली में रहने वाली बहन से मिलूं। मुझे इसके बाद उनके बारे में पता चला, हमारे एक साझा मित्र से सुना कि आंटी छह करोड़ डॉलर चाहती हैं। क्या वे इससे इंकार कर सकते हैं। मुझे लगता है कि वे ऐसा करेंगे।"

उन्होंने अगले ट्वीट में साफ किया, "चाची से उनका आशय था सोनिया गांधी। स्पष्ट कर दूं कि वह बहन सोनिया गांधी की बहन हैं।"एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, "वरुण गांधी कृपया स्पष्ट करें कुछ वर्ष पहले लंदन में रिट्ज होटल में ठहरने के दौरान आप लंदन में मेरे घर आए थे या नहीं।"भाजपा ने हालांकि वरुण का बचाव करने से दूरी बना ली है। भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने बुधवार को मीडिया से कहा, "पूरी दुनिया जानती है कि राहुल गांधी और वरुण गांधी का परिवार अलग-अलग है, पार्टी से भी और विचारधारा से भी।"

नेहरू के विकिपीडिया पेज में बदलाव की कांग्रेस ने निंदा की

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कांग्रेस ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के विकिपीडिया पेज में छेड़छाड़ करने और उनसे संबंधित जानकारी बदलने का आरोप लगाते हुए इसे ओछा और निंदनीय करार दिया। कांग्रेस नेता अभिषेक मनुसिंघवी ने यहां मीडिया को बताया, "जिस किसी ने भी यह किया है उसे मैं एक बात साफ कर दूं कि यह निंदनीय, ओछी और अलोकतांत्रिक हरकत है।" कांग्रेस ने दावा किया है कि विकीपीडिया में अज्ञात लोगों द्वारा किए जाने वाले परिवर्तनों का पता लगाने वाले एक सॉफ्टवेयर से यह पता लगा है कि यह परिवर्तन 26 जून को किए गए।

सिंघवी ने कहा, "प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री (रवि शंकर प्रसाद) को बताना चाहिए कि सरकारी एजेंसी द्वारा विकीपीडिया के पेज में परिवर्तन करने वालों के खिलाफ वे क्या कार्रवाई कर रहे हैं।"उन्होंने कहा, "हम सोच भी नहीं सकते कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र अपने पहले प्रधानमंत्री नेहरू जो कि विश्व के राजनेता थे, उन्हें बदनाम कर रहा है।"इससे पहले कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका जवाब देंगे कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री तथा कांग्रेस नेताओं से संबंधित विकिपीडिया पृष्ठों की जानकारी किस प्रकार एक सरकारी आईपी एड्रेस के जरिए बदली गई?"

आलेख : आवास मुहैय्या कराकर गरीबों के सपनों को नई उड़ान देने की कोशिश

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शहरी भारत का कायाकल्प करने तथा हर परिवार को अपना घर और बेहतर जीवनशैली मुहैय्या कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 जून बृहस्पतिवार को 4 लाख करोड़ रुपये की लागत से 2022 तक सबको आवास योजना, बहुचर्चित 100 शहरों की स्मार्ट सिटी परियोजना, 500 शहरों में शहरी सुधार और पुनरुद्धार के लिए अटल मिशन (अमृत प्रोजेक्ट) नाम की तीन बड़ी योजनाओं का दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में प्रमोचन अर्थात शुरुआत कर देश के गरीबों के सपनों को नई उड़ान देने की कोशिश की है।स्मार्ट सिटी और अटल मिशन अर्थात अमृत प्रोटेक्ट योजना तो सिर्फ शहरों के कायाकल्प करने अर्थात स्मार्टनेस के लिए है, परन्तु सबको आवास योजना देश के कमजोर, निर्धन और निम्न आय वर्गों के परिवारों के लिए है, जिसके तहत वर्ष 2022 तक सबको आवास उपलब्ध कराये जायेंगे और इस पर सात वर्ष में तीन लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। योजना के तहत देश के सभी 4011 शहरों और कस्बों में 2 करोड़ सस्ते मकान बनाये जायेंगे। ये झुग्गियों में रहने वालों व आर्थिक रूप से कमजोर तबको (ईडब्ल्यूएस) के लिए होंगे। राज्यों को शहरी गरीबों के लिये मकान के निर्माण पर 6.5 प्रतिशत ब्याज अनुदान अर्थात सबसिडी दी जाएगी। जिसमें ईडब्ल्यूएस को आवास कर्ज पर सरकार 15 वर्ष के लिए ब्याज पर 6.5 फीसदी सबसिडी देगी। जिससे प्रत्येक को करीब 2.3 लाख रुपये का लाभ होगा।स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत 100 नगरों में चौबीसों घंटे बिजली-पानी, विश्वस्तरीय परिवहन व्यवस्था, बेहतर शिक्षा एवं मनोरंजन सुविधायें, ई-गवर्नेंस, पर्यावरण-सम्मत माहौल एवं अन्य सहूलियतें मुहैय्या कराये जाने का सपना है।स्वयं प्रधानमंत्री ने स्मार्ट सिटी की परिभाषा करते हुए प्रमोचन के अवसर पर कहा कि ये वैसे शहर होंगे जहाँ इसके पहले कि नागरिक कुछ चाहें, उससे पूर्व ही वह उन्हें उपलब्ध करा दिया जायेगा। अटल शहरी पुनरुद्धार एवं रूपांतरण मिशन का उद्देश्य अर्थात मकसद एक लाख से अधिक आबादी वाले 500 शहरों में बुनियादी आधारभूत ढाँचा तैयार करना है, ताकि आगे चलकर ये शहर भी स्वतः स्मार्ट सिटी में बदल जायें। स्पष्टतः सरकार ने ऊँचा सपना देखा है, इसीलिए उसके सामने चुनौतियाँ भी ऊँची ही हैं। 

ध्यातव्य है कि इन योजनाओं के प्रमोचन के अवसर पर प्रधानमंत्री ने आवास योजना के लोगो का भी अनावरण किया। इन महत्वाकांक्षी योजनाओं के प्रति प्रधानमन्त्री की अभिरुचि व संजीदगी का पत्ता इस बात से चलता है कि इन सभी योजनाओं को तैयार करने में स्वयं प्रधानमंत्री भी शामिल रहे हैं और योजना के लोगो की डिजाइन को अन्तिम रूप देने में मोदी ने व्यक्तिगत तौर पर रुचि ली थी। ये तीनों योजनायें राज्यों, संघ शासित प्रदेशों व शहरी निकायों के साथ एक वर्ष तक चले गहन विचार-विमर्श के बाद तैयार की गई हैं।इन योजनाओं में केन्द्र 4 लाख करोड़ का केंद्रीय अनुदान देगा। शहरी विकास मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार तीनों योजनाओं के बारे में शहरी विकास, आवास व शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय प्रधानमंत्री को नियमित प्रेजेंटेशन देते थे और मोदी उन्हें योजनाओं को अधिकाधिक परिणामदायी बनाने के निर्देश देते थे।

दरअसल इन योजनाओं के कार्यान्वयन के प्रति प्रधानमंत्री की यह सोच रही है जो उन्होंने प्रमोचन के अवसर पर व्यक्त करते हुए कहा कि देश की 40 प्रतिशत जनसंख्या या तो शहरों में रहती है अथवा जीवन-यापन के लिए शहरों पर निर्भर है। गाँव से लोग शहर में रोजी-रोजगार के लिए आते हैं। यहाँ लोगों को बेहतर सुविधाओं की जरूरत है। हमारा इन शहरों में जीवन की गुणवत्ता को बेहतर करने का लक्ष्य है और यदि आम लोगों को केन्द्र में रखकर हम काम करेंगे तो कोई परेशानी नहीं होगी।इन योजनाओं की आवश्यकता के कारणों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यदि हम 25-30 वर्ष पहले शहरीकरण के महत्व को पहचान लेते तो अच्छा होता। लेकिन पहले जो नहीं हुआ उसे लेकर चुपचाप नहीं बैठ सकते। पुराने अनुभवों के आधार पर निराश होकर बैठने की जरूरत नहीं है। हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। यदि कोई विधिक समस्या आती है हम उसका हल ढूंढेंगे। यदि आर्थिक मुद्दे सामने आते हैं तो उसे दूर करेंगे।ये योजनायें इस मामले में भी अनूठी हैं कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि अपनी सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए राज्य या केन्द्र सरकार नहीं, बल्कि नगर निगम और आम लोग मिलकर निर्णय लेंगे तथा राज्य सरकारों और आवास बोर्डों के पास खुद सस्ते घर बनाने का विकल्प होगा और इसके लिए वे केन्द्र सरकार की सहायता ले सकते हैं। परिणामतः स्मार्ट सिटी को लेकर एक शहर से दूसरे शहर में प्रतिस्पर्धा होगी और जो आगे निकल जाएगा वहीं स्मार्ट सिटी होगा। सबको घर योजना के सम्बन्ध में प्रमोचन के अवसर पर प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि एक बार जब गरीब का खुद का घर हो जाता है तो फिर उसके इरादे बदलते हैं, वह सपने संजोने लगता है और उसे पूरा करने का प्रयास शुरू कर देता है। उसके सपने को उड़ान मिल जाती है। 

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस सपने को पूरा करने के लिए हाल ही में मोदी कैबिनेट ने सभी के लिए घर योजनान्तर्गत शहरी गरीबों तथा कम आय वर्ग के लोगों के लिए मकानों का निर्माण करने की योजना को मंजूरी दी है। इसके मद्देनज़र कैबिनेट ने सरदार पटेल नेशनल हाउसिंग मिशन के तहत 2022 तक सबका अपना घर के वादे को पूरा करने के लिए हॉउसिंग फॉर ऑल योजना को मंजूरी  दी है। योजना के तहत वर्ष 2022 तक देश के हर परिवार को उसका अपना घर देने की कार्ययोजना बनाई गई है जिसके लिए करीब 13 लाख करोड़ रुपए के निवेश की जरूरत होगी। तीन चरणों में कुल 500 शहरों में इस परियोजना को आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा। प्रथम चरण के तहत मार्च 2017 तक 100 शहर शामिल किए जायेंगे जबकि सभी के लिए आवास के तहत द्वितीय चरण में मार्च 2019 तक 200 और शहरों को शामिल किया जायेगा। तृतीय और अंतिम चरण में मार्च 2022 तक सभी बाकी बचे शहरों को शामिल किया जायेगा। कैबिनेट के निर्णय के अनुसार केन्द्र सरकार झुग्गी बस्तियों में प्रत्येक मकान के निर्माण पर एक लाख रुपए की मदद देगी। इस योजना में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के साथ साझेदारी के जरिये भी मकान बनाने का विकल्प होगा। हालाँकि इस पूरी योजना अर्थात मोदी के इस सपने के कार्यान्वयन में और पूरा होने में कई प्रकार के रोड़े, बाधायें और परेशानियाँ हैं। इसके तहत दो करोड़ मकान बनाने के लिए तीन खरब रुपए खर्च होंगे। इसके लिए धन उपलब्ध कराने के साथ ही इतने मकानों के लिए जमीन की आवश्यकता होगी।सरकार की मंशा शहरों में स्लम्स के बाशिन्दों को किफायती आवास देने का है। यह सब्सिडी से होगा। मगर क्या इसका पूरा खर्च केन्द्र उठाएगा? या फिर राज्यों को भी जिम्मेदारी लेनी होगी? और जमीन वैसे भी राज्य सूची का विषय है। अर्थात राज्यों की उत्साहपूर्ण भागीदारी इस योजना की सफलता की अनिवार्य शर्त होगी। इसके अतिरिक्त आवास  योजना के पूरा होने में बाजारवाद एक अन्य प्रकार से बड़ा रोड़ा बनकर फिर भी सामने आयेगा । क्योंकि यह सर्वविदित है कि पूरे देश में घर निर्माण क्षेत्र में निजी मकान निर्माणकर्ताओं का बोलबाला है। ये निजी मकान निर्माणकर्ता मोटा मुनाफा कमाने के चक्‍कर में सस्‍ते घर का निर्माण करना ही नहीं चाहते। वहीं रियल एस्‍टेट के लिए रेगुलेटर न होने का लाभ भी बिल्‍डर उठाते हैं और वे घरों की कीमतें अपनी मर्जी से तय करते हैं। दूसरी ओर सरकार की जितनी भी निर्माण संस्थायें हैं, वे घर बनाने का काम छोड़ चुकी हैं। और अगर करती भी हैं तो इनकी कार्य-शैली के कारण समय-समय पर ज्यादातर निर्माण संस्थाओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगते रहते हैं।अतः इनसे कुछ उम्मीद करनी बेमानी है ।

मोदी के सपने की राह में एक और बड़ा रोड़ा है और वह है कीमतों का तय न होना। दरअसल, रियल एस्‍टेट मार्केट में सस्‍ते घर की कोई तय परिभाषा नहीं है। एक अन्य रोड़ा के रूप में बैंक और सरकारी कर्मियों की भ्रष्टाचार व घूसखोरी के जंगल में भी गरीब आदमी उलझेगा। सस्‍ते घर के निर्माण के लिए सस्‍ती कीमत पर जमीन मुहैया होनी चाहिए और इसके लिए स्‍वीकृति की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी किया जाना चाहिए। यदि मोदी सरकार अपने इस महत्वाकांक्षी सपने को यथार्थ के पैमाने पर उतारना चाहती है तो उसे इस क्षेत्र की कमियों को दूर कर आमूल-चूल परिवर्तन करने होंगे। तभी सस्ते घर का सभी का सपना, हक़ और अधिकार पूरा और प्राप्त होगा।स्मार्ट सिटी योजना पर भी कई प्रश्न उठे हैं। सरकारों ने अपने संसाधनों का वहाँ अत्यधिक संकेंद्रित कर दिया तो यह शिकायत उभर सकती है कि कुछ शहरों को स्मार्ट बनाने की कीमत दूसरे शहर और कस्बों को उठानी पड़ रही है अथवा उठा रहे हैं। फिर स्मार्ट शहरों में वहाँ के गरीब,अल्प आय वर्ग के लोगों को तमाम महँगी सुविधायें कैसे और किस खर्च पर उपलब्ध कराई जायेंगी? यह भी आरोप है कि यह अटल मिशन जवाहर लाल नेहरु शहरी नवीनीकरण योजना का ही बदला रूप है।तो संयुक्त प्रगतिशील गठबन्धन की वह योजना जिन कारणों से असफल साबित हुई, क्या मोदी सरकार ने उनका हल ढूँढ लिया है? परन्तु ऐसा होने के प्रति भरोसा और मजबूत होता, अगर उन पर अमल की समग्र कार्ययोजना भी सरकार सामने रखती।



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-अशोक “प्रवृद्ध”
गुमला
झारखण्ड 

लाखों हैं यहाँ दिलवाले फिल्म के लिए फोटो शूट

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  • मुन्नवर भगत ने विजय भाटिया और कृतिका गायकवाड़ के साथ लाखों हैं यहाँ दिलवाले फिल्म के लिए फोटो शूट रखा


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निर्माता-निर्देशक मुन्नवर भगत ने अपनी फिल्म लाखों हैं यहाँ दिलवाले की शूटिंग पूरी कर ली है और फिल्म के पोस्टर के लिए लीड विजय भाटिया और कृतिका गायकवाड़ के साथ अँधेरी में फोटो शूट रखा। फिल्म में साठ के दसक के ११ सदाबहार गीत हैं। फिल्म में इनके अलावा आदित्य पंचोली,अरुण बक्शी,किशोरी सहाने और अंजू महेंद्रू भी हैं। फिल्म जल्द ही दर्शकों के लिए तैयार जाएगी। विशाल सक्सेना ने फोटो शूट किया जहाँ फिल्म की कैमरामैन कस्तूरी शेलार भी आयीं। 

दोगुनी होगी सांसदों की तनख्वाह, पेंशन में होगी 75% बढ़ोतरी

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जहां एक ओर सांसद तक लोगों को एलपीजी पर मिल रही सब्सिडी छोड़ने के लिए कह रहे हैं, वहीं वे अपनी तनख्वाह   और भत्तों में बेतहाशा इजाफा कर लेना चाहते हैं। इसके लिए संसद की संयुक्त समिति ने अपनी सिफारिशें सरकार को भेज भी दी हैं और हो सकता है कि वे हूबहु मान भी ली जाएं।

समिति की रिपोर्ट में न केवल सांसदों की सैलरी में 100 फीसदी बढ़ोतरी बल्कि पेंशन में भी 75 फीसदी इजाफे के लिए कहा गया है। पार्लियामेंट सेशन के दौरान दिए जाने वाले 2 हजार के भत्ते को भी बढ़ाने की बात की जा रही है। ये सारे इजाफे तब भी मांगे जा रहे हैं जब संसद कैंटीन में बाजार से कई गुना सस्ता खाने की सुविधा है और इसके लिए भी सांसद सब्सिडी छोड़ने को तैयार नहीं हैं।

द टाइम्स ऑफ इंडियामें छपी खबर के मुताबिक, अगर संसदीय समिति की सिफारिशें मान ली गईं तो जल्द ही आपके द्वारा चुने गए सांसदों की सैलरी दोगुनी हो जाएगी और पूर्व सांसदों की पेंशन में 75 फीसदी इजाफा हो जाएगा। संसद की संयुक्त समिति ने इस बाबत अपनी सिफारिशें सरकार को भेज दी हैं। अपनी रिपोर्ट में समिति ने यह भी कहा है कि सांसदों की सैलरी आदि को लेकर ऑटोमैटिक  पे-रिवीजन सिस्टम होना चाहिए जैसा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए पे-कमिशन के तौर पर होता है। वैसे यहां बता दें कि सांसदों की सैलरी फिलहाल 50 हजार रुपए महीना है। इस खबर के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि पैनल ने करीब 60 सिफारिशें दी हैं। सरकारी सूत्र के हवाले से वेबसाइट ने खबर में कहा है, 'समिति का कहना है कि पिछली बार सांसदों की सैलरी 2010 में बढ़ी थी और उन्हें सरकारी कर्मियों की तरह किसी तरह का कोई महंगाई भत्ता भी नहीं मिलता।'

यदि इन सिफारिशों को मान लिया गया तो सांसदों को उनकी सैलरी के अलावा पार्लियामेंट्री सेशन के दौरान सदन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए प्रतिदिन के हिसाब से दिया जाने वाला 2 हजार रुपए का अलाउंस भी बढ़ाया जा सकता है। इस  बारे में जब बीजेपी के एक सांसद से पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'वेतन में इजाफा तो जरूरी है। विजिटर्स को सिर्फ चाय देने में हमारा रोज का खर्चा करीब 1,000 रुपए बैठता है। क्या हम अपने निर्वाचक मंडल के प्रति इतना छोटा शिष्टाचार निभाना भी बंद कर दें?''

अखबार ने अपनी इस खबर में लिखा है कि उसे पता चला है कि बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली इस संसदीय समिति ने यह भी प्रस्ताव रखा है कि पूर्व सांसदों को साल में 20 से 25 मुफ्त घरेलू हवाई यात्रा करने का अधिकार भी दिया जाना चाहिए। साथ ही उनके पेंशन की राशि हर महीने 20000 रुपए से बढ़ाकर 35000 रुपए कर दी जानी चाहिए। साथ ही यह भी सुझाव दिया गया है कि हरेक सांसद को निजी सचिव जैसे अपने सहयोगियों के लिए एक अतिरिक्त एसी फर्स्ट क्लास रेलवे पास मिलना चाहिए। वर्तमान में, सिर्फ सांसद के साथ पति/पत्नी को ही एसी फर्स्ट क्लास में यात्रा करने की सुविधा दी गई है।

पैनल ने अपनी सिफारिश में यह भी कहा है कि सांसदों को पॉकेट मनी के तौर पर फर्स्ट क्लास रेल टिकट के किराए के बराबर पैसे भी दिए जाने चाहिए। अभी उन्हें भत्ते के तौर पर एक सेकंड क्लास एसी टिकट की कीमत दी जाती है। वहीं, हवाई यात्रा के लिए भी भत्ते के तौर पर एक टिकट के बराबर राशि दी जाने की सिफारिश की गई है। सूत्रों के हवाले से खबर में कहा गया है कि पैनल ने एयरपोर्ट्स पर सांसदों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान किए जाने के लिए कहा है। समिति यह भी चाहती है कि केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजना के तहत सांसदों को जो लाभ मिलते हैं, उनमें सांसदों के बच्चों और पोते-पोतियों को भी शामिल कर लिया जाए।

एक आरटीआई के तहत मिले जवाब के अनुसार, संसद परिसर में स्थित कैंटीनों को पिछले पांच साल के दौरान 60.7 करोड़ रुपये की कुल सब्सिडी दी गई और पूड़ी-सब्जी जैसी चीजें 88 प्रतिशत सब्सिडी पर बेची जा रही हैं।  भत्तों के साथ 1.4 लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी वाले सांसदों के लिए स्वादिष्ट ‘फ्राइड फिश’ और चिप्स 25 रुपये में, मटन कटलेट 18 रुपये में, सब्जियां पांच रुपये में, मटन करी 20 रुपये में और मसाला डोसा छह रुपये में उपलब्ध हैं। इनकी कीमतों में क्रमश: 63 प्रतिशत, 65 प्रतिशत, 83 प्रतिशत, 67 प्रतिशत और 75 प्रतिशत की सब्सिडी है। सब्जियों जैसे कई खाद्य पदार्थों के लिए कच्चा सामान जहां 41.25 रुपये में मिलता है, लेकिन सांसदों के लिए यह चार रुपये में उपलब्ध है और इस पर करीब 90 प्रतिशत सब्सिडी है।

आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल को मिले जवाब के अनुसार, मांसाहारी व्यंजनों के लिए कच्चा सामान 99.05 रुपये में खरीदा जाता है, जबकि सांसदों को वह 66 प्रतिशत सब्सिडी के साथ 33 रुपये में परोसा जाता है।
2009-10 में 10.4 करोड़ रुपये और 2010-11 में 11.7 करोड रुपये की सब्सिडी दी गई। इसके अलावा 2011-12 में 11.9 करोड़ रुपये, 2012-13 में 12.5 करोड़ रुपये और 2013-14 में 14 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई। इस प्रकार कुल 60.7 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई।

एक ‘क्लिक’ पर भारत और इंडिया के बीच में समानता

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  • देशवासियों के सपने साकार होंगेः पी.एम.
  • आखिरकार इनोवेशन भारत में क्यों नहीं होते? 

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नयी दिल्ली। भारत में व्याप्त असानता का खात्मा महज एक ‘क्लिक’ से हो जाएगा। इस तरह का सपना देशवासियों को इंदिरा गाँधी आॅडिटोरियम में दिखाया गया। यहाँ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल वीक की शुरूआत कर दी है। ई-हेल्थ,ई-एडुकेशन और ई-लाॅकर की शुरूआत की। मौके पर पी.एम.मोदी ने कहा कि घर में आगमन होने पर पहले के बच्चे चश्मा और पाॅकेट से पेन निकालकर खेलने लगते थे। अब तो मोबाइल ही झपटने लगे हैं। मोबाइल को खोलकर बटन दबाने लगते हैं। स्क्रीन टच करने लगते है। मनचाही खेल नहीं खेल सकते की स्थिति में रोने लगते हैं। हर बच्चा डिजिटल की ताकत को समझने लगे हैं। आज मोबाइल की जरूरत पड़ गयी है। अगर इसका सदुपयोग नहीं करेंगे तो पीछे पड़ जाएंगे। इस अवसर पर युवाओं का आह्वान किया कि गूगल बाबा के चंगुल से निकलने के लिए युवा इनोवेशन कार्य करें। भारतीय युवाओं का आह्वान साइबर सुरक्षा प्रदान करने के लिए भी किया।

इसके अलावे 600 से अधिक शहरों में 7 डेज कार्यक्रम होते रहेगा। देशभर में वाई-फाई की सुविधा देकर भारत और इंडिया के बीच में समानता लाने का सपना देखा गया। इसमें उद्योगपतियों का भी सहयोग मिल रहा है। उद्योगपति मुकेश अंबानी ने 2.5 लाख करोड़ निवेश करेंगे। सुनील भारती मित्तल एक लाख करोड़ निवेश करेंगे। बिरला ग्रुप 7 बिलियन डाॅलर निवेश करेगा। इन लोगों के द्वारा 18 लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा। इसके साथ 4.5 लाख करोड़ निवेश करेंगे। 

भारत और इंडिया के बीच की दूरी केवल ‘माउस’ भर रह गया है। मोबाइल अथवा कम्प्यूटर के द्वारा महज एक ‘क्लिक’ करते ही भारत और इंडिया के बीच में समानता आ जाएगी।वजह यह है कि 1 जुलाई से डिजिटल इंडिया हो गया है। आजादी के 68 साल में शासक आए और चले गए। मगर भारतीय संविधान में व्याप्त भारत और इंडिया को एक नहीं कर सके।शुरू से ही भारत के लोग असानता के दंश झेलकर हाशिए पर ही ठहर गए।वहीं इंडिया के लोग दिन दुगुनी और रात चैगुनी तरक्की करते चले जा रहे थे। 

व्याप्त असानता को दूर करने का तानाबाना यू.पी.ए.सरकार ने बुनी थी।यू.पी.ए.सरकार ने डिजिटल इंडिया मिशन की शुरूआत की थी। अब उसे आगे राजग सरकार बढ़ा रही है। वर्ष 2019 तक देश के 2.5 लाख पंचायतों को डिजिटल इंडिया बना दिया जाएगा। इस मिशन में प्रत्येक व्यक्ति को जोड़ना है। अभी तक इंटरनेट की सुविधाओं का लाभ 25-30 लाख लोग ही उठा रहे हैं। 100 करोड़ सुविधाविहीन हैं। शासन में पारदर्शिता लाना है।बाॅड बैंड के माध्यम से पंचायत से मंत्रालय तक को जोड़ना है। ई-गर्वनेस को एम-गर्वनेस (मोबाइल) की ओर मोड़ना है। आपके हाथ में संपूर्ण सरकार है। 52 तरह की सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं।

अव्वल 2 जी, 3 जी और अब 4 जी में फिसड्डी इंटरनेट स्पीड है। कोरिया में 4 जी 2006 में आ गया। इसके 6 साल बाद भारत में 2012 में आया। 2015 में कुछ स्थानों में 4 जी संचालित है। इंफ्रास्ट्रक्चर ठीक करने में 3 से 4 साल लगेंगे।जो मोटी रकम देकर इंटरनेट की सुविधाओं से लाभ उठा रहे हैं। स्पेक्ट्रम बैंड को सस्ता करना चाहिए। मगर आज भी इंटरनेट स्लो से स्लो संचालित होता है। हकीकत है कि भारत में 2.3 एमबीपीएस स्पीड है।42 प्रतिशत लोगों को 2 जी और 3 जी के बीच में अन्तर ही पता नहीं चल पाता है। संसार में भारत 52 वें स्थान पर है। पल भर के कार्य मिनटों में भी खत्म नहीं हो पाता है। आखिर गतिविहीन इंटरनेट से सपनों को किस तरह से डाउनलाॅड किया जाएगा?वहीं अब भी काफी संख्या में लोग आधुनिक सुविधाओं से महरूम हैं। अब सरकार चाहती हैं कि दूर दराज गाँवों में रहने वालों को कम कीमत पर मोबाइल उपलब्ध करा दें। 

शिलांग में राष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मेलन का भव्य आयोजन

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पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी के तत्वावधान में दिनांक 5 जून 2015 से 7 जून 2015 तक श्री राजस्थान विश्राम भवन, लुकियर रोड, गाड़ीखाना, शिलांग में राष्ट्रीय हिंदी विकास सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। इस तरह का आयोजन अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष मई-जून महीने में सन् 2008 से किया जा रहा है। इसके पूर्व 2002 में भी अखिल भारतीय लेखक शिविर का आयोजन किया गया था।

उद्घाटन सत्र
दिनांक 5 जून को दोपहर 3.30 बजे इस सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्रीमती उर्मि कृष्ण, वरिष्ठ पत्रकार एवं निदेशक, कहानी लेखन महाविद्यालय, अंबाला छावनी (हरियाणा) ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस सत्र में मुख्य अतिथि के अतिरिक्त अति विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री शंकरलाल जी गोयनका, विशिष्ट अतिथि के रूप में जबलपुर मध्य प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार श्री राजकुमार तिवारी सुमित्र, स्थानीय समाजसेवी एवं अकादमी के संरक्षक श्री पुरुषोत्तम दास जी चोखानी, पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी के अध्यक्ष श्री बिमल बजाज मंच पर उपस्थित थे। इस सत्र को दौरान अकादमी द्वारा प्रकाशित पत्रिका पूर्वोत्तर वार्ता एवं कहानी लेखन महाविद्यालय, अंबाला छावनी द्वारा प्रकाशित शुभ तारिका के डा. महाराज कृष्ण जैन विशेषांक सहित वैश्य परिवार पत्रिका, श्री बिमज की पुस्तक भावाञ्जलि, श्री रण काप्ले की कविता-संग्रह भय, डा. दविन्दर कौर होरा की कविता-संग्रह खिली कलियाँ, डा. बीना रानी गुप्ता की पुस्तक महिला साहित्याकरों का नव-चिंतन, श्रीमती लक्ष्मी रूपल की पुस्तक बंजारे हैं शब्द और श्री प्रवीन विज की पुस्तक घाव आज भी हरे हैं का लोकार्पण मंचस्थ अतिथियों ने किया।  इस सत्र का सफल संचालन किया डॉ. अरुणा कुमारी उपाध्याय ने। इस समारोह का शुभारंभ कुमारी अंकिता तिवारी, श्रीमती शीला रानी शुक्ला और शोभा रानी तिवारी द्वारा प्रस्तुत सामूहिक सरस्वती वंदना के साथ हुआ। श्री बिमल बजाज ने सभी अतिथियों, लेखकों, प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस सत्र के दौरान पाथेय साहित्य कला अकादमी, जबलपुर की ओर से श्री शंकरलाल गोयनका, श्री बिमल बजाज और श्रीमती उर्मि कृष्ण को पूर्वोत्तर भारत में हिंदी के विकास के लिए सराहनीय कार्य हेतु पाथेय हिंदी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। कहानी लेखन महाविद्यालय अंबाला छावनी की और से श्री बिमल बजाज को हिंदी सेवा के लिए डा. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान से विभूषित किया गया। इसी सत्र में मेघालय बोर्ड ऑफ सेकण्डरी इजुकेशन  2014 में  हिंदी भाषा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने हेतु कुमारी दृष्टि दे, शेरवुड स्कूल तूरा को श्री कृष्णमोहन नाथ गोस्वामी छात्र पुरस्कार के रूप में 2200 रुपये नकद, स्मृति चिह्न, प्रमाण पत्र तथा अंग वस्त्र प्रदान किये गये। इस सत्र का समापन अकादमी के सचिव डा. अकेलाभाइ के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

काव्य संध्या
शाम 6-30 बजे से काव्य संध्या का आयोजन जबलपुर मध्य प्रदेश के वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार डा. राजकुमार तिवारी सुमित्र की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें विभिन्न भाषाओं के कवियों ने अपनी स्वरचित कविताओं का पाठ किया। इस सत्र का संचालन श्रीमती सुमन सारस्वत (मुंबई), श्री सुरेन्द्र गुप्त सीकर (कानपुर), श्री सतीसचन्द्र शर्मा सुधांशु (उत्तर प्रदेश), श्रीमती शोभा रानी तिवारी (इन्दौर) और डा. अकेलाभाइ ने किया। जिन कवियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया उनमें प्रमुख थे, डा. सतीशचन्द्र शर्मा सुशांधु, श्री किसान दीवान, श्रीमती मालविका रायमेधी दास, श्रीमती काकोली गोगोई, श्री संतोष परिहार, डा. अंजुल कंसल, डा. चंद्रा सायता, श्रीमती रानी नारंग, श्रीमती रश्मि नायर, श्रीमती आशा जाकड़, श्रीमती लक्ष्मी रूपल, श्री ऋषिकेश राय, श्री राजकुमार जैन राजन, श्री दिल्स लक्ष्मीन्द्र सिन्हा, श्रीमती विनोद चौहान, श्रीमती मीना कुमारी रायमेधी, डा. वीनारानी गुप्ता, श्री वीरेन्द्र सिंह वीर, श्री राम सिंह वीर, श्री रमेश मिश्र आनंद, श्री हर गोविन्द पाठक दीन, श्री सगीर अशरफ, श्री पंकज शर्मा, श्री रण काफले, डा. राजकुमार तिवारी सुमित्र, श्रीमती कीर्ति श्रीवास्तव, श्रीमती शीला रानी शुक्ला, डा. गायत्री तिवारी, डा. गार्गीशरम मिश्र मराल, आचार्य भगवत दुबे, श्रीमती सुष्मिता दास, श्रीमती पुष्पलता राठौर, श्री फैयाज अहमद खान, श्रीमती कमलेश चौधरी और डा. दवेन्दर कौर होरा। इस काव्य संध्या में कुल 4 सत्र थे तथा समस्त कवियों को मंच प्रदान किया गया और उन्हें गामोछा (खदा) पहना कर सम्मानित भी किया गया।  आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन संयोजक डा. अकेलाभाइ ने किया। सुश्री सीनी कुमारी मेस और कुमारी रेशमा थापा ने सभी कवियों का स्वागत गमोछा (खदा) पहना कर किया।

हिंदी प्रचारक सम्मेलन (राष्ट्रीय संगोष्ठी)
दिनांक 6 जून 2015 को पूर्वाह्न 10.30 बजे से डा. गार्गी शरण मिश्र मराल, वरिष्ठ साहित्यकार एवं हिंदी सेवी, जबलपुर मध्य प्रदेश की अध्यक्षता में पूर्वोत्तर भारत में हिंदी का प्रचार विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी (हिंदी प्रचारक सम्मेलन) का आयोजन असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, गुवाहाटी तथा पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से आये 11 विशेषज्ञों ने अपने-अपने आलेख पढ़े। इस सत्र का सफल संचालन डा. अकेलाभाइ ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में असम राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, गुवाहाटी के मंत्रि डा. क्षीरदा कुमार शइकीया, अति विशिष्ट अतिथि के रूप में  डा. बीनारानी गुप्ता और विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती काकोली गोगोई मंच पर उपस्थित थे। श्रीमती कमलेश चौधरी, श्री संतोष परिहार, श्रीमती सुष्मिता दास,श्री कृष्ण लाल न्नदा, आचार्य भगवत दुबे, श्रीमती मालविका रायमेधि दास, श्री राजकुमार जैन राजन, श्री राजकुमार तिवारी सुमित्र, डा. बीना रानी गुप्ता, श्रीमती काकोली गोगोई और डा. क्षीरदा कुमार शइकीया ने अपने-अपने आलेख प्रस्तुत किये। अपने अध्यक्षीय भाषण में डा. गार्गी शरण मिश्र मराल ने अपने अध्यक्षीय भाषण में सभी विद्वानों के आलेखों की प्रशंसा करते हुए उनकी समीक्षा प्रस्तुत की। अकादमी के इस प्रयास की सहारना करते हुए बताया कि इस तरह के सम्मेलनों के आयोजन से पूर्वोत्तर भारत ही नहीं बल्कि पूरे देश में हिंदी का विकास होगा। हिंदी के विकास के लिए सभी हिंदी सेवियों को एक मंच पर लाना होगा तथा हमें इस कार्य के लिए भरपूर प्रोत्साहन देने का भी आवश्यकता है।  इस संत्र के लिए डा. अकेलाभाइ ने आभार व्यक्त किया।

अखिल भारतीय लेखक सम्मान समारोह
दोपहर 3-30 बजे से अखिल भारतीय लेखक सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि रूप के रूप में श्रीमती उर्मि कृष्ण, विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. क्षीरदा कुमार शइकीया, श्री ओमप्रकाश अग्रवाल, श्री पुरुषोत्तमदास चोखानी, अकादमी के अध्यक्ष श्री बिमल बजाज मंच पर उपस्थित थे। इस सत्र का सफल संचालन डॉ. अरुणा उपाध्याय ने किया। इस सत्र में श्रीमती शोभा रानी तिवारी, डा. सावित्री जगदीश चौरसिया, श्रीमती अमृता अवस्थी, श्रीमती आशा जाकड़, डा. चन्द्रा सायता, डा. दविन्दर कौर होरा, श्रीमती रानी नारंग, डा. अंजुल कंसल, श्रीमती रेखा अग्रवाल, आचार्य भगवत दुबे, डा. गार्गी शरण मिश्र मराल, डा. राजकुमार तिवारी सुमित्र, श्रीमती कीर्ति श्रीवास्तव, श्री संतोष परिहार एवं श्रीमती संध्या शुक्ला (मध्य प्रदेश), श्री लाल सिंह कछवाह, डा. बीना रानी गुप्ता, श्री रामवीर सिंह वीर, श्री सुरेन्द्र गुप्त सीकर, श्री विपिन गुप्ता (उत्तर प्रदेश), डा. अम्बुजा एन. मलखेडकर, डा. सविता तिवारी, डा. सलीम इब्राहिम मुजावर (कर्नाटक), श्रीमती सुमन सारस्वत, श्रामती रश्मि नायर, श्रीमती कोटापल्ली लता तेजेश्वर राव, श्रीमती विद्या कुंदरगी मदिलु (महाराष्ट्र), श्रीमती कमलेश चौधरी, डा. अनीता भारद्वाज, डा. रेणु पाँचाल माधवी, प्रो. विनोद चौहान, श्री प्रवीन विज और श्री देवचंद मस्ताना (हरियाणा), श्री राजकुमार जैन राजन (राजस्थान), श्री सगार अशरफ (उत्तराखण्ड), श्री वीरेन्द्र सिंह वीर (गुजरात), श्री कृष्ण लाल नन्दा (पंजाब), श्रीमती मीना कुमारी रायमेधि, डा. क्षीरदा कुमार शइकीया (असम), श्रमती पुष्पलता राठौर (मेघालय) को उनके समस्त लेखन एवं साहित्यधर्मिता के लिए डा. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान प्रदान किया गया।   इस वर्ष का केशरदेव गिनिया देवी बजाज स्मृति सम्मान डा. शिप्रा बासु, श्री रण काफले, डा. गायत्री तिवारी, श्री जयमती नार्जारी, डा. सतीशचन्द्र शर्मा सुधांशु,  श्री रमेश मिश्र आनन्द, श्री ऋषिकेश राय, श्री दिल्स लक्ष्मीन्द्र सिन्हा, श्री सरोजा आश्विन लोडाया, श्रीमती लक्ष्मी रूपल, श्री रणजीत कुमार सिन्हा को प्रदान किया गया। जीवनराम मुंगी देवी गोयनका स्मृति सम्मान डा. कामना श्रीवास्तव, श्री हरगोविन्द पाठक दीन, श्रीमती काकोली गोगोई बैश्य, श्रीमती सुष्मिता दास, श्री विजय कुमार, श्रीमती मालविका रायमेधि दास, श्री किसान दीवान और श्री फैयाज अहमद खान को तथा जे. एन. बावरी स्मृति सम्मान डा. अनीता पण्डा, श्रीमती शीला रानी शुक्ला, डा. रुणा कुमारी उपाध्याय, श्री पंकज शर्मा और श्रीमती सरला मिश्र को उनके समस्त लेखन एवं साहित्यधर्मिता के लिए प्रदान किया गया।

सांस्कृतिक संध्या
सायं 6-30 बजे से सांस्कृतिक संध्या का सफल संचालन श्रीमती सुमन सारस्वत ने किया। इस सत्र के मुख्य अतिथि थे श्री कृष्ण लाल नन्दा। इस नृत्य एवं संगीत समागम में भारत नाट्यम्, असम प्रदेश का लोकप्रिय बिहु लोक नृत्य, मध्य प्रदेश गान, नेपाली लोक नृत्य, आधुनिक गीतों पर आधारित नृत्य, असमीया लोकगीत, भजन, आधुनिक गीत आदि विभिन्न कलाकारों ने प्रस्तुत किया। इस संगीत और नृत्य के रंगारंग कार्यक्रम में श्रीमती जयमती नार्जारी, श्री प्रवीन विज, श्री सुरेन्द्र गुप्ता, श्री हरिगोविन्द पाठक दीन, डा. चन्द्रा सायता, श्रीमती आशा जाकड़, डा. अंशुल कंसल, श्रीमती शेभा रानी तिवारी एवं समूह, कुमारी गरीयसी कश्यप एवं समूह, कुमारी विधि सारस्वत एवं आरंभ सारस्वत, कुमारकी सृष्टि अधिकारी, कुमारी अंकिता तिवारी, कुमारी आस्था झा आदि कलाकारों का सराहनीय योगदान रहा। इन सबी कलाकारों को मेडल और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

पर्यटन एवं वनभोज
रविवार 7 जून 2015 को कुल प्रतिभागी लेखकों ने बस द्वारा मतिलांग पार्क, मौसमाई गुफा, थांगखरांग पार्क आदि स्थानों  का भ्रमण किया। बस का सफर काफी मनोरंजक था। प्रतिभागियों ने रास्ते भर गीत और संगीत से इस यात्रा को सुखद और मनोरंजन-पूर्ण बना दिया। जिन लोगों ने पहली बार इस सम्मेलन में आये उनके लिए यह पर्यटन कौतूहल भरा था और सभी अपने-अपने कैमरे में क़ैद करने की कोशिश कर रहे थे। दोपहर के भोजन का आनंद सभी लेखकों ने वर्षा के कारण बस के भीतर ही ली। लेखक जब इको पार्क पहुँचे तभी बरसात शुरू हो गयी इस कारण कई लोग मौसमाई गुफा देखने के वंचित रह गये। इस तरह चेरापूँजी की बरसात का आनन्द भी लेखको ने खूब उठाया।

आभार
इस सम्मेलन के आयोजन में केशरदेव गिनिया देवी बजाज चैरिटेबुल ट्रस्ट, जीवनराम मुंगी देवी गोयनका पब्लिक चैरिटेबुल ट्रस्ट, जे. एन. बावरी ट्रस्ट, महाबीर जनकल्याण निधि, मेसर्स केशरीचंद जयसुखलाल, कहानी लेखन महाविद्यालय, श्री पुरुषोत्तम दास चोखानी, असम राइफल्स महानिदेशालय, सीमा सुरक्षा बल, स्टार सिमेंट और श्री ओमप्रकाश अग्रवाल के सहयोग और समर्थन के लिए आयोजन समिति ने आभार प्रकट करते हुए अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।

नाटक "हाय हैनङसम"​ का सफल मंचन

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पिछले दिनों मुकतधारा आङिटोरियम नई दिल्ली में भव्य कल्चरल सोसाइटी ने हास्य नाटक "हाय हैनङसम"का सफल मंचन किया गया ।इस नाटक के लेखक है जयवर्धन जी आैर इसके निदेशक थे संजय अमन पोपली।इस नाटक को देखने वालो की बहुत वाहवाही मिली। ये कहानी है एेसे परिवार की है जिसमे बच्चे अपने बुजुर्गों  का सम्मान नही करते आैर उनका खयाल नही करते।

वो बुजुर्ग कुछ एेसे काम करने को मजबूर हो जाते हे जो उनके बच्चे को मंजूर नही होते।अंत में टूटते परिवार को फिर से जोङने का संदेश नाटक में लेखक ने दिया ।इस नाटक में अभिनय किया है मंजीत सिंह ,शीतल जी,खुशी मिश्रा,पी के आर्या,संजय अमन पोपली,दीपक व राकेश राज ने।मंजीत सिहं आैर संजय अमन पोपली के अभिनय को लोगो ने बहुत सराहा l शुरु आैर अंत में मंच को समभाला राबिंनसन पाल आैर प्रेरणा ठककर जी ने।

ललित मोदी मामला : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से चुप्पी तोड़ने को कहा

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विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी की सहायता के मामले में वह एक नए मामले में फंसती नजर आईं। बुधवार को लीक हुए दस्तावेजों से पता चला है कि सुषमा द्वारा ललित मोदी की मदद के बाद ललित ने उनके पति स्वराज कौशल को नौकरी की पेशकश की थी। कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।  कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यहां एक प्रेसवार्ता में कहा, "ललित मोदी ने एक मंत्री के परिवार के सदस्य को नौकरी की पेशकश की थी। उन्होंने ऐसा क्यों किया? हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री इस मामले की पड़ताल करें।"

उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि इस मामले में मौजूद सभी दस्तावेजों को आवश्यक रूप से सार्वजनिक किया जाए। हम सभी को पता चलना चाहिए कि भगोड़ा होने के बावजूद उनकी सहायता कैसे और क्यों की जा रही थी?"बुधवार को लीक हुए दस्तावेजों से पता चलता है कि ललित मोदी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा उन्हें ब्रिटेन में यात्रा दस्तावेज प्राप्त करने में सहायता करने के कुछ माह बाद सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल को नौकरी की पेशकश की थी।  विवाद वढ़ने के बाद सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने यह स्वीकार्य किया है कि उन्हें ललित मोदी ने नौकरी की पेशकश की थी।

स्वराज ने मीडिया को बताया, "मैं 20 साल से अधिक समय से ललित मोदी का वकील हूं। मुझे इंडोफिल के बोर्ड में वैकल्पिक निदेशक के पद की पेशकश की गई थी, लेकिन मैंने इसे स्वीकार्य नहीं किया।"कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार पर हमले जारी रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया।  कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, "प्रधानमंत्री का देश के प्रति कर्तव्य बनता है कि वह इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ें।"सिंघवी ने कहा, "आप (प्रधानमंत्री) गहरी चुप्पी साधे हुए हैं। वे इस मामले पर बेशर्म बनने का प्रयास कर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि चुप्पी तोड़नी चाहिए। यह स्थिति ऐसी है जहां पर आप जितना अधिक छिपाने का प्रयास करते हैं, उनता ही अधिक सच सामने आता जाता है।"

उन्होंने कहा, "तथ्य यह है कि स्वराज ने नौकरी की पेशकश को इसीलिए स्वीकार्य नहीं किया क्यों कि नौकरी प्रासंगिक नहीं थी। भगोड़ा होते हुए विदेश मंत्री के पति को नौकरी की पेशकश करना पर्याप्त नहीं था।"कांग्रेस नेता ने कहा, "क्या इस पर प्रधानमंत्री की चुप्पी संतोषजनक है। कई मंत्री कह रहे हैं कि यह कोई बुराई नहीं है। इसमें कोई अनियमितता नहीं है। निर्दोष होने का प्रमाणपत्र कौन दे रहा है? भाजपा के मंत्री।"भाजपा हालांकि सुषमा स्वराज का बचाव कर रही है।  भाजपा के प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा, "एक व्यक्ति (स्वराज कौशल) जो कि इस मामले में वकील है, उसकी क्षमता को देखते हुए उसे नियुक्ति के लिए ईमेल भेजा जाता है, और वह इस स्वीकार्य भी नहीं करता। अगर कांग्रेस की नजर में यह अनियमितता है तो उन्हें देश में इस तरह के हर दिन होने वाले मामलों में ऐसा ही रुख दिखाने की जरूरत है।"

इससे पहले कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सुषमा से मांग की कि वह ललित मोदी से मुलाकात के मुद्दे पर स्पष्टीकरण दें।  सुरजेवाला ने कहा, "सुषमा स्वराज को देश की जनता को बताना चाहिए कि वह ललित मोदी से कितनी बार मिली और क्या उनके परिवार का कोई सदस्य उनके (ललित मोदी) संपर्क में है।"सुरजेवाला ने भाजपा सरकार से मांग की कि वह ललित मोदी के मुद्दे पर पूर्व की संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार और ब्रिटेन के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के पत्रों को सार्वजनिक करे। नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा, "मौलाना मसूद अजहर से लेकर ललित मोदी तक, कांधार से लेकर लंदन तक, राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार ने इस तरह के लोगों की मानवीय आधार पर सहायता की है।"सुरजेवाला ने सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस्तीफे की मांग की। 

माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि मानसून सत्र में संसद की कार्यवाही बाधित होने की उम्मीद है क्योंकि सभी बड़ी पार्टियां ललित मोदी के मुद्दे पर एकजुट हो गई हैं।  इसी बीच ललित मोदी ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और लोकसभा सांसद वरुण गांधी ने कुछ साल पहले उनसे लंदन में मुलाकात की थी, और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मामला सुलझाने की पेशकश की थी।  वरुण गांधी ने हालांकि ललित मोदी से मुलाकात की बात स्वीकार की है, लेकिन उन्होंने किसी भी प्रकार के सौदे की बात से इंकार किया है। वरुण गांधी के एक सहयोगी ने नाम जाहिर न करने का आग्रह करते हुए कहा, "वरुण जी ने राजस्थान के भरतपुर से विधायक जगत सिंह के साथ तीन साल पहले ललित मोदी से लंदन में मुलाकात की थी। वह लंदन में थे और मुलाकात केवल एक संयोग थी। उनकी सहायता को लेकर न तो कोई सौदा हुआ और न ही इस बारे में कोई बात हुई।"ललित मोदी ने मंगलवार देर रात श्रंखलाबद्ध तरीके से ट्वीट करते हुए कहा कि वरुण गांधी ने उनसे मुलाकात की थी और सब कुछ सुलझाने का प्रस्ताव दिया था।

स्वास्थ्य : मूत्र संक्रमण को न करें नजरअंदाज

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मूत्र नली में संकुचन से हर आयु वर्ग के महिला-पुरुष प्रभावित होते हैं। इस बीमारी में पेशाब में जलन, रक्त और मवाद आने लगता है। उत्तर प्रदेश में इस तरह के मामलों की संख्या हाल के कुछ वर्षो में जहां बढ़ी है, वहीं सबसे अहम बात है कि लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जबकि इसमें लापरवाही बरतने पर संक्रमण से किडनी फेल होना तय है।  यूरोलॉजिस्ट के मुताबिक, अगर पेशाब की धार कम हो जाए, पेशाब करने में अधिक समय और जोर लगाना पड़े तो समझ लें मूत्र-नलिका संकरी हो गई है। 

कई बार संक्रमण की वजह से मूत्र नलिका खराब हो जाती है। कभी-कभी यूरीन इंफेक्शन, चोट, पेशाब के रास्ते में लंबे समय तक नली पड़ने व असुरक्षित यौन संबंध से भी समस्या होती है। ऐसे में तत्काल यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें और यूरीन कल्चर कराएं। नए शोध में यह बात पता चला है कि मूत्र संक्रमण का इलाज यूरेथ्रोप्लास्टी विधि से सर्जरी संभव है। इस सर्जरी में मूत्र-नलिका का निर्माण गाल एवं होंठ के अंदर के ऊतक (म्यूकोजा) से किया जाता है।

बिहार के सीतामढ़ी में हत्यारों को पीट-पीट कर मार डाला

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बिहार में सीतामढ़ी जिले के नगर थाना क्षेत्र में बुधवार रात पिता-पुत्र को गोली मारकर भाग रहे मोटरसाइकिल सवार चार अपराधियों में से तीन को ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला। चौथा अपराधी भागने में सफल रहा। नगर थाना प्रभारी विशाल आनंद ने गुरुवार को बताया कि बथनाहा गांव निवासी अवध किशोर सिंह अपने बेटे रत्नेश कुमार सिंह (12) के साथ भूपभैरो चौक स्थित अपने मोबाइल की दुकान बंद कर मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहे थे, तभी लपटी टोला के नजदीक मोटरसाइकिल सवार चार अपराधियों ने दोनों को गोली मार दी। इससे रत्नेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि अवध किशोर गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले के बाद अपराधी भागने लगे।

गोली चलने की आवाज सुन ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और इसकी सूचना अन्य ग्रामीणों को भी दी। भाग रहे अपराधियों को ग्रामीणों ने घेर लिया और तीन को पकड़ लिया, जबकि एक अपराधी भागने में सफल रहा। ग्रामीणों ने तीनों अपराधियों की जमकर पिटाई की, जिससे तीनों की मौत हो गई। थाना प्रभारी ने बताया कि घायल व्यवसायी अवध किशोर को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक अपराधियों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। घटना के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। 

किरण रिजिजू के लिए तीन यात्री एयर इंडिया की फ्लाइट से उतारे गए

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लेह में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री किरण रिजिजू के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट में जगह बनाने के लिए तीन यात्रियों को विमान से उतार दिया गया। इन तीन यात्रियों में एक बच्चा भी शामिल था, जिनके टिकट पहले से बुक थे। ये विमान में बैठ चुके थे और मंत्री जी और उनके पीए के लिए उन्हें उतारकर जगह बनाई गई। इसके लिए एयर इंडिया की उड़ान एक घंटे की देरी से उड़ी। सूत्रों के मुताबिक, किरण रीजिजू, उनके पीए सोनम और जम्मू-कश्मीर के उप-मुख्यमंत्री निर्मल सिंह की वजह से प्लेन में बैठे तीन पैसेंजर को नीचे उतार दिया गया।

इस बार में जब एयर इंडिया के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने औपचारिक रूप से कुछ नहीं कहा। लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि एयर लाइन ने तर्क दिया है कि जब प्लेन में पैसेंजर फुल हो जाते हैं तो प्लेन का दरवाजा बंद करके प्लेन फ्लाई करवाया जा सकता है, लेकिन यहां न सिर्फ प्लेन को करीब 1 घंटे तक रोका गया, बल्कि तीन यात्रियों को उतारकर इन तीनों को एडजस्ट किया गया।

यह घटना 24 जून की है। उड़ान भरने के लिए विमान के दरवाजे बंद हो चुके थे, लेकिन इसने तय समय पर उड़ान नहीं भरी, क्योंकि रिजिजू और उनके पीए को सवार होना था। दरअसल, लद्दाख में मौसम के चलते फ्लाइट का दोपहर बाद न टेक ऑफ हो पाता है और न ही उतर पाता है। इस लिए सारी फ्लाइट्स अक्सर सुबह ही आवाजाही करती हैं।

समाज उत्थान के लिए प्रेस क्लब ने दलित ग्राम से जागरूकता अभियान चलाया

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  • एसडीएम, एसडीओपी,जनपदअध्यक्ष, न0पा0अध्यक्ष, षिक्षक, गायक, समाजसेवीओं का हुआ सम्मान 

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छतरपुर - मध्य प्रदेष में अनेक सामाजिक संगठन कार्य कर रहे है और करेगें लेकिन तीन साल के अंदर जो सामाजिक कार्य गणेषषंकर विद्याथी प्रेस क्लब संगठन प्रदेष के अंदर कर रहा है ऐसे कार्य मुझे न तो देखने को मिल रहे है न मुझे सुनने को मिल रहे है । यदि संगठन इसी प्रकार भारत सरकार एवं प्रदेष सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को  निःस्वार्थ भाव से जन जन तक पहुॅचाने में सफल रहा तो इस यह संगठन प्रदेष में सम्मान का पात्र होगा । 

उपरोक्त विचार नौगाॅव अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री एल आर प्रजापति जी ने नौगाॅव जनपद पंचायत के दलित ग्राम  धरमपुरा में गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब प्रान्तीय संगठन के व्दारा षिक्षा, स्वास्थ्य स्वच्छता, समरसता, समाज बिषय को लेकर ष्षासकीय प्राथमिक पाठषाला बीरपुरा (नौगाॅव) आयोजित जागरूकता एवं सम्मान समारोह में कहीं । उन्होने कहा कि जैसी मुझे जानकारी मिली है कि गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब प्रान्तीय संगठन के संस्थापक अध्यक्ष श्री संतोष गंगेले इसी ग्राम के है और उन्होने यह पुनीत कार्य अपनी जन्म भूमि सेष्षुरू किया है । इस आयोजन में बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं, साक्षरता एवं समाज उत्थान के लिए जो कार्य करने का संकल्प है वह समाज को दिषा देगा ।  इस अवसर पर नौगाॅव अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री हेमन्त सिंह सिसौदिया ने कहा कि छोटे से ग्राम में भव्य आयोजन को देख कर मुझे अपने बचपन का जीवन याद आ रहा है । षिक्षा  की ष्षुरूआत ईमानदारी के साथ ग्रामों से ही हुआ करती थी , ग्रामों की षिक्षा के विकास पर सरकार खर्च कर रही है , अपराध रोकने एवं अपराधों से बचने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में इस प्रकार के जागरूकता अभियान ष्षुरू करने के लिए गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब प्रान्तीय संगठन बधाई के पात्र है । मेरे अनुभव के अनुसार नौगाॅव क्षेत्र के बरिष्ठ पत्रकार संतोष गंगेले एक सामाजिक एवं देष हित के लिए पत्रकारिता करते आ रहे है । उनकी छवि सबसे अलग है । इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती अभिलाषा-धीरेन्द्र षिवहरे ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में इस प्रकार के आयोजन से बास्तविकता से सरकार की योजनाओं एवं विकास की जानकारी मिलती है । मध्य प्रदेष की सरकार की जो योजनायें संचालित हो रही है उनका सही लाभ प्रत्येक हितग्राही एवं नागरिक को मिलना चाहिए । ग्रामीण क्षेत्रों में षिक्षा के विकास के लिए हमारी सरकार लगातार प्रयारत है जिसमें गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब प्रान्तीय संगठन हमारा सहभागीदारी का कार्य कर रहा है । ऐसे संगठन के सभी पदाधिकारी बधाई के पात्र है । ष्षासकीय सेवा से सेवानिवृत सीएमओ एवं समाजसेवी श्री डी डी तिवारी ने कहा कि गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब प्रान्तीय संगठन ने अल्प समय में प्रदेष में अपना स्थान बना लिया है यह बीरपुरा के लिए ही नही सम्पूर्ण छतरपुर जिला के लिए गौरव की बात है । हम सभी को ऐसे सामाजिक कार्य करने वाले संगठन को प्रोत्साहित करना चाहिए । 
     
जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुधा यादव ने 1 जुलाई को आयोजित इस सामाजिक आयोजन के लिए गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब प्रान्तीय संगठन को बधाई दी । इस अवसर पर समाजसेवी एवं आकाषवाणी के कलाकार श्री राम नारायण गंगेले ने बुन्देली लोकगीतों से उपस्थित अतिथियों को स्वागत किया तथा जन समुदाय को  प्रेरणा देने वाले साहित्य से भरे दो गीतों का गायन किया । कार्यक्रम में नौगाॅव क्षेत्र के दलित नेता एवं समाज सेवी श्री गोविन्द दास जाटव ने समाज उत्थान के लिए किए जा रहे कार्यो की सराहना की । इस अवसर पर  संस्था के सभी बच्चों को साहित्य पुस्तके, स्कूली सामग्री का वितरण किया गया । गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब प्रान्तीय संगठन की ओर से सभी अतिथिओं एवं बच्चों को मिष्ठान वितरण कराया । संगठन के पदाधिकारी श्री कौषल किषोर रिछारिया ,श्री नन्हे राजा, राजेष षिवहरे, श्री कमलेष जाटव, खेमचन्द्र मुन्ना, ने सभी का ष्षाल श्रीफल व ष्षील्ड देकर सम्मान किया । संगठन के प्रान्तीय अध्यक्ष संतोष गंगेले ने सभी का आधार व्यक्त किया । 

प्यारे अफजल- पाकिस्तान में सिनेमा में प्रसारित होने वाला पहला टेलीविजन ड्रामा

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जिंदगी का नवीनतम शो प्यारे अफजल पाकिस्तान में सिनेमा हाॅल में प्रसारित होने वाला पहला टेलीविजन ड्रामा बन गया है। हमजा अली अब्बासी और आयेजा खान की अदाकारी से सजे इस शो का प्रसारण जब पाकिस्तान में किया गया, तो यह काफी चर्चित हुआ। यह ड्रामा न सिर्फ प्रसारण की पूरी अवधि के दौरान शीर्ष दर्जा प्राप्त करता रहा, बल्कि पाकिस्तान में आखिरी एपिसोड के अनूठे अंदाज में प्रसारित होने के साथ इसने इतिहास भी रच दिया।  

प्यारे अफजल की लोकप्रियता इतनी अधिक रही कि प्रसारणकर्ताओं ने पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में सिनेमा हाॅल्स में फिनाले का प्रसारण करने का फैसला किया। इतना ही नहीं, इस ड्रामा के प्रशंसकों की बड़ी संख्या होने के कारण सभी स्क्रीन्स हाऊसफुल रहीं। वास्तव में, भारत में भी शो बेहद लोकप्रिय हो रहा है और इस लोकप्रियता का पूरा श्रेय इसकी उम्दा कहानी एवं कलाकारों के शानदार प्रदर्शन को जाता है।

हमजा अली अब्बासी ने इस ड्रामा में अफजल का किरदार निभाकर पाकिस्तानी में लाखों प्रशंसकों का दिल जीता है। वह देश में सबसे अधिक देखे जाने वाले अभिनेता बन गये हैं और उन्हें पाकिस्तानी फिल्मों एवं टेलीविजन उद्योग का अगला ‘फवाद खान‘ माना जा रहा है। प्यारे अफजल के निर्माता और चर्चित अभिनेता हुमायूं सईद ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि भारतीय दर्शकों को हमजा से प्यार हो जायेगा।

प्यारे अफजल अपने सपनों की राजकुमारी का दिल जीतने की एक युवक की दिल को छू लेने वाली कहानी है। अपनी प्रेमिका का दिल जीतने के लिये यह युवक प्रेम और लगाव के कैनवास पर शब्दों की कलाकारी का इस्तेमाल करता है। वह ख़तों में अपनी चाहतों को बयां करता है, लेकिन इन्हें छिपा कर रखता है। लेकिन जब परिवारों के बीच टकराव उत्पन्न होता है, तो इस युवक को अपनी घर छोड़ने के लिये मजबूर होना पड़ता है। इस तरह ऐसे हालात पैदा होते हैं, जिससे उसकी प्रेमिका सहित सभी लोगों के सामने छिपा कर रखे गये ख़तों का राज खुल जाता है। 
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