दुबई में रहकर इस्लामिक स्टेट के लिए भारतीय युवकों की ऑनलाइन भर्ती का अभियान चलाने वाली हैदराबाद की आफ्शा जबीन को हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसे शुक्रवार सुबह ही यूएई से भारत प्रत्यर्पित किया गया था।
हैदराबाद की रहने वाली 37 वर्षीय जबीन उर्फ निको जोसेफ सोशल मीडिया पर खुद ब्रिटिश नागरिक बताकर युवकों को बरगलाती थी। उसे पति और बच्चों के साथ भारत लाया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दुबई से तुर्की के रास्ते सीरिया जाने के लिए निकले हैदराबाद के युवक सलमान मोहिउद्दीन की जनवरी में गिरफ्तारी में जबीन का पता चला था और उसे मामले में सह अभियुक्त बनाया गया था।
इसके बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां ने कड़ी मेहनत के बाद अबूधाबी में उसका ठिकाना खोज निकाला और प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे हैदराबाद प्रत्यर्पित कर लाया गया। उसे हैदराबाद एयरपोर्ट से ही हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर अदालत में पेश किया। पुलिस आगे की जांच में जुटी है।
पुलिस के मुताबिक, सलमान ने बताया था कि उसने जबीन उर्फ निकी जोसेफ के साथ कई फेसबुक अकाउंट खोले थे। जबीन ने उसे आईएस में शामिल होने के लिए दुबई बुलाया था। अधिकारियों का कहना है कि दोनों ने कथित तौर पर सोशल मीडिया के जरिये तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार और अन्य राज्यों के युवकों को बरगलाया और जेहाद के लिए आईएस में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
सलमान ने कबूल किया था कि वह अमेरिका में खुद को ब्रिटिश बताने वाली मुस्लिम महिला निकी जोसेफ से मिला था, जो उसने खुद को दुबई की रहने वाली बताया था। वर्ष 2014 में इराक और सीरिया में आईएस के वर्चस्व के बाद सलमान और जबीन ने आईएस की गतिविधियों में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी। दोनों ने छद्म नाम से कई समूह फेसबुक पर बनाए और ऐसे आईएस से आकर्षण रखने वालों को लोगों से संपर्क साधा।
25 युवकों की अब तक हुई पहचान, जो सीरिया जाने के लिए निकले थे
12 राज्यों के साथ केंद्र ने की थी चर्चा आईएस के खतरे पर अगस्त में
11 युवक आईएस में शामिल हुए, जिसमें कथित तौर पर पांच मारे गए
हैदराबाद से कॉलेज की पढ़ाई की
जबीन बचपन में ही दुबई चली गई थी, लेकिन स्कूली शिक्षा के बाद भारत आकर शादान कॉलेज से उसने स्नातक किया। उसने देवेंद्र कुमार उर्फ मुस्तफा से शादी की।