स्थाई प्रकृति के कार्यों के लिए मिली मंजूरी
- अर्द्धकुम्भ के लिए जारी हुए 178 करोड़ रूपये के बाद 32 करोड़ 70 लाख रूपये
देहरादून, 12 अगस्त (निस)। अर्द्धकुम्भ हरिद्वार 2016 के लिए गठित हाई एम्पावर्ड कमेटी की सचिवालय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव राकेश शर्मा ने 32.7 करोड़ रूपये के स्थाई प्रकृति के कार्यों की मंजूरी दी। इससे पहले 178 करोड़ रूपये जारी किये गये थे। इस धनराशि से अर्द्धकुम्भ के कार्य तेजी से चल रहे हैं। मुख्य सचिव श्री शर्मा ने निर्देश दिये कि हर हाल में एक हफ्ते के अन्दर यह धनराशि जारी कर दी जाय। मुख्य सचिव ने सम्बन्धित अधिकारियों को मौके पर जा कर निरीक्षण करने और तय समयावधि में कार्य पूरा करने के निर्देश भी दिये। बैठक में बताया गया कि सिंचाई विभाग गौरी शंकर क्षेत्र में सिद्धबली मंदिर से नजीबाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग और चंडीघाट पार्किंग तक सड़क सुधार कार्य करेगा। इसके अलावा स्थाई प्रकृति के कार्यों में दुधिया बंध रोड का सुधार कार्य, राष्ट्रीय राजमार्ग से भीमगौड़ा बैराज के दोनों ओर सड़क सुधार का कार्य, विभिन्न स्थानों पर 3 रैम्प्स का निर्माण और हरि की पैड़ी तथा अर्द्धकुम्भ के और क्षेत्रों में निर्मित घाटों पर पानी की आपूर्ति के लिए गंगनहर में डिसिल्टिंग और समय-समय पर गंगा नदी में डायवर्जन का कार्य किया जायेगा। इसके साथ ही कनखल क्षेत्र में शिवडेल स्कूल के पीछे रजवाहे पर पुलिया और पैराफीट का निर्माण, जगजीतपुर माइनर से बांई ओर सड़क सुधार कार्य, शिल्ट इजेक्टर के दाहिने किनारे पर सड़क सुधार, मां योग शक्ति मार्ग का सुधार, बैरागी कैम्प रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग से आयरिश ब्रिज तक सड़क मरम्मत, सिंहद्वार ब्रिज से खन्ना नगर, मायापुर रोड से विद्युत सब स्टेशन और अर्द्धकुम्भ के सभी क्षेत्रों में बने घाटों, पुलों तथा अन्य संरचनाओं पर एसए एंगिल, एमएस चेन, हुक, टाइल्स, स्टोन, रेलिंग आदि की मरम्मत का कार्य किया जायेगा। सचिव शहरी विकास डी. एस. गब्र्याल ने बताया कि नगर पालिका मुनि की रेती में खारा स्रोत बाईपास मार्ग पर बस पार्किंग का निर्माण किया जायेगा। नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक में प्रेमवर्षां आश्रम से मातेश्वरी अस्पताल होते हुए ऋषिकेश हेरिटेज आश्रम तक सीसी रोड, लक्ष्मणझूला मुख्य मार्ग से गंगा लाइन मुख्य मार्ग को जाने वाले मार्ग तक सीसी सड़क निर्माण और नगर क्षेत्र में पथ प्रकाश व्यवस्था की जायेगी। इसके अलावा तपोवन क्षेत्र में लक्ष्मण झूला में सीसी मार्ग, कार पार्किंग का अतिरिक्त कार्य, शौचालय निर्माण और तपोवन-लक्ष्मण झूला क्षेत्र में पथ प्रकाश व्यवस्था की जायेगी। बैठक में बताया गया कि वन विभाग द्वारा राजमार्ग 74 से चंडीदेवी तक पैदल मार्ग की मरम्मत का कार्य किया जायेगा। राजाजी नेशनल पार्क में मनसा देवी पैदल मार्गों पर यात्री शेड की मरम्मत, मायापुर पूर्वी बीट में मनसा देवी क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाने और टंकियों की मरम्मत और मनसा देवी मंदिर की सुरक्षा के लिए रिटेनिंग वाल बनाई जायेगी। इसके अलावा पर्यटन विभाग अतिथि गृह का निर्माण और ऋषिकेश शहर में संचालित शौचालयों के सुदृढ़ीकरण का कार्य करेगा। परिवहन विभाग हरिद्वार और रूड़की बस स्टैण्डों की मरम्मत का कार्य करेगा। हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण पंतद्वीप क्षेत्र में कावड़ अर्द्धकुम्भ के लिहाज से 1.50 किमी सीसी सड़क का निर्माण और चीला मार्ग से गौरीशंकर मार्ग को जाने वाले जन्सन पोईंट का चैड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण करेगा। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग 6 लाइफ सपोर्टिंग एम्बुलेन्स, 15 छोटी इको एम्बूलेन्स, स्थाई बेस चिकित्सालय का आधुनिकीकरण, मक्खी-मच्छर नियंत्रण के लिए उपकरण की व्यवस्था की जायेगी। बैठक में अपर मुख्य सचिव एस. राजू, प्रमुख सचिव पर्यटन उमाकांत पंवार, सचिव सिंचाई आनन्द वर्धन, सचिव लोक निर्माण विभाग अमित नेगी, मेला अधिकारी वी. मुरूगेशन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सूचना देने से पहले कर दी लीक
- उत्तराखण्ड ही नहीं भारत में लीक होने का पहला मामला
- मुनस्यारी विकास खण्ड के लोक सूचना अधिकारी का कारनामा
पिथौरागढ़। 12 अगस्त(निस)। मुनस्यारी के विकास खण्ड कार्यालय के लोक सूचना अधिकारी ने आवेदक द्वारा सूचना अधिकार के लिए दर्ज किये गये आवेदन पत्र को लीक कर दिया। उत्तराखण्ड ही नहीं यह भारत में पहला मामला है जब लोक सूचना अधिकारी ने आवेदक द्वारा जिस पक्ष की सूचना चाही थी उसी पक्ष को सूचना अधिकार का आवेदन दे दिया गया और उस पक्ष ने अपने फेसबुक एकाउन्ट में आवेदन पत्र का सार्वजनिक कर दिया। इस मामले की षिकायत आज उत्तराखण्ड सूचना आयोग के मुख्य सूचना आयुक्त को भेज दी गयी है। आरटीआई कार्यकर्ता जगत मर्तोलिया ने आज यहां पत्रकारों को जारी लिखित बयान में बताया कि खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय मुनस्यारी के लोक सूचना अधिकारी को 30 जुलाई 2015 को एक बिन्दु पर सूचना मांगने के लिए आवेदन पत्र जमा किया गया था। लोक सूचना अधिकारी ने आवेदन पत्र के जमा होने के तिथि को ही जिस पक्ष की सूचना चाही गयी थी। उसी पक्ष के व्यक्ति को आवेदन पत्र दे दिया। उस व्यक्ति अपने फेसबुक एकाउन्ट में आवेदन पत्र को सार्वजनिक कर दिया। आरटीआई कार्यकर्ता जगत मर्तोलिया ने दावा किया कि यह उत्तराखण्ड ही नहीं भारत का पहला मामला है जब लोक सूचना अधिकारी ने सूचना अधिकार अधिनियिम 2005 के तहत मांगी गयी सूचना के आवेदन पत्र को लीक कर दिया। उन्हांेने बताया कि आज इस बात की षिकायत राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त को ईमेल,फैक्स और स्पीड पोस्ट तीनों माध्यमों से कर दी गयी है। उन्हांेने कहा कि सूचना लीक होने के बाद जिस पक्ष की सूचना चाही गयी थी उससे तथा उसके समर्थकों से उन्हें जानमाल का खतरा पैदा हो गया है। पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक को भी इस आषय का पत्र आज सौंपा गया। उन्होंने कहा कि आईटी एक्ट तथा आरटीआई के प्राविधानों के अनुसार लोक सूचना अधिकारी सूचना अधिकार के आवेदन पत्र को इस तरह से लीक नहीं कर सकता है। उसकी गोपनीयता रखने के लिए आयोग ने कड़े प्राविधान बनाये है। उन्होंने कहा कि आयोग में आज की गयी षिकायत में लोक सूचना अधिकारी के खिलाफ कड़ी विधिक कार्यवाही करने की मांग की गयी है। इस मामले में वे न्यायालय का दरवाजा भी खटखटायेंगे।