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सत्ता के लिए सिद्धांत बदलने वाले राजनेता है नीतीश :नंदकिशोर

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता के लिए सिद्धांत बदलने वाला राजनेता बताया और कहा कि मुख्यमंत्री के मुंह से राजनीतिक मर्यादा की बातें शोभा नहीं देतीं। श्री यादव ने आज यहां कहा कि मुख्यमंत्री बार- बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत आक्रोश में मर्यादा तोड़ने का आरोप लगाते हैं। श्री कुमार को प्रधानमंत्री को लेकर अपने बारे में इस तरह की गलतफहमी पालने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और भाजपा के खिलाफ हर दिन अनर्गल और कठोर भाषा का इस्तेमाल कर रहे नीतीश कुमार अच्छी तरह से जानते हैं कि यदि भाजपा उनके साथ न होती तो वो कभी भी मुख्यमंत्री बन ही नहीं पाते। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि श्री कुमार भाजपा के साथ 17 साल रहे, लेकिन जब देखा कि पूरा देश नरेंद्र मोदी को अपना नेता मान रहा है तो भाजपा का साथ छोड़ दिया। अब एक बार फिर राष्ट्रीय जनता (राजद) दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ हैं और बयान दे रहे हैं कि राजद सुप्रीमों का साथ समय की मांग है।

भाजपा नेता ने सवालिया लहजे में कहा कि मुख्यमंत्री अक्सर सिद्धांत की बात करते हैं लेकिन कुर्सी के लिए गठबंधन करना और कुर्सी के लिए ही गठबंधन तोड़ना , यह कैसा सिद्धांत है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कुर्सी के लिए पहले गठबंधन करना और फिर तोड़ना मुख्यमंत्री का सबसे प्रिय राजनीतिक खेल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस दिन किसी का सहारा लेते हैं, उसी दिन अपने मन में उसे किनारा करने का समय भी तय कर लेते हैं। पहले वह राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साथ थे, जब देखा कि राजद प्रमुख खुद या अपने परिवार के अलावा किसी को मुख्यमंत्री बनाने वाले ही नहीं हैं तो उनका साथ छोड़ दिया। श्री यादव ने जोर देकर कहा कि राजद सुप्रीमों के साथ को समय की मांग कहने का सीधा मतलब चुनाव से है और जनता जानती है कि चुनाव के बाद समय की मांग बदलते ही मुख्यमंत्री एक बार फिर उन्हें धोखा देंगे। नीतीश कुमार खुद को महादलित के मसीहा बताया करते थे और राजद-कांग्रेस के साथ सत्ता की खिचड़ी पकते ही महादलित (जीतन राम मांझी ) को मुख्यमंत्री बनाना इन्हें भूल नजर आने लगी।

भाजपा नेता ने कहा कि जदयू सरकार दो साल से सोई हुई थी, जब प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के विकास के लिए 1.65 लाख करोड़ का पैकेज दिया तो इनकी नींद उड़ गई। अब बिना तैयारी के ताबड़तोड़ शिलान्यास कर रहे हैं। लंबित योजनाएं पूरी हुई नहीं, नई योजनाओं का शिलान्यास करके मुख्यमंत्री जनता को बरगलाने में जुटे हैं। महीने-दो महीने की बात है, नीतीश कुमार सारे दांव आजमा लें, लेकिन फायदा कुछ होना नहीं है क्योंकि जनता ने नतीजे तय कर दिए है।

जघन्य अपराधों के लिए मौत की सजा क्रूर नहीं: सुप्रीम कोर्ट

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उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि न सिर्फ साधारण अपराधियों द्वारा बल्कि आतंकवादियों द्वारा भी फिरौती के लिए किसी का अपहरण के बढ़ते मामलों के तहत इस अपराधों के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देना आवश्यक है। न्यायालय ने भारतीय दंड संहिता की धारा 364ए के तहत एक दोषी को सुनाई गई मौत की सजा को बरकरार रखते हुए कहा, 'धन के लिए सिर्फ सामान्य अपराधियों द्वारा ही नहीं बल्कि आतंकवादी संगठनों द्वारा भी अपहरण और किसी को गैरकानूनी तरीके से जबरन अपने साथ ले जाने की बढ़ती चुनौती से निपटने की खातिर इन अपराधों में लिप्त लोगों के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 364ए का समावेश और कड़ी सजा जरुरी है।' 



न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर की अगुवाई वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने कहा, 'संसद ने नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षा तथा देश की एकता, संप्रभुता और अखंडता के लिए चिंता जताई थी और यह कानून बनाया गया था। इस पृष्ठभूमि को देखते हुए, धारा 364 के विपरीत कृत्य करने वालों के लिए निर्धारित सजा को असंवैधानिक बताने के लिए अपराध की प्रकृति की तुलना में कहीं ज्यादा क्रूर नहीं कहा जा सकता।' 

उच्चतम न्यायालय की यह व्यवस्था एक दोषी की याचिका पर आई जिसे अपहरण सह-हत्या के एक मामलों में मौत की सजा सुनाई गई है। इस दोषी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 364ए की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी थी।

बेंगलुरु-नांदेड़ एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त: इन हेल्पलाइन नंबर्स पर करें संपर्क

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आंध्र प्रदेश के अनंतपुर में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात बेंगलुरु से नांदेड़ जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन से एक लॉरी टकरा गई। एक्सीडेंट में कर्नाटक के एमएलए वेंकटेश नायक समेत छह लोगों की मौत हो गई। 25 लोग घायल भी हुए हैं। वेंकटेश देवदुर्ग से कांग्रेस के विधायक थे। बताया जाता है कि मारे गए लोगों में चार ट्रेन पैसेंजर थे, जबकि बाकी दो लोगों में लॉरी का ड्राइवर और क्लीनर शामिल है।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक, हादसा रात करीब 2 बजे हुआ। लॉरी क्रॅासिंग पर ट्रेन से टकरा गई। लॉरी में ग्रेनाइट लदा हुआ था। रेलवे क्रॉसिंग पर पहुंचते ही इसके ब्रेक फेल हो गए। क्रॉसिंग गेट बंद होने के बावजूद बेकाबू लॉरी ने इसे तोड़ दिया और तेजी से आ रही ट्रेन से टकरा गई। ट्रेन के चार कोच पटरी से उतर गए। रेलवे के पीआरओ अनिल सक्सेना ने कहा कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु खुद हालात पर नजर रखे हुए हैं।

बेंगलुरु-नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन के साथ यह दो साल में दूसरा एक्सीडेंट है। दिसंबर 2013 में इसी ट्रेन में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई थी। तब इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई थी।

भारी गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स करीब 1000 अंक लुढ़का, निफ्टी में ३०० अंको की गिरावट

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देश के प्रमुख शेयर बाजारों में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शुरुआती कारोबार में ही भारी गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को शेयर बाजार खुलते ही साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्‍स करीब 1000 अंक टूट गया। जानकारी के अनुसार, बीएसई में बाजार में खुलते ही 940 अंक की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, निफ्टी में भी 290 अंक की गिरावट दर्ज की गई।

वैश्विक स्तर पर अमेरिकी बाजारों और एशियाई बाजारों में जारी गिरावट के असर से घरेलू शेयर बाजारों में भी कोहराम मचा है। अब तक सेंसेक्स और निफ्टी में 3.5-3.5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 900 अंक यानि 3.3 फीसद की गिरावट के साथ 26,466 पर है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 286 अंक यानि 3.5 फीसद गिरकर 8,013.5 के स्तर पर है।

मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की भी जमकर पिटाई हुई है। सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स करीब 4 फीसद लुढ़ककर 13,215 के स्तर पर आ गया है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 3.75 फीसद टूटकर 11,200 के नीचे आ गया है। बीएसई के सभी सेक्टर में जमकर बिकवाली दिख रही है।

उधर, रुपये में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही। आज हफ्ते की शुरुआत भी रुपये की गिरावट के साथ हुई है। फिलहाल एक डॉलर की कीमत 66.44 रुपये पर है।

IS ने प्राचीन मंदिर को बम से उड़ाया

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आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने सीरिया के पलमयरा शहर में स्थित प्राचीन मंदिर को बम से उड़ा दिया। यह जानकारी मीडिया में जारी रिपोर्टों से मिली। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सोमवार को सीरिया की एक मानवाधिकार पर्यवेक्षक संस्था के हवाले से जानकारी दी कि आईएस आतंकवादियों ने बाल शमीन जिन्हें 'स्वर्ग का देवता'भी कहते हैं, के मंदिर को बम से उड़ा दिया।

यह मंदिर पलमयरा में प्रसिद्ध रोमन थियेटर से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है। ब्रिटेन के पर्यवेक्षक समूह ने पलमयरा छोड़ कर भागे नागरिकों से एकत्र की गई सूचनाओं और आपबीती के हवाले से बताया कि बताया कि मंदिर में विस्फोट एक महीने पहले किया गया था। पलमयरा शहर प्राचीन विश्व के सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृति केंद्रों में से एक माना जाता है।

आज से रॉबर्ट वाड्रा को एयरपोर्ट पर आम नागरिक की तरह होगी चेकिंग

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रॉबर्ट वाड्रा ने हवाई अड्डों पर जांच से मिली छूट को केंद्र सरकार द्वारा हटाए जाने के फैसले का स्वागत किया है.  वाड्रा ने कहा कि वह कबसे इसका इंतजार कर रहे थे और अब वह कोई वीआईपी नहीं हैं. कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने रॉबर्ट वाड्रा को देश के हवाई अड्डों पर जांच से मिली छूट को खत्म कर दिया था.रॉबर्ट वाड्रा ने स्टेटमेंट जारी कर कहा, 'आखिरकार मैं खुश हूं कि और मैं कबसे इस चीज का इंतजार कर रहा था.'वाड्रा ने आगे कहा, 'मैं इसके लिए पहले से एक लिखित सहमति देने के लिए तैयार था कि मेरा नाम इस वीवीआईपी लिस्ट से हटाया जाए. मैं कोई वीआईपी नहीं हूं और इस मुद्दे पर पहले ही मैं अपने विचार व्यक्त कर चुका हूं. कृपया हर दिन इस खबर से लोगों का समय बर्बाद मत करिए.'

गृह मंत्रालय ने नागर विमानन मंत्रालय से कहा था कि वह 33 श्रेणियों के लोगों की सूची का रिव्यू करे, जिसमें दलाई लामा और वाड्रा शामिल थे. गृह मंत्रालय ने कहा कि उसे नहीं लगता कि वाड्रा को कोई खतरा है जिसके लिए उन्हें जांच से छूट दी जाए लेकिन नागर विमानन मंत्रालय को एसपीजी से बात करके आखिरी फैसला ले क्योंकि एसपीजी प्रियंका गांधी की सुरक्षा में लगा हुआ है.

अब वाड्रा अगर एसपीजी सुरक्षा वाले किसी शख्स के साथ चलेंगे तो उनकी जांच नहीं होगी. एलीट लिस्ट से अगर उन्हें हटा दिया गया तो उनकी जांच तब भी होगी जब वह किसी एसपीजी सुरक्षा प्राप्त शख्स के साथ चलेंगे.

हमारे पास भी है परमाणु हथियार, हम अपनी हिफाज़त करना जानते हैं : पाकिस्‍तान

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 राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्‍तर की बाचचीत रद्द होने के बाद पाकिस्तान ने फिर भारत को धमकी दी है। इस बातचीत के कैंसिल होने के बाद पाक में बौखलाहट शुरू हो गई है। पाकिस्‍तान ने अब इशारों में परमाणु बम की धमकी दी है।


सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने कहा है कि हम खुद परमाणु संपन्न देश हैं और हम जानते हैं कि खुद की रक्षा कैसे करनी है। हमारे पास एटम बम है और हम अपनी हिफाजत कर सकते हैं। अपनी हिफाजत करना हमें आता है। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि मोदी सरकार ऐसे बर्ताव कर रही है जैसे कि वे क्षेत्रीय महाशक्ति हों। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक अजीज ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा देने में भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का हाथ है। उन्होंने कहा कि हमारे पास इसके पुख्ता सबूत भी हैं।  रॉ यहां आतंकी गतिविधियों में शामिल है। गौर हो कि एक रिपोर्ट के अनुसार, रॉ की गतिविधियों पर पाकिस्तान ने तीन डोजियर भी तैयार किए हैं।

अजीज कहा कि अगर भारत के लिए कश्मीर कोई मुद्दा ही नहीं है तो वहां उन्होंने 700000 जवान क्यों तैनात कर रखे हैं। भारत को कश्मीर में जल्द से जल्द जनमत संग्रह करना चाहिए। लोगों को फैसला लेने दें कि वे कहां और कैसे रहना चाहते हैं।

 इससे पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी भरी जफ्जों में कहा था कि पाकिस्तान के हथियार सजावट के लिए नहीं हैं। उनके देश पर जंग थोपी जाती है तो हम हथियारों का भारत के खिलाफ इस्तेमाल करेंगे। वहीं जब म्यांमार में घुसकर भारतीय सेना ने आतंकी संगठनों को सबक सिखाया था तब पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भारत को भड़काने वाला बयान दिया था। मुशर्रफ ने एक पाकिस्तान टीवी को दिए साक्षात्कार में कहा था कि क्या पाकिस्तान ने परमाणु बम शब-ए-बारात जैसे मौकों के लिए बनाए हैं।

इससे पहले, भारत पर उसके ‘कट्टरपंथी रवैये’ से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तरीय वार्ता ‘ध्वस्त’ करने का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उसके ‘नकारात्मक रुख’ का उद्देश्य क्षेत्र की शांति बाधित करना है।

फेडरर ने जोकोविच को हराकर सातवां सिनसिनाटी खिताब जीता

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स्विस धुरंधर रोजर फेडरर ने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को 7-6, 6-3 से हराकर सातवीं बार सिनसिनाटी मास्टर्स टेनिस खिताब जीत लिया। फेडरर ने सेमीफाइनल में एंडी मरे को हराने के बाद खिताबी मुकाबले में जोकोविच को मात दी। विंबलडन फाइनल में जोकोविच से हारने के बाद वह पहला टूर्नामेंट खेल रहे थे।

जीत के बाद फेडरर ने कहा, यह बेहतरीन जीत है। मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी, चूंकि मैंने कुछ समय से खेला नहीं था। इस जीत से वह मरे को पछाड़कर रैंकिंग में दूसरे नंबर पर काबिज हो जाएंगे। वहीं 31 अगस्त से शुरू हो रहे अमेरिकी  ओपन में उन्हें दूसरी वरीयता मिलेगी। फेडरर का यह 87वां एटीपी खिताब और 24वीं मास्टर्स ट्रॉफी है।

वायु सेना का विमान बडगाम में दुर्घटनाग्रस्त, दोनों पायलट सुरक्षित

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कश्मीर के बडगाम जिले में सोमवार को सेना का एक मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। हालांकि हादसे में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, दोनों पायलटों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है। 

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया तेज धमाके के साथ हेलीकॉप्टर धान के खेत में जा गिरा। गौरतलब है कि इससे पहले मध्य कश्मीर के बांदीपोरा जिले में इसी साल सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में दोनों पायलटों की मौत हो गई थी। मानसबल स्थित सेना के विमानन स्क्वाड्रन का ध्रुव हेलीकॉप्टर शाम को उडान भरने के करीब 30 मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना में दो अधिकारियों लेफ्टिनेंट कर्नल आर. गुलाटी व मेजर ताहिर खान की मौत हो गई थी। यह हेलीकाप्टर प्रशिक्षण उडान पर था। 

अमोल पालेकर भारत के ऑस्कर ज्यूरी के अध्यक्ष होंगे

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मराठी और हिन्दी सिनेमा में अभिनेता और निर्देशक अमोल पालेकर को 28 फरवरी, 2016 को लॉस एंजेलिस में होने वाले अकादमी अवार्ड के लिए भारतीय एंट्री का चयन करने वाली टीम का अध्यक्ष बनाया गया है।

फिल्म फेडेरेशन ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी सुपर्ण सेन ने NDTV कहा कि अमोल पालेकर के नाम पर अकादमी की सहमति है। 70 साल के पालेकर का हिन्दी और मराठी सिनेमा में बेमिसाल योगदान रहा है। 1970 में आई हिन्दी फिल्में 'रजनीगंधा', 'छोटी-सी बात', 'चितचोर' , 'गोलमाल', 'घरौंदा'जैसी फिल्मों से उनका नाम बना।

पालेकर करीब 20 फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। 2009 में पालेकर की शाहरुख-रानी स्टारर हिन्दी फिल्म 'पहेली'को ऑस्कर के लिए बेस्ट फॉरेन लैंगुएज फिल्म क्षेणी में भारतीय एंट्री घोषित किया गया था, लेकिन फिल्म यह अवार्ड नहीं जीत पाई। बहरहाल अब 2016 में होने वाले अकादमी अवार्ड के लिए 17 सदस्यों वाली जूरी तय करेगी की कौन-सी भारतीय फिल्म 88वें ऑस्कर समारोह में भारत की तरफ से बेस्ट फॉरेन लैंगुएज फिल्म और अलग-अलग श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ अवार्ड के लिए दावेदार होगी।  ऑस्कर एंट्री के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 1 अक्तूबर है।

लोजपा, रोलसपा ने राजग में सीटों के बंटवारे के लिए सात दिनों का समय दिया

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सीटों का बंटवारा अब तक नहीं होने के कारण एनडीए के घटक दलों में बेचैनी बढ़ गई है। सोमवार को लोजपा के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस व रालोसपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार ने सात दिनों के भीतर सीटों के बंटवारे की मांग की। दोनों नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया कि एनडीए में उनकी अपेक्षा हो रही है। 

भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अविलंब ठोस पहल करें। अबकी बार, भाजपा सरकार के नारे पर भी आपत्ति जताई। कहा कि इसमें एनडीए गायब है। इसे अल्टीमेटम की बजाय सलाह करार देते हुए कहा कि अगर यही स्थिति रही तो एनडीए की जड़ें कमजोर होंगी। हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को स्वीकार करते हैं और चुनाव बाद गठबंधन की सहमति से कोई सीएम बने।

लोजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में मात्र दो महीने बचे हैं। हम छोटे दलों के लोग हैं। हमारे पास भाजपा की तरह पैसा नहीं है। समय रहते अगर अगर सीटों का चयन हो जाए तो उम्मीदवार अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने जाएंगे। सीटें नहीं बंटने से कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति है। सीटों के बंटवारा पर दोनों दलों की ओर से पहली बार मीडिया में मामला उठाए जाने के सवाल पर लोजपा अध्यक्ष ने माना कि राजनीति में दबाव होता है।

विधान परिषद के चुनाव में अंतिम समय में सीट दिए गए तो रिजल्ट ठीक नहीं आया। आपत्ति जताई कि वैशाली में लोजपा के खिलाफ जो चुनाव लड़ा, उसे भाजपा ने अपने दल में शामिल कर लिया। उनका इशारा राजेश सिंह की ओर था। रालोसपा का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा 102 सीटों पर चुनाव लड़े और बाकी गठबंधन दलों के लिए छोड़े। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को सीएम का उम्मीदवार मानने से इनकार किया। 

रालोसपा अध्यक्ष ने कहा कि विप चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में नौबत न आए, इसलिए मीडिया में आना पड़ा। माना कि एनडीए में फ्लोर को-ऑर्डिनेशन का अभाव है। संवादहीनता है। भाजपा में कोई नेता शामिल होता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं तो फिर मेरे दल में कोई आए तो भाजपा को क्यों आपत्ति हो रही है। 

राज्य के नेताओं को इतना शिष्टाचार होना चाहिए। पूर्व मंत्री गौतम सिंह के रालोसपा में शामिल होने पर भाजपा सांसद सीग्रीवाल ने आपत्ति जताई थी। कहा कि हर पार्टी का बेस व एजेंडा है। परिवर्तन यात्रा में हमारे कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है। मौके पर सांसद रामचंद्र पासवान व रालोसपा के कार्यकारी अध्यक्ष ललन पासवान भी मौजूद थे।

ईरानी का आरोप उनकी फर्जी डिग्री की तरह : कांग्रेस

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कांग्रेस ने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के परिवार पर जमीन घोटाले के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए आज केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी पर करारा जवाबी हमला किया और कहा कि यह आरोप उतना ही फर्जी है जितना उनकी येल विश्वविद्यालय की डिग्री। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष तथा कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि यह आरोप गलत है और उतना ही फर्जी है जितना मानव संसाधन मंत्री की डिग्री है। 

केंद्रीय मंत्री ने रविवार को आरोप लगाया था कि अमेठी में सम्राट बाईसिकिल कारखाने के नाम पर किसानों की जो 65 एकड़ जमीन ली गई थी उसे राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने सस्ते दामों पर हड़प लिया। इस बीच रुपए में जारी गिरावट पर कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने तंज कसते हुए कहा कि रुपया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली की उम्र से आगे निकल चुका है। क्या अब रुपया गिरकर श्री एल के आडवाणी की उम्र तक पहुंचेगा। इसी तरह से कांग्रेस के एक अन्य नेता ने केंद्र पर निशाना साधते हुए पूछा- 'पहले रुपया लुढ़केगा या सरकार की विश्वसनीयता? 

पाकिस्तान में मौजूद 300 से ज्यादा आतंकवादी भारत में घुसपैठ के लिए तैयार

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लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 300 से ज्यादा आतंकवादी भारत में घुसपैठ के इंतजार में पाकिस्तान में मौजूद हैं। इन आतंकियों को भारत में घुसपैठ करने के लिए ट्रेनिंग देने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 17 से ज्यादा ट्रेनिंग कैंप चलाए जा रहे हैं। यहां पाकिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान की आर्मी इनकी मदद कर रही है। सरकार के सूत्रों ने बताया कि यह जानकारियां उन सबूतों का हिस्सा है, जिसे भारत डोजियर के तौर पर पाकिस्तान को सौंपने वाला था।

खुफिया एजेंसियों और भारत सरकार की तरफ से अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर एक अलग डॉजियर तैयार किया था। इस डोजियर में दाऊद के पाकिस्तान में 9 ठिकानों के बारे में जानकारी भी शामिल थी।

सेवानिवृत्ति आयु सीमा घटाने का पुरजोर विरोध करेंगे- कांग्रेस

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sharmishtha mukherjee
कांग्रेस और राष्ट्रीय केन्द्र सरकार कर्मचारी परिसंघ ने कहा है कि सातवें वेतन आयोग में सेवानिवृत्ति आयु घटाने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध किया जायेगा । दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी और परिसंघ के सचिव आई ए सिद्दीकी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लेकर मीडिया में जो खबरें सामने आ रही हैं, उससे ऐसी आशंका है कि सेवानिवृत्ति आयोग 60 से घटाकर 58 वर्ष कर दी जायेगी । उन्होंने कहा कि सरकार गैर योजना खर्च कम करने के लिये ऐसा कदम उठा सकती है, जिसका कांग्रेस पुरजोर विरोध करेगी। वर्ष 2013-14 में 2 लाख 54 हजार करोड़ रुपये सरकारी कर्मचारियों के वेतन पर खर्च हुए थे जबकि 74 हजार 76 करोड़ रुपये पेंशनधारियों पर व्यय हुए थे। उन्होंने कहा कि यह आशंका इसलिये और प्रबल हो रही है कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की सरकार ने सेवानिवृत्ति आयु सीमा 60 से घटाकर 58 कर दी है। 

कांग्रेस अपनी माँग के समर्थन में प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन की अगुआई में कल जंतर मंतर पर धरना भी देगी। श्री सिद्दीकी ने कहा कि पहले यह होता आ रहा है कि 50 प्रतिशत महंगाई भत्ता होने पर से उसे मूल वेतन में मिला दिया जाता था लेकिन इस वर्ष जनवरी तक महंगाई भत्ता 113 प्रतिशत तक हो चुका है । उन्होंने माँग की कि महंगाई भत्ते को मूल वेतन के साथ मिलाया जाना चाहिए। श्री सिद्दीकी ने कहा कि इससे पहले भी केन्द्र में जब अटल बिहारी वाजपेयी की अगुआई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) की सरकार थी तो 2004 में पेंशन को बंद कर दिया गया था। छठे वेतन आयोग में जीपीएफ को भी 12 प्रतिशत से घटाकर 8 प्रतिशत किया गया था। वर्ष 2004 के बाद से सेवा में आने वाले कर्मचारियों को पेंशन उनके योगदान के जरिये ही मिलती है। 

भारत पश्चिम एशिया और उत्तर अफ्रीका पर ज्यादा ध्यान देगा: सुषमा स्वराज

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मिस्र के पहले दौरे पर पहुंचीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि भारत के राष्ट्रीय हितों के लिए पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका का महत्व बढ़ रहा है और नई दिल्ली करीबी सहयोग और मजबूत साझेदारी के जरिये इस क्षेत्र पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करेगा. भारतीय समुदाय को भारत में निवेश का न्योता देते हुए सुषमा ने कहा कि ‘भारतीय व्यापार मंच’ (आईबीएफ) को ऐसे मंच के तौर पर तैयार किया गया है जो ‘ब्रांड इंडिया’ को बढ़ावा दे और यहां सभी भारतीय कंपनियों के कारोबारी हितों में इजाफा कर सके. सुषमा दो देशों के दौरे के पहले चरण में रविवार को यहां पहुंचीं. यहां से वह मंगलवार को जर्मनी रवाना होंगी.

सुषमा ने यहां भारतीय समुदाय की ओर से बीती रात आयोजित स्वागत समारोह में कहा, ‘खाड़ी के इस क्षेत्र और पश्चिम एशिया एवं उत्तरी अफ्रीका का महत्व हमारे राष्ट्रीय हितों के परिदृश्य में बढ़ रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘यह क्षेत्र न सिर्फ 70 लाख भारतीयों का निवास है, बल्कि यह हमारी ऊर्जा सुरक्षा, संसाधन और निश्चित तौर पर हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अहम है. हम इस क्षेत्र पर ज्यादा ध्यान देना जारी रखेंगे और निकट सहयोग एवं मजबूत साझेदारी स्थापित करना चाहेंगे.’

विदेश मंत्री ने भारतीय समुदाय को देश में निवेश के लिए आमंत्रित किया. उन्होंने व्यापार बढ़ाने और भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि भारत में आर्थिक और राजनीतिक दोनों मोर्चों पर ‘अद्भुत बदलाव’ हो रहा है और नरेंद्र मोदी सरकार देश को ‘नई उंचाइयों’ पर ले जाने को संकल्पबद्ध है.

भारतीय समुदाय से ‘भारत की तरक्की की कहानी’ का हिस्सा बनने की अपील करते हुए सुषमा ने कहा, ‘हम सुशासन, पारदर्शिता, समावेशी और सतत वृद्धि के लिए संकल्पबद्ध हैं और हम सरकार के रूप में तेज आर्थिक विकास के युग में रास्ता बना रहे हैं. हमारे देश में व्यवसाय को लेकर सकारात्मक और आशावादी भावना है.’ विदेश मंत्री ने कहा कि भारत के बारे में सोच और धारणा बदल चुकी है क्योंकि मोदी सरकार ने तीव्र आर्थिक विकास सुनिश्चित करने के लिए पिछले 15 महीनों में ‘इच्छाशक्ति और संकल्प’ दिखाया है.

सुषमा ने विश्व की सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी के साथ विनिर्माण को बढ़ावा देने के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम सहित सरकार की विभिन्न पहलों को रेखांकित किया. उन्होंने कहा, ‘भारत से बाहर, खासकर इस क्षेत्र में, हमारे नागरिकों का कल्याण हमारी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है. हम अपने प्रवासी समुदाय की चिंताओं को दूर करने के लिए सभी साझीदारों के साथ सक्रियता से काम कर रहे हैं.’ विदेश मंत्री ने मिस्र की जेल में 22 और 16 वर्ष काट चुके दो भारतीय कैदियों को भारत वापस भेजने के मिस्र के अधिकारियों के फैसले पर खुशी जताई. उन्होंने कहा, ‘वे अब जल्द घर लौट सकेंगे.’



मोदी ने अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए कदम उठाने के दिये निर्देश

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शेयर बाजार और रुपये में आज हुयी भारी गिरावट की समीक्षा करते हुये अर्थव्यवस्था में मजबूती के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश देते हुये वैश्विक स्तर पर उत्पन्न इस स्थिति को एक अवसर के रूप में देखने की सलाह दी है। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने प्रधानमंत्री के साथ शेयर बाजार और रुपये की स्थिति पर चर्चा के बाद संवाददाताओं से कहा कि श्री मोदी ने स्थिति की समीक्षा की है और अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए और अधिक कदम उठाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत है और भुगतान की कोई समस्या नहीं है। इसके मद्देनजर उन्होंने राहत पैकेज जारी किये जाने की संभावना से इंकार किया। 

वित्त्मंत्री ने बाजार में हस्तेक्षेप किये जाने के जवाब में कहा, “स्थिति पर हम नजर रखे हुये हैं और जब जरूरत होगी तो हस्तक्षेप किया जाएगा। बाजार में उथल-पुथल अधिक दिनों तक जारी नहीं रहेगा और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन काे मिला अभिदान इसका पुख्ता प्रमाण है।” बाजार की स्थिति पर उन्होंने रिजर्व बैंक और पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ चर्चा की है। उन्होंने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती आने की भविष्यवाणी से वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारो में गिरावट आयी है। इसके अतिरिक्त चीनी मुद्रा युआन के अवमूल्यन की वजह से गत 11 अगस्त से रुपया सहित दुनिया की लगभग सभी मुद्राओं पर दबाव बना हुआ है। इसी वजह से रुपया भी लुढक रहा है। 

सरकार घरेलू और विदेशी बाजार पर लगातार नजर रखे हुये हैं। चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती की आशंका से वैश्विक बाजार में आयी सुनामी से आज घरेलू शेयर बाजार में करीब छह फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी। रूपया भी दो वर्ष के निचले स्तर तक लुढ़क गया। श्री जेटली ने इससे पहले सीमा शुल्क, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सेवा कर के मुख्य आयुक्तों एवं महानिदेशकों के दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ करते हुये कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को लेकर की जा रही अटकलबाजी और चीन की मुद्रा यूआन के अवमूल्यन सहित कई कारकों की वजह से वैश्विक बाजार में उथल-पुथल हुई है जिसका असर घरेलू बाजार पर भी देखा जा रहा है। 

इससे पहले श्री जेटली ने कहा कि शेयर बाजार में भारी गिरावट अंतर्राष्ट्रीय कारकों की वजह से हुई है तथा सरकार और रिजर्व बैंक इस पर कड़ी नजर रखे हुये हैं। वैश्विक बाजार में पिछले कुछ दिनों से भारी उथल-पुथल देखी जा रही है, जिसका असर आज घरेलू बाजार में देखने को मिला है। वैश्विक बाजार में विभिन्न कारणों से गिरावट हो रही है जिससे भारतीय बाजार पर भी दबाव बना है, लेकिन इसके लिए घरेलू कारक जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से सुधर रही है और वैश्विक बाजार में स्थिरता आने पर भारतीय बाजार शीघ्र ही सुधर जायेगा। श्री जेटली ने कहा कि सरकार और रिजर्व बैंक इस पर कड़ी निगाह रखे हुये हैं।

'300 आतंकी घुसपैठ का कर रहे इंतजार'

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लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों के करीब 300 आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से भारत में घुसपैठ करने की ताक में हैं। पीओके में आईएसआई और सेना के सक्रिय सहयोग से 17 आतंकवादी शिविर चलाए जा रहे हैं। सरकारी सूत्रों ने सोमवार को बताया कि यह सूचना उस डॉजियर का हिस्सा है, जिसे भारत के नैशनल सिक्युरिटी अडवाइजर अजीत डोभाल द्वारा वार्ता के दौरान पाकिस्तानी एनएसए सरताज अजीज को सौंपे जाने के लिए भारत ने तैयार किया था, लेकिन वह वार्ता ही रद्द हो गई।

सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों के पास आईएसआई और सेना के सहयोग से चल रहे लश्कर, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और कुछ अन्य आतंकी संगठनों के इन 17 शिविरों के बारे में सूचना है। सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसियों ने शिविरों की सटीक स्थिति, हर शिविर में कितने लोग हैं, कौन सा शिविर पाकिस्तानी सेना की किस यूनिट के सीधे निरीक्षण में हैं, के बारे में बिल्कुल सटीक जानकारी जुटाई हैं।

मराठी माउंटेन मैन ने भी पहाड़ी काटकर सड़क बनाई !

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अहमदनगर के गुंडेगांव में शिक्षक रहे 84 वर्षीय राजाराम भापकर ने पिछले 57 सालों में सात पहाड़ियों को काटकर 40 किलोमीटर लंबी सड़क बना डाली। इस चमत्कार के लिए क्षेत्र में वह सम्मानित भापकर को इलाके में लोग प्यार से 'भापकर गुरुजी'कहकर बुलाते हैं। उजले कमीज-पायजामा और गांधी टोपी पहनने वाले भापकर दिखने में एक सामान्य ग्रामीण की तरह ही हैं, लेकिन उनकी इस सादगी के भीतर इस्पाती हौंसला और प्रतिबद्धता है।

सातवीं कक्षा तक पढ़े भापकर ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता के समय गुंडेगांव को आसपास के गांवों से जोड़ने के लिए पेवात (पगडंडी) भी नहीं थी।’’ वर्ष 1957 से 1991 तक जिला परिषद् की स्कूल में काम करने वाले भापकर जब कोलेगांव में काम करते थे तो उनके गांव के लोगों को वहां तक पहुंचने में तीन गांव पार करने पड़ते थे।

सबसे पहले भापकर ने कोलेगांव से डेउलगांव होकर जाने वाले 29 किलोमीटर के रास्ते का छोटा विकल्प पहाड़ काटकर मात्र दस किलोमीटर लंबा कच्चा रास्ता बनाकर किया। उनके साथ काम करने वाले ग्रामीणों को उन्होंने अपनी जेब से पैसा दिया। उस कच्चे रास्ते पर 1968 में एक साइकिल से निकलना भी दुश्वार था। अब इसी रास्ते से बड़े-बड़े वाहन गुजरते हैं। सड़क 1997 में बनकर तैयार हुई। 

महाराष्ट्र के ‘माउंटेन मैन’ ने 7 पहाड़ काटे और बना दी 40 किमी सड़क भापकर ने सरकारी अधिकारियों से 700 मीटर ऊंचे संतोषा पहाड़ी को काटकर सड़क बनाने के लिए कहा था। लेकिन जब कोई सहयोग नहीं मिला तो अपने साहस और प्रतिबद्धता से 57 सालों में उन्होंने 40 किलोमीटर लंबी सड़क बना डाली, जिसके बाद सात सड़कें बनीं जो उनके गांव को आसपास के गांवों से जोड़ती है। 1997 में भापकर ने इस सड़क को मंजिल तक पहुंचा दिया।

इससे पहले देउलगांव से होते हुए कोलेगांव तक 29 किलोमीटर लंबा रास्ता था। भापकर ने पहाड़ी काटकर कच्ची सड़क बनाई, जिससे यह दूरी घटकर महज 10 किलोमीटर रह गई। सड़क के काम में जिन लोगों ने उनका साथ दिया उन्हें उन्होंने अपनी जेब से भुगतान किया। अपने रिटायरमेंट के बाद मिली सारी राशि और पेंशन उन्होंने सड़क निर्माण में खर्च कर दी।

विशेष आलेख : अर्थशास्त्र और धर्मशास्त्र की सियासत में उलझा बीफ निर्यात

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हमारा देश एक विविधताओं से भरा देश है, जहाँ का खान-पान, बोल-चाल, रहन-सहन, पहनावा-ओढावा सब कुछ दुरी के हिसाब से बदलती रहती है | अगर हम खान-पान की बाते करे तो शाकाहारियों और मांसाहारियों के बीच फर्क तो है ही, लेकिन मांसाहारियों के बीच भी अलग अलग प्रकार के खांचे बटे हुए है | भारतीय बाजार के नजरिया से देखा जाय तो बीफ उद्योग और इसका निर्यात बहूत पुरानी बात नही है | हमारे देश में अंतिम दो दशको से इसका प्रभाव काफी बढा है, जिसे एक अच्छी अर्थव्यवस्था की रीढ़ के रूप में भी देखा जा सकता है | वही दूसरी ओर इसे धार्मिक परिपेक्ष में नकारा भी जाता रहा है | इसी धर्मशास्त्र और अर्थशास्त्र की सियासत से कभी कभी राजनितिक सियासत को भी अपनी रोटियां सेकने का मौका भी मिल जाता है | अमेरिका के कृषि विभाग के डेटा के मुताबिक, पांच वर्षो में कई बड़े देशो को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया का नंबर एक देश बना है जिसमे ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया जैसे प्रमुख निर्यातक देश भी शामिल है | 

अगर हम आकड़ो की तरफ नजर गडाएंगे तो पाएंगे कि वित्त वर्ष 2014-15 में भारत ने 24 लाख टन बीफ का मांस निर्यात किया था। वहीं, ब्राजील ने इस दौरान 20 लाख टन और ऑस्ट्रेलिया ने 15 लाख टन बीफ निर्यात किया था। दुनिया में निर्यात होने वाले कुल बीफ में 58.7 फीसदी की हिस्सेदारी इन्हीं तीन देशों की है, जिसमें अकेले भारत 23.5 फीसीदी बीफ निर्यात करता है। पिछले वित्त वर्ष (2013-14) में भारत की भागीदारी 20.8 फीसदी की थी। इस लिहाज से बीफ एक्सपोर्ट में भारत ने प्रगति की है। अगर अर्थव्यवस्था के लिहाज से देखा जाए तो आने वाले समय में रीढ़ की हड्डी साबित हो सकती है उसके पीछे कारण यह है कि भारत में बीफ की खपत, आकर और जनसँख्या के हिसाब से बहूत कम है जबकी यहाँ पर पशुओ का उत्पादन काफी अच्छा है | अगर अनुपयोगी जानवरों से अर्थव्यवस्था को लाभ मिल सकता है और पशुपालन करने वाले किसानो को पूंजी, तो मुझे लगता है मीट निर्यात करने से दिक्कत नहीं होनी चाहिए, क्युकी खाने वाले लोग विदेशों में खाएँगे ही, वो बात अलग है हमारा बाजार किसी और के हाथो में चला जाएगा |

वैश्विक स्तर पर अगर भारत के बाजार को निहारे तो पाएंगे कि भारत मूलतः दक्षिण पूर्व एशिया के देशो जैसे वियतनाम, मलेशिया, फिलिपिन्स देशो को काफी मात्रा में मांस निर्यात करता है, इन देशों में विशेषतौर पर भैंस के मांसों को ज्यादातर पसंद किया जाता है | इसके अलावां भारत, खाड़ी देशो जैसे सऊदी अरब, मिश्र, सिरिया, इराक, इरान, क़तर जैसे देशो को भी निर्यात करते आया है | कुछ अफ्रीका महाद्वीप के देशों जैसे घाना, गैबन, अलोंग, अल्जरिया को भी निर्यात करता रहा है | आज के समय में इसकी मांग निरंतर तेज होती जा रही है |

राजनितिक रोटियां सकने के लिए एक प्रकार का अन्धविश्वास आस्था को लेकर लोगो के बीच फैलाया जाता है जिसमे धर्मशास्त्र का भरपूर इस्तेमाल किया जाता है | लेकिन कुछ ऐसे उदहारण आपको देखेंगे जिसमे बहूत सारी थ्योरी खूंटी पर टंगती नजर आएंगी, जिसमे स्वामी विवेकानन्द जी ने भी बीफ को लेकर आपत्ति नहीं जताई थी | रही बात आस्था की तो, उत्तर पूर्वी भारत को छोड़कर पुरे देश में गौ हत्या पर पूरी तरह बैन है यहाँ तक की कश्मीर में भी | आस्था की वजह से विदेशो में एक्सपोर्ट होने वाली मासों में गौ मांस का निर्यात नियमतः बिल्कुल नही होता | सामान्यतः तीन प्रकार की मीट का निर्यात होता है जिसमे पहला प्रकार भैंसों की मांस का है जो ज्यादातर वियतनाम, थाईलैंड, और मलेशिया जैसे देशो में निर्यात होता है | दूसरे केटेगरी में बकरे और भेंडीयो का मांस आता है और तीसरे प्रकार में पोल्ट्री का मांस आता है जिसे अलग अलग देशो में निर्यात किया जाता है | एक और विडम्बना धार्मिक परिपेक्ष में आता है कि ज्यादातर मुसलमान ही इस तरह का कारोबार करते है, जबकी सच्चाई यह है कि ज्यादातर कंपनियों के मालिक हिन्दू धर्म से सम्बन्ध रखते है |

एक और बात बड़ी ही महत्वपूर्ण यह है कि कई राजनितिक पार्टीयों द्वारा यह दलील यह आता है कि मवेशियों से कई प्रकार से आर्युवैदिक सम्बन्ध और दूध उत्पादन का एक बड़ा जरिया भी है | जानवरों से निकलने वाले प्रोडक्ट को उर्वरक के रूप में भी देखा जाता है | अगर हम कृषि मंत्रालय के आकडे को मिलाएंगे तो पाएँगे कि 2007-2008 में दूध उत्पादन भारत में 10.7 करोड़ टन था वही 2010-2011 में बढ़कर 12.11 और 2011-2012 में 12.80 करोड़ टन हो गया | तो यह कहना बिल्कुल गलत होगा कि मीट निर्यात से दूध उत्पादन पर कोई बूरा असर पड़ा है | उसके पीछे कारण यह है कि एक संस्था है एपीडा जो की किसी कंपनी को मीट निकालने और निर्यात करने के लिए लाइसेंस प्रदान करती है | अगर आप इमानदारी से एपीडा नियम और कानूनों का जायजा लेगे, तो आप पाएँगे कि वहाँ प्रत्येक बातों का बहूत बखूबी ध्यान रखकर बनाया गया है | जिसमे धार्मिक सम्बन्ध कि वजह से गाय के मीट का निर्यात करना एक दंडनीय अपराध है इसपर सख्त कदम भी उठाए गये है जिसमे कंपनियों का लाइसेंस भी रद्द किए जाने का प्रावधान है और जिन बड़े जानवरों का उपयोग किया जाता है वो दुधारू नहीं होनी चाहिए | 

यही नहीं, एपीडा में इस बात की भी पुष्टि की गई है कि सिर्फ उन्ही जानवरों का मांस  उपयोग किया जाता है जिनका किसानों के लिए कोई उपयोग नहीं है और मेडिकली फिट हो जिससे उपभोक्ता के स्वस्थ्य पर बुरा असर न पड़े | पशुओ के निर्ममता का भी बखूबी ध्यान रखा जाता है और पूरी तरह से जांच पड़ताल कर लेने के बाद ही मांस निकालने का काम किया जाता है | ऐसे में मुझे नहीं लगता कि किसानों की बलि चढ़ती नजर आती हो या उनका कोई घाटा हो क्युकी अनुपयोगी पशुओ को बेचने से एक पूंजी उन्हें मिल जाती है जिससे वे नए पशुओ को आसानी से खरीदकर दूध उत्पादन में मदद कर सकते है | इसके अलावां बाईप्रोडक्ट में निकलने वाले हड्डियों का मेडिसिन बनाने के लिए और चमडो का तमाम वस्तुएं बनाने के लिए उपयोग किया जाता है | निकलने वाले ब्लड को मत्स्यपालन करने वाले किसानो के लिए काम आ जाता है जिसे मछलियों को आहार के रूप में दिया जाता है क्युकी उसमे प्रोटीन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है | यही नहीं पर्यावरण को भी ध्यान में रखते हुए उसके बाईप्रोडक्ट्स को डिकोमपोज करने का प्रावधान भी नियम का एक हिस्सा है | 

ये व्यवसाय राजनीती, धर्मशास्त्र और अर्थशास्त्र के समीकरण में बुरी तरह से उलझी हुई है जबकी होना ये चाहिए था कि इसे एक पोटेंशियल के रूप में देखा जाना चाहिए था | मै इसे राजनीती के रूप में इसलिए भी देखता हु क्युकी ये जब बैन किया जाता है तभी उनकी आवाजे उठनी शुरू होती है, जहाँ बैन नहीं है खासकर उत्तरपूर्वी राज्यों में वहाँ बैन करने की मांगे क्यों नहीं उठती क्युकी वर्तमान के वोटों का ध्रुवीकरण ही तमाम पार्टियों का प्राथमिक उद्देश्य रहता है, धर्मशास्त्र तो द्वितीय उद्देश्य में ही आता दिखता है | जबकी होना ये चाहिए, कि इसके लिए एक यूनिफार्म बिल पास करवानी चाहिए जिसमे स्वच्छता और निर्यात के लिए जाँच समिति की गठन करने की मांग की जाए | नए बुचडखानों को तब तक लाइसेंस न दी जाए जब तक पुराने बुचडखानों पर सक्रिय रूप से एपीडा का नियम नहीं लग जाता | मादा भैंसों को काटने पर प्रतिबन्ध और प्रदुषण से सम्बंधित बातो को ध्यान में रखकर कानून सख्त करने वाली जाँच समिति बनाने की मांग करनी चाहिए | हमें सिर्फ कटाक्ष करने के बजाए हल के माध्यम से किसी निष्कर्ष की ओर बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए | 





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गौरव सिंह
वेल्लोर 

स्वाभिमान रैली 30 अगस्त को सफल बनाने में जूटे भाई धर्मेन्द्र

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पटना। मैनपुरा ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया हैं भाई धर्मेन्द्र। सदैव सद्भावना लाने का प्रयास करते हैं भाई धर्मेन्द्र। अपने प्रयास से उन्होंने कुर्जी चश्मा सेंटर मोड़ के पास सर्वधर्म मंदिर का निर्माण करवाया था। जिला प्रशासन के द्वारा निर्मित मंदिर को अतिक्रमण के दायरे में लेकर प्रशासन का हथौड़ा चला दिया गया। इससे विचलित नहीं हुए। पुनः सर्वधर्म मंदिर का निर्माण करवाने लगे। भगेरा आश्रम के बगल में है। कुर्जी चश्मा सेंटर गली से चलकर सीधे सर्वधर्म मंदिर के पास पहुंचा जा सकता है। 

इस समय पूर्व मुखिया भाई धर्मेन्द्र स्वाभिमान रैली को सफल बनाने में जूट गए हैं।कुर्जी मोड़ पर स्वाभिमान रैली का होल्डिंग लगाया गया है। इसमें महागठबंधन के नेताओं को प्रमुखता दिया गया है। बिहार में 15 साल शासन लालू-राबड़ी की तस्वीर है। राजद अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हैं लालू प्रसाद यादव।अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार की भी तस्वीर है। भाई धर्मेन्द्र होल्डिंग लगाने में आगे रहते हैं। पर्व और त्योहारों के अवसर पर भी होल्डिंग लगाते हैं। ईसाई मतावलम्बियों की वार्षिक यात्रा के अवसर पर भी होल्डिंग लगाते हैं। मोकामा की महारानी मां मरियम को श्रद्धा निवेदित करने लोग मोकामा जाते हैं। कई वाहनों का प्रबंध भी करते हैं। न्यूनतम वाहन भाड़ा लेकर तीर्थयात्रा में ले जाते हैं। 
पूर्व मुखिया भाई धर्मेन्द्र ने बीजेपी पर कटाक्ष किया है। ना आया काला धन, ना हुई मंहगाई कम,कहां गया वो दंभ, जिससे तुम भरते थे दम? इस होल्डिंग के माध्यम से रैली को सफल बनाने का आग्रह किया है। लाखों की संख्या में आने का आग्रह किया है। 30 अगस्त 2015 को गांधी मैदान में 11 बजे से स्वाभिमान रैली होने वाली है। 
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