भारी बारिश से प्रदेश में जनजीवन अस्तव्यस्त
देहरादून,11जुलाई (निस)। प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मैदानी इलाकों में जहां जल भराव की समस्या बनी हुई है, वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में हाईवे विभिन्न स्थानों पर ध्वस्त हैं। सुरक्षा की दृष्टि से बदरीनाथ, केदारनाथ व गंगोत्री के यात्री विभिन्न स्थानों पर रुके हुए हैं। यमुनोत्री व हेमकुंड यात्रा जारी है। बीती रात से लगातार हो रही बारिश से रुद्रप्रयाग जिले के करीब 19 मोटर मार्ग मलबा आने से अवरुद्ध हो गए। गौरीकुंड हाईवे भी भैंसवाड़ा के पास अवरुद्ध है। साथ ही केदारनाथ पैदल मार्ग गौरीकुंड से एक किलोमीटर आगे चिरबासा में अवरुद्ध हो गया। इससे सुरक्षा के लिहाज से सुबह सोनप्रयाग से केदारनाथ यात्रियों का दल रवाना नहीं हुआ। वहीं यात्रा के विभिन्न पड़ावों गौरीकुंड में 22, लिनचैली में 33 यात्रियों को रोका हुआ है। वहीं केदारनाथ में रुके 133 यात्री मौसम खुलने और स्थिति सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं रुद्रप्रयाग के पहले बदरीनाथ हाईवे में सिरोबगड़ के पास भी भारी मलबा आने से बार-बार सड़क अवरुद्ध हो रही है। सौ यात्रियों का जत्था हेमकुंड रवाना चमोली में लगातार हो रही बारिश के चलते बदरीनाथ हाईवे जोशीमठ व बदरीनाथ के बीच बेनकुलि, लामबगड़, पागलनाला में मलवा आने से अवरुद्ध हो गया। कई तीर्थ यात्री इन स्थानों से पैदल ही आगे जा रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने यात्री वाहनों को पांडुकेश्वर व जोशीमठ में रोका हुआ है। वहीं, गैरसैण हाईवे भी भटोली के पास अवरुद्ध हो गया। जिलाधिकारी ने चमोली में बारिश के चलते पांचवी तक के सभी विद्यालय को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। गंगोत्री यात्रा बाधित उत्तरकाशी में लगातार बारिश के चलते लालढांग के पास गंगोत्री हाईवे अभी भी अवरुद्ध है। इससे विभिन्न पड़ावों में यात्री रुके हुए हैं। साथ ही हाईवे बंद होने से तीस से ज्यादा गांव अलग थलग पड़े हैं। भागीरथी गंगा व सहायक नदियां उफान पर हैं। टिहरी में बदरीनाथ हाईवे कीर्तिनगर के निकट मूल्यागांव में अवरुद्ध है। नरेंद्रनगर के पास बगडधार में गंगोत्री हाईवे को भी भारी वाहनों के लिए बंद किया हुआ है। साथ ही टिहरी जिले के 24 संपर्क मार्ग बंद हैं। सुबह टिहरी झील का जल स्तर 761 मीटर पर था। टिहरी में घनसाली-घुत्तू मार्ग पर पुश्ता ढहने से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। लगातार बारिश से सड़कों पर आ रहे मलबे के चलते पौड़ी जनपद के 12 संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं। रिखणीखाल ब्लॉक कार्यालय की चारदीवारी बारिश के दौरान ध्वस्त हो गई।
भारी बारिश से बढा गंगा का जल स्तर
पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने लगी है। ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा से 46 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। उप जिलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय और सीओ सीपी अंथवाल ने गंगा तटों का मुआयना कर बाढ़ सुरक्षा इंतजामों की जानकारी ली। गढ़वाल में पिछले 12 घंटे म 63.3 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। श्रीनगर में सबसे अधिक 195.6 मिमी, देवप्रयाग में 122.9 मिमी, देहरादून में 116.3 मिमी, मरोड़ा में 102.3 मिमी, टिहरी में 82.4 मिमी, रुद्रप्रयाग में 71.6 मिमी, हरिद्वार में 65.2 मिमी, उत्तरकाशी में 51.8 मिमी, जोशीमठ में 38.0 मिमी, कर्णप्रयाग में 38.6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। देहरादून, हरिद्वार, रुड़की में भी सुबह से बारिश हो रही है। शहर के विभन्न मोहल्लो के साथ ही सड़कों पर जलभराव की समस्या बनी हुई है। बुग्गवाला क्षेत्र की नदियां उफान पर हैं।
पीपीपी योजनाओं में लेटलतीफी गंभीर विषयः अनूप नौटियाल
- रायपुर और थत्यूड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में हड़ताल पर जताई चिंता
देहरादून,11जुलाई (निस)। प्रदेश के स्वास्थ्य हालातों पर चिंता जताते हुए इंडियन मीडिया सेंटर (आईएमसी)के अध्यक्ष एवं स्वास्थ्य विषयों के जानकार अनूप नौटियाल ने कहा है कि एक ओर तो सरकार की ओर से विकास के लिए नई-नई घोषणाएं की जा रहीं हैं वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य जैसे अहम मुद्दे को पीछे धकेला जा रहा है। उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की ओर से निजी जन सहभागिता (पीपीपी) आधारित योजनाएं पिछले करीब 7-8 साल से संचालित की जा रही हैं, लेकिन सिस्टम के लापरवाह रवैये के चलते और मूल्यांकन की घोर कमी के कारण ये वर्तमान तक योजनाएं पटरी पर नहीं लाई जा सकी हैं। अनूप ने कहा कि छह महीने तक वेतन न मिलने पर पीपीपी मोड पर देहरादून के रायपुर और टिहरी जिले के थत्यूड़ में चल रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के डाॅक्टरों व कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को होे रही परेशानी सरकार और स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान है। अनूप नौटियाल ने कहा कि पीपीपी योजनाओं के बजट के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की वार्षिक कार्ययोजना अभी तक तैयार नहीं हो सकी है। इस वित्तीय वर्ष के तीन माह निकल चुके हैं और देरी के कारण प्रदेश की स्वास्थ सेवा चरमरानी निश्चित है। इस देरी के दुष्परिणाम आने वाले दिनों में पीपीपी योजनाओं पर भी देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को छोड़कर अन्य सभी हिमालयी राज्यों की राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा की वार्षिक कार्ययोजना को मंजूरी मिल गई है। संविदा पर तैनात कई डाॅक्टर, फाॅर्मासिस्ट और अन्य स्टाॅफ को वेतन न मिलने पर उन्होंने गंभीर सवाल किए हैं। उन्होंने बीते महीनों में तेल और कर्मचारियों को वेतन न दिए जाने के कारण 108 आपातकालीन सेवा के थमने पर सरकार की किरकरी होने के प्रकरण का हवाला देते हुए कहा है कि एनएचएम और स्वास्थ्य सेवाओं की राह में आने वाली बाधाओं को बिना देरी किए दूर करना होगा। अनूप नौटियाल ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के परवान न चढ़ने की एक मुख्य वजह नौकरशाहों को बार-बार बदला जाना भी है। एनएचएम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2013 से अब तक ये योजनाएं पटरी से उतरी हुई हैं। एक जिम्मेदार अफसर किसी भी योजना को धरातल पर लाने के लिए कार्ययोजना बनाते हैं, लेकिन उसी दौरान उनका तबादला कर दिया जाता है। अनूप नौटियाल ने सरकार से किसी भी योजना की बारीकियों को समझने और और उन्हें अमल में लाए जाने के लिए अफसरों को निर्धारित समय दिए जाने की मांग भी की है।
किसानों की जमीनें हड़पने का लगाया आरोप
देहरादून,11जुलाई (निस)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने केन्द्र सरकार पर किसानों के हितों की उपेक्षा एवं सरमायेदारों के साथ मिलकर किसानों की जमीनें हड़पने का आरोप लगाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिन सरमायेदारों ने पिछले लोकसभा चुनाव में उनको प्रधानमंत्री बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उनके इशारे पर काम कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार प्रदेश के सीमान्त किसान, पर्वतीय क्षेत्र के किसानों जिनके पास नामात्र की जमीन है तथा मैदानी क्षेत्र के किसानों के हितों की उपेक्षा कर रही है। मोदी सरकार ने पूर्ववर्ती यू.पी.ए. सरकार द्वारा गन्ना किसानों के भुगतान के लिए स्वीकृत धनराशि भी राज्य सरकार को अब तक उपलब्ध नहीं करवाई गई है। जिन किसानों की पिछली फसल अतिवृष्टि तथा सूखे के कारण बर्बाद हो गई थी, उत्तराखण्ड राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से उन्हें राहत उपलब्ध करवाई है परन्तु केन्द्र सरकार मूक दर्शक बनी हुई है। श्री उपाध्याय ने राज्य सरकार से कहा है कि कांग्रेस का सदैव किसानों के साथ एक परिवार जैसा रिश्ता रहा है और राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के सभी किसानों की जिस तरह केे सेवा भाव से मदद की गई एक सराहनीय कदम है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत से आग्रह किया है कि यथाशीघ्र प्रदेश के गन्ना किसानों की समस्या का समाधान किया जाय तथा पूरे प्रदेश के किसानों के हितों की रक्षा के लिए सरकार यथाशीघ्र कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वित करें।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आनंद सिंह पंवार के निधन पर शोक जताया
देहरादून,11जुलाई (निस)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने टिहरी गढ़वाल के चन्द्रबदनी क्षेत्र के गांव जोग्याणा निवासी गांधीवादी नेता एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आनंद सिंह पंवार (अनोदर सिंह) के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। अपने शोक संदेश में श्री उपाध्याय ने कहा कि स्व० आनन्द सिंह पंवार जो क्षेत्र में अनोदर सिंह के नाम से प्रसिद्ध थे, उनके निधन से पूरे क्षेत्रवासियों में शोक की लहर है। स्व० पंवार कांग्रेस के वरिष्ठतम नेता थे, उन्होंने अपने जीवन पर्यन्त सिद्धांतों के साथ कभी समझौता नहीं किया, वे सदैव कांग्रेस के नौजवानों को आजादी का मूल्य समझाते हुए आजादी की जंग में कांग्रेस के सहयोग की कहानियां सुनाया करते थे। स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान उन्होंने गांधीजी का कंधे से कंधा मिला कर साथ दिया, उनके इस योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। स्व० आनन्द सिंह पंवार के निधन से हमने अपना संरक्षक खो दिया है। उनका आकस्मिक निधन केवल उनके परिवार के लिए ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र व कांग्रेस पार्टी के लिए भी अपूर्णीयक्षति है। श्री उपाध्याय ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा कांग्रेस परिवार इस दुःख की घड़ी में उनके साथ है, हम सभी कांग्रेसजनों की प्रार्थना है कि ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करें तथा उनके परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति देवें। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री शूरवीर सजवाण ने भी श्री पंवार के निधन पर गहरा शेाक प्रकट किया है।
प्रदेश कांग्रेस संगठन का विस्तार किया
देहरादून,11जुलाई (निस)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय द्वारा प्रदेश कांग्रेस संगठन का विस्तार करते हुए पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को संगठन में जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला पंचायत चमोली के उपाध्यक्ष लखपत सिंह बुटोला को प्रदेश कांग्रेस का प्रवक्ता मनोनीत किया गया है। इसी के साथ डाॅ० केदार पलडिया, नगर पलिका रूड़की के अध्यक्ष दिनेश कौशिक, बृजमोहन उपे्रती एवं राकेश राणा को प्रदेश सचिव तथा श्रवण रजौरिया, राजेन्द्र सुयाल एवं नीरज त्यागी को संगठन सचिव मनोनीत किया गया है। कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष श्री उपाध्याय ने संगठन की मजबूती एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को सम्मान देते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश अध्यक्ष द्वारा सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों से अपेक्षा की गई है कि अपने दायित्वों का भलीभांति निर्वहन करते हुए पार्टी संगठन को मजबूती प्रदान करते हुए राज्य सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों तथा केन्द्र की भाजपा सरकार की विफलताओं को जन-जन तक पहुंचाना सुनिश्चित करेंगे।
फरार आईटीबीपी जवान की तलाश में सर्च आपरेशन
देहरादून,11जुलाई (निस)। पर्यटन नगरी मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में शुक्रवार शाम हुए गोलीकांड में फरार आइटीबीपी जवान की तलाश में शनिवार की सुबह पांच बजे फिर सर्च आपरेशन शुरू कर दिया गया है। एलबीएसएए की सुरक्षा चैकी में तैनात भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आइटीबीपी) के जवान चंद्रशेखर निवासी मेरठ (यूपी) ने शुक्रवार देर शाम एक सब इंस्पेक्टर समेत चार साथियों पर एलएमजी से ताबड़तोड़ फायर झोंक दी थी। घटना में सब इंस्पेक्टर की मौत और एक जवान जख्मी हो गया था और दो अन्य बाल-बाल बचे थे। घायल का मैक्स अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना के बाद आरोपी जवान एलएमजी और सौ कारतूस लेकर जंगल की तरफ फरार हो गया था। आइटीबीपी व पुलिस ने उसकी तलाश में रात करीब एक बजे तक कांबिंग की। बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात अधिकारी ने जवान को डयूटी के वक्त मोबाइल से बात करने पर डांट दिया था। शनिवार की सुबह करीब पांच बजे पुलिस, आईटीबीपी और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने फरार जवान की तलाश में सर्च आपरेशन शुरू कर दी है। टीम मसूरी, कंपनी बाग़, धनोल्टी, टिहरी, चकराता, नैनबाग समेत आस-पास के क्षेत्र में कांबिंग की गयी।
गंगा संरक्षण के लिए दौड
देहरादून,11जुलाई (निस)। तीर्थनगरी ऋषिकेश में गंगा संरक्षण संदेश को लेकर ऋषिकेश पब्लिक स्कूल और ऋषिकेश प्रेस क्लब की और से दौड़ का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों ने बढ़चढ़कर भारीदारी निभाई। ऋषिकेश पब्लिक स्कूल से त्रिवेणी घाट तक आयोजित दौड़ के जरिये छात्रों ने लोगों से गंगा को प्रदूषणमुक्त रखने की अपील की। दौड़ में नगर व आसपास क्षेत्र के कई विद्यालयों के छात्र शामिल थे। उप जिलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय, पुलिस क्षेत्राधिकारी सीपी अंथवाल, कोतवाल अर्जुन सिंह रावत, आरपीएस के प्रधानाचार्य डीएस भंडारी भी दौड़ मे शामिल हुए।
विश्व बैंक मुख्यालय पर प्रेसीडेन्ट जिम यांग किम से मिले स्वामी चिदानन्द सरस्वती
- गंगा स्वच्छता को वल्र्ड बैंक से मिले सहयोग हेतु भारत की ओर से दिया साधुवाद
- जल, स्वच्छता व स्वास्थ्य के मुद्दों पर हुई कार्यशाला
ऋषिकेश,11जुलाई (निस)। ऋषिकेश के जाने-माने संन्यासी सन्त, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के संरक्षक एवं ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस के अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने अपने विदेश प्रवास के दौरान वाशिंगटन-डीसी स्थित विश्व बैंक मुख्यालय में पे्रेसीडेन्ट जिम यांग किम से मुलाकात की। उन्होंने भारत में गंगा स्वच्छता, स्वच्छ जल उपलब्धता, गाँवों व नगरों की स्वच्छता तथा स्वास्थ्य संरक्षण के विभिन्न मुद्दों पर वल्र्ड बैंक प्रमुख से चर्चा की। स्वामी ने भारत में गंगा की निर्मलता के लिए विश्व बैंक द्वारा दिए गए सहयोग के लिए जिम यांग किम के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने उन्हें तीर्थनगरी आने का निमन्त्रण भी दिया। परमार्थ प्रवक्ता राम महेश मिश्र ने यह जानकारी देते हुए बताया कि स्वामी चिदानन्द सरस्वती, जो इन दिनों विदेश प्रवास पर हैं, आज वाशिंगटन डीसी स्थित विश्व बैंक मुख्यालय पर प्रेसीडेन्ट जिम यांग किम से मिले। उन्होंने वाटर, सैनिटेशन एवं हाईजीन के क्षेत्र में भारत में किए जा रहे प्रयत्नों के बारे में विश्व बैंक प्रमुख को जानकारी दी। स्वामी ने गंगा की निर्मलता के लिए विश्व बैंक की ओर से भारत को दिए गए सहयोग हेतु विश्व बैंक प्रमुख को अपना साधुवाद कहा। उन्होंने विश्व बैंक प्रेसीडेन्ट को भारत से ले जायी गयी सूत एवं हरी इलायची से बनी माला पहनाकर हरीतिमा विस्तार का सन्देश दिया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने जिम यांग किम को ऋषिकेश पधारने का न्यौता भी दिया। श्री मिश्र ने बताया कि वल्र्ड बैंक में वाटर, सैनिटेशन एवं हाईजीन से जुड़े विभागों के अधिकारियों की टीम के साथ एक लघु-कार्यशाला भी इस मौके पर सम्पन्न हुई। धार्मिक संस्थाएं एवं टिकाऊ विकास विषय पर सम्पन्न कार्यशाला में भारत में प्रदूषित जल को स्वच्छ करने के विविध उपायों पर विशेष रूप से चर्चा हुई। देश के हर व्यक्ति को शुद्ध जल हेतु पानी की स्वच्छता, जैविक शौचालयों के विकास एवं उनके रखरखाव तथा स्वास्थ्य के विभिन्न मुद्दों पर भी उन्होंने बातचीत की, ताकि लोगों को अनावश्यक बीमारियों से बचाया जा सके। कार्यशाला में स्वामी ने हरित कुम्भ, हरित पर्वों, हरित त्योहारों, हरित संस्कारों की अवधारणा पर भी सुझाव दिए, जिससे विश्व बैंक अधिकारी खासे प्रभावित हुए। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने जल-जागरण से जन-जागरण की यात्रा में देश-विश्व के धर्मगुरुओं के सहयोग के बारे में भी विभिन्न सुझाव रखे। उन्होंने अधिकारियों को भारत आने, विशेष रूप से ऋषिकेश पधारने का निमन्त्रण दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार किया। वाशिंगटन से प्राप्त सूचना की जानकारी देते हुए राम महेश मिश्र ने बताया कि भारत सहित विश्व भर में गरीबी को दूर करने एवं टिकाऊ विकास हेतु आध्यात्मिक संस्थाओं और धर्मगुरुओं की भूमिका पर भी श्री स्वामी जी ने विश्व बैंक प्राधिकारियों से विचार-विमर्श किया। इस कार्य मंें उन्होंने भारत के धर्मगुरुआंें के सहयोग के विषय पर भी अपनी बात कही। आज की बैठक में परमार्थ निकेतन प्रतिनिधि एवं डिवाईन शक्ति फाउंडेशन की अध्यक्षा साध्वी भगवती सरस्वती, विश्व बैंक में फेस एनिशियेटिव एडम रुसेल टेलर, स्वास्थ्य प्रकोष्ठ में अफ्रीका एनिशियेटिव के प्रमुख खामा रोगो, लीडरशिप लर्निंग एवं इन्नोवेशन सेक्शन के वाईस प्रेसीडेन्ट संजय प्रधान, जल एवं स्वच्छता के वरिष्ठ विशेषज्ञ सोमा घोष मौलिक सहित विभिन्न पदाधिकारी मौजूद रहे।
थानाध्यक्ष और दो सिपाही लाईन हाजिर
भीमताल,11जुलाई (निस)। आंगनबाड़ी कार्यकत्री की हत्या के मामले में एसएसपी सैंथिल अबूदई ने एक थानाध्यक्ष और दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया है। गौरतलब है कि दो जुलाई को आंगनबाड़ी कार्यकत्री दीपा जोशी की हत्या कर दी गई थी। हत्या का खुलासा अभी तक नहीं हो सका है। इस घटना को लेकर क्षेत्र की जनता में खासा आक्रोश है। इसी के चलते आज एसएसपी सैंथिल अबूदई ने थानाध्यक्ष एनएन पंत का तबादला कर दिया गया है। साथ दो सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है। वहीं, चोरगलिया थानाध्यक्ष केसी पांडे को भीमताल का एसओ बनाया गया है।
शौर्य दिवस के रूप में मनेगा कारगिल दिवस
रुद्रप्रयाग,11जुलाई (निस)। 26 जुलाई को जिले में आयोजित होने वाले कारगिल दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर 6 कुमाऊं रेजीमेंट रुद्रप्रयाग के परिसर में मुख्य समारोह आयोजित कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। साथ ही सेना के जवान गार्ड आफ ऑनर भी देंगे। कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में सीडीओ एचबी थपलियाल ने शौर्य दिवस के अवसर पर कार्यक्रमों की सफलता के लिए सभी सरकारी विभागों, शैक्षिक संस्थाओं एवं जिला सैनिक कल्याण विभागों की सहभागिता पर जोर दिया। निर्णय लिया गया कि शहीदों के आश्रितों को सम्मानित भी किया जाएगा। इसके लिए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। 26 जुलाई को सुबह विद्यालयों के छात्रों की प्रभातफेरी निकालने को लेकर सीईओ को निर्देश दिए गए। यातायात व्यवस्था के लिए एआरटीओ व पुलिस विभाग को कहा गया है। विभिन्न विद्यालयों में प्रतियोगिताएं आयोजित कराने के साथ ही प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को पुरस्कृत करने का निर्णय भी लिया गया। कहा राज्य सरकार की ओर से पूर्व सैनिकों के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने को स्टाल लगाने के निर्देश सैनिक कल्याण अधिकारी को दिए। शौर्य दिवस पर विद्युत व्यवस्था, सफाई व्यवस्था व वृक्षारोपण को पेड़ों के लिए संबंधित विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। इस अवसर पर 6 कुमाऊ रेजीमेंट के ले. कर्नल जगदीश, एडीएम राहुल गोयल, सीएमओ डॉ. आरपी बडोनी, एसडीएम जखोली देवमूर्ति यादव, ऊखीमठ यूएस चैहान, सीडीओ सुनील कुमार, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले. कर्नल पीएस राणा आदि मौजूद थे।
आयुर्वेद को बढ़ावा देने के दावे हवाई साबित
नई टिहरी,11जुलाई (निस)। आयुर्वेद को बढ़ावा देने के दावे हवाई साबित हो रहे हैं। यह तब है जबकि लोग आयुर्वेद की ओर जीवन में शामिल कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही जिला अस्पताल बौराड़ी में खोली गए पंचकर्म यूनिट को देखकर लगता है। दवाओं के अभाव में यह यूनिट चार माह से बंद पड़ी है। आयुर्वेदिक दवाओं के लिए दूर-दराज क्षेत्र से मरीज लगातार अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं। लोग भी आयुर्वेद पर भरोसा करने लगे हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2014-15 में 15824 मरीज आयुर्वेदिक इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे हैं। वहीं अस्पताल में मार्च से आयुर्वेदिक औषधि का टोटा बना हुआ है। इसके चलते मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई मरीज ऐसे हैं जिनका काफी समय से आयुर्वेदिक इलाज चल रह है लेकिन अस्पताल में औषधि न होने के कारण उन्हें इसके लिए ऋषिकेश व देहरादून के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। जो काफी महंगा साबित हो रहा है। औषधि न होने के कारण डॉक्टर भी खाली बैठे हैं। औषधि के अभाव में अस्पताल का पंचकर्म यूनिट भी बंद पड़ी है। आयुर्वेद के मरीजों को समय पर दवाइयां न मिलने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व अर्धसैनिकों को भी वही सुविधाएं देगी जो कि पूर्व सैनिकों मिलती हैः मुख्यमंत्री
देहरादून,11जुलाई (निस)। राज्य सरकार पूर्व अर्धसैनिकों को भी वही सुविधाएं देगी जो कि पूर्व सैनिकों को दी जा रही है। देश की रक्षा में अर्धसैनिकों की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण भूमिका है, जितनी कि सैनिकों की होती है। पुराने रेंजर कालेज में पूर्व अर्धसैनिक बल सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उŸाराखण्ड सैन्य परम्परा का राज्य है। देश के लिए बलिदान देने में हमारे सैनिक व अर्धसैनिक आगे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की सरहदों से लेकर कश्मीर व छŸाीसगढ़ तक हमारे वीर अर्धसैनिक अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी दक्षता से करते हैं। हमने इस कर्तव्यनिष्ठा का सम्मान करते हुए अर्धसैनिकों के लिए अलग से निदेशालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। अर्धसैनिक कल्याण परिषद का भी गठन किया गया है ताकि अर्धसैनिकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए शासन से समन्वय हो सके। राज्य सरकार धीरे धीरे अर्धसैनिकों को दी जानेवाली सुविधाओं के लेवल को वहां तक ले जाएगी जितनी कि सैनिकों को दी जाती हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि तरक्की व भौतिकता की दौड़ में हम अपने बुजुर्गों को भूलते जा रहे हैं। राज्य सरकार ने बुजुर्गों के सम्मान को प्राथमिकता देते हुए वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद का गठन किया है। ‘मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ’ योजना प्रारम्भ की गई है। हम सीनियर सिटीजन पार्क भी विकसित कर रहे हैं। इस अवसर पर अर्धसैनिक कल्याण परिषद के अध्यक्ष बलराम सिंह नेगी, एसएस कोटियाल, डीएस फर्सवाण, एसएस भण्डारी सहित बड़ी संख्या में पूर्व अर्धसैनिक उपस्थित थे।
‘हिटो पहाड़’ मुहिम राज्य के अप्रवासियों राज्य की मिट्टी से जोड़ने की मुहिमः हरीश रावत
देहरादून,11जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत से बीजापुर अतिथि गृह में अभिव्यक्ति संस्था के प्रतिनिधियों ने भेंट की। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था अप्रवासी उत्तराखंडवासियों को अपने प्रदेश और अपनी माटी से जोड़ने के लिए ‘हिटो पहाड़’ मुहिम शुरू कर रही है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि संस्था द्वारा यह एक बेहतर प्रयास किया जा रहा है। राज्य सरकार भी अप्रवासी उत्तराखण्डवासियों को प्रदेश के विकास में सहभागी बनाना चाहती है। इसके लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है। संस्था द्वारा मुख्यमंत्री को एक कार्ययोजना भी भेंट की गई, जिसमें अप्रवासी उत्तराखण्डवासियों के संबंध में सुझाव भी दिये गये है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि संस्था द्वारा तैयार की गई कार्ययोजना अप्रवासी उत्तराखण्डवासियों को फिर से अपनी माटी से जोड़ने के लिए कारगर साबित होगी। इस अवसर पर अभिव्यक्ति संस्था के प्रतिनिधि पकंज भार्गव ने बताया कि संस्था द्वारा ‘हिटो पहाड़’ मुहिम शुरू की गई है। जिसका मकसद प्रदेश के बाहर रह रहे उत्तराखण्डवासियों को प्रदेश के विकास से जोड़ा जा सके। इस अवसर पर संरक्षक राजेन्द्र जोशी, संस्था की सचिव चन्द्रकला काला, शालिनी जोशी, वीरेश भट्ट, पंकज भार्गव आदि मौजूद रहे।
रोजेदार की दुआ दूसरों की भलाई के लिए होती हैः हरीश रावत
रुड़की11जुलाई (निस)। प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि रोजा सिर्फ इस दृष्टि से महत्वपूर्ण नही है कि इंसान इसमें भूखा प्यासा रहकर अल्लाह की इबादत करता है बल्कि यह इस दृष्टि से और ज्यादा महत्वपूर्ण है कि इसमें इंसान अल्लाह के बताये मार्ग पर चलने के प्रति और ज्यादा मजबूती से अपने व्यक्तित्व को ढालता है। साथ ही उसकी दुआ अपने लिये नही बल्कि दूसरों की भलाई के लिए होती है। ऐसा संकल्प हर कोई कर लें तो वास्तव में यह दुनिया जन्नत बन जायेगी। पूर्व दर्जाधारी राज्यमंत्री एड. मनोहर लाल शर्मा व उनके सुपुत्र एड. ममतेश शर्मा के संयोजन में आज यहां बीएसएम इन्टर काॅलेज में आयोजित रोजा इफ्तारी में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उक्त विचार व्यक्त करते हुए कहा कि रोजे को केवल इस दृष्टि से नही देखा जाना चाहिए कि यह सिर्फ मुस्लिम वर्ग की एक त्यौहार से जुड़ी धार्मिक रस्म अदायगी है, बल्कि यह इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है कि रोजेदार भूखे-प्यासे रहकर अल्लाह-ताला की इबादत तो करते ही है साथ ही वह पूरे देश व दुनिया के लिए दुआए मांगते है। इसके साथ ही बुरी आदतों के त्याग के संकल्प को मजबूत करने का अवसर भी रमजान माह प्रदान करता है। मुख्यमंत्री की धर्म पत्नि एवं हरिद्वार लोकसभा से विगत चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रही रेणुका रावत ने कहा कि जिस प्रकार रोजेदारों की इबादत को हर किसी को सलाम करना चाहिए वही माहे रमजान में रोजे इफ्तारी जैसे आयोजन कराने वालो को भी कुदरत का एक अलग ही सवाब मिलता है फिर चाहे धार्मिक रुप से आप किसी भी धर्म को मानते हो। इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि जिस प्रकार रुड़की में मनोहर लाल शर्मा व उन जैसे कुछ अन्य चुनिंदा लोग प्रतिवर्ष पूरे मनोयोग से रोजा इफ्तार कराते है वह भी अपने आप में एक सराहनीय बात है क्योंकि इस प्रकार के आयोजन समाज में भाईचारे की भावना को भी मजबूत करते है। पूर्व राज्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष मनोहरलाल शर्मा ने कहा कि रोजा हमें सब्र करने और आपस में मिल जुल कर रहने की सीख देता है। रोजे रखने से इन्सान का मानसिक एवं शारीरिक विकास भी होता है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं पिछडा वर्ग कल्याण परिषद अध्यक्ष चै. राजेन्द्र सिंह ने कहा कि रोजे का मकसद एक अच्छा इन्सान बनना तथा स्वस्थ समाज की स्थापना करना है। ममतेश शर्मा ने कहा कि रोजा असमानता की दीवार तोड़कर समानता का सबक सिखाता है। इस अवसर पर डा. इस्लाम कासमी, ईश्वर लाल शास्त्री, नगराध्यक्ष कलीम खान, रजनीश शर्मा यासीर अराफात, प्रदेश सचिव सुभाष सरीन, गय्यूर प्रधान, काजी निजामुद्दीन, मंगलौर पालिका चेयरमैन इस्लाम चैधरी, संसदीय सचिव फुरकान अहमद, मेयर यशपाल राणा, सलीम खान, फखरे आलम, हज कमेटी चेयरमैन हाजी राव शेर मौहम्मद, सुधीर शांडिल्य, दिनेष कौशिक, अली हैदर जैदी, राज्य मंत्री राव फरमूद, प्रवेज मलिक, हाजी नौशाद, हरपाल साथी, रामसिंह सैनी, रश्मि चैधरी, प्रमोद जौहर, सुबोधराकेश, विकास त्यागी, पार्षद राजेष गर्ग आदि अनेक कांग्रेसी मौजूद रहे। कार्यक्रम में हजारो की तादाद में मुस्लिम वर्ग के लोगों ने रोजा इफ्तारी की।
मुख्यमंत्री ने किया गंगहर पर सस्पंेश्न पुल का शिलान्यास
रुड़की11जुलाई (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि उनकी सरकार पूरे उत्तराखंड समेत हरिद्वार जनपद एवं विशेष रुप से कई विशिष्ट संस्थानों के कारण अन्तर्राष्ट्रीय मानचित्र पर विशेष पहचान रखने वाले रुड़की नगर के विकास के लिए भी गम्भीर है। रुड़की में जहां अभी तक प्रदेश सरकार ने एआरटीओ दफ्तर के साथ ही कई अन्य सुविधाए उपलब्ध कराई है वही अब गंगनहर पर बनने वाला पुल रुड़की की जनता को मिल रही सुविधाओं में एक नई उपलब्धि के रुप में दर्ज हो जायेगा। आज यहां गंगनहर पर लगभग छः करोड़ की लागत से बनने वाले सस्पेंशन पुल के शिलान्यास अवसर पर राज्य के मुखिया हरीश रावत ने कहा कि पूरे राज्य के परिपेक्ष्य मे बात की जाये तो अनेक बडी आपदाओं का सामना करते हुए भी जहां पर्वतीय क्षेत्र में सरकार सड़कों की स्थिति सुधारने के साथ ही चार धाम यात्रा को सुचारु करने में सफल रही है वही मैदानी क्षेत्र के विकास पर भी सरकार गम्भीरता से ध्यान दे रही है। सरकार इस तथ्य से पूरी तरह अवगत है कि रुड़की व रुद्रपुर आदि उत्तराखंड के प्रवेश द्वार है, ऐसे में इन क्षेत्रों की अच्छी हालत से प्रदेश में आने वाले बाहरी लोगों पर पूरे प्रदेश का संदेश जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए इन क्षेत्रों में गम्भीरता के साथ विकास कार्य कराये जा रहे है। रुड़की नगर में नगर निगम की ओर से सड़कों का काम कराया जा रहा है तो साथ ही एडीबी की ओर से सीवरेज की लाईन शहर में डाली जा रही है। आने वाले समय में इन सुविधाओं का लाभ जहां यहां की जनता को मिलने लगेगा, वही अब गंगनहर पर यह जो पुल बनेगा वह भी एक बडी नागरिक सुविधा के रुप में लोगों के काम आयेगा। इस अवसर पर रुड़की विधायक प्रदीप बतरा ने नगर के विकास के लिए कई अन्य योजनाआंे की स्वीकृति देने की मांग उठाने के साथ ही अन्य विकास कार्यो के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने पुल निर्माण के लिए गंगनहर किनारे पत्थर रखकर कार्य का शिलान्यास किया। इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं दर्जाधारी चैधरी राजेन्द्र सिंह, नरेश प्रिंस, पार्षद विकास त्यागी, रश्मि चैधरी, अशोक चैधरी, दिलशाद खान, संजय पालीवाल, भरत कपूर, नवीन गुलाटी, युनूस, लालू, कमल चावला, मयंक मेंहदीरत्ता, सुबोध, गगन आहुजा के साथ ही बडी संख्या में कांग्रेस के लोग व पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
फ्लाई ओवर निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार कर रही राज्य सरकारः जुगरान
देहरादून11जुलाई (निस)। भाजपा नेता और पूर्व दाययित्वधारी रविंद्र जुगरान ने आरोप लगाया है कि पिछले ढाई सालों में राज्य की कांग्रेस सरकार देहरादून के चार फ्लाई ओवर बनाने में भारी भ्रष्टाचार और करोड़ों रुपये की बंदरबांट में लिप्त रही है। यहां एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री जुगरान ने कहा कि सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत एकत्रित सूचना के अनुसार इस गैरकानूनी निर्माण से यहां से गुजरने वाले लाखों नागरिकों को प्रतिदिन भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके लिये राज्य सरकार सीधे जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1956 के प्राविधानों के अनुसार किसी भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर रखरखाव एवं विकास केंद्र सरकार की स्वीकृति, अनुमति एवं अनुमोदन के बिना नहीं किया जा सकता है। इसके लिये राज्य सरकार को केंद्र सरकार से स्वीकृति, अनुमति या अनुमोदन अथवा करार करना आवश्यक और बाध्यकारी होता है। भारत सरकार ने छह जनवरी 1999 को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 72 घोषित किया, जो नाहन, पौंटा साहिब, देहरादून, ऋषिकेश व हरिद्वार से होकर गुजरता है। अध्निियम के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग के रखरखाव और विकास के लिये केंद्र सरकार किसी को भी शक्तियां प्रत्यार्पण नहीं कर सकती। श्री जुगरान ने बताया कि यह सब होते हुए भी उत्तराखंड सरकार ने 24 दिसंबर 2012 के शासनादेश संख्या 656 से बिना किसी निविदा प्रक्रिया के ही इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट इंडिया कंपनी को कार्यदायी संस्था नामित कर दिया। इसी तरह बल्ली वाला पर फ्लाई ओवर निर्माण को एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। 14 फरवरी 2013 के शासनादेश में बल्लीवाला में चार लेन का फ्लाई ओवर बनाने का आदेश दिया गया और सात करोड़ धनराशि स्वीकृत की गई। जिन चार फ्लाई ओवर निर्माण को एमओयू हस्ताक्षरित हुआ उसमें बल्लीवाला के अलावा जोगीवाला, आईएसबीटी और बल्लूपुर में फ्लाई ओवर बनने हैं। लेकिन सूचना के अधिकार अधिनियम में प्राप्त सूचना के अनुसार भारत सरकार के लोक सूचना अधिकारी ने बताया है कि सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 72 पर बल्लीवाला,जोगीवाला, आईएसबीटी और बल्लूपुर में फ्लाई ओवर बनाने को किसी भी कंपनी को निर्माण न सौंपा गया है और न ही इसके लिये भूमि अधिग्रहण को कोई गजट नोटिफिकेशन किया गया है। उनके अनुसार निर्माण प्रारंभ होने के दो वर्ष बाद गढ़वाल मंडलायुक्त ने भूमि अधिग्रहण को प्रभावितों की बैठक आहुत की, जो किसी मजाक से कम नहीं है, जबकि निर्माण कंपनी को दो वर्ष पहले ही मोटी धनराशि दी जा चुकी है।