बारिश के कारण फिर रूकी केदारनाथ की यात्रा, केदारनाथ से वापस जाने को तैयार नहीं थे यात्री
- बद्रीनाथ हाईवे सिरोहबगड़ में मलबा आने के कारण घंटों तक रहा बंद
देहरादून,12 जुलाई । खराब मौसम के चलते एक बार फिर से केदारनाथ की यात्रा प्रभावित हो गई है। रविवार को एक भी यात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए रवाना नहीं हुआ। एसडीआरएफ, निम और पुलिस के जवान पैदल मार्ग से यात्रियों को सुरक्षित पड़ावों पर पहुंचाने में जुटे हुए हैं। वहीं चीरबासा में पहाड़ी से रूक-रूककर भूस्खलन हो रहा है।वहीं सुरक्षा के लिहाज से केदारनाथ दर्शन करने जा रहे यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया है, भारी बारिश के चलते केदारनाथ की यात्रा पर ब्रेक लगने लगा है। पिछले एक सप्ताह से यात्रा पर सबसे बुरा असर पड़ा है। बीच-बीच में यात्रा तो चली, लेकिन यात्रियों को सुरक्षित तरीके से सोनप्रयाग पहुंचाना चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। शनिवार को केदारनाथ मंदिर में कुल 107 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए। भारी बारिश के चलते एसडीआरएफ, निम और पुलिस की मदद से यात्रियों को पैदल मार्ग से नीचे लाया गया। समाचार लिखे जाने तक 62 तीर्थयात्री सोनप्रयाग पहुंच गए थे। जबकि 69 यात्रियों को सोनप्रयाग से गौरीकुंड लाया जा रहा है। रास्ते में विभिन्न स्थानों से भी यात्रियों को गौरीकुंड लाने का काम जारी है। केदारनाथ में एसआई बिपिन पाठक ने तीन अलग-अलग टीमें बनाकर यात्रियों को केदारनाथ से लिनचैली पहुंचाया। जबकि यात्री केदारनाथ से वापस जाने के लिए तैयार नहीं थे। यात्रियों का यहां तक कहना था कि जो होगा देखा जाएगा। उन्हें बाबा पर पूरा भरोसा है। पुलिस टीम में शामिल कांस्टेबल कुंवर सिंह, संदीप राणा, दिगंबर सिंह, निरंजन बड़थ्वाल, केदार सिंह, संजय ंिसह और वीरेन्द्र सिंह ने यात्रियों को सहारा देते हुए लिनचैली पहुंचाया। यहां से एसडीआरएफ की टीम यात्रियों के साथ नीचे के लिए उतरी। समूची केदारघाटी में देर रात से ही बारिश हो रही है। लगातार बारिश के कारण काफी दिक्कतें हो रही हैं। बारिश के मद्देनजर प्रशासन ने यात्रा पर रोक लगा दी है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर छौड़ी, जंगलचट्टी और चीरबासा में पत्थरों के गिरने का भय बना हुआ है। किसी भी समय यहां पर पहाड़ी से पत्थर गिर जाते हैं। यात्रा प्रभावित होने से केदारनाथ मंदिर में सन्नाटा सा पसरा हुआ है। यहां सिर्फ कर्मचारी मौजूद हैं।
चन्द्रापुरी में अज्ञात शव मिला
चन्द्रापुरी में मंदाकिनी नदी में एक अज्ञात शव मिला है। यह शव काफी दिन पुराना बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक चन्द्रापुरी में ट्राॅली के ठीक नीचे मंदाकिनी नदी में एक शव दिखाई दिया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा भरा और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव काफी दिन पुराना लग रहा है। यह शव किसी आदमी का है।
तीर्थ यात्रियों के साथ ही आम जनता ने झेली भारी परेशानियां, रुद्रप्रयाग एवं चमोली जिले में नहीं हो पाई आवश्यक सामग्री की आपूर्ति
बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोहबगड़ स्लाइड जोन एक बार फिर सक्रिय हो गया है। सिरोहबगड़ में भारी मात्रा में मलबा आने के कारण शनिवार प्रात: पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप रही है। जिस कारण राजमार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दरअसल, बद्रीनाथ हाईवे पर सिरोहबगड़ में शुक्रवार देर रात भारी मात्रा में मलबा आ गया और वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। हालांकि लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड की जेसीबी मशीनें हाईवे को खोलने में लगी थी, लेकिन शनिवार दोपहर बारह बजे तक ही हाईवे पर आया मलबा साफ हो पाया। सिरोबगड़ की पहाड़ी से बार-बार भूस्खलन हो रहा है। जिस कारण यहां पर आवाजाही करना किसी खतरे से खाली नहीं है। जेसीबी चालक भी जान जोखिम में डालकर हाईवे पर आये मलबे को साफ कर रहे हैं। पहाड़ी से लगातार हो रहा भूस्खलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिस कारण दिक्कतें ओर अधिक बढ़ गई हैं। शनिवार को बद्रीनाथ हाईवे सिरोहबगड़ में लगभग सात घंटें से अधिक समय तक बंद रहने के कारण केदारनाथ, बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने-जाने वालों श्रद्धालुओं के साथ ही चमोली एवं रुद्रप्रयाग जिले की जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हाईवे बंद होने के कारण रुद्रप्रयाग एवं चमोली जिले में शनिवार को आवश्यक वस्तुओं की भी आपूर्ति नहीं हो पाई। वहीं दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक बरीन्द्र जीत सिंह ने सिरोहबगड़ पहुंचकर बद्रीनाथ हाईवे की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि हाईवे बंद होने की सूचना रात को ही दे दी गई थी। साथ ही खांखरा, नरकोटा, जवाड़ी बाईपास आदि स्थानों पर यात्रियों एवं स्थानीय लोगों को रोका जा रहा है। विभिन्न स्थानों पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं चारधाम यात्रा मार्गों पर सर्वाधिक दिक्कत आ रही, जिसका असर यात्रा पर भी पड़ा। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री राजमार्ग सुबह से जगह-जगह बाधित और खुलते रहे। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन केदारनाथ दर्शन करने जा रहे यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका हुआ है। वहीं, केदारनाथ, लिनचोली, गौरीकुंड और भीमबली में फंसे 99 यात्रियों को निकाला जा रहा है। ऋषिकेश में चीला में अभी भी विद्युत उत्पादन ठप है। उधर, कुमाऊं में जमकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आज भी राज्य में बारिश का सिलसिला बना रहेगा।
फरार आईटीबीपी का जवान चंढ़ीगढ़ से गिरफ्तार
देहरादून,12 जुलाई (निस)। देश की प्रतिष्ठित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी की सुरक्षा में तैनात भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के सब इंसपेक्टर (गारद कमांडर) पर गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारने के आरोपी जवान को चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चंडीगढ़ पुलिस ने एक युवती को भगाने के आरोप में उसे पकड़ा, लेकिन पूछताछ के बाद वह मसूरी गोलीकांड का आरोपी निकला। आरोपी को लाने देहरादून पुलिस चंडीगढ़ रवाना हो गई है। पुलिस कप्तान ने इसकी पुष्टि कर दी है। शुक्रवार शाम करीब छह बजे आइटीबीपी जवान चंद्रशेखर ने एलबीएसएए की सुरक्षा चैकी पर तैनात गारद कमांडर सुरेंद्र लाल पर एलएमजी से गोलियां बरसा कर मौत घाट उतार दिया था। बचाव में आया एक जवान अख्तर भी गोली लगने से घायल हो गया था, जबकि दो जवान बाल-बाल बचे। वारदात के बाद से हमलावर जवान एलएमजी और कारतूस लेकर फरार हो गया था। आइटीबीपी और पुलिस की 12 टीमें शुक्रवार शाम से ही आरोपी की तलाश में जुटी थी। करीब 36 घंटे बाद आरोपी जवान को चंडीगढ़ सेक्टर 36 थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर दिया है। चंडीगढ़ के सेक्टर-36 थाना प्रभारी(एसएचओ) इंस्पेक्टर रामदयाल ने बताया की आरोपी चंद्रशेखर ने आत्मसमर्पण नहीं किया, बल्कि उसे गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी की आरोपी किसी लड़की को भगा कर लाया है। जिसके चलते थाना-36 पुलिस ने उसे फ्रेग्रेन्स गार्डन (पार्क) से गिरफ्तार किया। जिस दौरान पुलिस को पूछताछ के दौरान पता लगा की आरोपी देहरादून-मसूरी गोलीकांड का आरोपी है। उसे गिरफ्तार करने के लिए दून पुलिस चंडीगढ़ पहंुच गयी है।
एडीजी ने डाॅग स्कवाड के श्वान को प्रशिक्षण के लिए किया रवाना
देहरादून,12 जुलाई (निस)। पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू ने विगत कुछ माह पूर्व डॉग स्कवाड का निरीक्षण किया था जिसमें उन्होंने पाया कि डॉग स्कवाड में उपलब्ध श्वान अधिक आयु व बीमारी के कारण अपने कार्याे को भली भाति नही कर पा रहे है। श्री सिद्धू ने डॉग स्कवाड को सुदृढ़ करने के उददेश्य से नये श्वानो को क्रय करने के निर्देश दिये थे। उक्त के क्रम में उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा 10 नये श्वानो 5 जर्मन शेफर्ड व 5 लैब्राडोर क्रय किये गये। रविवार को राम सिंह मीना अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन उत्तराखण्ड ने पुलिस लाइन देहरादून से उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा नये क्रय किये गये 10 श्वानों एवं उनके साथ प्रशिक्षण हेतु चयनित किये गये 20 हैण्डलरों को भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के पंचकूला, हरियाणा स्थित प्रशिक्षण केन्द्र के लिए रवाना किया गया जहां पर उन्हें 09 माह का सर्च एण्ड रेसक्यू व 06 माह का टैऊकर व नारकोटिक्स एवं एक्सप्लोसिव ट्रेड का प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। श्री मीना ने सभी डॉग हैण्डलरों को प्रशिक्षण में व्यक्तिगत रूचि लेकर प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया। प्रशिक्षण हेतु भेजे गये श्वानो एवं हैण्डलरों का विवरण निम्नवत है, जनपद पिथौरागढ को आवंटित- का0 भानुप्रताप सिंह, मुख्य हैण्डलर का0 प्रकाश रावत सहायक हैण्डलर। जनपद नैनीताल को आवंटित- का0 प्रकाश रावत, मुख्य हैण्डलर का0 रविन्द्र सिंह सहायक हैण्डलर। ट्रैकर - जनपद नैनीताल को आवंटित का0 दान सिंह राणा, मुख्य हैण्डलर का0 हरेन्द्र राणा सहायक हैण्डलर। जनपद ऊधमसिंहनगर को आवंटित का0 दीपक कुमार, मुख्य हैण्डलर , का0बसन्त सिंह सहायक हैण्डलर। ट्रैकर जनपद ऊधमसिंहनगर को आवंटित का0 योगेन्द्र सिंह, मुख्य हैण्डलर, का0 मनीष सहायक हैण्डलर। ट्रैकर जनपद हरिद्वार को आवंटित का0 सोहन सिंह, मुख्य हैण्डलर, का0 सरदार सिंह सहायक हैण्डलर। एक्सप्लोसिव - जनपद देहरादून को आवंटित का0 सुभाष नौढियाल, मुख्य हैण्डलर, का0 महेश चन्द सहायक हैण्डलर। जनपद देहरादून को आवंटित का0 जितेन्द्र सिंह, मुख्य हैण्डलर, का0 गगन कपूर सहायक हैण्डलर। सर्च एण्ड रेसक्यू एसडीआरएफ को आवंटित का0 जयकृत सिंह, मुख्य हैण्डलर, का0 जयकृत सिंह सहायक हैण्डलर। सर्च एण्ड रेसक्यू एसडीआरएफ को आवंटित का0 शैलेन्द्र मलिक मुख्य हैण्डलर, का0 विजय सिंह सहायक हैण्डलर।
लोकायुक्त अब भी सरकार के ठंडे़ बस्ते में
देहरादून,12 जुलाई (निस)। उत्तराखंड में न तो 21 माह से लोकायुक्त ही है और न वर्तमान में जनता की भ्रष्टाचार की शिकायतों के लिये लोेकायुक्त अधिनियम ही लागू नहीं है। जबकि बिना लोकायुक्त के ही लोकायुक्त कार्यालय पर इस अवधि में 2 करोड़ 42 लाख रूपये से अधिक धनराशि खर्च हो चुकी है। यह खुलासा सूचना अधिकार के अन्तर्गत लोकायुक्त कार्यालय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ है। राष्ट्रीय स्तरीय सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोेकेट ने लोकायुक्त के पद पर रिक्ति, तथा लम्बित शिकायतों सहित 5 बिन्दुओें पर सूचना मांगी। लोकायुक्त कार्यालय के लोक सूचना अधिकारी द्वारा अपनेे पत्रांक 194 दिनांक 29 जून 2015 से उपलब्ध करायी गयी सूचना से स्पष्ट है कि 23 सितम्बर 2013 को उ0प्र0 लोकायुक्त व उप लोकायुक्त अधिनियम 1975 निरसित करने के बाद से ही लोकायुक्त के पद पर अभी तक किसी की नियुक्ति नहीं हुई है। जबकि उत्तराखंड के लोकायुक्त कार्यालय में लोकायुक्त का पद रिक्त होने की तिथि को 640 शिकायतें लम्बित है जिसमें 65 शिकायतें अभिकथन रूपी है। उल्लेखनीय है कि अभिकथन के स्प में केवल वही शिकायतें दर्ज होती हैै जिसमें भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप होते हैं। लोकायुक्त कार्यालय द्वारा श्री नदीम को लोकायुक्त न होने की अवधि में लोकायुक्त कार्यालय पर खर्च सम्बन्धी स्टेटमैंटोें की फोटो प्रतियां भी उपलब्ध करायी गयी हैं। इसके अनुसार वित्तीय वर्ष 2015-16 मेें मई 2015 तक कुल 2794.52 हजार की धनराशि खर्च हुई है जबकि वर्ष 2014-15 में 14512.54 हजार की धनराशि खर्च हुई हैै। इसके अतिरिक्त वर्ष 2013-14 मे कुल 16205.59 हजार की धनराशि खर्च हुई है। इस वर्ष में लोकायुक्त के कार्यरत रहने के माह सितम्बर 2013 तक 9258.80 हजार की धनराशि खर्च हुई है। इस प्रकार वर्ष 2013-14 में लोकायुक्त न रहने की अवधि में (कुल धनराशि में से सितम्बर 13 तक खर्च धनराशि घटाने से) रू. 6946.79 हजार की धनराशि खर्च हुई है। इस स्टेटमैंटों के आंकड़ों के अनुसार लोकायुक्त न रहने की अवधि मेें अक्टूबर 2013 से मई 2015 तक लोकायुक्त कार्यालय पर 2 करोड़ 42 लाख 53 हजार 850 रू. की धनराशि खर्च हुई है। श्री नदीम को उपलब्ध कराये गये विवरणों के अनुसार यह धनराशियां वर्ष 2015-16 मेें मई तक वेतन, मंहगाई भत्ते तथा अन्य भत्तों में खर्च की गयी है जबकि वर्ष 2013-14 व 2014-15 में जिन पदों पर धन खर्च किया गया है उनमें वेतन, मजदूरी, मंहगाई भत्ता, यात्रा व्यय, अन्य भत्ते, कार्यालय व्यय, विद्युत देय, लेखन सामग्री एवं फार्माें की छपाई, टेलीफोन पर व्यय, गाडि़यों का अनुरक्षण एवं पेट्रोल आदि का क्रय, व्यवसायिक सेवाओं के लियेे भुगतान, चिकित्सा व्यय की प्रतिपूर्ति, कम्प्यूटर अनुरक्षण तथा अन्य व्यय की मदें शामिल हैं। श्री नदीम ने बताया कि 23 दिसम्बर 2014 के उत्तराखंड गजट में प्रकाशित उत्तराखंड लोकायुक्त (संशोधन) अधिनियम 2014 की धारा 2 से उत्तराखंड लोकायुक्त अधिनियम की धारा 1(3) में संशोधन करके यह व्यवस्था की गयी है कि उत्तराखंड लोकायुक्त अधिनियम 2014 के प्राविधान तैय्यारी के प्रावधान ही वर्तमान में लागूू है और लोकायुक्त अधिनियम, लोकायुक्त की नियुक्ति के समय से ही लागूू होगा। इस प्रकार लोकायुक्त की नियुक्ति तक प्रदेश में कोई लोकायुक्त अधिनियम ही लागू नहीं है। इसलिये उत्तराखंड मेें भ्रष्टाचारियों की मौज हैै न तो लोकायुक्त है और न ही लोेकायुक्त अधिनियम, जिन लोक सेवकों के विरूद्ध शिकायतें लम्बित हैं उन्हें भी शीघ्र सजा मिलने का डर नहीं है।
सूचना आयुक्त की नियुक्ति मामले में भाजपा के रवैये की निंदा की
देहरादून,12 जुलाई (निस)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा सूचना आयुक्तों की नियुक्ति के बारे में की जा रही बयानबाजी एवं नेता प्रतिपक्ष द्वारा सूचना आयुक्त के समबन्ध में आयोजित बैठक में भाग न लेने की कड़े शब्दों में निन्दा की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी सत्ता में होती है तो उनके मानक एवं मापदण्ड अलग होते हैं तथा दूसरों के लिए उनके वही पैमाने बदल जाते हैं। सन् 2007 से 2012 तक उत्तराखण्ड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी, तब नेता प्रतिपक्ष को वे सब बातें याद नहीं आई जिनका आज वे जिक्र कर रहे हैं। इससे तो यही लगता है कि भारतीय जनता पार्टी राज्य में सूचना आयुक्तों की नियुक्ति के मामलों को विवाद का विषय बनाकर नियुक्ति में विलम्ब करना चाहती है। श्री उपाध्याय ने कहा कि सोनिया गांधी के मार्गदर्शन में यू.पी.ए. सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को रोकने तथा शासन-प्रशासन में पारदर्शिता हेतु सूचना के अधिकार की गारंटी देश की जनता को दी गई थी। आज बहुत से लोग उसी सूचना के अधिकार के कारण बड़ी-बडी हस्तियां यहां तक कि मुख्यमंत्री तक भी बने हुए हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शासन-प्रशासन में पारदर्शिता पर कितना विश्वास करती है इसका जीवन्त उदाहरण केन्द्र में मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति न होना है। भारतीय जनता पार्टी की लोकशाही की मानसिकता लोकतंत्र की जड़ों पर मट्ठा डालने की है और दिल्ली से लेकर देहरादून तक वे इसी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं।
सूचना आयुक्त की नियुक्ति पर नेता प्रतिपक्ष का अड़ंगा
देहरादून,12 जुलाई (निस)। राज्य सूचना आयुक्त के रिक्त पड़े पद पर नियुक्ति के मामले में राज्य सरकार की जल्दबाजी पर नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने तल्ख तेवर अपनाए हैं। उनका कहना है कि आयोग में लंबित अपील व कामकाज की समीक्षा के बाद ही इस पर निर्णय किया जाना चाहिए। इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति के मापदंड क्या रखे गए हैं इस पर सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि पहले इन बिंदुओं पर विचार किया जाना बेहद महत्वपूर्ण है कि राज्य में कितने सूचना आयुक्तों की जरूरत है। साथ ही, चयन के क्या मापदंड होने चाहिए। उत्तराखंड सूचना आयोग में वर्तमान में एक मुख्य सूचना आयुक्त व पांच सूचना आयुक्त के पद स्वीकृत हैं। कुछ समय से सूचना आयुक्त का एक पद आयोग में रिक्त चल रहा है, जिसे भरने के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। रिक्त पद के लिए सरकार को 84 लोगों के आवेदन मिले हैं। इन पदों पर नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय चयन समिति वजूद में हैं, जिसमें कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी व नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट भी सदस्य हैं। गत दिवस चयन समिति की बैठक बुलाई गई थी, लेकिन नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट के उपस्थित न होने के कारण बैठक का समय आगे बढ़ाने की अपील की थी। नेता प्रतिपक्ष ने अपनी गैर मौजूदगी में चयन समिति की बैठक करने पर सख्त नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें भेजी गई फाइल बैरंग लौटा दी। उन्होंने इस नियुक्ति प्रक्रिया से पहले कई बिंदुओं पर स्थिति स्पष्ट करने की वकालत की है। नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि उत्तराखंड जैसे छोटे व सीमित संसाधन वाले राज्य में सूचना आयुक्तों की संख्या कितनी होनी चाहिए, इस पर पहले गंभीरता से विचार होना चाहिए। आयोग में लंबित अपील व कामकाज की समीक्षा के बाद ही इस पर निर्णय किया जाना चाहिए। साथ ही, इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति के मापदंड क्या रखे गए हैं इस पर भी स्थिति स्पष्ट होनी जरूरी है, जो बैठक में विधिवत विचार विमर्श के जरिए ही संभव है।
संघ ने मांग पूरी न होने पर आंदोलन को चेताया
देहरादून,12 जुलाई (निस)। प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने पीआरटी टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों की त्रिस्तरीय व्यवस्था जल्द लागू करने की मांग की। संघ का कहना है कि इस व्यवस्था के लागू होने तक जूनियर हाईस्कूल और हाईस्कूलों को पृथक व्यवस्था से चलाया जाए। संघ ने 17,140 का लाभ शिक्षकों को दिए जाने, पदोन्नति को लेकर शासनादेश में संशोधन करने और सर्वशिक्षा के अध्यापकों को शिक्षक कोड आवंटित किए जाने की व्यवस्था की मांग की है। संघ का कहना है कि मांग पूरी न होने पर आंदोलन किया जाएगा। संघ ने इस संबंध में शिक्षामंत्री को एक ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन पर उदयपाल सिंह, उमेश चैहान, डॉ. रणवीर सिंह, सतीश घिल्डि़याल, धर्मेद्र नेगी, अवतार सिंह, सत्यपाल सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।
नागरिक विकास समिति का धरना 15 को
देहरादून,12 जुलाई (निस)। मसूरी नागरिक विकास समिति ने मसूरी में ईको पर्यटन शुल्क की वसूली में राजस्व चोरी एवं धन दुरुपयोग के विरोध में 15 जुलाई को धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। समिति ने पर्यटन शुल्क की अवैध वसूली को रोकने एवं दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। समिति के प्रदीप भंडारी, केदार चैहान, देवी गोदियाल, सोबन सिंह पंवार आदि का कहना है कि 15 जुलाई को होने वाले धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोग शामिल हों।
राजधानी में बारिश में खुदी सड़कें बढ़ा रही परेशानी
देहरादून,12 जुलाई (निस)। लगातार हो रही बारिश से राजधानी देहरादून में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण नगरनिगम का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया है। कई इलाकों में जलभराव होने से लोग परेशान है। सड़कों पर कीचड़ होने से लोगों को आने-जाने में खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
राजधानी में खुदी सड़कें इस बारिश में लोगों की परेशानी और बढ़ा रही हैं। लगातार हो रही बारिश की वजह से शहर के कई इलाकों में खुदी सड़क कीचड़ में तब्दील हो गई। ऐसे में लोगों का वाहन तो क्या पैदल चलना भी किसी चुनौती से कम नही है। पटेलनगर क्षेत्र में मार्च से सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। हालांकि ज्यादातर इलाकों में लाइन डालने का काम खत्म हो चुका है। मगर संबंधित विभाग ने खुदी सड़कों को ठीक करने की जहमत नहीं उठाई। बारिश के दिनों में श्यामसुंदर मंदिर के पीछे का इलाका कीचड़ में सना प्रतीत हो रहा है। यहां तक कि लोग सड़कों पर दुपहिया चलाने तक कि हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं। शहीद विजय रतूड़ी मार्ग की भी यही स्थिति है। यहां पानी की पाइपलाइन डालने के बाद खोदी गई सड़क की मरम्मत अब तक नहीं हो पाई। तेज बरसात के बीच सड़क पर पड़े पत्थर बाइक सवारों के लिए दुर्घटना का सबब बने हुए हैं।
जाम लगने से उठानी पड़ रही परेशानी
देहरादून। बल्लीवाला व बल्लुपुर में निर्माणाधीन फ्लाईओवर में वन वे के कारण इन स्थानों पर आए दिनों जाम की स्थिति बनी रहती है। इससे लोगों को खासी मुसीबत झेलनी पड़ रही है। बल्लुपुर से बल्लीवाला की ओर आने वाले ट्रैफिक को सिंगल लेन की ओर डायवर्ट किए जाने से परेशानी बढ़ गई है। बल्लीवाला फ्लाईओवर के एक ओर काम चल रहा है, जिससे बाएं लेन से दोनों ओर के वाहनों को निकाला जा रहा है। इस वजह से सड़क पर लंबा जाम लगा रहा। वहीं शाम के वक्त सेलाकुई स्थित फैक्ट्रियों से बसों और निजी वाहनों से लौटते लोगों की वजह से यह समस्या और विकराल हो जा रही है। बारिश के कारण मसूरी जाने वाले वाहनों की रफ्तार भी धीमी रही।
स्वीकृत बजट की पहली किश्त जारी हुई
देहरादून,12 जुलाई (निस)। राज्य के विभिन्न स्कूलों में शिक्षा प्राप्त कर रहे कक्षा नौ से 12वीं तक के विशेष आवश्यकता वाले छात्रों के लिए केंद्र सरकार ने स्वीकृत बजट में से पहली किश्त जारी कर दी है। इस राशि से बालिकाओं को छात्रवृत्ति और सभी बच्चों को यूनीफार्म प्रदान की जाएगी। केंद्र सरकार ने इन बच्चों की छात्रवृत्ति, ड्रेस व अन्य जरूरतों के लिए 136 लाख रुपये की धनराशि मंजूर की है, जिसमें से लगभग 29 लाख रुपये की पहली किस्त शिक्षा विभाग को प्राप्त हो चुकी है। सरकारी स्कूलों में कक्षा नौ से बारहवीं तक में अध्ययनरत विशेष जरूरत वाले छात्र-छात्राओं को केंद्र सरकार राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रमसा) के तहत कई सुविधाएं प्रदान करती है। 170 लाख रुपये का प्रस्ताव शिक्षा विभाग ने केंद्र सरकार को भेजा था, इसमें से 136 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत करते हुए 29 लाख रुपये की पहली किश्त केंद्र सरकार ने जारी कर दी है। यह धनराशि से 40 फीसद से अधिक विकलांग छात्राओं को 200 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति प्रदान करने और सभी विशेष जरूरतों वाले बच्चों को स्कूल यूनीफार्म मुहैया कराने के लिए प्रदान की गई है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद छात्र-छात्राओं की जरूरत को देखते हुए उन्हें आवश्यक उपकरण भी प्रदान किए जाएंगे।
रिंगवाल प्रतियोगिता को टीम हरियाणा रवाना
देहरादून,12 जुलाई (निस)। राष्ट्रीय चतुर्थ जूनियर रिंगबाल प्रतियोगिता में भाग लेने पानीपत (हरियाणा) जाने वाले प्रतिभागियों के कैम्प का उद्घाटन तराई क्रान्ति संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल श्रीवास्तव, राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण अरोरा ने किया। रिंगबाल की राष्ट्रीय चतुर्थ जूनियर रिंगबाल प्रतियोगिता का आयोजन 24 जुलाई से 26 जुलाई के बीच पानीपत हरियाणा में हो रहा है। जिसमें पूरे देश से कई प्रदेशों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहें है। उत्तराखण्ड से इस प्रतियोगिता में भाग लेने जाने वाली टीम की तैयारी के लिये उत्तराखण्ड रिंगबाॅल एसोसिएशन द्वारा स्टेडियम रुद्रपुर में चार दिवसीय प्रशिक्षण कैम्प का आयोजन किया गया र्है। इस कैम्प में प्रतियोगिता में भाग लेने जाने वाली टीम की तैयारी कराई जा रही है। कैम्प में महिला टीम से मनप्रीत कौर, सैजल, भानवी, रितिका, तनुजा, सरिता एवं पुरुष टीम में बलवीर, प्रशान्त, विवेक खेड़ा, प्रमोदित दुबे, यश सिंह, शुभम चन्दौला, शुभम, करनजीत सिंह, नीरज द्विवेदी, लवराज सन्धू, नमन प्रताप चैहान, प्रहलाद सिंह धामी, गणेश राण, शुभम पाण्डेय, विपुल कुमार, मनीष सिंह शाही, प्रयाशु सिंह आदि ने हिस्सा लिया। चार दिवसीय कैम्प के समापन पर पानीपत हरियाणा जाने वाली टीम का चयन किया जायेगा। इस अवसर पर अनिल कुमार, अमन सिंह, अरविन्द दूवे, हंसराज उपाध्याय, नीरज मल, यामिनी कौर, मुकेश आदि मौजूद थे।
अंतरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश,दो दबोचे
कोटद्वार,12 जुलाई (निस)। पुलिस ने कार बुक कर चालक को नशीला पदार्थ खिलाकर वाहन लूटने वाले एक अंतरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से चोरी की एक स्कॉर्पियो कार बरामद हुई है। मामले में दो आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं। बीती एक जुलाई को दो युवक कोटद्वार से स्कॉर्पियो कार संख्या यूके 15-टीए-0095 बुक कर दिल्ली के लिए रवाना हुए। रास्ते में उन्होंने ने कार चालक निंबूचैड निवासी वीरेंद्र सिंह को खाने में नशीला पदार्थ दे दिया। बेहोशी की हालत में दोनों वीरेंद्र को शामली के समीप रोड किनारे फेंककर स्कॉर्पियो लेकर फरार हो गए। होश में आने के बाद पांच जुलाई को कार चालक वीरेंद्र कोटद्वार पहुंचा। इसके बाद छह जुलाई को कार स्वामी मवाकोट निवासी प्रमोद कुमार ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। छानबीन में जुटी पुलिस ने रविवार को अंतरराज्यीय चोर गिरोह का भांडाफोड़ कर दिया। मामले में पुलिस ने गिरोह के मास्टर माइंड बाहदरपुर खादर, लक्सर हरिद्वार निवासी मुकीम पुत्र अख्तर और शेरपुर खेल मऊ निवासी आनंद उर्फ अजय पुत्र मछेंद्र को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से लूटी गई स्कार्पियो बरामद कर दी गई है। उनके पास से 315 बोर का एक तमंचा, दो कारतूस व नशीली गोलियां भी बरामद हुई। सीओ अरुणा भारती ने बताया कि दो अन्य लोग भी लूट में शामिल थे, जिनकी तलाश की जा रही है। गिरोह के मास्टर माइंड मुकीम ने बताया स्कॉर्पियो का सौदा मोहल्ला शहमदार (सहारनपुर) निवासी परवेज उर्फ टीटीवाला पुत्र नौनू के साथ 70 हजार में किया था। मुकीम ने बताया कि उन्होंने हरिद्वार, सहारनुपर, रुड़की से छह गाडियां लूटी हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी अरुणा भारती ने बताया गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम को पुलिस महानिरीक्षक की ओर से पांच हजार व पुलिस अधीक्षक की ओर से ढाई हजार का ईनाम दिया गया है। टीम में कोतवाल प्रमोद शाह, एसएसआई विजय सिंह, एसआई विकास भारद्वाज, भूपेंद्र, सुनीत कुमार, अमित राणा, सुदीप कुमार, राहुल शामिल रहे।
डूबे युवक का शव नदी में दिखा
अल्मोड़ा,12 जुलाई (निस)। बीते रोज रामगंगा नदी में डूबे युवक का शव रविवार को घटनास्थल से करीब सात किमी नीचे दुगोलीबाग के पास नदी में देखा गया, लेकिन पानी पूरे उफान पर होने के कारण उसे अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सकता है। गौरतलब है कि शनिवार को दिल्ली लोदी रोड कॉम्प्लेक्स का रहने वाला धर्मपाल सिंह बिष्ट (28) पुत्र किशन सिंह शनिवार को रामगंगा में तेज बहाव की चपेट में आकर बह गया था। मामले में उसके साथ आए तीन युवकों से पुलिस ने पूछताछ भी की थी। रविवार को दूसरे दिन भी पुलिस ने युवक की तलाश जारी रखी। बताया जा रहा है कि दोपहर धर्मपाल का शव दुगोलीबाग के पास नदी में नजर आया।
छात्रा से छेड़छाड़
नैनीताल,12 जुलाई (निस)। मल्लीताल में एक युवक ने छात्रा के साथ छेड़छाड़ कर दी। आरोप है कि विरोध करने पर उसने छात्रा के साथ मारपीट भी की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासी एक छात्रा रविवार को बाजार जा रही थी। मल्लीताल रिक्शा स्टेंड के समीप मार्शल कॉटेज निवासी गौरव पुत्र खीमराज ने उसका हाथ पकड़ लिया। छात्रा ने इसका विरोध किया तो युवक उससे मारपीट करने लगा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक हो हिरासत में ले लिया। कोतवाल महेश जोशी ने बताया कि युवक लंबे समय से छात्रा को परेशान कर रहा था।
प्रभावितों का धरना जारी
श्रीनगर,12 जुलाई (निस)। भारी वर्षा के बावजूद चैरास के बैरांगना में श्रीनगर जलविद्युत परियोजना प्रभावित संघर्ष समिति के बैनर तले गोरसाली, नैथाणा और नौर के प्रभावितों ने धरना जारी रखा। प्रभावितों ने कहा कि परियोजना की निर्माणदायी कंपनी एएचपीसी ने यदि समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं किया तो ग्रामीण उग्र आंदोनल करेंगे। जिला पंचायत के पूर्व सदस्य महिपाल सिंह बुटोला ने कहा कि टिहरी बांध परियोजना के प्रभावित परिवारों के हितों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार ने जिस प्रकार हनुमंत राव कमेटी गठन किया है। उसी प्रकार श्रीनगर जलविद्युत परियोजना के प्रभावितों के हितों की रक्षा के लिए भी बताया कि रविवार को कंपनी के खिलाफ ढोल दमाऊं के साथ जुलूस निकाला गया। बुद्धि सिंह चैहान की अध्यक्षता में धरना प्रदर्शन चला। संगठन के अध्यक्ष और गोरसाली प्रधान बासुदेव भट्ट, मंगसू प्रधान राजेंद्र बहुगुणा, मढ़ी के जिला पंचायत सदस्य उत्तम भंडारी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य महावीर घिल्डियाल, जिला पंचायत के पूर्व सदस्य महिपाल सिंह बुटोला के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीण धरने पर बैठे।
नदी के कारण किसानों की बंढी चिंता
टिहरी,12 जुलाई (निस)। भारी बारिश को देखकर हेंवल नदी के किनारे खेतों में फसल उगाने वाले किसानों को फसल सुरक्षा को लेकर चिंता सताने लगी है। पिछले वर्ष बरसात के दौरान हेंवलनदी के दोनों ओर बड़ी मात्रा में खेतों का कटान हो गया था। इससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन, आज तक किसानों को नुकसान का मुआवजा नहीं मिला है और न ही खेतों की सुरक्षा के कोई उपाय किए गए हैं। ऐसे में कही इस बार भी खेत नदी की भेट न चढ़ जाए। शासन-प्रशासन आश्वासन तो देते हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं करते हैं। बरसात शुरू हो चुकी है। ऐसे में किसानों को डर सता रहा है कि कहीं उनके खेत बह न जाए। किसानों का कहना है कि पिछले बार हुए नुकसान के बावजूद शासन ने उनकी सुध नहीं ली। उन्होंने जैसे तैसे खेतों को फिर से तैयार किया और खेतों में उनकी उम्मीदों की फसल लहलहा रही है। उनका कहना है कि यदि नदी के दोनों को बाढ़ से बचाव के लिए सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य किया गया होता तो खेत सुरक्षित रहते। लेकिन, ऐसा न होने से खेतों के बहने का खतरा बढ़ गया है। किसानों में सरकार के प्रति नाराजगी है उनका कहना है कि उनकी समस्याओं की अनदेखी की जा रही है। गत वर्ष हेंवलनदी में बाढ़ आने से नागणी से लेकर हाडीसेरा तक करीब दस किमी के दायरे तक नदी के दोनों ओर के खेत बह गए थे। इससे करीब एक हजार से अधिक नाली कृषि भूमि बह गई और दो सौ से अधिक काश्तकार प्रभावित हुए। एक वर्ष बीतने के बावजूद उन्हें न तो नुकसान का मुआवजा मिला और न खेती सुरक्षा के कार्य कराए गए। इससे जड़धारगांव, पलास, बिडोन, कुमाली, पिपलेथ, खाड़ी, जाजल आदि जगहों के ग्रामीणों में शासन-प्रशासन के प्रति रोष है।
नरभक्षी गुलदार के लिए शूटर तैनात
देवप्रयाग,12 जुलाई (निस)। देवप्रयाग के भटकोट गांव में नरभक्षी गुलदार को मारने के लिए वन विभाग ने एक शूटर तैनात कर दिया है। गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया गया है। नौ जुलाई को गुलदार ने बुजुर्ग महिला भुवना देवी को निवाला बनाया था। जिससे ग्रामीण भयभीत थे। शनिवार को वन विभाग ने शूटर ज्वाय होकिल के नेतृत्व में गांव में टीम तैनात की है। उधर, काबीना मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के निर्देश पर शनिवार को नरेंद्रनगर से पहुंची चिकित्सा टीम ने सीएचसी बागी में भुवना देवी के शव का पोस्टमार्टम किया। गुलदार से निकटवर्ती कोटी, तुणगी, बमाणा, दनसाड़ा, कांडाधार आदि में दहशत बनी है। उप प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप कुमार ने ग्रामीणों को कुछ दिनों तक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू
पिथौरागढ,12 जुलाई (निस)़। सरकारी विभागों में रिक्त पड़े विकलांग कोटे के पदों को भरे जाने के लिए शीघ्र प्रक्रिया शुरू होगी। जिलाधिकारी सुशील कुमार ने समाज कल्याण अधिकारी को समीक्षा बैठक में विकलांग कोटे के पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभागों से रिक्त पदों की सूची मंगाई जाए। विकलांगों की नियुक्ति तीन प्रतिशत विकलांग कोटे के आधार पर की जाएगी। उन्होंने सभी विद्यालयों में विकलांगों के लिए रैम्प बनाने के निर्देश समाज कल्याण अधिकारी को दिए। जिलाधिकारी ने छात्रवृत्ति और अन्य कल्याण योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि छात्रवृत्ति और पेंशन योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी के खाते में डाला जाए। उन्होंने कहा जिन लाभार्थियों के खाते सीबीएस प्रणाली के तहत नहीं खुले हैं, उनके खाते अविलंब खुलवाए जाए। उन्होंने कहा 60 वर्ष से अधिक प्रत्येक व्यक्ति को सरकार द्वारा चलाई जा रही पेंशन योजना का लाभ मिले इसके लिए विभाग विशेष अभियान चलाए। शिक्षा विभाग से आए अधिकारियों को निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने कहा छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थियों के फार्म समय से भरे जाए। बैठक में समाज कल्याण अधिकारी नंदन सिंह गस्याल, जिला प्रोवेशन अधिकारी राजीव नयन, मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार जुकरिया, परियोजना निदेशक डीआरडीए नरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी आदि मौजूद थे। सरकारी विभागों में विकलांग कोटे के पद भरे जाने की जानकारी मिलते ही कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इन पदों पर लंबे समय से भर्ती नहीं हुई है।
कई गांव पड़े अलग-थलग
बागेश्वर,12 जुलाई (निस)। धरमघर-माजखेत मोटर मार्ग जगह-जगह मलबा आने से बंद हो गया है। यातायात बाधित होने से कई गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गत कई दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण धरमघर-माजखेत मोटर मार्ग में जगह-जगह मलबा आ गया है। पहले से ही बदहाल इस मार्ग में यातायात बाधित हो गया है। प्रधान पुष्पा देवी सहित प्रवीण सिंह, मान सिंह, तेज सिंह आदि ने मलबा हटाकर यातायात बहाल करने की मांग की है। इधर कपकोट में शामा-तेजम मोटर मार्ग, पिंडारी-ग्लेशियर तथा भानी-हरसिंगिया-बगड़ मोटर मार्ग मलबा आने के कारण बंद हैं। इधर बागेश्वर शहर के भनियाधारा में गंगा देवी पत्घ्घ्नी केशर राम का मकान बारिश में ध्वस्त हो गया है। प्रभारी अधिकारी व अपर जिलाधिकारी हरबीर सिंह ने बताया कि प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में 43 भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं। 22 पशुहानि हुई है। 2.72 करोड़ से अधिक की राशि प्रभावित परिवारों को वितरित की जा चुकी है। सभी बंद पड़े मोटर मार्गाे को दुरुस्त कर यातायात बहाल करने के निर्देश लोनिवि अधिकारियों को दिए गए हैं।
अतिवृष्टि के चलते कई मकान ध्वस्त
बागेश्वर,12 जुलाई (निस)। मूसलधार बारिश ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। जिले में अतिवृष्टि के चलते कई मकान ध्वस्त हो गए। हालांकि कोई जन हानि नहीं हुई, लेकिन इन घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। निकटवर्ती ग्राम जुलकिया में शेखर चंद्र जोशी पुत्र पीतांबर जोशी के मकान के पीछे की दीवार ध्वस्त होने से उनका आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गया। घर के भीतर सो रहे लोगों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। जबकि गौशाले में बंधे जानवर जख्मी हो गए। बाद में उन्हें भी समय रहते बाहर निकाल लिया गया। क्षेत्र के पटवारी ने मौका मुआयना कर रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी है। जुलकिया गांव में ही प्रकाश चंद्र कांडपाल पुत्र श्याम चरण व मोहन चंद्र कांडपाल पुत्र श्रीबल्लभ के मकान भी भूस्खलन की चपेट में आने से आंशिक क्षतिग्रस्त रूप से हो गए। प्रधान पंकज टम्टा सहित ग्रामीणों ने उक्त तीनों परिवारों को मुआवजा दिये जाने की मांग की है। उधर कमेड़ी देवी के जाखनी गांव में नंदन सिंह का दोमंजिला मकान भी अतिवृष्टि में भरभराकर गिर गया। इधर गरुड़ तहसील के मन्यूड़ा गांव में खीम सिंह पुत्र नंदन सिंह का मकान ध्वस्त हो गया। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य टीएस रावत व दीपक पाठक ने प्रभावित परिवारों को मुआवजा प्रदान किए जाने की मांग की है।
गोदाम की छत लगी टपकने
चम्पावत,12 जुलाई (निस)। कहने को तो वह गोदाम है, लेकिन उसके भीतर खाद्यान्न को बचाने के लिए खाद्य विभाग को पन्नी का सहारा लेना पड़ रहा है। वजह, लाखों खर्च कर बनाए गए गोदाम की छत टपक रही है। जिससे चीनी के गलने और गेहूं व चावल के भीग कर सड़ने का खतरा बना हुआ है। गोरल चैड़ से नीचे कनलगांव बाईपास के किनारे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने वर्ष 2008 में 54 लाख से अधिक की लागत से 500 एमटी क्षमता राजकीय खाद्यान्न भंडार का निर्माण कराया था। निर्माणदायी संस्था पेयजल निर्माण निगम थी। इस गोदाम से बेलखेत से मानेश्वर व नरियालगांव से मौनपोखरी तक के इलाके में खाद्यान्न सप्लाई होता है। सात साल में ही गोदाम की छत जवाब दे गई है। लगातार हो रही बारिश की वजह से छत जगह-जगह से टपक रही है। ऐसे में गोदाम में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए वहां मौजूद खाद्यान्न बचाने की चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है। इस वक्त गोदाम में कई कुंतल चीनी, गेहूं व चावल मौजूद है। छत टपकने के चलते खाद्यान्न बचाने के लिए उसे पन्नी से ढका गया है। एक जगह पर तो पानी का तालाब जैसा ही बन गया है। सूत्र बताते हैं कि छत में मानकों के अनुसार टिन न लगने की वजह से यह हालात पैदा हुए हैं। शासन प्रशासन ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को मानसून के सीजन में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न भंडार एकत्र करने को कहा है। ऐसे में अब यह समस्या पैदा हो रही है कि गोदाम में पूरी क्षमता के अनुसार खाद्यान्न कैसे एकत्र किया जाए। अगर गोदाम में पर्याप्त खाद्यान्न स्टाक किया जाता है तो बारिश के दौरान उसे बचाना चुनौतीपूर्ण कार्य होगा।