राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने स्वदेश चोपड़ा के निधन पर जताया शोक
शिमला, 7 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। राज्यपाल श्री कल्याण सिंह और मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने हिंद समाचार समूह के मुख्य संपादक श्री विजय कुमार चोपड़ा की धर्मपत्नी श्रीमती स्वदेश चोपड़ा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना और शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट की हैं। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि श्रीमती स्वदेश चोपड़ा कई सामाजिक संगठनों से सक्रिय रूप से जुड़ी थीं और उन्हें समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।इसके अतिरिक्त, समाचार पत्रों के समूह ‘हिंद समाचार’ के निदेशक के रूप में समूह को और सुदृढ़ करने में उनका महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। श्री वीरभद्र सिंह ने शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवदेनाएं जताते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री ने अर्की विधानसभा क्षेत्र के दिग्गल में रखी कालेज की आधारशिला
शिमला, 7 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह ने आज सोलन जिले के अर्की विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दिग्गल में 5 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले राजकीय डिग्री महाविद्यालय की आधारशिला रखी। उन्होंने महाविद्यालय का निर्माण कार्य आरम्भ करने के लिए लोक निर्माण विभाग को 2.75 करोड़ रुपये की प्रथम किश्त भी जारी की। श्री वीरभद्र सिंह ने दिग्गल में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस, शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति लेकर आई है और विगत अढ़ाई वर्षों के कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में 21 कालेज खोले गए हैं और अब प्रदेश में महाविद्यालयों की कुल संख्या 91 हो गई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने हमेशा कालेज खोलने के निर्णयों की आलोचना की है, लेकिन विपक्ष को यह समझना चाहिए कि प्रदेश के सुदूरवर्ती और दुर्गम क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी बेहतर एवं उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान खोलने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों की शिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करना है, क्योंकि दुर्गम क्षेत्रों में वे शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूरवर्ती क्षेत्रों में नहीं जा पाती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश के सर्वांगीण विकास में विश्वास रखती है और कोई भी प्रदेश को क्षेत्र अथवा धर्म के नाम पर बांट नहीं सकता। उन्होंने कहा कि भाजपा, जो पहले जनसंघ के तौर पर जानी जाती थी, ने हिमाचल को राज्य का दर्जा देने का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्तासीन रही कांग्रेस सरकारों ने प्रदेश के लोगों के कल्याण के लिए कार्य किया और प्रदेशवासियों का सामाजिक-आर्थिक विकास सुनिश्चित बनाया। श्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, परम्पराओं तथा भाषा के संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति एवं परम्पराएं हमारी पहचान हैं औेर हमें इसे हर कीमत पर बनाए रखने के साथ-साथ भावी पीढ़ी को सौंपना है। स्थानीय विधायक श्री गोविन्द राम की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एक अच्छे इन्सान हैं, लेकिन गलत खेमे में हैं। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि एक व्यक्ति, जिसका पंजाब में कारोबार हो वह अपने राजनीतिक स्वार्थों को छोडक़र इस पहाड़ी प्रदेश के लोगों की समस्याओं के बारे में क्या सोचेगा। श्री वीरभद्र सिंह ने दिग्गल में विश्राम गृह के निर्माण का आश्वासन दिया। उन्होंने अन्य मांगों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने दिग्गल में लम्बे समय से चली आ रही कालेज की मांग को पूरा करने के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को उपयुक्त मंच पर मजबूती से उठाया जाएगा। उन्होंने प्रदेश के विकास में श्री वीरभद्र सिंह के महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने जनता से किए अपने वायदों को हमेशा पूरा किया है।स्थानीय विधायक श्री गोविन्द राम ने उनके गृह क्षेत्र में मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने दिग्गल में कालेज की आधारशिला के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अन्य मांगों के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दिग्गल के स्तरोन्यन की मांग भी की। सोलन जिला कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष श्री राहुल ठाकुर, राज्य युवा सलाहकार बोर्ड के सदस्य श्री संजय अवस्थी और राज्य लघु बचत बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री प्रकाश करड़ ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और अपने विचार रखे। इन सभी ने स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों की मांगों का समर्थन किया। इससे पूर्व, दिग्गल ग्राम पंचायत की प्रधान श्रीमती कुन्ता देवी एवं उप प्रधान पवन कुमार ने मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत व सम्मान किया और क्षेत्र की मांगे रखीं। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दिग्गल के स्तरोन्यन, गौसदन का निर्माण, दिग्गल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिये एम्बुलेन्स, लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दिग्गल में बैडमिंटन हॉल की मांग की। विधायक श्री गोविन्द राम और राम कुमार चैधरी, नगर पंचायत अर्की की अध्यक्ष श्रीमती सीमा शर्मा, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती जैनब चन्देल, अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री हरदीप सिंह बाबा, एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष श्री रमेश ठाकुर, खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री रमेश चैहान, हि.प्र. पर्यटन विकास निदेशक मण्डल के सदस्य श्री सुरेन्द्र सेठी, जोगिन्द्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री मोहन मेहता, उपायुक्त सोलन श्री मदन चैहान सहित जिला के अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
जुलाई में मिलेगा जून माह का लंबित राशन कोटा
शिमला, 7 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि जिन राशनकार्ड धारकों को जून माह में दालों और रिफांईड तेल का निर्धारित कोटा नहीं मिला है, उन्हें यह कोटा जुलाई माह के कोटे के साथ दिया जाएगा। इस बारे में उचित निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
प्रदेश के सभी किसानों को इस वर्ष प्रदान किए जाएंगे मृदा स्वास्थ्य कार्ड: कृषि मंत्री
शिमला, 7 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। प्रदेश सरकार इस वर्ष प्रदेश के सभी किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध करवाएगी। यह जानकारी देते हुए कृषि मंत्री, श्री सुजान सिंह पठानिया ने आज यहां बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा गत फरवरी माह से मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना शुरू की गई है, जिसके अंतर्गत देश के किसानों को अगले तीन वर्षों में मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के अनुसरण में हिमाचल प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जिसने तीन वर्ष के बजाए एक वर्ष में इस कार्य को पूरा करने की पहल की है। श्री पठानिया ने कहा कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना का उद्देश्य फसलों में पोषक तत्वों की कमी की भरपाई, मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं को सुदृढ़ करना एवं मिट्टी की उर्वरता सम्बंधित समस्याओं का निदान करना है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष योजना पर 165 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं तथा योजना के अन्तर्गत जीपीएस प्रणाली के तहत 69,635 मिट्टी के नमूने लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए 2.5 हैक्टेयर सिंचित व 10 हैक्टेयर असिंचित क्षेत्रों के प्रत्येक ग्रिड से एक-एक नमूना लिया जाएगा जिसके अंतर्गत आने वाले सभी किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड की रिपोर्ट उपलब्ध करवाई जाएगी। कृषि मंत्री ने कहा कि जीपीएस प्रणाली के तहत खरीफ के मौसम में 27,854 और रबी के मौसम में इस वर्ष 41,781 मिट्टी के नमूने लेने का लक्ष्य रखा गया है। इन नमूनों का परीक्षण पोषक तत्वों के लिए विभाग की मृदा परीक्षण प्रयोगशाला में किया जाएगा तथा ग्रिड के तहत आने वाले सभी किसानों को परीक्षण विश्लेषण की रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी। प्रदेश सरकार इस योजना की प्रगति की समीक्षा साप्ताहिक आधार और वैब आधारित मृदा स्वास्थ्य कार्ड पोर्टल के माध्यम से करेगी। उन्होंने कहा कि अभी तक राज्य में 19,530 मिट्टी के नमूने लिए जा चुके हैं। श्री सुजान सिंह पठानिया ने इस अभियान की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि उर्वरकों के संतुलित उपयोग के लिए मिट्टी का परीक्षण अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मिट्टी परीक्षण के आधार पर उर्वरकों का संतुलित उपयोग किए जाने से फल उत्पादन में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी और अच्छी उपज के लिए यह आवश्यक है कि प्रमुख तत्वों के साथ-साथ गौण एवं सुक्ष्म तत्वों का प्रयोग भी मिट्टी परीक्षण के आधार पर किया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए कृषि विभाग द्वारा 11 मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं तथा चार मोबाइल परीक्षण प्रयोशालाएं भी इस कार्य के लिए उपलब्ध करवाई गई हैं। इस वर्ष तीन और मोबाइल परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही हैं, जिसके लिए 225 लाख रुपये का प्रावधान रखा गया है। कृषि मंत्री ने किसानों का आह्वान किया कि इस महत्वकांक्षी योजना को पूरा करने में सभी किसान अपना सकारात्मक सहयोग दें। इससे जहां फसलों की पैदावार बढ़ेगी, वहीं उत्पादों की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।
राजस्थान विष्वविद्यालय का 26 वॉं दीक्षान्त समारोह
- नकल से हासिल डिग्री जहरीली - कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह
जयपुर, 07 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। राज्यपाल एवं राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने नकल के माध्यम से हासिल की गई डिग्री को जहरीली और मिलावटी बताते हुए कहा की युवा पीढी को ऐसी उपाधियों से बचना होगा। उन्होंने कहा की जिस तरह जहरीले एवं मिलावटी खाद्य पद्वार्थ से लोग रोगग्रस्त हो जाते हैं, ठीक उसी प्रकार नकल से हासिल डिग्रियों से देष की भावी पीढ़ी बौद्विक विकलांगता का षिकार हो सकती है। राज्यपाल ने समाज और देष को दीमक की तरह चाटने वाली इस छद्म योग्यता पर गहरी चिन्ता व्यक्त की। कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्री कल्याण सिंह मंगलवार को राजस्थान विष्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित कन्वोकेषन सेन्टर का उद्घाटन करने के बाद आयोजित विष्वविद्यालय के 26 वें दीक्षान्त समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होने छात्र-छात्राओं को उपाधियां और स्वर्ण पदक प्रदान किये। समारोह में कनाड़ा, बैंगलूरू, दिल्ली, जबलपुर सहित विभिन्न स्थानों से आये छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। राज्यपाल ने कहा कि नकल एक अभिषाप है और युवा पीढी के साथ खिलवाड़ भी है। उन्होने कहा कि नकल से प्रमाण पत्र तो मिल जायेगा, लेकिन प्रतिभा का विकास संभव नहीं हो सकता। कुलाधिपति ने बताया की सभी विष्वविद्यालयों को नकल मुक्त परीक्षा कराने के आदेष दे दिये हैं। श्री सिंह ने छात्र-छात्राओं , अभिभावकों, अध्यापकों एवं नागरिकों का आव्हान किया कि वे नकल से संचित जहरीली डिग्री की समाज में संभाव्य विष बेल को उखाड़ फेंकने का आज संकल्प ले। श्री सिंह ने कहा कि युवा अपने जीवन का छोटा नहीं अपितु बड़ा लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए युवा नित साधनारत रहेंगे तो सफलता अवष्य ही उनके कदम चुमेंगी। उन्होने युवा पीढी से भारत के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने एवं समग्र समाज व राष्ट्र की आषाओं के अनुरूप आचरण करने की अपेक्षा की। राज्यपाल ने कहा कि षिक्षित व्यक्ति का ज्ञान उसके आचरण, व्यवहार और सोच में परिलक्षित होना जरूरी है, क्योंकि व्यक्तित्व एवं प्रतिभा का चहुंमुखी विकास ही षिक्षा की मूल भावना है। श्री सिंह का मानना था कि षिक्षित युुवाओं को समाजिक सरोकारों से जुडऩा और समाज व देष की अपेक्षाओं के अनुरूप खरा उतरना जरूरी है। राज्यपाल ने युवा पीढ़ी को पौरूष, पराक्रम एवं परिश्रम की पराकाष्ठा को सफल जीवन का मूल मन्त्र बताया और उसे अंगीकार करने के लिए भी कहा। राज्यपाल ने अतीत की षिक्षा प्रणाली का स्मरण करते हुए कहा कि भारत की नालन्दा, तक्षषिला जैसी उच्च षिक्षा की पीठों ने शताब्दियों तक विष्व पर प्रभाव का परचम स्थापित किया। श्री सिंह ने वर्तमान में बदलते परिदृष्य पर चिन्ता जाहिर करते हुए कहा कि मेधावी भारतीय विद्यार्थियों का विदेषी विष्वविद्यालयों में विवष होकर उच्च षिक्षा ग्रहण करने जाना एक विडम्बना ही है। उन्होने कहा कि हमें अपने विष्वविद्यालयों में अतीत का गौरव पुन: स्थापित करना होगा ताकि हमारा देष विष्व पटल पर अपना स्थान पुन: स्थापित कर सके। कुलाधिपति ने उच्च आदर्षो के सपनों के देष के निर्माण के लिए योग्य समर्पित परिश्रमी और निष्ठावान युवाओं की आवष्यकता जताते हुए कहा कि विष्वविद्यालयों को अपने पाठ्यक्रमों को अद्यतन करते रहना होगा और उनमें ज्ञान, विज्ञान एवं तकनीक के नये आयामों को भी सम्मिलित करना होगा। श्री सिंह ने कहा कि राजस्थान वीरों और वीरांगनाओं की पवित्र भूमि है। यहॉ के हर कण में बलिदान की गाथा है। राजस्थान के महापुरूषों ने संघर्ष, त्याग व बलिदान किया, लेकिन कभी भी झुकना स्वीकार नहीं किया। समारोह में उच्च षिक्षा मंत्री श्री कालीचरण सर्राफ ने कहा की राजस्थान विष्वविद्यालय का यह दीक्षान्त समारोह राज्यपाल श्री कल्याण सिंह की दृढ इच्छाषक्ति का परिचायक है। उन्होंने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे का लक्ष्य प्रदेष में शैक्षणिक वातावरण को उन्नयन करना है। श्री सर्राफ ने कहा कि सभी संभागों में विष्वविद्यालय खोल दिये गये हैं और वहा सामाजिक सरोकारों के भी अनेक कार्यक्रम संपादित कराये जाने के लिए कहा गया है। श्री सर्राफ ने विष्वविद्यालय के विकास के लिए प्रत्येक वर्ष अपने विधायक कोष से 10 लाख रूपये दिये जाने की घोषणा की। कार्यक्रम में षिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि विद्या भूषण है। उन्होंने कहा की विष्वविद्यालय की गरिमा व प्रतिष्ठा बनाये रखने की जिम्मेदारी सामूहिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेष की विद्यालय षिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन किये जा रहे हैं, जिनका प्रभाव राज्य की उच्च षिक्षा पर भी दिखाई देगा। श्री देवनानी ने सक्षम, षिक्षित, विकसित राजस्थान बनाने के लिए सभी को मिलजुल कर प्रयास करने के लिए कहा। कुलपति श्री हनुमान सिंह भाटी ने विष्वविद्यालय के 26 वें दीक्षान्त समारोह की विस्तार से जानकारी दी। आभार विष्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री केदार मल गुप्ता ने व्यक्त किया। प्रारम्भ में कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह को दीक्षान्त समारोह स्थल पर प्रोसेषन के साथ ले जाया गया। इस मौके पर प्रो. गोपाल कृष्ण शर्मा ने विष्वविद्यालय के न्यूज लेटर ग्लिम्पसेज की प्रथम प्रति राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह को भेंट की। समारोह में राजस्थान विष्वविद्यालय के सिन्डीकेट, सीनेट व शैक्षणिक परिषद केे सदस्य, संकाय अधिष्ठाता सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राऐं एवं उनके अभिभावक गण मौजूद थे।
80 हजार ये अधिक लोगों को होगा कंगेहण-ठम्बू पेयजल योजना का लाभ, पेयजल योजना की टैन्डरिंग प्रक्रिया जारी
धर्मशाला, 7 जुलाई (मोनिका शर्माे)। सुलह एवं जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र के लिये निर्मित की जा रही कंगेहण-ठम्बू पेयजल योजना के पूर्ण होने पर इन क्षेत्रों की 202 बस्तियों के 80 हजार से अधिक लोगों को स्वच्छ पेयजल का लाभ मिलेगा। यह जानकारी देते हुये अधिशाषी अभियंता, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मण्डल, थुरल श्री रोहित दूबे ने बताया कि इस योजना की तकनीकी स्वीकृति मुख्य अभियंता द्वारा मार्च, 2015 में प्रदान की गई है तथा इस योजना की टैन्डरिंग प्रक्रिया जारी है तथा इस वर्ष में 100 लाख रूपये का वित्तीय प्रावधान है। उन्होंने बताया कि हिमाचल सरकार द्वारा कंगेहण-ठम्बू पेयजल योजना की 3755.45 लाख रूपये की प्रशासनिक स्वीकृति जनवरी, 2015 में कर दी गई है। उन्होंने बताया कि उठाऊ योजना कंगेहण से ठम्बू की स्वीकृति राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम तथा नाबार्ड के अन्र्तगत प्रदान की गई है। इस पेयजल योजना के अन्र्तगत सुलह एवं जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्रों की 19 पेयजल योजनाओं के स्त्रोतों का सम्बर्धन किया जा रहा है। इससे पूर्व इन बस्तियों को पेयजल 19 विभिन्न पेयजल योजनाओं से उपलब्ध करवाया जाता था। इस पेयजल योजना का आकलन 70 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन एवं 10 लीटर प्रति विद्यार्थि प्रतिदिन के आधार पर आगामी जनसंख्या वर्ष 2033 तक 66684 व्यक्तियों व 14327 विद्यार्थियों के हिसाब से बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के लिये कुल पानी की आवश्यकता 49,52,630 लीटर प्रतिदिन है। इस योजना में कगेहण गांव के पास व्यास नदी के किनारे 6 कुंए बनाकर 5 व 6 हार्स पावन के 6 पम्पों द्वारा 150 मिलिमीटर व्यास की पाईपों द्वारा उठाकर 8,25,000 लीटर क्षमता के भण्डारण टैंक में डालने का प्रावधान है। इस जल भण्डारण टैंक मे इक_ा करके 14500 मीटर लम्बी पाईप द्वारा ठम्बू के मुख्य जल भण्डारण टैंक जोकि 32,92,500 लीटर क्षमता का होगा में डाला जायेगा। इस भण्डारण टैंक से 17 पेयजल योजनाओं को पानी उपलब्ध करवाया जायेगा जबकि 2 पेयजल योजनाओं के लिये पम्प द्वारा 82.38 मीटर की ऊंचाई तक उठाकर मुख्य जल भण्डारण टैंक भीखाशाह तक पहुंचाया जायेगा जहां से इन दो योजनाओं को पेयजल आपूर्ति की जायेगी।
कौल सिंह की सीडी निकालना प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में एक बड़ा षड्यंत्र
हमीरपुर, 7 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। प्रदेश के स्वास्थ्य एवं कानून मंत्री की सीडी निकालना प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में एक बड़ा षड्यंत्र है ताकि उनके राजनीतिक भविष्य को समाप्त किया जा सके। यह बात मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दीपक शर्मा ने हमीरपुर में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि कौल ङ्क्षसह ठाकुर आठवीं बार विधानसभा का चुनाव जीतकर जनता की सेवा कर रहे हैं और कांग्रेस सरकारों में कई बार मंत्री व अन्य पदों पर रहे हैं। उनके कांग्रेस में बढ़ते जनाधार को रोकने के लिए यह घटिया व शर्मनाक कदम उठाया गया है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र ङ्क्षसह को सीडी प्रकरण की पूरी जांच करवानी चाहिए और इसके पीछे कौन है, उसके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाना चाहिए। यह सीडी 2009 के समय में तैयार की गई थी और इसे चुनाव के दौरान कौल ठाकुर को हराने के लिए भी इस्तेमाल कर विरोधियों ने की थी लेकिन वह उस समय सफल नहीं हुए थे।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी व्यक्ति का टेलीफोन टेप करने की अनुमित कानून नहीं देता है। कौल ङ्क्षसह ठाकुर ने जिस अधिकारी का नाम इस सीडी के पीछे बताया है उसके खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तो कौल ठाकुर ने भाजपा को घेरने के लिए 62 मामले भाजपा के किए घपलों के उजागर किए थे और बेहतर विपक्ष की भूमिका भी अदा की थी। उस समय भी उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार में फोन टेप हो रहे हैं।
अब पांच विधानसभाओं में सक्रिय हुए कलाकार
धर्मशाला, 07 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। प्रदेश सरकार की गत अढ़ाई वर्ष की कार्य अवधि पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा चलाए जा रहे विशेष प्रचार अभियान के दूसरे चरण में जिला कंागड़ा की पांच विधानसभाओं धर्मशाला, शाहपुर, पालमपुर, नगरोटा तथा जसवां प्रागपुर में कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएगें। यह जानकारी जिला नाट्य निरिक्षक श्रीमती नसीम बाला ने देेते हुए बताया कि आज धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में कांगड़ा लोक कला मंच द्वारा फरसेट गंज तथा गमरू पंचायत में, शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में रजोल कला मंच द्वारा क्यारी तथा मंझियार में तथा जसवां प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र में नीतिका सुरसंगम कला मंच द्वारा कस्बा कोटला तथा रिड़ी पंचायत में कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग द्वारा अनुबंधित ये सांस्कृतिक कला मंच क्रमश: दिनांक 08 जुलाई को धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र की सिद्धपुर व जटेहड़, शाहपुर की भनाला व रेहलू तथा जसवां प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र की कुठेहड़ा व गोरालधार पंचायतों में कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। दिनांक 09 जुलाई को धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र की बरवाला व झियोल, शाहपुर की चड़ी व भटेछ तथा जसवां प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र की स्यूल व डाडासीबा पंचायतों में कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगेे। इसी विशेष प्रचार अभियान के तहत दिनांक 10 जुलाई को धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र की रक्कड़ व कस्बा-नरवाणा, शाहपुर की घरोह व सुधेड़ तथा जसवां प्रागपुर की जम्बल व बठरा पंचायतों में कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएगें। दिनांक 11 जुलाई को धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र की सुक्कड़ व ढगवार, शाहपुर की लजोत व बसनूर तथा जसवां प्रागपुर की शान्तला व नलसुआ पंचायतों में तथा 12 जुलाई को धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र की जदरांगल बडोई व टंग-उथड़ाग्रां, शाहपुर की डोहब व कुठार तथा जसवां प्रागपुर की कडोआ व वगली पंचायतों में कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इसी विशेष प्रचार अभियान के तहत दिनांक 13 जुलाई से विधानसभा क्षेत्र पालमपुर तथा नगरोटा में कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। दिनांक 13 जुलाई को विधानसभा क्षेत्र पालमपुर की घाड़ व पहाड़ा पंचायतों में तथा नगरोटा की धलूं व सेराथाना पंचायतों में, 14 जुलाई को विधानसभा क्षेत्र पालमपुर की आईमा व बंदला तथा नगरोटा की मलां व हटवास, 15 जुलाई को विधानसभा क्षेत्र पालमपुर की खलेट व घुग्घर तथा नगरोटा की रूमेहड़ व बलधर, 16 जुलाई को विधानसभा क्षेत्र पालमपुर की बिंद्रावन व मैंझा तथा नगरोटा की जसौर व रझियाणा, 17 जुलाई को विधानसभा क्षेत्र पालमपुर की बल्ला व नगरी तथा नगरोटा की मूमता व समलोटी तथा 18 जुलाई को विधानसभा क्षेत्र पालमपुर की जिया व चचियां पंचायतों में तथा नगरोटा की सरोत्री व सुन्नी पंचायतों में कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। सभी कार्यक्रम निश्चित दिनांक को सुबह 11 बजे व दोपहर 3 बजे प्रस्तुत किए जाएंगे।
जल-जनित रोगों से बचाव के लिये स्वच्छता आवश्यक: उपायुक्त
- जहां तक हो सके पानी को उबाल कर ही पीयें
धर्मशाला, 07 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। उपायुक्त श्री रितेश चौहान ने जिला वासियों से जल जनित रोगों के प्रति सचेत रहने का आग्रह करते हुये कहा कि साफ-सफाई पर खास ध्यान रखें ताकि बरसात के मौसम में किसी भी प्रकार की बीमारी से जूझना न पड़े। उपायुक्त ने कहा कि पेयजल के प्रदुषित होने से आन्त्रशोध, डायरिया, हैजा, पीलिया, टायफायड इत्यादि बीमारियों के फैलने की सम्भावना प्रबल हो जाती है। इससे बचाव के लिए आवश्यक है कि आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखा जाये। उन्होंने कहा कि जल-जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए संबंधित विभागों के अधिकारी तत्पर हैं। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी पेयजल योजनाओं तथा जल स्त्रोतों की सफाई व क्लोरीनिकरण एवं ब्लीचिंग पाऊडर डालने की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है ताकि मानसून मौसम के चलते प्रदुषित जल की सम्भावनाओं को कम करके जल जनित रोगों पर नियंत्रण रखा जा सके। उन्होंने कहा कि आन्त्रशोध, हैजा या संबंधित बीमारियों के लक्षणों के आभास होते ही रोगी को समीप के स्वास्थ्य संस्थान में स्वास्थ्य निरीक्षण अथवा उपचार के लिए ले जाना चाहिये। हैजा, डायरिया, पीलिया, टायफायड, आन्त्रशोध इत्यादि जल-जनित बीमारियों के उपचार के लिए जिला के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में जीवन रक्षक औषधियां उपलब्ध करवाई जाती हैं, ताकि इन रोगों के फैलने की सम्भावनाओं पर नियंत्रण रखा जा सके। उपायुक्त कांगड़ा ने जल जनित बीमारियों के नियंत्रण के लिए सभी वर्गों से आहवान किया कि वह पेयजल स्त्रोतों के समीप साफ सफाई रखें तथा बाजार में बिकने के लिए रखे खुले खाद्य पदार्थों का प्रयोग न करें। इसके अतिरिक्त होटल ढाबे व खाने-पीने की वस्तुओं को बेचने वाले दुकानदार वस्तुओं को स्वच्छ सुरक्षित व ढक कर रखें तथा आइसक्रीम व पेय पदार्थ, शरबत व नींबू पानी विक्रेता अपने उत्पादों को विषाणु रहित साफ व स्वच्छ पानी से निर्मित कर बेचें । उन्होंने बताया कि अधिकृत अधिकारी जिला में किसी भी दुकान, भवन अथवा बाजार में जाकर निरीक्षण कर सकते है। उन्होंने आम जनता से आग्रह किया कि जल जनित रोगों जैसे हैजा इत्यादि के होने पर तुरंत चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क करेंं तथा जहां तक हो सके पानी को उबाल कर ही पीयें।
रोजगार मेलों में पाया 27 हजार युवाओं ने रोजगार
धर्मशाला, 07 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। उद्योग लगाने के लिए केवल एक आवेदन पर सभी अनुमतियां 45 दिनों में प्रदान की जा रही है। अब तक 10.879 करोड़ रूपये की 197 परियोजनाएं स्वीकृत करके 20 हजार 400 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान किया गया है तथा रोजगार मेले आयोजित करके 27 हजार युवाओं को रोजगार प्रदान किए गए हैं। यह जानकारी सहायक लोक सम्पर्क अधिकारी गीत एवं नाट्य प्रभाग करनैल राणा ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे अढ़ाई वर्ष के कार्यों के विशेष प्रचार अभियान के अंतर्गत फरसेटगंज में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा वृद्धों, विधवाओं तथा शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की सामाजिक सुरक्षा पैंशन 450 रूपये से बढ़ाकर 600 रूपये प्रतिमाह तथा 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वृद्धों की पैंशन 1000 रूपये से बढ़ाकर 1100 रूपये प्रतिमाह कर दी गई है। कल्याण योजनाओं के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए वार्षिक आय सीमा 20 हजार रूपये से बढ़ाकर 35 हजार रूपये कर दी गई है। इस अवसर पर करनैल राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि कौशल विकास भत्ता योजना के तहत प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के कौशल विकास के लिए 500 करोड़ की योजना चलाई जा रही है। जिसके अंतर्गत 1000 रूपये प्रतिमाह भत्ता प्रदान किया जा रहा है। शारीरिक रूप से अक्षम युवाओं को 1500 रूपये प्रतिमाह भत्ता दिया जा रहा है तथा अब तक इस योजना के अंतर्गत 76 हजार 667 युवाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा सभी सरकारी स्कूलों व केन्द्रीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को परिवहन निगम की बसों में घर से स्कूल आने-जाने के लिए नि:शुल्क यात्रा सुविधा प्रदान की जा रही है। इस विशेष प्रचार अभियान के अंतर्गत कांगड़ा लोक कला मंच के कलाकारों ने धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के फरसेटगंज तथा गमरू, रजोल कला मंच के कलाकारों ने विधानसभा क्षेत्र शाहपुर की ग्राम पंचायत क्यारी व मझयार तथा नीतिका सुरसंगम कला मंच सिरमौर के कलाकारों ने विधानसभा क्षेत्र जसवां प्रागपुर की पंचायत कस्बा कोटला तथा रिड़ी में सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं पर आधारित लोकगीत, लोकनृत्य तथा लोकनाट्यों के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी दी जिससे जहां लोगों का भरपूर मनोरंजन हुआ वहीं लोगों को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं से रूबरू करवाया। इस अवसर पर फरसेटगंज वार्ड के पार्षद सुनील कुमार, गमरू की पार्षद विमला देवी, क्यारी पंचायत की प्रधान श्रीमती बाला देवी, पूर्व-प्रधान करतार सिंह, मझयार पंचायत के प्रधान कमल किशोर, कस्बा कोटला के प्रधान गणेशदत, तहसीलदार जसवां मनोज ठाकुर, रिड़ी पंचायत के उप-प्रधान शमशेर चंद के अतिरिक्त विभिन्न पंचायतों के वरिष्ठ नागरिक व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
नदी, नालों और खड्डों से दूर रहें: डीसी रोहन चंद ठाकुर
हमीरपुर, 7 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। मौसम विभाग द्वारा जारी जिला में भारी वर्षा होने के पूर्वानुमान के दृष्टिगत उपायुक्त, रोहन चंद ठाकुर ने आम जनता से आहवान किया है कि नदी तथा नालों और खड्डों के समीप न जाएं और बच्चों को भी इनसे दूरी बनाए रखने के लिये कहें। उन्होंने कहा है कि किसान अपने पशुओं को खड्डों के किनारे न बांधे और न ही उन्हें चरने के लिये खुला छोड़ें। उपायुक्त ने समस्त एसडीएम को भी निर्देश देते हुए कहा है कि वे अपने-अपने उप मण्डल में लोगों को नदी, नालों से दूरी बनाए रखने के लिये जागरूक करें ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके ।
भारी वर्षा से 4.94 लाख की सडक़ें प्रभावित
हमीरपुर, 7 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। जिला में गत दिन हुई भारी वर्षा के कारण लोक निर्माण विभाग की सडक़ों को क्षति पहुंचने से 4 लाख 94 हजार रूपये का नुकसान पहुंचा। यह जानकारी उपायुक्त रोहन चंद ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि वर्षा के कारण मण्डल हमीरपुर के तहत रंगस-जीहण सडक़ वाया बलडूहक और धनेटा-हमीरपर वाया रंगस सडक़ें प्रभावित हुई है।
जिला ऊना में 50 रूपये में मिलेगी फुल डाइट, 15 रूपये में परांठा-उपायुक्त
- दही 60 रूपये व पनीर 240 रूपये प्रति किलोग्राम, दूध का दाम 40 रूपये प्रति लीटर निर्धारित
ऊना, 07 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। जिला ऊना में 50 रूपये में फुल डाइट जिसमें चावल, चपाती, दाल, सब्जी व कडी शामिल है जबकि स्टफड परांठा आचार के साथ 15 रूपये में मिलेगा। इस संबंध में हिमाचल प्रदेश जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी निरोधक आदेश-1977 के तहत अधिसूचना जारी करते हुए उपायुक्त ऊना अभिषेक जैन ने बताया कि जिला में भेड व बकरी का मीट 280 रूपये जबकि शुअर का मीट व चिकन या ब्रायलर ड्रैसड का मूल्य 180 रूपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया गया है। इसके अतिरिक्त मच्छली प्रति किलोग्राम मत्स्य विभाग द्वारा निर्धारित दरों में मिलेगी। उन्होने बताया कि जिला में हाफ डाइट 30 रूपये, तवा चपाती का रेट 4 रूपये तथा तंदूरी चपाती का रेट 5 रूपये प्रति चपाती निर्धारित किया गया है। साथ ही स्पैशल सब्जी (जिसमें गोभी, आलू मटर, पालक, राजमाह, सफेद चना व भिंडी शामिल है) 40 रूपये, दाल मक्खनी या दाल फ्राई 30 रूपये, मीट कडी के साथ प्रति प्लेट 90, चिकन कडी के साथ प्रति प्लेट 70 रूपये में मिलेगी। अभिषेक जैन ने बताया कि जिला में चना भटूरा 30 रूपये, दूध प्रति लीटर 40, पनीर 240 रूपये तथा दही का मूल्य प्रति किलोग्राम 60 रूपये निर्धारित किया गया है। उन्होने जिला में विभिन्न खाद्यान पदार्थों के लिए निर्धारित की गई रेट लिस्ट की अधिसूचना जारी करते हुए सभी दुकानदारों, ढ़ाबा या होटल मालिकों को उपभोक्ता को कैश मैमो देने तथा इसकी एक डुप्लीकेट प्रति अपने पास रखने को भी कहा है ताकि निरीक्षण के दौरान इन्हे प्रस्तुत किया जा सके। इसके अतिरिक्त सभी ढ़ाबा, होटल या दुकान के मालिकों को प्रशासन द्वारा निर्धारित रेट लिस्ट को दुकान के भीतर हिन्दी में प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होने बताया कि यह अधिसूचना ऑफिसियल गजेट में प्रकाशित होने से एक महीना तक वैध रहेगी। जबकि यह दरें पर्यटन विभाग से पंजीकृत होटल व रेस्तरां में लागू नहीं होगी।
ऊना नगर में जलभराव को लेकर डीसी ने नगर परिषद अधिकारियों से ली फीडबैक
ऊना, 07 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। उपायुक्त अभिषेक जैन ने आज नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी से बरसात के कारण ऊना नगर के विभिन्न स्थानों में जलभराव की समस्या को लेकर नगर परिषद द्वारा किए जा रहे कार्यों की फीडबैक ली। बरसात में नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में जलभराव की समस्या सामने आती है जिससे लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पडता है। इस बारे उपायुक्त ने नगर परिषद को बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए शहर की नालियों की साफ सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए थे। इसी संदर्भ में आज उपायुक्त ने नगर परिषद के अधिकारियों से अबतक किए गए कार्यों की जानकारी हासिल की। इस दौरान मौजूद नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी संजय कुमार ने उपायुक्त को बताया कि नगर परिषद ने बार्ड नम्बर-3 गलुआ नाला, सब्जी मंडी, रामपुर रोड की नालियों की साफ सफाई कर ली है जबकि बचत भवन के समीप व गोविन्द नगर में यह कार्य नगर परिषद द्वारा करवाया जा रहा है। उन्होने बताया कि नगर के विभिन्न वार्डों में नालियों की साफ-सफाई के लिए बेलदारों और सफाई कर्मचारियों की एक टीम कार्य कर रही है तथा जहां जेसीबी मशीन द्वारा कार्य संभव नहीं हो पा रहा है वहां सफाई कर्मचारियों के माध्यम से यह कार्य करवाया जा रहा है। उपायुक्त ने नगर परिषद को झाडियां काटने तथा नालियों में कीटनाशक दवाईयों के छिडकाव करने के निर्देश भी दिए ताकि बरसाती मौसम के दौरान सांप इत्यादि को लोगों के घरों से दूर रखा जा सके।
किसानों को अब मोबाइल पर मिलेगी खेतीबाडी संबंधी जानकारी-डीसी
- आत्मा परियोजना की जिला गवर्निंग बोर्ड की बैठक में बोले अभिषेक जैन
ऊना, 07 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। उपायुक्त अभिषेक जैन के कहा कि जिला के किसानों को अब मोबाइल फोन के माध्यम से खेतीबाडी से जुडी तमाम जानकारी मुहैया करवाई जाएगी ताकि किसान घर बैठे नवीनतम तकनीकों से लाभान्वित हो सके। उपायुक्त आज आत्मा परियोजना के तहत गठित जिला गवर्निंग बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि आज किसानों को कृषि, बागवानी, पशुपालन, विभिन्न फसलों, मौसम संबंधित जानकारी, मार्केटिंग, मण्डियों के ताजा भाव सहित फसलों को लगने वाले विभिन्न रोगों की जानकारी एसएमएस के माध्यम से उनके मोबाइल फोन पर दी जाएगी ताकि किसान इनका सीधा लाभ उठा सकें। उन्होने कहा कि वर्तमान में जिला में लगभग 5 हजार से अधिक किसानों को यह सुविधा दी जा रही है तथा इस वर्ष के अंत तक 25 हजार किसानों को जोडने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होने कहा कि इसके लिए किसान फोन नम्बर-01975-223211 पर अपने मोबाइल नम्बर दर्ज करवा सकते हैं। इसके अतिरिक्त इस दिशा में विभाग द्वारा अलग से प्रयास करने के लिए विभागीय अधिकारियों की एक टीम भी गठित की जाएगी। उन्होने कहा कि आज भी हिमाचल प्रदेश सहित जिला ऊना में अधिकतर लोग कृषि व्यवसाय से जुडे हैं परन्तु समय के साथ-साथ लोगों का खेतीबाडी के प्रति रूझान कम हो रहा है। ऐसे में कृषि एक लाभदायक व्यवसाय बने इसके लिए विभाग को विशेष प्रयास करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि विभागीय अधिकारियों का कार्य महज सब्सिडी बांटना नहीं है बल्कि किसानों को नवीनतम तकनीकों बारे जानकारी मुहैया करवाना ताकि किसान अपनी खेतीबाडी से जुडी नवीनतम तकनीकों को जानकर अपनी पैदावार को बढ़ाने के साथ-साथ विभिन्न आधुनिक तकनीकि ज्ञान से लाभान्वित हो सकें। उपायुक्त ने कृषि विभाग के अधिकारियों को एक शिक्षाप्रद अनुदेशक की तरह कार्य करने का आहवान किया ताकि किसान आधुनिक व नवीनतम कृषि व बागवानी से जुडे ज्ञान से लाभान्वित हो सकें। उन्होने विभागीय अधिकारियों को कृषि के क्षेत्र में अपनाई जा रही नवीनतम तकनीकि ज्ञान तथा प्रगतिशील किसानों से जुडे सफलतम मॉडल को लोगों तक ले जाने पर बल दिया ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान लाभान्वित हो सकें। साथ ही उन्होने विभागीय अधिकारियों से प्रगतिशील किसानों तथा सामान्य खेतीबाडी करने वाले किसानों के बीच ज्यादा इंटरैक्शन पर भी बल दिया ताकि किसान अपनी नवीनतम जानकारियों का आदान प्रदान कर सकें। उन्होने बताया कि गत वर्ष के दौरान जिला में आत्मा परियोजना के तहत लगभग 63 लाख रूपये की राशि विभिन्न कार्यों पर खर्च की गई है।
बैठक में ये रहे मौजूद
उपनिदेशक कृषि विद्या सागर, प्रौजेक्ट डायरेक्टर आत्मा रविन्द्र सिंह जसरोटिया, उपनिदेशक पशुपालन डॉ0 रमेश चंद, सहायक निदेशक मत्स्य भूपेन्द्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी सुरेश कुमार शर्मा, जिला पंचायत अधिकारी हरवंश सिंह, कार्यक्रम समन्वयक केवीके डॉ0 एआर खान, जिला बागवानी अधिकारी हंसराज शर्मा, प्रभारी अनुसंधान केन्द्र अकरोट बीके शर्मा, एसएमएस अश्वनी दत्ता, राम स्वरूप, एडीओ संतोष शर्मा, सर्वजीत सिंह, भूपिका भाटिया, पियारो देवी, रमेश लाल, एचडीओ पूजा सैनी, संतोष, कुलदीप सिंह, अश्वनी कुमार, युनुस खान, सोमा देवी, ऋषि गर्ग उपस्थित थे।
पदोन्नतियों के लिए जताया डीसी का आभार
ऊना, 07 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। हिप्र अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, शहरी इकाई के प्रधान संजीव शर्मा, वरिष्ठ उप-प्रधान मधु शर्मा व महासचिव संजय शर्मा सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने उपायुक्त कार्यालय के कर्मचारियों की पदोन्नति पर उपायुक्त अभिषेक जैन का आभार व्यक्त किया है। संजीव शर्मा ने बताया कि उपायुक्त अभिषेक जैन की अध्यक्षता में आयोजित विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक में उपायुक्त कार्यालय के छ: कनिष्ठ सहायकों गिरधारी लाल, राज कुमारी, सुरजीत, रोशन लाल, संगीता शर्मा व सुदेश कुमारी को वरिष्ठ सहायक के पद पर पदोन्नत किया गया तथा एक प्रोसैस सर्वर सुभाष सिंह को जमादार के रिक्त पड़े पद पर पदोन्नति किया गया। जबकि तीन प्रोसैस कर्मचारियों विजय कुमारी, जमालद्दीन, व तेलू राम को भविष्य में खाली होने वाले पदों पर पदोन्नत करने के लिए पैनल में रखने की स्वीकृति प्रदान की गई है।
किसानों के खेत तक नवीनतम तकनीकि ज्ञान को पहुंचाएं अधिकारी-अभिषेक जैन
- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत गठित कमेटी की बैठक में बोले डीसी
ऊना, 07 जुलाई (विजयेन्दर शर्माे)। उपायुक्त अभिषेक जैन के कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी नवीनतम तकनीकि ज्ञान को किसानों के खेत तक पहुंचाएं ताकि किसान सीधे तौर पर लाभान्वित हो सकें। उपायुक्त आज राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत गठित जिला खाद्य सुरक्षा मिशन कार्यकारी कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होने विभागीय अधिकारियों को एनएफएसएम के तहत जिला में मक्का उत्पादन को बढाने, अधिक क्षेत्र को कृषि के तहत लाने तथा उत्पादकता बढाने के लिए बीज की गुणवत्ता पर बल दिया। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन का उदेश्य दालों, मक्का व अन्य मोटे अनाज के उत्पादन में चरणबद्ध तरीके से बढाना, खेत व भूमि की उत्पादकता को प्रत्येक किसान स्तर पर बढावा देना तथा किसानों की आर्थिकी को मजबूत कर उनके आत्मविश्वास को बढाना है। उन्होने बताया कि जिला में एनएफएसएम के तहत गत वित्तीय वर्ष के दौरान मक्का पर लगभग 78 लाख रूपये की राशि व्यय की गई है जिसमें कलस्टर डेमोस्ट्रेशन पर 30 लाख जबकि बीच आबंटन पर 40 लाख रूपये की राशि शामिल है। इसके अतिरिक्त दालों पर लगभग 3 लाख रूपये की राशि व्यय की गई है। जिला में मक्का उत्पादन को बढावा देने के लिए 36 कलस्टर कार्य कर रहें हैं। उपायुक्त ने वर्तमान कलस्टर संख्या को बढावा देने पर बल दिया। डीसी ने बताया कि चालू वित वर्ष के दौरान राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत 46 लाख रूपये की राशि व्यय की जाएगी।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में उपनिदेशक कृषि विद्या सागर, जिला कृषि अधिकारी सुरेश कुमार शर्मा, एसएमएस अश्वनी दत्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।