हत्या के आरोपी जवान को लेकर पुलिस पहंुची मसूरी
देहरादून,13 जुलाई (निस)। आइटीबीपी के गारद कमांडर पर गोलियां दागकर मौत के घाट उतारने और एक जवान को घायल करने के आरोपी जवान चंद्रशेखर को सोमवार तड़के लेकर पुलिस चंडीगढ़ से मसूरी पहुंची। पुलिस ने आरोपी जवान की निशानदेही पर कंपनी गार्डन से एलएमजी, 90 कारतूस और वर्दी बरामद कर ली। दोपहर में उसे कोर्ट में पेश किया गया। देश की प्रतिष्ठित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी की सुरक्षा में तैनात आइटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) के गारद कमांडर पर गोलियां दागकर मौत के घाट उतारने और एक जवान को घायल करने का आरोपी जवान चंद्रशेखर 36 घंटे बाद चंडीगढ़ के सेक्टर 36 में रविवार सुबह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। हालांकि, तब तक चंडीगढ़ पुलिस मसूरी फायरिंग की घटना से अनजान थी, उसने संदिग्ध हरकतों के चलते उसे फ्रेग्रेंस गार्डन (पार्क) से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सनसनीखेज घटना का पता चला। उसने यह भी बताया कि वारदात के बाद वह एलएमजी और कारतूस मसूरी में कंपनी गार्डन के समीप जंगल में छिपा आया है। उसने यह भी खुलासा किया कि उसकी एसआइ सुरेंद्र लाल के साथ ही एएसआइ राकेश को भी ठिकाने की योजना थी। आज पुलिस की टीम आरोपी जवान को चंडीगढ़ से मसूरी तड़के चार बजे पहुंची। पुलिस टीम ने उसकी निशानदेही पर कंपनी गार्डन के निकट जंगल में एलएमजी, कारतूस और वर्दी बरामद कर ली है। सोमवार को करीब एक बजे आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया।
धूप खिलने से ली राहत की सांस
देहरादून13 जुलाई (निस)। सूबे में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश थम गई। सुबह धूप खिलने से लोगों ने राहत की सांस ली। वहीं, चारधाम यात्रा सुचारु है। बारिश से समूचे उत्तराखंड में जनजीवन पटरी से उतर गया था। मैदानी इलाकों में जलभराव तो पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई थीं। आज बरिश थमने से लोगों ने राहत की सांस ली। तीन दिन बाद लोगों को सूर्य देव के दर्शन हुए। कहीं कहीं आसमान में बादल छाए हुए हैं। उधर, बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ में बंद, जबकि तीर्थयात्री पैदल ही जा रहे हैं। केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड यात्रा सुचारु है।
मौसम साफ होने पर चारधाम यात्रा सुचारु
देहरादून13 जुलाई (निस)। मौसम साफ होने के बाद चारधाम यात्रा सुचारु हो गई। बाबा केदार के दर्शन को सुबह करीब सौ से अधिक तीर्थयात्री पैदल ही सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए रवाना हो गए। बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ के पास बाधित है, लेकिन यात्री पैदल ही बदरीनाथ जा रहे हैं। वहीं, गंगोत्री, यमुनोत्री व हेमकुंड यात्रा सुचारु रूप से चल रही है। बारिश थमने के बाद चारधाम जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो गई। मौसम ठीक होने पर सोनप्रयाग से कुल 320 यात्रियों को पैदल केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई। करीब 114 यात्रियों ने हवाई सेवा के जरिये बाबा केदार के दर्शन किए। सोमवार को करीब सौ तीर्थयात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए रवाना हुए हैं। कपाट खुलने से अब तक 113516 यात्री बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं। उधर, आज सुबह मलबा आने से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग लामबगड़ के पास बाधित हो गया। जिसे बीआरओ के जवान खोलने में जुट गए हैं। तीर्थयात्री पैदल ही बदरीनाथ जा रहे हैं। उधर, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड यात्रा सुचारु रूप से चल रही है। आज हेंमकुंड साहिब के दर्शन को गोविंदघाट से सौ से अधिक यात्री घांघरिया के लिए रवाना हुए।
सीड़ीओं ने जिला योजना की बैठक ली
देहरादून13 जुलाई (निस)। आज विकास भवन सभागार में जिला योजना की वर्ष 2015-16 की बैठक मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में आहुत की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि वर्ष 2015-16 के लिए जो धनराशि जिन योजनाओं के लिए अनुमोदित की गयी है उन योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए पारदर्शी तरीके से योजना समय से पूर्ण करें जिससे सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणाकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहंुच सके । बैठक में जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, जिला पंचायतराज अधिकारी एम.एम खान, जिला समाज कल्याण अधिकारी राम अवतार, जिला अर्थ संख्या अधिकारी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
बन्द मार्ग खोलने को कार्य जारी
देहरादून13 जुलाई (निस)। आपदा परिचालन केन्द्र से प्राप्त सूचना के अनुसार जनपद में अस्थाई खण्ड लो.नि.वि सहिया के अन्तर्गत कालसी-चकराता मोटर मार्ग, हरिपुर इच्छाड़ी मोटर मार्ग, मीनस हटाल मोटर मार्ग, कोटी डिमउ डान्डा मोटर मार्ग, हईया अलसी मोटर मार्ग,मुन्शी घाटी मोटर मार्ग, गढोल सकरोल मार्ग, यमुनापुल हाथी पावं मोटर मार्ग बन्द है, लोनिवि प्रान्तीय खण्ड देहरादून के अन्तर्गत काठ मैकेन्जी मोअर मार्ग, होरावाला बडवा मोटर मार्ग, जन्तनवाला दौलाध मोटर मार्ग भारी वर्षा के कारण मलबा आने से बन्द हो गये हैं जिन्हे खोलने का कार्य गतिमान है।
उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्विद्यालय में लिखित परीक्षा कराने की मांग
देहरादून13 जुलाई (निस)। उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्विद्यालय ने 69 पदों के लिए की जानेवाली स्क्रीनिंग परीक्षा स्थगित कर दी है।पिछले वर्ष दिसंबर 2014 में अपने ऋषिकुल एवं गुरुकुल केम्पस हरिद्वार में रिक्त असिस्टेंट,एसोसीयेट प्रोफ़ेसर की नियुक्ति हेतु विश्विद्यालय ने वेबसाईट के जरिये आवेदन मंगाए थे। पुनः जून 2015 में अचानक इसने पुनः आनलाइन फ़ार्म भरवाकर अतिरिक्त आवेदन मंगवाए जिससे यह प्रक्रिया पुनः संदेहों के घेरे में आ गयी। अकस्मात् पुनः विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर स्क्रीनिंग परीक्षा का नोटिफीकेशन आ गया जिसकी तिथि 19 जून थी। भारत वर्ष के आवेदकों ने इस हेतु देहरादून आने के टिकट भी बुक करवा लिए ,अचानक 3 दिन पूर्व 11 जूलाई को स्क्रीनिंग परीक्षा अपरिहार्य कारणों से स्थगित होने का नोटिस वेबसाईट पर डिस्प्ले होने लगा। डॉ हरिओम गुप्ता बडोदा गुजरात को तो अब तक इस बात का पता ही नहीं लगा कि यह स्क्रीनिंग परीक्षा रद्द हो गयी है उन्होंने एवं कैन अन्य आवेदकों ने अपना रिजर्वेशन बड़ोदा से देहरादून आने का करवा लिया है क्यूंकि उनके पास परीक्षा का प्रवेश पात्र भी पहुँच गया है , परन्तु एक मित्र द्वारा बताये जाने पर वो बड़े निराश हैं। कहते हैं कि मैंने इसकी पूरी तयारी कर ली है पर विश्विद्यालय ने मुझे सूचित करना तक उचित नहीं समझा ऐसे ही कई आवेदक जिन्हें इस बाबत जानकारी नहीं है वे मुंबई,पुणे ,केरल ,तमिलनाडु आदि से 19 जून को देहरादून पहुँच जायेंगे ढ्ढ आयुर्वेद विश्विद्यालय के इन पदों के लिए योग्यता एम्.डी.या एम्एस होती है जिसमें अंक प्रतिशत होते ही नहीं केवल संतोषजनक लिखकर डिग्री एवार्ड की जाती है इसलिए इसमें चयन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने हेतु सभी विश्विद्यालय लिखित स्क्रीनिंग परीक्षा आयोजित करते हैं ताकि साक्षात्कार के आधार पर की जानेवाली धांधली को रोका जा सके। लेकिन संभवतः अब साक्षात्कार के आधार पर ही इन पदों को भरने की खानापूर्ति कर पहले से ही तय आवेदकों के चयन की योजना बना ली गयी है।
किसानों को साॅयल हेल्थ कार्ड उपलब्ध होगेंः सीएम
देहरादून13 जुलाई (निस)। प्रदेश के चार जिलों ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार, नैनीताल व देहरादून में साॅयल हेल्थ कार्ड बनाने के लिए सघन अभियान चलाया जाएगा। सोमवार को वीर शिरोमणि माधोसिंह भण्डारी किसान भवन में आयोजित प्रथम राज्य स्तरीय आम महोत्सव का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राज्य में किसानों को साॅयल हेल्थ कार्ड उपलब्ध करवाने का कार्यक्रम पहले से ही प्रारम्भ किया जा चुका है। परंतु उपरोक्त चार जिलों में किसानों को 6 माह में साॅयल हेल्थ कार्ड सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य में पहली बार आम महोत्सव का आयोजन खुशी की बात है परंतु इसमें आम के प्रशंसक उतनी संख्या में नहीं आए हैं जितनी की उम्मीद थी। प्रदेश में आम के बगीचे हैं परंतु पुराने आम के पेड़ों को नई वेरायटी के आम से प्रतिस्थापित करना होगा। इसके लिए उद्यान विभाग के अधिकारी आम उत्पादकों से विचार विमर्श कर प्रदेश में आम की कम उत्पादकता के कारणों का विश्लेषण करें। राज्य सरकार से जिस भी सहयोग की आवश्यकता होगी, किया जाएगा। प्री हार्वेसटिंग व पोस्ट हार्वेसिटंग का ज्ञान किसानों को होना चाहिए। इसके लिए किसानों में जागरूकता उत्पन्न करनी होगी। कृषि व उद्यान विभाग किसान आंदोलन के तौर पर किसानों में जागरूकता का अभियान चलाएं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आत्मनिर्भर विकासोन्मुख उŸाराखण्ड के लिए जरूरी है कि खेती को स्ट्रीमलाईन किया जाए। राज्य सरकार ने कृषि व जल संरक्षण को विशेष प्राथमिकता दी है। ‘‘मेरा पेड़ मेरा धन’’ योजना में पेड़ लगाने के लिए बोनस दिया जा रहा है। हमारे सांस्कृतिक पर्व हरेला को इससे लिंक किया गया है। इसी प्रकार जलाशयों के पुनरूद्धार के लिए वाटर बोनस भी दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कृषि व उद्यान मंत्री डा.हरक सिंह रावत से पर्वतीय चकबंदी व वाटर हार्वेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिए जाने की अपेक्षा की। कृषि व उद्यान मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर आम पर पहली बार राज्य स्तरीय महोत्सव का आयोजन किया गया है। इससे पहले मश्रूम व मौनपालन पर भी राज्य स्तरीय गोष्ठियों का आयोजन किया गया था। इससे हमारे प्रदेश के किसान लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि किसानों की आय व आजीविका बढ़े। डा. रावत ने बताया कि उŸाराखण्ड के 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में आम केे बगीचे हैं। सर्दियों के मौसम जब कहीं भी ताजा आम नहीं होते हैं उŸाराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्र से आम प्राप्त होते हैं। इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काउ, रूद्रप्रयाग की जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा सहित विभागीय अधिकारी, आम उत्पादक व अन्य लोग मौजूद थे।
अल्मोड़ा के बेस अस्पताल में हार्ट सेंटर की सेवाएं प्रारम्भ की जाएंगीः सीएम
देहरादून13 जुलाई (निस)। अल्मोड़ा के बेस अस्पताल के एक भाग में हार्ट सेंटर की सेवाएं प्रारम्भ की जाएंगी। इसके लिए राज्य सरकार आवश्यक सुविधाओं सहित इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करेगी जबकि इसमें हार्ट स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की सेवाएं नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली के सीईओ व चीफ कार्डिएक सर्जन ओपी यादव उपलब्ध करवाएंगे। सोमवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत की उपस्थिति में नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट,नई दिल्ली के सीईओ व चीफ कार्डिएक सर्जन ओपी यादव ने अल्मोड़ा में हार्ट स्पेशलिस्ट डाक्टरों की सेवाएं उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार आवश्यकतानुसार ओटी विकसित कर दे और साथ ही कुछ चिकित्सक व अन्य सहायक उपलब्ध करवा दे। इन्हें जरूरी प्रशिक्षण दिया जाएगा। जब तक प्रशिक्षण चलेगा उस अवधि में डा.यादव द्वारा उच्च स्तरीय विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। तय किया गया कि एक अलग से सोसायटी बनाकर यह कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य में चिकित्सा का इंफ्रास्ट्रक्चर काफी विकसित है परंतु डाक्टरों के अभाव में इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। यदि अन्य प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान भी अपनी सेवाएं देने के लिए आगे आते हैं तो राज्य सरकार प्रदेश के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए इन संस्थानों के साथ साझेदारी में काम करने को तत्पर है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव ओमप्रकाश, सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य भूपिंदर कौर औलख सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
देहरादून के पहले फुट ओवर ब्रिज का लोकार्पण, व्यवस्थित शहर बनाना है तो लोगों को भी इसके लिए सहयोग देना होगाः मुख्यमंत्री
देहरादून13 जुलाई (निस)। सोमवार को तहसील चैक में देहरादून के पहले फुट ओवर ब्रिज का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि देहरादून को व्यवस्थित शहर का रूप देने की शुरूआत हो गई है। यदि देहरादून को योजनाबद्ध व्यवस्थित शहर बनाना है तो लोगों को भी इसके लिए सहयोग देना होगा। इसमें कुछ कठिनाईयां आ सकती हैं, परंतु रास्ता भी निकाला जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि देहरादून में नदियों के तलों में बसे लोगों को राज्य सरकार अफोर्डेबल घर उपलब्ध करवाने को तत्पर है,, इन लोगों को भी नदियों का तल छोड़ना चाहिए। पिछले कुछ समय से मौसम का मिजाज बदल रहा है। भारी बरसात से नदियों में तलों में रह रहे लोगों को खतरा हो सकता है, इसलिए एमडीडीए द्वारा बहुत ही कम दाम पर ऐसे लोगों को घर उपलब्ध करवा जा रहा है। जनप्रतिनिधियों को इसमें सहयोग के लिए आगे आना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्तमान में आठ फुटओवर ब्रिज प्रस्तावित हैं, इनकी संख्या आवश्यकतानुसार बढ़ाई जा सकती है। अंडरपास भी बनाए जा सकते हैं। जब रिस्पना व बिंदाल नदियों के रिवर फ्रंट विकसित हो जाएंगे, शहर में यातायात की समस्या का काफी कुछ निदान हो जाएगा। अगले चार वर्षों में देहरादून का अपना ट्रांसपोर्ट सिस्टम साकार कर दिया जाएगा। गांधीपार्क को देहरादून की शान के अनुरूप विकसित करने के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम व एमडीडीए संयुक्त रूप से काम करेंगे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए रेजीडेंट वेलफेयर सोसायटी आगे आएं। राज्य सरकार लोगों की भागीदारी में विकास कार्य करना चाहती है। जब जनता विकास के कामों में सरकार की साझीदार बनेगी तो इन पर माॅनिटरिंग भी समुचित तरीके से हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में नई आवासीय काॅलोनियों में सावधानी बरते जाने की जरूरत है। एमडीडीए को देखना चाहिए कि नई काॅलोनियों में पेयजल, बिजली, पानी की निकासी की व्यवस्था है या नहीं। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि शहरों के विकास में लिए योजनागत तरीके से काम किया जा रहा है। आम जनता की सुविधा के लिए तहसील चैक में देहरादून का पहला फुट ओवर ब्रिज प्रारम्भ किया गया है। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ने क्षेत्र की विभिन्न आवश्यकताओं के संबंध में मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया।
सूचना आयुक्त चयन को लेकर भाजपा -कांग्रेस में जुबानी जंग तेज, पीसीसी अध्यक्ष कांगे्रस संगठन को चलाने में ध्यान दें न कि षासन: अजय भट्ट
देहरादून13 जुलाई (निस) । नेता प्रतिपक्ष श्री अजय भट्ट ने पी0सी0सी0 प्रदेष अध्यक्ष के इस बयान पर कि वह नेता प्रतिपक्ष के सूचना आयुक्त की नियुक्ति सम्बन्धी बैठक में उपस्थित न होने की निन्दा करते हैं बयान पर तीखी प्रतिक्रया व्यक्ति करते हुए कहा कि यदि पीसीसी अध्यक्ष अपने किसी विषेश व्यक्ति को सूचना आयुक्त बनाने के लिए इंट्रस्टेड हों, तो इससे उन्हें कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि जहाॅं तक बैठक में उपस्थित न होने का प्रष्न है, इस सम्बन्ध में मैंने माननीय मुख्यमंत्री एवं सचिव, सामान्य प्रषासन को दूरभाश एवं पत्र के माध्यम से अपने क्षेत्र भ्रमण में होने की सूचना दे दी थी तथा इस बैठक को 14 तारीख को तय करने हेतु अनुरोध भी किया था तथा यह भी अनुरोध किया था कि यदि बैठक किन्हीं कारणोंवष स्थगित न हो तो मुझे बैठक की सूचना समय पर दे दें किन्तु सरकार ने बैठक स्थगित नहीं की तथा बैठक की सूचना समय पर न देकर उसी दिन 10 तारीख को 12 बजे अपराह्न में दी गयी तथा बैठक का समय चार बजे अपराह्न में रखा गया। मात्र 04 घण्टे के अन्तराल में रानीखेत से देहरादून पहुॅचना सम्भव नहीं होने के कारण मैं इस बैठक में उपस्थित नहीं हो सका। यदि मुझे समय से बैठक की सूचना दी जाती तब ही मैं इस बैठक में उपस्थित हो पाता। उन्होंने कहा कि यह बैठक क्या इतनी महत्वपूर्ण थी कि आनन-फानन में सरकार को यह बैठक बुलानी पड़ी, यदि यह बैठक दो दिन बाद बुलायी जाती तो क्या कोई पहाड़ टूट रहा था। भट्ट ने कहा कि बेहतर होगा कि पीसीसी अध्यक्ष कांगे्रस संगठन को चलाने में ध्यान दें। यह मामला षासन स्तर का है एवं मात्र मुख्यमंत्री ही यह बयान देने के लिए अधिकृत हैं क्योंकि वह इस कमेटी के अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा सूचना आयुक्त का विरोध नहीं किया गया है। मैंने पत्रावली में यह जानना चाहा है कि प्रदेष हित में हमें कुल कितने सूचना आयुक्तों की आवष्यकता है, वर्तमान में प्रदेष मंे कितने सूचना आयुक्त हैं, कितने सूचना आयुक्त हम और बनाने जा रहे हैं तथा प्रदेष की माली हालत क्या है। यदि सरकार हमें तबज्जो न देकर अर्थात हमारी राय को महत्वहीन एवं तुच्छ मानकर बहमुत के आधार किसी व्यक्ति को सूचना आयुक्त नियुक्त करना चाहती है तो वह करे। हमने प्रदेष में हित को लेकर पत्रावली में अपनी राय सरकार के सामने व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सूचना आयुक्त के पद के लिए 07 दर्जन से भी अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, आंखिर सूचना आयुक्त जैसे संवैधानिक पद पर चयन के लिए कोई तो क्राइटेरिया तय होना चाहिए। इस गम्भीर प्रकरणों पर निर्णय बैठक में चर्चा के पष्चात् ही लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष हमेषा बचकाना बयान देते हैं तथा उनके बयानों को जनता गम्भीरता से लेती भी नहीं है। उन्होने कहा कि सरकार ने आयुर्वेदिक विष्वविद्यालय में अपने चहेतों को नियुक्ति देने के उद्देष्य से अचानक पूर्व आयोजित परीक्षा को रद्द कर मात्र साक्षात्कार के माध्यम से आयुर्वेदिक कालेजों में असि0प्रोफेसर, एसो0प्रोफेसर, और प्रोफेसरों के 69 रिक्त पदांे पर नियुक्ति का निर्णय लेकर प्रदेष के युवाओं एवं प्रषिक्षित बेरोजगारों के साथ घोर अन्याय किया है। उन्होंने सीधे-सीधे इसे प्रदेष के युवाओं के मौलिक अधिकारों का हनन बताया है। साथ ही उन्होंने कुआॅवाला में हुए बिडिंग हादसे में एसडीआरएफ के राहत कार्यो हेतु मात्र दो सम्बल लेकर पहुॅचने पर आष्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि अभी तक सरकार एसडीआरएफ के लिए आवष्यक उपकरणों तक की खरीद नहीं कर पायी है। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेकर कहा कि सरकार ने आपदाग्रस्त प्रदेष में एसडीआरएफ का गठन मात्र दिखावे के लिए किया गया है। यदि प्रदेष में भविश्य में कोई बड़ी दुर्घटना एवं हादसा हो जाय, तो बिना आवष्यक उपकरणों व साधनों के कैसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार एसडीआरएफ की एक बटालियान और गठित करने से पहले इसे आवष्यक आपदा राहत उपकरणों से लैस करे ताकि लोगों को आपदा के समय सुरक्षित बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि आज प्रदेष में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है तथा भ्रश्टाचार चरम पर है इस सरकार को आमजन की सुरक्षा और हित से कोई लेना-देना नहीं रह गया है।