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कश्मीर के बिना बातचीत बेमानी : अजीज

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पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने आज भारत पर शर्त थोपने का आरोप लगाते हुये कहा कि वह बिना किसी पूर्व शर्त के अपने समकक्ष अजीत डोभाल के साथ बातचीत के लिये नयी दिल्ली जाने को तैयार हैं लेकिन एजेंडा में कश्मीर पर चर्चा का मुद्दा शामिल रहना चाहिये श्री अजीज ने रविवार को होने वाली इस बातचीत के लिये पाकिस्तान की ओर से शर्त लगाये जाने के भारत के आरोप को खारिज करते हुये कहा कि वह कश्मीर सहित सभी मुद्दो पर बातचीत करना चाहता है और एेसा करके वह ऊफा में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच हुये समझौते का उल्लंघन नहीं कर रहा है। इस समझौते में सभी मुद्दों पर बातचीत की बात की गयी थी इसमें कश्मीर का उल्लेख नहीं है लेकिन सभी को पता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर सबसे अहम मुद्दा है। 

उन्होंने कहा कि हमने एजेंडा में स्पष्ट कर दिया था कि कश्मीर समेत सभी लंबित मुद्दों को सुलझाने के बारे में भी बात होगी और कम से कम कश्मीर के मुद्दे पर बातचीत आगे बढ़ाने के तौर तरीके पर तो चर्चा होनी ही चाहिये। कश्मीर के मुद्दे के बिना भारत के साथ कोई गंभीर एवं सार्थक चर्चा हो ही नहीं सकती। उन्होंने कहा कि हुर्रियत नेताओं से मिलना कोई नई बात नहीं है। कई वर्षों से यह सिलसिला चलता आ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को डोजियर सौंपने की बात कर रहा है लेकिन जब वह बातचीत के लिये जाएँगें तो पाकिस्तान के अंदर भारतीय खुफिया एजेंसी राॅ द्वारा चलायी जा रही गतिविधियों के बारे में तीन डोजियर भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को सौंपेंगे। यदि वह वार्ता के लिये नहीं जा पाते हैं तो अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अधिवेशन के दौरान न्यूयाॅर्क में श्री डोभाल को ये डोजियर सौंपे जाएँगे।

नीतीश-केजरीवाल की निकटता से राजद और कांग्रेस के नेता असहज

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार में उतारने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास के कारण सहयोगी कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल :राजद: के नेता असहज नजर आ रहे हैं । कांग्रेस और राजद के शीर्ष नेता श्री कुमार की इन कोशिशों पर कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया तो व्यक्त नही कर रहे है लेकिन दोनों पार्टियों के दूसरी कतार के नेता इसको लेकर असहज नजर आ रहे हैं । ऐसे नेताओं का मानना है कि श्री केजरीवाल का सिर्फ जनता दल यूनाइटेड के पक्ष में प्रचार करना और कांग्रेस तथा राजद से दूरी बनाये रखने के कारण बिहार की जनता में दोनों पार्टियों के संबंध में गलत संदेश जायेगा और इससे उसे नुकसान भी उठाना पड़ सकता है । प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद मिश्रा ने इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि श्री कुमार जदयू के नेतृत्व वाले धर्मनिरपेक्ष गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार है और वे चुनाव प्रचार के लिये किसे बुलाते है यह उनका फैसला है । उन्होंने कहा कि श्री कुमार यदि बिहार में भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: को सत्ता में आने से रोकने के लिये श्री केजरीवाल को चुनाव प्रचार के लिये आमंत्रित करते है तो उनकी पार्टी को इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी ।

श्री मिश्रा ने हालांकि कहा कि उनकी पार्टी श्री केजरीवाल का दिल्ली में विरोध जारी रखेगी । उन्होंने कहा कि दिल्ली में श्री अजय माकन आम आदमी पार्टी की सरकार की नाकामियों को लेकर संघर्ष कर रहे है । पूरी पार्टी उनके साथ मजबूती के साथ खड़ी है । वही राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुलबारी सिद्दिकी ने जदयू की ओर से श्री केजरीवाल को चुनाव प्रचार में उतारे जाने की कोशिशों के बारे में कई बार कुरेदे जाने पर कहा कि आप के प्रमुख यदि धर्मनिरपेक्ष गठबंधन के लिये बिहार में प्रचार करते है तो निश्चित रूप से इसका लाभ गठबंधन को मिलेगा । वैसे यह सर्वविदित है कि श्री केजरीवाल कांग्रेस और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के विरोधी है । अब तक श्री केजरीवाल ने बिहार में राजद और कांग्रेस के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिये अपनी सहमति नही दी है । हालांकि श्री केजरीवाल ने बिहार विधानसभा चुनाव में आप का प्रत्याशी नहीं खड़ा करने का निर्णय लिया । 

बिहार के कर्मियों को तोहफा देने की नीतीश की घोषणा पर मंत्रिमंडल की मुहर

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बिहार में विधानसभा चुनाव के कारण आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले आज राज्य मंत्रिमंडल ने विकास मित्र को 10 हजार रुपया, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका और मध्याह्न भोजन योजना के तहत रसोईया सह सहायक के राज्य भत्ता में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी तथा किसान सलाहकार को 08 हजार रुपए प्रति माह मानदेय देने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी । मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के प्रधान सचिव शिशिर सिन्हा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मंत्रिपरिषद ने एक अगस्त से करीब साढ़े नौ हजार विकास मित्र को 10 हजार रुपया, 80 हजार आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका और डेढ़ लाख मध्याह्न भोजन योजना के रसोईया-सह सहायक के राज्य भत्ता में 25 फीसदी की  बढ़ोतरी और साढ़े सात हजार किसान सलाहकार को 8 हजार रुपए प्रति महीना मानदेय देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी । इसके साथ हीं मंत्रिपरिषद ने संविदा पर कार्यरत कर्मियों की सेवाकाल के दौरान मृत्यु होने पर उनके आश्रित परिजनों को चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान कर दी है । 

राज्य सरकार के इस फैसले का लाभ विभिन्न विभागों के अधीन संविदा पर काम कर रहे डॉक्टर, आयुष चिकित्सक, आइटी मैनेजर, आइटी सहायक, डाटा इंट्री ऑपरेटर, इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, नियोजित शिक्षक-पुस्तकालयाध्यक्ष, विकास मित्र, आशा और ममता कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं को मिलेगा । श्री सिन्हा ने बताया कि मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के आलोक में चिह्नित लोगों और परिवारों  को जन वितरण प्रणाली के माध्यम से राशन-केरोसिन कूपन उपलब्ध कराने के लिए 17.06 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है। 

उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल ने एकीकृत सामाजिक सुरक्षा सुदृढ़ीकरण परियोजना के तहत सभी प्रखंडों एवं जिलों में लेखा संधारण व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 38 जिला अंकेक्षण प्रबंधक, 38 जिला वित्त प्रबंधन, चार जिला सहायक अंकेक्षण प्रबंधक, चार जिला सहायक वित्त प्रबंधक, 65 अंकेक्षण सहायक एवं 65 लेखा सहायक यानी कुल 214 पदों के सृजन को भी स्वीकृति प्रदान की है। प्रधान सचिव ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने राज्य के 133 शहरों में चौबीस घंटे बिजली उपलब्ध करवाने. किसानों के लिए दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत अलग फीडर, बरौनी ताप विद्युत केन्द्र में एक नई ईकाई, पुरानी दोनों ईकाइयों के आधुनिकीकरण, सुपौल और पश्चिमी चंपारण में लघु सौर ग्रीड और बक्सर बिजली घर की अवधि विस्तार से संबंधित प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी । उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल ने कुल 55 प्रस्तावों को स्वीकृति दी है ।

लालू ने व्यक्तिगत पेशी से माफी के लिए दाखिल की याचिका

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पिछले लोकसभा चुनाव में रोड शो के दौरान सरकारी आदेश की अवहेलना करने के मामले में लंबित मुकदमें में आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने व्यक्तिगत पेशी से माफी की याचिका दाखिल की।  पटना के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी अतुल सिन्हा की अदालत में राजद अध्यक्ष के वकील सुधीर कुमार सिन्हा और डा़ संजय की ओर से दाखिल की गयी याचिका में कहा गया है कि श्री यादव एक राजनीतिक दल के प्रमुख है और राजनीतिक क्रियाकलापों में देश के विभिन्न भागों में व्यस्त रहने के कारण न्यायालय में प्रत्येक तिथि पर उपस्थित होने में असमर्थ हैं। याचिका में अपने वकील के माध्यम से मुकदमा लड़ने की अनुमति देने की प्रार्थना की गयी है। श्री यादव के वकील की प्रार्थना पर अदालत ने याचिका पर सुनवाई के लिए 28 अगस्त 2015 की तिथि निश्चित की है। 

मामला वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान पटना के बलमीचक से फुलवारीशरीफ तक श्री यादव के हुए रोड शो के दौरान परसा बाजार थाना क्षेत्र में सरकारी वीडियोग्राफर को राजद अध्यक्ष के इशारे पर वीडियोग्राफी में बाधा पहुंचाने का है। इस संबंध में परसा बाजार थाना में अप्रैल 2014 को एक मामला दर्ज कराया गया था। आरोप पत्र दाखिल होने के बाद अदालत ने श्री यादव के खिलाफ सम्मन जारी किया था। 

सांसद पप्पू यादव के खिलाफ दो मामलों में आरोप पत्र

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जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के खिलाफ दो अलग -अलग मामलों में पटना पुलिस ने आज न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पहला आरोप पत्र पटना की कोतवाली थाना पुलिस ने श्री यादव समेत 12 लोगों के खिलाफ दाखिल किया है। इस मामले में श्री यादव के खिलाफ सैप जवानों के धरना-प्रदर्शन के दौरान डाक बंगला चौराहे पर भड़काऊ भाषण देने का है। घटना 15 जुलाई 2015 की है। 

अदालत में दाखिल किये गये दूसरे आरोप पत्र में श्री यादव समेत चालीस लोगों को आरोपित किया गया है। इस मामले में श्री यादव समेत अन्य आरोपितों पर डाक बंगला चौराहे पर नजायज मजमा बनाकर आवागमन अवरूद्ध करने और सरकारी आदेश की अवहेलना करने का है। घटना 11 जुलाई की है। 

राजनीतिक दलों के बीच रखा गया असंगठित कामगारों का नागरिक मांगपत्र

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पटना ,22 अगस्त । असंगठित क्षंेत्र कामगार संगठन एवं सहयोगी संगठनों दलित अधिकार मंच, दलित समन्वय बिहार, बीड़ी कामगार संगठन, मुसहर विकास मंच, महिला कामगार संगठन, बिहार विकलांग अधिकार मंच, महिला अधिकार मोर्चा, झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष मोर्चा, राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘असंगठित कामगारों के हक में नागरिक मांग पत्र ’’ पर परिचर्चा कर आयोजन एएन सिन्हा इन्स्टीट्यूट के सभागार में किया गया । नागरिक मांग पत्र के संदर्भ में संगठन के संयोजक विजय कान्त सिंहा ने 31 सूत्री मांगो पर विस्तार पूर्वक प्रकाष डालते हुए विभिन्न दलों एवं सामाजिक संठनों के बीच चर्चा के लिए प्रस्तुत किया । बिहार में सकल घरेलू उत्पाद में बडा हिस्सा 67 प्रतिषत योगदान असंगठित क्षेत्र के कामगारों का है जो सम्पूर्ण श्रमषक्ति का 96 प्रतिषत है । 

परिचर्चा के अन्त में विनय ओहदार ने सभी राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों को असंगठित कामगारों के नागरिक मांग पत्र को राजनीतिक मुदा बनाने की अपील की । इस अवसर पर उपस्थित भाजपा, जद यू, राजद , सीपीआई , सीपीएम , रालोसपा , लोजपा ,हम, बसपा , एनपीपी , भारतीय मोमीन फं्रण्ट ,काॅग्रेस आदि दलों के प्रतिनिधियों के अलावे अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विद्या नन्द विकल , किसान आयोग के अध्यक्ष सीपी सिन्हा , टेडं यूनियन के प्रतिनिधिया ने ेभाग लिया । सभी ने नागरिक मांग पत्र का पूरजोर समर्थन करते हुए इसे और अधिक बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये । सभी ने इस बात पर सहमति जतायी कि असंगठित कामगारों के हक में राष्टीय स्तर पर समग्र संामाजिक सुरक्षा अधिकार को मौलिक अधिकार के रुप में मान्यता मिले । 

असंगठित कामगारों के हित में राज्य स्तर पर एक आयोग का गठन हो साथ ही उनके हक में न्यूनतम मजदूरी के प्रावधानों को महंगाई के मदेनजर बढायी जाए । उक्त अवसर पर सहयोगी विद्या नन्द राम , अभिषेक कुमार , कपिलेष्वर राम ,असर्फी सदा , रंजन कुमार , सुनिल बासु , आदि उपस्थित थे । 

पाकिस्तान ने की एनएसए स्तर की बातचीत रद्द

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पाकिस्तान ने भारत पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत के लिए शर्तें थोपने का आरोप लगाते हुए आज रात इसे रद्द कर दिया। पाकिस्तान ने हालांकि औपचारिक रूप से बातचीत रद्द करने की घोषणा नहीं की लेकिन देर रात इस्लामाबाद में एक बयान जारी कर भारत पर बातचीत के लिये शर्तें रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी दशा में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत नहीं हो सकती। भारत और पाकिस्तान के बीच एनएसए स्तर की वार्ता 23 और 24 अगस्त को नयी दिल्ली में होनी थी। पाकिस्तान के बयान के बाद नयी दिल्ली में देर रात भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के इस निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उसके आरोप का खंडन किया और कहा कि भारत ने बातचीत के लिये कोई शर्त नहीं रखी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया कि भारत ने सिर्फ इतना ही दोहराया है कि बातचीत शिमला समझौते और ऊफा में बनी सहमति की भावना के अनुरूप होनी चाहिये।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी शाम को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भारत की ओर से कोई शर्त नहीं है लेकिन चूंकि हुर्रियत नेताओं से मिलना शिमला समझौते की भावना के खिलाफ है और ऊफा में दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बैठक सिर्फ आतंकवाद से जुडे मुद्दों पर होने की बात तय हुई थी इसलिये कश्मीर पर बात करने का कोई तुक नहीं बनता। दोपहर में पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीज ने भी एक संवाददाता सम्मेलन करके भारत पर बातचीत से भागने का आरोप लगाया था। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि भारत की ओर से एकतरफा फैसला कर लिया गया है कि आतंकवाद के मसले पर चर्चा और उसे खत्म किये बगैर दोनों देशों के बीच किसी अन्य मुद्दे पर बातचीत नहीं की जाएगी। यह उचित नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी बातचीत का मकसद तनाव कम करना और विश्वास बहाल करना है ताकि दोनों देशों के बीच संबध सामान्य हो सकें।

बयान के मुताबिक अगर एनएसए स्तर की बातचीत का मकसद केवल आतंकवाद पर चर्चा करना है तो इससे शांति बहाली की संभावनाओं को बल मिलने की बजाय आरोप-प्रत्यारोपों को बढ़ावा मिलेगा जिससे स्थिति और बिगड़ेगी। इसी वजह से पाकिस्तान ने सुझाव दिया था कि आतंकवाद से जुड़े मसलों के अलावा दोनों पक्षों को कश्मीर, सियाचिन और सर क्रीक जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के तौर-तरीकों और उसके लिए कार्यक्रम निर्धारित करने पर भी बातचीत करनी चाहिए। यह दोनों देशों के बीच शांति बहाली की संभावनाओं को मजबूत बनाने का एकमात्र रास्ता है। 

बयान में कहा गया है कि भारत ने हुर्रियत नेताआें से नहीं मिलने की शर्त रखी है जिस पर उसे पहले भी बताया जा चुका है कि पाकिस्तानी नेताओं के हुर्रियत नेताओं से मुलाकात की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। पाकिस्तानी नेता पिछले 20 वर्ष के दौरान जब भी भारत गये, उन्होंने हुर्रियत नेताओं से मुलाकात की। ऐसे में भारत की यह शर्त उचित नहीं है। 

'जलपुरुष'राजेंद्र सिंह को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय जल पुरस्कार

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'जलपुरुष'के नाम से मशहूर भारत के राजेंद्र सिंह को 26 अगस्त को स्टाकहोम में पानी का नोबेल पुरस्कार माने जाने वाले स्टॉकहोम वाटर प्राइज से सम्मानित किया जाएगा। स्वीडन के राजा कार्ल सोलहवें गुस्ताव स्टॉकहोम सिटी हॉल में सिंह को यह पुरस्कार प्रदान करेंगे। पुरस्कार के तहत एक लाख 50 हजार डॉलर और एक विशेष कलाकृति दी जाती है। सिंह को विश्व जल सप्ताह की रजत जयंती के मौके पर यह पुरस्कार दिया जा रहा है। उनसे पहले सुलभ इंटरनेशनल के डॉ  बिंदेश्वर पाठक(2009), सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरमेंट (2005) तथा डॉ माधव चिताले (2013) को यह पुरस्कार मिल चुका है। सिंह ने पानी की कमी से जूझ रहे राजस्थान में जल संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय काम किया है। 'स्टॉकहोम वॉटर प्राइज'समिति के निर्णायकों का कहना है कि सिंह की जल-संचय पद्धति से बाढ़ और मिट्टी के अपरदन का खतरा कम हुआ है जिससे वन्य जीवन को भी लाभ पहुंचा है। उनके तौर-तरीके आसान और सस्ते हैं जिन्हें सारी दुनिया में अपनाया जाना चाहिए।

उन्होंने बारिश के पानी को धरती के भीतर पहुंचाने की प्राचीन भारतीय पद्धति को ही आधुनिक तरीके से अपनाया है। इसमें छोटे-छोटे पोखरों का निर्माण किया जाता है जो बारिश के पानी से लबालब भर जाते हैं और फिर इस पानी को धरती धीरे-धीरे सोख लेती है। पेशे से आयुर्वेद के चिकित्सक सिंह ने राजस्थान में 1980 के दशक में पानी को लेकर काम करना शुरु किया था। शुरुआत में इस मुहिम में वह अकेले थे लेकिन फिर गांव के लोग जुड़ने लगे और तरुण भारत संघ बना। जल संचय पर काम बढ़ता गया। इसके बाद गांव-गांव में जोहड़ बनने लगे और बंजर धरती पर हरी फसलें लहलहाने लगी। अब तक जल संचय के लिए करीब साढ़े छह हजार जोहड़ों का निर्माण हो चुका है और राजस्थान के करीब 1000 गांवों में फिर से पानी उपलब्ध हो गया। दुनियाभर के लोगों ने उनके इस काम काम को सराहा। वर्ष 2001 में सिंह को एशिया का नोबेल माने जाने वाले रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से नवाजा गया। वर्ष 2008 में गार्डियन ने उन्हें 50 ऐसे लोगों की सूची में शामिल किया था जो पृथ्वी को बचा सकते हैं।

सिंह ने 2012 में राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण से यह कहते हुए किनारा कर लिया था कि सरकार की गंगा के पुनरुद्धार में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने इस प्राधिकरण को नखदंतविहीन करार देते हुए कहा था कि तीन वर्षों में इसकी केवल दो बैठकें हुई हैं। स्टॉकहोम वाटर प्राइज समिति ने उनके प्रशस्ति पत्र में लिखा है कि आज की पानी की समस्या केवल विज्ञान और तकनीक से नहीं सुलझायी जा सकती हैं। ये प्रशासन, नीति, नेतृत्व और सामाजिक प्रतिरोध की मानवीय समस्याएं हैं। सिंह ने पानी की समस्या को सुलझाने के लिए सामाजिक क्षमता का विकास किया और इसके लिए परंपरागत तौर तरीकों को आधुनिक विज्ञान तथा तकनीक से जोड़ा।

'यह है बिहार का मजबूत डीएनए' : शत्रुघ्न सिन्हा

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ऐक्टर से पॉलिटिशन बने बीजेपी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बिहार के गरीब भूमिहीन मजदूर दशरथ मांझी की जीवनी पर आधारित फिल्म 'मांझी- द माउंटेन मैन'की जमकर तारीफ की है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा 'यही बिहार का असली और मजबूत डीएनए है।'शत्रुघ्न ने ट्वीट कर फिल्म 'मांझी- द माउंटेन मैन'की तारीफ करते हुए कहा कि गतिशील, सच्चाई पर आधारित और सही समय पर फिल्माई गई यह फिल्म बिहार के गौरव और यहां की माटी के एक पुत्र के असली और मजबूत डीएनए को दिखाती है।

इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्यभर में फिल्म को टैक्स फ्री करने के निर्णय की भी प्रशंसा की है। शत्रुघ्न सिन्हा ने फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और ऐक्ट्रेस राधिका आप्टे की तारीफ करते हुए कहा कि मिट्टी के बारूद नवाजुद्दीन इस सदी की सबसे बड़ी खोज हैं। राधिका सौम्य और प्रशंसनीय हैं और उनकी भावी सफलता की मैं कामना करता हूं।

गौरतलब है कि केतन मेहता की फिल्म 'मांझी-द माउंटेन मैन'रियल लाइफ के हीरो दशरथ मांझी के जीवन पर बनाई गई है। राज्य सरकार ने फिल्म को मनोरंजन कर से भुगतान की छूट प्रदान करते हुए कहा था कि दिवंगत मांझी की कहानी एक सरल व्यक्तित्व और मानवीय जीवन की प्रेरणास्पद कहानी है। यह बताती है कि अगर मनुष्य में दृढ़ संकल्प हो, तो साधनों की कमी के बाद भी वह बड़े से बड़े काम को अंजाम दे सकता है।

मिस्र से आया 45 रुपये प्रति किलो कीमत वाला प्याज

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प्याज की आसमान छूती कीमतों के बीच एक राहत भरी खबर है। एक आयातक व्यापारी ने मिस्र से 84 टन प्याज का आयात किया है।  फिलहाल यह प्याज वाशी स्थित थोकमंडी पहुंच गया है। इस प्याज का आयात करने वाले सचिन परब ने इसे 45 रुपये प्रति किलो के थोक भाव में बेचने की तैयारी की हुई है। सचिन के अनुसार, यह प्याज कुल 3 कंटेनरों में भरकर आया है और जेएनपीटी बंदरगाह से ये कंटेनर सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद एक ही दिन में बाहर आ गए।

एक आयातक व्यापारी ने बताया कि मिस्र के प्याज से भरे 50 और कंटेनर अभी भारत में आने को तैयार हैं, पर वे सरकारी आदेश व अंतिम अनुमति के इंतजार में हैं। अगर यह प्याज भी देश में (जेएनपीटी, मुंबई बंदरगाह) आ जाए तो आसमान छू रही प्याज की कीमतों में काफी गिरावट आ सकती है। इस व्यापारी के मुताबिक, इस साल पाकिस्तान में भी प्याज की किल्लत बनी हुई है, इसलिए वहां से भी प्याज के आयात की संभावना न के बराबर है। ऐसी स्थिति में मिस्र के प्याज को अगर देश में आने दिया जाए तो मुंबई के थोक व खुदरा बाजार में जरूर प्याज के दाम कम हो सकते हैं।

शनिवार को वाशी की थोक प्याज मंडी में 74 ट्रकों व 19 टेंपो समेत कुल 93 वाहनों में प्याज का आवक हुआ, लेकिन प्याज के दाम लगभग उसी तरह से ऊंचाई पर बने हुए थे। गुरुवार के दिन 66 और शुक्रवार को 81 वाहनों की तुलना में शनिवार को 93 वाहनों में आए प्याज से आवक आंशिक रूप से भले ही बढ़ा है, पर यह अभी भी थोक बाजार में 125 से 150 वाहनों की औसत आवक से बहुत कम है।

यु पी ए सरकार में घटी 50 लाख नौकरियां

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संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल (वर्ष 2004-05 से 2009-10) के दौरान देश की आर्थिक विकास दर सालाना रिकॉर्ड आठ प्रतिशत से अधिक की दर से बढ़ी वहीं नौकरियों की संख्या में 50 लाख तक की कमी दर्ज की गई। वाणिज्य एवं उद्योग संगठन एसोचैम की रिपोर्ट में इसका खुलासा करते हुए कहा गया है कि विकास दर के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बावजूद नौकरियों में 50 लाख की कमी जैसे उदाहरण मौजूदा सरकार के सामने भी आर्थिक विकास के साथ रोजगार के अवसरों में तेज बढ़ोतरी करने की चुनौती पेश कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार देश में हर साल एक करोड़ 30 लाख लोग श्रम बाजार में आ रहे हैं वहीं, अध्ययन की अवधि (वर्ष 2004-05 से 2009-10) के दौरान आर्थिक विकास की तेज रफ्तार और रोजगार सृजन के बीच का अंतर काफी तेजी से बढ़ा, जो तत्कालीन सरकार के विनिर्माण क्षेत्र की उपेक्षा करते हुए सेवा क्षेत्र पर बढ़ती निर्भरता को प्रदर्शित करता है। परिणामस्वरूप देश में ‘रोजगारविहीन विकास’ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वित्त वर्ष 2013-14 में सेवा क्षेत्र का योगदान 67.3 प्रतिशत था जबकि इस क्षेत्र में देश की कुल कार्यशील आबादी के 27 प्रतिशत लोगों को ही रोजगार मिल पाया। वहीं, समान अवधि में जीडीपी में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान 15 प्रतिशत रहा और इतने ही प्रतिशत लोगों को इस क्षेत्र में नौकरी भी मिली, जो सेवा क्षेत्र के मुकाबले विनिर्माण क्षेत्र में अधिक रोजगार सृजन करने की क्षमता को प्रदर्शित करता है। एसोचैम ने अपनी रिपोर्ट में सेंसस इंडिया का हवाला देते हुए कहा कि वर्ष 2001 से 2011 के बीच रोजगार की तलाश करने वाले लोगों की संख्या में सालाना 2.23 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हुई लेकिन समान अवधि में रोजगार के अवसरों की वृद्धि दर महज 1.4 प्रतिशत रही, जिससे देश में बेरोजगारों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि आज के युवा इससे पहली पीढ़ी से अधिक शिक्षित और कुशल हैं। ऐसे में इन्हें सामाजिक-आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिए देश में भारी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित किये जाने की जरूरत है। एसोचैम ने रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से कहा कि देश में रोजगार और आय बढ़ाने के लिए विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना कई कारणों से जरूरी है। इस क्षेत्र में सृजित होने वाली प्रत्येक नौकरी इससे जुड़ी विभिन्न गतिविधियों में रोजगार के तीन और अवसर सृजित करने में सक्षम है। 

केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी पर साधा निशाना

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक सुरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी और जमानत के बाद आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा करके प्रधानमंत्री क्या हासिल करना चाहते हैं। श्री केजरीवाल ने ट्वीट किया...'मोदी सरकार ने कमांडो सुरेंद्र को गिरफ्तार करवाया। 24 घंटे से भी कम समय में उन्हें जमानत मिल गई। 

मोदी जी क्या हासिल करना चाहते हैं।'आप ने कल दिल्ली पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा था कि उसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाइयों से दूर रहना चाहिए। इसके एक दिन बाद ही श्री केजरीवाल का यह बयान आया है। श्री सिंह को सरकारी कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 24 घंटे के भीतर कल जमानत दे दी गई। 

विशेष : 38 साल से बस्ते का बोझ नहीं कम हो पाया

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देश के नौनिहालों का स्कूली बस्ते का बोझ खत्म करने का मुद्दा 38 साल से चला आ रहा है पर अभी तक इसे पूरी तरह लागू नहीं किया जा सका है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसे साकार करने के लिए पांच सूत्री दिशा-निर्देशों को सख्ती से अपनाने काे कहा है। शिक्षा के क्षेत्र में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था केन्द्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड की गत दिनों 63 वीं बैठक में इन दिशा- निर्देशों पर भी चर्चा हुई। मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की अध्यक्षता में हुई बैठक का एक एजेंडा स्कूली बस्ते को कम करना था। बैठक में यह महसूस किया गया कि संचार एवं प्रोद्यौगिकी के इस्तेमाल से भी स्कूली बस्ते का बोझ कम हो सकता है। स्कूली बस्ते का बोझ कम करने के लिए 1977 में पहली बार ईश्वर भाई पटेल समिति ने सिफारिश की थी।

इसके बाद 1984 में एनसीईआरटी की कार्य समिति ने भी सिफारिश की। इसके उपरांत 1990 में नयी शिक्षा नीति की समीक्षा हुई तो भी इस मुद्दे पर विचार हुआ था। 1992 में यशपाल समिति ने भी ‘बिन बोझ की शिक्षा’ की रिपोर्ट दी थी, राष्ट्रीय पाठ्यचार्य, 2005 में भी इस पर चर्चा हुई और शिक्षा के अधिकार कानून में भी इस बात पर ध्यान दिया गया। इस संबंध में दिल्ली उच्च अदालत के फैसले के बाद शिक्षा निदेशालय ने कई निर्देश जारी किया सीबीएसई ने 2008 तथा केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने 2009 में भी दिशा- निर्देश जारी किए। लेकिन इसके बाद भी यह समस्या जारी है और पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक स्कूली बच्चे के बस्ते में पाठ्य पुस्तकों के अलावा अन्य तरह की और कापियों का बोझ इतना अधिक रहता है कि नौनिहालों को उन्हें ठोना मुश्किल हो जाता है। 

छठी कक्षा में तो हरियाणा जैसे राज्यों में 17, उडीशा में 14, और पंजाब जैसे राज्यों में चौदह पाठ्य पुस्तके निर्धारित हैं तो हिमाचल में 7 और पहली कक्षा में केरल में पांच-पांच, तथा हरियणा जैसे राज्यों में चार-चार किताबे भी निर्धारित है। केवल उत्तर प्रदेश में एक किताब है। बैठक में इस पर भी चर्चा हुई है कि स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने स्पष्ट दिशा निर्देश दिया है कि दूसरी कक्षा तक के छात्रों को घर से बस्ते लाने की कोई जरूरत नहीं है। उनके बस्ते स्कूल में ही रखे जाएं। एजेंडे में कहा गया कि स्कूलों के प्रिंसिपलों तथा शिक्षकों से कहा है कि वे हर कक्षा के लिए इस तरह टाइम टेबल बताएं कि छात्रों को हर दिन अधिक पुस्तकें तथा कापियां न लानी पड़े। इसके अलावा स्कूलों में छात्रों के लिए पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियां भी हो ताकि उन्हें स्कूली बस्ते का बोझ कम उठाना पड़े। 

अभिभावकों को यह भी सलाह दी गयी है कि वे अपने बच्चों के लिए ऐसे बस्ते खरीदें जो भारी न हो और उन्हें ढोने में आसानी हो। इस बात को सुनिश्चित करना प्रिंसिपल तथा टीचरों ओर विभागाध्यक्षों का काम हो । स्कूलों में हर कक्षा के लिए पुस्तकालय हो ताकि अगर कोई बच्चा पाठ्य पुस्तकें नहीं ला पाया तो वह उन्हें पुस्तकालय में पढ़ सके। इससे बच्चों को पढ़ने की आदत भी बढ़ेगी। इसके अलावा छात्रोंको पाठ्यपुस्तकों के अलावा अन्य तरह की पुस्तकें एवं संदर्भ पुस्तकें न लाने के लिए कहा जाए ताकि बस्ते का बोझ हल्का हो।

जोकोविच अौर फेडरर के बीच होगी खिताबी जंग

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टॉप सीड सर्बिया के नोवाक जोकोविच और गत चैंपियन स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर ने सिनसिनाटी मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन के पुरुष एकल फाइनल में जगह बना ली जहां दोनों के बीच खिताबी मुकाबला होगा। गत माह आयोजित विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप के फाइनल में फेडरर को शिकस्त देने वाले जोकोविच एक बार फिर स्विटजरलैंड के शीर्ष खिलाड़ी का सामना करेंगे और खेल प्रेमियों को उम्मीद है कि यह मुकाबला कांटे की टक्कर होगा। टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जोकोविच ने यूक्रेन के क्वालिफायर एलेक्जेंडर दोलगोपोलोव को 4-6, 7-6, 6-2 से हराया और फाइनल में जगह बनायी जबकि स्विस खिलाड़ी और दूसरी वरीयता प्राप्त फेडरर ने तीसरी सीड ब्रिटेन के एंडी मरे को 6-4, 7-6 से शिकस्त दी। जोकोविच नौ एटीपी मास्टर्स खिताब जीतने से मात्र एक जीत दूर हैं।

हार के बाद दोलगोपोलोव ने कहा, “जोकोविच बहुत ध्यान से खेले और अधिक अंक बटोरे। मुझे लग रहा था कि मैं जीत सकता हूं और मेरा खेल उसके लिये पर्याप्त भी था। यह एक स्थिति है जहां कुछ अंक ही हार-जीत तय करते हैं।” जोकोविच ने दूसरे सेट के नौवें गेम में मैच को बराबरी पर करने का एक मौका गंवा दिया था लेकिन टाईब्रेक में जीत दर्ज कर उन्होंने तीसरा सेट आसानी से 6-2 से जीत लिया और फाइनल में जगह बनायी। जोकोविच के लिये फाइनल जीतने की जंग आसान नहीं होगी क्योंकि उनके सामने छह बार सिनसिनाटी ओपन खिताब जीतने वाले फेडरर होंगे। वर्ष 2015 में दोनों खिलाड़ियों के बीच यह पांचवी भिडंत होगी जहां फेडरर के खाते में दुबई के हार्ड कोर्ट की जीत दर्ज है तो वहीं जोकोविच इंडियन वेल्स, रोम और विंबलडन में जीत अपने नाम कर चुके हैं। 

भारत-पाकिस्तान वार्ता रद्द होने से अमेरिका निराश

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अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच प्रस्वावित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता रद्द होने पर निराशा जतायी है। विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा “ भारत और पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित वार्ता के रद्द होने से हम काफी निराश हैं। ” बयान में दोनों ही देशों को औपचारिक बातचीत जल्द से जल्द शुरू करने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया है।
इस संबंध में मीडिया में आयी रिपोर्टों में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाॅन किरबी के हवाले से कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच रूस के ऊफा में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ)से इतर हुई बातचीत से अमेरिका काफी उत्साहित था लेकिन अब दोनों ही देशों के द्विपक्षीय संबंधाें को सुधारने के लिए अगला कदम नहीं उठाये जाने से अमेरिका चिंतित है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत से कोई न कोई सकारात्मक परिणाम निकलने की अमेरिका को उम्मीद थी। 

पाकिस्तान आतंकवाद पर बात नहीं करना चाहता :राजनाथ

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केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए)की बैठक में पाकिस्तान के भाग नहीं लेने से यह साफ हो गया है कि वह भारत के साथ आतंकवाद पर बात नहीं करना चाहता । श्री सिंह ने यहां कहा कि पाकिस्तान का एनएसए की बैठक से पीछे हटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ के दो दिन के दौरे पर एक कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से हमेशा सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ है लेकिन भारत से अब उसे माकूल जवाब मिल रहा है ।भारत ने कभी भी अपनी ओर से सीमा का उल्लघंन नहीं किया है । अपने दौरे के दूसरे दिन श्री सिंह राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान परिषद में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे । 

उन्होंनें कहा कि भारत हमेशा से ही अपने पड़ोसियों से अच्छे संबंध चाहता रहा है। इसके बाद भी पाकिस्तान का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की बैठक से पीछे हटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उफा बैठक में दोनों देशों के प्रधानमंत्री के बीच आतंकवाद पर बातचीत का जो एजेंडा तय हुआ था उसी पर बात करने से पाकिस्तान पीछे हट गया है। पाकिस्तान ने एजेंडे से भटकते हुए वार्ता निरस्त की जो गलत है। भारत के अगले कदम के सवाल पर राजनाथ ने कहा कि इसका फैसला पाकिस्तान को करना है। लगता है कि पाकिस्तान अब आतंकवाद पर भारत से बात नहीं करना चाहता है। 

डेहरी में बनेगा रेल बोगी रिपेयरिंग कारखाना

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बिहार के रोहतास जिले में कई वर्षो से बंद पड़े रोहतास उद्योग समूह की जगह पर रेल मंत्रालय ने रेल बॉगी वैगन रिपेयरिंग कारखाना लगाने का निर्णय लिया है। केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने आज यहां बताया कि आगामी 27 अगस्त को केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा इस कारखाने का शिलान्यास करेंगे।उन्होंने बताया कि वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव से पूर्व तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने लिक्यूडेशन में चल रहे करीब 220 एकड़ में फैले इस उद्योग समूह को रेल मंत्रालय द्वारा खरीदने की घोषणा कर यहां हाई एक्सेल बॉगी कारखाने का शिलान्यास किया था लेकिन शिलान्यास के बावजूद इसका निर्माण कार्य अबतक शुरू नहीं हो सका है।

श्री कुशवाहा ने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने अब यहां रेल रिपेयरिंग लगाने का निर्णय लिया और इसके लिए सौ करोड़ रूपये आवंटन किया जा चुका है। मुगलसराय मंडल के रेल प्रबंधक विद्याभूषण ने आज यहां देर शाम सभा स्थल निरीक्षण और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया है।

आस्ट्रेलिया ने बचाया सम्मान ,क्लार्क को दी विजयी विदाई

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एशेज सीरीज गंवा चुकी आस्ट्रेलिया टीम ने इंग्लैंड को पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के चौथे दिन रविवार को पारी और 46 रन से रौंदकर अपना सम्मान कुछ हद तक बचा लिया और कप्तान माइकल क्लार्क को विजयी विदायी दे दी। आस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को दूसरी पारी में 286 रन पर ढ़ेर कर सम्मान बचाने वाली जीत हासिल की। इंग्लैंड यह मैच तो हार गया लेकिन उसने सीरीज 3-2 से अपने नाम कर ली। आस्ट्रेलिया के कप्तान क्लार्क के लिये यह जीत बड़ी राहत वाली रही क्योंकि उन्होंने पहले ही सीरीज की समाप्ति के बाद संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। तेज गेंदबाज पीटर सिडल ने जैसे ही मोईन अली को आउट कर इंग्लैंड की पारी समेटी सभी आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने क्लार्क को गले लगा लिया। क्लार्क ने भी तालियां बजाते हुये दर्शकों का अभिवादन किया। क्लार्क और ओपनर क्रिस रोजर्स दोनों के लिये यह बड़ा भावुक क्षण था । दोनों खिलाड़ी अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे।

आस्ट्रेलिया की जीत में वर्षा ने बाधा डालने की कोशिश की लेकिन कंगारुओं को जो चार विकेट चाहिये थे वह उन्होंने हासिल कर लिये। इंग्लैंड को पहली पारी में 149 रन पर लुढ़कने के बाद फालोआन की शर्मिंदगी झेलने के लिये मजबूर होना पड़ा था और उसने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक दूसरी पारी में छह विकेट खोकर 203 रन बनाये थे। इंग्लैंड को पारी की हार से बचने के लिये 129 रन और बनाने थे लेकिन आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने चौथे दिन मेजबान टीम को कोई मौका नहीं दिया। जोस बटलर ने 33 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। मार्क वुड उनके साथ शून्य पर नाबाद थे। सिडल ने वुड को पगबाधा कर इंग्लैंड को सातवां झटका दिया। वुड छह रन ही बना सके। बटलर 42 रन बनाकर मिशेल मार्श का शिकार बने। इंग्लैंड का आठवां विकेट 223 रन पर गिरा। मोईन अली ने संघर्ष करते हुये 57 गेंदों में 35 रन बनाकर आस्ट्रेलिया का इंतजार बढ़ाया। सिडल ने स्टुअर्ट ब्राड (11) और अली के विकेट लेकर इंग्लैंड की पारी 286 रन पर समेट दी। आस्ट्रेलिया ने इसी के साथ आखिरी टेस्ट पारी और 46 रन से जीत लिया। आस्ट्रेलिया के लिये सिडल ने 35 रन पर चार विकेट ,नाथन लियोन ने 53 रन पर दो विकेट और मार्श ने 56 रन पर दो विकेट लिये।

नीतीश का एलान, 'विशेष पैकेज'के सच का खुलासा शीघ्र

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विशेष पैकेज के बजाए सूबे को विशेष दर्जा देने की मांग आज एक बार फिर से दुहराते हुये एलान किया कि वे जल्द ही केंद्र के विशेष पैकेज के सच का खुलासा करने वाले हैं। श्री कुमार ने सिंचाई भवन के अधिवेशन सभागार से आठ विभागों की 19499 करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण और उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के कुछ जिलों में उद्योग लगाने के लिए छूट देने से कुछ होने वाला नहीं है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। जिससे कंपनियों का बिहार में निवेश होगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि सिर्फ पैकेज देने से काम नहीं चलने वाला है। उन्होंने कहा कि पैकेज की घोषणा कर दी गयी है लेकिन पैकेज में क्या-क्या मिला है, यह देखना होगा। 

श्री कुमार ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के पैकेज का अध्ययन कर रहे हैं और समय आने पर पैकेज की वास्तविकता का खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा .. हम बिहारी है और बिहार के हक के लिए लड़ते रहेंगे। बिहार की भलाई के लिए जहां जाना होगा हम जायेंगे..।  कुल 19499 की योजनाओं में योजना एवं विकास विभाग की 2259 करोड़, नगर विकास की 626 करोड़, पथ निर्माण विभाग की 8834 करोड़, ऊर्जा विभाग की 5541 करोड़, ग्रामीण कार्य विभाग की 2138 करोड़, उद्योग विभाग की 31 करोड़, कला संस्कृति की 39 करोड़ और भवन निर्माण विभाग की 28 करोड़ रुपए की योजनाएं शामिल हैं।

मोदी सरकार बिहार की जनता को दिग्भ्रमित कर रही है :लालू

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राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने आज आरोप लगाया कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार सिर्फ लोकलुभावन घोषणा कर बिहार की जनता को दिगभ्रमित कर रही है । श्री यादव ने आज यहां जिले के उजियारपुर प्रखंड के रायपुर स्थिम महंथ नारायण दास उच्च विद्यालय परिसर में महागठबंधन द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करते हुये कहा कि बिहार के लोग भाजपा जैसी फिरकापरस्त ताकतों को बर्दाश्त नही करेगी । उन्होंने ने कहा कि भाजपा मायाजाल फैलाने वाली पार्टी है और लोकसभा चुनाव की तरह हीं झूठ वादे कर बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ लेना चाहती है ।

राजद अध्यक्ष ने जातीय जनगणना रिपेार्ट जारी करने की मांग करते हुये कहा कि केन्द्र जबतक इस रिपेार्ट को जारी नही करेगी तबतक उनकी पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा । उन्होंने कहा कि महागठबंधन से भाजपा पूरी तरह से घबरा गयी है और विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन का बिहार में रथ रूक जायेगा । श्री यादव ने कहा कि आगामी 30 अगस्त को पटना में होने वाली स्वाभिमान रैली रिकार्ड तोड़ रैली होगी । उन्होंने कहा कि डीएनए में गड़बड़ी जैसे अपशब्द कहकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के लोगों को अपमानित किया है न कि नीतीश कुमार। सभा को युवा राजद अल्पसंख्यक सेल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कमरे आलम .युवा राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार मेहता.पूर्व मंत्री रामाश्रय सहनी .राजद विधायक दुर्गा प्रसाद सिंह समेत कई नेताओ ने संबोधित किया ।
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