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मुख्य निर्वाचन आयुक्त 7 अगस्त को पटना पहुंचेंगे

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बिहार विधानसभा चुनाव के सिलसिले में मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ़ नसीम जैदी के नेतृत्व निर्वाचन आयोग का एक दल दो दिवसीय दौरे पर सात अगस्त को पटना पहुंचेगा। माना जा रहा है कि निर्वाचन आयोग के दल के इस दौरे के बाद बिहार विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित की जाएगी। राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि निर्वाचन आयोग का दल बिहार दौरे के दौरान चुनाव की अब तक की तैयारी की समीक्षा करेगा। 

राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, सात अगस्त को निर्वाचन आयोग का दल बिहार के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनकी शिकायतें और सुझाव सुनेगा। आठ अगस्त को निर्वाचन आयोग का दल राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक करेगा।  इस बैठक में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा सुरक्षा सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। 

प्रो कबड्डी लीग के पटना चरण के मुकाबले गुरुवार से

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बिहार की राजधानी पटना में प्रो कबड्डी लीग सीजन-2 के पटना चरण का आगाज गुरुवार को होगा। पटना चरण का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। पटना में चार दिनों तक चलने वाले इस चरण में कुल सात मैच खेले जाएंगे। सभी मैच पाटलिपुत्र स्पोर्टस कॉम्पलेक्स में दूधिया रोशनी में खेल जाएंगे।  बिहार कबड्डी संघ के सचिव कुमार विजय ने बताया कि मैचों के सफल आयोजन के लिए पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 

उन्होंने बताया कि दो अगस्त तक चलने वाले इस चरण में कुल सात मैच खेले जाएंगे। इनमें से चार मैचों में पटना की टीम शिरकत करेगी। गुरुवार को पहला मैच रात आठ बजे से प्रारंभ होगा, जिसमें पटना पायरेट्स और तेलुगू टाइटंस की टीमें आमने-सामने होंगी। 

शुक्रवार को पहला मुकाबला तेलुगू टाइटंस और बेंगलुरू वुल्स के बीच तथा दूसरा मुकाबला पटना पायरेट्स और दिल्ली दबंग के बीच होगा। उसके अगले दिन शनिवार को दिल्ली दबंग और यू मुंबा तथा पटना पायरेट्स और पुनेरी पलटन के बीच मैच होगा।  अंतिम दिन दो अगस्त को पुनेरी पलटन और जयपुर पिंक पैंथर्स तथा पटना पायरेट्स और बंगाल वारियर्स के बीच बीच मुकाबला होगा। 

राजनीतिक समर्थन के अभाव में याकूब को फांसी : ओवैसी

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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट के दोषी याकूब मेमन को मृत्युदंड इसलिए मिला है, क्योंकि उसके पास किसी प्रकार का राजनीतिक समर्थन नहीं है। ओवैसी के मुताबिक याकूब के पास पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारों की तरह राजनीतिक समर्थन नहीं है। हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा कि अगर याकूब को फांसी दी जानी चाहिए तो बाबरी मस्जिद विध्वंस की साजिश रचने वालों को भी फांसी दी जानी चाहिए।

ओवैसी ने कहा, "अगर न्यायालय द्वारा दी गई फांसी की सजा से बम विस्फोट के निर्दोष पीड़ितों को न्याय मिल जाता है तो मेरी मांग है कि बाबरी मस्जिद विध्वंस की साजिश रचने वालों को भी मौत की सजा दी जाए।"उन्होंने कहा, "मैं अपने पूर्व में दिए बयान पर कायम हूं, मौत की सजा इसीलिए दी जा रही है, क्योंकि उसके पास कोई राजनीतिक समर्थन नहीं है। सभी जानते हैं कि अकाली दल ने कैसे बेअंत सिंह के हत्यारों को बचाया, और कैसे तमिल राजनीतिक दलों ने राजीव गांधी के हत्यारों को फांसी से बचाया, और इससे मेरी बात की पुष्टि होती है।"

उन्होंने कहा, "यह सच है कि मेमन ने आत्मसमर्पण किया था, उसे गिरफ्तार नहीं किया गया था। और उसने मुख्य साजिशकर्ता पाकिस्तान के आईएसएआई और टाइगर मेमन के बारे में बताने के लिए जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग किया। लेकिन उसे मौत की सजा दी जा रही है।"ओवैसी ने पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति मरक डेय काटजू और कई अन्य न्यायाधीशों का भी हवाला दिया, जिन्होंने कहा है कि उसे (मेमन) फांसी की सजा नहीं मिलनी चाहिए।

उन्होंने कहा, "मैं आशा और प्रार्थना करता हूं कि शांति कायम रहे.. मैं अपनी मौत तक अपनी बात पर अडिग रहूं। याकूब शामिल था, लेकिन उसे मौत की सजा नहीं होनी चाहिए। उसे मौत की सजा मिली क्योंकि नरसिम्हा राव की सरकार ने उसके साथ धोखा किया क्योंकि उसके पास राजनीतिक समर्थन नहीं था।"ओवैसी ने कहा कि मुंबई में शांति बनाए रखने के लिए मुस्लिम नेताओं से अपील की जा रही है, लेकिन अन्य समुदायों के नेताओं से ऐसा क्यों नहीं कहा जा रहा है। 

विज्ञापनों पर खर्च का ब्योरा दे दिल्ली सरकार : न्यायालय

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दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार से कहा कि वह विज्ञापनों पर खर्ची गई कुल राशि के विवरण के साथ स्थिति रपट दाखिल करे। उच्च न्यायालय ने यह कदम मामले में सर्वोच्च न्यायालय के एक फैसले के मद्देनजर उठाया है। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी.रोहिणी तथा न्यायमूर्ति जयंत नाथ ने कहा कि जो भी आप कर रहे हैं, वह प्रथम दृष्टया सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का उल्लंघन और सार्वजनिक धन का दुरुपयोग है।न्यायालय ने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी सख्त दिशा-निर्देशों तथा याचिकाओं में कही गई बातों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया जाता है, जिसमें प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापनों पर खर्च कुल राशि का ब्योरा दिया जाए।" 

मामले की अगली सुनवाई की तारीख तीन अगस्त मुकर्रर करते हुए न्यायालय ने कहा, "दिल्ली सरकार को विज्ञापन पर खर्च रकम के स्रोत का ब्योरा भी देना होगा।"न्यायालय कांग्रेस नेता अजय माकन सहित कई जनहित याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें अरविंद केजरीवाल तथा आम आदमी पार्टी (आप) का महिमामंडन करने वाले विज्ञापनों पर रोक लगाने की मांग की गई थी। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अजय माकन ने अपनी याचिका में दिल्ली सरकार द्वारा वर्तमान तथा भविष्य में जारी किसी भी विज्ञापन में केजरीवाल के नाम के प्रकाशन पर रोक लगाने की मांग की थी।

सुनवाई के दौैरान पीठ ने दिल्ली सरकार के वकील राम दुग्गल से पूछा कि विज्ञापनों में खर्च राशि की व्यवस्था आप ने की या फिर यह राशि दिल्ली सरकार के खजाने से आई। वकील ने कहा कि दिल्ली सरकार के विज्ञापनों पर खर्च राशि की व्यवस्था पार्टी फंड से की गई, जिसके बाद पीठ ने कहा कि उसने विज्ञापन पर राशि आवंटन को बढ़ाकर 526 करोड़ रुपये क्यों किया। वकील ने कहा कि सरकार ने दिल्ली की सड़कों पर लगे होर्डिग्स से कई विज्ञापन हटा लिए हैं। 

याकूब की याचिका खारिज, गुरुवार को फांसी तय

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सर्वोच्च न्यायालय ने मुंबई में 1993 में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के मामले के दोषी याकूब मेमन की फांसी पर रोक लगाने की मांग करने वाली याचिका बुधवार को खारिज कर दी और इसके साथ ही उसे गुरुवार को फांसी देने का रास्ता साफ हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा कांग्रेस ने कहा कि कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा, लेकिन ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने कहा है कि राजनीतिक समर्थन की कमी के कारण ही मेमन को फांसी दी जा रही है। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति प्रफुल्ल सी.पंत तथा न्यायमूर्ति अमिताव राव की पीठ ने मेमन की याचिका खारिज करते हुए कहा, "मृत्यु वारंट गलत नहीं ठहराया जा सकता।"

न्यायालय के फैसले के मद्देनजर, महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.वी.राव ने भी याकूब की दया याचिका खारिज कर दी है। इसके साथ ही याकूब को फांसी का रास्ता साफ हो गया है। मेमन (53) ने हालांकि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के समक्ष एक ताजा दया याचिका दाखिल की है, जिसे गृह मंत्रालय को भेज दिया गया है। याकूब की याचिकाएं खारिज होने के साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने नागपुर केंद्रीय कारागार में गुरुवार सुबह सात बजे मेमन को फांसी देने की तैयारी पूरी कर ली है राज्य सरकार ने किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए जेल परिसर में तथा बाहर, मुंबई के माहिम स्थित मेमन के घर के बाहर तथा राज्य भर में अन्य संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर रखे हैं।

आदेश की घोषणा करते हुए न्यायमूर्ति मिश्रा ने कहा, "टाडा अदालत द्वारा 30 अप्रैल को जारी मृत्यु वारंट में हमें कोई कानूनी त्रुटि नजर नहीं आती।"मेमन की याचिका पर और एक पीठ (जिसने मेमन की क्यूरेटिव याचिका पर सुनवाई की थी और इसे 21 जुलाई, 2015 को खारिज कर दिया था) के औचित्य पर एक खंडपीठ द्वारा दिए गए एक संदर्भ पर दिनभर चली सुनवाई के बाद यह आदेश दिया गया। यह संदर्भ न्यायमूर्ति अनिल आर.दवे और न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ के बीच मेमन की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई के बाद पैदा हुए मतभेद के बाद आया था।

न्यायालय ने संदर्भ के बारे में कहा कि क्युरेटिव याचिका पर तीन वरिष्ठ न्यायाधीशों के फैसले को इस न्यायालय द्वारा निर्धारित सिद्धांत के लिहाज से अनुचित नहीं कहा जा सकता है। यह सिद्धांत इस न्यायालय ने चर्चित हुर्रा मामले में तय किए थे। मेमन को 12 मार्च, 1993 को मुंबई में हुए श्रंखलाबद्ध बम विस्फोट का दोषी पाया गया है। टाडा अदालत ने जुलाई, 2007 में मेमन और 11 अन्य को मुंबई विस्फोट (1993) मामले में मृत्युदंड सुनाया था, जिस घटना में 257 लोगों की मौत हो गई थी और 712 लोग घायल हो गए थे।

सर्वोच्च न्यायालय ने 21 मार्च, 2013 को मेमन की मौत की सजा को बरकरार रखा था, जबकि अन्य की मौत की सजा को आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया था। एक दोषी की बाद में मौत हो गई। मेमन की क्युरेटिव याचिका 21 जुलाई को सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एच.एल.दत्तू, न्यायमूर्ति टी.एस.ठाकुर तथा न्यायमूर्ति अनिल आर.दवे की पीठ ने खारिज कर दी थी।  प्रख्यात नागरिकों तथा चार राजनीतिक पार्टियों के नेता उन 200 लोगों में शामिल थे, जिन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दया याचिका पर फिर से विचार करने की अपील की।

इनमें भाजपा के शत्रुघ्न सिन्हा, कांग्रेस के मणिशंकर अय्यर, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी.राजा, अभिनेता नसीरूद्दीन शाह, फिल्म निर्माता महेश भट्ट, सामाजिक कार्यकर्ता तुषार गांधी, वकील वृंदा ग्रोवर तथा अर्थशास्त्री जीन ड्रेज शामिल थे। फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के नलिन कोहली ने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय ने जो भी कहा उसे आपको स्वीकार करना चाहिए।"

इस बीच, एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट के दोषी याकूब मेमन को मृत्युदंड इसलिए मिला है, क्योंकि उसके पास किसी प्रकार का राजनीतिक समर्थन नहीं है। ओवैसी के मुताबिक याकूब के पास पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारों की तरह राजनीतिक समर्थन नहीं है। 

बिहार : छात्रों ने सड़क जाम करके छात्रवृति देने की मांग की

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  • दो साल से श्रीचन्द्र उच्च विघालय के छात्रों को छात्रवृति भुगतान नहीं
  • सड़क जाम से स्कूली बच्चे बिलविलाते रहें

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पटना। संत माइकल उच्च विघालय, हार्टमन बालिका उच्च विघालय, संत पौल्स एकेडमी, डाॅन बोस्को एकेडमी, डोमनिक सावियों आदि स्कूल पटना-दानापुर मुख्य मार्ग के आसपास में अवस्थित हैं। इन स्कूलों की छुट्टी प्रायः एक साथ ही होती है। इसके कारण सड़कों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसके आलोक में श्रीचन्द्र उच्च विघालय के छात्रों ने सड़क जाम कर दिया। पटना-दानापुर मुख्य मार्ग  को बालूपर मोहल्ला के सामने जाम कर दिया। इस जाम से स्कूली बच्चे बिलविलाते देखे गए।

श्रीचन्द्र उच्च विघालय के जाम करने वाले छात्रों ने बताया कि दो साल से छात्रवृति भुगतान नहीं किया जा रहा है। छात्रवृति भुगतान करने में दिलचस्पी नहीं लेने पर ही सड़क जाम करने का निर्णय लिया गया। करीब दो दर्जन की संख्या में स्कूली बच्चे सड़क पर उतरे। सड़क को जाम किए और टायर को जला दिए। इस बीच दीघा थाने की पुलिस बल मौके पर पहुंचकर छात्रों को समझाने का प्रयास किए। उनके द्वारा समझाने पर छात्र समझ जाते थे। जैसे ही पुलिस बल मौके से हटकर जाम हटाने का प्रयास करने लगते वैसे ही छात्र सड़क जाम करने पर लग जाते। इस तरह से दर्जनों बार किया गया। थानाध्यक्ष के द्वारा जेल भेजने देने की धमकी देने पर छात्र मुलायम पड़ गए। इसके बाद जाम से सड़क सामान्य हो सका।

जिला शिक्षा पदाधिकारी,पटना की अकर्मण्यता के कारण छात्रों को नियमित छात्रवृति भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसके कारण छात्रों में आक्रोश व्याप्त है। वर्तमान सरकार ने स्कूलों में 75 प्रतिशत उपस्थित की अनिर्वायता समाप्त कर दी है। वैसे में छात्रवृति भुगतान करने में होने वाली दिक्कत समाप्त हो गयी है। अब आसानी से छात्रों के बीच में छात्रवृति भुगतान किया जा सकता है। बताते चले कि छात्रों को 1800 छात्रवृति, 2500 साइकिल और 700 ड्रेस के लिए राशि भुगतान किया जाता है। जो पिछले 2 सालों से भुगतान नहीं किया जा रहा है। 

एक अलग प्रकार का हैः दृष्टिधामी

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मधुबाला’ शो से लोकप्रियता पाने वाली एक्ट्रेस दृष्टि धामी भारतीय मॉडल और अभिनेत्री है। वह दिल मिल गए, गीत हुई सबसे पराई और मधुबाला जैसे लोकप्रिय धारावहिकों  के अलावा झलक दिखला जा के छठे संस्करण की विजेता भी रह चुकी है। 30 साल की इस एक्ट्रेस ने इसी साल फरवरी में मुंबई के व्यवसायी नीरज खेमका से शादी की थी। दृष्टि का कहना है कि शादी के बाद उनके लिए एकदम सही वापसी इस सीरियल से संभव थी। एक साल के बाद फिर छोटे परदे पर वापसी कर रही हैं,पीरियड ड्रामा ‘एक था राजा एक थी रानी’ से । अपने नये  शो  के बारे में उनका क्या कहना है,जानते है, उनकी जुबानीः

शादी के बाद की वापसी पर क्या कहेगीं ?
मेरे लिए यह एक बहुत सहज बदलाव रहा. और शादी के बाद मेरी वापसी के लिए यह धारावाहिक सबसे सही है। मैं काम पर लौटकर बहुत खुश हूं। 

एक था राजा एक थी’पीरियड ड्रामा को लेकर क्या सोचती हैं ? 
यह मेरी पंसद का धारावाहिक है, शो का सबसे अच्छा पहलू इसकी वेशभूषा है. चोटियों, सूती साडी, रंग बिरंगे ब्लाउज, बहुत कम मेकअप के साथ मुझे अपना पूरा लुक पसंद है।  

किस प्रकार किरदार  है ?
पीरियड कहानी बेसड धारावाहिक है,मेरे किरदार का नाम है, गायत्री। यह आम लड़की के प्यार की कहानी है। जो एक छोटे से परिवार से है, लेकिन बाद में उसकी शादी एक महाराजा (सिद्धांत) से हो जाती है। वह एक शाही परिवार का हिस्सा बनने के बाद अपनी जिंदगी में अचानक से बदलाव देखती हैं।

‘मधुबाला’ के बाद इस शो में गायत्री का किरदार निभाते कैसा महसूस कर रही हैं?
 इस शो का फील ही बहुत रॉयल है। हमने इसकी शूटिंग अब तक ओरिजिनल पैलेस में की है। शुरू में मैं एक कॉमन फैमिली की लड़की दिखाई गई हूं, जो बाद में महलों में पहुंच जाती है। इस किरदार के लिए मेरी पोशाक, बात करने का तरीका या फिर मेरा हेयर स्टाइल एकदम पुराने दौर का दिखेगा। यह कहानी भी 1940 के दौर की है। शो के अकॉर्डिंग ही मेरा गेटअप है, जिसके साथ एक्ट करने में मैं काफी एंजॉय कर रही हूं। मैंने बचपन में ऐसी कहानियां सुनी थी, जिसे अब मैं इस शो के जरिए दिखाने वाली हूं।

गायत्री के किरदार के लिए कुछ खास मेहनत की ?
मैंने इस किरदार के लिए बाकायदा वर्कशॉप अटेंड की हैं, खासकर लैंग्वेज को लेकर आम बोलचाल । इस शो को करते हुए मुझे ऐसा लग रहा है जैसे बचपन के किरदारों को जी रही हूं। 

धारावाहिक में आपके अलावा कौन कौन से कलाकार है ?
सिद्धार्थ कर्णिक, अनीता राज, दर्शन जरीवाला, अक्षय आनंद, सुरेश सिकरी भी हैं। शो 27 जुलाई से शुरू होगा। यह 1940 के दशक के भारतीय राजा-महाराजाओं के काल पर आधारित है।

अनीता राज जैसी मंझी कलाकार के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा ?
परिपक्व अदाकारा होने के साथ बेहद अच्छी इंसान हैं। अब तक मैंने उनके साथ एक भी शॉट नहीं दिया लेकिन आउटडोर शूटिंग में हम साथ थे। वे काफी फिट और अपने टाइम टेबल को लेकर पंचुअल हैं। वे पूरी टीम को रनिंग, योगा करवाती हैं। एक दिन मैंने भी किया पर मैं तो थककर वापस आ गई। दूसरे दिन भी मुझे जाना था पर मैंने टाल दिया

अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन की संधि को केन्द्र सरकार अनुसमर्थन करें

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  • वर्ष 2011 में अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने एक संधि (आईएलओ-सी-189) पारित किया है केन्द्र सरकार अनुसमर्थन करें

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गया।और गरीब परिवार के बच्चे बाल मजदूर और महिलाएं घरेलू कामगार बन जाती हैं। अधिकांश महादलितों के बच्चे बाल मजदूर और अनुसूचित जन जाति की महिलाएं घरेलू कामगार बन जाते हैं। इन दोनों का जमकर शोषण किया जाता है।ऐसे लोगों हक दिलवाने की दिशा में एन.जी.ओ. सक्रिय हैं। इन दिनों एन.जी.ओ. की सक्रिय कार्यकर्ता हस्ताक्षर अभियान चलाने में शामिल हैं। सुश्री सलोमी, सुषमा,ज्योति कुमारी,नौवी टूडु, और अमीत राज हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं। आवाजाही करने वालों से निवेदन करते हैं कि घरेलू कामगारों के समर्थन में हस्ताक्षर करते चले जाए। लोगों में उत्साह है। किए गए निवेदनों को स्वीकार करके हस्ताक्षर करके चले जाते हैं। अभी हस्ताक्षर अभियान को राजधानी तथा अन्य जिलों को शामिल कर रखा है। ऐतिहासिक गाँधी मैदान, बोरिंग रोड, पटना रेलवे स्टेशन, कंकड़बाग, राजेन्द्र नगर, मलाई पकड़ी अनुग्रह नारायण काॅलेज में हस्ताक्षर अभियान जारी है। 

आजकल बिहार द्यरेलू कामगार संगठन के द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। वर्ष 2011 में अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने एक संधि (आईएलओ-सी-189) पारित कर रखा है। मगर भारत सरकार के द्वारा 4 साल के बाद भी अनुसमर्थन नहीं किया जा रहा है। इसके कारण देशभर 3 करोड़ घरेलू कामगारों को आर्थिक एवं सामाजिक दोहन जारी है।केन्द्र सरकार घरेलू कामगारों के हित और अधिकारों की रक्षा के लिए कोई कानून बनाने में दिलचस्पी नहीं ले रही है। 

बिहार द्यरेलू कामगार संगठन के राज्य समन्वयक सिस्टर लीमा ने कहा कि हमलोग सूबे के 38 जिलों में कार्यरत हैं। काफी संख्या में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति और पिछड़ा वर्ग की महिलाएं घरेलू कामगार हैं।मलाईदार लोगों के घरों में कार्य करती हैं। जहाँ इनका सामाजिक एवं आर्थिक शोषण किया जाता है। आगे सिस्टर लीमा कहती हैं कि बिहार घरेलू कामगार संगठन घरेलू कामगारों की बेहतर जिदंगी प्रदान करने को प्रतिबद्ध हैं। हमलोग 20 हजार लोगों से हस्ताक्षर करवाकर केन्द्र और राज्य सरकार के समक्ष प्रेषित करेंगे। हस्ताक्षर अभियान का उद्देश्य है कि घरेलू कामगारों के लिए सरकार से कानून बनाने पर दबाव बनाना। घरेलू कामगार अत्यंत ही कमजोर एवं शोषित समूह हैं।बिहार घरेलू कागार संगठन की दो तरह की माँग है।अव्वल घरेलू कामगारों के लिए अलग से कानून बनाया जाए और द्वितीय भारत सरकार आईएलओ सी.189 का अनुसमर्थन करें। 

सुश्री सलोमी कहती हैं कि बिहार सरकार घरेलू कामगारों के लिए असंगठित कामगार सामाजिक सुरक्षा अधिनियम 2008 के अन्तर्गत सामाजिक सुरक्षा बोर्ड का गठन करें। जिसके द्वारा घरेलू कामगार बहने सुविधा पाकर अपने जीवन सुरक्षित एवं सम्मान के साथ जी सकें। आगे कहा कि राज्य सरकार घरेलू कामगारों के लिए सामाजिक सुरक्षा बोर्ड का गठन कर  सुरक्षा नीति, घर की व्यवस्था, स्कूली बच्चों के लिए छात्रवृति,स्वास्थ्य नीति, वृद्धावस्था में आश्रय,भविष्य निधि, साप्ताहिक , मासिक एवं वार्षिक छुट्टी, वृद्धावस्था पेंशन, बी.पी.एल.सूची में स्वतः समावेश कर देने का प्रावधान करें। 


आलोक कुमार 
पटना 

नरकटियागंज (बिहार) की खबर (30 जुलाई)

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परिवर्तन रथ को विधायक रश्मि वर्मा ने दिखया हरी झंडी

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नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) नरकटियागंज की विधायक रश्मि वर्मा ने गुरूवार को भारतीय जनता पाटी्र के परिवर्तन रथ को झंडा दिखाकर रवाना किया। उन्हांेने बताया कि परिवर्तन रथ नरकटियागंज विधान सभा के 30 पंचायत समेत नरकटियागंज नगर परिषद् के 25 वार्ड में भाजपा के शीर्ष नेताआंे के विचारों को जनजन तक पहुँचाने का काम करेगा। जिसमे पार्टी के सबल पक्ष और विपक्ष के निर्बल पक्ष को जनता के सामने प्रस्तुत किया जा रहा है। परिवर्तन रथ के प्रभारी मदन तिवारी और अजीत सर्राफ बनाए गये है। भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय कार्यालय से विधायक रश्मि वर्मा ने परिवर्तन रथ को विदा किया। उस मौके पर पार्टी के मण्डल अध्यक्ष व अन्य कार्यकर्ता मौजूद नहीं रहे किन्तु पार्टी के पुराने कार्यकर्ता व वाणिज्य व व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रामेश्वर सर्राफ, पं्रकाश कुमार, गोलू, प्रदीप श्रीवास्तव, अवधेश प्रसाद, कृष्णा प्रसाद देवीलाल समेत अन्य भाजपाई उपस्थित रहे। 

पत्रकार पर थाना में हमला, जान बचाकर भागा, एसडीओं ने घटना को नकारा

नरकटियागंज(पश्चिम चम्पारण) स्थानीय शिकारपुर थाना में पुलिस की हिरासत में बन्द नरकटियागंज प्रखण्ड कार्यालय के खजाने से निकासी किए गये करीब 12 लाख रूपये निकासी के आरोपी राजेश कुमार के संबंध में पूछताछ करने पहुँचे सत्याकालन समाचार पत्र के संवाददाता एम एल सत्यम के साथ शिकारपुर थाना में बद सलूकी की गयी, मौके पर अनुमण्डल पदाधिकारी कौशल कुमार मौजूद थे। इस बावत श्री सत्यम ने सर्वप्रथम इसकी सूचना एसडीओं नरकटियागंज को दी। पूछे जाने पर अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि गलती पत्रकार की है। पत्रकार ने कहा कि उसके मोबाईल का काॅल डिटेल व अधिकारियों के मोबाईल का काॅल डिटेल निकाल कर जाँच कराई जा सकती है। उधर पत्रकार ने कहा कि जिस तरह से उसपर हमला किया गया वह जान बचाकर भागा। उसने कहा कि रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार का विरोध करने के कारण उसके साथ ऐसी घटना हो रही है। इस बावत पत्रकार ने भारतीय प्रेस परिषद् और सभी स्थानीय अखबार को आवेदन की प्रतिलिपि प्रेषित किया है।

याकूब को नागपुर में फांसी, मुंबई में दफनाया जाएगा

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  • याकूब का शव परिवार को सौंपा गया

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मुंबई में 12 मार्च, 1993 के सिलसिलेवार बम विस्फोटों के दोषी याकूब अब्दुल रज्जाक मेमन का शव मुंबई में दफनाया जाएगा। याकूब को नागपुर केंद्रीय कारागार में गुरुवार को फांसी दे दी गई। याकूब की दया याचिका सर्वोच्च न्यायालय, बंबई उच्च न्यायालय, महाराष्ट्र के राज्यपाल और राष्ट्रपति द्वारा खारिज कर दिए जाने के बाद गुरुवार को 54वें जन्मदिन पर उसे फांसी दे दी गई। याकूब को गुरुवार सुबह 6.35 बजे फांसी पर लटकाया गया। इसके कुछ देर बाद सुबह 7.01 बजे मेडिकल टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया और शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। शुरुआत में जेल प्रशासन ने कहा था कि याकूब का शव उसके परिवार को नहीं सौंपा जाएगा और उसे जेल परिसर में दफनाया जाएगा।


याकूब की फांसी के बाद उसके भाई सुलेमान ने जेल प्रशासन को एक आवेदन पत्र सौंप शव सौंपे जाने की मांग की थी, ताकि उसका अंतिम संस्कार मुंबई में कर सकें । सुलेमान के आवेदन पर तुरंत कार्रवाई करते हुए शव सशर्त परिजनों को सौंप दिया गया, जिसके बाद शव नागपुर हवाईअड्डे पर लाया गया और वहां से विशेष एंबुलेंस विमान में मुंबई रवाना किया गया, जहां गुरुवार शाम उसे दफनाया जाएगा। मुंबई पुलिस ने माहिम इलाके में स्थित याकूब के आवास सहित शहर और राज्य के संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा का बंदोबस्त किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस गुरुवार को महाराष्ट्र सदन में इस मुद्दे पर बयान देंगे।

सर्वोच्च न्यायालय ने याकूब को फांसी दिए जाने से ठीक पहले गुरुवार तड़के तीन बजे शुरू हुई एक विशेष सुनवाई में उसकी ओर से दायर उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उसने 14 दिनों के लिए फांसी टालने का अनुरोध किया था। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति प्रफुल्ल सी. पंत और न्यायमूर्ति अमिताव रॉय की पीठ ने याकूब की फांसी से ठीक पहले उसकी याचिका खारिज कर दी। न्यायालय ने कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। इसमें वही तर्क हैं, जो बुधवार को सामने रखे गए थे। न्यायालय पहले ही इन दलीलों को खारिज कर चुका है।

याकूब ने इसमें राष्ट्रपति द्वारा अपनी दया याचिका खारिज किए जाने को चुनौती दी थी। राष्ट्रपति ने बुधवार को याकूब की दया याचिका खारिज कर दी थी। याकूब की ओर से वरिष्ठ वकील आनंद ग्रोवर ने अपने मुवक्किल के सिजोफ्रेनिया से पीड़ित होने सहित कई नए आधारों पर उसकी फांसी 14 दिन के लिए टालने की अपील की थी। उन्होंने यह भी कहा कि दया याचिका खारिज किए जाने के बाद फांसी पर लटकाए जाने से पहले सजायाफ्ता कैदी को 14 दिन का समय मिलना चाहिए। यह कैदी के अधिकार से संबंधित मामला है, जैसा कि न्यायालय ने शत्रुघ्न चौहान मामले में निर्णय दिया था। लेकिन न्यायालय ने यह दलील न मानते हुए कहा कि याकूब को पर्याप्त समय दिया गया।

वर्ष 1993 के मुंबई विस्फोट मामले के दोषी ठहराए गए 100 लोगों में से केवल याकूब की फांसी की सजा को सर्वोच्च न्यायालय ने बरकरार रखा था। 11 दोषियों को सुनाए गए मृत्युदंड को बाद में आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया गया था। याकूब को मुंबई की एक विशेष अदालत ने जुलाई 2007 में फांसी की सजा सुनाई थी। 29 अप्रैल को एक विशेष टाडा अदालत के न्यायाधीश ने उसे 30 जुलाई को फांसी देने का वारंट जारी किया था।

याकूब मेमन का शव उसके परिवार वालों को सौंप दिया गया है। अधिकारियों ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। शुरुआत में जेल प्रशासन ने कहा था कि याकूब का शव उसके परिवार को नहीं सौंपा जाएगा और उसे जेल परिसर में ही दफनाया जाएगा। याकूब को फांसी दिए जाने के बाद उसके भाई सुलेमान ने जेल प्रशासन को एक आवेदन पत्र देकर शव सौंपे जाने की मांग की थी, ताकि उसका अंतिम संस्कार मुंबई में कर सकें । सुलेमान के आवेदन पर तुरंत कार्रवाई करते हुए शव सशर्त परिजनों को सौंप दिया गया, जिसके बाद शव नागपुर हवाईअड्डे पर लाया गया और वहां से विशेष एंबुलेंस विमान में मुंबई रवाना किया गया, जहां गुरुवार शाम उसे दफनाया जाएगा।

जनता के राष्ट्रपति कलाम सुपुर्द-ए-खाक

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देश के पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को यहां गुरुवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। उनकी अंतिम यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई अन्य गण्यमान्य नेता शरीक हुए। तिरंगे में लिपटा कलाम का पार्थिव शरीर फूलों से सजी विशेष बग्घी में सेना की तीनों शाखाओं की अगुवाई में अंत्येष्टि स्थल पेई करुं बु लाया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग एक झलक पाने के लिए इमारतों पर चढ़े हुए थे। सशस्त्र बलों के पूर्व सर्वोच्च कमांडर कलाम को बंदूकों की सलामी दी गई और सेना के बैंड ने 'लास्ट पोस्ट'धुन बजाई।

कलाम का शव कब्र में रखे जाने के बाद नमाज अदा की गई और उसके बाद कब्र पर मिट्टी डाली गई तथा उसपर फूल चढ़ाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार सुबह यहां पहुंचे और उन्होंने कलाम को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उनके अलावा तमिलनाडु के राज्यपाल के. रोसैया, केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू, मनोहर पर्रिकर और पॉन राधाकृष्णन, तमिलनाडु सरकार के मंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम, नाथम आर. विश्वनाथन और अन्य ने भी उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर केरल के राज्यपाल पी. सतशिवम, केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी के अलावा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू भी मौजूद रहे। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य दलों के नेताओं ने भी कलाम को श्रद्धांजलि दी।

इससे पूर्व उनके पार्थिव शरीर को नमाज-ए-जनाजा के लिए उनके पारिवारिक मस्जिद ले जाया गया। उनके परिजन भी वहां पहुंचे। 'मिसाइल मैन'के भाई के पोते ए.पी.जे.एम.के. शेख सलीम ने आईएएनएस को बताया, "हमारे भी सभी रिश्तेदार अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंच गए हैं।"तमिलनाडु सरकार ने कलाम के सम्मान में गुरुवार को राज्य के बैंकों, जीवन बीमा कंपनियों, स्कूलों और कॉलजों में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। सरकार ने राज्य में शराब की दुकानों और बार बंद रखने का निर्देश दिया है।

कलाम के सम्मान में यहां करीब 30,000 आभूषण की दुकानें भी बंद रहेंगी और पेट्रोल पंपों पर सुबह 10-11 बजे के बीच ही ईंधन मिलेंगे। सिनेमाघर मालिकों ने भी बंद का निर्णय लिया है। मछुआरों ने भी गुरुवार को समुद्र में नहीं उतने का फैसला किया है। निजी क्षेत्रों ने बंद का फैसला स्वत: लिया है, जिससे स्पष्ट है कि कलाम वास्तव में 'जनता के राष्ट्रपति'थे। द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) जैसे राजनीतिक दलों ने भी अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।

याकूब को फांसी आतंकवाद से निपटने की दिशा में गलत कदम : एमनेस्टी

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अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने कहा कि 12 मार्च, 1993 को मुंबई में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के दोषी याकूब मेमन को फांसी दिया जाना आतंकवाद से निपटने की दिशा में गलत कदम है। याकूब की दया याचिका राष्ट्रपति और विभिन्न न्यायालयों द्वारा खारिज कर दिए जाने के बाद उसे गुरुवार सुबह नागपुर केंद्रीय कारागार में फांसी दे दी गई। एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के कार्यकारी निदेशक आकार पटेल ने कहा, "आज सुबह (गुरुवार) भारत सरकार ने यह दर्शाने के लिए एक व्यक्ति को फांसी दे दी कि किसी को मारना गलत है।"

उन्होंने कहा, "इस फांसी से 1993 के मुंबई विस्फोटों का न्याय नहीं होगा। यह आतंकवादी वारदातों को रोकने की कोशिश के तहत एक गलत व गुमराह कदम है। यह प्रतिकार के एक साधन के रूप में आपराधिक न्याय व्यवस्था के इस्तेमाल का एक निराशाजनक उदाहरण भी है।"उन्होंने कहा कि प्रशासन को जांच में सुधार या पीड़ित परिवारों की मदद के बजाय अपराधियों के लिए मृत्युदंड को बरकरार रखना अपराध से निपटने के अपने संकल्प के एक सांकेतिक साधन के रूप में अधिक आसान लगता है। 

आतंकवाद के मामलों में भी ऐसी प्रतिबद्धता दिखाएं : दिग्विजय

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कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि सरकार को आतंकवाद से संबंधित सभी मामलों में ऐसी ही प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए, जैसी मुंबई में 12 मार्च, 1993 को हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट के लिए दोषी याकूब मेमन के मामले में दिखाई गई है। 

याकूब को फांसी दिए जाने के बाद दिग्विजय ने ट्वीट किया, "मैं आशा करता हूं कि सरकार और न्यायपालिका आतंकवाद से संबंधित सभी मामलों में दोषी की जाति और धर्म से ऊपर उठकर ऐसी ही प्रतिबद्धता दिखाएगी।" याकूब को महाराष्ट्र के नागपुर केंद्रीय कारागार में गुरुवार सुबह 6.35 बजे फांसी दे दी गई।

याकूब को फांसी दिए जाने से दुखी हूं : थरूर

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कांग्रेस नेता शशि थरूर ने गुरुवार को कहा कि वर्ष 1993 के मुंबई सिलसिलेवार बम विस्फोटों के दोषी याकूब मेमन को फांसी दिए जाने से वह दुखी हैं। थरूर ने ट्वीट किया, "इस बात से दुखी हूं कि हमारी सरकार ने एक इंसान को फांसी पर लटका दिया। राज्य प्रायोजित हत्याएं हमें हत्यारों के समकक्ष ला खड़ा करती हैं।"

तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने कहा, "इस बात के कोई प्रमाण नहीं हैं कि मृत्युदंड समस्या के निवारक के रूप में काम करता है। यह सिर्फ और सिर्फ प्रतिकार है और सरकार की अयोग्यता को दर्शाता है।"उन्होंने कहा, "किसी इंसान को निर्मम तरीके से फांसी पर लटका दिए जाने से कभी कहीं किसी आतंकवादी हमले को नहीं रोका जा सका है।"याकूब मेमन को गुरुवार सुबह नागपुर केंद्रीय कारागार में फांसी दे दी गई।

नेपाल में भूस्खलन, 26 की मौत

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पश्चिमी नेपाल में आए भूस्खलन से 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लापता हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि कास्की जिले में लगातार हो रही बारिश के बाद भूस्खलन के कारण 20 लोगों की मौत हो गई और 36 लापता हैं। म्यागदी जिले में भूस्खलन से छह लोगों की मौत हो गई है। 

एक बयान के मुताबिक, नेपाली सेना के जवानों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिले में 27 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। स्थानीय राजमार्ग बंद हो गया और पुल ढह गए हैं, जिससे राहत एवं बचाव टीम को कुछ जिलों में पहुंचने में दिक्कत हो रही है।

आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा : राजनाथ

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केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि सीमा पार से किसी भी आतंकवादी गतिविधि का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। पंजाब के गुरदासपुर जिले के दीनानगर में 27 जुलाई को हुए आतंकवादी हमले पर राज्यसभा में एक बयान देते हुए उन्होंने कहा, "भारत की एकता व अखंडता पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। सीमा पार से हो रही आतंकवाद की सभी गतिविधियों को रोकने के प्रति हम प्रतिबद्ध हैं।"

गृहमंत्री ने कहा कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर भारी बारिश तथा उफने नाले का लाभ उठाकर तीन आतंकवादी घुसपैठ करने में कामयाब हो गए। विपक्ष द्वारा सरकार विरोधी नारेबाजी और हंगामे के बीच राजनाथ ने तीनों आतंकवादियों को मार गिराने के लिए पंजाब पुलिस की सराहना की।

उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के पास से बरामद जीपीएस प्रणाली से जानकारियांजुटाई जा रही हैं। एक नाइट विजन कैमरा भी बरामद हुआ है। राजनाथ ने कहा कि सीमा पर भारी बारिश तथा उफने नदी नालों का फायदा उठाकर कुछ आतंकवादी घुसपैठ में सफल हो सकते हैं, जिसके मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पूरी तरह मुस्तैद है।

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर (30 जुलाई)

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जिले के प्रभारी मंत्री ने की आष्टा में निर्माण कार्यो की समीक्षा

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राजस्व एवं पुनर्वास एवं जिले के प्रभारी मंत्री ठाकुर रामपालसिंह ने जनपद पंचायत आष्टा सभाकक्ष में निर्माण कार्यो की समीक्षा की। इस दौरान उन्होने लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग, प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना के अंतर्गत स्वीकृत कार्यो के प्रगति की समीक्षा के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के कार्याे की भी समीक्षा की। समीक्षा बैठक में विधायक आष्टा श्री रंजीतसिह गुणवान, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती उर्मिला मरेठा, अध्यक्ष जनपद पंचायत आष्टा श्री धारासिह पटेल, कलेक्टर डाॅ.सुदाम खाडे, पुलिस अधीक्षक     श्री मनीष कपूरिया सीहोर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, निर्माण विभागों के कार्यपालन यंत्री एवं समस्त विभाग प्रमुख उपस्थित हुए। समीक्षा बैठक के दौरान लोक निर्माण विभाग के परियोजना क्रियान्वयन ईकाई द्वारा बनाई जा रही प्री-फेब्रिकेटेड आंगनबाडी भवन की समीक्षा करते हुये श्री सिंह ने कार्यपालन यंत्री पीआईयू श्री संजय पाठक को निर्देशित किया कि गुणवत्ता युक्त आंगनबाडी भवनो का समय सीमा में निर्माण करना सुनिश्चित करें। जल संसाधन विभाग के द्वारा बनाये गये मालीपुरा झिकडी तालाब में जलावर्धन की सम्भावनाओ को तलाशने तथा तालाब को उपयोगी बनाने के लिये राज्य स्तरीय वरिष्ठ अधिकारियों एवं तकनीकी दल के मार्गदर्शन में कार्यवाही कराये जाने के निर्देश दिये।

सिद्वीकगंज में बनेगा स्टेडियम
13 वे वित्त आयोग एवं परफारमेंट ग्रांट के मद से सिद्वीकगंज में एक करोड साठ लाख की लागत से स्टेडियम का निर्माण किया जावेगा। प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने बताया कि स्टेडियम निर्माण के लिये ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को राशि आवंटित कर दी गई है। साथ ही सीहोर जिले के आष्टा ब्लाक मंे प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना से वंचित ग्रामो को मुख्य मार्ग से जोडने के लिये लगभग 40 करोड की लागत से बनने वाली  67 मुख्यमंत्री ग्राम सडको को स्वीकृति दी गई है। कलेक्टर डाॅ सुदाम खाडे द्वारा जिले में किए जा रहे विकास कार्यों की सराहना करते हुए प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे जिले के पर्यावरण की सुरक्षा हेतु ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण कर उनकी देखभाल भी सुनिश्चित करें। 

सडक सुधारे और कराये लापरवाही पर एफआईआर
प्रभारी मंत्री ने नगर पालिका की समीक्षा करते हुये सीएमओ को निर्देशित किया कि आष्टा नगर क्षेत्र अंतर्गत खराब सडको को दुरूस्त कराये तथा निर्माण करने वाले ठेकेदारो के विरूद्व खराब सडक बनाने पर एफआईआर करने की कार्यवाही करे। समीक्षा बैठक से पूर्व प्रभारी मंत्री श्री रामपालसिंह सीहोर जिले के गुरूद्वारे में आई श्री गुरू कीर्तन यात्रा में शामिल हुये तथा गुरू एवं गुरूग्रंथ साहिब का पुजन कर आर्शीवाद प्राप्त किया उसके बाद आष्टा क्षेत्रान्तर्गत मां कृष्णा आश्रम में आयोजित संत्संग एवं प्रवचन कार्यक्रम में उपस्थित हुये। वे अन्त में आष्टा के नजदीक बापचा धाम में आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुये।

विष्वस्तनपान सप्ताह जिला स्तरीय कार्यषाला

विष्वस्तनपान सप्ताह अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यषाला सीहोर जिले के समस्त आंगनबाडी केन्द्रो पर एक से 07 अगस्त तक विष्वस्तनपान सप्ताह मनाया जाएगा। प्रत्येक दिन की गतिविधियों आयोजित करने के संबंध में गत दिवस कलेक्टर सभा कक्ष में जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की उपस्थिति में समस्त पर्यवेक्षक एवं ए.एन.एम. का प्रषिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यषाला में विषय विषेषज्ञ सुश्री हिना पाण्डे एम.पी. टास्ट द्वारा अभियान की जानकारी दी गई साथ ही नवजात षिषु एवं आहारपूर्ति परामर्ष के तीन प्रमुख संदेष जन्म के तुरंत बाद स्तनपान, छः माह तक सिर्फ माँ का दूध, दो वर्ष तक माँ  का दूध एवं उपरी आहार के महत्व के बारे में बताया गया  कार्य के साथ स्तनपान के महत्व की जानकारी भी दी गई। स्वास्थ्य विभाग से स्तनपान सलाहकार श्रीमती रेखा द्वारा माँ के दूध को ग्रहण करना एवं निकालने की प्रक्रिया बतायी गई। कार्यषाला के अंतर्गत जीना इसी का नाम है फिल्म के प्रदर्षन के माध्यम से स्तनपान को बढावा देना की जानकारी दी गई। कार्यषाला में समस्त पर्यवेक्षको द्वारा रोल प्ले में उत्साहपूर्ण सहभागिता की गई । कार्यषाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री राजीव सिंह, सहायक संचालक श्रीमती सुस्मिता बिल्लौरे ,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थें।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (30 जुलाई)

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पुनः रेण्डमाइजेशन आज 

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विदिशा नगरपालिका निर्वाचन के उपयोग में लाई जाने वाली ईव्हीएम और कंट्रोल यूनिट का प्रथम पुनः रेण्डमाइजेशन आज 31 जुलाई को किया जाएगा कि जानकारी देते हुए अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने बताया कि रेण्डमाइजेशन संबंधी कार्य एनआईसी में प्रातः 11 बजे किया जाएगा। ज्ञातव्य हो कि बुधवार 29 जुलाई की दोपहर एक बजे रेण्डमाइजेशन किया गया था। किन्तु डीईओ लेबिल रेण्डमाइजेशन रिपोर्ट में तकनीकी ऐरर के कारण उसी समय प्रिन्ट प्राप्ति में विलम्बता होने के फलस्वरूप कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा निष्पक्षता एवं पारदर्शिता को दृष्टिगत रखते हुए प्रथम रेण्डमाइजेशन पुनः किए जाने का निर्णय लिया है।  रेण्डमाइजेशन के दौरान राजनीतिक दलो के प्रतिनिधि और अभ्यर्थीगण उपस्थित होकर कार्यप्रणाली से अवगत हो सकते है।

ई-पंजीयन तथा ई-स्टाम्पिंग प्रक्रिया एक अगस्त से लागू

विदिशा जिले में भी ई-पंजीयन एवं ई-स्टाम्पिंग की प्रक्रिया एक अगस्त से प्रभावशील हो जाएगी कि जानकारी देते हुए वरिष्ठ जिला पंजीयक श्री एके सिंह ने बताया कि जिले में इलेक्ट्राॅनिक रजिस्ट्रीकरण पद्वति ‘‘सम्पदा’’ के बेहतर क्रियान्वयन हेतु तमाम व्यवस्थाएं की जा चुकी है। ई-पंजीयन एवं ई-स्टाम्पिंग प्रक्रिया की अधिसूचना जारी होने के बाद मेन्युअल अर्थात भौतिक स्टाम्प पर टंकित रजिस्ट्री पर पूर्ण प्रतिबंध लागू हो जाएगा। मुद्रांक विक्रेताओं के पास बिक्री हेतु यदि कोई स्टाम्प रखे शेष है, ऐसी स्थिति में स्टाम्प विक्रेता द्वारा उक्त शेष स्टाम्प की राशि बिना कटौती के नियमानुसार वापिस ली जा सकेगी। यदि किसी पक्षकार के पास स्टाम्प पर टंकित दस्तावेंज लंबित रखे है तो उनका 31 जुलाई तक अवश्य पंजीयन करा लिया जाए। जिला पंजीयक श्री सिंह ने बताया कि जिले में 75 सर्विस प्रोवाईडर्स को लायसंेस जारी किए गए है। जुलाई माह में लगभग 80 से अधिक रजिस्ट्रियां सम्पदा एप्लीकेशन से ई-पंजीकृत कराई गई है। सर्विस प्रोवाईडर्स को ई-पंजीयन कराने में किसी भी प्रकार की दिक्कते ना हो इसके लिए उन्हें चार चरणों में प्रशिक्षण दिया गया है और उनकी शंकाओं का समाधान इन दौरान किया गया है।

फीस
ई-पंजीयन कार्य के लिए जिन सर्विस प्रोवाईडर्स को लायसेंस जारी किए गए है उनके द्वारा पक्षकारों से जो फीस ली जाएगी वह शासन द्वारा निर्धारित की गई है। जिसके अनुसार पांच लाख तक के विक्रय पत्र के लिए पांच सौ रूपए तथा पांच लाख से अधिक के अंतरण हेतु एक हजार रूपए शुल्क निर्धारित की गई है अन्य प्रकार के दस्तावेजो में सौ से लेकर दो सौ पचास रूपए निर्धारित किए गए है। सभी सर्विस प्रोवाईडर्स फीस की रसीद पक्षकारों को प्रदान करेंगे।

एमसीएमसी कक्ष का संचालन

निकाय निर्वाचन के दौरान पेड न्यूज पर सतत नजर रखने हेतु जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणन एवं व्यय अनुवीक्षण समिति (एमसीएमसी) को सौंपे गए दायित्वों के निर्वहन हेतु खाद्य शाखा के कक्ष क्रमांक-दो में संचालन किया जा रहा है। एमसीएमसी कक्ष में प्रिन्ट, इलेक्ट्राॅनिक के साथ नेट के माध्यम से अभ्यर्थियों के द्वारा किए जाने वाले चुनावी प्रचार-प्रसार पर सतत नजर रखी जायेगी। इसी कक्ष मंें मीडिया सेल भी बनाया गया है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमबी ओझा ने एमसीएमसी कक्ष के बेहतर संचालन हेतु दिए गए निर्देशों के अनुपालन में अधिकारी-कर्मचारियों की ड््यूटी लगाई जा चुकी है ताकि इलेक्ट्राॅनिक और प्रिन्ट मीडिया के माध्यम से प्रकाशित निर्वाचन संबंधी पेड न्यूज पर सतत नजर रखी जाएगी।

कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश

परियोजना क्रियान्वयन ईकाई लोक निर्माण विभाग विदिशा (पीआईयू) के संभागीय परियोजना यंत्री ने बताया है कि कार्यालय के सहायक ग्र्रेड-तीन श्री विवेक यादव विगत 28 जून से अनुपस्थित है श्री यादव को कर्तव्य पर उपस्थित होने के नोटिस पूर्व में प्रेषित किए जा चुके है किन्तु आज दिनांक तक कार्यालय में उपस्थित नही है। श्री यादव सात दिवस के भीतर कार्यालय में उपस्थित नही होते है तो उनके खिलाफ नियमानुसार एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी।

स्ट्रांग रूम की तैयारियों का जायजा

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री एमबी ओझा और पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी ने आज विदिशा निकाय निर्वाचन के मतदान उपरांत निर्वाचन सामग्री के लिए एसएसएल जैन काॅलेज में स्ट्रांगरूम बनाया जाएगा के परिपेक्ष्य में की जाने वाली तैयारियों का जायजा लिया। इस अवसर पर विदिशा एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री जीपी वर्मा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर से कर्नल ने की सौजन्य भेंट

विदिशा जिले में आयोजित होने वाली सेना भर्ती रैली के परिपेक्ष्य में आज कलेक्टर श्री एमबी ओझा से कर्नल संजीव सिंह ने मुलाकात की और भर्ती रैली आयोजन के परिपेक्ष्य में की जाने वाली तैयारियों के संबंध में विचार विमर्श किया। कलेक्टर चेम्बर में इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, जिला पंचायत सीईओ श्री चन्द्रमोहन मिश्र, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार और अन्य अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर श्री ओझा ने बताया कि जिले के युवाओं को रैली के संबंध में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि विदिशा जिले के अधिक से अधिक युवा सेना भर्ती रैली में चयनित हो सकें।

विंध्यावैली प्रोजेक्ट अंतर्गत स्व-सहायता समूहो, ग्रामोद्योग इकाईयों को अपने उत्पादों के विपणन हेतु जुड़ने का सुनहरा अवसर

मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित प्रोजेक्ट विंध्यावैली के माध्यम से स्व-सहायता समूहों तथा ग्रामोद्योग इकाईयों के एफएमसीजी उत्पादों का बाजार में प्रभावी रूप से विपणन किया जाता है ताकि उन्हें नियमित रोजगार उपलब्ध हो सकें। प्रोजेक्ट से जुड़ने पर उत्पादकों का माल व्यापारिक दृष्टिकोण से आकर्षक पैकेजिंग, गुणवत्ता, मानकीकरण और उचित दाम के आधार पर तैयार कर बाजार में विक्रय हेतु उपलब्ध कराया जाता है। जिले में ऐसे स्व-सहायता समूह, पंजीकृत ग्रामोद्योग जो एफएमसीजी वस्तुएं जैसे आटा, बेसन, हल्दी, मिर्ची, धनिया, गरम मसाले, पापड़, अचार, अगरबत्ती एवं पीने का पानी आदि का उत्पादन करती है, वे विंध्यावैली प्रोजेक्ट से जुड़कर अपने उत्पाद विक्रय कर सकती है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी विभागीय वेबसाइट से प्राप्त करें अथवा जिले में पदस्थ उप संचालक, प्रबंधक (खादी ग्रामोद्योग) जिला पंचायत कार्यालय से अथवा मुख्यालय स्तर पर महाप्रबंधक विंध्यावैली मध्यप्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, 74 अरेरा हिल्स केन्द्रीय विद्यालय के पास, भोपाल से सीधे अथवा दूरभाष, मोबाइल नम्बर 0755-2552721, 7869601413, 7869601420 या ई-मेल के माध्यम से सम्पर्क करें।
             
मीडिया कार्यशाला सम्पन्न

जिले में एक से सात अगस्त तक स्तनपान सप्ताह मनाया जाएगा। सप्ताह के दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियों से मीडियाकर्मियों को अवगत कराने के उद्धेश्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत के सभाकक्ष में आज किया गया था। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र सुंदरियाल ने स्तनपान के उद्धेश्यों और महत्व को अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने में मीडियाकर्मियों से सहयोग की अपील की। उन्होंने तिथिवार आयोजित कार्यक्रमों की बिन्दुवार जानकारी दी। इस दौरान बतलाया गया कि जिले की प्रत्येक आंगनबाडी केन्द्रों पर सप्ताह भर गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें खासकर महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। कार्यशाला में बताया गया कि नवजात शिशुओं के लिए मां का दूध अमृृत तुल्य है, इसके प्रति समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना जरूरी हैं इसी उद्धेश्य से इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इस कार्य में मीडियाबंधुओं की भी महती भूमिका है, समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने तथा जागरूकता बढ़ाए जाने के कार्य सुगमता से सम्पादित कर सकते है। जिले में मातृृ-शिशु मृृत्यु  दर कम करने के लिए जिले में अनेक कार्यक्रम चल रहे है जिनका भी व्यापक प्रचार प्रसार करने की अपेक्षा उनके द्वारा संबंधितों से व्यक्त की गई है। कार्यशाला में जानकारी दी गई कि संस्थागत प्रसव जिले में करीब 85 प्रतिशत चिकित्सालयों में ही हो रहे है। इस दौरान धात्री माताओं को स्तनपान की जानकारी दी जा रही है।  कार्यशाला में एलसीडी प्रोजेक्ट के माध्यम से स्तनपान के महत्व को रेखांकित किया गया। जिसमें नवजात शिशुओं को खीस (कोलोस्ट्रम) पिलाना, दूध पिलाने की विधियां, मां का दूध क्यों आवश्यश्क है, जच्चा-बच्चा स्वस्थ्य रखने के उपाए इत्यादि की जानकारी दी गई। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (30 जुलाई)

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क्या मोदी से दो-दो हाथ करने की तैयारी में आ गए हरीश, उत्तराखंड में क्यों रुकें शाहिद
  • अफसर को रिलीव करने को राजी नहीं हरीश सरकार
  • जांच का हवाला देकर शाहिद को यहीं रोकने पर जोर
  • सरकार ने केंद्र सरकार को लिखा इस बारे में खत

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। स्टिंग में फंसे गुजरात कैडर के आईएएस अफसर मो. शाहिद को उत्तराखंड में ही रोकने के लिए सरकार ने पूरी ताकत लगी दी है। केंद्र के आदेश के बाद भी उन्हें रिलीव करने की बजाय एक जांच का हवाला देकर उन्हें यहीं रोकने के लिए सरकार ने केंद्र को फिर से एक खत लिख दिया है। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि आखिर क्या वजह है कि मो.शाहिद को उत्तराखंड में ही रोकने के लिए हरीश सरकार अब केंद्र की मोदी सरकार से दो-दो हाथ करने के मूड में आती दिख रही है। स्टिंग सामने आने के बाद से ही मो.शाहिद का कद बढ़ सा गया दिख रहा है। गुजरात सरकार ने अपने कैडर के आईएएस अफसर की प्रतिनियुक्ति खत्म करने के लिए केंद्र को एक खत लिखा। केंद्र सरकार ने भी अवकाश वाले दिन ही इसे मंजूर भी कर लिया और उत्तराखंड के मुख्य सचिव को खत भेजकर शाहिद को तत्काल ही केंद्र के लिए रिलीव करने का आदेश जारी कर दिया। एक तरफ केंद्र और गुजरात की भाजपा सरकारें मो.शाहिद को तत्काल अपने कब्जे में लेना चाहती हैं तो दूसरी तरफ सूबे की कांग्रेसी सरकार उन्हें किसी भी दशा में छोड़ने को तैयार नहीं है। सूबे की हरीश सरकार ने पत्रावली तैयार होने के बाद भी शाहिद को रिलीव नहीं किया। केंद्र की मंशा को पलीता लगाने के लिए सरकार ने प्रमुख सचिव ओमप्रकाश को स्टिंग मामले की जांच सौंप दी और छह सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है। इसके बाद राज्य सरकार ने इसी जांच को आधार बनाते हुए केंद्र सरकार को एक खत भेजकर कहा है कि चूंकि मो. शाहिद पर एक स्टिंग हुआ है और सरकार इसकी जांच करवा रही है। ऐसे में अगर शाहिद को रिलीव किया जाता है तो जांच पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। अब हालात ये हैं कि केंद्र किसी भी कीमत पर उन्हें बुलाना चाहता है तो राज्य सरकार उन्हें रिलीव न करने के लिए कमर कस चुकी है। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि केंद्र और राज्य सरकार मो. शाहिद को लेकर इतनी संजीदा क्यों हैं। बताया जा रहा है कि इसके मूल में भाजपा और कांग्रेस के बीच एक दूसरे की राज्य सरकारों पर किए जा रहे हमले ही हैं।  गौरतलब हो कि हमने तीन रोज पहले ही बताया था कि भाजपा इन हालात में मो. शाहिद को सूबे की कांग्रेसी सरकार के खिलाफ एक ट्रंप कार्ड की तरह इस्तेमाल करने के मूड में दिख रही है। शाहिद भले ही गुजरात कैडर के आईएएएस हैं। लेकिन केंद्र में यूपीए की सरकार के समय में केंद्रीय मंत्री हरीश रावत के निजी सचिव के रूप में दो साल तक काम कर चुके हैं। फिर हरीश रावत यहां मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने शाहिद को अपनी सचिव बनाकर बुला लिया। सूत्रों का कहना है कि भाजपा की सोच है कि मो. शाहिद लंबे समय तक कांग्रेसी नेता हरीश रावत के साथ बेहद नजदीकी अंदाज में काम कर चुके हैं। ऐसे में हो सकता है कि उनकी जानकारी में कुछ ऐसे मामले हो, जिनके जरिए कांग्रेस सरकार पर हमला किया जा सके। कहा जा रहा है कि इसी वजह से केंद्र मो. शाहिद को वापस बुलाना चाहता है। जाहिर है कि अगर ऐसा है तो यह कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। शायद यही वजह है कि स्टिंग सामने आते ही हाईकमान की ओर से सबसे पहले कहा गया कि राज्य सरकार ने मो. शाहिद को निलंबित कर दिया है। लेकिन राज्य सरकार इस मौके पर चूक गई और केंद्र की भाजपा सरकार ने इस ट्रंप कार्ड को अपने कब्जे में लेने का खेल कर लिया। अब राज्य सरकार किसी भी स्थिति में शाहिद को उत्तराखंड में ही रोककर भाजपा की भावी सियासत पर पानी फेरने की कोशिश में है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि आईएएस अफसर पर पूरी तरह के केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्रालय (डीओपीटी) के ही नियम लागू होते हैं। डीओपीटी शाहिद की प्रतिनियुक्ति को तत्काल खत्म कर चुका है। ऐसे में राज्य सरकार की कोशिशें सफल नहीं होगी और मो. शाहिद भी अगर इसी पचड़े में उलझे रहे तो उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

प्रमोद के मनोनयन पर सवाल कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस समय कोमा में
  • प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने खुद ही कर दिया मनोनीत

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की ओर से किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पद पर किए गए मनोनन पर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह नियुक्ति करने का अधिकार प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास हैं और वे इन दिनों कोमा की स्थिति में है। ऐसे में इस मनोनयन को वैध नहीं माना जा सकता। कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रमोद कुमार सिंह को किसान कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष नामित किया है। कांग्रेसियों में चर्चा है कि किशोर उपाध्याय को इस मनोनयन का अधिकार ही नहीं है। किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमशेर सिंह सुरजे वाला हैं और वे इन दिनों कोमा की स्थिति में हैं। किसान कांग्रेस का काम देखने के लिए पार्टी हाईकमान ने एक कमेटी बना रखी है। बताया जा रहा है कि इस मनोनयन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने इस कमेटी को भी विश्वास में नहीं लिया। इस मामले में प्रयास के बाद भी कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय से बात नहीं हो सकी।

अंर्तर मंडलीय स्थानांतरण को लेकर शिक्षक संघ में आक्रोश, डा. सोहन सिंह माजिला ने की आरके कुंवर से मुलाकात

देहरादून 30 जुलाई, (निस)। पात्रता सूची में नाम होने के बावजूद भी एक भी शिक्षक का कुमाउ से गढवाल न आना शिक्षक संघ को रास नहीं आ रहा है। इस संबंध में राजकीय शिक्षक संघ के मंडलीय संरक्षक डा सोहन सिंह माजिला ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर व अपर निदेशक माध्यमिक एनके बहुगुणा से भी वार्ता की। जिस में माजिला ने आरोप लगाया कि जब गढवाल मंडल से 25 शिक्षक कुमाउ जा सकते हैं तो इतने ही शिक्षक गढवाल मंडल क्यों नहीं आ सकते। डा सोहन सिंह माजिला ने कहा कि अंर्तरमंडलीस स्थानांतरण में कई गलतियां है। जिन्हें समय सरहते सुधार दिया जाना चाहिए। माजिला ने कहा कि वर्तमान में शिक्षकों में आफी आक्रोश है। उन्होंने निदेशक माध्यमिक को साफ करते हुए बताया कि जब विभाग की वेबसाइट पर स्थानांतरण से पूर्व पा़त्रता सूची डाली गयी थी। जिसमें कुमाउ व गढवाल मंडल के शिक्षकों को वरिष्ठता के आधार पर रखा गया है। ऐसे में सिर्फ एक ही मंडल से दूसरे मंडल के लिए शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया जो गलत है। उन्होंने कहा कि एक समान स्थानांतरण किया जाना चाहिए था। उधर आरके कुंवर ने माजिला की शिकायत पर अपर निदेशक गढवाल से उक्त संबंध में जल्द रिर्पोट देने को कहा । इतना हीं नहीं माजिला ने अनुरोध के आधार पर खाली पडे विद्यालयों में स्थानांतरण करने की भी मांग की। माजिला ने कहा कि जब शिक्षक नियम के तहत किसी विद्यालय में जाना  चाहता है तो उसे क्यों रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि विजिटिंग शिक्षकों की तैनाती से पूर्व अनुरोध के आधार पर बडी संख्या में तबादले किये जाने चाहिए थे। इसके बाद खाली पडे पदो ंके सापेक्ष विजिटिंग शिक्षकों की तैनाती होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का उत्पीडन बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। माजिला ने विभागीय अधिकारियों को सतय रहते शिक्षक हित में आवश्यक कदम उठाने को कहा है। 

सचिव मौ0 षाहिद को अवमुक्त करें मुख्यमंत्री हरीष रावतः सतपाल महाराज

देहरादून 30 जुलाई, (निस)। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सदस्य भाजपा राश्ट्रीय कार्यकारिणी सतपाल महाराज ने आज एक बयान में कहा कि सचिव मुख्यमंत्री मौ0 षाहिद को षीघ्र अवमुक्त कर दिल्ली भेजें मुख्यमंत्री हरीष रावत। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र सरकार ने उनकी प्रतिनियुक्ति रद्द कर दिल्ली तलब किया है तो क्यों मुख्यमंत्री रावत गत तीन दिनों से उन्हें अवमुक्त क्यों नहीं कर रहे?  पूर्व केन्द्रीय मंत्री महाराज ने आगे कहा कि दिल्ली और देहरादून में ज्यादा दूरी नहीं है जब उन्हें जांच के लिए देहरादून बुलाया जायेगा तो वह जांच में सहयोग के लिए दिल्ली से आ जायेंगे। पहल तो मुख्यमंत्री कहते थे कि कहां आग है, कहां धुंआ है पर अब जब सब सामने आ गया है तो उन्हें षीघ्र ही मौ0 षाहिद को अवमुक्त कर दिल्ली भेज देना चाहिए। भाजपा राश्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सतपाल महाराज ने आगे कहा कि सी.डी में तो मौ0 षाहिद ने रणजीत रावत व हरपाल सिंह रावत के भी नाम लिये हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री रावत, रणजीत रावत व हरपाल रावत को पद से क्यों नहीं अवमुक्त कर रहे। मौ0 षाहिद की जांच हो रही है तो रणजीत व हरपाल की जांच भी उन्हें करवानी चाहिए।

जांच के नाम पर लीपापोती कर रही सरकार: अजय भट्ट

देहरादून 30 जुलाई, (निस)। नेता प्रतिपक्ष, अजय भट्ट ने कहा कि सरकार ने आबकारी सचिव मो0 साहिद के स्टिंग आपरेषन की जाॅच प्रमुख सचिव ओम प्रकाष को देकर साबित कर दिया है कि वह हर हाल में इस अधिकारी को बचाकर मामले में लीपापोती कराना चाहती है क्यांेकि उसे पता है कि यदि इस प्रकरण की जाॅच किसी निश्पक्ष एजेंसी अथवा सी0बी0आई0 से करायी जायेगी तो सरकार का इस मामले मंे फसना तय है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण का भी वही हश्र होगा जो आपदा घोटाले का हुआ था।  श्री भट्ट ने कहा कि यदि सरकार पाक साफ है तो क्यों सी0बी0आई0 जाॅच कराने से डर रही है। षासन के एक सचिव के प्रकरण की जाॅच प्रमुख सचिव को देकर यह सरकार क्या साबित करना चाहती है। षासन में बैठे अधिकारी सरकार के निर्देषन पर कार्य करते हैं वह भला सरकार के खिलाफ रिपोर्ट कैसे दे सकता है। वह तो वैसी ही रिपोर्ट बनायेगा जैसे उसे ऊपर से निर्देष दिये जायेंगे, इससे पूर्व आपदा घोटाले की जाॅच अपने ही मुख्य सचिव को देकर सरकार यह पहले ही साबित कर चुकी है। उन्होंने कहा कि यह तो दूध की रखवाली का कार्य बिल्ली को दे देना जैसा ही है। श्री भट्ट ने कहा कि यह सचिव मुख्यमंत्री के चहेते हैं, इसीलिए उन्हें बचाने का हरसम्भव प्रयास किया जा रहा है। यहाॅ तक कि केन्द्र से प्रतिनियुक्ति समाप्त करने का आदेष जारी करने के बावजूद सचिव, मो0 साहिद को जाॅच पूरी न होने का बहाना बनाकर तथा जाॅच पूरी होने तक उत्तराखण्ड में ही रहने का अनुरोध केन्द्र से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस सरकार ने भ्रश्टाचार के सारे रिकार्ड तोड़ दिये हैं। श्री भट्ट ने कहा कि यह सरकार भ्रश्ट नौकरषाहों को संरक्षण प्रदान कर देवभूमि को कलंकित करने का कार्य कर रही है, जिसे इस प्रदेष की जनता कतई माफ करने वाली नहीं है। श्री भट्ट ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री में तनिक भी नैतिकता बची होती तोे वह सबसे पहले अपना इस्तीफा देते तथा इस प्रकरण की सी0बी0आई0 जाॅच कराकर यदि निर्दोश साबित होते तो पुनः कुर्सी पर बैठते तो उचित होता लेकिन जब पूरी सरकार ही भ्रश्टाचार के दल-दल मंे फसी हो तो उसके पास अपने ही अधीन कार्यरत् नौकरषाह को जाॅच देकर और अपने को खुद ही क्लीन चिट देने के अलावा और कोई दूसरा चारा नहीं है, इसलिए सरकार यह सब प्रपंच कर रही है। 

अनिता ने भारत के लिए कांस्य पदक जीता

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। अमेरिका के लॉस एंजिल्स में चल रहे स्पेशल ओलंपिक वल्र्ड समर गेम्स में 400 मीटर तेज चाल (फास्ट वॉक) में ऋषिकेश की अनीता चैहान ने भारत के लिए कांस्य पदक जीता है। अनीता चैहान ऋषिकेश के ज्योति विशेष विद्यालय की छात्रा है और उत्तराखंड से छह सदस्यीय दल के साथ स्पेशल ओलंपिक वल्र्ड समर गेम्स के लिए लॉस एंजिल्स अमेरिका गई है। अनीता चैहान की कोच शशि राणा ने फोन कर बताया कि इससे पूर्व उत्तराखंड के ही दक्ष जोशी ने 500 मीटर टीम ट्रायल में कांस्य पदक जीता था। इस बार ज्योति विशेष विद्यालय से अनीता चैहान के अलावा अजय सिंह रावत का वालीबाल में स्पेशल ओलंपिक के लिए चयन हुआ है। वर्ष 2007 में चीन के संघाई में हुए स्पेशल ओलम्पिक में ऋषिकेश के कुलदीप नेगी ने पदक जीता था। 

लो वोल्टेज को लेकर प्रदर्शन

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। विकासनगर क्षेत्र के यमुना विहार कालोनी में लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने ऊर्जा निगम के कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान आप कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हुए। ग्रामीणों के मुताबिक पिछले कई दिनों से यमुना विहार क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या से ग्रामीण परेशान हैं। इसके चलते जहां बिजली के बल्ब मोमबत्ती की भांति टिमटिमाते हैं, वहीं बिजली के उपकरण शो पीस बने हुए हैं। ग्रामीणों ने ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता से क्षेत्र के लिए नया ट्रांसफार्मर लगाने की मांग भी की। प्रदर्शन करने वालों में आप नेता राजकुमार, भाष्कर चुग, मनोज, गुरु प्रसाद, देवीदयाल, वीपी बहुगुणा, हाशिम, मंजू रोतेला, अंजुल आदि शामिल थे।

आप ने किया प्रदर्शन

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। नगर निगम में भष्टाचार का आरोप लगाने के साथ ही विभिन्न समस्याओं को लेकर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने नगर निगम कार्यालय के समक्ष धरना दिया। आप कार्यकर्ता सहस्त्रधारा रोड स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड को अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग भी कर रहे हैं। साथ ही उनका कहना है कि नगर निगम में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। कभी टायर घोटाला तो कभी जमीनों की एनओसी निगम से दी जा रही है। साथ ही जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में भी घपले हो रहे हैं। उन्होंने भष्टाचार पर अंकुश लगाने की मांग भी की। साथ ही मुख्यनगर अधिकारी व मेयर के खिलाफ नारेबाजी भी की। 

स्व जगेंद्र स्वरूप की पुण्य तिथि पर स्मृति सभा आयोजित 

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। गुरूवार को न्यू कैंट रोड़ स्थित सीएम आवास में दयानंद शिक्षा संस्थान के तत्वाधान में स्व0 जगेंद्र स्वरूप की प्रथम पुण्य तिथि पर स्मृति सभा का आयोजन किया गया। पूर्व एमएलसी व दयानंद शिक्षा संस्थान के महामंत्री रहे स्व. जगेंद्र स्वरूप का भावपूर्ण स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरल, सहज जगेंद्र स्वरूप जी में लोगों में अपनत्व पैदा करने की अद्भुत क्षमता थी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि श्री दयानंद सरस्वती जी के दिखाए मार्ग पर चलकर स्व. वीरेंद्र स्वरूप व स्व. जगेंद्र स्वरूप ने ज्ञान का प्रकाश फैलाया। वे एक महान विद्वान व शिक्षाविद थे। उन्हें विधायी ज्ञान बहुत था। ऐसे व्यक्तित्व को भूलना बहुत कठिन होता है। उनका लक्ष्य व स्वप्न आज भी उतना ही शाश्वत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलते हुए परिवेश में शिक्षा का स्वरूप प्रतियोगी हो गया है। हमें अपनी शिक्षा व्यवस्था में सुधार करना होगा। शिक्षा में निजी भागीदारी जरूरी है, विशेषतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में। इस अवसर पर केबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल, विधायक हीरा सिंह बिष्ट, हरबंस कपूर, मनोज तिवारी, डीएवी प्रबंध समिति के बी.रायजादा, ओपी कुलश्रेष्ठ, अशोक नारंग, डीएवी काॅलेज के प्राचार्य डा. देंवेंद्र भसीन, सीएम के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने भी स्व जगेंद्र स्वरूप को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

जमीनी फर्जीवाडे के मामले में बनाया हिस्ट्रीशीटर

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। दून में पहली बार पुलिस ने भूमि संबंधित फर्जीवाड़े के मामले एक व्यक्ति को हिस्ट्रीशीटर बनाया है। पुलिस ने बताया कि प्रवीण गौड़ निवासी रायपुर ने पुश्तैनी जमीन को कई बार फर्जी तरीके से बेजकर लोगों से करोड़ों रुपये हड़प लिए हैं। पुलिस ने उसकी हिस्ट्रीशीट खोली है। एसआइटी ने मामले की जांच शुरू कर दी है।  गुरूवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों को जानकारी देते हुए गढ़वाल रेंज के आईजी व एसआईटी प्रमुख संजय गुंज्याल ने बताया कि विगत 16 जून को रूद्रप्रयाग निवासी प्रेमदेई पत्नी पे्रम सिंह व दीपा राणा पत्नी संजय राणा ने एसआईटी में जमीनी फर्जीवाड़े के एक मामले की शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके अनुसार प्रेमदेई व दीपा राणा ने 27 जनवरी 2011 को प्रवीण गौड़ पुत्र वैनी प्रसाद निवासी नेहरूग्राम से दो प्लाट खरीदे थे। जिसके एवज में उन्होने प्रवीण गौड़ को 9 लाख रूपये देकर प्लाट की रजिस्ट्री अपने नाम कराई । एसआईटी प्रमुख गुंज्याल ने बताया कि महिलाओं का आरोप था कि कि प्रवीण गौड़ ने पैसे लेने के बाद भी उन्हे प्लाट पर कब्जा नहीं दिया। एसआईटी ने जब इस मामले की जांच की तो पता चला कि प्रवीण गौड़ ने उक्त जमीन की रजिस्ट्री 2006 में अपनी पत्नी के नाम से की है। जिस कारण प्रेमदेई व दीपा राणा को कराई गयी रजिस्ट्री फर्जी है। एसआईटी ने जांच के दौरान यह भी पाया कि प्रवीण गौड़ की पत्नी प्रियंका गौड़ ने वही भूमि अवैध तरीके से मंजू जैन पत्नी महेश जैन निवासी चकतुनवाला को 13 लाख में बेच दी है। जमीनी फर्जीवाड़ों मंे पति पत्नी दोनो की संलिप्तता पाते हुए एसआईटी ने उपरोक्त दोनो मामलों के आधार पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज करवा कर आरोपी प्रवीण गौड़ को गिरफ्तार कर लिया। जबकि आरोपी की पत्नी प्रियंका गौड़ फरार होने मे ंसफल हो गयी। जिसकी तलाश की जा रही है। डीआईजी संजय कुमार गुंज्याल ने बताया कि प्रवीन गौड़ और उसकी पत्नी प्रियंका गौड़ पर गैगस्टर की भी कार्यवाही की जायेगी। 

चुडियाला में कैबिनेट बैठक कराने का किया स्वागत

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। महानगर महिला कांगे्रस कमेटी की अध्यक्ष कमलेश रमन की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन कर मुख्यमंत्री द्वारा कैबिनेट की बैठक जनपद हरिद्वार के विधानसभा क्षेत्र भगवानपुर के चुडियाला में करवाये जाने का स्वागत किया। उन्होेंने कहा कि प्रदेश सरकार का यह ऐतिहासिक कदम है, इससे विकास के साथ-साथ क्षेत्र में काम काम करे रहे कर्मचारी में भय का वातावरण रहेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा कांगे्रस सरकार से घबराई हुई है, उन्होेंने मुख्यमंत्री की प्रसंशा करते हुए कहा कि हरीश रावत एकमात्र ऐसे पहले मुख्यमंत्री है, जिन्होेने रात-दिन एक कर विकास कार्यांे को तीव्रता के साथ करने का काम किया है। रमन ने कहा कि भाजपा मात्र विरोध करना है करके विरोध करती है, उन्होंने कहा कि जनता सब जानती है। इस अवसर पर रिमा दसौनी, सुशीला शर्मा, पुष्पा पंवार , चन्द्रकला नेगी, कृष्णा देवी किरन तिवाड़ी आदि महिलाएं उपस्थित रहीं।  

स्टिंग ऑपरेशन प्रकरण में लीपापोती करने का आरोप

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार पर आपदा राहत घोटाले के बाद अब स्टिंग ऑपरेशन के प्रकरण में भी लीपापोती करने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने कहा कि स्टिंग में फंसे आइएएस अफसर को बर्खास्त करने की बजाय उसे बचाया जा रहा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ नया कानून बनाने की बात कहकर जनता को गुमराह कर रहे हैं, जबकि यह कानून पूर्व से ही राज्य में लागू है। कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार की राह खोलने के लिए भाजपा शासनकाल में बने ऐसे भ्रष्टाचार निरोधी कानूनों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना चाहती है, तो उसे पिछली भाजपा सरकार के समय बने लोकायुक्त कानून, सिटीजन चार्टर एक्ट को लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सचिव के स्टिंग ऑपरेशन में फंसने के बाद तत्काल उक्त अफसर को बर्खास्त किया जाना चाहिए, मगर सरकार उसे बचाने का काम कर रही है। प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने क बजाये लीपापोती में जुट गई है। 

पांच रमसाकर्मी दूसरे दिन भी डटे रहे पानी के ओवरहेड टैंक पर 

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देहरादून, 30 जुलाई (निस)। सेवा बहाली की मांग को लेकर पांच रमसाकर्मी कल से पवेलियन मैदान स्थित पानी के ओवरहेड टैंक में डटे हैं। पुलिस द्वारा उन्हें नीचे उतारने के काफी प्रयास किए गए लेकिन वे नीचे नहीं उतरे।  पांच रमसाकर्मी गत दिवस सेवा बहाली की मांग को लेकर पानी के ओवरहेड टैंक में चढ़ गए थे। पुलिस-प्रशासन ने समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन प्रशासन की तमाम कोशिशें नाकाम रहीं। टंैक के इर्द-गिर्द जाल भी लगाया और भारी पुलिस बल भी तैनात किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों के तेवर देख पुलिस ने इरादा बदल दिया। बहरहाल, रमसा कर्मी अभी टंकी वहीं डटे हैं। जबकि साथी प्रदर्शनकारी टंकी के समीप ही धरना दे रहे हैं। सेवा बहाली की मांग को लेकर रमसाकर्मी चार माह से आंदोलनरत हैं।  उनका कहना है कि वे चार साल तक सेवा में रहे। अब उन्हें अचानक बाहर कर दिया गया है।

तीन माह के भीतर करना होगा किसान कांग्रेस की इकाइयों का गठन

देहरादून, 30 जुलाई (निस)। प्रदेश किसान कांग्रेस की प्रांतीय, जिला, शहर और ब्लाक समेत तमाम इकाइयां भंग की गई हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इन इकाइयों का नए सिरे से गठन होगा। किसान कांग्रेस की इकाइयों का गठन तीन माह के अंदर करने के पीसीसी अध्यक्ष द्वारा निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश कांग्रेस की पुरानी इकाइयां पहले ही भंग की जा चुकी हैं। अब प्रदेश किसान कांग्रेस की सभी इकाइयों को भंग किया गया है। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह को लिखित निर्देश दिए हैं। पत्र में वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तीन माह के भीतर प्रदेश किसान कांग्रेस की सभी इकाइयों का नए सिरे से गठन करने को कहा गया है। नई कार्यकारिणी में पार्टी के प्रति समर्पित और सक्रिय लोगों को स्थान देने पर खास जोर दिया गया है। पार्टी आगामी चुनाव के मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए शुरू की गई योजनाओं के प्रचार-प्रसार और मतदाताओं में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए प्रदेश किसान कांग्रेस की तमाम इकाइयों की भूमिका अहम मान रही है।

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (30 जुलाई)

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अधिकारियों के निरीक्षण में बिना सूचना के गायब मिले 3 शिक्षक, शिक्षकों को दिया गया कारण बताओ नोटिस
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आधुनिक संचार सुविधाओं और तकनीक का उपयोग कर शालाओं की शिक्षण व्यवस्था पर निगरानी रखने के लिए बनाये गये शाला दर्पण मोबाईल एप्प के माध्यम से अधिकारियों द्वारा किये गये निरीक्षण के परिणाम भी सामने आने लगे है। शाला दर्पण एप्प की सहायता से अधिकारियों द्वारा गत दिनों किये गये निरीक्षण में 3 शिक्षक शाला से बिना सूचना के गायब मिले है। कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने इन शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिनों के भीतर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने कहा है। शाला दर्पण मोबाईल एप्प से निरीक्षण के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को एक हाई स्कूल या हायर सेकेंडरी स्कूल आबंटित कर दिया गया है। जिला पंजीयक सुश्री निधी जैन ने 27 जुलाई को हाई स्कूल गर्रा का निरीक्षण किया तो संविदा शाला शिक्षक वर्ग-2 दीपावली बिसेन शाला से अनुपस्थित मिली। इसी प्रकार लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री आर.पी. ठाकरे ने 22 जुलाई को हायर सेकेंडरी स्कूल भानेगांव का निरीक्षण किया तो वहां के अध्यापक अरूण पटले एवं संविदा शिक्षक वर्ग-01 लिखेश्वर चंदनवार शाला से अनुपस्थित पाये गये। बालाघाट एस.डी.एम. श्री डी.एस. परस्ते द्वारा 30 जुलाई को हाई स्कूल धनुसवा का निरीक्षण किया गया तो शाला के प्राचार्य श्री के.एस. पटले शाला में प्रात: 11.15 बजे तक उपस्थित नहीं हुए थे।जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस.पी. लाल ने इन तीनों शिक्षकों एवं धनसुवा के प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया है कि क्यों न इस लापरवाही के लिए उनके विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये। इन शिक्षकों एवं प्राचार्य को सात दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने कहा गया है। समय सीमा में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इनके विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी दी गई है। 

धपेरा एवं ददिया में अवैध रूप से डंप रेत की 7 अगस्त को होगी नीलामी
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने लालबर्रा तहसील के ग्राम धपेरा एवं ददिया में अवैध रूप से भंडारित कर रखी गई रेत की आगामी 07 अगस्त को नीलामी करने के आदेश दिये है। इन दोनों स्थानों पर अवैध रूप से भंडारित रेत की आफसेट प्राईज एक लाख 19 हजार 250 रु. रखी गई है। नीलामी की कार्यवाही इन ग्रामों में रेत के भंडारण स्थल पर दोपहर 2 बजे से की जायेगी। ग्राम धपेरा में 750 घनमीटर रेत का अवैध रूप से भंडारण करके रखा गया है। इस रेत की आफसेट प्राईज 93 हजार 750 रु. रखी गई है। इसी प्रकार ग्राम ददिया के टोलाघाट रास्ते पर 204 घनमीटर रेत का भंडारण करके रखा गया है। इस रेत की आफसेट प्राईज 25 हजार 500 रु. रखी गई है। जो कोई भी व्यक्ति इस लावारिस रेत को खरीदना चाहता है वह नीलामी में बोली लगा सकता है। बोली लगाने के इच्छुक व्यक्ति को आफसेट प्राईज की 25 प्रतिशत राशि बोली लगाने के पहले जमा करना होगा। सफल बोली लगाने वाले को बोली की सम्पूर्ण राशि अगले दिन खनिज शाखा बालाघाट में जमा कराना होगा। 

विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत 31 जुलाई को मीडिया कार्यशाला का आयोजन
विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत 31 जुलाई को मीडिया कार्याशाला का आयोजन किया गया है। इस कार्यशाला में शिशु को स्तनपान कराने के प्रति जागरूकता के उपायों पर चर्चा की जायेगी। सभी मीडिया प्रतिनिधियों को कार्यशाला में आमंत्रित किया गया है। कार्यशाला कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रात: 11 बजे से प्रारंभ होगी। 

31 जुलाई को ई.व्ही.एम. का होगा भौतिक सत्यापन
नगर पंचायत लांजी के अध्यक्ष एवं पार्षदों के निर्वाचन के लिए आगामी 12 अगस्त को नगरीय क्षेत्र लांजी में मतदान कराया जायेगा। मतदान इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों के द्वारा कराया जायेगा। इसके लिए तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। नगर पंचायत लांजी के चुनाव के लिए ई.व्ही.एम. के भौतिक सत्यापन का कार्य 31 जुलाई को प्रात: 11 बजे से पुराने कलेक्ट्रेट भवन स्थित ई.व्ही.एम. वेयर हाउस में किया जायेगा। राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्षों से कहा गया है कि वे 31 जुलाई को प्रात: 11 बजे ई.व्ही.एम. वेयर हाउस खोलते समय वे स्वयं उपस्थित रहें या अपने प्रतिनिधि को उपस्थित रहने कहें। 

वोटर आई.डी. कार्ड को आधार नम्बर से लिंक कराने कालेजों में लगेंगें शिविर, शिविरों की तिथियां निर्धारित
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी मतदाताओं के वोटर आई.डी. कार्ड( मतदाता परिचय पत्र) को उनके आधार कार्ड नं. से लिंक कराया जाना है। इसी कड़ी में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री व्ही. किरण गोपाल ने जिले के सभी महाविद्यालयों में शिविर लगाने के निर्देश दिये है। महाविद्यालयों में लगाये जाने वाले शिविरों की तिथियां भी तय कर दी गई है। मतदाता पहचान पत्र को उनके आधार कार्ड नम्बर से लिंक कराने के लिए आगामी 03 अगस्त को शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बालाघाट व शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय वारासिवनी,  04 अगस्त को कमला नेहरू कन्या महाविद्यालय बालाघाट,  05 अगस्त को शासकीय महाविद्यालय बैहर, कटंगी व लालबर्रा, 06 अगस्त को शासकीय महाविद्यालय लांजी व खैरलांजी तथा 07 अगस्त को शासकीय महाविद्यालय मलाजखंड व परसवाड़ा में शिविर लगाया जायेगा। महाविद्यालयों में लगने वाले इन शिविरों में कालेज के समस्त शासकीय सेवकों व उनके परिवार के सदस्यों, कालेज के छात्र-छात्राओं तथा उनके परिवार के सदस्यों के मतदाता परिचय पत्र को उनके आधार कार्ड नम्बर से लिंक कराया जायेगा। जिले के मतदाताओं से अपील की गई है कि वे अपने मतदाता परिचय पत्र को आधार कार्ड से लिंक करायें। इसके लिए म.प्र. राज्य निर्वाचन आयोग की वेवसाईट या टोल फ्री नम्बर 1950 पर काल करके या मोबाईल नम्बर 51969 पर एस.एम.एस. द्वारा ईपिक नम्बर और आधार नम्बर भेजकर अपना मतदाता परिचय पत्र आधार कार्ड से लिंक कराने कहा गया है। इसके अलावा कलेक्ट्रेट कार्यालय के कक्ष क्रमांक-119 में भी कोई भी मतदाता अपना मतदाता परिचय पत्र एवं आधार साथ में लाकर अपने मतदाता परिचय पत्र को आधार कार्ड से लिंक करा सकता है। अपने आधार कार्ड नम्बर को फोटो युक्त मतदाता परिचय पत्र से लिंक कराने का कार्य वेवसाईट www.nvsp.in पर भी किया जा सकता है। वोटर आई.डी. कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराने का कार्य 31 जुलाई 2015 तक 40 प्रतिशत, 31 अगस्त तक 60 प्रतिशत तथा 30 सितम्बर तक 90 प्रतिशत एवं 15 अक्टूबर तक 100 प्रतिशत पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। 

मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना, द्वारका पुरी के लिए 20 अगर्स्त को रवाना होगी विशेष ट्रेन
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के अंतर्गत आगामी 20 अगस्त को बालाघाट से द्वारकापुरी के लिए विशेष रेलगाड़ी रवाना होगी और 25 अगस्त 2015 को वापस गोंदिया पहुंचेगी। इस योजना के अंतर्गत द्वारका पुरी की यात्रा करने के इच्छुक व्यक्ति आगामी 09 अगस्त 2015 तक अपने क्षेत्र के तहसील कार्यालय में आवेदन कर सकते है। तहसील कार्यालय से आवेदन पत्र 10 अगस्त को संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के कार्यालय में प्रस्तुत किये जायेंगें। अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से आवेदकों की सूची 11 अगस्त को कलेक्टर कार्यालय को प्रस्तुत की जायेगी। 13 अगस्त को आवेदकों की सूची कलेक्टर कार्यालय से आई.आर.सी.टी. सी. भोपाल को भेज दी जायेगी। द्वारकापुरी यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए भोजन, ठहरने आदि की सम्पूर्ण व्यवस्था नि:शुल्क रहेगी। यह व्यवस्था म.प्र. शासन द्वारा की गई है। उल्लेखनीय है कि म.प्र. सरकार द्वारा 60 वर्ष या उससे अधिक की आयु के बुजुर्गों को जो आयकर दाता नहीं है और म.प्र. के निवासी है, अपने खर्च पर तीर्थयात्रा कराई जा रही है।

नवोदय विद्यालय की कक्षा 6 वीं में प्रवेश के लिए 30 सितम्बर तक आवेदन पत्र आमंत्रित, 09 जनवरी 2016 को होगी परीक्षा
भारत सरकार के मानव सांसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय वारासिवनी में शिक्षा सत्र 2016-17 में कक्षा 6 वीं में प्रवेश के लिए  इच्छुक छात्र-छात्राओं से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। आवेदन पत्र आगामी 30 सितम्बर 2015 तक  विकासखंड शिक्षा कार्यालय में जमा कराये जा सकते है। प्रवेश के लिए आगामी 09 जनवरी 2016 को प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जायेगा। विद्यालय के प्राचार्य श्री एस.एम. टेंभुर्नेकर ने बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय वारासिवनी में शिक्षा सत्र 2016-17 में कक्षा 6 वीं प्रवेश के लिए आगामी 09 जनवरी 2016 को  विकासखंड मुख्यालय बैहर, बालाघाट, बिरसा, कटंगी, खैरलांजी, किरनापुर, लालबर्रा, लांजी, परसवाड़ा एवं वारासिवनी में चयन परीक्षा का आयोजन किया जायेगा। चयन परीक्षा में शामिल होने के लिए आगामी 30 सितम्बर 2015 तक आवेदन पत्र भरकर जमा किये जा सकते है। आवेदन पत्र जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय व सहायक आयुक्त आदिवासी कार्यालय बालाघाट तथा जिले के सभी विकासखंडों के बी.आर.सी. कार्यालय में उपलब्ध करा दिये गये है। आवेदन पत्र इनमें से किसी भी कार्यालय से नि:शुल्क प्राप्त किये जा सकते है। शिक्षा सत्र 2015-16 की कक्षा 5 वीं में अध्ययनरत छात्र-छात्रायें इस चयन परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन फार्म भर कर 30 सितम्बर तक विकासखंड शिक्षा कार्यालय में जमा करा सकते है। आवेदन पत्र वेवसाईट www.navodaya.nic.in से भी डाउनलोड किये जा सकते है। नवोदय विद्यालय जिले की एक उत्कृष्ट शिक्षण संस्था है। इस संस्था में प्रवेशित छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा, पाठय सामग्री, गणवेश, भोजन एवं छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। 

धान का रोपा लगाने में वैनगंगा नहर प्रणाली बनी 155 ग्रामों के किसानों का सहारा, नहरों के लाईनिंग कार्य से सिंचाई की क्षमता बढ़ी
इस वर्ष मध्यप्रदेश के 5 जिलों में अल्प वर्षा हुई है, उनमें बालाघाट जिला भी सम्मिलित है। अल्प वर्षा के कारण प्रदेश के सर्वाधिक धान उत्पादक जिले में धान की खेती प्रभावित हुई है। कम वर्षा के कारण किसान धान का रोपा नहीं लगा पा रहे है। लेकिन इन विपरीत परिस्थितियों में वैनगंगा नहर प्रणाली किसानों के लिए बड़ा सहारा बनी है। ढूटी परियोजना की नहरों से सिंचाई कर किसान धान का रोपा लगा रहे है। वैनगंगा संभाग के कार्यपालन यंत्री श्री सुभाष पटेल ने बताया कि वैनगंगा नहर प्रणाली से 31 हजार 971 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में सिंचाई की क्षमता है। पूर्व में नहरों की खराब हालत होने के कारण पूरी क्षमता के साथ सिंचाई करना संभव नहीं था। प्रदेश सरकार द्वारा 128 करोड़ रु. की लागत से वैनगंगा नहर प्रणाली की नहरों का लाईनिंग का कार्य कराया गया है। इस कार्य के पूर्ण होने से नहरों से पूरी क्षमता के साथ किसानों को धान का रोपा लगाने के लिए पानी दिया जा रहा है। इन दिनों कम वर्षा होने के कारण धान का रोपा लगाने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता पड़ रही है। जिसके कारण अंतिम छोर के ग्रामों में पानी  पहुंचाने में समस्या आ रही है। 14 जुलाई 2015 से वैनगंगा नहर प्रणाली  की नहरों में 800 क्यूसेक जल प्रवाहित किया जा रहा है। जिससे विकासखण्ड लालबर्रा, वारासिवनी एवं खैरलांजी के कृषकों द्वारा धान रोपण का कार्य किया जा रहा है, जो इस तथ्य को प्रमाणित करता है  कि वास्तव में वैनगंगा नहर प्रणाली बालाघाट जिले की जीवन रेखा है। वैनगंगा कछार के अन्तर्गत वैनगंगा नदी पर ग्राम ढुटी के निकट वर्ष 1916 में ढुटी वियर का निर्माण किया गया था। वियर के बांये पार्श्व से निस्पादित वैनगंगा नहर प्रणाली का निर्माण वर्ष 1911 से 1923 के बीच पूर्ण कराया गया था। यह नहर प्रणाली बालाघाट जिले की जीवन रेखा कहलाती है। अविभाजित मध्यप्रदेश की यह पहली वृहद् सिंचाई परियोजना है, जिसका 11िटिश शासन काल के दौरान निर्माण कराया गया था। इस योजना से बालाघाट जिले की लालबर्रा, वारासिवनी एवं खैरलांजी तहसील के लगभग 155 ग्रामों के  31 हजार 971 हे. में सिंचाई होती है।प्रारम्भ में इस योजना का निर्माण कार्य 26 हजार 305 हे. में खरीफ सिंचाई के लिये किया गया था। उन्नत कृषि एवं सिंचाई के लिए पानी की मांग को दृष्टिगत रखते हुये वर्ष 1962-63 में नहर प्रणाली का जीर्णोद्वार कर नहर की रूपांकित सिंचाई क्षमता 31 हजार 971 हे. की गई। लगभग 50 वर्षों से नहर का कोई जीर्णोद्वार कार्य नही कराया गया है। वार्षिक अनुरक्षण की राशि से ही नहर प्रणाली से प्रति वर्ष सिंचाई की जाती रही, जिससे नहर प्रणाली के दोनों पार्श्व (बैंक) लगभग आधे-आधे कट गये थे एवं दब गये थे। जल प्रवाह के दौरान नहर में होल लग जाते थे एवं नहर टुट भी जाती थी। जिसके कारण नहर प्रणाली से रूपांकित जल प्रवाह क्षमता 847 क्यूसेक संभव नही हो रहा था। इस कारण मेंडकी एवं वारासिवनी शाखा नहर के कमाण्ड क्षेत्र के अंतिम छोर तक पानी नही पहुंचने से विगत 22 वर्षों से मेंडकी शाखा नहर के कमाण्ड क्षेत्र के 17 ग्राम एवं वारासिवनी शाखा के 15 ग्राम सिंचाई से वंचित हो गये थे। परिणामस्वरूप वैनगंगा नहर प्रणाली के कमाण्ड क्षेत्र 31 हजार 971 हे. रूपांकित सिंचाई रकबा की तुलना में औसतन 27 हजार हे. में ही सिंचाई हो रही थी । वैनगंगा नहर प्रणाली की जर्जर स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये शासन द्वारा नहर के रिस्ट्रक्चरिंग एवं आधुनिकीकरण कार्य के लिए एम.पी. वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग प्रोजेक्ट मद में वैनगंगा मुख्य नहर, मेंडकी शाखा नहर, वारासिवनी शाखा नहर (कि.मी. 10.00 तक) एवं इनकी वितरक/ मायनर नहरों के आधुनिकीकरण कार्य हेतु स्वीकृति प्रदान की गई है। अब तक 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष कार्य वर्षा काल के पश्चात पूर्ण किया जावेगा।

कौशल उन्नयन प्रशिक्षण के लिए 13 अगस्त तक आवेदन पत्र आमंत्रित
जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति बालाघाट को मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन प्रशिक्षण योजनांतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के 120 प्रशिक्षणार्थियों को रोजगारमूलक गतिविधियों का प्रशिक्षण देने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक अनुसूचित जाति के युवा आगामी 13 अगस्त 2015 तक कार्यालय जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति बालाघाट में आवेदन पत्र जमा कर सकते है। प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने वाले युवा को मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए और राज्य शासन द्वारा घोषित अनुसूचित जाति वर्ग का होना चाहिए। आवेदक को नि:शुल्क प्रशिक्षण के लिए शिक्षित बेरोजगार या शाला त्यागी (ड्रॉपआउट) होना चाहिए। आवेदक को न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 8 वीं पास अथवा पाठयक्रम के अनुसार निर्धारित न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता भी मान्य होगी। आवेदक की आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होना चाहिए। आवेदक के माता पिता या अभिभावक अथवा स्वयं की आय गरीबी रेखा के नीचे होना चाहिए। इस योजना के अंतर्गत किसी अभ्यर्थी द्वारा प्रशिक्षण का लाभ केवल एक बार ही लिया जा सकेगा। आवेदकों को डोमेस्टिक/कामर्शियल, इलेक्ट्रीशियन, इण्डस्ट्रियल/कस्ंट्रक्शन, कम्प्यूटर आपरेटक, आईटी. हार्डवेयर टेक्निशियन, गार्मेंट टेरलिंग, टीवी. एवं डी.टी.एच. टेक्निशियन, प्लम्बर, फिटर, मेशन फे11किेशन, वेल्डर/आर्क/पाईप/गैस, पेंटर, हाऊस/इन्डस्ट्री, टेक्निशियन ट्रेक्टर, रेफ्रिजरेटर मैकनिक, एससी. प्लांट मैकेनिक, मैकनिक फोरव्हीलर, टूव्हीलर, आटो इलेक्ट्रिशियन, ड्रायवर कम मैकनिक, फैशन डिजाईनिंग, सिक्यूरिटी गार्ड, बी.पी.ओ. रिटेल, खाद्य प्रसंस्करण का प्रशिक्षण दिया जायेगा।  प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक आवेदक अपने आवेदन पत्र कार्यालयीन समय में प्राप्त कर कार्यालय जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित, बालाघाट में दिनांक 13 अगस्त 2015 तक जमा कर सकते हैं तथा कार्यालय के दूरभाष क्रमांक 07632-241047 पर जानकारी भी प्राप्त कर सकते है।
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