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भाकपा-माले ने प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी, 19 प्रत्याशियों के नाम घोषित

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दरौली-एससी से पूर्व विधायक सत्यदेव राम, रघुनाथपुर से पूर्व विधायक सत्यदेव राम, जीरादेई से इंकलाबी जवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष काॅ. अमरजीत कुशवाहा, सिकटा से पार्टी के राज्य स्थायी समिति सदस्य काॅ. वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता होंगे उम्मीदवार, बिहारशरीफ, ढाका और बाजपट्टी के प्रत्याशियों के नाम की घोषणा तीसरी सूची के साथ.

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पटना 23 सितंबर 2015, भाकपा-माले ने अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है। माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि दूसरी सूची में 19 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की गयी है। इसमें प्रथम चरण के दो सीट बांका व अमरपुर शामिल हैं. जबकि चौथे चरण की 17 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम घोषित किये गये हैं. चौथे चरण की दो सीटों ढाका व बाजपट्टी और दूसरे चरण की सीट बिहारशरीफ के प्रत्याशी का नाम तीसरी सूची के साथ जारी किया जाएगा.

भाकपा-माले की दूसरी सूची में सिवान के दरौली-एससी सीट से पूर्व विधायक सत्यदेव राम को एक बार फिर से पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. काॅ. सत्यदेव राम मैरवां विधानसभा-नए परिसीमन में विलोपित-से दो बार विधायक रह चुके हैं. विगत 2010 के विधानसभा चुनाव में भी वे दरौली से पार्टी के प्रत्याशी थे और वोटों के काफी कम अंतर से उनकी हार हुई थी.

रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने इलाके के चर्चित नेता, राज्य कमिटी सदस्य व पूर्व विधायक काॅ. अमरनाथ यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है. काॅ. अमरनाथ यादव सिवान में आतंक के खिलाफ हुए जंग के प्रखर योद्धा रहे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में वे सिवान संसदीय क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार थे. जीरादेई से इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पार्टी की राज्य कमिटी के सदस्य काॅ. अमरजीत कुशवाहा एक बार फिर से प्रत्याशी बनाए गए हैं. तो सिवान से प्रो. जमील अंसारी और दरौंधा से आइसा नेता काॅ. जयशंकर पंडित को उम्मीदवार बनाया गया है.

सिकटा से पार्टी के राज्य स्थायी समिति के सदस्य व चंपारण के जुझारू नेता काॅ. वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता प्रत्याशी बनाए गए हैं.. वे चंपारण जिले में सामंती इस्टेटों के खिलाफ पहली बार बगावत का बिगुल फूंकने वाले भाकपा माले नेता शहीद कॉ. गंभीर साह की क्रांतिकारी परंपरा को बुलंद करनेवाले खेत मजदूरों और गरीब किसानों के लोकप्रिय नेता हैं. हाल के दिनों में गरीबो के वास भूमि, उचित मजदूरी, वाल्मीकिनगर टाइगर प्रोजेक्ट की आड़ में आदिवासियों के विस्थापन, सड़क निर्माण, बिजली अथवा  गन्ना उत्पादक किसानों के आन्दोलनों का सवाल हो, कॉमरेड वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कई जुझारू आन्दोलन किये है. 

इन उम्मीदवारों के अलावा पार्टी ने वाल्मिकीनगर से विष्णुदव यादव, रामनगर से रामकेश्वर राम, नरकटियागंज से मोख्तार मियां, नरकटिया से दिनेश प्रसाद कुशवाहा, बथनाहा से साधुशरण दास, गायघाट से जितेन्द्र यादव, बोचहां से रामनंदन पासवान, गोपालगंज से विद्या प्रसाद कुशवाहा, भोरे से जितेन्द्र पासवान, हथुआ से श्री राम शर्मा, बांका से रेणु कुमारी और अमरपुर से अमित कुमार शेखर को अपना प्रत्याशी बनाया है.
माले राज्य सचिव ने कहा कि सामंती-सांप्रदायिक कारपोरेटपरस्त भाजपा गठबंधन और अवसरवादी-धोखेबाज जदयू-राजद कांग्रेस के गठबंधन के खिलाफ बिहार के गरीब-गुरबे, महिलायें, अल्पसंख्यक समुदाय के लोग, मजदूर-किसान और छात्र-नौजवान संगठित होने लगे हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव में निश्चित रूप से वाम दलों की एकता बिहार में एक नई राजनीति लेकर आई है, जो नए बिहार के निर्माण का पथ प्रशस्त करेगी.

महाराजा अग्रसेन रोटरी डायग्नोस्टिक एवं रेडियोलोजी सेन्टर का शुभारम्भ आज

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नई दिल्ली (अशोक कुमार निर्भय )। समाजसेवा व चिकित्सा की उत्कृष्ट  मिसाल  महाराजा अग्रसेन हाॅस्पीटल चैरिटेबल ट्रस्ट पंजाबी बाग द्वारा आगामी 24 सितम्बर सायं 5 बजे स्व. श्रीमती राजमन्ती देवी गुप्ता की पुण्य स्मृति में, रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3010 के सौजन्य से महाराजा अग्रसेन रोटरी डायग्नोस्टिक एवं रेडियोलोजी सेन्टर का शुभारम्भ किया जा रहा है। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ. मनोज देसाई (रोटरी इन्टरनेशनल डायरेक्टर 2015-17) अतिविषिश्ट अतिथि पद्मश्री श्री सुशील गुप्ता (ट्रस्टी, द रोटरी फाऊण्डेशन) विशिस्ट अतिथि श्री सुधीर मगला (डिस्ट्रिक्ट गर्वनर रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011) श्री विनोद बन्सल (पूर्व डिस्ट्रिक्ट गर्वनर एवं रोटरी इंटरनेषनल ट्रेनिंग लीडर) डाॅ. सुशील खुराना पूर्व डिस्ट्रिक्ट गर्वनर एवं डी.आर.एफ.सी., विषेश अतिथि डाॅ. एन. सुब्रमण्यम डिस्ट्रिक्ट गर्वनर इलेक्ट श्री रवि चौधरी, डिस्ट्रिक्ट गर्वनर नोमिनी, श्री राजेश गुप्ता पूर्व प्रधान रोटरी क्लब दिल्ली राजधानी, सानिध्य श्री गंगा बिशन गुप्ता मुख्य सलाहकार महाराजा अग्रसेन हाॅस्पीटल चैरिटेबल ट्रस्ट, श्री टेकचन्द गुप्ता मुख्य संरक्षक, महाराजा अग्रसेन हाॅस्पीटल चैरिटेबल ट्रस्ट, डाॅ. सुशील गुप्ता अध्यक्ष महाराजा अग्रसेन हाॅस्पीटल चैरिटेबल ट्रस्ट, भी अपनी महत्त्वपूर्ण उपस्थिति कार्यक्रम में दर्ज करायेंगे। 

कार्यक्रम के आयोजन में वरिष्ठ उपप्रधान सुभाष गुप्ता, महामंत्री अशोक गुप्ता, महामंत्री राजकुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, संयोजक समारोह समिति अशोक गोयल का उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं ।

महागठबंधन में राजद और जदयू प्रत्याशी की सम्पूर्ण सूची

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राजद उम्मीदवारों की सूची :-

लौरिया - रणकौशल प्रताप सिंह, रक्सौल - सुरेश कुमार, सुगौली - ओम प्रकाश चौधरी, नरकटिया - समीम अहमद, हरसिद्धि - राजेन्द्र राम, केसरिया - डा0 राजेश कुमार, मोतिहारी - मनी भूषण श्रीवास्तव, चिरैया - लक्ष्मी नारायण यादव, ढाका - फैजल रहमान, परिहार - रामचन्द्र पूर्वे, सुरसंड - सैयद अबू दुजना, सीतामढी -सुनील कुमार, रूनीसैदपुर - मंगीता देवी, खजौली - सीता राम यादव, विसफी - फैयाज अहमद, मधुबनी - समीर कुमार महासेठ, राजनगर - रामावतार पासवान, झंझारपुर - गुलाब यादव, पिपरा - यदुवंश कुमार यादव, छातापुर - मोहम्मद अकबर अली, नरपतगंज - अनिल कुमार यादव, फारबिसगंज - कित्यानंद विश्वास, वायसी - अबदुस सुबहन, बनमंखी - संजीव कुमार पासवान, बरारी - नीरज कुमार, मधेपुरा - चंद्रशेखर, सहरसा - अरूण कुमार, महेषी - डा0 अब्दुल गफूर, अलीनगर - अब्दुलबारी सिद्दीकी, दरभंगा ग्रामीण - ललित कुमार यादव, दरभंगा - मिट्टठू केडिया, बहादुरपुर - भोला यादव, केवटी - मोहम्मद फराज फातमी, गायघाट - महेश्वर प्रसाद यादव, औराई - सुरेन्द्र कुमार, मीनापुर - राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव, सकरा - लाल बाबू राम, कांटी - मोहम्मद परवेज आलम, बरूराज - नंद कुमार राय, पारू - शंकर प्रसाद, साहेबगंज - रामविचार राय, बरौली - मोहम्मद नेमतुल्लाह, बिहपुर - वरसा रानी, पीरपैंती - राम विलास पासवान, बांका - जाफरूल होडा, कटोरिया - स्वीटी सीमा हेमब्रम, मुंगेर - विजय कुमार विजय, सूर्यगढा - प्रहलाद यादव, हिलसा - अतरी मुनी उर्फ शक्ति सिंह यादव, बख्तियारपुर - अनिरूद्ध कुमार, पटना साहिब - संतोष मेहता, फतुहा - डा0 रामानंद यादव, दानापुर - राजकिशोर यादव, मनेर - भाई वीरेन्द्र, मसौढी - रेखा देवी, पालीगंज - जय बर्द्धन यादव, संदेश - अरूण कुमार
बड़हरा - सरोज यादव, आरा - मोहम्मद नावाज आलम, जगदीशपुर - विष्णु सिंह, शाहपुर - राहुल तिवारी, ब्रह्मपुर - शंभूनाथ यादव, गोपालगंज - रियाजुल हक उर्फ राजू, दारौली - परमात्मा राम, रघुनाथपुर - हरिशंकर यादव, गोरियाकोठी - सत्यदेव प्रसाद सिंह ,बनियापुर - केदार नाथ सिंह, तरैया - मुद्रिका प्रसाद राय, मढौरा - जितेन्द्र कुमार राय, छपरा - रणधीर कुमार सिंह, गरख - मुनेश्वर चौधरी, परसा - चंद्रीका राय, सोनपुर - रामानुज प्रसाद, महुआ - तेज प्रताप यादव, राजापाकड़ - शिवचन्द्र राम, राघोपुर - तेजस्वी प्रसाद यादव, पातेपुर - प्रेमा चौधरी, समस्तीपुर - अख्तरूल इस्लाम साहिन, उजियारपुर - आलोक कुमार मेहता, मोहिउद्दीन नगर - इजया यादव, तेघडा - वीरेन्द्र कुमार, साहेबपुर कमाल - नारायण यादव, बखरी - उपेन्द्र पासवान, अलौली - चंदन कुमार, रामगढ़ - अम्बिका सिंह, सासाराम - अशोक कुमार, नोखा - अनिता देवी, डेहरी - मोहम्मद इलियास हुसैन, काराकाट - संजय कुमार सिंह, अरवल - रवीन्द्र सिंह, जहानाबाद - मुन्द्रिका सिंह यादव, मखदुमपुर - सूबेदार दास, ओबरा - वीरेन्द्र कुमार सिन्हा, बाराचट्टी - समता देवी, बोधगया - कुमार सर्वजीत, बेलागंज - सुरेन्द्र प्रसाद यादव, अतरी - कुंती देवी, रजौली - प्रकाश वीर, नवादा - राजबल्लभ प्रसाद, जमुई - विजय प्रकाश, चकाई - सावित्री देवी 

जदयू ने नालंदा जिले के राजगीर सीट से अभी अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है । उसके कोटे
के शेष 100 उम्मीदवारों की सूची इस प्रकार है :-
बगहा - भीषम सहनी , नौतन - वैद्यनाथ महतो , चनपटिया -एनएन शाही , सिकटा - खुर्शीद आलम , कल्याणपुर - रजिया खातून , पिपरा - अवधेश प्रसाद कुशवाहा, मधुबन - शिवजी राय , शिवहर - शफुरूद्दीन , बाजपट्टी - रंजू गीता , बेलसंड- सुनीता सिंह , बाबू बरही- कपिलदेव कामत , फुलपरास - गुलजार देवी , लौकहा - लक्ष्मेश्वर राय निर्मली - अनिरूद्ध यादव , सुपौल- विजयेन्द्र प्रसाद यादव , त्रिवेणीगंज - वीणा भारती , रानीगंज - अस्मित ऋषिदेव, जोकीहाट - सरफराज आलम , सिकटी - शुत्रध्न मंडल ठाकुरगंज - नौशाद आलम , कोचाधामन - मोहम्मद मुजाहिद आलम , रूपौली - बीमा भारती , धमदाहा - लेसी सिंह , कटिहार - विजय सिंह , बलरामपुर - दुलालचंद गोस्वामी आलमनगर - नरेन्द्र नारायण , बिहारीगंज - निरंजन कुमार मेहता , सिंघेश्वर - रमेश ऋषिदेव , सोनवर्षा - रत्नेश सदा , सिमरी बख्तियारपुर - दिनेश यादव , कुशेश्वर स्थान- शशिभूषण हजारी, गौड़ाबौराम - मदन सहनी , बेनीपुर - सुनील चौधरी , हायाघाट - अमरनाथ गामी , जाले - ऋषि मिश्रा , बोचहा - रमई राम , कुढ़नी - मनोज कुशवाहा , मुजफ्फरपुर - विजेन्द्र चौधरी बैंकुंठपुर - मनजीत कुमार सिंह , कुचायटकोट - अमरेन्द्र कुमार पांडेय , हथुआ - रामसेवक सिंह , सिवान - बब्लू प्रसाद , जीरादेई - रमेश कुशवाहा , दरौंधा - कविता सिंह,  बड़हरिया - श्याम बहादुर सिंह , महाराजगंज - हेम नारायण साह , एकमा - मनोरंजन सिंह , अमनौर - कृष्ण कुमार उर्फ मंटू सिंह , लालगंज -विजय शुक्ला , वैशाली - राज किशोर सिंह उर्फ रसिया , महनार- उमेश कुशवाहा , कल्याणपुर- महेश्वर हजारी , वारिसनगर- अशोक कुमार , मोरवा- विद्यासागर सिंह निषाद , सरायरंजन- विजय कुमार चौधरी , विभूतिपुर-रामबालक सिंह हसनपुर -राजकुमार राय , चेरिया बरियारपुर- मंजू वर्मा , मटिहानी- नरेन्द्र कुमार सिंह , खगड़िया- पूनम देवी यादव , बेलदौर-पन्ना लाल सिंह पटेल , परबत्ता- रामानंद सिंह , गोपालपुर- नरेन्द्र कुमार नीरज , सुल्तानगंज -सुबोध राय , नाथनगर- अजय कुमार मंडल , अमरपुर-जर्नादन मांझी , धोरैया-मनीष कुमार , बेलहर-गिरधारी यादव , तारापुर- मेवा लाल चौधरी , जमालपुर-शैलेश कुमार , लखीसराय - रामानंद मंडल, शेखपुरा-रणधीर कुमार सोनी , अस्थांवा-जितेन्द्र कुमार , बिहारशरीफ- असगर शमीम , इस्लामपुर-चन्द्रसीन प्रसाद , नालंदा-श्रवण कुमार , हरनौत-हरिनारायण सिंह , मोकामा-नीरज कुमार , बाढ़-मनोज कुमार सिंह , दीघा- राजीव रंजन प्रसाद , फुलवारी - श्याम रजक , अगियांव-प्रभुनाथ राम , डुंमराव- ददन सिंह यादव, राजपुर-संतोष निराला , भभुआ - प्रमोद कुमार सिंह , चैनपुर - महाबली सिंह , करहगर - वशिष्ठ सिंह , दिनारा -जय कुमार सिंह , कुर्था -सत्यदेव कुशवाहा , घोसी- कृष्णनंदन वर्मा, गोह - रणविजय कुमार , नवीनगर - वीरेन्द्र सिंह , रफीगंज - अशोक कुमार सिंह , गुरूआ - रामचन्द्र प्रसाद , शेरघाटी - विनोद प्रसाद यादव , इमामगंज -उदय नारायण चौधरी, टिकारी- अशोक कुशवाहा , हिसुआ - कौशल यादव , वारसिलीगंज- प्रदीप कुमार , झाझा-दामोदर रावत 

भाजपा आरएसएस की कठपुतली : येचुरी

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मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्वयं सेवक का कठपुतली बताते हुए आरोप लगाया कि भाजपा देश में हिन्दुत्व को थोपना चाह रही है । श्री येचुरी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा आरएसएस के इशारे पर काम कर रही है और इसी का नतीजा है कि लोगों पर हिन्दुत्व को थोपने की साजिश चल रही है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी आरएसएस के एजेंडे को ही लागू करने में लगे हुए है । उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से इस तरह की साजिश दिखाई भी पड़ रही है । माकपा नेता ने कहा कि सरकारी संस्थाओं का भगवाकरण किया जा रहा है । दो दिन पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण के प्रावधान को लेकर जो बयान दिया है वह भाजपा और आरएसएस की सोंची -समझी हुई रणनीति का ही एक हिस्सा है । उन्होंने कहा कि मंडल आयोग की सिफारिशें जब लागू की गयी थी उस समय भी भाजपा और आरएसएस ने इसका विरोध किया था ।

श्री येचुरी ने कहा कि आरक्षण की व्यवस्था संविधान में की गयी है और इसे कोई समाप्त नहीं कर सकता । उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और जनता दल यूनाईटेड के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने जातीय गोलबंदी के नाम पर सिर्फ लोगों को धोखा दिया है । श्री कुमार ने अपने दस वर्षो के कार्यकाल के दौरान जो लोगों से वादा किया था उसे पूरा नहीं कर सके है ।  माकपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने अमीर दास आयोग और भूमि सुधार आयोग की अनुशंसा को तो लागू नहीं ही किया वहीं गरीबों की हक की रक्षा के लिए बटाईदारी कानून भी नहीं बनाया । श्री कुमार ने अपने कार्यकाल में लोगों से किये गये एक वादे को भी नहीं पूरा किया । उन्होंने कहा कि श्री कुमार के दस वर्षो के कार्यकाल में सात वर्ष भाजपा का भी रहा है । भाजपा ने भी गरीबों के लिए कुछ नहीं किया । श्री यचुरी ने कहा कि भाजपा केवल सत्ता हथियाना चाह रही है और इसके लिए हर हथकंडा अपनाने में लगी हुई है । विधानसभा के चुनाव में भाजपा 10 हजार करोड़ रूपया खर्च कर रही है और यह राशि कहा से आ रही है यह उसे बताना चाहिए । उन्होंने कहा कि बिहार में वामदल तीसरे विकल्प के रूप में उभरकर सामने आयी है और चुनाव में वामदल का बेहतर प्रदर्शन होगा । 

बिहार के चार जिलों में रैली करेंगे हार्दिक पटेल

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पटेल-पटिदार के लिए आरक्षण आंदोलन को लेकर चर्चा मे आये गुजरात के पटेल समाज के नेता हार्दिक पटेल अपने समुदाय की एकजुटता एवं आरक्षण दिये जाने की मांग को लेकर बिहार के चार जिलों में रैली करेंगे । पटेल नवनिर्माण सेना के राष्ट्रीय महासचिव अखिलेश कटियार .प्रदेश के संयोजक राजीव रंजन सिंह और अंजनी कुमार सिन्हा ने आज यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री पटेल बिहार के कैमूर जिले के भभुआ .नालंदा. मुजफ्फरपुर और भागलपुर में रैली करेंगे । राज्य में रैली से पूर्व श्री पटेल नालंदा जिले के अहियापुर गांव जायेंगे जहां के एक युवक की पटना के गांधी मैदान में भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: की रैली के दौरान 27 अक्टूबर 2013 को आतंकियों द्वारा किये गये बम विस्फोट की घटना में मौत हो गयी थी । उन्होंने कहा कि रैली के दौरान मारे गये युवक की न तो प्रतिमा ही गांव में लगायी गयी है और न ही परिजनों को सरकारी स्तर पर मदद ही मिल सकी । 

नेताओं ने कहा कि तय कार्यक्रम के अनुसार श्री पटेल को आज पटना में आना था लेकिन पिछले दिनों गुजरात में हुए आंदोलन के दौरान टेन गांव के मारे गये एक युवक के गांव में शहादत दिवस का आयोजन किया गया था । शहादत दिवस कार्यक्रम में श्री पटेल ने भाग लिया था जिसके बादसे से उनका कोई पता नहीं चल पा रहा है । संगठन के लोगों से भी अभी तक किसी तरह का संपर्क नहीं हो सका है । उन्होंने आरोप लगाया कि श्री पटेल के पिछले 14 घंटे से लापता होने के पीछे गुजरात सरकार की साजिश लगती है । इस संबंध में पुलिस और सामान्य प्रशासन के अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए है । उन्होंने गुजरात सरकार से मांग की कि श्री पटेल के संबंध में किसी तरह की भी जानकारी मिलने पर तत्काल मीडिया को उपलब्ध कराया जाये जिससे की आम लोगों को सही जानकारी उपलब्ध हो सके । 

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर (23 सितम्बर)

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षांति एवं सदभाव की आषा यात्रा का नगर में हुआ ऐतिहासिक मंगल प्रवेष
  • नगर  में हर जगह हुआ संत श्रीएम का आत्मीय स्वागत
  • सदभाव,समानता के सन्देष को लेकर निकली  आषा यात्रा

jhabua news
झाबुआ---षांति और सदभावना के सन्देष को लेकर कन्या कुमारी से कष्मीर तक 7500 किलोमीटर की लंबी पद यात्रा ने बुधवार को नगर प्रवेष किया । मानव एकता मिषन की आषा यात्रा संत श्री एम मानव के नेतृत्व में  निकाली गई है । 18 माहों में देष के 11 राज्यों से होती हुई यह यात्रा कष्मीर में समाप्त होगी ।यात्रा का मुख्य उद्देष्य भारत के विविध भौगोलिक परिदृष्यों को पार करते हुए भिन्न भिन्न समुदायों और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को जोडने में अपनी भूमिका का निर्वाह करेगी । अर्थपूर्ण रूप  से राश्ट्र को भावी पीढियों को सौपने के योग्य बनाने उद्देष्य से किया जारहा है । विभिन्न धर्मो के बीच पारस्परिक सहिश्णुता और सदभाव के अग्रदूत स्वामी विवेकानंद की जन्म षताब्दी के अवसर पर 12 जनवरी 2015 से कन्याकुमारी से आषा यात्रा गांधी मंडप से प्रारंभ हुई है और इसका समापन 2016 में श्रीनगर कष्मीर में होगा । संत श्रीएम के अनुसार इसका मुख्य उद्देष्य आपसी सदभाव, सबकी समानता,धारणीय जीवन पद्धति,नारी सषक्तिकरण, सामुदायिक स्वास्थ्य एवं षिक्षा एवं युवा विकास है । संत श्री एम एक अत्यन्त साधारण जीवन जीते है पर मानवता के उच्च लक्ष्य को समर्पित है । वे मानव एकता मिषन के संस्थापक है । इनके मिषन की मूल अवधारणा है कि रचना, निश्पादन,और क्रियात्मक नेतृव से सही समाज के निर्माण, आषापूर्ण परिवर्तन और संगठित संसार का निर्माण किया जासकता हे । मिषन हर इंसान की जन्मजात अच्छाई का पोशण करता है । इस मिषन का ध्येय वाक्य ही जनम से मानव,चलन से मानव हर कदम मानवता के लिये है । पिटोल- गेहलर,मिण्डल हाते हुए पर सडक मार्ग से  आषा यात्रा के झाबुआ पहूंचने पर उदयपुरिया में काली कल्याण धाम के प्रमुख पर्वतसिंह मकवाना, अभिशेक बिलवाल सहित बडी संख्या में रहवासियों ने संत श्री का पुश्पमालाओं से स्वागत किया । मेघनगर नाके पर महाकांल ग्रुप एवं दिलीपगेट मित्र मंडल द्वारा संत श्री का आत्मीय स्वागत किया तथा पुश्पवर्शा कर अगवानी की । दिलीप क्लब पर जन अभियान परिशद की ओर से तथा काथोलिक मिषन चर्च गेट पर फादर स्टीफन एवं स्कूली छात्रों एवं चर्च परिवार की ओर से माल्यार्पण कर स्वागत किया गया । संत श्री की पैदल यात्रा बसस्टेंड पर पहूंची जहां स्थापित टांटियाभील की प्रतिमा पर संतश्री ने माल्यार्पण किया वही चालक परिचालक संघ एवं बसस्टेंड के व्यापारियों की ओर से उनका माल्यार्पण करके स्वागत किया गया । फव्वारा चैक पर जनअभियान परिशद के कार्यकर्ताओं ने तथा चन्द्रषेखर आजाद मार्ग स्थित चिंतामन गणेष मंदिर परउनका आत्मीय स्वागत हुआ । थांदला गेट पर जिला कांग्रेस की ओर से स्वागत किया गया  तो एकलव्य भवन पर साजरंग संस्था की ओर उनका अभिनंदन हुआ । मेन रोड से होते हुए यात्रा चन्द्रषेखर आजाद की प्रतिमा पर पहूंची जहंा संत श्रीएम ने आजाद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया । आजाद चैक में नीमा समाज, परहित संस्था ने तथा गोवर्धननाथ मंदिर पर भक्तजनों से संतश्रीएम का पुश्पमालाओं से स्वागत किया । नेहरूमार्ग पर सकल व्यापारी संघ एवं राम मंदिर सेवा समिति की ओर से उनका नगरआगमन पर आत्मीय स्वागत सकल व्यापारी संघ के अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, राजेन्द्र यादव,ओम सोनी, निर्मल अग्रवाल, कमलेष पटेल आदि ने किया । राजवाडा चैक पर आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के  पदाधिकारियों एवं सत्यसाई सेवा समिति की ओर स्वागत किया गया । राजमहल में युवराज कमलेन्द्रसिंह एवं नानालाल कोठारी आदि ने संतश्री की अनुवानी कर उनका भव्य स्वागत किया गया । षांति सदभाव की इस आषा यात्रा का नगर में एतिहासिक प्रवेष एवं चलो सब साथ चले, हाथ में हाथ थामें, कदम से कदम मिला कर के उद्देष्य को पूरे नगर ने दृढ संकल्प के साथ अगंीकार कर नगर की गंगा जमुनी तहजिब का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया । यात्रा के आगमन पर विधायक षांतिलाल बिलवाल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, नपा अध्यक्ष धनसिंह बारिया, आषीश भूरिया, सहित बडी संख्या में जन नेताओं एवं गणमान्यजनों ने पैदल यात्रा की अगुवाई कर उनके साथ सहभागिता की ।राजगढ नाके पर मजदूर संघ के बहादूर सिंह मेडा षंभू भाबर आदि ने भी उनका स्वागत किया ।

बच्चे ही विष्व में षांति एवं सदभावना की सुगंध को महकावेगें ।
  • जन्म से मरण तक पूरा जीवन ड्रामे बाजी में जाता है- संत श्री एम

झाबुआ---कन्याकुमारी से कष्मीर तक 7500 किलो मीटर की मानव एकता आषा पद यात्रा का मुख्य उद्देष्य  मानव को मानव के प्रति जोडना, सदभावना पेदा करना तथा पूरे देष में षांति एवं सदभावना की स्थापना करना है । करीब 70-80 लोगों की टीम ने कन्याकुमारी से इसी संकल्प को लेकर पदयात्रा प्रारंभ की है । अभी तक जहां जहां से यात्रा गुजरी ने लोगों का सकारात्मक सहयोग प्राप्त हुआ है । अब तक की गई करीब 3700 किलो मीटर की पद यात्रा से यह समझ मे आया है कि मानव एकता की बात कोई नई बात नही है यह तो भारतीय संस्कृति का एक अनुकरणीय स्वरूप ही है । उक्त सारगर्भित उद्बाद आषा यात्रा के प्रण्ेाता संत श्री एम ने मंगलवार की रात्री को स्थानीय पैलेस गार्डन में स्कूली छात्रों एवं बुद्धिजीवियों की सभा में व्यक्त करते हुए कही । उन्होने आगे कहा कि जब हम भुल जाते है तभी हिंसा होती है । हमारा सन्देष समग्र अहिंसा को स्थापित करना है  । यो तो मानव एकता के बारे में सभी जानते है किन्तु इसे भुलना नही चाहिये । हमारे देष मे अलग अलग जातिया,धर्म एवं आयडियलाजी हो सकती है किन्तु चिज को याद रखा जावे कि हम सभी मानव है । सभी ने मां के उदर से ही जन्म लिया है ।जन्म से मरण तक पूरा जीवन ड्रामे बाजी में जाता है । ऐसे में हमे हिंसा की क्या जरूरत है । इसके मूेल में ही अहिंसा है । संत श्री एम ने आगे कहा की प्रसाद का मतलाब षांति होता है, मुसिल्म जब आपस मे मिलते है तो सलाम कहते है, इसका अर्थ भी षांति है, जैन धर्म काफी पूराना है और अहिंसा परमोधर्म इसकी निंव है । बौद्ध धर्म भी षांति की ओर ले जाता है । महात्मा गांधी ने षांति पूर्ण आन्दोलन करके ही अंग्रेजी सरकार को देष के बाहर निकाला । इस तरह षांति ही सबसे बडा आयुध होता है । उन्होने कहा कि जो व्यक्ति बलषाली होता है,सत्य का आदर करता हे, वही षांति से जीता है । बल वाला भी यदि बल का प्रयोग नही करें तो वह भी षांति का ही एक स्वरूप है । संतश्री ने झाबुआ की जनता की ओर से किये गये स्वागत की प्रसंषा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेष में उनकी 74 दिन की आषा पद यात्रा होगी । प्रतिदिन 18 से 20 किलोमीटर पैदल यात्रा होती है । अब तक की गई यात्रा के असर का प्रभाव दिखाई देने लगा है । अनुभव यह सामने आया है कि छोटे से छोटे गा्रम के लोग भी अब षांति की बात सोचते है । संत श्री एम ने आगे कहा कि षांति सदभावना मानव एकता के बीजों का रोपण विद्याार्थियों में करना चाहते है । मुझे इन पर अधिक भरोसा है । ये ही लोग षांति,सदभावना,एवं मानव एकता के पौधे से एक विषाल वृक्ष के रूप में स्थापित होगें और हमारा बिज बोने का श्रम सार्थक होगा । उन्होने  बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा नाम जो भी किन्तु हम सब एक ही है । वृक्ष बडा होगा  तो इसी छांव में हजारों लोग बैठेगें और षांति अनुभव करेगें । बच्चे ही विष्व में षांति एवं सदभावना की सुगंध को महकावेगें । संत श्री ने आगेआव्हान किया कि आप कही पर भी काम करते हो, आफीस, व्यापार,घर,स्कूल सभी दूर मानव एकता एदभावना का सन्देष पहूंचाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभावें ।इसे पहले घर से पिफर पडौस, मोहल्ले, नगर,जिले,प्रदेष,देष से लेकर विष्वस्तर तक पहूंचोया जासकता है । यह जितना अधिक फैलेगे उतना ही सुखद संसार बन जायेगा । इससे सुख एवं षांति भी विष्व मे प्रवाहित होगी । हमारे देष भारत को मजबुत बनाने के लिये हम सभी को मिल कर काम करने का संकल्प लेना होगा । अपने नाम संत ’एम’ का अर्थ बताते हुए कहा कि हिन्दी में इसका अर्थ ’म’ होता है मनुश्य के प्रथम अक्षर म है। वे केरेल के मुस्लिम परिवार में पैदेा हुआ और उनका नाम  मुमताज अलीखान  भी म से ही है । हिमालय में उनके गुरू जो नाथ संप्रदाय के है ने उनका नाम मधुकरनाथ दिया, ओर सबसे अधिक मानव जाति के लिये काम करने के कारण ही उनका नाम ’संत एम’ हो गया है । उन्होने कहा कि हम सभी सर्वव्यापी ईष्वर के अंष है । चाहे बाह्य रूप  से अलग अलग हो किन्तु अन्दर से सभी एक समान है ।  मै अपने आप को मानव समझता है इसलिये ही श्री एम बना हूं । उन्होने इस अवसर पर उपस्थित बच्चों के प्रष्नों के उत्तर देकर भी उन्हे संतुश्ट किया ।

बाल कल्याण समिति झाबुआ ने गुमषुदा बच्चें को सौपा

jhaqbua news
झाबुआ---गत 21 सितंबर को कोकावद का 8 वर्शीय बालक अखिलेष उर्फ नूरा बस में बैठकर झाबुआ आ गया था। बच्चे के गुम होने को लेकर उसके पिता टिहिया एवं माता नर्मदा काफी परेषान थी खोजबीन करने पर भी उसका पता नही लगा था। बच्चा जब झाबुआ आया तो उसे भटकता देख लोगों ने उसे पुलिस थाने पर सुपुर्द किया और पुलिस थाने ने चाईल्ड हेल्प लाईन झाबुआ को बच्चे के परिजनों की खोज के लिये सुपुर्द किया। हेल्प लाईन वालों ने बच्चे से पूरी जानकारी एकत्रित की व उसके गांव आदि का पता लगाया तथा इसकी सूचना बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष षैलेश दुबे को दी। गुमषुदा बच्चे के पिता का पता लगाकर उसे झाबुआ बुलवाया गया और बुधवार को सायंकाल 4 बजे बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष षैलेश दुबे, भारती परमाार, श्री त्रिवेदी, संजय मिश्रा, बबलू सकलेचा, बाल संरक्षण समिति के अरविंद सिंह, विधि सह परिविक्षा अधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ता सुरेन्द्र मुवेल आदि की उपस्थिति में अखिलेष के पिता टिहिया व माता नर्मदा को सौंपा गया। बच्चे के मिलने पर कोकावद के लोगों सहित पूरे परिवार में खुषी की लहर व्याप्त है।

दिवान के इलाज के लिए एक लाख 60 हजार स्वीकृत

झाबुआ ---राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत श्री दिवान पिता मुनसिंह निवासी ग्राम पिलियाखदान तहसील झाबुआ को एक वाल्व रिपलेसमेंट (बायोप्रोस्टोटिक वाल्व) का इलाज करवाने के लिए 1 लाख 60 हजार रूपये संचालक सिनर्जी हास्पिटल सेक्टर बी 74 सी मेघदूत गार्डन के सामने इंन्दौर को स्वीकृत किये गये है।

मोटरयान चालक परिचालक कल्याण योजना 2015 लागू

झाबुआ---मंत्री परिषद में लिए गए निर्णय के अनुपालन में परिवहन विभाग द्वारा मोटरयान चालक परिचालक कल्याण योजना 2015 लागू की गई है। जिसके अंतर्गत वैध व्यावसायिक परिवहन यान लाइसेंसधारी चालकों तथा परिचालकों जो कि समग्र में पंजीकृत है उन्हें समग्र कल्याण एवं पुनर्वास के उद्देश्य से स्वास्थ्य सुविधाएॅ, कौशल उन्नयन, जीवन बीमा, स्वरोजगार हेतु स्वयं का वाहन खरीदने में मदद करना, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ प्रदान करना तथा राज्य के श्रेष्ठ चालकों को पुरस्कृत करना आदि योजनाओं का लाभ दिलाना उद्देश्य है। इसमें इच्छुक आवेदक अपना पंजीयन समग्र पोर्टल पर करवाने के पश्चात जिला परिवहन कार्यालय में योजना से संबंधित विवरण प्राप्त कर चाही गई योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रस्तुत करे।  कार्यालय से विभिन्न विभागों से समन्वय कर पात्र हितग्राही के प्रस्ताव संबंधित विभागों को भेजकर योजना का लाभ दिलाया जाएगा। योजना की जानकारी परिवहन कार्यालय पटल पर भी चस्पा की गई है। योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशानिर्देश आयुक्त परिवहन द्वारा भी जारी किये जायेगे।

शासकिय भुमि पर शमाशान को लेकर दो पक्षो विवाद

झाबुआ--- जोगडिया पिता बाबू सिंगाड, उम्र 40 वर्ष, निवासी मकोडिया ने बताया कि आरोपी लक्ष्मण रायचन्द्र सिंगाड एवं अन्य 02 निवासीगण मकोडिया ने शासकीय जमीन पर शमशान घाट बनाने की बात को लेकर अश्लील गालियां देकर मारपीट की व जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना थांदला में अप0क्र0 282/15, धारा 294,323,506,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। वही लक्ष्मण पिता रायचन्द्र सिंगाड, उम्र 30 वर्ष, निवासी मकोडिया ने बताया कि आरोपी झीतरा पिता गजा सिंगाड,एवं अन्य 02 निवासीगण मकोडिया ने शासकीय जमीन पर शमशान घाट बनाने की बात को लेकर अश्लील गालियां देकर लकडी से मारपीट की व जान से मारने की धमकी दी। प्रकरण में थाना थांदला में अप0क्र0 283/15, धारा 294,323,506,34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

तालाब किनारे मिला भ्रुण
      
झाबुआ--- अज्ञात महिला द्वारा नवजात शिशु जिसकी उम्र 5-6 माह करीबन मृत अवस्था में पैदा होने पर गुप्त ढंग से जानबुझकर छिपाने के लिये रामगढ तालाब के किनारे पानी में फेंक दिया। जिस पर मर्ग कायम कर जांच की गई। प्रकरण में थाना पेटलावद में अप0क्र0 372/15, धारा 318 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर (23 सितम्बर)

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हितग्राहीमूलक योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन 25 से
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पन्ना 23 सितंबर 15/मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत चन्द्रशेखर शुक्ला द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जनहितकारी हितग्राहीमूलक योजनाओं से लाभान्वित हुए हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन 25 सितंबर से 2 अक्टूबर तक किया जाएगा। भौतिक सत्यापन का यह अभियान ग्राम पंचायत स्तर पर किया जाएगा। इस कार्य की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक तथा सेक्टर उपयंत्री की होगी। यह तीनों निर्धारित अवधि में ग्रामों का भ्रमण कर भौतिक सत्यापन कर निर्धारित प्रपत्र में जानकारी तैयार करेंगे। भौतिक सत्यापन अभियान के लिए जनपद पंचायत क्षेत्र के नोडल अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत होंगे। वे अपनी जनपद पंचायत में चल रहे भौतिक सत्यापन कार्य की प्रतिदिन समीक्षा एवं पर्यवेक्षण की कार्यवाही करेंगे। प्रतिदिन किए गए कार्य का प्रतिवेदन जिला पंचायत कार्यालय को पे्रषित करेंगे।भौतिक सत्यापन के लिए शामिल की गई। योजनाओं में सामाजिक सुरक्षा पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निःशक्त पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या अभिभावक पेंशन, राष्ट्रीय परिवार सहायता, मुख्यमंत्री कन्यादान, मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा, आम आदमी (जनश्री बीमा योजना), 6 वर्ष से बहुविकलांग और मानसिक रूप से अविकसित निःशक्तजन के लिए अनुदान सहायता योजना (500 रूपये प्रतिमाह), मुख्यमंत्री बाल श्रवण, निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन, मुख्यमंत्री निःशक्तजन शिक्षा प्रोत्साहन, इंदिरा आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, कपिलधारा कूप, बीआरजीएफ योजना के निर्माण कार्यो के भौतिक सत्यापन में योजना का नाम, हितग्राही का नाम, योजना में शामिल होने का दिनांक, लाभान्वित होने का दिनांक का विवरण दिया जाएगा। पेंशन एवं अनुदान संबंधी योजनाओं में हितग्राही का नाम, हितग्राही के खाते की स्थिति, हितग्राही को नियमित लाभ होने संबंधी जानकारी यदि सहायता नही मिल रही है तो उसका कारण, सहायता उपलब्ध कराने के लिए की गई कार्यवाही आदि का विवरण दिया जाएगा। इसी प्रकार मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के भौतिक सत्यापन में शाला का नाम, मीनू अनुसार मध्यान्ह भोजन मिल रहा है या नही इसकी जानकारी तिथि सहित भरने के साथ मध्यान्ह भोजन न दिए जाने की सूचना किस दिनांक को किस स्तर से किस स्तर पर भेजी गई आदि की जानकारी निर्धारित प्रपत्र में विस्तारपूर्वक भरी जाएगी। भौतिक सत्यापन के पर्वेक्षण का कार्य संबंधित सेक्टर के पंचायत समन्वयक, अधिकारी करेंगे। इसी प्रकार निर्माण कार्यो का उपयंत्रियों द्वारा किए जा रहे भौतिक सत्यापन का पर्यवेक्षण सहायक यंत्रियों द्वारा किया जाएगा। पर्यवेक्षण अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक एवं उपयंत्रियों द्वारा किए जा रहे भौतिक सत्यापन कार्य की प्रतिदिन ग्राम पंचायत में जाकर पर्यवेक्षण कर प्रतिवेदन जनपद पंचायत कार्यालय में प्रस्तुत करेंगे।

चमक रहित गेंहू के उठाव के निर्देश
पन्ना 23 सितंबर 15/मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत चन्द्रशेखर शुक्ला ने बताया कि असमय ओलावृद्धि के कारण राज्य में रबी की फसलें प्रभावित हुई हैं। जिसमें गेंहू की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। इस कारण शासन द्वारा ओला प्रभावित चमक रहित गेंहू को प्राथमिकता के आधार पर उठाव करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने जिला प्रबंधक एमपी. स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड पन्ना को निर्देश दिए हैं कि प्राथमिकता के आधार पर ओला प्रभावित चमक रहित गेंहू का उठाव करना सुनिश्चित करें। 

वन्य प्राणी संरक्षण संबंधी प्रतियोगिता आयोजित होंगी एक अक्टूबर से
पन्ना 23 सितंबर 15/प्रतिवर्ष पूरे भारत वर्ष में एक अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह मनाया जाता है। इस अवसर पर वन एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण के प्रति सामान्य जनता, छात्र-छात्राओं में जागृति एवं रूचि उत्पन्न करने के उद्देश्य से पन्ना टाईगर रिजर्व के तहत प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। उप संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व डाॅ. अनुपम सहाय ने सभी प्राचार्य, प्रधानाध्यापक, समस्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, केन्द्रीय विद्यालय पन्ना, प्राचार्य डीएव्ही स्कूल मझगवां ने कहा है कि अपने विद्यालय स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित कर प्रथम पांच स्थानों पर आने वाले प्रतियोगियों के नाम 28 सितंबर तक कार्यालय क्षेत्र संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व पन्ना को भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर को वन्यप्राणी संरक्षण से संबंधित डाक्यूमेंट्री फिल्म प्रदर्शन एवं कठपुतली नृत्य का आयोजन गांधी चैक पन्ना में शाम 7 बजे से 9 बजे तक किया जाएगा। इसी प्रकार 2 अक्टूबर को क्विज एवं चित्रकला प्रतियोगिता केवल नवोदय विद्यालय के छात्रों के लिए नवोदय विद्यालय हटा में किया जाएगा। कठपुतली नृत्य एवं डाक्यूमेंट्री फिल्म 3 अक्टूबर को परिक्षेत्र किशनगढ में किया जाएगा। जूनियर कक्षा 6 से 9 एवं सीनियर कक्षा 10 से 12वीं के छात्र-छात्राओं के लिए 4 अक्टूबर को निबंध प्रतियोगिता शा.रूद्र प्रताप उत्कृष्ट उमा.वि पन्ना में आयोजित किया जाएगा। इसी दिन कठपुतली नृत्य एवं डाक्यूमेंट्री फिल्म प्रदर्शन परिक्षेत्र हिनौता में किया जाएगा। क्विज प्रतियोगिता 5 अक्टूबर को शा.रूद्र प्रताप उत्कृष्ट उमा.वि पन्ना में आयोजित किया जाएगा। इसी दिन कठपुतली नृत्य एवं डाक्यूमेंट्री फिल्म प्रदर्शन परिक्षेत्र मडला में किया जाएगा। 6 अक्टूबर को कठपुतली नृत्य एवं डाक्यूमेंट्री फिल्म प्रदर्शन परिक्षेत्र चन्द्रनगर में किया जाएगा। नाटक प्रतियोगिता एवं समापन समारोह 7 अक्टूबर को शा.रूद्र प्रताप उत्कृष्ट उमा.वि पन्ना में आयोजित किया जाएगा। इसी दिन वन्यप्राणी संबंधित डाक्यूमेंट्री फिल्म एवं कठपुतली नृत्य का प्रदर्शन जुगल किशोर जी मंदिर रामलीला मैदान में शाम 7 बजे से 9 बजे तक किया जाएगा। 

रेत खदानों की नीलामी आॅनलाईन, ठेकदारांे का रजिस्ट्रेशन प्रोक्योरमेंट पोर्टल पर होना आवश्यक
पन्ना 23 सितंबर 15/मध्य प्रदेश शासन खनिज साधन विभाग द्वारा गौण खनिज रेत खदानों की नीलामी के लिए आॅनलाईन प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। शासन द्वारा ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल पर समस्त निविदाकर्ताओं द्वारा नीलामी में भाग लिया जाएगा। नीलामी के लिए जिन ठेकदारों को भाग लेना है उनका रजिस्टेªशन प्रोक्योरमेंट पोर्टल पर होना आवश्यक है। जिससे संबंधित व्यक्ति आॅनलाईन प्रक्रिया के तहत बोली में भाग ले सकेंगे। जिन व्यक्तियों का रजिस्ट्रेशन प्रोक्योरमेंट पोर्टल पर नही होगा वह व्यक्ति ई-आक्सन में भाग नही ले सकेंगे। प्रभारी अधिकारी खनिज पन्ना ने बताया कि रजिस्ट्रेशन आईडी है। ठेकेदारों को क्षेत्रीय क्षमता संवर्द्धन केन्द्रों पर निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण केन्द्रों की जानकारी कार्यालय तथा ई-खनिज नोटिस बोर्ड पर दी गई है। ई-आक्सन के संबंध में जानकारी एवं प्रशिक्षण केन्द्र जिला मुख्यालय छतरपुर है जिन व्यक्तियों को ई-आक्सन से संबंधित जानकारी प्राप्त करना है वह राहुल तिवारी मो.नं. 9826845258 एवं रिकेश जैन मो.नं. 9039745702 से प्राप्त कर सकते हैं। ई-आक्सन की विस्तृत जानकारी के संबंध में कार्यालयीन समय में कार्यालय खनिज शाखा से प्राप्त की जा सकती है। पन्ना जिले की रेत खदान मोहाना नं.-1, मझगाय, रामनई, पिपरिया, बडखेराकला, चन्द्रावन नं.-1 की नीलामी एक अक्टूबर को सुबह 11 बजे से एक बजे तक की जाएगी। 

शौचालय निर्माण के लिए राशि जारी

पन्ना 23 सितंबर 15/स्वच्छ भारत अभियान के तहत पात्र हितग्राहियों को शौचालय बना लेने पर 12 हजार रूपये की राशि उनके बैंक खाते में जारी की जाती है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी चन्द्रशेखर शुक्ला ने बताया कि विकासखण्ड पवई के हितग्राहियों को राशि जारी की गई है। ग्राम पंचायत दनवारा के राकेश कुमार सोनी, जवाहर सिंह राजपूत, श्यामसुन्दर तिवारी, रामप्रताप दुबे, साहब सिंह, दीनदयाल आदिवासी, राम स्वरूप दुबे, बडीबहू बसो, मातादीन दुबे, राम सिंह, धनीराम चैधरी, नत्थी बाई, लाल सिंह एवं पुत्तई प्रजापति को राशि दी गई है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत गोल्ही के बीरन सेन, हरीप्रसाद, रमाला रजक, राजाराम पटेल, राकेश शर्मा, महाराज सिंह, फेरन कुर्मी, फेतन सिंह को राशि दी गई है। ग्राम पंचायत कृष्णगढ के रल्ली लोधी, हरगोविंद मिश्रा, गोपाल मिश्रा, भुंदू लोधी, रमेश प्रसाद रजक, रामनिवास शर्मा, राजेश नामदेव, कमलेशकुमार नामदेव, भगिया चैधरी, रामनाथ नामदेव, अवधेश कुमार शर्मा, कोशल्या बाई सिंगरौल, चन्द्रभान सिंगरौल, शिवचरण कुशवाहा, उमा प्रसाद, कुसुम बाई गुप्ता, अर्जुन कुमार कोरी, सूर्यश्याम कोरी तथा जंगी कोरी को राशि दी गई है। ग्राम पंचायत बिल्हा के संतोष सिंह, रामकुमार ढीमर, राजेश कुमार वर्मन, राजवेन्द्र सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, कंछेदी सिंह तथा राजेन्द्र सिंह को राशि दी गई है। ग्राम पंचायत जगदीशपुरा के भगवान सिंह, श्रीलाल आदिवासी, रामनरेश पाठक तथा संतोष कुमार पाण्डेय, ग्राम पंचायत पलोही के वीरेन्द्र सिंह, दुर्ग सिंह, गुना राजा तथा वीर सिंह ठाकुर को राशि दी गई है। ग्राम पंचायत कुपना के जयराम सिंगरौल, कंछेदी लोधी, रामनिवास लोधी, मुगिया बाई लोधी, गीता प्रसाद दहायत, रामभरोसी सेन, सुरेश कुमार तथा राजकिशोर रेले को राशि जारी दी गई है। 

स्वच्छ भारत मिशन की होगी दैनिक समीक्षा

पन्ना 23 सितंबर 15/मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत चन्द्रशेखर शुक्ला द्वारा बताया गया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के क्रियान्वयन मंे तेजी लाने के लिए दैनिक समीक्षा की जाएगी। इसके लिए सहायक यंत्रियों, समस्त उपयंत्री, नोडल अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन तथा खण्ड समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन प्रतिदिन प्रातः 10.30 बजे समीक्षा करेंगे। समीक्षा बैठक में 5 शौचालय प्रति उपयंत्री लक्ष्य आवंटित किया जाएगा। सभी उपयंत्री प्रातः 11 बजे अपने अपने कार्य क्षेत्र में पहुंचकर शौचालय निर्माण का कार्य प्रारंभ कराएंगे। इसी प्रकार शाम 5 बजे प्रतिदिन पूर्ण कराए गए शौचालयों की इन्ट्री पोर्टल पर कराएंगे। उपयंत्रियों के कार्य की सतत निगरानी का दायित्व सहायक यंत्रियों को सौंपा गया है। यहायक यंत्री, उपयंत्री, पंचायत समन्वयक अधिकारी, सचिव तथा रोजगार सहायक आपस में एक कडी के रूप में कार्य करेंगे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी स्तर पर कडी टूटने न पाए। दैनिक एवं मासिक लक्ष्यपूर्ति कराने का दायित्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी नोडल अधिकारी (एसबीएम) तथा खण्ड समन्वयक (एसबीएम) का होगा। अवकाश के दिनों में भी लक्ष्य की पूर्ति सतत रूप से की जाएगी। जिसकी समीक्षा अगले कार्य दिवस को की जा सकती है। इस कडी में किसी भी व्यक्ति द्वारा लापरवाही बरते जाने पर कठोर कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं सहायक यंत्री दैनिक प्रगति की जानकारी से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को अवगत कराएंगे। 

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (23 सितम्बर)

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अब शराब की बोतलों के सिक्योरिटी होलोग्राम की खरीद में  “घोटाले” की तैयारी !
  • टेंडर की शर्तों में नामी कंपनियों को दिखाया बाहर का रास्ता
  • सिक्योरिटी होलोग्राम की बजाय होलोग्राफिक कंपनी को काम
  • एक बड़ी कंपनी की लिखित शिकायत पर कोई एक्शन नहीं
  • तो चार गुना ज्यादा कीमत में होगी सिक्योरिटी होलोग्राम की खरीद 

देहरादून, 23 सितम्बर। एफएल-टू की नई नीति को लेकर चर्चा में रहने वाले आबकारी विभाग एक और घोटाला करने की तैयारी में है। आबकारी विभाग के अफसर मिलीभगत करके सात पैसे में खरीदा जाने वाला सिक्योरिटी होलोग्राम इस बार 28 पैसे में खरीदने का करार करने की तैयारी में है। अफसरों के इस कारनामे से आबकारी विभाग को पिछली साल की तुलना में करोड़ों रुपये ज्यादा खर्च करके होलोग्राम खरीदने होंगे। अहम बात यह है कि इस मामले की शिकायत के बाद भी किसी भी स्तर से कोई कदम नहीं उठाया गया। प्रदेश में बिकने वाली अंग्रेजी या देशी किसी भी तरह की शराब की हर बोतल, अद्धा या फिर पौव्वे पर एक सिक्योरिटी होलोग्राम लगाया जाता है। इसके पीछे मकसद एक तो राजस्व की किसी भी तरह की हानि की संभावना को दरकिनार करना है और फिर शराब की गुणवत्ता पर नियंत्रण भी है। पिछले वित्तीय वर्ष में आबकारी विभाग इस होलोग्राम को सात पैसा प्रति की दर से खरीदता रहा है। इस बार विभाग ने इसी सात पैसे वाले होलोग्राम को तीस पैसे में खरीदने का करार किया है। सूत्रों का कहना है कि अफसरों के इस कारनामे से विभाग को करोड़ों रुपये के राजस्व की हानि होगी। सूत्रों ने बताया कि एक खास कंपनी को यह ठेका देने के लिए अफसरों ने योजनावद्ध ढंग से काम किया। होलोग्राम बनाने वाली एक कंपनी कंटास ने इस पूरे खेल का खुलासा करते हुए शुरू में ही इसकी शिकायत आला अफसरों के साथ ही मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री और नेता प्रतिपक्ष तक से की। इस कंपनी की शिकायत के मुताबिक प्रतिष्ठित कंपनियों को बाहर रखने के लिए टेंडर में वन-सी,डी,ई और एफ शर्तों को बेवजह जोड़ा गया। इससे मौजूदा समय में विभिन्न राज्यों को होलोग्राम सप्लाई करने वाली कंपनियां बाहर हो गईं। इसी तरह टेंडर के बिंदु टू (बी) में जोड़ दिया गया कि शराब बनाने वाली कंपनियां भी सप्लाई कर सकती हैं। ऐसे में सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि होलोग्राम सप्लाई करने वाली कंपनी क्या राजस्व की चोरी नहीं कर सकेगी। शिकायत में कहा गया है कि जिस कंपनी को ठेका दिया जा रहा है वह कंपनी होलोग्राम मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन आफ इंडिया या फिर इंडस्ट्रीरियल होलोग्राम मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन की सदस्य नहीं है। केंद्र सरकार की संस्था एसपीएमसीआईसी भी अपने लिए सिक्योरिटी होलोग्राम इन्हीं दो संस्थाओं की सदस्य कंपनियों से ही खरीदती है। इतना ही नहीं, जिस कंपनी को ठेका दिया गया है,वह कंपनी होलोग्राफिक का काम करती है। यानि कंपनी सजावटी होलोग्राम बनाती है। लेकिन उत्तराखंड के आबकारी विभाग ने उसे सिक्योरिटी होलोग्राम बनाने का ठेका दे दिया है। एक अहम बात यह भी है कि इतने बड़े काम का ठेका देने के लिए विभागीय अफसरों ने प्री-बिड मीटिंग करने तक की जहमत नहीं उठाई। इस शिकायत के बाद अफसरों ने करारा को टाल दिया। दिखाने के लिए टेंडर को निरस्त करने की बात भी की गई। सूत्रों का कहना है कि अब एक बार फिर से अपनी चहेती फर्म को ही सिक्यूरिटी होलोग्राम सप्लाई का ठेका देने की तैयारी कर ली गई है। सूत्रों का कहना है कि इस बारे में जल्द ही आदेश जारी किया जा सकता है। साफ दिख रहा है कि सात पैसे में मिलने वाले होलोग्राम को तीस पैसे में खरीदने से विभाग को करोड़ों रुपये का सीधा नुकसान हो रहा है। इसके बाद भी सरकारी तंत्र इस गंभीर वित्तीय अनियमितता पर मौन साधे बैठा है।

आखिर खनन रोकने की मांग पर क्यों हुए विचलित मंत्री जी
  • गंगा में हो रहे खनन को मातृ सदन ने बताया अवैध
  • परेशान मंत्री ने डीएम से कहलवाया अवैध नहीं खनन
  • मातृ सदन की बात के खंडन को बनाया गया दवाब

देहरादून,23 सितम्बर। हरिद्वार जिले में गंगा को हो रहे खनन का विवाद थमता ही नहीं दिख रहा है। मातृ सदन ने इस खनन को अवैध बताते हुए इसे तत्काल रोकने की मांग की तो एक मंत्री जी बेहद परेशान हो गए। खनन को वैध बताने के लिए अफसरों पर दवाब डाला और जब जिलाधिकारी के हवाले से इस आशय की खबर मीडिया में छपवाने के बाद ही उन्हें शांति मिल सकी। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि खनन बंद करने की मांग पर मंत्री जी अचानक इतना तिलमिला क्यों गए। यह मामला मीडिया और ब्यूरो क्रेसी में खासी चर्चा का विषय बना हुआ है। पिछले दिनों मातृ सदन के स्वामी शिवानंद ने हरिद्वार में गंगा में हो रहे खनन को अवैध बताते हुए इसे तत्काल रोकने की मांग की। इस मांग पर हरिद्वार जिला प्रशासन पर तो कोई खास असर नहीं हुआ। लेकिन एक मंत्री जी बेहद विचलित हो गए। ये मंत्री जी अपनी कार्यशैली को लेकर आए दिन चर्चा में रहते हैं। अपने प्रभार वाले जिले की कोई सुध न लेने के आरोप भी उन पर लगते रहते हैं। खैर यह अलग विषय है। लेकिन मंत्री जी का इतना परेशान हो जाना हैरान जरूर कर रहा है। बताया जा रहा है कि मातृ सदन की मांग समाचार पत्रों में छपने के बाद मंत्री ने जिला प्रशासन के अफसरों से बात की और खनन को वैध बताने वाला बयान जारी करने का फरमान सुना डाला। बताया जा रहा है कि इस बारे में हरिद्वार के जिलाधिकारी एचएस सेमवाल की ओर से एक बयान समाचार पत्रों में छप भी गया। यह बयान केवल हरिद्वार के संस्करण में ही छपा। मंत्री जी को यह रास नहीं आया। जिला प्रशासन पर फिर दबाव बनाया गया कि इस बयान को देहरादून संस्करण में भी छपवाया जाए। अब प्रशासन के अफसर परेशान हो गए। अफसर ने मीडिया को अपना बयान जारी कर दिया। अब समाचार पत्र उसे किस संस्करण में प्रकाशित करे, इसे लेकर कैसे दवाब बनाया जाए। अफसरों ने हाथ खड़े कर दिए। बताया जा रहा है कि मंत्री जी ने इसके बाद मीडिया से ताल्लुक रखने वाले विभाग के अफसरों से संपर्क साधा और हरिद्वार में हो रहे खनन को वैध बताने वाले जिलाधिकारी के बयान को देहरादून के संस्करणों में भी प्रकाशित कराने को कहा। विभाग के अफसरों ने मीडिया के लोगों से संपर्क किया और डीएम का बयान छापने का आग्रह किया। मीडिया के लोगों ने कहा कि मामला हरिद्वार जिले का है और वहां के संस्करण में इसे छापा जा चुका है। ऐसे में देहरादून में इसका प्रकाशन संभव नहीं है। विभागीय अफसरों ने बार-बार दबाव देने पर यह मामला मीडिया में फैल गया। चर्चा इस बात की शुरू हो गई कि आखिर मंत्री जी इतना बेचैन क्यों रहे हैं, हरिद्वार में हो रहे खनन या अवैध खनन में को लेकर उपजी कंट्रोवर्सी को शांत कराने में इतनी रुचि क्यों ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि विभागीय अफसरों का कहना मानकर समाचार पत्र ने हरिद्वार के जिलाधिकारी के बयान को देहरादून संस्करण में प्रकाशित कर दिया। इसमें कहा गया है कि हरिद्वार में खनन निजी जमीन को साफ करने के लिए किया जा रहा है। इसके लिए मंजूरी दी गई है और यह पूरी तरह से वैध है। इसके बाद ही मंत्री जी की बेचैनी खत्म हो सकी।

जबकि मंत्री जी के पास नहीं है खनन महकमा
इस मामले में एक अहम बात यह भी है कि मंत्री जी के पास खनन महकमा नहीं है। वो हरिद्वार जिले के न तो रहने वाले हैं और न ही उस जिले की किसी विधानसभा से विधायक है। इतना ही नहीं मंत्री जी हरिद्वार जिले के प्रभारी भी नहीं है। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब हरिद्वार से उनका कोई सीधा ताल्लुक ही नहीं है तो वहां हो रहे खनन के वैध या अवैध होने से उनकी सेहत पर क्या फर्क पड़ रहा है। मीडिया कर्मी अपने-अपने तरीके से मंत्री जी की बेचैनी की वजह तलाश रहे हैं।

तेजाब पीडि़ता कविता बनायी गयी राज्य महिला सशक्तीकरण की ब्रैंड एम्बेसडर

देहरादून, 23 सितम्बर (निस)। प्रमुख सचिव महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राधा रतूड़ी ने बताया कि मुख्यमंत्री हरीश रावत की घोषणा की क्रम में तेजाब पीडि़ता सुश्री कविता बिष्ट को महिला सशक्तीकरण की ब्रैंड एम्बेसडर घोषित किया गया है। इस संबंध में आज विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिये गये है। श्रीमती रतूड़ी ने बताया कि सुश्री कविता बिष्ट विभिन्न संस्थानों, विद्यालयों एवं स्कूलों में महिला सशक्तीकरण एवं लैंगिक समानता के प्रचार-प्रसार हेतु राज्य सरकार के साथ मिलकर कार्य करेंगी। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा विगत दिनों इस संबंध में घोषणा की गई थी कि तेजाब पीडि़ता कविता बिष्ट को महिला सशक्तीकरण की ब्रैंड एम्बेसडर बनाया जायेगा। 

60 फीसदी हो वायबिलिटी गैप फण्डिंग अनुदान: रावत

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नई दिल्ली, 23 सितम्बर (निस)। स्वच्छता अभियान के तहत पर्वतीय क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन सेक्टर में वायबिलिटी गैप फण्डिंग अनुदान को 20 प्रतिशत से बढ़ाकर कम से कम 60 प्रतिशत किया जाए। शहरी क्षेत्रों में व्यक्तिगत शौचालयों के लिए निर्धारित प्रति यूनिट केन्द्रांश 4 हजार रूपये से बढ़ाकर ग्रामीण क्षेत्रों की भांति 12 हजार रूपये किया जाए। इसी प्र्रकार पर्वतीय शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक शौचालयों के लिए प्रति यूनिट निर्धारित मानक 65 हजार रूपये से बढ़ाकर 1 लाख 25 हजार रूपये किया जाए। बुधवार को नई दिल्ली के नीति आयोग भवन में स्वच्छ भारत अभियान हेतु गठित मुख्यमंत्रियों के उपसमूह की बैठक में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पूर्व की केन्द्र सरकारों द्वारा सम्पूर्ण स्वच्छता प्राप्त करने की दिशा में आधारभूत कार्य कर जमीन तैयार कर दी गयी है। अब आवश्यकता मिलकर तैयार की गयी जमीन पर फसल लगाने की है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि कूड़ा बीनने वालों को संस्थागत रूप से ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन की प्रक्रिया से जोड़कर उनके पुनर्वासन की नितान्त आवश्यकता है। कूड़ा बीनने वालों को किसी गैर सरकारी संस्था के माध्यम से स्थानीय संस्थाओं के साथ रजिस्टर कर उन्हें सरकारी कार्यक्रमों का लाभ दिया जाए तथा गुमनामी एवं गन्दगी से निकाल कर उन्हें स्वच्छ जीवन का अवसर दिया जाए। स्वच्छता मिशन के तहत युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर उत्पन्न करने के लिए आईटीआई में सेनिटेशन ट्रेड प्रारम्भ किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देश का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। जहां वर्ष भर तीर्थयात्रियों एवं श्रद्धालुओं का आना-जाना होता है। अतः स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत ही हरिद्वार, ऋषिकेश व चारधाम यात्रा मार्गांे से गुजरने वाले यात्रियों तथा फ्लोटिंग पोपुलेशन के लिए मार्गों के किनारे एवं धार्मिक स्थलों के समीप यात्री सुविधाएं निर्मित करना आवश्यक है। आंगनवाडी केन्द्रांे पर आने वाले बच्चों के लिए मोबाईल शौचालयों की व्यवस्था की जायंे। स्वच्छ भारत अभियान के लिए संस्थागत ढ़ांचे के संबंध में सुझाव देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि भारत सरकार में कैबिनेट सचिव स्तर पर महत्वपूर्ण विभागों के बीच समन्वय स्थापित किया जाए। प्रत्येक विभाग की भूमिका स्पष्ट हो व स्वच्छता के लिए बजट आवंटन तथा उसका उपभोग भी स्पष्ट हो। स्वच्छ भारत मिशन को सस्टेनेबल बनाने के लिए सुझाव देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि विकेन्द्रीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन की नीति अपनाये जाने की आवश्यकता है। नयी आवासीय परियोजनाओं की स्वीकृति सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट के दृष्टिकोण से स्वनिर्भर इकाई के रूप में दी जाय, तथा उपलब्ध तकनीकों के माध्यम से ‘‘ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन सम्बन्धित आवासीय कल्याण समितियों’’के द्वारा ही किया जाय। उद्योगों के अवशिष्ट को ट्रीटमेंट के पश्चात उद्योगों में ही या कृषि, बागवानी, पार्को के सौन्दर्यीकरण हेतु उपयोग में लाया जाये। औद्योगिक क्षेत्रों की भांति ही उपनगरीय क्षेत्रों में भी डिसेंट्रलाईज्ड वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्वच्छ भारत अभियान के तहत निर्मित किये जायें तथा स्वच्छीकृत जल का कृषि व बागवानी आदि कार्यो हेतु उपयोग किया जाए। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखण्ड राज्य सरकार ने जनपद चमोली तथा बागेश्वर को स्वयं के संसाधनों से वर्ष 2016-17 तक खुला शौच मुक्त करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट रूल्स 2015 में अजैविक कूड़ा पैदा करने वालों पर एक्सटेंडेड प्रोड्यूसर रेस्पोंसिबिलिटी को प्रभावी बनाने हेतु सम्बन्धित को अपशिष्ट प्रबन्धन की जिम्मेदारी दी जाये या लेवी लगायी जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान हेतु मार्गदर्शिका निर्धारण तथा धनराशि आवंटन में राज्यों की भौगोलिक परिस्थितियों को अवश्य ध्यान में रखा जाये। ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के क्षेत्र में वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित पीपीपी के माध्यम से इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के लिए वायबिलिटी गैप फण्डिंग स्कीम का लाभ लिये जाने के सम्बन्ध में सुझाव दिया कि पर्वतीय क्षेत्रों की भौगोलिक परिस्थिति, अत्यधिक परिवहन लागत तथा छितरी आबादी के कारण पीपीपी प्रोजेक्ट में निजी संस्थाओं का रूझान नगण्य है। इसलिए पर्वतीय क्षेत्रों में इसे सफल बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत वीजीएफ अनुदान को 20 प्रतिशत के स्थान पर कम से कम 60 प्रतिशत किया जाये। स्वच्छ भारत मिशन के लिए सतत् वित्तीय संसाधन की व्यवस्था पर बल देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने सुझाव दिया कि विभिन्न वित्तीय संसाधनों के बीच डवटेलिंग की जा सकती है। उन्होंने कहा कि नाॅन बायोडिग्रेडेबल वेस्ट उत्पादकों व हानिकारक रसायनयुक्त द्रव अपशिष्ट छोड़ने वाले उद्योगों पर लेवी लगाई जा सकती है। 

अहंकार में डूबी है प्रदेश की हरीश रावत सरकारः कोश्यारी
  • कहा, राज्य के मुद्दों पर भी सांसदों का सहयोग नहीं लिया जाता

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देहरादून, 23 सितम्बर (निस)। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने प्रदेश की हरीश रावत सरकार द्वारा केंद्र सरकार पर राज्य के बजट में कटौती किए जाने को लेकर लगाए जा रहे आरोप पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अहंकार में डूबी हुई है। कोश्यारी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सांसदों को उनके लोकसभा क्षेत्रों में हो रहे कार्यक्रमों तक में नहीं बुलाया जाता है और नहीं विकास योजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास शिलापट्ट पर ही उनका नाम लिखा जाता है।  बलवीर रोड स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व उनके सहयोगी केंद्र सरकार पर उत्तराखंड की उपेक्षा करने के लगातार आरोप लगा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा केंद्र पर उत्तराखंड को विशेष राज्य का दर्जा न देने, आपदा प्रभावित गांवों के पुनर्वास व अर्द्धकुंभ के लिए बजट न दिए जाने के आरोप पर कोश्यारी ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र पर आरोप लगाकर अपनी खीज मिटा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हर वक्त केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड की उपेक्षा का रोना रोते हैं, जबकि केंद्र सरकार हर वक्त उत्तराखंड की मदद में आगे रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से उत्तराखंड को पहले ही 10 प्रतिशत राशि बढ़ाकर दी गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र की पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के कार्यकाल में राज्य को पांच वर्षों में 15 हजार करोड़ रुपये की ही धनराशि मिली, जबकि मौजूदा केंद्र सरकार द्वारा राज्य को पांच वर्षों के लिए 40 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे। आपदा प्रभावित गांवों के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार द्वारा अभी तक जगह तक चिन्हित नहीं की गई है और केंद्र पर सहायता न करने का आरोप लगाया जा रहा है। राज्य सरकार गांवों के पुनर्वास के लिए जगह चिन्हित करे, केंद्र राज्य सरकार की पूरी मदद करेगा। राज्य सरकार अभी तक पुनर्वासित किए जाने वाले गांवों की सही संख्या तक नहीं बता पा रही है, कभी यह संख्या 345 बताई जाती है तो कभी ढाई सौ के करीब। कोश्यारी ने सीएम हरीश रावत को अहंकारी बताकर प्रदेश सरकार पर जवाबी हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अहंकार में डूबी है। प्रदेश सरकार द्वारा सांसदों को उनके लोकसभा क्षेत्रों में हो रहे कार्यक्रमों तक में राज्य सरकार द्वारा नहीं बुलाया जाता है और नहीं विकास योजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास शिलापट्ट पर ही उनका नाम लिखा जाता है। राज्य के मुद्दों पर भी सांसदों का सहयोग नहीं लिया जाता है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार अर्द्धकुंभ बजट के लिए मुख्य सचिव केंद्रीय वित्त मंत्री से मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि चैदहवें वित्त आयोग में केंद्र ने पंचायतों को 700 गुना अधिक बजट दिया है। पत्रकार वार्ता में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष खजान दास, विधायक पुष्कर धामी, प्रदेश मीडिया प्रभारी उमेश अग्रवाल, सुनील उनियाल गामा, कैलाश पंत, उर्बा दत्त भट्ट आदि मौजूद रहे। 

राज्य में सोलर ऊर्जा के संयंत्र लगायेगा अडानी समूह
  • राज्य में निवेश की संभावनाओं पर किया विचार

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देहरादून, 23 सितम्बर (निस)। अड़ानी ग्रुप के प्रतिनिधिमण्डल ने बीजापुर अतिथिगृह में मुख्यमंत्री हरीश रावत से भेंट कर राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की सम्भावनाओ ंपर विचार विमर्श किया। अड़ानी ग्रुप के अधिकारियों ने बताया कि वे राजस्थान व गुजरात में सोलर पावर के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने उŸाराखण्ड में भी सोलर पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उŸाराखण्ड के तराई क्षेत्र में इसके लिए बड़े स्केल पर भूमि उपलब्ध होना बहुत मुश्किल है। हालांकि पर्वतीय क्षेत्रों में पर्वतीय ढ़ालो ंपर भूमि उपलब्ध हो सकती है। वहां मैदानी क्षेत्रों की तरह सर्दियों में धुंध व कोहरे की समस्या भी नहीं रहती है और धूप भी अधिक तेज रहती है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य में खाद्य प्रसंस्करण विशेष तौर पर फल प्रसंस्करण में बहुत सम्भावनाएं हैं। जिस प्रकार अड़ानी गु्रप हिमाचल प्रदेश में सेब की प्रोसेसिंग में काम कर रहा है उसी प्रकार की सम्भावनाएं उत्तराखण्ड में भी है। यहां के सेब की क्वालिटी हिमाचल प्रदेश से कम नहीं है। अड़ानी गु्रप द्वारा जिस प्रकार पंजाब में उच्च गुणवत्ता के हाई टेक्नीक के खाद्यान्न के स्टोरेज गोदाम बनाए हैं वैसे ही उत्तराखण्ड में भी बनाए जा सकते हैं। उŸाराखण्ड के शिवालिक क्षेत्र की बासमति असली बासमति कही जाती है। यहां के बासमति की महक अलग ही होती है। इस पर भी सम्भावनाओं पर विचार किया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य के आठ जिले पूरी तरह से आर्गेनिक हैं, यहां के उत्पादों का प्रयोग करते हुए खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में यदि प्रस्ताव दिया जाता है तो राज्य सरकार उसमें सहयोग करेगी। उत्तराखण्ड में दूसरे राज्यों की तुलना में निवेश का अधिक माहौल है। अड़ानी गुप के अधिकारियों ने इस पर अनी सहमति जताई। तय किया गया कि इस प्रारम्भिक बातचीत के बाद मुख्य सचिव के स्तर पर विस्तार से विचार विमर्श कर सम्भावनाओं को टटोला जाए। बैठक में सीएम के औद्योगिक सलाहकार रणजीत सिंह रावत, मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव डा.उमाकांत पंवार, सहित राज्य सरकार व अड़ानी गुप के अधिकारी मौजूद थे। 

अधिकारों के लिए महिलाओं को जागरूक होना जरूरी: ह्दयेश

नैनीताल, 23 सितम्बर (निस)। आॅल इंडिया वूमेन्स कांफ्रेंस की अर्द्ध वार्षिक सभा को सम्बोधित करते हुए वित्त मंत्री इंदिरा हृदयेश ने कहा कि महिलाओं को जागरूक होकर अपने अधिकारों को हासिल करना होगा साथ ही समाज की असहाय व निर्बल महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने के लिए आगे आना होगा। यह विचार उन्होंने वार्षिक सभा में  बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। विक्रम विंटेज होटल में महिलाओं के अधिकारों को लेकर तीन दिवसीय सेमीनार का श्रीमती इंदिरा हृदयेश व राष्ट्रीय अध्यक्ष बीना कोहली द्वारा द्वीप प्रज्जलित कर शुभारंभ किया। कान्फे्रस को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि महिलाएं समाज का महत्वपूर्ण अंग है। इनके बिना मानव समाज के भविष्य की कल्पना नही की जा सकती है इसके बावजूद महिलाओं को समय-समय पर तमाम तरह की बुराईयों से जूझना पड़ता है। इतना ही नही महिलाओं को कमजोर समझ कर उन्हें प्रताडि़त किया जाता है। वर्तमान में महिलाओं के अधिकारों के लिए तमाम तरह के कानून व अन्य सुविधाएं मौजूद है लेकिन महिलाएं उनका लाभ नही उठा पा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण जागरूकता की कमी है। इसके लिए महिलाओं को खुद जागरूक होकर आगे आना होगा। वर्तमान समय में संसद समेत तमाम मंचों से महिलाओं के आरक्षण की बात तो की जाती है लेकिन अमलीजामा नही पहनाया जाता है। चाहे शिक्षा हो या फिर स्वतंत्रता, इसके लिए आज भी महिलाओं को जुझना पड़ रहा है। रात के समय में महिलाएं महानगरों में तमान सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद भी सुरक्षित नही है। आये दिन महिलाओं के साथ दुराचार जैसी घटनाएं बढ़ रही है। जो शर्म की बात है। सेमीनार को वूमेन कांफ्रेंस की राष्ट्रीय अध्यक्ष बीना कोहली ने सम्बोधित करते हुये कहा की कान्फे्रस की स्थापना 1927 हुई है इसकी 520 शाखाऐं पूरे भारत में हैं। उन्होंने महिला कान्फे्रस द्वारा स्वास्थ, फैमली, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, के क्षेत्र मंे महत्वपूर्ण कार्य किये गये हैं उन्होंने इस अद्र्ववार्षिक कान्फे्रस का मुख्य उद्देश्व विगत 6 माह किये कार्याें का अनुश्रवण व आगे कार्य किये जाने हेतु विचार विमर्श करना है। ए0आई0डब्लू0सी0 जिला अध्यक्ष सरिता आर्या ने सभी का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलम्भी बनाने के साथ ही सशक्त बनाना ए0आई0डब्लू0सी0 का उद्देश्य हैं। उन्होंने कहा कि पुरूष सामाज द्वारा हमेशा महिलाओं के अधिकारों का हनन किया है। कार्यक्रम को प्रदेश अध्यक्ष राकेश धवन, शान्ति मेहरा, मन्जू कोटलिया, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बीना जैन, डा. मनोरमा भावा, आशा गंभीर, अमरेश्वरी मोरला, आदि ने भी सम्बोधित किया। कान्फे्रस में देश के विभिन्न राज्यों की लगभग 130 महिलाएं प्रतिभाग कर रही है। संचालन प्रो. नीता बोरा ने किया। इस मौके पर मुन्नी तिवारी, अशिता शर्मा, शीला काफड़, खष्टी बिष्ट, उमा पढालनी, शशि खंडेलवाल, बीना पांडे, भावना नौलिया, अमिता साह, पदमा सांगुड़ी, वंदना पांडे, ज्योति साह, विश्ना साह, छाया सक्सेना समेत अन्य सदस्य मौजूद थी।

महिला आयोग अध्यक्षा ने सुनी महिला उत्पीड़न की शिकायतें

रूद्रपुर, 23 सितम्बर (निस)। राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा सरोजनी कैन्त्यूरा ने आज विकास भवन सभागार में विभिन्न मामलों की जन सुनवाई की। जन सुनवाई शिविर में श्रीमती कैन्त्यूरा ने महिलाओं के उत्पीड़न से सम्बन्धित आयोग में दर्ज विभिन्न शिकायतों को गम्भीरता से लिया तथा पीडि़त महिलाओं को आश्वस्त किया कि आयोग महिलाओं के हितों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्व है। आज जन सुनवाई शिविर में जो शिकायतें दर्ज हुई, उनका मौके पर ही निस्तारण भी किया गया। जनसुनवाई शिविर के दौरान श्रीमती कैन्त्यूरा ने कहा कि महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित कई मामले आयोग को प्राप्त हुए हैं, किन्तु सबसे अधिक शिकायतें जनपद उधमसिंह नगर से प्राप्त हुई हैं। शिकायतों की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए आयोग द्वारा पहली अदालत रुद्रपुर में आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि महिला आयोग यहां समस्याओं के निस्तारण के लिए उपस्थित हुआ है जो सभी समस्याओं का निस्तारण करने के उपरान्त ही यहां से प्रस्थान करेगा। उन्होंने कहा कि परिवार में घरेलू उत्पीड़न,कन्या भ्रूण हत्या, दहेज उत्पीड़न,महिला षोशण व अन्य अत्याचार को रोकने के लिए महिला आयोेग तत्पर हेै लिहाजा महिलाओं को भी चाहिए कि यदि उत्पीड़न से सम्बन्धित कोई मामला उनसे सम्बन्धित है अथवा उनके संज्ञान में हो तो वे उसकी शिकायत आयोग में लिखित रुप में अवश्य दर्ज करवायें। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वह उत्पीडन व अत्याचार को सहन न करें, क्योंकि अत्याचार को सहन करना भी अत्याचार को बढावा देना है। उन्होंने स्पश्ट किया कि आयोग की मंशा है कि समाज को जागरुक करने के लिए युवाओं का भी सहयोग लिया जाये। श्रीमती कैन्त्यूरा ने कहा कि आयोग के तत्वाधान में शीघ्र ही ऐसे शिविरों का आयोजन किया जायेगा जिसमें युवक युवतियों को कानूनी व सांस्कारिक विवाह पद्वति व उनके महत्व की जानकारी दी जायेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं के उत्पीडन को रोकने के लिए सिडकुल क्षेत्र, शिक्षण संस्थानों, चिकित्सीय क्षेत्रों व अन्य संस्थानों में जहां महिला कर्मचारी कार्यरत रहती है, में महिला सुरक्षा समिति गठित की जाये। उन्होंने कहा कि आज शिविर में दोनों पक्षों को लेकर सुनवाई कर समस्याओं का निदान किया जा रहा है और आगामी 24 सितम्बर तक यह क्रम जारी रहेगा। शिविर में सदस्य सचिव राज्य महिला आयोग सुजाता, एडवोकेट दयाराम सिंह, उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला, पूर्व जिला महासचिव शर्मिला सिरौही, पूर्व चैयरमेन न0पा0मीना शर्मा, दीपक चैधरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी ललिता वर्मा, डीपीओ सरोज टम्टा, सहित पुलिस विभाग से कुमकुम समेत अन्य अधिकारी व विभिन्न तहसीलों से आई हुई महिलाएं मौजूद थी। 

विद्यार्थियों को दिया माॅक ड्रिल का प्रशिक्षण

अल्मोड़ा, 23 सितम्बर (निस)। उत्तराखण्ड राज्य अपनी भौगोलिक परिस्थितियों के कारण आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है विद्यालयों में इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन कर विद्यार्थियों में जागरुकता पैदा करनी होगी जिससे आपदाओें के प्रति संवेदनशीलता को कम किया जा सकता है। यह बात अपर जिलाधिकारी/प्रभारी अधिकारी दैवीय आपदा प्रकाश चन्द्र ने जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र के सहयोग से जनपद अल्मोड़ा के राजकीय इन्टर कालेज लोधिया में आयोजित  भूकम्प एवं अग्नि सुरक्षा से बचाव के लिए माॅक ड्रिल प्रशिक्षण का आयोजन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राजकीय इन्टर कालेज लोधिया एवं राजकीय बालिका इन्टर कालेज, अल्मोड़ा में पहले चरण का शुभारम्भ किया जा रहा है। अपर जिला अधिकारी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र का यह प्रयास सराहनीय है तथा इस हेतु उन्हे जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जायेगा। इससे पूर्व माॅक ड्रिल के शुभारम्भ पर आपदा न्यूनीकरण एसं प्रबन्धन केन्द्र के तकनीकी प्रबन्धक भूपेन्द्र भैसोड़ा एवं तकनीकी सहायक घनश्याम द्वारा विद्यार्थियों को आपदाओं तथा उनके स्वरुपों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी तथा माॅक ड्रिल की प्रासंगिकता के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी द्वारा विद्यालय स्तरीय आपदा प्रबन्धन समिति तथा विद्यालय में खोज एवं बचाव दल, प्राथमिक चिकित्सा दल आदि के गठन एवं उनके कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को स्ट्रेचर बनाना, प्राथमिक चिकित्सा देना, खोज एवं बचाव में प्रयुक्त होने वाले उपकरणों के बारे में बताया गया। विद्यार्थियों को आपदाओं के समय कक्षा कक्षों के अनुसार प्रत्येक कक्षा हेतु बनायी जाने वाली निकासी योजना के बारे में भी बताया गया तथा निकासी योजना को चार्ट पर तैयार कर उसे कक्षा में टांगने हेतु भी प्रेरित किया गया जिससे कि नये आने वाले विद्यार्थी भी उसके बारे में जान सकें। प्रशिक्षण के उपरान्त विभिन्न कक्षाओं द्वारा भूकम्प के समय उत्पन्न होने वाली स्थिति में किये जाने वाले त्वरित प्रतिवादन का अभ्यास किया। माॅक ड्रिल में आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र के मुख्य प्रशिक्षक आलोक वर्मा, अजय चैधरी, दीपेश सिंह, रविन्द्र सिंह मेर, कुन्दन सिंह, गोधन सिंह का सहयोग रहा। इस अवसर पर राजकीय इन्टर कालेज लोधिया के प्रधानाचार्य अनिल पन्त, राजकीय बालिका इन्टर कालेज की प्रधानाचार्या सावित्री टम्टा, नन्दा सिंह दशौनी, प्रेम चन्द्र जोशी, कमलेश्वरी प्रसाद तिवारी, प्रकाश सिंह मेहरा, राजेन्द्र सिंह खड़ायत, डा0 जानकी लोहनी, श्रीमती अंजलि शर्मा, कुन्दन राम, विशन सिंह बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

सहकारिता की भावना को आगे बढ़ाने की जरूरत: कुंजवाल

अल्मोड़ा, 23 सितम्बर (निस)। ऋण जमा अनुपात में वृद्वि के साथ ही सहकारिता के सिद्वान्तों को हमें ग्राह्य करना होगा। यह बात प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल ने आज जिला सहकारी बैंक के 45वें वार्षिक अधिवेशन के अवसर पर कही। श्री कुंजवाल ने कहा कि आर्थिक रूप से तरक्की के लिए हमें सहकारिता की भावना को आगे बढ़ाना होगा साथ ही उन्होंने स्वयंसहायता समूहों के माध्यम से इस सहकारिता आन्दोलन को आगे बढ़ाने की बात कही। उन्होंने विकासखण्ड स्तर पर कार्यशालायें आयोजित कर सहकारिता से जुड़े लोगो को प्रशिक्षण देने की बात कही। ऋण देने के साथ ही उसकी वसूली पर भी हमें ध्यान देना होगा तभी बैंक तरक्की कर पायेगा मिनी बैंकों को हमें सशक्त बनाना होगा। इस अवसर पर उन्होंने सोसायटियों की स्थिति पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि हम सब को इसकी स्थिति को आगे बढ़ाना होगा तभी हम आगे बढ़ पायेंगे। बैंक में कर्मचारियों की कमी पर उन्होंने कहा कि इसके लिए सहकारिता मंत्री से वे स्वयं बात करेंगे ताकि बैंकों का काम अधिक हो सके। रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशानुसार ही यह बैंक काम करते है इसलिए उनके नियमों का पालन भी हमें करना होगा। उन्होंने कहा कि दुग्ध समितियों को भी सहकारिता से जोड़ना होगा ताकि यह सहकारिता आन्दोलन और अधिक उन्नति कर सके। इससे पूर्व उन्होंने आज जिला सहकारी बैंक में वीडियों कान्फ्रेसिंग हाल, बैंक की वेबसाईट, का लोकार्पण किया और कहा कि सूचना क्रान्ति के इस दौर में एक कदम आगे बढ़कर बैंक ने अनुसरणीय काम किया है जिसके लिए बैंक के सभी लोग बधाई के पात्र है। जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रशान्त भैसोड़ा ने कहा कि वर्ष 2013-14 में बैंक की निजी पूॅजी 468.64 लाख रू0 थी, जो वर्ष 2014-15 में बढ़कर 4218.42 लाख रू0 हो गयी इस प्रकार वर्ष 2014-15 की निजी पूॅजी में 49.98 लाख रू0 की वृद्वि हुई। विगत वर्ष ए0जी0एम0 न होने के कारण बैंक का लाभ वितरण नहीं हो पाया था, जिस कारण निजी पूॅजी में वृद्वि कम दर्शित रही। उन्होंने कहा कि लाभांश वितरण होने पर बैंक की निजी पूॅजी में 576.96 लाख रू0 की वृद्वि होनी है जो कि बैंक के प्रति जनता के विश्वास का परिचायक है। वर्ष 2009 में वर्तमान तक बैंक द्वारा समितियों के माध्यम से उनके क्षेत्र के सहकारी समितियों के सदस्यों को उनकी माॅंग के अनुरूप सहकारी सहभागिता योजना के अन्तर्गत 5.00 से 5.50 प्रतिशत की दर से फसली ऋण, मध्यकालीन ऋण, उर्वरक, जड़ी-बूटी, कृषिकरण के लिए कृषि ऋण उपलब्ध कराये जा रहे है साथ की विविधिकरण योजना के अन्तर्गत व्यक्तिगत ऋण भी वितरित किये गये। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बैंक द्वारा टिकाऊ उपभोक्ता सामग्री के क्रय हेतु ऋण सुविधा 3.00 लाख रू0 से बढ़कर 5.00 लाख रू0 एवं कैश क्रेडिट ऋण वेतनभागी कर्मचारियों को 5.00 लाख रू0 से 10.00 लाख रू0 एवं वेतनभोगी समिति के माध्यम से 3.00 लाख रू0 तक ऋण सदस्यों को उपलब्घ कराया जा रहा है। इस अवसर पर संसदीय सचिव मनोज तिवारी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा अधीनस्थ चयन आयोग के सदस्य दीवान भैसाड़ा, वन पंचायत सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष धमर सिंह मेहरा ने कहा कि सहकारिता आन्दोलन को मजबूत करने के लिए हम सभी को आगे बढ़कर कार्य करना होगा। इस अवसर पर अनेक बैंक प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे और उसका निदान करने की बात कही। बैंक के सचिव एवं महाप्रबन्धक पी0के0एस0 फत्र्याल ने बैंक की गतिविधियों पर प्रकाश डाला और विश्वास दिलाया कि बैंक प्रतिनिधियों के जो भी सुझाव आयेंगे उनका गम्भीरता से पालन किय जायेगा साथ ही जो समितियाॅ कमजोर है उनको सशक्त बनाने का काम किया जायेगा। जिला निबन्धक सहकारिता सी0एस0 पांगती ने कहा कि जहाॅ पर मिनी बैंकों के भवन नहीं है उन भवनों हेतु जिला योजना में प्रस्ताव रखा जा रहा है ताकि वे सुविधा सम्पन्न हो सके। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी डा0 आशीष कुमार श्रीवास्तव, उप निबन्धक सहकारिता ए0के0 शर्मा, सहायक निबन्धक सहकारिता सी0एस0 पांगती, नाबार्ड के प्रबन्धक बी0एस0 बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पार्वती मेहरा, नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, दुग्ध संघ अध्यक्ष दीप डाॅगीं, ब्लाॅक प्रमुख/कांग्रेस अध्यक्ष पीताम्बर पाण्डे, प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह, संचालक विरेन्द्र सिंह, पान सिंह फत्र्याल, हर्ष कनवाल, श्री प्रकाश सिंह, प्रमोद रावत आदि उपस्थित थे।

महिला से छेड़छाड़ व हमले का आरोपी गिरफ्तार 

देहरादून, 23 सितम्बर (निस)। विकासनगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ढकरानी में एक युवक ने घर में घुसकर महिला से छेड़छाड़ की। जब इसका विरोध किया गया तो युवक ने लोहे की रॉड से हमला कर महिला के पति व ससुर को घायल कर दिया। पुलिस छेड़छाड़ व हमले के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना गत रात की है। ढकरानी में टिंकू नाम का युवक सचिन के घर में घुस गया। वहां कमरे में सचिन की पत्नी को अकेले देखकर उससे छेड़छाड़ करने लगा। इसी बीच महिला ने शोर मचा दिया। महिला के शोर मचाने पर दूसरे कमरे से उसका पति सचिन व ससुर पूरन आ गए। मौका पाकर आरोपी भागने लगा, इसी बीच सचिन व उसके पिता ने आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया जो उसने लोहे की राॅड से हमला कर दिया। दोनों को घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विकासनगर में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलने पर दरोगा विनय गुसाईं मौके पर पहुंचे, महिला की तहरीर पर युवक के खिलाफ जानलेवा हमले के प्रयास व छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। टिंकू पहले भी छेड़छाड़ के मामले में जेल जा चुका है।   

पेट्रोल भरवाते वक्त बाइक में लगी आग

देहरादून, 23 सितम्बर (निस)। देहरादून-हरिद्वार बाईपास पर पेट्रोल पंप में पेट्रोल भरवाते वक्त बाइक में आग लग गई। अचानक हुए इस हादसे से पेट्रोल पंप में हड़कंप मच गया। वहीं बाइक पूरी तरह जलकर खाक हो गई। 
जानकारी के अनुसार नवीन पुत्र त्रिलोक निवासी रोहिना टिहरी आज बाईपास स्थित पेट्रोल पंप पर अपनी पल्सर बाइक में पेट्रोल भरवा रहा था। तभी बाइक में अचानक आग गई। बाइक सवार तेजी से बाइक से उतर गया। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता बाइक ने तेज आग पकड़ ली और धूं-धूं कर जलने लगी। इससे वहां मौजूद लोग घबराकर इधर-उधर भागने लगे। पेट्रोप पंप कर्मियों ने आग बुझाने वाले उपकरण से बाइक की आग बुझाई, लेकिन तब तक बाइक पूरी तहर से जल चुकी थी। हादसे में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

दिशा विहीन रावत सरकार निकाल रही जनता का दम - महाराज

देहरादून, 23 सितम्बर (निस) । पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सदस्य भाजपा राश्ट्रीय कार्यकारिणी सतपाल महाराज ने आज एक बयान में कहा कि उŸाराखण्ड की रावत सरकार ने आपदा ग्रसित राज्य की जनता का दम निकालने पर लगी हुई है। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री के रेट दस हजार से बढ़ा कर सीधा 27 हजार कर उन्होंने जनता पर बोझ डाला है। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग अपने सर पर छत के लिए मेहनत से पैसे जोड़ कर 25 या 50 गज के घर बनाते हैं, ऐसे में दरें बढ़ाना उन पर बोझ डालना है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री महाराज ने आगे कहा कि एक ओर तो लीज होल्ड से फ्री-होल्ड करने के लिए कोई व्यापक योजना अभी तक नहीं बनाई गई। लीज होल्ड वालो के लिए कोई ऐसी स्कीम सरकार नहीं लाई कि वे किस्तों में पैसा दे अपना घर फ्री-होल्ड करवा लें, दूसरी ओर रजिस्ट्री दर बढ़ा कर सरकार ने तो जनता की कमर तोड़ दी है। आपदा प्रभावितों को तो अभी तक घर मिले नहीं है। विस्थापन व पुनर्वास की नीति नहींे बनी है परन्तु दरें बढ़ा कर जनता को पीसा जा रहा है। भाजपा राश्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सतपाल महाराज ने कहा कि हाल ही में रावत सरकार ने पैट्रोल व डीजल पर वैट बढ़ाकर जनता पर बोझ डाला और अब रजिस्ट्री की दर बढ़ा कर सरकार ने सभी हदों को पार कर दिया है। उन्होंने कहा कि न जाने आगे और कितने ऐसे तुगलकी फरमानों द्वारा जनता पर बोझ डाला जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह जनता के प्रति असंवेदनषील सरकार दषा व दिषा विहीन है जो जनता को पीस रही है।

स्वामी दयानंद सरस्वती को आश्रम ले जाया गया

ऋषिकेश, 23 सितम्बर (निस) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती को आज शीशमझाड़ी स्थिति उनके आश्रम में लाया गया। स्वामी दयानंद सरस्वती की सेहत काफी समय से नासाज चल रही थी। उनका हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में उपचार चल रहा था। स्वामी दयानंद सरस्वती को पिछले छह दिन से आइसीयू में रखा गया था, जहां उन्हें नियमित डायलसिस दिया जा रहा था। स्वामी दयानंद सरस्वती ने जीवन का आखिरी समय अपने आश्रम में बिताने की इच्छा जाहिर की थी। गहन विचार-विमर्श के बाद आश्रम के सदस्य आज उन्हें आश्रम ले गए। आश्रम में स्वामी को चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया है। उनके दर्शन को बड़ी संख्या में संत, अनुयायी और श्रद्धालु आश्रम पहुंच रहे हैं।

38 तीर्थयात्रियों को बद्रीनाथ धाम के दर्शन को किया रवाना 

पिथौरागढ़, 23 सितम्बर (निस) । हमारे बुजुर्ग हमारे तीर्थ योजना के अंतर्गत आज बद्रीनाथ धाम के दर्शन को जा रहे कुल 38 तीर्थ यात्रियों को प्रभारी जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर प्रभारी जिलाधिकारी ने जिला पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिये कि उक्त तीर्थ यात्रा हेतु जनपद को 1200 तीर्थ यात्रियों को यात्रा कराये जाने हेतु शासन द्वारा जो लक्ष्य जनपद को दिये गये हैं उक्त लक्ष्य की पूर्ति हेतु अब लगभग 2 माह अवशेष रह गये हैं। इस हेतु सप्ताह में 2 से अधिक तीर्थ यात्री दल को यात्रा हेतु भेजा जाये। उन्होंने विभाग को निर्देश दिये की आगे जाने वाले तीर्थ यात्री दल के प्रत्येक यात्री का एक परिचय पत्र अवश्य बनाया जाये तथा उक्त सम्पूर्ण यात्रियों का विवरण भी कार्यालय के एक पंजिका में रखा जाये ताकि अधिक सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि सप्ताह में जनपद से अधिक तीर्थ यात्री दलों को भेजे जाने हेतु मार्ग में आवश्यक व्यवस्था आदि हेतु वह स्वंय गढ़वाल मण्डल विकास निगम से वार्ता करेंगे। इस अवसर पर नवागंतुक जिला पर्यटन अधिकारी भगवती प्रसाद टम्टा ने अवगत कराया कि हमारे बुजुर्ग हमारे तीर्थ योजना के अन्तर्गत जनपद को कुल 1200 तीर्थ यात्रियों को तीर्थ यात्रा कराये जाने का लक्ष्य दिया गया हैं वर्तमान तक 363 तीर्थ यात्रियों द्वारा यात्रा पूर्ण कर ली गयी हैं। आज के तीर्थ यात्री दल में कुल 38 तीर्थ यात्री जिसमें 26 महिलाये, 12 पुरूष तथा 2 गाइड चालक परिचालक सम्मीलित हैं। यात्री दल में सबसे अधिक आयु के पुरूष तीर्थ यात्री में भगवती प्रसाद पाण्डेय 80 वर्षीय निवासी खड़कोट तथा सबसे अधिक 80 वर्षीय महिला तीर्थ यात्री ग्राम सुवाकोट वड्डा समिल हैं। इस मौके पर प्रबंधक कु०म०वि०नि० दिनेश गुरूरानी समेत तीर्थ यात्री आदि उपस्थित थे।

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर (23 सितम्बर)

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने पूजा अर्चना की

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान बुधवार को अल्प प्रवास पर विदिशा आए। यहां उन्होंने अपने फार्म हाउस में उद्यानिकी फसलोें का जायजा लिया। इसके पश्चात् रंगई स्थित श्री बाढ़ वाले गणेश मंदिर में पहुंचकर सपत्नी पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने श्री बाढ़ वाले गणेश मंदिर में चल रही अखण्ड रामायण में शामिल होकर दोहा चैपाईयों का गायन किया। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिकए कलेक्टर श्री एमबी ओझाए पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

प्रगति धरातल पर दिखे.प्रभारी मंत्री श्री राजपूत

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प्रभारी मंत्री श्री रामपाल सिंह राजपूत ने आज विदिशा जिले में क्रियान्वित हितग्राहीमूलक योजनाओं की समीक्षा की। खासकर कृषिए उद्यानिकी और पशु चिकित्सा विभाग के माध्यम से क्रियान्वित योजनाओं पर उन्होंने जोर दिया। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने इन विभागों के अधिकारियों से कहा कि विभागीय योजनाओं की प्रगति धरातल पर दिखे कागजों तक सीमित ना रहें। उन्होंने आत्मा परियोजना के तहत गठित होने वाली जिला एवं खण्ड स्तरीय समितियों के कार्यकाल और अंतर्राज्यीय कृषक भ्रमण दल की सूचियोें की जानकारी विधायकों को उपलब्ध नही कराने पर असंतोष जाहिर करते हुए पृथक से बैठक आहूत करने के निर्देश दिए है।कलेक्टेªट के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में विधायक सर्वश्री सूर्यप्रकाश मीणाए श्री गोवर्धन उपाध्यायए श्री कल्याण सिंह ठाकुरए श्री वीर सिंह पंवार और निशंक जैन के अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरन सिंह दांगी समेत समस्त जनपदो और निकायों के अध्यक्ष के अलावा कलेक्टर श्री एमबी ओझाए पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेन्द्र चैधरी और विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि जिन किसानों की फसले क्षतिग्रस्त हुई है उनका सर्वे कार्य शीघ्र कर आरबीसी के प्रावधानों के तहत उन्हें राहत राशि वितरित करने की कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा उन्हें फसल बीमा का भी लाभ दिलाया जाएगा। उन्होंने जिले में नकली खाद के भण्डारण और विक्रय की प्राप्त शिकायतों की जांच कर संबंधित विक्रेताओं के लायसेंस निरस्त करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार जिले में कृषि योजनाओं के प्रचार.प्रसार और किसानों की समस्याओं से अवगत होने के उद्धेश्य से ग्रामों में भ्रमण किए गए कृषि क्रांति रथ की क्रास मानिटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में मृदा परीक्षण भवन के लिए आवश्यक भूमि शीघ्र उपलब्ध कराए जाने के भी निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि किसानो के लिए आगामी रबी फसल के बीज और खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने जिले में यूरिया के भण्डारण के संबंध में अद्यतन जानकारी प्राप्त की। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने निर्देश दिए कि कृषि विभाग का खण्ड स्तरीय अमला की जानकारी एवं उनके मोबाइल नम्बरों की सूची जनपदो के सूचना पटल पर चस्पा की जाए। उन्होंने इस दौरान विदिशा जनपद पंचायत की अध्यक्ष रामदेवी रंधीर सिंह से जनपद में पदस्थ कृषि अमले के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होेंने कहा कि कृषि अमला जनपद अध्यक्ष के सतत सम्पर्क मंे बना रहें। प्रभारी मंत्री श्री राजपूत ने पशु चिकित्सा विभाग के माध्यम से दुग्ध उत्पादन में किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए और अधिक प्रयास करने की अपेक्षा जाहिर की। उन्होंने उद्यानिकी क्षेत्र के रकवा को बढाने के निर्देश दिए। जिले में अधिक से अधिक पाॅली ग्रीन हाउस का निर्माण कराया जाए पर बल दिया। बैठक में स्वास्थ्य एवं सड़क निर्माण कार्यो की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि प्रभारी मंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावो का संबंधित विभाग शीघ्र अमल कर आशातीत प्रगति को परलिक्षित करेगा। 

उत्तर प्रदेश : खामी छिपाने के वास्ते आस्थावानों पर बरसी लाठी

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जी हां, धर्म एवं आस्था की नगरी काशी में 22 सितम्बर की आधी रात को जिस सलीके से प्रशासन ने आस्थावानों पर लाठियां बरसाई, उसे कहीं से जायज नहीं कहा जा सकता। माना प्रशासन ने जो कुछ भी किया वह हाईकोर्ट आदेश के अनुपालन में था, लेकिन प्रतिमा विसर्जन का विवाद एक-दो दिन में नहीं उपजा था। हफतों-महीनों नहीं बल्कि सालों से यह विवाद बना हुआ है। पिछले साल भी कुछ इसी तरीके की समस्याएं आई थी। तो फिर सवाल यही है कि जब सब कुछ जानकारी में था तो उसे समय रहते क्यों नहीं सलटा लिया गया। और अगर सुलझा था तो फिर उलझा कैसे? का जवाब प्रशासन को देना ही होगा। हो जो भी हालात तो यही बता रहे है प्रशासन ने बुर्जुग पुजारियों, पंडितों व आस्था से जुड़े युवकों पर लाठियां बरसाकर अपने मकसद में भले ही कामयाब हो गयी, लेकिन जो चिंगारी सुलगाई है वह इतने आसानी से बुझ जायेगी, इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता। इस मसले को दुर्गापूजा से पहले सलटाना ही होगा। वरना आने वाले दुर्गापूजा पर इसके गंभीर परिणाम होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता। फिरहाल, प्रशासन को इस तथ्य की गंभीरता को भी समझने की जरुरत है कि दो दिनों बाद मुस्लिम बंधुओं का त्योहार बकरीद है। ऐसे में सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बनाए रखना भी हमारी ही जिम्मेवारी है। 

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हो जो भी लेकिन हालात बता रहे है कि जिला प्रशासन उच्च न्यायालय की सख्त हिदायत के बाद भी गणोश प्रतिमा के विसर्जन में स्वविवेक का प्रयोग करने में पूरी तरह विफल रही। गंगा में विसर्जन न हो, इसके लिए बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए प्रतिमा विसर्जन करने वालों को रोका गया। हफ्तेभर पहले ही उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में खास तौर पर काशी के जिला प्रशासन को स्वविवेक पर मूर्ति विसर्जन के फैसले का अधिकार दिया था। इसके बावजूद प्रशासन सिर्फ और सिर्फ अपनी जिद बनाएं रखने के लिए स्वविवेक का इस्तेमाल करने क े बजाय सैकड़ों आस्थावानों पर लाठियां बरसाई। कहा जा रहा है प्रशासन की ओर से शांति बनाएं रखने की अपील के बजाय जबरन आनन-फानन विश्व सुंदरी घाट पर तालाब बनवाया और उसमें गंगा का पानी भरवाया। जबकि आंदोलनरत आस्थावान प्रशासन की बात मानने को बिल्कुल तैयार नहीं थे। प्रशासन की रोक के विरोध में गणेश पूजा समिति, संत समाज, हिंदू युवा वाहिनी ने बनारस बंद का आह्वान किया था। तनावपूर्ण माहौल में बंदी सफल भी रहा। यहां जिक्र करना जरुरी है कि काशी मराठा गणेश उत्सव समिति सोमवार की शाम 6 बजे गंगा में गणेश प्रतिमा के विसर्जन के लिए दशाश्वमेध घाट जा रही थी। गंगा में मूर्ति विसर्जन को लेकर जिला प्रशासन ने गोदौलिया चैराहे के पास ही मूर्ति को रोक दिया। पुलिस के रोकते ही समिति से जुड़े सैकड़ों लोग और अन्य नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। महंत बालक दास ने बताया भारत साधु-संतों का देश है। आज की सरकार संतों को पिटवा रही है। यह शर्मनाक घटना है। 

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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि पुलिस ने धोखे से लोगों को पीटा है। कोर्ट के आदेश का पालन करवाने के लिए भक्तों के साथ तालिबानी तरीका अपनाया गया है। यह बात नासिक कुंभ तक जाएगी। मामले को लेकर मणिकर्णिका पर शवदाह करीब एक घंटे तक रोका जाना प्रशासन ने लाखो-करोड़ों आस्थावानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। काशी की गौरवशाली संस्कृति व परंपरा को अक्षुण्ण रखते हुए प्रतिमाओं का विसर्जन हर हाल में गंगा में ही किया जाना चाहिए। सनातनधर्मियों के लिए गंगा, मां हैं। मां के प्रति हर मन में श्रद्धा का भाव है और उनके हित का ख्याल रखते हुए प्राकृतिक सामग्रियों से ही प्रतिमाओं को आकार देने की परंपरा भी है। इनके विसर्जन से यदि गंगा प्रदूषित होती हैं तो तालाब-कुंडों को भला कैसे अलग रखा जा सकता है। गंगा की अविरलता के लिए टिहरी के बंधन से उन्हें मुक्त करने की बजाय लोगों का ध्यान हटाने की साजिश की जा रही है। कोर्ट के फैसले का सम्मान है लेकिन इसकी आड़ में प्रशासन बरगलाने से बाज आए। 

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प्रशासन को विसर्जन-निस्तारण का अंतर समझना होगा। गंगा में 350 एमएलडी सीवेज का निस्तारण किया जा रहा है। वहीं पवित्र प्रतिमाओं के गंगा में विसर्जन से रोका जा रहा है। वह भी तब जबकि मिट्टी पानी में घुल जाती है और पुआल-बांस, मल्लाह निकाल ले जाते हैं। इसमें रंग भी प्राकृतिक ही होते हैं फिर भला आपत्ति कहां और क्यों है। सनातनधर्मियों की भावना से जुड़े इस मामले में कोर्ट को वस्तु स्थिति बतानी चाहिए। देव आवाहन, पूजन और गंगा में विसर्जन की हमारी परंपरा रही है। सदियों से सनातन धर्मी यही करते भी आ रहे हैं। उद्देश्य यह की प्रकृति से जो लिया, उसमें ही मिल जाए। देव प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर प्रशासन द्वारा वितंडा खड़ा करना ठीक नहीं। उसे जनभावनाओं का ख्याल रखते हुए ही कोई निर्णय लेना चाहिए जिससे किसी की आस्था न आहत हो। प्रशासन उच्च न्यायालय के फैसले की मनमानी व्याख्या कर रहा है। उसे गंगा के पास अस्थायी कुंड की व्यवस्था के लिए भी कहा गया था। नीयत ठीक होती तो इस दिशा में भी समय से प्रयास किए गए होते। प्रतिमा पंडाल से बाहर आ गई तो अब हमारी परंपराओं को भंग करने का दबाव बनाया जा रहा है। इस तरह की प्रवृत्ति से समझौता करना सनातन धर्म के लिए ठीक नहीं है। शास्त्रीय परंपराओं के अनुसार विसर्जन गंगा में ही किया जाएगा। इसमें ही सनातन धर्म का मान और सम्मान है। 

फिरहाल, गणोश प्रतिमा विसर्जन रोके जाने के बाद पिछले 24 घंटे से ऊहापोह का दौर जारी है। तनावपूर्ण माहौल में पुलिस भी किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में बनी हुई है। हालांकि इस मसले को लेकर सुगबुगाहट प्रायः पूरे शहर में रही और हर शख्स इसकी अपने-अपने ढंग से व्याख्या कर रहा था। इस प्रकरण ने शहर के हृदयस्थल पर ही सारी गतिविधियों पर विराम लगा रखा था। अफवाहों का भी बाजार गरम था। रह रहकर भगदड़ भी मचती रही। विसर्जन को लेकर कायम जिच का समाधान निकालने के लिए पुलिस प्रशासन के लोग लगातार प्रयास करते देखे गए। लेकिन मामला ढाक के तीन पात ही रहा। पूजा समितियों से राय-मशविरा कर सहमति बनाने की बजाय एक तरफा निर्णय थोपने की कवायद हुई। इस मामले में कोलकाता को नजीर के तौर पर देखा जा सकता है। कोलकाता में गंगा घाटों पर दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर पिछले कुछ वषों से एहतियात बरता जा रहा है। खासकर कोलकाता नगर निगम व अन्य निकायों की ओर से। विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से दुर्गा प्रतिमा बनाने वालों को लेड रहित रंग का इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया गया। ताकि प्रतिमा से रंग निकल कर गंगा के पानी में घुलने से प्रदूषण न हो। कलकत्ता हाइकोर्ट की ओर से गंगा में प्रतिमा विसर्जन को लेकर पर्यावरणविद् सुभाष दत्ता द्वारा दायर जनहित याचिका पर कुछ गाइड लाइन दी गई थी। जिसमें गंगा में प्रतिमा विसर्जन होने के साथ ही स्थानीय निकायों को प्रतिमा को बाहर करना होगा। कुछ पूजा आयोजक खुद से गंगा में प्रतिमा को डूबोने के बाद बाहर निकाल कर किनारे में रख देते हैं जहां से निगम के लोग उसे उठाकर ले जाते हैं। कुछ सामाजिक संगठन भी इस दिशा में कार्य करते हैं। कोलकाता में 16 गंगा घाटों पर दुर्गा व काली प्रतिमाओं का विसर्जन होता है। लेकिन दुख है कि धार्मिक, सामाजिक मान्यताओं व परंपराओं को शासन-प्रशासन अपनी जागीर बनाने की कोशिश कर रहा है। गंगा किनारे धड़ल्ले से चल रही टेनरियों, छपाई कारखानों और रसायन फैक्टियों से आंख मूंदे पड़ा प्रशासन हर साल बस सनातन परम्परा पर हथौड़ा चला कर उसे तोड़ने की कोशिश करते दिखता है। मूर्तियों में प्रयोग होने वाली मिटटी और खपच्ची प्रदूषण रहित वस्तुएं हैं। ऐसी कई वस्तुओं को गंगा अपने प्रवाह में सिल्ट के रूप में बटोरते हुए चलती हैं। 




(सुरेश गांधी)

हिंदी फिल्म लाखों हैं यहाँ दिलवाले को किस्मत फिल्म के निर्माता का नोटिस मिला।

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मुन्नवर भगत की हिंदी फिल्म लाखों हैं यहाँ दिलवाले जिसमे एक नहीं बल्कि ग्यारह पुराने सदाबहार गीत हैं ,वो मुश्किल में आ गए हैं। पुरानी किस्मत के निर्माता ने उन्हें नोटिस भेज दिया है गाने के एन  ओ सी के लिए। मुन्नवर भगत ने सारेगामा से सारे गाने का लिखित एन  ओ सी लिया है पर किस्मत का निर्माता उनसे पैसे मांग रहा है। ऐसे में मुन्नवर को परेशानी हो रही है। 

फिल्म में वीजे भाटिया ,कृतिका गायकवाड़ ,आदित्य पंचोली काम कर रहे हैं। फिल्म ४ सितम्बर को रिलीज़ हो चुकी है पर किस्मत का निर्माता मुन्नवर से गाने को इस्तेमाल करने  १० लाख रूपये मांग रहा है। 

हज यात्रियों की भगदड़ में 14 भारतीयों समेत 117 हाजियों की मौत

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ऊदी अरब के मक्का शहर के मीना में हजयात्रियों की भगदड़ में 14 भारतीय हाजियों की मौत हो गई और 13 घायल हो गए है। जेद्दा में भारतीय हज मिशन ने आज इसकी जानकारी दी। भारतीय हज मिशन से प्राप्त सूचना के अनुसार मृतकों में नौ गुजरात, दो तमिलनाडु, दो झारखंड और एक महाराष्ट्र के हज यात्री हैं। घायलों में लक्षद्वीप, असम, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, बिहार, ओडिशा, केरल और उत्तर प्रदेश के एक-एक हाजी, जबकि पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर के दो-दो हाजी शामिल है।

सऊदी अरब में सालाना हज यात्रा के दौरान मीना में कल शैतान को पत्थर मारने की रस्म के समय मची भगदड़ में 717 लोगों की मौत हो गई और 800 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। वहीं, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमनेई ने सऊदी अरब के मक्का शहर के मीना में हज के दौरान भगदड़ मचने से 717 लोगों की मौत के लिए वहां की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। खमनेई की वेबसाईट पर जारी बयान के मुताबिक सऊदी सरकार को इस दुखद घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिये। यह भगदड़ वहां की कुप्रबंधन और अव्यवस्थाओं की वजह से हुआ। ईरान के तसनीम और फार्स संवाद समिति के मुताबिक इस भगदड़ में लगभग 125 ईरानी नागरिकों की मृत्यु हुई है। इस आपदा पर आधिकारिक शिकायत दर्ज करने के लिए तेहरान ने सऊदी अरब के उपराजदूत को तलब किया।

सरकारी सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक शैतान को कंकड़ मारने की रस्म के लिए जमारात जा रहे लोगों की भीड़ अचानक बढ़ गई जिसके बाद यह हादसा हुआ। यह घटना जमारात को जाने वाले दो रास्तों को जोड़ने वाले स्थान पर हुई। आंध्र प्रदेश के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आबिद रसूल खान ने बताया, मेरे शिविर में करीब 400 हज यात्री थे। वे सभी सुरक्षित हैं लेकिन मैं कुछ लोगों को फोन कर अन्य लोगों की खैरियत के बारे में पूछ रहा हूं। भारतीय हज मिशन के चिकित्सकों को मीना और मक्का के विभिन्न अस्पतालों में तैनात किया गया है ताकि यह पता किया जा सके कि कितने और भारतीय हताहत हुए हैं। विदेश विभाग के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, जेद्दा में हमारा दूतावास भगदड़ के बाद स्थिति पर नजर रख रहा है।

नागरिक प्रशासन के अफसरों ने बताया, राहत एवं बचाव कार्यों के लिए चार हजार लोग जुटे हैं। इसके अलावा 220 एंबुलेंस भी हैं। हादसे की जगह दो चिकित्सा दल भेजे गए हैं। हमारी टीमें हज यात्रियों को सुरक्षित रास्तों से ले जाने के लिए मौके पर मौजूद हैं। सऊदी अरब में गुरुवार को ही बकरीद का पर्व भी था, ऐसे में इस हादसे ने कई घरों में मातम फैला दिया। गुरुवार को हज का भी आखिरी दिन था। बता दें कि हज यात्रा इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक महत्वपूर्ण स्तंभ है जिसे हर उस मुसलमान के लिए जीवन में कम से कम एक बार करना जरूरी है, जो सक्षम है।

श्रीनगर में ईद की नमाज के बाद भड़की हिंसा, 3 अलगाववादी नेता नजरबंद

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जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शुक्रवार को पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे लहराए गए। यहां ईदगाह इलाके में बकरीद की नमाज के बाद भीड़ ने पुलिस और सिक्युरिटी फोर्सेस पर पथराव किया। इसके जवाब में पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इस हिंसक प्रदर्शन में कई लोगों के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि भीड़ में शामिल कुछ लड़कों ने भारत विरोधी नारेबाजी भी की।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने बकरीद के मौके पर ऐसी घटनाओं की आशंका जताई थी। इसे लेकर कुछ अलगाववादी नेताओं को नरजबंद भी किया गया था। इसके अलावा, सोशल साइट पर बीफ बैन के विरोध में किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए राज्य में 25 सितंबर सुबह 5 बजे से 26 सितंबर रात 10 बजे तक सभी इंटरनेट सर्विस पर रोक लगाई गई है। गुरुवार को सरकार की हाई लेवल मीटिंग के बाद कश्मीर के डीजीपी ने सभी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को यह आदेश जारी किया। बीजेपी-पीडीपी सरकार को आशंका है कि बकरीद के मौके पर इंटरनेट और सोशल मीडिया से बीफ बैन के विवाद को हवा मिल सकती है।

मुंबई आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद अपने संगठन जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा के लिए पैसा जुटा रहा है। इसके लिए वह बकरीद पर कुर्बानी के बाद मवेशियों की खालों को इकट्ठा करने के लिए सीमा के करीब के गांवों में अपने आदमियों को तैनात कर चुका है। इन खालों को बेचकर मोटी रकम कमाई जाती है। एजेंसियों ने इस बारे में अलर्ट जारी किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल जानवरों की खालों से 35 करोड़ रुपए से अधिक की रकम जुटाई गई थी।

हाफिज सईद के संगठन के खातों को सील किए जाने के बाद से वह दूसरे तरीकों से पैसे जुटाने में लगा हुआ है। हाफिज सईद के संगठन को पाकिस्तान सरकार ने वॉच लिस्ट में रखा हुआ है। माना जाता है कि किसी किस्म के लीगल एक्शन से बचने के लिए बैन किए गए जैश-ए-मोहम्मद, जमात-उद-दावा, तहरीक गलबा-ए-इस्लाम, हरकत-उल-मुजाहिदीन, अंसार-उल-उमाह जैसे संगठनों के फ्रंट आर्गनाइजेशन मवेशियों का चमड़ा बेचकर पैसे कमाते हैं। मसलन, जमात-उद-दावा का फ्रंट आर्गनाइजेशन फलाह-ए-इंसानियत इसी तरह से पैसे जुटाता है।

मोदी के ऑटोग्राफ वाले तिरंगा पर विवाद

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 न्यूयार्क में मोदी द्वारा कथित तौर पर मशहूर शेफ विकास खन्ना को दिए गए उनके ऑटोग्राफ वाले तिरंगे पर विवाद हो गया है। भारत सरकार विकास से यह तिरंगा वापस लेगी। विकास यह तिरंगा अमेरिकी प्रेसिडेंट ओबामा को देने वाले थे। गौरतलब है कि पीएम मोदी और सीईओज के डिनर के लिए विकास खन्ना और उनकी टीम से डिशेज तैयार की थी। विकास का कहना है कि मोदी ने डिनर के बाद उन्हें गिफ्ट में यह ऑटोग्राफ वाला तिरंगा दिया। 

नियमों के अनुसार, तिरंगा पर कुछ भी लिखा या पेंट नहीं किया जा सकता। बताया जा रहा है कि फ्लैग कोड की वजह से ये झंडा वापस लिया गया है। संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय झंडे पर कुछ लिखा नहीं जा सकता। विकास खन्ना के मुताबिक पीएम मोदी ने झंडे पर दस्तखत किए हैं। गौरतलब है कि विकास खन्ना ने मोदी का डिनर तैयार किया था। खन्ना ने बताया कि उन्होंने भारत के 26 त्योहारों के मुताबिक 26 खास डिशेज तैयार की थी। विकास के अनुसार डिनर के मेनू से पीएम बेहद खुश हुए थे। उन्होंने विकास खन्ना को गले लगाया और ऑटोग्राफ के साथ झंडा दिया था। 

रांची में सांप्रदायिक झड़पें, लाठीचार्ज, लगी धारा 144

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 रांची के डोरंडा में एक मंदिर के बाहर मांस फेंके जाने को लेकर तनाव पैदा हो गया। मामला इतना बढ़ गया है कि प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों ने रांची के मेन रोड सिटी एसपी की गाड़ी को क्षतिग्रस्‍त कर दिया।


भीड़ को तीतर-बीतर करने की कोशि‍श में पुलिस ने लाठीचार्ज किया है जिसमें एक दर्जन से ज्‍यादा लोगों के घायल होने की खबर है। सभी घायलों को आसपास के अस्‍पतालों में भर्ती करवाया गया है। हालात के मद्देनजर प्रशासन ने रांची के मेन रोड, डोरंडा और कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है।

मुख्यमत्री रघुवर दास स्वयं भी भीड़ को शांत कराने के लिए सड़क पर उतरे। उन्होने लोगो से शांति बरतने की अपील की। उन्होने लोगो से आग्रह किया कि वे घरो मे रहे अथवा शांति से अपना काम करे। अफवाहो से बचकर भी रहने का आग्रह किया सीएम ने। शहर मे तनाव की स्थिति को देखते हुए सभी स्कूल बीच मे बंद कर दिए गए और स्कूलो से अभिभावको को संदेश दे दिया गया कि वे अपने बच्चो को स्कूल आकर ले जाएं। शहर मे बस निकलने की स्थिति नही है।

खबरों के अनुसार शुक्रवार की देर रात लगभग 11 बजे डोरंडा के पत्थर रोड लोअर हिनू के शिवपुरी इलाके में स्थित बगुलामुखी काली मंदिर के सामने और उसके निकट के दो स्थलों पर प्रतिबंधित मांस के टुकड़े मिलने के बाद क्षेत्र में हंगामा खड़ा हो गया है। हिंदू संगठनों से जुड़े सैकड़ों लोग आसपास के इलाके से आकर वहां जुट गए और हंगामा करने लगे। इलाके में जानेवाली सड़कों को चारों ओर से जाम कर दिया गया है। इस बीच उपद्रवियों ने एक मुर्गे की दुकान और एक अन्य प्रतिष्ठान को आग के हवाले कर दिया है। स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए बड़े पैमाने पर पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया गया है। एएसपी, एसडीएम, डीएसपी आदि अधिकारी वहां कैंप कर रहे हैं।

भारतियों द्वारा मोदी के खिलाफ UN मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन

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सिखों और पाटीदार समुदाय के एक समूह ने संयुक्त राष्ट्र मुयालय के बाहर उस समय प्रदर्शन किया जब एक विशेष संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में सतत विकास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन हो रहा था। एसएफजे के बैनर तले 200 से अधिक सिखों ने पंजाब में मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया और पृथक खालिस्तान के लिए 2020 में जनमत संग्रह कराए जाने की मांग की। भारत और मोदी विरोधी नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों ने विश्व निकाय से उनकी मांग को पूरा करने के लिए कदम उठाने की मांग की। 

एसएफजे के नेता बख्शीश सिंह संधु ने कल दावा किया, ‘‘अल्पसंख्यकों, खासकर ईसाइयों, सिखों और मुसलमानों के मानवाधिकारों का जबर्दस्त उल्लंघन हो रहा है।’’ इसके साथ ही अमेरिका के विभिन्न हिस्सों में रह रहे गुजरात से ताल्लुक रखने वाले पाटीदार समुदाय के सदस्यों ने भी कुछ दूरी पर विरोध प्रदर्शन किया। अनिल पटेल नाम के प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘‘हम पुलिस बर्बरता के मामले में न्याय चाहते हैं। अब भी करीब चार हजार युवक पुलिस हिरासत में हैं। निर्दोष लोगों के खिलाफ पुलिस बर्बरता हुई है। इसके लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।’’ 

प्रदर्शनकारी गुजरात के सरदार पटेल समूह की टोपियां पहने हुए थे। यह समूह राज्य में पटेल समुदाय को आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है। इस बीच, कुछ दूरी पर पटेलों के एक अन्य समूह ने न्यूयॉर्क आधारित इंडियन डायमंड एंड जेमस्टोन इंडस्ट्री के बैनर तले मोदी के लिए एक स्वागत रैली का आयोजन किया।

वीरभद्र सिंह और फारूक़ अब्दुल्ला को बंगला खाली करने के लिए मिला नोटिस

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केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री फारूक़ अब्दुल्ला और कांग्रेस के दिवंगत नेता अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया है। मंत्रिमंडल की आवास संबंधी समिति (सीसीए) ने इस साल अप्रैल में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सिंह के बंगले के आवंटन को रद्द कर दिया था लेकिन सिंह उसमें बने रहे इसलिए संपदा निदेशालय ने बंगला खाली करने का नोटिस जारी कर दिया।

शहरी विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सिंह ने इस मकान में बने रहने की इजाजत दिये जाने के लिए संपदा निदेशालय को लिखा है। हिमाचल के प्रतिनिधि इस मुद्दे के समाधान के लिए 29 सितम्बर को संपदा निदेशालय के अधिकारियों से मुलाकात करने वाले हैं। अधिकारी ने बताया कि सिंह के अलावा फारूक़ अब्दुल्ला और कांग्रेस के दिवंगत नेता अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज कुमारी को भी सरकारी बंगले को खाली करने के लिए कुछ दिनों पहले नोटिस दिया गया है ।

सरोज कुमारी को साल 2011 में अर्जुन सिंह के निधन के बाद केनिंग लेन के बंगले में बने रहने की इजाजत दी गई थी। यूपीए सरकार ने उन्हें 2016 तक इस बंगले में रहने की इजाजत दे दी थी, जबकि राजग सरकार ने आवंटन को रद्द करके बंगला खाली करने को कहा है। फारूक अब्दुल्ला 2014 में सरकार से हटने के बाद भी तीन मूर्ति लेन के सरकारी मकान में रह रहे हैं। गृह मंत्रालय ने सुरक्षा के आधार पर उन्हें उस मकान में बने रहने की इजाजत देने के लिए शहरी विकास मंत्रालय को मौखिक रूप से कहा था।

G-4 के देशों ने UNSC की सदस्यता की उम्मीदवारी के लिए उठाई आवाज

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भारत, जापान, जर्मनी और ब्राजील ने संयुक्त राष्ट्र में सुधार की अपनी मुहिम तेज करते हुए अपने आप को सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता का जायज उम्मीदवार करार दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने इस काम को एक तय समय सीमा के भीतर तुरंत पूरा करने पर जोर दिया.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्य बनाए जाने की मजबूत पैरवी को आगे बढ़ाते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में नियत समय सीमा के भीतर सुधार करके सुरक्षा परिषद में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्रों, वैश्विक अर्थव्यवस्था के बड़े इंजनों और सभी बड़े महाद्वीपों की आवाजों को शामिल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इससे इस विश्व संस्था की विश्वसनीयता और औचित्य बढ़ेगा.

G-4 की बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस दिशा में दस्तावेज आधारित वार्ता की शुरुआत महत्वपूर्ण पहला कदम है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा के 70वें अधिवेशन में इसे तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जाए. उन्होंने कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र का जन्म हुआ था, उससे अब हम बुनियादी रूप से भिन्न विश्व में रह रहे हैं, जिसमें जटिल और अपरिभाषित चुनौतियों का सामना किया जा रहा है, जिनमें जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद प्रमुख है.

प्रधानमंत्री ने सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के बड़े दावेदारों- जापान, जर्मनी, ब्राजील और भारत की सदस्यता वाले G-4 की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह आह्वान किया और कहा, 'हमारे संस्थान खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद उस शताब्दी की सोच को प्रतिबिंबित करते हैं, जिसे हम पीछे छोड़ चुके हैं, न कि उस शताब्दी की, जिसमें हम रह रहे हैं.'

मोदी ने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सुधार का विषय दशकों से वैश्विक विचार का केंद्र रहा है, लेकिन दुर्भाग्यवश बिना किसी प्रगति के. G-4 के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'चार देशों का हमारा समूह 2004 में साथ आया, जो वैश्विक शांति और समृद्धि, बहुलवाद में हमारी आस्था और विश्व की उम्मीदों के अनुरूप हमारी वैश्विक जिम्मेदारियों को पूरा करने की हमारी इच्छा की साझी प्रतिबद्धता से बंधा हुआ है.'

बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में समूह 4 के नेताओं ने सुरक्षा परिषद को अधिक प्रतिनिधित्व वाली, जायज और प्रभावकारी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि हाल के वर्षों में फैल रहे वैश्विक संघर्षों और संकटों को देखते हुए आज ऐसा किए जाने की पहले से अधिक जरूरत है. बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि सुरक्षा परिषद में सुधार के बारे में संयुक्त राष्ट्र में चल रही प्रक्रिया को तय समय सीमा के भीतर पूरा किया जाना चाहिए.

G-4 ने इस बात पर चिंता जताई कि 2005 में हुए वैश्विक सम्मेलन के बाद से कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है, जबकि उसमें सभी राष्ट्राध्यक्षों और सरकारों ने सर्वसम्मति से संयुक्त राष्ट्र में सुधार लाने के आवश्यक तत्व के रूप में सुरक्षा परिषद में जल्द सुधार का समर्थन किया था. 11 वर्ष पहले बने इस समूह के नेताओं ने अपने देशों को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाए जाने की मुहिम को मिलकर आगे बढ़ाते हुए महासभा के 70वें अधिवेशन में इस बारे में ठोस नतीजों को पाने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. उनका मानना है कि इन जायज सुधारों को प्राप्त करके 21वीं सदी की अंतरराष्ट्रीय समुदाय की वास्तविकताओं के अनुरूप नतीजे पाए जा सकते हैं, क्योंकि अब कहीं अधिक सदस्यों के पास अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के संबंध में बड़ी जिम्मेदारी लेने की क्षमता और इच्छा शक्ति है.

इन चार देशों ने प्रण किया कि वे सभी अन्य सदस्य देशों के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जल्द और अर्थपूर्ण सुधार हासिल करने के प्रयासों को तेज करेंगे. संयुक्त बयान में कहा गया है कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी और अस्थायी, दोनों श्रेणियों में अफ्रीका के प्रतिनिधित्व का समर्थन करते हैं. साथ ही इन्होंने विस्तारित और सुधार के बाद बनने वाली सुरक्षा परिषद में छोटे और मध्यम देशों जिनमें छोटे द्वीप देश शामिल हैं, को उचित प्रतिनिधित्व देने की भी हिमायत की.

G-4 के बयान में इस बात की पुष्टि की गई कि इन देशों ने संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र के उद्देश्यों और सिद्धांतों को पूरा करने की दिशा में योगदान जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया कि G-4 ने गति पाई है और जापान, जर्मनी ब्राजील और भारत के नेता संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की जरूरत पर ध्यान केंद्रित कर पा रहे हैं.

संयुक्त राष्ट्र में सुधार को लेकर दस्तावेज आधारित वार्ता शुरू करने के संयुक्त राष्ट्र महासभा के हाल के निर्णय का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, 'दशकों बाद अंतत: हमने कुछ गति देखी. महासभा के 69वें सत्र में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ा.'इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'यह केवल पहला कदम है, हमें 70वें सत्र के दौरान इसे तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाना चाहिए.'

बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति दिल्मा रूसेफ, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और जापान के प्रधानमंत्री शिजो एबे ने भी अपने विचार रखे. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने अपनी टिप्पणी में कहा कि जी4 कोई विशिष्ट समूह नहीं है और यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार को सुनिश्चित करने के लिए अन्य लोगों को साथ लेकर चलने में विश्वास करता है.

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे ने इस बैठक को सुनहरा अवसर करार देते हुए कहा कि परिवर्तन के लिए जबर्दस्त गति मिली है और बड़े देशों की आवाजों को सुना जाना चाहिए. ब्राजील की रूसेफ ने भी विश्व संस्था में तुरंत सुधार की जरूरत को रेखांकित किया.


FTII छात्रों ने की भूख हड़ताल खत्‍म, मंगलवार को सरकार से करेंगे बातचीत

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भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान यानी FTII के आंदोलनरत छात्रों ने सरकार द्वारा 29 सितंबर को मुंबई में निर्धारित एक बैठक में उनके मुद्दों के हल के उद्देश्य से बातचीत के लिए बुलाने के न्यौते के जवाब में आज 18 दिनों से चली आ रही अपनी भूख हड़ताल वापस ले ली।

संस्थान के प्रमुख पद पर अभिनेता गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एफटीआईआई छात्र संघ (एफएसए) के प्रतिनिधि रंजीत नायर ने कहा कि सरकार के साथ बातचीत को सुविधाजनक बनाने के लिए 'भूख हड़ताल'वापस ली जा रही है।

छात्रों ने कल कहा था कि अगर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय बातचीत के लिए तारीख और स्थल की पुष्टि करता है तो वे बातचीत का रास्ता साफ करने के लिए अपनी भूख हड़ताल वापस लेने को तैयार हैं। नायर ने कहा, 'सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने हमारे पत्र का जवाब देते हुए 28 तारीख को मुंबई में फिल्म्स डिवीजन में बैठक निर्धारित की।'गौरतलब है कि छात्र संघ ने कल मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा था कि अगर मंत्रालय बातचीत के लिए तारीख निर्धारित करता है तो वे भूख हड़ताल वापस लेने के लिए तैयार है।

बिहारी करेगा बिहार का विकास बाहरी नहीं: नीतीश कुमार

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बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने खगड़िया के पड़बत्‍ता में आयोजित चुनावी सभा में प्रधानमंत्री मोदी पर  जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मोदी जी कहते थे कि 10 से 15 लाख रुपये हर गरीब को कालाधन वापस लाकर देंगे, लेकिन आज तक कुछ न मिला. यहां तक कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बाद में  कह दिया कि वो तो चुनावी जुमला था.

प्रधानमंत्री के चुनावी पैकेज पर प्रहार करते हुए नीतीश ने कहा 1 लाख 65 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का हमने पर्दाफाश कर दिया है. उसमें कई योजनाओं को रिपैकजिंग करके दोबारा से चुनाव में बेचने की कोशिश की गई है. अब बीजेपी के लोग कहते हैं कि वो विकास की बात करते हैं. लेकिन किसके विकास  की बात करते हैं. कुछ कारपोरेट का विकास जरूर हुआ है. अच्छे दिन तो उनके मित्रों के आ गए गए हैं.

नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार का विकास कोई बाहरी नहीं करेगा. कोई बिहारी ही यहां का विकास कर सकता है. गुजरात के विकास का मॉडल को बिहार में बताया जा रहा है. लेकिन कोई ये भी बताएगा कि 1500 सरकारी पोस्ट के लिए गुजरात में 8 लाख लोगों ने क्यों आवेदन किया था. अगर विकास हुआ होता तो क्यों इतनी बड़ी बेरोजगारी संख्या में युवा नौकरी के लिए भटक रहे हैं. सीएम नीतीश ने गुजरात मॉडल पर निशाना साधते हुए कहा कि कितनी महिलाएं वहां कुपोषण और शोषण की शिकार हैं. इसको क्यों छिपाया जा रहा है?

नीतीश कुमार ने कहा कि प्रचार माध्यमों में कब्जा करते जुमलेबाजी के दम पर दिल्ली का चुनाव जीत लिया, अब बिहार में अभी वही दोहराना चाहते हैं. ऐसा यहां नहीं होगा.
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