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खूनी व्यापम में एक और मौतः महिला सब इंस्पेक्टर ने की खुदकुशी

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व्यापम घोटाले में एक और संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। सागर में तैनात ट्रेनी सब इंस्पेक्टर ने खुदकुशी कर ली है। ट्रेनी सब इंस्पेक्टर अनामिका कुशवाहा का शव सागर झील में मिला है। भिंड की रहने वाली अनामिका का 2014 में व्यापम के जरिए पुलिस सेवा में भर्ती हुई थी।

बता दें कि व्यापम घोटाले में अब तक 40 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। तीन दिन पहले एमपी में व्यापम घोटाले की जांच करने गए रिपोर्टर अक्षय सिंह की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। उसके 24 घंटे के अंदर ही कल जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा की दिल्ली के होटल में मौत हो गई। अरुण शर्मा अगरतला मेडिकल कॉलेज की जांच के लिए जा रहे थे, लेकिन दिल्ली एयरपोर्ट के पास एक होटल में उनकी मौत हो गई थी।

लगातार मौतों के बाद कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमले और तेज कर दिए हैं। कांग्रेस ने दोबारा सीबीआई जांच की मांग दोहराई है। वहीं सीएम शिवराज चौहान का कहना है कि  एसआईटी मामले की सही दिशा में जांच कर रही है।

बेलआउट पैकेज को ग्रीस की जनता ने नकारा, भारतीय बाजार पर भी पड़ेगा असर

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ग्रीस की जनता ने जनमत संग्रह में यूरोपियन यूनियन और आईएमएफ की कड़ी शर्तों को नकार दिया है। अब ग्रीस का यूरो जोन से बाहर जाना लगभग तय माना जा रहा है। ग्रीस की जनता के इस फैसले का असर सोमवार को दुनिया भर के बाजारों पर देखा जा सकता है। जानकार मान रहे हैं कि दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की वजह से भारत भी इससे बच नहीं सकेगा। इस वजह से यहां शेयर बाजार में गिरावट देखी जा सकती है।

यूरोपियन यूनियन और IMF ने ग्रीस से कर्ज के बदले खर्चों में कटौती की कड़ी शर्तें रखी थीं। जनता से सरकार ने केवल दो सवाल किए थे कि इन शर्तों को माना जाए या नहीं। इसके लिए जनमत संग्रह कराया गया था। इसके लिए दो ऑप्शन दिए गए थे ‘यस’ या ‘नो’। खास बात यह है कि बेलआउट पैकेज जनता ने नकार कर अपने पीएम एलेक्स सिप्रास में भरोसा जाताया। बता दें कि सिप्रास ने भी जनता से 'नो'पर ही वोट डालने की अपील की थी। दो तिहाई वोटों की गिनती के बाद 61 फीसदी लोगों ने ‘नो’ के पक्ष में वोट दिया तो केवल 39 फीसदी लोगों ने बेलआउट पैकेज के लिए ‘यस’ कहा।

ग्रीस को 2018 तक 50 अरब यूरो यानी 5.5 अरब डॉलर के नए आर्थिक पैकेज की जरूरत है। यूरोपियन यूनियन और IMF ने इसके लिए खर्चों में कटौती की बेहद कड़ी शर्तें रखी थीं। ग्रीस के वित्त मंत्री यानिस वैरॉफकिस का दावा है कि ग्रीस यूरोजोन से हटा तो यूरोप को एक हजार अरब यूरो का नुकसान होगा, लेकिन यूरो जोन में शामिल देश इसे खारिज कर रहे हैं। ग्रीस के जनमत संग्रह के बाद आगे की रणनीति तय करने के लिए मंगलवार को यूरोजोन के देशों के वित्तमंत्री एक खास मीटिंग करने जा रहे हैं। ग्रीस के पीएम सिप्रास ने कहा कि हम भी इस मीटिंग में भाग लेगें। सिप्रास ने कहा, “ हम चाहते हैं कि दिक्कतों के बाद भी हमारी बैंकिंग व्यवस्था में यूरो जोन यकीन रखे, इसलिए मीटिंग में हम भाग लेंगे।”
आगे क्या
* ग्रीस के जनमत संग्रह के बाद आगे की रणनीति तय करने के लिए मंगलवार को यूरोजोन के देशों के वित्तमंत्री एक खास मीटिंग करने जा रहे हैं।
* ग्रीस के पीएम सिप्रास ने कहा, “हम भी इस मीटिंग में भाग लेगें। हम चाहते हैं कि दिक्कतों के बाद भी हमारी बैंकिंग व्यवस्था में यूरो जोन यकीन रखे, इसलिए हम इस मीटिंग में भाग लेंगे।”
* ग्रीस अगर यूरोजोन से बाहर निकलता है तो उसे अपनी नेशनल करंसी लाना पड़ेगी। मान लीजिए अगर ऐसा होता है तो ग्रीस की करंसी को इंटरनेशनल मार्केट में साख बनाने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा।
* कुछ अफरातफरी का माहौल बन सकता है। ग्रीस के जिन लोगों का अपने यहां की बैंकों में दूसरे देशों की करंसी के रूप में पैसा जमा है, वे उसे नई करंसी में बदलवाने की कोशिश करेंगे। इसे संभालना सरकार के लिए आसान नहीं होगा।
* वैसे तो यूरो जोन से निकलने के लिए कोई निश्चित नियम तय नहीं हैं लेकिन अगर ग्रीस इससे बाहर आता है तो यूरो जोन की साख पर भी सवाल उठेंगे।
लोकप्रिय जनादेश

जनता के फैसले के बाद ग्रीस के डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर युक्लिड स्कालोटोस ने कहा, “सरकार के पास अब एक लोकप्रिय जनादेश है। साथ ही आईएमएफ ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें कहा गया है कि ग्रीस इस स्थिति में ज्यादा दिन तक नहीं रह सकता है। हम जल्द ही एक देश के रूप में ज्यादा मजबूती के साथ सामने आएंगे।” जनमत संग्रह के बाद जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वां ओलांद ने कहा, “ग्रीस के जनमत संग्रह का सम्मान होना चाहिए।” ग्रीस में जनमत संग्रह पर पूरी दुनिया की नजर थी।

भारत के शेयर बाजार में लिस्टेड कुछ आईटी, फार्मा और ऑटो कंपनियां यूरो में लेनदेन करती हैं। उन्होंने यूरोप की बैंक्स से कर्ज भी लिया है। अगर ग्रीस संकट के कारण यूरोप की बाकी बैंक्स में इंटरेस्ट रेट बढ़ता है तो ये कंपनियां भारतीय बाजार या भारतीय बैंक्स से अपना पैसा निकालेंगी। ग्रीस छोटा देश है। इसकी दुनिया के जीडीपी में हिस्सेदारी सिर्फ 0.5% है। ग्रीस को इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड का 1.6 अरब पाउंड का कर्ज लौटाना है। देश दिवालिया हो चुका है। ग्रीस को 30 जून तक कर्ज लौटाना है। अगर उसने कर्ज नहीं लौटाया तो उसे डिफॉल्टर घोषित कर दिया जाएगा। उसे यूरो ज़ोन यानी यूरो को करंसी के रूप में इस्तेमाल कर रहे देशों का गुट छोड़ना पड़ सकता है। ताजा संकट के कारण ग्रीस अपनी नेशनल इनकम का एक चौथाई हिस्सा खो चुका है। युवाओं की बेरोजगारी दर 50% और देश की कुल औसत बेरोजगारी दर 26% हो चुकी है। वह 76 अरब यूरो का टैक्स वसूल नहीं कर पाया है। 2015 के शुरुआती 6 महीनों के अंदर 8500 स्मॉल और मीडियम बिजनेस बंद हो चुके हैं। 2015 में ग्रीस का जीडीपी 2009 के मुकाबले 25% कम माना जा रहा है।

2000 में ग्रीस को यूरोजोन में एंट्री दी गई। लेकिन वह इसके लिए काबिल था या नहीं, इस पर हमेशा सवाल उठते रहे। 2004 के एक फाइनेंशियल ऑडिट हुआ। इसमें खुलासा हुआ कि ग्रीस को यूरोजोन में शामिल किए जाने से पहले यानी 1999 में उसका बजटीय घाटा तय सीमा से 3% कम था। बहरहाल, यूरोज़ोन में आने के बाद ग्रीस की ईकोनॉमी शुरुआती वर्षों में मजबूत होती गई। यूरो की क्रेडिबिलिटी के कारण इन्वेस्टमेंट आया। सरकार को कर्ज मिला। कई बिजनेस शुरू हुए। अक्टूबर 2009 में उसे पहला झटका लगा। तब खुद ग्रीस ने ही पाया कि वह अपना बजटीय घाटा 6% मानता है, लेकिन वह उसकी ओरिजिनल करंसी के लिहाज से 15% से ज्यादा है। इसी के बाद देश की इकोनॉमी गिरने लगी। उसे आईएमएफ से कर्ज लेना पड़ा।

2010 में आईएमएफ, यूरोपियन सेंट्रल बैंक और यूरोपीयन कमिशन ने मिलकर ग्रीस को कुल 240 अरब यूरो का कर्ज दिया। लेकिन यह शर्त भी रख दी कि सरकार अपने खर्चों में कटौती करेगी। इसके बाद से इन्वेस्टर ग्रीस की बैंक्स से पैसा निकालने लगे। यूरोपीयन सेंट्रल बैंक को इमरजेंसी लिक्विडिटी असिस्टेंस देना पड़ा। 2012 में मिली इस मदद के मुताबिक तब बैंक्स को पूरी तरह दिवालिया घोषित नहीं किया गया, बल्कि यह बताया गया कि ये बैंक्स नकदी के संकट से जूझ रहे हैं। लेकिन बीते रविवार यूरोपीयन सेंट्रन बैंक ने एलान कर दिया कि वे अपनी मदद को आगे नहीं बढ़ाएंगे।

हिलेरी ने चीन पर लगाया सरकारी जानकारियां चोरी करने का आरोप

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अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री और राष्ट्रपति चुनाव में संभावित डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने चीन पर गोपनीय दस्तावेज तथा सरकारी सूचना चुराने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चीन अमेरिका की उन जानकारियों को हैक करने की कोशिश कर रहा है, जो बिल्कुल गोपनीय होती हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने साल के प्रारंभ में सरकारी एजेंसियों के रेकॉर्ड की बड़े स्तर पर हुई चोरी के लिए चीन को मुख्य संदिग्ध बताया था। 

हालांकि चीन ने ऐसी संलिप्तता से इंकार किया और अमेरिका के दावे को गैर जिम्मेदाराना ठहराया। न्यू हैम्पशायर में प्रचार कार्यक्रम के दौरान हिलेरी ने कहा कि चीन रक्षा ठेकेदारों से खुफिया सूचनाएं चुरा रहा है और बड़ी संख्या में सरकारी सूचनाएं प्राप्त कर रहा है। हिलेरी ने कहा कि वह चीन को शांतिपूर्ण तरीके से तरक्की करते देखना चाहती हैं, वहीं अमेरिका को पूरा चौकस रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'चीन की सेना तेजी से विकास कर रही है, वे सैन्य संस्थान स्थापित कर रहे हैं, जो फिलीपींस जैसे उन देशों के लिए खतरा है, जिनके साथ हमारी संधि है, क्योंकि वे अपनी संपत्ति का विस्तार कर रहे हैं।' 

अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है चीन ने ऑफिस ऑफ पर्सनल मैनेजमेंट (ओपीएम) का बड़ी संख्या में आंकड़ा चोरी किया है, जिसका खुलास जून में हुआ है।

एक साल में मोदी ने की 19 देशों की यात्रा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पद संभालने के बाद से एक साल में 19 देशों की यात्रा पर गए। सूचना के अधिकार कानून के तहत प्रधानमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 मई 2014 को (शपथ ग्रहण के बाद से) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 विदेशी दौरों पर गए और इस दौरान 19 देशों की यात्रा की।

प्राप्त सूचना के मुताबिक इन देशों में भूटान, नेपाल, जापान, अमेरिका, म्यामां, ऑस्ट्रेलिया, फिजी, सेशल्स, मॉरिशस, श्रीलंका, सिंगापुर, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, चीन, दक्षिण कोरिया, मंगोलिया और बांग्लादेश शामिल हैं।
लखनऊ स्थित आरटीआई कार्यकर्ता संजय शर्मा ने पीएमओ से प्रधानमंत्री के विदेश दौरे के बारे में जानकारी मांगी थी। उल्लेखनीय है कि रणनीतिक, आर्थिक और ऊर्जा के क्षेत्र में संबंधों को विस्तार देने के मकसद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब छह से 13 जुलाई के बीच रूस और मध्य एशिया के 5 देशों की यात्रा पर जा रहे हैं।
इस दौरान वे रूस में ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखर बैठकों में हिस्सा लेंगे। मोदी, उज्बेकिस्तान, कजाखस्तान, रूस, तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान की यात्रा पर जा रहे हैं।

मनोज भावुक बने महुआ प्लस के क्रिएटिव कंसल्टेंट

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  • मशहूर भोजपुरी राइटर और टीवी पत्रकार मनोज भावुक भोजपुरी के सबसे लोकप्रिय चैनल 'महुआ प्लस'के क्रिएटिव कंसल्टेंट बनाए गए हैं।
manoj bhawuk
आलोचक कहते हैं कि टेलीविजन पत्रकारिता में प्रतिभावान लोग नहीं हैं. लेकिन कुछ टेलीविजन पत्रकार उस भ्रम को लगातार तोड़ रहे हैं. मनोज भावुक ऐसे ही पत्रकार हैं. चैनलों में रहते हुए ही उन्होंने दुनिया को अपनी रचनात्मकता से चमत्कृत कर दिया.  मनोज भावुक को साहित्य-जगत के कई प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हो चुके हैं. उनकी कविता पुस्तक 'चलनी में पानी 'बहुचर्चित पुस्तकों में शुमार की जाती है, उनके ग़ज़ल-संग्रह ''तस्वीर जिंदगी के ''के लिए उन्हें  प्रतिष्ठित भारतीय भाषा परिषद सम्मान और भाऊराव देवरस सेवा सम्मान से नवाज़ा गया। टी-सीरीज ने इन ग़ज़लों को रीलिज किया जो भोजपुरी का पहला ग़ज़ल -अल्बम है। हाल हीं में मॉरिशस के प्रधानमन्त्री सर अनिरुद्ध जगन्नाथ ने मनोज भावुक को विश्व स्तर पर भोजपुरी का प्रचार-प्रसार करने के लिए अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी गौरव सम्मान  से सम्मानित किया है। मूलरूप से सीवान (बिहार ) में जन्में और रेनुकूट (उत्तर प्रदेश ) में पले-बढ़े मनोज भावुक विश्व भोजपुरी सम्मेलन की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष हैं और दुनिया भर के भोजपुरी भाषा को समर्पित संस्थाओं के संस्थापक,  सलाहकार और सदस्य हैं।

मनोज ने नब्बे के दशक में बतौर फ़्रीलांसर पटना दूरदर्शन और कई समाचार-पत्रों के लिए काम करना शुरू किया. 1998 में भोजपुरी के प्रथम टीवी सीरियल “सांची पिरितिया” में बतौर अभिनेता और 1999 में “तहरे से घर बसाएब” टीवी सीरियल में बतौर कथा-पटकथा, संवाद व गीत लेखक जुड़े। ये दोनों सीरियल पटना दूरदर्शन से प्रसारित हुए। वर्ष 2008 में बतौर प्रोग्रामिंग हेड 'हमार टीवी'से जुड़े और प्रोग्रामिंग कंटेंट और स्पेशल प्रोजेक्ट्स एंकरिंग के साथ हीं साथ फिल्म, साहित्य, संगीत, फैशन, गॉसिप, डोमेस्टिक बिहेवियर, करियर, हेल्थ, फोक स्टोरीज और सेक्स जैसे ज्वलंत मुद्दों पर कई फिक्शन और नॉन फिक्शन कार्यक्रम बनाए. लगभग चार सालों तक हमार टीवी को अपनी सेवाएं देने के बाद मनोज ने अंजन टीवी में एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के पद पर ज्‍वाइन किया।

मनोज भोजपुरी साहित्य और सिनेमा के विशेषज्ञ हैं। कवि और फिल्म समीक्षक हैं। लंबे समय तक थियेटर करते रहे हैं। बिहार आर्ट थियेटर, कालिदास रंगालय के नाट्य डिप्लोमा (96-98) के टॉपर रहे हैं.फिल्मों में अभिनय किया है, लोक राग , भोजपुरी नाटक और भोजपुरी सिनेमा के इतिहास पर गहन शोध किया है, बतौर विश्लेषक कई टीवी चैनलों की बहसों में शिरकत करते रहे हैं और कई अखबारों में स्तंभ लिखते रहे हैं. मॉरिशस, नेपाल, अफ्रीका और ग्रेट ब्रिटेन आदि देशों के अधिवेशनों में साहित्यिक-सांस्कृतिक विनिमय हेतु शिरकत करते रहे हैं और ये अनुभव मनोज द्वारा बनाये गए कार्यक्रमों के कंटेंट में बोलते हुए दिखाई देते हैं। अंजन टीवी के लिए मनोज ने भिखारी ठाकुर, राजेन्द्र प्रसाद , बिस्मिल्लाह खान जैसी भोजपुरी विभूतियों पर स्पेशल कार्यक्रम बनाये। ''भोजपुरी सिनेमा :1948 -2013''के सफर पर डॉक्यूमेंटरी बनायी। क्राइम शो ''गुनहगार''लिखा। फ़िल्मी सितारों के क्रिकेट मैच ''सेलिब्रिटी क्रिकेट लीग ''के लिए गीत लिखे जो मैच के दौरान सभी स्टेडियम में गूंजते रहे। चैनल के टायटल सांग के साथ हीं साथ चटखारा न्यूज के लिए कर्रेंट अफेयर्स को ध्यान में रखकर चुटीले व गुदगुदाते गीत लिखे। 'सुबह के म्यूजिकल शो और मैगज़ीन के लिए 'चाह गरम'जैसा कैची और ठेठ नाम दिया। कार्यक्रमों के नाम, प्रोमो, टीजर्स, टायटल सांग और कंटेंट डिजाइन के अलावा बतौर एंकर और प्रोड्यूसर मनोज ने बतकही (सेलिब्रिटी से बातचीत ), बॉक्स ऑफिस (फिल्म -समीक्षा), कइसे कहीं ( हेल्थ शो ) और काव्यांजलि (कवि- सम्मेलन) जैसे सफल शोज बनाये।


और अब महुआ प्लस से जुड़ने के पहले हीं दिन चैनल के सबसे लोकप्रिय शो ''भौजी न० १ ''के जज बने मनोज ने चैनल से जुड़ने पर ख़ुशी जाहिर करते हुए  चिरपरिचित अंदाज में  अपने कुछ शेर सुनाये  - 

जे रूकल, जे जमकल, से गड़ही के पानी, ऊ केहू के कामे ना आई जवानी 
नदी के तरह प्यास सभकर बुझावत  जरूरत बा पथ पर निरंतर बहे के

पते ना चले कब चुभल काँट कहवाँ, रखे के पड़ी कुछ नशा एह तरह के
अगर कामयाबी के चाहत बा 'भावुक'अगर बा अमावस के पूनम करे के

श्यामा प्रसाद मुखर्जी कुशल राजनेता थे : मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्हें 'कुशल राजनेता'और 'महान चिंतक'करार दिया। प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर खाते पर लिखा, "आज हम श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं। हम उन्हें एक महान नेता के रूप में याद करते हैं, जिन्होंने राष्ट्र के लिए बहुमूल्य योगदान दिया। उन्होंने हमेशा युवाओं में शिक्षा पर जोर दिया।"

उन्होंने लिखा, "वह कुशल राजनेता, दूरद्रष्टा और महान चिंतक थे, जिनके विचारों को खूब सराहा गया।"श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म छह जुलाई, 1901 को हुआ था। उन्होंने वर्ष 1951 में भारतीय जन संघ की स्थापना की थी।

पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी में बीएसएफ जवान शहीद

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उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से भारतीय क्षेत्र में रविवार रातभर की गई गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान शहीद हो गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया, "शहीद बीएसएफ जवान की पहचान 119वीं बटालियन के अभिजीत नंदी के रूप में हुई है। रविवार रात नौगांव सेक्टर की लीपा घाटी में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में वह शहीद हो गए।" पुलिस अधिकारी ने बताया, "भारतीय सुरक्षा बलों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई। दोनों ओर से गोलीबारी कई घंटों तक जारी रही।"

पाकिस्तान रेंजर्स ने जम्मू जिले के अर्निया सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भी संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया और छोटे तथा स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की। उल्लेखनीय है कि जम्मू एवं कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन जिस दिन किया गया, उसी दिन भारतीय सेना ने 11 साल के एक बच्चे को पाकिस्तान सेना को सौंपा, जिसने गलती से घाटी में नियंत्रण रेखा पार की थी। बच्चे को इसी उद्देश्य से बुलाई गई फ्लैग मीटिंग के दौरान पाकिस्तनी सेना को सौंपा गया। उसे भारतीय सेना ने सद्भावना के तहत नए कपड़े और मिठाइयां भी दी थी।

व्यापमं पर चुप्पी तोड़ें प्रधानमंत्री : केजरीवाल

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को मध्य प्रदेश में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चुप्पी तोड़ने और देश की जनता को जवाब देने की मांग की। केजरीवाल ने ट्वीट किया, "लोग प्रधानमंत्री से व्यापमं के मामले में चुप्पी तोड़ने और हस्तक्षेप की उम्मीद करते हैं। प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर अब और अधिक चुप नहीं रहना चाहिए।"

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में व्यापमं के जरिये भर्तियों से संबंधित घोटाले में वर्ष 2013 से अब तक 40 से अधिक लोगों की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में या खुदकुशी कर लिए जाने के कारण हुई है।

मोदी मध्य एशिया, रूस के दौरे पर रवाना

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को मध्य एशिया के पांच देशों और रूस के ऊफा में ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलनों में हिस्सा लेने के लिए आठ दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए। इस आठ दिवसीय दौरे के तहत मोदी का पहला पड़ाव उज्बेकिस्तान है। मोदी छह से आठ जुलाई तक उज्बेकिस्तान और कजाकिस्तान का दौरा करेंगे। इसके बाद वह आठ से दस जुलाई तक ब्रिक्स और एससीओ के शिखर सम्मेलनों में हिस्सा लेंगे। वह 10-13 जुलाई तक तुर्कमेनिस्तान, किर्गिस्तान और तजाकिस्तान का दौरा करेंगे। इन सभी पांच देशों के दौरे के तहत उनके एजेंडे में व्यापार, ऊर्जा, संपर्क तथा आतंकवाद के खिलाफ आपसी सहयोग को मजबूत बनाने जैसे मुद्दे शामिल होंगे।

अपनी यात्रा के पहले पड़ाव के बारे में मोदी ने अपने फेसबुक पृष्ठ पर लिखा कि वह सर्वप्रथम उज्बेकिस्तान का दौरा करेंगे, जहां वह राष्ट्रपति इस्लाम कारिमोव के साथ चर्चा करेंगे और दोनों पक्ष सहयोग को मजबूती देने के लिए मुख्य समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। मोदी ने कहा कि वह भारतीय उपमहाद्वीप के विद्वानों, हिन्दी सीखने वाले छात्रों तथा भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगे। ताशकंद में 3,000 से अधिक भारतीय हैं।

मोदी ने कहा, "हमने ताशकंद में अपने सर्वाधिक लोकप्रिय और सम्मानित नेता लाल बहादुर शास्त्री को खो दिया था, जिन्होंने जय जवान, जय किसान के नारे के साथ देशप्रेम की भावना जागृत की थी। मैं अपने इस दौरे के दौरान देश को गौरवान्वित करने इस बेटे को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा।" 

गीतकार शब्बीर अहमद को सलमान खान ने बजरंगी भाईजान के ऑडियो रिलीज़ के वक़्त स्टेज पे बुलाया

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ऐसे तो शब्बीर अहमद एक बड़ा नाम है गीतकार के रूप में। इन्होने लगभग सभी संगीतकारों और कलाकारों के लिए गीत लिखे हैं। सलमान खान की आनेवाली फिल्म बजरंगी भाईजान के लिए आज की पार्टी मेरे तरफ से का गाना शब्बीर ने लिखा है। इस फिल्म के ऑडियो रिलीज़ के मौके पर सलमान खान ने शब्बीर को स्टेज पे बुलाया और गीत गाने को कहा। 

उस वक़्त स्टेज पे संगीतकार प्रीतम ,गायक मीका और निर्देशक कबीर खान भी थे। शब्बीर ने सलमान खान और मीका प्रीतम के साथ गीत गाया। शब्बीर ने मीडिया को बताया की सलमान खान ने उन्हें ईद का तोहफा आज ही दे दिया मुझ जैसे आम आदमी को स्टेज पे बुलाकर। 

हर मौत को व्यापमं से जोड़ना उचित नहीं : शिवराज

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर के जवाहर लाल नेहरू प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षणरत उपनिरीक्षक अनामिका कुशवाहा की आत्महत्या को दुखद बताया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि हर मौत को व्यापमं से जोड़ना न्यायसंगत नहीं है। राज्य में इन दिनों व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा आयोजित परीक्षाओं में हुई गड़बड़ियों और इस संबंध में हो रही मौतों का मामला गरमाया हुआ है। व्यापमं द्वारा आयोजित परीक्षा में उपनिरीक्षक के पद पर चयनित अनामिका ने सोमवार को तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली है। कांग्रेस इस मौत को व्यापमं से जोड़ रही है। 

लेकिन मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि हर मौत दुखद होती है और हर मौत को व्यापमं से जोड़ा जाना न्याय संगत नहीं है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस मौत का व्यापमं से कोई लेना-देना नहीं है।  ज्ञात हो कि राज्य में इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज में दाखिले से लेकर विभिन्न विभागों की भर्तियों की परीक्षा व्यापमं आयोजित करता है। इन दाखिलों और भर्तियों में हुई गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद जुलाई 2013 में पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा से लेकर व्यापमं के पूर्व नियंत्रक पंकज त्रिवेदी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी व राजनीतिक दलों से जुड़े लोग जेल में हैं। राज्यपाल रामनरेश यादव पर भी सिफारिश करने का प्रकरण दर्ज है।

उच्च न्यायालय द्वारा गठित एसआईटी के निर्देशन में एसटीएफ इस मामले की जांच कर रहा है। अब तक 18 सौ से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। वहीं इस मामले से जुड़े लोगों की मौतें भी हो रही हैं। कांग्रेस मौतों का आंकड़ा 48 बता रही है तो विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मौतों का आंकड़ा 33 माना है। सरकार अधिकतम 25 बता रही है, जिसमें से 11 मौतें प्रकरण दर्ज होने से पहले की हैं। 

सर्वोच्च न्यायालय ने दिया अविवाहित मां के पक्ष में फैसला

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सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा कि अविवाहित मां को बच्चे के संरक्षण का अधिकार देने के लिए उसके पिता की सहमति आवश्यक नहीं है। न्यायमूर्ति विक्रमजीत सेन ने इस सिलसिले में एक अदालत के पूर्ववर्ती फैसले को निरस्त करते हुए उसे अविवाहित मां की उस याचिका पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है, जिसमें उन्होंने बच्चे के पिता को नोटिस भेजे बगैर उसका संरक्षण लेने की इच्छा जताई है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि उच्च न्यायालय सहित निचली अदालतों ने अपने समक्ष मौजूद मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया और यह सोचे बगैर फैसला किया कि बच्चे के हित में क्या है।


सर्वोच्च न्यायालय का यह आदेश एक महिला की याचिका पर आया, जो सरकारी सेवा में राजपत्रित अधिकारी है। उन्होंने एक अविवाहित मां द्वारा बच्चे के एकल संरक्षण की मांग करने वाली याचिका पर पिता की पहचान का खुलासा करने और उन्हें नोटिस भेजे जाने की आवश्यक प्रक्रिया को चुनौती दी थी। मां ने अपनी याचिका में दलील दी है कि व्यक्ति उसके साथ मुश्किल से दो माह रहा था और उसे बच्चे के होने के बारे में पता तक नहीं है।

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (06 जुलाई)

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राम अतुलनीय है, उनकी तुलना नहीं की जा सकती, हम हैं सेवक: रेड्डी
  • व्यवहार न्यायालय का हुआ उद्धाटन फौजदारी मामले अभी बेतिया में, दीवानी मामलों की होगी सुनवाई

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नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) पश्चिम चम्पारण के नरकटियागंज अनुमण्डल की स्थापना के 25 वर्ष बाद बहुप्रतीक्षित व्यवहार न्यायालय की स्थापना का सपना पूरा हो गया। अब नरकटियागंज क्षेत्र के लोगों को बेतिया का दौड़ नहीं लगाना पड़ेगा। उद्घाटन के मौके पर महानिबंधक पटना उच्च न्यायालय ने कहा कि अब नरकटियागंज क्षेत्र के लोगों बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। महानिबंधक ने यह भी कहा कि सिविल मामलों के निपटारे में विलम्ब के कारण फौजदारी के मामले बढते जा रहे है। अभी न्यायालय में 20 प्रतिशत दीवानी व 80 प्रतिशत फौजदारी मामले है। उल्लेखनीय है कि अनुमण्डल की स्थापना वर्ष 1991 ई. में अप्रील माह में है। बिहार के पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एल.नरसिम्हा रेड्डी की अपेक्षा है कि जनता को सस्ता, सुलभ और सहज न्याय मिले। श्री रेड्डी ने अपने संबोधन में कहा कि जनता को न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और वे उसपर खरे उतरने को तत्पर है। बिहार के जिस अनुमण्डल में व्यवहार न्यायालय कार्यरत नहीं है वहाँ नये न्यायालय का शुभारंभ किया जाएगा। आज नरकटियागंज के अलावे अररिया और सीतामढ़ी में व्यवहार न्यायालय प्रारंभ होगा। प्रारंभ में मुख्य न्यायाधीश को पुष्पगुच्छ प्रदान किया गया, उसके बाद गार्ड आॅफ आॅनर पेश किया गया, तदुपरान्त स्टेज पर क्रमवार मंच पर बैठाया गया, संचालक व अध्यक्ष द्वारा मुख्य न्यायाधीश व अन्य न्यायिक अधिकारियांे को दीप प्रज्ज्वलन के उपरान्त आगत अतिथियों स्वागत किया गया। जिला व सत्र न्यायाधीश के संबोधन के उपरान्त सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की छात्राओं मनीषा रानी, मानसी प्रिया, स्वाति कुमारी, पूजा कुमारी, अंकिता कुमारी, सौम्या कुमारी और नब्या ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। न्यायाधीश विजयेन्द्र नाथ के उपरान्त मुख्य न्यायाधीश श्री रेड्डी ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि राम के नाम से किसी की तुलना नहीं की जा सकती, उनसे मात्र प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। स्थानीय विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष शंभू शरण द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और स्मारपत्र मुख्य न्यायाधीश श्री रेड्डी को सौंपा गया। संबोधन करने वालों में न्यायाधीश विजयेन्द्र नाथ, शिवाजी पाण्डेय, संयुक्त विधि सचिव मनोज कुमार ने व्यवहार न्यायालय की अधिसूचना को पढकर सुनाया। उसके बाद न्यायालय के शिलापट का अनावरण न्यायाधीशांे ने किया। उसके बाद न्यायालय भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया गया। तदुपरान्त वृक्षारोपण किया गया जिसमें जिला पदाधिकारी लोकेश कुमार सिंह व जिला पुलिस अधीक्षक विनय कुमार शामिल हुए। व्यवहार न्यायालय के उद्घाटन के मौके पर विधायक रश्मि वर्मा, विनय वर्मा, मुन्ना त्यागी, उमेश यादव, नगीना पासवान, दिनेश महाराज, पवन पाण्डेय, जहाँगीर आलम (सचिव नरकटियागंज बार), राजेश कुमार, मनोज कुमार तुफानी व अन्य गणमान्य शामिल हुए, जबकि मंच संचालन दीपक मणि तिवारी ने किया।

विद्यालय में हंगामा

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) गौनाहा प्रखण्ड के हरपुर काॅलोनी स्थित विद्यालय मंे दोपहर तक शिक्षकांे के नहीं पहुचने पर ग्रामीणों ने हंगामा किया। बाद में प्रशासन के द्वारा उन्हें शांत कराया गया। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय के शिक्षक बीईओ को बंधी बंधाई रकम देकर शिक्षा व्यवस्था को चैपट कर रखा है जिससे बच्चो का भविष्य खराब हो रहा है।

सड़क जाम

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) उधर राशन वितरण नहीं करने के कारण उपभोक्ताओं ने माधोपुर सड़क जाम कर दिया। जिससे आम लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। खबर पाकर वहाँ गौनाहा पुलिस को पहुँचना पड़ा तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आया।

मांझी का भाजपा से सवाल, जाति जनगणना रिपोर्ट गुप्त क्यों?

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कुछ महीने नीतीश कुमार का उत्तराधिकारी बनने के बाद पार्टी से बगावत कर भाजपा के करीब आए राजग के महादलित नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट का खुलासा न करने के भाजपा के फैसले पर आपत्ति है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर जाति सर्वेक्षण की रिपोर्ट को गुप्त रखने की क्या जरूरत है? मांझी ने अपने फेसबुक वाल पर सोमवार को पोस्ट किया, "जब जातिगत जनगणना के लिए आयोग बना, सर्वे हुआ तो इसे गुप्त रखने की क्या जरूरत है? तथ्य सामने लाया जाना चाहिए।" मांझी ने अपने फेसबुक वाल पर लिखा है कि जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट सामने आने से ये बातें भी सामने भी आएंगी कि देश में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े, अल्पसंख्यक और महिलाओं की कितनी आबादी है। रिपोर्ट आने से इन वर्गो के लिए चलाई जा रही योजनाओं का बजट बनाने में भी सहूलियत होगी। 

मांझी ने आगे लिखा, "समाज के लोगों की सही आर्थिक स्थिति के आंकड़े सामने आएंगे। चाहे वे किसी भी जाति के गरीब हो, इस रिपोर्ट में ये पता चलेगा कि कितने लोग भूमिहीन और मकानविहीन हैं। तभी तो इनकी स्थिति में सुधार के लिए प्रभावी निर्णय लिया जा सकता है।" उन्होंने हालांकि इसे व्यक्तिगत राय बताते हुए कहा कि इस सर्वे को सिर्फ जाति से जोड़ना उचित नहीं है, बल्कि सर्वे में इन वर्गो के लोगों की वास्तविक स्थिति का भी पता चलेगा।  उल्लेखनीय है कि मांझी भाजपा के साथ मिलकर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। 

गौरतलब है कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी इस मामले को लेकर विरोध दर्ज कर चुका है। राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद रविवार को घोषणा कर चुके हैं कि 13 जुलाई को वह राजभवन तक मार्च करेंगे, साथ ही पार्टी पूरे प्रदेश में भाजपा के इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। 

स्विट्जरलैंड छोड़ते ही मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा : ब्लाटर

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फुटबाल की विश्व नियामक संस्था फीफा के अध्यक्ष सेप ब्लाटर ने स्वीकार किया है कि उन्हें डर है कि स्विट्जरलैंड छोड़ते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि फीफा इस समय भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के घेरे में है तथा अमेरिकी जांच एजेंसी-फेडरल ब्यूरो इनवेस्टिगेशन (एफबीआई) फीफा में 1991 से अब तक हुए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहा है। जांच के परिणामस्वरूप 14 लोगों को आरोपित किया जा चुका है, जिसमें फीफा के नौ अधिकारी शामिल हैं।

अमेरिका और स्विट्जरलैंड इसके अलावा फीफा विश्व कप-2018 और विश्व कप-2022 की मेजबानी हासिल करने प्रक्रिया में रिश्वत के लेन-देन और वित्तीय गड़बड़ियों की भी जांच कर रहे हैं। फीफा विश्व कप-2018 की मेजबानी जहां रूस को मिली है, वहीं विश्व कप-2022 की मेजबानी कतर ने हासिल की। ब्लाटर के खिलाफ किसी तरह के आरोप तो नहीं हैं, लेकिन वह भी अमेरिकी जांच के घेरे में हैं। लगातार पांचवें कार्यकाल के लिए फीफा का अध्यक्ष चुने जाने के दो दिन बाद ही दो जून को ब्लाटर ने अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी।

खुद को लगातार निर्दोष बताने के बावजूद ब्लाटर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तारी के डर से कनाडा में रविवार को हुए महिला विश्व कप के फाइनल मैच के दौरान अनुपस्थित रहे। वेबसाइट 'गोल डॉट कॉम'ने ब्लाटर के हवाले से कहा है, "ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि अमेरिका के पास मेरे खिलाफ कोई ठोस सबूत है, बल्कि मेरी गिरफ्तारी से काफी हो-हल्ला मचेगा।"ब्लाटर ने कहा कि उन्हें डर है कि लोग फीफा की छवि खराब करना चाहते हैं।

ब्लाटर ने कहा, "मुझे डर है कि कुछ लोग फीफा की छवि खराब करना चाहते हैं। डर सभी को होता है, जैसे मौत का डर, लेकिन फीफा के लिए मैंने जो कुछ किया उसे लेकर मुझे कोई डर नहीं है।"

बिहार में जद (यू) का दावा, 40 लाख घरों में दी दस्तक

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बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) ने सोमवार को दावा किया कि पार्टी के नेताओं व कार्यकताओं ने अपने कार्यक्रम 'हर घर दस्तक'के तहत अब तक राज्य के 40 लाख से ज्यादा घरों पर दस्तक दी है और इस पर लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने सोमवार को आईएएनएस को बताया, "दो जुलाई से प्रारंभ 'हर घर दस्तक'कार्यक्रम के तहत अब तक 40 लाख से ज्यादा घर के 1़20 करोड़ मतदाताओं से संवाद हो चुका है। जद (यू) का लक्ष्य एक करोड़ घर और तीन करोड़ मतदाताओं तक पहुंचने की है।" 

सिंह ने कहा कि 'हर घर दस्तक'के साथ बिहार में एक नई राजनीतिक संस्कृति की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि देश में यह पहली बार है कि कोई दल अपने विकास कार्यक्रमों को लेकर घर-घर जा रही है और लोगों से उनकी समस्या पूछ रही है। 

उन्होंने कहा कि लोग शिक्षा और बिजली व्यवस्था में सुधार और सड़कों के निर्माण को स्वीकार करते हैं, लेकिन कई समस्याएं जस की तस हैं। उल्लेखनीय है कि दो जुलाई से शुरू 'हर घर दस्तक'कार्यक्रम का पहला चरण 11 जुलाई तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण 21 से 31 जुलाई तक राज्यभर में चलाया जाएगा। 

बिना पैसे के डाॅस करेगें ऋतिक

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बॉलीवुड के माचोमैन ऋतिक रौशन सुपरहिट फिल्म ‘आशिकी’ के एक गाने पर डांस करने जा रहे हैं। रितिक रौशन वर्ष 1990 की सुपरहिट फिल्म ‘आशिकी’ के सुपरहिट गाने ‘धीरे-धीरे से मेरी जिंदगी में आना’ पर डांस करने जा रहे है। इस गाने को इस बार यो यो हनी सिंह गा रहे है। इस गाने के लिये तिक और हनी सिंह ने कोई फीस नहीं ली है।
        
भूषण कुमार ने कहा कि 1990 में मैं सिर्फ 12 साल का था और तब सलमान की फिल्म मैंने प्यार किया के म्यूजिक के पीछे पागल रहता था। उसी बीच आशिकी का म्यूजिक भी रिलीज हुआ। फिल्म पापा गुलशन कुमार ने प्रोड्यूस की थी तो मार्किट में आने से पहले ही हमारे पास उसका म्यूजिक था, तब पापा ने मुझे आशिकी की कैसेट देकर कहा कि यह सुनो, यह हमारी फिल्म है, तब से लेकर आज तक यह एल्बम मेरी प्लेलिस्ट पर ऐडेड है।
        
भूषण कुमार ने कहा कि धीरे-धीरे से पापा का फेवरट सॉन्ग था। फिर 1997 में पापा की मौत हो गई, जब मैं यो यो से मिला तो पता चला कि वह मेरे पापा के बहुत बड़े फैन थे और उनके साथ काम करने की इच्छा रखते थे। वह इस गाने का मॉडर्न वर्जन बनाने के लिए फ्री में तैयार हो गए। उसके बाद मैंने तिक से बात की कि वह इस गाने में सोलो डांस करें। अब जब आशिकी को 25 साल पूरे हो रहे हैं तो यह पापा के लिए एक श्रद्धांजलि होगी।

मुझे हफ्ते में 5 बार देख सकेंगेः अस्मिता सूद

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अपनी किस्मत के बुलंद सितारों को लेकर अस्मिता सूद आगामी शो ‘फिर भी ना माने ये बद्तमीज दिल’ से टेलिविजन की दुनिया में पर्दापण कर रही हैं। दक्षिण भारत की अनेक फिल्मों में काम करने के बाद में अस्मिता टीवी पर काम करने को एक अलग और अच्छा अनुभव मानती हैं।उनका कहना कि टीवी की लोकप्रियता को देखकर ही उन्होंने यह सीरियल स्वीकारा ताकि वह दर्शकों के बीच सप्ताह में पांच रहे। अस्मिता शिमला की रहने वाली हैं और उनकी पूरी पढ़ाई लिखाई लड़कियों के स्कूल में हुयी है इसलिये जब उन्हें शो के लिये को-एड काॅलेज अटेण्ड करना पड़ा तो यह उनके लिये बिल्कुल अलग मौका था। उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से नया अनुभव था, हमने पुणे के एक प्रमुख संस्थान में शूटिंग की जहां पूरा माहौल काॅलेज स्टूडेण्ट्स से भरा हुआ था। हाल में शो की प्रमोशन के लिए उनसे दिल्ली में मिलना हुआ। प्रस्तुत है,मुलाकात के चंद अंशः

आप सबसे पहले धारावाहिक में अपने रोल के बारे में बताएं।
मैं मेहर के किरदार में हूं जो बहुत सहज लड़की है। वह पढ़ाकू है और हमेशा किताबों से घिरी रहती है। वह जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहती है और उसकी प्राथमिकताएं साफ हैं। वह खुद में और अपनी क्षमता में यकीन रखती है और जानकी है कि जिंदगी में कड़ी मेहनत से ही सफलता मिलती है। वह इसके लिये तैयार है। अपने दम पर स्कॉलरशिप पाकर कॉलेज जाती है और अपना फायदा उठाने की कोशिश कर रहे पैसे वालों लोगों से नफरत करती है।

शो ‘‘बद्तमीज दिल..’ के बारे में बताइये।
‘‘फिर भी न माने ये..बद्तमीज दिल’ अबीर और मेहर के बीच की अनूठी प्रेम कहानी है। ग्रोव चैनल के रॉकस्टार अबीर को अचानक मेहर के रूप में एक नया बॉस मिल जाता है। दोनों का एक अतीत है जो उनके भविष्य को प्रभावित करेगा। अपनी जिंदगियों में बहुत आगे निकल आये ये दोनों अपनी कुछ गलतियों की वजह से अलग हो गये थे। 

इस किरदार के लिये तैयारी किस तरह की?
मेहर गीक (पढ़ाकू) है, मैं अच्छी स्टूडेंट थी लेकिन मैं गीक नहीं थी इसलिये मुझे अपनी बॉडी लैंग्वेज और पर्सनालिटी पर बहुत मेहनत करनी पड़ी। वह बहुत निश्चित और रिजव्र्ड है जो मुझसे उलट है। अपने किरदार में आने के लिये मैंने लोगों से मिलना जुलना कम कर दिया है। वह भी मेरी तरह इंडीपेंडेंट है। 

टीवी पर बहुत सी प्रेम कहानियां आ चुकी हैं लेकिन इस कहानी में कुुछ खास ?
इस शो का कांसेप्ट अलग है जहां जो दो लोगों के जुनूनी प्रेम की कहानी दो लोगों के बीच के रिश्ते के अलग-अलग स्तर के बारे में बताती है जो सामान्य फैमिली ड्रामा से अलग है। 

चर्चा है कि शो संगीत प्रधान है ?
जी हाॅ,नफरत और मुहब्बत के इस शो में संगीत की प्रधानता है। शो में 5 गीत हैं जो दर्शन रावल द्वारा गाये गये हैं और शो का अटूट हिस्सा हैं।

अनेक दक्षिण भारतीय फिल्में करने के बाद में टीवी से जुडने की कोई खास वजह ?
टीवी लोकप्रियता किसी से नही छिपीं। आज बडे बडे स्टार भी टीवी पर काम कर रहे है। मैं पिछले कुछ समय से टीवी कमर्शियल और दक्षिण की कुछ फिल्में कर रही थी। मेरे एक कमर्शियल को देखने के बाद प्रोडक्शन हाउस के कास्टिंग डायरेक्टर ने मुझसे संपर्क किया। इसके बाद उन्होंने मुझे कॉल किया और कहा कि मैं मेहर की भूमिका के लिये परफेक्ट हूं। मैं अपने ऑडिशन से बहुत खुश नहीं थी और उन्हें वह पसंद आया और मैं शो का हिस्सा बन गयी।

शो आपकी असल जिंदगी कितना मेल खाता है?
मेहर का किरदार मेरी तरह बिल्कुल नहीं है, यह उन चुनौतीपूर्ण किरदारों में से है जिनके जरिये मैं अपने काम के विभिन्न पहलुओं को जान सकती हूं। जब मुझे यह भूमिका ऑफर हुयी तो मैंने बिना दोबारा सोचे इसे ले लिया क्योंकि मैं फिल्मों में वही काम बार बार नहीं करना चाहती, टीवी पूरी तरह से दूसरा माध्यम है। मेरे फैन्स मुझे हफ्ते में 5 बार देख सकेंगे जबकि एक फिल्म के लिये काफी लम्बा इंतजार करना पड़ता है। मैं कहना चाहूंगी कि मेहर और अस्मिता काफी अलग हैं।

फिल्मों से टीवी का सफर कैसा रहा?
फिल्मों में टीवी जितना वक्त नहीं लगता। शूटिंग शेड्यूल कठिन होता है लेकिन आप 3 महीने में खाली हो जाते हैं। दक्षिण की फिल्मों में बॉलीवुड की फिल्मों से कम समय भी लगता है। दूसरी तरफ टीवी आपका बहुत वक्त ले लेता है। यह ऐसा माध्यम है जहां आप एक्सप्लोर और एक्सपेरीमेंट कर सकते हैं। मेरे किरदार मेहर में बहुत से शेड्स हैं तो मैं इस किरदार को निभाने और टीवी पर काम करने का लुत्फ ले रही हूं।

टेली फिल्म : महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा,

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  • येसु समाजी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया

आज के भौतिकवादी युग में व इन्टरनेट के मायावी जाल में ही बच्चों को धर्म से जोड़ना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है पर उचित वातावरण तैयार कर इसे सरल एवं सुलभ बनाया जा सकता है।पेश है आलोक कुमार की विशेष रिपोर्ट।

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नोट्रेडेम एकेडमी की ओर लोग कदम बढ़ा रहे थे। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पटना महाधर्मप्रान्त के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा, येसु समाजी, विशिष्ठ अतिथि नोट्रेडेम सोसाइटी की प्रोविंशियल सुपिरियर, सेक्रेट हार्ट सिस्टर्स सोसाइटी की सुपिरियर जेनरल, होली क्रॉस सोसाइटी की प्रोविंशियल सुपिरियर, कुर्जी पल्ली के प्रधान पुरोहित फादर जोनसन, येसु समाजी के साथ गणमान्य सज्जनों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। राजधानी पटना स्थित मिशनरी संस्थाओं के प्रमुख, पेशेवर कलाकार, निर्माता-निर्देशक, तकनीशियन, संचार माध्यम से जुड़े अतिथिगण एवं युवक-युवतियों भी जुली प्रेक्षागृह में आए। इसके कारण प्रेक्षागृह खचाखच भर गया।

 निर्माता-निर्देशक विक्टर फ्रांसिस द्वारा निर्देशित टेली फिल्म ‘‘अनंत जीवन’’ का प्रीमियर शो होना था। यह टेली फिल्म भारत के हिन्दी भाषी क्षेत्र में तहल्लका बचाने वाली है। अभी तक अकेला बिहार ही है जो धार्मिक बुलाहट पर आधारित टेली फिल्म निर्माण कर सका। इस तरह हिन्दी भाषी प्रदेशों में बिहार अव्वल हो गया है। इसका संपूर्ण श्रेय विक्टर फ्रांसिस को जाता है। जो नये कलाकारों के सहयोग से कारनामा को अंजाम देने में सफल हो गए। पटना धर्मप्रांत के लिए गर्व की बात है।

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फिल्म के निर्माता-निर्देशक विक्टर फ्रांसिस ने आगत गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। अपने स्वागत भाषण में विक्टर फ्रांसिस ने कहा कि यह फिल्म धार्मिक बुलाहट पर आधारित है। इस विषय पर भारत के हिन्दी भाषी राज्यों में पहली बार बिहार में इस तरह की फिल्म का निर्माण किया गया है। पटना धर्मप्रांत के लिए गर्व की बात है। पटना महाधर्मप्रांत के युवक-युवतियों को धार्मिक बुलाहट के लिए प्रेरित करने एवं वातावरण निर्माण करने का प्रयास है। स्थानीय युवक-युवतियाँ भी फादर/सिस्टर बनने के लिए आगे आए। इस क्षेत्र में बिहार अन्य राज्यों से काफी पीछे है, जो हमारे पटना धर्मप्रांत के लिए चिंता का विषय है । मिशनरी शैक्षणिक संस्थाओं में शिक्षा ग्रहण करने वाले ईसाई बच्चों में किशोरावस्था से ही वातावरण निर्माण किया जाना चाहिए। इस ओर सशक्त कदम उठाना चाहिए। बच्चों को धार्मिकता से जोड़ना, एक सुन्दर, स्वस्थ एवं उदार समाज की संरचना के लिए बच्चों को प्रेरित करने की पहल सर्वाेपरी हमारे परिवार से होनी चाहिए। परिवार ही सर्वाेत्तम पाठशाला है। इसे कायम रखने के लिए हमारे शैक्षणिक संस्थाओं को भी पहल करनी चाहिए । आज के भौतिकवादी युग में व इन्टरनेट के मायावी जाल में ही बच्चों को धर्म से जोड़ना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है पर उचित वातावरण तैयार कर इसे सरल एवं सुलभ बनाया जा सकता है ।

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मुख्य अतिथि और पटना महाधर्मप्रान्त के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा, येसु समाजी  ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। टेली फिल्म ‘‘अनंत जीवन’’ सीडी को आम जन समुदाय के लिए रिलिज किया। मौके पर पटना महाधर्मप्रान्त के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा ने कहा कि मैं व्यक्तिगत से विक्टर फ्रांसिस को जानता हूँ, जीजस प्रोडक्शन्स एवं सिगनीस इंडिया के संयुक्त बैनर तले लगातार फिल्मों का निर्माण किया करते हैं। जो पटना महाधर्मप्रांत के लिए बड़े ही गौरव की बात है। एक लोक धर्मी होकर एक अच्छे वातावरण निर्माण करने के लिए हमेशा अग्रसर रहते हैं। इसके पहले भी इनके द्वारा आयोजित कई प्रीमियम शो में आमंत्रित रहा हूँ। इस प्रेक्षागृह में उपस्थित दर्शकों की भारी भीड़ देखकर काफी प्रसन्न हूँ कि जीजस प्रोडक्शन्स को लोगों ने दिल में जगह  दिए हैं। इसके कारण संस्था दिन-प्रतिदिन उन्नति की ओर अग्रसर है। महाधर्माध्यक्ष ने शुभकामनाएँ दी हैँ कि जीजस प्रोडक्शन्स जल्द से जल्द फीचर फिल्म के निर्माण कार्यों से भी जुड़े। विक्टर फ्रांसिस अनुभवी एवं बहुगुणी फिल्म निर्माता-निर्देशक है। उन्होंने पटना महाधर्मप्रांत की ओर संगति और अपना सहयोग देने का वादा किए। अंत में कहा कि इस टेली फिल्म के प्रीमियर शो के पहले ही मैंने अवलोकन किया है। इस फिल्म से जुड़े सभी कलाकारों, तकनीशियनों एवं सहयोगियों को बधाई दिया। उनका प्रयास काफी  सराहनीय है।इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत नोट्रेडेम एकेडमी की छात्राओं द्वारा प्रार्थना नृत्य प्रस्तुत किया गया।नृत्य के दौरान नृत्यांगनाओं ने काफी तालियाँ बटोरी एवं दर्शकों को अपने नृत्य से मंत्रमुग्ध कर दिया ।

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विशिष्ट अतिथि कुर्जी पल्ली के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर जोनसन केलकत, येसु समाजी ने कहा कि ‘‘हम समाज में कोई भी कार्य करे, चाहे वो सामाजिक हो या धार्मिक’’ मीडिया के सहयोग के बिना हम सफल नहीं हो सकते।फिल्म निर्माण भी एक लोक भागीदारी एवं वातावरण निर्माण के लिए एक सशक्त माध्यम है।हम फिल्म के माध्यम से अपने दृष्टिकोण को समाज के सामने काफी सरल तरीके से रख सकते हैं। इस क्षेत्र में विक्टर फ्रांसिस द्वारा किया गया कार्य काफी सराहनीय है। जीसस प्रोडक्शन्स एवं सिगनीस इंडिया इन महत्वपूर्ण विषयों पर कई फिल्मों का निर्माण कर एक साहसिक कदम उठाया है। आज के चकाचैंध समाज में इस प्रकार की फिल्में पटना महाधर्मप्रांत को एक सशक्त संदेश देता है। मैं मानता हूँ कि पटना महाधर्मप्रांत में बुलाहट के प्रति काफी उदासीनता है। बुलाहट अचानक हमारे अंदर से नहीं आता बल्कि यह एक प्रक्रिया है जो वर्षों से हमारे दिल और आत्मा में एक बीज की तरह अंकुरित होता रहता है और एक दिन वह नन्हें पौधे के रूप में पनपने लगता है तब जाकर यह बुलाहट का स्वरूप लेता है । यही बीजारोपण हमारी कलीसिया के बीच करने की आवश्यकता है। 

इसके बाद पटना महाधर्मप्रान्त के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा, येसु समाजी ने दो प्रतिष्ठित व्यक्तियों को ‘‘लाईफ टाइम एचीवमेंट एवार्ड 2015‘‘ से सम्मानित किया। डॉ॰ ओसवल्ड अंथौनी के द्वारा दंत शल्य चिकित्सा एवं सामाजिक कार्य किए हैं। इसके आलोक में एवार्ड दिया गया। डॉ॰ शशि राव को हिन्दी साहित्य में अहम भूमिका निभाने के लिए सम्मानित किया गया। सम्मान के रूप में दोनों व्यक्तियों को प्रशस्ति-पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं फिल्म की सीडी भेंट की गई । डॉ॰ शशि राव के मंच पर आते ही तालियों की गड़गड़ाहट होने लगी। काफी देर तक पूरा प्रेक्षागृह में गूंज गंूजता रहा। दोनों महानुभावों ने जीजस प्रोडक्शन्स एवं सिगनीस इंडिया के प्रति आभार प्रकट किए।

इसके बाद दूसरे चरण में 8 प्रतिष्ठित मिशनरी संस्थानो के प्रमुख एवं शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों एवं गणमान्य व्यक्तियों को ‘‘बेस्ट एचीवमेंट एवार्ड- 2015’’ से सम्मानित किया  गया । इसमें नोट्रेडेम सोसाइटी, सेक्रेट हार्ट सिस्टर्स सोसाइटी, होली क्रॉस सोसाइटी, कुर्जी चर्च के प्रधान पल्ली पुरोहित  फादर जोनसन, येसु समाजी, हार्टमन हाई स्कूल की प्राचार्या, पास्कल पीटर ओस्टा, श्रीमती ऐलिश शाह एवं डॉ॰ पी॰के॰ सिन्हा शामिल हैं । इन सभी गणमान्य व्यक्तियों को जीजस प्रोडक्शन्स एवं सिगनिस इंडिया द्वारा प्रशस्ति -पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं फिल्म की सीडी भेंट की गई। कई वर्षाे से जीजस प्रोडक्शन्स अपनी फिल्मों के प्रीमियर शो के अवसर पर अपने कलाकारों-तकनिशियनो को उनकी सेवा के लिए प्रतिवर्ष सम्मानित करती है ।

इसके बाद फिल्म ‘‘अनंत जीवन’’ का प्रसारण किया गया। प्रसारण के दौरान प्रेक्षागृह में खामोशी छाई रही। जो फिल्म की सफलता की ओर इंगित करती है । फिल्म प्रसारण के बाद विक्टर फ्रांसिस ने फिल्म के मुख्य कलाकारों तथा तकनीशियनों का दर्शकों से परिचय कराया एवं मुख्य कलाकारों एवं तकनीशियनों को ‘‘बेस्ट एचीवमेंट एवार्ड- 2015’’ से प्रशस्ति-पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं फिल्म की सीडी भेंट करके सम्मानित किया गया । फिल्म की मुख्य भुमिका सुषमा राज ने निभायी है, यह इनकी पहली फिल्म है । इसके अलावे पटना के पेशेवर कलाकारों ने अहम भूमिका निभाते हुए इस फिल्म को काफी दिलचस्प बनाया है । इनमें प्रमुख नाम अजीत कुमार, डॉ॰ ओस्वाल्ड अंथौनी, नीभा श्रीवास्तव, आशा चैधरी, सोनी पटेल, सिमरन ओस्टा, ओसीन सिंह, नवीन चन्द्र, डॉ॰ पी॰के॰ सिन्हा के अलावे पटना स्थित कई मिशनरी संस्थाओं की सिस्टरगण भी इस फिल्म में भूमिका निभायी है । आर्च विशप की भूमिका विक्टर फ्रांसिस ने स्वयं निभाई है। इस फिल्म की कहानी  मोनिका जेम्स, सम्पादन- सईद जीया, संगीतकार- आलोक झा, गीतकार- कृष्णा कुमार प्रसाद, पाश्र्व गायन-मधु रत्ना, आलोक झा एवं मनोज कुमार, कैमरा-लाला स्थिर चित्र विकास साहू हैं।कार्यक्रम के अन्त में विक्टर फ्रांसिस ने जीजस प्रोडक्शन्स एवं सिगनीस इंडिया की अगली प्रस्तुति टेली फिल्म ‘‘विश्वास‘‘ की घोषणा की गयी। डॉ॰ ओस्वाल्ड अंथौनी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

फिल्म की लेखिका मोनिका जेम्स ने कहाः फिल्म की लेखिका हैं मोनिका जेम्स। मोनिका कहती हैं कि बुलाहट पर आधारित फिल्म का निर्माण कर जीजस प्रोडक्शन्स ने एक वातावरण निर्माण करने की कोशिश की है, जिसका प्रभाव निश्चित तौर पर पटना  महाधर्माप्रांत की कलीसिया पर अवश्य ही पड़ेगा। आज की युवा पीढ़ी धार्मिक बुलाहट के लिए प्रेरित होंगे। अभी तक जीजस प्रोडक्शन्स ने 21 फिल्मों का निर्माण किया है। इनमें देखो सान्ता आया, नदी मिलेगी सागर से, फैशन, हैप्पी क्रिसमस,फर्ज, रिश्ते,सलीब और हम, विकलांगता अभिशाप नहीं,शक आदि फिल्मे हैं। 22 वां अनंत जीवन है। इनमें कई फिल्मों का प्रसारण पटना दूरदर्शन केन्द्र एवं स्थानीय चैनलों पर किया जा चुका है। जीजस प्रोडक्शन्स से पहली बार जुड़ी हूँ। फिल्म के निर्माता-निर्देशक विक्टर फ्रांसिस ने मेरी लेखनी के साथ पूरा न्याय किया है। कहानी को कलाकारों ने आत्मसाथ करते हुए अपनी भूमिका को पूरी ईमानदारी से निभाया है। 



आलोक कुमार
पटना 

उमा भारती को व्यापम घोटाले में हो रही मौतों से डर लगता है

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व्यापम घोटाले में लगातार हो रही मौतों पर केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि उन्हें भी डर लग रहा है. व्यापम घोटाले में हो रही मौतों से उनको डर लगता है, वो अपने परिचितों के लिए चिंतित हैं. उमा भारती ने कहा है कि मैं मंत्री होने के बावजूद व्यापम से सहमी हुई हूं. उमा ने कहा कि मैं अपनी चिंता सीएम शिवराज सिंह को भी बताऊंगी.

व्यापम घोटाले में लगातार हो रही मौत पर उमा भारती ने कहा कि, ''हो सकता है कि कोई किसी को मार नहीं रहा हो, डर और शर्म से खुद ही लोग मर रहे होंगे.''उमा भारती ने इशारों में व्यापम घोटाले की सीबीआई जांच की बात करते हुए कहा कि सक्षम एजेंसी से दोबारा जांच का रास्ता निकाला जाए.

व्यापम घोटाले में अपना नाम आने को केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने गहरी साजिश बताया और कहा कि लोग घोटाले के कारण ‘शर्म और डर’ से जान दे रहे हैं और कोई उनकी हत्या नहीं कर रहा. भारती ने  कहा, ‘‘यह एक गहरी साजिश है. गहरी साजिश का बड़ा उदाहरण है इसमें मेरा नाम है. मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है. अगर इसमें मेरा नाम है तो कुछ गहरी साजिश है.’’ केंद्रीय मंत्री ने जोर दिया कि लोग डर और शर्म से मर रहे हैं और कोई उनकी हत्या नहीं कर रहा है.

उन्होंने दावा किया, ‘‘हो सकता है कि किसी ने उनकी हत्या नहीं की हो. लेकिन डर और शर्म से मस्तिष्काघात, हृदयाघात के शिकार हो रहे या आत्महत्या कर रहे. क्योंकि मैंने जब व्यापम में अपना नाम सुना तो मैं भी सदमे में आ गयी.’’ उधर, हैदराबाद में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस व्यापम घोटाले के कारण भाजपा के खिलाफ सवाल खड़ा करो और भागो की नीति अपना ली है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस भ्रमित है और उसने सवाल खड़ा करो और भागो की नीति अपना ली है. वे कुछ साबित नहीं कर रहे हैं. वे केवल अपनी हताशा जाहिर कर रहे हैं. इसके अलावा यह और कुछ नहीं है.’’

उमा भारती ने इशारों इशारों में जहां सीबीआई जांच की मांग कर दी है तो केंद्र और एमपी सरकार सीबीआई जांच के खिलाफ है. मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले से सम्बंधित लोगों की लगातार हो रही संदिग्ध मौतों के मामले में कांग्रेस का बीजेपी पर हमला जारी है. कांग्रेस इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रही है.

आपको बता दें कि अब तक इस मामले से जुड़े 40 से ज्यादा लोगों की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री पर विपक्ष लगातार हमले कर रहा है. उच्च शिक्षा मंत्री के तहत काम करने वाला व्यावसायिक परीक्षा मंडल मेडिकल, इंजीनियरिंग और दूसरी व्यावसायिक पढ़ाई के साथ सरकारी नौकरियों के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाने और छात्रों के चयन का काम करता है. व्यापम घोटाला दो हिस्सों में बंटा हुआ है. पहला तो ये कि मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसी प्रवेश परीक्षाओं में धांधली हुई. वहीं दूसरा सरकारी नौकरियों के लिए हुई परीक्षाओं में भी गड़बड़ी करके नाकाबिल लोगों को नौकरी दी गई.
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