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आजम ने मोदी पर लगाया व्यक्तिगत रंजिश रखने का आरोप

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azam khan
उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत रंजिश रखने का आरोप लगते हुए कहा कि प्रदेश की कई विकास योजनाओं में रोड़े अटकाए जा रहे हैं। खासतौर पर अल्पसंख्यक और नगर विकास विभाग के बजट में कटौती की जा रही है।

आजम ने एक बयान में कहा कि केंद्र गंगा की सफाई का ढोंग कर रही है। गंगा एक्शन प्लान के नाम पर हो रहे घोटाले का पदार्फाश किया जाएगा। केंद्र सरकार हमसे कहती है कि इतने हिस्से में गंगा की सफाई प्रदेश सरकार कराए। अब इतने-इतने से तो गंगा साफ नहीं होगी। गंगा साफ होगी तो पूरी होगी।

महाराष्ट्र सरकार के मदरसों पर रोक लगाने संबंधी बयान पर उन्होंने कहा कि जिस तरह हिंदी और अंग्रेजी भाषा है, वैसे ही मदरसों में अरबी और उर्दू भाषा की शिक्षा दी जाती है। महाराष्ट्र सरकार यदि मदरसों पर रोक लगाती है तो यह गलत है। प्रदेश में ऐसा नहीं होने देंगे। यहां मदरसों को ग्रांट पर लिया जा रहा है। अब तक 60 फीसद मदरसे ग्रांट पर लिए जा चुके हैं। 

'बजरंगी भाईजान'ने ईद पर कमाए 35 करोड़ रुपये

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ईद, बॉलीवुड के नायक सलमान खान के लिए एक बार फिर शुभ साबित हुआ है। शुक्रवार को प्रदर्शित 'बजरंगी भाईजान'ने ईद के दिन बाक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई करते हुए दूसरे दिन 36.50 करोड़ रुपये कमाए। कबीर खान के निर्देशन में बनी इस फिल्म की काफी प्रशंसा हो रही है और इसे सलमान की अब तक की सबसे उम्दा फिल्म करार दिया जा रहा है। फिल्म जगत से मिल रही वाहवाही दर्शकों को भी सिनेमाघरों तक खींचने में सफल रही।  एक बयान में कहा गया है कि फिल्म ने शुक्रवार को 27.25 करोड़ रुपये कमाए थे। इस तरह दो दिनों में इसने 63.75 करोड़ रुपये कमाए।  फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और करीना कपूर भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।

सलमान खान फिल्म्स और रॉकलीन वेंकटेश के सहनिर्माण में बनी फिल्म एक ऐसे भारतीय की कहानी है, जो परिवार से बिछड़ी एक मूक-बधिर पाकिस्तानी बच्ची को उनके घर पहुंचाने का बीड़ा उठाता है और इस दौरान उस बच्ची का ख्याल रखता है। कबीर खान निर्देशित इस फिल्म को न केवल सलमान की 'बेहतरीन'अदाकारी के लिए, बल्कि इसकी विषयवस्तु के लिए भी सराहा जा रहा है।

विधेयक पारित कराने हैं तो मोदी दागी मंत्रियों को हटाएं : गुलाम नबी आजाद

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कांग्रेस ने रविवार को कहा कि यदि सरकार चाहती है कि संसद के मानसून सत्र में विधेयक पारित हों, तो उसे चाहिए कि वह घोटाले के आरोपी मंत्रियों के इस्तीफों की घोषणा कर दे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, "आशा करता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घोटाले के आरोपी मंत्रियों के इस्तीफों की घोषणा करेंगे..इससे विधेयक आसानी से पारित हो जाएंगे।"

विपक्षी दल सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी में हैं, जिनमें मध्य प्रदेश का व्यापमं घोटाला, इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को लेकर पैदा विवाद और भूमि अधिग्रहण विधेयक के मुद्दे शामिल हैं। संसद का मानसून सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है और 13 अगस्त तक चलेगा।

संसद के मानसून सत्र के हंगामेदार रहने की पूरी संभावना है, क्योंकि विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को लेकर पैदा हुए विवादों पर सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांग रहे हैं।

दिल्ली पुलिस को समय दें प्रधानमंत्री : केजरीवाल

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि राजधानी में कानून-व्यवस्था के हालात पर चर्चा के लिए वह दिल्ली पुलिस को समय दें, अन्यथा दिल्ली पुलिस की जिम्मेदारी आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को सौंप दें। केजरीवाल ने पश्चिम दिल्ली के पीरागढ़ी में आम आदमी क्लीनिक का उद्घाटन करने के बाद कहा, "दिल्ली पुलिस प्रधानमंत्री के अधीन आती है। उनके पास दिल्ली पुलिस के लिए समय नहीं है, क्योंकि उन्हें पूरा देश चलाना है। मैं प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध करता हूं कि दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रत्येक सप्ताह एक घंटा निकालें अन्यथा दिल्ली पुलिस हमें सौंप दें, और हम सबकुछ ठीक कर देंगे।"

केजरीवाल ने राजधानी में एक किशोरी की चाकू घोंप कर की गई हत्या को भयानक करार दिया और कहा, "दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं, क्योंकि उनके खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। दिल्ली में कानून-व्यवस्था के हालात बिगड़ रहे हैं।"उन्होंने कहा, "दिल्ली पुलिस हमारी सरकार के अधीन नहीं है, बल्कि यह केंद्र सरकार के अधीन है। इसलिए हम कुछ कर पाने में असमर्थ हैं।" उल्लेखनीय है कि मध्य दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके में छेड़छाड़ का विरोध करने पर मीनाक्षी नामक एक 19 वर्षीय लड़की को गुरुवार को चाकू घोंप दिया गया। उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। दिल्ली सरकार ने भी मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।

मानसून सत्र में भूमि विधेयक की संभावना क्षीण

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संसद का मानसून सत्र शोर-शराबा भरा हो सकता है, लिहाजा केंद्र सरकार इस सत्र में विवादास्पद भूमि विधेयक को संभवत: न लाए। यह बात रविवार को सूत्रों ने कही। सूत्रों के मुताबिक, संयुक्त संसदीय समिति सत्र के प्रथम दिन मंगलवार को भूमि विधेयक की रपट पेश करने वाली थी, लेकिन वह इसके लिए दो अतिरिक्त सप्ताह की मांग कर सकती है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता ने कहा, "रपट तत्काल नहीं आएगी। कोई भी फैसला इस बात पर निर्भर करता है कि रपट कब पेश की जाती है। विधेयक पर इस सत्र में बहस हो पाने की उम्मीद नहीं है।"

19 दिवसीय सत्र में व्यापमं और ललित मोदी से संबंधित मुद्दे पर भारी शोर-शराबा होने की आशंका है। सूत्रों के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि भूमि विधेयक पेश करने से सरकार की समस्या बढ़ेगी ही। इसके पारित होने की कम संभावना के कारण सरकार इससे संबंधित अध्यादेश चौथी बार लागू कर सकती है। कांग्रेस ने रविवार को चेतावनी दी है कि सरकार यदि भूमि विधेयक पारित कराना चाहती है, तो उसे घोटाले के आरोपी मंत्रियों को हटाना होगा।

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने रविवार को कहा, "आशा है कि प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) घोटाले के आरोपी मंत्रियों के इस्तीफे की घोषणा करेंगे। इससे विधेयकों को पारित करना आसान हो जाएगा।"सूत्रों के मुताबिक, संसद के इस सत्र की कार्यसूची में 35 कार्य दर्ज हैं, जिनमें राज्यसभा में लंबित नौ विधेयक और लोकसभा में लंबित चार विधेयक भी शामिल हैं। 11 नए विधेयक संसद में पेश किए जाएंगे। लोकसभा में लंबित विधेयकों में शामिल हैं भूमि विधेयक, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधन विधेयक-2014, दिल्ली उच्च न्यायालय (संशोधन) विधेयक-2015 और बिजली (संशोधन) विधेयक-2014।

राज्यसभा में लंबित नौ विधेयकों में प्रमुख हैं जीएसटी विधेयक, व्हिस्ल ब्लोअर प्रोटेक्शन (संशोधन) विधेयक-2015, भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) विधेयक-2013, किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) संशोधन विधेयक-2015। संसद में पेश किए जाने वाले नौ विधेयकों में हैं उपभोक्ता सुरक्षा कानून में संशोधन के लिए उपभोक्ता सुरक्षा (संशोधन) विधेयक-2015, पंचाट और सुलह (संशोधन) विधेयक-2015, उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय न्यायाधीश (वेतन एवं सेवा शर्ते) विधेयक।

अपमानजनक बयान पर केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज

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दिल्ली पुलिस को 'ठुल्ला'कहकर संबोधित के मामले में राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ रविवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। शिकायत दक्षिणी दिल्ली के गोविंदपुरी पुलिस थाने में दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता सिपाही हरविंदर ने कहा कि वह केजरीवाल द्वारा उपयोग किए गए शब्दों से आहत हुआ है। हरविंदर ने कहा, "मैं अरविंद केजरीवाल का सम्मान करता हूं। मैंने उनसे इस तरह के शब्दों की उम्मीद नहीं की थी।" उल्लेखनीय है कि 17 जुलाई को समाचार चैनल 'इंडिया टुडे'को दिए एक साक्षात्कार में मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस के जवान को 'ठुल्ला'कहकर संबोधित किया था। 

केजरीवाल ने कहा था, "भ्रष्टाचार रोधी शाखा द्वारा भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त किसी भी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है। लेकिन इन लोगों का कहना है कि आप दिल्ली पुलिस के जवानों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं कर सकते। अगर दिल्ली पुलिस का ठुल्ला सड़क किनारे रेहड़ी लगाने वालों से पैसे मांगे, तो क्या उसके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जाना चाहिए। यह स्वीकार्य नहीं है।" 

केजरीवाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली पुलिस आयुक्त बी.एस. बस्सी ने कहा था कि उन्हें इस बात पर भरोसा नहीं होता कि कोई भी व्यक्ति इस प्रकार के शब्दों का इस्तेमाल करेगा।  बस्सी ने कहा, "मैं मानता हूं कि राज्य प्रशासन के सभी अंगों को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। देश को हम तभी बना सकेंगे जब हम एक दूसरे के प्रति सम्मान रखेंगे। मैं इस बात को मानने से इंकार करता हूं कि माननीय मुख्यमंत्री ने इस प्रकार के शब्दों का इस्तेमाल किया होगा।"

हास्य - व्यंग्य : क्रिकेट का 'विकास' ...!!

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नो डाउट अबाउट दिस ... की तर्ज पर दावे के साथ कह सकता हूं कि अपना देश विडंबनाओं से घिरा है। हम भारतवंशी एक ओर तो विकास - विकास का राग अलाप कर राजनेता से लेकर अफसरशाही तक की नींद हराम करते हैं लेकिन जब सचमुच किसी क्षेत्र का विकास होने लगता है तो इसमें  हम मीन-मेख निकालने से भी नहीं चूकते। अब क्रिकेट का ही उदाहरण लीजिए। मेरे ख्याल से आजादी के बाद से देश में जितना विकास क्रिकेट का हुआ है उतना और किसी चीज का नहीं। कहां मुट्ठी भर भद्र लोगों के बीच खेला जाने वाला क्रिकेट आज देश में  ध र्म बन चुका है और खिलाड़ी भगवान। तो बेशक इसका कुछ श्रेय तो ललित मोदियों , श्रीनिवासनों व मयप्पनों आदि को दिया जाना ही चाहिए। आखिर इन नायाब हीरों की बदौलत ही तो आज क्रिकेट इस मुकाम तक पहुंच पाया है। पहले वही जाड़े में क्रिकेट के छिटपुट मुकाबले हुआ करते थे। लेकिन आज साल के बारहों महीने लीजिए क्रिकेट का मजा। मैदान में दौड़ते -  भागते खिलाड़ी पसीने से तर - बतर हो रहे हैं लेकिन खेलना बदस्तूर जारी है।

यह किसका कमाल है। खिलाड़ियों में इतनी निष्ठा और सम र्पण भाव की प्रेरक शक्ति क्या है। यह आखिर कैसे संभव हो पाया है। दूसरी लाइनों की बात करें तो  एक से एक बढ़ कर कारोबारी से लेकर उद्योगपति तक हमेशा घाटे का रोना रोता रहते हैं। आंसू पोछते हुए दुखड़ा रोते हैं कि पता नहीं किस जन्म में क्या अपराध किया था ... जो इस जन्म में यह लाइन पकड़ी। अब कान पकड़ता हूं... बच्चों को इस लाइन से दूर ही रखूंगा। लोगों में  हमेशा ईष्या का पात्र बने रहने वाले बड़े - बड़े अफसर भी हमेशा हैरान - परेशान ही दिखाई देते हैं। खुलते ही शुरू हो जाते हैं... उफ बहुत दबाव है काम का... समझ लीजिए नौकरी बचानी मुश्किल है। बेकार इस नौकरी में आया है। इससे तो अच्छा रहता बच्चों को टयूशन पढ़ा लेता... यह जिल्लत तो नहीं झेलनी पड़ती।  वही क्रिकेट को लीजिए। कैसी शान है इससे जुड़े चिरकुटों का भी। करोड़ों लगा कर टीम खड़ी की। करोड़ों लगा कर खिलाड़ियों को खरीदा। इतना ही प्रचार पर ख र्च किया और करोड़ों की राशि दादा - भाईयों में बांट दी। लेकिन इसके बाद भी करोड़ों का शुद्ध लाभ। है किसी लाइन में इतना मार्जिन। दे सकता है कोई इतना मुनाफा। 

क्रिकेट के इन विकास पुरुषों का काम क्या है। बारहों महीने सूटेड - बूटेड रहने वाले ये मीडिया को पोज देने के लिए कभी - कभार मैदान में दिख गए तो दिख गए। नहीं तो इनका ज्यादातर समय सेलीबेरिटयों की तरह बड़े - बड़े लोगों से मिलने - जुलने और रंगीन पार्टियों में ही बीतता है। सुबह राजधानी में तो पता चला रात का डिनर अमेरिका में ले रहे हैं। सचमुच कैसी शान की जिंदगी है इनकी। देश के कर्णधार माने जाने वालों को भी उपकृत करने की  संभावना महज इसी क्षेत्र में है।लेकिन  नासमझी देखिए कि  फिर भी रणबांकुरों की आलोचना हो रही है। सट्टेबाजी का रोना रोया जा रहा है। भैया यह विडंबना देश के साथ जुड़ी है तो इसमें ललित  - मयप्पन या कुंद्रा क्या करें।बल्कि इनकी प्रतिभा का सदुपयोग दूसरे क्षेत्रों में भी हो ना चाहिए।  मुझे याद है देश में तब चलो पढ़ाएं ... कुछ कर दिखाएं  का नारा बुलंद नहीं हुआ था। साक्षरता अभियान शुरू होने से बहुत पहले की बात है। मेरे मोहल्ले में लिख लोढ़ा - पढ़ पत्थर टाइप लोगों की भरमार थी। लेकिन कमाल देखिए कि एेसे सभी लोग दिन भर की कड़ी मशक्कत के बाद शाम को घर लौटते ही मेधावी विद्यार्थियों की तरह कागजों व हिसाब - किताब के गणित  में खो जाते। देर रात तक संभावित नंबर का ही अ नुमान लगाते रहते। सुबह नींद से जागते ही फिर वही गुणा - भाग। मुझे  इस पर आश्चर्य होता कि हस्ताक्षर न कर पाने वाले ये मेहनतकश आखिर किस उधेड़बून में फंसे हैं। समझ बढ़ने पर मालूम हुआ कि यह सब सट्टे का कमाल है। साक्षरता अभियान पर अरबों ख र्च करके भी सरकार जो न कर सकी इन सटोरियो ने सट्टे का चस्का लगा कर चुटकियों में कर दिखाया। 




liveaaryaavart dot com

तारकेश कुमार ओझा, 
खड़गपुर (पशिचम बंगाल)
संपर्कः 09434453934, 9635221463
लेखक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में रहते हैं और वरिष्ठ पत्रकार हैं। 

32 की उम्र बाद शादी करने पर तलाक का खतरा

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तलाक के संबंध में व्याप्त धारणाओं में बड़ा परिवर्तन करते हुए एक शोध में पता चला है कि वे लोग जो 32 वर्ष की उम्र के बाद शादी करते हैं, उनमें 20 वर्ष की उम्र के बाद शादी करने वालों की अपेक्षा अलगाव की संभावनाएं अधिक रहती हैं। शोध में पता चला है कि 32 साल की उम्र के बाद तलाक की संभावना हर साल पांच फीसदी बढ़ जाती है। पूर्व में किए गए शोधों में बताया गया था कि देर से शादी करने पर तलाक का खतरा कम होता है। अमेरिका स्थित युनिवर्सिटी ऑफ उटाह के निकोलस वॉलफिंगर ने कहा, "यह एक बड़ा परिवर्तन है।"


वॉलफिंगर ने कहा, "मेरी जानकारी के मुताबिक, हाल के शोध में ही यह जानकारी मिली है कि 32 की उम्र बाद की शादी में कई बार तलाक का जोखिम काफी ज्यादा होता है।"शोध के लिए वॉलफिंगर ने 2006 से 2010 के बीच के अमेरिकी नेशनल सर्वे ऑफ फेमिली ग्रोथ के आंकड़ों का विश्लेषण किया।  अमेरिका के इंस्टीट्यूट फॉर फैमिली स्टडीज के लिए लिखे गए एक ब्लॉग पोस्ट में कहा गया है कि 32 साल से पहले की उम्र में शादी करने से हर साल शादी टूटने के खतरे में 11 फीसदी की कमी आती है।

शिवसेना की मेयर ने मोदी की तुलना हिटलर से की

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मुंबई की मेयर और शिवसेना नेता स्नेहल अंबेकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर से की. सांध्य समाचार-पत्र 'ऑफ्टरनून डिस्पैच एंड कुरियर'को दिए साक्षात्कार में स्नेहल (43) ने खुद को मुख्यमंत्री के समान बताया और अपने वाहन में लाल बत्ती लगाए जाने की इच्छा जाहिर की.

मोदी रूल इन क्वाइट हिटलर-एस्के'शीर्षक से प्रकाशित साक्षात्कार में स्नेहल ने कहा, "मैं नरेंद्र मोदी के खुद पर भरोसा कर काम करने के तरीके की सराहना करती हूं. लेकिन कई मायनों में उनके कामकाज का तरीका मुझे जर्मन तानाशाह हिटलर के जैसा लगता है."पहली बार मेयर बनीं स्नेहल ने कहा, "जब शक्ति किसी एक व्यक्ति के हाथ में हो तो ऐसा होना स्वाभाविक है."

शहर की सातवीं तथा पहली दलित मेयर रूप में सितंबर 2014 में निर्वाचित हुईं स्नेहल अपने वाहन में लाल बत्ती लगाने की मांग को लेकर चर्चा में रही हैं. पूर्व एलआईसी अधिकारी का यह दावा है कि उनका पद मुख्यमंत्री के पद के समान है. उन्होंने कहा, "मेयर हमेशा आपातकाल की स्थिति में काम करता है, चाहे किसी वीवीआईपी के अगवानी की बात हो या लोगों के प्रतिनिधित्व की. अगर मुख्यमंत्री के पास लाल बत्ती है तो शहर के लिहाज से मेयर का पद भी उनके समान ही है."

स्नेहल ने कहा, "मुझे लगता है कि मेयर की कार में लाल बत्ती लगाने में कुछ भी गलत नहीं है."शिवसेना तथा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) केंद्र तथा महाराष्ट्र में सहयोगी दल हैं.

हमें भूमि विधेयक पर आगे बढना चाहिए : प्रधानमंत्री

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मॉनसून सत्र के एक दिन पहले संसद भवन में सर्वदलीय बैठक हुई. इस बैठक में हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र से पूर्व सर्वदलीय बैठक में कहा कि हमें भूमि विधेयक पर आगे बढना चाहिए. प्रधानमंत्री ने सभी दलों के नेताओं से कहा कि सरकार को संसद चलाने की पहल करनी होगी और जिम्मेदारी लेनी होगी लेकिन इस जिम्मेदारी को सभी को साझा करना होगा. संसद का बहुत महत्व है और इसका उपयोग सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए किया जाना चाहिए. सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार टीएमसी का कोई सांसद या नेता इस बैठक में नहीं पहुंचा. सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि भूमि विधेयक पर संशोधनों से सपा सहमत नहीं, समाधान तब ही संभव जब सरकार इन्हें वापस ले. वहीं खबर है कि बसपा भी सरकार को इस बिल पर समर्थन दे सकती है. संसद सत्र से पहले आज सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी दलों ने आग्रह किया कि वे देशहित को ध्यान में रखते हुए पिछले सत्र में चर्चा किये गए मुद्दों पर मिलकर आगे बढें.संसद में भूमि विधेयक, जीएसटी विधेयक और रियल इस्टेट विधेयक जैसे महत्वपूर्ण विधायी कार्यो के लंबित होने के बीच सरकार ने सर्वदलीय बैठक में सभी दलों से इसे जल्द से जल्द पारित कराने में सहयोग मांगा. संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसके 13 अगस्त को समाप्त होने की संभावना है.

कांग्रेस और दलों ने सत्र के हंगामेदार होने के संकेत दिये है. कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दल ललित मोदी प्रकरण में सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे का नाम जुडने के कारण इन्हें हटाये जाने और व्यापमं घोटाले के मद्देनजर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.

समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ यह समय है कि हमें सभी पक्षों की राय को समाहित करते हुए भूमि विधेयक के मुद्दे पर आगे बढना चाहिए। हमें इस मुद्दे पर सकारात्मक रुप से आगे बढना चाहिए।’’      मोदी ने कहा कि संसद का मानसून सत्र छोटा है और इसलिए इस समय का सदुपयोग महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने में किये जाने की जरुरत है और सरकार इसके लिए तैयार है. उन्होंने कहा, ‘‘ कई ऐसे बाह्य मंच है जहां विभिन्न मुद्दों पर सघन चर्चा की गई है. मानसून सत्र छोटा है, इसलिए संसद के समय का सदुपयोग चर्चा करने में किया जाना चाहिए जो प्रासंगिक और महत्वपूर्ण हों.’’ प्रधानमंत्री ने नेताओं से कहा कि संसद का काफी महत्व है और इसका सदुपयोग सभी मुद्दों पर चर्चा करने में किया जाना चाहिए और सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है.

सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस, जदयू, सपा, बसपा, राजद, अन्नाद्रमुक, द्रमुक और वामदलों के अलावा राजग के विभिन्न सहयोगी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया. बैठक में तृणमूल कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं आया. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने कल सुषमा, वसुंधरा और शिवराज को हटाने की ‘न्यूनतम कार्रवाई’ करने की मांग करते हुए संसद में सुचारु रुप से कामकाज चलाने की जिम्मेदारी सरकार पर डाल दी थी. वहीं भाजपा ने कांग्रेस एवं विपक्ष के संभावित प्रहारों का पुरजोर तरीके से जवाब देने का निर्णय किया है जिससे संसद सत्र के हंगामेदार होने की स्थिति उत्पन्न हो गई है.

सरकार पर निशाना साधते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि संसद में कामकाज सुचारु रुप से चलाना और महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराना भाजपा के लिए तब आसान हो जायेगा अगर वह इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करती है और इससे भाजना को अपनी छवि सुधारने में भी मदद मिलेगी जो इन कथित घोटालों के कारण प्रभावित हुई है.

शेयर बाजार में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन गिरावट

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पिछले सप्ताह शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी रही और बाजार तीन महीने के अपने उच्चतम स्तर तक पहुंचा। लेकिन इस सप्ताह के पहले कारोबारी दिन की शुरुआत अच्छी नहीं रही। आज शेयर बाजार हल्की बढ़त के साथ खुले लेकिन पहले घंटे के अंदर ही मार्केट ने अपनी बढ़त खो दी।

30 शेयरों वाला प्रमुख संवेदी सूचकांक बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) सुबह लगभग 9.41 बजे 53.02 अंकों की गिरावट के साथ 28,410.29 पर कारोबार करते देखा गया। वहीं 50 शेयरों वाले नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में भी 20.50 अंकों की गिरावट हुई और वो 8,589.35 पर कारोबार करते देखा गया। इससे पहले दोनों ही सूचकांकों में तेजी देखी गई। सेंसेक्स बीएसई सुबह 80.97 अंकों की तेजी के साथ 28,544.28 पर खुला। वहीं निफ्टी 14.05 अंकों की तेजी के साथ 8,623.90 पर खुला। लेकिन ये बढ़त ज्यादा देर तक बरकरार नहीं रही और पहले घंटे में बाजार लुढ़कने लगे।

समाजवादी पार्टी के नेता की गोली मारकर हत्या

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उत्तर प्रदेश में कथित रूप से चुनावी रंजिश को लेकर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के एक स्थानीय नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि सपा का स्थानीय नेता विनय चौबे (38) कल शाम मोटरसाइकिल पर सवार होकर बाजार से घर जा रहा था. रास्ते में भवानीपुर चट्टी के पास नहर के किनारे घात लगाकर बैठे बदमाशों ने उसे ताबड़तोड़ पांच गोलियां मार दीं.

उन्होंने बताया कि गोलियां लगने से चौबे गम्भीर रूप से जख्मी हो गया. उसे स्थानीय ग्रामीणों की मदद से अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. चौबे के साथियों के मुताबिक उसकी हत्या चुनाव की रंजिश को लेकर की गयी है. पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके तफ्तीश शुरू कर दी है. 

पुलिस व्यक्ति नहीं, सिस्टम के लिए जवाबदेह है: बस्सी

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात से पहले दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने कहा है कि पुलिस कानून के मुताबिक काम कर रही है और किसी आलोचना या हमले का पुलिस के चरित्र पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बीएस बस्सी सोमवार शाम 4 बजे केजरीवाल से मुलाकात करेंगे . दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से उनके आवास पर मुलाकात करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'पुलिस सिस्टम के प्रति जवाबदेह होती है, किसी व्यक्ति के लिए नहीं.'उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल के साथ यह उनकी हर हफ्ते होने वाली मुलाकात थी, जिसमें उन्होंने दिल्ली में कानून और सुरक्षा व्यवस्था बेहतर बनाने पर चर्चा की. उन्होंने कहा, 'हम सरकार की मजबूत बाजू हैं और हम पर बड़ी जिम्मेदारी है.'दिल्ली में 19 साल की लड़की की हत्या के बाद आलोचनाओं का सामना कर रहे बस्सी केजरीवाल से मिलकर पुलिस के कामकाज को लेकर गलत धारणाओं को दूर करने की कोशिश करेंगे.

केजरीवाल ने रविवार को बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए दिल्ली पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था और इस मामले में बस्सी को मुलाकात के लिए बुलाया था. बस्सी ने पत्रकारों से कहा, 'मैं निश्चित रूप से उनसे मिलूंगा और हम एक दूसरे के विचारों को समझेंगे. संभावना है कि वह हमें कुछ उपयोगी बात बताएंगे और मैं उन्हें पुलिस के काम-काज को लेकर कुछ जानकारी दे सकता हूं क्योंकि मैं विभाग में 38 साल से काम कर रहा हूं.'


बस्सी ने कहा, 'पेशेवर पुलिस अधिकारी के तौर पर मेरी जिम्मेदारी है कि पुलिस व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की गलत धारणा दूर हो. अगर कोई गलत धारणा है तो मुझे मुलाकात में इसे दूर करने का अच्छा अवसर मिला है.'गौरतलब है कि कई मुद्दों को लेकर AAP सरकार के दिल्ली पुलिस से गतिरोध रहे हैं और पार्टी ने अपने दो विधायकों की गिरफ्तारी के बाद हमला तेज कर दिया है. पार्टी दिल्ली पुलिस पर पक्षपाती तरीके से काम करने का और राजनीतिक दबाव में AAP विधायकों पर निशाना साधने का आरोप लगा रही है.

दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार के अधीन करने की AAP की मांग पर बस्सी ने कहा कि मौजूदा प्रशासनिक ढांचे में बदलाव की कोई जरूरत नहीं है. फिलहाल दिल्ली पुलिस सीधे तौर पर गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करती है. बस्सी ने कहा, 'फिलहाल व्यवस्था उचित है. इस तरह की प्रणाली में किसी बदलाव की कोशिश दिल्ली के नागरिकों के साथ अन्याय होगी और खतरनाक हो सकती है.'पुलिस कमिश्नर ने कहा कि वह आलोचनाओं का स्वागत करते हैं क्योंकि इससे उन्हें काम में सुधार में मदद मिलती है. उन्होंने कहा, 'पुलिस की जिम्मेदारी है कि हर वर्ग के लोगों का साथ मिले और काम करे. हम इस संदर्भ में यह नहीं सोचते कि लोग किस वर्ग से जुड़े हैं. अब मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से अनुरोध किया गया है तो मैं निश्चित रूप से जाऊंगा और विचारों का आदान-प्रदान होगा.'

आनंद पर्बत में लड़की की हत्या की घटना के बाद केजरीवाल ने रविवार को उसके परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री ने इस मामले में मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया और बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए दिल्ली पुलिस को आड़े हाथ लिया. लड़की की हत्या के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और कहा कि पुलिस महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम रही है. बस्सी ने कहा कि मामले में जांच चल रही है. इस बीच दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने भी आज लड़की के परिवार से मुलाकात की.

न्यूयार्क में सिखों ने पंजाब के मंत्री पर जूता फेंका, 2 युवक हिरासत में

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न्यूयार्क में पंजाब सरकार के एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल पर यहां सैकड़ों सिखों ने कथित रूप से पत्थर बरसाए और एक जूता फेंका। सिखों ने प्रतिनिधिमंडल की यात्रा का विरोध करते हुए यह हमला किया। घटना के बाद दो युवकों को हिरासत में ले लिया गया।

अधिकार समूह सिख फोर जस्टिस द्वारा उपलब्ध करायी गयी जानकारी के अनुसार पंजाब के प्रवासी मामलों के मंत्री टोटा सिंह और दूसरे अकाली नेता कल क्वीन बरो के रिचमंड हिल में एक बैठक को संबोधित करने वाले थे। सैकड़ों सिखों ने यात्रा का विरोध करते हुए आयोजन स्थल पर नारेबाजी की और कथित रूप से इलाके को घेर लिया। सिखों और सिंह के प्रतिनिधिमंडल के बीच तीन घंटों से अधिक समय तक गतिरोध जारी रहा और घटना स्थल पर न्यूयार्क पुलिस का एक बड़ा दल आ गया। दल ने अकाली नेताओं को सुरक्षित वहां से निकाला।

पुलिस ने शिरोमणि अकाली दल के नेता पर हमले के लिए दो सिख युवकों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने कहा कि सरकारी कामकाज में खलल डालने, गैरकानूनी रूप से जुटने और उपद्रव मचाने के लिए दोनों लोगों को गिरफ्तार किया गया। एसएफजे के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पनून ने कहा, उत्तर अमेरिकी सिख समूह 1990 के दशक की शुरूआत में आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान हजारों सिखों की हत्या में शामिल भारतीय पुलिस अधिकारियों को दोषी करार देने में नाकाम रहने के लिए शिअद का विरोध कर रहे हैं।

सोना 5 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा

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सोने में 4 फीसदी की गिरावट आई है। सोने में 5 सालों में पहली बार इतनी भारी गिरावट दर्ज की गई है। प्लैटिनम में भी 2009 के बाद से 5 फीसदी की गिरावट आई है, क्योंकि निवेशकों ने अमेरिकी डॉलर को मजबूत होने की उम्मीद में इन महंगी धातुओं को बेचना शुरू कर दिया।

सोने और प्लैटिनम में यह अचानक और भारी गिरावट आई है। इसका कारण डॉलर की मजबूती है। निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल ब्याज दर में बढ़ोतरी करेगा। प्राप्त डेटा के मुताबिक शुक्रवार के 27,000 लॉट्स की तुलना में सोमवार को शंघाई गोल्ड एक्सचेंज में करीब 9,00,000 लॉट्स की बिक्री हुई।

स्पॉर्ट गोल्ड 2.4 फीसदी गिरावट के बाद 1,106.90 प्रति डॉलर यानी करीब 25,000 रुपये प्रति 10 किग्रा पर पहुंच गया जो मार्च 2010 के बाद से सबसे बड़ी गिरावट है। प्लैटिनम भी 5 फीसदी गिरावट के साथ 942.49 डॉलर प्रति औंस यानी करीब 21,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। प्लैटिनम में फरवरी 2005 के बाद यह सबसे बड़ी गिरावट है।



सरकार ने किसी के भी इस्तीफे की संभावना से किया इंकार

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संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष का टकराव तय नजर आ रहा है क्योंकि मानसून सत्र के एक दिन पहले बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में ललित मोदी और व्यापम घोटाले से जुडे विवादों को लेकर गतिरोध आज दूर नहीं हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी मुद्दों पर चर्चा की पेशकश की है । सरकार ने किसी के भी इस्तीफे की संभावना से साफ इंकार कर दिया । संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि किसी का अल्टीमेटम स्वीकारने का सवाल ही नहीं उठता । इस्तीफे का सवाल कहां से पैदा होता है ? सरकार की ओर से किसी केन्द्रीय मंत्री ने कोई गैर कानूनी या अनैतिक कार्य नहीं किया है ।

नायडू विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि प्रधानमंत्री मोदी यदि संसद का मानसून सत्र सुचारू रूप से चलाना चाहते हैं तो उन्हें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उनके पदों से हटाना चाहिए।

इस बीच प्रधानमंत्री ने राजनीतिक पार्टियों को याद दिलाया कि संसद को सुचारू रूप से चलाना साझा जिम्मेदारी है हालांकि सरकार को इसकी पहल करनी चाहिए । उन्होंने राजनीतिक दलों से सभी मुद्दों पर चर्चा का संसद के समय का सदुपयोग करने की अपील की । भूमि विधेयक पर प्रधानमंत्री ने सपा नेता राम गोपाल यादव की टिप्पणी से सहमति जतायी कि इस मुद्दे पर कोई आम सहमति नहीं है इसलिए इस मुददे के समाधान के लिए सरकार और विपक्ष को कुछ सामंजस्य बिठाना चाहिए ।

केजरीवाल के खिलाफ वारंट जारी

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दिल्ली के मुख्यमंत्री तथा आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अमेठी की एक अदालत ने वारंट जारी किया है। इस मामले में अगली सुनवाई आठ अगस्त को होगी। बीते लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अमेठी में कुमार विश्वास के पक्ष में प्रचार कार्यक्रम में आप के नेता अरविंद केजरीवाल ने मुसाफिरखाना की एक सभा में समुदाय विशेष के खिलाफ विवादित बयान दिया था। इस मामले में दिल्ली के सीएम के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया। 

इसी प्रकरण में आज कोर्ट में सुनवाई होनी थी, जिसमें केजरीवाल की उपस्थिति जरूरी थी। इसके बाद भी वो नहीं पहुंचे। उनके पेश न होने पर केजरीवाल के वकील आरपी सिंह के मोहलत मांगने पर अदालत ने अर्जी ठुकरा दी है। सीएम केजरीवाल की तरफ से एक महीने की मोहलत मांगी गई थी। अब कोर्ट ने केजरीवाल के खिलाफ वारंट जारी किया है। इस प्रकरण पर अगली सुनवाई आठ अगस्त को होगी। 

शिव की नगरी में भगवान जगन्‍नाथ का बमबम

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  • रथयात्रा मेले में हजारों श्रद्धालुओं ने खींचा भगवान जगन्नाथ की पालकी 
  • हाथी, घोड़े और बैंड बाजे की धुन पर नाचती-गाती महिलाएं थीं आकर्षण का केंद्र, सबमें थी रथ खींचने की ललक

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वाराणसी। (सुरेश गांधी ) कहते है भगवान की रथयात्रा को जिसने हाथ लगा दिया, उसे जीवन मरण के चक्र से मुक्ति मिल जाती है। शायद यही वजह है कि जब भगवान जगन्नाथ की पालकी सज-धजकर निकली तो सड़कों पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया। हर शख्स भगवाल जगन्नाथ के रथ को छूने को बेताब दिखा। बैंड-बाजे भक्ति धुन बजा रहे थे। रास्ते में रथयात्रा पर लोगों ने फूल भी बरसाए। रथ पर भगवान जगन्नाथ के अलावा बड़े भाई बलभद्र जी, बहन सुभद्रा आसीन थे। पुरी शहर की गलियों में नौ दिन तक चलने वाली इस यात्रा में शामिल होने के लिए देश भर से लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं। जबकि धर्म की नगरी काशी में भी कुछ इसी अंदाज में नजारा दिखा। पूरे शहर में भगवान जगन्नाथ की गूंज रही। जिस वक्त भगवान जगन्नाथ की पालकी यात्रा निकली लोग सड़कों पर उतर गए। 

भगवान जगन्नाथ जी की मूर्ति को उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की छोटी मूर्तियों को रथ में ले जाया जाता है और धूम-धाम से इस रथ यात्रा का आरंभ होता है। भगवान श्रीकृष्ण के अवतार जगन्नाथ की रथयात्रा का पुण्य सौ यज्ञों के बराबर माना जाता है। रथयात्रा में जगन्नाथ को दशावतारों के रूप में पूजा जाता है, उनमें विष्णु, कृष्ण और वामन और बुद्ध हैं। रथ यात्रा में सबसे आगे भाई बलराम का रथ होता है। यह रथ नीले रंग का प्रमुखता के साथ प्रयोग करते हुए सजाया जाता है। इसके बाद बहन सुभद्रा का रथ होता है। इस रथ को काले रंग का प्रयोग करते हुए सजाया जाता है। इस रथ यात्रा को बडी-बडी रस्सियों से खींचते हुए ले जाया जाता है। रथ निकालने के पीछे मान्यता है कि भगवान भक्तों से मिलने के लिए मंदिर छोड़ कर आज के दिन शहर के सड़कों पर भ्रमण के लिए निकलते हैं। कहा जाता है कि सुभद्रा अपनी ससुराल से द्वारिका आई थीं। उन्होंने अपने दोनों भाइयों से नगर-दर्शन की इच्छा व्यक्त की। बलराम और श्रीकृष्ण ने उन्हें एक रथ पर बैठा दिया। दोनों भाई भी अलग-अलग रथों पर सवार हो गए। सुभद्रा के रथ को बीच में रखा गया और फिर तीनों द्वारिकापुरी के दर्शन के लिए निकल पड़े। तब से ही ये रथयात्रा निकाली जा रही है। 200 साल पहले पुरी जगन्नाथ मंदिर के महंत अपने जीवन के आखिरी समय में काशी आ गए थे। उन्होंने जीवन भर सिर्फ भगवान का प्रसाद ही ग्रहण किया था। यहां आने के बाद भी उन्होंने इस सिलसिले को जारी रखा। वे प्रसाद न मिलने पर भूखे ही रह जाते थे। इसकी वजह से उनका स्वास्थ दिन पर दिन खराब होता चला गया। तब भगवान स्वयं यहां प्रकट हुए और उन्होंने अपने इस भक्त के लिए काशी में ही रहने का फैसला कर लिया। तब से यहां पर रथ यात्रा की परंपरा शुरू हो गई। हर साल बड़ी संख्या में भक्त यहां भगवान के दर्शन के लिए आते हैं। काशी में रथयात्रा की ये परम्परा पिछले कई दशकों से निभाई जा रही है। 

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अपने धाम से पालकी पर सवार होकर भगवान रथ पर आते है और अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ को पीले वस्त्र पसंद हैं, इसलिए इनका एक नाम पीतवास भी है। इनके रथ को पीले वस्त्रों से सजाया जाता है। देवी सुभद्रा का रथ काले और बलभद्र का रथ नीले रंग के वस्त्रों से सजाया जाता है। तीन दिन तक भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा यहीं रहते हैं। यहां तीन दिन तक इन मूर्तियों की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है। काशी में तीन दिनों तक चलने वाला रथयात्रा का मेला शुरू हो गया। काशी का यह मेला भी पूरी के भगवान जगन्नाथ के मेले जैसा ही होता है। यहां के भक्त भी जगन्नाथ की भक्ति में तल्लीन हैं। ऐसे में लक्सा स्थित बंगाली अशितोश हरदास आश्रम में खास तरीके से रथयात्रा निकाली जाती है। यहां पर चांदी के रथ में सोने से निर्मित भगवान जगन्नाथ विराजते हैं। पूरे विधि-विधान, मंत्रोच्चार के साथ स्वामी और भक्त रथ को अपने हाथों से खींचते हैं। उनका मानना है कि यहां की रथयात्रा काफी अलग होती है। यहां आकर शांति का अनुभव होता है। 

इसके अलावा चांदी का रथ और सोने से निर्मित भगवान को देखकर काफी अच्छा महसूस होता है। यात्रा के बाद भगवान को भोग लगाया जाता है। इसे बाद में प्रसाद के रूप में भक्तों में भी वितरित किया जाता है। पुरी में हाथी,घोड़े, ऊंट और गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकली। रथयात्रा में गोविंद जय-जय, गोपाल जय-जय... और हरे कृष्णा, हरे कृष्णा, कृष्णा-कृष्णा हरे-हरे, हरे रामा, हरे रामा, रामा-रामा, हरे-हरे... का घोष करते हुए लोग पूरे रास्ते नाचते-गाते चल रहे थे। तीखी धूप और उमस के बीच भी भक्तों का उत्साह चरम पर था। रथयात्रा के मार्ग में जगह-जगह भक्तों ने भगवान की आरती की और पुष्प वर्षा कर अपनी आस्था प्रकट की। रथ से भक्तों के बीच प्रसाद वितरण भी चल रहा था।

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (20 जुलाई)

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अब 30 फीसदी लगेगा वैट, पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर पांच फीसदी टैक्स बढ़ाने की तैयारी
  • खराब माली हालात से इनकम बढ़ाने का है दबाव, वित्त विभाग ने तैयार किया है इस बांरे में प्रस्ताव
  • सरकारी खजाने में आएगा 100 करोड़ कंा राजस्व

देहरादून, 20 जुलाई। सरकारी खजाने की खराब माली हालत को देखते हुए सरकार पर अब राजस्व बढ़ाने का दबाव है। सरकार इसके रास्ते तलाश रही है। सूत्रों का कहना है कि देखा जा रहा है कि किस तरह के किस कर में बढ़ोतरी करके इनकम बढ़ाई जा सकती है। बताया जा रहा है कि सरकार ने पेट्रो पदार्थों पर वैट 25 की बजाय 30 फीसदी की दर से वसूलने का फैसला किया। इस कदम से सरकार को सालाना एक सौ करोड़ की अतिरिक्त आय का अनुमान है। इसे कुप्रबंधन कहें या कुछ और। लेकिन एक कड़वी सच्चाई यह है कि सूबे के माली हालात बेहद खराब हैं। आलम यह है कि गैर योजनागत व्यय (सरकारी मुलाजिमों के वेतन-भत्तों आदि) अप्रत्याशित रूप से कुल बजट का 90 फीसदी तक पहुंचता दिख रहा है। इसके अलावा सरकार को पहले से लिए लोन आदि की किश्त और ब्याज का पैसा भी देना है। फिर केंद्र पोषित अन्य योजनाओं में भी राज्यांश देना है। ऐसे में सरकार के पास विकास कार्यों के लिए पैसा ही नहीं है। आने वाले समय में सरकारी मुलाजिमों को वेतन देने के भी लाले पड़ने की आशंका वित्तीय जानकार बता रहे हैं। बताया जा रहा है कि सरकार अब अपनी आय बढ़ाने के संसाधनों पर विचार कर रही है। देखा जा रहा है कि किन माध्यमों से कितना पैसा वसूला जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि सरकार ने सबसे पहले पेट्रोल और डीजल आदि पर वैट बढ़ाने का निर्णय लिया है। पड़ोसी राज्यों में पेट्रो पदार्थों पर वैट 30 फीसदी तक दर से वसूला जा रहा है। जबकि उत्तराखंड में यह पेट्रोल पर 25 और डीजल पर 21 फीसदी ही है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश की तुलना में उत्तराखंड पेट्रोल और डीजल दो से ढाई रुपये प्रति लीटर सस्ता है। सूत्रों का कहना है कि सरकार अब उत्तराखंड में पेट्रोल और डीजल पर 30 फीसदी की दर से वैट वसूलने की तैयारी है। वित्त विभाग ने इस बारे में प्रस्ताव तैयार कर लिया है। वित्त विभाग को अनुमान है कि वैट में पांच फीसदी की दर से बढ़ोतरी करके सरकारी खजाने में सालाना एक सौ करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व वसूला जा सकता है। बताया जा रहा है कि वित्ता विभाग के इस प्रस्ताव पर कैबिनेट की अगली बैठक में मुहर लग सकती है। वित्त विभाग के इस प्रस्ताव से भले ही सरकारी खजाने में एक सौ करोड़ रुपये जमा हो जाएं। लेकिन इसकी कीमत आम जनता को ही चुकानी होगी। पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी होने से अन्य वस्तुओं की कीमतों में भी इजाफा होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। व्यापारी माल भाड़ा बढ़ने का तर्क देकर कीमत में बढ़ोतरी करने से बाज नहीं आएंगे। इसी तरह यात्रा करना भी मंहगा हो जाएगा।

राकेश शर्मा की ताजपोशी को राज्य के लिये दुर्भाग्यपूर्ण: कौशल
  • प्रदेश के साथ होगा अन्याय: तीरथ रावत 

uttrakhand news
देहरादून,20 जुलाई। उत्तराखंड में मुख्य सचिव की कुर्सी को लेकर इन दिनों चर्चाओं का बाजार गर्म है. जहाँ एक ओर सरकार द्वारा अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा की मुख्य सचिव की कुर्सी पर ताजपोशी किये जाने की चर्चा आम है तो वहीँ दूसरी ओर राज्य में कार्य करने वाले तमाम समाज सेवी व बुद्धिजीवी अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा की ताजपोशी को राज्य के लिये दुर्भाग्यपूर्ण बता रहे हैं. समाजसेवी व रुलक के अध्यक्ष पद्यश्री अवधेश कौशल का कहना है कि उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक के उनका सेवा काल विवादित रहा है ओर उनकी छवि अच्छी नहीं है, उन्होंने तो यहाँ तक कहा कि उनके पास यहाँ तक जानकारी है की उन्होंने भ्रष्टाचार की कमाई से विदेशों तक में सम्पति की खरीद फरोख्त की है. उन्होंने कहा कि बहुगुणा सरकार के कार्यकाल के दौरान केदारनाथ आपदा में सबसे ज्यादा गड़बड़ी यदि किसी अधिकारी ने कि तो उसमे इनका नाम सबसे ऊपर आता है. उन्होंने कहा आपदा के दौरान हेलीकाप्टर से राहत एव बचाव कार्य में भी इनके द्वारा घोटाला किया गया. उन्होंने भाजपा ओर कांग्रेस दोनों दलों पर राज्य में भ्रष्टाचार और लूट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य बनने से लेकर आज तक राज्य में काबिज राजनीतिक दल इनके जैसे नौकरशाहों के हाथों नाचते रहे हैं. वहीं दूसरी ओर पर्यावरणविद व हेस्को के डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि राकेश शर्मा जैसे ब्यूरोक्रेट को राज्य का मुख्यसचिव बनाया जाना राज्य का दुर्भाग्य होगा. उन्होंने कहा कि हमारी लोकतान्त्रिक व्यवस्था में जो राजनीतिक दल जनता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरते हैं ऐसे में जनता की पास हर पांच वर्ष में राजनैतिक दलों के कार्य के मूल्यांकन करने का अधिकार प्राप्त है,लेकिन नौकरशाही के कुकृत्यों को तय करने का वर्तमान में कोई माप दंड नहीं है, यही कारण है कि जिस किसी राजनैतिक दल के ऐसे नौकरशाह जो सरकारों के पिट्ठूओं के रूप में होते हैं वही फलते फूलते है. उन्होंने कहा राजनीतिक दलों के साथ ब्यूरोक्रेट के कार्यो के मूल्याकन के लिये भी समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए. वहीं उत्तराखंड की पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार के सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भाजपा राकेश शर्मा को मुख्य सचिव बनाये जाने के मामले को कांग्रेस के खिलाफ मुद्दा बना कर सड़क से लेकर विधानसभा तक आन्दोलन करेगी. उन्होंने कहा उत्तराखंड का मुख्य सचिव उत्तराखंड के लिये काम करने वाला होना चाहिए ना कि घोटालों को अंजाम देने वाला. उन्होंने कहा सरकार किसी को भी मुख्य सचिव बनाए लेकिन जो भी बने व साफ सुथरी छवि वाला होना चाहिए. वहीं विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट का कहा कि ऐसे अधिकारी को राज्य के मुख्य सचिव की कुर्सी नहीं सौंपी जानी चाहिए जिसने राज्य व राज्यवासियों का अहित किया हो. वहीँ भारतीय जनतापार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तीरथसिंह ने कहा कि यदि राकेश शर्मा को प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया जाता है तो यहाँ प्रदेश के साथ अन्याय होगा उन्होंने कहा हो सकता है उनको बनाने से कांग्रसियों को रुपयों का फायदा हो लेकिन इससे प्रदेश का कोई फायदा नहीं होने वाला. उन्होंने कहा यदि कांग्रेस सरकार उन्हें मुख्यसचिव बनती है तो वे उनका प्रयोग आपदा घोटाले की लीपापोती में करेगी उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगते हुए कहा की कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार ओर भ्रष्टाचारियो की पोषक बनकर रह गई है और राज्य भ्रष्टाचार के दलदल में दिन प्रति  दिन फंसता जा रहा है.    

‘न्यूज इन द एज आॅफ डिजीटल इंडिया एंड सोशल मीडिया’ पर कार्यशाला आयोजित 
  • सुकब पब्लिक रिलेशन एवं टाइम्स आॅफ इंडिया गु्रप के संयुक्त तत्वावधान में किया गया आयोजन 

देहरादून, 20 जुलाई (निस)। सुकब पब्लिक रिलेशन एवं टाइम्स आॅफ इंडिया गु्रप के संयुक्त तत्वावधान में ‘न्यूज इन द एज आॅफ डिजीटल इंडिया एंड सोशल मीडिया’ विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में आमंत्रित अतिथियों और विषय विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। साथ ही प्रदेश के विकास में मीडिया की भूमिका को लेकर भी चर्चा की गई। देहरादून के एक होटल में ‘न्यूज इन द एज आॅफ डिजीटल इंडिया एंड सोशल मीडिया’ विषय पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि माननीय सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक एवं विशिष्ट अतिथि आनंद रावत महासचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यशाला के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए सुकब पीआर के मुख्य समन्वयक महेश खंखरियाल ने बताया कि उनका संस्थान लंबे समय से जन संपर्क के क्षेत्र में कार्यरत है। डिजीटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए इस तरह की कार्यशालाओं में विचारों का आदान-प्रदान किया जाना जरूरी है। माननीय सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कार्यशाला में अपनी बात रखते हुए कहा कि वर्तमान समय में सोशल मीडिया के प्रचलन के साथ धारणाओं में भी तेजी से बदलाव आया है। आज हर व्यक्ति अपनी भावनाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से व्यक्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि कुंभ 2010 के दौरान कुशल प्रबंधन के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया था, विश्व के करीब 8 देशों ने इस उपलब्धि के लिए अपनी संस्तुति भी दी थी, लेकिन उस समय शायद कहीं न कहीं सोशल मीडिया की कम सक्रियता के चलते यह सूचना समय पर नहीं मिल पाई। उन्होंने प्रधानमंत्री की डिजीटल इंडिया योजना को एक अहम पहल भी बताया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आनंद रावत महासचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस मौके पर कहा कि आज का युग सोशल मीडिया का युग है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया सूचनाओं और अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि समाज के हर क्षेत्र में आज सोशल मीडिया की अहमियत से इन्कार नहीं किया जा सकता है। कार्यशाला के मुख्य वक्ता इंडियन मीडिया सेंटर (आईएमसी) उत्तराखंड के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने अपने प्रस्तुतिकरण में सरकार की ओर से हाल ही शुरू की गई डिजीटल इंडिया योजना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज तकनीक में तेजी से बदलाव आ रहा है। इंटरनेट, स्मार्ट फोन समय की मांग है। सोशल मीडिया पर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा है। फेसबुक, ट्वीटर पर सूचनाओं के आदान-प्रदान से मीडिया के स्तर में भी बदलाव आ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को इस तकनीक से जोड़ने की राह मेें अभी कई चुनौतियां हैं जिन्हें दूर किया जाना जरूरी इस दौरान मुख्यमंत्री उत्तराखंड के सोशल मीडिया सलाहकार ओम प्रकाश सती बब्बन ने कहा कि समाज में आज अधिकांश लोग सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल कर रहे हैं। वर्तमान में सामाजिक, राजनीतिक और काॅर्पोरेट सेक्टर से जुड़े वर्ग में भी इस तकनीक का उपयोग बढ़ा है। यदि कुछ अपवादों को न गिनें तो सोशल डिजीटल मीडिया सभी उपभोक्ताओं के जीवन में सकारात्मक प्रभाव छोड़ चुका है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में यह बात भी बेहद महत्वपूर्ण है कि इस तकनीक का दुरप्रयोग रोकने के लिए बनाए गए साइबर कानून को भी प्रभावी किया जाए। कार्यशाला में ग्लोकल यूनिवर्सिटी के निदेशक डाॅ. योगेश प्रताप सिंह ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया संचार का एक प्रमुख साधन है। युवा वर्ग और शिक्षा के क्षेत्र में भी यह माध्यम अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। कार्यशाला के समापन पर अतिथियों को प्रतीक चिन्ह्  भी भेंट किए गए। इस मौके पर हुडको के उपमहाप्रबंधक संजय भार्गव, द इंडियन एकेडिमी के निदेशक मानवेन्द्र खण्डूड़ी, बाल मनोवैज्ञानिक डाॅ. सुरेन्द्र धालवाल, महासचिव आईएमसी रजनीश जुयाल, होप संस्था के निदेशक लाॅरेन्स, मीडिया के वरिष्ठ प्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे। 

आपदा राहत घोटाले को मुख्य सचिव की क्लीन चिट से उठ रहे सवाल, खुद ही कातिल, खुद ही मुंसिफ
  • कथित गड़बड़ी करने वाले सरकारी सिस्टम से ही करा ली गई जांच
  • लिपिकीय त्रुटि के नाम पर छोटे कर्मियों पर गाज गिराने की तैयारी

देहरादून, 20 जुलाई। सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मिली कथित घोटाले की जानकारी का यह हश्र पहले से ही तय माना जा रहा था। जांच का आदेश देते वक्त ही यह सवाल उठ रहा था कि कथित रूप से गड़बड़ी करने का आरोपी सरकारी सिस्टम क्या मुख्य सचिव को निष्पक्ष रिपोर्ट दे सकेगा। अब नतीजा सामने आया तो वही हुआ, जिसकी आशंका थी। मुख्य सचिव ने पूरे मामले में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं पाई है। हां, लिपिकीय त्रुटि के नाम पर छोटे कार्मिकों को सजा देना का रास्ता जरूर खोल दिया है। ऐसे में मुख्य सचिव का रिपोर्ट पर सवाल उठना लाजिमी है। इस कथित घोटाले के सामने आने के बाद से ही सरकार इसके पक्ष में दिख रही थी। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पहले रोज ही इसकी सीबीआई जांच से इंकार कर दिया तो कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने पहले कहा कि कोई एक्शन लेने से अफसरों का मनोबल गिरेगा। फिर बोले, भगवान भी उतर आए तो भी नहीं होगी सीबीआई जांच। बाद में विपक्ष ने शोर किया और मीडिया में हल्ला हुआ तो सीएम हरदा ने मामले की जांच मुख्य सचिव से कराने की बात की। सीएम हरदा की घोषणा के बाद से ही कहा जा रहा था कि रिपोर्ट में कुछ निकलने वाला नहीं है। कहा जा रहा था कि जिस सरकारी तंत्र ने कथित तौर पर गड़बड़ी की है, क्या वही सिस्टम अपनी खामी को किसी तरह से स्वीकार करेगा। मुख्य सचिव ने खुद तो मौके पर जाकर जांच की नहीं। अपने अधीनस्थ जिलाधिकारियों से ही इस मामले में रिपोर्ट मंगा ली। हो सकता है कि कथित गड़बड़ी के वक्त जिलों में दूसरे अफसर तैनात रहे हो, लेकिन क्या कोई अफसर अपने पूर्ववर्ती अफसर को फंसाने का काम करेगा। बस इसी आशंका के चलते पहले रोज से ही कहा जा रहा था कि मुख्य सचिव की रिपोर्ट में कुछ भी सामने आने वाला नहीं है। जाहिर है कि अगर कातिल को ही मुंसिफ बना दिया जाएगा तो उसे सजा कैसे मिल सकती है। शायद यही वजह है कि भाजपा मुख्य सचिव की इस जांच रिपोर्ट से कतई इत्तिफाक नहीं रख रही है।

तो एन. रविशंकर बनेंगे सीआईसी
आपदा राहत घोटाले को क्लीन चिट देने वाले मुख्य सचिव एन. रविशंकर के पुनर्वास की तैयारी सरकार ने कर ली है। बताया जा रहा है कि उन्हें सीआईसी यानि मुख्य सूचना आयुक्त पद पर तैनात करने की तैयारी कर ली गई है। मुख्य सचिव इसी माह की 31 तारीख को सेवा निवृत्त हो रहे हैं। पहले उन्हें तीन माह का सेवा विस्तार देने की योजना था। लेकिन बताया जा रहा है कि नए मुख्य सचिव के लिए राकेश शर्मा का नाम तय कर लिया गया है। अब एन. रविशंकर को मुख्य सूचना आयुक्त बनाने की तैयारी है। इस पद के लिए सरकार ने आवेदन पत्र मांगे हैं और बताया जा रहा है कि रविशंकर ने आवेदन दाखिल भी कर दिया है। भाजपा की ओर से भी इस बारे में कहा जा रहा है कि सरकार ने मुख्य सचिव ने क्लीन चिट लेने के लिए ही सीआईसी पद का सौदा किया है।

पूर्व मुख्यमंत्री बहुगुणा भी चित
सियासत के मंझे खिलाड़ी हरीश रावत ने अपने मुख्य सचिव से क्लीन चिट दिलवाकर पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की सियासत को भी चित कर दिया है। बहुगुणा लंबे समय से अपने एक खास को मंत्री पद दिलवाने का जोर लगा रहे हैं। इसी बीच यह राहत घोटाला मामला सामने आ गया। बताया जा रहा है कि सामने आईं तमाम गड़बड़ियां बहुगुणा के सीएम रहते ही हुईं हैं। कहा जा रहा है कि अगर जांच होती तो इसकी आंच बहुगुणा के दामन तक भी आ सकती थी। ऐसे में पूरे मामले को मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से क्लीन चिट दिलवाकर बहुगुणा पर एक अहसान भी कर दिया है। अब अहसान के बोझ तले दबे बहुगुणा शायद ही दबाव बनाने की स्थिति में आ सकें।

उत्तराखण्ड कौमी एकता की मिसालः हरीश रावत

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देहरादून, 20 जुलाई(निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत सोमवार को जनपद हरिद्वार के छापुर शेरअफगानपुर में ईद मिलन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सभी को ईद की शुभकामनाएं व बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह त्योहार हम सब के बीच मोहब्बत और आपसी भाईचारा बढ़ाता है। रमजान का पाक महीना इबादतों का महीना होता है, रोजा अफ्तारी के बाद सबके दिलों में खुशी भर जाती है। उन्होंने कहा कि सूबे की खुशहाली के लिए सभी धर्मोें के लोग सभी त्योहारों में सम्मिलित हो, जिससे सभी धर्मों में आपसी भाईचारा और सदभाव की भावना बनी रहे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड कौमी एकता की मिसाल है, इसलिए सभी त्यौहार होली, दीपावली, ईद में सभी धर्मों के लोग शामिल हो एवं सर्वधर्म समभाव की मिसाल को बनाये रखें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में होने वाले अर्द्ध कुम्भ एवं आगामी कांवड़ मेले के लिए श्रद्धालुओं की पूर्ण व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के गन्ने की फसल को हुए नुकसान का भुगतान शीघ्र किया जायेगा। शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए सरकारी स्कूलों में पायलेट प्रोजक्ट के तहत अंगे्रजी पढ़ाई जायेगी और बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा भी प्रदान की जायेगी। इस अवसर पर विधायक ममता राकेश, चैधरी राजेन्द्र सिंह, राव अफ्फाक अली, विरेन्द्र सिंह सैनी, मास्टर सतपाल, सुबोध राकेश, यशपाल राणा, मनोहर लाल शर्मा, मुफ्ती अब्दुल फारिक, मोहम्मद उमर, अब्दुल अजीज आदि उपस्थित थे।

सफाई व्यवस्था के सम्बन्ध में जन-जागरूकता अभियान चलायें

देहरादून, 20 जुलाई. (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सचिव शहरी विकास डी.एस.गब्र्याल को निर्देशित किया है कि नगर निगम देहरादून को शहर में साफ सफाई व्यवस्था रखने के लिए कुछ अतिरिक्त कूडेदान व छोटी जेसीबी मशीने यथाशीघ्र उपलब्ध कराई जाय। मुख्यमंत्री ने सचिव शहरी विकास को नगर निगम के माध्यम से शहर में सफाई व्यवस्था के सम्बन्ध में जन-जागरूकता अभियान भी संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकों को प्रेरित किया जाय कि वे कूड़े को यहां-वहां फेंकने के बजाय कूडे़दान में ही डाले। 

हिमाचल की विस्तृत खबर (20 जुलाई)

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उच्च षिक्षा में सुधार के लिए राज्यपाल श्री कल्याण सिंह के निर्देश, विष्वविद्यालय लागू करें मार्किंग स्कीम
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जयपुर , 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने राज्य के राजकीय विश्वविद्यालयों में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में पारदर्षिता सुनिष्चित करने के लिए कुलपतियों को मार्किंग स्कीम लागू करने के निर्देष दिये हैं। कुलपतियों को इस सम्बध में सोमवार को राजभवन से पत्र भेजे गये है। पत्र में श्री सिंह ने कहा है कि प्रत्येक प्रष्न का अपेक्षित उत्तर भी प्रष्न पत्र बनाते समय ही पेपर सेटर द्वारा तैयार करना होगा। मार्किंग स्कीम का यह भी हिस्सा होना चाहिए कि किसी प्रष्न के उत्तर में कौनसे व कितने तथ्य एवं स्टेप्स अपेक्षित हैं। इन निर्धारित एवं अपेक्षित तथ्यों और स्टेप्स के अंकित होने पर कितने अंक दिये जाने हैं, इसका भी स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए। जो तथ्य और स्टेप्स मिसिंग हो उन पर कितने अंक काटे जाने होंगे यह भी इस मार्किंग स्कीम में बताना होगा। कुलाधिपति श्री सिंह के निर्देशों के अनुसार उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्याकंन करने वाले परीक्षक को यह स्कीम उपलब्ध कराने के साथ ही परीक्षा समाप्ति पर वेब साइट पर भी सार्वजनिक करनी होगी ताकि छात्र अपने द्वारा दिये गये उत्तर के आधार पर अपने प्राप्तांको को आंकलन कर सके। कुलाधिपति श्री सिंह का मानना है कि इस प्रक्रिया से परीक्षार्थियों को बिना भ्रम में पडें उत्तर पुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन कराने के लिए निर्णय लेने में सहूलियत मिलेगी। इस व्यवस्था में परीक्षकों में उत्तरदायित्व की भावना का विकास, मनमानी एवं लापरवाही पर अंकुष तथा छात्रों को भी पुनर्मूल्यांकन में गुणवत्ता के आधार पर आवेदन करने के निर्णय में मदद मिलेगी। इस व्यवस्था से परीक्षाओं में शुचिता स्थापित होगी और विष्वविद्यालय तन्त्र में छात्रों का विष्वास बढ़ेगा। कुलाधिपति श्री सिंह ने इस व्यवस्था को वर्तमान सत्र से अनिवार्य रूप से लागू करने के लिये कुलपतियों को निर्देश दिये हैं। प्रचलित व्यवस्था में परीक्षकों के पास मूल्याकंन का कोई मॉडल नहीं होता है, प्रत्येक परीक्षक का दृष्टिकोण उत्तर को लेकर अलग-अलग होता है और एक ही प्रकार के उत्तर पर अलग-अलग परीक्षक अपने अपने दृष्टिकोण से अलग अलग मार्किंग कर देते हैं। इससे छात्रों को नुकसान होता है और न्यायसंगत अंक नहीं मिल पाता। अब लागू की जाने वाली मार्किंग स्कीम में परीक्षकों पर अपने एकांगी नजरिये से अंक देने की परम्परा पर अंकुष लग जायेगा और एक समान पैमाने पर अंक दिये जाने से छात्रों को गुणवत्तापरक एवं स्वस्थ प्रतिस्पर्धात्मक अंक प्राप्त होंगे। उच्च षिक्षा में सुधार के लिए कुलाधिपति श्री सिंह ने एक अभियान शुरू कर रखा है। ‘प-आठ‘ के रूप में विष्वविद्यालयों में प्रवेष से लेकर पदक तक के आठ सोपानों के दिषानिर्देष पहले ही जारी किये जा चुके हैं। कुलाधिपति ने अब इनमें से प्रत्येक पर माइक्रो प्लानिंग की शुरूआत की है। इस कड़ी में उत्तर पुस्तिकाओं का परीक्षण एवं मूल्यांकन उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।

डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा 27 जुलाई से 8 अगस्त तक: मोख्टा

धर्मशाला, 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । विश्वभर के बच्चों में डायरिया अथवा दस्त रोग से मृत्यु दर के आंकडों पर लोग अपनी सचेतना एवं स्वच्छता से नियंत्रण कर सकते हैं। यह उद्गार अतिरिक्त उपायुक्त सुदेश मोख्टा ने आज जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रकट किए। उन्होंने जिला वासियों से जल जनित रोगों के प्रति सचेत रहने का आग्रह करते हुये कहा कि साफ-सफाई पर खास ध्यान रखें ताकि बरसात के मौसम में किसी भी प्रकार की बीमारी से जूझना न पड़े। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि पेयजल के प्रदुषित होने से आन्त्रशोध व डायरिया इत्यादि बीमारियों के फैलने की सम्भावना प्रबल हो जाती है। जो बच्चों को अधिक प्रभावित करती है। इससे बचाव के लिए आवश्यक है कि आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखा जाये। उन्होंने बताया कि जिला में 27 जुलाई से 8 अगस्त, 2015 तक डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। इस विशेष अभियान के तहत जिला के विभिन्न क्षेत्रों में आशा-वर्कर व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ओआरएस घोल को वितरित करेगी। क्षेत्र में किसी भी स्तर पर डायरिया रोग से ग्रस्त बच्चों को उचित निदान के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रवेश हेतु प्रेरित करेगी तथा शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों की पहचान करेगी। मोख्टा ने कहा कि स्कूली स्तर पर अध्यापकों द्वारा बच्चों को शारीरिक सफाई के लिए जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डायरिया जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए संबंधित विभागों के अधिकारी तत्पर हैं। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी पेयजल योजनाओं तथा जल स्त्रोतों की सफाई व क्लोरीनिकरण एवं ब्लीचिंग पाऊडर डालने की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है ताकि मानसून मौसम के चलते प्रदुषित जल की सम्भावनाओं को कम करके जल जनित रोगों पर नियंत्रण रखा जा सके। उन्होंने कहा कि आन्त्रशोध, डायरिया या संबंधित बीमारियों के लक्षणों के आभास होते ही रोगी को समीप के स्वास्थ्य संस्थान में स्वास्थ्य निरीक्षण अथवा उपचार के लिए ले जाना चाहिये। डायरिया, आन्त्रशोध इत्यादि जल-जनित बीमारियों के उपचार के लिए जिला के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में जीवन रक्षक औषधियां उपलब्ध करवाई जा रही है, ताकि इन रोगों के फैलने की सम्भावनाओं पर नियंत्रण रखा जा सके।  बैठक में एमओएच डॉ. राजेश गुलेरी, जिला टीकाकरण अधिकारी, डॉ. चित्रा कौशल, डॉ. राजेश कुमार सूद, डॉ. पल्लवी, डॉ. गुरमीत कटोच सहित जिला कांगड़ा के बीएमओ तथा समस्त विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

विधानसभा अध्यक्ष ने आईमा व कलंूड पंचायतों में सुनी लोगों की समस्याएं 

धर्मशाला, 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । जिला कांगड़ा तथा चम्बा में जर्मन सरकार तथा जर्मन विकास बैंक के सहयोग से 310 करोड़ रुपये की हिमाचल प्रदेश फॉरेस्ट इकोसिस्टम क्लाईमेट प्रूफिंग परियोजना की स्वीकृति तथा वन्य प्राणी क्षेत्रों की सीमाओं का युक्तिकरण कर लगभग एक लाख से अधिक लोगों को इसका लाभ प्रदान किया गया है। यह जानकारी विधानसभा अध्यक्ष श्री बृज बिहारी बुटेल ने जन सम्पर्क कार्यक्रम के तहत आज ग्राम पंचायत आईमा व कलूंड में जन समूह को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि पिछले अढ़ाई वर्षों में सरकार ने 4600 बस्तियों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा प्रदान की है वहीं प्रदेश में पानी की कमी से जूझ रहे क्षेत्रों में 3254 हैण्ड़पंप स्थापित कर पानी की कमी को दूर किया गया है। बुटेल ने बताया कि सरकार द्वारा राजीव डिजिटल योजना के तहत 10वीं व 12 वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को 2013-14 में पांच हजार नेटबुक/ लैपटॉप तथा वर्ष 2014-15 में 7500 नेटबुक/ लैपटॉप प्रदान किये गये जबकि चालू वित्त वर्ष में मेधावी विद्यार्थियों को 10 हजार नेटबुक/लैपटॉप प्रदान किये जा रहे हैं। प्रदेश में 750 नये सरकारी स्कूल खोले गये हैं अथवा स्तरोन्नत किये गये हैं जिनमें 326 माध्यमिक विद्यालयों को उच्च विद्यालयों में तथा 284 उच्च विद्यालयों को वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में स्तरोन्नत किया गया है। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के अन्र्तगत 21 नये महाविद्यालय खोले गये हैें तथा प्रत्येक महाविद्यालय के लिए प्रथम चरण में प्रति महाविद्यालय पांच-पांच करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि सबको खाद्य सुरक्षा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से राज्य के लगभग 37 लाख लोगों हेतु राजीव गांधी अन्न योजना आरम्भ की गई है। इस योजना के अन्तर्गत प्रत्येक लाभार्थी को प्रतिमाह दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से तीन किलोग्राम गेहुं और तीन रुपये प्रति किलोग्राम की दर से दो किलोग्राम चावल उपलब्ध करवाए जा रहे हैं तथा सभी बी0 पी0 एल0 परिवारों को प्रतिमाह 35 किलोग्राम राशन प्रदान किया जा रहा है। आम जनता को खाद्य वस्तुओं की मुल्य वृद्धि के प्रभाव से बचाने के लिए खाद्य उपदान योजना को जारी रखते हुए सभी राशन कार्ड धारकों को उपदानयुक्त दरों पर तीन दालें, दो खाद्य तेल तथा आयोडीन युक्त नमक उपलब्ध करवाने पर गत दो वर्षों में 457 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इस योजना के अन्तर्गत इस वर्ष 210 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बुटेल ने आईमा व कलूंड के लोगों की समस्याओं को सुना। जिसमें से अधिकतर समस्याओं का मौके पर निपटारा कर दिया गया तथा शेष समस्याओं को संबंधित विभागों के अधिकारियों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर आईमा के प्रधान ओंकार चंद, उप-प्रधान अजीत नाग, समिति के सदस्य त्रिलोग चंद, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मदन दीक्षित, रोशन लाल, मनू देवी, मुकेश कौंडल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

23 जुलाई को बिजली बंद

धर्मशाला, 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । बगली फीडर विद्युत की उच्च क्षमता के लाईनों के उचित रख-रखाव व मुरम्मत के कारण इस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव बगली, पुराना मटौर, अनसोली, चैतडू, सराहा, सकोह, ढगवार, मनेड़ इत्यादि में 23 जुलाई को प्रात: 10 बजे से 5 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल नं0 प्प् के विशाल पत्रवाल ने बताया कि कार्य समाप्ति तक बिजली बंद रहेगी। उन्होंने लोगों से सहयोग के लिए अपील की है कि मौसम के खराब होने के कारण यह कार्य अगले दिन किया जाएगा। 

परिवहन मंत्री जी. एस. बाली 22 जुलाई से जिला के प्रवास पर

धर्मशाला, 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । परिवहन, तकनीकी शिक्षा व खाद्य आपूर्ति मंत्री श्री जी. एस. बाली 24 जुलाई को प्रात: 11:30 पर चंगर क्षेत्र के शरोत्री में नव निर्मित आईटीआई भवन को प्रशिक्षणार्थियों के लिए समर्पित करेंगे तथा जन सभा को भी संबोधित करेंगे। यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि परिवहन मंत्री इस दिन प्रात: 10 बजे ग्राम पंचायत धलंू के रिन्ना में पुस्तकालय भवन का शिलान्यास भी करेंगे। इससे पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री 21 व 22 जुलाई को नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में जन समस्याओं की सुनवाई करेंगे। तकनीकी शिक्षा मंत्री 25, 26 व 27 जुलाई को भी विधानसभा क्षेत्र में रह कर लोगों की समस्याओं का निवारण करेंगे।

एक वर्षीय औद्यानिकी प्रौद्योगिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (स्वरोजगार) के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित

ऊना, 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । डॉ0 यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में सत्र 2015-16 के लिए एक वर्षीय औद्यानिकी प्रौद्योगिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम (स्वरोजगार) के लिए साधारण कागज पर आवेदन पत्र आमन्त्रित किए गए हैं। यह जानकारी देते हुए निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ0 यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी डॉ0 एन0बी0 सिंह ने बताया कि जिला ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर से संबंधित आवेदकों के लिए औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय हमीरपुर नेरी में 20 सीटों निर्धारित की गई हैं। उन्होने बताया कि प्रवेश हेतु आवेदन पत्र साधारण कागज पर संबंधित सह निदेशक/प्रभारी के कार्यालय में 3 अगस्त 2015 तक पहुंच जाने चाहिए। साक्षात्कार 12 अगस्त 2015 को प्रात: साढ़े दस बजे सह निदेशक/प्रभारी औद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय हमीरपुर नेरी के कार्यालय में लिया जाएगा। इसी तरह जहां कांगडा जिला की 20 सीटों के साक्षात्कार क्षेत्रीय औद्यानिकी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र, जाच्छ कांगडा में होगा तो वहीं कुल्लू, मंडी और लाहौल के आवेदकों का साक्षात्कार क्षेत्रीय औद्यानिकी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र,बजौरा कु ल्लू, किन्नौर व स्पिती के अभ्यर्थियों का साक्षात्कार क्षेत्रीय औद्यानिकी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र, शारबो किन्नौर तथा शिमला, सोलन व सिरमौर जिले की राजगढ़ व पच्छाद तहसील के आवेदकों के साक्षात्कार क्षेत्रीय औद्यानिकी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र, मशोबरा शिमला में क्रमश: 20-20 सीटों के लिए होंगें। जबकि सिरमौर तथा सोलन जिले की तहसील नालागढ़ व जिला चंबा की क्रमश: 15-15 सीटों के लिए साक्षात्कार क्रमश: क्षेत्रीय औद्यानिकी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र, धौलाकुंआ सिरमौर तथा कृषि विज्ञान केन्द्र चंबा सरू में लिए जाएंगें। उन्होने बताया कि इस एक वर्षीय पाठयक्रम के लिए उम्मीदवार कम से कम दसवीं या समकक्ष स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण किया हो, आयु 17 से 30 वर्ष के मध्य हो तथा फल, सब्जी, फूल, खुम्ब उत्पादन व मौन पालन को बतौर व्यवसाय बनाना चाहता हो और कृषक परिवार से संबंध रखता हो। उन्होने बताया कि इस एक वर्षीय पाठयक्रम के लिए 15 प्रतिशत पद अनुसूचित जाति, साढ़े सात प्रतिशत अनुसूचित जनजाति तथा 15 प्रतिशत पद महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित होंगें। साक्षात्कार के समय उम्मीदवार को समस्त मूल प्रमाण पत्र तथा इनकी एक-एक प्रतिलिपि साथ लानी होगी। साक्षात्कार के लिए कोई अलग से सूचना नहीं दी जाएगी तथा प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षार्णी को किसी प्रकार का भत्ता देय नहीं होगा। जबकि ठहरने व रहने की जिम्मेवारी स्वयं प्रशिक्षणार्थी की होगी। 

प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम 23 जुलाई को गगरेट में

ऊना, 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम के अन्तर्गत 23 जुलाई 2015 को प्रात: साढ़े 10 बजे विश्राम गृह गगरेट में एक शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर की अध्यक्षता उपायुक्त ऊना अभिषेक जैन करेंगें।  यह जानकारी सहायक आयुक्त विशाल शर्मा ने दी।

हरियाली के लिए तीस हजार हेक्टेयर में पौधारोपण : राणा
  • पटलांदर में वन श्रमिक कुटीर का किया लोकार्पण      
  • पटलांदर में आधुनिक तकनीक से बनेगा सामुदायिक भवन

हमीरपुर, 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । । राज्य में हरित आवरण को बढ़ाने के लिए अढ़ाई वर्षों में तीस हजार हेक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण किया गया है तथा विभिन्न स्कीमों के तहत 92 लाख औषधीय पौधे लगाए गए हैं ताकि हिमाचल में सही तरीके से पर्यावरण का संरक्षण किया जा सके। यह जानकारी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने सोमवार को सुजानपुर उपमंडल के लाहड़ू में पांच लाख बीस हजार की लागत से निर्मित वन श्रमिक कुटीर का लोकार्पण करने के उपरांत एक जनसभा को संबोधित करते हुए दी। इस वन श्रमिक कुटीर का शिलान्यास गत वर्ष सितंबर माह में किया गया था जो कि एक वर्ष से भी कम समय में निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने टीडी नीति को स्थानीय लोगों की आकांक्षाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप संशोधित कर अधिसूचित किया गया है जिसके तहत बर्तनदारों को नया घर बनाने के लिए पंद्रह वर्षों में एक बार सात घन मीटर तथा पुराने घर की मरम्मत हेतु पंाच वर्षों में एक बार तीन घन मीटर लकड़ी उपलब्ध करवाई जा रही है ताकि जरूरतमंद ग्रामीण लाभांवित हो सकें। राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत अढ़ाई वर्षों में 22 करोड़ की राशि व्यय करके पंद्रह हजार हेक्टेयर वन भूमि को लैंटाना मुक्त किया गया है। इस वर्ष 19 करोड़ की राशि व्यय करके 12 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को लैंटाना मुक्त किया जाएगा। राजेंद्र राणा ने कहा कि सुजानपुर में भी वनीकरण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं तथा विभागीय अधिकारियों को छायादार पौधारोपण के लिए विशेष बल देने के दिशा निर्देश दिए गए हैं इसके अतिरिक्त स्कूलों में इको क्लबों के माध्यम से भी बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ पौधारोपण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। राजेंद्र राणा ने कहा कि पटलांदर में आधुनिक तकनीक से युक्त सामुदायिक भवन निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को एस्टीमेट तैयार करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं इससे पहले उहल के लिए विश्राम गृह के लिए बजट का प्रावधान किया जा चुका है जबकि टौणी देवी में पार्किंग निर्मित करने के लिए भी एस्टीमेट तैयार सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है ताकि टौणी में लोगों को पार्किंग की बेहतर सुविधा मिल सके। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य लेखराज, कैप्टन सुरेंद्र, जिला वन अधिकारी आरसी गोमा, शक्ति चंद, डा आशोक, बीडीओ संजीव ठाकुर, राजेंद्र वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।

हमीरपुर शहर में नालियों से हटाया अतिक्रमण, जिला प्रशासन की मुहिम रंग लाई, दुकानदारों ने दिया सहयोग

हमीरपुर, 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । हमीरपुर शहर में अतिक्रमण हटाने की जिला प्रशासन की मुहिम एक बार फिर पूरी तरह से सफल रही है, इस मुहिम के तहत जिला प्रशासन की ओर से 27 दुकानदारों को नालियों पर अतिक्रमण करने पर नोटिस जारी किए गए थे जिसमें सोमवार तक की मोहलत अतिक्रमण हटाने के लिए दी गई थी, निर्धारित समय में 26 दुकानदारों ने नालियों से अतिक्रमण हटा लिया गया है। यह जानकारी उपमंडलाधिकारी डा चांद प्रकाश शर्मा ने देते हुए बताया कि सोमवार को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने शहर का औचक निरीक्षण किया गया तथा इस दौरान 26 दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण हटाने की रिपोर्ट भी दी गई है जबकि एक दुकानदार को देरी से नोटिस मिलने के कारण एक दिन का अतिरिक्त समय दिया गया है। उपमंडलाधिकारी डा चांद प्रकाश शर्मा ने अतिक्रमण हटाओ मुहिम में दुकानदारों का पूरा सहयोग मिलने पर उनका आभार भी व्यक्त किया गया है। एसडीएम ने कहा कि हमीरपुर शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने में प्रत्येक नागरिक का योगदान जरूरी है तथा इसी कड़ी में जिला प्रशासन ने पहले चरण में हमीरपुर के मुख्य बाजार में अतिक्रमण हटाओ मुहिम का आगाज किया गया जिसमें मुख्य बाजार में अवैध तौर पर रेहड़ी फहडिय़ों को हटाया गया तथा सभी बाजार में रेहड़ी फहड़ी के लिए येलो लाइन भी चिह्न्ति की गई जिसमें तीन बाई छह फुट की जगह पंजीकृत रेहड़ी फहड़ी वालों के लिए उपलब्ध करवाई गई है। उपमंडलाधिकारी ने कहा कि शहर का निरीक्षण नियमित तौर पर किया जाएगा और कोई दुकानदार दूसरी बार अतिक्रमण करते हुए पाया गया तो दस हजार का चालान करने का भी प्रावधान किया गया है इससे अतिक्रमण पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सकता है। हमीरपुर के नागरिकों ने भी जिला प्रशासन की अतिक्रमण हटाओ मुहिम का स्वागत किया गया। इसी तरह से नादौन, बिझड़ तथा बड़सर, मैहरे, भोरंज में भी बाजारों से अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान आरंभ करने के दिशा निर्देश उपमंडलाधिकारियों को दिए जा चुके हैं तथा जिला प्रशासन द्वारा इसकी नियमित तौर पर समीक्षा भी सुनिश्चित की जा रही है ताकि अतिक्रमण पर पूर्णतय अंकुश लगाया जा सके।
   
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना में दिहाड़ीदारों को मिलेगी सुविधा : लखनपाल
  • मुख्य संसदीय सचिव ने मैहरे में सुनीं लोगों की समस्याएं, हमीरपुर जिला में 22717 को मिल रही है सामाजिक सुरक्षा पेंशन

हमीरपुर, 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के दायरे में नहीं आने वाले दिहाड़ीदारों, अंशकालिक कार्यकर्ताओं, आंगनाबड़ी कार्यकर्ताओं तथा मिड डे मील कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री राज्य स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत लाया जा रहा है जिसमें उन्हें सामान्य एवं गंभीर बीमारियों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। यह जानकारी मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने सोमवार को मैहरे में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत दी। मुख्य संसदीय सचिव इंद्र दत्त लखनपाल ने कहा कि वर्तमान सरकार ने  समाज के गरीब तथा निर्धन वर्ग के लोगों को राहत प्रदान करने के लिए अनेकों कार्यक्रम एवं योजनाएं कार्यान्वित की जा रही है ताकि निर्धन वर्ग का जीवन यापन बेहतर हो सके।  उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 550 रूपये से बढ़ाकर छह सौ रूपये किया गया है, इसी तरह से अस्सी वर्ष से अधिक आयु के वृद्वजनों को 1100 रूपये प्रतिमाह की दर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है। इंद्र दत्त लखनपाल ने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत विधवाओं, अपंग, वृद्वजनों तथा कुष्ठ रोगियों को सरकार की तरफ से प्रतिमाह पेंशन देने का प्रावधान किया गया है इसमें ऐसे व्यक्ति जिनका कोई भी आय का स्रोत नहीं है तथा वार्षिक आमदनी पैंतीस हजार से कम है, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लिए पात्र माने गए हैं जबकि अस्सी वर्ष से आयुवर्ग वृद्वजनों के लिए आय की न्यूनतम आय की सीमा निर्धारित नहीं की गई, ऐसे सभी वृद्वजन जिनकी आयु सीमा अस्सी वर्ष से अधिक है तथा अन्य कोई पेंशन नहीं ले रहे हैं उन के लिए सरकार की तरफ से प्रतिमाह 1100 रूपये की सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है। लखनपाल ने कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, शारीरिक रूप से विकलांग तथा आर्थिक तौर पर पिछड़े समस्त वर्गों के उत्थान हेतु सरकार ने अनेकों कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं तथा हमीरपुर जिला में समाज कल्याण विभाग के माध्यम से चालू वित वर्ष में 23333 लोगों को लाभांवित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 22717, गृह निर्माण अनुदान योजना के तहत 182 पात्र लोगों को गृह निर्माण के लिए 75-75 हजार की राशि, अनुवर्ती कार्यक्रम के तहत 484, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के तहत 150 पात्र लोगों को लाभांवित किया जाएगा इसके अतिरिक्त अंतरजातीय विवाह पुरस्कार, तकनीकी शिक्षा में अपंग छात्रों को छात्रवृति इत्यादि का भी प्रावधान किया गया है। 

विकलांगता जांच हेतु अंब, गगरेट, हरोली, बंगाणा व ऊना में लगेंगें स्वास्थ्य जांच शिविर 

ऊना   , 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । जिला ऊना में ऐसे विकलांगजन जिनकी अभी तक विकलांगता जांच नहीं हो सकी है तथा जिन्हे विकलांगता प्रमाण पत्र जारी नहीं हुए हैं। ऐसे विकलांगजनों की चिकित्सीय जांच एवं विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करने हेतु तहसील स्तर पर चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए जिला कल्याण अधिकारी ऊना शशी बिजलवान ने बताया कि 22 जुलाई को बीडीओ कार्यालय अंब, 24 जुलाई को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गगरेट, 29 जुलाई को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हरोली, 31 अगस्त को ब्लॉक समिति हॉल बीडीओ कार्यालय बंगाणा तथा 7 अगस्त, 2015 को प्रेम आश्रम ऊना में यह शिविर  प्रात: 10 बजे से लगाए जाएंगें। उन्होने बताया कि इन शिविरों में सभी विकलांगजनों की चिकित्सा जांच जिला चिकित्सा बोर्ड द्वारा की जाएगी। शिविर में भाग लेने के लिए आवेदक को दो पासपोर्ट आकार की फोटो, आधार कार्ड व राशन कार्ड की छाया प्रतियां साथ लानी होगी। जिला कल्याण अधिकारी ने बताया कि शिविरों में चिकित्सीय जांच के साथ-साथ अनुसूचित जाति, अन्य पिछडा वर्ग एवं अल्पसंख्यक मामले के विभाग के माध्यम से विकलागजनों के कल्याणार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं एवं अधिनियमों की जानकारी भी प्रदान की जाएगी।

उद्योग मंत्री ने अवैद्यानंद कुटिया बीटन में सामुदायिक भवन के लिए 10 लाख दिए
           
ऊना ,   , 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने आज बीटन स्थित अवैद्यानंद जी महाराज भूरीवाले की कुटिया में आयोजित सालाना समागम में शिरकत की और यहां सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए 10 लाख रूपए देने का एलान किया। उन्हें इस अवसर पर कुटिया की ओर से शाल व स्मृति चिंह प्रदान करके समानित भी किया गया। उद्योग मंत्री ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं के बीच बैठकर प्रवचन भी सुने। उनके साथ इस अवसर पर केसीसी बैंक के निदेशक जोगराज जोगा, सामान्य उद्योग निगम के निदेशक पवन ठाकुर, बीडीसी सदस्य सतनाम भाटिया, बीटन के प्रधान चमन बीटन, पूर्व प्रधान सेवानाथ , सिंगा के पूर्व प्रधान सुरेन्द्र चड्ढा, उपप्रधान चंद्रकात, एसडीएम विजय राय, डीएसपी अमित शर्मा व खंड विकास अधिकारी भी उपस्थित थे। 

कुलदीप कुमार भरवाईं व अंब में जन समस्याएं सुनेंगे
           
ऊना 20 जुलाई  (विजयेन्दर शर्मा) । वित्त आयोग के अध्यक्ष व चिंतपूर्णी के विधायक कुलदीप कुमार आने दो दिवसीय प्रवास के दौरान 22 जुलाई को प्रात: 10 बजे भरवाईं स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह व 23 जुलाई को प्रात: 10 अजे अंब के विश्राम गृह में लोगों से रूबरू होंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। यह जानकारी उनके निजी सचिव ने आज यहां दी। 
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