आबकारी घोटाले में इस्तीफा दें मुख्यमंत्री हरीष रावत: सतपाल महाराज
देहरादून, 22 जुलाई(निस)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सदस्य भाजपा राश्ट्रीय कार्यकारिणी सतपाल महाराज ने आज एक बयान में मुख्यमंत्री हरीष रावत के सचिव मौ षाहिद का स्टिंग आने पर उनसे इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि आबकारी घोटाले की सी.बी.आई. जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे सिद्ध होता है कि उŸाराखण्ड सरकार भ्रश्टाचार में लिप्त है और घोटाले पर घोटाले किये जा रही है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री महाराज ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री यह कह कर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते कि आबकारी के लिए पाॅलिसी बना ली गई है। सच्चाई यह है कि सी.डी. पहले बन गई थी और पाॅलिसी बाद में बनी है। मुख्यमंत्री गलत बयानी करके जनता को गुमराह न करें अपितु पूरे प्रकरण की सी.बी.आई से जांच करवाएं। भाजपा राश्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सतपाल महाराज ने कहा कि सी.बी.आई. सी.डी. का सत्यापन करे और मुख्यमंत्री इस्तीफा दें। इस सी.डी. में उनके सचिव के साथ रणजीत रावत व हरपाल का भी नाम है। मुख्यमंत्री बताएं की बिना आग के धुंआ कहां निकलता है। राज्य में भू-माफिया, खनन माफिया तो पहले से ही सक्रिय हैं और अब आबकारी में घोटाला इंगित करता है कि उŸाराखण्ड की कांग्रेस सरकार को जनता से कोई सरोकार नहीं सरकार सिर्फ पैसा बनाने व राज्य को लूटने में लगी हुई है। आबकारी घोटाले की तत्काल प्रभाव से सी.बी.आई. जांच की मांग करते हुए महाराज ने मुख्यमंत्री हरीष रावत से इस्तीफे की मांग की।
सूचना आयुक्तों की नियुक्ति रद्द करें: लखेड़ा
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। उत्तराखण्ड क्रांति दल ने प्रदेश सरकार पर सूचना आयुक्तों की फौज बढ़ाने का आरोप लगाया है और कहा है कि 13 जनपदों के इस छोटे से राज्य मंे 6 सूचना आयुक्तों की क्या जरूरत है। इस पर भी सरकार को गंभीरता से सोचना चाहिए। दल के मीडिया प्रभारी मनमोहन लखेड़ा ने एक बयान मंे कहा कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति बेहद खराब है। विकास कार्यो पर लगने वाला पैसा सरकार की कुनीतियों की वजह से नेताओं व अफसरों के ऐशो आराम मंे खपाया जा रहा है। 13 जनपदों के उत्तराखण्ड में 6 सूचना आयुक्तों की फौज खड़ी करने के पीछे सरकार को अपनी मंशा आम जनता के सामने रखनी चाहिए। लखेड़ा ने कहा कि पं0 नारायण दत्त तिवारी की सरकार के समय पूरे प्रदेश में एक ही सूचना आयुक्त आर0एस0 टोलिया ने सूचना आयोग का कामकाज संभाला था लेकिन उसके बाद आयी सरकारों ने अपने-अपने चेहतों को लाभ पहुंचाने के लिए उत्तराखण्ड में सूचना आयुक्तों की फौज खड़ी कर सरकारी खजाने को लुटवाने का काम शुरू कर दिया। भाजपा-कांग्रेस की सरकारों ने बारी-बारी से अपने-अपने चेहतों को सूचना आयुक्तों के पदों पर बैठाने की होड़ मचाकर प्रदेश की वित्तीय स्थिति को कमजोर करने का काम किया है। उत्तराखण्ड क्रांतिदल ने सरकार को चेताया है कि वह प्रदेश की कमजोर वित्तीय स्थिति को देखते हुये सूचना आयुक्तों की नियुक्ति रद्द करें।
साधारण व्यक्तियों के लिए सस्ती रसोई की योजना प्रारम्भ की जाएगीः सीएम
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। राज्य में साधारण व्यक्तियों के लिए सस्ती रसोई की योजना प्रारम्भ की जाएगी। बुधवार को बीजापुर में इसके संबंध बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने निर्देश दिए कि विशेष रूप से गरीबों को सस्ता, पोष्टिक भोजन उपलब्ध करवाने के लिए सस्ती रसोई की योजना शुरू की जाए। इसकी शुरूआत माॅडल के तौर पर देहरादून से की जाए। एमडीडीए इसका नोडल विभाग होगा। इसके तहत मात्र 20 रूपए में थाली उपलब्ध करवाई जाएगी। रसोई का संचालन महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से किया जाए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि घंटाघर स्थित एमडीडीए काम्प्लेक्स में रसोई प्रारम्भ की जाए। शहर के मध्य स्थित इस काम्प्लैक्स में पर्याप्त स्थान होने से साफ-सफाई रह सकती है। यहां पानी की व्यवस्था जलसंस्थान व बिजली की व्यवस्था यूपीसीएल द्वारा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि माॅडल के तौर पर योजना के सफल रहने पर अन्य स्थानों पर भी सस्ती रसोई प्रारम्भ की जाएंगी। एक अन्य बैठक में मुख्यमंत्री श्री रावत ने प्रदेश में रसोई गैस की उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जल्द ही कांवड़ मेला होने वाला है। गैस कम्पनियां पहले से ही इसके लिए तैयार रहें। वे गैस सिलेण्डरों का स्टाॅक रखें। जीएमवीएन व केएमवीएन पर्वतीय क्षेत्रों में सर्वे कर नए वितरण पाॅइन्ट बनाएं। अगले तीन माह में जीएमवीएन व केएमवीएन ‘मेरा गांव मेरा धन’ योजना के तहत 100-100 नए पाॅइन्ट बनाएं। दोनों संस्थान काॅमर्शियल एटीट्यूड लाएं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने गैस कम्पनियों को कहा कि बेकलाॅग को जल्द से जल्द समाप्त किया जाए। भारत सरकार द्वारा गैस उपभोक्ताओं को वर्ष में 12 सब्सिडी वाले सिलेंडर की सुविधा प्रदान है। इसलिए कम्पनी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कम से कम इतने सिलेण्डर तो उपभोक्ताओं को अवश्य मिलें। आईओसी के वीके सुन्द्रियाल ने आश्वस्त किया कि 10 दिन में गैस सिलेण्डर का बैकलाॅग जीरो कर दिया जाएगा। इस अवसर पर गृह मंत्री प्रीतम सिंह, मुख्य सचिव एन रविशंकर, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव राधा रतूड़ी, डा.उमाकांत पंवार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
बदरीनाथ व गंगोत्री हाईवे मलबा आने से अवरुद्ध
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। लगातार बारिश से समूचे उत्तराखंड में लोगों की दुश्वारियां बढ़ती जा रही है। बदरीनाथ व गंगोत्री हाईवे फिर से मलबा आने से अवरुद्ध हो गया। हालांकि केदारनाथ, बदरीनाथ, हेमकुंड, यमुनोत्री यात्रा जारी है। वहीं पिथौरागढ़ में एक मकान गिरने से मलबे में दलकर तीन लोग घायल हो गए। चमोली जिले में पूरी रात भर बारिश के बाद सुबह धूप खिलने से लोगों ने राहत की सांस ली। बदरीनाथ हाईवे नंद्रप्रयाग के निकट परथाडीप व मैठाणा में मलबा आने से बंद हो गया। साथ ही जिले के 23 संपर्क मार्ग भी अवरुद्ध हैं। बारिश से गोपेश्वर नाले का पानी रामपुरा गांव के घरों में घुसने से लोगों में अफरातफरी मच गई।
जोशीमठ से आगे बदरीनाथ व हेमकुंड साहिब यात्रा जारी है। 172 यात्रियों का जत्था गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ। जोशीमठ से 60 यात्री बदरीनाथ के लिए रवाना हुए। वहीं नंदप्रयाग में यात्रियों को सड़क खुलने का इंतजार है। रुद्रप्रयाग जनपद में रात लगातार बारिश होने के बाद सुबह करीब दस बजे थम गई। गौरीकुंड हाईवे सोनप्रयाग तक खुला हुआ है। वहीं, बारिश को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से सोनप्रयाग में केदारनाथ के लिए यात्रियों का दल तीन घंटे तक रुका रहा। बारिश थमने के बाद 144 यात्री केदारनाथ के लिए पैदल रवाना हुआ। उत्तरकाशी मे सुबह से बारिश हो रही है। भूस्खलन के चलते गंगोत्री हाईवे धरासू बैंड, नैताला, गणेशपुर, भाटुका सौड, लालढांग व मल्ला में अवरुद्ध हो गया। वहीं, यमुनोत्री हाईवे पर यातायात सुचारु है। टिहरी जनपद के कई स्थानों में सुबह से हल्की बारिश हो रही है। जिले के छह संपर्क मार्ग अभी भी अवरुद्ध हैं। मसूरी में भी रात से मूसलाधार बारिश हो रही है।
दूसरी तिमाही में सकारात्मक ईबीआईटीडीए दर्ज कियाः सूद
देहरादून, 22 जुलाई (निस)।वर्ष 2015 की दूसरी तिमाही में यूनिनाॅर ने एक सकारात्मक ईबीआईटीडीए दर्ज किया है। रेवेन्यू में वृद्धि, सकल मार्जिन में सुधार, मोबाइल टर्मिनेशन रेट कट तथा किफायती सेवाएं देने के लिए निरंतर प्रयासों की मदद से कंपनी 2015 की दूसरी तिमाही में सकारात्मक ईबीआईटीडीए दर्ज करने में कामयाब रही है। इस तिमाही में कंपनी ने 18.8 करोड़ रुपए का सकारात्मक ईबीआईटीडीए दर्ज किया है। जून 2015 में समाप्त होने वाली तिमाही में यूनिनाॅर ने पिछले वर्ष की इसी तिमाही के मुकाबले 9 प्रतिशत रेवेन्यू वृद्धि दर्ज की है। अपनी रणनीति पर चलते हुए यूनिनाॅर ने अपने ग्राहक आधार में इंटरनैट उपयोग को बढ़ाया है, अब कंपनी के 26.4 प्रतिशत उपभोक्ता इंटरनैट सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। टेलिविंग्स कम्यूनिकेशंस सर्विसिस के सीईओ विवेक सूद ने कहा कि यूनिनाॅर वाॅइस एवं इंटरनैट दोनों सेवाओं में मजबूति से प्रगति कर रहा है, हालांकि दूसरी तिमाही में रेग्युलेटिड इंटरकनेक्ट रेट्स में बदलावों के पश्चात् इंटरकनेक्ट रेवेन्यू में कमी आई। हमारी मूल सेवा रणनीति ’सबसे सस्ता’ वाॅइस एवं इंटरनैट टैरिफ ने यूनिनाॅर को एक भरोसेमंद ब्रांड के रूप में स्थापित किया है और हमारे कस्टमर एवं रेवेन्यू मार्केट शेयर को सुधारने में मदद की है। जो लोग इंटरनैट से कनेक्ट नहीं हैं उन तक इंटरनैट सेवाएं पहुंचाने के लिए शुरु किए गए अभियान और पहल अच्छे परिणाम दे रहे हैं। 2017 तक 50 प्रतिशत इंटरनैट उपभोक्ताओं के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।’’
दून में मूसलाधार बारिश
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। सूबे की राजधानी दून के पछवादून क्षेत्र में विकासनगर, चकराता, कालसी आदि स्थानों पर बुधवार को जमकर बारिश हुई। मलबा आने से कालसी-चकराता मार्ग अवरुद्ध है। देहरादून शहर में भी रुक-रुक कर दिन भर बारिश होती रही। विकासनगर क्षेत्र के भोजावाला गांव में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। बरसाती नाले के उफान में आने से बस्ती में पानी घुस रहा है। इससे घरों के आगे तालाब बनने लगा है। इससे करीब 15 से ज्यादा मकान प्रभावित हो रहे हैं। पिथौरागढ़ में रात से भारी बारिश के चलते गोरिछाल के चामी लुंगती गांव में एक मकान ढह गया। इससे तीन लोग मलबे में दब गए। ग्रामीणों ने तीनों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। वहीं, थल-मुनस्यारी, मदकोट-जौलजीबी और तवाघाट-गर्बा मार्ग मलबा आने से बंद हो गए। बागेश्वर में सुबह से बारिश हो रही है। वहीं चंपावत व अन्य स्थानों पर बादल छाए हैं।
आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का गुस्सा फूटा
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। आंदोलन में शामिल होने की बजाय आंगनबाड़ी सुपरवाइजर के मीटिंग लेने पर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का गुस्सा फूट गया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर मीटिंग को रुकवाकर मौजूद सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को धरने में शामिल कराया। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाकर पंद्रह हजार रुपये करने व सहायिकाओं को दस हजार मानदेय देने समेत विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां ब्लॉक कार्यालय में आठ दिनों से धरना दे रही हैं। धरने पर बैठी कार्यकत्रियों को सूचना मिली कि विकासनगर परिक्षेत्र की कुछ कार्यकत्रीयों की मंथली प्रोग्रेस रिपोर्ट की बैठक प्रथामिक विधालय विकासनगर में चल रही है। इस पर कार्यकत्रियां भड़क गई और धरनास्थल से मिटिंग में पहुंच कर खूब हंगामा किया। विरोध के चलते मीटिंग बंद कर दी गई। साथ ही सभी को धरने में ले जाकर बैठाया गया। कार्यकत्रियों के आंदोलन के चलते चकराता, कालसी, सहसपुर व विकासनगर के आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले पड़े हैं।
पालिका सभासदों ने दिया धरना
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। तीर्थनगरी ऋषिकेश नगर पालिका के पूर्व अधिशासी अधिकारी बीएल आर्य को पुनः ऋषिकेश नगर पालिका में स्थान्तरित करने के विरोध में पालिका सभासदों ने धरना दिया। उन्होंने पूर्व ईओ पर राजनीति करने का आरोप लगाया। पालिका परिसर में आयोजित धरने के दौरान सभासद कुलदीप शर्मा ने कहा कि ईओ बीएल आर्य का सभी तैनाती स्थलों में खराब रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने पूर्व ईओ पर पालिका की गोपनीय सूचनाओं को भी लीक करने का आरोप लगाया। सभासदों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर ईओ बीएल आर्य का स्थानंतरण रद करने की मांग की। धरना देने वालों में बृजपाल सिंह राणा, शिव कुमार गौतम, अशोक पासवान, राजकुमारी जुगलं, राधा रमोला, सुमित पंवार, कविता शाह आदि शामिल थे।
स्वतंत्रता दिवस पर आमजन देखेंगे राजभवन की रोशनी
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। उत्तराखंड के राज्यपाल डा0 कृष्ण कांत पाल के निर्देशानुसार, स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्र्वों के अवसर पर रोशनी से जगमगाते राजभवन के दर्शन के इच्छुक, जनसामान्य तथा स्कूलों के बच्चों को इस वर्ष से राजभवन में प्रवेश अनुमन्य होगा। राज्यगठन के बाद पहली बार राज्यपाल की पहल पर की जा रही इस व्यवस्था के अन्तर्गत 14 तथा 15 अगस्त को सायंकाल 7.30 से 9.30 बजे तक राजभवन में रोशनी की जगमगाहट का नजारा देखा जा सकता है। गणतंत्र दिवस के लिए मौसम के अनुसार समय में परिवर्तन किया जायेगा। 08 जनवरी, 2015 को शपथ ग्रहण करने के बाद, गणतंत्र दिवस की तैयारियों के समय ही राज्यपाल ने इस संदर्भ में अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा था कि राष्ट्रीय पर्वों में जनसामान्य व स्कूल के विद्यार्थियों के लिए, राजभवन के दर्शनों की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि राष्ट्रीय पर्वो की खुशी में वे भी शामिल हो सकें।
दुर्गम सीमावर्ती क्षेत्रों में कौशल विकास को मिले प्राथमिकताः निशंक
देहरादून, 22 जुलाई (निस)। सरकारी आश्वासनों संबंधी समिति के सभापति, सांसद हरिद्वार एवं पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड डाॅ0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक ने उत्तराखण्ड समेत देश के दुर्गम, संवेदनशील पर्वतीय क्षेत्रों में कौशल विकास की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए उद्यमिता एवं कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रुडी से दूरदराज सीमावर्ती पर्वतीय, जनजातीय क्षेत्रों में कौशल विकास की अभिनव योजनाओं की जानकारी मांगी। अपने उत्तर में कौशल विकास मंत्री ने बताया कि सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर दूरस्थ व सीमावर्ती, जनजातीय क्षेत्र में कौशल विकास हेतु कौशल विकास अवसंरचना संवर्द्धन योजना एवं विष्व बैंक की सहायतित व्यवसायिक प्रशिक्षण सुधार हेतु कौशल विकास पहल योजना चलायी है। निजी क्षेत्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु श्री रुडी ने बताया कि पीपीपी मोड के जरिए 1396 सरकारी औद्योगिक संस्थानों में आई.टी.आई. उन्नयन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। श्री रुडी ने आगे बताया कि उन्नयन के लिए सम्मिलित सरकारी आई टी आई में से 195 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान जनजातीय क्षेत्रों में हैं। इस योजना में कुल 487.50 करोड़ की निधि जारी की गयी है। एक अन्य प्रश्न में डाॅ0 निशंक ने खाद्यान्न एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भारी अनियमितता को रोकने हेतु उसके कम्प्यूटरीकरण के विषय में खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री से जानकारी मांगी। डाॅ0 निशंक ने पर्वतीय सुदूर व दुर्गम क्षेत्रों में आपदा के प्रभावित क्षेत्रों में खाद्यान्न वितरण करने हेतु मंत्रालय की कार्ययोजना की जानकारी मांगी। डाॅ0 निशंक ने बड़े पैमाने पर खाद्यान्न बर्बादी पर चिन्ता प्रकट करते हुए मंत्रालय द्वारा इस संबंध में उठाए जा रहे कदमों की जानकारी मांगी। अपने उत्तर में मंत्री ने कहा कि संपूर्ण देश के सभी राज्यों में कम्प्यूटरीकरण योजना प्रारंभ की है इसमें डाटाबेसों को डिजिटिलीकरण, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन का कम्प्यूटरीकरण, पारदर्शिता, पोर्टलों की स्थापना एवं दुकानों का स्वचालन शामिल है। सरकार द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अतिरिक्त खाद्यान्न उपलब्ध कराये जाते हैं। मंत्री जी ने खाद्यान्नों की बर्बादी के विषय में बताया कि सरकार द्वारा समय-समय पर बर्बादी का आंकलन किया जाता है और वैज्ञानिक भंडारण पद्धतियांे को अपनाकर नियमित निरीक्षण कर बर्बादी रोकने हेतु कदम उठाए जाते हैं।
स्टिंग आपरेशन से उत्तराखंड की राजनीति गरमाई
- -नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट बोले, सीएम इस्तीफा दें, भ्रष्ट अधिकारी को निलंबित करें
- -पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल महाराज बोले, आबकारी घोटाले की सी.बी.आई. जांच हो
देहरादून, 22 जुलाई । शराब के थोक संचालन केंद्र का ठेका दिए जाने की एवज में रिश्वत मांगने संबंधी मुख्यमंत्री हरीश रावत के सचिव व आबकारी सचिव मोहम्मद शाहिद का स्टिंग आपरेशन सामने आने के बाद उत्तराखंड की राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने सरकार के खिलाफ सीधा मोर्चा खोलते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा है। नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि स्टिंग आपरेशन सामने आने के बाद सीएम तत्काल इस्तीफा दें और भ्रष्ट अधिकारी को निलंबित कर गिरफ्तार किया जाए। वहीं, सीएम ने मामले की सीडी की जांच कराने की बात कही है। एक टीवी चैनल पर स्टिंग आपरेशन दिखाए जाने के बाद उत्तराखंड का सियासी पारा चढ़ गया। स्टिंग आपरेशन में मुख्यमंत्री के सचिव को शराब के थोक संचालन केंद्र के लिए किसी व्यापारी को ठेका देने के लिए करोड़ों की रिश्वत मांगते हुए दिखाया गया है। लोगों में चर्चा है कि क्या मोहम्मद शाहिद को गुजरात से दिल्ली और दिल्ली से देहरादून मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा इसीलिए लाया गया है। मामला भी छोटा मोटा नहीं बल्कि 20 करोड़ की रिश्वत का है। आरोप है कि शराब कारोबारी से यह मोटी रकम ली गई है। राज्य के इतिहास में यह पहला मौका है जब मुख्यमंत्री का कार्यालय कटघरे में है और इतना संगीन आरोप वहां तैनात अफसरों पर लगा है। इससे साबित होता है कि क्या मुख्यमंत्री का आवास दलालों का अड्डा बना है ? आज जिस तरह से मुख्यमंत्री कार्यालय शर्मसार हुआ है उसकी पोल खुल चुकी है। राज्य में भ्रष्टाचार किस हद तक है इसका एक नजारा है। जिस प्रदेश का मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी ही सीधे डील कर रहे हो उस प्रदेश के किस्मत के बारे में सोचा जा सकता हैं। स्टिंग सार्वजनिक होने के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत तुरंत मीडिया के समाने आए और स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा उनके संज्ञान मंे मीडिया के जरिये यह मामला आया है। आबकारी के एफएल-2 में कोई प्राइवेट पार्टनर नहीं होता। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सरकार सीडी की जांच कराएगी। यदि भाजपा के आरोप सही साबित हुए तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने इस स्टिंग आपरेशन को गंभीर मामला बताते हुए सरकार पर हमलावर रुख अख्तियार किया। उन्होंने कहा कि सरकार और शराब माफिया के बीच पर्दे के पीछे जो समझौता है आज स्टिंग आपरेशन से वह साबित हो गया है। सीएम अपने चहेते अफसर को गुजरात से उत्तराखंड सेटिंग के लिए लाए हैं। इस गंभीर मामले में मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और भ्रष्ट अधिकारी को निलंबित कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए। वहीं, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सदस्य भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सतपाल महाराज ने मुख्यमंत्री हरीष रावत के सचिव मौ0 शाहिद का स्टिंग आने पर उनसे इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि आबकारी घोटाले की सी.बी.आई. जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे सिद्ध होता है कि उŸाराखण्ड सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और घोटाले पर घोटाले किये जा रही है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री महाराज ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री यह कह कर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते कि आबकारी के लिए पाॅलिसी बना ली गई है। सच्चाई यह है कि सी.डी. पहले बन गई थी और पाॅलिसी बाद में बनी है। मुख्यमंत्री गलत बयानी करके जनता को गुमराह न करें अपितु पूरे प्रकरण की सी.बी.आई से जांच करवाएं। सतपाल महाराज ने कहा कि सी.बी.आई. सी.डी. का सत्यापन करें और मुख्यमंत्री इस्तीफा दें। इस सी.डी. में उनके सचिव के साथ रणजीत रावत व हरपाल का भी नाम है। मुख्यमंत्री बताएं की बिना आग के धुंआ कहां निकलता है। राज्य में भू-माफिया, खनन माफिया तो पहले से ही सक्रिय हैं और अब आबकारी में घोटाला इंगित करता है कि उŸाराखण्ड की कांग्रेस सरकार को जनता से कोई सरोकार नहीं सरकार सिर्फ पैसा बनाने व राज्य को लूटने में लगी हुई है। आबकारी घोटाले की तत्काल प्रभाव से सी.बी.आई. जांच की मांग करते हुए महाराज ने मुख्यमंत्री हरीष रावत से इस्तीफे की मांग की। वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि एक चैनल द्वारा जो यह स्टिंग आपरेशन दिखाया गया है वह कांग्रेस पार्टी, प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री के लिए बड़ा संवेदनशील मामला है। मुख्यमंत्री ऐसे अधिकारी को तत्काल हटाएं। जरूरत पड़े तो इसकी जांच भी कराई जाए।
टाटा मोटर्स, सिडकुल व शासन ने लगाया 280 करोड़ रुपये का चूना
- -टाटा मोटर्स ने 14 लाख वर्गमीटर भूमि मात्र 125 रुपये के हिसाब से सहायक कंपनियों को आवंटित कराई
- -इस पूर मामले की हो सीबीआई जांचः रघुनाथ सिंह नेगी
देहरादून, 22 जुलाई(निस)। जन संघर्ष मोर्चा ने टाटा मोटर्स, सिडकुल और शासन पर सरकार को 280 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप लगाया है। मोर्चे का कहना है कि पंतनगर औद्योगिक आस्थान में टाटा मोटर्स ने लगभग 14 लाख वर्ग मीटर भूमि मात्र 125 रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से अपनी सहायक कंपनियों को आवंटित कराई। जबकि शासनादेश सिर्फ टाटा मोटर्स के लिए 975 एकड़ भूमि 125 रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से हुआ था। मोर्चे का कहना है कि टाटा मोटर एवं सिड़कुल के अधिकारियों से 280 करोड़ रुपये की वसूली की जाए। मोर्चे ने इसकी सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है। ओल्ड सर्वे रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में मोर्चे के अध्यक्ष व जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि आठ मार्च 2006 में टाटा मोटर्स को पंतनगर उफधमसिंहनगर में 975.44 एकड़ भूमि मोटर वाहन, कार इत्यादि के निर्माण के लिए आवंटित की थी जिसका मूल्य 125 रूपये वर्गमीटर तय किया गया था जबकि उस समय भूमि का मूल्य सात सौ रूपये वर्गमीटर था। इस समय टाटा मोटर्स को विशेष रियायत दी गयी थी। उन्होंने बताया कि टाटा मोटर्स ने आठ मार्च 2006 को सिडकुल को एक पत्र दिया था कि कंपनी को 45 लाख वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता है। इसमें टाटा मोटर्स ने इच्छा जाहिर की थी कि टाटा मोटर्स की सहायक कंपनियों को भी भूमि टाटा मोटर्स की सहमति पर सिड़कुल आवंटित करें, जिसकी सहमति की मांग टाटा मोटर्स ने की थी लेकिन शासन द्वारा कोई अनुमति प्रदान नहीं की गयी थी। उन्होंने बताया कि इसके बावजूद शासन और सिड़कुल ने टाटा मोटर्स के साथ मिलकर लगभग 14,03,208 वर्ग मीटर भूमि सहायक कंपनियों को मात्र 125 रूपये वर्गमीटर के हिसाब से आवंटित करा दी। जबकि उस भूमि का औद्योगिक मूल्य 17 सितंबर 2006 तक सात सौ रूपये वर्गमीटर था। इस दौरान 8,38,626 वर्गमीटर भूमि का आवंटन किया गया। इसी प्रकार 18 सितंबर 2006 से 12 सितंबर 2007 तक भूमि का मूल्य 15 सौ रूपये प्रति वर्गमीटर था। इस दौरान 96,498 वर्गमीटर भूमि आवंटित की गयी। उन्होंने बताया कि इसी तरह से 13 सितंबर 2007 से दो जुलाई 2008 तक भूमि का मूल्य 25 सौ रूपये प्रति वर्गमीटर था और इस दौरान 62,166 वर्गमीटर भूमि आवंटित की गयी थी। उन्होंने बताया कि 03 जुलाई 2008 से आज तक उक्त भूमि का मूल्य 4501. 25 रूपये वर्गमीटर है। इस दौरान कंपनी को 4,05,918 वर्गमीटर भूमि आवंटित की गयी। नेगी का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में सबने मिल कर करोड़ों की काली कमाई की है, जिसकी वसूली टाटा मोटर्स एवं सिड़कुल के अधिकारियों से की जानी चाहिए। यहां तक कि टाटा मोटर्स और सिड़कुल द्वारा आवंटित भूमि के उद्योगपतियों को स्टाम्प शुल्क में भी छूट दी गयी। नेगी ने कहा है कि इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच करायी जानी चाहिए। उन्होंने इस महाघोटाले का पर्दाफाश करने के लिए न्यायालय जाने की बात भी कही है। पत्रकार वार्ता में मोर्चे के महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, विजेंद्र थपलियाल, अशोक गुप्ता, बागेश पुरोहित, समर गुप्ता, प्रभाकर जोशी भी मौजूद रहे।
फ्लाइओवर निर्माण कार्य शुरु न होने पर भाजपाइयों ने किया प्रदर्शन
देहरादून, 22 जुलाई(निस)। भण्डारी बाग रेस्टकैम्प रेलवे लाइन फ्लाईओवर-अण्डरब्रिज कार्य को शीघ्र प्रारंभ करने की मांग को लेकर भाजपा ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी भेजा। भाजपाइयों का कहना है कि 23 मार्च 2013 को योजना आयोग भारत सरकार की स्वीकृति के उपरांत देहरादून में पांच फ्लाईओवर, अण्डरब्रिज की 180 करोड़ लागत की योजना को हरी झण्डी मिली थी। जिसके अंतर्गत इन कार्यों का बगैर किसी टेण्डर के सीधे-सीधे इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट इ. लिमिटेड को फ्लाईओवर निर्माण का कार्य सौंपा गया। ईपीआईएल नामक कंपनी को एक एमओयू के माध्यम से उत्तराखण्ड सरकार द्वारा पांचों फ्लाईओवरों के निर्माण का कार्य आवंटित किया गया था। इस परियोजना को दो वर्ष के अंदर पूर्ण होना था लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इन पांच योजनाओं में से मात्र तीन योजनाएं बल्लीवाला चैक, बल्लूपुर एवं आईएसबीटी पर ही कार्य शुरू हो पाया है। ये भी अपनी समय सीमा से अत्यधिक देरी पर है। इन क्षेत्रों की जनता इनके निर्माण की सुस्त चाल से नरकीय माहौल में जीन को मजबूर है। भाजपा द्वारा धरने-प्रदर्शन कर इस मुद्दे को कई बार उठाया जा चुका है लेकिन सरकार इस निर्माण को शीघ्र पूरा कराने में असफल साबित हो रही है। भाजपाइयों का कहना था कि अन्य दो योजनाओं जोगीवाला व भण्डारीबाग रेस्टकैंप रेलवे लाइन फ्लाईओवर व अण्डब्रिज का कार्य भी राज्य सरकार द्वारा ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया है। इस कार्य का शिलान्यास भी 23 मार्च 2013 को तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया था। भण्डारी बाग रेस्टकैंप रेलवे लाइन फ्लाईओवर व अण्डब्रिज के निर्माण कार्य के लिए सरकार द्वारा ईपीआईएल कंपनी को नौ करोड़ रूपये भी अवमुक्त किये जा चुके हैं। इसके बावजूद इस योजना को शुरू करना तो दूर क्षेत्र में लगाये गये शिलान्यास एवं कार्ययोजना के शिलापट्ट भी हटा दिये गये हैं। मुख्यमंत्री द्वारा इस कार्य की घोषणा, केन्द्र सरकार के योजना आयोग द्वारा स्वीकृति, निर्माण एजेन्सी को धन आवंटन के बावजूद कार्य प्रारंभ न होना पूरी राजकीय व्यवस्था पर एक प्रश्नचिन्ह लगाता है। सरकार के इस रवैये के कारण भण्डारी बाग, रेस्टकैंप व कारगी क्षेत्र की जनता आंदोलित है। भाजपाइयों ने मांग की है कि इस योजना में आवंटित धन की जांच की जाये और भण्डारी बाग रेस्ट कैम्प रेलवे लाइन फ्लाईओवर व अण्डरब्रिज कार्य को शीघ्र प्रारंभ करवाया जाये। अन्यथा भाजपा इस मुद्दे पर क्रमबद्ध आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। प्रदर्शनकारियों में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी उमेश अग्रवाल, अनंत सागर, वीरेन्द्र सिंह सजवाण, महिपाल धीमान, राजकुमार कक्कड़, आलोक कुमार, महेश पाण्डे, नवीन क्षेत्री, संदीप मुखर्जी, अजय शर्मा, राम, अनिल खंकरियाल, प्रियंक कुशवाहा, जितेन्द्र सिंह रावत आदि शामिल रहे।
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स्वच्छ भारत अभियान पर आयोजित प्रतियोगिता विजेताओं को सम्मानित किया
देहरादून, 22 जुलाई(निस)। स्वच्छ भारत अभियान कार्यक्रम के तहत लोगो को जागरूक करने के उद्वेश्य से 15 जुलाई से 22 जुलाई तक चलाये गये जागरूकता अभियान कार्यक्रम एवं जनपद के 68 स्कूलों के 248 बच्चों द्वारा विभिन्न प्रतियोतिाओं जिसमें क्वीज प्रतियोगिता, वादविवाद प्रतियोगिता एवं कला वर्ग में पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया । जिसमें विभिन्न स्कूलों के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे 48 छात्र व छात्राओं को नगर निगम सभागर में मेयर विनोद चमोली द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर मेयर विनोद चमोली ने कहा कि स्वच्छ भारत एवं सुन्दर भारत कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु स्वच्छ भारत अभियान कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 15 जुलाई से 22 जुलाई तक चलाया गया है जिसके माध्यम से लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया है जिसमें स्कूली बच्चों का बडा योगदान रहा। उन्होने कहा कि स्वच्छता के प्रति हम सभी को सजग रहना है इसके लिए हम सभी को इसकी अपने घर आंगन एवं मौहल्ले से शुरूवात करनी है। उन्होने कहा कि देहरादून शहर की आवादी 12 लाख से भी अधिक है तथा इसकी सफाई की जिम्मेदारी सिर्फ नगर निगम की नही है इसमें सभी को अपना सहयोग देना होगा तभी हम स्वच्छ भारत एवं स्वच्छ दून की कल्पना कर सकते है, इसमें सभी की जनसहभगिता जरूरी है। उन्होने यह भी अवगत कराया है कि नगर निगम के सभी वार्डो में सफाई अभियान चलाया जायेगा जिसमें स्वच्छता में वेस्ट रहने वाले तीन वार्ड चुने जायेगे जिसके लिए एक कमेटी का भी गठन किया जायेगा जो इसका आंकलन करेगें जो तीन वार्ड बैेस्ट रहेगें उन्हे पुरस्कृत किया जायेगा तथा उनके वार्डो में 10 लाख तक के अतिरिक्त कार्य दिये जायेगें। साथ ही उन वार्डो के पार्षदों एवं सपरवाईजरों एवं कार्मिकों को भी सम्मानित किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम नितिन भदौरिया ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने तथा लोंगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न स्कूलो के बच्चों के द्वारा विभिन्न प्रतियोगितायें आयोजित की गई है। जिसमें प्रथम एवं द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे बच्चों को मेयर विनोद चमोली द्वारा पुरस्कृत किया गया है। उन्होने इस अभियान से जुडे सभी का आभार व्यक्त किया तथा आगे भी स्वच्छ भारत एवं स्वच्छ दून बनाने में अपना योगदान देने का आग्रह किया। इस अवसर पर अपर निदेशक शहरी विकास नवनीत पाण्डेय ने कहा कि मा. मुख्यमंत्री हरीश रावत का 2019 तक स्वच्छ एवं निर्मल उत्तराखण्ड राज्य बनाने का लक्ष्य है जिसके लिए दो जनपदों का पहले चयन किया गया है जिसमें बागेश्वर एवं जनपद चमोली शामिल है। उन्होने कहा कि स्वच्छ एवं निर्मल उत्तराखण्ड बनाने के लिए चार मुख्य पहल की गई है, जिसमें खुले मे शौच को खत्म करना है तथा व्यक्तिगत शौचालय जनजागरूकता समुचित प्रावधान आदि सम्मलित है। उन्होने यह भी कहा कि इसमें स्कूली बच्चों द्वारा जो प्रतियोगिताओं में भागीदारी की गई है उनके लिए विभाग द्वारा उन प्रतियोगिताआ की एक बुकलेट तैयार की जायेगी। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष नीनू सहगल, खण्ड शिक्षा अधिकारी गोपाल चैबे, सी.आर.सी अजबपुर नरेश रतूडी द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किये गये। इस अवसर पर अपर मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम कुसुम चैहान, रमेंश चैहान सामाजिक विकास अधिकारी मनीष पंत आई.टी अधिकारी तथा नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारियों सहित विभिन्न स्कूलों एवं विद्यालयों के छात्र व छात्राएं एवं अघ्यापिकाएं उपस्थित थी।